बिलासपुर की जनता का मिलेगा आशीर्वाद: करुणा शुक्ला
10 March 2014
बिलासपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी व पूर्व सांसद करुणा शुक्ला का कहना है कि हाईकमान ने बिलासपुर सीट से चुनाव ल़़डने का आदेश दिया है। मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगी।
मुझे पूरा भरोसा है कि इस चुनाव में कार्यकर्ताओं के साथ ही जनता का आशीर्वाद व सहयोग मिलेगा। साथ ही पार्टी के भीतर नाराजगी जैसी बात नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अटल श्रीवास्तव के निवास स्थल पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्रीमती शुक्ला ने कहा कि क्षेत्र की जनता का सहयोग के साथ ही पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के सहयोग के बिना चुनाव में जीत हासिल करना मुश्किल है। अब मैं कांग्रेस की आम कार्यकर्ता बन गई हूं। मेरे राजनीतिक जीवन के 32 साल का अनुभव के साथ ही कांग्रेस अलाकमान ने मुझ पर जो भरोसा जताया है उस भरोसे को कायम रखने की जिम्मेदारी यहां की जनता के साथ ही पार्टी पदाधिकारियों का दायित्व है। मुझे पूरा भरोसा है कि पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मुझे जीताने के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि बीते अक्टूबर माह में भाजपा छो़़डने के बाद मैं काफी चिंतन-मनन कर रही थी। मीडिया ने भी सवाल किया तो मैं राजनीति से दूर रहने की बात कही थी, लेकिन उम्र के आधे प़़डाव का समय मैने राजनीति में बिताया है। लिहाजा, राजनीति छो़़ड नहीं पाई और खाली बैठ नहीं सकी।
कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से मेरी मुलाकात हुई, तब उन्होंने पूछा था कि आप कांग्रेस से क्या चाहती हैं। तब मैने उन्हें कहा था कि मैं किसी पद की लालच में यहां नहीं आई हूं और न ही कुछ देन आई हूं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा के बागी मेरे संपर्क में है, लेकिन मैने कभी उन्हें कांग्रेस लाने की कोशिश नहीं की। हां, जो अपने मन से कांग्रेस में आने की इच्छा जाहिर करेंगे, तो पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा कर कांग्रेस में लाने की कोशिश की जाएगी।
अटल व आडवाणी से बडे़ नेता हो गए रमन
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयानों से नाराज श्रीमती शुक्ला ने कहा कि भाजपा में उनकी उपेक्षा हुई थी। यही नहीं रमन खुद को अटल व आडवाणी से ब़़डा नेता समझने लगे हैं। लोकसभा चुनाव में छत्तीसग़़ढ में कांग्रेस की जीत होगी।
महिलाओं का सम्मान नहीं करते मोदी
श्रीमती शुक्ला ने कहा कि चाय वाले की राजनीति करने वाले व भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को झूठ बोलने की आदत पड़ गई है। यहीं नहीं वे महिलाओं का सम्मान भी नहीं करते हैं। उन्होंने शादी करने के बाद अपनी पत्नी तक को छोड़ दिया।।
कांग्रेस ने जारी की 9 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा
10 March 2014
रायपुर। कांग्रेस ने शनिवार को अपनी पहली सूची जारी कर दी, जिसमें छत्तीसगढ़ से 9 उम्मीदवारों के नाम हैं। कांग्रेस में हाल ही में शामिल हुई पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भानजी करुणा शुक्ला को बिलासपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। अन्य उम्मीदवारों में सरगुजा से रामदेव ताम, रायगढ़ से डॉ मेनका सिंह, जांजगीर-चाम्पा से प्रेमचंद, कोरबा से डॉ चरण दास महंत, राजनांदगांव से कमलेश्वर वर्मा, दुर्ग से ताम्रध्वज साहू, रायपुर से छाया वर्मा और बस्तर से जीरम घाटी हमले में मारे गए कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा के पुत्र दीपक कर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। कांकेर और महासमुंद जहां से कथित तौर पर अजीत जोगी टिकट मांग रहे हैं, पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नही की गई है।
इसके पूर्व शनिवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव छत्तीसगढ़ प्रभारी बी के हरिप्रसाद के साथ बैठक हुई। जिसमे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की उम्मीदवारी को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव का कहना था प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बताया कि सभी सीटों पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी चुनाव कमेटी की है।
जोगी की उम्मीदवारी के सम्बन्ध में नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव का कहना था कि मुमकिन है कि शीर्ष नेतृत्व जोगी की उम्मीदवारी को लेकर उनसे फिर से बात करे।
गौरतलब है कि जोगी आज भी चुनावी राजनीति से दूर रहने की बात कह रहे हैं। बैठक के बाद शाम को प्रदेश कांग्रेस के नेता छत्तीसगढ़ रवाना हो गए।
लम्बे इन्तजार के बाद जारी की गई कांग्रेस की पहली सूची से एक बात साफ हो गई है कि राज्य में कांग्रेस की ओर से किसी एक ब्राहमण उम्मीदवार को ही टिकट मिलेगा। दुर्ग से पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे के भाई प्रदीप चौबे और रायपुर से चर्चा में आ रहा संत्यानारायण शर्मा का टिकट कट चूका है।
गौरतलब है कि दुर्ग, महासमुन्द, रायपुर , बिलासपुर आदि सीटों से कांग्रेस के बडे़ ब्राह्मण दिग्गजों द्वारा टिकट के लिए दावा ठोंका जा रहा था।
महासमुंद से जीरम हमले में मारे गए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ला की पुत्री प्रतिभा पांडे दावेदारी कर रही है ,वही कांकेर में किसी स्थानीय को टिकट देने की बात प्रदेश कांग्रेस के द्वारा बार-बार कही जा रही है। कांग्रेस की दूसरी सूची के अगले साह आने की सम्भावना है ।
बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश
10 March 2014
बिलासपुर। पुलिस ने बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को दबोच लिया। उनके पास से दो बाइक बरामद की गई हैं।
पिछले कुछ समय से शहर में बाइक चोरी की लगातार घटनाएं हो रही हैं। बाइक चोरी की वारदातों पर रोक लगाने के लिए एसपी बीएन मीणा ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। बीते शनिवार रात सकरी बटॉलियन के पास रहने वाला दिनेश खरे अपनी बाइक को घर के सामने खड़ी किया था। कुछ देर बाद बाहर निकला तो उसकी बाइक गायब थी। उसने आसपास पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसने इस घटना की रिपोर्ट चकरभाठा थाने में दर्ज कराई। साथ ही खुद भी पूछताछ करता रहा। उसने पुलिस को बताया कि घटना की रात मोहल्ले के चार युवक सड़क किनारे खड़े थे। उनसे पूछताछ में चोरों का पता चल सकता है। उसने पुलिस की मदद से एक संदेही को पकड़ लिया। संदेही के पकड़ में आते ही चकरभाठा पुलिस ने स्पेशल टीम के साथ गिरोह की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पता चला कि तिफरा के कुन्दरापारा निवासी पिंटू उर्फ अमित द्विवेदी का बाइक चोरी के मामले में पहले भी चालान हो चुका है। वह दो-तीन दिन से रोज मोहल्ले में अपने दोस्त से मिलने जा रहा था। बाइक चोरी होने के बाद दो दिन से वह गायब हो गया है। पुलिस ने उसकी तलाश कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान वह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया। अमित ने बताया कि उसने अपने दो साथियों मुकेश गोंड व पिंटू यादव के साथ मिलकर बाइक चोरी की थी। पुलिस ने उनके दो साथियों को भी पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने दो बाइक चोरी करना स्वीकार किया। उनके पास से हीरो पेसन प्रो व हीरोहोंडा स्प्लेंडर बरामद की गई है
गिरफ्तार आरोपी
अमित कुमार द्विवेदी उर्फ राज पुत्र महेंद्र द्विवेदी, निवासी कुन्दरापारा, तिफरा।
मुकेश मरावी पुत्र चैतराम मरावी, निवासी धुरीपारा, मंगला।
पिंटू यादव पुत्र संतोष यादव, निवासी बटालियन रोड सकरी।
माओवादी हमले में पांच जवान शहीद
08 March 2014
दंतेवाड़ा/नकुलनार । दंतेवाड़ा जिले में श्यामगिरी गांव से एक किलोमीटर आगे खूटेपाल घाट में शुक्रवार की सुबह 11 बजे पांच पुलिस जवान माओवादी हमले में शहीद हो गए। वहीं तीन जवान गंभीर रूप से घायल हैं, एक को रायपुर रेफर किया गया है। एसपी नरेंद्र खरे ने बताया कि कुआकोण्डा थाना प्रभारी विवेक शुक्ला के नेतृत्व में बाइक से पुलिस पार्टी रवाना हुई थी।
जवान पालनार व बचेली के बीच हो रहे सड़क निर्माण के लिए सुरक्षा व्यवस्था बनाने गए थे। पार्टी में कुल 12 जवान और 6 बाइक थीं। थाने से करीब सात किमी दूर ग्राम खूटेपाल घाट पर घात लगाए माओवादियों ने सामने चल रहे तीन बाइक अपने एम्बुश की चपेट में लिया और चारों ओर से फायरिंग शुरू कर दी। चपेट में आए छह जवानों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई। आरक्षक पुष्पेंद्र चंद्रा पेट में गोली लगने से घायल हुआ। इधर पीछे के तीन बाइक सवार जवान जब तक मोर्चा संभालते माओवादी उन पर हावी हो गए।
इस दौरान अन्य जवान रूपचंद नाग, भागीरथी, परदेशी मण्डावी, राजकुमार, अनिल व लच्छूराम को भी चोटें आई। गंभीर रूप से घायल जवान पुष्पेंद्र चंद्रा को प्राथमिक उपचार के लिए दंतेवाड़ा लाया गया, जहां से उन्हें राजधानी रेफर किया गया। जवान रूपचंद नाग व भागीरथी का प्राथमिक उपचार कुआकोण्डा में किया गया।
अस्पताल में चली गोली
जवानों के पार्थिव शरीर को जब कुआकोण्डा सामुदायिक केंद्र लाया गया तो यहां लोगों का जमघट लगा रहा। इस बीच, एक जवान की लोड रायफल से अचानक गोली चल गई। इससे अस्पताल अफरातफरी मच गई। कुछ देर बाद जब स्थिति साफ हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली।
हथियार लूटे, बाइक जलाई
पुलिस पार्टी पर हमले के लिए करीब 60 से 70 माओवादियों ने एम्बुश लगाया था। घटना के बाद माओवादी मौके से एके-47 व इंसास जैसे हथियार लूट कर ले गए। जाने से पहले माओवादियों ने जवानों की तीनों बाइक को आग के हवाले कर किया।
करूणा पर कांग्रेस का दांव!
08 March 2014
रायपुर। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश की सभी 11 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। करूणा शुक्ला के कांग्रेस पार्टी में प्रवेश के बाद शुक्रवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव राजधानी पहुंचे। दोनों नेताओं ने कहा कि मार्च के पहले हफ्ते में पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम का ऎलान कर देगी।
करूणा शुक्ला ने गुरूवार को विधिवत कांग्रेस में प्रवेश कर लिया। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के आला नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी। चर्चा है कि पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात के दौरान उन्होंने बिलासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। हालांकि, करूणा शुक्ला का जनाधार कोरबा में भी है, लेकिन केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री चरणदास महंत वर्तमान में कोरबा से सांसद हैं और इस बार भी वे उनका इस सीट से चुनाव लड़ना तय है। ऎसे में करूणा की उम्मीदवारी बिलासपुर से तय मानी जा रही है। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी कुछ नए नामों पर विचार करने की बात कहकर करूणा शुक्ला की दावेदारी पर मुहर लगा दी है। करूणा शुक्ला के कांग्रेस प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने करूणा शुक्ला के नाम को कोरबा और बिलासपुर दोनों जगह के लिए उपयुक्त माना है।
कांग्रेस को मिलेगा फायदा : बघेल
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि करूणा शुक्ला के कांग्रेस प्रवेश से पार्टी को फायदा मिलेगा। करूणा शुक्ला वरिष्ठ नेता हैं, उनकी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। पार्टी से जुड़ने के बाद उनके राजनीतिक जीवन के 32 साल के अनुभव का लाभ पार्टी को मिलेगा और पार्टी छत्तीसगढ़ में और अधिक मजबूत होगी।
विधायकों को भी टिकट : सिंहदेव
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में बदली हुई परिस्थितियों पर पार्टी के आला नेताओं से चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से पार्टी कुछ नए नामों पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों को भी टिकट दिया जा सकता है। इसमें नए के साथ ही पूर्व विधायक भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर लगभग सारी चीजें तय हो गई हैं। पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों के नाम का ऎलान कर देगी। उन्होेंने कहा कि मार्च के पहले हफ्ते में पार्टी उम्मीदवारों के नाम का ऎलान कर देगी।
कुछ सीटों पर अब भी घमासान
पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिलासपुर, कांकेर, महासमुंद और दुर्ग में प्रत्याशी को लेकर घमासान मचा हुआ है। सूत्र कहते हैं कि बिलासपुर में करूणा शुक्ला का नाम आगे बढ़ाने के बाद जोगी महासमुद से चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि इस सीट पर कांग्रेस के दिवंगत नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ल की पुत्री प्रतिभा पांडेय ने भी दावेदारी ठोंक रखी है। ऎसे में यदि उन्हें टिकट मिलती है तो जोगी की दूसरी पंसद कांकेर सीट हो सकती है। दुर्ग सीट से एक बार फिर प्रदीप चौबे का नाम चल रहा है। इसके साथ उनके भाई रविंद्र चौबे का नाम भी चर्चा में है लेकिन जातिगत समीकरण के हिसाब से दिल्ली दरबार में ताम्रध्वज साहू के नाम की चर्चा भी बनी हुई है।
राजनांदगांव सीट पर कामेश्वर वर्मा के साथ-साथ नरेश डाकलिया के नाम की चर्चा है। बस्तर से लखेश्वर बघेल, रायगढ़ से पुष्पादेवी सिंह का नाम तय माना जा रहा है। रायपुर सीट पर सत्यनारायण शर्मा, मोतीलाल साहू के साथ मोहम्मद अकबर के नाम की चर्चा कायम है। जातिगत समीकरण के लिहाज से कांग्रेस का एक धड़ा मोतीलाल साहू के नाम को ज्यादा बेहतर मानता है।
"अप्रशिक्षित न्यायाधीश और अकुशल स्टाफ शीघ्र न्याय में सबसे बड़ी बाधा"
08 March 2014
रायपुर। न्यायमूर्ति एल.सी. भादू ने कहा कि शीघ्र न्याय न मिलने के कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण अप्रशिक्षित न्यायाधीश और अकुशल व अपर्याप्त स्टाफ है। इसके अलावा देश में न्यायालयों की कमी और बड़ी संख्या में पद रिक्त होना भी मुख्य कारण हैं।
जस्टिस भादू न्याय मिलने की दिशा में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए राजधानी में शुक्रवार को फोरम फॉर जस्टिस इंडिया के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। भादू ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने देश में कानून को सबसे ऊंचा स्थान दिया। देश में कानून के शासन की परिकल्पना की। इसके बाद भी जनता को समय पर न्याय नहीं मिल पाता। उनकी राह में कई बाधाएं हैं। जजों की अकुशलता और स्टाफ की कमी इसके मुख्य कारण हैं ही, इसके अलावा वकीलों और जजों के बीच समन्वय नहीं होना भी एक कारण है।
सुधारना होगा पूरा सिस्टम
जस्टिस भादू ने कहा पूरे सिस्टम को सुधारने की जरूरत है। चल रहे ढर्रे में कोई भी व्यक्ति सुधार नहीं करना चाहता। लोगों को जल्दी न्याय दिलाने के लिए इन सभी बाधाओं को दूर करना होगा। इसके बिना काम नहीं चल सकता है। इसके लिए राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर भी कोशिश करने की जरूरत है।
जोगी की वजह से टल गया कार्यकर्ता सम्मेलन
07 March 2014
रायपुर। लोकसभा चुनाव उम्मीदवार तय करने को लेकर प्रदेश कांग्रेस में सरगर्मी तेज हो गई है। प्रदेश की सभी 11 सीटों के लिए कांग्रेस नेताओं में एक बार फिर जोर आजमाइश का दौर चल पड़ा है। इसके मद्देनजर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव को पार्टी हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है। इस सप्ताह अंत तक लोकसभा प्रत्याशियों की सूची जारी की जा सकती है। दोनों नेताओं को दिल्ली दरबार से बुलावे की वजह से कांकेर में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन की तिथि 7 मार्च से बढ़ाकर 9 मार्च कर दी गई है।
गुरूवार को यहां राजधानी में कांकेर जिले के कार्यकर्ता सम्मेलन को स्थगित किए जाने की चर्चा कायम रही। कांग्रेसजन यह कहते हुए मिले कि चुनावी बिगुल बजने के साथ टिकट वितरण पर रायशुमारी के चलते सम्मेलन स्थगित कर दिया गया, जबकि यह बात भी कही जाती रही कि कांकेर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का चुनाव समर में उतरना लगभग तय हो गया है सो उनके बगैर कार्यकर्ता सम्मेलन किए जाने से परहेज किया गया है। सूत्रों की माने तो 9 मार्च को होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन में अजीत जोगी के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि, इस संबंध में अभी जोगी की तरफ से कोई सहमति नहीं दी गई है।
लोकसभा टिकट पाने दिल्ली में बढ़े दावेदार
कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर चल रही तमाम चर्चाओं के बीच दिल्ली से यह संकेत मिले हैं कि कांग्रेस नए और युवा चेहरों को मैदान में उतार सकती है। जिस तरह तमाम अनुमानों से अलग राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के पहले चरण में टिकटों का वितरण किया था।
उसी तरह लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी कुछ नए चेहरों को मैदान में उतार सकते हैं। रायपुर लोकसभा सीट से विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशी मोहम्मद अकबर और विकास उपाध्याय के साथ अब रायपुर जिला ग्रामीण के अध्यक्ष पंकज शर्मा का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसी तरह कुछ ऎसी सीटें जिन पर प्रदेश चुनाव समिति ने एक एक नाम का पैनल तैयार किया था उन पर भी दावेदारियां बढ़ गई हैं।
नई राजनीतिक करवट के संकेत
07 March 2014
रायपुर। आम आदमी पार्टी ने गुरूवार को लोकसभा चुनाव में ठीक-ठाक तरीके से दमखम ठोंकने का अहसास कराया। जीई रोड स्थित महेश भवन में हजारों की संख्या में पहुंचे पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की राजनीति में नई करवट लेने का संकेत भी दिया।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादूर शास्त्री के साथ काम कर चुके स्वतंत्रता सेनानी राणा जय गोपाल सिंह ने कार्यकर्ता सम्मेलन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि एक नयी आजादी का सपना फिर से दिखाई दे रहा है। आम आदमी पार्टी के माध्यम से फिर से एक नयी आजादी की लड़ाई शुरू हो गई है। पार्टी ने सम्मेलन में बालचंद कुशवाहा और लक्ष्मण मस्तुरिया को सम्मानित भी किया।
दो सत्रों में प्रशिक्षण
आम आदमी पार्टी के सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को दो सत्रों में प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान पार्टी के राज्य संयोजक संकेत ठाकुर, संदीप तिवारी और विश्वरंजन सिन्हा ने कार्यकर्ताओं को पार्टी के आदर्शो एवं सिद्धान्तों की जानकारी दी।
मृत्युंजय सिन्हा ने प्रदेश में शराब माफिया के राज करने की और प्रदेश में महिलाओं के स्वास्थ्य की स्थिति पर नम्रदा यदु ने अपनी बात रखी। किसानों की समस्याओं एवं आम आदमी पार्टी की किसानों के लिए बनाई जाने वाली नीति पर रजनीश अवस्थी ने और भूमि अधिग्रहण पर गौतम बंदोपाध्याय ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया।
लोकसभा चुनाव पर बनी रणनीति
कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश इकाई से सभी 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की मांग की। प्रदेश संगठन प्रभारी उमाप्रकाश ओझा ने अपने पंद्रह दिन के प्रदेश प्रवास का अनुभव कार्यकर्ताओं को सुनाते हुए कहा कि प्रदेशभर में कार्यकर्ताओं में किस तरह का जोश भरा है। संकेत ठाकुर ने वर्तमान लोकसभा चुनाव को लड़ने और जीतने की पार्टी की रणनीति पर चर्चा की एवं कार्यकर्ता सम्मेलन के समापन की घोषणा कि।
आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दों के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों के साथ चुनावी समर में उतरने की रणनीति तैयार की। आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में माओवादियों के साथ भाजपा के नेताओं- मंत्रियों की सांठ गांठ, शराब पर वैट बढ़ाने और पेट्रोल डीजल पर वैट कम करने के साथ ही किसानों से छल, शिक्षा का अधिकार में बीपीएल परिवारों के अधिकार और फर्जी राशन कार्ड का मुद्दे के साथ चुनावी समर में उतर रही है।
अंकित गर्ग को जेल भिजवाकर रहूंगी
माओवादियों को सहयोग देने के आरोप में जेल की सजा काट चुकी सोनी सोढ़ी ने सम्मेलन में जब बोलना शुरू किया तो सन्नाटे की स्थिति पसरी रही। कार्यकर्ताओं ने उन्हें ध्यान सुना और उनके भाषण के दौरान तालियां भी बजाई। सोनी सोढ़ी ने बताया कि वे चुनाव के दौरान एक बड़ा खुलासा करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक वह झूठे केस में फंसाने वाले एसपी अंकित गर्ग को जेल नहीं भिजवा देती तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
सोनी सोढ़ी ने आदिवासियों के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करने का ऎलान किया। सोनी ने कहा कि आदिवासियों को माओवादी बताकर जेल भेजा जा रहा है। उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। संसद और विधानसभाओं में बैठे आदिवासी नेता आदिवासियों के शोषण पर मौन रहते हैं। सोनी ने कहा कि बस्तर के हजारों-हजार आदिवासियों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
उन्हें बदल-बदलकर कभी जगदलपुर कभी रायपुर, कोलकाता तो कभी तिहाड़ जेल में रखा जा रहा है। रूंधे गले से सोनी सोढ़ी ने कहा कि वह पढ़ी-लिखी है इसलिए जेल से बाहर आ गई लेकिन अब भी कई बेगुनाह लोग जेल की सजा काट रहे हैं। सोनी सोढ़ी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहा होने के बाद उसने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली है। पार्टी यदि चाहेंगी तो वह बस्तर लोस सीट से चुनाव अवश्य लड़ेगी।
यहां नसीहत, वहां उल्लंघन
07 March 2014
बिलासपुर। मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने गुरूवार को बिलासपुर संसदीय क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया और यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यूपीए के दस साल के राज में देश का विकास नहीं हुआ, भ्रष्टाचार बढ़ गया है, इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने व देश बचाने के लिए छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटें जीतना जरूरी हो गया है। बिलासपुर संसदीय क्षेत्र के बड़ी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं के बीच मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने गुरूवार को भाष्ाण की शुरूआत कार्यकर्ताओं को शाबासी देकर की। उन्होंने कहा कि हैट्रिक जीत के लिए कार्यकर्ता ही जीत की माला के हकदार हैं।
मुख्यमंत्री ने बीच-बीच में अपनी उपलब्घियों का जिक्र करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं के सामने लोकसभा चुनाव चुनौती के रूप में खड़ा है। पिछले चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में दस सीटें पार्टी ने जीती थी लेकिन इस बार सभी 11 सीटें जीतने के लिए आपस में तालमेल बनाते हुए वोट मांगने हैं।
जाने के बाद उतरे बैनर, झण्डे
लोक सभा चुनाव के लिए आदर्श आचार सहिता की अधिसूचना बुधवार की दोपहर 12 बजे के बाद लागू कर दी गई। इसके बाद भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर प्रमुख चौक चौराहों पर भाजपा का बैनर और झण्डा लगाया। इसे नगर निगम और जिला प्रशासन ने रोकने का प्रयास नहीं किया। नगर निगम की अतिक्रमण शाखा ने एक भी झण्डा बैनर नहीं निकाला। अतिक्रमण शाखा ने रात में भी कार्रवाई की। इसमें नेताओं के जन्म दिन के पोस्टर, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के एक हजार बैनर पोस्ट जब्त किए गए लेकिन भाजपा का एक भी झण्डा की जब्त नहीं किया गया।
गुरूवार को शाम मुख्यमंत्री का कार्यक्रम खत्म होने के बाद बैनर पोस्टर और झण्डा की जब्ती बनाई गई।
अब होगी वीडियोग्राफी
नगर निगम आयुक्त सौरभ कुमार ने कहा बुधवार और गुरूवार को अतिक्रमण शाखा द्वारा लगभग एक हजार बैनर, झण्डा और पोस्टर की जब्ती बनाई है। शुक्रवार से जिस बैनर पोस्टर उतारा जाएगा उसकी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसकी जानकारी चुनाव आयोग की दी जाएगी।
चलती रही परीक्षा बजता रहा भोंपू
सीएमडी कॉलेज में वार्षिक परीक्षा होने के बावजूद इसके मैदान में राजनैतिक सम्मेलन कराने की अनुमति देकर जिला प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन सवालों से घिर गया है। सुबह 11 बजे से यहां सैकड़ों परीक्षार्थी बी कॉम प्रथम और दि्वतीय की परीक्षा देने शामिल हुए, दूसरी पाली में बी कॉम तृतीय के परीक्षार्थी दोपहर दो बजे से शामिल थे। ये सभी सम्मेलन के दौरान बज रहे लाउडस्पीकर की वजह से परेशान रहे।
कार्यक्रम आचार संहिता लागू होने के बाद हुआ, अनुमति पहले से ले ली गई थी। परीक्षा के कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गई थी। सिद्दार्थ कोमल परदेशी, कलक्टर।
छत्तीसगढ़ में 11 सीटों पर 3 चरणों में वोटिंग
06 March 2014
रायपुर। लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई है। दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने 9 चरणों में चुनाव कराने की घोषणा की। छत्तीसगढ़ में 10 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा, इसके बाद 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। तीसरा और आखिरी चरण 24 अप्रैल को होगा।
-10 अप्रैल को 1 सीट पर बस्तर
-17 अप्रैल को 03 सीटों पर राजनांदगांव, महासमुंद, कांकेर
-24 अप्रैल को 07 सीटों पर सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर
-छत्तीसगढ़ में 1.75 करोड़ वोटर (5 मार्च 2014तक)
-पुरुष वोटर 88.81 लाख
-महिला वोटर 86.46 लाख
-क्या वोट प्रतिशत बढ़ेगा?
-55.30%, 2009 लोकसभा चुनाव में
-77%, 2013 विधानसभा चुनाव में
अधिसूचना जारी होते ही कलेक्टर ने ली बैठक
लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होते ही रायपुर कलेक्टर ठाकुर राम सिंह ने बुधवार को अफसरों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों से कहा कि अधिसूचना जारी होने के साथ ही चुनाव की तैयारी तेज कर दें। लोकसभा निर्वाचन के लिए सभी समितियों का गठन के साथ ही लगातार सुरक्षा की समीक्षा की जाए। बैठक में मौजूद उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय अग्रवाल ने बताया कि मतदाता सूची का काम पूरा हो गया है। जल्द ही लोकसभा चुनाव के लिए ईवीएम मशीनों की जांच शुरू की जाएगी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर महादेव कांवरे, जिला पंचायत के सीईओ धनंजय देवांगन, डिप्टी कलेक्टर एसके अग्रवाल, आनंद मसीह, पद्मिनी भोई आदि उपस्थित थे।
कांग्रेस पालतू बिल्ली जैसी, सिर्फ देश को लूटा : राजनाथ
06 March 2014
कांकेर. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कांग्रेस की तुलना बिल्ली से की है। दुर्ग और कांकेर में बुधवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि बिल्ली को हम पाल पोसकर बड़ा तो कर सकते हैं, लेकिन घर के दूध की सुरक्षा की उम्मीद नहीं कर सकते। वैसा ही हाल कांग्रेस का है। कांग्रेस हुकूमत ने देश को लूटने का काम किया है।
राजनाथ ने कार्यकर्ताओं का उत्साह भी बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब बूथ पर काम करने वाले कार्यकर्ता की जीत होती है तब कोई विधायक और सांसद जीतता है। राजनाथ ने मीडिया के सर्वे रिपोर्टों का जिक्र करते हुए कहा कि अब भाजपा की सरकार बनना तय है। नरेंद्र भाई मोदी अगले प्रधानमंत्री होंगे।
दुर्ग में राजनाथ सिंह की सभा आम चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद हुई। प्रशासन ने उनकी सभा की वीडियोग्राफी करवाई। उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुनील जैन ने बताया कि राजनाथ की सभा का खर्च भाजपा के खाते में जोडऩे के लिए चुनाव आयोग को भेजा जाएगा। सभास्थल के बाहर मोटर गाडिय़ों व झंडे बैनर की वीडियोग्राफी करवाई गई है।
सप्ताहभर में तय हो जाएंगे भाजपा-कांग्रेस के दावेदार, दबाव बढ़ा
06 March 2014
रायपुर. लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद भाजपा-कांग्रेस पर प्रत्याशी तय करने का दबाव बढ़ गया है। दोनों ही पार्टी ने प्रदेश में प्रत्याशी की घोषणा नहीं है। कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा 7 मार्च को होने की संभावना है। वहीं भाजपा चुनाव समिति की बैठक भी बैठक होने की संभावना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संकेत दिए हैं कि छत्तीसगढ़ का टिकिट वितरण मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे।
लोकसभा की 11 सीटों में से केवल एक सीट कांग्रेस के पास है। शेष 10 सीटों में भाजपा सांसद हैं। कांग्रेस ने कोरबा से डॉ. चरणदास महंत को रिपीट करने के संकेत दिए हैं। जबकि भाजपा में चार नए प्रत्याशियों को मौका मिल सकता है। बिलासपुर से दिलीप सिंह जूदेव और सरगुजा से मुरारी सिंह के निधन के कारण सीट रिक्त हो गई है।
वहीं कांकेर सांसद सोहन पोटाई और महासमुंद सांसद चंदूलाल साहू की टिकिट काटे जाने के आसार हैं। भाजपा इस बार विधायकों को चुनाव मैदान में उतारने के पक्ष में नहीं है। कोरबा से पिछला चुनाव लडऩे वाली करुणा शुक्ला भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं। उनको कांग्रेस बिलासपुर से उतार सकती है। कांग्रेस नए प्रत्याशी दे सकती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद का कहना है कि चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 7 मार्च को होगी। इसी दिन प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा सकती है।
8 मार्च को तैयार होगी हमारी रणनीति : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रायपुर में पत्रकारों से कहा कि भाजपा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। भाजपा का टारगेट 272 प्लस सीटें हैं। हमें विश्वास है कि केंद्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल जाएगा। दिल्ली में 8 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक है। इसमें चुनाव की रणनीति तय करेंगे।
सभी 11 सीटें जीतेंगे : रमन - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 11 सीटों पर भाजपा को जीत मिलेगी। कांग्रेस को एक भी सीट जीतने नहीं देंगे। सीएम ने राजनाथ के रायपुर आने पर चुटकी ली कि हमारे अध्यक्ष अपने साथ चुनाव आचार संहिता लेकर आए हैं। इस पर राजनाथ मुस्कुराकर रह गए।
छत्तीसगढ़ में भी पहले से अच्छा प्रदर्शन दोहराएंगे: भाजपा अध्यक्ष बुधवार को प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर राजधानी पहुंचे थे। वे कांकेर और दुर्ग में संसदीय सम्मेलनों में शामिल होने रवाना हुए। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी चुनाव की घोषणा का स्वागत किया। मंत्री राजेश मूणत ने पिछली बार से अधिक सीटें जीतने का दावा किया।
मोदी और सुषमा करेंगे महिलाओं से सीधा संवाद
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी व लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शोभा सोनी ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वे संवाद करेंगे।
मोदी व सुषमा कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। महिला मोर्चा की कार्यकर्ता जिला मुख्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़ेंगी। इस दौरान दोनों राष्ट्रीय नेता महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे, साथ ही उनके सवालों का जवाब भी देंगे।
बज गया चुनावी बिगुल, छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में होगा चुनाव
05 March 2014
रायपुर। चुनाव आयोग ने दिल्ली में आयोजित पे्रस कांफ्रेंस में बुधवार को 9 चरणों में चुनाव करने की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटों में चुनाव होनी है। चुनाव आयोग ने घोषित किया है कि छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। चुनाव की तारिख 10, 17 और 24 अप्रैल है, वहीं 16 मई लोकसभा सीटों की मतगणना होगी।
छत्तीसगढ़ में 10 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा, इसके बाद 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। तीसरा और आखिरी चरण 24 अप्रैल को होगा। गौरतलब है कि चुनाव डेट और सीट की पुष्टि को लेकर छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग की 1 बजे से पे्रस कांफ्रेंस है, जिसमें 11 सीटों की पुष्टि की जाएगी।
11 सीटों में चुनाव एक नजर
10 अप्रैल— बस्तर
17 अप्रैल— राजनांदगांव, कांकेर, महासमुंद
24 अप्रैल— रायगढ़, जांजगीर चांपा, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, कोरबा
लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं में भरा जोश
05 March 2014
रायपुर। आगामी चुनाव के मद्देनजर भाजपा के लोकसभावार सम्मेलन की कड़ी में मंगलवार को रायपुर लोकसभा का सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की भीड़ के चलते सम्मलेन स्थल पर कुर्सियों की कमी पड़ गई। सम्मेलन स्थल पर कार्यकर्ताओं ने जमकर मोदी के नारे लगाए तो वहीं इस दौरान हर-हर मोदी घर-घर मोदी जैसे नारों से कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कवायद भी की गई।
प्रदेश प्रभारी जगत प्रकाश नड्डा ने यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षो में देश ने बुरी स्थिति देखी है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री चीन में जाकर कहते हैं कि बीजिंग से वापस आने की इच्छा नहीं होती। विदेशों में भी देश को नीचा दिखाना कांग्रेस अपनी शान समझती है। उन्होंने कहा कि इन सारी समस्याओं का एक मात्र निदान, नरेन्द्र मोदी और कमल निशान है।
सम्मेलन में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल, रायपुर लोकसभा प्रभारी लीलाराम भोजवानी, सच्चिदानंद उपासने, विधायक शिवरतन शर्मा, देवजी भाई पटेल, सहित कई नेता मौजूद थे।
बैस नहीं कार्यकर्ताओं की विजय: बैस
सांसद रमेश बैस ने कहा कि पूरा देश मोदी को विकल्प के तौर पर देख रहा है लिहाजा देश के लोग इसी इंतजार में थे कि कब लोकसभा चुनाव आए और कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाएं।
"विकास का स्पीड ब्रेकर हटाना होगा"
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस बार छत्तीसगढ़ के विकास का स्पीड ब्रेकर केंद्र सरकार को हटाना होगा। जब तक केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं रहेगी, तब तक प्रदेश का विकास जैसा होना चाहिए वैसा नहीं होगा। अटल बिहारी वाजपेयी ने 3 राज्यों का निर्माण कर दिया लेकिन कहीं हल्ला नहीं हुआ, लेकिन कांग्रेस ने तेलंगाना के लिए खूब खून बहाया।
बैंक खाते पर निर्वाचन आयोग की पैनी नजर
05 March 2014
जगदलपुर। लोकसभा चुनाव में काले धन का इस्तेमाल न हो सके इसके लिए निर्वाचन आयोग अब सभी के बैंक खातों पर नजर रखेगा। बैंक को 10 लाख रूपए या इससे अधिक के लेन-देन की जानकारी तत्काल जिला कलक्टर को देना होगी। कलक्टर के माध्यम से यह जानकारी आयकर विभाग को सौंपी जाएगी, ताकि मालूम किया जा सके कि इतनी बड़ी रकम का दुरूपयोग तो नहीं होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इस आशय के निर्देश जारी कर दिए हैं। यह निर्देश निजी और सरकारी बैंकों पर समान रूप से लागू होंगे। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही इस पर अमल शुरू हो जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील कुजुर ने सभी जिला निर्वाचन आयोग को लिखित निर्देश दिए हैं। इसमें जिले के सभी सरकारी या गैर सरकारी बैकों पर नजर रखने, साथ ही दस लाख रूपए से ज्यादा का लेन-देने करने वाले खातेदार की सूचना तत्काल जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से आयकर विभाग को दी जाए।
निगरानी के लिए बनेगी कमेटी
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार बैकोें के लेन-देन पर नजर रखने के लिए टीम का गठन किया जाएगा। टीम प्रतिदिन की रिपोर्ट तैयार कर जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपेगी। किसी बैंक शाखा से दस लाख रूपए का लेन-देन होता है तो उस खाते की जानकारी आयोग द्वारा गठित दल तुंरत जिला निर्वाचन अधिकारी को देगा।
बाहुबल-धनबल पर रोक की मंशा
गौरतलब है कि अप्रैल में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां प्रदेश मे जोर-शोर से चल रहीं हैं। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार चुनाव के पहले होने वाली मतदान कर्मियों की ट्रेनिंग को छोड़कर सभी तैयारियंा पूर्ण कर ली गई हैं। निर्वाचन आयोग चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने की हर संभव प्रयास कर रहा है। इस दौरान बाहुबल और धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के मकसद से ऎसा किया जा रहा है। ताकि कोई भी गड़बड़ी न हो सके।
बीएसएफ ने ध्वस्त किया नक्सली कैम्प
04 March 2014
रायपुर। रविवार सुबह नक्सली सर्चिग पर निकले ताड़ोकी थाना के जवानों व सीमा सुरक्षा बल की 123वीं वाहिनी की संयुक्त टुकड़ी पर नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई के बाद जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग ख़़डे हुए। जवानों ने इस दौरान एक नक्सली शिविर को ध्वस्त कर दिया। वहां से उन्होंने बंदूक, वायरलेस सेट, पाइप बम, विस्फोटक सामग्री, बच्चों के स्कूली ड्रेस, नक्सली साहित्य आदि बरामद किया है। इस सफलता पर जवानों को 5000 रपए का इनाम भी दिया गया है।
रविवार सुबह 7 बजे ता़़डोकी थाने के जवान व सीमा सुरक्षा बल की संयुक्त टुक़़डी छोटेधौंसा के जंगलों की ओर गश्त पर निकली थी। अचानक घने जंगल से नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी।
करीब एक घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग होती रही। अंतत: जवानों को भारी प़़डता देख नक्सली भाग निकले। जवान जब आगे ब़़ढे तो उन्हें एक नक्सली शिविर मिला। उसे चारों ओर से घेरकर जवानों ने ध्वस्त कर दिया। वहां से भारी मात्रा में नक्सली सामान जब्त किया गया है। इनमें एक 12 बोर की बंदूक, एक पाइप बम, दो वायरलेस सेट, चार रेडियो, 300 मीटर वायर, 11 जिंदा कारतूस, एक दूरबीन, 15-20 डेटोनेटर, 10 पिट्ठू बेग, 7-8 नक्सली वर्दी, 15-20 नक्सली साहित्य, 8 नग पानी जर्कीन, स्कूली ड्रेस, चादर-कम्बल, दवाइयां, फर्स्ट एड बाक्स, जूता चप्पल, गंजी बर्तन, चावल, दाल व दैनिक उपयोग में लाने वाले सामान शामिल हैं। जवानों को इनाम देने के दौरान सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेंट हषर्षवर्धन, कार्यवाहक कमांडेंट सोनम क्षेरींग, पवन कौशल डिप्टी कमांडेंट, राजीव बीष्ट सहायक कमांडेंट व सीमा सुरक्षा बल व पुलिस के जवान मौजूद थे।
नक्सलियों ने लगाई दुकान में आग
ढाई लाख का सामान जलकर खाक
ता़़डोकी थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने एक दुकान में आग लगा दी। इससे दुकान में रखा ढाई लाख रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस के अनुसार ग्राम अरंडी निवासी वेलूराम ध्रुव पिता झुमुकलाल ध्रुव [38] ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि रात्रि लगभग 9 बजे वह अपनी दुकान बंद कर घर चला गया था। रात्रि लगभग ग्यारह बजे आरोपी नक्सली कमांडर राकेश व उसके साथी सरिता, कमलेश व अन्य दस से पंद्रह अज्ञात बंदूकधारी नक्सलियों ने उसकी दुकान आग लगा दी। वे उस पर व उसके परिवार के लोगों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगा रहे थे। वेलूराम ने कहा कि इससे उसकी दुकान में रखी 35 नग साइकिल, 75 नग टायर, 200 नग ट्यूब, 46 नग साइकिल रिंग व दुकान में रखा किराना व अन्य सामान जलकर खाक हो गया। दुकान में आग लगने के कारण कुल ढाई लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 435 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
धान चोरी करते रंगे हाथ पकड़ा गया नाबालिग
04 March 2014
बिलासपुर। सकरी स्थित सहकारी समिति से 5 बोरा धान चोरी करने का मामला सामने आया है। चोरी करते समय चौकीदार व कर्मचारियों ने साइकिल सवार एक बालक को पकड़ लिया। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। वहीं उसका साथी बालक फरार है।
सकरी स्थित सहकारी समिति में किसानों से खरीदी गई धान की बोरियों को एकत्र कर रखा गया है। परिवहन नहीं होने के कारण धान की बोरियों को परिसर में ही रखा गया है। बीते शनिवार रात चौकीदार किसी काम से निकला था। इसी बीच मौका पाकर दो नाबालिग पीछे से बोरियों को निकालकर साइकिल से लेकर जा रहे थे। आरोपी बालक चार बोरी धान ले जा चुके थे। वहीं पांचवीं बोरी को साइकिल से जे जाने के फिराक में थे कि चौकीदार वहां पहुंच गया। चौकीदार को देखते ही एक बालक भाग निकला। वहीं दूसरे बालक को चौकीदार ने पकड़ लिया। चौकीदार ने इस घटना की जानकारी संस्था प्रबंधक ताराचंद यादव को दी। सूचना मिलते ही ताराचंद भी वहां पहुंच गया। उन्होंने पूछताछ की तो पता चला आरोपी बालक अमेरी व उसलापुर ओवरब्रिज के पास रहने वाले हैं। पकड़े गए बालक को उन्होंने पुलिस के हवाले कर दिया। संस्था प्रबंधक ताराचंद यादव की रिपोर्ट पर पुलिस ने दोनों नाबालिग आरोपियों के खिलाफ धारा 379, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। वहीं एक बालक को गिरफ्तार दूसरे की तलाश की जा रही है।
नक्सलियों के डाक्टर ने उगले राज
04 March 2014
रायपुर। नक्सलियों के सहयोगी और उनका इलाज करने के आरोप में गिरफ्तार डा. शत्रुघन वैष्णव उर्फ भोला ने पूछताछ में कई राज उगले हैं।
कांकेर जिले के बांदे थानाक्षेत्र के मा़़ड पखांजूर निवासी भोला ने बताया कि वह वर्ष 2000 से कई नक्सली लीडर के संपर्क में रहा है। सभी ब़़डे लीडरों का इलाज करने के कारण सबका अत्यंत करीबी बन गया था। हिंदी के अलावा बंगाली और बस्तर की स्थानीय गोंडी भाषषा में बातचीत करने में वह माहिर है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धमतरी जिले में सक्रिय तथा वर्तमान में मैनपुर डिवीजन कमेटी सदस्य मुइवा उर्फ गगन्ना के करीबी रहने का भोला को काफी फायदा हुआ। उसने गगन्ना से 60 हजार रुपए लेकर एक ट्रैक्टर भी खरीदा था। क्षेत्र के ठेकेदार, कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों को नक्सली लीडरों से मिलाने तथा बैठक कराने में भी उसकी अहम भूमिका रही है। नक्सलियों के लिए गोला-बारूद, आर्म्स एम्युनेशन बनाने का सामान, दवाइयां, वर्दी, जूते आदि सप्लाई करने के साथ दैनिक उपयोग का सामान भी वह जंगल तक पहुंचाता था। सीनियर काडर दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य तथा मा़़ड पंखाजूर क्षेत्र में क्रांतिकारी आदिवासी महिला संघ की अध्यक्ष [फ्रंटल आर्गेनाइजेशन] महिला नक्सली नर्मदा तथा सप्लाई विंग के इंचार्ज व ग़़ढचिरोली डिवीजन कमेटी के प्रमुख सदस्य विनय का भी वह करीबी था।
आरएमपी डाक्टर के तौर पर नक्सलियों का इलाज करने वाला भोला ने कई बार गंभीर रूप से बीमार नक्सलियों को इलाज के लिए बाहर ले जाने की व्यवस्था भी की है। जून 2003 से वह गगन्ना के कहने पर एसजेडसी से जु़़ड गया था। तेंदूपत्ता सीजन में गगन्ना, विनय व अन्य लीडरों के कहने पर उसने क्षेत्र के कई तेंदूपत्ता ठेकेदारों की बैठक करवाई और अक्सर उन्हें नक्सलियों से मिलवाता रहता था। नक्सलियों की मदद करने के आरोप में पिछले साल गिरफ्तार ट्रांसपोर्टर बाबूलाल शर्मा, फंडमुंशी तारक कुंडू के माध्यम से भोला ने लेवी के लाखों रपए नक्सलियों के पास भिजवाया था।
रैली निकलवाता था भोला
फरवरी 2012 में महाराष्ट्र व छत्तीसग़़ढ सचिव विनय द्वारा 20 हजार रपए के साथ विस्फोटक सामान की सूची तारक कुंडू को देने के लिए भेजा गया था, जिसके बाद उसके द्वारा कई कार्टून दवाइयां भी नक्सलियों को सप्लाई की थी। मा़़ड पखांजूर क्षेत्र के छोटे वेटिया, इरपानार, केरेनार, छिंदपारा, पानावार, तो़़डगट्टा, ता़़डवेला आदि गांवों के ग्रामीणों को एकत्रित कर नक्सलियों के समर्थन में रैलियों का आयोजन करने में भोला की अहम भूमिका रही है। आरएमपी डाक्टर भोला को दो दिन पहले पचपे़़डी नाका से गिरफ्तार किया गया था। उसे सिविल लाइन पुलिस 3 मार्च तक रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
एनटीपीसी को फर्जी किसानों से 900 करोड़ का झटका!
03 March2014
रायगढ़। पुसौर ब्लॉक के लारा क्षेत्र में प्रस्तावित नेशनल पॉवर थर्मल कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) को भू-माफियाओं के खेल से तकरीबन 900 करोड़ रूपए की चपत लगने का अनुमान है। जांच में लगे जिला प्रशासन के अधिकारी भी इसे स्वीकार कर रहे हैं। जांच के मुताबिक रायगढ़ जिले के केवल झिलगीटार गांव में चार साल में किसानों की संख्या चार गुना हो गई। जबकि, अभी अधिग्रहण प्रभावित अन्य आठ गांवों में पड़ताल होना बाकी है। अचरज यह है कि पिछले तीन साल से यह खेल चलता रहा।
और किसी को कानो-कान खबर तक नहीं लगी। प्रस्तावित एनटीपीसी प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया के बाद भी लगातार खरीदी-बिक्री व नियमों के विपरीत नामांतरण व बटांकन का खेल चलता रहा। कायदे से अधिग्रहण के बाद इन सभी कार्यो पर रोक लगा दी जाती है। लेकिन, यहां ऎसा नहीं हो पाने के कारण अधिगृहीत क्षेत्र में अचानक किसानों की संख्या में वृद्धि हो गई है।
जमीन के खेल का सबूत
वर्ष 2009 में जहां प्रभावित ग्राम झिलगीटार में 388 किसान थे, वहीं वर्ष 2013 में उनकी संख्या 2004 तक पहुंच गई है। रिकॉर्ड में दर्ज आंकड़ों से स्पष्ट है कि यहां अधिग्रहण के बाद भी नामांतरण व खरीद-बिक्री का काम चलता रहा।
एक गांव में ही 81 करोड़ का चूना
अकेले झिलगीटार में बढ़ हुए फर्जी किसानों को बोनस वितरण करने से एनटीपीसी प्रबंधन को 80 करोड़ 80 लाख रूपए का नुकसान हुआ है। इस हिसाब से देखा जाए तो अधिग्रहण के दायरे में आ रहे पूरे नौ गांवों में करीब 900 करोड़ रूपए की चपत लगने का अनुमान है। हालांकि, प्रभावित आठ गांवों में जांच की प्रक्रिया अभी पूर्ण नहीं हो सकी है।
बाहरी लोगों के नाम पर बन गए खाते
सूत्रों की मानें तो क्षेत्र के किसानों ने भू-माफियाओं के चंगुल में फंसकर बेटे व बेटियों के नाम पर जमीन का बंटवारा कर दिया। इतना ही नहीं, प्रदेश के बाहर रहने वाले लोगों के नाम पर भी जमीन का हस्तांतरण किया गया है।
फंस सकते हैं अधिकारी-कर्मचारी
जिला प्रशासन अब जांच रिपोर्ट को शासन को भेजने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में पटवारियों सहित कई आला अधिकारी लपेटे में आ सकते हैं। इन पर प्रशासनिक कार्रवाई की तलवार भी लटकने लगी है।
प्रभावित ग्रामों में ही बढ़े किसान
पूरे पुसौर ब्लॉक में एनटीपीसी के लिए अधिगृहीत नौ गांव में ही किसानों के खातों की संख्या बढ़ी है। वह भी महज चार साल में, जबकि ब्लॉक अन्य गांवों में किसानों की संख्या या खातों में कोई अंतर नहीं दिखा।
झिलगीटार में किसानों के खाते
वर्ष खातों की संख्या
2009 388
2010-11 527
2011-12 1725
2012-13 2004
लगातार मिल रही शिकायत के बाद कलक्टर ने मामले की जांच कराई है। ग्राम झिलगीटार की जांच पूरी हो गई है। जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। शासन के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। -श्याम धावड़े, एडिशनल कलक्टर
संग्रहालय बनाकर सहेजेंगे झीरमघाटी में शहीदों की आखिरी निशानी
03 March2014
रायपुर। बस्तर के झीरमघाटी में माओवादी हमले में अपने नेताओं को खोने वाली कांग्रेस ने संग्रहालय बनाकर उनकी आखिरी निशानी सहेजने की तैयारी की है। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय आलाकमान से चर्चा के बाद लिया जाएगा, लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने ऎसा मन बना लिया है। इसके लिए हमले के सभी शहीदों से उनकी आखिरी निशानी मांगी जा सकती है।
गत वर्ष 25 मई को माओवादी हमले में शहीद हुए स्व. नंदकुमार पटेल की गाड़ी (क्रमांक सीजी 04 केए 0005) रविवार को बस्तर के दरभा थाने से राजधानी स्थित कांग्रेस भवन लाई गई। उसे देख कांग्रेसी अपने आंसू रोक नहीं पाए।
वाहन में खून और गोलियों के निशान को देखकर कांग्रेसियों ने एक बार फिर सरकार की खुफिया और सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को लेकर सवाल उठाए। कुछ कांग्रेस नेताओं ने इसे गैरेज में भेजने का सुझाव दिया तो कुछ ने संग्रहालय बनाकर सभी शहीदों की निशानी सहेजने की सलाह दी। प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल भी संग्रहालय के विचार से सहमत हैं। अंतिम निर्णय के लिए आलाकमान से चर्चा का निर्णय लिया गया।
माथे पर लगे दाग की निशानी : शहीदों से जुड़ी चीजों का संग्रहालय कांग्रेस भवन के सामने खाली जमीन पर बनाया जा सकता है। कांग्रेसियों का कहना था कि कांग्रेस के बड़े नेताओं को माओवादियों ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में मौत के घाट उतारा है। संग्रहालय से भाजपा सरकार को यह तो याद रहेगा कि माथे पर लगा दाग क्या होता है।
कांग्रेस में शहादत की एक परम्परा रही है। अपने शहीद नेताओं की स्मृतियों को सहेजने के लिए संग्रहालय बनाना बेहतर कदम होगा। आने वाली पीढ़ी को यह तो पता चलना ही चाहिए कि छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के कार्यकाल में माओवादियों ने किस क्रूरता से हमला किया था। झीरमघाटी के हमले से सम्बंधित छोटी-बड़ी हर चीज चाहे वह अखबार की कतरनें ही क्यों न हो, संग्रहित की जानी चाहिए।
अजीत जोगी, पूर्व मुख्यमंत्री
देश-प्रदेश की नई पीढ़ी को यह जानने का हक है कि झीरमघाटी में क्या हुआ था। संग्रहालय के जरिए हम माओवादी-भाजपा सरकार के गठजोड़ और उनकी भूमिका को भी रेखांकित कर पाएंगे। मैं जल्द ही कांग्रेस के बड़े नेताओं से इस बारे में चर्चा करूंगा।
भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
संग्रहालय के लिए शहीदों के परिजनों से विचार-विमर्श करना होगा। मुझे लगता है परिजन तैयार हो जाएंगे और आवाम को यह जानने की सुविधा मिल जाएगी कि आखिरकार झीरमघाटी की असल कहानी क्या थी?
टी.एस. सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष
छत्तीसगढ़ भवन में रसूखदारों का कब्जा
03 March2014
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ भवन को सजाने संवारने के लिए पीडब्ल्यूडी ने हाल ही में सात से आठ लाख रूपए फूंके हैं। लेकिन प्रदेश का लोक निर्माण विभाग कई अधिकारियों और मंत्रियों के नाम आवंटित कमरों का किराया वसूल नहीं पा रहा है। स्थिति यह है कि कई मंत्रियों के स्टॉफ छत्तीसगढ़ भवन में एक दो नहीं पिछले दस साल से जमे हैं लेकिन विभाग को मेंटेनेंस राशि भी अदा नहीं कर रहे हैं। वीआईपी के मातहत होने की वजह से छत्तीसगढ़ भवन के कर्मचारी उनसे शुल्क नहीं मांग पा रहे हैं। शहर व जिले में आने वाले अधिकारियों, मंत्रियों, सांसदों व विधायकों के ठहरने के लिए छत्तीसगढ़ भवन और सर्किट हाउस में व्यवस्था की जाती है।
प्रोटोकाल को आवेदन देने के बाद उपलब्धता के आधार पर कमरे आवंटित किए जाते हैं। अफसरों व मंत्रियों के साथ सिक्यूरिटी व अन्य मातहत कर्मचारी भी यहां रूकते हैं। उन्हें अलग से कमरे आवंटित होते हैं। अधिकारियों व मंत्रियों के भोजन व नाश्ते पर खर्च होने वाली राशि तो संबंधित विभाग से मिल जाती है। लेकिन बाकी लोगों के रूकने की राशि नहीं मिल पाती।
यह है नियम
छत्तीसगढ़ भवन में रूकने पर मंत्रियाें और अफसरों से कमरे में लगे उपकरणों पर बिजली आदि के शुल्क के नाम पर 45 रूपए लिए जाते हैं। लेकिन छग भवन में इतनी मामूली शुल्क भी नहीं वसूल पा रहा है।
इनका बना ठिकाना
खाद्य आपूर्ति मंत्री पुन्नूलाल मोहले का स्टॉफ पिछले पांच साल से छग भवन में ही रूका है। मंत्री अमर अग्रवाल का स्टाफ पिछले 10 साल से यहां जमा हैं। जबकि विधायक बद्रीधर दीवान का स्टॉफ भी पांच साल से यहीं रह रहा है। धरमलाल कौशिक पिछली सरकार में विधानसभा अध्यक्ष थे। अब वे चुनाव हार चुके हैं, लेकिन उनके स्टॉफ ने अभी तक कमरा खाली नहीं किया है।
असुरक्षित स्टॉफ
कर्मचारियों का कहना है कि यहां मंत्री से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी तक आते हैं। फिर भी यहां सुरक्षा के कोई उपाय नहीं हैं। सुरक्षा गार्ड का केबिन तो बना है, लेकिन इसमें अब तक एक भी सुरक्षाकर्मी की तैनाती नहीं की गई।
सभी से नहीं मिलता किराया
वीआईपी को आवंटित कमरे का चार्ज प्रोटोकाल के तहत संबंधित विभाग से मिल जाता है। लेकिन उनके साथ आए स्टॉफ को आवंटित कमरे का मेंटनेंस चार्ज कुछ कर्मचारी अदा कर देते हैं। तो कई का बकाया भी रह जाता है। बाहर से आकर रूकने वाले रसूखदार लोगों से चार्ज कैसे वसूला जाए यह अहम समस्या है। एक बात और। यहां सुरक्षा के लिए गार्ड रूम तो बनाया गया है लेकिन गार्ड नहीं हैं। मंत्रियों के स्टॉफ सुरक्षा की उम्मीद करते हैं, लेकिन मंत्री के गार्ड तो मंत्री जी के कमरे के आसपास ही रहते हैं। एसके शतपथी, एसडीओ पीडब्ल्यूडी, बिलासपुर उप संभाग
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में पांच जवान शहीद
28 February 2014
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए। वहीं दो जवान घायल हो गए, इनमें से एक की हालत गंभीर है। मुठभेड़ अभी भी जारी है। मुठभेड़ बचेली के कुआकोंडा थाना क्षेत्र से 5 किमी दूर श्यामगिरी की पहाडियों में हुई। पुलिस टीम में आरओपी के 12-14 जवान थे।
शहीद हुए जवानों में कुआकोंडा के टीआई भी शामिल हैं। गौतलब है कि श्यामगिरी की पहाड़ी में सड़क बन रही है, जिसकी रोड ओपनिंग पार्टी चल रही थी। नक्सलियों ने इस घटना को श्यामगिरी की पहाडियों में बनी रही सड़क से नाराज होकर अंजाम दिया है। पुलिस टीम बाइक पर सवार थे। नक्सलियों ने पुलिस टीम की बाइक को आग के हवाले कर दिया और उनके हथियार भी लूट कर ले गए।
नक्सली इलाके में लगातार ब्लास्ट भी कर रहे हैं। नक्सलियों ने पुलिस टीम को एंबुश लगाकर घेरा और हमला कर दिया। दो दिन पहले पुलिस टीम रोड निर्माण कार्य के देखरेख के लिए सर्चिग पर निकली थी। शुक्रवार को जब टीम वापस लौट रही थी, तभी नक्सलियों ने श्यामगिरी की पहाडियों में एंबुश लगाकर टीम को घेर लिया और हमला कर दिया। बचेली से डीएफ की टीम रवाना हो चुकी है।
अटल की भतीजी कांग्रेस में
28 February 2014
रायपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला गुरूवार को कांग्रेस में शामिल हो गई। उनके शामिल होने की घोषणा दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी महासचिव बी.के. हरिप्रसाद व प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने की। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और राष्ट्रीय महासचिव जनार्दन दिवेदी भी उपस्थित थे।
कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही करूणा शुक्ला ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि "जो व्यक्ति अपने पति होने का धर्म नहीं निभा पाया, वह राष्ट्रधर्म निभा पाएगा इसकी उम्मीद करना बेकार है।" उल्लेखनीय है कि करूणा शुक्ला ने विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ सरकार की रीति-नीति और पार्टी में अपनी उपेक्षा के चलते इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफे के बाद करूणा शुक्ला ने यह कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी के बीमार होने के साथ ही भाजपा नेताओं की कथनी और करनी में अंतर आ गया है। कांग्रेस में प्रवेश के बाद भी उन्होंने यही बात दोहराई। उन्होंने भाजपा को संगठित गिरोह की संज्ञा से नवाजा और कहा कि पूरी पार्टी चार-पांच लोगों के चंगुल में फंसकर रह गई है। उन्होंने कांग्रेस को लोकतांत्रिक पार्टी बताया और कहा कि अब वे कांग्रेस की मजबूती के लिए कार्य करेंगी। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने करूणा शुक्ला के कांग्रेस प्रवेश को एक बेहतर कदम माना। उन्होंने कहा कि भाजपा में स्वाभिमानी लोगों के लिए कोई जगह ही नहीं बची है।
करूणा के कांग्रेस प्रवेश के मायने
अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी होने के अलावा भी करूणा शुक्ला की अपनी एक निजी पहचान रही है। वे महिलाओं के मुद्दों पर तो प्रखर होकर बोलती ही रही हैं, इसके अलावा भाजपा में रहने के दौरान उन्होंने पार्टी की कमियों पर भी समय-समय पर तल्ख टिप्पणियां कीं। जब छत्तीसगढ़ सरकार ने भटगांव कोल ब्लॉक के जरिए भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के मित्र अजय संचेती पर मेहरबानी दिखाई थी, तब उन्होंने विरोध जताया था। माना जा रहा है कि अब वे भाजपा और सरकार की रीति-नीति को लेकर खुलकर हमला करेंगी।
राजनीतिक प्रेक्षक उनके कांग्रेस प्रवेश के जो मायने तलाश रहे हैं, उसमें यह भी शामिल है कि जो सरकार राज्य निर्माण के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की रट लगाया करती थी, यहां तक कि गांवों में अटल चौक तक बनाया करती थी, वह उनकी भतीजी को कांग्रेस में प्रवेश करने से रोकने में असफल क्यों रही? इस बारे में करूणा शुक्ला का कहना है कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता अटल बिहारी को विस्मृत कर दिया है, सो उन्हें भी भाजपा का साथ छोड़ देना अनिवार्य लगा।
1757 मतदान केंद्र "आउट ऑफ रेंज"
28 February 2014
रायपुर। राज्य के 1757 मतदान केंद्रों में मतदान के दौरान मतदान दल और वोटर बाकी दुनिया से पूरी तरह कटे रहेंगे। ऎसे इलाकों में घुसते ही मोबाइल आउट ऑफ रेंज हो जाएगा। लैण्डलाइन फोन और बिजली भी नहीं मिलेगी।
चुनाव आयोग को दी गई 27 में से 20 जिलों की रिपोर्ट में मतदान केंद्रों की यह तस्वीर सामने आई है। बीजापुर, जगदलपुर, जशपुर, कांकेर, कोंडागांव जिलों के सैकड़ों मतदान केंद्र माओवादग्रस्त इलाकों में स्थित हैं। इन इलाकों में मोबाइल समेत संचार के अन्य साधन बिलकुल काम नहीं करते। 3 हजार से अधिक मतदान केंद्रों में बिजली कनेक्शन भी नहीं है। धुर माओवादग्रस्त इलाकों में देर शाम तक मतदान होने की सूरत में मतदाता और मतदान दल खतरों के साए में रहेंगे। ऎसे केंद्रों से मतदान दलों को लौटने में 24 और 48 घंटों से भी अधिक समय लग जाता है।
यही नहीं, दुनियाभर के चप्पे-चप्पे का ब्योरा रखने वाले गूगल पर भी 1204 मतदान केंद्रों का ब्योरा नहीं है। चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य के अफसरों ने मतदान केंद्रों की बुनियादी सुविधाओं की रिपोर्ट तैयार की है। इसमें बिजली कनेक्शन, पेयजल सुविधा, शौचालय, लैंडलाइन फोन, मोबाइल कनेक्टिविटी, गूगल कनेक्टिविटी आदि का सर्वे किया गया। सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 19 जिलों के 17 हजार 141 बूथों में से गूगल पर 15 हजार 937 बूथ हैं।
बलरामपुर, बीजापुर, जशपुर आदि जिलों के कई बूथों का ब्योरा गूगल पर नहीं है। बिना बिजली कनेक्शन के मतदान केंद्रों की सर्वाधिक संख्या बलरामपुर, बेमेतरा, बीजापुर, जगदलपुर, जशपुर, कांकेर, कोंडागांव आदि जिलों में है। वहीं मतदान केंद्रों पर सुविधाओं के मामले में दंतेवाड़ा, जांजगीर-चांपा, कोरिया, मुंगेली, नारायणपुर, रायपुर एवं सुकमा जिले से रिपोर्ट नहीं आई है।
बूथों पर एक नजर
बूथ 17141
गूगल पर 15937
पेयजल 16585
शौचालय 10398
बिजली कनेक्शन 13846
लैंडलाइन फोन 363
मोबाइल कनेक्टिविटी 15384
श्रोत- राज्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की 20 जिलों की रिपोर्ट।
साथ जिएंगे..साथ मरेंगे
27 February 2014
रायपुर। सीएसपी देवनारायण व उनकी पत्नी प्रतिमा पटेल ने शादी के सात फेरे लेते समय साथ जीने-मरने की कसमें खाई थी। अपनी मौत से पहले और बाद भी उन्होंने यह कसमें निभाई। बुधवार को दोनों पति-पत्नी की एक साथ अर्थी तो उठी ही, परिजनों ने एक ही चीता में उन्हें मुखाग्नि भी दी।
इससे पहले गांव के लाडले व वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए मानिकचौरी के साथ ही आसपास के कई गांव के लोग वहां पहुंच गए थे। सुबह करीब 6 बजे जैसे ही एंबुलेंस से देव व उनकी पत्नी प्रतिमा का शव पहुंचा। उन्हें देखने के लिए ग्रामीणों की भी़़ड जुट गई। गांव में मंगलवार की सुबह से ही उनकी मौत की खबर के बाद सन्नाटा पसर गया था।
शव के गांव पहुंचते ही मातम का माहौल छा गया। परिजनों के रोने-बिलखने की आवाज सुनाई देने लगी। वहीं सुबह से ही गांव में पुलिस व प्रशासनिक अफसर भी पहुंच गए। अंतिम विदाई देने के लिए देव के स्कूल-कॉलेज के मित्रों के साथ ही एक साथ काम करने वाले पुलिस अफसर भी गांव पहुंच गए। उनके घर से देव के साथ पत्नी प्रतिमा की अर्थी उठी। उन्हें पैतृक खेत में ले जाया गया, जहां दोनों के लिए एक ही चिता सजाई गई थी।
पारंपरिक रीति रिवाज व पिंडदान के साथ ही अंतिम क्रियाकर्म की औपचारिकताएं निभाई गई। मुखाग्नि के ठीक पहले एसपी बीएन मीणा, एडिशनल एसपी विजय पांडेय, सीएसपी मधुलिका सिंह, आरआई सदानंद विंध्यराज समेत पुलिस अफसरों ने सीएसपी देव को अंतिम सलामी दी। इसके साथ ही उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ देकर अंतिम विदाई दी गई। देव के भतीजे राकेश पटेल ने अपने चाचा व चाची को मुखाग्नि दी। पति-पत्नी के पंचतत्व में विलीन होने के साथ ही मौन श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक दिलीप लहरिया, एसडीएम जीपी चौधरी सहित पुलिस अफसर व ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
राजनाथ के सपने होंगे साकार, मोदी करेंगे चमत्कार : बप्पी लहरी
27 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने रायपुर पहुंचे मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लहरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वे देशभर में प्रचार करेंगे। उन्होंने अपनी गायिकी के अंदाज में कहा "राजनाथ के सपने होंगे साकार, मोदी करेंगे भारत में चमत्कार।"
उन्होंने कहा, "मैं रायपुर के अलावा राजनांदगांव, कवर्धा सहित अन्य शहरों में पहले भी आ चुका हूं। यहां की जनता से मुझे बहुत प्यार मिला।
संगीत के वर्तमान परिवेश में हो रहे बदलाव के संबंध में उन्होंने कहा कि लोगों की मांग पर ही हम संगीत और गाने तैयार करते हैं। "डर्टी पिक्चर" का "ऊ लाला" गाना हो या फिर "गुंडे" का "तूने मारी एंट्री" दोनों सुपरहिट हैं। आज भी डिस्को के साथ मैलोडी गाने भी उतने ही पसंद किए जा रहे हैं, जितने पहले किए जाते थे।
मंगलवार को रात बीटीआई मैदान में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बप्पी लहरी ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरूआत के बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक सदाबहार गीतों की प्रस्तुति दी।
दर्शकों की मांग पर बप्पी दा ने पुराने गीतों के साथ नए गाने भी सुनाए। इनमें हालिया रिलीज फिल्म "गुंडे" का रोमांटिक गीत "तूने मारी एंट्री यार, दिल में बजी घंटी यार"... और "ऊ लाला, ऊ लाला"... जैसे गीत शामिल थे। कार्यक्रम का लुत्फ मुख्यमंत्री रमन सिंह, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने भी उठाया।
खनिज में 800 करोड़ का झटका
27 February 2014
रायपुर। अफसरों की लापरवाही के कारण प्रदेश के खनिज विभाग को पिछले पांच वर्ष में 800 करोड़ रूपए से अधिक का झटका लगा है। यह खुलासा नियंत्रक महालेखापरीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि खनिज साधन विभाग द्वारा रॉयल्टी निर्धारण के मामलों की जांच और रॉयल्टी की कम वसूली, अनिवार्य भाटक व ब्याज के अनारोपण के कई मामले प्रकाश में आए हैं।
हालांकि, 100 करोड़ से ज्यादा की राशि वसूली भी गई है। कैग ने शासन को कहा है कि ये अनियमितताएं हर लेखा परीक्षा में इंगित की जाती हैं, लेकिन ये न केवल लगातार बनी रहती हैं, बल्कि लेखापरीक्षा सम्पादित होने तक इसका पता नहीं लग पाता।
आंतरिक लेखा परीक्षा में कैग ने मजदूरों को अनियमित भुगतान, अस्थायी अग्रिम का समायोजन, पंजियों का रखरखाव न होना, रोकड़ बही का अनुचित रखरखाव, बकाया राजस्व आदि मामलों को आपत्ति जताई है। वहीं 2007-08 से 2011-12 के दौरान रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि रॉयल्टी, अनिवार्य भाटक, ब्याज की कम वसूली, संग्रहण, पंजीयन फीस के कम निर्धारण के मामले में राजस्व के 301.08 करोड़ के मामले शामिल हैं, जो इंगित किए गए हैं। इसमें विभाग ने लेखापरीक्षा द्वारा दिए गए मत की 124.68 करोड़ की राशि स्वीकार की है, जिसमें से 76.90 करोड़ की वसूली मार्च 2013 तक हो पाई है।
4841 मामलों में कम वसूली, 492 करोड़ की चपत
2007-08 से 2011-12 के बीच राज्यांश, भाटक के अनारोपण व कम आरोपण, अनिवार्य भाटक की कम वसूली, ब्याज, शस्ति के अनारोपण से हानि आदि के 4841 प्रकरण पकड़े गए हैं। इसमें 492.39 करोड़ की हानि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक विभाग ने स्वीकार किया है कुल 1690 प्रकरणों में 120 करोड़ की राशि है। और 27.75 करोड़ की राशि 125 प्रकरणों में वसूल की गई है। रिपोर्ट में अनुशंसा की गई है कि विभाग स्वीकृत प्रकरणों में जल्द ही वसूली सुनिश्चित करने का प्रयास करे।
साल-दर-साल वही गड़बड़ी
जांच में रॉयल्टी की कम वसूली, अनिवार्य भाटक व ब्याज के अनारोपण के कई मामले सामने आए हैं। यह उदाहरणात्मक प्रकरण हैं व लेखापरीक्षा के नमूनों की जांच पर आधारित है। ऎेसी अनियमितताएं लेखापरीक्षा हर साल इंगित करती है, लेकिन अनियमितताएं न केवल बनी रहती है बल्कि लेखापरीक्षा सम्पादित होने तक इसका पता नहीं लग पाता है। शासन को आंतरिक लेखापरीक्षा के साथ आंतरिक नियंत्रण प्रणाली को बेहतर किए जाने की जरूरत है।
चला गया गांव का लाडला सपूत
26 February 2014
रायपुर। मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम मानिकचौरी में पले-बढे़ सीएसपी देवनारायण पटेल की दुखद मौत से ग्रामीण स्तब्ध हैं। उन्हें भरोसा नहीं हो रहा है कि अफसर बनने के बाद भी गांव में क्रिकेट खेलने वाला उनका लाडला अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मौत से परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में आक्रोश है। गुस्साए परिजन व ग्रामीण उनकी खुदकुशी की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।
मानिकचौरी गांव का नाम रोशन करने वाले सीएसपी देवनारायण की खुदकुशी करने की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। उनका ब़़डा भाई अवध पटेल सूचना मिलते ही रायपुर और वहां से जगदलपुर के लिए रवाना हो गए। वहीं देवनारायण के ससुराल वाले भी जगदलपुर पहुंच गए। इधर, उनके घर में ग्रामीणों का भीड़ लगनी शुरू हो गई। सभी एक-दूसरे से सीएसपी श्री पटेल के बारे में ही जानकारी लेते रहे। ग्रामीणों को यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अब देवनारायण उनके गांव कभी नहीं आएगा। उनके घर की महिलाओं को ढांढस बंधाने के लिए प़़डोस की महिलाओं की भी़़ड जुट गई हैं। वहीं युवकों के मन में आक्रोश भ़़डकने लगा। हालांकि सदमे में ग्रामीण कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। उनके परिजनों का तो रो-रोकर बुरा हाल है।
युवकों ने बताया कि देवनारायण का पूरा बचपन गांव में बीता। उन्होंने प्राइमरी व मीडिल स्कूल तक की प़़ढाई गांव में ही की। बाद में वह हाईस्कूल व हायरसेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई बिलासपुर के मिशन स्कूल में करने चला गया। शहर में रहने के बावजूद उसके मन में गांव के प्रति काफी लगाव था। वह हमेशा अपने गांव आता था और अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से मिलता था।
सीएसपी बनने के बाद गांव से उसका गहरा नाता था। क्रिकेट खेलने के शौकीन देवनारायण अफसर बनने के बाद भी गांव में जब भी आता, क्रिकेट जरूर खेलते थे। वह गांव में प्रतिस्पर्धा कराने वाले युवकों की मदद भी करते थे और क्रिकेट स्पर्धा में भी हिस्सा लेते थे।
उनकी मौत से परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में आक्रोश है। परिजनों का आरोप है कि होनहार व मिलनसार देवनारायण कर्तव्य के प्रति ईमानदार थे। वह स्वाभिमानी युवक था। कभी किसी से बैर नहीं रखता था। ऐसे में दुनिया छोड़कर चले जाने से सभी अचंभित हैं। ग्रामीण व परिजनों का कहना है कि उसकी मौत एक दुखद व दर्दनाक है, जिसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
उन्होंने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
निलंबित एसपी ने पत्नी को गोली मार खुदकुशी की
26 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में अतिरिक्त जिला जज से मारपीट के बाद निलंबित किए गए सिटी एसपी देवनारायण पटेल ने तनाव में आकर सोमवार देर रात सर्विस रिवॉल्वर से पत्नी को गोली मारने के बाद खुद की कनपटी पर भी गोली मार ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पत्नी को गोली मारने के बाद पटेल ने दीवार पर भी गोलियां दागीं जो छिटककर उनके बेटे और बेटी को जा लगीं। दोनों को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं। पटेल को नक्सल उन्मूलन अभियान में दिलेरी दिखाने के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक भी मिल चुका था।
पुलिस के मुताबिक, कमरे से मिले सुसाइड नोट में देवनारायण पटेल ने लिखा है कि वे अपना काम ईमानदारी व निष्ठा से कर रहे थे। एक शराबी जज के चलते उनको जिल्लत झेलनी पड़ रही है। उनका पक्ष सुने बिना ही विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया। जगदलपुर में पदस्थ सिटी एसपी पटेल पर रविवार रात जज ने मारपीट का आरोप लगाया था। सोमवार को निलंबन की खबर मिलने के बाद पटेल काफी तनाव में थे। देर रात डेढ़ बजे उन्होंने पुलिस इंस्पेक्टर विकास ठाकुर को फोन कर साकेत कॉलोनी स्थित अपने आवास पर बुलाया। इंस्पेक्टर जब घर पहुंचे तो देखा कि पटेल और उनकी पत्नी प्रतिभा मृत पड़ी हुई हैं। पास में ही पुत्री पूनम और पुत्र आर्यन भी लहूलुहान हालत में मिले। पटेल ने 12 राउंड रिवॉल्वर से आठ गोलियां चलाई थीं।
दंडाधिकारी जांच होगी: गृहमंत्री
26 February 2014
रायपुर। जगदलपुर के नगर पुलिस अधीक्षक देवनारायण पटेल की आत्महत्या का मामला मंगलवार को विधानसभा में गूंजा। गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने इस मामले में सदन में दंडाधिकारी जांच की घोषणा की।
सदन की कार्रवाई शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने यह मामला उठाया और धारा 306 के तहत मुकदमा कायम कर जांच की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने प्रश्नकाल के बाद शासन की ओर से जवाब लेने की बात कही।
संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने जगदलपुर की घटना को दुखद बताते हुए उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद राज्य शासन की ओर से गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने जगदलपुर की घटना के संबंध में वक्तव्य दिया।
उन्होंने कहा कि घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला दंडाधिकारी जगदलपुर द्वारा घटना स्थल को सील करा दिया गया है और निर्देशित किया गया कि परिजनों के आने पर एसडीएम की उपस्थिति में पंचनामा कार्रवाई हो।
दिवंगत सीएसपी के परिजनों को सूचना दी गई। साथ ही सीएसपी के घायल पुत्र और पुत्री को डॉक्टरों की सलाह पर बेहतर इलाज के लिए रायपुर स्थित एक निजी अस्पताल रवाना किया गया, जहां उनका इलाज जारी है। गृहमंत्री ने बताया कि इस घटना के पहले 23 फरवरी को अपर जिला न्यायाधीश जगदलपुर के साथ सीएसपी द्वारा कथित रूप से किए गए दुर्व्यवहार और मारपीट के संबंध में जिला अधिवक्ता संघ जगदलपुर ने कार्रवाई की मांग का ज्ञापन दिया था। इस घटना की जांच के लिए आईजी अनुसूचित जाति कल्याण रवींद्र भे़ि़डया को जांच अधिकारी बनाया गया था। लंबित जांच के परिप्रेक्ष्य में सीएसपी देवनारायण को निलंबित किया गया था। सीएसपी देवनारायण पटेल और उनकी पत्नी की इन परिस्थितियों में मृत्यु के संबंध में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
गृहमंत्री ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए घटना की परिस्थितियों के बारे में दंडाधिकारी जांच भी कराई जा रही है।
घटना राहुल शर्मा आत्महत्या की पुनरावृत्ति प्रतीत हो रही : सिंहदेव
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह घटना बिलासपुर के तत्कालीन एसपी राहुल शर्मा की आत्महत्या की घटना की पुनरावृत्ति प्रतीत होती है। जगदलपुर के इस पुलिस अफसर को नारायणपुर में पदस्थापना के दौरान वीरता पुरस्कार भी मिला था।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। इस मामले में धारा 306 का मुकदमा कायम कर जांच कराई जानी चाहिए। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने भी घटना को गंभीर बताया।
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच का भाजपा में विलय
25 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच का सोमवार को भाजपा में विलय कर दिया गया। स्वाभिमान मंच के केंद्रीय अध्यक्ष दीपक साहू सहित सभी जिलों के अध्यक्ष और कोर कमेटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर में दीपक साहू के साथ 120 पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि स्वाभिमान मंच का विलय बिना किसी शर्त पर किया गया है। मंच का विलय छत्तीसग़़ढ के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। स्वाभिमान मंच के संस्थापक व छत्तीसग़़ढ भाजपा के पहले प्रदेशाध्यक्ष स्व. ताराचंद साहू के पुत्र दीपक साहू में जोश, उत्साह और सर्वांगीण विकास की ललक है। पिता के संस्कार हैं और उनकी आवाज में स्व. ताराचंद साहू की आवाज सुनाई देती है।
भाजपा में शामिल होने के बाद दीपक साहू ने कहा कि यह उनकी घर वापसी है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सादगी, सरल और सहज स्वभाव से प्रभावित होकर मैंने भाजपा का दामन थामा है। उन्होंने कहा कि वे संघ और भाजपा में सक्रिय रहे हैं। स्वाभिमान मंच के विलय का फैसला उनका अकेले का नहीं है। पिछले तीन महीने में प्रदेश के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से सलाह के बाद यह फैसला किया गया। मंच के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पुरानी बातों को भूलकर भाजपा के लिए काम करेंगे। छत्तीसग़़ढ में नरेंद्र मोदी का जादू चल रहा है। मंच का भाजपा में विलय के बाद अब लोकसभा चुनाव में सभी 11 सीट पर भाजपा को जीत मिलेगी। दुर्ग सांसद सरोज पाण्डेय ने कहा कि स्वाभिमान मंच के विलय का फैसला भाजपा के लिए सुखद है। उन्होंने कहा कि जब सूरज के किरणों का बंटवारा होता हैं, तो प्रकाश मिलता है और आंगन का जब बंटवारा होता है तो पी़़डा होती है। हमें प्रयास करना है कि कभी आंगन का बंटवारा न हो।
यह पदाधिकारी हुए भाजपा में शामिल
स्वाभिमान मंच के केंद्रीय अध्यक्ष दीपक ताराचंद साहू, उपाध्यक्ष डीपी घृतलहरे, रोहन सिंह भे़ि़डया, झमिता साहू, गंगूराम बघेल, राजाराम तो़़डेम, रामप्रताप साहू, महासचिव मेघनाथ यादव, महेश देवांगन, डॉ जगमोहन जैन, सचिव राजेश गुा, डोमार सिंह वर्मा, उर्वशी साहू, मनेसिंह काव़़डे, सूरजबली रजवा़़डे, नारद साहू, किसान मंच प्रदेशाध्यक्ष लीलाराम साहू, प्रदेशाध्यक्ष पिछ़़डा वर्ग देवीलाल साहू, प्रदेश महिला मंच गीता वर्मा, प्रदेश युव मंच प्रभारी सौरभ तिवारी, केतुमान साहू, राजकुमार चौहान, स्वाभिमान मंच के सभी 27 जिलों के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए
कांग्रेस महासचिव शिला मिश्रा और वर्षा पाण्डेय ने भी किया भाजपा प्रवेश
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सरल, सहज स्वाभाव और भाजपा सरकार की नीति-रीति और जन कल्याणकारी योजनाओं से प्रभावित होकर कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव शीला मिश्रा और प्रदेश सचिव वर्षा पाण्डेय ने भारतीय जनता पार्टी में विधिवत प्रवेश लिया।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और दुर्ग सांसद सरोज पाण्डेय ने कांग्रेस नेत्रियों को भाजपा की सदस्यता दिलाई। साथ ही उनका स्वागत करते हुए कहा कि पूरे देश में एक मात्र भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जहां महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जाता है।
छत्तीसगढ़ : बेमौसम बरसात, 4000 करोड़ का धान खराब
25 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेमौसम बरसात और धान संग्रहण केन्द्रों की लापरवाही ने सूबे में तकरीबन 4000 करोड़ रूपये के धान को खराब कर दिया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद के तहत खरीदे गए लगभग 80 लाख मीट्रिक टन धान पर बारिश का संकट अभी भी बरकरार है।
रायपुर सहित सूबे के कई जिलों में रविवार रात तेज बारिश से कई संग्रहण केन्द्रों के धान भीग गए हैं। सूबे के कई जिलों में शुक्रवार रात से अभी तक रूक-रूक कर हो रही बारिश से लाखों टन धान के बोरे भीग गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव का साफ आरोप हैं कि 22 लाख टन धान को घपले घोटालों और अनियमितताओं पर पर्दा डालने के लिए खुले में छोड़कर भीगने दिया गया। दूसरी तरफ सूबे के खाद्य आपूर्ति मंत्री पुन्नूलाल मोहिले ने इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए विपक्ष के आरोपों को खीझ मात्र बताया है।
छत्तीसगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी खरीद का धान प्रदेश के करीब डेढ़ हजार उपार्जन केंद्रों और खरीद केंद्रों में खुले में रखा गया है। इसी बीच बीते शुक्रवार शाम से मौसम में हुए बदलाव के कारण कई स्थानों पर तेज बारिश हुई और अभी भी बेमौसम बारिश के बादल मंडरा रहे हैं।
रविवार की रात तो जमकर बारिश हुई जिससे प्रदेश के कई जिलों में खुले में रखा धान भींगकर खराब हो गया। अनुमान है कि अरबों रूपये के धान पर बारिश का पानी फिर गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल खरीदे गए धान में से करीब पौने दो सौ करोड़ का धान खराब हो गया था।
महासमुंद जिले के तुमाडबरी संग्रहण केंद्र के प्रभारी एसआर साहू ने बताया कि शनिवार की सुबह अचानक हुई बारिश से ऊपर-ऊपर के धान बोरे भीग गए हैं। ऎसे में कैप कवर ढंकने से धान के अंकुरित होने का खतरा है। इसलिए मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही मौसम साफ होगा, कैप कवर ढंककर धान को सुरक्षित करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष सबसे अधिक सात लाख 38 हजार 40 मीट्रिक टन धान की आवक जांजगीर-चाम्पा जिले में दर्ज की गई है। लंबे समय तक नंबर वन रहने वाला महासमुंद जिला छह लाख 97 हजार 999 मीट्रिक टन आवक के साथ दूसरे नंबर पर खिसक गया है। रायपुर पांच लाख 49 हजार 450 मीट्रिक टन धान की खरीदी के साथ तीसरे स्थान पर आ गया है।
सूबे के रायपुर जिले के कई स्थानों पर पिछले 24 घंटे के दौरान जमकर बारिश हुई है। विभिन्न स्थानों के धान उपार्जन और संग्रहण केंद्रों में खुले में रखा धान भींगा है। नया रायपुर क्षेत्र के बरोंदा में स्थित उपार्जन केंद्र में हजारों बोरा धान खुले में रखा हुआ है। यह धान धूप में सूखने से वजन में कमी आ रही है और अब बारिश में भींगने से धान के खराब होने की आशंका बढ़ गई है।
भीगे धान का हिसाब: जिला समिति खुले में धान
रायपुर 123 32 लाख क्विंटल
जांजगीर 206 15 लाख क्विंटल
महासमुंद 122 27 लाख क्विंटल
राजनांदगांव 113 12 लाख क्विंटल
बस्तर 58 06 लाख क्विंटल
धमतरी 84 09 लाख क्विंटल
कवर्धा 79 20 लाख क्विंटल
कांकेर 111 14 लाख क्विंटल
सरगुजा 30 02 लाख क्विंटल
रायगढ़ 121 31 लाख क्विंटल
बिलासपुर 130 18 लाख क्विंटल
शहरी-नक्सली मामले में सरपंच गिरफ्तार
25 February 2014
भानुप्रतापपुर। सोमवार को भानुप्रतापपुर के तिमनार सरपंच को कार्रवाई करते हुए एसआईबी और पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया। सरपंच का नाम गणेश कंुजाम है। सरपंच को शहरी-नक्सली नेटवर्क मामले में गिरफ्तार किया गया है। सरपंच पर नक्सलियों को सहयोग करने का आरोप है। सरपंच के घर से जिलेटिन, डेटोनेटर, नक्सली साहित्य भी बरामद हुए हैं।
वारंटी नक्सली गिरफ्तार
नारायणपुर में सोमवार को एक वारंटी नक्सली को भी गिरफ्तार किया गया है। इस पर व्यापारी के अपहरण का भी आरोप है। गिरफ्तारी नारायणपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए की है।
छत्तीसगढ़ में मिला पांच करोड़ का वन अधिकारी
24 February 2014
बिलासपुर। भ्रष्टाचार निरोधी दल ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के मरवाही वन मंडल के जिला वन अधिकारी के बंगला, बिलासपुर व जगदलपुर स्थित आवास पर एक साथ छापे मारे। इसमें उनके पास करीब पांच करोड़ रुपये की अघोषित चल-अचल संपत्ति होने का पता चला। अधिकारी राजेश चंदेले ने काली कमाई से खरीदे गए जमीन, मकान, प्लॉट व फ्लैट को अपनी पत्नी, माता-पिता के नाम पर दर्शाया है।
करीब दो साल से मारवाही में तैनात चंदेले के खिलाफ बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर कमाई करने की शिकायतें मिल रही थीं। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज खिलारी ने बताया कि जिस मकान में उनकी पत्नी हितेश चंदेले और बच्चे रहते हैं वह 15 हजार रुपये महीना किराये पर लिया गया है। आरोपी अफसर के सारे बैंक खाते सील कर दिए गए हैं। अधिकारी द्वारा किए गए निवेश के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी की भतीजी कांग्रेस में!
24 February 2014
रायपुर। अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी तथा छत्तीसगढ़ की भाजपा नेत्री करूणा शुक्ला के कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। रायपुर से लेकर दिल्ली के दस जनपथ में बन रहा एक समीकरण बने तो पूर्व भाजपा सांसद करूणा शुक्ला जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो जाएंगी।
बताया जाता है कि वे बिलासपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी भी हो सकती हैं। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक करूणा की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी हो चुकी है। आज दोबारा वे दिल्ली पहुंच रही हैं।
सूत्रों के अनुसार कुछ दिनों पहले बिलासपुर लोकसभा के लिए अपनी संभावनाओं का जायजा लेने के बाद करूणा शुक्ला पिछले कुछ दिनों दिल्ली में जमीं थीं। 2013 में राज्य में विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा छोड़ने वाली करूणा कांग्रेस प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार भी कर चुकीं हैं।
भाजपा छोड़ने के बाद करूणा शुक्ला की वापसी की संभावनाएं उस समय समाप्त हो गई थीं, जब पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ में उनका इस्तीफा मंजूर करने की घोषणा की थी। इसके बाद से लेकर अब तक करूणा शुक्ला की वापसी की कोई राह नहीं बन पाई।
सड़क निर्माण से नाराज 70 माओवादियों ने मशीनों को लगाई आग
24 February 2014
नारायणपुर। नारायणपुर से 8 किमी दूर कोचवाही में रविवार की रात लगभग 70 माओवादियों ने सड़क निर्माण से नाराज होकर 3 मिक्सर मशीन को आग लगा दिया। मिक्सर मशीन सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे। माओवादियों ने सड़क निर्माण क्षेत्र में काफी उत्पात मचाते हुए मशीनों को आग लगाया है। मिक्सर मशीन रात भर धंू-धूंकर जलने के कारण पूरी तरह जल गए हैं। गौरतलब है कि शनिवार को भी बीजापुर में सड़क निर्माण से गुस्साएं माओवादियों ने माटवाड़ा के पास सड़क निर्माण कार्य में लगे 4 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
पर्चे फेंककर मुठभेड़ को बताया फर्जी
नारायणपुर में सोमवार को पुलिस को माओवादियों द्वारा फेंके पर्चे बरामद हुए हैं। पर्चे में उन्होंने 12 फरवरी को हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को फर्जी बताया है, जबकि मुठभेड़ में पुलिस ने 3 माओवादियों के मौत की पुष्टि की थी। गौरतलब है कि 12 फरवरी को पुलिस ने कारकानार क्षेत्र में हुए मुठभेड़ में कुछ ग्रामीणों पर माओवादी समझकर फायरिंग कर दी थी। इसमें 3 ग्रामीणों की मौत हो गई थी, जिसका ग्रामीणों ने विरोध भी किया था।।
गांजा तस्कर को 15 साल कैद
22 February 2014
बिलासपुर। गांजा तस्करी के आरोपी युवक को विशेष न्यायाधीश (नारकोटिक्स एक्ट) ने 15 साल कैद व दो लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। पुलिस ने आरोपी को करीब तीन साल पहले सीपत में गांजा तस्करी करते पकड़ा था। उसके पास से 69 किलो गांजा जब्त किया गया था।
सीपत पुलिस ने 3 अगस्त 2011 को सीपत के आवासपारा में दबिश देकर 69 किलो 6 सौ ग्राम गांजा जब्त किया था। आरोपी धनसाय पटेल पिता सहसराम पटेल मूलत: रायपुर के बिलाईगढ़ क्षेत्र के टुंड्रा का रहने वाला था। वह यहां किराये के मकान में रहकर उड़ीसा से गांजा सप्लाई करता था। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान आरोपी के खिलाफ धारा 20 बी व 2 सी नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। इस बीच कोर्ट में ट्रायल चल रहा था। मामले की अंतिम सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश (नारकोटिक्स एक्ट) मनीष कुमार नायडू ने आरोप सिद्घ होने पर आरोपी को 15 साल कैद व 2 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है।
छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक से 3.70 लाख की लूट
22 February 2014
रायपुर। मुंगेली नाका स्थित छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक में गुरुवार शाम करीब 3:45 बजे दिनदहाडे़ दो नकाबपोश कट्टे व गुप्ती की नोंक पर 3 लाख 70 हजार रुपए लूट कर भाग निकले।
लुटेरों ने अंदर घुसते ही शटर बंद कर दिया और वारदात को अंजाम देने के बाद बैंक के मैनेजर समेत तीनों कर्मचारियों को अंदर कमरे में बंद कर दिया। अलार्म बजने पर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई, लेकिन तब तक लुटेरे भाग निकले थे।
जानकारी के अनुसार घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। मुंगेली नाका-बलराम टॉकीज रोड में लुथरा हॉस्पिटल के सामने छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक है। बैंक में सुबह 10:30 से शाम 4:30 बजे तक लेनदेन होता है। गुरुवार शाम करीब 3.45 बजे बैंक में मैनेजर नरेंद्र वर्मा पिता बीआर वर्मा [51] के साथ ही कैशियर दुर्गावति राजपूत व प्यून रामायण यादव मौजूद थे। इस दौरान बैंक सूनसान था और कोई ग्राहक भी नहीं थे। प्यून रामायण अंदर किचन में बर्तन साफ कर रहा था। उसी समय बैंक में दो नकाबपोश युवक घुसे। एक युवक काउंटर में पर्ची देखने लगा। वहीं, दूसरा युवक गेट के पास ख़़डा था, जिन्हें देखते ही मैनेजर श्री वर्मा अपनी टेबल से उठ गए और काउंटर के पास पर्ची भरने का झांसा दे रहे युवक को नकाब उतारने के लिए कहा। इतने में युवक गुप्ती निकालकर मैनेजर तक पहुंच गया और शोर मचाने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए गाली-गलौज करने लगा। इतने में दूसरे नकाबपोश युवक ने बैंक का शटर गिरा दिया और कट्टा निकालकर कैशियर दुर्गावति के पास पहुंच गया। दोनों युवकों को देखकर बैंक के कर्मचारी घबरा गए। गुप्ती व कट्टा अ़़डाकर युवक ने कैशियर से नगदी रकम छीनकर बैग में रख लिए। इस बीच गुप्ती रखे युवक ने मैनेजर से लॉकर खुलवाया और उसमें रखे करीब 75 हजार के रद्दी नोटों को भी बैग में भरने लगा। बैंक में रखे करीब 3 लाख 70 हजार बैग में रखने के बाद दोनों युवक बाहर निकलते समय बैंक कर्मियों को अंदर कमरे में बंद कर गए और बाहर से दरवाजे भी बंद कर दिए।
बाद में अलार्म बजाया
इस बीच डर के कारण बैंक कर्मी सहमे रहे। जैसे ही तीनों युवक बाहर निकले मैनेजर श्री वर्मा ने अलार्म बजाया। अलार्म की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंच गए। इस बीच मोबाइल से घटना की सूचना क्षेत्रीय कार्यालय को दी गई, जहां से पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। इससे पहले ही अलार्म सुनकर पहुंचे लोगों ने दरवाजा खोलकर बैंक कर्मियों को बाहर किया। बैंक में लूट की सूचना मिलते ही सिविल लाइन सीएसपी श्रीमती मधुलिका सिंह, टीआई एलपी द्विवेदी दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके साथ ही एडिशनल एसपी सिटी विजय पांडेय, कोतवाली सीएसपी हरीश यादव व कोटा एसडीओपी विभोर सहित स्पेशल टीम प्रभारी नसर सिद्दीकी अपनी टीम के साथ पहुंच गए।
पूछताछ के दौरान मैनेजर वर्मा ने आप बीती सुनाई। उन्होंने बताया कि बैंक में करीब 3 लाख 95 हजार रुपए रखे हुए थे, जिसमें से करीब 3 लाख 70 हजार रुपए को युवकों ने लूट लिया। श्री वर्मा की रिपोर्ट पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।।
कमजोर हो रहा माओवाद, दो साल में एक भी भर्ती नहीं
22 February 2014
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ में माओवादी जंगलों में सिमट गए हैं। टूट रहे हैं और सरेंडर कर रहे हैं। राजनांदगांव जिले समेत कांकेर व मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में काम करने वाले इनके सारे दलम व कमेटियों में पिछले दो सालों से भर्ती नहीं हो पाई है। पुलिस का दावा है कि यह फोर्स के दखल का परिणाम है। वहीं, अहम पहलू यह भी है कि आंध्रप्रदेश के माओवादी नेता और छत्तीसगढ़ के संगठन प्रमुखों में पट नहीं रही है। इनकी लड़ाई के कारण संगठन सुस्त पड़ गया है।
राज्य की इंटेलीजेंस एजेंसियों ने यह रिपोर्ट पहले ही दी थी। माओवादी डिवीजनल कमांडर भगत जाड़े के सरेंडर के बाद इस रिपोर्ट पर मुहर लग गई है। भगत ने बताया है कि माओवादी नेता दो वर्षो में औंधी से लेकर बकरकट्टा की माओवादियों के दखल वाली पट्टी में किसी भी ग्रामीण को संगठन से नहीं जोड़ पाए हैं।
46 में से 20 कैडर ही बचे
पुलिस के मुताबिक सीधी लड़ाई लड़ने वाले या दलम में बंदूक उठाने वालों को कैडर में गिना जाता है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार राजनांदगांव व सीमावर्ती इलाकों में जिले के 46 लोग माओवादी कैडर के रूप में कार्यरत थे। इनमें से 25 माओवादी सरेंडर करके मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। वहीं, पांच माओवादी मारे जा चुके हैं। इसके बाद जिले में सिर्फ 20 कैडर ही बचे हैं।
अफसर भी नहीं कर पाए थे यकीन
खुफिया एजेंसी आईबी से पुलिस को 2012-13 के बीच सूचना पहंुची थी कि माओवादी संगठन में नए युवकों को जोड़ने की कोशिश नाकामयाब हो गई है। दूसरे वर्ष 2013-14 में भी यही रिपोर्ट पहंुची, लेकिन अफसरों को यकीन नहीं था। पूर्व में सरेंडर हुए दूसरे माओवादियों ने भी नई भर्ती से इनकार किया था।
आवाजाही में दिक्कत हो रही
आत्मसमर्पित माओवादी भगत ने पूछताछ में बताया है कि भीतरी इलाके में फोर्स की आवाजाही बढ़ने के कारण ही ग्राम स्तर पर समितियों को सक्रिय करने में अब परेशानी होने लगी है। माओवादी नेता गांवों में आवाजाही नहीं कर पा रहे।
सोनी सोरी आप में शामिल
21 February 2014
रायपुर। सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहा छत्तीसगढ़ की आदिवासी नेता सोनी सोरी गुरुवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई। सितंबर 2011 में सोनी को माओवादियों को पैसा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सोनी के अनुसार, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया। सिस्टम में बदलाव के लिए वह राजनीति में आने को तैयार हुई हैं।
माना जा रहा है कि वह छत्तीसगढ़ के बस्तर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। इंफोसिस में वरिष्ठ अधिकारी रहे वी बाला ने भी आप की सदस्यता ग्रहण की है।
छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक से 3.70 लाख की लूट
21 February 2014
रायपुर। मुंगेली नाका स्थित छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक में गुरुवार शाम करीब 3:45 बजे दिनदहाडे़ दो नकाबपोश कट्टे व गुप्ती की नोंक पर 3 लाख 70 हजार रुपए लूट कर भाग निकले।
लुटेरों ने अंदर घुसते ही शटर बंद कर दिया और वारदात को अंजाम देने के बाद बैंक के मैनेजर समेत तीनों कर्मचारियों को अंदर कमरे में बंद कर दिया। अलार्म बजने पर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई, लेकिन तब तक लुटेरे भाग निकले थे।
जानकारी के अनुसार घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। मुंगेली नाका-बलराम टॉकीज रोड में लुथरा हॉस्पिटल के सामने छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक है। बैंक में सुबह 10:30 से शाम 4:30 बजे तक लेनदेन होता है। गुरुवार शाम करीब 3.45 बजे बैंक में मैनेजर नरेंद्र वर्मा पिता बीआर वर्मा [51] के साथ ही कैशियर दुर्गावति राजपूत व प्यून रामायण यादव मौजूद थे। इस दौरान बैंक सूनसान था और कोई ग्राहक भी नहीं थे। प्यून रामायण अंदर किचन में बर्तन साफ कर रहा था। उसी समय बैंक में दो नकाबपोश युवक घुसे। एक युवक काउंटर में पर्ची देखने लगा। वहीं, दूसरा युवक गेट के पास ख़़डा था, जिन्हें देखते ही मैनेजर श्री वर्मा अपनी टेबल से उठ गए और काउंटर के पास पर्ची भरने का झांसा दे रहे युवक को नकाब उतारने के लिए कहा। इतने में युवक गुप्ती निकालकर मैनेजर तक पहुंच गया और शोर मचाने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए गाली-गलौज करने लगा। इतने में दूसरे नकाबपोश युवक ने बैंक का शटर गिरा दिया और कट्टा निकालकर कैशियर दुर्गावति के पास पहुंच गया। दोनों युवकों को देखकर बैंक के कर्मचारी घबरा गए। गुप्ती व कट्टा अ़़डाकर युवक ने कैशियर से नगदी रकम छीनकर बैग में रख लिए। इस बीच गुप्ती रखे युवक ने मैनेजर से लॉकर खुलवाया और उसमें रखे करीब 75 हजार के रद्दी नोटों को भी बैग में भरने लगा। बैंक में रखे करीब 3 लाख 70 हजार बैग में रखने के बाद दोनों युवक बाहर निकलते समय बैंक कर्मियों को अंदर कमरे में बंद कर गए और बाहर से दरवाजे भी बंद कर दिए।
बाद में अलार्म बजाया
इस बीच डर के कारण बैंक कर्मी सहमे रहे। जैसे ही तीनों युवक बाहर निकले मैनेजर श्री वर्मा ने अलार्म बजाया। अलार्म की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंच गए। इस बीच मोबाइल से घटना की सूचना क्षेत्रीय कार्यालय को दी गई, जहां से पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। इससे पहले ही अलार्म सुनकर पहुंचे लोगों ने दरवाजा खोलकर बैंक कर्मियों को बाहर किया। बैंक में लूट की सूचना मिलते ही सिविल लाइन सीएसपी श्रीमती मधुलिका सिंह, टीआई एलपी द्विवेदी दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके साथ ही एडिशनल एसपी सिटी विजय पांडेय, कोतवाली सीएसपी हरीश यादव व कोटा एसडीओपी विभोर सहित स्पेशल टीम प्रभारी नसर सिद्दीकी अपनी टीम के साथ पहुंच गए।
पूछताछ के दौरान मैनेजर वर्मा ने आप बीती सुनाई। उन्होंने बताया कि बैंक में करीब 3 लाख 95 हजार रुपए रखे हुए थे, जिसमें से करीब 3 लाख 70 हजार रुपए को युवकों ने लूट लिया। श्री वर्मा की रिपोर्ट पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
झलियामारी कांड की क्यों नहीं हुई उच्चस्तरीय जांच?
21 February 2014
रायपुर। कांकेर जिले के झलियामारी आश्रम में नाबालिग आदिवासी छात्राओं के साथ दुष्कर्म के मामले में गुरूवार को विधानसभा में विपक्ष ने मंत्री केदार कश्यप को घेरा। आश्रमों की सुरक्षा को लेकर मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस सदस्य शंकर ध्रुवा की गैरमौजूदगी में लखेश्वर बघेल द्वारा यह मामला उठाया गया। कांग्रेस सदस्य ने पूछा कि आखिर सरकार ने झलियामारी आश्रम में बालिकाओं से दुष्कर्म की जांच उच्चस्तरीय समिति से क्यों नहीं कराई? आदिम जाति विकास मंत्री कश्यप ने जवाब दिया कि वरिष्ठ महिला अधिकारियों की टीम ने जांच की है। इसमें दोषियों पर कार्रवाई भी की गई। सत्यनारायण शर्मा ने भी सवाल किया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी थी, यह जांच क्यों नहीं कराई गई। मंत्री ने कहा कि घटना की जांच निष्पक्ष और तत्परता से की गई है। मामले में दोषियों के खिलाफ निलम्बन और बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। यह बालिकाओं का मामला था, इसलिए महिला अधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी। मंत्री ने कहा कि यह घटना व्यक्ति-विशेष के दुराचारी होने की है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
आश्रमों की सुरक्षा को लेकर हंगामा
कांकेर जिले के झलियामारी आश्रम में नाबालिग आदिवासी छात्राओं के साथ दुष्कर्म के मामले में विपक्ष ने मंत्री केदार कश्यप को घेरा। कांग्रेस सदस्य भूपेश बघेल ने इस दौरान पूछा कि क्या बालिका आश्रम में पुरूष वार्डन और चौकीदार हैं? इसके जवाब में कश्यप ने कहा कि आश्रमों में महिला वार्डन की नियुक्ति की गई है। 968 महिला पुलिस कर्मी भी तैनात हंै। बघेल ने मंत्री पर गलत बयानबाजी का आरोप लगाया।
इस पर मंत्री कश्यप ने कहा कि केवल महिला कर्मचारी रखने से समस्या खत्म नहीं हो सकती। समाज की भावनाएं जब तक नहीं जुड़ेंगी, तब तक ऎसी समस्या बनी रहेगी। बघेल ने कहा कि मंत्री समाज को नसीहत देना बंद करें। सत्यनारायण शर्मा ने पूछा कि पीडित छात्राओं के लिए 60 हजार की राशि स्वीकृत की गई है, लेकिन यह राशि उन्हें नहीं मिली। कश्यप ने कहा कि 15 पीडित बालिकाओं के लिए पीडित क्षतिपूर्ति योजना के अंतर्गत एक करोड़ 5 लाख रूपए का आवंटन कलेक्टर कांकेर को उपलब्ध कराया गया है। सभी पीडित बालिकाओं को 60 हजार रूपए की राशि प्रदान की गई है।
महिला वार्डन के पति नहीं जा सकते आश्रम में
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि आश्रम में तैनात वार्डन के पति को अलग रखा जाए, क्या इसके लिए कोई व्यवस्था की गई है? उन्होंने कहा कि महिला कर्मचारी के पति को शाम 5 बजे के बाद आश्रम के अंदर जाने की अनुमति नहीं है। इस दौरान कांग्रेस सदस्य अमरजीत भगत ने पूछा कि भविष्य में ऎसी घटना न हों, इसके लिए शासन की ओर से क्या व्यवस्था की गई है। मंत्री ने कहा कि यह घटना व्यक्ति विशेष के दुराचारी होने की है। इस पर आपत्ति जताते हुए कांगे्रस सदस्यों ने एक साथ खड़े होकर सदन में हंगामा किया और वॉकआउट कर दिया।
गाडरवारा से सूबे को मिलेगी 50 फीसदी बिजली
20 February 2014
रायपुर। केंद्रीय विद्युत राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को गाडरवारा में एनटीपीसी की 800-800 मेगावॉट की दो इकाइयों के प्रथम चरण के लिए आधारशिला रखी।
उन्होंने वर्ष 2022 तक पूरे देश में 4 लाख मेगावॉट विद्युत उत्पादन की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा स्थिति में 2 लाख 36 हजार मेगावॉट बिजली उत्पादन हो रहा है। आने वाले समय में बिजली की ब़़ढती खपत और विकास के लिए बिजली का उत्पादन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गाडरवारा के एनटीपीसी प्लांट से 50 फीसदी बिजली उसके गृहराज्य मध्यप्रदेश को मिलेगी।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने 45 करोड़ रुपए की लागत से प्लांट से लगे क्षेत्रों में सड़क, स्कूल, कालेज और अन्य विकास कार्य कराने का जिक्र किया। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने इस मौके पर केंद्रीय विद्युत राज्यमंत्री से कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में मध्यप्रदेश की तरफ से जो ऊर्जा परियोजनाओं के प्रस्ताव भेजे गए हैं, उन्हें केन्द्र जल्द से जल्द मंजूर कराएं।
3 लाख के इनामी नक्सली का पत्नी के साथ आत्मसमर्पण
20 February 2014
रायपुर। तीन लाख के इनामी कांकेर बार्डर डिवीजन कमेटी सदस्य एवं दल्लीराजहरा एरिया कमेटी सचिव भगत जा़़डे [27] मानपुर ने मंगलवार की सुबह अपनी पत्नी [महिला नक्सली] वनोजा उर्फ तीजो नेताम [21] कांकेर के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों का विवाह नक्सली दलम में रहते हुए 2010 में हुआ था। दोनों नक्सलियों को महाराष्ट्र और आंध्र शीषर्ष दलम के नक्सलियों से प्रता़़डना की शिकायत थी।
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस वार्ता में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरके विज, एसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि नक्सली भगत ने 2005 और तीजो ने 2006 में नक्सली दलम में सहयोगी के रूप में प्रवेश किया था। इसके बाद भगत जा़़डे सक्रियता से नक्सली दलम के साथ जु़़ड गया। बाद में उसे नांदगांव जिले के मानपुर, ख़़डगांव सहित जिला बालोद, कांकेर क्षेत्र का जिम्मा दिया गया था। इसी तरह महिला नक्सली तीजो गांव--गांव में नक्सलियों का प्रचार करती थी। दलम में सक्रियता से जुटी हुई थी। आत्मसमर्पण के पूर्व दोनों नक्सलियों द्वारा बताए गए ठिकाने से 5 किलो के 3 आईईडी एवं 10 किलो के एक डायरेक्शनल माइंस बरामद किए गए। पुलिस भाई की हत्या ने बदल दिया
भगत जा़़डे ने बताया कि उसका छोटा भाई बुधराम जा़़डे पुलिस में था। पुलिसकर्मी बुधराम का नक्सली दलम के विजय रेड्डी और कमलेश सहित नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था। जिसका भगत जा़़डे ने विरोध किया। इस पर विजय रेड्डी ने आश्वासन दिया था कि पूछताछ कर छो़़ड देंगे लेकिन कुछ माह पूर्व ही उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद से भगत जा़़डे और वनोजा उर्फ तीजो नेताम ने दलम छो़़डने का फैसला किया। इसके बाद से ही मौके की तलाश में थे। 14 फरवरी को दोनों जंगल से भाग निकले। 18 फरवरी की सुबह पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
प्लाटून कमांडर चढ़ा पुलिस के हत्थे
20 February 2014
रायपुर। दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी पुलिस को एक और बड़ी सपलता हाथ लगी है। जन मिलिशिया प्लाटून कमांडर सरमेश भास्कर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आया नक्सली गमावा़़डा क्षेत्र में सक्रिय रहा। यह अब तक की आठवीं गिरफ्तारी है। सोमवार को बचेली थाने में नक्सली कमांडर को मीडिया के सामने पेश किया गया।
एसडीओपी मिर्जा जियारत बेग ने बताया कि रविवार को सरमेश को गमावा़़डा के मुंडरापारा स्थित उसके निवास से पक़़डा गया है। उसके घर से तीन किलो का टिपिन बम व एक देशी कट्टा भी पुलिस ने बरामद किया है। आरोपी सरमेश वर्ष 2009 से माओवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। उसके कार्य को देखकर संगठन ने गत वर्ष जुलाई में उसे जन मिलिशिया का प्लाटून कमांडर बनाया था। आरोपी अपने क्षेत्र में लगातार पे़़ड काटकर स़़डक बाधित करना, रेल पटरी उखा़़डना, बैनर-पोस्टर लगाने जैसी गतिविधियों को अंजाम देता था।
मिर्जा ने बताया कि आरोपी ने किरन्दुल रेल सेक्शन में पटरी उखा़़डकर रेल मार्ग बाधित करना, मालगा़़डी रोककर चालकों से वाकी-टाकी लूटने, कुपेर के पास मालगा़़डी के चार डिब्बे गिराने एवं नेरली घाटी में एंटी लैंडमाइन वाहन को विस्पोट से उ़़डाने की घटना में शामिल होना स्वीकार किया है। साथ ही गत वषर्ष झीरम घाटी घटना के दिन सातधार तिराहा में यात्री प्रतीक्षालय को ध्वस्त करने में लिप्त होना स्वीकार किया है। आरोपी को बचेली के व्यवहार न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस दौरान बचेली टीआई याकूब मेमन, किरन्दुल टीआई राजेश देवदास मौजूद थे।
जोगी लड़ेंगे लोकसभा का चुनाव!
19 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने ऎसे संकेत मंगलवार को दिए। "पत्रिका" से बातचीत में जोगी ने कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने से साफ इनकार किया हुआ है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का निर्देश पार्टी में कोई टालता नहीं है। वे कांग्रेस अध्यक्ष से मिल उन्हें चुनाव न लड़ने की स्थिति से अवगत कराएंगे। इसके बाद उनका जो भी निर्णय होगा, उसे वे मानेंगे।
जोगी ने एक साल तक चुनाव न लड़ने की घोषणा की हुई है। लेकिन पार्टी उन्हें बिलासपुर से चुनाव लड़ाना चाहती है। जोगी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने यदि उन्हें मिलने का समय दिया तो वे अवश्य मिल अपनी बात रखेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने हमेशा उनकी बात को सुना है और माना भी है। उम्मीद है कि इस बार भी वे उनकी बात मानेंगी।
बिलासपुर सीट का फैसला सोनिया पर
सोमवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बिलासपुर सीट का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष पर छोड़ दिया गया है। इस सीट पर अकेला नाम अजीत जोगी का ही था। राज्य की 10 सीटों पर चर्चा तो हुई, लेकिन आधी सीटें पेंडिंग में छोड़ दी गई हैं। महासमंद की सीट भी है। इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के परिवार की प्रतिभा पांडे का नाम है। दुर्ग सीट के लिए रविंद्र चौबे और उनके भाई प्रदीप चौबे में से किसी एक को।
रायपुर से मोहम्मद अकबर का फैसला भी कांग्रेस अध्यक्ष पर छोड़ा गया है। केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत की सीट पर कोई चर्चा नहीं हुई। सांसदों का फैसला कांग्रेस उपाध्यक्ष करेंगे। केंद्रीय चुनाव समिति की तरफ से छत्तीसगढ़ की 10 सीटों के साथ त्रिपुरा की 2, हिमाचल की 3, झारखंड की 7, उड़ीसा की 4, कर्नाटक की 19 तथा उत्तर प्रदेश की 27 सीटों पर चर्चा की गई। झारखंड की 6 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ दी गई। प्रत्याशियों पर अंतिम मोहर कांग्रेस अध्यक्ष लगाएंगी। केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक अब गुरूवार को होगी। इसमें मध्यप्रदेश समेत कुछ राज्यों को लेकर चर्चा की जाएगी।
बिना आबादी के गांव में बना रहे इंदिरा आवास
19 February 2014
रायपुर। सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक के अंतर्गत ऎसे गांवों में इंदिरा आवास स्वीकृत किए गए हैं, जो हैं ही नहीं या जहां कोई नहीं रहता। कांग्रेस सदस्य कवासी लखमा ने मंगलवार को विधानसभा में सुकमा जिले मिलमपल्ली गांव में 129 आवासों का जिक्र करते हुए पूछा कि जब इस गांव में कोई रहता ही नहीं तो इतने मकान स्वीकृत कैसे हो गए और किसने आवेदन किया? इस मामले को लेकर मंत्री अजय चन्द्राकर द्वारा लिख कर देने पर जांच करवाने की बात कहे जाने से नाराज विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा मचाया।
कांग्रेस सदस्य लखमा ने प्रश्नकाल में यह मामला उठाया। उनके सवाल के जवाब में पंचायत मंत्री ने बताया कि कोंटा विकासखंड में वर्ष 2010 से 2013 तक कुल 4998 आवासों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें से 4930 मकान कार्य पूर्ण हो चुके हैं व 68 अपूर्ण हैं। अपूर्ण कार्य जून 2014 तक पूरा कर लेने की उम्मीद है।
कांग्रेस सदस्य ने पूछा कि कोंटा विकासखंड में कुल कितनी पंचायतें हैं? इसके जवाब में पंचायत मंत्री ने 57 पंचायतों की जानकारी दी। लखमा ने पूछा कि इसमें से कुछ में ही आवास बने हैं, बाकी में आवास क्यों नहीं बनाए गए हैं। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार प्रतीक्षा सूची में से इंदिरा आवास स्वीकृत करती है। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि मिलमपल्ली गांव में 129 इंदिरा आवास बनने की बात कही गई है, लेकिन उस गांव में कोई रहता नहीं। चुनाव के समय यहां मतदान भी नहीं हुआ, गांव खाली है और यहां के लोग शिविर में रहते हैं। उन्होंने पूछा कि गांव में जब कोई नहीं तो फिर आवेदन किसने किया?
पहले अड़े मंत्री, बाद में जांच की घोषणा
लखमा के सवालों के जवाब में पंचायत मंत्री ने कहा कि इसे लेकर कहीं से कोई शिकायत नहीं आई है। लखमा ने पूछा कि क्या इस मामले की जांच कराई जाएगी? मंत्री ने कहा कि लिखित में दे दें, वे जांच करा लेंगे। लखमा ने कहा कि इसमें जांच की तुरंत घोषणा होनी चाहिए। फिर मंत्री ने कहा कि लिखित में मिलने पर ही जांच कराएंगे। इस दौरान कांग्रेस सदस्य सत्यनाराण शर्मा व अन्य सदस्यों ने इस पर आपत्ति की।
शर्मा ने कहा कि आप भ्रष्टाचार के दोषियों को क्यों बचाना चाहते हैं? मंत्री ने कहा कि गड़बड़ी की किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि सदन में प्रश्न उठाना संज्ञान में लाना नहीं है क्या? उन्होंने मामले में अध्यक्ष से व्यवस्था की गुजारिश की। इस बीच बाकी सदस्य भी खड़े हो गए और जांच की मांग करने लगे। बाद में पंचायत मंत्री ने कहा कि जिन बिन्दुओं पर सदस्य को शंका है उसकी जांच करवा लेंगे।
मिलिट्री दलम इंचार्ज समेत 7 माओवादी ढेर
19 February 2014
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की सीमा से 15 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के मतेली-बेलाकाठी के जंगली रास्ते में पुलिस ने सात माओवादियों को घेरकर मार गिराया। घटना सोमवार रात लगभग साढ़े 10 बजे की है।
मारे गए माओवादी मिलिट्री दलम के सदस्य थे, जो खुर्सीपार पंचायत भवन में रखे कागजात जलाने के बाद जीप में सवार होकर जंगल की ओर भाग रहे थे। लेकिन, वे रास्ते में वाहनों की चेकिंग कर रही पुलिस की नजर में आ गए और मुठभेड़ हो गई। इस घटना में दो महिला माओवादी भी मारी गई हैं। पुलिस ने सभी के शव बरामद कर लिए हैं।
रास्ते में घिर गए गढ़चिरौली कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार रात को गढ़चिरौली, गोंदिया पुलिस व सीआरपीएफ की टीम पेट्रोलिंग पर निकली थी। मतेली व बेलकाठी के रास्ते में चिचगढ़ थाने की टीम ने वाहनों की जांच के लिए चेकिंग प्वॉइंट लगाया था।
पुलिस को भनक नहीं थी कि माओवादी इसी रास्ते से आने वाले हैं। इस बीच, खुर्सीपार पंचायत भवन के कुछ जरूरी कागजात को जलाने के बाद जीप में सवार हो माओवादी आगे बढ़ रहे थे। मिलिट्री दलम का केवल एक सदस्य जीप में सामने की ओर हथियार के साथ बैठा था। दूसरे साथियों ने हथियारा नीचे छिपा कर रखे थे। अचानक नजर पड़ते ही पुलिस टीम को देखकर माओवादी सकते में आ गए और फायरिंग शुरू कर दी।
हथियार बरामद किए गए पुलिस की ओर से भी ताबड़तोड़ फायरिंग हुई, तो जीप में सवार सभी माओवादियों को गोली लग गई और मौके पर ही वे ढेर हो गए। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में महाराष्ट्र स्टेट कमेटी मेंबर दीपक तिलतुमड़े का गार्ड सुनील तड़ामी, मिलिट्री दलम इंचार्ज राजेश उर्फ लालसू सोबेराम टोपा, डिप्टी कमांडर नवीन उर्फ सुनील उर्फ सत्तारसिंह टोपा, एरिया कमेटी मेंबर वीरू उर्फ विजय उर्फ दुलेश, एरिया कमेटी मेंबर श्यामकू उर्फ शांता, डीसी मेंबर लालसू उर्फ बीद लाल व एरिया कमेटी मेंबर पुन्नी उर्फ नरोटी मारे गए हैं। इनके पास से एके-47, एसएलआर, थ्री नॉट थ्री, कार्बाइन सहित अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।।
आतंकी फंडिंग की सरगना है आयशा
17 February 2014
रायपुर। पाकिस्तान में बैठे इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों के इशारे पर आयशा बानो और जुबेर हुसैन छत्तीसगढ़ समेत देशभर में आतंकियों को धन मुहैया कराते थे।
छत्तीसगढ़ पुलिस सूत्रों ने बताया कि आतंकियों तक फंड सप्लाई करने की सरगना आयशा बानो है। आतंकी फंडिंग नेटवर्क से जुड़े सदस्य आयशा को पाकिस्तानी बॉस कहते थे।
आयशा के मोबाइल फोन पर पाकिस्तान से आतंकी फंडिंग से जुड़े एसएमएस आते थे। उसका पति जुबेर विभिन्न बैंकों में रकम के हस्तांतरण की बाबत धीरज साव को एसएमएस फारवर्ड कर निर्देश देता था। इन दिनों धीरज जेल में बंद है।
सूत्रों के मुताबिक पटना व बोधगया बम ब्लास्ट के लिए अलग-अलग खातों में जमा कराए गए करीब दो करोड़ रुपये में से 25 लाख धीरज ने ही जमा कराया था। इनमें से एक खाता दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मेवात, हरियाणा के इमाम के नाम पर भी है।
गौरतलब है कि आतंकियों को धन मुहैया कराने के आरोप में आयशा व जुबेर को दो महीने पहले कर्नाटक के मंगलौर से गिरफ्तार किया गया था। उनकी निशानदेही पर धीरज की गिरफ्तारी की गई थी।
तीन नक्सली मददगार गिरफ्तार
17 February 2014
रायपुर। एटीएस और रायपुर पुलिस ने शनिवार को नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के तीन और सदस्यों को गिरफ्तार किया। नक्सलियों को पैसा पहुंचाने और कुरियर का काम करने वाले ये तीनों मददगार भानुप्रतापपुर के कोरा गांव के हैं। इनको एटीएस ने अभनपुर के पास से गिरफ्तार किया। ये मोटरसाइकिल से भानुप्रतापपुर की तरफ जा रहे थे। इनके पास से 12 बोर के 47 जिंदा कारतूस, जिलेटिन और 11 हजार पए बरामद हुए हैं।
एसपी ओपी पाल के अनुसार नक्सली मददगार दशरथ मंडावी, राजकुमार मंडावी और लक्ष्मण उसेंडी लगातार नक्सलियों के संपर्क में थे। बताया जा रहा है कि वे ठेकेदारों से पैसे वसूलकर नक्सलियों के पास पहुंचाने का काम करते थे। दशरथ मंडावी लंबे समय से नक्सलियों के संपर्क में था और उनके लिए पैसा और रसद पहुंचाने का काम करता था। वहीं, राजकुमार मंडावी का नक्सली कमांडर प्रभाकरन से सीधा संबंध था। बताया जा रहा है कि वह कई बार प्रभाकरन को अपनी गा़़डी में बिठाकर रायपुर लाया है।
एटीएस के सूत्रों के अनुसार राजकुमार, प्रभाकरन के साथ-साथ कई और नक्सली कमांडरों को रायपुर लाने-ले जाने का काम करता था। अस्पताल में इलाज कराने के लिए भी उसने कई नक्सलियों को रायपुर पहुंचाया था। बताया जा रहा है कि लक्ष्मण उसेंडी नक्सलियों के कुरियर लाने-ले जाने का काम करता था। कुरियर में क्या होता था, इसका खुलासा नहीं हुआ है।
चोप़़डा की निशानदेही पर कार्रवाई
एटीएस के सूत्रों के अनुसार, नक्सली मददगार धर्मेद्र चोप़़डा ने कांकेर और भानुप्रतापपुर के दर्जनभर मददगारों के नाम का खुलासा किया है। उसकी निशानदेही पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
बताया जा रहा है कि कांकेर और भानुप्रतापपुर के कुछ और मददगार एटीएस की नजर में हैं। उनकी भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।ई
छात्रा के साथ गैंगरेप की पुष्टि, सिम्स में भर्ती
17 February 2014
बिलासपुर। जशपुर जिले की एक छात्रा के साथ सिम्स में गैंगरेप की पुष्टि हो गई है। उसे सिर में गंभीर चोट पहुंची है। शनिवार को एसपी बीएन मीणा घायल छात्रा को देखने पहुंचे। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन को इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए।
बीते गुरुवार रात नारायणपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली आठवीं कक्षा की छात्रा अपनी मौसी के यहां एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने भाई के साथ गई थी। शुक्रवार सुबह सा़़ढे चार बजे छात्रा एक पे़़ड के नीचे बेहोश प़़डी मिली थी। उसके शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। साथ ही उसे सिर, आंख, हाथ एवं गुप्तांग में चोटें पहुंची थीं।
कुनकुरी हॉस्पिटल में प्राथमिक चिकित्सा के बाद चिकित्सकों ने उसे जशपुर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया था। यहां छात्रा की स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे उपचार के लिए सिम्स रिफर कर दिया गया। सुबह पी़ि़डता को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। साथ ही स्त्री रोग विभाग की विशेषज्ञ डॉ. विभा बघेल ने उसका दोबारा चेकअप किया। हालांकि जशपुर अस्पताल की रिपोर्ट में ही छात्रा के साथ बलात्कार की पुष्टि हो चुकी थी। सिम्स की स्त्री रोग विशेषज्ञ ने भी अपनी राय लिखित में दी है। इसके अलावा घायल छात्रा के उपचार में सर्जरी व आई विभाग के डॉक्टर लगे हुए हैं। शनिवार दोपहर 12 बजे बिलासपुर एसपी श्री मीणा, एडिशनल एसपी विजय पांडेय, सीएसपी हरीश यादव आदि पी़ि़डता को देखने के लिए सिम्स पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छात्रा के परिजनों को अपना नंबर दिया और साथ ही कहा कि इलाज में किसी भी प्रकार की तकलीफ हुई तो उन्हें तत्काल बताएं। एसपी ने सिम्स प्रबंधन को भी घायल छात्रा के इलाज में कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं।
सदमे से नहीं उबर सकी छात्रा
घटना के बाद से छात्रा सदमे में है। हालांकि सिम्स में उसका उपचार शुरू हो गया है। सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें पहुंची हैं। इसलिए डॉक्टर उसके उपचार को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।
डॉ. मीना आर्मो, एचओडी, स्त्री रोग विभाग, सिम्स ने कहा कि घायल छात्रा की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। गॉयनी की विशेषज्ञ ने मेडिकल चेकअप कर अपनी राय दे दी है। साथ ही उसका उपचार सर्जरी विभाग में किया जा रहा है।
सदन में गूंजा रेपकांड, विपक्ष का बहिर्गमन
15 February 2014
रायपुर। विधानसभा में शुक्रवार को राजनांदगांव के अम्बागढ़ चौकी का दुष्कर्मकांड गूंजा। कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि यहां दुष्कर्म पीडिता अपने पति के साथ खुद रिपोर्ट लिखाने थाने गई, लेकिन पुलिसवालों ने बेइज्जत कर उन्हें चौकी से निकाल दिया। इससे व्यथित महिला ने जान दे दी थी। विपक्ष ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने की मांग की। गृहमंत्री ने कहा कि मामले की जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
इससे असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया। ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से तेजकुंवर नेताम और अनिला भेडिया ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा करने में सरकार असफल रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम चोरपानी में 16 दिसम्बर को एक युवक ने महिला से दुष्कर्म किया। मामले की रिपोर्ट कराने महिला अपने पति के साथ अम्बागढ़ चौकी पहुंची तो वहां थानेदार ने रिपोर्ट नहीं लिखी, उल्टे उसे थाने से भगा दिया गया। व्यथित होकर महिला ने 19 दिसम्बर को खुदकुशी कर ली।
आरोपी निलम्बित, जांच जारी : गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने अपने जवाब में कहा कि 18 दिसम्बर की घटना है और 19 दिसम्बर को महिला ने खुदकुशी कर ली। मृतका के पुत्र की शिकायत पर उपनिरीक्षक हरिनारायण राजपूत को 26 दिसम्बर को निलम्बित किया गया। मामले में मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
मामले में लीपापोती का प्रयास : भूपेश
कांग्रेस सदस्य टी.एस. सिंहदेव ने पूछा कि मामले में महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ या नहीं? मंत्री ने कहा कि जांच में जो तथ्य आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई होगी। सत्यनारायण शर्मा और भूपेश बघेल सहित कई सदस्यों ने गृहमंत्री को घेरा। बघेल ने आरोप लगाया कि मामले में लीपापोती का प्रयास हो रहा है। इसमें महिला उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज हो। आर.के. राय ने कहा कि थाने में महिला को चरित्रहीन कहने वाले पर आईपीसी के तहत मामला दर्ज नहीं होना चाहिए।
परीक्षा पर पड़ेगा चुनाव का असर
15 February 2014
भिलाई। विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इससे सरकारी कामकाज में देरी होने लगी है। इसका असर छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू) पर भी पड़ा है। विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकारियों की चुनाव कार्य में ड्यूटी लगने से परीक्षा संबंधी कार्य प्रभावित हो गए थे।
इसके बाद दीक्षांत समारोह की तैयारी में अधिकारी जुट गए। इससे परीक्षा, परिणाम, डिग्री, प्रोविजनल, अंकसूची व अन्य कार्य करीब माह भर पीछे हो गए। यह स्थिति अभी बनी हुई है। इस अंतर को कम करने के प्रयास में जुटे कर्मचारियों को आगामी लोकसभा चुनाव ने चिंतित कर दिया है। इसका सबसे ज्यादा असर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं पर पड़ेगा। अंतिम सेमेस्टर में बीई, डिप्लोमा, फार्मेसी व अन्य पाठ्यक्रम शामिल हैं।
रिजल्ट भी होगा प्रभावित
एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक 25 अप्रैल से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी और 15 मई तक खत्म होंगी। चुनाव के चलते परीक्षा की तिथि में बदलाव होगा, तो इसका असर रिजल्ट पर भी पड़ेगा। परीक्षा परिणाम जारी करने में भी देरी होगी।
परीक्षा को लेकर संशय
विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कैलेंडर के मुताबिक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं अप्रैल-मई में होगी और इसी बीच लोकसभा चुनाव होने की संभावना है। अप्रैल-मई के बीच ही मतदान की तिथि घोषित हो जाती है, तो विश्वविद्यालय को परीक्षा की तिथि में बदलाव करना पड़ेगा। वोटिंग भले एक ही दिन हो, लेकिन इसके लिए रायपुर, बिलासपुर आदि शहरों के सरकारी इंजीनियरिंग व पॉलीटेक्निक कॉलेजों को सेंटर व स्ट्रांग रूम बनाया जाता है। इससे उन कॉलेजों में परीक्षा कराना मुश्किल होगा। इसे लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारी उलझन में है। यही वजह है कि परीक्षा टाइम टेबल नहीं बन पाया है।
चुनाव तिथि अगर सेमेस्टर परीक्षा के बीच में पड़ती है, तो परीक्षा तिथि में परिवर्तन करना पड़ेगा। कई सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में चुनाव कार्य होते हैं। इस कारण वहां परीक्षा कराना मुश्किल होता है। डा. जीआर साहू कुलसचिव, सीएसवीटीयू, भिलाई
अब जवानों को स्टेशन पर मिलेगी राहत
15 February 2014
भिलाई। प्रदेश में आने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवानों के लिए एक राहत भरी खबर है। अब उन्होंने ट्रेन के इंतजार या दुर्ग स्टेशन पर आने के बाद विश्राम के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। सेना के जवानों की परेशानियों को देखते हुए दुर्ग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक दो पर रेलवे पारागमन शिविर (आरटीओ) को शुरू किया गया है। इसका उद्घाटन शुक्रवार को छत्तीसगढ़ सीमांत मुख्यालय के महानिरीक्षक एसएस चाहर ने किया।
इस रेलवे शिविर के खुल जाने से माओवाद प्रभावित क्षेत्र में तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों को अवकाश तथा आकस्मिक जरूरते के समय में आने-जाने में काफी सहूलियत मिलेगी। इसके अलावा यहां यात्रा से संबंधित अन्य सुविधाएं जैसे कार्मिकों के रेलवे आरक्षण, कार्मिकों को रेलवे स्टेशन पर कुछ समय के लिए ठहराव तथा रेलवे स्टेशन से विभिन्न पारागमन केन्द्रों तक जाने के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
यह कार्य सीमा सुरक्षा बल एवं स्थानीय रेल प्रशासन के आपसी सहयोग से हो सका है। भविष्य में जवानों के लिए ट्रेनों में आरक्षण उपलब्ध कराने की दिशा में भी प्रयास किया जा रहा है। इस समारोह में उपमहानिरीक्षक यूके नयाल, डीके बुरा, प्रतुल गौतम, आरसी सिंह, चीफ मेडिकल अधिकारी डॉ. हंसपाल, एलके एक्का तथा रेलवे के मुख्य स्टेशन मास्टर एस. राजू, मुख्य टिकट निरीक्षक कृष्णा राव आदि मौजूद थे।
माड़ मुठभेड़ पर परिजनों ने उठाए सवाल
14 February 2014
नारायणपुर। जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर नेलनार के जंगलों में बुधवार शाम सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने के पुलिस के दावे को कथित नक्सलियों ने झूठा करार दिया है। गुरुवार सुबह जंगल से फोर्स ऑपरेशन खत्म कर वापस भी नहीं लौटी थी कि मृतकों के परिजन नारायणपुर थाना पहुंच गए और शवों को देने की मांग करने लगे।
एएसपी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि कांकेर जिले से आए एसटीएफ जवानों के साथ डीएफ का बल नक्सल ऑपरेशन के लिए नेलनार की ओर रवाना किया गया था।
पुलिस का दावा है कि मारे गए तीनों नक्सली जन मिलीशिया संगठन के सदस्य थे। उनके पास से तीन भरमार बंदूकें बरामद की गई हैं। पुलिस ने अभी तीनों नक्सलियों की शिनाख्त नहीं बताई है जबकि परिजनों ने इनमें से दो का नाम लखमू व विजन मंडावी बताया है। ये दोनों पिता पुत्र हैं। तीसरे मृतक का नाम नहीं पता चल पाया है। परिजनों का आरोप है कि लखमू व विजन मछली पक़़डने के लिए गए थे तभी उन्हें फोर्स ने पक़़ड लिया। एक अन्य ग्रामीण को भी वहीं पक़़डा फिर कुछ दूर ले जाकर तीनों को गोली मार दी।
गांव से आए चश्मदीदों के मुताबिक यह घटना सुबह 10 बजे की है, हालांकि पुलिस मुठभे़़ड शाम को हुई बता रही है। पुलिस का कहना है कि फोर्स तीनों नक्सलियों का शव बरामद कर छोटेडोंगर होते हुए गुरुवार देर शाम तक पहुंच जाएगी। लेकिन परिजनों का दावा है कि मारे गए आदिवासी बेकसूर ग्रामीण थे। परिजनों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और सुरक्षाबलों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
पीएम के सलाहकार से मिलने नहीं दिया
मुठभेड़ में मारे गए कथित नक्सलियों के परिजन प्रधानमंत्री के सलाहकार टीकेएन नायर से मिलने बांस शिल्प परिजोजना स्थल पर पहुंचे थे लेकिन सुरक्षा कारणों का हवाला देकर पुलिस अधिकारियों ने उन्हें मिलने नहीं दिया। पीएम के सलाहकार इन दिनों बस्तर के दौरे पर हैं। फिलहाल ग्रामीण शवों के इंतजार में नारायणपुर कोतवाली के सामने डटे हुए हैं।
ऑपरेशन के बाद नक्सलियों ने बदली रणनीति
14 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अर्धसैनिक बलों के ऑपरेशन के बाद अब नक्सली नए सिरे से रणनीति बना रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ पांच राज्यों में 40 हजार जवानों ने अभियान चलाया था। इसके बाद बडे़ पैमाने पर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया या पुलिस की गिरफ्त में आए। कैडर को कमजोर होता देख नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया है। इसमें पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को जवाब देने का निर्देश दिया गया है। यही नहीं, जवानों को भी चेतावनी दी गई है कि अगर वे जंगल में रहने वाले आदिवासियों के खिलाफ अभियान चलाएंगे, तो उसका परिणाम उन्हें भुगतना प़़डेगा।
सीआरपीएफ के डीजी ने दावा किया था कि नक्सलियों के खिलाफ चले पहले अभियान में भारी सफलता मिली है। जल्द ही पांच राज्यों में एक लाख जवानों के साथ अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा। सीआरपीएफ के इस बयान के बाद नक्सलियों ने यह पर्चे जारी किए हैं। इसमें सीआरपीएफ के डीजी का बयान और अभियान के दूसरे चरण की जानकारी दी गई है।
नक्सली पर्चे में साफ है कि राज्य और केंद्र सरकार दबाव बनाने के लिए अभियान चला रही हैं। इसके बावजूद नक्सली अभियान जारी रहेगा। पर्चे में अभियान के खिलाफ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जनमत तैयार करने और सरकार का विरोध करने की अपील की गई है।
अभियान के बाद नक्सलियों में दहशत
छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि संयुक्त अभियान के बाद नक्सलियों में दहशत है। एडीजी इंटेलिजेंस मुकेश गुप्ता ने बताया कि नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को तो़़डने में ब़़डी सफलता मिली है। संयुक्त अभियान में भी नक्सलियों के इलाकों को कम किया गया है और उनके संपर्क को तोड़ा गया है। इसके कारण नक्सलियों की हमले और ब्लास्ट की रणनीति फेल हो गई है। कैडर कमजोर होने के बाद अब उसे दोबारा जोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
नक्सलियों और पुलिस में मुठभेड़, पुलिस का दावा तीन मरे
14 February 2014
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर से 25 किमी दूर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर हैं। पुलिस ने इस मुठभेड़ में तीन नक्सलियों का मार गिराने का दावा किया है। वहीं ग्रामीणों ने मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए इसे फर्जी बताया है। सूत्रों के अनुसार इस मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुआ।
वहीं पुलिस ने नक्सली अड्डों पर छापा भी मारा। इसके तहत पुलिस ने 3 लोडेड बंदूक बरामद की। साथ ही ईराकभट्टी और गारावाही में बने हुए नक्सली स्मारकों को ध्वस्त किया। कार्रवाई सीआरपीएफ, कोबरा टीम और जिला पुलिस बल ने संयुक्त रूप से की।
गौरतलब है कि 10 फरवरी को सीआरपीएफ 139, 206 कोबरा बटालियन और जिला पुलिस बल संयुक्त रूप से ईराकभट्टी अबुझमाड़ की ओर सर्चिग के लिए निकली थी। इस दौरान 12 फरवरी को ईराकभट्टी में सीआरपीएफ, कोबरा टीम और जिला पुलिस बल की टीम और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
मुठभेड़ के दौरान वहां से नक्सली भाग गए। उसके बाद तीनों टीम ने खोजबीन के दौरान गांव में शुक्रवार को 3 भरमार बंदूक बरामद किए, वहीं नक्सली स्मारकों को भी ध्वस्त किया।।
रेल बजट में बेचारा ही रहा छत्तीसगढ़
13 February 2014
रायपुर। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेश किए गए अंतरिम रेल बजट में छत्तीसगढ़ के हिस्से में महज उपेक्षा आई है। प्रदेश से सिवाय एक मेमू ट्रेन को छोड़कर कोई नई रेलगाड़ी नहीं शुरू की गई है और न ही राजधानी रायपुर से प्रदेश के महत्वपूर्ण शहरों को जो़़डने के लिए कोई इंटर सिटी एक्सप्रेस ट्रेन चलाए जाने का प्रस्ताव है। अनूपपुर से अंबिकापुर तक एक मेमू लोकल ट्रेन चलाने की घोषषणा की गई है।
रेल मंत्री ने देशभर में 17 एसी प्रीमियम ट्रेने चलाने की घोषणा की है, जिनमें से हाव़़डा-मुंबई और हावड़ा-पुणे एक्सप्रेस ट्रेनें रायपुर और बिलासपुर से होकर जाएंगी। यह दोनों ट्रेने राजधानी एक्सप्रेस की गति से चलेंगी और इनके सारे कोच वातानुकूलित होंगे। मुंबई-हावड़ा एक्सप्रेस [सप्ताह में दो दिन] बरास्ता नागपुर-रायपुर और हावड़ा-पुणे एक्सप्रेस [सप्ताह में दो दिन] बरास्ता नागपुर, मनमा़़ड जाएगी। इसके अलावा रेल बजट में गांधीधाम-पुरी एक्सप्रेस के नाम से शुरू की गई एक नई ट्रेन भी रायपुर से होकर जाएगी। यह ट्रेन गुजरात के गांधीधाम से चलकर ओडिशा में जगन्नाथ पुरी तक जाएगी।
गौरतलब है कि रेल बजट में प्रस्तावित 19 नई रेल लाइनों में एक भी छत्ताीसगढ के लिए नहीं हैं, न ही किसी भी लाइन के दोहरीकरण का प्रस्ताव है। रेल बजट में रोघाट परियोजना का भी कोई जिक्र नहीं है।
रेल बजट में सबसे खास बात यह है कि लीक से हटकर किए गए निर्णय के अनुसार सरकार को किराया और मालभाडा निर्धारित करने के संबंध में सलाह देने के लिए एक स्वतंत्र रेल टैरिफ प्राधिकरण की स्थापना की जा रही है। अब मालभाडे़ का निर्धारण पूरी तरह से पारदर्शी होगा।
ऑपरेशन के बाद नक्सलियों ने बदली रणनीति
13 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अर्धसैनिक बलों के ऑपरेशन के बाद अब नक्सली नए सिरे से रणनीति बना रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ पांच राज्यों में 40 हजार जवानों ने अभियान चलाया था। इसके बाद बडे़ पैमाने पर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया या पुलिस की गिरफ्त में आए। कैडर को कमजोर होता देख नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया है। इसमें पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को जवाब देने का निर्देश दिया गया है। यही नहीं, जवानों को भी चेतावनी दी गई है कि अगर वे जंगल में रहने वाले आदिवासियों के खिलाफ अभियान चलाएंगे, तो उसका परिणाम उन्हें भुगतना प़़डेगा।
सीआरपीएफ के डीजी ने दावा किया था कि नक्सलियों के खिलाफ चले पहले अभियान में भारी सफलता मिली है। जल्द ही पांच राज्यों में एक लाख जवानों के साथ अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा। सीआरपीएफ के इस बयान के बाद नक्सलियों ने यह पर्चे जारी किए हैं। इसमें सीआरपीएफ के डीजी का बयान और अभियान के दूसरे चरण की जानकारी दी गई है।
नक्सली पर्चे में साफ है कि राज्य और केंद्र सरकार दबाव बनाने के लिए अभियान चला रही हैं। इसके बावजूद नक्सली अभियान जारी रहेगा। पर्चे में अभियान के खिलाफ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जनमत तैयार करने और सरकार का विरोध करने की अपील की गई है।
अभियान के बाद नक्सलियों में दहशत
छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि संयुक्त अभियान के बाद नक्सलियों में दहशत है। एडीजी इंटेलिजेंस मुकेश गुप्ता ने बताया कि नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को तो़़डने में ब़़डी सफलता मिली है। संयुक्त अभियान में भी नक्सलियों के इलाकों को कम किया गया है और उनके संपर्क को तोड़ा गया है। इसके कारण नक्सलियों की हमले और ब्लास्ट की रणनीति फेल हो गई है। कैडर कमजोर होने के बाद अब उसे दोबारा जोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।।
छग के कर्मचारियों को मोबाइल भत्ता, जानें कितना होगा फायदा
13 February 2014
रायपुर. ड्राइवरों के बाद राज्य सरकार अब कर्मचारियों को भी मोबाइल भत्ता देने जा रही है। जो उन्हें प्रतिमाह करीब 350 से 400 रुपए तक मिलेगा। शासन स्तर पर इसकी तैयारी तेज हो गई है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार इसे देने का घोषणा कर सकती है। फिलहाल राज्य शासन ने जो प्रस्ताव तैयार किया है,उनमें निज सचिव,ग्रेड-वन से लेकर चतुर्थ श्रेणी सभी कर्मचारी शामिल रहेंगे।
कर्मचारियों को मोबाइल भत्ता देने की घोषणा लोकसभा चुनाव के आसपास हो सकती है। उससे पहले इस प्रस्ताव को कैबिनेट के सामने रखा जाएगा। जो संभवत: 17 या 18 फरवरी को होने वाली है। इस बीच इस प्रस्ताव को लेकर आला अधिकारियों के बीच कई दौर की बैठक भी हो चुकी है। जिसमें सभी अधिकारियों ने अपनी सहमति दी है। फिलहाल मामला अभी वित्त विभाग के पाले में है। जिसकी मंजूरी के बाद उसे अंतिम रुप दिया जाएगा। प्रदेश में मौजूदा समय में करीब 1.48 लाख सरकारी कर्मचारी कार्यरत है।
अखिलेश यादव को पत्र लिखेंगे रमन
12 February 2014
रायपुर। वाराणसी से संत कबीरदास की सात सौ साल पुरानी माला चोरी होने का मामला मंगलवार को छत्ताीसगढ़ विधानसभा में उठा। भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने शून्यकाल में कबीर पंथी गुरु प्रकाश मुनि के समर्थकों के साथ धरना देने का मामला उठाया।
उन्होंने कहा कि कबीर पंथी इस घटना की सीबीआइ से जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि वे इस विषय पर उत्तार प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखेंगे। इस घटना से छत्ताीसगढ़ के ढाई करोड़ लोगों की भावना आहत हुई है। सरकार इसको लेकर गंभीर है।
संकल्पों का इन्द्रधनुष है बजट : डॉ. रमन
12 February 2014
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को विधानसभा में आय-व्ययक पर सामान्य चर्चा के जवाब में कहा है कि इस बजट का मूलमंत्र संकल्पों का इंद्रधुनाष है। उन्होंने कहा कि नए वित्तीय वर्ष में बजट को राज्य सरकार ने विगत दस वर्षो की अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर सजाया और संवारा है। वास्तव में समावेशी विकास के हमारे संकल्पों का इन्द्रधनुष है। इन्द्रधनुष के सात रंगों की तरह बजट के सात लक्ष्य हैं जिसमें किसानों की समृदि्ध, भूख और कुपोषण से मुक्ति, स्वास्थ और शिक्षित छत्तीसगढ़, व्यक्ति में शक्ति, सशक्त नारी और एकीकृत तथा समावेशी विकास के लक्ष्य शामिल इसमें शामिल हैं।
पक्ष और विपक्ष के बीच हुई दो दिवसीय सामान्य चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का 54 हजार 710 करोड़ रूपए का बजट सरकार के बेहतर वित्तीय प्रबंधन का आईना है। हमारे वित्तीय प्रबंधन को भारतीय रिजर्व बैंक ने भी राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बताया है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जो अपने बजट में से सबसे ज्यादा 20.7 फीसदी राशि जीएसडीपी के तौर पर विकास मूलक कार्यो पर खर्च करता है। जबकि देश के सभी राज्यों का औसत केवल 11.4 फीसदी है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं में राशि खर्च करने के मामले में भी देश का पहला राज्य है। सामाजिक क्षेत्र में 14 प्रतिशत व्यय हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सात लक्ष्यों में से एक किसानों की समृद्धि है। इसके लिए लगभग 17 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
"आलोचना करने वाले पहले कांग्रेस के काम देखें"
12 February 2014
रायपुर| कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने विपक्षी दलों को कांग्रेस की आलोचना करने से पहले कांग्रेस के कामों को देख लेने की नसीहत दी है। जोगी ने कांग्रेस की 60 साल की उपलब्घियों का बखान करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने इस देश में गरीबों के विकास और तकनीकी क्रांति के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए हैं। विपक्षी दलों को कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस द्वारा किए गए कामों को देख लेना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार ने पिछले दस साल में भारत निर्माण जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीनीकरण, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और इंदिरा तथा राजीव गांधी आवास योजना के तहत विश्वस्तरीय मूलभूत सुविधाओं मेट्रो, एटीएम, मोबाइल, साइबर कैफे, कंप्यूटर, भोजन अधिकार, मध्याह्न भोजन, शिक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार जैसी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में कांग्रेस ही स्थिर धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी सरकार दे सकती है।
44 साल से फर्जी प्रैक्टिस, गिनीज बुक में नाम दर्ज हो
11 February 2014
बिलासपुर। दुर्ग के एक वकील पर फर्जी तरीके से पंजीयन कराने के बाद लगभग 44 साल से प्रैक्टिस करने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया गया है। इसमें कहा गया है कि इस तरह से वकालत करने का यह विश्व में पहला मामला है।
इसे गिनीज बुक में दर्ज किया जाना चाहिए। इस मामले की मंगलवार को सुनवाई रखी गई है। दुर्ग जिला न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे वकील श्रीप्रकाश चौबे पर अपने रिश्तेदार के दस्तावेज के आधार पर फर्जी तरीके से पंजीयन और वकालत करने का आरोप लगाते हुए वकील वीजी तामस्कर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। प्रकरण में मंगलवार को सुनवाई होनी है।
इसके पहले सोमवार को तामस्कर ने हाईकोर्ट के समक्ष एक आवेदन प्रस्तुत किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि उक्त वकील 1970 से अपने एक रिश्तेदार के शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर पंजीयन कराने के बाद प्रैक्टिस कर रहा है। उस वकील के रिश्तेदार का नाम श्रीप्रकाश था और जबकि उनके नाम पर वकालत करने वाले का नाम दीनदयाल चौबे है।
लेकिन उसने दस्तावेज हासिल करने के बाद अपना नाम बदलकर श्रीप्रकाश कर लिया और अवैधानिक तौर पर पंजीयन कराया गया है। याचिका में उन्होंने इस मामले की गहन जांच कर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सोमवार को आवेदन प्रस्तुत कर कहा है कि यह विश्व का पहला ऎसा मामला है, इसलिए इसे गिनीज वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज कराया जाएगा।
बीसीआई निरस्त कर चुका है पंजीयन
वकील तामस्कर ने याचिका और आवेदन में कहा है कि मामले की शिकायत पर पड़ताल के बाद बार काउंसिल आफ इंडिया और मध्यप्रदेश स्टेट बार काउंसिल उक्त वकील का पंजीयन निरस्त कर चुका है। लेकिन वकील चौबे ने अपना पंजीयन कुछ वकीलों की मदद से दिल्ली बार काउंसिल में करा लिया और उसके आधार पर प्रैक्टिस जारी रखे हुए है।
बैंकों में ताले 1500 करोड़ का लेन-देन प्रभावित
11 February 2014
बिलासपुर। बैंक कर्मचारियों और आईबीए के मध्य चल रहे वेतन संशोधन व अन्य मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स से जुड़े कर्मचारी सोमवार से 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल पर चले गए। इसके कारण शहर में बैंक सबंधी काम-काज पूरी तरह ठप हो गए और ग्राहकों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।
इस हड़ताल से पूरे जिले में लगभग 15 सौ करोड़ का लेन-देन प्रभावित होने का अनुमान है। बैंक कर्मचारियों ने सुबह 10 बजे से स्टेट बैंक के मुख्य कार्यलय के सामने आईबीए के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
कार्य ठप पड़ा
बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण पूरे जिले में बैंक संबधी कार्य ठप पड़ गया। यूनियन नेताओं का कहना है कि अब तक यूएफबीयू और आईबीए के मध्य सात बैठकें हो चुक ी हैं पर किसी भी मांग पर प्रबंधन ने उचित कार्रवाई नहीं की और कर्मचारियों क ो गोल मोल जवाब देकर टाल दिया।
विरोध प्रदर्शन
कर्मचारियों ने पुराने हाईकोर्ट रोड में स्थित मुख्य कार्यलय के सामने प्रंबधन के विरू द्ध जमकर नारेबाजी की और अपना विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान यूएफ आईयू के अख्तर हुसैन, विद्याधर वाजपेयी एनडी राव, ललित अग्रवाल, जितेन्द्र शुक्ला सहित सैकड़ों की संख्या में बैंक कर्मचारी उपस्थित थे।
महंगी पड़ी दबंगई, पुलिस ने खदेड़ा
11 February 2014
भिलाई। अवंति बाई चौक कोहका पर सड़क संधारण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस को लाठियां लहरानी पड़ी। एक युवती को रोकने के मामले में प्रदर्शनकारी आपस में ही भिड़ गए थे। जवानों ने प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। सुरक्षा घेरा बनाकर वाहनों के आवागमन की व्यवस्था बनाई। इससे पहले कोहका-जेवरा सिरसा जर्जर रोड से परेशान वार्ड सात व आठ के लोगों ने सुबह सात बजे से अवंति बाई चौक पर साइकिल के टायर जलाकर वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जर्जर कोहका-जेवरा सिरसा रोड चौड़ीकरण की मांग को लेकर शासन, प्रशासन व निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी निगम के अधिकारियों के आश्वासन के बाद ही चक्काजाम को समाप्त करने की बात पर दोपहर 12 बजे तक अड़े रहे, लेकिन दोपहर 12 बजे तक निगम प्रशासन की ओर से कोई नहीं पहुंचने पर सुपेला थाना प्रभारी राकेश जोशी ने प्रदर्शनकारियों से चक्काजाम को समाप्त कर यातायात व्यवस्था में सहयोग की अपील की। समझाईश के बाद मामला शांत भी हो गया। इसके बाद भी कुछ प्रदर्शनकारी युवक ने मोटरसाइकिल चालको को रोक रहे थे।
अधिकारियों के पास नहीं जवाब
प्रदर्शनकारी संतोष साहू का कहना कि शासन से सड़क चौड़ीकरण के लिए राशि की स्वीकृति मिल चुकी है। इसके बाद अधिकारी आजकल कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उनका कहना है कि खस्ताहाल जेवरा-सिरसा रोड निर्माण की मांग को लेकर लोक निर्माण विभाग, विधायक, महापौर व पार्षद कार्यालय का कई बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कहीं भी सड़क चौड़ीकरण का काम कब तक प्रारंभ हो जाएगा। इसकी जानकारी नहीं मिली है। इसके कारण लोगो के सब्र टूटने लगा है।
छात्रा को रोकने पर भड़के जवान
इसी बीच सुपेला की ओर से स्कूटी पर मेडिकल कॉलेज की छात्रा आई। उसने चौक पर खड़े युवकों को कुरूद की ओर जाने के लिए रास्ते से हटने को कहा, लेकिन युवक ने रास्ते से हटने के बजाय स्कूटी को बंद करने के लिए कह दिया और स्कूटी की हेडलाइट को पकड़ लिया। छात्रा ने हार्न बजाते हुए स्कूटी आगे बढ़ाने का प्रयास किया। इतने में 4-5 युवक स्कूटी के सामने खड़े हो गए, लेकिन छात्रा ने प्रदर्शनकारियों के बीच से गाड़ी को निकालने का प्रयास जारी रखा।
इतने में युवक स्कूटी को पीछे से खींचने लगे। वहीं एक युवक के बीच-बचाव के बाद छात्रा वहां से निकल गई। इससे प्रदर्शनकारी युवकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। युवकों की हरकत को भांपते हुए सुरक्षा में खड़े जवान डंडा लेकर प्रदर्शनकारियों की ओर दौड़े। इससे कुछ डंडे युवकों के हाथ पैर में लगे। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में भी डंडे भी लहराए।
नक्सली विस्फोट में एक जवान शहीद, 10 घायल
10 February 2014
जगदलपुर। छत्तीसगढ के सुकमा जिले में सीआरपीएफ और कोबरा जवानों की संयुक्तपार्टी पर घात लगाए नक्सलियों ने आज सुबह बोदराजपाल गांव के समीप हमला कर दिया। इस हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया और 10 जवान गंभीर रूप से घायल हुए। घायल सभी जवानों को हेलिकाप्टर से रायपुर ले जाया गया है।
सुकमा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक शांडिल्य ने बताया कि सुकमा जिले के भोशी थाने से 400 जवान नक्सलियों की तलाश में रवाना किए गए थे। मुखबिर से सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सली बडी संख्या में मौजूद हैं। बोदराजपाल गांव से सटे जंगलों में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया जिसकी चपेट में जवानों की टुकडी आ गई। विस्फोट के तत्काल बाद घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग खोल दी। इस बीच जवान सतर्क हो चुके थे और नक्सली गोलीबारी का न केवल मुंहतोड जवाब दिया बल्कि घायल जवानों को सुरक्षित वहां से निक ालने में भी सफल रहे। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही आसपास के थानों में मौजूद अतिरिकत बल तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया इससे पहले कि जवानों की अतिरिक्त पार्टी घटनास्थल तक पहुंचती नक्सली उल्टे पैर भाग निकलने में कामयाब रहे।
उन्होंने बताया कि जगदलपुर एयर बेस से एयरफोर्स के 2 एमआई17 हेलिकाप्टर रवाना किए गए हैं जो घायलों को लेकर सीधे रायपुर जाएंगे। जवानों की एक टुकडी नक्सलियों के पीछे लगाई गई, जिसके बाद वे भाग गए।।
आज से बैंकों में 48 घंटे की हड़ताल
10 February 2014
बिलासपुर। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर सोमवार 10 जनवरी को सुबह 10 बजे से 11 जनवरी तक लगातार 48 घंटो की सांकेतिक हड़ताल पर जा रहे हैं। एआईबीई, एनसीबीई, आईएनबीईएफ , एनओबीडब्लू, बीईएफआई, एआईबीओसीए, आईएनबीओसी, एआईबीओए एनओबीओ से संबद्ध 10 लाख कर्मचारी तथा अधिकारी संगठन द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
मुख्य प्रदर्शन सुबह 10 बजे से भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा पुराने हाईकोर्ट के सामने किया जाएगा। भारतीय स्टेट बैंक के अख्तर हुसैन, विद्याधर वाजपेयी, पंजाब नैशनल बैंक के ललित अग्रवाल व इलाहाबाद बैंक के एनवीबी राव ने बताया कि घटती कर्मचारी संख्या बढ़ते काम के बोझ से परेशान होकर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
बैंक डिफाल्टरों की सूची सार्वजनिक करने, पूंजीपतियों कारपोरेट घराने को नये बैंक के लाइसेंस नहीं देने, बैंको में पर्याप्त नई भर्ती चालू करने, अनुकंपा नियुक्ति बहाल करने ,पांच दिनों का कार्यालयीन सप्ताह लागू करने तथा वेतनमान में संशोधन उनकी प्रमुख मांगें हैं।
18 करोड़ की कम्पनी को 5029 करोड़ का ठेका
10 February 2014
रायपुर। कांग्रेस ने किवार एन्वायरन कम्पनी को राजधानी की सफाई का ठेका देने में बड़े फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। कांग्रेस में छत्तीसगढ़ मामलों के राष्ट्रीय प्रवक्ता पूर्व विधायक मो. अकबर ने पत्रकार-वार्ता में आरोप लगाया कि 18 करोड़ की अंशपूंजी वाली कम्पनी को प्रदेश सरकार ने 30 साल के लिए 5029 करोड़ का ठेका दे दिया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के एक भाजपा नेता के इशारे पर प्रदेश सरकार ने कम्पनी को यह ठेका दिया है। भाजपा के आला नेताओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की भूमिका संदेहास्पद बताते हुए अकबर ने सीबीआई जांच की मांग की है।
"सरकार से सांठगांठ"
अकबर ने दावा किया कि कम्पनी से अनुबंध के मामले में सरकार ने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दे डाला है। उनके अनुसार कम्पनी की अंशपूंजी में 48 फीसदी विदेशी निवेश है।
इस जानकारी के बावजूद कम्पनी से 30 साल (3 सितम्बर 2012 से 2 सितम्बर 2042) के लिए अनुबंध किया गया है। उनके अनुसार कम्पनी के जिस डायरेक्टर सुभाष मेनन ने नगर निगम से अनुबंध किया था, वे 20 मार्च 2013 को कम्पनी छोड़ चुके हैं।
नियमों की उड़ी धज्जियां
कांग्रेस प्रवक्ता ने कम्पनी पर अनुबंध की शर्तो की धज्जियां उड़ाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अनुबंध में है कि कम्पनी शहर से हर तरह का कचरा उठाएंगी, उसे री-साइकल कर खाद बनाएगी और बेचेगी। लेकिन, अभी कम्पनी को सिर्फ कचरा उठाने और अन्यत्र डम्प करने पर ही पूर्ण भुगतान दिया जा रहा है। अब तक सात करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। कम्पनी को रायपुर नगर निगम 1972 रूपए प्रति टन के हिसाब से भुगतान करेगा। इसमें हर वर्ष पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी भी होगी। उनके अनुसार प्रतिदिन 600 टन कचरा के हिसाब से कम्पनी को प्रतिदिन 12 लाख के हिसाब भुगतान करना होगा। इस तरह से एक वर्ष में कम्पनी को 43 करोड़ रूपए का भुगतान करना होगा। इस तरह 30 वर्ष तक यह भुगतान 5029 करोड़ रूपए का हो जाएगा।
नाम पर साधी चुप्पी
मीडिया के बार-बार पूछे जाने के बाद भी मो. अकबर ने कर्नाटक के उस भाजपा नेता का नाम नहीं बताया, जिनके दबाव में यह ठेका करवाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि यह सबको पता है कि कर्नाटक का कौन-सा भाजपा नेता प्रदेश सरकार के कार्यो में दखल देता है। उन्होंने पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की।
50 से 57 हजार हुई प्रति व्यक्ति आय
08 February 2014
रायपुर। सदन में शुक्रवार को कृषि, पशुधन, वन एवं खनिज सहित कई क्षेत्रों में संभावित बढ़ोतरी को दर्शाने वाला आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सदन में बताया कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में वर्ष 2012-13 की तुलना में 7.05 प्रतिशत वृद्धि की गई है।
इस अवधि में कृषि, पशु, मत्स्य एवं वन क्षेत्र में 2.62 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र में 6.07 एवं सेवा क्षेत्र में 10.18 प्रतिशत की वृद्धि संभावित है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011-12 में प्रति व्यक्ति आय 44505 रूपए थी जो 2012-13 में 50691 रूपए हो गई थी। वर्ष 2013-14 में यह 56990 रूपए होना अनुमानित है। वर्ष 2013-14 में प्रगति की संभावनाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने सदन को अवगत कराया कि गत वर्ष सकल घरेलू उत्पाद 153621 करोड़ रूपए था।
जो अब 175961 करोड़ होना संभावित है। इस अवधि में कृषि क्षेत्र में 36841, उद्योग-खनिज क्षेत्र में 64846 एवं सेवा क्षेत्र में 74256 करोड़ रूपए की बढ़ोतरी संभावित है।
मुख्यमंत्री ने कृषि, उद्योग और सेवा के क्षेत्र में प्रदेश और देश के विकास का अनुमान भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कृषि के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की विकास दर 8.89, उद्योग के क्षेत्र 5.38 एवं सेवा क्षेत्र में 9.09 फीसदी है। जबकि सकल राज्य घरेलू उत्पाद एवं सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी/ जीडीपी) दर 7.56 फीसदी है। अखिल भारतीय स्तर पर जीएसडीपी एवं जीडीपी की दर 4.47 फीसदी है।
सर्वेक्षण में वर्ष 2012-2013 में प्राप्त आय का जिक्र भी किया गया है। सदन में प्रस्तुत सर्वेक्षण में यह स्पष्ट उल्लेखित है कि पेट्रोल, डीजल, सीमेंट, आयरन ओर, एल्युमिनियम, टेलीविजन, फर्टीलाइजर और इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स से कम राजस्व प्राप्त हुआ है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि वर्ष 2013 में प्रान्तीय कर (वेट) से 6072.76 करोड़ हासिल हुआ था। वर्ष 2013-2014 में प्रांतीय कर का लक्ष्य 7076.00 करोड़ रखा गया है।
बजट 50 हजार करोड़ का!
रायपुर. भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट शनिवार को पेश होगा। यह बजट 50 हजार करोड़ के आसपास होने का अनुमान है। बजट में कई रियायतों के साथ ही कृषि, शिक्षा व स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की संभावना है। वहीं भाजपा द्वारा अपने घोषणा पत्र में किए गए कई वायदों को पूरा करने के लिए राशि स्वीकृत की जाएगी।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आ रहे सरकार के इस सालाना बजट को लोक लुभावन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। सरकार किसानों के लिए ब्याजमुक्त ऋण की घोषणा कर सकती है। वहीं व्यापारियों को खुश करने के लिए उन्हें व्यापार में कई रियायतें दे सकती है। सूत्रों के मुताबिक इस बार निर्माण कार्यो के लिए भी बजट में बढ़ोतरी हो सकती है। नई राजधानी में विकास योजनाओं को जल्द से जल्द शुरू करने की दिशा में पहल की जा रही है, लिहाजा यहां अधोसंरचना विकसित करने के लिए कई निर्माण कार्यो को मंजूरी मिल सकती है।
कृषि बजट बढ़ेगा
बताया जा रहा है कि इस बार कृषि के बजट में काफी बढ़ोतरी होगी। खाद्य विभाग के भी बजट में वृद्धि की संभावना है।
कई नए अस्पतालों को हरी झंडी
स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती देने के लिए इस बजट में कई नए अस्पतालों को भी मंजूरी दी जा सकती है। सरकारी अस्पतालों में नए उपकरण सहित आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए भी प्रावधान किया जा सकता है।
50 हजार तक का इलाज होगा फ्री
08 February 2014
रायपुर। प्रदेश के हर वर्ग के परिवार का 50 हजार रू. तक का इलाज नि:शुल्क होगा। यह लाभ मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत दिया जाएगा। योजना के तहत अब तक यह सीमा 30 हजार रूपए है। स्वास्थ्य विभाग दिसम्बर 2014 से यह सुविधा देगा। शनिवार को बजट के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह इसकी घोषणा कर सकते हैं।
बजट में अस्पतालों की संख्या में बढ़ोतरी, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण, केंद्रों का उन्नयन, जेनेरिक दवाओं के लिए अलग से बजट दिए जाने की भी संभावना है।
20 हजार का लाभ : स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब तक मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड (स्मार्ट कार्ड) धारक परिवार 30 हजार तक का इलाज नि:शुल्क करा सकता था। अब प्रति परिवार यह सीमा बढ़ाकर 50 हजार रूपए की जाएगी। नई योजना का लाभ दिसम्बर 2014 से मिलेगा।
वर्तमान करार नवम्बर तक : स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत शासन ने बीमा कम्पनियों से नवम्बर 2014 तक का करार किया हुआ है। उसकी समाप्ति के बाद ही नई योजना का करार होगा।
02 प्रदेशों में स्वास्थ्य बीमा योजना लागू
30 हजार मिलती है रियायत
21.09 लाख राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना कार्डधारक
16.25 लाख हैं
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना कार्डधारक
पैसे की कमी के कारण इलाज से कोई वंचित न हो, इसलिए 30 हजार तक का इलाज नि:शुल्क है। दिसम्बर से इस सीमा को बढ़ाकर 50 हजार किया जाएगा।
अमर अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री
किसान नेता व पुलिस में झूमा झटकी
08 February 2014
बिलासपुर। पुलिस की बरबरता का असली चेहरा उस समय सामने आया, जब बेलहगना क्षेत्र के सैकड़ों किसान दंबंगों से अपनी जमीन का कब्जा छुड़ाने की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में मौजूद पुलिस अधिकारियों ने किसान नेताओं न सिर्फ झड़प की बल्कि झूमा झटकी पर भी उतर आए।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ किसान सभा के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में बेलगहना के किसान शुक्रवार को अपनी मांगें लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे थे। दोपहर के समय सभी अधिकारी लंच पर चले गए थे, इससे सभी किसान गेट पर बैठकर उनका इंतजार करने लगे। इसीबीच वहां पहुंचे एडिशनल एसपी ग्रामीण जेआर ठाकुर ने किसानों को गेट पर बैठने को लेकर नाराजगी जाहिर की और गेट खाली करने को कहा। इस पर किसान सभा के जिला अध्यक्ष राकेश चौहान, सचिव विशाल वाकरे और उपाध्यक्ष चित्राम वस्त्रकार ने कहा कि वह किसानों की मांग सुने उसके बाद ही गेट खाली किया जाएगा।
देखते ही देखते वहां कोतवाली टीआई एलपी दि्ववेदी और एसडीओपी कोटा विभोर सिंह सहित कई पुलिस कर्मी पहुंच गए। पुलिस वालों के विरोध को गलत बताते हुए किसान नेताओं ने नारेबाजी की तो पुलिस व किसान नेताओं में जमकर झड़प हुई। इतना ही नहीं एडिशनल एसपी ग्रामीण और किसान नेता नंद कुमार कश्यप ने एक दूसरे से धक्का मुक्की भी की। आधे घंटे बाद यह मामला शांत हुआ। किसान नेताओं का आरोप है कि बेलगहना क्षेत्र के किसानों की जमीन पर कुछ रसूखदार कांग्रेसी नेताओं ने कब्जा कर लिया है।
एडिशनल एसपी ग्रामीण का कहना है कि बेलगहना के ग्रामीण उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने की शिकायत लेकर आए थे। उनका आरोप है कि शिकायत के बाद भी बेलगहना पुलिस कुछ नहीं कर रही है। किसान मोर्चा छग अध्यक्ष नंद कुमार कश्यप ने बताया कि कोटा विकास खंड के आमागोहन निवासी राकेश तिवारी, रमेश तिवारी और राजेश तिवारी द्वारा आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया गया है। आरोपी कथित कांग्रेसी नेता हैं इसलिए शिकायत के बाद भी पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
नाकामी कम्पनियों की बोझ जनता पर
07 February 2014
रायपुर। पॉवर सरप्लस स्टेट में सरकार का ऊर्जा प्रबंधन बुरी तरह चरमरा गया है। बिजली से जुड़ी कम्पनियां अपनी करतूतों के कारण कर्ज में डूबी हैं। एक ओर तो ये कम्पनियां बकाया नहीं वसूल पा रहीं, दूसरी ओर कोयला खरीदी में अतिरिक्त भुगतान कर रही हैं। इन तमाम गड़बडियों पर अंकुश लगाने में नाकाम सरकार अब आम उपभोक्ताओं की जेब काटने पर आमाद है।
निरीक्षण प्रतिवेदन में ऊर्जा कम्पनियों की बदहाल स्थिति का खुलासा हुआ है। इसमें कम्पनियों को स्पष्ट रूप से आर्थिक कुप्रबंध का शिकार बताया गया है। इस मामले में राज्य पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी की आर्थिक हालत बेहद खराब है। तीन साल पहले 90 करोड़ की बिजली पॉवर ट्रेडिंग कम्पनी से ली, जिसका भुगतान अब तक नहीं किया।
भरपाई के लिए लगातार दबाव के बाद भी मुश्किल से 17 करोड़ पांच लाख रूपए चुका पाई है। इसी तरह ट्रेडिंग कम्पनी ने सवा करोड़ रूपए सर्विस टैक्स के नाम पर अतिरिक्त भुगतान कर दिया था, इसे राज्य शासन से वापस लेने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। इससे भी करीब 17 करोड़ का घाटा उठाना पड़ा है। ऊर्जा विभाग में ऎसी ही तमाम गड़बडियों की जानकारी आरटीआई में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के सदस्य अजय दुबे ने निकलवाई है।
141 करोड़ का कोयला, 153 करोड़ भुगतान
जनरेशन कम्पनी के कोरबा स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड से 2009 में 141 करोड़ 44 लाख रूपए का कोयला खरीदा। हैरानी की बात है कि इसके एवज में 153 करोड़ का भुगतान कर दिया गया। इससे कम्पनी को 12 करोड़ का नुकसान तो हुआ ही, अब तक इसकी वूसली नहीं करने से तीन करोड़ से अधिक के ब्याज का नुकसान हो चुका है।
नहीं किए आगजनी रोकने के उपाय
कोरबा में हसदेव थर्मल पॉवर प्लांट में बार-बार होने वाली आगजनी को जनरेशन कम्पनी रोक नहीं पाई। इस सम्बंध में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने कई बार दिशा-निर्देश जारी किए थे। इन जिम्मेदार अफसरों ने ध्यान नहीं दिया, जिससे छह करोड़ 25 लाख रूपए से ज्यादा का घाटा हुआ। निरीक्षण प्रतिवेदन के अनुसार एक करोड़ के अनुपयोगी सामान की नीलामी तक नहीं की।
बिजली 21 फीसदी महंगी करने की तैयारी
विद्युत वितरण कम्पनी ने 2014-15 के लिए बिजली दरों में 21 फीसदी का इजाफा करने का प्रस्ताव छत्तीसगढ़ विद्युत विनियामक आयोग को भेजा है। कम्पनी ने लेखे-जोखे में 1400 करोड़ रूपए की हानि बताई है। इसी की भरपाई के लिए बिजली महंगी करने का प्रस्ताव है।
बीएसएनएल गोडाउन में उठी लपटें भ्रष्टाचार की?
07 February 2014
रायपुर। बीएसएनएल के महोबा बाजार स्थित गोडाउन में मंगलवार देर रात लगी आग तो बुझ गई, लेकिन यह अपने पीछे कई ज्वलंत सवाल छोड़ गई है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बी एसएनएल के गोडाउन में आग के रूप में नजर आई लपटें कहीं भ्रष्टाचार की तो लपटें नहीं थीं? किसी गोडाउन में लगी आग और उससे हुआ नुकसान शायद छत्तीसगढ़ का यह पहला इतना बड़ा मामला है।
आखिर दो घंटे बाद क्यों पहुंचे अधिकारी :
आगजनी के बाद पूरा इलाका सहित पुलिस के अधिकारी व पुलिस बल कुछ ही समय में मौके पर पहुंच गए था। आगजनी की सूचना पर राजधानी के दूसरे हिस्से के लोग भी पहुंच गए थे, लेकिन बीएसएनएल के जिम्मेदार अधिकारियों ने गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाया। करीब दो घंटे बाद एक अधिकारी सब डिविजनल इंजीनियर विक्रम सिंह कंवर ही पहुंचे। बताया जाता है कि दूसरे दिन भी कोई बड़ा अधिकारी घटनास्थल नहीं पहुंचा।
एफआईआर में बताया 6 करोड़ का नुकसान :
बीएसएनएल की ओर से आमानाका थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कुल 6 करोड़ 5 लाख रूपए के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। जबकि बीएसएनएल के विभागीय सूत्रों के अनुसार 16 करोड़ रूपए से अधिक का नुकसान हुआ है। एफआईआर भी बुधवार देर शाम कराई गई।
यह जलकर हुए खाक :
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक डीडब्लयूसी पाइप, कपलर, 24 एफ केबल, 48 एफ केबल, 98 एफ केबल, एसजेसी, डीडीएफ, डीडीएफ ब्लॉक, ट्रांसमिशन उपकरण, एंटिना, पीसीएम के बल, पीएलबी पाइप जलकर खाक हो गए। एक टाटा 709 वाहन भी कुछ हद तक आग की चपेट में आ गया।
फायर फाइटर मौजूद, ऑपरेट करना ही नहीं आता :
खुले में स्थित गोडाउन में फायर फाइटर सिलेण्डर मौजूद थे, लेकिन गोडाउन की सुरक्षा में तैनात चौकीदार व लाइनमैन को फायर फाइटर सिलेण्डर को ऑपरेट करना ही नहीं आता था। चौकीदार को यह भी नहीं मालूम था कि उस सिलेण्डर का क्या काम है।
आखिर क्यों नहीं बनाया गया बाउण्ड्री वॉल :
आगजनी पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि 30 वर्षो से यहां गोडाउन संचालित किया जा रहा है। गोडाउन में हमेशा ही करोड़ों रूपए के उपकरण व अन्य सामान रखे जाते हैं। इलाके में लगातार आबादी भी बढ़ती जा रही है। चोरी जैसे मामलों में इलाका बदनाम है। इसके बावजूद बीएसएनएल के अधिकारियों ने करोड़ों के उपकरण की सुरक्षा की चिंता नहीं की। चारों ओर केवल फेंसिंग तार से घेरकर खानापूर्ति की गई। गोडाउन में सुरक्षा घेरा के तौर पर बाउण्ड्री वॉल तक नहीं बनाई गई। करोड़ों के सामान की सुरक्षा के लिए केवल एक व्यक्ति, वह भी बुजुर्ग रामआधार गंधर्व को चौकीदार के रूप में तैनात किया गया है।
14 घंटे बाद पाया काबू :
आगजनी की घटना लगभग रात साढ़े 12 बजे की है। लोगों को इसका पता 12.45 बजे लगा। इसके बाद लगातार रायपुर फायर बिग्रेड सहित भिलाई का दमकल अमला आग बुझाने में लगा हुआ था। पानी, रेत के साथ फोम का प्रयोग किया गया। दमकल की कार्रवाई सुबह करीब 6 बजे थमी। इसके बाद भी रूक-रूक कर ऑप्टिकल फाइबर व अन्य उपकरणों से लपटें व धुआं निकल रहा था। दमकल को पूरी तरह आग पर काबू पाने में लगभग 14 घंटे लग गए। गोडाउन से जले सामानों को हटाने का काम दूसरे दिन देर शाम तक चलता रहा।
वर्सन-
किसी की शरारत :
आग लगने के सही कारण का पता तो नहीं चल पाया है। ऎसा लग रहा है कि किसी ने शरारत की है। नुकसान के लिए सूची तैयार की जा रही है।
- विक्रम सिंह कंवर, सब डिविजनल इंजीनियर
शराब सस्ती बेचते हैं तो पेट्रोल-डीजल क्यों नहीं?
07 February 2014
रायपुर। सरकार को शराबियों की इतनी फिक्र है कि शराब पर मात्र 7.5 फीसदी वैट लगा रही है, जबकि पेट्रोल-डीजल पर 25 फीसदी वैट से जनता की कमर तोड़ रखी है। सरकार को तुरंत पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करना चाहिए। यह निष्कर्ष निकला गुरूवार को "पत्रिका" के मंथन में। इसमें जनप्रतिनिधि, अर्थशास्त्री, गृहिणी, व्यवसायी, नौकरी-पेशा व विद्यार्थियों ने सरकार की दोहरी नीति को कोसा।
यह कैसी सरकार?
मंथन में ज्यादातर लोगों ने तीखे तेवरों के साथ पूछा कि यह कैसी सरकार है, जो महंगाई कम करने का प्रयास तक नहीं करना चाहती। प्रदेश में पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट सबसे ज्यादा है। सरकार शराब सस्ती बेच सकती है तो पेट्रोल-डीजल क्यों नहीं? कार्यक्रम में ऎसे भी उदाहरण पेश किए गए, जिससे साबित हुआ कि सस्ती शराब किस तरह समाज को बर्बाद कर रही है।
इनसे ही सीख लो...
विशेषज्ञों का कहना था कि प्रदेश खनिज सम्पदाओं से भरपूर है, सरकार को इनसे बहुत पैसा मिलता है। फिर भी पेट्रोल-डीजल पर वैट 25 फीसदी है। हरियाणा-पंजाब जैसे राज्यों में सिर्फ कृषि होती है, फिर भी पेट्रोल-डीजल पर वैट 7 फीसदी है। सरकार को इन प्रदेशों का टैक्स मैनेजमेंट देखकर ही कुछ सीख लेना चाहिए।
चिटफंड कंपनियों ने हड़पे 124 करोड़
06 February 2014
रायपुर। विधानसभा में बुधवार को चिटफंड कंपनियों द्वारा गरीबों को लूटने का मामला कांग्रेस विधायक मोतीलाल देवांगन ने उठाया। प्रश्नकाल के जरिए कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश की।
जवाब में गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने बताया कि 96 प्रकरणों में चिटफंड कंपनियों ने 3717 व्यक्तियों को धोखा दिया है और 1 अरब 24 करोड़ 7 लाख की राशि हड़पी है। इन मामलों में 174 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 73 प्रकरणों में न्यायालय में चालान पेश किया गया है। वहीं 16 प्रकरण विवेचना में लंबित हैं। साक्ष्य के अभाव में 7 प्रकरणों में खात्मा भेजा गया है। श्री पैकरा ने कहा कि इस मामले में रायपुर से लेकर दिल्ली तक छापे मारे गए हैं। उन्होंने चिटफंड कंपनियों की जांच के लिए विशेषष सेल गठित करने की बात कही।
प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक मोतीलाल देवांगन ने जानना चाहा कि 2009 से 2013 तक कितनी चिटफंड कंपनियों के खिलाफ एफआईआर की गई है। कितनी राशि हड़पी गई है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक से लाइसेंस की जरूरत होती है, लेकिन कई चिटफंड कंपनियों ने बिना लाइसेंस के काम शुरू कर लिया, इसके बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि 124 करोड़ गबन के बाद आखिर कितनी चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई हुई है और भविष्य में सरकार की क्या योजना है? कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने पूछा कि 174 आरोपी जो गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें कितने डायरेक्टर हैं और कितने से वसूली करके जनता को राशि लौटाई गई है? कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा करने की कोशिश की।
तीन कंपनियों के खिलाफ शिकायत, जांच जारी
कांग्रेस विधायक अरण वोरा ने लिखित प्रश्न में जानना चाहा कि राजनांदगांव, दुर्ग और रायपुर में कितनी चिटफंड कंपनियों ने राशि नहीं लौटाई है और इस पर सरकार क्या कार्रवाई कर रही है? गृहमंत्री ने लिखित जवाब में बताया कि राजनांदगांव में सांई प्रकाश प्रॉपर्टी डेवलपर्स लिमिटेड एवं किम फ्यूजर विजन लिमिटेड कंपनी और एचबीएन डेयरी एण्ड एलाइड लिमिटेड से संबंधित 3 शिकायतें मिली हैं। रायुपर में एचबीएन डेयरी एण्ड एलाइड एण्ड एचबीएन फूड्स लिमिटेड कंपनी के खिलाफ 1 शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि दुर्ग में एक भी शिकायत नहीं मिली है। पैकरा ने कहा कि इन प्रकरणों में जांच जारी है।
बनेगा सख्त कानून: रमन
सदन में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने चिटफंड कंपनियों द्वारा लोगों को धोखा दिए जाने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जहां पर उद्योग स्थापित हो रहे हैं और लोगों को मुआवजा मिल रहा है, वहां पर चिटफंड कंपनियां गतिविधियां संचालित कर रही हैं। कई मामलों में विभाग ने कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर गठित सेल को सक्रिय किया जा रहा है। इस मामले में सख्त कानून बनाएंगे।
आरक्षण समाप्त करने के बयान के विरोध में जोगी
06 February 2014
रायपुर। देश में आरक्षण को जाति के आधार पर समाप्त करने का पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने विरोध किया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से जनार्दन द्विवेदी के सुझाव को अस्वीकार करने और पार्टी की स्थिति जनता के सामने स्पष्ट करने की मांग की है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने जातिगत आधार पर आरक्षण समाप्त करके आर्थिक आधार पर आरक्षण की बात कही थी।
द्विवेदी के बयान के विरोध में अजीत जोगी ने कहा कि एसटी, एएसी और ओबीसी को जो आरक्षण मिल रहा है, उसमें कोई कटौती नहीं करनी चाहिए। सामान्य और अल्पसंख्यक वर्ग के गरीबों को आरक्षण देने के लिए अलग से प्रावधान करना चाहिए।
जोगी ने कहा कि जनार्दन द्विवेदी के बयान को पार्टी गंभीरता से लेती है। वे पार्टी के वरिष्ठ पद पर हैं, लेकिन कांग्रेस की यह परंपार नहीं रही है कि एसटी, एससी और ओबीसी के हितों को कमजोर करें। यह वर्ग हमेशा पार्टी के साथ रहा है। पार्टी अगर उनकी बात नहीं करेगी तो यह गलत है। समाज में असमानता दूर नहीं की गई तो विप्लव और क्रांति की स्थिति बन सकती है।
दोहरी शिक्षा रहेगी, तब तक उचित भागीदारी नहीं
जोगी ने कहा कि देश में जब तक दोहरी शिक्षा बनी रहेगी, तब तक दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों की उचित भागीदारी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि दून स्कूल और दक्षिण बस्तर के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को बराबरी का नहीं आंका जा सकता।
डॉ. रमन ने की समाज की अनदेखी
जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी एससी, एसटी और ओबीसी समाज के अधिकारी उच्च पदों पर नहीं है। आरक्षण की सुविधा होने के बावजूद आएएस नारायण सिंह, सरजियस मिंज और राधाकृष्णन को डॉ. रमन सिंह ने मुख्य सचिव नहीं बनाया, जबकि ये सभी योग्यता रखते थे। ऐसे ही आईपीएस एसके पासवान, गिरधारी नायक, एमडब्ल्यू अंसारी को पुलिस महानिदेशक नहीं बनाया जा रहा है।
स्कूली छात्रा का अपहरण
06 February 2014
बिलासपुर (हिर्री)। हिर्री क्षेत्र के ग्राम मुरु की छात्रा को शहर के एक युवक द्वारा अपहरण कर ले जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी युवक व उसके साथी पर अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार घटना हिर्री थाना क्षेत्र की है। ग्राम मुरु निवासी 17 वर्षीय नाबालिग स्कूली छात्रा है। वह पहले सरकंडा के बंधवापारा में रहती थी। इस दौरान सरकंडा क्षेत्र के इमलीभाठा निवासी जागेश्वर दास मानिकपुरी से उसकी जान-पहचान हो गई और उनके बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। बाद में छात्रा अपने गांव चली गई और वहीं पढ़ने लगी। सोमवार शाम को जागेश्वर अपने दोस्त के साथ ग्राम मुरु गया और छात्रा को बाइक में बैठाकर भाग निकला। इस बीच ग्रामीणों ने छात्रा को दो युवकों के साथ बाइक में बैठकर जाते देखा। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिजन हिर्री थाना पहुंच गए। उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी युवकों के खिलाफ धारा 363, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
40 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली चंदू गिरफ्तार
03 February 2014
रायपुर। ओडिशा के कोरापुट जिले के पोटांगी ब्लॉक अंतर्गत कल्पनिकी के घने जंगल में सभा ले रहे सेंट्रल कमेटी के करीबी तथा शीर्ष नक्सली रामकृष्णा उर्फ चंदू उर्फ तेला अनिल कुमार [40] को शुक्रवार रात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चंदू पर आंध्रप्रदेश तथा ओडिशा में 20-20 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
कोरापुट में शनिवार को उक्ताशय की जानकारी देते हुए दक्षिण एवं पश्चिम रेंज के आईजी जसवंत कुमार पटवा ने बताया कि मौके से अन्य नक्सलियों सहित बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, डेटोनेटर, वायर, नक्सली साहित्य तथा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किया गया है। चंदू आंध्र-ओडिशा बार्डर स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य तथा मलकानगिरी डिवीजन, कोरापुट-श्रीकाकुलम एवं ईस्ट विशाखा डिवीजन के इंटिलिजेंस इंचार्ज के पद पर काम कर रहा था।
आईजी ने बताया कि चंदू पर 2004 में कोरापुट शस्त्रागार लूट, एआरएसएस कंट्रक्शन कंपनी के वाहन में आगजनी, पिछले साल रालेगुड़ा घाटी में बीएसएफ काफिले पर हमला जिसमें चार जवान शहीद हुए थे सहित कोरापुट तथा मलकानगिरी जिले में कई वारदातों में शामिल रहने का आरोप है।
चंदू मूलत: आंध्रप्रदेश के प्रकाशम जिले का निवासी है जो 1996 में नलमल्ला दलम के नक्सली नेता देवन्ना से प्रेरित होकर नक्सली संगठन में शामिल हुआ। 2001 में उसे ईस्ट डिवीजन गेलकोंडा दलम का एरिया कमांडर बनाया गया। कोरापुट-श्रीकाकुलम डिवीजन के कोंडाबरदी दलम में उसे 2003 में डिवीजनल कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया। चंदू को 2009 में स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य बना कर ईस्ट डिवीजन में नियुक्त किया गया जिसके बाद वह आंध्र-ओडिशा बार्डर स्पेशल जोनल कमेटी के इंटेलिजेंस इंचार्ज के रूप में कार्यरत रहा। हाल ही में उसे ओडिशा के कोरापुट जिले में नक्सली संगठन सुदृढ़ करने के लिए नियुक्त किया गया था।
बीएसएफ ने जब्त किया 10 किलो का जिंदा बम
03 February 2014
रायपुर। बीएसएफ ने शनिवार की शाम 10 किलो का जिंदा बम ग्राम ढंडखेरा में जब्त किया। नक्सलियों ने बम को जमीन के अंदर दबा रखा था। बम के तार बाहर दिखने पर तत्काल बीएसएफ की टीम ने बम निरोधक दस्ते को बुलाकर उसे डिफ्युज किया।
सीमा सुरक्षा बल की 87वीं वाहिनी की एक टुकड़ी सुबह जाडेकुर्सी कैम्प से ग्राम कोन्ड्रंच इलाके की तरफ सर्चिग एवं गस्त पर निकली थी। सर्चिग दल जैसे ही ग्राम ढंडखेरा के नजदीक पहुंचा उन्हें जमीन पर कुछ तार मिट्टी के अंदर दबा हुआ दिखाई दिया। उसके बाद वे सावधानी से इलाके की घेराबंदी कर बम निरोधक दस्ते को सूचित किया।
दस्ते ने मौके पर पहुंच कर वहां से 10 किलोग्र ाम का एक जिंदा बम बरामद किया, जिसे बाद में बम निरोधक दस्ते द्वारा डिफ्युज कर दिया गया। पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि नक्सली अपने गतिविधियों को और अधिक बढ़ाने कीकोशिश कर रहे हैं लेकिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों की मुस्तैदी की वजह से कोई बड़ी घटना को अंजाम देने में नाकामयाब हो रहे हैं।
कर्मा परिवार को जेड प्लस सुरक्षा
03 February 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सली वारदात को देखते हुए राज्य सरकार ने कर्मा परिवार के पांच सदस्यों को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की है। झीरम घाटी में नक्सली हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा की मौत हुई थी। उसके बाद परिवार के सदस्य लगातार सुरक्षा ब़़ढाने की मांग कर रहे थे। प्रदेश में यह पहला अवसर है जब एक परिवार के पांच सदस्यों को जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। इनमें स्व. कर्मा की पत्नी विधायक देवती कर्मा, पुत्र छबिंद्र कर्मा, दीपक कर्मा, आशीष कर्मा व दिव्यराज कर्मा शामिल हैं। प्रदेश में राज्यपाल शेखर दत्त, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, गृह मंत्री रामसेवक पैकरा और स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है।
गृह विभाग ने प्रदेश में लगातार बढ़ती माओवादी और आतंकी गतिविधियों को देखते हुए अतिविशिष्ट व्यक्तियों, नेताओं के साथ ही अन्य लोगों को भी जेड प्लस, जेड श्रेणी, वाय श्रेणी व एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी है। राज्य सरकार ने प्रोटेक्शन रिव्यू ग्रुप की अनुशंसा पर निर्धारित मापदंडों के तहत यह सुरक्षा प्रदान की है। पिछले साल मई में हुए झीरम घाटी नक्सली हमले में पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व विधायक उदय मुदलियार सहित कई लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से स्व. महेंद्र कर्मा के परिवार की सुरक्षा ब़़ढाई गई है।
उमेश पटेल को जेड श्रेणी
झीरम घाटी हमले में मारे गए स्व. नंदकुमार पटेल के पुत्र विधायक उमेश पटेल को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। स्व. उदय मुदलियार की पत्नी अलका मुदलियार, उनके पुत्र जितेंद्र मुदलियार, पुत्री मिनी मुदलियार को वाय श्रेणी सुरक्षा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि 45 व्यक्तियों को जेड श्रेणी की सुरक्षा, 31 लोगों को वाय श्रेणी, 11 लोगों को वाय टू श्रेणी व 37 लोगों को एक्स श्रेणी सुरक्षा दी गई है। जबकि 54 लोगों पूर्व में दी गई सुरक्षा हटा दी गई है।
मुख्यमंत्री के परिवार को सुरक्षा
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के परिवार के सभी सदस्यों को अलग-अलग श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। डॉ. रमन सिंह की पत्नी वीणा सिंह व पुत्र अभिषेक सिंह को जेड श्रेणी, पुत्रवधु ऐश्वर्या सिंह, पुत्री अस्मिता गुप्ता व दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता को वाय श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के परिवार के सदस्यों को भी सुरक्षा मिली हुई है।
अजीत जोगी को वाय श्रेणी, उनकी पत्नी विधायक डॉ. रेणु जोगी को वाय-टू श्रेणी व पुत्र विधायक अमित जोगी को अन्य विधायकों की तरह एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
केंद्र की तर्ज पर छत्ताीसगढ़ में भी लोक आयोग
01 February 2014
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के लिए केंद्र सरकार के नए कानून की तर्ज पर ही छत्तीसगढ़ में भी लोक आयोग को मजबूत बनाने की कार्रवाई की जाएगी। डॉ. सिंह ने शुक्रवार को प्रेस क्लब में आयोजित 'प्रेस से मिलिए' कार्यक्रम में यह संकेत दिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए जवाबदेही तय होगी और दोषिषयों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार रोकने का प्रयास पहले भी करते थे और अब ज्यादा गंभीरता व सक्रियता के साथ सतत् निगरानी करेंगे।
सरकार के कई मंत्रियों व अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जांच की प्रक्रिया है। लोक आयोग या अन्य किसी जांच एजेंसी पर सरकार दबाव नहीं बना सकती। आर्थिक अपराध अन्वेषषण ब्यूरो भी अपना काम कर रहा है, उसे और सक्रिय करने का प्रयास करेंगे।
वोरा और रणविजय बने राज्यसभा सांसद
01 February 2014
रायपुर। कांग्रेस के वरिष नेता मोतीलाल वोरा एवं भाजपा के रणविजय प्रताप सिंह जूदेव राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिए गए हैं। प्रदेश से राज्यसभा की दो सीटें रिक्त हुई थीं।
इन सीटों के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा एवं युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष रणविजय प्रताप सिंह ने नामांकन दाखिल किया था। नाम वापसी के लिए 31 जनवरी को दोपहर 3 बजे तक का समय निर्धारित था। इस समयसीमा के बाद निर्वाचन अधिकारी देवेंद्र वर्मा ने दोनों प्रत्याशियों को निर्वाचित घोषित किया।
डीजीपी की नियुक्ति प्रक्रिया के खिलाफ याचिका खारिज
01 February 2014
बिलासपुर। पुलिस महानिदेशक के चयन की प्रçRया को अवैध बताते हुए दायर जनहित याचिका को हाईकोर्ट ने शुक्रवार को खारिज कर दिया। जस्टिस एसके सिन्हा की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच में याचिकाकर्ता ने निवेदन किया कि राज्य एवं केंद्र सरकार महानिदेशक के चयन के बारे में राज्य पुलिस अधिनियम और हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करें। कोर्ट ने कहा कि अभी नियुक्ति संबंधी कोई आदेश नहीं आया है, इसलिए याचिका समय से पहले दायर (प्रीमेच्योर) है।
आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता बीके मनीष ने मंगलवार को राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ कैडर से बाहर के अधिकारी डॉ. आनंद कुमार को पुलिस महानिदेशक बनाने की प्रçRया को चुनौती दी थी। इसे छत्तीसगढ़ पुलिस अधिनियम 2007 के प्रावधानों और प्रकाश सिंह बनाम केंद्र सरकार के मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के विरूद्ध बताया था। शुक्रवार को इस मामले में याचिकाकर्ता मनीष ने खुद पैरवी करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट पुलिस महानिदेशक चयन मामले की गंभीरता को लेकर संविधान के अनुच्छेद 144 का जिक्र कर चुका है इसलिए हाईकोर्ट सहित सभी प्राधिकारियों को इस पर गौर करना चाहिए।
लेकिन हाईकोर्ट ने कहा कि अभी तक कोई आधिकारिक पत्र इस विषय पर उसके सामने नहीं है इसलिए सिफü अखबार की खबरों के आधार पर कोई निर्देश जारी करने की जरूरत नहीं है। साथ ही हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि चूंकि यह सेवा संबंधी मामला है और याचिकाकर्ता पुलिस महानिदेशक पद का उम्मीदवार भी नहीं इसलिए इस विषय पर जनहित याचिका का भी कोई तर्क नहीं है।
नैतिक जीत: बेहार
अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव शरद चंद्र बेहार ने इसे नैतिक विजय करार दिया है। उनके मुताबिक जबकि राज्य सरकार के मनमाने आदेशों के खिलाफ आवाज उठाना इतना मुश्किल हो गया है। ऎसे में एक संवेदनशील मुद्दे को लेकर अदालत तक आना ही हिम्मत का काम है। कुछ कानूनी जानकारों की राय है कि सरकार अब पुलिस अधिनियम के विरूद्ध महानिदेशक की नियुक्ति के बारे में सोचने पर मजबूर होगी और अगर कहीं आनंद कुमार की नियुक्ति हो गई तो तत्काल सुप्रीम कोर्ट में मामला उठाने का रास्ता साफ हो गया है। गौरतलब है कि मनीष की पांचवीं अनुसूची वाली चर्चित जनहित याचिका हाईकोर्ट से खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सुप्रीम कोर्ट ने उस पर छत्तीसगढ़ सरकार को नोटिस जारी किया है।
मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन आज
31 January 2014
रायपुर। प्रदेश में 31 जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण के बाद दावा-आपत्तियों का निराकरण कर मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 75 लाख पहुंच गई है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार कुजूर ने बताया कि 31 जनवरी के बाद भी मतदाता सूचियों में मतदाताओं के नाम जोड़ने, हटाने और सुधारने का कार्य जारी रहेगा।
नक्सली क्षेत्रों में निष्पक्ष चुनाव पर बनी रणनीति
31 January 2014
रायपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान की रणनिति बनाने के लिए गुरुवार को छत्तीसगढ़ सहित आंध्रप्रदेश और झारखंड राज्य के अफसरों के बीच विचार-मंथन हुआ। केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा गठित उप समिति की बैठक आंध्रप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भंवर लाल की अध्यक्षता में सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम गृह में हुई।
बैठक में आगामी लोकसभा निर्वाचन के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुव्यवस्थित मतदान संपन्न कराने के लिए उपायों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। बैठक में यह बात सामने आई कि नक्सली क्षेत्रों में चुनाव कराना बेहद चुनौतीपूर्ण है।
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव में भी तग़़डी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत प़़डेगी। इस संबंध में उप समिति चुनाव आयोग को अवगत कराएगी। बैठक में छत्तीसग़़ढ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुजूर सहित आंध्रप्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस और नोडल अधिकारी वीएसके कौमुदी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिरीक्षक जुल्फीकार हसन, झारखंड के पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी, रायपुर के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह और छत्तीसग़़ढ उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एलेक्स पाल मेनन भी उपस्थित थे।
कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी आज
31 January 2014
रायपुर। रायपुर। कांग्रेस प्रदेशभर में 100 से अधिक स्थानों पर शुक्रवार को आर्थिक नाकेबंदी करेगी। पार्टी किसानों को धान का समर्थन मूल्य 2100 रूपए और बोनस की राशि 300 रूपए देने की मांग कर रही है। इसके लिए जिलों में प्रभारी महामंत्रियों और उपाध्यक्षों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेशभर में ये आर्थिक नाकेबंदी सुबह 10 बजे से 5 बजे तक रहेगी। इस दौरान हाईवे पर मालवाहक और सवारी वाहनों को रोका जाएगा। आर्थिक नाकेबंदी को छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स, छत्तीसगढ़ परिवहन संघ, छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ सहित अन्य कई संगठनों का समर्थन प्राप्त होने का दावा कांग्रेस की ओर से किया गया है।
कांग्रेस की नाकेबंदी का खौफ
कांगे्रस की नाकेबंदी का खौफ भाजपा पर भी दिखने लगा है। जहां एक ओर भाजपा किसान मोर्चा ने शुक्रवार को कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित आर्थिक नाकेबंदी से ठीक एक दिन पहले सत्याग्रह के जरिए खुद को किसानों का हितैषी बताने की कोशिश की। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने स्वामीनाथन कमेटी की 6 साल पहले आई रिपोर्ट को याद करते हुए यूपीए सरकार से 2100 रूपए धान के समर्थन मूल्य की मांग की गई। इधर कांग्रेस राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप मढ़ते हुए आर्थिक नाकेबंदी के जरिए किसानों को समर्थन मूल्य दिलवाने की कोशिश कर रही है।
गुरूवार को राजधानी में प्रदेश के कई किसान संगठनों ने धान का समर्थन मूल्य 2100 रूपए करने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की। सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उन्होंने चेतावनी भी दे दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो विधानसभा का घेराव किया जाएगा। छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले प्रदेश के दर्जनभर किसान संगठनों के लोग राजधानी में जमा हुआ थे। उनका कहना था कि सरकार ने चुनाव के दौरान धान का समर्थन मूल्य 2100 रूपए करने व बोनस सहित पांच हार्स पावर तक के पंपों को मुफ्त बिजली व ब्याज मुक्त ऋण देने की बात कही थी। चुनाव जीतने के बाद अब सरकार मौन बैठ गई है। किसान नेता डॉ. संकेत ठाकुर का कहना है कि प्रदेश में किसानों को पुराने ही मुल्य पर भुगतान किया जा रहा है। ऎसे में उन्हें प्रति क्विंटल 400 से 500 रूपए का नुकसान हो रहा है।
वादों पर अमल करे
कांग्रेस आज पूरे राज्य में आर्थिक नाकेबंदी के जरिए सरकार पर दबाव बनाएगी कि घोषणा पत्र में किए गए वादों पर सरकार अमल करे। इस दौरान कांग्रेसी प्रदेश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गो की नाकेबंदी कर माल वाहकों को रोकेंगे।
एक दूसरे पर आरोप
भाजपा जहां किसानों को वाजिब मूल्य न मिलने के पीछे जहां केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है वहीं कांग्रेस इसके लिए राज्य सरकार को दोषी मानती है। लेकिन चक्की के दो पाटों के बीच किसान की हालत जस की तस बनी हुई है। कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने धान का समर्थन मूल्य 2100 रूपए क्विंटल करने के लिए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन को पत्र भी लिखा।
झीरम घाटी हमले की जांच रही बेनतीजा
30 January 2014
रायपुर। झीरम हमले को लेकर पुलिस की विभागीय जांच बेनतीजा रही। मामले में न तो कोई खुलासा हुआ है और न ही विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही तय की गई। यही नहीं, नक्सली प्रवक्ता गुडसा उसेंडी से पूछताछ में भी छत्तीसग़़ढ पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा। अब पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी एनआईए जांच का हवाला देकर कुछ भी जानकारी देने से बच रहे हैं। घटना के समय पीएचक्यू के आला अधिकारियों ने मामले में लापरवाही तय होने पर कार्रवाई की बात कही थी। घटना की जांच सीआईडी के हवाले की गई थी। सीआईडी के अफसर पिछले वषर्ष दो-तीन दफा यहां पहुंचे, लेकिन कोई ठोस जांच किए बगैर लौट गए। घटना की सीआईडी के डीआईजी स्तर के अधिकारी द्वारा जांच की गई थी।
इन बिंदुओं पर होनी थी जांच
घटना कैसे हुई, क्या घटना के पहले नक्सलियों का जमाव़़डा आसपास के इलाके में था? परिवर्तन यात्रा के दौरान रोड ओपनिंग पार्टी थी कि नहीं? थाना बल तैनात थी या नहीं आदि बिंदुओं पर सीआईडी की जांच केंद्रित थी। घटना स्थल पर मौजूद पीएसओ तथा अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए गए थे। जांच के बाद रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय में सौंपनी थी, लेकिन आठ माह बाद भी रिपोर्ट पूरी नहीं हुई।
यह था मामला
25 मई, 2013 को नक्सलियों ने झीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला किया था। इसमें उस समय के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा सहित 31 लोगों की मौत हुई थी। घटना के बाद सुरक्षा में भारी चूक की बात सामने आई थी। घटना की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा भी की जा रही है। वहीं न्यायिक आयोग भी जांच कर रहा है।
मुकेश गुप्ता, एडीजी, इंटेलिजेंस ने कहा कि गुडसा से पूछताछ करके एसआईबी की टीम लौट आई है। इस मामले में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकता, क्योंकि मामले की जांच एनआईए कर रही है।
अजय यादव, एसपी, जगदलपुर ने कहा कि झीरम कांड को लेकर सीआईडी अथवा अन्य किसी जांच के विषषय में मुझे जानकारी नहीं है।
छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटें जीतनी हैं: राहुल
30 January 2014
रायपुर। विधानसभा चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कार्यकर्ताओं से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटें जीतनी हैं। उन्होंने कहा कि सभी सीटों पर कांग्रेस के सांसद चाहिए और एक भी विपक्ष के खाते में नहीं देना है। गांधी ने कांग्रेसियों से लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुटने का आह्वान किया।
राजधानी के इनडोर स्टेडियम में कार्यकर्ताओं से रूबरू होते हुए राहुल ने कहा कि हमने विधानसभा चुनाव में ल़़डाई अच्छी ल़़डी, लेकिन परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे। इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं। अब लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस लीजिए। हमें छत्तीसग़़ढ की सभी 11 सीटें जीतनी हैं। एक भी सीट कम नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने लड़ने के लिए कई हथियार दिए हैं और इन हथियारों को गांवों से लेकर शहरों और कस्बों तक पहुंचाने की जरूरत है। सूचना का अधिकार, मनरेगा, भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार सहित कई ऐसे हथियार हैं, जिन्हें गांवों तक पहुंचाने के बाद कांग्रेस को कोई नहीं हरा सकता है। इस मौके पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित कांग्रेस विधायक और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
भाजपा पर सीधा हमला
गांधी ने इशारों ही इशारों में भाजपा से प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर सीधा हमला किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता कहते हैं कि वे कांग्रेस को मिटाकर रख देंगे, लेकिन मैं उनको बताना चाहता हूं कि कांग्रेस एक विचारधारा है और आम लोगों में रचा-बसा है। इसे मिटा पाना नामुमकिन है। गांधी ने कहा कि कांग्रेस को मिटाने की कोशिश करने वाले खुद ही मिट जाएंगे।
राहुल का इन पर फोकस
-गरीबों के लिए काम करना पहली प्राथमिकता।
-70 करोड़ मध्यम वर्गीय परिवारों को देंगे मजबूती।
-कांग्रेस की विचारधारा को गांवों तक पहुंचाएं।
-आरटीआई, भोजन का अधिकार, मनरेगा, सहित केन्द्रीय योजनाओं को गांवों, शहरों और कस्बों तक पहुंचाएं।
-2014 में कांग्रेस में भारी फेरबदल
-मंत्री और पदाधिकारियों की जगह कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को मिलेगा महत्व, होगी सुनवाई।
नेता नहीं, अब दिखेगा कार्यकर्ताओं का जलवा
30 January 2014
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के सभी महत्वपूर्ण नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन की मुलाकात के लिए राजधानी पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस में नेताओं की बहुत सुन ली गई है, अब केवल कार्यकर्ताओं का जलवा देखने को मिलेगा।
यहां बलबीर जुनेजा इनडोर स्टेडियम में पार्टी के जिलाध्यक्षों, प्रदेश पदाधिकारियों, किसान और आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों और मोर्चा संगठन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस में लगातार मंथन चलता रहा है कि कार्यकर्ताओं का महत्व कैसे बढ़ाया जाए। कांग्रेस एक बड़ा परिवर्तन करने जा रही है। लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं की बातों पर ही गहराई से सुनवाई करेगी। छत्तीसगढ़ में अब एक इंच भी जमीन विपक्ष को नहीं देनी है, लोकसभा की सभी 11 सीटें हमें जीतनी हैं।
नए वर्ग पर फोकस
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है, लेकिन अब एक ऎसा वर्ग भी तैयार हो गया है जो गरीबी रेखा से ऊपर है और मध्यवर्ग से नीचे। इस वर्ग में बढ़ई, मिस्त्री, टैक्सी ड्राइवर आते हैं जिनकी आबादी करीब 70 करोड़ है। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अपनी योजनाओं से ऎसे वर्ग को मध्यवर्ग में शामिल करने की कोशिशों में जुट गई है और यह कोशिश जरूर
सफल होगी।
चुनाव जीतने के औजार
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मनरेगा, आरटीआई और भोजन का अधिकार कानून को एक औजार बताया। प्रत्येक कार्यकर्ता को गांव-गांव में यह तो बताना ही चाहिए कि केंद्र सरकार ने उनके हित में कैसी बड़ी सौगातें दी हैं। हम बेहतर काम कर रहे हैं तो हमारी योजनाएं चुनाव जीतने के बेहतर औजार साबित हो सकते हैं।
पर्चो ने फैलाई सनसनी
रायपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यक्रम स्थल पर पिछड़ा वर्ग की ओर से जारी किए गए दो पर्चो ने सनसनी फैला दी। पहला पर्चा : किसान संघ अध्यक्ष नंदकुमार बघेल की ओर सेकांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल पिछड़ों की उपेक्षा कर रही है। कांग्रेस की रीति-नीति के अनुसार काम नहीं हो रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल का कहना है कि नंदकुमार बघेल उनके पिता हैं, लेकिन उनसे वैचारिक मतभेद हैं। दूसरा पर्चा : छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रीय समाज की ओर से राहुल गांधी को संबोधित करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में रायपुर लोकसभा से छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रीय समाज से उम्मीदवार घोषित करने की मांग की गई है।
झलकियां
विधायकों की कुर्सियों पर कार्यकर्ता बैठे थे तो विधायकों को अपने लिए कुर्सियां खोजनी पड़ गई।
पूर्व विधायक गुलाब सिंह को जब कुर्सी नहीं मिली तो वे मीडिया के लिए आरक्षित कुर्सी लेकर बैठे।
अमित जोगी को भी एक कुर्सी पर आधा-आधा कर एडजस्ट करना पड़ा।
गांधी टोपी लगाकर दीर्घा में बैठे कार्यकर्ता आकर्षण का केंद्र बने रहे। टोपियों पर "मेरी राय-मेरा सांसद" लिखा था।
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने स्मृति के तौर पर तीर-कमान देकर राहुल का स्वागत किया।
राहुल गांधी के मंच पर पहुंचने के बाद प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, भक्तचरण दास और प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद मंच पर चढ़े।
मोदी पर निशाना
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नाम लिए बिना नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बार-बार यह कहने से नहीं चूकते कि कांग्रेस को हिन्दुस्तान से मिटाना है, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि कांग्रेस एक विचारधारा और सोच है, इसे मिटाने की सोच रखने वाले खुद ही मिट जाएंगे।
बड़े नेता जिम्मेदार
कांगे्रस उपाध्यक्ष ने अपने सम्बोधन के पहले कांगे्रस के सभी मोर्चा संगठनों से बातचीत भी की। उन्होंने संगठन के प्रमुख लोगों से यह पूछा कि घोषणा पत्र में किस तरह के मुद्दों को शामिल किया जा सकता है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष प्रदीप साहू ने बताया कि प्रदेश के आदिम जाति कल्याण विभाग को केंद्र की ओर से करोड़ो रूपए का आवंटन दिया जाता है लेकिन यहां का विभाग भ्रष्टाचार को बढ़ावा देेने में लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि विभाग की ज्वाइंट डायरेक्टर ने 151 छात्रों को फर्जी तरीके से इंजीनियरिंग की पढ़ाई अव्वल बताते हुए वाहवाही लूटने का काम किया था। कांगे्रस के पदाधिकारियों ने विधानसभा चुनाव में हार के लिए कांगे्रस के बड़े नेताओं को जिम्मेदार माना। पदाधिकारियों ने कहा कि यदि कई विधायकों की टिकट काट दी जाती और कुछ नेता अपने पुत्रों का मोह छोड़ देते तो प्रदेश में कांगे्रस की सरकार बन जाती।
महिला कांगे्रस की एक नेत्री कल्पना पटेल ने आंगनबाड़ी और मितानिनों का मानदेय बढ़ाने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हाल फिलहाल विधवाओं को जो पेंशन दे दी है, वह बेहद कम है। युवक कांगे्रस के अध्यक्ष उत्तम वासुदेव ने युवाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की मांग की। कांगे्रस के मीडिया प्रभाग ने प्रत्येक जिले में मंथन शिविर की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि सेवा दल के सदस्यों ने राहुल से कहा कि प्रत्येक कांगे्रस कार्यकर्ता को प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
ओडिशा से अपहृत छात्राएं रायपुर में मिलीं
29 January 2014
रायपुर। 10 दिन पहले ओडिशा के कालाहांडी से अपहृत दो स्कूली छात्राएं पुलिस को राजधानी के मुर्राभट्ठी और खमतराई के आरवीएच कॉलोनी में मिलीं। पूछताछ में बता चला है कि आरवीएच कॉलोनी की ही एक महिला उन्हें यहां ले आई थी, उसने एक लड़की को मुर्राभट्ठी में एक व्यक्ति को सौंप दिया था और दूसरी लड़की को कहीं बेचने की तैयारी कर रही थी। क्राइम ब्रांच ने दोनों छात्राओं को ओडिशा पुलिस को सौंप दिया है।
पुलिस के अनुसार भवानीपट्टनम ओडिशा की रहने वाली 15 व 16 साल की दो स्कूली छात्राएं 15 जनवरी को कालाहांडी मेला देखने आई थीं। वहां से 16 जनवरी को ट्रेन बैठकर रायपुर आई गई। पुलिस ने बताया कि दोनों को आरवीएच कॉलोनी निवासी सीमा सोना रायपुर लेकर आई। उसने एक छात्रा को मुर्राभट्ठी निवासी विनायक ठाकुर को सौंप दिया था। पुलिस ने बताया कि सीमा ने खुद को ब्यूटी पार्लर संचालिका बताया है, लेकिन उसका पार्लर कहीं नहीं है। वहीं विनायक चाय ठेला चलता है। मोहल्ले वालों को सीमा की गतिविधियों को लेकर संदेह था। उन्होंने कई बार पुलिस में इसकी शिकायत भी की है। पुलिस ने बताया कि सीमा के पास रहने वाली एक छात्रा ने उसके मोबाइल से अपने घर वालों को फोन कर दिया। परिजनों ने इसकी सूचना भवानीपट्टनम पुलिस को दी। पुलिस ने मोबाइल का नंबर व लोकेशन सर्च किया तो वह रायपुर के गुढि़यारी इलाके का निकला।
भवानीपट्टनम पुलिस रायपुर आई और यहां क्राइम ब्रांच की मदद लेकर क्राइम ब्रांच ने सीमा के घर दबिश दी और एक छात्रा को बरामद कर लिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर सीमा ने पुलिस को बताया कि दूसरी लड़की परिचित के विनायक के घर है। पुलिस ने विनायक के घर दबिश दी और दूसरी लड़की को बरामद कर लिया। ओडिशा पुलिस चारों को ले गई।
बेचने की तैयारी
एक छात्रा ने पुलिस को बयान दिया है कि सीमा उसे नौकरी के नाम पर बाहर भेजने की बात कह रही थी, लेकिन उसकी बातों से लग रहा था कि वह उसे बेचने वाली है। छात्रा के बयान के आधार पर पुलिस ने सीमा और विनायक को हिरासत में ले लिया है।
*****
जिनके यहां से छात्राएं मिलीं, उस महिला और युवक को ओडिशा पुलिस साथ ले गई है। हम लोगों ने छात्राओं से पूछताछ नहीं की है। वहां अपहरण का जुम दर्ज है। -संजय सिंह, क्राइम ब्रांच प्रभारी
भिलाई में दिनदहाड़े महिला की हत्या
29 January 2014
भिलाई। दीनदयालपुरम खुर्सीपार में मंगलवार को गला रेतकर एक महिला की हत्या कर दी गई। हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। घर में सामान भी बिखरा हुआ मिला है। अंदेशा है कि किसी परिचित ने ही यह हत्या की है और वारदात में एक से अधिक लोग शामिल थे। खुर्सीपार पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
खुर्सीपार पुलिस ने बताया कि दीनदयालपुरम निवासी गुलाब पांडे की पत्नी सरोजा पांडे (40 वर्ष) घर पर अकेली थी। बेटी अंजली व आंचल, बेटा प्रांजल व प्रतीक स्कूल गए हुए थे। घर के ऊपर मकान का काम चल रहा था। इस दौरान अज्ञात आरोपियों ने गला रेतकर सरोजा पांडे की हत्या कर दी। दोपहर 2 बजे के करीब बेटा प्रांजल व प्रतीक स्कूल से घर पहुंचे।
इस दौरान एक आरोपी घर पर ही था। उसे भागते हुए छोटे बेटे प्रतीक ने देखा। प्रतीक की उम्र करीब 5 वर्ष है। इसके बाद बेटी आंचल जो कक्षा आठवीं की छात्रा है वह घर पर पहुंची तो भीतर कमरे में रक्तरंजीत स्थिति में मां सरोजा को जमीन पर पड़े देखा। उसी ने पड़ोस में रहने वाले लोगों को इसकी जानकारी दी और पुलिस को बुलाया।
बिखरा मिला सामान
सरोजा का शव घर में एक कमरे में पड़ा मिला। वहीं बरामदे व दूसरे कमरे में अलमारी खुली हुई थी। मृतका का पति गुलाब पांडे बलौदाबाजार में एक शराब दुकान में गद्दीदार का काम करता है।
परिचित है आरोपी
गुलाब पांडे का परिवार जिस मकान में है उसके ऊपर के हिस्से में निर्माण कार्य चल रहा है। मंगलवार को वहां मिस्त्री ललित व रेजा भैरी काम कर रहे थे। ललित ने बताया कि 12.30 बजे के करीब जब वह नीचे उतरा था तो देखा सरोजा किसी युवक से बात कर रही थी। युवक काली शर्ट पहने हुआ था और महिला को चाय बनाने को कह रहा था। इससे पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी मृतका का परिचित था।
नक्सलियों के दम पर चुनाव लड़ना चाहता था बद्री
29 January 2014
रायपुर। शहरी नक्सली नेटवर्क से जुडे़ मामले में एसआईबी की गिरफ्त में आए नक्सलियों के नौवें मददगार बद्री गावंडे पिता मेघनाथ [45] को नक्सली कमांडर प्रभाकर और प्रसाद का खास माना जाता है। नक्सली कमांडरों के हर इशारे पर बद्री काम करता रहा है।
पूछताछ में बद्री ने स्वीकार किया है कि वह नक्सलियों के दम पर विधानसभा चुनाव जीतने की तमन्ना रखता था, लेकिन किसी राजनीतिक पार्टी से टिकट नहीं मिला, इसका उसे अफसोस है। अंताग़़ढ कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रह चुके बद्री गावंडे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट भी मांगा था, लेकिन कांग्रेसियों के विरोध के कारण नहीं मिला।
पुलिस का दावा है कि बद्री की गिरफ्तारी से शहरी नक्सली नेटवर्क से जु़़डे कई राज खुलने की संभावना है।
पुलिस मुख्यालय के जानकार सूत्रों का दावा है कि बद्री सरकारी व निजी ठेकेदारों पर नक्सलियों का भय दिखाकर उनसे ह
र माह लाखों रुपए वसूलकर नक्सली कमांडरों तक पहुंचाता था। उसके घर की तलाशी में बैंक खातों के अलावा कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। बैंक खातों में लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है।
अफसरों का दावा है कि बद्री की गिरफ्तारी से नक्सलियों को आर्थिक मदद पहुंचाने वाली सप्लाई लाइन प्रभावित हो गई है। बद्री के कनेक्शन पूर्व में गिरफ्तार धर्मेद्र चोप़़डा और नीरज चोप़़डा से भी जु़़डे हैं।
बाहरी एनजीओ से लिंक
पूछताछ में बद्री गावंडे ने बताया है कि उसने सामाजिक कार्यकर्ता नंदनी सुंदर और प्रभात पट्टावी को कांकेर प्रवास के दौरान नक्सली नेताओं से मिलवाया था। बद्री के लिंक कई बाहरी एनजीओ से भी जु़़डे होने का पता चला है। इन एनजीओ के तार नक्सलियों से जु़़डे होने का संदेह है। नक्सलियों के कहने पर रावघाट संघर्ष समिति बना कर बस्तर की लाइफ लाइन कही जाने वाली रावघाट परियोजना का विरोध करने की रणनीति बद्री ने बनाई थी और इसका वह लगातार विरोध करता आ रहा था। वह खुद समिति का संयोजक बन गया था। पुलिस का दावा है कि यह नक्सली लीडरों का बनाया गया संगठन है। बद्री पर यह भी आरोप है कि नक्सलियों के इलाज के लिए वह डॉक्टरों की व्यवस्था भी करता था।
बद्री का संबंध टटोल रहे: एडीजी
एडीजी इंटेलिजेंस मुकेश गुा का कहना है कि फिलहाल यह जानने की कोशिश की जा रही है कि बद्री का नक्सलियों से किस तरह का संबंध था, कितने सालों से वह नक्सलियों के इशारे पर काम कर रहा था, उसका किससे और किस पार्टी से संबंध है, इसकी जांच की जाएगी ।
सरकारी कार्य में अड़ंगा
पुलिस मुख्यालय के जानकार सूत्रों के अनुसार रावघाट संघर्ष समिति की आ़़ड में बद्री शासकीय निर्माण कार्यों में अ़़डंगा डालता था। ग्रामीणों का भ़़डकाकर, विरोध-प्रदर्शन कर पैसे भी वसूलता था। धर्मेद्र व नीरज चोप़़डा से उसके अच्छे संबंध हैं, उनके इशारे पर वह ठेकेदारों के खिलाफ मोर्चा खोलता था।
बद्री की निशानदेही पर ताडोकी स्थित उसके घर से नक्सली प्रचार-प्रसार सामग्री, बैनर, पोस्टर तथा हाथ से लिखे पंपलेट पुलिस ने बरामद किए हैं।।
कांग्रेसी नेता भी निकला नक्सलियों का मददगार
28 January 2014
रायपुर। भाजपा के बाद नक्सली मददगारों के तार कांग्रेस से भी पुख्ता तौर पर जुड़ गए हैं। एसआईबी ने अंतागढ़ के कांग्रेस नेता बद्री गावंडे को गिरफ्तार किया है।
विधानसभा चुनाव लड़ने की थी इच्छा: सोमवार को इसका खुलासा एडीजी इंटेलिजेंस मुकेश गुप्ता ने किया।
मूलत: ताडोकी गांव का रहने वाला बद्री गावंडे विधानसभा चुनाव लड़ने का इच्छुक था, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उसकी इच्छा अधूरी रह गई।
शहरी नेटवर्क से जुड़े लोगों की होगी गिरफ्तारी: एडीजी गुप्ता ने कहा है कि नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुडे़ अन्य लोगों की गिरफ्तारी आने वाले समय में की जाएगी।
बद्री गावंडे वही शख्स है जिसका नाम जेके लक्ष्मी सीमेंट कंपनी में आगजनी के मामले में वीरेंद्र कुर्रे के बयान में आया था। बद्री की इलाके में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान है।
कई नक्सली नेताओं से था संपर्क में: वह अंतागढ़ इलाके में काम करता रहा है और अपने आप को कांग्रेस का पूर्व जिला उपाध्यक्ष बताता है। एडीजी मुकेश गुप्ता का कहना है कि बद्री के कई नक्सली लीडरों से संपर्क है।।
दूसरे को बैठाकर पास कर ली रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा
28 January 2014
बिलासपुर। रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा में अपनी जगह दूसरे उम्मीदवार को परीक्षा में बैठाकर चयनित होने का मामला सामने आया है।
दस्तावेज की जांच से इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। आरआरबी ने आरोपी छात्र के खिलाफ तारबाहर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही उसे पुलिस के हवाले कर दिया है।
16 दिसंबर को थी परीक्षा: रेलवे भर्ती बोर्ड ने टेक्नीशियन सिग्नल समेत अन्य पदों के लिए उम्मीदवारों से आवेदन पत्र मंगाए थे। आवेदन पत्रों की स्क्रूटनी के बाद 16 दिसंबर 2013 को लिखित परीक्षा आयोजित की गई।
टेक्नीशिनय सिग्नल पद के लिए उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिले के तारीघाट निवासी रित्युंजय राज सिंह पिता श्यामसुंदर सिंह ने भी आवेदनपत्र जमा किया।
परीक्षा में कोई और बैठा: परीक्षा आवेदनपत्र में फोटो भी लगाई गई। लिखित परीक्षा में रित्युंजय की जगह अन्य छात्र शामिल हुआ। लेकिन सभी दस्तावेज में लिए जाने वाले अंगूठे का निशान अन्य छात्र का था, क्योंकि परीक्षा में रित्युंजय की जगह कोई और बैठा था।
हालिस कर ली सफलता: इस तरह से उसने किसी दूसरे प्रतियोगी को परीक्षा में बैठाकर सफलता हासिल कर ली। अब रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा चयनित आवेदकों के दस्तावेज का सत्यापन किया जा रहा है।
लिहाजा, छात्र रित्युंजय सिंह को भी बुलाया गया। सोमवार को वह गाजीपुर से प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराने पहुंचा। इस दौरान अफसरों ने उसके अंगूठे का निशान लेकर मिलान किया तो हैरत में पड़ गए।
अंगूठे का निशान दूसरा था: उसके द्वारा प्रस्तुत प्रमाणपत्रों में लिए गए अंगूठे का निशान दूसरा था। लिहाजा, अधिकारियों को संदेह हुआ और उससे कड़ाई से पूछताछ की गई।
अधिकारियों की पूछताछ से वह डर गया और सच्चाई बयां कर दी। उसकी बातों को सुनकर अधिकारी अचरज में पड़ गए। पूछताछ में पता चला कि वह परीक्षा में शामिल ही नहीं हुआ था।
तीन लाख रुपए लिए थे: उसकी जगह कोई दूसरा व्यक्ति परीक्षा में बैठा था। इसके एवज में उसने गाजीपुर के बबलू खान नाम के युवक से सौदा तय किया। बबलू ने परीक्षा पास कराने के लिए उससे तीन लाख रुपए लिए थे।
मामला सामने आने के बाद आरआरबी के अफसरों ने उसे तारबाहर पुलिस को सौंप दिया। तारबाहर पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ धोखाधड़ी व षड्यंत्र कर परीक्षा पास करने के आरोप में अपराध दर्ज कर लिया है।
वहीं आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर गिरोह के बबलू खान के बारे में जानकारी हासिल कर रही है।
रेलवे में नौकरी दिलाने सक्रिय है गिरोह: आरोपी छात्र रित्युंजय से पूछताछ में पता चला कि गाजीपुर निवासी बबलू खान स्थानीय नेता है। वह बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर गिरोह चलाता है।
परीक्षा पास कराने के लिए वह उम्मीदवारों से दो से पांच लाख रुपये तक वसूल करता है और उम्मीदवार की जगह किसी अन्य परीक्षार्थी को परीक्षा में बैठाकर परीक्षा में सफलता हासिल करा लेता है।
इस तरह से वह कई छात्रों से राशि वसूल कर चुका है।
पांच नक्सली गिरफ्तार
28 January 2014
रायपुर। सर्चिग के दौरान रविवार को पुलिस ने बीजापुर जिले के जंगल में घेरेबंदी कर चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से टिफिन बम समेत विस्फोटक बरामद किया है। इसी प्रकार जांगला के पास भी एक वारंटी नक्सली को दबोचा गया है।
बीजापुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि रविवार को मुख्यालय से सीआरपीएफ व जिला बल की संयुक्त पार्टी ग्राम मोसला, कैका व घूमरा की ओर सर्चिग पर निकली थी। इस दौरान जंगल में छिपे नक्सलियों ने ताब़़डतो़़ड फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाब में गोलीबारी की। करीब आधे घंटे तक चली गोलीबारी के बाद खुद को कमजोर प़़डता देख नक्सली भागने लगे। इस दौरान नक्सलियों बु़़डता गोंदे उर्फ विज्जा, निवासी जांगला, लखमू कु़ि़डयम निवासी उरसापारा, सन्नू लेकाम निवासी कैका, लक्ष्मण उईके निवासी कैका को गिरफ्तार किया गया। इनकी तलाशी लिए जाने पर पांच किलो वजनी टिफिन बम, डेटोनेटर, कैप, रेग्जीन साइड बैग, वर्दियां एवं नक्सल साहित्य बरामद किया गया।
पकडे़ गए नक्सलियों में मिलिशिया प्लाटून कमांडर व सदस्य शामिल हैं। सुकमा जिले के ता़़डमेटला में जवानों की हत्या के मामले में भी इनका संलिप्तता बताई गई है। एक अन्य घटना में थाना बासागु़़डा अंतर्गत ग्राम कोरागु़़डा में वारंटी नक्सली सेमला भीमा को पकड़ा गया है।।
मुझे नहीं, यह अलंकरण छॉलीवुड को: अनुज
27 January 2014
रायपुर। 'यह पद्मश्री अलंकरण मुझे नहीं, बल्कि संपूर्ण छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री [छॉलीवुड] को मिला है। यह छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री को पहचान देने वाले उन सभी फिल्म निर्देशकों, निर्माताओं, गीतकारों, संगीतकारों व प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से काम करने वाले सभी कलाकारों का सम्मान है। इसे मैं छत्तीसग़़ढ महतारी को समर्पित करता हूं।' यह बात छत्तीसग़़ढी फिल्म अभिनेता अनुज शर्मा ने कही।
देशभर के विभिन्न क्षेत्रों की 101 हस्तियों को पद्मश्री अलंकरण देने की घोषषणा हुई है। इसमें छत्तीसग़़ढ के फिल्म अभिनेता अनुज शर्मा का नाम भी शामिल है। जिस समय इस अलंकरण की घोषणा हुई, अनुज शर्मा बेंगलुरू में थे। वे वहां अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए हुए हैं। श्री शर्मा ने बताया कि उन्हें यह जानकारी गृह मंत्रालय से सुबह 11 बजे फोन पर दी गई।
मोर छइयां-भुइयां, झन भूलौ मां-बाप ल, मया देदे मया लेले, मया जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले अनुज न सिर्फ अभिनय कला, बल्कि गायन कला में भी निपुण हैं। वे अभी तक दो दर्जन से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं। वहीं उन्होंने करीब दर्जनभर छत्तीसग़़ढी गीतों को अपना स्वर दिया है। बहुत कम उम्र में पद्मश्री मिलने के सवाल पर उनका कहना है कि वे इसके लिए कभी उम्मीद नहीं लगाए थे। श्री शर्मा का कहना है कि वे कर्म करने पर यकीन करते हैं। फल की इच्छा नहीं किया करते। यह देखना ऊपर वालों का काम है।
107 साल से कोई नहीं आया थाने
27 January 2014
रायपुर। जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर गांव फूलझर देश के अन्य स्थानों से इसलिए अलग है कि यहां 107 साल से थाने में कोई भी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है। 1907 के बाद से इस गांव में ना मारपीट हुई और ना ही चोरी हुई। यहां की चौपाल ही थाना और न्याय का मंदिर है। यहां पंच-परमेश्वर ही फैसले कर विवाद सुलझा लेते हैं।
गांव के पटेल रामलाल [75] का कहना है कि उन्हें एक भी ऐसी घटना याद नहीं है, जिसमें कोई मामला थाने तक पहुंचा हो। वे युवा अवस्था से ही गांव के मुखिया हैं। उन्होंने बताया कि यहां भी विवाद होते हैं, लेकिन इनका निपटारा गांव की चौपाल पर कर लिया जाता है। पंच-परमेश्वर का फैसला सभी मानते हैं। यहां का हर जवान सिपाही है और उन पर ही गांव व यहां की बहू-बेटियों की सुरक्षा का दारोमदार है। यहां के थाने में रोजनामचे तो हैं, लेकिन आज तक गांव के एक भी व्यक्ति का नाम उनमें दर्ज नहीं है।
अवार्ड मिला
फूलझर को अपराधविहीन आदर्श गांव होने के लिए मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया है। जिला पुलिस के अधिकारियों ने ग्रामीणंों को सम्मानित किया था।
रतनलाल डांगी, एसपी ने कहा कि पूलझर एक आदर्श गांव है, जिसे अपराध शून्य होने की वजह से अवार्ड से नवाजा गया है। इससे अन्य गांवों के ग्रामीणों को भी सीख लेनी चाहिए।।
छत्तीसगढ़ की महिलाओं से यूपी में गैंगरेप
27 January 2014
रायपुर। छत्तीगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में एक नाबालिग समेत पांच महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पीडित महिलाएं जांजगीर चांपा और बलौदा बाजार जिले की निवासी हैं।
इन महिलाओं के साथ कथित सामूहिक बलात्कार उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के शाहबाद थानाक्षेत्र के एक ईंट भट्ठे पर हउआ। जहां वे काम करती थीं।
छत्तीगढ़ लौटने के बाद इन महिलाओं ने शुक्रवार रात मामले की रपट दर्ज कराई।
ईंट भट्ठा मजदूर
जाजंगीर-चांपा के पामगढ़ थाना के प्रभारी आरए छात्रे ने बताया कि पीडित महिलाएं अपने परिवार के साथ कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के शाहबाद में ईंट भट्ठे पर काम करने गई थीं।
थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिबक 20 जनवरी की रात जब सभी मजदूर ईंट भट्ठे के पास बनी झोपड़ी में सो रहे थे, उसी समय एक दर्जन से अधिक हथियार बंद गुंडे वहां पहुंचे।
उन्होंने पुरूषों के साथ मारपीट कर उनके पैसे लूट लिए और एक नाबालिग समेत पांच महिलाओं के साथ कथि सामूहिक बलात्कार किया।
पीडित महिलाओं का कहना है कि उन्होंने तत्काल इसकी सूचना ईंट भट्टे के मालिक और मुंशी को दी। उनकी सूचना पर पुलिस अगली सुबह वहां पहुंची भी लेकिन बिना कोई कार्रवाई वहां से लौट गई।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस संबंध में उत्तर प्रदेश के शाहबाद के थाना प्रभारी आरआर मिश्र से बात की तो उन्होंने कहा, "ऎसी किसी घटना की जानकारी हमें नहीं है। हां, मजदूरों के साथ मारपीट की खबर जरूर मिली थी।"
शुक्रवार रात मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने पीडित महिलाओं की चिकित्सकीय जांच कराई।
सरकारी संवेदनशीलता
जांजगीर-चांपा जिले के पुलिस अधीक्षक शेख आरिफ हुसैन ने बताया, "धारा 376, 2जी, 34 के तहत सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज करने के बाद एक तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। यह टीम उत्तर प्रदेश के रामपुर जाकर मामले की पड़ताल करेगी।"
इस घटना के सामने आने के बाद बंधुवा मुक्ति मोर्चा के संयोजक स्वामी अग्निवेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मजदूरों को देश के दूसरे राज्यों में बंधक बनाकर रखने और उनके साथ बलात्कार जैसी घटनाएं प्रकाश में आती रहती हैं। लेकिन राज्य सरकार इस मामले को लेकर संवेदनशीलता नहीं दिखाती है।
उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ से महिलाएं और पुरूष गरीबी के कारण दूसरे राज्यों में जाते हैं। पलायन जहां भी होता है, मजबूरी की अवस्था में उनका आर्थिक और दैहिक शोषण होता है। लेकिन राज्य सरकार इस पर ध्यान नहीं देती।"
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के रेजिडेंस कमिश्नर से हमने पलायन वाले मजदूरों को लेकर कानूनी प्रावधानों को सुनिश्चित करने के लिए कई बार अपील की। लेकिन राज्य सरकार की उदासीनता के कारण कभीकानून का पालन नहीं होता, यह पीड़ादायक है।
एटीएम बदल कर निकाल लिए 57 हजार रुपए
25 January 2014
रायपुर। महिला सहायक प्राध्यापक का एटीएम कार्ड बदलकर 57 हजार पए निकालने का मामला सामने आया है। महिला इस मामले की जांच के लिए पांच माह से चक्कर काट रही है।
देवरीखुर्द स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी प्रियंका माक़़डे सहायक प्राध्यापक हैं। उनके नाम पर एसबीआई बैंक की न्यू महारैली रोड दिल्ली में खाता है। वह बीते 28 अगस्त को कलेक्टोरेट स्थित एटीएम में रकम निकालने गई थी। कई बार एटीएम कार्ड डालने के बाद भी रकम नहीं निकली। लिहाजा, पीछे ख़़डे युवक मदद के बहाने उनसे एटीएम कार्ड ले लिया। इस दौरान पलक झपकते ही उसने कार्ड बदल दिए। साथ ही बताया कि उनका कार्ड लॉक हो गया है। महिला दूसरे दिन चेक से रकम निकालने बैंक पहुंची, तब पता चला कि उनके खाते से 57 हजार पए निकल गए हैं। उन्हें बताया गया कि यह रकम 2 बार एटीएम से निकाली गई है। इतना सुनते ही उन्हें माजरा समझ में आ गया। महिला सहायक प्राध्यापक इस घटना के बाद से मामले की शिकायत करने के लिए चक्कर काट रही है और रकम वापस दिलाने की मांग कर रही है। शुक्रवार को वह एसपी के जनदर्शन में पहुंच गई। एसपी बद्रीनारायण मीणा ने उन्हें कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
छत्तीसगढ़ क्लब में होती थी नक्सलियों की बड़े कारोबारियों से मुलाकात
25 January 2014
रायपुर। नक्सलियों के मददगार धर्मेद्र चोपड़ा और नीरज चोपड़ा ने एसआईबी की पूछताछ में खुलासा किया है कि छत्तीसगढ़ क्लब में नक्सलियों की प्रदेश के बड़े कारोबारियों से मुलाकात होती थी। नीको ग्रुप के आला अधिकारियों सहित कई बड़े कारोबारियों की मुलाकात होती थी और ये कारोबारी नक्सलियों को आर्थिक मदद भी करते थे। बताया जा रहा है कि भाजपा के कुछ बड़े नेताओं की भी छत्तीसगढ़ क्लब में नक्सली नेताओं से मुलाकात हुई है। इनमें अधिकांश नेता कांकेर से जुड़े हुए हैं। एसआईबी के डीआईजी दिपांशु काबरा ने माना कि पूछताछ में ऐसी बातें सामने आई हैं, इनमें कितनी सच्चाई है, उसकी जांच की जा रही है।
एसआईबी के सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ क्लब के सीसीटीवी फूटेज की पड़ताल में धर्मेद्र और नक्सलियों के कारोबारियों से मुलाकात का राज खुल सकता है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ क्लब में धर्मेद्र ने कई बार कांकेर के बड़े भाजपा नेताओं की मुलाकात भी नक्सली कमांडर और उनके अन्य प्रदेशों में रहने वाले समर्थकों से कराई है। इस बीच खबर यह भी है कि प्रदेश के एक मंत्री के पीए ने भाजपा के तेजतर्रार विधायक के साथ विदेश यात्रा की थी। बताया जा रहा है कि दोनों 29 नवंबर से चार दिसंबर तक विदेश में थे।
छत्तीसगढ़ क्लब के सचिव मनोज पिंगुआ ने बताया कि क्लब में बिना सदस्यता वाला कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता है। क्लब में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। प्रदेश के कुछ बड़े कारोबारी सदस्य हैं। अगर नक्सलियों के साथ बैठक की बात है, तो यह गंभीर मामला है।
धान खरीदी में फर्जीवाड़ा की आशंका
25 January 2014
बिलासपुर. मार्कफेड के डीएमओ ने कलेक्टर को एक ऐसा पत्र लिखा है जिसने पूरे सहकारिता महकमे में खलबली मचा दी है। पत्र में सोसायटियों में की जा रही धान खरीदी को लेकर न केवल संदेह जताया गया है बल्कि फर्जीवाड़े की ओर इशारा भी किया गया है। पत्र के साथ 14 खरीदी केंद्रों में पिछले साल और इस साल की खरीदी की सूची भी अटैच है।
नया साल शुरू होते ही धान खरीदी में अचानक तेजी आ गई है। रोज औसत 25 से 27 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो रही है। खरीदी का टारगेट पूरा होने में कोई संदेह नहीं है लेकिन इसी बीच मार्कफेड के डीएमओ एपी त्रिपाठी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर हड़कंप मचा दिया है।
उन्होंने पत्र में स्पष्ट रूप से कहा कि कृषि विभाग के मुताबिक इस बार धान की पैदावार कम हुई है बावजूद इसके खरीदी केंद्रों में पिछले साल की कुल खरीदी से ज्यादा खरीदी की जा चुकी है। इससे धान खरीदी में संदेह उत्पन्न होता है। 21 जनवरी तक 14 केंद्रों में हुई खरीदी की सूची पत्र के साथ अटैच कर उन्होंने इस संबंध में आदेश देने का आग्रह किया है। पत्र (क्र.2309) में उन्होंने फर्जीवाड़ा की ओर इशारा किया है लेकिन सरकारी पत्र की गरिमा और भाषा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इसे स्पष्ट नहीं किया है।
पत्र से लगता है कि उन्हें संदेह नहीं बल्कि पूरा यकीन है कि खरीदी केंद्रों में धान के नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। हालांकि यह बात उन्होंने लिखी नहीं है। सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर ने पत्र को गंभीरता से लिया है और जल्दी ही इसे लेकर वे अपनी राय स्पष्ट कर सकते हैं। इधर इस पत्र की प्रतिलिपि मिलने के बाद सहकारिता महकमे में खलबली मच गई है। सहकारी बैंक के अलावा खरीदी केंद्रों में इस पत्र को लेकर चर्चा हो रही है।
अटकलों का बाजार तब तक गर्म रहेगा जब तक कलेक्टर इस पत्र को लेकर अपनी राय स्पष्ट न कर दें। सहकारिता से जुड़े अधिकारी द्वारा धान खरीदी में आशंका जताने वाला यह पहला पत्र है। इससे पहले किसी भी अधिकारी ने ऐसा पत्र कलेक्टर को नहीं लिखा है।
32.64 क्विंटल की खरीदी
इधर जिले में धान खरीदी अपने चरम पर है। 38 लाख क्विंटल धान खरीदने का टारगेट है। 88040 किसानों से 24 जनवरी तक 32 लाख 64 हजार 994 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। सबसे ज्यादा करीब 15 लाख क्विंटल मोटा धान की खरीदी की गई है जबकि 13 लाख क्विंटल पतला तो पौने पांच लाख क्विंटल सरना धान की खरीदी हुई है।
इन केंद्रों में जताया संदेह
केंद्र 2012-13 में कुल खरीदी 2013-14 में खरीदी
खम्हरिया 12359.60 12622.40
रतनपुर 15742.80 16098.80
तखतपुर 25689.80 26408.20
ढनढन 40813.60 41583.20
नगोई 20934.40 22339.20
सेंदरी 29757.06 31334.20
पुरैना 18996.80 20678.80
जरौंधा 30292.80 32974.40
पोड़ी 25026.60 27948.40
लालपुर 50785.20 54033.40
देवरी 19571.20 24520.80
कुआं 30386.40 35807.80
भर्कुरा नवागांव 15241.20 21566
गिरधौना-पंचबहरा 49738.80 61610
कुल 385336.26 429523.60 (मात्रा क्विंटल में)
सरकारी धन व हथियारों से फैल रहा लाल आतंक
24 January 2014
रायपुर। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के पूर्व प्रवक्ता गुड्सा उसेंडी से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक सप्ताह में अभनपुर, भानुप्रतापपुर और रायपुर से आठ लोगों को धरदबोचा। अभनपुर और भानुप्रतापपुर से गिरफ्तार किए गए माओवादी समर्थकों से भारी मात्रा में एके-47 की गोलियां, जिलेटिन छड़ें, डेटोनेटर और इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किया। बरामद गोलियां सरकारी हैं, क्योंकि ये गोलियां पुलिस और सशस्त्रबलों को ही मिलती हैं।
वहीं, रायपुर से गिरफ्तार किए गए दो बिचौलियों ने यह खुलासा किया कि किस तरह खनन ठेकेदारों और सरकारी काम करने वाले ठेकेदारों से सुविधा शुल्क लेकर लाल आतंक मजबूत हो रहा है। मतलब साफ है कि माओवादी सरकारी पैसे और सरकारी हथियारों का इस्तेमाल ही खून-खराबे के लिए कर रहे हैं।
अधिकतर हथियार सरकारी : सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार नक्सलबाड़ी आंदोलन के शुरूआती दिनों से ही संगठन हथियारों के लिए लूट पर निर्भर रहा है। पहले जमींदारों से लूटे हथियार। फिर सुरक्षाबलों से हथियार लूटकर पार्टी ने अपनी आर्मरी को मजबूत किया। वर्ष 2007 में तत्कालीन पुलिस प्रमुख विश्वरंजन ने स्वीकार किया था कि माओवादियों की सबसे प्रचलित राइफल एके-47 पुलिस से लूटी हुई है। यही नहीं, एलएमजी और रॉकेट लॉन्चर जैसे हथियार भी लूट के जरिए उन तक पहुंचे हैं।
गोलियां बड़ी चुनौती : खुफिया सूत्रों का कहना है कि माओवादियों ने उन्नत किस्म के हथियार तो खूब इकट्ठे कर लिए हैं, लेकिन उनके सामने असल चुनौती गोलियों की है। भारत में विभिन्न राइफलों और मशीनगनों में इस्तेमाल होने वाली गोलियां सरकारी हथियार फैक्ट्रियों में ही बनती हैं, उनको देसी तरीके से नहीं बनाया जा सकता। इसी कारण वे लूटकर, सेंध लगाकर या अन्य तरीके से गोलियां एकत्र करते हैं।
खुद का रिसर्च एंड डेवलपमेंट विंग : हथियारों की कमी पूरी करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए माओवादियों खुद की रिसर्च एंड डेवलपमेंट विंग खड़ी कर ली है। 6-7 साल पहले इस विंग ने भोपाल और ओडिसा के राउरकेला में रॉकेट लॉन्चर और रॉकेट बनाने का कारखाना डालने की योजना बनाई थी, लेकिन योजना लीक हो गई। अब वे लॉजिस्टीक कमांड के जरिए हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं। बस्तर में इसकी कमान प्रभाकर नाम के माओवादी कमांडर के हाथ है।
अन्य प्रदेशों में पकड़ा जा चुका है नेटवर्क : वर्ष 2011 उत्तरप्रदेश एसटीएफ ने 26वीं वाहिनी पीएसी (प्रोविंसियल आम्र्स कांस्टेबुलरी) के एक आर्मरर (शस्त्रागार प्रभारी) को गोरखपुर से और प्रदेश पुलिस के एक आर्मरर को बस्ती पुलिसलाइन से गिरफ्तार कर सरकारी गोलियों को माओवादियों तक पहुंचाने वाले गिरोह का खुलासा किया था। ये लोग गोलियों के रिकॉर्ड में हेरफेर कर उन्हें बेच देते थे। बिहार और झारखंड से भी ऎसे मामले सामने आ चुके हैं।
झीरम घाटी हमले में भी इस्तेमाल हुई थीं सरकारी गोलियां
झीरम घाटी में गत वर्ष 25 मई को हुए सबसे बड़े माओवादी हमले में भी सरकारी गोलियों का इस्तेमाल हुआ था। कॉर्टेज के खोखे पर मिले मार्क के आधार पर सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट अश्विन झा ने स्वीकार किया था कि यह आयुध फैक्ट्री वरणगांव (भुसावल, महाराष्ट्र) में बनी थीं। इनकी आपूर्ति केवल अर्द्धसैनिक बलों और प्रदेश पुलिस इकाइयों को ही की जाती हैं।
स्वीकार चुकी एनआईए
अगस्त 2012 में एनआईए ने कोलकाता की अदालत में माना था कि माओवादियों ने अबुझमाड़ में हथियार फैक्ट्री लगा ली है और तीन साल में वे लगभग पांच करोड़ के रॉकेट लॉन्चर व अन्य हथियार बना चुके हैं।
सरकारी खजाने की हालत खराब,कम्पनियां अरबों दबाए बैठीं
24 January 2014
रायपुर। सरकारी खजाना खाली है, लेकिन दूसरी ओर बड़ी-बड़ी कम्पनियां टैक्स के अरबों रूपए दबाए बैठी हैं। जरूरतें पूरी करने के लिए सरकार को अनुपूरक बजट पास कराना पड़ रहा है। हालत यह है कि वाणिज्यिक कर विभाग ने प्रदेशभर के रजिस्टर्ड डीलर्स और कम्पनियों से कुल 9000 करोड़ रूपए राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा है। जिसमें से अभी तक 5831 करोड़ रूपए राजस्व प्राप्त हुआ है। प्रदेशभर में 70 हजार रजिस्टर्ड डीलर्स हैं, जिनमें टैक्स का बड़ा हिस्सा अरबों रूपए टर्नओवर वाली कुछ बड़ी कम्पनियों से ही आता है। लेकिन सरकार ने वैट में छूट दे दी और इनका टर्नओवर बढ़ गया, तब भी यही कम्पनियां पैसा दबाए बैठी हैं।
सरकार ने लक्ष्य ही घटाया
सत्र 2013-14 के लिए सरकार ने 9671 करोड़ रूपए राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा था।
जिसे बाद में घटाकर 9000 करोड़ रूपए कर दिया गया। इसके बाद भी हालत ठीक नहीं है। आधी जनवरी गुजरने तक 5831 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है, लेकिन 3340 करोड़ रूपए वसूलना बाकी है।
जिंदल भी पीछे
जिंदल स्टील रायगढ़ से पिछले वर्ष प्रदेश सरकार को प्राप्त 66.22 करोड़ रूपए की तुलना में इस वर्ष 54.61 करोड़ रूपए का राजस्व मिला। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 11.61 करोड़ यानी 17.53 फीसदी आय में कमी दर्ज की गई है।
अंबुजा सीमेंट भी इसी राह पर
अंबुजा सीमेंट रायपुर से पिछले वर्ष 47.62 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष में 42.36 करोड़ ही आय हुई। मतलब 5.25 करोड़ रूपए कम टैक्स मिला है।
पेट्रोलियम और लघु वनोपज संघ से प्रॉफिट : एक तरफ बड़ी कम्पनियों से कम राजस्व प्राप्त हुआ है। वहीं पेट्रोलियम, राज्य सरकार के लघु वनोपज संघ और एसईसीएल बिलासपुर से सरकार को लाभ हुआ है। पेट्रोलियम उत्पादों पर 313 करोड़ रूपए की राजस्व वृद्धि हुई है। लघु वनोपज संघ ने पिछले वर्ष की तुलना में 20.44 करोड़ रूपए अधिक का राजस्व जमा किया, वहीं एसईसीएल ने भी राज्य सरकार को 16 करोड़ का लाभ दिया है।
कर वसूली
9000 करोड़ रूपए का लक्ष्य
5831 करोड़ अब तक वसूले गए
3340 करोड़ का टैक्स बकाया कम्पनियों पर
31 मार्च तक टारगेट पूरा करना है विभाग को
70 हजार रजिस्टर्ड डीलर्स और कम्पनियां प्रदेशभर में
ऎसे घटा/बढ़ा राजस्व
कम्पनी पिछले वर्ष इस वर्ष कमी/वृद्धि
बीएसपी एवं बीएसओ 474.17 करोड़ 413.48 करोड़ 60.69 करोड़ (कमी)
जिंदल स्टील 66.22 करोड़ 54.61करोड़ 11.61 करोड़ (कमी)
एनएमडीसी 76.40 करोड़ 69.22 करोड़ 7.18 करोड़ (कमी)
पेट्रोलियम 1255.28 करोड़ 1565.93 करोड़ 313.65 करोड़ (वृद्घि)
लघु वनोपज संघ 28.75 करोड़ 49.19 करोड़ 20.44 करोड़ (वृद्घि)
एसईसीएल 425.96 करोड़ 413.48 करोड़ 16.52 करोड़ (वृद्घि)
अंबुजा सीमेंट 47.62 करोड़ 42.36 करोड़ 5.25 करोड़ (कमी)
(नोट- आंकड़े 13 जनवरी 2014 को वाणिज्यिक कर विभाग में हुई तृतीय त्रैमासिक बैठक में प्रस्तुत किए गए हैं। आंकड़े व विवरण वाणिज्यिक कर मंत्री अमर अग्रवाल को भी पेश किए गए।)
बीएसपी पर 60 करोड़ बकाया
एशिया की सबसे बड़ी स्टील कम्पनी बीएसपी भिलाई से पिछले वर्ष 474.17 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष में 413.48 करोड़ रूपए की आय प्राप्त हुई है। एनएमडीसी की बात करें तो पिछले वर्ष 76.40 करोड़ रूपए विभाग के खाते में गया था, लेकिन जारी वित्तीय वर्ष में 69.22 करोड़ रूपए की आय प्राप्त हुई है। इस वर्ष 7.18 करोड़ रूपए कम राजस्व प्राप्त हुआ।
60 दिन में 40 फीसदी वसूली मुश्किल
विभाग 31 मार्च तक की वसूली के लिए रणनीति तैयार करने में जुटा हुआ है। उसने 60 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है, लेकिन बाकी वसूली करने में हालत खराब हो गई है। टैक्स वसूली की धीमी रफ्तार को लेकर पिछले दिनों वाणिज्यिक कर विभाग के अवर मुख्य सचिव डी.एस. मिश्रा अधिकारियों को लताड़ चुके हैं।
सरकार ने वैट भी घटाया
प्रोडक्ट पहले अब
स्टील बार, स्ट्रक्चर 14 5
मार्बल एवं ग्रेनाइट 14 5
मिनरल वॉटर 14 5
एस्बेस्टस शीट 14 5
बिटुमिन इमल्शन 14 5
एलडीओ 25 14
मंत्री का गोलमोल जवाब
हो सकता है जितना उत्पादन हो, कम्पनियों का मुनाफा उतना न बढ़ा हो। फिर भी जरूरत पड़ी तो राजस्व जमा न करने वाली कम्पनियों पर कार्रवाई करेंगे।
अमर अग्रवाल, वाणिज्यिक कर मंत्री
बंगला गृहमंत्री का, कब्जा पूर्व कृषि मंत्री का
24 January 2014
रायपुर। प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को बंगला तो आवंटित हो गया है, लेकिन हकीकत यह है कि वे बंगले में नहीं रह पा रहे हैं। दरअसल जो बंगला उन्हें आवंटित किया गया है, उसे भाजपा के वरिष नेता एवं पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने अब तक खाली नहीं किया है।
पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद शासन ने गृहमंत्री को शंकर नगर स्थित बंगला क्रमांक बी 5/10 आवंटित किया था। पैकरा इस बंगले में जल्द से जल्द शिफ्ट हो जाना चाहते थे, लेकिन मंत्रिमंडल के गठन के एक माह बाद भी उनकी यह तमन्ना अधूरी रह गई है।
विधायक कॉलोनी में अब भी रहते हैं
जो बंगला उन्हें आवंटित किया गया है, वह व्यस्त जगह पर मौजूद होने की वजह से सुरक्षा कारणों से भी मुफीद माना गया है। पुलिस विभाग के अधिकारी उनके बंगले में शिफ्ट हो जाने के बाद सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने को तैयार हैं, लेकिन अभी भी वे विधायक कॉलोनी में ही रह रहे हैं।
खाली कर देंगे
किराए का मकान खोज रहा हूं। जैसे ही मिल जाएगा, पूजा-पाठ करके शिफ्ट हो जाऊंगा। जल्द ही खाली कर देंगे।
चंद्रशेखर साहू, पूर्व कृषि मंत्री
अब मैं क्या बोलूं...
अब मैं क्या बोलूं, समझ नहीं पा रहा हूं। उन्होंने बंगला खाली नहीं किया तो नहीं किया। बंगला खाली होते ही शिफ्ट हो जाऊंगा। अभी तो विधायक कॉलोनी में रहता हूं। कभी-कभी सरगुजा भी चला जाता हूं, आज सरगुजा में हूं।
रामसेवक पैकरा, गृहमंत्री
अब 'सेफ रायपुर' पेज पर कीजिए शिकायत, पुलिस करेगी कार्रवाई
23 January 2014
रायपुर। अगर कोई व्यक्ति ट्रैफिक नियम तोड़ रहा है, कहीं आवारा-असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग रहा है, कहीं छेड़खानी हो रही है, कहीं कोई अवैध कारोबार चल रहा है और वे सभी गैरकानूनी काम जिन पर राह चलते आपकी नजर पड़ती है, तो उन्हें अनदेखा न करें।
24 घंटे ऑनलाइन रहेगा
अपने एड्राइड मोबाइल से संभव हो तो उसकी तस्वीर लें, वीडियो बनाएं और भेज दीजिए अपनी फेसबुक आईडी से 'सेफ रायपुर' पेज पर। यह पेज कम्प्यूटर साइंस स्टूडेंट शुभम साहू ने तैयार किया है, रायपुर पुलिस साइबर के माध्यम से 24 घंटे ऑनलाइन रहेगा।
26 जनवरी को लांच होगा पेज
यह पेज 26 जनवरी से लांच होने जा रहा है, यानी अब आपकी एक सूचना अपराध को रोक सकती है। चार आईटी एक्सपर्ट का एक ग्रुप 'छत्तीसगढ़ इंफोसेक सोसाइटी' नामक एनजीओ संचालित करता है। यह सालभर से साइबर क्राइम पर काम कर रहा है।
सेकेंड ईयर के छात्र हैं शुभम
इसी ग्रुप के एक सदस्य शुभम साहू, जो एक निजी कॉलेज में कंप्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर के स्टूडेंट हैं, ने एक फेसबुक पेज तैयार किया है। इसमें कोई भी व्यक्ति कभी भी शिकायत, सूचना और जानकारी भेज सकता है। नईदुनिया से बातचीत में शुभम साहू ने बताया कि काफी दिनों से यह प्लान उसके दिमाग में था। उन्होंने जब इस संबंध में आईजी जीपी सिंग से संपर्क किया और उनसे आइडिया शेयर किया तो उन्हें पसंद आया।
कई बार की सीआईडी की मदद
उसके बाद मैंने पेज पर काम शुरू कर दिया। 'सेफ रायपुर' पेज बनकर तैयार है। फेसबुक यूजर्स इसे 26 जनवरी से सर्च कर सकेंगे। गौरतलब है कि स्टूडेंट का यह ग्रुप कई साइबर क्राइम को हल करने में छत्तीसगढ़ सीआईडी की भी मदद कर चुका है।
हर तीसरे व्यक्ति के पास एंड्राइड फोन
आज औसतन हर तीसरे व्यक्ति के पास एंड्राइड फोन है और सभी फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस विभाग मान रहा है कि हर घटनास्थल पर पुलिस मौजूद रहे, मुमकिन नहीं। लेकिन लोग तो रहते हैं। वे उस घटना के संबंध में जानकारी फेसबुक के माध्यम से दे सकते हैं, इससे पुलिसिंग भी स्ट्रांग होगी। क्योंकि जनता का सरोकार भी जरूरी है।
गोपनीय रखी जाएगी पहचान
अगर आपको भय है कि आप जिस व्यक्ति के संबंध में शिकायत कर रहे हैं, सूचना दे रहे हैं, वह आपको परेशान कर सकता है, नुकसान पहुंचा सकता है तो चिंता करने की बात नहीं है। क्योंकि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाए गी। इसकी जानकारी सिर्फ आईजी रायपुर और 'सेफ रायपुर' आईडी ऑपरेटर को ही होगी।
भाजपा विधायकों के खिलाफ याचिका
23 January 2014
बिलासपुर। बुधवार का दिन हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर करने का रहा। सत्ताधारी दल के विधायकों के खिलाफ कांग्रेस के पराजित प्रत्याशियों ने याचिका दायर कर निर्वाचन को शून्य घोषित करने की मांग की है। कांग्रेस के उम्मीदवारों ने सत्ताधारी दल के विधायकों को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है।
बुधवार को बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की पराजित उम्मीदवार वाणी राव, बेलतरा के भुवनेश्वर यादव, कवर्धा के मोहम्मद अकबर,रायगढ़ के डॉ. शक्राजीत नायक ने हाईकोर्ट में चुनाव याचिका पेश की है। याचिकाकर्ता वाणी राव ने अपने याचिका में कहा कि भाजपा उम्मीदवार अमर अग्रवाल के समर्थकों ने मतदाताओं को पर्ची बांटते समय बंद लिफाफे उनको बांटा। शहर विधानसभा क्षेत्र में तकरीबन 2 लाख 20 हजार वोटर हैं। लिहाजा इतने लोगों को बंद लिफाफे में पर्ची बांटने का खर्च ही 15 लाख रुपये हो जाता है। इसके लिए भाजपा द्वारा चुनाव के दौरान सौंपी गई स्टार कैंपेनरों की सूची सौंपते हुए कहा कि इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू का नाम शामिल नहीं था। वे प्रचार करने यहां आए थे। उनके आने-जाने का पूरा खर्च अग्रवाल के चुनावी खर्च में जोड़ा जाए। वाणी राव ने शहर विधानसभा क्षेत्र में फर्जी वोटरों की संख्या का भी उल्लेख किया है। 25 हजार ऐसे मतदाताओं के नाम को शामिल किया है जो यहां के निवासी नहीं है। साथ ही जिन मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में शामिल किया गया था उनको वोट डालने भी नहीं दिया गया है।
कांग्रेस के अन्य याचिकाकर्ताओं ने भी चुनावी खर्च के अलावा शासकीय मशीनरी का दुरुपयोग करने और मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए भाजपा के विजयी उम्मीदवारों के निर्वाचन को शून्य घोषित करने की मांग की है।।
हेल्पलाइन से मनोरोगियों तक पहुंचेगी मदद
23 January 2014
रायपुर। सड़कों पर घूमने वाले विक्षिप्तों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने के आसार बनने लगे हैं। प्रशासनिक अनदेखी से अब तक नारकीय जिंदगी जी रहे मनोरोगियों को चिन्हांकित कर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। उनतक मदद पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग जल्दी ही एक हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा।
बुधवार को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एम के राउत ने बताया कि मनोरोगियों को चिन्हांकित कर भर्ती करना अकेले शासन के लिए मुश्किल है। सामाजिक संगठन, एनजीओ को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
इससे पहले हेल्पलाइन नंबर जारी होगा। इसके साथ एम्बुलेंस भी दिया जाएगा। इस नंबर पर लोग मनोरोगी के बारे में जानकारी दे सकेंगे। हेल्पलाइन पूरी तरह टोल फ्री होगी। प्रत्येक जिला कलक्टर को इस सेवा की जानकारी दी जाएगी।
इस तरह होगा कार्य
एक टीम गठित होगी। सूचना मिलने पर टीम बताए पते पर जाकर मौके से घुमंतू लोगों को एम्बुलेंस मेंं बिठाएगी। उन्हें नजदीक के अस्पताल ले जाकर जांचा जाएगा कि वह मनोरोगी है अथवा नहीं। मनोरोगी पाए जाने पर उन्हें मेंटल अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
संस्थाओं ने की व्यवस्था सुधारने की मांग
बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन सौंपकर उच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर मनोरोगियों के लिए बेहतर व्यवस्था की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में इंदरजीत छाबड़ा, राकेश चौबे, संजय सोलंकी आदि शामिल थे।
मनोरोगियों की पड़ताल कर उनका इलाज कराना सभी के सहयोग से ही संभव होगा। इसके लिए बहुत जल्द ही टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी होगा। जिसके जरिए ऎसे लोगों को समीप के अस्पताल में भर्ती कर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी। एमके राउत, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
बीहड़ों से नक्सल कमांडर मौज-मस्ती के लिए आते हैं राजधानी
22 January 2014
रायपुर। बस्तर में नक्सल मूवमेंट आपरेट करने वाले बड़े नक्सली नेता मौज मस्ती के लिए राजधानी आने लगे हैं। राजनीति से जुड़े प्रभावशाली लोग नक्सलियों के इलाज से लेकर उनके ऐशो-आराम तक का इंतजाम राजधानी में कर रहे हैं, खुफिया पुलिस की पड़ताल में इसका खुलासा हुआ है।
जीरम घाटी वारदात से चर्चा में आया नक्सल कमांडर रमन्ना और कांकेर जिले में आपरेट कर रहा नक्सल कमांडर प्रभाकर, दोनों ही कम से कम दो बार रायपुर आ चुके हैं, इसकी जानकारी भी पुलिस को मिली है। इन कमांडरों के अलावा और नक्सल नेताओं के रायपुर आने-जाने और ठहरने की व्यवस्था में नीरज और धर्मेंद्र चोपड़ा के साथ कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं।
विण्णुदेव साय बने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
22 January 2014
रायपुर। रायगढ़ सांसद विण्णुदेव साय को भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। श्री साय भाजपा के दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। इसके पहले भी वे भाजपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
दरअसल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रामसेवक पैकरा के गृहमंत्री बनने के बाद से पार्टी में नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश की जा रही थी।
आखिरकार पार्टी हाईकमान ने विण्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगाई। प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, रामविचार नेताम, ननकीराम कंवर दावेदार थे लेकिन पार्टी ने साय के नाम पर मुहर लगाई।
शिक्षण व चिकित्सा संस्थानों को सीधे भूखंड देगा एनआरडीए
22 January 2014
रायपुर। नया रायपुर में शिक्षण और चिकित्सा संस्थानों के लिए निश्चित मापदण्ड पूरा करने पर बिना निविदा के प्रिमियम दर पर सीधे भूखण्ड आवंटन किया जाएगा। नया रायपुर में आईआईएम और स्टेट गैरेज निर्माण को भी स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही नया रायपुर के गांवों में समन्वयक की नियुक्ति, शासकीय कर्मचारियों के लिए भूखण्ड उपलब्ध कराने और नया रायपुर के स्कूलों के लिए खेल सामग्री प्रदान करने का निर्णय नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) की बैठक में लिया गया। एनआरडीए की 27वीं बैठक मंगलवार को नया रायपुर स्थित मंत्रालय में हुई। बैठक में अनेक निर्माण और विकास कायोंü के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई।
बैठक में परियोजना में शामिल 12 गांवों में समन्वयक की नियुक्ति करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा नया रायपुर स्टेट गार्ड (एनईजी) के तहत नए 36 गार्डो की नियुक्ति करने को सहमति प्रदान की गई।
80 स्कूलों को खेल सामग्री
नया रायपुर में शामिल गांवों के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक 80 शालाओं में 25 -25 हजार रूपए तक की खेल सामग्री वितरित की जाएगी। पुनर्वास योजना के तहत राखी गांव के विस्थापितों को पहले ही मकान उपलब्ध कराए गए हैं जबकि बड़े परिवार वाले कुल 36 परिवारों को आवास निर्माण के लिए भूखण्ड एवं आवास निर्माण हेतु सहायता राशि उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। नया रायपुर में बीएसयूपी के तहत बने 888 मकानों के आवंटन की प्रçRया को जल्द पूरा करने का फैसला किया गया है।
200 एकड़ में आईआईएम की बिल्डिंग
संचालक मंडल ने शासकीय कर्मचारियों को भूखण्ड आवंटन के लिए सैद्धांतिक सहमति दी है। संचालक मंडल की बैठक में फैसला लिया गया कि 200 एकड़ में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के भवन का निर्माण डिपाजिट वर्क के अंतर्गत एनआरडीए द्वारा किया जाएगा।
इसके अलावा सेक्टर 7 के सामने छत्तीसगढ़ स्टेट गैरेज का निर्माण, सेक्टर 19 में राज्य निर्वाचन आयोग भवन का निर्माण, सेक्टर 24 में कार्यालय भवन का निर्माण, सेक्टर 21 में व्यावसायिक, वाणिज्यिक काम्पलेक्स और आवासीय परिसर के निर्माण के लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
नक्सली-पुलिस मुठभेड़ में तीन जवान घायल
21 January 2014
रायपुर। सुकमा जिले के करवेल जंगल में रविवार को सर्चिग के दौरान नक्सलियों की गोली से तीन जवान घायल हो गए। वहीं मौके पर पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार व नक्सली साहित्य बरामद किया है। घायल जवानों का मेकॉज में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक रविवार को भेज्जी कैंप से सीआरपीएफ कोबरा बटालियन 208 व 219 के जवान सर्चिग पर निकले थे। कैंप से करीब 25-30 किमी दूर करवेल गांव के पास जंगल में पहले से एंबुश लगाए नक्सलियों ने हमला कर दिया। इससे जवान शारदा प्रसाद पिता कौशल कुमार [29], ललन कुमार पिता वेंकेटेश्वर [29] तथा शिंताशु पिता महादेव घोष [33] घायल हो गए। उनके पैर में गोली व छर्रे लगे वहीं रास्ते में बिछाए बूबी ट्रेप [कील] से जख्मी हो गए हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सोमवार को मेकॉज भेजा गया। यहां एक्स-रे व अन्य जांच के बाद उन्हें बेहतर उपचार के लिए रायपुर रेफर कर दिया गया है।
चाइनीज ग्रेनेड बरामद
सुकमा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर मुठभे़़ड के बाद सर्चिग के दौरान मौके से पुलिस ने चाइनीज ग्रेनेड, डेटोनेटर बरामद किया है। इसके अलावा जंगल में नक्सलियों के एक 303 रायफल, एक 315 रायफल, एक बाराबोर बंदूक, एक भरमार बंदूक और ब़़डी मात्रा में नक्सली साहित्य, पोस्टर भी मिले।
उन्होंने बताया कि हमले पुलिस को भारी होता देख नक्सली पूरे हथियार और सामान नहीं ले जा पाए। अधिकारी के मुताबिक सर्चिग पर निकले अन्य सभी जवान सुरक्षित कैंप पहुंच हैं।
मुठभे़़ड में फिर एक ग्रामीण घायल
जगदलपुर [ब्यूरो]। पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के दौरान रविवार को फिर एक ग्रामीण घायल हो गया। ग्रामीण के पिंडली से गोली आर-पार हो गई है। डॉक्टरों ने उसे खतरे से बाहर बताया है।
बीजापुर जिले के नुकनपाल निवासी घायल तेलम कुमार पिता नागा [25] के मुताबिक रविवार की दोपहर वे गांव के मैदान में मवेशियों को बांध रहा था तभी वहां पुलिस और नक्सलियों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई और एक गोली उसके दाहिने पैर में पिंडली को चीरती निकल गई। गोली लगने के बाद वह वहीं लेट गया जबकि मवेशी भाग गए। करीब आधे घंटे के बाद पुलिस जवानों ने उसे उठाकर अपने कैंप ले गए।
बीजापुर में प्राथमिक उपचार के बाद एक जवान के साथ उसे हेलीकॉप्टर से सोमवार को मेकॉज भेजा गया। यहां चिकित्सकों को एक्स-रे रिपोर्ट में गोली नहीं मिली है और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही सुकमा जिला मुख्यालय में फायरिंग के दौरान एक स्कूली छात्र घायल हो गया था। बालक के भी पैर में ही गोली लगने के बाद बाहर निकल गई थी।
भाजपा नेताओं का माओवादियों से गठजोड़!
21 January 2014
रायपुर। रायपुर माओवादी समर्थक नीरज और धर्मेद्र चोपड़ा से पूछताछ में पुलिस को सनसनीखेज जानकारी मिली है। उनकी डायरी में भाजपा सांसद सोहन पोटाई, पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी, कांग्रेस विधायक मनोज मंडावी, आरएसएस के कुछ सक्रिय कार्यकर्ता और अन्य रसूखदार कारोबारियों के नाम हैं। पुलिस को इनके माओवादियों से सीधे संपर्क में होने का संदेह है। आला अफसरों ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में उनसे पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि बीते गुरूवार को माओवादियों के फंड मैनेजर भानुप्रतापपुर के नीरज चोपड़ा और उसके चाचा धर्मेन्द्र चोपड़ा को रायपुर में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
क्या है डायरी में
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आरोपी धमेन्द्र और नीरज के पास जनप्रतिनिधियों के पर्सनल मोबाइल नंबर मिले हैं। वे बिना किसी रोक-टोक जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करते थे। आरोपी नेताओं से किस काम से मुलाकात करते थे और उनसे किस तरह के रिश्ते थे, इसकी जांच की जा रही है। जनप्रतिनिधियों के साथ ही 22 अन्य रसूखदारों के नाम भी डायरी में मिले है। आरोपियों से रिश्ता रखने वालों में ठेकेदार, होटल कारोबारी, व्यापारी समेत सामाजिक संगठन और एनजीओ संचालकों के नाम भी मिले हैं। फिलहाल नामों को गुप्त रखा गया है और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस का कहना है कि पुख्ता सबूत मिलने पर उनसे पूछताछ की जाएगी।
शीर्ष माओवादियों से सीधा संपर्क
धर्मेन्द्र का माओवादी नेता प्रभाकर और प्रसाद समेत सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नेताओं से सीधा संबंध था। उनके इशारे पर वसूली होती थी और कारोबारी चढ़ावे की राशि सीधे खाते में जमा कराते थे। रायपुर में भानुप्रतापपुर और कांकेर में अपनी गतिविधियों को संचालित करने के लिए अड्डा बनाया था। फिलहाल आरोपी से मिली जानकारी के आधार पर भानुप्रतापपुर से हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है।
तीन अड्डों का सुराग मिला
मामले की जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को माओवादियों को मदद पहुंचाने वाले तीन अड्डों का सुराग भी मिला है। धमेन्द्र और नीरज कांकेर, भानुप्रतापपुर और रायपुर से कारोबार को संचालित करते थे। इन्हीं स्थानों से आर्थिक मदद और हथियारों की आपूर्ति की जाती थी। इसी डायरी से मिले सुराग के आधार पर भानुप्रतापपुर में हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है।
मदद का तगड़ा तंत्र
माओवादियों को आर्थिक मदद और हथियारों की सप्लाई करने के लिए नीरज और धमेंद्र ने पूरा तंत्र खड़ा कर रखा था। उनका सारा नेटवर्क रायपुर, भानुप्रतापपुर और कांकेर से चलाया जाता था। ज्ञात हो कि पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को गिरफ्तार किया था। उनके पकड़े जाने के बाद माओवादी के राजनीतिक और व्यापारिक गठजोड़ की लगातार परतें खुल रही हैं। बताते हैं, धमेंद्र को सांसद सोहन पोटाई की गाड़ी से भागते हुए गिरफ्तार किया गया था, तभी पुलिस का शक गहरा गया था। अब डायरी से इस बात की पुष्टि हुई कि उनके संपर्क रसूखदारों के साथ रहे हैं।
सरकार पर नजर रखेगा छाया मंत्रिमंडल
21 January 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने एक बड़ा फैसला करते हुए छाया मंत्रिमंडल गठित करने का निर्णय लिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने सोमवार को यहां पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि रमन सरकार ने हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार और गड़बडियों को संरक्षण देने का काम किया है, जिसके चलते छाया मंत्रिमंडल का गठन अनिवार्य हो गया है। उन्होंने बताया कि छाया मंत्रिमंडल जल्द ही अस्तित्व में आ जाएगा और पूरी मुस्तैदी के साथ काम करेगा।
विधायकों-पदाधिकारियों के साथ गठित होगी टीम : प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि छाया मंत्रिमंडल के गठन पर कुछ दिनों से विचार-विमर्श चल रहा था। कई दौर के मंथन के बाद ही यह सोच कायम हुई है कि छाया मंत्रिमंडल का गठन अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि छाया मंत्रिमंडल में विधायकों के साथ-साथ पदाधिकारियों की टीम शामिल रहेगी, जो प्रत्येक विभाग की गतिविधियों और गड़बडियों पर न केवल नजर रखेगी, बल्कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में काम करेगी। उन्होंने कहा कि अब जनता के सामने सरकार की छोटी-बड़ी सभी गलतियों का खुलासा होता रहेगा।
मंत्री और उसके विभाग पर रहेगी पैनी नजर : टीएस सिंहदेव
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में जिस तरह के हालात हैं, उसके बाद यहां के प्रत्येक कार्य पर न केवल सजगता और सतर्कता की जरूरत है, बल्कि पैनी निगरानी की भी आवश्यकता है।
कार्यकर्ताओं को निराश नहीं होने देंगे, संघर्ष जारी रहेगा
दोनों नेताओं ने माना कि विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता थोड़े हताश और निराश हो चले थे, लेकिन अब ऎसा नहीं होगा। नेताओं ने बताया कि किसान, बेरोजगार, महिलाओं व युवाओं के साथ-साथ आमजनता के असल मुद्दों पर कांग्रेस का संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
छाया मंत्रिमंडल की उपयोगिता
यह व्यवस्था क्यों चाहिए?
सरकार चला रही कैबिनेट पर अंकुश या नजर रखने के लिए।
सरकार में भ्रष्टाचार और अनियमितता रोकने के लिए।
विपक्ष में ऎसे नेता तैयार होंगे, जो सरकार चलाने योग्य रहेंगे।
योजनाओं को पुख्ता बनाने और कमियां दूर करने के लिए।
विपक्ष को ज्यादा जिम्मेदार-जवाबदेह बनाने के लिए।
यह व्यवस्था कैसे बनेगी?
विपक्ष को सरकार की निगरानी का संकल्प लेना होगा।
शैडो कैबिनेट के लिए कुछ आर्थिक व्यवस्था करनी पड़ेगी।
शैडो कैबिनेट के नियम-कायदे बनाने और सीखने पड़ेंगे।
बड़े राष्ट्रीय दलों को बेहतर काम से देश पर छा जाना होगा।
छाया मंत्रिमंडल के लिए लोगों को भी दबाव बनाना पड़ेगा।
क्या है छाया मंत्रिमण्डल
सरकार की परछाई। कहने को तो कुल मिलाकर यही अर्थ है, छाया मंत्रिमण्डल का। इसमें विपक्षी पार्टी या गठबन्धन, अपने नेता के नेतृत्व में सरकार के समानान्तर ही मंत्रालय और विभागों का दायित्व संभालते हैं। इसमें भी वास्तविक मंत्रिमण्डल की ही तरह सदस्यों को विभिन्न विभागों का मंत्री बनाया जाता है, मानो सरकार पर उन्हीं का नियंत्रण हो। हालांकि अधिकार और संवैधानिक वैधता को लेकर अभी इनके पास कुछ भी नहीं है। छाया मंत्रिमण्डल ब्रिटिश संसद की देन है और पहली बार यह अवधारणा वहीं लागू हुई। विपक्ष के सदस्यों को साथ लेकर शासन को बेहतर बनाने की पहल ही छाया मंत्रिमण्डल यानी शेडो केबिनेट की उत्पत्ति की मूल वजह मानी गई।
संभावित फायदे
प्रतिपक्ष के नजरिए से देखें तो छाया मंत्रिमण्डल की व्यवस्था एक जागरूक प्रतिपक्ष का निर्माण करती है। एक ऎसा प्रतिपक्ष जो सदन में मुद्दे असरदार ढंग से उठा सकता है और सदन में होने वाली बहस को ज्यादा उपयोगी कर सकता है। छाया मंत्रिमण्डल सरकार पर बहुत असरदार से ढंग से नियंत्रण रख सकता है, क्योंकि इस व्यवस्था में सरकार या शासन व्यवस्था की खामियों पर ज्यादा तर्कपूर्ण और तथ्यात्मक ढंग से उजागर करने का मौका मिलता है। यह व्यवस्था शासन को अनुभवी मंत्री देने में सहायक हो सकती है।
सांसद की गाड़ी में नक्सली मददगार, सीएम सख्त
20 January 2014
रायपुर। नक्सली मददगार धर्मेद्र चोपड़ा को सांसद सोहन पोटाई की गाड़ी से गिरफ्तार करने के मामले में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सख्त रख अपनाया है।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यपरिषद की बैठक में शामिल होने के बाद राजधानी पहुंचे मुख्यमंत्री ने रविवार को एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि सांसद और विधायक से नक्सलियों के मददगारों का संबंध होना गंभीर मामला है। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। नक्सली मददगारों के कॉल डिटेल की जानकारी पुलिस के पास है। उसके आधार पर पुलिस की जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस के आला अधिकारियों ने भाजपा नेताओं से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।
भाजपा कार्यकर्ता धर्मेंद्र चोप़़डा को शुक्रवार को एसआईबी और रायपुर पुलिस की टीम ने सांसद सोहन पोटाई की गा़़डी से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के वक्त धर्मेद्र चोप़़डा सांसद सोहन पोटाई को एयरपोर्ट छो़़डने जा रहे थे। बताया जा रहा है कि सोहन पोटाई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यपरिषद की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे थे। उस समय धर्मेद्र चोप़़डा को लेने के लिए उनकी गा़़डी एमएमआई अस्पताल भेजी गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सांसद की गा़़डी में धर्मेद्र के साथ सांसद के पीएस और गार्ड भी मौजूद थे। धर्मेद्र चोप़़डा भानुप्रतापपुर के वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता हैं। उनकी मां एमएमआई अस्पताल में दाखिल थीं।
स्थानीय नेताओं से तार
एसआईबी के आला अधिकारियों के अनुसार, धर्मेद्र की कॉल डिटेल में कई भाजपा नेताओं, पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक से संबंध का खुलासा हो रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मेद्र का पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी से अच्छा संबंध था। कई सार्वजनिक कार्यक्रम में भी वे साथ पाए गए हैं। इसके साथ ही भानुप्रतापपुर के विधायक और पूर्व गृह राज्यमंत्री मनोज मंडावी से धर्मेद्र की करीबी का खुलासा हुआ है।
लाल आतंक के मददगारों पर कसा शिकंजा
20 January 2014
रायपुर। शहरी नक्सली नेटवर्क से जुडे़ शहर के बडे़ कारोबारियों में शुमार नीरज चोपड़ा, धमर्ेंद्र चोपड़ा ने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं। पूछताछ में राजधानी के दस से अधिक तथा भानुप्रतापुर, कांकेर के करीब दर्जनभर कारोबारी, जनप्रतिनिधि, नेताओं और ठेकेदारों के नाम नक्सलियों के मददगार के रूप में सामने आए हैं। एसआईबी की टीम ने उन कारोबारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी की भनक लगते ही कई कारोबारी अंडरग्राउंड हो गए हैं। कुछ के नक्सलियों के साथ जंगल में पनाह लेने की खबर है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी संदेहियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है। इनके खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं, आने वाले समय में कभी भी इन लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है। समझा जा रहा है कि 25 अगस्त, 2013 को शंकरनगर इलाके से विस्फोटक सामान के साथ पक़़डे गए शहरी नक्सली नेटवर्क से जु़़डे कांकेर के ट्रांसपोर्टर बाबूलाल शर्मा और फंडमुंशी तारक कुंडू की गिरफ्तारी के समय ही पुलिस को इन कारोबारियों के नक्सली मददगार होने के इनपुट मिल गए थे, लेकिन पर्या सबूत न होने के कारण इन पर हाथ डाला नहीं जा सका था। अब जाकर पुलिस एक-एक करके सभी को गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि राजधानी समेत आसपास के अन्य जिलों में और कितने नक्सली मददगार और समर्थक है, इसकी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। गिरफ्तार कारोबारियों द्वारा राजधानी के दस और कांकेर, भानुप्रतापुर के 12 से 15 बताए गए मददगारों के नामों की तस्दीक कर यह जानने की कोशिश की गई कि वास्तव में ये लोग नक्सलियों के समर्थक बनकर उन्हें हर तरह की मदद करते आ रहे हैं या फिर नक्सल इलाके बगैर नक्सलियों के स्वीकृति के काम करने की कोई विवशता थी? जांच में यह साफ हो चुका है कि ये लोग नक्सली कमांडर प्रभाकर से हमेशा मिलते रहे है और उसके निर्देश का पालन कर जंगल में हर वह वस्तु उपलब्ध कराते थे, जो कानूनन सही नहीं है।
गिरफ्तार कारोबारियों के लिंक बस्तर इलाके के नक्सलियों से जु़़डे होने के खुलासे से पुलिस व आईबी की टीम पूरी तरह चौकन्नी हो गई है।
जांच में धूर नक्सल इलाके में भवन, स़़डक निर्माण, तेंदूपत्ता और दिगर व्यवसाय करने वाले ठेकेदार, कारोबारियों के संबंध नक्सली कमांडर और उनके खास मददगारों से निकले हैं। कॉल डिटेल खंगालने पर कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। अधिकांश कारोबारी राजधानी और आसपास के जिलों में निवास करते हैं। पुलिस अफसरों की मानें तो निर्माण कार्यों से जु़़डे सभी विभाग के अधिकारियों, वन अफसरों,भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के संबंध नक्सलियों से जु़़डे निकले हैं। पूछताछ और जांच में इसकी पुष्टि हो चुकी है।
ट्रांसपोर्टर ने भेजा था मौत का सामान
पुलिसिया पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि खमतराई इलाके के एक ट्रांसपोर्टर ने अपनी वाहन से कोलकाता से यहां आए तबाही का सामान कांकेर भिजवाया था। तीन साल पहले कोलकाता में एनआईए की गिरफ्त में आए दुर्ग जिले के दीपक परगनिया को मोहपाल ने कोलकाता जाकर हथियार के लिए पैसे दिए थे।
गौरतलब है कि दीपक की निशानदेही पर अप्रैल, 2011 में सरस्वतीनगर थाने के समीप एक ट्रांसपोर्ट गोदाम से भारी मात्रा में राकेट लॉचर बनाने के कलपुर्जे कोलकाता पुलिस ने यहां आकर जब्त किया था। मोहपाल ने पुलिस को जानकारी दी कि उसने नक्सली कमांडर प्रभाकर को कई बार आर्म्स की सप्लाई की है। सारे आर्म्स कोलकाता व उत्तर पूर्वी राज्यों खरीदे गए हैं। उसने प्रभाकर के कहने पर कांकेर व रायपुर के कारोबारी से हथियार खरीदने के लिए लाखों रुपए लेने की बात स्वीकार की है।
अब तक हुई गिरफ्तारी
अगस्त 2013-ट्रांसपोर्टर बाबूलाल शर्मा, फंडमुंशी तारक कुंडू, ग्राम बांदे के नरेवाही निवासी कटिया नरेटी और राजेन्द्र धुरवा विस्फोटक के साथ गिरफ्तार, चारों आरोपी जेल में है।
जनवरी 2014-मोहपाल उर्फ संतोष दूरवा, चेत्रराम दर्रो, बलीराम उसेंडी म़़डक़़डा, ब़़डे डोंगर कोडागांव निवासी फूल सिंह नाग और पूरो़़डी सिकसो़़ड निवासी सुखनाथ नरेटी तथा नीरज चोप़़डा और धमेंद्र चोप़़डा।।
उसेंडी से जानकारी लेना टेढ़ी खीर
20 January 2014
रायपुर. छत्तीसगढ़ में दर्जनों वारदातों का गुनाहगार शीर्ष नक्सल नेता गुडसा उसेंडी उर्फ सुखदेव से छत्तीसगढ़ पुलिस व केंद्रीय जांच एजेंसी कुछ भी जानकारी हासिल करने में नाकाम रही है। आंध्र पुलिस के सहयोग नहीं करने के चलते उसेंडी से पूछताछ संभव नहीं है। एनआईए भी झीरम कांड के मसले पर कोर्ट से उसेंडी को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
ज्ञात हो कि सात जनवरी को 15 लाख के इनामी नक्सली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता व सेंट्रल कमेटी के सदस्य गुडसा उसेंडी उर्फ गुमदावेल्ली वेंकटा कृष्णा प्रसाद ने अपनी बीमारी का हवाला देते एसआईबी आंध्र के समक्ष सरेंडर कर दिया था। 2006 में राजनांदगांव जिले के मानपुर में 29 जवानों समेत राजनांदगांव एसपी विनोद चौबे की हत्या एवं 25 मई 2013 में बस्तर के झीरम घाट में कांग्रेसी नेताओं समेत 27 लोगों की हत्या में भी उसेंडी की अहम भूमिका बताई जाती है।
उसेंडी के सरेंडर होने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस तथा एनआईए केंद्रीय जांच एजेंसी भी सक्रि य हो गई है। झीरम हमले की जांच एनआईए कर रही है। सप्ताह भर पहले एनआईए एवं पीएचक्यू रायपुर से टीम हैदराबाद पहुंची है। सूत्रों के अनुसार आंध्र पुलिस उनसे जांच में सहयोग नहीं कर रही है।
बताया गया है कि एनआईए की ओर से उसेंडी को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी देने की तैयारी की जा रही है। वहीं विधिक जानकारों के मुताबिक आंध्रप्रदेश सरकार के सरेंडर पॉलिसी के तहत समर्पित नक्सली को गिरफ्तार करने में काफी अ़़डचन हो सकती है।
बहरहाल केंद्रीय जांच दल समेत छत्तीसग़़ढ पुलिस के अफसर वहां डटे हुए हैं। इधर गुडसा ने डीजीपी प्रसाद राव को लिखित पत्र सौंपकर यह कहा कि उसने एसआईबी के समक्ष नक्सल गतिविधियों के सभी जानकारियों का खुलासा कर दिया है इसलिए उसे किसी अन्य जांच एजेंसी के हवाले न किया जाए।
तीन ड्रग्स तस्कर गिरफ्तार
18 January 2014
रायपुर। रायपुर पुलिस ने 49 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ तीन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया।
रायपुर जिले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक [अपराध शाखा] श्वेता सिन्हा ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस मामले में 50 वर्षीय मोहम्मद, 21 वर्षीय अंसारी और 28 वर्षीय नितिन को गिरफ्तार किया गया है। तीनों को कल शाम ओसीएम चौक उस समय गिरफ्तार किया गया, जब एक कार में सवार होकर वहां पहुंचे थे। तीनों महाराष्ट्र के नागपुर जिले के रहने वाले हैं।
तीनों नागपुर से ड्रग्स लेकर आए थे, जिसकी रायपुर के विभिन्न क्षेत्रों में बिक्री की जानी थी। एनडीपीएस एक्ट के तहत तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
नक्सली दंपति ने समर्पण किया
18 January 2014
नारायणपुर। नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में बृहस्पतिवार को एक नक्सली दंपति ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
नारायणुपर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा ने बताया कि मैड क्षेत्र के 30 वर्षीय विनोद उर्फ गंडराम यादव और उसकी 26 वर्षीय पत्नी जयमति ने अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों की गतिविधियों से परेशान होकर हथियार डालने का फैसला किया। विनोद भाकपा के स्थानीय ऑपरेशन दस्ते का स्वयंभू कमांडर है।
विनोद सन् 2000 से मैड क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों में शामिल रहा है। विनोद की पत्नी जयमति भी 2005 में माओवादी आंदोलन से जुड़ गई थी। उन्होंने बताया कि दोनों का राज्य सरकार की नीति के अनुसार पुनर्वास किया जाएगा।।।
छत्तीसगढ़ को नमो मय करने आ रही है मोदी की खास टीम
18 January 2014
रायपुर. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी की खास टीम जल्दी छत्तीसगढ़ पहुंचने वाली है। गुजरात से यह टीम पूरे प्रदेश को मोदी मय करने आ रही है। टीम में अनेक पढ़े-लिखे युवा हैं जो हैंडसम पैकेज पर हायर किए गए हैं। वे शहरों से लेकर सुदूर गांवों के खेत-खलिहान तक लोगों तक जाएंगे और मोदी का गुणगान करेंगे। इस तरह वे आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी के पक्ष में माहौल बनाएंगे।
युवाओं की इस टोली के पास करीब 200 कार्यक्रम हैं जिनमें एक है चाय ठेलों पर जाकर जाकर नरेंद्र मोदी के बारे में बताना और चाय वालों को बताना कि वे गौरवपूर्ण व्यवसाय कर रहे हैं। वे यह भी बताएंगे कि आप ही के साथ का एक आदमी अब देश का प्रधानमंत्री बनने वाला है। इसलिए अपनी बिरादरी के एक व्यक्ति को दिल्ली की गद्दी तक पहुंचाने में जुट जाएं। चाय गुमटियों पर मोदी के पोस्टर भी लगाए जाएंगे। बताया गया कि इस टीम में ऐसे युवा शामिल हैं जिनकी उम्र 30 साल तक है। वे अब तक कार्पोरेट कंपनियों में काम करते रहे हैं।
बैकफुट पर सीएम व उनके सिपहसालार
17 January 2014
रायपुर। सामने लोकसभा चुनाव है और आम आदमी पार्टी का खौफ भी, सो नए रायपुर में करोड़ों की लागत से बनने वाली मुख्यमंत्री की नई हवेली के प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी कर ली गई है। जी, हां.. यह सच है। प्रदेश की नई राजधानी में नया रायपुर विकास प्राधिकरण ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के रहने लिए 81 करोड़ों की लागत से सर्वसुविधायुक्त हवेली बनाने का जो प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा था फिलहाल उस पर विराम लगा दिया गया है। नया रायपुर विकास प्राधिकरण ने सेक्टर 18 में लगभग 12 एकड़ में मुख्यमंत्री के लिए बंगला बनाना निर्धारित किया था।
इसी सेक्टर में एक जगह लगभग 16 एकड़ में राजभवन को बनाया जाना भी तय किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री के महंगे बंगले को राजनीतिक दल जनता की गाढ़ी कमाई को लुटने वाला निरूपित करने लगे थे। ऎसे समय जबकि पूरे देश में आम आदमी पार्टी की राजनीतिक शुचिता का खौफ बरकरार है तब महंगी हवेली के प्रस्ताव को लेकर सवाल उठना लाजिमी था, सो पार्टी के रणनीतिकारों ने मुख्यमंत्री तक यह बात पहुंचाई कि यदि ठीक चुनाव के पहले वित्त ने प्रस्ताव मंजूर कर लिया तो बिलावजह की किरकिरी हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने दिल्ली प्रवास के पहले अधिकारियों को इस बात के निर्देश दिए कि वे पूरे मामले का रिव्यू कर ले। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नए बंगले का प्रस्ताव को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।
सादगी के ढोंग की खुली पोल : कांग्रेस
नई हवेली के प्रस्ताव राजनीतिक दलों का विरोध जारी है। राजनीतिक दलों ने नई हवेली को जनता की गाढ़ी कमाई को लुटने वाला माना है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भले ही भाजपा सादगी की बात करती है, लेकिन मुख्यमंत्री के लिए 81 करोड़ रूपए के बंगले के नए प्रस्ताव से यह साफ जाहिर कर दिया है कि सादगी की बात केवल ढोंग है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सामंती सोच रखने वाला मुखिया निरूपित करते हुए कहा कि नया रायपुर विकास प्राधिकरण जिस 12 एकड़ में नया सीएम हाउस बनाने की योजना बना रहा था, उतने बड़े क्षेत्र में गरीबों के लिए 400 वर्ग फीट के लगभग 1300 मकान बनाए जा सकते थे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यदि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल व अन्य एजेसियां मकान बनाने का काम करे तो मकानों की लागत भी चार साढ़े लाख से ज्यादा नहीं आती। कुल 1300 मकानों की कीमत भी 58.50 करोड़ के आसपास ही होती। उन्होंने सरकार को 81 करोड़ की लागत से इंदिरा आवास के निर्माण का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार 50 हजार की लागत से मकानों के निर्माण को अमलीजामा पहनाएगी तो भी प्रदेश में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए 16 हजार दो सौ मकान तैयार हो सकते हैं।
अचानक मुखर हुए कटारिया
नया रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देर शाम तक तो खामोश रहे, लेकिन जब मुख्यमंत्री ने पूरे मामले को रिव्यू करने को कहा तो उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि अभी सिर्फ प्रस्ताव भेजा गया है, यदि वित्त विभाग यह कहेगा कि सिर्फ पचास लाख में ही मुख्यमंत्री का बंगला तैयार किया जाना है तो प्राधिकरण इतनी लागत का ही बंगला बनाकर दे देगा। "पत्रिका" से चर्चा में कटारिया ने कहा कि सेक्टर 18 में केवल मुख्यमंत्री निवास ही नहीं बनेगा बल्कि यहां विधायकों के निवास और सुरक्षा के लिहाज से अन्य कालोनियां तैयार की जाएंगी। पूरे सेक्टर की लागत क्या होगी पूछे जाने पर कटारिया ने गोल-मोल सा जवाब दिया और कहा कि हर निर्माण कार्य का अलग-अलग एस्टीमेट होता है।
"नई हवेली किसानों के जख्म पर नमक"
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष दीपक साहू ने भी मुख्यमंत्री की नई हवेली के प्रस्ताव अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ऎसे समय जबकि प्रदेश के किसान धान के बोनस को लेकर तरस रहे हैं तब 81 करोड़ रूपए की लागत से नई हवेली तैयार करने की बात करना किसानों के जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार के मुखिया को कामकाज के लिहाज से नए आवास की आवश्यकता है तो वे उसे जरूर बनाएं लेकिन आवश्यकता से अधिक क्षेत्र में भव्य-आलीशान बंगले का निर्माण गरीब जनता के साथ मजाक ही साबित होगा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य एवं आदिवासी महासभा के अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने सरकार पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाया।
कत्लेआम की थी तैयारी, जखीरा जब्त
17 January 2014
रायपुर। पुलिस ने बुधवार को आतंक के जखीरे के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इन्हें माओवादी समर्थक बताया जा रहा है। आरोपियों में कांकेर जिले के मेटाबोदली गांव का सरपंच भी शामिल है।
इन्हें माओवादियों को हथियार सप्लाई करने वाला बताया गया है। रायपुर एसपी ओ.पी. पाल ने बुधवार शाम को माओवादियों के शहरी नेटवर्क का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि तीन माओवादी समर्थकों के मोटरसाइकिल पर रायपुर से अभनपुर की ओर जाने की सूचना मिली थी। नाकेबंदी करके तीनों को अभनपुर में पकड़ लिया गया। तलाशी में उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक व गोलियां जब्त की गई। आरोपियों से पांच मोबाइल भी मिले हैं। उनके कॉल डिटेल खंगालने में जुट गई है।
फिर शहरी नेटवर्क का सबूत
इन तीनों की गिरफ्तारी से फिर माओवादियों के शहरी नेटवर्क के पुख्ता सबूत मिल गए हैं। इससे पहले भी मार्च 2012 में माओवादियों के रॉकेट लॉन्चर का जखीरा पकड़ा गया था। वहीं, 2013 में दो व्यापारियों को माओवादियों को सामान सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
यह मिला
जिलेटिन की 20 छड़ें
डेटोनेटर 20
एके-47 की
223 बुलेट
इंसास की 50 बुलेट
थ्रीनॉटथ्री की
10 बुलेट
54 हजार
रूपए नकद
05 मोबाइल फोन
माओवादी साहित्य
निर्विरोध सरपंच चुना गया था
पुलिस के मुताबिक मेटाबोदली के पूर्व सरपंच को माओवादियों ने मार डाला था। उसके बाद बलीराम को निर्विरोध चुना गया था। तब से उसके माओवादी समर्थक होने की आशंका पुलिस को थी। उसके साथियों पर भी लम्बे समय से संदेह था।।
माओवाद ने रोका ब्लॉक-तहसील पुनर्गठन
17 January 2014
रायपुर। राज्य शासन ब्लॉक-तहसील के पुनर्गठन की तैयारी में है। इसके लिए बनाए गए आयोग के लिए बस्तर का अबुझमाड़ इलाका पहेली बन गया है। कारण माओवादियों के इस गढ़ का सरकारी रिकॉर्ड नहीं है। सरकार के पास केवल कागजी जानकारी है, पर हकीकत कुछ और है।
आजादी के 67 वर्ष बाद भी अबूझमाड़ की धरती सरकार के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है। यहां कितने गांव के पास मजरों और टोलों में कितनी जमीन है, इसका कोई रिकार्ड राजस्व विभाग के पास नहीं है। इसकी वजह से कई प्रशासनिक कार्य और क्षेत्र को विकसित करने की गति अब तक जोर नहीं पकड़ पाई है।
134 गांवों की पहचान हुई : ओरछा और नारायणपुर दोनों तहसीलों में 200 से अधिक गांव हैं। करीब 540 से अधिक मजरे और टोले हैं। इनमें से 134 गांवों की शासन ने पहचान की है। यहां की शासकीय और निजी जमीन का पता किसी के पास नहीं है। अन्य गांवों का चिन्हांकन अभी होना है।
सेटअप है पर काम नहीं
जिला बनने के पहले यहां प्रशासनिक अमला ही नहीं था। अब नारायणपुर में जिला प्रशासन काम करना शुरू किया है। ओरछा में सिर्फ तहसीलदार की सेवाएं मिल रही हैं। सेटअप में यहां तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खंड स्वास्थ्य अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी समेत तमाम पद हैं। थाने हैं लेकिन पुलिस नहीं। पद है लेकिन नियुक्ति के बाद यहां सेवा देने के लिए कोई तैयार नहीं है।
आगे क्या
अबुझमाड़ की गुत्थी सुलझाने, इसे माओवाद से मुक्त करने और अन्य लोगों की घुसपैठ को बंद करने के लिए अलग से व्यवस्था की जा सकती है। नारायणपुर जिला बनाया गया है। यहां से ओरछा तहसील के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में शासन की पैठ बनने की संभावना है।
आम आदमी को नुकसान
सरकारी और निजी जमीन का पता नहीं।
गांवों में पहुंच मार्ग का अभाव।
प्रशासनिक और पुलिस कार्रवाई में दिक्कतें।
थोड़ी बहुत पहुंच मार्ग भी बारिश में खराब।
ग्रामीण स्तर पर थमा हुआ है विकास
क्या रही व्यवस्थाएं
ब्रिटिश कालखंड में हुए भूमिबंदोबस्त के समय बस्तर के राजाओं ने इस क्षेत्र का बंदोबस्त कराने से मना कर दिया। खालसा भूमि मानकर इसकी पूरी व्यवस्था जनजातिय कबीलों को और परिवारों को दे दिया गया।
आजादी के बाद जमींदारी प्रथा समाप्त हुई। रजवाड़े खत्म हुए। वन भूमि पर सरकार का अधिकार हुआ। बंदोबस्ती कार्रवाई और वन विभाग की घुसपैठ की वजह से संघर्ष बढ़े। मध्यप्रदेश सरकार ने जीवित संग्रहालय घोषित कर दिया। यहां आम लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी।
छठवें दशक में शुरू हुआ नक्सलबाड़ी आंदोलन बंगाल से निकलकर बिहार और आंध्रप्रदेश पहुंचा। 80 के दशक में आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के इलाकों में केंद्रीय पुलिस बल और राज्य पुलिस का संयुक्त अभियान शुरू हुआ। दबाव बढ़ने पर माओवादी कॉडर आंध्र से निकलकर अबुझमाड़ वाले क्षेत्र में आ गए। जब तक सरकार गंभीरता से लेती तब तक वह अपना आधारक्षेत्र बना चुका था।
राज्य बनने के बाद यहां के भूमि बंदोबस्त की कोशिश की गई। सरकार के नुमाइंदे भीतर पहुंचे। लेकिन माओवादियों लोगों को भड़का दिया। इससे काम बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है।
बीजापुर में नक्सली गिरफ्तार