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:: शहडोल ::

चतुर्थ श्रेणी नैमेत्तिक नियमित कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची जारी
10 March 2016
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल द्वारा 01 अप्रैल 2015 की स्थिति में चतुर्थ श्रेणी नैमेत्तिक नियमित कर्मचारियों की अनंतिम वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई है। सूची का अवलोकन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल के सूचना पटल पर किया जा सकता है।
चतुर्थ श्रेणी नियमित कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची जारी
10 March 2016
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल द्वारा 01 अप्रैल 2015 की स्थिति में चतुर्थ श्रेणी नियमित कर्मचारियों की अनंतिम वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई है। सूची का अवलोकन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल के सूचना पटल पर किया जा सकता है।
पंचायत दर्पण से अपडेट हो रही है पंचायतें
22 February 2016
पंचायत राज संस्थाओं का एक डाटा बेस बनाने और पंचायतों के लेखों के रखरखाव की जरूरत को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने एक वेसाइट (वेब पोर्टल) पंचायत दर्पण शुरू किया है। पंचायतों में डाटाबेस तैयार करने तथा लेखों के रखरखाव की जरूरत पर तेरहवें वित्त आयोग के प्रतिवेदन में पहली बार प्रभावी ढंग से कहा गया था। ग्यारहवें और बारहवें वित्त आयोग ने पंचायत राज संस्थाओं के सुदृढीकरण के लिए बड़ी संख्या में सुझाव दिये थे उन्ही सुझावों में सबसे महत्वपूर्ण सुझाव पंचायतों का डाटाबेस बनाने और लेखों के रख रखाव से सम्बद्ध था। वित्त आयोग के इन्हीं सुझावों और आयोग के आब्जर्वेशन के बाद भारत सरकार के पंचायत राज मंत्रालय ने एक कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर प्रिया सॉफ्ट के नाम से बनाया। यह साफ्टवेयर पंचायतों को अपने एकाउण्ट के रखरखाव में सहायता के लिए बनाया गया था। प्लानिंग एवं मॉनीटरिंग की विभिन्न गतिविधियों में भी वह सॉफ्टवेयर सहायक रहा है। वह साफ्टवेयर डबल इन्ट्री सिस्टम पर आधारित था इसलिए अपनी जटिलता के कारण इसका क्रियान्वयन ज्यादा प्रभावी नहीं बन पाया। प्रिया साफ्ट साफ्टवेयर वर्ष 2009 में लागू किया गया था। मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत राज विभाग ने वह तथ्य रेखांकित किया कि इन्टरनेट असेस की कमी और ग्राम पंचायत स्तर पर भौतिक रूप से अभिलेखों के संधारण की जटिलता के कारण ही विभिन्न ग्रामीण विकास योजनाओं का ग्राम पंचायत स्तर पर अभिलेखों के स्तर पर दस्तावेजीकरण नहीं हो पाता है। इसी आधार पर पंचायतों और अन्य कार्यक्रम क्रियान्वयन इकाईयों के लिए अकाउन्टिंग, रिपोटिंग और मॉनीटरिंग के लिए एक अपेक्षाकृत सरल और समेकित सॉफ्टवेयर बनाये जाने की जरूरत को रेखांकित किया गया है।
सिस्टम है जिसमें जिला, जनपद एवं ग्राम पंचायतों द्वारा अपनाया जाता है। इस सिस्टम में पंचायतों द्वारा जरूरी और बुनियादी आंकड़े प्रविष्ट किये जाते हैं, इस व्यवस्था में मॉनीटरिंग की सुविधा भी मुहैया करवाई जाती है।आवण्टित कोष (एलोकेटेड फण्ड), कुल व्यय, पंचायतों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की स्थिति, विभिन्न प्रारूपों में कस्टमाईज्ड प्रारूप बनाना, योजना की मॉनीटरिंग और वित्तीय प्रगति की महालेखा परीक्षक (सी एण्ड ए जी) द्वारा प्रस्तावित आठ प्रतिवेदन तैयार करने में और पोर्टल एडमिनिस्ट्रेटर या कार्यालय प्रमुख द्वारा सबसे अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए सभी आने वाली घटनाओं और अद्यतन जानकारी देना। पंचायत फण्ड मॉनीटरिंग सिस्टम का व्यापक उद्देश्य आदर्श वित्तीय ई-गवर्नेन्स की स्थिति को सम्पूर्ण तथा अद्यतन अभिलेखों की मॉनीरिंग द्वारा प्राप्त करना है। ग्राम पंचायत स्तर एवं उससे ऊपर के स्तर पर प्रत्येक लेन देन की मॉनीटरिंग होगी।
आसानी से डाटा प्रविष्टी करना न्यूनतम प्रयास से न्यूनतम समय में वांछित डाटा प्रविष्ट करना। प्रयत्नों का दोहराव ना हो वो डाटा जो दूसरे सॉफ्टवेयर में ही शामिल कर लिया जायें। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा क्रियान्वित योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय मॉनीटरिंग की रिपोर्ट का यह एकमात्र स्त्रोत हो। पीएफएमएस का उद्देश्य विभिन्न स्तर पर आवंटित कोष पर आधारित वित्तीय स्थिति को दर्शाना भी है। सीएण्डएजी द्वारा प्रस्तावित अभिलेखों एवं प्रतिवेदनों को तैयार करना और उसको मेन्टेन करना।पंचायत फण्ड मॉनीटरिंग सिस्टम में जानकारी प्राप्त करने का तरीका बेहद आसान बना दिया गया है। उपयोगकर्ता एक वाउचर को प्रवृष्टि करता है और वो इच्छित वित्तीय एवं एमआईएस प्रतिवेदन प्राप्त कर सकता है। इस व्यवस्था में बजट अलाटमेन्ट, निर्माण कार्य आरंभ करने की स्थिति, वर्क मास्टर के द्वारा निर्माण कार्य की मौजूदा स्थिति, फायनेन्शियल ट्रांजेक्शन बल्क डाटा व इम्पोर्ट वर्क बल्क डाटा इम्पोट्र, रोजगार की ताजा स्थिति, कार्य की विस्तृत रिपोर्ट, बजट अलाटमेन्ट की रिपोर्ट और फण्ड अलाटमेन्ट की रिपोर्ट भी प्राप्त की जा सकती है।
“उज्जयिनी युगे-युगे” - विशेष लेख
22 February 2016
महाकालेश्वर एवं वीर विक्रमादित्य की प्रसिद्ध नगरी उज्जैन भारत की अत्यन्त प्राचीन नगरी है। भारतीय पुरातन साहित्य में अनेक स्थानों पर इसकी महिमा और वैभव का वर्णन है। धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों ही दृष्टि से उज्जैन का महत्व उल्लेखनीय है। यह भारत की नाभि-स्थली मानी जाती है। उज्जैन के अनेक नाम हैं यथा- उज्जयिनी, अवन्तिका, आकरावती, पद्मावती, कुशस्थली, भोगवती, हिरण्यवती, कनकश्रंगा, कुमुद्वती, प्रतिकल्पा, विशाला और अवन्ती आदि।
इनमें से प्रमुख दो नाम हैं उज्जयिनी और अवन्तिका। उज्जयिनी नाम पौराणिक मतानुसार इसलिए पडा कि त्रिपुरासुर को मारने के लिए देवताओं के साथ शिवजी ने महाकाल वन में रक्तदंतिका चंडिका की आराधना करके महापाशुपत अस्त्र प्राप्त किया और उससे त्रिपुरासुर का वध किया। प्रबल शत्रु को “उज्जित” करने के कारण ही इसका नाम उज्जयिनी पडा और कालान्तर में उज्जैन हो गया। अवन्तिका या अवन्ती नाम का कारण यह है कि यह पवित्र नगरी देवता, तीर्थ, औषधि, बीज एवं प्राणियों का ‘अवन’ अर्थात रक्षण करती है। उज्जैन की गणना भारत की सात पवित्र नगरीयों में की जाती वे नगरियाँ ये है- अयोध्या, मथुरा, माया, काशी, कांच्ची, अवन्तिका। पुरी द्वारावतीचौव सप्तैता मोक्षदायिका॥
इन सब पुरियों में काशी सबसे पवित्र मानी गई है, उससे भी दस गुनी पुण्यदा अवन्तिका है ऐसा उल्लेख स्कंद पुराण में है। लिंग पुराण में उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर की महिमा का विस्तार से वर्णन किया गया है। वामन पुराण में उल्लेख है कि प्रहलाद ने उज्जैन में क्षिप्रा-स्नान करके महाकालेश्वर के दर्शन किये थे। महाकालेश्वर भारत के द्वादश ज्योर्तिलिंगों में से एक है। इसकी महिमा महाभारत में इस प्रकार वर्णित है-
महाकालं ततो गच्छेन्नियतो नियताशन:। कोटि तीर्थमुपस्पृश्य हयमेघफलं लभेत॥
अर्थात महाकाल के निकटतम कोटि तीर्थ का स्पर्श होने से अश्वमेघ् यज्ञ का फल होता है। भगवान श्रीकृष्ण, उनके भ्राता बलराम एवं परम मित्र विप्र सुदामा ने उज्जैन में ही गुरू सांदीपनि से विद्या प्राप्त की थी।
बारह वर्ष पश्चात जिस समय ‘गुरू’ का आगमन सिंह राशि पर होता है उस समय उज्जैन का कुंभ अर्थात सिंहस्थ पर्व आता है जिसमें क्षिप्रा स्नान का फल होता मोक्षदायक होता है।
उज्जैन की प्रसिद्धि ज्योतिश-संसार में भी अत्यधिक रही है, क्योंकि काल-गणना के लिये देशान्तर की शून्य रेखा उज्जैन में होकर गई है, इसका उल्लेख भास्कराचार्यकृत सिद्धान्त शिरोमणि के गोलाध्याय में इस प्रकार किया गया है-
यल्लंकोज्जयिनीपुरोपरि कुरूक्षेत्रादिदेशान स्पृशत। सूत्रं मेरूगतं बुधैर्निगदिता सा मध्यरेखा भुव:॥
अर्थात लंका के उज्जैन एवं कुरूक्षेत्र होते हुए जो रेखा मेरू पर्वत तक पहुंचती है वह मध्य रेखा मानी गई है। इसी के संकेतस्वरूप उज्जैन की वेधशाला आज भी वेध-कार्य कर रही है।
ऐतिहासिक दृष्टि से उज्जैन भारत के इतिहास की एक महत्वपूर्ण कडी है। यह सर्वप्रथम कब बसी, इसका प्रमाण कहीं नहीं मिलता। त्रिपुरासुर-वध और महाकालेश्वर की स्थापना ही इसकी प्राचीनता के प्रमाण माने जा सकते हैं। भारतीय प्राचीन साम्राज्यों और सभी धर्मों और संस्कृतियों से इस नगरी का गहरा संबंध रहा है। शताब्दियों तक यह नगरी हिन्दू, जैन एवं बौद्ध धर्म की केन्द्रस्थली रही है। महाकवि कालिदास ने मेघदूत में उज्जयिनी के वैभव वर्णन किया है। अनेक विदेशी पर्यटकों ने उज्जैन की यात्रा का वर्णन अपनी पुस्तकों में किया है और उज्जैन के वैभव की भूरि-भूरि प्रशंसा की है।
उज्जैन के इतिहास पर एक दृष्टि
उज्जैन की प्रसिद्धि प्रागैतिहासिक काल से चली आई है। आदि कवि वाल्मीकि ने रामायण में अवन्तिका का नाम सीता की खोज के प्रसंग में इस प्रकार किया है-
‘आब्रवन्तीमवन्तीं च सर्वमेवानुपश्यत’
‘अवन्तीमंगलेपाच्च तथा चालक्षितं वन’
जैन साहित्य और जैन धर्म में भी उज्जैन का अत्यधिक महत्व लक्षित होता है। उज्जैन अनेक जैन मुनियों की विश्रामस्थली रही है। मुनि अकम्पनाचार्य सदृश अनेक जैन मुनि उज्जैन में पदार्पण करते रहे हैं। तीर्थकर महावीर स्वामी उज्जैन के समीप अतिमुक्तक नाम की श्मशान भूमि में ध्यानस्थ हुए थे और यहीं से उनको आत्मबल की सिद्धि हुई। दिगम्बर और श्वेताम्बर शाखाओं की स्थापना उज्जैन में ही हुई समझी जाती है। विक्रम की सभा का नवरत्न क्षपणक जैन ही था, जिसका वास्तविक नाम सिद्धसेन दिवाकर था।
उज्जैन बौद्ध धर्म का भी केन्द्र-स्थल रहा है। महात्मा बुद्ध के समकालीन चंडप्रद्योत अवन्ती देश के नरेश थे। उनके पुरोहित के पुत्र महाकात्यायन बौद्ध धर्म अंगीकार करके महात्मा बुद्ध के शिष्यों में अग्रगण्य हो गये थे। उन्होंने सूरसैन तथा अवन्ती प्रदेश में बौद्ध धर्म का प्रचार किया था। बोद्ध धर्मावलम्बी सम्राट अशोक उज्जैन में लम्बे समय तक मगध सम्राट के प्रतिनिधि रह चुके थे। उनके पुत्र महेन्द्र और पुत्री संघमित्रा ने भिक्षुव्रत धारण करके लंका में धर्म-प्रचार करते हुए वहीं अपना शरीर छोडा। जातक ग्रंथों में उज्जैन का नाम बडे सम्मान के साथ लिया गया है। उज्जैन के जिन दो प्रकाण्ड बौद्ध भिक्षुओं ने चीन में जाकर धर्म प्रचार किया वे थे- उपशून्य और परमार्थ। उपशून्य उज्जैन के राजकुमार थे जो ईस्वी सन 546 में दक्षिण चीन गये और उन्होंने चीनी भाषा के अनेक ग्रंथों का अनुवाद किया था। परमार्थ 47 वर्ष् की अवस्था में सन् 546 ईसवी में चीन गये और सन् 569 ईसवी तक वहीं रहकर बौद्ध धर्म का प्रचार करते हुए वहीं अपना शरीर त्याग किया। इस अवधि में उन्होंने 505 संस्कृत ग्रंथों का चीनी भाषा में अनुवाद करके उज्जैन के नाम को बौद्ध साहित्य में अमर बना दिया। सम्राट हर्ष के राज्य काल में चीनी यात्री हुएनसांग ने भारत-यात्रा के समय उज्जैन की यात्रा भी की थी। अपने यात्रा वर्णन में उसने लिखा है कि उज्जैन में 300 बौद्ध पुरोहित थे जो हीनयान एवं महायान मतों के अनुयायी थे। वास्तव में उज्जैन हिन्दू, जैन एवं बौद्ध धर्म का केन्द्र कई सौ वर्षों तक रहा।

ऐतिहासिक परम्परा में उज्जैन

लिंग पुराण, मत्स्य पुराण एवं मार्कण्डेय पुराण के अनुसार हैह्यवंश के विख्यात नरेश कार्त्तवीर्य अर्जुन के पुत्रों ने अवन्ती पर शासन किया था और उन्हीं से अवन्ती वंश का प्रारम्भ् हुआ था।
महाभारत में लिखा है कि अवन्ती के दो नरेश विन्द और अनुविन्द ने कौरवों की ओर से पांडवों के विरूद्ध दो अक्षोहिणी सेना के साथ् युद्ध में भाग लिया था। ये दोनों ही महारथी युद्ध करते-करते पांडवों द्वारा मारे गये। इसके पश्चात बीच का युग ऐतिहासिक दृष्टि से अंधकारमय है। गौतम बुद्ध के समय में अवन्ती के राजा चण्डप्रद्योत थे। उस समय उत्तरी भारत में अवन्ती, मगध, कोसल, तथा वत्स ये चार राज्य प्रसिद्ध थे। चण्डप्रद्योत की पुत्री वासवदत्ता एवं नरेश उदयन की प्रेमगाथा संस्कृत साहित्य में ‘स्वप्न वासवदत्ता’ के रूप में अमर रहेगी। प्रद्योत वंश ने उज्जैन में 138 वर्ष् राज्य किया। इस वंश के अंत संबंधी कारणों के विषय में इतिहास मौन है। मगध के मौर्य सम्राट बिन्दुसार के राज्य में उज्जयिनी एक वैभवपूर्ण् नगरी थी और अवन्ती प्रदेश का प्रतिनिधि शासक यहीं रहता था। सम्राट अशोक अपने युवराज काल में बिन्दुसार के प्रतिनिधि के रूप में 11 वर्ष तक उज्जैन में रहे और यहीं उसके पुत्र महेन्द्र और पुत्री संघमित्रा का जन्म हुआ। अशोक के पुत्र कुणाल ने केवल 8 वर्ष राज्य किया। तदुपरान्त उसके पुत्र सम्प्रति ने राज्य का विस्तार करके मध्यप्रदेश, गुजरात, और दक्षिण में अपनी शक्ति बढाई तथा जैन साधुओं के लिये 25 राज्यों में अधिक सुविधाएँ प्रदान कराई। मौर्य वंश के उपरान्त शुंग और कण्व वंशों ने मगध और विदिशा पर राज्य किया, किन्तु अवन्ती पर उनके आधिपत्य का प्रमाण नहीं मिलता। कण्व वंश का अंत ईसा के 27 वर्ष पूर्व हो गया था। इसके पश्चात विक्रमादित्य ने अवन्ती पर राज्य किया और ईसा पूर्व 57 में शकों को परास्त करके शकारि की पदवी धारण की। विक्रमादित्य के काल में उज्जयिनी का ऐतिहासिक, साहित्यिक तथा कला का वैभव पराकाष्ठा को पहुंच चुका था। विक्रम के नाम से उज्जयिनी का नाम अखण्ड रूप में जुडा हुआ है। विक्रमादित्य की न्यायप्रियता, उसकी सादगी और शौर्य की गाथाएँ भारतीय साहित्य में यत्र-तत्र बिखरी पडी है। ‘सिंहासन बत्तीसी’ और ‘बैताल पच्चीसी, जनश्रुतियों का एक विचित्र भंडार है। महाकवि कालिदास, विक्रमादित्य के समय में ही हुए थे, जिनके साहित्य को विश्व साहित्य में उच्च कोटि का स्थान प्राप्त है। विक्रम के नवरत्न अत्यन्त प्रसिद्ध हैं। इस काल में साहित्य, कला, ज्योतिष, आयुर्वेद, कोश और ज्ञान-विज्ञान का भंडार बडे-बडे पंडितों द्वारा भरा गया। समस्त विश्व इसके लिये उज्जयिनी का ऋणी रहेगा। विक्रमादित्य के पश्चात कुछ काल तक का इतिहास अन्धकारमय हैं।
उत्तर में कुषाण वंश का प्रादुर्भाव ईसा की प्रथम शताब्दी के अन्त में हुआ। कनिष्क इस वंश का सबसे प्रतापी राजा था। कुछ इतिहास लेखक इस बात को मानते है कि कनिष्क का अधिकार उज्जैन पर भी था। उज्जैन के शासकों में शिथिलता आते ही गुजरात के शकों ने फिर अपना प्रभुत्व बढाया और उज्जैन को अपने अधिकार में कर लिया। शक क्षत्रपों का प्रथम उत्तराधिकारी चष्टन था। उज्जैन की राजधानी बनाकर उसने शकों का शासन दृढ करने में अपनी शक्ति लगाई। इस वंश के 9 राजा हुए जिनमें रूद्रदामन सबसे अधिक प्रतापी निकला। उसका प्रभुत्व गुजरात, सौराष्ट्र, कच्छ, आकर, अवन्ती तथा राजस्थान के दक्षिणी भाग पर था। तीसरी शताब्दी के अन्तिम भाग में इन क्षत्रपों का पतन प्रारम्भ हुआ।
क्षत्रपों के काल में दक्षिण में सातवाहन वंश की स्थापना हुई। पुराणों में इन्हें आंध्र के नाम से संबोधित किया गया है। गौतमीपुत्र शातकर्णी ने अवन्ती पर अपना अधिकार क्षत्रपों के समय में ही जमा लिया था, किन्तु रूद्रदामन ने पुन: आंध्रों से अवन्ती को छीन लिया। यह संघर्ष चलता ही रहा और यज्ञश्री शातकर्णी ने अवन्ती को पुन: क्षत्रपों से छीन लिया।
क्षत्रपों और सातवाहनों के पश्चात गुप्त वंश का अधिकार उज्जैन पर हुआ। चंद्रगुप्त द्वितीय ने शकों को फिर अवन्ती क्षेत्र से मार भगाया और विक्रमादित्य की उपाधि ग्रहण की। चन्द्रगुप्त ने 375 ई. में अयोध्या में राज्यारोहण किया, किन्तु उसने 395 ई. में उज्जैन को अपनी राजधानी बनाया। इन विक्रमादित्य की यशोगाथा अनेक शिलालेखों पर अंकित है। चीनी यात्री फहृयान इनके राज्यकाल में भारत में आया था। उसने विक्रमादित्य की कीर्ति और वैभव का वर्णन किया है। इस समय साहित्य संस्कृति एवं कला अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई थी। इसीलिए अनेक विद्वानों का मत है कि उज्जैन के प्रसिद्ध विक्रमादित्य ये ही थे। विक्रमादित्य के पश्चात कई पीढियों तक गुप्त वंश का आधिपत्य उज्जैन पर रहा, किन्तु छठी साम्राज्य के प्रारम्भ में गुप्त साम्राज्य निर्बल हो गया और हूणों ने उज्जैन पर अपना अधिकार कर लिया। प्रथम हूण शासक तोर-माण हुआ। उसके पुत्र मिहिरगुल को मंदसौर के शासक यशोधर्मन ने सन 533 ईसवी में परास्त करके उज्जैन को अपने राज्य में मिला लिया। किन्तु उसके वंशजों का आधिपत्य अधिक समय तक न रह सका और थानेश्वर के प्रभाकरवर्धन ने छठी शताब्दी के अंत में हूणों को हराकर मालवा, गुजरात, तथा सिन्ध पर अधिकार कर लिया। प्रभाकरवर्धन के छोटे पुत्र हर्षवर्धन ने 606 से 647 ईसवी तक राज्य किया। बाणभटट ने कादम्बरी में उज्जयिनी की प्रशंसा हर्ष के समय में ही लिखी थी। इसी समय दूसरा चीनी यात्री हूएनसांग भारत में आया। उसने लिखा है कि अवन्ति देश का क्षेत्रफल 1,200 वर्गमील था। उज्जैन नगरी उस समय 6 वर्गमील में बसी हुई थी। नगरवासी व्यापार में बडे कुशल थे। नगर में उस समय 10 बोद्ध विहार थे, जिनमें से कुछ जीर्ण् हो चुके थे। बौद्ध भिक्षुओं की संख्या नगर में 300 थीं। नगर में 10 मठ अन्य सम्प्रदायों के भी थे, जिनमें साधु लोग अधिक रहते थे। हुएनसांग लिखता है कि उज्जैन के लोग कोमल स्वभाव के एवं मृदुभाषी थे। विद्या और बुद्धि में वे बढे-चढे थे। नगर धन्य-धान्य से पूर्ण था और व्यापार का केन्द्र माना जाता था। यहाँ बौद्ध भिक्षुओं की सभा प्रतिवर्ष की जाती थी।
हर्ष की मृत्यु के पश्चात सारे भारत में अराजकता फैल गई। राष्ट्रकूट तथा गुर्जर प्रतिहार मालवा के लिए झगडते रहे। नवीं शताब्दी में परमारों ने मालवा पर अपना अधिकार कर लिया। इस वंश के प्रसिद्ध राजा वाकपति मुंज और भोजदेव हुए। भोजदेव बडे साहित्य-प्रेमी और कीर्तिवान हुए। कला और साहित्य की उन्नति इनके समय में अत्यधिक हुई। मुंज स्वंय वीर और विद्वान था। उसने कई बार चालुक्य राजा तैलप को परास्त किया, किन्तु एक बार वह स्वयं परास्त हो गया। तैलप ने अपनी राजधानी में ले जाकर मुंज को बन्दीगृह में डाल दिया और उसे अपनी बहिन का शिक्षक बनाया, किन्तु उसके भाग जाने का सन्देह होने पर उसका सिर काट लिया। मुंज के समय में उज्जैन के साथ-साथ धार की प्रतिष्ठा भी बढने लगी थी। प्राकृतिक सौंदर्य के कारण मुंज ने धार में महल और घाट बनवाए थे। मुज के पश्चात उनके भतीजे भोजदेव ने विक्रमादित्य के समान ही कीर्ति अर्जित की, किन्तु अपनी राजधानी सदैव के लिए धार नगरी ही बनाली। भोजदेव के समय साहित्य की श्रीवृद्धि के साथ-साथ चालुक्यों से युद्ध भी होते रहे। गांगेय देव का युद्ध भी इसमें प्रसिद्ध है। भोज ने गांगेय को हराकर विजय के उपलक्ष्य में एक लोहे का कीर्ति-स्तम्भ (लाट) खडा किया जो अब भी धार में तीन टुकडों में विधमान है। अन्त में कलचुरि वेदी और कर्नाटक नरेशों ने सम्मिलित रूप से भोजदेव पर आक्रमण किया, जिसमें भोज हारे और मारे गये। भोज विद्या, वीरता और दान में अद्वितीय थे। उनके दरबार में 1,400 पण्डित रहते थे। मम्मट ने अपने ‘काव्य प्रकाश’ में लिखा है:-

‘यद्विद्वद्भवनेषु भोजनृपतेस्तत् त्याग लीलायितम’

अर्थात भोजदेव के आश्रित विद्वानों का जो ऐश्वर्य दिखाई देता है, वह सब भोज की दान-लीला का प्रभाव है। इसी समय महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमण हो रहे थे। उसके साथ अरबी भाषा का विद्वान अलबरूनी आया था। उसने भोजराज की अत्यधिक प्रशंसा लिखी है।
भोज की मृत्यु (1058 ईसवी) उपरान्त जयसिंह और उदायादित्य शासक हुए, जिन्होंने अनेक मंदिर और तालाब बनवाएँ। उदयादित्य की वंश-परंपरा में लक्ष्मणदेव, नरवर्मदेव, यशोवर्मदेव ने शासन किया। अर्जुन-देव के समय सन 1235 ई. में दिल्ली के गुलामवंशीय सुल्तान अल्तमश ने मालवा पर आक्रमण किया और उज्जैन तथा धार के वैभव को विनष्ट कर दिया। सन 1291 से 1293 तक खिलजीवंश के प्रसिद्ध सुल्तान अलाउददीन ने दुबारा उज्जैन पर आक्रमण किया और उसे अपने राज्य में मिला लिया।
सन 1322 में दिल्ली के तुगलक वंश ने मालवे को अपने राज्य का एक सुबा बना लिया और मालवे में अपना एक शासक नियुक्त कर दिया। जिस समय दिल्ली पर तैमूरलंग ने आक्रमण किया उस समय मालवा के तत्कालीन सूबा दिलावरखां ने मांडू को राजधानी बनाकर अपनी स्वतंत्र सत्ता घोषित कर दी। दिलावरखां के पश्चात उसके पुत्र होशंगशाह ने मांडू में अनेक इमारतें बनवाई। उसका मकबरा मांडू की प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारतों में गिना जाता है। इसके पश्चात खिलती सुल्तानों का आधिपत्य हुआ। नासिरूददीन खिलजी ने उज्जैन में कालियादह महल बनवाया। उसी के एक हौज में डूबने से उसकी मृत्यु हुई। सन 1531 में गुजरात के सुलतान बहादुरशाह ने मालवा को जीत लिया। सन 1534 में मुगल सम्राट हुमायूं ने बहादुरशाह को मंदसौर के निकट हराया। शेरशाह सूर ने जब हूमायूं को हरा दिया, तो उज्जैन पर सूर वंश का अधिकार हो गया। शेरशाह ने 1542 ईसवी में शुजाअतखां को मालवे का सुबेदार नियुक्त किया। वह भी मांडू में ही रहता था। उसका पुत्र बाजबहादुर मांडू का अन्तिम सुलतान था। रूपमती और बाजबहादुर की प्रेमगाथा भारत के जनश्रुति-साहित्य में बहुत प्रसिद्ध है। हुमायूं के पुत्र सम्राट अकबर ने अपने सेनापति आदमखां को मांडू विजय के लिए भेजा था। सारंगपुर में बाजबहादुर आदमखां से हार गया और इस प्रकार सन 1562 में मालवा मुगल राज्य का एक सूबा बना दिया गया।
अकबर के पश्चात जहांगीर ने मालवे में उज्जैन और मांडू की कई बार यात्रा की और उज्जैन के जदरूप नामक संत के दर्शन किए। अपनी डायरी में जहांगीर ने उज्जैन के इस संत के विषय में विस्तार से लिखा है।
मुगल राज्य के पतनकाल में मुहम्मदशाह ने सन 1720 में जयपुर नरेश जयसिंह को उज्जैन का सुबेदार बनाया था। उन्होंने जयपुर, दिल्ली, मथुरा, काशी और उज्जैन में वेधशालाएँ बनवाईं। उज्जैन की यह वेधशाला आज भी विद्यमान है। इसी समय मराठों के आक्रमण होने लगे थे। कालान्तर में पेशवाओं ने मालवा अपने सरदार राणोजी सिंधिया को जागीर में दे दिया। तब से उज्जैन ग्वालियर के प्रसिद्ध सिंधिया वंश के अधिकार में रहा। उज्जैन के मंदिरों का जीर्णोदार इसी काल में कराया गया। सन 1810 में दौलतराव सिंधिया ने अपनी राजधानी उज्जैन से हटाकर लश्कर (ग्वालियर) में स्थापित की।
सिंधिया वंश के शासन में उज्जैन की उन्नति फिर होने लगी। अन्त में सन 1948 में मध्यभारत राज्य निर्माण के समय सिंधिया-राज्य,ग्वालियर का विलीनीकरण मध्यभारत में हो गया। नबम्बर सन 1956 में मध्यभारत में मध्यभारत राज्य भी समाप्त हो गया और नवीन मध्यप्रदेश का निर्माण हुआ।
वर्तमान उज्जैन नगर विन्ध्य के मनोरम अंचल में समुद्र तल से 1,678 फूट उंचाई पर बसा हुआ है। इसकी स्थिति उत्तरी अक्षांश 23।11 तथा पूर्वी देशान्तर 75।50 है। यह क्षिप्रा तट पर बसा हुआ है। यहाँ की जलवायु समशीतोष्ण है। यहाँ की भूमि उर्वरा और प्राकृतिक दृश्य मनोरम है। प्रतिवर्ष यहां सहस्त्रों यात्री महाकालेश्वर के दर्शनार्थ तथा क्षिप्रा के स्नानार्थ आया करते हैं।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ रथयात्रा का शुभारंभ
16 February 2016
बाल विवाह को रोकने हेतु लाड़ो अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को बढ़ावा देने हेतु ई-लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु मुख्यमंत्री महिला सशक्ती करण योजना, स्वागत लक्ष्मी योजना का लाभ ग्रामीण जनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज शहडोल संभाग के तीनों जिलों उमरिया, अनूपपुर एवं शहडोल में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं रथयात्रा का शुभारंभ किया गया। इस प्रचार रथ को उपसंचालक महिला सशक्तीकरण सुश्री अंशूबाला मशीह द्वारा हरीझण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को किया सम्मानित
16 February 2016
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज संभागीय मुख्यालय शहडोल के पॉलीटेक्निक कॉलेज ग्राउण्ड मे रामकृष्ण तन्खा फाउण्डेशन, मध्यप्रदेश फाउण्डेशन, रोटरी क्लब एवं मध्यप्रदेश शासन के सौजन्य से आयोजित 6 दिवसीय निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर में पीड़ित मानवता की सेवा के उद्देश्य से मरीजों का उपचार कर रहे देश एवं विदेश के प्रख्यात चिकित्सकों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री द्वारा निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर मे सेवा भाव से सेवा करने वाले चिकित्सक डॉ. अनुपम राज चौपड़ा, डॉ. ओ.पी.यादव, डॉ.नातू, डॉ.नाते, डॉ.युगल मिश्रा, डॉ.मिकुल कौशिक, डॉ. विशाल कुंदनानी, डॉ. दीपाली भारद्वाज, डॉ.नीरज जैन, डॉ. वालिया, डॉ. रूपरेखा चौहान, डॉ. रितिश अग्रवाल को सम्मानित किया गया।
मेगा स्वास्थ्य कैम्प संबंधी तैयारियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
10 February 2016
कलेक्टर श्री मुकेश कुमार शुक्ला की अध्यक्षता में जिले में आयोजित होने वाले 13 से 18 फरवरी तक वृहद मेगा कैम्प की तैयारियों संबंधी समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री सरोधन सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनिल कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.पी.द्विवेदी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री शैलेंद्र सिंह, डॉ. साकेत, जिला शिक्षा अधिकारी श्री उमेश धुर्वे, जिला खाद्य अधिकारी श्री चौहान, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री सिंह, रोटरी क्लब के अध्यक्ष श्री राजेश गुप्ता, सचिव श्री राजेश श्रीवास्तव, परिवहन विभाग के श्री राव विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देशित किया कि दवाओं के वितरण हेतु रैकों की समुचित व्यवस्था मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनायें सभी काउंटरों में कम्प्यूटर पंजीयन हेतु व्यवस्था बनायें तथा चिकित्सकों के ड्यूटी चार्ट के बारे में भी जानकारी ली गई। बैठक में विद्युत उपकरणों के सुचारू संचालन हेतु कार्यपालन यंत्री विद्युत मंडल एवं अनुविभागीय अधिकारी विद्युत यांत्रिकी को संयुक्त रूप से दायित्व सौंपा गया। कलेक्टर श्री शुक्ला ने चिकित्सकों, नर्सों एवं पैरामेडिकल स्टापों के ठहरने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। आवास समिति के प्रभारी अधिकारियों को मेगा कैम्प में आने वाले चिकित्सकीय स्टॉफ के ठहरने की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिये गये तथा परिवहन की व्यवस्था हेतु ब्लाक मेडिकल ऑफीसर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, संबंधित जनपद एवं तहसीलदार को दायित्व सौंपा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मरीजों को पहले जिला चिकित्सालय में लाया जायेगा वहां से फिर उन्हें संबंधित स्थानों हेतु भेजने की व्यवस्था की जाएगी। बैठक में कलेक्टर ने रोटरी क्लब के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि ऑपरेशन स्थल में प्रति नर्सिंग होम एक व्यक्ति को नियुक्त करें तथा चिकित्सकीय कार्यों के अलग-अलग विभागवार बैनर लगाये जायें। बैठक में भोजन व्यवस्था तथा मंचीय व्यवस्था आदि की विस्तृत समीक्षा की गई तथा संबंधित अधिकारियों को दायित्व सौंपे गये। बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देशित किया कि मेगा स्वास्थ्य शिविर में तैनात प्रत्येक शासकीय अधिकारी, कर्मचारी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के वालेंटियर मरीजों को बेहतर सेवा एवं व्यवस्था उपलब्ध कराये जिससे जिले में आयोजित होने वाले वृहद मेगा कैम्प का आयोजन सफल हो तथा कैम्प में आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करते हुये बेहतर चिकित्सकीय सुविधा व लाभ प्राप्त हो सके।
बैंकर्स से भुगतान संबंधी समीक्षा बैठक सम्पन्न
10 February 2016
कलेक्टर श्री मुकेश कुमार शुक्ला की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैंकों के द्वारा कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को भुगतान हेतु समुचित व्यवस्था संबंधी बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनिल कुमार द्विवेदी, लीड बैंक प्रबंधक श्री पी.के.दास, जिला कोषालय अधिकारी श्री विवेक धारू, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ब्लाक शिक्षा अधिकारी श्री पी.सतपुते एवं विभिन्न बैंकों के प्रबंधक उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देशित किया जिन हितग्राहियों के कियोस्क के द्वारा समय पर समुचित भुगतान नहीं हो पा रहे हैं उन हितग्राहियों के संबंधित बैंको के ब्रांचो से भुगतान कराया जाना सुनिश्चित करें जहां पर संबंधित बैंक स्थापित हैं। उन्होने कहा कि फेल ट्रांजेक्सनों की सूची बैंकर्स चेक हितग्राही के नाम के साथ जिला कोषालय अधिकारी को सभी बैंकर्स तत्काल मेल से जिला कोषालय अधिकारी को भेजना सुनिश्चित करें तथा वापस भेजे जाने वाले बैंकर्स चेकों के साथ उनके विवरण की भी सूची सहित जानकारी उपलब्ध करायें। बैठक में लीड बैंक प्रबंधक ने बताया कि कियोस्क के द्वारा निर्मित अडचनो को समाप्त किया जा रहा है तथा अब दूसरी संस्था के माध्यम से भुगतान सुलभ कराने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि हितग्राहियों के भुगतान समय पर सुनिश्चित करने बैंकर्स तटस्थ होकर कार्य करें ताकि उसका लाभ संबंधित हितग्राहियों को समय पर मिल सके। बैठक में अन्य विभिन्न मुद्दों पर भी विस्तृत चर्चा एवं समीक्षा की गई।
इंजीनियरिंग हेतु दो वर्ष की कोचिंग दिल्ली व कोटा के प्रशिक्षकों द्वारा दी जाएगी
09 February 2016
कलेक्टर श्री के जी तिवारी ने बताया कि आईएपी योजना अंतर्गत इंजीनियरिंग हेतु दो वर्ष की कोचिंग दिल्ली व कोटा के प्रशिक्षको द्वारा दी जारही है। जिसमें छात्रां की उपस्थिति कम होने पर कलेक्टर द्वारा जिला पंचायत के अधिकारियो व विद्यालयो के प्राचार्यो के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर प्राचार्य नवोदय, उत्कृष्ट विद्यालय श्रीमती प्रतिभासिंह परिहार, कालरी बालक उमावि, सेन्ट्रल एकेडमी के प्राचार्य रवि मिश्रा, आर स्कूल के प्राचार्य उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्राचार्यो द्वारा कलेक्टर को आश्वस्त कराया गया कि वे इंजीनियरिंग हेतु दो वर्ष की कोचिंग में छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करेगे।
कलेक्टर ने बताया कि यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक रविवार को प्रातः 10 बजे से 12 तक अतिरिक्त कक्षाएं चलेगी जिसमें जो बच्चे कक्षाओ में उपस्थित नही हो सके है वे रविवार को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेगे। कलेक्टर द्वारा सभी प्राचार्यो को छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने हेतु निर्देश दिए गए है।
बोर्ड परीक्षा को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने बैठक संपन्न
09 February 2016
कलेक्टर के जी तिवारी की अध्यक्षता में बोर्ड परीक्षा कों शांति पूर्वक संपन्न कराने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती इला तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी रणमत सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रतिनिधि, प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय श्रीमती प्रतिभा सिंह परिहार उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर श्री के जी तिवारी ने कहा कि आगामी मार्च से दसवी एवं बारहवी की बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। जिस हेतु समस्त आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए गये।
शिक्षा परिसरों में राजनीति खत्म करें
18 January 2016
शिक्षा परिसरों में राजनीति खत्म करें। भारत विश्व गुरु के रूप में जाना जाता था। देश को फिर से विश्व गुरु की हैसियत दिलवाने सार्थक प्रयास हों। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय में भारतीय विश्वविद्यालय संघ (मध्य क्षेत्र) के कुलपतियों के सम्मेलन में कही। श्री गुप्ता ने कहा कि डिग्री लेते समय विद्यार्थी के चेहरे पर मुस्कान लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुलपति छात्र-हित में सख्त निर्णय लें। स्टाफ रूम में चर्चा का विषय शिक्षा होना चाहिए। श्री गुप्ता ने कहा कि सिर्फ बातें नहीं कार्य करें। उन्होंने कहा कि जो जहाँ हैं, वहाँ इमानदारी से कार्य करे। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सम्मेलन के निष्कर्षों को सरकार लागू करेगी। उच्च शिक्षा एवं स्कूल राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने कहा कि बदलते परिवेश में शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन लायें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करें। श्री जोशी ने कहा कि अगर आपके पास समय हो, तो गूगल की बजाय पुस्तकों में जानकारी खोजें। मंत्रीद्वय ने कुलपतियों को सम्मानित किया। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के महासचिव प्रो. फुरकान कमर ने बताया कि सम्मेलन में 5 राज्य के 51 कुलपति शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य एक-दूसरे विश्वविद्यालय की अच्छी गतिविधियों को शेयर करना है। भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय के कुल पति डॉ.तारिक जफर ने अतिथियों का स्वागत किया। श्रीमती ए. श्रमादीन पानी ने सम्मेलन के निष्कर्षों की जानकारी दी। सम्मेलन के दौरान "सूचना संचार प्रौद्योगिकी द्वारा छात्र सहयोगी सेवाओं एवं आपसी तकनीक द्वारा ऑनलाइन शिक्षा का विस्तार" संगोष्ठी भी हुई। संगोष्ठी में 120 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये गए।
जनसंपर्क मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल द्वारा "एलएन स्टार उत्सव" विशेषांक का विमोचन
18 January 2016
ऊर्जा तथा जनसंपर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने गत दिवस भोपाल में अपने निवास पर भोपाल से एलएन स्टार समूह द्वारा प्रकाशित "एलएन स्टार उत्सव" विशेषांक का विमोचन किया। श्री शुक्ल ने कहा कि एलएन सिटी समूह मीडिया के क्षेत्र में भी तेजी से कदम बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि एलएन स्टार ने पाठकों के बीच अपनी विशेष पहचान बनाई है। श्री शुक्ल ने कहा कि समूह की मीडिया शाखा एलएन स्टार द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के विकास के दशक और आगामी सिंहस्थ कुम्भ पर केन्द्रित विशेषांक सराहनीय है। इस मौके पर एलएनसीटी समूह के मैनेजिंग डायरेक्टर और एलएनस्टार समूह के निदेशक श्री सुप्रभात चौकसे, समूह के डायरेक्टर मीडिया प्लानिंग श्री संजय सीठा तथा अन्य संपादकीय सहयोगी उपस्थित थे।
प्राकृतिक आपदा पीड़ित परिवारों को प्राथमिकता परिवार में शामिल करने के निर्देश
12 January 2016
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रावधानों के तहत प्राथमिकता परिवार की श्रेणी में प्राकृतिक आपदा से वर्ष 2013-14 में प्रभावित ऐसे परिवार जिनकी फसलों की प्राकृतिक आपदा से क्षति 50 प्रतिशत या उससे अधिक हो को सम्मिलित किया गया है। प्राथमिकता परिवार की श्रेणी के तहत हितग्राहियों को अक्टूबर 2016 तक योजना का लाभ दिया जाना है। इस सिलसिले में राज्य शासन के निर्णय के अनुसार खरीफ मौसम 2015 में अल्प वर्षा के कारण सूखा से प्रभावित किसानों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत प्राथमिकता परिवार की श्रेणी में शामिल करने के निर्देश दिये गये हैं। जारी निर्देशों में कहा गया है कि ऐसे परिवारों को प्राथमिकता परिवारों के रूप में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लाभ जिले के राजस्व अधिकारी, तहसीलदार/नायब तहसीलदार द्वारा सूची प्रदत्त किये जाने के चालू माह से माह अक्टूबर 2016 तक दिया जावे। इस श्रेणी के अन्तर्गत केवल वे ही हितग्राही होंगे जो वर्तमान में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की किसी भी श्रेणी में सम्मिलित नहीं हैं।
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास का पाठ्यक्रम शुरू
12 January 2016
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम में 12 हजार 546 अभ्यर्थी का चयन किया गया है। इसमें 75 प्रतिशत महिलाएँ हैं। इस कार्यक्रम में महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोद्योग विश्वविद्यालय ने समाज कार्य स्नातक पाठ्यक्रम शुरू किया है। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की 18 से 25 वर्ष आयु के 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी, जिनमें 75 प्रतिशत महिलाएँ होंगी, में सामाजिक, आर्थिक क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता का गुण विकसित किया जाएगा। इसके लिए ग्रामोदय विश्वविद्यालय द्वारा दीर्घकालीन डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स चलाया जा रहा है। जुलाई 2015 से शुरू हुए इस कोर्स में सभी 51 जिले से चयन किया गया। इसमें 2040 परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के अलावा आदिम-जाति कल्याण विभाग के 89 आदिवासी विकास खण्ड एवं 224 सामान्य विकास खण्ड के 12 हजार 546 लोगों ने पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है। सामुदायिक विकास कार्यक्रम में वर्ष 2014-15 में 1500, वर्ष 2015-16 में 10,000 तथा वर्ष 2016-17 में 10,000 प्रशिक्षणार्थियों, का चयन किया गया। वर्ष 2017-18 में दस हज़ार प्रशिक्षणार्थियों का चयन होगा। पिछले तीन वर्ष में चयनित अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण के प्रथम सत्र की कक्षाएँ 51 जिले में शुरू हो गई हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के निर्वाचन हेतु रा.नि.आ. द्वारा नियुक्त प्रेक्षक श्री राय जिले के प्रवास में
11 January 2016
जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के निर्वाचन हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक श्री एस.सी. राय, सेवानिवृत्त अधिकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा अनूपपुर जिले के प्रवास में हैं। श्री राय चुनावी व्यवस्थाओं एवं शांतिपूर्ण तथा निष्पक्ष निर्वाचन संपन्न कराने हेतु प्रशासनिक व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करेंगे। प्रेक्षक श्री राय का मो. नं. 9425041601 है। इस मोबाइल नंबर पर जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष निर्वाचन संबंधित शिकायतों तथा अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी दी जा सकती है। निर्वाचन प्रेक्षक के लाईजनिंग ऑफीसर सहायक आबकारी अधिकारी श्री रमेश पन्द्रे हैं, जिनका मोबाइल नंबर 9406955856 है। निर्वाचन प्रेक्षक के सहयोग हेतु श्री तरुण बरिये, स्टेनो वनमंडलाधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जिनका मो. नं. 9424799275 है।
जि.पं. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष निर्वाचन आज
11 January 2016
जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के आज होने वाले निर्वाचन के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एन.एस. परमार व पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग शर्मा के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाया गया है। निर्वाचन स्थल से 100 मी. की दूरी से ही कानून व्यवस्था को सख्त बनाया गया है। सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया के लिए सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की गई है। अधिकृत जनों के अलावा किसी अन्य को प्रवेश वर्जित किया गया है। निर्वाचन परिणामों की घोषणा के लिए साउण्ड सिस्टम की व्यवस्था की गई है, ताकि 100 मी की दूरी से आमजन निर्वाचन परिणामों से अवगत हो सके। पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग शर्मा तथा एसडीओपी श्री जे.बी.एस. चंदेल ने निर्वाचन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में जायजा लिया तथा सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अमले को निर्देश दिए गए। आपने जायजा लेते हुए ड्रॉपगेट, आवश्यक यंत्र तथा सुरक्षा के लिए बनाए गए प्वाइंट पर पुलिस की तैनातगी आदि व्यवस्थाओं के संबंध में अमले को निर्देश दिए।
अनूपपुर जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का निर्वाचन 11 जनवरी को
07 January 2016
राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री आर. परशुराम द्वारा अनूपपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के निर्वाचन हेतु 11 जनवरी 2016 की तिथि नियत की है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन हेतु भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री एस.सी. आर्या को प्रेक्षक नियुक्त किया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग की सचिव सुनीता त्रिपाठी द्वारा म.प्र. पंचायत निर्वाचन अधिनियम 1995 में निहित प्रावधानों के तहत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनूपपुर को सम्मिलन आयोजित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही कर निर्वाचन पश्चात् आयोग द्वारा बनाई गई यूआरएल पर निर्वाचित जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के नाम एवं मोबाइल नंबर की प्रविष्टि के निर्देश दिए गए हैं।
प्राचार्यो के प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन 8 जनवरी को
07 January 2016
जिला शिक्षा अधिकारी श्री यू.के. बघेल ने जानकारी दी है कि स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत विद्यार्थी स्वास्थ्य एवं विद्यालय स्वच्छता एवं AWP (वार्षिक कार्ययोजना) के संबंध में 08 जनवरी 2016 को प्रातः 11.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक स्व-सहायता भवन अनूपपुर में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया है। आपने जिले के समस्त शा.उ.मा.वि. एवं शा.हाई स्कूल विद्यालयों के प्राचार्यों व संस्था प्रमुखों को प्रशिक्षण में अनिवार्यतः समय पर उपस्थित होने हेतु कहा है।
अधिकारी भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन बनाने में महती भुमिका अदा करें
03 December 2015
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बजे गत रात्रि 09 बजे स्थानीय सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों पर कडी नजर रखें, यदि भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जावेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोले भाले एवं सीधे आदिवासियों को शासन की तमाम योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ उन तक पहुंचें यह अधिकारी सुनिश्चित करें। बैठक में आदिम जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अरूण भट्ट, कमिश्नर श्री डी.पी. अहिरवार, आई.जी. श्री के. बाबूराव, कलेक्टर श्री के.जी. तिवारी, पुलिस अधीक्षक श्री चंद्रशेखर सोलंकी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती अनुग्रह पी., क्षेत्र संचालक बांधवगढ, डी.एफ.ओ. श्री एम.एल. लाडिया, के अलावा समस्त जिला प्रमुख उपस्थित रहें। मुख्यमंत्री ने बैठक के पूर्व समस्त अधिकारियों से परिचय प्राप्त करते हुए विभागवार जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होनें कहा है कि सूखा राहत की राशि किसानों को अविलम्ब वितरण कराने के साथ-साथ, कोदों, कुटकी फसलों का भी सर्वे कराकर यदि 33 प्रतिशत से कम उत्पादन का आकलन हो तो ऐसे किसानों को भी राहत का प्रकरण तैयार करायें। जिले में किसानों द्वारा कृषि लोन कम संख्या में लेने पर खेद प्रकट करते हुए कहा है कि अधिकाधिक किसानों को बैंकों से कृषि लोन लेने हेतु प्रेरित करें, जिससे उन्हें संकट की घडी में सूखा राहत के अतिरिक्त कृषि बीमा का लाभ भी मिल सके। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कमिश्नर शहडोल संभाग को उपसंचालक कृषि द्वारा किसानों को अरहर को बचाने हेतु कीटनाशक दवाईयां 50 प्रतिशत अनुदान पर देने संबंधी जानकारी नहीं देने एवं बीज वितरण पर जांच के निर्देश दिये है, जिसके प्रतिवेदन में हितग्राहियों की सूची आदि का उल्लेख भी करेंगे। कृषि अमला क्षेत्र में नियमित रूप से जाकर किसानों से जीवन्त सम्पर्क बनाये रखे यह उपसंचालक कृषि सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए कहा है कि ग्रामीणों ने इस आशय की शिकायत की है कि विद्युत बिल अधिकांशतया मनमाने तरीके से दिये जाते है इसकी जांच कर दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। जिले में सडक की स्थिति पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरस्त अंचल तक बसें चलाई जाये जिससे रहवासियों को आवागमन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। ग्रामीण विकास की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि मनरेगा के अन्तर्गत पर्याप्त राशि उपलब्ध है, साथ ही वर्ष 2014-15 के लंबित मजदूरी का भुगतान भी लगभग पूरा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि हर हाथ को काम देने के लिए प्रत्येक पंचायत में श्रम मूलक रोजगार उपलब्ध कराये जाये। श्री सिंह ने कार्यपालन यंत्री जल संसाधन को निर्देशित किया है कि जिले में सिंचाई क्षमता बढाने हेतु नवीन परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार करें। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान जिले में संचालित किये गये आई.आई.टी. एवं बैंकिंग कोचिंग के संबंध में कहा कि इस प्रकार की कोचिंग क्लासेस जारी रखे जिससे यहा के होनहार छात्र आई.टी. व अन्य प्रशासनिक क्षेत्र में सफल हो सके। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों को नियंत्रण में रखते हुए भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन बनाने में अपनी महती भूमिका अदा करें। किसी भी कार्य में दलाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी सभी अधिकारी संवेदनशील होकर सेवा भाव से नागरिकों के कार्यो को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह भी कहा है कि जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर उनसे सम्मानजनक तरीके से व्यवहार रखें।
पारदर्शिता के साथ विकास कार्यो को पूरा करने के लिए समन्वित प्रयास करे - मुख्यमंत्री
03 December 2015
जिला मुख्यालय पर चार से छह अक्टूबर तक आयोजित होने वाली सेना भर्ती रैली में शामिल होने वाले युवाओं को सेना भर्ती रैली की वेबसाइट पर ऑन लाइन आवेदन करने है। उक्त कार्य जिले में एमपी ऑनलाइन कियोस्क शाखा, कम्प्यूटर केन्द्रों एवं सायबर कैफे के संचालकों द्वारा सम्पादित किए जा रहे है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सर्किट हाउस में अधिकारियो को निर्देशित किया है कि जन समस्याओं का निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर करते हुए उन्हें समय पर लाभ दिलाना सुनिश्चित करे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा पारदर्शी व्यवस्थाये लागू करें , शासन की योजनाओ, कार्यक्रमों एवं अन्य हितग्राही मूलक योजनाओ का लाभ यथा समय मिले इस बात पर विशेष ध्यान दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उमरिया नगर पालिका परिषद के अंतर्गत संचालित निर्माण कार्यो की समीक्षा की जिस पर सीएमओ ने बताया कि 80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरे किए जा चुके है। मुख्यमंत्री ने सीएमओ को कड़े निर्देश दिए है कि निर्माण कार्य स्थल पर कार्य की लागत, एजेंसी का नाम, कार्य प्रारंभ होने का दिनांक , कार्य पूर्णता की तिथि का बोर्ड लगाकर पारदर्शी बनाये। नगर की साफ सफाई , पेयजल व्यवस्था, शौचालय निर्माण आदि की व्यवस्थाये सुनिश्चित करने के साथ साथ बैकलाग भर्ती में हुई गड़बड़ी की जांच कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियो से कहा है कि वे जनप्रतिनिधियो से समन्वय बनाकर जनहित के कार्यो को अंजाम दें जिससे योजनाओ एवं कार्यक्रमों का लाभ नागरिको को समय पर मिल सके। इस अवसर पर आजाक मंत्री श्री ज्ञान सिंह, मानपुर विधायक सुश्री मीना सिंह, आयुक्त शहडोल संभाग श्री डी पी अहिरवार, आई जी के बाबू राव, कलेक्टर के जी तिवारी अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
ईज ऑफ डूईंग बिजनेस श्रम विभाग पोर्टल पर विभिन्न सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध
07 September 2015
उद्यमियों के लिए मध्यप्रदेश में ईज़ ऑफ डूईंग बिजनेस के तहत तमाम प्रक्रिया और औपचारिकताओं को आसान कर दिया गया है। श्रम विभाग के पोर्टल ढीजजचरू/ संइवनत.उच.हवअ.पदझ पर सिंगल विंडो प्रणाली से विभिन्न ऑनलाइन सेवाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं। पोर्टल पर कारखाना अधिनियम, मध्यप्रदेश दुकान एवं स्थापना अधिनियम, ठेका श्रम अधिनियम, भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार अधिनियम, अन्तर्राज्यीय प्रवासी कर्मकार अधिनियम, मोटर ट्रांसपोर्ट कर्मकार अधिनियम और योजनाओं का विवरण चरणवार सरल-सहज, भाषा में उपलब्ध है। नई तकनीक से कारखाना पंजीकरण एवं लायसेंस नवीनीकरण बहुत आसान हो गया है।
संबंधित सेवाएँ एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल, एम.पी. ऑनलाइन के कियोस्क और लोक सेवा केन्द्र के कियोस्क के माध्यम से भी सहज उपलब्ध है। ऑनलाइन उपलब्धता से अब आवेदक और उपभोक्ता को किसी कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है। मात्र एक कम्प्यूटर के जरिए किसी भी कोने से सुविधा उपलब्ध है। विभाग द्वारा अधिकतम एक माह के अन्दर काम सुनिश्चित किया जाता है। पोर्टल में विभिन्न अधिनियम के तहत अतिरिक्त शुल्क, निधि के भुगतान के लिए उपलब्ध विभिन्न तरीकों और श्रम अधिनियमों के निरीक्षण संबंधी चेक लिस्ट का भी उल्लेख किया गया है।
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति आवेदन तिथि बढ़ी
07 September 2015
शैक्षणिक सत्र 2015-16 में छात्रवृत्ति के लिये आवेदन करने वाले अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिये अच्छी खबर है। अब पोस्ट-मेट्रिक छात्रवृत्ति नवीन/नवीनीकरण और मेरिट-कम-मींस छात्रवृत्ति के नवीन विद्यार्थियों के लिये और प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति (ऑफलाइन कक्षा 1 से 8 तक केवल नवीन विद्यार्थियों के लिये) आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर, 2015 कर दी गयी है। मेरिट-कम-मींस छात्रवृत्ति नवीनीकरण के लिये विद्यार्थी 15 नवम्बर, 2015 तक आवेदन कर सकेंगे।
एक स्वर एवं लय के साथ वंदेमातरम गीत
01 September 2015
संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन मे 1 सितंबर 2015 को प्रातः 11 बजे समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक स्वर एवं लय से वंदे मातरम गीत एवं मध्यप्रदेश गान का गायन किया। इस अवसर पर वंदेमातरम....वंदेमातरम...’’ तथा मध्यप्रदेश गान ’’सुख का दाता सबका साथी शुभ का यह संदेश है, मां की गोद पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है। चंबल की कल कल से गुंजित कथा तान बलिदान की, खजुराहो मे कथा कला की, चित्रकूट मे राम की, भीम बैठिका आदि कला का, पत्थर पर अभिशेक है, अमृतकुण्ड अमरकंटक मे ऐसा मध्यप्रदेश है। इस अवसर पर एसडीएम बांधवगढ़ श्रीमती इला तिवारी, डिप्टी कलेक्टर शाहिद खान, जिला कोशालय अधिकारी राजाराम लाड़िया, तहसीलदार राकेश चौरसिया, पीओ डूडा उमाशंकर गौतम सहित अन्य अधिकारी कर्मचारियों ने बड़े उत्साह के साथ सामूहिक वंदेमातरम गीत एवं मध्यप्रदेश गान का गायन कर अपने कार्यो का श्री गणेश किया।
आयुष अधिकारी एस वर्मा की सेवा निवृत्ति अवसर पर भावभीनी विदाई
01 September 2015
जिला आयुष अधिकारी एस के वर्मा को सेवा निवृत्त होने पर आयुष विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने भावभीनी विदाई दी। आयुष अधिकारी श्री एस के वर्मा साढ़े 34 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के पश्चात सेवा निवृत्त हुए। डॉक्टर वर्मा बेहद ईमानदार, तेज तर्रार अधिकारी के रूप में जाने पहचाने जाते रहे है। उमरिया में अक्टूबर 2012 से लेकर अगस्त 2015 तक पदस्थ रहते हुए दूर दराज ग्रामीण आयुष औषधालय का ताबड़तोड़ आकस्मिक निरीक्षण कर बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने मे कामयाब रहे। डॉक्टर बर्मा के अथक प्रयासों से जिला आयुष कार्यालय उमरिया की भव्य इमारत जिला जेल के सामने निर्माणाधीन है वही उनके अथक प्रयासो से कार्यालय आईटीयुक्त हो गया है। यह बात मण्डला आयुष अधिकारी श्रीमती बिंदु सिंह ध्रुव मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर वर्मा के विदाई समारोह में व्यक्त किए। इस अवसर पर अनिल विश्वकर्मा सहायक वर्ग - 2 मण्डला, कम्पाउंडर कोमल सिंह मरावी, कमला प्रसाद नामदेव, संदीप त्रिपाठी, सीताराम प्रजापति, कैलाश प्रताप सिंह, श्रीमती निधि खरे, एपी शुक्ला, नाजिर संतोष सिंह, संजय बैगा, राकेश चर्मकार, ऋषभ पाण्डेय, गणेश प्रसाद चर्मकार, उमाराम सोनी सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी गण उपस्थित रहे। श्रीमती बिंदु सिंह ने बताया कि डॉक्टर वर्मा इसके पूर्व मण्डला जिले में पदस्थ रहने के दौरान विभाग में व्याप्त अव्यवस्था को समाप्त किया और फर्जी नियुक्ति के 20 कम्पाउंडर का पर्दाफाश किया। मण्डला से पूर्व खन्नौधी मे पदस्थ रहने के पश्चात काफी लोक प्रिय रहे। विदित हो कि डॉ. वर्मा 1981 से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए सीधे सुरसा, गुडमनिया, पिनौदा, रीवा, खन्नौधी, शहडोल चिकित्सा अधिकारी के रूप मे कार्य करते हुए अपनी सेवाएं ईमानदारी से दी। सभी ने उनके स्वास्थ्य जीवन और परिवार के सुखमय जीवन के लिए कामना की।
वन-स्टेप अप योजना का क्रियान्वयन शुरू
24 August 2015
शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के शिक्षकों में शैक्षिक गुणवत्ता के विकास के लिये शुरू की गई वन-स्टेप अप योजना का क्रियान्वयन शुरू हो गया है। योजना में कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से प्रवेश संबंधी कार्यवाही की जा रही है। राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टर को प्रवेश संबंधी कार्यवाही से अवगत करवाने के निर्देश गत दिवस जारी किए हैं। साथ ही चयनित शिक्षकों की सूची की जानकारी भी माँगी गयी है। योजना में शिक्षकों को भरा जाने वाला आवेदन और बाण्ड का प्रारूप भी जिलों को भेजा गया है। शिक्षकों का आवेदन-पत्र और संस्था द्वारा किये जाने वाले प्रमाणीकरण का प्रारूप भी जिलों को भेजा गया है।
युवा वर्ग के कलाकारों के प्रशिक्षण के लिये आवेदन आमंत्रित
24 August 2015
युवा वर्ग के कलाकारों को गुरु-शिष्य परम्परा पर आधारित चार वर्ष की अवधि का प्रशिक्षण दिलवाने के लिये आवेदन-पत्र आमंत्रित किये गये हैं। प्रशिक्षण उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के चक्रधर नृत्य केन्द्र भोपाल द्वारा दिलवाया जायेगा। आवेदन-पत्र देने की अंतिम तिथि 15 सितम्बर, 2015 की शाम 5 बजे तक है। बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण और शास्त्रीय नृत्य के प्रारंभिक ज्ञान के साथ ही आयु सीमा 16 से 25 वर्ष तक के इच्छुक प्रशिक्षणार्थी अकादमी के कार्यालय से आवेदन-पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
कमिश्नर की जनसुनवाई में जगदीश पटेल ने लगाई सेवानिवृत्त करने की गुहार
17 September 2014
कमिश्नर कार्यालय शहडोल में आज आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई कार्यक्रम में कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार के समक्ष शासकीय उद्यान रोपणी मुदरिया जिला उमरिया में पदस्थ माली श्री जगदीश प्रसाद पटेल ने कमिश्नर के समक्ष सेवानिवृत्त करने की गुहार लगाई। श्री जगदीश प्रसाद पटेल का कहना था कि शासकीय अभिलेखों के अनुसार उसे 30 जून 2014 को सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए था, किंतु मुझे आज दिनांक तक मुझे सेवा निवृत्त नहीं किया जा रहा है, और न ही मेरे किन्ही स्वत्वों का भुगतान किया जा रहा है,जिसके कारण मै काफी परेशान हूं। माली जगदीश प्रसाद पटेल ने कमिश्नर से उसे सेवानिवृत्त कर उसके सभी स्वत्वों के भुगतान के लिए आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की। जनसुनवाई में माली श्री जगदीश प्रसाद पटेल की गुहार सुनकर कमिश्नर ने इस पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश उपसंचालक उद्यानिकी शहडोल को दिए, जांच प्रतिवेदन जनसुनवाई में जयसिंहनगर के विकासखंड के ग्राम पंचायत ढोलर की उषा बैगा, जगन बैगा, सीताराम बैगा आदि ने कमिश्नर को आवेदन करते हुए बताया कि शासकीय उचित मूल्य की दूकान ढोलर में भारी वित्तीय अनियमिततांए की जा रही है। वन समिति द्वारा संचालित शासकीय उचित मूल्य की दूकान में अध्यक्ष मनमानी कर रहा हैं। ग्रामीणों को मनमानी तौर पर खाद्यान्न और शक्कर उपलब्ध कराता है। ग्रामीणों का कहना था कि राशन दुकान के संचालक द्वारा ग्रामीणों को सिर्फ आधा किलो शक्कर दी जा रही है, जिसके कारण ग्रामीण काफी परेशान है। ग्रामीणों का कहना था कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान के संचालक के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए, तथा उसे हटाकर नए अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएं। ग्रामीणों की गुहार सुनकर कमिश्नर ने जिला आपूर्ति अधिकारी शहडोल को शिकायत की जांच कर जांच प्रतिवेदन शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत कोढार के ग्रामीण श्री जवाहर सिंह और लालमन सिंह ने कमिश्नर को बताया कि गांव में प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाएं संचालित है, किंतु शिक्षक नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं। ग्रामीणों ने कमिश्नर से ग्राम पंचायत कोढार की दोनों शालाओं में शिक्षकों की व्यवस्था करने की गुहार लगाई जिस पर कमिश्नर ने उपायुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग को निर्देश दिए है कि वह ग्राम पंचायत कोढार में समुचित शिक्षकों की व्यवस्थाएं कराएं। जनसुनवाई में अनूपपुर के उमाशंकर गौतम ने कमिश्नर को बताया कि पूर्व विधायक अनूपपुर द्वारा वर्ष 2010-11 में अनूपपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत बम्हनी में पंडाल निर्माण हेतु 1 लाख 50 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी, किंतु लोक निर्माण विभाग द्वारा राशि आहरित करने के बाद भी किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं किया गया और राशि गबन कर ली गई। श्री उमाशंकर गौतम का कहना था कि इस प्रकरण की पूर्व में भी शिकायत की गई थी, फिर भी अभी तक कार्यवाही नहीं हुई। उमाशंकर की शिकायत के संबंध में कमिश्नर शहडोल संभाग ने कलेक्टर अनूपपुर को निर्देश दिए है कि वह इस शिकायत की जांच कराकर प्रतिवेदन शीघ्र प्रस्तुत करें। जनसुनवाई में शहडोल की शहनाज परवीन ने आवेदन करते हुए बताया कि उसकी बेटी की ससुराल वाले उसकी बेटी को परेशान करते है, जिसके कारण उसका परिवार काफी परेशान है, शहनाज परवीन ने कमिश्नर से बेटी की सुरक्षा की गुहार लगाई, जिस पर कमिश्नर ने शहनाज परवीन की बेटी को परेशान करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक शहडोल को दिए। जनसुनवाई में अन्य आवेदनों पर भी सुनवाई की गई। जनसुनवाई में उपायुक्त राजस्व श्री एफ.आर.पण्डा भी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने नई इव्हीएम मशीन की बारीकियों के संबंध में पत्रकारों को दी जानकारी
17 September 2014
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित पत्रकारों की कार्यशाला में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन और नगरीय निकाय चुनाव में उपयोग में आने वाली नई इव्हीएम मशीन की बारीकियों के संबंध में पत्रकारों को जानकारी दी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन और नगरीय निकायों के चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव में मतदाता इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के माध्यम से अध्यक्ष और पार्षद को एक साथ वोट डाल सकेंगे। इसी प्रकार त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन में मतदाता जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, और सरपंच पद के प्रत्याशियों को एक साथ इव्हीएम मशीन के माध्यम से मतदान कर सकेगें। कलेक्टर ने बताया कि नई वोटिंग मशीन में नेत्रहीन मतदाताओं के लिए पहली बार ब्रेन लिपि का उपयोग किया गया है, तथा नोटा बटन का प्रावधान किया गया है, नोटा बटन इव्हीएम के अंत में रखा गया है। कलेक्टर ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में इव्हीएम मशीन में सरपंच पद के लिए नीला पत्रक जनपद सदस्य पद के निर्वाचन के लिए पीला पत्रक और जिला पंचायत पद के सदस्य के लिए गुलाबी पत्रक का उपयोग किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि शहडोल जिले में मतदाताओं को सक्रिय करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किए जा रहे है। शहडोल जिले में मतदाताओं में मतदान के प्रति रूझान पैदा करने के लिए शिक्षण पोषण एवं संवेदीकरण के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आसन्न नगरीय निकाय तथा त्रिस्तरीय पंचायत में पहली बार नई इव्हीएम मशीन का प्रयोग किया जा रहा है। इव्हीएम की प्रक्रिया के संबंध में जागरूकता पैदा करने के लिए शहडोल जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसके अपेक्षित परिणाम आ रहे है। कलेक्टर ने कहा कि नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायती राज्य निर्वाचन में होने वाली निर्वाचन की प्रक्रिया से समस्त मतदाताओं जिनमें महिलाएं वंचित समूह के मतदाता एवं नव मतदाता को प्रक्रिया का ज्ञान प्रदान किया जाना आवश्यक है। मतदाता इव्हीएम से परिचित है, किन्तु नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रयोग होने वाली इव्हीएम भिन्न है एवं यह अगली पीढ़ी की है, यह एक साथ आठ पदों के निर्वाचन सम्पन्न कर सकती है। वर्तमान नगरीय निकाय के दो पद एवं पंचायत के तीन पद (सरपंच, जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत) के निर्वाचन के लिए प्रयोग की जावेगी, इसमें एक डेटाकेबल मेमोरी मोड्यूल डीएमएम लगा है। इव्हीएम के साथ-साथ डीएमएम में भी डाटा स्टोर होता है जिसे अलग सुरक्षित रखा जा सकता है। इस मशीन में एक आल टाईम क्लाक है जो तिथि, समय, मतदान के प्रारंभ का समय एवं मतदान बंद होने के समय का प्रदर्शन करती है। नेत्रहीन लिए मशीन में ब्रेल लिपि का प्रावधान है जिसमें नेत्रहीन मतदाता बिना किसी साथी की सहायता के बिना मतदान कर सकते है। यह त्रुटिरहित अगली पीढ़ी की मशीन है। चुनाव के दौरान नगरीय निकाय में प्रथम बैलेट यूनिट वार्ड पार्षद के लिए होगी। इस तरह पंचायत चुनाव में प्रथम यूनिट सरपंच के लिए, द्वितीय यूनिट जनपद सदस्य के लिए तथा तृतीय यूनिट जिला पंचायत सदस्य के लिए होगी। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में पहली बार फोटोयुक्त मतदाता सूची का प्रयोग होगा। नगरीय निकाय हेतु मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाकर दोवे-आपत्ति लिए जा चुके हैं। पंचायत चुनाव हेतु 23 सितम्बर को मतदाता सूची का प्रकाशन किया जावेगा, तथा 15 अक्टूबर तक दोवे-आपत्ति स्वीकार किए जावेंगे। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया की भूमिका मतदाता जागरूकता अभियान में महत्वपूर्ण है, इसके सहयोग से हम लक्ष्य अवश्य हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सूचना, शिक्षा, अभिप्रेरण एवं सुविधाओं के द्वारा प्रत्येक योग्य नागरिक को मतदाता पंजीकरण एवं स्वैच्छिक मतदान हेतु प्रेरित करना। पत्रकारों की कार्यशाला में संयुक्त कलेक्टर एवं जिला उपनिर्वाचन अधिकारी श्रीमती सारिका भूरिया इव्हीएम मशीनों के नोडल अधिकारी प्राचार्य डाईट श्री एस.के.श्रीवास्तव एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के संवाददाता उपस्थित थे।
कृषि महोत्सव में कृषकों को दें आधुनिक कृषि की जानकारी-कलेक्टर
16 September 2014
कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने आगामी 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर 2014 तक शहडोल जिले में आयोजित होने वाले कृषि महोत्सव में कृषकों को आधुनिक कृषि पशु-पालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी फसलों की खेती, औषधीय पौधों की खेती, फूलों की खेती, और फलों की खेती की आधुनिकतम पद्धति से खेती करने के गुर सिखाने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। कलेक्टर ने कहा है कि इस संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारी आवश्यक तैयारियां करें। कलेक्टर ने फ्लोरी कल्चर, वर्मी कल्चर, एवं जैविक खेती के संबंध में कृषकों को जानकारी देने के लिए भी समुचित तैयारी करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने कहा है कि कृषि महोत्सव के दौरान शहडोल जिले में जिला स्तर पर जनपद पंचायत स्तर पर और ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, इसकी समस्त तैयारियां करने के कलेक्टर ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि कृषि महोत्सव में सभी विभागों की भागीदारी होनी चाहिए तथा इसमें ज्यादा से ज्यादा कृषकों तक कृषि की नई तकनीकी का ज्ञान पहुंचे, इस दिशा में प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि महोत्सव के प्रचार-प्रसार हेतु समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। कलेक्टर डॉ0 अशोक कुमार भार्गव ने उक्त निर्देश आज समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री के.के.भारद्वाज, वनमंडलाधिकारी श्री अजयपाल सिंह, सुयक्त कलेक्टर श्रीमती सारिका भूरिया, एस.डी.एम. जैतपुर श्री नीलमणि अग्निहोत्री, एस.डी.एम ब्यौहारी श्री बी.डी.सिंह, एस.डी.एम. जयसिंहनगर श्री पी.आर. पड़वार, उपसंचालक कृषि श्री पी.डी.सराठे, उपसंचालक पशु चिकित्सा श्री जीतेन्द्र सिंह, सहायक संचालक उद्यान श्री के.आर.सोलंकी, सहायक संचालक मत्स्य, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने उपसंचालक पशु संचालक को निर्देश दिए कि वह कृषि महोत्सव में आधुनिक पशु पालन और उन्नत नस्ल की पशुओं के पालन के संबंध में कृषकों को जानकारी देने के लिए समुचित तैयारी करें, तथा किसानों को आधुनिक पशुपालन की विधियां बताकर पशु पालन के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि पशु टीकाकरण और पशुओं को होने वाले बीमारियों से बचाव के तरीके तथा आवश्यक दवाओं की जानकारी भी कृषि महोत्सव में कृषकों को बताएं। बैठक में कलेक्टर ने धान रोपण की श्री पद्धति के संबंध में व्यापक प्रचार सामग्री मुहैया कराने के निर्देश दिए, ताकि शहडोल जिले के कृषक श्री पद्धति से धान रोपण कर सके। बैठक में कलेक्टर ने कृषक कस्टम हायरिंग सेंटरों के प्रचार-प्रसार सहित कृषि यंत्रीकरण की अनुदान योजनाओं की भी जानकारी देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि कृषि महोत्सव के अंतर्गत जिला स्तर और ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, इसके लिए सभी अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सभी आवश्यक तैयारी करें। कलेक्टर ने मैदानी कृषि अमले पशु पालन विभाग, उद्यानिकी विभाग, और मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी निर्देश दिए है कि वह कृषि महोत्सव के तहत शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दे तथा उन्हें आधुनिक कृषि के लिए प्रेरित करें।
सेन्स के संबंध में 16 सितम्बर को जानकारी देंगे मिडिया को कलेक्टर
16 September 2014
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अशोक कुमार भार्गव 16 सितम्बर को निर्वाचन आयोग द्वारा चलाएं जा रहे मतदाता जागरूकता कार्यक्रम सेन्स के संबंध में जानकारी देने के लिए दोपहर 3:00 बजे कलेक्टर कार्यालय शहडोल के सभाकक्ष में मीडिया से रूबरू होंगे।
16 सितम्बर को मत्स्य और उद्यानिकी विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित
15 September 2014
संयुक्त आयुक्त श्री राजकुमार कोरी ने बताया कि 16 सितम्बर 2014 को कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार की अध्यक्षता में कमिश्नर कार्यालय शहडोल के सभाकक्ष में प्रातः 11 बजे से मत्स्य विभाग और दोपहर 12:30 बजे से उद्यानिकी विभाग के कार्यो की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई है। संयुक्त आयुक्त श्री कोरी ने सर्व-संबंधित संभाग स्तरीय अधिकारियों को नियत समय पर जानकारी सहित उपस्थित होने निर्देशित किया गया है।
लिंग-भेद परिक्षण करने वाले डाक्टर का लायसेंस निरस्त हो
15 September 2014
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा है कि लिंग भेद परीक्षण करने वाले डॉक्टर का लायसेंस निरस्त करने और अभिभावकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का सुझाव दिया है। श्रीमती सिंह गत दिवस भोपाल में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के 21 वें स्थापना दिवस पर "कन्या भ्रूण हत्या एक अभिशाप" विषय पर परिचर्चा में बोल रही थीं। श्रीमती सिंह ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक अपराध पर गंभीरता से मंथन करने की जरूरत है। चिंताजनक यह है कि इस अपराध में समाज का शिक्षित वर्ग जुड़ा है। उन्होंने कहा कि बच्चियों को जन्म लेने का हक है। उनके इस मानव अधिकार को छीना नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जिस युग में हम है उसमें लिंग भेद मानसिकता का कोई स्थान नहीं है। इस सोच में बदलाव लाने के लिए समाज को आगे आना चाहिये। श्रीमती सिंह ने मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा से कहा कि वे प्रदेश के सभी जिले में पी.सी.सी. एंड डी.टी. एक्ट का सख्ती से पालन करवाएँ और दर्ज प्रकरण पर कार्यवाही हो ताकि वह मिसाल बने। श्रीमती सिंह ने कहा कि लिंग भेद की मानसिकता को जड़ से समाप्त करने का संकल्प मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लिया है। उन्होंने इस सोच पर सबसे बड़ा आघात लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाकर किया। बेटी बचाओ अभियान और स्वागतम लक्ष्मी योजनाएँ इसी की अगली कड़ी है। बच्चियों की जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक परवरिश करने की सरकार की पहल से समाज को भी जोड़ा गया है। जाहिर है इसके परिणाम बेहतर आएँगे। आज प्रदेश में शिशु-मातृ मृत्यु दर के साथ ही, सेक्स रेश्यो में भी उल्लेखनीय कमी आई हैं और यह मात्र कुछ वर्ष के प्रयास से। आने वाले समय में स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और समर्थ बनाने का जो प्रयास मुख्यमंत्री ने किया है उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। महिला-बाल विकास मंत्री ने आयोग को धन्यवाद दिया जिसने इस संवेदनशील और ज्वलंत विषय पर परिचर्चा रखी और जिम्मेदार लोगों को भागीदारी के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने अपेक्षा की कि इसमें होने वाले विमर्श और इसके निष्कर्ष सरकार और समाज का मार्गदर्शन करेंगे। आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र मोहन कँवर ने कहा कि लिंग प्रतिषेघ अधिनियम की मुख्य धाराओं का प्रदेश में कड़ाई से पालन होना चाहिये। कन्या भ्रूण का पता लगाने के लिये पकड़ी गयी बहुत सारी सोनोग्राफी मशीन सील की जाना चाहिये। प्रकरण में अभियोजन की कार्यवाही को भी तेज करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि हर जिले में कड़ाई से निगरानी रखी जाये तो प्रकरण की संख्या बढ़ेगी। डाक्टर शपथ लेते हैं कि वे गर्भधारण होते ही मानव जीवन का आदर करेंगे। यदि वे इसके अनुरूप आचरण करें तो शिशु मृत्यु दर कम हो सकती है। मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने कहा कि इस विषय पर लगातार जागरूकता की आवश्यकता है मानव सभ्यता हमें अन्य प्रजातियों से अलग पहचान दिलाती है। कन्या भ्रूण हत्या विषय पर चर्चा करना समय की माँग है। इससे माता की मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। भ्रूण हत्या सबसे निकृष्ट अपराध है। मानव अधिकार आयोग द्वारा की गयी महत्वपूर्ण अनुशंसाओं से शासन को मदद मिली है। आयोग के सचिव विनोद कुमार ने कहा कि आयोग में पिछले तीन वर्ष में 37 हजार प्रकरण आये जिनमें से 35 हजार का निराकरण किया गया। आयोग अधिकारों की रक्षा के लिये जिलों में जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करता है। अभी "स्कूल का बस्ता आवश्यकता या बोझ", मानव अधिकार और चुनौतियाँ, बाल अधिकार, बेटियों के अधिकार आदि विषयों पर हर जिले में आयोजन हो चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के प्रतिनिधि तेजराम जाट ने स्लाइड के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक विकृति है। शिशु लिंगानुपात पिछले तीन दशक में सबसे तीव्र गति से गिरा है, सोनोग्राफी मशीनें इसका सबसे बड़ा कारण हैं। पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे ने कहा कि हमें कन्याओं को आगे बढ़ने के पूरे अवसर देना होंगे। कन्या भ्रूण हत्या सोचा-समझा कृत्य है जो हमारी आपराधिक मानसिकता की पहचान है। इसे रोकने में शासन की योजनाओं का असर तो होता है लेकिन इस मानसिकता को जड़ से समाप्त करने के लिये एक सशक्त सामाजिक आंदोलन की जरूरत है। परिचर्चा में इंदौर कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण करने पर प्रस्तुतीकरण दिया। आयोग की पुलिस अधीक्षक अनीता मालवीय ने आभार व्यक्त किया। डॉक्टर वीणा सिन्हा ने संचालन किया।
शिक्षा की रोशनी पाकर आदिवासी समाज आगे बढ़े - जयसिंह मरावी
12 September 2014
पूर्व मंत्री एवं विधायक जैतपुर विधानसभा क्षेत्र श्री जयसिंह मरावी ने कहा है कि आदिवासी समाज सदियों से पीड़ित और शोषित रहा है, किंतु शिक्षा की अलख ने आदिवासी समाज के विकास को एक नयी रोशनी दी है। आज आदिवासी समाज के युवक अच्छी शिक्षा ग्रहण करके आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार भी आदिवासी युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। पूर्व मंत्री श्री जयसिंह मरावी ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार आदिवासी छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण और उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए समुचित सुविधाएं और छात्रवृत्तियां मुहैया करा रही है। आदिवासी युवाओं को विदेशों में उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए मध्यप्रदेश सरकार हर छात्र पर लगभग 22 लाख रूपए व्यय कर रही है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की यह दिली तमन्ना है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राएं अच्छी शिक्षा ग्रहण करें, और शिक्षा की रोशनी पाकर आदिवासी समाज को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को अच्छी शिक्षा ग्र्रहण करना चाहिए और शिक्षा की रोशनी पाकर आदिवासी समाज के सर्वागींण विकास के लिए कार्य करना चाहिए। प्रदेश के पूर्व मंत्री श्री जयसिंह मरावी ने यह बात आज सोहागपुर विकास खंड के दूरस्थ ग्राम पंचायत धनौरा में आयोजित जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश के सभी नागरिकों को सर्वागींण विकास के लिए प्रतिबद्ध है, और नागरिकों के कल्याण के लिए लगभग 173 प्रकार की योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार शिक्षा पेयजल व्यवस्था संचार व्यवस्था सहित ग्रामीण अधोसंरचना के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की यह पूरी कोशिश है कि गांव में अच्छी सड़के बने, ग्रामीण जनों को स्वच्छ पानी मिले सभी बच्चे स्कूल जाएं, स्कूल में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, तथा हितग्राही मूलक योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि दूर-दराज क्षेत्र के सभी बच्चे स्कूल जाकर अध्ययन करें इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार ने दूर दराज के क्षेत्रों में समुचित स्कूलों का प्रबंध किया है। पूर्व मंत्री विधायक श्री जयसिंह मरावी ने ग्रामीणों से कहा कि वह अपने बच्चो को प्रतिदिन स्कूल भेजे और उन्हें अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करें। उन्होनें कहा कि बच्चों को स्कूल न भेजकर उनके भविष्य के साथ में खिलवाड़ न करें। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सभी बच्चे स्कूल जाना चाहिए, और स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार गरीब और कमजोर तबके के लोगों को 1 रूपये किलो खाद्यान्न मुहैया करा रही है। इस योजना का लाभ जिले के पात्र हितग्राहियों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समय पीछे रहने का नहीं है बल्कि पढ़-लिखकर आगे बढ़ने का समय है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि नशे की प्रवृत्ति तन-मन और धन का नाश करती है। युवा इस प्रकार की प्रवृत्ति का त्याग करें और अपनी ताकत का उपयोग सकारात्मक कार्यों में करें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास हुआ है आज प्रदेश के किसान उन्नत कृषि के प्रशिक्षण के लिए विदेशों में प्रशिक्षण ले रहे है। उन्होंने कहा कि किसानों को आधुनिक कृषि को अंगीकार करना चाहिए, और आगे बढ़ना चाहिए। पूर्व मंत्री श्री जयसिंह मरावी ने ग्रामीणों से खेतों में पेढ़ लगाने की भी अपील की। लोक कल्याण शिविर को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की अज्ञानता के कारण जिले में प्रसव के दौरान गर्भवती माताओं की मृत्यु हो जाती है, यह स्थिति ठीक नहीं है। कलेक्टर ने कहा है कि थोड़ीसी जागरूकता और सजगता से हम मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी ला सकते है। कलेक्टर ने कहा कि मां का दूध शिशु के लिए अमृत के सामान है, किंतु अज्ञानतावश कई महिलाएं शिशु को मां का दूध पीने नहीं देती है। उन्होंने कहा कि प्रसव के पश्चात मां का पहला दूध शिशु को अनिवार्यतः पिलाएं ताकि इससे शिशु को आवश्यक पोषक तत्व मिल सके। उन्होनें कहा कि शहडोल जिले में शिशुओं में कुपोषण की स्थिति चिंतनीय है, हम शिशुओं में कुपोषण की स्थिति को थोड़ीसी जागरूकता से समाप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि शहडोल जिले में बाल-विवाह जैसी कुरूतियों को रोकने के निरंतर प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जन बाल-विवाह से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को समझे और बाल विवाह जैसी कुरूतियों का डटकर विरोध करें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा सभी नागरिकों के लिए निःशुल्क दवा वितरण योजना, निःशुल्क जांच योजना, जननी सुरक्षा योजना, जैसी अभिनव योजनाएं संचालित की जा रही है, इसके अलावा गर्भवती माताओं का प्रसव स्वास्थ्य केन्द्रों में कराएं जाने पर उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप राशि भी मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर शहडोल जिले से मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है और कुपोषण के कलंक को मिटाना है। कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि वह इस पुनित कार्यों में सहभागी बनें। लोक कल्याण शिविर में शौचालयों के निर्माण हेतु आगे आकर पहल करने की अपील करते हुए कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अधिसंख्य लोगों के घरों में शौचालय नहीं है। उन्होंने कहा कि शौचालय नहीं होने के कारण लोगों को खुले में शौच करने के लिए मजबूर होना पड़ता हैं। हमारी माताएं, बहने खुले में शौच करने के लिए मजबूर रहती है। उन्होंने कहा कि खुले में शौच करने के कारण कई प्रकार की बिमारियां होती है, और इसके कई दुष्परिणाम सामने आते है। कलेक्टर ने बताया कि शहडोल जिले में शौचालयों के निर्माण के लिए मर्यादा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें मध्यप्रदेश शासन शौचालयों के निर्माण के लिए लगभग 10 हजार रूपये का अनुदान मुहैया कराती है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वह मर्यादा अभियान के तहत मिल रही अनुदान राशि का उपयोग कर हर घर में शौचालयों का निर्माण कराएं और गांव को स्वच्छ बनाकर गांव में स्वच्छता के साथ समृद्धि लाएं। कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छता से ही गांव में समृद्धि और सुख-शांति आएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और पवित्रता अच्छी चीजों को और अच्छे विचारों को जन्म देती है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था हम आजादी की पहली लड़ाई लड़ चुके है, अब हमें गंदगी के खिलाफ दूसरी लड़ाई लड़ना है। लोक कल्याण शिविर में बेटियों को शिक्षा के समान अवसर मुहैया कराने की अपील करते हुए कलेक्टर ने कहा कि बेटे और बेटियों में भेद नहीं करते हुए दोनों को समान रूप से उन्नति और शिक्षा के अवसर मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां आज हर क्षेत्र में बेटों की बराबरी कर रही है, फिर भी हम उनकों शिक्षा के समुचित अवसर नहीं मुहैया करा रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि यह सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बेटियां घर की खुशियां अलंकार और शान है, हमें इनके प्रति बुने गए गलत विचारों को त्याग कर उन्हें शिक्षा के समान अवसर मुहैया कराकर उनके प्रगति का मार्ग प्रशस्त करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें समाज को स्वस्थ्य, समृद्ध बनाने तथा सामाजिक संरचना को बनाएं रखने के लिए बेटियों के साथ सम्मान जनक व्यवहार करना ही होगा। कलेक्टर ने कहा कि आज हमारे देश में पुरूषों की तुलना में महिलाओं की संख्या दिनों दिन कम हो रही है, अगर स्थिति यही रही तो सदियों से आ रही हमारी सामाजिक संरचना नष्ट हो जाएंगी, तथा समाज में लैगिंग अपराधों में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए हमें बेटियों का सम्मान करना चाहिए तथा उन्हें शिक्षा और उन्नति के समान अवसर मुहैया कराना चाहिएं। कलेक्टर ने कहा कि हमारी सभी समस्याओं की जड़ तीव्र गति से बढ़ती जनसंख्या है। उन्होंने कहा कि तीव्र गति से बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए हमें परिवार कल्याण कार्यक्रमों को अपनाना चाहिए, और छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को अंगीकार करना चाहिए। लोक कल्याण शिविर में प्रधानमंत्री जन धन योजना की जानकारी देते हुए कलेक्टर ने कहा कि यह योजना जन-जन के कल्याण की योजना है इस योजना के बहुत सारे फायदे है। उन्होंने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन से जनमानस में बैंकिंग व्यवहार की प्रवत्ति बढ़गी और उनकी वित्तीय साक्षरता में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि जन धन योजना में शून्य बैलेंस पर खाता खोलने को प्रावधान किया गया है, तथा 6 माह तक खाते में लेने देने का व्यवहार करने पर खाता धारक को 1 लाख रूपये तक की बीमा का लाभ दिए जाने का प्रावधान है। कलेक्टर ने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत शहडोल जिले के सभी नागरिकों के बैंक खाते खोलने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वह बैंकों में खाता खोलकर इस अभिनव योजना का लाभ उठाएं। लोक कल्याण शिविर को जनपद सदस्य श्री राघवेन्द्र तिवारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष सोहागपुर श्री नान्हू सिंह, एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। लोक कल्याण शिविर में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री सुधांशु वर्मा, उपसंचालक सामाजिक न्याय श्री टी.एस.मरावी, उपसंचालक कृषि श्री पी.डी.सराठे, सहायक संचालक उद्यान श्री के.आर.सोलंकी, खंड चिकित्सा अधिकारी सिंहपुर डॉ. योगेन्द्र पासवान, प्रबंधक लोक सेवा गारंटी श्री आर.पी.त्रिपाठी, ने विभागीय कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री एस.पी.सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सोहागपुर श्री लालजी शर्मा, तहसीलदार बुढ़ार श्रीमती क्षमा सराफ, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
महामहिम राज्यपाल का प्रवास कार्यक्रम निरस्त
12 September 2014
राजभवन भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री रामनरेश यादव का 12 सितम्बर 2014 को प्रस्तावित बाणसागर का प्रवास कार्यक्रम अपरिहार्य कारणों से निरस्त हो गया है।
कार्यक्रम अधिकारी ने स्नेह शिविर का किया आकस्मिक निरीक्षण
11 September 2014
जिले में कलेक्टर श्री कृष्ण गोपाल तिवारी के मार्गदर्शन में महिला बाल विकास विभाग द्वारा सुपोषण अभियान (स्नेह शिविर) का 12 दिवसीय आयोजन 8 सितंबर से प्रारंभ किया गया है जो 19 सितम्बर तक चलेगा। कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री ललित कुमार डेहरिया ने बताया कि परियोजना के अंतर्गत कुल 21 ग्रामों में ये स्नेह शिविर आयोजित किये जा रहे है जिसमें उमरिया परियोजना क्रमांक 1 में उमरिया वार्ड नं. 3, डोगरगवां, बैहरघटा, बिरसिंहपुर, पठारीखुर्द, बिलासपुर क्र. 2, उमरिया क्रमांक 2 में करकेली-3, करही टोला, मुण्डा, बड़ागांव, नरवार- 29, सिंगपुर, मानपुर परियोजना के तहत बिलाईकाप, सरसवाही, बम्हनगवां, पनपथा, पड़खुरी तथा पाली परियोजना अंतर्गत पाली वार्ड 4-2, करकटी, घघराड़, सलैया-1 तथा लखनपुर शामिल है। स्नेह शिविर का मुख्य उद्देश्य कुपोषण की रोकथाम एवं कमी लाने के लिए समुदाय अधारित महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत चयनित ग्रामों के 15 बच्चे एवं उनकी माताओ को 12 दिन तक आंगनबाड़ी केंद्र मे उपस्थित रखकर विभिन्न सेवाएं प्रदान की जाती है जिनमें मुख्य रूप से बच्चे को भोजन, नाश्ता, माताओं को समझाईश एवं 12 दिन कें बाद बच्चे की देखभाल करने संबंधी विस्तृत जानकारी पर्यवेक्षक एवं कार्यकर्ताओ द्वारा दी जा रही है। कार्यक्रम अधिकारी श्री ललित कुमार डेहरिया ने उमरिया परियोजना के अंतर्गत ग्राम बिरसिंहपुर एवं बिलासपुर का आकस्मिक निरीक्षण कर शिविर मे उपस्थित माताओं से शिविर की उपयोगिता के संबंध में आवश्यक पूछताछ की तथा उन्हें बच्चों के स्वास्थ्य रखने के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन दिया। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान आंगनबाडी केंद्र सलैया-13 में कार्यकर्ता श्रीमती राधा त्रिपाठी द्वारा समय के पूर्व बच्चों को छुट्टी देने को कार्यक्रम अधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए उनका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश संबंधित परियोजना अधिकारी को दिये। उन्होने यह भी कहा है कि जिले में भ्रमण के दौरान यदि कोई आंगनबाडी केंद्र समय पर खुला नही मिला तो उनके विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी इसके लिए उन्होंने सुपरवाईजरो को भी हिदायत दी है कि वे अपने सेक्टर का सतत रूप से निरीक्षण करे।
धान खरीदी केंद्रो पर पंजीयन का कार्य 11 सितंबर से प्रारंभ होगा
11 September 2014
कलेक्टर श्री कृष्ण गोपाल तिवारी ने बताया कि खरीफ उपार्जन वर्ष 2014-15 में जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में कुल 28 खरीदी केन्द्र बनाये गये है। जिनमें उमरिया, करकेली, चंदिया, कौड़िया-22, तामन्नारा, बिलासपुर, छादाखुर्द, मानपुर, ददरौडी, बल्होड़, नौगंवा, गढ़पुरी, पनपथा, कठार, सिगुड़ी, इंदवार, भरेवा, कोटरी, अमरपुर, पड़वार, सलैया, चिल्हारी, घुनघुटी, चौरी, मालाचुआ, पथरहटा, उमरिया बकेली, डोडका शामिल है। जिले में वर्ष 2014-2015 में धान खरीदी केन्द्र आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित बडखेरा (निगहरी) द्वारा गत उपार्जन वर्ष 2013-2014 में उपार्जित धान कुल 5022 क्विंटल के विरूद्ध 188.40 क्विंटल धान उपार्जन एजेन्सी नागरिक आपूर्ति निगम उमरिया के गोदाम में जमा नहीं किये जाने एवं धान उपार्जन कार्य में अनियमितताए किये जाने के कारण आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित बडखेरा (निगहरी) के स्थान पर उसके नजदीकी नवीन खरीदी केन्द्र आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित डोगंरगंवा (तामन्नारा) को धान खरीदी केन्द्र बनाया गया है । इन धान खरीदी केन्द्रों पर 11 सितंबर 2014 से 10 अक्टूबर 2014 तक पुराने पंजीयन में किसानों के डाटा को अपडेट करना एवं नये पंजीयन करना है यह कार्य खरीदी केन्द्र पर समिति प्रभारी एवं कम्प्यूटर आपरेटर द्वारा किया जावेगा । किसान पंजीयन डाटा का सत्यापन (गेहू उपार्जन प्रक्रियानुसार) संबंधित पटवारी/तहसीलदार/एस.डी.ओं द्वारा 18 सितंबर 2014 से 10 अक्टूबर 2014 तक नियमित रूप से किया जाना है। धान की खरीदी 3 नवम्बर 2014 से 25 जनवरी 2015 तक की जाएगी। कलेक्टर श्री कृष्ण गोपाल तिवारी ने जिले के किसानों से अपेक्षा की है कि वे अपने सर्विस एरिया के नजदीकी धान उपार्जन केन्द्र पर अपना पुराना पंजीयन अपडेट करावे एवं जो नवीन कृषक है, जिनके द्वारा पूर्व में पंजीयन नहीं किया है, वे अपना पंजीयन निर्धारित प्रोफार्मा में जानकारी भरकर निर्धारित तिथि के पूर्व कराये। धान खरीदी केन्द्रों पर निर्धारित कृषक पंजीयन फार्म छपवाकर उपलब्ध करा दिया गया है। जिन कृषको को किन्ही कारणों से पंजीयन फार्म उपलब्ध नहीं हो पा रहा हो वे जिला कार्यालय (खाद्य शाखा) से संपर्क कर फार्म प्राप्त करे।
महामहिम राज्यपाल श्री रामनरेश यादव 12 सितम्बर को बाणसागर प्रवास पर आएंगे
10 September 2014
मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री रामनरेश यादव 12 सितम्बर को शहडोल जिले के बाणसागर प्रवास पर आएंगे। महामहिम राज्यपाल श्री रामनरेश यादव 12 सितम्बर को प्रातः 9:30 बजे राज्य भवन से प्रस्थान कर राजाभोज एयरपोर्ट भोपाल पहुंचेगें, वे भोपाल से 9:50 बजे हेलीकाप्टर से प्रस्थान कर 11:30 बजे बाणसागर जिला शहडोल पहुंचेगें। महामहिम राज्यपाल दोपहर 12 बजे बाणसागर डेम का निरीक्षण करेंगे तथा निरीक्षण करने के पश्चात दोपहर 12:40 बजे हेलीपैड के लिए रवाना होंगे। महामहिम राज्यपाल दोपहर 12:50 बजे बाणसागर से पचमढ़ी के लिए रवाना होंगे। ।
जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानीटरिंग समिति की बैठक 16 सितम्बर को
10 September 2014
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री सुधांशु वर्मा ने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत राहत राशि के स्वीकृत भुगतान पुनर्वास स्थल निरीक्षण की समीक्षा हेतु गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानिटरिंग समिति की बैठक 16 सितम्बर 2014 को शाम 4 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई है।
खरीब एवं रबी 2014-15 के लिए कार्यक्रम निर्धारण संभागी समीक्षा बैठक 10 सितम्बर को सतना में
09 September 2014
संयुक्त आयुक्त विकास शहडोल संभाग श्री राजकुमार कोरी द्वारा बताया गया है कि खरीब 2014 की संख्या एवं रबी 2014-15 के लिए कार्यक्रम निर्धारण हेतु रीवा एवं शहडोल संभाग की संयुक्त बैठक 10 सितम्बर 2014 को सतना में आयोजित की गई है। उन्होंने कहा है कि संबंधित विभाग अपने विभाग से संबंधित संकलित जानकारी के साथ बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होंवे।
डिजीटल जाति-प्रमाणपत्र जारी करने का कार्य युद्ध स्तर पर करें अधिकारी-कलेक्टर
09 September 2014
कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वह डिजीटल जाति प्रमाण पत्र जारी करने की कार्यवाही युद्ध स्तर पर करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की उदासीनता अथवा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तथा इस कार्य में उदासीनता और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जावेगी। कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि इस कार्य में खंड शिक्षा अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है, खंड शिक्षा अधिकारी अपनी इस भूमिका को समझे और अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठापूर्वक करते हुए डिजीटल जाति प्रमाण-पत्र जारी करने के कार्य में अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। कलेक्टर ने जिले के सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वह हर माह खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों का निरीक्षण करें, तथा निरीक्षण के दौरान यह देखें कि इन कार्यालयों मे ंपदस्थ अमला क्या कार्य कर रहा है, तथा उन्हें क्या दायित्व सौंपे गए है। कलेक्टर ने कहा कि सभी खंड शिक्षा अधिकारी अपनी मासिक दौरा डायरी का अनुमोदन, अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों से कराएं तथा दौरा डायरी के अनुसार स्कूलों का निरीक्षण भी करें। कलेक्टर ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देश दिए है कि वह भी खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों की समय-समय पर मानीटरिंग करें तथा उनके कार्यो से संबंधित गतिविधियों का प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालयों को मुहैया कराएं। कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने उक्त निर्देश आज समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सारिका भूरिया, एस.डी.एम सोहागपुर श्री एस.पी.सिंह, एस.डी.एम ब्यौहारी श्री बी.डी.सिंह, एस.डी.एम जैतपुर श्री नीलमणि अग्निहोत्री, एस.डी.एम. जयसिंहनगर श्री पी.डी.पडवार, उपायुक्त सहकारिता श्री बी.एस.परते, उपसंचालक सामाजिक न्याय श्री टी.एस.मरावी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जयसिंह वरकड़े, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री सुधांशु वर्मा, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने जन्म-मृत्यु पंजीयन की सतत समीक्षा करने के निर्देश जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने कमिश्नर कार्यालय द्वारा प्रेषित अखबारों की कतरनों पर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन भी शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न कार्यालयों को अखबारों की कतरने आवश्यक कार्यवाही के लिए प्रेषित की जाती है, किंतु उन पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि अखबार की कतरनों पर प्राथमिकता से कार्यवाही की जाए, तथा पालन प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय को प्रेषित की जाए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिले की ऐसी आशांए, जो अपेक्षित कार्य नही कर पा रहे है, उन्हें तत्काल निकाला जाएं तथा उनके स्थान पर अच्छा कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया जाए। बैठक में कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को उपजेलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए तथा जेलों में किसी भी स्थिति में आपत्ति जनक सामग्री नहीं मिलनी चाहिए। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि शहडोल जिले में 25 सितम्बर से कृषि महोत्सव का आयोजन किया जाएगा इस महोत्सव में प्रथम आने पर राज्य स्तर से पुरूस्कार प्रदान किया जाएगा। कलेक्टर ने कृषि महोत्सव की आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में अन्य कार्यो की भी समीक्षा की गई।
विद्यार्थियों को मौलिक कर्तव्यों की जानकारी देने के लिये 25 सितम्बर से कर्तव्य सप्ताह
08 September 2014
राज्य शासन ने संविधान में उल्लेखित मौलिक कर्त्तव्यों की जानकारी विद्यार्थियों को देने के लिये 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक शालाओं में कर्तव्य-पर्व मनाने का निर्णय लिया है। कर्तव्य-पर्व मनाने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को मूल कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए उनमें सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना है। शासन द्वारा समस्त जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त, आदिम-जाति कल्याण, डीपीसी और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को कर्त्तव्य-पर्व के संबंध में निर्देश दिये गये हैं। इस दौरान विद्यार्थियों को कर्त्तव्य-बोध करवाये जाने के लिये उन्हें स्वयं, अपने परिवार, आस-पड़ोस और समाज के प्रति गतिविधियाँ संचालित करना होंगी। कर्तव्य-पर्व में प्राथमिक एवं माध्यमिक-स्तर पर भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ संचालित होंगी। प्राथमिक-स्तर (कक्षा एक से पाँच) के लिये 25 सितम्बर को संविधान के अनुच्छेद 51-। के प्रावधानों का वाचन, 26 सितम्बर को अपना बस्ता, कॉपी-किताब, गणवेश, कक्षा को व्यवस्थित, स्वच्छ, साज-सज्जा तथा पॉलीथीन मुक्त करना, 27 सितम्बर को कक्षा और विद्यालय के आसपास के परिवेश तथा सभी संरचनाओं को व्यवस्थित करना, 28 सितम्बर को शहीद भगत सिंह की जन्म-तिथि पर समारोह कर उनके व्यक्तित्व आदि से छात्र-छात्राओं को अवगत करवाना, 29 सितम्बर को नोट-बुक में कर्त्तव्य-बोध से संबंधित गतिविधियों के स्केच और संदेश तथा नारों का लेखन, 30 सितम्बर को घर-आँगन को व्यवस्थित एवं स्वच्छ रखने की गतिविधियाँ होंगी। एक अक्टूबर को पोस्टर, बेनर, नारों से सुसज्जित रेलियों का आयोजन तथा 2 अक्टूबर को कर्त्तव्य-पर्व के सभी दिवस की गतिविधियों को लिपिबद्ध कर विद्यालय में प्रस्तुत करना तथा कर्त्तव्य-बोध की सामूहिक शपथ ली जायेगी। माध्यमिक-स्तर के लिये विद्यालयों में 25 सितम्बर की गतिविधि प्राथमिक-स्तर के समान होंगी। 26 सितम्बर को बस्ता, कॉपी-किताब, गणवेश, कक्षा के परिवेश को व्यवस्थित करने के साथ ही इस कार्य में प्राथमिक-स्तर के छात्रों की मदद करना होगी। 27 सितम्बर को भी प्राथमिक-स्तर के सहपाठियों की मदद माध्यमिक-स्तर के विद्यार्थी करेंगे। 28 सितम्बर को शहीद भगत सिंह की जन्म-तिथि के समारोह के अलावा स्थानीय क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, समाज-सेवियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा तथा प्रेरणास्पद उदबोधन होंगे। 29 सितम्बर की गतिविधियाँ भी प्राथमिक-स्तर के समान होंगी। 30 सितम्बर को घर-आँगन को व्यवस्थित कर स्वच्छता का ध्यान रखने के साथ ही सामाजिक शिष्टाचार, सार्वजनिक सम्पत्तियों का अध्ययन तथा बिजली-पानी के अपव्यय को रोकने के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करवाई जायेगी। एक एवं दो अक्टूबर को पोस्टर, बेनर, नारों से सुसज्जित रेलियों के अलावा रेडियो, दूरदर्शन तथा अन्य टी.वी. चेनलों पर नागरिकों के मूल-कर्तव्यों का प्रसारण, परिवार, पड़ोसियों, मित्रों के बीच हस्ताक्षर अभियान तथा माता-पिता, पड़ोसियों को प्रसारण देखने-सुनने के लिये प्रोत्साहित करने जैसी गतिविधियाँ विद्यार्थियों के जरिये होंगी। शासन ने अधिकारियों को शाला-स्तर पर सामूहिक शपथ-ग्रहण कार्यक्रम करवाने के निर्देश दिये हैं। कर्तव्य सप्ताह के कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधियों एवं समाज के अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों की स्थिति सुनिश्चित करने को कहा गया है। कर्त्तव्य-पर्व में उल्लेखित तिथियों में प्रतिदिन कम से कम एक कालखण्ड में उक्त गतिविधियाँ आयोजित करने को कहा गया है। शाला-स्तर पर होने वाली गतिविधियों के छायाचित्र एवं प्रतिवेदन बीआरसी/ब्लॉक प्रभारी के माध्यम से संकलित करवाकर जिले का विस्तृत तथा समग्र प्रतिवेदन तैयार कर 20 अक्टूबर के पूर्व अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश दिये गये हैं।
मतदाता पर्ची मतदाता सूची के साथ दें
08 September 2014
वेण्डर फोटोयुक्त मतदाता सूची के साथ मतदाता पर्ची भी दें। आयुक्त राज्य निर्वाचन आयोग श्री आर.परशुराम ने यह निर्देश फोटोयुक्त मतदाता सूची बनाने के कार्य में लगे वेण्डरों की बैठक में दिये। श्री परशुराम ने जिला वार वेण्डरों से चर्चा कर मतदाता सूची की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वेण्डर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के संपर्क में रहें। श्री परशुराम ने कहा कि मतदाता सूची की तैयारी समय-सीमा में करवायें। पंचायत त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन 23 सितम्बर को होगा। मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम के एम.डी. श्री एम.सेलवेन्द्रन ने कहा कि वे इसकी नियमित समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि वेण्डरों से मिले फीडबेक के आधार पर शेष जिलों में एन.आई.सी. की कनेक्टिविटी दिलवायी जायेगी। बैठक में सचिव राज्य निर्वाचन आयोग की श्री जी.पी. श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
न्यायालय कलेक्टर द्वारा ग्राम अमरकंटक की शासकीय आराजी कुल किता 243 नजूल भूमि घोषित
06 September 2014
न्यायालय कलेक्टर (नजूल) जिला अनूपपुर द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड-04 क्रमांक 01 में विहित प्रावधानों एवं म.प्र. शासन भू-परिमाप एवं बन्दोबस्त विभाग के ज्ञाप क्रं. 1057/2878/08/84/ भोपाल दिनांक 18.05.1965 में दी गई व्यवस्था के अनुसार नगर पंचायत अमरकंटक स्थित ग्राम अमरकंटक की शासकीय आराजी कुल किता 243, कुल रकबा 749.285 हेक्टेयर भूमि को नगर अमरकंटक की उपयोगिता की दृष्टि से तत्कालीन कलेक्टर शहडोल (नजूल) द्वारा जारी आदेश क्रं.53/15/नजूल/2003, दिनांक 3 फरवरी 2003 अनुसार तदैव नजूल भूमि घोषित करने संबंधी आदेश पारित किया गया है।
संभाग-स्तरीय आवासीय विद्यालय के छात्रावास “उत्कृष्ट छात्रावास” घोषित
06 September 2014
अनुसूचित-जाति कल्याण विभाग ने वर्ष 2014-15 में विकासखंड स्तरीय छात्रावासों में से 10 संभागीय आवासीय विद्यालय को “उत्कृष्ट छात्रावास” में परिवर्तित करने की स्वीकृति दी है। प्रदेश के पाँच शहर में संभागीय आवासीय बालक/बालिका विद्यालय भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में दो-दो आवासीय विद्यालय “उत्कृष्ट छात्रावास’’ स्वीकृत किये गये हैं। प्रत्येक आवासीय विद्यालय में 140 सीट हैं।
आदिवासी विकास उमरिया में अध्यापक संवर्ग की वरिष्ठता सूची प्रकाशित
27 August 2014
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास उमरिया ने जानकारी दी है कि अध्यापक संवर्ग की वरिष्ठता सूची का प्रकाशन 1 अप्रैल 2014 की स्थिति में अनंतिम सूची का प्रकाशन किया गया है। प्रकाशित सूची के विरूद्ध प्रकाशन दिनांक से दस दिवस के अंदर मय साक्ष्य अभिलेख के साथ आदिवासी विकास शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश सभी संकुल प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं हाई स्कूल तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी आदिवासी विकास खण्ड पाली को दिये गये है। उन्होने कहा कि प्रकाशित वरिष्ठता सूची का अवलोकन संकुल केंद्र अंतर्गत नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया जाए। इसके अतिरिक्त अधिक जानकारी के लिए आदिवासी विकास उमरिया से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
बिलासपुर एवं कोतमा के मध्य पहला सेमी फायनल 27 अगस्त को
27 August 2014
खेल प्रभारी श्री रामाराव ने बताया कि स्थानीय रेलवे ग्राउंड में चल रहे चैलेन्ज कप फुटबाल टूर्नामेंट के पहले सेमीफायनल का मैच रेलवे बिलासपुर एवं कोतमा के मध्य 27 अगस्त 2014 को अपरान्ह 3:30 बजे खेला जाएगा।
सुंदरदादर में 50 सीटर कन्या छात्रावास का आजाक मंत्री ने किया शुभारंभ
26 August 2014
प्रदेश शासन अनुसूचित जाति, जन जाति एवं पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए अनेक कल्याणकारी योजनायें संचालित की है जिनमें छात्रवृत्ति, पुस्तक वितरण, सायकल वितरण, मध्यान्ह भोजन, छात्रावास सहित अन्य योजनाएं सम्मिलित है। जरूरत इस बात की है कि इन योजनाओं का लाभ लेने हेतु आमजन पुरानी परंपराओं का त्याग कर लाभ लेने हेतु आगे आये। यह बात आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह पाली विकासखण्ड के सुदूर अंचल सुंदरदादर में 50 सीटर कन्या छात्रावास के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी श्रीमिलिन्द्र नागदेवे, सहायक आयुक्त श्री राजेश सिंह सिगरोड़े, जिला पंचायत सदस्य श्री शिवनारायण, नगर पालिका पाली अध्यक्ष श्री प्रकाश पालीवाल, नायब तहसीलदार श्रीमती डेहरिया, बीईओ श्री राणा प्रताप सिंह, प्रभारी प्राचार्य श्रीमती परनिया मर्को, वरिष्ठ अध्यापक श्रीमती सविता गुप्ता सहित बड़ी संख्या में शिक्षक गण, छात्र छात्रायें एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे। आदिम जाति कल्याण एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह ने कहा कि सुंदरदादर में कन्या छात्रावास खुल जाने से दूर दराज की छात्रायें जो अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़ देती थी वे अब सुंदरदादर छात्रावास मे रहकर पूरी करेगी। उन्होनें अभिभावकों से कहा कि वे अब अपनी लाडलियों को स्कूल भेजे और उनका भविष्य उज्जवल करे। बेटियां पढ़ेगी तो उनसे दो समाज मायका पक्ष एवं ससुराल पक्ष का भविष्य उज्जवल होगा और उनकी संतान भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेगी। आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री सिंह के ध्यान मे लाई गई कि सुंदरदादर के समीपस्थ ग्राम मछेहा से 30-40 बच्चे बरसात में डोंगा से नदी पार कर पढ़ने आते है। इस पर मंत्री जी ने मछेहा से सुंदरदादर पुल निर्माण कराने का आश्वासन दिया साथ ही मछेहा में प्रायमरी स्कूल का उन्नयन कराने की बात कही। मंत्री श्री ज्ञान सिंह ने कहा कि सुंदरदादर सुदूर अंचल मे बसा है यहा पर बालिकाओं के छात्रावास की बहुप्रतीक्षित मांग थी। जो आज पूरी हो गई है। अब गांव के ग्रामवासी अपना उत्कृष्ट योगदान देकर छात्रों के स्वर्णिम भविष्य के लिए आगे आये। कार्यक्रम के प्रारंभ में छात्र छात्राओं ने मंत्री जी का स्वागत किया।
आदिवासी विकास विभाग का आयोजन
26 August 2014
आदिवासी विकास जिला अनूपपुर के तत्वावधान में अमरकंटक के क्रीड़ा परिसर खेल मैदान में 19 वर्षीय महिला फुटबाल खेल का राज्य स्तरीय आयोजन मुख्य अतिथि विधायक श्री फुन्देलाल सिंह मार्को के द्वारा ध्वजारोहण के साथ किया गया। प्रतियोगिता में पूरे म.प्र. राज्य को 4 जोनों में बांटा गया है। प्रत्येक जोनों से चयनित 16 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। राज्य स्तरीय फुटबाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में पहला उद्घाटन मैच पूर्वी जोन एवं दक्षिणी जोन के मध्य खेला गया जिसमें उद्घाटन मैच ड्रा रहा। क्रीड़ा प्रतियोगिता के अध्यक्ष श्री रज्जू सिंह नेताम रहे।
स्व-सहायता समूहों की गतिविधियों को परिपक्व बनाने के प्रयास करें अधिकारी - कलेक्टर
25 August 2014
कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा है कि आजीविका मिशन के तहत् गठित स्व-सहायता समूहों की गतिविधियों को और अधिक परिपक्व बनाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्व-सहायता समूहों को आधुनिक कृषि पशु-पालन एवं स्वरोजगार जैसी गतिविधियों से जोड़कर उन्हें उनको समुचित प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि आजीविका मिशन से जुड़े स्व-सहायता समूह अपने जीविका और उपार्जन के दिशा में अच्छी पहल कर सके। कलेक्टर ने कहा कि शहडोल जिले में दुग्ध उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मतस्य पालन की विपुल संभावनाएं है, इन संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए स्व-सहायता समूह को इनसे जोड़ा जाए, तथा उन्हें इसके लिए समुचित बाजार भी उपलब्ध कराया जाएं। कलेक्टर ने उक्त निर्देश शनिवार को जिला स्तरीय नगर साख सीमा वितरण की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री सी.के.श्रीवास्तव, समन्वयक आजीविका मिशन श्री शर्मा, एवं बैंकर्स उपस्थित थे। उन्होंने बैंकर्सों से कहा कि स्व-सहायता समूहों को उनकी गतिविधियों के संचालन के लिए सहजता से ऋण मुहैया कराएं, तथा स्व-सहायता समूहों का आर्थिक गतिविधियों के संचालन हेतु समुचित मार्गदर्षन भी करें। बैठक में प्रबंधक अग्रणी बैंक श्री सी.के.श्रीवास्तव ने नगद साख सीमा वितरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
समय पर राशन कार्ड न बनाने पर आर्थिक जुर्माने का प्रावधान
25 August 2014
प्रदेश में उपभोक्ताओं को उचित मूल्य दुकान के माध्यम से आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध करवाने के लिये राशन कार्ड प्रदान किये जाने की व्यवस्था है। राज्य सरकार द्वारा एपीएल एवं बीपीएल राशन कार्ड जारी किये जाने के लिये लोक सेवा गारंटी अधिनियम में समय-सीमा तय की गई है। इस अवधि में अधिकारी द्वारा कार्ड न जारी किये जाने पर 250 रुपये प्रतिदिन के मान से दंडित किये जाने का प्रावधान है। अधिनियम में हितग्राही की सुविधा के लिये प्रथम एवं द्वितीय अपील किये जाने का भी प्रावधान रखा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत की ओर से पंचायत सचिव तथा नगरीय क्षेत्रों में नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायत को अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत गरीबी रेखा से ऊपर के परिवारों को एपीएल राशन कार्ड बनाने का अधिकार है। गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के लिये बीपीएल एवं अंत्योदय अन्न योजना के राशन कार्ड कलेक्टर द्वारा प्राधिकृत अधिकारी द्वारा जारी किये जा रहे हैं। प्रदेश में जनवरी 2014 की स्थिति में 85 लाख 81 हजार 258 एपीएल (गरीबी रेखा से ऊपर) राशन कार्ड तथा 58 लाख 9 हजार 679 बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) राशन कार्ड हैं। प्रदेश में एएवाय (अंत्योदय अन्न योजना) अति गरीब परिवारों के लिये 6 मार्च 2001 से लागू की गई है। प्रदेश में 17 लाख 19 हजार राशन कार्ड एएवाय में प्रचलित में हैं। राज्य में खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा 22 हजार 165 उचित मूल्य दुकान के माध्यम से उपभोक्ताओं को रियायती दर पर खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जा रहा है।
स्वतंत्रता दिवस के पूर्व सद्भावना दौड़ किया गया आयोजन
14 August 2014
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2014 के पूर्व आज 14 अगस्त को संभागीय मुख्यालय शहडोल में सद्भावना दौड़ का आयोजन किया गया है, सद्भावना दौड़ प्रातः 7:30 बजे कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अगुवाई में न्यू गांधी चौक से शुरू होकर जयस्तंभ चौक पर समाप्त हुई। सद्भावन दौड़ में कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री दुर्गेश राठौर,, अनुविभागीय अधिकारी सोहागपुर श्री एस. पी. सिंह, उप पुलिस अधीक्षक श्री शिवकुमार सिंह, जिला सेनानी नगर सेना, जिला अंत्यावसायी अधिकारी श्री एस.के.अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार श्री रमाशंकर उपाध्याय, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतपुर श्री नीलमणि अग्निहोत्री, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री सुधांशु वर्मा, खेल एवं युवक कल्याण अधिकारी श्री जे. पी. तिवारी, मुख्य नागरपालिका अधिकारी श्री शर्मा, श्री राजेश्वर उदानिया, सहित नगर के गणमान्य नागरिक, अधिकारी, कर्मचारी और स्कूली छात्र छात्राओं के साथ ही शिक्षक, शिक्षिकाओं ने भी भाग लिया। गांधी चौक से शुरू हुई सद्भावना दौड़ को कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान स्कूली छात्र छात्राओं ने भारत माता की जय, स्वतंत्रता दिवस अमर रहे का उद्घोश करते हुए दौड़ लगा रहे थे। प्रातःकाल के समय पूरा शहर राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत था, नगर के नर-नारी सड़क के दोनो किनारे खड़े होकर सद्भावना दौड़ में भाग लेने वाले स्कूली छात्र छात्राओं का हाथ हिला कर अभिवादन करते हुए उनका हौसला अब्जाई किया। दौड़ में भाग लेने वाले छात्रों में रघुराज क्रमांक 1 के किशोर धरीनिया, प्रथम महेन्द्र सिंह द्वितीय एवं निखिल द्विवेदी, बालक वर्ग में तृतीय स्थान पर रहे। इसी तरह छात्रा वर्ग में नीतू केवट प्रथम श्रुति सिंह, द्वितीय एवं सुरिती केवट तृतीय स्थान पर रही। सद्भावना दौड़ के आयोजन में कोच श्री धीरेन्द्र सिंह खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने सराहनीय योगदान दिया।
स्वाधीनता दिवस मुख्य समारोह में कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव करेंगे ध्वजारोहण
14 August 2014
संभागीय मुख्यालय शहड़ोल में स्वाधीनता दिवस समारोह परम्परागत हर्षोल्लास पूर्वक मनाया जाएगा। स्वाधीनता दिवस मुख्य समारोह स्थानीय गॉधी स्टेडियम में आयोजित होगा। जहा समारोह के मुख्य अतिथि कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ध्वजारोहण करेगें एवं परेड की सलामी लेगें। तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्य समारोह स्थल पर प्रातः 8:58 बजे समारोह के मुख्य अतिथी का आगमन होगा। प्रातः 9 बजे मुख्य अतिथी द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा, प्रातः 9:05 बजे मुख्य अतिथी द्वारा परेड का निरीक्षण किया जाएगा। प्रातः 9:15 बजे मुख्य अतिथी द्वारा मुख्यमंत्री जी के संदेश का वाचन किय जाएगा। समारोह में प्रातः 9:30 बजे आकर्षक मार्च पास्ट होगा। प्रातः 9:50 बजे मुख्य अतिथि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से भेंट करेगें। प्रातः 9:55 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम होगें, तथा प्रातः 10:40 बजे पुरस्कार वितरण होगा। संभागीय मुख्यालय शहड़ोल में स्वाधीनता दिवस समारोह की सभी तैयारियॉ पूर्ण हो चुकी है।
वन अधिकार प्राप्त करने नोडल अधिकारी नियुक्त
13 August 2014
कलेक्टर डाँ. अशोक कुमार भार्गव द्वारा वन अधिकार अधिनियम-2006 के तहत् वन एवं वन सीमा से लगे 5 कि.मी. के ग्रामों में नवीन दावें (व्यक्तिगत एवं सामुदायिक) वन निवासियों से प्रस्तुत कराने हेतु नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा भ्रमण दल का कार्यक्रम जारी किया गया है। जनपद पंचायत जयसिंहनगर के अंतर्गत ग्राम आमाडीह का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मनोजराय उपयंत्री होगें। ग्राम अमझोर का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एम.पी.सिंह होगें। ग्राम बड़काडोल का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री धनेश गुप्ता होगें। ग्राम आमाझिरिया का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री धनेश गुप्ता होगें। ग्राम मैरटोला का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री धनेश गुप्ता होगें। ग्राम सेरीमार का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री धनेश गुप्ता होगें। ग्राम बलौडी प. का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होगें। ग्राम बलौडी पूर्व. का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होगें। ग्राम बनचाचर का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होगें। ग्राम आमानार का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होगें। ग्राम अटरिया का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होगें। ग्राम अन्तौली का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होगें। ग्राम बांसा का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री देवरतनम सोनी होगें। ग्राम बनसुकली का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्रीकांत तिवारी होगें। ग्राम बराछ का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होगें। ग्राम बरकछ का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होगें। ग्राम गूरा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होगें। ग्राम बरना का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होगें। ग्राम निगाई का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होगें। ग्राम सुरगुढ का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होगें। ग्राम बसही का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होगें। ग्राम उफरी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होगें। ग्राम बसोहरा का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री पी.एन.तिवारी होगें। ग्राम लखनपुर का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री पी.एन.तिवारी होगें। ग्राम मुहडोला का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री पी.एन.तिवारी होगें। ग्राम बतौडी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मनोज राय होगें। ग्राम मलौटी का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मनोज राय होगें। ग्राम उमरखोही का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मनोज राय होगें। ग्राम पथरापानी का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मनोज राय होगें। ग्राम बिजहा का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगे। ग्राम तालीखुर्द का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगे। ग्राम भांगजीर का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगे। ग्राम भैसहा का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगे। ग्राम बिनैका का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.सी.सेन होंगे। ग्राम वसनगरी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.सी.सेन होंगे। ग्राम भर्री का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम छपरा टोला का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम भटिगवां खुर्द का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विपिन सोनवानी होंगे। ग्राम भटिगवां कला का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विपिन सोनवानी होंगे। ग्राम चन्देला का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विपिन सोनवानी होंगे। ग्राम मैरटोला का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विपिन सोनवानी होंगे। ग्राम चरहेट का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री ए.जेड. सिद्धिकी होंगे। ग्राम चितराव का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्री धनेश गुप्ता होंगे। ग्राम छक्ता का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहन सिंह होंगे। ग्राम तालीकला का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहन सिंह होंगे। ग्राम सिचौरा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहन सिंह होंगे। ग्राम छूदा का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.जी.पटेल होंगे। ग्राम बहेरहा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.जी.पटेल होंगे। ग्राम छपराटोला का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दीपक बन्धेल होंगे। ग्राम कुदराटोला का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दीपक बन्धेल होंगे। ग्राम छतैनी का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.एस.परमार होंगे। ग्राम दादर का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.के.त्रिपाठी होंगे। ग्राम दरैन का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दीपक बन्धेल होंगे। ग्राम खरिकाटोला का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दीपक बन्धेल होंगे। ग्राम दरौडी का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आशुतोष चतुर्वेदी होंगे। ग्राम देवरा का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्यामलाकांत होंगे। ग्राम देवरी का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एस.के.हिरकने होंगे। ग्राम वैरिहा का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एस.के.हिरकने होंगे। ग्राम पहड़िया का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एस.के.हिरकने होंगे। ग्राम ढोलर का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री देवरतनम सोनी होंगे। ग्राम लोडीवाहरा का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री देवरतनम सोनी होंगे। ग्राम नगडवाह का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री देवरतनम सोनी होंगे। ग्राम ढोढा का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम कोयलारी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम कुदरा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम गजनी का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्री आशुतोष चतुर्वेदी होंगे। ग्राम छुहाईटोला का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आशुतोष चतुर्वेदी होंगे। ग्राम गजवाही का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आनंद पाठक होंगे। ग्राम कीट का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आनंद पाठक होंगे। ग्राम मटोहर का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आनंद पाठक होंगे। ग्राम वरतुआ का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आनंद पाठक होंगे। ग्राम गंधिया का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आशुतोष चतुर्वेदी होंगे। ग्राम गिरूई बड़ी का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्यामलाकान्त होंगे। ग्राम गिरूई खुर्द का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम कल्लेह का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम भत्तू का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम गोपालपुर का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विन्ध्येश्वरी शुक्ला होंगे। ग्राम सारिसताल का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विन्ध्येश्वरी शुक्ला होंगे। ग्राम घियार का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगी। ग्राम ठाढीपाथर का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगी। ग्राम हरतला का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगी। ग्राम नरघी का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्रीमती रीतू शर्मा होंगी। ग्राम घोरसा का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम सौता का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम मलौटी का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम हिड़वाह का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होंगे। ग्राम हुडरहा का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होंगे। ग्राम सिमौढ का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होंगे। ग्राम पतेराटोला का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होंगे। ग्राम चरकवाह का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होंगे। ग्राम जगड़ा का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कमलभान नामदेव होंगे। ग्राम मैरटोला का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कमलभान नामदेव होंगे। ग्राम जमुड़ी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.के.त्रिपाठी होंगे। ग्राम कुठली का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.के.त्रिपाठी होंगे। ग्राम खडगडी का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.के.त्रिपाठी होंगे। ग्राम जमुनिहा का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्यामलाकान्त होंगे। ग्राम नौगई का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्यामलाकान्त होंगे। ग्राम मढ़ा का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्यामलाकान्त होंगे। ग्राम जोरा का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम जरूखरा का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम देवलिहानटोला का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम विडौर का भ्रमण 25 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री कन्हैयालाल सोलंकी होंगे। ग्राम झारा का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अजय पाण्डेय होंगे। ग्राम बचहा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अजय पाण्डेय होंगे। ग्राम डावाडहिया का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अजय पाण्डेय होंगे। ग्राम बाघाडोल का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अजय पाण्डेय होंगे। ग्राम झिरिया का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.बी.द्विवेदी होंगे। ग्राम पेडरा का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.बी.द्विवेदी होंगे। ग्राम पांड का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.बी.द्विवेदी होंगे। ग्राम झिरिया टोला का भ्रमण 26 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री वी.पी.पाठक होंगे। ग्राम कनाडीकला का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम औता का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम जमुनारा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम कनाडी खुर्द का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.सी.सेन होंगे। ग्राम करकी का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम लखनवार का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम करकी कोल्हुआ का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम कतिरा का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होंगे। ग्राम ढेढुआ का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होंगे। ग्राम खुरसवाह का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होंगे। ग्राम कौवा सरई का भ्रमण 25 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होंगे। ग्राम तेन्दुआ का भ्रमण 26 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र तिवारी होंगे। ग्राम कोठिगढ का भ्रमण 27 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम मुनगहा का भ्रमण 28 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम नन्दना का भ्रमण 29 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री अशोक गुप्ता होंगे। ग्राम कुबरा का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम कुदरी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम कुण्डाटोला का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्रीकान्त तिवारी होंगे। ग्राम लखनौटी का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम दुआरी का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम ठूठाटोला का भ्रमण 25 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम लपरी का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विन्ध्येश्वरी शुक्ला होंगे। ग्राम कुर्रान टोला का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विन्ध्येश्वरी शुक्ला होंगे। ग्राम महुआ टोला का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विन्ध्येश्वरी शुक्ला होंगे। ग्राम मसीरा का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एस.के.हरकने होंगे। ग्राम हरदुआ का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एस.के.हरकने होंगे। ग्राम मसियारी का भ्रमण 26 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम रमसोहरा का भ्रमण 27 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम वसोहरा का भ्रमण 28 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम शक्तिडोल का भ्रमण 29 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम मीठी का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री उदयभान सिंह होंगे। ग्राम मोहनी का भ्रमण 27 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री देवरतनम सोनी होंगे। ग्राम मुदरिया टोला का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्रीकांत तिवारी होंगे। ग्राम डोम्हार का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्रीकांत तिवारी होंगे। ग्राम नगनौड़ी का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रंजीत सिंह सोर्ते होंगे। ग्राम नवाटोला का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री उदयभान सिंह होंगे। ग्राम चन्दौरा का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री उदयभान सिंह होंगे। ग्राम पहडिया का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री उदयभान सिंह होंगे। ग्राम पसौढ़ का भ्रमण 25 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होंगे। ग्राम करपा का भ्रमण 26 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होंगे। ग्राम दतारी का भ्रमण 27 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होंगे। ग्राम पतेरिया टोला का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम लुकामटोला का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम बुधसार का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम मैरटोला का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम पथरहटा का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.एस.परमार होंगे। ग्राम कोठिया का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.एस.परमार होंगे। ग्राम कुदराटोला-1 का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम कुदराटोला-2 का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम रटगा का भ्रमण 25 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम शारदपुर का भ्रमण 26 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री राजमणि सिंह होंगे। ग्राम पिपरी का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहन सिंह होंगे। ग्राम पलहा का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहन सिंह होंगे। ग्राम वेलहा का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहनसिंह होंगे। ग्राम मिठौली का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री मोहनसिंह होंगे। ग्राम पोड़ी का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री श्रीकान्त तिवारी होंगे। ग्राम पोडीकला का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.एस.परमार होंगे। ग्राम रेउसा का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.पी.तिवारी होंगे। ग्राम सेमरपाखा का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.पी.तिवारी होंगे। ग्राम घोरीघाट-1 का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.पी.तिवारी होंगे। ग्राम घोरीघाट-2 का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.पी.तिवारी होंगे। ग्राम धनेडा का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.पी.तिवारी होंगे। ग्राम रिमार का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री विन्ध्येश्वरी शुक्ला होंगे। ग्राम सन्नौसी का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.व्ही.साकेत होंगे। ग्राम पुरैना का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.व्ही.साकेत होंगे। ग्राम सरवारी का भ्रमण 30 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मन होंगे। ग्राम सेमरा का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.पी.सिंह होंगे। ग्राम सीधी का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री एन.के.पाण्डेय होंगे। ग्राम सिक्टाटोला का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.पी.सिंह होंगे। ग्राम तगावर का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.पी.सिंह होंगे। ग्राम विजरहा टोला का भ्रमण 24 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री के.पी.सिंह होंगे। ग्राम तेन्दूआढ टोला का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री आर.बी.द्विवेदी होंगे। ग्राम तेन्दूडोल का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामजी लखेरा होंगे। ग्राम तेन्दूडोल का भ्रमण 15 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामजी लखेरा होंगे। ग्राम धिरघोरी का भ्रमण 16 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामजी लखेरा होंगे। ग्राम नक्टीडोल का भ्रमण 17 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामजी लखेरा होंगे। ग्राम कुसमी का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामजी लखेरा होंगे। ग्राम वरहीकछार का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामजी लखेरा होंगे। ग्राम टेटका का भ्रमण 18 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री पी.एन.तिवारी होंगे। ग्राम भुरका का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री पी.एन.तिवारी होंगे। ग्राम टिहकी का भ्रमण 30 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री रामगोपाल पाण्डेय होंगे। ग्राम ठेंगरहा का भ्रमण 25 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री चेतराम सिंह होंगे। ग्राम उचेहरा का भ्रमण 19 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होंगे। ग्राम रामपुर का भ्रमण 20 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होंगे। ग्राम नोढ़िया का भ्रमण 21 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होंगे। ग्राम डोगरसरवर का भ्रमण 22 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होंगे। ग्राम चरकीडोल का भ्रमण 23 अगस्त को होगा जिसके नोडल अधिकारी श्री दिनेश पटेल होंगे।
नवागत कलेक्टर श्री कृष्णगोपाल तिवारी ने पदभार ग्रहण किया
13 August 2014
नवागत कलेक्टर श्री कृष्णगोपाल तिवारी ने आज 12 अगस्त को कलेक्टर उमरिया का पदभार पूर्व कलेक्टर श्री सुरेन्द्र उपाध्याय से ग्रहण किया। पदभार ग्रहण के पश्चात नवागत कलेक्टर, कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में, राजस्व अधिकारियों, समस्त सीईओ जनपद पंचायत, समस्त अनुविभागीय अधिकारी सहित समस्त विभागीय अधिकारियों से परिचय प्राप्त करते हुए विभागीय योजनाओं के प्रगति की जानकारी ली। इस अवसर पर अपर कलेक्टर नागेन्द्र मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अमिताभ सिरवइया डिप्टी कलेक्टर श्रीमती इला तिवारी, अनुविभागीय अधिकारी बांधवगढ़ एम एल आर्य, अनुविभागीय अधिकारी पाली मिलिन्द्र नागदेवे, अनुविभागीय अधिकारी मानपुर आर के श्रीवास्तव सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। नवागत कलेक्टर श्री तिवारी इसके पूर्व छिंदवाड़ा में अपर कलेक्टर, भोपाल मे एसडीएम एवं होंशंगाबाद में अनुविभागीय अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के पद पर पदस्थ थे।
अपारम्परिक ऊर्जा के उत्पादन से रीवा को मिलेगी नई पहचान
21 July 2014
नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश में ऊर्जा के परम्परागत स्त्रोतों के साथ-साथ अपारम्परिक स्त्रोतों से भी अधिक से अधिक ऊर्जा उत्पादन किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस दिशा में रीवा में पहल की गई है। अपारम्परिक ऊर्जा के क्षेत्र में उत्पादन से रीवा को नई पहचान मिलेगी। मंत्री श्री शुक्ल रीवा जिले के ग्राम अमहारा में लघु जल विद्युत की 3 इकाइयों की आधार-शिला रख रहे थे। मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में जल विद्युत उत्पादन के 60 छोटे-छोटे पावर प्लांट लगाये जायेंगे। इनमें 276 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। जल विद्युत के 11 पावर प्लांट रीवा जिले में लगेंगे। इनमें से 3 पावर प्लांट लगाये जाने की शुरूआत हो गई है। श्री शुक्ल ने बताया कि प्रदेश में ऊर्जा के अन्य विकल्प पवन ऊर्जा में 1100 मेगावाट विद्युत उत्पादन का कार्य प्रारंभ हो गया है। उन्होंने बताया कि जिले की गुढ़ तहसील के पहाड़ी क्षेत्र में 700 मेगावाट विद्युत उत्पादन की परियोजना का कार्य हाथ में लिया जायेगा। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि ग्राम अमहारा में 40 करोड़ लागत की जल विद्युत परियोजना से 11.4 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा। उन्होंने बताया कि बाणसागर परियोजना का पानी अदवा नाले से उत्तरप्रदेश को भेजा जा रहा है। उसी पानी का उपयोग विद्युत उत्पादन में होगा। मंत्री श्री शुक्ल ने कम्पनी प्रबंधकों से कहा कि पावर प्लांट के पास उत्कृष्ट श्रेणी का रेस्ट हाउस बनाने के साथ इस अँचल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाये। लघु जल विद्युत परियोजना की तीनों ईकाइयाँ दो वर्ष में बनकर तैयार हो जायेंगी।
मौसमी रोगों पर नियंत्रण के प्रयास सफल
21 July 2014
प्रदेश में डेंगू और मलेरिया पर नियंत्रण के प्रयासों को सफलता मिल रही है। नागरिकों से अपने घरों में ऐसी सामग्री जहाँ पानी जमा हो, नहीं रखने और कूलर की नियमित सफाई रखने की समझाइश भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई है। जन-जागरूकता से रोग को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, इस नाते सभी नागरिकों से भी अपनी सेहत के लिये सजग रहने की अपेक्षा की गई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश में मौसमी रोगों पर नियंत्रण के प्रयासों की समीक्षा भी की है। आयुक्त स्वास्थ्य श्री पंकज अग्रवाल रोजाना प्रदेश के सभी जिलों से डेंगू और मलेरिया के संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को मैदानी अधिकारी और अन्य अमले से सम्पर्क रखते हुए रोग नियंत्रण के प्रयास जारी रखने के निर्देश दिये हैं। दवाओं की समुचित व्यवस्थाएँ प्रदेश में 15 जिले के चिन्हित ग्राम में डीडीटी कीटनाशी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। इसके लिये पर्याप्त दवा का इंतजाम किया गया है। मच्छरों को नष्ट करने के लिये डेंगू के मरीज के घर और आसपास के 50 घर में पायरेथ्रम कीटनाशी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। कुल 19 जिले में सिंथेटिक पायरेथ्राइड दवा का छिड़काव किया गया है। प्रदेश में 3750 लीटर टेमोफॉस और 5500 लीटर पायरेथ्रम की व्यवस्था की गई है। राजधानी में नहीं नया रोगी भोपाल में आज कोई नया डेंगू रोगी नहीं पाया गया। शंका के आधार पर जिन नागरिकों के रक्त नमूने लिये गये, वे निगेटिव आये हैं। भोपाल में मलेरिया कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 2570328 पर मलेरिया नियंत्रण के लिये मार्गदर्शन लिया जा सकता है। यहाँ लार्वा नष्ट करने के संबंध में आवश्यक परामर्श और सहायता दी जायेगी। लार्वा को न पनपने देने के लिये घरों में पुराने टायर और टेंक की सफाई की सलाह दी गई है। प्रदेश में इस वर्ष अस्पतालों में आवश्यक उपचार व्यवस्था और ऐहतियाती उपायों से रोग नियंत्रण आसान हुआ है।
व्यक्तिगत तथा शालेय स्वच्छता स्वास्थ्य के लिए आवश्यक - तेजस्वी एस. नायक
19 July 2014
मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अन्तर्गत शालेय स्वच्छता व व्यक्तिगत स्वच्छता, सफाई का उत्तम मापदण्ड बनाये रखने के लिये जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तेजस्वी एस. नायक ने जिले के सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा सर्व शिक्षा अभियान के खण्ड स्त्रोत समन्वयकों कों निर्देशित किया है कि वह शालेय बच्चों हेतु भोजन करने के पूर्व साबुन से हाथ धोने के लिय साबुन तौलिया इत्यादि की व्यवस्था मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के एमएमई. मद से किया जाना सुनिश्चित करे, आपने कहा कि निरीक्षण में पाया गया है कि अधिकांश शालाओं में स्वच्छता पर गंभीरता से प्रयास नही किये जा रहे है। आपने संबंधित अधिकारियों तथा शाला प्रमुखों को बच्चों हेतु भोजन करने के पूर्व साबुन से हाथ धोने के निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। आपने जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पंचपरमेश्वर योजना अन्तर्गत वॉश यूनिट (हाथ धोने की ईकाई) के निर्माण के भी निर्देश दिये है। आपने बच्चे को खाना खाने के पूर्व तथा रसोईयों को खाना बनाने के पूर्व अच्छे से साबुन से हाथ धोने तथा शाला प्रांगण में बनाये गये शौचालय परिसर को साफ-सुथरे तथा क्रियाशील रखने के निर्देश दिये है। आपने कहा कि शालेय निरीक्षण में निर्देश का पालन सुनिश्चित न करने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जावेगी।
चावल का आवंटन बढ़ा
19 July 2014
प्रदेश में लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली में प्रदाय किये जाने वाले चावल की बढ़ी हुई माँग को देखते हुए जुलाई माह से केन्द्र सरकार ने चावल के आवंटन में वृद्धि की है। प्रदेश को मिलने वाले 5 लाख 50 हजार मीट्रिक टन चावल के कोटे को बढ़ाकर 8 लाख मीट्रिक टन वार्षिक कर दिया गया है। प्रदेश को अब प्रतिवर्ष 2 लाख 50 हजार मीट्रिक टन अधिक चावल का आवंटन मिलेगा।
शहडोल संभाग में कराये जा रहे वृहद वृक्षारोपण कार्य में सभी नागरिक अपेक्षित सहयोग करें-कमिश्नर श्री डी.पी.अहिरवार
18 July 2014
कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार ने कहा है कि चालू वर्षा ऋतु में शहडोल संभाग में हरियाली महोत्सव के अन्तर्गत कराये जा रहे वृहद वृक्षारोपण कार्य में संभाग के सभी नागरिक अपेक्षित सहयोग करें। उन्होंने संभाग के सभी बुद्धिजीवियों, प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकताओ, अधिकारियों कर्मचारियों से अपील करते हुये कहा है कि पर्यावरण के संरक्षण के लिये वृक्षारोपण अति आवश्यक है। इस हेतु मध्यप्रदेश शासन द्वारा वृक्षारोपण का महत्वपूर्ण कार्य कराया जा रहा है। कमिश्नर ने कहा है कि इस पुनित कार्य में सभी वर्ग सहयोग करें और वृहद स्तर पर संभाग में वृक्षारोपण कर सभाग को हरा-भरा बनायें। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार ने उक्त अपील आज वन विभाग द्वारा आयोजित वनवृत स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में नागरिकों से की इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक वृत शहडोल श्री विनय कुमार बर्मन पुलिस महानिरीक्षक शहडोल श्री वेदप्रकाश शर्मा, कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, वनसंरक्षक कार्य योजना शहडोल श्री शांतकुमार शर्मा, वनसंरक्षक वनमंडल अधिकारी उमरिया श्री एम.एल.लाड़िया, वनमंडलाधिकारी उत्तर शहडोल श्री अजयपाल सिंह, वनमंडलाधिकारी दक्षिण शहडोल श्री के.के. भरद्वाज, वनमंडलाधिकारी अनूपपुर श्री डी.एस.कनेर, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यशाला में कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार ने कहा कि गत वित्तीय वर्ष में शहडोल संभाग में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। शहडोल संभाग द्वारा किये गये इन प्रयासों को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड दर्ज किया गया यह एक सराहनीय और सकारात्मक पहल है। कमिश्नर ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने में संभाग के जिन अधिकारियो, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों ने सहयोग दिया मै उनकी सराहना करता हूं। कमिश्नर ने कहा कि गत वर्ष के समान ही चालू वर्षाकाल में भी शहडोल संभाग में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण होना चाहिये। कार्यशाला को संबांेधित करते हुये मुख्य वन संरक्षक श्री विनय कुमार बर्मन ने कहा कि शहडोल संभाग में बांस संवर्धन की विपुल संभावनाएं है जिसके प्रयास शहडोल वन वृत्त के तीनों जिलों में किये जा रहे है। उन्होंनें कहा कि हरियाली महोत्सव में प्रत्येक जिले में कलेक्टर समन्वयक की भूमिका तथा वन विभाग के अधिकारी नोडल अधिकारी की भूमिका निभाएंगें। उन्होंने कहा कि गैर वन भूमि के लिये स्थल का चयन वनमंडलाधिकारी के सहयोग से संबंधित जिले के कलेक्टर द्वारा किया जायेगा। कार्यशाला में पुलिस महानिरीक्षक शहडोल रेंज श्री वेदप्रकाश शर्मा द्वारा वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को वनों की रक्षा के साथ ही आत्मरक्षा करने के लिये भी विधिक अधिकार बतायें। कार्यशाला में कलेक्टर शहडोल वातावरण बनाया जा चुका है। पूरे जिले में लक्ष्य से दो गुना अधिक वृक्षारोपण करने की कार्ययोजना बनाई गयी है। उन्होंने कहा कि बांस का धार्मिक महत्व के साथ साथ इसकी जन जन में उपयोगिता है, इसलिये शहडोल जिले के अधिक से अधिक ग्रामीण जनों कों बांस रोपण की गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि बांस का समर्थन मूल्य घोषित करने के लिये एवं किसानों हेतु बांस विक्रय हेतु बाजार की सुनिश्चितता के लिये क्रय विक्रय की व्यवस्था शहडोंल जिले में की गई है। कलेक्टर ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य में ही नहीं बल्कि पूर्ण भारत वर्ष में बांस का शासकीय मूल्य निर्धारित करने वाला तथा बाजार की व्यवस्था करने वाला शहडोल प्रथम जिला है। कार्यशाला का संचालन वनमंडलाधिकारी श्री के.के. भारद्वाज ने किया।
प्राकृतिक आपदा अमीर-गरीब का भेद नहीं करती-कलेक्टर
18 July 2014
कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा है कि बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदायें अमीर गरीब का भेद नहीं करती है, वह सामान रूप से सभी को नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने कहा है कि प्रकृति हमे बहुत कुछ देती है जब हम प्रकृति के साथ छेड़-छाड़ करते है तो वह रूष्ट होकर प्राकृतिक आपदाओं के माध्यम से हमे नुकसान पहुंचाती है। कलेक्टर ने कहा है कि प्रकृति के इस प्रकार के कहर के लिये हम सभी जवाब देह है। हमने अपने स्वार्थ के पेढ़-पौधों को बेदर्द से काटा है, और प्राकृतिक का विनाष किया हैं। उन्होंने कहा है कि प्रकृति के इस व्यावहार को रोकने के लिये हर व्यक्ति को पेढ़ लगाना चाहिये और प्रकृति के संरक्षण के लिये आगे आना चाहिये। कलेक्टर ने कहा कि आज आपके गांव नवलपुर में नगरसेना शहडोल के सौजन्य से बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं के बचाव के उपाय बताने के लिये शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में बतायें गये तरीकों को ग्रामीण जन समझे और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा आने पर उससे अपना बचाव करें। कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने उक्त बात आज सोहागपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत नवलपुर में नगरसेना शहडोल के सौजन्य से आयोजि बाढ़ आपदा जनजागृति शिविर को संबोधित करते हुये कही। जागरूकता शिविर में एस.डी.एम. श्री एस.पी.सिंह, जिला सेनानी होमगार्ड श्री एल.एन.वागरी, तहसीलदार श्री विकास सिंह, समन्वय जन अभियान परिसर श्री विवेक पाण्डेय, कार्यपालन यंत्री पी.एच.ई. श्री केशरवानी, एवं ग्रामीण उपस्थित थे। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बाढ़ आने से उस क्षेत्र में जनहानि के साथ ही पशु धन की हानि, बीमारियां, होती है, बाढ़ से जनहानि को कैसे कम किया जा सकता है इसके उपाय इस शिविर में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिये सूचना तंत्र प्रभावशाली होना चाहिये। सूचना तंत्र प्रभावशाली होने के कारण त्वरित कार्यवाही कर हजारों बाढ़ पीड़ितों को समय पर बचाया जा सकता है। अगर सूचना प्रणाली निसप्रभावी रही तो इसके दुष्परिणाम हो सकते है। कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ या अन्य प्राकृतिक आपदाएं आने पर जिला प्रशासन को इसकी तत्काल सूचना दें। बाढ़ आपदा जागरूकता शिविर में लोगों को जानकारी देते हुये जिला सेनानी नगर सेना श्री बागरी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय बचाव कार्य करने हेतु स्थानीय स्तर पर क्षमताओं का विकास करना है। उन्होंने बताया कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय लोग प्लास्टिक की बोतलों में हवा भरकर बोतल बंद करके उन्हें कतार में रस्सी में बांधकर पानी से निकल सकते है सूखे नारियल की माला बनाकर उसे कमर में लपेटकर भी बाढ़ की स्थिति से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बाढ़ आने पर सबसे पहले लोगों को जान की सुरक्षा करनी चाहिये और घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिये। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में प्रमुख सात नदियां है जिससे 32 जिले बाढ़ से प्रभावित होते है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की नर्मदा नदी से सबसे ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित होते है। उन्होंने बताया कि शहडोल जिला बाढ़ प्रभावित जिला नहीं है किंतु वर्षाजनित हादसों से दुर्घटनायें संभावित है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के समय मोबाईल फोन, दूरभाष,रेडियो संदेश, वायरलेस आदि का वृहद उपयोग होना चाहिये ताकि आधुनिक संसाधनों से बाढ़ से हुई क्षति को समय रहते रोका जा सके। बाढ़ आपदा जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुये एस.डी.एम सोहागपुर श्री एस.पी.सिंह ने बताया कि बाढ़ आने पर इसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन को देना चाहिये ताकि जिला प्रशासन समय रहते कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि आज संचार के आधुनिक साधन उपलब्ध हैं, प्राकृतिक आपदा के समय इन आधुनिक संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिये। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री केशरवानी ने कहा कि बाढ़ आने के बाद जल स्त्रोंतों का पानी पीने योग्य नहीं रह जाता है और पूर्णताः दूषित हो जाता है ऐसी स्थिति में लोगों के पास पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि दूषित पेयजल से बचाव के लिये लोग पानी को उबाले उसे छाने और रात में क्लोरीन की गोली डालकर इस पानी का उपयोग सुबह करें। उन्होने कहा कि बाढ़ आपदाओं के समय लोगों को क्लोरीन की गोलियां निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। इस अवसर पर होम गार्ड के जवान श्री धनसिंह आर्मो द्वारा लाइफबॉय, लाईफजैकेट, आदि के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई तथा इसकी माध्यम से किस प्रकार जीवन रक्षा की जाती है। इसे प्रदर्शित कर बताया गया है।
आईजी को समीप पा गदगद हुए ग्रामीण
15July 2014
नशा खुद के साथ-साथ घर, परिवार धीरे-धीरे पूरे समाज को बरबाद कर देता है, साथ ही मनुष्य इसके गिरफ्त में आकर समाज के सामने घुटने टेक देता है, धीरे-धीरे इसका असर उसे नाकाम बना देता है, कुछ ऐसे उद्गार विचार व्यक्त करते हुए पुलिस महानिरीक्षक वेदप्रकाश शर्मा ने उमरिया जिले के इन्दवार थाना अन्तर्गत अमरपुर चौकी में हजारों की संख्या में उपस्थित लोगो को नशा के दुष्परिणाम से अवगत कराया। संकल्प स्वेच्छा नशा मुक्ति समारोह की शुरूआत आईजी वेद प्रकाश शर्मा व पुलिस अधीक्षक पी.एस.उइके द्वारा दीप प्रज्जवल से किया, तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक उमरिया प्रीतम सिंह उइके द्वारा स्वागत उद्वबोधन दिया, श्री उइके न कहा कि यह बहुत हर्ष की बात है माननीय पुलिस महानिरीक्षक के मार्गदर्शन में हमें कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ साथ ही नशा मुक्त समाज बनाने के साथ-साथ नशा को एक मीठा जहर बताते हुए पुलिस अधीक्षक ने समाज के हर वर्ग के लोगों से अपील की कि हमे नशा से दूर नहीं नशा को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। मनुर्भव पर मंथन अपने विचारों को व्यक्त करते हुए पुलिस पुलिस महानिरीक्षक ने वेद पर आधारित अपने व्याख्यान में कहा कि सबसे पहले हमें अपने आप में मनुष्य के गुणों को धारण करना चाहिए, वहीं मनुष्य की तुलना अन्य जीवों से करते हुए मनुष्य को उसके कर्म के अधार पर श्रेष्ठ बताते हुए कहा कि कर्म ही मनुष्य को साधारण से असाधारण, मानव से दानव बनता है, इसलिए हमे समाज के व्यवस्था के अनुकूल रहते हुए अच्छे कर्म करने चाहिए। अभी नहीं तो कभी नही हजारों की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों के सामने नशा को समाज से दूर भगाने व समाप्त करने के पहल के दौरान आईजी ने कहा कि हमें आज ही यह फैसला कर लेना चाहिए की नशा जैसे बुराई के साथ जीना है या उसे त्याग करके उत्तम जीवन जीना है, साथ ही अन्य सामाजिक व्यवस्था में अवरोधक कार्याे के लिए भी वृत लेने की बात कही गई। गदगद हुए ग्रामीण पुलिस महानिरीक्षक को अपने गांव में इतने करीब पाकर ग्रामीण अति उत्साहित हुए, अपने आभार के दौरान ग्राम के सरपंच बलवंत सिंह ने कहा कि हमने कभी सोचा नहीं था कि हमारे इस छोटे से गांव में संभाग के इतने बड़े पुलिस के अधिकारी के चरण पड़ेगे। वही ग्राम अन्तर्गत आने वाले कई लोगो पुलिस महानिरीक्षक को उनके गांव आने व समाज में व्याप्त नशा जैसे बुराई को दूर करने के लिए जागरूक करने के लिए आत्मिक धन्यवाद दिया। पुलिस मां के समान कार्यक्रम को सफल व सराहनीय संचालन करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री सविता सुहाने ने कहा कि जिस तरह मां बच्चे को हर बुराई से दूर रख कर उसकी सुरक्षा करती है, उसी के भांति पुलिस भी समाज की व्यवस्था व सुरक्षा को बनाये रखती है, कार्यक्रम के बीच में सूबेदार विक्रम सिंह ने भी कुछ हास्य आसान करते हुए लोगो को खुब हसाया। संकल्प के साथ समापन नशा के खिलाफ मुहीम को आगे बढ़ाते हुए आईजी के उद्दबोधन के पश्चात नशेड़ियों की आंखे खुल गई, और शान्त हो पुरे उद्बोधन को सुनने के बाद सभी ने संकल्प लिया, तब पुलिस महानिरीक्षक ने सभी को एक साथ नशा न करने के संकल्प दिलाये, इस दौरान वसुदेवा जाति के दर्जनों लोगों ने शराब न बनाने व न बेचने का भी संकल्प लिया, बाद में पुलिस महानिरीक्षक द्वारा उन लोगों को कपड़े व स्वरचित पुस्तक भी दी, इतना ही नहीं पुलिस महानिरीक्षक ने बाद में चौकी परिसर में वृक्षारोपण भी किया। परमलाल ने बताए अपने अनुभव पुलिस महानिरीक्षक द्वारा पूर्व में कराए गये शिविर के दौरान कुछ शिवरार्थी ने अपनी पहले और आज की बातों को सार्वजनिक किया, जिसमें ग्राम सुंदरी निवासी परमलाल चौधरी ने कहा कि पहले वह नशा के लत में लग के बरबाद हो चुका था, किन्तु शिविर के बाद व पुनर्वास के दौरान मिली रोजगार के लिए राशि से वह अब टेन्ट व साईकल पहले कि साईकल दुकान से अपने पूरे परिवार को चलाता है। आइजी ने दिये आयोजकों को दिया साधूवाद कोढ़ व दीमक के भांति समाज के चुनने वाली नशा जैसे बिमारी के विरूद्ध आयोजित कार्यक्रम संकल्प नशा मुक्ति समारोह के आयोजन के लिए पुलिस महानिरीक्षक वेद प्रकाश शर्मा ने उमरिया पुलिस अधीक्षक पी.एस.उइके, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सविता सुहाने, उपपुलिस अधीक्षक पी.एस.वालरे, थाना प्रभारी इनदवार, डी.के. डेहरिया, चौकी प्रभारी अमरपुर, आर.डी.साकेत समेत आयोजन में अपनी भूमिका अदा करने वाले पुलिस कर्मचारी व अन्य समाज सेवकों को बधाई दी।
मनरेगा अमले को नियत मुख्यालय में निवास करने के निर्देश
15 July 2014
मनरेगा योजनान्तर्गत जिले एवं जनपद स्तर पर पदस्थ समस्त अमले को अपने मुख्यलय में रहने के मध्य प्रदेश राज्य रोजगार गारटी परिषद के निर्देश के परिपालन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तेजस्वी एस. नायक ने मुख्यालय में रहने का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। आपने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा को जनपद स्तर पर पदस्थ समस्त अमले का निवास स्थान का सम्पूर्ण एवं स्पष्ट पता प्राप्त करते हुये जानकारी जिला पंचायत कार्यालय में उपलब्ध कराने व यदि मनरेगा अधिकारी एवं कर्मचारी किराये के माकान में निवास करता है, तो ऐसी स्थिति में किरायेनामे की छायाप्रति एवं मूल निवास स्थान के पता सहित जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। आपने मनरेगा अधिकारी, कर्मचारियों को निर्देश का कडाई से पालन करने को कहा है। निर्देश की अवहेलना पर संबंधित मनरेगा कर्मचारी, अधिकारियों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जावेगी।
ग्राम संगठन आर्थिक एवं सामाजिक समतामूलक, समाज के निर्माण में सहायक सावित होगा-डॉ.भार्गव
14 July 2014
समाज में बदलाव लाने की क्षमता प्रत्येक व्यक्ति में है, बशर्ते शोषण के खिलाफ आवाज उठाने की चेतना हम गरीबों में पैदा कर सकें। आर्थिक एवं सामाजिक रूपसे पिछड़े वर्ग के लिए स्व सहायता समूह एवं ग्राम संगठन एक ऐसा मंच है जो गरीबी एवं शोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए गरीबों को ताकत देता है। उक्त उद्गार कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने म.प्र.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा 8 एवं 9 जुलाई को आयोजित ग्राम संगठन निर्माण एवं प्रबंधन विषय पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में व्यक्त किये। संभाग स्तरीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शहडोल, अनूपपुर एवं मंडला जिले के आजीविका मिशन के स्टॉफ के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर कलेक्टर डा. भार्गव ने कहा कि समाज के लिए बेहतर काम करने की असीम संभावनाएं हैं। संगठन में निहित शक्ति से हमें समाज के गरीब वर्ग को परिचित कराना होगा। आजीविका मिशन के माध्यम से स्व सहायता समूह एवं संगठन की अवधारणा को ग्राम स्तर पर जीवंत करने के प्रयास निःसंदेह प्रशंसनीय हैं और यह कहा जा सकता है कि हम एक बेहतर कल की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। म.प्र.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन भोपाल के स्टेट एंकर श्री जी. प्रकाश राव, ने बताया कि आंध्र प्रदेश में स्व सहायता समूहों के माध्यम से गरीबी उन्मूलन पर किये गये प्रशंसनीय प्रयासों को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन एवं आंध्र प्रदेश की संस्था सर्प सोसायटी फार एलीमिनेशन आफ पावर्टी के साथ किये गये अनुबंध के तहत् सात आजीविका मिशन जिलों में रिसोर्स ब्लाक रणनीति पर कार्य किया जा रहा है, जहां पर आंध्र प्रदेश के सफल प्रयोगों एवं अनुभवों को क्रियांवित किया जा रहा है, प्रत्येक जिले के रिसोर्स विकासखंड में समुदाय संस्था विकास एवं अन्य क्षेत्रों में किये गये कार्यों को अन्य विकासखंडों में लागू किया जायेगा। राज्य परियोजना प्रबंधक एवं जिला नोडल अधिकारी श्री धीरेंद्र सिंह ने कहा कि आंध्र प्रदेश में स्व सहायता समूहों के माध्यम से गरीबों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में जो परिवर्तन हुआ है, वह चेतना एवं सामाजिक बदलाव की भावना हमें अपने समूहों के माध्यम से गरीबों में पैदा करनी होगी। जिला परियोजना प्रबंधक श्री दिनेश शर्मा ने ग्राम संगठन एवं निर्माण विषय पर आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधारणा से परिचित कराते हुए बताया कि इन दो दिनों में संभाग के तीनों जिलों के प्रतिभागी ग्राम संगठन की बारीकियों से परिचित होकर गरीबी के खिलाफ संघर्ष में स्व सहायता समूहों को दिशा प्रदान करेंगे। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति कमलेश नट द्वारा किया गया तथा आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं के स्व सहायता समूह गठन उपरांत उनके ग्राम संगठन निर्माण की प्रक्रिया को गरीबों के लिए हितकारी बताया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में म.प्र.रा.ग्रामीण आजीविका मिशन भोपाल से राज्य परियोजना प्रबंधक श्री धीरेंद्र सिंह, श्री शैलेंद्र सिंह भदौरिया तथा स्टेट एंकर पर्सन श्री जी प्रकाश राव तथा शहडोल, अनूपपुर एवं मंडला जिले के रिसोर्स ब्लाक का समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का समन्वय जिला प्रबंधक, कौशल उन्नयन एवं रोजगार एवं रिसोर्स ब्लाक जयसिंहनगर के प्रभारी श्री शशांक प्रताप सिंह ने किया।
फार्म के साथ पार्षद के लिए 1000 से 5000 एवं अध्यक्ष के लिए 10000 से 20000 रूपये जमा करना होगा
14 July 2014
नगरीय निकायों मे निर्वाचन के लिए अभ्यर्थियों को नाम निर्देशन-पत्र के साथ निर्धारित राशि भी जमा करवानी होगी। यह राशि पार्षद के लिए 1000 से 5 हजार एवं अध्यक्ष के लिए 10 हजार से 20 हजार रूपये हागी। पार्षद पद - नगर परिषद के लिए 1000, नगरपालिका के लिए 3 हजार और नगरपालिक निगम के पार्षद के लिए 5 हजार रूपये जमा करने होंगे। अध्यक्ष पद - नगर परिषद के लिए 10 हजार, नगरपालिका के लिए 15 हजार और नगरपालिक निगम के अध्यक्ष/महापौर के लिए 20 हजार रूपये जमा करने होंगे। महिला, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी के लिए यह राशि आधी जमा करनी होगी।
अमलाई ओपन कास्ट माइन्स में घटित घटना की मजिस्ट्रीयल जांच प्रारंभ
08 July 2014
उपक्षेत्रीय प्रबंधक, धनपुरी, ओ.सी.एम. सोहागपुर क्षेत्र द्वारा अपनें पत्र दिनांक 5.7.2014 के माध्यम से कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी, शहडोल को अवगत कराया गया है कि उप क्षेत्रीय प्रबंधक, धनपुरी ओ.सी.एम. सोहागपुर क्षेत्रान्तर्गत पानी भरे पुरानें अमलाई, ओपन कास्ट माइन्स में दिनांक 21.06.2014 से डूबे हुये 60 टन के डम्फर को दिनांक 1.7.2014 को दोपहर करीब 12.30 बजे निकालते वक्त क्रेन एवं दो व्यक्ति पानी भरे खान में डूब गये उक्त दो व्यक्ति के तलास के बाद भी आज दिनांक तक पता नहीं चल सका है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी, शहडोल द्वारा आदेश क्रमांक आर.डी.एम., दा.जांच, 2014,4740 शहडोल दिनांक 5.7.2014 से जांच के 09 बिन्दु निर्धारित कर उक्त घटना की दण्डाधिकारी जांच हेतु अनुविभागीय दण्डाधिकारी सोहागपुर को जांच अधिकारी नियुक्त किया जाकर 15 दिवस के अन्दर दण्डाधिकारी जांच पूर्ण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। जांच के निम्नानुसार बिन्दु हैः- उक्त घटना किन परिस्थितियों में घटित हुई?, घटना के दौरान दो व्यक्तियों के डूबने के क्या कारण है?, डम्फर को निकालते समय खान प्रबंधक द्वारा सुरक्षा के क्या इंतजाम किये गये थे?, उक्त पुराने खान में कोयला उत्खनन कार्य कब समाप्त हुआ। उत्खनन कार्य समाप्त होने के पश्चात माईन क्लोजर प्लान के अनुसार खान में भराव न करते हुये किन परिस्थितियों में खान को खुला छोड़ा गया, जिसके लिये कौन दोशी है?, यदि खान में कोयला उत्खनन पश्चात भराव नहीं किया गया तो किसी दुर्घटना की संभावना की दृष्टिगत रखते हुये खान प्रबंधक द्वारा सुरक्षा के क्या इन्तजाम किये गये थे?, उक्त घटना एवं दो व्यक्तियों की मृत्यु, लापता होने के लिये कौन-कौन अधिकारी,कर्मचारी य अन्य दोशी है?, भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिये क्या कार्यवाही आवश्यक है?, क्या उक्त घटना को घटित होने से रोका जा सकता था?, जांच के दौरान अन्य महत्वपूर्ण तथ्य जो सामने आये उनको भी जांच प्रतिवेदन में सम्मिलित किया जाय?, कलेक्टर एवं जिलादण्डाधिकारी के उक्त आदेश के परिपालन में दण्डाधिकारी जांच के प्रारंभिक कार्यवाही में सर्व साधारण को जांच में भाग लेने तथा आपत्तिया सुझाव आदि प्रस्तुत करने के लिये समाचार पत्र के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी किया जाय कि दिनांक 9.7.2014 से 15.7.2014 तक कार्यालयीन दिवस एवं कार्यालयीन समय पर उपस्थित होकर आपत्तिया सुझाव प्रस्तुत करें, वाद म्याद आपत्ति, सुझाव पर कोई कार्यवाही विचार नहीं किया जावेगा। दण्डाधिकारी जांच के लिये स्थान अवधि व समय निम्नानुसार निर्धारित किया गया हैः- स्थान कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी एवं दण्डाधिकारी सोहागपुर, दण्डाधिकारी जांच की अवधि 9.7.2014 से 15.7.2014 नियत की जाती है, समय कार्यालयीन दिवसों में समय सुबह 10:30 बजे से सायं 5:30 बजे तक, कलेक्टर एवं जिलादण्डाधिकारी द्वारा दण्डाधिकारी जांच के लिये निर्धारित 9 बिन्दुओं के संबंध में उप क्षेत्रीय प्रबंधक, धनपुरी, ओ.सी.एम. सोहागपुर क्षेत्र से प्रमाणित दस्तावेजों सहित बिन्दुवार जानकारी ली जाय तथा दण्डाधिकारी जांच के संबंध में अपने प्रतिरक्षण हेतु स्वतः व उक्त घटना से संबंधित अधिकारी, कर्मचारी, अन्य को साक्ष्य हेतु निर्धारित स्थान, अवधि व समय पर उपस्थित होने बावत सूचना-पत्र भेजी जाय।
हाईस्कूल छतवई का उन्नयन
08 July 2014
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री सुधांशु वर्मा ने बताया है कि मध्यप्रदेश आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश में पंचवर्षीय योजना के अन्तर्गत हाई स्कूल पिपरिया का उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में उन्नयन की स्वीकृति प्रदान की गई है। उक्त जारी आदेश में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आंशिक संसोधन करते हुये हाई स्कूल पिपरिया का स्थान परिवर्तन कर उसके स्थान पर विकास खंड सोहागपुर के हाई स्कूल छतवई के उन्नयन की शासकीय स्वीकृती प्रदान की गई है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल द्वारा प्राचार्य हाई स्कूल छतवई को निर्देशित किया है कि हाई स्कूल छतवई का संचालन करना सुनिश्चित करें। उन्नयन की गई संस्था में पदस्थ प्राचार्य आगामी आदेश तक के लिये उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के लिये प्रभारी प्राचार्य के दायित्व का निर्वहन करेगें।
राष्ट्रीय महिला आयोग को अधिकार सम्पन्न बनाने का केन्द्र का फैसला स्वागत योग्य-महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह
07 July 2014
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने राष्ट्रीय महिला आयोग को महिलाओं के उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती का अधिकार देने के फैसले का स्वागत किया है। श्रीमती माया सिंह ने कहा कि घरेलू हिंसा और कार्य-स्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के मामले में कई बार पुलिस में सुनवाई न होने के कारण पीड़ित महिला को न्याय नहीं मिल पाता। ऐसी स्थिति में महिला आयोग को गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती का अधिकार मिलने से आयोग महिलाओं को न्याय दिलाने में बेहतर भूमिका निर्वहन कर सकेगा। उन्होंने कहा कि आयोग को अधिकार सम्पन्न बनाने से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों पर प्रभावी अंकुश भी लगेगा। उन्होंने कहा कि अब आयोग की भूमिका और जिम्मेदारी दोनों बढ़ गई है। निर्दोष पीड़ित न हो और पीड़िता को न्याय मिले, इस दिशा में आयोग को सतर्कता और सजगता के साथ काम करने की आवश्यकता है।
शहरी क्षेत्रों में तीस से अधिक आयु के नागरिकों की स्वास्थ्य जाँच अभियान पर विचार
07 July 2014
प्रदेश के शहरी क्षेत्र में स्थित सभी अस्पतालों में तीस वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोग संबंधी जाँच का अभियान संचालित करने पर विचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य कार्यक्रमों की राज्य स्तरीय तिमाही बैठक में यह जानकारी दी गई। इस तरह की जाँच ओपीडी रोगियों को प्रदान की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव श्री प्रवीर कृष्ण ने की। बैठक में बताया गया कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के रुप में कार्य करते हुए शहरी इलाकों में भी ग्रामों की तरह सेवाएँ उपलब्ध करवाएगा। प्रमुख रूप से टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के क्रियान्वयन पर ध्यान दिया जाएगा। मोहल्ला आरोग्य समितियों के गठन के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने का कार्य भी होगा। प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कुष्ठ रोग नियंत्रण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य रक्षा, टीबी नियंत्रण, केंसर रोग उपचार, फ्लोरोसिस नियंत्रण , मौसमी रोगों के बचाव पर निरंतर ध्यान दें। स्वच्छता, सुरक्षा और पेयजल बैठक में राज्य के सभी जिलों से आए अधिकारियों को हिदायत दी गई कि अस्पताल स्वच्छ रहें, रोगियों को सुरक्षा भी मिले और साफ पीने का पानी उपलब्ध हो। इसके साथ ही भोजन की गुणवत्ता पर भी निगाह रखी जाए। संक्रामक और अन्य रोगों की जानकारी छिपाये नहीं बैठक में निर्देश दिए गए कि ग्रामों में मलेरिया, डेंगू, डायरिया आदि का एक भी प्रकरण सामने आए तो उसे छुपाये नहीं बल्कि नियंत्रण के प्रयास करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को सेहत की रक्षा के लिए जागरूक बनाएं। गाँव के तालाब, कुएं आदि की समय-समय पर सफाई करवाने के अलावा ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरीन के आवश्यकता के मुताबिक उपयोग के निर्देश भी दिए गए। बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री फैज अहमद किदवई, संचालक स्वास्थ्य श्री राजीव दुबे भी उपस्थित थे।
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा प्रांरभिक एवं मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में कोचिंग के लिए अनुसूचित जाति के छात्र-छात्रों से आवेदन आंमत्रित
11 June 2014
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल द्वारा बताया गया है कि संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए प्रतिष्ठित कोचिंग के लिए अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं से आवेदन चाहे गये है। अनुसूचित जाति के आवेदक आवेदन करते समय अपने आवेदन में मध्यप्रदेश का मूल निवासी होकर अनुसूचित जाति का सदस्य भी हो का उल्लेख होना चाहिए, माता पिता, अभिभावक स्वयं के समस्त श्रोतो से वार्षिक 5 लाख रूपये से कम हो, अभ्यर्थी स्नातक परीक्षा प्रथम श्रेणी में उर्त्तीण हो तथा इस परीक्षा में वे उर्त्तीण होने के वर्ष आगामी तीन वर्षो तक आयोजित संघ लोक सेवा आयोग की सिविल परीक्षा की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा कोचिंग हेतु आवेदन कर सकें। कहा गया है कि अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राएं निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र भेंजे ताकि अनुसूचित जाति विकास से चयनित कर संघ लोक सेवा आयोग एवं सिविल सेवा के प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा के लिए प्रतिष्ठित संस्थाओं में भेजा जा सके।
स्वच्छता, स्वच्छता को आकर्षित करती है-कलेक्टर
11 June 2014
कलेक्टर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा है कि स्वच्छता, स्वच्छता को आकर्षित करती है, और गंदगी, गंदगी को आकर्षित करती है, उन्होने कहा कि जहां स्वच्छता होती है वहां पवित्रता होती है अच्छे विचारों का विकास होता है। उन्होने कहा कि हमें अपने मन को स्वच्छ और पवित्र रखना चाहिए और लोगों को स्वच्छ और सुखी रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि हमारे बुजूर्ग कहा करते थे कि जल देवता है जल में इतनी क्षमता और ताकत है कि वो हमारे पापों को धोता है किन्तु आज स्थिति यह है कि हम उसी पवित्र जल को गंदा करते है कलेक्टर ने कहा कि हमें जल सरंक्षण की दिशा में आगे आकर पहल करना चाहिए और जल को साफ और स्वच्छ रखने के लिए लोगो में जागरूकता पैदा करना चाहिए। कलेक्टर डॉ.अशोक कुमार भार्गव ने उक्त विचार आज झूला पुल तालाब के स्वच्छता अभियान के समापन समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होने कहा कि पहले पूर्व में हमारी परम्पराओं के अनुसार तालाब और सरोवरों में स्नान करने से पूर्व उसे कंकड मार कर जगाया जाता था और तालाब और सरोवरों से स्नान करने की अनुमति लेकर ही उसके जल का उपयोग किया जाता थां। उन्होने कहा कि हमारी प्राचीन परम्पराओं में तालाबों सरोवरों नदियों के सरंक्षण और संवर्धन के कई उदाहरण मिलते है हमें इन उदाहरणों का अनुकरण करते हुए जल संरक्षण और संर्वधन की दिशा में प्रयास करना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि आज गांवों में शौचालय के उपयोग नही करने के कारण गंदगी के अंबार लगे रहते है इस पर भी लोगों में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि गांवो में शौचालयों के निर्माण के लिए आगे आकर पहल करने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि गांव के हर आदमी को शौचालयों के निर्माण के लिए आगे आकर पहल करनी चाहिए और लोगों के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। उन्होने कहा कि हमें आजादी की दूसरी जंग गंदगी के विरूद्ध लडना है, इसके लिए हमें आगे आकर लोगों में गंदगी के प्रति जागरूकता पैदा करना होगा। कलेक्टर ने कहा कि शहडोल नगर के झूला तालाब की सफाई नगर के सभी शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों, एनएसएस, एनसीसी, होमगार्ड, पुलिस बल, नगरपालिका , जनअभियान परिषद, एवं वार्ड की पार्षद और नगरपालिका अध्यक्ष के विशेष प्रयासों से संभव हुआ है कलेक्टर ने सभी लोगों को तालाब की सफाई में अपेक्षित सहयोग देने के लिए धन्यवाद प्रेषित किया। उन्होने कहा कि नगर में अन्य तालाबों के सफाई की भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि शहडोल नगर की साफ सफाई के लिए लोगो में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। समारोह को संबोधित करते हुए आरोग्य भारतीय संस्था के लिए श्री भोलानाथ ने कहा कि स्वच्छता से बडा कोई काम नही स्वच्छता है तभी हमारा जीवन है उन्होने कहा कि शहडोल नगर के तालाब के सफाई का यह अभियान अनुकरणीय अभियान है इस तालाब की श्रम साधना करके कायाकल्प किया गया है। उन्होने कहा कि शहडोल नगर के लोगों के इन प्रयासों की मै सराहना करता हूं। श्री भोलानाथ ने कहा कि श्रम साधना करने से हृदय शुद्ध होता है। समारोह को संबोधित करते हुए पार्षद श्रीमती सोधिंया ने कहा कि तालाब के सफाई कार्य में सभी लोगो ने अपेक्षित सहयोग किया इसके लिए मै सभी को धन्यवाद देती हूं, इसके पूर्व कलेक्टर की अनुवाई में शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों ने तालाब की सफाई के लिए श्रमदान किया उसके पश्चात तालाब में वृ़क्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर डिस्ट्रीक्ट कमाण्डेंट होमगार्ड, नगरपालिका अधिकारी, समन्वयक जनअभियान परिषद, खेल एवं युवक कल्याण अधिकारी, एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक 16 जून को
10 June 2014
जिला कार्यम अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा उमरिया ने जानकारी दी है कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के नियुक्ति संबंधी आपत्तियों के निराकरण हेतु जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक का आयोजन 16 जून को सायं 3 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में आहुत की गई है। पूर्व में यह बैठक 9 जून को थी जो अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई थी।
स्कूल चलें हम अभियान
10 June 2014
जिले में स्कूल चलें हम अभियान में सभी समुदाय और नागरिकों को जोड़ा जाये। अभियान को व्यापक और विस्तृत रूप में संचालित करने में शासकीय और अशासकीय संगठनों को शामिल किया जा रहा है। कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहे इसके लिये संचालित अभियान के क्रियान्वयन की मॉनीटरिंग की व्यवस्था भी की गई है। कलेक्टर श्री सुरेन्द्र उपाध्याय ने तिवनी में आयोजित जनचौपाल में गत दिवस व्यक्त की। स्कूल चलें अभियान में अधिक से अधिक मोटिवेटर शिक्षादूत बनाये जायेंगे। शिक्षक, आशा कार्यकर्श्रा, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता, सचिव और पटवारी के साथ ही एन.जी.ओ., धर्मगुरू, व्यवसायकि संगठन को भी मोटिवेटर बनायेंगे। अभियान से हर नागरिक को जोड़ा जायेगा।
विभागीय योजनाओं को अमब्रेला स्कीम में शामिल करने हेतु बैठक संपन्न
06 June 2014
अपर कलेक्टर श्रीमती भारती ओगरे की अध्यक्षता में विभागीय योजनाओं को अमब्रेला स्कीम में शामिल करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने संबंधी बैठक जिला कार्यालय शहडोल के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में अतिरिक्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रभात उईके, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.पी.द्विवेदी,प्राचार्य आईटीआई श्री बी.एम.सिंह, मध्यान्ह भोजन योजना की श्रीमती आभा खरे, निर्मल भारत अभियान के श्री डी.के.पाण्डेय, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास से श्री संजय पाण्डेय एवं सहायक संचालक शिक्षा श्री एन.डी.सोनवानी, उपस्थित थे। बैठक में भारत सरकार द्वारा संचालित अमब्रेला स्कीम के बारे में सबंधित अधिकारियों को जानकारी दी गई तथा निर्देशित किया गया कि उक्त योजना हेतु आश्रम, छात्रावास एवं शिक्षण संस्थाओं आदि के लिए संदर्भित योजना में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार संसाधनों गतिविधियों, की आवश्यकता का आकंलन किया जाए तथा आवश्यकताओं के पूर्ति किस किस विभाग की योजना से की जा सकती है। इसका चिन्हांकन किया जाए। विभागवार चिन्हांकित गतिविधियों के लिए संबंधित विभाग के कितने वित्तीय संसाधन उपलब्ध हो सकेगें अभिशरण हेतु आंकलन कर लिया जाए। अभिसरण उपरान्त किन मदों में कितने अतिरिक्त संसाधन आदिवासी विकास विभाग के माध्यम से पूर्ति की जाएगी जानकारी तैयार कर ली जाए। बैठक में बताया गया कि छात्रावास एवं आश्रमों में अतिरिक्त निर्माण कार्य ,अतिरिक्त कक्ष, गणवेश, पाठ्यपुस्तकें, बैग, अतिरिक्त शिक्षक व्यवस्था, टीचिंग, लर्निग मटेरियल एवं सर्वशिक्षा अभियान के माध्यम से पेय जल की व्यवस्था, राष्ट्रीय ग्रामीण पेय जल कार्यक्रम के तहत स्वच्छता एवं शौचालयों की व्यवस्था, निर्मल भारत अभियान के द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषण आहार, राष्ट्रीय गा्रमीण स्वास्थ्य मिशन एवं मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के तहत हाईस्कूल स्तर तक शैक्षणिक गुणवत्ता एवं सहयोग, अतिरिक्त भवन राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान द्वार बेबसाइट शिक्षा एवं कैरियर काउसिंलिंग औ़द्योगिक प्रशिक्षण संस्था द्वारा पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति आदिवासी विकास द्वारा किये जाने का प्रस्ताव तैयार करने संबंधी चर्चा की गई। अमब्रेला स्कीम के अनुसार जिले की कार्ययोजना तैयार करने के लिए जिला स्तरीय कोर ग्रुप का गठन भी किया गया है। कोर ग्रुप के अध्यक्ष जिले के कलेक्टर एवं उपाध्यक्ष, मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा समन्वयक सहायक आयुक्त आदिवासी विकास व जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण को बनाया गया है। कोर गु्रप में जिला परियोजना समन्वयक, सर्वशिक्ष अभियान जिला प्रमुख राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी, निर्मल भारत अभियान, मध्यान्ह भोजन एवं राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन तथा कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी व प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था को सदस्य बनाया गया है।
सनसीनखेज गंभीर अपराधिक प्रकरणों की समीक्षा बैठक 10 जून को
06 June 2014
जिले में जघन्य, सनसनीखेज, गंभीर अपराधों की तत्परता पूर्वक विवेचना अभियोजन तथा न्यायालय द्वारा विचारण प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किये जाने हेतु जिला दण्डाधिकारी डॉ.अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में 10 जून 2014 को सायं 5 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई है।
अनुभवी काउन्सलर एवं विषय विशेषज्ञों के गेस्ट पैनल के गठन हेतु आवेदन 3 जून तक
28 May 2014
जिला रोजगार अधिकारी शहडोल द्वारा बताया गया हे कि वर्ष 2014-15 हेतु जिला रोजगार कार्यालय शहडोल में कैरियर काउंसिलिंग योजना के अन्तर्गत मार्गदर्शन देने हेतु काउंसलर एवं विषय विशेषज्ञों के गेस्ट पैनल के गठन हेतु आवेदन 3 जून 2014 तक आमंत्रित किया जाते है। नामांकित काउंसलरों को निर्धारित दिवसों में काउंसिलिंग हेतु कार्यालय में आमंत्रित किया जाएगा एवं निर्धारित मानदेय दिया जाएगा। इच्छुक आवेदक 3 जून 2014 तक अपने आवेदन जिला रोजगार कार्यालय शहडोल में कार्यालयीन समय में जमा कर सकते है। मनोवैज्ञानिक काउंसलर हेतु अनिवार्य योग्यता साईकोलॉजी में स्नातकोत्तर होना चाहिए। विषय विशेषज्ञ काउंसलर हेतु मार्गदर्शन के क्षेत्र में अनुभव सहित योग्यता किसी भी इस्ट्रीम डिग्री, डिप्लोमा, एवं पीजी डिग्री होना चाहिए। इच्छुक आवेदक अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय शहडोल से सीधे सम्पर्क स्थापित कर सकते है।
त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2014-15 हेतु फोटोयुक्त मतदाता सूची की तैयारी का प्रशिक्षण सम्पन्न
28 May 2014
गतदिवस त्रिस्तरीय आम निर्वाचन 2014-15 की फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने के संबंध में राज्य आयोग द्वारा प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा जिला स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) समस्त तहसीलदार व नायब तहसीलदार एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं समाज शिक्षा संगठन तथा प्रत्येक विकास खण्ड से 02 पंचायत समन्वय अधिकारी उपस्थित रहे। जिन्हे विधानसभा निर्वाचन 2014 की निर्वाचक नामावली के 2 सेटस उपलब्ध करायें तथा मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आधार पत्रक तैयार करने एवं मतदाता सूची की मार्किंग करने का विधिवत प्रशिक्षण दिया गया। समस्त अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, मुख्यकार्यपालन अधिकरी पंचायतों को यह निर्देशित किया गया कि खण्ड स्तर पर मतदाता सूची से जुडे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तत्काल प्रशिक्षण प्रदान करते हुए आधार पत्रक एवं मतदाता सूची की मार्केड प्रति शीघ्र तैयार कराई जायें।
पंजीकृत वाहन चालक एवं परिचालक प्राथमिकता परिवार सूची में शामिल
26 May 2014
राज्य सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं राज्य की मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना का लाभ पंजीकृत व्यावसायिक वाहन चालक एवं परिचालक को दिये जाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना जारी होने के बाद पंजीकृत वाहन चालक एवं परिचालक को योजना का लाभ मिलेगा। प्रदेश में पूर्व में 24 श्रेणी के परिवारों को प्राथमिकता परिवार की सूची में शामिल किया गया है।
बी.एड. में प्रवेश के लिये ऑनलाइन पंजीयन प्रारंभ
26 May 2014
बी.एड. प्रवेश परीक्षा अनुसार पात्र आवेदक को काउंसिलिंग में सम्मिलित होने के लिये 25 से 31 मई तक ऑनलाइन पंजीयन करवाना अनिवार्य है। निर्धारित अवधि तक पंजीयन नहीं करवाने वाले आवेदकों को प्रवेश के लिये होने वाली काउंसिलिंग के किसी भी चरण में सम्मिलित नहीं किया जायेगा। आवेदक को क्रम से 50 महाविद्यालय का चयन करना पड़ेगा। प्रथम चरण के लिये चुने गये महाविद्यालय की वरीयता एवं गुणानुक्रम अनुसार 4 जून को महाविद्यालय आवंटित किये जायेंगे। आवंटित महाविद्यालय में प्रवेश के लिये शुल्क एवं अन्य रिकार्ड 9 जून तक जमा किये जा सकेंगे। प्रथम चरण के बाद रिक्त सीटों की उपलब्धता 10 जून को प्रदर्शित होगी। द्वितीय चरण में 10 से 14 जून तक पुनरू वरीयता प्रस्तुत की जा सकेगी। द्वितीय चरण में सीट आवंटन 17 जून को होगा। आवंटित महाविद्यालय में प्रवेश 21 जून तक लिया जा सकेगा। द्वितीय चरण के पश्चात रिक्त रहने वाली सीटों की जानकारी 23 जून को उपलब्ध होगी। इन रिक्त सीट पर प्रवेश के लिये अंतिम चरण में बी.एड. महाविद्यालय के लिये निर्धारित हेल्प-सेंटर पर सभी मूल दस्तावेजों के साथ 23 से 25 जून तक उपस्थित हो सकते हैं। हेल्प-सेंटर द्वारा आवेदकों की गुणानुक्रम सूची का प्रकाशन 26 जून को सुबह किया जायेगा। अंतिम चरण में चयनित आवेदक 28 जून तक संबंधित बी.एड. महाविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे। पंजीयन के लिये सामान्य आवेदकों को 250 रुपये तथा अनुसूचित जाति-जनजाति एवं नि:शक्त श्रेणी के आवेदकों के लिये 125 रुपये का शुल्क लगेगा। प्रवेश प्रक्रिया एवं मान्य बी.एड. महाविद्यालयों की सूची वेबसाइट www.mponline.gov.in पर उपलब्ध है। संस्था की कुल उपलब्ध सीट में से 75 प्रतिशत मध्यप्रदेश राज्य के लिये एवं 25 प्रतिशत प्रदेश के बाहर निवास करने वाले आवेदक के लिये उपलब्ध होगी। अल्पसंख्यकों के लिये संचालित संस्थाओं में प्रवेश के लिये 50 प्रतिशत स्थान अल्पसंख्यक श्रेणी तथा 50 प्रतिशत स्थान अन्य सभी श्रेणी के लिये रहेंगे। किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या के लिये दूरभाष क्रमांक 0755-4019401-06 तथा 2551573 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
वनाधिकार की समीक्षा बैठक 24 मई को निर्धारित प्रपत्र में अद्यतन जानकारी के साथ बैठक में हों उपस्थित-कलेक्टर
23 May 2014
वन अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन के संबंध में वर्षों से खेती कर रहे जनजाति वर्ग के कृषकों को उनके कब्जे की वन भूमि के शेष रहे पट्टे, निरस्त दावों की पुनः समीक्षा कार्यवाही अभियान चलाकर किया जाना है। वन अधिकार के नवीन व्यक्तिगत दावे एवं सामुदायिक दावे प्राप्त करने तथा निरस्त किए गए दावों का पुनः परीक्षण करके अधिकार पत्र वितरण की कार्यवाही के संबंध में अनुसूचित जनजाति और अन्य निवासी(वन अधिकार की मान्यता) अधिनियम 2006 एवं संशोधित नियम 2012 के संबंध में समीक्षा बैठक 24 मई 2014 को अपरान्ह 4 बजे से कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई है। कलेक्टर श्री नंद कुमारम् ने वन मंडलाधिकारी, सभी एसडीएम, उप वन मंडलाधिकारी तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्धारित 05 प्रपत्रों में प्राप्त निराकृत, लंबित दावों की संख्या व निराकृत मान्य, अमान्य दावे तथा वितरित हक प्रमाण पत्रों की संख्या, अमान्य दावों में से पुनः परीक्षण किए गए दावे, मान्य दावों तथा शेष दावों के संबंध में 31 मार्च 2014 तथा 20 मई 2014 की स्थिति में जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही जिले में वन भूमि वाले ग्राम तथा वन सीमा से 5 किमी दूरी पर स्थित ग्रामों की कुल संख्या, जिन ग्रामों में दावें प्राप्त नहीं हुए हैं, उनकी संख्या, ग्रामों से प्राप्त दावें की संख्या, दावे अप्राप्त ग्रामों में से एसडीएम द्वारा जांच कर प्रमाण पत्र प्रदाय ग्रामों की संख्या व उप खंड में हक ग्रामों की संख्या, ऐसे ग्रामों की संख्या जिनमें वन जीव एवं जैव विविधिता समितियों का गठन हो चुका है। शेष गठित समितियां व समिति गठित न होने के कारण के संबंध में अद्यतन जानकारी के साथ समीक्षा बैठक में उपस्थित होने को कहा गया है।
खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन के विरूद्ध कलेक्टर करें कड़ी कार्यवाही- कमिश्नर
23 May 2014
कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार ने खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए है। कमिश्नर ने कलेक्टरों को निर्देशित करते हुए कहा है कि संभाग में कही भी खनिज के अवैध उत्खनन एवं परिवहन के प्रकरण पाये जाने पर उनके विरूद्ध नियमानुसार प्रकरण दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करें। कमिश्नर ने शहडोल संभाग की ऐसे शाला भवन जो खंडहर में तबदील हो गये है को अनुपयोगी घोषित कर उन्हे गिराने की कार्यवाही तथा उनके स्थान पर नये शाला भवन बनाने के प्रस्ताव शासन को प्रेषित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए है, उन्होने कलेक्टरों को निर्देशित करते हुए कहा है कि शहडोल संभाग के शालाओं में पक्की बाउन्ड्री वाल बनाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ताकि शासकीय शालाओं में किये जा रहे अतिक्रमण को रोका जा सके। कमिश्नर ने कलेक्टरों को शहडोल संभाग में रेत के अवैध परिवहन को भी रोकने के निर्देश दिए। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार ने उक्त निर्देश आज कलेक्टर कान्फ्रेंस में दिए। कलेक्टर कान्फ्रेंस में कलेक्टर शहडोल डॉ.अषोक कुमार भार्गव, कलेक्टर उमरिया श्री सुरेन्द्र उपाध्याय, कलेक्टर अनुपपूर श्री नंदकुमारन, उपायुक्त राजस्व श्री एफ.आर.पण्डा, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में भू-अर्जन के प्रकरणों की निराकरण की जिलेवार समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि संभाग के तीनों जिलों में भू-अर्जन की राशियां उपलब्ध है। उक्त राशियों को वितरण सुनिश्चित करायें, उन्होने कहा कि पट्टे की भूमि में यह लिखा जाए कि यह भूमि अहस्तांतरणी है ताकि पट्टे के भूमि का विक्रय नही किया जा सके, कमिश्नर ने कहा कि पटवारियों द्वारा खसरे में कैफियत कॉलम में पेडो, कुओं, की इंन्ट्री नही की जाती इस व्यवस्था को तत्काल सुधारा जाए ताकि खसरे में कैफियत कॉलम में सभी इंन्ट्रियां की जा सके। बैठक में कमिश्नर ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वह अधिकारियों कर्मचारियों के विभागीय जॉच के प्रकरण उनकी सेवा निवृत्ति से पूर्व करायें इसके लिए प्रस्तुतकर्ता अधिकारी तथा जॉच अधिकारियों की बैठकें लेकर उन्हे ताकिद करें कि वह संबंधित अधिकारी कर्मचारी की जॉच उनके सेवा निवृत्ति के पूर्व कर के प्रतिवेदन प्रस्तुत करें बैठक में कमिश्नर ने जनसुनवाई के प्रकरणों के निराकरण में उल्लेखनीय कार्य करने पर संभाग के सभी कलेक्टरों की सराहना की तथा कहा कि जनसुनवाई, टेलसंपर्क कार्यक्रम सीएम हेल्पलाइन कार्यक्रम के आवेदनों का निराकरण समय सीमा में किया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा इनकी निरंतर समीक्ष की जाए। बैठक में कमिश्नर ने राजस्व न्यायालयों के प्रकरणों की जिलेवार समीक्षा करते हुए कहा कि पुराने लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए शहडोल संभाग के सभी जिलो में अभियान चलाया जाए। कमिश्नर ने कहा कि संभाग के कई राजस्व अनुभागो में वर्षो पुराने राजस्व प्रकरण लंबित है, इन प्रकरणों के निराकरण हेतु संबंधित अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को ताकिद किया जाए तथा सभी पुराने लंबित राजस्व प्रकरणों का अभियान चलाकर निराकरण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में अविवादित नामांतरण और बटवारें के प्रकरणों की जिलेवार समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि अविवादित नामांतरण बटावार और सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण के हेतु संभाग में अभियान चलाया जाए तथा ऐसे सभी प्रकरणों का निराकरण किया जाए। बैठक में कमिश्नर ने ऋण पुस्तिका वितरण की भी समीक्षा की। कमिश्नर ने डायवर्सन के लंबित प्रकरणों का भी निराकरण के निर्देश देते हुए कहा कि संभाग के सभी जिलों में आडित कण्डिकायें लंबित है। इन आडित कण्डिकाओं का समय सीमा में निराकरण करना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में कमिश्नर ने पटवारी बस्तों की जॉच की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि अभी भी संभाग के कई अनुविभागीय अधिकारियो और तहसीलदारों द्वारा पटवारी बस्तों की जॉच नही की जा रही कमिश्नर ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि पटवारी बस्तों की जॉच के लिए वे राजस्व अधिकारियों को ताकिद करें। बैठक में कमिश्नर ने वन अधिकार पत्रों के वितरण की समीक्षा करते हुए कहा कि पुराने अमान्य दावों का पुनः परीक्षण करें तथा पात्रता आने पर वनवासियों को वनाधिकार पत्रों का वितरण सुनिश्चित करायें। बैठक में कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों को संभाग के क्षतिग्रस्त छात्रावास भवनों की मरम्मत हेतु अभियान चलाने के निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा काल के पूर्व संभाग के सभी क्षतिग्रस्त छात्रावास भवनों की छतों, शौचालयों, खिडकी दरवाजों की मरम्मत करायें। कमिश्नर ने कहा कि संभाग के तीनो जिलो को छात्रावास भवनों की मरम्मत के लिए समुचित राशि मुहैया करायी गई है। इस राशि का उपयोग समय सीमा में सुनिश्चित कराना करें। कमिश्नर ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि संभाग के सभी छात्रावास भवनों, आंगनबाडी भवनों और शाला भवनों में शौचालयों को सुधारें तथा छात्र-छात्राओं को शौचालयों के उपयोग के लिए भी प्रेरित और प्रोत्साहित करें। कमिश्नर ने कलेक्टरों से कहा कि आदिम जाति विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों आश्रमों की स्थिति ठीक होनी चाहिए ताकि दूर-दराज से आने वाले छात्र-छात्राएं छात्रावासों में रहकर सहजता से शिक्षा ग्रहण कर सके। बैठक में अन्य सामयिक विषयों पर भी चर्चा की गई।ेते है।’’
मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन के क्रियान्वयन में शहडोल जिला प्रदेश में पहले स्थान पर मुख्य सचिव ने कलेक्टर शहडोल को प्रेशित की बधाई
21 May 2014
प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन का वर्ष 2013-14 में शहडोल जिले में किये गये उत्कृष्ट क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर शहडोल डॉ. अशोक कुमार भार्गव को प्रशंसा पत्र प्रेशित करते हुये शहडोल जिले में किये गये उत्कृष्ट और अनुकरणीय कार्यो हेतु प्रशंसा एवं बधाई प्रेशित की है। मुख्य सचिव ने जारी पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन में वर्ष 2013-14 में दिये गये 2398 प्रकरणों के लक्ष्य के विरूद्व 3192 आवासीय ऋण प्रकरणों में ग्रामीण हितग्राहियों को ऋण एवं राज्य शासन के अनुदान की राशि वितरित करने का सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि गरीब एवं बेघर ग्रामीणों को पक्का आवास उपलब्ध कराने की दिशा में किया गया, आपका प्रयास अनुकरणीय है, इस प्रयास के लिए आप प्रशंसा एवं बधाई के पात्र है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन के बेहतर क्रियान्वयन हेतु शहडोल जिले में कलेक्टर डॉ. भार्गव के मार्गदर्शन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.के. शुक्ला, सहायक परियोजना अधिकारी श्री एस.के. मिश्रा, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं बैंकर्सो ने टीम भावना से कार्य किया जिसके परिणाम स्वरूप यह उपलब्धि हासिल हो पाई है।
कलेक्टर ने सुनी जनसुनवाई में लोगो की समस्यायें
22 May 2014
कलेक्टर डॉ.अशोक कुमार भार्गव ने आज कलेक्टर कार्यालय में आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई कार्यक्रम में लोगों की समस्यायें सुनी तथा समस्या मूलक आवेदनों पर समय सीमा में कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में ग्राम पंचायत अमहा के पूरन लाल पाव कलेक्टर को बताया कि राशन दुकान के कोटेदार की तानाशाही के कारण गांव के गरीब तबके के लोगों को सस्तेदरों पर अनाज नही मिल रहा है। ग्रामीण पूरनालाल पाव का कहना था कि राशन दुकान के कोटेदार के कार्यो की जॉच करायी जाए और गांव के गरीब तबके के लोगों को राशन मुहैया करायी जाए। ग्रामीण की गुहार सुनकर कलेक्टर ने जिला आपूर्ति अधिकारी शहडोल को निर्देश दिए की वह राशन दुकान की जॉच करें और नियमानुसार कार्यवाही कर पात्र हितग्राहियों को सस्तेदरों पर राशन मुहैया कराना सुनिश्चित करें। जनसुनवाई में ग्राम पंचायत निपनिया के ग्राम वासियों ने कलेक्टर को आवेदन करते हुए बताया कि गांव की हाई स्कूल की शिक्षण व्यवस्था चौपट हो गयी है,जिसके चलते कक्षा 12वी और 10वी के परिणाम काफी खराब आये हैं। ग्रामीणों ने बताया की प्राचार्य की मनमानी के कारण स्कूल की शैक्षणिक व्यवस्था चरमरा गई है। ग्रामीणों ने बताया कि छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का वितरण ही नही किया गया है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से प्राचार्य को हटाने की मॉग की, जिसपर कलेक्टर ने आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शहडोल को दिए। जनसुनवाई में शहडोल ओमकार सिंह दाहिया ने कलेक्टर को बताया कि पालीटेकनिक कॉलेज परिसर से विगत छः माह में दो बार साईकिलो की चोरियां हुई हैं, उनका कहना था की अभी हाल ही में उसकी नई साईकिल चोरो द्वारा पालीटेकनिक कॉलेज परिसर से चुरा ली गई है। श्री ओमकार सिंह दाहियां ने कलेक्टर से साईकल चोरों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मॉग की। जिसपर कलेक्टर ने नगर निरीक्षक शहडोल को निर्देश दिए है कि वह चोरो का पता लगाकर उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करें। जनसुनवाई में ग्राम पंचायत भन्नी के उपसरपंच शैलेन्द्र सिंह ने कलेक्टर को बताया कि गांव में स्थित राशन दुकान के सेल्स मैन अजय प्रताप सिंह विधवाओं और कर्मकार मण्डल के हितग्राहियों को सस्ते दरों पर राशन नही मुहैया करा रहा है। उपसरपंच श्री शैलेन्द्र सिंह का कहना था कि ग्राम पंचायत की विधवा महिलाओं और कर्मकार मण्डल में संलग्न मजदूर परिवारों को प्राथमिकता के साथ सस्ते दरों पर अनाज मुहैया कराया जाए। जिसपर कलेक्टर ने आवश्यक कार्यवाही के निर्देश जिला आपूर्ति अधिकारी को दिए। जनसुनवाई में अन्य आवेदनों का भी निराकरण किया गया। जनसुनवाई में अपर कलेक्टर श्रीमती भारती ओगरे सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
नगरीय क्षेत्रों में खुले में शौच करने की प्रवृत्ति पर प्रतिबंध लगायें नगरपालिका अधिकारी -कमिश्नर
20 May 2014
कमिश्नर शहडोल संभाग श्री डी.पी.अहिरवार ने संभाग के सभी नगरपालिका अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रों में खुले मे शौच करने पर प्रतिबंध लगाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा है कि नगरीय क्षेत्रों में खुले में शौच करने पर प्रतिबंध है किन्तु इन कानूनों का कड़ाई से पालन नही करने के कारण आज भी नगरीय क्षेत्रों के नागरिक शौचालयों का प्रयोग नही करते हुए खुले में शौच करते है। इससे नगरीय क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर गंदगी फैलती है जो बीमारियों का आमंत्रण देती है। कमिश्नर ने कहा है कि नगरपालिका अधिकारी खुले में शौच करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगायें उन्होने कहा है कि लोगों को जागरूक करें की वह अपने घरों में शौचालयों का निर्माण करें तथा शौचालयों का उपयोग भी करें। कमिश्नर ने संभाग के सभी नगरपंचायतों में सार्वजनिक स्थान पर सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए है तथा इस कार्ययोजना को मूर्तरूप देने के भी निर्देश संभाग के सभी नगरपालिका अधिकारियों को दिए है। कमिश्नर श्री डी.पी.अहिरवार ने उक्त निर्देश आज कमिश्नर कार्यालय में आयोजित नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं और निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में अधीक्षण यत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री आर.एस.ठाकुर, परियोजना अधिकारी डूडा शहडोल श्रीमती शांति पाण्डेय, परियोजना अधिकारी डूडा उमरिया श्री उमाशंकर गुप्ता, परियोजना अधिकारी डूडा अनुपपूर श्री आर.के.सिंह परिहार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी धनपुरी श्री रविकांत त्रिपाठी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी शहडोल श्री श्यामसुन्दर शर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी ब्यौहारी श्री एस.पी.सिंह, मुख्य नगरपालिका अधिकारी बिजूरी कु.कमला कोल, मुख्य नगरपालिका अधिकारी जैतहरी श्री भगवत प्रसाद तिवारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी कोतमा श्री आर.एस.हलवाई, मुख्यनगरपालिका अधिकारी चंदिया श्री नरेन्द्र पाण्डेय, मुख्य नगरपालिका अधिकारी अनुपपूर श्री एस.एस.सुहाने, एवं अन्य नगरपालिकाओं के मुख्य नगरपालिका अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कमिश्नर ने नगरीय क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि संभाग के सभी नगरीय क्षेत्रों में नागरिकों को समुचित मात्रा में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि बिजूरी और कोतमा में पेयजल की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए समुचित कार्ययोजना बनाई जाए। बैठक में मुख्यमंत्री पेयजल योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री पेयजल योजना में कराये जा रहे कार्य अतिगुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। उन्होने नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मुख्यमंत्री पेयजल योजना के कार्यो की निरंतर मॉनीटरिंग करें तथा टेण्डर में निहित शर्तो के अनुरूप ही कार्य कराना सुनिश्चित करें। बैठक में कमिश्नर ने नगरीय क्षेत्रों में कराये जा रहे निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि नगर पालिका द्वारा निर्मित निर्माण कार्य अतिगुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। उन्होने कहा कि नगरपालिका अधिकारी का यह नैतिक दायित्व है कि वह नगरीय क्षेत्रों में कराये जा रहे निर्माण कार्यो की निरंतर मॉनीटरिंग करें सतत् निगरानी करें तथा निर्माण एजेसीं से गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में कराये जा रहे सौदर्यीकरण के कार्य भी अतिगुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। कमिश्नर ने नगरपालिका अधिकारियों से कहा कि वह निर्माण एजेसिंयों को अतिगुणवत्तापूर्ण निर्माणकार्य कराने के लिए निरंतर प्रेरित करें। बैठक में कमिश्नर ने नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह नगरीय क्षेत्रों में स्थित सभी परिसंपत्तियों का रजिस्टर में संधारण करें। उन्होने कहा कि परिसंपत्तियों के संधारण से इनके रखरखाव के लिए मिलने वाली राशि को प्राप्त करने में सहजता होगी। कमिश्नर ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों की परिसम्पत्तियों जैसे ऑगनबाडी केन्द्र, स्कूल भवन आदि में बाउन्ड्रीवाल बनाना सुनिश्चित करें। बैठक में कमिश्नर ने नगरपालिकाओं द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगरीय क्षेत्र के निराश्रित व्यक्तियों के लिए संचालित पेंशन योजना का प्रभावी क्रियान्वयन करें तथा यह प्रयास करें की उन्हे हर हाल में पेंशन राशि का भुगतान समय पर हो जाए। कमिश्नर ने नगरीय क्षैत्रों के पेंशनरों की राशि सीधे उनके खाते में पहुचांने के उद्देश्य से नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए है कि पेंशनधारियों के बैंक खाते राष्ट्रीयकृत बैंको में खोला जाना सुनिश्चित करें ताकि उनकी पेंशन राशि सीधे उनके खाते मे उन्हे मुहैया करायी जा सके। बैठक में कमिश्नर ने नगरीय क्षेत्रों के हितग्राहियों के लिए संचालित हाथ ठेला योजना, शहरी कामकाजी महिला योजना, केश शिल्पी योजना, की प्रगति की निरंतर मॉनीटरिंग करें तथा इन योजनाओं से अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित करने का प्रयास करें। कमिश्नर ने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध हर माह लक्ष्य पूर्ति करने के प्रयास करने के निर्देश दिए तथा बीएलसीसी तथा डीएलसीसी की बैठकें हर माह आयोजित कर वित्त पोषण की समीक्षा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। बैठक में कमिश्नर ने संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा भी की।
मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन के उत्कृष्ट क्रियान्वयन हेतु मुख्य सचिव ने कलेक्टर शहडोल को प्रेषित की बधाई
20 May 2014
प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन का वर्ष 2013-14 में शहडोल जिले में किये गये उत्कृष्ट क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर शहडोल डॉ. अशोक कुमार भार्गव को प्रशंसा पत्र प्रेषित करते हुये शहडोल जिले में किये गये उत्कृष्ट और अनुकरणीय कार्यो हेतु प्रशंसा एवं बधाई प्रेषित की है। मुख्य सचिव ने जारी पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन में वर्ष 2013-14 में दिये गये 2398 प्रकरणों के लक्ष्य के विरूद्व 3192 आवासीय ऋण प्रकरणों में ग्रामीण हितग्राहियों को ऋण एवं राज्य शासन के अनुदान की राशि वितरित करने का सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि गरीब एवं बेघर ग्रामीणों को पक्का आवास उपलब्ध कराने की दिशा में किया गया, आपका प्रयास अनुकरणीय है, इस प्रयास के लिए आप प्रशंसा एवं बधाई के पात्र है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन के बेहतर क्रियान्वयन हेतु शहडोल जिले में कलेक्टर डॉ. भार्गव के मार्गदर्शन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.के. शुक्ला, सहायक परियोजना अधिकारी श्री एस.के. मिश्रा, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं बैंकर्सो ने टीम भावना से कार्य किया जिसके परिणाम स्वरूप यह उपलब्धि हासिल हो पाई है।







 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 
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