विश्व डाइजेस्ट  

नेपाल में विपक्ष ने की आम सहमति से नया राष्ट्रपति चुनने की मांग
30 November 2013
काठमांडू। नेपाल में विपक्षी पार्टियों ने संविधान सभा के लिये हुए चुनाव में मिले जनादेश पर विचार करते हुए राजनीतिक सहमति से नए राष्ट्रपति को चुने जाने की मांग की।
झाला नाथ खनाल के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने कहा कि नए राष्ट्रपति की नियुक्ति ताजा जनादेश के अनुसार होनी चाहिए। 19 नवंबर को हुए संविधान सभा के चुनाव में यह दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। पार्टी के सचिव शंकर पोखरेल ने कहा कि चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली नेपाली कांग्रेस [एनसी] को आम सहमति प्रस्ताव पेश करना चाहिए। इसमें सरकार, राष्ट्रपति और नए संविधान के प्रारूप सहित सभी मुद्दों को शामिल किया जाना चाहिए।
इस बीच एनसी के नेता प्रकाश शरण माहत ने कहा कि उनकी पार्टी नई सरकार और नए संविधान के प्रारूप को आम सहमति से बनाना चाहती है। राजशाही समर्थित राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी [आरपीपी] भी सीपीएन-यूएमएल के विचारों से सहमत है।

असलम के सेना प्रमुख न बनने से तालिबान खुश
30 November 2013
पेशावर। पाकिस्तान तालिबान ने लेफ्टिनेंट जनरल हारुन असलम के सेनाध्यक्ष न बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन ने कहा कि अगर उन्हें सेना प्रमुख बनाया जाता तो सरकार के साथ वार्ता संभव नहीं हो पाती। कनिष्ठों को पदोन्नति देने से नाराज असलम ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
असलम के इस्तीफे के बाद तालिबान ने कहा कि वे सरकार के साथ संभावित वार्ता को लेकर फिर विचार करेंगे। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना प्रमुख के चयन में बुद्धिमानी दिखाई।
असलम ने 2009 में स्वात घाटी से तालिबान के सफाए के लिए सैन्य अभियान चलाया था। अभियान के कारण टीटीपी के वर्तमान मुखिया मुल्ला फजलुल्ला को अफगानिस्तान भागना पड़ा था। उस समय वह स्वात में संगठन का मुखिया था। हाल में तालिबान के पूर्व सरगना हकीमुल्ला महसूद के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद तालिबान ने सरकार के साथ शांति वार्ता में शामिल होने से इन्कार कर दिया था।

अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में बच्चे की मौत की जांच कराएगा नाटो
30 November 2013
काबुल। अफगानिस्तान में अमेरिका नीत नाटो बलों ने गुरुवार को ड्रोन हमले में दो साल के बच्चे की मौत की जांच करने का फैसला किया है। इस घटना के बाद अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है।
अफगानिस्तान की 'लोया जिरगा' (कबायली प्रमुखों की परिषद) ने हाल ही में इस समझौते को मंजूरी दे दी थी, जिसके तहत 2014 के बाद भी कुछ अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान में रह सकेंगे। लेकिन, राष्ट्रपति हामिद करजई ने इस पर हस्ताक्षर के लिए कुछ शर्ते रखी हैं। तालिबान के खिलाफ चले युद्ध और अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप के 12 वर्षो के दौरान आम नागरिकों के मारे जाने का मामला काफी गंभीर और संवेदनशील रहा है। राष्ट्रपति हामिद करजई ने चेतावनी दी है कि हवाई हमले में बच्चे की मौत की घटना से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया है। नाटो गठबंधन सेना ने बच्चे की मौत की खबरों को स्वीकार कर लिया है। गुरुवार सुबह मानव रहित ड्रोन विमान ने गुरुवार को हेलमंद प्रांत के फकीरन गांव को निशाना बनाया था, जिसमें दो साल के एक बच्चे की मौत हो गई थी।

चीन ने नए वायु रक्षा क्षेत्र में भेजे लड़ाकू विमान
30 November 2013
बीजिंग। चीन ने अब अपने नए वायु रक्षा क्षेत्र में लड़ाकू विमान भेज दिए हैं। एकतरफा घोषित इस क्षेत्र को अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के विमानों ने चुनौती दी थी। चीन ने यह कदम रक्षात्मक उपायों के तहत उठाया है।
चीनी वायु सेना के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स के कई लड़ाकू और एक पूर्व चेतावनी विमान को भेजा गया है। ये विमान पूर्वी चीन सागर के वायु रक्षा क्षेत्र [एडीआइजे] में सामान्य रूप से गश्त कर रहे हैं। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, कर्नल शेन जिंक ने इस कदम को रक्षात्मक उपाय करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश की वायु सेना हाई एलर्ट रहेगी और हवाई खतरों से देश के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए मजबूती से उपाय करेगी। चीन ने हाल में ही अपने हवाई रक्षा क्षेत्र का विस्तार पूर्वी चीन सागर तक करने की घोषणा की थी। इसी क्षेत्र में वह विवादित द्वीप समूह भी स्थित है जिसे चीन में दियाओउ और जापान में सेनकाकू कहा जाता है। चीन ने इस घोषणा के साथ ही धमकी दी थी कि बिना पूर्व सूचना के अगर कोई विमान इस क्षेत्र में दाखिल होता है तो उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई हो सकती है। उसकी इस चेतावनी को चुनौती देते हुए गत मंगलवार को अमेरिका के दो बी-52 बमवर्षक विमानों ने उस क्षेत्र में उड़ान भरी थी। इसके दूसरे दिन जापान और दक्षिण कोरिया के सैन्य विमानों ने भी इसका उल्लंघन किया।
इस बीच चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता यांग युजून ने कहा कि यदि जापान इसी तरह के अपने वायु क्षेत्र को हटा लेता है तो चीन अपने नए क्षेत्र को रद करने पर विचार कर सकता है। चीनी प्रवक्ता का यह बयान जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी की ओर से इसे वापस लिए जाने की मांग पर पूछे गए सवाल पर आया है। उन्होंने कहा कि जापान 44 वर्ष पूर्व 1969 में इसी प्रकार का वायु रक्षा क्षेत्र स्थापित कर चुका है। इसलिए चीन के एडीआइजे पर टिप्पणी करने का उसे अधिकार नहीं है।

चीन को उम्मीद, सीमा विवाद उलझाने से परहेज करेगा भारत
30 November 2013
बीजिंग। चार साल पहले जताई गई तीव्र प्रतिक्रिया के विपरीत चीन ने शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर बहुत सधी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीन ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि भारत ऐसी कार्रवाइयों से परहेज करेगा जिनसे सीमा का सवाल जटिल हो जाए।
अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करने वाले इस पड़ोसी देश ने इस बारे में पूछे गए सवाल पर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की अच्छी रफ्तार और सीमा विवाद सुलझाने के लिए संयुक्त प्रयासों का उल्लेख किया।
उम्मीद करते हैं कि भारतीय पक्ष संपूर्ण आपसी हितों की रक्षा के लिए आधे रास्ते तक आकर मिल सकता है व ऐसी कार्रवाइयां करने से परहेज कर सकता है जिनसे सीमा का सवाल उलझ जाए। भारत सीमाई इलाके में शांति व सद्भाव के लिए हमारे साथ मिलकर काम कर सकता है और सीमा वार्ता के लिए स्थिति को ठोस बना सकता है।' मंत्रालय ने मुखर्जी के शुक्रवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय अरुणाचल प्रदेश दौरे पर एजेंसी की ओर से मांगी गई प्रतिक्रिया के लिखित जवाब में अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उसने आगे कहा है कि चीन और भारत के रिश्ते विकास की राह पर सही गति को बरकरार रखे हुए हैं। दोनों पक्ष उन रास्तों की तलाश कर रहे हैं जिनसे सीमा के सवाल को दोस्ताना बातचीत के जरिये विशेष प्रतिनिधियों के बैठक में हल कर लिया जाए। वर्ष 2009 में जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए थे तो चीन ने जितनी तीव्र प्रतिक्रिया जताई थी यह टिप्पणी उसके बिल्कुल उलट है। तब चीन ने कहा था कि वह भारतीय प्रधानमंत्री के उस 'विवादित क्षेत्र' के दौरे से 'बहुत परेशान' है। उसने दलाईलामा का दौरा हो या उत्तर पूर्वी भारतीय क्षेत्र के लिए एशियाई विकास दर बैंक द्वारा जल परियोजनाओं के लिए पैसे देने की बात हो चीन हमेशा विरोध करता रहा है।
इस बार मंत्रालय का जवाब बहुत शांत, विनम्र और संयमित है और इसमें विरोध से परहेज किया गया है।

एनएसए ने टोरंटो में की थी जी-20 सम्मेलन की जासूसी
30 November 2013
टोरंटो। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] द्वारा की गई जासूसी के संबंध में रोजाना कोई न कोई नई जानकारी सामने आ रही है। ताजा रहस्योद्घाटन के मुताबिक वर्ष 2010 में कनाडाई अधिकारियों ने जी-20 सम्मेलन के दौरान एनएसए को बड़े पैमाने पर जासूसी करने की इजाजत दी थी। इस सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई देशों के नेताओं ने शिरकत की थी। अमेरिकी गोपनीय निगरानी कार्यक्रम का खुलासा करने वाले सीआइए के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा सार्वजनिक किए गए दस्तावेज के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।
कनाडियन ब्राडकास्टिंग का‌र्प्स की रिपोर्ट के मुताबिक अत्यधिक गोपनीय की मुहर वाला दस्तावेज दर्शाता है कि अमेरिका ने जून, 2010 में एनएसए के छह दिवसीय जासूसी अभियान के दौरान ओटावा स्थित अपने ही दूतावास को सुरक्षा कमान चौकी में तब्दील कर दिया था जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, मनमोहन समेत 25 देशों के राष्ट्राध्यक्ष कनाडा में मौजूद थे। हालांकि दस्तावेज में इस बात का जिक्र नहीं है कि एनएसए और उसके कनाडाई सहयोगी ने खास तौर पर किसकी जासूसी की। रिपोर्ट के मुताबिक जी-20 सम्मेलन के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण मुद्दे थे जिससे एनएसए और कनाडा के हित जुड़े थे। दुनिया के तमाम देश उस समय 2008 की आर्थिक मंदी से निकलने के लिए संघर्षरत थे और इससे उबरने के लिए बैंकों पर वैश्विक कर समेत तमाम उपायों को लेकर नेता बहस रहे थे। हालांकि बैंकों पर वैश्रि्वक कर का अमेरिका और कनाडा दोनों ने विरोध किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी और कनाडाई खुफिया एजेंसी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष के साथ मिलकर वर्ष 2009 में लंदन में आयोजित जी-20 सम्मेलन के दौरान विदेशी राजनेताओं और राजनयिकों के फोन कॉल और ई-मेल की निगरानी की थी। स्नोडेन ने इससे पहले रहस्योद्घाटन किया था कि एनएसए ने अमेरिका के मित्र देशों जर्मनी और ब्राजील की भी जासूसी की थी, जिसके बाद वाशिंगटन और इन देशों के राजनयिक संबंधों में तनाव पैदा हो गया था। स्नोडेन ने फिलहाल रूस में शरण ले रखी है।

पाक में अमेरिका ड्रोन हमले में तीन आतंकी ढेर
30 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान आतंकियों के खिलाफ चल रहे अभियान में अमेरिकी ड्रोन हमले में तीन आतंकी मारे गए।
पाकिस्तान के अंगार काली गांव में मिरानशाह तहसील के पास हुए इस हमले में तीन आतंकी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

अमेरिका और तालिबान से झगड़ा नहीं चाहता पाक

पाकिस्तानी मीडिया से आई खबर में यह कहा गया है कि यह हमला उस समय हुआ जब तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रवक्ता खाइबर पखतुनखवा ड्रोन हमला रोकने के लिए नाटो को आपूर्ति रोकने की मांग कर रहे थे। इससे कुछ दिन पहले भी 21 नवंबर को अमेरिकी ड्रोन हमले में हंगू जिले में कम से कम छह लोग मारे गए थे।
यह हमला ऐसे समय हुआ जब पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश एवं राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने एक दिन पहले ही कहा था कि अमेरिका ने भरोसा दिलाया है कि वह पाकिस्तान पर अब ड्रोन हमला नहीं करेगा।

नेपाली कांग्रेस ने खारिज की संविधान संशोधन की मांग
30 November 2013
काठमांडू। नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल ने अंतरिम संविधान में संशोधन की माओवादियों की मांग को खारिज कर दिया है। माओवादी संविधान में संशोधन कर अगली सरकार बनाने के लिए सर्वसम्मति का प्रावधान शामिल करने की मांग कर रहे हैं। नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल का कहना है कि देश को कुछ राजनीतिक दलों के निहित स्वार्थो का बंधक नहीं बनाया जा सकता है।
नेपाली कांग्रेस के नेता बिमलेंद्र निधि ने कहा, 'संविधान में बहुमत और सर्वसम्मति पर आधारित सरकार बनाने का प्रावधान है। हम सर्वसम्मति पर आधारित राजनीति के प्रति वचनबद्ध हैं, लेकिन इसके लिए अंतरिम संविधान में संशोधन की जरूरत नहीं है।' सोमवार को यूसीपीएन-माओवादीकी केंद्रीय समिति की बैठक में मांग की गई थी कि अंतरिम संविधान में संशोधन कर इसमें सर्वसम्मति से सरकार बनाने वाले प्रावधान को शामिल किया जाए तभी माओवादी नए संविधान की निर्माण प्रक्रिया में शामिल होंगे। माओवादी नई संविधान सभा का बहिष्कार करने की धमकी दे रहे हैं। उनका आरोप है कि हाल ही में इसके लिए हुए चुनाव में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। इस चुनाव में माओवादियों को हार का सामना करना पड़ा है।ै।

इराक: 52 लोगों की गोली मारकर हत्या
30 November 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद में पिछले शुक्रवार को अपहरण किए गए 52 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इन लोगों के सिर और सीने में गोली मारी गई थी। इनके शव राजधानी बगदाद से 32 किलोमीटर उत्तर मेशाहदा शहर में फेंक दिए गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार सेना की वर्दी पहने कुछ लोग शुक्रवार सुबह इन लोगों को उनके घर से पूछताछ के बहाने उठाकर ले गए थे, लेकिन कुछ घंटे बार ही शहर के फार्महाउस के पास उनके शव बरामद किए गए। मारे गए लोगों में दो कबाइली नेता, चार पुलिसकर्मी और सेना का एक मेजर भी शामिल है।

अमेरिका ने रूसी दूतावास हमले की निंदा की
30 November 2013
वाशिंगटन। ओबामा प्रशासन ने सीरिया स्थित रूसी दूतावास पर गुरुवार को हुई गोलाबारी की निंदा की है और इसके साथ ही हमलावरों को सजा दिए जाने की मांग की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेनिफर साकी ने कहा, अमेरिका दमिश्क में गुरुवार को रूसी दूतावास परिसर को निशाना बनाकर की गई गोलाबारी की निंदा करता है और इसमें मारे गए लोगों एवं घायलों के प्रति चिंता प्रकट करता है।
साकी ने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सुरक्षित किसी व्यक्ति और संस्था पर हुए हमले की निंदा करते हैं।
अल-मयादीन टीवी के मुताबिक, तीन मोर्टार द्वारा दूतावास के नजदीक किए गए हमले में तीन आम नागरिकों की मौत हो गई, जबकि इसके परिसर में एक और हमला किया गया, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ। रूसी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी वक्तव्य के मुताबिक, इस हमले में किसी रूसी नागरिक के घायल होने की खबर नहीं है।

प्रचंड ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया
29 November 2013
काठमांडू। नेपाल के संविधान सभा चुनाव में बुरी तरह पराजित हुए माओवादियों समेत 14 दलों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। देश के शीर्ष माओवादी नेता पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के नेतृत्व में इन दलों ने गुरुवार को चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा और इसकी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। यूसीपीएन-माओवादी पार्टी के मुखिया प्रचंड ने कहा कि आम चुनाव में भारी अनियमितता बरती गई है जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
चुनाव आयोग से शिकायत के बाद प्रचंड ने कहा, हमने कहा कि इस मामले को हल्के में न लिया जाए। दो सीटों से चुनाव लड़ने वाले प्रचंड को काठमांडू सीट से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि दक्षिणी नेपाल के सिराहा सीट से महज 900 वोट से जीतने में कामयाब हुए थे। खुद प्रचंड की बेटी रेनू दहल को भी हार का मुंह देखना पड़ा। 240 सीटों पर हुए प्रत्यक्ष मतदान में प्रचंड की पार्टी को महज 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। दूसरी ओर, प्रत्यक्ष मतदान में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी नेपाली कांग्रेस आनुपातिक प्रणाली में भी बढ़त बनाए हुए है। अब तक हुई 94 लाख वोटों की गिनती में सुशील कुमार कोइराला के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस ने 24 लाख मत हासिल किए हैं, जबकि झालानाथ खनल की अगुआई वाली सीपीएन-यूएमएल को 22 लाख वोट मिले। प्रचंड की पार्टी को 14 लाख वोट मिले हैं। 19 नवंबर को 601 सदस्यीय संविधान सभा के लिए चुनाव कराए गए थे। इनमें 240 सीटों पर हुए प्रत्यक्ष मतदान में नेपाली कांग्रेस 105 सीटें जीत सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, वहीं सीपीएन-यूएमएल ने 91 सीटें हासिल की।
प्रचंड की पार्टी को महज 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। आनुपातिक प्रणाली के तहत 355 सीटों पर गिनती जारी है, जबकि 26 सदस्य सरकार द्वारा मनोनीत किए जाएंगे।

पाकिस्तान में बेटी को जन्म देने वाली 56 महिलाओं की हत्या
29 November 2013
लाहौर। पाकिस्तान ने दुनिया के सामने अपनी क्रूरता व असभ्य देश होने का एक और सुबूत पेश किया है। एक मानवाधिकार संगठन ने दावा किया है कि इस साल पाकिस्तान में बेटी को जन्म देने वाली 56 महिलाओं की हत्या कर दी गई। मानवाधिकार कार्यकर्ता और पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग के सदस्य आइए रहमान ने कहा कि एक ऐसा देश जहां बेटी को जन्म देने पर महिलाओं की हत्या कर दी जाती है, उसे सभ्य समाज नहीं कहा जा सकता।
आंकड़ों के अनुसार जनवरी, 2012 से सितंबर, 2013 तक महिलाओं पर तेजाब से हमले के 90 मामले सामने आए हैं, जबकि जलने के दूसरे तरीकों के 72 मामलों का पता चला है। इसी अवधि में घरेलू हिंसा के 491, सामूहिक दुष्कर्म के 344 और महिला हिंसा के 835 मामले दर्ज किए गए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 56 महिलाओं को सिर्फ इसलिए कत्ल कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने बेटे के बजाय बेटी को जन्म दिया था।
रहमान ने कहा कि पाकिस्तान में लड़कियों से दुष्कर्म किया जा रहा है और हम कुछ व्यावहारिक कदम उठाने के बजाय सिर्फ चिल्ला रहे हैं। उनका मानना है कि लड़के और लड़कियों को शिक्षा के मामले में बराबर का मौका देने के साथ ही गरीबों व अमीरों के लिए समान शिक्षा प्रणाली लाने से पाकिस्तान में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। हमें सिर्फ यह कहने में 62 साल लग गए कि शिक्षा हमारा मौलिक अधिकार है। सत्तारूढ़ पीएमएल-एन की सांसद हिना परवेज ने बताया कि जल्द ही पंजाब विधानसभा महिलाओं को परिजनों की हिंसा से बचाने वाला विधेयक पारित करने वाली है।

सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए पाकिस्तान के नए रक्षा मंत्री
29 November 2013
लाहौर। 35 लापता लोगों के मामले में पाकिस्तान के नवनियुक्त रक्षामंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। एक दिन पहले ही शीर्ष अदालत ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को मामले को लेकर ढुलमुल रवैया अपनाने के लिए अदालत में पेश होने को कहा था। दरअसल, रक्षा मंत्रालय का कामकाज शरीफ ही देख रहे थे। अदालत के आदेश से बचने के लिए बुधवार को मंत्रालय का प्रभार उन्होंने आसिफ को सौंप दिया।
मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान रक्षा मंत्री को गुरुवार को लापता लोगों को पेश करने या अदालत में पेश होने को कहा था। माना जा रहा है कि ये लापता लोग खुफिया एजेंसियों की हिरासत में हैं। उन्हें आतंकी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण हिरासत में रखा गया है। चौधरी ने कहा था कि सेना द्वारा 35 लोगों को हिरासत में रखने के संबंध में पर्याप्त सुबूत हैं इसलिए सेना उन्हें अदालत के समक्ष पेश करने के लिए बाध्य है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान आसिफ ने अदालत को भरोसा दिलाया कि हिरासत में लिए गए लोगों को जल्द ही पेश किया जाएगा।

चांद पर शलजम व तुलसी के पौधे उगाने की तैयारी
29 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा चांद पर वर्ष 2015 तक पौधे और सब्जियां जैसे शलजम और तुलसी उगाने की योजना बना रही है। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि पृथ्वी के इस उपग्रह पर मानव रह सकते हैं अथवा नहीं।
नासा ने बताया कि इस योजना पर लूनर प्लांट ग्रोथ हैबिटेट टीम ने काम शुरू कर दिया है। इसके लिए कॉफी कैन आकार के कप [स्टील ग्रोथ चेंबर] के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है। इसे वहां के जलवायु में मौजूद कठोर तत्वों से पौधों की रक्षा करने के अनुरूप डिजाइन किया जाएगा। इन्हें कैमरा, सेंसर और इलेक्ट्रानिक उपकरणों से युक्त किया जाएगा जिससे पौधों की पृथ्वी की तुलना में अच्छी या बुरी दशा का पता चल सकेगा। इस चेंबर को इस तरह विकसित किया जाएगा कि यह चांद पर अंतरिक्षयान में पांच से दस दिनों की अवधि में अंकुरण में सहायक हो। इस विशेष कप में शलजम और तुलसी के पौधों को उगाने की कोशिश होगी। इन्हें व्यावसायिक अंतरिक्ष यान से भेजा जाएगा।
चांद पर पहुंचने के बाद बीजों को अंकुरित होने के लिए इसमें खास तरीके से पानी डाला जाएगा। सील ग्रोथ चेंबर में पहले से ही इतनी हवा रहेगी जो इसके विकास के लिए पर्याप्त होगी। जबकि अंकुरण के लिए प्राकृतिक सूर्य की रोशनी का इस्तेमाल किया जाएगा। इनकी पांच से दस दिनों तक धरती से निगरानी की जाएगी। इन जानकारियों से इन सवालों को जानने में मदद मिल सकेगी कि क्या चांद पर इंसान रह और काम कर सकते हैं।

थाईलैंड में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय की बिजली काटी
29 November 2013
बैंकाक। प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनवात्रा के खिलाफ संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बावजूद थाईलैंड में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। शिनवात्रा के इस्तीफे की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री की अपील को न केवल ठुकरा दिया बल्कि पुलिस मुख्यालय की बिजली भी काट दी। मंत्रालयों और सरकारी कार्यालयों में रविवार से काबिज हजारों प्रदर्शनकारियों से मुकाबले के लिए प्रधानमंत्री आपातकाल लगाने पर विचार कर रही हैं।
इससे पहले पिछले पांच दिनों से जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच बृहस्पतिवार को शिनवात्रा के खिलाफ संसद में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। स्पीकर सोम्साक कियासूरनाट ने बताया कि यिंगलुक ने सदन में आसानी से विश्वास मत हासिल कर लिया। उनके पक्ष में 297 और विरोध में 134 सांसदों ने वोट दिए।
विश्वास मत जीतने के बाद टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में यिंगलुक ने कहा, मैं प्रदर्शनों को समाप्त करने और सरकारी कार्यालयों को खाली करने का आग्रह करती हूं। सरकार संघर्ष करना नहीं चाहती है। मैं समाधान खोजने के लिए हर किसी के साथ सहयोग को तैयार हैं। साथ ही उन्होंने अपने और सरकार पर लगे सभी आरोपों को खारिज किया।
संसद के निचले सदन में विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी जिस पर तीन दिनों तक चली बहस के बाद बृहस्पतिवार को मतदान हुआ। अपने प्रस्ताव में विपक्ष ने यिंगलुक और उनकी सरकार पर विवादास्पद चावल सब्सिडी योजना में गड़बड़ी सहित भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यिंगलुक के नेतृत्व वाली सरकार उनके भाई थाकसिन शिनवात्रा के हाथों की कठपुतली है। प्रदर्शनकारियों में एमनेस्टी विधेयक को लेकर खासा रोष है। इसके पारित होने से पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन की स्वनिर्वासन से वापसी का मार्ग भी प्रशस्त हो सकता है। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते 2006 में सेना ने तख्तापलट करते हुए थाकसिन को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया था।
मालूम हो राजधानी में रविवार से पूर्व सांसद सुथेप की अगुआई में प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने कई मंत्रालयों और सरकारी इमारतों पर कब्जा कर लिया है जिससे कामकाज ठप हो गया है।

श्रीलंका ने शुरू की गृहयुद्ध में मारे गए लोगों की गिनती
29 November 2013
कोलंबो। श्रीलंका ने 2009 में लिट्टे के खिलाफ युद्ध के अंतिम चरण में कथित मानवाधिकार उल्लंघन की जांच करने के अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुकते हुए गृह युद्ध के दौरान मारे गए लोगों की संख्या की गिनती के लिए छह माह का अभियान शुरू किया है।
गुरुवार से शुरू हुए इस अभियान में 16 हजार अधिकारी देशभर के करीब 14 हजार गांवों में घूमकर सूचनाएं जुटाएंगे। लोक प्रशासन मंत्रालय के सचिव पीबी अबेकुन ने कहा,' सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।
बहुत से लोग तथ्यों के साथ सामने आ रहे हैं।' चार साल पहले जातीय संघर्ष खत्म होने के बाद से श्रीलंका सरकार युद्ध में मारे गए 40 हजार नागरिकों की मौत की जवाबदेही की अंतरराष्ट्रीय मांग को नजरअंदाज करती रही है। समझा जाता है कि तीस साल तक चले इस युद्ध में एक लाख लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। गणना करने वाले दल के प्रमुख डीसी गुनावर्दना ने कहा, सूचनाएं एकत्रित करने के दौरान वर्ष 1982 के दौरान राजनीतिक व किसी भी तरह के संघर्ष को आंतरिक संघर्ष ही समझा जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने युद्ध के अंतिम चरण में 40 हजार लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है। इस बारे में पूछे जाने पर गनावर्दना ने कहा, अगर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ होता, तो यह गणना नहीं कराई जाती। हम स्पष्ट तस्वीर सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं। श्रीलंका सरकार ने कहा कि पिछले माह सैन्य अभियान में किसी भी नागरिक की मौत नहीं हुई थी। हाल में आयोजित राष्ट्रमंडल देशों के शासन प्रमुखों की बैठक में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस मामले में श्रीलंका को स्वतंत्र जांच आयोग गठित करने के लिए अगले साल मार्च तक का समय दिया था। उन्होंने कहा था कि ऐसा करने में विफल रहने पर वह संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग से मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग करेंगे।

ईरान ने आइएईए को परमाणु संयंत्र का दौरा करने के लिए बुलाया
29 November 2013
वियना। ईरान ने परमाणु संयंत्रों पर निगरानी रखने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी [आइएईए] को आठ दिसंबर को अराक स्थित परमाणु संयंत्र का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया है। आइएईए के प्रमुख युयिका अमानो की ओर से गुरुवार को यह जानकारी दी गई। अगस्त, 2011 के बाद यह पहला मौका है जब ईरान ने इस संयंत्र का दौरा करने के लिए आइएईए को आमंत्रित किया है।
अराक स्थित परमाणु संयंत्र में तैयार किया जा रहा रिएक्टर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय बना हुआ है क्योंकि उसे आशंका है कि ईरान यहां पर परमाणु हथियार बनाने लायक प्लूटोनियम तैयार कर सकता है। रविवार को विश्व के शक्तिशाली देशों और ईरान के बीच जेनेवा में हुए ऐतिहासिक समझौते के तहत ईरान इस रिएक्टर को छह महीने तक चालू नहीं करने पर सहमत हुआ है। इस दौरान वह रिएक्टर स्थल पर ईधन और भारी जल नहीं भेजने पर भी सहमत हुआ है। आइएईए का कहना है कि उसे 2006 से अराक संयंत्र के डिजाइन के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिली है।

बर्लुस्कोनी के बचाव में सामने आए उनके बच्चे
29 November 2013
रोम। इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी के बचाव में उनके बच्चे सामने आ गए हैं। कर मामले में जालसाजी में दोषी ठहराए जाने के बाद संसद से निष्कासन के कारण बर्लुस्कोनी के 20 साल के राजनीतिक करियर में धब्बा लग गया है।
सिल्वियो बर्लुस्कोनी की बड़ी बेटी मरीना और छोटे बेटे पीर सिल्वियो ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए बुधवार को एक प्रेस रिलीज जारी की। मरीन पारिवारिक कंपनी फिनिनवेस्ट की प्रमुख हैं, वहीं पीर अपने पिता की मीडिया कंपनी मीडियासेट के उपाध्यक्ष हैं।
47 वर्षीय मरीना ने अपने बयान में कहा, 'मेरे पिता जिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं, उस पर इस देश और लोकतंत्र को शर्म आनी चाहिए। मेरे पिता अब भले ही सांसद नहीं रहे, लेकिन इससे उनकी नेतृत्व क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। संसद से इस तरह निष्कासित किया जाना अपमान है, जो हमेशा हमारे परिवार के साथ जुड़ा रहेगा।' 44 वर्षीय पीर सिल्वियो ने बयान में कहा, 'मैं जानता हूं कि मेरे पिता क्या हैं। उन्होंने इतालवी व्यवसाय और देश के लिए क्या किया है।' तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके बर्लुस्कोनी संसद से निष्कासित किए जाने के बाद सीधे मिलान स्थित अपने घर के लिए रवाना हो गए। वह अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं। मरीना और पीर सिल्वियो बर्लुस्कोनी की पहली पत्नी के बच्चे हैं। दूसरी पत्नी से उनकी बेटी 29 वर्षीय बारबरा ने भी मीडिया में अपने गुस्से का इजहार किया है।

पाक में वरिष्ठता नजरंदाज किए जाने से खफा जनरल का इस्तीफा
29 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सैन्य प्रमुख की नियुक्ति के एक दिन बाद अपनी वरीयता को नजरअंदाज किए जाने से खफा सेना के लेफ्टिनेंट जनरल हारून असलम ने इस्तीफा दे दिया। सरकार ने बुधवार को ही उनके दो कनिष्ठ अधिकारियों में से एक को सेना प्रमुख और दूसरे को ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी [सीजेसीएससी] का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, लेफ्टिनेंट जनरल असलम ने अपना इस्तीफा रक्षा मंत्रालय को भेज दिया। वह निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी के विदाई समारोह में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शरीक नहीं हुए थे। कई हफ्तों की अटकलों के बाद गत बुधवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लेफ्टिनेंट जनरल रहील शरीफ को सेना प्रमुख और लेफ्टिनेंट जनरल राशिद महमूद को सीजेसीएससी के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया था।
असलम जनरल कियानी के बाद दूसरे नंबर के शीर्ष वरीयता वाले अधिकारी थे। उन्हें नजरअंदाज किए जाने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि वे जल्द ही इस्तीफा दे देंगे।

ब्रिटेन की सबसे शक्तिशाली एशियाई हस्ती बनीं मलाला
29 November 2013
लंदन। पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई को ब्रिटेन की सबसे प्रभावशाली एशियाई हस्ती के रूप में सम्मानित करते हुए प्रतिष्ठित जीजी-2 लीडरशिप एंड डाइवर्सिटी पुरस्कार से नवाजा गया।
लड़कियों की शिक्षा की पैरवी करने पर पिछले साल अक्टूबर में मलाला को तालिबान ने सिर में गोली मार दी थी। मलाला ने लेबर पार्टी के सांसद कीथ वाज को पीछे छोड़ते हुए जीजी-2 की प्रभावशाली हस्तियों की सूची में पहला स्थान बनाया।
इस सूची में एशिया मीडिया एंड मार्केटिंग ग्रुप का नाम भी शामिल है। इस साल की शुरुआत में नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित हुई मलाला को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 'जीजी-2 हैमर अवार्ड' मलाला और उनकी दो सहेलियों कायनात रियाज व शाजिया रमजान को प्रदान किया गया। उन्हें यह पुरस्कार पाकिस्तान में अपने गांव में तालिबान शासन के खिलाफ आवाज उठाने के लिए दिया गया।

सचिन की तारीफ पर तालिबान ने पाक मीडिया को धमकाया
28 November 2013
नई दिल्ली। खूंखार आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने पाकिस्तानी मीडिया को धमकी दी है कि वह सचिन तेंदुलकर की तारीफ करना बंद करे, क्योंकि वह भारतीय है। यह धमकी एक वीडियो के जरिये दी गई है। वीडियो संदेश में यह भी ताकीद की गई है कि पाकिस्तानी प्रेस अपनी क्रिकेट टीम और खासकर कप्तान मिस्बाह उल हक की आलोचना बंद की जाए।
वीडियो में तालिबान कमांडर एके-47 से लैस दो सुरक्षाकर्मियों के साथ बैठा दिखाई दे रहा है। साहिबदुल्ला शाहिद नाम के इस तालिबानी कमांडर ने यह तो माना है कि सचिन एक बेहतरीन क्रिकेटर है, लेकिन उसने यह भी समझाया है कि भारतीय होने के नाते पाकिस्तानी प्रेस को उसकी तारीफ नहीं करनी चाहिए। इस कमांडर ने यह भी माना कि इन दिनों मिस्बाह उल हक ठीक नहीं खेल रहा, लेकिन उसकी नजर में यह अच्छा नहीं कि उसकी आलोचना की जाए।
इस तालिबानी आतंकी के अनुसार, हम तीन हफ्ते से देख रहे हैं कि पाकिस्तान के अखबार और टीवी चैनल सचिन तेंदुलकर की वाहवाही करने में लगे हुए हैं। यह सब देखना काफी कष्टकारी है कि टीवी चैनलों में सचिन के फुटेज दिखाए जा रहे हैं और अखबारों में उसकी तारीफ में बड़े-बड़े लेख लिखे जा रहे हैं।
दूसरी ओर, यही पाकिस्तानी प्रेस अपनी क्रिकेट टीम के कप्तान की मजम्मत करने में लगी हुई है। साहिबदुल्ला शाहिद ने चेताते हुए कहा है कि हम प्रेस के इस रवैये की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आगे से यह सब नहीं किया जाएगा।
फेसबुक और तमाम अन्य साइट्स पर मौजूद तालिबान नेता का यह वीडियो सोशल साइट्स पर तीखी बहस का जरिया बन गया है। कुछ लोग इस पर चुटकी लेते यह कह रहे हैं कि अच्छा हो कि अब पाकिस्तान की क्रिकेट टीम तालिबान के लड़ाके ही चुनें तो कुछ इसे तालिबान की देशभक्ति बता रहे हैं। कुछ इस वीडियो को ही नकली बता रहे हैं।

नेपाली कांग्रेस ने खारिज की संविधान संशोधन की मांग
28 November 2013
काठमांडू। नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल ने अंतरिम संविधान में संशोधन की माओवादियों की मांग को खारिज कर दिया है। माओवादी संविधान में संशोधन कर अगली सरकार बनाने के लिए सर्वसम्मति का प्रावधान शामिल करने की मांग कर रहे हैं। नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल का कहना है कि देश को कुछ राजनीतिक दलों के निहित स्वार्थो का बंधक नहीं बनाया जा सकता है।
नेपाली कांग्रेस के नेता बिमलेंद्र निधि ने कहा, 'संविधान में बहुमत और सर्वसम्मति पर आधारित सरकार बनाने का प्रावधान है। हम सर्वसम्मति पर आधारित राजनीति के प्रति वचनबद्ध हैं, लेकिन इसके लिए अंतरिम संविधान में संशोधन की जरूरत नहीं है।' सोमवार को यूसीपीएन-माओवादीकी केंद्रीय समिति की बैठक में मांग की गई थी कि अंतरिम संविधान में संशोधन कर इसमें सर्वसम्मति से सरकार बनाने वाले प्रावधान को शामिल किया जाए तभी माओवादी नए संविधान की निर्माण प्रक्रिया में शामिल होंगे। माओवादी नई संविधान सभा का बहिष्कार करने की धमकी दे रहे हैं। उनका आरोप है कि हाल ही में इसके लिए हुए चुनाव में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। इस चुनाव में माओवादियों को हार का सामना करना पड़ा है।

लापता लोगों को पेश करें या खुद पेश हो शरीफ
28 November 2013
लाहौर। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 35 लापता लोगों को गुरुवार तक पेश करने या अदालत में स्वयं पेश होने का आदेश जारी किया है।
मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने बुधवार को सुनवाई के दौरान लापता लोगों को पेश करने में रक्षा अधिकारियों के नाकाम रहने के बाद यह आदेश जारी किया। माना जा रहा है कि ये लापता लोग खुफिया एजेंसियों की हिरासत में हैं। उन्हें आतंकी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण हिरासत में रखा गया है। अदालत ने इस संबंध में पहले रक्षा सचिव को समन जारी किया था।
अतिरिक्त महाधिवक्ता तारिक खोखर ने अदालत को बताया कि रक्षा सचिव को डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है इसलिए वह अदालत में पेश नहीं हो सके। उन्होंने लापता लोगों की खोज के लिए अधिकारियों को और समय दिए जाने की मांग की। तब पीठ ने पूछा रक्षा मंत्री कौन है? वकील ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री ही इस पद का कार्यभार संभाल रहे हैं।
चौधरी ने कहा कि सेना द्वारा 35 लोगों को हिरासत में रखने के संबंध में पर्याप्त सुबूत हैं इसलिए सेना उन्हें अदालत के समक्ष पेश करने के लिए बाध्य है। किसी अधिकारी के पास उन्हें गैरकानूनी तरीके से अपने पास रखने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग अब लापता नहीं हैं क्योंकि उनकी हिरासत का पता लग गया है। अतिरिक्त रक्षा सचिव ने जब उनको पेश करने के लिए और समय मांगा तो मुख्य न्यायाधीश ने कहा, हम यहां बैठे हैं जाओ और लापता लोगों को शाम तक लेकर आओ।
उन्होंने कहा कि सेना अघोषित लोगों को नजरबंद करके अपनी छवि खराब कर रही है। उन्होंने मामले की सुनवाई 28 नवंबर तक स्थगित करते हुए कहा कि लापता लोगों को पेश करो या रक्षा मंत्री को अदालत में पेश होने को कहो। चौधरी अगले महीने सेवानिवृत्त होंगे।

हेमराज की पत्नी का न्यायपालिका को धन्यवाद
28 November 2013
काठमांडू। लंबे समय से न्याय पाने का इंतजार कर रही नेपाली नौकर हेमराज की पत्नी ने भारतीय न्यायपालिका को धन्यवाद दिया है। 45 साल की खुम काला बंजादे ने पति हेमराज और आरुषि की हत्या में डॉ राजेश तलवार और उनकी पत्नी डॉ नूपुर तलवार को उम्रकैद की सजा मिलने पर कहा कि वह आज ऐसा म हसूस कर रही हैं जैसे एक बड़ी लड़ाई जीत ली हो।
हालांकि उन्हें दोषियों को मौत की सजा मिलने की उम्मीद थी लेकिन वह कोर्ट के इस फैसले से भी खुश है। खुम कहती हैं कि अब वह एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सकती हैं।

बांग्लादेश में हिंसा में मरने वालों की संख्या 16 हुई
28 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में आम चुनाव की घोषणा के बाद विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) द्वारा बुलाए गए 48 घंटे के बंद के दौरान हिंसा की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है। बुधवार को बंद के दूसरे दिन हुई हिसंक झड़पों में छह लोग मारे गए। वहीं चुनाव स्थगित करने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने राष्ट्रीय विरोध की अवधि 12 घंटे बढ़ाने की घोषणा की है।
रिपोर्टो के मुताबिक सिराजगंज में पुलिस के साथ झड़पों में दो विपक्षी कार्यकर्ता मारे गए। जबकि बंदरगाह शहर चटगांव में हुई झड़पों में पुलिस और अर्धसैनिक बल के तीन जवानों सहित कई लोग घायल हो गए। चटगांव में एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर की मौत की भी खबर है। ढाका के बाहरी क्षेत्र में स्थित कालीगंज में हुई झड़पों में अवामी लीग के एक नेता और यूनियन काउंसिल के एक सदस्य की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि बुधवार तड़के सतखीरा में अर्धसैनिक बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ झड़प में बीएनपी के महत्वपूर्ण सहयोगी जमात-ए-इस्लामी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई।
सतखीरा में ही जमात के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सत्तारूढ़ अवामी लीग के दो कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी। दरअसल, चुनाव कराने की व्यवस्था को लेकर अवामी लीग और बीएनपी के बीच मतभेद बना हुआ है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक बहुदलीय अंतरिम सरकार का गठन किया है। जबकि बीएनपी गैर दलीय अंतरिम सरकार की देखरेख में चुनाव कराना चाहती है। बीएनपी मांग कर रही है कि जब तक राजनीतिक दलों के बीच आम राय नहीं बन जाती पांच जनवरी को होने वाला चुनाव स्थगित कर देना चाहिए।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को पांच जनवरी को चुनाव कराए जाने की घोषणा के बाद बीएनपी और उसके सहयोगियों ने दो दिन बंद का आह्वान किया था। राजधानी ढाका से चटगांव और सिलहट के बीच रेल लिंक अवरुद्ध करने के बाद अधिकारियों को राजधानी समेत कई शहरों की सुरक्षा के लिए बीजीबी को भेजना पड़ा।

भारतीय छात्रों को स्वदेश लौटने को प्रेरित कर रहे भाजपा नेता
28 November 2013
वाशिंगटन। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान अभिनीत फिल्म स्वदेश से प्रेरित होकर असम के भाजपा नेता प्रद्युत बोरा अमेरिका में भारतीय छात्रों को स्वदेश लौटने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वह इस समय प्रतिष्ठित येल यूनिवर्सिटी की फेलोशिप पर अमेरिका में हैं।
बोरा का कहना है कि यदि सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा देश से बाहर चली जाती है तो क्या जो बच गए हैं उनके सहारे ही 21वीं सदी के भारत का निर्माण किया जा सकता है। वह इस समय अमेरिका में भारतीय छात्रों के साथ या तो निजी तौर पर संपर्क बना रहे हैं या उन्हें स्काइप के माध्यम से संबोधित कर रहे हैं। बोरा ने कहा ,'यदि 21 वीं सदी भारत की होनी है तो हमारी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया का जिम्मा अपने हाथ में लेना होगा। आज हमारी कुछ सर्वश्रेष्ठ युवा प्रतिभा विदेशी शैक्षिक संस्थानों में अध्ययन और शोध के लिए आती हैं। जब तक वे वापस अपने देश में नहीं आती हैं और देश के विकास में अपना योगदान नहीं देती हैं तब तब हम कैसे वैश्विक नेतृत्व की इच्छा कर सकते हैं। फिल्म और हमारा आंदोलन 'स्वदेश' एनआरआइ दंपति अरविंद पिल्लालमारी और रवि कुचीमांची के जीवन से प्रभावित है। दोनों कुछ अलग करने के लिए भारत लौट आए थे।' स्वदेश पूरी तरह से छात्रों द्वारा संचालित होगा। बोरा के मुताबिक उनकी भूमिका प्रेरक और सलाहकार की होगी।
येल यूनिवर्सिटी में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड पॉलिटिकल सांइस के स्नातक छात्र शालमोली हल्दर ने बताया कि हमारे संगठन में मुख्य रूप से येल यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के छात्र शामिल हैं। हम भारत वापस जाने में दृढ़ विश्वास रखते हैं।

बंदूक संस्कृति को बढ़ावा न दे हॉलीवुड: ओबामा
28 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में गोलीबारी की बढ़ती घटनाओं से चिंतित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हॉलीवुड से फिल्मों में हिंसा और बंदूकों के इस्तेमाल को बढ़ावा नहीं देने की अपील की है क्योंकि इनका बच्चों के दिमाग पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
ओबामा मंगलवार को लॉस एंजिलिस में ड्रीम व‌र्क्स स्टूडियो में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब बंदूक से हिंसा जैसे मुद्दों की बात आती है तो हमें इसे बढ़ावा नहीं देना सुनिश्चित करना चाहिए क्योंकि इनकी कहानियां हमारे बच्चों पर असर डालती हैं।
ओबामा ने बताया कि साल के शुरू में एक कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जो बिडेन से शहर के कुछ नेताओं ने पूछा था कि क्या हॉलीवुड हमारे बच्चों को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। मैं कहना चाहूंगा कि इस तरह की बातचीत को जारी रखने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि हाल के वर्षो में अमेरिका के स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर गोलीबारी की घटनाओं में खासी वृद्धि हुई है। पिछले महीने नेवादा प्रांत के रेनो शहर में स्पा‌र्क्स स्थित स्पा‌र्क्स मिडिल स्कूलमें अ‌र्द्धस्वचालित हैंडगन से लैस 12 वर्षीय एक छात्र ने गणित के शिक्षक की हत्या कर दी और अपने दो सहपाठियों को घायल कर दिया था। पिछले साल कनेक्टीकट के स्कूल में हुई गोलीबारी में 20 छात्र समेत 26 लोग मारे गए थे। इन घटनाओं के बाद बंदूक संस्कृति पर लगाम लगाने की मांग जोर पकड़ रही है।

पाकिस्तान ने तालिबान के तीन बड़े नेताओं को रिहा किया
28 November 2013
इस्लामाबाद। अफगानिस्तान में सुलह की प्रक्रिया को बढ़ावा देने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने तालिबान के तीन बड़े नेताओं को रिहा किया है। इनमें मुल्ला उमर का एक करीबी सहयोगी भी शामिल है।
एक शीर्ष अधिकारी ने पहचान छुपाने की शर्त पर मंगलवार को इसकी पुष्टि की। रिहा होने वालों में अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर का पूर्व सलाहकार मुल्ला अब्दुल अहद जहांगीरवाला, हेलमंद का पूर्व तालिबान गर्वनर मुल्ला अब्दुल मनन और पूर्व सैन्य कमांडर मुल्ला यूनुस शामिल है। यह रिहाई कुछ दिनों पहले सरकार समर्थित शांति वार्ताकारों के पाकिस्तान दौरे और तालिबान के नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरदार से मुलाकात के बाद हुई है। मीडिया रिपोर्टो में तालिबान सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि तीनों बेहद महत्वपूर्ण हैं। पाकिस्तान ने कुछ सप्ताह पहले भी दस तालिबान कैदियों को रिहा किया था। नवंबर में अब तक रिहा किए गए अफगान तालिबान आतंकियों की संख्या पचास के पार पहुंच चुकी है।

रहील शरीफ होंगे नए पाकिस्तानी सेना प्रमुख
28 November 2013
इस्लामाबाद। कई हफ्तों की अटकलों के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लेफ्टिनेंट जनरल रहील शरीफ को सेना प्रमुख के शक्तिशाली पद पर नियुक्त किया। वह जनरल अशफाक परवेज कियानी का स्थान लेंगे जो छह साल तक सेना की कमान संभालने के बाद 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वहीं लेफ्टिनेंट जनरल राशिद महमूद को ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ कमिटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है।

असलम की वरिष्ठता को किया नजरअंदाज

दोनों जनरल की नियुक्ति चीफ ऑफ लॉजिस्टिक्स स्टॉफ लेफ्टिनेंट जनरल हारुन असलम की वरीयता को नजरअंदाज करते हुए की गई है जो कियानी के बाद सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। वह अप्रैल में सेवानिवृत्त होंगे। चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल महमूद और इंस्पेक्टर जनरल ट्रेनिंग एंड जनरल इवैल्यूएशन जनरल शरीफ को पदोन्नति देने से पहले नवाज शरीफ ने दोनों के साथ अलग-अलग बैठक की।
पारिवारिक पृष्ठभूमि : 57 वर्षीय जनरल शरीफ सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह पाकिस्तान के सर्वोच्च सैन्य सम्मान निशान-ए-हैदर से नवाजे गए शब्बीर शरीफ के भाई हैं, जो 1971 में भारत के साथ युद्ध में मारे गए थे। उनके पूर्व सेना प्रमुख और लाहौर की सियासत में दखल रखने वाले शीर्ष राजनेताओं के साथ करीबी संबंध हैं।
उनकी नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब अगले साल युद्धग्रस्त पड़ोसी देश अफगानिस्तान से विदेशी बलों की वापसी होनी हैं वहीं नवाज सरकार और तालिबान के बीच वार्ता के लिए जमीन तैयार की जा रही है। वह भारत, अमेरिका, चीन और खाड़ी देशों के साथ सरकार की कूटनीतिक वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। साथ ही अशांत बलूचिस्तान में स्थिरता कायम करने की उनकी कोशिश होगी। वहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी में कार्यरत रह चुके जनरल महमूद कियानी के विश्वासपात्र हैं। उनके नवाज परिवार के साथ अच्छे संबंध हैं।
दो बार सैन्य तख्तापलट का शिकार हो चुके नवाज शरीफ पाकिस्तानी सेना प्रमुख के चयन में फूंक-फूंक कर कदम रख रहे थे। यह चौथा मौका है जब उन्होंने सेना प्रमुख का चयन किया है। उन्होंने 1993 में अब्दुल वहीद काकर को सेना प्रमुख बनाया था, जिन्होंने उन्हें धोखा दिया और उन्हें पद से हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
काकर को चार वरिष्ठ जनरल की वरीयता को नजरअंदाज करके सेना प्रमुख बनाया गया था। 1998 में नवाज ने परवेज मुशर्रफ को सेना प्रमुख बनाया, जिन्होंने एक साल बाद उन्हें अपदस्थ कर दिया था। कियानी को 2007 में मुशर्रफ ने सेना प्रमुख नियुक्त किया था। 2010 में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने उन्हें तीन साल का सेवा विस्तार दिया था।
सेवानृवित्त के बाद आराम करेंगे कियानी

इटली की संसद से बलरुस्कोनी को निकाला दिया गया
28 November 2013
रोम। इटली की संसद ने टैक्स संबंधी जालसाजी के मामले में दोषी ठहराए गए पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बलरुस्कोनी को निष्कासित कर दिया.
संसद के इस कदम के बाद बलरुस्कोनी की गिरफ्तारी का खतरा बढ़ गया है.
तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके बलरुस्कोनी ने रोम में अपने आवास के बाहर खड़े हजारों समर्थकों से कहा कि वह अपनी ‘‘लड़ाई जारी’’ रखेंगे. उन्होंने कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के लिए शोक का दिन है.
20 साल के राजनीतिक करियर में पहली बार बलरुस्कोनी को उनके सहयोगी सीनेटरों ने मतदान के जरिये संसद से निष्कासित कर दिया.

भारत के लिए खतरा बना हुआ है लश्कर
27 November 2013
वाशिंगटन। मुंबई हमले के पांच साल बाद भी लश्कर-ए-तैयबा पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है। भारत के खिलाफ पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का दुलारा बना हुआ है। दक्षिण एशिया में आतंकवाद निरोधी मसलों पर अमेरिकी विशेषज्ञ ने यह बात कही है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के पूर्व विशेषज्ञ ब्रूस रीडल ने कहा,'लश्कर पहले से ज्यादा मजबूत हो गया है। पाकिस्तान में इसके सुरक्षित गढ़ हैं। धन एकत्रित करने के लिए खाड़ी देशों में इसका नेटवर्क है। वह भारत, अमेरिका और अन्य देशों के लिए बड़ा खतरा है।' आइएसआइ और लश्कर के बीच संबंध के बारे में पूछे जाने पर ब्रूकिंग इंस्टीट्यूट से जुड़े रीडल ने कहा, 'लश्कर को लगातार आइएसआइ से मदद मिल रही है। शरीफ सरकार जरदारी सरकार के मुकाबले इस संगठन के खिलाफ कार्रवाई करने में कम रुचि ले रही है।'
विशेषज्ञ और पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों ने इस बात को दोहराया कि आइएसआइ लगातार लश्कर का सहयोग कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इससे भारत और अमेरिका को समान रूप से खतरा है। राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रथम कार्यकाल में ह्वाइट हाउस में नेशनल सिक्युरिटी काउंसिल के दक्षिण एशिया के ं वरिष्ठ निदेशक रहे चुके अनीश गोयल ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है हाल के वर्षो में लश्कर कमजोर नहीं हुआ है। निसंदेह वह अभी भी भारत के लिए खतरा बना हुआ है। यह समूह भारत पर ध्यान केंद्रित किए हुए है। इसलिए अमेरिका के लिए उसका खतरा उतना नहीं है।
पाकिस्तान में कई आतंकी संगठन मिलकर काम करते हैं इसलिए अमेरिका लश्कर या किसी अन्य आतंकी संगठन को क्षेत्र में नजरअंदाज नहीं कर सकता।
लश्कर को जमात-उद-दावा (जेयूडी) की सशस्त्र विंग करार देते हुए पाकिस्तानी लेखक आरिफ जमाल ने कहा, पिछले पांच साल में जेयूडी काफी मजबूत हुआ है। जमाल की किताब 'कॉल फॉर ट्रांजिशनल जिहाद : लश्कर-ए-तैयबा 1985-2014' जल्द ही बाजार में आने वाली है। उन्होंने कहा कि जेयूडी/लश्कर विश्व शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। यह इतिहास में सबसे बड़ा आतंकी समूह है जिसके पांच लाख से अधिक हथियारबंद और प्रशिक्षित सदस्य हैं।

चीन के हवाई नियंत्रण क्षेत्र के ऊपर उड़े अमेरिकी बमवर्षक
27 November 2013
टोक्यो। चीन की धमकी को धता बताते हुए अमेरिका के दो बी-52 बमवर्षक विमानों ने विवादित पूर्वी चीन सागर क्षेत्र में उड़ान भरी। अमेरिका ने इसके लिए चीन को सूचित भी नहीं की। पूर्वी चीन सागर के कुछ द्वीपों को लेकर जापान के साथ विवाद के चलते चीन ने हाल में अपने हवाई रक्षा क्षेत्र का विस्तार करते हुए इस इलाके को भी उसमें शामिल कर लिया। उसने धमकी दी है कि बिना पूर्व सूचना के अगर कोई विमान इस क्षेत्र में दाखिल हुआ तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता कर्नल स्टीवन वारेन ने मंगलवार को कहा कि दो बी-52 विमानों ने सोमवार रात पूर्वी चीन सागर के ऊपर नियमित प्रशिक्षण उड़ान भरी। इस क्षेत्र में वह विवादित द्वीप स्थित हैं जिन्हें चीन में दियाओउ और जापान में सेनकाकू कहा जाता है। चीन और जापान दोनों इन पर दावा करते हैं। अमेरिका पहले ही कह चुका है कि इन द्वीपों को लेकर यदि सैन्य संघर्ष हुआ तो वह जापान का समर्थन करेगा।
हवाई क्षेत्र के विस्तार संबंधी चीन के एलान के बाद किसी विवाद को टालने के लिए जापान की ऑल निप्पन एयरवेज (एएनए) ने कहा था कि रविवार से उस क्षेत्र से गुजरने वाली उड़ानों की योजना से चीनी अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। एएनए के एक प्रवक्ता के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत यह उपाय अपनाए गए हैं। सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम किसी भी खराब हालात की आशंका से बचने के लिए यह कर रहे हैं। एएनए की सहयोगी पीच एविएशन के प्रवक्ता ने कहा कि उसने भी ऐसे ही कदम उठाए हैं।
जापान के परिवहन मंत्री अकिहिरो ओता ने हालांकि चीन की इस घोषणा को अवैध करार दिया था। उनका कहना था कि जापान की एयरलाइनों को इसे नजरअंदाज करना चाहिए। जर्मनी की सरकार इसे चीन और जापान के बीच सैन्य संघर्ष के खतरे के रूप में देख रही है। मंगलवार को एक बयान में ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूलिया बिशप ने कहा कि क्षेत्र में मौजूदा तनाव को देखते हुए चीन की घोषणा का समय और तरीका गलत है। उन्होंने बताया कि विदेश मामलों और व्यापार विभाग ने सोमवार को चीन के राजदूत को तलब कर ऑस्ट्रेलिया की चिंताओं से अवगत कराया।

बांग्लादेश में चुनाव की घोषणा के बाद हिंसा, 5 मरे
27 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में आम चुनाव की घोषणा के बाद विपक्ष द्वारा बुलाए गए 48 घंटों के बंद के दौरान मंगलवार को जमकर हिंसा हुई। बंद के दौरान उपद्रवियों ने रेल पटरियां उखाड़ने के साथ ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा में पांच लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी और स्कूलों की परीक्षाएं टाल दी गई।
चुनाव आयोग द्वारा पांच जनवरी को मतदान कराने की घोषणा मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी और उसके सहयोगियों को रास नहीं आ रही है। कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी भी चुनाव टालने के समर्थन में है। जमात अपने कई नेताओं को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण द्वारा कड़ी सजाएं सुनाए जाने से खफा है। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह बम फोड़, रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया और बसों, कारों और ट्रेनों में आग भी लगाई। राजधानी ढाका से चटगांव और सिलहट के बीच रेल लिंक अवरुद्ध हो गया है। अधिकारियों ने राजधानी समेत कई शहरों की सुरक्षा के लिए बॉर्डर गार्ड को बुलाया है। चुनाव की घोषणा के बाद शुरू हुई हिंसा में आवामी लीग के युवा नेता महमूदुल हसन समेत पांच लोग मारे गए हैं। इनमें दो दो लोग सोमवार देर रात में हुई हिंसा में मारे गए थे।
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त काजी रकीबुद्दीन अहमद ने सोमवार रात आम चुनाव की घोषणा करते हुए कहा था कि संवैधानिक मजबूरी के चलते 24 जनवरी से पहले चुनाव कराना जरूरी है।
कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख मुजाहिदुल इस्लाम सलीम ने कहा कि यदि राजनीतिक दलों में आम राय नहीं है तो चुनाव कराने का क्या फायदा। आवामी लीग और बीएनपी के बीच झगड़ा इस बात को लेकर है कि चुनाव किसकी देखरेख में कराए जाएं। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सर्वदलीय सरकार बनाकर चुनाव करने का फैसला लिया है।

ड्रोन हमले रोकने में विफल रहने पर शरीफ के खिलाफ याचिका
27 November 2013
इस्लामाबाद। सरकार द्वारा अमेरिकी ड्रोन हमले रोकने में विफल रहने को लेकर पेशावर हाई कोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और संघीय अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की गई है।
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-सामी के प्रांतीय अध्यक्ष मौलाना यूसुफ शाह और प्रांतीय असेंबली के पूर्व डिप्टी स्पीकर इकरामुल्ला शाहिद ने सोमवार को यह याचिका दाखिल की। हाई कोर्ट ने मई के आदेश में ड्रोन हमले को युद्ध अपराध घोषित किया था। जबकि कबायली और उसके आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन हमले जारी हैं। याचिका में प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय के सचिव को प्रतिवादी बनाया गया है।
उधर, एक लापता व्यक्ति की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की है। महिला का आरोप है कि सेना प्रमुख और अन्य अधिकारी एक सैन्य खुफिया अधिकारी को बचाने के लिए पुलिस जांच में बाधा डाल रहे हैं। एडवोकेट कर्नल इनामुर रहीम ने अबीदा मलिक की ओर से यह याचिका दाखिल की है।
शौकत अजीज भगोड़ा घोषितबलूच नेता अकबर बुगती की हत्या के मामले में क्वेटा की एक आतंकरोधी अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज और दो अन्य लोगों को भगोड़ा घोषित कर दिया है। कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की मामले में उपस्थिति से छूट वाली अर्जी को भी खारिज कर दिया। अजीज, बूलचिस्तान के पूर्व गवर्नर ओवैस अहमद घानी और पूर्व डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेशन ऑफिसर अब्दुल समद लासी को भगोड़ा घोषित करते हुए कोर्ट ने अधिकारियों को उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है।

26/11 के गुनहगारों को कानून के दायरे में लाए पाक
27 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने मुंबई हमले की पांचवीं बरसी पर मंगलवार को पाकिस्तान से हमले के गुनहगारों को न्याय के कठघरे में लाने को कहा।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को उनके अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। इस प्रकार के आतंकी हमले हमारी सामूहिक सुरक्षा पर प्रहार है। प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई हमले के पांच साल बाद इसमें मारे गए बेगुनाह लोगों के लिए न्याय की आस लगाए भारतीय लोगों के साथ अमेरिका खड़ा है। उन्होंने कहा कि नरसंहार के बावजूद आतंकी अपने मकसद में असफल हुए क्योंकि आतंकियों की कायरतापूर्ण हरकत के आगे मुंबईवासियों ने मजबूती से साहस, संकल्प और एकता का प्रदर्शन किया था जिसे हम पांच वर्ष बाद भी नहीं भूले हैं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून के प्रवक्ता मार्टिन नेसर्की ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जघन्य अपराध के आरोपियों को कानून के दायरे में लाया जाए। 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुआ आतंकी हमला एक जघन्य अपराध और नृशंस आतंकी हमला था, जिसमें 166 निर्दोष लोग मारे गए थे।

भ्रष्टाचार मामले में जरदारी को नौ दिसंबर को पेश होने का आदेश
27 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने भ्रष्टाचार के पांच मामलों में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को नौ दिसंबर को पेश होने को कहा है।
जस्टिस मुहम्मद बशीर की पीठ ने नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो [एनएबी] को जरदारी केवकील को उनके खिलाफ दायर संदर्भो की प्रतियां देने का फिर से निर्देश दिया। सुनवाई के दौरान पूर्व कानून मंत्री फारुक एच नाइक ने पीठ को भरोसा दिलाया कि अगली सुनवाई में पूर्व राष्ट्रपति पेश होंगे। अदालत ने जरदारी को मंगलवार को पेश होने से छूट प्रदान कर दी थी क्योंकि वह विदेश में हैं। उन्हें समन जारी करके अगली सुनवाई में पेश होने को कहा गया है।
वर्ष 2008 में पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा लाए गए नेशनल रीकंसीलिएशन आर्डिनेंस [एनआरओ] के जरिए जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को पांच साल पहले बंद कर दिया गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस अध्यादेश को रद कर दिया था। एनएबी उस समय जरदारी के खिलाफ दोबारा मामला नहीं खोल पाया था क्योंकि राष्ट्रपति को संविधान के तहत छूट मिली हुई है। जरदारी ने गत सितंबर में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था।

ताज होटल पर ब्रिटिश पीड़ित ने ठोका मुकदमा
27 November 2013
लंदन। मुंबई हमले के दौरान लकवे से पीड़ित हुए ब्रिटिश नागरिक विल पाइक ने ताज महल पैलेस होटल के मालिकों के खिलाफ मुकदमा करने की बात कही है। उनका कहना है कि हमले की चेतावनी के बावजूद मालिकों ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए थे।
पाइक के वकीलों ने मंगलवार को कहा कि वे टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के खिलाफ लंदन के होई कोर्ट में अर्जी देकर हर्जाने की मांग करने जा रहे हैं। आतंकी हमले के दौरान ताज होटल को प्रमुखता से निशाना बनाया गया था। हमले में 166 लोग मारे गए थे। पाइक के वकील रसेल लेवी के मुताबिक 2008 में सीएनएन चैनल को दिए साक्षात्कार में टाटा समूह के तत्कालीन अध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि की थी कि हमले की आशंका को लेकर होटल को चेतावनी दी गई थी। लेवी ने कहा कि 33 वर्षीय पाइक 26 नवंबर, 2008 को होटल में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ भारत में छुट्टी की आखिरी रात बिता रहे थे। तभी उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी और देखा कि नीचे के मंजिल से धुआं उठ रहा है। पाइकऔर उनकी प्रेमिका ने चादरों और पर्दो को आपस में बांधकर उसकी रस्सी बनाई और खिड़की से निकल कर बचने का प्रयास किया, लेकिन पाइक तीसरी मंजिल से जमीन पर गिर गए और लकवे का शिकार हो गए। हाई कोर्ट में इस बारे में दो दिसंबर को सुनवाई होगी कि पाइक के मामले को ब्रिटेन में आगे बढ़ाया जा सकता है कि नहीं।

बुजुर्ग सिख के लिए फाइव स्टार होटल में लगी अदालत
27 November 2013
लंदन। ब्रिटेन में एक असामान्य कदम उठाते हुए एक फाइव स्टार होटल को अदालत में तब्दील कर दिया गया। यह कदम व्हीलचेयर पर जीवन व्यतीत कर रहे 86 वर्षीय सिख पिता को पांच करोड़ पौंड (करीब 504 करोड़ रुपये) के संपत्तिविवाद में अपने उद्योगपति बेटे के खिलाफ सुबूत देने के लिए उठाया गया।
रेडिसन ब्लू एडवरडीयन होटल्स के प्रमुख भारतीय मूल के 62 वर्षीय जसमिंदर सिंह पर उनके पिता बाल मोहिंदर सिंह ने खुद को व्यवसाय से बेदखल कर पारिवारिक संपत्तिके बंटवारे की सिख परंपरा का त्याग करने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि जसमिंदर 41.5 करोड़ पौंड (करीब 4185 करोड़ रुपये) के मालिक हैं, लेकिन विवाद पांच करोड़ पौंड को लेकर है। बीमार सीनियर सिंह चलने फिरने में असमर्थ हैं और उन्हें 24 घंटे देखभाल की जरूरत होती है। हाई कोर्ट में पेश होने की उनकी असमर्थता को देखते हुए फाइव स्टार 'मेफेयर होटल' के कांफ्रेंस रूम में मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान व्हील चेयर पर आकर उन्होंने अपने बेटे के खिलाफ सुबूत पेश किए। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल पैसे को लेकर नहीं बल्कि परंपरा के निर्वहन में असफल होने को लेकर है। मोहिंदर ने सुबूत पेश करते हुए 2010 में 80 करोड़ पौंड के होटल समूह के निदेशक पद से उन्हें हटाने के निर्णय के प्रति निराशा व्यक्त की।

अब चीन की नज़र चांद पर, रोवर करेगा खोजबीन
27 November 2013
बीजिंग। चीन चाँद पर मानवरहित रोवर मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है. अधिकारियों के मुताबिक़ यह खोजी मिशन अगले महीने भेजा जाएगा.
इस मिशन का नाम यूटू या 'जेड रैबिट' रखा गया है. चीनी लोक कथाओं में इस नाम का चरित्र चंद्रमा पर निवास करता है.
हाल के कुछ सालों में चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम ने उल्लेखनीय प्रगति की है.
इसी साल जून में क्लिक करें चीन के तीन अंतरिक्षयात्रियों ने धरती की कक्षा में 15 दिन गुजारे थे और उन्होंने अपने अंतरिक्षयान को अंतिरक्ष प्रयोगशाला में डॉक किया था.
चीन ने 2007 में एक मानवरहित अंतरिक्ष यान भी चंद्रमा की कक्षा में भेजा था.

'बे ऑफ़ रेनबोज़'

यह अंतरिक्ष यान 16 महीनों तक चंद्रमा की कक्षा में रहा और बाद में इसे चंद्रमा की सतह से टकराकर नष्ट कर दिया गया.
चाँद पर भेजे जाने वाले रोवर मिशन की घोषणा इसी साल अगस्त में की गई थी. अभी तक इसके लाँच किए जाने की निर्धारित तिथि की घोषणा नहीं हुई है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह मिशन दिसंबर के शुरुआती हफ़्ते में लॉन्च किया जा सकता है.
यदि सब कुछ योजना के मुताबिक़ चला तो यह मिशन मध्य दिसंबर तक चंद्रमा पर पहुँच जाएगा.
रोवर को क्लिक करें चंद्रमा की सतह पर पहुँचाने के लिए एक लैंडिंग यान का इस्तेमाल किया जाएगा. यह रोवर तीन महीनों तक चंद्रमा की सतह के 'बे ऑफ रेनबोज़' क्षेत्र का अध्ययन करेगा.

राष्ट्रीय गौरव

इस रोवर अभियान का नामकरण एक ऑनलाइन वोटिंग के बाद हुआ. इस ऑनलाइन वोटिंग में कई लाख लोगों ने हिस्सा लिया था.
चीन ने 2003 में अंतरिक्ष में मानव अभियान भेजने में कामयाबी हासिल की थी. यह उपलब्धि हासिल कर चीन अंतरिक्ष में मानव अभियान भेजने वाला तीसरा देश बन गया था.
सेना समर्थित अंतरिक्ष अभियान को चीन में राष्ट्रीय गौरव माना जा रहा है.
चीन अंतरिक्ष में मानव भेजने में कामयाबी हासिल करने वाले विश्व के तीन देशों में शामिल है. चीन के अलावा क्लिक करें अमरीका और रूस ने यह उपलब्धि हासिल की है.

असांजे पर अमेरिका में केस चलाए जाने की संभावना नहीं
27 November 2013
वॉशिंगटन। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका में हजारों गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने के मामले में आरोपी बनाए जाने की संभावना बेहद ही कम है। अमेरिकी अखबार 'द वॉशिंगटन पोस्ट' ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है।
असांजे के वकील बैरी पॉलक ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है, हालांकि उन्होंने एएफपी से कल कहा कि न्याय विभाग ने इस मामले में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
पॉलक ने कहा कि असांजे खुद को आरोपी नहीं बनाए जाने के न्याय विभाग के एक औपचारिक एवं स्पष्ट बयान का स्वागत करेंगे। इस मामले में न्याय विभाग के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
यौन उत्पीड़न के दो मामलों में पूछताछ के लिए स्वीडन प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए असांजे जून 2012 के बाद से ही इक्वाडोर के लंदन स्थित दूतावास में रह रहे हैं।
उन्होंने कई बार यह चिंता जताई है कि अमेरिकी सेना एवं कूटनीति से संबंधित गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने के मामले में मुकदमे के लिए उन्हें अमेरिका भेजा जा सकता है।

भारत के लिए खतरा बना हुआ है लश्कर
27 November 2013
वाशिंगटन। मुंबई हमले के पांच साल बाद भी लश्कर-ए-तैयबा पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है। भारत के खिलाफ पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का दुलारा बना हुआ है। दक्षिण एशिया में आतंकवाद निरोधी मसलों पर अमेरिकी विशेषज्ञ ने यह बात कही है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के पूर्व विशेषज्ञ ब्रूस रीडल ने कहा,'लश्कर पहले से ज्यादा मजबूत हो गया है। पाकिस्तान में इसके सुरक्षित गढ़ हैं। धन एकत्रित करने के लिए खाड़ी देशों में इसका नेटवर्क है। वह भारत, अमेरिका और अन्य देशों के लिए बड़ा खतरा है।' आइएसआइ और लश्कर के बीच संबंध के बारे में पूछे जाने पर ब्रूकिंग इंस्टीट्यूट से जुड़े रीडल ने कहा, 'लश्कर को लगातार आइएसआइ से मदद मिल रही है। शरीफ सरकार जरदारी सरकार के मुकाबले इस संगठन के खिलाफ कार्रवाई करने में कम रुचि ले रही है।'
विशेषज्ञ और पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों ने इस बात को दोहराया कि आइएसआइ लगातार लश्कर का सहयोग कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इससे भारत और अमेरिका को समान रूप से खतरा है। राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रथम कार्यकाल में ह्वाइट हाउस में नेशनल सिक्युरिटी काउंसिल के दक्षिण एशिया के ं वरिष्ठ निदेशक रहे चुके अनीश गोयल ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है हाल के वर्षो में लश्कर कमजोर नहीं हुआ है। निसंदेह वह अभी भी भारत के लिए खतरा बना हुआ है। यह समूह भारत पर ध्यान केंद्रित किए हुए है। इसलिए अमेरिका के लिए उसका खतरा उतना नहीं है।
पाकिस्तान में कई आतंकी संगठन मिलकर काम करते हैं इसलिए अमेरिका लश्कर या किसी अन्य आतंकी संगठन को क्षेत्र में नजरअंदाज नहीं कर सकता।
लश्कर को जमात-उद-दावा (जेयूडी) की सशस्त्र विंग करार देते हुए पाकिस्तानी लेखक आरिफ जमाल ने कहा, पिछले पांच साल में जेयूडी काफी मजबूत हुआ है। जमाल की किताब 'कॉल फॉर ट्रांजिशनल जिहाद : लश्कर-ए-तैयबा 1985-2014' जल्द ही बाजार में आने वाली है। उन्होंने कहा कि जेयूडी/लश्कर विश्व शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। यह इतिहास में सबसे बड़ा आतंकी समूह है जिसके पांच लाख से अधिक हथियारबंद और प्रशिक्षित सदस्य हैं।

चीन के हवाई नियंत्रण क्षेत्र के ऊपर उड़े अमेरिकी बमवर्षक
27 November 2013
टोक्यो। चीन की धमकी को धता बताते हुए अमेरिका के दो बी-52 बमवर्षक विमानों ने विवादित पूर्वी चीन सागर क्षेत्र में उड़ान भरी। अमेरिका ने इसके लिए चीन को सूचित भी नहीं की। पूर्वी चीन सागर के कुछ द्वीपों को लेकर जापान के साथ विवाद के चलते चीन ने हाल में अपने हवाई रक्षा क्षेत्र का विस्तार करते हुए इस इलाके को भी उसमें शामिल कर लिया। उसने धमकी दी है कि बिना पूर्व सूचना के अगर कोई विमान इस क्षेत्र में दाखिल हुआ तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता कर्नल स्टीवन वारेन ने मंगलवार को कहा कि दो बी-52 विमानों ने सोमवार रात पूर्वी चीन सागर के ऊपर नियमित प्रशिक्षण उड़ान भरी। इस क्षेत्र में वह विवादित द्वीप स्थित हैं जिन्हें चीन में दियाओउ और जापान में सेनकाकू कहा जाता है। चीन और जापान दोनों इन पर दावा करते हैं। अमेरिका पहले ही कह चुका है कि इन द्वीपों को लेकर यदि सैन्य संघर्ष हुआ तो वह जापान का समर्थन करेगा।
हवाई क्षेत्र के विस्तार संबंधी चीन के एलान के बाद किसी विवाद को टालने के लिए जापान की ऑल निप्पन एयरवेज (एएनए) ने कहा था कि रविवार से उस क्षेत्र से गुजरने वाली उड़ानों की योजना से चीनी अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। एएनए के एक प्रवक्ता के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत यह उपाय अपनाए गए हैं। सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम किसी भी खराब हालात की आशंका से बचने के लिए यह कर रहे हैं। एएनए की सहयोगी पीच एविएशन के प्रवक्ता ने कहा कि उसने भी ऐसे ही कदम उठाए हैं।
जापान के परिवहन मंत्री अकिहिरो ओता ने हालांकि चीन की इस घोषणा को अवैध करार दिया था। उनका कहना था कि जापान की एयरलाइनों को इसे नजरअंदाज करना चाहिए। जर्मनी की सरकार इसे चीन और जापान के बीच सैन्य संघर्ष के खतरे के रूप में देख रही है। मंगलवार को एक बयान में ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूलिया बिशप ने कहा कि क्षेत्र में मौजूदा तनाव को देखते हुए चीन की घोषणा का समय और तरीका गलत है। उन्होंने बताया कि विदेश मामलों और व्यापार विभाग ने सोमवार को चीन के राजदूत को तलब कर ऑस्ट्रेलिया की चिंताओं से अवगत कराया।

बांग्लादेश में चुनाव की घोषणा के बाद हिंसा, 5 मरे
27 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में आम चुनाव की घोषणा के बाद विपक्ष द्वारा बुलाए गए 48 घंटों के बंद के दौरान मंगलवार को जमकर हिंसा हुई। बंद के दौरान उपद्रवियों ने रेल पटरियां उखाड़ने के साथ ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा में पांच लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी और स्कूलों की परीक्षाएं टाल दी गई।
चुनाव आयोग द्वारा पांच जनवरी को मतदान कराने की घोषणा मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी और उसके सहयोगियों को रास नहीं आ रही है। कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी भी चुनाव टालने के समर्थन में है। जमात अपने कई नेताओं को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण द्वारा कड़ी सजाएं सुनाए जाने से खफा है। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह बम फोड़, रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया और बसों, कारों और ट्रेनों में आग भी लगाई। राजधानी ढाका से चटगांव और सिलहट के बीच रेल लिंक अवरुद्ध हो गया है। अधिकारियों ने राजधानी समेत कई शहरों की सुरक्षा के लिए बॉर्डर गार्ड को बुलाया है। चुनाव की घोषणा के बाद शुरू हुई हिंसा में आवामी लीग के युवा नेता महमूदुल हसन समेत पांच लोग मारे गए हैं। इनमें दो दो लोग सोमवार देर रात में हुई हिंसा में मारे गए थे।
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त काजी रकीबुद्दीन अहमद ने सोमवार रात आम चुनाव की घोषणा करते हुए कहा था कि संवैधानिक मजबूरी के चलते 24 जनवरी से पहले चुनाव कराना जरूरी है।
कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख मुजाहिदुल इस्लाम सलीम ने कहा कि यदि राजनीतिक दलों में आम राय नहीं है तो चुनाव कराने का क्या फायदा। आवामी लीग और बीएनपी के बीच झगड़ा इस बात को लेकर है कि चुनाव किसकी देखरेख में कराए जाएं। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सर्वदलीय सरकार बनाकर चुनाव करने का फैसला लिया है।

ड्रोन हमले रोकने में विफल रहने पर शरीफ के खिलाफ याचिका
27 November 2013
इस्लामाबाद। सरकार द्वारा अमेरिकी ड्रोन हमले रोकने में विफल रहने को लेकर पेशावर हाई कोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और संघीय अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की गई है।
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-सामी के प्रांतीय अध्यक्ष मौलाना यूसुफ शाह और प्रांतीय असेंबली के पूर्व डिप्टी स्पीकर इकरामुल्ला शाहिद ने सोमवार को यह याचिका दाखिल की। हाई कोर्ट ने मई के आदेश में ड्रोन हमले को युद्ध अपराध घोषित किया था। जबकि कबायली और उसके आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन हमले जारी हैं। याचिका में प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय के सचिव को प्रतिवादी बनाया गया है।
उधर, एक लापता व्यक्ति की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की है। महिला का आरोप है कि सेना प्रमुख और अन्य अधिकारी एक सैन्य खुफिया अधिकारी को बचाने के लिए पुलिस जांच में बाधा डाल रहे हैं। एडवोकेट कर्नल इनामुर रहीम ने अबीदा मलिक की ओर से यह याचिका दाखिल की है।
शौकत अजीज भगोड़ा घोषितबलूच नेता अकबर बुगती की हत्या के मामले में क्वेटा की एक आतंकरोधी अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज और दो अन्य लोगों को भगोड़ा घोषित कर दिया है। कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की मामले में उपस्थिति से छूट वाली अर्जी को भी खारिज कर दिया। अजीज, बूलचिस्तान के पूर्व गवर्नर ओवैस अहमद घानी और पूर्व डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेशन ऑफिसर अब्दुल समद लासी को भगोड़ा घोषित करते हुए कोर्ट ने अधिकारियों को उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है।

26/11 के गुनहगारों को कानून के दायरे में लाए पाक
27 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने मुंबई हमले की पांचवीं बरसी पर मंगलवार को पाकिस्तान से हमले के गुनहगारों को न्याय के कठघरे में लाने को कहा।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को उनके अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। इस प्रकार के आतंकी हमले हमारी सामूहिक सुरक्षा पर प्रहार है। प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई हमले के पांच साल बाद इसमें मारे गए बेगुनाह लोगों के लिए न्याय की आस लगाए भारतीय लोगों के साथ अमेरिका खड़ा है। उन्होंने कहा कि नरसंहार के बावजूद आतंकी अपने मकसद में असफल हुए क्योंकि आतंकियों की कायरतापूर्ण हरकत के आगे मुंबईवासियों ने मजबूती से साहस, संकल्प और एकता का प्रदर्शन किया था जिसे हम पांच वर्ष बाद भी नहीं भूले हैं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून के प्रवक्ता मार्टिन नेसर्की ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जघन्य अपराध के आरोपियों को कानून के दायरे में लाया जाए। 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुआ आतंकी हमला एक जघन्य अपराध और नृशंस आतंकी हमला था, जिसमें 166 निर्दोष लोग मारे गए थे।

भ्रष्टाचार मामले में जरदारी को नौ दिसंबर को पेश होने का आदेश
27 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने भ्रष्टाचार के पांच मामलों में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को नौ दिसंबर को पेश होने को कहा है।
जस्टिस मुहम्मद बशीर की पीठ ने नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो [एनएबी] को जरदारी केवकील को उनके खिलाफ दायर संदर्भो की प्रतियां देने का फिर से निर्देश दिया। सुनवाई के दौरान पूर्व कानून मंत्री फारुक एच नाइक ने पीठ को भरोसा दिलाया कि अगली सुनवाई में पूर्व राष्ट्रपति पेश होंगे। अदालत ने जरदारी को मंगलवार को पेश होने से छूट प्रदान कर दी थी क्योंकि वह विदेश में हैं। उन्हें समन जारी करके अगली सुनवाई में पेश होने को कहा गया है।
वर्ष 2008 में पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा लाए गए नेशनल रीकंसीलिएशन आर्डिनेंस [एनआरओ] के जरिए जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को पांच साल पहले बंद कर दिया गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस अध्यादेश को रद कर दिया था। एनएबी उस समय जरदारी के खिलाफ दोबारा मामला नहीं खोल पाया था क्योंकि राष्ट्रपति को संविधान के तहत छूट मिली हुई है। जरदारी ने गत सितंबर में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था।

ताज होटल पर ब्रिटिश पीड़ित ने ठोका मुकदमा
27 November 2013
लंदन। मुंबई हमले के दौरान लकवे से पीड़ित हुए ब्रिटिश नागरिक विल पाइक ने ताज महल पैलेस होटल के मालिकों के खिलाफ मुकदमा करने की बात कही है। उनका कहना है कि हमले की चेतावनी के बावजूद मालिकों ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए थे।
पाइक के वकीलों ने मंगलवार को कहा कि वे टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के खिलाफ लंदन के होई कोर्ट में अर्जी देकर हर्जाने की मांग करने जा रहे हैं। आतंकी हमले के दौरान ताज होटल को प्रमुखता से निशाना बनाया गया था। हमले में 166 लोग मारे गए थे। पाइक के वकील रसेल लेवी के मुताबिक 2008 में सीएनएन चैनल को दिए साक्षात्कार में टाटा समूह के तत्कालीन अध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि की थी कि हमले की आशंका को लेकर होटल को चेतावनी दी गई थी। लेवी ने कहा कि 33 वर्षीय पाइक 26 नवंबर, 2008 को होटल में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ भारत में छुट्टी की आखिरी रात बिता रहे थे। तभी उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी और देखा कि नीचे के मंजिल से धुआं उठ रहा है। पाइकऔर उनकी प्रेमिका ने चादरों और पर्दो को आपस में बांधकर उसकी रस्सी बनाई और खिड़की से निकल कर बचने का प्रयास किया, लेकिन पाइक तीसरी मंजिल से जमीन पर गिर गए और लकवे का शिकार हो गए। हाई कोर्ट में इस बारे में दो दिसंबर को सुनवाई होगी कि पाइक के मामले को ब्रिटेन में आगे बढ़ाया जा सकता है कि नहीं।

बुजुर्ग सिख के लिए फाइव स्टार होटल में लगी अदालत
27 November 2013
लंदन। ब्रिटेन में एक असामान्य कदम उठाते हुए एक फाइव स्टार होटल को अदालत में तब्दील कर दिया गया। यह कदम व्हीलचेयर पर जीवन व्यतीत कर रहे 86 वर्षीय सिख पिता को पांच करोड़ पौंड (करीब 504 करोड़ रुपये) के संपत्तिविवाद में अपने उद्योगपति बेटे के खिलाफ सुबूत देने के लिए उठाया गया।
रेडिसन ब्लू एडवरडीयन होटल्स के प्रमुख भारतीय मूल के 62 वर्षीय जसमिंदर सिंह पर उनके पिता बाल मोहिंदर सिंह ने खुद को व्यवसाय से बेदखल कर पारिवारिक संपत्तिके बंटवारे की सिख परंपरा का त्याग करने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि जसमिंदर 41.5 करोड़ पौंड (करीब 4185 करोड़ रुपये) के मालिक हैं, लेकिन विवाद पांच करोड़ पौंड को लेकर है। बीमार सीनियर सिंह चलने फिरने में असमर्थ हैं और उन्हें 24 घंटे देखभाल की जरूरत होती है। हाई कोर्ट में पेश होने की उनकी असमर्थता को देखते हुए फाइव स्टार 'मेफेयर होटल' के कांफ्रेंस रूम में मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान व्हील चेयर पर आकर उन्होंने अपने बेटे के खिलाफ सुबूत पेश किए। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल पैसे को लेकर नहीं बल्कि परंपरा के निर्वहन में असफल होने को लेकर है। मोहिंदर ने सुबूत पेश करते हुए 2010 में 80 करोड़ पौंड के होटल समूह के निदेशक पद से उन्हें हटाने के निर्णय के प्रति निराशा व्यक्त की।

अब चीन की नज़र चांद पर, रोवर करेगा खोजबीन
27 November 2013
बीजिंग। चीन चाँद पर मानवरहित रोवर मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है. अधिकारियों के मुताबिक़ यह खोजी मिशन अगले महीने भेजा जाएगा.
इस मिशन का नाम यूटू या 'जेड रैबिट' रखा गया है. चीनी लोक कथाओं में इस नाम का चरित्र चंद्रमा पर निवास करता है.
हाल के कुछ सालों में चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम ने उल्लेखनीय प्रगति की है.
इसी साल जून में क्लिक करें चीन के तीन अंतरिक्षयात्रियों ने धरती की कक्षा में 15 दिन गुजारे थे और उन्होंने अपने अंतरिक्षयान को अंतिरक्ष प्रयोगशाला में डॉक किया था.
चीन ने 2007 में एक मानवरहित अंतरिक्ष यान भी चंद्रमा की कक्षा में भेजा था.

'बे ऑफ़ रेनबोज़'

यह अंतरिक्ष यान 16 महीनों तक चंद्रमा की कक्षा में रहा और बाद में इसे चंद्रमा की सतह से टकराकर नष्ट कर दिया गया.
चाँद पर भेजे जाने वाले रोवर मिशन की घोषणा इसी साल अगस्त में की गई थी. अभी तक इसके लाँच किए जाने की निर्धारित तिथि की घोषणा नहीं हुई है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह मिशन दिसंबर के शुरुआती हफ़्ते में लॉन्च किया जा सकता है.
यदि सब कुछ योजना के मुताबिक़ चला तो यह मिशन मध्य दिसंबर तक चंद्रमा पर पहुँच जाएगा.
रोवर को क्लिक करें चंद्रमा की सतह पर पहुँचाने के लिए एक लैंडिंग यान का इस्तेमाल किया जाएगा. यह रोवर तीन महीनों तक चंद्रमा की सतह के 'बे ऑफ रेनबोज़' क्षेत्र का अध्ययन करेगा.

राष्ट्रीय गौरव

इस रोवर अभियान का नामकरण एक ऑनलाइन वोटिंग के बाद हुआ. इस ऑनलाइन वोटिंग में कई लाख लोगों ने हिस्सा लिया था.
चीन ने 2003 में अंतरिक्ष में मानव अभियान भेजने में कामयाबी हासिल की थी. यह उपलब्धि हासिल कर चीन अंतरिक्ष में मानव अभियान भेजने वाला तीसरा देश बन गया था.
सेना समर्थित अंतरिक्ष अभियान को चीन में राष्ट्रीय गौरव माना जा रहा है.
चीन अंतरिक्ष में मानव भेजने में कामयाबी हासिल करने वाले विश्व के तीन देशों में शामिल है. चीन के अलावा क्लिक करें अमरीका और रूस ने यह उपलब्धि हासिल की है.

असांजे पर अमेरिका में केस चलाए जाने की संभावना नहीं
27 November 2013
वॉशिंगटन। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका में हजारों गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने के मामले में आरोपी बनाए जाने की संभावना बेहद ही कम है। अमेरिकी अखबार 'द वॉशिंगटन पोस्ट' ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है।
असांजे के वकील बैरी पॉलक ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है, हालांकि उन्होंने एएफपी से कल कहा कि न्याय विभाग ने इस मामले में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
पॉलक ने कहा कि असांजे खुद को आरोपी नहीं बनाए जाने के न्याय विभाग के एक औपचारिक एवं स्पष्ट बयान का स्वागत करेंगे। इस मामले में न्याय विभाग के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
यौन उत्पीड़न के दो मामलों में पूछताछ के लिए स्वीडन प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए असांजे जून 2012 के बाद से ही इक्वाडोर के लंदन स्थित दूतावास में रह रहे हैं।
उन्होंने कई बार यह चिंता जताई है कि अमेरिकी सेना एवं कूटनीति से संबंधित गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने के मामले में मुकदमे के लिए उन्हें अमेरिका भेजा जा सकता है।

पाक ने सरबजीत की निजी वस्तुएं लौटाई
26 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत सिंह की मौत के बाद उनके कपड़े और दूसरी निजी वस्तुएं लौटा दिए। सरबजीत की वस्तुएं सोमवार को इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को सौंप दी गई। पाकिस्तान ने यह कदम इस साल अगस्त में भारत के आग्रह के बाद उठाया है।
गौरतलब है कि 1990 में लाहौर में हुए बम धमाकों में मौत की सजा पाए सरबजीत पर कोट लखपत जेल में कुछ पाकिस्तानी कैदियों ने जानलेवा हमला किया था। सिर में गंभीर चोट की वजह से इस साल 2 मई को उसकी मौत हो गई थी।
सरबजीत की मौत के बाद उनकी बहन दलबीर कौर ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से अपने भाई के निजी वस्तुएं पाकिस्तान से वापस लाने की गुहार लगाई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान से सरबजीत की वस्तुएं लौटाने का आग्रह किया था।
भारतीय उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हमें सरबजीत से जुड़ी 36 वस्तुएं सौंपी गई हैं। इनमें पवित्र कुरान, तीन अन्य ग्रंथ, माला, पांच जोड़े कपड़े, गद्दा, मटका, कंबल और जूते के अलावा जेल में कमाए पैसे शामिल हैं। जल्द ही ये वस्तुएं भारत भेज दी जाएंगी।'
कोट लखपत जेल प्रशासन पहले ही गृह मंत्रालय को सरबजीत की वस्तुएं लौटा चुका था।

थाइलैंड की राजधानी में आपातकाल
26 November 2013
बैंकॉक। थाइलैंड में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा वित्त और विदेश मंत्रालय में धावा बोलने के बाद प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा ने सोमवार को राजधानी में आपातकाल की घोषणा कर दी। 2010 के बाद इसे अब तक का यह सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन माना जा रहा है। 1932 में थाइलैंड के लोकतांत्रिक राष्ट्र बनने के बाद से देश में 18 बार तख्तापलट कर चुकी सेना हर गतिविधि पर नजर गड़ाए है।
प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि शिनावात्रा अपने भाई एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा के हाथों की कठपुतली बनकर रह गई है। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते ही 2006 में सेना ने तख्तापलट करते हुए थाकसिन को प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया था। बाद में भ्रष्टाचार में उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई थी। फिलहाल थाकसिन आत्म-निर्वासन में देश से बाहर हैं, लेकिन अपनी बहन की सरकार में खासा दखल रखते हैं।
इसी बात से खफा थाइलैंड की जनता विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी की अगुआई में सोमवार को सड़कों पर उतर आई। करीब 1000 प्रदर्शनकारी वित्त एवं विदेश मंत्रालय समेत छह अन्य सरकारी इमारतों में दाखिल हो गए। ये लोग सीटियां बजाते और हो-हल्ला मचाते हुए पहली मंजिल के कमरों में घुसे। इसके बाद यहां चटाई बिछाकर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि थाकसिन के शासन के खिलाफ उनका मंत्रालयों पर कब्जा प्रतीकात्मक है। प्रदर्शनकारियों के रुख को देखते हुए मंत्रालय का स्टाफ वहां से भाग खड़ा हुआ। प्रदर्शनकारियों ने इन इमारतों की बिजली और पानी की आपूर्ति भी रोक दी है। मंगलवार को सभी मंत्रालयों के घेराव का ऐलान किया है।
विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी के नेता व देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री सुदेप थाग्सबान ने प्रदर्शनकारियों से रात भर वित्त मंत्रालय में बने रहने को कहा। थाग्सबान ने कहा, 'हमारा एकमात्र मकसद देश को थाकसिन के शासन से मुक्ति दिलाना है।'
सरकार प्रदर्शनकारियों के दबाव में आती दिख रही है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि सरकार कानून का पालन करेगी, लेकिन जनता के खिलाफ सख्ती नहीं की जाएगी। प्रदर्शनकारियों से कानून हाथ में न लेने का आग्रह करते हुए यिंगलक ने कहा कि समूचे राजधानी क्षेत्र में आंतरिक सुरक्षा कानून लागू कर दिया गया है।

26/11 : भारत के साक्ष्य ठगने वाले
26 November 2013
इस्लामाबाद। मुंबई हमले (26/11) की पांचवीं बरसी से पहले इस हमले के सात संदिग्धों के नए वकील राजा रिजवान अब्बासी ने कहा है कि इस संबंध में भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्य ठगने वाले हैं।
लश्कर-ए-तैयबा कमांडर जकीउर रहमान लखवी और छह अन्य आरोपियों के वकील अब्बासी ने संवाददाताओं से कहा, 'भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए डोजियर सूचनाएं हैं, वे साक्ष्य नहीं हैं।
कोर्ट को साक्ष्य की जरूरत होती है।' अभियोजन पक्ष द्वारा साक्ष्यों को लेकर संतुष्टि जताने और आरोपियों को दोषी ठहराए जाने के प्रति आश्वस्त होने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बारे में सिर्फ कोर्ट ही फैसला कर सकता है। ख्वाजा हरीस अहमद और रियाज अकरम चीमा द्वारा निजी कारणों से संदिग्धों का कोर्ट में प्रतिनिधित्व करने से इन्कार किए जाने के बाद जाहिद हुसैन तिरमिजी और अब्बासी को उनका वकील नामित किया गया था।

परमाणु समझौते के बाद शुरू हुआ कठिन दौर
26 November 2013
वाशिंगटन। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने की दिशा में ऐतिहासिक समझौता करने में भले ही सफलता मिल गई हो, लेकिन अभी कठिन डगर बाकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके सहयोगी नेताओं का मानना है कि इस अंतरिम समझौते को व्यापक समझौते में बदलना बड़ी चुनौती है।
इस बीच ईरान के साथ परमाणु समझौते से उभरी नाराजगी को दूर करने के लिए ओबामा ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से इस मसले पर चर्चा की। अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन, ब्रिटेन और जर्मनी और ईरान के बीच जेनेवा में रविवार को हुए ऐतिहासिक समझौते को नेतन्याहू ने ऐतिहासिक भूल करार दिया था। समझौते के तत्काल बाद उन्होंने कहा था कि इससे ईरान के लिए परमाणु हथियार बनाने के रास्ते खुल जाएंगे।
ह्वाइट हाउस के उप प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने रविवार को बताया कि दोनों नेताओं ने ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के अपने साझा लक्ष्यों की फिर पुष्टि की। अर्नेस्ट ने बताया कि राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि छह देशों की स्थाई, शांतिपूर्वक और व्यापक समाधान हासिल करने की कोशिश है जिससे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं का समाधान होगा।

उत्तर कोरिया पर और कस सकता है शिकंजा :

टोक्यो। विश्व के ताकतवर देशों और ईरान के बीच परमाणु समझौते के बाद अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर और प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं। उत्तर कोरिया नीति के विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि ग्लेन डेविस ने कहा कि उत्तर कोरिया बातचीत में शामिल होने की कोशिश के साथ अपने कार्यक्रम को जारी रख रहा है जो पूरी तरह अस्वीकार्य है। टोक्यो में अपने समकक्ष के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि यदि उत्तर कोरिया गंभीरता नहीं दिखाता है तो उस पर दबाव बनाने के लिए कदम उठाना होगा।

टाइम मैगजीन की पर्सन ऑफ द इयर की लिस्ट में शुमार हुए मोदी
26 November 2013
न्यूयार्क। भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को टाइम मैगजीन ने उन 42 लोगों में चुना है जिन्हें पर्सन ऑफ द ईयर बनाने के लिए सबसे ज्यादा ऑनलाइन वोट मिले। पर्सन ऑफ द ईयर 2013 का ऐलान अगले माह किया जाएगा। इस लिस्ट में विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल हैं।
मोदी के अलावा इस फेहरिस्त में जापान के प्रधानमंत्री शिंजोअबे, अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई, अमेजन की सीईओ जेफ बेजोस समेत कई अन्य नाम शामिल हैं। मोदी का नाम चुने पर टाइम मैगजीन ने इसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का मौजूदा समय में सबसे लोकप्रिय चेहरा बताया है। सबसे गौर करने वाली बात यह है कि भारत की ओर से टाईम मैगजीन की इस लिस्ट में केवल मोदी का ही नाम शामिल किया गया है।
टाइम मैगजीन ने दुनिया भर से सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों के नाम चुने जाने और उन्हें वोट करने के लिए ऑनलाइन वोटिंग प्रक्रिया शुरू की है। इसमें उन्हें 2650 वोट मिले। मोदी इस लिस्ट में रूस में शरण लेने वाले स्नोडेन से आगे चल रहे थे। ओबामा को दूसरी बार इस लिस्ट में शुमार किया गया है। लेकिन टाइम मैगजीन के मुताबिक इस बार ओबामा अपने वादों और दावों पर खरे उतरते दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस लिस्ट में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का भी नाम शामिल है। इसके अलावा इसमें इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नितिनयाहू, इरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी, चीन के राष्ट्रपति जी जिनपिंग, आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टिन लेगार्डे, याहू के सीईओ मारिसा मेयर, जर्मन के चांसलर एंजिला मार्केल, रूस के प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन का भी नाम शामिल है।

सेवानिवृत्त होने के बाद आराम करेंगे कियानी
26 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना प्रमुख अशफाक परवेज कियानी इस महीने सेवानिवृत्त होने के बाद कोई पदभार ग्रहण नहीं करेंगे। यह बात उनके भाई ब्रिगेडियर [सेवानिवृत्त] अमजद ने कही है। कियानी का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
अमजद ने कहा, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ [सीओएएस] सेवानिवृत्त होने के बाद नौकरी नहीं करते।' जनरल जहांगीर करामात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह एकमात्र सेना प्रमुख थे, जिन्होंने सेवानिवृत्ति होने के बाद इस्लामाबाद में नेशनल डेफेंस यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर काम किया। 'द न्यूज डेली' ने अमजद के हवाले से कहा, 'हमारा परिवार काफी खुश है कि जनरल कियानी अब परिवार को समय दे पाएंगे। चेन स्मोकर होने के कारण उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है, ऐसे में उन्हें आराम की जरूरत है। वह कोई पदभार स्वीकार नहीं करेंगे।'
जनरल कियानी कासेवाकाल बढ़ा दिए जाने पर परिवार की प्रतिक्रिया के बारे में उन्होंने बताया कि परिवार के सभी लोग इसके खिलाफ थे, लेकिन कुछ सैन्य मजबूरियों के कारण उन्हें पद पर बने रहना पड़ा।' उनकी मां द्वारा कियानी को माझ [भैंस] पुकारे जाने के सवाल पर अमजद ने बताया, 'मेरे भाई बहुत कम बोलते हैं। कियानी पिछली सदी के नौवें दशक में बेनजीर भुंट्टो, गुलाम मुस्तफ जटोई के कार्यकाल में कर्नल थे। नवाज शरीफ के शासन में करीब तीन महीने उप सैन्य सचिव रहे। अमजद के मुताबिक इस दौरान उन्होंने कभी भी सरकारी जानकारी को घर में किसी से साझा नहीं किया। इसलिए मेरी मां उन्हें माझ कहती थी क्योंकि वो हर बात को पचा जाते थे।'
वर्ष 2007 में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने कियानी को सेना प्रमुख नियुक्त किया था। 2010 में प्रधामंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने उन्हें तीन साल का सेवा विस्तार दिया था। जनरल कियानी के तीन भाई और तीन बहनें हैं। सबसे बड़ी बहन कनाड़ा में रहती हैं। उनके बाद जनरल कियानी, ब्रिगेडियर [सेवानिवृत्त] अमजद, मेजर [सेवानिवृत्त] बाबर और सबसे छोटे कामरान कियानी हैं। उनकी एक बहन सेना में चिकित्सक रह चुकी हैं। जबकि एक शिक्षक हैं।

विवादित द्वीपों के ऊपर वायु रक्षा क्षेत्र बनाना खतरनाक
26 November 2013
टोक्यो। पूर्वी चीन सागर के विवादित द्वीपों के ऊपर वायु रक्षा क्षेत्र बनाने की चीन की घोषणा को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने खतरनाक कदम बताया है। वहीं दक्षिण कोरिया ने भी चीन के इस कदम की आलोचना की है। चीन में इन द्वीपों को दियाओउ और जापान में सेनकाकू कहा जाता है।
अमेरिका ने पहले ही कहा था कि इन द्वीपों को लेकर यदि सैन्य संघर्ष होता है तो वह जापान का समर्थन करेगा। इसी के बाद जापानी प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी की है। दूसरी ओर चीन ने वायु सुरक्षा क्षेत्र बनाए जाने को लेकर जापान और अमेरिका की आपत्तियों को खारिज कर दिया है। चीन ने इसके लिए खुद की आलोचना किए जाने को लेकर अमेरिका से विरोध भी जताया है।
रिपोर्टो के मुताबिक एबी ने जापानी संसद में कहा, 'चीन का यह कदम बहुत खतरनाक है क्योंकि इसके अवांछित परिणाम हो सकते हैं। इसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं। जापान चीन से कहेगा कि वह संयम बरते। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग कर रहे हैं।' अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने चीन की घोषणा पर चिंता जताते हुए कहा है कि इससे अनहोनी की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि चीन की यह एकपक्षीय कार्रवाई पूर्वी चीन सागर में वर्तमान स्थिति में बदलाव का प्रयास है। दूसरी ओर दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता किम मिन-सियोक ने भी चीन की इस घोषणा को अफसोसजनक बताया है। चीन ने जो वायु रक्षा क्षेत्र बनाए जाने की घोषणा की है उसका कुछ हिस्सा दक्षिण कोरिया के वायु रक्षा क्षेत्र में आता है।

पाक-बैंड ने मलाला को समर्पित किए दो गाने
26 November 2013
कोलकाता। पाकिस्तान के रॉक बैंड ने रूढि़वादी तत्वों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही किशोरी मलाला युसूफजाई के लिए दो गाने तैयार किए हैं। गाने के बोल हैं 'डरते हैं बंदूक वाले एक निहत्था लड़की से' और दूसरे गाने का अंग्रेजी वर्जन है 'यू गिव मी होप मलाला'।
इन दोनों गानों के लेखक, निर्माता और वक्ता गायक तैमूर का कहना है कि पाकिस्तान के कई हिस्सों में इन दोनों गानों ने बहुत धूम मचाई है। इनका कहना है कि हमें इसके लिए नापसंद वाले संदेश भी मिल रहे हैं। गायक तैमूर यहां पर एक इंटरनेशनल एक्शन एड नामक एनजीओ के द्वारा चलाए जा रहे बेटी जिंदाबाद अभियान में शरीक होने आए हैं।
यहां हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि हमें इन दोनों गानों के लिए लाहौर, कराची, इस्लामाबाद, राउल पिंडी में उत्साहपूर्ण जवाब मिल रहा है। इसके अलावा श्वेत घाटी जो कि उत्तरी दक्षिण के खाइबर पखतुनखवा में भी इन गानों को खूब ख्याति मिली है। बता दें कि यह वही इलाका है जहां मलाला को तालिबान संगठन ने महिलाओं की शिक्षा के उत्थान के लिए किए गए अभियान के लिए धमकाया था। इसके बाद उस पर गोलियां भी चलाई गईं जो उसके सिर और गर्दन पर लगी थीं।
उन्होंने कहा कि तालिबान पाकिस्तान का एक छोटा सा हिस्सा है और लोग इससे नफरत करते हैं। तैमूर कहते हैं कि यह दोनों गाने पंजाब और सिंध घाटी में भी लड़कियों को खूब पसंद आ रहे हैं और साथ ही लड़कियां इनके साथ जुड़ भी रही हैं।
मलाला के पिता जिहाउद्दीन युसूफजई ने लाल बैंड को इंग्लैंड से ई-मेल भेजा है। उन्होंने लाल बैंड के गायक तैमूर को इन गानों के लिए आभार कहा है। मलाला का पूरा परिवार इस सारी घटना के बाद इंग्लैंड में रह रहा है।
गायक का कहना है कि वह इस तरह के अभियान को विश्व व्यापी तौर पर शुरू करना चाहते हैं क्योंकि पाकिस्तान में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के प्रति अधिक अन्याय होता है। उन्होनें मलाला को बहादुर बताते हुए कहा कि वह एक बहादुर लड़की है, जिसने इस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया।
तैमूर जिन्होंने अपने जीवन की शुरूआत लाहौर विश्वविद्यालय विज्ञान प्रबंधन के राजनीति शास्त्र के सहायक प्राध्यापक और संयोजक के रूप में की थी। वह कहते हैं कि उन्होंने हमेशा से युवाओं की आधुनिक सोच को समझने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि यह दोनों गाने रॉक और कंटेपरी संगीत शैली के हैं। भारत का बॉलीवुड जहां इसका सागर है, वहीं पाकिस्तान के लॉलीवुड में अभी इसको कोई मुकाम नहीं मिल पाया है।।

अमेरिका और तालिबान से झगड़ा नहीं चाहता पाक
26 November 2013
लाहौर। पाकिस्तान की सरकार तालिबान से शांति वार्ता चाहती है, लेकिन इसके लिए तालिबान ने अमेरिकी ड्रोन हमले रुकवाने की शर्त रख दी है। कशमकश में फंसी सरकार ने साफ कर दिया है कि वह न तो ड्रोन हमले रुकवाने में सक्षम है और न ही तालिबान के खिलाफ सैन्य ताकत का इस्तेमाल करेगी।
सूचना मंत्री परवेज राशिद ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि देश युद्ध करने की स्थिति में नहीं है। भले ही यह तालिबान से हो या अमेरिका से। हमें वार्ता के जरिये सभी मुद्दों का हल निकालना होगा। एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि क्या सरकार अमेरिकी ड्रोन विमानों को मार गिराने की तैयारी में है तो उन्होंने कहा कि हम हमले रुकवाना चाहते हैं। ये पाकिस्तान की संप्रभुता के खिलाफ है। इसके लिए हम सभी मंचों से आवाज उठा रहे हैं। लेकिन, एक बात में साफ कर देना चाहता हूं कि हम ड्रोन हमले बंद करवाने के लिए अमेरिका से युद्ध नहीं कर सकते।
पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पीएमएल-एन सरकार ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मुखिया हकीमुल्ला महसूद के ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद ओबामा प्रशासन से कड़ा विरोध दर्ज कराया था। पाक का कहना था कि वह टीटीपी नेतृत्व को बातचीत के लिए राजी करा चुकी थी। लेकिन, इस हमले ने उनके प्रयासों पर पानी फेर दिया। इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ और जमात-ए-इस्लामी ने ड्रोन विमानों को मार गिराने की मांग की थी। दोनों पार्टियों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शनिवार को नाटो सेनाओं के आपूर्ति मार्गो को भी रोक दिया था।
राशिद ने कहा, यदि हम आपूर्ति बंद करते हैं हमारे सहयोगी तुर्की समेत वह सभी यूरोपीय देश नाराज हो जाएंगे जिनकी सेनाएं अफगानिस्तान में मौजूद हैं। उन्होंने इमरान से आपूर्ति मांग खोलने की मांग की। हालांकि, उन्होंने टीटीपी को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी लोग पाकिस्तान की जमीन का अपने राजनीतिक एवं धार्मिक एजेंडे को बढ़ावा देने में गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

ईरान और विश्व शक्तियों के बीच ऐतिहासिक परमाणु समझौता
26 November 2013
जेनेवा। दुनिया के ताकतवर देशों और ईरान के बीच आखिरकार उसके विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर ऐतिहासिक समझौता हो गया। इस समझौते से उसे सात अरब डॉलर (करीब 44 हजार करोड़ रुपये) की राहत मिलेगी और उस पर 6 माह तक कोई नया प्रतिबंध नहीं लगेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की दिशा में यह महत्वपूर्ण और पहला कदम है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने समझौते पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वार्ताकारों को बधाई दी।
समझौते की घोषणा रविवार को प्रमुख वार्ताकार कैथरीन ऐश्टन और ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जावेद जरीफ ने की। पत्रकारों से जरीफ ने कहा कि हम एक समझौते पर पहुंच गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके देश का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यो के लिए है और वह यूरेनियम संबर्धन का अधिकार नहीं छोड़ेगा। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्वीट कर कहा कि इस रचनात्मक वार्ता से एक नई उम्मीद जगी है।
समझौते के तहत ईरान ने जिन मुद्दों पर अपनी प्रतिबद्धता जताई है उसमें संबर्धित यूरेनियम के भंडार को कम करना, परमाणु संयंत्रों को निगरानी के लिए खोलना प्रमुख है। इसके बदले अमेरिका के साथ वार्ता में शामिल पांच अन्य ताकतवर देश उसे सीमित और अस्थाई राहत देने पर सहमत हुए हैं। यह घोषणा जेनेवा में ईरान और अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, चीन, जर्मनी के बीच यूरोपीय संघ की शीर्ष राजनयिक कैथरीन की अध्यक्षता में चार दिनों से ज्यादा चली वार्ता के बाद की गई। गत अगस्त में हसन रूहानी के राष्ट्रपति बनने के बाद ईरान के साथ जेनेवा में यह तीसरी बैठक थी।
इस बीच, ह्वाइट हाउस ने कहा है कि रविवार को हस्ताक्षरित परमाणु समझौते के तहत अमेरिका और सहयोगी देश ईरान को सात अरब डॉलर की राहत प्रदान करेंगे। अमेरिकी प्रशासन ने एक बयान में कहा कि यदि ईरान समझौते का पालन करता है तो उस पर छह महीने तक कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। समझौते के अनुसार, ईरान को ऑटोमोबाइल, पेट्रो रसायन और बहुमूल्य धातुओं के कारोबार में राहत मिलेगी लेकिन अगले छह महीनों तक वह कच्चे तेल की बिक्री नहीं बढ़ा सकता। अकेले तेल प्रतिबंधों से ही ईरान को करीब 30 अरब डॉलर (करीब 1.88 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान होगा।

भड़का इजरायल, कहा-समझौते से वह बंधा नहीं

यरुशलम। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर हुए समझौते पर इजरायल ने कड़ी आपत्ति जताई है। एक बयान में समझौते की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह बहुत बुरा समझौता है। ईरान जो चाहता था उसे वह मिल गया। इस समझौते से उनका देश बंधा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से दुनिया को बहुत खुश होने की जरूरत नहीं है।

भारत ने किया स्वागत, तेल आयात में राहत नहीं

नई दिल्ली। ईरान समझौते का भारत ने स्वागत किया है लेकिन इससे उसे तेल आयात में कोई राहत मिलने नहीं जा रही है। ईरान पर लगे प्रतिबंधों के चलते भारत को उससे कच्चे तेल के आयात में कटौती करनी पड़ रही है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का वार्ता और कूटनीति के माध्यम से समाधान निकालने की कोशिशों का भारत स्वागत करता है।
*****

सबने सराहा

''ईरान और वैश्विक ताकतों ने बहुत साहस एवं धैर्य का परिचय दिया है। अब उन्हें अनुशासन के साथ इस समझौते को लागू करना चाहिए।'' -हर्मन वान रॉम्पे (यूरोपीय यूनियन के अध्यक्ष)
--------
''परमाणु कार्यक्रम पर जेनेवा में हुए समझौते से सभी पक्षों की जीत हुई है। ईरान समेत पूरी दुनिया को इससे फायदा पहुंचने की उम्मीद है।'' -सर्गेई लावरोव (रूस के विदेश मंत्री)
--------
''समझौते के बाद ईरान के लिए परमाणु हथियार बनाना और मुश्किल हो जाएगा। हमारे विशेषज्ञ उन पर नजर रखेंगे। अब अमेरिका और उसके सहयोगी पूरी तरह से सुरक्षित हैं।'' -जॉन केरी (अमेरिका के विदेश मंत्री)
---------
''यह ईरान समेत पूरी दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण मौका है। यह परमाणु निरस्त्रीकरण की ओर हमारा महत्वपूर्ण कदम है।'' -विलियम हेग (ब्रिटेन के विदेश मंत्री)
-------
''दुनिया में शांति बहाली के लिए यह समझौता अहम साबित होगा। इससे साफ हो गया है कि ईरान भी सहयोग के लिए तैयार है।'' -वांग यी (चीन के विदेश मंत्री)

अपने नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट पर भड़का चीन
23 November 2013
मैड्रिड। पूर्व राष्ट्रपति जियांग जेमिन समेत कई चीनी नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की स्पेन की एक अदालत की कार्रवाई ने चीन को आगबबूला कर दिया है। अदालत के आदेश को बकवास करार देते हुए चीन ने स्पेन से स्पष्टीकरण मांगा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने बीजिंग में स्पेन के राजदूत को तलब कर मामले पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। इस प्रकरण से दोनों देशों के संबंध खटाई में पड़ सकते हैं।
स्पेन के हाई कोर्ट ने बीते मंगलवार को तिब्बत में नरसंहार के आरोप में चीन के कई पूर्व नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था। अदालत के इस फैसले के चलते चीन के इन नेताओं को स्पेन या उसकी अदालत का आदेश मानने वाले देशों की यात्रा के दौरान गिरफ्तार किया जा सकता है। जेमिंग और फेंग के अलावा चीन के तीन पूर्व उच्चपदस्थ अधिकारियों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
अदालत के इस आदेश का असर दोनों देशों के रिश्तों पर भी पड़ सकता है। स्पेन के एक कूटनीतिज्ञ सूत्र ने कहा, 'विदेश मंत्रालय की मामले पर नजर है। अदालत के ऐसे फैसलों से चीन के साथ हमारे रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं।' गौरतलब है कि तिब्बत समर्थक दो संगठनों और स्पेन की नागरिकता ले चुके एक भिक्षु ने वर्ष 2006 में स्पेन की अदालत में एक मुकदमा दाखिल कर चीनी नेताओं पर तिब्बत में नरसंहार का आरोप लगाया था। जिस पर अदालत ने चीन के नेताओं की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है।

लातविया में सुपर मार्केट की छत ढहने से 43 मरे
23 November 2013
रीगा। लातविया की राजधानी रीगा में मैक्सिमा सुपर मार्केट की छत ढहने से 43 लोगों की मौत हो गई है।
मरने वालों में तीन अग्निशमन दल के कर्मचारी भी शामिल हैं जिनकी बचाव कार्य के दौरान जान चली गई। गुरुवार की शाम यह हादसा उस समय हुआ जब वहां पर काफी भीड़ थी। यह इमारत नवंबर, 2011 में बनकर तैयार हुई थी। अग्निशमन और बचाव दल की प्रवक्ता विक्टोरिजा सेमबेल ने शुक्रवार को मृतकों की संख्या 43 होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है क्योंकि इमारत की छत का बचा हुआ हिस्सा कभी भी गिर सकता है। इस हादसे में शुरुआती आंकड़ा 33 मृतकों का था जबकि घायलों की संख्या 38 थी। इस त्रासदी के बाद सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
इमारत ढहने के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इमारत का डिजाइन और कमजोर निर्माण हादसे की वजह हो सकता है। अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मलबे के नीचे कितने लोग दबे हो सकते हैं। कई क्रेनों को मलबा हटाने के काम में लगा दिया गया है। अग्निशमन और बचाव कर्मचारी मलबे में फंसे लोगों को तलाश रहे हैं।

नेपाली कांग्रेस और सीपीएन यूएमएल में कांटे की टक्कर
23 November 2013
काठमांडू। नेपाल में हुए संविधान सभा के चुनाव में अब तक की मतगणना में सीपीएन-यूएमएल और नेपाली कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है जबकि माओवादियों को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। यह संविधान सभा देश में वर्षो से जारी राजनीतिक संकट को खत्म करने के लिए नए संविधान का मसौदा तैयार करेगी।
बुधवार से जारी मतगणना में अब तक 130 सीटों के परिणाम आ चुके हैं जिसमें से 58 सीटों पर जीत के साथ सीपीएन-यूएमएल सबसे आगे चल रही है। जबकि उसे करीबी चुनौती दे रही नेपाली कांग्रेस 53 सीटें हासिल कर दूसरे नंबर पर है। इस चुनाव में सबसे बड़ा झटका माओवादी नेता प्रचंड की पार्टी यूसीपीएन-एम को लगा है। 2008 के संविधान सभा के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली यूसीपीएन-एम को महज नौ सीटें ही मिली हैं। इसके अलावा मधेशी पार्टियां भी दस सीटें जीत चुकी हैं। संविधान सभा के लिए मंगलवार को चुनाव हुए थे।
चुनाव में अब तक जिन बड़े नेताओं की जीत हुई उनमें सीपीएन-यूएमएल के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल, सीपीएन-एम उपाध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष सुशील कोइराला शामिल हैं। चुनाव हारने वाले बड़े नेताओं में प्रचंड, उनकी बेटी रेनू दहल, मधेशी समूह के विजय गछादर और उपेंद्र यादव शामिल हैं।

डॉक्टर आफरीदी पर हत्या का मामला दर्ज
23 November 2013
इस्लामाबाद। अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का सुराग लगाने में अमेरिका की मदद करने वाले पाकिस्तानी डॉक्टर के खिलाफ हत्या के आरोप में मामला दर्ज कराया गया है।
खैबर एजेंसी में बारा निवासी नसीबा गुल ने यह मामला पांच महीने पहले डॉक्टर शकील आफरीदी के खिलाफ दर्ज कराया। उसने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि आफरीदी ने सर्जन न होते हुए भी अवैध रूप से उसके बेटे सलमान आफरीदी की सर्जरी की जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने बारा स्थित अपने क्लीनिक में 2007 में यह सर्जरी की थी।
डॉक्टर के वकील समीउल्ला आफरीदी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वह सर्जन नहीं हैं। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वे इस बात का पता लगाएं कि क्या वास्तव में यह सर्जरी उन्होंने ही की। प्रतिबंधित आतंकी समूह से संबंध रखने के आरोप में पेशावर की जेल में बंद डॉक्टर आफरीदी के खिलाफ मामले की सुनवाई के लिए 20 दिसंबर की तारीख तय की गई है। मामले की सुनवाई जेल में ही होगी।

ड्रोन हमलों पर भिड़े पाकिस्तान के आला नेता
23 November 2013
इस्लामाबाद। अमेरिकी ड्रोन हमलों पर पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। शुक्रवार को गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अजीज अमेरिका के यह कहने पर कैसे आ गए कि तालिबान से वार्ता के दौरान ड्रोन हमले नहीं किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी शुक्रवार को ड्रोन हमलों पर नाराजगी जताई।
गृह मंत्री ने कहा, मैं हैरान हूं कि अजीज ने अमेरिका की बात पर कैसे यकीन कर लिया? हालिया ड्रोन हमलों को देखते हुए कोई कैसे अमेरिका को पाकिस्तान का दोस्त कह सकता है। अमेरिका पर भरोसा नहीं किया जा सकता। संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान निसार अली खान ने कहा, करतूतों से साफ हो गया है कि अमेरिका न तो पाकिस्तान में शांति चाहता है और न ही तालिबान के साथ बातचीत। उन्होंने दावे के साथ कहा कि पाकिस्तान में आज जो भी अफरातफरी मची है, वह अमेरिका के देश के भीतर बने रहने के कारण है। अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान अपने आत्मसम्मान या अमेरिकी डॉलर में किसी एक को चुने। अमेरिका की आर्थिक मदद से देश को जरा भी फायदा नहीं पहुंचा है।

तालिबान से बातचीत के दौरान ड्रोन हमले नहीं करेगा अमेरिका

सरताज अजीज ने बुधवार को पाक संसद की विदेश मामलों की स्थायी समिति की एक बैठक में कहा था, अमेरिका ने पाकिस्तान को भरोसा दिलाया है कि आतंकियों के साथ बातचीत के दौरान ड्रोन हमले नहीं किए जाएंगे। इसके एक दिन बाद ही अमेरिकी ड्रोन ने पाकिस्तान के कबाइली इलाके में बम बरसाए, जिसमें हक्कानी नेटवर्क के तीन आतंकियों समेत छह लोग मारे गए।

रिहाई के बाद जयंत पटेल ने छोड़ा ऑस्ट्रेलिया
23 November 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में हत्या और धोखाधड़ी के कई मामलों में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद रिहा भारतीय मूल के डॉक्टर जयंत पटेल शुक्रवार को अमेरिका रवाना हो गए। उड़ान भरने से पहले उन्हें उनके वकील ने विदाई दी।
एक दिन पहले गुरुवार को ब्रिसबेन डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज टेरी मार्टिन ने जयंत पटेल को दो वर्ष के निलंबित कारावास की सजा सुनाई थी जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था। गत शुक्रवार को पटेल ने गलत तरीके से पंजीकरण व नौकरी हासिल करने का जुर्म कबूल कर लिया था। पिछले सप्ताह ही पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी, हत्या, बुंदाबर्ग अस्पताल में रोगियों को उपचार के दौरान गंभीर नुकसान पहुंचाने के सभी आरोपों को वापस ले लिया गया था। इस समय वह अमेरिकी नागरिक हैं।

चीन में पाइपलाइन में विस्फोट, 35 की मौत
23 November 2013
बीजिंग। पूर्वी चीन के तटीय शहर किंगडाओ में तेल की एक पाइपलाइन में हुए विस्फोट में 35 लोगों के मरने की खबर है। 130 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक इस पाइपलाइन में रिसाव हो रहा था। यह दुर्घटना शुक्रवार को सुबह साढ़े दस बजे हुई, जब कर्मचारी पाइपलाइन में रिसाव को रोकने का प्रयास कर रहे थे। रिसाव का पता चलने के बाद ही पाइपलाइन से तेल की आपूर्ति बंद कर दी गई थी। 176 किलोमीटर लंबी यह पाइपलाइन हुआंगडाओ जिले में स्थित तेल डिपो को वेफांग शहर से जोड़ती है।

सलमान रुश्दी और मीरा नायर सम्मानित
23 November 2013
न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी, फिल्म निर्माता मीरा नायर को उनकी प्रतिबद्धता और वैश्विक कला में योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
इंडो-अमेरिकन ऑर्ट काउंसिल की 15वीं वर्षगांठ पर इन दो हस्तियों के साथ भारतीय अमेरिकी पैथोलॉजिस्ट मंजुला बंसल का भी सम्मान किया गया। इस मौके पर रुश्दी ने कहा कि आइएएसी ने कला की विभिन्न विधाओं में भारतीय-अमेरिकियों को मंच देने में अमूल्य योगदान दिया है। बंसल ने कहा कि आइएएसी मंच का प्रयोग कला के माध्यम से भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है। आइएएसी उत्तरी अमेरिका में भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कला की विभिन्न विधाओं का प्रतिनिधित्व करता है।

भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद पुरस्कृत

लंदन। भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद प्रीति पटेल को एशियन ट्रेडर एडिटर्स अवार्ड से नवाजा गया। उन्हें यह पुरस्कार किराना क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए दिया गया। हाल में ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने उन्हें नियुक्त किया था। उन्होंने छोटे दुकानों के समर्थन में अभियान चला रखा है।

निशा ने अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री का पद संभाला
23 November 2013
वाशिंगटन। भारतीय मूल की निशा देसाई बिस्वाल ने गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्रालय में दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के लिए सहायक विदेश मंत्री जैसे महत्वपूर्ण ओहदे की औपचारिक रूप से शपथ ली। इस बीच राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक और भारतीय अमेरिकी गार्गी घोष को अहम प्रशासनिक पद पर नियुक्त किया है।
विदेश मंत्रालय में सहायक विदेश मंत्री पद के लिए निशा देसाई को ओबामा ने नामित किया था। कांग्रेस से मंजूरी मिलने के बाद उन्होंने इस पद की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया से स्नातक की डिग्री हासिल की है। वह वर्ष 2011 से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना पर कांग्रेशनल एग्जीक्यूटिव कमीशन की सदस्य थीं। जबकि बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन में पॉलिसी एनालिसिस एंड फाइनेंसिंग निदेशक घोष को राष्ट्रपति ने वैश्विक विकास परिषद में सदस्य बनाया है। घोष के साथ कई अन्य नियुक्तियों की घोषणा करते हुए गुरुवार को ओबामा ने कहा कि मुझे इस बात की बेहद खुशी हो रही है कि ऐसे प्रतिभाशाली लोग अमेरिकी प्रशासन से जुड़ रहे हैं। मैं भविष्य में उनके साथ काम करने को लेकर काफी उत्साहित हूं।
घोष ने स्नातक यूनिवर्सिटी ऑफ विक्टोरिया, अर्थशास्त्र में एमएससी यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड और इंटरनेशनल रिलेशन्स में एमएससी जार्ज टाउन यूनिवर्सिटी से किया है।

इराक में बम ब्लास्ट, 19 लोगों की मौत
23 November 2013
बगदाद। इराक में शुक्रवार को हुए हिंसात्मक हमले में 19 लोग मारे गए और 42 लोग घायल हुए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक राजधानी बगदाद के डोरा जिले,अधमिया, मोसुल के गेल्युहान गांव में शुक्रवार को अलग-अलग बम विस्फोट की घटनाओं में कई लोग मारे गए।
इधर, बगदाद के सैदिया और अबु ग्रैब इलाके में सुन्नी मस्जिदों के करीब सड़क किनारे हुए बम विस्फोट में एक-एक व्यक्ति मारे गए। पश्चिमी बगदाद के अमीरिया जिले में कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने एक पुलिस अधिकारी की उसके घर के बाहर हत्या कर दी। मोसुल के हमाम अलील इलाके में दो पुलिसकर्मी और इराक सेना का एक अधिकारी उस समय मारे गए जब पुलिस गश्ती दल सड़क किनारे रखे गए बम की चपेट में आ गया।
पूर्व सत्तारूढ़ संगठन साहवा मिलिशिया के तीन सदस्य तरमिया इलाके में कार के सड़क किनारे रखे बम की चपेट में आने से मारे गए। हाल के सालों में इराक में हिंसक हमलों की वारदातें काफी बढ़ गई हैं। संयुक्त राष्ट्र के इराक सहायता अभियान के मुताबिक जनवरी से अक्टूबर 2013 तक 7,000 इराकी नागरिक इन हमलों में मारे गए हैं। और 16,000 घायल हुए हैं।

नेपाल चुनाव में प्रचंड और उनकी बेटी की करारी हार
22 November 2013
काठमांडू। नेपाल के माओवादी नेता प्रचंड को संविधान सभा के चुनाव में गुरुवार को दोहरा झटका लगा है। काठमांडू में प्रचंड और उनकी बेटी की शर्मनाक हार हुई है।
नेपाल में मंगलवार को 601 सदस्यीय संविधान सभा के 240 सीटों के लिए मतदान हुआ था जबकि बाकी 335 सदस्यों का चुनाव आनुपातिक प्रणाली से होगा और शेष 26 सरकार द्वारा नामित किए जाएंगे। मतगणना बुधवार से जारी है। काठमांडू निर्वाचन क्षेत्र 10 से यूसीपीएन-एम पार्टी प्रमुख प्रचंड को नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार राजन केसी के हाथों करारी शिकस्त मिली। 2008 में इस सीट से जीतने वाले प्रचंड को इस बार 12 हजार 859 और उन्हें हराने वाले राजन को 20 हजार 392 मत मिले। हालांकि प्रचंड सिरहा सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं जहां वह आगे चल रहे हैं। काठमांडू निर्वाचन क्षेत्र एक से नेपाली कांग्रेस के महासचिव प्रकाश मान सिंह ने बड़े अंतर से प्रचंड की बेटी रेनू दहल को पराजित किया।
इसके पहले प्रचंड की पार्टी ने शुरुआती रुझानों के बाद हेराफेरी का आरोप लगाते हुए मतगणना को स्थगित करने की मांग की है। इस बीच, मुख्य चुनाव आयुक्त नीलकंठ उप्रेती ने कहा कि मतगणना पूरी पारदर्शिता के साथ की जा रही है और यह जारी रहेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराया गया है इसलिए सभी को परिणामों को स्वीकार कराना चाहिए। जबकि रुझानों में आगे चल रही नेपाली पार्टी ने देश की जनता के फैसले को स्वीकार करने की अपील की।
2008 के संविधान सभा के चुनाव में यूसीपीएन-एम सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी लेकिन 2013 के चुनाव में सुशील कोइराला के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है। अब तक के रुझानों के अनुसार नेपाली कांग्रेस 72, सीपीएन-यूएमएल 55 और यूसीपीएन-एम महज 21 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि मधेशी जनाधिकार फोरम नौ सीटों पर आगे है। जबकि 20 सीटों के आए परिणामों में नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल दोनों को 10-10 पर जीत मिली है।

ब्रिटेन की पहली भारतीय महिला मजिस्ट्रेट का निधन
22 November 2013
लंदन। ब्रिटेन की भारतीय मूल की पहली महिला मजिस्ट्रेट चांद लाल सरीन का निधन हो गया है। वह 84 साल की थीं। 1962 में पंजाब से ब्रिटेन के कोवेंट्री शहर आई चांद 1970 में मजिस्ट्रेट बनी थीं।
उनकी मौत कब और किन परिस्थितियों में हुई, इसका हालांकि पता नहीं चल पाया है। चांद के पति दमन अब 90 साल के हैं। भारत से आने के बाद डेंटिस्ट दमन ने कोवेंट्री के ब्रॉडस्ट्रीट में क्लीनिक खोली थी। चांद ने ब्रिटेन में एशियाई समुदाय की महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया। मजिस्ट्रेट बनने से पहले उन्होंने पुलिस के लिए दुभाषिया के तौर पर भी काम किया। स्थानीय अखबार टेलीग्राफ में चांद की बेटी रेणुका कपूर के हवाले से कहा गया है, मेरी मां ओजस्वी महिला थीं।

अफगानिस्तान-अमेरिका सुरक्षा समझौते के मसौदे पर सहमत
22 November 2013
काबुल। 2014 के बाद अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान में बने रहने की शर्तो को लेकर बुधवार को दोनों देश समझौते के मसौदे पर सहमत हो गए। समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अफगानिस्तान के कबायली प्रमुखों की बैठक शुरू हो गई है जो चार दिन चलेगी।
समझौते के मसौदे के मुताबिक अमेरिका की उन मांगों को मान लिया गया है जिसे लेकर दोनों देशों के बीच विवाद था। इनमें अमेरिकी फौज द्वारा अफगानिस्तान में आतंकरोधी अभियान चलाया जाना और अफगान लोगों के घर में घुसकर कार्रवाई किया जाना शामिल है। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अंतिम समझौता नहीं होने पर वह अगले वर्ष के अंत तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिक हटा सकता है। इससे अफगान बलों को अमेरिकी मदद के बिना ही तालिबान से लड़ना पड़ेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने वाशिंगटन में संवाददाताओं से कहा कि हम सुरक्षा समझौते के करीब पहुंच गए हैं।
समझौतेका मसौदा एक जनवरी, 2015 से प्रभावी होगा। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी 24 पृष्ठों के समझौता मसौदे में कहा गया है कि अमेरिका अफगानिस्तान को विदेशी हमले से बचाने के प्रति वचनबद्ध नहीं होगा। अमेरिकी सैनिक अफगान नागरिकों को निशाना नहीं बनाएंगे। अगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि कबायली प्रमुखों को अमेरिका के साथ सुरक्षा समझौते का समर्थन करना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच बहुत कम विश्वास बचा है। करजई ने कहा कि यदि अमेरिका के साथ सुरक्षा समझौते को मंजूरी मिल जाती है तो 2014 के बाद करीब 15 हजार विदेशी सैनिक अफगानिस्तान में रह सकते हैं।

विशेष अदालत गठन के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे मुशर्रफ
22 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ अपने खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाए जाने के लिए विशेष अदालत गठित करने के सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। उनके सहयोगियों की ओर से गुरुवार को यह जानकारी दी गई।
मुशर्रफ की ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी की प्रवक्ता आसिया इशाक ने कहा, 'जिन तीन जजों को विशेष अदालत के लिए नामित किया गया है, उनका मुशर्रफ के प्रति रवैया पक्षपातपूर्ण है। इसलिए मुकदमे की सुनवाई निष्पक्ष रूप से होने की कोई संभावना नहीं है। इन जजों के चयन से पता चलता है कि सरकार मुशर्रफ के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त है। विशेष अदालत के गठन को शीघ्र ही सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।' सरकार ने नवंबर, 2007 में देश में आपातकाल लागू किए जाने को लेकर मुशर्रफ के खिलाफ विशेष अदालत में मुकदमा चलाने का फैसला किया है। पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा।

चीन में निर्माणाधीन स्थल पर मचान गिरने से सात की मौत
22 November 2013
बीजिंग। मध्य चीन में एक निर्माणाधीन साइट पर हुए हादसे में सात की मौत और पांच लोग घायल हो गए। घटना बृहस्पतिवार शाम को मध्य चीन के नानजियांग प्रांत की है।
खबर है कि निर्माणाधीन पांच मंजिला मकान पर पहुंचाए जा रहे समान को ऊपर ले जाते समय मचान एकाएक गिर गया। मचान के गिरने के कारण सात लोग घटनास्थल पर ही मलवा में दब गए , जिसके कारण दबे हुए लोगों की मौत हो गई और पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

भारतीय मूल के डॉक्टर जयंत पटेल रिहा
22 November 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत द्वारा भारतीय मूल के डॉक्टर जयंत पटेल को दो साल के निलंबित कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद रिहा कर दिया गया है। उन पर हत्या और धोखाधड़ी के कई आरोप हैं। इन मामलों में वह पहले ही करीब ढाई साल की सजा काट चुके हैं।
मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि ब्रिसबेन डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज टेरी मार्टिन ने 63 वर्षीय पटेल को सजा सुनाई। गत शुक्रवार को पटेल ने गलत तरीके से पंजीकरण व नौकरी हासिल करने का जुर्म कबूल कर लिया था। इस समय वह अमेरिकी नागरिक हैं। कोर्ट में मार्टिन ने कहा कि पटेल ने बुंदाबर्ग अस्पताल में नौकरी पाने के लिए धोखाधड़ी की। इस डॉक्टर के गैर कानूनी व्यवहार से मरीजों के लिए खतरा था। कोर्ट को बताया गया कि पटेल पहले ही 788 दिन हिरासत में काट चुका है। इसके अलावा प्रत्यर्पण की प्रक्रिया के दौरान भी वह 131 दिन हिरासत में रहा है। मार्टिन ने कहा कि उन्होंने इस बात पर गौर किया कि पटेल पहले ही करीब ढाई साल की जेल काट चुका है।

अमेरिका ने ब्रिटेनवासियों की भी जासूसी की
22 November 2013
लंदन। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] ने लंदन के साथ गोपनीय करार के तहत ब्रिटिश नागरिकों का व्यक्तिगत इलेक्ट्रानिक डाटा संग्रहित किया था। पूर्व एनएसए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा लीक किए गए दस्तावेज के हवाले से ब्रिटिश मीडिया ने यह बात कही है।
गार्जियन अखबार और चैनल 4 की खबर के मुताबिक ब्रिटिश अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि वर्ष 2007 में एनएसए ने ब्रिटेनवासियों के फोन, इंटरनेट और ई-मेल रिकॉर्ड को हासिल करने के बाद उनका विश्लेषण किया था।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा मित्र देशों को लेकर की गई जासूसी के संबंध में ताजा रहस्योद्घाटन अमेरिकी गोपनीय निगरानी कार्यक्रम को सार्वजनिक करने वाले स्नोडेन द्वारा मीडिया को उपलब्ध कराए गए दस्तावेज से हुआ है। गार्जियन और चैनल 4 ने एनएसए के मई, 2007 के ज्ञापन का हवाला दिया जो नीति में बदलाव के तहत ब्रिटिश नागरिकों के इलेक्ट्रानिक रिकॉर्ड को रखने की अनुमति देता है। ज्ञापन में कहा गया कि ब्रिटिश संपर्क कार्यालय ने यहां पर एनएसए के वाशिंगटन कार्यालय के साथ मिलकर आंकड़ों के विश्लेषण को लेकर नया समझौता किया। यह समझौता अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड के बीच तथाकथित 'फाइव आइज' संधि के बावजूद हुआ, जिसके तहत इन देशों के प्रत्येक नागरिक को अन्य देशों की निगरानी से बचाने का प्रावधान है।
हालांकि इस रिपोर्ट पर अमेरिकी या ब्रिटिश अधिकारियों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। स्नोडेन ने फिलहाल रूस में शरण ले रखी है। अमेरिकी अधिकारी उन्हें वापस लाकर उनपर निगरानी कार्यक्रम को लीक करने के संबंध में मुकदमा चलाना चाहते हैं।

सोनिया के खिलाफ संशोधित याचिका के लिए सिख संगठन को मिला समय
22 November 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिका की एक संघीय अदालत ने सिख संगठन सिख्स फॉर जस्टिस [एसएफजे] को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कथित मानवाधिकार उल्लंघन मामले में संशोधित शिकायत याचिका दायर करने के लिए तीन दिसंबर तक का समय दे दिया है। सोनिया के वकील के विरोध के बावजूद अदालत ने सोमवार को सिख अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले संगठन को शिकायत याचिका में सुधार के लिए अतिरिक्त समय दिया।
संगठन ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में संलिप्त कांग्रेसी नेताओं को संरक्षण प्रदान करने में सोनिया की कथित भूमिका पर अदालत में शिकायत याचिका दायर की थी। एसएफजे और 1984 के दंगा पीड़ित कांग्रेस के कमलनाथ, सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और अन्य नेताओं को संरक्षण प्रदान करने के लिए सोनिया के खिलाफ दंडात्मक जुर्माना लगाए जाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच एसएफजे का दावा है कि गत नौ सिंतबर को न्यूयॉर्क के मेमोरियल स्लोअन केटेरिंग सेंटर में सुरक्षाकर्मियों और अस्पताल ने सोनिया को अदालत से भेजा समन सौंपा था। इसके बावजूद सोनिया के वकील अदालत के समन को चुनौती दे रहे हैं।

अप्रैल में एशिया दौरे के दौरान भारत नहीं आएंगे ओबामा
22 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अगले साल अप्रैल में एशियाई देशों का दौरा करेंगे। इस दौरान उनके भारत आने की संभावना काफी कम है क्योंकि उस समय वहां संभवत: आम चुनाव हो रहे होंगे। ओबामा को अक्टूबर में एशिया दौरे पर आना था, लेकिन कामबंदी के कारण उन्हें अपना यह दौरा रद करना पड़ा था।
प्रतिष्ठित जार्जटाउन यूनिवर्सिटी में एशिया पर विदेश नीति के संबंध में बोलते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस ने कहा, 'हम सब इस बात से निराश थे कि सरकारी कामबंदी के कारण राष्ट्रपति को अक्टूबर में अपना एशिया दौरा रद करना पड़ा था, लेकिन मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि ओबामा एशियाई देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए अप्रैल में वहां का दौरा करेंगे।' हालांकि उन्होंने यह जानकारी नहीं दी कि एशिया की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति किन-किन देशों का दौरा करेंगे। ओबामा नवंबर, 2010 में भारत आए थे और उन्होंने विदेश में सर्वाधिक समय भारत में ही बिताया है। ओबामा के अप्रैल में एशिया दौरे के समय भारत में आम चुनाव हो रहे होंगे इसलिए वह संभवत: भारत नहीं आएंगे।

मानवाधिकार उल्लंघन करने वालों को सजा दे श्रीलंका
22 November 2013
सिंगापुर। लिट्टे के खिलाफ युद्ध के अंतिम चरण में कथित मानवाधिकार उल्लंघन की जांच की अंतरराष्ट्रीय मांग का समर्थन करते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि श्रीलंका सरकार को इन मामलों की स्वतंत्र जांच करानी चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में खड़ा करना चाहिए।
यहां दूसरे साऊथ एशियन कनवेंशन 2013 के मौके पर मौजूद एक हजार प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, दुनियाभर के लोगों और अपने नागरिकों के प्रति श्रीलंका सरकार की यह जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि वह मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों की जांच करे और इसके जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाए। प्रतिनिधियों ने चिदंबरम से सवाल पूछा था कि श्रीलंका में निवेश की अनुमति क्यों दी जाए, जब वहां अल्पसंख्यक वर्ग तमिल समुदाय पीड़ित है। इस पर उन्होंने कहा, निवेश एक इच्छा है जो राष्ट्रीय सीमाएं नहीं देखती है। यहां मामला मानवाधिकार के उल्लंघन का है।
पिछले सप्ताह राष्ट्रमंडल देशों के शासन प्रमुखों [चोगम] की बैठक में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस मामले में श्रीलंका को स्वतंत्र जांच आयोग गठित करने के लिए अगले साल मार्च तक का समय दिया था। उन्होंने कहा था कि ऐसा करने में विफल रहने पर वह संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग से इस मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग करेंगे।

दो नोबल पुरस्कार विजेता सैंगर का 95 साल की उम्र में निधन
21 November 2013
लंदन। ब्रिटिश बॉयोकेमिस्ट फ्रेडरिक सैंगर का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। सैंगर को जीनोमिक्स का जनक माना जाता है। वे अकेले ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें केमिस्ट्री में दो बार नोबल पुरस्कार प्राप्त मिला था। वेलकम ट्रस्ट सैंगर इंस्टीट्यूट ने बुधवार को उनके निधन होने की बात कन्फर्म की।
सैंगर का जन्म 13 अगस्त 1918 को हुआ था। सैंगर को पहला पुरस्कार 1958 में उनके कार्य स्ट्रक्चर ऑफ प्रोटींस खासकरके इंसुलिन के लिए मिला था। दूसरा पुरस्कार 1980 में मिला जो डीएनए के विकास के लिए मिला। जिसका अनुकरण आज तक किया जा रहा है।
एक समाचार एजेंसी ने बताया है कि उनका निधन मंगलवार को कैंब्रिज के एडेनब्रुक अस्पताल में हो हुआ। मेडिकल रिसर्च कौंसिल के प्रवक्ता के मुताबिक उनके सहकर्मियों ने सैंगर के निधन पर कहा है कि वे हमेशा हमारे प्रेरणाश्रोत रहेंगे और उनके योगदान को भूल पाना असंभव होगा।

भागवत का नाम इस्तेमाल करने पर मोदी समर्थक ने ही जताई आपत्ति
21 November 2013
वाशिंगटन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने नरेंद्र मोदी के कंट्टर समर्थक भारतीय मूल के शली कुमार द्वारा सर संघचालक मोहन भागवत का नाम इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति जताई है।
आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी राम माधव ने मंगलवार को कहा, 'आरएसएस ने कुमार द्वारा अनधिकृत रूप से सरसंघचालक के नाम और तस्वीर का इस्तेमाल करने पर आपत्ति व्यक्त की है।'
शिकागो के कारोबारी कुमार द्वारा वाशिंगटन में 'भारत दिवस' कार्यक्रम में आमंत्रित लोगों को भेजे निमंत्रण पत्र में भागवत का नाम और चित्र प्रकाशित करने का मामला आरएसएस के संज्ञान में आने के बाद उनका यह बयान आया है। माधव ने कहा कि आरएसएस के विचार से कुमार को अवगत करा दिया गया है, जिन्होंने कार्यक्रम के दौरान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का कट्टर समर्थक होने का दावा किया था। इस कार्यक्रम में करीब 300 भारतीय अमेरिकी लोगों ने हिस्सा लिया था। सभा को संबोधित करते हुए कुमार ने दावा किया था कि मोदी भारत के अगले प्रधानमंत्री होंगे। जहां आरएसएस ने मोदी के समर्थक से दूरी बनाई है, वहीं ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी ने कुमार को कैपिटल हिल में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दी है। सभा को कर्नाटक के चित्रदुर्गा से भाजपा सांसद जर्नादन स्वामी ने भी संबोधित किया था।

भारत-वियतनाम के बीच हुए आठ करार
21 November 2013
नई दिल्ली। भारत और वियतनाम के बीच बुधवार को आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें एक दक्षिण चीन सागर में वियतनाम की समुद्री क्षेत्र में तेल और गैस की खोज का समझौता भी है। भारत दौरे पर आए वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव न्यूएन फू थ्रोंग और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच यहां हुई बातचीत के बाद ये करार हुए।
रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए भारत ने वियतनाम को दस करोड़ डॉलर का क्रमिक ऋण भी स्वीकृत किया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के 'लुक ईस्ट पॉलिसी' का वियतनाम एक स्तंभ है। थ्रोंग ने भी इसका समर्थन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में वियतनाम की अर्थव्यवस्था के चमकदार उदय का भारत स्वागत करता है। खासकर इसलिए कि हम वियतनाम को एक भरोसेमंद रणनीतिक साझीदार समझते हैं।
दोनों देशों के बीच सीधी विमान सेवा शुरू करने का भी करार हुआ। भारतीय कंपनी ओएनजीसी विदेश लि. और वियतनाम ऑयल एंड गैस गु्रप मिलकर तेल और गैस की खोज करेंगे। भारत हनोई में इंदिरा गांधी हाई टेक साइबर फोरेंसिक लेबोरेटरी और वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में वियतनाम-इंडिया इंगलिश और आइटी प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने में मदद करेगा।

शुरुआती रुझानों में नेपाली कांग्रेस को बढ़त
21 November 2013
काठमांडू। नेपाल में सुशील कोइराला के नेतृत्ववाली नेपाली कांग्रेस ने बढ़त हासिल कर ली है। बुधवार शुरू हुई मतगणना में नेपाली कांग्रेस अट्ठावन सीटों पर आगे चल रही है। अड़तीस सीटों पर बढ़त के साथ सीपीएन-यूएमएल दूसरे स्थान और माओवादी नेता प्रचंड की यूसीपीएन-एम पार्टी सत्रह सीटों पर आगे है। दो हजार आठ के चुनाव में यूसीपीएन-एम सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।
मतगणना की शुरुआत से ही नेपाली कांग्रेस ने बढ़त बना ली। अब तक 121 सीटों के रुझानों से किसी दल को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। मधेशी जनाधिकार फोरम 8 सीटों पर आगे है। यूसीपीएन-एम नेता प्रचंड सिरहा सीट से तो आगे हैं, लेकिन काठमांडू सीट में वह पीछे चल रहे हैं। यहां यूसीपीएन-एम ने मतगणना में बाधा डाली। पार्टी का कहना था कि मतगणना में निकले वोट मतदान से अधिक हैं। इसी पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके बाबूराम भट्टाराई गोरखा जिले की सीट पर सबसे आगे चल रहे हैं।
नेपाल में एक दिन पहले 601 सदस्यीय संविधान सभा के लिए मतदान हुआ था। कुछ संगठनों के मतदान बहिष्कार के आह्वान को धता बताते हुए नेपाली जनता ने बढ़-चढ़कर चुनाव में हिस्सा लिया। रिकॉर्ड 70 फीसद से भी ज्यादा लोगों ने मतदान किया। मतदान का यह आंकड़ा 2008 के पिछले चुनावों से 8 फीसद ज्यादा रहा।
चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न होने के अगले दिन बुधवार को मतगणना शुरू हुई। चुनाव आयोग ने बताया कि सुबह से ही मतगणना का काम शुरू हो गया। हालांकि अभी कई दूरदराज इलाकों से मतपेटियां जिला मुख्यालयों में नहीं पहुंचनी शेष हैं।

एक लांच में रिकॉर्ड 32 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़ेगा रूस
21 November 2013
मास्को। रूस और अमेरिका के बीच उपग्रह प्रक्षेपण के क्षेत्र तेज प्रतिस्पर्धा मची हुई है। इसी कड़ी के रूप में रूसी कंपनी कॉस्मोट्रास ने बुधवार को ऐलान किया कि वह एक लांच में रिकॉर्ड 32 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़ेगा। 32 उपग्रहों से लैस डनेपर रॉकेट को आज सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर ओरेनबर्ग क्षेत्र स्थित प्रक्षेपण स्थल से छोड़ा जाएगा।
गौरतलब है कि बुधवार को अमेरिकी कंपनी ऑरबिटल ने 29 उपग्रहों से लैस एक रॅाकेट को अंतरिक्ष में छोड़ा था। यदि रूस का आज का अभियान सफल होता है तो यह विश्व रिकॉर्ड होगा। भारत ने अब तक एक साथ 10 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े हैं।
रूसी और यूक्रेनी उद्यमों ने डनेपर को एक सामरिक बैलिस्टक मिसाइल से परिवर्तित किया गया है। कॉस्मोट्रास ने 18 रॉकेटों से 65 उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे हैं।

इंटरनेट के इस्तेमाल में पारदर्शिता लाए भारत
21 November 2013
न्यूयॉर्क। गूगल के कार्यकारी चेयरमैन एरिक श्मिट ने भारत को इंटरनेट के इस्तेमाल में पारदर्शिता और खुलापन लाने का सुझाव दिया है। इंटरनेट की आजादी को भ्रष्टाचार के खिलाफ मददगार बताते हुए उन्होंने कहा है कि इससे शासन के स्तर पर बड़ा बदलाव आएगा।
ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म एमसीकिन्से की एक किताब में लिखे लेख में श्मिट ने कहा है कि हम मानते हैं कि जिस देश में इंटरनेट की आजादी है, वहां समस्याओं को पहचान कर उनसे ईमानदारी से निपटने के बेहतर मौके हैं। भारत जैसे विविधता वाले देश में भड़काऊ, अश्लील और अपमानजनक टिप्पणियों और तस्वीरों से लोगों को बचाने की कोशिशें औचित्यपूर्ण हैं। वैसे भारत को 'लापरवाह' लोकतंत्र और तेज राजनीतिक बहस के लिए जाना जाता है। लेकिन 'इंडिया इंटरनेट सेंसरशीप' के एक गूगल सर्च को हजारों हिट्स मिलते हैं। इस पर लोग सरकारी प्रतिष्ठानों द्वारा हाल में वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगाने या आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने से रोकने की मांग करने के दस्तावेज प्रस्तुत करते हैं।
श्मिट के मुताबिक ये प्रयास अक्सर अच्छे उद्देश्य के लिए होते हैं। खासकर जब इनकी मंशा सांस्कृतिक हिंसा रोकने की हो। लेकिन सामान्य तौर पर इस तरह की नीतियां भारत के व्यापक राष्ट्रीय हित के प्रतिकूल हैं। उनके मुताबिक इससे बेहतर यह होगा कि अच्छी टिप्पणियां को बुरी टिप्पणियों को मात देने दें। उन सिद्धांतों को अपनाया जाए, जो कि इंटरनेट की आजादी को बरकरार रखे। अमेरिका और अन्य विकसित देशों में यही नीति है। उन्होंने यह भी कहा कि इंटरनेट के मामले में भारत फिसड्डी है। लेकिन वहां की सरकार अगर अपने करोड़ों नागरिकों को तेज रफ्तार और बढि़या गुणवत्ता वाले इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराए, तो गूगल जैसी अगली कंपनी कोई भारतीय उद्दमी भी बना सकता है। श्मिट के मुताबिक इंटरनेट के मामले में भारत अभी उस जगह है, जहां अमेरिका 1994 (गूगल के जन्म से भी चार साल पहले) में था। उन्होंने कहा कि भारत को शहरों और कस्बों में इंटरनेट का प्रसार करना चाहिए जिसका उसकी अर्थव्यवस्था और समाज पर सकारात्मक असर होगा।

'मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह मामले में ठोस सुबूत'
21 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार के शीर्ष वकील ने बुधवार को दावा किया कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह के आरोप को साबित करने के लिए उनके पास ठोस सुबूत हैं। इसके चलते मुशर्रफ को मौत की सजा या उम्र कैद मिल सकती है।
अटार्नी जनरल मुनीर मलिक ने इस संभावना से भी इन्कार नहीं किया कि सुनवाई की प्रक्रिया के दौरान मुशर्रफ को फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है। इस बीच कानून सचिव जफरउल्लाह खान ने बताया कि इस मामले को राष्ट्रपति ममनून हुसैन के पास मंजूरी के लिए भेज दिया गया है। मुशर्रफ के खिलाफ विशेष अदालत में देशद्रोह का मुकदमा चलेगा। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार को विशेष अदालत के लिए तीन जजों के नाम को मंजूरी दी थी, जो मामले की सुनवाई करेंगे। मुशर्रफ को हाल ही में बेनजीर भुट्टो हत्याकांड समेत चार मामलों में जमानत मिली थी। उनका नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में शामिल है। इस सूची में शामिल लोगों के देश से बाहर जाने पर प्रतिबंध होता है।

मुशर्रफ पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए तीन जजों का पैनल बना

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालत के तीन जजों के पैनल को मंजूरी दे दी है। गृह मंत्री निसार अली खान ने रविवार को घोषणा की थी कि सरकार 2007 में आपातकाल लगाने को लेकर मुशर्रफ के खिलाफ मुकदमा चलाएगी।
द एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान की रिपोर्ट में कहा गया है कि वरिष्ठता के आधार पर तीनों जजों का चयन किया गया है। सिंध हाई कोर्ट के जस्टिस फैजल अरब मुकदमे की सुनवाई करने वाली विशेष अदालत के प्रमुख होंगे। जबकि बलूचिस्तान हाई कोर्ट के जस्टिस सैयद ताहिरा सफदर और लाहौर हाई कोर्ट के जस्टिस यवार अली इसके सदस्य होंगे। सरकार ने विशेष अदालत के लिए अधिसूचना जारी कर दी है।
पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा। मुशर्रफ 1999 में तख्तापलट के बाद सत्ता में आए थे। 2007 में देश में आपातकाल की घोषणा के बाद उन्होंने संविधान को निलंबित कर दिया था।

धार्मिक भेदभाव का सामना करने वाले सिख को मिलेगा 31 लाख मुआवजा
21 November 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिका में एक सिख द्वारा धार्मिक भेदभाव को लेकर एक कार डीलर के खिलाफ दायर मुकदमे का निपटारा अदालत के बाहर समझौते से हो गया है। डीलर उन्हें मुआवजे के तौर पर 50 हजार डॉलर [करीब 31 लाख रुपये] देगा। दरअसल, न्यूजर्सी के इस कार डीलर ने दाढ़ी रखने के कारण गुरप्रीत खेरा को नौकरी पर रखने से इन्कार कर दिया था।
खेरा ने समान रोजगार अवसर आयोग [ईईओसी] के समक्ष भेदभाव की शिकायत दर्ज कराई थी और वर्ष 2009 में ट्री काउंटी लेक्सस के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जहां पर उन्होंने सेल्स एसोसिएट के पद के लिए आवेदन किया था। उनका इस पद के लिए चयन भी हो गया था। ईईओसी ने कहा कि चयन होने के बाद कार डीलर ने खेरा से अपनी दाढ़ी को हटाने को कहा था, लेकिन उन्होंने धार्मिक मान्यता के चलते ऐसा करने से इन्कार कर दिया था। जिसके बाद डीलर ने उन्हें नौकरी देने से मना कर दिया था। मुकदमे के मुताबिक ट्री काउंटी की सेल्स और प्रशासनिक कर्मियों के लिए 'कोई दाढ़ी नहीं' नीति थी। वह अपनी ड्रेस कोड नीति का सख्ती से पालन करवाती और धार्मिक मान्यताओं को छूट प्रदान नहीं करती थी।
खेरा की तरफ से यह मुकदमा मानवाधिकार संगठन सिख कोअलिशन और ईईओसी की ओर से दायर किया गया था। मामले को सुलझाने के तहत कार डीलर खेरा को 50 हजार डॉलर मुआवजा प्रदान करेगा। डीलर से भविष्य में धर्म के आधार पर भेदभाव न करने का आग्रह भी किया गया है।

अफगानिस्तान में सैन्य गलतियों को स्वीकार करें ओबामा: करजई
21 November 2013
न्यूयॉर्क। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई चाहते हैं कि उनके देश में 12 साल से चल रहे संघर्ष के दौरान हुई सैन्य गलतियों को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा लिखित रूप में स्वीकार करें। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ओबामा द्वारा ऐसा करने पर ही करजई अमेरिकी सैनिकों को आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए अफगान लोगों के घर में छापा मारने की अनुमति देना चाहते हैं। लंबे समय से दोनों देशों के बीच यह मुद्दा विवाद का विषय है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक करजई के प्रवक्ता आइमल फैजी ने कहा है कि ओबामा का इस संबंध में लिखा पत्र क्षमा याचना जैसा होना चाहिए। एक बार जब शर्ते पूरी हो जाएंगी तो 2014 के बाद भी कुछ अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान में बनाए रखने के बारे में समझौते का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। हालांकि किसी अंतिम समझौते के लिए अफगानिस्तान के 'लोया जिरगा' से मंजूरी लेनी होगी। इसकी बैठक गुरुवार से प्रारंभ हो रही है। फैजी के मुताबिक गलतियों को स्वीकार करते हुए विदेश मंत्री जॉन केरी ने पत्र लिखने की पेशकश की है, लेकिन करजई चाहते हैं कि यह पत्र ओबामा लिखें।

ईरान के साथ वार्ता को छह महीने की मोहलत दी जाए
21 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने देश के सांसदों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ईरान के साथ कूटनीतिक वार्ता को छह महीने की मोहलत देने को कहा है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब जेनेवा में ईरान के साथ अमेरिका सहित दुनिया के छह ताकतवर देशों की फिर वार्ता हो रही है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की सीईओ परिषद की वार्षिक बैठक में यहां मंगलवार को ओबामा ने कहा कि मेरे विचार से यह एक परीक्षा है जो होने जा रही है। मुझे इसकी उम्मीद नहीं है कि इसी सप्ताह अंतिम समाधान करने जा रहे लेकिन हमें यह देखने के लिए समय देना होगा कि ईरानी सरकार कितना गंभीर है। हालांकि अमेरिका के शीर्ष सांसदों के एक समूह ने विदेश मंत्री जॉन केरी को पत्र लिखकर ईरान के साथ परमाणु समझौते के प्रति अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। उनकी चिंता यह है कि इस समझौते के बाद ईरान पर लगे सख्त आर्थिक प्रतिबंधों में नरमी आ सकती है।
इस बीच बीजिंग में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने समकक्ष ईरानी राष्ट्रपति से दुनिया के ताकतवर देशों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए इस मौके का फायदा उठाने को कहा है। विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर ईरान के साथ अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और जर्मनी की सात से नौ नवंबर तक जेनेवा में वार्ता तो हुई थी लेकिन उस समय इसका कोई नतीजा नहीं निकला था।

नेपालियों ने दिया नेताओं को एक और मौका
20 November 2013
काठमांडू। अस्थिरता से ऊबे नेपाल के नागरिकों ने नेताओं को एक और मौका दिया है। छिटपुट हिंसा के बीच मंगलवार को सत्तर फीसदी जनता ने मतदान में हिस्सा लिया। अस्थिरता और राजनीतिक उठापटक के शिकार इस पहाड़ी राष्ट्र के नागरिकों ने लोकतंत्र के इस पर्व में भारी तादाद में शिरकत कर सीपीएन-माओवादी समेत चुनाव का विरोध कर रहे सभी संगठनों को भी धता बता दी।
गौरतलब है कि 601 सदस्यीय संविधान सभा के लिए 240 सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाएंगे जबकि बाकी 335 सदस्यों का चुनाव आनुपातिक प्रणाली के तहत और शेष 26 सरकार द्वारा नामित किए जाएंगे। चुनाव नतीजे एक हफ्ते में आने की उम्मीद है। आनुपातिक आधार पर चुने जाने वाले प्रतिनिधियों का नतीजा आने में करीब पंद्रह दिन लग जाएंगे।
चुनाव आयुक्त अवधी प्रसाद यादव ने बताया, 'नेपाल के 1.20 करोड़ मतदाताओं में से 70 फीसद ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ' पांच वर्ष पहले 2008 में हुए चुनाव में कुल 61.7 फीसद वोट पड़े थे। राजधानी काठमांडू में मतदान का आंकड़ा 75 फीसद रहा। हिंसा की आशंका के चलते देशभर के कुल 18,438 मतदान केंद्रों पर 60 हजार सैनिकों समेत 2 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। कड़ी सुरक्षा के बावजूद सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद से शाम पांच पजे मतदान खत्म होने तक देश भर से रुक-रुक कर बम धमाकों, बूथ लूटने और झड़पों की खबरें आती रहीं। हिंसा में करीब दर्जन भर लोगों के घायल होने की सूचना है।
चुनाव आयोग के प्रवक्ता वीर बहादुर राय ने दावा किया कि अधिकतर जगहों पर चुनाव शांतिपूर्ण रहा, लेकिन कुछ इलाकों में हिंसा की घटनाएं हुई। प्रवक्ता ने बताया कि सीपीएन-माओवादी के कार्यकर्ताओं ने गोरखा जिले के कई मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया। जुमला और डैलेख जिलों में आपसी झड़प के कारण मतदान को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता शंकर कोइराला ने बताया कि मतदान में धांधली के आरोप में 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अमेरिकी यान मंगल के अध्ययन को रवाना
20 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह के ऊपरी वायुमंडल के अध्ययन के लिए अपना नया अंतरिक्ष यान मंगल की ओर रवाना किया है।
अंतरिक्ष यान मार्स एटमॉस्फियर एंड वोलेटाइल इवोल्यूशन (मैवेन) को सोमवार को एटलस-5 रॉकेट के जरिये फ्लोरिडा के केप केनवेरेल एयरफोर्स स्टेशन से लांच किया गया।
नासा के मुताबिक यह रोबोटिक यान अगले साल सितंबर तक मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंच जाएगा। नासा का एक अन्य यान क्यूरियोसिटी पहले ही लाल ग्रह पर मौजूद है।

अमेरिकी स्टेट सीनेटर पर जानलेवा हमला
20 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के वर्जीनिया प्रांत के सीनेटर क्रेग डीड्स पर उनके घर में जानलेवा हमला हुआ। धारदार हथियार से हुए हमले में घायल डेमोक्रेटिक सीनेटर डीड्स (55) की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मौके पर पहुंची पुलिस को घर में उनके 24 साल के बेटे की लाश मिली। उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
वर्जीनिया की पुलिस प्रवक्ता कोर्नी गेलर के मुताबिक जांच के बाद ही यह पता चलेगा कि डीड्डस और उनके बेटे पर हमला करने वाले कौन थे?।

पाक जांच एजेंसी के निशाने पर आइएसआइ
20 November 2013
इस्लामाबाद। पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के मामले की जांच पूरी करने के बाद पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआइए) को नया काम मिल गया है। एफआइए अब 1990 के आम चुनाव में धांधली के लिए खुफिया एजेंसी आइएसआइ द्वारा नेताओं को धन बांटने के मामले की जांच करेगी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले वर्ष जारी एक आदेश पर अमल करते हुए पाकिस्तान सरकार ने इस जांच के लिए एफआइए की चार सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति 1990 में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार को हराने के लिए नेताओं के एक समूह को धनराशि देने के मामले में पूर्व सेना प्रमुख जनरल मिर्जा असलम बेग और पूर्व आइएसआइ प्रमुख असद दुर्रानी के खिलाफ सुबूत जुटाएगी। पूर्व एयर चीफ मार्शल असगर खान की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।

मोदी पर वीजा नीति कायम रखने को प्रस्ताव पेश
20 November 2013
वाशिंगटन। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को वीजा न जारी करने की नीति कायम रखने की मांग को लेकर अमेरिकी संसद में एक प्रस्ताव पेश किया गया है। प्रस्ताव में वीजा नीति में कोई बदलाव न करने की मांग के साथ अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की भी मांग की गई।
मंगलवार को अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में पेश इस प्रस्ताव में भारत से धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों और उनकी स्वतंत्रता की रक्षा की मांग की गई। साथ ही, प्रस्ताव में अमेरिकी सरकार से इस मुद्दे को दोनों देशों के द्विपक्षीय सामरिक वार्ता में भी शामिल करने की मांग की गई है।
प्रस्ताव को सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद कीथ एलिसन और विपक्षी दल रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जो पिट्स समेत दर्जनभर सांसदों ने पेश किया था। बाद में इस प्रस्ताव को सदन की विदेश मामलों पर एशिया और प्रशांत क्षेत्र की उप समिति के पास आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया गया।
गौरतलब है कि गुजरात दंगों के कारण अमेरिका ने 2005 में मोदी को राजनयिक वीजा जारी करने से इन्कार कर दिया था।

अमेरिकी थिंक टैंक बोर्ड में रतन टाटा
20 November 2013
वाशिंगटन। देश के मशहूर उद्योगपति और टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा को अमेरिकी थिंक टैंक ईस्ट वेस्ट सेंटर के बोर्ड में शामिल किया गया है। 75 साल के टाटा इससे पहले भी इसके बोर्ड में रह चुके हैं। वे 1993 से 2004 के बीच इस संस्था से जुड़े रहे हैं।
ईस्ट वेस्ट सेंटर शिक्षा और शोध संगठन है। इसका गठन 1960 में अमेरिकी कांग्रेस ने किया था। इसका मकसद एशिया, पेसिफिक और अमेरिका के लोगों और देशों के बीच संबंधों और विचारों को मजबूत करना है। होनोलूलू स्थित इस थिंक टैंक के बोर्ड में 18 सदस्यों को नियुक्त किया गया है। इसमें जापान के लॉसन इंक के सीईओ ताकेशि नीनामि भी शामिल हैं। इन सदस्यों में से पांच को अमेरिकी विदेश मंत्री और पांच को हवाई के गवर्नर नियुक्त करते हैं। पांच सदस्यों की नियुक्ति एशिया या पेसिफिक आईलैंड से होती है। बाकी तीन की नियुक्ति पूर्व पदेन सदस्यों से होती है। इनमें हवाई के गवर्नर, शिक्षा और सांस्कृतिक संबंधों के उप विदेश मंत्री और हवाई यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट शामिल होते हैं।
रतन टाटा 1991-2012 तक टाटा समूह के मुखिया रहे हैं। पिछले साल 28 दिसंबर को रिटायर होने के बाद समूह की ओर से उन्हें मानद चेयरमैन का ओहदा दिया गया है। वे इस समय निजी क्षेत्र की देश की दो परोपकारी संस्था के प्रमुख हैं। साथ ही प्रधानमंत्री की व्यापार और उद्योग परिषद में भी सदस्य हैं।

पाकिस्तान में न्याय व्यवस्था हुई मजबूत : इफ्तिखार चौधरी
20 November 2013
इस्लामाबाद। अगले महीने सेवानिवृत्त हो रहे पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी ने कहा है कि देश में न्याय व्यवस्था काफी मजबूत हो चुकी है। उनके सेवानिवृत हो जाने के बाद भी इसे प्रभावित नहीं किया जा सकेगा।
आगामी 12 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे चौधरी ने यह टिप्पणी वार्षिक हज यात्रा की व्यवस्था में भ्रष्टाचार के एक मामले की सुनवाई के दौरान की। उन्होंने कहा कि यह अफसोस की बात है कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष [आइएमएफ] को पत्र लिखकर कहा है कि मुख्य न्यायाधीश पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं और एक मुख्य पद पर नियुक्ति उनकी सेवानिवृत्ति के बाद ही हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार के संवैधानिक अधिकारी यह नियुक्ति करेंगे, लेकिन सरकार अपने इस व्यवहार से अदालतों का मजाक बना रही है।
चौधरी ने भ्रष्टाचार के मामलों और कमजोर प्रशासन पर सरकार को फटकार लगाकर देश की न्याय व्यवस्था को मजबूत स्तंभ के रूप में स्थापित कर नई पहचान दी है। उनके कार्यकाल में कई बार न्यायपालिका का कार्यपालिका और सेना से सीधा टकराव भी हुआ। चौधरी की सेवानिवृत्ति के बाद उनका स्थान मृदुभाषी कहे जाने वाले न्यायाधीश तारिक हुसैन जिलानी लेंगे। हालांकि वह इस पद पर महज छह महीने 25 दिनों तक ही रहेंगे।

पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर लगी रोक
20 November 2013
लाहौर। पाकिस्तान की एक अदालत ने मंगलवार को देशभर में भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी। साथ ही उनके रिलीज के लिए कुछ शर्ते रख दी।
लाहौर हाई कोर्ट के न्यायाधीश खालिद महमूद ने एक विवादास्पद टॉक शो के होस्ट मुबशिर लुकमान की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह अंतरिम फैसला सुनाया। पूर्व फिल्म निर्माता लुकमान को भारत विरोधी रुख के लिए जाना जाता हैं। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी नियमों के तहत पूर्ण रूप से भारत में निर्मित और किसी भारतीय द्वारा प्रायोजित फिल्म को देश में नहीं दिखाया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान में भारतीय फिल्में दिखाने के लिए प्रायोजकों की पहचान बदलने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने अपने दावे के समर्थन में एक अदालती आदेश भी पेश किया।
अदालत ने फिल्म सेंसर बोर्ड और बोर्ड ऑफ रेवेन्यू को 25 नवंबर को अगली सुनवाई तक याचिका पर जवाब देने को कहा है। अदालत ने अधिकारियों को आदेश दिया कि वह उन फिल्मों के प्रदर्शन की अनुमति न दे जिन्हें किसी पाकिस्तानी द्वारा प्रायोजित न किया गया हो। अदालत के इस फैसले से कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक नियामक प्राधिकरण ने निर्धारित सीमा से ज्यादा भारतीय सामग्री दिखाने को लेकर दस मनोरंजक चैनलों पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।
वर्ष 2006 में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर लगा प्रतिबंध हटा लिया था। जिसके बाद पाकिस्तानी बॉक्स ऑफिस पर भारतीय फिल्मों की धूम मच गई थी। लोगों ने फिर से सिनेमा घरों का रुख करना शुरू कर दिया था और पाकिस्तान के फिल्म उद्योग को आर्थिक मजबूती मिली थी।

'सेलफाई' बना ऑक्सफोर्ड का वर्ड ऑफ द ईयर
20 November 2013
लंदन। सेलफाई को ऑक्सफोर्ड द्वारा 2013 के लिए वर्ड ऑफ द ईयर घोषित किया गया है। सेलफाई का अर्थ मोबाइल फोन या कैमरे से खुद की फोटो खींचना होता है। आजकल सोशल नेटवर्किग साइट्स पर सेलफाई का खूब प्रचलन है। मशहूर पॉप गायिका बियोंसे ने हाल ही में अपने नए हेयरकट का फोटो ऑनलाइन पोस्ट किया था। वहीं अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने भी अपने कुत्ते के साथ खेलने की एक सेलफाई इंटरनेट पर डाली थी।
ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के बयान के मुताबिक सेलफाई शब्द ने गायिका माइली सायरस की विवादास्पद नृत्य मुद्रा ट्वर्क को भी काफी पीछे छोड़ दिया है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के भाषा अनुसंधान कार्यक्रम के नतीजे बताते हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल सेलफाई के इस्तेमाल में 17 हजार प्रतिशत वृद्धि हुई है। इस सूची में ट्वर्क के अलावा बिंज वॉच शब्द ने भी अपनी जगह बनाई है। बिंज वॉच का अर्थ होता है, ज्यादा टेलीविजन देखना। फिलहाल सेलफाई शब्द को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन भविष्य में ऐसा किया जा सकता है। इस शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले वर्ष 2002 में एक ऑस्ट्रेलियाई ऑनलाइन कंपनी में हुआ था। तब से लेकर अब तक इस शब्द के इस्तेमाल में तेजी आई है। सेलफाई सोशल मीडिया की भाषा से निकल कर व्यावहारिक भाषा में इस्तेमाल होने लगा है। इससे जुड़े कई और शब्द भी प्रचलन में आ गए हैं। जैसे कि हेलफाई [किसी के हेयरस्टाइल की तस्वीर], बेलफाई [किसी के शरीर के पिछले भाग की तस्वीर] और ड्रेलफाई [नशा करने के बाद खींची खुद की तस्वीर]।

भारत-पाक के बीच युद्ध भड़काने को हुआ था मुंबई हमला
20 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के आतंकवाद विरोधी विशेषज्ञ ब्रूस रीडेल ने कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा द्वारा मुंबई पर किया गया हमला दक्षिण एशिया के भविष्य को बदलने के लिए था। उनका कहना है कि लश्कर ने संभवत: परमाणु हथियार रखने वाले भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध भड़काने के इरादे से इस हमले को अंजाम दिया था।
अमेरिकी अखबार द डेली बीस्ट में ब्रूकिंग इंस्टीट्यूट में इंटेलीजेंस प्रोजेक्ट के निदेशक रीडेल ने लिखा, लश्कर ने सावधानीपूर्वक लक्ष्यों का चयन किया था। उसने इसे लेकर कई वर्षो तक शोध किया था। हमले के लिए उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ और अलकायदा से मदद मिली। उन्होंने मुंबई हमले [26/11] को न्यूयॉर्क में 2001 में व‌र्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया। रीडेल ने लिखा निशाना वही थे-भारतीय, अमेरिकी और यहूदी, जिन्हें अलकायदा ने पिछली सदी के आखिरी दशक में अपने वैश्रि्वक जिहाद के समय से ही निशाने पर ले रखा था। इस बारे में मैंने राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाले बराक ओबामा को भी बताया था। रीडेल के मुताबिक मुंबई हमले को लेकर सबसे हैरत में डालने वाली घटना पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली की भूमिका थी। हेडली ने मार्च, 2010 में मुंबई हमले को लेकर अपना जुर्म कबूल कर लिया था। रीडेल ने लिखा है कि हेडली ने लश्कर और आइएसआइ से हथियारों और खुफिया निगरानी के प्रशिक्षण के लिए पांच बार पाकिस्तान जाने की बात कबूली। उसने अलकायदा से भी संपर्क स्थापित किया था। उन्होंने लिखा, मुंबई हमले का मास्टरमांइड लश्कर प्रमुख हाफिज सईद पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है जहां वह आइएसआइ का प्रिय बना हुआ है। वह भारत और अमेरिका पर और हमले का आह्वान कर रहा है। मुंबई हमले के पांच साल बाद भी इंसाफ होना बाकी है।

लाल ग्रह पर जाने को तैयार नासा का अंतरिक्ष यान
19 November 2013
वाशिंगटन। नासा मंगल पर अपना नवीनतम यान भेजने की तैयारी कर रहा है जो यह पता लगाएगा कि लाल ग्रह का अधिकांश वातावरण क्यों नष्ट हो गया। फ्लोरिडा के केप कैनवेरल से 'मार्स ऐटमास्फियर एंड वॉलैटाइल इवोल्यूशन' (एमएवीईएन) का प्रक्षेपण दोपहर 1 बजकर 28 मिनट पर हो सकता है।
नासा के मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि मानवरहित यान के प्रक्षेपण के लिए मौसम परिस्थितियां 60 प्रतिशत अनुकूल हैं। अनुसंधानकर्ता यह पता लगाना चाहते हैं कि मंगल ग्रह पर अरबों वर्ष पहले आखिर क्या हुआ था जिससे धरती का पड़ोसी जल युक्त ग्रह जो जीवन के लिए अनुकूल हो सकता था। एक सूखे और उसर रेगिस्तान में तब्दील हो गया जहां मुश्किल से कोई वातावरण बचा हो।
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यह पहला यान है जो मंगल के उपरी वातावरण के बारे में जानने के लिए समर्पित है। इस महीने के शुरू में भारत द्वारा रवाना किया गया मंगल यान वहां मीथेन के बारे में पता लगाएगा और यदि नासा का प्रक्षेपण आज निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होता है तो भारत का यान अमेरिकी यान से दो दिन बाद मंगल क्षेत्र पर पहुंचेगा। दोनों यानों के विज्ञान लक्ष्यों में कोई बहुत ज्यादा अंतर नहीं है।
भारत ने अपना यान मंगल पर मीथेन संबंधी खोज के लिए भेजा है जो मंगल पर प्राचीन समय में कदाचित मौजूद रहे किसी तरह के जीवन के अस्तित्व को साबित कर सकता है, जबकि अमेरिका अपनी जांच में ग्रह के जलवायु परिवर्तन के बारे में उत्तर ढूंढ़ना चाहता है।

मंगल वास्तव में कभी था मंगलकारी

मंगल को हम एक धूल भरे और प्रकटत: एक मृत गृह के रूप में जानते हैं। लेकिन अब ऐसे सबूत मिल रहे हैं कि यह हमेशा ऐसा नहीं था। अधिकतर ग्रह विज्ञानियों के अनुसार ऐसे सबूत है कि कभी यह लाल ग्रह रहने योग्य था। एक ऐसी दुनिया जिसमें भारी वायुमंडल था और इसकी सतह पर पानी बहा करता था। लेकिन माना जाता है कि करीब चार अरब वर्ष वहले मंगल का चुंबकीय क्षेत्र खत्म हो गया। संभवत: एक भारी ऐस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) की टक्कर से ऐसा हुआ। यह चुंबकीय क्षेत्र सूर्य की हानिकारक सौर हवाओं से ग्रह की रक्षा करता था। लेकिन इसके बिना मंगल का वायुमंडल धीरे-धीरे साफ़ हो गया।
सैद्धांतिक रूप से तो यही कहा जाता है। धरती पर हमारा चुंबकीय क्षेत्र सौर हवाओं को पृथ्वी के दूर रखता है और हमारे वायुमंडल की रक्षा करता है। खासतौर पर यह उस दर की जांच करेगा जिससे मंगल का अब बेहद कमज़ोर वायुमंडल अंतरिक्ष में विलीन हो रहा है। एक बार इस दर का पता चल जाए तो इससे वैज्ञानिक यह हिसाब लगा सकेंगे कि कितने समय पहले यह होना शुरू हुआ था और मंगल के वायुमंडल को पहले जैसा फिर से बना सकेंगे। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की मुलार्ड स्पेस साइंस लैबोरेट्री के प्रोफेसर एं‌र्ड्यू कोएट्स के अनुसार मावेन निश्चित रूप से एक टाइम मशीन है।
उन्होंने बताया कि वायुमंडल खत्म होने की दर को नापना इसलिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे ही मंगल को समय में वापस जाते देखा जा सकेगा। मंगल के पुराने वायुमंडल को फिर से बनाने के लिए वैज्ञानिकों को इसके संभावित दबाव और संयोजन का हिसाब लगाना होगा। उनकी योजना है कि वह इसका पता विभिन्न घटकों जैसे कि क्लिक करें कार्बन डाइ ऑक्साइड, पानी और नाइट्रोजन के रिसने की तात्कालिक मात्रा को मापकर लगाएंगे। वायुमंडल के रिसना अलग-अलग समय पर अलग हो सकता है जो कि सूर्य की स्वाभाविक क्रियाओं पर निर्भर करता है। इससे पहले के अभियानों में भी माप लिए गए थे और फिलहाल अनुमान यह है कि करीब 10 टन गैस हर रोज रिस रही है. लेकिन इसमें अनिश्चितताएं बड़ी मात्रा में हैं। मावेन इस मामले में अनोखा है कि यह इस विशेष जरूरत के लिए ही तैयार किया गया है और इसलिए इसके पास वे सभी उपकरण हैं जो सटीक वायुमंडल रिसाव को मापने के लिए जरूरी हैं। प्रोफेसर कोएट्स कहते हैं कि पिछले अभियानों से हम मोटे तौर पर जानते हैं कि कितनी मात्रा में पदार्थ रिस रहा है लेकिन इसमें अंतर बहुत ज्यादा है। उनमें 10 या 100 का अंतर हो सकता है।
यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस अभियान के आंकड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी उपकरणों को मावेन पर रखने का मतलब यह है कि हम कहीं अधिक सटीकता से यह काम कर पाएंगे। मंगल पर स्थानीय रूप से कुछ चुंबकीय क्षेत्र हैं जिन्हें ग्रह के संपूर्ण क्षेत्र के अवशेष माना जाता है। जब सूर्य की किरणें ग्रह पर कहर बरपाती हैं तो इसमें कमजोर ऊषाकाल नजर आते हैं। इसके सबूत सबसे पहले यूरोपियन स्पेस एजेंसी के मार्स एक्सप्रेस मिशन को 2005 में मिले थे।

तेंदुलकर को ब्रिटेन की संसद में सम्मान
19 November 2013
लंदन। सचिन तेंदुलकर को ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ कॉमंस ने भी उनकी क्रिकेट सेवाओं के लिए बधाई देते हुए सम्मान दिया है। सोमवार को जब हाउस ऑफ कॉमंस का सत्र शुरू हुआ तो सदस्यों ने सचिन तेंदुलकर को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले का सम्मान करते हुए उन्हें बधाई प्रस्ताव पारित किया।
ब्रिटेन की संसद द्वारा किसी दूसरे देश के खिलाड़ी के लिए बधाई प्रस्ताव पारित करना, यह अपने आप में बहुत बड़ा सम्मान है। हाउस ऑफ कॉमंस में यह प्रस्ताव पेश करने वाले भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज ने कहा कि तेंदुलकर ने दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा के रूप में काम किया।
कीथ ने खेल के प्रति उनके निस्वार्थ समर्पण की चर्चा की। उन्होंने कहा, 'यह प्रस्ताव एक उत्कृष्ट बल्लेबाज के सम्मान के लिए है। तेंदुलकर को जितना भारत में पसंद किया जाता है उतना ही ब्रिटेन में। अत: यह बिल्कुल सही है कि संसद उनके योगदान की चर्चा करे।'

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की ऑस्ट्रेलिया ने कराई जासूसी
19 November 2013
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसियों ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसीलो बामबांग युधोयोनो के फोन पर बातचीत को सुनने की कोशिश की जबकि उनकी पत्नी और वरिष्ठ मंत्रियों की निगरानी की गई। इस खुलासे पर इंडोनेशिया ने जवाब मांगा है।
अमेरिकी व्हिसल ब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी खुफिया दस्तावेजों को एबीसी और गार्जियन ऑस्ट्रेलिया ने हासिल कर सोमवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि उनके देश की खुफिया एजेंसियों ने कम से कम एक बार राष्ट्रपति के फोन टेप करने की कोशिश की थी। दस्तावेजों में पाया गया कि एजेंसियों ने राष्ट्रपति के मोबाइल फोन पर बातचीत की अगस्त, 2009 में 15 दिनों तक निगरानी की थी। उस समय ऑस्ट्रेलिया में लेबर पार्टी के केविन रड प्रधानमंत्री थे। यह ताजा खुलासा पूर्व के उन आरोपों के बाद हुआ है जिसमें इंडोनेशिया ने आरोप लगाया था कि जकार्ता में स्थित ऑस्ट्रेलियाई दूतावास उनके देश की जासूसी में लिप्त है। विदेश मंत्री मार्टी नेटालेगवा ने बताया कि राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी और वरिष्ठ मंत्रियों की निगरानी किए जाने की खबर के बाद जकार्ता के राजदूत को विचार विमर्श के लिए वापस बुलाया गया है। इसके पहले इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के प्रवक्ता टियूकु फैजस्याह ने इस घटना पर प्रतिक्रिया मांगी थी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि आगे के नुकसान से बचने के लिए ऑस्ट्रेलिया की सरकार को इस खबर पर तुरंत अपनी स्थिति स्पष्ट करने की जरूरत है।

विदेशी राजनयिकों की ब्रिटेन ने की थी निगरानी

बर्लिन। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी गर्वमेंट कम्युनिकेशन हेडक्वार्टर (जीसीएचक्यू) ने विदेशी राजनयिकों और नेताओं के वैश्विक स्तर पर होटल बुकिंग की बाकायदा निगरानी की थी। यह खुलासा जर्मनी की एक मीडिया रिपोर्ट में किया गया है। साप्ताहिक पत्रिका डेर स्पीगेल के अनुसार, अमेरिका की नेशनल सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के साथ मिलकर काम करने वाली जीसीएचक्यू ने राजनयिकों के बीच प्रसिद्ध 350 लक्जरी होटलों के रिजर्वेशन सिस्टम में सेंध लगाई थी। इस कार्यक्रम को गुप्त नाम 'रॉयल कांसीएर्श' दिया गया था जिसे 2010 से शुरू किया गया था।

ज्यादा भारतीय सामग्री दिखाने पर पाकिस्तानी चैनलों पर जुर्माना
19 November 2013
इस्लामाबाद। जरूरत से ज्यादा भारतीय और विदेशी सामग्री दिखाने के लिए पाकिस्तान के दस टेलीविजन चैनलों पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी दी गई।
पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण ने दस मनोरंजक चैनलों पर जुर्माना लगाते हुए उन्हें भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं दोहराने की चेतावनी जारी की है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के दस्तावेज के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय चैनल निर्धारित सीमा से अधिक भारतीय सामग्री प्रसारित कर रहे हैं। जिन चैनलों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें हम टीवी, ऑक्सीजन टीवी, प्ले टीवी, कोहिनूर एंटरटेनमेंट, टीवी वन एंटरटेनमेंट, एनटीवी एंटरटेनमेंट, जीएक्सएम एंटरटेनमेंट, जलवा एंटरटेनमेंट प्रमुख हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पीईएमआरए निगरानी प्रणाली, आचरण और विज्ञापन संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम कर रही है। देश के निजी चैनलों को महज दस प्रतिशत विदेशी सामग्री प्रसारित करने का अधिकार है। इस दस प्रतिशत में से साठ प्रतिशत भारतीय और 40 प्रतिशत अंग्रेजी सामग्री होनी चाहिए।

नेपाल में संसद के लिए मतदान जारी, भारत-नेपाल सीमा सील
19 November 2013
महराजगंज। पड़ोसी देश नेपाल की फिजा चुनावी रंग से सराबोर हो गई है। राजनीतिक अनिश्चितता को खत्म करने के लिए एक बार फिर आज संविधान सभा के सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भारत-नेपाल की सीमा सील कर दी गई है।
चुनाव में खलल डालने की सीपीएन माओवादी नीत गठबंधन की धमकियों और हिंसा की कोशिशों को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। 'नए नेपाल' के निर्माण के नारे के साथ संविधान सभा के चुनाव में 133 सियासी दल हिस्सा ले रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला पांच दलों के बीच सिमटता दिख रहा है।
माओवादी नेता प्रचंड के नेतृत्व वाली एकीकृत नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी [माओवादी], सुशील कोइराला की अगुवाई वाली नेपाली कांग्रेस व झलनाथ खनाल के नेतृत्व वाली एमाले के बीच नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में मुख्य मुकाबला हो रहा है। कुछ सीटों पर मधेशी व निर्दलीय भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। संविधान सभा के लिए कुल 601 सीटों में से केवल 240 सीटों पर मतदान हो रहा है।
नेपाल की तराई के 22 जिलों में 70 लाख भारतीय मूल के मधेशी हैं। मधेश समर्थकों को 2007 के चुनाव में महज 22 सीटों से संतोष करना पड़ा था। इस बार उपेंद्र यादव के नेतृत्व वाले मधेशी जनाधिकार फोरम और कमल थापा की राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक पार्टी जोर आजमाइश कर रही है। मधेशी जनाधिकार फोरम ने तो मधेशियों के प्रभाव वाले 22 जिलों की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारा है।

सबसे बड़ा फ्रूट केक बनाकर बच्चों ने व‌र्ल्ड रिकॉर्ड किया अपने नाम
19 November 2013
मनागुआ। निकारगुआ में 300 बच्चों ने मिलकर नेकी का काम तो किया ही, व‌र्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। इन बच्चों ने दुनिया का सबसे बड़ा फ्रूट केक बनाकर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज किया।
दरअसल, इन बच्चों का इरादा शहर के बीमार बच्चों की मदद के लिए फंड इकट्ठा करना था। बच्चों ने शिक बेकरी के साथ मिलकर 500 मीटर लंबा फ्रूट केक बनाया। इस केक का वजन 14,454 किलोग्राम था। मनागुआ में गिनीज ऑर्गेनाइजेशन प्रतिनिधि राल्फ हन्नाह ने इस फ्रूट केक को व‌र्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने की हामी भरी। इससे पहले ये रिकॉर्ड मैक्सिको के ड्यूरांगो में रहने वाले एक शख्स के नाम था।
फ्रूटकेक को बनाने में 60,000 अंडे, 45 किलो वजन वाले आटे और चीनी के 65-65 बैग लगे। इसके अलावा काफी मात्रा में फल और अन्य सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया।
हजारों लोगों ने इस केक के एक बड़े पीस के लिए 0.80 डॉलर अदा किए। दान करने वाले जेमा रेज ने कहा कि यह काफी अच्छा और मीठा अनुभव रहा।

इजिप्ट: ट्रेन हादसे में 29 लोग मरे, 30 घायल
19 November 2013
कायरो। सोमवार को अल सुबह इजिप्ट की राजधानी कायरो में एक मालगाड़ी कई वाहनों से टकरा गई। जिसमें 29 लोगों की जानें चली गई और 30 लोग घायल हो गए। अधिकारिक सूत्रों से पता चला है कि मालगाड़ी दुर्घटना के वक्त बेनी सुएफ से गीजा जा रही थी। मालगाड़ी जब दष्नुर शहर के करीब पहुंची थी उसी समय एक ट्रक और अन्य वाहन उसके सामने आ गए जिससे दुर्घटना हो गई।
दुर्घटना में घायल लोगों के उपचार के लिए मौके पर एंबुलेंस लाकर लोगों को नजदीक के हरम अस्पताल पहुंचाया गया है। जबकि ट्रेन के चालक और उसके सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पाक में जातीय हिंसा भड़की, रावलपिंडी में सेना तैनात
19 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में शिया और सुन्नी विवाद चरम पर पहुंचता जा रहा है। मुहर्रम के दौरान एक बार फिर से जातीय हिंसा भड़कने के चलते 10 लोगों की मौत हो गई और 40 घायल हुए हैं। इसके बाद रावलपिंडी और मुल्तान में सेना को सुरक्षा एवं व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है। रावलपिंडी में अफवाहों से बचने के लिए मोबाइल सेवा को बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि सैन्य शहर रावलपिंडी के 19 पुलिस थानों में क‌र्फ्यू लगाया गया है। मुहर्रम के दौरान शुक्रवार को सुन्नी छात्रों से शियाओं की भिड़ंत हो गई थी। रावलपिंडी में भारी संख्या में पुलिस और सैनिक गश्त लगा रहे हैं। सेना मुख्यालय और पंजाब प्रांत में सालों बाद क‌र्फ्यू की स्थिति बनी है। मुल्तान शहर में प्रशासन ने शनिवार को सेना को बुलाया। यहां एक व्यक्ति की मौत हुई और दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। शहर के नाला वली मुहम्मद इलाके में हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिए हाई कोर्ट के जज को नियुक्त किया गया है। रावलपिंडी में झगड़ा तब शुरू हुआ जब शिया जुलूस राजा बाजार में पहुंचा। शुरुआती जांच में पता चला है कि जुलूस में शामिल लोगों पर कुछ शरारती तत्वों ने छींटाकशी की। इसके बाद गुस्साए लोगों ने तीन छात्रों की हत्या कर दी और हिंसा शुरू हो गई। इलाके में गोलियां भी चलाई गई हैं। लोगों ने पुलिस की बंदूकें भी छीन ली थीं। पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ ने अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है।

पूर्वी जापान में 5.7 तीव्रता का भूकंप : यूएसजीएस
19 November 2013
तोक्यो। दुनिया भर में भूकंप के आंकड़ों पर गौर करने वाले यूएस जियोलॉजिकल सर्वे :यूएसजीएस: के मुताबिक, शहर से 37 किलोमीटर और तोबा शहर से 25 किलोमीटर दूर पूर्वी होन्शु तट पर स्थानीय समयानुसार पूर्वान्ह करीब 4 बजकर 10 मिनट पर भूकंप आया.
यूएसजीएस ने बताया कि भूंकप का केंद्र 332 किलोमीटर की गहराई पर था. नुकसान को लेकर अभी कोई खबर नहीं मिली है.
पिछले सप्ताह पूर्वी जापान में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया था जिसका केंद्र 59 किलोमीटर की गहराई में था.

इंडोनेशिया: दो ज्वालामुखी फटे
19 November 2013
जकार्ता। सोमवार को ज्वालामुखी माउंट सिनाबुंग और माउंट मेरापी में विस्फोट होने के बाद इंडोनेशिया ने इन दोनों ज्वालामुखियों के समीप के हवाई मार्गो को न इस्तेमाल करने को कहा है. बताया जा रहा है कि 2,475 मीटर ऊंचे माउंट सिनाबुंग की राख करीब 8,000 मीटर की ऊंचाई तक उठ रही है.
देश के ज्वालामुखी एजेंसी के प्रमुख एगुस बुदिआंतो ने कहा कि सितंबर के बाद से ज्वालामुखी का ये सबसे तगड़ा विस्फोट है. इंडोनेशिया के परिवहन मंत्रालय के प्रवक्ता बामबेंग इरवन ने कहा कि ज्वालामुखी की राख करीब 25,000 मीटर ऊपर उठ रही है और इससे उड़ानों को खतरा है.
इस महीने माउंट सिनेबुंग के निंरतर सक्रिय रहने की वजह से 6,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं.
उधर इंडोनेशिया के सबसे अधिक सक्रिय ज्वालामुखी माउंट मेरापी में सोमवार तड़के विस्फोट हुआ, जिससे आसमान में लगभग 2,000 मीटर की ऊंचाई तक काला धुआं फैल गया.
माउंट मेरापी के निगरानी स्थल के अधिकारी हेरु सुपरवोको ने कहा कि माउंटी मेरापी स्थानीय समयानुसार सोमवार तड़के 4.53 बजे फट पड़ा.
2,911 मीटर ऊंचे माउंट मेरापी ज्वालामुखी पर्वत में सबसे बड़ा विस्फोट 2010 में हुआ था, जिसमें लगभग 350 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग विस्थापित हो गए थे.

मालदीव: तानाशाह के भाई को चुना राष्ट्रपति
18 November 2013
माले। मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव में हर बार के मतदान में दूसरे प्रत्याशियों से लगातार आगे रहने वाले पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद आश्चर्यजनक रूप से दूसरे स्थान पर रहने वाले यमीन अब्दुल्ला गयूम से हार गए हैं। ऐसे नतीजों की पूरी दुनिया में किसी को भी उम्मीद नहीं थी। वरिष्ठ अधिकारी मसूद इमाम ने बताया कि गयूम को 51.39 फीसद और नशीद को 48.61 फीसद वोट मिले हैं। नतीजों की आधिकारिक घोषणा रविवार को होगी।
शुरुआत से ही यमीन ने नशीद पर बढ़त बना ली थी। यमीन 30 साल तक देश पर शासन करने वाले पूर्व तानाशाह ममून अब्दुल गयूम के सौतेले भाई हैं। अभी गिनती जारी है, लेकिन इतने कम बैलेट बॉक्स बचे हैं कि इस नतीजे में खास अंतर नहीं आने वाला। नए राष्ट्रपति रविवार को चुनाव आयोग की घोषणा के बाद शपथ लेंगे। इसके लिए मालदीव की संसद मजलिस का विशेष सत्र बुलाया गया है।
नशीद को पिछले दौर में सबसे ज्यादा मत मिले थे। हालांकि, वह 51 फीसद मत प्राप्त नहीं कर सके, इसलिए दूसरे दौर का मतदान कराया गया था। चुनाव आयोग के प्रमुख फवाद तौफीक ने इससे पहले ही साफ कर दिया था कि नतीजे मध्यरात्रि तक आ जाएंगे। मगर इनकी घोषणा रविवार को की जाएगी। तौफीक ने बताया कि इस बार के मतदान में बेहद कम शिकायतें आई हैं।
कई महीनों की राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करने के वैश्विक दबावों के बीच राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे चरण में शनिवार को लोगों ने भारी संख्या में मतदान किया। संवैधानिक संकट के बीच नया राष्ट्रपति चुनने के लिए दूसरे चरण का मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ। मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा सकती थीं। तौफीक ने बताया था कि लगभग 90 फीसद वोट पड़े हैं। वोट डालने के बाद यमीन ने कहा कि वह चुनाव परिणामों को स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनावों में जीत उन्हीं की होगी।
मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव की यह तीसरी कोशिश थी। इसके पहले सात सितंबर को हुए चुनाव को सुप्रीम कोर्ट ने मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के आधार पर निरस्त कर दिया था। इसके बाद 19 अक्टूबर को होने वाला चुनाव पुलिस ने रोक दिया था। नौ नवंबर के पहले दौर के चुनाव के अगले दिन होने वाले दूसरे चरण को सुप्रीम कोर्ट ने स्थगित कर दिया था। कोर्ट ने इसे 16 नवंबर को कराने का आदेश दिया था। पहले दौर में नशीद को 46.3, यमीन को 30.3 और जम्हूरी पार्टी के गासिम इब्राहिम को 23.4 फीसद वोट हासिल हुए थे।
नशीद देश के पहले चुने हुए राष्ट्रपति 2008 में बने थे। इससे पहले देश पर गयूम ने 30 साल तक शासन किया था। हालांकि, नशीद से फरवरी, 2012 में जबरदस्ती इस्तीफा ले लिया गया था। चूंकि संविधान में मध्यावधि चुनाव की इजाजत नहीं है, इसलिए कार्यवाहक राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद तब से सत्ता संभाल रहे थे।

मालदीव के नए राष्ट्रपति यमीन ने ली शपथ
18 November 2013
माले। मालदीव के छठे राष्ट्रपति के रूप में रविवार को यमीन अब्दूल गयूम के शपथ लेने के बाद पिछले दो वर्षो से इस देश में जारी राजनीतिक संकट का दौर समाप्त हो गया। संकट के चलते मालदीव के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने का खतरा उत्पन्न हो गया था।
देश पर 30 साल तक शासन करने वाले पूर्व तानाशाह ममून अब्दुल गयूम के सौतेले भाई यमीन को संसद के विशेष सत्र में चीफ जस्टिस अहमद फैज ने पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके अलावा मुहम्म्द जमील को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। 54 वर्षीय अर्थशास्त्री यमीन प्रोग्रेसिव पार्टी आफ मालदीव के उम्मीदवार थे। उन्होंने शनिवार को दूसरे दौर के हुए चुनाव में अप्रत्याशित रूप से 51.39 फीसद वोट हासिल कर विपक्ष के नेता और पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद को पराजित किया। पहले दौर में आगे रहने वाले मालदीवियन डेमोकेट्रिक पार्टी के उम्मीदवार नशीद को इसमें 48.61 फीसद वोट हासिल हुए।
राष्ट्रपति यमीन ने अपने पहले भाषण में कहा कि वह मालदीव को सबसे सुरक्षित और क्षेत्र का सबसे विकसित देश बनाएंगे। क्षेत्र के पड़ोसी देशों के साथ अच्छा संबंध बनाए रखेंगे। इससे पूर्व चुनाव आयोग ने शनिवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे दौर के नतीजों की औपचारिक घोषणा में यमीन के राष्ट्रपति निर्वाचित होने की पुष्टि की। चुनाव जीतने के बाद यमीन ने कहा कि देश को स्थिरता की जरूरत है और आशा है कि विपक्ष इसमें सहयोग करेगा। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान किए गए वादे के अनुरूप देश की कमजोर अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि वह आधा वेतन ही लेंगे। साथ ही यह भी कहा कि यदि उनके सुरक्षा कर्मी इजाजत देंगे तो वह अपने घर में रहना पसंद करेंगे। गौरतलब है कि मालदीव की अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर पर्यटन पर निर्भर करती है लेकिन राजनीतिक संकट के चलते इस पर प्रतिकूल असर पड़ा है।

रूसी विमान हादसे में 50 की मौत
18 November 2013
मॉस्को। रूस के कजान शहर में रविवार शाम एक विमान हादसे में 50 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय समयानुसार, शाम 7.25 बजे के करीब मॉस्को से आया बोइंग 737 विमान कजान हवाईअड्डे पर उतरते वक्त हादसे का शिकार हो गया।
बताया जा रहा है कि लैंडिंग के दूसरे प्रयास में विमान जोरदार धमाके के साथ हवाई पंट्टी के करीब जमीन से जा टकराया। आपातकाल मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक, इस हादसे में विमान में सवार सभी लोग मारे गए।
स्थानीय तातरस्तान एयरलाइन द्वारा संचालित विमान में 44 यात्री और चालक दल के छह सदस्य मौजूद थे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

पाक में जातीय हिंसा भड़की, रावलपिंडी में सेना तैनात
18 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में शिया और सुन्नी विवाद चरम पर पहुंचता जा रहा है। मुहर्रम के दौरान एक बार फिर से जातीय हिंसा भड़कने के चलते 10 लोगों की मौत हो गई और 40 घायल हुए हैं। इसके बाद रावलपिंडी और मुल्तान में सेना को सुरक्षा एवं व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है। रावलपिंडी में अफवाहों से बचने के लिए मोबाइल सेवा को बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि सैन्य शहर रावलपिंडी के 19 पुलिस थानों में क‌र्फ्यू लगाया गया है। मुहर्रम के दौरान शुक्रवार को सुन्नी छात्रों से शियाओं की भिड़ंत हो गई थी। रावलपिंडी में भारी संख्या में पुलिस और सैनिक गश्त लगा रहे हैं। सेना मुख्यालय और पंजाब प्रांत में सालों बाद क‌र्फ्यू की स्थिति बनी है। मुल्तान शहर में प्रशासन ने शनिवार को सेना को बुलाया। यहां एक व्यक्ति की मौत हुई और दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। शहर के नाला वली मुहम्मद इलाके में हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिए हाई कोर्ट के जज को नियुक्त किया गया है। रावलपिंडी में झगड़ा तब शुरू हुआ जब शिया जुलूस राजा बाजार में पहुंचा। शुरुआती जांच में पता चला है कि जुलूस में शामिल लोगों पर कुछ शरारती तत्वों ने छींटाकशी की। इसके बाद गुस्साए लोगों ने तीन छात्रों की हत्या कर दी और हिंसा शुरू हो गई। इलाके में गोलियां भी चलाई गई हैं। लोगों ने पुलिस की बंदूकें भी छीन ली थीं। पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ ने अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है।

मुशर्रफ के खिलाफ चलेगा राष्ट्रद्रोह का मामला
18 November 2013
इस्लामाबाद। हाल ही में चार मामलों में जमानत पर छूटे पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ की मुश्किलें कम होती नहीं नजर आ रही हैं। रविवार को पाकिस्तान सरकार ने कहा कि वर्ष 2007 में आपातकाल लगाने को लेकर वह मुशर्रफ के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए अदालत का रुख करेगी। उन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया जा सकता है।
देश के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने बताया, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश और जांच समिति की रिपोर्ट के मद्देनजर फैसला लिया गया है कि मुशर्रफ [70] के खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 6 [राष्ट्रद्रोह] के तहत प्रक्रिया शुरू की जाए। मुशर्रफ के खिलाफ कानूनी जांच करने को तीन सदस्यीय आयोग गठित करने के लिए सरकार सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखेगी। साथ ही इस मामले में एक सरकारी अभियोजक की नियुक्ति की जाएगी।' गृह मंत्री ने कहा, 'पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।
मुशर्रफ संविधान का उल्लंघन करने के लिए जिम्मेदार हैं। किसी को, यहां तक कि प्रधानमंत्री तक को भी माफी नहीं दी जा सकती। मालूम हो कि छह माह से नजरबंद मुशर्रफ हाल ही में सशर्त जमानत पर रिहा किए गए हैं।

पाक में तबाही मचाने की धमकी
18 November 2013
इस्लामाबाद। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सरगना हकीमुल्ला महसूद की ड्रोन हमले में मौत के बाद बौखलाए इस आतंकी संगठन ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान सरकार और खुफिया एजेंसियों ने अमेरिका के साथ मिलकर महसूद को मरवाया है। टीटीपी ने कहा कि आने वाले कुछ दिन देश के लिए तबाही भरे होंगे। हम सरकार और खुफिया एजेंसियों को कड़ा सबक सिखाएंगे।
टीटीपी प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने शनिवार को हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि हमारा बदला शुरू हो गया है। हमने बन्नू में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों पर हमला किया है। यह सेना और सरकार से बदला लेने की हमारी योजना है। उन्होंने हमारे नेता को मरवाया है। इसकी सजा पाकिस्तान सरकार और सेना को भुगतनी होगी। द न्यूज डेली से शाहिद ने कहा कि हमारे आत्मघाती दस्ते पूरे देश में भेजे जा चुके हैं। जल्द ही सेना, सरकार, पीपीपी, एएनपी और एमक्यूएम नेतृत्व को एक-एक करके निशाना बनाया जाएगा।
राजनीतिक दलों को निशाना बनाने के एक सवाल पर शाहिद ने कहा कि इन तीनों पार्टियों ने शाहिद की हत्या को सही बताया था। इसलिए अब बारी उनके मरने की है। महसूद को सीआइए के ड्रोन विमान ने एक नवंबर को उत्तर वजीरिस्तान के कबायली इलाके में मार गिराया था। बन्नू में शनिवार को हुए हमले में अ‌र्द्धसैनिक बल फ्रंटियर कॉ‌र्प्स के तीन सैनिक, दो पुलिसकर्मी और दो नागरिक घायल हुए थे।
टीटीपी की रावलपिंडी डिवीजन के मुखिया अहमद अली इंतकामी ने धमकी दी है कि वह जल्द शहर के डीआइजी और डीसी को निशाना बनाएगा। इन्हें तीन दिन के अंदर सबक सिखा दिया जाएगा। उसने आरोप लगाया कि इन लोगों की वजह से शहर में दंगे हुए। सरकार की देखरेख में दंगे फैलाए गए। इस दौरान निर्दोष लोग मारे गए। हम पाकिस्तान के उलेमा से समर्थन मांगते हैं। निर्दोष लोगों का खून जाया नहीं जाना चाहिए।

ट्विटर का सर्वाधिक प्रयोग करने वाले सऊदी अरब में
18 November 2013
वाशिंगटन। अभिव्यक्ति की आजादी पर तरह-तरह की बंदिशों के बावजूद सऊदी अरब माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर का इस्तेमाल करने वाला दुनिया का सबसे सक्रिय देश बनकर उभरा है। भारत का स्थान इस सूची में 21वें नंबर पर है।
हालिया सर्वेक्षण के मुताबिक, दुनिया में सबसे अधिक ट्विटर यूजर्स सऊदी अरब में हैं जबकि भारत उन देशों में से एक है, जहां के लोग ट्विटर का इस्तेमाल बहुत ही कम करते हैं। पीर रीच कंपनी के मुताबिक, सऊदी अरब में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले कुल आबादी का एक तिहाई यानी 32 प्रतिशत हैं। भारत, नाइजीरिया और जर्मनी जैसे देशों में महज एक प्रतिशत आबादी ही सक्रिय रूप से ट्विटर का इस्तेमाल करती है। ब्रिटिश अमेरिकन न्यूज वेबसाइट मेशएबल के मुताबिक, सर्वेक्षण के तहत ट्वीट करने वाले यूजर्स को ही शामिल किया गया है। उन्हें नहीं जो महज दूसरों के ट्वीट देखने के लिए इस साइट पर रहते हैं।
सर्वेक्षण की दिलचस्प बात यह है कि माइक्रोब्लॉगिंग का बड़ा मंच कहलाने वाला अमेरिका भी इस सूची में आठवें नंबर पर है। इस सूची में पहले पांच स्थानों पर गैर यूरोपीय देश शामिल हैं। चीन का नाम इस सूची में शामिल नहीं है क्योंकि वहां ट्विटर पर प्रतिबंध है। उसकी माइक्रोब्लॉगिंग साइट वीबो इस सर्वेक्षण में शामिल नहीं है। सर्वेक्षण के मुताबिक, दुनिया में ट्विटर यूजर्स युवा वर्ग है। औसतन यूजर्स की उम्र 22 और 26 साल है। वहीं केवल 20 प्रतिशत ट्वीट्स 30 साल से अधिक के लोग करते हैं।

रावलपिंडी में दूसरे दिन भी क‌र्फ्यू जारी
18 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त रावलपिंडी शहर में दूसरे दिन भी क‌र्फ्यू जारी रहा। शहर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को सेना बुलानी पड़ी है। सरकार ने हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
शनिवार रात को साढ़े तीन घंटे तक ढील के बाद शहर में एक बार फिर से क‌र्फ्यू लगा दिया गया है। रावलपिंडी के अलावा इस्लामाबाद में भी मोबाइल नेटवर्क बंद है। शुक्रवार को मुहर्रम जुलूस में भाग लेने वाले शियाओं की सुन्नी मदरसे के छात्रों के साथ झड़प होने के बाद रावलपिंडी के 19 थाना क्षेत्रों में क‌र्फ्यू लगा दिया गया था। शहर में फैली हिंसा में 10 लोग मारे गए थे और करीब 40 लोग घायल हो गए थे। रविवार को पुलिस और बड़ी संख्या में सैनिक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गश्त लगाते रहे। कई वर्षो में यह पहली बार है जब रावलपिंडी में क‌र्फ्यू लगाया गया है। इस शहर में पाकिस्तान का सेना मुख्यालय स्थित है। शहर की अधिकांश सड़कें वीरान दिखाई दे रही हैं। रावलपिंडी के बाद मुल्तान और शिस्तियन शहरों में भी झड़पें हुई थीं। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इन दोनों शहरों में भी सेना तैनात कर दी गई है।

चीन में थाने पर आतंकी हमला, नौ आतंकी ढेर
18 November 2013
बीजिंग। चीन के अशांत उइगर मुस्लिम बहुल प्रांत शिनजियांग में एक पुलिस स्टेशन पर किए गए हमले और जवाबी कार्रवाई में 11 लोग मारे गए। इनमें नौ आतंकी और दो पुलिस कर्मी शामिल हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने पुलिस के हवाले से बताया कि गुलाम कश्मीर (पीओके) से सटे प्रांत के ऐतिहासिक शहर काशगर में सेरिकबुया कस्बा स्थित पुलिस स्टेशन पर शनिवार शाम आतंकियों के समूह ने चाकुओं और कुल्हाड़ी से हमला किया। इस हमले में दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई। जवाबी कार्रवाई में नौ आतंकी मारे गए। पुलिस का मानना हैं कि मारे गए सभी नौ आतंकी ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट से जुड़े थे। इसमें से एक आतंकी की पहचान अब्ला अहेत के रूप में की गई है।
गौरतलब है कि ज्यादातर उइगर शिनजियांग को पश्चिमी तुर्किस्तान कहते हैं जबकि सरकार स्वतंत्र राज्य के आंदोलन के लिए जारी हिंसा के लिए कट्टरपंथियों को ही जिम्मेदार ठहराती है। पिछले महीने 28 अक्टूबर को राजधानी बीजिंग के ऐतिहासिक थ्येन आनमन चौक पर हुए हमले को चीन के गृहमंत्री ने आतंकी हमला करार देते हुए इसके पीछे एक मुस्लिम उइगर अलगाववादी समूह का हाथ बताया था। इस हमले में पांच लोग मारे गए थे जबकि 40 लोग घायल हुए थे।

वियतनाम में बाढ़ से 28 लोगों की मौत, 9 लापता
18 November 2013
हनोई। वियतनाम में बाढ़ आने से शुक्रवार से अब तक 28 लोग काल के गाल में समा चुके हैं, 9 लोग लापता हैं और 80000 लोगों को विस्थापित किया गया है। सरकारी रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के सेंट्रल क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण ऐसा हुआ है। क्वांग नागाई राज्य में 9 लोगों के मरने और 4 लोगों के लापता होने की खबर है जहां पर बाढ़ ने 1999 के रिकार्ड को तोड़ दिया है। यहां पर कई मकान पानी में बह गए हैं। समाचार पत्रों की खबर के मुताबिक 15 हाइड्रो पावर प्लांट्स के खुलने के बाद देश में बाढ़ की स्थिति बनी।
बाढ़ और तुफान के लिए बनाई गई सरकारी कमेटी ने बताया है कि देश में अभी तक एक लाख घर तबाह हुए हुए हैं और 80000 लोगों को विस्थापित किया गया है। बाढ़ के कारण सड़को पर आवागमन नहीं हो रहा है और कुछ राष्ट्रीय रेल सेवाओं को निरस्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि सेंट्रल क्षेत्र वह है जो काफी बेल्ट है और यहां पर जुलाई-अक्टूबर के बीच अक्सर बाढ़ और तूफान आते रहते हैं।
शुक्रवार से जारी बारिश की वजह से काफी की कटाई और बीन को सुखाने में कठिनाई हो रही है। इससे बीन को बंदरगाह पर पहुंचाने में देरी हो रही है। वियतनाम दुनिया का सबसे बड़ा रोबस्टा उत्पादक है जहां पर पूरी दुनिया के उत्पादन का 17 फीसदी उत्पादन होता है। काफी उत्पादन क्षेत्रों में अभी और बारिश की संभावना जताई जा रही है।

आइएनएस विक्रमादित्य को लाने रूस पहुंचे एंटनी
16 November 2013
मॉस्को। भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी शुक्रवार को रूस के बंदरगाह शहर सेवरोदविंस्क पहुंचे। शनिवार को यहीं रूस के पनडुब्बी निर्माण केंद्र सेवमाश शिपयार्ड में विमानवाहक युद्धपोत आइएनएस विक्रमादित्य भारत को सौंपा जाएगा।
नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी पहले ही यहां पहुंच गए थे। एंटनी के साथ रक्षा सचिव आरके माथुर व अन्य अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल चार दिवसीय दौरे पर रूस पहुंचा है।
एंटनी सैन्य तकनीकी सहयोग पर भारत और रूस के अंतर सरकारी आयोग की बैठक में भी शामिल होंगे।

दूसरे दौर के चुनाव से पूर्व मालदीव के राष्ट्रपति का इस्तीफा
16 November 2013
माले। विश्व समुदाय के भारी दबाव और राजनीतिक संकट के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद ने विवादास्पद चुनाव के दूसरे दौर की पूर्व संध्या पर पद से इस्तीफा दे दिया। शनिवार को दूसरे चरण का चुनाव पहले दौर में आगे रहे पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद और उनके प्रतिद्वंदी अब्दुल्ला यामीन के बीच होगा।
वहीद ने देश के पहले लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित राष्ट्रपति नशीद के फरवरी, 2012 में इस्तीफा देने के बाद यह पद संभाला था। गत दस नवंबर को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था जिसके बाद से वह भारत सहित पश्चिमी देशों के दबाव में थे। हवीरु पोर्टल के अनुसार, वहीद ने कहा कि वह सिंगापुर की निजी यात्रा पर हैं और मालदीव लौटेंगे लेकिन उन्होंने वापसी की तारीख का उल्लेख नहीं किया है।
गुरुवार की रात टेलीविजन पर अपने संबोधन में वहीद ने दावा किया कि उनकी सरकार ने विदेशी दबाव के आगे झुकने से इन्कार करते हुए अपने देश के कानूनी ढांचे और संवैधानिक संस्थानों के आदेशों को सही ठहराया। बार-बार कोर्ट के दखल से बाधित हुई चुनाव प्रक्रिया के बाद मालदीव को राष्ट्रमंडल की अनुशासनात्मक समिति से बुधवार को बेदखल कर दिया गया था।
गौरतलब है कि मालदीव में नए राष्ट्रपति के चुनाव की यह तीसरी कोशिश है। इसके पहले सात सितंबर को हुए चुनाव को सुप्रीम कोर्ट ने मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के आधार पर निरस्त कर दिया था जबकि 19 अक्टूबर को चुनाव कराने की कोशिशों को पुलिस ने रोक दिया था। इसके बाद नौ नवंबर को हुए पहले दौर के चुनाव के अगले दिन होने वाले दूसरे चरण के चुनाव को सुप्रीम कोर्ट ने स्थगित कर दिया था। कोर्ट ने इसे 16 नवंबर को कराने और वहीद को तब तक अपने पद पर बने रहने का आदेश दिया था।
पहले दौर में नशीद की मालदीवियन डेमोकेट्रिक पार्टी (एमडीपी) को 46.3 फीसद, प्रोग्रेसिव पार्टी आफ मालदीव (पीपीएम) के अब्दुल्ला यामीन को 30.3 फीसद और जम्हूरी पार्टी के उम्मीदवार गासिम इब्राहिम को 23.4 फीसद वोट हासिल हुए थे। राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 50 फीसद वोट किसी को नहीं मिले जिसके बाद दूसरे चरण के चुनाव की नौबत आई।ै।

ऑस्ट्रेलियाई संगीतकार ने सचिन को समर्पित किया गाना
16 November 2013
मेलबर्न। बॉलीवुड गायक कैलाश खेर के बाद ऑस्ट्रेलिया के संगीतकार ने भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के सम्मान में एक गाना रिकॉर्ड किया है। सिडनी के संगीतकार और गायक फिल डे ने ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेट प्रशंसक ग्रुप 'द स्वामी आर्मी' के साथ मिलकर गाना तैयार किया है। इस गाने को फेसबुक पर दस हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं और सिडनी से लेकर मुंबई तक प्रशंसक इसे डाउनलोड कर रहे हैं।
इस बारे में स्वामी आर्मी के सीईओ गुरनाम सिंह ने कहा कि सचिन पूरे विश्व के आइकन हैं। फिल ने इस गाने को कुछ साल पहले लिखा था और हमने उन्हें सचिन के इतिहास के बारे में सुझाव दिए। अब यह गाना सचिन के प्रशंसकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है।
स्टार स्पो‌र्ट्स ने लांच किया सचिन मेमोरी प्रोजेक्ट नई दिल्ली। स्टार स्पो‌र्ट्स की आधिकारिक वेबसाइट स्टारस्पो‌र्ट्स डॉट कॉम ने 'द सचिन मेमोरी प्रोजेक्ट' की शुरुआत की है, जो तेंदुलकर के करियर को समर्पित है।
इस प्रोजेक्ट के तहत मुंबई टेस्ट के दौरान स्टेडियम में मौजूद दर्शकों की तीन बार फोटो खींची जाएगी, जिसे बिग पिक्चर का नाम दिया गया है। इस फोटो को लेने का मकसद खास पलों को संजोना है। इस बारे में स्टार इंडिया के सीईओ अजित मोहन ने बताया कि सचिन के आखिरी टेस्ट को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह है। प्रशंसक स्टार स्पो‌र्ट्स की वेबसाइट पर जाकर फोटो को जूम कर खुद को ढूंढ़ सकते हैं। इसके अलावा वह फेसबुक पर खुद को टैग भी कर सकते हैं।

पीएम के कोलंबो न जाने पर खुर्शीद ने जताया अफसोस
16 November 2013
कोलंबो। श्रीलंका में चोगम सम्मेलन में हिस्सा लेने गए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कोलंबो न आ पाने पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि प्रधानमंत्री राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की शिखर बैठक (चोगम) में हिस्सा लेने आएं और जाफना का दौरा करें, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'क्या यह दुखद नहीं है? किसको जिम्मेदार कहेंगे? मैं चाहता था कि मेरे प्रधानमंत्री पहले वहां (जाफना) जाएं। मैं वहां जाने वाला दूसरा विदेश मंत्री था। परंतु मैं इसके लिए किसे जिम्मेदार कहूं। मैं इस बात पर निराश हूं कि उस इलाके में अपने प्रधानमंत्री को नहीं ले जा सका जहां हम 50,000 आवासों का निर्माण करा रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि 'हम जाफना में जिन सड़कों और दूसरी परियोजनाओं का निर्माण कर रहे हैं, उसे हम उन्हें नहीं दिखा सके।' ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने शुक्रवार को जाफना का दौरा किया। आजाद श्रीलंका में इस क्षेत्र का दौरा करने वाले वह पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष बन गए। खुर्शीद ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी चोगम की बैठक से इतर जाफना जाने का कार्यक्रम था, लेकिन तमिलनाडु के राजनीतिक दलों के विरोध के कारण सिंह ने दौरा रद्द कर दिया। प्रधानमंत्री सिंह को श्रीलंका के उत्तरी प्रांत के मुख्यमंत्री सी एस विग्नेवश्वरन ने जाफना का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था।
खुर्शीद ने कहा कि वह इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहते। उन्होंने कहा कि 'यह लोगों को फैसला करने दीजिए कि उनकी रणनीति का क्या फायदा हुआ है। मेरा लक्ष्य है कि श्रीलंका के लोग अपने पैरों पर खड़े हों और उनके भीतर आत्मविश्वास पैदा हो।' इस मुद्दे पर कांग्रेस और सरकार के बीच विभाजन के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा कि यह विभाजन नहीं, बल्कि अलग अलग विचार व्यक्त किया गया है।

पाक सरकार ने दिए हक्कानी की हत्या की जांच के आदेश
16 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने हक्कानी नेटवर्क के शीर्ष नेता नसीरुद्दीन हक्कानी की हत्या की जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
30 वर्षीय नसीरुद्दीन हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का बड़ा बेटा था। अखबार द डान ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने गुरुवार को जांच के आदेश देते हुए रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने को कहा है। पुलिस यह पता लगाएगी कि क्या मरने वाला नसीरुद्दीन हक्कानी ही था और क्या इस हत्याकांड में अफगान खुफिया एजेंसी शामिल है। खान ने यह भी पता लगाने को कहा है कि घटना स्थल से मृतक का शव किसने हटाया। रिपोर्ट में गृह मंत्रालय के एक सूत्र के हवाले से कहा कि हत्या के पांच दिन बीत जाने के बाद इस्लामाबाद पुलिस ने मरने वाले की पहचान सार्वजनिक नहीं की है।
तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रवक्ता शाहीदुल्लाह शाहिद ने नसीरुद्दीन की हत्या की पुष्टि करते हुए कहा था कि वह इस हत्या का बदला जरूर लेगा। रविवार शाम जब नसीरुद्दीन मस्जिद से घर लौट रहा था, बाइक सवार दो बंदूकधारियों ने उसे गोली मार दी थी। तालिबान ने खुफिया एजेंसी आइएसआइ को इस हत्या का जिम्मेदार ठहराया है।

बीयर बोतल पर देवी-देवताओं के चित्र दर्शाने पर कंपनी ने मांगी माफी
16 November 2013
सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई शराब निर्माता कंपनी ने बीयर बोतल पर देवी-देवताओं के चित्र दर्शाने के लिए माफी मांगी है।
ब्रूकवेल यूनियन कंपनी ने बीयर की बोतलों पर भगवान लक्ष्मी और गणेश के चित्र को दर्शाया है जिस पर हिंदू समुदाय के लोगों ने नाराजगी व्यक्त की थी। ऑस्ट्रेलिया में यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुज्म के प्रमुख राजन जेड ने बीयर की बोतलों पर लगाए गए लेबल को बेहद आपत्तिजनक बताते हुए उसे हटाने की मांग की थी। व्यापक विरोध को देखते हुए कंपनी की ओर से जारी माफीनामे में कहा गया कि अगर कोई गलती हुई है तो हम उसे ठीक करना चाहते हैं। हम लेबल के डिजाइन में बदलाव की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले वर्ष 2011 में ऑस्ट्रेलिया फैशन विक में एक स्विमसूट पर देवी लक्ष्मी की तस्वीर चित्रित करने पर काफी बवाल मचा था। जिसके बाद कंपनी ने तत्काल इसका उत्पादन बंद कर माफी मांगी थी।

वित्तीय लेन-देन का रिकॉर्ड जमा कर रही सीआइए
16 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए गोपनीय तरीके से वेस्टर्न यूनियन जैसी कंपनियों द्वारा अमेरिका के भीतर और बाहर हस्तांतरित किए जाने वाले धन का रिकॉर्ड एकत्र कर रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
अखबार ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी उसी कानून के तहत काम कर रही है जिसके तहत राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने अमेरिकी नागरिकों के फोन कॉल रिकॉर्ड एकत्र किए थे। हालांकि इसमें सिर्फ घरेलू या बैंक से बैंक में किया जाने वाला लेन-देन शामिल नहीं है। एक अन्य खुफिया अधिकारी ने बताया कि बैंक गोपनीय अधिनियम के तहत सरकार ने लेन-देन का आंकड़ा पहले ही एकत्र कर रखा है। इस बीच वेस्टर्न यूनियन की प्रवक्ता ने इस सवाल का स्पष्ट रूप से कोई जवाब नहीं दिया कि क्या कंपनी को धन हस्तांतरण का रिकॉर्ड देने को कहा गया है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कंपनी जानकारी प्रदान करने के लिए कानूनी नियमों का अनुसरण करती है। उन्होंने कहा,'हम कानूनी नियमों के तहत उपभोक्ता की जानकारी को संग्रहित करते हैं। हम अपने उपभोक्ता की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखते हैं।'

लार्ड पॉल ने की ब्रिटिश वीजा नीति की आलोचना
16 November 2013
लंदन। भारतीय छात्रों को लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के बयान के एक दिन बाद मशहूर प्रवासी भारतीय उद्योगपति लार्ड स्वराज पॉल ने ब्रिटेन की प्रतिबंधात्मक छात्र वीजा नीति की जमकर आलोचना की है। कैमरन ने कहा था कि ब्रिटेन में पढ़ने आने वाले भारतीय छात्रों के लिए कोई संख्या सीमा नहीं है।
'इंडो-ब्रिटिश रिलेशन : द वे फार्वर्ड' कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर व्याख्यान देते हुए लार्ड पॉल ने कहा, दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ छात्र पढ़ाई के लिए कनाडा, ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका का रुख कर रहे हैं। ब्रिटेन उनके लिए प्रतिकूल जगह बनता जा रहा है। हम अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान खो रहे हैं। गुरुवार रात अपने भाषण में पॉल ने कहा, अगर ब्रिटेन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शक्ति बने रहना चाहता है, तो हमें दुनियाभर से छात्रों का स्वागत करना होगा। अगर हम ऐसा नहीं करते है, तो हम अपना प्रभाव और प्रतिस्पर्धी स्थिति खो देंगे।
दो ब्रिटिश यूनिवर्सिटीज वॉल्वर हैम्पटन और बेस्टमिंस्टर के चांसलर लार्ड पॉल ने कहा, ब्रिटेन की छात्र वीजा नीति में बदलाव का मुख्य उद्देश्य उच्च क्षमता वाले छात्रों को पढ़ाई के लिए आकर्षित करना था। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। विशुद्ध प्रवासी आंकड़ों से छात्रों को हटाने के लिए आव्रजन नीति में बदलाव कर हम दुनिया को दिखा सकते हैं कि ब्रिटेन के दरवाजे सभी देशों के मेहनती छात्रों के लिए खुले हैं। पढ़ाई के बाद हमें छात्रों को कम से कम दो साल ब्रिटेन में काम करने के अवसर प्रदान करने चाहिए।
लार्ड पॉल को अंतरराष्ट्रीय सम्मान : मशहूर प्रवासी भारतीय उद्योगपति लार्ड स्वराज पॉल को उद्योग, शिक्षा और मानवता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए यहां 'इंटरनेशनल इंडियन ऑफ द डिकेड' पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पॉल को यह पुरस्कार इंडिया लिंक इंटरनेशनल पत्रिका की 20वीं सालगिरह के मौके पर ब्रिटेन में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त वीरेंद्र पॉल के हाथों प्रदान किया गया। इंडिया लिंक इंटरनेशनल एक मासिक पत्रिका है।

म्यांमार में रिहा किए गए 69 और राजनीतिक बंदी
16 November 2013
यंगून। म्यांमार के राष्ट्रपति ने सभी राजनीतिक कैदियों को साल के अंत तक रिहा किए जाने के अपने वादे के तहत शुक्रवार को 69 और बंदियों को क्षमादान दे दिया।
सरकार की राजनीतिक बंदी जांच समिति के आंग ने बताया कि क्षमादान पाने वालों में पूर्व तानाशाह जनरल ने विन के दो पोते भी शामिल हैं। दोनों को तत्कालीन वरिष्ठ जनरल थान श्वे के सैन्य शासन के खिलाफ तख्तापलट की कथित कोशिश के आरोप में वर्ष 2002 में फांसी की सजा सुनाई गई थी। 2011 में सैन्य शासन समाप्त होने के बाद से राष्ट्रपति थीन सीन इस देश का नेतृत्व कर रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि थीन की असैन्य सरकार में भी आम नागरिकों को राजनीतिक अपराध के तहत हिरासत में लेने का सिलसिला जारी है। पूर्व बंदी रह चुके ये आंग ने बताया कि अब केवल 60 राजनीतिक कैदी ही जेल में बचे हैं। गौरतलब है कि ब्रिटेन की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ने साल के अंत तक सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करने का वादा किया था।

डॉ. विवेक को सर्जन जनरल के लिए नामित करेंगे ओबामा
16 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने घोषणा की है कि उनकी इच्छा भारतीय मूल के डॉक्टर विवेक हालगेरे मूर्ति को अपने अगले सर्जन जनरल के रूप में नामित करने की है।
संगठन डॉक्टर्स फॉर अमेरिका के सह संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. मूर्ति हावर्ड मेडिकल स्कूल के ब्रिघम एंड वूमेंस हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के सर्जन और प्रशिक्षक हैं। ओबामा ने गुरुवार को अपने प्रशासन के लिए डॉ. मूर्ति के साथ अन्य लोगों को नामित करने का इरादा जताया। एक बयान में ओबामा ने कहा कि मुझे यकीन है कि शानदार प्रदर्शन करने वाले ये लोग अपनी नई भूमिकाओं में अमेरिकी नागरिकों की अच्छी सेवा करेंगे और मैं इनके साथ महीनों और वर्षो तक काम करना चाहूंगा। डॉ. मूर्ति को 2011 में रोग निवारण, स्वास्थ्य प्रोत्साहन और समग्र सार्वजनिक स्वास्थ्य पर सलाहकार समूह का सदस्य नियुक्त किया गया था। 2007 में वह ट्रायल नेटवर्क के अध्यक्ष रह चुके हैं। हावर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक करने वाले डॉ. मूर्ति ने येल स्कूल ऑफ मैनजमेंट से एमबीए और येल स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमडी की डिग्री हासिल की है। ओबामा की इस घोषणा का स्वागत करते हुए प्रभावशाली अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन के अध्यक्ष डॉ. जयेश बी शाह ने कहा कि राष्ट्रपति ने सही चुनाव किया है।

अश्वेत मंत्री से भद्दे मजाक पर फ्रांस में विवाद
15 November 2013
पेरिस। फ्रांस सरकार की इकलौती अश्वेत मंत्री क्रिश्चियन तौबीरा फिर रंगभेद का शिकार हुई हैं। देश की साप्ताहिक मैगजीन 'मिनट' ने अपने मुख्य पृष्ठ पर राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद सरकार में न्याय मंत्री तौबीरा की तुलना एक बंदर से कर नए विवाद को जन्म दे दिया है। अखबार ने तौबीरा को बंदर की तरह चालाक बताते हुए हेडिंग लगाई - 'तौबीरा गेट्स हर बनाना बैक।'
देशभर में इस तरह के भद्दे मजाक के खिलाफ आवाज उठ रही है। तौबीरा ने भी इन शब्दों को बेहद हिंसात्मक करार देते हुए कहा कि वह भी इंसान हैं। इस तरह के लेख से उन्हें बहुत चोट पहुंची है। दो बार पहले भी न्याय मंत्री की तुलना बंदर के साथ की जा चुकी है। मिनट के इस भद्दे लेख से राजनीतिज्ञ खफा हैं। इनमें से कुछ ने मैगजीन के संपादक और प्रकाशक को रंगभेद और जातीय नफरत फैलाने के आरोपों में गिरफ्तार कर मामला चलाने की मांग भी की है। प्रधानमंत्री ज्यां मार्क एरॉल्ट की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
तौबीरा के कार्यकाल में ही फ्रांस ने समलैंगिक विवाह को मान्यता दी। इसके चलते वह कई समूहों के निशाने पर हैं। पिछले महीने उनके खिलाफ हुए प्रदर्शन में भी नारे लगाए गए थे -'मंकी, ईट योर बनाना'।

शेख खालिद करेगा तालिबान की गतिविधियां संचालित
15 November 2013
इस्लामाबाद। मुल्ला फजलुल्ला को भले ही तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का नया सरगना बनाया गया हो, लेकिन संगठन की गतिविधियां शेख खालिद हक्कानी ही संचालित करेगा। एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी जिले का निवासी और टीटीपी का नया उपप्रमुख हक्कानी संगठन के प्रमुख के तौर पर काम करेगा। वह फजलुल्ला के निर्देश पर आतंकी हमलों को अंजाम देगा। माना जाता है कि फजलुल्ला अफगानिस्तान में रह रहा है।
'द न्यूज डेली' की रिपोर्ट के मुताबिक कबाइली निवासियों ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि टीटीपी प्रमुख बनने के बाद फजलुल्ला संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र में लौटेगा। उनके मुताबिक फजलुल्ला ने पाकिस्तान लौटने की ख्वाहिश नहीं जताई है। वजीरिस्तान क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उसे वापस न लौटने की सलाह भी दी गई है। तालिबान नेतृत्व का मानना है कि उनका मुखिया अफगानिस्तान में सुरक्षित रहेगा जहां पर पाकिस्तान की अपेक्षा कम ड्रोन हमले किए गए हैं। स्वात निवासी फजलुल्ला को मुल्ला रेडियो के उपनाम से भी जाना जाता है। इस महीने हकीमुल्ला महसूद के ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद उसे टीटीपी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया था। वहीं तालिबान में शामिल होने से पहले शेख खालिद 'हक्कानी तालिबान' धड़े का नेतृत्व करता था। नाऊशेरा जिले के अकहोरा में कट्टरपंथी मदरसे दाऊल उलूम हक्कानी का छात्र होने के कारण वह अपना सरनेम हक्कानी इस्तेमाल करता है। आम तौर पर विश्लेषक मदरसे को 'यूनिवर्सिटी ऑफ जेहाद' से संबोधित करते हैं। इसी मदरसे से अफगान तालिबान के पूर्व कमांडर मुल्ला मुहम्मद उमर ने शिक्षा हासिल की थी। वर्ष 2011 में शबकदर स्थित फ्रंटियर का‌र्प्स के मुख्यालय पर हमले के लिए हक्कानी को जिम्मेदार माना जाता है। इस हमले में 80 सैनिक मारे गए थे। इसके अलावा तीन अन्य आत्मघाती हमलों में भी उसका हाथ माना जाता है।

भारतीय छात्र ने दक्षिण अफ्रीका में लहराया परचम
15 November 2013
जोहानिसबर्ग। अधिकतर भारतीय मूल के अफ्रीकी छात्र जहां अफ्रीकंस भाषा को सीखने से संकोच करते हैं वहीं इस भाषा पर मजबूत पकड़ ने भारतीय छात्र अंगद सेना को यहां आने के मात्र दो वर्षो में राष्ट्रीय पुरस्कार दिला दिए।
अंगद वर्ष 2011 में अपने पिता तेजेंदर और मां अमरजीत के साथ प्रिटोरिया आए थे। उन्होंने थेरेसा पार्क प्राइमरी स्कूल में जुलु के बजाए अफ्रीकंस भाषा का चयन किया था। स्कूल में जुलु दूसरी अनिवार्य भाषा है। टाटा कंपनी में बतौर इंजीनियर काम कर रहे तेजेंदर तीन साल के अनुबंध पर यहां आए हैं। वह अगले महीने सपरिवार भारत लौटेंगे।
अंगद ने कहा, जब मुझे विकल्प दिखाए गए तो जुलु को लेकर मैं थोड़ा भ्रमित था। उसी दिन मैंने अपने पिता से कहा कि मैं अफ्रीकंस भाषा लेना चाहता हूं। इस भाषा की मूल बातों को सीखने के बाद मैंने काफी पुस्तकें पढ़ी थी, जिन्होंने मेरी मदद की। अंगद हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी के अलावा मराठी भी बोल लेते हैं। मात्र दो साल तक अफ्रीकंस भाषा को सीखने के बाद 2012 में रैडिकल रेंडेनार्स [कट्टरपंथी तर्क देने वाले वाले] शीर्षक पर आयोजित राष्ट्रीय स्तर की वाद-विवाद प्रतियोगिता में वह अव्वल आए थे। इस साल भी उन्होंने इस प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया।
अंगद ने कहा कि अगर अफ्रीकंस पढ़ाने का अवसर भारत में मिलेगा तो वह इसे आगे पढ़ना जारी रखेंगे। अपने पिता की तरह वह भी मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं। नीदरलैंड में विकसित अफ्रीकंस को अल्पसंख्यक श्वेत की भाषा माना जाता है। रंगभेद युग के दौरान दक्षिण अफ्रीका के सभी अश्वेत स्कूलों में इसे अनिवार्य भाषा के तौर पर लागू किया गया था।

भारतीय अमेरिकी सर्जन को शीर्ष प्रवासी पुरस्कार
15 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी सरकार ने भारतीय मूल के एक अमेरिकी सर्जन को उनकी उपलब्धियों के लिए शीर्ष प्रवासी पुरस्कार से सम्मानित किया है।
अमेरिकी नागरिक व आव्रजन सेवा की उप निदेशक लॉरी सियालाबा ने अपने बयान में कहा, वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर के स्टाफ ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर राहुल जिंदल को एक विशेष समारोह में बुधवार को आउटस्टैंडिंग अमेरिकन बाई च्वायस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिंदल ने वर्ष 2009 में वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में एक सर्जरी में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि जिंदल ने दक्षिण अमेरिका के गुयाना में किडनी डायलिसिस एंड ट्रांसप्लांट प्रोग्राम की शुरुआत की है।
जिंदल 600 हिंदू मंदिरों द्वारा प्रायोजित नेशनल ब्लड एंड बोन मेरो ड्राइव कैंपेन के निदेशक भी हैं। छह साल ब्रिटेन में बिताने के बाद अहमदाबाद में जन्मे जिंदल अमेरिका आ गए थे। शीर्ष प्रवासी पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अमेरिकियों में इंदिरा नूई, रेणु खटोर, विवेक वाधवा और अमरप्रीत एस साहनी प्रमुख हैं।

तमिलों के साथ खड़ा रहेगा भारत
15 November 2013
कोलंबो। भारत ने श्रीलंकाई तमिलों को हमेशा उनके हित में काम करने का भरोसा दिलाया है। राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों के सम्मेलन (चोगम) में हिस्सा लेने पहुंचीं विदेश सचिव सुजाता सिंह ने बृहस्पतिवार को तमिल नेशनल एलायंस (टीएनए) नेताओं से मुलाकात की। विदेश सचिव ने कहा, हम श्रीलंकाई तमिलों को सम्मान और इज्जत के साथ जीने का मौका दिलाएंगे।
हाल ही में उत्तरी प्रांत की सत्ता संभालने वाले टीएनए के नेता आर. संबनाथन ने पत्रकारों से कहा कि विदेश सचिव के साथ उनकी ढेर सारे मुद्दों पर चर्चा हुई। संबनाथन के मुताबिक भारतीय विदेश सचिव ने उनकी बातें धैर्यपूर्वक सुनी और समझीं। मनमोहन सिंह के चोगम में शिरकत न करने के फैसले को तमिल नेता ने भारतीय पीएम का निर्णय बताया।

युद्ध अपराध आरोपों की छाया में सम्मेलन आज से

कोलंबो। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके कनाडाई एवं मॉरीशस के समकक्षों की अनुपस्थिति के बीच तीन दिवसीय राष्ट्रमंडल सम्मेलन शुक्रवार से शुरू होगा। खास बात यह है कि श्रीलंका के विपक्ष ने भी सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा की है। 53 देशों के इस सम्मेलन के दौरान आतंकी संगठन लिट्टे के खिलाफ चले गृह युद्ध के दौरान मानवाधिकार उल्लंघन और युद्ध अपराधों के आरोप छाए रहेंगे।
मनमोहन सिंह के सम्मेलन में न आने पर श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने कहा कि वह विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के आने से ही संतुष्ट हैं। जब एक भारतीय पत्रकार ने पूछा कि मनमोहन तमिलनाडु के लोगों की भावनाओं के मद्देनजर बैठक में शामिल नहीं हुए तो जवाब में राजपक्षे ने कहा कि उन्होंने मुझे यह कारण नहीं बताया।
कनाडा के पीएम स्टीफन हार्पर और मॉरीशस में उनके समकक्ष ने कोलंबो न आने के पीछे श्रीलंका के कमजोर मानवाधिकार रिकॉर्ड का उल्लेख किया था। यहां तक कि ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने भी कहा है कि वह कोलंबो आकर इन मुद्दों पर अपने देश का पक्ष रखना चाहते हैं। मेरे यहां आने से कोई यह न समझे कि श्रीलंका में जो कुछ हुआ उसे ब्रिटेन का समर्थन है। एक पत्रकार द्वारा कैमरन के बयान के संबंध में पूछे गए सवाल पर राजपक्षे ने कहा कि मुझे भी उनसे कई सवाल पूछने हैं। हमने बहुत कुछ खोया है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लिट्टे ने नागरिकों के अलावा इस देश के राष्ट्रपति की हत्या भी की थी। सम्मेलन में मालदीव के संकट पर भी चर्चा होगी।
इस बीच, ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्लू) ने राष्ट्रमंडल देशों के नेताओं से श्रीलंकाई नेतृत्व पर मानवाधिकार के मामले में दबाव डालने का आग्रह किया है। एचआरडब्लू एशिया के डायरेक्टर ब्रेड एडम्स ने कहा कि दुनिया की नजरें यदि वहां नेताओं ने यह मुद्दा नहीं उठाया तो दुनिया में कॉमनवेल्थ का प्रभाव नहीं रहेगा।

जहर के संदेह में कब्र से निकाला गया ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति का शव
15 November 2013
साओ बोर्जा (ब्राजील)। ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में 1964 में अपदस्थ किए गए जोआओ गोलर्ट के अवशेष को उनके कब्र से निकाला गया ताकि उनको जहर देने के दावों की पुष्टि हो सके।
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी पोर्टो अलेग्री शहर से करीब छह सौ किमी दूर और अर्जेटीना की सीमा के समीप स्थित साओ बोर्जा के एक कब्रिस्तान से बुधवार को गोलर्ट के अवशेष को पुलिस की सुरक्षा के बीच निकाला गया। गोलर्ट 1961 से राष्ट्रपति थे। उन्हें 1964 में सेना ने अपदस्थ कर दिया था। इसके बाद देश में 1985 तक सैन्य शासन रहा था। आधिकारिक तौर पर 1976 में दिल का दौरा पड़ने से अर्जेटीना में गोलर्ट का निधन हो गया था। सैन्य शासन के दौरान सत्तर और अस्सी के दशक में विपक्ष को खत्म कर देने के एक गुप्त कार्यक्रम के तहत गोलर्ट को जहर दिए जाने का संदेह जताया गया है। गुरुवार को गोलर्ट के अवशेष को राजधानी ब्राजीलिया ले जाया जाएगा जहां उन्हें मरणोपरांत राजकीय सम्मान दिया जाएगा। वर्तमान राष्ट्रपति डिलमा रोसेफ के इस दौरान मौजूद रहने की उम्मीद जताई गई है।

ओबामा भारतीय-अमेरिकी को बनाना चाहते हैं सर्जन जनरल
15 November 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक हालगेरे मूर्ति को अपना अगला सर्जन जनरल बनाने की इच्छा जताई है।
डॉक्टर्स फॉर अमेरिका के सहसंस्थापक और अध्यक्ष डॉक्टर मूर्ति हावर्ड मेडिकल स्कूल के ब्रिघम एंड वूमन्स हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के हॉस्पिटैलिस्ट अटेन्डिंग फिजीशियन एंड इंस्ट्रक्टर हैं। ओबामा ने कई अन्य नामांकनों के साथ शीर्ष प्रशासन के समक्ष मूर्ति के नामांकन की इच्छा जताई।
ओबामा ने एक बयान में कहा कि मुझे यकीन है कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले ये लोग अपनी नई भूमिकाओं में अमेरिकी जनता की अच्छी तरह सेवा करेंगे और मैं आगामी महीनों या वर्षों में इनके साथ काम करना चाहूंगा।
ओबामा के इस कदम का प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी चिकित्सक समुदाय ने स्वागत किया है। वर्ष 2011 में, मूर्ति को रोग निवारण, स्वास्थ्य प्रोत्साहन और समग्र व जन स्वास्थ्य के सलाहकार समूह का सदस्य नियुक्त किया गया था।
मूर्ति वर्ष 2007 से ट्रायलनेटवर्क्‍स के सहसंस्थापक और अध्यक्ष रहे हैं। इसे पहले एपरनिकस नाम से पहचाना जाता था। वर्ष 1995 में मूर्ति विजन्स वर्ल्डवाइड के भी सहसंस्थापक बने। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत और अमेरिका में एचआईवी शिक्षा पर काम करता है। इस संगठन में मूर्ति 1995 से 2000 तक अध्यक्ष रहे और 2000 से 2003 तक इसके बोर्ड के प्रमुख रहे।
मूर्ति ने अपनी स्नातक की डिग्री हार्वर्ड विश्वविद्यालय से ली। उन्होंने येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए और येल स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमडी किया। ओबामा की इस घोषणा की सराहना करते हुए प्रभावशाली संस्था अमेरिकन असोसिएशन ऑफ फिजीशियन्स ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) के अध्यक्ष डॉक्टर जयेश बी शाह ने कहा कि ओबामा ने सही चुनाव किया है।
शाह ने कहा कि यह खबर भारतीय मूल के चिकित्सकों की प्रतिष्ठा को पूरे अमेरिका में मजबूत करती है। एएपीआई लेजिस्लेटिव कमेटी के प्रमुख डॉक्टर हरभजन अजरावत ने कहा कि विवेक भारतीय-अमेरिकी चिकित्सकों की अगली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं।

विवादों के साए में घिरी चोगम समिट आज से
15 November 2013
कोलंबो। भारतीय पीएम मनमोहन सिंह के अलावा कनाडा और मॉरिशस के राष्ट्राध्यक्षों की नामौजूदगी में तीन दिवसीय चोगम (कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट मीटिंग) समिट आज से शुरू होगी। गौरतलब है कि श्रीलंका द्वारा एलटीटीई के खिलाफ छेड़ी गई जंग में मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों को लेकर यह समिट विवादों के साए में रही है। युद्ध अपराधों के इन आरोपों को लेकर स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की उठ रही मांगों से अप्रभावित श्रीलंकाई प्रेजिडेंट महिंदा राजपक्षे इस 53 देशों की समिट की मेजबानी करेंगे। गौरतलब है कि मनमोहन के न आने से हो रहे विवाद को राजपक्षे ने यह कहते हुए शांत करने की कोशिश की कि वह भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की मौजूदगी से संतुष्ट हैं। राजपक्षे ने यह भी कहा कि भारतीय पीएम ने 2011 में पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में हुई समिट में भी हिस्सा नहीं लिया था। बता दें कि तमिलनाडु से हो रहे विरोध के मद्देनजर पीएम के न जाने के फैसले के बाद खुर्शीद चोगम में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कनाडा के पीएम स्टीफन हार्पर और मॉरिशस के पीएम नवीन चंद्र रामगुलाम ने भी श्रीलंका में मानवाधिकारों के 'खराब' रेकॉर्ड का हवाला देकर इस समिट से किनारा कर लिया था। ब्रिटिश पीएम यह दलील देते हुए इस समिट में शामिल होने को राजी हुए थे कि उनकी मौजूदगी का यह मतलब नहीं है कि श्रीलंका में जो कुछ हुआ, उससे उनका देश सहमत है।

छिपाने के लिए कुछ नहीं : राजपक्षे

समिट की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे तमिल नागरिकों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों का कड़ाई से बचाव करते दिखे। गुरुवार को उन्होंने कहा कि उनके पास 'छिपाने को कुछ नहीं' है। राजपक्षे ने तमिलों को एक संदेश दिया कि वह उनके साथ मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने तमिल समुदाय को बातचीत का न्यौता भी दिया। उन्होंने यह वादा भी किया कि जो मानवाधिकार उल्लंघन का दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने कहा कि एक कानूनी व्यवस्था, मानवाधिकार आयोग के अलावा एक रिहेबलिटेशन कमिशन है, जहां लोग युद्ध के दौरान प्रताड़ना, बलात्कार और हत्या की शिकायत कर सकते हैं।

उत्तरी बगदाद में कई धमाके, 44 लोगों की मौत
15 November 2013
करबला (इराक)। श्रीइराक की राजधानी बगदाद के उत्तर में शिया समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर किए गए हमलों में 44 लोगों की मौत हो गई। आतंकवादियों ने उस वक्त लोगों को निशाना बनाया जब इराक के मध्य में स्थित धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण शहर करबला तथा दूसरी जगहों में आशुरा के मौके पर हजारों लोग जमा हुए।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि एक आत्मघाती विस्फोट शिया बहुल प्रांत दियाला में किया गया। यहां बड़ी संख्या में लोग मुहर्रम महीने की 10 वीं तारीख (आशुरा) के मौके पर जमा हुए थे। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट में 32 लोगों की मौत हो गई और 80 लोग घायल भी हुए हैं। आशुरा के दिन शिया समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर किया गया यह तीसरा हमला था।
पुलिस और चिकित्सक सूत्रों ने कहा कि बगदाद के दक्षिणी इलाके हाफ्रियाह में हुए विस्फोटों में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि किरकुक में हुए दोहरे धमाकों में पांच लोग घायल हो गए।

अमेरिका के लिए भारत के साथ रक्षा संबंधी साझेदारी अहम
15 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी वायुसेना के एक शीर्ष जनरल ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा साझेदारी केवल अमेरिका के लिए ही अहम नहीं है, अपितु यह भारत के लिए भी लाभदायक है।
अमेरिकी वायुसेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क वेल्श ने डिफेंस राइटर्स ग्रुप की एक बैठक के दौरान भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों पर टिप्पणी करते हुए कहा, मुझे लगता है कि यह साझेदारी हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है और साथ ही मेरा यह भी मानना है कि यह भारत के लिए भी लाभकारी है। वेल्श ने वर्ष की शुरुआत में अपने भारतीय समकक्ष एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन की मेजबानी की थी और उनकी काफी प्रशंसा की थी। वेल्श ने उम्मीद जताई कि आगामी कुछ महीनों में उनकी अमेरिका में ब्राउन से जल्द मुलाकात होगी।
उन्होंने कहा, मुझे भारतीय वायुसेना प्रमुख के साथ बैठक के दौरान बहुत आनंद आया था। वह शानदार और बहुत ही सक्षम इंसान हैं। वेल्श ने कहा कि उनकी भारत जाने की योजना है, लेकिन इसकी तिथि अभी तय नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मजबूत साझेदारी को विकसित करने की प्रक्रिया जारी रखने के लिए हमारे पास भारतीय वायुसेना से वार्ता करने का मौका है और यह साझेदारी समय के साथ बहुत मजबूत हो सकती है। मुझे लगता है कि पैसिफिक एयर फोर्सेस और अमेरिकी पैसिफिक कमांड की इस साझेदारी को बनाने और इस पर ध्यान देना काफी दिलचस्पी है।

पाकिस्तान: हमले में दो आतंकी की मौत, 4 पुलिसकर्मी घायल
14 November 2013
इस्लामाबाद। उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत की एक चौकी पर बुधवार को आतंकवादियों के हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी भी मार गिराये गए। हमलावर आतंकियों ने बन्नू जिले में स्थित एक चौकी पर कम से कम 12 से 15 रॉकेटों से हमले किए। इसके बाद पुलिस के साथ उनकी गोलीबारी हुई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आतंकी हमले में कम से कम चार पुलिसकर्मी घायल हो गए और जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी की मौत हो गई। हमला तड़के लगभग तीन बजे शुरू हुआ था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमलावरों का सामना करने के लिए अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा क्योंकि चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों के पास आतंकियों को लंबे समय तक रोककर रखने के लिए ज्यादा गोला बारूद नहीं था।

मोदी को पीएम प्रत्याशी बनाने पर अमेरिका ने जताई निराशा
14 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी संसद द्वारा धार्मिक आजादी पर गठित आयोग की दो शीर्ष सदस्यों ने भाजपा की ओर से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर निराशा जताई है। इन दोनों सदस्यों ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने को हिंसा करने वाले दंडित करने में भारत की नाकामी का 'पोस्टर ब्वाय' करार दिया है।
कटरीना लैंटोस स्वेट और मेरी एन ग्लेडन ने मंगलवार को सीएनएन के लिए एक विशेष ब्लॉग में महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए लिखा है, ' गुजरात के एक और बेटे महात्मा गांधी ने कभी देश की व्यापक सहनशीलता और उसके बहु धार्मिक समाज के सपने को देखा था। इसलिए अब 2014 बहुत करीब है। देखना यह है कि किसके दृष्टिकोण को अंगीकार किया जाता है। कौन सा भारत रहता है- वह जहां धार्मिक आजादी है या धार्मिक असहिष्णुता वाला। यह समय बताएगा।
स्वेट अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की उपाध्यक्ष हैं जबकि ग्लेडन इसकी आयुक्त हैं। सीएनएन के चर्चित कार्यक्रम 'ग्लोबल पब्लिक स्क्वायर' के ब्लॉग पर 'द टू फेसेज ऑफ इंडिया' शीर्षक से यह लेख प्रकाशित हुआ है। इसे जानेमाने भारतीय अमेरिकी पत्रकार फरीद जकारिया चलाते हैं। इन दोनों ने लिखा है कि वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के समय भी मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर ही थे। वह हिंसा के आरोपियों को सजा देने में भारत की विफलता के प्रतीक बने हुए हैं। गुजरात हाई कोर्ट ने मोदी सरकार को फटकार लगाई और क्षतिग्रस्त धार्मिक ढांचों के लिए मुआवजा देने का आदेश दिया। 2005 में अमेरिकी विदेश विभाग ने यूएससीआइआरएफ और अन्य की अनुशंसा पर मोदी का वीजा रद किया था।
इसमें लिखा गया है, ' यह सही है कि अप्रैल 2012 में सुप्रीम कोर्ट का विशेष जांच दल (एसआइटी) करीब 70 लोगों की मौत के एक मामले में मोदी और अन्य के खिलाफ आरोप साबित नहीं कर पाया, लेकिन मोदी गुजरात से जुड़े दूसरे मामलों में फंसे हुए हैं, जिनकी जांच की जानी या फैसला सुनाया जाना बाकी है। उन्होंने लिखा, 'यही कारण है कि भारत की संसद के 65 सदस्यों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक पत्र लिखकर मोदी को वीजा जारी नहीं करने की अपील की। निराशा की बात है कि इन सबके बावजूद गुजरात का सबसे विवादित नागरिक 2014 के आम चुनावों में प्रधानमंत्री पद के लिए मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार है।

अपदस्थ किए जाने से पहले हुआ था मेरा अपहरण: मुर्सी
14 November 2013
काइरो। मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी ने कहा है कि उन्हें अपदस्थ किए जाने से पहले रिपब्लिकन गार्ड द्वारा उनका अपहरण किया गया था। उनके मुताबिक सेना द्वारा उन्हें पद से हटाए जाने के एक दिन पहले उन्हें एक नौसैनिक अड्डे पर रखा गया था। रिपब्लिकन गार्ड सेना की वह इकाई है जो राष्ट्रपति भवन और अन्य सरकारी स्थलों की सुरक्षा में लगी हुई है।
सेना प्रमुख जनरल अब्देल फतह अल-सिसी द्वारा मुर्सी को अपदस्थ किए जाने और चुनाव संबंधी घोषणा किए जाने के बाद से ही पूर्व राष्ट्रपति के ठिकाने के बारे में कई जानकारियां सामने आती रही हैं। वकील मुहम्मद दमाती ने टेलीविजन पर एक पत्र पढ़ा। उनका कहना था कि मुर्सी ने देश की जनता के नाम यह पत्र लिखा है। इसमें पहली बार मुर्सी ने इस बात का संकेत दिया कि उन्हें दो जुलाई को उनकी इच्छा के विरुद्ध बंधक बनाकर रखा गया था। देश में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद सेना ने मुर्सी को तीन जुलाई को अपदस्थ कर दिया था। इस बीच दमाती ने कहा है कि मुर्सी खुद को अपदस्थ किए जाने को लेकर सेना द्वारा नियुक्त अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराने पर भी विचार कर रहे हैं। दमाती और कुछ अन्य वकीलों ने गत सोमवार को जेल में मुर्सी से मुलाकात की थी।

तालिबान ने दी पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास पर हमले की धमकी
14 November 2013
इस्लामाबाद। प्रतिबंधित आतंकी ग्रुप तहरीक-ए-तालिबान ने पाकिस्तान को अमेरिकी दूतावास पर हमले की धमकी दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अपने प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की मौत के जवाब में तहरीक-ए-तालिबान ने ये धमकी दी है।
न्यूज डेली ने अपने सूत्रों का हवाले से कहा है कि एक रक्षा एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तालिबान ने इंटरनेट पर एक वीडियो अपलोड किया है। इस वीडियो में पाकिस्तान की सरकार और आर्मी चीफ की निंदा करते हुए अमेरिकी दूतावास पर हमले की बात की है।
रक्षा एजेंसी ने तालिबान की तरफ से खतरा भांपते हुए रक्षा उपाय करने को कहा है। यह धमकी सीआईए द्वारा किए गए ड्रोन हमले के बाद आई है। उस हमले में महसूद की मौत हो गई थी जिसके 15 दिन केअंदर यह वीडियो अपलोड किया गया है।
पाकिस्तान में स्थित अमेरिकी दूतावास एक तगड़े सुरक्षा घेरे में है और इस्लामाबाद में सबसे अधिक सुरक्षा प्रदान किया जाने वाला दूतावास है। पिछले साल आतंकवादियों ने एक अमेरिकी कॉन्स्यूलेट की कार पर हमला कर दिया था। उस हमले में 2 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनभर लोग घायल हो गए थे।
पाकिस्तानी तालिबान का संबंध अल-कायदा से है। पाकिस्तानी और अमेरिकी सुरक्षा बल हमेशा ही इनके निशाने पर रहे हैं। दूसरी तरफ तालिबान के अफगान सीमा पर स्थित खुफिया ठिकानों पर अमेरिकी ड्रोन हमले होते रहते हैं।
इससे पहले भी 2008 में पेशावर में एक अमेरिकी की हत्या कर दी गई थी। 2006 में कराची में हुए हमले में एक अमेरिकी राजनयिक मारा गया था।
अमेरिकी सरकार ने इस अगस्त में गैर जरूरी स्टाफ को दूतावास से हटाने के आदेश दिए थे। पाकिस्तान में रहने वाले अमेरिकी हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रहते है। 2011 में एक एनजीओ के लिए काम करने वाले वारेन वेंसटीन को तालिबानी उनके घर से अगवा कर ले गए थे।

बम धमाके में बाल-बाल बचे प्रचंड
14 November 2013
काठमांडू। नेपाल में उन्नीस नवंबर को होने जा रहे आम चुनाव से पहले एक बम धमाके में माओवादी प्रमुख पुष्प कमल दहल प्रचंड बाल-बाल बचे। वह चुनाव प्रचार के लिए जा रहे थे। लगभग एक दशक तक चले गृहयुद्ध की 2006 में समाप्ति के बाद देश में दूसरी बार संविधान सभा (संसद) का चुनाव होने जा रहा है। सरकार ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। अमेरिका और भारत की भी चुनाव पर नजरें टिकी हुई हैं।
सड़क किनारे धमाका उस वक्त हुआ जब यूसीपीएन-माओवादी पार्टी के अध्यक्ष प्रचंड पश्चिमी नेपाल के बेलौरी जा रहे थे। इस धमाके में हालांकि कोई घायल नहीं हुआ। प्रचंड की सभास्थल के पास भी बम मिलने की सूचना है, जिसे सेना ने निष्क्रिय कर दिया। एक दिन पहले प्रचंड और पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई की कंचनपुर रैली स्थल के पास भी बम मिले थे।

17 हजार उम्मीदवारों ने किया नामांकन

नेपाल के मुख्य चुनाव आयुक्त नील कांत उप्रेती का कहना है कि चुनाव के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। संविधान सभा की 601 सीटों के लिए 17 हजार उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। इस बार 122 राजनीतिक दल चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं। चुनाव के मद्देनजर नेपाल-भारत सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

भारत ने दिए 716 वाहन

चुनाव के लिए भारत ने 716 वाहन में दिए हैं। नेपाल में भारतीय राजदूत रंजीत रे ने बुधवार को इन वाहनों को एक कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री माधव प्रसाद घिमिरे को सौंपा। शांतिपूर्ण चुनावों के लिए इनका इस्तेमाल पुलिस और राष्ट्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारी करेंगे।

ओबामा ने भारत को दबाव में लेने को कभी नहीं कहा
14 November 2013
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कश्मीर मुद्दे पर भारत को दबाव में लेने की बात कभी नहीं कही। यह बात ह्वाइट हाउस के पूर्व अधिकारी अनीश गोयल ने कही है।
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने अपनी किताब में दावा किया था कि 2009 में ओबामा ने गुप्त रूप से पाकिस्तान के समक्ष पेशकश की थी कि यदि वह आतंकी संगठनों की मदद बंद कर देता है तो अमेरिका कश्मीर मसले पर भारत को बातचीत के लिए प्रेरित करेगा। गोयल ने कहा, यह ओबामा प्रशासन की नीति रही है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच के किसी मसले को द्विपक्षीय बातचीत के आधार पर हल करने को प्रेरित करे। भारत और पाकिस्तान दोनों को अमेरिका ने यह संदेश दिया है।
अनीश ने कहा कि ऐसा लगता है कि हक्कानी ने नवंबर, 2009 में ओबामा द्वारा पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को लिखे गए पत्र को कुछ ज्यादा ही पढ़ लिया है। अपनी किताब मैगनिफिसेंट डेल्यूजंस में हक्कानी ने लिखा है कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोंस ओबामा का पत्र जरदारी को सौंपने के लिए इस्लामाबाद आए थे।

मुशर्रफ को विदेश जाने की अनुमति पर अदालत का फैसला 18 को
14 November 2013
कराची। पाकिस्तान की एक अदालत 18 नवंबर को उस याचिका पर अपना फैसला सुनाएगी जिसमें पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के विदेश जाने की अनुमति मांगी गई है।
मुशर्रफ ने अपनी याचिका में दुबई में रह रही अपनी बीमार मां का हालचाल जानने का हवाला दिया है। उनकी इस याचिका पर अदालत फैसला करेगी कि प्रतिबंध को हटा कर उन्हें पाकिस्तान से बाहर जाने की अनुमति दी जाए या नहीं। मुशर्रफ के वकीलों ने मंगलवार को सिंध हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर उनका नाम गृह मंत्रालय की उस सूची से हटाने का आग्रह किया है जिन्हें देश छोड़ने की अनुमति नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति के प्रमुख वकील राजा कसूरी ने कहा कि वह अपनी 95 वर्षीय मां से मिलने दुबई जाना चाहते हैं जो गंभीर रूप से बीमार और चलने फिरने में असमर्थ हैं। छह माह तक अपने फार्म हाउस में नजरबंद रहे 70 वर्षीय मुशर्रफ को पिछले सप्ताह ही लाल मस्जिद के मौलवी हत्याकांड में जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया है। हालांकि वह अब भी भारी सुरक्षा के बीच हैं क्योंकि उनकी जान को तालिबान से खतरा बताया जा रहा है।

दुनिया के सबसे प्रभावशाली किशोरों में मलाला, ओबामा की बेटी
14 November 2013
न्यूयॉर्क। दुनिया के सबसे प्रभावशाली किशारों की सूची में टाइम पत्रिका ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बड़ी बेटी मालिया और लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने वाली पाकिस्तानी किशोरी मलाला युसूफजई को शामिल किया है।
टाइम की ओर से 2013 की 16 सबसे प्रभावशाली किशोरों की सूची मंगलवार को जारी की गई। इसमें युवा गायकों, खेल सितारों, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विशेषज्ञ बच्चों, लेखकों और मीडिया आइकान को शामिल किया गया है। इस सूची में शामिल किशोर अपने काम और जुनून से हासिल उपलब्धियों के दम पर दुनिया भर के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने हैं। पत्रिका ने कहा कि मालिया और उसकी छोटी बहन साशा ने हाई प्रोफाइल समारोहों में परिपक्व व्यवहार किया जिसमें उनके पिता के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद का भाषण भी शामिल है। ओबामा अपने भाषणों में कई बार अपनी बेटियों का जिक्र करते हैं और कहते हैं कि उनकी बेटियों ने समलैंगिक विवाह पर उनके रवैये को प्रभावित किया। जबकि इस सूची में शामिल मलाला के विषय में पत्रिका ने कहा कि लड़कियों के अधिकारों के लिए मलाला की मुखर सक्रियता ने उसे तालिबान के निशाने पर ला दिया था। मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया था। ओबामा और इंग्लैंड की महारानी से मुलाकात के अलावा वह संयुक्त राष्ट्र को भी संबोधित कर चुकी हैं। इस 16 वर्षीय लड़की के सपनों, साहस और दूरदर्शिता की सराहना पूरी दुनिया कर रही है। टाइम की इस सूची में गायक और पॉप आइकन 19 वर्षीय जस्टिन बीबर का नाम शामिल है। न्यूजीलैंड की गोल्फ खिलाड़ी 16 वर्षीय लाडिया और तैराक 18 वर्षीय मिस्सी फ्रैंकलिन को भी स्थान मिला हैं जिन्होंने 2012 के लंदन ओलंपिक में छह स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे।

तमिलों पर भारत का रूख कमजोर नहीं हुआ है: खुर्शीद
14 November 2013
कोलंबो। श्रीलंका में हो रहे राष्ट्रमंडल देशों के शिखर सम्मेलन (चोगम) का बहिष्कार करने की तमिलनाडु के राजनीतिक दलों की मांग को नजरअंदाज करते हुए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद बुधवार को कोलंबो पहुंचे और उन्होंने कहा कि इसमें भारत की मौजूदगी का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर भारत का रुख कमजोर नहीं हुआ है।
इस सप्ताह होने जा रहे चोगम सम्मेलन में शामिल होने आए खुर्शीद ने कहा कि राष्ट्रीय हित की खातिर हमें बातचीत जारी रखनी है। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई तमिलों के कल्याण को लेकर भारत प्रतिबद्ध है।
खुर्शीद का पांच दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उनके साथ विदेश सचिव सुजाता सिंह और अन्य भारतीय अधिकारी यहां आए हैं। विदेश मंत्री ने अपने साथ विशेष विमान में साथ आए पत्रकारों से कहा कि श्रीलंका के साथ भारत के किसी तरह के संपर्क नहीं रखने की शर्त रखना अस्वीकार्य है।
विदेश मंत्री ने कहा कि वह यहां द्विपक्षीय बातचीत में भाग लेने नहीं बल्कि बहुपक्षीय सम्मेलन में भाग लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि सम्मेलन से अलग, उनके पास तमिलों को सत्ता के और अधिक विकेन्द्रीकरण किए जाने तथा श्रीलंका से लगने वाले समुद्री जल क्षेत्र में भारतीय मछुआरों पर हमले जैसे मुद्दों को श्रीलंका सरकार के समक्ष उठाने और भारत की चिंता जाहिर करने का मौका होगा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे तीन दिवसीय चोगम सम्मेलन में भाग लेने की योजना बना रहे थे। लेकिन तमिलनाडु में चल रही प्रतिस्पर्धी राजनीति और अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनावों से पहले तमिलनाडु में कांग्रेस के अलग थलग पड़ जाने की आशंका के चलते सिंह को बीते सप्ताह अपनी योजना रद्द करनी पड़ी।.

मेरे पास सबसे अच्छी नौकरी:भराड़ा
14 November 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिका में भारतीय मूल के एटॉर्नी प्रीत भराड़ा ने कहा है वो ‘दुनिया की सबसे अच्छी नौकरी’ कर रहे हैं. उन्होंने किसी राजनीतिक पद के लिए खड़ा होने से इंकार करते हुए कहा है कि वो अपने मौजूदा काम को ही जारी रखना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि मैनहटन में मुख्य संघीय अभियोजक का पद छोड़ने की उनकी कोई योजना नहीं है क्योंकि वो ‘दुनिया की सबसे अच्छी नौकरी’ कर रहे हैं.
हारवर्ड से शिक्षा प्राप्त 45 वर्षीय भराड़ा को अमेरिका के अगले एटॉनी जनरल के रूप में देखा जा रहा है. भराड़ा ने कहा कि मैं जब तक होगा तब तक ये नौकरी करूंगा. मेरा मानना है कि मैं दुनिया की सबसे अच्छी नौकरी कर रहा हूं. इसके चार साल हो चुके हैं और इसमें काफी मजा आया है..

ऑस्ट्रेलिया में बीयर बोतलों पर देवी-देवताओं के चित्र लगाने पर हंगामा
13 November 2013
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर हिंदू देवी देवताओं को गलत तरीके से चित्रित किया गया है। इस बार शराब बनाने वाली एक कंपनी ने बीयर की बोतलों पर भगवान लक्ष्मी और गणेश के चित्र को दर्शाया है जिससे हिंदू समुदाय के लोग आक्रोशित हैं।
सिडनी मार्निग हेराल्ड की मंगलवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, समुदाय के लोगों ने ब्रुकयले यूनियन ब्रेवरी को माफी मांगने और बीयर की बोतलों के लेबल पर छपे भगवान लक्ष्मी गणेश की तस्वीरों को तत्काल हटाने की मांग की है। न्यू साउथ वेल्स के भारतीय ऑस्ट्रेलियाई एसोसिएशन के अध्यक्ष यादू सिंह ने कहा कि लेबल बेहद अपमानजनक और घृणित है। ऐसा करके दुनिया के तीसरे सबसे बड़े धर्म के श्रद्धालुओं की भावनाओं को चोट पहुंचाई गई है। हालांकि ब्रुकयले यूनियन के एक प्रवक्ता ने बीयर के लेबल का बचाव करते हुए कहा कि उनका अपमान करने का इरादा नहीं था। हाल में मिली प्रतिक्रिया के बाद हमारा ध्यान इस ओर गया है। हमें अपनी बोतल की डिजाइन के विकल्पों को देखना होगा।
ऑस्ट्रेलिया में हिंदू प्रतीकों का गलत तरीके से व्यावसायिक इस्तेमाल की यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले 2011 में ऑस्ट्रेलिया फैशन विक में एक स्विमसूट पर देवी लक्ष्मी की तस्वीर चित्रित की गई थी। इस स्विमसूट का हिंदू समूहों द्वारा भारी विरोध किए जाने पर कंपनी ने तत्काल इसका उत्पादन बंद कर माफी मांगी थी।

मलाला समेत नौ को ग्लैमर वीमेन अवार्ड
13 November 2013
न्यूयॉर्क। लड़कियों की शिक्षा की पैरोकार पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई और पॉप गायिका लेडी गागा समेत नौ महिलाओं को ग्लैमर वीमेन ऑफ द इयर अवार्ड-2013 से सम्मानित किया गया। न्यूयॉर्क में एक समारोह में मलाला के आगे हॉलीवुड के सितारों व पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की मौजूदगी भी फीकी पड़ गई।
सम्मानित होने वाली सभी महिलाओं को अपने जीवन से अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनने पर यह पुरस्कार दिया गया। मलाला (16) को उनके 'विश्व को बदल देने वाले अभियान' के लिए 'द ग‌र्ल्स हीरो' के सम्मान से नवाजा गया। इसके इतर मलाला फंड के लिए कुछ राशि भी दी गई। मलाला फंड दुनियाभर में लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करता है।
गौरतलब है कि लड़कियों की शिक्षा की पैरवी के कारण ही आतंकियों की गोलियों की शिकार बन चुकीं मलाला का अभी तक तालिबान जान का दुश्मन बन हुआ है।
मलाला ने कहा, 'मैं मानती हूं कि कलम की ताकत बंदूक से कहीं ज्यादा होती है। दरअसल बंदूक के पास कोई ताकत होती ही नहीं, वह सिर्फ लोगों को मार सकती है, लेकिन कलम किसी इंसान को जिंदगी देती है।'
पॉप गायिका लेडी गागा ने भी मलाला को उनकी हिम्मत के लिए खूब सराहा। समारोह में जानी-मानी गायिका व गीतकार बारबरा स्ट्रेसैंड को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

रावलपिंडी में रह रहा था नसीरुद्दीन हक्कानी
13 November 2013
इस्लामाबाद। काबुल में दो हजार आठ में भारतीय दूतावास पर हमले का आरोपी और हक्कानी नेटवर्क का शीर्ष नेता नसीरुद्दीन हक्कानी कई वर्षो से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के नजदीक रह रहा था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। नसीरुद्दीन की गत रविवार को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
हक्कानी नेटवर्क के एक सदस्य के हवाले से द न्यूज डेली ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'नसीरुद्दीन अपने परिवार के सदस्यों के साथ पिछले कई वर्षो से रावलपिंडी में ही रह रहा था।' 30 वर्षीय नसीरुद्दीन हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का बड़ा बेटा था। उसके तीन बेटे पहले ही मारे जा चुके हैं। इस्लामाबाद के बाहरी इलाके बरकाहू में रविवार की शाम जब नसीरुद्दीन मस्जिद से घर लौट रहा था तो उसी दौरान बाइक सवार दो बंदूकधारियों ने उसे गोली मार दी। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के पहुंचने से पहले नसीरुद्दीन के शव को उसके साथियों ने रावलपिंडी स्थित उसके घर पहुंचा दिया था। बाद में उसे दफनाने के लिए उत्तरी वजीरिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित दानडे दारपखेल गांव भेज दिया गया, जहां जलालुद्दीन हक्कानी के परिजन वर्ष 1980 से रह रहे हैं। हालांकि द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि नसीरुद्दीन शाहपुर में रह रहा था। पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ के करीबी माने जाने वाले हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान में सक्रिय तालिबान के सबसे खतरनाक धड़े के रूप में जाना जाता है। द नेशन अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राजधानी इस्लामाबाद में नसीरुद्दीन की हत्या पाकिस्तान सरकार के लिए शर्मिदगी की बात है। अमेरिका दावा करता रहा है कि हक्कानी नेटवर्क उत्तरी वजीरिस्तान से आतंकी गतिविधियां चला रहा है, जिससे पाकिस्तान सरकार लगातार इन्कार करती रही है।

मैं भारत और अमेरिका का विरोधी नहीं हूं: इमरान खान
13 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी तालिबान का पक्षधर होने की बन रही अपनी छवि के बीच क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने कहा कि वह भारत और अमेरिका विरोधी नहीं हैं, लेकिन उनकी नीतियों के खिलाफ हैं। हालांकि उन्होंने भारतीय नीतियों का उल्लेख नहीं किया जिसके वह खिलाफ हैं।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून को दिए साक्षात्कार में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ [पीटीआइ] के प्रमुख खान ने अमेरिका को कपटी देश करार दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो वह अफगान तालिबान के साथ वार्ता करने जा रहा है वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान [टीटीपी] के साथ ऐसा करने से रोक रहा है।
हाल में ही खान के कई बयानों की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने सरकार से प्रतिबंधित टीटीपी को देश में कार्यालय खोलने की अनुमति देने को कहा था। पूर्व क्रिकेटर ने अमेरिका की दोहरी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि वह अपने लोगों और दूसरों के लिए अलग-अलग नियम तय करता है। उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया भी सही सवाल नहीं उठाता है क्योंकि वह भी अमेरिकी सुर में बोलता है।
ड्रोन हमलों के मसले पर खान ने कहा कि यदि केंद्र में उनकी सरकार होती तो अमेरिका की ड्रोन हमले करने की हिम्मत नहीं होती। उन्होंने पाकिस्तान में जारी अमेरिकी ड्रोन हमलों की तीखी आलोचना की जिसमें इस महीने के प्रारंभ में टीटीपी प्रमुखहकीमुल्ला मसूद मारा गया था।

फिलीपींस में त्राहि-त्राहि, संयुक्त राष्ट्र संघ ने की 19 अरब जुटाने की अपील
13 November 2013
टेक्लोबान, एएफपी। चक्रवाती तूफान हेयान से सही सलामत बचे लोगों की मदद की अपील के बीच फिलीपींस में मंगलवार को अमेरिका और ब्रिटेन के युद्धपोत तैनात किए गए। तूफान में अब तक 10 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और बारिश प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। लोगों को भोजन, पानी व दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं। प्रशासन ने अभी तक महज 1774 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। हालांकि, अधिकारियों ने यह स्वीकार किया है कि मलबे के नीचे दबे शवों और समुद्र की लहरों में बह कर चले गए लोगों की गिनती अभी नहीं की गई है।
तूफान द्वारा तटीय क्षेत्रों को तबाह कर गुजर जाने के चार दिन बाद बचाव कार्य जारी है। संयुक्त राष्ट्र मानवता अभियान के निदेशक जॉन गिंग ने कहा, 'तबाही का मंजर लोगों की आंखों में साफ नजर आता है। हम जैसे-जैसे तूफान प्रभावित इलाकों की ओर बढ़ रहे हैं, विनाश की भयावह तस्वीर सामने आ रही है।'
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, फिलीपींस के सिर्फ एक शहर टेक्लोबान में ही 10 हजार लोग मारे गए हैं। समुद्र में उठी पांच मीटर की लहरों ने लेयटे प्रांत को तबाह कर दिया है। रास्ते में आने वाली हर चीज को लहरें नष्ट करती चली गई। तूफान से फिलीपींस में करीब एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 6.60 लाख लोगों के घर नष्ट हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने राहत कार्य के लिए 30.1 करोड़ डॉलर (करीब 19 अरब रुपये) की राशि जुटाने की अपील की है।

पीएम ने की मदद की पेशकश

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तूफान प्रभावित फिलीपींस में राहत व पुनर्वास कार्यो में मदद की पेशकश की है। उन्होंने फिलीपींस के राष्ट्रपति बेनिगनो एक्विनो से तूफान में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताई है। एक्विनो को भेजे संदेश में सिंह ने कहा, 'तूफान से हुई तबाही को लेकर हम बहुत दुखी हैं। हम राहत व पुनर्वास कार्य में आपकी सरकार को मदद करने को तैयार हैं।'

हिंदुओं, सिखों के स्मारक फिर से स्थापित करेगा पाकिस्तान
13 November 2013
लाहौर। पाकिस्तान लाहौर किले के पास के हिंदुओं और सिखों के दो स्मारकों को फिर से स्थापित करने की योजना बना रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है इन पर दो करोड़ 20 लाख रुपये की लागत आएगी।
डॉन अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराजा रणजीत सिंह के आध्यात्मिक गाइड भाई वस्ती राम की समाधि और मुगल सम्राट औरंगजेब के समय के भिक्षु झींगर शाह सूथरा के मंदिर को फिर से स्थापित करने की योजना है। पंजाब के पुरातत्व अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों स्मारकों को फिर से स्थापित करने का काम अगले वर्ष जनवरी में प्रारंभ होगा और 2016 में इसे पूरा कर लिया जाएगा। पूर्ण रूप से संगमरमर से निर्मित भाई वस्ती राम की समाधि सिख काल का अद्वितीय स्मारक है।
अधिकारियों के मुताबिक 1857 में ब्रिटिश सैनिकों ने संगमरमर को उखाड़कर समाधि के 'पीतरा दुरा' को नष्ट कर दिया था। बाद में मुस्लिमों ने समाधि पर हमला कर उसकी बारीक नक्काशी को तहस-नहस कर दिया था। झींगर शाह सूथरा के मंदिर का भी ऐतिहासिक महत्व है।

भारतीय बच्चों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की अधिक जरूरत
13 November 2013
लंदन। प्रवासी भारतीय उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने कहा है कि भारत को बच्चों के बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं और कल्याण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। खासतौर से कुपोषण, शिशु और मातृ मृत्युदर जैसे मसलों पर। उन्होंने यह बात सोमवार को रॉयल कॉलेज ऑफ पीडिएट्रिक्स एंड चाइल्ड हेल्थ [आरसीपीसीएच] और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडिएट्रिक्स [आइएपी] के संयुक्त सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि मेरे विचार से भारत को अन्य देशों की अपेक्षा अपने बच्चों की भलाई और उनके स्वास्थ्य देखभाल पर खास ध्यान देने की आवश्यकता है। विशेषतौर पर गांवों में कुपोषण, शिशु और मातृ मृत्यु दर सबसे अधिक है जिससे निपटने के लिए सभी संसाधनों को समन्वित किया जाना चाहिए। यही नहीं हमें इन गांवों में महिला शिक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है। एक दिवसीय भारतीय उपमहाद्वीप और ब्रिटेन के बीच बढ़ते वैज्ञानिक सहयोग विषयक सम्मेलन में पॉल ने कहा कि बच्चों की प्राथमिक देखभाल करने वालों के रूप में उसकी मां, दादी, चाची और बहनों के माध्यम से उनमें स्वास्थ्य संबंधी अच्छी आदतों को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
यूनिसेफ के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर के तीन कुपोषित बच्चों में से एक भारत का होता है जबकि पांच वर्ष के अंदर के 42 फीसद बच्चे सामान्य से कम वजन के होते हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में पांच वर्ष से कम उम्र के 58 फीसद बच्चों का विकास समुचित रूप से नहीं हो पाता है।

दक्षिण अफ्रीका: सड़क दुर्घटना में 29 की मौत
13 November 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में एक बस दुर्घटना में 29 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा 11 गंभीर रूप से घायल हैं. सूत्रों ने दुर्घटना के बारे में बताया कि यह दुर्घटना एक ऐसे सड़क पर हुई जो हादसों के लिए जानी जाती है. म्पूमालंगा प्रांत के सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता जोसेफ माबुजा ने पहले बताया था कि कल की दुर्घटना में 26 लोग मारे गए. लेकिन बाद में उन्होंने बताया, मरने वालों की संख्या 29 हो गयी है.
दुर्घटना राजधानी प्रिटोरिया से पूर्व में 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्वागाफोंटेन शहर के पास हुई जब बस एक ट्रक से टकरा गयी. घायलों में से तीन की अस्पताल में मौत हो गयी जबकि आठ लोगों की हालत गंभीर है. 12 अन्य मामूली रूप से घायल है. माबुजा ने कहा कि बस प्रिटोरिया से निकली थी. यह ट्रक से तब टकराई जब ट्रक अपनी लेन से निकल गयी थी. पिछले माह इसी रास्ते पर हुई एक टक्कर में 18 लोग घायल हो गए थे.

पाक तालिबान लेगा नसीरुद्दीन की मौत का बदला
13 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी तालिबान ने हक्कानी नेटवर्क के वरिष्ठ नेता नसीरुद्दीन हक्कानी की मौत की पुष्टि कर दी है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रवक्ता शहिदुल्ला शाहिद ने नसीरुद्दीन की हत्या की पुष्टि की. साथ ही संगठन ने अपने नेता की मौत का बदला लेने की शपथ ली है.
इस संगठन के नेताओं ने सोमवार को बताया कि इस्लामाबाद के नजदीक रविवार रात को संदिग्ध हमलावरों ने नसीरुद्दीन को उस वक्त गोली मार दी जब वो एक मस्जिद से घर लौट रहा था.
पुलिस सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मोटरसाइकिल पर सवार बंदूकधारी हमले के बाद भाग गए. संगठन के सूत्रों के मुताबिक नसीरुद्दीन हक्कानी नेटवर्क के लिए धन इकट्ठा करने, सैन्य संचालन और राजनीतिक मामलों से जुड़े काम देखता था.

अमेरिका में भी छठ पूजा की धूम
13 November 2013
वॉशिंगटन। अमेरिका में भी छठ पूजा धूम-धाम से मनाया गया. अमेरिका में ऐतिहासिक पोटोमैक नदी के किनारे इस पर्व को मनाया गया. ये पांचवां साल है जब सूर्य की पूजा के लिए समर्पित ये सालाना त्योहार यहां मनाया गया.
पटना के एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर ने अमेरिका में छठ मनाने की शुरुआत की थी. इस समारोह का अकेले ही आयोजन करने वाले पटना के कृपा शंकर सिंह ने बताया कि हमें शानदार प्रतिक्रिया मिली है और छठ पूजा करते वक्त हमें देखने के लिए आने वाले लोगों की तादाद हर साल बढ़ रही है.
उन्होंने बताया कि कुछ भारतीय अमेरिकी अटलांटा से भी यहां आए. कम्युनिटी के सदस्यों ने इस समारोह को अगले साल और बड़े लेवल पर आयोजित करने की मांग की है.
तापमान के शुक्रवार शाम और शनिवार तड़के जीरो से भी नीचे होने के बावजूद कई श्रद्धालुओं को नदी के बेहद ठंडे पानी में पारंपरिक तरीके से छठ पूजा करते देखा गया. लोगों को ठंड से बचाने के लिए अलाव और इलेक्ट्रिक हीटरों का भी इंतजाम किया गया था.

एलओसी पर तनाव कम करने का मुद्दा उठाएंगे अजीज
12 November 2013
इस्लामाबाद। भारत की ओर से करारा जवाब मिलते ही सीमा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहे पाकिस्तान का सुर बदल गया है। अब वह एलओसी पर शांति स्थापित करने की बात करने लगा है।
सोमवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश सलाहकार सरताज अजीज अपनी वर्तमान भारत यात्रा के दौरान समग्र बातचीत फिर से प्रारंभ करने और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव कम करने का मुद्दा उठाएंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी का कहना है कि उनका देश भारत के साथ द्विपक्षीय मुद्दों का हल बातचीत के माध्यम से निकालना चाहता है। इसमें कश्मीर का मुद्दा भी शामिल है।
चौधरी के अनुसार, 'हम चाहते हैं कि एलओसी पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के सैन्य अभियान के महानिदेशकों की बैठक की जानी चाहिए।'

भाजपा-कांग्रेस की साझा सरकार के पक्ष में शत्रुघ्न
12 November 2013
वाशिंगटन। राष्ट्रीय राजनीति में नरेंद्र मोदी के बढ़ते प्रभा मंडल के बीच अभिनेता से नेता बने भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक अजीबोगरीब बयान दे दिया है। वह चाहते हैं कि अगले आम चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस को न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर गठबंधन सरकार बनाने के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। बकौल बिहारी बाबू, 'राष्ट्र हित में ऐसा करना वक्त की मांग है।'
अमेरिका दौरे पर आए सिन्हा का कहना है, 'दोनों दलों की साझा सरकार का उनका दृष्टिकोण भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के 'इंडिया फ‌र्स्ट' की अवधारणा से मेल खाता है।' उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के नेता अगर इस दिशा में कोई निर्णय लेते हैं तो इससे देश में एक मजूबत और स्थायी राष्ट्रीय सरकार का गठन हो सकेगा।
सिन्हा की दलील है कि दोनों दलों के बीच साझा सरकार बनाने को लेकर बात बन जाती है तो इससे अगले आम चुनाव में खंडित जनादेश मिलने की स्थिति में क्षेत्रीय और छोटे दलों की ब्लैकमेलिंग से बचा जा सकेगा। 67 वर्षीय भाजपा नेता ने कहा कि देश को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए वह इस प्रकार की बात कर रहे हैं।
सिन्हा ने कहा, 'यह निश्चित रूप से मेरी पार्टी की राय नहीं है। लेकिन मुझे उम्मीद है कि एक दिन यह मेरी पार्टी का दृष्टिकोण भी हो सकता है। उम्मीद है भविष्य में कांग्रेस भी मेरी बात से सहमत हो सकती है।' बिहारी बाबू का कहना था, 'यह इंडिया फ‌र्स्ट का समय है, न कि पार्टी फ‌र्स्ट का।
त्रिशंकु संसद की स्थिति में दानों दलों को गठबंधन सरकार बनाने के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए।'

फिलीपींस में मौत के तांडव के बीच गूंजी किलकारी
12 November 2013
मनीला। फिलीपींस के तटवर्ती इलाकों में तांडव मचाने वाला शक्तिशाली चक्रवाती तूफान हेयान अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गया है। लेयते प्रांत के टेक्लोबान शहर में हर तरफ तबाही का मंजर है। सड़कें, पुल और हवाई अड्डे सभी नष्ट हो गए हैं। तूफान के कहर से बचे लोगों को राहत का इंतजार है। भोजन और पानी की तलाश में लोग इधर-उधर भटक रहे हैं।
इस विनाशलीला के बीच सोमवार को पूरी तरह नष्ट हो चुके शहर के हवाईअड्डे पर एक बच्ची का जन्म हुआ। हवाईअड्डे के परिसर को अस्थायी मेडिकल सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। बेटी की किलकारी सुन तूफान में अपनी मां को खो चुकीं एमिली सागालिस (21) की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। एमिली ने जिस जगह बेटी को जन्म दिया, उसके चारों ओर हेयान की विनाशलीला के सुबूत बिखरे पड़े हैं। जिस बिस्तर पर एमिली ने अपनी बेटी को जन्म दिया, वह भी टूटी-फूटी प्लाई का एक टुकड़ा था।
एमिली ने रोते हुए कहा, 'मेरी बेटी बहुत सुंदर है। मैंने उसका नाम अपनी मां बीट्रिज के नाम पर बी जॉय रखा है। शहर में तूफान आने के बाद समुद्र में उठी ऊंची-ऊंची लहरों और मूसलाधार बारिश में मेरी मां बह गई। उनका अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है।'
इस आपदा में फिलीपींस में दस हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मौत का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है क्योंकि राहतकर्मी अभी दूरदराज के कई तटवर्ती गांवों तक नहीं पहुंचे हैं। समार प्रांत के बासी कस्बे से दो हजार से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति बेनिग्नो एक्विनो ने कुदरत के इस कहर को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। टेक्लोबान में लूटपाट को रोकने के लिए सैकड़ों सैनिक तैनात किए गए हैं। राहतकार्यो में मदद के लिए अमेरिका ने भी अपने नौसैनिक भेजे हैं।

वियतनाम पहुंचा हेयान, 13 की मौत

हनोई : फिलीपींस में तबाही मचाने के बाद हेयान वियतनाम पहुंच गया है। वियतनाम के तटीय इलाकों में तेज हवाओं, भारी बारिश और भूस्खलन की चपेट में आकर 13 लोग मारे गए।
सरकार ने यहां तटीय क्षेत्रों से पहले ही छह लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है। फिलीपींस के मुकाबले हेयान यहां कुछ कमजोर हुआ है, लेकिन अब भी 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।

हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख का बेटा ढेर
12 November 2013
इस्लामाबाद। काबुल में भारतीय दूतावास पर हमले का आरोपी और हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख के बड़े बेटे नसीरुद्दीन हक्कानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह तालिबान से जुड़े इस आतंकी समूह का प्रमुख फाइनेंसर भी था।
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के बाहरी इलाके बरकाहू में रविवार की शाम जब नसीरुद्दीन मस्जिद से घर लौट रहा था तो उसी दौरान बाइक सवार दो बंदूकधारियों ने उसे गोली मार दी। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने उत्तरी वजीरिस्तान में हक्कानी नेटवर्क के साथ काम कर चुके एक आतंकवादी के हवाले से बताया कि मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि नसीर की हत्या कर दी गई है। हालांकि इस रिपोर्ट की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है जबकि इस्लामाबाद पुलिस सूत्रों ने इसकी जानकारी होने से इन्कार किया है। आतंकी ने बताया कि नसीरुद्दीन के शव को दफन करने के लिए उत्तरी वजीरिस्तान एजेंसी के मीरानशाह भेज दिया गया है। वह हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का बड़ा बेटा था। उसके तीन बेटे पहले ही मारे जा चुके हैं।

उत्तर कोरिया में 80 लोगों को सरेआम फांसी
12 November 2013
सियोल। उत्तर कोरिया में इस महीने की शुरुआत में 80 लोगों को सरेआम फांसी दे दी गई। सोमवार को यहां प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनमे से ज्यादातर पर दक्षिण कोरियाई टेलीविजन शो देखने का आरोप था। उत्तर कोरिया में विदेशी फिल्में खासतौर पर दक्षिण कोरियाई फिल्में देखना एक गंभीर अपराध है।
एक अज्ञात सूत्र के हवाले से जुंगआंग इलबो अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर कोरिया के सात शहरों में गत तीन नवंबर को 80 लोगों को फांसी दी गई। अखबार ने जिस सूत्र के हवाले से खबर दी है, वह उत्तर कोरिया के आंतरिक मामलों की अच्छी समझ रखता है और हाल ही में वहां से लौटा है। एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से दी गई फांसी को देखने के लिए दस हजार से अधिक लोगों को वोनसान के उत्तरी भाग स्थित एक स्टेडियम में बुलाया गया था।
दक्षिण कोरिया की वेबसाइट नार्थ कोरिया इंटलेक्चुअल वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया प्रशासन अपनी जनता की मानसिकता में बदलाव को लेकर खासा डरा हुआ है। वह नहीं चाहता कि लोगों का दृष्टिकोण बदले, उनका विकास हो।

मालदीव में वहीद को शासन का अधिकार नहीं
12 November 2013
माले। मालदीव में सोमवार को संसद के स्पीकर के एक बयान से राजनीतिक संकट और गहरा गया है। विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेट्रिक पार्टी [एमडीपी] से जुड़े स्पीकर अब्दुल्ला शाहीद ने कहा कि कार्यवाहक राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद को शासन करने का अधिकार नहीं है क्योंकि संविधान के प्रावधानों के तहत उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है।
गत रविवार को नए राष्ट्रपति का चुनाव हो सकता था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव के दूसरे चरण को ऐन वक्त पर स्थगित कर दिया। कोर्ट के इस कदम की अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जमकर आलोचना करते हुए तुरंत चुनाव कराने की मांग की है।वहीद को लिखे पत्र में स्पीकर ने कहा कि राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि बढ़ाने के लिए संविधान में कोई प्रावधान नहीं है। अदालत ने अपने फैसले में 16 नवंबर को दूसरे दौर का चुनाव कराए जाने तक वहीद के कार्यकाल को पांच दिनों तक बढ़ाते हुए उन्हें अपने पद पर बने रहने का आदेश दिया है। गौरतलब है कि वहीद का कार्यकाल 11 नवंबर को पूरा हो गया। संविधान के प्रावधानों के मुताबिक नया राष्ट्रपति इस दिन तक चुन लिया जाना चाहिए था।
राष्ट्रपति पद के लिए शनिवार को पहले दौर का चुनाव हुआ था जिसमें पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर रविवार को दूसरे दौर का चुनाव निर्धारित था। इसके पहले गत सितंबर में हुए चुनाव को सुप्रीम कोर्ट ने अमान्य घोषित कर दिया था।

विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू :

निर्वतमान राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद के सत्ता में बने रहने पर सोमवार को विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी खबर है। वहीद ने कहा कि उनका कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद वह सत्ता में बने रहेंगे। उनके इस बयान के बाद करीब एक हजार विपक्षी समर्थक राजधानी की सड़कों पर उतर गए और पुलिस पर पथराव किए जिसके जवाब में पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया।

बांग्लादेश में मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
12 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में अगले वर्ष के प्रारंभ में होने वाले आम चुनाव की निगरानी के लिए सर्वदलीय सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए देश के मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। देश में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेतृत्व वाला विपक्ष तटस्थ सरकार की देखरेख में चुनाव कराने की मांग कर रहा है।
प्रधानमंत्री के प्रेस सचिव अबुल कलाम आजाद ने बताया कि सोमवार को कैबिनेट की बैठक में शामिल मंत्रियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की कि क्या सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए हैं। इससे पहले मीडिया रिपोर्टो में कहा गया था कि 20 प्रभावशाली मंत्रियों ने प्रधानमंत्री को इस्तीफा सौंप दिया है। प्रधानमंत्री के एक सलाहकार ने बताया कि कुछ मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार नहीं किए जाएंगे क्योंकि उन्हें सर्वदलीय सरकार में रखने की सरकार की योजना है। जबकि अन्य मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकृति के लिए राष्ट्रपति के पास भेज दिए गए हैं। बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी समेत उसके अन्य दक्षिणपंथी सहयोगियों द्वारा आहूत 84 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन यह घटनाक्रम सामने आया है। हड़ताल के दौरान दो और लोगों के मौत की खबर है। हड़ताल के माध्यम से कार्यवाहक सरकार की देखरेख में चुनाव कराने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है।

ऑस्ट्रेलिया में क्षेत्रीय प्रवासी दिवस सम्मेलन शुरू
12 November 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया सहित एशिया प्रशांत क्षेत्र के दूसरे हिस्सों में बसे विशाल भारतीय प्रवासी समुदाय को भारत के साथ जोड़ने के मकसद से सिडनी में सोमवार को क्षेत्रीय प्रवासी दिवस सम्मेलन 2013 का शुभारंभ हुआ। इस सम्मेलन का उद्घाटन न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर बेरी ओ फैरेल और भारत के प्रवासी मामलों के मंत्री व्यालार रवि ने किया।
इस मौके पर व्यालार का स्वागत करते हुए फैरेल ने कहा कि इस सम्मेलन की मेजबानी न्यू साउथ वेल्स के लिए बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भारी लाभ होने की उम्मीद व्यक्त की। फैरेल ने बताया कि वेल्स में करीब 95 हजार भारतीय मूल के नागरिक रहते हैं। ये लोग न केवल व्यावसायिक बल्कि सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत कर रहे हैं। हाल के वर्षो में न्यू साउथ वेल्स और भारत के बीच आर्थिक और मैत्री संबंध तेजी से मजबूत हुए हैं। इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय उच्चायोग और प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय ने किया है। इसमें ऑस्ट्रेलिया के सभी राज्यों के साथ पड़ोसी देशों सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, हांगकांग आदि की भागीदारी की उम्मीद जताई गई है।

पाक को संदेह का लाभ देने को तैयार भारत : खुर्शीद
12 November 2013
मेलबर्न। भारत के विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि शांति के लिए भारत अपने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को संदेह का लाभ देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर लगातार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघन के बावजूद दोनों ही देश शांति की बहाली चाहते हैं।
खुर्शीद ने कहा कि जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि हम भारत के साथ अच्छा संबंध और शांति चाहते हैं तो भारत ने उनके वादे को स्वीकार किया। एक ऑस्ट्रेलियन समाचारपत्र के साथ बातचीत में उन्होंने यह बातें कही।
गौरतलब है कि परमाणु क्षमता से संपन्न दोनों पड़ोसी देश आजादी के बाद से ही कश्मीर पर टकराव की स्थिति में रहे हैं। भारत और पाकिस्तान इन विभाजित भागों में अलग-अलग शासन व्यवस्था चलाते हैं, लेकिन दोनों पूरे कश्मीर पर अपना दावा करते हैं। खुर्शीद ने कहा कि भारत, पाकिस्तान की सेना पर नियमित रूप से यह आरोप लगाता रहा है कि वह सीमापार से आतंकियों को घुसपैठ करवाने के दौरान ध्यान भटकाने के लिए गोलीबारी करता है।
ऑस्ट्रेलियन अखबार को दिए साक्षात्कार में खुर्शीद ने दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव को स्वीकार किया। खुर्शीद ने कहा कि हम समय-समय पर पाकिस्तान से बात करते रहते हैं और निजी भाव-भंगिमाओं में हमें काफी गर्मजोशी दिखाई पड़ती है, लेकिन जमीनी हकीकत और हमारी बैठकों के नतीजे बहुत निराशाजनक रहे हैं। हालांकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पिछले माह भारत के साथ शांति बहाल करने की दिशा में अतिरिक्त प्रयास करने की प्रतिबद्धता जताई थी।
खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान के सामने अपने ही देश में बहुत ज्यादा मुश्किल समस्याएं मौजूद हैं। हमारा मानना है कि हमें उन्हें समय देना चाहिए। हालांकि यह समय हम अपनी कीमत पर नहीं देंगे, लेकिन हमें उन्हें संदेह का लाभ देना चाहिए। जब नवाज शरीफ कहते हैं कि वह भारत के साथ शांति और अच्छे संबंध चाहते हैं, तो हम उनका यह वादा स्वीकार करते हैं।

ड्रोन हमले के बाद तालिबान से संपर्क टूटा: पाकिस्तान
12 November 2013
इस्लामाबाद। हमले में आतंकी संगठन के मुखिया हकीमुल्ला मेहसूद की मौत के बाद तालिबान से इसका संपर्क टूट गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आंतरिक मंत्री चौधरी निसाल अली खान ने पाकिस्तानी संसद में कहा कि तालिबानी आतंकवादी संगठन से उसका रिश्ता एक नवंबर को ड्रोन हमले में पाकिस्तान तालिबान के मुख्यिा हकीमुल्ला मेहसूद की मौत के बाद टूट गया है। यह बयान इस संगठन के पाकिस्तान सरकार से बातचीत से इंकार करने के कुछ दिन बाद आया है। उन्होंने संसद के निचले सदन नेशनल एसेंबली में यह भी बताया कि अमेरिकी ड्रोन हमले के जारी रहने पर बातचीत की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती। आंतरिक मंत्री ने सदन में बातचीत के जारी रहने और ड्रोन हमले से अप्रभावित रहने पर बनी सहमति पर संतोष प्रकट किया।

मोदी पीएम बन गए तो अमेरिका को देना ही होगा वीजा
11 November 2013
न्यूयार्क। प्रधानमंत्री पद के भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को अमेरिका दौरे पर आना पड़े ऐसी कोई मजबूरी नहीं है, लेकिन जब वह भारत के प्रधानमंत्री बन जाएंगे तो ऐसी जरूरत पड़ेगी और तब अमेरिका को वीजा देना ही होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार को यहां यह बात कही।
अमेरिका द्वारा मोदी को वीजा देने से इन्कार के मुद्दे पर सिन्हा ने कहा कि यह कोई जरूरी नहीं है कि हर सरकार द्वारा लिया गया हर फैसला हमेशा सही ही हो। मोदी को वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के बाद वर्ष 2005 में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर अमेरिका ने वीजा देने से इन्कार किया था।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि अब तकनीक इतनी उन्नत हो गई है कि मोदी को यहां की जनता को संबोधित करने के लिए इस देश में व्यक्तिगत रूप से आने की जरूरत नहीं है।
वह कभी भी भारत से यहां की जनता को संबोधित कर सकते हैं। पहले मोदी का विरोध और फिर मोदी के पक्ष में यू टर्न लेने के बारे में पूर्व फिल्म अभिनेता ने कहा, मैंने यू टर्न नहीं लिया है बल्कि सही समय पर सही टर्न लिया है।

फिलीपींस में हेयान ने ली दस हजार की जान
11 November 2013
मनीला। फिलीपींस में इस साल के दुनिया के सबसे शक्तिशाली तूफान हेयान से अब तक दस हजार लोगों के मरने की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह तूफान साल 2012 में आए बोफा तूफान जितना विनाशकारी हो सकता है। हेयान के चलते तटीय क्षेत्र व गांव पूरी तरह तबाह हो चुके है। तबाही का मंजर किसी के भी रोंगटे खड़े करने वाला है। भूखे लोग प्रेतात्मा की तरह खाने की तलाश में भटक रहे हैं और जो भी मिल रहा है उसे लूट ले रहे हैं। अमेरिका ने राहत और बचाव कार्य के लिए रविवार को 90 नौसैनिकों और नाविकों को रवाना फिलीपींस के लिए रवाना किया है। साथ ही और सैन्य सहायता देने का वादा किया है।
फिलीपींस के टेक्लोबान में जहां तूफान से तबाही मची हुई है, वहीं कइयों ने शरणार्थी बनकर घरों में लूटपाट की। इतना ही नहीं इन लोगों ने शरणार्थियों के लिए लाया गया खाना और अन्य जरूरी सामान भी लूट लिया। सिटी एडमिनिस्ट्रेटर टेकसन जॉन लिम के मुताबिक ये लोग किसी भी तरह की चीज को छोड़ना नहीं चाह रहे थे, फिर चाहे वह टीवी सेट हो या और कोई सामान। उन्होंने खाने पीने की चीजें भी लूट लीं। उन्होंने कहा कि उनके पास महज दो हजार कर्मचारी है, इसमें भी केवल सौ कर्मी ही काम पर लगे हुए हैं। ऐसे में वह इस तरह की लूटमार को रोकने में नाकाम हैं।
पुलिस महानिरीक्षक एलमेर सोरिया ने बताया कि हेयान ने लेयटे प्रांत से गुजरने के दौरान रास्ते में आने वाली हर चीज को तहस नहस कर दिया। इसका 70 से 80 प्रतिशत क्षेत्र पूरी तरह से तबाह हो चुका है। तटीय इलाकों के गांवों में बचाव कार्य जारी है। लेकिन मरने वालों की संख्या का अभी तक सही सही पता नहीं चल पाया है। हेयान की मार से बच गए लोग अपने परिवार वाले खाने की तलाश में इधर उधर घूम रहे हैं। लेयत की मेडिकल की छात्रा जेनी शु ने बताया, 'लोग खाने की तलाश में जांबीज की तरह घूम रहे हैं। ऐसा मैंने पहले फिल्मों में देखा था।'
ज्यादातर मौतें समुद्र में आई ऊंची ऊंची लहरों के कारण हुई हैं। समुद्र का पानी लोगों के घरों में घुस गया, जिसमें लोग डूब गए। सड़कों पर चारों तरफ मलबा दिखाई दे रहा है। सरकार और आपदा विभाग ने अभी तक मृतकों का नया आंकड़ा जारी नहीं किया है। हालांकि तूफ़ान के कमजोर पड़ने और रास्ता बदलने के कारण उन लोगों को अपने घरों में जाने की इजाजत दी जा रही है, जिन्हें मध्य तटीय क्षेत्रों से हटाया गया था।
लेयटे द्वीप स्थित टेकलोबान शहर में एयरपोर्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। फिलहाल सिर्फ सैन्य विमान ही उड़ पा रहे हैं। शक्तिशाली तूफान हेयान गत शुक्रवार सुबह फिलीपींस के तटों से टकराया था। उस समय हवाएं 380 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। समुंद्र में 15 मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही थी। करीब 400 मिमी बारिश दर्ज की गई। तूफान के रास्ते में वे इलाके भी आए, जो पिछले महीने आए 7.3 की तीव्रता के भूकंप के प्रभाव से अब तक संघर्ष कर रहे थे। इनमें बोलोह शहर भी शामिल है, जहां अभी भी पांच हजार लोग शिविरों में रह रहे हैं।

17 लाख बच्चे प्रभावित

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के मुताबिक, हेयान के कारण पिछले तीन दिनों में 17 लाख बच्चों के प्रभावित होने की आशंका है। फिलीपींस में यूनिसेफ के प्रतिनिधि टोमू होजुमी ने कहा, यूनिसेफ की पहली प्राथमिकता बच्चों और उनके परिवारों की जीवन रक्षा उपायों जैसे आवश्यक दवाओं, पोषक आहार और साफ पानी की आपूर्ति करने पर ध्यान देना है।

सहायता का भरोसा दिया

अमेरिका ने फिलीपींस को हर तरह की मदद का भरोसा दिया है। रेड क्रांस और सेना बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने तूफान प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टर, विमान और नौसैनिक संसाधनों से मदद पहुंचाने की बात कही है। रक्षा मंत्री चक हेगल ने अमेरिकी सेना के प्रशांत महासागरीय कमान को तलाशी और बचाव अभियानों में सहायता करने और विमानों व हेलीकॉप्टरों के जरिये सहायता मुहैया कराने का आदेश दिया है। इसके बाद जापान के ओकिनावा स्थित अमेरिकी अड्डे से अपने नौसैनिक बिग्रेड को रवाना किया है। इसमें जहाज पर दो परिवहन विमान भी हैं। कई अन्य देशों ने भी फिलीपींस की मदद की पेशकश की है।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर नहीं हो सका समझौता
11 November 2013
जेनेवा। ईरान और छह विश्व शक्तियों के बीच जेनेवा में तीन दिन तक बातचीत चली लेकिन ईरान द्वारा अपना परमाणु कार्यक्रम रोकने को लेकर कोई समझौता नहीं हो सका। हालांकि उनकी ओर से कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच मतभेद कुछ कम हुए हैं और वे एक दशक से चले आ रहे गतिरोध को दूर करने के लिए 10 दिनों में फिर से बातचीत प्रारंभ करेंगे।
बातचीत के अंतिम दिन अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों के बीच मतभेद उभरकर सामने आए। फ्रांस ने संकेत दिया कि जिस प्रस्ताव पर चर्चा हुई वह ईरान की ओर से परमाणु बम संबंधी खतरे को समाप्त नहीं करता है। ईरान ऐसे समझौते की उम्मीद कर रहा है जिससे उसके खिलाफ लगे प्रतिबंधों में कुछ ढील दी जा सके। इन प्रतिबंधों के माध्यम से ईरान को अपना तेल बेचने से रोका जा रहा है। वास्तव में ईरान और अमेरिका के पास ही समझौता करने या उसे तोड़ देने का अधिकार है। इन दोनों देशों के बीच तीन दशक से भी अधिक समय से राजनयिक संबंध नहीं हैं। लेकिन शनिवार को लोगों का ध्यान अचानक फ्रांस की ओर चला गया। फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेन फैबियस ने फ्रांस इंटर रेडियो से कहा कि पेरिस मूर्खो के खेल को स्वीकार नहीं करेगा। उनके कहने का मतलब यह है कि फ्रांस ईरान के साथ किसी कमजोर समझौते को स्वीकार नहीं करेगा।

पाक के निजी स्कूलों में मलाला की किताब प्रतिबंधित
11 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने के कारण तालिबान की गोली का शिकार बनी किशोरी मलाला युसूफजई की किताब को यहां निजी स्कूलों में प्रतिबंधित कर दिया गया है। ब्रिटेन के एक अखबार में रविवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, देश के निजी स्कूलों के संघ ने अपने बयान में कहा है कि इस किताब से छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ऑल पाकिस्तान प्राइवेट स्कूल्स फेडरेशन के अध्यक्ष मिर्जा कासिफ ने कहा कि 'आई एम मलाला' नाम की यह किताब निजी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल नहीं की जाएगी। इसे स्कूलों की लाइब्रेरी में भी नहीं रखा जाएगा। द इंडिपेंडेट अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, यह संघ देश भर के डेढ़ लाख से भी अधिक संस्थानों का प्रतिनिधित्व करता है। कासिफ ने कहा, 'किताब की समीक्षा करने के बाद हमने पाया कि यह किताब न हमारे बच्चों और न ही हमारे छात्रों के लिए उपयुक्त है। इस किताब में हमारी विचारधारा के विपरीत कई टिप्पणियां की गई हैं।' पाकिस्तान के कई संभ्रांत स्कूल इस महासंघ के सदस्य हैं।
हालांकि सरकार ने इस किताब को देश में प्रतिबंधित नहीं किया है, लेकिन इसे सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में भी शामिल नहीं किया जाएगा। यह किताब मलाला और ब्रिटिश पत्रकार क्रिश्टीना लैंब द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई है।

बांग्लादेश में भारतीय मिशन पर हमला
11 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में चार दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले ही दिन रविवार को चटगांव शहर में स्थित भारतीय मिशन पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। हमले को लेकर अलग-अलग जानकारियां मिलती रहीं। शुरुआत में स्थानीय पुलिस ने इसे बम धमाका बताया, लेकिन बाद में बताया कि यह महज आतिशबाजी थी। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक सहायक उच्चायुक्त के कार्यालय पर देसी बम से धमाका किया गया।
खुलसी थाने के प्रभारी मैनुल इस्लाम भुईया ने बताया कि रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे कार्यालय की दीवार से एक पटाखा टकरा गया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। पुलिस हमलावरों की पहचान की कोशिश में जुट गई है। हड़ताल के दौरान अलग-अलग जगह विपक्ष के कार्यकर्ताओं की पुलिस और सत्तारूढ़ दल के सदस्यों के बीच हुई झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि करीब 100 लोग घायल हो गए।
विपक्षी दल बांग्लादेश में अगले आम चुनाव तक अंतरिम सरकार के गठन की मांग को लेकर सड़कों पर हैं।

अफगानिस्तान में 45 आतंकियों का समर्पण
11 November 2013
काबुल। अफगानिस्तान में 45 आतंकियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि ये आतंकी सामान्य जिंदगी जीना चाहते हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने मावलावी सराजुद्दीन सीरत नाम के अधिकारी के हवाले से कहा है कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी आतंकी बघलान प्रांत के बघलान-ए-मरकाजी जिले में सरकार विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। रविवार को उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के समक्ष अपने हथियार डाल दिए। सीरत का कहना है कि इन आतंकियों द्वारा हथियार डाल देने से बघलान-ए-मरकाजी जिले और इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति मजबूत होगी। बघलान-ए-मरकाजी को तालिबान का गढ़ माना जाता है। यहां के आतंकी प्राय: सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए बड़ी समस्या खड़ी करते आए हैं। अधिकारियों के मुताबिक पिछले साल 4000 से अधिक तालिबान लड़ाके लड़ाई छोड़ चुके हैं और वे सरकार समर्थित शांति प्रक्रिया से जुड़ चुके हैं।

फिलीपींस: तूफान के बीच लोग करते रहे लूटपाट
11 November 2013
मनीला। फिलीपींस में आए हेयान तूफान के मद्देनजर वियतनाम ने एहतियातन अपने 11 इलाकों से करीब 883000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। इस तूफान की वजह से यहां पर तेज बारिश और हवाओं का दौर जारी है।
दूसरी ओर इस तूफान और तबाही की आड़ में कुछ लोगों ने अपने दोनों हाथों को भरने में कोई कोर कसर न छोड़कर इंसानियत को शर्मसार कर दिया।
फिलीपींस के टेक्लोबान में जहां इस तूफान ने जबरदस्त कहर बरपाया वहां पर कइयों ने शरणार्थी बनकर घरों में लूटपाट की। इतना ही नहीं इन लोगों ने शरणार्थियों के लिए लाया गया खाना और अन्य जरूरी सामान भी लूट लिया। टेक्लोबान के सिटी एडमिनिस्ट्रेटर टेकसन जॉन लिम के मुताबिक यह लोग किसी भी तरह की चीज को छोड़ना नहीं चाह रहे थे, फिर चाहे वह टीवी सेट हो या और कोई सामान। उन्होंने खाने पीने की चीजें भी लूट लीं।
उन्होंने कहा कि उनके पास महज दो हजार कर्मचारी है, इसमें भी केवल सौ कर्मी ही काम पर लगे हुए हैं। ऐसे में वह इस इस तरह की लूटमार को रोकने में नाकाम हैं। लिम ने कहा कि अभी तक मलबे से करीब चार सौ शवों को निकाला जा चुका है। हालांकि उन्होंने मरने वालों का आंकड़ा दस हजार तक होने की आशंका जताई है।
इस आपदा से निपटने के लिए व‌र्ल्ड फूड प्रोग्राम के तहत करीब चालीस टन खाने और पीने का सामान फिलीपींस भिजवाया गया है। यह सामान करीब 120000 लोगों के कुछ दिनों तक बहुत रहने की उम्मीद है। इसके अलावा आपातकाल सेवा के लिए टेलिकम्यूनिकेशन के इक्यूपेंट्स भी फिलीपींस भेजे गए हैं।
तूफान ने टेक्लोबान सिटी एयरपोर्ट पर जबरदस्त तबाही मचाई है। यहां पर एयरपोर्ट के शीशे पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं और पूरे क्षेत्र में पानी भर गया है। एयरपोर्ट के करीब भी पांच शवों के मिलने की पुष्टि की गई है।
एयरपोर्ट मैनेजर एफ्रेन नागराना के मुताबिक तूफान के बाद यहां के पानी के लेवल में करीब तेरह फीट का इजाफा हो गया है। उन्होंने इसको क एक बड़ी सूनामी के तौर पर बताया। उस मंजर को याद करते हुए नागराना ने कहा कि तूफान आने के बाद सभी लोग सुरक्षित जगह तलाशने को इधर-उधर भागने लगे। वह खुद एक पोल के सहारे काफी देर तक लटके रहे। गौरतलब है कि पिछले माह ही फिलीपींस के बोहोल प्रांत में 7.2 की तीव्रता का भूकंप आया था। इसके अलावा दक्षिण जामबोंगा प्रांत में भी दो संप्रदाय में हुई हिंसा का सामना देश को करना पड़ रहा है।

वेनेजुएला की मारिया बनीं मिस यूनिवर्स
11 November 2013
मास्को। मिस यूनिवर्स 2013 का खिताब वेनेजुएला के नाम रहा। वहां की सुंदरी मारिया गैबरिला आइसलर ने शनिवार रात को एक बेहद कड़े मुकाबले में यह खिताब जीता। उन्होंने स्पेन की पैट्रिका यूरेना रॉड्रिगेज को हराया।
पैट्रिका 62वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की फ‌र्स्ट रनर रहीं। पिछले वर्ष की मिस यूनिवर्स रहीं अमेरिका की ओलविया कल्पो ने आइसलर को ताज पहना कर खिताब से नवाजा। भारत की मानसी मोघे शीर्ष दस तक तो पहुंचने में कामयाब रहीं, लेकिन टॉप फाइव मुकाबले से वह बाहर हो गई।
मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के 61 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका था, जब इसका आयोजन रूस में किया गया था। मिस यूनिवर्स के रूप में मारिया के नाम की जैसे ही घोषणा हुई वह मारे खुशी के अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी पैट्रिका के गले लग गई।

भारतीय ने कबूले भेदिया कारोबार के आरोप
11 November 2013
न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के रजत गुप्ता को अमेरिका में भेदिया कारोबार में सजा होने के बाद एक बार फिर देश का नाम खराब हुआ है। गुड़गांव के रहने वाले इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट संदीप अग्रवाल ने अमेरिकी अदालत में माइक्रोसॉफ्ट और याहू की खुफिया सूचनाएं साझा करके भेदिया कारोबार में शामिल होने के आरोप स्वीकार किए हैं। भारतीय मूल के अमेरिकी संदीप को इन आरोपों में 25 साल की सजा और 50 लाख डॉलर [31.24 करोड़ रुपये] का जुर्माना हो सकता है।
अग्रवाल [40] को जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने एक समझौते के तहत मैनहटन फेडरल कोर्ट में साजिश और प्रतिभूति फर्जीवाड़े के आरोप स्वीकार कर लिए। रजत गुप्ता की तरह इस मामले को भी मैनहटन के प्रख्यात संघीय अभियोजक प्रीत भरारा ने अंजाम तक पहुंचाया है। भरारा ने गुप्ता के अलावा श्रीलंकाई मूल के हेज फंड कारोबारी राज राजारत्नम को भी सजा दिलवाई है। भरारा ने बताया कि अग्रवाल मामले की जांच अभी जारी है।
गुड़गांव के संदीप सेन फ्रांसिस्को की एक वित्तीय सेवा कंपनी में इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट थे। साजिश के आरोप में उन्हें पांच साल और सिक्योरिटी फर्जीवाड़े में 20 साल तक की सजा हो सकती है। उन्हें अमेरिकी ड्रिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज कॉलेन मेकमहोन अगले साल मई में सजा सुनाएंगे। माइक्रोसॉफ्ट और याहू के बीच रणनीतिक साझेदारी से संबंधित सूचना के आधार पर अग्रवाल ने अप्रैल, 2008 से मार्च, 2010 के बीच एक स्कीम चलाई थी। अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट में इंटरनेट सर्च बिजनेस से जुड़े एक दोस्त से कई बार इस संबंध में बातचीत की थी।
आरोपों के अनुसार इस रणनीतिक साझेदारी के बारे में अग्रवाल और उनकी कंपनी के क्लाइंट के बीच में कई बार फोन पर चर्चा और मुलाकात भी हुई। जुलाई, 2009 में अग्रवाल को अपने इस दोस्त से पता चला कि माइक्रोसॉफ्ट और याहू ने साझेदारी पर बात आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इस संबंध में सौदा अगले कुछ हफ्तों में हो सकता है। यह सूचना उन्होंने एसएसी कैपिटल में पोर्टफोलियो मैनेजर रिचर्ड ली तक पहुंचाई। ली ने याहू सिक्योरिटीज के शेयर खरीदे। बाद में इन्हें बेचकर काफी फायदा कमाया। ली भी भेदिया कारोबार के आरोप स्वीकार चुके हैं।

बांग्लादेश में बीएनपी के पांच शीर्ष नेता गिरफ्तार
11 November 2013
ढाका। खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) द्वारा रविवार से 72 घंटे की देशव्यापी हड़ताल की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही इसके पांच शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। बीएनपी अगला आम चुनाव तटस्थ कार्यवाहक सरकार की देखरेख में कराने की मांग कर रही है।
बीएनपी की सर्वोच्च नीति निर्माता स्थायी समिति के तीन सदस्यों मौदूद अहमद, एमके अनवर और रफीकुल इस्लाम मियां को रातों रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें ढाका में एक अखबार के वार्षिक समारोह से घर लौटने के दौरान गिरफ्तार किया गया। रिपोर्टो में कहा गया है कि जिया के सलाहकार अब्दुल अवाल मिंटू और उनके विशेष सहायक शिमउल बिश्वास को जिया के गुलशन स्थित आवास के बाहर से उठा लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिया के कार्यालय व निवास के चारों ओर पुलिस तैनात थी। बीएनपी का आरोप है कि पुलिस ने आधी रात को पार्टी के कई अन्य प्रभावशाली नेताओं के घरों पर भी को छापे मारे। ये नेता गिरफ्तारी से बचने के लिए भूमिगत हो गए हैं। गिरफ्तारियों के विरोध में बीएनपी ने प्रस्तावित हड़ताल को 12 घंटे के लिए बढ़ाने की घोषणा की। उसका कहना है कि यह हड़ताल अब 84 घंटे की होगी।

मोदी के साथ काम करने को तैयार अमेरिका
09 November 2013
वाशिंगटन। ओबामा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अगर भारत में आम चुनाव 2014 में भाजपा सत्ता में आती है, तो उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के साथ काम करने के लिए अमेरिका तैयार होगा। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव नतीजों की परवाह किए बिना दोनों देशों के मजबूत द्विपक्षीय संबंध जारी रहेंगे।
मोदी की अगुआई वाली सरकार के साथ काम करने की संभावनाओं पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के नेता के साथ काम करेंगे। इसके लिए वीजा कोई मुद्दा नहीं है। यह सिर्फ भारतीय मीडिया की देन है। उन्होंने कहा कि वह वीजा के लिए आवेदन करते हैं तो हम उसकी समीक्षा करेंगे। यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ आपके मजबूत संबंध हैं। अगर अब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो क्या वह अमेरिका के लिए जटिल होगा? इस पर अधिकारी ने कहा कि मेरे विचार से पहले भी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के साथ अमेरिका के मजबूत संबंध थे। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मोदी को लेकर अमेरिकी सरकार चिंतित नहीं है।

गाय का दूध ठीक कर सकता है पेट का कैंसर
09 November 2013
बीजिंग। दूध के दीवानों के लिए एक अच्छी खबर है। एक ताजा रिसर्च में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि गाय के दूध में एक ऐसा पेप्टाइड होता है जो मनुष्य के पेट के कैंसर सेल को मारने में सक्षम है।
ताइवान में किए गए इस शोध में वैज्ञानिकों ने गाय के दूध से पेप्टाइड फ्रैगमेन्ट ढूंढ निकाला है जिसका नाम लैक्टोफैरीसिन बी25 (एलएफ सिन बी25) है। खोज में पता चला है कि इस पेप्टाइड में मानव शरीर होने वाले पेट के कैंसर से लड़ने की क्षमता होती है।
राष्ट्रीय इलान विश्वविद्यालय ताइवान के बायोटेक्नोलॉजी एंड एनिमल साइंस विभाग के वाई-जंग-चेन ने बताया कि भविष्य में इस खोज को गैस्ट्रिक कैंसर के इलाज में प्रयोग में लाया जा सकता है। विश्व में खासतौर से एशियाई देशों में, कैंसर से मरने वालों में सबसे अधिक मृत्यु-दर गैस्ट्रिक कैंसर से मरने वालों की है।
शोधकर्ताओं ने लेक्टोफेरिसिन बी से प्राप्त तीन फ्रैगमेन्ट से होने वाले असर की जांच की। ये तीनों ही एन्टीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टी वाले पेप्टाइड थे। पर इनमें से केवल एक एलएफ सिन बी25 ही ह्यूंमन गैस्ट्रिक एडीनोकारसीनोमा सेल के जीवन को कम कर सका।
माइक्रोस्कोप से किए गए शोध में शोधकर्ताओं ने ये पाया कि एलएफ सिन बी25 गैस्ट्रिक कैंसर सेल के पास एक घंटे तक रखे जाने के बाद एलएफ सिन बी25 एजीएस के सेल मेम्ब्रेन में घुस गए और 24 घंटे के अंदर ही कैंसर सेल सिकुड़ कर इतने छोटे हो गए कि उनकी सारी क्षमता ही खत्म हो गई।
शुरुआती स्टेज के शोध में तो एलएफसिनबी25 ने कैंसर सेल के काम करने की क्षमता को अपॉप्टोसिस (प्रोग्राम्ड सेल डेथ) और ऑटोफैगी (डैमेज सेल पार्ट में गिरावट आना या उनकी रिसाइक्लिंग होना) दोनों ही तरह से प्रभावित किया।
बाद के स्टेज में ऑटोफैगी प्रक्रिया कम हो गई और अपॉप्टोसिस प्रक्रिया कासपेस-डिपेंडेंट मकैनिज्म के माध्यम से ज्यादा प्रभावी रही। शोधकर्ताओं ने बेक्लिन-1 नामक प्रोटीन को टार्गेट करने का सुझाव दिया है जिससे एलएफसिनबी25 के कैंसर से लड़ने की क्षमता और बढ़ सकती है। बेक्लिन-1 मनुष्यों में पाया जाने वाला एक ऐसा प्रोटीन है जो ऑटोफैगी, ट्यूमर के विकास और न्यूरॉन्स के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। शोधकर्ता का कहना है कि बेक्लिन-1, एलएफसिनबी25 के संपर्क में आने पर समय के हिसाब से बढ़ते हैं। इस तरह भविष्य में यह नई दवाओं को बनाने में बहुत मददगार होगा और एलएफसिन25 की कैंसर से लड़ने की क्षमता को और बढ़ाएगा।
एलएफसिन25 का प्रयोग आने वाले समय में कई तरह की कैंसर की दवाईयां बनाने और गैस्ट्रिक कैंसर के कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट के लिए भी उपयोग में लाया जा सकेगा।

मुशर्रफ को लाल मस्जिद मामले में नहीं मिली क्लीन चिट
09 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को लाल मस्जिद मामले में क्लीन चिट देने की धारणा बिल्कुल झूठी है। इस मामले में वह अभी भी जांच के दायरे में हैं।
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आइजीपी) सिकंदर हयात ने गुरुवार को कहा कि गाजी अब्दुल रशीद (लाल मस्जिद के मौलवी) हत्याकांड में पुलिस मुशर्रफ के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है। पूर्व वादे के बावजूद शिकायतकर्ता आरोपी मुशर्रफ के खिलाफ 20 गवाहों में से सिर्फ दो को ही पेश कर पाए। जिसके बाद पुलिस जांच टीम ने अदालत से आरोपी को जमानत देने की बात कही, लेकिन जांच अभी खत्म नहीं हुई है।
गौरतलब है कि 2007 में मुशर्रफ के शासन के दौरान हुए लाल मस्जिद ऑपरेशन के दौरान मौलवी रशीद की हत्या के मामले में पूर्व राष्ट्रपति को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में गत बुधवार को एक अदालत से जमानत मिलने के बाद छह माह से नजरबंद मुशर्रफ रिहा हुए। हालांकि वह विदेश नहीं जा सकेंगे। इस साल मार्च में स्व निर्वासन से देश लौटने के बाद पूर्व राष्ट्रपति पर चलाए गए सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल गई है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और बलूच नेता अकबर बुगती की हत्याओं और 2007 में देश में आपातकाल लगाने के मामले शामिल हैं।

बिहार के पोलियो कार्यकर्ता को संयुक्त राष्ट्र सम्मान
09 November 2013
न्यूयॉर्क। पोलियो उन्मूलन अभियान में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए बिहार की एक महिला पोलियो कार्यकर्ता को यहां संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
एक विशेष समारोह में गुरुवार को मार्था दोदरे को ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड डिनर 2013 से सम्मानित किया गया। बिहार के दरभंगा की निवासी मार्था ने कहा, वैश्विक मंच पर यह पुरस्कार ग्रहण करते हुए मैं काफी सम्मानित महसूस कर रही हूं। पोलियो जैसी खतरनाक बीमारी को समूल नष्ट करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। हमें उन इलाकों से पोलियो का सफाया करना है, जहां यह बीमारी अभी भी मौजूद है। मैं इस क्षेत्र में और अधिक मेहनत करने की कोशिश करूंगी।
यह पुरस्कार यूएन फाउंडेशन और यूनाइटेड नेशन एसोसिएशन ऑफ द यूएसए [यूएनए-यूएसए] द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाता है। मार्था के अलावा इस मौके पर पाकिस्तान की महिला शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत समांथा पावर और औरतों व बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने में जुटी संस्था जीई अफ्रीका को उनकी मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं के लिए सम्मानित किया गया।

फिलीपींस : सबसे ताकतवर तूफान हेयान से सौ लोगों की मौत
09 November 2013
मनीला। सुपर साइक्लोन 'हेयान' शुक्रवार को फिलीपींस के तट से टकराने के बाद यहां पर अभी तक सौ लोगों के मारे जाने और सौ से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने फिलीपींस के सिविल एविएशन ऑथरिटी के डायरेक्टर जनरल के हवाले से बताया है कि टेक्लोबन सिटी एयरपोर्ट के करीब सड़कों पर करीब सौ शवों के पड़े हैं। इस महातूफान की चपेट में आने से घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
यह इस साल का दुनिया का सबसे शक्तिशाली तूफान है। इसके चलते प्रभावित क्षेत्रों के लाखों लोग घरों के अंदर रहने को मजबूर हैं और व्यापार भी ठप है। तूफान के चलते करीब 380 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
मौसम विज्ञानी रोमियो काजुलिस ने बताया कि 'हेयान' मनीला से करीब 600 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर मध्य द्वीप समर से टकराया और यह उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति बेनिग्नो अकीनो ने गुरुवार को देशवासियों से 'हेयान' के मद्देनजर हरसंभव तैयारियां करने को कहा था। सिविल डिफेंस आफिस के अनुसार सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले 125,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
तूफान के दायरे में आने वाले इलाकों में स्कूल कालेज बंद कर दिए गए हैं। राजधानी मनीला पर भले ही तूफान का असर नहीं पड़ा हो लेकिन यहां के स्कूल भी बंद कर दिए गये हैं।

तालिबान ने बदले में धमाकों की धमकी दी
09 November 2013
इस्लामाबाद। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने बदले की कार्रवाई के तहत सुरक्षा बलों, सरकारी इमारतों, राजनेताओं और पुलिस पर हमले की धमकी दी है। पंजाब प्रांत को खासतौर पर निशाना बनाने की चेतावनी दी गई है।
अमेरिकी ड्रोन हमले में हाल ही में मारे गए तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की जगह इस आतंकी संगठन की कमान संभालने वाले मुल्ला फजलुल्ला के खासमखास अस्मतुल्ला शाहीन ने एजेंसी को टेलीफोन पर बताया, 'हमारे पास एक खास योजना है, लेकिन हम एक बात स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम नागरिकों को निशाना नहीं बनाएंगे। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। हम नवाज शरीफ के गढ़ पंजाब में सेना और सरकारी संस्थानों को लक्ष्य बनाकर बम धमाके और आत्मघाती हमले करेंगे।'
गौरतलब है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की कमान फजलुल्ला के हाथ में आने से शरीफ सरकार से इस आतंकी संगठन की बातचीत की उम्मीद धूमिल हो गई है। फजलुल्ला को सरकार से बातचीत का कंट्टर विरोधी माना जाता है।

सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश

इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने मुहर्रम के दौरान देश में हिंसा के काले इतिहास और तालिबान की ताजा धमकी को देखते हुए सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं। गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा है कि धमकी के मद्देनजर युद्ध स्तर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस्लामाबाद और रावलपिंडी की सुरक्षा का खास निर्देश देते हुए खान ने कहा कि किसी भी स्तर पर चूक नहीं होना चाहिए।

दोनों देश चाहें तो कश्मीर में दखल दे सकता है अमेरिका
09 November 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के बार-बार कश्मीर मुद्दा उठाने के बावजूद अमेरिका ने फिर साफ किया है कि जब तक दोनों देश नहीं चाहेंगे, वह इस मामले में दखल नहीं देगा। उसने कहा है कि कश्मीर मसले को भारत और पाकिस्तान को आपस में ही हल करना है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हाल ही में अमेरिका से कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था। इस बाबत पूछे जाने पर अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आपसी बातचीत की रफ्तार, दायरे और तरीके के बारे में अंतिम फैसला भारत और पाकिस्तान को ही करना है। हमेशा से अमेरिका का यही रवैया रहा है।
सूत्रों के अनुसार हाल ही में शरीफ की वाशिंगटन यात्रा के समय भी अमेरिकी प्रशासन द्वारा उन्हें बता दिया गया था कि भारत के साथ सभी द्विपक्षीय मसलों के समाधान के लिए पाकिस्तानी नेतृत्व उचित माहौल बनाने का काम करे। शरीफ द्वारा कश्मीर का जिक्र करने पर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनके सामने पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद को मिल रहे समर्थन का मसला उठाया था।

पाकिस्तान में विपक्ष अमेरिकी ड्रोन विमान मार गिराने के पक्ष में
09 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में विपक्षी सांसदों ने मांग की है कि यदि अमेरिकी ड्रोन विमान देश की संप्रभुता का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें निशाना बनाया जाना चाहिए।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की शिरीन मजारी ने संसद में कहा कि अंतिम उपाय के रूप में सरकार को ड्रोन विमानों को निशाना बनाना चाहिए। पाकिस्तान इन मानव रहित विमानों को मार गिराने में सक्षम है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मजारी के हवाले से कहा है कि सरकार को अमेरिका को यह संदेश देना चाहिए कि ड्रोन हमले अनुपयोगी हैं और ये स्वीकार्य नहीं हैं।
जमात-ए-इस्लामी के सांसद तारिकुल्ला ने भी उनका समर्थन किया। तारिकुल्ला ने याद दिलाया कि एक बार शीर्ष सैनिक अधिकारी ने कहा था कि यदि सरकार आदेश देती है तो सेना के पास ड्रोन विमानों को मार गिराने की क्षमता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ अन्य सांसदों ने अमेरिका के साथ टकराव से बचने की सरकार को सलाह दी और तालिबान के साथ प्रस्तावित शांति योजना को जारी रखने का अनुरोध किया।

भारतीय डॉक्टर परदेश में होगा पुरस्कृत
09 November 2013
वॉशिंगटन। अमेरिका के स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रभावशाली प्रयास के लिए भारतीय मूल के एक अमेरिकी डॉक्टर को प्रतिष्ठित आउटस्टैंडिंग अमेरिकन बाई च्वाइस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. यह पुरस्कार अन्य देशों से जाकर अमेरिका में बसने एवं अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने वाले लोगों को दिया जाता है जिन्होंने अपने समुदाय एवं अपने नए देश (जिस देश की उन्होंने नागरिकता ग्रहण की और वहां बस गए) के लिए योगदान दिया है.
प्रतिष्ठित प्रत्यारोपण सर्जन और समाजसेवी राहुल जिंदल को 13 नवंबर को वर्जीनिया में अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) एक कार्यक्रम में इस पुरस्कार से सम्मानित करेगा.जिंदल को हाल में इंटरनेशनल लीडरशिप फाउंडेशन ने लीडरशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया था. उन्हें हाल में कमिशनर ऑफ सर्विस एंड वालंटीयरिज्म नियुक्त किया गया था.
वर्तमान में वाल्टर रीड नेशनल मिल्रिटी मेडिकल सेंटर में स्टॉफ ट्रांसप्लांट सर्जन और यूनिफॉम्र्ड सर्विसेज यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में प्रोफेसर ऑफ सर्जरी के पद पर तैनात जिंदल, जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल प्रोफेसर भी हैं.
जिंदल ने इलाहाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज से एमडी की डिग्री हासिल की और फिर ब्रिटेन में पढ़ाई की जहां उन्हें रॉयल कॉलेज ऑफ एडिनबर्ग से एफआरसीएस की फैलोशिप मिली.

भारत के राज मुखर्जी बने न्यूजर्सी से विधायक
09 November 2013
न्यूजर्सी। कोलकाता में जन्मे राज मुखर्जी अमेरिका के न्यूजर्सी राज्य की एसेंबली के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। जर्सी शहर के उपमहापौर रह चुके मुखर्जी बंगाली मूल के ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो एक अमेरिकी विधानसभा में विधायक बनेंगे। 29 साल के डेमोक्रेट नेता राज मुखर्जी इस समय जर्सी शहर के आवास प्राधिकरण के अध्यक्ष हैं। वह राज्य के 33वें जिले से 20 अंकों के अंतर से मंगलवार को निर्वाचित घोषित किए गए।
मुखर्जी न्यूजर्सी के जिस निर्वाचन क्षेत्र वीहाउकेन से चुने गए हैं, वह न्यूयॉर्क की सीमा पर स्थित घनी आबादी वाला इलाका है।वह जब महज तीन साल के थे, तभी उनके माता-पिता पश्चिम बंगाल से आकर अमेरिका में बस गए थे। जीत हासिल करने के बाद उन्होंने कहा कि भारतीय अमेरिकियों ने न्यूजर्सी के विकास में हर तरह से योगदान दिया है। मैं चाहता हूं कि न्यूजर्सी की सरकार में ज्यादा से ज्यादा भारतीय अमेरिकी और दक्षिणी एशियाई चहरे दिखें।
राज मुखर्जी का नाम न्यूजर्सी के सर्वाधिक शक्तिसंपन्न ऐसे 100 राजनीतिक हस्तियों की सूची में शामिल किया गया है जो 40 साल से कम उम्र के हैं। यह सूची एनजेबीआईजेड द्वारा जारी किया गया है। उन्होंने थॉमस एडीसन स्टेट कालेज से बी ए और यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वानिया से मास्टर ऑफ लिबरल आर्ट्स की डिग्री हासिल की है। उनके पिता असीम मुखर्जी एक दफ्तर में अकांटेंट थे। स्वास्थ्य खराब रहने के कारण उन्होंने नौकरी छोड़ दी है।
राज मुखर्जी मार्च 2012 से जून 2013 तक राज्य के दूसरे सबसे बड़ शहर जर्सी के उपमहापौर रहे। वह जब मिडिल स्कूल में पढते थे, तभी इंटरनेट परामर्श और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी की स्थापना की थी।

मलाला को मारने का हुक्म देने वाला बना पाक तालिबान का नया मुखिया
08 November 2013
इस्लामाबाद। 'मुल्ला रेडियो' के नाम से कुख्यात और मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई को मारने का हुक्म देने वाला मुल्ला फजलुल्ला आतंकी गुट पाकिस्तानी तालिबान का नया मुखिया होगा। कमांडर अस्मतुल्ला शाहीन के हवाले से पाकिस्तानी समाचार चैनलों ने कहा है कि फजलुल्ला को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का नया प्रमुख चुना गया है।
गत शुक्रवार को उत्तारी वजीरिस्तान कबायली क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमले में पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख हकीमुल्ला महसूद के मारे जाने आतंकी गुट ने फजलुल्ला को अपना मुखिया बनाया है। हालांकि दक्षिण वजीरिस्तान में बैठक के दौरान तालिबान शूरा या परिषद शुरू में खान सैयद महसूद उर्फ सजना को नया मुखिया बनाने पर सहमति थी, लेकिन नूरिस्तान से संबंधित कमांडरों के विरोध के कारण उसने फैसला वापस ले लिया था। तब तालिबान ने शहरयार महसूद और अस्मतुल्ला शाहीन को कार्यवाहक प्रमुख नियुक्त किया था। यह पहली मौका है जब पाकिस्तान तालिबान ने ऐसे शख्स को अपना नेता चुना है, जो देश के कबायली क्षेत्र से नहीं आता।
फजलुल्ला स्वात इलाके से है और उससे किसी भी तरह की शांति वार्ता की उम्मीद रखना बेमानी होगा। उसने स्वात में 2007 से 2009 के बीच बेहद नृशंस अभियान चलाया था और इस्लामी कानून का पालन कराने की कोशिश की थी। अभियान के दौरान कई स्कूलों और सार्वजनिक इमारतों में आग लगा दी गई थी। कई लोगों के सिर धड़ से अलग कर दिए गए थे। स्वात इलाके पर कब्जा करने के लिए सरकार को सैन्य अभियान चलाना पड़ा था और 2009 में सैन्य अभियान के दौरान फजलुल्ला को खदेड़ दिया गया था। तब से वह पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर कहीं रह रहा है।

पाकिस्तान तालिबान ने खारिज किया शांति वार्ता का विचार

पेशावर। मुल्ला फजलुल्ला के पाकिस्तान तालिबान का प्रमुख बनने के साथ ही आतंकी गुट ने सरकार के साथ भविष्य में किसी भी तरह के शांति वार्ता के विचार को खारिज कर दिया है। तालिबान के प्रवक्ता शहदुल्ला शाहिद ने कहा, 'अब कोई वार्ता नहीं होगी क्योंकि मुल्ला फजलुल्ला पहले से ही पाकिस्तान सरकार के साथ किसी भी तरह के विचार-विमर्श के खिलाफ हैं।'

'स्वीटी' के फेर में फंसे 103 भारतीय
08 November 2013
लंदन। दुनिया भर में बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं का सच एक बार फिर सामने आया है। हाल में कंप्यूटर निर्मित फर्जी बच्ची 'स्वीटी' के फेर में 103 भारतीय फंस गए। इस दस वर्षीय बच्ची से 10 हफ्ते में दुनिया भर के करीब 20 हजार लोगों ने संपर्क साधा। इनमें 1000 लोगों ने वेबकैम के सामने कपड़े उतारने के लिए पैसे देने की पेशकश भी की। इनमें सबसे ज्यादा 254 अमेरिकी थे, जबकि 110 ब्रिटिश भी शामिल थे।
बच्चों के ऑनलाइन यौन उत्पीड़न के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है। इन सभी लोगों के नाम पुलिस को सौंप दिए गए हैं। बच्चों के लिए काम करनी वाली डच संस्था टेरे डेस होमेज ने एक बच्ची का फर्जी प्रोफाइल बनाकर बच्चों के ऑनलाइन यौन उत्पीड़न की पड़ताल की। इसी के बाद हैरान कर देने वाला यह सच सामने आया है। शोधकर्ताओं ने साक्ष्य के तौर पर संदिग्धों की स्काइप और दूसरी सोशल साइट्स पर बने प्रोफाइल को पेश किया है। इस प्रोजेक्ट के निदेशक हंस गुयट ने कहा कि इससे निपटने के लिए हमें नए तरीके की जरूरत है। ऐसे मामले में पीड़ित और यौन उत्पीड़क सामने नहीं आते हैं। हमने अपनी फर्जी पहचान फिलीपींस की दस वर्षीय लड़की के रूप में जाहिर की थी। हमने कुछ भी नहीं कहा, लेकिन लोग हमें पैसे की पेशकश करने लगे थे। टेरे डेस होमेज ने ऑनलाइन सेक्स टूरिज्म को रोकने के लिए एक वैश्विक अभियान भी चला रखा है।

भारत में फ्रांस, सऊदी अरब व स्विटजरलैंड से ज्यादा रईस
08 November 2013
लंदन। भारत में अमीरी और गरीबी की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। एक ओर भारत गरीबों की संख्या के मामले में हर सूची में ऊंचे पायदान पर जगह बनाता है। वहीं, दूसरी ओर सबसे ज्यादा रईसों के मामले में भी भारत अव्वल देशों में शामिल है। देश में फ्रांस, सऊदी अरब, स्विट्जरलैंड और हांगकांग से भी ज्यादा अरबपति हैं। 103 अरबपतियों के साथ भारत ने वेल्थ-एक्स और यूबीएस की रिपोर्ट में छठवें नंबर पर जगह बनाई है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में 30 धनकुबेर रहते हैं। इसलिए यह उन पांच शहरों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा अमीर रहते हैं। 96 अरबपतियों के साथ न्यूयॉर्क इस सूची में पहले और 75 अरबपतियों के साथ हांगकांग दूसरे नंबर पर है। वहीं तीसरे नंबर पर मॉस्को और चौथे स्थान पर लंदन है। वेल्थ-एक्स की सूची में अमेरिका ने सभी देशों को बड़े अंतर से पीछे छोड़कर पहला स्थान हासिल किया है। यहां 515 धनकुबेर हैं। यह चीन में रहने वाले 157 रईसों से करीब तीन गुना ज्यादा हैं। चीन ने सूची में दूसरा, जर्मनी [148] ने तीसरा, ब्रिटेन [135] ने चौथा और रूस [108] ने पांचवां स्थान हासिल किया है।
वेल्थ-एक्स और यूबीएस के मुताबिक, इस साल भारतीय अमीरों की संख्या 5.5 फीसद घट गई है। इस साल अमीरों को 10 अरब डॉलर [626 अरब रुपये] का नुकसान हुआ और उनकी कुल संपत्ति 180 अरब डॉलर [11,267 अरब रुपये] रह गई। भारतीयों अमीरों की सबसे ज्यादा संख्या औद्योगिक कंपनियों और फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र में है।
रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रईसों में से ज्यादातर कॉलेजों में पढ़े-लिखे हैं। इनमें से 72 फीसद के पास कम से कम बैचलर डिग्री है। भारत से ज्यादा पढ़े-लिखे रईसों की संख्या स्विट्जरलैंड और अमेरिका में है। भारतीय धन्नासेठों की औसत संपत्ति 1.7 अरब डॉलर [106 अरब रुपये] है। इनमें से 47 फीसद ने यह संपत्ति खुद बनाई है। भारतीय अरबपतियों की औसत आयु 63 साल है। इनमें से ज्यादातर पुरुष हैं। देश में केवल तीन फीसद महिला अरबपति ही हैं। इस रिपोर्ट में शामिल सभी देशों में यह आंकड़ा सबसे कम है।
पिछले महीने अमेरिकी बिजनेस पत्रिका फो‌र्ब्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि भारत में कुल 65 अरबपति हैं। इनमें से सबसे ज्यादा धन मुकेश अंबानी के पास है। उनकी कुल संपत्ति 21 अरब डॉलर [1,314 अरब रुपये] बताई गई थी। वह छह साल से पहले नंबर पर बने हुए हैं।।

ब्रिटेन में हमले के शिकार बुजुर्ग सिख की मौत
08 November 2013
लंदन। ब्रिटेन में उस अस्सी वर्षीय बुजुर्ग सिख की मौत हो गई है जिन पर गत अगस्त में एक किशोरी ने हमला किया था। गत 10 अगस्त को कवेंट्री सिटी सेंटर के पास ट्रिनिटी स्ट्रीट में 19 साल की कोरल मिलरचिप ने जोगिंदर सिंह पर हमला किया था। उसने बुजुर्ग सिख की बुरी तरह पिटाई की थी। घटना का वीडियो सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। उसने बुजुर्ग को इतनी बुरी तरह मारा था कि वह जमीन पर गिर पड़े थे और उनकी पगड़ी खुल गई थी। उनका चेहरा बुरी तरह लहूलुहान हो गया था। इस शर्मनाक घटना को एक राहगीर ने अपने मोबाइल में कैद कर फेसबुक पर अपलोड कर दिया था।
दुनियाभर में इस घटना की जमकर अलोचना हुई थी। वेस्ट मिडलैंड्स काउंटी पुलिस ने गुरुवार को खुफिया पुलिस विभाग के अधिकारी मैट मारखम ने बताया कि हमले के बाद से सिंह लगातार जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे। कोरल ने वारविक क्राउन कोर्ट में पिछले महीने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। सिख की मौत से उसे अब और सख्त आरोपों का सामना करना पड़ सकता है।

पाकिस्तान में विपक्ष अमेरिकी ड्रोन विमान मार गिराने के पक्ष में
08 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में विपक्षी सांसदों ने मांग की है कि यदि अमेरिकी ड्रोन विमान देश की संप्रभुता का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें निशाना बनाया जाना चाहिए।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की शिरीन मजारी ने संसद में कहा कि अंतिम उपाय के रूप में सरकार को ड्रोन विमानों को निशाना बनाना चाहिए। पाकिस्तान इन मानव रहित विमानों को मार गिराने में सक्षम है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मजारी के हवाले से कहा है कि सरकार को अमेरिका को यह संदेश देना चाहिए कि ड्रोन हमले अनुपयोगी हैं और ये स्वीकार्य नहीं हैं।
जमात-ए-इस्लामी के सांसद तारिकुल्ला ने भी उनका समर्थन किया। तारिकुल्ला ने याद दिलाया कि एक बार शीर्ष सैनिक अधिकारी ने कहा था कि यदि सरकार आदेश देती है तो सेना के पास ड्रोन विमानों को मार गिराने की क्षमता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ अन्य सांसदों ने अमेरिका के साथ टकराव से बचने की सरकार को सलाह दी और तालिबान के साथ प्रस्तावित शांति योजना को जारी रखने का अनुरोध किया।

पाकिस्तानी परमाणु हथियारों में लगा है सऊदी अरब का धन
08 November 2013
लंदन। पाकिस्तान की परमाणु हथियार परियोजनाओं में सऊदी अरब ने भी पैसा लगाया है। उसे यह भी विश्वास है कि जरूरत पड़ने पर वह कभी भी परमाणु बम हासिल कर सकता है। यह दावा बीबीसी की एक रिपोर्ट में किया गया है।
रिपोर्ट में पश्चिमी व पाकिस्तानी अधिकारियों तथा गुप्तचरों के हवाले से कहा गया है, 'परमाणु हथियारों को लेकर सऊदी अरब की इच्छा को ईरान के परमाणु कार्यक्रम की काट से जोड़कर देखा जा रहा है। अब यह मुमकिन हो गया है कि सऊदी अरब ईरान की अपेक्षा अधिक तेजी से परमाणु हथियार तैनात कर सकता है।'
बीबीसी के न्यूजनाइट कार्यक्रम के राजनीतिक एवं रक्षा संपादक मार्क अर्बन ने बताया, 'इस वर्ष की शुरुआत में नाटो के एक वरिष्ठ नीति निर्धारक ने मुझसे उन खुफिया रिपोर्टो के बारे में बताया था जिनमें पाकिस्तान में सऊदी अरब के धन से बने परमाणु हथियार सऊदी अरब को देने को तैयार रहने की बात कही गई थी।'
इजरायली सैन्य खुफिया के पूर्व प्रमुख अमोस यादलिन ने गत माह स्वीडन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, 'यदि ईरान परमाणु बम हासिल कर लेता है, तो सऊदी अरब एक महीने का भी इंतजार नहीं करेगा। उन्होंने बम के लिए पहले ही पैसा दे दिया है। वे पाकिस्तान जाएंगे और जो चाहते हैं, ले आएंगे।'
वर्ष 2009 में सऊदी अरब के शासक शाहर अब्दुल्ला ने मध्य पूर्व मामलों के अमेरिकी दूत डेनिस रॉस को चेतावनी दी थी कि यदि ईरान ने हदें लांघी, तो वे भी परमाणु हथियार तैनात करेंगे। तबसे सऊदी अरब कई बार अमेरिका से अपनी मंशा बता चुका है।
वर्ष 2013 तक अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के परमाणु हथियार अप्रसार मामलों के सलाहकार रह चुके गैरी सेमोर ने न्यूज नाइट को बताया, 'मुझे लगता है कि सऊदी मानते हैं कि पाकिस्तान के साथ उनका इतना अच्छा तालमेल है कि आपात स्थिति में वे परमाणु हथियार हासिल कर लेंगे।'

वैज्ञानिकों ने पता लगाया कैसे बनी पृथ्वी
08 November 2013
लंदन। हमारी धरती कैसे बनी, वैज्ञानिकों ने इस रहस्य को सुलझाने का दावा किया है। ज्वालामुखीय चट्टानों के अध्ययन से उन्हें इस रहस्य को जानने में मदद मिली है कि साढ़े चार अरब वर्ष पहले पृथ्वी कैसे बनी होगी।
विज्ञान पत्रिका 'नेचर' ने इस बारे में यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग समेत अन्य यूरोपीय देशों के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध को प्रकाशित किया है। हमारी धरती कैसे और कब बनी, इसके लिए वैज्ञानिकों ने ज्वालामुखी के लावा के ठंडा होने के बाद बने बेसाल्ट का अध्ययन किया है। उन्होंने इसके जरिये यह पता लगाने की कोशिश की है कि धरती और उसके वातावरण के निर्माण की प्रक्रिया कब और क्या रही होगी।
वैज्ञानिकों ने इस बेसाल्ट यानी मैग्मा (धरती के सतह के नीचे पाई जाने वाली पिघली या अ‌र्द्ध पिघली चट्टानों का मिश्रण) के द्रव को 2000 डिग्री सेल्शियस से भी अधिक तापमान पर गर्म कर परीक्षण किया। उन्होंने इस अध्ययन से पता लगाया कि इन पिघली हुई मैग्मा के कारण कभी धरती के मैंटल (धरती के ऊपरी सतह और बाहरी कोर के बीच की 2900 किमी मोटी परत) में समुद्र जैसी कोई संरचना बनी होगी।
वैज्ञानिकों ने इस सच्चाई को माना है कि धरती का निर्माण साढ़े चार अरब वर्ष पहले ही हुआ होगा। उस समय हमारी धरती का ज्यादातर हिस्सा खौलते हुए लावा जैसा रहा होगा। बाद में जैसे-जैसे लावा ठंडा होता गया, धरती के ऊपरी सतह का निर्माण होता गया। अब वैज्ञानिक यह जानने के उत्सुक हैं कि कैसे पृथ्वी के ऊपरी सतह और अंदरुनी कोर ने आकार लिया और उसके अंदर ज्वालामुखीय गतिविधियां कैसे संचालित होना शुरू हुई।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर जेनेवा में बातचीत शुरू
08 November 2013
जेनेवा। ईरान और विश्व शक्तियों के बीच नए दौर की बातचीत गुरुवार को जेनेवा में प्रारंभ हुई। इसमें कुछ प्रतिबंधों में ढील देने के बदले में ईरान को अपना विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम बंद करने पर राजी करने का प्रयास किया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि वार्ता में लंबे समय बाद ईरान द्वारा अपना परमाणु कार्यक्रम बंद करने के संबंध में समझौता हो सकता है। इस संबंध में पिछले कई वर्षो तक चली बातचीत का अभी कोई नतीजा नहीं निकला है। लेकिन ईरान के नए राष्ट्रपति हसन रूहानी के पद संभालने के बाद इस बारे में उम्मीद बढ़ी है क्योंकि उन्हें नरमपंथी माना जाता है। एक महीने से भी कम समय में जेनेवा में अपनी दूसरी बैठक में अमेरिका और पांच अन्य वैश्विक शक्तियों के वार्ताकार ईरानी अधिकारियों के साथ ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा करेंगे। यह बैठक दो दिन तक चलेगी। उधर ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद जरीफ ने कहा है कि जेनेवा में उनके देश के परमाणु कार्यक्रम को लेकर समझौता हो सकता है।

बांग्लादेश में जमाते इस्लामी चुनाव के लिए अयोग्य करार
08 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में आगामी चुनाव से पहले कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि कोर्ट के आदेशानुसार पार्टी आम चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकती है।
डेली स्टार ने चुनाव आयुक्त शाह नवाज के हवाले से कहा कि हाई कोर्ट द्वाराजमात के पंजीयन को अवैध घोषित कर दिए जाने के बाद उसकी चुनाव लड़ने की योग्यता समाप्त हो गई है। गत अगस्त में हाई कोर्ट की तीन न्यायाधीशों वाली विशेष पीठ ने मुख्य विपक्षी बीएनपी की प्रमुख सहयोगी पार्टी जमात-ए-इस्लामी के पंजीकरण को अवैध घोषित कर दिया था। जमात के पंजीयन को रद करने के लिए अधिसूचना जारी किए जाने के बारे में पूछे जाने पर नवाज ने कहा कि हम अदालती फैसले की कापी को बारीकी से देख रहे हैं और बाद में इस संबंध में फैसला लिया जाएगा।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इस फैसले के खिलाफ जमात सुप्रीम कोर्ट में अपील करती है और उसे वहां से स्टे नहीं मिलता है तो वह अगले वर्ष 25 जनवरी को होने वाले आम चुनाव में भाग लेने के काबिल नहीं होगी। गौरतलब है कि 2008 में आम चुनाव से कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग ने जमात को अस्थायी रूप से पंजीकृत किया था। उस समय जमात ने वादा किया था कि वह देश के संविधान को मानने के लिए अपने संविधान में संशोधन करेगी।

परमाणु संयंत्रों की उच्चतम सुरक्षा के लिए भारत प्रतिबद्ध
08 November 2013
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने कहा है कि वह अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को लेकर उच्चतम सुरक्षा मानकों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि वह अपनी बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए परमाणु ऊर्जा का लाभ लेना चाहता है।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने यहां बुधवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) की वर्ष 2012 की सालाना रिपोर्ट पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, परमाणु ऊर्जा न सिर्फ उन देशों के लिए महत्वपूर्ण विकल्प है, जहां परमाणु कार्यक्रम चल रहे हैं, बल्कि उन विकासशील देशों के लिए भी जरूरी है, जहां ऊर्जा की जरूरत बढ़ रही है।
भारत आइएईए रिपोर्ट पर मसौदा प्रस्ताव का सह प्रायोजक है। सिन्हा ने कहा कि भारत अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों और उनसे संबंधित ईंधन चक्र सुविधाओं की सुरक्षा के लिए उच्चतम सुरक्षा मानकों को अपनाए जाने को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न तरीकों से परमाणु सुरक्षा पुख्ता करने की अपनी कोशिश के तहत आइएईए सचिवालय में सतत भागीदारी और सहायता करता रहेगा। सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत बिजली उत्पादन के उद्देश्य से परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही वह यह भी सुनिश्चित करता है कि परमाणु सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।

मिशेल ओबामा ने मनाई दिवाली, हिंदी गानों पर थिरकीं
07 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने मंगलवार को ह्वाइट हाउस में दीपावली समारोह का आयोजन किया। इसमें भारतीय मूल के अमेरिकी बच्चे शामिल हुए। इस अवसर पर बॉलीवुड संगीत की गूंज सुनाई दी। तीन साल पहले मुंबई में अपने नृत्य से मिशेल ने भारतीय लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया था।
मंगलवार को भी उन्होंने दीपावली समारोह के दौरान भारतीय मूल के अमेरिकी बच्चों के साथ हिंदी गानों पर नृत्य किया।
मिशेल ने पहली बार ह्वाइट हाउस में दीपावली समारोह की अगुआई की। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच उन्होंने दीया जलाया। 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पहली बार ह्वाइट हाउस में दीपावली समारोह में शामिल हुए थे। दीपावली समारोह में मिशेल ने कहा, 'यह हमारे लिए बहुत अच्छा पल है। यह पहला अवसर है जब ह्वाइट हाउस के स्टेट रूम में बॉलीवुड नृत्य दिखाई दिया।' उन्होंने कहा कि दीपावली समारोह का समय है। मैंने और बराक ने अपनी भारत यात्रा के दौराना जाना कि इस अवसर पर मित्र और परिवार वाले एक साथ होते हैं। इस अवसर पर नृत्य किया जाता है और अच्छा भोजन किया जाता है।
समारोह में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच काउंसिल ऑफ हिंदू टेंपल्स ऑफ नॉर्थ अमेरिका के अध्यक्ष मिथिली बाचू ने मिशेल को माला पहनाई। मिशेल भारत में जन्मे प्रसिद्ध डिजायनर नईम खान द्वारा तैयार आकर्षक स्कर्ट पहने हुए थीं। खान ने विशेष रूप से इस समारोह के लिए यह स्कर्ट तैयार की थी। वह खुद भी समारोह में मौजूद थे।

अंतरिक्ष में भेज सकेंगे प्रियजनों की अस्थियां
07 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में एक पूर्व नासा इंजीनियर ने अनूठी पेशकश की है जिसमें अंतिम संस्कार के बाद आप अपने प्रियजनों की अस्थियों को अंतरिक्ष में भेज सकेंगे। इसके लिए 1990 डॉलर (करीब एक लाख 24 हजार रुपये) खर्च करने पड़ेंगे।
स्पेस डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्व इंजीनियर थॉमस सिविट की कंपनी इलीजियम स्पेस ने अंतरिक्ष में मानव अस्थियां भेजने की योजना तैयार की है। कंपनी ने एक मोबाइल एप्लीकेशन भी विकसित किया है जो पृथ्वी की कक्षा में अस्थियों की स्थिति की जानकारी देगा। अगले वर्ष 2014 में फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से इस अंतरिक्ष यान को भेजा जाएगा। कंपनी के संस्थापक थॉमस सिविट ने कहा कि स्मारक अंतरिक्ष यान प्रियजनों की स्मृति को और यादगार बनाने के लिए सगे संबंधियों और दोस्तों के लिए यह एक अनूठा अनुभव होगा। इसके लिए लोगों को अपने प्रियजन के अंतिम संस्कार के बाद उनके अवशेषों का अंश एक खास कैप्सूल में डालकर कंपनी में जमा कराना होगा।

कोर्ट ने दिया मुशर्रफ की रिहाई का आदेश
07 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की घर में नजरबंदी से रिहाई का आदेश दिया है। लाल मस्जिद मामले में जमानत मिलने के दो दिन बाद कोर्ट ने यह आदेश दिया है।
मुशर्रफ को बेनजीर भुट्टो हत्याकांड और बलूच नेता अकबर बुगती की हत्या के मामले में पहले ही जमानत मिल चुकी थी।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति के वकील द्वारा दो बांड जमा किए जाने के बाद अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वाजिद अली ने मुशर्रफ की रिहाई का आदेश दिया। वकीलों का कहना है कि लिखित आदेश प्राप्त होने के बाद मुशर्रफ को रिहा किया जा सकता है। मुशर्रफ का बचाव कर रहे वकील इलयास सिद्दीकी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अब आजाद हैं और जहां चाहे जा सकते हैं।
उन्होंने एग्जिट कंट्रोल लिस्ट से भी मुशर्रफ का नाम हटाने की मांग की। 2007 में मुशर्रफ के शासन के दौरान हुए लाल मस्जिद ऑपरेशन के दौरान मौलवी अब्दुल रशीद गाजी की हत्या के मामले में पूर्व राष्ट्रपति को गिरफ्तार किया गया था।

अमेरिका ने भारत के साथ सैन्य संबंध मजबूत करने की दिशा में बढ़ाए कदम
07 November 2013
वॉशिंगटन। अमेरिका ने भारत के साथ सैन्य संबंध मजबूत करने की दिशा में कदम आगे की ओर बढ़ा दिया है। यह बात कहते हुए अमेरिकी-पैसिफिक कमांडर (पैकॉम) ने बताया कि इसके लिए रक्षा विभाग को ओबामा प्रशासन से एक साल पहले ही निर्देश मिल चुके हैं।
विदेशी पत्रकारों से बातचीत में पैकॉम कमांडर सैम्युअल लॉक्लियर ने कहा कि पिछले दिनों व्हाइट हाउस में बराक ओबामा और मनमोहन सिंह की मीटिंग के बाद रक्षा सहयोग के विषय में की गई संयुक्त घोषणा एक महत्वपूर्ण बदलाव है। लॉक्लियर ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि मेरे खयाल से यह एक अहम संयुक्त बयान है और यह दिखाता है कि इस दिशा में हम [भारत-अमेरिका] एक साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।
पिछले साल अमेरिकी रक्षा विभाग को ओबामा प्रशासन से निर्देश मिले थे कि किस तरह से भारत के साथ इस क्षेत्र में कार्य की शुरुआत की जाए और किस तरह से दीर्घकालीन रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया जाए। आगे बातचीत में लॉक्लियर ने बताया कि यह कदम पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए, अमेरिकी हित के लिए और भारत के हित में भी अच्छा है।
दस से अधिक सालों से मालाबार में चल रहे दोनों देशों के सैन्य अभ्यास की बात करते हुए उन्होंने बोला कि संयुक्त नेवी के रूप में काम करना दोनों देशों के लिए एक अच्छा अवसर है। हिंद महासागर को जानने, भारतीय रास्तों को समझने, भारतीय नेवी की कार्यप्रणाली को समझने के लिए अमेरिकी सेना के पास यह अच्छा अवसर है। इस तरह से आकस्मिक घटनाओं के वक्त दोनों देश एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।
लॉक्लियर ने पत्रकारों से कहा कि हम इस तरह के काम अपनी शाखाओं पर भी करते हैं और मुझे लगता है कि वो कामयाब भी रहे हैं। भारत और अमेरिकी दोनों ही सेनाएं साथ काम करने की दिशा में आगे देख रही हैं। पैकॉम कमांडर आगे कहते हैं कि एक साथ काम करते हुए शायद हम किसी सैन्य हथियार का निर्माण भी करें। इस तरह से भविष्य में दोनों देश एक साथ मिलकर सैन्य सहयोग को लेकर काफी आशांवित हैं।

मोदी वीजा आवेदन करें तो विचार करेगा अमेरिका
07 November 2013
वाशिंगटन। अपनी वीजा नीति में किसी बदलाव से इन्कार करते हुए अमेरिका ने कहा है कि भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का वीजा आवेदन के लिए स्वागत है। आवेदन के बाद वह समीक्षा का इंतजार कर सकते हैं।
विदेश विभाग की उप-प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कहा कि लंबे समय से चली आ रही अमेरिका की वीजा नीति में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। मोदी को भी अन्य आवेदनकर्ताओं की तरह समीक्षा का इंतजार करना होगा।
जब उनसे पूछा गया कि क्या मोदी ने अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन किया है, तो हर्फ ने कहा, वीजा आवेदन गोपनीय होते हैं। कम से कम उसकी जानकारी के बारे में तो किसी को भी नहीं बताया जाता है। मैं आवेदन देख सकती हूं, लेकिन मेरी जानकारी में फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं है।'
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में मोदी को राजनयिक वीजा देने से अमेरिका ने इन्कार कर दिया था।

इराक: अलग-अलग घटनाओं में 15 की मौत
07 November 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद में हुए आत्मघाती विस्फोट सहित अलग-अलग आतंकी हमलों में 15 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि बगदाद के मुकद्दिया इलाके में एक थाने के बाहर आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे तेल टैंकर को उड़ा दिया. इसमें सात पुलिसकर्मियों की मौत हो गई.
वहीं दूसरी आतंकवादी घटनाओं में आठ लोग मारे गए. इस साल यहां 5,500 से अधिक लोग मारे गए हैं.

चीन: सीरियल ब्लास्ट में एक की मौत
07 November 2013
बीजिंग। चीन में हुए सीरियल ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि आठ लोग घायल बताए जा रहे हैं. ये धमाके आज उत्तरी चीन के शांक्सी प्रांत में कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय के सामने हुए है. घायलों को नजदीक के हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है. वहीं इन हमलों के बारे में सरकार की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है.
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिंहुआ ने बताया कि शांक्सी प्रांत की राजधानी ताईयुआन में कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय के सामने एक के बाद एक कई धमाके सुने गए.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह बीजिंग में भी एक कार बम विस्फोट हुआ था जिसमें कई लोग मारे गए थे. चीन सरकार ने इसके लिए इस्लामी आतंकवाद को जिम्मेदार ठहराया था.

कनाडा में भारतीय महिला बनी बहुराष्ट्रीय कंपनी की अध्यक्ष
07 November 2013
वाशिंगटन। संपत्ति प्रबंधन की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी, नार्दर्न ट्रस्ट कॉरपोरेशन ने कनाडा में कंपनी के अध्यक्ष के रूप में भारतीय मूल की एक महिला को नियुक्त किया है. नार्दर्न ट्रस्ट कॉरपोरेशन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है, जिसके अनुसार कनाडा में कंपनी के कार्यो की जिम्मेदारी आरती शर्मा संभालेंगी.
इससे पहले आरती एक अन्य कंपनी, मर्सर सेंटिनेल सर्विसेज में व्यापार विकास की प्रमुख एवं कस्टडी प्रैक्टिस लीडर के तौर पर नियुक्त थीं.
नार्दर्न ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी फ्रेडरिक एच वाडेल ने विज्ञप्ति में कहा, 'हमने कनाडा के बाजार में महत्वपूर्ण तरक्की एवं सफलता हासिल की है, तथा आरती शर्मा के नेतृत्व में हम इस तरक्की को जारी रखेंगे.'
नार्दर्न ट्रस्ट कॉरपोरेशन शिकागो की कंपनी है, तथा निवेश प्रबंधन एवं संपत्ति तथा वित्त प्रशासन, बैंकिंग समाधान और निगमों को न्यासिक सेवाएं प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी है.
कनाडा के अलावा कंपनी उत्तरी अमेरिका, यूरोप, मध्य पूर्व एवं एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी कार्यरत है.

फजलुर रहमान ने कहा- ड्रोन हमले से मरने वाला कुत्ता भी शहीद माना जाएगा
07 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमलों में मारा गया कुत्ता भी शहीद माना जाएगा। जमीअत-उलेमा-ए इस्लाम के प्रमुख फजलुर रहमान ने मंगलवार को यह बयान दिया है।
विवाद तालिबान के सरगना हकीमुल्ला महसूद को शहीद बताने को लेकर चल रहा है। रहमान से संसद भवन के बाहर पत्रकारों ने पूछा था कि शुक्रवार को ड्रोन हमलों में मारे गए हकीमुल्ला को भी क्या शहीद माना जाएगा? तो उन्होंने कहा, ‘ड्रोन हमलों में मारा गया हर जीव शहीद है। भले ही वह कुत्ता ही क्यों न हो।’
जमात ए इस्लामी के प्रमुख मुनव्वर हसन ने भी हकीमुल्ला को शहीद बताया। इन टिप्पणियों की सेकुलर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) ने कड़ी आलोचना की है। एमक्यूएम के प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने कहा है कि हकीमुल्ला महसूद को शहीद कहना निंदनीय है। पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो ने इसकी आलोचना की।

पाकिस्तान ने किया हत्फ नौ का परीक्षण
07 November 2013
कराची। पाकिस्तान ने सतह से सतह पर कम दूरी तक मारक क्षमता वाली हत्फ9 नस्र का मंगलवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
एक वेबसाइट के अनुसार मिसाइल का परीक्षण यहां मल्टी ट्यूब लांचर से लगातार चार मिसाइल दागकर किया गया। नस्र की मारक क्षमता 60 किलोमीटर तक है।
परीक्षण के दौरान सेना प्रमुख जनरल अशफाक कयानी, रणनीतिक योजना विभाग के निदेशक लेफिटनेट जनरल (रिटायर्ड) खालिद अहमद किदवई, पाकिस्तान के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान आयोग के अध्यक्ष मोहम्मद इरफान बर्नी, सेना के रणनीतिक बल के कमांडर लेफ्टिनेट जनरल तारिक नदीम गिलानी, सेना के रणनीतिक बल के वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक और इंजीनियर उपस्थित थे।
सेना प्रमुख जनरल कयानी ने पाकिस्तानी की इस उपलब्धि पर वैजानिको एवं इंजीनियरो को बधाई एवं धन्यवाद दिया।

एक करोड़ रुपये में बिका बापू का चरखा
06 November 2013
लंदन। बापू की एक और विरासत ब्रिटेन में नीलाम हो गई। करीब आठ दशक पुराना महात्मा गांधी का चरखा ब्रिटेन में एक लाख 10 हजार पौंड (करीब एक करोड़ रुपये) में नीलाम हुआ। गांधीजी ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान पुणे की यरवदा जेल में इस चरखे का इस्तेमाल किया था।
चरखे के अलावा श्रॉपशायर स्थित मुलॉक नीलामी घर में गांधी का एक वसीयतनामा भी 20 हजार पौंड (करीब 19 लाख 80 हजार रुपये) बिका। नीलामी घर के अधिकारी माइकल मोरिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने हालांकि चरखा और वसीयतनामा खरीदने वाले शख्स का नाम उजागर नहीं किया।
सागौन की लकड़ी से बने इस चरखे को गांधी ने 1935 में अमेरिकन फ्री मेथोडिस्ट मिशनरी रेव्ड फ्लॉयड ए पफर को उपहार स्वरूप दे दिया था। गांधी ने उन्हें भारत में किए गए उनके कार्यो के लिए यह चरखा भेंट किया था। पफर को भारत में शैक्षणिक और औद्योगिक क्षेत्र की सहकारी समितियों का प्रवर्तक माना जाता था।
1965 में पफर ने यह चरखा अपने साथी मिशनरी रेवरेंड डॉ. फ्रैंक जे क्लाइन को दे दिया था। तब से ही चरखा क्लाइन के परिवार के पास था। नीलामी घर के विशेषज्ञ रिचर्ड वेस्टवुड ब्रुक्स कहते हैं, 'यह गांधी की सबसे प्यारी चीजों में रहा होगा, क्योंकि इसे खुद गांधी ने तैयार किया था। हमने गांधी से जुड़ी जितनी चीजें अब तक नीलाम की हैं, उनमें यह सबसे मूल्यवान है।'
गौरतलब है कि हाल में गांधी के एक और वसीयतनामे की नीलामी हुई थी, जिसे उन्होंने 1921 में साबरमती आश्रम में रहते हुए गुजराती में लिखी थी।

चीन से आगे निकलने के लिए है भारत का मंगल अभियान
06 November 2013
बीजिंग। भारत ने मंगलवार को जैसे ही अपने मंगल अभियान की सफल शुरुआत की, चीन ने बाहरी अंतरिक्ष में शांति बनी रहे यह सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयास का आह्वान किया। साथ ही, अपने गोपनीय अंतरिक्ष कार्यक्रम से पर्दा हटाते हुए लोगों को अगले माह जाने वाले चंद्र रोवर की झलक भी दिखाई। चीन के सरकारी दैनिक 'ग्लोबल टाइम्स' ने संपादकीय लिखकर भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की आलोचना भी की है। इसमें कहा है कि करोड़ों लोगों के गरीब रहने के बावजूद भारत चीन से बढ़त लेने के लिए मंगल पर खोजी उपग्रह भेज रहा है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने कहा कि बाहरी अंतरिक्ष को पूरी मानव जाति साझा करती है। हर देश को यह अधिकार है कि वह बाहरी अंतरिक्ष का शांतिपूर्ण ढंग से खोज व इस्तेमाल करे। साथ ही, कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बाहरी अंतरिक्ष में स्थायी शांति और टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयास करना चाहिए। क्या भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम से चीन चिंतित है? इसके जवाब में हांग ने कहा कि दोनों देशों में राजनीतिक भरोसा बढ़ा है और परस्पर सहयोग का विस्तार हुआ है।
चीन के सरकारी मीडिया ने आरोप लगाया है कि भारत इस महत्वाकांक्षी कार्य को करने का साहस चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम से आगे निकल जाने के लिए कर रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने 'भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षा चीन को सुराग देती है' में जमकर भारत की आलोचना की है।
गौरतलब है कि चीन का वर्ष 2011 में भारत जैसा ही अभियान इंगहुओ-1 नाकाम हो गया था। जापान का मंगल अभियान जिसे नोजोमी मिशन नाम दिया गया था, वह भी नाकाम रहा था। भारत ने इस अभियान पर मात्र 450 करोड़ खर्च किए हैं, जबकि चीन और जापान के नाकाम अभियानों पर इससे कहीं बहुत अधिक खर्च किए गए थे।
संपादकीय में कहा गया है कि चीन मानव सहित अंतरिक्ष उड़ान और अंतरिक्ष स्टेशन तकनीक में भारत से पहले से ही आगे है। चांद पर अंतरिक्ष यान भेजने के अलावा चीन अभी अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण कर रहा है। चीन अपनी रणनीतिक शक्ति के साथ-साथ अपने रोजगार को भी बढ़ा रहा है। महाशक्ति बनने के लिए हर तरफ विकास का प्रबंध करना होगा।
यही कारण है कि भारत गरीब स्थिति में होने के बाद भी अपने अंतरिक्ष अभियान, विमानवाहक पोत निर्माण और परमाणु पनडुब्बियां विकसित करना नहीं छोड़ेगा। चीन ने सुनहरे रंग के चंद्र रोवर का मॉडल दिखाया, जिसमें छह पहिए लगे हैं और पंखों की तरह सोलर पैनल लगे हैं। संघाई में चाइना इंटरनेशनल इंडस्ट्री फेयर के उद्घाटन समारोह में इसे देखकर भीड़ ने सराहना की।

पाक को आतंकी राष्ट्र घोषित करने वाला था अमेरिका
06 November 2013
वाशिंगटन। अलकायदा सरगना और दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए चलाए गए अभियान के सफल होने के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करने की धमकी दी थी।
इसके अलावा लादेन की एबटाबाद हवेली से मिले दस्तावेज में पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के बीच संबंध के कई सुबूत भी मिले थे। अमेरिका ने इन्हें सबके सामने पेश कर पाक की फजीहत करने की तैयारी भी कर ली थी। अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रहे हुसैन हक्कानी ने अपनी किताब मेग्नीफिसेंट डिल्यूशंस में यह सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
लादेन को मारने के लिए पाकिस्तान में घुसकर अमेरिका के नेवी सील्स कमांडो दस्ते ने दुस्साहसिक कार्रवाई की थी। इसके विरोध में पूरे पाकिस्तान में आवाज उठी थी।
किताब के अनुसार, अफगानिस्तान-पाकिस्तान मामलों के तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद कॉर्डिनेटर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डगलस ल्यूट ने हक्कानी को बुलाकर यह धमकी दी थी। ल्यूट ने हमले के कुछ दिनों बाद हक्कानी को मिलने के लिए बुलाया और कहा कि जिन देशों को अभी आतंकी राष्ट्र हमने घोषित कर रखा है, उनसे कहीं ज्यादा सुबूत अमेरिका के पास पाकिस्तान के खिलाफ हैं।
हक्कानी के मुताबिक ल्यूक ने उनसे कहा कि अमेरिका को आपसे कई सवाल पूछने हैं। उनका जवाब देने के बजाय आप शोर मचा रहे हैं। यदि यह शोर शराबा जल्द बंद नहीं किया गया तो जनता के सामने पाकिस्तान का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। इसके बाद सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार जब अपनी अमेरिकी समकक्ष हिलेरी क्लिंटन से मिलीं तो उन्होंने भी आतंकी संगठनों को पाकिस्तानी मदद का मुद्दा उठाया।
क्लिंटन ने कहा था कि पाक में लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, लादेन और दाऊद इब्राहिम जैसे लोगों को भी सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध कराई जा रही है।

वार्ता के लिए भारत को राजी कराने का दिया था आश्वासन

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2009 में पाकिस्तान से कहा था कि यदि वह लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों की मदद बंद कर दे तो वह भारत को कश्मीर पर वार्ता के लिए राजी कराने में उसकी मदद करेंगे।
हक्कानी ने अपनी किताब में लिखा है कि ओबामा ने तत्कालीन पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को इस संबंध में एक खुफिया पत्र लिखा था।

2009 के विद्रोह में 152 बांग्लादेशी सैनिकों को मौत की सजा
06 November 2013
ढाका। बांग्लादेश की एक अदालत ने 2009 के विद्रोह और शीर्ष सैन्य अधिकारियों समेत 74 लोगों के कत्लेआम के मामले में 152 सैनिकों को मौत की सजा सुनाई है। इसे सामूहिक रूप से आपराधिक मुकदमा चलाए जाने के विश्व के सबसे बड़े मामले में एक बताया जा रहा है।
इस मामले में अर्धसैनिक बल के 820 पूर्व जवानों और 26 नागरिकों पर मुकदमा चलाया गया था। ढाका के महानगरीय सत्र अदालत के जज मुहम्मद अख्तरुज्जमान ने 158 विद्रोही सैनिकों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा 251 अन्य को तीन से 10 साल के जेल की सजा सुनाई गई है। जबकि 271 को बरी कर दिया गया है। बांग्लादेश राइफल्स के पूर्व उप सहायक निदेशक तौहिद अहमद भी मौत की सजा पाने वालों में शामिल हैं। बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) को अब बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। अहमद विद्रोहियों के प्रमुख नेतृत्वकर्ता थे। पुराने ढाका में कोर्ट परिसर के चारों ओर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। आरोपियों को पास के सेंट्रल जेल से गाड़ियों में कोर्ट लाया गया था।
अर्धसैनिक बल बॉर्डर गार्ड ने वेतन और अन्य शिकायतों को लेकर वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ 25-26 फरवरी, 2009 को विद्रोह कर दिया था। प्रधानमंत्री शेख हसीना के पदभार संभालने के करीब दो महीने बाद यह विद्रोह हुआ था। इसमें बीडीआर के तत्कालीन प्रमुख मेजर जनरल शकील अहमद भी मारे गए थे। विद्रोहियों ने मारे गए या जिंदा जला दिए गए कुछ लोगों के शवों को सीवर में फेंक दिया था।
विपक्षी हड़ताल के दूसरे दिन भी हिंसाबांग्लादेश में विपक्ष द्वारा आहूत 60 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का मंगलवार को दूसरा दिन था। इस दौरान देश में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या चार हो गई है। विपक्ष कार्यवाहक सरकार की देखरेख में अगला आम चनाव कराने की मांग कर रहा है। टीवी रिपोर्टो में कहा गया है कि मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बोगरा में एक ट्रेन पर हमला कर दिया जिसमें नौ लोग घायल हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी, आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

आतंकवाद से लड़ने के गुर सीखेंगे भारत-चीन
06 November 2013
बीजिंग। पांच साल की तनातनी के बाद भारत और चीन के बीच होने वाला सालाना संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू हो गया है। चीन के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत सिचुआन में दस दिवसीय इस अभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाएं आतंकवाद से निपटने के गुर सीखेंगी।
बार-बार उठ रहे सीमा विवादों को शांत करने के लिए हाल में चीन यात्रा पर पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस सैन्य अभ्यास को दोबारा शुरू करने का रास्ता साफ किया था। 'हैंड इन हैंड-2013' नाम के इस आतंकवाद विरोधी अभ्यास में भारत और चीन के 150-150 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं।
सिचुआन के चेंगदू शहर के बाहरी इलाके में हो रहे इस अभ्यास में भारतीय सेना की 16 सिख लाइट इन्फेंट्री और चीन की पीएलए की फ‌र्स्ट बटालियन इन्फेंट्री डिवीजन के जवान शामिल हैं।
पहले दिन भारतीय सैनिकों ने पंजाबी युद्ध कला गटका और चीन ने कुंगफू का प्रदर्शन किया। भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार दोनों सेनाओं ने एक-दूसरे के हथियारों का भी निरीक्षण किया। अभ्यास के दौरान हाथों के संकेत, गिरफ्तारी, बंधक संकट और संयुक्त हमले से निपटने की तैयारी की जाएगी।
भारतीय दल के मुखिया लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया और उनके चीनी समकक्ष युंग जिंशान ने आतंकवाद को पूरी दुनिया के लिए खतरा बताया। दोनों ने कहा कि चीन और भारत लगातार इस दानव का सामना कर रहे हैं। अभी 28 अक्टूबर को ही चीन के एतिहासिक थ्येन आनमन चौक पर आत्मघाती हमला हुआ था। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी और 40 घायल हुए थे।
जिंशान ने कहा, इस अभ्यास से हमें एक-दूसरे को समझने का मौका मिलेगा। जबकि, भाटिया बोले कि द्विपक्षीय सहयोग और दोस्ती में मजबूती के लिए ऐसे कदम बेहद जरूरी हैं। यदि हम एक-दूसरे के तरीके समझें तो दोनों सेनाओं के लिए यह बेहतर होगा।

अपने तख्तापलट में शामिल रहे जनरल से शरीफ ने मिलाया हाथ
06 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को 1999 में अपनी सरकार के तख्तापलट में मुख्य भूमिका निभाने वाले जनरल (सेवानिवृत्त) मुहम्मद अजीज खान से हाथ मिलाया। इस तख्तापलट के बाद तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ सत्ता में आए थे।
द न्यूज डेली की रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब के बहावलपुर में अज्म-ए-नाउ 4 एक्सरसाइज' के समापन समारोह में जनरल खान को सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी ने विशेष रूप से आमंत्रित किया था। यह सैन्य अभ्यास देखने के लिए शरीफ कियानी के साथ घेरे के अंदर आए। उन्होंने देखा कि जनरल अजीज उनकी बायीं ओर बैठे हुए हैं। उनके पास ही जनरल (सेवानिवृत्त) अब्दुल वहीद काकर भी बैठे हुए थे। प्रारंभ में शरीफ ने दोनों सेवानिवृत्त जनरलों को नजरअंदाज किया क्योंकि उन्हें वर्ष 1993 में पद से हटाने में तत्कालीन राष्ट्रपति इशाक खान के साथ काकर की भी भूमिका रही थी। हालांकि कियानी ने बायीं ओर बैठे मेहमानों के बारे में शरीफ को सूचित किया। बाद में प्रधानमंत्री ने काकर के पास जाकर उनसे हाथ मिलाया और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद शरीफ ने मुहम्मद अजीज खान की ओर हाथ बढ़ाया जो उनका इंतजार कर रहे थे।

महसूद की मौत पर अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनाव
06 November 2013
वाशिंगटन। पिछले सप्ताह अमेरिकी ड्रोन हमले में पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की मौत को लेकर अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है।
ह्वाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने सोमवार को कहा, पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों में तनाव बना हुआ है। हम तनाव कम करने के लिए काम कर रहे हैं क्योंकि दोनों देशों के द्विपक्षीय हित एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इनमें आर्थिक और सुरक्षा संबंधी हित प्रमुख हैं। पाकिस्तान व अमेरिका के बीच संबंध मजबूत होना दोनों देशों के हित में है। अमेरिका न तो महसूद की मौत की पुष्टि कर रहा है और न ही इससे इन्कार कर रहा है। अमेरिका ने उस पर 50 लाख डॉलर [करीब 31 करोड़ रुपये] का इनाम घोषित कर रखा था। अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी [एफबीआइ] उसे विश्व के सबसे वांछित आतंकियों में से एक मानती थी।

अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना हुई सुरक्षित :

एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने कहा है कि तहरीक-ए-तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद के मारे जाने के बाद अफगानिस्तान में उनके देश की सेना अधिक सुरक्षित हुई है। खुफिया मामलों पर स्थायी चयन समिति के अध्यक्ष सांसद माइक रोगर्स ने सीबीएस न्यूज से कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है। एक सवाल के जवाब में रोगर्स ने कहा, मुझे अनुभव हो रहा है कि पहले की तुलना में अब अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज के लिए अधिक उपयुक्त स्थिति है।

पाक ने ड्रोन रोधी तकनीक का प्रदर्शन किया :

ड्रोन हमले को लेकर अमेरिका के साथ जारी तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना ने सैन्य अभ्यास के दौरान एक ड्रोन विमान मार गिराया। इस दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी मौजूद थे। द न्यूज अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोमवार को पंजाब के बहावलपुर में अज्म-ए-नाउ 4 एक्सरसाइज के दौरान पाकिस्तानी सेना ने अपनी ड्रोन रोधी तकनीक का प्रदर्शन करते हुए ड्रोन विमान मार गिराया।

हज यात्रियों से भारतीय ने ठगे 25 लाख
06 November 2013
दुबई। हज यात्रियों से ठगी के मामले में सऊदी अरब पुलिस को एक भारतीय की तलाश है।
सितंबर मध्य में इस भारतीय नागरिक ने 500 हज यात्रियों के एक समूह से मीना में रुकने की व्यवस्था, मुफ्त भोजन और परिवहन सुविधा दिलाने के नाम पर 15 लाख सऊदी रियाल (करीब 25 लाख रुपये) ऐंठ लिए।
सऊदी में भारतीय दूतावास को इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस ने धोखाधड़ी के शिकार हुए हज यात्रियों को भरोसा दिलाया है कि ठग को गिरफ्तार कर उनके पैसे लौटा दिए जाएंगे।

असद छुपा सकते हैं कुछ रासायनिक हथियार
06 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका का कहना है कि सीरिया की बशर अल असद सरकार अपने रासायनिक हथियारों के जखीरे का कुछ हिस्सा अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षकों से छिपाकर सुरक्षित रख सकती है. एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि ऐसे संकेत हैं कि सीरिया अपने जखीरे का कुछ भाग बचाने की कोशिश कर सकता है.
गौरतलब है कि अमेरिकी हमले की धमकी के बीच अमेरिका और रूस के उस संयुक्त प्रस्ताव पर सीरिया सहमत हुआ था जिसमें अगले साल के मध्य तक उसे अपने सभी रासायनिक हथियार नष्ट करने होंगे.

'कश्मीर पर पाक से डील कर रहे थे ओबामा'
06 November 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान के सामने कश्मीर को लेकर एक प्रस्ताव पेश किया था. 2009 में दिए गए प्रस्ताव के मुताबिक अगर पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकवादी समूहों को समर्थन देना बंद कर दे तो वो कश्मीर पर बातचीत के लिए भारत पर जोर डालेंगे. हालांकि पाक ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने अपनी किताब 'मैग्निफिसेंट डेल्यूजंस' में इस बात का खुलास किया है.
हक्कानी की किताब के मुताबिक 1950 के दशक से पाकिस्तान दक्षिण एशिया में अमेरिका की एक भूमिका चाहता रहा है. अब उसे इसकी पेशकश मिली है. अंतत: पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर भारत के साथ सीधी बातचीत करनी होगी, लेकिन कम से कम अब अमेरिका के राष्ट्रपति कह रहे हैं कि वो बातचीत के लिए भारत पर जोर डालेंगे.
हक्कानी ने ये बात ओबामा द्वारा पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को लिखी गई एक गोपनीय चिट्ठी के हवाले से कही है. ये चिट्ठी अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल जेम्स जॉन्स ने व्यक्तिगत रूप से जरदारी को सौंपी थी.
हक्कानी तब अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत थे। 300 पन्नों की यह किताब मंगलवार को बाजार में आई है. हक्कानी ने किताब में लिखा है कि जोन्स नवंबर, 2009 में पाकिस्तान की यात्रा पर आए थे और उन्होंने जरदारी को ये चिट्ठी सौंपी थी.।

मुर्सी ने खुद को बताया राष्ट्रपति, सुनवाई स्थगित
05 November 2013
काइरो। मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के 14 नेताओं के खिलाफ काहिरा में हत्या और हिंसा भड़काने के गंभीर आरोपों के मामले की सुनवाई शुरू हो गई है। मुर्सी ने अदालत में तीखे तेवर दिखाए और खुद को मिस्र का निर्वाचित राष्ट्रपति बताते मुकदमे की सुनवाई को गैरकानूनी करार दिया। मुर्सी समर्थकों और विरोधियों के हंगामे और पूर्व राष्ट्रपति द्वारा जेल की वर्दी पहनने से इन्कार करने के बाद अदालत ने सुनवाई आठ जनवरी तक टाल दी।
एक साल के संक्षिप्त मगर विवादास्पद कार्यकाल के बाद गत तीन जुलाई को देशव्यापी प्रदर्शनों के बीच सेना ने मुर्सी को पद से हटा दिया था। लगभग चार महीने बाद सोमवार को वह सार्वजनिक रूप से पहली बार दिखाई दिए। ब्रदरहुड की रैलियों से बचने के लिए अधिकारियों ने आखिरी समय में सुनवाई स्थल तब्दील कर तोरा जेल कर दिया था।
मुस्लिम ब्रदरहुड नेता ने अदालत को अवैध करार देने के साथ ही कहा, मेरा तख्तापलट किया गया इसलिए मामला सेना के अधिकारियों के खिलाफ चलना चाहिए। तख्तापलट अपराध है। वह पूरी सुनवाई के दौरान लगातार खुद को वैध राष्ट्रपति साबित करने पर तुले रहे। उन्होंने अदालत से तख्तापलट की आपराधिक साजिश को अंजाम देने वालों का बचाव नहीं करने की अपील की। इसके बाद जज ने वकीलों को मामले का अध्ययन करने के लिए समय देते हुए सुनवाई को रोक दिया।
मुर्सी के अलावा 14 वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बीते साल दिसंबर में राष्ट्रपति भवन के बाहर हुई झड़प में प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है। दोषी पाए जाने पर इन सभी को मौत या आजीवन कारावास दिया जा सकता है। अब तक पूर्व राष्ट्रपति को अज्ञात सैनिक ठिकाने में रखा गया था। लेकिन, सुनवाई कर रहे जज ने उन्हें अब तोरा जेल भेजने का आदेश दिया है। सुनवाई के लिए मुर्सी को हेलीकॉप्टर और ब्रदरहुड नेताओं को बख्तरबंद वाहनों से पहुंचाया गया।
तमाम सुरक्षा इंतजामों को धता बताते हुए मुर्सी समर्थक एवं रक्षा मंत्री अब्देल फतह अल सिसी के समर्थक सुनवाई स्थल के बाहर पहुंच गए। मुर्सी के अदालत पहुंचने के साथ ही जेल के बाहर और काइरो समेत अन्य कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। पूर्व राष्ट्रपति के समर्थकों की ओर से किए गए व्यापक विरोध प्रदर्शन के आह्वान के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मुर्सी ने भले ही राष्ट्रपति पद का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से जीता था, लेकिन सत्ता में गुजारे उनके 13 महीने बेहद विवादास्पद रहे। इस दौरान वह कई प्रमुख मुद्दों पर जनता की आवाज सुनने में नाकाम रहे।

ड्रोन हमलों को लेकर अमेरिका पर बरसे शरीफ
05 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी ड्रोन हमलों के खिलाफ फिर खुलकर नाराजगी जताई है। बीते शुक्रवार को अमेरिकी हमले में पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख हकीमुल्ला महसूद के मारे जाने के बाद पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में शरीफ ने कहा कि ड्रोन हमले पाकिस्तान की संप्रभुता का सीधा उल्लंघन कर रहे हैं।
शरीफ ने सोमवार को पंजाब प्रांत में सेना के अभ्यास के दौरान कहा, अमेरिकी हमले हमारे देश के खिलाफ हैं। पाकिस्तान विदेशी शक्तियों को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति तय करने की इजाजत नहीं देगा। तालिबान प्रमुख की हत्या के संबंध में कुछ कहे बगैर शरीफ ने कहा कि अमेरिकी हमले अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन करते हैं। ये मुल्क और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता लाने की प्रक्रिया के विरुद्ध हैं।
गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने खुलकर अमेरिका पर आरोप लगाया कि उसने जानबूझकर तालिबान के साथ होने वाली शांति वार्ता की कोशिशों को चोट पहुंचाई है। निसार ने कहा, इससे पहले कि हमारे प्रतिनिधियों और तालिबान के बीच वार्ता शुरू होती उन्होंने महसूद को मार डाला।

चीन ने महसूद की हत्या को गलत बताया

बीजिंग। पाकिस्तान के सहयोगी चीन ने अमेरिकी ड्रोन हमले में तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की हत्या की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने कहा कि पाकिस्तान की संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए। देश की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आतंकवाद से निपटने के लिए पाक सरकार ने वार्ता का रास्ता चुना था। इन प्रयासों पर ड्रोन हमले से पानी फिर गया है।

पाकिस्तान में आइएसआइ पर नकेल कसने की तैयारी
05 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के ताकतवर और बदनाम खुफिया संगठन आइएसआइ (इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस एजेंसी) पर लगाम कसने की पूरी तैयारी हो चुकी है। पाकिस्तानी की संसद में खुफिया एजेंसी के कामकाज पर नजर रखने के लिए एक रिपोर्ट पेश की गई है। यदि सरकार इसे मंजूर करती है तो आइएसआइ को संसद के प्रति जवाबदेह बनना होगा।
मानवाधिकारों पर संसद की 15 सदस्यीय स्थायी समिति ने बीते बुधवार को आइएसआइ के संबंध में अपनी रिपोर्ट पेश की। इसमें लापता नागरिकों के मामले की जांच संसद की सुरक्षा समिति से कराने की सिफारिश की गई है। आइएसएस पर लोगों को गैरकानूनी रूप से हिरासत में लेने का आरोप लगता रहा है। इस रिपोर्ट को समिति के सभी सदस्यों ने स्वीकारा है।
रिपोर्ट को तैयार करने वाली तीन सदस्यीय समिति के संयोजक और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सांसद फरहतुल्ला बाबर ने कहा, 'स्थितियों को ध्यान में रखते हुए हमने छह सुझाव दिए हैं। हमने सुरक्षा एजेंसियों को गिरफ्तारी और लोगों को हिरासत में रखने का अधिकार बरकरार रखा है, लेकिन उनके कामकाज के तरीकों पर नजर रखने की जिम्मेदारी संसद को देने की सिफारिश की है। अभी यदि एजेंसी किसी को पकड़ती है तो उन्हें मालूम नहीं होता कि अब क्या करना है? मानवाधिकार समिति ने कुछ सुधारों के के बाद इसे स्वीकार लिया है।' पाकिस्तान के कानूनों के मुताबिक अब सरकार के पास इन्हें लागू करने के लिए 60 दिनों का समय है।
कागजों की बात करें तो आइएसआइ पर प्रधानमंत्री और सरकार का नियंत्रण है। लेकिन, इतिहास पर ध्यान दें तो कोई ऐसी सरकार पाकिस्तान में नहीं बन पाई जो आइएसआइ पर नियंत्रण कर सके। पूर्ववर्ती पीपीपी सरकार ने 2008 में ऐसी ही कोशिश की थी। खुफिया एजेंसियों को गृह मंत्रालय के अधीन लाने का प्रयास हुआ था। लेकिन, सेना की नाराजगी के बाद गृह मंत्रालय को 24 घंटे में कदम पीछे खींचने पड़े थे।

ब्रिटेन ने विवादास्पद वीजा बांड योजना रद की
05 November 2013
लंदन। एशियाई और अफ्रीकी देशों से आने वाले लोगों को बड़ी राहत देते हुए ब्रिटेन ने अपनी 3000 पौंड (करीब तीन लाख रुपये) की विवादास्पद वीजा बांड योजना को रद करने का फैसला किया है। उसने भारत समेत अन्य देशों से ब्रिटेन आने वालों के लिए यह योजना बनाई थी।
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के एकप्रवक्ता ने रविवार को बताया, 'सरकार वीजा बांड योजना पर विचार कर रही थी ताकि वीजा अवधि समाप्त होने के बाद लोगों को ब्रिटेन में रुकने से रोका जा सके। अब हमने इस दिशा में आगे कदम नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।' 14 नवंबर को ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की भारत यात्रा से पहले यह कदम उठाया गया है। श्रीलंका में 15 से 17 नवंबर तक होने वाले राष्ट्रकुल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक में भाग लेने से पहले कैमरन एक दिन के लिए दिल्ली में रुकेंगे। वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे। बांड योजना में भारत को भी निशाना बनाया गया था। भारत ने इसे लेकर ब्रिटेन के समक्ष चिंता जताई थी।
गृह मंत्री थेरेसा मे ने जून में वीजा बांड योजना की घोषणा की थी और इसे इस महीने लागू किया जाना था। माना जा रहा है कि उप प्रधानमंत्री निक क्लेग द्वारा इस योजना के मार्ग में बाधा खड़ी करने की धमकी के बाद इसे रद करने का निर्णय लिया गया है। भारत, पाकिस्तान, नाइजीरिया समेत कुछ उच्च जोखिम वाले देशों के लोगों को वीजा समाप्ति के बाद भी ब्रिटेन में रहने से रोकना इस योजना का उद्देश्य था। यदि वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी लोग ब्रिटेन से नहीं जाते तो उनकी बांड की राशि जब्त कर ली जाती।

हज यात्रियों से भारतीय ने ठगे 25 लाख
05 November 2013
दुबई। हज यात्रियों से ठगी के मामले में सऊदी अरब पुलिस को एक भारतीय की तलाश है। सितंबर मध्य में इस भारतीय नागरिक ने 500 हज यात्रियों के एक समूह से मीना में रुकने की व्यवस्था, मुफ्त भोजन और परिवहन सुविधा दिलाने के नाम पर 15 लाख सऊदी रियाल (करीब 25 लाख रुपये) ऐंठ लिए।
सऊदी में भारतीय दूतावास को इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस ने धोखाधड़ी के शिकार हुए हज यात्रियों को भरोसा दिलाया है कि ठग को गिरफ्तार कर उनके पैसे लौटा दिए जाएंगे।

संयुक्त अभ्यास के लिए भारतीय सैनिक चीन में
05 November 2013
बीजिंग। पांच वर्ष बाद भारत और चीन के सैनिक तीसरे संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए तैयार हैं। अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी चीन के चेंगदू शहर पहुंच गई है। टुकड़ी में 150 सैनिक शामिल हैं।
10 दिन तक चलने वाले आतंकरोधी अभ्यास को 'हैंड इन हैंड' नाम दिया गया है। मंगलवार को चेंगदू के पास औपचारिक रूप से इसका शुभारंभ किया जाएगा। भारत और चीन के बीच वार्षिक सैन्य अभ्यास 2007 में प्रारंभ हुआ था। पहला अभ्यास चीन के कुनमिंग शहर में हुआ था। दूसरा अभ्यास 2008 में कर्नाटक के बेलगाम में हुआ था। तीसरा अभ्यास भारत ने रद कर दिया था।
चीन द्वारा विवादित क्षेत्र का हवाला देकर जम्मू-कश्मीर में सैनिकों का नेतृत्व कर रहे शीर्ष जनरल को वीजा देने से इन्कार किए जाने के बाद भारत ने यह कदम उठाया था। चीन द्वारा अपना निर्णय रद करने और जम्मू-कश्मीर के लोगों को नियमित वीजा जारी करने के बाद दोनों पक्षों ने फिर से संपर्क स्थापित किया। रक्षा मंत्री एके एंटनी की जुलाई में चीन यात्रा के दौरान इस सैन्य अभ्यास की योजना को अंतिम रूप दिया गया था।

बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़, क्षेत्र से पलायन
05 November 2013
ढाका। बांग्लादेश में हिंसक भीड़ ने शनिवार को पबना जिले के बोनोग्राम गांव में हिंदुओं के 26 घरों में तोड़फोड़ की। एक अल्पसंख्यक समुदाय के लड़के द्वारा ईशनिंदा की रिपोर्ट आने के बाद भीड़ हिंसक हो उठी। हाई कोर्ट ने 24 घंटे के अंदर इन हमलावरों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
भीड़ ने कई मूर्तियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और करीब 150 परिवारों को भागने पर मजबूर कर दिया। घटना को लेकर स्वत: संज्ञान लेते हुए हाई कोर्ट ने पुलिस महानिरीक्षक से कहा है कि वह 24 घंटे के अंदर इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। कोर्ट ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने को भी कहा है। स्थानीय थाना प्रभारी रिजाउल करीम ने बताया कि घटना में शामिल नौ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। अन्य की तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश संदिग्ध मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) व उसके सहयोगी जमात-ए-इस्लामी के समर्थक या कार्यकर्ता हैं। घटना जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख मातिउर रहमान निजामी के गृह जिले में हुई। निजामी पर 1971 में मानवता के प्रति अपराध को लेकर मुकदमा चल रहा है। जज काजी रजा-उल हक और एबीएम अल्ताफ हुसैन की पीठ ने पुलिस प्रमुख को हमले की जांच के लिए कहा है। पीठ ने क्षति का आकलन कर रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंपने के लिए भी कहा है।

तालिबान ने दी शरीफ की पार्टी के नेताओं पर हमले की धमकी
05 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान तालिबान ने अपने प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की मौत के लिए सरकार पर दोषारोपण करते हुए चेतावनी दी है कि वह सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) के नेताओं को निशाना बनाना शुरू करेगा।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने यह भी घोषणा की है कि वह नवाज शरीफ सरकार के साथ कोई शांति वार्ता नहीं करेगा। अमेरिकी ड्रोन हमले में हकीमुल्ला की मौत का बदला लेने की धमकी वह पहले ही दे चुका है। अफगानिस्तान में सक्रिय एक अज्ञात आतंकी कमांडर के हवाले से जियो न्यूज ने कहा है कि अमेरिका को सहयोग देने के लिए पीएमएल-एन के नेताओं को भी निशाना बनाएंगे। टीटीपी के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने कहा कि तालिबान के नेता जानते हैं कि सरकार शांति वार्ता के प्रति गंभीर नहीं है। रिपोर्ट में तालिबान प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि हम नहीं चाहते थे कि पाकिस्तान की निर्दोष जनता को और कोई नुकसान हो। इसलिए हमने सरकार के साथ बातचीत का निर्णय लिया था लेकिन हकीमुल्ला को मार डालने में सरकार द्वारा अमेरिका की मदद करने से यह बात साबित हो गई है कि सत्ता में बैठे लोग शांति वार्ता के प्रति गंभीर नहीं हैं। उसने चेतावनी दी कि सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। प्रवक्ता का कहना है कि सरकार टीटीपी के साथ दोहरा खेल खेल रही है।

ओबामा ने भारतीयों को दी दीपावली की बधाई
05 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दुनियाभर में फैले भारतीयों को दीपावली की बधाई दी है। साथ ही कहा कि दीपावली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। रोशनी का पर्व याद दिलाता है कि अंधकार पर प्रकाश की जीत होगी।
ओबामा द्वारा शनिवार को जारी बयान में कहा गया कि इस त्योहार ने अमेरिकी जनता को यह याद दिलाया है कि उनके देश में कई धर्म और परंपराएं निवास करती हैं और यह विविधता हमें मजबूत बनाती है। मुझे इस बात का गर्व है इस साल रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सांसदों ने इस हफ्ते पहली बार कैपिटल हिल में दिवाली का पर्व मनाया।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षो से मिशेल और मुझे ह्वाइट हाउस और भारत में इस प्राचीन पर्व को मनाने का अवसर मिल रहा है। मैं सभी को दीपावली और नववर्ष की बधाई देता हूं। पहले के वर्षो की तरह ह्वाइट हाउस में मंगलवार को दिवाली मनाई जाएगी, जिसमें मिशेल वक्तव्य देंगी। इसमें अमेरिकी सांसद, कई वरिष्ठ अधिकारी समेत कई प्रख्यात भारतीय अमेरिकी हिस्सा लेंगे। पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश ने 2003 में इस परंपरा को शुरू किया था। 2009 में सत्ता में आने के बाद ओबामा ने इसे बरकरार रखा है।
बयान के मुताबिक ओबामा ने कहा कि दीपावली का पर्व मना रहे हिंदुओं, सिखों और बौद्धों के लिए रोशनी का त्योहार उन चीजों पर बल देता है जो जीवन में बहुत मायने रखती है। इस बीच अमेरिकी सांसद और इंडिया काकस के सह अध्यक्ष जॉन कार्ने और मार्क आर वार्नर ने घोषणा की है कि दिवाली के एतिहासिक और धार्मिक महत्व की पहचान के लिए वे कांग्रेस में प्रस्ताव लाएंगे।

स्नोडेन को रूसी वेबसाइट में मिली नौकरी
05 November 2013
मॉस्को। अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम को सार्वजनिक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को रूस में एक वेबसाइट में नौकरी मिल गई है। स्नोडेन के वकील एनातोली कुचरेना की ओर से यह जानकारी दी गई है। हालांकि उन्होंने सुरक्षा कारणों से वेबसाइट का नाम बताने से इन्कार कर दिया है।
30 वर्षीय स्नोडेन अमेरिका से भागकर पहले हांगकांग आए थे और उसके बाद रूस पहुंचे थे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जासूसी समेत अन्य आरोपों का सामना करने के लिए स्नोडेन को अमेरिका भेजने का अनुरोध अस्वीकार कर दिया था। रूस के प्रमुख सोशल नेटवर्क वकोंटाकटे के संस्थापक पावेल डुरोव ने कंपनी में काम करने के लिए स्नोडेन को आमंत्रित किया था। लेकिन उनकी ओर से इस सप्ताह के प्रारंभ में कहा गया था कि स्नोडेन ने इस पेशकश को लेकर कोई जवाब नहीं दिया है। शुक्रवार को वकोंटाकटे के प्रवक्ता ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया कि स्नोडेन ने इस कंपनी में काम करना प्रारंभ किया है या नहीं। कंपनी का मुख्यालय सेंट पीटर्सबर्ग में है। रूस में स्नोडेन के रहने के स्थान के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्हें अगस्त में रूस में अस्थाई शरण दी गई थी।

फायरव‌र्क्स फैक्ट्री में विस्फोट से 11 लोगों की मौत
02 November 2013
बीजिंग। चीन के गॉन्गजी जुयांग ऑटोनोमस रीजन में एक आतिशबाजी बनाने वाली फैक्ट्री में हुए विस्फोट में करीब ग्यारह लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 17 लोग घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। फैक्ट्री के मैनेजर और अन्य कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बरादर की रिहाई पर पाक कोर्ट ने उठाए सवाल
02 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में छह तालिबान आतंकियों सहित संगठन का मुखिया हकीमुल्ला महसूद भी मारा गया। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के ड्रोन हमले में महसूद के अलावा उसका चाचा, अंगरक्षक तारिक महसूद और ड्राइवर अब्दुल्ला महसूद भी मारे गए।
पाकिस्तान तालिबान ने हकीमुल्ला की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार दोपहर 3 बजे मीरानशाह इलाके में उसको सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, दांडा दरपाखेल के जिस परिसर पर दो मिसाइलों से हमला किया गया, वह पूरी तरह नष्ट हो गया है। हमले के समय परिसर में तालिबान की अहम बैठक चल रही थी। अब तक अधिकारियों की ओर से महसूद के मारे जाने के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
गौरतलब है कि अमेरिका पाकिस्तान के आदिवासी इलाकों में आतंकियों पर लगातार ड्रोन हमले कर उनकी कमर तोड़ रहा है। हालांकि, इससे पहले भी पाकिस्तान के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया में महसूद के मारे जाने के समाचार कई बार आ चुके हैं, लेकिन वह कुछ समय तक भूमिगत रहने के बाद फिर सामने आ जाता है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ व नेताओं के साथ आज की घटना पर बैठक बुलाकर चर्चा की। चौधरी का दावा है कि ये हमले पाकिस्तान की शांति की कोशिशों पर पानी फेर रहे हैं। उनके मुताबिक शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल तालिबान से बात करने के लिए जाने वाला था।
कुछ ही समय पहले अमेरिका के विशेष बल ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के उप-प्रमुख लतीफ महसूद को अफगानिस्तान में धर दबोचा था। शुक्रवार को किया गया हमला दो दिन में दूसरा ड्रोन अटैक था। गुरुवार के हमले में तीन संदिग्ध आतंकी मारे गए थे। पिछले महीने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की अमेरिका यात्रा के बाद भी यह दूसरा ड्रोन हमला था।
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को जिस परिसर को निशाना बनाया गया वह तालिबान पाकिस्तान का केंद्रीय कार्यालय था, जहां महसूद अक्सर आता था। बैतुल्ला महसूद के मारे जाने के बाद अगस्त, 2009 में हकीमुल्ला ने तहरीक-ए-तालिबान की कमान अपने हाथ में ली थी।

खालिदा जिया के बेटे के आइएसआइ से संबंध
02 November 2013
नई दिल्ली। बांग्लादेश में हाल में बढ़ी हिंसा पर भले ही भारत कोई प्रतिक्रिया देने से बच रहा हो, लेकिन एक शख्स ने उसे खासी चिंता में डाल रखा है। यह कोई और नहीं बल्कि बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी प्रमुख खालिदा जिया का बेटा तारिक रहमान है।
तारिक के आतंकी गुटों से संबंध बताए जाते हैं। उसे आइएसआइ और आतंकी दाऊद इब्राहिम का भी खास माना जाता है। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते देश छोड़कर फिलहाल वह लंदन में है लेकिन उसकी हालिया गतिविधियों ने भारत की नींद उड़ा दी है।
बांग्लादेश में अवामी लीग की सरकार आते ही तारिक रहमान (46) देश छोड़कर चला गया था। तारिक बीएनपी के शीर्ष नेताओं द्वारा खासा पसंद किया जाता है। वह पार्टी का वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी है।
तारिक की लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है उसके फेसबुक फालोअर्स की संख्या करीब 2 लाख है। उसने फेसबुक पेज पर 'हसीना मस्ट गो' का बैनर लगाया हुआ है। साथ ही खुलेआम भारत को दुश्मन नंबर-1 बताता है।

गोलीबारी के बाद खाली कराया लॉस एंजिलिस हवाई अड्डा
02 November 2013
लॉस एंजिलिस। अमेरिका के सर्वाधिक व्यस्त हवाई अड्डों में शुमार लॉस एंजिलिस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गोलीबारी की घटना के बाद सभी उड़ानें बंद कर दो टर्मिनलों को खाली करा लिया गया है। गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत और चार के जख्मी होने की खबर है।
सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि हवाई अड्डे पर गोलीबारी के बाद एक संदिग्ध को पुलिसकर्मियों ने गोली मारी और उसे हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार व्यक्ति बहुत शक्तिशाली राइफल लिए था। गोलीबारी की घटना में कम से कम चार लोग घायल हुए हैं, जबकि एक परिवहन सुरक्षा प्रशासन (टीएसए) एजेंट की मौत हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे पर बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की कोई घटना नहीं घटी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राइफल से लैस एक व्यक्ति हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन के चेक प्वाइंट पर पहुंचा और एक परिवहन सुरक्षा प्रशासन एजेंट पर गोली चलाने लगा। वह सैनिक जैसे कपड़े पहने था और टर्मिनल के अंदर घुस आया।
संघीय उड्डयन प्राधिकरण ने कहा है कि गोलीबारी की घटना के बाद सभी उड़ाने रद कर दी गई हैं। टर्मिनल दो और तीन को खाली करा लिया गया। हवाई अड्डे पर कई एंबुलेंस देखी गई।

उप राष्ट्रपति तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश रवाना
02 November 2013
लंदन। उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पेरु, क्यूबा और ब्रिटेन की अपनी आठ दिवसीय सरकारी यात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को भारत के लिए रवाना हो गये। प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड सेन्टर फॉर इस्लामिक स्टडीज में नागरिकता और पहचान विषय पर व्याख्यान देने के बाद अंसारी दिल्ली के लिए रवाना हो गये।
उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी क्यूबा से कल रात यहां आए थे। क्यूबा की राजधानी हवाना में उन्होंने वहां प्रख्यात क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने करीब 65 मिनट तक भारत-क्यूबा संबंधों पर चर्चा की। अंसारी ने 87 वर्षीय फिदेल कास्त्रो के छोटे भाई और क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो से भी मुलाकात की थी। इससे पहले वह लातिन अमेरिकी देश पेरु गये थे।

आतंकवाद पर भारत और ताजकिस्तान की समस्या एक

उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी इस यात्रा के दौरान भारत ने पेरु के साथ रक्षा सहयोग सहित चार समझौतों पर हस्ताक्षर किये ताकि नई दिल्ली और लातिन अमेरिकी देश के रिश्तों को और अधिक मजबूत किया जा सके।

केरी ने माना हद लांघ गई है अमेरिकी जासूसी
02 November 2013
वाशिंगटन। विदेश मंत्री जॉन केरी ने अप्रत्याशित रूप से स्वीकार किया कि कुछ मामलों में अमेरिकी जासूसी ने हद को पार किया है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि निर्दोष लोगों को खुफिया निगरानी कार्यक्रम के तहत प्रताड़ित नहीं किया गया है।
इस बीच अमेरिकी संसद की एक अहम समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] की निगरानी गतिविधियों को सीमित करने वाले एक विधेयक को मंजूरी दे दी है। इसका मकसद निगरानी को और पारदर्शी बनाना और लोगों में उस विश्वास को फिर से बहाल करना है जिसे बड़े पैमाने पर फोन टेप किए जाने का खुलासा होने से चोट पहुंची है। सीनेट के इस कदम का गूगल, याहू सहित छह अमेरिकी कंपनियों ने स्वागत किया है। इन कंपनियों के भी डाटा केंद्रों में एनएसए ने सेंध लगाई है।
सीनेट की प्रवर समिति ने शुक्रवार को एनएसए के पर कतरने वाले विदेशी खुफिया निगरानी सुधार विधेयक [एफआइएसए] को 11 के मुकाबले 4 मतों से पारित किया। इस विधेयक में अमेरिकी पैट्रियट अधिनियम के तहत एकमुश्त फोन टेप करने पर रोक लगाने सहित कई प्रतिबंधों का उल्लेख किया गया है। एफआइएसए के तहत जानबूझकर अनधिकृत रूप से डाटा इकट्ठा कर उसके उपयोग को अपराध माना जाएगा और इसके लिए दस वर्ष जेल की सजा का प्रावधान किया गया है। कांग्रेस के दोनों सदनों हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट में पास होने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा।
समिति की अध्यक्ष और सीनेटर डियाने फेस्टिन ने कहा कि एनएसए का फोन रिकार्ड करने का कार्यक्रम कानून के तहत है और मेरा मानना है कि इसने देश की सुरक्षा में अहम योगदान दिया है। लेकिन इसके बावजूद इसमें और पारदर्शिता लाई जाना चाहिए। यही नहीं, जनता की निजता की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
इस बीच, एनएसए के इंटरनेट निगरानी कार्यक्रम का खुलासा होने से नाराज गूगल, याहू, माइक्रोसाफ्ट, एप्पल, एओएल और फेसबुक ने इस विधेयक का समर्थन किया है। सीनेटरों को लिखे पत्र में इन कंपनियों ने कहा है कि एनएसए के बड़े पैमाने पर फोन रिकार्ड करने पर अंकुश लगाने वाले सांसदों के इस प्रस्ताव का हम स्वागत करते हैं।
गौरतलब है कि पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों से एनएसए की करतूतों से पर्दा हटा। एनएसए द्वारा जर्मनी और फ्रांस सहित 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की टेलीफोन पर की गई बातचीत की निगरानी का खुलासा होने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खासी नाराजगी है।

चीन ने भारतीय सीमा के पास तिब्बत हाईवे खोला
02 November 2013
बीजिंग। चीन ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे तिब्बत के दूरदराज के इलाके को जोड़ने के लिए 117 किमी लंबे हाईवे को खोल दिया है। सामरिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण इस राजमार्ग के खुलने से तिब्बत का मेदोग काउंटी पूरे चीन से जुड़ गया है।
सरकारी अखबार चाइना डेली ने शुक्रवार को विश्लेषकों के हवाले से बताया कि यह राजमार्ग भारतीय सीमाओं से सटे होने के कारण चीन की संप्रभुता और क्षेत्र की रक्षा में मददगार साबित होगा। भारत के साथ सीमा विवाद में चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है जिसका भारत पुरजोर विरोध करता है। यह मार्ग पिछले महीने के अंत में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चीन यात्रा के दौरान सीमा रक्षा सहयोग समझौते (बीडीसीए) पर दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के एक सप्ताह बाद खोला गया। गौरतलब है कि हाल के वर्षो में भारत और चीन के बीच सीमा पर बुनियादी ढांचे का विकास भी विवादास्पद मुद्दा रहा। चीन लगातार इस दिशा में भारतीय सीमा के समीप बुनियादी ढांचे को विकसित कर रहा है। जबकि भारत द्वारा अपने क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास किया जाना चीन का पच नहीं रहा है और वह इसका विरोध करता है।
चीन तिब्बत में पांच हवाईअड्डे, रेल नेटवर्क और सड़क का जाल विकसित कर चुका है। सामरिक लिहाज से देखा जाए तो इससे सेना को बहुत कम समय में तेजी से सीमा पर पहुंचाया जा सकता है।

पाकिस्तान में भारतीय समुदाय ने मनाई दिवाली
02 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में प्रियजनों एवं अपने घरों से दूर रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने यहां स्थित उच्चायोग में पूरे उत्साह के साथ दिवाली मनाया। भारतीय उच्चायोग के ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ रोशनी के इस त्योहार को गुरुवार की शाम मनाया गया।
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने कहा, हम यहां छोटे परिवार की तरह हैं और उच्चायोग में हर कोई एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। मालूम हो कि राघवन इससे पहले पाकिस्तान में उप उच्चायुक्त थे। उन्होंने कहा, यहां होली का त्योहार भी मनाया जाता है। इस अवसर पर अधिकारियों के बच्चों ने जमकर पटाखे छोड़े। उच्च सुरक्षा वाले डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में संगीत की धुनों के बीच दिवाली मनाई गई।

अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी के पर कतरने की तैयारी
02 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी संसद की एक अहम समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) की निगरानी गतिविधियों को सीमित करने वाले एक विधेयक को मंजूरी दे दी है। इसका मकसद निगरानी को और पारदर्शी बनाना और लोगों में उस विश्वास को फिर से बहाल करना है जिसे बड़े पैमाने पर फोन टेप किए जाने का खुलासा होने से चोट पहुंची है। सीनेट के इस कदम का गूगल, याहू सहित छह अमेरिकी कंपनियों ने स्वागत किया है। इन कंपनियों के भी डाटा केंद्रों में एनएसए ने सेंध लगाई है।
सीनेट की प्रवर समिति ने शुक्रवार को एनएसए के पर कतरने वाले विदेशी खुफिया निगरानी सुधार विधेयक (एफआइएसए) को 11 के मुकाबले 4 मतों से पारित किया। इस विधेयक में अमेरिकी पैट्रियट अधिनियम के तहत एकमुश्त फोन टेप करने पर रोक लगाने सहित कई प्रतिबंधों का उल्लेख किया गया है। एफआइएसए के तहत जानबूझकर अनधिकृत रूप से डाटा इकट्ठा कर उसके उपयोग को अपराध माना जाएगा और इसके लिए दस वर्ष जेल की सजा का प्रावधान किया गया है। कांग्रेस (संसद) के दोनों सदनों हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट में पास होने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा। समिति की अध्यक्ष और सीनेटर डियाने फेस्टिन ने कहा कि एनएसए का फोन रिकार्ड करने का कार्यक्रम कानून के तहत है और मेरा मानना है कि इसने देश की सुरक्षा में अहम योगदान दिया है। लेकिन इसके बावजूद इसमें और पारदर्शिता लाई जाना चाहिए। यही नहीं, जनता की निजता की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
इस बीच, एनएसए के इंटरनेट निगरानी कार्यक्रम का खुलासा होने से नाराज गूगल, याहू, माइक्रोसाफ्ट, एप्पल, एओएल और फेसबुक ने इस विधेयक का समर्थन किया है। सीनेटरों को लिखे पत्र में इन कंपनियों ने कहा है कि एनएसए के बड़े पैमाने पर फोन रिकार्ड करने पर अंकुश लगाने वाले सांसदों के इस प्रस्ताव का हम स्वागत करते हैं। गौरतलब है कि पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों से एनएसए की करतूतों से पर्दा हटा। एनएसए द्वारा जर्मनी और फ्रांस सहित 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की टेलीफोन पर की गई बातचीत की निगरानी का खुलासा होने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खासी नाराजगी है।
केरी ने स्वीकारा, एनएसए ने लांघी हदविदेश मंत्री जॉन केरी ने अप्रत्याशित रूप से स्वीकार किया कि कुछ मामलों में अमेरिकी जासूसी ने हद को पार किया है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि निर्दोष लोगों को खुफिया निगरानी कार्यक्रम के तहत प्रताड़ित नहीं किया गया है। उनकी यह स्वीकारोक्ति वीडियो लिंक के माध्यम से लंदन में एक वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान सामने आई। केरी ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस प्रक्रिया में मासूम लोग प्रताड़ित नहीं हो रहे हैं। लेकिन जानकारी हासिल करने के प्रयास में कुछ मामलों में अनुपयुक्त तरीके अपनाए गए हैं।

मौलवी हत्याकांड में मुशर्रफ की जमानत पर सुनवाई टली
02 November 2013
इस्लामाबाद। लाल मस्जिद के मौलवी की हत्या के मामले में पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ की जमानत याचिका पर सुनवाई चार नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
मुशर्रफ के खिलाफ इस मामले की अगली सुनवाई 11 नवंबर को होगी। वर्ष 2007 में लाल मस्जिद में छिपे कंट्टरपंथियों के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान में मौलवी गाजी अब्दुल रशीद की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस पहले ही मुशर्रफ को बेकसूर ठहरा कर बड़ी राहत दे चुकी है। पुलिस के मुताबिक मौलवी की हत्या में तत्कालीन राष्ट्रपति मुशर्रफ का सीधा हाथ नहीं था। इस्लामाबाद के अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश (एडीएसजे) वाजिद अली मुशर्रफ की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं। सुनवाई के दौरान लाल मस्जिद शुहदा फाउंडेशन के प्रतिनिधि और शिकायतकर्ता के वकील तारीक असद ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुशर्रफ को बेकसूर साबित करने के लिए सभी सबूतों का नष्ट कर दिया है। वकील ने इस मामले में और अधिक सुबूत पेश करने के लिए अदालत से कुछ वक्त मांगा। इसके बाद अदालत ने मुशर्रफ की जमानत याचिका पर सुनवाई चार नवंबर तक के लिए टाल दी।

बरादर की रिहाई पर पाक कोर्ट ने उठाए सवाल
01 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान द्वारा अफगान तालिबान के पूर्व नंबर दो कमांडर मुल्ला बरादर की रिहाई पर पेशावर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दोस्त मुहम्मद खान ने सवाल उठाए हैं। अदालत के अनुसार इस मामले में उचित प्रक्रिया का पालन होना चाहिए था।
जस्टिस खान ने अधिकारियों को यह बताने का आदेश दिया कि किस कानून के तहत बरादर को गिरफ्तार किया गया और बाद में सरकार ने उसे रिहा कर दिया। जस्टिस खान की अगुआई वाली दो सदस्यीय पीठ ने यह टिप्पणी लापता लोगों या फिर सेना और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बिना आरोप के गिरफ्तार करने से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान की।
कोर्ट ने यहां तक कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी बिना प्रक्रिया कैदियों को रिहा करने के अधिकार नहीं हैं। खान ने कहा कि इससे पता चलता है कि सरकार द्वारा बरादर की रिहाई का फैसला विदेशी एजेंसियों के दबाव में लिया गया है। बरादर को 2010 में पाकिस्तान और अमेरिका के संयुक्त अभियान के दौरान कराची में गिरफ्तार किया गया था।

समृद्धि में भारत नेपाल, बांग्लादेश से भी पीछे
01 November 2013
लंदन। भारत भले ही विकास दर के मामले में अपने पड़ोसियों से काफी आगे हो मगर समृद्धि के मामले यह इनसे पीछे खिसक गया है। सुरक्षा और संरक्षा की स्थिति खराब होने के चलते भारत इस साल विश्व समृद्धि सूचकांक में पांच पायदान गिरकर 106 नंबर पर पहुंच गया है। पिछले साल इस सूचकांक में देश का 101वां स्थान था। चीन (51) और श्रीलंका (60) जैसे पड़ोसी देश तो इससे कहीं आगे हैं। इस बार नेपाल (102) और बांग्लादेश (103) से भी भारत पिछड़ गया। सिर्फ पाकिस्तान (132) से यह आगे है।
दुनिया के 142 समृद्ध देशों के इस सूचकांक में नार्वे पांच साल से शीर्ष पर बरकरार है। वहीं, भारत लगातार पांच साल से नीचे खिसक रहा है। स्विट्जरलैंड को दूसरे, कनाडा को तीसरे, स्वीडन को चौथे और न्यूजीलैंड को पांचवें नंबर पर रखा गया है। समृद्धि का पैमाना मापने के लिए आठ श्रेणी बनाई गई है। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, इकोनॉमी, सुरक्षा और संरक्षा शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सुरक्षा और संरक्षा कैटेगरी में भारत 21 पायदान घटकर 120वें नंबर पर आ गया है। संपत्तियों की चोरी, हमलों में इजाफा और रात में घर से बाहर लोगों के घूमने जाने में असुरक्षित महसूस करने की दरों में बढ़ोतरी जैसे कारणों से इस श्रेणी में देश का स्थान नीचे खिसका है।
इसके अलावा व्यक्तिगत स्वतंत्रता मामले में भी यह 45 स्थान गिरकर 100वें नंबर पर आ गया है। स्वास्थ्य श्रेणी के सूचकांक में इसका स्थान 109वां, शिक्षा में 97वां और उद्यमिता व मौके के मामले में 104वां है। इस सूचकांक में सबसे नीचे चाड (142) है।

सीरिया ने रासायनिक हथियार बनाने के उपकरण नष्ट किए
01 November 2013
हेग। सीरिया ने रासायनिक हथियार तैयार करने वाले महत्वपूर्ण उपकरणों को नष्ट कर दिया है। हेग स्थित आर्गेनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वीपंस (ओपीसीडब्ल्यू) की ओर से कहा गया है कि सीरिया ने युद्ध सामग्री को जहरीली गैस से भरने वाले उपकरणों को भी नष्ट कर दिया है।
ओपीसीडब्ल्यू ने सीरिया को रासायनिक हथियारों के उत्पादन वाले संयंत्र और उपकरणों को नष्ट करने के लिए 1 नवंबर तक का समय दिया था। इस समयसीमा के समाप्त होने के एक दिन पहले ही ओपीसीडब्ल्यू द्वारा यह घोषणा की गई है। उपकरणों को नष्ट करने का मतलब यह है कि सीरिया अब नए रासायनिक हथियार नहीं बना पाएगा। हालांकि उसे वर्तमान में मौजूद हथियारों को नष्ट करने की प्रक्रिया अभी प्रारंभ करनी है। ऐसा माना जा रहा है कि सीरिया के पास करीब एक हजार मीट्रिक टन रासायनिक हथियार मौजूद हैं, जिनमें जानलेवा सरीन गैस भी शामिल है।
ओपीसीडब्ल्यू ने अपने बयान में कहा है कि उसकी टीम इस बात को लेकर संतुष्ट है कि सीरिया ने रासायनिक हथियारों के उत्पादन में काम आने वाले घोषित उपकरणों को नष्ट कर दिया है। उसके मुताबिक इस समय सीरिया में निरीक्षण की कोई योजना नहीं है। अगले वर्ष जून तक सीरिया के सभी रासायनिक हथियारों को नष्ट किया जाना है। उपकरणों को नष्ट करने के काम का पूरा हो जाना इस दिशा में मील का पत्थर है।

बेवजह पाक की आलोचना कर रहे भारतीय राजनेता : शरीफ
01 November 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार जारी संघर्ष विराम के उल्लंघन की आलोचना भी पड़ोसी मुल्क को नागवार गुजर रही है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारतीय राजनेताओं पर बेवजह पाकिस्तान की आलोचना करने का आरोप लगाया है।
ब्रिटेन की यात्रा पर गए शरीफ ने लंदन में वहां के उप प्रधानमंत्री निक क्लेग के साथ बैठक के दौरान कहा, 'हमारे लिए पाकिस्तान में भारत की आलोचना कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन दुर्भाग्यवश भारतीय राजनेता अब तक पाकिस्तान की अनावश्यक आलोचना कर रहे हैं। भारत के साथ शेष सभी मुद्दों के हल के लिए पाकिस्तान ईमानदारी से प्रयास कर रहा है।'
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, शरीफ ने क्लेग से यह भी कहा कि उनकी सरकार ने प्रतिबंधित गुट तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से बातचीत शुरू कर दी है। वह आशा और दुआ करते हैं कि पाकिस्तान के संवैधानिक ढांचे के तहत बातचीत कारगर रहेगी। सरकार निर्दोष लोगों और कानून प्रवर्तन कर्मियों को मरता हुआ नहीं देख सकती है।

भारतीय दंपती की भूटान की झील में डूबकर मौत
01 November 2013
थिंपू। 'द बर्निग लेक' के नाम से मशहूर भूटान की मेबारत्सो झील में डूबकर एक भारतीय दंपती की मौत हो गई है। कोलकाता के रहने वाले पति पत्नी भूटान की यात्रा पर आए थे।
विशेष परमिट के साथ फुएनशोलिंग होकर भूटान की यात्रा पर आए पति- पत्नी गत मंगलवार को बूमतांग जिले में स्थित झील पर पहुंचे थे। बुधवार को दोनों के डूबने की खबर मिली। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं है। घटना के कुछ ही समय बाद झील के पास पहुंचे कुछ बौद्ध भिक्षुओं ने तीस वर्षीय पत्नी का शव बाहर निकाला। महिला का शव घटना स्थल से 30 मीटर नीचे मिला। 29 वर्षीय पति के शव की खोज जारी है। दंपति के रिश्तेदारों को इस घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है।

दुबई में दम घुटने से चार भारतीयों की मौत

दुबई। यहां एक सीवेज मेनहोल में काम करने के दौरान चार भारतीय कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई। गल्फ टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर की राजधानी दोहा में एक सीवेज मेनहोल को साफ करने के दौरान 26 वर्षीय इसाक, 30 वर्षीय फैसल, 20 वर्षीय मुनीर और मुहम्मद की मौत हो गई। ये सभी केरल के थे।

प्रसारण में सहयोग के लिए भारत-क्यूबा में समझौता
01 November 2013
हवाना। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की यात्रा के दौरान भारत और क्यूबा ने प्रसारण क्षेत्र में सहयोग को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। अंसारी ने क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो से मुलाकात की।
उपराष्ट्रपति ने बुधवार को फिदेल कास्त्रो से करीब 65 मिनट बातचीत की। दोनों देश गुट निरपेक्ष आंदोलन [नाम] के संस्थापक सदस्यों में शामिल हैं। पिछले कई महीनों में यह पहला अवसर है जब क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति 87 वर्षीय फिडेल कास्त्रो ने उच्च पद पर आसीन किसी विदेशी से मुलाकात की है। पिछली बार कास्त्रो ने जुलाई में वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मुडरो से मुलाकात की थी। कास्त्रो का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उन्होंने जुलाई, 2006 में अपना पद छोड़ दिया था। अंसारी ने क्यूबा के 82 वर्षीय राष्ट्रपति राउल कास्त्रो के साथ भी 75 मिनट तक बातचीत की।
प्रसार भारती और क्यूबन रेडियो एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट के बीच बुधवार को प्रसारण में सहयोग को लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। कूयबा में भारत के राजदूत चिंतापल्ली राज शेखर और इंस्टीट्यूट के उपाध्यक्ष एमिलिओ मॉइसेस गैरसिआ बोरोतो ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। पेरू की ऐतिहासिक यात्रा के बाद अंसारी बुधवार को क्यूबा पहुंचे थे। क्यूबा पहुंचने के तुरंत बाद अंसारी ने भारत के एक समारोह का उद्घाटन किया जो नृत्यरूपा से प्रारंभ हुआ। यह छह शास्त्रीय नृत्यों का मिश्रण है। क्यूबा के हजारों लोगों ने इसकी सराहना की। अंसारी ने कूयबा के नेताओं के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी की। उपराष्ट्रपति ने बायोटेक्नोलॉजी सेंटर का दौरा किया। उन्होंने इसके द्वारा किए गए कार्यो की सराहना की।

मिस्त्र में भारतीय नेताओं के कार्टूनों की प्रदर्शनी
01 November 2013
काइरो। मिस्त्र की राजधानी काइरो में भारत की राजनीति में दशकों तक छाए रहने वाले नेताओं के कार्टून चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई है। भारतीय संस्कृति केंद्र द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक अनेक नेताओं के चित्र शामिल हैं। यह प्रदर्शनी 14 नवंबर तक जारी रहेगी।
मौलाना आजाद सेंटर फॉर इंडियन कल्चर (एमएसीआइसी) में आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन बुधवार को मिस्त्र की संस्कृति मंत्री कामेलिया सोभी और भारत के राजदूत नवदीप सूरी ने किया। प्रदर्शनी में राजनीतिक हस्तियों के अलावा अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन जैसी मशहूर फिल्मी हस्तियों के भी कार्टून हैं। इन चित्रों को इजिप्शन केरिकेचर सोसायटी (ईसीएस) के अध्यक्ष और प्रसिद्ध कलाकार अहमद तोघन ने बनाया है। ईसीएस ने गत दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती यानि अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर भी एक प्रदर्शनी का आयोजन किया था।

अमेरिका ने गूगल और याहू के डाटा केंद्रों में भी लगाई सेंध
01 November 2013
सैन फ्रांसिस्को। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) गोपनीय जानकारियां इकट्ठा करने के लिए गूगल और याहू के डाटा केंद्रों को हैक करती आ रही है। यह ताजा खुलासा बुधवार को वाशिंगटन पोस्ट ने किया है।
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों के हवाले से बताया कि इन दोनों इंटरनेट कंपनियों के नेटवर्को से लाखों रिकार्ड प्रतिदिन चोरी किए जाते थे। रिपोर्ट के अनुसार एनएसए सर्वर को हैक करने के स्थान पर गोपनीय जानकारियां उसी समय हासिल कर लेता है जब वो डाटा के रूप में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए किसी नेटवर्क डिवाइस से सर्वर तक यात्रा कर रही होती हैं। एजेंसी ने जो जानकारियां जुटाई थीं उसमें मेटा डाटा से लेकर टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो तक शामिल थे, जिसे बाद में एनएसए के प्रोग्राम मसक्यूलर से प्रोसेस किया गया।
इस खुलासे के बाद गूगल के मुख्य कानूनी अधिकारी डेविड ड्रमंड ने कहा कि सरकार ने हमारे निजी फाइबर नेटवर्क से जिस तरह डेटा इकट्ठा किया है उससे हम खासे नाराज हैं। इसमें तत्काल सुधार की जरूरत है। गूगल ने इस कार्यक्रम के प्रति अपनी अनभिज्ञता भी जताई है। पोस्ट द्वारा खुलासा किए जाने के बाद एनएसए के प्रवक्ता ने बयान जारी कर अखबार की रिपोर्ट को झूठ करार दिया है। बयान में कहा गया कि इस प्रकार से बड़ी संख्या में अमेरिकियों के डाटा इकट्ठा करने का दावा पूरी तरह झूठ पर आधारित है। इस बीच वाशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान एनएसए प्रमुख जनरल कीथ एलेक्जेंडर ने इस रिपोर्ट के प्रति अपनी अनभिज्ञता जाहिर की लेकिन कहा कि मैं तथ्यों के आधार पर यह बता सकता हूं कि गूगल और याहू सर्वर तक हमारी पहुंच नहीं है। गौरतलब है कि मित्र देशों सहित 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के फोन की निगरानी किए जाने का खुलासा होने होने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अमेरिका के प्रति नाराजगी है।

यूएन की संचार व्यवस्था पर नजर नहीं रखेगा अमेरिका

संयुक्त राष्ट्र। खुफिया निगरानी के तरीके को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के प्रति अंतरराष्ट्रीय समुदाय में बढ़ते गुस्से के बीच अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र को भरोसा दिलाया है कि वह उसके संचार व्यवस्था की निगरानी नहीं करेगा। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून के प्रवक्ता मार्टिन नेर्सिकी ने बुधवार को बताया कि हम अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में हैं।

शरीफ ने कश्मीर में आइएसआइ की गतिविधियों का किया था समर्थन
01 November 2013
वाशिंगटन। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजित राष्ट्र घोषित किए जाने की कड़ी चेतावनी दिए जाने के बावजदू वह अपनी करतूतों से बाज नहीं आया था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मई, 1992 में आइएसआइ से कश्मीर में अपने गुप्त अभियानों को जारी रखने को कहा था। पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक हुसैन हक्कानी द्वारा लिखित किताब 'मैग्नीफिशिएंट डिल्यूशन' में यह रहस्योद्घाटन किया गया है।
किताब के मुताबिक अपने रुख में बदलाव लाने के बजाए शरीफ ने खुफिया एजेंसी आइएसआइ और सेना का यह कहकर समर्थन किया था कि भारत के खिलाफ सैन्य अभियानों को पाकिस्तान बंद नहीं कर सकता। अमेरिका की ओर से मिली कड़ी चेतावनी की काट के लिए शरीफ ने अमेरिकी मीडिया और कांग्रेस (अमेरिकी संसद) से संपर्क साधने के लिए पहले कदम के तौर पर 20 लाख डॉलर (12.28 करोड़ रुपये) की राशि आवंटित करने का फैसला किया था। शरीफ ने उस समय विशेष सहायक हुसैन हक्कानी को अमेरिका में लॉबिंग के प्रयासों की जिम्मेदारी सौंपी, जिसे उन्होंने नामंजूर कर दिया। वह बतौर राजदूत श्रीलंका जाने के लिए तैयार हो गए। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हक्कानी की यह किताब अगले सप्ताह रिलीज होगी।
इसके मुताबिक 10 मई, 1992 को उस समय अमेरिका के विदेश मंत्री जेम्स बेकर द्वारा शरीफ को भेजे गए पत्र में चेतावनी दी गई थी कि अगर पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता तो अमेरिका उसे आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश घोषित कर सकता है। उन्होंने लिखा, 'हमारे पास सूचना है कि आइएसआइ और अन्य संगठन लगातार उन समूहों की मदद कर रहे हैं जो आतंकवाद में लिप्त हैं। मैंने इस सूचना को गंभीरता से लिया है।' बेकर ने पाकिस्तान के उन दावों को खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि कश्मीरी लड़ाकों को समर्थन निजी संगठनों और इस्लामिक पार्टियों से मिल रहा है न की सरकार से। उन्होंने शरीफ के पूर्व में किए गए वायदे की तारीफ की थी जिसमें उन्होंने कहा था पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों से दूरी बनाएगा। बेकर के मुताबिक अमेरिकी कानून के तहत उन देशों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का समर्थन करते पाया जाएगा। मुझ पर विधेयक लाने की जिम्मेदारी थी। पत्र को शरीफ को पाकिस्तान में अमेरिकी राजनयिक निकोलस प्लैट ने सौंपा था। इसके कुछ दिन बाद शरीफ ने शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दल की बैठक बुलाई थी। बैठक में उस समय सेना प्रमुख जनरल आसिफ नवाज, आइएसआइ प्रमुख जावेद नासिर, विदेश सचिव शहरयार खान और हक्कानी ने हिस्सा लिया था। बैठक में शरीफ ने कहा कि अमेरिका के साथ टकराव पाकिस्तान के हित में नहीं है, लेकिन हम भारत के खिलाफ सैन्य अभियानों को बंद नहीं कर सकते हैं। उसके बाद सेना प्रमुख ने कहा था कि अपने गुप्त अभियानों को बंद किए बिना कश्मीर में आतंकवाद के समर्थन में अपने रुख में कुछ परिवर्तन लाकर अमेरिका को मनाया जा सकता है। हक्कानी के मुताबिक अगले कुछ वर्षो तक पाकिस्तान ने इस नीति को अपनाया।

चिली में 6.6 तीव्रता का भूकंप
01 November 2013
सेंटियागो। चिली की राजधानी सेंटियागो में तेज भूकंप का झटका महसूस किया गया है. बताया जा रहा है कि इस भूकंप की तीव्रत 6.6 थी. इस भूकंप से तत्काल किसी के हताहत होने या भारी नुकसान की कोई खबर नहीं है.
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने मुताबिक इस भूकंप की तीव्रता 6.6 आंकी गई और इसका केन्द्र कोक्विंबो शहर से करीब 65 किलोमीटर (40 मील) दूर दक्षिण-पश्चिम में 10 किलोमीटर (छह मील) की गहराई पर था.
चिली भूकंप की दृष्टि से दुनिया में सर्वाधिक संवेदनशील देशों में से एक है. वर्ष 2010 में 8.8 तीव्रता वाला भूकंप और फिर सुनामी आने से यहां 500 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और करीब 220,000 घर नष्ट हो गए थे.

सोनिया दुनिया की तीसरी सबसे प्रभावशाली महिला
31 October 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिकी मैगजीन फो‌र्ब्स ने कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में 21वें स्थान पर रखा है। सूची के मुताबिक, सोनिया जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और ब्राजील की राष्ट्रपति डिलमा रॉसेफ के बाद दुनिया की तीसरी सबसे प्रभावशाली महिला नेता हैं। इस बार फो‌र्ब्स ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सूची में पहले, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को दूसरे स्थान पर जगह दी है। सूची में राजनेताओं, देशों के प्रमुखों और कारोबारियों को जगह दी गई है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संप्रग अध्यक्ष से सात पायदान नीचे 28वें स्थान पर हैं। वहीं, दुनिया की 100 प्रभावशाली महिलाओं की अलग से बनाई गई सूची में 66 वर्षीय सोनिया गांधी को नौवें स्थान पर रखा गया है।
फो‌र्ब्स की वेबसाइट के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर सोनिया दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी के सत्तारूढ़ दल की मुखिया हैं। इसमें मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के बीच मनमुटाव की अफवाहों का जिक्र भी किया गया है। साथ ही,कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा एक विवादित कानून को लेकर 81 वर्षीय पीएम पर भड़कने और मनमोहन के इस्तीफे के कयासों के बारे में भी लिखा गया है।
मैगजीन ने पुतिन के दूसरे से पहले स्थान पर आने के बारे में कहा है कि इस साल रूसी राष्ट्रपति के पक्ष में सबसे ज्यादा मत पड़े।
गौरतलब है कि 2012 में ओबामा सूची में पहले स्थान पर थे। मैगजीन के मुताबिक ओबामा को अमेरिका में हालिया कामबंदी के कारण अपना स्थान गंवाना पड़ा।

मौलवी की हत्या में पुलिस ने दी मुशर्रफ को राहत
31 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी पुलिस ने लाल मस्जिद के मौलवी अब्दुल राशिद गाजी की हत्या के मामले में बड़ी राहत दी है। पुलिस के मुताबिक मौलवी की हत्या में तत्कालीन राष्ट्रपति मुशर्रफ का सीधा हाथ नहीं था। गौरतलब है कि वर्ष 2007 में लाल मस्जिद में छिपे कंट्टरपंथियों के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान के दौरान मौलवी की मौत हो गई थी।
बुधवार को मीडिया में आई खबरों के अनुसार, जांच रिपोर्ट में मौलवी और उनकी मां की हत्या के मामले में मुशर्रफ का नाम मुख्य अभियुक्त के रूप में शामिल नहीं किया गया है। एक्सप्रेस न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, मुशर्रफ का नाम सिर्फ रिपोर्ट के अनुच्छेद दो में है, जिसका तात्पर्य है कि हत्या करने वालों से संबंध और सीधे तौर पर अपराध से जुड़ा हुआ होना नहीं है।
अदालतों में मौलवी के बेटे हारुन राशिद गाजी की शिकायत के बाद मुशर्रफ के खिलाफ गाजी की हत्या का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, जांचकर्ताओं ने मुशर्रफ के बयान और विभिन्न गवाहों से जानकारियां दर्ज की हैं। मुशर्रफ के खिलाफ हारुन पुख्ता सुबूत पेश करने में असफल रहे। इस वजह से मुशर्रफ को सीधे तौर पर दोषी नहीं ठहराया जा सकता। इस्लामाबाद हाई कोर्ट एक नवंबर को अपना अंतिम निर्णय देगी।

मुल्ला बरादर को किसी को नहीं सौंपेगा पाक
31 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने तालिबान के पूर्व नंबर-दो कमांडर मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को अफगानिस्तान को सौंपने से साफ इन्कार कर दिया। हालांकि अफगानिस्तान उच्च शांति परिषद को पाकिस्तान आकर बरादर से मिलने की इजाजत जरूर दे दी। इससे पहले काबुल में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि देश के वरिष्ठ अधिकारी मुल्ला बरादर से बात करने शीघ्र ही पाकिस्तान जाएंगे। लंदन सम्मेलन में बातचीत में हुई प्रगति के बाद यह फैसला लिया गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार तारिक फातमी ने कहा, 'हम किसी को भी बरादर को नहीं सौंपेंगे। उसको कहीं भी कभी भी आने-जाने की छूट है। हम किसी के लिए उसे गिरफ्तार नहीं करने वाले और न ही अन्य स्थान पर ले जाने वाले हैं।' फातमी के मुताबिक उच्च शांति परिषद बरादर से मिल सकती है। यदि वे उससे मिलने यहां आते हैं तो उनका यहां स्वागत है।
उन्होंने कहा, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई चाहते हैं कि उच्च शांति परिषद के साथ बातचीत के लिए पाकिस्तान तालिबान को तैयार करे और हम सामंजस्य प्रक्रिया में मदद के लिए हरसंभव कदम उठाने को तैयार हैं।
बरादर को 2010 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान ने पिछले महीने उसकी रिहाई की घोषणा की थी, लेकिन वह अब भी पाकिस्तान की निगरानी में है। अफगानिस्तान कई वर्षो से बरादर की रिहाई की मांग करता रहा है।
दरअसल, अफगानिस्तान में कुछ लोग बरादर को शांति वार्ता फिर से प्रारंभ करने को लेकर अहम मानते हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय के बयान में कहा गया है कि ब्रिटेन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के नेताओं ने शांति प्रकिया में बरादर की भूमिका को लेकर चर्चा की है। इस पर सहमति बन गई है कि एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही बरादर से मिलने पाकिस्तान जाएगा।

पाक में ड्रोन हमलों में अब तक 2160 आतंकी मारे गए
31 October 2013
इस्लामाबाद। विवादास्पद अमेरिकी ड्रोन हमलों की वैधता को लेकर छिड़ी बहस के बीच पाकिस्तान ने बुधवार को बताया कि 2008 से अब तक हुए 317 अमेरिकी ड्रोन हमलों में कुल 2227 लोग मारे जा चुके हैं।
पाकिस्तान की संसद में बुधवार को गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने बताया कि मारे गए लोगों में 2160 आतंकी और 67 नागरिक शामिल हैं। 2002 से अब तक 6149 आतंकी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि देश में आतंकी हमलों में कुल 12 हजार 404 लोग मारे गए। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जून तक आत्मघाती हमलों सहित 413 आतंकी घटनाएं हुई। यह बयान कबायली क्षेत्र उत्तरी वजीरिस्तान के एक पीड़ित परिवार द्वारा अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को ड्रोन हमले और लोगों पर इसके प्रभाव के बारे में संबोधित किए जाने के एक दिन बाद आया है। पिछले वर्ष ड्रोन हमले में अपनी मां को खोने वाले परिवार के मुखिया और शिक्षक रफीकुर रहमान ने अमेरिका से ड्रोन अभियान को बंद करने का आग्रह किया है। एक दिन पहले मंगलवार को एक कार्यक्रम में गृहमंत्री ने बताया कि निकट भविष्य में तालिबान के साथ वार्ता शुरू होने की संभावना है जिसकी तैयारियां की जा चुकी हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी दौरे के समय 23 अक्टूबर को राष्ट्रपति बराक ओबामा के समक्ष ड्रोन हमले के मुद्दे को उठाया था।

अमेरिकी संसद में पहली बार मनाई गई दीपावली
31 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी संसद में पहली बार दीपावली मनाई गई। बुधवार को एक हिंदू पुरोहित द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यह पर्व मनाया गया।
परंपरागत दीया जलाने के लिए अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में करीब दो दर्जन सांसद और भारतीय मूल के प्रसिद्ध अमेरिकी जमा हुए। कैपिटल हिल में अपने तरह के इस पहले समारोह का आयोजन सांसद जोए क्राउले और पीटर रॉस्कैम द्वारा किया गया। इस मौके पर भारत-अमेरिका संबंधों के महत्व का भी उल्लेख किया गया। अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता नैंसी पेलोसी ने कहा कि 'मैं यहां हैप्पी दीपावली कहने के लिए आई हूं। अमेरिका भारत का एहसानमंद है क्योंकि अमेरिका का नागरिक अधिकार आंदोलन भारत के अहिंसक आंदोलन पर आधारित था। मार्टिन लूथर किंग ने भारत में पढ़ाई की थी। हम खुशकिस्मत हैं कि अमेरिका में बहुत से भारतीय मूल के लोग रहते हैं।' क्राउले ने कहा कि वास्तव में यह एक ऐतिहासिक घटना है। रॉस्कैम ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकी व्यापक प्रभाव वाले बड़े प्रवासी समूह का उदाहरण हैं। जय हिंद के साथ अपनी संक्षिप्त टिप्पणी प्रारंभ करते हुए सांसद एड रॉयस ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों में मजबूती आ रही है। रॉयस संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं।

भारत ने सुरक्षा परिषद के विस्तार को जरूरी बताया
31 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा है कि इस विश्व संस्था को विश्वसनीय बनाने के लिए इसका विस्तार जरूरी है। भारत के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सुरक्षा परिषद में भरोसा बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि इसकी सदस्यता बढ़ाई जाए।
मंगलवार को 'सुरक्षा परिषद के काम करने के तौर तरीके' विषय पर खुली बहस के दौरान सांसद अश्विनी कुमार ने कहा कि सुरक्षा परिषद के कार्य में वास्तविक रूप में सुधार के लिए जरूरी है कि इसकी स्थायी और अस्थायी सदस्यता में वृद्धि की जाए। कुमार ने कहा कि भारत का विचार है कि समकालीन वास्तविकताओं के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करने का समय आ गया है। यह बात स्पष्ट है कि यदि समकालीन वास्तविकताओं के अनुरूप सुरक्षा परिषद का विस्तार किया जाता है तो इसके प्रतिनिधित्व की प्रकृति में बदलाव आएगा और इसके द्वारा लिए गए निर्णयों की विश्वसनीयता बढ़ेगी। भारत का मानना है कि सुरक्षा परिषद की कार्य पद्धति में वास्तविक सुधार के लिए प्रक्रिया और दृष्टिकोण दोनों में बदलाव की जरूरत है।'

ब्रिटेन:भारतीय मूल की महिला का सुराग नहीं
31 October 2013
लंदन। उत्तरी ब्रिटेन में पिछले एक हफ्ते से भारतीय मूल की एक महिला लापता है. बताया जा रहा है कि सिंबरजीत कौर (35) को आखिरी बार साल्टायर के रॉबर्ट्स पार्क में देखा गया था. वहीं पुलिस लोगों से सिंबरजीत से जुड़ी सूचना देने की अपील कर रही है.
सिंबरजीत कौर की तीन साल की एक बच्ची भी है. सिंबरजीत अवसादग्रस्त रहती थी और इसके लिए दवाइयां लेती थीं. जिस दिन वो लापता हुई उस दिन उसे नर्सरी स्कूल से अपनी बेटी को लेना था लेकिन वो वहां नहीं पहुंची. जब स्कूल वालों ने सिंबरजीत के पति बलजीत से सिंबरजीत के बारे में पूछा तो सचेत होते हुए बलजीत ने पुलिस को इसकी जानकारी दी.

माले: भारतीय उच्चायुक्त हमले में जल्द कार्रव
31 October 2013
माले। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन ने भारत को आश्वासन देते कहा है कि भारतीय उच्चायुक्त की कार पर हमले के लिए जिम्मेदार अपराधियों को जल्द पकड़ा जाएगा. राष्ट्रपति ने पुलिस को अपराधियों को पकड़ने के निर्देश दिया है.
वहीद ने भारत को आश्वासन दिया कि अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. वहीद के प्रेस सचिव मसूद इमाद ने कहा कि राष्ट्रपति ने पुलिस को निर्देश दिया कि भारतीय उच्चायुक्त राजीव शाहरे की कार पर हमले के लिए जिम्मेदार अपराधियों को पकड़ा जाए और पुलिस उन्हें पकड़ने में पूरा प्रयास करे.
वहीं भारतीय उच्चायोग ने इस घटना की कड़ाई से निंदा की और कहा कि ये बड़ी चिंता का विषय भी है. भारतीय उच्चायोग के आधिकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाओं का असर हमारे करीबी और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर नहीं हो पाए. हमें आशा है कि इस कायराना घटना के लिए जिम्मेदार अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए.
उन्होंने कहा कि ये याद करना प्रासंगिक होगा कि भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी की पत्नी पर इस साल जनवरी में हमला हुआ था. ये मामला अब तक अनसुलझा है.
गौरतलब है कि मालदीव में भारत के उच्चायुक्त राजीव शहाणे की कार पर कुछ लोगों ने पथराव किया. राजधानी माले में अमीर अहमद मागू इलाके में मोटर साइकिल पर सवार कुछ अज्ञात लोगों ने शहाणे की कार पर पत्थर फेंके.

इराक: आत्मघाती हमलों में 35 की मौत
31 October 2013
बगदाद। इराक में आत्मघाती हमलों में 14 सुरक्षा बलों की मौत हो गई है. वहीं दो दिनों में यहां पर हुए हमलों में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है. बताया जा रहा है कि आज का हमला बगदाद के सुन्नी बहुसंख्यक इलाके और राजधानी के बाहरी इलाके में हुआ.
सुरक्षा एवं चिकित्सा अधिकारियों ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इन हमले में 20 लोग घायल भी हो गए. सबसे घातक हमला बगदाद के पश्चिम में स्थित अबू गरीब में हुआ.
गौरतलब है कि इराक में जारी हिंसा की चपेट में आकर इस साल 5400 से अधिक लोग मारे गए हैं.

चीन ने किया जेनेवा-2 सम्मेलन का समर्थन
31 October 2013
दमिश्क। चीन ने सीरिया संकट का राजनीतिक समाधान निकालने की कोशिश और इस संबंध में आयोजित होने वाले जेनेवा-2 सम्मेलन का समर्थन किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक सीरिया में चीन के राजदूत जांग सुन ने बुधवार को कहा कि उनका देश राजनीतिक समाधान और जेनेवा-2 सम्मेलन को सीरिया के हालिया स्थिति के लिए आवश्यक मानता है।
सुन ने सीरिया के दौरे पर आए संयुक्त राष्ट्र-अरब लीग के संयुक्त विशेष प्रतिनिधि लखदर ब्राहिमी से मुलाकात के बाद कहा कि हालिया स्थिति को देखते हुए हम राजनीतिक समाधान और जेनेवा-2 सम्मेलन के आयोजन को आवश्यक मानते हैं। सैन्य समाधान की कोई राह नहीं है और एक पक्ष दूसरे पक्ष को नहीं हरा सकता।
उन्होंने कहा कि ब्राहिमी ने अपने मध्यपूर्व की यात्रा से हमें परिणाम दिखाया है। चीन, सीरिया के मसले के राजनीतिक समाधान के लिए जेनेवा-2 सम्मेलन के आयोजन को सक्रिय समर्थन देता है। उन्होंने कहा कि चीन सीरिया में किसी विदेशी सैन्य हस्तक्षेप का समर्थन नहीं करेगा। सुन ने कहा कि हम विदेशी सैन्य हस्तक्षेप को अस्वीकार करते हैं और सीरिया में युद्ध विराम व हिंसा की समाप्ति की कामना करते हैं।
सुन ने कहा कि हम ब्राहिमी के कार्य का समर्थन करते हैं। जेनेवा-2 सम्मेलन का उद्देश्य सीरिया में सरकार और विपक्ष को साथ ला कर देश की हालिया स्थिति का राजनीतिक समाधान ढूंढना है।

अमेरिकी संसद में दीपावली संबंधी प्रस्ताव पेश
30 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में दोनों दलों की ओर से संसद के दोनों सदनों में दीपावली संबंधी दो अलग-अलग प्रस्ताव पेश किए गए हैं। इनमें इस पर्व के धार्मिक और एतिहासिक महत्व को मान्यता दी गई है।
ऊपरी सदन सीनेट में यह प्रस्ताव सीनेटर मार्क वार्नर और जॉन कॉर्निन ने प्रस्तुत किया। दोनों सीनेटर इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष हैं। दोनों ने भारत और अमेरिका की सरकारों और लोगों के बीच मजूबत संबंधों का समर्थन किया। पिछले सप्ताह सांसद जोए क्राउले और पीटर रोस्कमैन ने निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में दीपावली संबंधी प्रस्ताव पेश किया था। दोनों कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकंस के सह अध्यक्ष हैं। प्रस्ताव में भारतीय मूल के अमेरिकी और दुनिया भर में रह रहे प्रवासी भारतीयों के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया गया। इसमें भारत और अमेरिका में धार्मिक विविधता की सराहना की गई है। इस साल पहली बार कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) में दीपावली मनाई जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में सांसदों के भाग लेने की संभावना है। क्राउले ने कहा कि दीपावली का लाखों भारतीयों और भारतीय मूल के अमेरिकियों के लिए बहुत महत्व है। मैं संसद में पहली बार मनाई जाने वाली दीपावली में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस करूंगा। इसकेमाध्यम से सांसद, भारतीय मूल के विशिष्ट अमेरिकी और इस समुदाय के अन्य लोग एक दूसरे के नजदीक आ सकेंगे।

भारत-चीन संबंधों में बाधा न बने लोकतंत्र : थिंक टैंक
30 October 2013
बीजिंग। भारत को अपनी घरेलू और राजनीतिक बाधाओं से पार पाना होगा। उसे अपने लोकतंत्र को चीन के साथ संबंधों को मजबूत बनाने में बाधा नहीं बनने देना चाहिए। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की हाल की चीन यात्रा के बाद अपनी पहली टिप्पणी में एक आधिकारिक थिंक टैंक ने यह बात कही है।
शंघाई इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के रिसर्च फेलो लियू जेंगयी द्वारा लिखे लेख में कहा गया है कि भारतीय मीडिया ने भारत और चीन के बीच के सीमा रक्षा सहयोग समझौते की सराहना की है। भारतीय मीडिया ने इसे भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते के बाद सबसे महत्वपूर्ण और स्थायी राजनयिक उपलब्धि बताया है। 'डोमेस्टिक ऑब्सटेकल्स कीप डेल्ही फ्रॉम रियलिस्टिक इकोनॉमिक च्वाइसेस' शीर्षक वाले लेख में कहा गया है कि हाल की चीन यात्रा में सिंह ने व्यापार असंतुलन और चीन-पाकिस्तान संबंधों का मुद्दा भी उठाया। यह लेख मंगलवार को सरकारी ग्लोबल टाइम्स अखबार में प्रकाशित हुआ है। इसमें कहा गया है कि क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए भारत में औद्योगिक पार्क और बांग्लादेश, चीन, भारत, म्यांमार (बीसीआइएम) इकोनामिक कोरिडोर को बनाने की चीन की योजना को पूरा नहीं किया गया। भारत में विदेशी निवेश के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के रुख और सार्वजनिक विरोध को घरेलू बाधा बताया गया है।

चीन ने पहली परमाणु पनडुब्बी सेवा से हटाई

परमाणु पनडुब्बी के बेड़े के पहले प्रदर्शन के बीच चीन ने अपनी पहली परमाणु पनडुब्बी को सेवा से हटा दिया है। यह पनडुब्बी पिछले 40 वर्षो से अधिक समय से सेवा में थी। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी डेली की मंगलवार की रिपोर्ट में कहा गया है कि द लांग मार्च नंबर-एक परमाणु पनडुब्बी को सेवा से हटा दिया गया है और वैज्ञानिकों ने उस गोदाम को प्रदूषण मुक्त कर दिया है जिसमें कि पिछले 40 वर्षो से परमाणु सामग्री रखी हुई थी।

फेसबुक पर टिप्पणी के लिए वियतनाम में सजा, सऊदी में रिहाई
30 October 2013
रियाद। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर सरकार विरोधी टिप्पणी करने पर वियतनाम में जहां एक व्यक्ति को 15 महीने घर में नजरबंद रखने की सजा सुनाई गई है वहीं सऊदी अरब में पैगंबर मुहम्मद साहब के साथ काल्पनिक बातचीत को ट्विटर पर पोस्ट करने पर 2012 से जेल में बंद ब्लॉगर को मंगलवार को रिहा कर दिया गया।
वियतनाम के दक्षिणी प्रांत लांग एन की एक कोर्ट में एक दिन की सुनवाई के बाद 30 वर्षीय दिन्ह नहत उय को यह सजा सुनाई गई। सरकार विरोधी प्रचार करने पर उसके भाई को जेल में डाल दिए जाने के खिलाफ उय ने इंटरनेट पर अभियान चला रखा था जिसके लिए उसे यह सजा दी गई। उय के वकील हा हुए सन ने बताया कि उसे 15 महीने की सजा सुनाई गई है जिसे निलंबित रखा गया है।
जबकि सऊदी अरब में 20 वर्षीय हमजा काशगरी नामक युवक ने अपनी इस कल्पना को ट्विटर पर पोस्ट किया था। इसके बाद कुछ कट्टपंथियों द्वारा जान से मार दिए जाने की धमकी मिलने पर वह पिछले वर्ष फरवरी में मलेशिया भाग गया था। कुछ दिन बाद ही वहां से उसका प्रत्यर्पण करा कर सऊदी लाया गया और जेल में डाल दिया गया। हमजा के एक दोस्त ने बताया कि बीस महीने बाद मंगलवार सुबह उसे जेल से रिहा कर दिया गया।

भारत ने पेरू के साथ चार समझौते पर हस्ताक्षर किए
30 October 2013
लीमा। भारत ने पेरू के साथ रक्षा क्षेत्र में सहयोग समेत चार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत ने सबसे तेजी से विकास कर रहे और संसाधनों में धनी इस लातिन अमेरिकी देश के साथ संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया है। भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की तीन दिवसीय पेरू यात्रा की समाप्ति पर सोमवार को इन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
दो समझौते शिक्षा के क्षेत्र में कार्यक्रमों के आदान-प्रदान से संबंधित हैं। इसके अलावा संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को लेकर एक आशय पत्र को भी स्वीकृति दी गई। दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक संयुक्त आयोग के गठन के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। सुरक्षा परिषद का विस्तार होने पर पेरू ने इसकी स्थायी सदस्यता के लिए भारत के दावे का समर्थन किया है। दोनों देशों ने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी कारण और किसी भी रूप में आतंकवाद को सही नहीं ठहराया जा सकता है।
उपराष्ट्रपति ने इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स [इंचेम] का भी शुभारंभ किया। इससे भारत के व्यापार और उद्योग जगत को पेरू और अन्य लातिन अमेरिकी देशों में कारोबार करने में मदद मिलेगी। इंचेम ऐसे समय अपना कार्य प्रारंभ कर रहा है जब पेरू भारत के अधिक महत्वपूर्ण व्यापार साझेदार के रूप में उभर रहा है। अंसारी ने कहा कि नया संगठन भारत और पेरू के आर्थिक संबंधों में चली आ रही रिक्तता को भरने का काम करेगा। इंचेम की आधिकारिक वेबसाइट भी प्रारंभ कर दी गई है। दोनों पक्षों ने मुक्त व्यापार समझौते [एफटीए] को लेकर भी गहरी रूचि दिखाई। सोमवार को जारी संयुक्त बयान में भारत और पेरू ने इस बात पर जोर दिया कि द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते से दोनों देशों में समृद्धि बढ़ेगी और लोगों का कल्याण होगा।
उपराष्ट्रपति ने पेरू के राष्ट्रपति पेरू ओलांता हुमाला टासो के साथ विशेष बैठक की और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया। टासो ने यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया। पेरू विश्व में चांदी का सबसे बड़ा व तांबे और जस्ते का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।

पाक की आलोचना पर रोका गया थरूर का संबोधन
30 October 2013
इस्लामाबाद। संघर्ष विराम उल्लंघन के लिए पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार ठहराने के बाद इस्लामाबाद में अचानक शशि थरूर का वीडियो संबोधन रोक दिया गया। भारत और पाकिस्तान के उद्यमियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित कर रहे भारतीय मानव संसाधन मंत्री थरूर ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार का अपने देश की सेना पर कोई नियंत्रण नहीं है।
दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के मकसद से मंगलवार यहां जिन्ना सभागार में आयोजित कार्यक्रम में थरूर ने पाकिस्तान की आलोचना कर भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों तक को सकते में डाल दिया। कार्यक्रम में भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन व दूसरे उच्चायोग के अन्य अफसरों के अलावा 22 भारतीय प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे थे।
करीब नौ मिनट के वीडियो संबोधन में उन्होंने कहा, भारत पाकिस्तान के साथ कश्मीर समेत सभी मुद्दों के समाधान के लिए शिमला समझौते के तहत बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके लिए आतंकवाद और हिंसा रहित माहौल बनाना जरूरी है। थरूर ने कहा, 'हालांकि पांच साल पहले मुंबई हमले और हाल ही में सीमा पर बढ़ी घुसपैठ ने पाकिस्तान के आधिकारिक बयानों और सैन्य कार्रवाई के बीच विरोधाभास को उजागर कर दिया है।
यह बताता है कि पाकिस्तान की सरकार का अपनी सेना पर पूर्ण नियंत्रण नहीं है। पाकिस्तान की तरह भारत में सेना विदेश नीति तैयार नहीं करती।'
वैसे, थरूर ने भाषण की शुरुआत तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते को बढ़ावा देने की जरूरत के साथ किया था, लेकिन बाद में पाकिस्तान की आलोचना शुरू कर दी। थरूर ने कहा, 'पाक सरकार जिस दिन आतंकवाद को अपने देश की नीति के औजार के रूप में इस्तेमाल करना बंद कर देगी, उस दिन उपमहाद्वीप में शांति की नई सुबह होगी।'
बताया जाता है कि थरूर के भाषण से सभागार में मौजूद करीब 300 लोगों के बीच तनाव का माहौल बन गया और उनका संबोधन रोक दिया गया।

मित्र देशों की जासूसी को ह्वाइट हाउस ने दी थी मंजूरी
30 October 2013
वाशिंगटन। खुफिया निगरानी से अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बेखबर होने के दावों के बीच अमेरिकी मीडिया ने दावा किया है कि कुछ विदेशी नेताओं की निगरानी को ह्वाइट हाउस और विदेश मंत्रालय ने मंजूरी दी थी।
एक खोजी रिपोर्ट में लॉस एंजिलिस टाइम्स टुडे ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के अधिकारी ह्वाइट हाउस के उस बयान से खासे नाराज हैं जिसमें कहा गया है कि विदेशी नेताओं की निगरानी की जानकारी ओबामा को नहीं थी। पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों के आधार पर इस रिपोर्ट में बताया गया है कि एनएसए ने जर्मनी और फ्रांस सहित 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की टेलीफोन पर की गई बातचीत की निगरानी की थी। इसका खुलासा होने के बाद यूरोपीय देशों सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खासा गुस्सा है।
अखबार के अनुसार, निगरानी किस तरह की गई यह अस्पष्ट है, लेकिन यदि विदेशी नेता की गुप्त रूप से बातचीत सुनी जा रही थी तो उस देश में अमेरिकी राजदूत और ह्वाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का स्टाफ नियमित रूप से इसकी रिपोर्ट पेश करता था। टाइम्स की यह रिपोर्ट दो पूर्व वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों से साक्षात्कार पर आधारित है जिन्होंने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर जानकारियों को साझा किया है। एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि हो सकता है कि विदेशी नेताओं के फोन और ई-मेल की निगरानी के एएसए के अभियान के बारे में ओबामा को न बताया गया हो, लेकिन निश्चित रूप से एनएससी और खुफिया कार्यक्रम के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी थी। एक दिन पहले ही अमेरिकी अधिकारियों ने उस रिपोर्ट का खंडन किया था जिसमें ओबामा को जर्मनी की चासंलर एंजेला मर्केल के फोन टेप किए जाने की जानकारी होने का दावा किया गया था।

शीर्ष अमेरिकी सांसद ने जताया विरोध

वाशिंगटन। शीर्ष अमेरिकी सांसद और खुफिया मामलों पर सीनेट की चयन समिति की अध्यक्ष डियाने फेस्टिन ने मित्र देशों के राष्ट्राध्यक्षों की जासूसी किए जाने का घोर विरोध किया है। उन्होंने एनएसए के निगरानी गतिविधियों की समीक्षा किए जाने की मांग उठाई है। फेस्टिन ने कहा कि अमेरिकी सहयोगी देशों फ्रांस, स्पेन, मैक्सिको, जर्मनी आदि की निगरानी का मैं स्पष्ट रूप से विरोध करती हूं।

जर्मनी ने संसद का विशेष सत्र बुलाया

बर्लिन। चांसलर एंजेला मर्केल के फोन की अमेरिका द्वारा कथित निगरानी के मसले पर जर्मनी की संसद का नवंबर में विशेष सत्र बुलाया गया है। सोमवार को मर्केल की पार्टी ने यह जानकारी दी। मर्केल की क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) और सोशल डेमोक्रेट में इस मुद्दे पर सहमति बनने के बाद 18 नवंबर को संसद का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया गया।

अब ज्यादा लोग खरीद पाएंगे गूगल ग्लास
30 October 2013
कैलिफोर्निया। सर्च इंजन गूगल का नया गैजेट गूगल ग्लास अब ज्यादा लोगों को उपलब्ध हो सकेगा। गूगल ने अपने यूजर्स के लिए इंटरनेट से जुड़े इस करामाती ग्लास की उपलब्धता का विस्तार करने का फैसला किया है। हालांकि अब भी यह आम जनता की पहुंच से काफी दूर है, लेकिन अब पहले से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर पाएंगे।
गूगल इंक ने सोमवार को अपने बयान में कहा, 'ग्लास का परीक्षण कर चुके दस हजार लोगों में प्रत्येक अपने तीन अन्य दोस्तों को इसे खरीदने के लिए आमंत्रित कर सकेंगे।' गूगल का यह गैजेट स्मार्ट फोन की तरह काम करता है। इसे चश्मे की तरह पहना जाता है। इसमें एक हैंड फ्री कैमरा है जो फोटो और वीडियो को आवाज के कमांड से शूट करता है। फिलहाल इसकी कीमत 1500 डॉलर (करीब 92 हजार रुपये) रखी गई है। इस चश्मे से आप ई-मेल भेज सकते हैं और सोशल नेटवर्किंग साइट्स के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। ग्लास में और भी कई खूबियां हैं। इसमें स्काइप वीडियो चैट के अलावा मौसम की जानकारी और नक्शों के जरिए रास्ता बताने की भी सुविधा है।

मिस्र की यात्रा कर सकते हैं अमेरिकी विदेश मंत्री
30 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने सोमवार को कहा कि वह आगामी सप्ताह में मिस्र की यात्रा कर सकते हैं। मिस्र की सेना द्वारा गत तीन जुलाई को देश के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद उनकी यह पहली यात्रा होगी।
लंबे समय तक सहयोगी रहे मिस्र के साथ अमेरिका के रिश्ते मुर्सी को बेदखल किए जाने के बाद खराब होने शुरू हुए। मुर्सी फरवरी, 2011 में तानाशाह होस्नी मुबारक को अपदस्थ किए जाने के बाद हुए चुनाव में निर्वाचित हुए थे। गत नौ अक्टूबर को अमेरिका ने कहा था कि वह लोकतंत्र और मानवाधिकारों के उल्लंघन के चलते मिस्र को लंबित टैंक, फाइटर एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति सहित 26 करोड़ डॉलर (करीब 162 करोड़ रुपये) की आर्थिक सहायता पर रोक लगा देगा। केरी ने टॉउन हाल में विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों के साथ हुई बैठक में मिस्र के आगामी दौरे की संभावनाओं के संकेत दिए। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन सैकी ने कहा किकेरी की आगामी यात्रा को मंत्रालय ने अभी अंतिम रूप नहीं दिया है।
मुर्सी के खिलाफ सुनवाई चार से मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी और उनके समर्थकों के खिलाफ हत्या के मामले में यहां की एक अदालत आगामी चार नवंबर से सुनवाई शुरू करेगी। हालांकि मुर्सी ने इस अदालत को मान्यता देने से इन्कार किया है। 62 वर्षीय मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के 14 अन्य सदस्यों पर दिसंबर, 2012 में हिंसक कार्रवाई को अंजाम देने और हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। पिछले साल दिसंबर में मुर्सी द्वारा अपनी ताकतें बढ़ाने के लिए लाए जा रहे कानून और संविधान के प्रस्तावित मसौदे में जोड़े गए कुछ प्रावधानों को लेकर यहां पर राष्ट्रपति भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान ब्रदरहुड समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।

विदेशों में भारतीयों को दी गई सामाजिक सुरक्षा योजना
30 October 2013
दुबई। विदेशों में रह रहे भारतीय श्रमिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने वाणिज्य दूतावास में एक सामाजिक सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया है।
भारतीय प्रवासी कार्य के मंत्री वायलार रावे ने प्रवासी देश में कार्य कर रहे श्रमिकों के लिए महात्मा गांधी प्रवासी सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया। यह योजना वैसे तो भारत में पिछले ही साल शुरू की गई है, लेकिन इस बार इसकी शुरूआत सभी भारतीय प्रवासी देशों के कार्यालयों में की गई है। इस योजना के पीछे सरकार का मकसद यह है कि जो प्रवासी भारतीय विदेशों में रह रहे हैं, वह अपने देश लौटने के लिए अपनी पेंशन की व्यवस्था कर सकें। साथ ही वह अपने देश आकर अच्छे से अपनी बाकी बची हुई जिंदगी गुजार सकें।
उनकी अच्छी जिंदगी बिताने में यह योजना उनकी आर्थिक मदद कर सके। मंत्री के मतानुसार प्रवासी श्रमिकों की जरूरतों और सुरक्षा को देखते हुए इस तरीके की योजनाओं को विदेशों में कार्यान्वित करने की कोशिश की जा रही है। अन्य प्रस्तावों के बारे में बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि वह इस तरह के और भी कल्याणकारी योजनाओं को उन देशों में लगाएंगे जहां भारतीय श्रमिकों की संख्या अधिक है।

इजरायल ने 26 कैदियों को रिहा किया
30 October 2013
ओफेरप्रिजन। इजरायल ने फलस्तीन के 26 कैदियों को रिहा किया है. अमेरिका द्वारा समर्थित शांति वार्ता के चलते इन कैदियों को रिहा किया गया है.
ये कैदी ओफेर जेल से काले शीशों वाली दो मिनी बसों में रवाना हुए और कुछ ही दूरी पर उन्हें पश्चिमी तट के इलाके में बैतुनिया में छोड़ दिया गया जहां उनका जोरशोर से आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया.
रात में एक बजे के बाद यरूशलम के नजदीक पश्चिमी तट से 21 कैदियों का एक समूह ओफेर जेल से रवाना हो गया और बाद में अन्य पांच गाजा पट्टी पहुंच गए.


मुंबई हमलों से पहले अमेरिका ने 26 बार दी थी चेतावनी
29 October 2013
वाशिंगटन। मुंबई में वर्ष 2008 में हुए 26/11 के आतंकी हमलों के पहले भारत को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए समेत विभिन्न एजेंसियों से कम से कम 26 बार खुफिया चेतावनी मिली थी। उनमें कहा गया था कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) मुंबई में एक बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहा है।
'द सीज : 68 आवर्स इनसाइड द ताज होटल' नामक पुस्तक को महिला पत्रकार कैथी स्कॉट क्लार्क और एंडियन लेवी ने अपनी छानबीन के आधार पर लिखा है। इसमें दावा किया गया है कि 11 चेतावनी ऐसी थी जिनमें कहा गया था कि ये हमले एक साथ कई जगह किए जाएंगे। पेंगविन, यूएसए द्वारा प्रकाशित 300 पृष्ठों की इस पुस्तक में यह भी कहा गया है कि छह बार ऐसी चेतावनी मिली थीं जिनमें स्पष्ट किया गया था कि मुंबई में आतंकी घुसपैठ समुद्र के रास्ते होगी।
तत्कालीन राष्ट्रपति जार्ज बुश के एक कर्मचारी को यूरोप से वर्ष 2007 में एक चेतावनी मिली थी जिसमें कहा गया था कि एलईटी अपनी गतिविधियां अपने क्षेत्र से बाहर फैलाने की साजिश रच रहा है लेकिन उसकी अमेरिका ने भी अनदेखी कर दी।
पहली खुफिया चेतावनी वर्ष 2006 में तब मिली थी जब पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के उसके संचालकों को एलईटी ने मुंबई में आतंकी हमले के लिए संभावित ठिकानों की रेकी का काम सौंपा था। पत्रकारों ने लिखा है कि अगस्त 2006 में पहली खुफिया सूचना जो मिली थी उसमें कहा गया था कि कश्मीर में भारतीय सुरक्षा दलों से लड़ने के लिए विद्रोही मुस्लिम युवकों को भेजने वाला एलईटी मुंबई में हमले की तैयारियां कर रहा है। ट्राइडेंट, ओबेराय और ताज समेत कई पांच सितारा होटल निशाने पर हैं। उसके बाद से 25 और अलर्ट जारी किए गए। उनमें से बहुत सारे सीआइए ने भारत सरकार के बाहरी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) को दिए गए थे और उसने इन सूचनाओं को भारत की घरेलू खुफिया ब्यूरो (आइबी) को सौंपे थे।
इन खुफिया सूचनाओं में यह भी कहा गया था कि मुंबई में होने वाला हमला आत्मघाती या गुरिल्ला होगा। उसके बाद आइबी को ताज होटल हमले की दो बार खुफिया चेतावनी भी मिली थी। वर्ष 2008 के नवंबर में हुए उस हमले में आतंकियों ने ताज होटल को दो दिनों तक अपने कब्जे में रखा था।


ब्रिटेन में तूफान ने गुल की छह लाख घरों की बत्ती
29 October 2013
लंदन। हाल के वर्षो में ब्रिटेन में आए सबसे भीषण तूफान सेंट जूड के कारण अस्त-व्यस्त हो गया और चार लोगों की जान चली गई। छह लाख से अधिक घरों की बिजली गुल हो गई है जबकि दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शुमार हीथ्रो पर 130 उड़ानों को रद कर दिया गया है।
केंट में एक 17 वर्षीय लड़की और वॉटफोर्ड में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। पश्चिमी लंदन में भी एक महिला समेत दो लोगों की मौत का कारण भी पेड़ गिरना ही रहा। मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिणी ब्रिटेन और वेल्स में सोमवार की सुबह हवाएं 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलीं जिसके बाद पर्यावरण एजेंसियों को 152 बार बाढ़ चेतावनी जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा। तूफान के चलते सुबह के व्यस्त समय में देश के कई हिस्सों में रेल सेवाओं को निरस्त करना पड़ा। पेड़ों और बिजली के खंबों के गिरने से सड़कों पर यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। हीथ्रो ने एक बयान जारी कर कहा कि सोमवार को यात्रियों को अपने एयरलाइंस से अपनी उड़ान की स्थिति की जानकारी लेकर ही हवाईअड्डा आना चाहिए। इस तूफान का फ्रांस पर भी असर पड़ा है।
ब्रिटेन में इस तरह की तेज हवाएं मार्च, 2008 में चली थीं। तूफान को लेकर प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। आशंका व्यक्त की जा रही है कि 1987 में आए भीषण तूफान की ही तरह यह तबाही मचा सकता है।

सरबजीत का सामान लौटाएगा पाकिस्तान
29 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी जेल में मारे गए भारतीय नागरिक सरबजीत का सामान वापस करने को पाकिस्तान राजी हो गया है। पाकिस्तान अगले महीने सरबजीत के कपड़े एवं उसके सभी सामान उसके परिवार वालों को सौंप देगा।
गौरतलब है कि भारतीय अधिकारियों ने लाहौर की कोट लखपत जेल के प्रशासन से अनुरोध किया था कि सरबजीत के कपड़े व उससे संबंधित सभी चीजों को उसके परिवार को सौंप दिया जाए। सूचना कि पुष्टि करते हुए पाकिस्तान के अधिकारी हमीद खान ने बताया कि सरबजीत से जुड़ी सभी चीजों को उसके परिवार को सौंपने के लिए पाकिस्तान तैयार है। पाकिस्तान सरकार सरबजीत के सामानों में शामिल कुरान, तीन धार्मिक हिंदी किताबें, कपड़े और जूते उसके परिवार वालों को सौंपने जा रही है।
इससे पहले सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से अनुरोध किया था कि उसके परिवार को सरबजीत से जुड़ी सभी वस्तुएं लौटा दी जाए। इसी ओर दिल्ली ने इस्लामाबाद से अनुरोध किया कि सरबजीत के परिवार को उसके सामान के साथ-साथ सरबजीत द्वारा कारागार वास के दौरान कमाए गए धन को भी उसके परिवार को सौंप दिया जाए। भारतीय नागरिक सरबजीत को 1990 में हुए बम ब्लास्ट में मौत की सजा सुनाई गई थी जिसका भारत में खूब विरोध हुआ था।

बांग्लादेश में हिंसा में मरने वालों की संख्या 15 पहुंची
29 October 2013
ढाका। बांग्लादेश में आगामी आम चुनाव कार्यवाहक सरकार की देखरेख में कराने की मांग को लेकर विपक्षी दलों द्वारा आहूत 60 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन भी झड़पें जारी रहीं जिसमें चार लोग मारे गए और कई घायल हुए। इसके साथ ही राजनीतिक हिंसा में मरने वालों की संख्या 15 पहुंच गई है।
पुलिस के अनुसार, मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और उसकी सहयोगी जमात-ए-इस्लामी के समर्थकों ने एक प्रतिद्वंदी कार्यकर्ता की उत्तरी जमालपुर में चाकू मारकर हत्या कर दी। चटगांव में पथराव के दौरान एक ट्रक के पलटने से उसके ड्राइवर की मौत हो गई जबकि पश्चिमी झीनेदाह में बम विस्फोट और चाकू मारने से एक स्थानीय बीएनपी नेता की जान चली गई। इसके अलावा ढाका में प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ आवामी लीग के एक दफ्तर और आधा दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हड़ताल के दूसरे दिन भी देश के कई हिस्सों में तोड़फोड़, आगजनी और झड़पों में देसी बम फेंके जाने का दौर जारी रहा। यही नहीं बंद के चलते पूरे देश में स्कूल, दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। हालांकि सरकारी टेलीविजन ने हड़ताल के बावजूद राजधानी में जनजीवन सामान्य होने का दावा किया है।।

चीन ने पहली बार किया परमाणु पनडुब्बी बेड़े का प्रदर्शन
29 October 2013
बीजिंग। चीन ने चार दशक में पहली बार नौसेना अभ्यास के दौरान अपने परमाणु पनडुब्बी बेड़े का प्रदर्शन किया। इन पनडुब्बियों को नौसेना जहाजों और हेलीकॉप्टरों के साथ अभ्यास में हिस्सा लेते हुए दिखाया गया।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सोमवार को बताया कि यह पहली बारी है जब नौसेना और वायुसेना ने समुद्र में अभ्यास के दौरान सार्वजनिक तौर पर हिस्सा लिया। किंगदाओ बंदरगाह पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलए) के एक पनडुब्बी अड्डे के कमांडर रियर एडमिरल गाओ फेंग ने बताया कि चीन के परमाणु पनडुब्बी बल की स्थापना 42 वर्ष पहले हुई जिसका शानदार रिकॉर्ड रहा है क्योंकि इतने लंबे दौर में हम परमाणु हादसों को टालने में सफल रहे। सरकारी टेलीविजन पर सैन्य अभ्यास में परमाणु पनडुब्बियों को हिस्सा लेते हुए दिखाया गया। सरकारी मीडिया के अनुसार यह पहली बार है जब 42 वर्ष पहले परमाणु पनडुब्बियों को नौसेना में शामिल किए जाने के बाद इनका प्रदर्शन किया गया। प्रिंट मीडिया में इसके सुरक्षा रिकार्ड का भी उल्लेख किया गया। पीएलए ने बताया कि अभ्यास पश्चिमी प्रशांत महासागर में विदेशी बाधा के बावजूद किया गया। हालांकि इसमें कितनी पनडुब्बियों का प्रदर्शन किया गया इसकी जानकारी नहीं दी गई है। अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों का आकलन है कि इसमें आठ से दस परमाणु पनडुब्बी केसाथ डीजल और इलेक्ट्रिक से चलने वाली करीब 50 से 60 पनडुब्बियां प्रदर्शित की गई। चीनी नौसेना में करीब 2.25 नौसैनिक कार्यरत हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पहली बार परमाणु पनडुब्बी प्रदर्शित करने का निर्णय चीन की परमाणु संपत्ति की पारदर्शिता को दर्शाता है, जिसकी पश्चिमी देश लंबे समय से मांग कर रहे हैं।

पाकिस्तान में रेप कर लड़की को जिंदा दफन किया
29 October 2013
लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए एक लड़की के साथ रेप के बाद उसे जिंदा दफन करने की घटना सामने आई है।
घटना लाहौर से 225 किमी दूर तोबातेक सिंह जिले की है जहां सिद्दकी मुगल की 13 वर्षीय बेटी के साथ दो अज्ञात लोगों ने रेप कर उसे जिंदा ही जमीन में दफन कर दिया। सूत्रों के अनुसार लड़की कुरान पाठ के लिए जा रही थी तभी दो अज्ञात लोगों ने उसे रास्ते से अगवा कर उसके साथ रेप किया। पुलिस ने बताया कि किचड़ में दफन लड़की को अचानक होश आया और उसने आलार्म से संकेत दिया जिसे एक राहगीर ने सुनकर उसे बाहर निकाला और लड़की के परिवार वालों को सूचित किया। घटना की पूरी जानकारी दिए जाने पर भी जब पुलिस ने लड़की की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो लड़की के परिवार ने अदालत की शरण ली। मामले की सुनवाई करते हुए शनिवार को लाहौर हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज की जाए। साथ ही कोर्ट ने पुलिस को इस क्रूर अपराध के लिए पूर्ण जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द हिरासत में लेने के भी निर्देश दिए गए हैं।

नेपाल में चुनाव आचार संहिता की निगरानी करेगी समिति
29 October 2013
काठमांडू। नेपाल के चुनाव आयोग ने अगले महीने होने वाले संविधान सभा के चुनाव के दौरान आचार संहिता की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। यह जानकारी रविवार को एक अधिकारी ने दी।
शिन्हुआ ने मुख्य चुनाव आयुक्त नीलकंठ उप्रेती के हवाले से बताया कि चुनाव आयोग देश भर में राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन किए जाने के मद्देनजर सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय समिति को मौके पर ही उम्मीदवारों के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदार दी गई है। 19 नवंबर को होने वाले संविधान सभा चुनाव के लिए महज 23 दिन बचे हुए हैं।
क्या है नियम : चुनाव प्रचार के लिए आयोग ने सख्त आचार संहिता तैयार की है जिसके तहत चार्टड हेलीकॉप्टर और विमानों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। इसके अलावा प्रचार के लिए दीवारों पर पेंटिंग, बैनर, फेस पेंटिंग, लाउडस्पीकर और प्लास्टिक होर्डिग पर रोक लगाई गई है। केवल एक रंग के पोस्टर के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है जिसका आकार 180 वर्ग इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए। किसी पार्टी या उम्मीदवार को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते पाए जाने पर एक हजार डॉलर [करीब 60 हजार रुपये] का जुर्माना लगाया जाएगा। इस बीच, चुनाव में हिस्सा ले रही राजनीतिक पार्टियों द्वारा जारी घोषणा पत्र में लोकलुभावन वादे किए गए हैं। अब तक नेपाली कांग्रेस, सीपीएन-यूएमएल, यूसीपीएन-एम सहित कई पाटियों ने बड़े-बड़े वायदे किए हैं। यूसीपीएन-एम ने देश की आर्थिक विकास दर दोहरे अंक में ले जाने का दावा किया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल होंगे जिंदल!
29 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के लुइसियाना प्रांत के गवर्नरबॉबी जिंदल ने वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ में शामिल होने से इन्कार नहीं किया है।
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे भारतीय मूल के जिंदल ने फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा कि तीन साल बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में वह शामिल होंगे या नहीं इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। रिपब्लिकन गवर्नर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जिंदल ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मैं 2016 में क्या करूंगा। राष्ट्रपति पद को लेकर किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले मैं फिलहाल विचारों के द्वंद्व और बहस पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। रिपब्लिकन होने के नाते हमें पहले इन पर विजय पाना है। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।' पूर्व सांसद जिंदल ने हाल ही में 'अमेरिकी नेक्स्ट' नाम से एक नया कार्यक्रम शुरू किया है, जिसे राष्ट्रपति पद की उनकी महत्वाकांक्षा का हिस्सा समझा जा रहा है।

दुबई में खुला दुनिया का सबसे बड़ा हवाईअड्डा
29 October 2013
दुबई। दुबई के दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को रविवार से यात्रियों के लिए खोल दिया गया है। आर्थिक क्षेत्र दुबई व‌र्ल्ड सेंट्रल (डीडडब्ल्यूसी) में स्थित अल-मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पूरा बन जाने के बाद विश्व का सबसे बड़ा हवाईअड्डा हो जाएगा।
अल-मकतूम का संचालन शुरू होने के बाद बूडापेस्ट से यहां पहुंची विज एयर प्लेन पहली वाणिज्यिक फ्लाइट थी। जल्द ही डीडब्ल्यूसी से अपना संचालन शुरू करने वाले गल्फ एयर और जजीरा एयरलाइंस के विमान भी यहां मौजूद थे।
स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और विमानन अधिकारियों की मौजूदगी एक यादगार प्रदर्शन के साथ इस हवाईअड्डे का उद्घाटन किया गया। दुबई नागरिक विमानन प्राधिकरण के अध्यक्ष और दुबई एयरपोर्ट के चेयरमैन शेख अहमद बिन सईद अल मकतूम ने बताया कि डीडब्ल्यूसी स्थित अल-मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डा व्यापार, वाणिज्य, परिवहन और पर्यटन के केंद्र के रूप में भविष्य में दुबई के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
अल मकतूम ने बताया कि इस हवाई अड्डे का खुलना उस ऐतिहासिक शुरुआत की ओर संकेत करता है जिसका मकसद विश्व का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डा बनाना है, जिससे यात्री संख्या में जबरदस्त वृद्धि हो और जो दुबई के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दे
जजीरा एयरवेज ने बताया कि वह मध्य-पूर्व के इस नए नवेले हवाईअड्डे के उद्घाटन समारोह में कुवैत से सरकारी अधिकारियों को फ्लाइट से लाकर इसका हिस्सा बना। जजीरा एयरवेज समूह के चेयरमैन मारवन बुदाई ने कहा कि हमें खुशी है कि हम पहली एयरलाइन्स हैं और इस क्षेत्र में भी पहले हैं जो अपना सहयोग डीडब्ल्यूसी को दे रहे हैं। हमें इस बात की भी खुशी है कि आने वाले समय में यह हवाई-अड्डा क्षमता और आकार दोनों में विश्व का सबसे बड़ा हवाई-अड्डा होगा।
बुदाई ने आगे कहा कि अल-मकतूम दुबई के पर्यटन बाजार के लिहाज से एक नया आयाम है। जूमैरा से इसकी निकटता और यहां मौजूद रिसॉर्ट होने के कारण ये ना सिर्फ कुवैत से छुंिट्टयां बिताने आने वालों के लिए एक उपयुक्त जगह है बल्कि उन ग्राहकों के लिए भी सही स्थान है जो शहर से पूरी तरह बचना चाहते है। डीडव्ल्यूसी अबूधाबी की उड़ान भरने वाले ग्राहकों को भी सेवा प्रदान करता है।
जजीरा एयरवेज की फ्लाइट अल-मकतूम हवाईअड्डे के लिए दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से होने वाले संचालन के सहायक के रूप में कार्य करेगी। जहां से जजीरा एयरवेज की 25 फ्लाइट हर सप्ताह उड़ान भरती हैं। जजीरा एयरवेज की दो फ्लाइट हफ्ते में गुरूवार और शनिवार को अल-मकतूम हवाईअड्डे से उड़ान भरेंगी।
अल-मकतूम इंटरनेशनल दुबई एयरपोर्ट के दीर्घकालीन विस्तार योजना का प्रमुख घटक है। हवाईअड्डे की तत्काल क्षमता 70 लाख सलाना यात्रियों की है। पूरा बन जाने के बाद अल-मकतूम 5 रनवे के साथ विश्व का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बन जाएगा। जिसकी सलाना क्षमता 160 मिलियन यात्रियों और 12 मिलियन टन प्रभार की होगी।।

अमेरिकी खगोलविदों ने खोजी सबसे ज्यादा दूरी वाली आकाशगंगा
29 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी खगोलविदों के समूह ने पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूरी वाली आकाशगंगा को खोज निकाला है। पृथ्वी से इसकी दूरी 13 अरब प्रकाश वर्ष बताई जा रही है। खगोलविदों के समूह में भारतीय मूल का वैज्ञानिक भी शामिल है।
टेक्सास के ए एंड एम विश्वविद्यालय में कार्यरत और शोध पत्र के सह-लेखक डॉ. विठल तिलवी ने बताया कि यह आकाशगंगा पृथ्वी से 13 अरब प्रकाश वर्ष दूर है इसलिए हम मान रहे हैं कि ये 13 अरब वर्ष पहले थी। ये भी कहा जा सकता है कि हम उस ब्रह्मांड की खोज कर रहे हैं जब वह 700 वर्ष का था। मौजूदा समय में ब्रह्मांड की आयु 13.7 अरब बर्ष है। डॉ. तिलवी ने आगे कहा कि यह एक काफी अहम खगोलीय खोज है और यह सिर्फ इसलिए नहीं क्योंकि यह आकाशगंगा सबसे दूर है बल्कि इसलिए भी कि यह युवा ब्रह्मांड के बारे में सुराग देती है।
गोवा में जन्मे डॉ. तिलवी गोवा विश्वविद्यालय से भी संबंद्ध रहे हैं। उन्होंने डोना पॉला की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशियनोग्राफी और वास्को के नेशनल एंटार्कटिक रिसर्च सेंटर में भी काम किया है।
यह रिसर्च पेपर मशहूर अंतरराष्ट्रीय जर्नल द नेचर में प्रकाशित हुआ है। यह शोध टेक्सास विश्वविद्यालय में डॉ. स्टीव फिंकेल्स्टीन के नेतृत्व में डॉ. केसी पैपोविच सहित कई अन्य खगोलविदों के साथ अमेरिका में किया गया।
डॉ. तिलवी ने कहा कि इस आकाशगंगा की खोज के बाद हमें केवल एक आकाशगंगा इतनी दूर पर मिलने से बहुत आश्चर्य हुआ क्योंकि हमने ऐसी कई आकाशगंगा की कल्पना की थी। यह खोज बताती है कि युवा ब्रह्मांड आज के ब्रह्मांड से मूल रूप से भिन्न था। इस खोज में ये भी सामने आया है कि इस आकाशगंगा में लगभग 300 नए सूर्य जैसे तारे हर वर्ष बनते हैं जबकि हमारी आकाशगंगा में एक ही सूर्य है। इससे यह संभावना भी जताई जा रही है कि ब्रह्मांड के शुरुआती वर्षो में आकाशगंगाएं ज्यादा सक्रिय हुआ करती थीं।
डॉ. तिलवी ने बताया कि कुछ करोड़ सालों बाद ब्रह्मांड इतना विशाल हो जाएगा कि ऐसी आकाशगंगा से प्रकाश भी हम तक नहीं पहुंचेगा और इन्हें कभी देखा नहीं जा सकेगा। इस समय 30 मीटर लंबे विश्व के सबसे बड़े टेलिस्कोप का निर्माण हो रहा है, जिसमें भारत की भी सहभागिता है।

कार बम धमाकों से दहला इराक, 56 मरे
28 October 2013
बगदाद। इराक की राजधानी के शिया बहुल इलाकों में रविवार को हुए दस कार बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार बम धमाकों को व्यावसायिक इलाकों में अंजाम दिया गया।
सबसे भीषण धमाका दक्षिणपूर्वी नहरवान जिले में हुआ। यहां एक साथ हुए दो कार बम विस्फोटों में सात नागरिक मारे गए और 15 अन्य घायल हो गए। इसके अलावा उत्तरी शाब, दक्षिण अबू दशीर, मशतल, बलादियत, उर, पूर्वी बगदाद, बाया और सब अल बोर में भी कार बम विस्फोट हुए।

पहले से ही तय था शरीफ सरकार का तख्तापलट
28 October 2013
इस्लामाबाद। 1999 में पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट अचानक ही नहीं हुआ था। इसके लिए तत्कालीन सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने पहले से ही तैयारी कर ली थी। मुशर्रफ के सहयोगी और तख्तापलट के समय डीजी सेना ऑपरेशन रहे लेफ्टिनेंट जनरल शाहिद अजीज की किताब 'ये खामोशी कहां तक' में तत्कालीन नवाज शरीफ सरकार के खिलाफ मुशर्रफ की साजिश का खुलासा परत दर परत किया गया है।
न्यूज डेली ने किताब के हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि आर्मी हाउस में सेना के उच्च अधिकारियों की कई बैठकें हुई। सेना की बदनाम 111 ब्रिगेड को लिखित निर्देश दिए गए थे कि 12 अक्टूबर, 1999 से पहले वह तख्तापलट के लिए तैयार रहें। इस ब्रिगेड ने आजादी के बाद के हर तख्तापलट में मुख्य भूमिका निभाई है। इस साजिश में तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल अजीज खान, कॉ‌र्प्स कमांडर लेफ्टिेनेंट जनरल महमूद, मेजर जनरल अहसानुल हक , ब्रिगेडियर राशिद कुरैशी, ब्रिगेडियर नदीम ताज और मेजर जनरल अजीज शामिल थे
\ उर्दू में लिखी इस किताब के मुताबिक मुशर्रफ ने श्रीलंका जाने से पहले लेखक अजीज, महमूद और खान को बुलाकर कहा कि आप तीनों सरकार को हटाने का आदेश जारी करेंगे। मुशर्रफ ने कहा कि तीनों को यह जिम्मेदारी इसलिए दी जा रही है ताकि यदि आप किसी कारणवश मिल न पाएं या फिर बात न कर पाएं तो भी तख्तापलट की कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके। अजीज ने लिखा कि मुशर्रफ को पद से हटाए जाने का डर था। उन्हें लग रहा था कि तत्कालीन आइएसआइ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जियाउद्दीन बट को सेना प्रमुख बनाया जा सकता है। श्रीलंका जाने से पहले सभी वरिष्ठ अधिकारियों के बीच रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए कई बार बैठक हुई।
किताब के अनुसार एहसानुल हक ने मुशर्रफ को जानकारी दी थी कि नवाज उन्हें हटाकर बट को सेना प्रमुख बनाने वाले हैं। इसके बाद मुशर्रफ ने 111 ब्रिगेड को तैयार रहने का आदेश दिया। यह पत्र अजीज को भी मिला था। 12 अक्टूबर को अजीज को उनके सहयोगी ने फोन कर बताया कि बट को सेना प्रमुख बना दिया गया है। इसके बाद मैं कार्यालय पहुंचा और अजीज खान से मिला। उन्होंने बताया कि जनरल महमूद ने 111 ब्रिगेड को कार्रवाई शुरू करने का आदेश दे दिया है। इसके बाद हमने मुशर्रफ को सुरक्षित देश वापस लाने की तैयारी शुरू कर दी। इस संबंध में मलीर ब्रिगेड के कमांडर जब्बार भट्टी को आदेश दिया गया।

उपराष्ट्रपति अंसारी ने पेरू में किया भारत उत्सव का उद्घाटन
28 October 2013
लीमा। उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने लातिन अमेरिकी देश पेरू में भारत उत्सव का उद्घाटन किया। इस उत्सव में भारतीय संगीत, नृत्य और साहित्य की झलक मिलेगी। पेरू में हिंदी सिनेमा और सुपर स्टार शाहरुख खान बहुत लोकप्रिय हैं।
अंसारी रविवार को तीन दिवसीय यात्रा पर लीमा पहुंचे हैं। उप राष्ट्रपति की यात्रा का अगला पड़ाव क्यूबा होगा। क्यूबा में भी भारत उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पेरू में आयोजित समारोह में अंसारी की समकक्ष मैरिसोल एस्पिनोजा मौजूद थीं। इस कार्यक्रम में भारत के छह नृत्य भरतनाट्यम, कत्थक, ओडिशी, मणिपुरी, कथकली और छउ प्रमुख आकर्षण हैं। उत्सव में दादा साहेब फाल्के की राजा हरिश्चंद्र, राज कपूर की बॉबी, आमिर खान की तारे जमीन पर, शाहरुख खान की कभी हां, कभी ना, गोविंद निहलानी की अर्ध सत्य जैसी फिल्में दिखाई जाएंगी। संस्कृति सचिव रवींद्र सिंह ने कहा कि भारत उत्सव हिंदी फिल्मों, नृत्य और साहित्य का मिश्रण है। भारतीय राजदूत मनप्रीत वोहरा ने कहा कि पेरू के लोगों की भारत की संस्कृति में बहुत दिलचस्पी है।

तमिल पार्टी राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन का बहिष्कार करेगी
28 October 2013
कोलंबो। श्रीलंका में मुख्य तमिल पार्टी अगले महीने यहां होने वाले राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन का बहिष्कार करेगी। सम्मेलन के लिए इसे एक और बड़ा झटका माना जा रहा है।
तमिल नेशनल एलायंस (टीएनए) के वरिष्ठ नेता और विधायक मवाई सेनाथिराज ने शनिवार को बताया कि हम इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन इससे दूरी बनाने का मतलब यह नहीं है कि हम इसमें भाग लेने वाले देशों का विरोध कर रहे हैं। हम उनसे मिलने के लिए काफी उत्सुक हैं। टीएनए सूत्रों ने बताया कि तमिल बहुल उत्तरी प्रांतीय परिषद में सत्तासीन टीएनए की बैठक में प्रांत के मुख्यमंत्री वी विघ्नेश्वरन ने राष्ट्रमंडल प्रमुखों के सम्मेलन से दूरी बनाए रखने का निर्णय लिया। यह सम्मेलन 15 से 17 नवंबर तक कोलंबो में आयोजित किया गया है। राष्ट्रमंडल के कुल 53 सदस्य देश हैं जो एक समय ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा रहे हैं। इस सम्मेलन से पहले कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने दूरी बना ली है। उन्होंने श्रीलंका में 2009 में गृहयुद्ध खत्म होने के बाद भी मानवाधिकारों का उल्लंघन जारी रहने पर यह फैसला किया। हालांकि सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह हिस्सा लेंगे या नहीं, यह फैसला लिया जाना अभी बाकी है क्योंकि तमिलनाडु में राजनीतिक पार्टियां इस सम्मेलन का विरोध कर रही हैं और इस सिलसिले में वहां की विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पारित किया चुका है।

भारत को प्रभावशाली नेतृत्व नहीं दे सकते नरेंद्र मोदी: न्यूयार्क टाइम्स
28 October 2013
न्यूयॉर्क। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अगर लोगों में भय और विद्वेष को बढ़ावा देते हैं तो वह भारत को प्रभावशाली नेतृत्व नहीं दे सकते। यह बात अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स के संपादकीय बोर्ड ने कही है।
बोर्ड की ओर से संपादकीय में कहा गया है कि मोदी ने अभी तक विपक्ष के साथ काम करने और असहमति को सहन करने की क्षमता नहीं दिखाई है। मोदी की वजह से भाजपा से उसके 17 साल पुराने सहयोगी जदयू ने पहले ही नाता तोड़ लिया था। जदयू जैसी महत्वपूर्ण क्षेत्रीय पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर मोदी को स्वीकार नहीं किया। गुजरात में वर्ष 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगों का जिक्र करते हुए संपादकीय में कहा गया है कि भारत बहुधर्मी देश है और मोदी अगर लोगों में भय और द्वेष को प्रोत्साहित करते हैं तो वह इसे प्रभावी नेतृत्व नहीं दे सकते। गत शनिवार को प्रकाशित हुए इस संपादकीय में गुजरात में मोदी के आर्थिक उन्नति व विकास के दावों के संबंध में भी सवाल किए गए हैं। कहा गया है कि गुजरात में रहने वाले मुसलमान भारत के अन्य क्षेत्रों के मुसलमानों की अपेक्षा ज्यादा गरीब हैं।

ओबामा को मालूम था मर्केल की जासूसी के बारे में
28 October 2013
बर्लिन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को वर्ष 2010 से ही इस बात की जानकारी थी कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) द्वारा जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की जासूसी की जा रही है। इतना ही नहीं ओबामा ने स्वयं इस कार्यक्रम को मंजूरी दी थी। रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह रहस्योद्घाटन किया गया है।
एनएसए के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बिल्ड एम सोनटैग अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा, एनएसए के निदेशक कीथ एलेक्जेंडर ने वर्ष 2010 में ही चांसलर के फोन कॉल्स रिकॉर्ड किए जाने के संबंध में ओबामा को जानकारी दे दी थी। लेकिन उन्होंने इसे नहीं रोका, बल्कि इसे जारी रखने के आदेश दिए। यही नहीं, उन्होंने मर्केल के फोन कॉल्स के संबंध में विस्तृत दस्तावेज तैयार करने के लिए भी कहा था। दरअसल ओबामा को मर्केल पर भरोसा नहीं था और उनके बारे में पूरी जानकारी चाहते थे। जासूसी कार्यक्रम के तहत चांसलर मर्केल की अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ फोन पर हुई बातचीत के सभी आंकड़े इकट्ठे किए गए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, मर्केल ने इस साल के मध्य में एंटी टैपिंग मोबाइल फोन ले लिया था, लेकिन एनएसए ने डिकोडिंग के जरिये उनके इस फोन के सॉफ्टवेयर में भी सेंध लगा ली। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि मर्केल के फोन कॉल्स की जासूसी इस साल भी जारी रही। हालांकि ओबामा ने गत बुधवार को मर्केल के साथ फोन पर बातचीत में कहा था कि उन्हें एनएसए के जासूसी कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अगर उन्हें पता होता कि उनके मोबाइल फोन कॉल्स की टैपिंग की जा रही है, तो वे इसे तुरंत रुकवा देते।
अमेरिका द्वारा दुनियाभर के 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों कीटेलीफोन पर की गई बातचीत की निगरानी पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खासा गुस्सा है। जर्मनी और ब्राजील जासूसी पर रोक लगाने की मांग के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में है। फिलहाल इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया जा रहा है।

जापान ने दी चीन को चेतावनी
28 October 2013
वाशिंगटन। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा है कि चीन ने यदि उसके राजनीतिक भू भाग के हितों के खिलाफ ताकत का सहारा लिया तो जापान चीन का मुकाबला करने को तैयार है।
शनिवार को एक पत्रिका में प्रकाशित एक साक्षात्कार में जापानी प्रधानमंत्री ने कहा है, 'मैंने यह महसूस किया है कि जापान से सिर्फ आर्थिक मोर्चे पर ही नेतृत्व की अपेक्षा नहीं है बल्कि एशिया प्रशांत महासागर क्षेत्र की सुरक्षा के मामले में भी नेतृत्व की जरूरत है।'
पत्रिका के अनुसार उन्होंने स्पष्ट किया कि जापान एशिया में चीन का जवाब देकर योगदान देगा।

वायु सेना को मिला चौथा सी-17 ग्लोबमास्टर
28 October 2013
वाशिंगटन। भारतीय वायुसेना को शनिवार को एक और सी-17 ग्लोबमास्टर-3 मिल गया। विमानन क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी बोइंग ने करार के तहत भारत को यह चौथा सी-17 ग्लोबमास्टर दिया है। कंपनी इस वर्ष के अंत तक एक और विमान भारत को सौंपेगी। ऐसे कुल 10 विमान भारतीय वायुसेना को मिलने हैं। ये सभी विमान मिलते ही भारत अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा सी-17 ग्लोबमास्टर रखने वाला दूसरा देश हो जाएगा।
सी-17 ग्लोबमास्टर मालवाहक विमान अपनी खासियतों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। इस विशाल विमान से एक ही बार में सैनिक टुकड़ी अपने पूरे साजो-सामान के साथ एक जगह से दूसरी जगह भेजी जा सकती है। हाल ही में सीमा पर चीन के साथ बढ़े तनाव के समय भारत ने सी-17 ग्लोबमास्टर को लद्दाख में उतारकर पड़ोसी देश को अपनी ताकत का परिचय कराया था। इसके अलावा यह विमान आपातकाल में भी बहुत उपयोगी है। अभी हाल ही में ओडिशा और आंध्र प्रदेश में आए फेलिन तूफान के समय इसका इस्तेमाल राहत सामग्री भेजने के लिए किया गया।
अमेरिकी कंपनी बोइंग का यह विमान 1991 में पहली बार जमीन पर उतरा। इसके बाद से कंपनी अब तक कुल 288 सी-17 ग्लोबमास्टर बना चुकी है। इसमें 223 विमान अमेरिकी वायुसेना के पास हैं, जबकि 35 विमान भारत, आस्ट्रेलिया, कनाडा, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन ने खरीदे हैं।

तनाव को वार्ता से दूर करें भारत-पाक : मून
28 October 2013
संयुक्त राष्ट। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने नियंत्रण रेखा पर बढ़े तनाव को दूर करने के के लिए भारत और पाकिस्तान को वार्ता करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच मुलाकात के बाद भी नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रहा था। पाकिस्तानी सेना ने इस सप्ताह जम्मू और सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी अग्रिम चौकियों पर भीषण गोलाबारी की। मून के प्रवक्ता मार्टिन नेसिर्की ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव नियंत्रण रेखा पर तनाव की खबरों से अवगत हैं और वह दोनों देशों को बातचीत के जरिए विवादों को दूर करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहेंगे।

जर्मनी और ब्राजील संयुक्त राष्ट्र में पेश करेंगे प्रस्ताव
28 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। अमेरिका द्वारा दुनियाभर के 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की टेलीफोन पर की गई बातचीत की निगरानी के रहस्योद्घाटन के बाद जर्मनी और ब्राजील इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में है। फिलहाल इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया जा रहा है।
ब्राजील और जर्मनी अमेरिका के विदेशी खुफिया कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के गुस्से का इजहार करने के लिए जिस मसौदे पर काम कर रहे हैं, उसमें इलेक्ट्रॉनिक संचार में लोगों की निजता बने रहने की गारंटी होगी। संयुक्त राष्ट्र महासभा का यह प्रस्ताव गैर बाध्यकारी होगा मगर इसे अमेरिकी जासूसी के विरोध स्वरूप देखा जाएगा। प्रस्ताव में अमेरिका का नाम नहीं लिया जाएगा, लेकिन इसके जरिए नागरिक और राजनीतिक अधिकारों के अंतरराष्ट्रीय नियम पत्र का दायरा विस्तृत कर इसमें इंटरनेट गतिविधियां शामिल करने की अपील की जाएगी। ब्राजील और जर्मनी इस मसौदे को अगले सप्ताह शुक्रवार तक मानवाधिकार सं संबंधित महासभा की समिति को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं। इस मामले में संयुक्त राष्ट्र में वोटिंग नवंबर के आखिर तक हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] के पूर्व एजेंट एडवर्ड स्नोडेन द्वारा गत सितंबर में जारी किए गए दस्तावेजों में कहा गया था कि एनएसए ने ब्राजील की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी पेट्रोब्रास की जासूसी की थी। जिसके बाद ब्राजील में काफी हंगामा हुआ था और ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ ने अपनी वाशिंगटन यात्रा स्थगित कर दी थी। वहीं जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के मोबाइल फोन की निगरानी किए जाने और फ्रांस के लाखों नागरिकों के फोन आंकड़े इकट्ठे किए जाने की रिपोर्ट सामने आने के बाद यूरोपीय नेताओं ने अपनी नाराजगी और गुस्से का इजहार किया था।
अमेरिका के साथ वार्ता करेंगे जर्मनी, फ्रांस :
अमेरिका के विदेशी खुफिया कार्यक्रम का नया शिकार बने जर्मनी और फ्रांस ब्रसेल्स में आयोजित हुए यूरोपीय संघ सम्मेलन में अमेरिका के साथ मिलकर नए समझौते पर काम करने के लिए तैयार हो गए हैं। नए समझौते के तहत खुफिया जानकारी जुटाने पर सहयोग बढ़ाने और गैर जासूसी कार्यक्रमों को शामिल किया जा सकता है। आगामी दिसंबर में आयोजित होने वाले यूरोपीय संघ के अगले सम्मेलन में नए समझौते की रूपरेखा को पेश किया जा सकता है।

शरीफ को ओबामा से मिली नाकामी
25 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के दौरान तीन मांगें प्रमुखता से उठाई थीं और उन्हें तीनों में ही नाकामी हाथ लगी। कश्मीर के मामले में अमेरिका की मध्यस्थता, पाकिस्तानी क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमले बंद करने और भारत की तरह परमाणु समझौते को लेकर उन्हें ओबामा से कोई आश्वासन नहीं मिला।
भारत और अमेरिका की ओर से मना किए जाने के बावजूद शरीफ ने ह्वाइट हाउस में ओबामा के साथ दो घंटे की मुलाकात में एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया, लेकिन दोनों नेताओं के संयुक्त बयान में न तो कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के बारे में और न ही ड्रोन हमले रोकने के संबंध में कुछ कहा गया। मुलाकात के बाद ओबामा के साथ मीडिया से मुखातिब शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर समेत अन्य मुद्दों पर भारत के साथ सहयोग को तैयार है। वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के साथ एक गुप्त समझौते के तहत पाकिस्तान ने कई वर्ष तक अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के ड्रोन हमलों को मंजूरी दे दी थी। वाशिंगटन पोस्ट ने सीआइए के गुप्त दस्तावेजों के हवाले से यह बात बताई है।

जमात के संस्थापक सदस्य की हादसे में मौत
25 October 2013
लाहौर। आतंकी गुट लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा गुट जमात-उद-दावा के संस्थापक सदस्यों में से एक हाफिज सैफुल्ला मंसूर की बृहस्पतिवार को एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वह तहरीक-ए-आजादी जम्मू-कश्मीर नामक संस्था का अध्यक्ष भी था।
मंसूर इस्लामाबाद से अपनी कार से लाहौर आ रहा था तभी उसकी कार फिसलकर सड़क के नीचे चली गई और उलट गई। मंसूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि उसके दो अन्य साथी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दोनों को लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार को मंसूर की अंतिम यात्रा में जमात-उद-दावा का संस्थापक हाफिज सईद भी शामिल होगा।

पाक में सरेआम हिंदू महिला के कपड़े फाड़े
25 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दिवाली मनाने मायके आई एक हिंदू महिला को पीटने और उसके कपड़े फाड़ने का मामला सामने आया है। मंगलवार रात गिरफ्तार किए गए आरोपी को बुधवार को अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घटना उमरकोट जिले के न्यू छोर टाउन की है। तीस वर्षीय हिंदू महिला सेन्होइ गांव की रहने वाली है। वह दीपावली मनाने कुछ दिन पहले ही अपनी मां के घर यहां आई थी। घटना वाले दिन वह मां के साथ गहने खरीदने गई तभी आरोपी उसके पीछे लग गया। उसने महिला के बाल पकड़कर गिरा दिया और पीटने लगा। इसी दौरान महिला के कपड़े फटकर शरीर से अलग हो गए।
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक वहां मौजूद कुछ लोगों ने महिला को बचाया और तन ढकने के लिए कपड़े दिए। आरोपी व्यक्ति धमकी देता हुआ भाग गया लेकिन बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, अल्पसंख्यक सांसद लाल माल्ही सहित कई सांसदों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
उमरकोट के एसएसपी अब्दुल कयूम और मामले के जांच अधिकारी अल्ताफ शाह ने कहा, स्थानीय लोगों का कहना है कि एक जमीन के प्लॉट को लेकर विवाद की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया, लेकिन पीड़ित परिवार ने इससे स्पष्ट तौर पर इन्कार किया है।

पाक में फिर टली मुंबई हमले की सुनवाई
25 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने एक बार फिर मुंबई हमले की सुनवाई टाल दी है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कहा कि पाकिस्तानी न्यायिक आयोग द्वारा भारत में मुख्य गवाहों से की गई जिरह से जुड़ा अदालती विवरण अभी तक उसे नहीं मिला है। अब मामले की अगली सुनवाई 24 अक्टूबर को होगी।
अभियोजन पक्ष के वकील मुहम्मद अजहर ने न्यायमूर्ति अतीक उर रहमान से कहा कि भारत से अदालती विवरण मिलने के बाद पाक सरकार द्वारा अदालत के सामने रिपोर्ट पेश की जाएगी।
अजहर ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों को नाव बेचने वाले व्यक्ति सहित कराची के चार गवाहों को भी समन किया गया है। सुनवाई के बाद बचाव पक्ष के वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि पाकिस्तानी समिति ने मुंबई में चार गवाहों से जिरह के दौरान कई आपत्तियां जताई थीं। भारतीय राजनयिक सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली में पाक उच्चायोग को पिछले सप्ताह ही रिकॉर्ड भेज दिए गए हैं।

तालिबान ने गिलानी के बेटे की रिहाई के बदले मांगे आतंकी
25 October 2013
लाहौर। प्रतिबंधित गुट तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के पांच महीने पहले अगवा किए गए बेटे को छोड़ने के बदले में अपने कुछ प्रमुख नेताओं की रिहाई की मांग की है।
आतंकियों ने आम चुनाव से दो दिन पहले नौ मई को मुल्तान में गिलानी के बेटे अली हैदर गिलानी को अगवा कर लिया था। अपहर्ताओं ने उनके सचिव को मार दिया था। गिलानी ने बुधवार को कहा, उन्हें बेटे की रिकॉर्ड की गई आवाज में उसका संदेश मिला है जिसमें उसे छोड़ने के लिए तालिबान की शर्तो के बारे में बताया गया है। अल-मंसूरियन ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू याजिद ने उन्हें यह संदेश सौंपा था। कहा जाता है कि उक्त गुट तालिबान की छत्रछाया में काम कर रहा है।
गिलानी ने कहा, याजिद ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद कुछ आतंकियों की रिहाई की मांग रखी है। गिलानी ने बेटे की रिहाई के लिए किसी खुफिया एजेंसी की मदद भी मांगी है। सैन्य प्रवक्ता ने कहा, मुजाहिदीन ने 2009 में गिलानी की सरकार द्वारा मालकंद तथा स्वात में तालिबान के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान का बदला लेने के लिए अली हैदर को अगवा किया था। गिलानी ने कहा, हैदर ने संदेश में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से अपील की है उसके अपहर्ताओं की मांगों को सुना जाए और उसकी रिहाई के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। उसने कहा कि वह सेहतमंद नहीं है और उसका इलाज नहीं कराया जा रहा।
सूत्रों ने बताया, अली हैदर के अपहर्ताओं ने गिलानी के परिवार से फिरौती के तौर पर बड़ी रकम भी मांगी थी। गिलानी फिरौती देने के लिए तैयार भी हैं, लेकिन वह पीएमएल-एन सरकार को कैदियों को छोड़ने के लिए बाध्य नहीं कर सकते। सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने अली हैदर को अशांत कबायली क्षेत्र में मिरानशाह में बंधक बनाकर रखा है।

26/11 पर शरीफ से जवाब तलब
25 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को मुंबई हमला मामले की सुनवाई में लगातार हो रही देरी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सवालों से दो-चार होना पड़ा। मई, 2013 में पीएम पद संभालने के बाद पहली अमेरिकी यात्रा के दौरान बुधवार को ओबामा ने शरीफ से पूछा कि अब तक 2008 मुंबई हमले में शामिल लोगों पर पाकिस्तानी अदालत में मुकदमा क्यों शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने आतंकी संगठन जमात-उद-दावा सहित सीमापार आतंकवाद से जुड़े कई तल्ख सवाल भी शरीफ से पूछे। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को सुरक्षा सहयोग के साथ ही आर्थिक मदद जारी रखने का भरोसा दिलाया।
ओबामा से दो घंटे की बातचीत के तुरंत बाद खुद इन बातों की जानकारी देते हुए शरीफ ने बताया कि अमेरिका ने उन्हें ड्रोन हमले बंद करने का कोई भरोसा नहंी दिया है। मुंबई हमला मामले को लेकर पाकिस्तान की सुस्ती पर भारतीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए ओबामा ने उनसे कई सवाल किए। गौरतलब है कि भारत 26/11 हमलों के लिए जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद को प्रमुख मास्टरमाइंड बताता रहा है। इस हमले में छह अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हुई थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जमात को प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट घोषित कर चुकी है। शरीफ ने बताया कि भारत-पाक संबंधों के साथ ही कश्मीर मसले पर भी अमेरिकी राष्ट्रपति से चर्चा हुई। हालांकि, शरीफ ने यह नहीं बताया कि उन्होंने कश्मीर से जुड़े किस-किस मुद्दे पर बात की और ओबामा ने क्या प्रतिक्रिया दी। जाहिर है कि कश्मीर मसले पर अमेरिकी मध्यस्थता के मामले में उन्हें सफलता नहंी मिली। ओबामा प्रशासन पहले ही कह चुका है कि कश्मीर को लेकर अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा। यह भारत-पाक का द्विपक्षीय मसला है।
ओबामा ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिल लादेन का ठिकाना ढूंढ़ने में सीआइए की मदद करने वाले डॉ. शकील अफरीदी की पाक में हिरासत के मुद्दे को भी उठाया। मुलाकात के दौरान ओबामा ने पाकिस्तान के साथ भारत की तरह का परमाणु समझौता करने से इन्कार कर दिया है। मुलाकात के बाद साझा बयान में दोनों नेताओं ने जोर दिया कि किसी भी देश की जमीन का इस्तेमाल पड़ोसी मुल्क को अस्थिर करने वाली गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए। भारत पहले कह चुका है कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है, जबकि शरीफ ने ओबामा से कहा कि आतंकवाद पाक-भारत दोनों के लिए खतरा है। ओबामा ने कहा कि उन्होंने और शरीफ ने सुरक्षा संबंधी मुद्दे पर इस प्रकार मिलकर काम करने का वादा किया है, जिससे पाकिस्तान की संप्रभुता का सम्मान हो।
संयुक्त वक्तव्य में ओबामा ने कहा, 'मुझे लगता है कि शरीफ भारत-पाक के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव को कम करने के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं। शरीफ के मुताबिक, दोनों मुल्कों के बीच तनाव के कारण अरबों डॉलर हथियारों की खरीद में ही खर्च हो रहा है, जिसका इस्तेमाल शिक्षा और समाज कल्याण पर किया जा सकता है। इससे दोनों देशों के साथ ही दक्षिण एशिया और पूरी दुनिया को फायदा मिलेगा।' गुरुवार को ह्वाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि अमेरिका क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को लेकर भी पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाने पर विचार कर रहा है।

पाकिस्तान ने 40 भारतीय मछुआरे गिरफ्तार किए
25 October 2013
दुन्या न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए सभी मछुआरों को आगे की जांच के लिए कराची ले जाया गया है। इनके खिलाफ पाकिस्तानी जल सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अरब सागर में अक्सर भारत और पाकिस्तान के मछुआरे अनजाने में एक दूसरे की समुद्री सीमा में प्रवेश कर जाते हैं। पिछले महीने भी 58 भारतीय मछुआरों को पकड़ा गया था।
इस बीच अहमदाबाद में पोरबंदर बोट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मनीष लोधारी ने बताया कि पकड़े गए सभी मछुआरे गुजरात के हैं। हालांकि पाकिस्तानी एजेंसी ने 20 अन्य मछुआरों को नाव के साथ छोड़ दिया जो गुरुवार शाम लौट आए। इस महीने के शुरू में जाखू तट के समीप अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में एक भारतीय मछुआरे की हत्या और पांच वोटों में सवार 30 मछुआरों के अपहरण के बाद यह दूसरी घटना है।
दुन्या न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए सभी मछुआरों को आगे की जांच के लिए कराची ले जाया गया है। इनके खिलाफ पाकिस्तानी जल सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अरब सागर में अक्सर भारत और पाकिस्तान के मछुआरे अनजाने में एक दूसरे की समुद्री सीमा में प्रवेश कर जाते हैं। पिछले महीने भी 58 भारतीय मछुआरों को पकड़ा गया था।
इस बीच अहमदाबाद में पोरबंदर बोट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मनीष लोधारी ने बताया कि पकड़े गए सभी मछुआरे गुजरात के हैं। हालांकि पाकिस्तानी एजेंसी ने 20 अन्य मछुआरों को नाव के साथ छोड़ दिया जो गुरुवार शाम लौट आए। इस महीने के शुरू में जाखू तट के समीप अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में एक भारतीय मछुआरे की हत्या और पांच वोटों में सवार 30 मछुआरों के अपहरण के बाद यह दूसरी घटना है।

ब्रह्मांड में सबसे दूर की ग्लैक्सी का पता चला
25 October 2013
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में अब तक के सबसे अधिक दूरी पर स्थित एक ऐसी ग्लैक्सी (तारामंडल) की खोज की है जो करीब 70 करोड़ साल पहले हुए महाविस्फोट के बाद के शुरुआती ब्रह्मांड की तस्वीर पेश करती है। इसके खोजी दल के वैज्ञानिकों में एक भारतीय मूल का भी वैज्ञानिक है।
खोजकर्ताओं का कहना है कि ग्लैक्सी की मौजूदा उम्र करीब 13.8 अरब साल है। माना जाता है कि यह इतनी पुरानी है जब ब्रह्मांड की उम्र उसकी मौजूदा उम्र के केवल करीब पांच फीसद थी। इस दल के निरीक्षणों से पता चलता है कि नई ग्लैक्सी जेड8-जीएनडी-5296 बहुत तेजी से तारों का निर्माण कर रही है। यह हर साल अपने सूर्य से करीब 300 गुणा द्रव्यमान पैदा कर रही है। तुलना करने पर आकाश गंगा (मिल्की वे) हर साल केवल दो से तीन तारे पैदा करती है। हबल अंतरिक्ष टेलीस्कोप से ली गई डीप ऑप्टिकल इंफ्रारेड तस्वीरों के जरिये इस तारामंडल का पता लगाया। हवाई स्थित केक टेलीस्कोप ने इसकी दूरी का पुष्टि की। हबल ने करीब एक लाख ग्लैक्सियों का पता लगा चुका है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, रिवरसाइड के खगोलशास्त्री बहराम मोबाशेर का कहना है कि अलग-अलग दूरी पर स्थित ग्लैक्सियों की तुलना करके हम ग्लैक्सियों के ब्रह्मांड में फैलाव की खोज कर सकते हैं।

भारत से नेपाल को सैन्य सामग्री की आपूर्ति शुरू
25 October 2013
काठमांडू। भारत ने पिछले आठ वर्षो से जारी प्रतिबंध को समाप्त करते हुए नेपाल को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति शुरू कर दी है। भारत ने अगले महीने नेपाल में होने वाले चुनाव से पहले आपूर्ति का वादा किया था।
नेपाल सेना मुख्यालय के सूत्र ने बुधवार को बताया कि 25 बारूदी सुरंग रोधी वाहनों सहित 360 वाहन पहुंच चुके हैं जबकि हथियार और गोला बारूद की आपूर्ति प्रक्रिया में है और ये भी जल्द ही पहुंच जाएंगे। 2005 में राजा ज्ञानेंद्र द्वारा नेपाल में इमरजेंसी लगाए जाने के बाद भारत ने सैन्य साजो-सामान की आपूर्ति बंद कर दी थी जिसके आठ वर्षो बाद पहली बार सैन्य उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देश में 19 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए सरकार ने 62 हजार सैनिकों की तैनाती का फैसला किया है। इसके लिए उसके सामने सबसे बड़ी दिक्कत सैन्य उपकरणों की कमी है जिसे देखते हुए भारत सैन्य सहायता की बहाली को तैयार हुआ।

मर्केल की जासूसी पर अमेरिकी राजदूत तलब
25 October 2013
बर्लिन। जर्मनी ने लंबे समय से चांसलर एंजेला मर्केल के टेलीफोन की निगरानी किए जाने पर गुरुवार को अमेरिकी राजदूत को तलब किया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक दिन पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा कई वर्षो से अपनी जासूसी किए जाने का दावा करते हुए मर्केल राष्ट्रपति बराक ओबामा से फोन पर आपत्ति जता चुकी हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मर्केल ने ओबामा से स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि यह सच निकला तो विश्वास को आघात पहुंचाने वाला होगा क्योंकि जर्मनी और अमेरिका में दशकों से गहरे संबंध हैं। इस तरह की कोशिश अस्वीकार्य है और इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। प्रवक्ता ने बताया कि इस मसले पर अमेरिकी प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उम्मीद है कि जर्मनी के खिलाफ निगरानी अभियान पर उसकी ओर से स्पष्टीकरण दिया जाएगा। गौरतलब है कि जर्मनी की विदेश खुफिया एजेंसी बीएनडी और सूचना प्रौद्योगिकी पर बनी संघीय सुरक्षा कार्यालय ने जांच के दौरान चांसलर की संदिग्ध निगरानी किए जाने के संकेत दिए थे। इसके बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ।

शरीफ को ओबामा से मिली नाकामी
24 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के दौरान तीन मांगें प्रमुखता से उठाई थीं और उन्हें तीनों में ही नाकामी हाथ लगी। कश्मीर के मामले में अमेरिका की मध्यस्थता, पाकिस्तानी क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमले बंद करने और भारत की तरह परमाणु समझौते को लेकर उन्हें ओबामा से कोई आश्वासन नहीं मिला।
भारत और अमेरिका की ओर से मना किए जाने के बावजूद शरीफ ने ह्वाइट हाउस में ओबामा के साथ दो घंटे की मुलाकात में एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया, लेकिन दोनों नेताओं के संयुक्त बयान में न तो कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के बारे में और न ही ड्रोन हमले रोकने के संबंध में कुछ कहा गया। मुलाकात के बाद ओबामा के साथ मीडिया से मुखातिब शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर समेत अन्य मुद्दों पर भारत के साथ सहयोग को तैयार है। वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के साथ एक गुप्त समझौते के तहत पाकिस्तान ने कई वर्ष तक अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के ड्रोन हमलों को मंजूरी दे दी थी। वाशिंगटन पोस्ट ने सीआइए के गुप्त दस्तावेजों के हवाले से यह बात बताई है।

जमात के संस्थापक सदस्य की हादसे में मौत
24 October 2013
लाहौर। आतंकी गुट लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा गुट जमात-उद-दावा के संस्थापक सदस्यों में से एक हाफिज सैफुल्ला मंसूर की बृहस्पतिवार को एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वह तहरीक-ए-आजादी जम्मू-कश्मीर नामक संस्था का अध्यक्ष भी था।
मंसूर इस्लामाबाद से अपनी कार से लाहौर आ रहा था तभी उसकी कार फिसलकर सड़क के नीचे चली गई और उलट गई। मंसूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि उसके दो अन्य साथी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दोनों को लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार को मंसूर की अंतिम यात्रा में जमात-उद-दावा का संस्थापक हाफिज सईद भी शामिल होगा।

पाक में सरेआम हिंदू महिला के कपड़े फाड़े
24 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दिवाली मनाने मायके आई एक हिंदू महिला को पीटने और उसके कपड़े फाड़ने का मामला सामने आया है। मंगलवार रात गिरफ्तार किए गए आरोपी को बुधवार को अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घटना उमरकोट जिले के न्यू छोर टाउन की है। तीस वर्षीय हिंदू महिला सेन्होइ गांव की रहने वाली है। वह दीपावली मनाने कुछ दिन पहले ही अपनी मां के घर यहां आई थी। घटना वाले दिन वह मां के साथ गहने खरीदने गई तभी आरोपी उसके पीछे लग गया। उसने महिला के बाल पकड़कर गिरा दिया और पीटने लगा। इसी दौरान महिला के कपड़े फटकर शरीर से अलग हो गए।
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक वहां मौजूद कुछ लोगों ने महिला को बचाया और तन ढकने के लिए कपड़े दिए। आरोपी व्यक्ति धमकी देता हुआ भाग गया लेकिन बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, अल्पसंख्यक सांसद लाल माल्ही सहित कई सांसदों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
उमरकोट के एसएसपी अब्दुल कयूम और मामले के जांच अधिकारी अल्ताफ शाह ने कहा, स्थानीय लोगों का कहना है कि एक जमीन के प्लॉट को लेकर विवाद की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया, लेकिन पीड़ित परिवार ने इससे स्पष्ट तौर पर इन्कार किया है।

पाक में फिर टली मुंबई हमले की सुनवाई
24 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने एक बार फिर मुंबई हमले की सुनवाई टाल दी है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कहा कि पाकिस्तानी न्यायिक आयोग द्वारा भारत में मुख्य गवाहों से की गई जिरह से जुड़ा अदालती विवरण अभी तक उसे नहीं मिला है। अब मामले की अगली सुनवाई 24 अक्टूबर को होगी।
अभियोजन पक्ष के वकील मुहम्मद अजहर ने न्यायमूर्ति अतीक उर रहमान से कहा कि भारत से अदालती विवरण मिलने के बाद पाक सरकार द्वारा अदालत के सामने रिपोर्ट पेश की जाएगी।
अजहर ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों को नाव बेचने वाले व्यक्ति सहित कराची के चार गवाहों को भी समन किया गया है। सुनवाई के बाद बचाव पक्ष के वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि पाकिस्तानी समिति ने मुंबई में चार गवाहों से जिरह के दौरान कई आपत्तियां जताई थीं। भारतीय राजनयिक सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली में पाक उच्चायोग को पिछले सप्ताह ही रिकॉर्ड भेज दिए गए हैं।

तालिबान ने गिलानी के बेटे की रिहाई के बदले मांगे आतंकी
24 October 2013
लाहौर। प्रतिबंधित गुट तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के पांच महीने पहले अगवा किए गए बेटे को छोड़ने के बदले में अपने कुछ प्रमुख नेताओं की रिहाई की मांग की है।
पहले नौ मई को मुल्तान में गिलानी के बेटे अली हैदर गिलानी को अगवा कर लिया था। अपहर्ताओं ने उनके सचिव को मार दिया था। गिलानी ने बुधवार को कहा, उन्हें बेटे की रिकॉर्ड की गई आवाज में उसका संदेश मिला है जिसमें उसे छोड़ने के लिए तालिबान की शर्तो के बारे में बताया गया है। अल-मंसूरियन ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू याजिद ने उन्हें यह संदेश सौंपा था। कहा जाता है कि उक्त गुट तालिबान की छत्रछाया में काम कर रहा है।
गिलानी ने कहा, याजिद ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद कुछ आतंकियों की रिहाई की मांग रखी है। गिलानी ने बेटे की रिहाई के लिए किसी खुफिया एजेंसी की मदद भी मांगी है। सैन्य प्रवक्ता ने कहा, मुजाहिदीन ने 2009 में गिलानी की सरकार द्वारा मालकंद तथा स्वात में तालिबान के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान का बदला लेने के लिए अली हैदर को अगवा किया था। गिलानी ने कहा, हैदर ने संदेश में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से अपील की है उसके अपहर्ताओं की मांगों को सुना जाए और उसकी रिहाई के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। उसने कहा कि वह सेहतमंद नहीं है और उसका इलाज नहीं कराया जा रहा।
सूत्रों ने बताया, अली हैदर के अपहर्ताओं ने गिलानी के परिवार से फिरौती के तौर पर बड़ी रकम भी मांगी थी। गिलानी फिरौती देने के लिए तैयार भी हैं, लेकिन वह पीएमएल-एन सरकार को कैदियों को छोड़ने के लिए बाध्य नहीं कर सकते। सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने अली हैदर को अशांत कबायली क्षेत्र में मिरानशाह में बंधक बनाकर रखा है।

26/11 पर शरीफ से जवाब तलब
24 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को मुंबई हमला मामले की सुनवाई में लगातार हो रही देरी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सवालों से दो-चार होना पड़ा। मई, 2013 में पीएम पद संभालने के बाद पहली अमेरिकी यात्रा के दौरान बुधवार को ओबामा ने शरीफ से पूछा कि अब तक 2008 मुंबई हमले में शामिल लोगों पर पाकिस्तानी अदालत में मुकदमा क्यों शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने आतंकी संगठन जमात-उद-दावा सहित सीमापार आतंकवाद से जुड़े कई तल्ख सवाल भी शरीफ से पूछे। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को सुरक्षा सहयोग के साथ ही आर्थिक मदद जारी रखने का भरोसा दिलाया।
ओबामा से दो घंटे की बातचीत के तुरंत बाद खुद इन बातों की जानकारी देते हुए शरीफ ने बताया कि अमेरिका ने उन्हें ड्रोन हमले बंद करने का कोई भरोसा नहंी दिया है। मुंबई हमला मामले को लेकर पाकिस्तान की सुस्ती पर भारतीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए ओबामा ने उनसे कई सवाल किए। गौरतलब है कि भारत 26/11 हमलों के लिए जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद को प्रमुख मास्टरमाइंड बताता रहा है। इस हमले में छह अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हुई थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जमात को प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट घोषित कर चुकी है। शरीफ ने बताया कि भारत-पाक संबंधों के साथ ही कश्मीर मसले पर भी अमेरिकी राष्ट्रपति से चर्चा हुई। हालांकि, शरीफ ने यह नहीं बताया कि उन्होंने कश्मीर से जुड़े किस-किस मुद्दे पर बात की और ओबामा ने क्या प्रतिक्रिया दी। जाहिर है कि कश्मीर मसले पर अमेरिकी मध्यस्थता के मामले में उन्हें सफलता नहंी मिली। ओबामा प्रशासन पहले ही कह चुका है कि कश्मीर को लेकर अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा। यह भारत-पाक का द्विपक्षीय मसला है।
ओबामा ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिल लादेन का ठिकाना ढूंढ़ने में सीआइए की मदद करने वाले डॉ. शकील अफरीदी की पाक में हिरासत के मुद्दे को भी उठाया। मुलाकात के दौरान ओबामा ने पाकिस्तान के साथ भारत की तरह का परमाणु समझौता करने से इन्कार कर दिया है। मुलाकात के बाद साझा बयान में दोनों नेताओं ने जोर दिया कि किसी भी देश की जमीन का इस्तेमाल पड़ोसी मुल्क को अस्थिर करने वाली गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए। भारत पहले कह चुका है कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है, जबकि शरीफ ने ओबामा से कहा कि आतंकवाद पाक-भारत दोनों के लिए खतरा है। ओबामा ने कहा कि उन्होंने और शरीफ ने सुरक्षा संबंधी मुद्दे पर इस प्रकार मिलकर काम करने का वादा किया है, जिससे पाकिस्तान की संप्रभुता का सम्मान हो।
संयुक्त वक्तव्य में ओबामा ने कहा, 'मुझे लगता है कि शरीफ भारत-पाक के बीच दशकों से चले आ रहे तनाव को कम करने के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं। शरीफ के मुताबिक, दोनों मुल्कों के बीच तनाव के कारण अरबों डॉलर हथियारों की खरीद में ही खर्च हो रहा है, जिसका इस्तेमाल शिक्षा और समाज कल्याण पर किया जा सकता है। इससे दोनों देशों के साथ ही दक्षिण एशिया और पूरी दुनिया को फायदा मिलेगा।' गुरुवार को ह्वाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि अमेरिका क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को लेकर भी पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाने पर विचार कर रहा है।

पाकिस्तान ने 40 भारतीय मछुआरे गिरफ्तार किए
24 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने गुरुवार को अपनी जल सीमा में कथित रूप से प्रवेश करने पर 40 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर उनकी नौ नावों को कब्जे में ले लिया।
दुन्या न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए सभी मछुआरों को आगे की जांच के लिए कराची ले जाया गया है। इनके खिलाफ पाकिस्तानी जल सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अरब सागर में अक्सर भारत और पाकिस्तान के मछुआरे अनजाने में एक दूसरे की समुद्री सीमा में प्रवेश कर जाते हैं। पिछले महीने भी 58 भारतीय मछुआरों को पकड़ा गया था।
इस बीच अहमदाबाद में पोरबंदर बोट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मनीष लोधारी ने बताया कि पकड़े गए सभी मछुआरे गुजरात के हैं। हालांकि पाकिस्तानी एजेंसी ने 20 अन्य मछुआरों को नाव के साथ छोड़ दिया जो गुरुवार शाम लौट आए। इस महीने के शुरू में जाखू तट के समीप अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में एक भारतीय मछुआरे की हत्या और पांच वोटों में सवार 30 मछुआरों के अपहरण के बाद यह दूसरी घटना है।

ब्रह्मांड में सबसे दूर की ग्लैक्सी का पता चला
24 October 2013
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में अब तक के सबसे अधिक दूरी पर स्थित एक ऐसी ग्लैक्सी (तारामंडल) की खोज की है जो करीब 70 करोड़ साल पहले हुए महाविस्फोट के बाद के शुरुआती ब्रह्मांड की तस्वीर पेश करती है। इसके खोजी दल के वैज्ञानिकों में एक भारतीय मूल का भी वैज्ञानिक है।
खोजकर्ताओं का कहना है कि ग्लैक्सी की मौजूदा उम्र करीब 13.8 अरब साल है। माना जाता है कि यह इतनी पुरानी है जब ब्रह्मांड की उम्र उसकी मौजूदा उम्र के केवल करीब पांच फीसद थी। इस दल के निरीक्षणों से पता चलता है कि नई ग्लैक्सी जेड8-जीएनडी-5296 बहुत तेजी से तारों का निर्माण कर रही है। यह हर साल अपने सूर्य से करीब 300 गुणा द्रव्यमान पैदा कर रही है। तुलना करने पर आकाश गंगा (मिल्की वे) हर साल केवल दो से तीन तारे पैदा करती है। हबल अंतरिक्ष टेलीस्कोप से ली गई डीप ऑप्टिकल इंफ्रारेड तस्वीरों के जरिये इस तारामंडल का पता लगाया। हवाई स्थित केक टेलीस्कोप ने इसकी दूरी का पुष्टि की। हबल ने करीब एक लाख ग्लैक्सियों का पता लगा चुका है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, रिवरसाइड के खगोलशास्त्री बहराम मोबाशेर का कहना है कि अलग-अलग दूरी पर स्थित ग्लैक्सियों की तुलना करके हम ग्लैक्सियों के ब्रह्मांड में फैलाव की खोज कर सकते हैं।

भारत से नेपाल को सैन्य सामग्री की आपूर्ति शुरू
24 October 2013
काठमांडू। भारत ने पिछले आठ वर्षो से जारी प्रतिबंध को समाप्त करते हुए नेपाल को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति शुरू कर दी है। भारत ने अगले महीने नेपाल में होने वाले चुनाव से पहले आपूर्ति का वादा किया था।
नेपाल सेना मुख्यालय के सूत्र ने बुधवार को बताया कि 25 बारूदी सुरंग रोधी वाहनों सहित 360 वाहन पहुंच चुके हैं जबकि हथियार और गोला बारूद की आपूर्ति प्रक्रिया में है और ये भी जल्द ही पहुंच जाएंगे। 2005 में राजा ज्ञानेंद्र द्वारा नेपाल में इमरजेंसी लगाए जाने के बाद भारत ने सैन्य साजो-सामान की आपूर्ति बंद कर दी थी जिसके आठ वर्षो बाद पहली बार सैन्य उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देश में 19 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए सरकार ने 62 हजार सैनिकों की तैनाती का फैसला किया है। इसके लिए उसके सामने सबसे बड़ी दिक्कत सैन्य उपकरणों की कमी है जिसे देखते हुए भारत सैन्य सहायता की बहाली को तैयार हुआ।

मर्केल की जासूसी पर अमेरिकी राजदूत तलब
24 October 2013
बर्लिन। जर्मनी ने लंबे समय से चांसलर एंजेला मर्केल के टेलीफोन की निगरानी किए जाने पर गुरुवार को अमेरिकी राजदूत को तलब किया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक दिन पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा कई वर्षो से अपनी जासूसी किए जाने का दावा करते हुए मर्केल राष्ट्रपति बराक ओबामा से फोन पर आपत्ति जता चुकी हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मर्केल ने ओबामा से स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि यह सच निकला तो विश्वास को आघात पहुंचाने वाला होगा क्योंकि जर्मनी और अमेरिका में दशकों से गहरे संबंध हैं। इस तरह की कोशिश अस्वीकार्य है और इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। प्रवक्ता ने बताया कि इस मसले पर अमेरिकी प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उम्मीद है कि जर्मनी के खिलाफ निगरानी अभियान पर उसकी ओर से स्पष्टीकरण दिया जाएगा। गौरतलब है कि जर्मनी की विदेश खुफिया एजेंसी बीएनडी और सूचना प्रौद्योगिकी पर बनी संघीय सुरक्षा कार्यालय ने जांच के दौरान चांसलर की संदिग्ध निगरानी किए जाने के संकेत दिए थे। इसके बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ।

सोनिया के खिलाफ एकतरफा फैसला देने की मांग खारिज
24 October 2013
न्यूयार्क। अमेरिका की एक संघीय अदालत ने उन्नीस सौ चौरासी के सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एकतरफा फैसला देने की मांग खारिज कर दी है। अदालत ने यह मांग करने वाली संस्था सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) को कानूनी तौर पर कमजोर अपनी शिकायत में संशोधन करने के लिए चार हफ्ते का समय दिया है।
सोनिया के वकील रवि बत्रा ने ईमेल के जरिये बताया कि एसएफजे के दावे के विपरीत सोनिया पिछले माह जब अपने इलाज के लिए इस शहर में आई थीं तो उन्हें समन नहीं दिया गया था।
बत्रा ने संघीय जज को यह भी जानकारी दी कि न्यूयार्क की अदालत को यह मामला उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। एसएफजे इसके लिए उचित न्यायाधीश और जगह का इस्तेमाल नहीं कर रही है।
न्यूयार्क की पूर्वी जिला की अदालत में एक शपथ पत्र दायर कर कहा कि सोनिया को नौ सितंबर को रिसेप्शनिस्ट, नर्स सुपरवाइजर और सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से स्लोआन-केटरिंग मेमोरियल अस्पताल में समन दिया गया था। वह अदालत में उपस्थित नहीं हुई, इसलिए उनके खिलाफ एकतरफा फैसला दिया जाए।

नत्थी वीजा पर नहीं माना चीन
24 October 2013
बीजिंग। भारत और चीन के बीच बुधवार को वैसे तो कई समझौते हुए, लेकिन नत्थी वीजा के मसले पर चीनी नेतृत्व ने कोई भी आश्वासन देने से इन्कार कर दिया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीजिंग दौरे में बुधवार को भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अरुणाचल प्रदेश की दो महिला तीरंदाजों को चीनी दूतावास द्वारा नत्थी वीजा जारी करने के मुद्दे को उठाते हुए सख्त एतराज जताया। यही नहीं, ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में मनमोहन और चीनी प्रधानमंत्री ली कछ्यांग के बीच इस मसले पर चर्चा भी हुई, लेकिन चीन ने कोई भरोसा नहीं दिलाया। हालांकि, इस दौरान दोनों पक्षों ने सीमा रक्षा सहयोग समेत नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर मनमोहन सिंह ने ली कछ्यांग को भारत आने का न्योता भी दिया।
भारतीय विदेश सचिव सुजाता सिंह ने दोहराया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है। साथ ही स्वीकार किया कि चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ चार घंटे चली बैठक में नत्थी वीजा पर भी चर्चा हुई। हालांकि, आखिर में उन्होंने कहा कि वह इस मामले का ब्योरा अभी नहीं दे सकती। फिलहाल मसले पर बातचीत जारी हैं। मनमोहन ने भी ली से बातचीत के दौरान वीजा नियमों में छूट की बात रखी थी, लेकिन इन मांगों को पूरा करने में चीनी नेतृत्व को कुछ समय लगेगा। सुजाता ने बताया कि बातचीत के दौरान पाकिस्तानी जमीन से चलने वाली आतंकी गतिविधियों पर भी चर्चा हुई। रक्षा समझौते के तहत भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने की जरूरत को स्वीकार किया गया। बुधवार को हुए कुल नौ समझौतों में दोनों देशों से होकर बहने वाली नदियों का मामला भी शामिल है। अब भारत को सतलुज और ब्रह्मपुत्र के बारे में ज्यादा सूचनाएं हासिल हो सकेंगी। मनमोहन सिंह ने भारत-चीन के व्यापार असंतुलन का मसला भी उठाया, जो पूरी तरह से चीन के पक्ष में झुका हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस स्थिति को बनाए नहीं रखा जा सकता।
बुधवार को कछ्यांग के बयान से भी स्पष्ट हो गया कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन के पुनरुत्थान के लिए भारत के साथ मजबूत राजनीतिक व आर्थिक रिश्ते जरूरी हैं। इस दौरान चीनी प्रधानमंत्री ने भारत में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में एक दशक की आर्थिक व सामाजिक प्रगति की तारीफ भी की। वह याद दिलाना नहीं भूले कि 1954 के बाद पहली बार दोनों देश के प्रधानमंत्रियों ने एक ही साल में एक-दूसरे के देश का दौरा किया है। ली ने बताया कि भारत और चीन अगले माह दक्षिण चीन में आतंकवाद विरोधी संयुक्त अभ्यास करने जा रहे हैं। सीमा विवाद पर उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय सबंधों के लिए मतभेदों को संभालना जरूरी है।
बुधवार को भारत में चीन का निवेश बढ़ाने वाले कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए। इसमें सड़क परिवहन व राजमार्गो पर सहयोग, ऊर्जा उपकरणों के सर्विस सेंटरों की स्थापना पर एमओयू शामिल हैं। दोनों पक्षों के बीच नालंदा विश्वविद्यालय को लेकर भी एक करार हुआ। कॅस्को के सफल दौरे के बाद बीजिंग में बातचीत के अब तक के नतीजों से भारतीय खेमा संतुष्ट नजर आ रहा है। मनमोहन ने कहा कि वह चीन की जनता व सरकार से मिले उदार आतिथ्य से अभिभूत हैं।

'ली को चीनी नागरिकों को वीजा नियमों में सहूलियतों पर भारतीय प्रतिबद्धता के बारे में बता दिया गया है। साथ ही उम्मीद जताई गई है कि चीन भी भारतीय नागरिकों को वीजा नियमों में छूट देगा।'

-मनमोहन सिंह

ओबामा के साथ कश्मीर मुद्दा उठाने पर अड़े शरीफ
24 October 2013
वाशिंगटन। ओबामा प्रशासन द्वारा कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता से इन्कार किए जाने के बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को उठाने पर अड़े दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका से आर्थिक मदद हासिल करने के अलावा ड्रोन हमले बंद करवाना भी शरीफ के एजेंडे में शामिल है।
दोनों देशों के अधिकारियों ने बताया कि वाशिंगटन और इस्लामाबाद के संबंध उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। ओबामा और शरीफ मुलाकात के दौरान न केवल विवादित मसलों पर चर्चा होगी बल्कि दोनों नेता यह दिखाने की कोशिश भी करेंगे कि द्विपक्षीय संबंध मजबूत हो रहे हैं। बैठक का समय 90 मिनट निर्धारित किया गया है। बैठक से पहले व्हाइट हाउस ने बताया कि पाकिस्तान से उनके संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं। ऊर्जा, व्यापार, आर्थिक सहयोग, क्षेत्रीय स्थायित्व और चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर दोनों नेता चर्चा करेंगे। अमेरिका पाकिस्तान की जनता के हित में कदम उठाएगा। मंगलवार को वाशिंगटन में एक थिंक टैंक बैठक के दौरान शरीफ ने साफ किया था कि वह ड्रोन हमले बंद करवाने और कश्मीर पर अमेरिकी मध्यस्थता का मुद्दा उठाएंगे।
बंद नहीं होंगे ड्रोन हमलेड्रोन हमले बंद करने की पाकिस्तान की मांग पर ओबामा प्रशासन ने साफ इन्कार कर दिया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने बुधवार को कहा कि ये हमले आतंकियों की नकेल कसने के लिए किए जाते हैं। ये न केवल कानूनी बल्कि असरदार भी हैं। आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका का यह अभियान कानूनन सही है।
कार्नी के इस बयान से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को धक्का पहुंचा होगा। वह इसी उम्मीद के साथ वाशिंगटन पहुंचे हैं कि अमेरिकी नेतृत्व को ड्रोन हमले बंद करने पर राजी करा लेंगे। नवाज शरीफ ने आरोप लगाया था कि अमेरिका उनके देश में ड्रोन हमले कर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है। इन हमलों में कई आम नागरिकों ने भी जान गंवाई है।
कार्नी ने कहा, हम दोनों आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। हम कभी आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाते। हम चाहते हैं कि आतंकी हमले रुकें और इनकी जानकारी साझा की जाए। ड्रोन विमानों ने इस अभियान में काफी सफलता हासिल की है। अमेरिका हमेशा इस बात का विशेष ख्याल रखता है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन न हो। विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कहा, पाकिस्तान की ऐसी मांग पर न तो हां कहा जा सकता है न ही ना। यह मांग अन्य बातों से अलग है। ये आसान सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई दोनों की है, इस बात के लिए वो जब आगे बढ़ेंगे हम लोग हमेशा बात करेंगे।

नौकरी करने के लिए गूगल सबसे बेहतर
24 October 2013
न्यूयॉर्क। इंटरनेट दिग्गज गूगल न सिर्फ सर्च इंजन में सबसे अव्वल है बल्कि नौकरी करने के लिए भी सबसे बेहतर है। कर्मचारियों के लिए अच्छे माहौल और सुविधाएं उपलब्ध कराने को देखते हुए एक सर्वे में इसे काम लायक दुनिया की शीर्ष कंपनी में शुमार किया गया है। 25 बहुराष्ट्रीय कंपनियों की इस सूची में भारत और एशिया की एक भी कंपनी जगह नहीं बना पाई।
मानव संसाधन सलाहकार फर्म ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए इस सर्वे में सॉफ्टवेयर कंपनी एसएएस इंस्टीट्यूट को दूसरे नंबर पर रखा गया है। वहीं, नेटवर्क स्टोरेज प्रोवाइडर नेटएप को तीसरे और सॉफ्टेवयर दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट को चौथे नंबर पर रखा गया है। इस सूची में शामिल सभी कंपनियां अमेरिका या यूरोप की हैं। टॉप-10 में ब्रिटेन की डियाजियो [आठवें] को छोड़कर बाकी सभी अमेरिकी कंपनियां ही हैं।
इस सूची में जगह बनाने के लिए 45 देशों की 6,000 कंपनियों ने आवेदन किया था। दूसरे राउंड में एक हजार कंपनियों का चयन हुआ, जिसमें से 25 बेहतर कंपनियों को इसमें शामिल किया गया। सूची में पांचवें नंबर पर वीएल गोर एंड एसोसिएट्स, छठे पर किमबर्ले क्लार्क, सातवें पर मैरियोट, नौंवे पर नेशनल इंस्ट्रूमेंट्स और दसवें नंबर पर आइटी कंपनी सिस्को को रखा गया है। इसके अलावा ऑटोडेस्क [11], मोनसांटो [12], बीबीवीए [13], अमेरिकन एक्सप्रेस [14], हिल्टी [15], टेलिफोनिका [16], एकॉर [17], क्विंटाइल्स [18], एससी जॉनसन [19] और फेडेक्स एक्सप्रेस [20] भी काम करने लायक दुनिया की सबसे अच्छी कंपनियां हैं।
अटेंटो [21], मार्स [22], मैक्डोनाल्ड [23], कोका-कोला [24] और नोवार्तिस [25] भी इस सूची में जगह पाने में कामयाब रही हैं। इन कंपनियों में कुल 1.19 करोड़ लोग नौकरी करते हैं।

पीएम के स्वागत में गूंजा गोरे-गोरे, बांके छोरे
24 October 2013
बीजिंग। चीन के प्रधानमंत्री ली कछ्यांग द्वारा बुधवार को आयोजित सम्मान भोज में पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्वागत बॉलीवुड गीत 'गोरे-गोर, बांके छोरे' से किया गया। चीनी सैन्य बैंड यही नहीं रुका और उसने 'बार-बार देखो, हजार बार देखो' और 'मेरा नाम चिन चिन चू' भी बजाया।
बैंड ने भोज के दौरान बैंकग्राउंड म्यूजिक के लिए 'रेड डेट्स फॉर फैमिली' और 'आवर लाइफ फुल ऑफ साइन' जैसे पश्चिमी गानों की धुन भी बजाई। भोज में मनमोहन के लिए बेहतरीन चीनी खाना परोसा गया। इसमें प्राचीन व पारंपरिक स्वाद के लिए स्पंज बांस व मशरूम का सूप, बीन व दही के ऊपर सब्जियों की कतरने पेश की गई। मनमोहन को यह चीन दौरा अहम समझौतों के साथ ही एक के बाद एक आयोजित किए गए भोज के लिए भी याद रहेगा।
प्रधानमंत्री ली के अलावा राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पूर्व पीएम वेन जियाबाओ ने भी उन्हें भोज पर आमंत्रित किया। शी द्वारा आयोजित भोज में तीन चीनी भरतनाट्यम कलाकारों ने नृत्य भी पेश किया था। बुधवार को ली मनमोहन को फॉरबिडेन सिटी महल भी घुमाने ले गए। इस दौरान ली गाइड की भूमिका में नजर आए।

विवादों से घिरे बिशप को वेटिकन ने किया निलंबित
24 October 2013
वेटिकन सिटी। शानो शौकत और खर्चीली जीवन शैली के कारण विवादों में घिरे जर्मनी के कैथोलिक बिशप को बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया। जर्मनी में लिमबर्ग के बिशप फ्रेंज पीटर तेबा‌र्ज्स वान एस्ट अपने आवास और कार्यालय के पुननिर्माण पर भारी भरकम धनराशि खर्च और बिजनेस क्लास से भारत की यात्रा करने पर विवादों से घिरे हैं। इन विवादों पर सफाई देने के लिए हाल में उन्होंने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। पोप से मिलने के लिए उन्हें रोम में आठ दिनों तक इंतजार करना पड़ा था। वेटिकन ने एक बयान में कहा, 'ऐसे हालात में बिशप अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर सकते हैं।' इस बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उन्हें कितने समय के लिए निलंबित किया गया है लेकिन कहा गया है कि यह लिमबर्ग में उनके द्वारा खर्च की गई धनराशि की वित्तीय जांच पर निर्भर करता है।
बच्चों की मृत्यु दर कम करने में कामयाब रहा भारत
24 October 2013
न्यूयॉर्क। भारत ने पांच वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों की मृत्यु दर [प्रति हजार बच्चों पर मरने वालों की संख्या] को कम करने में उल्लेखनीय सफलता पाई है। इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देशों की सूची में पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर पहले स्थान पर है। लाइबेरिया, रवांडा, इंडोनेशिया, मेडागास्कर, चीन, मिश्र, तंजानिया और मोजांबिक पहले 10 देशों की श्रेणी में शामिल हैं।
गैरसरकारी संस्था सेव द चिल्ड्रन नामक संस्था ने वर्ष 1990 के बाद से भारत समेत 75 देशों में पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चों के मृत्यु दर की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार की है। हैती, पापुआ न्यूगिनी और गुयना में बच्चों की स्थिति सबसे खराब है। अफ्रीका के उप सहारा क्षेत्रों में स्थिति पहले से खराब हुई है।
लांसेट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2001 में भारत में पांच वर्ष से कम आयु वाले 25 लाख बच्चों की मौत हुई थी। वर्ष 2012 में यह संख्या घटकर 15 लाख तक पहुंच गई। रिपोर्ट में मौत की मुख्य वजह डायरिया, निमोनिया और कुपोषण को बताया गया है। संस्था के वैश्विक अभियान के निदेशक पैट्रिक वाट ने इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।

परमाणु मिसाइलों के प्रक्षेपण द्वार खोलकर भूले अधिकारी
24 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी सेना के अधिकारी वर्ष में दो बार परमाणु मिसाइल का प्रक्षेपण द्वार खोलकर भूल गए। इस चूक के लिए उन्हें सजा दी गई। यदि मिसाइलें दग जातीं तो तबाही मच सकती थी।
अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार परमाणु मिसाइल के प्रक्षेपण प्रभारी अमेरिकी वायुसेना के अधिकारी अपने कमांड पोस्ट पर प्रक्षेपण द्वार खुला छोड़कर भूल गए। दो अधिकारी परमाणु मिसाइल प्रक्षेपित करने वाली चाभी पर नियंत्रण रखते हैं। जब तक विनाशकारी हथियारों पर कड़े नियंत्रण को लेकर वे आश्वस्त नहीं हो जाते तब तक प्रक्षेपण द्वार खोलने की मनाही है। लेकिन सेना के ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जॉन शीट्स ने कहा कि जिस समय प्रक्षेपण द्वार बंद रहने चाहिए थे, उस समय इसे खुला रखने पर पिछले वर्ष दो मामले में सजा दी गई। उन्होंने बताया कि अप्रैल में नॉर्थ डकोटा में मिनोट वायु सैनिक अड्डे पर जिस समय एक अधिकारी झपकी ले रहा था उसी समय एक कुक वहां भोजन देने आया तो दूसरे अधिकारी ने प्रक्षेपण द्वार खोल दिया। इसी तरह मई में मोंटाना में मैल्मस्ट्रोम वायु सैनिक अड्डे पर जब एक मरम्मत करने वाली टीम आई तो एक अधिकारी ने प्रक्षेपण द्वार खोल दिया। जबकि उसका साथी अपने क्वार्टर में सो रहा था। दोनों ही मामलों में द्वार खोले जाने से पहले सो रहे अधिकारी को जगाया जाना चाहिए था।

अमेरिकी सांसदों ने की डॉक्टर आफरीदी को रिहा करने की अपील
24 October 2013
वाशिंगटन। शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से डॉक्टर शकील आफरीदी को रिहा करने की अपील की है। आफरीदी ने ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में अमेरिका की मदद की थी।
अमेरिकी संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एड रॉयस ने कहा, मैंने नवाज शरीफ से अनुरोध किया है आफरीदी को रिहा कर दिया जाए। रॉयस और समिति के एक अन्य महत्वपूर्ण सदस्य एलियट इंगेल ने 15 अन्य सांसदों के साथ मंगलवार को वाशिंगटन में शरीफ से मुलाकात की थी। इस बीच पाकिस्तान के विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी ने अमेरिका से कहा है कि आफरीदी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को लेकर जेल में है। वह कोई हीरो नहीं है। कोर्ट उसके भविष्य का फैसला करेगा। दो मई, 2011 को अमेरिकी कमांडो द्वारा ओसामा को मार गिराए जाने के बाद आफरीदी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
आफरीदी को आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम के साथ संबंधों को लेकर उसे देशद्रोह मामले में दोषी ठहराया गया है। उसने इस मामले की फिर से जांच की मांग की है। इस मांग पर संघ शासित कबायली क्षेत्र में एक न्यायाधिकरण 30 अक्टूबर को सुनवाई करेगा।

कमजोर अलकायदा बना सकता है भारत को निशाना
24 October 2013
वाशिंगटन। एक अमेरिकी आतंकवाद रोधी विशेषज्ञ ने यह अंदेशा जताया है कि कमजोर अलकायदा भारत को निशाना बना सकता है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षो में अपने शीर्ष आतंकियों के मारे जाने के बाद अलकायदा अमेरिका के खिलाफ किसी बड़े हमले को अंजाम देने की स्थिति में नहीं है।
विशेषज्ञ और अमेरिकी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर स्टीफेन टंके ने 'वार ऑन द रॉक्स' लेख में लिखा है कि पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय हमले की योजना बनाना अलकायदा ने पूरी तरह छोड़ दिया है। लेकिन हमें पक्का यकीन है कि वह अब पाकिस्तान और भारत में संभावित निशाने पर अपना ध्यान लगातार केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ड्रोन हमलों से अलकायदा को काफी नुकसान पहुंचा है और उसके 30 से भी अधिक बड़े आतंकी मारे जा चुके हैं। वर्ष 2008 से शुरू किए गए इन हमलों में उसके केवल मुट्ठी भर शीर्ष आतंकी जीवित बचे हैं।

शरीफ ने अमेरिका के समक्ष फिर उठाया कश्मीर मुद्दा
23 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान न तो आतंकवाद का स्रोत है और न ही इसका केंद्र। इस तरह के आरोप बिल्कुल निराधार हैं। बकौल नवाज, 'हम आतंकवाद के पोषक नहीं बल्कि उसके सबसे बड़े शिकार हैं।' साथ ही उन्होंने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को अमेरिका के समक्ष उठाया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की स्थिति में है। उसे इस मुद्दे पर दखल देकर उसे सुलझाने का प्रयास करना चाहिए।
वाशिंगटन पहुंचे नवाज शरीफ ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के पूर्व कहा कि अमेरिका भारत का काफी नजदीकी है, लिहाजा वह भारत-पाक के विवादित मुद्दों को सुलझाने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। नवाज ने अमेरिका पहुंचते ही कश्मीर का मुद्दा सुलझाने के लिए बराक ओबामा से दखल देने की अपील की थी। हालांकि भारत-अमेरिका दोनों ने ही नवाज शरीफ की इस राय से असहमति जताई है। भारत ने तो इस पर बाकायदा कड़ा विरोध भी दर्ज कराया था। यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पाकिस्तान में संबोधन के दौरान नवाज शरीफ ने कहा, 'हमें आतंकवाद का संरक्षक कहा जाता है। जबकि सच्चाई यह है कि पाकिस्तान ही इसका सबसे बड़ा शिकार है।'

ऑस्ट्रेलिया में रेप के दो आरोपी भारतीयों के बेल पर सुनवाई टली
23 October 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में कैनबरा की एक महिला के अपहरण, रेप और ब्लैकमेल के आरोपी भारतीय मूल के दो युवकों की जमानत याचिका पर यहां की एक अदालत ने सुनवाई को टाल दिया है।
एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को अजीत पाल सिंह (31) और रणधीर सिंह (20) ऑस्ट्रेलियन कैपिटल टेरिटरी (एसीटी) मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुए। दोनों ने यहां जमानत के लिए अर्जी दी, लेकिन मजिस्ट्रेट पीटर डिंगवाल ने उनके आव्रजन की पुष्टि होने तक इसे टाल दिया। आरोप है कि इन्होंने गत 25 सितंबर को मोबाइल एप के जरिये पीड़ित महिला को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। इसके बाद कैनबरा के बाहरी इलाके में स्थित फेयर शॉपिंग सेंटर में महिला जब उनसे मिली तो उन्होंने मैसेज उसके पति को दिखाने और बच्चे को मारने की धमकी देकर बेलकॉनेन ले गए, जहां एक अपार्टमेंट में उससे रेप किया गया। पुलिस इस वारदात में शामिल तीसरे व्यक्ति की तलाश कर रही है।

गुलाम कारोबार इतिहास का सबसे घृणित अध्याय
23 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। गुलाम कारोबार को इतिहास का सबसे घृणित अध्याय बताते हुए भारत ने जोर देकर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह इस प्रकार का अपराध अब मानवता के खिलाफ नहीं होने दे।
राज्यसभा सदस्य अश्विनी कुमार ने 'एबोलिशन ऑफ द ट्रांसअटलांटिक स्लेव ट्रेड' मुद्दे पर सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि गुलाम कारोबार मानव जाति के इतिहास के सबसे घृणित अध्यायों में से एक है। इसने उपनिवेशवादियों के आर्थिक लालच और शोषण के लिए अफ्रीकी और कैरेबियाई देशों को बर्बाद कर दिया। पूर्व विधि मंत्री अश्रि्वनी कुमार यहां संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न सत्रों में भाग लेने आए भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं। गुलाम प्रथा समाप्त करने को लेकर महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के समर्पण का हवाला देते हुए कुमार ने कहा कि वर्तमान और भावी पीढि़यों को जागरूक करने को लेकर शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षा के माध्यम से लोगों को इतिहास, गुलाम प्रथा के कारण और प्रभाव के बारे में जानकारी मिल सकती है। वह इसी सप्ताह वाशिंगटन जाएंगे। वहां उनके अमेरिकी सांसदों व भारतीय प्रवासियों से मुलाकात की संभावना है।

चीन के साथ सीमा मसले को सुलझाने में लगेगा वक्त
23 October 2013
बीजिंग। चीन के साथ लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को सुलझाना आसान काम नहीं है। मंगलवार को रूस से चीन पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इसमें वक्त लगेगा।
स्थानीय सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दिए साक्षात्कार में पीएम ने कहा कि वह इस दौरे में चीन के नए नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों के तहत हर क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
मनमोहन ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने भारत-चीन संबंधों को स्थायित्व के साथ आगे बढ़ाने के प्रयास किए हैं। उनकी कोशिश रही कि द्विपक्षीय संबंधों के लिए प्रगति का एजेंडा बनाया जाए। इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक अदान-प्रदान में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई। नतीजतन दोनों देश तेजी से समृद्ध हुए। दोनों मतभेदों पर संयमित रहे और सीमा विवाद में उलझने से बचते रहे। दोनों देशों ने आपसी मतभेदों और विवादों को विभिन्न क्षेत्रों में जारी सहयोग के आड़े नहीं आने दिया। पीएम ने कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद काफी जटिल व संवेदनशील है। दोनों पक्षों के विशेष प्रतिनिधियों ने कड़ी मेहनत कर समाधान के लिए राजनीतिक मानक तैयार कर लिए हैं।

भ्रष्टाचार के मामलों में चीन के 32 मंत्रिस्तीय अधिकारियों की जांच
23 October 2013
बीजिंग। चीन में जनवरी दो हजार आठ से अगस्त 2013 तक 32 मंत्रिस्तरीय अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में जांच हो चुकी है। यह खुलासा मंगलवार को सुप्रीम पीपुल्स प्रोक्यूरेटरेट द्वारा जारी एक रिपोर्ट में किया गया।
शिन्हुआ के अनुसार, प्रोक्यूरेटर जनरल काओ जिंमिंग ने बताया कि इस अवधि में एक लाख 67 हजार लोगों के खिलाफ गबन और रिश्वत के आरोप में मुकदमा चलाया गया जिसमें से करीब डेढ़ लाख को अदालत द्वारा सजा सुनाई गई। चीन की सर्वोच्च विधायी संस्था नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थाई समिति के द्विमासिक सत्र के दौरान काओ ने गबन और रिश्वत के खिलाफ प्रोक्यूरेटरेट के काम की रिपोर्ट को पेश किया। उन्होंने बताया कि कुल 65 हजार 629 सरकारी कर्मियों की रिश्वत मामलों में जांच की गई जिसमें से 23 हजार 246 रिश्वत लेने के दोषी पाए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, रिश्वत लेने की सजा पाने वाले लोगों में 2003-07 की तुलना में 2008-2012 की अवधि में 19.5 फीसद की वृद्धि हुई है जबकि रिश्वत देने के दोषी लोगों की संख्या में 60.4 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।

संयुक्त राष्ट्र संघ की इमारत पर चढ़े तिब्बती
23 October 2013
जिनेवा। चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड की जांच के लिए बुलाए गए सत्र से पहले यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय की निर्माणाधीन इमारत पर चढ़कर तिब्बती प्रदर्शनकारियों ने चीनी प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। उनके हाथों में बैनर और पोस्टर थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार की सुबह 'स्टूडेंट फॉर ए फ्री तिब्बत' के तीन प्रदर्शनकारी संयुक्त राष्ट्र की निर्माणाधीन इमारत पैलेस द नेशंस (पैलेस ऑफ नेशंस) पर चढ़ गए और बैनर दिखाने लगे, जिस पर 'चाइना ह्यूंमन राइट्स : यूएन स्टैंड अप ऑन तिब्बत यानि संयुक्त राष्ट्र तिब्बत के मानवाधिकार के लिए खड़े हो जाओ' लिखा था। संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं चीन की सरकार ने मंगलवार को श्वेत पत्र जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि बीजिंग तिब्बत पर अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं करने जा रहा है।

कुछ अमेरिकी ड्रोन हमले युद्ध अपराध के समान
23 October 2013
इस्लामाबाद। मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल (एआइ) ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान में किए जा रहे ड्रोन हमलों को मानवाधिकार का उल्लंघन बताया है। संगठन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान में ड्रोन हमले के जरिए गैरकानूनी तरीके से हत्याएं की। इनमें कुछ को युद्ध अपराध माना जा सकता है।
एमआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान में कुछ अधिकारी और संस्थान के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देश भी ड्रोन हमलों में अमेरिका की मदद कर रहे हैं। 'विल आइ बी नेक्स्ट? यूएस ड्रोन स्ट्राइक्स इन पाकिस्तान' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में बड़ी संख्या में नागरिक मारे गए। गैर सरकारी संगठन और पाकिस्तानी सरकार के सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने वर्ष 2004 से 2013 के दौरान पाकिस्तान में 330 से 340 ड्रोन हमले किए, जिसमें 900 लोग मारे गए।
हालांकि अमेरिका अपनी बात पर कायम है कि ये ड्रोन हमले आतंकियों को निशाना बनाकर किए गए। जबकि पाकिस्तानी सरकार और मानवाधिकार संगठनों का कहना है इसके समानांतर बहुत नुकसान होता है। एआइ के पाकिस्तान में शोधकर्ता मुस्तफा कादरी ने कहा, 'ड्रोन कार्यक्रम से जुड़ी गोपनीयता अमेरिकी प्रशासन को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मानकों से इतर हत्याएं करने का लाइसेंस देती है। अब समय आ गया है कि अमेरिका अपने ड्रोन कार्यक्रम को स्पष्ट करे।' एआइ के मुताबिक उसने उत्तरी वजीरिस्तान में जनवरी, 2012 से अगस्त, 2013 तक किए गए 45 ड्रोन हमलों की समीक्षा की। इस क्षेत्र में देश के किसी अन्य हिस्से की तुलना में सर्वाधिक हमले हुए हैं। संगठन ने कहा कि इनमें से नौ हमलों पर विस्तृत जमीनी शोध और हत्याओं की रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के बारे में गंभीर सवाल उठाती है, जिन्हें युद्ध अपराध या अतिरिक्त न्यायिक कार्रवाई के समान माना जा सकता है।

ओबामा ने जासूसी मसले पर फ्रांस को दी सफाई
23 October 2013
वाशिंगटन। जासूसी मसले पर अमेरिकी राजदूत को समन भेजे जाने के एक दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष फ्रांसुवा ओलांद को फोन कर इस पर सफाई दी। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] द्वारा बड़े पैमाने पर अपने नागरिकों की जासूसी किए जाने से फ्रांस भड़क गया है।
ओबामा ने फोन पर कहा कि वाशिंगटन ने खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के तरीके की समीक्षा शुरू कर दी है ताकि अपने और मित्र देशों के नागरिकों की निजता और कानूनी अधिकारों की चिंताओं के बीच संतुलन बनाए रखा जाए। ओबामा और ओलांद ने हाल में ही जासूसी का खुलासा होने के मसले पर भी वार्ता की। गौरतलब है कि एनएसए द्वारा बड़े पैमाने पर फ्रांसीसियों की जासूसी किए जाने संबंधी ली मोंडे अखबार की रिपोर्ट को लेकर फ्रांस ने सोमवार को अमेरिकी राजदूत को समन भेजा था। अखबार में आरोप लगाया गया है कि एनएसए फ्रांस के हजारों लोगों के टेलीफोन रिकॉर्ड जमा कर रहा है।

भारत को चीन से नरमी की उम्मीद
23 October 2013
बीजिंग। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल दिल में दौरे की सफलता की आशंका लिए चीन की सरजमीं पर उतरा। बीजिंग में जिस गर्मजोशी के साथ भारतीय दल का स्वागत हुआ, उससे तो लगता है कि रूस की सफलता को चीन में भी दोहराने में कामयाबी मिलेगी। हालांकि, नई दिल्ली की चिंताओं वाले मुद्दों और विवादों पर ठोस हल निकलने को लेकर आशंकाएं हैं।
मंगलवार शाम बीजिंग हवाई अड्डे पर उतरने से पहले भारतीय अफसरों की सोच यही थी कि आर्थिक मंदी के चलते पश्चिम के बाजार लगभग ठप हैं। भारत और चीन ही दुनिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाएं हैं। दोनों देशों के संबंध सिर्फ सीमा विवाद के मुद्दे के बंधक नहीं हो सकते। लगभग तय है कि आर्थिक सहयोग अन्य मुद्दों को नेपथ्य में धकेल देगा। यह बात एक और वजह से गले उतरती है। चीन का नया नेतृत्व दस साल तक सत्ता में रहेगा, लेकिन अगले साल के शुरू में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के बाद नई दिल्ली में सत्ता को लेकर अनिश्चितता है।
चीन ने भारत के अलावा अन्य दर्जन भर पड़ोसी देशों से सीमा विवाद सुलझा लिए हैं। यह जानते हुए भी मनमोहन के चीनी मीडिया को दिए साक्षात्कार का सार यही था कि सीमा विवाद जटिल और संवेदनशील मसला है। भारत अब तक इस मसले पर मतभेदों से सफलतापूर्वक निपटता रहा है, लेकिन आर्थिक मोर्चे पर चीनी नेतृत्व तगड़ी सौदेबाजी कर सकता है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि हमारी आइटी कंपनियां लंबे समय से वीजा नियमों में छूट के लिए दबाव डाल रही हैं, लेकिन चीन इसके लिए तैयार नहीं है। दूसरी ओर नई दिल्ली चीन के प्रधानमंत्री ली कछ्यांग के भारत में चीनी औद्योगिक पार्क की स्थापना के सुझाव पर लगभग सहमत है। इस पार्क में चीन की कंपनियों का कलस्टर बनाने का प्रस्ताव है। इसके लिए संभावित स्थलों का चयन कर लिया गया है। इस बाबत बुधवार को घोषणा होने की उम्मीद है।
इसी तर्ज पर रेल यातायात क्षेत्र में दोनों देशों के बीच समझौता होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, चीन पिछले कुछ समय से आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है। चीन यह भी स्वीकार कर रहा है कि आतंकवाद पाकिस्तान से ही अन्य देशों में फैल रहा है। बुधवार को पीएम प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत से पहले ली कछ्यांग के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा दोनों नेता विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर भी करेंगे।

अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पाक से संबंध काफी अहम
23 October 2013
वाशिंगटन। ह्वाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्र और नागरिकों की सुरक्षा के लिए अमेरिका के पाकिस्तान के साथ संबंध काफी महत्वपूर्ण हैं। हालांकि अमेरिका ने इन रिश्तों की जटिलता को भी स्वीकार किया है।
राष्ट्रपति भवन के मीडिया प्रवक्ता जे कार्ने ने कहा, राष्ट्रपति बराक ओबामा बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ होने वाली मुलाकात को लेकर उत्साहित हैं। दोनों देशों के संबंध हालांकि काफी जटिल हैं, लेकिन बात जब राष्ट्रीय सुरक्षा की होती है, तो यह रिश्ता काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।' शरीफ रविवार को यहां पहुंचे हैं और बुधवार तक ओबामा प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे। कार्ने ने कहा, प्रधानमंत्री शरीफ की यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने के उद्देश्य से काफी महत्वपूर्ण है।
इस बीच पाकिस्तान के साथ मजबूत रिश्तों की वकालत करते हुए अमेरिका ने इस्लामाबाद को आर्थिक व सुरक्षा सहायता के रूप में 1.6 अरब डॉलर [करीब 98 अरब रुपये] देने के अपने फैसले को सही ठहराया है। दोनों देशों के बीच वर्ष 2011-2012 के दौरान संबंधों में तनाव आ जाने के कारण सहायता की प्रक्रिया धीमी पड़ गई थी। उस समय सिर्फ असैन्य सहायता जारी रखी गई थी।

मनमोहन के दौरे को अहम मान रहा चीन
22 October 2013
बीजिंग। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मंगलवार से शुरू हो रही तीन दिवसीय यात्रा को चीन ने दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया है। यात्रा के दौरान भारत-चीन सीमा उल्लंघन की घटनाओं को रोकने समेत कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
पत्रकारों से रू-ब-रू चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने सोमवार को कहा, 'हमारे लिए यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है और हम इसकी सफलता के प्रति आशान्वित हैं।' उन्होंने कहा, मई में प्रधानमंत्री ली कछ्यांग की भारत यात्रा के बाद हो रही यह यात्रा दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इस यात्रा को चीन कितना महत्व दे रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बुधवार रात रूस की यात्रा के बाद चीन पहुंचने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्वागत राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ली कछ्यांग दोनों एक ही दिन करेंगे।
इस दौरान दोनों देश जिन समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, उनमें सीमा सुरक्षा सहयोग समझौता प्रमुख है। इसके मसौदे को भारतीय कैबिनेट पहले ही हरी झंडी दिखा चुकी है। सीमा उल्लंघन की हालिया घटनाओं को देखते हुए दोनों देश इसे विश्वास बहाली के लिए जरूरी मान रहे हैं। हालांकि वीजा व्यवस्था को उदार बनाने का बहुप्रतीक्षित समझौता इस बार भी ठंडे बस्ते में रहने की उम्मीद है। पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश की दो तीरंदाजों को चीन द्वारा नत्थी वीजा जारी करने का भारत ने कड़ा विरोध जताया था, जिसके बाद कैबिनेट ने इसे मंजूरी देने से इन्कार कर दिया था। इसके अलावा भारत में चीनी औद्योगिक पार्को के निर्माण के समझौते पर भी हस्ताक्षर होने की संभावना कम ही है। दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए करार पर सहमति बनने के प्रबल आसार हैं।

ब्रिटेन में अंगदान के लिए सिखों की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास
22 October 2013
लंदन। ब्रिटेन में अंगदान करने को लेकर सिखों की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा देखा गया है कि ब्रिटेन में अंगदान करने वाले सिखों की संख्या बहुत कम है।
एशियाई समुदाय के लोगों को अंग प्रत्यारोपण की अधिक जरूरत पड़ सकती है, लेकिन उन्हें ब्रिटेन की सामान्य जनसंख्या की तुलना में अधिक इंतजार करना पड़ता है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक प्रति वर्ष अंगदान करने वालों में केवल दो प्रतिशत एशियाई समुदाय से हैं। जबकि इस समुदाय के लोगों को कुल प्रत्यारोपण के करीब 20 प्रतिशत की जरूरत होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा ने देश भर में एक अभियान प्रारंभ किया है, जिसकी शुरुआत सिख समुदाय से की गई है। सिख समुदाय को अंगदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सिख समुदाय के चैनल संगत टीवी के सहयोग से अगले सप्ताह से 'ऑर्गेन डोनेशन- लेट अस मेक ए डिफरेंस' नामक टीवी कार्यक्रम की श्रृंखला का प्रसारण किया जाएगा। एनएचएस ट्रस्ट में अंगदान को लेकर क्लीनिकल प्रमुख जॉन ब्लीसडेल ने बताया, 'हमारा मानना है कि अंगदान सिखों के विश्वास से मेल खाता है। इस समुदाय से अधिक दानकर्ताओं की जरूरत है। यदि अधिक लोग अंगदान करते हैं तो अधिक लोगों की जान बचाई जा सकेगी। सिख समुदाय के जिन लोगों को अंग प्रत्यारोपण की जरूरत होगी उन्हें अन्य लोगों की तुलना में अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।'

महात्मा गांधी के चरखे की होगी नीलामी
22 October 2013
लंदन। ब्रिटेन का एक प्रतिष्ठित नीलामी घर पुणे की यरवदा जेल में महात्मा गांधी द्वारा प्रयोग किए गए चरखे की पांच नवंबर को नीलामी करेगा। इसकी न्यूनतम कीमत 60 हजार डॉलर (करीब 60 लाख रुपये) रखी गई है।
भारत की आजादी की लड़ाई के दौरान यरवदा जेल में कैद रहते समय गांधी ने इस चरखे का इस्तेमाल किया था जिसे बाद में अमेरिकी फ्री मेथोडिस्ट मिशनरी रेव्ड फ्लॉयड ए पफर को दे दिया गया था। भारतीय शिक्षा के मार्गदर्शक रहे पफर ने बांस के हल का आविष्कार किया था। औपनिवेशिक भारत में उनके कार्य के लिए पफर को गांधी ने यह चरखा उपहार में दिया था। नीलामी घर मुलोक के विशेषज्ञ रिचर्ड वेस्टवुड ब्रुक्स ने कहा कि गांधी का यह चरखा उनकी बेशकीमती संपत्तिमें से एक होगा। मुलोक में गांधी से जुड़ी 60 से अधिक कलाकृतियों की नीलामी होगी, जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज, तस्वीरें और पुस्तकें शामिल हैं। इस नीलामी में सिख और मैसूर राजवंश से जुड़ी टीपू सुल्तान की 19वीं सदी की एक पेंटिंग समेत कुछ ऐतिहासिक वस्तुएं भी शामिल होंगी।

स्कूली पाठ्यक्रम की प्रेरणा बनी मलाला
22 October 2013
वाशिंगटन। लड़कियों की शिक्षा की पैरवी करने के कारण तालिबान की गोली का निशाना बनने वाली पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई स्कूली पाठ्यक्रम की प्रेरणा बन गई हैं।
जार्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी ने सोमवार को घोषणा की कि उसके संकाय सदस्य हाल ही में मलाला द्वारा लिखी गई आत्मकथा के लिए मल्टीमीडिया कॅरिकुलम टूल्स तैयार कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने बताया कि संकाय सदस्य इस पाठ्यक्रम की शुरुआत अगले वर्ष के प्रारंभ से कॉलेज और हाईस्कूल के लिए करेंगे।
यह पाठ्यक्रम मुफ्त होगा और महिलाओं की आवाज और राजनीतिक कट्टरपंथियों पर केंद्रित होगा। यूनिवर्सिटी के ग्लोबल वूमेंस इंस्टीट्यूट की निदेशक मैरी एल्सबर्ग ने बताया कि टूल्स केवल इस किशोरी की कहानी पर ही नहीं गौर करेगा बल्कि इस तरह की अन्य घटनाओं का भी इसमें जिक्र होगा। जैसे लड़कियों के बाल विवाह और स्कूल छोड़ने के लिए दबाव बनाए जाने को भी शामिल किया जाएगा।

आतंकवाद के खिलाफ रूस का साथ
22 October 2013
मॉस्को। भारत और रूस आतंकवाद के खिलाफ मिलकर जंग लड़ेंगे। दोनों देशों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दहशतगर्दी के खिलाफ हर संभव कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है। सोमवार को जब ऐतिहासिक क्रेमलिन में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक में आतंकवाद पर चर्चा हुई, तो पाकिस्तान के संदर्भ में जिक्र होना लाजिमी था। इस मसले पर रूस के साथ को प्रधानमंत्री के मॉस्को दौरे की अहम सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
एक साल के भीतर दोनों नेताओं की इस दूसरी मुलाकात में उम्मीद बनी है कि अब कुडानकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की दूसरी यूनिट अगले साल के शुरुआत में चालू हो जाएगी। भारत को इसके लिए रूस से रिएक्टर मिलना है। पहली यूनिट इसी साल जुलाई में शुरू हो गई थी। यहां बनने वाली बिजली को सोमवार-मंगलवार की रात ग्रिड से जोड़ दिया गया। जल्द ही यहां से उत्पादित बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंचने लगेगी। कुडानकुलम की तीसरी और चौथी यूनिट का मसला अटका हुआ था, जिसे अब कानूनी विशेषज्ञों के हवाले कर दिया गया है। ये विशेषज्ञ भारत के परमाणु जवाबदेही कानून के कारण पैदा हुए मतभेदों का समाधान निकालेंगे। क्रेमलिन में दोनों नेताओं का संयुक्त बयान मनमोहन की रूस यात्रा की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
मुलाकात के दौरान पुतिन ने दोनों देशों के बीच रक्षा व आर्थिक क्षेत्र में संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की इच्छा जाहिर की। दोनों के बीच सीरिया और अफगानिस्तान के मसले पर भी चर्चा हुई। इससे पहले मॉस्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस में मनमोहन को मानद डॉक्टरेट प्रदान की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारत और सोवियत युग के संबंधों की याद दिलाते हुए भावनात्मक भाषण दिया। रूस की फायदेमंद यात्रा निश्चित तौर पर चीन के नेतृत्व के साथ होने वाली बातचीत पर असर डालेगी। बीजिंग में नेतृत्व परिवर्तन के बाद प्रधानमंत्री की यह पहली चीन यात्रा है। मंगलवार को जब मनमोहन बीजिंग रवाना होंगे, तो वह पुतिन से हुई बातचीत की उपलब्धियों पर खुश होंगे।

चीन में धुंध से एक करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित
22 October 2013
बीजिंग। वायु प्रदूषण के चलते छाये घने धुंध के कारण सोमवार को पूर्वोत्तर चीन के सबसे बड़े शहरों में शुमार हारबिन में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। इसके चलते 1.1 करोड़ की आबादी प्रभावित हुई है। स्कूलों और हवाई अड्डा को बंद कर दिया गया है। यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
शहर में घने धुंध के कारण सोमवार को दृश्यता महज दस मीटर दर्ज की गई और आगामी 24 घंटों तक ऐसे ही धुंध रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने हेलांगझियांग, जिलीन और लिओनिंग प्रांतों में घने धुंध को लेकर चेतावनी जारी की है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, पूर्वोत्तर प्रांत हेलांगझियांग की राजधानी हारबिन में हवा में 2.5 माइक्रॉन्स से छोटे धूलकणों की संख्या प्रति घनमीटर 500 से अधिक हो गई जिसके बाद लोगों नें स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें करनी शुरू की। खराब मौसम के कारण हारबिन में हाई वे और हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया। जिलीन और लिओनिंग में भी उड़ानों पर असर पड़ा है।
दुकानों पर मॉस्क की बिक्री अचानक से बढ़ गई है। 50 मीटर की दूरी पर स्थित इमारत साफ नजर नहीं आ रही है। एक दुकानदार ने बताया मॉस्क की अचानक बढ़ी मांग के कारण इन्हें सामान्य से दस गुना ज्यादा कीमत पर बेचा गया। वहीं सोशल साइट पर एक यूजर ने लिखा कि मॉस्क पहनने के आधा घंटे बाद वह काला पड़ गया। एक 33 वर्षीय गृहिणी वू काई ने बताया कि मैं अपने अपार्टमेंट की खिड़की से बाहर कुछ नहीं देख सकती हूं। मुझे ऐसा आभास हुआ कि बाहर बर्फबारी हो रही है। गौरतलब है कि दो सप्ताह पहले भी उत्तरी चीन में धुंध से आफत आई थी। उस समय राजधानी बीजिंग, हारबिन सहित कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ था।

चीन का नया नेतृत्व सहज बुद्धि से काम ले: दलाईलामा
22 October 2013
न्यूयॉर्क। चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा हाल ही में अपनी आलोचना किए जाने के बाद तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा ने कहा कि चीन के नए नेतृत्व को कॉमन सेंस का इस्तेमाल कर तथ्यों का पता लगाना चाहिए। उन्होंने चीन के नए राष्ट्रपति शी चिनफिंग के कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में समानता और एकता स्थापित करने की दिशा में कुछ बदलाव के संकेत मिलने की उम्मीद जाहिर की।
दो दिन पहले ही चीन मे जातीय व धार्मिक मामलों की सर्वोच्च सलाहकार संसदीय समिति के अध्यक्ष झू वेकुन ने लंबे समय से तिब्बत की स्वायत्ताता की लड़ाई लड़ रहे दलाईलामा की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी यह मांग तिब्बत की स्वतंत्रता की मांग करने जैसा ही है।
रविवार को यहां अहिंसा का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार में अपने अनुयायियों को संबोधित करते हुए दलाईलामा ने कहा कि जब उचित अवसर आएगा तो वह चीनी सरकार से बात करना चाहेंगे। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तिब्बती, चीन से आजादी नहीं चाहते हैं बल्कि वास्तविक स्वायत्ताता की मांग कर रहे हैं। तिब्बती स्वायत्ताता को तिब्बत और चीन दोनों के लिए लाभप्रद बताते हुए 78 वर्षीय धार्मिक गुरु ने कहा कि वह अलग तिब्बत की मांग नहीं कर रहे हैं बल्कि एक ऐसे तिब्बत की मांग कर रहे हैं जो चीन के अंदर ही हो। हांगकांग और मकाऊ की तर्ज पर दलाईलामा ने तिब्बती मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि मध्य मार्ग सबके हित में होता है। इस मॉडल के तहत इन क्षेत्रों को राजनीतिक और आर्थिक स्वायत्ताता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि हम आधुनिक तिब्बत चाहते हैं। हमें सार्थक स्वायत्ताता प्रदान करो ताकि हम तिब्बत की संस्कृति, भाषा और परंपरा का सरंक्षण कर सकें।

जासूसी संबंधी रिपोर्ट पर फ्रांस ने अमेरिकी राजदूत को भेजा समन
22 October 2013
पेरिस। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] द्वारा बड़े पैमाने पर फ्रांसीसियों की जासूसी किए जाने संबंधी ली मोंडे अखबार की रिपोर्ट को लेकर फ्रांस ने सोमवार को अमेरिकी राजदूत को समन भेजा।
अखबार में आरोप लगाया गया है कि एनएसए फ्रांस के हजारों लोगों के टेलीफोन रिकॉर्ड जमा कर रहा है। इससे ऐसे समय अमेरिका और फ्रांस के बीच राजनयिक विवाद का खतरा उत्पन्न हो गया है जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी सीरिया संकट को लेकर बातचीत के लिए यूरोपीय देशों के अपने दौरे के क्रम में पेरिस पहुंच चुके हैं।
लक्जमबर्ग में यूरोपीय यूनियन [ईयू] की एक बैठक से इतर फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेन फैबियस ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने अमेरिकी राजदूत को समन भेजा है। इससे पहले फ्रांस के गृह मंत्री मैनुएल वाल्स ने कहा था कि 10 दिसंबर, 2012 से 8 जनवरी, 2013 तक एनएसए द्वारा फ्रांस के लोगों का 7.03 करोड़ टेलीफोन डाटा रिकॉर्ड करने का ली मोंडे का रहस्योद्घाटन चकित करने वाला है।

जॉन केरी से मिले शरीफ, द्विपक्षीय मुद्दों पर की चर्चा
22 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के दौरे पर आए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, 'तीन महीने में केरी की शरीफ से यह तीसरी मुलाकात है। इसमें शांति एवं सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग, पाकिस्तान के ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग, द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश को बढ़ाना और सुरक्षित एवं स्थिर अफगानिस्तान के निर्माण से जुड़े आम हित समेत कई घरेलू एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई।' शरीफ अमेरिका की चार दिन की यात्रा पर आए हैं और उनका बुधवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात का कार्यक्रम है। शरीफ और ओबामा के बीच बातचीत में उग्रवाद के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। पांच साल से अधिक समय में अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले शरीफ पहले प्रधानमंत्री हैं। अपनी यात्रा के दौरान वह अमेरिकी रक्षा मंत्री, वाणिज्य मंत्री, ऊर्जा मंत्री, व्यापार प्रतिनिधियों, यूएसएड प्रशासक तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मुलाकात करेंगे। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने शरीफ की इस यात्रा को ऐतिहासिक बताया है। उनके मुताबिक ओबामा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से मिलने को बेहद उत्सुक हैं।
सुरक्षा सहायता फिर प्रारंभ करने का अनुरोधओबामा प्रशासन ने पाकिस्तान के लिए सुरक्षा सहायता फिर से प्रारंभ करने का अनुरोध संसद से किया है। वित्तीय वर्ष 2014 के लिए पाकिस्तान को 30.5 करोड़ डॉलर की सुरक्षा सहायता दी जानी है, जो कि वित्तीय वर्ष 2012 की तुलना में 35 प्रतिशत कम है। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यह कमी इसलिए आई है क्योंकि ओबामा प्रशासन ने अस्थाई रूप से दिए जाने वाले पाकिस्तान काउंटरइनसरजेंसी कैपिबिलिटी फंड (पीसीसीएफ) के नवीनीकरण के लिए नहीं कहा है। पीसीसीएफ 2009 में प्रारंभ किया गया था।

पाकिस्तान में ट्रेन की पटरी पर विस्फोट, सात मरे
22 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में रेल की पटरी पर हुए जोरदार बम धमाके में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में सवारसात यात्रियों की मौत हो गई।
यह विस्फोट सोमवार को उस समय हुआ, जब रावलपिंडी से क्वेटा जाने वाली ट्रेन डेरा मुराद जमाली जिले से गुजर रही थी। मीडिया रिपोर्टो में पहले इसे आत्मघाती हमला बताया जा रहा था, लेकिन सरकारी रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट में इसे रिमोट कंट्रोल से किया गया विस्फोट बताया गया। ट्रेन के पांच डिब्बों के पटरी से उतर जाने से दस से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। सुरक्षाकर्मियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। गत 15 अगस्त को भी रावलपिंडी जाने वाली ट्रेन पर बोलन जिले में आतंकियों ने रॉकेट से हमला किया था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि 32 अन्य घायल हो गए थे।
वहीं एक अन्य घटना में उत्तार पश्चिम पाकिस्तान में मोटरसाइकिल पर सवार आतंकियों ने चार पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। मृतकों में दो सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार बंदूकधारियों ने पेशावर के पहरीपुरा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आने वाली पुलिस चौकी पर हमला किया। अंसारुल मुजाहिद्दीन नामक आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

नवाज शरीफ ने छेड़ा कश्मीर राग, अमेरिका ने किया खारिज
21 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात से पहले पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर पर अपने नापाक इरादे जाहिर कर दिए हैं। वहीं, कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी हस्तक्षेप के पाकिस्तानी प्रयास को खारिज करते हुए ओबामा प्रशासन ने कहा कि कश्मीर को लेकर उसकी नीति में 'रत्तीभर भी बदलाव' नहीं आया है और वह इसे भारत एवं पाकिस्तान के बीच का मुद्दा मानता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच महत्वपूर्ण बैठक से पहले अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी ने शरीफ का स्वागत करते हुए दोनों देशों के संबंधों के महत्व को रेखांकित किया। गौरतलब है कि चार दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे शरीफ ने कश्मीर मुद्दे के हल के लिए अमेरिका के हस्तक्षेप की मांग की थी।
ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों से कहा 'कश्मीर पर हमारी नीति में रत्तीभर भी बदलाव नहीं हुआ है।' अमेरिका की यह टिप्पणी ऐसे समय में आया है जबकि नवाज शरीफ अमेरिकी दौरे पर हैं और इस दौरान वह राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलेंगे।

आग में झुलसा ऑस्ट्रेलिया, लगी इमरजेंसी
21 October 2013
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया इन दिनों चार दशकों की सबसे विकराल आग में झुलस रहा है। न्यू साउथ वेल्स राज्य के जंगलों में लगी भयानक आग लगातार विकराल होती जा रही है। इसे बुझाने के लिए दमकल कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आशंका जताई गई है कि आगे हालत और खराब हो सकती है। गर्म मौसम और तेज हवाएं आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। पिछले 40 सालों में वेल्स में इससे भीषण आग नहीं लगी। करीब 200 घर पहले ही खाक हो चुके हैं। सैंकड़ों लोग बेघर हैं। प्रांत के प्रीमियर बैरी ओ फेरेल ने रविवार को राज्य में आपात स्थिति की घोषणा कर दी। कई इलाकों को खाली कराया गया है। सिडनी का पश्चिमी इलाका ब्लू माउंटेंस पर्वत श्रृंखला क्षेत्र आग से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। वहां अब भी आग पर नियंत्रण नहीं किया जा सका है। ग्रामीण अग्नि सेवा कमिश्नर शोन फित्जसिमंस ने कहा कि रविवार से ही मौसम खराब हो रहा है। हमें आशंका है कि सोमवार और मंगलवार को स्थिति और खराब हो जाएगी। इस पूरे हफ्ते ब्लू माउंटेन पर्वत श्रृंखला के लिए काफी खतरनाक स्थिति बनी रहेगी। अपना घर बचाने की कोशिश में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि अब बेमौसम गर्मी होगी। तापमान 30 डिग्री या इससे ज्यादा पहुंचने की आशंका भी जताई गई है। राज्य के प्रीमियर ने बताया कि अग्निशमन टीम लगातार आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश में जुटी हुई है। रविवार सुबह ब्लू माउंटेंस के बेल गांव में को खाली कराने की कोशिश भी शुरू कर दी गई है। इस बीच माउंट विल्सन और माउंट इरविन के ग्रामीणों को घर में ही रहने का आदेश दिया गया। आग की वजह से सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। नजदीकी इलाके बिलपिन के निवासियों को भी घर खाली करने की चेतावनी दी गई थी। वहां की बिजली भी काटी जा रही है।
सहायक पुलिस आयुक्त एलन क्लार्क ने कहा कि पहले जितनी भी आग लगने की घटनाएं हुईं, उनमें यह सबसे गंभीर है। राज्य में 37 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र आग के चंगुल में फंसा हुआ है। आगजनी की 15 घटनाओं को नियंत्रित नहीं किया जा सका है। जंगल की आग से फैले धुएं और राख से सिडनी में आसमान पूरी तरह से काला दिख रहा है। सेना फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि विस्फोटकों का इस्तेमाल कर किए गए प्रशिक्षण अभ्यास की वजह से तो आग नहीं लगी। गौरतलब है कि ब्लू माउंटेन के लिथगो शहर में बुधवार को सेना ने अभ्यास कराया था।

मालदीव में अभी राजनीतिक संकट समाधान के आसार नहीं
21 October 2013
माले। मालदीव में चल रहे राजनीतिक संकट के खत्म होने के फिलहाल कोई आसार नजर नहीं आ रहे। शनिवार को मतदान से थोड़ा पहले ही पुलिस द्वारा चुनाव आयोग को रोके जाने के बाद रविवार को राष्ट्रपति पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे मुहम्मद नशीद ने अपने समर्थकों से वर्तमान सरकार की खिलाफत करने का आह्वान किया है।
मुहम्मद नशीद ने मांग की है कि राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद इस्तीफा दें और कार्यवाहक सरकार नया चुनाव कराए। मालदीव में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान की अंतिम तारीख 11 नवंबर है। मालदीवियन डेमोकेटिक पार्टी [एमडीपी] के नेता नशीद [46] ने कहा कि सात सितंबर को हुए प्रथम चरण के चुनाव के बाद हमारे प्रतिद्वंद्वियों, खासतौर पर राष्ट्रपति वहीद को यह साफ पता चल गया होगा कि देश की जनता उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं करती। उन्हें बमुश्किल पांच फीसद वोट मिले थे।
मीनीवेन न्यूज ने नशीद के हवाले से बताया कि अब हमें लगता है कि वहीद के राष्ट्रपति मुहम्मद नजीम के रक्षा मंत्री और अब्दुल्ला रियाज के पुलिस आयुक्त रहते चुनाव होना नामुमकिन है। यह पूछे जाने पर कि वहीद के इस्तीफे के बिना क्या एमडीपी चुनाव में भाग लेगी, नशीद ने कहा कि यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो आप आश्वस्त रहिए कि चुनाव नहीं होगा। सरकार चुनाव आयोग पर दबाव डाल रही है कि वह चुनाव की नई तिथि 26 नबंबर निर्धारित करे। हालांकि, चुनाव आयोग के प्रमुख फवाद तौफीक ने कहा कि ईद की छुट्टियों के बाद घर लौट रहे हजारों मतदाताओं को फिर से पंजीकृत करने में कम से कम 21 दिनों का वक्त लगेगा। तौफीक ने 9 नबंबर की संभावित तिथि का संकेत दिया जो वहीद के कार्यकाल के समाप्त होने से सिर्फ दो दिन पहले है।
नशीद ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर चुनाव को टाल रही है। सरकार संवैधानिक संकट खड़ा कर रही है। वे सत्ता पर लंबे समय तक काबिज रहना चाहते हैं। इसके लिए सेना के इस्तेमाल में भी उन्हें गुरेज नहीं होगा। इसलिए वहीद को इस्तीफा देना चाहिए और संसद के स्पीकर चुनाव करवाएं। उन्होंने समर्थकों से कहा कि वहीद जिस तरह के अपराध कर रहे हैं उन्हें पकड़कर जेल में डाल देना चाहिए।

शरीफ ने कश्मीर पर अमेरिका से फिर लगाई मध्यस्थता की गुहार
21 October 2013
इस्लामाबाद। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात से पहले पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर पर अपने नापाक इरादे जाहिर कर दिए हैं। शरीफ कहा है कि यदि कश्मीर मामले में अमेरिका मध्यस्थता को राजी हो जाए तो यह मसला जल्द सुलझ जाएगा। बुधवार को ओबामा से मुलाकात के पहले आई शरीफ की इस मांग को अमेरिका ने ठुकरा दिया है। कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा बताते हुए ओबामा प्रशासन ने कहा कि इस मुद्दे पर अमेरिकी नीति पर कोई बदलाव नहीं आया है।
वैसे कश्मीर मसले पर पाक का अमेरिकी मध्यस्थता का राग नया नहीं है। अमेरिका के बार-बार मना करने के बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कश्मीर मसले पर वाशिंगटन से मध्यस्थता की गुहार लगाते रहे हैं। अमेरिका पहले भी कई बार साफ कर चुका है कि भारत एवं पाकिस्तान को द्विपक्षीय वार्ता के जरिये ही इस मुद्दे का हल निकालना होगा।
अमेरिका की तीन दिवसीय सरकारी यात्रा पर रवाना हुए शरीफ रविवार को कुछ देर के लिए लंदन में रुके। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जुलाई, 1999 में कारगिल संघर्ष के समय मैंने तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से कहा था कि यदि अमेरिका कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करे तो इसका समाधान निकल सकता है। शरीफ के मुताबिक उस समय क्लिंटन ने इस पर गौर करने का वादा किया था, लेकिन उसके बाद हालात बदल गए। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं जिससे यह क्षेत्र परमाणु खतरे से घिरा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र अधिवेशन के दौरान ड्रोन हमले के मुद्दे को उठा चुके शरीफ ने कहा कि ओबामा के साथ बैठक के दौरान वह फिर अमेरिकी ड्रोन हमले उनके देश की संप्रभुता के खिलाफ है।
तनाव के बावजूद वार्ता चाहता है पाकिस्तान

दूसरी ओर, सीमा पर जारी तनाव के बीच पाकिस्तान ने वार्ता का राग अलापा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलीबारी पर सफाई देते हुए कहा कि हम केवल भारतीय सेना की गोलीबारी का जवाब दे रहे हैं। हम बिना उकसावे के गोलीबारी नहीं करते। दोनों मुल्कों को संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करना चाहिए। यदि वार्ता होगी तो ऐसा कोई समाधान जरूर निकल आएगा जिससे दीर्घकालीन शांति स्थापित होगी। चौधरी के मुताबिक दोनों देशों को आरोप-प्रत्यारोप से ऊपर उठकर शांति के महान लक्ष्य के लिए वार्ता शुरू करनी चाहिए।
भारत को अमेरिकी हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं

नई दिल्ली। कश्मीर समस्या को सुलझाने में अमेरिकी हस्तक्षेप की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मांग को भारत ने सिरे से खारिज किया है। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, दोनों देशों के बीच हुए शिमला समझौते में जिसे द्विपक्षीय मुद्दा माना गया है, उसमें हस्तक्षेप भारत को स्वीकार्य नहीं है। कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, लिहाजा उसपर सवाल उठाने की इजाजत किसी को नहीं है। इसपर बात करना समय की बर्बादी है। पाकिस्तान की गोलीबारी से संघर्ष विराम समाप्त होने के सवाल पर खुर्शीद ने कहा, मैं नहीं समझता कि यह सही है। संघर्ष विराम का कई बार उल्लंघन किया गया है, जो अस्वीकार्य है। लेकिन यह कहना कि संघर्ष विराम समाप्त हो गया है, हालात का उचित आकलन नहीं होगा।

नवाज शरीफ मदद करते तो नहीं होता 9/11
21 October 2013
वाशिंगटन। यदि पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 1998 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मदद की गुहार पर ईमानदारी से मदद की होती तो 9/11 हमला नहीं हुआ होता। क्लिंटन से शरीफ ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया था कि तालिबान बेहद अड़ियल लोग हैं। वे मेरी बात नहीं सुनेंगे।
एक दस्तावेज के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को भनक लग गई थी कि अलकायदा उन पर हमले की साजिश रच रहा है। इसलिए क्लिंटन ने फोन कर नवाज से मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन हमले की साजिश रच रहा है। आप तालिबान से वार्ता कर लादेन की रोकने की कोशिश करें। मुझे ऐसा करने में आपकी मदद की जरूरत है। उस समय अफगानिस्तान में तालिबान का शासन था। छह मिनट तक चली वार्ता के दौरान शरीफ ने कहा कि मैं आपकी परेशानी को समझता हूं। लेकिन, तालिबान किसी की बात नहीं सुनते। इस संबंध में सऊदी के प्रिंस तुर्की ने भी वार्ता की है। मैं आपकों आश्वस्त करता हूं कि हम हरसंभव कदम उठाएंगे।
क्लिंटन ने साफ किया था कि लादेन 48 घंटे के अंदर हमला करने वाला है। इसे अफगानिस्तान से अंजाम दिया जाएगा। मुझे लगता है कि पाकिस्तान का तालिबान पर बहुत प्रभाव है। तालिबान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय स्वीकार कर सकता है। लेकिन यदि उन्होंने हम पर हमला किया तो ऐसा कभी संभव नहीं होगा। हमने तालिबान को चेतावनी दे दी है। आप हर वो कदम उठाएं जिससे कि ऐसा हमला टाला जा सके।
इस वार्ता के लगभग 15 साल बाद 23 अक्टूबर को ऐसी ही कहानी फिर दोहराई जाएगी। इस दिन नवाज अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलेंगे। ओबामा उनसे तालिबान के साथ अफगानिस्तान में होने वाली शांति वार्ता में मदद मांगेंगे। देखने वाली बात यह होगी कि इस बार शरीफ का जवाब क्या होगा।

हर क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की कोशिश करेंगे पीएम
21 October 2013
मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का रेड कारपेट स्वागत किया गया। रूस के उप-विदेश मंत्री मिखाइल बोग्दानोव ने उनकी अगवानी की। बाद में गार्ड ऑफ ऑनर से मनमोहन को सम्मानित किया गया। उम्मीद है कि रूस की दो दिवसीय यात्रा में दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। रविवार को रूस व चीन की यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम ने नई दिल्ली में कहा कि रूस के साथ भारत के रिश्ते पहले ही मजबूत हैं। अब हर क्षेत्र में उसके साथ सहयोग बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। वहीं, चीन के साथ सीमा विवाद समाधान के लिए नियंत्रण रेखा पर शांति जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रूस के साथ रक्षा, परमाणु ऊर्जा, विज्ञान व तकनीकी, हाइड्रोकार्बन और व्यापार व निवेश सहित सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी भारत के साथ रिश्ते को विशेष महत्व देते हैं। अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर दोनों देशों के दृष्टिकोण में काफी समानता है। पुतिन के साथ अफगानिस्तान व पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी चर्चा होगी। मॉस्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन की तरफ से पीएम को डॉक्टरेट की डिग्री से सम्मानित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजिंग में प्रधानमंत्री ली कछ्यांग के साथ दिल्ली में हुई बातचीत को आगे बढ़ाया जाएगा। चीन के साथ द्विपक्षीय मुद्दों के समाधान के लिए तंत्र विकसित करने पर विचार किया जाएगा। भारत चीन के साथ शांतिपूर्ण व दोस्ताना संबंध चाहता है। दोनों देशों के बीच बढ़ते रिश्तों की वजह से क्षेत्रीय शांति व स्थिरता कायम हुई है। कृषि, विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में सहयोग के साथ आम लोगों के स्तर पर रिश्ते मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा।

ब्रिटिश उप प्रधानमंत्री चंदे के बदले सम्मान मामले में फंसे
21 October 2013
लंदन। ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री निक क्लेग चंदे के बदले सम्मान मामले में फंस गए हैं। भारतीय मूल के दो करोड़पति उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए सबसे अधिक चंदा देने वालों में शामिल हैं और पार्टी ने सम्मान के लिए उनके नामों की अनुशंसा की है।
कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार की सहयोगी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ने संसद के ऊपरी सदन हाउस ऑफ ला‌र्ड्स के सदस्य के लिए सुधीर चौधरी के नाम की अनुशंसा की है। चौधरी ने निजी रूप से लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को 95000 पौंड (करीब 90 लाख रुपये) की राशि चंदे के रूप में दी है। जबकि उनकी पारिवारिक कंपनियों ने 2004 से 650000 पौंड (करीब छह करोड़ 40 लाख रुपये) की राशि चंदे में दी है। द संडे टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुछ वर्ष पहले तक चौधरी टैक्स बचाने के लिए ब्रिटेन में नहीं रह रहे थे। इस समय 65 वर्षीय चौधरी लंदन में ही रह रहे हैं। उनके नजदीकी सूत्रों ने अखबार को बताया कि वह दो साल पहले ब्रिटेन आए हैं और अब अपनी वैश्विक आमदनी पर ब्रिटेन के पूरे टैक्स का भुगतान कर रहे हैं।
आगामी कुछ सप्ताह में सम्मानित किए जाने वाले लोगों की संभावित सूची में एक अन्य भारतीय करोड़पति रुमी वर्जी का नाम भी शामिल हैं। वह डोमिनोज की पिज्जा चेन को ब्रिटेन लेकर आए थे। मई, 2010 से वह 77 0000 पौंड (करीब सात करोड़ 60 लाख रुपये) चंदे के रूप में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को दे चुके हैं।

पाकिस्तानी पा‌र्श्व गायिका जुबैदा खानम का निधन
21 October 2013
लाहौर। पाकिस्तानी फिल्म उद्योग की चोटी की पा‌र्श्व गायिकाओं में शुमार जुबैदा खानम का शनिवार रात निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। 78 वर्षीय गायिका पिछले कुछ वर्षो से दिल की बीमारियों से पीड़ित थीं। वह अपने पुत्रों के साथ लाहौर के वेस्टवुड कालोनी में रह रही थीं।
डॉन अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि खानम को हालत खराब होने पर लाहौर के एक अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। खानम का करियर जिस समय बुलंदी पर था, उन्होंने कैमरामैन रियाज बुखारी से निकाह कर लिया था और पाश्‌र्र्व गायिकी छोड़ दी थी। उनके पुत्र फैजल बुखारी भी जाने माने कैमरामैन हैं। संयोग से उनके पति का निधन भी 19 अक्टूबर को ही हुआ। खानम का जन्म 1935 में अमृतसर में हुआ था। विभाजन के बाद उनका परिवार लाहौर चला गया था। वह किसी भी पारंपरिक संगीत घराने से संबंध नहीं रखती थीं। खानम ने 1951 में 'बिल्लो' फिल्म से पा‌र्श्व गायिका के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।

भारत की विधवाओं के लिए जुटाए डेढ़ करोड़
21 October 2013
लंदन। ब्रिटिश संसद के ऊपरी सदन हाउस ऑफ लाडर््स के सदस्य राज लूंबा द्वारा स्थापित धर्मार्थ संस्था ने भारत की दस हजार गरीब विधवाओं के कल्याण के लिए 1.5 लाख पौंड (करीब 1.4 करोड़ रुपये) की धनराशि जुटाई है।
लूंबा फाउंडेशन द्वारा शनिवार को गिल्ड हॉल में वार्षिक रात्रि भोज का आयोजन किया गया। इस मौके पर ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री निक क्लेग ने कहा, भयानक रूप से भेदभाव झेल रही विधवाओं को राहत देने के प्रयास में संस्था ने शानदार काम किया है। उन्होंने कहा कि लार्ड लूंबा के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने विधवाओं की जिंदगी को सुधारने के प्रयास में अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा व्यतीत किया है। इस मौके पर लूंबा ने कहा कि पिछले साल संस्था ने दस हजार विधवाओं को सशक्त बनाने के लिए एक नई परियोजना शुरू की थी। उन्होंने कहा, इस परियोजना से हमने महज दस हजार विधवाओं को ही आर्थिक रूप से सशक्त नहीं किया बल्कि 30 हजार बच्चों को भी शिक्षित किया है। इन सभी महिलाओं के औसतन तीन बच्चे हैं। लूंबा ने बताया कि विधवाओं के मुद्दे को भारत सरकार काफी संवेदनशीलता से ले रही है।

ओबामा-शरीफ मुलाकात में भारत-पाक संबंधों पर हो सकती है चर्चा
21 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अगले सप्ताह ह्वाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के दौरान भारत के साथ संबंध सुधारने केलिए अपनी ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में चर्चा कर सकते हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
शरीफ रविवार को वाशिंगटन पहुंच रहे हैं। बुधवार को ओबामा के साथ मुलाकात में वह भारत और पाकिस्तान के संबंधों को लेकर चर्चा कर सकते हैं। हाल ही में ओबामा ने भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिछले दिनों अफगानिस्तान और भारत के साथ संबंध सुधारने को लेकर शरीफ द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की थी। अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में मेल-मिलाप की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सहयोग दे रहा है। वहीं शरीफ ने पिछले महीने सिंह द्वारा ओबामा से मुलाकात में पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताए जाने पर नाखुशी जाहिर की थी।
भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु स्थिरता पर हो बातचीत : कर्टिस

दक्षिण एशिया संबंधी एक विशेषज्ञ का कहना है कि अमेरिका को भारत और पाकिस्तान को परमाणु स्थिरता पर बातचीत के लिए प्रेरित करना चाहिए। उनके मुताबिक ओबामा प्रशासन को चीन को इस बात के लिए विश्वास में लेना चाहिए कि वह भविष्य में तब तक पाकिस्तान को परमाणु सामग्री नहीं बेचे जब तक कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में इस पर सर्वसम्मति नहीं बन जाती है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अमेरिका यात्रा से पहले हैरिटेज फाउंडेशन की लीजा कर्टिस ने कहा कि पाकिस्तान के महत्वाकांक्षी परमाणु लक्ष्य से इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि क्षेत्र में परमाणु हथियारों की होड़ बढ़ सकती है।

निक्सन ने अपने ही राजदूत को बताया था देशद्रोही
19 October 2013
वाशिंगटन। 1971 के युद्ध से पहले तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने उस समय भारत में तैनात अपने ही राजदूत को देशद्रोही और भारत का भोंपू करार दिया था। वह पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल याहया खान और उनकी सेना के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं सुनना चाहते थे। यह बातें एक नई किताब में कही गई हैं।
'द ब्लड टेलीग्राम : निक्सन, किसिंगर एंड ए फॉरेन जीनोसाइड ' नामक इस किताब में कहा गया है कि वास्तव में निक्सन भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ बी केटिंग को पद से हटा देना चाहते थे क्योंकि उन्होंने न केवल झुकने से इंकार किया था बल्कि राष्ट्रपति से यह सच कहने का साहस भी जुटाया था कि उनका निकट सहयोगी पाकिस्तान नरसंहार में लिप्त है। प्रिंसेटन विश्वविद्यालय में राजनीतिक एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर गैरी बास इस किताब के लेखक हैं।

बुजुर्ग सिख पर हमले में किशोरी ने कबूला गुनाह
19 October 2013
लंदन। अस्सी वर्षीय बुजुर्ग सिख पर हमला करने वाली ब्रिटिश युवती ने अदालत में अपना गुनाह कबूल कर लिया। 19 साल की कोरल ने गत 10 अगस्त को कवेंट्री सिटी सेंटर के पास ट्रिनिटी स्ट्रीट में बुजुर्ग सिख की बुरी तरह पिटाई की थी। घटना का वीडियो सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
कोरल ने वारविक क्राउन कोर्ट में गुरुवार को अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बुजुर्ग को इतनी बुरी तरह मारा था कि वह जमीन पर गिर पड़े थे और उनकी पगड़ी खुल गई थी। उनका चेहरा बुरी तरह लहूलुहान हो गया था। इस शर्मनाक घटना को एक राहगीर ने अपने मोबाइल में कैद कर फेसबुक पर अपलोड कर दिया था। दुनियाभर में इस घटना का अलोचना हुई थी। इस घटना के बाद सिख समुदाय ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सख्त कदम उठाए जाने की मांग की थी।

लरकाना से चुनाव लड़ सकते हैं बिलावल भुट्टो
19 October 2013
कराची। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो नेशनल एसेंबली सीट के लिए भुट्टो परिवार के मजबूत गढ़ सिंध प्रांत के लरकाना से चुनाव लड़ सकते हैं।
देश के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने गुरुवार को नौदेरो में ईद के मौके पर एक रैली को संबोधित किया। रैली का मुख्य केंद्र रहे बिलावल इस दौरान लोगों से खुलकर मिले। इसके पहले जरदारी ने पार्टी नेताओं के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक भी की। पीपीपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 25 वर्ष के हो चुके बिलावल को नेशनल एसेंबली में भेजने के लिए एनए-204 सीट से उपचुनाव लड़ाने के मसले पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि पीपीपी की कार्यकारिणी से मंजूरी मिलने के बाद ही निर्णय की घोषणा की जाएगी। नौदेरो में हुई बैठक में जरदारी की बहन और मुख्यमंत्री सैयद कइम अली शाह सहित वरिष्ठ नेताओं ने एक सुर में कहा कि बिलावल के सक्रिय रूप से राजनीति में प्रवेश का सही समय आ गया है।

ब्रिटेन में सिख रेजीमेंट के चार पूर्व सैनिकों को पंजाब रत्न से नवाजा
19 October 2013
लंदन। द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा लेने वाले सिख रेजीमेंट के चार सेवानिवृत्त सैनिकों को 'ज्वेल ऑफ पंजाब' (पंजाब रत्न) से नवाजा गया।
विश्व पंजाबी संगठन के वार्षिक कार्यक्रम में ब्रिटेन के सामुदायिक कल्याण मंत्री एरिक पिकल्स ने यह प्रतिष्ठित अवार्ड समीतर सिंह (100 वर्ष), गुलजारा सिंह , रजिंदर सिंह दत्त (92 वर्ष) और मुख्तियार सिंह राय (89 वर्ष) को द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उनकी देशभक्ति और समर्पित सेवा के लिए प्रदान किया। इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए रोको कैंसर के संस्थापक एपीएस चावला को चैरिटेबल सर्विस अवार्ड और लंदन मैराथन आयोजित कर बावेल कैंसर चैरिटेबल के लिए धन इकट्ठा करने वाले गुरपाल ओप्पल को दो हजार पौंड (करीब दो लाख रुपये) का चेक भेंट किया गया।
समारोह में कंजरवेटिव पार्टी के चेयरमैन लार्ड एंड्रयू फेल्डमैन, हाउस ऑफ ला‌र्ड्स में लिबरल डेमोक्रेट्स के उपनेता लार्ड नवनीत ढोलकिया, मंत्री शैलश वारा, जज मोटा सिंह, लार्ड दिलजीत राना, लार्ड राज लूम्बा और लार्ड इंद्रजीत सिंह मौजूद थे।

आइफोन के लिए बेटी को बेचा
19 October 2013
बीजिंग। दुनिया भर में आईफोन की दीवानगी के कई किस्से हैं, लेकिन क्या कोई इस फोन के लिए इतना दीवाना हो सकता है कि उसे पाने के लिए अपने बच्चे को ही बेच दे। चीन के युवा बेरोजगार दंपति ने एक आइफोन और अन्य वस्तुएं खरीदने के लिए अपनी नवजात बच्ची को बेच दिया।
चीन के सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि इसयुवा जोड़े को अब आपराधिक सजा के लिए मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जांचकर्ताओं ने पाया कि बच्चे की मां ने इस धन का इस्तेमाल आइफोन के साथ ही एक महंगा स्पोर्ट्स शू और अन्य उत्पाद खरीदने के लिए किया।
इस दंपति ने अपनी सफाई में पुलिस से कहा है कि वो अपनी लड़की को एक बेहतर परवरिश देना चाहते थे। उनका कहना है कि चूंकि उनके पहले ही दो बच्चे हैं, इसलिए वो तीसरे बच्चे की परवरिश बेहतर ढंग से नहीं कर सकते थे।
लिबरेशन डेली की रिपोर्ट में हालांकि यह नहीं बताया गया है कि इस दंपति को कितनी धनराशि मिली है, लेकिन अलग-अलग ऑनलाइन खबरों में 4,900 अमेरिकी डॉलर से 8,200 डॉलर तक लेने की बात कही जा रही है।
एपल ने बीते महीने चीन में आइफोन 5एस और आइफोन 5सी की पेशकश की थी।

बीएमडब्ल्यू से मोटे चंदे को लेकर घिरी चांसलर मर्केल की पार्टी
19 October 2013
बर्लिन। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) ऑटोमोबाइल कंपनी बीएमडब्ल्यू के प्रमुख शेयरहोल्डर से 6.90 लाख यूरो (करीब 5.7 करोड़ रुपये) चंदा लेने को लेकर विवादों में घिर गई है। यह विवाद इसलिए हो रहा है क्योंकि चंद रोज पहले ही जर्मनी ने वर्ष 2020 से कारों के लिए कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की नई सीमा निर्धारित करने को लेकर यूरोपीय संघ के प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया था। दौलतमंद कारोबारी महिला जोहाना क्वांट, उनके पुत्र स्टीफन क्वांट और बेटी सुसान क्लेटन दुनिया की सबसे मंहगी कार बनाने वाली कंपनियों में से एक बीएमडब्ल्यू की 46.7 प्रतिशत हिस्सेदारी रखते हैं।
संसदीय रिकॉर्ड के मुताबिक, जर्मन चुनाव के दो सप्ताह बाद गत नौ अक्टूबर को चंदे में बड़ी रकम दी गई। जर्मन सरकार के दबावों को देखते हुए यूरोपीय संघ में शामिल देशों के पर्यावरण मंत्रियों ने सोमवार को कारों के कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की सीमा को 95 ग्राम प्रति किलोमीटर के प्रस्ताव को 2024 तक टाले जाने पर सहमति जताई थी। इससे पहले जुलाई में इन मंत्रियों के बीच सहमति बनी थी कि नया प्रस्ताव वर्ष 2020 से लागू होगा।
हालांकि जर्मनी के पर्यावरण मंत्री पीटर अलमेयर ने कहा है कि पूर्व सहमति में संशोधन का फैसला यूरोप में ऑटो इंडस्ट्री को बचाने और पर्यावरण संरक्षण को और अधिक स्पष्ट करने के इरादे से किया गया है लेकिन विपक्षी पार्टियों और पर्यावरणविदें तथा भ्रष्टाचार विरोधी संगठनों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि समझौते में संशोधन का फैसला 6.90 लाख यूरो के चंदे को देखते हुए लिया गया है। एक टेलीविजन इंटरव्यू में लेफ्ट पार्टी के जार्ज गेसी ने कहा, पर्यावरण मंत्री पीटर अलमेयर के वर्ष 2020 से कारों के कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन पर कड़े नियम लागू करने के यूरोपीय संघ के प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने और ऑटोमोबाइल कंपनी के शेयरहोल्डर द्वारा डीसीयू को दिए गए चंदे के बीच संबंध साफ नजर आ रहा है।

मालदीव चुनाव आयोग ने फिर रद्द किया मतदान
19 October 2013
माले। पुलिस ने मालदीव चुनाव आयोग को राष्ट्रपति पद के लिए दोबारा मतदान कराने से रोक दिया जिसके बाद आयोग ने शनिवार को मतदान रद्द कर दिया।
आयोग ने मतदान की प्रक्रिया शुरू होने से कुछ ही मिनटों पहले एक बयान जारी करके कहा कि पुलिस ने अधिकारियों को राष्ट्रपति पद के लिए दोबारा मतदान कराने से रोक दिया।
पुलिस ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करके आयोजित किए गए किसी भी चुनाव को समर्थन नहीं देगी।

स.अरब ने सुरक्षा परिषद् की सीट को कहा ना
19 October 2013
न्यूयॉर्क। सऊदी अरब ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के काम में अस्थायी सदस्य के तौर पर भाग लेने से इनकार कर दिया है. ये जानकारी शुक्रवार को टीवी चैनल अल-अरबिया ने दी. सऊदी अरब के प्रतिनिधियों के मुताबिक सुरक्षा परिषद् अरब देशों और मुस्लिम जगत की समस्याओं को हल करने में नाकाम रहा है. अक्टूबर के शुरू में ही सऊदी अरब के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने से भी इनकार किया था.
एक दिन पहले 2014-15 के लिए सुरक्षा परिषद् के 5 नए अस्थायी सदस्यों का चयन किया गया है, जिसमें सऊदी अरब भी शामिल है. इस फैसले के बाद मानवाधिकार कार्यकर्ता हरकत में आ गए और चिंता जाहिर की. उनका मानना है कि सुरक्षा परिषद् के अस्थायी सदस्यों के तौर पर ऐसे मुल्कों का चयन किया गया है जिनमें मानवाधिकारों का बड़ पैमाने पर उल्लंघन किया जाता है.

FB ने फिर किया नाबालिगों को नाराज
19 October 2013
लंदन। हाल ही में जारी बयान में फेसबुक ने नाबालिगों के भी पब्लिक होने की अनुमति दी थी. मामले पर अलग अलग टिप्प्णियां आ रही हैं. ज्यादातर लोगों का मानना है कि इससे बच्चों का उन पर गंदी नजर रखने वालों के चंगुल में आने का खतरा बढ़ गया है.
अब तक 13 से 17 साल के फेसबुक यूजर्स के लिए अपने पोस्ट 'पब्लिक' करने का विकल्प नहीं था. वो सिर्फ अपने 'फ्रेंड्स' और 'फ्रेंड्स ऑफ फ्रेंड्स' के साथ सभी चीजें शेयर कर सकते थे. लेकिन कुछ दिन पहले अपनी साइट को सबकी फेवरेट लिस्ट में बनाए रखने के लिए फेसबुक ने उन्हें ये अनुमति दी थी.
एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे 'आपदा' बताते हुए चेतावनी दी है कि इससे बच्चों के गलत चंगुल में फंसने का खतरा है. इस कदम से फेसबुक भी ट्विटर के मुकाबले खड़ा हो जाएगा जहां हर कोई अपनी तस्वीरें सार्वजनिक कर सकता है.
जारी हुए नए नियमों के मुताबिक एक बार फिर सभी नाबालिगों के अकाउंट्स की प्राइवेसी बाय डिफॉल्ट 'फ्रेंड्स ओनली' रहेगी. फिलहाल 13 साल से ऊपर के यूजर्स ही फेसबुक अकाउंट बना सकते हैं. हालांकि अपनी गलत उम्र बताकर कई बच्चे फेसबुक अकाउंट बना चुके हैं. उनकी असल उम्र जांचने का फेसबुक के पास कोई टूल नहीं है.
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि नए नियम से टीन एजर्स की तस्वीरें बच्चों पर गंदी नजर रखने वाले विकृत मानसिकता के लोगों के पास पहुंच सकती हैं. लेबर्स मीडिया की प्रवक्ता हेलेन गुडमैन ने कहा कि ये बड़ा ही मूर्खतापूर्ण फैसला है. कई टीन एजर्स को तो पता ही नहीं होगा कि उनकी तस्वीरों को कौन लोग किस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं.

सीरिया मुद्दे पर UN करेगा जेनेवा-2 का आयोजन
19 October 2013
न्यूयॉर्क। सीरिया मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून जेनेवा-2 सम्मेलन का आयोजन करेंगे. संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता मार्टिन नर्सिके ने बताया कि मून नवंबर के मध्य में जेनेवा में बैठक कराने की कोशिश कर रहे हैं. इस बैठक को आयोजित करने और सभी पक्षों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी महासचिव पर है.
पूर्व नियोजित सम्मेलन का उद्देश्य जेनेवा में जून 2012 में हुए पहले दौर की बैठक को सफल बनाना है जिसमें सीरिया में सरकार और विपक्ष के बीच युद्धविराम कराना और संक्रमणकालीन सरकार के लिए अंतर-सीरिया बैठक को आयोजित करना है.
गुरुवार को नर्सिके ने कहा कि सीरिया मसले पर विशेष संयुक्त प्रतिनिधि लखदर ब्राहिमी मुख्य पक्षों के साथ विचार विमर्श करने के लिए इस क्षेत्र का नेतृत्व करेंगे.
उन्होंने कहा कि ब्राहिमी की बैठक में ईरान को सम्मलेन में आमंत्रित करने या फिर उपस्थित न होने जैसे मसले पर भी चर्चा होगी.

औद्योगिक जासूसी का शिकार है ब्राजील!
18 October 2013
रियो डि जेनेरियो। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] के लिए काम करने वाले एडवर्ड स्नोडेन द्वारा सितंबर में जारी दस्तावेजों में कहा गया था कि एनएसए ने ब्राजील की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी पेट्रोब्रास की जासूसी की थी। इन आरोपों के बाद ब्राजील में काफी हंगामा हुआ था और इस कारण राष्ट्रपति डिल्मा रॉसेफ को अपनी वाशिंगटन यात्रा रद करनी पड़ी थी।
मालूम हो कि इससे पहले स्नोडेन ने जो दस्तावेज जारी किए थे उनसे पता चला था कि एनएसए रॉसेफ और मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो के फोन कॉल्स और ई-मेल पर नजर रखे हुए थी। हालांकि अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने इन खबरों से इन्कार किया था।
ब्राजील के टेलीविजन चैनल टीवी ग्लोबो पर इस घटना को प्रसारित किए जाने के एक महीने बाद भी अमेरिका जासूसी कार्यक्रम के कारणों के बारे में बताने में सफल नहीं हुआ।
रियो में रहने वाले एक अमेरिकी पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड के साथ मिलकर तैयार की गई टीवी ग्लोबो की रिपोर्ट में सवाल उठाया गया है कि अमेरिका संभवत: ब्राजील में औद्योगिक जासूसी में सक्रिया था। हालांकि इन आरोपों को अमेरिका ने औपचारिक रूप से खारिज किया है।
पेट्रोब्रास ब्राजील की सबसे बड़ी कंपनी है और इससे सरकार को भारी राजस्व प्राप्त होता है। यह ब्राजील के गहरे समुद्र में तेल क्षेत्रों को विकसित कर रही है। आगामी 21 अक्टूबर को ब्राजील इस तेल क्षेत्रों में से एक सबसे बड़े क्षेत्र लिब्रा के विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को ठेका देने वाला है। ऐसे समय एनएसए पर औद्योगिक जासूसी का आरोप लगना और विशेषकर पेट्रोब्रास को निशाना बनाने की बात सामने आना, मामले को काफी संवेदनशील बना देता है।
जासूसी से नाराज
हालांकि वर्ष 2006 से 2009 के बीच व्हाइट हाउस के गोपनीयता और नागरिक अधिकारों के निदेशक रहे टिमोथी एडगर का कहना है कि जिन नियमों के तहत एनएसए का संचालन किया जाता है उसमें ही ब्राजील जैसे देश की जासूसी के आधार का जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा, 'मैं आपसे कह सकता हूं कि अमेरिका औद्योगिक जासूसी नहीं करता। यदि इसके पीछे सुरक्षा से जुड़ा कोई मुद्दा है तभी ब्राजील से खुफिया जानकारी इकट्ठा की जाएगी। यदि जासूसी औद्योगिक उद्देश्य से की गई है तो यह अमेरिकी नियमों का उल्लंघन है।'
एनएसए की जासूसी से नाराज ब्राजीली राष्ट्रपति रॉसेफ ने 23 अक्टूबर से होने वाली अपनी अमेरिकी यात्रा रद कर दी है। साथ ही उन्होंने पिछले माह संयुक्त राष्ट्र की आमसभा में भी अमेरिका की कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एनएसए के कामकाज की प्रक्रियाओं की समीक्षा करने की बात कही थी।
विश्लेषकों का मानना है कि ब्राजील अपने भू-राजनीति महत्व को बढ़ाने के लिए अपने ऊर्जा क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहा है। इस प्रक्रिया में ब्राजील ने सीरिया युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को दबाने के मसले पर अक्सर अमेरिकी हितों को प्रभावित किया।
इतना सब होने के बाद भी अमेरिकी खुफिया विभाग रॉसेफ सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक संचार की निगरानी करने के पीछे के कारणों के बारे में अपना मुंह नहीं खोला है।


पाकिस्तान की मासूम को बनाया सेक्स गुलाम
18 October 2013
लंदन। ब्रिटेन में एक मासूम की आबरू का सौदा करने वाले बुजुर्ग दंपती का मामला सामने आया है। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेन व्यापारी इलियास अशर और उसकी पत्‍‌नी तलत पर 10 साल की मासूम को सेक्स गुलाम बनाने और मानव तस्करी के आरोप में सजा सुनाई गई है। लड़की ने बताया कि अशर और उनकी पत्नी तलत उसे वर्ष 2000 में धोखे से ब्रटेन लेकर आए थे
खबर है कि अशर दंपती लड़की को पाकिस्तान से मैनचैस्टर अपने घर लाए थे। लड़की से शुरुआत में घर के घरेलू काम करवाए जाते थे। धीरे-धीरे समय व्यतीत होता गया और दंपती ने मासूम को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। मामला तब प्रकाश में आया जब पुलिस एक मामले में दंपती के घर पुछताछ के लिए गई थी तभी वहां पुलिस को घर के तहखाने में मासूम कैद मिली। छह महीने तक चले ट्रायल के बाद अशर और उसकी पत्‍‌नी को जेल भेज दिया गया है। 84 वर्षीय अशर पर लड़की के साथ 49 बार बलात्कार करने का आरोप है। परंतु कोर्ट में अशर पर रेप के कुल 13 आरोप ही सिद्ध हुए हैं। अशर की पत्‍‌नी तलत को मानव तस्करी के अलावा अन्य दो मामलों में दोषी पाया गया है। अभियोजन पक्ष के वकील ने कोर्ट में बताया कि लड़की का शारीरिक, सेक्शुअल और आर्थिक रूप से शोषण किया गया है। लड़की काफी डरी और सहमी हुई है बुजुर्ग दंपती की फोटो दिखाने पर लड़की ने बताया कि ये बूढा मुझसे घर के सारे काम करवाता था, तहखाने में कैद करके रखता था और जबरदस्ती उसके साथ यौन संबंध बनाता था। लड़की अब 20 साल की हो चुकी है और उसके पांच भाई-बहन पाकिस्तान में रहते हैं जहां उसे भेजने की तैयारी की जा रही है।

नेपाल चुनाव पर नजर रखेंगे ईयू पर्यवेक्षक
18 October 2013
काठमांडू। नेपाल में आगामी 19 नवंबर को होने वाले संविधान सभा के चुनाव पर नजर रखने के लिए यूरोपीय यूनियन (ईयू) पर्यवेक्षकों को तैनात करेगा। इनमें 34 पर्यवेक्षक लंबे समय तक यहां रहेंगे।
इस मिशन का नेतृत्व मुख्य पर्यवेक्षक ईवा जॉली कर रही हैं। वह यूरोपीय संसद की सदस्य हैं। मिशन के प्रेस अधिकारी एबरहार्ड लाउए ने गुरुवार को बताया कि जॉली शुक्रवार से पर्यवेक्षकों को नेपाल के विभिन्न जिलों में भेजना प्रारंभ करेंगी। अगले कुछ सप्ताह में वे चुनाव अधिकारियों, उम्मीदवारों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं, सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों, मीडिया कर्मियों और सुरक्षा कर्मियों से मुलाकात करेंगे। चुनाव से कुछ पहले 40 और पर्यवेक्षक मिशन में शामिल हो जाएंगे। वे मतदान, मतगणना और परिणामों पर नजर रखेंगे। नेपाल में ईयू मिशन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कुल मिलाकर 26 सदस्य देशों के 100 से अधिक पर्यवेक्षक चुनाव पर नजर रखेंगे।

चीन में वाई-फाई की जगह लाई-फाई
18 October 2013
बीजिंग। चीनी वैज्ञानिकों ने वाई-फाई की जगह इंटरनेट से जुड़ने का एक सस्ता तरीका विकसित करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने इसे लाई-फाई नाम दिया है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी के स्थान पर प्रकाश बल्ब के माध्यम से भेजे गए संकेतों का प्रयोग किया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि ऑनलाइन कनेक्टिविटी के लिए यह नई तकनीक क्रांतिकारी साबित हो सकती है।
शिन्हुआ एजेंसी ने शंघाई की फुदन यूनिवर्सिटी में सूचना प्रौद्योगिकी की प्रोफेसर ची नन के हवाले से बताया कि वाई-फाई में उपयोग में आने वाली पारंपरिक रेडियो फ्रीक्वेंसी की जगह एक साथ चार कंप्यूटरों को एक वॉट के एलईडी बल्ब के प्रकाश का प्रयोग कर इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है। इस शोध की अगुवाई करने वाली नन ने बताया कि एलईडी बल्ब में लगे एम्बेडिड माइक्रोचिप्स 150 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की गति से डाटा दे सकते हैं जो चीन में औसत ब्राडबैंड की गति की तुलना में काफी तेज है। आगामी पांच नवंबर से शंघाई में शुरू होने वाले चीनी अंतरराष्ट्रीय उद्योग मेला में किफायती और प्रभावशाली लाई-फाई तकनीक के नमूनों का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मौजूदा वॉयरलेस सिग्नल ट्रांसमिशन उपकरण बेहद महंगे और कम प्रभावशाली हैं। नन ने बताया कि सेल फोनों के लिए बेहतर सिग्नल की खातिर पूरी दुनिया में लाखों की संख्या में बेस स्टेशन स्थापित किए गए हैं लेकिन सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत इनके कूलिंग सिस्टम पर होती है जबकि इसमें ऊर्जा खपत की दर महज पांच फीसद है।

बीएमडब्ल्यू से मोटे चंदे को लेकर घिरी चांसलर मर्केल की पार्टी
18 October 2013
बर्लिन। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) ऑटोमोबाइल कंपनी बीएमडब्ल्यू के प्रमुख शेयरहोल्डर से 6.90 लाख यूरो (करीब 5.7 करोड़ रुपये) चंदा लेने को लेकर विवादों में घिर गई है। यह विवाद इसलिए हो रहा है क्योंकि चंद रोज पहले ही जर्मनी ने वर्ष 2020 से कारों के लिए कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की नई सीमा निर्धारित करने को लेकर यूरोपीय संघ के प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया था। दौलतमंद कारोबारी महिला जोहाना क्वांट, उनके पुत्र स्टीफन क्वांट और बेटी सुसान क्लेटन दुनिया की सबसे मंहगी कार बनाने वाली कंपनियों में से एक बीएमडब्ल्यू की 46.7 प्रतिशत हिस्सेदारी रखते हैं।
संसदीय रिकॉर्ड के मुताबिक, जर्मन चुनाव के दो सप्ताह बाद गत नौ अक्टूबर को चंदे में बड़ी रकम दी गई। जर्मन सरकार के दबावों को देखते हुए यूरोपीय संघ में शामिल देशों के पर्यावरण मंत्रियों ने सोमवार को कारों के कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की सीमा को 95 ग्राम प्रति किलोमीटर के प्रस्ताव को 2024 तक टाले जाने पर सहमति जताई थी। इससे पहले जुलाई में इन मंत्रियों के बीच सहमति बनी थी कि नया प्रस्ताव वर्ष 2020 से लागू होगा।
हालांकि जर्मनी के पर्यावरण मंत्री पीटर अलमेयर ने कहा है कि पूर्व सहमति में संशोधन का फैसला यूरोप में ऑटो इंडस्ट्री को बचाने और पर्यावरण संरक्षण को और अधिक स्पष्ट करने के इरादे से किया गया है लेकिन विपक्षी पार्टियों और पर्यावरणविदें तथा भ्रष्टाचार विरोधी संगठनों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि समझौते में संशोधन का फैसला 6.90 लाख यूरो के चंदे को देखते हुए लिया गया है। एक टेलीविजन इंटरव्यू में लेफ्ट पार्टी के जार्ज गेसी ने कहा, पर्यावरण मंत्री पीटर अलमेयर के वर्ष 2020 से कारों के कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन पर कड़े नियम लागू करने के यूरोपीय संघ के प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने और ऑटोमोबाइल कंपनी के शेयरहोल्डर द्वारा डीसीयू को दिए गए चंदे के बीच संबंध साफ नजर आ रहा है।

सीरिया पर अगले महीने हो सकती है शांति वार्ता
18 October 2013
मॉस्को। सीरिया को लेकर अंतरराष्ट्रीय शांति वार्ता अगले महीने हो सकती है। सीरियाई उपप्रधानमंत्री कादरी जमील ने गुरुवार को मॉस्को में संवाददाताओं से कहा कि यह वार्ता 23-24 नवंबर को हो सकती है।
रूस और अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देश सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद पर इस बात के लिए दबाव डाल रहे हैं कि वह बातचीत के जरिए देश में करीब ढाई साल से चल रहे संघर्ष का समाधान निकालें। इस संघर्ष में एक लाख से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इस शांति वार्ता को जेनेवा-दो का नाम दिया गया है। इसके बारे में पहली बार अमेरिका और रूस की ओर से गत मई में प्रस्ताव किया गया था, लेकिन इसे कई बार टाल दिया गया। जमील ने कहा कि हम जेनेवा-दो आयोजित करने के करीब पहुंच गए हैं।
हालांकि उन्होंने इसके आयोजन के समय को अनुमानित बताया। उनके मुताबिक सीरिया संकट को हल करने के लिए शांति वार्ता का कोई विकल्प मौजूद नहीं है। इससे सीरिया में चल रहे संघर्ष को लेकर विदेशी हस्तक्षेप को समाप्त किया जा सकेगा।

अमेरिका में कामबंदी खत्म, संसद ने बढ़ाई ऋण सीमा
18 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में दो हफ्ते से ज्यादा समय से चली आ रही कामबंदी (शटडाउन) गुरुवार को समाप्त हो गई। सत्ताधारी डेमोक्रेट और विपक्षी रिपब्लिकन के बीच शटडाउन को खत्म करने के लिए बुधवार को हुए द्विपक्षीय समझौते के तहत उधारी सीमा बढ़ाने के लिए लाया गया विधेयक अमेरिकी संसद ने पारित कर दिया है।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विधेयक पर हस्ताक्षर कर इसे कानूनी रूप दे दिया। इसके साथ ही दुनिया का सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश डिफाल्टर (दिवालिया) होने से बच गया। ऋण सीमा बढ़ाने का विधेयक अटके रहने से दुनियाभर की बैचेनी बढ़ गई थी। यदि अमेरिका चूक जाता तो इसका वैश्रि्वक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता। ऋण सीमा बढ़ाने की समय सीमा 17 अक्टूबर को समाप्त हो रही थी। नए समझौते के तहत सरकार को 15 जनवरी, 2014 तक का बजट मिलेगा और कर्ज सीमा सात फरवरी तक बढ़ाई जाएगी। 30 सितंबर की रात बजट पारित न होने के कारण शटडाउन संकट शुरू हुआ था। ओबामा के स्वास्थ्य कानून 'ओबामाकेयर' पर मतभेद के चलते अमेरिकी संसद बजट पास नहीं कर सकी थी। इसके चलते करीब आठ लाख संघीय कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजना पड़ा था।
संसद के दोनों सदन सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स ने क्रमश: 81-18 और 285-144 मतों से विधेयक को पारित कर दिया। यह विधेयक 16700 अरब डॉलर की कर्ज उगाही की समय सीमा बढ़ाने के मात्र चार घंटे पहले पारित हुआ। विधेयक पर करीब 11 घंटे बहस हुई।
ओबामा द्वारा विधेयक पर हस्ताक्षर करने के बाद ह्वाइट हाउस आफिस ऑफ मैनेजमेंट ऑफ बजट द्वारा संघीय एजेंसियों को जारी नोटिस में आठ लाख कर्मचारियों को वापस काम पर लौटने को कहा गया। विधेयक में कामबंदी ़के दौरान घर बैठाए गए कर्मचारियों को वेतन का भुगतान का प्रावधान भी शामिल है।
कामबंदी से 24 अरब डॉलर का नुकसान अमेरिका में 16 दिन तक चली कामबंदी से अर्थव्यवस्था को 24 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने यह बात कही है। एजेंसी के मुताबिक इस बंदी से चौथी तिमाही की वृद्धि दर पर 0.6 प्रतिशत का असर पड़ने की संभावना है।
ओबामा ने की नीना से मुलाकातअमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय मूल की पहली मिस अमेरिका नीना दावुलुरी से ह्वाइट हाउस में मुलाकात की। अमेरिका में कामबंदी समाप्त करने को लेकर चल रहे ड्रामे के बीच ओबामा ने यह मुलाकात की। बुधवार को ओबामा से मुलाकात के बाद दावुलुरी ने ट्वीट कर कहा,'ओवल ऑफिस में ओबामा से मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई।'
'वाशिंगटन में राजनेताओं को संकट के जरिए शासन करने की प्रवृत्ति छोड़नी होगी।'-बराक ओबामा, अमेरिकी राष्ट्रपति
'वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम पैदा हो गया था, लेकिन संसद द्वारा विधेयक पारित करने से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को राहत मिली है।'-
जिम योंग किम, विश्व बैंक अध्यक्ष
'आगे चलकर और टिकाऊ ढंग से ऋण सीमा को बढ़ाकर राजकोषीय नीति को लेकर अनिश्चितता कम करना आवश्यक होगा।'-क्रिस्टीन लगार्ड, आइएमएफ की प्रबंध निदेशक

मलाला को कनाडा की मानद नागरिकता
18 October 2013
ओटावा। महिलाओं की शिक्षा की वकालत करने के कारण तालिबान के जानलेवा हमले का शिकार बनी पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई को कनाडा की मानद नागरिकता प्रदान की जाएगी। सरकार ने बुधवार को इस संबंध में घोषणा की।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला और म्यांमार की विपक्ष की नेता आंग सान सू की को भी कनाडा की मानद नागरिकता प्रदान की जा चुकी है। एक बयान में कनाडा सरकार ने कहा, 'किशोरियों की शिक्षा के लिए अपनी जान को खतरे में डालकर मलाला ने जो साहसिक व प्रेरणादायी उदाहरण पेश किया है, कनाडा उसका सम्मान करता है। अब वह उनके लिए खुलकर बोलती हैं, जिनकी आवाज सुनी ही नहीं जाती।'
लड़कियों के शिक्षा के अधिकार के समर्थन में आवाज बुलंद करने के कारण मलाला को पिछले साल अक्टूबर में तालिबान ने सिर में गोली मार दी थी। उन्हें इस साल शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था।

अब भी बहुत से राज हैं एडवर्ड स्नोडेन के पास
18 October 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन के पास साझा करने के लिए अभी बहुत से राज हैं। यह बात उनके पिता लोन स्नोडेन ने कही है। लोन का कहना है कि उसे इन सच्ची कहानियों के खुलासे को सुनिश्चित करने तक रूस में ही रुकना चाहिए।
लोन स्नोडेन एक सप्ताह तक बेटे एडवर्ड के साथ मास्को में रहने के बाद बुधवार को लौटे हैं। न्यूयॉर्क के जॉन एफ केनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि अमेरिकी खुफिया कार्यक्रम का खुलासा करने और रूस में एडवर्ड को अस्थायी शरण मिलने के बाद बेटे से उनकी पहली बार मुलाकात हुई। बेटे से उन्होंने क्या कहा? यह पूछे जाने पर लोन ने बताया कि मैंने उसे वहीं पर रुकने की सलाह दी। वह वहां सहज और खुश है और उसने जो कुछ किया है उसके के लिए वह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वह भगोड़ा नहीं है। उसे रूस ने कानूनी तौर पर शरण दी है। मीडिया को इसे सही करने की जरूरत है और मेरे विचार से हमारी सरकार भी इसे समझती है।

शरीफ ने आतंकवाद के मुकाबले के लिए 'कड़े' फैसले लेने की प्रतिबद्धता जतायी
18 October 2013
लाहौर। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद से निपटने और कराची जैसे शहरों में कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए ‘कड़े’ फैसले लेगी।
रावलपिंडी में अपने पैतृक घर में ईद उल अजहा की नमाज अदा करने के बाद पीएमएल एन सांसदों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि हम कराची तथा देश के अन्य हिस्सों में कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए कड़े फैसले लेने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कराची तथा देश के अन्य हिस्सों में शांति स्थापना तथा देश में निवेश के माहौल में सुधार एवं आर्थिक निर्भरता की समाप्ति के लिए आतंकवाद और अपराधों का खात्मा जरूरी है । शरीफ ने कहा कि पीएमएल एन ने एक बड़े मुश्किल समय में देश की जिम्मेदारी संभाली है क्योंकि देश कई बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
उन्होंने इस बात की आलोचना की कि किसी शासक ने पिछले इतने सालों में देश में आतंकवाद , उर्जा संकट , अराजकता , गरीबी और बेरोजगारी से पार पाने के लिए कोई राष्ट्रीय रणनीति तैयार नहीं की। एपीपी ने यह जानकारी दी।
शरीफ ने दावा किया कि उनकी सरकार ने देश से आतंकवाद के खात्मे के लिए एक साझा एजेंडा तैयार करने के लिए सभी राजनीतिक दलों को साथ लिया है । प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने देश में शांति बहाली के लिए वार्ता प्रक्रिया को अपनाया है और उम्मीद है कि प्रयास सफल होंगे । शरीफ ने कहा कि उर्जा संकट पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है।

लंदन ट्रैफिक पुलिस ने हिलेरी पर ठोंका जुर्माना
17 October 2013
लंदन। पार्किग का टिकट नहीं खरीदने पर लंदन ट्रैफिक पुलिस ने यहां पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की लिमोजिन कार पर 80 पौंड का जुर्माना ठोंक दिया।
वेस्टमिंस्टर सिटी कौंसिल के ट्रैफिक वार्डन ने मध्य लंदन के सेंट जेम्स स्क्वायर पर खड़ी हिलेरी की गाड़ी पर जुर्माने का नोटिस चिपका दिया। हिलेरी के सुरक्षा गार्डो ने इसका विरोध किया, लेकिन ट्रैफिक वार्डन ने उनकी एक न सुनी।
क्लिंटन कैथम हाल में एक समारोह में भाग लेने आई थीं। उनके काफिले में पांच कारें शामिल थीं। ग्रेग ब्रेनन नामक एक फोटोग्राफर ने यह सारा विवाद अपने कैमरे में कैद कर लिया।
ब्रेनन ने बताया कि हिलेरी की कार सेंट जेम्स स्क्वायर में बिना भुगतान किए करीब 45 मिनट तक खड़ी रही। उसके बाद वार्डन ने कार पर नोटिस चिपका दिया। क्लिंटन के सुरक्षा एजेंट गुस्से में अपने हाथ और बैच हवा में लहराते रहे, लेकिन वार्डन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। क्लिंटन की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमेरिकी दूतावास के प्रेस विभाग ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा है।


भारत से क्रिकेट संबंध सुधारने पर जोर दे पीसीबी
17 October 2013
लाहौर। सीमा पर जारी तनाव के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड [पीसीबी] के संरक्षक बने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पीसीबी के कार्यवाहक अध्यक्ष नजम सेठी से भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज दोबारा शुरू करने की ओर ध्यान लगाने को कहा है।
शरीफ के करीबी सूत्र के मुताबिक शरीफ ने सेठी से भारत के साथ क्रिकेट संबंध शुरू करने को लेकर विशेष ध्यान देने को कहा है, भले ही यह सीरीज तटस्थ स्थल पर हो। सूत्र ने कहा कि शरीफ के क्रिकेट के प्रति लगाव ने उन्हें पीसीबी का संरक्षक बनने को बाध्य कर दिया। इससे पहले यह पद पाकिस्तान के राष्ट्रपति के पास होता था। सूत्र ने कहा कि मियां साहब सिर्फ कुछ मैच देखते ही नहीं, बल्कि कभी-कभार क्रिकेट खेलते भी हैं। शरीफ नौवें दशक में लाहौर के जिमखाना में शहर के शीर्ष क्लबों के खिलाफ क्रिकेट खेलते थे। उन्होंने नौवें दशक के मध्य में जिमखाना में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक अभ्यास मैच भी खेला था।
हालांकि शरीफ द्वारा सेठी को पीसीबी का कार्यवाहक चेयरमैन नियुक्त करना क्रिकेट के प्रति उनकी गंभीरता को लेकर सवाल भी खड़े करता है क्योंकि सेठी कभी भी क्रिकेट मामलों के अच्छे पर्यवेक्षक या आलोचक नहीं रहे हैं। फिलहाल सेठी को नए पीसीबी चेयरमैन के लिए चुनाव नहीं कराने को लेकर कोर्ट की अवमानना का सामना करना पड़ रहा है। शरीफ ने मंगलवार को सेठी का बचाव करते हुए तीन महीने के लिए अंतरिम प्रबंधन समिति बनाई थी, जो पीसीबी का कामकाज देखेगी।

काम बंदी खत्म करने पर समझौता
17 October 2013
वाशिंगटन। शीर्ष अमेरिकी नेता दो हफ्ते से ज्यादा से चली आ रही काम बंदी (शटडाउन) खत्म करने पर रजामंद हो गए हैं। इसके लिए डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच समझौता हो गया है। समझौते के तहत तय आखिरी दिन से पहले ही अमेरिका को पहली बार डिफाल्टर घोषित होने से बचाने के लिए सरकार की उधारी सीमा बढ़ा दी गई है। समझौते की घोषणा सीनेट में बहुमत दल के नेता हैरी रीड ने की।
रीड ने कहा कि यह समझौता मौजूदा हालात में अमेरिकी के लिए बहुत ही जरूरी आर्थिक स्थायित्व प्रदान करेगा। प्रतिनिधि सभा जल्द ही इस पर मतदान करेगी। रीड ने कहा, 'सप्ताह भर पूरी दुनिया की निगाहें वाशिंगटन पर लगी रहीं। इस दौरान पूरी दुनिया राजनीतिक विभाजन की गवाह बनी। बुधवार को वे सभी देखेंगे कि कांग्रेस अमेरिका को डिफाल्टर घोषित होने से बचाने के लिए द्विपक्षीय समझौता करने में सफल रहा। अंत में राजनीतिक विरोध और असहमति को दरकिनार कर संकट से बाहर निकला गया।'
फिलहाल, 7 फरवरी, 2014 तक सरकार के पास डिफाल्ट से बचे रहने का समय है, लेकिन बजट पारित नहीं किया गया है। अब ओबामा सरकार को फरवरी तक रिपब्लिकन को राजी कर बजट पारित कराना होगा। रिपब्लिकन नेता मिच मैक्कोनेल ने कहा कि अब सरकार डिफाल्ट से बचे रहकर अपना कामकाज कर सकेगी। अब हमें अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एकजुट होकर सरकार से बात करनी होगी। रिपब्लिकन चाहते हैं कि बजट नियंत्रण कानून के तहत होने वाली कटौतियों को रोका जाए। वर्ष 1981 के बाद यह पहला ऐसा कानून है, जिसके जरिये सरकार इतने बड़े पैमाने पर अपने खर्चो में कटौती करना चाह रही है।
द्विपक्षीय समझौते के तहत उधारी सीमा बढ़ाने के लिए लाया गया विधेयक 17 अक्टूबर को ही सीनेट से पारित कर दिया जाएगा। सेनीटर टेल क्रूज ने कहा कि वह इस विधेयक को रोकेंगे नहीं। हालांकि, उन्होंने इस समझौते का विरोध किया था, क्योंकि इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति की विवादास्पद 'ओबामाकेयर' स्वास्थ्य योजना पर रिपब्लिकन के एतराज को संबोधित नहीं किया गया है। इस बीच, व्हाइट हाउस ने द्विपक्षीय समझौते का स्वागत किया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे. कार्ने ने कहा, 'राष्ट्रपति को भरोसा है कि डेमोक्रेट व रिपब्लिकन के बीच हुआ यह समझौता सरकार को खासी मदद करेगा और आर्थिक संकट के खतरे को टाल देगा।' ओबामा चाहते हैं कि कांग्रेस इस मामले पर तेजी से कार्रवाई करे। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि ओबामा किसी भी पार्टी की ब्लैकमेल की जाने वाली मांग को नहीं मानेंगे।

लंदन में लुटेरों ने की भारतीय व्यवसायी की हत्या
17 October 2013
लंदन। ब्रिटेन की राजधानी में लुटेरों के एक गिरोह ने भारतीय व्यवसायी शम्मी अटवाल (44) की लूटपाट के बाद ट्रक से कुचलकर हत्या कर दी। इस हमले में शम्मी की पत्नी दीपा को भी चोटें आई हैं।
दो बेटों के पिता शम्मी पूर्वी लंदन में एक शीतलपेय कंपनी चलाते थे। मंगलवार को लुटेरों के एक गिरोह ने उनकी कंपनी के गोदाम में धावा बोला। उन्होंने गोदाम में मौजूद शम्मी की लोहे की छड़ों से बुरी तरह पिटाई की। बाद में वे शम्मी को घसीटकर बाहर सड़क पर ले आए और उन्हें ट्रक से कुचल डाला। लुटेरों की संख्या दस बताई जा रही है और सभी श्वेत थे। मेट्रोपॉलिटन पुलिस स्कॉटलैंड यार्ड ने हत्या के इस मामले की जांच शुरू कर दी है और लोगों से आगे आकर इस मामले में जानकारी देने की अपील की है।
स्थानीय अखबार ईवनिंग स्टैंडर्ड में शम्मी के रिश्तेदार तरसेम सिंह के हवाले से कहा गया है, वह बहुत मेहनती था। काम के बाद बचा समय वह परिवार के साथ या गुरुद्वारे में बिताता था। अपने बच्चों से वह बहुत प्यार करता था।

पूर्वी पाक में हिंदुओं के नरसंहार पर चुप रहे थे निक्सन
17 October 2013
वाशिंगटन। वर्ष उन्नीस सौ इकहत्तर में बांग्लादेश की स्वतंत्रता से पहले पाकिस्तान की सेना ने तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में सुनियोजित तरीके से हिंदू समुदाय के नरसंहार को अंजाम दिया था। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और उनकी सरकार इस नरसंहार पर अपनी आंखें मूंदे रही थी। एक नई पुस्तक में यह खुलासा हुआ है।
लेखक गैरी जे बास ने अपनी किताब 'द ब्लड टेलीग्राम : निक्सन किसिंगर एंड ए फॉरगॉटेन जेनोसाइड' में लिखा है कि भारत सरकार इस बारे में जानती थी, लेकिन उसने इसे ज्यादा तवज्जो देने के बजाय बांग्लादेश में बंगाली समुदाय के जनसंहार की संज्ञा दी थी, ताकि जनसंघ के नेता इसको लेकर हाय-तौबा न मचाएं।
प्रिंसटन विश्वविद्यालय में राजनीति और अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर बास कहते हैं, इसे मूल रूप से हिंदुओं की प्रताड़ना के रूप में सामने लाने के बजाए भारत ने इसे बंगालियों के विनाश के रूप में पेश करने पर ध्यान केंद्रित किया।
बास के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह तर्क दिया था कि देश में बंगालियों की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण चुनाव हार गए पाकिस्तानी जनरल उनकी हत्याएं कर रहे हैं, ताकि पूर्वी बंगाल में वे बहुसंख्यक न बने रह सकें।
चुन-चुन कर मारे गए थे हिंदू
बास ने किताब में रूस में भारत के राजदूत डीपी धर के हवाले से लिखा है, पाकिस्तान की सेना पर हिंदुओं की चुन-चुनकर हत्या करने का आरोप लगा था, लेकिन जनसंघ जैसे हिंदू राष्ट्रवादी दल की उग्र प्रतिक्रिया के भय से हमने इस बात की पूरी कोशिश की कि यह मामला भारत में प्रचारित न हो।
ढाका में तत्कालीन अमेरिकी राजनयिकों ने विदेश मंत्रालय और ह्वाइट हाउस दोनों को लिखा था कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई हिंदुओं के नरसंहार से कम नहीं है।

पाक में परमाणु संयंत्र बनाने पर चीन अडिग
17 October 2013
बीजिंग। भारत और अमेरिका की सख्त आपत्ति के बावजूद चीन, पाकिस्तान में परमाणु संयंत्र बनाने पर अडिग है। उसने अपने फैसले का खुलकर बचाव किया है। अगले सप्ताह भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चीन यात्रा के दौरान यह मुद्दा उठ सकता है।
चीन के विदेश मंत्री हुआ चुनयिंग के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, 'दोनों राष्ट्र अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए शांतिपूर्ण कार्य के लिए परमाणु संयंत्र की स्थापना करेंगे। यह कार्य अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएइए) की निगरानी में होगा।' चीन की पाकिस्तान में 1000 मेगावाट क्षमता वाले दो परमाणु बिजली संयंत्र स्थापित करने की योजना है। उसके इस फैसले पर भारत और अमेरिका ने कड़ा एतराज जताया है।
पाकिस्तान की ओर से आई हालिया खबरों में कहा गया है कि ये संयंत्र कराची में बनाए जाने हैं और इन पर अगले माह से काम शुरू हो सकता है। हालांकि अभी इस समझौते की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

ईरान अपने परमाणु संयंत्रों का निरीक्षण कराने को राजी
17 October 2013
तेहरान। ईरान अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) को देश के परमाणु संयंत्रों के आकस्मिक और व्यापक निरीक्षण की अनुमति देने को तैयार हो गया है। अपनी पहले की टिप्पणी को संशोधित करते हुए ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने कहा है कि जेनेवा में विश्व की बड़ी शक्तियों के समक्ष परमाणु मुद्दे से संबंधित जो प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है, उसमें ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों के औचक निरीक्षण की अनुमति दी गई है।
ईरान ने अपने प्रस्ताव के बारे में विस्तृत जानकारी तो नहीं दी है, लेकिन इतना जरूर कहा है कि इसमें वियाना स्थित संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध आइएईए को परमाणु प्रतिष्ठानों के निरीक्षण की अनुमति दी गई है। सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने मंगलवार को अराकची के हवाले से कहा था कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों के औचक निरीक्षण का प्रस्ताव नहीं किया गया है। पिछले महीने ही अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा था कि यदि ईरान अपने परमाणु प्रतिष्ठानों के औचक निरीक्षण की अनुमति देता है तो उसके साथ इस मामले में पिछले एक दशक से चले आ रहे गतिरोध को दूर करने में मदद मिलेगी।
मंगलवार को ईरान ने जेनेवा में विश्व के छह शक्तिशाली देशों के साथ बैठक में अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रहे गतिरोध को दूर करने के लिए तीन चरण वाली योजना प्रस्तुत की। अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, चीन और रूस यह भी चाहते हैं कि ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम से पीछे हट जाए।

अमेरिका में पूर्व पत्नी की हत्या में भारतीय गिरफ्तार
17 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल की एक महिला की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके पूर्व पति और उसकी दूसरी पत्नी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, नैशविले से गिरफ्तार बलदेव तनेजा (62 वर्ष) के इस गुनाह में उसकी मौजूदा पत्नी रमिंदर कौर (63 वर्ष) ने भी साथ दिया। वाशिंगटन डीसी के उपनगर जर्मनटाउन में सड़क पर शनिवार सुबह तनेजा की पूर्व पत्नी 49 वर्षीय प्रीति पाल गाबा घायल अवस्था में मिली थी। उन्हें गोली मारी गई थी। कुछ समय बाद अस्पताल में गाबा की मौत हो गई। तलाक मामले में अदालती कागजातों के अनुसार, दोनों ने 2002 में भारत में शादी की थी जबकि 2010 में तलाक ले लिया था। इसके बाद तनेजा अपनी प्रेमिका के साथ रहने लगा और उससे शादी कर ली। तनेजा का कहना था कि गाबा उसके कारोबार को अपने नियंत्रण में करने की कोशिश करती थी जबकि गाबा ने तनेजा पर शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

जापान में तूफान से तबाही, 14 लोगों की मौत
17 October 2013
टोक्यो। जापान के मध्य और पूर्वोत्तर हिस्सों में बुधवार को आए ताकतवर तूफान वीफा के कारण 14 लोगों की मौत हो गई और कई लापता हो गए हैं जबकि हवाई और रेल यातायात पर इसका जबर्दस्त असर पड़ा है।
शिन्हुआ ने क्योदो न्यूज के हवाले से बताया कि टोक्यो से 120 किमी दक्षिण में इजू ओशिमा द्वीप से 13 शवों के बरामद होने की पुष्टि की गई है जबकि भूस्खलन से 30 मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए। इस द्वीप पर 122.5 मिमी प्रति घंटे की मूसलाधार बारिश दर्ज की गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि टोक्यो के मचिदा में नदी में बह जाने से एक महिला की मौत हो गई जबकि मध्य जापान के कांटो प्रांत में बहुत से लोग लापता बताए जा रहे हैं। तूफान के कारण सार्वजनिक यातायात व्यवस्था ठप हो गई है। कई बुलेट ट्रेनों की सेवा को निलंबित कर दिया गया है जबकि जापान एयरलाइंस की 193 घरेलू और निप्पन एयरवेज की 211 घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद कर दिया गया। जापान में इस वर्ष यह 26वां तूफान है।
फिलीपींस में भूकंप से मृतकों की संख्या 142 पहुंची
फिलीपींस में मंगलवार की सुबह आए रिक्टर स्केल पर 7.1 तीव्रता वाले भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 142 पहुंच गई है। जबकि राहत और बचाव के दौरान मलबे से तीन लोगों को जीवित निकाला गया। क्षेत्रीय सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट रॉय देवेरातुरदा ने बताया कि भूकंप का केंद्र रहे बोहोल में मृतकों की संख्या सौ के पार पहुंच चुकी है। भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान देश के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण शहर सेबू और पड़ोसी द्वीप बोहोल को हुआ है।।

गांधी का दर्शन विश्व के लिए आज भी प्रासंगिक: निरुपमा राव
12 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में भारत की राजदूत निरुपमा राव ने कहा कि महात्मा गांधी के दर्शन की प्रासंगिकता अभी खत्म नहीं हुई है। अहिंसा का उनका संदेश आज भी पूरी दुनिया में संघर्षो के लिए प्रेरणा बना हुआ है।
राव मंगलवार को हावर्ड यूनिवर्सिटी में महात्मा गांधी-मार्टिन लूथर किंग जूनियर व्याख्यान को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गांधी का प्रभाव किसी भी तरह कमजोर नहीं हुआ है। उनकी रणनीति, अहिंसा का सिद्धांत आज भी दुनिया भर के संघर्षो को प्रेरित करता है। भारतीय राजनयिक ने गांधी के सिद्धांतों और विचारों को चिरस्थाई बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए जरूरी है कि इन्हें अपने दैनिक जीवन में उतारा जाए, क्योंकि इनकी उपयोगिता किसी भी तरह सीमित नहीं है। सच्चाई यह है कि गांधी आज भी अपने संदेशों के माध्यम से जीवित हैं। गांधी की अहिंसा की अवधारणा और उनके दर्शन को महज एक सैद्धांतिक कल्पना मानने की बजाय जीवंत मानते हुए राव ने कहा कि गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के संघर्ष में इसी सिद्धांत का इस्तेमाल किया था।

गर्लफ्रेंड को छेड़ने पर भारतीय छात्र ने ली दोस्त की जान
16 October 2013
वाशिंगटन। भारतीय मूल के अमेरिकी छात्र पर दोस्त की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। 24 वर्षीय राहुल गुप्ता को पुलिस ने मार्क एडवर्ड वॉ (23) की हत्या के आरोप में रविवार तड़के गिरफ्तार किया था। गर्लफ्रेंड के साथ हुई छेड़छाड़ हत्या की वजह बताई जा रही है।
पुलिस का कहना है कि राहुल मेरीलैंड स्थित जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। एडवर्ड भी इसी यूनिवर्सिटी का छात्र था। शनिवार शाम मोंटगोमरी काउंटी के एक अपार्टमेंट में राहुल ने अपनी बर्थडे पार्टी का आयोजन किया था। पार्टी में राहुल की गर्लफ्रेंड के अलावा एडवर्ड और उसके कुछ दोस्त भी पहुंचे थे। देर रात तक चली पार्टी में सबने जमकर शराब पी।
एडवर्ड और उसके दोस्तों ने राहुल की गर्लफ्रेंड को छेड़ना शुरू कर दिया, जिस पर उसने अपना आपा खो दिया और एडवर्ड पर चाकू से कई वार किए। पुलिस जब मौके पर पहुंची राहुल और एडवर्ड दोनों खून में लथपथ फर्श पर पड़े थे। एडवर्ड की मौत हो चुकी थी। पुलिस के मुताबिक राहुल ने हत्या की बात कबूल ली है।


पाकिस्तान में कार से महंगा है कुर्बानी का जानवर
16 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में ईद-उल-अजहा को मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं, कुर्बानी के लिए खरीदे जाने वाले जानवरों की कीमत आसमान छू रही है।
इस साल कुर्बान किए जाने वाले जानवरों की कीमत बीस हजार रुपये से लेकर 16 लाख पाकिस्तानी रुपये है। जबकि पाकिस्तान में करीब सात लाख रुपये में नई कार खरीदी जा सकती है। पिछले कुछ वर्षो के दौरान यह पहला मौका है जब जानवरों की कीमत इतनी ज्यादा बढ़ गई है। यह कीमत वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुनी है। यानी कुर्बानी के लिए जानवर खरीदना वेतनभोगी और मध्यम वर्ग के लिए सपना बनकर रह जाएगा।
जानवरों की बढ़ती कीमत के कारण कई घरों से जानवरों के चोरी होने की भी खबर है। इसका सबसे दिलचस्प उदाहरण क्रिकेटर इमरान फरहत हैं। उन्होंने कुर्बानी के लिए एक लाख रुपये में बकरा खरीदा था। वह रातोंरात लाहौर के वालेंसिया टाउन स्थित उनके घर से चोरी हो गया। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद बकरे का कुछ पता नहीं चला। पर यह खबर कई स्थानीय चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज के तौर पर दिखाई गई।
टीवी पर ऊंची कीमतों वाले जानवरों को भी दिखाया जा रहा है। इनमें एक बकरी ऐसे भी दिखाई जा रही है जो स्प्राइट पीती है और पान खाती है। टीवी पर एक बकरा दिखाया गया था जिसकी कीमत छह लाख रुपये थी। जबकि सबसे महंगे भैंस की कीमत करीब 16 लाख रुपये थी। अगर कोई जानवर खरीदने के लिए पशु बाजार नहीं जा पा रहा है तो उसके लिए कई वेबसाइट हैं। कुर्बानी ऑनलाइन नामक वेबसाइट आर्डर देने पर जानवर को ग्राहक की बताई जगह पर पहुंचाने का दावा कर रही है। मगर यह सेवा सिर्फ कराची तक ही सीमित है।

ओबामा ने ठुकराया हाउस रिपब्लिकन का प्रस्ताव
16 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में सरकारी शटडाउन और कर्ज नहीं चुका पाने के संकट का अब भी समाधान होता नहीं दिख रहा है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंगलवार को हाउस रिपब्लिकन के प्रस्ताव को एक तरह की 'फिरौती' करार देते हुए खारिज कर दिया है।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एमी ब्रुंडेज के मुताबिक, राष्ट्रपति बार-बार कह चुके हैं कि देश का कर्ज चुकाने के लिए बजट पारित करने की जिम्मेदारी निभाने के लिए सांसद फिरौती न मांगे। दुर्भाग्यवश हाउस रिपब्लिकन का ताजा प्रस्ताव वैसा ही है।
गौरतलब है कि अगर अमेरिका 17 अक्टूबर तक कर्ज नहीं चुका पाया, तो दुनिया का सबसे ताकतवर देश डिफाल्टर घोषित हो जाएगा।
ब्रुंडेज ने कहा कि इसमें रिपब्लिकन के एक छोटे गुट को खुश करने की कोशिश की गई है, जिसने सरकार को शटडाउन के लिए मजबूर किया है। इससे पहले अमेरिकी सांसदों ने व्यापक विचार-विमर्श किया और उम्मीद जताई कि सरकारी कामबंदी (शटडाउन) समाप्त करने के लिए शीघ्र ही समझौता हो जाएगा। इससे संभावित वैश्विक आर्थिक संकट को टालने में भी मदद मिलेगी।
अमेरिकी सीनेटरों का कहना था कि वे समझौते के करीब पहुंच गए हैं और इससे संभावित संकट को कई महीने के लिए टाला जा सकेगा। हालांकि, उनका यह भी मानना है कि इस राह में अभी बहुत बाधाएं हैं। सीनेट में बहुमत दल के नेता हैरी रीड ने कहा कि उनके और रिपब्लिकन समकक्ष मिक मैक्कोनेल के बीच बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बुधवार का दिन हमारे लिए उजाले भरा होगा। रीड और मैक्कोनेल 14 दिन से चली आ रही कामबंदी को समाप्त करने के लिए समझौते का प्रयास कर रहे हैं।
मैक्कोनेल ने कहा कि हमने बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति की है। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में और प्रगति होगी। मैं दोनों पक्षों को स्वीकार्य समझौता होने के रीड के आशावादी विचारों से सहमत हूं। अगर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाता है तो अगले वर्ष फरवरी तक प्रभावी रहेगा।

विवादित द्वीपों पर चीन व जापान में गुप्त वार्ता
16 October 2013
टोक्यो। विवादित द्वीपों को लेकर द्विपक्षीय संबंधों में आई कड़वाहट को दूर करने के उद्देश्य से चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाल ही में जापान की यात्रा की। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई।
चीन सरकार के सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, 'चीनी विदेश मंत्रालय के एशियाई प्रभाग में उच्च पद पर तैनात एक अधिकारी और जापान में उनके समकक्ष के बीच अक्टूबर की शुरुआत में एक गुप्त बैठक हुई थी।' हालांकि जापानी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बैठक के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी देने से इन्कार किया। उन्होंने यह भी कहा कि जापान और चीन के बीच कई स्तरों पर बातचीत चल रही है। सितंबर, 2012 में जापान द्वारा इन द्वीपों का राष्ट्रीयकरण कर लिए जाने के बाद चीन के साथ उसके संबंधों में तनाव आ गया था। चीन इन द्वीपों पर अपना हक जताता आया है। दक्षिण चीन सागर में स्थित इन द्वीप समूहों को लेकर एक बार दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई तक की नौबत आ गई थी।

काला धन: स्विटजरलैंड देगा भारत को सूचनाएं
16 October 2013
जेनेवा। काले धन के खिलाफ लड़ाई में भारत सरकार को कुछ कामयाबी मिली है। सरकार लंबे समय से स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के काले धन की जानकारी हासिल करने के प्रयास कर रही थी। स्विटजरलैंड अब यह जानकारियां देने और टैक्स मामलों पर प्रशासकीय सहयोग के लिए सहमत हो गया है।
इसके तहत स्विटजरलैंड मांगे जाने पर त्वरित आधार पर सूचनाएं उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा वह काली कमाई पर टैक्स वसूलने में भी भारत की मदद करेगा।
बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते स्विटजरलैंड ने अमीर देशों के संगठन ओईसीडी के टैक्स मामलों पर प्रशासकीय सहयोग के बहुपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। पेरिस स्थित ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) ग्लोबल टैक्स मानकों और अंतरराष्ट्रीय नीतियों पर परामर्श देने वाला प्रमुख संगठन है।

ब्रिटिश सांसद ने उठाया सवाल, चीन को विशेष तवज्जो तो भारत को क्यों नहीं?
16 October 2013
लंदन। ब्रिटेन द्वारा चीनी आगंतुकों के लिए वीजा नियमों में ढील दिए जाने की भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अगर चीन को खास अहमियत दी जा रही है तो भारत को क्यों नहीं।
ब्रिटेन के वित्त मंत्री जॉर्ज ऑसबोर्न ने सोमवार को चीन से आने वाले आगंतुकों को वीजा नियमों में ढील देने की घोषणा की थी। योजना के तहत यूरोपियन यूनियन आने वाले चीनी नागरिकों को अलग से ब्रिटिश वीजा के लिए आवेदन नहीं करना होगा अगर वह कुछ चुनिंदा ट्रैवल एजेंट के माध्यम से अपना टिकट बुक कराते हैं। दरअसल, ऑसबोर्न ज्यादा से ज्यादा चीनी कंपनियों को ब्रिटेन में निवेश करने के लिए मनाने में लगे है। इसी के चलते देश में व्यापार से संबंधित नियमों में ढील दे रहे हैं।
वाज ने ब्रिटेन में कड़े किए जा रहे वीजा नियमों के बीच चीनी नागरिकों को विशेष तवज्जो दिए जाने पर चिंता व्यक्त की। हाउस ऑफ कामंस की गृह मामलों की समिति के अध्यक्ष वाज ने कहा, अगर चीन को विशेष तवज्जो दी जा रही है तो भारत को क्यों नहीं? भारत पर क्यों बंदिशें लगाई जा रही हैं? जॉर्ज की बीजिंग में की गई घोषणा ब्रिटेन में आव्रजन के बारे में मंत्रियों की तीक्ष्ण टिप्पणी की विरोधाभासी है। विपक्षी लेबर पार्टी से सांसद वाज ने इस घोषणा को उस प्रस्ताव से जोड़ा जिसके तहत भारत कई देशों से आने वाले नागरिकों से 3,000 पौंड [करीब तीन लाख रुपये] का बांड भरना है। ताकि वे वीजा खत्म होने के बाद देश में चोरी छिपे न रहें। इस योजना की भी उन्होंने कड़ी आलोचना की थी। हालांकि इस हालिया कदम का व्यापार जगत के लोग स्वागत कर सकते हैं जिन्होंने शिकायत की थी कि मौजूदा वीजा नियमों के कारण ब्रिटेन आने वाले अधिक आय वाले चीनी पर्यटकों की संख्या में कमी आ रही है।।

नवंबर में भारत आएंगे प्रिंस चा‌र्ल्स और कैमिला
16 October 2013
लंदन। प्रिंस चा‌र्ल्स अपनी पत्नी कैमिला पार्कर के साथ अगले महीने नौ दिवसीय भारत यात्रा पर आएंगे। बाद में वह यहां से राष्ट्रमंडल प्रमुखों की बैठक [सीएचओजीएम] में हिस्सा लेने के लिए श्रीलंका रवाना हो जाएंगे।
शाही जोड़े का यह भारत का तीसरा सरकारी दौरा है जो छह से 14 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान वे देहरादून, नई दिल्ली, मुंबई, पुणे और कोच्चि जाएंगे।
चा‌र्ल्स सीएचओजीएम में अपनी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रिंस निवास से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यात्रा के दौरान चा‌र्ल्स और कैमिला भारत और ब्रिटेन के बीच शिक्षा, उद्योग, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तीकरणआदि क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देंगे। इस दौरान शाही जोड़ा राजनेताओं, उद्योगपतियों और अन्य शख्सियतों से मिलेगा।
यही नहीं चा‌र्ल्स केरल में सड़क मार्ग से एलिफैंट कॉरिडोर की यात्रा करेंगे जबकि कैमिला देहरादून के प्रतिष्ठित दून स्कूल जाएंगी। इसके अलावा दोनों भारतीय सैन्य अकादमी जाएंगे। मुंबई में बालीवुड हस्तियों के साथ वे डिनर भी करेंगे।

दूसरी बार टला भारतीय डाक्टर पटेल पर फैसला
16 October 2013
मेलबर्न। एक ऑस्ट्रेलियाई कोर्ट ने भारतीय मूल के डॉक्टर जयंत पटेल के संबंध में फैसला दूसरी बार टाल दिया है। इससे पहले ज्यूरी उनके बारे में निर्णय नहीं ले सकी थी। पटेल पर अपने एक मरीज को पीड़ादायक शारीरिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
ऑस्ट्रेलियाई एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि विचार विमर्श के चौथे दिन छह सदस्यीय ज्यूरी ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज टेरी मार्टिन को एक नोट भेजा जिसमें कहा गया है कि वे जयंत पटेल के बारे में सर्वसम्मत निर्णय पर नहीं पहुंच सके हैं। 63 वर्षीय पटेल बंडेबर्ग अस्पताल के सर्जरी विभाग के निदेशक रह चुके हैं। उन्होंने 2004 में इयान वॉल्स को पीड़ादायक शारीरिक नुकसान पहुंचाने की बात कबूल नहीं की है। मुकदमे के दौरान अभियोजकों ने जहां ऑपरेशन जरूरी नहीं होने की बात कही, वहीं बचाव पक्ष का कहना था कि पटेल ने मरीज की उचित देखभाल की थी।

फिलीपींस में जबर्दस्त भूकंप, 85 लोगों की मौत
16 October 2013
मनीला। फिलीपींस में मंगलवार की सुबह आए 7.2 की तीव्रता वाले भूकंप में पचासी लोगों की मौत की खबर है। समूचे मध्य क्षेत्र में महसूस किए गए भूकंप के जोरदार झटकों से कई इमारतें व घरों की छतें जमींदोज हो गई। सड़कों पर बड़ी बड़ी दरारें देखी गईं। लोग अपने-अपने घरों व दफ्तरों से निकल कर सड़कों पर आ गए। भूकंप के केंद्र के पास स्थित एक ऐतिहासिक चर्च की इमारत को काफी क्षति पहुंची है।
बोहोल के पुलिस प्रमुख डेनिस अगस्टिन ने कहा, यहां 69 और नजदीक के सेबू प्रांत में 16 लोगों की मौत की खबर है। प्रांतीय आपदा प्रबंधन अधिकारी नील शेनचेज ने कहा, ईद उल अजहा की छुंट्टी होने के कारण मंगलवार को कार्यालय और स्कूल बंद थे। इससे बहुत सी जानें बच गई। भूकंप के झटके स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजकर 12 मिनट पर महसूस किए गए। इसका केंद्र बोहोल द्वीप पर कारमन शहर के 33 किलोमीटर नीचे था। सड़कों पर चल रहे लोग झटकों के कारण गिर गए। बोरोल में कई इमारतें, पुलों को भी क्षति पहुंची है। सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है।
शेनचेज ने बताया, सेबू प्रांत के एक जिम में भूकंप के बाद भगदड़ मची जहां लोग सरकारी सहायता राशि लेने के लिए कतार में खड़े थे। भगदड़ में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य आठ घायल हो गए। वहीं पास के एक अन्य शहर में हिलती इमारत से बाहर निकलते हुए 18 लोग घायल हो गए।
सरकारी कर्मचारी विलमा योरोंग ने कहा,' हम दफ्तर से बाहर भागे और पेड़ों को कसकर पकड़ लिया क्योंकि भूकंप के झटके बहुत जोरदार थे। जैसे ही झटके बंद हुए मैं सड़क की ओर दौड़ी, जहां मैंने कई घायलों को देखा। झटकों के बाद कुछ लोग पहाड़ की तरफ भागने लगे। हमने सुना है कि भूकंप के समय पहाड़ पर चले जाना चाहिए।' राजधानी मनीला के करीब 570 किलोमीटर दक्षिण में सेबू प्रांत में 26 लाख से अधिक की आबादी रहती है। बोहोल में 12 लाख लोग रहते हैं और यह अपने समुद्री तटों के कारण विदेशी सैलानियों की पसंदीदा जगह है।

लाल मस्जिद में सैन्य अभियान की मैंने नहीं दी इजाजत : मुशर्रफ
12 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने वर्ष 2007 में लाल मस्जिद में छिपे कट्टरपंथियों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाने की इजाजत देने से इन्कार किया है। वहीं एक पाकिस्तानी वकील ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में लाल मस्जिद में सैन्य अभियान के दौरान पवित्र कुरान की प्रतियां और शोध की सामग्री नष्ट होने को लेकर विवादास्पद ईशनिंदा कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर ताजा याचिका दायर की है।
तीन सदस्यीय संयुक्त जांच दल [जेआइटी] ने 70 वर्षीय मुशर्रफ से सोमवार को चक शहजाद स्थित फार्म हाउस पर पूछताछ की, जिसे उपजेल घोषित किया जा चुका है। उनसे दोहरे हत्या के मामले में पूछताछ की गई थी, जिसे अबपारा पुलिस ने लाल मस्जिद के उप प्रमुख अब्दुल रशीद गाजी के बेटे हारून रशीद की शिकायत पर दर्ज किया है। अब्दुल रशीद की 2007 में मस्जिद में चलाए गए अभियान के दौरान मृत्यु हो गई थी। हारून ने आरोप लगाया है कि मुशर्रफ ने सैन्य अभियान की इजाजत दी थी जिसमें उसके पिता और दादी साबिया खातून मारे गए थे।
द डान अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पूर्व राष्ट्रपति ने जेआइटी को बताया कि अभियान का निर्देश उस समय की निर्वाचित सरकार ने दिया था। उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं था। मुशर्रफ ने कहा, मुझे गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। मैंने अभियान के संबंध में कोई भी लिखित निर्देश नहीं दिया था। ऑपरेशन के दौरान सेना के दस जवान समेत करीब 100 लोग मारे गए थे।

मलाला चूकीं, ओपीसीडब्लू को शांति का नोबेल
12 October 2013
ओस्लो। बालिका शिक्षा की हिमायती पाकिस्तानी लड़की मलाला इस दफा नोबेल पुरस्कार पाने से चूक गई हैं। सीरियाई संकट को लेकर हाल ही में चर्चा में रहे संयुक्त राष्ट्र समर्थित 'रासायनिक हथियार निषेध संगठन' (ओपीसीडब्लू) को इन हथियारों से दुनिया को निजात दिलाने में योगदान देने को लेकर शुक्रवार को शांति का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई।
नोबेल समिति के अध्यक्ष तोरबजोर्न जागलैंड ने सब को चौंका देने वाले इस नाम की घोषणा करते हुए कहा, 'ओपीसीडब्लू को रासायनिक हथियार खत्म करने की व्यापक कोशिशों के चलते इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।' पुरस्कारों के लिए चयन करने वाली जूरी ने अपने बयान में कहा है, 'रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल वाली सीरिया की हालिया घटनाओं ने इन हथियारों को हटाने की कोशिशें बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया।' कार्य शुरू करने के दस साल के अंदर इस संस्था ने 25,000 टन से ज्यादा रासायनिक हथियार नष्ट किए। वर्ष 2013 तक दुनिया में उपलब्ध 80 प्रतिशत रासायनिक हथियार नष्ट किए जा चुके हैं। हजारों टन रासायनिक हथियार अभी भी अमेरिका और रूस के पास हैं। नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा की पूर्व संध्या तक इस रासायनिक हथियार निगरानी संगठन को इस पुरस्कार के लिए प्रबल दावेदार नहीं समझा जा रहा था। पाकिस्तान में बालिका शिक्षा की हिमायत करने वाली किशोरी मलाला यूसुफजई और कांगो के चिकित्सक डेनिस मुकवेग को इस साल के पुरस्कार के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा था।
बलात्कार की शिकार महिलाओं की मदद के लिए अभियान चलाने वाले कांगो के डॉक्टर डेनिस मुकवेगे भी इस दौड़ में पीछे छूट गए। यह दूसरा साल है जब किसी संगठन को यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। बीते साल यह पुरस्कार यूरोपीय संघ को दिया गया था। 13 जनवरी 1993 को हस्ताक्षर किए गए रासायनिक हथियार संधि को लागू करने के लिए हेग आधारित ओपीसीडब्लू की स्थापना 1997 में की गई थी। हाल के समय तक गुमनामी के साये में संचालित हो रहा यह संगठन सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट किए जाने के कार्य की निगरानी करने के अपने कार्य के चलते अचानक विश्व पटल पर प्रसिद्ध हो गया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत सीरिया में रासायनिक हथियारों की निगरानी का कार्य 2014 के मध्य तक पूरा किया जाना है।
ओपीसीडब्लू के करीब 30 हथियार विशेषाों की एक टीम सीरिया में मौजूद है तथा उन्होंने इन हथियारों का निर्माण करने वाले प्रतिष्ठानों को नष्ट करना शुरू कर दिया है। ओपीसीडब्लू ने मंगलवार को कहा था कि वह युद्धग्रस्त देश में निरस्त्रीकरण अभियान को मजबूती देने के लिए अपने निरीक्षकों के एक अन्य दल को भेज रहा है।
ओपीसीडब्लू संस्था को एक स्वर्ण पदक और साढ़े 12 लाख डॉलर यानी लगभग 75 लाख रुपये इनाम के तौर पर दिया जाएगा। इस पुरस्कार के लिए सबकी निगाहें मलाला पर थीं, जिन पर पिछले साल यानी 2012 में नौ अक्टूबर को तालिबान ने स्वात घाटी में उस वक्त हमला किया था जब वो अपने स्कूल से घर लौट रहीं थीं। इस हमले में मलाला बुरी तरह जख्मी हो गईं थीं और इलाज के लिए उन्होंने लंदन ले जाया गया था। फिलहाल वो अपने परिवार के साथ लंदन में रहती हैं और वहीं पढ़ाई कर रही हैं।
इस साल शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए रिकॉर्ड 259 लोगों के नामांकन आए थे, लेकिन ओपीसीडब्ल्यू संस्था ने ही बाजी मारी। सट्टेबाजों ने मलाला की जीत पर 3/5 का भाव लगाया था। इस लंबी सूची में यू2 सिंगर बूनो, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे भी शामिल थे। कांगो गणराच्य के डॉक्टर और स्त्री रोग विशेषा डेनिस मुकवेगे को भी दमदार उम्मीदवार माना जा रहा था। इसके अलावा विकीलीक्स को गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध कराने के दोषी अमेरिकी सैनिक चेल्सी मैनिंग भी इस सूची में शामिल थे। मिस्न के कंप्यूटर वैानिक मैगी गॉर्बन भी इस दौड़ में थे। उन्होंने ईसाई नन बनने के लिए अपने शैक्षिक करियर को तिलांजलि दी व बच्चों के लिए चैरिटी स्टीफंस नाम की संस्था बनाई। रूस की पूर्व गणिता प्रोफेसर स्वेतलाना गानुशिंका का नाम भी सूची में शामिल था। उन्होंने नागरिकों की मदद के लिए अधिकार ग्रुप बनाया है।


खाते में घटी रकम, ब्रिटिश महारानी की पगार बढ़ी
12 October 2013
लंदन। महंगाई ने ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को भी डंक मार दिया। खर्च इतना बढ़ा कि महारानी के खाते में जमा रकम घटकर दस लाख पौंड (करीब नौ करोड़ 75 लाख रुपये) रह गई। यह देख सरकार ने उनकी तनख्वाह में 22 फीसद बढ़ोतरी का फैसला किया है।
नेशनल ऑडिट ऑफिस (एनएओ) ने शुक्रवार को महारानी के खाते की ऑडिट रिपोर्ट पेश की। एनएओ को पहली बार महारानी को दी जाने वाली रकम के अलग-अलग खर्चो का हिसाब-किताब रखने का काम सौंपा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक महारानी के घरेलू खर्च में 379 लाख पौंड का इजाफा किया गया है।
गौरतलब है कि बीते 20 वर्षो से महारानी को जारी की जाने वाली राशि में सरकार द्वारा लगातार कटौती की जा रही है। शाही परिवार के परिवहन का खर्च 76 फीसद और शाही महल के रखरखाव का खर्च 60 फीसद तक घटा दिया गया है। महारानी को सालाना औसतन 44,724 पौंड तनख्वाह के रूप में मिलते हैं।

प्रत्यर्पण संधि के लिए इंडोनेशिया पर भारत ने डाला दबाव
12 October 2013
जकार्ता। दक्षिण एशियाई देशों के पहले दौरे पर इंडोनेशिया पहुंचे प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आर्थिक मुद्दों के अलावा आतंकवाद, सुरक्षा और भ्रष्टाचार से लड़ने में भी एक-दूसरे के साथ सहयोग करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई। भारत ने इंडोनेशिया पर प्रत्यर्पण संधि को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने का दबाव डाला। दोनों देशों ने छह समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए।
आसियान की बैठक में हिस्सा लेने के बाद ब्रुनेई से गुरुवार को जकार्ता पहुंचे मनमोहन ने इंडोनेशिया को लुक ईस्ट पॉलिसी का अहम देश करार दिया। इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुसिलो बामबांग युधोयोनो से मुलाकात के बाद मनमोहन ने कहा, सुरक्षा सहयोग को लेकर मैंने अधिकारियों को व्यापक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक स्वास्थ्य, नार्कोटिक्स, आपदा प्रबंधन समेत छह मुद्दों पर दोनों देशों के प्रमुखों ने हस्ताक्षर किए। वार्ता के बाद जारी बयान के मुताबिक आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने, हथियारों की तस्करी, खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान, संगठित अपराध, मनी लांड्रिंग, ड्रग और मानव तस्करी से मुकाबला करने जैसे मसलों पर भी सहमति बनी। साइबर सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा और जिहादी ताकतों से निपटने में सहयोग बढ़ाने को लेकर भी अधिकारियों को बातचीत के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता आपसी संबंधों को बढ़ाने में सहायक होगा। वार्ता में दोनों देशों ने 20 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को वर्ष 2015 तक 25 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया।

पाक की पीएम बनना चाहती है मलाला
12 October 2013
न्यूयॉर्क। लड़कियों की शिक्षा की पैरवी करने के कारण तालिबान की गोली का शिकार हुई पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई भविष्य में अपने देश की प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं। वह पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुंट्टो को अपना आदर्श मानती हैं। उन्ही के नक्शेकदम पर चलते हुए वह अपने देश की सेवा करना चाहती हैं। सीएनएन को दिए साक्षात्कार के दौरान उन्होंने यह बात कही। इस दौरान उनके पिता भी मौजूद थे।
पिछले साल अक्टूबर में तालिबान द्वारा सर में गोली मारे जाने की घटना को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनका सपना बच्चों की शिक्षा के लिए काम करना है। मलाला ने कहा कि वह पहले चिकित्सक बनने का सपना देखती थी, लेकिन अब राजनेता बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि अपने देश का प्रधानमंत्री बनने पर वह ज्यादा से ज्यादा फंड शिक्षा के लिए आवंटित कर सकेंगी और विदेशी मामलों को भी देख सकेंगी। साथ ही कहा कि तालिबान द्वारा गोली मारे जाने और मौत का सामना करने के बावजूद उन्होंने सपने देखना बंद नहीं किया है। वह शिक्षा के लिए काम करती रहना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि अपने स्कूल के पाठ्यक्रम में उन्होंने पहली बार नोबेल पुरस्कार के बारे में पढ़ा था। उन्होंने शांति के नोबेल पुरस्कार का शीर्ष दावेदार होने और पॉप स्टार जस्टिन बीबर और सेलेना गोमेज के गीतों को पसंद करने के संबंध में भी बात की।
किताब बेचने वाले भुगतेंगे गंभीर परिणाम
इस्लामाबाद। मलाला की किताब 'आइ एम मलाला' की बिक्री करने वालों को प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। मौका मिलते ही फिर से मलाला पर हमला करने की धमकी देने वाले तालिबान ने दावा किया है कि उसने (मलाला) कोई बहादुरी का काम नहीं किया है। अपने धर्म इस्लाम को धर्मनिरपेक्षता से बदल देने के लिए ही उसे पुरस्कृत किया जा रहा है।

पाक स्थित पैतृक गांव में आज भगत सिंह पर नाटक का मंचन
12 October 2013
इस्लामाबाद। महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह के पाकिस्तान स्थित पैतृक गांव बांगे के निवासी शनिवार को उनके जीवन पर आधारित नाटक देखेंगे। फैसलाबाद स्थित बांगे गांव के निवासियों को भगत सिंह की शहादत और बहादुरी से रू-ब-रू कराने के लिए 'मेरा रंग दे बसंती चोला' नाटक का मंचन किया जा रहा है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के इतिहास में भगत सिंह का कहीं भी जिक्र नहीं आता। देश के स्वतंत्रता संग्राम से भी उनका नाम नदारद है।
पाकिस्तान के अजोक थिएटर के कलाकर शनिवार को गांव के प्राइमरी विद्यालय में इस नाटक का मंचन करेंगे। इसी विद्यालय में कभी भगत सिंह पढ़ा करते थे। शाहिद नदीम के लिखे नाटक को मदीहा गौहर ने निर्देशित किया है। गौहर ने कहा, यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था। नाटक के मंचन के जरिये हम लोगों को एक महान स्वतंत्रता सेनानी के बारे में बताने की एक छोटी सी कोशिश करेंगे।

भारतीय युवक ने जीता प्रतिष्ठित यूएन पुरस्कार
12 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। एक भारतीय सहित दुनिया के दस युवा संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए चुने गए हैं। यह अवार्ड उद्यमी के रूप में उनके कार्यो और विश्व में बदलाव के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए प्रदान किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ [आइटीयू] द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के दस विजेता विभिन्न देशों के हैं। इन लोगों ने विविध मुद्दों पर काम किया, जिसमें समुद्री सुरक्षा, भोजन बर्बादी में कमी और प्रवास का मुद्दा शामिल है। इस अवार्ड के लिए चयनित भारतीय युवक वरुण अरोड़ा ने 'खुला पाठ्यक्रम' तैयार किया है। इस ऑनलाइन प्लेटफार्म पर प्राइमरी और माध्यमिक छात्रों के लिए शिक्षा सामग्री उपलब्ध है। आइटीयू के महासचिव हमदोउन तोउरे ने कहा कि ये सभी कुशाग्र बुद्धि के हैं जिनके पास अपने समुदायों और दुनिया की विकासात्मक चुनौतियों के लिए प्रौद्योगिक समाधान निकालने की खूबी है। आगामी नवंबर में बैंकाक में आयोजित होने वाले आइटीयू टेलीकॉम 2013 में ये विजेता हिस्सा लेंगे। इस अवार्ड के लिए 88 देशों से 600 से ज्यादा प्रविष्टियां मिली थी। विजेताओं का चयन संभावित सामाजिक प्रभाव और व्यावसायिक क्षमता के आधार पर किया गया।

नशीद को राष्ट्रपति पद की होड़ में चाहता है अमेरिका
12 October 2013
वाशिंगटन। पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद को मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव से दूर रखने के प्रयासों पर अमेरिका ने चिंता जताई है। मालदीव में 19 अक्टूबर को फिर मतदान होना है। एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर नशीद को चुनाव न लड़ने देने की मांग की गई है। याचिका एक वकील ने दायर की है, जो राष्ट्रपति वहीद का करीबी बताया जाता है।
अमेरिकी गृह मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया कि मालदीव में बार-बार कानूनी अड़चन पैदा कर चुनाव में देरी की कोशिश की जा रही है। पूर्व राष्ट्रपति नशीद को भी चुनाव से दूर करने के प्रयास दिख रहे हैं। यह चिंता की बात है। अमेरिका ने कहा कि 19 अक्टूबर को प्रस्तावित चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होने चाहिए। मालदीव को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाते हुए अमेरिका ने कहा कि लोगों के फैसले का हर हाल में स्वागत किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि मालदीव में पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ था। पर्यवेक्षकों ने चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष बताते हुए उस पर संतुष्टि जताई थी। इस चुनाव में नशीद को सबसे ज्यादा वोट मिले थे, लेकिन वह राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 50 फीसद वोटों के आंकड़े से पीछे रह गए। बाद में इन नतीजों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई और अदालत ने चुनाव रद कर दिया।

विश्व बैंक ने दर्शाया भारत का गलत नक्शा
12 October 2013
वाशिंगटन। विश्व बैंक द्वारा मानचित्र में भारतीय क्षेत्र को पाकिस्तान और चीन का हिस्सा दिखाने जाने पर भारतीय सांसद तरुण विजय ने कड़ी आपत्तिव्यक्त की है।
भाजपा सांसद विजय ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए विदेश मंत्रालय से विश्व बैंक के अधिकारियों के समक्ष इस मसले को उठाने का आग्रह किया है। वह यहां पर विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष [आइएमएफ] के संसदीय नेटवर्क के सदस्य के रूप में इसके वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं। इस नेटवर्क में सौ देशों के सांसद हैं। यह वाकया बुधवार को उस समय घटित हुआ जब दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री कल्पना कोच्चर व्याख्यान दे रही थीं। इस दौरान दक्षिण एशिया पर अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए उन्होंने इस क्षेत्र का जो मानचित्र पेश किया वह आपत्तिाजनक था। विजय के अनुसार, दक्षिण एशिया की रिपोर्ट में दिखाए गए मानचित्र में भारतीय इलाके को पाकिस्तान और चीन के हिस्से के रूप में दर्शाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मानचित्र में गलत तरीके से पूरे कश्मीर को पाकिस्तान और अक्साई चिन को चीन का हिस्सा दिखाया गया। इसके बाद मैंने उस सत्र की अध्यक्षता कर रहीं घना की आइ एड्डो के समक्ष इसका कड़ा विरोध किया और कहा कि मैं अपने देश का गलत नक्शा कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता। भाजपा सांसद ने कहा कि मैं हैरान हूं कि आइएमएफ और विश्व बैंक में भारतीय प्रतिनिधियों ने अपने देश के गलत नक्शे के प्रकाशन का विरोध नहीं किया। मैं इस मुद्दे को शीतकालीन सत्र में संसद में उठाऊंगा।

तीन मामलों में बेल के बावजूद हिरासत में ही रहेंगे मुशर्रफ
12 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, वहीं एक अन्य अदालत ने मुशर्रफ को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए जेल भेजने के अनुरोध को ठुकरा दिया।
2007 में लाल मस्जिद सैन्य ऑपरेशन में अब्दुल राशिद के मारे जाने से संबंधित मामले में मजिस्ट्रेट कोर्ट ने मुशर्रफ को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले इसी कोर्ट ने यह कहते हुए मुशर्रफ की पुलिस रिमांड की मांग को ठुकरा दिया था कि ऐसा तभी हो सकता है जब वह कोर्ट में उपस्थित हों। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तर्क दिया था कि मुशर्रफ को कोर्ट में पेश करना जोखिम भरा होगा। स्पष्टीकरण सुनने के बाद मजिस्ट्रेट ने 70 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति को न्यायिक हिरासत में भेजते हुए निर्देश दिया कि उन्हें इस्लामाबाद के बाहर उनके फार्म हाउस में ही रखा जाए, जो पहले ही उप-जेल घोषित किया जा चुका है।
उधर, इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने अब्दुल राशिद के बेटे हारुन राशिद गाजी की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें मुशर्रफ को निकास नियंत्रण सूची में डालते हुए उन्हें जेल भेजने की मांग की गई थी।
गाजी के वकील ने दावा किया था कि बलूच नेता अकबर बुग्ती की हत्या, बेनजीर भुट्टो की हत्या और 2007 में आपातकाल लगाए जाने के मामले में जमानत मिलने के बाद मुशर्रफ विदेश भाग सकते हैं।
न्यायाधीश रियाज अहमद खान ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि मुशर्रफ पहले से ही हिरासत में हैं और उनका नाम निकास नियंत्रण सूची में डालने की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को अकबर बुग्ती हत्या मामले में मुशर्रफ को जमानत मिलने के बात यह दावा किया गया था कि वह देश छोड़कर जा सकते हैं। हालांकि उन्हें कल ही लाल मस्जिद ऑपरेशन में संलिप्तता मामले में पुन: गिरफ्तार कर लिया गया था।

स्नोडेन को मिला सैम एडम्स अवार्ड
12 October 2013
मास्को। खुफिया निगरानी कार्यक्रम का खुलासा कर दुनिया के सामने अमेरिका को बेपर्दा करने वाले पूर्व सीआइए कर्मी एडवर्ड स्नोडेन को सैम एडम्स अवार्ड प्रदान किया गया है।
स्नोडेन को यह अवार्ड कहां दिया गया इसका खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि मास्को में ही उन्हें पुरस्कार से नवाजा गया है। गत अगस्त में रूस में अस्थाई शरण मिलने के बाद पहली बार उनकी सार्वजनिक तस्वीर जारी की गई है। इस तस्वीर में स्नोडेन को अवार्ड ग्रहण करते हुए दिखाया गया है। उनके साथ उनके पिता लोन स्नोडेन और ब्रिटेन में विकिलीक्स की पत्रकार सारा हैरिसन भी दिखीं। स्नोडेन के पिता ने कहा कि मुझे यकीन नहीं है कि मेरा बेटा कभी अमेरिका लौटेगा। अपने बेटे को शरण देने के लिए उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति आभार व्यक्त किया। यह अवार्ड अमेरिकी खुफिया एजेंसी [सीआइए] के सेवानिवृत्त अधिकारियों द्वारा गठित सैम एडम्स एसोसिएट्स फॉर इंटीग्रिटी इंटेलिजंस द्वारा दिया जाता है। 2002 से शुरू हुए इस अवार्ड से व्हिसलब्लोअर को सम्मानित किया जाता है।

अमेरिका को डिफाल्टर होने से बचाने आगे आए रिपब्लिकन
11 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में बजट संकट को लेकर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच जारी टकराव थमता दिख रहा है। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स यानी प्रतिनिधि सभा के रिपब्लिकन सदस्यों ने बृहस्पतिवार को अमेरिका को डिफाल्टर होने से बचाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। इसमें ओबामा से आग्रह किया गया है कि दस दिनों से जारी कामबंदी (शटडाउन) को समाप्त कराने के लिए बातचीत करें।
भविष्य में अमेरिका की कर्ज लेने की पात्रता को सवालों के घेरे में लाने वाले रिपब्लिकन पार्टी की ओर से की गई यह पहल गतिरोध समाप्त करने कीच्इच्छा का संकेत है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह इस प्रस्ताव पर विचार करेगा। यह प्रस्ताव रिपब्लिकन के रुख में पर्याप्त बदलाव को दर्शाता है जिसने उम्मीद की थी कि इस हंगामे का खर्च और स्वास्थ्य सेवा पर आम सहमति को बराक ओबामा से खींचने के लिए इस्तेमाल कर लेगा। ये लक्ष्य अब भी यथावत हैं लेकिन रिपब्लिकन के इस प्रस्ताव से 17 अक्टूबर से डिफाल्टर होने का खतरा कम से कम मध्य या नवंबर के अंत तक टल जाएगा।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष जॉन बोएनर ने अपनी योजना पेश करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह समय इन पर समझौते करने का और बातचीत शुरू करने का कहा। ओबामा ने बुधवार को अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों से करीब एक घंटे बातचीत की थी। बैठक के दौरान उन्होंने सांसदों से कहा कि वह रिपब्लिकन से बातचीत करेंगे लेकिन 'अपने सिर पर बंदूक लगवाकर नहीं।' उल्लेखनीय है कि संसद सदस्य एक अक्टूबर से शुरू हुए नए वित्तीय वर्ष में खर्च योजना पारित कराने में नाकाम रहे, इस वजह से सरकार का कामकाज नौ दिनों से बंद है।


सचिन के संन्यास पर आसियान में भी चर्चा
11 October 2013
ब्रुनेई। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की यहां विश्व के राजनेताओं और शीर्ष अधिकारियों में भी चर्चा रही, जो आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के लिए एकत्रित हुए थे।
ब्रुनेई दारूसलम में क्रिकेट भले ही लोकप्रिय खेल नहीं हो, लेकिन फिर भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुआई वाले भारतीय दल के सदस्यों के कारण तेंदुलकर के संन्यास की खबर चारों ओर फैल गई। अन्य देशों के लोग भी भारतीय दल से इस बारे में पूछते दिखाई दिए। सचिव अशोक कांथा ने कहा कि शुक्रवार के अखबारों में आसियान कज् ज्यादा कवरेज नहीं मिलेगी क्योंकि सारी जगह तेंदुलकर की खबर से ही भरी रहेगी।

लाल मस्जिद मामले में मुशर्रफ गिरफ्तार
11 October 2013
इस्लामाबाद। बलूच नेता नवाब अकबर बुगती हत्याकांड में एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत पाने वाले पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को बृहस्पतिवार को लाल मस्जिद में सैन्य अभियान को मंजूरी देने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार को जमानत मिलने के बाद इस्लामाबाद में नजरबंद मुशर्रफ के वकीलों ने उनके जल्द रिहा किए जाने की उम्मीद जताई थी।
मुशर्रफ की ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी की प्रवक्ता आसिया इशकुएने मुशर्रफ के लाल मस्जिद मामले में गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है। इशकुए ने बताया, 'इस्लामाबाद के एसएसपी और आबपारा पुलिस थाना प्रमुख उनके घर गए और उन्हें गिरफ्तार किया। दो सितंबर को पुलिस ने लाल मस्जिद में छिपे चरमपंथियों के खिलाफ वर्ष 2007 के सैन्य अभियान के दौरान मौलवी अब्दुल राशिद और उनकी मां की हत्या के मामले में मुशर्रफ के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। मुशर्रफ के आदेश पर चलाए गए अभियान में आठ दिन में पाकिस्तानी सैनिकों सहित करीब सौ लोग मारे गए थे।

मलाला को यूरोपीय संसद का मानवाधिकार पुरस्कार
11 October 2013
स्ट्रॉसबर्ग (फ्रांस)। लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने पर पिछले साल तालिबान की गोली का शिकार हुई पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई को यूरोपीय संसद का प्रतिष्ठित सखारोव मानवाधिकार पुरस्कार प्रदान किया गया है। उसने यह पुरस्कार एडवर्ड स्नाडेन को पछाड़कर जीता। 16 वर्षीय मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया है।
कंजरवेटिव यूरोपियन पीपुल्स पार्टी (ईपीपी) के चेयरमैन जोसेफ दौल ने कहा, 'हमने यह निर्णय लिया है कि विश्व को यह जानने दिया जाए कि बेहतर भविष्य के लिए हमारी उम्मीद मलाला जैसे युवाओं में ही निहित है।' सखारोव पुरस्कार के लिए अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम की जानकारी को सार्वजनिक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को भी नामित किया गया था। 65000 डॉलर का यह पुरस्कार दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान को भी दिया जा चुका है। यूरोपीय संसद द्वारा विचारों की स्वतंत्रता के लिए सखारोव पुरस्कार 1988 से दिया जा रहा है।

एलिस मुनरो को मिला पुरस्कार नोबेल 2013 साहित्य
11 October 2013
ओटावा। इस बार साहित्य की दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार यानी नोबेल पुरस्कार 82 वर्षीय कनाडा की एलिस मुनरो को दिया गया। मुनरो ने किशोरावस्था में ही कहानियां लिखनी शुरू कर दी थीं। पुरस्कार समिति ने उन्हें 'लघु कहानी का मास्टर' कहा है। बहुत कम साक्षात्कार देती हैं। प्रचार से दूर रहना पसंद करती है। कुछ समालोचक मुनरो को कनाडा का 'एंटन चेखव' कहते हैं। रूसी चिकित्सक और लेखक चेखव को इतिहास में लघु कथाओं के महान लेखकों में शुमार किया जाता है।
12 लाख डॉलर (लगभग साढ़े सात करोड़ रुपये) साहित्य का नोबेल इस वर्ष के नोबेल पुरस्कारों में चौथा है। आगामी दस दिसंबर को स्टॉकहोम में आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा।
सिद्ध रचनाएं : हू डू यू थिंक यू
आर (1978), द मूंस ऑफ जूपीटर (1982), रनअवे (2004), द व्यू फ्राम कैसल रॉक (2006) और टू मच हैपीनेस (2009) उनकी कुछ प्रसिद्ध रचनाएं हैं।

लोकसभा चुनाव से पहले भारत को एमएफएन दर्जा नहीं
11 October 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान ने भारत को सबसे तरजीही देश (एमएफएन) का दर्जा देने से फिर इन्कार कर दिया है। पाकिस्तानी वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा है कि भारत को 2014 के लोकसभा चुनाव और दोनों देशों के बीच समग्र वार्ता की बहाली से पहले एमएफएन का दर्जा दिए जाने की संभावना नहीं है। भारत पाकिस्तान को यह दर्जा कई साल पहले दे चुका है।
पिछले महीने न्यूयॉर्क में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच बैठक को डार ने सार्थक करार दिया। यहां पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना बैठक में शिरकत करने आए
डार ने ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को लेकर जनता के दबाव के चलते भारत को एमएफएन दर्जा दिया जाना स्थगित कर दिया गया है।' वाशिंगटन स्थित प्रख्यात अमेरिकी थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल द्वारा बुधवार को पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही। साथ ही स्पष्ट किया भारत में अगले साल होने वाले आम चुनाव और समग्र वार्ता की बहाली से पहले उसे एमएफएन का दर्जा दिए जाने की संभावना नहीं है।
नवाज शरीफ के करीबी माने जाने वाले डार ने कहा, 'हम समग्र वार्ता को जल्द से जल्द शुरू करना चाहते हैं। मगर मुझे लगता है चुनाव के कारण भारत समग्र वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए तैयार नहीं है।' उन्होंने जोर देकर कहा कि नवाज शरीफ की पार्टी भारत के साथ वीजा मुक्त आवाजाही की सीमा तक अच्छे संबंध बनाने की पक्षधर है।
परमाणु हथियार सुरक्षित : डार ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उसकी सुरक्षा को लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेशनल कमांड एंड कंट्रोल अथॉरिटी का सदस्य होने के नाते मैं जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि पाकिस्तान के परमाणु हथिया सुरक्षित हाथों में हैं।

डॉक्टरों ने मां के गर्भ में की भ्रूण के दिल की सफल सर्जरी
11 October 2013
लॉस एंजलिस। अमेरिकी डॉक्टरों ने अपनी तरह की एक दुर्लभ हार्ट सर्जरी कर एक महिला के गर्भ में पल रहे 25 सप्ताह के भू्रण को नई जिंदगी दी। डॉक्टरों ने अजन्मे शिशु के हृदय की सर्जरी में बाल जैसे महीन तार, बारीक सुई और छोटे गुब्बारे का इस्तेमाल किया। इस सफल सर्जरी के पहले उन्होंने अंगूर पर इसका अभ्यास किया था।
लॉस एंजिलिस टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जांच में पता चला कि भूण ऐऑर्टिक स्टिनोसिस से पीड़ित है। इसमें हृदय का महाधमनी वॉल्व काफी संकुचित हो जाता है। इसके चलते उसके बायें वेंट्रकल (निलय) में खून का प्रवाह सामान्य रूप से हो नहीं पा रहा था। डॉक्टरों ने बताया कि सर्जरी के बिना उसका बायां वेंट्रकल ठीक से विकसित हो नहीं सकता था। उसके हाईपोप्लास्टिक लेफ्ट हार्ट सिंड्रोम (एचएवएचएस) के साथ जन्म लेने की संभावना थी जोकि उसके जीवन के लिए गंभीर खतरा हो सकता था। उन्होंने कहा कि अजन्मे शिशु के हृदय के संकीर्ण महाधमनी वाल्व की सर्जरी को फोएटस ऐऑर्टिक वल्वुलोप्लास्टी कहा जाता है। सर्जरी के लिए शिशु और उसकी मां दोनों को बेहोश किया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि सर्जरी के बाद मां और शिशु दोनों ठीक हैं। इस सर्जरी को यहां सीएचए हॉलीवुड प्रेस्बिटेरियन मेडिकल सेंटर में अंजाम दिया गया। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जे प्रुएत्स ने बताया कि सर्जरी के कुछ सप्ताह बाद ही भ्रूण के हृदय में पहले की तुलना खून का प्रवाह ठीक से हो रहा है।

आर्थिक संकट टालने के लिए झुके ओबामा
11 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में बजट संकट को लेकर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच 'जैसे को तैसा' वाली लड़ाई जारी है। राष्ट्रपति बराक ओबामा कर्ज लेने पर जारी गतिरोध समाप्त कराकर अमेरिका को डिफाल्टर होने से बचाने के लिए झुके हैं। उन्होंने सांसदों से व्यक्तिगत मुलाकात की पहल की है। निमंत्रण तो सभी रिपब्लिकन को भेजा गया है लेकिन उनसे मिलने एक छोटा प्रतिनिधि मंडल ही आएगा। गतिरोध के कारण पिछले 17 सालों में सरकार को पहली बार कामबंदी यानी शटडाउन का सामना करना पड़ा है।
अपनी 10 दिवसीय एशिया दौरा रद कर इस संकट के समाधान के लिए व्हाइट हाउस में मौजूद ओबामा अब रिपब्लिकन सांसदों से बात करेंगे। कार्यक्रम के अनुसार, ओबामा गुरुवार को रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से व्हाइट हाउस से मिलने वाले हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने कहा कि ओबामा इस बात से निराश हैं कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष जॉन बोएनर अपने सदस्यों को व्हाइट हाउस आने से मना कर रहे हैं। राष्ट्रपति का मानना है कि उन सदस्यों से सीधी बातचीत जरूरी है जिन्होंने देश पर आर्थिक संकट थोपा है। व्हाइट हाउस ने पूरी रिपब्लिकन पार्टी को राष्ट्रपति के साथ बैठक में भाग लेने के लिए निमंत्रण भेजा है लेकिन अध्यक्ष ने वार्ताकारों का एक छोटा प्रतिनिधिमंडल भेजने का विकल्प चुना है। ओबामा ने बुधवार को अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों से करीब एक घंटे बातचीत की थी। बैठक के दौरान उन्होंने सांसदों से कहा कि वह रिपब्लिकन से बातचीत करेंगे लेकिन 'अपने सिर पर बंदूक लगवाकर नहीं।' यह बैठक इस वजह से बुलाई गई थी कि अमेरिका सरकार की कर्ज सीमा बढ़ाने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर के करीब पहुंच रहा है। इस तिथि के बाद सरकार की उधार लेने की क्षमता खत्म हो जाएगी। सांसद एक अक्टूबर से शुरू हुए नए वित्ताीय वर्ष में खर्च योजना पारित कराने में नाकाम रहे, इस वजह से सरकार का कामकाज नौ दिनों से बंद है। इस बीच एक स्थानीय टीवी चैलन को दिए साक्षात्कार में ओबामा ने सरकार के मौजूदा शटडाउन के लिए रिपब्लिकन पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है।

लीबिया के प्रधानमंत्री अगवा, कई घंटे बाद रिहा
11 October 2013
त्रिपोली। लीबिया के पूर्व विद्रोहियों ने प्रधानमंत्री अली जेदान को अगवा करने के कई घंटों बाद रिहा कर दिया। विद्रोहियों ने अमेरिकी सील कमांडो द्वारा अलकायदा के एक शीर्ष कमांडर को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान का बदला लेने के लिए गुरुवार तड़के प्रधानमंत्री को राजधानी त्रिपोली स्थित एक होटल कोरिनथिया से अगवा कर लिया था।
घटनास्थल पर मौजूद एक सूत्र ने बताया कि जिस इमारत में प्रधानमंत्री को अगवा कर रखा गया था, उस पर प्रदर्शनकारियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई। वे अपहर्ताओं से प्रधानमंत्री को रिहा करने की मांग कर रहे थे। पूर्व विद्रोही सरकार द्वारा समर्थित एक समूह मिलिशिया के ही सदस्य हैं, जिसे त्रिपोली की रक्षा के लिए गठित किया गया था। 42 वर्षीय तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी को अपदस्थ किए जाने के दो साल बाद भी लीबिया में शांति और स्थायित्व नहीं आया है। ताजा घटना देश में व्यापक अराजकता की तस्वीर बयां करती है।
कमजोर केंद्र सरकार व सशस्त्र बल विद्रोहियों और इस्लामी चरमपंथियों को नियंत्रण में रखने के प्रयासों में लगे हुए हैं। पांच दिन पहले ही अमेरिकी सील कमांडो ने अलकायदा के शीर्ष कमांडर नाजीह अब्दुल हमीद अल-रुकाई उर्फ अनस अल-लिबि को पकड़ा था।
मिलिशिया ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के एक बयान के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री जेदान का अपहरण किया। केरी ने अपने बयान में कहा था कि लीबियाई सरकार को अमेरिकी सील कमांडो के अभियान की पूरी जानकारी थी। त्रिपोली के जिस होटल से प्रधानमंत्री का अपहरण किया गया था, उसे सबसे सुरक्षित जगहों में से एक माना जाता है।

लीबिया को लोकतंत्र से रूबरू करना चाहते हैं जिदान
11 October 2013
नई दिल्ली। लीबिया के प्रधानमंत्री अली जेदान का जन्म 15 दिसंबर 1950 में हुआ था। जिदान ने प्रधानमंत्री कुर्सी पिछले साल 14 अक्टूबर 2012 में संभाली थी। लगातार 42 साल तक लीबिया पर राज करने वाले गद्दाफी के हटने के बाद देश में लंबे समय तक गृह युद्ध चला तो माना गया कि अब लीबिया इन सब से नहीं उभर पाएगा। लेकिन जिदान ने लीबिया को मजबूत देश बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी।
उन्होंने एक बार कहा था कि हम लीबिया को दोबारा खड़ा करने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को एक महीने में खड़ा नहीं किया जा सकता। एक तरह से कहा जाए तो जिदान लीबिया के लोगों को लोकतंत्र का स्वाद चखाने की कोशिश कर रहे हैं।

लीबिया का वर्तमान संकट कच्चे तेल को लेकर जारी सरकार और नागरिक सेना के बीच युद्ध है। इसे निपटाने के लिए जिदान भरपूर कोशिश कर रहे हैं और शायद यही उनके लिए खतरा भी बनता जा रहा है। जिदान ने एक बार कहा था कि यदि स्थिति गंभीर होती है तो लीबिया एक देश की तहर ही व्यवहार करेगा। उन्होंने कहा था कि 'कुछ संभव है। कुछ वापस सामान्य हो सकता है, वो भी न्यूनतम नुकसान के साथ, हम ये कर सकते हैं।'
भारत में भी रहे हैं जिदान
भारत में लीबिया के एम्बेसडर मोहम्मद मागारिफ के तहत अली जिदान 1970 के दौरान भारत में कार्यरत थे। दोनों ही लोगों ने 1980 में लीबिया की मुक्ति के लिए नेशनल फ्रंट का निर्माण किया।

इब्ने अब्बास होंगे भारत में पाक के नए उच्चायुक्त
10 October 2013
इस्लामाबाद। सैयद इब्ने अब्बास भारत में पाकिस्तान के नए उच्चायुक्त होंगे। वह सलमान बशीर की जगह लेंगे। बशीर को पूर्व पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सरकार ने उच्चायुक्त नियुक्त किया था।
नवाज शरीफ के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान सरकार ने बशीर की जगह अब्बास को भारत में तैनात करने का फैसला किया है। अब्बास इससे पहले भी नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग में तैनात रह चुके हैं।
वह विदेश मंत्रालय में कश्मीर मामलों के निदेशक रहे हैं। उनकी नियुक्ति ऐसे वक्त पर होने जा रही है, जब सीमा पर दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ी है। उनके सामने दोनों देशों के रिश्तों को बेहतर बनाने की बड़ी चुनौती होगी।


आतंकियों के साथ कठोरता से पेश आना होगा
10 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने दोहराया है कि आतंकवाद भयानक राक्षस है। इसके खिलाफ चल रही लड़ाई में पूरी दुनिया को कठोर होना होगा। आतंकी समूहों से निपटने में चुनाव नहीं होना चाहिए। हमें ऐसे सभी समूहों को, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों उखाड़ फेंकना होगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर आयोजित विशेष सत्र में राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले आत्मघाती कदम उठा रहे हैं। हमें पूरी दुनिया में एक सोच के साथ चरमपंथियों से निपटना होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अपने हितों के चलते आतंकवाद और उसकी सुरक्षित पनाहगाहों पर अलग-अलग नजरिया नहीं अपना सकता। वैश्विक ताकतों को ऐसे देशों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। जेटली के साथ भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल विशेष सत्र में हिस्सा लेने संयुक्त राष्ट्र पहुंचा है।
जेटली ने कहा कि जब तक आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम नहीं उठाएंगे, यह राक्षस अलग-अलग जगहों पर वार करता रहेगा। हमें आतंकियों को बर्दाश्त ही नहीं करना चाहिए। इस समय दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती और सवाल यही है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि सीमा पार से आतंकवाद को प्रायोजित किया जा रहा है। भारत उन सभी देशों की निंदा करता है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादियों को पाल-पोस रहे हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को एक एजेंडा बनाकर आगे बढ़ना होगा। आतंकवाद एक राक्षस है। यदि कोई इस तलवार का इस्तेमाल करेगा तो चोट खाने का जोखिम भी रहेगा। भारत 25 सालों से लगातार इस राक्षस के खिलाफ लड़ रहा है। अलकायदा, तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा के अलावा ऐसे कई सारे संगठन केवल दुनिया की शांति और स्थायित्व को चोट पहुंचा रहे हैं।

देश की साख बचाने को नरम पड़े ओबामा
10 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी शटडाउन (कामबंदी) का एक हफ्ता गुजर जाने के बाद संकट का हल निकालने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। शायद यह डिफॉल्टर (कर्ज चुका पाने में नाकामी) होने का ही डर है कि अब तक सख्त दिख रहे राष्ट्रपति बराक ओबामा के तेवर कुछ नरम पड़े हैं और वह विपक्षी रिपब्लिकन नेताओं से बातचीत को राजी हो गए हैं। ओबामा ने कहा है कि जब तक विवाद नहीं सुलझता तब तक वह कर्ज की सीमा बढ़ाने को तैयार हैं।
ओबामा ने बुधवार को हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के स्पीकर जॉन बोएनर से शटडाउन खत्म कराने के लिए फोन पर चर्चा की। राष्ट्रपति के अनुसार वह हर मुद्दे पर खासकर ओबामाकेयर पर वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि सिर्फ गतिरोध तोड़ने के लिए वह बातचीत नहीं करेंगे। रिपब्लिकन सांसदों को बजट पारित कर सरकार को कामकाज शुरू करने देना चाहिए। इसके बाद व्हाइट हाउस उनकी तर्कसंगत मांगों पर चर्चा के लिए तैयार है। जनता को आर्थिक मंदी का खतरा दिखाकर विपक्ष सरकार से काम नहीं करवा सकता।
ओबामा ने कहा कि इस तरह से प्रजातंत्र काम नहीं करता। मेरे बाद आने वाले राष्ट्रपतियों के लिए भी यह नजीर होगी। राष्ट्रपति को पार्टी से ऊपर उठकर देश के लिए सोचना होता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 17 अक्टूबर तक उधारी सीमा न बढ़ने पर सरकार के डिफॉल्टर होने के बाद के दुष्प्रभावों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि दुनिया का भरोसा अमेरिका पर से डगमगा जाएगा, शेयर बाजार ध्वस्त होगा और देश की अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में फंस जाएगी। इसका सीधा प्रभाव जनता पर पड़ेगा।
दूसरी ओर, बोएनर ने राष्ट्रपति से बात करने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ओबामा से उनकी सौहार्दपूर्ण बातचीत हुई। लेकिन, इससे कोई फायदा नहीं होने वाला क्योंकि वह खुद को दोहरा रहे हैं। वे चाहते हैं कि रिपब्लिकन बिना शर्त समर्पण कर दें तब वार्ता होगी। सरकार ऐसे काम नहीं कर सकती। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स जल्द वार्ता करेंगे।
बताते चलें कि हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है। उन्होंने बजट को मंजूरी देने से इन्कार कर दिया है। इसके चलते सरकार का कामकाज ठप है। वह चाहते हैं कि सरकार ओबामाकेयर के नाम से चर्चित हो चुके हेल्थकेयर प्रोग्राम को रोक दे। ओबामा और डेमोक्रेट्स का कहना है कि यह कानून 2010 में पास हो गया था। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगा दी है। ऐसे में वह ओबामाकेयर पर अब कदम पीछे नहीं खींचेंगे। चूंकि 2012 राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान ओबामा ने इसे अपने एजेंडे में टॉप पर रखा था तो उन्हें अब वादा भी निभाना है।

बांग्लादेश की कपड़ा फैक्ट्री में आग, नौ मरे
10 October 2013
ढाका। बांग्लादेश की राजधानी ढाका के करीब स्थित गाजीपुर जिले की एक कपड़ा फैक्ट्री में लगी आग में नौ लोगों की मौत हो गई। 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। पलमल ग्रुप की असवद कंपोजिट मिल में मंगलवार रात जिस वक्त आग भड़की, वहां करीब 170 लोग काम कर रहे थे। सरकार ने मामले की जांच की आदेश दिए हैं।
एक साल के अंदर यह कपड़ा फैक्ट्रियों में तीसरा बड़ा हादसा है। गत अप्रैल में ढाका के नजदीक आठ मंजिली कपड़ा फैक्ट्री ढह जाने से 1,132 लोग मारे गए थे। 11 महीने पहले एक अन्य कंपनी में लगी आग से 112 लोग जिंदा जल गए थे। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बांग्लादेश के कुल निर्यात में 75 फीसद योगदान कपड़ा उद्योग का है। चीन के बाद बांग्लादेश दूसरा सबसे बड़ा कपड़ा निर्यातक है।

त्रिपोली के होटल से लीबिया के पीएम अली जिदान का अपहरण
10 October 2013
त्रिपोली। विद्रोहियों ने राजधानी त्रिपोली से लीबिया के प्रधानमंत्री अली जिदान का अपहरण कर लिया है। अपहरणकर्ताओं ने जिदान को बंधक बना रखा है। लीबिया सरकार के प्रवक्ता ने अपहरण की पुष्टि करते हुए बताया कि विद्रोहियों ने लीबिया के प्रधानमंत्री अली जिदान का अपहरण कर लिया है और उन्हें किसी अज्ञात जगह पर ले गए हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक हथियारबंद विद्रोहियों ने लीबिया की राजधानी त्रिपोली के एक होटल से प्रधानमंत्री जिदान का अपहरण किया। हथियारबंद लोग कारों से होटल आए थे और अली जिदान को अगवा कर अपने साथ ले गए। गौरतलब है कि लीबिया में करीब 2 साल से भी ज्यादा समय से गृहयुद्ध चल रहा है। विद्रोही और सरकार आमने-सामने हैं। लीबिया के तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी की अक्टूबर 2011 में विद्रोही बेरहमी से हत्या कर चुके हैं। इसके बाद से ही यह देश गृहयुद्ध की आग में झुलस रहे हैं। अब पीएम के अपहरण ने देश को नए संकट में डाल दिया है।

पाकिस्तान छोड़ सकते हैं परवेज मुशर्रफ
10 October 2013
इस्लामाबाद। बलूच नेता नवाब अकबर बुगती हत्याकांड में जमानत मिलने के बाद पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ की नजरबंदी खत्म हो सकती है। उनके एक वकील ने दावा किया है कि वह पाकिस्तान छोड़ सकते हैं। हालांकि उनकी पार्टी की प्रवक्ता ने इन अटकलों से इन्कार किया है।
मुशर्रफ के वकील इलियास सिद्दीकी ने बताया कि यह अंतिम मामला था जिसमें वह नजरबंद थे। उन्हें भुट्टो हत्याकांड, 2007 में आपातकाल लागू करने और जज सहित अन्य दूसरे मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी है। जबकि उनके दूसरे वकील अहमद रजा कसूरी ने दावा किया है कि कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद गुरुवार को मुशर्रफ दुबई के लिए उड़ान भर सकते हैं।
हालांकि उनकी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी की प्रवक्ता आसिया इशकुए ने कहा कि मुशर्रफ देश छोड़ कर नहीं जा रहे हैं। वह पाकिस्तान में ही रहेंगे और मामलों का सामना करेंगे। फैसले का स्वागत करते हुई उन्होंने कहा कि हम खुश हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने जमानत प्रदान कर दी है। हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जमानत मंजूर करने से पहले अदालत ने कहा कि बुगती हत्याकांड में मुशर्रफ के खिलाफ साजिश रचने का कोई सबूत नहीं है।
इसके पहले बुधवार को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ ने मुशर्रफ को दस-दस लाख रुपये के दो निजी मुचलकों पर जमानत प्रदान की। इस मामले में बलूचिस्तान हाईकोर्ट द्वारा जमानत याचिका अस्वीकार कर दिए जाने के बाद मुशर्रफ ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी।
अगस्त, 2006 में मुशर्रफ के आदेश पर चलाए गए सैन्य अभियान के दौरान बुगती की हत्या कर दी गई थी। मुशर्रफ तब राष्ट्रपति और सेनाध्यक्ष थे। फिलहाल वह इस्लामाबाद स्थित अपने घर में नजरबंद हैं।

ग्लासगो विवि कमलेश शर्मा का सम्मान करेगा
10 October 2013
लंदन। राष्ट्रमंडल के महासचिव और पूर्व भारतीय राजनयिक कमलेश शर्मा को यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो अपनी मानद उपाधि से सम्मानित करेगी। शर्मा को यह सम्मान ग्लासगो को 2015 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रदान किया जाएगा।
कमलेश शर्मा के साथ राष्ट्रमंडल के अध्यक्ष प्रिंस तुनकू इमरान को भी अगले वर्ष 12 जून को इस उपाधि से नवाजा जाएगा। इस सम्मान की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ब्रिटेन के पूर्व उच्चायुक्त शर्मा ने कहा कि दुनिया के बेहतरीन विश्वविद्यालयों में शुमार यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो की मानद उपाधि मेरे लिए गौरव की बात है। यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल व वाइस चांसलर प्रोफेसर एंटोन मस्काटेली ने कहा कि अगले वर्ष राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन स्काटलैंड के लिए बड़ी उपलब्धि है।

अभी कुछ दिनों तक रहेगा आतंकवाद का खतरा
10 October 2013
वाशिंगटन। लीबिया और सोमालिया में अमेरिकी सैन्य बलों द्वारा आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अभी कुछ दिनों तक आतंकवाद का खतरा बना रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अलकायदा के शीर्ष नेतृत्व को करीब-करीब समाप्त किया जा चुका है। लेकिन खतरा अभी कुछ समय तक बना रहेगा। उन्होंने कहा कि लीबिया में पकड़े गए शीर्ष अलकायदा कमांडर अल-लिबी को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। राष्ट्रपति के मुताबिक उनका देश मुस्लिम देशों के साथ बातचीत करना चाहता है और कट्टरपंथी तत्वों को अलग-थलग कर देना चाहता है।
मंगलवार को ह्वाइट हाउस में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम जानते हैं कि अल-लिबी के षडयंत्र रचने से सैकड़ों अमेरिकी मारे गए। इस बारे में हमारे पास पुख्ता प्रमाण भी हैं। अमेरिका आतंकियों और उनके नेटवर्क के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेगा।'
ब्रिटेन में मौजूद हैं हजारों इस्लामी उग्रवादी : खुफिया प्रमुख
लंदन। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआइ 5 के प्रमुख एंड्रू पार्कर ने कहा है कि देश में इस्लामी उग्रवाद का खतरा बढ़ रहा है। उनका कहना है कि ब्रिटेन में हजारों इस्लामी उग्रवादी मौजूद हैं। मंगलवार को यहां रॉयल युनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट में अपने संबोधन में पार्कर ने कहा, 'एमआइ 5 इस समय जितने मोर्चो पर खतरे का सामना कर रही है, उतना पहले कभी नहीं किया। अलकायदा और उससे संबद्ध संगठनों से ब्रिटेन को प्रत्यक्ष रूप से खतरा है।'

बरादर को पाक ने रिहा नहीं किया: अफगान तालिबान
10 October 2013
काबुल। अफगान तालिबान ने बुधवार को कहा कि अपने वादे के अनुरूप पाकिस्तान ने उसके पूर्व कमांडर मुल्ला बरादर को रिहा नहीं किया है। साथ ही कहा कि बरादर की सेहत जेल में दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है। अफगानिस्तान में कई लोगों का मानना है कि अफगान तालिबान के साथ लंबित पड़ी शांति वार्ता को शुरू करने में बरादर अहम भूमिका निभा सकता है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि बरादर अभी भी जेल में ही बंद है। उसका स्वास्थ्य भीच्अच्छा नहीं है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई की मांग पर 21 सितंबर को पाकिस्तान ने अफगान तालिबान के पूर्व उप कमांडर अब्दुल गनी बरादर को रिहा करने की बात कही थी। बरादर को 2010 में कराची से गिरफ्तार किया गया था।

चीन में शीर्ष तिब्बती बौद्ध भिक्षु की हत्या
10 October 2013
बीजिंग। यूरोप में पहले तिब्बती मठ की स्थापना करने वाले और जाने माने बौद्ध भिक्षु की दक्षिण पश्चिम चीन के चेंगदू शहर में हत्या कर दी गई।
हांगकांग के साउथ चाइना मार्निग पोस्ट ने पुलिस की ओर से जारी एक बयान के हवाले से बताया कि शहर के वुहाऊ जिले में मंगलवार को 73 वर्षीय चोजे आकोंग तुल्कू रिनपोछे के साथ उनके भतीजे और ड्राइवर की भी चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में तीन संदिग्ध तिब्बतियों को पकड़ा गया है।
पुलिस हत्या की वजह लेनदेन संबंधी विवाद को मान रही है। साम्ये लिंग मठ ने एक बयान जारी कर पुष्टि की है कि मठ के संस्थापक की हत्या कर दी गई है। बौद्ध भिक्षु के भाई लामा येशे रिनपोछे ने बताया कि चोजे का पार्थिव शरीर अस्पताल ले जाया गया है जहां पोस्टमार्टम किया जाएगा। चोजे की हत्या पर तिब्बती बौद्ध धर्म के दूसरे महत्वपूर्ण व्यक्ति करमापा लामा ने दुख व्यक्त किया है।

2015 तक आ सकता है मलेरिया का पहला टीका
09 October 2013
लंदन। मलेरिया का पहला टीका संभवत: 2015 तक बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकता है। टीका बनाने वाली ब्रिटिश दवा निर्माता कंपनी ग्लैक्सोस्मिथकीन (जीएसके) अब इसकी मंजूरी के लिए नियामक के पास आवेदन करने की तैयारी कर रही है।
जीएसके ने अफ्रीकी महाद्वीप के बच्चों पर बड़ी संख्या में इस टीके का परीक्षण किया, जिसके परिणाम बेहद उत्साहजनक रहे। जिन बच्चों को टीका दिया गया था, उनमें मलेरिया की आशंका कई गुना कम हो गई। जीएसके के मुताबिक, इन आंकड़ों को देखते हुए फैसला किया गया है कि कंपनी जल्द ही टीके की बिक्री की मंजूरी के लिए यूरोपीय दवा एजेंसी के सामने आवेदन करेगी।
कंपनी के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने संकेत दिया है कि अगर यूरोपीय दवा एजेंसी इस पर सकारात्मक रिपोर्ट देती है तो आरटीएस,एस, टीके को 2015 तक मंजूरी दी जा सकती है।


पहली बार डिफॉल्टर होने की ओर बढ़ा अमेरिका
09 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका सरकार का ऐतिहासिक शटडाउन दूसरे हफ्ते में प्रवेश कर चुका है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच कोई समझौता न होने पाने की वजह से सरकार धीरे-धीरे पहली बार डिफॉल्टर होने की ओर बढ़ रही है। राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने रुख पर अड़े हैं। वह ओबामाकेयर पर समझौता करने को तैयार नहीं। इसकी वजह से 17 अक्टूबर की वह तारीख दिनोंदिन नजदीक आती जा रही है, जिसके बाद सरकार की उधार लेने की क्षमता खत्म हो जाएगी और देश केवल नकदी के भरोसे रह जाएगा।
मंगलवार को डेमोक्रेट्स सांसदों ने कहा, वह सरकार का कामकाज दोबारा शुरू कराने और डिफॉल्ट की स्थिति से बचने के लिए रिपब्लिकन सदस्यों से वार्ता करेंगे। हमारी कोशिश है कि फिलहाल कर्ज सीमा को कुछ हफ्तों के लिए एक खरब डॉलर तय करवा लिया जाए। इसके लिए एक विधेयक लाने की तैयारी की जा रही है ताकि सरकार के दैनिक खर्चे चलते रहें और भुगतान के मामले में वह डिफॉल्टर न हो। सोमवार रात को समझौते के कुछ संकेत मिले थे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
सूत्रों के मुताबिक, रिपब्लिकन पार्टी बिना शर्त को तैयार नहीं है। उसका कहना है कि सरकार यदि मांगें नहीं मानती तो कर्ज लेने की सीमा बढ़ाई नहीं जाएगी। हालांकि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से गतिरोध तोड़ने के लिए पैनल गठित करने का प्रस्ताव रखा है जिसे डेमोक्रेट्स ने खारिज कर दिया। पार्टी के सीनेटर जॉन कोरिन ने कहा, हम राष्ट्रपति को बिना शर्त कर्ज सीमा बढ़ोतरी प्रदान नहीं करेंगे। यह देश के लिए तबाही का कारण होगा।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा कि रिपब्लिकन खतरे की तलवार लटकाकर राष्ट्रपति से बातचीत नहीं कर सकते। व्हाइट हाउस पहले ही चेतावनी जारी कर चुका है कि देश इतिहास में पहली बार भुगतान न कर पाने की ओर बढ़ रहा है। यदि ऐसा हुआ तो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और 2008 की आर्थिक मंदी से भी बुरे हालात बन सकते हैं। नेशनल पार्क, पर्यटन स्थल, आधिकारिक वेबसाइटें, कार्यालयों की इमारतों समेत कई सरकारी प्रतिष्ठान एक हफ्ते बाद भी बंद रहे। हालांकि, रक्षा मंत्री चक हेगल के आदेश पर पेंटागन ने अधिकतर कर्मचारियों को काम पर वापस बुला लिया है।
अमेरिका में 17 साल पहले शटडाउन की ऐसी स्थिति बनी थी। इस बीच वाशिंगटन पोस्ट-एबीसी न्यूज के सर्वेक्षण में कहा गया है कि रिपब्लिकन पार्टी बजट को लेकर जिस तरीके से पेश आ रही है, उसे 70 फीसद अमेरिकी नापसंद करते हैं। पिछले सप्ताह 63 फीसद इसके खिलाफ थे, जबकि 24 फीसद ने इसे सही बताया था।

अल शबाब सरगना को पकड़ने में नाकाम रहा अमेरिका
09 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने स्वीकार किया कि नौसेना के सील कमांडो अलकायदा से संबद्ध आतंकी संगठन अल शबाब के शीर्ष कमांडर इकरिमा को पकड़ने में विफल रहे। सील कमांडो ने इकरिमा को पकड़ने के लिए सोमालिया में अभियान चलाया था।
अब्दिकादिर मुहम्मद अब्दिकादिर उर्फ इकरिमा सोमालियाई मूल का केन्याई है। वह अलकायदा के मारे गए कमांडरों हारून फजुल व सालेह नाभान से जुड़ा रहा है। इन दोनों ने 1998 में नैरोबी में अमेरिकी दूतावास और 2002 में मोम्बासा में होटल व एयरलाइन पर हमले में भूमिका निभाई थी। इन हमलों में कई केन्याई और इजरायली नागरिक मारे गए थे। ऐसा माना जा रहा है कि जब नेवी सील कमांडो को यह विश्वास हो गया कि वे इकरिमा को नहीं पकड़ सकते हैं तो उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए। इस दौरान उन्हें भारी गोलीबारी का सामना करना पड़ा। अमेरिकी नेवी सील कमांडो ने शुक्रवार को इकरिमा को पकड़ने का प्रयास किया था। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉर्ज लिटल ने सोमवार को बताया कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य इकरिमा को पकड़ना था। ऐसा रक्षा मंत्रालय को मिले कानूनी अधिकार के तहत किया जाना था। 2001 में रक्षा मंत्रालय को अलकायदा और उससे संबंधित संगठनों के खिलाफ सैन्य बल के प्रयोग के लिए अधिकृत किया गया था। उनके मुताबिक भले ही अमेरिका इकरिमा को पकड़ने में सफल नहीं रहा, लेकिन उसने यह दिखा दिया कि अमेरिका अल शबाब नेतृत्व पर किसी भी समय सीधा दबाव बना सकता है। लिटल ने कहा कि सोमालियाई सरकार के सहयोग से अमेरिकी सेना अल शबाब से उत्पन्न खतरे का मुकाबला करती रहेगी।

अलकायदा को हल्के में न लेता तो 9/11 से बच जाता अमेरिका
09 October 2013
वाशिंगटन। अगर अमेरिका ने अलकायदा द्वारा एक विमान को अगवा करने के संबंध में जारी चेतावनी को हल्के में नहीं लिया होता तो व‌र्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ आतंकी हमला [9/11] रुक सकता था। अमेरिकी इतिहास के इस सबसे बड़े हमले के 13 साल बाद जारी की गई गोपनीय रिपोर्ट के हवाले से एक न्यायिक अधिकार संस्था ने यह बात कही है।
रक्षा खुफिया एजेंसी [डीआइए] की रक्षा सूचना रिपोर्ट [आइआइआर] के मुताबिक प्रशासन को एक अज्ञात सूत्र के माध्यम से अलकायदा की साजिश की जानकारी मिली थी, जिसने अरबी भाषा में लिखे आठ पत्रों की प्रतियां मुहैया कराई थी। इनमें अलकायदा की साजिश का पूरा विवरण था। लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। अब तक इस रिपोर्ट को 'अति गोपनीय' की श्रेणी में रखा गया था। गत 29 अगस्त, 2013 को न्यायिक अधिकार संस्था को जारी किए जाने के बाद इसे मीडिया के जरिये सार्वजनिक किया गया।
आइआइआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 'अलकायदा मार्च-अगस्त 2000 के बीच फ्रैंकफर्ट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली किसी फ्लाइट को अगवा करने को योजना बना रहा था। लेकिन इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया गया क्योंकि किसी को भी इस बात पर यकीन नहीं था कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन या तालिबान इस तरह के किसी षडयंत्र को अंजाम दे सकते हैं।' रिपोर्ट के मुताबिक, अलकायदा, तालिबान और चेचन आतंकियों के हमबर्ग और फ्रैंकफर्ट में मजबूत आतंकी अड्डे भी थे। नाम, पते और टेलीफोन नंबर से एक अलकायदा पासपोर्ट का पता चला था, जो हैमबर्ग में फर्जी तरीके से जनवरी-फरवरी 2002 के बीच तालिबान और अफगान आतंकियों के लिए बनवाया गया था। रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान से ईरान होते हुए चेचन्या तक जाने का एक प्रायोजित मार्ग भी था। इसके कुछ ही महीनों बाद अलकायदा ने अमेरिका के चार विमानों को अगवा किया। एक को पेंटागन की इमारत से टकरा दिया गया था, जबकि दो विमान न्यूयॉर्क स्थित ट्विन टावर से टकराए और चौथा पेंसिलवेनिया के मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। चौथे विमान को अमेरिका राष्ट्रपति भवन ह्वाइट हाउस को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन अपहरणकर्ताओं और यात्रियों के बीच संघर्ष के कारण यह रास्ते में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

गॉड पार्टिकल को खोजने वाले एंगलर्ट-हिंग्स को नोबेल पुरस्कार
09 October 2013
स्टॉकहोम। ब्रिटेन के पीटर हिंग्स और बेल्जियम के फ्रांसवा एंगलर्ट को 'गॉड पार्टिकल' हिंग्स बोसॉन की खोज के लिए इस वर्ष भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल से सम्मानित किया जाएगा। हिंग्स बोसॉन की खोज ने द्रव्यमान की उपस्थिति की गुत्थी सुलझाने में मदद की है। इससे पता चला है कि किस तरह एक तत्व को उसका द्रव्यमान हासिल होता है।
ज्यूरी ने कहा कि उप-परमाणुविक कणों में द्रव्यमान की उपस्थिति को समझने में मदद करने वाली प्रक्रिया के सैद्धांतिक विकास के लिए इस जोड़ी को सम्मानित किया जा रहा है। हाल ही में उनके सिद्धांत को प्रयोगशाला में सिद्ध किया जा चुका है इस काल्पनिक बोसॉन के संबंध में हिग्स ने 1964 में सैद्धांतिक विचार दिया था। उन्होंने कहा था कि बिग-बैंग के बाद ब्रह्मांड के ठंडा होने पर इसी कण के कारण पदार्थ में द्रव्यमान की मौजूदगी है।
हिंग्स, एंगलर्ट और अन्य वैज्ञानिकों के सैद्धांतिक काम से प्रेरणा लेकर तीन वर्ष तक सैकड़ों वैज्ञानिकों ने सर्न की प्रयोगशाला में लार्ज हैड्रोन कोलाइडर की मदद से लगातार बोसॅन की तलाश की। पिछले वर्ष चार जुलाई को भौतिकविदों ने हिंग्स बोसॉन का पता लगाने की पुष्टि की घोषणा की। विान के क्षेत्र में यह मील का पत्थर है। परंपरा के अनुसार दोनों वैानिकों को 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
इस सम्मान की घोषणा पर हिग्स ने कहा कि वह बहुत ही आल्हादित हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि विान के इस मूलभूत सवाल का हल मिलने से नीले आकाश पर अनुसंधानों को गति और महत्व मिलेगा। इन दोनों वैानिकों को सर्न की इस खोज के बाद स्वीडिश करेंसी में 8 मिलियन क्त्राउन (1.25 मिलियन डॉलर) की पुरस्कार राशि मिलेगी। दोनों वैानिकों को इसके लिए प्रशस्ति पत्र भी मिलेगा।

करजई ने कहा, नाटो मिशन के कारण फायदे से ज्यादा नुकसान
09 October 2013
लंदन। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई नें नाटो मिशन की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे उनके देश को फायदे से ज्यादा नुकसान हुआ है। यही नहीं उन्होंने अमेरिका के साथ होने वाले सुरक्षा समझौते के प्रति भी सख्त रवैया अपना लिया है जिससे यह खतरे में पड़ गया है। समझौते के तहत अगले वर्ष नाटो सेना की वापसी के बावजूद अमेरिकी सेना अलकायदा से मोर्चा लेने के लिए रुकी रहेगी।
बीबीसी व‌र्ल्ड न्यूज के याल्दा हाकिम से करजई ने कहा, 'सुरक्षा के मोर्चे पर नाटो मिशन के कारण अफगानिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा है क्योंकि देश सुरक्षित नहीं है। हम आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट सीधी लड़ाई चाहते थे'। अमेरिका के साथ सुरक्षा समझौते के मसले पर उन्होंने कहा 'यदि यह समझौता उनके देश में शांति और सुरक्षा मुहैया नहीं कराता तो इसे अफगानिस्तान नहीं चाहता है। कोई भी समझौता उनके देश के हितों और उद्देश्यों के अनुकूल होना चाहिए'। हालांकि अमेरिका को उम्मीद है कि अफगानिस्तान में अगले वर्ष होने वाले चुनाव से पूर्व समझौते पर सहमति बन सकती है।
गौरतलब है कि नाटो द्वारा अभियान रोकने और इस वर्ष सुरक्षा जिम्मेदारी अफगान सेना के हवाले किए जाने के बाद से देश में हिंसा बढ़ गई है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की पहली छमाही तक एक हजार से अधिक नागरिक मारे जा चुके हैं जबकि दो हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में 23 फीसद ज्यादा है।

सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने में लगेगा एक साल
09 October 2013
सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने के अभियान के तहत करीब सौ अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को वहां खतरे के बीच करीब एक साल तक रहना होगा।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए ऐसी कार्यप्रणाली बनानी होगी जिसका प्रयोग कभी नहीं हुआ। बान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक रिपोर्ट में यह बात कही है। 27 सितंबर को सुरक्षा परिषद द्वारा पारित प्रस्ताव के मुताबिक वैश्विक संस्था और हेग स्थित ऑर्गेनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वीपंस (ओपीसीडब्ल्यू) सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने के लिए संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में गत अगस्त में दश्मिक के उपनगरीय क्षेत्र में रासायनिक हमले की पुष्टि हुई थी। इस हमले में सैकड़ों लोग मारे गए थे। ओपीसीडब्ल्यू केएक छोटे से दल ने सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रविवार को हथियारों को नष्ट करने का पहला दिन था। बान ने विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाकर 100 करने की सिफारिश की है।
इन विशेषज्ञों को अधिकतम एक साल तक सीरिया में रहना होगा। अभियान का मुख्यालय दमिश्क में जबकि सहायक कार्यालय साइप्रस में होगा। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत विशेषज्ञों की टीम को 2014 के मध्य तक सीरिया के दर्जनों स्थानों पर करीब एक हजार टन सरीन गैस और अन्य प्रतिबंधित हथियारों को नष्ट करना है।

अफगान राष्ट्रपति चुनाव में 20 उम्मीदवार
09 October 2013
काबुल। अफगानिस्तान में अगले साल 5 अप्रैल को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए 20 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है। इनमें मौजूदा राष्ट्रपति हामिद करजई के भाई कय्यूम, पूर्व विदेश मंत्री जलमई रसूल समेत सेना के पूर्व अफसर भी शामिल हैं।
व‌र्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमले (9/11) के बाद अमेरिका के नेतृत्व में नाटो फौज ने वर्ष 2011 में अफगानिस्तान पर हमला बोला था। सत्ता से तालिबान की बेदखली के बाद से ही करजई देश की कमान संभाल रहे हैं। संविधान की बाध्यता के कारण करजई लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ सकते। यह पहला मौका है जब युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में शीर्ष पद के लिए चुनाव विदेशी मदद के बिना होगा।
चुनाव में सभी की नजरें राष्ट्रपति करजई के भाई और व्यवसायी कय्यूम करजई पर टिकी हैं। उम्मीद के विपरीत राष्ट्रपति करजई अपने भाई का समर्थन नहीं कर पूर्व विदेश मंत्री रसूल के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं।

अमेरिका ने लादेन की तर्ज पर लिबी को दबोचा
09 October 2013
त्रिपोली। पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में घुसकर दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकी ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने वाले अमेरिका के नेवी सील कमांडो ने लीबिया और सोमालिया में भी इसी तर्ज पर कार्रवाई की है। केन्या की राजधानी नैरोबी के वेस्टगेट मॉल में कत्लेआम मचाने वाले आतंकी गुट अल शबाब और अलकायदा के आतंकी इस कार्रवाई के निशाने पर थे। अमेरिकी कमांडो टीम शनिवार को त्रिपोली में अलकायदा के शीर्ष कमांडर नजीह अल रेगी उर्फ अबू अनस अल-लिबी को दबोचने में कामयाब रही। लिबी 15 साल पहले नैरोबी स्थित अमेरिकी दूतावास में बम धमाके के मामले में वांछित है।
अमेरिका में ऐतिहासिक कामबंदी के बीच नेवी सील कमांडो की इस कार्रवाई से पूरी दुनिया में सनसनी मच गई है। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने रविवार को इस खुफिया कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा, 'हम अलकायदा से जुड़े लोगों को दुनिया के किसी भी कोने में बचने नहीं देंगे। इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया होगा कि अलकायदा आतंकी हमले करने के बाद कहीं भी सुरक्षित नहीं रह सकता।' केरी ने बताया कि इस कार्रवाई पर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मुहर लगाई थी।
पेंटागन से जारी बयान में कहा गया है, 'सोमालिया के बरावे में की गई कार्रवाई का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ, लेकिन लीबिया की राजधानी त्रिपोली में हमें सफलता मिली। 15 साल पहले नैरोबी और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों को निशाना बनाने वाला लिबी अब हमारे कब्जे में है। उसे लीबिया से बाहर एक सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है। इस कार्रवाई में हमारा कोई कमांडो घायल या हताहत नहीं हुआ है।' लिबी पर एफबीआइ ने 50 लाख डॉलर (करीब तीन करोड़ रुपये) का इनाम रखा था।
अमेरिका की इस कार्रवाई को हालांकि लीबिया के प्रधानमंत्री अली जीदान ने उनके नागरिक का अपहरण करार दिया है। जीदान ने कहा, अमेरिकी सरकार को इस बारे में सफाई देनी होगी। सोमालिया के प्रधानमंत्री अब्दी फराह शिरदॉन ने जरूर कहा कि अल शबाब के खिलाफ लड़ाई में हम पूरी दुनिया का साथ देंगे।
अल शबाब के सदस्यों की ब्रिटिश नागरिकता छीनी
लंदन। केन्या में शॉपिंग मॉल पर हमले में शामिल अल शबाब के कथित लंदन सेल के सदस्यों की ब्रिटिश नागरिकता गुपचुप तरीके से छीन ली गई है। संडे टाइम्स ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि नैरोबी नरसंहार में शामिल रहे इस आतंकी गुट के कम से कम चार सदस्यों के पास ब्रिटिश पासपोर्ट था। ब्रिटेन के गृह मंत्री ने इन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर निरस्त कर दिया है।

इराक में आत्मघाती हमले, 27 की मौत
09 October 2013
बगदाद। इराक के उत्तरी इलाके में हुए दो आत्मघाती हमलों में 27 लोगों की मौत हुई और 90 घायल हुए हैं। ताल अफार कस्बे के बाहर एक छोटे से गांव कबक में रविवार को आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी कार को एक प्राइमरी स्कूल के खेल मैदान और पुलिस स्टेशन के निकट ले जाकर उड़ा दिया। इस हमले में 12 बच्चों सहित 15 की मौत हो गई। मरने वालों में स्कूल के प्रधानाचार्य और दो पुलिसकर्मी भी शामिल थे।
दूसरे हमले में आतंकियों ने वजीरिया में शिया तीर्थयात्रियों को निशाना बनाया। आत्मघाती हमलावर ने जत्थे के बीच जाकर खुद को उड़ा लिया। इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हुई और 23 घायल हुए हैं। 24 घंटे के अंदर दो बार सुरक्षा इंतजामों की धता बताकर सुन्नी अलकायदा ने शियाओं को निशाना बनाया है।
ताल अफार के मेयर अब्दुल आल अल ओबैदी ने बताया कि उक्त गांव में मात्र 200 लोग रहते हैं। सीरिया के सुन्नी चरमपंथी इसी रास्ते से इराक में घुसते हैं। शनिवार को भी शिया जायरीनों पर आत्मघाती हमले हुए थे। इसमें दो पत्रकारों समेत 78 लोग मारे गए थे। ये लोग जब उत्तरी बगदाद के अधमिया इलाके में स्थित एक दरगाह से बाहर निकल रहे थे उसी दौरान हमला किया गया था। दरगाह में इमाम मुहम्मद अल जावद की बरसी का कार्यक्रम चल रहा था।
इस घटना के कुछ मिनट पहले ही पुलिस स्टेशन को भी निशाना बनाया गया लेकिन उसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इन आत्मघाती हमलों की किसी गुट ने जिम्मेदारी नहीं ली लेकिन इसके पीछे सुन्नी अलकायदा का हाथ माना जा रहा है।

मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव अमान्य घोषित
08 October 2013
माले। मालदीव में एक बार फिर राजनीतिक भूचाल की आशंका बढ़ गई है। एक ताजा घटनाक्रम में यहां के सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति चुनाव के पहले चरण को अमान्य घोषित कर दिया है। उसमें पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद विजेता के रूप में उभरे थे।
शीर्ष अदालत ने यह भी निर्देश दिया है कि चार नवंबर के पहले हर हाल में नए सिरे से चुनाव करा लिए जाएं। पहले चरण का दोबारा चुनाव इस माह बीस अक्टूबर को कराया जाना चाहिए। राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद के प्रेस सचिव मसूद इमाद ने यह जानकारी दी। मसूद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सात सितंबर को संपन्न पहले चरण के राष्ट्रपति चुनाव को रद कर दिया है।
सोमवार को हुई सुनवाई का ब्योरा देते हुए भारत में मालदीव के उच्चायुक्त मुहम्मद नसीर ने कहा कि सात न्यायाधीशों की पीठ ने बहुमत से यह फैसला दिया।
उन्होंने कहा कि अदालत ने कहा है कि ताजा चुनाव 20 अक्टूबर के पहले होने चाहिए और दूसरे दौर की जरूरत हो तो वह हर हाल में चार नवंबर के पहले संपन्न होना चाहिए। चुनाव आयोग को भी ताजा मतपत्र छापने के आदेश दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने दूसरे चरण के मतदान को अनिश्चित काल के स्थगित कर दिया था।।


तमिल बहुल इलाकों में शक्तियों के हस्तांतरण के पक्ष में भारत
08 October 2013
कोलंबो। भारत ने तमिल बहुल इलाकों में अर्थपूर्ण सत्ता हस्तांतरण और इस बारे में जल्द से जल्द बातचीत शुरू करने की पैरवी की है। अपनी पहली श्रीलंका यात्रा पर सोमवार को यहां आए भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने श्रीलंकाई समकक्ष जीएल पीरिस से मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठाया। दोनों देशों ने मछुआरों से जुड़े विवाद को सुलझाने की दिशा में भी कदम आगे बढ़ा दिए हैं।
पीरिस के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान खुर्शीद ने कहा कि भारत लगातार तमिलों को शक्तियों के अर्थपूर्ण हस्तांतरण की बात करता रहा है, जिससे तमिल अल्पसंख्यकों समेत सभी श्रीलंकाई नागरिक समानता, न्याय, गरिमापूर्ण और आत्मसम्मान भरा जीवन जी सकें। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह श्रीलंकाई नेतृत्व ने सशस्त्र संघर्ष को खत्म कराया और उत्तरी प्रांत में चुनाव कराए हैं, उसी तरह अब वह वास्तविक सुलह के लिए काम करेगा। खुर्शीद ने कहा, हम जल्द ही बातचीत को दोबारा शुरू करने की राह देख रहे हैं, ताकि इस मुद्दे को समय रहते सुलझाया जा सके। सलमान ने उम्मीद जताई कि उत्तरी प्रांत में सफलतापूर्वक चुनाव से वहां रहने वाले लोगों के बेहतर भविष्य की शुरुआत होगी। उत्तरी प्रांत में हुए चुनाव में तमिल नेशनल अलायंस ने भारी जीत दर्ज की है। उसने स्थानीय काउंसिल की 36 में से 30 सीटें जीत ली हैं।
खुर्शीद ने कहा कि हमने बेहद संवेदनशील मछुआरों के मुद्दों पर बातचीत की है। इस विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के मछुआरों के प्रतिनिधि जल्द ही मुलाकात करेंगे और निष्पक्ष व तर्कसंगत तरीके से समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि तमिलनाडु के 112 मछुआरे अभी भी श्रीलंकाई जेलों में बंद हैं। इस दौरान दोनों विदेश मंत्रियों ने दो महत्वपूर्ण समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए। इसमें पहला 500 मेगावाट सामपुर थर्मल पावर प्रोजेक्ट और दूसरा अगले दस साल तक श्रीलंका की राष्ट्रीय योजना के लिए तकनीकी सहायता देने वाला समझौता पत्र था।
श्रीलंका के पहले निर्वाचित तमिल मुख्यमंत्री ने ली शपथ
श्रीलंका सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके सीवी विग्नेश्वरन (73) ने सोमवार को लिंट्टे के गढ़ रहे उत्तरी प्रांत के पहले निर्वाचित तमिल मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उनकी पार्टी तमिल नेशनल एलायंस (टीएनए) ने प्रांत में करीब तीन दशक बाद हुए ऐतिहासिक चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। शपथ लेने के बाद विग्नेश्वरन ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि मैं शांतिपूर्वक काम कर सकता हूं।'

चीन का विकास दुनिया के लिए हितकारी : एबॉट
08 October 2013
मेलबर्न। चीन के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ करने में दिलचस्पी ले रहे ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा है कि चीन का विकास चुनौती नहीं है बल्कि दुनिया के लिए हितकारी है।
एबीसी के अनुसार, इंडोनेशिया के बाली में आयोजित एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मलेन में रविवार की रात चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से एबॉट ने मुलाकात की। इस दौरान एबॉट ने चीन की ताकत की जमकर तारीफ की और उसके साथ व्यापार संबंधों को और मजबूत करने में अपनी रुचि व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच गहरे संबंध हैं जिसे और मजबूत बनाया जा सकता है। चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि मेरा विश्वास है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र के महत्वपूर्ण राष्ट्र चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग से न सिर्फ आपसी हित साझा होंगे बल्कि क्षेत्र में शांति और पूरी दुनिया का विकास होगा। रिपोर्ट के अनुसार, अगले वर्ष दौरे के लिए चीन के आमंत्रण को एबॉट ने स्वीकार किया है।

रॉथमैन, शेकमैन और सुडॉफ को चिकित्सा का नोबेल
08 October 2013
स्टॉकहोम। दो अमेरिकी वैज्ञानिक जेम्स रॉथमैन और रैंडी शैकमेन व जर्मनी के थॉमस सुडॉफ को संयुक्त रूप से इस वर्ष के चिकित्सा के नोबल पुरस्कार से नवाजा जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार कोशिकाओं के अंदर और बाहर हार्मोन के प्रवाह के बारे में शोध के लिए प्रदान किया गया है। इस शोध से डायबिटीज और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
रॉथमैन येल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, जबकि शेकमैन बेर्कले की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में और सुडॉफ ने 2008 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में काम करना शुरू किया।
नोबेल पुरस्कार समिति ने सोमवार को कहा कि शोध से इस बात को बेहतर तरीके से समझा जा सका कि किस प्रकार कोशिकाओं के परिवहन में बाधा के कारण न्यूरोलॉजिकल (तंत्रिका संबंधी) बीमारियां, डायबिटीज और प्रतिरक्षा संबंधी विकृतियां होती हैं।
सीमित ने कहा कि अपनी खोज के माध्यम से तीनों ने कोशिकीय सामग्री के परिवहन को लेकर नियंत्रण तंत्र के बारे में पता लगाया है। शोध से पता चलता है कि किस प्रकार इंसुलिन का निर्माण होता है और यह रक्त में सही जगह पर और सही समय पर चला जाता है।
इन वैज्ञानिकों को पुरस्कार के रूप में 80 लाख स्वीडिश क्रोनर यानी करीब 7.5 करोड़ रुपये की रकम मिलेगी, जो इनमें बराबर-बराबर बांटी जाएगी। पिछले साल चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार ब्रिटेन के जॉन बी गरडॉन और जापान के शिन्या यामानाका को स्टेम सेल पर उनकी रिसर्च के लिए दिया गया था।
हर साल चिकित्सा के पुरस्कार के एलान के साथ ही नोबेल विजेताओं के नामों की घोषणा शुरू होती है। फिजियोलॉजी, चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार 1901 से लेकर अब तक 103 बार दिया गया है। इसमें 38 बार ऐसा हुआ कि विजेता एक से ज्यादा वैज्ञानिक रहे। 2012 तक कुल 201 लोगों को यह पुरस्कार मिला उनमें केवल 10 महिलाएं हैं। इसमें बारबरा मैक्लिंटॉक अकेली ऐसी महिला हैं जिन्हें अपना पुरस्कार बांटना नहीं पड़ा। चिकित्सा का नोबेल हासिल करने वालों में सबसे युवा वैज्ञानिक फ्रेडरिक जी बानटिंग हैं। 1923 में जब पुरस्कार मिला तब उनकी उम्र केवल 32 साल थी।
मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन, बृहस्पतिवार को साहित्य और शुक्रवार को शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा होगी, जिसका इंतजार पूरी दुनिया को रहता है। इस साल पाकिस्तान की मलाला युसूफजई को नोबेल शांति का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। मलाला ने पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाई, जिसके कारण तालिबान ने उसके सिर में गोली मार दी थी। बड़ी मुश्किल से उसकी जान बचाई गई और तब से वह पूरी दुनिया के लिए लड़कियों के हक की आवाज है। पिछली बार यूरोपीय संघ को इस पुरस्कार से नवाजा गया था और तब इस फैसले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी आलोचना भी हुई थी। सबसे आखिर में सोमवार यानी 14 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार का एलान किया जाएगा।
डायनामाइट की खोज करने वाले वैज्ञानिक और बड़े कारोबारी अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत से शुरू हुए नोबेल पुरस्कार दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है और हर साल इसे हासिल कर कुछ नाम हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो जाते हैं।

अमेरिकी हवाईअड्डों पर बंद हो नस्ली भेदभाव: अमजद अली
08 October 2013
न्यूयॉर्क। पिछले वर्ष अमेरिकी हवाईअड्डे पर रोके जाने और तलाशी की घटना से आहत प्रख्यात सरोदवादक उस्ताद अमजद अली खान अभी भी उससे उबर नहीं पाए हैं। उनका मानना है कि उन्हें रोकने और तलाशी लेने की वह प्रक्रिया नस्ली और भेदभावपूर्ण थी। उन्होंने सुझाव दिया कि अमेरिकी आव्रजन और सीमा सुरक्षा एवं परिवहन सुरक्षा प्रशासन के अधिकारियों को उनके कंप्यूटर पर इंटरनेट उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इससे वे अमेरिका आने वाले यात्रियों की पृष्ठिभूमि की जांच मौके पर ही कर सकेंगे और यात्रियों के अपमान को रोका जा सकेगा।
67 वर्षीय खान ने कहा कि यदि ये प्रशिक्षित अधिकारी आगंतुकों की आंखों में आंख डाल कर बात करें तो वे आसानी से आतंकी की पहचान कर सकते हैं। इससे आधी समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा, लेकिन ये अधिकारी आपस में बात करते हैं या कंप्यूटर पर अंतिम नाम देखते हैं। पिछले वर्ष फिलाडेल्फिया हवाई अड्डे पर खान को रोका गया था जब वह सैन फ्रांसिस्को जाने वाले विमान में सवार होने वाले थे। वे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे।
खान ने कहा कि ऐसा लगता है कि अमेरिकी अधिकारी यह नहीं जानते कि जब हवाईअड्डे पर उनके कंप्यूटर पर मुस्लिम नाम आए तो उन्हें क्या करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे नाम के अंत में खान होने की वजह से मेरी तलाशी ली गई। यह नस्ली कार्रवाई के अलावा कुछ नहीं है। मैं कोई आत्मघाती बम लेकर या किसी देश की सुरक्षा के लिए खतरा बनकर नहीं जा रहा था। वे हर किसी को संदेह की नजर से देखते हैं और कुछ खास रसायन का प्रयोग कर पूरे शरीर की तलाशी लेना चाहते हैं। इस तरह की जलालत से किसी भी कमजोर दिल के व्यक्ति को हार्ट अटैक भी आ सकता है।

मिस्र में संघर्ष में 50 की मौत
08 October 2013
काइरो। यहां पर 1973 के अरब-इजरायल युद्ध की वर्षगांठ मनाने के दौरान पुलिस और मुर्सी समर्थकों के बीच हुई झड़प में 50 लोग मारे गए हैं।
गत जुलाई में अपदस्थ किए गए राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थक वर्षगांठ मनाने के लिए रविवार को तहरीर चौक पर इकट्ठा होने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने से नाराज समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं।

राजनेता बनकर पाकिस्तान को बदलना चाहती हैं मलाला
08 October 2013
लंदन। शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए नामित पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई ने कहा है कि वह भविष्य में राजनेता बनना चाहती हैं, ताकि अपने देश में सभी के लिए शिक्षा को अनिवार्य कर सकें। लड़कियों की शिक्षा की पैरोकारी करने के कारण ही तालिबान ने पिछले साल अक्टूबर में उन्हें अपनी गोली का निशाना बनाया था।
बीबीसी को दिए साक्षात्कार में 16 वर्षीय मलाला ने कहा, मैं भविष्य में राजनेता बनना चाहती हूं। मैं अपने देश का भविष्य बदलना चाहती हूं। मैं शिक्षा को अनिवार्य बनाना चाहती हूं। मुझे उम्मीद है कि एक दिन ऐसा जरूर आएगा, जब मेरे देश के लोग आजाद होंगे। उनके पास उनके अधिकार होंगे। सभी लड़के और लड़कियां स्कूल जाएंगे। हमारे समाज की सबसे बड़ी कमी यह है कि हम सुधार के लिए किसी दूसरे कीपहल का इंतजार करते हैं।'
अपने परिवार के साथ बर्मिघम में रह रही मलाला ने स्वीकार किया कि ब्रिटेन की संस्कृति उनके लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं थी। उन्होंने कहा, 'हमारे लिए विशेष रूप से मेरी मां के लिए यहां सब कुछ नया था। हमने कभी नहीं सोचा था कि महिलाएं इतनी आजाद हो सकती हैं। वे किसी भी बाजार में जा सकती हैं और वह भी किसी पुरुष को साथ लिए बिना।' मलाला ने कहा, 'मैं पश्चिम सभ्यता को नहीं अपना रही। मैं अभी भी अपनी पश्तून संस्कृति का अनुसरण करती हूं।' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में शांति व स्थायित्व के लिए तालिबान से वार्ता किया जाना जरूरी है।

सीरिया शांति वार्ता पर अमेरिका-रूस में बनी सहमति
08 October 2013
नुसा दुआ (इंडोनेशिया)। सीरिया शांति वार्ता के लिए अमेरिका और रूस में सहमति बन गई है। वे इस वार्ता के लिए संयुक्त राष्ट्र पर नवंबर के दूसरे सप्ताह में तारीख तय करने का दबाव बनाएंगे।
यहां पर एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मलेन में हिस्सा लेने आए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ वार्ता के बाद सोमवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि जितनी जल्दी हो सके हम तारीख तय करने का आग्रह करेंगे। केरी ने सीरिया में रासायनिक हथियारों को नष्ट करने की प्रक्रिया को अच्छी शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सीरिया की बशर अल असद सरकार को श्रेय दिया जाना चाहिए क्योंकि वह रासायनिक हथियारों को नष्ट किए जाने के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का पालन कर रही है। इसमें रूस की महत्वपूर्ण भूमिका है। गौरतलब है कि हथियार नष्ट करने में संयुक्त राष्ट्र और हेग स्थित आर्गेनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वीपंस के विशेषज्ञों की टीम जुटी है। रविवार को हथियारों को नष्ट करने का पहला दिन रहा।
केरी ने अमेरिकी अभियान का किया बचाव
पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में घुसकर दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकी ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने वाले अमेरिका ने लीबिया पर इसी तर्ज पर की गई कार्रवाई को वैध ठहराया है। गत शनिवार को अमेरिकी सील कमांडो ने लीबिया की राजधानी त्रिपोली से नाजीह अब्दुल हमीद अल-रुकाई उर्फ अनस अल-लिबि को पकड़ा था। अमेरिका की इस कार्रवाई को लीबिया के प्रधानमंत्री अली जीदान ने उनके नागरिक का अपहरण करार दिया और वाशिंगटन से स्पष्टीकरण मांगा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने अभियान का बचाव करते हुए कहा, 'हम अलकायदा से जुड़े लोगों को दुनिया के किसी भी कोने में बचने नहीं देंगे। लिबी अलकायदा का प्रमुख नेता है। वह अमेरिकी सेना के निशाने पर था। उस पर कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी।' क्या अमेरिका ने इस कार्रवाई के संबंध में लीबिया को जानकारी दी थी? इस सवाल का जवाब देने से केरी ने इन्कार कर दिया। लिबी 15 साल पहले नैरोबी स्थित अमेरिकी दूतावास में बम धमाके के मामले में वांछित था। उस पर 50 लाख डॉलर का इनाम था।

चीन में तूफान का रेड अलर्ट
08 October 2013
बीजिंग। ताकतवर चक्रवाती तूफान 'फितो' चीन के दक्षिण-पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है। यह जल्द ही चीन से टकराएगा। इसके नुकसान को कम करने के लिए सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर तीन लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है।
देश के मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि फितो की वजह से समुद्र में करीब 10 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी। यह तूफान झेजिआंग और फुजियान प्रांत में उत्पात मचा सकता है। समुद्र के किनारे बसे कस्बों और गांवों में अधिकारियों को तटबंध दुरुस्त करने के आदेश दिए गए हैं। प्रांतीय अधिकारियों के मुताबिक फितो करीब 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फुजियान की ओर बढ़ रहा है। फुजियान और झेजिआंग में बुलेट ट्रेन सेवा बंद कर दी गई है।
उत्तर में धुंध का कहर
बीजिंग। उत्तरी चीन में धुंध के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई उड़ानें रद कर दी गई हैं जबकि दर्जन भर महत्वपूर्ण हाईवे और एक्सप्रेस वे बंद कर दिए गए हैं। परिवहन व्यवस्था प्रभावित होने के कारण छुट्टियां मनाकर लौट रहे सैकड़ों लोगों के लिए खासी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
राजधानी बीजिंग में भी लगातार दूसरे दिन धुंध की मोटी परत छाई रही। रविवार को सड़कों पर दृश्यता एक हजार मीटर से भी कम रही। यातायात पुलिस ने छह अंतरराज्यीय एक्सप्रेस वे बंद कर दिए हैं। इनमें बीजिंग को उत्तर पूर्व के हारबिन, पूर्व में शंघाई, तिआनजिन और उत्तर में हेबेई प्रांत को जोड़ने वाली सड़कें भी शामिल हैं।

कयानी बोले, अगले महीने हो जाऊंगा रिटायर
08 October 2013
इस्लामाबाद। जनरल परवेज अशफाक कयानी ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के विस्तार की अफवाहों पर रविवार को विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि वह 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। कयानी 2007 से पाक सेना प्रमुख हैं।
कयानी ने कहा कि उनका कार्यकाल ऐसे वक्त पर पूरा हो रहा है जब लोग नई सरकार चुन चुके हैं और देश में संवैधानिक सत्ता स्थापित है। पाकिस्तान की सेना देश में संवैधानिक ढांचे को पूर्ण समर्थन देती है। साथ ही इसे और सुदृढ़ बनाना चाहती है। हाल में आई मीडिया रपटों में कहा गया था कि कयानी अपने कार्यकाल का एक और विस्तार चाहते हैं और उन्हें तीनों सेनाओं की संयुक्त कमान का नया प्रमुख बनाया जा सकता है। हालांकि यह महज एक औपचारिक पद है। कयानी को 2007 में पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने सेना प्रमुख बनाया था। 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने उनके कार्यकाल को तीन वर्ष के लिए बढ़ा दिया।
कयानी के बाद पाक सेना प्रमुख पद के लिए लेफ्टिनेंट जनरल हारून असलम का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। वरिष्ठता के हिसाब से कयानी के बाद उन्हीं का नंबर है। वह 2009 में स्वात घाटी में तालिबान विरोधी अभियान की सफलतापूर्वक अगुआई कर चुके हैं।

सांप जैसा रोबोट मंगल पर भेजने की तैयारी में ईएसए
07 October 2013
लंदन। यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ईएसए) सांप जैसा रोबोट मंगल ग्रह पर भेजने की तैयारी कर रही है। यह भविष्य में भेजे जाने वाले रोवर के साथ मिलकर काम कर सकेगा। इससे लाल ग्रह के बारे में बेहतर जानकारी मिल सकेगी।
ईएसए के शोधकर्ताओं ने कहा कि साप जैसे रोबोट मनुष्य द्वारा पहले भेजे गए पहिये वाले रोवर की तुलना में मंगल ग्रह पर बेहतर खोज कर सकेंगे। ईएसए चाहता है कि अन्य ग्रहों पर उसका अभियान अधिक गतिशील हो। द फाउंडेशन फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (एसआइएनटीईएफ) के शोधकर्ता इस बात पर विचार कर रहै हैं कि क्या इसके लिए सांप जैसा रोबोट एक कारगर उपाय हो सकता है। अब तक अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह पर चार रोवर भेजे हैं। ये मिट्टी के नमूने ले सकते हैं और कैमरे की मदद से फोटो खींच सकते हैं।।


मृतकों में एक भारतीय अमेरिकी भी
07 October 2013
वाशिंगटन। वाशिंगटन। ह्वाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर स्थित नौसैनिक अड्डे पर सोमवार को हुई गोलीबारी में जो 13 लोग मारे गए हैं उनमें भारतीय मूल के अमेरिकी विष्णु पंडित भी शामिल हैं। मृतकों में अधिकांश सेना के काट्रैक्टर थे।
गोलीबारी करने वाला टेक्सास का 34 वर्षीय एरॉन अलेक्सिस भी रक्षा मंत्रालय में काट्रैक्टर था। अधिकारियों के मुताबिक अलेक्सिस ने करीब एक साल पहले टेक्सास छोड़ दिया था। माना जा रहा है कि वह पिछले करीब चार महीने से वाशिंगटन में था। उसने कांटै्रक्टर का बैच लगाकर नौसैनिक अड्डे में प्रवेश किया था।
वाशिंगटन पुलिस ने गोलीबारी में मारे गए सात मृतकों के नाम जारी किए हैं। इनमें भारतीय मूल के 61 वर्षीय अमेरिकी विष्णु पंडित भी शामिल हैं। पंडित के बारे में सिर्फ इतना पता चल सका है वह रक्षा मंत्रालय में काट्रैक्टर थे। वाशिंगटन डीसी के मेयर विनसेंट ग्रे ने संवाददाताओं से कहा कि गोलीबारी के कारणों का पता नहीं चल सका है। हम इसका पता लगाने की कोशिश करेंगे। इस वक्त इसे लेकर आतंकी हमले का संदेह करने का कोई कारण नहीं है, लेकिन इस आशंका से इन्कार भी नहीं किया जा सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गोलीबारी की घटना की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण कृत्य बताया है।
ह्वाइट हाउस के घेरे के भीतर फेंका पटाखा : नौसैनिक अड्डे पर हुई गोलीबारी की घटना के कुछ घंटे बाद एक व्यक्ति ने ह्वाइट हाउस के उत्तरी बाड़ के ऊपर से पटाखे फेंके। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में मध्यम आयु वर्ग के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पटाखे की आवाज सुनकर वहां मौजूद पत्रकारों को ऐसा लगा कि किसी ने गोलियां चला दी हों।
बौद्धभिक्षु बनना चाहता था हमलावर

अमेरिका में नौसैनिक अड्डे पर गोलीबारी करने वाले एरॉन अलेक्सिस ने बौद्ध धर्म अपना लिया था और वह बौद्धभिक्षु बनना चाहता था। यह बात उसके दोस्तों ने बताई है। वह इंब्री-राइडल एयरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से एयरोनॉटिक्स की डिग्री लेने के लिए पढ़ाई कर रहा था। पुलिस के रिकॉर्ड बताते हैं कि वह बंदूक संबंधी घटनाओं को लेकर दो बार गिरफ्तार हुआ था। सिएटल पुलिस के बयान के मुताबिक उसने 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकी हमले के बचाव कार्य में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था।

डाक विभाग शीघ्र लाएगा आरटीआइ टिकट
07 October 2013
तिरुचिरापल्ली। सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत आवेदन करने वालों को जल्द ही डाक घर में आवेदन प्रस्तुत करने की लंबी प्रक्रिया से छुटकारा मिल जाएगा। डाक विभाग शीघ्र ही आरटीआइ टिकट लाने की तैयारी में है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डाकघरों में आरटीआइ आवेदन स्वीकार करने के लिए विशेष काउंटर भी बनाए जाएंगे। केंद्रीय सूचना आयोग के आदेश के मुताबिक डाक विभाग 10 रुपये मूल्य के आरटीआइ टिकट लाएगा। इसके अलावा देश भर के सभी 1.5 लाख डाकघरों में आरटीआइ आवेदन स्वीकार करने के लिए विशेष काउंटर खोले जाएंगे। उनके मुताबिक आयोग का आदेश लागू हो जाने के बाद लोगों को डाकघर में आरटीआइ शुल्क का भुगतान करने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आयोग ने केंद्र सरकार के विभागों से सभी सूचना अधिकारियों को यह आदेश देने को कहा है कि लेखा अधिकारियों के नाम देय पोस्टल ऑर्डर, डिमांड ड्राफ्ट और बैंकर्स चेक को स्वीकार किया जाए और मामूली बातों को लेकर आवेदन अस्वीकार नहीं किया जाए। कई विभाग यह कहते हैं कि 10 रुपये के पोस्टल ऑर्डर को कैश कराने के लिए उनको बैंक कमीशन पर 22 रुपये खर्च करना पड़ जाता है। अधिकारी के मुताबिक आवेदन संबंधी कार्यो के लिए डाकघर अपने कर्मियों को पर्याप्त प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रहा है।

रासायनिक हथियारों को नष्ट करने के लिए सीरिया पर बढ़ेगा दबाव
07 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। सीरिया में सरीन गैस के प्रयोग संबंधी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट जारी होने के एक दिन बाद पश्चिमी देश उसके साथ सख्ती से निपटने की तैयारी में हैं। सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने के लिए पश्चिमी देश संयुक्त राष्ट्र मेंप्रस्ताव लाने के लिए दबाव बनाएंगे।
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने बिना किसी को दोषी ठहराए कहा है कि उन्हें इस बात के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं कि 21 अगस्त को सतह से सतह तक मार करने वाले रॉकेट में सरीन गैस विद्रोहियों के गढ़ दमिश्क के उपनगरीय क्षेत्र घोउटा में ले जाया गया। अमेरिका ने रासायनिक हमले को लेकर सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की धमकी दी थी। रासायनिक हमले में 1400 से अधिक लोग मारे गए थे। अमेरिका इसके पीछे बशर अल असद सरकार का हाथ मानता है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत सामंथा पावर ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में जो तकनीकी विवरण दिए गए हैं उनसे स्पष्ट होता है कि केवल सरकार ने ही बड़े पैमाने पर रासायनिक हमले को अंजाम दिया है।' फ्रांस ने भी कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट दिखाती है कि सीरिया में रासायनिक हमले के पीछे सरकार का हाथ था। वहीं रूस का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के बावजूद उसे संदेह है कि सीरिया में विद्रोहियों ने रासायनिक हथियार का प्रयोग किया है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और उनके फ्रासीसी समकक्ष लॉरेन फैबियस ने मास्को में हुई बातचीत के बाद मंगलवार को अपने-अपने देशों के विरोधाभासी विचार व्यक्त किए।
विद्रोहियों को हल्के हथियार देगा अमेरिका : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरियाई विद्रोहियों को हल्के हथियार प्रदान करने का रास्ता साफ कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता कैटलिन हेडन ने कहा, 'यह सहायता सीरिया में जरूरतमंद लोगों को रासायनिक हथियार से बचाने के प्रयास के तहत दी जा रही है।' सीरियाई विद्रोहियों के लिए जिस सहायता को मंजूरी दी गई है उनमें रासायनिक हमले से बचाव वाले उपकरण भी शामिल हैं।

मानसिक रोगी था नेवी यार्ड पर गोलीबारी करने वाला
07 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राजधानी के उच्च सुरक्षा वाले नेवी यार्ड में एक भारतीय अमेरिकी सहित 12 लोगों को मौत के घाट उतारने वाला 34 वर्षीय एरॉन अलेक्सिस एक समय मानसिक रोगी था।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंगलवार को एक स्पेनिश भाषा के नेटवर्क टेलीमंडो से कहा, प्रारंभिक रिपोर्टो से संकेत मिलता है कि वह कुछ मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित था। एरॉन अलेक्सिस के मानसिक इतिहास का अध्ययन कर रही एफबीआइ के सहायक निदेशक वैलेरी पारलावे ने बताया कि हमारा विश्वास है कि अलेक्सिस ने अकेले ही घटना को अंजाम दिया था। सोमवार को हुई इस घटना में हमलावर सहित 13 लोग मारे गए थे। इस बीच ह्वाइट हाउस ने कुछ खास कांट्रैक्टरों के लिए सुरक्षा मंजूरी की प्रक्रियाओं की समीक्षा के आदेश दिए हैं। हमलावर अलेक्सिस भी रक्षा कांट्रैक्टर था।
नौसेना में होने का पंडित को था गर्व :
नौसैनिक अड्डे पर हुई गोलीबारी में मृत हुए भारतीय मूल के 61 वर्षीय विष्णु पंडित को अमेरिकी नौसेना का कर्मचारी होने पर गर्व था। मुंबई में जन्मे पंडित कोलकाता के मरीन इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद बेहतर भविष्य की तलाश में आठवें दशक के मध्य में अमेरिका आ गए थे। वह यहां मरीन इंजीनियर और आर्किटेक्ट थे। नार्थ पोटेमैक निवासी पंडित नियमित रूप से इस्कान मंदिर जाते थे। उनके परिवार में पत्नी अंजली, दो बेटे सिद्धार्थ और कपिल हैं।
नया बंदूक कानून चाहते हैं ओबामा :
नौसैनिक अड्डे पर गोलीबारी की घटना के बाद अमेरिका में सख्त बंदूक नियंत्रण कानूनों की मांग पुनर्जीवित हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी नया बंदूक कानून चाहते हैं। स्पैनिश टेलीविजन को दिए साक्षात्कार में लचीले बंदूक नियंत्रण कानूनों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कहा, यह सच्चाई है कि हमारे पास सख्त जांच प्रणाली नहीं है और बड़े पैमाने पर गोलीबारी की ऐसी घटनाएं हमें और कमजोर बनाती हैं।

आतंक का अड्डा खत्म करे पाकिस्तान: मनमोहन सिंह
07 October 2013
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र में भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि उसे अपने देश से आतंकवाद का अड्डा खत्म करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को लेकर प्रतिबद्ध है तथा इससे किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र की नजरल असेंबली को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की उस मांग को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कश्मीर समस्या को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के माध्यम से कराने का प्रस्ताव किया था। उन्होंने कहा कि इस समस्या का हल शिमला समझौते के आधार पर ही निकल सकता है।

दो पायलटों ने कॉकपिट में सोने की बात स्वीकारी
07 October 2013
लंदन। विमान उड़ता रहे और पायलट सो जाए तो क्या होगा? इस बात की कल्पना करके रोंगटे खडे़ हो जाएंगे, लेकिन ब्रिटिश एयरलाइन के एक विमान के दो पायलटों ने कॉकपिट में सोने की बात स्वीकार की है। उस समय एयरबस ए 330 में 325 यात्री सवार थे और यह ऑटो पायलट मोड में बिना निगरानी के ही उड़ता रहा। यह घटना 13 अगस्त की है।
दोनों पायलट कथित रूप से लंबी उड़ान के दौरान एक-एक कर सोने और विमान को ऑटो पायलट मोड में रखने पर सहमत हो गए थे। द इंडिपेंडेंट अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब एक पायलट जगा तो उसे पता चला कि कुछ देर तक दोनों पायलट सो गए थे, लेकिन उसे यह पता नहीं चला कि कितनी देर तक विमान बिना निगरानी के उड़ता रहा। दोनों पायलटों ने स्वेच्छा से घटना की जानकारी ब्रिटेन के सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) को दी। कानून के मुताबिक एयरलाइन को संभावित खतरनाक व्यवहार के बारे में नियामक को जानकारी देनी होती है। सीएए ने एयरलाइन के बारे में जानकारी नहीं देने का फैसला किया है। उसका कहना है कि पायलट बहुत थके हुए थे। सीएए के प्रवक्ता ने कहा कि यदि पायलटों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है तो उन्हें बहुत हैरानी होगी। यह सुनिश्चत करने का प्रयास किया जाएगा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो।।

नैरोबी के मॉल में तीसरे दिन भी गोलीबारी
07 October 2013
नैरोबी। केन्या की राजधानी नैरोबी के शॉपिंग मॉल में सोमवार को तीसरे दिन भी गोलीबारी और धमाके की आवाज सुनाई दे रही थी। मॉल पर हुए हमले में 68 लोगों की जान जा चुकी है। अलकायदा से संबद्ध सोमालिया के आतंकी संगठन अल शबाब ने मॉल में बंधक बनाए गए लोगों को मार डालने की धमकी दी है।
केन्या के रेड क्रॉस अधिकारी अब्बास गुलेद ने बताया कि मॉल के अंदर झड़पें हुई हैं, लेकिन 10 से 15 बंदूकधारियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। एक सुरक्षा सूत्र का कहना है कि अल शबाब आतंकियों के खिलाफ अंतिम कार्रवाई जारी है। माना जा रहा है कि आतंकी मॉल के एक हिस्से में छिपे हुए हैं, लेकिन वे बंधकों को सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद 'द स्टैंडर्ड' अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले में करीब एक दर्जन हमलावर शामिल थे। फुटेज से इस बात की भी पुष्टि हुई है कि हमलावर ग्रेनेड, रायफल, पिस्टल और गोला बारूद लिए हुए थे। वे मॉल के पिछले और अगले दोनों हिस्से से घुसे थे।
अमेरिका ने की मदद की पेशकश : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मॉल में हमला करने वालों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए केन्याई राष्ट्रपति उहुरु केनीअट्टा को सहायता की पेशकश की है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने मॉल में हुए हमले की निंदा की है। इस बीच बंधक संकट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने केन्याई उपराष्ट्रपति विलियम रुटो के खिलाफ युद्ध अपराध की सुनवाई एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी है। 2007 के चुनाव के बाद देश में भड़की हिंसा में भूमिका को लेकर रुटो और केन्याई राष्ट्रपति उहुरु केनीअट्टा पर मानवता के प्रति अपराध के आरोप हैं।

चीन में बेचने के लिए अपहृत 92 बच्चों को मुक्त कराया
07 October 2013
बीजिंग। चीन में पुलिस ने अपहृत 92 बच्चों और दो महिलाओं को मुक्त करा लिया है। एक गिरोह द्वारा बेचने के लिए इनका अपहरण किया गया था। सरकारी मीडिया की शनिवार की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने इस सिलसिले में 301 लोगों को गिरफ्तार किया है। हाल के वर्षो में चीन में यह इस तरह की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
लोक सुरक्षा मंत्रालय के हवाले से चाइना सेंट्रल टेलीविजन और सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट में कहा गया है कि छह महीने की जांच के बाद पुलिस ने 11 सितंबर को एक साथ 11 प्रांतों में विभिन्न ठिकानों पर छापा मारा। लेकिन इस ऑपरेशन से संबंधित रिपोर्ट जारी करने को लेकर हुई देरी का कोई कारण नहीं बताया गया है। सरकारी मीडिया ने यह भी नहीं बताया है कि कुल कितने लड़के और लड़कियों का अपहरण किया गया था। चीन में एक बच्चा नीति के चलते हाल के वर्षो में बच्चों और महिलाओं की तस्करी में वृद्धि हुई है। बच्चों और अपहृत महिलाओं को दूरदराज क्षेत्रों में पुरुषों को बेचा जाता है। एक बच्चा नीति ने गर्भपात को भी बढ़ावा दिया है। सरकारी टेलीविजन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार उन लोगों को कड़ी सजा देगी जो अपहृत बच्चों को खरीदते हैं।.

नवाज शरीफ के भतीजे को सौंपे गए पंजाब के सभी प्रशासनिक अधिकार
07 October 2013
लाहौर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भतीजे और पंजाब के मुख्यमंत्री के बेटे हमजा को प्रांत के सभी प्रशासनिक मामलों को संचालित करने के अधिकार मिल गए हैं।
गत मंगलवार को प्रधानमंत्री के छोटे भाई और पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने बेटे हमजा शहबाज की अध्यक्षता में छह सदस्यीय पब्लिक अफेयर्स कमेटी का गठन करने की अधिसूचना जारी की। अब हमजा एक तरह से उपमुख्यमंत्री के रूप में काम करेंगे। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वास्तव में नौ करोड़ की आबादी वाले पंजाब प्रांत को चलाने के लिए सभी प्रशासनिक अधिकार अपने 39 वर्षीय बेटे को सौंप दिए। यह प्रांत परंपरागत रूप से शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है। हमजा नेशनल असेंबली के सदस्य हैं। अधिसूचना के अनुसार, हमजा पंजाब की कानून और व्यवस्था को सुधारने और विकास परियोजनाओं के लिए जिला प्रशासन को निर्देश जारी करेंगें। इसके अलावा वह पीएमएल-एन के सांसदों से संपर्क कर उनकी समस्याओं के समाधान में मदद भी करेंगे।

बांग्लादेश में हिंदू देवी, देवताओं की मूर्तियां तोड़ी
05 October 2013
ढाका। दुर्गा पूजा से ऐन पहले बांग्लादेश में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। पुलिस ने उत्तरी बांग्लादेश के नातोर जिले के एक गांव में हुई इस घटना की जांच शुरू कर दी है।
बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यक अगले हफ्ते से शुरू हो रही दुर्गा पूजा की तैयारियों में जुटे हैं। पुलिस ने बताया कि नातोर जिले के चंद्रकला गांव में शुक्रवार सुबह कुछ लोगों ने पूजा के लिए तैयार की जा रहीं दुर्गा, लक्ष्मी, गणेश और कार्तिक की आठ मूर्तियां तोड़ दीं। स्थानीय थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने की कोशिश जारी है। घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। पिछले महीने मुंशीगंज और बोगरा जिलों में भी आठ हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां क्षतिग्रस्त कर दी गई थीं।


मलाला को मिल सकता है नोबेल का शांति पुरस्कार
05 October 2013
स्टॉकहोम। इस साल के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा इसी महीने की जाएगी। पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई, कांगो के डॉक्टर डेनिस मुकवेगे, रूस और बेलारुस के सामाजिक कार्यकर्ताओं को शांति के नोबेल का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। मगर साहित्य और शांति का नोबेल किसे मिलेगा इस पर चर्चा जोरों पर है। वर्ष 2013 में शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए रिकॉर्ड 259 नामांकन हासिल हुए हैं, इनमें 209 व्यक्तियों और 50 संगठनों के नाम शामिल है, लेकिन नोबेल पुरस्कार समिति कभी भी सूची को उजागर नहीं करती। शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा 11 अक्टूबर को की जाएगी। ओस्लो स्थित पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के क्रिस्टीयन बर्ग हार्पविकन वर्ष 2009 से संभावित विजेताओं की सूची जारी करते हैं। उनकी सूची में इस बार लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने के कारण तालिबान की गोली का निशाना बनी 16 वर्षीया मलाला का नाम सबसे ऊपर है। हालांकि नैतिक दृष्टि से कई लोग एक बच्ची को यह पुरस्कार देने के हक में नहीं हैं। स्टॉकहोम पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के टिलमैन ब्रुक का मानना है कि मलाला के बजाए यह पुरस्कार कोलंबिया के शांति वार्ताकारों या म्यांमार के सुधारवादियों को दिया जाना चाहिए। वहीं इतिहासकार एस्ले स्वीनका मानना है कि यह पुरस्कार डॉक्टर डेनिस मुकवेगे को देना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद ग्रस्त कांगो में उन हजारों महिलाओं की मदद के लिए अस्पताल स्थापित किया है जिन्हें स्थानीय और विदेशी आतंकी अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं।

न्यूजीलैंड में धोखाधड़ी में दो भारतीयों को सजा
05 October 2013
मेलबर्न। न्यूजीलैंड की एक अदालत ने धोखाधड़ी के एक मामले में भारतीय मूल के दो व्यक्तियों को कैद की सजा सुनाई है। ये दोनों गत जून में ऑकलैंड की एक नगर परिषद को 6.76 लाख डॉलर [करीब 4.16 करोड़ रुपये] का चूना लगाने के दोषी पाए गए थे।
न्यूजीलैंड हेराल्ड के अनुसार, ऑकलैंड डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने गुरुवार को हेमंत कुमार महाराज को दो साल दस महीने जेल की सुनाई जबकि सुरेश दीन को दस महीने घर में नजरबंदी और 350 घंटे सामुदायिक सेवा की सजा दी। यह मामला सितंबर 2010 में सामने आया जब सीरियस फ्राड ऑफिस [एसएफओ] ने आरोप लगाया कि ये दोनों मिलकर परिषद के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। जज चा‌र्ल्स ब्लैकी ने बताया कि परिषद के कर्मचारी रहे महाराज के पास उसका दोस्त दीन सड़कों के रखरखाव कार्य के ऐसे बिल जमा करता था जिसका काम कभी हुआ ही नहीं था। महाराज इन पर हस्ताक्षर कर इन्हें भुगतान के लिए भेज देता था। परिषद इन बिलों का भुगतान दीन को करती थी जिसकी रकम को दोनों आपस में बांट लेते थे।

ईरान पर लगे प्रतिबंधों में फिलहाल ढील नहीं : अमेरिका
05 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने या उसमें ढील देने से इन्कार किया है। साथ ही स्पष्ट किया कि ईरान द्वारा अपने विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर ठोस और स्पष्ट कदम उठाने के बाद ही इन प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कहा, 'हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि बातचीत के जरिए समाधान ढूंढ़ने के साथ ही हम इन प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करना जारी रखेंगे।' ईरान पर प्रतिबंधों का पड़ रहे असर का जिक्र करते हुए उन्होंने गुरुवार को कहा कि ईरानी लोगों को आर्थिक राहत की जरूरत है, लेकिन हम तब तक इन प्रतिबंधों को नहीं हटा सकते जब तक ईरानी सरकार अपनी कही बात को पूरा करते हुए कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पिछले दिनों ने कहा था कि उनका देश अपने परमाणु कार्यक्रम को पारदर्शी बनाना चाहता है ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह विश्वास दिलाया जा सके कि वह परमाणु बम बना नहीं रहा है।
हर्फ ने कहा कि ईरान कई ऐसे कदम उठा सकता है जिससे यह पता चल सके कि वह ठोस और विश्वसनीय कदम उठाने का इच्छुक है। इसमें अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के निरीक्षकों के लिए सभी परमाणु संयंत्र खोलना शामिल है। उन्होंने कहा कि कड़े प्रतिबंधों के चलते ही ईरान वार्ता की मेज पर आने को राजी हुआ है। गौरतलब है कि परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरानी नेताओं और वैश्रि्वक शक्तियों के बीच इस महीने के आखिर में जेनेवा में वार्ता होगी। ओबामा प्रशासन ने गुरुवार को सांसदों से ईरान के साथ होने वाली वार्ता तक कोई नया प्रतिबंध न लगाने का आग्रह किया था।

पाकिस्तान पर राष्ट्रपति प्रणब का करारा प्रहार
05 October 2013
ब्रसेल्स। सख्त मिजाज वाले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए करारा प्रहार किया। शुक्रवार को उन्होंने पाक को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि सीमापार से सरकार प्रायोजित आतंकवाद अस्वीकार है। चार दिवसीय बेल्जियम यात्रा पर पहुंचे प्रणब ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देश के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
भारत में आतंकी गतिविधियों के पीछे गैरसरकारी तत्वों (नॉन स्टेट एक्टर्स) का हाथ होने के पाकिस्तान के दावे को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। मुखर्जी ने कहा कि वे (आतंकी) आसमान से नहीं आ रहे हैं, बल्कि पड़ोसी देश के नियंत्रण वाले भूभाग से आते हैं। मुखर्जी ने दोहराया कि पाकिस्तान में आतंकवाद के बुनियादी ढांचे के सफाए की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। सरकार प्रायोजित आतंकवाद को स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसलिए हम लगातार दोहरा रहे हैं कि कृपया अपने इलाके में मौजूद आतंकी संगठनों का खात्मा करें।' सरकार समर्थित आतंकवाद पर पाकिस्तान के इन्कार पर मुखर्जी ने कहा, '2005 में इस्लामाबाद ने सहमति जताई थी कि वह भारत विरोधी ताकतों को अपनी सरजमीं का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देगा।'
मुखर्जी ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी भूभागीय अखंडता को बनाए रखते हुए पड़ोसी देश के साथ शांति चाहता है। 1971 में जब इंदिरा गांधी भारत और जुल्फिकार अली भुट्टो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे, तो दोनों देशों ने शिमला समझौता किया था। इसके तहत 91 हजार युद्धबंदी लौटाए गए थे। यह सिर्फ सद्भावना प्रदर्शित करने के लिए किया गया था। हमारी मूल विदेशी नीति में कोई भूभागीय महत्वाकांक्षा नहीं है। मुखर्जी ने कहा जब मैं विदेश मंत्री था तो अक्सर कहता था, 'अगर मैं चाहूं तो अपने दोस्त बदल सकता हूं, लेकिन पड़ोसी नहीं। मेरा पड़ोसी जैसा भी है, मुझे उसे स्वीकार करना होगा।'
प्रथम विश्व युद्ध के शहीदों को दी सलामी
बेल्जियम यात्रा के दौरान शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए हजारों भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। ब्रसेल्स स्थित स्मारक (स्तंभ) पहुंचे 78 वर्षीय प्रणब ने शहीदों की याद में जल रही ज्योति को फिर से प्रज्ज्वलित किया। इसके बाद एक मिनट का मौन रखा गया। विजिटर्स बुक में तमाम बातों के साथ मुखर्जी ने महात्मा गांधी को याद करते हुए लिखा, 'शांति के लिए कोई राह नहीं है, शांति ही राह है।'
'आतंकी आसमान से नहीं आते। वे पड़ोसी देश के नियंत्रण वाले भूभाग से ही आते हैं।'
-प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति

हॉलीवुड में बार से हटीं सिख गुरुओं की तस्वीरें
05 October 2013
वाशिंगटन। लॉस एंजिलिस के हॉलीवुड शहर में सिख समुदाय की भारी नाराजगी के बाद एक बार में लगी सिख गुरुओं की तस्वीरों को हटा दिया गया है। पाईक कैफे और रेस्त्रां के इस कदम का सिखों ने स्वागत किया है।
यूनाइटेड सिख समूह के मनमीत सिंह ने कहा कि इस घटना से सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में व्यावसायिक प्रतिष्ठान सभी धर्मो की भावनाओं और संवेदनशीलता का ध्यान रखेंगे। समूह ने ऑनलाइन अभियान चला कर पाईक कैफे और रेस्त्रां प्रबंधन से सिखों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनके गुरुओं की तस्वीरों को बार से हटाने की मांग की थी।
इस अभियान से जुड़े दूसरे समूह उत्तरी अमेरिकी पंजाबी एसोसिएशन (एनएपीए) के प्रवक्ता सतनाम सिंह चहल ने कहा कि बार प्रबंधन ने सिख गुरुओं की तस्वीरों को हटाकर सराहनीय काम किया है। इस मसले पर एनएपीए ने सांसद जॉन जर्मनडी को एक पत्र भी लिखा था।

इलाके में शांति चाहते हैं : नवाज शरीफ
05 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार फिर अपनी बात दोहराते हुए कहा कि उनका मुल्क क्षेत्र में शांति और अमन चाहता है और वो हथियारों की किसी भी होड़ में शामिल नहीं है. एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान की सामरिक क्षमता भरोसेमंद न्यूनतम प्रतिरोधकता की नीति पर निर्भर है. शरीफ ने नेशनल कमांड अथॉरिटी के नेशनल कमांड सेंटर और हथियार भंडार केंद्र के दौरे के दौरान ये बात रखी.
इस दौरे के वक्त वित्त मंत्री, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल खालिद और सेना के बाकी आला अधिकारी मौजूद थे. प्रधानमंत्री को पूरे मुल्क में सामरिक संपत्तियों के बीच आपस में संचार संपर्क की अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई. ।

ईरान के साथ मुद्दों के सुलझने की उम्मीद: अमे
05 October 2013
वाशिंगटन। ईरान के नए मुखिया बने हसन रूहानी की ओर संदेश का इंतजार कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन ने उम्मीद व्यक्त किया है कि ईरानी प्रशासन परमाणु मुद्दे को ‘कूटनीतिक माध्यम’ के जरिए एक पारदर्शी तरीके से हल करेगा. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी के मुताबिक इस मुद्दे को हल करने के लए कूटनीतिक माध्यम के अवसर खुले होने की वजह से अमेरिका उम्मीद करता है कि ईरान इस मसले किए अब गंभीर है और एक पारदर्शी और योग्य तरीके से वो परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा त्यागने और इसके बाद बाकी देशों के समुदाय में शामिल होने के लिए तैयार है.
कार्नी के मुताबिक इजरायल को ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर उसके द्वारा दिए गए अपने हर हालिया बयान पर संदेह जताने का अधिकार है क्योंकि लंबे वक्त तक ईरान अपने दायित्वों के निर्वाह में असफल रहा है.

म्यांमार: सांप्रदायिक हिंसा में 5 की मौत
05 October 2013
यंगून। म्यांमार में सांप्रदायिक हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में एक महिला भी है. म्यांमार के सरकारी रेडियो ने अपने प्रसारण में बताया कि राखिने प्रांत में पिछले तीन दिनों के दौरान सांप्रदायिक हिंसा में एक महिला सहित पांच लोगों की मौत हो गई.
सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपील की है.
सूत्रों के मुताबिक राखिने प्रांत के थांडवे शहर में रविवार की रात एक कार पार्किंग के विवाद को लेकर अलग अलग समुदाय के स्थानीय नागरिकों के बीच दंगा भड़क उठा. दंगे में पांच लोग मारे गए हैं. वहीं प्रशासन ने उपद्रवग्रस्त इलाकों में लागू कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी.

व्हाइट हाउस के पास शूटआउट,महिला ढेर
05 October 2013
कैपिटल हिल। अमेरिका में गुरुवार को एक महिला संदिग्ध द्वारा की गई गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गया है. बताया जा रहा है कि महिला ने व्हाइट हाउस के पास सुरक्षा अवरोधक को तोड़ने की कोशिश की थी जिसके बाद पुलिस उसके पीछे लग गई.
पुलिस को पीछे लगा देख उसने गोलियां चलाना शुरू कर दिया. गोलीबारी की घटना में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. हालांकि काले रंग की कार पर सवार 34 साल की महिला को पुलिस ने मार गिराया है. इस घटना के बाद व्हाइट हाउस की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है लेकिन बाद में सुरक्षा अलर्ट में थोड़ी ढील दी गई.
एक ई-मेल में कैपिटल पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वो 'बंद करें, लॉक करें और बाहरी दरवाजों और खिड़कियों से दूर रहें. सुरक्षा किट संभाल लें और दफ्तर के सबसे अंदरूनी हिस्से में चले जाएं. ई-मेल में लिखा गया कि कैपिटल हिल में गोलीबारी की खबरें हैं जिससे सभी 'हाउस ऑफिस' इमारतों में मौजूदा लोगों को सुरक्षित जगह लेने की जरूरत है. पुलिस ने अपील की, 'यदि आप अपने दफ्तर में नहीं हैं तो नजदीकी दफ्तर में शरण ले लें.

लंदन में नीलाम होगी टीपू सुल्तान की तलवार
04 October 2013
लंदन। मैसूर के राजा टीपू सुल्तान की तलवार, मुगलकाल की हीरे जवाहरातों से जड़ी सोने की प्लेट और कुछ ऐसी ही कीमती वस्तुएं 9 अक्टूबर को लंदन में नीलाम की जाएंगी। इन बहुमूल्य वस्तुओं को पहली बार नीलामी के लिए रखा गया है।
भारत के शाही काल से जुड़ी 90 से अधिक कलाकृतियां सोथबी नीलामी घर में रखी गई हैं। नीलामी बिक्री मध्य पूर्व के प्रमुख बेनिडिक्ट कार्टर के मुताबिक, नीलामी के लिए रखे गए समान में टीपू सुल्तान की तलवार, दुर्लभ हीरे जवाहरात, लघु चित्र और पेंटिंग्स शामिल हैं। इसके अलावा शाही काल के पांच सौ साल के भारतीय इतिहास में निर्मित लगभग सभी तरह की कलात्मक वस्तुओं की भी नीलामी होनी है। टीपू के तलवार की बोली 80,000 से 120,000 पौंड (करीब 80 लाख से 1.2 करोड़ रुपये) के बीच रहने की उम्मीद जताई जा रही है। 18वीं सदी की एक हीरे का सेट, सोने की परत चढ़ी प्लेट और डिबिया की भी बोली लगेगी। इस तरह के समान व्यक्तिगत साज-सज्जा के लिए ही नहीं होती थीं, बल्कि इनका कूटनीति महत्व भी होता था।।


तालिबान का खौफ: पाकिस्तान में नहीं दी जाएगी फांसी
04 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरकार लगातार दावे कर रही है कि हम आतंकियों की कमर तोड़ देंगे, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली में यह हनक नहीं दिखाई देती। पूर्ववर्ती पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सरकार द्वारा 2008 में फांसी पर लगाई गई रोक को खत्म करने के वादे से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार पलट गई है।
आतंकी गुट तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की लगातार धमकियों और आतंकी हमलों से घबराकर पीएमएल-एन सरकार ने पीपीपी द्वारा लगाई गई रोक बरकरार रखने का फैसला किया है। पिछले हफ्ते पेशावर में आतंकियों ने जमकर खून बहाया। तीन आतंकी हमलों में करीब 150 लोगों को जान गंवानी पड़ी। पीपीपी द्वारा फांसी पर लगाई गई रोक गत 30 जून को खत्म हो गई थी। तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सरकार से इस पर रोक बरकरार रखने की अपील की थी। इसे नवाज सरकार ने मान लिया था। बृहस्पतिवार को गृह मंत्रालय के प्रवक्ता उमर हमीद खान ने कहा कि सरकार ने रोक जारी रखने का फैसला किया है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के चलते हमने यह फैसला लिया है।
सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि वह अपराधियों और आतंकियों में भय पैदा करने के लिए मौत की सजा दोबारा शुरू करना चाहते हैं। पाकिस्तान की जेलों में 8,000 से ज्यादा लोग मौत की सजा का इंतजार कर रहे हैं।

पाकिस्तानी सेना ने भारत में घुसपैठ से किया इन्कार
04 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सेना ने भारत में घुसपैठ के आरोप से इन्कार किया है। सेना के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह आरोप निराधार है। नियंत्रण रेखा के पार हमारे सैनिकों की मौजूदगी सफेद झूठ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने भी भारत के आरोपों को बकवास करार दिया है। चौधरी ने कहा, पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी पड़ोसी के खिलाफ नहीं होने देगा।

इटली में जहाज डूबने से 130 की मौत
04 October 2013
रोम। इटली में एक द्वीप के समीप शरणार्थियों को लेकर जा रहा जहाज आग लगने के बाद डूब गया जिससे 130 लोगों की मौत हो गई। इस जहाज पर करीब 500 लोग सवार थे। 150 लोगों को बचा लिया गया। दो सौ से ज्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
अंसा न्यूज एजेंसी ने लमपेदुसा द्वीप की मेयर गिउसी निकोलिनी के हवाले से बताया कि शवों को निकाला जा रहा है। अब तक 94 शव निकाले जा चुके हैं। इटली के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर इस घटना को बड़ी त्रासदी बताया है। अधिकारियों ने बताया कि शवों को एक हवाईअड्डे के हैंगर में रखा जा रहा है। बचाए गए शरणार्थियों ने बताया कि वे इरीट्रिया और सोमालिया के हैं। जबकि स्थानीय पुलिस ने जहाज के लीबिया से आने का दावा किया है। इस हादसे के साथ साथ अवैध प्रवास मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। एक आपातकालीन चिकित्सा कर्मचारी अंतोनिनो कानदेला ने बताया कि यह हादसा एक अन्य जहाज के लमपेदुसा द्वीप पर पहुंचने के कुछ देर बाद हुआ। बताया जा रहा है कि इसमें पहुंचे 463 लोग सीरियाई हैं।

सशक्त होंगे भारत-बेल्जियम के रिश्ते
04 October 2013
ब्रुसेल्स। भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेल्जियम यात्रा को लेकर इस छोटे से देश में बृहस्पतिवार को विशेष उत्साह रहा। किंग फिलिप्स ने पैलेस में राष्ट्रपति का स्वागत किया। दोनों देशों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में पांच आशय पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया हुआ है। समझौता समारोह में यह प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहा। इस मौके पर बेल्जियम के प्रधानमंत्री एलियो डी रूपो भी मौजूद थे। ये समझौते शिक्षा के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स और आइटी को लेकर किए गए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय और हैदराबाद विश्वविद्यालय ने ये समझौते किए। प्रधानमंत्री के साथ द्वि-पक्षीय वार्ता में कई अन्य मुद्दों पर भी बात हुई।
वैसे भी बेल्जियम यूरोपीय देशों में भारत का नंबर दो का साझीदार है। यहां से हर वर्ष लगभग ढाई अरब यूरो (2115 अरब रुपये) का व्यापार होता है। इसमें ज्यादातर व्यापार हीरों का होता है, लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। पिछले कुछ वर्षो में बेल्जियम की लगभग 160 कंपनियां भारत में अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इसी तरह भारत की 80 कंपनियां बेल्जियम में काम कर रही हैं।
जल्द ही बेल्जियम का तीन सौ कंपनियों के प्रतिनिधियों वाला प्रतिनिधिमंडल भारत के दौरे पर आएगा और आपसी सहयोग बढ़ाने पर विचार करेगा। बृहस्पतिवार को हुई वार्ता के दौर में बेल्जियम ने भारत के तीन रेलवे स्टेशनों, जिनमें मुंबई का सीएसटी (छत्रपति शिवाजी टर्मिनस) शामिल है, के पुनर्निर्माण करने पर सहमति जताई। मीडिया को संबोधित करते हुए यहां भारतीय दूतावास के राजदूत दिनकर खुल्लर ने कहा की राष्ट्रपति के इस दौरे से दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ता मिली है। शुक्रवार को राष्ट्रपति चार माह चलने वाले यूरोआलिया महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। इस महोत्सव में भारत अपने अलग-अलग हुनरों को पेश करेगा। बेल्जियम में करीब 15,000 भारतीय हैं जिनमें ज्यादातर उच्च-शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यूरोप की राजधानी बनता जा रहा ब्रुसेल्स वैसे तो एक शांत शहर हैं, जहां बियर और चॉकलेट की दुकानें हर तरफ मिल जाएंगी।

अमेरिकी संसद के बाहर गोलीबारी, कई घायल
04 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के बाहर बृहस्पतिवार को गोलीबारी की घटना से राजधानी में सनसनी फैल गई। सुरक्षा बलों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को घेर लिया। एहतियातन संसद भवन के सभी द्वार बंद कर दिए गए। सुरक्षाबलों ने इस घटना में शामिल संदिग्ध महिला हमलावर को मार गिराया। गोलीबारी में कई सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। करीब एक घंटे की गहमागहमी के बाद राजधानी से सुरक्षा अलर्ट वापस ले लिया गया।
गोलीबारी की यह घटना ऐसे वक्त पर हुई जब ओबामा प्रशासन ऐतिहासिक कामबंदी के संकट से उबरने के लिए जूझ रहा है। गोलीबारी का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका। सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने गोली चलने की छह आवाजें सुनीं। कैपिटल हिल इलाके में पुलिस ने लाउडस्पीकर पर लोगों को आगाह किया कि अगर वे अपने दफ्तरों में हैं तो अंदर ही रहें। इस इलाके में संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट समेत कई अहम प्रतिष्ठान स्थित हैं। इस दौरान घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति भवन ह्वाइट हाउस की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई।

जरदारी को सौ शस्त्र लाइसेंस, बुलेटप्रूफ कार रखने की अनुमति
04 October 2013
कराची। पाकिस्तान की एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को अपने अंगरक्षकों के लिए 100 अतिरिक्त शस्त्र लाइसेंस, काले शीशों वाली बुलेटप्रूफ कार रखने की इजाजत दे दी है। ऐसा उनकी जान के लिए बढ़ते खतरे को देखते हुए किया गया है।
जरदारी द्वारा अपने और अपने परिवार पर आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सिंध हाई कोर्ट ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया। अदालत के आदेश के बाद पूर्व राष्ट्राध्यक्ष होने के नाते जरदारी की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया जाएगा। जरदारी के वकील और पूर्व कानून मंत्री फारुख नाइक द्वारा दायर याचिका में कहा गया था कि पत्‍‌नी पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुंट्टो की आतंकी हमले में मौत के बाद जरदारी को भी अपनी जिंदगी को लेकर खतरा दिख रहा है। जरदारी के एक सहयोगी अबु बकर ने बताया कि अदालत ने उन्हें अपने बेटे बिलावल भुंट्टो, बेटियों आसीफा और बख्तावर की सुरक्षा के लिए भी निजी अंगरक्षक तैनात करने की इजाजत दे दी। अदालत ने केंद्रीय व सिंध सरकार को जरदारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।

जिद पर अड़े ओबामा, शटडाउन का संकट गहराया
04 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में शटडाउन (कामबंदी) से उपजे संकट का हल निकालने के मकसद से राष्ट्रपति बराक ओबामा की संसद (कांग्रेस) के शीर्ष नेताओं के साथ की गई बैठक बेनतीजा रही। दरअसल, ओबामा ने बिना किसी शर्त के बजट पारित करने और कर्ज सीमा बढ़ाए जाने के बाद विपक्ष से वार्ता करने की बात कही है।
सरकारी कामकाज ठप होने के बाद ओबामा ने पहली बार हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के अध्यक्ष जॉन बोएनर, सदन की डेमोक्रेटिक पार्टी की नेतानैंसी पेलोसी, सीनेट के डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैरी रीड और सीनेट के रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल के साथ करीब एक घंटे तक बैठक की। बैठक के बाद ओबामा ने कहा कि वह सरकार चलाने की जरूरत के बारे में अब कांग्रेस से कोई बात नहीं करेंगे। वह तभी वार्ता करेंगे जब कांग्रेस सरकारी कामकाज को शुरू करने के लिए जरूरी खर्च की अनुमति देने पर सहमत होगी और कर्ज सीमा में आवश्यक वृद्धि करेगी। कर्ज लेने की सीमा 1600 अरब डॉलर है। यह समय सीमा 17 अक्टूबर को समाप्त हो रही है। अगर बजट पर सहमति नहीं बनती है तो अमेरिका और कर्ज नहीं ले सकेगा और डिफाल्टर हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार चलाने के लिए सदन कार्रवाई कर सकता है और इस संकट से देश की अर्थव्यवस्था और लोगों को हो रहे नुकसान से बचा सकता है।
काम के लिए झुकना पड़ा : टीवी को दिए साक्षात्कार में ओबामा ने कहा कि वह ऐसे घटनाक्रमों से व्यथित हैं, जिससे उनकी सरकार का कामकाज ठप पड़ गया है। मेरे लिए यह कहना उचित होगा कि राष्ट्रपति रहते हुए मैं रिपब्लिकन पार्टी के साथ काम करने के लिए काफी झ़ुका हूं। उधर, बैठक के बाद ओहायो से रिपब्लिकन सांसद बोएनर ने कहा कि ओबामा समझौता नहीं करेंगे। बैठक के दौरान उन्होंने यह बात कई बार दोहराई। हमने डेमोक्रेटिक सहयोगियों के समक्ष चार अलग-अलग प्रस्ताव रखे। उन्होंने सभी को खारिज कर दिया। वहीं रीड ने रिपब्लिकन के दबाव में फैसले न लेने के लिए ओबामा का समर्थन किया है। मंगलवार को डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच ओबामाकेयर के नाम से प्रचलित हेल्थ केयर कार्यक्रम पर सहमति नहीं बनी। विपक्षी रिपब्लिकन ने बजट पास करने के बदले ओबामाकेयर पर देर से अमल करने या रद करने की शर्त रखी है। जिस पर डेमोक्रेट राजी नहीं हैं। बजट पारित न होने के कारण सरकार के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। करीब आठ लाख कर्मचारियों को अवैतनिक छुट्टी पर भेज दिया गया है। इसके अलावा नेशनल पार्क, म्यूजियम, सरकारी इमारतें और सेवाओं को बंद कर दिया गया है।
शटडाउन के लिए राजनेता जिम्मेदार : लुइसियाना के भारतीय मूल के गवर्नर बॉबी जिंदल और आगामी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन की ओर से प्रबल दावेदार बॉबी जिंदल ने शटडाउन के लिए अमेरिकी नेतृत्व वर्ग को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञ खासकर राष्ट्रपति बराक ओबामा इस चुनौती का सामना करने में विफल रहे।
एनएसए कर्मचारियों को घर भेजा गयाशटडाउन के चलते अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने अपने कुछ कर्मचारियों को घर भेज दिया है। जबकि महत्वपूर्ण सुरक्षा सेवाओं को शटडाउन से मुक्त रखा गया है। फो‌र्ब्स की रिपोर्ट में कहा गया है, 'शटडाउन में राष्ट्रीय सुरक्षा को अपवाद के रूप में रखा गया है, लेकिन मंगलवार को एनएसए के कुछ कर्मचारी उस पत्र को पाकर चकित रह गए जिसमें कहा गया था कि उनकी नौकरी इस वर्ग में नहीं आती है।'
शटडाउन से पैदा हुई समस्याएं -इंटरनेट की सुविधा शुरू होने के बाद पहली बार सरकारी वेबसाइट पर एक पेज का नोटिस दिखने लगा जिस पर लिखा था शटडाउन की वजह से यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा ऑनलाइन भुगतान करने में लोगों को दिक्कतें पेश आई।
-ऐतिहासिक इमारतों और म्यूजियम देखने आए पर्यटकों को बंद कर दिया गया है। इस कारण पर्यटकों को मायूस होना पड़ा।
-शटडाउन से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को प्रतिदिन 30 करोड़ डॉलर (करीब 185 अरब रुपये) का नुकसान हो रहा है।

पाकिस्तान में मुंबई हमले की सुनवाई 24 तक टली
04 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक आतंकरोधी अदालत ने मुंबई हमले [26/11] की सुनवाई तीन सप्ताह के लिए स्थगित कर दी है। अभियोजन पक्ष की ओर से कहा गया कि उसे पाकिस्तानी न्यायिक आयोग द्वारा मुख्य गवाहों से जिरह संबंधी भारतीय कोर्ट के रिकॉर्ड नहीं मिले हैं। इसके बाद अदालत ने सुनवाई स्थगित कर दी।
अभियोजकों ने इस्लामाबाद में आतंकरोधी अदालत के जज अतीकुर रहमान से कहा कि पाकिस्तान सरकार द्वारा भारतीय कोर्ट का रिकॉर्ड प्राप्त करने के बाद ही न्यायिक आयोग के भारत दौरे को लेकर रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत की जाएगी। यह कहते हुए कि जब तब रिपोर्ट नहीं सौंपी जाती है तब तक गवाहों को समन नहीं जारी किया जा सकता, जज ने मामले की सुनवाई 24 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी। मुंबई दौरे पर गए न्यायिक आयोग के सदस्य व विशेष लोक अभियोजक चौधरी मुहम्मद अजहर ने कहा, भारतीय कोर्ट का रिकॉर्ड हमारी रिपोर्ट का हिस्सा होगा। हम इस रिकॉर्ड के पाकिस्तान पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।

फुकुशिमा के एक और टैंक से जहरीले पानी का रिसाव
04 October 2013
टोक्यो। जापान के फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के एक और टैंक से जहरीले पानी का रिसाव हो रहा है। यह रेडियोधर्मी जल संभवत: प्रशांत महासागर में पहुंच रहा है। पिछले दो महीने से भी कम समय में यह इस प्रकार की दूसरी घटना है।
संयंत्र की संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (टेपको) की ओर से कहा गया है कि करीब 430 लीटर रेडियोधर्मी जल का रिसाव हुआ है। बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चेतावनी के बीच जापान सरकार ने कहा था कि इस संयंत्र में जल प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए वह राशि उपलब्ध कराएगी। जापान के शीर्ष सरकारी प्रवक्ता योशिहिडे सुगा ने संवाददाताओं से कहा, 'नवीनतम रिसाव से पता चलता है कि जहरीले जल के प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए टेपको द्वारा किए जा रहे प्रयास पर्याप्त नहीं हैं। सरकार जहरीले पानी की समस्या से निपटने के लिए कदम उठाएगी। हालांकि मेरा मानना है कि स्थिति नियंत्रण में है।' टेपको क्षतिग्रस्त रिएक्टरों से निकले पानी को जमा रखने के लिए जल्दबाजी में बनाए गए टैंकों पर निर्भर है। मार्च, 2011 में आए भूकंप और सुनामी में फुकुशिमा संयंत्र को बहुत नुकसान पहुंचा था। नए रिसाव से लोगों की चिंता बढ़ना तय है। परमाणु संकट से निपटने के उपायों को लेकर जापान सरकार और टेपको को और अधिक आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ सकता है।

दुष्कर्म मामले में भारतीय का प्रत्यर्पण
03 October 2013
न्यूयॉर्क। एक किशोरी से साल दो हजार नौ में हुए दुष्कर्म मामले में आरोपी 32 वर्षीय अमित सिंह का भारत से प्रत्यर्पण कराकर अमेरिका लाया गया।
नसाउ काउंटी डिस्ट्रिक्ट की अटार्नी कैथरीन राइस ने बताया कि उसे जज एंजेलो डेलिगट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और 11 अक्टूबर को अदालत में उसकी अगली पेशी होगी।
उन्होंने बताया कि उसे 25 साल तक की सजा हो सकती है। आरोप है कि 11 मार्च, 2009 को सिंह स्कूल जा रही एक 14 वर्षीय किशोरी को बहला कर अपने घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके पांच दिन बाद वह स्वदेश फरार हो गया।


पाक में 18 हिंदुओं ने अपनाया इस्लाम
03 October 2013
लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खानपुर क्षेत्र में एक हिंदू परिवार के सभी अठारह सदस्यों ने मंगलवार को इस्लाम धर्म कबूल कर लिया है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक हिंदुओं का जबरन धर्मातरण कराए जाने की खबरें आती रही हैं। हिंदू नेता मुस्लिम युवकों के साथ विवाह के लिए महिलाओं के अपहरण और उनके धर्मातरण कराने के आरोप लगाते रहे हैं।
झोक फरीद में ख्वाजा गुलाम फरीद दरगाह के संरक्षक मियां घौस मुहम्मद द्वारा मंगलवार को आयोजित समारोह में परिवार के सात पुरुषों और 11 महिलाओं ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। समारोह में क्षेत्र की नामी गिरामी हस्तियां मौजूद थीं।
सरकारी एपीपी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में स्थानीय निवासियों के हवाले से कहा गया है कि इन लोगों ने कलमा पढ़ा और इस्लाम धर्म अपना लिया। परिवार के मुखिया समारम ने अपना नया नाम मुहम्मद शरीफ रख लिया है।

कामबंदी: ओबामा का एशियाई दौरा रद
03 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कामबंदी के चलते बुधवार को अपना एशियाई दौरा रद कर दिया। उन्होंने सांसद के चार शीर्ष नेताओं से मिलने की योजना बनाई है क्योंकि अमेरिकी सरकार की कामबंदी (शटडाउन) दूसरे दिन भी जारी रही और इसके समाप्त होने की कोई सूरत नहीं दिखती।
इस गतिरोध ने अमेरिका की सर्वाधिक जरूरी कर्तव्य पालन की क्षमता पर सवाल खड़ा कर दिया है।
ओबामा की योजना हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव (प्रतिनिधि सभा) के अध्यक्ष जॉन बोएनर, सदन की डेमोक्रेटिक पार्टी की नेतानैंसी पेलोसी, सीनेट क डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैरी रेड और सीनेट के रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह सरकार का कामकाज फिर शुरू करने को कहेंगे। ह्वाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि ओबामा ने मलेशिया और फिलीपींस में अपने समकक्षों को दौरा रद करने की जानकारी दे दी है।
इंडोनेशिया और ब्रुनेई में होने वाले शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के बारे में ओबामा विचार कर रहे हैं। कुआलालंपुर में मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक ने बताया कि ओबामा की जगह अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और वाणिज्य मंत्री पेनी प्रिजकर 11 अक्टूबर को वैश्रि्वक उद्यमियों के चौथे शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति को शनिवार को एक हफ्ते के दौरे पर रवाना होना था। मगर सरकारी कामकाज को चलाने के लिए बजट पारित न होने से उनकी यात्रा भी प्रभावित हुई है।
मंगलवार को आठ लाख कर्मचारियों को अवैतनिक छुट्टियों पर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। सत्तारूढ़ डेमोक्रेट और विपक्षी रिपब्लिकन के बीच ओबामाकेयर के नाम से प्रचलित हेल्थ केयर कार्यक्रम पर सहमति नहीं बनने से यह संकट पैदा हुआ है। करीब 17 साल बाद अमेरिका में इस तरह का संकट पैदा हुआ है, जब अमेरिकी संसद नया बजट पास कराने में नाकाम रही है। इस कामबंदी के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को एक हफ्ते में करीब एक अरब डॉलर (62.46 अरब रुपये) का नुकसान होगा।
अमेरिकी वित्त मंत्री जैक ल्यू ने कहा कि बजट गतिरोध के अलावा राष्ट्रपति को कांग्रेस में और गहरे संकट का सामना करना होगा। दरअसल, अमेरिकी सरकार की कर्ज सीमा आगामी 17 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी जब तक कर्ज सीमा के विस्तार को इजाजत नहीं मिलती खर्चों के लिए जरूरी 30 अरब डॉलर (करीब 1800 अरब रुपये) की जरूरत होगी। कर्ज लेने की सीमा 1600 अरब डॉलर है। अगर बजट पर सहमति नहीं बनती है तो अमेरिका और कर्ज नहीं ले सकेगा और डिफाल्टर हो जाएगा।
रिपब्लिकन सांसदों ने कर्ज सीमा बढ़ाने के लिए ओबामा केयर वापस लेने की मांग रखी है। इस कानून के तहत हर अमेरिकी के लिए स्वास्थ्य बीमा कराना जरूरी है अन्यथा जुर्माना भरना होगा। रिपब्लिकन इससे सहमत नहीं हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार 24 फीसद अमेरिकी इस शटडाउन के लिए रिपब्लिकन को जिम्मेदार मानते हैं।
कोई झुकने को तैयार नहीं
शटडाउन के बावजूद रिपब्लिकन और डेमोक्रेट के बीच मतभेद दूर करने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। काम बंदी के बावजूद ओबामा अपनी स्वास्थ्य नीति पर कोई समझौता करने के मूड में नहीं है। कामबंदी के दूसरे दिन ओबामा ने कहा कि कि कामबंदी जितनी लंबी चलेगी उसका उतना दुष्प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कांग्रेस से बजट को पास करने और कामबंदी को खत्म करने की अपील की। मगर रिपब्लिकन के रुख में नरमी के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं।
जासूसों को हटाने पर मजबूर
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के 70 फीसद कर्मचारी अवकाश पर हैं। नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर ने सीनेट की एक समिति से कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को हरहाल कर्मचारियों को रखने के मामले में कानूनी मानदंड का पालन करना है केवल उन्हीं कर्मचारियों को रखना है जो आसन्न खतरे से निपट रहे हैं।

शट डॉउन: अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने खेला आखिरी दांव
03 October 2013
वाशिंगटन। बजट पर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच टकराव से वित्तीय संकट में फंसे अमेरिका को बचाने के लिए वित्त मंत्रालय ने आखिरी दांव खेल दिया है। अमेरिकी वित्त मंत्री जैक ल्यू ने बताया कि वह सरकार की उधार लेने की कानूनी ताकत की आखिरी तारीख को आगे बढ़ाने में जुटे हैं। इससे सरकार को 17 अक्टूबर के बाद भी कुछ और दिन तक खर्चे चलाने की मोहलत मिल जाएगी।
सांसदों को भेजे पत्र में वित्त मंत्री ने कहा कि मंत्रालय सरकार के करेंसी एक्सचेंज फंड के पुनर्निवेश को फिलहाल रोक रहा है। इसके अलावा फेडरल फाइनेंसिंग बैंक, सिविल सर्विस रिटायरमेंट और डिसेबिलिटी फंड के साथ कर्ज की अदला-बदली का समझौता किया जाएगा। ल्यू ने साफ कर दिया कि इन कदमों से सरकार अपनी उधारी 16.7 खरब डॉलर का थोड़ा ज्यादा समय तक इस्तेमाल कर सकेगी। लेकिन, 17 अक्टूबर के बाद यह सीमा समाप्त हो जाएगी। यदि इस तारीख तक देश के दोनों राजनीतिक दलों में कोई समझौता नहीं हो पाया तो देश की अर्थव्यवस्था दम तोड़ देगी।
पत्र में ल्यू ने सांसदों से आग्रह किया है कि वे देशहित को ऊपर रखते हुए अपनी जिम्मेदारी समझें और किसी समझौते पर पहुंचे ताकि सरकार की उधार लेने की क्षमता बढ़ाई जा सके। इसके न बढ़ने से वित्त मंत्रालय के पास केवल नकदी और मिल रहा राजस्व रह जाएगा। गैर सरकारी नीति केंद्र ने अनुमान लगाया है कि 18 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच सरकार कई देनदारियां पूरी नहीं कर पाएगी।
ल्यू ने कहा कि पहली अक्टूबर से शुरू हुए वित्त वर्ष के खर्चे के लिए लाया गया जो विधेयक पास नहीं हो सका, उससे सरकारी कार्यालयों में कामबंदी शुरू हुई है। मगर इसका तुरंत सरकार की उधारी क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला।
गतिरोध खत्म होने में देरी
राजनीतिक गतिरोध से शुरू हुई कामबंदी का दूसरा दिन भी गुजर गया है। बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजारों पर इसका दुष्प्रभाव साफ दिखा। सारे इंडेक्स गिरावट पर रहे। ओबामा सरकार ने 15 नवंबर तक सरकारी एजेंसियों के खर्चे जारी रखने के लिए नया विधेयक पेश किया है। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक कामबंदी का असर अर्थव्यवस्था और बाजार पर दूरगामी होगा।

बर्लुस्कोनी ने मारी पलटी, बची इटली सरकार
03 October 2013
रोम। इटली में एक नाटकीय घटनाक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी ने वर्तमान सत्ताधारी पार्टी को समर्थन देने का एलान किया है। चंद रोज पहले ही समर्थन वापसी की बर्लुस्कोनी की घोषणा ने एनरिको लेट्टा की सरकार को अल्पमत में ला दिया था।
इटली में फिलहाल लेट्टा प्रधानमंत्री हैं। उनकी सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री बर्लुस्कोनी की पार्टी (पीपल ऑफ फ्रीडम पार्टी) का समर्थन प्राप्त है। चंद रोज पहले तक दोनों साथ थे, लेकिन फिर बर्लुस्कोनी ने सरकार से अपने मंत्री वापस बुलाने का एलान कर दिया। इससे सरकार संकट में आ गई लेकिन बर्लुस्कोनी के फैसले से उनकी ही पार्टी में भी फूट पड़ गई। विरोध करने वाले सदस्य विश्वास मत के दौरान प्रधानमंत्री एनरिको लेट्टो के समर्थन में वोट करने की बात कहने लगे। इसके बाद बर्लुस्कोनी को अपने कदम पीछे खींचने पड़े।
बर्लुस्कोनी ने बुधवार को कहा, हमने कुछ अंतर्विरोधों के बाद तय किया है कि सरकार से समर्थन वापस नहीं लिया जाएगा और बुधवार को विश्वास मत के दौरान हमारे सदस्य सरकार के पक्ष में वोट डालेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने बुधवार को लेट्टा के टैक्स कम करने और संस्थागत सुधारों को लागू करने के वादे के बाद अपना मन बदला।
इस घोषणा के दौरान लेट्टा भी बर्लुस्कोनी के साथ मौजूद थे। लेट्टा ने कहा कि इटली के लिए यह चुनौती का समय है। हमें सही दिशा में फैसले लेने की जरूरत है।
गौरतलब है कि दोनों पार्टियों में तल्खी अगस्त के बाद से बढ़ी, जब देश की शीर्ष अदालत ने टैक्स धोखाधड़ी के एक मामले में बर्लुस्कोनी को दोषी ठहराया। इस आदेश के बाद बर्लुस्कोनी की सीनेट सदस्यता इस माह के बाद खत्म हो जानी थी। साथ ही अदालत ने उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी।

फजलुल्ला ने ली जनरल की हत्या की जिम्मेदारी
03 October 2013
इस्लामाबाद। तालिबान कमांडर मुल्ला फजलुल्ला ने पाकिस्तानी मेजर जनरल सनाउल्ला खान नियाजी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। आतंकियों द्वारा जारी वीडियो में यह जानकारी दी गई है। नियाजी की मौत पाकिस्तान के अशांत उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में सड़क किनारे हुए एक विस्फोट में हुई थी।
2009 में आतंकियों को खदेड़ने के लिए सेना द्वारा अभियान प्रारंभ करने से पहले फजलुल्ला ने स्वात घाटी में तालिबान का नेतृत्व किया था। वीडियो में नियाजी पर गत 15 सितंबर को हुए हमले का फुटेज है। इसमें फजलुल्ला को भी दिखाया गया है। हमले में एक अन्य अधिकारी और सैनिक की मृत्यु हो गई थी। नियाजी ने स्वात घाटी में तालिबान के खिलाफ अभियान में सेना का नेतृत्व किया था। अवैध एफएम रेडियो पर आग उगलने वाले प्रसारण के लिए फजलुल्ला को मुल्ला रेडियो के नाम से भी जाना जाता है।

मनमोहन को समन तामील कराएगा अमेरिकी सिख संगठन
03 October 2013
न्यूयॉर्क। मानवाधिकार संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने कहा है कि वह पिछली सदी के अंतिम दशक में पंजाब में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर अमेरिकी कोर्ट द्वारा जारी समन को दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंपेगा।
एसएफजे ने पिछले सप्ताह सिंह की वाशिंगटन यात्रा के दौरान उन्हें समन सौंपने की योजना बनाई थी, लेकिन कड़ी सुरक्षा के कारण वह इसमें सफल नहीं हो सका। एसएफजे के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नुन ने कहा, 'एसएफजे अब हेग समझौते के तहत सिंह को भारत में समन भेजेगा। कड़ी सुरक्षा के कारण संगठन ह्वाइट हाउस में ओबामा-सिंह मुलाकात के दौरान अमेरिकी संघीय अदालत द्वारा जारी समन को भारतीय प्रधानमंत्री को नहीं सौंप सका।'

अमेरिका ने भारत को हस्तांतरित रक्षा तकनीकों की सूची जारी की
03 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने भारत को हस्तांतरित की जाने वाली दस रक्षा तकनीकों की सूची जारी की है। इसे भारत को उन सबसे करीबी सहयोगी देशों में शामिल किए जाने की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है जिनसे अमेरिका निर्यात पर नियंत्रण के बगैर संवेदनशील विवरण साझा करता है
भारतीय सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अमेरिका से भारत को संवेदनशील प्रौद्योगिकी हस्तांतरण करने के लिए पेंटागन ने दस की सूची जारी की है। भारत इस प्रस्ताव की समीक्षा के बाद जल्द ही इस पर अपने जवाब से अमेरिका को अवगत कराएगा। इस बीच, अमेरिका ने अपनी रक्षा कंपनियों से अन्य उन तकनीकों के बारे में राय मांगी है जिन्हें भारत के साथ साझा किया जा सकता है। अमेरिकी सूत्रों ने बताया कि इस प्रकार से हस्तांतरित की जाने वाली प्रौद्योगिकी की सूची 90 तक पहुंच सकती है।
भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों को सुदृढ़ करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले उप रक्षामंत्री एस्टन कार्टर ने बताया कि अमेरिका ने एक श्वेत पत्र जारी किया है जिसमें यह बताया गया है कि भारत किस तरह अमेरिकी निर्यात नियंत्रण तंत्र के अंतर्गत आता है। उन्होंने कहा कि हम बार-बार इस बात को कहते आए हैं कि हम संवेदनशील प्रौद्योगिकी भारत को दे सकते हैं। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को लेकर हमने अपनी सोच बदली है।।

मनमोहन को देहाती औरत कहने से मुकर गए शरीफ
03 October 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मनमोहन सिंह के खिलाफ किसी भी प्रकार की तल्ख भाषा के इस्तेमाल से इन्कार किया है। अपनी कथित टिप्पणी से पैदा हुए विवाद को खत्म करने की कोशिश करते हुए शरीफ ने कहा कि उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री को कभी भी देहाती औरत नहीं कहा। उन्होंने आतंकवाद को प्रायोजित करने के भारत के आरोप को भी सिरे से नकार दिया और कहा, उनका मुल्क खुद इससे पीड़ित है।
पाकिस्तानी समाचार पत्रों में मंगलवार को छपी रिपोर्टो के अनुसार, नवाज शरीफ ने लंदन में पत्रकारों से कहा, उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री को कभी भी देहाती औरत नहीं कहा। मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात के नतीजे से वह पूरी तरह संतुष्ट हैं। आतंकवाद को पोषित करने के भारत के आरोपों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, पाक में दहशतगर्दी फैलाने में बाहरी ताकतें शामिल हैं। उनका मुल्क वास्तव में खुद ही विदेशी मदद से पूर्ण सुनियोजित तरीके से बह रही आतंकवाद की हवा से पीड़ित है। हम चाहते हैं कि भारत के साथ मिलकर ऐसे लोगों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर शरीफ ने कहा, भारतीय प्रधानमंत्री के साथ कश्मीर, नदियों के जल बंटवारे, सियाचिन, सरक्रीक समेत सभी अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। नवाज ने कहा कि हमने बलूचिस्तान प्रांत में फैली अव्यवस्था में संदिग्ध भारतीय मदद के बारे में भी बात की।

रूस की कीमत पर अमेरिका के साथ रक्षा संबंध नहीं: भारत
03 October 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिका के साथ रक्षा क्षेत्र में संयुक्त विकास और उत्पादन पर सहमति के बाद भारत ने कहा कि अमेरिका के साथ इस नए दौर की शुरुआत से द्विपक्षीय सामरिक साझेदारी और मजबूत होगी लेकिन यह परंपरागत मित्र देश रूस की कीमत पर नहीं होगा।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच गहरे संबंध होने के बावजूद दोनों देशों में रक्षा सहयोग निम्नतम स्तर पर है जिसे बढ़ाया जाएगा। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि मेरे विचार से यह समझौता दोनों देशों के लिए सामरिक साझेदारी के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगा। अमेरिका और भारत के बीच हुई सहमति के तहत दोनों देश रक्षा उपकरणों का संयुक्त विकास और उत्पादन करेंगे। अमेरिका प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण भी करेगा। गौरतलब है कि गत 27 सितंबर को वाशिंगटन में मनमोहन सिंह और बराक ओबामा के बीच मुलाकात हुई थी। मुलाकात के दौरान मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल में सलमान खुर्शीद भी शामिल थे।
मून ने किया भारत-पाक वार्ता का स्वागतसंयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के बीच यहां अधिवेशन के इतर हुई वार्ता का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने दक्षिण एशिया में भारत की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। सोमवार को मून और भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के बीच हुई मुलाकात में क्षेत्रीय मसलों पर बातचीत हुई। इस बीच वाशिंगटन में ओबामा प्रशासन ने भी मनमोहन सिंह और नवाज शरीफ की मुलाकात को सकारात्मक कदम बताया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध सुधरेंगे।

बांग्लादेश में बीएनपी नेता पर फैसला आज
01 October 2013
ढाका। बांग्लादेश में युद्ध अपराध के आरोपी बीएनपी नेता सलाहुद्दीन कादिर चौधरी पर विशेष बांग्लादेशी ट्रिब्यूनल मंगलवार को फैसला सुनाएगा। इस फैसले के मद्देनजर देश भर में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
यह फैसला अंतरराष्ट्रीय क्राइम ट्रिब्यूनल द्वारा चौधरी पर 23 विशेष धाराओं में अभियोग चलाने के 16 महीने बाद दिया जा रहा है।





धमकियों के बाद सरबजीत के वकील ने ली स्वीडन में शरण
01 October 2013
लाहौर। भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का मुकदमा लड़ने वाले पाकिस्तानी वकील ओवैस शेख ने परिवार के साथ स्वीडन में शरण ले ली है। इस साल मई में सरबजीत की हत्या के बाद से ही शेख को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। मई में ही शेख और उनके बेटे का अपहरण कर किया गया था, जिसके बाद से वह पाकिस्तान छोड़ने का प्रयास कर रहे थे।
शेख के साथी वकील मुहम्मद अली के मुताबिक, 'उन्होंने (शेख) अपने परिवार के साथ स्वीडन में शरण ले ली है। उन्हें जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही थीं। अपहरण के बाद से ही वह विदेश में शरण लेने का प्रयास कर रहे थे।' अली ने बताया कि शेख और उनके परिवार को स्वीडन ने अपने यहां स्थायी तौर पर शरण दे दी है। साथ ही, उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है। सरबजीत का केस न लड़ने के लिए शेख पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था। 16 मई को लाहौर के पास शेख और उनके बड़े बेटे का कुछ लोगों ने अपरहरण कर लिया था और बाद में दोनों को छोड़ दिया गया।
गौरलतब है कि मई में लाहौर की कोट लखपत जेल में साथी कैदियों के हमले में सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी।

सीमा पर शांति से ही मजबूत होगी दोस्ती
01 October 2013
बीजिंग। भारत-चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध तभी मजबूत हो सकते हैं जब सीमा पर शांति व सौहार्द कायम रहे। सीमा सुरक्षा का तंत्र विकसित करने के मुद्दे पर हुई दो दिवसीय वार्ता में दोनों देशों के आला अफसरों ने यह बात खुले मन से स्वीकारी। सार्थक व सकारात्मक बातचीत का नतीजा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चीन यात्रा के दौरान सीमा सुरक्षा का तंत्र विकसित करने के समझौते के रूप में सामने आ सकता है।
भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत-चीन सीमा पर मशविरे और समन्वय के साथ सुरक्षा तंत्र विकसित करने के मुद्दे पर हुई चौथे दौर की वार्ता सकारात्मक व खुले माहौल के बीच हुई। विदेश मंत्रालय के शीर्ष अफसरों के बीच हुई दो दिवसीय बैठक में सैनिकों को सीमा पर पेश आने वाली दिक्कत पर चर्चा हुई। प्रस्तावित सीमा सुरक्षा सहयोग समझौते [बीडीसीए] पर विस्तार से मंत्रणा की। इस समझौते का उद्देश्य गश्त के दौरान सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच पैदा होने वाले तनाव को रोकना है। सीमा पर हालिया घटनाओं की समीक्षा के साथ ही दोनों देशों के अधिकारी इस बात पर एक राय रहे कि भारत-चीन के रिश्तों की बेहतरी के लिए सीमा पर शांति और सौहार्द कायम रहना जरूरी है। सीमा पर स्थिरता बरकरार रखने के उपायों पर चर्चा के साथ ही आपसी समझ और विश्वास बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।
वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने कहा है कि प्रस्तावित सीमा सुरक्षा तंत्र विभिन्न विभागों में सहयोग व आपसी समझ को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है जिससे संवेदनशील मुद्दों को समय रहे सही तरीके से हल करके सीमा पर स्थिरता बरकरार रखी जा सकती है। हांग ली ने तो यहां तक कहा कि इस तंत्र के जरिये विवादित सीमा विवाद को भी हल किया जा सकता है।

बगदाद में सिलसिलेवार कार बम धमाकों में 54 मरे
01 October 2013
बगदाद। इराक की राजधानी में शिया बहुल इलाकों को निशाना बनाकर सोमवार सुबह किए गए सिलसिलेवार 14 कार बम धमाकों में 54 लोग मारे गए जबकि दर्जनों घायल हो गए। गृहमंत्री ने अलकायदा से जुड़े आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ये आतंकी देश की आंतरिक राजनीतिक कलह और सुरक्षा बलों की कमी का फायदा उठाकर हमले कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सबसे भीषण कार बम धमाका पूर्वी सद्र सिटी जिले में एक सब्जी मार्केट के समीप हुआ। यह विस्फोट उस समय किया गया जब मजदूरों का जमावड़ा लगा हुआ था। इसमें सात लोगों की मौत हो गई जबकि 16 घायल हो गए। अन्य धमाके शिया बहुल न्यू बगदाद, हबिबिया, साबा अल बौर, कजिमिया, शाब, उर, शुला के अलावा सुन्नी आबादी वाले जामिया और गाजालिया में हुए। हालांकि इन धमाकों की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुन्नी कट्टरपंथियों पर संदेह जताया जा रहा है।

अमेरिका में शटडाउन, 7 लाख कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर भेजे गए
01 October 2013
वाशिंगटन। अमेरिका को जिसका डर था आखिर वही हुआ। अमेरिकी सरकार ने आज शटडाउन का ऐलान कर दिया। अब अमेरिका की अर्थव्यवस्था एक बार फिर संकट के भंवर में फंसती दिखाई दे रही है। इस शटडाउन की घोषणा 1995-96 यानी 17 साल बाद की गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण अमेरिकी संसद से तय समयसीमा 30 सितंबर की रात तक बजट बिल पास नहीं हो पाया। इसकी वजह से अमेरिका में 17 साल बाद एक बार फिर शटडाउन यानी गैर-जरूरी सरकारी कामकाज बंद कर दिए गए हैं। कई सरकारी दफ्तर, म्यूजियम और नैशनल पार्क बंद कर दिए गए हैं और करीब 7 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को जबरन बिना वेतन की छुट्टी पर भेजा जा रहा है।
शटडाउन की घोषणा के तुरंत बाद ओबाना ने वीडियो मैसेज के जरिये कहा, 'कांग्रेस अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह पूरी तरह से नहीं कर पाई। वह बजट को पास करने में विफल रही है, इसके परिणामस्वरूप जब तक कांग्रेस दोबारा फंड नहीं देती तब तक हमारी सरकार कामकाज बंद रखेगी।'
कामबंदी की आशंका को देखते हुए ओबामा ने पहले ही संभावित उपायों पर काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने ऐसे विधेयकों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे इस आंशिक कामबंदी के दौरान भी सेना को बजट आवंटित किया जा सकेगा। ओबामा ने कहा कि शटडाउन को पूरी तरह से दूर करना संभव था, लेकिन विपक्ष का सहयोग नहीं मिलने के कारण यह संभव नहीं हो पाया है। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि यह पार्टी देश में फिर से चुनाव चाहती है।
ओबामा ने कहा, 'कांग्रेस ने इसे पास कर दिया है और मैंने विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिया है। मैंने विधेयक को पारित कर दिया है और यह भी सुनिश्चित किया है कि आपका वेतन समय पर आ सके। हम इस शटडाउन के कारण आप पर और आपके परिवार पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के उपायों पर लगातार काम करते रहेंगे।'
सारा गतिरोध बराक ओबामा के स्वास्थ्य कानून को लेकर है, जिसे ओबामाकेयर भी कहा जा रहा है। प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन का बहुमत है और उसने अपना अंतरिम बजट पास किया, जिसमें सरकारी खर्च के अनुमोदन के लिए ओबामा के स्वास्थ्य सुधारों के प्रमुख हिस्सों को एक साल के लिए टालने की शर्त रखी गई है। प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन सदस्यों और सीनेट में उनके सहयोगियों ने मांग की है कि इस कानून को वापस लिया जाए या इस पर होने वाले खर्च के लिए पैसे न दिए जाएं, तभी वे सरकारी खर्च के लिए बिल पारित करेंगे। इस स्वास्थ्य सुविधा से जुड़े कानून का अधिकांश हिस्सा साल 2010 में ही पारित किया जा चुका है और इसे अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने भी जायज ठहराया है। यह कानून मंगलवार से अस्तित्व में आ जाएगा।
यह ओबामा के कार्यकाल का अहम सुधार माना जा रहा है और वह किसी भी हाल में इसे वापस लेने के लिए तैयार नही हैं। इसके जरिए सरकारी साइट पर हेल्थ बीमा कराया जा सकता है। दूसरी तरफ, रिपब्लिकन पार्टी का कहना है कि यह सुधार नागरिकों के लिए महंगा और आर्थिक विकास के लिए बुरा है।
17 सालों में अमेरिका में कामबंदी का यह पहला मौका है। इसके पहले साल 1995 के दिसंबर में ऐसे हालात 28 दिनों के लिए बने थे। उस वक्त भी डेमॉक्रैट बिल क्लिंटन राष्ट्रपित थे। लाखों सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला और उन्हें छुट्टी पर घर भेज दिया गया। स्वास्थ्य बीमा और सामाजिक कल्याण की अर्जियों पर कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद साल 2011 में भी ऐसे हालात बनते-बनते बचे थे।
गतिरोध की वजह से अमेरिका के ऊपर शटडाउन से भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी सरकार की कर्ज सीमा 17 अक्टूबर को खत्म हो जाएगी। इस समय अमेरिका के कर्ज की सीमा 16,700 अरब डॉलर है। यदि अमेरिकी संसद इसे समय रहते नहीं बढ़ाती है, तो अमेरिका अपने कर्ज चुकाने में नाकाम हो जाएगा और व्यावहारिक रूप से दिवालिया हो जाएगा। इसका असर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

पाकिस्तान को एक मौका देना चाहता है भारत
01 October 2013
न्यूयॉर्क। पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन रोकने और आतंकी गतिविधियों को रोकने के आश्वासन को अमली जामा पहनाने के लिए भारत उसे एक मौका देना चाहता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात के बाद भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने यह बात कही है।
उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान पर लगातार विश्वास करने के साथ ही उसके द्वारा अपनी सरजमीं से आतंकवाद के सफाए के लिए जमीनी स्तर पर उठाए गए कदमों की पुष्टि करना चाहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बातचीत बेकार नहीं जाएगी।
खुर्शीद ने कहा भारत विरोधी 'आतंकवाद के विषाणु' पाकिस्तान में हैं जिनका हर हाल में खात्मा किया जाना चाहिए। रविवार को शरीफ के साथ एक घंटे की मुलाकात के दौरान सिंह ने स्पष्ट कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन समाप्त करना द्विपक्षीय बातचीत फिर से बहाल करने की पूर्व शर्त है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य खुर्शीद ने कहा कि सिंह ने शरीफ के साथ खुलकर और मित्रवत बातचीत की। उन्होंने शरीफ के समक्ष उन सभी मुद्दों को उठाया जिसे लेकर भारत चिंता जाहिर कर चुका है। इसमें मुंबई हमला, जमात-उद-दावा व उसका प्रमुख हाफिज सईद और नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी जैसे मुद्दे शामिल हैं।
ओबामा से शिकायत नहीं की : खुर्शीद ने बताया कि सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के दौरान पाकिस्तान की शिकायत नहीं की थी। बल्कि अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए उन्हें सीमा पार से चलाए जा रहे आंतकवाद के बारे में बताया था।
देहाती औरत को पसंद नहीं करते हैं मोदी : खुर्शीद
भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कथित देहाती औरत संबंधी टिप्पणी को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री पर हमला किए जाने से पता चलता है कि वह गांव की औरतों को पसंद नहीं करते हैं। खुर्शीद ने मोदी को ऐसे तोते की उपमा दी जो तथ्यों की जांच किए बिना ही अपनी बात कहता है। विदेश मंत्री का कहना है कि मोदी जमीनी हकीकत से अनजान हैं और देहाती औरत होने में कोई बुराई नहीं है। खुर्शीद ने कहा, 'मोदी देहाती औरत को नहीं पसंद करते हैं। हम यह क्यों सोचें कि देहाती औरत एक निंदात्मक शब्द है।' वह मोदी की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि नवाज शरीफ ने मनमोहन सिंह की देहाती औरत से तुलना कर भारतीय प्रधानमंत्री का अपमान किया है।ा।

अगले राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी ज्यादा मेहनत करेंगी
01 October 2013
न्यूयॉर्क। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने कहा है कि वर्ष 2008 की तुलना में इस बार उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन का राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का प्रयास बेहतर होगा।
रविवार को प्रसारित साक्षात्कार में बिल क्लिंटन ने कहा, 'यदि हिलेरी 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनने का प्रयास करती हैं तो वह 2008 की तुलना में अधिक प्रतिस्पर्धी साबित होंगी। 2008 में डेमोक्रेटिक पार्टी के नामांकन में वह बराक ओबामा से हार गई थीं।' एबीसी न्यूज ने पूर्व राष्ट्रपति के हवाले से कहा है कि हम अपनी पिछली गलतियों से सीखते हैं। 2008 में हिलेरी के बारे में कहा गया था कि ओबामा के अभियान ने उनके प्रयास को मात दे दी। बिल का कहना है कि इससे सबक सीखा गया है। 65 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी का कहना है कि वह 2016 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के विचार से जूझ रही हैं, लेकिन अपने निर्णय को लेकर व्यावहारिक दृष्टिकोण रखती हैं।

मनमोहन-नवाज मुलाकात एक चमत्कार
01 October 2013
इस्लामाबाद। संयुक्त राष्ट्र अधिवेशन के इतर भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच हुई मुलाकात को पाकिस्तानी मीडिया किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहा है। इस बैठक को सार्थक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
द डॉन अखबार ने सोमवार को अपने संपादकीय में लिखा है कि वार्ता से बहुत उम्मीद नहीं करनी चाहिए। संबंधों को सामान्य करने की दिशा में उठाया गया यह एक छोटा कदम है। जबकि डेली टाइम्स ने कहा कि दोनों राष्ट्रों द्वारा बातचीत और शांति वार्ता की प्रक्रिया जारी रखने की इच्छाशक्ति उत्साहजनक है। न्यूज इंटरनेशनल ने लिखा है कि बैठक को विनाशकारी के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता है। वह भी तब जब दोनों पक्षों ने बैठक को उपयोगी और रचनात्मक करार दिया है। यह बैठक एक चमत्कार है।

मॉस्को हवाई अड्डे पर धूल फांक रहा सद्दाम का अरबों का खजाना!
01 October 2013
लंदन। मॉस्को एयरपोर्ट पर पिछले छह वर्षो से पड़े 20 अरब यूरो (करीब 1693 अरब रुपये) का अब तक कोई वैध दावेदार सामने नहीं आया है। खुफिया विभाग का मानना है कि यह धनराशि इराक के पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन का गुप्त खजाना हो सकती है। इस खजाने को कड़ी सुरक्षा के बीच एयरपोर्ट के कार्गो डिपो में रखा गया है। दरअसल, 20 अरब यूरो की नकदी लकड़ी के 200 बक्सों में भरी है। हर बक्से में दस करोड़ यूरो भरे हुए हैं। सभी नोट 100 यूरो के हैं। रूस का कस्टम विभाग इसके असल मालिक की तलाश में है। वैसे तो अब तक कई लोग इस पर अपना दावा जता चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हो पाए हैं। इस नकदी को फ्रैंकफर्ट से मॉस्को के हवाई अड्डे पर सात अगस्त, 2007 को भेजा गया था। प्राप्तकर्ता की सही जानकारी नहीं होने के कारण यह एयरपोर्ट पर ही है। रूसी अधिकारियों ने कहा,' प्रशासन अब तक इस खजाने के मालिक की पहचान नहीं कर पाया है। सद्दाम के गुप्त खजाने को उनकी फांसी के आठ महीने बाद जर्मनी से रूस क्यों भेजा जाएगा, यह बड़ा रहस्य है। लेकिन हम दूसरी संभावनाओं पर भी गौर कर रहे हैं।' कहा जा रहा है कि इराकी तानाशाह ने सत्ता से बेदखल किए जाने से पहले 8.9 अरब यूरो (करीब 760 अरब रुपये) कूटनीतिक रास्ते से मॉस्को भिजवाए थे। कुछ लोग इसे लीबिया के पूर्व तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी का खजाना मान रहे हैं, वहीं कुछ इस धनराशि को रूसी माफियाओं और भ्रष्ट रूसी नेताओं से जोड़ कर देख रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि दस्तावेज के मुताबिक नकदी को भेजने वाला 45 वर्षीय फर्जिन कोरुरियन मोतलाग था। पासपोर्ट के मुताबिक वह ईरानी नागरिक है, लेकिन कस्टम अधिकारी उसे इसका असली मालिक नहीं मानते। मोतलाग पर 2010 में सेंट्रल बैंक ऑफ अबूधाबी से 14 अरब डॉलर नकदी चुराने के प्रयास का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगा था। वैसे उसने भी इस नकदी पर अपनी दावेदारी पेश नहीं की है। रूसी सरकार ने फिलहाल इस नकदी को जब्त नहीं किया है।

बगदाद में कार बम धमाके में नौ की मौत, 50 से अधिक घायल
01 October 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद के शित्ते बहुल इलाके को निशाना बनाकर कार बम से किए गए हमले में नौ लोगों की मौत होने और 50 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बम को इराक की राजधानी और शित्ते बहुल इलाके को निशाना बनाया गया था। जिहादी ने उत्तर बगदाद के सदर सिटी में कार बम से हमला किया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और दस लोगों को गंभीर चोट आई है।
घटना के एक दिन बाद ही दक्षिण बगदाद में आत्मघाती हमले में छत गिरने से 27 लोगों की मौत हुई थी। शुक्रवार को बगदाद में सुन्नी समुदाय के लोग नमाज अदा कर जब बाहर निकल रहें थो तो धमाका हुआ और 6 लोगों की मौत हो गई।
2006-2007 में सुन्नी शित्ते के बीच का संघर्ष चरम पर था उस समय आतंकियों ने इराक के केंद्रीय सचिवालय को निशान बना कर हमला किया था और इस हमले में हजारों लोगों की जान भी गई थी।

अकेले ही सीरिया पर हमले की तैयारी में अमेरिका
31 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका असद को रासायनिक हथियारों का प्रयोग कर नरसंहार की सजा देने का पक्का मन बना चुका है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अमेरिका अकेले ही सीरिया पर हमले की तैयारी कर रहा है। दरअसल, राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार द्वारा रासायनिक हथियारों के प्रयोग को लेकर सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के मुद्दे पर अमेरिका के साथ खड़े नजर आ रहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को झटका देते हुए ब्रिटिश सांसदों ने अमेरिकी नेतृत्व में सीरिया पर सैन्य कार्रवाई में मदद के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। वर्ष 1782 के बाद पहली बार ब्रिटिश प्रधानमंत्री को युद्ध पर हुए मतदान में शिकस्त मिली है। हालांकि, फ्रांस सीरिया को सजा देने के पक्ष में है।
केरी ने कांग्रेस से कहा, 'अमेरिका दूसरे देशों की विदेश नीति के लिए इंतजार नहीं करेगा।' एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'राष्ट्रपति बराक ओबामा का फैसला देशहित में होगा। उन्होंने हमेशा ज्यादा से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय समर्थन चाहा है। अब फ्रांस, तुर्की और अन्य देशों की भूमिका पर नए सिरे से गौर किया जाएगा।' अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया कि सीरिया और इराक में तुलना नहीं की जा सकती। गलत खुफिया सूचना के आधार पर हुए खाड़ी युद्ध के बारे में पूछे जाने पर ह्वाइट हाउस के उप-प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा, 'दोनों में अंतर है। सीरिया में मिले सुबूत दर्शाते हैं कि वहां निर्दोष नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का प्रयोग हुआ है।' इससे पहले गुरुवार को लंदन में हाउस ऑफ कॉमंस में करीब सात घंटे तक चली जोरदार बहस के बाद प्रस्ताव के विरोध में 285, जबकि पक्ष में 272 वोट पड़े। वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि वह अभी भी सीरिया को रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की कड़ी सजा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कैमरन ने सांसदों से कहा, 'स्पष्ट है कि संसद और ब्रिटिश ब्रिटेन की तरफ से सैन्य कार्रवाई नहीं चाहते। सरकार इसी के अनुरूप काम करेगी।' इसके बाद कैमरन के प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन किसी सैन्य कार्रवाई में शामिल नहीं होगा। लेबर पार्टी के नेता एड मिलिबैंड ने कहा कि अमेरिका-ब्रिटेन संबंधों का अर्थ यह नहीं है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो कहें वही आप करें। ब्रिटिश संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ ला‌र्ड्स में लेबर पार्टी के सांसद लार्ड स्वराज पॉल ने सीरिया में किसी प्रकार की सैन्य कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने कहा, 'इस कार्रवाई में हिस्सा लेने का फैसला दर्शाता है कि अफगानिस्तान और इराक पर हमले में अमेरिका का साथ देने पर हुई फजीहत को हम भूल गए हैं। इराक में सामूहिक विनाश के हथियार नहीं मिलने पर दुनिया भर में दोनों मुल्कों की निंदा हुई थी।' उन्होंने कहा कि अपने विवेक के आधार पर दूसरों के विवादों में सैन्य हस्तक्षेप रखने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि इसके खतरनाक परिणाम हो सकते हैं। सीरिया के विपक्षी दलों व पश्चिमी देशों का आरोप है कि 21 अगस्त को दमिश्क के निकट घाउटा में हुए रासायनिक हमले में सैकड़ों लोग मारे गए थे। हालांकि, असद सरकार ने इनसे इन्कार किया है।
सीरिया में मारे गए 1429 नागरिक
सीरिया में 21 अगस्त को किए गए रासायनिक हथियारों के हमले में 1429 नागरिक मारे गए थे। अमेरिका खुफिया विभाग की विशेष रिपोर्ट के मुताबिक मारे गए लोगों में 426 बच्चे हैं। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति ओबामा इस रिपोर्ट को सीरिया के खिलाफ कार्रवाई में इस्तेमाल करेंगे। चार पन्नों की रिपोर्ट के मुताबिक खुफिया विभाग ने ये आंकड़े हमले से जुड़े रहे एक वरिष्ठ अधिकारी और वहां के नागरिकों की इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से की गई बातचीत को पकड़ कर जुटाए हैं।
50 फीसद अमेरिकी सैन्य कार्रवाई के पक्ष में नहीं
नए सर्वेक्षण के अनुसार, 50 फीसद अमेरिकी सीरिया पर सैन्य कार्रवाई के पक्ष में नहीं हैं, जबकि करीब 80 प्रतिशत को विश्वास है कि राष्ट्रपति ओबामा कांग्रेस की सहमति से ही कदम उठाएंगे।

पाकिस्तान में मोबाइल चैटिंग पैकेजों पर पाबंदी
31 August 2013
लाहौर। पाकिस्तान ने नैतिकता का हवाला देते हुए मोबाइल कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं को दिए जा रहे चैटिंग पैकेजों पर पाबंदी लगा दी है। देश की टेलीकॉम नियामक संस्था ने युवाओं को समाज की नैतिक मूल्य विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने से बचाने के लिए सभी कंपनियों को 'कॉल और टेक्सट चैट पैकेजों' तत्काल बंद करने का आदेश दिया है।
कंट्टरपंथी संगठनों और कुछ सांसदों ने मोबाइल फोन पैकेजों के बारे में केंद्र सरकार से शिकायत की थी कि सभी उपभोक्ता देर रात सस्ती कॉल दरों पर बात करते हैं। पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) ने सेल्युलर कंपनियों से कहा है कि तत्काल प्रभाव से पैकेज बंद कर दिए जाएं, क्योंकि वे हमारे समाज के नैतिक मूल्यों के खिलाफ हैं। पीटीए के एक अधिकारी ने कहा कि हमने टेलीकॉम कंपनियों को नवंबर, 2012 में ही पत्र लिखकर अपने निर्देशों का पालन करने को कहा था, लेकिन वे अब तक इसे नजरअंदाज कर उपभोक्ताओं को पैकेज दे रहे थे।

इंडोनेशिया में मंत्री ने भी किया मिस व‌र्ल्ड प्रतियोगिता का विरोध
31 August 2013
जकार्ता। मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया में अगले महीने होने वाली मिस व‌र्ल्ड प्रतियोगिता का भारी विरोध हो रहा है। इसके विरोध में अब यहां के एक मंत्री भी आ गए हैं।
प्रतियोगिता शुरू होने के एक सप्ताह पहले यहां के धार्मिक मामलों के मंत्री सूर्यधर्म अली ने इसे रद करने की मांग की है। एक बयान में अली ने कहा कि आयोजकों को देश की शीर्ष इस्लामी उलेमाओं की संस्था की सलाह का पालन करना चाहिए। जिसमें बिकनी राउंड नहीं कराने पर आयोजकों के राजी हो जाने के बावजूद प्रतियोगिता को निरस्त करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया उलेमा काउंसिल इसका घोर विरोध कर रही है क्योंकि यह इस्लाम के खिलाफ है। अली सरकार के पहले नुमाइंदे हैं, जिन्होंने इस प्रतियोगिता का विरोध किया है। उनके इस बयान से मिस व‌र्ल्ड के आयोजकों की मुसीबत और बढ़ सकती है। इस बीच मंत्री के बयान से हतोत्साहित नहीं होने वाले स्थानीय आयोजकों ने कहा कि यह मंत्री के अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है। प्रतियोगिता अवश्य आयोजित होगी। प्रतियोगिता आगामी आठ सितंबर से बाली में शुरू होगी जबकि 28 सितंबर को राजधानी जकार्ता में फाइनल राउंड होगा।

शरीफ ने नया आतंकरोधी बल बनाने के आदेश दिए
31 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों की भर्ती पर लगा प्रतिबंध हटाते हुए पंजाब प्रांत में एक नए आतंकवाद निरोधी बल के गठन के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री आतंकवाद का सामना करने के लिए जरूरी कदम उठाने जाने के संबंध में आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
शरीफ ने दस दिनों के भीतर सभी प्रवर्तन एजेंसियों को नई भर्तियां शुरू करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधी बल के सैनिकों के प्रशिक्षण का स्तर पाकिस्तानी सेना के जैसा ही होना चाहिए। आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने के लिए इस बल का गठन जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ, संघीय योजना मंत्री अहसान इकबाल और ऊर्जा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी मौजूद थे। शरीफ ने आतंकवाद पर काबू पाने के लिए पंजाब सरकार से एक व्यापक योजना तैयार करने को कहा।
नवाज के प्रधानमंत्री बनने के बाद तालिबान डेरा इस्माइल खान की जेल तोड़ कर 250 कैदियों को रिहा करा चुका है और उत्तरी पाकिस्तान में दस विदेशी पर्वतारोहियों की हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे चुका है। इस बीच पाकिस्तान ने कहा है कि वैश्विक समुदाय को कश्मीर विवाद सुलझाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। विदेश मामलों में प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने दावा किया है कि कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए भारत द्वारा प्रस्तावित द्विपक्षीय वार्ता के कोई नतीजे नहीं निकले हैं। अजीज ने कहा, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीर क्षेत्र में शांति और स्थायित्व के मुद्दों को सुलझाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करना चाहिए।

नोबेल विजेता कवि सेमस हेनी का निधन
31 August 2013
डबलिन। मशहूर आयरिश कवि और नोबेल पुरस्कार विजेता सेमस हेनी का शुक्रवार को यहां संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे।
हेनी को यीट्स के बाद आयरलैंड का सबसे चर्चित कवि माना जाता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहे हेनी को 1995 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था।
1966 में आए पहले कविता संग्रह 'डेथ ऑफ ए नेचुरलिस्ट' ने उन्हें साहित्य जगत में पहचान दिलाई।

चीन में वर्ष 1961 के बाद सबसे भीषण गर्मी
31 August 2013
बीजिंग। चीन इन दिनों बीते पचास साल में सबसे अधिक तापमान में झुलस रहा है। शंघाई जैसे कुछ बड़े शहरों में बढ़े तापमान ने 1961 के बाद सबसे ज्यादा गर्म दिनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के प्रवक्ता चेन झेनलिन ने कहा,देश में अगस्त के महीने का औसत तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। पिछले वर्षो की तुलना में तापमान में 1.3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। शंघाई शहर का तापमान 40.8 डिग्री सेल्यियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 140 ंवर्षो में इस शहर का सबसे अधिक तापमान रिकॉर्ड होने के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गत दो महीने में लू लगने से दस लोगों की मौत भी हो चुकी है। मध्य चीन के हुनान प्रांत और दक्षिण पश्चिम चोंगकिंग नगरपालिका में अब तक तीन लोगों के मरने की खबर है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में तापमान में कमी आई है। कई इलाकों में भारी बारिश से गर्मी से निजात मिली है।
आफरीदी पर मुकदमा चलाने या सजा से गलत संदेश जाएगा: अमेरिका
31 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तानी डॉक्टर शकील आफरीदी के खिलाफ मुकदमा चलाने और सजा दिए जाने से गलत संदेश जाएगा। एक दिन पहले ही एक पाकिस्तानी न्यायिक अधिकारी ने आफरीदी को सुनाई गई 33 साल की सजा के विरुद्ध निर्णय सुनाते हुए नए सिरे से मुकदमा चलाने का आदेश दिया है। आफरीदी ने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में सीआइए की मदद की थी।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मैरी हार्फ ने शुक्रवार को कहा कि डॉक्टर आफरीदी की सजा पलट दिए जाने की रिपोर्ट को हमने देखा है। उनको लेकर हमारा नजरिया काफी पहले से स्पष्ट है। उनको दोषी साबित करने और सख्त सजा दिए जाने पर हमें अफसोस है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि ताजा घटनाक्रम से यह सच सामने आएगा कि ओसामा को न्याय के दायरे में लाया जाना स्पष्ट रूप से पाकिस्तान के साथ-साथ अमेरिका के हित में रहा। फिलहाल आफरीदी पेशावर की जेल में बंद हैं।

सीरिया पर हमला नहीं करेगा ब्रिटेन
31 August 2013
लंदन। सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार द्वारा रासायनिक हथियारों के प्रयोग को लेकर उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई के मुद्दे पर अमेरिका के साथ खड़े नजर आ रहे ब्रिटेन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने पांव पीछे खींच लिए हैं। दरअसल, ब्रिटिश सांसदों ने अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया पर सैन्य कार्रवाई में सहयोग करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। 1782 के बाद यह पहला मौका है जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री को युद्ध पर हुए मतदान में शिकस्त मिली है।
हाउस ऑफ कामंस [ब्रिटिश संसद] में गुरुवार को करीब सात घंटे तक चली जोरदार बहस के बाद प्रस्ताव के विरोध में 285 जबकि पक्ष में 272 वोट पड़े। यह कैमरन के लिए करारा झटका है जो सीरियाई नागरिकों पर रासायनिक हमले को लेकर असद को गंभीर प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दे रहे थे। सीरिया में विपक्षी दलों व पश्चिमी देशों का आरोप है कि गत 21 अगस्त को दमिश्क के निकट घाउटा में हुए कथित रासायनिक हमले में सैकड़ों लोग मारे गए थे। हालांकि असद सरकार ने इन आरोपों से इन्कार किया है।
कोकरारी शिकस्त मिलने के बाद कैमरन ने सांसदों से कहा, स्पष्ट है कि संसद और ब्रिटिश लोग ब्रिटेन की तरफ से सैन्य कार्रवाई नहीं चाहते। सरकार इसी के अनुरूप काम करेगी। इसके बाद कैमरन के प्रवक्ता ने कहा, ब्रिटेन किसी सैन्य कार्रवाई में शामिल नहीं होगा। लेबर पार्टी के नेता एड मिलिबैंड ने कहा कि अमेरिका-ब्रिटेन संबंधों का अर्थ यह नहीं है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो कहें वह आप करें। ब्रिटिश संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ ला‌र्ड्स में लेबर पार्टी के सांसद लार्ड स्वराज पॉल ने सीरिया में किसी प्रकार की सैन्य कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई में हिस्सा लेने का फैसला दर्शाता है कि अफगानिस्तान और इराक पर हमले में अमेरिका का साथ देने पर हुई फजीहत को हम भूल गए हैं। इराक में सामूहिक विनाश के हथियार नहीं मिलने पर दुनियाभर में दोनों मुल्कों की निंदा हुई थी। उन्होंने कहा, अपने विवेक के आधार पर दूसरों के विवादों में सैन्य हस्तक्षेप रखने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि इसके खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।
इराक और सीरिया की तुलना नहीं की जा सकती : अमेरिका ने कहा है सीरिया और इराक की तुलना नहीं की जा सकती। गलत खुफिया सूचना के आधार पर हुए खाड़ी युद्ध के बारे में पूछे जाने पर ह्वाइट हाउस के उप प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा, दोनों में काफी अंतर है। सीरिया में मिले सुबूत दर्शाते हैं वहां निर्दोष नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का प्रयोग हुआ है। उन्होंने कहा कि बराक ओबामा स्पष्ट कर चुके हैं कि वह सीरिया में सत्ता परिवर्तन की बात नहीं कर रहे हैं। हम अंतरराष्ट्रीय मानदंड को गंभीरता से लागू करने की बात कर रहे हैं।

जरदारी को पाक छोड़ने से रोकने की मांग पर याचिका दायर
31 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने उस याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को कार्यकाल पूरा होने पर देश से बाहर जाने से रोका जाए।
दो न्यायाधीशों की पीठ ने ऐबटाबाद में अमेरिकी सुरक्षा बलों की ओर से चलाए गए अभियान से संबंधित याचिका के मामले में सरकार को नोटिस जारी किया। मई, 2011 में ऐबटाबाद में अमेरिकी सुरक्षा बलों ने ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। इस मामले की अगली सुनवाई तीन सितंबर को होगी। आठ सितंबर को जरदारी का कार्यकाल पूरा हो रहा है। जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने कहा है कि राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा होने के बाद पाकिस्तान नहीं छोड़ेंगे।

मेक्सिको: जेल में हमला,8 कैदियों की मौत
31 August 2013
मेक्सिको। मेक्सिको की जेल में कैदियों पर हुए हमले में आठ कैदियों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि उत्तरी अमेरिका के प्रांत मेक्सिको की एक जेल में नए कैदियों को निशाना बना कर ये हमला किया गया.
जन सुरक्षा मंत्रालय ने बताया कि टेक्सास सीमा से लगे न्यूबो लारेडो स्थित जेल में हमला हुआ. लंबे समय से सजायाफ्ता कैदियों ने नए कैदियों पर चाकुओं से हमला कर दिया. छह कैदियों ने इस हमले की बात स्वीकार की है.

भारत-पाक रिश्ते को लेकर पर्दे के पीछे 'खेल' शुरू
30 August 2013
इस्लामाबाद। सीमा पर तनाव के कारण ठप पड़ी वार्ता को गति देने के लिए भारत-पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे से कूटनीतिक कोशिशें शुरू हो गई हैं। इसी सिलसिले में पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव शहरयार खान और भारत के पूर्व राजनयिक एसके लांबा की गुरुवार को दुबई में मुलाकात खबर आई है। इसे दोनों देशों की संभावित वार्ता का पहला कदम माना जा रहा है।
द नेशन डेली की रिपोर्ट के मुताबिक, एलओसी [लाइन ऑफ कंट्रोल] पर पिछले कुछ दिनों से जारी गोलीबारी से इस्लामाबाद और नई दिल्ली में तनाव बढ़ गया है। माना जा रहा है कि खान और लांबा के बीच दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए उठाए जाने वाले उपायों के अलावा सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान नवाज शरीफ और मनमोहन सिंह की मुलाकात पर चर्चा हुई है। खास बात यह है कि इस बैठक को मीडिया की नजरों से बचाने की पूरी कोशिश की गई। खान को लंदन यात्रा से इस्लामाबाद बुलाकर लांबा से मिलने का निर्देश दिया गया था। उन्होंने दुबई जाने से पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भी मुलाकात की थी। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने भी उन्हें स्थिति के संबंध में रिपोर्ट दी थी। शरीफ सरकार के सत्ता में आने के बाद लांबा और खान के बीच यह दूसरी मुलाकात थी। जुलाई में शरीफ ने खान को भारत से द्विपक्षीय वार्ता के लिए विशेष दूत बनाया था।
मीडिया रिपोर्ट पर पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने बताया कि हम राजनयिक रास्ता तलाश रहे हैं। लांबा और खान लगातार संपर्क में हैं। चौधरी ने कहा कि यदि दोनों देशों के प्रधानमंत्री मुलाकात करते हैं तो यह भारत-पाक के लिए राहत भरा होगा। सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकेगी और दोनों देशों के संबंध बेहतर होंगे। पाकिस्तानी कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति ने 24 अगस्त की बैठक में सीमा पर गोलीबारी का मुद्दा उठा था। समिति ने सीमा पर धैर्य बनाए रखने और वार्ता शुरू करने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी।

भारत से ब्रिटेन जाने वालों की संख्या में भारी गिरावट
30 August 2013
लंदन। ब्रिटेन की कड़ी वीजा नीतियों के चलते यहां पढ़ने और काम करने आने वाले भारतीयों की संख्या में पिछले कुछ वर्षो से भारी गिरावट दर्ज की जा रही है।
गुरुवार को जारी ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय [ओएनएस] के आंकड़ों के अनुसार, यूरोपीय संघ [ईयू] से बाहर के भारतीय उपमहाद्वीप के देशों भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रवासी नागरिकों की तादाद घटी है। अफ्रीकी देशों सहित तथाकथित नए कॉमनवेल्थ देशों से ब्रिटेन आने वाले नागरिकों की संख्या वर्ष 2011 में 1.51 लाख से घटकर वर्ष 2012 में 97 हजार हो गई। ऐसा माना जा रहा है कि यह गिरावट इन देशों से ब्रिटेन पढ़ने आने वाले छात्रों की संख्या में कमी का परिणाम है।
यह कमी ब्रिटेन में वीजा नीतियों को सख्त बनाने के अभियान के कारण आई है। इसके अलावा अमेरिका और आस्ट्रेलिया की तुलना में यहां आने वाले छात्रों को ज्यादा धनराशि खर्च करनी पड़ती है। हालांकि ब्रिटेन के आव्रजन मंत्री मार्क हार्पर ने इस बदलाव का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि ईयू से बाहर के देशों से आने वाले प्रवासी लोगों की संख्या 14 वर्षो में भले ही निम्न स्तर पर पहुंच गई है लेकिन उन्होंने कहा कि विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों की ओर से प्रायोजित छात्र वीजा पर ब्रिटेन आने वालों कीे कुल तादात में वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा कुशल श्रमिकों को भी अधिक संख्या में वीजा जारी हुए हैं।

डॉक्टर आफरीदी पर फिर से चलेगा मुकदमा
30 August 2013
पेशावर। एक पाकिस्तानी न्यायिक अधिकारी ने गुरुवार को डॉक्टर शकील आफरीदी को सुनाई गई 33 साल जेल की सजा के विरुद्ध निर्णय दिया है। साथ ही मामले में नए सिरे से मुकदमा चलाने का आदेश भी दिया है। फरीदी ने ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए की मदद की थी। 2011 में अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा मारा गया था।
न्यायिक अधिकारी साहिबजादा मुहम्मद अनीस ने कहा कि पिछले वर्ष आफरीदी के खिलाफ फैसला सुनाने वाले कबायली क्षेत्र के जज ने अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन किया है। उन्होंने आफरीदी के मामले को खैबर एजेंसी के राजनीतिक एजेंट को सौंप दिया है। आफरीदी को पिछले वर्ष 24 मई को प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम की मदद करने के आरोप में 33 साल के जेल की सजा सुनाई गई थी। पाकिस्तानी डॉक्टर आफरीदी पर ओसामा का पता लगाने के प्रयास के तहत सीआइए की ओर से एबटाबाद में नकली टीकाकरण अभियान चलाने का भी आरोप था। अर्ध स्वायत्त क्षेत्र खैबर एजेंसी में एक कबायली अदालत ने उन्हें सजा सुनाई थी। वह इस समय पेशावर सेंट्रल जेल में हैं। कानूनी विशेषज्ञों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने फैसले को चुनौती दी थी। अमेरिका आफरीदी को रिहा करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है।

खगोलशास्त्रियों ने खोजा सूरज का जुड़वां तारा
30 August 2013
वाशिंगटन। खगोलशास्त्रियों ने सूरज से मिलते जुलते एक जुड़वां तारे की खोज की है। इसकी उम्र 8.2 अरब वर्ष है। इस जुड़वां तारे के अध्ययन से शोधकर्ताओं को सूरज के भविष्य के बारे में जानने में मदद मिलेगी।
ब्राजील में शोधकर्ताओं की एक टीम ने ईएसओ के एक बड़े टेलीस्कोप की मदद से इस तारे की खोज की। पृथ्वी से लगभग 250 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एचआइपी 102152 नामका यह तारा अब तकात तारों में सूरज से सबसे ज्यादा मिलता जुलता है। समझा जाता है कि सूरज की उम्र करीब चार अरब वर्ष है। इस जुड़वां तारे के अध्ययन से शोधकर्ताओं को यह जानने में मदद मिलेगी कि धीरे धीरे उम्र बढ़ते जाने के दौरान हमारा सूरज कैसा दिखाई देगा।
शोधकर्ताओं की टीम का नेतृत्व करने वाली जार्ज मेलेनडेज ने कहा, दशकों से खगोलशास्त्री सूरज के हमशक्ल तारे की खोज कर रहे थे, ताकि सूरज के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल कर सके। ऐसे तारे की खोज सबसे पहले वर्ष 1997 में हुई थी, उसके बाद से यह खोज बरकरार थी। इस समय शोधकर्ताओं की टीम सूरज से मिलते जुलते दो तारों का अध्ययन कर रही है। 18 स्कोर्पी नाम का तारा जहां सूरज से उम्र में बहुत छोटा है, वहीं एचआइपबी 102152 नाम का तारा सूरज से उम्र में काफी बड़ा है। 18 स्कोर्पी की उम्र करीब तीन अरब साल है। एचआइपी 102152 तारे के विश्लेषण से शोधकर्ताओं को सूरज जैसे तारों की उम्र और उनके अंदर मौजूद लीथियम के बीच संबंध का रहस्य समझने में मदद मिलेगी। शोध के प्रमुख लेखक तालावांडा मोनरो ने कहा, एचआइपी 102152 में लीथियम का स्तर कम है। इससे पता चलता है कि उम्र बढ़ने के साथ तारों में मौजूद लीथियम नष्ट होने लगता है।

आस्ट्रियाई वैज्ञानिकों ने किया कमाल, प्रयोगशाला में तैयार किया मस्तिष्क
30 August 2013
लंदन। आस्ट्रियाई वैज्ञानिकों ने कमाल का काम किया है। उन्होंने मानव मस्तिष्क के लघु प्रतिरूप को प्रयोगशाला में विकसित करने में सफलता हासिल की है। वैज्ञानिकों ने स्टेम सेल का इस्तेमाल करते हुए कृत्रिम दिमाग तैयार किया है। उनकी इस खोज से कई जटिल दिमागी बीमारियों के इलाज में आसानी हो सकती है।
आस्ट्रियन एकेडेमी ऑफ साइंसेज के वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में जिस मानवीय मस्तिष्क को विकसित किया है, उसका आकार मटर के एक दाने जैसा है। वह करीब साल भर सक्रिय रहा। शोधकर्ताओं का दावा है कि उनकी इस खोज से अबूझ दिमागी बीमारी माइक्रोसेफली को समझने में मदद मिली है। इस जैविक विकार के तहत मरीज के मस्तिष्क का आकार असामान्य रूप से सिकुड़ जाता है। इंसानी दिमाग के लघु प्रतिरूप को तैयार करने के लिए शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क के सेरेब्रल वाले हिस्से के प्लुरीपोटेंट स्टेम सेल का इस्तेमाल किया। उन्होंने इससे कृत्रिम मस्तिष्क के ऊतक [टिशू] तैयार किए। शोधकर्ता ज्यूरेजेन नॉबिल्च के अनुसार करीब एक महीने के प्रयोग के दौरान हमने इन ऊतकों से मस्तिष्क के अहम हिस्सों को तैयार किया। कुल दो महीने के समय में मटर के आकार के दिमाग को विकसित करने में सफलता हासिल की। उनका कहना है कि इस पर अभी शोध जारी है। कृत्रिम मस्तिष्क को चिंतन क्षमता से लैस करने में अभी और समय लगेगा।

भारत को छह नए लड़ाकू विमान सौंपेगा रूस
30 August 2013
मॉस्को। रूस जल्द ही भारत को 4 ++ जेनरेशन श्रेणी के छह लड़ाकू विमान सौंपने जा रहा है। मिग एयरक्राफट कॉरपोरेशन ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय वायु सेना को जल्द ही आधुनिक तकनीकों से लैस छह नए लड़ाकू विमान दिए जाएंगे। मिग ने 2010 में भारत से 1.5 बिलियन डॉलर का करार किया था जिसके तहत उसे 29 मिग-29के-केयुबी लड़ाकू विमान देने हैं।
मिग के महानिदेशक सर्गेई कोरोत्कोव ने एमएकेएस एयर शो के दौरान इसबात की जानकारी देते हुए कहा कि अनुबंध के अनुसार भारत को वर्ष 2015 तक 29 विमान दिए जाने हैं। पिछले साल हमने भारत को चार विमान सौंपे थे। इस साल हमने एक विमान और चार लड़ाकू विमान भारत को सौंपे हैं। रूस द्वारा सौंपे जा रहे इन छह विमानों से भारतीय वायु सेना की ताकत और बढ़ जाएगी।
नई दिल्ली और रसियन एयरक्राफ्ट कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन के बीच इस तरह का यह दूसरा अनुबंध है। पहला अनुबंध 2004 में हुआ था, जिसके अंतर्गत 16 मिग-29 लड़ाकू विमान सौंपने की बात थी। यह करार 2011 में जाकर पूरा हुआ।

पाकिस्तानियों को मिलेगा सूचना का अधिकार
30 August 2013
इस्लामाबाद। भारत में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को उजागर करने में मदद करने वाले सूचना के अधिकार (आरटीआइ) की तर्ज पर पाकिस्तानी संसद के उच्च सदन सीनेट में जल्द ही बहुप्रतीक्षित 'फ्रीडम ऑफ इंफार्मेशन लॉ' विधेयक को पेश किया जाएगा। सूचना और प्रसारण पर सीनेट की समिति ने बुधवार को इस विधेयक के मसौदे को मंजूरी दी थी।
'द डॉन' अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक समिति ने आठ महीने के विचार-विमर्श के बाद मसौदे को तैयार किया है। इसमें रक्षा मंत्रालय की शर्त को नजरअंदाज किया गया है। इस मसौदे को राष्ट्रपति के प्रवक्ता फतहउल्लाह बाबर की अध्यक्षता वाली उपसमिति की सिफारिशों के आधार पर मंत्रालय ने तैयार किया है। अखबार के मुताबिक समिति के अध्यक्ष कमील अली आगा सीनेट में इसे बहुदलीय पार्टी के विधेयक के तौर पर पेश करेंगे। रक्षा मंत्रालय की शर्त को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में बाबर ने कहा, सीनेट मंत्रालय के जवाब के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं कर सकता। दरअसल, रक्षा मंत्रालय ने उपसमिति से अगले आदेश तक विधेयक को लंबित रखने को कहा था। बाद में उसने उपसमिति से मसौदे में सरकारी सूचना को प्राप्त करने को लेकर सभी के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करने की शर्त को शामिल करने को कहा था। उपसमिति ने रक्षा मंत्रालय के सुझाव को खारिज करते हुए 'फ्रीडम ऑफ इंफार्मेशन लॉ' के मसौदे को मंजूरी दे दी।
आगा ने कहा यह विधेयक मीडिया और आम आदमी को सभी प्रकार की सूचना प्राप्त करने का अधिकार देगा, भले ही वे गोपनीय, वर्गीकृत या साधारण हो। इस विधेयक के अंतर्गत सरकार के सभी विभाग आएंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी फैसलों को वेबसाइट पर डाला जाएगा। यहां तक अधिकारियों की नियुक्त, उनकी तनख्वाह और विशेषाधिकारों को भी वेबसाइट पर डाला जाएगा।
क्या है प्रस्तावित मसौदासरकारी अधिकारियों को 20 दिन के अंदर सूचना मुहैया करानी होगी। अन्यथा उनके खिलाफ शिकायत दर्ज होगी, जिस पर संबंद्ध विभाग के मुखिया 20 दिन के भीतर फैसला लेंगे। विधेयक में सूचना मुहैया न कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ दंड का प्रावधान भी है।

सीरिया पर सैन्य कार्रवाई का अभी फैसला नहीं: ओबामा
30 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार द्वारा रासायनिक हथियारों के प्रयोग को लेकर उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन सीरिया पर हमले की संभावना दिखाई दे रही है क्योंकि इसे लेकर अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र से आदेश प्राप्त करने की दिशा में अपने कदम रोक दिए हैं।
पीबीएस न्यूज आवर को बुधवार को दिए साक्षात्कार में ओबामा ने कहा, 'हमने सीरिया पर हमले को लेकर अभी फैसला नहीं लिया है, लेकिन रासायनिक हथियारों के प्रयोग के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जाना चाहिए। इस बात को लेकर शायद ही कोई विवाद हो कि सीरिया में नागरिकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर रासायनिक हथियार का प्रयोग किया गया है।' अमेरिका का कहना है कि यदि असद ने 21 अगस्त को दमिश्क के पास हुए रासायनिक हमले का आदेश नहीं दिया हो तो भी उन्हें ही इस हमले में सैकड़ों लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हार्फ ने संवाददाताओं से कहा, 'हम असद को अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों के प्रयोग के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं। रासायनिक हथियारों का नियंत्रण असद सरकार के पास है और विरोधियों में इसके प्रयोग की क्षमता नहीं है।'
इस बीच पश्चिमी देशों द्वारा सीरिया में हमले की संभावना के बीच रूस भूमध्यसागर में अपने जंगी जहाज भेज रहा है। अगले कुछ ही दिनों में वह पनडुब्बी नष्ट करने वाले जहाज और मिसाइल वाले युद्धपोत भूमध्यसागर में भेज देगा। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप की मांग करना संयुक्त राष्ट्र चार्टर को खुली चुनौती है। दूसरी ओर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि उनका देश रूस के साथ मिलकर सीरिया पर हमला रोकने का प्रयास करेगा। उधर चीन ने कहा है कि विश्व समुदाय को सीरिया में रासायनिक हथियारों के प्रयोग की जांच कर रही संयुक्त राष्ट्र टीम की रिपोर्ट की प्रतीक्षा करनी चाहिए। उसने विश्व समुदाय से संयम बरतने की अपील की है। जबकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा है कि टीम शनिवार को सीरिया छोड़ देगी। एक अन्य घटनाक्रम में सीरिया को लेकर बढ़ रहे तनाव के बीच ब्रिटेन रॉयल एयर फोर्स के छह जेट विमानों को सुरक्षात्मक उपाय के तहत साइप्रस भेज रहा है। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने कहा है कि सीरिया के संबंध में राजनीतिक समाधान पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।

फोर्टहुड कांड में निदाल हसन को मौत की सजा
30 August 2013
ह्यूंस्टन। अमेरिका की एक सैन्य अदालत ने सेना के मनोचिकित्सक मेजर निदाल हसन को टेक्सास सैन्य अड्डे पर गोलीबारी के मामले में मौत की सजा सुनाई है। पांच नवंबर, 2009 को हुई इस गोलीबारी में 13 लोग मारे गए थे, जबकि 30 घायल हो गए थे। हसन 50 साल में ऐसे पहले अमेरिकी सैनिक हैं, जिसे सेवा में रहते हुए मौत की सजा सुनाई गई है।
सेना के 13 शीर्ष अधिकारियों की एक ज्यूरी ने हसन को हत्याकांड का दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई। हसन को सेना से बर्खास्त कर दिया गया है। उसे कंसास स्थित फोर्ट लीवनवर्थ जेल में भेजा जाएगा। सजा सुनाए जाने के दौरान हसन के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे। ज्यूरी के 13 सदस्यों में से अगर एक भी फैसले पर अपनी असहमति जाहिर करता तो, हसन को उम्र कैद की सजा सुनाई जा सकती थी। ज्यूरी ने 42 वर्षीय हसन को टेक्सास के फोर्डहुड में 13 लोगों की पूर्वनियोजित हत्या में दोषी पाया था। किसी घरेलू सैन्य अड्डे पर हुआ यह सबसे भीषण हमला था। अफगानिस्तान में तैनाती से पहले सैनिक इस अड्डे पर चिकित्सकीय जांच के लिए आते थे। सेना के मनोचिकित्सक हसन को भी कुछ सप्ताह बाद अफगानिस्तान में तैनात किया जाना था। लेकिन इस बीच उसने सैन्य अड्डे पर मौजूद सैनिकों को अपनी उच्च क्षमता वाली बंदूक से निशाना बनाया। एक पुलिसकर्मी ने भी हसन पर पलटकर गोली चलाई थी, जिससे वह आंशिक रूप से लकवे का शिकार हो गया है। अभियोजकों ने दलील दी थी कि अमेरिकी मूल के मुस्लिम हसन ने अपनी कंट्टर धार्मिक विचारधारा के चलते ही सैनिकों पर हमला किया।

इराक में सिलसिलेवार धमाके, 80 की मौत
30 August 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद और इसके आसपास के शिया बहुल इलाकों में बुधवार को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में 80 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
इस बम धमाकों में खरीददारी कर रहे और काम पर जा रहे लोगों को निशाना बनाया गया है। इराक में विस्फोटों की यह ताजा घटना है। अप्रैल से अब तक इराक में विस्फोटों में हजारों लोगों की जान जा चुकी है। यह 2008 के बाद से देश में हिंसा का सबसे खराब दौर है।
अधिकारियों के मुताबिक विद्रोहियों ने बगदाद के पास के शिया बहुल इलाकों में पार्किग स्थलों, बाजारों और रेस्तराओं को निशाना बनाया। बगदाद के दक्षिण में एक सैन्य दल को भी निशाना बनाया गया। उत्तर में स्थित काजिमियाह में धमाके से सबसे अधिक नुकसान हुआ है। यहां हुए धमाके में 10 लोगों की मृत्यु हो गई और 27 घायल हो गए। हालांकि अभी किसी भी संगठन ने विस्फोटों की जिम्मेदारी नहीं ली है।

असद ने कराया सीरिया में रासायनिक हमला
29 August 2013
दमिश्क। रूस की कड़ी आपत्ति के बावजूद अमेरिका और ब्रिटेन सीरिया पर हमले की भूमिका तैयार करने में जुट गए हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बिडेन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने मंगलवार को कहा है कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद ने ही रासायनिक हमला करवाया है। कैमरन ने सीरिया के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ फोन पर बात की है।
दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र में सीरिया के दूत बशर अल-जाफरी ने बुधवार को आरोप लगाया कि विद्रोही रासायनिक हथियारों का प्रयोग कर रहे हैं ताकि विदेशी शक्तियों को देश की सरकार के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए प्रेरित किया जा सके। जाफरी ने कहा, 'बहुत से ऐसे तथ्य मौजूद हैं जो सीरियाई सरकार को निर्दोष साबित करते हैं। सरकार पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।'
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने पहली बार रासायनिक हमले के लिए पूरी तरह से असद सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी को भी संदेह नहीं है कि रासायनिक हथियारों के हमले में निर्दोष लोगों, महिलाओं और बच्चों की मौत हुई है। सीरिया को अंतरराष्ट्रीय मानकों के उल्लंघन की कीमत चुकानी पड़ेगी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन ने बिडेन के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि रासायनिक हमलों के पीछे असद सरकार का हाथ है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और उसके सहयोगी देशों को यह निर्णय करना है कि भविष्य में रासायनिक हथियारों के प्रयोग को रोकने के लिए सीरिया के खिलाफ सैनिक कार्रवाई जरूरी है या नहीं।
वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने सीरिया में हुए रासायनिक हमले का पूरा घटनाक्रम (टाइमलाइन) तैयार कर लिया है। अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने राष्ट्रपति ओबामा से कहा है कि सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप से पहले वह संसद के साथ विचार-विमर्श करें और उससे स्वीकृति प्राप्त करें। वहीं अलकायदा से संबद्ध गुटों ने सीरिया में हुए रासायनिक हमले का बदला लेने के लिए इस देश के सैन्य ठिकानों पर हमले की धमकी दी है। एक अन्य घटनाक्रम में संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने बुधवार को फिर से सीरिया में रासायनिक हथियारों के प्रयोग को लेकर जांच प्रारंभ की। मंगलवार को सुरक्षा संबंधी चिंता के कारण उन्होंने अपना काम रोक दिया था।

नासा ने चंद्रयान की मदद से चांद पर पानी की खोज की
29 August 2013
वाशिंगटन। भारत के चंद्रयान मिशन द्वारा एकत्रित आंकड़ों की मदद से अमेरिकी अंतरिक्ष नासा ने चांद की सतह के नीचे पानी की मौजूदगी के प्रमाण खोजे थे। नासा के वैज्ञानिकों ने यह बात कही है।
इससे पहले कहा गया था कि अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा स्मृति के रूप में धरती पर लाए गए चंद्र चट्टनों के अध्ययन से चंद्रमा पर पानी के अस्तित्व का पता चला था। नासा ने कहा कि वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-1 के साथ भेजे गए नासा के उपकरण मून मिनरोलाजी मैपर (एम 3) द्वारा एकत्रित आंकड़ों के आधार पर चंद्रमा पर जल होने की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा था कि पानी चंद्रमा के गहरे आतंरिक हिस्से से निकला है। एम3 ने चंद्रमा की भूमध्य रेखा के पास स्थित चंद्र प्रभाव वाले बुलाइडस क्रेटर की फोटो भी ली थी। बुलाइडस क्रेटर उस क्षेत्र में स्थित है जिसका वातावरण हवा के प्रतिकूल है और सतह के नीचे से पानी की उत्पत्ति नहीं हो सकती।
लारेल में जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी अप्लाइड फिजिक्स लेबोरेट्री (एपीएल) में भूविज्ञानी रेशल लीमा ने कहा, 'यह चट्टान सामान्य तौर पर सतह के नीचे पाई जाती है। यह चंद्रमा की गहराई खुदाई से मिली थी। इसका निर्माण उसी तरह हुआ था जैसे बुलाइडस क्रेटर बना था।' उन्होंने बताया कि क्रेटर के मध्य भाग में हाइड्राक्सिल (पानी और आक्सीजन ) मिलने की पुष्टि हुई। यह इस बात का सुबूत है कि इस क्रेटर में मौजूद चट्टानों में पानी है जिसकी उत्पत्ति चंद्रमा की सतह के नीचे से होती है। वर्ष 2009 में एम3 ने पहली बार चंद्रमा की सतह का मिनरोलाजिकल (खनिज विज्ञान संबंधी) नक्शा तैयार किया था और चंद्रमा के धु्रवीय क्षेत्रों में पानी के अणु खोजे थे। यह शोध नेचर जियोसाइंस में प्रकाशित हुआ है।

चीन और पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की जरूरत
29 August 2013
वाशिंगटन। भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा है कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी फायरिंग और सीमा में चीनी घुसपैठ पर सख्त प्रतिक्रिया देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो ये घटनाएं बढ़ती जाएंगी।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ इन दिनों अमेरिकी दौरे पर आए सिंह ने यह बात भारतीय सीमा पर ताजा घटनाओं पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। उन्होंने कहा कि यह सभी अच्छी तरह जानते हैं कि पाकिस्तान हमारे खिलाफ छद्म युद्ध लड़ रहा है। जब आतंकी घुसपैठ नहीं कर पाते हैं, वह नियंत्रण रेखा पर दूसरी हरकतें करने लगता है। तब एक सख्त संदेश देने की जरूरत होती है। पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि जहां तक चीन का सवाल है तो वह ताकत और मजबूत इच्छाशक्ति का सम्मान करता है। यदि आप वर्ष 1950 की नीतियों को अपनाते हैं तो तय मानिए कि आप मुसीबत में फंसने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही मामलों में जनता के भरोसे के लिए सरकारी स्तर पर कड़ा संदेश दिया जाना चाहिए था।
गौरतलब है कि गत छह अगस्त को नियंत्रण रेखा पर एक हमले में पांच भारतीय जवानों की हत्या और उसके बाद लगातार गोलीबारी की घटनाओं से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट आ गई है। जबकि लद्दाख में चीन की सेना द्वारा कई बार घुसपैठ की जा चुकी है।

बाल शांति पुरस्कार से मलाला सम्मानित
29 August 2013
हेग। महिला शिक्षा के लिए मिसाल बन चुकी पाकिस्तान की 16 वर्षीय मलाला युसुफजई को वर्ष 2013 के प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। तालिबान की गोलियों का शिकार होने के बावजूद मलाला महिला शिक्षा प्रसार कार्यक्रम से जुड़ी रहीं। उनकी इसी बहादुरी को देखते हुए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
नीदरलैंड के किड्स राइट्स संगठन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आगामी छह सितंबर को हेग में आयोजित होने वाले एक समारोह में वर्ष 2011 का नोबल शांति पुरस्कार हासिल करने वाली महिला अधिकार कार्यकर्ता तवाकुल रहमान मलाला को बाल शांति पुरस्कार से सम्मानित करेंगी।
किड्स राइट्स संगठन उन लोगों को सम्मानित करता है जो कि बाल अधिकारों के लिए कोई विशेष कार्य करते हैं। इससे पहले बहादुर मलाला सयुंक्त राष्ट्र में नोबल शांति पुरस्कार के प्रतियोगी के तौर पर जुलाई में भाषण दे चुकी हैं।

न्यूयॉर्क की मस्जिदें आतंकी संगठन घोषित!
29 August 2013
न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग (एनवाईपीडी) ने सभी मस्जिदों को गुपचुप तरीके से आतंकी संगठन करार दिया है। इसके साथ ही पुलिस को मस्जिदों में होने वाली तकरीरों को रिकार्ड करने और नमाज पढ़ने वाले लोगों की जासूसी की छूट मिल जाएगी।
अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकी हमले के बाद से न्यूयॉर्क पुलिस ने आतंकवाद को लेकर करीब एक दर्जन मस्जिदों में जांच की है। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग ने इस जांच को 'टेररिज्म इंटरप्राइजेज इंवेस्टीगेशन' (टीईआइ) नाम दिया गया है। आतंकी ठिकानों की जांच में टीईआइ पुलिस के लिए हथियार साबित होगी।
किसी मस्जिद को आतंकी संगठन करार देने का मतलब है, उसमें नमाज पढ़ने वाले किसी भी शख्स की जांच की जा सकती है और उस पर निगरानी रखी जा सकती है। हालांकि इस पूरे मामले में न्यूयॉर्क पुलिस ने टिप्पणी से इन्कार कर दिया है।
गौरतलब है कि निगरानी जारी रखने के लिए टीईआइ की कई बार अवधि बढ़ाई जा चुकी है। बावजूद इसके एनवाईपीडी ने कभी भी किसी मस्जिद या इस्लामिक संगठन पर आपराधिक अथवा आतंकी हरकतों में शामिल होने के आरोप नहीं लगाए हैं।

असद समर्थक समूह ने न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट हैक की
29 August 2013
वाशिंगटन। सीरिया पर सैन्य कार्रवाई की आशंका हैकरों को रास नहीं आई है। प्रख्यात अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी), द हफिंगटन पोस्ट और ट्विटर की वेबसाइट को मंगलवार को सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद समर्थक हैकिंग समूह ने निशाना बनाया। इस कारण कई घंटे तक साइट की सेवाएं प्रभावित रहीं। सीरियन इलेक्ट्रानिक आर्मी नामक हैकिंग समूह ने वेबसाइटों पर लिखे अपने संदेश में युद्धरत असद के प्रति अपना समर्थन जताया।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने वेबसाइट पर लिखे अपने संदेश में कहा,'हमारी वेबसाइट अमेरिका के यूजर्स के लिए मंगलवार को कुछ समय के लिए उपलब्ध नहीं रही। हमारे पंजीकृत डोमेन नाम पर साइबर हमले के कारण ऐसा हुआ। हम सेवाओं को बहाल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।' अमेरिकी मीडिया संस्थान पर यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिका असद प्रशासन पर अपने नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हमले को लेकर उसके खिलाफ सीमित सैन्य कार्रवाई पर विचार कर रहा है।
एनवाईटी के मुख्य सूचना अधिकारी मार्क फ्रोंस ने अपने कर्मचारियों को स्थिति सुधरने तक कोई संवदेनशील मेल न भेजने की सलाह दी है। एनवाईटी की वेबसाइट सबसे पहले स्थानीय समयानुसार दोपहर तीन बजे ठप हुई। सेवा के बहाल होने पर हैकरों ने दोबारा उसे निशाना बनाया। इसके बाद शाम करीब छह बजे फ्रोंस ने कहा कि हम समस्या को ठीक करने के करीब हैं।
ह्वाइट हैट सिक्योरिटी में थेट्र रिसर्च सेंटर के प्रमुख मैट जानसन ने ट्वीट किया कि जब उन्होंने टाइम्स की वेबसाइट को देखने की कोशिश की तो उन्हें सीरियाई डोमेन की ओर निर्देशित कर दिया गया।
एसईए ने ब्रिटेन में हफिंगटन पोस्ट की वेबसाइट और ट्विटर के रजिस्ट्री अकाउंट पर हमले और सूचना बदलने की जिम्मेदारी ली। ट्विटर द्वारा जारी बयान में कहा गया कि करीब दो घंटे तक विभिन्न संगठनों के रिकॉर्ड में बदलाव हुए। इनमें ट्विटर के डोमेन का भी इस्तेमाल हुआ। एसईए अक्सर अमेरिकी मीडिया को निशाना बनाता है। समूह ने 15 अगस्त को सीएनएन सहित कई बड़े समाचार संगठनों की वेबसाइटों को हैक किया था और उन्हें एसईए पेज की ओर निर्देशित कर दिया था।

इराक के शिया बहुल क्षेत्रों में सिलसिलेवार धमाके, 58 की मौत
29 August 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद और इसके आसपास के शिया बहुल इलाकों में बुधवार को हुए बम विस्फोटों में 58 लोगों की मृत्यु हो गई और बड़ी संख्या में अन्य घायल हो गए। अधिकारियों की ओर से यह जानकारी दी गई है।
सिलसिलेवार हुए बम धमाकों में खरीददारी कर रहे और काम पर जा रहे लोगों को निशाना बनाया गया। इराक में विस्फोटों की यह ताजा घटना है। अप्रैल से अब तक इराक में विस्फोटों में हजारों लोगों की जान जा चुकी है। यह 2008 के बाद से देश में हिंसा का सबसे खराब दौर है। अधिकारियों के मुताबिक विद्रोहियों ने बगदाद के पास के शिया बहुल इलाकों में पार्किंग स्थलों, बाजारों और रेस्तराओं को निशाना बनाया।
बगदाद के दक्षिण में एक सैन्य दल को भी निशाना बनाया गया। उत्तर में स्थित काजिमियाह में धमाके से सबसे अधिक नुकसान हुआ है। यहां हुए धमाके में 10 लोगों की मृत्यु हो गई और 27 घायल हो गए। अभी किसी भी संगठन ने विस्फोटों की जिम्मेदारी नहीं ली है।

इमरान खान के खिलाफ अवमानना नोटिस वापस
29 August 2013
इस्लामाबाद। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान को उस समय बड़ी राहत मिली जब सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उनके खिलाफ अवमानना नोटिस वापस ले लिया।
अटॉर्नी जनरल मुनीर ए मलिक की दलीलों को सुनने के बाद जस्टिस अनवर जहीर जमाली की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने नोटिस वापस लिया। मुनीर ने अपनी दलील में कहा था कि इस मामले में अवमानना संबंधी कोई बात नहीं है। 11 मई को देश में हुए चुनाव के बाद 60 वर्षीय इमरान द्वारा प्रेस में दिए गए एक बयान पर न्यायपालिका ने कड़ा रुख अपना लिया था और इसे लेकर वह मुश्किल में फंस गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को नोटिस जारी करते हुए कहा था कि मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने जजों के खिलाफ घृणा फैलाने की कोशिश की। मामले की सुनवाई करने वाले जस्टिस एजाज चौधरी ने कहा था कि यदि 'शेमफुल' (शर्मनाक) शब्द न्यायपालिका के खिलाफ प्रयोग किया जाए तो यह उसे गाली देने जैसा है। इमरान के अभियोजक हामिद खान ने कहा कि शर्मनाक शब्द चुनाव में लगे पीठासीन अधिकारियों के लिए प्रयोग किया गया था, न्यायपालिका के लिए नहीं।

सऊदी अरब स्थानांतरित हो सकता है अफगान तालिबान का राजनीतिक कार्यालय
29 August 2013
इस्लामाबाद। लंबित पड़ी शांति वार्ता को शुरू करने के लिए पाकिस्तान अफगान तालिबान को अपना राजनीतिक कार्यालय कतर से सऊदी अरब या तुर्की स्थानांतरित करने के लिए मनाएगा। मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक इस मुद्दे पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और अफगानी राष्ट्रपति हामिद करजई के बीच पिछले दो दिनों की मुलाकात के दौरान चर्चा हुई थी। अखबार ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा कि दोनों पक्षों ने आपसी हितों के सभी मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। उनके मुताबिक वार्ता का मुख्य मुद्दा अफगान तालिबान के साथ शांति वार्ता शुरू करने के प्रयासों पर केंद्रित रहा। करजई ने अफगान तालिबान का कार्यालय कतर की राजधानी दोहा से सऊदी अरब या तुर्की स्थानांतरित कराने और संगठन द्वारा उसके प्रशासन के वार्ता शुरू करने को लेकर पाकिस्तान से मदद मांगी। दरअसल, तालिबान के कार्यालय के नाम को लेकर करजई ने नाराजगी जताई थी। इसी के विरोध में तालिबान ने गत जुलाई में अपना कार्यालय अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। तालिबान ने अमेरिका और अफगानिस्तान सरकार के साथ वार्ता के लिए यह कार्यालय खोला था। कार्यालय खुलवाने में पाकिस्तान ने अहम भूमिका निभाई थी।
अफगान सरकार से बात करने को तैयार नहीं तालिबानसरकारी रेडियो पाकिस्तान को दिए साक्षात्कार में विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि तालिबान अफगान सरकार या अफगान हाई पीस काउंसिल से बातचीत करने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान उसे वार्ता के लिए मनाने की पूरी कोशिश करेगा ताकि अफगानिस्तान में गृहयुद्ध को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अफगानी राष्ट्रपति की यात्रा से दोनों देशों के बीच आपसी तालमेल बनाने और गलतफहमियां दूर करने में मदद मिली। हालांकि डॉन अखबार ने कहा है कि करजई तालिबान के साथ लंबित पड़ी शांति वार्ता और अफगान सरकार द्वारा तालिबान आतंकियों की रिहाई के मुद्दे पर बड़ी सफलता के बगैर लौट गए।

सीरिया पर सैन्य हमले को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं : ओबामा
29 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि सीरिया सरकार द्वारा 21 अगस्त को अपने ही लोगों पर किए गए कथित रासायनिक हमले के परिणामस्वरूप दमिश्क पर हमले को लेकर उन्होंने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है।
ओबामा ने पीबीएस न्यूज आवॅर को दिए एक साक्षात्कार में कहा, हमने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है, लेकिन रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ बने अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन किया जाना चाहिए। इस बात पर शायद ही कोई मतभेद होगा कि सीरिया में नागरिकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया है।
एक प्रश्न के उत्तर में ओबामा ने कहा, हमने सभी सबूतों को देखा है और हम यह नहीं मानते कि विपक्षी समूहों के पास कोई परमाणु या रासायनिक हथियार जैसी कोई चीज हो सकती है। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं मानता कि विपक्षी समूहों ने यह हमला किया है। हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि सीरिया सरकार ने ही असल में ये हमले किए हैं। और अगर ऐसा है, तो उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके परिणाम भुगतने होंगे। इस बीच सीरिया में सैन्य हस्तेक्षप से जुड़े किसी भी कदम पर वीटो करने के रूस के फैसले पर निराशा व्यक्त करते हुए अमेरिका ने कहा कि इस मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाने का कोई औचित्य नहीं है।
विदेश विभाग की उप-प्रवक्ता मैरी हार्फ ने बुधवार को अपने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीरिया पर सुरक्षा परिषद के किसी भी सार्थक कार्रवाई को लेकर जारी रूसी विरोध को देखते हुए हमें आगे कोई रास्ता नहीं दिख रहा। इसलिए अमेरिका इस पर अपना विचार विमर्श जारी रखेगा और आने वाले दिनों में उचित कार्रवाई करेगा।

सीरिया पर जल्द होगी सैन्य कार्रवाई
28 August 2013
वाशिंगटन। अपने नागरिकों पर रासायनिक हथियारों के प्रयोग के आरोपों से घिरे सीरिया के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सैन्य हमले पर विचार कर रहे हैं। रक्षा मंत्री चक हेगल ने बताया कि वाशिंगटन और यूरोपीय व मध्य-पूर्व के सहयोगी जहरीली गैस से सैकड़ों नागरिकों को मारने के मामले में असद को सजा देने की योजना बना रहे हैं। इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के बाद फिर से संसद की बैठक बुलाई है।
सोमवार को इस्तांबूल में सीरिया के विपक्षी नेताओं, वाशिंगटन के राजनयिकों और अन्य सरकारों के बीच हुई बैठक में मौजूद रहने वाले कुछ सूत्रों ने बताया कि विद्रोहियों को सैन्य कार्रवाई व शांतिवार्ता के लिए तैयार रहने को कहा गया है। एक सूत्र ने बताया, 'विपक्ष को स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि भविष्य में रासायनिक हथियारों को रोकने की कार्रवाई अगले कुछ दिन में ही की जा सकती है। विपक्ष को जिनेवा में शांतिवार्ता के लिए अभी से तैयार रहने को भी कहा गया है।' सीरियाई राष्ट्रीय गठबंधन के अध्यक्ष अहमद जरबा ने 11 देशों के राजनयिकों से इस्तांबूल के एक होटल में मुलाकात की। इनमें सीरिया में अमेरिका के राजदूत रॉबर्ट फोर्ड भी शामिल थे।
सीरिया में रासायनिक हथियारों की जांच करने वाला दल सोमवार को सुबूत जुटाने के लिए पहुंचा, लेकिन उन्हें दमस्क का दूसरा दौरा टालना पड़ा। वाशिंगटन का कहना है कि असद इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं और ओबामा उन्हें दंड देने का विचार बना रहे हैं। हालांकि, रूस और चीन सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के विरोध में है। ऐसे में हो सकता है कि पश्चिमी नेता तत्काल हमले की इजाजत न दें। इस बीच, कॉर्नवाल में छुट्टियां मना रहे कैमरन सीरिया के बढ़ते संकट को देखते हुए तुरंत लंदन वापस लौटे हैं। वह बुधवार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ बैठक करेंगे और गुरुवार से संसद की कार्यवाही फिर शुरू होगी।
अमेरिकी नौसेना के युद्धपोतों को सीरिया के बहुत करीब तैनात किए जाने की खबर भी है। इन युद्धपोतों पर जमीन पर मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइलें, ग्रेनेड लांचर मौजूद हैं। हालांकि, सीरियाई अधिकारी भी अमेरिका को सैन्य हस्तक्षेप पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दे चुके हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमले का फैसला पिछले सप्ताह हुए रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर खुफिया रिपोर्ट के पूरा होने, मित्र देशों व संसद से सलाह और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत हमले के औचित्य जैसे तीन तथ्यों से जुड़ा हो सकता है। यह हमला दो दिन चल सकता है। अमेरिका ने सीरिया संकट पर इस सप्ताह रूस के साथ होने वाली बैठक को फिलहाल स्थगित कर दिया है। रूस का कहना है कि सीरिया पर हमले के क्षेत्र में भयावह परिणाम हो सकते हैं।

शांति के लिए अफगानिस्तान के साथ मिलकर काम करेंगे
28 August 2013
इस्लामाबाद। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ वार्ता के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि क्षेत्र में शांति के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए। शरीफ के अनुरोध पर करजई ने अपनी पाकिस्तान की यात्रा एक दिन के लिए बढ़ा दी थी। वह सोमवार को पाकिस्तान दौरे पर आए थे।
दोनों नेताओं ने मुरी हिल स्टेशन में क्षेत्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर बात की। बैठक में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी भी मौजूद थे। शरीफ के कार्यालय द्वारा उनके हवाले से जारी बयान में कहा गया है, 'पाकिस्तान की सुरक्षा और समृद्धि कई तरह से अफगानिस्तान से जुड़ी हुई है।' सरकारी रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीफ ने इस बात पर जोर दिया है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में मेल-मिलाप की प्रक्रिया को समर्थन देता रहेगा। मुरी में करजई के सम्मान में शरीफ द्वारा लंच के आयोजन के कुछ देर बाद अफगान राष्ट्रपति काबुल के लिए रवाना हो गए। इससे पहले दोनों नेताओं ने मंगलवार सुबह इस्लामाबाद में द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने अगले वर्ष अफगानिस्तान से नाटो सैनिकों के हट जाने को लेकर विशेष रूप से बातचीत की। उन्होंने दोनों देशों की सीमा पर स्थिति और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को लेकर भी चर्चा की।

तालिबान ने 12 सरकारी कर्मियों की हत्या की
28 August 2013
काबुल। अफगानिस्तान के दो अलग-अलग प्रांतों में तालिबान ने 12 सरकारी कर्मचारियों को मार डाला। सरकारी कार्यक्रमों से जुड़े लोगों को निशाना बनाए जाने का यह सबसे ताजा मामला है। मंगलवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अफगानिस्तान के स्थिर राज्यों में से एक हेरात में रविवार को तालिबान ने चार इंजीनियरों और दो कर्मचारियों का अपहरण कर हत्या कर दी। इन सभी के शव मंगलवार को मिले। यहां के गर्वनर फजलुल्लाह वाहिदी ने बताया कि ये लोग विश्व बैंक से वित्त पोषित सरकारी कार्यक्रमों से जुडे़ थे। इस वारदात के कुछ घंटे पहले ही देश के अशांत पूर्वी प्रांत पकतिया में छह शव बरामद किए गए। प्रांत के डिप्टी गर्वनर अब्दुल वली सेही ने बताया कि मारे गए सभी सरकारी ड्राइवर थे। सरकार के लिए काम करने कारण इनकी हत्या कर दी गई। दो सप्ताह पहले हिंसाग्रस्त गजनी में तालिबान ने अफगान सुरक्षा बलों के लिए काम करने वाले आठ नागरिकों को मार डाला था।

गुलाम कश्मीर में दो सौ किमी लंबी सुरंग पर आगे बढ़ा पाक
28 August 2013
इस्लामाबाद। गुलाम कश्मीर में सामरिक महत्व वाली 200 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण पर पाकिस्तान ने कदम बढ़ा दिए हैं। आर्थिक गलियारे के रूप में पेश की जा रही इस सुरंग को लेकर पाकिस्तान और चीन के उच्च अधिकारियों के बीच मंगलवार को इस बारे में अहम मंत्रणा हुई है।
बैठक में चीन के कश्गर से पाकिस्तान के ग्वादर तक रेल और रोड लिंक निर्माण के बाबत चर्चा की गई। जुलाई में हुए समझौते के मुताबिक दोनों देशों के बीच व्यापार और यातायात को बढ़ावा देने के मकसद से 200 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण होना है। योजना के मुताबिक आर्थिक गलियारे के इर्द-गिर्द विशेष आर्थिक जोन बनाए जाएंगे, जिनमें अपने उद्योग लगाने के लिए चीनी कंपनियों ने इच्छा भी जताई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि ग्वादर बंदरगाह में एक मुक्त बंदरगाह बनने की खूबियां हैं और भविष्य में इसे हांगकांग जैसा विशेष दर्जा भी दिया जा सकता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक गलियारे के निर्माण की घोषणा जून में चीनी प्रधानमंत्री ली कछ्यांग के पाक दौरे के दौरान हुई थी, जबकि समझौते पर हस्ताक्षर हाल ही में नवाज शरीफ के चीन दौरे के दौरान किए गए। इस गलियारे के जरिए चीन को हॉमरूज की खाड़ी और अरब सागर तक पहुंचने का आसान रास्ता मिल जाएगा।

विवादित द्वीपों पर जापान से वार्ता नहीं करेगा चीन
28 August 2013
बीजिंग। चीन विवादित द्वीपों को लेकर जापान के साथ बातचीत करने का इच्छुक नहीं है। चीन के उप विदेश मंत्री ली बाओडोंग ने मंगलवार को कहा कि उन्हें पूर्वी चीन सागर के विवादित द्वीपों को लेकर जापान के साथ बातचीत करने का कोई कारण दिखाई नहीं देता। जापान में इन द्वीपों को सेनकाकू और चीन में दियाओउ कहा जाता है।
कई महीने से इन द्वीपों को लेकर जापान और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी चीन के साथ संबंध सुधारने को इच्छुक हैं और उन्होंने उसके साथ उच्च स्तरीय बातचीत की मांग की है। हालांकि उन्होंने इसके लिए किसी शर्त को अस्वीकार कर दिया है। जबकि चीन ने बातचीत को लेकर कोई इच्छा नहीं दिखाई है। ली का कहना है कि जापान ने ईमानदारी से उच्च स्तरीय बातचीत की मांग नहीं की है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'नेताओं के बीच बैठक केवल हाथ मिलाने और तस्वीरें लेने के लिए नहीं होती है। इसमें समस्याओं का समाधान होना चाहिए।'

भुट्टो हत्याकांड में मुशर्रफ के खिलाफ ट्रायल शुरू
28 August 2013
इस्लामाबाद। बेनजीर भुट्टो हत्याकांड में पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ मंगलवार को रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत में ट्रायल शुरू हो गया। परवेज मुशर्रफ पर बेनजीर भुट्टो की हत्या करने व हत्या का षड्यंत्र रचने के आरोप तय किए गए हैं।
मामले की सुनवाई कर रहे चौधरी अजहर ने बताया कि फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि ये ट्रायल कितने दिनों तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में चार गवाहों को बुलाया गया है लेकिन उनमें से एक ही पहुंच पाया है। बताया जाता है कि सुरक्षा कारणों की वजह से मुर्शरफ ट्रायल के दौरान कोर्ट परिसर में मौजूद नहीं थे। इस मामले में मुर्शरफ के अलावा सात और लोगों पर आरोप तय हैं।
गौरतलब है कि साल 2007 में एक रैली के दौरान पाक प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थी। मुर्शरफ पर बेनजीर को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया न कराए जाने के आरोप है।

सऊदी अरब में अपराध मानी जाएगी घरेलू हिंसा
28 August 2013
रियाद। ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सऊदी अरब ने घरेलू हिंसा को अपराध मानने वाले कानून को मंजूरी दे दी है। सऊदी मंत्रिमंडल ने सोमवार को संबंधित विधेयक पास कर दिया जिसके तहत पीड़ित के लिए उपचार और शरण देने की व्यवस्था की गई है।
अभी तक पुलिस महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को निजी व घरेलू मामला ही मानती थी। लेकिन अब ऐसे मामलों की पुलिस को सघन जांच करनी होगी। कैबिनेट बयान के हवाले से अरब न्यूज ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि घरेलू हिंसा संबंधी कानून के तहत अब कोई भी नागरिक, सैन्य या निजी क्षेत्र में काम करने वाला कर्मचारी काम को लेकर या किसी भी तरह के दु‌र्व्यवहार की शिकायत कर सकता है।
नियोक्ता को इन शिकायतों की जानकारी जल्द से जल्द पुलिस या सामाजिक मामलों के मंत्रालय को देनी होगी। मंत्रालय में सामाजिक सुरक्षा विभाग के महा प्रबंधक मुहम्मद अल हरबी ने बताया कि घरेलू हिंसा के मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाएगी। शराब के नशे में या मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की स्थिति में घरेलू हिंसा के मामलों की गहन जांच होगी।

निकी हेले ने की दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव अभियान की शुरुआत
28 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी प्रांत साउथ कैरोलिना की गवर्नर भारतीय मूल की निकी हेले ने अगले वर्ष इस पद के लिए होने वाले चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। भारत से अमेरिका आकर बसे सिख माता-पिता की संतान हेले का असली नाम निम्रता निकी रंधावा है।
सीएनएन के अनुसार, रिपब्लिकन हेले ने अगले चार वर्षो के दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव अभियान की शुरुआत ग्रीनविल शहर में एक रैली से की। रैली में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का उल्लेख किया। हेले ने बताया कि राज्य में 37 हजार नई नौकरियां सृजित की गई। कल्याण कार्यक्रमों में सुधार और टैक्स में कटौती उनकी उपलब्धियां हैं। साउथ कैरोलिना की पहली महिला गवर्नर बनकर इतिहास रचने वाली हेले ने वर्ष 2010 में डेमोक्रेट उम्मीदवार विन्सेंट शेहीन को चार फीसद के अंतर से पराजित किया था। अगले वर्ष नवंबर में गवर्नर के लिए चुनाव होने हैं। अमेरिका में सबसे कम उम्र की निवार्चित होने वाली गर्वनर 41 वर्षीय हेले लुइसियाना के बॉबी जिंदल के बाद भारतीय मूल की दूसरी गवर्नर हैं।

संतुष्ट व्यक्ति के रूप में छोड़ रहा हूं राष्ट्रपति पद: जरदारी
28 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के निवर्तमान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि देश में पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता का हस्तांतरण देखने और राष्ट्रपति पद की शक्तियां संसद को सौंपे जाने के बाद वह एक संतुष्ट व्यक्ति के रूप में पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने यह बात सोमवार को राष्ट्रपति भवन में पत्रकारों के लिए आयोजित रात्रि भोज के दौरान कही।
58 वर्षीय जरदारी ने कहा, 'लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का अर्थ है लोकतंत्र को मजबूत करना और मुझे यकीन है कि पाकिस्तान इसे बरकरार रखने में कामयाब होगा।' उन्होंने कहा कि मुझे कोई अफसोस नहीं है। मैं सम्मान और गरिमा के साथ राष्ट्रपति पद छोड़ रहा हूं। उनका पांच साल का कार्यकाल आगामी आठ सितंबर को पूरा हो रहा है। उनका स्थान आगरा में जन्मे ममनून हुसैन लेंगे, जो गत 30 जुलाई को संपन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव में विजयी घोषित हुए थे। जरदारी ने कहा कि आतंकवाद और अर्थव्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] सत्त्तारूढ़ पीएमएल-एन सरकार का समर्थन करती रहेगी। पूर्ववर्ती पीपीपी सरकार के कामकाज के बारे में बात करते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि वह कई मोर्चो पर विफल रही, लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता का हस्तांतरण उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि रही।

गूगल ला रहा है चालक रहित टैक्सी
28 August 2013
लंदन। तकनीक के दिग्गज गूगल ने चालक रहित रोबोट टैक्सी लाने की पूरी तैयारी कर ली है। ये टैक्सी बुलाए जाने पर यात्रियों को पिक करने के साथ ही उन्हें गंतव्य स्थल तक अपने आप ही पहुंचाएगी। गूगल का लक्ष्य है कि स्वत: चालित कार की उसकी परियोजना एक रोबोट टैक्सी के रूप में स्थापित हो, ताकि यातायात की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। कंपनी के बड़े अधिकारियों के अनुसार इस तकनीक से पूरे विश्व में एक बेहतर यातायात प्रणाली स्थापित होगी। इससे बहुत से लोगों को कार खरीदने की आवश्यकता भी महसूस नहीं होगी। वैानिकों का दावा है कि इससे सड़क दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा। साथ ही इससे पर्यावरण को भी फायदा होगा।
गूगल ने पिछले कई महीनों से कार निर्माता कंपनियों से अपने सॉफ्टवेयर के साथ नए किस्म की कार बनाने पर खासा विचार-विमर्श किया था। गूगल ने सन 2010 में स्वत:चालित कार परियोजना को लांच करने के बाद इसे टोयोटा प्रियस और लेक्सस आरएक्स कारों में लगवाया था। इन कारों में गूगल के सॉफ्टवेयर के साथ ही कैमरे, संवेदी यंत्र, रडार आदि लगाए गए। उम्मीद है कि इन कारों को ब्रिटेन की सड़कों पर इस साल के अंत तक उतारने की हरी झंडी मिल जाएगी। इन कारों का टेस्ट ट्रायल किया जा चुका है। हालांकि माना जा रहा है कि गूगल के साथ साझेदारी करने में कार कंपनियां हिचक रही हैं , क्योंकि गूगल अपनी तकनीक को कार निर्माता कंपनियों के साथ साझा नहीं करना चाहता है। पिछले हफ्ते जर्मनी के अखबार फ्रैंकफुटर अलगेमीन जेटुंग ने अपनी खबर में बताया कि गूगल कार के पार्ट्स बनाने वाली कंपनी कांटिनेंटल के साथ एक सौदा करने के करीब है।

हिंदू धर्म विश्वकोष का अमेरिका में हुआ लोकार्पण
27 August 2013
नई दिल्ली। हिंदू धर्म विश्वकोष (इनसाइक्लोपीडिया ऑफ हिंदुइज्म) के अंतरराष्ट्रीय संस्करण का सोमवार को अमेरिका में लोकार्पण किया गया। हिंदू धर्म व संस्कृति से जुड़े भारत व दुनिया के लगभग एक हजार विद्वानों, प्रोफेसरों, अनुसंधानकर्ताओं और विशेषज्ञों के सहयोग से इसे 20 सालों में तैयार किया गया है। अंग्रेजी में तैयार हिंदू धर्म विश्वकोष में पहली बार भारत की महान आध्यात्मिक संस्कृति का अत्यंत गहरा, विशुद्ध प्रामाणिक, शैक्षणिक और विज्ञानसम्मत व्यापक सारतत्व मौजूद है।
11 खण्डों एवं 7 हजार प्रविष्टियों वाले इस विशालकाय विश्वकोष का प्रकाशन प्रख्यात संत व ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती 'मुनि जी' की अध्यक्षता वाले भारतीय संस्कृति शोध संस्थान (इंडियन हेरिटेज रिसर्च फाउंडेशन) द्वारा कराया गया है। यह विश्वकोष लाखों-लाख वर्ष पूर्व के इतिहास, विज्ञान, कला, संस्कृति, संगीत, नृत्यकला, नाट्यकला, स्थापत्यकला, राजनीति, धर्म, दर्शन आदि का संक्षिप्त सारतत्व है। खास बात यह है कि यह हिंदू धर्म विश्वकोष केवल हिंदुत्व के ज्ञान-विज्ञान को ही प्रदर्शित नहीं करता, बल्कि इसमें आध्यात्मिक संस्कृति के समस्त पंथों सिख, जैन और बौद्ध आदि की परंपराओं को भी समाहित किया गया है।
कोलंबिया स्थित साउथ कैरोलिना विश्वविद्यालय के परिसर में संपन्न इस लोकार्पण कार्यक्रम में स्वामी चिदानंद सरस्वती के अलावा प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे, साउथ कैरोलिना की राज्यपाल निक्की हेले, विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. हैरिस पेस्टीड्स, अमेरिका में भारत के महावाणिज्यदूत अजीत कुमार आदि मौजूद रहे। विश्वकोष के प्रधान संपादक डॉ. केएल शेषगिरि राव और प्रबंध संपादक साध्वी भगवती सरस्वती ने भारत की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया। साध्वी भगवती सरस्वती ने बताया कि इस विश्वकोष को लेकर अमेरिका में खासा उत्साह देखने को मिला है।
भारतीय संस्कृति से विश्व को रूबरू कराएगा विश्वकोष
स्वामी चिदानंद सरस्वती के मुताबिक, हिंदू धर्म के अलावा अन्य धर्मो के विश्वकोष पहले से मौजूद हैं। ऐसे में विश्व के प्राचीनतम हिंदू धर्म के विश्वकोष की आवश्यकता को पूरा करने के लिए यह प्रयास किया गया। भारत की महान संस्कृति ने दुनिया भर को मार्ग दिखाया है और यह विश्वकोष उसी की जरूरत को पूरा करते हुए भारतीय संस्कृति के उजले व अत्यन्त गहरे पक्षों का परिचय विश्वजनमानस को कराएगा। अमेरिका में इसके लोकार्पण कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म विश्वकोष के बारे में पहला विचार उन्हें अमेरिका में ही आया था। इसके बाद उन्होंने इस पर अमेरिका में रहने वाले मित्रों, विद्वानों और भारतीय परिवारों से इसकी चर्चा की। इस विश्वकोष को तैयार करने में अमेरिकी प्रोफेसरों और वैज्ञानिकों ने अग्रणी भूमिका निभाई। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि भारत लगातार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। इस देश की सबसे बड़ी संपदा है आध्यात्म। इसी के माध्यम से आज दुनिया सुखी जीवन के मंत्र तलाश रही है।

पाक को सताया भारत का डर, बंद किए सीमावर्ती स्कूल-दफ्तर
27 August 2013
इस्लामाबाद। नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच पाकिस्तान ने इस क्षेत्र में स्थित अपने सभी स्कूलों और सरकारी दफ्तरों को बंद करने का आदेश दिया है। बताया जाता है कि पाकिस्तान ने यह कदम भारत की जवाबी गोलीबारी से कथित तौर पर दो महिलाओं की मौत और कुछ नागरिकों के घायल होने के बाद उठाया है
एक अधिकारी ने कहा, 'फिलहाल स्कूल और दफ्तरों को शुक्रवार तक बंद रखा जाएगा। यह आदेश नियंत्रण रेखा से तीन किमी के दायरे में आने वाली इमारतों पर लागू होगा। सभी स्कूल सोमवार को फिर से खुलेंगे।'
गौरतलब है कि नियंत्रण रेखा पर पिछले कुछ सप्ताह से पाकिस्तान और भारतीय सेनाओं के बीच तनाव बढ़ा है। नवंबर 2003 में दोनों देश नियंत्रण रेखा पर सीजफायर (संघर्ष विराम) को राजी हुए थे, बावजूद इसके पाकिस्तान ने कई बार इसका उल्लंघन किया। यही नहीं उसने खुद की गलती नकारते हुए उल्टे भारतीय फौजों पर ही संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप मढ़ा।

चीनी हेलीकॉप्टर ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी
27 August 2013
बीजिंग। अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने में जुटे चीन ने एक और सफलता हासिल करने का दावा किया है। चीन की सेना ने सोमवार को कहा कि पहले स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर डब्ल्यू जेड-10 से सफलतापूर्वक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी गई। मिसाइल ने कम ऊंचाई पर लक्ष्यों को निशाना बनाया।
सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने सोमवार को कहा कि पिछले सप्ताह दक्षिणी चीन के गुआंगडोंग प्रांत के पूर्वी तट पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अभ्यास के दौरान डब्ल्यू जेड-10 ने मिसाइल दागी। डब्ल्यू जेड-10 को विशेष रूप से टैंक विरोधी अभियान के लिए तैयार किया गया है। इसे पहली बार 2012 में गुआंगडोंग के झुहाई शहर में नौवीं चाइना इंटरनेशनल एविएशन एंड एयरोस्पेस प्रदर्शनी में सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया गया था।

असद ने पश्चिमी देशों को ललकारा
27 August 2013
मास्को। सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद ने अपनी सेना द्वारा रासायनिक हथियारों के प्रयोग किए जाने के आरोप को खारिज कर दिया है। साथ ही अमेरिका को चेतावनी दी कि उसके द्वारा सीरिया में किया गया सैन्य हस्तक्षेप विफल रहेगा। गौरतलब है कि अमेरिका-ब्रिटेन ने रविवार को कहा था कि यदि सीरिया में रासायनिक हमले के सुबूत मिले तो इसकी गंभीर प्रतिक्रिया होगी।
रूसी अखबार इजवेस्तिया को दिए साक्षात्कार में असद ने कहा कि पश्चिमी देशों का यह दावा कि उनकी सरकार ने रासायनिक हथियार का प्रयोग किया है, 'कॉमन सेंस' का अपमान है।
सैन्य हस्तक्षेप पर मतभेद : सीरिया में रासायनिक हथियारों के प्रयोग पर उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच भी मतभेद उभरकर सामने आ गए हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सर्वसम्मति बने बिना भी सीरिया के खिलाफ प्रतिक्रिया दी जा सकती है।
वहीं, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने चेतावनी दी है कि यदि सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की गई तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। रूसी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'लावरोव ने अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ टेलीफोन पर बातचीत में कहा कि अमेरिकी अधिकारियों द्वारा सीरिया में विदेशी फौज भेजने संबंधी जो बयान दिए जा रहे हैं, उसे लेकर रूस बहुत चिंतित है।' इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरियाई संकट को लेकर अपने फ्रांसीसी समकक्ष फ्रांसुआ ओलांद से बात की है।
तुर्की के विदेश मंत्री अहमत दावुतोगलु ने कहा है कि यदि सीरिया के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद सर्वसम्मति पर नहीं पहुंचता है तो भी वह सीरिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन में शामिल होगा। फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेंट फैबियस का कहना है कि सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन सभी विकल्प खुले हुए हैं। हालांकि उनका मानना है कि सीरिया के खिलाफ कार्रवाई में संयुक्त राष्ट्र की उपेक्षा करना कठिन होगा।

करजई ने तालिबान से वार्ता में पाक से मदद मांगी
27 August 2013
इस्लामाबाद। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने तालिबान के साथ तत्काल शांति वार्ता शुरू करने के लिए पाकिस्तान से मदद मांगी है। सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर इस्लामाबाद पहुंचे करजई ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर देश में शांति बहाली के लिए तालिबान के साथ वार्ता में उनके सहयोग की मांग की।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में इस साल जून में उस वक्त खटास पैदा हो गई थी जब अमेरिका के साथ-साथ इस्लामाबाद ने भी कतर में तालिबान के राजनीतिक दफ्तर खोले जाने का समर्थन किया था। इसके बाद पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के एक बयान ने दोनों देशों के बीच रिश्ते की खाई को और चौड़ा कर दिया था। सरताज ने अफगानिस्तान को सुझाव दिया था कि देश में स्थायी शांति बहाली के लिए काबुल को अपने कुछ प्रांत तालिबान को सौंप देने चाहिए। उनके इस सुझाव से करजई काफी खफा हुए थे।
अफगानी राष्ट्रपति के इस दौरे को इसी दरार को कम करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। शरीफ से मुलाकात के बाद करजई ने कहा, हमने तालिबान से वार्ता में पाकिस्तान से मदद मांगी है। इसके अलावा देश में पुनर्वास से संबंधित मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। अफगानी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों की मुख्य चिंता अपने नागरिकों की सुरक्षा और आतंक का खतरा है। करजई के मुताबिक, इन्हीं दो क्षेत्रों में दोनों देशों को ध्यान देने की जरूरत है।
दूसरी ओर, शरीफ ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण माहौल पैदा करना उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में हमारी सुरक्षा और समृद्धि कई तरीके से अफगानिस्तान से जुड़ा हुआ है।

रासायनिक हमले का मास्टरमाइंड असद का भाई!
27 August 2013
लंदन। सीरिया में जारी गृह युद्ध में राष्ट्रपति बशर अल असद से ज्यादा उनके भाई माहेर अल असद निर्णायक भूमिका निभाते हैं। पर्दे के पीछे से सेना की गतिविधियों को संचालित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्हें पिछले करीब एक साल से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है, लेकिन पिछले हफ्ते दमिश्क के पास विद्रोहियों के गढ़ में रासायनिक हमलों को लेकर शक की सुई माहेर की ओर घूम रही है। उन्हें ही इस हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
'द गार्जियन' की रिपोर्ट के मुताबिक असद भले ही राष्ट्रपति हैं, लेकिन कई मायनों में बड़े भाई की तुलना में माहेर के निर्णय अंतिम होते हैं। ताकतवर सैन्य डिवीजन की कमान उन्हीं के हाथ में है। वह दमिश्क के बाहरी इलाकों में विद्रोहियों के खिलाफ मोर्चे का नेतृत्व भी कर रहे हैं। पिछले बुधवार को विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में नागरिकों पर हुए रासायनिक हमले में माहेर का हाथ माना जा रहा है। माहेर बॉथ पार्टी की केंद्रीय समिति के वरिष्ठ सदस्य हैं जबकि देश की पुलिस के प्रमुख स्तंभ वह ही हैं। वर्ष 2000 से सैन्य डिवीजन की कमान संभाल रहे माहेर देश के अन्य बलों का भी नेतृत्व करते हैं। पिछले साल 18 जुलाई को दमिश्क में एक बैठक के दौरान हुए विस्फोट से पहले उन्हें सार्वजनिक तौर पर देखा गया था। इस विस्फोट में सुरक्षा प्रमुख, असद की बहन बुशरा के पति आसिफ शौकत समेत कई लोग मारे गए थे। उसके बाद से कहा जा रहा है कि बैठक में माहेर भी मौजूद थे और हादसे में घायल हो गए थे।
राष्ट्रपति कार्यालय के पूर्व प्रेस आफिसर अब्दुल्ला उमर ने कहा कि उन्होंने माहेर को बैठक में जाते देखा था। हादसे में उन्होंने अपना एक हाथ और एक पांव गंवा दिया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। माहेर की पत्नी दुबई में बहन बुशरा के साथ रहती हैं।

क्यूबा के कारण रूसी हवाई अड्डे पर फंसे रहे स्नोडेन
27 August 2013
मास्को। अमेरिकी खुफिया एजेंसी [सीआइए] के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन कई हफ्ते तक मॉस्को हवाई अड्डे के ट्रांजिट जोन में इसलिए फंसे रहे क्योंकि क्यूबा ने अमेरिकी दबाव में उन्हें रूस से हवाना आने की इजाजत देने से इन्कार कर दिया था। यह दावा सोमवार को एक रूसी अखबार ने किया।
कोम्मरसेंट अखबार के मुताबिक, जासूसी के आरोपों में अमेरिका में वांछित स्नोडेन गत 23 जून को हांगकांग से रूस पहुंचे थे। इसके एक दिन बाद उनकी योजना मॉस्को के शेरेमेतोवो एयरपोर्ट से क्यूबा की राजधानी हवाना जाने की थी। हवाना जाने वाले विमान में उनकी सीट भी बुक थी, लेकिन अंतिम क्षणों में क्यूबा के मना करने से वह नहीं जा सके।
अखबार ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय सहित कई सूत्रों के हवाले से कहा कि अंतिम समय में क्यूबा ने रूसी अधिकारियों से कहा कि स्नोडेन को विमान में बैठने से रोक दिया जाए। अखबार के मुताबिक क्यूबा ने यह फैसला अमेरिकी दबाव में लिया था। अखबार ने यह भी दावा किया है कि स्नोडेन ने हांगकांग स्थित रूस के वाणिज्य दूतावास में भी कुछ दिन गुजारे थे ताकि मास्को से होकर लातिन अमेरिका जाने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा सके।
गौरतलब है कि मास्को हवाई अड्डे के ट्रांजिट जोन में करीब छह सप्ताह तक फंसे रहने के बाद रूस ने स्नोडेन को एक वर्ष के लिए अस्थाई रूप से शरण दे दी है। रूस के फैसले से नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से प्रस्तावित मुलाकात टाल दी है। पुतिन के साथ ओबामा की यह मुलाकात अगले माह मास्को में होनी थी।

बम धमाकों से गूंजा इराक, 45 लोगों की मौत
27 August 2013
बगदाद। इराक के अलग- अलग क्षेत्रों में रविवार को हुए हमले में 45 लोगों की मौत हो गई और लगभग 113 लोग घायल हो गए। बगदाद के निनेवेह प्रांत की राजधानी मोसुल के दक्षिण में स्थित शोरा शहर में कुछ बंदूकधारियों ने मिनी बस में सफर कर रहे पांच जवानों की हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दूसरा हमला बगदाद के उत्तर में बालाद शहर में हुआ। यहां चौराहे पर खड़ी न्यायधीश की कार के पास हुए बम विस्फोट में न्यायधीश समेत 21 लोगों की मौत हो गई। बगदाद के पूर्वोत्तर में स्थित दियाला प्रांत की राजधानी बकूबा के पास अब्बारा शहर में एक पूर्व पुलिसकर्मी की हत्या कर दी गई।
बकूबा शहर के चर्चित मार्केट में खड़ी कार में विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई और 36 गंभीर रूप से घायल हो गए।
बकूबा के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक घर के पास हुए अन्य विस्फोट में एक नागरिक की मौत हो गई और 10 घायल हो गए। बगदाद के पूर्वोत्तर में स्थित अल- अमिन जिले के शिया धार्मिक विद्यालय के पास एक कार में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और सात घायल हो गए। दूसरी तरफ बगदाद के नाहरावन इलाके में हुए बम विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए।
बगदाद के शुर्ता-अल-राबिया जिले में हुए बम विस्फोट में एक की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। राजधानी के शाब जिले में हुए एक अन्य बम विस्फोट में 10 लोगों की मौत हो गई और करीब आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
इसके अलावा मैदान शहर में फुटबाल मैदान के पास हुए एक बम विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक घटना में 14 लोग घायल हुए हैं। बगदाद के जियोना जिले में हुए कार बम विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। बगदाद के घजालिया जिले में सड़क पर हुए एक अन्य विस्फोट में दो लोग घायल हो गए।

हाफिज सईद ने कहा- कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं, भारत को भुगतना होगा
27 August 2013
इस्लामाबाद। जमात-उद-दावा के चेयरमैन हाफिज सईद ने रविवार को पाकिस्तानी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है और पाकिस्तान को इसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए. इस इंटरव्यू में हाफिज मोहम्मद सईद के ज्यादातर बयान भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले ही थे. पाकिस्तान में बाढ़ के लिए एक बार फिर इस खूंखार आतंकी ने भारत को जिम्मेदार ठहराया, न्यूक्लीयर के लिए सईद ने पाकिस्तान की पीठ थपथपाई, लेकिन उसकी सभी बातों का केंद्र कश्मीर ही रहा. सईद ने पाकिस्तान के कश्मीर पर दावे और भारत में कथित रूप से कश्मीर की 'आजादी' के लिए चल रहे संघर्ष को जायज ठहराया.
मुंबई में हुए 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज ने अपने इंटरव्यू के बाद ट्वीट किया, 'कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. ये विवादित राज्य क्षेत्र है. जहां करोड़ों लोग आजादी के लिए शहीद हो गए.'
आतंकी सईद का कश्मीर राग
हाफिज सईद ने 25 अगस्त 2013 को ट्वीट किया- 'कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. यह एक विवादित इलाका है, जहां आजादी के लिए लाखों लोग मर गए हैं. पाकिस्तान को इसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए.'
भारतीय मीडिया पर हमला
सईद ने भारतीय मीडिया पर भी हमला बोला और उसका मानसिक स्वास्थ्य तक खराब बता डाला. सईद ने एक अन्य ट्वीट में लिखा- 'या तो भारतीय मीडिया में कोई समझदारी या तर्कसंगतता नहीं है या वे साफ तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सरकार के षडयंत्र में शामिल हैं.'
भारत को भुगतना पड़ेगा
एक और ट्वीट करते हुए आतंकी हाफिज सईद ने जहर उगला. स‍ईद ने कहा कि अफगानिस्तान में भारतीय निवेश अफगानियों की समृद्धि के लिए नहीं, बल्कि पाकिस्तान के विनाश के लिए था. पाकिस्तान में आतंक मचाने के‍ लिए भारत को भुगतना पड़ेगा.
भारत को परमाणु हथियारों की धमकी
सईद ने एक और ट्वीट किया और कहा- मैं सपने में भी विश्वास नहीं कर सकता कि भारत पा‍किस्तान पर हमला कर सकता है. आज का पाकिस्तान 1971 वाला पाकिस्तान नहीं है. और हमारे परमाणु हथियार म्यूजियम में सजाने के लिए नहीं हैं.
भारत को उसी की भाषा में जवाब दो
एक अन्य ट्वीट में इस आतंकी ने कहा कि पाकिस्तान के धैर्य, सुलह की कोशिश और संयम को समझा नहीं जा रहा है. भारत को उसी की भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए.

श्रीलंका ने 35 भारतीय मछुआरों को पकड़ा
27 August 2013
कोलंबो। श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 35 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि नौसेना ने पाक जलडमरूमध्य में तलाईमन्नार और धनुषकोडी के बीच इन मछुआरों को गिरफ्तार कर उनकी चार नौकाएं जब्त कर ली. श्रीलंकाई नौसैनिकों ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा का उल्लंघन करने के मामले में मछुआरों को गिरफ्तार किया है.
बताया जा रहा है कि मछुआरों को श्रीलंका के तलाईमन्नार में एक सैन्य शिविर में रखा गया है. गौरतलब है कि श्रीलंकाई नौसेना ने उनके क्षेत्र में मछलियां पकड़ने के आरोप में रामेश्वरम, नागपट्टनम और कराईकल के 106 मछुआरे को काफी समय से जेल में बंद कर रखा है.

नासा अगले महीने चांद पर भेजेगा रोबोटिक यान
26 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अगले महीने छोटी कार के आकार का एक रोबोटिक यान चंद्रमा पर भेजने की अंतिम तैयारियां कर रही है। इस अभियान के जरिये चंद्रमा के वातावरण से संबंधित जानकारियां जुटाई जाएंगी।
अभियान के दौरान चंद्रमा की बेहतर तस्वीरें प्राप्त करने के लिए रोबोटिक यान को विशेष रूप से डिजायन किया गया है। अमेरिकी वायुसेना का मिनोटर वी रॉकेट यान को लेकर छह सितंबर को वर्जीनिया स्पेस कोस्ट प्रक्षेपण स्थल से रवाना होगा। नासा के मुताबिक 'द लूनर एटमॉसफेयर एंड डस्ट एनवायरमेंट एक्सप्लोरर' यान इस अभियान के दौरान चंद्रमा की परिक्रमा करेगा और उसके वातावरण के बारे में विस्तृत जानकारियां जुटाएगा।
यान यह भी पता लगाएगा कि क्या चंद्रमा के आकाश में धूल के कण भी तैर रहे हैं। इस अभियान की मदद से शोधकर्ताओं को सौरमंडल के अन्य ग्रहों को समझने में भी मदद मदद मिलेगी।

सीरिया को गंभीर परिणामों की धमकी
26 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका और ब्रिटेन ने सीरिया को धमकी दी है कि यदि उन्हें नागरिकों पर रासायनिक हमले के सुबूत मिले तो इसकी गंभीर प्रतिक्रिया होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से रविवार को 40 मिनट तक फोन पर वार्ता की। दूसरी ओर, बढ़ते दबाव के बीच सीरिया ने संयुक्त राष्ट्र टीम को संदिग्ध रासायनिक हमले की जांच को मंजूरी दे दी है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने बयान जारी कर कहा कि दोनों नेता रासायनिक हमले की रिपोर्टो पर चिंतित हैं। अमेरिका-ब्रिटेन की इस धमकी से सीरिया भड़क गया है। सीरियाई अधिकारियों ने कहा कि यदि विदेशी फौजों ने हमारे यहां घुसने की कोशिश की तो इसने नतीजे गंभीर होंगे। ईरान ने भी सीरिया के सुर में सुर मिलाया है। एक शीर्ष ईरानी सैन्य अधिकारी ने कहा कि अमेरिका-ब्रिटेन को उसके सहयोगी सीरिया से दूर ही रहना चाहिए।
शनिवार को शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ बैठक के बाद ओबामा ने कैमरन से बात की। ओबामा-कैमरन ने कहा कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार द्वारा नागरिकों पर रासायनिक हथियारों से हमला होना अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से कड़ी कार्रवाई के लायक होगा। दोनों नेताओं ने कहा कि विश्व समुदाय ऐसे हथियारों के प्रयोग को रोके जाने का समर्थन करे। उन्होंने अधिकारियों से सभी विकल्पों के बारे में पता लगाने को कहा है। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना ने देश के सूचना मंत्री ओमरान जोआबी के हवाले से कहा है कि यदि अमेरिका सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप करता है तो मध्य पूर्व के देश जल उठेंगे। फार्स समाचार एजेंसी ने ईरान की सशस्त्र सेनाओं के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मसूद जजायेरी के हवाले से कहा है कि यदि अमेरिका सीमा रेखा को पार करता है तो हम उसे चैन से नहीं बैठने देंगे। एक वर्ष पहले भी ओबामा ने सीरिया को रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल न करने की धमकी दी थी।
सीरिया के करीब पहुंचे अमेरिकी नौसैनिक : असद सरकार द्वारा रासायनिक हथियारों के प्रयोग की रिपोर्टो केबाद ओबामा प्रशासन सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप के विकल्प पर विचार कर रहा है। अमेरिकी नौसैनिक सीरिया के और करीब पहुंच रहे हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने नौसैनिकों को सीरिया के नजदीक पहुंचने का आदेश दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने विश्व के कई देशों में अपने समकक्षों से संपर्क साधा है।

चीन ने बनाया दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु जेनरेटर
26 August 2013
बीजिंग। चीन ने प्रति यूनिट क्षमता के हिसाब से दुनिया कासबसे बड़ा परमाणु जेनरेटर बनाने का दावा किया है।
सिचुआन प्रांत स्थित सरकारी डोंगफांग इलेक्ट्रिकल मशीनरी कंपनी लिमिटेड (डीएफईएम) ने दावा किया है कि 1750 मेगावाट की क्षमता वाला जेनरेटर बहुत जल्द ऊर्जा संयंत्र का हिस्सा बन जाएगा। शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस जेनरेटर को गुआंगडांग प्रांत स्थित ताएशान परमाणु संयंत्र में भेज दिया जाएगा। डीएमईएम इस तरह के दो जेनरेटर जल्द ही परमाणु बिजली संयंत्र को मुहैया कराएगा। यह कंपनी अब तक 14 परमाणु जेनरेटर बना चुकी है, जिनकी कुल क्षमता 15790 मेगावाट रही। ताएशान परमाणु संयंत्र चाइना गुआंगडांग न्यूक्लियर प्लांट होल्डिंग कंपनी लिमिटेड और इलेक्ट्रीसाइट द फ्रांस का संयुक्त उपक्रम है। सीडीएनपीसी के मुताबिक, परमाणु ऊर्जा स्टेशन की परियोजना के पहले चरण में करीब 8.13 अरब डॉलर (514 अरब रुपये) का निवेश हुआ है। इसमें इलेक्ट्रॉन पैरामैग्नेटिक रेजोनेंस (ईपीआर) टेक्नोलॉजी के तहत दो नई इकाइयों का निर्माण कार्य भी शामिल है। अमेरिका और फ्रांस के बाद चीन 2020 के अंत तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा परमाणु बिजली उत्पादक देश बन जाएगा। पिछले साल अक्टूबर में सरकार द्वारा बिजली पर जारी श्वेत पत्र में कहा गया था कि चीन के पास 15 परमाणु बिजली उत्पादन इकाइयां हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 12.54 गीगावाट है। जबकि 30 अन्य इकाइयों का काम निर्माणाधीन है, जिससे 32.81 गीगावाट बिजली पैदा होगी। एक गीगावाट एक हजार मेगावाट के बराबर होता है।

चीनी-अमेरिकी अरबपति ब्लॉगर वेश्यावृत्ति के लिए गिरफ्तार
26 August 2013
बीजिंग। सुधारवादी टिप्पणियों से एक करोड़ बीस लाख फॉलोवर बनाने वाले चीनी मूल के अमेरिकी अरबपति ब्लॉगर चा‌र्ल्स जू को वेश्यावृत्ति के संदिग्ध मामले में गिरफ्तार किया गया है।
देश में लोकप्रिय ब्लॉगरों में से एक पूंजीपति जू को बीजिंग की पुलिस ने शुक्रवार की शाम गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी को हाल के कुछ सप्ताहों में अधिकारियों द्वारा इंटरनेट पर अभिव्यक्ति को नियंत्रित करने के अभियान से जोड़ कर देखा जा रहा है। गिरफ्तारी के कुछ घंटे पहले ही उन्होंने चीन में सर्वाधिक लोकप्रिय माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स सीनो वीबो पर अपना संदेश पोस्ट किया था। पूर्व में वह प्रदूषण पर पारदर्शी विवरण जारी करने के अभियान का समर्थन और बाल तस्करी का मुद्दा उठा चुके हैं।
60 वर्षीय जू की गिरफ्तारी रविवार को वीबो पर छाई रही। बीजिंग पुलिस ने अपने वीबो अकाउंट के माध्यम से बताया कि सूचना के आधार पर जू को एक 22 वर्षीय युवती के साथ गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। इसके अलावा एक पत्रकार को ऑनलाइन अफवाह फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिया गया पत्रकार टैबलायड 'न्यूज एक्सप्रेस' का है जिसकी पहचान उसके सरनेम लियू से हुई है।

बो शिलाई ने पूर्व पुलिस प्रमुख को धूर्त बताया
26 August 2013
बीजिंग। बदनाम चीनी नेता बो शिलाई के खिलाफ हाई प्रोफाइल मामलों की सुनवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। रविवार को सुनवाई के दौरान कम्युनिस्ट पार्टी के कभी कद्दावर नेता रहे बो ने पूर्व पुलिस प्रमुख वांग लिजुन को अदालत में धूर्त शख्स करार दिया। वांग ब्रिटिश व्यवसायी नील हेवुड की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह हैं।
64 वर्षीय बो पर भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और पद के दुरुपयोग के आरोप लगने के बाद पिछले साल चोंगकिंग शहर के प्रमुख पद से बर्खास्त कर दिया गया था। उन्हें पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया गया था। जिनान इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि सुनवाई के चौथे दिन रविवार को अभियोजन पक्ष के वकील ने बो के खिलाफ पद के दुरुपयोग मामले में और सुबूत पेश किए। सुबूत दर्शाते हैं कि हेवुड की मौत की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के खिलाफ बो ने जांच के आदेश दिए थे। बो की पत्नी ग्यु केलाई को हेवुड की हत्या के आरोप में पिछले साल मौत की सजा सुनाई गई थी। उनकी सजा को दो साल के लिए निलंबित रखा गया है।
वकील ने दावा किया कि बो ने चोंगकिंग शहर के पुलिस प्रमुख वांग को पद से हटाकर संगठनात्मक प्रक्रिया का उल्लंघन किया था। वांग हेवुड हत्याकांड में ग्यु की भूमिका की जांच कर रहे थे। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्यु ने सरकारी अधिकारी न होते हुए भी वांग की बर्खास्तगी के मामले में हस्तक्षेप किया था। ग्यु के कहने पर बो ने अस्पताल से वांग के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की झूठी रिपोर्ट तैयार करके उसे सार्वजनिक करने के प्रस्ताव को सहमति दी थी। बो ने अदालत में स्वीकार किया कि उन्होंने इन घटनाओं से निपटने में गलतियां की, लेकिन उन्होंने किसी भी मामले में अपने पद का दुरुपयोग करने की बात से इन्कार किया। बीते तीन दिनों के दौरान अदालत में बो के खिलाफ मामलों की सुनवाई रोजाना आठ घंटों तक चली, लेकिन रविवार को यह दो घंटे बाद स्थगित कर दी गई। अटकलें हैं कि बो को निलंबित मौत की सजा सुनाई जा सकती है।

पाक जेल से 337 कैदी रिहा
26 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अपने यहां की जेलों में सजा काट रहे करीब 337 भारतीय कैदियों को शनिवार देर शाम को रिहा कर दिया। इन कैदियों में अधिकतर मछुआरे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रिहा किए गए सभी कैदियों ने अपनी सजा की मियाद पूरी कर ली थी।
रिहा किए जाने के बाद सभी कैदियों को भारत-पाकिस्तान सीमा पर अमृतसर और लाहौर के बीच वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया। इससे पहले बीते गुरुवार को पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने 385 भारतीय कैदियों को रिहा किए जाने की घोषणा की थी। लेकिन बाद में यह संख्या घटाकर 337 कर दी गई।

मिस्र के संविधान में खत्म होगी इस्लामी दखलंदाजी
26 August 2013
काइरो। मिस्र की सेना समर्थित सरकार ने संविधान में बदलावों की तैयारी कर ली है। अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड ने इस्लामी विचारधारा को संविधान के जरिये पूरे देश में लागू करने की तैयारी कर ली थी। हालांकि, मतदान प्रणाली समेत जिन नए बदलावों की कोशिश की जा रही है, उन पर हुस्नी मुबारक के शासनकाल की स्पष्ट छाप दिखाई पड़ती है।
सेना ने तीन जुलाई को मुर्सी को अपदस्थ करने के बाद उनके शासनकाल के दौरान तैयार किए गए संविधान को निलंबित कर दिया था। अंतरिम सरकार ने संविधान सुधारों के लिए एक समिति गठित की थी। 10 सदस्यीय समिति संविधान में इस्लामी दखलंदाजी खत्म करने के अलावा, महिलाओं और अल्पसंख्यकों को उनके मानवाधिकार सुनिश्चित कराने वाले बदलाव करेगी।
राष्ट्रपति को हटाने का अधिकार संसद को दिया जाएगा। इसके अलावा पार्टी लिस्ट के बजाय उम्मीदवार के लिए जनता वोट डालेगी। मुर्सी ने दो तिहाई सीटें लिस्ट सिस्टम में डाल दी थी। इसके चलते ब्रदरहुड और उसकी समर्थक इस्लामी पार्टियों ने आम चुनाव में 80 फीसद सीटें जीत ली थीं। इस समिति ने शरई के आधार पर देश के कानून बनाने वाले प्रस्ताव को भी खत्म करने का फैसला लिया है। ये प्रस्तावित बदलाव मीडिया में लीक हुए हैं।
समिति ने संविधान के 236 अनुच्छेदों में 32 को रद और 109 में संशोधन का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अलावा संसद के शक्तिहीन ऊपरी सदन को खत्म करने की सिफारिश भी की है। सेना की कोशिश है कि चार महीनों के अंदर नया संविधान लागू हो जाए और इसके बाद संसदीय एवं राष्ट्रपति चुनाव करवा दिए जाएं। बताया जा रहा है कि समिति की रिपोर्ट को सरकार तुरंत मंजूरी दे देगी।
सरकारी न्यूज एजेंसी मेना ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने संविधान सुधारों और प्रजातंत्र की वापसी के मसलों पर गृह मंत्री नबील फाहमी से शुक्रवार को वार्ता की।
समर्थन में सऊदी अरब
रियाद। सऊदी अरब के किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने मिस्र में चल रहे राजनीतिक उठापठक की निंदा की है। उन्होंने सभी मुस्लिम देशों से अपील की है कि वे मिस्र सरकार के पक्ष में उठ खड़े हों। वहां जो कुछ भी हुआ, वह दुखद है। इससे मिस्र की स्थिरता, सुरक्षा और लोगों से चिढ़ने वाले खुश हो रहे होंगे।

सीरिया के करीब अमेरिकी नौसेना, हमले की तैयारी
26 August 2013
वाशिंगटन। सीरिया में चले रासायनिक हथियार ने राष्ट्रपति बशर अल असद की परेशानी बढ़ा दी है। अमेरिकी नौसेना हमले की तैयारी करते हुए सीरिया के करीब पहुंच चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से सीरिया के संबंध में चर्चा की है। विदेश मंत्री जॉन केरी ने संभावित हमले के संबंध में दुनियाभर के नेताओं से वार्ता करनी शुरू कर दी है।
पिछले 24 घंटे में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने सीरियाई विपक्ष परिषद के नेता, संयुक्त राष्ट्र महासचिव और यूरोपीय यूनियन व अरब लीग के नेताओं से बात की है। उन्होंने ब्रिटेन, फ्रांस, जॉर्डन, कतर, तुर्की, रूस, जर्मनी, संयुक्त अरब अमीरात, इटली और मिस्र के विदेश मंत्रियों से भी बात की है। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्री ने निराश करने वाली रिपोर्टो, फोटो और वीडियो को लेकर अमेरिका की ओर से चिंता और नाराजगी जताई है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति ने खुफिया एजेंसियों से संदिग्ध हमले के बारे में सभी सूचनाएं जुटाने का आदेश दिया है। इसके तुरंत बाद हम अगला कदम उठाएंगे। संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति असद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का फैसला ले सकते हैं। दूसरी ओर, मलेशिया जा रहे रक्षा मंत्री चक हेगल ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राष्ट्रपति के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकारों से वार्ता की है। रक्षा मंत्रालय को अपने सभी सैन्य विकल्प तैयार रखने होंगे। ओबामा इनमें से कुछ भी चुन सकते हैं।
अमेरिकी तैयारियों के बीच संयुक्त राष्ट्र की हथियार निरस्त्रीकरण प्रमुख एंजिला केन दमिश्क पहुंच गई हैं। उन्हें यूएन महासचिव बान की मून ने भेजा है। ब्रिटेन, फ्रांस और रूस ने असद एवं विद्रोहियों से यूएन विशेषज्ञों के साथ सहयोग की अपील की है। सीरिया के सरकारी टेलीविजन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सैनिकों ने शनिवार को दमिश्क के उपनगर जोबार में विद्रोहियों के सुरंगों में प्रवेश किया है। वहां रासायनिक पदार्थ देखे गए हैं। कुछ सैनिकों ने दम घुंटने की शिकायत भी दर्ज कराई है।
ईरानी राष्ट्रपति ने भी स्वीकारी रासायनिक हमले की बात
तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को पहली बार स्वीकार किया कि सीरिया में रासायनिक हथियारों का प्रयोग हुआ है। उन्होंने इस प्रकार के हथियारों के प्रयोग को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है।
सीरिया की मुख्य विपक्षी पार्टी नेशनल कॉलिशन ने सरकार पर बुधवार को रासायनिक हथियारों का प्रयोग कर करीब 1,300 लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया है। एक सरकारी वेबसाइट के मुताबिक रूहानी ने कहा, 'सीरिया में रासायनिक हथियारों के प्रयोग से निर्दोष लोगों के मारे जाने की घटना बहुत दुखद है।'

बो ने स्वीकारी पांच करोड़ गबन की बात
26 August 2013
बीजिंग। चीन में सत्तासीन कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व कद्दावर नेता बो शिलाई ने आठ लाख 17 हजार डॉलर (करीब पांच करोड़ रुपये) की सरकारी धनराशि के गबन की बात स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि यह धनराशि उनकी पत्नी ग्यु केलाई के बैंक खाते में जमा कराई गई थी। शनिवार को जिनान अदालत में सुनवाई के तीसरे दिन बो की गवाही को पढ़कर सुनाया गया।
चीनी राजनीति में कभी बहुत प्रभावशाली नेता समझे जाने वाले बो पर रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप हैं। गत दो अगस्त को दर्ज कराए अपने बयान में बो ने कहा था कि उन्होंने सरकारी इमारत की परियोजना के लिए आवंटित धनराशि को गलत तरीके से हड़प लिया था।
उन्होंने बताया कि डालियान में शहरी व ग्रामीण योजना ब्यूरो के पूर्व निदेशक वांग जेनगांग ने 2002 में मुझे सलाह दी थी कि इस सरकारी धनराशि का इस्तेमाल बो की पत्नी और बेटा कर लें। बो का बेटा उस समय विदेश में पढ़ रहा था। बयान के मुताबिक, बो ने उस समय वांग के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, लेकिन बाद में वांग ने उनकी पत्नी ग्यु से इस संबंध में बात करना चाहा, जिसे बो ने स्वीकार कर लिया। बाद में सारी बातचीत ग्यु और वांग के बीच हुई।
उन्होंने कहा कि यह एक दशक पुरानी बात है, जिसके बारे में मुझे कुछ ज्यादा जानकारी नहीं है।' साथ ही कहा कि वह इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शर्मिदा हैं और पछतावा महसूस कर रहे हैं।

अफगान हत्याकांड में दोषी अमेरिकी सैनिक को उम्र कैद
26 August 2013
सैन फ्रांसिस्को। अफगानिस्तान के कंधार शहर में पिछले साल 16 लोगों की हत्या करने वाले अमेरिकी सैनिक को यहां पर उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान नीले रंग की सैन्य वर्दी में मौजूद सार्जेट रोबर्ट बेल्स के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। यहां तक अदालत से निकलते समय उसने रोती हुई अपनी मां को भी गले भी नहीं लगाया।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, 40 वर्षीय बेल्स के वकील ने ज्यूरी से कहा कि उनके मुवक्किल को एक दिन की पैरोल दी जानी चाहिए। इस पर अभियोजन पक्ष के वकील ने अपराध की जघन्य प्रवृत्ति की ओर इशारा करते हुए बेल्स को ताउम्र जेल में रखने का अनुरोध किया। 11 मार्च, 2012 को कंधार के पंजवाई जिले के नजीबन और अलकोजी गांव में घरों में घुसकर बेल्स ने 16 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। यही नहीं उनके शवों को भी जला दिया था। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इस हमले में अपने परिवार के 11 सदस्यों को खो चुके हाजी मुहम्मद वजीर ने कहा, हत्यारे को सार्वजनिक रूप से सजा दी जानी चाहिए। अफगानिस्तान और ईराक में चार बार तैनात हो चुके बेल्स ने अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगी है। दो बच्चों के पिता को गत जून में हत्याकांड का दोषी पाया गया था। उसने स्वीकार किया था कि हत्याकांड को अंजाम देने से पहले उसने खूब शराब पी थी। इस घटना के बाद पूरे अफगानिस्तान में विरोध प्रदर्शनों ने जोर पकड़ लिया था।

लेबनान में दो मस्जिद के बाहर विस्फोट में 42 की मौत
24 August 2013
त्रिपोली [लेबनान]। लेबनान में शुक्रवार को दो मस्जिदों के बाहर हुए विस्फोट में 42 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। विस्फोट उत्तारी लेबनान के त्रिपोली शहर के दो मस्जिदों के बाहर किया गया।
बताया गया है कि लेबनान में गृहयुद्ध समाप्त होने के बाद से यह सबसे बड़ा हमला है। इसे पूरी तरह से सुनियोजित हमला बताया गया है। सुन्नी मुस्लिम बहुल शहर स्थित मस्जिदों में लोग जब नमाज पढ़ कर बाहर निकल रहे थे उसी समय विस्फोट कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन की ओर से लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गई है। त्रिपोली राजधानी बेरूत से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
हमले में मरनेवालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि सैकड़ों लोग घायल है जिनमें से कई लोगों की हालत गंभीर है।

जीत को भारत से वार्ता पर जनता की मुहर मानते हैं शरीफ
24 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में संसदीय उपचुनाव में जनता का प्यार प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) पर ही बरसा है। उप चुनावों की सफलता को उन्होंने भारत से वार्ता के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर जनता की मुहर बताया है। उन्होंने कहा कि हमारे कदमों से जनता खुश है। अब वक्त आ गया है कि दोनों देश हथियारों की दौड़ बंद कर दें। हमें कश्मीर का समाधान निकालकर शांति से एक-दूसरे की उन्नति में साथ देना चाहिए।
उपचुनाव में मिली भारी सफलता से संसद में शरीफ की पार्टी और मजबूत हो गई है। अब पीएम देश की बदहाल आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में सख्त कदम उठा सकेंगे। संसद एवं प्रांतीय विधानसभाओं की 41 सीटों पर गुरुवार को मतदान हुआ था। शुक्रवार को घोषित परिणामों में संसद की पांच सीटें पीएमएल-एन, तीन पीपीपी को और पीटीआइ को दो सीटें मिलीं। इसके बाद शरीफ ने द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा कि रक्षा क्षेत्र में खर्च हो रहा पैसा सामाजिक एवं आर्थिक विकास समेत शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च होना चाहिए। ब्रिटिश अखबार से उन्होंने कहा कि वह ईमानदारी से पाकिस्तान के सबसे पुराने दुश्मन भारत से दोस्ती करना चाहते हैं। हमें कश्मीर समेत सभी विवादों को अंत की ओर ले जाना चाहिए।
पाकिस्तानी पीएम ने कहा, वे मिग-29 के पीछे भागते हैं, हम एफ-16 के। वे टैंक खरीदते हैं और हम दूसरे सैन्य साजो-सामान। यह बहुत महंगा पड़ता है। अगर हमें अपनी जनता की तरक्की देखनी है तो इसे रोकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 11 मई को हुए आम चुनाव में भारत विरोधी नारे नहीं थे। कुछ सालों पहले ऐसा जरूर होता है। दोनों देश जानते हैं कि हमसे गलतियां हुई। अब इन्हें भूलकर आगे बढ़ने का वक्त आ गया है। पिछले साल हमने कुल बजट का 54 फीसद सेना पर और मात्र दो फीसद शिक्षा पर खर्च किया।
पाकिस्तान सेना पर पूछे एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सभी एक ही तरफ हैं। सरकार और सेना एक साथ हैं। नवाज ने कहा कि हमें भी हमारे सूत्रों से पता चलता है कि पाकिस्तान में जारी अव्यवस्था में भारत का हाथ है। फिर भी मैं यह कहता हूं कि हमें एक-दूसरे पर आरोप लगाना बंद कर देना चाहिए।
फिर होनी चाहिए वार्ता: जरदारीपाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि इस्लामाबाद और नई दिल्ली को रुकी हुई वार्ता को फिर से शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एलओसी पर जारी सीजफायर उल्लंघन को बंद कर शांति प्रक्रिया तेज की जानी चाहिए। हम इस काम में जितनी जल्दी करेंगे, उतना ही हमारे लिए अच्छा होगा। हमारी नई सरकार ने धैर्य बनाया हुआ है।

पाकिस्तान से रिहा हुए 337 भारतीय कैदी, ज्यादातर मछुआरे
24 August 2013
कराची। सीमा पर चल रहे तनाव के बीच पाकिस्तान ने 337 भारतीय कैदियों को रिहा कर दिया है। रिहा हुए ज्यादातर कैदियों में मछुआरे शामिल हैं। दक्षिण सिंध प्रांत के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तान की राजधानी कराची में स्थित मलीर जेल से 329 कैदियों को रिहा किया गया है। साथ ही राजधानी के लांधी में स्थित एक अन्य जेल से आठ किशोरों को भी रिहा किया गया है।
मलीर जेल के सुप्रीटेंडेंट शुजा हैदर के अनुसार रिहा हुए सभी कैदियों की सजा पूरी हो चुकी है। विवादित सर क्रीक पार कर पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश के लिए सजा काट रहे कैदियों में रिहा होने की खुशी थी।

अमेरिका में तीसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय बने भारतीय
24 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका रह रहे भारतीय अब देश का तीसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय बन चुके हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा मेक्सिकन और दूसरे नंबर पर चीनी समुदाय है। अमेरिका में भारतीयों की आबादी 19 लाख से ज्यादा हो चुकी है।
अप्रवासी नीतियों के थिंक टैंक के ऑनलाइन जर्नल माइग्रेशन इंफॉर्मेशन सोर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 तक अमेरिका में 4.4 करोड़ अप्रवासी आबादी थी। इनमें भारतीयों की आबादी 1960 के मुकाबले 150 गुना बढ़ चुकी है। उस समय अमेरिका में केवल 12 हजार भारतीय थे। इसके बाद अमेरिका में भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ी। रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह के तौर पर भारतीय ज्यादा पढ़े-लिखे होते हैं। इनकी अंग्रेजी बेहतर होती है। वे काम करने के लिए अमेरिका आते हैं। वे गरीबी रेखा के नीचे नहीं रहते। इसलिए अमेरिका पर बोझ नहीं बनते।
माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उच्च शिक्षा के लिए चीन के बाद सबसे ज्यादा छात्र भारत से ही अमेरिका आते हैं। एक तिहाई भारतीय कैलीफोर्निया और न्यूजर्सी में रहते हैं। इसके बाद टेक्सास, न्यूयॉर्क, इलिनॉय का नंबर आता है।

बगदाद में आत्मघाती हमले में 25 की मौत
24 August 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद में एक भीड़भाड़ वाले पार्क में शुक्रवार रात किए गए आत्मघाती हमले में 25 लोगों की मौत हो गई। देश के अन्य हिस्सों में हुए आतंकी हमलों में सात और लोग मारे गए हैं।
उत्तारी बगदाद स्थित एक भीड़भाड़ वाले पार्क में आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। इस हमले में 25 लोग मारे गए और 36 घायल हो गए। बताया गया है कि इन दिनों आतंकी उन स्थानों पर हमले कर रहे हैं जहां अधिक संख्या में लोग जमा होते हैं। हमलावरों का मकसद अधिक से अधिक लोगों को हताहत करना होता है।
देश में बगदाद सहित अन्य शहरों में हुए अन्य आतंकी हमलों में सात लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए हैं। उधर, संयुक्त कमान के प्रवक्ता ने बताया है कि सुरक्षाबलों ने अलकायदा से जुड़े सात सुन्नी आतंकियों को गिरफ्तार किया है।

कश्मीर पर नहीं बदली अमेरिकी नीति
24 August 2013
वाशिंगटन। भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर जारी तनाव पर अमेरिका ने चिंता जताई है। विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा है कि अमेरिका की कश्मीर पर नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। कश्मीर का क्या करना है, यह निर्णय भारत और पाकिस्तान की सरकारें ही आपस में तय करेंगी।
साकी ने कहा कि हम एलओसी पर संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर चिंतित हैं। दोनों देशों की सरकारें आपस में संपर्क बनाए हुए हैं। अमेरिका वार्ता की किसी भी कोशिश को बढ़ावा देगा। शांति, भविष्य और नई दिल्ली एवं इस्लामाबाद के बीच वार्ता का स्वरूप दोनों देशों को ही तय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे राजनयिक दोनों देशों में हैं और विदेश मंत्री जॉन केरी उनसे चर्चा करते रहते हैं। अभी स्थिति ऐसी जगह नहीं पहुंची, जिसका असर अफगानिस्तान पर पड़े। दोनों देश अफगानिस्तान के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

सीरिया के हालातों पर ओबामा ने जताई चिंता
24 August 2013
वाशिंगटन। सीरिया की स्थिति पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह जानने की जरूरत है कि आखिर सीरिया में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ अथवा नहीं।
सीएनएन को दिए साक्षात्कार में ओबामा ने असद सरकार से रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की पूर्ण इजाजत देने को कहा है। रूस ने भी सीरिया पर जांच के लिए दबाव बनाया है। रूस ने सीरिया सरकार से संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञ टीम को आरोपों की जांच करने की इजाजत देने का आग्रह किया है।
संयुक्त राष्ट्र और अरब लीग की ओर से सीरिया के लिए अंतरराष्ट्रीय दूत लखदर ब्राह्मी का मानना है कि दमिश्क के निकट हालिया हमलों को देखते हुए सीरिया पर राजनीतिक वार्ता को आगे बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही दुनिया को यह बताने की जरूरत है कि सैन्य कार्रवाई कोई समाधान नहीं है। पिछले साल जून में लखदर के पूर्ववर्ती कोफी अन्नान की अध्यक्षता में स्विस शहर में सीरिया पर वार्ता हुई थी। गौरतलब है कि सीरियाई विपक्षी गठबंधन का दावा है कि राष्ट्रपति बशर अल असर की सेना के रासायनिक हमले में 1300 से अधिक लोग मारे गए हैं। ये हमले बुधवार को राजधानी दमिश्क के बाहरी इलाकों में किए गए थे।
चीन का तटस्थ रुख: चीन ने कहा है कि सीरिया में रासायनिक हमलों की हकीकत जब तक सामने नहीं आ जाती तब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। सभी पक्षों को पूर्वाग्रह से बचना चाहिए। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर यह विश्वास जताया कि सीरिया में मौजूद संयुक्त राष्ट्र की टीम वहां की सरकार से परामर्श कर यह सुनिश्चित करेगी कि जांच की प्रक्रिया बिना की किसी बाधा के पूरी हो सके।
सैंपल इकट्ठा करने की कोशिशबेरुत। सीरिया के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि वे दमिश्क के बाहरी इलाकों में किए गए रासायनिक हमलों के सैंपल इकट्ठा कर रहे हैं, जिसे वे संयुक्त राष्ट्र की टीम को देने की कोशिश कर रहे हैं। एक कार्यकर्ता अबु निदाल ने कहा कि बाल, त्वचा और खून के सैंपल इकट्ठा किए गए हैं। इन्हें भरोसेमंद कुरियर से भेजा जाएगा।
दस लाख बच्चों ने किया पलायनजेनेवा। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गृहयुद्ध से जल रहे सीरिया से पलायन कर रहे बच्चों की संख्या शुक्रवार को दस लाख पहुंच गई है। यूएन रिफ्यूजी एजेंसी और यूनिसेफ ने कहा कि इसके अलावा बीस लाख बच्चे हमले का शिकार हुए हैं अथवा लड़ाका बनाए जा रहे हैं जो मानवाधिकार नियमों को उल्लंघन है। यही नहीं लगभग बीस लाख सीरियाई नागरिक टर्की, लेबनान, इराक, जार्डन और उत्तरी अफ्रीका को पलायन कर गए हैं।

मध्य एशिया में ब्रिटेन ने बना रखा है खुफिया निगरानी स्टेशन
24 August 2013
लंदन। मध्य एशिया में ब्रिटेन एक खुफिया निगरानी स्टेशन संचालित कर रहा है। इस स्टेशन से वह बड़े पैमाने पर फोन पर बातचीत, ई-मेल और इंटरनेट की निगरानी कर रहा है और सूचनाओं को अमेरिकी खुफिया एजेंसियों से साझा कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
'द इंडिपेंडेंट' अखबार में शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट में पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा गया है कि यह स्टेशन ब्रिटेन के 156 करोड़ डॉलर के वैश्विक निगरानी प्रोजेक्ट का हिस्सा है। हालांकि अखबार ने यह नहीं बताया कि उसने कैसे स्नोडेन के दस्तावेजों से यह सूचना हासिल की। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन ने मध्य एशिया से होकर गुजरने वाले पानी के नीचे बिछे फाइबर आप्टिकल केबल की मदद से सूचना हासिल की। निगरानी स्टेशन मध्य एशिया में कहां स्थापित है इसकी भी जानकारी भी नहीं दी गई है। विदित हो कि स्नोडेन द्वारा अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म की जानकारी लीक करने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून के सलाहकारों ने गार्जियन अखबार पर इन दस्तावेजों को वापस करने के लिए दबाव बनाया था। स्नोडेन ने गोपनीय दस्तावेजों की गार्जियन को ही उपलब्ध कराया था।
'द इंडिपेंडेंट' के अनुसार, 11 सितंबर, 2011 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमले के बाद पश्चिमी खुफिया एजेंसियों ने मध्य एशिया में अपनी खुफिया निगरानी के तरीकों में सुधार किया। मध्य एशिया में ब्रिटेन के निगरानी स्टेशन की स्थापना पूर्व विदेश मंत्री डेविड मिलिबैंड के कार्यकाल में की गई थी। वह इस पद पर वर्ष 2007 से 2010 तक रहे। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने इस रहस्योद्घाटन पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है।

स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन मनाने यूएस जाएंगे रामदेव
24 August 2013
वाशिंगटन। स्वामी विवेकानंद की जन्मदिन की 150 वीं सालगिरह मनाने के लिए योगगुरु बाबा रामदेव अगले महीने अमेरिका जा रहे हैं। पांच दिन की अपनी इस यात्रा में रामदेव शिकागो और न्यू जर्सी भी जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि वे 26 सितंबर को भारत से अपनी यात्रा शुरू करेंगे। इस कार्यक्रम के आयोजकों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी है।
रामदेव 27 सितंबर को होस्टन से रवाना होंगे और उसके दूसरे दिन शिकागो जाएंगे। इसके बाद वे पहले न्यूयार्क और फिर न्यू जर्सी में सभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे अमेरिका में भी कुछ दिन रुकेंगे।
गौरतलब है कि साल 1983 के 11 सितंबर को स्वामी विवेकानंद ने धर्म संसद को संबोधित किया था और इसको भी 120 साल हो रहे हैं।

सीरिया रासायनिक हमले की जांच करेगी यूएस खुफिया एजेंसी: ओबामा
24 August 2013
दमिश्क। ओबामा प्रशासन ने बुधवार को दमिश्क के आस-पास के इलाकों में सीरियाई सेना द्वारा कराए गए रासायनिक हमले की जांच जल्द से जल्द कराने के आदेश दिए हैं। ओबामा प्रशासन ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी हैं। इधर, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून के प्रवक्ता ने भी बृहस्पतिवार को कहा कि सीरियाई सेना द्वारा हुए हमले की जांच में और देरी नहीं होनी चाहिए।
प्रवक्ता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की निरस्त्रीकरण प्रमुख एंजेला केन को इस हमले की जांच के लिए भेजा जा रहा है। हालांकि अब तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि सीरियाई सेना किन रासायनिक हथियारों से ये हमला किया था।
गौरतलब है कि बुधवार को सीरिया के दमिश्क और आस-पास के कई इलाकों में सीरियाई सेना ने कथित तौर पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया था और इस हमले में 1300 लोगों की जान चली गई थी।

जेल से बाहर आए मुबारक, रहेंगे नजरबंद
23 August 2013
काइरो। मिस्त्र की एक अदालत के आदेश के बाद पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को गुरुवार को जेल से रिहा कर दिया गया। सुरक्षा कारणों की वजह से 85 वर्षीय मुबारक को हेलीकॉप्टर के जरिये काइरो की तोरा जेल से सेना के अस्पताल ले जाया गया, जहां फिलहाल वह नजरबंद रहेंगे। मुबारक पर अब भी भ्रष्टाचार के तीन मुकदमे और 2011 में सत्ता विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 800 से ज्यादा लोगों की हत्या का मामला दोबारा चलना है।
काइरो की एक अदालत ने अल-अहराम अखबार से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में उनकी अर्जी स्वीकार कर ली थी। अदालत के आदेश पर उनके वकील ने एक करोड़ 83 लाख पौंड चुकाए थे। यह रकम मुबारक और उनके दो बेटों द्वारा सूचना मंत्री के माध्यम से अखबार से लिए गए तोहफों के बराबर है। इसके बाद अदालत ने बुधवार को भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में आरोपित नहीं होने तक उन्हें रिहा करने का आदेश दिया था।
देश में आपातकाल की स्थिति को देखते हुए अंतरिम प्रधानमंत्री हाजेम अल बेबलावी ने किसी अन्य विषम परिस्थिति से बचने के लिए मुबारक को नजरबंद रखने का आदेश दिया है। मुबारक देश से बाहर नहीं जा सकेंगे। उन्हें अभी 2011 में अपने शासन के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों की हत्या कराने के गंभीर आरोप का सामना करना है। इन प्रदर्शनों के कारण ही मुबारक को मिस्र की सत्ता से हाथ धोना पड़ा था।

मुगाबे ने सातवीं बार संभाली जिंबाब्वे की कमान
23 August 2013
हरारे। रॉबर्ट मुगाबे ने गुरुवार को लगातार सातवीं बार जिंबाब्वे के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। सेना के ट्रक में पत्नी के साथ स्टेडियम पहुंचे 89 वर्षीय मुगाबे ने समर्थकों से खचाखच भरे स्टेडियम में चीफ जस्टिस गॉडफ्रे चिदायसिकू के समक्ष संविधान की रक्षा एवं सम्मान का प्रण लिया।
विपक्ष के नेता मॉर्गन स्वानगिरई ने हारने के बाद आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति चुनाव में धांधली हुई। लेकिन, शपथ ग्रहण समारोह में उमड़ी भीड़ को देखकर स्पष्ट हो गया कि ब्रिटेन से आजादी मिलने के 33 साल बाद भी मुगाबे लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए हैं। अदालत ने भी चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और भरोसेमंद करार दिया था। मॉर्गन के प्रवक्ता ने हालांकि समारोह को लुटेरे की पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि हम ऐसी जगह नहीं जा सकते।
तंजानिया के राष्ट्रपति जकाया किकवाते, नामीबिया के हिफिकपुन्ये पोहांबा और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के जोसेफ कबीला ने शपथग्रहण समारोह में उपस्थिति दर्ज कराई। लेकिन, पश्चिमी देशों ने मुगाबे से दूरी बनाए रखी।

रासायनिक हमले को लेकर घिरे सीरियाई राष्ट्रपति असद
23 August 2013
संयुक्त राष्ट्र। गृह युद्ध का सामना कर रहे सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के ठिकानों पर रासायनिक हमले के ताजा आरोपों से असद चौतरफा घिर गए हैं। कड़ा रुख अख्तियार करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने मांग की है कि उसके विशेषज्ञ दल को पूर्वी दमिश्क में जहरीली गैस हमला प्रभावित क्षेत्र घौटा का निरीक्षण करने की इजाजत दी जाए। अमेरिका, फ्रांस समेत अन्य पश्चिमी देशों ने इस घटना को लेकर असद पर शिकंजा कस दिया है। फ्रांस ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर रासायनिक हमले की बात सच साबित हुई तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप कर सकता है। भारत ने भी इस घटना पर चिंता जताई है। इस बीच राष्ट्रपति बशर अल असद समर्थक सेना के जंगी विमानों ने राजधानी दमिश्क के घौटा व निकटवर्ती क्षेत्रों में गुरुवार को फिर बम बरसाया। इन्हीं इलाकों में बुधवार तड़के रासायनिक हमला करने का आरोप असद की सेना पर लगा है। सीरियाई विपक्षी गठबंधन का दावा है कि सरकारी सेना के रासायनिक हमले में 1300 से अधिक लोग मारे गए हैं।
पूर्वी दमिश्क के घौटा समेत ऐन तारमा, जमाल्का और जोबार कस्बों में बुधवार को असद समर्थक सेना द्वारा विद्रोहियों पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोपों से संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून सन्न हैं। उन्होंने अपने विशेष दूत एंजेला काने से फौरन दमिश्क पहुंचने कर विशेषज्ञ दल की मदद करने के लिए कहा है। संयुक्त राष्ट्र का एक विशेषज्ञ दल रविवार से ही सीरिया में डाले हुए है। बून ने इस दल को हमला प्रभावित क्षेत्रों में जाने की इजाजत देने के लिए राष्ट्रपति असद से कहा है। इससे पूर्व गुरुवार दिन में इस मामले को लेकर सुरक्षा परिषद की बैठक हुई। इसमें जहरीली गैस हमले को लेकर सीरिया से स्पष्टीकरण देने की मांग की गई।
जबकि सीरियाई विपक्षी गठबंधन संयुक्त राष्ट्र की इस पहल से खुश नहीं नजर आ रहा था। उसने मौके पर जांच करने की मांग की। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के प्रमुख नवी पिल्ले ने भी संयुक्त राष्ट्र दल से जांच कराने का आग्रह किया। इसके बाद ही बून ने कड़ा कदम उठाते हुए जांच दल को मौका मुआइना करने की अनुमति देने की बात उठाई। अमेरिका ने भी रासायनिक हमले के आरोपों पर गहरी चिंता जताई है। ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद ही अमेरिका अपने अगले कदम की घोषणा करेगा। जबकि ब्रिटेन का तो साफ कहना है कि सीरियाई जनता को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हस्तक्षेप करना ही होगा।

शरीफ के वार्ता प्रस्ताव का आतंकी धड़े ने किया स्वागत
23 August 2013
इस्लामाबाद। आतंकी संगठन लश्कर-ए-झांगवी के एक धड़े ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के वार्ता प्रस्ताव का स्वागत किया है। वार्ता के लिए हालांकि उसने मुल्क की विदेश नीति को इस्लामी उसूलों के मुताबिक तय करने की शर्त रखी है।
आतंकी धड़े असमतुल्ला मुआविया ने कहा है कि शरीफ ने राजनीतिक परिपक्वता दिखाई है। हम इसका स्वागत करते हैं। शरीफ ने तीन दिन पहले राष्ट्र के नाम संबोधन में आतंकी संगठनों से लड़ाई खत्म करने की अपील की थी। मुआविया ने कहा, यदि सरकार जिम्मेदारी से आगे आती है तो ऐसा कोई कारण नहीं जिसकी वजह से जिहादी ताकतें वार्ता से भागें। लेकिन, पाकिस्तान को अमेरिकी दबाब से बाहर निकलकर इस्लामी उसूलों के मुताबिक अपनी स्वतंत्र विदेश नीति बनानी चाहिए। संगठन ने अमेरिकी ड्रोम हमले बंद कराने की भी मांग की है।
पाकिस्तान में हुए कई आत्मघाती हमलों के पीछे मुआविया का हाथ बताया जाता है। वह सुरक्षा बलों और अल्पसंख्यक शिया समुदाय को निशाना बनाता रहता है। अलकायदा से भी उसके सीधे संबंध बताए जाते हैं।
मृत मिला गुमशुदा पत्रकारकराची। बलूच अखबार डेली तवर के लिए काम करने वाले पत्रकार अब्दुल रज्जाक बलूच का शव कराची शहर के बाहर मिला है। पांच महीने पहले उनका अपहरण कर लिया गया था। शव देखकर लगता है कि हत्या से पहले उन्हें बुरी तरह यातनाएं दी गई थीं।

रासायनिक हमले वाले इलाकों में सेना ने फिर बोला धावा
23 August 2013
संयुक्त राष्ट्र। सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के ताजा आरोपों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय सन्न है। पूर्वी दमिश्क के घौटा व अन्य इलाकों पर जहरीली गैस हमला मामले को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद [यूएनएससी] ने सीरिया से स्पष्टीकरण मांगा है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस घटना पर हैरानी जताई है। कहा कि इस खबर से वह गहरे सदमे में हैं। इस बीच, राष्ट्रपति बशर अल असद समर्थक सेना के जंगी विमानों ने राजधानी दमिश्क के घौटा व निकटवर्ती क्षेत्रों में गुरुवार को फिर बम बरसाया। इसी इलाके में बुधवार तड़के रासायनिक हमला करने का आरोप असद की सेना पर लगा है।
जहरीली गैस हमला मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई। इसमें सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष मारिया क्रिस्टीना ने कहा, 'मैं यह कह सकती हूं कि आरोपों को लेकर परिषद के सदस्यों में गहरी चिंता है। वहां क्या हुआ वह पूरी तरह स्पष्ट होना चाहिए।' इस मौके पर मून ने कहा कि रासायनिक हथियारों का किसी भी हालात में इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन है। जबकि सीरियाई विपक्षी गठबंधन संयुक्त राष्ट्र की इस पहल से खुश नहीं नजर आ रहा है। गठबंधन का कहना है कि स्पष्टीकरण मांगने से काम नहीं चलेगा। संयुक्त राष्ट्र को इस मामले की जांच अपने विशेषज्ञ दल से करानी चाहिए। इन दिनों संयुक्त राष्ट्र की रासायनिक हथियार विशेषज्ञ जांच दल सीरिया में ही है।
इस बीच इन घटनाक्रमों से बेपरवाह सीरियाई सेना ने रासायनिक हमले के शिकार घौटा व समीपवर्ती क्षेत्रों पर गुरुवार को फिर धावा बोला। उसके जंगी विमानों ने घौटा समेत ऐन तारमा, जमाल्का और जोबार कस्बों में भारी बमबारी की। बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क के इन्हीं इलाकों में असद सेना पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाए गए थे। विद्रोही गुट का दावा है कि रासायनिक हमले में 1300 से अधिक लोग मारे गए।

भारत के खिलाफ पाकिस्तानी संसद ने फिर पारित किया प्रस्ताव
23 August 2013
इस्लामाबाद। नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी के खिलाफ पाकिस्तान की ससंद ने गुरुवार को प्रस्ताव पारित कर भारत से रचनात्मक रिश्ते का आह्वान किया है। भारत के खिलाफ एक सप्ताह पहले पारित प्रस्ताव के समान ही यह दूसरा प्रस्ताव है जिस पर संसद की नेशनल एसेंबली में मुहर लगी।
संसद के निचले सदन में गुरुवार को पाकिस्तान के रक्षा उत्पादन मंत्री राना तनवीर ने भारत विरोधी प्रस्ताव पेश किया। तनवीर ने सीमा पर गोलीबारी की ताजा घटनाओं को 'आक्रामक कार्रवाई' करार देते हुए इस पर खेद प्रकट किया और संघर्ष विराम के उल्लंघन पर गहरी चिंता व्यक्त की। सदन ने भारत से रचनात्मक और परिणाम उन्मुख प्रक्रिया अपनाने का आह्वान किया।
इस बीच, पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने बुधवार की रात नियंत्रण रेखा पर बटल और नाक्याल सेक्टरों में गोलीबारी करने का भारतीय सेना पर आरोप लगाया है। जबकि सच्चाई यह है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के साथ मिलकर पूंछ सेक्टर में घुसपैठ कर 6 अगस्त को पांच भारतीय जवानों को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं इस घटना के बाद से वह अब तक तीस बार से अधिक युद्ध विराम का उल्लंघन कर चुकी है। 6 अगस्त के बाद कोई भी दिन ऐसा नहीं गुजरा जब पाकिस्तानी सेना की ओर से भारतीय चौकियों पर गोलीबारी न की गई हो।

एनएसए ने अवैध रूप से की अमेरिकियों के ई-मेल की निगरानी
23 August 2013
वाशिंगटन। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] ने अमेरिकी नागरिकों के ऐसे हजारों ईमेल की अवैध तरीके से निगरानी की जिनका आतंकवाद से कोई संबंध नहीं था। यही नहीं निगरानी के मकसद के बारे में अदालत को गुमराह किया गया। नवीनतम अवर्गीकृत दस्तावेजों से यह जानकारी सामने आई है।
अधिकारियों ने गैरकानूनी रूप से की जाने वाली निगरानी का पर्दाफाश किया है। उन्होंने आंशिक रूप से संपादित किए गए विदेशी खुफिया निगरानी अदालत के तीन विचारों को जारी किया है। इससे एनएसए द्वारा विदेशी खुफिया जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटरनेट से गलत तरीके से डेटा निकाले जाने के बारे में पता चलता है, जिस पर कि जजों ने चिंता जाहिर की थी।
सूचना के अधिकार कानून के तहत सैन फ्रांसिस्को की इलेक्ट्रानिक फ्रंटियर फाउंडेशन द्वारा मांगी गई जानकारी को लेकर ये दस्तावेज जारी किए गए हैं। दस्तावेजों के अनुसार विदेशी खुफिया निगरानी अदालत के मुख्य जज ने अपनी राय में कहा है कि ऐसा संभव है कि एनएसए हर वर्ष लगभग 56 हजार घरेलू सूचनाएं एकत्र कर रहा हो। तीन अक्टूबर, 2011 को अदालत के तत्कालीन मुख्य जज जॉन डी बेट्स ने कहा था, ' अब पहली बार सरकार ने कोर्ट से कहा है कि जो सूचनाएं एकत्रित की जा रही हैं, उनकी प्रकृति उससे अलग है जैसा कि कोर्ट मानकर चल रहा था।'
निगरानी कार्यक्रम को लेकर यह ताजा रहस्योद्घाटन ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी संसद के सदस्यों द्वारा इसकी आलोचना की जा रही है। एनएसए पर लगातार आरोप लग रहे हैं कि अमेरिकी नागरिकों के विषय में सूचनाएं एकत्र करने में उसने अपनी सीमा का उल्लंघन किया है।
माफी मांगने की तैयारी कर रहा मैनिंग
वाशिंगटन। अमेरिकी सैनिक ब्रेडली मैनिंग को 35 वर्षो की मिली सजा के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा से माफी दिलाने की तैयारी हो रही है। उन्हें जूलियन असांजे की व्हिसल ब्लोअर वेबसाइट विकिलीक्स को खुफिया दस्तावेज उपलब्ध कराने पर यह सजा सुनाई गई थी। मैनिंग के वकील डेविड कूंब्स ने कहा कि अगले सप्ताह तक वह सैन्य विभाग में इस संबंध में अनुरोध दाखिल करेंगे। वह इस उम्मीद में यह कदम उठा रहे है कि उनका अनुरोध राष्ट्रपति के पास पहुंच जाएगा।

पाकिस्तान में भारतीय किशोर गिरफ्तार
23 August 2013
इस्लामाबाद। सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश करने वाले एक भारतीय किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है। किशोर ने पुलिस को बताया कि उसने दो महीने पहले अपनी मां के साथ झगड़े के बाद गुस्से में घर छोड़ दिया था और इधर-उधर भटकते हुए गलती से पाकिस्तान पहुंच गया।
15 वर्षीय जितेंद्र अर्जुनवार को बुधवार को सिंध प्रांत के हैदराबाद स्थित किशोर जेल भेज दिया गया। जितेंद्र ने खोखरापार के नजदीक सीमा को पार किया था और उसे पाकिस्तान रेंजर्स ने चेता चौक पर गिरफ्तार कर लिया।
डॉन अखबार ने खोखरापार थाना प्रभारी खुर्शीद भंट्टी के हवाले से कहा है कि जितेंद्र अंग्रेजी और उर्दू दोनों भाषाएं बोल सकता है। उसने पुलिस को बताया कि वह मध्य प्रदेश का रहने वाला है। घर छोड़ने के करीब एक महीने बाद वह ऐसी जगह पहुंचा जहां कटीले तार लगे हुए थे। उसे लगा कि ये पशुओं को आने से रोकने के लिए लगाए गए हैं। उसने तारों के नीचे से जमीन खोद कर आगे निकलने का रास्ता बना लिया। आगे बढ़ने पर उसे कुछ रोशनी दिखाई दी। वहां सेना के कुछ लोग मौजूद थे। उन्होंने उसे पानी दिया और उसके बारे में पूछताछ की। इसके बाद जितेंद्र ने उन्हें अपनी पहचान बताई।

सीरिया में रासायनिक हथियार के इस्तेमाल से मून हैरान
23 August 2013
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने दमिश्क के बाहरी इलाके में कथित रूप से किए गए रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की खबर पर हैरानी जाहिर की है। गौरतलब है कि सीरिया में केमिकल हमले में तकरीबन तेरह सौ लोगों के मारे जाने की खबर है।
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने सीरिया की राजधानी दमिश्क के बाहरी इलाके में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की खबर पर हैरानी प्रकट करते हुए यह दोहराया कि किसी भी परिस्थिति में किसी भी तरफ से रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी कानून का उल्लंघन होगा।
उप प्रवक्ता एडुआडरे डेल बुये ने यहां नियमित समाचार वार्ता के दौरान कहा कि मून इस बात से अवगत हैं कि कुछ देश जैसे, अरब लीग और यूरोपीय संघ ने सीरिया में रासायनिक हथियार के संभावित इस्तेमाल की हाल की खबर पर गहरी चिता प्रकट की है।

सीरिया में विद्रोहियों पर रासायनिक हमला, 1300 की मौत
23 August 2013
बेरुत। गृहयुद्ध से जूझ रहे सीरिया में विद्रोहियों पर रासायनिक हमले की खबर है। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ पिछले दो साल से जंग लड़ रहे विद्रोही लड़ाकों ने आरोप लगाया है कि राजधानी दमिश्क के पास उनके कब्जे वाले इलाके घौटा में सेना ने रासायनिक हमला किया है। इसमें 1,300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
सीरिया की सरकार का हालांकि कहना है, हमने ऐसा कोई हमला नहीं किया। सरकार ने इसे संयुक्त राष्ट्र की जांच टीम के अभियान में रुकावट डालने वाला कदम बताया। लेकिन, असद विरोधी गठबंधन द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में बच्चों समेत कई लोगों को अस्पताल में भर्ती दिखाया गया है। वीडियो में सफेद कफन में लिपटे दर्जनों शव भी दिखाए गए हैं।
विद्रोहियों ने आरोप लगाया कि सेना ने टॉक्सिक गैस का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा, पूर्वी घौटा पर अब भी बमबारी जारी है। इसमें सैंकड़ों लोग मारे गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
अरब लीग ने सीरिया में मौजूद यूएन टीम से तुरंत वहां का दौरा कर सच्चाई का पता लगाने की मांग की है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि हमारा देश इस हमले को सुरक्षा परिषद पर हमला मानता है। विपक्षी राष्ट्रीय एकता परिषद के नेता जॉर्ज साबरा ने इस्तांबुल में पत्रकारों से कहा, इस हमले के बाद सीरिया में राजनीतिक समाधान की संभावनाएं धूमिल हो गई हैं। असद लोगों को कुचल रहे हैं।
लेकिन, सीरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी सना के अनुसार संयुक्त राष्ट्र टीम का ध्यान असलियत से हटाने के लिए विद्रोहियों की ओर से जहरीली गैस के इस्तेमाल की अफवाह फैलाई जा रही है। सेना और विद्रोही गुट पहले भी एक-दूसरे पर जहरीली गैस के इस्तेमाल का आरोप लगाते रहे हैं। इन्हीं आरोपों की जांच के लिए यह टीम पहुंची है।

सीरिया से पहले इराक में हुआ था रासायनिक हमला
22 August 2013
नई दिल्ली। सीरिया में राष्ट्रपति बशर असद की सेना ने बुधवार को राजधानी दमिश्क और उसके आसपास के क्षेत्रों में रासायनिक हमला कर वर्षो पहले इराक में हुए रासायनिक हमले की याद ताजा कर दी। कल दमिश्क में हुए रासायनिक हमले में 1300 से अधिक लोग मारे गए। वर्ष 1986 से 1989 के बीच सद्दाम हुसैन के शासनकाल में उत्तरी इराक के कुर्द लोगों पर लगभग चार सालों तक लगातार रासायनिक हमले किए गए। इन हमलों में लगभग 50 हजार से एक लाख लोग मारे गए थे। इनमें भी हलबजा गैस हमला रिहायसी इलाके में किया गया एक दिन में सबसे बड़ा रासायनिक हमला माना जाता है।
16 मार्च 1988 को ईरान-इराक युद्ध के दौरान इराक ने हलबजा इलाके में यह हमला किया था। इसमें अलग-अलग अनुमान के मुताबिक 3200 से 5000 लोगों की मौत हुई थी और लगभग 20 हजार से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे। 16 मार्च, 1988 को इराकी सैन्य विमानों ने कुर्द शहर पर रासायनिक बम गिराए थे। इस हमले में पांच हज़ार लोग तुरंत मारे गए थे जिनमें, मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे शामिल थे। 20,000 हजार से अधिक लोगों पर जहरीले पदार्थो का बुरा असर हुआ था। उनमें से कई लोग बाद में कैंसर जैसे रोगों का शिकार हो गए थे। इस इलाके में बड़ी संख्या में आनुवंशिक रोगों से ग्रस्त बच्चे भी पैदा हुए थे।
खाड़ी युद्ध के समय अमेरिका जैसी महाशक्ति को इराक के तथाकथित जैविक एवं रासायनिक हथियारों का डर सबसे ज्यादा सता रहा था क्योंकि उनकी खुफिया तंत्र की जानकारी के अनुसार इराक ने ऐसे हथियारों के संबंध मे विस्तृत अनुसंधान किया है और इनको बड़ी मात्रा में जमा कर रखा है। हालाकि उस यद्ध में उनका भय निराधार साबित हुआ। सबसे पहले, रासायनिक हथियार के रूप में क्लोरीन गैस का दुरुपयोग जर्मनी ने प्रथम विश्व युद्ध के समय प्रभावी रूप से किया था। यह गैस आसानी से किसी भी फैक्टरी में साधारण नमक की सहायता से बनाई जा सकती है एवं इसका दुष्प्रभाव सीधा फेफड़े पर पड़ता है। यह गैस फेफड़े के ऊतकों को जलाकर नष्ट करती है। जर्मनी ने इस गैस की कई टन मात्रा को वायुमंडल में छोड़ कर एक प्रकार के कृत्रिम बादल के निर्माण में सफलता प्राप्त की एवं हवा के बहाव के साथ इसे वे दुश्मन की ओर भेजने में सफल हुए। इस गैस की भयावह मारक क्षमता को ध्यान में रख कर 1925 में इस जैसे किसी भी विषैले रसायन तथा बीमारियां फैलाने वाले जीवाणु को हथियार के रूप में दुरुपयोग को प्रतिबंधित करने के लिए एक संधि पर विश्व के अधिकांश देशो ने हस्ताक्षर किए। फिर भी इस संबंध में चोरी-छुपे अनुसंधान-कार्य चलते रहे ताकि इनका उपयोग और भी प्रभावी एवं नियंत्रित रूप से किया जा सके। द्वितीय विश्व युद्ध के समय जर्मनी में हिटलर के कुख्यात गैस-चैम्बर्स से भला कौन अनजान है?

आज रिहा हो सकते हैं मुबारक
22 August 2013
काइरो। मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को जेल से रिहा करने का आदेश बुधवार को यहां की एक अदालत ने दिया है। ऐसी संभावना है कि वह गुरुवार को जेल से बाहर आ सकते हैं, क्योंकि उन्हें जेल में रखने का अब कोई कानूनी आधार नहीं रह गया है।
इसकी पुष्टि करते हुए उनके वकील फरीद अल दीब ने बताया कि कोर्ट ने उन्हें रिहा करने का फैसला सुनाया है। उन्हें गुरुवार को छोड़ा जा सकता है। कोर्ट ने उन्हें ऐसे समय में रिहा करने का आदेश दिया है, जब सैन्य समर्थित अंतरिम सरकार और अपदस्थ राष्ट्रपति मुर्सी के समर्थकों के बीच तनाव जारी है।
वर्ष 2011 में जनक्रांति के कारण अपदस्थ होने वाले 85 वर्षीय पूर्व तानाशाह को प्रदर्शनकारियों की हत्या मामले से बरी कर दिया गया। इस मामले में उन्होंने अधिकतम जेल की सजा भी पूरी कर ली है।
सूत्रों के अनुसार, मुबारक के वकील की ओर से दाखिल पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई के लिए काइरो जेल में ही बुधवार को अदालत लगाई गई।
इसी जेल में मुबारक बंद हैं। इस याचिका में उन्हें रिहा किए जाने की मांग की गई थी। मुबारक का भले ही अब कोई राजनीतिक भविष्य न बचा हो लेकिन उनके वकील को भरोसा है कि उनके प्रति लोगों की भावनाएं उफान मार सकती है।
30 वर्षो तक शासन करने वाले मुबारक को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद मिस्र में मुहम्मद मुर्सी के नेतृत्व में पहली निर्वाचित सरकार गठित हुई थी। गत तीन जुलाई को मुर्सी को अपदस्थ कर देश में सेना समर्थित अंतरिम सरकार का गठन किया गया।

सीरिया के तानाशाह बशर अल असद राजनीति में आना नहीं चाहते थे
22 August 2013
नई दिल्ली। सीरिया के राष्ट्रपति व तानाशाह बशर अल असद ने देश का राष्ट्रपति बनना तो क्या कभी राजनीति में आने के बारे में भी नहीं सोचा था। 11 सितंबर 1965 को दमिश्क में जन्में बशर अल असद सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति हाफीज अल असद के छोटे बेटे हैं। उनका पूरा नाम बशर हाफीज अल असद है। असद की पत्‍‌नी का नाम अनीसा है।
बशर अल असद शुरू में काफी रिजर्व रहने वाले व्यक्ति थे और अपने बड़े भाई बसील के साए में पले बढ़े। फर्राटेदार अंग्र्रेजी और फ्रेंच बोलने वाले बशर अल असद ने 1988 में दमिश्क से मेडिकल की पढ़ाई पूरी की।
बशर के पिता अपने बड़े बेटे बसील को देश के भावी राष्ट्रपति के लिए तैयार कर रहे थे। उस समय बशर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे और राजनीति में आने के बारे में कभी सोचा भी नहीं था। इसी बीच एक कार एक्सीडेंट में बसील की मौत हो गई। इसके तत्काल बाद पिता ने बशर को दमिश्क बुला लिया और उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। बशर अपने पिता के सलाहकार के रूप में काम करने लगे। 10 जून 2000 को उनके पिता हाफीज अल असद की मौत हो गई। उस समय बशर की उम्र 34 साल ही थी लेकिन राष्ट्रपति के लिए 40 साल का उम्र होना अनिवार्य था। इस वजह से कानून में संशोधन किया गया
और पिता की मौत के 10 दिनों बाद बशर सात साल के लिए सीरिया के राष्ट्रपति नियुक्त किए गए। इसके लिए देश में जनमत सर्वेक्षण कराया गया जिसमें उन्हें 97 फीसद मत मिले। वह बाथ पार्टी के नेता के साथ देश की सेना के कमांडर इन चीफ भी बन गए। उस वक्त बशर ऐसे युवा नेता माने जाते थे जो सीरिया में बदलाव लाना चाहते थे।

मेनिंग को 35 साल की सजा
22 August 2013
फोर्ट मीड। जूलियन असांजे की व्हिसल ब्लोअर वेबसाइट विकिलीक्स को खुफिया दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए दोषी ठहराए गए अमेरिकी सैनिक ब्रेडली मेनिंग (25) को 35 साल की सजा सुनाई गई है। सैन्य अदालत के जज कर्नल डेनिस लिंड ने पिछले महीने उन्हें 20 अपराधों का दोषी पाया था। इनमें जासूसी और चोरी के आरोप भी थे।
यह अमेरिकी इतिहास में सैन्य दस्तावेज की सबसे बड़ी चोरी थी। इस खुलासे के बाद ओबामा प्रशासन को दुनियाभर में फजीहत झेलनी पड़ी थी। जज लिंड ने आदेश में कहा है कि मेनिंग को सेना से बिना किसी सम्मान के निकाल दिया जाए। उनकी वेतन जब्त करने के अलावा पद प्राइवेट फ‌र्स्ट क्लास से घटाकर प्राइवेट कर दिया जाए। मेनिंग एक तिहाई सजा काटने के बाद ही पैरोल के हकदार होंगे। उनकी सजा में गिरफ्तारी के 1,293 दिन भी जोड़े जाएंगे। उन्हें मई, 2010 में इराक में गिरफ्तार किया गया था। जज ने कहा कि आगे इस सजा को घटाया भी जा सकेगा। मेनिंग के ऊपर जो आरोप साबित हुए थे, उसमें उन्हें 90 साल की सजा हो सकती थी। अभियोजक ने उन्हें 60 साल की सजा दिए जाने की मांग की थी।
इस अमेरिकी सैनिक ने 2010 में विकिलीक्स को 70 हजार खुफिया दस्तावेज मुहैया कराए थे। उस समय वह बगदाद में खुफिया विश्लेषक के पद पर तैनात थे। इनमें युद्ध क्षेत्र के वीडियो और राजनयिक बातचीत भी शामिल थी। दुनियाभर की मीडिया ने इन दस्तावेज को प्रमुखता से छापा था। कई देशों को वाशिंगटन को सफाई भी देनी पड़ी थी। अपाचे हेलीकॉप्टर से निर्दोष नागरिकों पर गोलीबारी कर रहे अमेरिकी सैनिकों के वीडियो से अमेरिका मानवाधिकार समूहों के निशाने पर आ गया था।

कारगिल में गोलीबारी कर रहा पाक सेना का कैप्टन हलाक
22 August 2013
इस्लामाबाद। आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए भारतीय चौकियों पर हमला करना पाकिस्तान सेना का महंगा पड़ने लगा है। मंगलवार-बुधवार की रात को कारगिल क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के निकट सीमापार से जारी ऐसे ही एक दुस्साहस के दौरान पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा। भारत की करारा जवाबी कार्रवाई में स्कार्दू स्थित शकमा सेक्टर से गोलीबारी कर रहा उसका एक कैप्टन मारा गया। इस गोलीबारी में एक अन्य पाकिस्तानी सैनिक गंभीर रूप से घायल हुआ है।
पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी का कहना है कि भारत की ओर से हुई अकारण गोलीबारी में कैप्टन सरफराज की मौत हो गई है। पाकिस्तान का आरोप है कि मंगलवार रात करीब सवा ग्यारह बजे भारत की ओर से अकारण गोलीबारी शुरू हो गई जो बुधवार तड़के सवा दो बजे तक जारी रही।
भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। नई दिल्ली में सेना के प्रवक्ता ने कहा कि गत रात को पाकिस्तानी सेना ने कारगिल क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के नजदीक भारतीय चौकियों पर भारी मोर्टार और मशीन गन से अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। जिसका भारतीय सैनिकों ने करार जवाब दिया। प्रवक्ता का कहना था कि पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
गौरतलब है कि इस महीने पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन की झड़ी लगा दी है। छह अगस्त को पूंछ सेक्टर में घात लगाकर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या करने के बाद पाकिस्तानी सेना का दुस्साहस कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है।
रक्षा मंत्री एके एंटनी के अनुसार छह अगस्त की कायरतापूर्ण घटना के बाद पाकिस्तान ने 19 अगस्त तक 24 बार युद्धविराम का उल्लंघन किया है। सीमा पर हालात इतने खराब हो गए हैं कि रोजाना ही पाकिस्तानी सेना की ओर से भारतीय चौकियों पर अकारण गोलीबारी की जा रही है और यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
पुंछ में 12वें दिन भी गोलीबारी
राजौरी। पुंछ जिले की मेंढर तहसील के हमीरपुर, बालाकोट व बलनोई सेक्टर की अग्रिम चौकियों पर बुधवार को भी गोलीबारी जारी रही। पिछले 12 दिन से पाकिस्तान इस इलाके में लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। सैन्य और नागरिक ठिकानों के पास गिर रहे गोलों से सहमे सीमांत क्षेत्र के लोग पलायन करने लगे हैं। पाक सेना ने मंगलवार रात को और बुधवार दिन भर घुसपैठ करवाने के मकसद से गोलीबारी जारी रखी। भारतीय जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब देकर घुसपैठ को नाकाम कर दिया। सीमा पर तनाव बना हुआ है।

मिस्त्र से भाग रहे ब्रदरहुड के दो नेता गिरफ्तार
22 August 2013
काइरो। मिस्त्र से भागने की तैयारी कर रहे मुस्लिम ब्रदरहुड के दो नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। सफवात हेगाजी को लीबिया सीमा और ब्रदरहुड की राजनीतिक शाखा के प्रवक्ता मुराद अली को काइरो एयरपोर्ट से पकड़ा गया। मुराद इटली की फ्लाइट पकड़ने वाले थे।
अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को दोबारा पद दिलाने के लिए अभियान चला रहे ब्रदरहुड पर सेना शिकंजा कसती जा रही है। हेगाजी पर हिंसा भड़काने के आरोप हैं। वह मुखर भाषणों के लिए पहचाने जाते हैं। मंगलवार को सेना ने ब्रदरहुड के सुप्रीम नेता मुहम्मद बदी समेत 100 कार्यकर्ताओं को रबिया अल अदाविया स्क्वायर के पास उनके अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया था। ये सभी वहां प्रदर्शन कर रहे थे। मिस्त्र की सत्ता पर नियंत्रण के लिए ब्रदरहुड और सेना के बीच खूनी संघर्ष चल रहा है। ब्रदरहुड के राजनीतिक संगठन फ्रीडम एंड जस्टिस पार्टी ने बयान में कहा कि नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे आरोपों में जेल में ठूंसा जा रहा है। इन आरोपों का कोई कानूनी आधार नहीं। ब्रदरहुड के प्रवक्ता अहमद आरिफ ने कहा कि इन गिरफ्तारियों से हमारे संघर्ष का अंत नहीं होगा। ब्रदरहुड मिस्त्रवासियों के दिलों में बसा हुआ है। बदी की जगह फिलहाल महमूद इज्जत संभालेंगे। देश में इमरजेंसी लागू होने के बाद सेना के पास गिरफ्तारियों के आदेश आ गए थे।

सीमा पर अशांति के लिए चीन को भारत ने किया आगाह
22 August 2013
बीजिंग। सीमा पर लगातार घुसपैठ किए जाने पर भारत ने चीन को आगाह किया है। भारत ने कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन शांति और सौहार्द के साथ किसी भी तरह की गड़बड़ी करता है तो उसका द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक असर पड़ सकता है।
चीन में भारत के राजदूत एस जयशंकर यहां चीन-भारत संबंधों पर आधारित एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। 19 अगस्त को हुए ओल्ड टाइस-न्यू मॉडल विषयक सेमिनार में राजदूत के बयान को बुधवार को जारी किया गया।
इस सेमिनार में उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी के उस बयान का उल्लेख किया जिसमें दोनों नेताओं ने सीमा पर शांति स्थापित करने पर बल दिया था। गत अप्रैल में लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में चीनी सेना ने कई दिनों तक घुसपैठ किए रखा। उन्हें वहां से निकालने के लिए हुई वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने भारतीय राजदूत ने कहा कि हमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बनाने में जनता की भावनाओं के महत्व को कम करके नहीं आंकना चाहिए।
ब्रह्मापुत्र सहित चीन से होकर भारत में बहने वाली नदियों पर बनाए जा रहे बांधों का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि यह चीन के लिए महत्वपूर्ण है कि वह भारत की चिंताओं का ख्याल रखे। क्योंकि इन बांधों के असर को लेकर भारत आशंकित है।

फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को लेकर संकट गहराया
22 August 2013
टोक्यो। जापान में बुधवार को फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को लेकर संकट और गहरा गया। पिछले दो साल के दौरान इसमें सबसे खराब स्थिति देखी जा रही है। जापान में परमाणु संयंत्रों पर निगरानी रखने वाली संस्था ने कई टैंकों से रेडियोधर्मी जल के रिसाव की आशंका जाहिर की है। चीन ने इस संकट पर निराशा व्यक्त की है।
जापान के परमाणु नियामक प्राधिकरण [एनआरए] ने यह भी आशंका जाहिर की है कि संयंत्र का संचालन करने वाली टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी इस संकट से निपटने में असमर्थ हो सकती है। एनआरए के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस संकट की गंभीरता का स्तर एक से बढ़ाकर तीन करने पर विचार किया जा रहा है। स्तर एक के तहत अव्यवस्था को शामिल किया जाता है जबकि स्तर तीन में गंभीर घटना को शामिल किया जाता है। रेडियोधर्मी पदार्थ के रिसाव के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ऐसा किया जाएगा। 2011 में आए भूकंप और सुनामी में इस संयंत्र के क्षतिग्रस्त होने के बाद से इसे लेकर यह सबसे गंभीर कदम होगा।

सीआइए ने कराया था 1953 में ईरान में तख्तापलट
22 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि उसने ब्रिटेन के साथ मिलकर 1953 में ईरान में तख्तापलट की योजना बनाई थी। जिसके परिणामस्वरूप उस समय ईरान में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित प्रधानमंत्री मुहम्मद मुसद्दिक को सत्ता से बेदखल कर दिया गया था।
मुसद्दिक को हटाए जाने के करीब 60 साल बाद सीआइए के एक अवर्गीकृत दस्तावेज से यह रहस्योद्घाटन हुआ है। सूचना के अधिकार कानून के तहत जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों ने इस संबंध में जानकारी मांगी थी। दस्तावेज के मुताबिक अमेरिकी खुफिया एजेंसी ईरान में हुए तख्तापलट में शामिल थी। स्वतंत्र रूप से काम करने वाली नेशनल सेक्यूरिटी आर्चिव शोध संस्थान ने इस दस्तावेज को सोमवार को अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया। संस्थान ने कहा कि दस्तावेज से पहली बार ईरान में तख्तापलट को लेकर सीआइए द्वारा अपनी भूमिका स्वीकार करने के बारे में पता चलता है। इससे पता चलता है कि किस प्रकार अमेरिका ने ब्रिटेन की मदद से ईरान में तख्तापलट की योजना बनाई। इसे सीआइए द्वारा 'टपाजैक्स' और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआइ 6 द्वारा 'ऑपरेशन बूट' कोड नाम दिया गया था। सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि दस्तावेज को 2011 में अवर्गीकृत किया गया था। दस्तावेज को लेकर काम करने वाले मैलकम बायरने ने मुख्य रूप से इस बात की ओर ध्यान दिलाया है कि सीआइए ईरान में तख्तापलट में शामिल होने की बात कह रही है। दस्तावेज में कहा गया है, 'जिस सैन्य तख्तापलट में मुसद्दिक और उनकी नेशनल फ्रंट कैबिनेट को हटाया गया वह अमेरिका की विदेश नीति के तहत सीआइए के निर्देश पर किया गया था। इसे अमेरिकी सरकार में उच्चतम स्तर पर स्वीकृति दी गई थी।'

राष्ट्रपति पद के प्रबल दावेदार होंगे बॉबी जिंदल
22 August 2013
वाशिंगटन। आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लुइसियाना प्रांत के गवर्नर भारतीय मूल के बॉबी जिंदल रिपब्लिकन पार्टी के प्रबल उम्मीदवार के रूप में उभर रहे हैं। लुइसियाना में कराए गए पार्टी के आंतरिक सर्वे में उन्हें 50 फीसद से ज्यादा लोगों का समर्थन मिला है। यहां वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनाव होना है।
'पॉलिटिको न्यूज' के अनुसार, रिपब्लिकन द्वारा कराए गए इस आंतरिक सर्वे में 42 वर्षीय जिंदल का 55 फीसद रिपब्लिकनों ने समर्थन जबकि 37 फीसद ने विरोध किया। 62 फीसद लुइसियाना की जनता ने ओबामा के हेल्थ केयर इंश्यारेंस विधेयक ओबामा केयर का विरोध किया है, जबकि 33 फीसद ने इस कानून का समर्थन किया है।
यह सर्वे 12 से 15 अगस्त के बीच कराया गया जिसमें करीब आठ सौ वोटरों ने हिस्सा लिया था। उल्लेखनीय है कि 2007 में मात्र 36 साल की उम्र में जिंदल अमेरिका के किसी भी प्रांत के गवर्नर बनने वाले पहले भारतीय मूल के व्यक्ति थे। वह लुइसियाना के पहले गैर-श्वेत गवर्नर हैं।
वर्ष 2011 में दोबारा लुइसियाना प्रांत के गर्वनर निर्वाचित हुए जिंदल तीसरे कार्यकाल के लिए चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।

शरीफ बोले, पाकिस्तान की रगों में है कश्मीर
20 August 2013
इस्लामाबाद। सीमा पर लगातार गोलीबारी के बीच पाकिस्तान ने एक बार फिर पुराना कश्मीर राग अलापा है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान की रगों में है। उन्होंने कहा कि युद्ध पर संसाधनों को बर्बाद करने के बजाय पाकिस्तान और भारत को गरीबी और बीमारी को मिटाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।
जून में प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार राष्ट्र के नाम दिए अपने संदेश में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर एक राष्ट्रीय मुद्दा है और यह उनके देश की रगों में है। शरीफ ने कहा कि कश्मीर को लेकर संकल्प उनके लिए उतना महत्वपूर्ण है जितना पाकिस्तान की जनता के लिए। संदेश में कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
शरीफ ने आगाह किया कि अर्थव्यवस्था को मजबूत किए बिना पाकिस्तान किसी लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता। भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों को यह अहसास होना चाहिए कि युद्ध पर ऊर्जा और संसाधनों को बर्बाद करने की बजाय अज्ञानता, बीमारी और गरीबी के खिलाफ अभियान शुरू करना चाहिए।

मुबारक की रिहाई का आदेश
20 August 2013
काइरो। मिस्त्र के पूर्व तानाशाह होस्नी मुबारक इस सप्ताह जेल से बाहर आ सकते हैं, क्योंकि देश की एक अदालत ने रिश्वतखोरी के मामले में उनकी रिहाई का आदेश दे दिया है। हालांकि, उनके बेटों को कोई राहत नहीं मिली है।
मुबारक (85) तथा उनके दोनों बेटों अला और कमाल पर 1.1 अरब मिस्री पौंड की सरकरी रकम का गबन करने का आरोप है। यह राशि मुबारक के आवास की मरम्मत के लिए खर्च की गई थी।
न्यायिक अधिकारियों ने बताया कि मुबारक को लंबे समय तक जेल में रखने का कोई आधार नहीं है, क्योंकि अंतिम फैसला आने तक उन्हें अधिकतम दो साल तक जेल में रखने की मियाद समाप्त हो रही है।
काइरो स्थित अदालत ने मुबारक की रिहाई का आदेश दिया, लेकिन उनके बेटों को कोई राहत नहीं दी। मुबारक पर वर्ष 2010 में अपनी सत्ता के खिलाफ हुए विद्रोह को दबाने के दौरान 800 प्रदर्शनकारियों की हत्या का भी आरोप है।

रुपये की कमजोरी का फायदा उठाने में जुटे खाड़ी के भारतीय कामगार
20 August 2013
दुबई। रुपये की कमजोरी ने भले ही सरकार की नींद हराम कर रखी हो मगर विदेश में रहने वाले भारतीयों की मौज आ गई है। विदेशी मुद्रा में कमाई करने वाले कामगारों को अब रुपये में ज्यादा राशि मिल रही है। इस मौके का फायदा उठाने के लिए ओमान समेत दूसरे खाड़ी देशों में रह रहे भारतीय अब भारत में रह रहे अपने घरवालों को पर्सनल लोन लेकर धन भेज रहे हैं।
रुपये ने डॉलर के मुकाबले सोमवार को 63.14 का रिकॉर्ड निचला स्तर छू लिया। टाइम्स ऑफ ओमान की रिपोर्ट के मुताबिक, खाड़ी देशों में पर्सनल लोन लेने वाले भारतीयों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। ओमान की मुद्रा रियाल का मूल्य फिलहाल 160 रुपये के करीब है। विदेशी मुद्रा में लिया गया लोन भारत में ढेर सारे रुपये में तब्दील हो रहा है। वहीं, इसकी किस्तें वे आसानी से चुका दे रहे हैं।
स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर द्वारा संचालित ग्लोबल मनी एक्सचेंज के जीएम राजीव वीजी ने बताया कि लगातार गिरते रुपये से सबसे ज्यादा फायदा खाड़ी देशों के लोगों को हो रहा है। पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों लोगों ने पर्सनल लोन लेकर पैसा भारत भेजा है। इससे उनके परिवारों को काफी फायदा पहुंचा है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में मुद्रा बदलाव कराने वालों की तादाद बहुत बढ़ गई है। इससे साफ पता चलता है कि एनआरआइ रुपये में गिरावट का फायदा उठाने को ज्यादा कर्ज ले रहे हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को मुद्रा बदलाव करवाने वालों की तादाद दूसरे दिनों के मुकाबले लगभग 15 फीसद ज्यादा रही। जैसे ही रियाल के बदले रुपये की कीमत 155 के स्तर को पार कर गई ओमान में रह रहे भारतीयों ने अपनी बचत भारत भेजना शुरू कर दिया। इसे देखते हुए सेंट्रल बैंक ऑफ ओमान (सीबीओ) ने देश से बाहर भेजे जा रहे रियाल पर नजर रखना शुरू कर दिया है। नए नियम के मुताबिक, यदि कोई 2,000 रियाल से ज्यादा धन विदेश भेजता है तो उसे सुबूत देना होगा कि यह रकम उसने अपने बैंक खाते से निकाली है। पहले यह नियम 5,000 रियाल से ऊपर ही लागू होता था।
ओमान सरकार ने हाल ही में एक और नियम में बदलाव किया है। इसके मुताबिक, सभी कर्मचारियों को बैंक खाते के जरिये वेतन देना अनिवार्य किया गया है। इससे उनकी कमाई के जरिये के बारे में आसानी से पता चल सकेगा। ओमान के मनी एक्सचेंज ने भी अब हर महीने सीबीओ को बाहर भेजे गए रियाल पर रिपोर्ट देनी शुरू कर दी है। इस रिपोर्ट में उन देशों का भी उल्लेख किया जाता है, जहां ज्यादा पैसा भेजा गया।

यूरोप के रेल नेटवर्क पर हमले की योजना बना रहा अलकायदा
20 August 2013
बर्लिन। अलकायदा यूरोप के हाई स्पीड रेल नेटवर्क पर हमले का षडयंत्र रच रहा है। खुफिया सूत्रों के हवाले से जर्मन अखबार 'बिल्ड' की रिपोर्ट में कहा गया है कि अलकायदा ट्रेन और सुरंगों में विस्फोटक रख सकता है। वह रेलवे ट्रैक और बिजली के केबल को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने फोन पर अलकायदा के शीर्ष कमांडरों की बातचीत सुनी है। फोन कॉल में यूरोप के रेल नेटवर्क पर हमले को लेकर बात की जा रही थी। अखबार के मुताबिक हमले संबंधी जानकारी मिलने के बाद जर्मनी के अधिकारी चौकन्ने हो गए हैं।
मुख्य स्टेशनों पर सादे वेश में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। चेक गणराज्य के एक रेल अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उनके देश में सुरक्षा के नए उपाय किए गए हैं।

जरदारी को करना ही होगा भ्रष्टाचार के मामले का सामना
20 August 2013
इस्लामाबाद। अगले महीने पांच साल का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को पुराने भ्रष्टाचार के मामलों का सामना करना पड़ेगा। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आठ सितंबर को जरदारी के पद से हट जाने के बाद उन्हें अभियोजन से मिली छूट समाप्त हो जाएगी और सितंबर के दूसरे सप्ताह में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के छह मामलों को खोला जाएगा।
नाम उजागर न करने की शर्त पर अधिकारी ने कहा कि इन मामलों की सुनवाई इस्लामाबाद के अकाउंटिबिलिटी कोर्ट नंबर-एक में होगी। अकाउंटिबिलिटी कोर्ट पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली एजेंसी नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए मामलों की सुनवाई करता है। जरदारी के खिलाफ मामले एआरवाई गोल्ड, कोटेकना, एसजीएस, पोलो ग्राउंड, अरसस ट्रैक्टर और संपत्ति से संबंधित हैं।
ये मामले जरदारी की स्वर्गीय पत्नी व पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के दो कार्यकाल के समय के हैं। इनकी सुनवाई रावलपिंडी की तीन भ्रष्टाचार रोधी अदालतों में हो रही थी, लेकिन 2008 में जरदारी के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद इन मामलों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। अधिकारी के मुताबिक जरदारी को दोषी ठहराना कठिन होगा क्योंकि मुख्य आरोपी बेनजीर भुट्टो और उनकी मां बेगम नुसरत भुट्टो की मृत्यु हो चुकी है। दोनों के नाम आरोपियों की सूची से हटा दिए गए हैं। अधिकारी के मुताबिक जरदारी के साथ 15 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था। पिछले पांच वर्षो के दौरान इन्हें बरी किया जा चुका है।

चुनाव से पहले रड की लोकप्रियता में गिरावट
20 August 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में अगले महीने होने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री केविन रड को भारी हार का सामना करना पड़ सकता है। ताजा सर्वे में रड और उनकी लेबर पार्टी की लोकप्रियता में काफी गिरावट आई है।
'द ऑस्ट्रेलिया' में प्रकाशित ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक रड से अब 35 फीसद मतदाता ही संतुष्ट हैं। इसमें चार फीसद की गिरावट है। यही नहीं असंतुष्ट मतदाताओं का आंकड़ा बढ़कर 54 फीसद पहुंच गया है। यह रड की अब तक की सबसे खराब रेटिंग है। चुनाव अभियान शुरू होने के बाद कराये गए इस सर्वे में प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल विपक्षी लिबरल पार्टी के नेता टोनी एबट की रेटिंग में तीन प्रतिशत का सुधार हुआ है। 41 फीसद मतदाताओं ने उनका समर्थन किया है जबकि उनसे असंतुष्ट मतदाताओं का आंकड़ा एक फीसद कम होकर 51 फीसद हो गया है। जहां तक रड की लेबर पार्टी का सवाल है तो उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद पार्टी की लोकप्रियता निम्न स्तर पर पहुंच गई है। जबकि विपक्षी गठबंधन काफी आगे निकल गया है। ऑस्ट्रेलिया में सात सितंबर को आम चुनाव होने हैं।

शरीफ को औकात बता रही पाक सेना
20 August 2013
वाशिंगटन। भारत के साथ संबंध सुधारने की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की कोशिशों को नाकाम करने में उनकी सेना ही लगी है। भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता में खलल डालना मौजूदा संघर्षविराम उल्लंघन का मुख्य उद्देश्य है। दरअसल, पाकिस्तानी सेना शरीफ को दिखाना चाहती है कि बॉस कौन है। यह बात अमेरिकी विशेषज्ञ लीजा कर्टिस ने कही है।
अमेरिकी थिंक टैंक द हैरिटेज फाउंडेशन की लीजा कर्टिस ने कहा, ऐसा संभव है कि पाकिस्तानी सेना जान बूझकर भारत के साथ तनाव बढ़ा रही हो ताकि नवाज सरकार को दिखा सके कि वह भारत-पाकिस्तान संबंधों को नियंत्रित कर सकती है। शायद पाकिस्तानी सेना शरीफ को पिछली सदी के अंतिम दशक में भारत के साथ की गई शांति वार्ता को आगे बढ़ाने को लेकर चेतावनी दे रही हो। शरीफ के पिछले कार्यकाल के दौरान 1999 में कश्मीर की स्थिति को लेकर भारत के साथ पर्दे के पीछे की बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति हुई थी। इसके बाद कारगिल में पाकिस्तानी सेना ने द्रास-कारगिल की पहाड़ियों पर कब्जा करने की कोशिश की थी जिससे दोनों देशों के बीच संक्षिप्त लड़ाई हुई थी। इसमें भारत को जीत हासिल हुई थी। वहीं पिछले दो हफ्तों के दौरान पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर डेढ़ दर्जन से ज्यादा बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
कर्टिस का विचार है कि हाल ही में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बने तनाव को अमेरिका को गंभीरता से लेना चाहिए। उसे सीमा पर सैन्य तनाव कम करने के लिए काम करना चाहिए। इस तनाव से भारत और पाकिस्तान के बीच बड़ा संघर्ष छिड़ सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की अपील का विरोध करना चाहिए।

मिस्र में 25 पुलिसकर्मियों की हत्या, तीन घायल
20 August 2013
काइरो। संदिग्ध इस्लामी आतंकियों ने सोमवार को मिस्र के उत्तरी भाग में सिनाई प्रायद्वीप में 25 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी। उधर, रविवार को हिरासत में लिए गए 36 मुर्सी समर्थकों की मौत की खबर है। मुस्लिम ब्रदरहुड ने इसे हत्या करार दिया है, जबकि अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने कैदियों के जेल तोड़कर भागने के प्रयास को विफल कर दिया है।
तीन जुलाई को राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को सेना द्वारा अपदस्थ किए जाने के बाद से सिनाई प्रायद्वीप में सुरक्षाबलों पर हमलों में वृद्धि हुई है। चिकित्सा और सुरक्षा क्षेत्र से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आंतकियों द्वारा सोमवार को ग्रेनेड और मशीनगन से किए गए हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। इजरायल की सीमा के पास रफाह शहर के समीप यह हमला हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों ने पुलिसकर्मियों को ले जा रही दो मिनी बसों को जबरन रोक लिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों से बस से बाहर निकलने को कहा और उन्हें जमीन पर लेट जाने के लिए मजबूर किया। इसके बाद आतंकियों ने पुलिसकर्मियों को गोली मार दी। इस घटना से पता चलता है कि मिस्र के नए शासक किस प्रकार की चुनौती का सामना कर रहे हैं।
बुधवार को मुर्सी समर्थकों के प्रदर्शन शिविरों पर सुरक्षा बलों द्वारा गोली चलाए जाने के बाद से मिस्र में करीब 1000 लोग मारे जा चुके हैं।
ईयू ने की आपातकालीन बातचीत
ब्रसेल्स। यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने मिस्र में बढ़ रही हिंसा को लेकर सोमवार को पहले दौर की आपातकालीन बातचीत की। ईयू की ओर से मिस्र के साथ संबंधों की समीक्षा संबंधी चेतावनी के बीच यह बातचीत हुई है। ईयू के राजनीतिक और सुरक्षा समिति के राजदूतों को बातचीत के लिए ब्रसेल्स बुलाया गया था। बातचीत की पूर्व संध्या पर यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष हरमन वैन रोमपुयी और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जोस मैनुएल बारोसो ने कहा कि 28 सदस्यीय ईयू मिस्र के साथ अपने संबंधों की समीक्षा करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि मिस्र में हिंसा बढ़ने पर उसे और उसके पड़ोसी देशों को अप्रत्याशित परिणाम भुगतने होंगे।

लाहौर में हिंदुओं के लिए कोई शमशान घाट नहीं
20 August 2013
अमृतसर। लाहौर में रहने वाले हिंदू-सिखों को दाह-संस्कार शब्द किसी अभिशाप की तरह प्रतीत होता है। मौत के बाद अपने सगे-संबंधी का दाह-संस्कार करने के लिए दुख की घड़ी में उन्हें शव को लेकर 86 किमी का सफर तय करना पड़ता है। इतिहासकार सुरेंद्र कोछड़ ने बताया कि 1947 से पहले लाहौर के मॉडल टाउन, टकसाली गेट, बक्कर मंडी, इशरा और कृष्णा नगर आदि क्षेत्रों में हिंदुओं के 11 शमशान घाट थे, परंतु आज उन पर रिहायशी कालोनियां और प्लाजा बन जाने के कारण एक भी शमशान घाट मौजूद नहीं है।
लाहौर में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं को अपने मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अगर लाहौर में किसी हिंदू की मौत होती है तो उसके परिजनों को उसकी मौत के दुख से अधिक यह बात तकलीफ देती है कि वे शव का अंतिम संस्कार कहां और कैसे करेंगे? अगर वे अंतिम संस्कार लाहौर में रावी दरिया के किनारे करते हैं तो प्रशासन मना कर देता है। उनके अनुसार ऐसा करने से वहां के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है। ऐसी सूरत में सांप्रदायिक फसाद होने का खतरा बढ़ जाता है। वहां के हिंदुओं को अंतिम संस्कार करने के लिए मृतक देह को लेकर 86 किलोमीटर का सफर तय करके जिला ननकाना साहिब जाना पड़ता है।

श्रीलंका : 29 भारतीय कैदी रिहा
20 August 2013
कोलंबो। श्रीलंका और भारत के बीच जून 2010 में सजायाफ्ता कैदी हस्तांतरण समझौते के तहत श्रीलंका ने करीब 30 कैदियों को उनका सामाजिक पुनर्वास करने के लिए भारत को सुपुर्द किया है. समझौते के तहत 20 कैदियों के पहले जत्थे को मार्च 2013 में भारत भेजा गया. भेजे गए कैदियों में से 6 कैदी केरल और 14 तमिलनाडु के थे.
वहीं तमिलनाडु के नौ कैदियों के दूसरे जत्थे को भारत भेजने की प्रक्रिया 12-15 अगस्त को पूरी की गई. इस तरह से समझौते के तहत अब तक कुल 29 कैदियों को भारत के सुपुर्द किया जा चुका है.
बताया जा रहा है कि इन कैदियों के मामलों पर श्रीलंका सरकार ने विचार किया और भारतीय पक्ष की तरफ जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए इन्हें भारत के सुपुर्द कर दिया.

मिस्र में हिंसा हुई तो चुप नहीं बैठेगी सेना
19 August 2013
काइरो। सेना समर्थित मिस्र की सरकार मुस्लिम ब्रदरहुड पर प्रतिबंध लगाने के प्रधानमंत्री हाजेम अल बेबलावी के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। रविवार को बुलाई गई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव के साथ इस्लामी संगठन के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ने का प्रस्ताव भी पेश किया गया। सेना प्रमुख अब्देल फतह अल सिसी ने चेतावनी दी है कि यदि अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों ने हिंसा फैलाई तो सुरक्षा बल चुप नहीं बैठेंगे।
मिस्र में पिछले चार दिन से भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या 800 पार गई है। इनमें 79 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ब्रदरहुड समर्थक मुर्सी को फिर से राष्ट्रपति बनाने की मांग पर डटे हुए हैं। ब्रदरहुड पर पहले भी प्रतिबंध लगाया जा चुका है। 1954 में सैन्य शासकों ने इसे भंग कर दिया था। इसके बाद होस्नी मुबारक ने भी इसे एक प्रतिबंधित संगठन बनाए रखा। यदि कैबिनेट ने ब्रदरहुड पर प्रतिबंध का निर्णय लिया तो इसके कार्यकर्ताओं और नेताओं को भूमिगत होना पड़ेगा। उन्हें आर्थिक मदद दे रहे लोग परेशानी में पड़ जाएंगे।
प्रधानमंत्री बेबलावी ने ब्रदरहुड पर प्रतिबंध की पैरवी करते हुए पत्रकारों से कहा, 'जिनके हाथ खून से सने हैं वे क्या शांति प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे? ऐसे लोग सरकार, देश और सार्वजनिक संस्थानों के खिलाफ हथियार उठा रहे हैं। उन पर कार्रवाई जरूरी हो गई है।' लेकिन, मुर्सी समर्थकों के संगठन 'एंटी कूप अलायंस' ने बयान जारी कर फिर से विरोध प्रदर्शन की अपील की है। संगठन की ओर से कहा गया है कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई के विरोध में हमारा अभियान जारी रहेगा। मुर्सी समर्थकों की प्रस्तावित रैली को देखते हुए काइरो के मुख्य स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने मिस्र में चर्च, अस्पताल और सार्वजनिक संस्थानों पर हमले की निंदा की है। यूरोपीय यूनियन ने कहा है कि वह मिस्र के साथ अपने संबंधों पर पुनर्विचार करेगा।

सरकार की जासूसी करवाते हैं प्रिंस चा‌र्ल्स
19 August 2013
लंदन। ब्रिटेन की राजगद्दी के उत्तराधिकारी प्रिंस चा‌र्ल्स सरकार की जासूसी करवाते हैं। उनके भरोसेमंद लोग विभिन्न विभागों में खुफिया तरीके से काम करते हैं। ये लोग प्रिंस के हितों से जुड़े मामलों की जानकारी जुटाते हैं। राजपरिवार के महत्वपूर्ण सदस्य के खिलाफ यह खुलासा द संडे टाइम्स ने किया है।
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि चा‌र्ल्स का एक विश्वस्त दो साल तक कैबिनेट ऑफिस में रहा। दूसरा पर्यावरण एवं खाद्य मंत्रालय की ग्रामीण नीति टीम में देफ्रा में 14 महीनों तक तैनात रहा। ये लोग चा‌र्ल्स को सूचनाएं पहुंचाते थे। कई वर्तमान और पूर्व मंत्रियों ने इस खुलासे पर हैरानी और खिन्नता जताई है। एक मंत्री के हवाले से अखबार ने लिखा कि उन्हें ऐसी तैनातियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अब सवाल यह उठता है इन नियुक्तियों को मंजूरी किसने दी। यदि ऐसा हुआ है तो यह एक गैर प्रजातांत्रिक कदम कहलाएगा। उन्होंने अखबार से कहा कि शायद प्रिंस खुद को संविधान से ऊपर मानने लगे हैं। इस मामले को सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। उनके लोग सरकार में क्या कर रहे हैं। क्या वे सरकारी नीतियों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन में सरकारी विभागों, व्यापार और परोपकारी संगठनों के बीच तालमेल बनाया जाता है। हालांकि, यह पारदर्शी तरीकों से किया जाता है। इस मामले में अभी चा‌र्ल्स का कार्यालय क्लीयरेंस हाउस और सरकार कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। क्लीयरेंस हाउस के प्रवक्ता ने तीन कर्मचारियों के सरकारी विभागों में होने की पुष्टि तो की लेकिन उनकी पहचान का खुलासा करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि तीनों की नियुक्ति की संबंधित मानव संसाधन विभागों से मंजूरी मिली हुई थी। चा‌र्ल्स पर राजगद्दी पाने के लिए लॉबिंग करने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। लेकिन, सरकार के नीतिगत मामलों में दखलंदाजी का यह पहला वाकया है।
प्रिंस से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि उनके कर्मचारी और सरकार एक-दूसरे से करीबी संबंध बनाकर रखते हैं। इसके जरिये प्रिंस को विभिन्न देशी-विदेशी मुद्दों पर अपडेट किया जाता रहता है। विदेश एवं कॉमनवेल्थ ऑफिस के कर्मचारी एवं सेना के अधिकारियों का राजमहल में आना-जाना लगा रहता है। ये राजपरिवार के सदस्यों को विदेशी यात्राओं और समारोहों में शामिल होने पर सलाह देते हैं। हालांकि, राजपरिवार के संबंध में इस तरह की खबर पहली बार सामने आई है। बकिंघम पैलेस के प्रवक्ता ने बताया कि महारानी विक्टोरिया के स्टाफ का कोई सदस्य सरकार में काम नहीं कर रहा है।

अमेरिकी राजनयिकों पर हमले तेज करने की अलकायदा की अपील
19 August 2013
दुबई। कैलीफोर्निया में जन्मे अलकायदा आतंकी एडम गदहान ने दुनियाभर में पश्चिमी देशों के राजनयिकों पर हमले तेज करने की अपील की है। ईसाई से मुस्लिम बने एडम ने पिछले साल लीबिया में अमेरिकी राजदूत की हत्या करने वालों की तारीफ भी की है। लीबिया के बेनगाजी में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास पर 11 सितंबर, 2012 को हुए हमले में राजदूत क्रिस्टोफर स्टीवेंस समेत चार लोगों की मौत हो गई थी।
वाशिंगटन स्थित निगरानी समूह 'साइट' के मुताबिक अमेरिकी आतंकी ने अमीर मुस्लिमों से अपील की है कि वे पश्चिमी मुल्कों के राजनयिकों और राजदूतों को मारने वाले आतंकियों को ईनाम देने की घोषणा करें। अमेरिका में वांछित एडम पर 10 लाख डॉलर का ईनाम है। उसने यमन में अमेरिकी राजदूत को मारने वाले को भी ईनाम देने की बात की है। अरबी भाषा की एक वेबसाइट पर उसने 39 मिनट का वीडियो डाला है। इसमें उसने कहा है कि यदि हम हमारे साथियों को नकद पुरस्कार दें तो वे ज्यादा उत्साह से पश्चिमी दुश्मनों को मारने की तैयारी करेंगे। इससे लोगों में जिहाद को अपना रास्ता चुनने की झिझक भी मिट जाएगी।
यमन में अलकायदा की शाखा एक्यूएपी ने पिछले साल अमेरिकी राजदूत को मारने वाले को तीन किलो सोना और एक अमेरिकी सैनिक को मारने पर 50 लाख रियाल (करीब 14.40 लाख रुपये) देने की घोषणा की थी। एडम ने अगस्त, 2007 में भी इराक और अफगानिस्तान पर हुए हमलों के बदले में अमेरिकी राजनयिकों को निशाना बनाने की अपील की थी। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआइ का मानना है कि एडम 2004 से ही पाकिस्तान में छिपा है।

अफगानिस्तान में तालिबानी ठिकाने पर हमले में 16 आतंकी ढेर
19 August 2013
काबुल। अफगानिस्तान के हेलमांद प्रांत में तालिबान आतंकियों के ठिकाने पर किए गए एक हवाई हमले में 16 आतंकी मारे गए। सैन्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई है। हवाई हमला शनिवार देर रात किया गया था।
गुप्त सूचना के आधार पर मारजा जिले स्थित तालिबान आतंकियों के ठिकाने पर हवाई हमला किया गया। इस हमले में 16 आतंकी मारे गए। बताया गया है कि इस हमले से तालिबान आतंकियों को बड़ा झटका लगा है। उधर, तालिबान ने दावा किया है कि उनके संगठन के लोगों ने नवजाद जिले में सेना के चार जवानों को मार गिराया। सेना ने तालिबान के इस दावे के झूठ करार दिया है।

चीन में बो शिलाई के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई 22 अगस्त से
19 August 2013
बीजिंग। चीन में सत्तासीन कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व कद्दावर नेता बो शिलाई पर रिश्वत लेने, गबन और सत्ता के दुरुपयोग के मामलों की सुनवाई 22 अगस्त से शुरू होगी।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, मुकदमे की सुनवाई जिनान शहर की पीपुल्स कोर्ट में शुरू होगी। हालांकि जेल में बंद 64 वर्षीय बो ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इन्कार किया है। उनकी पत्नी ग्यू केलाई को ब्रिटिश व्यवसायी नील हेवुड की हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। फिलहाल उनकी सजा निलंबित रखी गई है। इस हत्याकांड के कारण ही चोंगकिंग शहर के पार्टी प्रमुख रहे बो को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, बो को दस वर्ष से लेकर मौत की सजा हो सकती है।
बो पर मुकदमे की सुनवाई तय हो जाने के ठीक बाद एक अन्य शीर्ष अधिकारी लियू टिनन को न्यायिक जांच के दायरे में लाया गया है। रिश्वत लेने के आरोप में घिरे लियू चीन की शीर्ष आर्थिक नियोजन निकाय के उपप्रमुख रहे हैं। इसके पहले भ्रष्टाचार के मामलों में पूर्व रेलमंत्री ली झिंजुन को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है।ा।

बारूदी सुरंगें हटाने में देरी से प्रिंस हैरी खफा
19 August 2013
लंदन। प्रिंस हैरी ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि अंगोला में जिन देशों ने बारूदी सुरंगों की आपूर्ति की थी, उनमें से कुछ देश उन्हें हटाने के प्रयास में कोई मदद नहीं कर रहे हैं। उनकी स्वर्गीय मां प्रिंसेस डायना ने बारूदी सुरंगों को हटवाने का अभियान शुरू किया था।
हेलो ट्रस्ट के प्रमुख गाय विलोगबी ने कहा है कि प्रिंस हैरी इस बात से खफा हैं कि जिन देशों ने बारूदी सुरंग की आपूर्ति की थी, वे 25 साल बाद भी इन्हें हटाने के लिए धनराशि की व्यवस्था नहीं कर रहे हैं। जबकि यह दायित्व उनका ही है। 28 वर्षीय पि्रंस हाल ही में ट्रस्ट के बारूदी सुरंग हटाने के काम को देखने के लिए अंगोला गए थे। इसी के बाद विलोगबी का यह बयान आया है। डायना के सबसे छोटे बेटे और सैन्य हेलीकॉप्टर पायलट हैरी ने क्विटो क्युआनावेल का दौरा किया था। वहां 1975 से 2002 तक चले गृह युद्ध के दौरान पांच लाख लोग मारे गए थे और 40 लाख विस्थापित हुए थे। अपनी यात्रा के दौरान प्रिंस ने उन लोगों से मुलाकात की थी जिन्हें बारूदी सुरंग हटाने के काम से लाभ हो रहा है।ा।

राजकुमारी डायना की मौत में ब्रिटिश सेना का भी हाथ था!
19 August 2013
लंदन। राजकुमारी डायना की मौत महज एक हादसा थी या साजिश, इस सवाल का रहस्य फिर गहरा गया है। स्कॉटलैंड यार्ड को हाल ही में कुछ ऐसी जानकारियां मिली हैं, जिसके मुताबिक राजकुमारी डायना की मौत में ब्रिटिश सेना भी संलिप्त थी। वर्ष 1997 में हुई कार दुर्घटना में डायना, उनके प्रेमी डोडी अल फयाद और ड्राइवर की मौत हो गई थी।
स्कॉटलैंड यार्ड ने हालांकि इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। लेकिन स्काई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह जानकारी एक पूर्व सैनिक के ससुराल वालों से मिली है जिसे बाद में रॉयल मिलिट्री पुलिस तक पहुंचाया गया था। मेट्रोपॉलिटन पुलिस सर्विस ने शनिवार को अपने बयान में कहा, हम राजकुमारी डायना की मौत की फिर से जांच नहीं कर रहे हैं। नई जानकारियों की प्रासंगिकता और विश्वसनीयता की जांच की जा रही है। यह काम स्पेशल क्राइम एंड आपरेशन कमांड के अधिकारी करेंगे।
डोडी के पिता ने भी कुछ वर्ष पूर्व दावा किया था कि डायना और उनके बेटे की मौत हादसा नहीं, बल्कि हत्या थी। लेकिन वर्ष 2006 में पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में साफ कर दिया था कि उन्हें डायना और डोडी की हत्या की साजिश से जुड़े कोई सुबूत नहीं मिले हैं। प्रिंस चा‌र्ल्स की पूर्व पत्नी और प्रिंस विलियम, प्रिंस हैरी की मां डायना की मौत 36 साल की उम्र में हो गई थी। 31 अगस्त 1997 को पेरिस के रिट्ज होटल से डायना व डोडी अपनी मर्सिडीज कार में निकले थे। इसके तुरंत बाद आल्मा अंडरपास में कार दुघर्टनाग्रस्त हो गई थी जिसमें दोनो की मौत हो गई थी।था।

पाकिस्तान में फांसी की सजा पर फिलहाल रोक
19 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने रविवार को राष्ट्रपति के साथ विचार-विमर्श होने तक फिलहाल फांसी की सजा पर रोक लगाने का आदेश दिया है। उन्होंने यह रोक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद लगाई है।
टीवी चैनलों ने सरकारी प्रवक्ता के हवाले से कहा कि राष्ट्रपति ने अगले सप्ताह प्रस्तावित लश्करे झांगवी के दो आतंकवादियों को फांसी की सजा देने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के साथ विचार विमर्श की इच्छा व्यक्त की है। जरदारी इस समय देश से बाहर हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री ने गृहमंत्री को इस मुद्दे पर राष्ट्रपति के साथ विचार-विमर्श होने तक प्रस्तावित फांसी की सजा पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
प्रवक्ता ने राष्ट्रपति द्वारा फांसी पर रोक लगाने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने पत्र लिखकर फांसी की सैकड़ों लंबित मामलों पर चर्चा की इच्छा व्यक्त की है।
गत मंगलवार को ही सजायफ्ता आतंकवादियों को फांसी की सजा देने की औपचारिकताएं पूरी कर लेने वाली सरकार अब राष्ट्रपति को क्या जवाब देगी, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। यही नहीं सिंध प्रांत की आतंकरोधी अदालत प्रतिबंधित लश्करे झांगवी के दो आतंकवादियों को 20 अगस्त को फांसी की सजा देने के लिए वारंट जारी कर चुकी है।
गौरतलब है कि 2008 में तत्कालीन पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने फांसी पर रोक लगा दी थी। आधिकारिक आकड़ों के अनुसार, इस समय पाकिस्तान में करीब सात हजार कैदियों की फांसी की सजा लंबित है।

फिलीपींस की जहाज दुर्घटना में 34 मरे, 200 से ज्यादा लापता
19 August 2013
सेबू। फिलीपींस के सेबू प्रांत के समुद्र में हुई जहाज दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 34 हो गई है, इसके अलावा करीब 215 लोग अभी भी लापता हैं। घटना के बाद पहुंची राहत टीम ने करीब 751 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है। फिलीपींस के कोस्टगार्ड अधिकारी के मुताबिक बचाव कार्य अभी भी जारी है। हालांकि बचाव कार्य में जुटे हेलीकॉप्टर और नौसेना के जहाजों को अब किसी के वहां जिंदा होने का सबूत नहीं मिल रहा है।
सेबू के गवर्नर हिलेरी डेविड थर्ड ने कहा है कि बचाव कार्य अभी जारी है। उनके मुताबिक यात्री जहाज समुद्र की तलहटी में करीब 33 मीटर नीचे चला गया है। उन्होंने कहा है ना उम्मीद होने के बाद भी बचाव कार्य कुछ समय और जारी रहेगा। वहीं इस हादसे में मारे गए और लापता यात्रियों के परिजन यात्री जहाज के ऑफिस पहुंचकर वहां अपने संबंधियों की फोटो लगाकर पूछताछ कर रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस जहाज पर करीब नौ सौ लोग मौजूद थे। जिसमें से 751 यात्री और करीब सवा सौ क्रूमैंबर थे।
गौरतलब है कि 17 अगस्त को पानी का एक यात्री जहाज एम वी सेंट थॉमस अक्वीयानास और मालवाहक जहाज सुल्पिसीयो एक्सप्रेस की तालीसे शहर के पास लाविस लेजे तट से कुछ ही दूरी पर जबरदस्त टक्कर हो गई थी। इसके बाद जहां यात्री जहाज से तेल का रिसाव शुरू हो गया था वहीं केप्टन ने जहाज को तुरंत खाली करने का आदेश दे दिया था, जिसके बाद कई यात्रियों ने जहाज डूबने के डर से समुद्र में छलांग लगा दी थी।
राष्ट्रीय आपदा नियंत्रक प्रबंधक परिषद ने बताया कि यात्री जहाज जो दक्षिणी क्षेत्र के बुतुआन शहर से सेबू की ओर जा रहा था दुर्घटना के फौरन बाद ही डूब गया। हालांकि इस हादसे में मालवाहक जहाज के सभी 38 कर्मचारी सुरक्षित हैं। ये मालवाहक जहाज दावाओ शहर जा रहा था। इस दुर्घटना में हुए घायलों को इलाज के लिये स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है वहीं मृतकों को सेबू बंदरगाह पर लाया गया है जहां पर उनकी पहचान की जाएगी।

इराक में आठ सैनिकों और चार पुलिसवालों की हत्या
19 August 2013
बगदाद। आतंकियों ने तीन अलग-अलग घटनाओं में आठ सैनिकों और चार पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। इसके अलावा उम कसर बंदरगाह पर आतंकियों ने बारूद से भरे ट्रक में विस्फोट कर दिया जिसमें तीन लोग घायल हुए हैं। अभी किसी संगठन ने इस हत्याओं की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन माना जा रहा है कि सुरक्षाबलों की कार्रवाई के विरोध में अलकायदा ने घटनाओं को अंजाम दिया है।
अमेरिकी सैनिकों के 2011 में इराक छोड़ने के बाद हाल के कुछ हफ्तों में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ रखा है। विशेषज्ञ अभियान को नाकाफी बता रहे हैं। शनिवार को हुए पहले हमले में आतंकियों ने बगदाद के दक्षिण-पूर्व में स्थित मदैन कस्बे की सेना पोस्ट पर हमला बोला। इस हमले में पांच सैनिकों की मौत हो गई और तीन घायल हुए हैं। गोलियां चलाने के बाद आतंकी भाग गए।
राजधानी के उत्तर में आतंकियों ने तिकरित शहर में बर्फ चार पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी। दियाला प्रांत के अशांत मुकदादिया इलाके में एक बंदूकधारी ने तीन सैनिकों को भून डाला। इन हमलों की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है। हालांकि, शिया सरकार का विरोध करने वाले अलकायदा से जुड़े सुन्नी आतंकी ऐसे हमलों को पहले भी अंजाम देते रहे हैं। इस साल अब तक आतंकी हमलों में 3,480 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने जुलाई में दो जेलों पर हुए दुस्साहसिक हमले के बाद बगदाद समेत विभिन्न प्रांतों में आतंकियों को खत्म करने के लिए अभियान चलाया हुआ है। इसमें दर्जनों की मौत हो चुकी है और 800 पकड़े गए हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल साद मान ने बताया कि सुरक्षा बलों ने तिकरित में अलकायदा के वरिष्ठ सरगना को मार गिराया है। उसके दो सहयोगी पकड़े भी गए हैं।

फिर भड़का मुर्सी समर्थकों और सेना में संघर्ष
17 August 2013
काइरो। मिस्र में शुक्रवार को फिर हिंसा भड़क उठी। राष्ट्रपति पद से हटाए गए मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों और सुरक्षा बलों के हुई हिंसक झड़पों में 60 लोग मारे गए। सेना समर्थित सरकार की चेतावनी को धता बताते हुए शुक्रवार को लाखों लोग 'आक्रोश दिवस' मनाने के लिए सड़कों पर उतर आए। बीते दो दिनों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में छह सौ से ज्यादा लोगों की जान गई थी। संयुक्त राष्ट्र ने मुस्लिम ब्रदरहुड और सेना से संयम बरतने की अपील की है।
राजधानी काइरो के अलावा इस्मालिया, अलेक्जेंड्रिया और दमीता से भी हिंसा की खबरें आ रही हैं। काइरो और गीजा के आसपास बड़ी संख्या में सैनिक और बख्तरबंद वाहन तैनात किए गए हैं। सरकारी मीडिया के मुताबिक सेना ने तहरीर चौक समेत महत्वपूर्ण संस्थानों को घेर रखा है। तहरीर चौक के सभी प्रवेश द्वारों को सैन्य वाहनों और लोहे के तारों से बंद कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों को उत्तारी शहर तंता पहुंचने से रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने गोलियां दागीं और आंसू गैस के गोले छोड़े। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पेट्रोल बम फेंके।
मुस्लिम ब्रदरहुड ने अपनी आक्रोश रैली में ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुटने की अपील की थी। सुरक्षा बलों ने भी प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने में कोई रियायत नहीं दिखाई। सेना समर्थित अंतरिम प्रधानमंत्री हाजेम अल बेबलावी ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया है। मुस्लिम ब्रदरहुड ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर लिखा, 'यह संघर्ष अवैध शासन को उखाड़ फेंकने के लिए है।'

कनाडा में गांधीजी के नाम पर एक सड़क का नामकरण
17 August 2013
टोरंटो। भारत के 67वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कनाडा के विनीपेग शहर में एक सड़क का नामकरण महात्मा गांधी के नाम पर किया गया। विनीपेग स्थित मानवाधिकार संग्रहालय तक जाने वाले मार्ग को अब ऑनरेरी महात्मा गांधी वे के नाम से जाना जाएगा।
विनीपेग के मेयर सैम कात्ज ने गुरुवार को एक समारोह में कहा, संग्रहालय तक जाने वाले मार्ग का नामकरण मानवाधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले व्यक्ति के नाम पर किया जाना उपयुक्त होगा। महात्मा गांधी ऐसे आध्यात्मिक और राजनीतिक नेता थे, जिनका प्रभाव आज भी महसूस किया जाता है। अहिंसा और सामाजिक बदलाव की उनकी शिक्षाओं ने दुनियाभर में अत्याचार का सामना कर रहे करोड़ों लोगों को आशा की किरण दिखाई। गांधी ने निस्वार्थ तरीके से अपना जीवन मानवाधिकार को समर्पित कर दिया था।

अमेरिका में भी बड़ा मुद्दा बना नरेंद्र मोदी का वीजा प्रकरण
17 August 2013
वाशिंगटन। मिशन 2014 के लिए भाजपा का चुनावी चेहरा बने नरेंद्र मोदी भारत ही नहीं अमेरिका में भी एक गंभीर मुद्दा बने हुए हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को वीजा देने या न देने को लेकर अमेरिकी संसद से लेकर अधिकारियों तक में परस्पर विरोध लॉबी बन गई हैं। अब अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की उपाध्यक्ष कट्रीना लैंटोस स्वेट ने मोदी को वीजा देने का विरोध किया है। उनका कहना है कि 2002 के गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका संदिग्ध रही है। लिहाजा उन्हें अमेरिकी वीजा नहीं मुहैया कराया जाना चाहिए।
न्यूयार्क टाइम्स से बातचीत करते हुए स्वेट ने मोदी का मुद्दा उठाया। उनका कहना था, 'गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका को लेकर ढेर सारे अनसुलझे सवाल हैं। उन पर बेहद गंभीर आरोप हैं। इन मामलों में वह काफी संदिग्ध हैं।' अमेरिका का यह आयोग दुनिया के किसी भी हिस्से में धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़े मसलों को देखता है और उस पर नीति निर्धारण करने की अमेरिकी राष्ट्रपति से सिफारिश करता है।
प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के भाजपा की ओर से उम्मीदवार घोषित होने की संभावना पर स्वेट का कहना था, 'यह ऐसा सवाल है, जिस पर कोई दूसरा देश या कोई अन्य शख्स उस पार्टी (भाजपा) को यह सलाह नहीं दे सकती कि उसे किसे अपना नेता चुनना चाहिए।' वैसे सलाह देने वाले अंदाज में उन्होंने कहा, 'भारत के लोगों को अपने नेता का चयन बेहद सावधानीपूर्वक करना चाहिए। यह जानकार ही समर्थन करना चाहिए कि जिसे वे अपना नेता चुन रहे हैं वास्तव में वह कैसा आदमी है।'
ध्यान रहे कि गुजरात दंगों के बाद 2005 में अमेरिका ने मोदी को राजनयिक वीजा देने से इन्कार कर दिया था। इतना ही उसने मोदी के पर्यटक और व्यापारिक वीजा को भी निरस्त कर दिया था। अमेरिकी प्रशासन ने नमो के ऊपर धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन का आरोप लगाया था।

26/11 मामला: न्यायिक आयोग को भारत भेजने का इंतजाम करे पाक सरकार
17 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधी अदालत ने अधिकारियों से मुंबई आतंकी हमले [26/11] मामले में चार गवाहों से जिरह के लिए पाकिस्तानी न्यायिक आयोग की भारत यात्रा के इंतजाम करने को कहा है।
जज अतिकूर रहमान ने गुरुवार को गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय प्रबंधन आपदा प्रकोष्ठ को यात्रा का प्रबंध करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह निर्देश संघीय जांच एजेंसी [एफआइए] द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के बाद दिया। एफआइए के वकील मुहम्मद अजहर चौधरी ने जज से संघीय सरकार को भारतीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश देने का आग्रह किया था ताकि भारत यात्रा के दौरान पाकिस्तानी वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने दलील दी कि नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के सामने हालिया विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। मुंबई यात्रा के दौरान पाकिस्तानी न्यायिक आयोग हमले के दौरान पकड़े गए एकमात्र जिंदा आतंकी अजमल कसाब का इकबालिया बयान दर्ज करने वाले मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रमा विजय सावंत वाघुले, मुख्य जांच अधिकारी रमेश महाले और जेजे अस्पताल के दो डॉक्टर से जिरह करेगा। आयोग पिछले साल मार्च में मुंबई में आया था और गवाहों के बयान दर्ज किए थे, लेकिन रावलपिंडी की स्थानीय अदालत ने उसकी रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। अदालत का कहना था कि न्यायिक आयोग ने गवाहों से जिरह नहीं थी और एकतरफा बयान को सबूत नहीं माना जा सकता है। मुंबई हमले के आरोप में लश्कर-ए- तैयबा के आपरेशन कमांडर जकी उर रहमान लकवी समेत सात लोगों पर अदालत में केस चल रहा है। इन आरोपियों को सजा दिलाने के लिए भारत ने गत जून में दूसरे पाकिस्तानी आयोग को मुंबई आने और हमले के चार गवाहों से जिरह करने की अनुमति दी थी।

भारत के प्रति दोहरे मापदंड की बात अमेरिका ने स्वीकारी
17 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने स्वीकार किया है कि भारत का मूल्यांकन करने में अमेरिका दोहरा मापदंड अपनाता है। एक तरफ तो वह लोकतांत्रिक देश होने के नाते भारत की वाहवाही करता है, दूसरी ओर धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर उसकी आलोचना करता है। अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में भारत को दूसरी श्रेणी के देशों की सूची में रखा है।
न्यूयार्क टाइम्स को दिए गए एक साक्षात्कार में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर बने अमेरिकी आयोग की वाइस चेयरपरसन कट्रीना लांतोस स्वेट ने कहा कि भारत महान लोकतांत्रिक देश है। हम उससे और लोकतांत्रिक होने की उम्मीद कर रहे हैं। आयोग धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के तथ्यों और परिस्थितियों की समीक्षा कर गैर बाध्यकारी नीति तैयार करता है और राष्ट्रपति, विदेश मंत्रालय, अमेरिकी कांग्रेस से इसकी सिफारिश करता है।
भारत को दूसरी श्रेणी के देशों की सूची में रखे जाने के औचित्य के सवाल पर बिना कोई कारण बताए उन्होंने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता के आधार पर भारत श्रेणी दो के अंतर्गत है। गुजरात में 2002 के दंगों के बाद भारत को उन देशों की वैश्विक श्रेणी में रखने की सिफारिश की गई थी जहां धार्मिक स्वतंत्रता की सबसे खराब स्थिति है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने इसे नजरअंदाज कर दिया था। श्रेणी दो में अफगानिस्तान, रूस, नाइजीरिया, लाओस, कजाखस्तान और क्यूबा जैसे देशों को रखा गया है।

यहूदी एजेंट कहे जाने पर इमरान ने रहमान को भेजा कानूनी नोटिस
17 August 2013
इस्लामाबाद। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान ने खुद को बदनाम किए जाने को लेकर जमायत-उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान को कानूनी नोटिस भेजा है और उनसे 50 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा है।
गुरुवार को भेजे गई नोटिस में कहा गया है कि रहमान ने गत तीन अगस्त को एक टीवी चैनेल को दिए साक्षात्कार में खान पर यहूदी एजेंट होने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि खान का एक विदेशी एजेंडा है जिसे यहूदी लॉबी का समर्थन प्राप्त है। नोटिस में कहा गया है कि रहमान ने खान और उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ पर अनाधिकृत तरीके से राजनीतिक बढ़त हासिल करने की कोशिश की इसलिए दीवानी और आपराधिक कानूनों के तहत उनके खिलाफ मानहानि की कार्रवाई की जानी चाहिए। खान ने रहमान से बिना शर्त माफी मांगने या नोटिस मिलने के एक हफ्ते के भीतर अपना बयान वापस लेने को कहा है। ऐसा न करने पर मानहानि के मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। नोटिस में कहा गया है कि उनकी माफी का प्रसारण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनलों पर होना चाहिए। साथ ही इसका प्रकाशन प्रमुख अखबारों में होना चाहिए। रहमान के प्रवक्ता ने कहा है कि उनकी पार्टी नोटिस मिलने के बाद कोई जवाब देगी।

भड़काऊ सामग्री दिखाने पर सिख टीवी चैनल पर जुर्माना
17 August 2013
लंदन। ब्रिटेन के मीडिया नियामक ऑफकॉम ने यहां एक सिख टीवी चैनल संगत पर हिंसा भड़काने वाली सामग्री दिखाने के आरोप में भारी जुर्माना लगाया है।
पिछले साल अक्टूबर में प्रसारित इस कार्यक्रम में सिख समुदाय के लोगों को भारतीय सशस्त्र बलों पर हमला करने के लिए उकसाया गया था। ऑफकॉॅम ने संगत टीवी को चलाने वाली कंपनी रेगीज वन पर कार्यक्रम प्रसारण के नियमों के उल्लंघन के लिए तीस हजार पौंड [करीब तीस लाख रुपये] का जुर्माना लगाया है। इस कार्यक्रम में सिख समुदाय के लोगों को 1984 में स्वर्ण मंदिर में सिख अलगाववादियों के खिलाफ ऑपरेशन ब्लू स्टार का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल [सेवानिवृत] केएस बराड़ और भारतीय सशस्त्र बलों पर हमले करने के लिए उकसाया गया था। बर्मिघम से प्रसारित होने वाला यह चैनल पंजाबी और अंग्रेजी में अपने कार्यक्रम पेश करता है।
30 सितंबर, 2012 को ब्रिटेन में बराड़ पर हुए घातक हमले के बाद प्रसारित इस कार्यक्रम में पैनल के सदस्यों को लगातार यह कहते हुए दिखाया गया था कि बराड़ पर हमला सही था। इसके अलावा वे हमला करने वालों को लगातार बधाइयां भी दे रहे थे। पिछले महीने महिला सहित सिख समुदाय के चार लोगों को 78 वर्षीय बराड़ हमला करने का दोषी पाया गया था। निजी यात्रा पर लंदन गए बराड़ पर पिछले साल 30 सितंबर को अज्ञात हमलावरों ने चाकू से हमला किया था, जब वह अपनी पत्‍‌नी के साथ होटल लौट रहे थे। उन्हें गले और गाल पर गंभीर चोटें आई थीं।

अगले माह की बैठक विश्वास बहाली में मददगार होगा: पाक
17 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके भारतीय समकक्ष मनमोहन सिंह के बीच सितंबर में होने वाली बातचीत विश्वास बहाली और संबंधों को मजबूत करने के लिए बेहतरीन मौका है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि अगले माह संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर न्यूयॉर्क में शरीफ और मनमोहन के बीच संभावित बैठक में बातचीत को उच्चतम स्तर तक ले जाने का बेहतरीन मौका है
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा बृहस्पतिवार को अपने भाषण में यह कहे जाने पर कि पाक से संबंध तभी सुधर सकते हैं जब वह अपनी जमीन से भारत विरोधी गतिविधियों को रोके, इस संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चौधरी ने कहा कि हमारी हमेशा यही धारणा रही है कि पाक अपनी जमीन से दुनिया के किसी भी कोने में आतंकी गतिविधियां चलाने की इजाजत नहीं देगा। पाकिस्तान स्वयं आतंकवाद से पीडि़त और हम अपने साझे दुश्मन के विरोध में दुनिया को सहयोग देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि शरीफ सरकार आतंकवाद से निपटने के लिए व्यापक आतंकवाद निरोधी रणनीति तैयार कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में कड़वाहट आ गई है। इस घटना के बाद से ही सीमा पर दोनों ओर से रुक-रुक फायरिंग हो रही है।
प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री शरीफ के वक्तव्य को उद्धृत करते हुए कहा कि वह संयम और जिम्मेदारी की नीति के साथ ही आपसी हित के सभी मुद्दों का समाधान करने के लिए बातचीत के पक्षधर हैं।

भूकंप के झटकों से थर्राया न्यूजीलैंड
17 August 2013
वेलिंग्टन। न्यूजीलैंड में शुक्रवार को भूंकप के जोरदार झटकों से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई। करीब एक घंटे की अवधि में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
राजधानी वेलिंग्टन में लगातार भूकंप के झटकों से लोगों के बीच अफरा तफरी मच गई और यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। लोग घरों से बाहर निकल आए। कुछ इमारतें पूरी तरह से खाली करा दी गई। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस भूकंप से हुए नुकसान का अंदाजा लगा रही है। सड़कों पर पत्थर गिरने से वेलिंग्टन का प्रमुख हाई वे कई घंटे तक बंद रहा। भूकंप के बाद रेल सेवा कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के जोरदार झटके स्थानीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे महसूस किए गए। इसका केंद्र जमीन के आठ किमी अंदर और सेड्डन के दस किमी दूर था। पहले भूंकप की तीव्रता 6.2 आंकी गई थी। इसके बाद अगले कुछ घंटों में रिक्टर पैमाने पर 4.2 से लेकर 5.2 की तीव्रता के भूकंप के कई झटके महसूस किए गए।

युद्ध चाहिए या शांति, तय करे पाकिस्तान सरकार
17 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में शांति चाहिए या युद्ध यह तय करना सरकार के हाथ में है। आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान [टीटीपी] ने खुली चुनौती देते हुए कहा है कि हम वार्ता के लिए तैयार हैं। मगर यदि पीएमएल-एन सरकार ने कोई सैन्य ऑपरेशन शुरू किया तो हम देश में बड़े पैमाने पर युद्ध छेड़ेंगे।
आतंकी संगठन के राजनीतिक झुकाव वाले सरगनाओं में शामिल एहसानुल्ला एहसान ने एक अखबार से कहा कि हम शांति और इस्लाम के लिए वार्ता चाहते हैं। जून में तालिबान प्रवक्ता पद से हटाए गए एहसान एक दिन पहले गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान के बयान का जवाब दे रहे थे। निसार ने कहा था कि सरकार तालिबान के सामने झुकेगी नहीं। एहसान ने कहा कि यदि निसार को युद्ध पसंद है तो उन्हें इसके लिए 100 फीसद तैयार हो जाना चाहिए। तालिबान ने अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ कह चुके हैं कि वह वार्ता करना चाहते हैं। इसके अलावा गृह मंत्री हमें सार्वजनिक चुनौतियां देते घूम रहे हैं। तालिबान ने पूर्ववर्ती पीपीपी सरकार के साथ फरवरी में सशर्त वार्ता का प्रस्ताव रखा था। इसे अस्वीकार कर सरकार ने कहा था कि वह पहले हथियार रखे और संविधान को स्वीकारे

मिस्र में हिंसा से दुखी अमेरिका ने रद किया संयुक्त सैन्य अभ्यास
16 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्त्र में फैली अराजकता के बाद प्रस्तावित संयुक्त सैन्य अभ्यास को रद करने का फैसला लिया है। वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मिस्त्र एक खतरनाक रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। ओबामा ने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा भी की है। हालांकि, उन्होंने सेना को मिल रही 1.3 अरब डॉलर की सालाना मदद पर कुछ नहीं कहा।
गौरतलब है कि मिस्र में अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों को प्रदर्शन शिविरों से हटाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा बुधवार को की गई कार्रवाई में 525 लोगों की मौत हो गई थी। मिस्र में 2011 में राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को सत्ता से बेदखल करने के लिए हुए विरोध प्रदर्शन के बाद यह सबसे खूनी दिन है। बावजूद इसके सेना समर्थित अंतरिम प्रधानमंत्री हाजेम अल बेबलावी ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया है
उधर ओबामा ने कहा कि मिस्त्र से अमेरिका के संबंध जारी रहेंगे। हालांकि, ऐसी स्थिति में सैन्य अभ्यास अच्छा विकल्प नहीं है। ओबामा ने कहा कि हम मानते हैं कि मुहम्मद मुर्सी चुने हुए राष्ट्रपति थे। लेकिन, दुनिया को यह भी नहीं भूलना चाहिए उनकी सरकार जनता की आवाज नहीं सुन रही थी। हम सभी जानते हैं कि लाखों मिस्त्रवासी देश में बदलाव की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए थे। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने मिस्त्र, कतर, तुर्की और यूएई के अपने समकक्षों से भी वार्ता की है। केरी ने कहा है मिस्त्र में सबसे पहले शांति बहाली पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने जनता से भी शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
इस बीच मिस्त्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी की हिरासत अवधि बढ़ाकर 30 दिन कर दी गई है। देश में जारी हिंसा के मद्देनजर अदालत ने यह फैसला लिया है। मुर्सी को तीन जुलाई को सेना ने अपदस्थ कर हिरासत में ले लिया था। उसके बाद से जारी प्रदर्शनों के चलते उनकी हिरासत अवधि लगातार बढ़ाई जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त नवी पिल्लई ने मिस्त्र में पुलिस की कार्रवाई में हुई मौतों की स्वतंत्र जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजधानी काइरो में बुधवार को लगभग कई सौ लोगों की मौत हुई। यह ताकत एवं शक्ति का दुरुपयोग है। इस तरह की कार्रवाई का समर्थन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने सुरक्षा बलों से धैर्य से कार्रवाई करने की अपील भी की है।
दूसरी ओर मुर्सी समर्थकों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई का संयुक्त अरब अमीरात ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि देश में ऐसी अराजकता को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता है। यूएई ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों को प्रजातांत्रिक तरीकों से अपनी बात दुनिया एवं सरकार के सामने रखनी चाहिए। वहीं, तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैयप एरदोगान ने मिस्त्र में सुरक्षा बलों की कार्रवाई को नरसंहार करार देते हुए इसे लेकर शीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है।
इक्वाडोर ने मिस्त्र में अपने राजदूत को विचार-विमर्श के लिए वापस बुला लिया है। रूस ने नागरिकों को अगली सूचना तक मिस्त्र की यात्र पर न जाने की सलाह दी है। स्वेज में 84 मुर्सी समर्थक हिंसा के आरोप में गिरफ्तार मिस्त्र की सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वेज शहर में 84 लोगों को गिरफ्तार कर सैन्य अभियोजकों को सौंप दिया गया है। इनमें मुस्लिम ब्रदरहुड के सदस्य और उसके समर्थक भी शामिल हैं। इन पर हत्या और चर्चो को जलाने के आरोप हैं। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ इन्होंने हिंसा फैलाई थी।।

बगदाद में बम धमाके, 31 की मौत
16 August 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद में गुरुवार को हुए सिलसिलेवार कार बम विस्फोट में 31 लोगों की मृत्यु हो गई और दर्जनों घायल हो गए।
अप्रैल में सुन्नी प्रदर्शनकारियों के शिविर पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद इराक में हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले कुछ महीनों में इराक में हिंसा में तीन हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि इराक में एक बार फिर 2006 और 2007 जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। उस समय यह देश सांप्रदायिक हिंसा से ग्रसित था और गृह युद्ध के कगार पर खड़ा था। पुलिस ने बताया कि एक विस्फोट काजिमियाह में एक बस स्टैंड के पास हुआ। इसमें आठ लोग मारे गए और 18 घायल हो गए।
एक अन्य विस्फोट अलावी क्षेत्र में उस जगह पर हुआ जिसके पासमजदूर एकत्रित होते हैं। इसमें पांच लोग मारे गए और 13 घायल हो गए। इस इलाके के पास सरकारी कार्यालय मौजूद हैं और यहां सुरक्षा बहुत कड़ी रहती है। पूर्वी बगदाद में हुए एक अन्य कार बम धमाके में सात लोगों की मृत्यु हो गई और 15 घायल हो गए।

ब्रिटिश मुस्लिम मोदी को न्योते से नाराज
16 August 2013
लंदन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेबर और कंजरवेटिव पार्टी के न्योते पर ब्रिटेन में रह रहे भारतीय मुसलमानों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। काउंसिल ऑफ इंडियन मुस्लिम यूके (सीआइएम-यूके) ने ब्रिटेन के वरिष्ठ मंत्रियों व राजनीतिक दलों को लिखे पत्र में कहा है कि यह कदम भारत में चरमपंथ को बढ़ावा देगा और ब्रिटिश राजनीति में एक खतरनाक मिसाल बनेगा। यही नहीं, यह ब्रिटिश नेताओं की शर्मनाक गलती के रूप में इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा।
सीआइएम-यूके के अध्यक्ष मुनाफ जीना ने यह पत्र विदेश मंत्री विलियम हेग, गृह मंत्री थेरेसा मे, कंजरवेटिव पार्टी के चेयरमैन ग्रांट शेप्पस व एंड्रू फेल्डमेन और विपक्षी लेबर पार्टी के नेता एड मिलिबैंड को लिखा है। लेबर फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सांसद बेरी गार्डिनर ने मोदी को ब्रिटिश सांसद के एक कार्यक्रम में भाषण देने के लिए आमंत्रित किया था। उनके पत्र के बाद कंजरवेटिव फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के सह अध्यक्ष सांसद शैलेश वारा ने भी मोदी से मिलने की इच्छा जताई थी।
मुनाफ ने पत्र में लिखा है, हम भाजपा की ताकतवर लॉबींग से वाकिफ हैं। गार्डिनर ने तो चुनाव प्रचार कार्यक्रम के दौरान खुद को गुजरात का सबसे बड़ा दोस्त बताया था। ब्रिटेन के राजनीतिज्ञों के इन कदमों से हम निराश हैं। हम आप सभी से नीतियों पर पुनर्विचार का आग्रह करते हैं।।

दुनियाभर में उत्साह से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
16 August 2013
बीजिंग। विश्व भर में भारतीय समुदाय के लोगों ने उत्साह के साथ 67 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया।
चीन में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने बीजिंग में भारतीय दूतावास परिसर में तिरंगा फहराया। इस दौरान कई प्रवासी भारतीय मौजूद थे। जयशंकर ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय संबोधन को पढ़ा। बाद में एक स्वागत समारोह का आयोजन किया। दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों में भी तिरंगा फहराया गया। थाइलैंड में भारत के राजदूत अनिल वधवा ने बैंकाक में झंडा फहराया और राष्ट्रपति का भाषण पढ़ा। स्कूली छात्रों ने देशभक्ति गीत गाए। अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के 14 नर्तकों ने 'स्नो लायन' नृत्य प्रस्तुत किया। भारतीय दूतों द्वारा म्यांमार, सिंगापुर, लाओस , इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, कंबोडिया और वियतनाम में भी तिंरगा फहराया गया। जापान में भारत की राजदूत दीपा वधवा ने टोक्यो में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। वहां आयोजित समारोह में करीब 300 भारतीय शामिल हुए। टोक्यो में मौजूद दो भारतीय स्कूलों के छात्रों ने देशभक्ति गीत गाए। सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त विजय ठाकुर सिंह ने स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व किया। इसमें 500 से अधिक भारतीय समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। सिंह ने राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा और इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति प्रारंभ हुई जो करीब तीन घंटे तक चली। सिंगापुर में मौजूद भारतीय स्कूलों के छात्रों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति दी। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय ने देश भर में ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त बिरेन नंदा ने भारतीय लोगों को शुभकामनाएं दीं। श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त वाईके सिन्हा ने कोलंबो में राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
जरदारी के समक्ष प्रस्तुत किया परिचय पत्र इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भारत के नए उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने गुरुवार को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के समक्ष अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया। राघवन ने शरत सभरवाल का स्थान लिया है। वह ऐसे समय पाकिस्तान के उच्चायुक्त बने हैं जब नियंत्रण रेखा के पास गोलीबारी को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव व्याप्त है। पिछले हफ्ते पाकिस्तानी सेना के हमले में पांच भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।।।

मिस्र में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मृतकों की संख्या 525 पहुंची
16 August 2013
काइरो। मिस्र में अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों को प्रदर्शन शिविरों से हटाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा बुधवार को की गई कार्रवाई में मृतकों की संख्या 525 पहुंच गई है। सेना समर्थित अंतरिम प्रधानमंत्री हाजेम अल बेबलावी ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया है। वहीं इस कार्रवाई के बाद अमेरिका मिस्र के साथ एक बड़े सैन्य अभ्यास को रद करने पर विचार कर रहा है।
बुधवार को टेलीविजन पर अपने संबोधन में बेबलावी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बारे में निर्णय लेना आसान नहीं था। सरकार द्वारा बीच-बचाव का मौका दिए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पाया कि मिस्र में हालात उस स्थिति में पहुंच गए हैं जिसे कोई देश स्वीकार नहीं कर सकता है। उनके मुताबिक देश में अराजक स्थिति बन गई थी और अस्पतालों और थानों पर हमला किया जा रहा था। सेना ने तीन जुलाई को मुर्सी को अपदस्थ कर दिया था। उनके समर्थक उन्हें राष्ट्रपति पद पर बहाल करने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को मुर्सी समर्थकों को शिविरों से खदेड़ने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे और गोलियां चलाई थीं। शिविरों को नष्ट करने के लिए सुरक्षाबलों ने बुलडोजर का भी प्रयोग किया था।
जारी रहेगा प्रदर्शन :
मुस्लिम ब्रदरहुड का कहना है कि वह मिस्र में सैन्य तख्तापलट को समाप्त कर देगा। हालांकि उसने प्रतिबद्धता जताई है कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में भारी नुकसान उठाने के बावजूद उसका संघर्ष अहिंसक रहेगा।
सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग :
मुर्सी समर्थकों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई का संयुक्त अरब अमीरात ने समर्थन किया है। वहीं तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैय्यप अरदोगान ने मिस्र में सुरक्षा बलों की कार्रवाई को नरसंहार करार देते हुए इसे लेकर शीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है। जबकि इस कार्रवाई के बाद इक्वाडोर ने मिस्र में अपने राजदूत को विचार विमर्श के लिए वापस बुला लिया है।

बोस्टन में इंडिया डे समारोह रद
16 August 2013
बोस्टन। बोस्टन मैराथन के दौरान हुए धमाके के बाद यहां सुरक्षा कड़ी किए जाने और कठोर नियमों के चलते भारतीय-अमेरिकियों द्वारा प्रति वर्ष आयोजित किया जाने वाला इंडिया डे समारोह रद कर दिया गया है।
भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर द इंडियन एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर बोस्टन [आइएजीबी] द्वारा 20 साल से भी अधिक समय से प्रति वर्ष इस समारोह का आयोजन किया जाता रहा है। एसोसिएशन का कहना है कि उसने इस वर्ष इंडिया डे समारोह को रद कर दिया है। यह समारोह 18 अगस्त को होना था। 15 अप्रैल को बोस्टन मैराथन में हुए धमाके में तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी और करीब 250 लोग घायल हो गए थे। इस घटना के बाद बोस्टन सिटी पुलिस द्वारा बड़े आयोजनों के लिए सुरक्षा बढ़ाने और कठोर नियमों को देखते हुए आयोजकों ने इंडिया डे समारोह को रद करने की घोषणा की है।।

धार्मिक भेदभाव को लेकर पाक दूतावास के बाहर हिंदुओं का प्रदर्शन
16 August 2013
न्यूयॉर्क। अमेरिका में हिंदू संगठनों ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के प्रति धार्मिक भेदभाव को लेकर चिंता जताते हुए न्यूयॉर्क स्थित पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास के पास प्रदर्शन किया।
इंडियन अमेरिकन इंटलेक्च्वल्स फोरम के अध्यक्ष नरेन कटारिया ने कहा कि पूरे विश्व को पाकिस्तान में हो रहे धार्मिक भेदभाव पर ध्यान देना चाहिए। उनके मुताबिक पाकिस्तान सरकार द्वारा इस मसले पर ध्यान न देने के कारण वहां बहुत कम हिंदू और सिख बचे हैं। विभाजन के समय पाकिस्तान में करीब 22 से 25 फीसद हिंदू और सिख थे, लेकिन अब वहां केवल एक फीसद हिंदू और सिख हैं। रैली का आयोजन बुधवार को किया गया था। इसके माध्यम से पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई और बौद्ध जैसे अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति धार्मिक भेदभाव को लेकर चिंता जाहिर की गई।
कटारिया ने कहा, 'पाकिस्तान में हजारों हिंदू परिवार अलग-थलग पड़ गए हैं। उत्पीड़न के कारण वे वहां से पलायन करने को मजबूर हुए हैं।' उन्होंने ओबामा प्रशासन से पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।।

संयुक्त राष्ट्र करेगा सीरिया के हथयारों की जांच
16 August 2013
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञ शीघ्र ही सीरिया जाकर वहां गृह युद्ध के दौरान रासायनिक हथियारों के प्रयोग के दावे की जांच करेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र और सीरियाई सरकार के बीच विशेषज्ञों के दौरे के दौरान संचालित की जाने वाली गतिविधियों को लेकर सहमति बनने के बाद यह फैसला लिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र की ओर से दो सप्ताह पहले ही घोषणा की गई थी कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार स्वीडिश वैज्ञानिक अके सेलस्ट्रोम के नेतृत्व में जांचकर्ताओं के दल को देश में जाने देने पर सहमत हो गई है। सीरियाई सरकार देश में उन तीन स्थलों पर जांचकर्ताओं को जाने देने पर सहमत हुई है जहां रासायनिक हथियारों का प्रयोग किए जाने की रिपोर्टें आई थीं। मून के प्रेस कार्यालय की ओर से बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि प्रभावी जांच सुनिश्चित करने के लिए सीरियाई सरकार ने अब इसके तौर तरीकों को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है। इसमें कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र का दल शीघ्र ही सीरिया जाएगा। सीरियाई सरकार के साथ बनी सहमति के मुताबिक यह दल 14 दिनों तक सीरिया में रहेगा। आपसी सहमति के आधार पर यह अवधि बढ़ाई भी जा सकती है।।

मिस्र में मुर्सी समर्थकों का कत्लेआम
16 August 2013
काइरो। अरब में सबसे ज्यादा आबादी वाला मिस्र प्रदर्शनों और पुलिस कार्रवाई की आग में झुलस रहा है। बुधवार को सुरक्षाबलों द्वारा हफ्तों से शिविर बनाकर अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को दोबारा कुर्सी पर बिठाने के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने की कार्रवाई की। इसके बाद देशभर में फैली हिंसा में 280 लोगों की मौत हो गई। इसके तुरंत बाद अंतरिम सरकार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया। अमेरिका ने मिस्र की अंतरिम सरकार के इस कदम पर सख्त एतराज जताया है।
1981 में अनवर सादात की हत्या के बाद शासक बने हुस्नी मुबारक ने 30 साल तक देश में आपातकाल लागू कर रखा था। मिस्र में 2011 में मुबारक को हटाए जाने तक इमरजेंसी लागू रही। बुधवार सुबह बख्तरबंद गाड़ियों और बुलडोजर के साथ राजधानी काहिरा में रबा अल अदाविया मस्जिद और काइरो यूनिवर्सिटी के पास बने शिविरों को हटाने पहुंची दंगा पुलिस के साथ प्रदर्शनकारी भिड़ गए। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और गोलियां चलानी शुरू कर दीं। कुछ ही देर में पूरे शहर में जले हुए टायर और धुंआ उठता दिखाई देने लगा। कुछ टीवी चैनलों ने पुलिस को स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल करते हुए दिखाया है।
प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के बाद इन शिविरों पर बुलडोजर चला दिया गया। इसके बाद देश के कई शहरों में हिंसा फैलनी शुरू हो गई और सरकार ने एक महीने के लिए आपातकाल लागू कर दिया। सेना को आदेश दिया गया है कि वह पुलिस की मदद करे। इसके बाद सेना को गिरफ्तारी का हक मिल गया है। इसके अलावा कई प्रांतों में शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक का क‌र्फ्यू की लगाया गया है। अमेरिका ने मिस्र में आपातकाल लागू करने पर एतराज तो जताया, लेकिन व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉश अर्नस्ट ने करीब डेढ़ अरब डॉलर की सैन्य मदद को तत्काल बंद करने का कोई संकेत नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मिस्र की सभी पार्टियां हिंसा को रोकें और शांतिपूर्ण तरीके से मतभेदों को सुलझाएं।
देश मुर्सी समर्थकों और विरोधियों में बंटा दिखाई दे रहा है। बुहायरा और बेनी प्रांत के अलावा एलेक्जेंड्रिया, मिनया, असीयुत, फयूम और स्वेज शहरों में लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मौतों की संख्या 95 बताई है। गृह मंत्रालय ने बताया 200 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। मुर्सी समर्थकों ने सरकारी इमारतों और चर्चो पर हमला किया। मुस्लिम ब्रदरहुड के नेता मुहम्मद अल बेलतागी ने बताया कि उनकी 17 वर्षीय बेटी भी मारी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन तेज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आप अपने घरों में रहें।
सेना प्रमुख अब्देल फतह अल सिसी इस देश को सीरिया में तब्दील करना चाह रहे हैं। वे देश को गृह युद्ध की ओर धकेल रहे हैं। उधर, ब्रदरहुड ने दावा किया है कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई अब हत्याकांड में तब्दील होती जा रही है। कार्रवाई में करीब 2,200 लोग मारे गए और लगभग 10 हजार लोग घायल हुए हैं।
स्काई न्यूज के कैमरामेन की मौत
लंदन। ब्रिटेन के स्काई न्यूज का वरिष्ठ कैमरामेन माइक डीन की मिस्र में हुए प्रदर्शनों के दौरान मौत हो गई है। उन्हें गोली लगी थी। चैनल के प्रमुख जॉन राइली ने डीन को अनुभवी और प्रतिभावान बताया है। उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने उनकी मौत पर दुख जताया है।

पाक का नया पैंतरा, कहा, असली वार्ता भारत की नई सरकार से
16 August 2013
इस्लामाबाद। भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा [एलओसी] पर जारी तनाव के बीच पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने बुधवार को कहा कि असली वार्ता भारत की अगली सरकार के साथ ही हो सकेगी। भारत में अगले साल आम चुनाव होने हैं। उसके बाद बनी सरकार से गंभीरता के साथ परिणाममूलक चर्चा हो पाएगी।
एक चैनल को दिए इंटरव्यू में अजीज ने कहा, 'एलओसी पर बनी अप्रिय स्थिति भारत में चुनावी मुद्दा बन चुकी है। भारतीय विपक्ष सरकार को कमजोर बता रहा है। उसका कहना है कि सरकार पाकिस्तानी सेना पर कार्रवाई नहीं कर रही और न ही बदला ले पा रही है।'
उन्होंने स्पष्ट किया कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की सितंबर में होने वाली बैठक के दौरान भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नवाज शरीफ के बीच वार्ता से कोई नतीजा निकलने की उम्मीद बेहद कम है। बकौल अजीज, अभी तो दोनों देशों को स्थिति संभालकर शांति बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।

भारत-पाक मसले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं
13 August 2013
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने भारत और पाकिस्तान से कहा है कि वह अपने विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं। मून के प्रवक्ता ने मंगलवार को यह बात कही।
गौरतलब है कि मून इसी हफ्ते पाकिस्तान की यात्रा पर जाने वाले हैं। वह पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी शामिल होंगे। इसके साथ ही मून पाकिस्तान के कई बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने कहा कि मून ने दोनों देशों से अपने विवादों को शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से हल करने को कहा है। पाकिस्तान यात्रा के दौरान मून राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के अलावा कई और नेताओं से मुलाकात करेंगे।

आतंकियों ने मस्जिद में 44 को गोलियों से भूना
13 August 2013
अबूजा। उत्तर पूर्वी नाइजीरिया में एक मस्जिद में आतंकियों ने नमाज अदा कर रहे 44 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।
सूत्रों के मुताबिक रविवार को नाइजीरिया के अशांत शहर मैदुगुरी में मस्जिद में नमाज अदा कर रहे लोगों पर गोलियां बरसाने वाले आतंकी कट्टरपंथी संप्रदाय बोको हरम से संबंधित माने जा रहे हैं। इस हमले में कम से कम 44 नमाजियों की मौत हुई है।
अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि आखिर कोडुंगा की इस मस्जिद को ही निशाना क्यों बनाया गया। लेकिन बोको हरम पूर्व में भी ऐसी कई मस्जिदों पर हमले कर चुका है जहां मौलवी अपनी सीख में धार्मिक अतिवादियों के विरोध का संदेश देते पाए गए। इस संगठन ने सरकार और सेना के अलावा ईसाइयों, शिक्षकों और स्कूली बच्चों पर भी हमले किए हैं।
इस्लामी आतंकियों के खिलाफ नाइजीरिया मई से ही अपने तीन उत्तर पूर्वी राज्यों में आपातकाल के हालात घोषित कर चुका है। बोको हरम का उद्देश्य तेल संसाधन से धनी देश में खलिफा का अधिकार क्षेत्र स्थापित करना है और उसकी इसी कोशिश में 2 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं।ं।

जनता की राय जानने के लिए टैक्सी ड्राइवर बने पीएम
13 August 2013
ओस्लो। देश में अगले माह होने जा रहे आम चुनाव से पहले नार्वे के प्रधानमंत्री जेंस स्टोलटेनबर्ग अपने बारे में जनता की राय जानने के लिए जून में टैक्सी ड्राइवर बनकर सड़कों पर घूमे।
टैक्सी ड्राइवर की वर्दी पहने और काला चश्मा लगाए स्टोलटेनबर्ग नार्वे की राजधानी की सड़कों पर कई घंटे तक यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाते रहे। जब उनके यात्रियों ने उन्हें पहचाना, तभी उन्होंने अपनी पहचान सार्वजनिक की।
प्रधानमंत्री के इस पूरे कार्यक्रम की तैयारी एक विज्ञापन एजेंसी ने की थी। यह विज्ञापन एजेंसी स्टोलटेनबर्ग के चुनावी अभियान का हिस्सा है। प्रधानमंत्री के सारे दिन के कार्य को गुप्त कैमरों से शूट किया गया। रविवार को दैनिक समाचार पत्र वीजी पर इसको प्रकाशित और प्रधानमंत्री के फेसबुक पेज पर भी इसे अपलोड किया गया। स्टोलटेनबर्ग ने समाचार पत्र से कहा, वह राजनीति पर जनता की बेबाक राय सुनना चाहते थे। स्टोलटेनबर्ग के मुताबिक, यदि कोई ऐसी जगह है जहां जनता अधिकतर विषयों पर अपनी वास्तविक राय बताती है तो वह टैक्सी है। वहां दिल की बातें सामने आती हैं। नार्वे में सितंबर में आम चुनाव होने हैं।

साथियों को दी फांसी तो अंजाम भुगतेगी पाक सरकार
13 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान की शाखा पंजाबी तालिबान ने पाक सरकार को धमकी दी है कि यदि उनके साथियों को फांसी दी गई तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। पाक के इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन ने पर्चे बांटकर पाकिस्तान सरकार को यह खुली चुनौती दी है। गौरतलब है कि अगस्त की 20, 21 और 22 तारीख को पांच दोषियों को फांसी की सजा दी जानी है। इनकी सजा को पूर्व राष्ट्रपति ने पांच वर्षो के लिए निलंबित कर दिया था। इसकी अवधि अब समाप्त हो रही है, जिसके तहत इन्हें फांसी देने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है।
दक्षिण पंजाब और उत्तरी-दक्षिण वजीरीस्तान में तहरीक-ए-तालिबान ने पर्चे बांटकर कर सरकार को धमकी दी है कि यदि उनके साथियों को फांसी दी गई तो वह इसको अपने खिलाफ छेड़ी गई जंग मानेंगे और इसका अंजाम सरकार को भुगतना होगा। इसके ऐवज में आतंकी संगठन ने देश में हमले करने की चेतावनी दी है। आतंकी संगठन से मिली धमकी के बाद कई जगहों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। इस बीच पाक अधिकारियों ने कहा है कि वह सभी दोषियों को तय समय पर फांसी देंगे।
आतंकी संगठन ने बांटे गए पर्चो में आरोप लगाया है कि सरकार अपनी राजनीतिक मंशा के लिए अमेरिका के दिशा निर्देशों पर काम कर रही है। देश में हुए ड्रोन हमले भी इसका ही सबूत हैं। इन धमकियों के मद्देनजर खैबर पख्तूख्वा में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। पाकिस्तान में 14 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता समारोह को देखते हुए भी इलाके में सुरक्षा के कडे़ बंदोबस्त किए गए हैं। आतंकियों ने इस दिन शहर में हमले करने की धमकी दी है।

एशियाई तय करेंगे ब्रिटेन के अगले आम चुनाव का भविष्य
13 August 2013
लंदन। ब्रिटेन में 2015 में होने वाले अगले आम चुनावों का भविष्य एशियाई और अश्वेत मतदाता तय करेंगे। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
ब्रिटेन में कई समुदायों में निष्पक्ष मतदान के लिए अभियान चलाने वाले, क्रास-पार्टी ग्रुप आपरेशन ब्लैक वोट [ओबीवी] के अध्ययन में यह पाया गया है कि अधिकतर सीटों के परिणाम जातीय अल्पसंख्यक मतदाताओं के हाथ में होंगे। 2010 के आम चुनावों की तुलना में इन मतदाताओं की संख्या में 70 फीसद इजाफा हुआ है।
ओबीवी के प्रवक्ता सिमोन वूले ने बताया, इससे पहले अश्वेत मतदाता कभी भी इतने ताकतवर नहीं थे। यह ऐसे लोगों के लिए अच्छी खबर है जिनका यह मानना है कि वे बदलाव नहीं ला सकते हैं। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि इस स्थिति का राजनीतिक फायदा उठाने के लिए बहुत से लोग बराबरी के दर्जे की मांग करेंगे। यह अध्ययन राजनीतिक गेम-चेंजर है। यदि जातीय अल्पसंख्यक समुदायों और राजनीतिज्ञों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी तो निश्चित ही लोकतंत्र जीतेगा।
अध्ययन बताता है कि 168 सीटों पर मामूली अंतर से जीतने वाले मौजूदा बहुसंख्यक सांसदों के क्षेत्रों में जातीय अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या अधिक हो गई है। वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार ब्रिटेन में जातीय अल्पसंख्यकों की संख्या सात फीसद थी जो 2011 की जनगणना में बढ़कर 11 प्रतिशत हो गई। अध्ययन के अनुसार, जातीय अल्पसंख्यक मतदाता सबसे ज्यादा मिडलैंड से साउथ कोस्ट, ईस्ट एंजिला और उत्तर-पूर्व की सीटों के परिणामों को प्रभावित करेंगे। मतदाता संख्या में बढ़ोत्तरी के अलावा वे भीतरी शहरों की मामूली अंतर वाली अधिकतर सीटों के भी भविष्य निर्धारक साबित हो सकते हैं। यही कारण 2015 में उनकी चुनावी महत्ता को बढ़ाएंगे।

सेना प्रमुख कियानी काउत्तराधिकारी चुनने में जुटे शरीफ
13 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सेना प्रमुख अशफाक परवेज कियानी के नवंबर में सेवानिवृत्ति होने से पहले ही उनके उत्तराधिकारी को नामित करने की तैयारी में हैं।
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार ने सूत्रों के हवाले से कहा कि शरीफ के इस संभावित कदम का मकसद कियानी के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही अटकलों को खत्म करना है। साथ ही सेना के शीर्ष पद पर उस वक्त सहज परिवर्तन को सुनिश्चित करना है जब सेना एकसाथ कई मोर्चो पर लड़ रही है।
प्रधानमंत्री के एक करीबी ने बताया कि कियानी के उत्तराधिकारी के नाम को लेकर विचार हो रहा है। सरकार 28 नवंबर का इंतजार नहीं करेगी। 61 वर्षीय कियानी को 2007 में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने सेना प्रमुख नियुक्त किया था। 2010 में यूसुफ रजा गिलानी की सरकार ने उन्हें तीन वर्ष का सेवा विस्तार दे दिया था। आगामी 28 नवंबर को वह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व में दो बार शरीफ की सरकार को सत्ता से बेदखल करने में देश की ताकतवर सेना का हाथ रहा।
प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने 1993 में जनरल वहीद काकर और 1998 में जनरल परवेज मुशर्रफ को सेना प्रमुख नियुक्त किया था। दोनों को वरिष्ठता के बजाए वफादारी के आधार पर वरीयता दी गई थी।
बहरहाल, सूत्रों के अनुसार यदि वरिष्ठता के नियमों का पालन किया जाता है तो लेफ्टिनेंट जनरल हारुन असलम नए सेना प्रमुख हो सकते हैं। उनके बाद लेफ्टिनेंट जनरल राशिद महमूद और लेफ्टिनेंट जनरल राहिल शरीफ के नामों की चर्चा है।ं।

इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटा, छह मरे
13 August 2013
मउमेरे। इंडोनेशिया के एक द्वीप पर सप्ताहांत में छह लोगों की जान लेने के बाद माउंट रोकाटेंडा ज्वालामुखी और लावा उगल रहा है। आपदा कमांड पोस्ट की अधिकारी मुतियारा मउबोई ने बताया कि प्रारंभ में पालुए द्वीप के जिन 500 से अधिक लोगों ने वहां से हटने से इन्कार कर दिया था, उन्हें पास के फ्लोर्स द्वीप पर ले जाया गया है। मृतकों में दो बच्चे भी शामिल हैं, लेकिन उनके शव बरामद नहीं हो सके हैं। मउबोई ने बताया के अब पीड़ितों की खोज नहीं की जा रही है और मुख्य रूप से प्रभावित स्थल को खाली कराने पर ध्यान दिया जा रहा है।
उधर, इंडोनेशिया के पूर्वी भाग में सोमवार को 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने यह जानकारी दी। हालांकि सुनामी संबंधी चेतावनी जारी नहीं की गई है। इंडोनेशिया के मौसम विभाग के अधिकारी सुतिओनो ने बताया कि भूकंप का केंद्र समुद्र में था, लेकिन सुनामी की आशंका नहीं है। भूकंप का झटका करीब 10 सेकेंड तक महसूस किया गया, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ।

पाकिस्तान की सीनाजोरी, भारतीय उच्चायोग को किया तलब
13 August 2013
इस्लामाबाद। नियंत्रण रेखा पर जारी गोलाबारी एवं सीजफायर का उल्लंघन किए जाने को लेकर अपना विरोध दर्ज करने के लिए पाकिस्तान ने सोमवार को भारतीय उच्चायोग को तलब किया। पाकिस्तान ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सीमा पर बीएसएफ द्वारा की गई फायरिंग में रावलकोट में एक नागरिक की मौत हो गई। पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग को वर्ष 2003 में हुए समझौते की भी याद दिलाई। साथ ही पाकिस्तान ने सियालकोट और कसूर के इलाकों में भारी संख्या में सेना की तैनाती की है।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह पाकिस्तानी सैनिकों के स्पेशल सर्विसेज ग्रुप [एसएसजी] ने भारत के पांच सैनिकों की हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही यहां रुक-रुक कर फायरिंग जारी है। नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने के लिए बुधवार को पाकिस्तान और भारत के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों ने हॉट लाइन पर बातचीत भी की थी। लेकिन इसका कुछ खास असर होता नहीं दिख रहा है।

रड को फिर प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में ऑस्ट्रेलियाई
13 August 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में चुनावी दौड़ में सत्ताधारी लेबर पार्टी भले ही पीछे चल रही हो, लेकिन प्रधानमंत्री के तौर पर उसके नेता केविन रड पहली पसंद बने हुए हैं। एक नए सर्वेक्षण में यह बात कही गई है।
द आस्ट्रेलिया में सोमवार को प्रकाशित सर्वेक्षण के मुताबिक प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल विपक्षी लिबरल पार्टी के नेता टोनी एबट की रैकिंग में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन रड से वह पीछे चल रहे हैं। यह सर्वेक्षण 1130 लोगों से सप्ताहांत में लिए गए साक्षात्कार पर आधारित है। दोनों नेताओं में कौन बेहतर प्रधानमंत्री साबित होगा? इस सवाल के जवाब में रड की लोकप्रियता में एक फीसद की गिरावट के बावजूद 46 फीसद लोग उन्हें इस पद के योग्य मान रहे हैं। 37 प्रतिशत लोग एबट के समर्थन में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 54 फीसद वोटरों का मानना है कि आगामी सात सितंबर को होने वाले आम चुनाव में एबट के नेतृत्व वाले उदारवादी राष्ट्रीय गठबंधन की जीत होगी जबकि केवल 26 फीसद का मानना है कि लेबर पार्टी जीतेगी।
समलैंगिक विवाह को रड ने बनाया मुद्दा :
प्रधानमंत्री रड ने आम चुनाव में समलैंगिंक विवाह को मुद्दा बनाया है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है जब समलैंगिक विवाह को लेकर हो रही बहस खत्म होनी चाहिए। उन्होंने सत्ता में दोबारा आने पर सौ दिनों के भीतर समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का वादा किया है।।

मिस्र में मुर्सी समर्थकों पर अंकुश की तैयारी
13 August 2013
काइरो। मिस्र में एक बार फिर हिंसा की आग भड़क सकती है क्योंकि अंतरिम सरकार धरने पर बैठे मुर्सी समर्थकों पर अंकुश लगाने की तैयारी कर रही है। राजधानी में दो स्थानों पर धरने पर बैठे अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों को घेरने की पुलिस तैयारी कर रही है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक मुर्सी की सरकार को बहाल नहीं किया जाता है तब तक वे धरना स्थलों को खाली नहीं करेंगे। गत तीन जुलाई को सेना ने मुर्सी की सत्ता से बेदखल कर दिया था। हालांकि इसे लेकर उत्पन्न गतिरोध का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश में विश्व के कई देश जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है।
मिस्र के अंतरिम सरकार का कहना है कि हिंसा और प्रदर्शनों के कारण बाधित यातायात से काइरो की जनता भयभीत है। जबकि अपने धरने को शांतिपूर्वक बताते हुए नेताओं ने हिंसा के लिए सुरक्षा बलों को जिम्मेदार ठहराया। मिस्र में मुर्सी की सरकार बेदखल किए जाने के बाद हुए संघर्षो में 250 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। एक अधिकारी ने बताया कि धरनास्थलों की शीघ्र ही घेरेबंदी की जाएगी ताकि कोई उसमें प्रवेश नहीं कर सके।।

बांग्लादेश में शीर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता गिरफ्तार
12 August 2013
ढाका। चरमपंथी संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम के सदस्यों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई के बारे में गलत सूचनाएं फैला कर लोगों को भ्रमित करने के आरोप में एक शीर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। गत मई में पुलिस ने चरमपंथी संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
हिफाजत-ए-इस्लाम को जमात और मुख्य विपक्षी दल बीएनपी का समर्थन हासिल है। 'अधिकार संगठन' के सचिव अदिलुर रहमान खान शुवरो को चरमपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के साथ नजदीकी संबंध रखने के आरोप में शनिवार रात गिरफ्तार किया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया विभाग के अधिकारियों ने शुवरो को गुलशन मार्केट स्थित घर से गिरफ्तार किया। ढाका की अदालत ने रविवार को शुवरो की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें पाच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। गृह मंत्री एमके आलमगिर ने बताया, 'दुनियाभर में देश की छवि को खराब करने वाले अभियान या संगठन से जुड़ना एक अपराध है। मानवाधिकार के नाम पर दूसरों के अधिकारों को छीनना किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया जा सकता।' उन्होंने कहा कि इस अपराध को माफ नहीं किया जा सकता। शुवरो को कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा।
इससे पहले ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर मोनिरुल इस्लाम ने कहा, अधिकार संगठन की वेबसाइट पर कुछ फर्जी तस्वीरों के प्रकाशित किए जाने के बाद शुवरो को गिरफ्तार किया गया। इन तस्वीरों को फोटोशॉप सॉफ्टवेयर के जरिए बनाया गया था। तस्वीरों में दावा किया गया था कि पुलिस कार्रवाई में 61 लोगों की मौत हो गई। बीडीन्यूज 24 की रिपोर्ट के मुताबिक, शुवरो ने विदेशी मानवाधिकार समूहों को बताया कि हिफाजत-ए-इस्लाम विरोधी पुलिसिया कार्रवाई में 2500 से अधिक लोग मारे गए हैं।

भारतीय बीड़ी-सिगरेट बेचने वाली वेबसाइटों को अमेरिकी चेतावनी
12 August 2013
ढाका। चरमपंथी संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम के सदस्यों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई के बारे में गलत सूचनाएं फैला कर लोगों को भ्रमित करने के आरोप में एक शीर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। गत मई में पुलिस ने चरमपंथी संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
हिफाजत-ए-इस्लाम को जमात और मुख्य विपक्षी दल बीएनपी का समर्थन हासिल है। 'अधिकार संगठन' के सचिव अदिलुर रहमान खान शुवरो को चरमपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के साथ नजदीकी संबंध रखने के आरोप में शनिवार रात गिरफ्तार किया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया विभाग के अधिकारियों ने शुवरो को गुलशन मार्केट स्थित घर से गिरफ्तार किया। ढाका की अदालत ने रविवार को शुवरो की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें पाच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। गृह मंत्री एमके आलमगिर ने बताया, 'दुनियाभर में देश की छवि को खराब करने वाले अभियान या संगठन से जुड़ना एक अपराध है। मानवाधिकार के नाम पर दूसरों के अधिकारों को छीनना किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया जा सकता।' उन्होंने कहा कि इस अपराध को माफ नहीं किया जा सकता। शुवरो को कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा।
इससे पहले ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर मोनिरुल इस्लाम ने कहा, अधिकार संगठन की वेबसाइट पर कुछ फर्जी तस्वीरों के प्रकाशित किए जाने के बाद शुवरो को गिरफ्तार किया गया। इन तस्वीरों को फोटोशॉप सॉफ्टवेयर के जरिए बनाया गया था। तस्वीरों में दावा किया गया था कि पुलिस कार्रवाई में 61 लोगों की मौत हो गई। बीडीन्यूज 24 की रिपोर्ट के मुताबिक, शुवरो ने विदेशी मानवाधिकार समूहों को बताया कि हिफाजत-ए-इस्लाम विरोधी पुलिसिया कार्रवाई में 2500 से अधिक लोग मारे गए हैं।

कार बम धमाकों से दहला इराक, 87 की मौत
12 August 2013
बगदाद। इराक में श्रृंखलाबद्ध कार बम धमाकों और गोलीबारी में 87 लोग मारे गए और तीन सौ से ज्यादा घायल हुए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में हुई अलग-अलग घटनाओं में 80 लोग शनिवार को और सात अन्य रविवार को मारे गए। विस्फोट की ज्यादातर घटनाएं राजधानी बगदाद में हुई। अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ईद की छुट्टियों के दौरान हुए इन हमलों की निंदा की है, लेकिन प्रधानमंत्री नूरी अल मलीकी समेत इराक सरकार ने हमलों पर चुप्पी साध रखी है।
इराकी जनता ने इन हमलों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय मीडिया और अधिकारियों के मुताबिक राजधानी के बाजारों, रेस्तरां और कॉफी हाउस को निशाना बनाते हुए कुल 16 कार बम धमाके किए गए। इन धमाकों की चपेट में आकर केवल राजधानी बगदाद में ही ईद की खुशियां मना रहे 47 लोगों की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शाब क्षेत्र में हुए दो कार बम विस्फोटों में पांच लोग मारे गए। इसके अलावा कदिमियां, सदिया और अबु दशिर में भी धमाके हुए। अमेरिका ने इन धमाकों के लिए अलकायदा को जिम्मेदार ठहराया है। अमेरिका ने कहा कि ईद के त्योहार के दौरान आम नागरिकों की हत्या करने वाले इस्लाम के शत्रु हैं। जबकि, इराकी गृह मंत्री ने कहा कि देश इस समय कट्टरपंथियों की शह पर युद्ध से जूझ रहा है।
इराक से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद से मुल्क में आतंकी हमले तेज हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र के आकड़ों के अनुसार हिंसा के लिहाज से इराक पिछले पांच वर्षो में सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। बीती जुलाई में ही एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए।।

भूटान का आर्थिक संकट दूर करेगा भारत
12 August 2013
थिंपू। भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे की भारत यात्रा के पहले ही नई दिल्ली ने थिंपू को आर्थिक संकट से उबारने का भरोसा दिलाया है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और नवनियुक्त विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान तोबगे से मुलाकात कर यह आश्वासन दिया है
शेरिंग द्वारा चीन से दूरी बनाने के बाद भूटान को सब्सिडी दरों पर गैस आपूर्ति दोबारा शुरू कर भारत थिंपू को पहले ही राहत दे चुका है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के न्योते के बाद तोबगे ने अपनी पहली विदेश यात्रा के तौर पर भारत को चुना है और वह अगले हफ्ते नई दिल्ली पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, उनके एजेंडे में आर्थिक मुद्दे सबसे ऊपर हैं। अब भारत ने भूटान को देश के आर्थिक संकट को दूर करने में मदद का आश्वासन दे दिया है
तोबगे के कार्यालय ने एक बयान में बताया कि मेनन ने उनसे कहा है कि भारत सरकार आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। भूटान की दिक्कतों को दूर करने के लिए सभी तरह की मदद दी जाएगी। मेनन ने हाल ही में प्रधानमंत्री पद संभालने वाले शेरिंग को बधाई भी दी। शेरिंग ने ऐसे विपरीत समय में भारतीय अधिकारियों की भूटान यात्रा पर उनको धन्यवाद दिया।
शेरिंग ने कहा कि 11वीं पंचवर्षीय योजना से भूटान की आर्थिक दिक्कतों को पूरी तरह दूर नहीं किया जा सकता है। इसलिए सरकार ने आर्थिक प्रोत्साहन योजना भी पेश की है। इसके जरिए बैंकों से कहा गया है कि वे बाजार में तरलता बनाए रखें। निजी कंपनियों को आसान कर्ज मिले और युवाओं को रोजगार के अवसर। शेरिंग ने बताया कि हमें आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए तेजी से कदम उठाने होंगे।

टॉक शो क्वीन विन्फ्रे हुई नस्ली भेदभाव का शिकार
12 August 2013
लंदन। अमेरिकी टॉक शो की क्वीन कही जाने वाली ओपरा विन्फ्रे को स्विट्जरलैंड के शहर ज्यूरिख में नस्ली भेदभाव का शिकार होना पड़ा। इस कारण खरीदारी के लिए निकली विन्फ्रे को एक दुकान से खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
ओपरा विन्फ्रे का नाम दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं में शुमार है। उनके पास 2.8 अरब डॉलर (करीब 16 अरब रुपये) की संपत्तिहै। 59 वर्षीय विन्फ्रे ने बताया, ' मैं ज्यूरिख के पांच सितारा होटल डोल्डर ग्रांड होटल में ठहरी हुई थी। यह ज्यूरिख में मेरा दूसरा दिन था। मैं एक दुकान पर गई, जिसका नाम मैं नहीं बताना चाहती। मैंने दुकान में मौजूद एक महिला से कहा, क्या आप मुझे सामने रखा हैंडबैग दिखाएंगी। उसने मेरी तरफ गौर से देखा और कहा, नहीं यह आपके लिए नहीं है, यह बहुत मंहगा है।'
उन्होंने कहा, 'उस सेल्समैन ने मुझे कुछ सस्ते बैग खरीदने की सलाह दी। मैं चुपचाप दुकान से बाहर आ गई, लेकिन यह साबित हो गया है कि दुनिया में नस्ल भेद अब भी एक बड़ी समस्या है।' हालांकि विन्फ्रे ने उस दुकान का नाम जाहिर नहीं किया लेकिन टैग्स एनजाइजर अखबार ने अपनी रिपोर्ट में उस दुकान का नाम उजागर कर दिया है। दुकान के मालिक ट्रूडी गोएट्ज ने इस पूरे वाकये के लिए माफी मांगते हुए कहा, 'यह सब महज गलतफहमी की वजह से हुआ। जो हैंडबैग विन्फ्रे चाहती थीं, वह एक शीशे के ग्लास के पीछे रखा हुआ था और महिला दुकानदार ने उन्हें पहले तल पर उसी रेंज के दूसरे हैंडबैग देखने को आमंत्रित किया था जिसे उन्होंने गलत समझ लिया। उस बैग की कीमत 24500 पौंड थी।'

अपने 18 राजनयिक मिशनों को आज खोलेगा अमेरिका
12 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में अपने राजनयिक मिशनों को रविवार को खोल देगा, लेकिन लाहौर स्थित वाणिज्य दूतावास को बंद रखेगा। अलकायदा के शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत में बड़ा हमला करने की चर्चा को पकड़ने के बाद इन दूतावासों को इस हफ्ते बंद कर दिया गया था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन सैकी ने कहा कि गत चार अगस्त को बंद किए गए 19 में 18 राजनयिक मिशनों को 11 अगस्त को खोल दिया जाएगा। यमन स्थित अमेरिकी दूतावास पर अलकायदा द्वारा हमले की आशंका के चलते उसे बंद रखा जाएगा। शुक्रवार को लाहौर में बंद किए गए वाणिज्य दूतावास को भी बंद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि सना (यमन) और लाहौर में राजनयिक मिशनों पर खतरों का मूल्यांकन करने के बाद अमेरिका उन्हें खोलने के बारे में विचार करेगा। उल्लेखनीय है कि गत चार अगस्त को अमेरिका ने अपने 22 राजनयिक मिशनों को एक दिन के लिए बंद किया था, बाद में इसे 10 अगस्त तक बंद रखने की घोषणा की। अमेरिका ने पिछले हफ्ते अपने नागरिकों के लिए वैश्रि्वक स्तर पर यात्रा अलर्ट भी जारी किया था। इसमें कहा गया था कि अलकायदा खास तौर पर मध्य पूर्व देशों में आतंकी हमले करने की फिराक में है। अमेरिकी नागरिकों को पाकिस्तान न जाने की भी सलाह दी गई है।

धमाकों से दहला इराक, 69 मरे
12 August 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद और इससे सटे क्षेत्रों में मुख्य रूप से शिया बहुल इलाकों में शनिवार को हुए सिलसिलेवार कार बम विस्फोट में करीब 69 लोगों की मौत हो गई और 189 अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि शहर के बाजारों और भीड़ वाले शापिंग केंद्रों को निशाना बनाकर 10 सिलसिलेवार कार बम विस्फोट किए गए। विस्फोट में राजधानी से लगे तुज खुरमातो शहर में 10 लोगों की मौत हो गई और करीब 45 लोग घायल हो गए। इसी तरह यहां से करीब तीन सौ किलोमीटर दूर नासिरिया में दो कार बम विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए।
गौरतलब है कि इराक में इस वर्ष की शुरआत से इस तरह की हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। इस वर्ष जुलाई तक इस तरह के विस्फोट में 1000 लोगों की जानें गई हैं। मंगलवार को भी राजधानी में हुई इसी तरह के विस्फोट की घटना में 50 लोग मारे गए थे।

दाऊद पर पलटा पाकिस्तान
12 August 2013
लंदन। अपनी बात से पलटने में माहिर पाकिस्तान अंडरव‌र्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मौजूदगी के सवाल पर अब फिर झूठ बोलने लगा है। शुक्रवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विशेष दूत शहरयार खान अति उत्साह में उसकी मौजूदगी के बारे में सच्चाई बोल बैठे थे। पाकिस्तान की ओर से उन्होंने पहली बार यह खुलासा किया, 'दाऊद कभी हमारे यहां था। अब उसे वहां से भगाया जा चुका है।' लेकिन इस्लामाबाद स्थित डॉन के आकाओं का दबाव पड़ते ही उनके सिर से सच्चाई का भूत उतर गया। चौबीस घंटों के भीतर ही उन्हें कहना पड़ा, 'कभी नहीं जानता था कि दाऊद कहां है। यह भी नहीं पता कि वह कभी पाकिस्तान में रहा भी है या नहीं।' हालांकि अंडरव‌र्ल्ड डॉन एवं भारत का मोस्टवांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहीम के पाकिस्तान में होने की खबर है। भारतीय खुफिया एजेंसी ने दावे के साथ कहा है कि दाऊद पाकिस्तान में ही है।
भारत के साथ बातचीत की गाड़ी पटरी पर लाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शहरयार को अपना विशेष दूत नियुक्त किया है। इसी लिहाज से गुरुवार को वह लंदन स्थित इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित दोपहर भोज के दौरान भारतीय पत्रकारों से मुखातिब थे। वहीं सवाल-जवाब के दौरान उनके मुंह से दाऊद के बारे में सच्चाई निकल गई। शहरयार यहां तक कह गए, 'नवाज शरीफ सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की पक्षधर है। अगर अब तक वह पाकिस्तान में होता तो उसे कब का गिरफ्तार कर लिया गया होता। हम इस तरह के सरगना को अपने यहां से सक्रिय नहीं होने देंगे। वह हमारे यहां से भाग गया है। बहुत संभव है अब वह यूएई में हो।' उनके इस बयान से पाकिस्तान में भूचाल आ गया।
इस्लामाबाद स्थित दाऊद के आकाओं ने फौरन दबाव बनाया तो शहरयार के सुर बदलते भी देर नहीं लगी। वह कहने लगे, 'गृह मंत्रालय को उसके [दाऊद] बारे में शायद पता हो, लेकिन विदेश मंत्रालय को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं। मुझे तो यह भी पता नहीं कि वह पाकिस्तान में कभी रहा भी है।'
ध्यान रहे कि दाऊद का मसला जब भी उठा, पाकिस्तान ने अपने यहां उसकी मौजूदगी से साफ इन्कार कर दिया। जबकि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से उसकी पाकिस्तान में मौजूदगी को लेकर पुख्ता साक्ष्य मुहैया कराए गए। भारत की ओर से यहां तक बताया गया कि मुंबई धमाकों के बाद दाऊद कराची में रहते हुए अपनी आपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। भारत की पहल पर 2003 में अमेरिका ने उसे सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल किया।

ऑस्ट्रेलिया में दो विमान आपस में भिड़े
12 August 2013
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न एयरपोर्ट पर शनिवार को दो जेट विमान हवाईपट्टी पर टकरा गए। हादसे में दोनों विमान क्षतिग्रस्त हो गए, लेकिन कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वर्जिन ऑस्ट्रेलिया 737 और ए-320 जेट स्टार विमान की टक्कर होने के बाद एक विमान का पिछला हिस्सा टूट गया और दूसरे का पंखा क्षतिग्रस्त हो गया। मेलबर्न हवाईअड्डे ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर ट्वीट किया, 'दोनों विमानों की टक्कर में कोई हताहत नहीं हुआ। मामले की जांच की जा रही है। हवाई अड्डे पर कामकाज सामान्य है।' वर्जिन ऑस्ट्रेलिया द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उसका विमान 175 यात्रियों को लेकर मरूकाइडोर जा रहा था। शनिवार सुबह करीब 9.30 बजे उड़ान भरने के लिए रनवे पर बढ़ रहा था तभी जेटस्टार के खाली विमान से टकरा गया। टक्कर के बाद वर्जिन के विमान का पंख क्षतिग्रस्त हो गया। जबकि जेटस्टार का पिछला हिस्सा टूट गया।

अब भी खतरा बने हुए हैं अलकायदा के क्षेत्रीय समूह
12 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अलकायदा के मुख्य नेतृत्व को समाप्त किया जा चुका है और यह अमेरिका पर 9/11 जैसा हमला करने में सक्षम नहीं है। लेकिन इससे संबंधित क्षेत्रीय समूह अभी भी खतरा बने हुए हैं।
शुक्रवार को ह्वाइट हाउस में ओबामा ने संवाददाताओं से कहा, अलकायदा अब अमेरिका पर 9/11 जैसा हमला करने में समर्थ नहीं है, लेकिन इसके क्षेत्रीय संगठन अमेरिकी दूतावासों का निशाना बना सकते हैं। हाल में मध्य पूर्व के देशों में अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों को बंद किए जाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिन देशों में सुरक्षा तंत्र कमजोर है, वहां क्षेत्रीय आतंकी समूह अस्थिरता फैला सकते हैं। उन्होंने कहा कि अलकायदा इन अरबियन पेनिनसुला [एक्यूएपी] जैसे संगठन अभी भी खतरा बने हुए हैं जो ट्रक बम के माध्यम से दूतावासों पर हमला कर लोगों की हत्या कर सकते हैं।
ओबामा ने कहा कि अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म की जानकारी सार्वजनिक करने वाला एडवर्ड स्नोडेन कोई देशभक्त नहीं है। एक अमेरिकी सांसद जॉन लुईस द्वारा स्नोडेन की तुलना महात्मा गांधी से किए जाने के कुछ दिन बाद उन्होंने यह बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों का विश्वास जीतने के लिए निगरानी कार्यक्रमों की समीक्षा का भी ऐलान किया।
स्नोडेन को रूस द्वारा अस्थाई शरण दिए जाने से खफा अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि आज के संदर्भ में रूस केसाथ संबंधों में ठहराव जरूरी है। उन्होंने कहा कि सोवियत संघ के विघटन के बाद हमेशा से रूस और अमेरिका के बीच संबंधों में तनाव रहा है। दोनों देश कुछ क्षेत्रों में एक दूसरे को सहयोग कर रहे हैं और कुछ क्षेत्रों में उनके बीच प्रतियोगिता है। उन्होंने कहा कि अब रूस के साथ संबंधों का फिर से आकलन किया जाना चाहिए।
ओबामा रूस में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों का विरोध करने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह समलैंगिक विरोधी कानून के कारण अगले वर्ष रूस के सोची शहर में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक का विरोध करने के विचार का समर्थन नहीं करते हैं।

हाफिज ने भारत को फिर धमकाया
10 August 2013
लाहौर। मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ आग उगली है। जमात-उद-दावा के सरगना ने शुक्रवार को ट्वीट कर भारत से कश्मीर छीन लेने की धमकी दी है। भारत के अलावा उसने इजरायल और म्यांमार को भी ट्विटर से चेतावनी दी है। इसके कुछ घंटों बाद ही हाफिज सईद ने लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में हजारों लोगों के साथ ईद की नमाज अदा की। हाफिज की धमकी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारतीय तटरक्षक गार्ड ने भी दिल्ली पर लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों के हमले की चेतावनी जारी होने के बाद पश्चिमी समुद्रतटीय इलाकों में निगरानी और सुरक्षा बढ़ा दी है।
गद्दाफी स्टेडियम में ईद की नमाज का आयोजन सईद के संगठन जमात-उद-दावा ने किया था। इसके लिए लाहौर में कई जगह सईद के फोटो वाले पोस्टर भी लगाए गए थे। हाफिज ने जेहादियों को उकसाते हुए ट्वीट किया, 'वह समय नजदीक है, जब कश्मीर, फलस्तीन और म्यांमार में उत्पीड़न का शिकार हुए लोग आजाद हवा में ईद का जश्न मनाएंगे। इंशा अल्लाह, ईद मुबारक।' हाफिज ने ट्वीट में लिखा, 'हम इम्तहान के वक्त में आपको ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं। आपकी जीत के बाद जल्द ही पूरी दुनिया आपको ईद मुबारक कहेगी।'
उसने आगे लिखा है कि अल्लाह आपके बलिदान को जाया नहीं जाने देगा, उम्माह गौरवान्वित होंगे, इस्लाम मजबूत होगा। ऐसा समय नजदीक है कश्मीर। यह ट्वीट उसने अपने ट्विटर अकाउंट हाफिजसईदजेयूडी से किया है।
गौरतलब है कि भारत लगातार पाकिस्तान से कहता आ रहा है कि 2008 के मुंबई हमले के मास्टमाइंड को कठघरे में खड़ा किया जाए। पाकिस्तान में उसे अक्सर भारत विरोधी रैलियों को संबोधित करते हुए भी देखा गया है। पिछले साल अमेरिका ने भी सईद पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया था।
इस सब के बाद भी पाकिस्तान कहता है कि उसके पास हाफिज सईद के खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। नतीजतन वह खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहा है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों के हमले में छह अमेरिकी नागरिकों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे।

भावना बनीं द. अफ्रीका के अस्पताल की सीईओ
10 August 2013
वाशिंगटन। भारतीय मूल की महिला को दक्षिण अफ्रीका के मशहूर अस्पताल ग्रूट शूर का सीईओ (प्रमुख कार्यकारी अधिकारी) बनाया गया है। इसी अस्पताल में वर्ष 1967 में विश्व का पहला ह्रंदय प्रत्यारोपण हुआ था, जिसके कारण यह दुनियाभर में काफी लोकप्रिय है।
भावना पटेल ने पिछले सप्ताह ही ग्रूट शुर अस्पताल के शीर्ष पद का प्रभार संभाला है। उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों से मरीजों की जरूरतों का ध्यान रखने के साथ ही कहा है कि ऑपरेशन के घंटे बढ़ाए जाने पर काम किया जाएगा क्योंकि यहां लोगों को ऑपरेशन के लिए हफ्तों पहले समय लेना पड़ता है। वर्ष 1938 में स्थापित ग्रूट शुर अस्पताल दक्षिण अफ्रीका का सबसे लोकप्रिय ह्रदय रोग संस्थान है। यहीं पर 1967 में क्रिस्टियान बर्नार्ड ने दुनिया का पहला ह्रदय प्रत्यारोपण किया था। अस्पताल की सीईओ बनने से पहले पटेल चिकित्सकीय सेवाओं की मैनेजर थीं।े।

आतंकी हमले का खतरा: पाक में अमेरिकी दूतावास खाली करने के निर्देश
10 August 2013
वाशिंगटन। अलकायदा द्वारा आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर अमेरिका ने शुक्रवार को लाहौर स्थित अपने वाणिज्य दूतावास से गैर जरूरी कर्मचारियों को वापस बुला लिया। साथ ही अपने नागरिकों को जारी यात्रा परामर्श में उन्हें पाकिस्तान की यात्रा से बचने को कहा है। इससे पहले अमेरिका 22 देशों में अपने 19 राजनयिक मिशनों को 10 अगस्त तक बंद करने की घोषणा पहले ही कर चुका है।
अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के गढ़ लाहौर में वाणिज्य दूतावास पर हमले की विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है। साथ ही कहा कि यात्रा परामर्श को अपडेट किया गया है। कई विदेशी और स्थानीय आतंकी संगठनों की ओर से पाकिस्तान में अमेरिकी नागरिकों को खतरे की आशंका के मद्देनजर उन्हें पाकिस्तान की यात्रा पर न जाने की सलाह दी गई है।
अधिकारी ने कहा कि यात्रा परामर्श के बाद बावजूद लाहौर में बने रहने वाले अमेरिकी नागरिक देश में गैर जरूरी आवाजाही से बचें और सतर्क रहें। गौरतलब है कि अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी द्वारा अरब प्रायद्वीप के सरगना नासिर को भेजे संदेश को पकड़ने के बाद सचेत हुए अमेरिका ने दो पहले ही अपने नागरिकों को यमन छोड़ देने को कहा था। दोनों के बीच हुई बातचीत में बड़ा हमला करने की चर्चा के आधार पर अमेरिका ने दुनिया भर में चेतावनी जारी की थी।
यात्रा परामर्श के अनुसार, देशभर में नागरिकों, सरकारी और विदेशी प्रतिष्ठानों के खिलाफ अक्सर आतंकी हमले होते रहते हैं। हमलों में उच्च सुरक्षा वाले प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जाता है। इससे संकेत मिलता है कि आंतकी संगठन लगातार उन स्थानों को निशाना बनाने की फिराक में रहते हैं जहां अमेरिकी या पश्चिमी देशों के नागरिकों के एकत्र होने की संभावना होती है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल लीबिया स्थित अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले में अमेरिकी राजनयिक क्रिस्टोफर स्टीवंस समेत तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी।।

ओबामा ने भारतीय रेस्त्रां में मनाया 52वां जन्मदिन
10 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपना 52वां जन्मदिन मनाने के लिए एक भारतीय रेस्त्रां को चुना। वह अपनी पत्नी मिशेल ओबामा के साथ गुरुवार की रात ह्वाइट हाउस के समीप स्थित रसिका रेस्त्रां पहुंचे और डिनर किया।
ह्वाइट हाउस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि राष्ट्रपति और प्रथम महिला मिशेल ओबामा जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए डिनर पर बाहर गए। मिशेल ओबामा काले रंग की बैकलेस पोशाक में थीं तो राष्ट्रपति सामान्य सूट में देखे गए। रेस्त्रां की बेवसाइट के अनुसार, उन्हें आधुनिक भारतीय व्यंजन परोसे गए। तवा, सिगरी, तंदूरी और अन्य भारतीय व्यंजन इस रेस्त्रां की विशेषता हैं। बराक ओबामा गत चार अगस्त को 52 वर्ष के हुए हैं। दिल्ली में जन्मे अशोक बजाज के नाइटब्रिज ग्रुप के स्वामित्व वाला रसिका रेस्त्रां वाशिंगटन में काफी लोकप्रिय है। लंदन और अमेरिका में पिछले 25 वर्षो से संचालित उनके रेस्त्रां को पुरस्कार भी मिल चुका है।।

भारत को 145 होवित्जर तोपें बेचेगा अमेरिका
10 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भारत को 145 होवित्जर तोपें बेचने के बारे में कांग्रेस (अमेरिकी संसद) को सूचित किया है।
मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भारत सरकार ने कम वजन वाली लेजर इनर्शियल आर्टिलरी प्वाइटिंग सिस्टम (एलआइएनएपीएस) युक्त 145 एम777 होवित्जर तोपों की बिक्री और मरम्मत के लिए जरूरी कलपुर्जो, प्रशिक्षण के उपकरण, रखरखाव आदि के लिए अनुरोध किया है। इन तोपों की अनुमानित लागत 88.5 करोड़ डॉलर है। कांग्रेस को इस बारे में गत दो अगस्त को सूचित किया गया। एम777 होवित्जर तोपें सबसे पहले अफगानिस्तान के युद्ध में इस्तेमाल की गई।
रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) द्वारा इस सप्ताह जारी बयान में कहा गया है कि यह प्रस्तावित बिक्री भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करके अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान करेगी। यह दक्षिण एशिया के एक ऐसे अहम सहयोगी की सुरक्षा व्यवस्था को सुधारने में मदद करेगी जो वहां राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक प्रगति के लिए समर्पित रहा है। डीएससीए के मुताबिक भारत अपने सैन्य बलों के आधुनिकीकरण और खतरनाक स्थितियों में अभियान चलाने की क्षमता बढ़ाने के लिए होवित्जर का इस्तेमाल करना चाहता है। प्रस्तावित बिक्री के क्रियान्वयन के लिए अमेरिकी सरकार और अनुबंधकर्ता प्रतिनिधियों के आठ सदस्यीय दल को वार्षिक भारत यात्रा की जरूरत होगी। यह दल दो साल तक वहां तकनीकी सहयोग, प्रशिक्षण और परीक्षण के लिए जाएंगे।
बयान में कहा गया है कि इस प्रस्तावित बिक्री से अमेरिका की रक्षा तैयारियों पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। अमेरिकी सेना के अलावा इन तोपों का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलिया और कनाडाई सेना द्वारा भी किया जाता है। सऊदी अरब ने भी एम777 होवित्जर तोपों के लिए आर्डर दिया है।

चीन: वीडियो में कैद हुईं ताश के पत्तों की तरह उड़ती सवारियां
10 August 2013
बीजिंग। चीन के जिंजयांग क्षेत्र में हुए जबरदस्त बस हादसे में बस के ड्राइवर की मौत हो गई। इस पूरी घटना को बस में लगे चार कैमरों ने रिकार्ड किया, जिसे देखकर इस हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस कैमरा फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक तेज रफ्तार कंटेनर की टक्कर से बस का ड्राइवर किस तरह से बाहर गिर पड़ा और अन्य सवारी भी अपनी सीट से उछलकर पीछे जा टकराई।
दरअसल चीन के जिजयांग प्रोविंस में एक बस गलत लेन में चल रही थी। ड्राइवर को जब इसका अहसास हुआ तो उसने बस को सही लेन में लाने के लिए उसको बैक करने की कोशिश की। इतने में ही पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार कंटेनर ने बस में इतनी तेज टक्कर मारी कि बस के परखच्चे उड़ गए। ड्राइवर कुछ समझ पाता इससे पहले ही वह बस से बाहर उछल गया। वहीं सीट पर बैठी सवारियां भी ताश के पत्तों की तरह सीट से उछल कर पीछे की सीटों से जा टकराई।
इस हादसे में बस के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई और 23 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पाक वायुसेना को दोहरे मोर्चे के लिए तैयार रहने के निर्देश
10 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ने अपनी सेना को दो मोर्चो पर तैयार रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर घरेलू मोर्चे पर आतंकवादी हैं तो दूसरी ओर सीमा पर पड़ोसी देश हिंदुस्तान। जेंस डिफेंस वीकली को दिए एक साक्षात्कार में एयर चीफ मार्शल ताहिर रफीक बट्ट ने कहा कि इस समय हम घरेलू और बाहरी दोनो ही मोर्चो पर मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
सीमा पर तनाव का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि यूं तो हमारी सेना खतरों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहती है लेकिन नई चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें अपनी तैयारियों को तेज करना होगा। उन्होंने कहा कि वायुसेना बहुत छोटी अवधि में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हो सकती है।
पाकिस्तानी वायुसेना की क्षमताओं का जिक्र करते हुए बट्ट ने बताया कि चीन के साथ मिलकर विकसित किए गए जेएफ-17 थंडर जेट में हवा में ही ईधन भरने की क्षमता गर्मी के अंत तक हासिल कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि जेएफ-17 परियोजना चीन की मदद के बिना संभव नहीं हो सकती थी। पूर्व चेतावनी देने में सक्षम चीन निर्मित अवाक्स जेडीके-03 एयरबोर्न को शामिल करने बारे में वायुसेना प्रमुख ने कहा कि समुद्र, मैदानी और पहाड़ी इलाकों में यह बहुत कारगर है।
साथ ही उन्होंने बताया कि हाल ही में अमेरिका से एफ-16 फाइटर विमानों की अंतिम खेप मिल गई है। जबकि पाकिस्तान और एफ-16 विमानों को हासिल करने की कोशिश में जुटा है।।

दुखी शरीफ चाहते हैं मनमोहन से मुलाकात
10 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर हुई हाल की घटनाओं और पुंछ में पांच भारतीय सैनिकों की हत्या पर दुख जताकर भारत में भड़की भावना शांत करने को कहा।
उन्होंने कहा कि जब वह अगले माह संयुक्त राष्ट्र की बैठक के लिए न्यूयॉर्क पहुंचेंगे तो वहां भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेंगे। तब वह दोनों देशों के बीच भरोसा बढ़ाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में उनके साथ विमर्श करेंगे। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए भारतीय सैनिकों की हत्या को लेकर उपजे तनाव की समीक्षा के लिए विदेश मंत्रालय की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत को नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में युद्धविराम जारी रखने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। हालांकि, विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में मंगलवार की उस घटना का कोई जिक्र नहीं किया गया है जिसमें पाकिस्तानी सेना के विशेषज्ञ दस्ते ने भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी थी।
शरीफ ने कहा कि दोनों देशों के लिए बेहद जरूरी है कि नियंत्रण रेखा पर युद्ध विराम सुनिश्चित करने व उसे बनाए रखने के प्रभावी कदम उठाएं। यह दोनों देशों के नेतृत्व का कर्तव्य है कि अफवाहों की स्थिति आने की इजाजत नहीं दें और भरोसा और विश्वास कायम करने के लिए रचनात्मक ढंग से आगे बढ़ें। शरीफ ने कहा कि वह न्यूयॉर्क में सिंह से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। भारतीय जवानों की हत्या के बाद दोनों देशों के रिश्ते कड़वे हो गए हैं। भारत के रक्षामंत्री एके एंटनी ने संसद में गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना के विशेषज्ञ दस्ते उस हमले में शामिल थे। गुलाम कश्मीर की ओर से एक दल ने नियंत्रण रेखा के इस पर आकर भारतीय सैनिकों की हत्या की। भारतीय जवानों की हत्या की घटना में अपने सैनिकों के शामिल होने से पाकिस्तान पहले ही इन्कार कर चुका है।
उसने यह भी कहा है कि नियंत्रण रेखा पर भारत की हुई है गोलीबारी में उसके दो सैनिक घायल हुए हैं। विदेश मंत्रालय से जारी बयान में शरीफ की ओर से कहा गया कि पाकिस्तान भारत के साथ मौजूदा व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के लिए राजनीतिक व सैन्य दोनों स्तरों पर तैयार हैं। वह सभी मुद्दों पर रचनात्मक बातचीत के जरिये रिश्ते सुधारने पर दृढ़ है। बैठक में सूचना मंत्री परवेज राशिद, राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज, विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फातमी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

क्वेटा आत्मघाती हमले में डीआइजी समेत 38 की मौत
10 August 2013
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान के क्वेटा में गुरुवार को एक पुलिस अधिकारी के जनाजे को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले में एक पुलिस उप महानिरीक्षक समेत 38 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। जनाजे में तीन सौ से अधिक लोग शामिल थे।
पुलिस उपाधीक्षक वाहिद बख्श ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने पुलिस लाइन में मस्जिद के गेट के बाहर उस समय खुद को उड़ा लिया जब बलूचिस्तान प्रांत के शीर्ष अधिकारियों समेत सैकड़ों लोग थाना प्रभारी मोहिब उल्लाह को श्रद्धांजलि देने के लिए कतारबद्ध थे। मृतकों में पुलिस उपमहानिरीक्षक फैयाज संबबोल भी शामिल हैं। हालांकि प्रांतीय पुलिस प्रमुख और शहर के पुलिस प्रमुख धमाके में बाल-बाल बच गए। घायलों में बच्चे भी शामिल हैं। नागरिक अस्पतालों पर हमले की आशंका के मद्देनजर घायलों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। पिछले दिनों क्वेटा में ही महिलाओं की यूनिवर्सिटी पर हमले के बाद आतंकियों ने उस अस्पताल को निशाना बनाया था जहां घायलों को भर्ती कराया गया था।
उल्लेखनीय है कि अलामू चौक पर उल्लाह की कार पर गुरुवार को अज्ञात हमलावरों ने उस समय हमला किया था जब वह अपने बच्चों के साथ बाजार जा रहे थे। हमले में उनकी मौत हो गई थी जबकि उनके चार बच्चे और ड्राइवर घायल हो गया था। अधिकारियों का कहना है कि हमले में करीब आठ किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। दोनों हमलों की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान, लश्कर-ए-झांगवी समेत कई आतंकी संगठन बलूचिस्तान में सक्रिय हैं।

सीरियाई विद्रोहियों का असद के काफिले पर हमले का दावा
10 August 2013
दमिश्क। सीरियाई विद्रोहियों ने गुरुवार को राष्ट्रपति बशर अल असद के गाड़ियों के काफिले को निशाना बनाने का दावा किया जब वह दमिश्क स्थित मस्जिद में ईद-उल-फितर के मौके पर नमाज पढ़ने जा रहे थे, लेकिन सरकारी टीवी पर प्रसारित फुटेज में उन्हें सकुशल दिखाया गया है। सीरिया के सूचना मंत्री ओमरान जोआबी ने भी राष्ट्रपति के काफिले पर हमले की खबर का खंडन किया है।
सीरियाई विद्रोही ब्रिगेट तहरीर-अल-शाम द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि असद के काफिले के समय और रास्ते का जायजा लेने के बाद इलाके में भारी गोलाबारी की गई। अब हम उसके परिणामों का इंतजार कर रहे हैं। उसके इस बयान के बाद सरकारी सीरियाई टेलीविजन पर असद को मल्लिकी जिले स्थित अनस बिन मालेक मस्जिद में देश के प्रमुख मुफ्ती-ए-आजम के साथ नमाज पढ़ते दिखाया गया।
पिछले एक हफ्ते के दौरान असद तीसरी बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए हैं। एक अन्य विद्रोही संगठन लिवा अल इस्लाम ने दावा किया कि राष्ट्रपति के काफिले पर रॉकेटों से हमला किया गया। हमले में असद घायल नहीं हुए, लेकिन उनके दल में शामिल लोग हताहत हुए हैं। असद को अपदस्थ करने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन की शुरुआत मार्च, 2011 में हुई थी। यह प्रदर्शन गृह युद्ध में तब्दील हो गया जब विपक्षी समर्थकों ने दमनकारी सरकार के खिलाफ हथियार उठा लिए। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इस गृह युद्ध में अब तक एक लाख लोग मारे जा चुके हैं।

फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से फिर हो रहा रेडियोएक्टिव रिसाव
07 August 2013
टोक्यो। जापान के फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से फिर रेडियोएक्टिव रिसाव शुरू हो गया है। संयंत्र से भारी मात्रा में रेडियोएक्टिव जल रिसकर समुद्र में जा रहा है। देश में परमाणु संयंत्रों पर निगरानी रखने वाली संस्था के एक अधिकारी ने बताया कि इसे लेकर स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। रिसाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
न्यूक्लिअर रेगुलेटरी अथॉरिटी [एनआरए] टास्क फोर्स के प्रमुख शिंजी किंजो ने बताया कि रेडियोएक्टिव रिसाव सीमा से अधिक है। उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए संयंत्र का संचालन करने वाली टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन [टेपको] द्वारा जिन उपायों की योजना बनाई गई है, उनसे इस समस्या का केवल अस्थाई समाधान ही हो सकता है। किंजो ने कहा, 'संकट के समय के लिए टेपको की समझ कमजोर है। इसलिए इस समस्या का समाधान केवल उस पर नहीं छोड़ा जा सकता है।'
2011 में सुनामी और भूकंप से फुकुशिमा संयंत्र को बहुत नुकसान पहुंचा था। इन प्राकृतिक आपदाओं से संयंत्र के बचाव की तैयारी में विफल रहने को लेकर टेपको की व्यापक आलोचना हुई थी।।

अमेरिका ने अपने नागरिकों को यमन छोड़ने को कहा
07 August 2013
वाशिंगटन। अलकायदा नेता अयमान अल जवाहिरी द्वारा जारी बयान के बाद अमेरिका ने अपने नागरिकों को यमन छोड़ने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि 9/11 के बाद अमेरिका में बड़े आतंकी हमले होने की आशंका जतायी गई है।
इससे पहले अमेरिका ने मुस्लिम देशों में अपने दूतावासों को कुछ दिनों के लिए बंद रखने के निर्देश दिए थे। पेंटागन के प्रेस सचिव जार्ज लिटिल ने एक बयान में कहा कि आपातकाल की स्थिति में अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से किए गए अनुरोध पर अमेरिकी वायु सेना ने सना और यमन से कर्मियों को बाहर निकालने का कार्य शुरू कर दिया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही अमेरिका ने यमन में अपने दूतावास के कर्मचारियों को वापस आने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि यमन में ड्रोन हमले में अलकायदा के चार आतंकी के मारे जाने के बाद अमेरिका ने यह चेतावनी जारी की। राज्य विभाग के प्रवक्ता जैन पसाकी ने अपने एक बयान में कहा है कि अमेरिका द्वारा जारी चेतावनी के बाद राज्य विभाग में कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है।

गुरुद्वारा गोलीकांड की पहली बरसी पर कैंडल मार्च
07 August 2013
विस्कांसिन। विस्कांसिन स्थित ओक क्रीक गुरुद्वारे में हुए गोलीबारी की घटना की पहली बरसी पर विभिन्न समुदाय के लोगों ने कैंडल मार्च निकाल कर हमले में मारे गए लोगों को याद किया। पिछले साल पांच अगस्त को एक श्वेत कंट्टरपंथी ने गुरुद्वारे के भीतर गोलीबारी कर छह सिख श्रद्धालुओं को मौत के घाट उतार दिया था।
धार्मिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, पीड़ितों के परिजनों के अलावा समाज के हर वर्ग से लोग इस मौके पर इकट्ठा हुए और प्रार्थनाएं की। लोगों ने अमेरिका की बंदूक नीति को खत्म किए जाने की भी मांग की। गौरतलब है कि अमेरिका में हर साल गोलीबारी में 12 हजार लोगों की मौत हो जाती है। गुरुद्वारा गोलीकांड की याद में चार दिन तक चली शोक सभा के अंतिम दिन यह कैंडल मार्च निकाली गई। इस मौके पर गुरुद्वारे में लंगर का आयोजन किया गया। हमले में मारे गए सुवेग सिंह खटरा, सतवंत सिंह कालेका, रणजीत सिंह, सीता सिंह, परमजीत कौर और प्रकाश सिंह के परिवार के सदस्य भी इस मौके पर मौजूद थे।
गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष कुलवंत धालीवाल ने मौजूद लोगों से गुरुद्वारे के ग्रंथी पंजाब सिंह के शीघ्र स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करने की अपील की। पंजाब सिंह इस समय अस्पताल में हैं और उनका उपचार चल रहा है।

तालिबान ने अफगान चुनाव को समय की बर्बादी बताया
07 August 2013
काबुल। तालिबान सरगना मुल्ला उमर ने अफगानिस्तान में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को समय की बर्बादी बताया है। साथ ही कहा है कि तालिबान सत्ता में लौटना नहीं चाहता है। ईद से पहले इंटरनेट पर जारी संदेश में उसने यह बात कही है।
अफगानिस्तान में अगले साल पांच अप्रैल को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। राष्ट्रपति चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पश्तून समुदाय की भागीदारी आवश्यक है क्योंकि इस समुदाय से तालिबान को सबसे ज्यादा समर्थन मिलता है। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों का कहना है अगले साल के आखिर में नाटो नीत सेना की वापसी के लिहाज से अफगानिस्तान में होने वाले चुनाव उसके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
एक आंख से काने उमर ने कहा, '2014 में होने वाले चुनाव के नाम पर लोगों को धोखा दिया जा रहा है। हमारे लोग इसमें हिस्सा नहीं लेंगे। उम्मीदवार का चयन वास्तव में वाशिंगटन में होता है। इन चुनावों में हिस्सा लेना सिर्फ समय की बर्बादी है।' पूर्व में हुए चुनाव के लिए तालिबान ने अफगानियों से मतदान का बहिष्कार करने के लिए कहा था। उसने अपने लड़ाकों को मतदान केंद्र की तरफ जाने वाली सड़कों की नाकाबंदी करने का आदेश दिया था। साथ ही चुनाव में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों को निशाना बनाया था।
उमर ने 12 साल की लड़ाई के बाद शांति कायम होने की उम्मीद जताई है। उसने कहा, 'तालिबान सत्ता पर एकाधिकार के बारे में नहीं सोचता। हम इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित समावेशी सरकार बनाने के लिए अफगानियों के साथ समझौते पर पहुंचने में विश्वास करते हैं।' 1996 से 2001 तक अपने शासनकाल के दौरान तालिबान ने लड़कियों के स्कूल जाने, टीवी देखने, संगीत सुनने और सिनेमा जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।।

तिब्बती बौद्ध भिक्षु ने नेपाल में किया आत्मदाह
07 August 2013
काठमांडू। तिब्बत में चीन के दमनकारी शासन के खिलाफ मंगलवार को नेपाल में एक बौद्ध भिक्षु ने आत्मदाह कर लिया जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
बौद्धा में मेट्रोपॉलिटन पुलिस सर्किल ऑफिस के इंस्पेक्टर अरुण कुमार भंडारी ने बताया कि तिब्बत के धमशुंग निवासी 39 वर्षीय कर्मा नाइधौन ग्यालतसो ने पूर्वोत्तर काठमांडू स्थितबौद्धनाथ स्पूत में भीड़ से दूर एक गली में खुद को आग लगा ली। गंभीर रूप से जल जाने के बाद उसे त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कर्मा पिछले साल जनवरी में नेपाल आया था। नेपाल में हजारों तिब्बती शरणार्थी रहते हैं इनमें कई बौद्धनाथ के आसपास रहते हैं, जो बौद्ध मठों से घिरा हुआ है।

गुलाम नबी फई को अमेरिका से निकालने की मांग
07 August 2013
वाशिंगटन। एक प्रसिद्ध अमेरिकी थिंक टैंक कश्मीरी अलगाववादी गुलाम नबी फई की अमेरिका की नागरिकता समाप्त करने के पक्ष में है। उसका कहना है कि अंतत: फई को अमेरिका से निकाल दिया जाना चाहिए। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए गुप्त रूप से लॉबिंग करने के मामले में दो साल की सजा काट रहा है।
थिंक टैंक इंवेस्टीगेटिव प्रोजेक्ट ऑन टेररिज्म [आइपीटी] की ओर से कहा गया है कि फई के आपराधिक मामले की पृष्ठभूमि संबंधी प्रमाण को देखते हुए संघीय अधिकारियों के लिए यह उचित प्रतीत होता है कि वे उसके खिलाफ उपलब्ध सभी कानूनी मार्गो का अनुसरण करते रहें। इन उपलब्ध मार्गो में उसकी नागरिकता समाप्त करना और अंतत: उसे अमेरिका से निकाल देना शामिल है। आइएसआइ के लिए गुप्त रूप लॉंिबंग करने के मामले में फई को दो साल की सजा सुनाई गई थी और इसमें से करीब आधी सजा वह काट चुका है। वाशिंगटन के आइपीटी की ओर से कहा गया है कि उसके जेल से छूट जाने के बाद भी उसका अमेरिकी न्याय तंत्र से पीछा नहीं छूटना चाहिए। वह इस समय मेरीलैंड में सजा काट रहा है।
कश्मीर पर अमेरिकी नीति को प्रभावित करने के प्रयास में आइएसआइ की ओर से 1990 से उसे 35 लाख डॉलर दिए गए। संघीय अभियोजकों का कहना है कि फई के घर से जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल [केएसी] की स्थापना से पहले ही वह कई साल से आइएसआइ के लिए काम कर रहा था। आइपीटी का कहना है कि फई ने कोर्ट में स्वीकार किया है कि 1994 में अमेरिकी नागरिक बनने से चार वर्ष पहले 1990 में ही उसने गैरकानूनी गतिविधियां प्रारंभ कर दी थी। 1990 में ही उसने केएसी की स्थापना की थी।।

हिलेरी पर कार्यक्रम दिखाने वाले चैनलों को चेतावनी
07 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में अगले राष्ट्रपति चुनाव होने में अभी तीन साल का वक्त बाकी है, लेकिन चैनलों द्वारा पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पर कार्यक्रम दिखाये जाने से रिपब्लिकन पार्टी खफा है। पार्टी ने कई मुख्य अमेरिकी चैनलों को हिलेरी पर कार्यक्रम प्रसारित न करने की चेतावनी दी है। हिलेरी को 2016 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रबल उम्मीदवार माना जा रहा है।
द रिपब्लिकन नेशनल कमिटी [आरएनसी] के अध्यक्ष रींस प्रीबस ने सीएनएन और एनबीसी को लिखे पत्र में कहा है कि यदि वे हिलेरी पर कार्यक्रम प्रसारित करने की अपनी योजना पर रोक नहीं लगाएंगे तो उन्हें 2016 में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए होने वाली बहस में शामिल होने से रोक दिया जाएगा। एनबीसी ने जहां हिलेरी पर लघु श्रृंखला चलाने की घोषणा की है वहीं सीएनएन ने उन पर डाक्यूमेंट्री तैयार की है।
रिपब्लिकन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि आरएनसी की 14 अगस्त से शुरू होने वाली ग्रीष्मकालीन बैठक से पहले अगर चैनल हिलेरी से संबंधित कार्यक्रम का प्रसारण नहीं रोकते तो प्रीबस 2016 की प्राथमिक बहस में समिति को इन नेटवर्को के साथ साझेदारी या बहस को प्रायोजित करने से रोकने के लिए आरएनसी में बाध्यकारी मतदान की मांग करेंगे। यह पत्र एनबीसी एंटरटेनमेंट के अध्यक्ष रॉबर्ट ग्रीनब्लेट और सीएनएन व‌र्ल्डवाइड के अध्यक्ष जेफ जुकर को भेजा गया है। पत्र में कहा गया है कि हिलेरी को बढ़ावा देने वाले उनके कार्य परेशान करने वाले और निराशाजनक हैं। उम्मीद की जाती है कि अमेरिकी नागरिक इन नेटवर्को की विश्वसनीयता पर सवाल उठाएंगे जिसके बाद एनबीसी और सीएनएन को अपनी पक्षतापूर्ण कार्रवाई पर विचार करना होगा। हालांकि हिलेरी ने 2016 में राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन एक नवीनतम सर्वेक्षण में कहा गया है कि 65 वर्षीया हिलेरी और न्यूजर्सी के गवर्नर क्रिस क्रिस्टी देश के सबसे चर्चित राजनेता हैं।।

जवाहिरी की बातचीत टेप, अमेरिका पर दे रहा था हमले का आदेश
07 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने अल कायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी और उसके एक साथी के बीच बातचीत को टेप किया है, जिसमें अरब देशों में अमेरिकी ठिकानों पर बड़े हमले का निर्देश दिया गया है। इस टेप के हाथ लगने के बाद ही अमेरिका ने रविवार को मध्य-पूर्व और उत्तरी अफ्रीका स्थित अपने कई दूतावासों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया।
एक अखबार की खबर के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने पिछले हफ्ते जवाहिरी और अरब में अल कायदा का संचालन करने वाले नासिर अल-वुहाएशी के बीच बातचीत के संदेश को पकड़ा, जिसमें 11 सितंबर 2001 (9/11) को हुए हमले के बाद अरब क्षेत्र में अमेरिकी और पश्चिमी हितों वाले ठिकानों पर सबसे बड़े हमले की साजिश का पर्दाफाश हुआ है।
अमेरिकी अधिकारियों ने टेप के हवाले से कहा कि जवाहिरी ने यमन स्थित अपने अल कायदा नेता को जल्द से जल्द अमेरिकी ठिकानों पर हमले का आदेश दिया है। हालांकि बातचीत में किसी विशेष ठिकाने का जिक्र नहीं है, लेकिन यह पता चला है कि हमला जल्द हो सकता है। अधिकारियों ने कहा कि अल कायदा सरगनाओं के बीच बातचीत और संदिग्ध हमले की साजिश के मद्देनजर अमेरिका व पश्चिमी देशों ने पिछले दिनों कई कदम महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें मध्य-पूर्व और उत्तरी अफ्रीकी देशों में दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों को अस्थायी रूप से बंद करना भी शामिल है।
अमेरिका ने रविवार को मध्य-पूर्व में अपने 22 राजनयिक और व्यापारिक केंद्र बंद किए हैं, जिसमें से 19 केंद्र 10 अगस्त तक बंद रहेंगे।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि यह टेप इसलिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें दुनिया के दो बड़े आतंकी बेहद खास समय में हमला या हमलों के बारे में बातचीत कर रहे थे।
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराए जाने के बाद अल कायदा में नंबर दो जवाहिरी अघोषित रूप से आतंकी गुट का मुखिया बना था। 62 वर्षीय जवाहिरी के सिर पर अमेरिका ने ढाई करोड़ डॉलर का इनाम रखा है और उसने हाल ही में वुहाएशी को गुट में नंबर दो की हैसियत दी है।
विशेष बल सतर्क
अल कायदा द्वारा हमले की आशंका के मद्देनजर विशेष अमेरिकी बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रक्षा सचिव चक हेगल ने कुछ दिनों पहले खुफिया रिपोर्ट के बाद विशेष बल को सतर्क रहने का निर्देश जारी किया था।।

मुशर्रफ पर 20 अगस्त को तय होंगे आरोप
07 August 2013
इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ मंगलवार को सुरक्षा कारणों के चलते रावलपिंडी की एक अदालत में पेश नहीं हुए. वहीं अदालत ने मंगलवार को कहा कि मुशर्रफ पर इस मामले में 20 अगस्त को अभियोग तय किया जाएगा. अदालत ने 20 अगस्त को उनको कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं.
बताया जा रहा है कि पुलिस और मुशर्रफ के वकील ने मुशर्रफ की जान को खतरा बताते हुए अदालत में कहा कि वो अदालत में पेश नहीं किए जा सकते. बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में मुशर्रफ को आपराधिक षडयंत्र के आरोपों का सामना करने के लिए सम्मन जारी किया गया था. मुशर्रफ 19 अप्रैल से ही अपने घर में नजरबंद हैं.

स्नोडेन को रूसी संसद में मिला काम !
07 August 2013
मॉस्को। अमेरिकी इंटेलिजेंस विभाग के कार्यक्रम संबंधी गोपनीय सूचनाएं लीक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को रूस में अस्थाई शरण मिलने के बाद अब वो रूसी संसद में काम कर सकते हैं. एक रूसी सांसद ने मंगलवार को स्नोडेन के रूसी संसद में काम करने की जानकारी दी. वहीं रूस के अब इस कदम से अमेरिका और रूस के रिश्तों के बीच में दूरी बनती जा रही है.
संसद के ऊपरी सदन फेडरेशन काउंसिल के सदस्य रुसलान गेट्टारोव ने बताया कि नागरिकों के निजी आंकड़ों की सुरक्षा और उनके निजी अधिकारों की रक्षा के लिए एक कार्यकारी समूह के साथ सहयोग करने के लिए वो स्नोडेन से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि स्नोडेन रूसी सॉफ्टवेयर कंपनियों को एक 'लीक प्रूफ' सॉफ्टवेयर बनाने में मदद कर सकते हैं.
गेट्टारोव ने कहा कि वो पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के कांट्रैक्टर को एक उच्चस्तरीय विशेषज्ञ के तौर पर देख रहे हैं.
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के सितंबर में मॉस्को सम्मेलन में जाने पर सवाल बना हुआ है.।

रक्षा खर्च घटाएं भारत और पाकिस्तान: नवाज शरीफ
06 August 2013
इस्लामाबाद। दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ कम करने की वकालत करते हुए पाकिस्तान ने भारत से रक्षा खर्च में कटौती का आग्रह किया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि रक्षा खर्च में कटौती के लिए कदम उठाने में भारत को पाकिस्तान का साथ देना चाहिए।
सऊदी अरब के निजी दौरे पर गए शरीफ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि क्षेत्रीय शांति पर खतरा तब तक बना रहेगा जब तक आयुध में संतुलन न हो। हम शांति चाहते हैं और इसके लिए दोनों देशों को अपने सुरक्षा में कटौती करनी होगी। उनका मानना है कि अब तक दोनों देशों के बीच हुए युद्धों की मार आम लोगों के अलावा किसी दूसरे को नहीं झेलनी पड़ी है। शरीफ के मुताबिक, दूसरे राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद हम कश्मीर समेत दूसरे मुद्दों पर व्यापक नीति का मसौदा तैयार करेंगे। तीसरी बार देश की बागडोर संभाल रहे शरीफ को भारत के साथ संबंधों में सुधार के पक्षधर के रूप में जाना जाता है।
अफगानिस्तान के सवाल पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश के साथ हस्तक्षेप न करने की नीति पर काम करेगा। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि दूसरों की कीमत पर उनका देश अफगानिस्तान में किसी खास संगठन का समर्थन नहीं करेगा।

तालिबान हमले के डर से पाक में हाई अलर्ट
06 August 2013
इस्लामाबाद। अमेरिका ही नहीं पाकिस्तान को भी आतंकवादी हमलों का डर सता रहा है। तालिबान के संभावित हमले की आशंका को देखते हुए रावलपिंडी स्थित बेनजीर भुंट्टो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे समेत देश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त टीम ने सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने हाथ में ले ली है।
राजधानी इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख सिकंदर हयात ने बताया कि खुफिया सूचना के बाद पुलिस के विशेष दस्तों को जेलों, संसद भवन, राजनयिक एन्क्लेव, पांच सितारा होटलों और दूसरे महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है। हयात के मुताबिक, खुफिया रिपोर्ट में पता चला है कि आतंकवादी देश के महत्वपूर्ण इमारतों पर हमले और लोगों को बंधक बनाने की साजिश रच रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले सप्ताह डेरा इस्माइल खान की जेल में आतंकवादियों ने हमला कर 252 कैदियों को छुड़ा लिया था जिसके बाद से ही उनका हौसला बुलंद है।
पुलिस और तालिबान के रिश्ते बल्लेबाज-गेंदबाज जैसेपेशावर। खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक [आइजीपी] एहसान गनी ने एक विचित्र बयान देकर हंसी के पात्र बन गए हैं। उन्होंने तालिबान और पुलिस के बीच संबंध को एक गेंदबाज और बल्लेबाज के रूप में परिभाषित किया है। गनी ने पुलिस की तुलना बल्लेबाज से करते हुए उन्होंने कहा, हम लगातार बल्लेबाजी कर रहे हैं कभी हम छक्का लगाते हैं तो कभी हमारा विकेट गिर जाता है।

हिरोशिमा नागासाकी: तबाही के 68 साल, मौन हुआ जापान
06 August 2013
नई दिल्ली। जापान आज मौन है। हर किसी के चेहरे पर खामोशी छाई है और आंखें नम हैं। इसकी वजह है आज ही के दिन 68 वर्ष पहले अमेरिका ने जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे। इसमें लाखों की तादात में लोगों की जान गई थी। यह सदी की सबसे बड़ी बड़ी घटना थी। मंगलवार को इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने एकत्रित होकर पीस मैमोरियल पार्क में इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर जापान में नियुक्त अमेरिकी राजदूत भी मौजूद थे।
इस मौके पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ने मैमोरियल पार्क में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए इस आज तक सबसे दुखद घटना बताया। इस हमले की 68 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में हजारों लोगों ने भाग लिया।
6 अगस्त, 1945 की सुबह अमरीकी वायु सेना ने जापान के हिरोशिमा पर परमाणु बम लिटिल ब्वॉय बम गिराया था। तीन दिनों बाद अमरीका ने नागासाकी शहर पर फैट मैन परमाणु बम गिराया। यह मानवजाति के इतिहास में परमाणु हथियारों का सबसे पहला प्रयोग था। यह परमाणु बम सैन्य दस्तों और सैन्य अड्डों पर ही नहीं बल्कि रिहायशी कस्बों पर भी गिराए गए थे। इस घटना के काफी वर्ष बाद तक भी यहां पर परमाणु बम के धमाके का असर देखा जाता रहा।

हमले की आशंका से सावधान हुआ अमेरिका, बंद रहेंगे 19 दूतावास
06 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने आतंकी संगठन अलकायदा द्वारा हमला किए जाने की आशंका के मद्देनजर एहतियात के तौर पर मध्य एशिया और उत्तरी अफ्रीकी देशों में स्थित अपने 19 दूतावासों को 10 अगस्त तक बंद रखने का फैसला किया है।
इसके पहले रविवार को एक दिन के लिए 22 देशों में अमेरिकी राजनयिक केंद्रों को बंद किया गया था। पिछले सप्ताह विदेश मंत्रालय की ओर से अमेरिकी नागरिकों को आतंकी हमलों के प्रति सजग करने के लिए अलर्ट भी जारी किया गया था। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन सैकी ने कहा कि रमजान की समाप्ति पर ईद के जश्न की स्थानीय परंपराओं को देखते हुए दूतावासों को बंद रखने का फैसला किया गया है। जबकि एहतियात के तौर पर कुछ दूतावासों और वाणिज्यिक दूतावासों को बंद रखने की समयसीमा को बढ़ाया गया है।
दूतावासों को बंद किए जाने के बीच अमेरिकी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ के प्रमुख जनरल मार्टिन डेम्पसे ने एबीसी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि आतंकवादी हमले का बड़े पैमाने पर खतरा है। अमेरिका ने अलकायदा की ऐसी साजिश पता लगाया है जिसमें न सिर्फ अमेरिकी नागरिकों, बल्कि पश्चिमी देशों के लोगों को भी निशाना बनाया जाना था। हालांकि इस साजिश का एक हिस्सा अस्पष्ट है, लेकिन मंशा साफ है। इस हमले का मकसद न केवल अमेरिकी बल्कि पश्चिमी हितों को नुकसान पहुंचाना है। सांसद चा‌र्ल्स अलबर्ट रूपर्सबरर्गर ने कहा कि अलकायदा की ओर से बड़े हमले की योजना की खुफिया जानकारी मिली है। ऐसे हालात में विश्वभर में फैले अमेरिकियों की रक्षा हमारी प्राथमिकता है। अबु धाबी, अम्मान, काइरो, रियाद, डाहरान, जेद्दा, दोहा, दुबई, कुवैत, मनामा, मस्कट, साना, त्रिपोली, अंटानानारिवो, बुजुम्बुरा, जिबूती, खार्तून, किगाली और पोर्ट लुईस स्थित अमेरिकी केंद्रों को दस अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है। जबकि ढाका, अल्जीयर्स, नौकचोट, काबुल, हेरात, मजर अल शरीफ, बगदाद, बसराह और इरबिल के दूतावासों को सोमवार को सामान्य कार्यो के लिए खोल दिया गया।

अमेरिका में चार साल का बच्चा दोबारा बना मेयर
06 August 2013
न्यूयार्क। यकीन नहीं होगा, लेकिन यह हकीकत है। अमेरिका में एक छोटे से शहर के मेयर पद पर चार साल का नन्हा बालक दोबारा काबिज हुआ है, जो अभी तक प्री-स्कूल भी पूरा नहीं कर पाया है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, चार वर्षीय राबर्ट 'बॉबी' टफ्ट्स रविवार को मिनेसोटा के छोटे से कस्बे डोर्सेट का मेयर पुन: निर्वाचित हुआ। डोर्सेट के वार्षिक उत्सव में टफ्ट्स के नाम की पर्ची निकलने पर उसे दोबारा कस्बे का मेयर घोषित किया गया। इसके पहले जब वह पहली दफा मेयर चुना गया था तब उसकी उम्र महज तीन वर्ष थी।
पर्यटक स्थल डोर्सेट की कुल आबादी मात्र 22 से 28 लोगों के बीच रहती है। इस छोटे से कस्बे में कोई स्थानीय शासन नहीं है जिसके कारण यहां के लोगों की जब इच्छा होती है तब वे नये मेयर का चुनाव कर लेते हैं, वह भी महज एक डॉलर (करीब 60 रुपये) खर्च कर। इसके लिए स्टोरों पर मतदान बाक्स रख दिए जाते हैं और मतदान से इकट्ठा हुई धनराशि की मदद से कस्बे के लोगों के लिए उत्सव का आयोजन किया जाता है। मेयर के रूप में बॉबी का पहला साल काफी सफल रहा। इस दौरान उसने समर वॉक से 750 डॉलर (45 हजार रुपये) इकट्ठा किए।

इंडोनेशिया के बौद्ध मंदिर में विस्फोट
06 August 2013
जकार्ता। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के एकायाना बौद्ध मंदिर में रविवार को हुए बम विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया। मंदिर में बम के जो दो पैकेट रखे गए थे उनमें से एक पर लिखा था, 'हम रोहिंग्या लोगों की चीख पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।' बौद्धों की बहुलता वाले म्यांमार में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद हजारों की संख्या में रोहिंग्या मुसलमान वहां से पलायन कर रहे हैं।
रोहिंग्या मुसलमानों की दशा को लेकर मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में लोगों के गुस्से का यह नवीनतम उदाहरण है। रविवार को जकार्ता के बौद्ध मंदिर में एक कम शक्तिशाली विस्फोट हुआ। इसमें लोहे और बॉल बीयरिंग के टुकड़े का प्रयोग किया गया था। जिस समय यह विस्फोट हुआ, उस समय वहां सैकड़ों लोग प्रार्थना कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक एक दूसरा बम भी रखा गया था। उससे केवल धुआं निकला, लेकिन विस्फोट नहीं हुआ।
मंदिर के अधिकारी पोनिजान लिआव ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि सफेद कमीज पहने एक व्यक्ति ने मंदिर में हरे रंग के दो पैकेट रखे। इसी के कुछ देर बार मंदिर में विस्फोट हो गया।

पाकिस्तान: शालीमार एक्सप्रेस में विस्फोट, तीन की मौत
06 August 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सोमवार को एक ट्रेन में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए।
पाकिस्तान स्थित एक समाचार चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक विस्फोट शालीमार एक्सप्रेस के भीड़भाड़ वाले डिब्बे में हुआ। विस्फोट टोबा टेक सिंह शहर के निकट सोमवार दोपहर को हुआ। विस्फोट में तीन लोग मारे गए और 15 घायल हो गए।
ट्रेन लाहौर से कराची जा रही थी। विस्फोट के तत्काल बाद ट्रेन रोक राहत सहायता शुरू की गई। घायलों को फैसलाबाद और टोबा टेक सिंह के अस्पतालों में भरती कराया गया है। पुलिस और रेलवे के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। अभी तक किसी संगठन ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है।
समाचार चैलन की रिपोर्ट के मुताबिक एक व्यक्ति ने रेलवे के अधिकारियों को बार बार फोन कर धमकी दी थी कि अगर उसे पांच करोड़ रुपये नहीं दिए गए तो ट्रेन में विस्फोट कर देंगे, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि शालीमार एक्सप्रेस पाकिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित ट्रेनों में से एक है।

छोटी सी बच्ची ने किया कमाल, आइंस्टीन को भी छोड़ा पीछे
06 August 2013
लंदन। ब्रिटेन में एक स्कूली छात्रा ने बुद्धिमत्ता के मामले में भौतिक शास्त्र के महारथी वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग को मात दे दी है।
ब्रिटिश मेनसा के प्रवक्ता ने बताया कि 11 वर्षीय केरिस कुकसामी पारनेल ने मेनसा आइक्यू टेस्ट में 162 अंक हासिल किए। वह हॉकिंग, आइंस्टीन और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से ज्यादा बुद्धिमान है, जिनका आइक्यू स्तर 160 है।
छठी कक्षा में पढ़ने वाली पारनेल ने मेनसा आइक्यू प्रतियोगिता में हिस्सा अपने पिता से ज्यादा अंक हासिल करने के लिए लिया था, जिन्होंने 142 अंक हासिल किए थे। डेली एक्सप्रेस अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पारनेल ने न केवल अपने पिता से बल्कि टेस्ट में मिलने वाले सर्वाधिक 162 अंक हासिल किए हैं।' नार्थहैंपटन निवासी पारनेल ने गत 27 जुलाई को परीक्षा दी थी। वह यह टेस्ट देने वाली सबसे कम उम्र की प्रतिभागियों में से एक हैं। पारनेल ने कहा, 'टेस्ट देने का मेरा मकसद अपने पिता से ज्यादा अंक हासिल करना था, लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं इतने ज्यादा अंतर से जीत जाऊंगी।' वह एक बैंकर बनना चाहती हैं। उल्लेखनीय है कि जिंदा रहते हुए आइंस्टीन ने कभी आइक्यू टेस्ट नहीं दिया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि उनका आइक्यू स्तर 160 के करीब था।

मर्लिन मुनरो ने जैकी कैनेडी से कबूली थी प्रेम संबंधों की बात
06 August 2013
लंदन। हॉलीवुड की प्रख्यात अदाकारा मर्लिन मुनरो ने अमेरिका की प्रथम महिला जैकी कैनेडी के समक्ष जॉन एफ कैनेडी के साथ प्रेम संबंधों की बात कबूली थी। उन्हें पूरा भरोसा था कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति उनसे शादी करेंगे। यह रहस्योद्घाटन एक नई किताब में किया गया है। दीज फ्यू प्रीशीयस डेज : द फाइनल ईयर ऑफ जैक वीथ जैकी' के लेखक क्रिस्टोफर एंडरसन ने किताब में बताया है कि किस तरह जैकी अपने पति जॉन एफ कैनेडी (जेएफके) पर आंख मूंद कर विश्वास करती थीं, लेकिन मर्लिन के साथ उनके संबंधों को लेकर चिंतित भी रहती थीं।
किताब में बताया गया है कि मुनरो को पूरा विश्वास था कि कैनेडी अपनी पत्नी को छोड़ देंगे और उनसे विवाह करेंगे। मुनरो ने एक बार अपनी सहेली जिनी कारमेन से कहा भी था कि क्या वह उन्हें प्रथम महिला के तौर पर नहीं देख सकतीं? किताब में दिवंगत अभिनेता पैटर लॉफोर्ड के एक बयान का उल्लेख किया गया है।
1954 में कैनेडी की बहन पैट्ररिका से विवाह करने वाले लॉफोर्ड ने कहा था कि मुनरो ने जैकी से अपने प्रेम संबंधों की बात कबूली थी और कहा था कि उनके पति उन्हें छोड़ने और अभिनेत्री के साथ घर बसाने को तैयार हो गए हैं। इस पर जैकी ने कहा था कि मर्लिन आप जैक से शादी करेंगी तो यह अच्छी बात है।
आप व्हाइट हाउस में रहने चली जाएंगी और प्रथम महिला की जिम्मेदारी आपको संभालनी होगी। मैं घर छोड़ दूंगी और सभी समस्याएं आप के सामने होंगी।

अमेरिका: गोलीबारी में 2 की मौत, 5 जख्मी
06 August 2013
कैलिफोर्निया। अमेरिका में एक रेस्तरां के बाहर एक बंदूकधारी ने दो लोग की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि इस हादसे में पांच लोग जख्मी हो गए हैं. बताया जा रहा है कि रात के वक्त कैलिफोर्निया के एक रेस्तरां के बाहर भीड़ पर एक बंदूकधारी ने गोलियां चला दी. पुलिस ने शक जताया है कि गोलीबारी किसी गिरोह से जुड़ी थी और रेस्तरां के भीतर का झगड़ा सड़कों पर आ गया.
पुलिस ने सोमवार को बताया कि सड़क पर एक अज्ञात युवक ने गोलियां चलाई. एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कुछ देर के बाद एक अन्य व्यक्ति की भी मौत हो गई. एक व्यक्ति बुरी तरह जख्मी हुआ है.

अतंरिक्ष में जापान ने भेजा बोलने वाला पहला रोबोट
05 August 2013
वाशिंगटन। अतंरिक्ष यात्रियों के अकेलेपन को दूर करने के मकसद से जापान विश्व के पहले बोलने वाले रोबोट को अंतरिक्ष में भेजने में सफल रहा। अतंरिक्ष में भेजे गए अपनी तरह के इस खास रोबोट का नाम 'किरोबो' है।
स्पेस डॉट कॉम ने जापान अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी (जेएईए) के अधिकारियों के हवाले से बताया कि रविवार को तानेगशिमा द्वीप से एच2बी राकेट ने भोजन, पानी और अन्य चीजों को लेकर सुबह उड़ान भरी। इसमें बोलने वाला वह रोबोट भी शामिल है जो अगले साल अंतरिक्ष यात्रा पर जाने वाले कोइची वाकटा काअकेलेपन में साथ देगा। भेजे जाने से पूर्व किरोबो को शून्य गुरुत्वाकर्षण और सुरक्षा मानकों पर परखा गया। 34 सेंटीमीटर लंबाई वाला यह रोबोट जापानी भाषा में बातचीत कर सकता है। यही नहीं रोबोट को ऐसे तैयार किया गया है कि वह लंबे समय तक तन्हाई में रहने वाले व्यक्ति को भावनात्मक लगाव का एहसास करा सकता है। किरोबो उस प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसका मकसद अंतरिक्ष में मानव-रोबोट में बातचीत की नई तकनीक विकसित करने का है।

हसन रूहानी ने ईरान के नए राष्ट्रपति के रूप में ली शपथ
05 August 2013
वाशिंगटन। हसन रूहानी ने रविवार को देश की संसद के समक्ष ईरान के सातवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। सरकारी टेलीविजन पर शपथ ग्रहण समारोह के सीधे प्रसारण के दौरान उन्होंने संविधान का पालन करने और 'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान' की रक्षा करने का वचन दिया।
शपथ ग्रहण समारोह में विश्व के कई देशों के नेता शामिल हुए। इनमें भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी हैं। रूहानी ने अंसारी को भारत के साथ संबंध और मजबूत करने का भरोसा दिया। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को लिखे पत्र में 76 सीनेटरों ने कहा है कि जब तक ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम से पीछे नहीं हटता तब तक उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। इसमें ओबामा से इस मुद्दे के हल के लिए राजनयिक प्रयास जारी रखने के साथ सैनिक कार्रवाई के विकल्प पर विचार करने का अनुरोध किया गया है।
अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट द्वारा ईरान के तेल क्षेत्र, खनन और निर्माण उद्योग पर नए प्रतिबंध का प्रस्ताव पास करने के कुछ दिन बाद सीनेटरों ने यह पत्र लिखा है। सोमवार को यह पत्र ओबामा को सौंपा जाएगा। रूहानी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अधिक खुला रुख अपनाने की बात कही है। ओबामा इस मामले में गंभीरता दिखाने के लिए उन्हें एक मौका देना चाहते हैं।

अफगानिस्तान में बाढ़ से 58 की मौत
05 August 2013
काबुल। पूर्वी अफगानिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ से 58 लोगों की मौत हो गई है। करीब 30 लोग लापता हैं। अचानक आई बाढ़ से पांच प्रांतों नांगरहार, काबुल, खोस्त, लघमान और नूरिस्तान में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि इन पहाड़ी प्रांतों में बाढ़ का पानी अचानक आ जाता है। नांगरहार प्रांत में कई नदियां आकर मिलती हैं। इसकी वजह से बाढ़ का पानी बहुत तेजी से दूसरी नदियों की ओर चला जाता है। बाढ़ के पानी में बहे 22 लोगों के शव लघमान में मिले हैं। अहमदी ने बताया कि खाना, टेंट समेत दूसरे जरूरत के सामान प्रभावित इलाकों में पहुंचाए जा रहे हैं। नांगरहार प्रांतीय सरकार ने 17 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
पाक में बाढ़ से हजारों का पलायन
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी बाढ़ के कारण हजारों लोगों को पलायन करना पड़ा है। बाढ़ से मरने वालों की संख्या 50 के पार पहुंच गई है। सियालकोट जिले में पसरूर और जफरवाल तहसील के करीब 70 गांव बाढ़ के पानी में घिर गए हैं।

दुबई मेट्रो में भारतीय को धोती पहनकर यात्रा करने से रोका
05 August 2013
दुबई। दुबई की मेट्रो ट्रेन में 67 साल के एक भारतीय को सिर्फ इसलिए सफर करने से रोक दिया गया कि उसने पारंपरिक परिधान धोती पहन रखी थी।
पीड़ित व्यक्ति की बेटी मधुमती ने बताया कि रविवार को एतिसलात मेट्रो स्टेशन के पंचिंग गेट के निकट एक पुलिसकर्मी ने उन्हें रोका और कहा कि उनके पिता ने जो पहनावा पहन रखा है, उसकी यहां इजाजत नहीं है और वह यह पहनकर मेट्रो में नहीं जा सकते हैं।
एक स्थानीय समाचार पत्र को मधुमती ने बताया कि मैंने पुलिसकर्मी से आग्रह किया कि हमें अंदर जाने दिया जाए, लेकिन उसने हमें अनसुना कर दिया। वाकई में यह शर्मिदा करने वाली बात है और मेरे पिता बहुत परेशान थे।
उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मी को यह समझाने का पूरा प्रयास किया कि धोती एक पारंपरिक भारतीय लिबास है, जो शरीर को पूरी तरह ढकती है।
मधुमती ने कहा कि उनके पिता यहां कई बार धोती पहनकर मेट्रो में घूम चुके हैं, लेकिन किसी ने नहीं रोका था।
सड़क एवं परिवहन प्राधिकरण के अनुसार, यात्रा को लेकर कोई ड्रेस कोड तय नहीं है। मधुमती ने इस मामले में औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज करवा दी है।

आतंकवाद से मुकाबले का गुर भारत से सीखेगा अमेरिका
05 August 2013
वाशिंगटन। आतंकवाद से मुकाबले में भारतीय सेना की सफलता से अमेरिकी सेना प्रमुख खासे प्रभावित हैं। वह चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिक भारतीय सेना से आतंकवाद से लड़ाई के गुर सीखें। इसी मकसद से उन्होंने दोनों देशों की सेनाओं के संयुक्त अभ्यास का प्रस्ताव रखा है
अमेरिकी सेना प्रमुख जनरल रे आडिएर्नो ने कहा कि संयुक्त अभ्यास से भारतीय सेना के जटिल हालात में आतंकवाद से मुकाबले के अनुभवों से हमें लाभ होगा। एक साक्षात्कार में आडिएर्नो ने कहा कि पहाड़ी वातावरण में हम संयुक्त अभ्यास करना पसंद करेंगे क्योंकि भारतीय सेना पिछले कई वर्षो से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से मुकाबला करती आई है। हमने आतंकवाद से लड़ाई में जो कुछ सीखा है, उसे साझा करना चाहते हैं। अनुभवों की तुलना कर यह देखना चाहते हैं कि हम एक-दूसरे से कितना सीख सकते हैं और भविष्य में प्रत्यक्ष रूप से हम कैसे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए यह मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है।
पिछले महीने भारत की यात्रा के दौरान 58 वर्षीय आडिएर्नो अपने भारतीय समकक्ष जनरल बिक्रम सिंह से मुलाकात करने के अलावा रक्षा मंत्री से भी मिले थे और उत्तरी कमांड मुख्यालय उधमपुर का दौरा किया था। आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की सफलता से प्रभावित अमेरिकी सेना प्रमुख ने कहा कि उनका देश कठिन माहौल और दुर्गम क्षेत्र में भारत के अनुभवों से बहुत कुछ सीखना चाहता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में संयुक्त अभ्यास की इच्छा जताते हुए कहा कि अमेरिकी सेना भारत से यह भी सीखना चाहती है कि वह कैसे अपनी लंबी सीमाओं की रक्षा करती है। भारत और अमेरिकी सेना 2003 में पहाड़ी लद्दाख क्षेत्र में संयुक्त अभ्यास कर चुकी हैं।
हाल में भारतीय सीमाओं में चीन की सेना द्वारा घुसपैठ की घटनाओं पर पूछे गए सवाल के जवाब में अमेरिकी सेना प्रमुख ने कहा कि यह नियमित बात है और स्थितियां नियंत्रण में हैं। भारतीय सेना के महत्वाकांक्षी आधुनिकीकरण कार्यक्रम में उन्होंने अमेरिकी सहायता की भी इच्छा जताई।

आस्ट्रेलिया में सात सितंबर को होगा संसदीय चुनाव
05 August 2013
सिडनी। विपक्ष की बढ़ती ताकत के बीच ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री केविन रड ने देश में अगले संसदीय चुनावों की घोषणा कर दी है। इसके लिए सात सितंबर की तारीख तय की गई है। उन्होंने पांच सप्ताह पहले ही जूलिया गिलार्ड को हराकर लेबर पार्टी का नेतृत्व हासिल किया था।
लेबर पार्टी के सदस्यों को भेजे गए ईमेल में रड ने कहा है, 'मैंने गवर्नर जनरल से कहा है कि संसद को भंग कर सात सितंबर को नए चुनाव कराए जाएं।' 2007 के चुनाव में कंजरवेटिव नेता जॉन होवार्ड पर जबर्दस्त जीत हासिल कर रड पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। लेकिन 2010 के मध्य में उन्हें अचानक पद छोड़ना पड़ा था क्योंकि लेबर पार्टी के सहयोगियों ने जूलिया गिलार्ड के पक्ष में मत दिया था। रड का कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए देश के भविष्य के बारे में निर्णय लेने का समय आ गया है। उन्हें अब चुनाव में टॉनी अबोट के नेतृत्व वाले विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी का सामना करना है। अबोट होवार्ड सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उनके नेतृत्व वाले विपक्ष ने कोयला और लौह अयस्क के खनन पर होने वाले लाभ पर 30 प्रतिशत कर को समाप्त करने का वादा किया है। इस कर को लेकर ऑस्ट्रेलिया में सरकार की व्यापक आलोचना हो रही है। वहीं छह साल तक सत्ता में रहने के बाद लेबर पार्टी अपनी सरकार बचाए रखने के लिए प्रयास करेगी। उसकी सरकार के दौरान जलवायु परिवर्तन, शरण मांगने वालों के प्रति नीति और वैश्विक वित्तीय संकट जैसे मुद्दे चर्चा में रहे।

भारतीय विस्फोटक जांच किट बनाएगा, बेचेगा भी अमेरिका
05 August 2013
वाशिंगटन। भारत में डीआरडीओ के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित विस्फोटक जांच किट का निर्माण अमेरिका करेगा और इसे बेचेगा भी। दोनो देशों के बीच इस तरह प्रौद्योगिकी को पहली बार साझा किया गया है। किट की खास बात यह है कि वह विस्फोटकों में शामिल तत्वों के मिश्रण का पता आसानी से लगा लेती है।
भारत में विकसित एक्सप्लोसिव डिटेक्शन किट [ईडीके] का वाशिंगटन स्थित यूएस चेंबर ऑफ कॉमर्स बिल्डिंग में शुक्रवार को अनावरण किया गया। यह पहली बार है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन [डीआरडीओ] द्वारा विकसित किसी प्रौद्योगिकी का अमेरिका में प्रयोग कर निर्माण किया जाएगा। पूर्व रक्षा मंत्री विलियम एस कोहेन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच आगे भी प्रौद्योगिकी साझा होगी। ईडीके इसका अच्छा उदाहरण है।' डीआरडीओ की पुणे स्थित हाई एनर्जी मटीरियल रिसर्च लैबोरेटरी में विकसित ईडीके विस्फोटकों की जांच और पहचान करने में सक्षम है।
ईडीके नाइट्रो-एस्टर, डायनामाइट या ब्लैक पाउडर के मिश्रण की पहचान कर लेता है और इसमें दो से तीन मिनट लगते हैं। ज्यादातर इलेक्ट्रानिक डिटेक्टर आरडीएक्स पर आधारित प्लास्टिक विस्फोटकों का पता नहीं लगा पाते हैं, लेकिन ईडीके रसायनिक पदार्थो पर आधारित किट है, जो आसानी से प्लास्टिक विस्फोटकों का पता लगा लेती है। यह किट कहीं भी आसानी से ले जाई जा सकती है और इसकी कीमत भी काफी कम है। इस किट को विस्फोट से पहले और बाद में दोनों परिस्थितियों में इस्तेमाल किया जा सकेगा। अर्ध सैनिक बल, सेना और पुलिस विस्फोटकों की जांच और उन्हें नष्ट करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।

एक बच्चा नीति में ढील पर चीन कर रहा विचार
05 August 2013
बीजिंग। उम्रदराज लोगों की संख्या में लगातार इजाफे से चिंतित चीन सरकार एक बच्चा नीति में ढील देने पर विचार कर रही है। प्रस्ताव के मुताबिक, यदि माता या पिता में कोई भी ऐसे परिवार से है, जिनका एक ही बच्चा था तो वे दूसरे की तैयारी कर सकते हैं। चीन सरकार की नीति के तहत अभी उन्हीं दंपतियों को दूसरा बच्चा पैदा करने की इजाजत है, जो अपने मां-बाप की इकलौती संतान हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन आयोग के प्रवक्ता माओ कुनान ने इस प्रस्ताव का खुलासा करते हुए कहा कि चीन को अपनी पुरानी नीति पर कायम रहना चाहिए। हालांकि, हम कुछ राहत देने पर विचार कर सकते हैं। एक बच्चा नीति 1978 में बनी थी। इसके तहत शहरी इलाकों में दंपति केवल एक बच्चा ही पैदा कर सकते हैं। हालांकि, जुड़वां संतान, ग्रामीण दंपति, अल्पसंख्यक जैसे मामलों में दूसरे बच्चे की छूट मिली हुई है।
चीन विकास एवं शोध संगठन की पिछले साल की रिपोर्ट के अनुसार, देश में 18.5 करोड़ लोगों की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है। यह देश की कुल आबादी का 13.7 फीसद है। यह आंकड़ा 2015 तक बढ़कर 22.1 करोड़ पहुंचने की उम्मीद है। इनमें 5.1 करोड़ लोग ऐसे होंगे, जिनके बच्चे अब उनके साथ नहीं रहते। रिपोर्ट में सिफारिश की गई थी कि कड़े नियमों में कुछ बदलाव किए जाएं। देश ढांचागत समस्याओं में फंसता जा रहा है। शंघाई समेत कुछ शहरों ने पहले ही नियमों में कुछ छूट दे दी है।
माओ ने कहा कि हमने कड़े नियमों से आबादी में लगभग 40 करोड़ लोग जुड़ने से रोके। देश में विशाल जनसंख्या, आर्थिक कमजोरी, प्रति व्यक्ति कम आय जैसी समस्याएं अभी भी हैं। यदि जनसंख्या बढ़ी तो देश के आर्थिक-सामाजिक माहौल और पर्यावरण पर बुरा असर पड़ेगा। हम नीति खत्म नहीं कर सकते। हालांकि, कुछ मामलों में छूट देने पर विचार चल रहा है। इससे तरक्की और जनसंख्या का संतुलन बना रहेगा।

भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला
05 August 2013
काबुल। अफगानिस्तान के जलालाबाद में शनिवार को भारतीय वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले में आठ बच्चों समेत 12 अफगान नागरिकों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। तीन हमलावर भी मारे गए हैं। वाणिज्य दूतावास के सभी भारतीय सुरक्षित हैं। किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
माना जाता है कि भारत सरकार को अपने जलालाबाद वाणिज्य दूतावास समेत अपने दूतावासों पर हमले की आशंका थी और इसीलिए पिछले हफ्ते सुरक्षा अधिकारियों ने काबुल का दौरा दौरा किया था। खास बात यह है कि यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिका ने अलकायदा के संभावित हमलों के मद्देनजर न केवल अलर्ट जारी किया है, बल्कि मध्य-पूर्व के अपने कुछ दूतावासों को रविवार के दिन बंद रखने की घोषणा की है। जर्मनी और ब्रिटेन ने भी खतरे को देखते हुए यमन स्थित अपने दूतावासों को रविवार और सोमवार को बंद रखने का एलान किया है।
सूत्रों ने बताया कि वाणिज्य दूतावास के पास स्थित चेक पोस्ट पर विस्फोट हुआ। हमले के वक्त बहुत से लोग वीजा आवेदन के लिए कतार में खड़े थे। धमाके से वाणिज्य दूतावास को खास नुकसान नहीं पहुंचा है।
नांगरहार प्रांत के पुलिस प्रमुख मुहम्मद शरीफ अमीन ने बताया, हमला भारतीय वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाकर किया गया, लेकिन पास की मस्जिद में पढ़ने वाले बच्चे की इसकी चपेट में आ गए।
उन्होंने आठ बच्चों के मारे जाने की पुष्टि की है। जलालाबाद अस्पताल के निदेशक डॉ. हुमायूं जहीर ने बताया, घटनास्थल से नौ शव मिले हैं। 22 अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। विस्फोटस्थल के पास ही पाकिस्तान का वाणिज्य दूतावास भी है, लेकिन उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
विस्फोट के बाद वाणिज्य दूतावास के प्रवेश द्वार पर जमकर गोलीबारी भी हुई। करीब एक घंटे तक गोलियां चलने की आवाज सुनाई देती रहीं। अफगान अधिकारियों के मुताबिक एक हमलावर विस्फोटकों से लदी कार के धमाके में मारा गया जबकि बाकी दो को सुरक्षाबलों ने मार गिराया।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्विटर पर कहा, 'जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने विस्फोट हुआ है। सभी भारतीय अधिकारी सुरक्षित हैं।'
तालिबान ने हमले में अपना हाथ होने से इन्कार किया है। हमले के पीछे आइएसआइ समर्थित हक्कानी नेटवर्क पर संदेह जताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्टो में भी हक्कानी नेटवर्क द्वारा हमले की साजिश रचने की बात पहले से सामने आ रही थी। हक्कानी नेटवर्क 2008 और 2009 में भी काबुल स्थित भारतीय दूतावास पर हमला कर चुका है।

जवाहिरी ने ब्रदरहुड को दिया मिस्र में शरई कानून अपनाने का मशविरा
05 August 2013
काइरो। अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी ने मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहुड और उसके समर्थकों से कहा है कि वे लोकतंत्र को समर्थन देना छोड़ दें और देश में शरई कानून का शासन स्थापित करने के लिए प्रयास करें।
शनिवार को इस्लामी वेबसाइटों पर पोस्ट की गई 15 मिनट की रिकॉर्डिग में उसने मिस्र में राजनीतिक दल बनाने वाले और राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ करने में सेना की मदद करने वाले इस्लामवादियों की आलोचना की है। जवाहिरी ने कहा, मैं मुर्सी को समर्थन देने वालों को सलाह देता हूं कि वैधता चुनाव और लोकतंत्र में नहीं, शरिया में निहित है। शरिया मुर्सी को किसी गणराज्य का राष्ट्रपति निर्वाचित नहीं करता। उसने अमेरिका पर मिस्र की सेना और पंथ निरपेक्षवादियों और ईसाइयों के साथ मिलकर मुर्सी को अपदस्थ करने का षडयंत्र रचने का आरोप भी लगाया है। जवाहिरी भी मिस्र का नागरिक है। उसने मिस्र के अल्पसंख्यक कॉप्टिक ईसाइयों पर मुर्सी को अपदस्थ करने में सेना को मदद देने का आरोप लगाया है ताकि मिस्र के दक्षिणी हिस्से में कॉप्टिक देश की स्थापना की जा सके।।

ओबामा ने महिला को सौंप सकते हैं वायु सेना की कमान
03 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में वायु सेना की कमान जल्द ही एक महिला अधिकारी को सौंपी जा सकती है। राष्ट्रपति ओबामा ने पूर्व उप रक्षा मंत्री डेबोरा ली जेम्स को वायु सेना के प्रशासनिक विभाग के प्रमुख के तौर पर नामित किया है। डेबोरा माइकल डोनली का स्थान लेंगी, जिन्होंने गत जून में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है। उनका नामांकन ऐसे समय में किया गया है, जबकि वायु सेना बजट कटौती के प्रभावों से जूझ रही है।
ह्वाइट हाउस की ओर से गुरुवार को जारी अपने बयान में ओबामा ने कहा, 'डेबोरा का सार्वजनिक और निजी क्षेत्र मे भी काफी अच्छा रिकॉर्ड रहा है। मैं वायु सेना प्रमुख के तौर पर उनका नाम प्रस्तावित कर रहा हूं। मैं उनके साथ भविष्य में काम करने को लेकर उत्साहित हूं।' संसद की मुहर लग जाने के बाद डेबोरा अमेरिकी वायु सेना के इतिहास में दूसरी महिला प्रमुख होंगी। इससे पहले वर्ष 1993 से 1997 के बीच शेला विडनाल यह पद संभाल चुकी हैं। डेबोरा वर्तमान में डिफेंस कांट्रेक्ट साइंस एप्लीकेशन इंटरनेशनल कारपोरेशन की इंजीनियरिंग एवं तकनीकी शाखा की अध्यक्ष हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, डेबोरा वर्ष 2004 से कंपनी की प्रबंधक हैं। वह वर्ष 1993 से 1998 के बीच उप रक्षा मंत्री रह चुकी हैं। संसद द्वारा डेबोरा के नाम पर मुहर लगाए जाने के बाद वह उन चुनिंदा महिलाओं में शामिल हो जाएंगी, जिन्होंने सशस्त्र बल की शीर्ष अधिकारी के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं। अपने 30 साल के करियर में डेबोरा सरकारी और निजी क्षेत्रों में उच्च पदों पर काबिज रही हैं।

ताइवानी सांसदों में हाथापाई
03 August 2013
ताइपेई। ताइवान में चौथे परमाणु संयंत्र के निर्माण पर रायशुमारी विधेयक को पारित करने के लिए संभावित मतदान से पहले सांसद आपस में भिड़ गए। उन्होंने एक-दूसरे को घूंसे जड़े और पानी फेंका।
यह मारपीट जनमत संग्रह समर्थक राष्ट्रपति मा यिंग जीउ की सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट पार्टी के लोगों और मुख्य विपक्षी दल डेमोक्त्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी से जुड़े परमाणु विरोधी लोगों के बीच हुई। विधायिका में नेशनलिस्ट पार्टी का बहुमत है और जनमत संग्रह विधेयक के पारित हो जाने की उम्मीद है।

ईरान के नए राष्ट्रपति ने इजरायल को बताया नासूर
03 August 2013
तेहरान। उदारवादी नेता माने जा रहे ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हसन रूहानी भी अपने पूर्ववर्ती महमूद अहमदीनेजाद के सुर में बोलने लगे हैं। रूहानी ने शुक्रवार को इजरायल को 'पुराना घाव' करार दिया है। राजधानी तेहरान में फलस्तीनियों के समर्थन में आयोजित एक रैली में रूहानी ने कहा कि नासूर बन चुके इस घाव को मुस्लिम जगत के शरीर से हटा दिया जाना चाहिए। रूहानी रविवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
रूहानी ने इजरायल और फलस्तीनी अथॉरिटी के बीच शांति वार्ता की सफलता पर भी संदेह जताया। उन्होंने कहा, 'इजरायल ने समझौते की आड़ में अपना आक्रामक स्वभाव बरकरार रखा है।' इस सप्ताह वाशिंगटन में इजरायली और फलस्तीनी पक्ष के बीच दोबारा बातचीत शुरू हुई है। पिछले पांच वर्षो से यह वार्ता बंद थी।
रूहानी ने जून में हुए राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी। उन्हें ईरान का उदारवादी नेता माना जाता है। उनका प्रचार अभियान उदारवाद और शेष दुनिया से बेहतर रिश्तों पर आधारित था, लेकिन उनका ताजा बयान महमूद अहमदीनेजाद की तर्ज पर है जो आठ साल तक ईरान के राष्ट्रपति रहे। 1979 से ही इजरायल का विरोध ईरान की विदेश नीति का आधार रहा है। ईरान के सरकारी टीवी चैनल ने रैली का सीधा प्रसारण किया। रैली में हजारों लोग शामिल हुए और वे इजरायल और अमेरिका विरोधी नारे लगा रहे थे।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रूहानी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि वह क्या सोचते हैं। उन्होंने दुनिया से ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए उस पर दबाव बनाने की मांग की है।

अल कायदा से फिर डरा अमेरिका, जारी किया अलर्ट
03 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि विश्व का सबसे बड़ा आतंकी संगठन अल कायदा अमेरिका पर हमले की साजिश कर रहा है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी चेतावनी के मुताबिक कुछ चरमपंथी संगठन मध्य पूर्व और अन्य प्रांत पर आतंकी हमला कर सकते हैं। इसलिए अमेरिका ने अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए यात्रा से संबंधित अंतरराष्ट्रीय अलर्ट जारी कर दिया है। हालांकि ब्रिटेन सरकार ने ऐसी किसी भी खबर से इन्कार किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना है गुप्त सूचना के आधार पर यह कहा जा रहा है कि अगस्त में राष्ट्र पर आतंकी हमला हो सकता है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीकी यात्रा करने वाले नागरिक सावधानी बरतें।
विदेश मंत्रालय ने 31 अगस्त तक के लिए यात्रा अलर्ट जारी किया है। बयान में कहा गया है, मिली जानकारी के अनुसार अल कायदा और उससे जुड़े चरमपंथी संगठन अगस्त के महीने में हमला कर सकते हैं।
अमेरिका ने कई देशों में रविवार को अपने दूतावास बंद करने की घोषणा की है। ये देश हैं इजराइल, मिस्त्र, तुर्की, अल्जीरिया, यमन, सऊदी अरब और बांग्लादेश।

स्नोडेन को रूस में शरण मिलने से अमेरिका नाराज
03 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी खुफिया निगरानी कार्यक्रम का खुलासा करने वाले भगोड़े एडवर्ड स्नोडेन को रूस द्वारा अस्थायी शरण दिए जाने से अमेरिका आग बबूला हो गया है। स्नोडेन पिछले पांच सप्ताह से मास्को हवाई अड्डा के ट्रांजिट जोन में फंसे हुए थे। इसके बाद उन्हें रूस में शरण मिल गई। अमेरिका में वांछित स्नोडेन रूस में कहां छिपे हैं, इसे लेकर रहस्य बना हुआ है। उनके वकील ने सुरक्षा कारणों से कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया है।
ह्वाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्नोडेन को रूस द्वारा अस्थायी शरण दिए जाने का फैसला बेहद निराशाजनक है। मास्को के साथ अपने संबंधों पर दोबारा विचार किया जाएगा। ह्वाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा, 'रूस की सरकार ने हमारे स्पष्ट और कानून सम्मत अनुरोध को नजरअंदाज करते हुए स्नोडेन को शरण देने का कदम उठाया है। रूस की संघीय प्रवासन सेवा द्वारा सार्वजनिक रूप से स्नोडेन को एक साल के लिए अस्थायी शरण देने की घोषणा के बाद ओबामा प्रशासन की ओर से यह पहला बयान है। शुक्रवार को क्रेमलिन वेबसाइट पर जारी एक फोटो में स्नोडेन हंसते हुए दिखे। तस्वीर में वह अपने रूसी वकील अनातोली कुचेरेना के साथ थे।
कार्नी ने कहा, स्नोडेन गोपनीय सूचनाएं लीक करने का दोषी है, जिसके लिए उसे तीन मामलों में आरोपी बनाया जाएगा। रूस को चाहिए कि वह स्नोडेन को जल्द से जल्द अमेरिका को सौंप दे, ताकि कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा सके।' राष्ट्रपति ओबामा के जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस की यात्रा के संबंध में कार्नी ने कहा, 'राष्ट्रपति बैठक में हिस्सा लेने रूस आएंगे। मास्को के साथ वाशिंगटन के कई व्यापक हित जुड़े हैं।' वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि रूस के इस कदम से दोनों देशों के रिश्तों पर बहुत कम प्रभाव पड़ेगा।

पाकिस्तान में यूट्यूब से नहीं हटेगा प्रतिबंध
03 August 2013
पेशावर। पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि ईशनिंदक व आपत्तिजनक सामग्री हटाए जाने के लिए नियामक का गठन होने तक यूट्यूब पर प्रतिबंध नहीं हटाया जा सकता।
यह जानकारी गुरुवार को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने पेशावर हाई कोर्ट की खंडपीठ के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए दी। खंडपीठ ने यूट्यूब पर लगे प्रतिबंध को चुनौती देने वाली वकील मीना मुहीबुल्लाह की याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार से जबाव तलब किया था। इस्लाम विरोधी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स' का वीडियो यूट्यूब पर दिखाए जाने के बाद पिछले साल सितंबर में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने गूगल की इस वेबसाइट पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस वीडियो के कारण पाकिस्तान सहित पूरे अरब जगत में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। याचिकाकर्ता ने यह दलील पेश की थी कि प्रतिबंध से छात्रों को यूट्यूब से पढ़ाई से संबंधित जानकारी हासिल करने में मुश्किलें आ रही हैं।

मुस्लिम देशों में रविवार को बंद रहेंगे अमेरिकी दूतावास
03 August 2013
वाशिंगटन। सुरक्षा आशंकाओं के मद्देनजर चार अगस्त को कुछ मुस्लिम देशों में अपने दूतावासों को बंद रखने की अमेरिका ने घोषणा की है। यह खतरा अलकायदा की ओर से माना जा रहा है।
एनबीसी न्यूज के अनुसार, विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मेरी हार्फ ने बताया कि विदेश मंत्रालय की ओर से कुछ अमेरिकी दूतावासों, वाणिज्यिक दूतावासों को रविवार को बंद रखने अथवा संचालन निलंबित रखने के लिए निर्देशित किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से यह एहतिहाती कदम है। अपने कर्मचारियों और दूतावास आने-जाने वालों लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसा निर्णय लिया गया है। देशों की विस्तृत जानकारी दिए बिना हर्फ ने कहा कि मंत्रालय को जब जरूरत होती है सुरक्षा और संरक्षा को ध्यान में रख कर संतुलन बनाए रखने के लिए ऐसे कदम उठाए जाते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संभव है कि बंद को एक दिन और बढ़ाया जा सकता है। बयान में विदेश मंत्रालय की ओर से बंद का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया लेकिन समझा जाता है कि अलकायदा से खतरे के मद्देनजर अमेरिका किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहता है।
मुस्लिम देशों खासतौर से मध्य एशिया के अफगानिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, मिस्र, इराक, कुवैत, ओमान और कतर स्थित अमेरिकी दूतावासों ने अपनी वेबसाइटों पर इसकी सूचना पोस्ट की है। मुस्लिम देशों में आमतौर पर रविवार को दूतावासों में कामकाज होते हैं और छुट्टी नहीं होती है।

अमेरिका में मेयर का चुनाव लड़ेंगी चेन्नई में जन्मी सुजा लोवेंथल
03 August 2013
वाशिंगटन। चेन्नई में जन्मी भारतीय मूल की अमेरिकी सुजा लोवेंथल ने लांग बीच शहर के मेयर पद का चुनाव लड़ने की घोषणा की है। लांग बीच कैलिफोर्निया में लॉस एंजिलिस काउंटी का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
वर्तमान में दूसरी बार नगर परिषद में अपनी सेवाएं दे रहीं सुजा अन्य पांच उम्मीदवारों को चुनौती देंगी। उन्होंने यूसीएलए से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि हासिल की है। कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नात्कोत्तर किया। इसके बाद यूएससी से नीति, योजना व विकास में मानद उपाधि हासिल की। सुजा ने चुनाव लड़ने के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि किसी भी प्रभावशाली व्यक्ति का सबसे बड़ा गुण संतुलन बनाए रखना है। स्कूल बोर्ड और नगर परिषद में यह मेरी विशेषता रही है।

गुरुद्वारा गोलीकांड की पहली बरसी पर निंदा प्रस्ताव पारित
03 August 2013
वाशिंगटन। विस्कांसिन गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना की पहली बरसी से तीन दिन पहले अमेरिकी संसद में एक मत से एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव में गोलीबारी में मारे गए सिख श्रद्धालुओं को याद किया गया और घटना की कड़ी निंदा की गई।
पिछले साल पांच अगस्त को ओक क्रीक गुरुद्वारे में एक श्वेत कंट्टरपंथी वेड माइकल पेज द्वारा की गई गोलीबारी में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे। विस्कांसिन के दो सांसदों टेमी बोल्डविन और रोन जॉनसन द्वारा संसद में पेश किए गए इस प्रस्ताव में धार्मिक स्थल पर गोलीबारी की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की गई है। गोलीबारी में सुवेग सिंह खंट्टरा, सतवंत सिंह कलेका, रणजीत सिंह, सीता सिंह, परमजीत कौर और प्रकाश सिंह की मौत हो गई थी। पीड़ितों के परिवारों, दोस्तों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए इस प्रस्ताव में नस्ली और धार्मिक समूहों के खिलाफ घृणा और हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिए जाने की निंदा की गई है।
सांसद क्रिस कूंस, जॉन कोर्नी, क्रिस्टन गिलब्रांड ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। इस बीच संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में हाल ही में गठित सिख कॉकस ने भी इसी तरह का एक और प्रस्ताव संसद में पेश करने का एलान किया है।

नशे में गाड़ी चलाने पर सिंगापुर के पूर्व मंत्री पर लगा जुर्माना
03 August 2013
सिंगापुर। सिंगापुर के एक पूर्व राज्य मंत्री को शराब पीकर गाड़ी चलाना महंगा पड़ गया। इसके लिए उन्हें जुर्माने के साथ एक वर्ष के लिए गाड़ी चलाने से प्रतिबंधित करने की सजा सुनाई गई है।
एक मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को बताया गया कि 56 वर्षीय चान सू सेन को गुरुवार को यहां की एक अदालत ने दो हजार सिंगापुर डॉलर [95 हजार रुपये] का जुर्माना और एक वर्ष के लिए गाड़ी चलाने पर रोक लगाने की सजा सुनाई है। कोर्ट के फैसले पर सेन ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। पिछले महीने नशे की हालत में गाड़ी चलाने पर अदालत के फैसले को स्वीकार करता हूं।
सेन ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि 13 जुलाई की रात गाड़ी चलाने का मेरा निर्णय गलत था। यह मेरी लापरवाही के कारण हुआ, जिसके कारण मैं नशे की हालत में पकड़ा गया। देश में शासन कर रही पीपल्स एक्शन पार्टी के सेन 1996 से 2011 तक सांसद रहे और इस दौरान वह तीन बार राज्य मंत्री भी रहे।

इंटरनेट जासूसी को अमेरिका ने भारत में भी लगा रखा है एक सर्वर
02 August 2013
लंदन। इंटरनेट पर जारी गतिविधियों की जासूसी के लिए अमेरिका ने पूरी दुनिया में डेढ़ सौ जगहों पर लगभग 700 सर्वर लगा रखा है। ब्रिटिश अखबार गार्जियन का दावा है कि इन सर्वर में से एक भारत में भी लगा है। दिल्ली के नजदीक किसी स्थान पर इसके लगे होने की आशंका जताई गई है।
गार्जियन ने यह दावा अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा मुहैया कराए गए दस्तावेजों के आधार पर किया है। स्नोडेन ने ही अमेरिकी और ब्रिटिश जासूसी कार्यक्रम का सनसनीखेज ब्योरा प्रेस को लीक किया था। अखबार के अनुसार अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) द्वारा संचालित एक्सकीस्कोर जासूसी कार्यक्रम के 2008 के एक प्रशिक्षण सामग्री में वह नक्शा भी शामिल था, जिसमें दुनिया भर में लगे सर्वर का ब्योरा था। उस नक्शे के मुताबिक इनमें से एक अमेरिकी जासूसी सर्वर भारत की राजधानी नई दिल्ली के किसी समीपवर्ती इलाके में लगा हुआ प्रतीत होता है। गार्जियन में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसए अपने एक्सकीस्कोर कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये ही दुनिया भर में इंटरनेट पर जारी किसी भी किस्म की गतिविधियों पर नजर रखती है। इसी प्रोग्राम के माध्यम से ही करोड़ों इंटरनेट यूजर्स के ईमेल, ऑनलाइन चैटिंग और ब्राउजिंग की जासूसी की जाती है। इसी के चलते एनएसए को इंटरनेट यूजर्स के पूरे इतिहास, भूगोल के बारे में पता रहता है। दस्तावेज में एनएसए की ओर से कहा गया है कि जैसे ही कोई इंटरनेट पर काम शुरू करता है वह एक्सकीस्कोर कार्यक्रम के दायरे में आ जाता है।
मेरिकी कंपनियों पर शकरिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारतीय सर्वर बाजार पर आइबीएम, एचपी और डेल जैसी अमेरिकी कंपनियों का एकाधिकार है। मार्केट रिसर्च एंड एनालिस्ट फर्म आइडीसी के हवाले से अखबार ने कहा है कि कोई भी भारतीय कंपनी सर्वर निर्माण के लिए अहम कंप्यूटर या इलेक्ट्रानिक चिप्स नहीं बनाती है। रिपोर्ट में इशारों ही इशारों में इस बात के पर्याप्त संकेत दे दिए गए हैं कि जासूसी सर्वर के भारत में लगे होने के पीछे इन कंपनियों का हाथ होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

विवादित बयान देकर फिर फंसे जापान के वित्त मंत्री
02 August 2013
टोक्यो। विवादित बयान देकर पहले भी कई बार मुसीबत में फंस चुके जापान के वित्त मंत्री तारो आसो ने एक बार फिर विवादों को न्यौता दे दिया है। इस बार उन्होंने देश के संविधान में बदलाव के लिए नाजी पार्टी के तरीके को अपनाने की सलाह दे डाली है।
आलोचना होने पर मंगलवार को आसो ने अपनी सफाई में कहा कि मेरे बयान को गलत समझा गया। मैं सिर्फ यह कहना चाहता था कि इन दिनों देश के संविधान को लेकर बहस छिड़ी हुई है कि क्या युद्ध के बाद बने संविधान में बदलाव किया जाना चाहिए? यह दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक है कि नाजी शासन को लेकर मेरी टिप्पणी की गलत व्याख्या की गई।
असाही शिम्बुन अखबार के अनुसार, एक दिन पहले एक रूढि़वादी समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आसो ने कहा कि जापान को नाजी पार्टी से सबक लेना चाहिए कि उसने किस तरह द्वितीय विश्व युद्ध के पहले ही जर्मनी के संविधान को चुपके से बदल दिया था। साथ ही उन्होंने देश के नेताओं को टोक्यो के विवादित यसुक्यूनी युद्ध स्मारक पर न जाने की सलाह दी थी।

अफगानिस्तान में शांति के लिए काम करेंगे अमेरिका और पाक
02 August 2013
इस्लामाबाद। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर अफगानिस्तान में स्थायित्व और शांति लाने के मुद्दों पर बातचीत की। दोनों पक्ष आपसी सहमति से अफगान मुद्दे पर मिलकर काम करने और सुलह प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को तैयार हो गए हैं।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों की मुलाकात के बाद कैरी और शरीफ ने आमने-सामने बातचीत की। दोनों ने अफगानिस्तान की मौजूदा और वर्ष 2014 तक विदेशी सैन्य बलों की स्वदेश वापसी के बाद की स्थितियों पर विस्तार से चर्चा की। दोनों नेताओं ने पाकिस्तान अमेरिका के आपसी रिश्तों को मजबूत करने और शिक्षा, ऊर्जा, सामाजिक क्षेत्रों में साथ काम करने की जरूरत को रेखांकित किया। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में अफगानिस्तान-पाकिस्तान में अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जेम्स डोबिंस और पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड ओलसन शामिल थे। गत जून में नवाज शरीफ सरकार के कार्यभार ग्रहण करने के बाद से किसी वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी की यह पहली यात्रा है। कैरी गत बुधवार को पाकिस्तान पहुंचे थे। इस यात्रा का मकसद वाशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच भविष्य में मजबूत रिश्ते स्थापित करना है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि कबायली इलाकों में विवादास्पद अमेरिकी ड्रोन हमलों को लेकर विरोध जताया जाएगा।

तालिबान से डरकर सीवर लाइन में छिप गए थे जेल अधिकारी
02 August 2013
लॉस एंजिलिस। अमेरिका में कैलीफोर्निया के एक गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की गई है। इसकी दीवारों पर आतंकवादी शब्द लिख दिया गया है। विस्कांसिन के गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना की पहली बरसी से कुछ दिन पहले ऐसा किया गया है। इसे घृणा अपराध का मामला बताया जा रहा है। सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (एसएएलडीईएफ) की ओर से कहा गया है कि 29 जुलाई की रात में रिवरसाइड स्थित गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की गई।
इस संगठन का कहना है कि घटना की घृणा अपराध के रूप में जांच कराने को लेकर वह रिवरसाइड काउंटी शेरिफ विभाग, पुलिस विभाग, संघीय जांच एजेंसी (एफबीआइ) और न्याय विभाग के साथ संपर्क में है। एसएएलडीईएफ के कार्यकारी निदेशक जसजीत सिंह ने कहा, 'घृणा के चलते पूजास्थल पर हमला भयावह है। यह घटना ऐसे समय हुई है, जब हम पिछले वर्ष पांच अगस्त को ओक क्रीक स्थित गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी में छह लोगों के मारे जाने पर शोकसभा करने की तैयारी में हैं।'

ईरान पर नए प्रतिबंधों को अमेरिकी संसद की मंजूरी
02 August 2013
वाशिंगटन। ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हसन रूहानी के शपथ ग्रहण से ठीक पहले अमेरिका ने सख्त संदेश दिया है। अमेरिकी संसद से ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम के मद्देनजर तेल और अन्य उद्योगों को निशाना बनाने वाले नए प्रतिबंधों को मंजूरी मिल गई है।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटटिव में मंगलवार को ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को जबर्दस्त ढंग से 400-20 वोटों से पास किया गया। ईरान पहले से ही प्रतिबंधों की मार झेल रहा है। नए प्रतिबंधों से उसके तेल उद्योग पर नियंत्रण और सख्त हो जाएगा। साथ ही यह ऑटोमोबाइल और खनन क्षेत्र को प्रभावित करेगा। अमेरिका ने यह कदम ईरान की अर्थव्यवस्था के मुख्य स्रोत तेल उद्योग को पूरी तरह से पंगु करने के उद्देश्य से ही उठाया है। नए विधेयक में रूहानी की जीत अथवा पश्चिमी देशों के साथ ईरान के संबंध बेहतर करने के उनके वादे का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। रविवार को हसन रूहानी ईरान के नए राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
अमेरिकी विधेयक में 2015 तक पूरी दुनिया में ईरान के तेल की बिक्री बंद कराने की बात कही गई है। ईरान के खनन और निर्माण उद्योग भी काली सूची में आ जाएंगे। तेल निर्यात से ईरान को सबसे ज्यादा पैसा मिलता है। मौजूदा प्रतिबंधों की वजह से उसका तेल निर्यात आधा हो गया है। इसके बावजूद ईरान से हर माह अरबों डॉलर का तेल चीन और भारत सहित कई एशियाई देश खरीद रहे हैं।

छोड़ दो धूमपान, कहते-कहते चला गया 'सिगरेट स्नैचर'
02 August 2013
दुबई। सिगरेट पीना छोड़ दो, लोगों को यह समझाते-समझाते वह इस दुनिया से चला गया। उसका नाम था सिगरेट स्नैचर। हां, लोगों ने उसे यही नाम दे दिया था।
एक समय प्रतिदिन दो पैकेट सिगरेट धुएं में उड़ा देने वाले भारतीय नागरिक अब्राहम सैमुअल को जब पता चला कि उसे फेफड़ों का कैंसर हो गया है तो वह इसके खिलाफ मुहिम में जुट गया। राह चलते वह लोगों से सिगरेट छोड़ने की गुजारिश करता। जब उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया जाता तो वह शर्ट खोलकर अपने शरीर पर रेडिएशन के निशान दिखाता।
धूमपान के खिलाफ लोगों को सजग करने वाला सैमुअल अब इस दुनिया में नहीं हैं। रविवार की शाम फेफड़ों के कैंसर के कारण उनकी यहां के एक अस्पताल में मौत हो गई। गल्फ न्यूज के अनुसार, 53 वर्षीय सैमुअल 35 वर्षो से दो पैकेट सिगरेट हर रोज पी रहा था। तीन साल पहले पता चला कि उसे फेफड़ों का कैंसर हो गया है। इसके बाद उसने सिगरेट से तौबा कर ली और लोगों को इसके खतरे के प्रति आगाह करने निकल पड़ा।
धूमपान के खिलाफ अभियान में वह सार्वजनिक स्थानों पर अनजान लोगों से सिगरेट छोड़ने की अपील करने लगा। कुछ महीने पहले एक अखबार से सैमुअल ने कहा था कि जब किसी को धूमपान करते देखता हूं तो उनके पास जाता हूं और सिगरेट छोड़ने को कहता हूं। कई बार लोग इसे पसंद नहीं करते। इसके बावजूद खुद को रोकता नहीं हूं। मैं शर्ट खोलकर अपने शरीर पर रेडिएशन के निशान दिखाता हूं। ताकि वे सचेत हो जाएं कि सिगरेट पीने का परिणाम कितना खौफनाक है। यह नहीं जानता कि कब तक मैं जिंदा रहूंगा, लेकिन तब तक लोगों से सिगरेट छोड़ने की अपील करता रहूंगा।
अपनी रिपोर्ट में अखबार ने कहा है कि सैमुअल की कोशिशों का कई लोगों पर असर पड़ा और उन लोगों ने सिगरेट पीना छोड़ दिया है। इलाज कराने के लिए भारत जाने से इन्कार कर देने पर सैमुअल को दो सप्ताह पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह यहां स्टेशनरी कंपनी में काम करता था और करीब 58 हजार रुपये उसे हर महीने वेतन मिलता था। उसके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं।

रूस ने स्नोडेन को दी एक साल की पनाह
02 August 2013
मास्को। अमेरिका के निगरानी कार्यक्रम की जानकारी सार्वजनिक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को रूस ने एक वर्ष के लिए अस्थायी शरण दे दी है। रूस के इस कदम के बाद स्नोडेन मास्को के शेरेमेतियेवो हवाईअड्डे से प्रस्थान कर गए, जहां वह एक महीने से अधिक समय से रुके हुए थे।
रूस ने स्नोडेन को शरणार्थी का दर्जा दे दिया है। उनके वकील एनाटोली कुचेरेना ने बताया, 'स्नोडेन को इस बात का प्रमाणपत्र मिल गया है कि उसे एक वर्ष के लिए रूस में अस्थाई रूप से शरण दे दी गई है।' इंटरफेक्स समाचार एजेंसी ने एक सूत्र के हवाले से कहा है कि पहली बार स्नोडेन ने रूसी सीमा को पार किया है। कुचेरेना ने कहा कि वह एक टैक्सी से गए हैं और सुरक्षा कारणों से उसके रहने के नए स्थान को गोपनीय रखा जाएगा। वकील के मुताबिक 30 वर्षीय स्नोडेन खुद यह निर्णय करेंगे कि उन्हें कहां जाना है। वह अमेरिका में वांछित हैं और रूस ने उनके प्रत्यर्पण से इन्कार कर दिया है।
रोसिया 24 टेलीविजन पर साक्षात्कार के दौरान कुचेरेना रूस द्वारा स्नोडेन को एक वर्ष के लिए अस्थायी शरण दिए जाने के प्रमाणपत्र की स्कैन की हुई प्रति लिए हुए थे। टेलीविजन पर उन्होंने कहा कि स्नोडेन सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। वह गत 23 जून को हांगकांग से मास्को आ गए थे और तभी से यहां के हवाईअड्डे के ट्रांजिट जोन में रह रहे थे। स्वीडिश वेबसाइट विकिलीक्स को अमेरिका की गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराने के मामले में मंगलवार को अमेरिकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग को जासूसी का दोषी ठहराए जाने के दो दिन बाद रूस ने स्नोडेन को शरण दी है। स्नोडेन को शरण देने से रूस और अमेरिका के बीच अब कूटनीतिक विवाद का खतरा बढ़ गया है। अमेरिका ने पहले ही कहा था कि यदि रूस उसे शरण देता है तो यह बहुत निराशाजनक होगा।

बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी पार्टी अवैध घोषित
02 August 2013
ढाका। बांग्लादेश में हाई कोर्ट ने जमात-ए-इस्लामी पार्टी को अवैध घोषित कर दिया है। कोर्ट ने भविष्य में इस पार्टी के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे किसी समय सबसे शक्तिशाली कट्टरपंथी पार्टी रही जमात-ए-इस्लामी का भविष्य अनिश्चित हो गया है।
मामले की सुनवाई कर रही हाई कोर्ट की पीठ के मुख्य जज मोजेम हुसैन ने कहा, 'जमात-ए-इस्लामी को अवैध घोषित किया जाता है और इस पार्टी का चुनाव आयोग द्वारा किया गया पंजीकरण भी गैरकानूनी घोषित किया जाता है।' कोर्ट के इस फैसले से यह पार्टी अगला संसदीय चुनाव नहीं लड़ पाएगी जो इस वर्ष के अंत या अगले वर्ष के प्रारंभ में हो सकता है। जस्टिस हुसैन, एम एनायेतुर रहीम और काजी रजा-उल हक की पीठ ने राजनीतिक दल के रूप में जमात-ए-इस्लामी के पंजीकरण को चुनौती देने वाली याचिका पर यह फैसला सुनाया है।
बांग्लादेश तरीकत फेडरेशन के सचिव जनरल रेजाउल हक चांदपुरी और 24 अन्य लोगों ने 25 जनवरी, 2009 को यह याचिका दाखिल की थी। तरीकत ऐसा संगठन है जो सूफी सिद्धांत का उपदेशक है, पंथनिरपेक्षता को बढ़ावा देता है। इस याचिका में कहा गया था कि जमात-ए-इस्लामी एक धर्म आधारित पार्टी है और यह बांग्लादेश की स्वतंत्रता और संप्रभुता में विश्वास नहीं रखती है। कोर्ट के फैसले के बाद जमात-ए-इस्लामी के समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने ढाका के उत्तर पश्चिम में स्थित पबना जिले में एक सड़क को जाम कर दिया और गाडि़यों को भी नुकसान पहुंचाया।
अवामी लीग के युवा नेता की क्रास फायरिंग में मौत ढाका। रैपिड एक्शन बटालियन और अपराधियों के बीच हुई क्रास फायरिंग में बांग्लादेश में सत्ताधारी अवामी लीग पार्टी के युवा नेता जाहिद सिद्दकी तारिक की मौत हो गई। इससे पहले पार्टी के युवा मोर्चा 'जुबो लीग' के नेता तारिक ने मंगलवार को अपनी पार्टी के ही साथी रियाजुल हक खान मिल्की की हत्या कर दी थी। मिल्की की मौत को लेकर देश में हंगामा खड़ा हो गया था।

राष्ट्रपति चुनाव: मुगाबे की पार्टी ने किया जीत का दावा
02 August 2013
जोहानिसबर्ग। जिंबाब्वे के राष्ट्रपति राबर्ट मुगाबे की पार्टी जेडएएनयू-पीएफने राष्ट्रपति चुनावों में जीत का दावा किया है, लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी प्रधानमंत्री मॉर्गन स्वानगिराई ने कहा है कि चुनाव में धोखाधड़ी की गई है। अमेरिका ने भी चुनावों की विश्वसनीयता पर चिंता व्यक्त की है। जबकि अन्य विरोधी पार्टियां मतदाताओं की भूमिका पर सवाल उठा रही हैं।
दक्षिण अफ्रीकी देश जिंबाब्वे में बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुए थे। कुछ पार्टियों का कहना है कि चुनाव नतीजे आने के बाद देश में वर्ष 2008 के चुनावों की तरह ही हिंसा भड़क सकती है। जिंबाब्वे में चुनाव के नतीजे समय सीमा से पहले जारी करना कानूनी रूप से अपराध है। वहीं पुलिस ने कहना है कि चुनाव के संबंध में पूर्वानुमान लगाने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चुनाव संपन्न होने के पांच दिन बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे।
ब्रिटेन से 1980 में आजादी मिलने के बाद से मुगाबे ही जिंबाब्वे का राष्ट्रपति पद संभाल रहे हैं। 89 वर्षीय मुगाबे को इस बार फिर प्रधानमंत्री मॉर्गन स्वानगिराई ने चुनौती दी थी। एमडीसी पार्टी के 61 वर्षीय मॉर्गन पहले भी दो बार राष्ट्रपति चुनाव हार चुके हैं। जेडएएनयू-पीएफ के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया, 'हमने चुनाव जीत लिया है। मॉर्गन की पार्टी पिछड़ गई है।' वहीं सत्तारूढ़ पार्टी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए एमडीसी पार्टी ने चुनावों के दौरान धांधली की बात कही। एमडीसी इस मुद्दे पर पार्टी की आपातकालीन बैठक बुला सकती है।

हिलेरी को राष्ट्रपति चुनाव लड़ाने की तैयारियां आरंभ
02 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को अगला राष्ट्रपति चुनाव लड़ाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। उनके समर्थकों के समूह 'रेडी फॉर हिलेरी' ने जून माह में 10 लाख डॉलर [करीब छह करोड़ रुपये] की राशि जुटाई है। हालांकि राष्ट्रपति चुनाव में अभी तीन वर्ष से अधिक का समय बाकी है और हिलेरी ने भी उम्मीदवारी को लेकर फैसला नहीं किया है।
'रेडी फॉर हिलेरी' चाहता है कि हिलेरी 2016 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ें। उसकी ओर से बुधवार को घोषणा की गई कि हिलेरी के करीब 10 हजार समर्थक उन्हें राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। पूर्व उप विदेश मंत्री एलेन टाउसकर ने कहा, 'रेडी फॉर हिलेरी की शुरुआत दो स्वयंसेवकों के साथ हुई थी। आज इससे करीब पांच लाख लोग जुड़ चुके हैं।' उन्होंने कहा कि प्रारंभ से ही रेडी फॉर हिलेरी देश भर में जनसाधारण का समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है। ये लोग हिलेरी के सामने यह दिखाना चाहते हैं कि उन्हें भारी समर्थन प्राप्त है। अपनी छमाही 'संघीय चुनाव आयोग' रिपोर्ट में रेडी फॉर हिलेरी की ओर से बुधवार को कहा गया कि उसने अब तक कुल 12 लाख 50 हजार डॉलर [करीब साढे़ सात करोड़ रुपये] जुटा लिए हैं। इनमें से 10 लाख डॉलर तो सिर्फ जून माह में जुटाए गए हैं।

विकिलीक्स मामले में मैनिंग जासूसी के दोषी
01 August 2013
वाशिंगटन। अमेरिका को हिला कर रख देने वाली वेबसाइट विकिलीक्स को खुफिया दस्तावेज लीक करने का आरोप झेल रहे 25 वर्षीय ब्रैडली मैनिंग को शत्रु की मदद करने के सबसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया गया है। हालांकि, वाशिंगटन स्थित सैन्य अदालत ने अमेरिकी सैनिक मैनिंग को जासूसी समेत 20 अन्य आरोपों में दोषी करार दिया है। इससे पूर्व मैनिंग ने विकिलीक्स संपादक असांजे को खुफिया दस्तावेज लीक करने की बात स्वीकार कर ली थी।
लेकिन साथ ही उसका यह भी कहना था कि उसने ऐसा सिर्फ इसलिए किया था ताकि अमेरिकी विदेश नीति पर बहस हो सके। अमेरिकी सैनिक की सजा पर सैन्य अदालत की जज कर्नल डेनिस लिंड बुधवार से सुनवाई शुरू करेंगी। वैसे जानकारों का कहना है कि मैनिंग को इस मामले में 100 साल से भी ज्यादा की सजा हो सकती है। जासूसी के अलावा जिन अन्य मामलों में अमेरिकी सैनिक को सजा सुनाई गई है, उनमें चोरी के पांच, कंप्यूटर धोखाधड़ी का एक और सैन्य अपराध के कई मामले शामिल हैं।
खुफिया दस्तावेज लीक करने के मामले में मैनिंग को मई, 2010 में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के वक्त वह इराक में तैनात था। अमेरिका भेजे जाने से पहले इस सैनिक को कई हफ्तों तक कुवैत स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने एरीफजैन में हिरासत में रखा गया था। मुकदमे की सुनवाई के दौरान सरकारी वकील मेजर एश्डेन फीन ने कहा था कि मैनिंग ने सुनियोजित तरीके से हजारों गुप्त सरकारी दस्तावेज को विकिलीक्स को उपलब्ध कराया था।
मेजर एश्डेन ने अदालत ने यह भी कहा था कि एक खुफिया विश्लेषक होने के नाते मैनिंग को यह सोचना चाहिए कि उन्होंने जो दस्तावेज लीक किए थे, वह क्लिक करते ही अलकायदा के पास भी पहुंच सकते थे। अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि मैनिंग ने जो दस्तावेज लीक किए, उनसे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है। इसके चलते अमेरिकी नागरिकों, विदेशी खुफिया कर्मचारियों और कूटनीतिज्ञों के जीवन को खतरा बढ़ गया है।
मेजर के अनुसार इनमें से कुछ दस्तावेज आखिरकार ओसामा बिन लादेन तक भी पहुंच गए थे। लेकिन मैनिंग के वकील डेविड कूंब ने इन आरोपों का पुरजोर खंडन किया था।

अमेरिका में गुरुद्वारे के दीवारों पर लिखा आतंकवादी
01 August 2013
लॉस एंजिलिस। अमेरिका में कैलीफोर्निया के एक गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की गई है। इसकी दीवारों पर आतंकवादी शब्द लिख दिया गया है। विस्कांसिन के गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना की पहली बरसी से कुछ दिन पहले ऐसा किया गया है। इसे घृणा अपराध का मामला बताया जा रहा है। सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (एसएएलडीईएफ) की ओर से कहा गया है कि 29 जुलाई की रात में रिवरसाइड स्थित गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की गई।
इस संगठन का कहना है कि घटना की घृणा अपराध के रूप में जांच कराने को लेकर वह रिवरसाइड काउंटी शेरिफ विभाग, पुलिस विभाग, संघीय जांच एजेंसी (एफबीआइ) और न्याय विभाग के साथ संपर्क में है। एसएएलडीईएफ के कार्यकारी निदेशक जसजीत सिंह ने कहा, 'घृणा के चलते पूजास्थल पर हमला भयावह है। यह घटना ऐसे समय हुई है, जब हम पिछले वर्ष पांच अगस्त को ओक क्रीक स्थित गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी में छह लोगों के मारे जाने पर शोकसभा करने की तैयारी में हैं।'

बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी पर फैसला आज
01 August 2013
ढाका। बांग्लादेश की कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी की वैधता पर गुरुवार को फैसला आने वाला है। ढाका हाई कोर्ट वर्ष दो हजार नौ में दाखिल एक याचिका पर दोपहर दो बजे तक ऐतिहासिक फैसला सुना सकता है। यदि फैसला पार्टी के खिलाफ आता है तो जमात को अगला चुनाव नहीं लड़ने दिया जाएगा।
जमात के लिए पिछले कुछ महीने बहुत भारी रहे हैं। 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान हुए युद्ध अपराधों की जांच के लिए गठित न्यायाधिकरण ने एक के बाद एक जमात नेताओं पर गाज गिराई है। किसी को फांसी तो किसी को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है।
कट्टरपंथी पार्टी अभी इन झटकों से उबर भी नहीं पाई थी कि फैसले की आहट से खलबली मची है। सूफी दर्शन और पंथ निरपेक्षता में यकीन रखने वाले बांग्लादेश तरीकत फेडरेशन और 24 अन्य संगठनों ने चार साल पहले जमात की वैधता के खिलाफ याचिका दाखिल की थी। याचिका में कहा गया था कि जमात एक धर्म आधारित पार्टी है। यह बांग्लादेश की संप्रभुता और स्वतंत्रता में यकीन नहीं रखती।
अटॉर्नी जनरल महबूबे आलम ने इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया है। हालांकि, मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले आम चुनाव में जमात होगी या नहीं, इस पर फैसला गुरुवार को हो जाएगा। देश के कई युवा और उदारवादी इस पार्टी को पूरी तरह प्रतिबंधित करने के समर्थन में अभियान चला रहे हैं। उनका कहना है कि जमात ने स्वतंत्रता की लड़ाई में पाकिस्तानी सैनिकों का साथ दिया था। विशेष न्यायाधिकरण ने इसी महीने जमात को एक आपराधिक संगठन करार दिया था।
न्यायाधिकरण ने हत्या, सामूहिक हत्या, रेप जैसे आरोपों में जमात के चार नेताओं को फांसी की सजा भी सुनाई है। इसके अलावा पार्टी प्रमुख गुलाम आजम को 90 साल की सजा सुनाई गई है। पार्टी पर कई बार दंगा भड़काने और तख्तापलट की साजिश के आरोप भी लग चुके हैं।

करोड़ों रुपये खर्च कर जेल से छुड़ाया: तालिबान
01 August 2013
पेशावर। पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान स्थित उच्च सुरक्षा वाली केंद्रीय जेल से 250 कैदियों को आजाद कराने के एक दिन बाद एक शीर्ष आतंकी संगठन के एक कमांडर ने अपने संदेश में लिखा है कि हमले की योजना वह पिछले एक महीने से बना रहे थे एवं इसके लिए उन्होंने एक करोड़ रुपये खर्च किए।
तालिबानी बंदूकधारियों ने सेंट्रल जेल पर हमला करने के साथ-साथ अन्य जगहों पर बमबारी भी की। सभी आतंकी रॉकेट, मशीन गन जैसे आधुनिक हथियारों से लैस थे। आतंकियों द्वारा कुछ वर्ष पहले बन्नू शहर के केंद्रीय जेल पर हमला कर छुड़ाए गए तालिबान कमांडर अदनान राशिद ने जारी अपने एक बयान में कहा है कि इस हमले को मार्ग-ए-निजात नाम दिया गया है। इसे क्वेटा के छ: आतंकियों और अन्य को जेल से आजाद कराने के लिए किया गया था। इस योजना को अमल में लाने के लिए एक महीने का समय लगा और एक करोड़ की लागत आयी।
आतंकियों द्वारा कल हुए हमले में छ: पुलिसवाले, छ: शिया कैदियों और दो प्राइवेट सुरक्षा गार्डो की मौत हो गई थी। जेल पर हमले के बाद सुरक्षा फोर्स ने लापता 252 कैदियों की एक लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 11 खतरनाक आतंकियों का भी नाम शामिल है। इस बीच पुलिस ने फरार आतंकियों में 45 कैदियों को हिरासत में ले लिया है। सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पकड़े गये कैदियों ने खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया है, अन्य कि तलाश में पुलिस जुटी है। आतंकी कमांडर राशिद ने कहा है कि पारचिनार से रिहा हमारे दो मुख्य कमांडर और डेरा इस्माइल खान और क्वेटा से प्रत्येक छ: आतंकियों को सुरक्षित स्थान, वजिरिस्तान एजेंसी के मीर अली तक पहुंचा दिया गया है। उसने यह दावा भी किया है कि एक महिला कांस्टेबल अब भी उनके कब्जे में है। राशिद ने बताया कि जेल के परिसर में 20 मिनट का समय बिताना भी योजना का एक हिस्सा था ताकि हमले के एक घंटे के भीतर ही वजिरिस्तान से सटे कबायली क्षेत्र में पहुंचा जा सके। इस हमले में आठ मुख्य कमांडर जो कि आत्मघाती हमलावर, शामिल थे। ये सभी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। जेल के अंदर घुसने के लिए दो मुख्य रास्तों का प्रयोग किया गया जिसमें कुल 13 वाहनों का प्रयोग किया गया था। सूत्रों के मुताबिक तालिबान कमांडर हाजी अब्दुल हकीम, हाजी इलयास और वालिद अकबर जैसे मुख्य आरोपियों को हमले में आजाद करा लिया गया। अकबर पिछले साल डेरा इस्माइल खान में मुहर्रम बारात पर हुए हमलें में मुख्य आरोपी था। सूत्रों का कहना है कि बाजैर के मुख्य कमांडर भी इस हमले में बच गए।

जनता के दिलों में पाकिस्तानी रेंजर्स की दहशत
01 August 2013
कराची। पाकिस्तानी मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने अर्धसैनिक बलों के रेंजरों को देश के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने वालों की जगह खौफ का एजेंट करार दिया है। विशेष रिपोर्ट में एचआरसीपी ने कहा कि कई मौकों पर रेंजरों ने अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया और अपहृत लोगों के खिलाफ आरोपों का खुलासा तक नहीं किया। यह रिपोर्ट उन 11 मामलों के अध्ययन पर आधारित है जिनमें रेंजरों द्वारा अपहरण, हत्या और यातना दी गई।
सार्वजनिक की गई इस रिपोर्ट में पुलिस की कार्यप्रणाली को भी कठघरे में खड़ा किया गया है। इसमें कहा गया है कि एफआइआर दर्ज करने में पुलिस हीलाहवाली करती है। कोर्ट के हस्तक्षेप पर ही वह केस दर्ज करने को बाध्य होती है। एचआरसीपी सिंध के अध्यक्ष अमर नाथ मोटूमल ने कहा कि शहर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में रेंजर पूरी तरह नाकाम रहे हैं। अब वे निदरेष लोगों की जान ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अपने कर्मियों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने में नाकाम रही पुलिस, सुरक्षा बलों के विरुद्ध कार्रवाई में अदालतों की अहम भूमिका हो सकती है। एचआरसीपी की टीम उन लापता लोगों के परिजनों से मिली, जिन्हें कथित तौर पर रेंजरों द्वारा उठाया गया। पुलिस के पास इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं पाया गया।
भारत के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की जिम्मेदारी संभालने वाले पाकिस्तानी रेंजरों की अतिरिक्त तैनाती कराची और लाहौर में आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से हुई है। ये सीधे गृहमंत्री के नियंत्रण में आते हैं, लेकिन इनका संचालन सेना करती है।

दुबई के शेख ने 30 लाख बच्चों को बांटे कपड़े
01 August 2013
दुबई। दुबई के शासक शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने भारत सहित 25 देशों के 30 लाख बच्चों के बीच कपड़े बांटे हैं। रमजान के पवित्र महीने में प्रारंभ किए गए अभियान के तहत ऐसा किया गया है।
मकतूम ने गत 11 जुलाई को यह अभियान प्रारंभ किया था। उस समय विश्व भर में 10 लाख जरूरतमंद बच्चों को कपड़े दिए जाने की योजना थी। हालांकि अब तक 30 लाख बच्चों को कपड़े बांटे जा चुके हैं जो कि इस योजना से तीन गुना अधिक है। यह अभियान सोमवार को समाप्त हुआ। शेख मुहम्मद ने कहा, 'संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उदार लोगों के काम से ईद के अवसर पर 30 लाख बच्चों के चेहरे पर खुशी आई है। इसके अलावा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो से विश्व में अन्य लाखों लोगों को भी लाभ होगा। इससे यूएई उदारता की राजधानी के रूप में स्थापित होगा।' उन्होंने अभियान का क्रियान्वयन करने वाली यूएई रेड क्रिसेंट अथॉरिटी और इसमें सहायता देने वाले अन्य संगठनों की तारीफ की।

कुवैत के अमीर ने किया विपक्षी नेताओं को माफ
01 August 2013
कुवैत सिटी। कुवैत के अमीर शेख सबाह अल-अहमद अल-सबाह ने अपना अपमान किए जाने के मामले में जेल की सजा पाए विपक्षी नेताओं को क्षमादान दे दिया है।
अमीर शेख ने मंगलवार को टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा, 'रमजान के अंतिम दिनों में अपमान को लेकर जेल की सजा पाए लोगों को क्षमादान देने की घोषणा करते हुए मुझे
खुशी हो रही है।' अमीर के अपमान को लेकर कई विपक्षी नेताओं को जेल की सजा सुनाई गई है और दर्जनों के खिलाफ इस संबंध में मुकदमा चल रहा है। जेल की सजा काटने वालों में विपक्ष के कई युवा नेता भी शामिल हैं।
कुवैत सोसाइटी फॉर ह्यूमैन राइट्स के निदेशक मुहम्मद अल-हुमैदी ने अपने ट््िवटर अकाउंट पर कहा, 'जिन लोगों पर अपीली कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट ने अपना अंतिम फैसला सुना दिया है, उन्हें ही अमीर द्वारा दिए गए क्षमादान का लाभ मिलेगा। इससे उन लोगों को लाभ नहीं मिल सकेगा जिनके मामले निचली अदालतों में चल रहे हैं।'

श्रीलंकाई नौसेना ने 65 भारतीय मछुआरों को पकड़ा
01 August 2013
कोलंबो। श्रीलंकाई नौसेना ने समुद्री सीमा के उल्लंघन के आरोप में 65 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है। ये मछुआरे नौ ट्रॉलर में सवार थे।
श्रीलंकाई नौसेना के प्रवक्ता कोसाला वार्नाकुलसूर्या ने कहा कि मंगलवार को पांच ट्रॉलरों में सवार 34 मछुआरों को उत्तर में प्वाइंट पेड्रो के तटीय क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। चार ट्रॉलरों में सवार 31 अन्य मछुआरों को मुलाइथिवू से गिरफ्तार किया गया। इन पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के उल्लंघन के आरोप लगाए जाएंगे। भारतीय मछुआरों के बार-बार समुद्री सीमा पार करने पर टिप्पणी करते हुए श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने कहा कि यह सुनियोजित अभियान का हिस्सा हो सकता है। जबकि राष्ट्रपति के भाई और श्रीलंका के आर्थिक विकास मंत्री बासिल राजपक्षे ने इस मसले पर चर्चा के लिए भारतीय मछुआरों के एक समूह को श्रीलंका आने का न्योता दिया है।

ब्लेक इंडोनेशिया में नए अमेरिकी राजदूत
01 August 2013
वाशिंगटन। दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के सहायक विदेश मंत्री रहे राबर्ट ब्लेक को राष्ट्रपति ओबामा ने इंडोनेशिया में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया है।
विदेश विभाग में दक्षिण मध्य एशिया के लिए सहायक मंत्री पद पर निशा देसाई बिस्वाल को मनोनीत किए जाने के सप्ताहभर बाद ब्लेक को नामित किया गया है। मंगलवार को ब्लेक के साथ छह अन्य देशों के लिए अमेरिकी राजदूतों के नामों की भी घोषणा की गई है। एक बयान में बराक ओबामा ने कहा, मैं कृतार्थ हूं कि चुने गए ये प्रभावशाली लोग देश के लिए अपनी जनता की सेवा समर्पित भाव से कर रहे हैं। इसके पूर्व ब्लेक वर्ष 2006 से 2009 के दौरान श्रीलंका और मालदीव के राजदूत रह चुके हैं। वह नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में वर्ष 2003 से 2006 तक डिप्टी चीफ आफ मिशन का पदभार भी संभाल चुके हैं।

भारत-पाक को सता रहा आतंकवाद बढ़ने का डर
01 August 2013
वाशिंगटन। एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी का कहना है कि भारत और पाकिस्तान को यह डर सता रहा है कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अफगानिस्तान में अस्थिरता से दोनों देशों में आतंकवाद बढ़ सकता है।
रक्षा मंत्रालय में एशिया प्रशांत सुरक्षा मामलों के कार्यवाहक सहायक मंत्री पीटर लेवॉय ने कहा कि अमेरिका का स्पष्ट मानना है कि आगामी वर्षो में अफगानिस्तान में भारत और पाकिस्तान अहम भूमिका निभाएंगे। अफगानिस्तान को लेकर भारत काफी चिंतित है। उसे डर है कि अफगानिस्तान में थोड़ी सी स्थिरता आने के बाद वहां आतंकवाद बढ़ने पर आतंकवादी कहां जाएंगे, क्या वे भारत को निशाना बनाएंगे? इसी डर से पाकिस्तान भी चिंतित है। उसे लग रहा है कि अफगानिस्तान से आतंकी उसके यहां प्रवेश कर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात का पड़ोसी देशों पर सीधा असर पड़ता है। ऐसे हालात में इस क्षेत्र के देशों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। मध्य और उत्तरी एशिया के देशों के साथ रूस और चीन इससे अछूते नहीं हैं। सबसे ज्यादा डर भारत और पाकिस्तान में है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने यहां लंबे समय से आतंकवाद से जूझ रहा है। अशांत पश्चिमी हिस्से में उसके करीब डेढ़ लाख सैनिक आतंकवाद से मुकाबला कर रहे हैं। लेवॉय ने कहा कि हम कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय मसले के रूप में देखते हैं और भारत व पाकिस्तान को ही इसका समाधान निकालना है। इस मुद्दे को लेकर कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर वर्षो से हिंसा जारी है, जो अफसोसजनक है।

भूटान को फिर सस्ती गैस देगा भारत
31 July 2013
नई दिल्ली। भूटान के नए नेतृत्व द्वारा कई मुद्दों पर सफाई देने के बाद भारत ने पड़ोसी देश को एक अगस्त से सब्सिडी दरों पर रसोई गैस और केरोसिन देने का फैसला किया है। भूटान की चीन से वार्ता से खफा होकर भारत ने एक महीने पहले मित्र देश को सस्ती गैस देना बंद कर दिया था।
सूत्रों ने बताया कि भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने सोमवार को भारतीय राजदूत वीपी हरन से मुलाकात की थी। इस दौरान हरन ने उन्हें भारत सरकार के निर्णय की जानकारी दी। भूटान में आम चुनाव से ठीक पहले इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने ईधन सब्सिडी बंद कर दी थी। शेरिंग ने हरन की मुलाकात अपने मंत्रिमंडल से भी करवाई थी। वे पूर्व प्रधानमंत्री जिग्मे थिनले द्वारा सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट हासिल करने के लिए चीन की मदद से पल्ला झाड़ चुके हैं। हरन ने शेरिंग को भारत आने न्यौता भी दिया। इस पर शेरिंग ने कहा कि वह जल्द से जल्द नई दिल्ली पहुंचेंगे। शेरिंग ने चुनाव के दौरान जनता से वादा किया था कि ईधन के बढ़े दामों पर भारत सरकार से बात की जाएगी।
रुपये की कमजोरी नई सरकार की सबसे बड़ी चुनौती
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल ने देश की नई सरकार से कहा है कि वे रुपये की कमजोरी और राष्ट्रीय कर्ज की चुनौती से सबसे पहले निपटें। प्रधानमंत्री तोबगे और उनकी कैबिनेट को बधाई देते हुए राजा ने कहा कि आप सब पांच साल तक जिम्मेदारी से लोगों के हित में काम करें और देश में प्रजातंत्र को मजबूत बनाएं। शेरिंग की पार्टी ने देश के दूसरे आम चुनाव में 47 में से 32 सीटें जीतकर सरकार बनाई है।।

पाकिस्तान जेल पर तालिबान का हमला, 250 कैदी फरार
31 July 2013
पेशावर। पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान स्थित उच्च्च सुरक्षा वाली केंद्रीय जेल पर पुलिस की वेशभूषा में पहुंचे भारी हथियारों से लैस तालिबान आतंकियों ने सोमवार रात हमला कर दिया। सुरक्षा बलों के साथ करीब साढ़े चार घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान आतंकी 250 कैदियों को छुड़ाने में कामयाब रहे। हमले में छह पुलिसकर्मी समेत 14 लोग मारे गए। पिछले साल साल भी बन्नू शहर स्थित केंद्रीय जेल पर तालिबान के हमले के बाद वहां से करीब 400 कैदी फरार होने में कामयाब हो गए हैं।
डिप्टी कमिश्नर अमीर खटक ने बताया कि यह हमला सोमवार मध्यरात्रि को किया गया। आतंकियों ने रॉकेट चालित ग्रेनेड और मशीनगन से हमला करने से पहले कई विस्फोट किए। हमले में छह पुलिसकर्मी, छह कैदी और दो निजी सुरक्षा गार्ड मारे गए। हमले के दौरान 243 कैदी भागने में कामयाब रहे। हालांकि 14 कैदियों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले में पांच पुलिसकर्मी और दो स्थानीय लोग घायल भी हुए हैं। शहर में कफर््यू लगा दिया गया है। फरार कैदियों की तलाश की जा रही है।
उधर, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान [टीटीपी] ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। तालिबान के प्रवक्ता शाहिदउल्लाह शाहिद ने कहा, 'हमले को 100 लड़ाकों ने अंजाम दिया जिसमें कई आत्मघाती हमलावर भी शामिल थे। लड़ाकों नेअपने अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। हमले में हमारे दो लड़ाके भी मारे गए।' जेल में पांच हजार कैदी बंद हैं। यह सेंट्रल जेल अशांत उत्तरी वजीरिस्तान के टैंक शहर की सीमा के समीप है, जिसे टीटीपी का गढ़ माना जाता है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता शौकत यूसुफजई ने कहा कि आतंकियों के हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना को बुलाया गया।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के जेल पर मुख्यमंत्री के सलाहकार मलिक कासिम ने कहा, पुलिस की वर्दी में आए आतंकियों ने सबसे पहले मुख्य ट्रांसमिशन को उड़ा दिया जिससे पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। उसके बाद रॉकेट और हैंड ग्रेनेड से हमला किया।
डेरा इस्माइल खान के निवासियों ने 20 से ज्यादा बम विस्फोटों की आवाज सुनने की बात कही। पिछले साल अप्रैल में बन्नू स्थित जेल से फरार हुए कैदियों में अदनान राशिद भी शामिल था, जिसे पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हत्या के प्रयास में शामिल होने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। हाल ही में मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई को खत लिखने के कारण वह सुर्खियों में आया था।।

मुशर्रफ दोषी करार होंगे !
31 July 2013
रावलपिंडी। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ को बेनजीर भुट्टो हत्या मामले में कोर्ट की अगली सुनवाई में दोषी करार दिया जा सकता है. बताया जा रहा है कि आतंकवाद रोधी अदालत छह अगस्त को भुट्टो की हत्या मामले में उन्हें दोषी करार देगी.
अदालत ने मंगलवार को इस मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि मुशर्रफ को कोर्ट में छह अगस्त को पेश होना होगा और उन्हें उसी दिन दोषी करार दिया जाएगा.
मंगलवार को मुशर्रफ को एटीसी जज हबीवुर रहमान की अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया. मामले से संबंधित दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर लिए गए.
मुशर्रफ के अलावा भुट्टो की हत्या के समय शहर के पुलिस अधिकारी सऊद अजीज और तत्कालीन एसपी खुर्रम शहजाद भी अदालत में पेश हुए. गौरतलब है कि बेनजीर भुट्टो की हत्या 27 दिसंबर 2007 को हुई थी. ।

आयरलैंड में वैध हुआ गर्भपात
31 July 2013
लंदन। समय पर गर्भपात न किए जाने के कारण भारतीय मूल की दंत चिकित्सक सविता हलप्पनवार की मौत से देशभर में हुए आंदोलनों के बाद आयरिश राष्ट्रपति ने कैथोलिक मान्यताओं को दरकिनार कर गर्भपात कानून को मंजूरी दे दी। मंगलवार को राष्ट्रपति माइकल डी. हिगिंस ने गर्भपात विधेयक पर हस्ताक्षर किए। अब देश में गर्भपात कानूनी हो गया है। गर्भावस्था के दौरान मौत का खतरा होने पर महिलाओं को गर्भपात कराने की मंजूरी मिल गई है।
राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि दोनों सदनों से पास हो चुके गवर्नमेंट प्रोटेक्शन ऑफ लाइफ ड्यूरिंग प्रेगनेंसी बिल पर हिगिंस दस्तखत कर चुके हैं। अब सविता की तरह दुर्भाग्यशाली मौत किसी महिला की नहीं होगी। यदि सविता को गर्भपात करने दिया जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी।
भारतीय मूल की दंत चिकित्सक की मौत पिछले साल 28 अक्टूबर को हो गई थी। इसके बाद दुनियाभर में लोगों ने आयरलैंड सरकार की निंदा की थी। सविता के पति प्रवीण हलप्पनवार भी तब से उन्हें न्याय दिलाने के लिए आंदोलन चलाए हुए हैं। सरकार द्वारा करवाई गई जांच में सामने आया था कि कुछ मामलों में गर्भपात की मंजूरी होनी चाहिए।
नए कानून ने 146 साल पुराने ब्रिटिश कानून से देश को मुक्ति दिलाई। ब्रिटेन के अधीन रहे आयरलैंड में गर्भपात कानून 1867 में बना था। इसके बाद से ही इसमें कोई तब्दीली नहीं हुई थी। पुराने कानून के तहत गर्भपात कराने पर आजीवन कारावास की सजा मुकर्रर हुई थी। अब सजा में भी बदलाव किया गया है। सामान्य मामलों में गर्भपात कराने पर अब 14 साल की सजा होगी।ं।

आगरा में जन्मे ममनून हुसैन पाक के 12वें राष्ट्रपति
31 July 2013
इस्लामाबाद। आगरा में जन्मे ममनून हुसैन मंगलवार को निर्विवाद रूप से पाकिस्तान के 12वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी समझे जाने वाले 73 वर्षीय हुसैन आगामी नौ सिंतबर को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेंगे। वह निवर्तमान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का स्थान लेंगे। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता ममनून हुसैन अपने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुद्दीन अहमद से एक तरफा मुकाबले में विजेता घोषित हुए। चुनाव की तारीफ छह अगस्त से बदलकर तीस जुलाई किए जाने का विरोध करते हुए पीपीपी ने चुनाव का बहिष्कार किया था और अपने नेता रजा रब्बानी की उम्मीदवारी वापस ले ली थी। चाक चौबंद सुरक्षा बंदोबस्त के बीच चुनाव प्रक्रिया सुबह दस बजे शुरू हुई और दोपहर दो बजे खत्म हुई।
अनाधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सीनेट और नेशनल असेंबली में कुल 277 वोट पड़े। हुसैन को जीत के लिए 263 मतों की जरूरत थी, जिसे उन्होंने आसानी से हासिल कर लिया। अहमद के पक्ष में तीन मत पड़े, जबकि तीन मत चुनाव अधिकारियों द्वारा खारिज कर दिए गए। हुसैन अगले पांच साल के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहेंगे। चुनाव नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद उन्होंने पीएमएल-एन की सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा कर दी थी।
सिंघ प्रांत के पूर्व गर्वनर रह चुके ममनून हुसैन का जन्म एतिहासिक महत्व वाले भारत के शहर आगरा में हुआ था। उन्होंने 1965 में इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन से स्नातक किया है। वह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बहुत करीबी और खास समझे जाते हैं। वर्ष 1999 में नवाज शरीफ सरकार के तख्तापलट के समय भी उन्होंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा।
पाकिस्तान में अब तक 11 राष्ट्रपति हुए हैं, जिनमें से पांच सैन्य जनरल रहे। पाकिस्तान के राष्ट्रपति सशस्त्र सेनाओं के संवैधानिक प्रमुख होते हैं, लेकिन वह सेना की तैनाती का आदेश नहीं दे सकते हैं। राष्ट्रपति प्रधानमंत्री की सिफारिश पर सशस्त्र सेनाओं के प्रमुखों की नियुक्ति कर सकते हैं। वर्ष 1956 में संविधान लागू होने के बाद मेजर सिकंदर मिर्जा पहले राष्ट्रपति चुने गए थे।।

एचआइवी संक्रमण को रोक सकता है सोयाबीन
31 July 2013
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि सोयाबीन में पाये जाने वाले एक पदार्थ का प्रयोग एचआइवी संक्रमण रोकने के लिए किया जा सकता है।
अमेरिका में जॉर्ज मैसन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि सोयाबीन में मिलने वाले पदार्थ 'जेनिस्टीन' से एचआइवी पीड़ितों का इलाज किया जा सकता है। इससे वर्तमान में इलाज में आ रही इस दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा कि दवा एक समय के बाद असर नहीं करती है। जेनिस्टीन एचआइवी वायरस को कोशिका के अंदर प्रवेश करने से रोकता है। जॉर्ज मैसन में प्रोफेसर युंताओ वू ने बताया, 'यह वायरस पर सीधे काम करने के बजाय उस कोशिकीय प्रक्रिया में बाधा डालता है जो संक्रमण के लिए जरूरी होती है।' उनका कहना है कि हमारा अध्ययन अभी प्रारंभिक चरण में है। यदि यह चिकित्सकीय रूप से प्रभावी साबित होता है तो जेनिस्टीन का प्रयोग एचआइवी संक्रमित व्यक्ति के इलाज में किया जा सकता है।।

सोशल साइट के संपादक को 600 कोड़े मारने की सजा
31 July 2013
दुबई। सऊदी अरब में एक सोशल वेबसाइट के संपादक रैफ बदावी को सात साल की जेल और 600 कोड़े मारने की सजा सुनाई गई है। बदावी को इस्लामिक मूल्यों के उल्लंघन और उदारवादी विचारों को बढ़ावा देने के आरोप में यह सजा दी गई है।
बदावी ने मुल्क में धर्म की भूमिका पर बहस के लिए 'फ्री सऊदी लिबरल' वेबसाइट शुरू की थी। बदावी को जून, 2012 में साइबर क्राइम और अपने पिता की अवहेलना के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था। सऊदी अरब में पिता की आज्ञा न मानना अपराध है। स्थानीय अखबार के मुताबिक जज ने बदावी की वेबसाइट को बंद करने का भी आदेश दिया है।
मानवाधिकार संस्था ह्यूंमन राइट्स वाच के अनुसार बदावी की वेबसाइट पर कुछ ऐसे भी लेख थे जिनमें मुल्क के धार्मिक नेताओं की आलोचना की गई थी। फ्रांस ने अदालत के फैसले पर चिंता जताई है।

अब स्विटजरलैंड में भिड़ीं दो ट्रेनें, ड्राइवर की मौत
31 July 2013
जेनेवा। स्पेन ट्रेन हादसे के बाद अब यूरोप के सबसे सुरक्षित रेल नेटवर्को में शुमार स्विटजरलैंड में दो ट्रेनें आमने-सामने टकरा गई। इस हादसे में एक ड्राइवर की मौत हो गई जबकि 35 यात्री घायल हो गए। पांच घायलों की स्थिति बेहद नाजुक बताई गई है।
क्षेत्रीय पुलिस के अनुसार, पश्चिमी स्विटजरलैंड के ग्रेंजेस-प्रेस-मार्नेड स्टेशन के समीप सोमवार की शाम यह हादसा हुआ। लुसाने की ओर जा रही एक ट्रेन उसी शहर से आ रही दूसरी ट्रेन से टकरा गई। दोनों ट्रेनों में कुल 46 यात्री सवार थे। दुर्घटना इतनी जबर्दस्त थी कि दोनों ट्रेनों के इंजन क्षतिग्रस्त हो गए। काफी मशक्कत के बाद एक ड्राइवर का शव निकाला जा सका। राहत और बचाव कार्य के साथ ही कर्मचारी भारी क्रेनों की मदद से क्षतिग्रस्त बोगियों को हटाने और उस रेल पटरी पर सेवा को बहाल करने में जुटे हैं। गंभीर रूप से घायल लोगों को हेलीकाप्टर से समीप के पायेर्ने और दक्षिण लुसाने ले जाया गया जहां उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हाल के दिनों में यूरोप में यह तीसरी बड़ी रेल दुर्घटना है। पिछले बुधवार को स्पेन में हुए जबर्दस्त रेल हादसे में 79 यात्रियों की मौत हो गई थी जबकि दो सप्ताह पहले पेरिस में दुर्घटनाग्रस्त हुई ट्रेन में सवार सात लोगों की मौत हो गई थी।।

ट्यूनीशिया में आम चुनावों की घोषणा
31 July 2013
ट्यूनिस। ट्यूनीशिया में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद अगले आम चुनावों की घोषणा कर दी गई है। चुनाव आगामी दिसंबर में होंगे। वहीं आतंकी संगठन अलकायदा द्वारा आठ सैनिकों की हत्या के विरोध में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की मंगलवार से शुरुआत हो गई।
ट्यूनीशिया के प्रधानमंत्री अली लरायेद ने सरकारी टेलीविजन को दिए साक्षात्कार में सोमवार को कहा, 'हम सत्ता से चिपके नहीं रहेंगे, लेकिन यह हमारा कर्तव्य और जिम्मेदारी है कि हम आखिर तक काम करते रहें। अगले आम चुनाव आगामी 17 दिसंबर को होंगे।' अल्जीरिया से लगती सीमा के पास माउंट चांबी क्षेत्र में आठ सैनिकों के शव मिलने के बाद सैन्य बल आतंकी सगंठन अलकायदा से जुड़े लड़ाकों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में मरने वाले सैनिकों की संख्या आठ बताई गई है जबकि आतंकियों का कहना है कि उन्होंने नौ सैनिक मार गिराए हैं। राष्ट्रपति मारजॉकी ने टेलीविजन को दिए अपने साक्षात्कार में जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। मारजॉकी सत्ताधारी इस्लामिक एनाहदा पार्टी के उदारवादी नेता हैं।
राष्ट्रपति ने अरब क्रांति के जनक विपक्ष के नेता मुहम्मद ब्राह्माी की हत्या का भी जिक्र किया, जिसके बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शनों का दौर तेज हो गया। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि सरकार आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में नाकाम रही है। अरब देशों में विद्रोह की शुरुआत करने वाले देश ट्यूनीशिया में वर्ष 2011 में पहले आम चुनाव हुए थे।।

2014 चुनाव में 10 भारतवंशियों को उतारेगी रिपब्लिकन पार्टी
31 July 2013
वाशिंगटन। पार्टी का चेहरा बदलने और अपने आधार में विविधता लाने के प्रयास के तहत रिपब्लिकन पार्टी 2014 में होने वाले अमेरिकी कांग्रेस के चुनाव में कम से कम 10 भारतवंशियों को उतारने तैयारी कर रही है।
पार्टी के इस अभियान से जुड़े शलभ कुमार ने बताया कि विभिन्न क्षेत्र से लगभग आधे दर्जन भारतवंशियों को चिन्हित किया। इनके नामों को सार्वजनिक किए जाने से पहले उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है।
रिपब्लिकन पार्टी ने इलेनॉइस, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क और कैलीफोर्निया में दो-दो सीटों एवं वर्जिनिया और मैरीलैंड में एक-एक सीट को चिन्हित किया है, जहां भारतवंशियों की अच्छी तादाद है।
रिपब्लिकन पार्टी के भारतीय-अमेरिकी कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष शलभ कुमार के अनुसार, पार्टी ने अब तक आधे दर्जन भारतवंशियों की पहचान की है। उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा हैं। इसके बाद शीघ्र ही उनके नामों की घोषणा की जाएगी।
गौरतलब है कि अमेरिका में बसे 35 लाख भारतवंशियों में ज्यादातर डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते हैं। वर्तमान में दो अमेरिकी भारतीय गवर्नर बॉबी जिंदल और निक्की हेली रिपब्लिकन पार्टी से हैं, जबकि वर्तमान अमेरिकी संसद में एक सदस्य डॉ. एमी बेरा डेमोक्रेटिक पार्टी से संबद्ध हैं।ो गए हैं।

इजरायल-फलस्तीन आज से शुरू करेंगे शांति वार्ता
30 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के प्रयासों के चलते इजरायल और फलस्तीन के अधिकारी लंबित पड़ी शांति वार्ता को मंगलवार से शुरू करेंगे।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन सैकी ने कहा, 'केरी ने फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की है और वार्ता टीमों को प्रत्यक्ष बातचीत को बहाल करने के लिए वाशिंगटन आमंत्रित किया है।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक बैठक मंगलवार को वाशिंगटन में होगी। इसमें इजरायल का प्रतिनिधित्व न्याय मंत्री जिपी लिवनी और यित्जाक मोलको जबकि फलस्तीन का प्रतिनिधित्व साएब एरेकात और मुहम्मद शतायेह करेंगे।
अमेरिका और दोनों पक्ष वार्ता शुरू होने और आखिर दौर के समझौते की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर उत्सुक हैं। केरी ने गत 19 जुलाई को जार्डन की राजधानी अम्मान में घोषणा की थी कि इजरायल और फलस्तीन प्रत्यक्ष बातचीत बहाल करने पर सहमत हो गए हैं।

पाक में राष्ट्रपति चुनाव आज
30 July 2013
इस्लामाबाद। मतदान तिथि बदले जाने के विरोध में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बहिष्कार के बीच पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। पाकिस्तानी संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के 1,000 से अधिक सदस्य देश के 12वें राष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
चुनाव में हुसैन और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उम्मीदवार न्यायाधीश (सेवानिवृत) वजीहुददीन अहमद के बीच मुकाबले की संभावना है।
सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के उम्मीदवार और भारत में जन्में ममनून हुसैन के राष्ट्रपति बनने की प्रबल संभावना है। अगर हुसैन चुनाव जीतते हैं तो वह मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की जगह लेंगे।
चुनाव आयोग के प्रवक्ता खुर्शीद आलम ने बताया कि मतदान सुबह 10 बजे शुरू होगा और दोपहर तीन बजे तक चलेगा। नतीजे मंगलवार को ही घोषित कर दिए जाएंगे। कराची शहर के प्रमुख व्यवसायी हुसैन के आसानी से चुनाव में जीत हासिल करने की उम्मीद है क्योंकि पीएमएल-एन का निर्वाचक मंडल में स्पष्ट बहुमत है।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी सहयोगी हुसैन ने कहा, मैं प्रत्येक व्यक्ति का राष्ट्रपति रहूंगा। आगरा में जन्में हुसैन ऊर्दू भाषी जातीय समूह से ताल्लुक रखते हैं जो विभाजन के दौरान 1947 में भारत से पाकिस्तान चला गया था।

इराक के शिया बहुल इलाकों में बम धमाके, 55 मरे
30 July 2013
बगदाद। इराक में सोमवार को शिया बहुल इलाकों को निशाना बनाकर किए गए 17 कार बम धमाकों में 55 लोगों के मारे जाने की खबर है। यह हमला इस साल सुन्नी चरमपंथियों और अलकायदा द्वारा किए गए अब तक के सबसे घातक हमलों में से एक है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, 12 बम धमाके एक घंटे के भीतर मुख्य रूप से बगदाद के आसपास शिया बहुल इलाकों में किए गए। बगदाद से 150 किमी दूर दक्षिण पश्चिम शहर कुट में बस स्टेशन के निकट हुए दो कार बम धमाकों में 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं दक्षिण बगदाद से 30 किलोमीटर दूर स्थित महमूदिया शहर में हुए बम धमाके में चार लोगों की मौत हो गई है। दो बम धमाके समावा शहर में भी हुए। बाकी के बम धमाके बगदाद के सदर, हबीबिया, हुर्रिया, बाया, उर, शुरता, कधीमिया, रिसाला, तोबची और अबु दशीर इलाके में हुए। जुलाई महीने में आतंकियों के हमलों में अब तक 810 लोग मारे जा चुके हैं।
इराक में हिंसा की घटनाओं पर नजर रखने वाले संगठन इराक बॉडी काउंट के मुताबिक, 'व्यस्त सड़कों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में हुए कार बम धमाकों ने इराक में चरमराती सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है, जिसमें इस साल की शुरुआत से करीब चार हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।' इन हमलों के बाद देश में फिर से संघर्ष छिड़ने की आशंका बढ़ गई है। कुर्द, बहुसंख्यक शिया और अल्पसंख्यक सुन्नी मुसलमान अभी तक सत्ता में भागीदारी के लिए स्थायी रास्ता नहीं तलाश पाए हैं।

पाक तालिबानी आतंकियों ने जेल पर हमला कर छुड़ाए 40 साथी
30 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान की सेंट्रल जेल पर तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के लड़ाकों ने सोमवार को हमला कर अपने चालीस आतंकियों को मुक्त करा लिया। जेल के अंदर से करीब 25 धमाकों की आवाजें भी सुनी गई हैं। इनमें करीब पांच लोगों के मारे जाने की सूचना है। जानकारी के मुताबिक जेल में घुसे सभी लड़ाके पुलिस की वर्दी में थे। अंदर घुसते ही उन्होंने गोलीबारी शुरु कर दी और जेल में बंद अपने साथियों को छुड़ाकर फरार हो गए।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक यह आतंकी दो तरफ से जेल के अंदर घुसे थे। जेल के अंदर और बाहर करीब करीब छह घंटों तक जेल के सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच जबरदस्त गोलीबारी जारी रही। तहरीक ए तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए एक अखबार को बताया है कि इस कार्रवाई में सौ के करीब आतंकी शामिल थे, जिसमें आत्मघाती हमलावर भी शामिल थे। उन्होंने अपने इस मिशन को पूरी तरह से सफल बताया है। इस घटना के बाद पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है। पूरे इलाके में क‌र्फ्यू लगा दिया गया है और आतंकियों की तलाश की जा रही है। गौरतलब है की डेरा इस्माइल खान की जेल में पांच हजार कैदी हैं। यह इलाका उत्तरी वजरीस्तान की सीमा से लगा है जहां तहरीक ए तालिबान और अलकायदा का हैड क्वार्टर है।
क्षेत्र के पुलिस प्रमुख के मुताबिक आतंकियों ने इस हमले में रॉकेट लॉन्चर से लेकर कई अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया था। जेल अधिकारियों ने माना है कि उन्हें इस तरह के हमले के बारे में पहले से जानकारी मिली थी। अधिकारी के मुताबिक यह जेल आतंकियों को रखने के लिहाज ने नहीं बनाई गई है।

सुरक्षा कारणों से केरी की पाकिस्तान यात्रा स्थगित
30 July 2013
इस्लामाबाद। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की बहुप्रतीक्षित पाकिस्तान यात्रा एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उनकी यात्रा की योजना को मीडिया में लीक किए जाने के बाद सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया है।
एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि अमेरिका के अनुरोध पर केरी के दौरे को फिर से निर्धारित किया जा रहा है। दोनों पक्ष इसी सप्ताह संभावित दौरे के लिए नई तिथि को लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं। केरी रविवार को दो दिवसीय पाकिस्तान दौरे पर आने वाले थे। शुक्रवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और देश में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड ओलसन के बीच हुई मुलाकात के बाद पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि केरी अगले दो दिनों में पाकिस्तान की यात्रा करेंगे। बाद में इसमें सुधार कर कहा गया कि आने वाले कुछ दिनों में केरी के पाकिस्तान दौरे पर आने की संभावना है।

नौ साल से बड़ी छात्राओं के स्कर्ट पहनने पर पाबंदी
30 July 2013
लंदन। ब्रिटेन के एक स्कूल ने नौ साल से ऊपर की लड़कियों के स्कर्ट पहनने पर रोक लगा दी है। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि यह छात्राओं के अनुरुप परिधान नहीं है।
द टेलीग्राफ अखबार के अनुसार, वूस्टरशायर के रिडिच स्थित वाल्कवूड चर्च ऑफ मिडिल स्कूल की ओर से सितंबर से सभी लड़कियों को पैंट पहनकर आने को कहा गया है। स्कूल 2014 से लड़के और लड़कियों के लिए एक समान यूनिफार्म सुनिश्चित करने की तैयारी में है। हालांकि अभिभावकों ने इस कदम को 'सनकी' करार दिया है।
एक अभियान ग्रुप ने बताया कि मौजूदा दौर में 63 स्कूलों में स्कर्ट प्रतिबंधित है। ऐसा करने वाले ज्यादातर इंटरमीडिएट स्कूल हैं, लेकिन एक अन्य मिडिल स्कूल ने भी अपने यहां नौ से तेरह वर्ष की लड़कियों के खिलाफ ऐसा ही कदम उठाया है।
प्रतिबंध को जायज करार देते हुए स्कूल के मुख्य शिक्षक डेविड डाउबफायर ने कहा कि कुछ लड़कियां बेहद छोटे स्कर्ट पहनने लगी थीं जिससे मुश्किलें बढ़ रही थीं। जिसके बाद यह कदम उठाया गया। वाल्कवूड स्कूल में 723 लड़के-लड़कियों को पढ़ाया जाता है, जिनकी उम्र नौ से तेरह वर्ष है।
स्कर्ट प्रतिबंधित किए जाने के विरोध में 20 अभिभावकों के एक समूह ने स्कूली प्रशासन के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराई है। स्कूल के फैसले की आलोचना करते हुए एक अभिभावक ने कहा कि ये महिलाएं नहीं बच्चियां हैं।

स्पेन ट्रेन हादसे के आरोपी ड्राइवर को मिली जमानत
30 July 2013
मैड्रिड। स्पेन की भीषण ट्रेन दुर्घटना मामले में ड्राइवर फ्रांसिस्को जोस गार्जन एमो पर गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है। इस दुर्घटना में 79 लोगों की मौत हो गई थी।
गैलिसिया प्रांत की हाई कोर्ट ने उस पर छह महीने तक देश छोड़कर बाहर जाने और ट्रेन चलाने पर रोक लगा दी है। साथ ही उसे प्रत्येक सप्ताह अदालत में हाजिरी लगाने का भी आदेश दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 52 वर्षीय एमो हादसे के समय निर्धारित रफ्तार से दोगुनी से ज्यादा गति से ट्रेन चला रहा था। यह हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन सैंटियागो डी कंपोस्टेला पहुंचने वाली थी। ट्रेन में सवार लोग यूरोप का सबसे बड़ा ईसाई उत्सव मनाने के लिए सैंटियागो जा रहे थे।
आरोपी ड्राइवर को गत गुरुवार को हादसे के एक दिन बाद गिरफ्तार किया गया था। दुर्घटना में वह भी घायल हो गया था।

फ्रांस में फिल्मी अंदाज में 318 करोड़ के जेवरात की चोरी
30 July 2013
रिस। फ्रांस के कान शहर में एक होटल से करोड़ों रुपये के डायमंड एवं अन्य जेवरात की चोरी हो गई है। रकम के लिहाज से यूरोप में यह अब तक दूसरी सबसे बड़ी चोरी है।
खबर है कि यहां के मशहूर पांच सितारा होटल काल्टन इंटरकॉटिनेंटल से रविवार को लगभग 318 करोड़ रुपये के डायमंड एवं जेवरात की चोरी हो गई। होटल में इजरायल के जाने-माने करोड़पति व्यवसायी लेव लेविव की लेविव डायमंड हाउस के गहनों की अस्थायी प्रदर्शनी चल रही थी।
पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि चोरी दोपहर में हुई है, लेकिन वह स्थानीय मीडिया के इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं कर सके कि जिसमें कहा गया था कि चोर एक ही बंदूकधारी था, जो जेवरात से भरे सूटकेस के साथ आराम से होटल के बाहर निकल गया। उसने हाथ में दस्ताना और नकाब पहन रखे थे। उन्होंने कहा कि यह सब इतनी जल्दी हुआ कि कुछ भी पता नहीं चल सका।

एक अपराध विशेषज्ञ ने कहा है कि हाल ही में जेल से 'पिंक पैंथर' ज्वेल थीफ गैंग के सदस्यों फरार होने के बाद यह घटना घटी है। इसके पीछे इस गैंग का हाथ हो सकता है।
गौरतलब है कि 1955 में आई अल्फ्रेड हिचकॉक की प्रसिद्ध फिल्म 'टू कैच ए थीफ' को इसी होटल में फिल्माया गया था जिसमें कैरी ग्रांट ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस चोरी को भी इसी फिल्म के अंदाज में अंजाम दिया गया। इससे पहले 1994 में इसी होटल से करीब 400 करोड़ की कीमत के गहनों की चोरी हुई थी। जानकारों का मानना है यह होटल समुद्र तट पर है और यहां निकलने के कई रास्ते हैं इसलिए चोर यहां से भागने में कामयाब हो जाते हैं।
पुलिस ने बताया कि चोरी हुए बेशकीमती जेवरात अगस्त के आखिरी तक लोगों के सामने प्रदर्शित किए जाने थे। यह तुरंत नहीं पता चला पाया है कि कितने जेवरात चोरी हुए हैं। उन्होंने बताया कि तहकीकात शुरू हो गई। जल्द से जल्द हम गिरोह तक पहुंचने में कामयाब होंगे।
यूरोप में पिछले कुछ वर्षो में गहनों की चोरी में जबरदस्त इजाफा हुआ है। खासतौर पर फ्रांस के कान में तो इसी साल मई में दो बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया जिसमें फिल्म फेस्टिवल पार्टी के दौरान 15 करोड़ के एक हार की चोरी भी शामिल है।

EU की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन मिस्र पहुंची
30 July 2013
काहिरा। यूरोपीय यूनियन की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन सोमवार को मिस्र पहुंच गई हैं. यहां पर वो नए शासकों से बातचीत कर मिस्र में चल रहे संग्राम का हल निकालने की कोशिश करेंगी. मिस्र में मुर्सी समर्थकों की हत्या के बाद वो यहां आई हैं. कैथरीन मिस्र के सेनाध्यक्ष जनरल अब्दल फतह अल सिसी से मुलाकात करेंगी. इतना ही नहीं वो अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर, ब्रदरहुड के राजनीतिक संगठन फ्रीडम और जस्टिस पार्टी के अधिकारियों से भी बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश करेंगी.
उन्होंने कहा कि वो मुस्लिम ब्रदरहुड सहित सभी राजनीतिक गुटों को समस्या का समाधान निकालने के लिए कहेगी.
गौरतलब है कि मिस्र में शनिवार को प्रदर्शनों के दौरान झड़पों और सुरक्षा बलों की गोली से अपदस्थ राष्ट्रपति मुर्सी के 80 से अधिक समर्थक मारे गए थे. वहीं मुर्सी समर्थकों ने सेना की चेतावनी के बावजूद प्रदर्शन जारी रखने का एलान किया है.

पाक: ड्रोन हमले में 7 संदिग्ध आतंकियों की मौत
30 July 2013
इस्लामाबाद । पाकिस्तान में हुए एक ओर ड्रोन हमले में सात संदिग्ध उग्रवादी मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए हैं. ये हमला पाक के पश्चिमोत्तर कबाइली क्षेत्र में एक परिसर पर किया गया. हमले में अमेरिकी ड्रोन ने दो मिसाइलें परिसर में दागी. वही इस हमले की पाक ने निंदा की. विदेश कार्यालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने कहा कि ये एकतरफा हमला पाकिस्तान की स्वायत्तता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि ये हमले अंतर राज्य संबंधों में खतरनाक चलन को बढ़ावा देते हैं.
पाकिस्तान ड्रोन हमलों को बंद करने की मांग कर रहा है. एजाज ने कहा कि इससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की दोनों देशों की इच्छा भी प्रभावित हो रही है.
बताया जा रहा है कि ये हमला अफगानिस्तान की सीमा के साथ लगते तालिबान उग्रवादियों के गढ़ अशांत उत्तरी वजीरिस्तान के मुख्य शहर मीरानशाह से करीब 50 किलोमीटर दूर पश्चिम में शावाल के एक गांव में किया गया.

लीबिया की जेल में आग लगाकर भागे 1200 कैदी
29 July 2013
त्रिपोली। लीबिया के बेनगाजी शहर की एक जेल से शनिवार को करीब 1200 खूंखार कैदी फरार हो गए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा, कैदियों के बीच संघर्ष की घटना के बाद कैदी जेल में आग लगाकर फरार हो गए।
अधिकारियों का कहना है कि कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने जेल पर हमला किया, जिसके बाद कैदी फरार हो गए। फरार कैदियों में से कुछ गंभीर आपराधिक मामलों के दोषी हैं। कुछ पूर्व तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी के समर्थक हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुछ कैदियों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया, इनमें से कुछ विदेशी मूल के हैं।
एक अन्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जेल में सुरक्षा कर्मियों से संघर्ष के दौरान तीन कैदी जख्मी हो गए। स्थानीय समाचार चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के पीछे स्थानीय लोग भी हो सकते हैं क्योंकि वे अपने घर के नजदीक जेल बनाए जाने से नाराज थे। लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। प्रधानमंत्री अली जेदान ने मिस्त्र से लगती सीमा को बंद करने के आदेश दे दिए हैं ताकि कैदियों की गिरफ्तारी आसान हो सके।

सेना के डर से पीछे न हटने का मुर्सी समर्थकों का एलान
29 July 2013
काइरो। मिस्र में अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों ने सेना की कार्रवाई से नहीं डरने का एलान किया है। उनका कहना है कि वे मुर्सी को राष्ट्रपति पद पर फिर से बहाल करने की अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे। मुर्सी के हजारों समर्थकों ने रविवार को भी काइरो में धरना दिया और वे बराबर डटे हुए हैं। इस बीच, मुस्लिम ब्रदरहुड ने दावा किया है कि सुरक्षा बलों की शनिवार को कार्रवाई में 200 लोग मारे गए हैं।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बावजूद ब्रदरहुड के नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। उनका कहना है के वे अपने रुख से पीछे नहीं हटेंगे। लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित पहले राष्ट्रपति 61 वर्षीय मुर्सी को सेना ने तीन जुलाई को अपदस्थ कर दिया था। उन्हें सार्वजनिक रूप से अंतिम बार 26 जून को देखा गया था। वह कई मामलों में आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और उन्हें मुस्लिम ब्रदरहुड के कई वरिष्ठ सहयोगियों के साथ हिरासत में रखा गया है।
अहराम ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रदरहुड की आधिकारिक वेबसाइट पर कहा गया है कि सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या 200 पहुंच गई है और इसमें करीब 5000 लोग घायल हुए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी खालिद अल-खातिब ने शुक्रवार और शनिवार को हुई झड़पों में कुल मरने वालों की संख्या 80 बताई है। उन्होंने कहा कि इसमें केवल 792 लोग घायल हुए हैं।

अन्ना और विद्या बालन अमेरिका में इंडिया डे परेड के लिए आमंत्रित
29 July 2013
न्यूयॉर्क। बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को न्यूयॉर्क में 18 अगस्त को आयोजित होने वाली इंडियन इंडिपेंडेंस डे परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इस परेड का आयोजन भारत के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में किया जाता है। इसे मैनहट्टन की सड़कों पर 43 वर्ष पुराने फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन (एफआइए) की न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी इकाई द्वारा आयोजित किया जाता है। इस 33 वीं परेड में विद्या बालन 'ग्रैंड मार्शल' के रूप में दिखेंगी। एफआइए के अध्यक्ष संजय अमीन ने बताया कि इनके अलावा तमिल फिल्म स्टार सरत कुमार और उनकी अभिनेत्री पत्‍‌नी राधिका सरत कुमार इसमें परेड मार्शल के रूप में दिखेंगे। सरत साउथ इंडियन आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। अमीन ने बताया कि इस परेड को भारत के बाहर सबसे बड़ी स्वतंत्रता दिवस परेड कहा जाता है। इसमें भारत के पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह और एंटीगुआ व बरबुडा के प्रधानमंत्री बाल्डवीन स्पेंसर भी शामिल होंगे।

कंबोडिया में पीएम हुन सेन फिर सत्ता की ओर
29 July 2013
नामपेन्ह। एशिया में सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री हुन सेन एक बार फिर कंबोडिया में सत्ता की ओर बढ़ रहे हैं। यहां रविवार को मतदान हुआ। ऐसी संभावना है कि देश में 28 वर्ष से सत्ता पर काबिज हुन सेन को अगले पांच वर्ष के लिए भी सत्ता मिल जाएगी। हालांकि विपक्ष ने चुनाव में अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह कंबोडिया में वास्तविक लोकतंत्र के लिए संघर्ष करेगा।
विपक्ष का आरोप है कि मतदाता सूची से करीब 10 लाख नाम गायब हैं। उसने वोट खरीदने और सुरक्षा बलों द्वारा हुन सेन के लिए अभियान चलाने की शिकायत की है। अमेरिका के 'ह्यूमैन राइट्स वाच' की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सेना और पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण विभिन्न भागों में मतदाताओं के बीच भय का माहौल बना। सत्ताधारी कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि हाल ही एकजुट हुआ विपक्ष सीपीपी के बहुमत को प्रभावित कर सकता है। कंबोडिया में करीब 96 लाख मतदाता हैं। पूर्ण रूप से चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा में कई सप्ताह लग सकते हैं।

मुझे मरने के लिए छोड़ रहे थे डॉक्टर: स्टीफन हॉकिंग
29 July 2013
बलंदन। ब्रिटेन के मशहूर भौतिक शास्त्री स्टीफन हॉकिंग अपनी लोकप्रिय किताब 'ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' लिखते समय मौत के काफी करीब पहुंच गए थे। यह 1985 का समय था, जब हॉकिंग के फेफड़ों का संक्रमण निमोनिया में बदल गया था। उस समय डॉक्टरों ने उनकी जीवन रक्षक प्रणाली हटाने का सुझाव तक दे दिया था। यह जानकारी हॉकिंग्स पर आधारित एक डॉक्युमेंट्री में सार्वजनिक हुई है, जो इस साल के आखिर तक रिलीज होगी। 71 वर्षीय भौतिकशास्त्री ने अपनी डॉक्यूमेंट्री 'हॉकिंग' में बताया कि वह उस समय मौत के काफी करीब पहुंच गए थे। डॉक्टरों ने उनकी पत्नी को जीवन रक्षक प्रणाली हटाने का सुझाव दिया था, ताकि बीमारी से हो रही पीड़ा से उन्हें जल्द मुक्ति मिल सके। द संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय हॉकिंग अपनी बेस्टसेलर किताब 'ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' लिख रहे थे। हाकिंग ने कहा, 'मेरी स्थिति बहुत ही गंभीर थी और मैं दवाओं के प्रभाव की वजह से कोमा में चला गया था। डॉक्टरों को लगा कि मैं मौत के करीब हूं , तो उन्होंने मेरी पत्नी (पहली पत्नी जेने) को मेरी लाइफ सपोर्टिग मशीन बंद करने का सुझाव दिया ताकि मुझे दर्द से जल्दी मुक्ति मिल जाए।'
उस समय जेने और हॉकिंग की बीस साल की शादीशुदा जिंदगी तनाव से गुजर रही थी। लेकिन डॉक्टरों ने जेने को तब जेनेवा से जोर देकर बुलाया कि हॉकिंग की हालत काफी गंभीर है। रिपोर्ट के मुताबिक, 'जेने ने मशीन बंद करने से इन्कार कर दिया था।' कई पुरस्कार जीत चुके हॉकिंग पिछले पांच दशक से मोटर न्यूरोन की बीमारी से ग्रसित हैं। यह एक ऐसी अवस्था होती है, जिससे जूझते हुए पांच साल में ज्यादातर पीड़ितों की मौत हो जाती है। इस फिल्म में जेने ने बताया कि किस तरह हॉकिंग की लोकप्रियता ने दोनों के रिश्तों को तनाव से भर दिया था। इस फिल्म के जरिए हॉकिंग की जिंदगी को करीब से देखने में मदद मिलेगी।

अरब के सौ से अधिक कैदी रिहा कर सकता है इजरायल
29 July 2013
यरुशलम। इजरायल अरब के 100 से अधिक कैदियों को रिहा कर सकता है। फलस्तीनियों के साथ रुकी पड़ी शांति वार्ता फिर से बहाल करने के लिए वह यह कदम उठा रहा है। इसी हफ्ते इजरायल और फलस्तीन के वार्ताकारों के बीच वाश्िागटन में शांतिवार्ता की योजना है।
कैदियों को रिहा करने के इस प्रस्ताव पर मंत्रियों की ओर से मतदान किया जाना है। इसके अलावा उस प्रस्तावित कानून पर भी मतदान होगा जिसमें इजरायल द्वारा 1967 के युद्ध में कब्जा किए गए क्षेत्र वापस करने के संबंध में किसी शांति समझौते तक पहुंचने के लिए जनमत संग्रह कराने की बात कही गई है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को कैदियों की रिहाई के लिए समर्थन मिल जाने की संभावना है। इसे 2010 से फलस्तीन के साथ ठप बातचीत फिर से प्रारंभ करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
फेसबुक पेज पर शनिवार को पोस्ट की गई नेतन्याहू ने अपनी अपील में घातक हमले के लिए 20 साल से अधिक समय से जेल में बंद कैदियों की रिहाई के लिए इजरायलियों से समर्थन मांगा है। उनका कहना है कि इजरायली उनके इस 'बेहद दर्दनाक निर्णय' का समर्थन करें। नेतन्याहू ने लिखा, 'मैं बातचीत प्रारंभ होने के बाद 104 फलस्तीनियों को विभिन्न चरणों में रिहा करने पर सहमत हो गया हूं।'

मिस्र की सड़कों पर फिर बहा खून
29 July 2013
काइरो। कभी अरब जगत के चमचमाते देश के रूप में अपनी जगह रखने वाले मिस्र में बदलाव का दौर एक बार फिर रक्तरंजित हो चुका है। सेना प्रमुख अब्देल फतह अल सिसी की अपील पर सेना के समर्थन में मुर्सी विरोधी जनता सड़कों पर उतरी। फतह की इस अपील को मुर्सी की पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड ने इज्जत का सवाल बना लिया और अपनी रैलियां आयोजित करने की घोषणा की थी। इसके बाद हिंसा, पत्थरबाजी और गोलियां चलने का जो दौर शुरू हुआ, उसमें लगभग 100 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
हालांकि, मरने वालों की संख्या पर गृह मंत्रालय और ब्रदरहुड अलग-अलग आंकड़ा पेश कर रहे हैं।
सरकार मरने वालों की संख्या 50 और मुर्सी की पार्टी 120 के आसपास बता रही है। ब्रदरहुड प्रवक्ता जेहाद अल हदाद ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों पर सेना ने गोलीबारी की। वे लोगों को घायल करने के बजाय जान से मारने के लिए गोली चला रहे थे। काइरो में सेना की यह कार्रवाई उसी सेना परेड ग्राउंड के पास हुई, जहां राष्ट्रपति अनवर सदात की 1981 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सेना की इस कार्रवाई से प्रजातंत्र की तलाश में जुटा देश हिल गया है।
ब्रदरहुड की वेबसाइट पर लिखा गया कि 120 लोगों की मौत हुई है और 4,500 घायल हुए। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अस्पतालों में 60 के आसपास शव पहुंचे हैं। काइरो के अस्पतालों में भारी भीड़ है। लोग कंबल और जरूरी सामान के साथ वहां पहुंच रहे हैं। गृह मंत्री मुहम्मद इब्राहिम ने कहा कि ब्रदरहुड राजनीतिक फायदे के लिए मरने वालों की संख्या बढ़ाकर बता रहा है। पुलिस ने किसी को गोली नहीं मारी।"
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मुर्सी समर्थकों ने रबा अल अदाविया मस्जिके पास सड़क पर पत्थर रख बैरीकेड बना लिए थे। पुलिस ने उन्हें भगाने के लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। मुर्सी को तीन जुलाई को हटाए जाने के बाद फैली हिंसा में देशभर में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
पीछे नहीं हटेंगे
ब्रदरहुड के वरिष्ठ नेता साद अल-हुसैनी का कहना है, 'मैं युवकों को हटाने का प्रयास कर रहा हूं। लेकिन उनका कहना है कि वे पीछे नहीं हटेंगे, भले ही उन्हें अपनी जान गंवानी पड़े।' मुर्सी के समर्थक और विरोधियों ने देशभर में बड़ी-बड़ी रैलियां निकालीं। हजारों लोग कपड़े उतारकर गलियों में लेट गए। जेहाद ने कहा कि अब युवा हमारी मानने को तैयार नहीं हैं।
मुबारक वाली जेल में भेजे जा सकते हैं मुर्सी
मिस्र के गृह मंत्री मुहम्मद इब्राहिम ने कहा है कि अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को काइरो की उसी तोराह जेल में भेजा जा सकता है, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को रखा गया है। मुर्सी पर हत्या और अन्य अपराधों के आरोप हैं।

मियामी:अपार्टमेंट में फायरिंग, सात की मौत
29 July 2013
मियामी। अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के मियामी में शनिवार सुबह एक बंदूकधारी की गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई जबकि पुलिस की कार्रवाई में हमलावर भी मारा गया।
पुलिस ने कई घंटों के गतिरोध के बाद शनिवार सुबह उस बिल्डिंग पर धावा बोला, जिसमें लोगों को बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस की इस कार्रवाई में दो बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया। मारे गए लोगों में पांच के शव इमारत परिसर के अंदर मिले। पुलिस के मुताबिक बिल्डिंग के मालिक की बंदूकधारी से झड़प हुई थी। बताया जा रहा है कि यह बंदूकधारी पहले इसी बिल्डिंग में किरायेदार था।
इस घटना में मरने वालों में बिल्डिंग का मालिक भी है। बिल्डिंग में गोलीबारी के तुरंत बाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस और हमलावर शख्स के बीच करीब 8 घंटे तक बातचीत चलती रही, लेकिन रास्ता निकलता न देख पुलिस ने आखिरकार कार्रवाई का फैसला किया।

मलेशिया में हिंदू बच्चों का धर्म परिवर्तन अमान्य घोषित
29 July 2013
कुआलालंपुर। मलेशिया में तीन हिंदू बच्चों के इस्लाम धर्म ग्रहण कराने के कृत्य को अदालत ने गैर कानूनी करार दिया है। कुआलालंपुर हाई कोर्ट ने बच्चों की मां इंदिरा गांधी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि इस्लाम धर्म ग्रहण किए बच्चे हिंदू ही रहेंगे।
अदालत के अनुसार, बच्चों का धर्म परिवर्तन प्राकृतिक न्याय की अवधारणा के खिलाफ है। लिहाजा, यह कृत्य गैर संवैधानिक है। इसे खारिज किया जाता है।
अदालत के इस फैसले से उत्साहित भारतीय मूल की शिक्षिका इंदिरा ने अब अपने पति के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू कर दी है। उन्होंने अपनी सबसे छोटी पुत्री के संरक्षण का अधिकार प्राप्त करने के लिए भी अपने पति के खिलाफ कानूनी लड़ाई प्रारंभ कर दी है।
गुरुवार को दिए अपने फैसले में हाई कोर्ट ने कहा है कि मां और बच्चे का पक्ष जाने बिना ही बच्चों का धर्म परिवर्तन करा दिया जाना गैरकानूनी है। गांधी अब राहत की सांस ले सकती है क्योंकि कठिन कानूनी लड़ाई के बाद अब उनके बच्चे फिर से हिंदू धर्म अपना सकते हैं। फिलवक्त दो बच्चे तेवी दर्शिनी (16 वर्ष) और करन दिनेश (15 वर्ष) तो अपनी मां के साथ रहते हैं, लेकिन उनकी सबसे छोटी बेटी का अता-पता नहीं है। एक साल की उम्र में ही 2009 में उसे इंदिरा के परित्यक्त पति पद्मनाथन उठा ले गया था। पद्मनाथन अब इस्लाम धर्म ग्रहण कर रिजवान अब्दुल्ला बन गया है। उसने ही सभी बच्चों को इस्लाम धर्म ग्रहण करा दिया था।
इसे बच्चों की मां ने अदालत में चुनौती दी थी। अदालत के फैसले के बाद शिक्षिका इंदिरा गांधी ने कहा, 'अब मैं अपनी बेटी प्रसन्ना दीक्षा के भविष्य को लेकर चिंतित हूं। पता नहीं वह किस हाल में होगी। मुझे मेरी बेटी चाहिए।' बकौल इंदिरा, 'हाई कोर्ट ने 2010 में ही बच्चों का संरक्षण उन्हें प्रदान करने का आदेश पद्मनाथन को दिया था। लेकिन अदालती आदेश आने पर उसने सभी बच्चों का धर्म परिवर्तन करा दिया।'
इंदिरा गांधी का कहना है कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं करने के लिए उन्होंने अपने परित्यक्त पति के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।

भारतीय मूल के 4 अमेरिकी प्रोफेसरों को सिमंस अवार्ड
29 July 2013
वाशिंगटन। भारतीय मूल के चार अमेरिकी प्रोफेसरों को सिमंस इंवेस्टीगेटर्स अवार्ड 2013 प्रदान किया गया है।
पुरस्कार पाने वाले भारतीय मूल के प्रोफेसरों में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में गणित के प्रोफेसर कन्नन सुंदरराजन शामिल हैं। कंप्यूटर साइंस के तीन में से दो पुरस्कार भारतीय प्रोफेसरों को मिले हैं। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के राजीव अलुर और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के सलील पी वधान शामिल हैं। मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर सेनथील तोदादरी को भी यह पुरस्कार मिला है। इन प्रोफेसरों को लंबी अवधि के शोध के लिए पांच साल तक प्रति वर्ष एक लाख डॉलर (करीब 59 लाख रुपये) दिए जाएंगे। ऐसी भी संभव है कि अगले पांच वर्ष तक उन्हें यह राशि मिलती रहे। यह पुरस्कार न्यूयॉर्क के गैर लाभकारी संगठन सिमंस फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। इसकी शुरुआत गणित और विज्ञान में शोध को बढ़ावा देने के लिए 1994 में जिम और मैरीलीन सिमंस ने की थी।

अदालत ने दिए मुर्सी की गिरफ्तारी के आदेश
27 July 2013
काइरो। मिस्त्र की एक अदालत ने शुक्रवार को फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास से संबंधों को लेकर अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस आदेश से एक बार फिर मिस्त्र में हिंसा भड़क सकती है। न्यूज एजेंसी मेना के मुताबिक, मुर्सी से जनवरी 2011 में होस्नी मुबारक के खिलाफ आंदोलन के दौरान पुलिस स्टेशन और जेल पर हमले में हमास की मदद करने के मामले में पूछताछ होगी। उस हमले में कई इस्लामी नेताओं के साथ मुर्सी भी जेल से फरार हो गए थे।
देश के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति पर हमास के साथ मिलकर षड्यंत्र रचने, कैदियों की हत्या और अधिकारियों व सैनिकों के अपहरण के आरोप लगाए गए हैं। तीन जुलाई को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद यह पहली बार हुआ जब उनके बारे में कोई अधिकृत आदेश आया है। अभी तक सेना यही कहती रही कि सुरक्षा के मद्देनजर 61 वर्षीय मुर्सी को नजरबंद किया गया है। मुर्सी के मामले में यह आदेश तब आया है जब अमेरिका सहित कई देशों ने उन्हें रिहा किए जाने की पैरवी की है।
मुर्सी पर लगाए गए आरोपों को मुस्लिम ब्रदरहुड के प्रवक्ता गेहाद अल हद्दाद ने सैन्य तानाशाही की साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। सेना प्रमुख जनरल अब्देल अल-सिसि ने देशवासियों से हिंसा और 'आतंकवाद' से मुकाबले के लिए जनादेश की मांग की है।
ओबामा प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया कि वह मिस्त्र में सैन्य तख्तापलट घोषित नहीं करेगा। इस फैसले से मिस्त्र को सालाना मिलने वाली 150 करोड़ डालर (8845 करोड़ रुपये) की सहायता जारी रह सकेगी। विदेश विभाग के दूसरे नंबर के वरिष्ठ अधिकारी विलियम ब‌र्न्स ने सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेंजिटिव में सांसदों को यह जानकारी दी। यदि अमेरिका इसे तख्तापलट करार देता तो मिस्त्र को मिलने वाली अमेरिकी मदद कानूनी रूप से बंद हो जाती।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने मिस्न की सेना द्वारा अपदस्थ किए गये राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के नेताओं को रिहा करने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता एडुआडरे डेल बुये ने कहा कि बान ने मुर्सी और उनके उच्च स्तरीय सहयोगियों को रिहा करने या उनके मामलों को बिना देरी किये हुए पारदर्शी तरीके से निपटाने का आह्वान किया है। गत तीन जुलाई से सेना ने मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के कई नेताओं को हिरासत में रखा है।
मुर्सी के समर्थकों और सेना द्वारा आज प्रतिद्वंद्वी रैलियां निकाले जाने के कारण मिस्न में एक बार फिर से तनाव व्याप्त हो गया है। प्रवक्ता ने कहा कि बान मिस्न के घटनाक्रम पर नजर रखे हुये हैं। उन्होंने बताया कि महासचिव ने एक बार फिर सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने की अपील की है। वह सभी मिस्न वासियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के अधिकार के पक्षधर हैं।

तिब्बत का नया जिला विश्व में सबसे ऊंचा
27 July 2013
बीजिंग। तिब्बत में एक जिले का गठन हुआ है। इसकी खासियत यह है कि यह अस्तित्व में आते ही विश्व का सबसे ऊंचा जिला बन गया है, जिसकी औसतन ऊंचाई 5000 मीटर है।
चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक शांगू नामक यह जिला नागफू प्रांत के अंतर्गत आता है।
पहले यह नीमा जिले में पड़ता था। शांगू का नाम यहां स्थित दो झीलों कामरू और राचो के नाम पड़ा है।

पाकिस्तान में आत्मघाती हमलों में 39 की मौत
27 July 2013
पेशावर। पाकिस्तान में शुक्रवार को अफगानिस्तान की सीमा से लगे कुर्रम कबाइली इलाके में शिया समुदाय को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती हमलों में उनतालीस लोगों की जान चली गई। दो मोटरसाइकिलों पर सवार आत्मघाती हमलावरों ने कुर्रम के पराचिनार शहर में शिया समुदाय की दो मस्जिदों के बाहर खुद को विस्फोट से उड़ा दिया।
कुछ मिनटों के अंतराल पर हुए इन धमाकों में 70 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर साबिर हुसैन के मुताबिक, घायलों में 45 की हालत बेहद गंभीर है। दोनों धमाके शाम के वक्त इफ्तार से कुछ देर पहले किए गए, जब मस्जिदों के करीब काफी चहल-पहल थी।
पिछले माह नवाज शरीफ के पाकिस्तान की सत्ता संभालने के बाद से मुल्क में जातीय हिंसा में तेजी आई है। पाकिस्तान की 18 करोड़ की आबादी में करीब दस फीसद शिया हैं। सुन्नी आतंकी संगठन अक्सर शिया समुदाय को निशाना बनाते रहे हैं।

मुंबई में छात्राओं से मिलना खास रहा: जिल बिडेन
27 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की दूसरी महिला जिल बिडेन ने हाल ही में मुंबई में एक मुस्लिम लड़कियों के स्कूल के दौरे को बेहद खास बताया। साथ ही भारत में छात्रों के सीखने के जुनून की तारीफ की।
इस हफ्ते मुंबई के अंजुमन-ए-इस्लाम सैफ तैयबजी बालिका विद्यालय का दौरा करने वाली जिल ने ह्वाइट हाउस के ब्लॉग में लिखा कि वह स्कूल की छात्राओं की प्रतिभा से बेहद प्रभावित हुई। वह अपने पति अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बिडेन के साथ 22 से 25 जुलाई तक चार दिवसीय दौरे पर भारत यात्रा पर आई थीं।
अपनी भारत यात्रा के बाद जिल ने ब्लॉग पर लिखा, 'दुनियाभर में जितने छात्रों से मैं मिली हूं उनमें विशेषकर भारत के विद्यार्थियों ने सीखने के लिए अपना जुनून दिखाया। यही समर्पण देश और विदेश की महिलाओं को सशक्त और दुनिया को पहले से बेहतर बनाएगा।' स्कूल के दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक बेटी की मां होने के नाते वह चाहती हैं कि लड़कियां इस बात को समझे कि अगर वह कुछ करने की ठान लें तो वे सबकुछ कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, 'मैंने छात्राओं से कहा कि शिक्षा ही उन्हें जीवन में सफलता दिै।

पाक: जरदारी की पार्टी करेगी राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार
27 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] ने 30 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उसने यह निर्णय चुनाव तिथि बदले जाने के विरोध में किया है। पहले चुनाव छह अगस्त को होने थे।
पीपीपी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रजा रब्बानी ने कहा कि 30 जुलाई को चुनाव होने से प्रचार अभियान के लिए जरूरी समय में जबरदस्त कमी हुई है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी और पीएमएल-एन के अध्यक्ष रजा जफरुल हक ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके चुनाव की तारीख बदलने की अपील की थी। याचिका में दलील दी गई थी कि छह अगस्त को रमजान का 27वां रोजा होने के कारण कई सांसद धार्मिक रस्में निभाने के लिए मक्का में होंगे। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव तिथि में बदलाव करते हुए इसे 30 जुलाई कर दिया।
रब्बानी ने कहा, 'यह हमारे अधिकारों और संविधान का उल्लंघन है क्योंकि अदालत ने हमारा पक्ष सुने बिना फैसला सुना दिया।' हालांकि पीपीपी के बहिष्कार करने से चुनाव के परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आगरा में जन्मे सत्तारूढ़ पीएमएल-एन उम्मीदवार ममनून हुसैन की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। पीएमएल-एन ने बहिष्कार की घोषणा पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। चुनाव तय समय पर होंगे।
पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने पूर्व जज वजीहुद्दीन अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया है। कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं। नामांकन पत्रों की जांच के बाद 27 जुलाई को उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। पाकिस्तान के राष्ट्रपति का चयन संसद और चार प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा किया जाता है। नए राष्ट्रपति आठ सितंबर को पदभार संभालेंगे। वह जरदारी का स्थान लेंगे।।

चीन में मरीज ने ही लगा दी नर्सिग होम में आग, 11 की मौत
27 July 2013
बीजिंग। उत्तर पूर्व चीन में वृद्ध लोगों के एक नर्सिग होम में शुक्रवार को आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पैसे चोरी हो जाने से गुस्साए एक मरीज ने ही नर्सिग होम में आग लगा दी थी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, हीलोंगजियांग प्रांत के हैलुन शहर में स्थित लियान्हे सीनियर नर्सिग होम की इमारत में शुक्रवार को सुबह आग लग गई। इसमें 45 वर्षीय वांग गुई सहित 11 लोगों की मौत हो गई। वांग ने ही अपने 32 डॉलर (करीब 1884 रुपये) गुम हो जाने के बाद गुस्से में आकर अस्पताल में आग लगा दी। उसे लग रहा था कि उसके पैसे किसी साथी मरीज ने चुराए हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि वांग के दोस्तों ने उसे शांत करने की पूरी कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मारे गए लोगों की उम्र 47 से 87 वर्ष के बीच है। रिपोर्ट के मुताबिक, तीन सौ वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली इस इमारत में आग लगने के समय करीब 32 लोग मौजूद थे। वर्ष 2005 में बने इस नर्सिग होम में कुल 283 वृद्ध रहते हैं। यहां ऐसे वृद्ध रहते हैं, जिनके पास आय का कोई श्रोत नहीं है।।

पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए लड़ेगी 'सुपरगर्ल'
27 July 2013
इस्लामाबाद। दुनियाभर के तमाम सुपरहीरोज के बीच अब पाकिस्तान की सुपरगर्ल 'बुर्का एवेंजर' ने भी कदम रख दिया है। खुद की पहचान छिपाने के लिए बुर्के का इस्तेमाल करने वाली यह सुपरगर्ल मार्शल आ‌र्ट्स जानती है। यह स्कूल में पढ़ाती है और लड़कियों की शिक्षा का विरोध करने वालों को सबक सिखाती है। पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की पैरोकार 15 वर्षीय किशोरी मलाला यूसुफजई को तालिबान द्वारा गोली मारे जाने के बाद से यह मुद्दा काफी अहम हो गया है।
यह सुपरगर्ल दरअसल कोई लड़की नहीं बल्कि एक एनीमेटेड चरित्र है। 'बुर्का एवेंजर' नाम का यह कार्टून कार्यक्रम अगले महीने से जियो चैनल पर प्रसारित होने जा रहा है। इस कार्यक्रम के पीछे पाकिस्तान के युवा पॉप स्टार आरून हारून रशीद की सोच और कड़ी मेहनत है। उन्होंने कहा कि बुर्का एवेंजर दक्षिण एशिया की पहली सुपरगर्ल निंजा है, जो किताब और कलम से दुश्मनों का मुकाबला करेगी।
यह कार्यक्रम उर्दू में प्रसारित होगा और हर एपिसोड में कोई ना कोई नैतिक मूल्यों से संबंधित या सामाजिक संदेश दिया जाएगा। रशीद ने कहा, 'बच्चों में अपने आस पास के वातावरण को सुरक्षित और साफ सुथरा रखने, एक दूसरे के प्रति प्रेम व आदर भाव की सीख देने के उद्देश्य से ही इस कार्यक्रम की परिकल्पना की गई थी। कार्यक्रम में हंसी भी है, एक्शन भी है और रोमांच भी।' रशीद का मानना है कि जहां इस्लामी चरमपंथ धार्मिक अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाता आ रहा है, एक दूसरे के प्रति प्रेम और भेदभाव भूल जाने की सीख देना खासा मुश्किल और चुनौती भरा काम है।
हालांकि इस सुपरगर्ल को बुर्का पहनाए जाने का विरोध हो सकता है। क्योंकि उदारवादी इसे महिलाओं की दासता के रूप में देखते हैं। वहीं रशीद ने कहा कि उन्होंने ऐसा कार्टून चरित्र को स्थानीय रूप देने के लिए किया। पाकिस्तान में तालिबान लड़कियों की शिक्षा के सख्त खिलाफ है। उत्तर पश्चिम के कबायली इलाकों मे तालिबान ने सैकड़ों स्कूलों को बम विस्फोट से उड़ा दिया और लड़कियों की शिक्षा की हिमायती कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया। तालिबान मलाला की भी हत्या करना चाहता था, लेकिन खुशकिस्मती से वह बच गई। इस घटना के बाद तालिबान की दुनियाभर में काफी आलोचना हुई थी।

ईशनिंदक एसएमएस भेजने के आरोप में ईसाई दंपती गिरफ्तार
27 July 2013
लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक ईसाई दंपती को मोबाइल फोन के जरिये लोगों को ईशनिंदक एसएमएस भेजने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। दंपती गोजरा जिले में ईसाई कालोनी के रहने वाले हैं।
तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनवर मंसूर गोराया और कारोबारी मलिक मुहम्मद हुसैन ने पुलिस को बताया कि सेंट कैथेड्रल स्कूल के चौकीदार शफकत मसीह और उसकी पत्नी शगुफ्ता मसीह ने उन्हें ईशनिंदक एसएमएस भेजे थे। गोजरा जिले के न्यायाधीश ने गुरुवार को मसीह दंपती को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने दंपती के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता में ईशनिंदा कानून की धारा 295-सी के तहत मामला दर्ज किया है। करीब दो सप्ताह पहले पाकिस्तान की एक अदालत ने गोजरा जिले के ही एक 27 वर्षीय ईसाई को ईशनिंदक संदेश भेजने के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इस व्यक्ति ने एक इमाम को इस्लाम विरोधी एसएमएस भेजे थे।

आफिया पर पाकिस्तान से नहीं हुई कोई बात: अमेरिका
27 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ कैदियों की अदला-बदली को लेकर किसी प्रकार की बातचीत से इन्कार किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कहा कि अमेरिकी सरकार जेल में बंद पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दिकी को पाकिस्तान भेजने या कैदियों की अदला-बदली को लेकर पाकिस्तान सरकार के साथ बातचीत नहीं कर रही है। हाल ही में आई खबरों में कहा गया था कि अमेरिका ने 'अलकायदा की अम्मी' के नाम से मशहूर आफिया के प्रत्यर्पण के लिए पाकिस्तान को कैदियों की अदला-बदली संबंधी प्रस्ताव दिया है। अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने 2010 में आफिया को पाकिस्तान स्थानांतरित करने का आग्रह किया था। अगर उन्होंने हाल में ऐसा कोई आग्रह किया है तो हमें इसकी जानकारी नहीं है। आफिया को न्यूयॉर्क की एक अदालत ने 2010 में हत्या का प्रयास करने का दोषी करार दिया था। उसे 86 साल कारावास की सजा सुनाई गई है। तीन बच्चों की मां आफिया पर 2008 में अफगानिस्तान में अमेरिका के दो खुफिया अधिकारियों को मारने की कोशिश का आरोप लगा था। मैरी ने यह भी कहा कि अमेरिका ने विदेश मंत्री जॉन केरी के पाकिस्तान यात्रा पर जाने को लेकर कोई घोषणा नहीं की है।

ओबामा ने छाबड़िया को दिया अहम न्यायिक पद
27 July 2013
वाशिंगटन। भारतीय अमेरिकी मूल के विंस गिरधारी छाबड़िया को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अहम न्यायिक पद दिया है। उन्हें कैलिफोर्निया के नार्दर्न डिस्ट्रिक्ट का जज मनोनीत किया गया है।
मौजूदा समय में छाबड़िया सैन फ्रांसिस्को में डिप्टी सिटी अटार्नी और अपीलीय अदालत में सहायक प्रमुख हैं। वह यहां 2005 से कार्य कर रहे हैं। ओबामा ने छाबड़िया के साथ पांच अन्य न्यायिक पदों के लिए नाम भी घोषित किए हैं। इन नामों पर सीनेट की मंजूरी बाकी है। ओबामा ने कहा कि इन लोगों का न्यायिक करियर शानदार रहा है। इन्हें संघीय अदालतों का जज मनोनीत कर मैं फक्र महसूस कर रहा हूं। ये लोग अमेरिकी जनता की सेवा सत्यनिष्ठा और न्याय के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ करेंगे। 1998 में जिस अदालत से क्लर्क के रूप में छाबड़िया के करियर की शुरुआत हुई थी अब उसी अदालत में वह जज मनोनीत किए गए हैं।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नदीम बेजार ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि दक्षिण एशिया का एक और काबिल व्यक्ति न्यायतंत्र के लिए मनोनीत किया गया है।

'रायल बेबी' के नाम का है भारत से संबंध
26 July 2013
लंदन। ब्रिटिश राजगद्दी के तीसरे दावेदार केट मिडलटन और प्रिंस विलियम के बेटे के आधिकारिक नाम का संबंध भारत से भी है। सोमवार को जन्मे ब्रिटेन के भावी राजा का नाम जार्ज अलेक्जेंडर लुईस रखा गया है। उसे प्रिंस ऑफ कैंब्रिज की उपाधि भी दी गई है।
'रॉयल बेबी' के नाम से जुड़ा लुईस भारत के अंतिम अंग्रेज वायसराय लार्ड लुइस माउंटबेटन की याद में रखा गया है। दरअसल, विलियम के पिता प्रिंस चा‌र्ल्स अपने चाचा माउंटबेटन से काफी प्रभावित थे। शाही परिवार में उन्हें अंकल डिकी के नाम से जाना जाता था। वर्ष 1979 में आयरिश रिपब्लिकन आर्मी [एआरआइ] ने माउंटबेटन की हत्या कर दी थी। माना जा रहा है कि नवजात राजकुमार का नाम जार्ज इसलिए रखा गया क्योंकि यह नाम शाही परिवार में पिछले 300 वर्षो से लोकप्रिय है। इससे पहले छह किंग जार्ज हो चुके हैं और केट का बेटा जब राजगद्दी संभालेगा तो किंग जार्ज सप्तम कहलाएगा। जबकि अलेक्जेंडर पहले से तय किया गया होगा। राजकुमार कानाम रखने को लेकर सबसे ज्यादा सट्टा जार्ज नाम पर ही लगाया गया था।
'द टाइम्स' अखबार के इतिहासकार रॉबर्ट लेसी ने कहा, 'जार्ज नाम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पिता के सम्मान में रखा गया है।' ब्लड रॉयल किताब के लेखक चा‌र्ल्स मोसले ने कहा, 'जार्ज एक राजा थे, जिनके नेतृत्व में ब्रिटेन ने 19वीं शताब्दी में नेपोलियन को हराया और बीसवीं शताब्दी में दो विश्व युद्ध जीतकर विश्व मंच पर अपना परचम लहराया था। वहीं लुईस नाम माउंटबेटन से लिया गया है। वास्तव में शाही परिवार का सरनेम भी माउंटबेटन ही है।' सबसे ज्यादा हैरानी इस बात की है कि नवजात राजकुमार के नाम में केट मिडलटन के परिवार में से किसी के नाम को शामिल नहीं किया गया है। जबकि बच्चे के जन्म से पहले माना जा रहा था कि नवजात के नाम में मिडलटन परिवार का जिक्र होगा।
प्रिंस जार्ज को उपहार में मिला मगरमच्छ का बच्चा
मेलबर्न। प्रिंस ऑफ कैंब्रिज को तोहफे के रूप में मगरमच्छ का बच्चा मिला है। ऑस्ट्रेलिया के नॉर्दन टेरिटरी प्रांत की ओर से उन्हें यह उपहार भेंट किया गया है। नॉर्दन टेरिटरी के मुख्यमंत्री एडम गिल्स ने कहा, मगरमच्छ का यह बच्चा कोई आम जीव नहीं है। इसका नवजात राजकुमार से विशेष संबंध है। जिस दिन डचेज ऑफ कैंब्रिज केट मिडलटन के गर्भवती होने की घोषणा की गई थी, उसी दिन मगरमच्छ द्वारा दिए गए अंडे से यह पैदा हुआ है। मगरमच्छ का नाम शाही बच्चे के सम्मान में जार्ज रखा गया है। विलियम और केट की सगाई के मौके पर दो वयस्क मगरमच्छ जोड़े का नाम शाही जोड़े के नाम पर रखा गया था। अब उनके बच्चे का नाम भी जार्ज रखा गया है।

ओबामा ने मिस्र को एफ-16 विमान देने पर लगाई रोक
26 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र को चार एफ-सोलह लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करने पर रोक लगा दी है। इससे संकेत मिलता है कि अमेरिका मिस्र के राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद वहां की स्थिति को लेकर चिंतित है।
ओबामा प्रशासन के अधिकारियों ने इस बात को लेकर कोई संकेत नहीं दिया है कि एफ-16 के संबंध में लिया गया निर्णय मिस्र को सहायता देने की अमेरिकी नीति में बड़ा बदलाव है या नहीं। अमेरिका ने अब तक यह निर्णय नहीं लिया है कि मुर्सी को अपदस्थ करने की घटना को तख्तापलट कहा जाए या नहीं। यदि वह इसे तख्तापलट करार देता है तो मिस्र को मिलने वाली अमेरिकी सहायता कानूनी रूप से बंद हो जाएगी। हालांकि ओबामा प्रशासन के एक अधिकारी का कहना है कि आपूर्ति रोकने का मुख्य उद्देश्य मिस्र में सैन्य नेतृत्व वाली सरकार पर दबाव बनाना है।

असांजे की पार्टी ने दो भारतीय मूल के उम्मीदवार उतारे
26 July 2013
मेलबर्न। स्वीडिश वेबसाइट विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया में अपनी पार्टी लांच कर दी। वह नवंबर में होने वाले चुनाव में भाग लेंगे।
मेलबर्न में एक समारोह में स्काईप के माध्यम से घोषणा की गई कि विकिलीक्स पार्टी संसद के ऊपरी सदन सीनेट के चुनाव में सात उम्मीदवार उतारेगी। इनमें ऑस्ट्रेलियाई नागरिक 42 वर्षीय असांजे विक्टोरिया से चुनाव लड़ेंगे। विकिलीक्स पार्टी के टिकट पर सीनेट का चुनाव लड़ने वालों में भारतीय मूल के दो उम्मीदवार भी शामिल हैं। भारतीय मूल के बिनॉय कैंपमार्क विक्टोरिया से चुनाव लड़ेंगे। उनका जन्म मलेशिया में हुआ है। उनके पूर्वज बंगाल से संबंध रखते थे। सुरेश राजन पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया से उम्मीदवार होंगे। उनका परिवार मूल रूप से केरल का रहने वाला है।
42 वर्षीय असांजे ने कहा कि आगामी चुनाव में शरणार्थियों को लेकर सत्ताधारी लेबर पार्टी की नीतियां बड़ा मुद्दा होंगी। गौरतलब है कि असांजे पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में रह रहे हैं। उन पर स्वीडन में यौन उत्पीड़न के दो मामले चलाए जाने हैं। ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत उनके प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे चुकी है। प्रत्यर्पण से बचने के लिए असांजे दूतावास में शरण लिए हुए हैं।

चीनी नेता बो शिलाई पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप
26 July 2013
बीजिंग। चीन के पूर्वी शेनदोंग प्रांत में कम्युनिस्ट पार्टी के बदनाम नेता बो शिलाई के खिलाफ गुरुवार को रिश्वत लेने, गबन और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए। जिनान शहर की पीपुल्स प्रोक्यूरेटरेट [चीन में अभियोजन एवं जांच की शीर्ष एजेंसी] ने यह जानकारी दी। बो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से उन अटकलों पर विराम लग गया है जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अगुवाई में चीन का नया नेतृत्व उन्हें सजा देने में ढिलाई बरत रहा है।
चोंगकिंग नगर पालिका मेंकभी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख रहे 64 वर्षीय बो इस समय जेल में हैं। उनकी पत्नी ग्यू केलाई को ब्रिटिश व्यवसायी नील हेवुड की हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। फिलहाल उनकी सजा निलंबित रखी गई है। बो के अभियोग संबंधी दस्तावेज गुरुवार को जिनान शहर के इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट को दिए गए। उनके खिलाफ जल्द ही सुनवाई शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।
आरोप पत्र के हवाले से समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा,'बतौर नौकरशाह बो ने अपने पद का फायदा उठाया। उन्होंने अपने पसंदीदा लोगों को लाभ पहुंचाया और रिश्वत ली। उन्होंने सरकारी धन का गबन किया।' कद्दावर नेता माने जाने वाले शेलाई को नेतृत्व परिवर्तन से पहले देश की शक्तिशाली पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति का दावेदार माना जाता था। सात सदस्यीय यह समिति चीन की सत्ता पर प्रभावी रूप से नियंत्रण रखती है।

कैमरन ने भारतीय को सौंपा अहम ओहदा
26 July 2013
लंदन। भारतीय मूल के अजय कक्कड़ को हाउस ऑफ ला‌र्ड्स के नियुक्ति आयोग का चेयरमैन बनाया गया है। यह सलाहकार निकाय ब्रिटिश संसद के उच्च सदन के लिए नए स्वतंत्र सदस्यों को चुनने का काम करती है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कक्कड़ को इस पद पर नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल पांच साल का होगा। एक अक्टूबर को वह इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। कैमरन ने एक बयान में कहा कि वह इस पद पर लॉर्ड कक्कड़ को नियुक्त कर काफी खुश हैं। आयोग को उनके लंबे अनुभव से काफी फायदा होगा।
कक्कड़ यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) में सर्जरी के प्रोफेसर और यूसीएल अस्पताल में सलाहकार हैं। आयोग के चेयरमैन के रूप में उन्हें प्रतिवर्ष आठ हजार पौंड (करीब 7.33 लाख रुपये) वेतन मिलेगा।

ईरान पर नए प्रतिबंधों को लेकर ओबामा और कांग्रेस में मतभेद
26 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस [संसद] ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की पूरी तैयारी कर ली है। ओबामा प्रशासन ने हालांकि इस पर चिंता जताते हुए कहा है कि ऐसा करने से ईरान के साथ वार्ता की संभावना धूमिल पड़ जाएगी।
कांग्रेस चाहती है कि ईरान के तेल उद्योग की जड़ें खोदने के बाद अब खनन एवं निर्माण समेत अन्य सेक्टरों पर चोट की जाए। लेकिन, राष्ट्रपति बराक ओबामा की टीम ईरान के नवनिर्वाचित उदारवादी राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता की तैयारियों में जुटी हुई है। ओबामा प्रशासन चाहता है कि कांग्रेस नए प्रतिबंधों पर कुछ दिन इंतजार करे। रूहानी अगस्त में पद संभालने वाले हैं। यदि वह सकारात्मक संकेत देते हैं तो फिर इन प्रतिबंधों की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि कांग्रेस फिर भी आगे बढ़ी और प्रतिबंधों से संबंधित अध्यादेश पास हो जाता है तो अगले साल से ईरान के खनन और निर्माण उद्योग भी काली सूची में आ जाएंगे।
संसद में पेश किए जाने वाले प्रस्तावों में 2015 तक पूरी दुनिया में ईरान के तेल की बिक्री बंद कराने की भी बात कही गई है। तेल निर्यात से ईरान को सबसे ज्यादा पैसा मिलता है। फिलहाल लागू प्रतिबंधों की वजह से उसका तेल निर्यात आधा हो गया है। इसके बावजूद तुर्की, चीन और एशियाई देशों से अब भी ईरान को अरबों डॉलर मिल रहे हैं।
ईरान पर कड़े प्रतिबंधों के समर्थक और विदेशी संबंध समिति के चेयरमैन सीनेटर बॉब मेंडेज ने कहा, 'समय गुजरता जा रहा है। हमें कड़े कदम उठाने ही होंगे।' राजनयिक प्रयास सफल नहीं होने पर अमेरिका और इजरायल, ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के संकेत भी दे चुके हैं।

नवाज शरीफ पर आत्मघाती हमले की साजिश नाकाम
26 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आत्मघाती हमला करने के षडयंत्र को विफल कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने एक ऐसे आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है जो लाहौर के बाहरी क्षेत्र राइविंड में शरीफ के निवास पर उन्हें आत्मघाती हमले में निशाना बनाने का षडयंत्र रच रहा था। इस सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से चार को कथित रूप से आत्मघाती हमलावर बताया गया है।
पुलिस और खुफिया अधिकारियों के एक संयुक्त जांच दल ने इस षडयंत्र का पर्दाफाश किया है। यह दल पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली हैदर गिलानी के अपहरण मामले की जांच कर रहा है। अली हैदर का चुनाव प्रचार के दौरान मई में अपहरण कर लिया गया था। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि अली हैदर के अपहरण मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को उत्तरी वजीरिस्तान के आतंकी संगठन के बारे में पता चला जो लाहौर में सक्रिय था और शरीफ को निशाना बनाने का षडयंत्र रच रहा था।
गिलानी के बेटे का पता लगाने के लिए मुल्तान जिले में की गई छापेमारी में सुरक्षा एजेंसियों ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के कमांडर मातिउर रहमान और मुहम्मद यासिन के नेतृत्व वाले गुटों से संबंध रखने वाले दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। रहमान और यासिन पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ और पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज पर हुए आत्मघाती हमले में शामिल रहे थे। दोनों आतंकियों के सिर पर 30 लाख रुपये का इनाम है। इन्हीं संदिग्धों ने शरीफ निवास पर आत्मघाती हमला करने के षडयंत्र का रहस्योद्घाटन किया।
उन्होंने राइविंड निवासी फहीम मेओ के बारे में जानकारी भी दी जो हमले के षडयंत्र में मुख्य मददगार था। अधिकारियों का दल करीब एक सप्ताह तक राइविंड में रहा और उसने फहीम मिओ को गिरफ्तार कर लिया। उसकी सूचना पर उस्मान नाम के एक अन्य आतंकी को भी गिरफ्तार किया गया है। उस्मान राइविंड का ही रहने वाला है और नवाज शरीफ के घर के पास उसकी जमीन है।

ममनून हुसैन होंगे पाकिस्तान के अगले राष्ट्रपति
26 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पीएमएल-एन सिंध के पूर्व गवर्नर ममनून हुसैन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर नामित करने के लिए सहमत हो गई है। पाकिस्तान में आगामी छह अगस्त को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का कार्यकाल आठ सितंबर को पूरा हो रहा है। इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे।
पार्टी नेताओं ने मंगलवार को कहा कि पीएमएल-एन द्वारा शार्टलिस्ट किए गए तीन उम्मीदवारों में हुसैन शीर्षस्थ पद के लिए सबसे प्रबल दावेदार के रूप में उभरे। नवाज शरीफ के करीबी तारिक अजीम ने बताया कि हुसैन सत्तारूढ़ पार्टी की पसंद थे। उन्हें नामित किए जाने की औपचारिक घोषणा बाद में की जाएगी। हुसैन शरीफ के पुराने वफादारों में से हैं। सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने पीएमएल-एन का साथ नहीं छोड़ा। हुसैन जून से अक्टूबर, 1999 तक [मात्र छह महीने] सिंध प्रांत के गवर्नर रहे। मुशर्रफ द्वारा शरीफ सरकार का सैन्य तख्तापलट करने के बाद उन्होंने अपना पद गंवा दिया था।
हुसैन कराची में रहते हैं, जहां वह कपड़ों का व्यापार करते हैं। बुधवार को राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने का आखिरी दिन है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने रजा रब्बानी जबकि इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने पूर्व जज वजीहुद्दीन अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया है। राजनीतिक दलों के संख्याबल को देखते हुए हुसैन का जीतना तय है।

यूएन ने जताई चिंता, 3 करोड़ लड़कियों पर खतने का खतरा
26 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। अगले एक दशक में दुनियाभर में तीन करोड़ से अधिक लड़कियों पर खतना होने का खतरा मंडरा रहा है। यूनिसेफ ने यह बात अफ्रीका और मध्य एशिया के 29 देशों का अध्ययन करने के बाद कही है।
सिन्हुआ एजेंसी ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि खतने की प्रक्रिया से गुजरी करीब 12.5 करोड़ लड़कियां जीवित हैं। इस प्रक्रिया में लड़कियों के जननांगों को काट दिया जाता है। इस प्रक्रिया को मानवाधिकारोंका उल्लंघन माना जाता है। लड़कियों के जननांगों को काटने की प्रक्रिया अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशियाई देशों में होती है। ऐसी मान्यता है कि इससे महिलाओं के कौमार्य की रक्षा होती है।
रिपोर्ट में कहा है कि कुछ देशों में बड़ी संख्या में पुरुष इस प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। मगर इस संवेदनशील मुद्दे पर खुलकर बातचीत न होने के कारण भविष्य में लाखों लड़कियों का खतना होने का खतरा है। यूनिसेफ की उप कार्यकारी निदेशक गीता राव ने कहा कि रिपोर्ट से स्पष्ट है कि सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा। अब चुनौती यह है कि पुरुषों को साफ-साफ बोलने दिया जाए कि वे इस हानिकारक प्रथा को त्यागना चाहते हैं। सोमालिया, मिस्र, गुयाना में यह प्रथा आज भी जारी है। हालांकि केन्या, तंजानिया, बेनिन, इराक, लीबिया, नाइजीरिया में इसमें उल्लेखनीय कमी आई है।।

नेल्सन मंडेला की हालत में सुधार
26 July 2013
केपटाउन। फेफड़ों में संक्रमण से जूझ रहे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की हालत में निरंतर सुधार हो रहा है, लेकिन उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता मैक महाराज ने यह जानकारी दी। उनका यह बयान राष्ट्रपति जैकब जुमा द्वारा सोमवार को मंडेला की सेहत का जायजा लेने के बाद आया है।
जुमा ने मंडेला के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दक्षिण अफ्रीकी लोगों से प्रार्थना करने की अपील की है। मंडेला गत आठ जून से यहां के प्रिटोरिया अस्पताल में भर्ती हैं। गत 18 जुलाई को उनका 95 वां जन्मदिन धूमधाम से मनाए जाने के बाद उनकी सेहत के बारे पहली आधिकारिक जानकारी दी गई है।

बुल्गारिया में संसद की घेराबंदी खत्म, सभी सांसद मुक्त
25 July 2013
सोफिया। बुल्गारिया में पुलिस ने बंधक बनाए गए सांसदों, मंत्रियों और अन्य लोगों को बुधवार को मुक्त करा लिया। सरकार विरोधियों ने संसद की इमारत को घेर लिया था और मंत्री व सांसद आठ घंटे से अधिक समय तक उसमें फंसे रहे। प्रदर्शनकारी वामपंथी झुकाव वाली सरकार के सत्ता से हटने की मांग कर रहे हैं। सांसदों को मुक्त कराने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उन्हें दो बार कोशिश करने के बाद प्रदर्शनकारियों के बीच से बस में सांसदों और मंत्रियों को लेकर निकलना पड़ा। इसके बाद ही संसद की इमारत में फंसे लोग बाहर आ सके।
राजधानी सोफिया में पिछले 40 दिनों से सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। मंगलवार शाम को प्रदर्शनकारियों ने 109 लोगों को संसद में बंधक बना लिया। इनमें तीन मंत्री, करीब 30 सांसद और उनके कर्मी शामिल थे। पुलिस ने मंगलवार को भी इन लोगों को बस से संसद से निकालने का प्रयास किया था। लेकिन, प्रदर्शनकारी बस पर पत्थर फेंकने लगे और उसका मार्ग रोक दिया। इस घटना में दो पुलिस अधिकारियों और सात प्रदर्शनकारियों को सिर में चोट आई थी। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दूसरे प्रयास में पुलिस संसद को प्रदर्शनकारियों के कब्जे से मुक्त करा पाई। इससे पहले राष्ट्रपति रोजेन प्लेवनेलीव ने प्रदर्शनकारियों से सभ्य और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि एक महीने से ज्यादा समय से जारी प्रदर्शन अब तनावपूर्ण और भड़काऊ होते जा रहे हैं। यह देश के हित में नहीं। राष्ट्रपति ने पुलिस को निर्देश दिया था कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई न की जाए। सोशलिस्टों के समर्थन वाली सरकार मई में समय पूर्व चुनाव के बाद सत्ता में आई थी। इससे पहले की कैबिनेट ने विरोध प्रदर्शन के बीच इस्तीफा दे दिया था।
240 सदस्यीय संसद में सरकार के पास केवल 120 सीटें हैं। विवादों में रहे मीडिया मुगल डेलेन पीवस्की की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख पद पर नियुक्ति के बाद विरोध प्रदर्शन प्रारंभ हुए थे। उनकी नियुक्ति रद कर दी गई थी, लेकिन प्रदर्शनकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि सरकार भ्रष्ट है। उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। एक महीने से ज्यादा समय से शांत प्रदर्शन मंगलवार को यकायक उग्र हो गया था।

केट और प्रिंस विलियम ने अपने बेटे का नाम जॉर्ज अलेक्जेंडर रखा
25 July 2013
लंदन। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय बुधवार को अपने नवजात प्रपौत्र को देखने पहुंचीं और उसके साथ आधा घंटा गुजारा। केट मिडलटन और प्रिंस विलियम ने अपने बेटे का नाम जार्ज अलेक्जेंडर लुई रखा है। दादा प्रिंस चा‌र्ल्स और पिता प्रिंस विलियम के बाद ब्रिटिश ताज के उत्तराधिकारियों की सूची में तीसरे नंबर मौजूद केट मिडलटन और विलियम का बेटा प्रिंस जार्ज ऑफ कैंब्रिज के नाम से जाना जाएगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखजीर् ने महारानी एलिजाबेथ को उनके प्रपौत्र के जन्म पर बधाई दी है।
महारानी एलिजाबेथ बकिंघम पैलेस से अकेले ही बच्चे को देखने केंसिंग्टन पैलेस गई थीं। उनके पति ड्यूक ऑफ एडिनबरा उनके साथ नहीं थे। पेट के ऑपरेशन के बाद वह स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। मंगलवार को बकिंघम पैलेस में आयोजित भोज में 87 वर्षीय महारानी ने कहा कि वह अपने प्रपौत्र के जन्म से बहुत खुश हैं। महारानी शुक्रवार को अपने पारंपरिक ग्रीष्म अवकाश के लिए स्कॉटलैंड के बालमोरल रवाना होने वाली हैं।
महारानी की यात्रा के तुरंत बाद ड्यूक और डचेज ऑफ केंब्रिज (प्रिंस और केट) अपने नवजात शिशु के साथ केट के माता-पिता के घर रवाना हो गए। महारानी से पहले मंगलवार दोपहर प्रिंस ऑफ वाल्स और डचेज ऑफ कॉर्नवाल के अलावा केट के माता-पिता कैरोल व मिशेल मिडलटन अस्पताल पहुंचे थे।
महारानी के बाद प्रिंस हैरी अपने भतीजे को देखने केनसिंग्टन पैलेस पहुंचे। मंगलवार को प्रिंस चा‌र्ल्स अपनी पत्नी कैमिला पार्कर वॉल्स के साथ अपने पहले पौत्र को देखने पहुंचे थे। अस्पताल से निकलते वक्त प्रिंस चा‌र्ल्स ने मीडिया से कहा था कि रॉयल बेबी बहुत अच्छा है और आप उसे कुछ ही देर में देखेंगे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मूल के 24 वर्षीय फोटोग्राफर जेसल पुरुषोत्तम ने सबसे पहले यह खबर दी थी कि केट को प्रसव पीड़ा के चलते सेंट मैरी अस्पताल के लिंडो विंग में भर्ती कराया गया है। नए प्रिंस के जन्म के बाद ब्रिटेन के अखबारों की वेबसाइट देखने वालों की संख्या में जबरदस्त उछाल आया है।
'इस खुशी के मौके पर भारत की जनता, सरकार और अपनी तरफ से ड्यूक व डचेस ऑफ केंब्रिज को बधाई देता हूं। हम शाही दंपति और नए प्रिंस की खुशी व अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।'
-प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति

स्पेन में ट्रेन हादसा, 60 की मौत; 131 घायल
25 July 2013
सेंटियागो। स्पेन में एक ट्रेन के पटरी से उतर जाने से करीब 60 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 131 लोग घायल हो गए। हादसा सेंटियागो दे कोम्पोस्तायला शहर के नजदीक हुआ। ये ट्रेन राजधानी मैड्रिड और फेरो शहर के बीच चलती है।
एक चश्मदीद ने बताया कि उन्होंने एक धमाका सुना और ट्रेन के डिब्ब को पटरी से उतरने के बाद कई मीटर तक घिसटते हुए देखा।
स्पेन से मिल रही मीडिया खबरों के अनुसार, ट्रेन में लगभग ढाई सौ लोग सफर कर रहे थे और कुछ लोगों के अब भी पटरी से उतरे डिब्बे में फंसे होने की आशंका है। बृहस्पतिवार को सार्वजनिक छुट्टी की पूर्व संध्या पर ये हादसा हुआ, जब बहुत से लोग गर्मी के इस मौसम में छुट्टी बिताने के लिए तटीय इलाकों की तरफ जा रहे थे।
स्पेन की समाचार एजेंसी एफे ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा है कि लगभग 131 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि 60 लोगों की मौत हो गई है।
प्रधानमंत्री मारियानो राजोय आज घटनास्थल का दौरा करेंगे। स्थानीय खबरों में कहा गया है कि ये स्पेन में पिछले चार दशक में हुआ सबसे भयानक हादसा है।
इस हादसे में ट्रेन के सभी 13 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिनमें से चार पूरी तरह पलट गए।
स्थानीय सरकार के नेता अल्बर्तो नुनेज फाइजो ने हादसे में मारे गए लोगों की संख्या की पुष्टि की है, लेकिन दुर्घटना की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगा।
हादसे के बाद स्पेन के राष्ट्रीय पुलिस बल के 320 सदस्यों को घटनास्थल पर भेजा गया है। स्थानीय सरकार ने लोगों से रक्तदान की अपील की है।

पाक में आइएसआइ के दफ्तर पर आत्मघाती हमला
25 July 2013
कराची। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बुधवार को आत्मघाती हमलावरों ने आइएसआइ के दफ्तर को निशाना बनाया। धमाकों में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 लोग घायल हुए हैं। एक न्यूज चैनल के अनुसार आत्मघाती हमलावरों की संख्या चार थी।
सक्कर जिले के पुलिस उपाधीक्षक जावेद ओडो के मुताबिक, एक आत्मघाती हमलावर ने बैराज कालोनी स्थित आइएसआइ के दफ्तर की बाहरी दीवार से विस्फोटकों से लदा वाहन टकरा दिया। जबकि बाकी गोलीबारी करते हुए आइएसआइ के क्षेत्रीय कार्यालय में घुस गए। जियो चैनल के अनुसार दो हमलावरों ने दफ्तर में घुसने के बाद खुद को उड़ा लिया। एक उच्च अधिकारी ने कहा कि हमले में सात लोगों की मौत के अलावा 40 लोग घायल हुए हैं। सभी हमलावर भी मारे गए हैं।
खुफिया एजेंसियों के दफ्तर होने के नाते यह इलाका सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। जावेद का कहना है कि आतंकवादियों के निशाने पर आइएसआइ का दफ्तर था। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि धमाकों में सरकारी दफ्तरों का काफी नुकसान हुआ है।
हमले के बाद पुलिस और पाकिस्तानी रेंजरों ने घेर लिया। अभी यह भी साफ नहीं हो सका है कि इस वारदात को किस आतंकवादी समूह ने अंजाम दिया है क्योंकि अभी तक किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।

स्नोडेन को लेकर भ्रम की स्थिति
25 July 2013
मॉस्को। अमेरिका की किरकिरी बने मोस्टवांटेड व्हिसिल ब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि रूसी अधिकारियों ने उन्हें देश छोड़ने के लिए जरूरी दस्तावेज वकील के जरिये उपलब्ध करा दिए हैं। हालांकि, व्हिसिल ब्लोअर के वकील ने कहा है कि स्नोडेन को ऐसे कोई दस्तावेज नहीं दिए गए जिनकी मदद से ट्रांजिट लाउंज से बाहर आ सकें।
वकील का कहना था कि स्नोडेन अभी भी हवाई अड्डे पर ही हैं। अमेरिकी खुफिया कार्यक्रम प्रिज्म के संबंध में जानकारियां जुटाकर स्नोडेन हांगकांग पहुंच गए थे और वहीं से उन्होंने एक के बाद एक खुलासे कर अमेरिका के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी। स्नोडेन अमेरिका के लिए दूसरे असांजे बन चुके हैं। उन पर आपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। बोलीविया, निकारागुआ और वेनेजुएला ने उन्हें शरण देने की घोषणा कर दी है।
हालांकि, मॉस्को से सीधी फ्लाइट न होने की वजह से वह कुछ दिन यही रहना चाहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति सितंबर में रूस आ रहे हैं। पुतिन चाहते हैं कि स्नोडेन को अस्थायी शरण देने पर फिलहाल विचार न हो।
स्नोडेन के पास अब और राज नहीं:-
ओबामा प्रशासन ने दावा किया है कि स्नोडेन के पास अमेरिका को नुकसान पहुंचाने वाले और राज नहीं हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच में पाया गया है कि स्नोडेन के पास ईसीआइ नहीं है। यह वह जानकारी होती है, जिसे बेहद खुफिया रखा जाता है। अधिकारियों ने बताया कि उनके पास वह जानकारियां थी, जो बांटने के लिए रखी जाती हैं।

बुकर के प्रमुख दावेदारों में भारतीय मूल की झुंपा भी
25 July 2013
लंदन। भारतीय मूल की अमेरिकी लेखक झुंपा लाहिड़ी इस साल के मैन बुकर पुरस्कार की दौड़ में हैं। लाहिड़ी की पुस्तक 'द लोलैंड' को पुरस्कार के लिए चयनित 13 उपन्यासों में शामिल किया गया है।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने वाले लेखक को 50 हजार पौंड (करीब 45 लाख रुपये) दिए जाएंगे। उनकी यह पुस्तक इस साल सितंबर में प्रकाशित की जाएगी। लंदन के साहित्यक हलकों में इस पुस्तक को लेकर काफी चर्चा है और वे पुरस्कार की दौड़ में इस पुस्तक को सबसे आगे मान रहे हैं।
लाहिड़ी ने वर्ष 2000 में पुलित्जर पुरस्कार जीता था। उनका पहला उपन्यास नेमशेक पर मशहूर निर्देशक मीरा नायर ने इसी नाम से एक फिल्म भी बनाई थी। 1967 में लंदन में जन्मीं लाहिड़ी फिलहाल अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहती हैं। उनके माता-पिता पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।

आतंक के खिलाफ जंग में लक्ष्य से भटक गया अमेरिका
25 July 2013
वाशिंगटन। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को सहयोगी बनाकर अमेरिका अपने मुख्य लक्ष्य से भटक गया है। उन्होंने ओबामा प्रशासन से अपील की है कि उसे क्षेत्र में किसी भी नई पहल में भारत को भरोसे में लेना चाहिए। खास बात यह रही कि अंग्रेजी का विरोध करने वाले भाजपा अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम को अंग्रेजी में ही संबोधित किया। राजनाथ ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पिछले 10 वर्षो से पाकिस्तान को अपना सहयोगी बना रखा है, जिसके मिले-जुले नतीजे सामने आए हैं। इस दौरान तालिबान और अलकायदा के कई नेता और लड़ाके मारे भी गए लेकिन अफगानिस्तान के दक्षिण और पूर्व व पाकिस्तान के अंदर भी इनका दबदबा अभी मजबूत है। इसका मुख्य कारण है कि 2003-04 के बीच अमेरिका अपने अभियान को लेकर उदासीन हो गया था। इसी दौरान आतंकी संगठनों को मजबूत होने का मौका मिल गया। उन्होंने कहा कि आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन चुके पाकिस्तान के कुछ इलाकों की तरफ भी अमेरिका को ध्यान देना पड़ेगा। इसके बगैर वह आतंकवाद के खिलाफ जंग को जीतने के बारे में नहीं सोच सकता। अफगानिस्तान से फौज वापस बुलाने का फैसला अमेरिका को करना है लेकिन इस क्षेत्र में भारत एक मजबूत शक्ति है जिसे अमेरिकी कदम से अवगत कराना जरूरी है। उन्होंने पाकिस्तान से भी अपने यहां आतंकी ढांचे को नष्ट करने की अपील की है। राजनाथ ने कहा कि जब तक पाकिस्तान में मौजूद इन गिरोहों तथा इनके आकाओं के सुरक्षित पनाहगाहों को समाप्त नहीं किया जाता, तालिबान के खतरे को कम नहीं किया जा सकता। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत पिछले तीन दशकों से आतंकियों के निशाने पर है। 2001 में यहां संसद पर हमला हुआ। भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में कई बार आतंकी हमले हुए। ताजा मामला 26/11 का है। भारत सरकार के पास पुख्ता सुबूत हैं कि इन हमलों के साजिशकर्ताओं को पाकिस्तान में शरण मिली हुई है। संयोग से ओसामा बिन लादेन भी यहीं छिपा हुआ था। राजनाथ अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं। मंगलवार को कैपिटॅल हिल में आयोजित अफगान नीति पर व्याख्यान के दौरान उन्होंने यह बातें कहीं।
कुशीनगर में बामियान बुद्ध की प्रतिकृति बनाएंगे
राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बामियान बुद्ध की प्रतिकृति बनवाने की इच्छा जाहिर की है। कुशीनगर में ही गौतम बुद्ध को उनकी मृत्यु के पश्चात परिनिर्वाण प्राप्त हुआ था। बामियान बुद्ध वास्तव में छठी शताब्दी की बुद्ध की प्रतिमाएं हैं। मध्य अफगानिस्तान के हजारजत क्षेत्र के बामियान घाटी में स्थित प्रतिमा को तालिबान ने अपने शासन के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया था। राजनाथ ने कहा कि इस बात पर ध्यान दिलाना चाहूंगा कि मैं भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था, जब 2001 में अफगानिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक स्थल बामियान में तालिबान ने बुद्ध की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया था। भगवान बुद्ध की यह विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के, संयुक्त वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए साझा प्रतिबद्धता के प्रतीक के तौर पर मैं बामियान बुद्ध की प्रतिमा की प्रतिकृति उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्थापित करवाना चाहता हूं
गिलगिट बाल्टिस्तान में मानवाधिकार हनन का मामला भी उठाया
भाजपा अध्यक्ष ने जम्मू कश्मीर के गैरकानूनी कब्जे वाले गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र में मानवाधिकार के हनन और लोगों के दमन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भारत और अफगानिस्तान सिल्क रूट के जरिये एक दूसरे से पारंपरिक रूप से जुड़े हुए हैं। यदि आज अफगानिस्तान के साथ लगती 106 किलोमीटर की सीमा के साथ भारत का कोई जमीनी संपर्क नहीं है तो इसकी वजह यह है कि 1948 से जम्मू कश्मीर राज्य के इस ऐतिहासिक हिस्से पर पाकिस्तान का गैरकानूनी कब्जा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि गिलगिट और बाल्टिस्तान का उत्तरी क्षेत्र, जिसके लोगों को भीषण दमन और मानवाधिकार हनन का सामना करना पड़ रहा है, वह मध्य एशिया में भारत के लिए प्रवेश द्वार है। इसके साथ हमारे सदियों पुराने रिश्ते रहे हैं। भारत को गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र के जरिये मध्य एशिया में उचित पहुंच मिलनी चाहिए।

पाकिस्तान में 30 जुलाई को होंगे राष्ट्रपति चुनाव
25 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव तय समय से एक हफ्ता पहले 30 जुलाई को कराने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया। याचिका में रमजान के चलते चुनाव तिथि बदलने की अपील की गई थी।
चुनाव पहले कराने के अदालत के फैसले से कई सांसदों को पवित्र महीना रमजान से जुड़ी कई रीतियों को पूरा करने में सहूलियत होगी, जो निर्वाचन मंडल का हिस्सा हैं। इससे पहले चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि चुनाव छह अगस्त को होंगे जो रमजान के 27वें दिन पड़ता है।
पीएमएल-एन के अध्यक्ष रजा जफरूल हक ने मंगलवार को दायर याचिका में चुनाव की तारीख बदलने की अपील की थी। राष्ट्रपति चुनाव में नामांकन दाखिल करने की बुधवार को अंतिम तारीख थी। सत्तारूढ़ पीएमएल-एन की ओर से ममनून हुसैन जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की ओर से रजा रब्बानी ने इस्लामाबाद में नामांकन दाखिल किया। पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने पूर्व जज वजीहुद्दीन अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया है। स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन दाखिल किया है।
कराची के प्रमुख व्यवसायी और सिंध के पूर्व गवर्नर हुसैन प्रधानमंत्री शरीफ के पुराने वफादार हैं। भारत के ऐतिहासिक शहर आगरा में 1940 में जन्मे हुसैन विभाजन के बाद पाकिस्तान आ गए थे। राजनीतिक दलों के संख्याबल को देखते हुए उनका चुना जाना लगभग तय है। निर्वाचित होने पर वह देश के 11वें राष्ट्रपति बनेंगे। नामांकन पत्रों की जांच के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची 27 जुलाई को जारी की जाएगी। राष्ट्रपति का चयन चार प्रांतीय विधानसभाओं और संसद के सदस्यों द्वारा किया जाता है। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद हुसैन ने विपक्ष से उन्हें वोट देने की अपील की। नये राष्ट्रपति आठ सितंबर को पदभार ग्रहण करेंगे। वह आसिफ अली जरदारी का स्थान लेंगे।

अफगानिस्तान की हबीबा ने जीता मैगसेसे पुरस्कार
25 July 2013
मनीला। अफगानिस्तान की प्रथम और एकमात्र महिला गर्वनर हबीबा साराबी को इस बार मैगसेसे अवार्ड के लिए चुना गया है। पुरस्कार पाने वालों की सूची में म्यांमार की सामाजिक कार्यकर्ता लाहपेई सेंग भी शामिल हैं।
बुधवार को एशिया का नोबेल कहे जाने वाले रेमन मैगसेसे अवार्ड की घोषणा की गई। इस बार सामाजिक बदलावों में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए तीन लोगों और दो संगठनों को पुरस्कार के लिए चुना गया है। 57 वर्षीय हबीबा अफगानिस्तान के बामयान प्रांत की 2005 से गर्वनर हैं। उन्हें गरीबी और भेदभाव से प्रभावित प्रांत में शिक्षा व महिला अधिकारों को बढ़ावा देने और शरणार्थी शिविरों में मदद करने के लिए यह सम्मान दिया गया है। जबकि म्यांमार की 64 वर्षीय विधवा लाहपेई सेंग को सशस्त्र संघर्ष के पीड़ितों के पुर्नवास में मदद के लिए चुना गया है। फिलिपींस के 76 वर्षीय डॉक्टर एरनेस्टो डामिंगो को हेपेटाइटिस बी से लाखों की जान बचाने में अहम योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा इंडोनेशिया की भ्रष्टाचार निरोधी सरकारी संस्था कोमिसि पेम्बरांतासन कोरुप्सी और नेपाल के शक्ति समूह को मानव तस्करी रोकने और पुनर्वास के लिए यह अवार्ड दिया जाएगा। पुरस्कार के रूप में 50 हजार डॉलर (29 लाख रुपये) दिया जाता है। यह अवार्ड 31 अगस्त को मनीला में प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रैमन मैगसेसे के नाम से दिया जाता है। उनकी 1957 में विमान हादसे में मौत हो गई थी।

मिस्र में भारतीय राजदूत ने आयोजित की इफ्तार पार्टी
25 July 2013
काइरो। विकट हालात से गुजर रहे मिस्र में भारत के राजदूत नवदीप सूरी ने शांति का संदेश देने के उद्देश्य से रमजान के पाक महीने में इफ्तार पार्टी की मेजबानी की। इसमें मिस्र के कैबिनेट मंत्रियों सहित 180 शख्सियतों ने शिरकत की।
सूरी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में मिस्र के आइटी और दूरसंचार मंत्री आतिफ हेलमी ने कहा कि मिस्र आइटी और दूरसंचार के क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग के विस्तार का इच्छुक है। उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र में भारतीय निवेश का स्वागत करते हुए कहा कि भारत के अनुभवों से हमें लाभ होगा। इस मौके पर सूरी ने कहा कि मिस्र इस समय जिस महत्वपूर्ण मोड़ पर है उसमें शांति और सद्भाव की बहुत जरूरत है।
इफ्तार पार्टी में पूर्व प्रधानमंत्री एसाम शराफ, उपप्रधानमंत्री याहिया अल गमाल, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख मुहम्मद अब्दुल घर, विदेश मामलों की परिषद के प्रमुख मुहम्मद सलमवे समेत कई हस्तियां मौजूद थीं।

संबंधों को मजबूती देने भारत पहुंचे बिडेन
23 July 2013
नई दिल्ली। भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के मकसद से अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बिडेन सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे। अपने इस चार दिवसीय दौरे पर बिडेन रक्षा, व्यापार और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर देंगे।
सोमवार को नई दिल्ली स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बिडेन और उनकी पत्नी जिल का भारतीय विदेश सचिव रंजन मथाई और अमेरिका में भारत की राजदूत निरुपमा राव ने स्वागत किया। अपने इस दौरे पर बिडेन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वह अपने भारतीय समकक्ष हामिद अंसारी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वाराज से भी भेंट करेंगे। इससे पहले उन्होंने 2008 में सीनेटर के तौर पर भारत का दौरा किया था।
सूत्रों का कहना है कि 70 वर्षीय बिडेन का पूरा ध्यान आर्थिक व व्यापार संबंधों, ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और रक्षा जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। उनकी सभी बैठकें 23 जुलाई को निर्धारित की गई हैं। इसके बाद वह 24 और 25 जुलाई को मुंबई में उद्योगपतियों से मुलाकात करने के अलावा बांबे स्टाक एक्सचेंज में एक सभा को संबोधित करेंगे। उनकी पत्नी जिल का ताजमहल देखने का कार्यक्रम भी निर्धारित है, लेकिन बिडेन आगरा नहीं जाएंगे।

मिस्त्र की सेना ने मुर्सी को किया अगवा
23 July 2013
काइरो। मिस्त्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के परिवार वालों ने सेना पर देश के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति के अपहरण का आरोप लगाया है। यही नहीं परिजनों ने सेना प्रमुख के खिलाफ देश और देश के बाहर कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी है। हालांकि, सेना का कहना है कि सुरक्षा कारणों से मुर्सी को अज्ञात स्थान पर रखा गया है।
मुर्सी की बेटी शाइमा ने कहा कि वह सेना प्रमुख अब्देल फतेह-अल-सीसी और उनके समर्थकों के खिलाफ स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार कार्रवाई करेंगी। उन्होंने सैन्य प्रमुख और उनके समर्थकों को अपदस्थ राष्ट्रपति मुर्सी की सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार ठहराया।
बता दें कि 61 वर्षीय मुर्सी को बिना किसी आरोप के तीन जुलाई से अज्ञात स्थान पर रखा गया है। देश की पहली लोकतांत्रिक सरकार को सेना द्वारा अपदस्थ किए जाने के बाद मुर्सी के परिवार की ओर से दिया गया यह पहला बयान है। मुर्सी के बेटे ओसामा ने बताया कि उनका परिवार अपदस्थ राष्ट्रपति से आखिरी बार तीन जुलाई को मिला था। इसके बाद से उनसे किसी तरह का संपर्क नहीं हुआ है। गौरतलब है कि सेना प्रमुख अल सीसी ने चार दिन तक चले भारी विरोध प्रदर्शन के बाद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से हटा दिया था। मुर्सी की पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड ने नए सैन्य प्रशासन को मानने से इंकार कर दिया और उसके समर्थक राजधानी काइरा की गलियों में राष्ट्रपति की बहाली को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मिस्त्र के मानवाधिकार संगठन के निदेशक ने मुर्सी की गिरफ्तारी को कानूनन गलत करार दिया है। उनका कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के हिसाब से सिर्फ 48 घंटे तक ही किसी को हिरासत में रखा जा सकता है।

भूकंप से दहला चीन, 75 लोगों की मौत
23 July 2013
बीजिंग। उत्तर पश्चिमी चीन के गांसू प्रांत में तिब्बत के निकट सोमवार को दो बार आए शक्तिशाली भूकंप से 75 लोगों की मौत हो गई और 412 घायल हो गए। इससे हजारों मकानों के नष्ट हो जाने और भूस्खलन होने की भी खबर है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता क्रमश: 6.6 और 5.6 मापी गई।
गांसू प्रांतीय भूकंप ब्यूरो के मुताबिक 6.6 तीव्रता वाला भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 7.45 बजे मिनशियान और झांगशियान काउंटी में आया। शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि इस भूकंप का केंद्र गांसू की राजधानी लांझू से करीब 170 किलोमीटर दूर था। इसके बाद इसी क्षेत्र में सुबह 9 बजकर 12 मिनट पर भूकंप का एक और झटका महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.6 मापी गई। शिन्हुआ ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि भूकंप में 75 लोग मारे गए हैं। डिंग्सी प्रशासन की ओर से कहा गया है कि इस शहर में 73 लोगों की मौत हुई है जबकि दो लोगों की मौत पड़ोसी शहर लोंगनैन में हुई है। भूकंप में करीब 21 हजार घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भूकंप की वजह से कई इलाकों में दूरसंचार सेवा बाधित है। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस और सेना के जवानों को भेजा गया है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक भूकंप प्रभावित इलाके में 500 तंबू भेज दिए गए हैं। हालांकि मौसम विभाग ने इलाके में तेज बारिश होने की आशंका जताई है, जिससे राहत कार्य बाधित हो सकता है। मिनशियान काउंटी में लोगों ने बताया कि क्षेत्र में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए और उन्होंने वृक्षों और मकानों को हिलते हुए देखा। उनका कहना है कि क्षेत्र में करीब एक मिनट तक झटका महसूस किया गया।

इराक की जेल से सैंकड़ों अल कायदा आतंकी फरार
23 July 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद के दो जेलों में बीती रात हुए हमलों के बाद वहां से 500 आतंकी समेत कई कैदी फरार हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि जो आतंकी फरार हुए हैं वह अधिकतर अल कायदा के सदस्य हैं। सुरक्षाकर्मी और कैदियों के बीच हुए संघर्ष में 36 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई, जबकि कई आतंकी भी घायल हुए हैं।
जेल अधिकारियों के अनुसार हमलावरों ने राजधानी के पश्चिम में अबु गरेब और उत्तर में स्थित ताजी जेल पर हमला किया था। माना जा रहा है कि आतंकी गुट अल कायदा ने जेल में बंद अपने साथियों को छुड़ाने के लिए यह हमला किया। हमलावर जेल के कंपाउंड की सुरक्षा को भेदकर जेल के अंदर घुस गए और मोर्टार एवं रॉकेट चालित ग्रेनेड की मदद से जेल के सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया।
इस बीच, विस्फोटकों से लदी जैकेट पहने कई आतंकी जेल के अंदर घुस गए और अपने साथियों को छुड़ा ले गए।

पाकिस्तान यात्रा के लिए करजई ने रखीं शर्ते
23 July 2013
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तान की ओर से इस्लामाबाद आने के आमंत्रण पर उदासीन प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण होते संबंधों को सुधारने को लेकर होने वाली उच्च स्तरीय वार्ता के लिए शर्ते रखी हैं।
पाकिस्तान ने रविवार को अपने शीर्ष राजनयिक को तालिबान के साथ समझौते को लेकर अफगानिस्तान के प्रयासों में मदद के लिए भेजा था ताकि वहां 12 वर्षो से जारी संघर्ष का अंत हो सके। पाकिस्तानी विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने करजई और अफगानी विदेश मंत्री जलमाई रसूल से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का आमंत्रण उन्हें सौंपा। शरीफ इस सिलसिले में पहले ही दो बार करजई से फोन पर वार्ता कर चुके हैं। सोमवार को राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि करजई ने सैद्धांतिक तौर पर आमंत्रण स्वीकार कर लिया है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्ते रखी गई हैं। इसमें कहा गया है कि शीर्ष स्तरीय प्रतिनिधिमंडल तभी पाकिस्तान की यात्रा पर जा सकता है जब बातचीत का एजेंडा पूरी तरह स्पष्ट हो। साथ ही गंभीर मसलों-आतंकवाद और शांति प्रक्रिया को प्रमुखता दी जाए।
पश्चिमी देशों का मानना है कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए पाकिस्तान का समर्थन जरूरी है। मगर दोनों पड़ोसी देशों के बीच अविश्वास बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्तान पर तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों की मदद करने का आरोप लगता रहा है। हाल ही में तालिबान द्वारा कतर स्थित अपना राजनीतिक कार्यालय अस्थायी रूप से बंद कर देने से शांति वार्ता की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों को भी झटका लगा है। गौरतलब है कि अगले साल के आखिर में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी और अप्रैल में अफगानी राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए शांति वार्ता को नए सिरे से शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है।

लंदन में भारतीय प्रोफेसर सम्मानित
23 July 2013
लंदन। प्रख्यात नाटककार विलियम शेक्सपियर की 38 कृतियों का पंजाबी में अनुवाद करने पर यहां पर भारतीय प्रोफेसर सुरजीत हंस को सम्मानित किया गया है। यहां के इलिंग मेयर पार्लर में उन्हें सम्मान स्वरूप 18वीं सदी के कवि एवन की प्रतिमा भेंट की गई।
82 वर्षीय हंस को यह सम्मान इलिंग के मेयर कमलजीत ढींढसा और लेबर पार्टी के उपनेता रणजीत धीर ने प्रदान किया। अमृतसर स्थित गुरु नानकदेव विश्वविद्यालय में इतिहास के प्रोफेसर हंस ने बताया कि इस समय वह चा‌र्ल्स डारविन की किताब 'द ओरिजिन ऑफ स्पेशीज' का पंजाबी में अनुवाद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह यह सम्मान पाकर काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। रविवार रात आयोजित इस सम्मान समारोह में लेबर पार्टी के सांसद वीरेंदर शर्मा, प्रमुख वकील हरि सिंह समेत कई हस्तियां मौजूद थीं।

अफगानिस्तान-पाक में अब बम नहीं गिराएंगे अमेरिकी ड्रोन
23 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ड्रोन विमानों के बेड़े को अफगानिस्तान, पाकिस्तान एवं यमन से हटाकर दुनिया के दूसरे हिस्सों में तैनात करने जा रहा है। अभी ये स्पष्ट नहीं है कि तालिबान आतंकियों के लिए काल बन चुके ये मानवरहित विमान कहां तैनात होंगे, लेकिन यह तय है कि अब ये अफगानिस्तान और पाकिस्तान में बम नहीं बरसाएंगे। मिसाइलें बरसाने के बजाय ये विमान अब जासूसी करेंगे। इस निर्णय से पाक और अफगान सरकार राहत की सांस लेंगी।
द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार ड्रोन का इस्तेमाल हथियारबंद समूहों, तस्करों, समुद्री डाकुओं और इसी तरह के लक्ष्यों के खिलाफ करेगी। ओबामा प्रशासन ने अफ-पाक-यमन में ड्रोन हमले कम करने के साथ ही इन्हें दूसरे ठिकानों पर तैनात करना शुरू कर दिया है
पोस्ट ने लिखा है कि ड्रोन विमानों की तैनाती के अगले चरण में आतंकवादियों को मारने के बजाय जासूसी पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। इससे पेंटागन की निगरानी का दायरा बढ़ जाएगा। पिछले एक दशक से भी अधिक ज्यादा समय में पेंटागन ने 400 से अधिक प्रिडेटर, रीपर्स, हंटर और अन्य अधिक उंचाई पर उड़ान भरने वाले ड्रोन विमानों से आतंकवाद विरोधी अभियानों में क्रांतिकारी कामयाबी हासिल है।
ड्रोन हमलों के जरिए अलकायदा और तालिबान के शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया गया था। अमेरिका ने 2004 से पाकिस्तान में 350 ड्रोन हमले किए। हालांकि, इन हमलों में कई निर्दोष लोगों की जान भी गई। पाकिस्तान और अफगानिस्तान सरकार ने कई बार इनकी खिलाफत भी की।
अमेरिकी सरकार के इस निर्णय से इन देशों से संबंध भी सुधरने की पूरी उम्मीद है। अफगानिस्तान से सेना के साथ कुछ ड्रोन घर वापस भी लौट आएंगे। हाल ही में ईरान के लड़ाकू विमानों ने अपने वायु सीमा के पास आ गए ड्रोन विमानों का पीछा किया था।

भारत-भूटान दोस्ती को नई खुशबू देंगे शेरिंग
23 July 2013
नई दिल्ली। भूटान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने भारत से दशकों पुरानी दोस्ती को नई खूशबू देने की योजना बनाई है। पिछले साल चीन से भूटान की वार्ता के बाद दोनों पड़ोसियों में तनातनी हुई थी। अब तोबगे पुरानी बातों को भूलकर आगे बढ़ेंगे। गरीबों की समस्या का हवाला देते हुए उन्होंने भारत से गैस आपूर्ति दोबारा शुरू करने की मांग भी की है।
तोबगे ने एजेंसी से साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का न्यौता स्वीकार कर लिया है और वह जल्द भारत आएंगे। शेरिंग की पार्टी पीडीपी इसी महीने हुए चुनाव में दो तिहाई बहुमत से चुनाव जीत कर आई है। उन्होंने कहा कि अभी हमने सरकार का गठन नहीं किया है। इसके बावजूद भारतीय राजदूत से हमारी गैस सब्सिडी के मसले पर सौहार्दपूर्ण वार्ता हुई है।
भारत ने चुनाव से ठीक पहले सब्सिडी बंद कर दी थी। चीन के पूर्व पीएम वेन जियाबाओ से जिग्मे थिनले ने रियो में मुलाकात की थी। इस वार्ता के बाद भूटान को चीन से 20 बसें मिली थीं। यह भारत को चौंकाने वाली मुलाकात थी। शेरिंग ने कहा कि रियो में हुई वह मुलाकात सुरक्षा परिषद में सीट पर समर्थन के लिए थी।
नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री के अनुसार भूटान की जनता भारत सरकार और वहां के लोगों की आभारी है। वह पिछले पांच दशक से हमारी मदद कर रहे हैं और उम्मीद है कि यह आगे भी जारी रहेगी। चीन के साथ रिश्तों पर शेरिंग ने कहा कि हमारी उत्तरी सीमाएं आपस में मिलती हैं। सीमाओं का निर्धारण अभी तक नहीं हुआ। हमारी सरकार इस काम को जल्द से जल्द खत्म करने की कोशिश करेगी।
गैस सब्सिडी बहाल करने पर भारत में चर्चा
नई दिल्ली। भूटान को गैस और केरोसीन सब्सिडी दोबारा चालू करने के लिए विदेश मंत्रालय ने चर्चा शुरू कर दी है। विदेश सचिव रंजन मथाई की अध्यक्षता में तेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर वार्ता हुई है। भूटान ने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से कहा था कि सब्सिडी बंद होने से उनके यहां ईधन के दाम बहुत बढ़ रहे हैं। इसे जल्द दोबारा शुरू किया जाए।

पाकिस्तान में महिलाओं के अकेले बाजार जाने पर रोक
23 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में मौलवियों और कबीलाई नेताओं ने रमजान महीने के दौरान महिलाओं के बाजार में अकेले जाकर खरीदारी करने पर रोक लगा दी है। नए फरमान के मुताबिक, महिलाएं केवल पुरुषों के साथ ही खरीदारी के लिए जा सकेंगी।
प्रांत के करक जिले की एक मस्जिद में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया और इसकी घोषणा लाउडस्पीकर के जरिए की गई। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रमजान के समाप्त होते ही यह रोक हटा ली जाएगी या नहीं। मौलाना मिर्जाकीम ने कहा, 'हमने तय किया है कि महिलाएं पुरुष रिश्तेदारों को साथ लिए बिना बाजार नहीं जाएंगी। अकेली जाने वाली महिलाओं को पुलिस को सौंप दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि महिलाएं अश्लीलता फैलाती हैं और रमजान के दौरान पुरुषों के रोजे खराब करती हैं।
वहीं एक दुकानदार ने इस बात की आशंका जाहिर की है कि इस प्रतिबंध से उनके कारोबार और मजहब की साख पर बुरा असर पड़ेगा। कारोबारी मुनव्वर खान ने कहा कि हमने कभी भी इस तरह के प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया है। हम मौलवियों के इस फैसले के खिलाफ जल्द ही एक बैठक करने जा रहे हैं।
पाकिस्तान के कबीलाई इलाकों में ज्यादातर महिलाएं अपने सिर और बदन को ढंक कर रखती हैं। लोगों का मानना है कि रमजान के पवित्र महीने में पुरुषों का ध्यान न भटके, इसलिए महिलाओं को खुद को ढंक कर रखने को कहा जाता है।

इराक में बम धमाकों में 32 की मौत, 96 घायल
23 July 2013
बगदाद। राजधानी बगदाद में शनिवार को हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों में 32 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 96 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गृह मंत्रालय के सूत्र ने बताया कि ये सभी धमाके कार में हुए थे।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि धमाके उस समय हुए जब लोग पूरा दिन रमजान के बाद शाम को कॉफी शॉप में बैठे थे और कुछ खरीददारी करने के लिए शहर के सबसे व्यस्त बाजार में निकले थे। न्यू बगदाद डिस्ट्रिक्ट में एक कार में हुए जोरदार बम विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए। एक दूसरे हमले में सरकार समर्थित साहवा अर्धसैनिक समूह के स्थानीय नेता सहित चार लोगों की मौत हो गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार विस्फोट बगदाद से करीब तीस किमी दूर अल-मदैन इलाके में हुआ। इससे पहले शिया बहुल जिलों करादाह, न्यू बगदाद, तोबजी, शुरता अल राबिया, मोवासालाह, उम अल तुबोल और जाफरानिया में हुए बम धमाकों में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 77 लोग घायल हो गए। ये सभी धमाके जुमे की नमाज के बाद हुए।

35 साल पहले मार्टिन की जगह मैं भी हो सकता था
22 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अश्वेत किशोर ट्रेवॉन मार्टिन की हत्या के मामले में अदालत के फैसले पर पहली बार टिप्पणी करते हुए कहा है कि 35 साल पहले मैं भी उसकी जगह हो सकता था। अश्वेतों के साथ जातीय भेदभाव की बात स्वीकार करते हुए ओबामा ने कहा कि अमेरिका में शायद ही कोई ऐसा अश्वेत होगा, जिसने इसका अनुभव न किया हो। मार्टिन की हत्या की खबर सुनकर मेरे मुंह से बस यही निकला था कि इसकी जगह मेरा बेटा भी हो सकता था।
फरवरी, 2012 में फ्लोरिडा में निहत्थे अश्वेत मार्टिन (17) की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के अभियुक्त जॉर्ज जिमरमैन (29) ने आत्मरक्षा में मार्टिन पर गोली चलाने की दलील दी थी। पिछले हफ्ते फ्लोरिडा की अदालत ने उसकी इस दलील स्वीकारते हुए उसे बरी कर दिया। फैसले के बाद अमेरिका के कई शहरों में प्रदर्शन हुए थे।
ओबामा ने कहा कि इस मामले से अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिकों को दर्द महसूस हुआ। वे ऐसी घटना को खुद से जोड़कर देखते हैं। वे जानते हैं कि कानून के पालन में जातीय भेदभाव होता है। इसी तरह का अपराध किसी गोरे किशोर ने किया होता तो शायद इसका नतीजा कुछ और होता। राष्ट्रपति ने अपने साथ हुए जातीय भेदभाव के अनुभवों को भी साझा किया और कहा कि यहां केवल कुछ ही ऐसे अफ्रीकी-अमेरिकी होंगे, जिन्होंने सड़कों से गुजरते वक्त भेदभाव का अनुभव नहीं किया होगा। लोग उनके आते ही कार के दरवाजे लॉक कर देते हैं। एलीवेटर पर अश्वेत को देखते ही महिला अपने पर्स को घबराहट के साथ पकड़ लेती है।
ओबामा ने ट्रेवॉन के माता-पिता की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इस फैसले पर बेहद मर्यादित प्रतिक्रिया दी। हालांकि, उन्होंने कहा कि हर पीढ़ी के साथ जातीय रिश्तों में सुधार हो रहा है।
ट्रेवॉन के माता-पिता ट्रेसी मार्टिन और साइब्रिना फुल्टन ने एक बयान में कहा कि वे राष्ट्रपति ओबामा के इस बयान से खुद को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम ऐसा भविष्य चाहते हैं कि जब कोई बच्चा सड़क पर जाए तो उसे इस बात की चिंता न करनी पड़े कि लोग उसके रंग और कपड़ों की वजह से खतरनाक समझ रहे हैं।

अफगानिस्तान में 29 तालिबान आतंकी ढेर
22 July 2013
काबुल। अफगानिस्तान सरकार ने कहा है कि तालिबान और सुरक्षा बलों के बीच शुक्रवार सुबह से जारी मुठभेड़ में अब तक 29 आतंकी मारे गए हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमले में खोस्त प्रांत के सपेरा जिले के मेयर सहित छह लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक गजनी, हेरात, नंगरहार और खोस्त प्रांतों में अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बल और गठबंधन बलों के संयुक्त अभियान में कम से कम 20 सशस्त्र तालिबान आतंकी मारे गए हैं। इसके अलावा 12 आतंकी जख्मी हुए जबकि 6 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।
शिन्हुआ ने अफगानिस्तान के गृहमंत्री के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शनिवार को कुंडुज प्रांत के चारदारा जिले में तालिबान के हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया और दो आतंकी मारे गए।

मुर्सी समर्थकों और विरोधियों में संघर्ष, तीन मरे
22 July 2013
काइरो। मिस में अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़पों में तीन महिलाओं की मौत हो गई है। चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े सूत्रों की ओर से शनिवार को यह जानकारी दी गई। सेना द्वारा हिंसक विरोध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी के बावजूद यह घटना हुई है।
मंसूरा शहर में एक अस्पताल के अधिकारी अदेल सईद ने बताया कि शुक्रवार को मुर्सी समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़पों में सात लोग घायल भी हुए हैं। इस घटना में घायल हुए मुर्सी के एक समर्थक ने फोन पर बताया कि हजारों मुर्सी समर्थक शहर की सड़कों पर मार्च कर रहे थे तभी उन पर बंदूक, चाकू और पत्थरों से हमला कर दिया गया। लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित मिस्र के पहले राष्ट्रपति मुर्सी को सेना द्वारा अपदस्थ किए जाने के बाद से वहां तनाव व्याप्त है। शुक्रवार को विरोधियों ने कई शहरों में प्रदर्शन किया। जबकि हजारों लोगों ने मुर्सी को राष्ट्रपति पद पर फिर से बहाल करने की मांग करते हुए काइरो में रैली निकाली।
इस बीच मिस्र के नए विदेश मंत्री नाबिल फाहमी ने कहा है कि उनके देश का सीरिया के खिलाफ जिहाद प्रारंभ करने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि उनका यह भी कहना है कि मिस्र अब भी सीरियाई लोगों की स्वतंत्रता की इच्छा का समर्थन करता है।

' पाक: संघर्ष में 15 आतंकियों और चार सुरक्षालों की मौत
22 July 2013
पेशावर। पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम अशांत खैबर कबायली क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच छिड़े संघर्ष में 15 आतंकी मारे गए जबकि चार सुरक्षाबलों की भी मौत हो गई।
खैबर के जोआ खरमतंग इलाके में आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद बीती रात सुरक्षाबलों ने इलाके से शांतिपूर्ण तरीके से आतंकियों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। इस ऑपरेशन को खैबर-2 नाम दिया गया।
बीती रात शुरू हुए इस ऑपरेशन में चार सुरक्षाबलों शहीद हो गए। इस ऑपरेशन को मुख्य तौर पर इलाके से आतंकियों और उनके ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए शुरू किया गया था। सेना अब तक शुरगढ़ और शेरगढ़ इलाके में आतंकियों का सफाया कर चुकी है। साथ ही आतंकियों के दो ठिकानों को भी नष्ट कर चुकी है। गौरतलब है कि तालिबान ने भी यहां अपना कब्जा जमाया हुआ है। सेना हाल ही में सामरिक ऊंचाइयों पर कब्जा करने वाले आतंकवादियों को यहां से बाहर निकाल चुकी है।

' चीन के बीजिंग एयरपोर्ट पर बम विस्फोट
22 July 2013
शंघाई। बीजिंग एयरपोर्ट पर शनिवार शाम को बम विस्फोट होने की सूचना मिली हैं। सरकारी मीडिया ने चश्मदीदों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बताया कि एयरपोर्ट के टर्मिनल तीन पर विस्फोट की आवाज सुनी गई।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने भी इस विस्फोट की खबर दी। हालांकि किसी के हताहत होने की अभी कोई खबर नहीं है। सरकारी सीसीटीवी ने विस्तृत जानकारी दिये बगैर खबर दी कि व्हीलचेयर पर बैठे एक व्यक्ति ने विस्फोट किया।।

मेल-मिलाप से ही अफगानिस्तान में शांति संभव: अमेरिका
22 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने शनिवार को कहा कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने का एकमात्र उपाय मेल-मिलाप है। साथ ही तालिबान से पूछा है कि वह शांति वार्ता को किस प्रकार आगे बढ़ाना चाहता है।
ह्वाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने संवाददाताओं से कहा, हमारा मानना है कि मेल-मिलाप ही अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने का आखिरी रास्ता है। अफगानियों को अपने देश के लोगों से ही बातचीत करनी होगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दोहा स्थित तालिबान का राजनीतिक कार्यालय एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मेल-मिलाप की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है। लेकिन इस बात का निर्णय तालिबान को लेना है कि वह इस दिशा में आगे बढ़ना चाहता है कि नहीं। यदि वह ऐसा नहीं करता है तो भी अमेरिका शांति वार्ता के रास्ते तलाशना जारी रखेगा। हालांकि अंतिम रूप से तालिबान को ही यह विकल्प चुनना है। गौरतलब है कि तालिबान ने कतर स्थित अपना कार्यालय अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।

ब्रिटेन में सार्वजनिक स्थलों पर थूकना अपराध माना जाएगा
22 July 2013
लंदन। ब्रिटेन में सार्वजनिक स्थलों पर इधर उधर थूकना अब महंगा पड़ सकता है। वहां इस तरह का कानून बनाया जा रहा है जिसके तहत सार्वजनिक स्थलों पर उधर-उधर थूकने को अपराध माना जाएगा। सबसे पहले इस कानून को राजधानी लंदन से शुरू किए जाने की योजना है।
कम्यूनिटी एण्ड लोकल गवर्नमेंट मिनिस्टर एरिक पिकेल्स ने उत्तरी लंदन के एनफिल्ड कौंसिल के लिए इस कानून को लेकर अस्थाई मंजूरी दे दी है। उन्होंने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस तरह की हरकत कतई स्वीकार्य नहीं है।
पिकेल्स ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर थूकना असामाजिक और बुरी बात है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में सड़कों पर थूकना कतई स्वीकार्य नहीं है। इस कानून को सत्ता और विपक्ष सभी का समर्थन हासिल है।

अमेरिका में भी लोगों का गर्मी से हाल बेहाल
22 July 2013
न्यूयॉर्क। ब्रिटेन के साथ-साथ अमेरिका के लोग भी गर्मी से बेहाल हैं। अमेरिका का पूरा उत्तर पूर्वी इलाका गर्मी की मार झेल रहा है। मौसम विभाग ने सप्ताहांत तक भीषण गर्मी पड़ने की चेतावनी दी है।
न्यूयॉर्क में इस सप्ताह की शुरुआत से ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है, जिससे लोग भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से परेशान हैं। दिन में जहां तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है वहीं रात में तापमान में गिरावट से थोड़ी राहत रहती है। न्यूयॉर्क में भीषण गर्मी के चलते एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए लोगों को जरूरी उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि शहर में दोपहर के समय भयंकर लू चलती है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और दिन में घर से कम से कम निकलने की सलाह दी जा रही है। उन्हें एसी में रहने को कहा जा रहा है। बुजुर्गो और जरूरतमंदों के लिए शहर में 420 वातानुकूलित केंद्र [कूलिंग सेंटर] खोले गए हैं। इन वातानुकूलित केंद्रों में लाइब्रेरी और सामुदायिक केंद्र भी शामिल हैं। कुछ इमारतों और होटल के बाहर लोग पानी की बोतलें बांट रहे हैं।

अमेरिकी शहर डेट्रॉयट ने की दिवालिया घोषित करने की गुजारिश
22 July 2013
डेट्रॉयट। कभी व्हीकल फैक्ट्रियों के लिए मशहूर शहर डेट्रॉयट अब अपनी बदहाली पर रो रहा है। कभी इस शहर को मोटर सिटी के नाम से जाना जाता था। लेकिन अब यह सिटी कर्जदार के रूप में जानी जाती है। जी हां। आपको भी जानकर आश्चर्य हो दरअसल, शहर के ऊपर 18 अरब डॉलर का कर्ज है। जिसको चुकाने के लिए प्रशासन के पास पैसे नहीं है। ऐसे में शहर की तरफ से नियुक्त इमरजेंसी मैनेजर केविन ओर ने अदालत के सामने दिवालियापन की अर्जी दाखिल की है।
अगर अदालत यह अर्जी मंजूर कर ली जाती है तो सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अपनी संपत्ति को बेचकर कर्जदारों का पैसा चुका पाएगा। ओर ने कहा कि दिवालियापन की अर्जी शहर की बेहतरी के लिए उठाया गया पहला कदम है। वहीं मेयर देव बिंग ने कहा कि शहर के लोगों को एक नई शुरुआत करनी होगी। हालांकि नगर प्रशासन के खिलाफ डाली गई याचिका में इस तरह की अर्जी को नामंजूर करने की अपील कोर्ट से की गई है। सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कर्जदारों से अपील की थी कि वह अपने प्रति डॉलर कर्ज के बदले में 10 सेंट्स ले लें क्योंकि शहर के पास पैसे नहीं बचे हैं। लेकिन दो पेंशन फंड इस शर्त के लिए तैयार नहीं हुए।
इस बीच आशंकाओं से भरे इस शहर में कुछ लोगों का कहना है कि इसका असर शहर के व्यापार और उद्योग पर पडे़गा। लेकिन फोर्ड मोटर्स ने इस तरह की किसी बात से इंकार किया है। उधर प्रशासन ने भी कहा है कि वह अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देना बंद नहीं करेगा। इस शहर से लोगों का पलायन करना लगातार जारी है जिसका असर यहां के उद्योगों पर भी पड़ रहा है। मोटर उद्योग की हालत खस्ता होने की वजह से शहर की आमदनी बेहद कम हो गई है। इस बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह पूरे मसले पर अपनी नजर रखे हुए, समय आने पर इस बाबत निर्णय लिया जाएगा।।

लिट्टे को मिल रही आर्थिक सहायता रोकने में मदद करे ईयू
22 July 2013
कोलंबो। श्रीलंका ने कहा है कि यूरोपीय संघ (ईयू) को इस बात की निगरानी करनी चाहिए कि लिट्टे के मुखौटा संगठन उसे सहायता राशि उपलब्ध नहीं करा सकें। श्रीलंका के विदेश मंत्री जीएल पेइरिस ने अपने देश के दौरे पर आए ईयू सांसदों की छह सदस्यीय टीम से वार्ता के दौरान इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया।
पेइरिस ने इस मौके पर यूरोपोल की इस साल की टेरेरिस्ट सिचुएशन एंड ट्रेंड रिपोर्ट का हवाला दिया। इसमें कहा गया है कि ंलिट्टे अब भी सक्रिय है और विभिन्न देशों में विशेष समुदाय से आर्थिक लाभ हासिल कर रहा है। ईयू ने लिट्टे को 2007 में आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। पेइरिस ने कहा कि ईयू के प्रतिनिधि श्रीलंका सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यो को खुद देख रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल ने तमिल बहुल उत्तरी इलाके में सितंबर में होने वाले प्रांतीय परिषद के चुनावों को शांतिपूर्ण माहौल में कराए जाने की अपील की है।
भारत सहित ईयू के अधिकांश देशों ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ तमिलों के मुद्दे पर अमेरिका द्वारा प्रायोजित प्रस्ताव के संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पारित हो जाने का स्वागत किया है। इस प्रस्ताव में श्रीलंका सरकार से मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों की स्वतंत्र एवं विश्वसनीय जांच कराने का आग्रह किया गया है।

भारत में नहीं रची गई संसद व मुंबई हमले की साजिश
20 July 2013
इस्लामाबाद। भारत ने इस बात से इन्कार किया है कि उसके एक पुलिस अधिकारी सतीश वर्मा ने इस आशय का कोई भी बयान दिया है, जिसमें कथित तौर कहा गया है कि वर्ष दो हजार आठ में मुंबई और 2001 में भारतीय संसद पर हमले की साजिश तत्कालीन सरकार ने रची थी। शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एजाज चौधरी ने यह जानकारी दी।
बकौल चौधरी, अपनी प्रारंभिक प्रतिक्रिया में भारत सरकार ने इस तरह की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। चौधरी के मुताबिक, 'नई दिल्ली ने हमें सूचित किया है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सतीश वर्मा ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। उसने इस प्रकार का कोई दावा नहीं किया है।'
उनका कहना था, 'मीडिया में खबर आने के बाद हमने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के जरिये भारत सरकार से संपर्क कर दोनों आतंकी हमलों के बारे में भारतीय अधिकारी के तथाकथित रहस्योद्घाटन के बारे में स्पष्टीकरण मांगा था।'
एक सवाल के जवाब में चौधरी ने कहा कि हम भारत से इस बारे में विस्तृत विवरण देने का आग्रह करेंगे। गुरुवार को सूचना मंत्री परवेज राशिद ने कहा था कि भारत से प्रतिक्रिया मिलने के बाद पाकिस्तान इस विषय पर जवाब देगा। दरअसल, इशरत जहां मुठभेड़ मामले की जांच को लेकर गृह मंत्रालय के पूर्व अधिकारी आरवी मणि द्वारा लिखे गए पत्र की बात सामने आने पर यह विवाद खड़ा हुआ है। मणि के पत्र के साथ एक संलग्नक भी था। जिसमें मणि ने लिखा था कि इशरत जहां मुठभेड़ मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी सतीश वर्मा ने दावा किया था कि संसद एवं मुंबई, दोनों आतंकी हमले की साजिश तत्कालीन सरकार ने रची थी। जबकि पाकिस्तान स्वीकार कर चुका है कि मुंबई हमले (26/11) की साजिश उसकी सरजमीं पर ही रची गई।
हमले के मामले में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी उर रहमान लखवी समेत सात संदिग्धों के खिलाफ पाकिस्तान की एक अदालत में मुकदमा चल रहा है। भारतीय संसद पर हुए हमले के लिए लश्कर और जैश-ए-मुहम्मद को जिम्मेदार ठहराया जाता है।

पाकिस्तान में हिंदू युवतियां सबसे ज्यादा असुरक्षित
20 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में हिंदू युवतियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। अमेरिका की एक स्वतंत्र संस्था द्वारा तैयार की गई रपट के मुताबिक पाकिस्तान में हिंदू युवतियां दुष्कर्म की सबसे ज्यादा शिकार हो रही हैं। मुल्क में ईसाई, अहमदिया और शिया समुदायों की स्थिति भी बदतर है।
अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर गठित अमेरिकी आयोग की रपट के मुताबिक पाकिस्तान में पिछले 18 महीनों में हिंदू युवतियों के साथ दुष्कर्म की सात घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसी दौरान हिंदू समुदाय पर हमले की 16 वारदातों में दो लोगों की मौत हो गई। अमेरिकी आयोग की रपट के मुताबिक इन 18 महीनों में सिख समुदाय पर भी तीन हिंसक हमले किए गए। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह रपट 'पाकिस्तान धार्मिक हिंसा प्रोजेक्ट' के नाम से तैयार की गई है।
हिंदू समुदाय के बाद सबसे ज्यादा ईसाई युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं। निर्धारित अवधि में पांच ईसाई युवतियों के साथ दुष्कर्म किया गया। पिछले डेढ़ साल में इस समुदाय पर 37 हमले किए गए जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 36 घायल हो गए। रपट के मुताबिक पिछले 18 महीनों में विभिन्न सामुदायिक गुटों के बीच हिंसा की 203 घटनाएं हुई, जिनमें 717 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सबसे ज्यादा (635) शिया मुस्लिम थे।
अपहृत हिंदू लड़की बचाई गई
कराची में अपहृत साढ़े तीन साल की एक हिंदू लड़की को छुड़ा लिया गया है। उसके चारों अपहरणकर्ता पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। डॉक्टर दंपति की बेटी माही सचदेव का 13 जुलाई को उसके नौकर रानो ने हॉस्पिटल की डॉक्टर्स मेस से अपहरण कर लिया था। माही को छोड़ने के एवज में अपहर्ताओं ने पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी।
महिलाओं के अकेले बाजार जाने पर पाबंदी
पेशावर। पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में महिलाओं के अकेले बाजार जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। उलमाओं की एक समिति ने फरमान जारी किया है कि महिलाएं तभी बाजार जा सकती हैं, जब उनका कोई नजदीकी रिश्तेदार जैसे भाई या बेटा उनके साथ हो। उलमाओं ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस से इस फैसले को लागू कराने की भी मांग की है। अधिकारियों ने हालांकि इससे इन्कार कर दिया है।

लश्कर-ए-झांगवी के आत्मघाती दस्ते का प्रमुख गिरफ्तार
20 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-झांगवी के आत्मघाती दस्ते के प्रमुख मासूम बिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। बिला पर देशभर में कई आतंकी हमलों का अंजाम देने का आरोप है।
जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के इंटेलीजेंस ब्यूरो ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इस गिरफ्तारी की जानकारी दी। सुरक्षा एंव खुफिया एजेंसियों को बिला की लंबे समय से तलाश थी। प्रधानमंत्री को बताया गया है कि पूछताछ में बिला ने सिंध हाई कोर्ट के जज मकबूल बकर पर कराची में हमले के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। उसने यह भी बताया कि लश्कर-ए-झांगवी मुल्क में कई आंतकी हमलों की तैयारी कर रहा है। लश्कर-ए-झांगवी ने अल्पसंख्यक शिया और हजारा समुदाय को निशाना बनाकर किए गए कई हमलों की जिम्मेदारी ली थी। नवाज शरीफ ने आइबी को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि आतंकी संगठनों को कौन हथियार मुहैया करा रहा है?

हसीना सरकार व मुहम्मद यूनुस के बीच फिर तकरार
20 July 2013
ढाका। नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस और बांग्लादेश सरकार के बीच एक बार फिर तकरार शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री शेख हसीना की टिप्पणी पर जारी बयान वापस नहीं लेने पर प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से यूनुस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
मीडिया में जारी बयान में प्रधानमंत्री कार्यालय [पीएमओ] ने कहा है कि यूनुस के विचारों व कार्यो को प्रचारित करने वाली उनकी संस्था अपुष्ट खबरों के आधार पर बयान जारी कर देश की प्रधानमंत्री को अपमानित करने की कोशिश कर रही है। पीएमओ की यह प्रतिक्रिया यूनुस सेंटर के उस बयान के दो दिन बाद आई, जिसमें शेख हसीना द्वारा हाल में की गई टिप्पणी की निंदा की गई थी।
कुछ अखबारों में प्रकाशित खबर में हसीना के हवाले से कहा गया था कि नार्वे की टेलीनॉर कंपनी ने यूनुस के लिए लॉबिंग की और भारी भरकम धनराशि क्लिंटन फाउंडेशन को दान में दी, जिसके कारण उन्हें वर्ष 2006 में नोबल पुरस्कार मिल सका। यही नहीं कई ताकतवर देश भी यूनुस को सहारा दे रहे हैं। हालांकि बयान में यह स्पष्ट करते हुए पीएमओ ने कहा कि नोबल विजेता की प्रतिष्ठा धूमिल करने की सरकार की कोई मंशा नहीं है। यूनुस सेंटर की ओर से गलत प्रचार किया जा रहा है, यह सरकार और नोबल विजेता का अपमान है। मंगलवार को सेंटर की ओर से बयान जारी किया गया था। इसमें प्रधानमंत्री से अखबारों में प्रकाशित रिपोर्ट की सच्चाई बताने की मांग करते हुए यूनुस के खिलाफ सभी शिकायतों को आधारहीन करार दिया गया था।

जांच एजेंसी के सामने पेश होने से गिलानी का इन्कार
20 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच करने वाली एजेंसी के सामने पेश होने के बजाए वह जेल जाना पसंद करेंगे।
नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो [एनएबी] ने ऑयल एंड गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी [ओजीआरए] के तत्कालीन अध्यक्ष तौकीर सादिक की नियुक्ति को लेकर गिलानी को अपना बयान दर्ज कराने के लिए गुरुवार को समन भेजा था। तौकीर पर अधिकारों का दुरुपयोग, फंड में गबन और विश्व बैंक व एशियाई विकास बैंक के साथ किए गए एक समझौते का उल्लंघन कर राष्ट्रीय खजाने को 82 अरब रुपये की चपत लगाने का आरोप है।
गिलानी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पीएमएल-एन सरकार के अधीन हर संस्था उनकी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र रच रही है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को दिए साक्षात्कार में गिलानी ने कहा, 'मैं उस संस्था के सामने कैसे पेश हो सकता हूं जिसकी विश्वसनीयता को पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश के बेटे ने चुनौती दी हो और एनबीए के समक्ष पेश होने से इन्कार कर दिया हो।' सादिक की नियुक्ति में गिलानी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ की भूमिका की भी जांच की जा रही है, जो उस समय ऊर्जा मंत्री थे।

पुतिन के साथ बैठक रद कर सकते हैं ओबामा
20 July 2013
वाशिंगटन। खुफिया निगरानी कार्यक्रम का रहस्योद्घाटन करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को लेकर अमेरिका और रूस के संबंधों में खटास बढ़ती जा रही है। मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि स्नोडेन मुद्दे पर दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा मॉस्को की अपनी प्रस्तावित यात्रा के दौरान अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के कार्यक्रम को रद कर सकते हैं। ओबामा जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए सितंबर में सेंट पीटर्सबर्ग जाएंगे। सम्मेलन से इतर पुतिन से भी उनका मुलाकात का कार्यक्रम है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक स्नोडेन के कारण ओबामा की सितंबर में प्रस्तावित मॉस्को यात्रा के दौरान पुतिन के साथ होने वाली मुलाकात को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अमेरिका में वांछित पूर्व सीआइए कर्मचारी स्नोडेन तीन सप्ताह से मॉस्को एयरपोर्ट पर फंसा हुआ है। उसने सोमवार को रूस से अस्थायी शरण देने का आग्रह किया था। ओबामा प्रशासन रूस पर स्नोडेन को प्रत्यर्पित करने के लिए दबाव बना रहा है ताकि उस पर जासूसी के आरोप में मुकदमा चलाया जा सके।
अखबार के मुताबिक, स्नोडेन के अलावा सीरिया में जारी संघर्ष के समाधान, परमाणु हथियारों को लेकर विवाद जैसे मुद्दों को लेकर भी अमेरिका और रूस के संबंध तनावपूर्ण हुए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में भी यही बात कही गई है। हालांकि इस संबंध में ह्वाइट हाउस की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। ह्वाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने भी ओबामा-पुतिन की मुलाकात को लेकर किसी भी सवाल का जवाब देने से बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ओबामा रूस जाने पर विचार कर रहे हैं। इसके आगे मैं कुछ नहीं बता सकता। यह दूसरा मौका होगा जब ओबामा और पुतिन की मुलाकात रद होगी। पिछले साल जब ओबामा ने कैंप डेविड में जी-8 सम्मेलन की मेजबानी की थी तो पुतिन ने अपने नए कैबिनेट के गठन को लेकर व्यस्त होने की बात कह कर आने से इन्कार कर दिया था।

पाक की मदद के बिना अमेरिका अलकायदा को हरा नहीं सकता
20 July 2013
वाशिंगटन। पाकिस्तान की मदद के बिना अमेरिका आतंकी संगठन अलकायदा को हरा नहीं सकता है। यह बात अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद विरोधी मुद्दों पर कभी भी उम्मीद के अनुरूप सहयोग नहीं मिला है।
ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल मार्टिन डेंपसी गुरुवार को संसद की सशस्त्र सेवा समिति के सवालों के जबाव दे रहे थे। उन्होंने कहा, 'अलकायदा को विघटित कर समाप्त करना और अफगानिस्तान व पाकिस्तान में उसके प्रभाव को रोकना ही हमारी रणनीति और लक्ष्य है। लेकिन यह पाकिस्तान के सहयोग के बिना पूरे नहीं हो सकते हैं।' राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डेंपसी को इस पद पर दोबारा नियुक्त किया है। उन्होंने कहा, 'हम पाकिस्तान में स्थायित्व और परमाणु हथियारों व तकनीक के प्रसार को रोकना चाहते हैं। सुरक्षा के मोर्चे पर पहले के मुकाबले पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते अब काफी सीमित हो गए हैं। आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान का सहयोग हमेशा हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा है। वर्ष 2009 के बाद से पाकिस्तान ने उत्तर पश्चिम इलाकों, दक्षिण वजीरिस्तान सहित स्वात घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाए हैं।' डेंपसी ने बताया कि गठबंधन सहायता कोष, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल [आइएसएएफ] और अफगान बलों के साथ सीमा पार सहयोग से पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ अभियानों में मदद मिलेगी। यह हमारे हित में है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ अभियान को प्रभावशाली तरीके से जारी रखे।

निशा बिस्वाल ओबामा सरकार में बनेंगी सहायक विदेश मंत्री
20 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के लिए सहायक विदेश मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर भारतीय मूल की महिला को नामित किया है। वह रॉबर्ट ब्लेक का स्थान लेंगी।
निशा देसाई बिस्वाल इस समय यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलेपमेंट [यूएसएआइडी] में एशिया मामलों की सहायक प्रशासक हैं। निशा के नाम पर अभी संसद की मुहर लगनी बाकी है। ओबामा ने गुरुवार को शीर्ष प्रशासनिक पदों पर अन्य सात लोगों के नामों के साथ निशा की नियुक्ति की घोषणा की। उन्होंने अपने बयान में कहा,'मुझे इस बात की बहुत खुशी हो रही है कि ऐसे प्रतिभाशाली लोग अमेरिकी प्रशासन से जुड़ रहे हैं। मैं भविष्य में उनके साथ काम करने को लेकर काफी उत्साहित हूं।' निशा देसाई ने यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया से स्नातक की डिग्री हासिल की है। वह वर्ष 2011 से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना पर कांग्रेशनल एग्जीक्यूटिव कमीशन की सदस्य हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'मेरे माता पिता अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए ग्रामीण भारत से अमेरिका आए। आज मैं जहां हूं उसके पीछे मेरे माता पिता, पति और बच्चों की प्रेरणा रही है।'
अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे देश विदेश मंत्रालय के दक्षिण व मध्य एशिया ब्यूरो के तहत आते हैं। इस समय अफगानिस्तान व पाकिस्तान में अमेरिका के प्रतिनिधि जिम डॉबिंस हैं।

तालिबान ने मलाला पर फिर हमले की दी धमकी
20 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पिछले साल कुख्यात आतंकवादी संगठन तालिबान की गोलियों की शिकार हुई पाकिस्तानी लड़की मलाला यूसुफ जई को आतंकवादी संगठन तहरीक ए तालिबान ने उस पर दोबारा हमले की धमकी दी है। पाकिस्तानी दैनिक द डान में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक वरिष्ठ टीटीपी कमांडर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि अगर मलाला वापस पाकिस्तान आती है तो उस पर फिर हमले किये जाएंगे। इस मसले पर पाकिस्तान स्थित टीटीपी और तालिबान के बीच विवाद है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही तालिबान ने मलाला से पाकिस्तान वापस लौटने का आग्रह किया था। गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में मलाला को तालिबान ने बीबीसी उर्दू के लिए लिखी गई डायरी .गुल मकई के विरोध में उसे स्कूल से वापस आते वक्त गोली मार दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इस डायरी में उसने पाकिस्तान की स्वात घाटी में जनजीवन की चर्चा की थी।
भारत के उदय का स्वागत करता है US: बिडेन
20 July 2013
वाशिंगटन। अगले हफ्ते होने वाली भारत की अपनी पहली यात्रा के पूर्व अमेरिका के उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा है कि अमेरिका अपनी एशिया नीति को संतुलित कर रहा है। ऐसे में वह इस क्षेत्र में सुरक्षा और विकास की एक शक्ति के रूप में भारत के उदय का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि जिन कारणों से राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत के साथ हमारे रिश्ते को सदी की निर्णायक साझेदारी कहा है। उनमें से एक कारण यह है कि भारत दक्षिण पूर्व एशिया में और उसके बाहर भी सुरक्षा और विकास की एक शक्ति के रूप में व्यापक तौर पर देखा जा रहा है।
जार्ज वाशिंगटन युनिवर्सिटी में वाशिंगटन के एक थिंक टैंक,सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस के तत्वावधान में आयोजित एक परिचर्चा में 'एशिया-प्रशांत क्षेत्र और इस क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका विषय' पर बिडेन ने कहा कि हमारे लिए यह स्वागत योग्य खबर है।
एशिया-प्रशांत क्षेत्र से अमेरिका के जुड़ाव के कारणों की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि हम इसे प्रोत्साहित करते हैं। हम भारत के क्षेत्रीय जुड़ाव का स्वागत करते हैं और भूमि और समुद्र के जरिए नए व्यापार और परिवहन विकसित करने के भारत के प्रयासों का स्वागत करते हैं। बिडेन ने कहा कि एशियाई देशों को सामूहिक तौर पर सुरक्षा और समृद्धि हासिल करने में मदद देने के लिए अमेरिका 21सदी के नियमों का प्रारूप तैयार करने में सहायता करना चाहता है।
बिडेन ने कहा कि कई देशों में तेजी से आर्थिक रूपांतरण हुआ है जिसके कारण बुनियादी रूप से एक नई गति, बढ़ती महत्वाकांक्षाएं और तनाव पैदा हुए हैं। लेकिन इन बदलावों से निपटने के लिए जिन नियमों-कानूनों की अपेक्षा की गई थी, वे अधूरे रह गए हैं। अब हम एशिया-प्रशांत में एक ऐसी व्यवस्था चाहते हैं। इसमें सभी राष्ट्र शामिल हों और जो सुरक्षा और समृद्धि ला सके।

रूस में विपक्षी नेता को चोरी में पांच साल की जेल
19 July 2013
किरोव (रूस)। रूस की एक अदालत ने विपक्षी नेता अलेक्सेई नैवेलनी को एक बड़ी चोरी का दोषी ठहराते हुए पांच साल जेल की सजा सुनाई है। हालांकि नैवेलनी का कहना है कि उनके खिलाफ मामला राजनीति से प्रेरित है।
नैवेलनी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचकों में से एक हैं। उन्हें सजा सुनाए जाने की दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने आलोचना की है। अभियोजकों ने छह साल सजा की मांग की थी। नैवेलनी पिछले साल पुतिन के खिलाफ आयोजित रैलियों से विपक्ष के सबसे सक्रिय नेता के रूप में उभरे थे। उन्हें चार लाख 94 हजार 400 डॉलर (करीब दो करोड़ 90 लाख रुपये) की इमारती लकड़ी चोरी करने के मामले में दोषी ठहराया गया है।
जज सर्गेई क्लिनोव ने कहा कि नैवेलनी तब तक नहीं सुधर सकते हैं जब तक कि उन्हें समाज से अलग नहीं रखा जाता है। हालांकि इस फैसले नैवेलनी समर्थक खासे नाराज हैं। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित फैसला बताया है। उनका आरोप है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन तानाशाहों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। यह बहुत अपमानजनक और शर्मिदा करने वाला है।

तालिबान कमांडर को याद आए गांधीजी
19 July 2013
इस्लामाबाद। तालिबान कमांडर अदनान राशिद ने लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने वाली मलाला यूसुफजई को लिखे पत्र में महात्मा गांधी, प्रभु ईसा मसीह और भगवान बुद्ध का जिक्र किया है। उसे पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हत्या के प्रयास में शामिल होने के आरोप में 2003 में मौत की सजा सुनाई गई थी। पिछले साल जेल से फरार हुए राशिद की पुलिस को तलाश है।
टूटी फूटी अंग्रेजी में 2000 शब्दों के पत्र में तालिबान कमांडर ने लिखा, 'मैंने तुम्हारे बारे में पहली बार बीबीसी उर्दू पर सुना था। उसी समय मैं तुम्हे पत्र लिखना चाहता था और यह सलाह देना चाहता था कि तुम तालिबान विरोधी गतिविधियों के खिलाफ लिखना बंद करो, लेकिन तुम्हारा पता नहीं मिल पाया। हम दोनों यूसुफजई जनजाति से हैं इसलिए मेरी भावनाएं तुमसे जुड़ी हैं। तालिबान का तुम पर हमला इस्लामिक तौर पर सही है या नहीं मैं इस बहस में पड़ना नहीं चाहता।
कभी वायुसेना के कर्मचारी रहे राशिद ने कहा कि तालिबान ने पढ़ाई की वजह से मलाला पर हमला नहीं किया। तालिबान और मुजाहिदीन लड़के और लड़कियों की शिक्षा के खिलाफ नहीं है। मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि भारतीय उपमहाद्वीप बहुत उच्च शिक्षित था और अंग्रेजों के आक्रमण से पहले लगभग हर नागरिक पढ़ लिख लेता था। स्थानीय लोग ब्रिटिश अधिकारियों को अरबी, हिंदी, उर्दू और फारसी सिखाते थे। यही नहीं मुस्लिम शासक शिक्षा पर खूब खर्च करते थे। गरीबी या धर्म को लेकर कोई झगड़ा नहीं होता था क्योंकि शिक्षा प्रणाली महान विचारों और महान पाठ्यक्रम पर आधारित होती थी। मैं तुम्हारा ध्यान सर टीबी मैकाले द्वारा भारतीय उपमहाद्वीप में किस प्रकार की शिक्षा प्रणाली की जरूरत है इस संबंध में दो फरवरी, 1835 को ब्रिटिश संसद को लिखे सुझाव की ओर आकर्षित कराना चाहता हूं। मैकाले ने लिखा था,'हमें ऐसा वर्ग तैयार करना है जो हमारे और हमारे द्वारा शासित करोड़ों लोगों के बीच दुभाषिए का काम कर सके, जो रक्त और रंग में तो भारतीय हो लेकिन पंसद, विचार, आदर्श और बुद्धि से अंग्रेज हो।'
राशिद ने कहा कि यही वह कथित शिक्षा प्रणाली है जिसके लिए तुम मरने को तैयार हो। आगे राशिद ने लिखा, 'जो दया भाव आपने पैगंबर मुहम्मद से सीखा काश उसे पाकिस्तानी सेना भी सीखती ताकि वे मुसलमानों का खून बहाना बंद कर देते।..जो दया भाव आपने यीशू से सीखा है वो अमेरिका और नाटो सेना को सीखना चाहिए। यही कामना मैं बुद्धा के अनुनायियों से करता हूं कि वे निर्दोष और निहत्थे मुसलमानों को बर्मा (अब म्यांमार) में मारना बंद करें। मैं चाहता हूं कि यही बात भारतीय सेना महात्मा गांधी से सीखे।

कैलिफोर्निया के जंगलों में आग, हजारों मकान खाली कराए गए
19 July 2013
कैलिफोर्निया। कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग के कारण हजारों बाशिंदों को अपना आशियाना छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
अमेरिकी फारेस्ट सर्विस के प्रवक्ता करोल जांड्राल ने बताया कि आग के कारण घर खाली कराने के आदेश से छह हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। वन और अग्नि संरक्षा विभाग की प्रवक्ता टीना रोज ने बताया कि गर्म और शुष्क मौसम आगामी दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है। इसके कारण आग की स्थिति भयावह हो गई है। आग की चपेट में आकर दर्जनों पेड़, तीन घर, तीन मोबाइल घर, एक केबिन, एक गैराज और आधा दर्जन से ज्यादा वाहन आग की भेंट चढ़ चुके हैं। कैलिफोर्निया के जंगलों में गत सोमवार को आग लगी। इस पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग के तीन हजार से ज्यादा कर्मचारी और 25 एयरक्राफ्टों की मदद ली जा रही है।

इंग्लैंड में भीषण गर्मी से लोग बेहाल
19 July 2013
लंदन। इंग्लैंड में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं। बुधवार को हैंपटन और दक्षिणी पश्चिमी लंदन में तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इन जगहों पर यह साल का सबसे गर्म दिन था। इसी दिन नार्थाल्ट का तापमान 32 डिग्री और हीथ्रो का तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस रहा। 2006 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब लगातार छह दिनों तक ब्रिटेन में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा है।
इंग्लैंड में औसत तापमान 8.5 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। नॉरफॉक में गर्मी से बचने के लिए झील में गया एक व्यक्ति और एक लड़का डूब गया। इस झील में तैराकी के लिए जाना प्रतिबंधित है। कॉर्नवाल में एक महिला तैराक भी समुद्र में डूब गई। मौसम विभाग की ओर से गर्मी के लिए 'लेवल थ्री' चेतावनी जारी की गई है। इससे संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में मौसम खतरनाक रूप ले सकता है। ब्रिटेन के उपप्रधानमंत्री निक क्लेग ने भयंकर गर्मी को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि इतने अधिक तापमान में लोगों से कार्यालय में काम करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।

भारत से संबंध सुधारने को पाक उठा रहा कदम: शरीफ
19 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को कहा कि भारत के साथ संबंध सुधारने की दिशा में पाकिस्तान ने कूटनीतिक वार्ता के साथ-साथ कई पहल की हैं। उन्होंने यह जानकारी ब्रिटिश विदेश सचिव विलियम हेग के साथ बैठक में दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि पाकिस्तान दौरे पर पहुंचे ब्रिटिश विदेश सचिव ने भारत के साथ संबंध सामान्य करने की दिशा में पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों को अपना पूरा समर्थन दिया है। हालांकि बयान में पाकिस्तान द्वारा उठाए गए सभी कदमों की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। हाल में ही शरीफ ने पूर्व विदेश सचिव शहरयार खान को कूटनीतिक वार्ता के लिए नियुक्त किया है। ताकि उनके नेतृत्व में भारतीय अधिकारियों से बातचीत के माध्यम से विवादित मुद्दों का हल निकालने की जमीन तैयार हो सके। इस दिशा में शहरयार भारत की यात्रा कर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकात भी कर चुके हैं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पहले ही भारत के साथ व्यापार संबंध बढ़ाने के संकेत दे चुके हैं। यहीं नहीं उन्होंने भारत से बिजली खरीदने की इच्छा जताई है। अगले दौर की बातचीत के लिए जहां दोनों देशों के अधिकारी तैयारी कर रहे हैं, वहीं सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच मुलाकात कराने की कोशिशें भी की जा रही हैं। हालांकि इस कवायद में भारत की मुख्य चिंताओं का कहीं कोई जिक्र नहीं है जिसमें मुंबई हमले के आरोपियों के खिलाफ सुनवाई में तेजी लाना भी शामिल है।

हफ्ते के अंत तक आ सकता है नया शाही मेहमान
19 July 2013
लंदन। ब्रिटिश राजघराने में हफ्ते के अंत तक नया शाही मेहमान आ सकता है। प्रिंस चा‌र्ल्स की पत्नी कैमिला ने कहा कि केट मिडलटन सप्ताह के अंत तक बच्चे को जन्म दे सकती हैं।
कैमिला ने कहा,'हम सब बेसब्री से फोन का इंतजार कर रहे हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि इस सप्ताह के अंत तक प्रिंस विलियम की पत्नी अपने पहले बच्चे को जन्म देंगी। वह नहीं जानती कि नया मेहमान बेटा होगा या बेटी।'। दुनिया भर से पहुंचे मीडिया के लोग शाही मेहमान के इंतजार में लंदन के सेंट मेरी हास्पिटल के बाहर डेरा जमाए हैं, लेकिन बहुत संभव है कि उन्हें यहां से निराशा ही हाथ लगे। वजह यह है कि 31 वर्षीय केट इस वक्त बर्कशायर में अपने माता-पिता के साथ हैं। केट के साथ उनके पति विलियम भी मौजूद हैं। विलियम ने रॉयल एयर फोर्स से विशेष रूप से इसके लिए छुंट्टी ले रखी है। शाही बच्चे के जन्म के बाद लंदन में 62 तोपों की सलामी देने के साथ ही टेम्स नदी को जगमग करने की तैयारी की गई है।

बर्ड फ्लू से संक्रमित महिला ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म
19 July 2013
बीजिंग। चीन के पूर्वी जियांसू प्रांत में बर्ड फ्लू से संक्रमित एक चीनी महिला ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया है। जानलेवा वायरस से पीड़ित होने के बावजूद स्वस्थ बच्चे को जन्म देने वाली वह दुनिया की महिला बन गई है।
गत अपै्रल में 25 वर्षीय कियू पांच माह की गर्भवती थीं जब पता चला कि वह एच7एन9 वायरस से ग्रसित हैं। बुधवार को कियू का सिजेरियन प्रसव कराना पड़ा। उन्होंने झेनजियांग शहर के एक अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। डॉक्टर मां और नवजात दोनों के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं। मुर्गी समेत कई पक्षियों से फैलने वाले एच7एन9 वायरस से चीन के लोग भयभीत हैं। यह वायरस दुनिया में पहली बार पाया गया है। चीन में इस साल इस वायरस से संक्रमित 132 मामले सामने आए, जिसमें 43 लोगों की मौत हो गई।

अब स्मार्ट चाकू बताएगा कि कैंसर है या नहीं
19 July 2013
लंदन। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा स्मार्ट चाकू इजाद किया है जो ऑपरेशन करने वाले सर्जन के किसी इंसानी ऊतक पर लगाते ही बता देगा कि मरीज को कैंसर है या नहीं। दरअसल, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज ऑपरेशन ही है क्योंकि चिकित्सक शरीर के किसी भी अंग में बन चुके ठोस ट्यूमर को सिर्फ देखकर नहीं बता सकता है कि इसमें कैंसर के सेल बनने लगे हैं या नहीं।
आमतौर पर डाक्टर मरीज के ट्यूमर के कुछ ऊतक लेकर उसकी बकायदा चीर-फाड़ करके ही बता पाता है कि ट्यूमर कैंसर युक्त है या नहीं। ऐसी सूरत में सिर्फ मरीज का ऑपरेशन ही असली इलाज है। लेकिन स्मार्ट चाकू जैसी खोज ने इस मुश्किल को आसान कर दिया है। अब केवल ट्यूमर या शरीर में बन गई गांठ को इस चाकू से छूकर ही बताया जा सकता है कि किस ऊतक (टिशु) में कैंसर है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस खोज से अब कैंसर है या नहीं, के साथ ही उसके फैलाव का भी सटीक पता होगा। लिहाजा, कैंसर निकालने के लिए बार-बार मरीज का ऑपरेशन नहीं करना होगा।
स्तन कैंसर के हर पांच में से एक मरीज को एक के बाद दूसरा आपरेशन भी कराना पड़ता है। आइ-नाइफ ने अपने पहले परीक्षण में ही ऑपरेशन थियेटर में 91 मरीजों के रोगग्रस्त ऊतकों की सौ फीसद सही जांच की। ये चाकू ऊतक पर लगाते ही तुरंत बता देता है कि मरीज को कैंसर है या नहीं। बल्कि परंपरागत तरीके से पैथ-लैब में परीक्षण कराए जाने पर कम से कम आधे घंटे का समय लगता है। वैज्ञानिकों ने आइ-नाइफ को इल्कट्रोसर्जरी पर आधारित किया। इस तकनीक की सबसे पहले खोज सन 1920 में हुई थी। इल्कट्रोसर्जरी आजकल आमतौर पर प्रयुक्त होती है। इल्कट्रोसर्जिकल चाकू एक इलेक्ट्रिकल करंट का इस्तेमाल करके संदिग्ध ऊतक को गर्म करता है। उसे काटकर उसका परीक्षण करता है। इस प्रक्रिया में कम से कम खून निकलता है। इस प्रक्रिया के तहत ऊतक का वाष्पीकरण किया जाता है। इससे ऊतक से धुआं उठता है।
लंदन के इम्पीरियल कालेज के आइ-नाइफ के खोजकर्ता डॉ. डोल्टन टाकाट्स ने दावा किया ऊतक से उठने वाला धुआं जैविक सूचनाओं का संवर्धित स्त्रोत हो सकता है। उन्होंने आइ-नाइफ बनाने के लिए इस चाकू को एक मास स्पैक्टोमीटर से जोड़ दिया। इस उपकरण का काम किसी भी नमूने में मौजूद रसायनों की पहचान करना होता है। तीन सेकेंड से भी कम समय में ये उपकरण आपरेशन के दौरान मरीज के ऊतक की तुलना लाइब्रेरी में पहले से मौजूद कैंसर के ऊतकों की रासायनिक क्रियाओं से कर लेता है।

पसीने को पीने लायक पानी में बदलेगी मशीन
19 July 2013
वाशिंगटन। स्वीडन के इंजीनियर ने एक मशीन इजाद की है, जो आपके जिम के कपड़ों से पसीना सोखकर उसे पीने के लायक पानी में बदल देगी। इस मशीन को इस सप्ताह स्वीडन के एक फुटबाल मैच के दौरान प्रदर्शित किया गया। वहां खिलाड़ियों ने अपने पसीने से भीगे कपड़े मशीने में डाले और एक कप साफ पीने का पानी निकाला।
रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इन स्टाकहोम के इंजीनियर एंड्रीयस हैमर ने इस मशीन को बनाया है। इस मशीन में अत्याधुनिक फिल्टर लगाया गया है, बाकी उपकरण कपड़े सुखाने वाले ड्रायर की तरह ही हैं। डिस्कवरी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 'पसीने में से पानी बाहर निकालने के लिए कपड़ों को ड्रायर में डाला जाता है। जिससे कपड़े में मौजूद पसीने का पानी अलग हो जाता है। मशीन में पसीना पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आता है और बाद में इसे अत्याधुनिक फिल्टर में भेज दिया जाता है। इससे पसीने के अंदर घुला हुआ नमक और बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं। इसके बाद पसीने के पानी को कॉफी फिल्टर में से गुजारा जाता है, ताकि कपड़े के रेशे बाहर निकल जाएं।'
रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच सौ से अधिक लोग इस मशीन का इस्तेमाल कर पसीने से साफ पानी निकाल चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को चला रहे स्टेफन रोंज ने कहा कि इस मशीन से पानी की कमी वाले क्षेत्रों में काफी मदद मिल सकती है।

हफ्ते भर में मास्को हवाई अड्डा छोड़ देंगे स्नोडेन
19 July 2013
मास्को। रूस में शरण मांगने की याचिका पर फैसले का इंतजार कर रहे एडवर्ड स्नोडेन को एक सप्ताह के भीतर मास्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा छोड़ने की इजाजत मिल सकती है। एक अमेरिकी वकील ने यह जानकारी दी है। अमेरिकी खुफिया निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म की जानकारी लीक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने गत मंगलवार को रूस से शरण मांगी थी।
वकील एनटोली कचेरेना ने बताया कि आव्रजन अधिकारियों को एक हफ्ते के भीतर स्नोडेन को यह बताना होगा कि उन्हें शरण मांगे जाने संबंधी याचिका मिल गई है। इसके बाद उन्हें हवाई अड्डा छोड़ने की इजाजत मिल जाएगी और वह आजादी से घूम सकेंगे। 30 वर्षीय स्नोडेन गत 23 जून से मास्को के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रुके हुए हैं।
संघीय प्रवासन एजेंसी के पास शरण मांगने वाली किसी भी अर्जी को स्वीकारने या खारिज करने के लिए तीन महीने का समय होता है। अर्जी खारिज किए जाने के खिलाफ अदालत में अपील भी की जा सकती है। अस्थायी शरण एक साल के लिए वैध होता है और इसका हर साल नवीनीकरण कराना होता है। कचेरेना ने बताया कि स्नोडेन का रूस से शरण मिलने के अवसर बहुत ज्यादा हैं। गत शुक्रवार को स्नोडेन ने कहा था कि अगर रूस उसे राजनीतिक शरण देने को तैयार हो जाता है तो वह अमेरिका द्वारा दुनियाभर में की गई जासूसी से जुड़े और दस्तावेजों का खुलासा कर सकता है। स्नोडेन को अमेरिका में जासूसी के आरोप में उम्रकैद की सजा हो सकती है।

95 के हुए मंडेला
18 July 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का गुरुवार को पनचानबे वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। अस्पताल में एक महीने से ज्यादा समय से भर्ती मडीबा (मंडेला) के जल्द स्वस्थ होने की पूरा देश दुआएं कर रहा है। जन्मदिन मनाने को लेकर जनता में भी खासा उत्साह है। यही वजह है कि जनता ने गुरुवार को 67 मिनट का समय समाजसेवा में देने का फैसला किया है। मंडेला ने अपने जीवन के 67 साल देश को समर्पित किए।
राष्ट्रपति जैकब जुमा ने भी देशवासियों से अपील की है कि वे मडीबा का जन्मदिन धूमधाम से मनाएं।

पाकिस्तान लौट आओ मलाला, मदरसे में पढ़ो: तालिबान
18 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की बहादुर बेटी मलाला यूसुफजई को मौत के घाट उतारने की कोशिश करने वाले आतंकी संगठन तालिबान ने अब उससे देश लौटने का आग्रह किया है। तालिबान कमांडरों में एक अदनान राशिद ने मलाला [16] को संबोधित पत्र में कहा है कि आप पाकिस्तान आकर मदरसे में आगे की पढ़ाई करें।
पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हत्या के प्रयास के मामले में सुरक्षा बलों को राशिद की तलाश है। मीडिया को भेजे इस 2,000 शब्दों के पत्र में राशिद ने लिखा है कि मैं चाहता हूं कि वह घर वापस लौट आएं। इस्लामी और पख्तून संस्कृति को स्वीकारे। मलाला को अपने घर के नजदीक किसी महिला मदरसे में पढ़ाई करनी चाहिए। उसे अपनी कलम का इस्तेमाल इस्लाम और अल्लाह के लिए करना चाहिए। उसे उन देशों की साजिश का खुलासा करना चाहिए जो अपनी हसरतों को पूरा करने के लिए दुनिया को झूठे सब्जबाग दिखाकर गुमराह कर रहे हैं।
कभी वायुसेना के कर्मचारी रहे राशिद ने मलाला पर हुए हमले पर सफाई दी है। उसने लिखा है कि तालिबान ने पढ़ाई की वजह से हमला नहीं किया। तालिबान और मुजाहिदीन लड़के और लड़कियों की शिक्षा के खिलाफ नहीं है। मलाला पर हमला इसलिए हुआ क्योंकि हमें ऐसा लगता है कि वह जानबूझकर हमारे खिलाफ लिख रही थीं। उनकी लेखनी भड़काने वाली थी। इससे स्वात में इस्लामी कानून लागू करने के तालिबान के प्रयास कमजोर पड़ रहे थे।

भारत ने माइक्रोसॉफ्ट से मांगी थी 600 आइडी की जानकारी
18 July 2013
वाशिंगटन। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने कहा है कि भारत से पिछले वर्ष उसे 400 से भी अधिक अनुरोध प्राप्त हुए थे जिनमें करीब 600 अकाउंट या आइडी के बारे में जानकारी मांगी गई थी। हालांकि कंपनी ने कुछ मामलों को छोड़कर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।
स्काइपे [फोन कॉल करने के लिए इंटरनेट का प्रयोग करने वाला सॉफ्टवेयर प्रोग्राम] संबंधी सूचना को लेकर भारत सरकार ने 53 अनुरोध माइक्रोसॉफ्ट के पास भेजे थे। ये 101 आइडी से संबंधित थे। हालांकि भारत सरकार द्वारा मेल और स्काइपे के संबंध में किया गया अनुरोध अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है।
ईमेल के मामले में सबसे अधिक 11 हजार 434 अनुरोध तुर्की की ओर से किए गए थे। इनका 14 हजार 77 अकाउंट से संबंध था। अमेरिका ने 11 हजार 73 अनुरोध किया था जिनसे 24 हजार 565 अकाउंट संबंधित होने की बात कही गई है। ब्रिटेन से नौ हजार 225, फ्रांस से आठ हजार छह सौ तीन और जर्मनी से आठ हजार 419 अनुरोध प्राप्त हुए। इनसे क्रमश: 14 हजार 301, 17 हजार 973 और 13 हजार 226 अकाउंट संबंधित थे। यह सूचना ऐसे समय में सामने आई है जब एडवर्ड स्नोडेन द्वारा अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम को सार्वजनिक करने के बाद इसे लेकर वैश्विक रूप से चिंता जाहिर की जा रही है।

2058 तक बर्फ विहीनहो जाएगा आर्कटिक!
18 July 2013
वाशिंगटन। वर्ष भर बर्फ से आच्छादित रहने वाले आर्कटिक पर 40 साल बाद कुछ दूसरा ही नजारा देखने को मिल सकता है। वैज्ञानिकों का आकलन है कि वर्ष 2054 से 2058 के बीच साल में कुछ महीनों के दौरान आर्कटिक बिना बर्फ के भी हो सकता है।
'फिजी डॉट आर्ग' वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका और चीन के शोधकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से किए गए शोध में यह दावा किया गया है। शोध में यह अनुमान लगाया गया है कि लगभग 40 वर्ष बाद हर वर्ष सितंबर और उसके बाद भी आर्कटिक बर्फ मुक्त रह सकता है। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज जर्नल में प्रकाशित शोध में यह बताया गया है कि इस शोध में सीएमआइपी 5 टूल की मदद ली गई थी। इसकी मदद से बर्फ की मोटाई का पता लगाया जाता है।
हाल के शोधों में यह बताया गया है कि पतली परत वाली बर्फ के तेजी से पिघल जाने की संभावना ज्यादा रहती है। इधर के वर्षो में आर्कटिक पर बर्फ की परत की मोटाई में तेजी से कमी आ रही है।

अफगानिस्तान: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के भाई की दिनदहाड़े हत्या
18 July 2013
हेरात [अफगानिस्तान]। बंदूकधारियों ने बुधवार को अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रानगिन ददफार स्पांता के भाई वली जान की एक सार्वजनिक स्नानघर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि जान के परिवार के गृह प्रांत में यह घटना हुई है जो अपेक्षाकृत शांत माना जाता है।
वली जान हेरात प्रांत के छोटे से शहर कारुख में लोक अभियोजक थे। यह शहर पश्चिमी अफगानिस्तान में ईरान की सीमा पर स्थित है। हेरात के पुलिस प्रवक्ता अब्दुल रउफ अहमदी ने बताया कि बुधवार को स्थानीय समय के अनुसार सुबह करीब साढ़े आठ बजे जान की हत्या कर दी गई। उस समय वह एक सार्वजनिक स्नानघर से बाहर आ रहे थे। मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने उन पर हमला किया और घटना के बाद वहां से भाग गए। हत्या के बाद किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।
स्पांता पश्चिती देशों द्वारा समर्थित अफगानिस्तान की सरकार में सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनने से पहले वह अफगानिस्तान के विदेश मंत्री रह चुके हैं।

युद्ध अपराध के दोषी एहसान को मौत की सजा
18 July 2013
ढाका। बांग्लादेश में एक विशेष न्यायाधिकरण ने 1971 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान युद्ध अपराध के लिए दोषी कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी के महासचिव अली एहसान मुहम्मद मुजाहिद को मौत की सजा सुनाई है।
बुधवार को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण-दो ने खचाखच भरी अदालत में 65 वर्षीय मुजाहिद को मौत की सजा सुनाई। जजों के तीन सदस्यीय पैनल के चेयरमैन जस्टिस ओबैदुल हसा ने फैसला सुनाते हुए कहा कि मुजाहिद को तक तब फांसी के फंदे पर लटकाए रखा जाए जब तक उसकी मृत्यु नहीं हो जाती है। उन्होंने कहा कि मुजाहिद के खिलाफ लगाए गए सात आरोपों में पांच साबित हो गए हैं। अदालत ने कई स्वतंत्रता समर्थक कार्यकर्ताओं की हत्या में निजी रूप से शामिल होने का दोषी ठहराते हुए उसे मौत की सजा सुनाई। मुजाहिद अल-बद्र मिलिशिया फोर्स का दूसरा प्रमुख व्यक्ति था। इसमें मुख्यत: जमात के तत्कालीन छात्र विंग के लोग शामिल थे। जिस समय उसे अदालत में लाया जा रहा था उस समय उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं था, लेकिन फैसला सुनाए जाने के बाद वह हैरान लग रहा था। अल बद्र ने स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान प्रमुख शिक्षित बंगाली लोगों की हत्या की थी। मुजाहिद को क्रूरता का दोषी ठहराया गया है। उसे सजा सुनाए जाने के बाद बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में उसके समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प होने की खबर है।
न्यायाधिकरण द्वारा जमात-ए-इस्लामी के 91 वर्षीय सुप्रीमो गुलाम आजम को 90 साल की सजा सुनाए जाने के दो दिन बाद यह फैसला आया है। आजम को स्वतंत्रता के लिए संघर्ष के दौरान क्रूरता का षडयंत्र रचने का दोषी ठहराया गया था।

ड्रोन हमले में मारा गया अलकायदा का बड़ा नेता
18 July 2013
सना। अलकायदा ने यमन में अपने दूसरे नंबर के सरगना सईद अल-शहरी के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने की पुष्टि कर दी है।
इससे पूर्व यमन के अधिकारियों ने कई बार घोषणा की थी कि वह मारा जा चुका है। अलकायदा इन द अरबियन पेनिनसुला [एक्यूएपी] के एक सरगना इब्राहिम अल-रुबैश ने बुधवार को इस्लामी वेबसाइटों पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में शेख सईद अल-शहरी उर्फ अबू सुफयान मारा गया। हालांकि उसने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया है कि शहरी कब मारा गया था। यमन के सुरक्षा बलों ने पहले कई बार शहरी को मार गिराने की कोशिश की थी, लेकिन वह बच निकलता था। उसकी मौत के बारे में अधिकारियों की ओर से सबसे अंत में 24 जनवरी को घोषणा की गई थी। अप्रैल में एक्यूएपी ने एक ऑडियो संदेश जारी किया था, जिसके बारे में दावा किया गया था कि यह शहरी का नया भाषण है। पिछले वर्ष अक्टूबर में एक ऑडियो संदेश में शहरी ने खुद कहा था कि यमन के रक्षा मंत्रालय द्वारा सितंबर में सेना की कार्रवाई में उसके मारे जाने को लेकर जो घोषणा की गई है, वह सही नहीं है।

स्नोडन से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं अमेरिका से रिश्ते: पुतिन
18 July 2013
मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह अमेरिका के साथ संबंधों को ज्यादा महत्व देंगे। उन्होंने कहा कि वह एडवर्ड स्नोडेन मामले में ऐसे किसी भी विवाद को बढ़ावा नहीं देंगे, जिससे अमेरिका के साथ रिश्ते खराब हों।
खुफिया निगरानी कार्यक्रम का खुलासा करने के मामले में अमेरिका में वांछित स्नोडेन ने तीन सप्ताह से मॉस्को एयरपोर्ट पर रहने के बाद सोमवार को रूस से अस्थाई शरण देने की मांग की थी। बुधवार को पूर्वी साइबेरिया के चिटा पहुंचने पर पुतिन से जब इस सिलसिले में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि खुफिया गतिविधियों की बाल की खाल निकालने की अपेक्षा मेरे विचार से द्विपक्षीय संबंध अधिक महत्वपूर्ण हैं। हालांकि स्नोडेन के आवेदन को मंजूर किए जाने के सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
पुतिन ने स्पष्ट किया कि स्नोडेन को पहले ही चेताया गया है कि उनकी किसी भी कार्रवाई से रूस-अमेरिका संबंधों को आघात पहुंचता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुतिन ने कहा कि स्नोडेन के बारे में रूस स्वतंत्र रूप से निर्णय लेगा, लेकिन वाशिंगटन के साथ रिश्तों को ध्यान में रखकर। पुतिन यह अच्छी तरह समझ चुके हैं कि स्नोडेन को रूस में अस्थाई रूप से रहने की इजाजत दिए जाने से अमेरिका और नाराज हो सकता है, लेकिन आवेदन खारिज किए जाने से उन्हें अपने ही देश में आलोचना का सामना करना पड़ सकता है।

सिख टैक्सी ड्राइवर पर नस्ली हमले में दंपति को सजा
18 July 2013
मेलबर्न। आस्ट्रेलिया की एक अदालत ने सिख टैक्सी ड्राइवर पर नस्ली हमला करने वाले एक दंपति को नौ महीने कैद की सजा सुनाई है।
एनटी न्यूज के मुताबिक, फैसला सुनाते हुए जज स्टेफेन साउथवुड ने कहा कि पगड़ी सिखों के लिए गर्व का प्रतीक है। उनके लिए सिर और पगड़ी दोनों पवित्र हैं। इसका किसी भी सूरत में अनादर नहीं होना चाहिए। एंजेलिन किम सोलिट (44 वर्ष) और माइकल जॉन अर्बोन (40 वर्ष) को सिख ड्राइवर जगरूप सिंह पर 'अकारण' और 'दुर्भावनापूर्ण' हमले के लिए नौ महीने कैद की सजा सुनाई जाती है। यह घटना पिछले वर्ष अक्टूबर की है, जब दीना बीच स्थित यॉट क्लब से सिंह की कार में सोलिट और अर्बोन सहित चार लोग सवार हुए। वहीं से सोलिट उन पर अभद्र टिप्पणी करने लगी। सिंह की पगड़ी की ओर इशारा करते हुए सोलिट ने कहा कि यह आस्ट्रेलिया है, आपका देश नहीं है। यदि यहां रहना है तो इसे उतार दो। कुछ देर बाद महिला और आक्रोशित हो गई और चिल्लाकर पगड़ी पर झपट पड़ी।
महिला की इस हरकत से सिंह के बाल अस्त-व्यस्त हो गए। इसके बाद अर्बोन ने सिंह को जमीन पर धक्का दे दिया और सोलिट ने उसके चेहरे पर मुक्का जड़ दिया। बाद में पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला।

बदला लेने के लिए हुआ बराड़ पर हमला
18 July 2013
पर पिछले साल लंदन की सड़कों पर हमला तीन सिखों ने बदला लेने के लिए किया था। अभियोजन पक्ष ने यह बात सोमवार को सुनवाई के दौरान कही।
मंदीप सिंह संधू (34), दिलबाग सिंह (36) और हरजीत कौर (38) पर बराड़ को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के इरादे से हमला करने का आरोप है। तीनों को सोमवार को सुनवाई के दूसरे दिन साउथवार्क क्राउन कोर्ट में पेश किया गया। इन तीनों के साथ मौजूद 33 वर्षीय बरजिंदर सिंह संघा हमले में अपनी भूमिका पहले ही स्वीकार कर चुका है। वह 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के लिए बराड़ को जिम्मेदार मानता है। इसमें अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के अंदर घुसकर खालिस्तान समर्थक आतंकियों को खदेड़ा गया था। विदित हो कि लंदन की निजी यात्रा पर आए 78 वर्षीय बराड़ पर पिछले वर्ष 30 सितंबर को संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। हमले के समय वह अपनी पत्‍‌नी मीना के साथ होटल जा रहे थे। हमले में बराड़ गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
अभियोजन पक्ष की वकील एनाबेल डारलो ने कहा कि कौर ने पूर्व सैन्य अधिकारी को लंदन के वेस्ट एंड में उनकी पत्‍‌नी के साथ देखा था। उन्होंने कहा कि वह यह साबित करेंगी कि कौर ने ही हमले वाले दिन हमलावरों को बराड़ के ठिकाने की जानकारी दी। संधू और दिलबाग पर बराड़ पर हमला करने का आरोप है। संधू ने खुद पर लगाए गए आरोपों को स्वीकार कर लिया है। सुनवाई पूरी होने के बाद उसे सजा सुनाई जाएगी। डारलो ने कहा कि बराड़ को घायल करने में सभी की भूमिका थी। भारत से वीडियोलिंक के जरिए गवाही दे रहे बराड़ ने बताया कि एक वेबसाइट ने उन्हें सिखों का सबसे बड़ा दुश्मन घोषित किया था। उन्होंने बताया कि उन्हें मिली एक धमकी में कहा गया है कि उन पर सात जानलेवा हमले किए गए जो नाकाम रहे, लेकिन आठवां सफल होगा। सुनवाई के दौरान ज्यूरी ने वह फुटेज भी देखा जिसमें बराड़ हमले के बाद जमीन पर गिरते नजर आए।

स्नोडेन ने रूस में शरण के लिए अर्जी दी
17 July 2013
मास्को। अमेरिकी खुफिया निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म का रहस्योद्घाटन करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने रूस में शरण के लिए अर्जी दी है। शुक्रवार को मास्को एयरपोर्ट पर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से स्नोडेन की मुलाकात के बाद से ही रोजाना इस संबंध में नई-नई खबरें सामने आ रही थीं। क्रेमलिन समर्थक एक वरिष्ठ वकील एनातोली कुचरेना ने मंगलवार को कहा कि संघीय अप्रवास सेवा को पत्र सौंप दिया गया है।
एनातोली ने बताया, मैं अभी स्नोडेन से मिलकर आ रहा हूं। वह लगातार मुझसे संपर्क में हैं। हम शुक्रवार को ट्रांजिट लाउंज में उनसे जाकर मिले थे। हम रूस में उन्हें शरण दिलाने में पूरी मदद कर रहे हैं। स्नोडेन के मामले में शरणार्थी, राजनीतिक शरण और अस्थायी शरण के विकल्प हैं। हमसे मुलाकात के पहले उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी। अब उन्हें इन तीनों विकल्पों पर विचार कर यह तय करना होगा कि उनके लिए क्या बेहतर होगा। वह 23 जून को हांगकांग से रूस पहुंचे थे। वह 24 जून को क्यूबा की फ्लाइट लेने वाले थे, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। तब से अमेरिका और रूस में रोज तनातनी चल रही है
अमेरिका ने स्नोडेन को रूस में फंसा दिया : पुतिन
मास्को। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने लेनिनग्राद में कहा कि अमेरिका ने स्नोडेन का पासपोर्ट रद कर उन्हें यहां फंसा दिया है। पुतिन के अनुसार स्नोडेन मौका मिलते ही रूस से चले जाएंगे। वह हमारे क्षेत्र में बिना आमंत्रण के आए हैं। वह दूसरे देश जाना चाहते हैं लेकिन पासपोर्ट रद होने की वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा। स्नोडेन तीन हफ्तों से मॉस्को के शेरेमेतोवो एयरपोर्ट के ट्रांजिट लाउंज में रह रहे हैं।
स्नोडेन के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैं इस बारे में कैसे बता सकता हूं? यह उनकी जिंदगी, उनकी किस्मत है।' पुतिन ने कहा, 'स्नोडेन किसी अन्य देश में स्थायी निवास के लिए जाना चाहते हैं जैसे ही उन्हें कहीं जाने का मौका मिलेगा वह चले जाएंगे।'

13 साल की लड़की संग सेक्स मामले में भारतीय पादरी को सजा
17 July 2013
वाशिंगटन। भारतीय मूल के एक कैथोलिक पादरी को 13 साल की किशोरी के साथ यौनाचार के मामले में दोषी पाया गया है। उन्हें कम से कम 25 साल की कैद और 35 हजार डॉलर [20 लाख रुपये] का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है।
आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले फादर लियो कोप्पाला को अदालत ने 75 हजार डॉलर [करीब 44.5 लाख रुपये] की जमानत पर रिहा कर दिया है, साथ ही मिनेसोटा राज्य से बाहर नहीं जाने और अदालत में पासपोर्ट जमा कराने के निर्देश दिए हैं। जमानत मिलने से पहले कोप्पाला एक महीना फारीबोल्ट काउंटी जेल में बिता चुके हैं।
यह घटना गत सात जून की है, जब 47 वर्षीय फादर कोप्पाला को एक घर पर रात के खाने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसी घर में पीड़िता भी रहती थी। मिनेसोटा के ब्लू अर्थ चर्च में पादरी के रूप में काम करने के अलावा कोप्पाला आंध्र प्रदेश के गरीब व अनाथ बच्चों की मदद के लिए चंदा भी जुटाते हैं।।

पाकिस्तान में छह अगस्त को होंगे राष्ट्रपति चुनाव
17 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अगला राष्ट्रपति चुनाव आगामी छह अगस्त को कराया जाएगा। चुनाव आयोग ने यह घोषणा मंगलवार को की। इससे पहले माना जा रहा था कि चुनाव सितंबर में कराया जाएगा। एक महीना पहले चुनाव कराए जाने को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को जल्द विदा करने के तौर पर देखा जा रहा है।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त फखरुद्दीन जी इब्राहिम ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रस्तावित तारीख को मंजूरी दे दी है। जरदारी फिलहाल निजी यात्रा पर दुबई और लंदन गए हैं। उनका पांच साल का कार्यकाल आगामी आठ सितंबर को पूरा हो रहा है। वह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे।
समीक्षक हैरान
चुनाव तिथि की घोषणा समीक्षकों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं है क्योंकि मौजूदा निर्वाचन मंडल अभी अधूरा है। संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभा की 42 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव 22 अगस्त को होने हैं। चार प्रांतीय विधानसभाएं और संसद के दोनों सदन मिलकर राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन मंडल का गठन करते हैं और मतदान असेंबलियों में ही कराया जाता है।
वर्तमान में नेशनल और प्रांतीय असेंबली में राजनीतिक दलों के संख्याबल के अनुसार प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सत्तारूढ़ पीएमएल-एन का नामित उम्मीदवार आसानी से चुनाव जीत जाएगा। जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा हुए बिना चुनाव कराए जाने की आलोचना की है। उन्होंने कहा, कानूनी रूप से राष्ट्रपति चुनाव 22 अगस्त के बाद होना चाहिए।
चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 24 जुलाई है। नामांकन पत्रों की जांच दो दिन बाद की जाएगी। 29 जुलाई को अनुमोदित प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। जरदारी ने 2008 में सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ का स्थान लिया था। अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

विवेकानंद से जुड़े स्थलों के दौरे पर निकले भारतीय युवा
17 July 2013
वाशिंगटन। स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर भारतीय अमेरिकी छात्रों और युवा पेशेवरों का एक समूह अमेरिका में उन स्थानों का भ्रमण करने निकला है, जिनका संबंध भारत की इस महान शख्सियत से जुड़ा है।
अमेरिकी हिंदू स्वयंसेवक संघ [एचएसएस] की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि इस भ्रमण का आयोजन 'विवेकानंद एक्सप्रेस' अभियान के तहत किया जा रहा है। इस समूह में शामिल सौ युवकों को आकलैंड के फ‌र्स्ट यूनिटेरियन चर्च ले जाया गया। यहां वर्ष 1900 में स्वामी विवेकानंद ने भाषण दिया था। इस भाषण का आकलैंड के काफी लोगों पर गहरा असर पड़ा, जिसके चलते यहां वेदांता सोसाइटी की स्थापना हुई। इस समूह की विवेकानंद से जुड़ाव रखने वाले सैन फ्रांसिस्को व अलमेडा भी जाने की योजना है। एचएसएस के एक स्वयं सेवक साईराम त्यागराजन ने बताया कि स्वामी विवेकानंद अमेरिका में हिंदू धर्म और भारत के महान सांस्कृतिक दूतों में एक थे।
विवेकानंद का संदेश स्वाभाविक रूप से युवाओं को जोड़ता है। इसीलिए वह भारतीय अमेरिकी युवकों के लिए एक आइकन हैं। चर्च में समूह के प्रतिभागियों ने उस कुर्सी को भी देखा, जिस पर बैठ कर विवेकानंद भाषण के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। समूह में शामिल हाईस्कूल के छात्र स्वामी भाटिया ने बताया कि हम लोगों ने स्वामी विवेकानंद के विषय में काफी कुछ पढ़ा है, लेकिन उनके भाषण और बैठने के स्थानों को देखना काफी रोमांचकारी रहा।

भारत से संबंध सुधारना पाक की प्राथमिकता: सलमान बशीर
17 July 2013
नई दिल्ली। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने कहा कि नई दिल्ली के साथ रिश्ते सुधारना इस्लामाबाद की प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सभी विभागों और दूतावासों को निर्देश दिया है कि वे भारत से मित्रता बढ़ाने वाले कदमों को जल्द से जल्द उठाएं।
पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने भारत के साथ रक्षा सहयोग में इजाफे की इच्छा भी जताई। यदि हमें इतिहास बदलना है तो दोनों देशों को दोस्त बनना होगा। यह दोनों मुल्कों के नागरिकों के हित में है।
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने बताया, दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने की कोई सीमा नहीं। आर्थिक सहयोग जितना बेहतर होगा दोस्ती उतनी ही मजबूत होगी। बशीर ने कहा, प्रधानमंत्री ने हमसे कहा है कि यह उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है। दक्षिण में शांति और स्थिरता भारत एवं पाकिस्तान पर निर्भर करती है। हमें दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क को यूरोपीय यूनियन की तर्ज पर विकसित करने के प्रयास करने चाहिए
बशीर ने वीजा प्रक्रिया और द्विपक्षीय व्यापार का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आर्थिक तरक्की पाकिस्तान के हित में है। हम अपने घर और पड़ोस में शांति चाहते हैं। इससे आर्थिक विकास का रास्ता खुलेगा। दक्षिण एशिया में तमाम साधन मौजूद हैं। हमें ईयू की तर्ज पर अपने संगठन का विकास करना होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान नई आंतरिक सुरक्षा नीति ला रहा है।
इसमें एबटाबाद जांच आयोग द्वारा उठाए गए मुद्दों को भी सुलझाने की कोशिश की जाएगी। आतंक के खिलाफ सूचनाओं के आदान-प्रदान में हम कई देशों के साथ सहयोग कर रहे हैं। ड्रग्स तस्करी और चरमपंथियों के खिलाफ लड़ाई में भारत एवं पाक को मिलकर काम करना होगा।।

बांग्लादेश में जमाते नेता को सजा के विरुद्ध हिंसा, 4 मरे
17 July 2013
ढाका। बांग्लादेश में कंट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी के नेता गुलाम आजम को युद्ध अपराधों के लिए सजा सुनाए जाने का विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। पुलिस की गोलीबारी में चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। मरने वालों में एक की उम्र 15 साल है।
91 वर्षीय आजम को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने षडयंत्र रचने, हत्या समेत पांच आरोपों में दोषी ठहराते हुए 90 साल की सजा सुनाई है। इसके खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को जमकर उत्पात मचाया। सहायक पुलिस अधीक्षक ताजुल इस्लाम ने बताया,' देशभर में मंगलवार को बंद का माहौल रहा। प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण पश्चिम सतखिता की कालीगंज रोड सहित अनेक रास्ते जाम कर दिए। करीब 35 पुलिस कर्मियों की एक टीम बंद रास्तों को खुलवाने के लिए भेजी गई। जैसे ही पुलिस ने उन्हें तितर बितर करना शुरू किया, जमात-ए-इस्लामी और उसकी छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर के कार्यकर्ताओं ने लाठियां चलानी शुरू कर दी। कुछ जगह प्रदर्शनकारियों ने आग भी लगा दी। उन्होंने पुलिस पर चाकुओं और विस्फोटकों से हमला किया। इस संघर्ष में नौ पुलिसकर्मी और जमात शिबिर के तीन कार्यकर्ता जख्मी हो गए। एक पुलिसकर्मी की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। दक्षिण पश्चिम दीनाजपुर में विपक्षी कार्यकर्ताओं के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

अमेरिकी सिखों को सेना में शामिल करने की उठी मांग
17 July 2013
वाशिंगटन। एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने सिखों को उनके धार्मिक प्रतीक चिन्हों के साथ अमेरिकी सेना में भर्ती किए जाने को लेकर नए सिरे से प्रयास शुरू किया है।
सांसद जोए क्राउले ने अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल को लिखे पत्र में कहा, 'दुनियाभर में और अब अमेरिका में सिख सैनिक अपनी धार्मिक आस्थाओं के साथ पूरी क्षमता और ईमानदारी से काम कर रहे हैं। अमेरिकी सशस्त्र बलों से हमारा आग्रह है कि वह अपने नियमों को आधुनिक रूप दे ताकि देशभक्त सिख अमेरिकी अपने धार्मिक प्रतीक चिन्हों के साथ देश की सेवा कर सकें। उन्होंने मिसाल दी कि भारतीय सेना के वर्तमान प्रमुख सिख हैं जबकि भारत की कुल आबादी में सिखों की हिस्सेदारी दो प्रतिशत से कम है। इस मुहिम के लिए समर्थन जुटाने को लेकर अमेरिकी सांसदों से पत्र पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया जा रहा है।
वर्तमान में अमेरिकी सेना में तीन सिख सेवारत हैं। इन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत किया जा चुका है। अफगानिस्तान में उत्कृष्ट कार्य के लिए मेजर कमलजीत सिंह कलसी को ब्रांज स्टार मेडल जबकि कैप्टन तेजदीप सिंह रतन को नाटो मेडल मिला। वहीं विशेषज्ञ सिमरन प्रीत सिंह लांबा ने मिलिट्री एक्सेसंस वाइटल टू नेशनल इंटरेस्ट से सफलतापूर्वक स्नातक किया।
इन तीनों सिख अमेरिकियों की उपलब्धियों और उनकी योग्यता का हवाला देते हुए क्राउले ने हेगल से कहा कि अब समय आ गया है जब हमारी सेना सिख अमेरिकियों को दायित्व सौंपे। पत्र में याद दिलाया गया है कि अमेरिकी सेना में सिखों के काम करने की परंपरा प्रथम विश्व युद्ध से है। इसमें बदलाव 1980 के दौर में हुआ जब सेना ने ड्रेस कोड लागू किया जिसके बाद भविष्य में सिखों के सेना में शामिल होने पर रोक लग गई थी। लंबे केश और दाढ़ी रखने के कारण विशेष अनुमति के बिना उन्हें सेना में सेवा देने की इजाजत नहीं है। क्राउले ने मिसाल दी कि कनाडा, ब्रिटेन और भारत में सिख सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अब समय आ गया है जब अमेरिकी सेना उन्हें मौका दे।

इजरायल ने दी ईरान पर हमले की धमकी
17 July 2013
येरूस्लम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के नजदीक आता जा रहा है और ये बात विश्व समुदाय के लिए चिंता की बात है. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उनका देश इस पर रोक लगाने के लिए तेहरान के खिलाफ एक कार्रवाई कर सकता है, भले अमेरिका इस मुद्दे पर कुछ न करे.
न्यूज चैनल अलजजीरा के मुताबिक, अमेरिकी समाचार चैनल ‘सीबीएस न्यूज’ ने रविवार को नेतन्याहू के हवाले से कहा कि वे खतरे की सीमा की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने अभी इसे लांघा नहीं है. नेतन्याहू ने आगे बोला कि ईरान बम बनाने के बेहद करीब पहुंचने को है. नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने वॉशिंगटन से भी कम समय दिया है और ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए तय समय पर एकतरफा कार्रवाई की जा सकती है. ।

ओबामा ने की बुश सीनियर की तारीफ
17 July 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने देश के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश की जमकर तारीफ की है। उनका कहना है कि अगर आज अमेरिका एक उदार और विनम्र देश है तो इसका श्रेय बुश को जाता है जिन्होंने कम्युनिटी सर्विस की दिशा में लोगों को एकजुट किया।
ओबामा ने वाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं। इस दौरान बुश द्वारा शुरू किए गए नॉन प्रॉफिट गु्रप ऑफ लाइट फाउंडेशन को सम्मानित किया गया। सीनियर बुश ने 1990 में कम्युनिटी सर्विस की खातिर इस ग्रुप को शुरू किया था। इस दौरान ओबामा ने कहा, हम सभी की ओर से, मैं सिर्फ यह कहना चाहता हूं कि हम आपकी वजह से निश्चित रूप से एक उदार और विनम्र देश हैं। हम इसके लिए आपका जितना आभार जताएं, वह कम है। हमारा देश दुनिया की एक मजबूत ताकत है क्योंकि हम ऐसे लोग हैं जो सेवा करते हैं। और इसके लिए हमें राष्ट्रपति बुश और उनकी पत्नी बारबरा का आभार जताना चाहिए जिन्होंने अपना पूरा जीवन इस काम में लगाया है। ।

मंडेला की हालत में सुधार
17 July 2013
जोहान्सबर्ग। नोबेल पुरस्कार विजेता और साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को इसी महीने अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है. जहां एक ओर पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी ग्रेका मिशेल का कहना है कि उनकी तबीयत में सकारात्मक सुधार हो रहा है.
वहीं मंडेला का इलाज करा रहे डॉक्टरों का कहना है कि पिछले 15 दिनों से उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है जिसके आधार पर ये कहा जा सकता है कि पूर्व राष्ट्रपति को इसी महीने के अंत तक अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी.
94 वर्षीय मंडेला पिछले वर्ष के दिसंबर से अबतक चार बार अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. इस बार वो प्रीटोरिया स्थित मेडिक्लिनिक हार्ट हॉस्पिटल में पांच हफ्ते से ज्यादा समय से एडमिट हैं.
पूर्व राष्ट्रपति को ये बीमारी उस समय से है जब वो रोबेन द्वीप पर राजनीतिक कैदी बनाए गए थे. मंडेला को कारावास में ट्यूबरोक्लोसिस हो गया था.
गौरतलब है कि नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति रहे हैं. वह 1994 से 1999 तक देश के राष्ट्रपति रहे. उन्हें रंगभेद नीति के खिलाफ और लोकतंत्र के लिए संघर्ष का नेतृत्व करने के कारण दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रपिता माना जाता है.

अमेरिकी सरकार पर 19 संगठनों ने ठोका मुकदमा
17 July 2013
वॉशिंगटन। जासूसी प्रकरण में 19 संगठनों ने अमेरिकी सरकार पर केस ठोका है. सूत्रों की मानें तो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के खिलाफ 19 संगठनों ने मुकदमा दायर किया है. संगठनों का आरोप है कि ओबामा सरकार अमेरिकी नागरिकों के फोन कॉल्स और निजी ई-मेल पर नजर रख रही है जो अमेरिकी संविधान के खिलाफ है.
माना जा रहा है कि ‘इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन’ इन संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहा है. अमेरिकी नागरिकों के फोन टैप किए जाने और विदेशी नागरिकों के निजी ई-मेल में घुसपैठ के गोपनीय अमेरिकी कार्यक्रम के बारे में सीआईए के पूर्व अनुबंधकर्ता एडवर्ड स्नोडेन द्वारा मीडिया को ब्यौरा लीक किए जाने के बाद एनएसए के खिलाफ दायर किया गया यह पहला मुकदमा है.
इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन (ईएफएफ) की कानूनी निदेशक सिन्डी कोहन का कहना है कि व्यापक स्तर पर लंबे समय तक इस तरह अवैध तरीके से सूचनाएं जुटाना संविधान का उल्लंघन है. ईएफएफ की याचिका में मुख्य जोर बड़े पैमाने पर टेलीफोन रिकॉर्ड एकत्र करने के कार्यक्रम पर है जिसकी पुष्टि विदेशी खुफिया निगरानी अदालत फॉरेन इंटेलिजेन्स सर्विलान्स कोर्ट (एफआईएससी) के एक आदेश के प्रकाशन से हो चुकी है.।

युद्ध अपराधी गुलाम आजम को 90 साल की सजा
16 July 2013
ढाका। बांग्लादेश में एक विशेष न्यायाधिकरण ने कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी के नेता गुलाम आजम को युद्ध अपराधों के लिए 90 साल की सजा सुनाई है। उसे 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ स्वतंत्रता के संघर्ष के दौरान युद्ध अपराधों कामुख्य सूत्रधार होने का दोषी ठहराया गया है।
जमात-ए-इस्लामी सुप्रीमो 91 वर्षीय आजम को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने षडयंत्र रचने, योजना बनाने, हत्या समेत पांच आरोपों में दोषी ठहराया है। युद्ध अपराधों को लेकर यह पांचवां फैसला है। संभवत: यह ऐसा फैसला भी है जिसके लिए सबसे लंबे समय तक इंतजार किया गया। भीड़ से भरी अदालत में तीन सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण-एक के चेयरमैन जस्टिस एटीएम फाजले कबीर ने कहा, 'गुलाम आजम का मामला विशिष्ट है। वह इन अपराधों के दौरान खुद उपस्थित नहीं था, लेकिन उस पर 1971 के युद्ध अपराधों का मुख्य सूत्रधार होने का आरोप था। उसे 90 साल जेल में रहना होगा।' फैसले में कहा गया है कि आजम अपने अपराधों के लिए मौत की सजा का पात्र है, लेकिन उसकी अधिक उम्र और शारीरिक स्थिति के कारण उसे 90 साल की सजा दी गई है। न्यायाधिकरण द्वारा जिस समय यह फैसला सुनाया गया, उस समय आजम वहां मौजूद था। वह जमात-ए-इस्लामी के तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान विंग का प्रमुख था। 1971 के दौरान संघीय मंत्री रहे आजम को अदालत में व्हील चेयर पर लाया गया था। पिछले साल गिरफ्तार होने के बाद से वह पुलिस की हिरासत में अस्पताल में भर्ती है।
बीडी न्यूज ने द्वितीय जज जस्टिस अनवरुल हक के हवाले से कहा है कि 1971 में हुआ नरसंहार द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सबसे भयानक था। उन्होंने कहा कि इसकी तुलना केवल नाजियों द्वारा किए गए नरसंहार से की जा सकती है। उनके मुताबिक इस नरसंहार को इस देश में पाकिस्तान और उसके सहयोगियों ने अंजाम दिया था। फैसला सुनाए जाने से पहले पुलिस ने ढाका और अन्य शहरों में प्रदर्शन कर रहे आजम के समर्थकों को तितर बितर करने के लिए रबर की गोलियां चलाई।

रिश्ते सुधरेंगे तो दोनों देशों को फायदा: राघवन
16 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भारत के नए उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने सोमवार को यहां कहा कि आतंकवाद के खतरे से निपटने के उपाय किए जाने चाहिए। पाकिस्तान के साथ भारत अच्छे और दोस्ताना संबंध चाहता है, लेकिन दोनों देशों के बीच आतंकवाद 2008 के मुंबई आतंकी हमले के समय से ही अड़चन बना हुआ है।
राघवन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के अच्छे संबंध दोनों देशों की जनता के लिए लाभदायक हैं। उन्होंने मुंबई हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय अधिकारियों ने 26/11 के पाकिस्तानी साजिशकर्ताओं के खिलाफ तेजी से सुनवाई की मांग की है, लेकिन अब तक पाकिस्तान में न्याय की प्रक्रिया कछुए की चाल की तरह रही है। इससे पहले वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने राघवन और उनकी पत्नी का स्वागत किया।
राघवन करीब एक दशक पहले पाकिस्तान में उप उच्चायुक्त के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह शरत सभरवाल की जगह लेंगे जो पिछले साल ही सेवानिवृत्त हो हुए थे, लेकिन भारत सरकार ने उन्हे सेवा विस्तार दे रखा था। सभरवाल इस माह भारत लौट चुके हैं।

मलेशिया तट पर भारतीय टैंकर में लगी आग
16 July 2013
कुआलालंपुर। मलेशिया तट पर सोमवार को एक भारतीय टैंकर में आग लग गई। इस पर सवार चालक दल के 22 सदस्यों को बचा लिया गया, जबकि एक भारतीय नाविक की मौत की आशंका जताई गई है।
मलेशिया के एक अधिकारी ने बताया कि एमटी समुद्र नाम के टैंकर के इंजन रूम में स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 40 मिनट पर आग लग गई, जिसके बारे में मलेशिया मैरीटाइम एनफोर्समेंट एजेंसी को शाम चार बजकर 40 मिनट पर पता चल सका। आग बुझाने के प्रयास जारी हैं। द न्यू स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक टैंकर पर सवार चालक दल के 22 भारतीय सदस्यों को पोनटिअन अस्पताल में लाया गया है, जहां उनकी नियमित जांच की जा रही है। एमएमईए अधिकारियों ने बताया, 'चालक दल के सदस्यों ने बताया कि उनके पास कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं था। आग लगने के कारण हुए नुकसान का आकलन मंगलवार को किया जाएगा।' एमटी समुद्र इंडोनेशियाई द्वीप बातम से बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह जा रहा था।

हर छह साल पर लंबे हो रहे हैं दिन
16 July 2013
लंदन। पृथ्वी के केंद्र (कोर) में आए बदलावों के चलते हमारे ग्रह के दिन हर 5.9 साल में लंबे होते जा रहे हैं। एक नए शोध में यह सामने आया है कि पृथ्वी के मध्य भाग में हो रही उथल-पुथल से दिनों की लंबाई का घटना या बढ़ना देखा गया है।
ब्रिटेन के लिवरपूल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने वर्ष 1962 से 2010 के दिनों की लंबाई और पृथ्वी के कोर के अध्ययन के दौरान दिन की लंबाई में फर्क देखा। पृथ्वी हर दिन अपनी धुरी पर एक बार घूमती है, लेकिन हर दिन की लंबाई अलग-अलग है।
अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि तीन हजार लाख साल पहले एक साल में 365 के बजाय 450 दिन होते थे और एक दिन 21 घंटे का ही होता था। लेकिन अब पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने की गति धीमी हो गई है तो दिन की लंबाई बढ़ गई है। हालांकि पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना कुछ अन्य बातों से भी तय होता है। जैसे हवा के विपरीत पर्वत श्रृंखलाओं का होना भी गति धीमी करता है।

मुशर्रफ को हमारे सामने लाओ: अदालत
16 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने सुरक्षा कारणों से पूर्व सैन्य प्रमुख परवेज मुशर्रफ को उसके समक्ष पेश न किए जाने की दलीलों को खारिज कर दिया है। अदालत ने पुलिस को बलूच नेता अकबर बुगती की हत्या के मामले में मुशर्रफ को आगामी 30 जुलाई को पेश करने का आदेश दिया है।
दक्षिण पश्चिम शहर क्वेटा की आतंकवाद रोधी अदालत में पुलिस ने मुशर्रफ के खिलाफ प्रारंभिक चार्जशीट दाखिल करते हुए कहा कि वह सुरक्षा कारणों से मुशर्रफ को अदालत में पेश नहीं कर रही। न्यायाधीश मुहम्मद इस्माइल बलूच ने चार्जशीट तो स्वीकार कर ली, लेकिन सुरक्षा संबंधी चिंताओं को नकार दिया।
उन्होंने पुलिस की अपराध शाखा को 30 जुलाई को अगली सुनवाई के दौरान मुशर्रफ को अदालत में पेश करने कानिर्देश दिया। अगस्त, 2006 में एक सैन्य अभियान के दौरान बुगती की हत्या कर दी गई थी। इस अभियान को चलाने का आदेश मुशर्रफ ने ही दिया था। वह उस समय पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख थे।
बेनजीर भुंट्टो हत्याकांड सहित अनेक मामलों में आरोपी मुशर्रफ गत अप्रैल से अपने फार्म हाउस में नजरबंद हैं।

बॉक्सिंग मैच के दौरान भगदड़ में 18 लोगों की मौत
16 July 2013
जकार्ता। पूर्वी इंडोनेशिया के पापुआ प्रांत के नाबीरे शहर में बॉक्सिंग मैच के दौरान स्थानीय खिलाड़ी के चैंपियनशिप में हारने पर दर्शकों द्वारा विरोध करने के बाद भगदड़ मच गई। हादसे में 18 लोगों के मारे जाने की खबर है। मृतकों में 12 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 40 अन्य दर्शक घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल गेड सुमर्ता जया ने बताया कि रविवार को मध्य रात्रि से पहले नाबीरे के कोटा लामा स्पोर्ट स्टेडियम में जिस समय यह घटना हुई उस समय वहां 1500 दर्शक मौजूद थे। स्टेडियम से बाहर आने के सिर्फ दो ही रास्ते थे। स्टेडियम में उस समय रीजेंट कप का मैच खेला जा रहा था। विजेता खिलाड़ी की घोषणा के बाद हारने वाले खिलाड़ी के समर्थकों ने निर्णायक मंडल पर कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं। इसके जवाब में जीतने वाले खिलाड़ी के समर्थक भी बोतलें और टूटी हुई कुर्सियां फेंकने लगे। स्टेडियम में अफरा तफरी मचने से घबराए लोगों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया।

फ्रांस के परमाणु संयंत्र में घुसे ग्रीनपीस कार्यकर्ता
16 July 2013
पेरिस। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन ग्रीनपीस के कार्यकर्ता सोमवार को फ्रांस के दक्षिणी भाग में स्थित परमाणु संयंत्र में जबरन घुस गए। वे इस संयंत्र को बंद करने की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि ग्रीनपीस के कार्यकर्ता ट्राइकैस्टिन परमाणु संयंत्र में घुस गए। ग्रीनपीस फ्रांस के परमाणु मुद्दे के प्रभारी यानिक रूजलेट ने बताया कि ट्राइकैस्टिन फ्रांस के पांच सबसे खतरनाक परमाणु संयंत्रों में से एक है। ग्रीनपीस के कार्यकर्ता जो बैनर लिए हुए थे उन पर लिखा था, ट्राइकैस्टिन : ए न्यूक्लिअर एक्सीडेंट [एक परमाणु दुर्घटना] एंड फ्रांसुआ ओलेंड : प्रेसिडेंट ऑफ ए कैटेसट्रोफ [एक दुर्गति के राष्ट्रपति]? हाल के वर्षो में परमाणु संयंत्रों का विरोध करने वाले कार्यकर्ता कई बार फ्रांस के संयंत्रों में घुस चुके हैं। उनका कहना है कि इससे लोगों की सुरक्षा संबंधी समस्या खड़ी हो जाएगी।

अंटार्कटिक के ग्लेशियरों से पिघल रही हर साल 300 अरब टन बर्फ
16 July 2013
लंदन। उपग्रह से ली गई तस्वीरों से पता चलता है कि पिछले एक दशक में अंटार्कटिक और ग्रीनलैंड के ग्लेशियरों से प्रतिवर्ष 300 अरब टन बर्फ पिघल रही है। दरअसल, उपग्रहों के जरिए पृथ्वी के ध्रुवों पर मौजूद बर्फ की चादर पर नजर रखी जा रही है।
ग्रीनलैंड और अंटार्कटिक पर फैली बर्फ की चादरों के लगातार पिघलने से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में हो रहे उतार चढ़ाव का पता लगाने के लिए ग्रैविटी रिकवरी एंड क्लाइमेट एक्सपेरिमेंट नामक उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया था। नेचर जियो साइंस जर्नल ने शोधकर्ताओं के हवाले से बताया कि उपग्रह द्वारा वर्ष 2002 से इकट्ठे किए जा रहे आंकड़े हालांकि किसी भी नतीजे तक पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। अभी ठीक ठीक नहीं बताया जा सकता कि आने वाले दशकों में कितनी बर्फ पिघल कर समुद्र में मिल जाएगी और कितनी तेजी से समुद्रों का जलस्तर बढ़ेगा।
प्रमुख शोधकर्ता ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी के ग्लासियोलॉजी सेंटर के बर्ट वाउटर्स ने बताया, 'अभियान के दौरान स्पष्ट हुआ कि बर्फ की चादर से प्रतिवर्ष 300 अरब टन बर्फ पिघल रही हैं और आने वाले समय में बर्फ पिघलने की दर बढ़ भी सकती हैं।' ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका पर छायी बर्फ की चादर पृथ्वी के ग्लेशियर की बर्फ का करीब 99.5 प्रतिशत है। अगर यह सारी बर्फ पिघल जाती है, तो दुनियाभर के समुद्रों का जलस्तर 63 मीटर तक बढ़ जाएगा। उपग्रह से मिले आंकड़े बताते हैं कि बर्फ के पिघल कर समुद्र में मिल जाने व दुनियाभर में हो रहे अनेक पर्यावरणीय बदलावों से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में कुछ बदलाव आ रहा है। शोधकर्ताओं ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के साथ साथ कई प्राकृतिक घटनाएं भी ध्रुवों पर मौजूद बर्फ पर प्रभाव डाल रही हैं।

पाक सरकार करेगी तालिबान से बात
16 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इन दिनों हिंसा का दौर जारी है, ऐसे में पाकिस्तान ने मुल्क में इस दौर पर विराम लगाने के मकसद से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और बाकी आतंकी गुटों से शांति वार्ता के लिए इस महीने कार्य-समूह के गठन की योजना बनाई है.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर आम सहमति बनाने के लिए इस महीने के अंत होने वाली सर्वदलीय बैठक में कार्य समूह की घोषणा किए जाने की संभावना है. इस समूह में राजनेता और बाकी नामचीन हस्तियां शामिल होंगी. इस योजना के तहत सरकार पूर्व आतंकी और हिरासत में कैद आतंकियों का प्रयोग तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान तक पहुंचने में कर सकती है.

जरदारी हर कीमत पर लौटेंगे पाकिस्तान'
16 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के सितंबर में अपना कार्यकाल खत्म होने तक विदेश में ही रहने की अटकलों के बीच सोमवार को राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने कहा कि वह 'हर कीमत पर' पाकिस्तान लौटेंगे।
पाकिस्तानी राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने कहा कि जरदारी दुबई गए थे जहां से वह निजी यात्रा पर लंदन जाएंगे। बाबर ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कि जरदारी अपने कार्यकाल की शेष अवधि के दौरान लंदन में रहेंगे कहा, 'राष्ट्रपति हर कीमत पर पाकिस्तान लौटेंगे।'
उन्होंने एक बयान में कहा कि जरदारी अपने कार्यकाल के पूरा होने तक इस्तीफा भी नहीं देंगे। प्रवक्ता ने बताया कि जरदारी दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस साल के शुरुआत में जरदारी ने खुद मीडिया से कहा था कि वह सितंबर में अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे।
गौरतलब है कि जरदारी 2008 में पांच साल के कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुए थे। उस वक्त उनकी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी केंद्र में सत्ता में थी। मई में हुए आम चुनाव में पीएमएल (एन) ने पीपीपी को सत्ता से बेदखल कर दिया।

अमेरिकी सांसदों ने रखा चांद पर पार्क का प्रस्ताव
15 July 2013
वाशिगंटन। अमेरिकी सांसदों ने चांद पर एक नेशनल पार्क बनाने का अतिमहत्वाकांक्षी प्रस्ताव कांग्रेस में रखा है। सांसदों ने इसके लिए विधयेक पेश किया है। इस नए विधेयक के पारित हो जाने से चांद पर अपोलो लूनर लैंडिंग साइट्स नेशनल हिस्टोरिकल पार्क के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो सकेगा।
स्पेस डॉट कॉम के अनुसार, अमेरिकी कांग्रेस में पेश अपोलो लूनर लैंडिग लेगेसी बिल को संसद की विज्ञान, अंतरिक्ष और तकनीक पर बनी समिति के अलावा प्राकृतिक संसाधनों की समिति के सुपुर्द कर दिया गया है। विधेयक में कहा गया है कि अपोलो लूनर प्रोग्राम अमेरिकी इतिहास की बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
दूसरे राष्ट्रों और वाणिज्यिक उद्यमों द्वारा चांद पर उतरने की क्षमता हासिल करने के मद्देनजर 'यह जरूरी हो गया है कि अपोलो लूनर लैंडिंग साइट्स को भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित किया जाए'।
चांद पर पार्क निर्माण से अपोलो लूनर लैंडिग साइट्स के संरक्षण को और विस्तार भी मिल सकेगा। इस विधेयक में वर्ष 1969 से 1972 तक चले अपोलो प्रोग्राम के तहत चांद पर उन सभी स्थानों को शामिल करने की बात कही गई है, जिनका संबंध चांद पर उतरने वाले अंतरिक्ष यात्रियों और उपकरणों से था। विधेयक में 13वें अपोलो कार्यक्रम की भी चर्चा की गई है। 14 अप्रैल, 1970 को अपोलो की चांद पर लैंडिंग हुई थी।

कार्यकाल पूरा होने पर पाकिस्तान छोड़ सकते हैं जरदारी
15 July 2013
इस्लामाबाद। भ्रष्टाचार के मामलों के फिर से खुलने और सुरक्षा खतरों के डर से राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी कार्यकाल पूरा होने पर पाकिस्तान छोड़ सकते हैं। उनका कार्यकाल 8 सितंबर को पूरा हो रहा है।
डॉन अखबार ने जरदारी के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा है कि राष्ट्रपति को उनके नजदीकी दोस्तों ने 'जीवन को गंभीर खतरा' बताकर देश छोड़ने की सलाह दी है। दूसरा 'मुख्य कारण' देश में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के लंबित मामले हैं, जिसके कारण वह देश छोड़ने को मजबूर हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में पहले ही जरदारी के खिलाफ स्विट्जरलैंड में भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने की सुनवाई हो चुकी है। जरदारी के कानूनी सहायक यह अच्छी तरह जानते हैं कि कार्यकाल पूरा होने पर वह राष्ट्रपति पद के सभी अधिकारों से वंचित हो जाएंगे। हाल में ही कराची में जरदारी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी बिलाल शेख की हत्या को उनके और परिवार के लिए सतर्क रहने के संदेश के रूप में देखा जा रहा है। इसके पहले 2008 और 2011 में भी उनके सुरक्षा अधिकारियों की हत्या हो चुकी है।
इन घटनाओं के कारण पिछले पांच वर्षो के दौरान उनकी सार्वजनिक उपस्थिति भी बेहद कम रही। अब वह अपने बंकर में ही रहना ज्यादा पसंद करते हैं। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं शीर्ष वकील ऐतजाज अहसान ने बताया कि संविधान के तहत प्रदत्त राष्ट्रपति के अधिकार उस व्यक्ति के लिए तभी तक हैं, जब तक वह उस पद पर है। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद जरदारी अनिश्चितकाल के लिए दूसरे देश में प्रवास कर सकते हैं और वहीं से अपनी पार्टी पीपीपी का संचालन कर सकते हैं। जरदारी पहले ही कह चुके हैं कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उनके लड़ने की कोई योजना नहीं है। गत 11 मई को देश के आम चुनाव में उनकी पार्टी की बड़ी हार हुई थी और सत्ता का केंद्र नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन बनी।

भारत-भूटान के संबंधों को मजबूती प्राथमिकता: पीडीपी
15 July 2013
थिंपू । भूटान के दूसरे आम चुनाव में दमदार जीत दर्ज करने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने रविवार को भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को फिर से मजबूत करने को शीर्ष प्राथमिकता देने की बात कही है। पीडीपी ने यह भी कहा है कि भारत से केरोसीन और रसोई गैस की सब्सिडी न मिलने के मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा। दूसरी तरफ भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीडीपी के नेता शेरिंग तोबगे को जीत की बधाई दी। तोबगे भूटान के अगले प्रधानमंत्री होंगे।
ड्रक फ्यूनसूम शोग्पा पार्टी (डीपीटी) को हराकर 47 सदस्यीय नेशनल एसेंबली में बहुमत हासिल करने वाली पीडीपी ने शुरुआत के 100 दिनों की अपनी योजनाओं की जानकारी दी। इसमें भारतीय रुपये की कमी से निपटने के लिए कार्य योजना व दीर्घ कालीन रणनीति तैयार करना शामिल है। पीडीपी की महासचिव सोनम जात्शो ने कहा, लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से पीडीपी भारत सरकार से अनुरोध करेगी कि वह आर्थिक प्रोत्साहन योजना के लिए बड़ी मात्रा में वित्तीय मदद दे।' प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अपने शुभकामना संदेश में भूटान को हर तरह से सहायता देने का आश्वासन दिया है। सोनम ने कहा कि केरोसीन और रसोई गैस पर सब्सिडी हटाए जाने के मुद्दों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए जल्द ही नई दिल्ली से संपर्क किया जाएगा क्योंकि इससे भूटान के लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। गत 30 जून को करार खत्म होने के बाद भारत ने भूटान को यह सब्सिडी देना बंद कर दिया था।

तालिबान के हमले की शिकार वाली पहचान नहीं चाहती है मलाला
15 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई ने कहा है कि वह चाहती है कि उसकी पहचान अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली लड़की की बननी चाहिए न कि उस लड़की की जिसे तालिबान ने मारने की कोशिश की थी।
संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के एक दिन बाद यहां शनिवार को पाकिस्तानी मिशन के कार्यक्रम में मलाला ने पिछले साल नौ अक्टूबर को हुए तालिबान हमले को अपनी जीवन का एक हिस्सा तो बताया लेकिन कहा कि वह नहीं चाहती कि उसकी पहचान तालिबान के हमले की शिकार के रूप में हो। 16 वर्षीय किशोरी ने कहा कि मैं कड़ी मेहनत करना चाहती हूं। मैं अपनी पूरी जिंदगी लड़कियों की शिक्षा के लिए अर्पण करना चाहती हूं। मलाला ने कहा कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। न ही तालिबान या किसी आतंकी संगठन के खिलाफ व्यक्तिगत प्रतिशोध की भावना से बोलने के लिए मैं यहां हूं। मैं सिर्फ सभी बच्चों के शिक्षा अधिकारों की बात करना चाहती हूं।

भूटान में पीडीपी की धमाकेदार जीत
15 July 2013
थिंपू। भूटान के दूसरे संसदीय चुनाव में मुख्य विपक्षी दल पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। भारत से केरोसीन और रसोई गैस की सब्सिडी न मिलने से आसमान छूती ईधन की कीमतों के मुद्दे से ड्रक फ्यूनसूम शोग्पा पार्टी (डीपीटी) को धूल चाटने पर मजबूर होना पड़ा।
भूटान ने 2008 में राजशाही छोड़कर लोकतंत्र अपना लिया था। पहले संसदीय चुनावों में डीपीटी ने भारी जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव में महज दो सीटें जीतने वाली पीडीपी 32 सीटें जीतकर दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में आई है। 47 सदस्यीय नेशनल एसेंबली में बहुमत के लिए जरूरी (24) से आठ सीटें ज्यादा मिली हैं। पिछले चुनावों में 45 सीटें पाने वाली डीपीटी महज 15 सीटों पर ही सिमट गई। डीपीटी नेता जिग्मी वाई थिनले पिछले पांच सालों से प्रधानमंत्री पद पर काबिज थे।
महंगाई से गुस्साई जनता मतदान केंद्रों पर उमड़ी और चुनाव में 80 फीसद वोट पड़े। दोनों ही दलों ने जनता को भरोसा दिलाने की कोशिश की थी कि सरकार बनने के बाद भारत के साथ केरोसीन और रसोई गैस की सब्सिडी का मुद्दा सुलझा लिया जाएगा। 30 जून को करार खत्म होने के बाद भारत ने भूटान को यह सब्सिडी देना बंद कर दिया था। हालांकि, भारत ने भरोसा दिलाया है कि सब्सिडी के उचित इस्तेमाल के लिए सतर्क लेखांकन की जरूरत है। चीन से भूटान की नजदीकियों की वजह से सब्सिडी बंद होने की चर्चा को बेबुनियाद बताते हुए पीडीपी की महासचिव सोनम जात्शो ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते इतने मजबूत हैं कि किसी मामूली मुद्दे से इस पर असर पड़ने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। चुनाव के लिए भारत ने भूटान को जरूरी उपकरण मुहैया कराए थे। खुद भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत हिमालयी राष्ट्र में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए डटे हुए थे। पहले चरण में 31 मई को हुए चुनाव में डीएनटी और डीसीटी दौड़ से बाहर हो गए थे। इससे आज हुए दूसरे दौर के चुनाव में मुकाबला डीपीटी और पीडीपी के बीच सिमट कर रह गया था।

आतंकी ढांचा ध्वस्त करेगा पाकिस्तान
15 July 2013
इस्लामाबाद। आखिरकार, पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों को जड़ से उखाड़ फेंकने का बीड़ा उठाया है। आतंकियों को पालने-पोसने को लेकर पड़ोसी देशों खासकर भारत की ओर से लगाए जाने वाले आरोपों के दाग धोने के लिए नवाज शरीफ सरकार नई सुरक्षा नीति बनाने जा रही है। पाकिस्तान की सेना और विशेषज्ञ मिलकर पांच सूत्रीय रणनीति तैयार कर रहे हैं। यह नीति आतंकी संगठनों, उनके गढ़ों और सोच को निशाना बनाएगी।
पाकिस्तान की जमीन पर अपना आतंकी नेटवर्क चला रहे संगठनों के निशाने पर भारत होता है। यदि नवाज सरकार ने ईमानदारी से नई सुरक्षा रणनीति पर अमल किया तो यह भारत के लिए बेहद सुकून देने वाला होगा। द न्यू इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए सेना और विशेषज्ञ अपने-अपने सुझाव दे रहे हैं। पांच सूत्रीय सुरक्षा नीति में आतंकी नेटवर्क का खात्मा, आतंकवादियों की धरपकड़, आतंकवाद को रोकना, लोगों को चरमपंथ के नुकसान के बारे में जागरूक करना और चरमपंथियों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने जैसे कदम उठाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री का मानना है कि देश में शांति और स्थिरता लाए बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है। चरमपंथ को रोकना देश की तरक्की का पहला कदम है। नई नीति विस्तृत होगी। यह खुफिया एजेंसियों को ज्यादा मजबूत करेगी। प्रधानमंत्री खुफिया एजेंसियों पर सीधी निगरानी रखेंगे। पाकिस्तान में दर्जनों आतंकी संगठन सक्रिय हैं। ये न केवल सुरक्षा बलों और नागरिकों पर हमले कर रहे हैं बल्कि पड़ोसी देशों को भी निशाना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सीमा से सटे अफगानिस्तान, भारत, ईरान और चीन की शिकायत है कि पाक की जमीन से आतंकवादी उन पर हमले कर रहे हैं। लश्कर-ए-तैयबा 2008 के मुंबई आतंकी हमले में शामिल था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। शरीफ के पिछले सप्ताह चीन दौरे से लौटने के बाद इस नीति पर काम तेज हुआ है। चीन में उन्हें उच्च स्तरीय बैठक के दौरान सुरक्षा संबंधी चिंताओं का सामना करना पड़ा था। शरीफ ने गुरुवार को आइएसआइ के मुख्यालय का दौरा किया था। वह वहां पांच घंटे से अधिक समय तक रुके और खुफिया एजेंसी प्रमुख से आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा की। नवाज शुक्रवार को गृह मंत्रालय भी गए थे।

तालिबान का फरमान, रमजान में तंग कपड़े न पहनें
15 July 2013
पेशावर। पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में तालिबान ने रमजान के महीने में रहन-सहन को लेकर शुक्रवार को नया फरमान जारी किया। इन नियमों का उल्लंघन करने पर शरिया कानून के तहत सजा देने की भी बात कही गई है।
फरमान में पवित्र महीने के दौरान तंग और झीने कपड़े पहनने को लेकर चेतावनी जारी की गई है। साथ ही रोजा न रखने पर एक महीने जेल की सजा की बात कही गई है। अशांत दक्षिणी वजीरिस्तान के वाना मुख्यालय में मुल्ला नाजिर तालिबान समूह की शूरा बैठक के दौरान तालिबान ने सर्वसम्मति से यह दिशा-निर्देश जारी करने का फैसला किया। तालिबान द्वारा जारी फरमान में रमजान के दौरान महिला और पुरुष दोनों के तंग या झीना कपड़ा पहनने पर पाबंदी लगाई गई है। दुकानदारों और दर्जियों को भी इन नियमों का उल्लंघन करने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाने और कठोर दंड देने की बात कही गई है। यहीं नहीं रमजान के दौरान दुकानदारों को पटाखे न बेचने के प्रति आगाह किया गया है।

पाकिस्तान तालिबान ने सीरिया में बनाया ठिकाना
15 July 2013
लंदन। पाकिस्तान तालिबान ने सीरिया में जारी जिहाद पर नजर रखने के लिए वहां पर अपना ठिकाना बनाया है। संगठन से जुड़े युद्ध और सूचना प्रौद्योगिकी के 12 विशेषज्ञ सीरिया पहुंच चुके हैं। बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
रिपोर्ट में पाकिस्तान तालिबान के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से कहा गया है कि यह ठिकाना अरबी मूल के पूर्व अफगानी लड़ाकों की मदद से स्थापित किया गया है जो हाल ही में सीरिया में जारी लड़ाई में हिस्सा लेने आए हैं।
तालिबान को लगता है कि सीरिया में सुन्नी मुसलमानों पर शिया शासक अत्याचार कर रहे हैं। सीरिया में सुन्नी मुसलमानों की तादाद ज्यादा है। सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ जारी संघर्ष में अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं। तालिबान के प्रमुख नेता और सीरिया के अड्डे के समन्वयक मुहम्मद अमीन ने कहा कि यह अड्डा छह महीने पहले स्थापित किया गया था।

महात्मा गांधी के अहिंसा के मार्ग से प्रेरित हैं मलाला
15 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई महात्मा गांधी के अहिंसा के मार्ग से प्रेरित हैं। लड़कियों की शिक्षा की पैरवी करने के कारण तालिबान के आतंकियों की गोलियों का शिकार बनी मलाला ने दो टूक कहा है कि वह आतंकियों की धमकी से डर कर चुप नहीं बैठेंगी। वह प्रत्येक बच्चे के लिए शिक्षा के अधिकार की वकालत करती रहेंगी।
16 वर्षीय मलाला ने कहा, 'मैं चाहती हूं कि तालिबान समेत सभी आतंकियों के बेटे और बेटियों को शिक्षा मिले। मैं उन आतंकियों से नफरत नहीं करती जिन्होंने मुझे गोली मारी। अगर मेरे हाथ में बंदूक हो और वे आतंकी जिन्होंने मुझे गोली मारी मेरे सामने हो तो भी मैं उन्हें नहीं मारुंगी क्योंकि यही अहिंसा का परम धर्म है। अहिंसा का यह पाठ मैंने गांधीजी, खान अब्दुल गफ्फार खान और मदर टेरेसा से सीखा है।' मलाला ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में दिए अपने पहले सार्वजनिक भाषण के दौरान यह बात कही। उनके मुताबिक सबसे शक्तिशाली हथियार कलम और किताब है। एक शिक्षक, एक किताब और एक कलम दुनिया को बदलने का माद्दा रखते हैं। मलाला ने बताया कि तालिबान के हमले के नौ महीने बाद भी उनकी जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया है। बल्कि निराशा और डर का खात्मा हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र ने मलाला का 16वां जन्मदिन शुक्रवार को मलाला डे के तौर पर मनाया था और विश्वभर से आए करीब एक हजार युवाओं के लिए दिनभर का कार्यक्रम आयोजित किया था। मलाला को पिछले साल अक्टूबर में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात जिले में तालिबान के आतंकियों ने सिर में गोली मार दी थी। रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में कुछ दिन उनका इलाज चला। बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें बर्मिघम स्थित क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब वह स्वस्थ हैं और बर्मिघम के एक स्कूल में पढ़ रही हैं।

स्नोडेन पर ओबामा ने की पुतिन से बातचीत
15 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश के निगरानी कार्यक्रम की जानकारी सार्वजनिक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को लेकर रूस के रवैये के प्रति चिंता जताई है। स्नोडेन द्वारा रूस में अस्थाई राजनीतिक शरण मांगे जाने के बाद ओबामा ने शुक्रवार को अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात कर उन्हें अमेरिका की चिंता से अवगत कराया। हालांकि रूस ने अभी तक स्नोडेन को देश से निकालने की अमेरिकी मांग पर कोई आश्वासन नहीं दिया है।
ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने रूस पर आरोप लगाया कि वह स्नोडेन को प्रचार का मंच उपलब्ध करा रहा है। ह्वाइट हाउस द्वारा ओबामा और पुतिन के बीच फोन पर हुई बातचीत को लेकर जो बयान जारी किया गया है, उसमें ऐसा कोई संकेत नहीं मिलता है कि पुतिन स्नोडेन को अमेरिका वापस भेजने के लिए तैयार हैं। बयान में सिर्फ इतना कहा गया है कि दोनों नेताओं के बीच स्नोडेन के मामले को लेकर चर्चा हुई। यह उच्च स्तरीय बातचीत ऐसे समय में हुई है जब स्नोडेन को लेकर राजनयिक मोलभाव किया जा रहा है। वह 23 जून को हांगकांग से मास्को पहुंचा था और तब से वहीं के हवाई अड्डे पर है।

मलाला ने मनाया संयुक्त राष्ट्र में 16वां जन्मदिन
13 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज बुलंद करने के कारण पिछले साल तालिबान ने पाकिस्तान में मलाला यूसुफजई की हत्या का प्रयास किया था। चिकित्सकों के अथक प्रयास से बची मलाला ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में अपना 16वां जन्मदिन मनाया। अब ब्रिटेन में पढ़ रही मलाला ने इस अवसर पर सभी बच्चों के लिए मुफ्त स्कूली शिक्षा अनिवार्य बनाने की अपील की।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय की यूथ असेंबली में भाग लेने दुनिया भर से जुटे करीब एक हजार छात्रों से मलाला ने कहा कि जीवन को बेहतर बनाने का शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है। उसने कहा, 'अब हमें अपनी किताबें व कलम उठा लेनी चाहिए। ये सबसे शक्तिशाली हथियार हैं। एक बच्चा, एक शिक्षक, एक कलम और एक किताब पूरी दुनिया को बदल सकते हैं।
पिछले वर्ष अक्टूबर में तालिबान आतंकियों ने मलाला के सिर में नजदीक से गोली मार दी थी ताकि वह पाकिस्तान की स्वात घाटी का स्कूल छोड़ दे। ऐसा इस वजह से कि वह वहां महिलाओं को पढ़ने नहीं देने के तालिबान के प्रयासों के खिलाफ अभियान चला रही थी।
मलाला ने मून को करीब 40 लाख लोगों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सौंपा जिसमें दुनिया के 5.7 करोड़ वैसे बच्चे जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं उनके लिए विश्व के नेताओं से नए शिक्षक, स्कूल और किताबें मुहैया कराने और बाल श्रम, बाल विवाह व बाल तस्करी रोकने के लिए मांग की गई है।
गृह जिले में नहीं मना मलाला का जन्मदिन
पाकिस्तान सहित दुनिया भर में शुक्रवार का दिन भले ही मलाला के जन्मदिन को मलाला दिवस के रूप में मनाया गया लेकिन उसके गृह नगर में कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात जिले में किसी ने मलाला को याद भी नहीं किया। प्रांत में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ पार्टी की सरकार है। यहां सरकार की ओर से किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं हुआ।


इंडोनेशिया में जेल में आग लगा भागे कैदी
13 July 2013
इंडोनेशिया। इंडोनेशिया के मेदान शहर की एक जेल में देर रात हुई हिंसा के बाद सौ से अधिक कैदी आग लगाकर भाग निकले। एक हजार से अधिक सुरक्षा कर्मी और सेना के जवान कैदियों को खोज में जुटे हैं। जेल में हुई हिंसा में पांच कैदियों की मौत हो गई। भाग निकले कैदियों में से पांच आतंकी शामिल हैं
सुमात्रा द्वीप में गुरुवार को जेल में बिजली गुल रहने की वजह से हिंसा भड़की। बिजली नहीं होने से कैदियों को पानी नहीं मिल पाया था। कैदियों ने सुरक्षाकर्मियों पर कांच की बोतलें फेंकी और जेल में आग लगा दी। हिंसा के बाद मची अफरातफरी का फायदा उठाकर 150 से अधिक कैदी फरार हो गए, जिनमें से 55 को रात में ही पकड़ लिया गया। 'द तनजुंग गुसता' जेल में आग की ऊंची ऊंची लपटे उठती हुई देखी गई। रात भर आग बुझाने का काम चलता रहा। सुरक्षाकर्मी बाकी कैदियों की तलाश में जुट गए हैं। जेल में करीब 2600 कैदी हैं, जबकि क्षमता महज 1500 कैदियों की है।

लाल मस्जिद पर हमला: मुशर्रफ के खिलाफ दर्ज होगा
13 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को लाल मस्जिद अभियान में कथित संलिप्तता के लिए मुशर्रफ के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया।
न्यायाधीश नूरूल हक कुरैशी ने यह आदेश लाल मस्जिद के गाजी अब्दुल रशीद के बेटे हारून द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया। रशीद ने अपने पिता और दादा की हत्या में संलिप्तता के लिए मुशर्रफ के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील की थी। सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि रशीद का बयान दर्ज किया जाना चाहिए। तीन जुलाई, 2007 को मुशर्रफ ने देश के अधिकारों को चुनौती देने के लिये लाल मस्जिद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का आदेश दिया था। सेना ने परिसर पर हमला करने से पहले 12 दिन तक मस्जिद की घेराबंदी की थी। इस हमले में सैकड़ों लोग मारे गए थे।
लाल मस्जिद के पूर्व मौलवी पर रेंजरों पर हमले के लिए मदरसे के छात्रों को मस्जिद के लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर भड़काने का आरोप था। रेंजरों को गाजी और उनके सहयोगियों को कठोर इस्लामिक कानून लागू कराने के वास्ते सरकार पर दबाव डालने के लिए लोगों को डराने और धमकाने के लिए जो अभियान चला रखा था उसे रोकने के लिए तैनात किया गया था। पिछले साल आतंकवाद निरोधी अदालत ने गाजी और 16 अन्य लोगों को रेंजर अधिकारियों की मौत के मामले में बरी कर दिया था। शरीफ सरकार पहले ही मुशर्रफ के खिलाफ नवंबर, 2007 में देश में आपातकाल लगाने और संविधान का उल्लंघन करने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा चलाने का फैसला कर चुकी है।

जापान में लू लगने से 12 की मौत
13 July 2013
टोक्यो। जापान के अधिकांश भाग इस समय भीषण गर्मी में झुलस रहे हैं। स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्मी का कहर एक सप्ताह से अपने चरम पर है, जिसमें अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लू लगने से अब तक हजारों लोग अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि देशभर में पारा 35 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। आने वाले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं है। हजारों लोगों को लू लगने और बेचैनी महसूस होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से 12 की मौत हो गई। शुक्रवार को शिजुका प्रांत में तापमान 38.3 डिग्री दर्ज किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, 65 साल से अधिक की उम्र वाले लोग ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा स्कूल के बच्चे भी लू की चपेट में आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और घर से बाहर कम समय बिताने की हिदायत दी है।

हजार की घूस देकर फरार हो गया था अरबों का घोटालेबाज
13 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अरबों रुपये के घोटाले का आरोपी एक अधिकारी को महज एक हजार रुपये की रिश्वत देकर देश से फरार हो गया था। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने शुक्रवार को यह खुलासा किया कि ऑयल एंड गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी (ओजीआरए) का तत्कालीन अध्यक्ष तौकीर सादिक 2012 में कैसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भागने में कामयाब रहा था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओजीआरए अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति को अवैध ठहराए जाने के बाद तौकीर यूएई भाग गया था।
82 अरब रुपये के ओजीआरए घोटाले के आरोपी तौकीर को बीते सोमवार को यूएई से पाकिस्तान लाया गया। एनएबी के एक प्रवक्ता के अनुसार पूछताछ में तौकीर ने बताया कि अफगानिस्तान से लगे तोरखाम बॉर्डर पर सीमा पार जाने के लिए उसने एक सुरक्षा अधिकारी को एक हजार रुपये की रिश्वत दी थी। तौकीर सादिक की अवैध नियुक्ति के मामले में देश के दो पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और राजा परवेज अशरफ भी अभियुक्त बनाए गए हैं।
तौकीर पर अधिकारों का दुरुपयोग, फंड में गबन और विश्व बैंक व एशियाई विकास बैंक के साथ किए गए एक समझौते का उल्लंघन कर राष्ट्रीय खजाने को 82 अरब रुपये की चपत लगाने का आरोप है।

म्यांमार में सांप्रदायिक दंगों के लिए 20 बौद्धों को सजा
13 July 2013
यंगून। म्यांमार में 20 से ज्यादा बौद्धों को गत मार्च में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान उनकी भूमिका के लिए जेल की सजा सुनाई गई है। इसमें एक इस्लामिक बोर्डिग स्कूल पर घातक हमला करना भी शामिल है, जिसमें 20 छात्रों और चार शिक्षकों की मौत हो गई थी। इससे पहले दो बौद्धों को भी दंगों में उनकी भूमिका के लिए सजा दी जा चुकी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बौद्धों को हत्या, हमला, चोरी, आगजनी और शांति को भंग करने के आरोप में दो से 10 साल तक की सजा सुनाई गई। यह सजा बुधवार और गुरुवार को सुनाई गई। वकील बा सैन के मुताबिक इनमें कुछ आरोप मीकतिला शहर के बाहरी इलाके में स्थित इस्लामी स्कूल पर हमले के दौरान छात्रों की मौत से जुड़े थे। गत मई में सात मुसलमानों को दंगे के दौरान बौद्ध भिक्षु की हत्या के लिए दो से 28 साल की सजा सुनाई गई थी। मीकतिला शहर में फैले दंगों में 44 लोगों की मौत हो गई थी और 10 हजार से अधिक लोगों को घर छोड़ना पड़ा था।

पाक खुफिया एजेंसियां ओसामा पर रिपोर्ट लीक होने की जांच में जुटीं
13 July 2013
इस्लामाबाद। एबटाबाद में अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद गठित आयोग की रिपोर्ट लीक होने से शर्मसार हुई पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां जांच में जुट गई हैं।
डॉन अखबार के अनुसार, एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि मीडिया समूह को रिपोर्ट लीक करने में आयोग के किसी सदस्य या मसौदा तैयार करने में शामिल लोगों में से किसी का हाथ तो नहीं है। रिपोर्ट को गत सोमवार को अलजजीरा ने अपनी वेबसाइट पर जारी किया था। इस रिपोर्ट में ओसामा के इतने सालों तक देश में छिपे रहने का पता नहीं लगाने के लिए सरकार और सेना की सभी संस्थाओं को 'सामूहिक नाकामी' के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। यही नहीं देश के अंदर घुस कर अमेरिकी सील कमांडों द्वारा की गई अनधिकृत कार्रवाई के लिए भी रिपोर्ट में सभी एजेंसियों की जमकर खिंचाई की गई है। जांच अधिकारियों का मानना है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से रिपोर्ट लीक होने की संभावना कम है, क्योंकि वेबसाइट पर जो रिपोर्ट है, उस पर किसी का हस्ताक्षर नहीं है। इस वजह से जांच अधिकारी आयोग में शामिल सदस्यों और इसका मसौदा तैयार करने में जुटे लोगों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जावेद इकबाल के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यीय आयोग ने अपनी रिपोर्ट चार जनवरी को सरकार के हवाले कर दी थी।

आयरलैंड में सीमित मामलों में गर्भपात को मंजूरी
13 July 2013
डब्लिन। आयरलैंड की संसद ने पहली बार कुछ सीमित मामलों में गर्भपात की अनुमति संबंधी विधेयक को बहुमत से पारित कर दिया है। पिछले वर्ष गर्भपात की अनुमति न मिलने की वजह से भारतीय मूल की दंत चिकित्सक सविता हलप्पनवार की मौत हो गई थी। इसके बाद कैथोलिक विचारधारा वाले इस देश को अपने गर्भपात विरोधी कानून की समीक्षा करने पर मजबूर होना पड़ा था। कई लोगों ने प्रधानमंत्री को खून से लिखे पत्र भी भेजे थे, जिसमें गर्भपात का समर्थन किया गया था।
संसद में चली लंबी चर्चा के बाद गुरुवार देर रात विधेयक को 31 के मुकाबले 127 मतों से पारित किया गया। विधेयक पारित होने के बाद संसद तालियों की आवाज से गूंज उठा। अब विधेयक को मंजूरी के लिए ऊपरी सदन में पेश किया जाएगा, जहां सत्ता पक्ष को बहुमत हासिल है। प्रधानमंत्री एंडा केनी और उनकी गठबंधन सरकार ने गर्भावस्था में जीवन की सुरक्षा के आशय वाला विधेयक संसद में पेश किया था। इसमें केवल उन्हीं मामलों में गर्भपात की अनुमति दी गई है, जहां गर्भ की वजह से मां के जीवन को खतरा हो। गर्भपात विरोधी समूहों ने नए कानून को अदालत में चुनौती देने की चेतावनी दी है।
कैथोलिक मान्यताओं वाला यह देश इस कानून को लेकर बंट गया है। विरोधियों का कहना है कि इस नए कानून से गर्भपात के मामले बढ़ सकते हैं। दूसरों का कहना है कि इस कानून का दायरा बेहद सीमित है। इसके तहत दुष्कर्म या भ्रूण के विकृत हो जाने के मामले में गर्भपात की अनुमति नहीं दी गई है। गर्भपात विरोधी समूहों का कहना है कि इससे देश में अजन्मे बच्चे की हत्या का अधिकार मिल जाएगा। आयरिश हाई कोर्ट ने गुरुवार को नए कानून के खिलाफ याचिका को खारिज कर दिया। विधेयक में गर्भपात के लिए ब्रिटेन जाने पर रोक नहीं लगाई गई है।

कुछ अमेरिकी सांसदों की वजह से हथियारों की आपूर्ति में विलंब
13 July 2013
बेरूत। सीरिया में विपक्षी गुट ने कहा है कि अमेरिकी संसद में कुछ लोगों के कारण ओबामा प्रशासन द्वारा उन्हें हथियारों मुहैया कराने के प्रयासों में विलंब हो रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरियाई विपक्ष को हथियार देने की बात कही थी। हालांकि वाशिंगटन ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की सेना से लोहा ले रहे विद्रोहियों को हथियार देने पर असहमति जताई थी क्योंकि अलकायदा से जुड़े कई कट्टरपंथी समूह सबसे प्रभावी बल के तौर पर उभरे हैं।
सीरिया में विपक्षी एवं क्रांतिकारी बलों के राष्ट्रीय गठबंधन ने असद प्रशासन के तेज होते हमलों के मद्देनजर अमेरिकी संसद से विद्रोहियों को हथियार दिए जाने का समर्थन करने का आग्रह किया है। संगठन द्वारा गुरुवार को जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी संसद के कुछ लोगों के कारण हथियारों की आपूर्ति में विलंब संबंधी रिपोर्ट से वह काफी चिंतित है। गठबंधन यह सुनिश्चित करेगा कि हथियार चरमपंथियों तक न पहुंच पाए।

आम चुनाव के बाद होंगे अहम बदलाव : मोंटेक
13 July 2013
वॉशिंगटन। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि जिन ज़रूरी आर्थिक सुधारों के लिए अहम बदलावों की बयार की ज़रूरत है वो अगले आम चुनाव के बाद ही हो सकेंगे. उन्होंने हालांकि सभी उद्योग और निवेशकों को आश्वस्त किया है कि समृद्धि की वर्तमान धीमी गति अस्थाई तौर पर है और भारत जल्द ही 8 फीसदी की विकास दर की रफ्तार पकड़ लेगा.
मोंटेक ने कहा कि वो आश्वासन देता हूं कि सुधारों के एजेंडा में ऐसी कोई चीज नहीं है जिसके बारे में भारत सरकार ने पहले कहा हो, वो एजेंडे में शामिल हैं और अब उसे हटा दिया गया हो. उन्होंने कहा कि जहां भी आर्थिक सुधारों के लिए बदलाव की ज़रूरत है वो अगले आम चुनाव के बाद ही हो सकेंगे.

ओसामा के खात्मे के वक्त मौजूद थी सीआइए
12 July 2013
इस्लामाबाद। अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराए जाने की कार्रवाई को लेकर लगातार नए तथ्य सामने आ रहे हैं। एक नए खुलासे के मुताबिक, एबटाबाद में ओसामा को मार गिराए जाने की 38 मिनट की कार्रवाई के दौरान उसके घर के चारों ओर अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के कर्मी भी मौजूद थे।
पाकिस्तान आर्मी बोर्ड ऑफ इनक्वायरी द्वारा एबटाबाद आयोग के समक्ष दी गई गवाही में कहा गया है कि संभवत जमीन पर मौजूद लोग रडार की पकड़ में नहीं आने वाले अमेरिकी हेलीकॉप्टरों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। ये लोग ओसामा केघर के चारों ओर पहले से मौजूद थे। अल जजीरा चैनल द्वारा लीक आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, ओसामा को मार गिराने की कार्रवाई में उसके घर के चारों ओर मौजूद सीआइए कर्मियों से सहयोग मिल रहा था। इसके अलावा ओसामा के घर केपास ही एक मकान किराए पर लिया गया था।
माना जा रहा है कि इसे यूएसएड के कर्मियों ने किराए पर लिया था। इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास से एबटाबाद की ओर जाते चार से पांच लैंड क्रूजरों को देखे जाने की बात भी कही जा रही है। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद से जो लोग एबटाबाद की ओर जा रहे थे, वे सीआइए के एजेंट हो सकते हैं। अमेरिका करीब एक साल से एबटाबाद हवेली पर नजर रखे हुआ था। हालांकि, पुष्टि न होने की वजह से वह कार्रवाई से बच रहा था।

नेपाल को फिर से हथियार देगा भारत
12 July 2013
काठमांडू। भारत ने आठ साल के बाद नेपाल सेना को सैन्य साजो-सामान की आपूर्ति करने का निर्णय लिया है। फरवरी, 2005 में तत्कालीन राजा ज्ञानेंद्र शाह द्वारा सत्ता हाथ में लेने के बाद भारत ने सैन्य आपूर्ति रोक दी थी।
नेपाल सेना मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि सेना की मांग पर भारत ने रक्षा उपकरणों, वाहन समेत विभिन्न सैन्य उपकरण देने का निर्णय लिया है। इनमें ज्यादातर उपकरण घातक नहीं हैं। इनमें वाहन, कपड़े, संचार उपकरण आदि शामिल हैं। हालांकि, आम जरूरतों के हथियार भी दिए जाएंगे। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद एक दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को नेपाल पहुंचे थे। इसके बाद भारतीय दूतावास ने बयान जारी कर कहा था कि माओवादी लड़ाकों को सेना में शामिल किए जाने के बाद नेपाल सरकार ने उपकरण खरीद को मंजूरी दे दी है। आने वाले कुछ माह में भारत सरकार द्विपक्षीय समझौते के तहत नेपाल को रक्षा सामान देगा। नेपाल ने 109.44 करोड़ रुपये [1.83 करोड़ डॉलर] का सामान तुरंत मांगा है।
इससे पहले माओवादी नेपाल सेना के लिए उपकरण खरीद का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि सरकार और माओवादियों में 2006 में हुए समझौते का पालन पूरा होने तक कोई खरीद नहीं होनी चाहिए। छह साल तक चली वार्ता के बाद धीरे-धीरे माओवादियों को सेना में लिया गया। पिछले हफ्ते आखिरी 1,352 लड़ाकों का ट्रेनिंग कार्यक्रम पूरा हुआ और सरकार ने रक्षा खरीद को मंजूरी दे दी।

सरकार गठन की जद्दोजहद के बीच मिस्र में प्रदर्शन जारी
12 July 2013
काइरो। मिस्र के नवनियुक्त प्रधानमंत्री हजेम अल बेबलावी देश में जल्द से जल्द नई सरकार के गठन में जुट गए हैं। सरकार बनाने में हालांकि सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि बड़े राजनेता फिलहाल इसमें शामिल होने को तैयार नहीं हैं। बेबलावी इस समस्या से इन्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी पक्षों को उचित प्रतिनिधित्व देना चाहते हैं। इसलिए देरी हो रही है। मुस्लिम ब्रदरहुड मुहम्मद मुर्सी को फिर राष्ट्रपति बनाने की मांग पर अड़ी हुई है। पार्टी का कहना है कि वह विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी।
बेबलावी ने गुरुवार को कहा, 'नई कैबिनेट में तकनीकी विशेषज्ञ, भरोसेमंद और सभी पार्टियों व समुदाय के प्रतिनिधि शामिल किए जाएंगे। मंत्रिमंडल गठन पर लगभग 90 फीसद राय बन चुकी है। हम कोशिश कर रहे हैं कि मुस्लिम ब्रदरहुड के नेताओं को भी इसमें शामिल किया जाए।' लेकिन, ब्रदरहुड ने कहा है कि वह सरकार में किसी भी कीमत पर शामिल नहीं होगी। हम सैन्य तख्तापलट का विरोध करते हैं। इसके बदले शांतिपूर्ण तरीके से अपने प्रदर्शन तेज करेंगे। मुर्सी जनता द्वारा चुने गए राष्ट्रपति थे। उन्हें वापस राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए।
इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि वह मिस्र को एफ-16 लड़ाकू विमान देने की योजना पर आगे बढ़ेगा। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि देश का नया नेतृत्व चाहता है कि जल्द से जल्द सेना से अधिकार लेकर नागरिक सरकार को दिए जाएं। इन प्रयासों के बावजूद देश बंटा हुआ दिखाई दे रहा है। सेना समर्थित सरकार ब्रदरहुड के नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। बीते बुधवार को पार्टी के सर्वोच्च नेता मुहम्मद बदी और उप प्रमुख महमूद इज्जत समेत कई वरिष्ठ नेताओं के गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे। इससे पहले मुर्सी समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 55 लोगों की मौत हो गई थी और 435 घायल हुए थे। राजधानी काइरो में यह होस्नी मुबारक के सत्ता से हटने के बाद का सबसे खूनी दिन था।

नया भूमिगत परमाणु संयंत्र बना रहा ईरान
12 July 2013
पेरिस। एक निर्वासित समूह ने गुरुवार को ईरान में एक और भूमिगत निर्माणाधीन परमाणु स्थल होने का दावा किया। उसके मुताबिक यह परमाणु स्थल तेहरान से 70 किमी दूर दमावंद शहर के निकट पहाड़ों के नीचे सुरंग खोदकर बनाया जा रहा है। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि वहां किस प्रकार की परमाणु गतिविधियां संचालित की जा सकती हैं।
नेशनल काउंसिल ऑफ रेजिस्टेंस ऑफ ईरान [एनसीआरआइ] ने 2002 में ईरान के नतांज में यूरेनियम संव‌र्द्धन केंद्र होने का रहस्योद्घाटन किया था। हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि सूचना की प्रमाणिकता के बारे में उसका मिलाजुला रिकॉर्ड है। उसका अपना स्पष्ट राजनीतिक एजेंडा भी है। ईरान के विरुद्ध ताजा आरोप एक महीने पहले संपन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद लगा है, जिसमें उदारवादी छवि के हसन रूहानी निर्वाचित हुए हैं। वह पश्चिमी देशों के साथ अपने देश के परमाणु विवाद को हल कर लिए जाने की उम्मीद कर रहे हैं।
एनसीआरआइ ने कहा कि उसे ईरान के नए परमाणु स्थल की जानकारी उसके सदस्य द पीपुल्स मुजाहिद्दीन ऑफ ईरान [एमईके] से मिली है। एमईके का दावा है कि इसके पहला चरण का निर्माण 2006 में शुरू हुआ था, जो हाल ही में पूरा हुआ है। समूह का यह भी दावा है कि पूर्व परमाणु वार्ताकार और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रूहानी ने इस कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई है। एमईके को अमेरिका द्वारा पिछले साल तक आतंकी संगठन माना जाता था। समूह ने परमाणु स्थल के सेटेलाइट फोटो भी जारी किए हैं, लेकिन इन चित्रों से यह नहीं लगता कि यहां परमाणु सुविधाएं हैं। इस स्थान पर चार सुरंगे बनाई गई हैं। इनमें दो 550 मीटर लंबी हैं। ईरान ने 2009 में कहा था कि वह नतांज में अपने यूरेनियम संव‌र्द्धन के अलावा ऐसे दस केंद्र बनाना चाहता है। संव‌िर्द्धत यूरेनियम का इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में भी किया जा सकता है। पश्चिमी देशों को आशंका है कि ईरान परमाणु कार्यक्रम की आड़ में परमाणु हथियार बना रहा है। जबकि ईरान का कहना है कि उसका यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।

चीन में बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही, पचास साल का टूटा रिकॉर्ड
12 July 2013
बीजिंग। चीन में पिछले रविवार से हो रही तेज बारिश की वजह से वहां बाढ़ और भूस्खलन की भयावह स्थिति पैदा हो गई है। इस बाढ़ ने अब तक चार लाख अस्सी हजार लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। कहा जा रहा है कि चीन में पचास साल बाद ऐसी तबाही मची है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम चीन में भूस्खलन में 40 लोग दबकर मर गए हैं।
गौरतलब है कि साल 2008 में चीन में आए भूंकप ने कम से कम 10 हजार लोगों की जान ले ली थी, लेकिन इस बार वहां मची ये तबाही और भी खतरनाक रूप धारण कर सकती है। चीन के पहाड़ी इलाकों में हर साल हजारों लोग भूस्खलन की वजह से अपनी जान गवां दे देते हैं। भूस्खलन की वजह से चीन से अन्य इलाके का संपर्क टूट गया है। सियाचन के जियांगु में स्थित ब्रिज टूट गया है। प्रशासन राहत कार्य में जुटी है।

दुनिया में हर साल 60 लाख लोग मरते हैं धूमपान से
12 July 2013
पनामा सिटी। धूमपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। जन स्वास्थ्य अभियानों में इस प्रकार की चेतावनी के बावजूद धूमपान से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन [डब्ल्यूएचओ] की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में प्रतिवर्ष 60 लाख लोगों की मौत का कारण धूमपान है। इनमें ज्यादातर मौतें कम और मध्यम आय वर्ग वाले देशों में हो रही हैं। अगर यह सिलसिला जारी रहा तो धूमपान के कारण मरने वालों की संख्या वर्ष 2030 तक 80 लाख पहुंच जाएगी।
डब्ल्यूएचओ की महानिदेशक डॉ. मारगेट चेन ने बुधवार को यहां पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगर तंबाकू के विज्ञापन, प्रचार और प्रायोजन पर रोक नहीं लगाई गई तो पहले की तुलना में अधिक लुभावने तरीके से प्रचार करने वाला तंबाकू उद्योग इसके सेवन के प्रति किशोरों और युवाओं को आकर्षित करेगा। हर देश की जिम्मेदारी है कि वह अपने लोगों को तंबाकू की वजह से होने वाली बीमारियों और मौतों से बचाए।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल मरने वाले 50 लाख लोग तंबाकू का सेवन कर रहे थे या पूर्व में किया करते थे। जबकि छह लाख से ज्यादा लोगों की मौत धूमपान करने वाले लोगों के संपर्क में रहने के कारण हुई। माना जाता है कि 20वीं सदी में तंबाकू के सेवन की वजह से करीब 10 करोड़ लोगों की मौत हुई थी। डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि अगर तंबाकू सेवन रोकने पर जोर नहीं दिया गया तो 21वीं सदी में इससे मरने वालों की संख्या एक अरब पहुंच जाएगी।
विज्ञापनों पर प्रतिबंध से तंबाकू सेवन पर लगेगी रोक
डब्ल्यूएचओ के प्रीवेंशन ऑफ नानकम्युनिकेबल डिजीज विभाग के निदेशक डॉ. डगलस बेचर ने कहा कि हम जानते हैं कि तंबाकू के विज्ञापन, प्रचार और प्रायोजन पर पूरी तरह प्रतिबंध ही कारगर उपाय हो सकता है। उनके मुताबिक तंबाकू नियंत्रण उपायों के साथ इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाले देश कुछ वर्षो के भीतर ही तंबाकू के उपयोग में कटौती करने में सफल रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 92 देशों के 2.3 अरब लोग धूमपान पर कुछ प्रतिबंधों से लाभान्वित हुए। यानी हर तीन में एक व्यक्ति। यह संख्या पांच साल पहले के आंकड़े की तुलना में दोगुनी, लेकिन विश्व की आबादी की मात्र एक तिहाई ही है। डब्ल्यूएचओ का लक्ष्य वर्ष 2025 तक तंबाकू के सेवन में वैश्रि्वक स्तर पर 30 प्रतिशत की कमी लाना है। फिलहाल 67 देशों में तंबाकू के विज्ञापनों, प्रचार और प्रायोजन पर किसी प्रकार की रोक नहीं है।

तंबाकू पर प्रतिबंध से बचेगी 90 लाख भारतीयों की जान
12 July 2013
वाशिंगटन। धूमपान पर प्रतिबंध लागू करने और तंबाकू उत्पादों पर कर बढ़ाने से भारत में अगले एक दशक में हृदय रोग के कारण होने वाली 90 लाख से ज्यादा मौतें रोकी जा सकती हैं। यह बात हालिया अध्ययन में कही गई है।
जर्नल पीएलओएस मेडिसीन में प्रकाशित शोध के मुताबिक धूमपान संबंधी कानून क्रियान्वित न होने से 2009 और 2010 में तीन वयस्कों में एक धूमपान के संपर्क में रहा। चंडीगढ़ में जहां 15.4 प्रतिशत वहीं जम्मू कश्मीर में 67.5 प्रतिशत लोग कार्यस्थल पर धूमपान से प्रभावित रहे।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के संजय बासु के नेतृत्व में किए गए शोध के मुताबिक तंबाकू नशा उन्मूलन कार्यक्रम को सरकार से सीमित आर्थिक सहायता मिलती है। चिकित्सा विभाग की ओर से भी इस बारे में कभी-कभी सलाह दी जाती है। यही नहीं तंबाकू उत्पादों पर कर भी बहुत कम है। बीड़ी के दामों पर जहां नौ प्रतिशत कर है वहीं सिगरेट पर 38 प्रतिशत। यह डब्ल्यूएचओ की न्यूनतम 70 प्रतिशत कर लगाए जाने की सिफारिश से काफी कम है।
शोधकर्ताओं ने इस बात की भी जांच की कि कौन से तंबाकू नियंत्रण उपाय कम और मध्यम आय वर्ग वाले देशों में हृदय रोग के मामलों में कमी ला सकते हैं। उन्होंने पाया कि धूमपान पर प्रतिबंध और तंबाकू उत्पादों पर ज्यादा कर लगाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकती है। उनके मुताबिक सिर्फ इन दो उपायों से ही भारत में 2022 तक हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण होने वाली 90 लाख मौतों को रोका जा सकेगा।

रोहिंग्या मुस्लिमों पर अत्याचार रोके संयुक्त राष्ट्र
12 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। इस्लामिक देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने की अपील की है। सैन्य शासन की समाप्ति के बाद हुए राजनीतिक सुधारों को लेकर बौद्ध बहुल म्यांमार की जो छवि दुनियाभर में बनी थी, उसे इस साल की शुरुआत में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद काफी नुकसान पहुंचा है।
आर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कारपोरेशन [ओआइसी] कंट्रीज के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत ने कहा कि इस वैश्विक संस्था को रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ म्यांमार सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में सऊदी अरब के राजदूत अबदुल्ला अल मौलेमी ने कहा, 'इस समय म्यांमार के दुनिया भर के देशों के साथ अच्छे संबंध बन रहे हैं, लेकिन ये संबंध मुस्लिम समुदाय के लोगों के शवों पर चलकर तैयार किए जा रहे हैं।' ओआइसी के सदस्य मौलेमी और अन्य राजदूतों ने बुधवार को बान की मून से मुलाकात कर रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा कदम उठाए जाने की मांग की।
गत मार्च में मध्य म्यांमार में हुए सांप्रदायिक दंगों में कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से ज्यादातर रोहिंग्या मुसलमान थे। पिछले साल म्यांमार के पश्चिमी राज्य राखिने में हुई जातीय हिंसा में 200 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक लाख 40 हजार विस्थापित हो गए थे। म्यांमार में बहुसंख्यक बौद्ध रोहिंग्या मुसलमानों को देश का नागरिक नहीं मानते हैं। सरकार भी यहां रहने वाले आठ लाख रोहिंग्या समुदाय के लोगों को पड़ोसी देश बांग्लादेश से आया अवैध प्रवासी मानती है।

सऊदी की राजकुमारी मानव तस्करी मामले में गिरफ्तार
12 July 2013
कैलिफोर्निया। सऊदी अरब की राजकुमारी को यहां मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। 42 वर्षीय मेशेल अलायबन पर कैलिफोर्निया स्थित अपने घर में एक घरेलू नौकरानी को उसकी इच्छा के खिलाफ जबरदस्ती कैद रखने का आरोप है।
आरेंज काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी टोनी रॉकऑकस ने बताया कि अगर अलायबन दोषी पाई जाती हैं, तो उन्हें 12 साल तक की सजा हो सकती है। अधिकारियों ने बताया कि अलायबन को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब एक केन्याई महिला ने बस में सवार हो रहे एक यात्री से मदद मांगी। हाथ में सूटकेस पकड़े उस महिला ने यात्री से कहा, मैं मानव तस्करी की शिकार हो गई हूं। उस यात्री ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने उस जगह छापा मारा जहां पर अलायबन और उसके परिवार को रखा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि 30 वर्षीय केन्याई महिला को 2012 में केन्या से लाया गया था। सऊदी अरब लाने के बाद उसका पासपोर्ट ले लिया गया। उससे तय समय सीमा से अधिक काम लिया जाता था और तनख्वाह भी कम दी जाती थी। उसे छुंट्टी पर जाने की इजाजत नहीं थी। महिला को हर महीने 1600 डॉलर [करीब 95 हजार रुपये] की तनख्वाह देने का वायदा किया गया था, लेकिन उसे हर महीने 200 डॉलर [करीब 11 हजार रुपये] दिए जाते थे।
अदालत ने अलायबन को 50 लाख डॉलर [करीब 30 लाख रुपये] की जमानत पर रिहा कर दिया है। साथ ही अनुमति के बिना देश छोड़ कर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। अलायबन व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित नहीं हुई थीं।

कमलनाथ हैं भारत के वाणिज्य मंत्री!
12 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र का मीडिया विभाग गुरुवार को भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री के नाम को लेकर गलतफहमी का शिकार हो गया। उसने वर्तमान मंत्री आनंद शर्मा की जगह उनके सहयोगी कमलनाथ को भारत का वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री बना दिया
वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। उनके साथ उद्यमियों का एक शीर्ष प्रतिनिधिमंडल भी गया है। शिष्टाचार के तहत आनंद शर्मा ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की एक तस्वीर गुरुवार की सुबह मीडिया विभाग की ओर से संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट पर जारी की गई, लेकिन कैप्शन में लिखा गया 'संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ भारत के वाणिज्य व उद्योग मंत्री कमल नाथ'।
वर्तमान में कमल नाथ शहरी विकास मंत्री हैं। हालांकि वह 2004 से 2009 तक वाणिज्य और उद्योग मंत्री रहे थे। मौजूदा समय में यह दायित्व आनंद शर्मा संभाल रहे हैं। फोटो का गलत कैप्शन जारी हो जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया कि भारत के स्थाई मिशन के अधिकारियों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे आने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों का नाम और परिचय उपलब्ध कराएं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि नाम को लेकर यह गलतफहमी किस वजह से हुई।

घुसपैठ की बात पर मुकरा चीन, कहा- सैनिक तो गश्त करने गए थे
11 July 2013
नई दिल्ली। लद्दाख के चुमार क्षेत्र में भारतीय निगरानी चौकी पर लगे कैमरे तोड़ने की घटना सामने आने के बाद चीन अपने सैनिकों की करतूत पर पर्दा डालने में जुट गया है। चीन ने जोर दिया कि उसके सैनिक अपने ही इलाके में गश्त कर रहे थे। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग के अनुसार, हमने मीडिया में आई रिपोर्ट देखी हैं लेकिन घटना विशेष के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
चुनयिंग ने कहा कि चीनी सैन्यबल अपने ही क्षेत्र में गश्त करते हैं। उनके शब्दों में सीमा पर स्थिति स्थिर है। दोनों पक्षों के बीच सहमति है कि सीमा मामले के समाधान तक वास्तविक नियंत्रण रेखा में किसी तरह के बदलाव का प्रयास न हो। उल्लेखनीय है कि भारतीय रक्षा मंत्री की चीन यात्रा से पहले 17 जून को चुमार क्षेत्र में घुसे चीनी सैनिकों ने भारत की निगरानी चौकी पर लगे कैमरे को तोड़ दिया। इतना ही नहीं चीनी सैनिक कैमरे को अपने साथ ले गए, जिसे 3 जुलाई को चुशूल में हुई फ्लैग मीटिंग के दौरान लौटाया गया। हुआ ने कहा कि सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए चीन भारतीय पक्ष के साथ संयुक्त प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि चीन के सैनिक चीन-भारत सीमा के वास्तविक नियंत्रण रेखा के अपनी ओर गश्त कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, 'हमारी इस बात पर सहमति है कि सीमा मामले का अंतिम समाधान होने तक हममें से किसी को भी यथास्थिति में बदलाव नहीं करना चाहिए।'
गौरतलब है कि 17 जून को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक लद्दाख के चुमार सेक्टर में घुस आए और कुछ बंकरों को नष्ट करने के साथ ही भारतीय चीमा चौकी पर लगे कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया। हटाए गए कैमरे एंटनी की चीन यात्रा से एक दिन पहले 3 जुलाई को लौटा दिए गए।

मिस्त्र सरकार ने मुस्लिम ब्रदरहुड पर कसा शिकंजा
11 July 2013
काइरो। मिस्त्र में मुहम्मद मुर्सी को दोबारा राष्ट्रपति पद पर बैठाने के लिए हो रहे प्रदर्शनों के दौरान 55 लोगों की मौत के बाद अंतरिम सरकार ने देश की सबसे बड़ी पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। महाभियोजक कार्यालय ने ब्रदरहुड प्रमुख मुहम्मद बादी, उप प्रमुख महमूद इज्जत समेत आठ बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। बादी पर काइरो में हिंसा भड़काने का आरोप है।
मुर्सी को हटाने के बाद ब्रदरहुड समर्थकों और विरोधियों में जमकर हिंसा हो रही है। ऐसी ही हिंसा में 55 लोगों की मौत के अलावा 435 लोग घायल हुए हैं। सरकार ने सेना बैरक के बाहर तोड़फोड़ और आगजनी करने के मामले में भी 200 लोगों पर आरोप लगाया है। सेना समर्थित अंतरिम सरकार कई परेशानियों का सामना कर रही है। देश दो भागों में बंटा दिखाई दे रहा है। इसलिए सरकार ने ब्रदरहुड प्रमुख समेत सभी बड़े नेताओं के गिरफ्तारी आदेश जारी कर दिए। ब्रदरहुड के कई बड़े नेता पहले से ही हिरासत में हैं।
सैकड़ों प्रभावशाली नेताओं की गिरफ्तार के वारंट जारी कर दिए गए हैं। रिपब्लिकन गार्ड के हेडक्वार्टर पर हमला बोलने वाले 650 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सेना ने कहा है कि हेडक्वार्टर पर हथियारबंद आतंकी समूहों ने हमला किया था। इसके बाद हमें गोली चलानी पड़ी। इस बीच, विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया है कि मुहम्मद मुर्सी सुरक्षित जगह पर रखे गए हैं। मुर्सी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जा रहा है।
मिस्र संकट पर ओबामा ने कतर, यूएई नेताओं से की बात
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र के हालात पर कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेताओं से फोन पर बात की है। सेना द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ कर दिए जाने के विरोध में देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं।
मंगलवार को किए गए फोन कॉल में तीनों नेताओं ने मिस्र में जारी हिंसा पर चिंता जताई और इस बात पर सहमति जताई कि मिस्र के नेताओं को हिंसा रोकने के प्रयास करने चाहिए। ह्वाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि ओबामा और कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी ने मिस्र के हाल के घटनाक्रम पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी पक्ष द्वारा बल प्रयोग और हिंसा को बढ़ावा दिया जाना अस्वीकार्य है। इस बात पर सहमति जताई कि मिस्र में स्थिरता के लिए जरूरी है कि राजनीतिक प्रक्रिया में सभी दलों व संगठनों की भागीदारी हो। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका और कतर मिस्र के सभी पक्षों के साथ संबंध बनाए रखेंगे ताकि वहां शीघ्र ही एक टिकाऊ लोकतांत्रिक सरकार की वापसी हो सके।
कैबिनेट गठन में जुटे मिस्र के अंतरिम प्रधानमंत्री
मिस्र के नए अंतरिम प्रधानमंत्री हाजेम अल-बेबलावी ने नए कैबिनेट के गठन के लिए उदारवादी नेताओं के साथ बातचीत की है। वह देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना चाहते हैं। मिस्रवासियों को उम्मीद है कि रमजान के महीने में लोगों का गुस्सा शांत हो सकेगा। मिस्र के आधुनिक इतिहास में इतनी कटुता पहले कभी नहीं देखी गई थी। 76 वर्षीय अर्थशास्त्री बेबलावी को मंगलवार को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था। वह मिस्र के वित्त मंत्री रह चुके हैं। उनका कहना है कि वह शीघ्र अपने मंत्रियों का चयन करेंगे। इसके लिए वह उदारवादी नेता अल बरदेई व जियाद बहा अल-दिन से मुलाकात करेंगे।

नेपाल में 139 पार्टियां, ईवीएम नहीं देगा भारत
11 July 2013
काठमांडू। भारत से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खरीदने की नेपाल की योजना खटाई में पड़ गई है। भारत ने पड़ोसी देश को बताया कि उसके यहां इतनी ज्यादा पार्टियां हैं कि ईवीएम काम नहीं कर पाएगी।
ईवीएम में 64 प्रत्याशियों के नाम आ सकते हैं। वहीं, नवंबर में होने वाले चुनाव के लिए नेपाल चुनाव आयोग में अब तक 139 पार्टियां पंजीकृत हो चुकी हैं। इसलिए भारतीय मशीनें नेपाल में काम नहीं कर पाएंगी। चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त नीलकंठ उप्रेती ने बताया कि भारतीय ईवीएम में एक सॉफ्टवेयर है जो 64 से ज्यादा प्रत्याशियों को नहीं संभाल पाता।
इसलिए नेपाल में इनका इस्तेमाल असंभव है। चूंकि चुनाव लड़ने के लिए लगातार नई-नई पार्टियां पंजीकृत हो रही हैं। इनकी संख्या चुनाव तक ज्यादा भी हो सकती है। ऐसे में हमने फिलहाल ईवीएम खरीदने की योजना टाल दी है।।

आत्मघाती हमले में जरदारी के सुरक्षा प्रमुख की मौत
11 July 2013
इस्लामाबाद। कराची में एक बख्तरबंद वाहन को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के सुरक्षा प्रमुख समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जन भर लोग घायल हो गए हैं।
जरदारी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलाल शेख पर हमला उस समय हुआ जब वे दो साथियों के साथ गुरुमंदिर इलाके से गुजर रहे थे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बताया कि जरदारी खुद कराची में हैं और पूरी तरह सुरक्षित हैं। बचाव दल के अधिकारी अनवर काजमी ने बताया कि उनकी टीम ने चार शव और 12 घायलों को अस्पताल पहुंचाएं हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी असलम चौधरी ने शेख की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विस्फोट के लिए रिमोट से संचालित बम का इस्तेमाल किया गया था। अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं है।
राष्ट्रपति जरदारी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस हमले की निंदा की है। बिलाल शेख को पहले से ही जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। दो महीने पहले नजीमाबाद में भी उन पर बम हमला हुआ था।।

एबटाबाद के अलावा पाक के पांच और शहरों में रहा था लादेन
11 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में अमेरिका के सील कमांडो के हाथों मारे जाने से पहले विश्व का सबसे वांछित आतंकी ओसामा बिन लादेन पेशावर सहित पाक के कम से कम पांच शहरों में ठहरा था। वर्ष 2002 के मध्य में ओसामा पाकिस्तान में दाखिल हुआ था। 2005 में वह एबटाबाद आ गया जहां वर्ष 2011 में वह अमेरिकी सील कमांडो के हाथों मारा गया।
ओसामा वर्ष 2002 के बसंत या गर्मी के मौसम में पाकिस्तान में दाखिल हुआ था। पाकिस्तान में एक दशक ठहरने के दौरान वह कम से कम छह स्थानों पर रहा। एबटाबाद आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक ओसामा जिन स्थानों पर ठहरा उसमें पश्चिमी पाकिस्तान के दो कबायली इलाके [उत्तरी वजीरिस्तान और बाजौर], पेशावर, स्वात और हरिपुर शामिल हैं। गौरतलब है कि एबटाबाद आयोग की यह रिपोर्ट अलजजीरा न्यूज चैनल द्वारा लीक कर दी गई।
दिलचस्प बात यह है कि ओसामा के परिवार के सदस्य कराची, क्वेटा और ईरान- पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में भी रहे। वे पाकिस्तान में अक्टूबर-नवंबर 2001 में आए, उसी साल 9/11 को अमेरिका में वह आतंकी हमला हुआ था। 9/11 के बाद अमेरिका ने जब अफगानिस्तान के तोराबोरा में बम बरसाए थे उसी दौरान ओसामा बिन लादेन भाग कर पाकिस्तान आ गया था।

भारतीय खाने की शौकीन हैं मिशेल ओबामा
11 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा भारतीय व्यंजनों की काफी शौकीन हैं। उन्होंने यह बात ह्वाइट हाउस में मंगलवार को आयोजित किड्स स्टेट डिनर के दौरान भारतीय मूल की एम्मा और उसकी मां आशा साइल्जो के साथ साझा की।
बच्चों में मोटापे को रोकने की मुहिम के तहत ह्वाइट हाउस ने दूसरी बार द हेल्थी लंचटाइम चैलेंज एंड किड्स स्ट्ेट डिनर का आयोजन किया था। इस रात्रि भोज के लिए 13 हजार प्रतिभागियों में से उन 54 बच्चों को आमंत्रित किया गया था, जिनके व्यंजनों को इस मुहिम के लिए चुना गया था। इनमें मैरीलैंड की एम्मा समेत छह भारतीय अमेरिकी बच्चों को उनकी बेहतरीन डिश के लिए मिशेल ने सम्मानित भी किया। सम्मान पाने वालों में भारतीय मूल की अनिशा पटेल [ओहायो], गणेश सेल्वाकुमार [पेंसिलवेनिया], देवांशी एच उदेशी [टेक्सास], विजय आइ डे [नार्थ कैरोलिना] और शेफाली सिंह [मैसाच्युसेट्स] शामिल थे।
10 वर्षीय एम्मा ने अपनी रेसिपी 'चिकन मसाला रैप' का श्रेय अपने भारतीय दादा-दादी को दिया जो कई दशक पहले पंजाब से अमेरिका आकर बस गए थे। एम्मा उन तीन बच्चों में शामिल हैं जिनकाखाना बनाते हुए वीडियो शूट किया गया। जानी मानी खाद्य कंपनियां मार्केटिंग के लिए इन वीडियो का इस्तेमाल करेंगी। वहीं 12 वर्षीय विजय ने स्प्रिंग रोल बनाने के लिए अपने दादा की रेसपी का इस्तेमाल किया। उसकी मां चीन से हैं जबकि पिता कोलकाता से। देवांशी द्वारा बनाए गए बर्गर की मिशेल ने खास तौर पर तारीफ की।
आशा ने बताया कि जब हमने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से खानपान की पसंद को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें मसाला डालकर बनाई सब्जी पसंद आती है। जबकि मिशेल ने कहा कि उन्हें भारतीय खाना बहुत पसंद है। उन्होंने वाशिंगटन स्थित भारतीय रेस्त्रां रसिका को अपने पसंदीदा रेस्त्रां में से एक बताया। इस दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए ओबामा ने कहा कि जब वह बच्चे थे तब के मुकाबले अब उन्हें सब्जियां खाना ज्यादा पसंद हैं क्योंकि उन्हें अलग-अलग तरीके से बनाया जाता है। उन्होंने कहा, 'जब मैं बच्चा था मेरे परिवार में कई सब्जियों को एकसाथ उबाल दिया जाता था। इससे वह नरम हो जाती थी और उनका भर्ता बन जाता था। उनका स्वाद मुझे पसंद नहीं आता था मगर अब मुझे सब्जियां खाना पसंद है क्योंकि उन्हें सही तरीके से पकाया जाता है।' खाना पकाने को लेकर ओबामा ने कहा, मैं न तो बहुत अच्छा खाना बना पाता हूं न ही बहुत बुरा। दरअसल, मुझे खाना बनाने के लिए समय ही नहीं मिल पाता, लेकिन जब मैं खाना बनाता हूं तो रेसपी का पूरा ध्यान रखता हूं।

न्यूयार्क में मनमोहन से हो सकती है शरीफ की मुलाकात
11 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन से इतर भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर सकते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा व विदेशी मामलों पर नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि दोनों नेता न्यूयॉर्क में द्विपक्षीय संबंधों और अन्य मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं।
पिछले सप्ताह अजीज ने ब्रुनेई में भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के साथ मुलाकात के बाद संकेत दिया था कि दोनों पक्ष इस मुलाकात को लेकर कोशिश कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो पिछले महीने शरीफ के कार्यभार संभालने के बाद भारत के प्रधानमंत्री के साथ उनकी यह पहली मुलाकात होगी। हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से इस मुलाकात के बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। अजीज ने यह भी कहा कि यदि उनके देश की चिंताओं को दूर किया जाए तो पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार संबंधों को सामान्य बनाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की कृषि लॉबी भारत द्वारा किसानों को दी जा रही सब्सिडी को लेकर आशंकित है।

वेनेजुएला की शरण ले सकते हैं स्नोडेन
11 July 2013
रियो डी जेनेरियो। अमेरिका के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम की जानकारी सार्वजनिक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन वेनेजुएला में शरण ले सकते हैं ताकि वह अमेरिका में मुकदमे का सामना करने से बच सकें। अमेरिकी पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने मंगलवार को यह रहस्योद्घाटन किया है। उन्होंने ही स्नोडेन द्वारा लीक किए गए दस्तावेजों को सबसे पहले प्रकाशित किया था।
स्नोडेन के साथ ऑनलाइन चैट के शीघ्र बाद दिए गए साक्षात्कार में ग्रीनवाल्ड ने कहा कि वेनेजुएला उन तीन लैटिन अमेरिकी देशों में शामिल है जिसने स्नोडेन को शरण देने की पेशकश की है। इस बात की सबसे अधिक संभावना है कि वेनेजुएला स्नोडेन को सुरक्षित मार्ग उपलब्ध करा सकता है। पत्रकार के मुताबिक अमेरिका अन्य देशों पर यह दबाव डाल रहा है कि स्नोडेन के रूसी हवाई अड्डे से प्रस्थान करने के बाद उसे अपने यहां प्रवेश करने नहीं दिया जाए। लंदन के गार्जियन अखबार के लिए कॉलम लिखने वाले ग्रीनवाल्ड ने कहा है कि स्नोडेन के साथ हाल में किए गए संपर्क से पता चलता है कि उसने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] से जो दस्तावेज लिए थे, वे सुरक्षित हैं। वे किसी अन्य देश की सरकार के हाथ नहीं लगे हैं।

तालिबान से शांति वार्ता के लिए प्रयास जारी रखेगा अमेरिका
11 July 2013
वाशिंगटन। अफगान तालिबान द्वारा कतर में दोहा स्थित अपने राजनीतिक कार्यालय को बंद करने की घोषणा के बावजूद अमेरिका शांति वार्ता के लिए अपनी कोशिश जारी रखेगा। एक महीने पहले ही तालिबान ने अमेरिका और अफगानिस्तान सरकार के साथ वार्ता के लिए यह कार्यालय खोला था।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा कि यदि दोहा प्रक्रिया से कुछ भी हासिल नहीं होता है तो हम शांति वार्ता के लिए अन्य साधन और स्थान की तलाश करेंगे क्योंकि अफगानिस्तान में स्थाई शांति अफगानों के बीच सामंजस्य पर निर्भर करती है। कार्नी ने यह स्वीकार करते हुए कहा कि अमेरिका शुरू से जानता था कि यह प्रक्रिया काफी मुश्किलों वाली है। इसके बावजूद उनका देश इसे जारी रखेगा। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन पसाकी ने कहा कि तालिबान द्वारा कार्यालय बंद कर दिए जाने से उत्पन्न कठिनाई के बावजूद हम अब भी आगे बढ़ने की कोशिश जारी रखे हैं।
शांति वार्ता फिर से बहाल होने की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा, फिलहाल तालिबान के साथ वार्ता के लिए कोई समयसीमा तय नहीं है। अफगान तालिबान ने कतर की राजधानी दोहा स्थित अपने कार्यालय को सोमवार को बंद करने के फैसले की घोषणा की थी।

चीनी इंस्टीट्यूट ने बनाया सौ मेगापिक्सल का कैमरा
11 July 2013
बीजिंग। चीन के एक संस्थान ने उच्च क्षमता वाला 100 मेगापिक्सल का कैमरा विकसित करने का दावा किया है। यह कैमरा इतना शक्तिशाली है कि हवाई मानचित्र, आपदा निगरानी और खुफिया परिवहन प्रणालियों की उच्च क्षमता की तस्वीरें खींच सकता है।
शिन्हुआ के मुताबिक यह आइओइ 3-कनबेन कैमरा चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस) के तहत इंस्टीट््यूट ऑफ ऑप्टिक्स एंड इलेक्ट्रानिक्स द्वारा विकसित किया गया है। सीएएस ने एक बयान में कहा कि यह सर्वोच्च पिक्सल वाला कैमरा है। इस कैमरे से 10,240 गुणा 10,240 पिक्सल क्षमता तक की तस्वीरें खींची जा सकती हैं। यह कैमरा आकार में छोटा और काफी हल्का है। यह कैमरा बहुत संवेदनशील और गतिशील है, जो उच्च क्षमता की तस्वीरें खींचने की क्षमता रखता है।
यही नहीं यह माइनस 20 डिग्री से लेकर 55 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में भी काम कर सकता है। बयान में कहा गया है कि कैमरा उन्नत ऑप्टिकल प्रणाली, कंट्रोल सिस्टम व उच्च क्षमता डेटा रिकार्डिग सिस्टम से लैस है। हाल के परीक्षणों में यह खरा उतरा है।

मंडेला पर हो रहा इलाज का असर, लेकिन हालत अब भी गंभीर
11 July 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने अस्पताल में नेल्सन मंडेला को देखने के बाद आज कहा कि उन पर इलाज का असर तो हो रहा है पर उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है ।
जुमा ने कहा, ‘हम इस बात से उत्साहित हैं कि मदीबा पर इलाज का असर हो रहा है ।’ गौरतलब है कि मंडेला को उनके कुल में मदीबा के नाम से ही पुकारा जाता है ।
जुमा ने यह भी कहा कि 94 साल के मंडेला की हालत अब भी गंभीर परंतु स्थिर बनी हुई है । मंडेला एक महीने से अस्पताल में भर्ती हैं ।

भारत और नेपाल ने प्रत्यर्पण संधि पर चर्चा की
10 July 2013
काठमांडू। भारत और नेपाल ने मंगलवार को दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि को अंतिम रूप देने और सीमा पर आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की। दोनों देश बाढ़ समस्या को हल करने पर भी सहमत हुए।
एक दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने राष्ट्रपति डॉ. राम बरन यादव, मंत्रि परिषद के अध्यक्ष खिल राज रेगमी समेत शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाने का भरोसा दिलाया।
खुर्शीद ने नेपाली नेताओं को करीबी दोस्त की संज्ञा देते हुए कहा कि भारत नेपाल की शांति प्रक्रिया की सफलता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने नेपाल में साल नवंबर में प्रस्तावित आम चुनाव के लिए भारत की ओर से शुभकामनाएं भी दीं।
नेपाली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अर्जुन बहादुर थापा के मुताबिक वार्ता के दौरान प्रत्यर्पण संधि को अंतिम रूप देने और सीमा पर आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए कानूनी सहायता मुहैया कराने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

अमेरिकी सांसदों को भाजपा की अफगान नीति बताएंगे राजनाथ
10 July 2013
वाशिंगटन। भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] के अध्यक्ष राजनाथ सिंह इस महीने के आखिर में कैपिटल हिल में अमेरिकी सांसदों और थिंक टैंक को अफगानिस्तान को लेकर अपनी पार्टी की नीति से वाकिफ कराएंगे। सिंह 22 से 25 जुलाई तक वाशिंगटन की यात्रा पर जाएंगे।
23 जुलाई को 'भारत अफगानिस्तान और क्षेत्रीय सुरक्षा' विषय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सिंह अपने विचार रखेंगे। फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डाइसपोरा स्टडीज [एफआइआइडीएस यूएसए] और यूनाइटेड स्टेट्स इंडिया पॉलिटिकल एक्शन द्वारा संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
कैपिटल हिल के एतिहासिक रेबर्न हाउस बिल्डिंग में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पूर्व विदेश सचिव कपिल सिब्बल, अफगान खुफिया एजेंसी के पूर्व प्रमुख हमरुल्ला शेख और भारतीय खुफिया विभाग के पूर्व निदेशक अजीत डोवल भी भाग लेंगे। सम्मेलन के आयोजकों ने बताया कि वरिष्ठ बलूच नेता मेहरान बलूच और इंस्टीट्यूट ऑफ गिलगित-बाल्टिस्तान स्टडीज के प्रमुख सेंगे सरीन भी शामिल होंगे। एफआइआइडीएस यूएसए ने एक बयान में कहा कि, अफगानिस्तान और इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को प्रभावित कर रहे कारकों पर चर्चा के लिए विभिन्न समुदायों को जोड़ने के मकसद से यह आयोजन किया जा रहा है।

जनक्रांति के बाद अरब देशों में बढ़ा भ्रष्टाचार
10 July 2013
दुबई। वर्ष 2011 में जनक्रांतियां शुरू होने के बाद ज्यादातर अरब देशों में भ्रष्टाचार बढ़ा है। इन जनक्रांतियों का प्रमुख कारण भ्रष्ट अधिकारियों के प्रति लोगों का गुस्सा है। गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा दुनियाभर के देशों में रिश्वतखोरी को लेकर किए गए सर्वेक्षण के नतीजों में यह बात कही गई है।
मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक मिस्र, ट्यूनीशिया और यमन के लोग सबसे ज्यादा हताश हैं। इन्हें उम्मीद थी कि जनक्रांति के परिणामस्वरूप उनके देश में सुशासन आएगा, लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। गत सितंबर से मार्च तक हुए सर्वे में इन देशों के एक-एक हजार नागरिकों को शामिल किया गया था।
मिस्र के 64 फीसद लोगों का मानना है कि उनके देश में भ्रष्टाचार चरम पर है, जबकि ट्यूनीशिया में ऐसी धारणा रखने वालों की तादाद 80 प्रतिशत है। हालांकि लीबिया के लोगों का मत थोड़ा अलग है। वहां के 46 फीसद नागरिकों ने ही माना कि उनके देश में भ्रष्टाचार बढ़ा है। मिस्र के 78 फीसद लोगों का कहना है, उनके देश की पुलिस पहले की अपेक्षा ज्यादा भ्रष्ट हुई है, जबकि 65 प्रतिशत ने न्यायतंत्र और 45 फीसद नागरिकों ने सेना में भ्रष्टाचार की बात कही। मिस्र में हाल में ही सैन्य तख्तापलट के बाद सेना ने अंतरिम राष्ट्रपति की नियुक्त की है। रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान में 84 फीसद लोगों ने माना कि उनके देश में पिछले दो साल के दौरान भ्रष्टाचार तेजी से पनपा है। मोरक्को और में इराक में क्रमश: 56 एवं 60 प्रतिशत नागरिकों ने भ्रष्टाचार बढ़ने की बात मानी।

चीन के अधिक करीब आ रहा मालदीव
10 July 2013
कोलंबो। मालदीव के राष्ट्रपति मुहम्मद वहीद ने कहा है कि देश में विकास परियोजनाओं के लिए अब चीन से आर्थिक सहायता प्राप्त करने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि मालदीव की चीन से नजदीकी बढ़ रही है।
वहीद ने कहा कि माले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए भारतीय कंपनी जीएमआर को दिया गया अनुबंध समाप्त करने के बाद भारत और मालदीव के द्विपक्षीय संबंधों में तनाव आ गया है। पिछले वर्ष नवंबर में मालदीव सरकार ने जीएमआर के साथ किया गया अनुबंध समाप्त कर दिया था। वहीद दो दिन की यात्रा पर श्रीलंका आए थे। अपनी यात्रा की समाप्ति के दिन रविवार को उन्होंने संडे टाइम्स से कहा कि द्विपक्षीय सहायता के संदर्भ में हम विकास परियोजनाओं के लिए आर्थिक मदद को लेकर चीन से संपर्क बढ़ा रहे हैं।
वहीद ने कहा कि एयरपोर्ट कंपनी का बोर्ड यह तय करेगा कि विदेशी निवेशकों के साथ साझेदारी जरूरी है कि नहीं। अन्य देशों की तरह उनका देश भी चीन के साथ मजबूत व्यापार संबंध बनाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, 'इस समय मालदीव आने वाले पर्यटकों में सबसे अधिक चीन के हैं। यूरोप में मंदी के कारण मालदीव आने वाले यूरोपीय पर्यटकों की संख्या में कुछ कमी आई है। चीन में मध्यम वर्ग की आय बढ़ रही है और उनके लिए मालदीव एक नया गंतव्य बन गया है।'

भारत आएंगे जापान के शाही दंपती
10 July 2013
टोक्यो। जापान के राजा अकीहितो और उनकी पत्नी महारानी मिचिहीको इस साल के अंत में भारत की यात्रा पर आएंगे। पिछले साल भारत और जापान के राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे हो गए हैं, जिसे देखते हुए भारत सरकार ने जापान के शाही जोड़े को निमंत्रण भेजा था।
जापानी राजघराने से पहली बार कोई शाही जोड़ा भारत की यात्रा पर आ रहा है। शाही जोड़ा 30 नवंबर को एक सप्ताह के लिए भारत आएगा।
दिल्ली और चेन्नई की यात्रा के बाद छह दिसंबर को उनकी यात्रा समाप्त हो जाएगी।

एक दशक पहले पकड़ा जा सकता था ओसामा
10 July 2013
इस्लामाबाद। विश्व के लिए आतंक का पर्याय रहा आसोमा बिन लादेन एक दशक पहले ही पकड़ा जा सकता था, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों की लापरवाही के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका। पाकिस्तानी जांच आयोग की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
मई, 2011 में अमेरिकी सील कमांडों ने एबटाबाद में ओसामा को उसके घर में घुसकर मार गिराया था। मामले की जांच के लिए पाकिस्तानी सरकार ने एक आयोग का गठन किया था। आयोग की रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं की गई, लेकिन सोमवार को 'अलजजीरा' ने रिपोर्ट को अपनी वेबसाइट पर डाल दिया। जिसके बाद पाकिस्तान में उसे प्रतिबंधित कर दिया गया। रिपोर्ट में पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसियों को जमकर लताड़ लगाई गई है और ओसामा के जीवन से जुडे़ कई किस्से हैं। साथ ही ओसामा के परिजनों समेत 200 लोगों की गवाही भी शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 9/11 के हमले के कुछ समय बाद ही ओसामा पाकिस्तान आ गया था। 2002 में एक बार वह कार से कहीं जा रहा था। कार में उसका सुरक्षा गार्ड इब्राहिम अल कुवैती और उसकी पत्नी मरियम भी थी। मरियम के मुताबिक, तेज गति के कारण पुलिस ने कार को रोका था, लेकिन ओसामा ने मामला सुलझा लिया और बच निकला। सीआइए को ओसामा के बारे में अहम सुराग पाकिस्तानी डॉक्टर शकील आफरीदी ने मुहैया कराया था। वह सीआइए अधिकारियों से करीब 25 बार मिले और इस काम के लिए उन्हें एक लाख डॉलर [करीब 60 लाख रुपये] दिया गया। वह फिलहाल सलाखों के पीछे हैं। आफरीदी को ओसामा के मारे जाने के तीन सप्ताह बाद तक नहीं पकड़ा गया ताकि अगर वह भागना चाहें तो अमेरिकी अधिकारी उनकी मदद कर सकें।
रिपोर्ट के प्रमुख अंश
-दो मई, 2011 की अमेरिकी कार्रवाई से पहले और बाद में पाकिस्तानी सरकार का रवैया गैर जिम्मेदराना और लापरवाहीपूर्ण रहा।
-अमेरिका की उच्च तकनीक और रक्षा उपकरणों के आगे पाकिस्तान अपनी सीमाओं की रक्षा करने में बेबस रहा।
-पाकिस्तान सरकार में शामिल कुछ लोगों ने ओसामा को छुपने में मदद की।

ओबामा ने मुसलमानों को दी रमजान की मुबारकबाद
10 July 2013
वाशिंगटन। रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिका समेत दुनिया भर के मुसलमानों को मुबारकबाद दी हैं। अमेरिका में रमजान की शुरुआत बुधवार से होगी।
अपने संदेश में ओबामा और उनकी पत्‍‌नी मिशेल ने कहा, दुनियाभर के 1.5 अरब मुसलमानों के लिए रमजान रोजा रखने और समर्पण का समय होता है। यह परिजनों और मित्रों के एकत्रित होने और उन सिद्धांतों को अपनाने का अवसर है, जो विभिन्न आस्था वाले लोगों को आपस में जोड़ता है। यह महीना याद दिलाता है कि स्वतंत्रता और सम्मान हर व्यक्ति का अधिकार है, इसे नकारा नहीं जा सकता है। आज पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका के नागरिक इन्हीं मूलभूत अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लाखों शरणार्थी अपने घरों से दूर रहते हुए रमजान मनाएंगे।
ओबामा ने कहा कि अमेरिका उन सभी लोगों के साथ खड़ा है, जो दुनिया को शांति के पथ पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। एक ऐसी दुनिया जहां लोग अपना भविष्य खुद लिख सकें और अपनी-अपनी आस्थाओं का पालन कर सके, जहां हिंसा का डर न हो। उन्होंने कहा, 'ह्वाइट हाउस पिछले चार साल से इफ्तार की दावत आयोजित कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस बार भी मैं उन मुस्लिम अमेरिकियों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं जो हमारे देश के विकास में योगदान दे रहे हैं।'

पाकिस्तान ने सात भारतीय कैदी रिहा किए
10 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने यशपाल सहित सात भारतीय कैदियों को रिहा कर दिया है. इन कैदियों को दोनों देशों के बीच कैदियों के आदान-प्रदान समझौते के तहत भारत भेजा गया है. इन सात कैदियों में से पांच को लाहौर के कोट लखपत जेल से रिहा किया गया.
वहीं दो कैदी लतीफ उल हक और माईली हनीफ को कराची के जेल से छोड़ा गया. ये कैदी पाकिस्तना में अलग-अलग समय में गिरफ्तार किए गए थे. ये कैदी तीन से सात साल की सजा काटकर स्वदेश लौटे हैं. बताया जा रहा है कि कोट लखपत जेल में आइएसआइ के गुर्गों ने बरेली के यशपाल को बेहत शारिरिक और मानसिक यातनाएं दी जिसकी वजह से वो मानसिक रुप से विक्षिप्त हो गया.
इन कैदियों में एक महिला कैदी (सीता) भी है जो महाराष्ट्र की रहने वाली है. ये कैदी पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में पकड़े गए थे जिन्हें ‘अंसार बर्नी ट्रस्ट’ की मदद से रिहा कराया गया है. यही नहीं ट्रस्ट ने अपने खर्च पर सभी कैदियों को सीमा पर लाकर भारत भेजा है.

हाजिम अल बबलावी बनें मिस्र के नए पीएम
10 July 2013
काहिरा। मिस्र में चल रहे संकट को खत्म करने के प्रयास के तहत अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर ने देश में अगले साल की शुरूआत में ताजा चुनाव कराने का वादा किया. दूसरी ओर उदारवादी अर्थशास्त्री हाजिम अल बबलावी को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है.
इस बीच प्रधानमंत्री पद से हटाए गए मोहम्मद मुर्सी के समर्थकों और सैनिकों के बीच भीषण संघर्ष में 51 लोगों की मौत हो गई.
राष्ट्रपति के प्रवक्ता अहमद अल मुसलमानी ने बताया कि अदली मंसूर ने देश के पूर्व वित्त मंत्री बबलावी को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है.
आईएईए के पूर्व प्रमुख मोहम्मद अल बरदई को विदेश मामलों के लिए उप राष्ट्रपति बनाया गया है.
अदली मंसूर ने कल रात एक संवैधानिक अधिघोषणा जारी की, जिसमें उन्होंने खुद को कानून बनाने की सीमित शक्तियां दीं, इसके साथ ही उन्होंने संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव के लिये एक समय सारणी की रूपरेखा पेश की.
मंसूर की ये अपेक्षित अधिघोषणा मौजूदा संक्रमण काल के अंत तक प्रभावी रहेगी. संक्रमण काल कल रात को हुई संवैधानिक घोषणा के बाद से शुरू हो गया और राष्ट्रपति चुनाव के बाद समाप्त होगा.
आदेश में कहा गया है कि संसदीय चुनाव संक्रमणकाल के दौरान होगे और राष्ट्रपति चुनाव से पहले होंगे. इसका अर्थ है कि फरवरी महीने की शुरूआत में ये चुनाव हो सकता है.
अंतरिम राष्ट्रपति का ये कदम स्पष्ट रूप से विद्रोह के समर्थकों से अपील के लिये था, लेकिन शायद ही ये मुर्सी समर्थकों को रास आए.
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक द्वारा 2011 में सत्ता छोड़ने के बाद काहिरा में कल का दिन सबसे खून खराबे वाला था, जब विद्रोहियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 51 व्यक्तियों की मौत हुई और 435 लोग घायल हुए.
मिस्र में सेना का समर्थन करने वाली परंपरावादी इस्लामी पार्टी अल नूर ने 'नरसंहार’ के विरोध में कहा है कि वो नई सरकार बनाने के लिये हो रही बातचीत से खुद को अलग कर रही है.
अहराम ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक कल रात से प्रभावी हुई घोषणा में 33 अनुच्छेद हैं. ये घोषणा निलंबित संविधान की जगह लेगा.
अस्थायी चार्टर के मुताबिक राष्ट्रपति, कैबिनेट के साथ विधायी अधिकार रखते हैं, जिसकी एक अनिवार्य सलाहकार की भूमिका होगी.
विधायी अधिकार संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा को स्थानांतरित किया जायेगा, जिसे अभी चुना जाना बाकी है. अधिघोषणा के मुताबिक राष्ट्रपति राज्य नीति और बजट को स्वीकृत करने के हकदार होगे.

भारत, लंका और मालदीव के बीच त्रिपक्षीय समझौता
10 July 2013
कोलंबो। भारत, श्रीलंका और मालदीव ने हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री मार्गो को सुरक्षित बनाने के लिए एक त्रिपक्षीय जहाजरानी सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, श्रीलंका के रक्षा सचिव गोताबाया राजपक्षे और मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद नाजिम ने कल 'जहाजरानी सुरक्षा त्रिपक्षीय सहयोग’ पर हुई बैठक की समाप्ति पर समझौते पर हस्ताक्षर किए.
श्रीलंका रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ''बैठक की समाप्ति पर जहाजरानी सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग के विशेष क्षेत्रों की व्याख्या करते हुए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.’’
बयान में कहा गया है कि तीनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों और टेक्निकल स्तर पर गहन विचार विमर्श के बाद ये समझौता किया गया है.

अमेरिका को दहलाते ही पाक पहुंच गया था ओसामा
09 July 2013
इस्लामाबाद। अमेरिका में नौ/ग्यारह हमले के बाद अक्टूबर-नवंबर 2001 में ही अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का परिवार पाकिस्तान आ गया था, जबकि खुद ओसामा कुछ माह बाद 2002 के मध्य में अपने परिवार के पास पेशावर आ गया। यह खुलासा एबटाबाद कमीशन की रिपोर्ट के हवाले से किया गया है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक आयोग की रिपोर्ट में लादेन के बारे में कई खुलासे किए गए हैं, हालांकि अभी इसको सार्वजनिक किया जाना बाकी है। रिपोर्ट के अनुसार खालिद बिन अत्ताश की 2002 में कराची में गिरफ्तारी इस मामले में मिली पहली सफलता थी। अत्ताश ने ही ओसामा के दाहिने हाथ और कुवैत में जन्में पाकिस्तानी नागरिक अबू अहमद अली कुवैती के बारे में जानकारी दी। कुवैती की तलाश के लिए सीआइए ने 2009 से नवंबर 2010 के बीच पाकिस्तान को चार फोन नबंर मुहैया कराए, हालांकि सीआइए ने यह नहीं बताया कि वह किसकी खोज कर रहे हैं।
कुवैती के बारे में कहा गया है कि यह व्यक्ति अक्टूबर-नवंबर 2001 में ओसामा के परिवार के साथ ही कराची आया था और जब 2002 में परिवार पेशावर गया तो भी कुवैती उनके साथ था, यहीं पर ओसामा भी इनके साथ आ गया। कुवैती ने ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एबटाबाद में जमीन खरीदी थी और घर बनवाया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जब अमेरिका के विशेष बलों द्वारा लादेन को मारा गया था तब वह हथियारों के साथ था और एक हैंडग्रेनेड तलाश रहा था।

मिस्त्र में गृहयुद्ध जैसे हालात
09 July 2013
काइरो। लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मिस्त्र के पहले राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को सेना द्वारा हटाए जाने के बाद से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार तक मिस्त्र में गृहयुद्ध जैसे हालात बन चुके हैं। मुर्सी समर्थक लाखों की तादाद में सड़क पर उतरकर सेना के कदम का विरोध कर रहे हैं। सोमवार को मुर्सी समर्थकों पर सेना की गोलीबारी में 51 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों घायल हुए। इसके अलावा काइरो और एलेक्जेंड्रिया सहित देश भर के शहरों में मुर्सी विरोधियों और समर्थकों में सड़क पर जमकर झड़पें हुई। वहीं, देश की दूसरी सबसे बड़ी इस्लामी पार्टी नूर ने सैन्य कार्रवाई के बाद अंतरिम सरकार बनाने को लेकर जारी बातचीत से खुद को अलग कर लिया।
मुर्सी समर्थकों पर गोलीबारी से देश में राजनीतिक संकट और गहरा गया है। मुस्लिम ब्रदरहुड का कहना है कि काइरो में उस सैन्य इमारत के पास सेना ने मुर्सी समर्थकों पर गोलीबारी की, जहां अपदस्थ राष्ट्रपति को हिरासत में रखा गया है। इस्लामी प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सेना ने सुबह की नमाज के दौरान गोलीबोरी की, जबकि सेना का कहना है कि कुछ आतंकियों ने इमारत को ध्वस्त करने की कोशिश की। नतीजतन उन्हें गोली चलानी पड़ी। सेना के प्रवक्ता अहमद अली ने कहा कि सशस्त्र बल हर घटना से पूरे संयम के साथ निपटते हैं, लेकिन संयम की एक सीमा है। उनके मुताबिक, सुबह 4 बजे आतंकियों के एक दल ने 'रिपब्लिकन गार्ड' परिसर में धावा बोलने की कोशिश की। इसमें एक सैन्य अधिकारी की मौत हो गई और 40 घायल हो गए। सेना ने आतंकी हमले के जवाब में गोलियां चलाई। उन्होंने दावा किया कि आतंकियों के हमले के वीडिया फुटेज भी उनके पास मौजूद हैं। सरकारी मीना समाचार एजेंसी के मुताबिक सेना ने 200 हमलावरों को गिरफ्तार किया है। इस घटना से सेना और मुस्लिम ब्रदरहुड के बीच संघर्ष तेज हो गया है। गौरतलब है कि देश में हुए व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद सेना ने बीते बुधवार को मुर्सी को अपदस्थ कर दिया था। मुस्लिम ब्रदरहुड ने इसे सैन्य तख्तापलट करार दिया था। सेना का कहना है कि उसने तख्तापलट नहीं किया है। वह लोगों की इच्छा के मुताबिक काम कर रही है। मुर्सी के इस्तीफे की मांग करते हुए लाखों लोगों ने 30 जून को प्रदर्शन किया था।
मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि सेना द्वारा गोली चलाए जाने की घटना से गुस्साए मुस्लिम ब्रदरहुड के राजनीतिक विंग फ्रीडम एंड जस्टिस पार्टी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील की है, ताकि मिस्त्र में नरसंहार रोका जा सके और इसे सीरिया बनने से बचाया जा सके। सैन्य कार्रवाई के तत्काल बाद नूर पार्टी ने अंतरिम सरकार बनाने को लेकर चल रही बातचीत में शामिल होने से इन्कार कर दिया। गौरतलब है कि नूर पार्टी ने शुरुआत में सैन्य तख्तापलट का समर्थन किया था। अंतरिम राष्ट्रपति के प्रवक्ता अहमद अलमुसलमनी ने कहा कि सरकार बनाने का काम जारी है। हालांकि, नूर पार्टी के साथ छोड़ने से समस्या खड़ी हो सकती है। इस बीच, तुर्की के विदेश मंत्री अहमत दावुतोगलु ने मिस्र में कार्यकर्ताओं की मौत की निंदा की है।

श्रीलंका पहुंचे शिवशंकर मेनन
09 July 2013
कोलंबो। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन सोमवार को कोलंबो पहुंचे। मेनन के इस दौरे के दौरान तमिल बहुल उत्तरी प्रांत में सत्ता के हस्तानांतरण के मुद्दे पर विवादित 13वें संविधान संशोधन का मसला उठ सकता है।
वह राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे से भी मुलाकात कर इस मुद्दे पर भारत की चिंताओं से अवगत करा सकते हैं। इसके अलावा श्रीलंका और मालदीव के साथ त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा संधि पर बात होगी।

दलाई लामा के जन्मदिन का जश्न मना रहे तिब्बतियों पर फायरिंग, दो घायल
09 July 2013
बीजिंग। दक्षिण पश्चिम चीन के शिशोन प्रांत में तिब्बतियों के धर्मगुरू दलाई लामा के जन्मदिन के मौके पर जश्न मना रहे तिब्बतियों पर हुई पुलिस की फायरिंग में दो लोग घायल हो गए। घटना शिशोन प्रांत के गांजी इलाके की है, जहां शनिवार को काफी संख्या में तिब्बती अपने धर्मगुरू के अठहतरवें जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए जुटे थे। इसको रोकने के लिए यहां पर शसस्त्र सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी। एक ईमेल से आई जानकारी के मुताबिक जश्न से पहले करीब सात ट्रकों में भरकर हथियारबंद जवानों ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया था।
सुरक्षा बलों ने वहां पर जश्न मना रहे दलाई लामा समर्थकों से ऐसा न करने को भी कहा, जिसके बाद जवानों और वहां मौजूद लोगों में तीखी बहस शुरू हो गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक तीखी बहस के बाद बिना किसी चेतावनी के जवानों ने वहां मौजूद लोगों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूं गैस के गोले भी दागे। इसमें दो लोगों के घायल होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक इन दोनों के सिर में गोली लगी है और इनकी हालत गंभीर बनी हुई है। फायरिंग के बाद मची भगदड़ में भी कई लोग घायल हो गए हैं।
हालांकि गांजी इलाके के अधिकारियों ने इस तरह की किसी घटना की पुष्टि अभी तक नहीं की है। गौरतलब है कि धर्मगुरू दलाई लामा 1959 से ही स्वयं निष्कासन का जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनके समर्थन अभी तक करीब 120 लोग आत्मदाह कर चुके हैं। तिब्बती लोग तिब्बत को चीन का हिस्सा न मानते हुए वहां पर अपने शासन की मांग करते रहे हैं।

प्रशिक्षु पायलट की गलती से दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान
09 July 2013
सियोल। सैन फ्रांसिस्को में शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान को एक प्रशिक्षु पायलट उड़ा रहा था। हादसे पर एशियाना एयरलाइंस ने कहा कि दुर्घटना के दौरान जिस पायलट ने विमान को उतारने की कोशिश की थी, वह बोइंग 777 का ट्रेनी पायलेट था। हादसे के वक्त पायलट सीट पर 46 वर्षीय ली कैग कुक थे, जिन्हें लंबी दूरी के विमान उड़ाने का मात्र 43 घंटे का अनुभव था। एशियाना एयरलाइंस के प्रवक्ता ने माना कि कुक प्रशिक्षण की प्रक्रिया से गुजर रहे थे, लेकिन वे वरिष्ठ पायलट ली जांग मिन की देखरेख में विमान उड़ा रहे थे, जिनके पास बोइंग 777 को उड़ाने का अच्छा अनुभव था।
एशियाना के अनुसार, मार्च 2006 में विमान खरीदा गया था। कंपनी ने बताया कि विमान की सभी खामियों की पहचान करने के साथ ही बीते महीने इसकी मरम्मत भी की कराई गई थी। एशियाना के सीईओ यून यंग डू ने दुर्घटना में तकनीकीखराबी की किसी संभावना से साफ इन्कार किया हैं। हादसे की जांच कर रहे अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि उतरते वक्त विमान की गति संभावित गति से बहुत कम थी। जांच अधिकारियों ने बताया कि विमान के वॉइस रिकॉर्डर से मिल रही जानकारी के अनुसार पायलट को धीमी गति से आ रहे विमान की रफ्तार को तेज करने को कहा गया था। गौरतलब है कि इस विमान हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 182 घायल हो गए।
अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड की अध्यक्ष देबोरा हर्समैन ने बताया कि वाइस डाटा रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर से हादसे के डेढ़ सेकेंड पहले तक के रिकॉर्ड प्राप्त हुए हैं।

चीन के पूर्व रेलमंत्री को मौत की सजा
09 July 2013
बीजिंग। चीन की एक अदालत ने देश के पूर्व रेल मंत्री लियू झिजुन को सोमवार को भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग मामले में मौत की सजा सुनाई। हालांकि सजा को दो साल के लिए निलंबित किया गया है।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, बीजिंग में दूसरे नंबर की इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट में सुनवाई पूरी होने पर 60 वर्षीय लियू को यह सख्त सजा सुनाई गई। उन्हें सत्ता का दुरुपयोग करने के लिए 10 साल कैद की भी सजा दी गई है। कोर्ट ने कहा, संयुक्त अपराध के लिए लियू को मौत की सजा दी जा रही है। उनकी सजा दो साल के लिए स्थगित रहेगी। साथ ही उन्हें राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उनकी निजी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की। लियू पर 25 साल के दौरान 1.5 करोड़ डॉलर [करीब 64 करोड़ रुपये] रिश्वत लेने का भी आरोप था। वह 2003 से 2011 तक रेल मंत्री थे। उनके कार्यकाल के दौरान हाई स्पीड रेल नेटवर्क से देश के कई हिस्सों को जोड़ा गया।
रेल मंत्री रहने के दौरान उन पर अपने रिश्तेदारों को निर्माण संबंधी ठेका दिलाने में मदद कर उन्हें लाभ पहुंचाने का भी आरोप था। भ्रष्टाचार से अर्जित उनकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पूर्व रेल मंत्री को यह सख्त सजा राष्ट्रपति शी चिनफिंग के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती से निपटने के वादे के तहत दी गई है।

अलास्का में विमान दुर्घटनाग्रस्त, 10 लोग मरे
09 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के अलास्का में एक हवाई दुर्घटना में उसमें सवार सभी 10 यात्रियों की मौत हो गई। इस बारे में अमेरिकी एविएशन आथरिटी द्वारा सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक एयर टैक्सी अलास्का के एक हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दुर्घटना स्थानीय समय के अनुसार सुबह 11:20 बजे अलास्का के सोलडोंटा हवाईअड्डे पर हुई। एयर टैक्सी पर पायलट के अलावा 9 यात्री सवार थे। हवाई दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के नाम जारी नहीं किए गए हैं।
दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड [एनटीएसबी] ने एक टीम को अलास्का भेजा है। यह टीम डी हॉविलैंड डीएचसी-3 ऑटर एयर टैक्सी के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच करेगा। एनटीएसबी टीम के प्रमुख क्लाइंट जानसन ने कहा कि अभी दुर्घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अभी कहा नहीं जा सकता है कि विमान उड़ान भरते समय या उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ। जानसन ने कहा कि दुघर्टना के बाद विमान में आग लग गई।
इस विमान दुर्घटना से एक दिन पहले ही सान फ्रांसिस्को हवाईअड्डे पर एक हवाई दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी।

सऊदी में हमवतन की रिहाई के लिए भारतीय ने दिए 36 लाख रुपये
09 July 2013
दुबई। सऊदी अरब में एक भारतीय कारोबारी ने जेद्दा में स्थानीय निवासी की हत्या के लिए खाड़ी देश की जेल में बंद अपने हमवतन की रिहाई सुनिश्चित कराई। उन्होंने उसकी रिहाई के लिए पीड़ित के परिवार को ब्लड मनी अदा की। हत्या के मुआवजे के रूप में पीड़ित के परिवार को दी गई रकम को ब्लड मनी कहते हैं।
अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, मुहम्मद अलुंगल ने विनीश पप्पाचन की ओर से 36 लाख रुपये अदा किए। केरल से नौकरी की तलाश में सऊदी आया विनीश यहां ड्राइवर का काम करता था। पिछले साल फरवरी में उसका ट्रैक्टर एक कार से टकरा गया था। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार में बैठे व्यक्ति ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था। अदालत ने विनीश को पीड़ित के परिवार को ब्लड मनी अदा करने का आदेश दिया था। इसके बाद केरल के इडुकी निवासी विनीश के परिजनों ने स्थानीय सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। सरकार ने सऊदी में मौजूद कई सामाजिक कार्यकर्ताओं से विनीश की मदद करने की अपील की थी। इस बीच अबीर पॉलीक्लीनिक समूह के अध्यक्ष मुहम्मद अलुंगल सामने आए और उन्होंने ब्लड मनी की पूरी रकम चुका दी। जेल से रिहा होने के बाद विनीश ने कहा,' मैं बस जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहता हूं। यहां बिताया एक घंटा एक साल जैसा लग रहा है। मैं मुहम्मद अलुंगल और केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को मेरी मदद करने के लिए धन्यवाद अदा करता हूं।'

उत्तराखंड की मदद को आगे आए दक्षिण अफ्रीकी भारतीय
09 July 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों ने बाढ़ प्रभावित उत्तराखंड के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
स्थानीय सामाजिक संस्था आत्मदान और 'जोहानिसबर्ग युवक मंडल' ने राहत प्रयासों में मदद के लिए चंदा जमा करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बीएपीएस स्वामी नारायण संस्था भी राष्ट्रीय स्तर पर एक राहत कोष शुरू करने जा रही है। आत्मदान के प्रवक्ता ईश्वर लाल गोवान ने कहा, 'हमने दक्षिण अफ्रीकी लोगों से इस मुसीबत की घड़ी में दिल खोल कर दान देने की अपील की है। यहां के लोग इससे पहले भी भारत में आए जबरदस्त भूकंप और सुनामी से प्रभावित लोगों की मदद कर चुके हैं।'
दक्षिण अफ्रीका में भारतीय उच्चायुक्त विजेंद्र गुप्ता ने स्थायी संस्थाओं द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए सहायता राशि एकत्र करने के प्रयासों की सराहना की है। भारतीय संस्कृति केंद्र में आयोजित एक समारोह में गुप्ता ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी लोगों द्वारा की जा रही मदद का भारत शुक्रगुजार है। उन्होंने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में राहत कोष में जमा हुई धनराशि या तो सीधे प्रधानमंत्री राहत कोष में भेज दी जाएगी या फिर किसी संस्था को दी जाएगी जो वहां राहत कार्यो में जुटी है।

पश्चिमी देशों के साथ मिली हुई है अमेरिकी एजेंसी एनएसए: स्नोडन
09 July 2013
बर्लिन। अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) अन्य पश्चिमी देशों के साथ मिलकर काम कर रही है। लेकिन अब वह देश ही उसकी शिकायत कर रहे हैं। अमेरिकी खुफिया निगरानी कार्यक्रम ‘प्रिज्म’ का भंडाफोड़ करने वाले एडवर्ड स्नोडन का यह दावा है।
जर्मनी के एक साप्ताहिक ‘डेर स्पाइजेल’ ने स्नोडन का साक्षात्कार प्रकाशित किया है। इसमें स्नोडन ने कहा, ‘जासूसी के मामले में एनएसए जर्मनी और अन्य पश्चिमी देशों के साथ हमबिस्तर है।’ उनका दावा है कि एनएसए का विदेशी मामलों का डायरेक्टरेट अन्य देशों की खुफिया सेवाओं के साथ मिलकर काम करता है।
यह साझेदारी अन्य देशों की सरकारों को उनके नेताओं को राजनीतिक विरोधियों से बचाती है। यदि यह सार्वजनिक हो जाए तो पता चलेगा कि वैश्विक स्तर पर प्राइवेसी का कितना गंभीर उल्लंघन हो रहा है। यह इंटरव्यू अमेरिकी क्रिप्टोग्राफी एक्सपर्ट जैकब एपलबम और डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता लॉरा पोइट्रस ने ई-मेल्स के जरिए लिया है।
ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति हेंज फिशर ने इस दावे को खारिज कर दिया है कि विएना के एयरपोर्ट पर बोलिविया के राष्ट्रपति इवो मोरल्स के विमान की तलाशी ली गई। पहले खबरें आई थी कि मॉस्को से लौट रहे मोरल्स के विमान की वियना हवाई अड्डे में तलाशी ली गई थी। उनके विमान में एडवर्ड स्नोडन के छिपे होने का अंदेशा था। तलाशी की वजह से मोरल्स को 14 घंटे विएना के हवाई अड्डे पर ही गुजारने पड़े। मोरल्स ने कहा था कि उन्होंने अपने विमान की तलाशी नहीं लेने दी।
विश्वविद्यालय छात्रों और एनजीओ के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में स्नोडन के समर्थन में मार्च निकाला। उन्होंने स्नोडन को शरण न देने के सरकार के फैसले का विरोध किया। इंडिया गेट पर एनजीओ मिशन भारतीयम के संस्थापक रवि नितेश ने कहा कि भारत को अमेरिकी खुफिया निगरानी कार्यक्रम के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए।
वेनेजुएला का कहना है कि शरण देने के उसके प्रस्ताव के बाद से उसका स्नोडन से संपर्क नहीं हो पाया है। वेनेजुएला के विदेश मंत्री इलियस जुआ ने राष्ट्रीय टीवी चैनल पर इंटरव्यू में कहा कि वे सोमवार तक स्नोडन की प्रतिक्रिया का इंतजार करेंगे। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने शुक्रवार को देश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा था कि उनका देश स्नोडन को शरण देने के लिए तैयार है।

13वें संशोधन मसले पर नरम नहीं पड़ेगा श्रीलंका
08 July 2013
कोलंबो। भारत की चिंताओं को नजरअंदाज करते हुए श्रीलंका 13वें संविधान संशोधन में बदलाव कर सकता है।
देश के एक शीर्ष मंत्री बासिल राजपक्षे ने संकेत दिया है कि श्रीलंका के उत्तरी तमिल बहुल क्षेत्र में सितंबर में होने वाले प्रांतीय चुनाव से पहले ऐसा किया जा सकता है। श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई व आर्थिक विकास मंत्री बासिल ने इस बारे में भारत द्वारा शर्ते रखे जाने पर जानकारी देने के प्रति अनिच्छा दिखाई। वह दिल्ली में भारतीय नेताओं के साथ बातचीत करने के बाद श्रीलंका लौटे हैं। भारत की चिंताओं को लेकर संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब हम कोई बिल लाते हैं तो सामान्यतया उसे वापस नहीं लेते हैं। हम केवल तभी अपना कदम पीछे खींचेंगे जब लोग ऐसा चाहेंगे।
संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बासिल ने इस बात का जवाब देने से इन्कार कर दिया कि क्या भारत सरकार 13वें संशोधन में बदलाव से पहले विचार विमर्श करने पर जोर दे रही है। जुलाई, 1987 के भारत-श्रीलंका समझौते के बाद हुए 13वें संशोधन के तहत श्रीलंका सरकार प्रांतों को कुछ अधिकार हस्तांतरित करने पर सहमत हो गई थी। भारत इस बात पर जोर दे रहा है कि श्रीलंका प्रांतों को शक्ति के हस्तांतरण संबंधी संवैधानिक प्रावधानों को पूरी तरह से लागू करे। हालांकि श्रीलंका ने स्पष्ट कर दिया है कि वह नौ प्रांतीय परिषदों के लिए पुलिस और भूमि संबंधी अधिकारों को कम करना चाहता है।

सेना मुर्सी को नहीं हटाती तो शुरू हो जाता गृहयुद्ध
08 July 2013
काइरो। नोबेल विजेता मुहम्मद अल बरदेई को मिस्र का अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा विपक्ष के विरोध के चलते संकट में फंस गई है।राष्ट्रपति अदली मंसूर के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि अभी बरदेई को प्रधानमंत्री नहीं नियुक्त किया गया है। बरदेई ने आरोप लगाया है कि मुहम्मद मुर्सी मिस्र के राजा की तरह काम कर रहे थे। यदि उन्हें नहीं हटाया जाता तो देश गृहयुद्ध में आग में झुलसता। बरदेई चाहते हैं कि पुनर्गठन की प्रक्रिया में मुस्लिम ब्रदरहुड को भी शामिल किया जाए।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के प्रमुख रह चुके बरदेई (71) ने जर्मन पत्रिका डेर स्पीगल को दिए एक इंटरव्यू में कहा, पूर्व राष्ट्रपति मुर्सी के साथ अपराधी की तरह व्यवहार नहीं किया जा सकता। भले ही उन्होंने अपने एक साल के कार्यकाल मैं ऐसे निर्णय लिए जिन्होंने देश में समस्याएं पैदा कीं। वह जनता पर इस्लामी तौर तरीके थोपने की कोशिश में जुटे थे। वे संविधान को भी इसी रंग में रंग रहे थे। इसके बावजूद मैंने सेना से स्पष्ट कह दिया कि जब तक प्रजातांत्रिक तरीकों को इज्जत नहीं दी जाती, मैं किसी के साथ काम नहीं करूंगा।
पूर्व राजनयिक ने कहा कि सेना ने तख्तापलट नहीं किया। देश में करीब दो करोड़ लोग सड़कों पर थे। वे बदलाव की मांग कर रहे थे। सेना को जनता के लिए यह कदम उठाना ही था। वरना देश गर्त में चला जाता। कोई नहीं चाहता था कि ऐसा हो पर हालात ही कुछ ऐसे थे कि बदलाव लाना पड़ा। बरदेई ने कहा कि अगला चुनाव एक साल के अंदर हो सकता है। यदि उसमें मुस्लिम ब्रदरहुड जीतकर आती है तो हमें उसका स्वागत करना चाहिए। अब हमें नए संविधान और सरकार के गठन की कोशिशों में जुटना है।
शुक्रवार से मुर्सी समर्थकों और विरोधियों के बीच हो रही हिंसा में 36 लोगों के मारे जाने के बावजूद मुस्लिम ब्रदरहुड ने नए प्रदर्शनों की घोषणा की है। अरब देशों में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले मिस्र में ताजा प्रदर्शनों के दौरान एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राजधानी काहिरा समेत विभिन्न शहरों और कस्बों में अप्रिय घटनाएं हो रही हैं। ब्रदरहुड ने कहा, हमें सेना की नई सरकार से कुछ लेना-देना नहीं। हम तो बस मुर्सी को वापस राष्ट्रपति पद पर देखना चाहते हैं।

नेपाल के मंदिर में होती रहेगी केदारनाथ की पूजा
08 July 2013
काठमांडू। भारतीयपुजारी के आग्रह पर नेपाल के एक मंदिर में वही पूजा व अनुष्ठान शुरू हो गए हैं, जो बाढ़ से तबाही के पहले उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर में होते थे। नेपाल के प्रधानमंत्री कार्यालय के सचिव कृष्ण हरि बास्कोटा ने डोलेश्वर महादेव में पूजा शुरू होने की घोषणा की। इस मंदिर की स्थापना एक हजार साल पहले की गई थी। माना जाता है कि इसका संबंध महाभारत से है।
नेपाल की राजधानी से 15 किलोमीटर की दूरी पर भक्तापुर स्थित इस मंदिर की प्रबंध समिति के सदस्य भरत जंगाम ने कहा कि विशेष समारोह के साथ यहां केदारनाथ की पहली पूजा शनिवार को शुरू हुई। इसमें नेपाल सरकार का सहयोग भी प्राप्त है। केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी ने हमलोगों से उसी विधि विधान से पूजा फिर से शुरू करने का आग्रह किया जिस तरह से केदारनाथ में बाढ़ आने से पहले होती थी। ऐसा इस वजह से केदारनाथ मंदिर में पहले की तरह व्यवस्था बहाल होने में काफी समय लगेगा। इसलिए वह चाहते थे उनके मंदिर की पूजा यहां निर्बाध रूप से तब तक चलती रहे, जब तक उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर में फिर से पूजा शुरू नहीं हो जाए।
बास्कोटा ने कहा कि सरकार इस मंदिर को सभी जरूरी मदद और समर्थन देना जारी रखेगी। जैसे ही उनका आग्रह प्राप्त हुआ वैसे ही नेपाल सरकार ने भक्तापुर मंदिर के स्थानीय प्रबंधन समिति को निर्देश दिया कि वह मंदिर की पवित्रता बनाए रखने, वहां तक पहुंचने के लिए सड़क बेहतर करने, मंदिर को बाढ़ व भूस्खलन से बचाने व इसके प्राचीन शिल्प को संरक्षित रखने की विस्तृत योजना पेश करे। उन्होंने कहा कि धर्मशालाओं को बनाने में करीब सात करोड़ रुपये (नेपाली) लगेंगे। वर्ष 2009 के अगस्त में दोलेश्वर महादेव मंदिर को भीमा शंकर लिंग शिवाचार्य महाराज की संस्तुति पर केदरनाथ मंदिर का सिर घोषित किया गया था।
मान्यताओं के अनुसार जब भगवान शिव ने पांडवों से बचने के लिए भैंसे का रूप धारण किया तो यहां उनका सिर का हिस्सा था।

सैन फ्रांसिस्को में विमान हादसा, दो की मौत
08 July 2013
वाशिंगटन। सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर एशियाना एयरलाइन का एक विमान उतरते वक्त हादसे का शिकार हो गया और उसमें आग लग गई। हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई और 3 भारतीयों समेत 181 अन्य घायल हो गए। घायलों में से 10 की हालत गंभीर है। इनमें दो बच्चे और 6 महिलाएं शामिल हैं। विमान में 16 क्रू मेंबर और 291 यात्री सवार थे।
होटल में ठहरे एंथनी कैस्तोरानी ने बताया, 'मैंने तेज आवाज सुनी और इसके बाद विमान के निचले हिस्से में आग का एक बड़ा गोला उठते देखा। विमान ने हवा में उठने की कोशिश की, लेकिन कलाबाजियां खाता हुआ वह नीचे आ गिरा और उसकी बाई तरफ का डैना व पिछला हिस्सा अलग हो गया। इसके बाद विमान जमीन से टकराया और उसका दूसरा डैना भी टूट गया।
फैडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन स्पोक्सविमिन लौरा ब्राउन ने बताया कि फ्लाइट 214 रनवे 25 पर लैंडिंग के वक्त क्रैश हुआ। यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो में विमान से धुंआ दिख रहा है। यात्री इसके बाद आपातकालीन दरवाजे से बाहर आए।
हादसे के बाद विमान का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह बर्बाद हो गया। विमान की पीछे का हिस्सा भी अलग हो गया। एक इंजन संभवत: टूट गया। विमान के हिस्से रनवे पर बिखरे दिखाई दिए। आपातकालीन टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत का काम संभाला।
इस बीच, दक्षिण कोरिया में भारतीय राजदूत विष्णु प्रकाश ने बताया कि विमान में तीन भारतीय सवार थे। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा, एशियाना एसएफओ पर दुर्घटनाग्रस्त: 3 भारतीय भी सवार। 1 को कॉलर बोन फ्रैक्चर, अन्य मामूली रूप से घायल। काश, एशियाना पूरी जानकारी दे पाता। वहीं, एशियाना एयरलाइन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार विमान में अमेरिका के 61, साउथ कोरिया के 77, चीन के 114 और जापान के एकनागरिक समेत अन्य देशों के यात्री सवार थे।
सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है बोइंग 777
एशियाना दक्षिण कोरिया की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन है। दो इंजन वाला बोइंग 777 विश्व का सबसे लोकप्रिय लंबी दूरी वाला विमान है। इसे अधिकतर 12 या इससे अधिक घंटे की दूरी के सफर पर इस्तेमाल किया जाता है। एयरलाइन की वेबसाइट पर बोइंग 777 के एक बार में 246 से 300 यात्रियों को ले जाने की क्षमता के बारे में बताया गया है। बोइंग 777 विश्व के सर्वाधिक सुरक्षित विमानों में शामिल है। पिछले बीस साल से इसने विश्व विमान उद्योग में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह विमान अभी तक 50 लाख से अधिक बार सुरक्षित उड़ान भर चुका है।
हमारा बचना चमत्कार से कम नहीं
बोइंग 777 पर सवार भारतीयों को हादसे में अपना बचना एक चमत्कार से कम नजर नहीं आ रहा है। हादसे में अपने परिजनों के साथ सुरक्षित बचे वेदपाल सिंह ने कहा कि हमें हादसे से पूर्व कोई सूचना नहीं दी गई थी। हादसे को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विमान में 307 लोग सवार थे। हादसे में हमारा बचना किसी चमत्कार से कम नहीं था।
विमान में आग लगने से विचलित सिंह ने कहा कि हमें लग रहा था कि कुछ बहुत गलत हो रहा है। परंतु पायलट या क्रू मेंबरों द्वारा हमें कोई पूर्व चेतावनी नहीं दी गई। सिंह अपने परिजनों के साथ विमान के मध्य में बैठे थे। हादसे में उनके कॉलर बोन में फ्रैक्चर समेत हल्की चोटें आई हैं। सिंह के 15 वर्षीय बेटे ने बताया कि हादसे के दौरान सामान यात्रियों के ऊपर गिर गया।

नाइजीरिया के स्कूल में आतंकी हमला, 42 मरे
08 July 2013
कानो। नाइजीरिया में एक बार फिर अलकायदा के सहयोगी खूंखार आतंकी संगठन बोको हरम ने कहर ढाया है। आतंकियों ने देश के उत्तर-पूर्वी राज्य योबे के एक स्कूल में हमलाकर 42 लोगों की हत्या कर दी। इनमें ज्यादातर स्कूली छात्र हैं। मई में ही राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने योबे समेत तीन राज्यों में आतंकवाद बेकाबू होने के बाद इमरजेंसी लगाई थी।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों ने गत रात्रि मामुदो के सरकारी सेकेंडरी स्कूल पर धावा बोला। पोटिस्कम जनरल हॉस्पिटल के एक कर्मचारी ने बताया कि अब तक उन्हें 42 शव मिले हैं। इनमें बच्चों के अलावा स्कूली स्टाफ भी है। इनमें कुछ को गोली लगी है और कई जले हुए हैं। बचे हुए छात्रों ने बताया कि वह सो रहे थे, उसी समय हमला हुआ। हमलावरों ने उन्हें उठाया और गोली मार दी। उन्होंने कुछ लोगों को जिंदा जला दिया। आतंकी अपने साथ कंटेनरों में पेट्रोल भरकर लाए थे। उन्होंने स्कूल को भी आग लगा दी। पोटिस्कम अस्पताल में मारे गए बच्चों के परिजनों की भीड़ लगी है। वे जले हुए लोगों में अपनों की तलाश कर रहे हैं।
इस्लामी आतंकी संगठन बोको हरम ने 2010 से ही स्कूलों को निशाना बनाया हुआ है। योबे उन तीन राज्यों में शामिल है, जहां मई से ही इमरजेंसी लगी हुई है। इन राज्यों से चरमपंथियों का सफाया करने के लिए हजारों सैनिक भी भेजे गए थे। बोको हरम नाइजीरिया के उत्तरी इलाकों में इस्लामी शासन लागू करना चाहता है।

भारत-चीन सीमा समझौता जल्द करने के लिए राजी
08 July 2013
बीजिंग। भारत और चीन ने सीमा पर हर हाल में शांति बरकरार रखने पर जोर दिया है। लद्दाख घुसपैठ जैसी घटनाएं भविष्य में न हों, इसके लिए दोनों देश प्रस्तावित सीमा रक्षा सहयोग समझौते (बीडीसीए) को जल्द अमली जामा पहनाने पर राजी हो गए हैं। दोनों पक्षों ने इसके लिए जारी निर्णायक वार्ता को जल्द खत्म करने की जरूरत पर बल दिया है। साझा बयान जारी कर भारत, चीन ने शनिवार को माना कि सरहद पर अमन दोस्ताना रिश्तों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है।
रक्षा मंत्री एके एंटनी की चीन के नेताओं से मुलाकात के बाद दोनों देशों की ओर से साझा बयान जारी किया गया। इस मौके पर एंटनी ने कहा कि बीडीसीए को लेकर हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सीमा पर शांति कायम रखने के लिए दोनों देशों के बीच वास्तविक आम राय बनी है। उनका कहना था कि अपने दौरे में उनकी जिस चीनी नेता से मुलाकात हुई, सभी ने सरहद पर अमन कायम रखने की इच्छा शक्ति जताई। सीमा समझौते के बारे में एंटनी ने कहा, 'कई मुद्दों पर दोनों देशों में आम राय बन गई है। कुछ मसलों पर बातचीत चल रही है, जिसके भी एक निश्चित अवधि में समाप्त होने की उम्मीद है। समझौता जल्द होने की उम्मीद है।' उन्होंने बताया कि चीनी नेताओं से उनकी बातचीत बेहद खुले माहौल में हुई।
रविवार तड़के स्वदेश लौट रहे एंटनी ने अपने बीजिंग दौरे में चीन के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ली कछ्यांग और रक्षा मंत्री चांग वांगकुआंग समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की। साझा बयान के अनुसार, सीमा पर शांति कायम रखने के लिए दोनों देश आपसी विश्वास बहाली के उपायों को लागू करने पर जोर देंगे। इसके तहत सरहद पर दोनों देश के सैन्य अधिकारियों के बीच संवाद को और तेज किया जाएगा। साथ ही दोनों देशों के बीच सैन्य प्रतिनिधिमंडल की आवाजाही को भी बढ़ाया जाएगा। नौसेना के स्तर पर भी दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ किया जाएगा। इसके अलावा दोनों देशों की सैन्य अकादमी भी एक-दूसरे से संपर्क बढ़ाएंगी। साझा बयान में दोनों देशों के बीच प्रस्तावित सीमा रक्षा समझौते के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है। कहा गया है कि इस समझौते को जल्द से जल्द लागू करने की कोशिश होगी। ध्यान रहे कि चीन ने इस वर्ष जनवरी में सीमा समझौते के लिए भारत से प्रस्ताव किया था। लेकिन इस मामले में असली तेजी अप्रैल में चीनी सैनिकों के लद्दाख घुसपैठ के बाद आई।

मिस्र में 36 की मौत, बरदेई बनेंगे प्रधानमंत्री
08 July 2013
काइरो। मिस्र के कार्यवाहक राष्ट्रपति अदली मंसूर ने बिगड़ रही स्थिति को संभालने के लिए सेना प्रमुख एवं रक्षा मंत्री अब्देल फतह अल सिसी से वार्ता की है। मंसूर और फतह के बीच प्रदर्शनों को शांत करने और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर मसलों पर चर्चा हुई। शनिवार को कार्यवाहक राष्ट्रपति ने संवैधानिक सलाहकार जज अली अवाद सालेह, राजनीतिक सलाहकार मुस्तफा हेगाजी और सुरक्षा सलाहकार जनरल रफात शेहाता से भी देश में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के उपाय तलाशने को कहा। राष्ट्रपति ने कहा कि वह विभिन्न राजनीतिक दलों और प्रदर्शनकारियों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों से मिस्र शनिवार को भी सुलगता रहा। अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी के समर्थकों और विरोधियों के बीच शुक्रवार से प्रारंभ हुई हिंसक झड़पों में 36 लोगों की मौत हुई है और 1,100 से अधिक घायल हो चुके हैं।
मुर्सी समर्थक राष्ट्रपति पद पर उनकी फिर से बहाली की मांग कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि अदली नए संविधान की घोषणा पर चर्चा कर रहे हैं। इस घोषणा के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि क्रांति के दूसरे दौर से गुजर रहे मिस्र का भविष्य क्या होगा। मुस्लिम ब्रदरहुड के नेतृत्व वाले इस्लामी गठबंधन ने शनिवार को कहा कि वह देशभर में मुर्सी के समर्थन में प्रदर्शन तेज करेगा। राजधानी काइरो में मुर्सी के चित्र लिए प्रदर्शनकारी 'रिपब्लिकन गार्ड्स क्लब' की ओर बढ़े। बताया जा रहा है कि यहीं पर मुर्सी को हिरासत में रखा गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि सैनिकों की ओर से चेतावनी दिए जाने के बावजूद भीड़ ने गार्ड्स मुख्यालय पर धावा बोलने की कोशिश की। इसके बाद सैनिकों ने पहले हवा में और फिर प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई। तटीय शहर अलेक्जेंड्रिया हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित हुआ। इस बीच मुस्लिम ब्रदरहुड के नेतृत्व वाले 'नेशनल अलायंस इन सपोर्ट ऑफ इलेक्टोरल लेजिटिमेसी' की ओर से शनिवार को कहा गया कि वह मुर्सी के समर्थन में और प्रदर्शन करेगा। उधर, भूतपूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक और उनके दो बेटों के खिलाफ 2011 में क्रांति के दौरान हुई 850 मौतें और भ्रष्टाचार के मामले में सुनवाई अदालत ने 17 अगस्त तक के लिए टाल दी है।
बरदेई मिस्र के अंतरिम प्रधानमंत्री
नोबेल पुरस्कार विजेता राजनयिक एवं उदारवादी मुहम्मद अल बरदेई मिस्र के अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगे। बरदेई की प्रवक्ता ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। इस घोषणा से पहले मिस्र की मीडिया ने बताया था कि अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर ने बरदेई को बुलाया था। सेना द्वारा मुहम्मद मुर्सी को हटाने की कार्रवाई का बरदेई ने स्वागत किया था।

जीवन रक्षक प्रणाली हटाने को तैयार नहीं मंडेला के डॉक्टर
08 July 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के डॉक्टरों ने जीवन रक्षक प्रणाली हटाने से इन्कार कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक मडीबा [मंडेला] के अंग पूरी तरह से काम करना बंद नहीं कर देते, हम ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे।
पिछले 50 साल से मंडेला के करीबी दोस्त रहे डेनिस गोल्डबर्ग ने सिटी प्रेस को बताया कि जीवन रक्षक प्रणाली हटाने पर डॉक्टरों के बीच चर्चा हुई और आखिर में इस विचार को खारिज कर दिया गया। डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उम्मीद है हम उन्हें बचाने की कोशिश करेंगे।
डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल वे मंडेला की स्थिति को बिगड़ने से रोकने पर काम कर रहे हैं। उसके बाद उनकी सेहत सुधारने के प्रयास किए जाएंगे।

अमेरिकी मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली का परीक्षण विफल
08 July 2013
वाशिंगटन। प्रशांत महासागर के ऊपर किया गया अमेरिकी मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली का परीक्षण विफल रहा है। रक्षा मंत्रालय पेंटागन की ओर से कहा गया है कि इंटरसेप्टर मिसाइल आने वाली बैलिस्टिक मिसाइल को निशाना बनाने में विफल रही। इस विफलता से महंगे जमीनी इंटरसेप्टर को लेकर अमेरिका को एक और झटका लगा है। 2008 से ही इसका परीक्षण सफल नहीं रहा है। परीक्षण के तहत कैलिफोर्निया के वांडेनबर्ग एयरबेस से छोड़ी गई।
इटरसेप्टर मिसाइल से क्वाजालीन स्थित सैन्य परीक्षण स्थल से छोड़ी गई लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को निशाना बनाना था। अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी के प्रवक्ता रिचर्ड लेहनर ने बताया कि परीक्षण सफल नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि अधिकारी इस बात की समीक्षा करेंगे कि किन गलतियों के कारण यह परीक्षण सफल नहीं हो सका। अमेरिका की मिसाइल रोधी प्रणाली को कई बार तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। 2010 में दो बार इसका परीक्षण विफल हो चुका है।
अमेरिका के पास अलास्का और कैलिफोर्निया में 30 जमीनी इंटरसेप्टर हैं। इनकी कीमत करीब 34 अरब डॉलर [करीब 2000 अरब रुपये] है। ऐसा माना जाता है कि इन्हें उत्तर कोरिया की ओर से संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है, जो लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के निर्माण का प्रयास कर रहा है।

वेनेजुएला, निकारागुआ ने दिया स्नोडेन को शरण का प्रस्ताव
08 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी चेतावनी को दरकिनार करते हुए लातिन अमेरिका के दो देशों वेनेजुएला और निकारागुआ ने एडवर्ड स्नोडेन को शरण देने का प्रस्ताव दिया है। स्नोडेन पर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म की जानकारी लीक करने और जासूसी का आरोप है। इस आरोप में उसे उम्र कैद तक की सजा हो सकती है।
एक सप्ताह से भी अधिक समय से मास्को हवाई अड्डे पर फंसे स्नोडेन ने 13 यूरोपीय देशों और छह लातिन अमेरिकी देशों के साथ साथ भारत व चीन को शरण के लिए आवेदन भेजा था। इनमें से कई देश स्नोडेन को शरण देने से इन्कार कर चुके हैं। इस बीच अमेरिका ने स्नोडेन के वांछित होने का हवाला देते हुए उसे शरण नहीं देने के लिए सभी देशों को चेतावनी दी है।
निकारागुआ और वेनेजुएला द्वारा स्नोडेन को शरण देने की घोषणा को अमेरिका के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति माडुरो ने देश के स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कहा कि वेनेजुएला के बोलिवेरियन गणराज्य की सरकार ने स्नोडेन को मानवता के आधार पर शरण देने का फैसला किया है ताकि सच सामने आ सके। स्नोडेन एक बहादुर युवा हैं। हम उसे शरण देना चाहते हैं ताकि वह विश्व के सबसे शक्तिशाली साम्राज्य के उत्पीड़न के बिना जिंदगी जी सके। निकारागुआ के राष्ट्रपति ने भी स्नोडेन का अपने देश में स्वागत किया है
उधर, निकारागुआ और वेनेजुएला के स्नोडेन को शरण देने के प्रस्ताव पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इन्कार कर करते हुए ह्वाइट हाउस ने कहा है कि न्याय विभाग इस संबंध में कार्रवाई कर रहा है।

सड़कों पर उतरे मुर्सी समर्थक
06 July 2013
काइरो। मिस्र की सेना द्वारा मुहम्मद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से हटा दिए जाने और उनकी पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड के कई शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी से नाराज हुए समर्थकों का गुस्सा शुक्रवार को देशभर की सड़कों पर दिखा। मुर्सी समर्थकों ने शुक्रवार की नमाज के बाद सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया।
मुर्सी की मुस्लिम ब्रदरहुड पार्टी द्वारा शुक्रवार के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के आह्वान के बाद हिंसा बढ़ने की आशंका के मद्देनजर सेना ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन की इजाजत दी थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार की रात मुर्सी को पद से हटाए जाने के बाद कई जगहों पर हुई हिंसा में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 516 लोग घायल हो गएं। सरकारी अखबार अल हरम के अनुसार पुलिस मुस्लिम ब्रदरहुड के 300 नेताओं की तलाश कर रही है। इस बीच स्थिति को सामान्य करने की दिशा में कदम उठाते हुए नवनियुक्त अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर ने कहा कि मुस्लिम ब्रदरहुड के लोग भी मिस्र की जनता है। मैं उन्हें देश के निर्माण में सहयोग के लिए आमंत्रित करता हूं।
सिनाई और स्वेज में आपातकाल
सिनाई और स्वेज प्रांतों में इस्लामी कट्टरपंथियों के हमले के बाद मिस्र की सेना ने आपातकाल लागू कर दिया है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर गाजापट््टी के साथ लगती सीमा को भी सील कर दिया गया है। अल अहरम अखबार के अनुसार, संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों ने सिनाई प्रांत में सेना की दो चौकियों, एक पुलिस स्टेशन और अल एरिश एयरपोर्ट को निशाना बनाया। इन हमलों में एक सैनिक के मरने और तीन के घायल होने की खबर है। मुर्सी को हटाए जाने के बाद कुछ इस्लामी संगठनों ने मिस्र की सेना से बदला लेने की घोषणा की थी।
हालात पर ओबामा ने की बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र की स्थिति को लेकर शीर्ष सुरक्षा सलाहकारों के साथ बैठक की। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि मिस्र के हालात पर पूरी नजर रखी जा रही है और राष्ट्रपति की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के सदस्य मिस्र के अधिकारियों के संपर्क में हैं। यह दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है कि वहां पारदर्शी राजनीतिक प्रक्रिया अपनाई जाए। इसमें सभी पार्टियों और संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित हो और हिंसा और गिरफ्तारी के हालात पैदा न हों।
अफ्रीकी संघ ने मिस्र को किया निलंबित
मुहम्मद मुर्सी को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद अफ्रीकी संघ ने मिस्र को संगठन की सदस्यता से निलंबित कर दिया है। अफ्रीकी संघ के एक बयान में कहा गया है कि जब तक संवैधानिक तौर पर सत्ता कायम नहीं की जाती, मिस्र संगठन के काम में हिस्सा नहीं ले सकता।

अफ्रीकी संघ के देश शुक्रवार को अदिस अबाबा में मुर्सी को हटाए जाने के बाद उपजे राजनीतिक संकट पर चर्चा के लिए मिले थे। बयान में कहा गया है कि मिस्र में चुने हुए राष्ट्रपति को सत्ता से बाहर करना वैधानिक नहीं है और यह सरकार के अंसैवधानिक हस्तांतरण का मामला है। अफ्रीकी संघ इसकी निंदा करता है।
अफ्रीकी संघ पहले भी उन देशों की सदस्यता निलंबित करता रहा है जहां सत्ता का असंवैधानिक हस्तांतरण हुआ है। मेडागास्कर और गिनी बिसाऊ को भी इसी कारण से निलंबित किया गया है।

गुलाम कश्मीर के रास्ते अरब सागर तक सुरंग बनाएगा चीन
06 July 2013
बीजिंग। भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी के चीन दौरे के बीच शुक्रवार को चीन और पाकिस्तान ने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें विवादित गुलाम कश्मीर के रास्ते 200 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने का 18 अरब डॉलर का बड़ा करार भी है।
इस करार का मकसद कहने को तो दोनों मित्र देशों के आर्थिक रिश्ते मजबूत करना और चीन की ऊर्जा की जरूरतों के लिए उसे तेल आपूर्ति का रास्ता देना है लेकिन यह भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से खतरनाक है क्योंकि गुलाम कश्मीर भारत का हिस्सा है।
चीन यात्रा पर पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अपने चीन के समकक्ष ली कछ्यांग से मुलाकात के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। ली ने पाकिस्तान के अरब सागर स्थित ग्वादर बंदरगाह को पश्चिमोत्तर चीन के शिनजियांग स्थित काशघर को जोड़ने वाली 200 किलोमीटर लंबी सुरंग के बारे में कहा कि इस पाक-चीन इकोनॉमिक कॉरिडोर में चीन का रणनीतिक हित है।
रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को इसी साल चीन ने अपने नियंत्रण में लिया है। इसके जरिये चीन को अरब सागर और होर्मूज जलडमरूमध्य तक पहुंच हो गई है। इसी रास्ते से दुनिया की एक तिहाई तेल की ढुलाई होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस कॉरिडोर से झिंजियांग के विकास को गति मिलेगी। इसके जरिये चीन को पश्चिम एशिया से ऊर्जा आयात का एक नया रास्ता मिल जाएगा।
यह कॉरिडोर गुलाम कश्मीर से होकर गुजरेगा जिसकी सीमा झिंजियांग से लगी है और पाकिस्तान और चीन के बीच केवल यही आसान रास्ता होगा। 18 अरब डॉलर के इस करार पर पाकिस्तान के योजना एवं विकास मंत्री अहसान इकबाल और चीन के राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग के अध्यक्ष शु शाओ शी के हस्ताक्षर हुए। इससे पहले तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार चीन पहुंचने पर नवाज शरीफ का ली ने गर्मजोशी से स्वागत किया
दोस्ती की बातें और दुश्मनी के पैंतरे
दोस्ती की मीठी बातों और सीमा पर आक्रामक चालों के साथ चीन के नए पैंतरे भारत की चिंता बढ़ा रहे हैं। मार्च में चीन में नेतृत्व परिवर्तन के बाद राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने आते ही भारत के साथ अच्छे रिश्तों की अहमियत जताई। कुछ ही हफ्तों बाद चीन की सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय हद में तंबू गाड़ दिए। सीमा पर तनाव घटाने के लिए सात साल बाद हो रहे भारतीय रक्षा मंत्री के दौरे से ठीक पहले चीन के सेना के एक जनरल के आग उगलते बयान ने चीन की नीयत पर सवालों को बढ़ाया ही है।
आधिकारिक तौर पर भारतीय खेमे ने इस बयान को जहां अधिक तूल देने से परहेज किया वहीं चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग भी इस बाबत हुए सवालों को टाल गई। उल्लेखनीय है कि चीन सेना के मेजर जनरल लुओ युआन ने भारत को सीमा पर सैन्य विकास न करने और उकसावे की किसी कार्रवाई कर नई समस्या पैदा करने को लेकर चेताया। साथ ही बड़बोले जनरल ने भारत पर चीन के 90 हजार वर्ग किमी क्षेत्र पर कब्जे की भी तोहमत जड़ी।
भारतीय सामरिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बयान को पूरी तरह नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। रक्षा जानकार कमोडोर उदय भास्कर कहते हैं कि चीनी जनरल के बयान को ध्यान में रखते हुए एंटनी की यात्रा के बाद संभावित संयुक्त वक्तव्य पर नजर रखने की जरूरत है।
महत्वपूर्ण है कि चीन की ओर से जम्मू-कश्मीर को विवादित इलाका बताने व वहां के नागरिकों को नत्थी वीजा देने से लेकर संबंध सुधार की यात्रा पर जाने वाले भारतीय सेना के एक जनरल को वीजा से इन्कार जैसी घटनाएं होती रही हैं।
चीन के ताजा बयान पर पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस संबंध में चीन से स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए। यदि चीन इस बारे में संतोषजनक जवाब नहीं देता को रक्षा मंत्री एंटनी को अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ लौटा आना चाहिए।

श्रीलंका के तमिल बहुल इलाकों में 25 साल बाद होंगे चुनाव
06 July 2013
कोलंबो। श्रीलंका के तमिल बहुल उत्तरी इलाके में 25 साल बाद सिंतबर में प्रांतीय परिषद के चुनाव होंगे। वर्ष 2009 में गृहयुद्ध खत्म होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र और विशेषकर भारत, श्रीलंका सरकार पर तमिलों को राजनीतिक अधिकार देने का दबाव डाल रहा था।
लिंट्टे प्रमुख प्रभाकरण के खात्मे के साथ ही जाफना प्रायद्वीप समेत उत्तरी प्रांत सेना के नियंत्रण में है। वर्ष 1987 में भारत के साथ हुए शांति समझौते में प्रांतीय परिषदों को स्वायत्तता दिए जाने के लिए श्रीलंका सरकार ने 13वां संविधान संशोधन पारित किया था। चुनाव से पहले प्रांतीय परिषदों को दिए गए अधिकार वापस लेने की राजपक्षे सरकार की कोशिशों का भारत कड़ा विरोध कर रहा है। सरकारी सूचना विभाग के महानिदेशक अरियारत्ने अथुगला ने शुक्रवार को चुनाव की घोषणा की। चुनाव आयोग के मुताबिक चुनाव 21 या 28 सितंबर को कराया जा सकता है।
पांच तमिल छात्रों की हत्या में 12 श्रीलंकाई पुलिसकर्मी गिरफ्तार
लिंट्टे आतंकी बताकर पांच तमिल छात्रों को मार डालने के आरोप में श्रीलंकाई स्पेशल टास्क फोर्स के 12 पुलिसकर्मियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। त्रिंकोमाली में वर्ष 2006 में घटी यह घटना अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बनी थी। सभी आरोपियों को 18 जुलाई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। समुद्र तट पर खेल रहे इन बेकसूर छात्रों को दो जनवरी, 2006 को पकड़कर गोली मार दी गई थी। पुलिसकर्मियों ने दावा किया था कि लिंट्टे से जुड़े ये छात्र उन पर ग्रेनेड फेंकने वाले थे।

पाकिस्तान में आत्मघाती हमले में नौ मरे
06 July 2013
कराची। पाकिस्तान के अशांत प्रांत कहे जाने वाले बलुचिस्तान में एक बार फिर अशांति का माहौल है। पाक-अफगान सीमा के निकट चेकपोस्ट के पास हुए आत्मघाती हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 19 गंभीर रूप से जख्मी हो गए। मारे गए लोगों में छ: अफगानिस्तान रक्षा अधिकारी शामिल हैं।
रक्षा सूत्रों के अनुसार हमलावर ने सेना की गाड़ी को निशाना बनाकर हमला किया। अफगान के रक्षा अधिकारियों ने डॉन न्यूज चैनल को बताया कि हमला मुख्य तौर पर बार्डर कमाण्डर अख्तर मुहम्मद को ध्यान में रखकर किया गया। जिसमें मुहम्मद पूरी तरह सुरक्षित हैं। जख्मी लोगों में पांच की हालत नाजुक बनी हुई है जिनको इलाज के लिए चमन भेजा जा रहा है।
अंतरिम रक्षा सूत्रों से पता चला है कि हमले में कुछ पाकिस्तानी नागरिक भी जख्मी हुए हैं। हमले के बाद से ही पाक-अफगान बार्डर को बंद कर दिया गया है। चमन बलुचिस्तान में एक मात्र ऐसा प्रदेश है जहां दो मुख्य क्रासिंग पवाईट मौजूद है जहां से अमेरिकन और नाटो सैन्य दल तालिबान से अपनी आपसी रंजिश को पूरा करते हैं।

भारत-चीन मतभेद सुलझाने में जल्दबाजी नहीं: खुर्शीद
06 July 2013
सिंगापुर। भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद से जुड़े मतभेदों को सुलझाने में कोई जल्दबाजी नहीं करेंगे। उनका यह बयान भारत और चीन की सेनाओं के बीच किसी तरह का टकराव टालने व सीमा समझौते पर चर्चा के लिए भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी की चीन यात्रा के दौरान आया है।
स्ट्रेट टाइम्स अखबार को दिए साक्षात्कार में खुर्शीद ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें इस मुद्दे को लेकर अचानक सतर्क या बेचैन होने की जरूरत नहीं है। इस मुद्दे पर हम तेजी से नहीं, लेकिन लगातार प्रगति कर रहे हैं। मगर हमारा यह संबंध हमारे बीच टकराव का कारण बनने वाले सभी कठिन मुद्दों से पूरी तरह उबर नहीं पाया है।' खुर्शीद तीन दिवसीय दौरे पर सिंगापुर आए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि दोनों पक्ष इन मसलों को सुलझाने को लेकर प्रयासरत हैं। मगर हमें यह भी पता है कि अगर आप समाधान निकालने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं तो इसे हल करने में आपको मदद नहीं मिल पाएगी।' गौरतलब है कि भारत कहता है कि नियंत्रण रेखा के पास सीमा विवाद चार हजार किमी क्षेत्र को लेकर है जबकि चीन का कहना है सीमा विवाद 2000 किमी यानी अरुणाचल प्रदेश तक ही सीमित है।
भारत की चिंताओं का जवाब देगा पाकिस्तान : भारतीय विदेश मंत्री ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान की नई सरकार भारत की तात्कालिक चिंताओं का सकारात्मक जवाब देगी और 2008 के मुंबई हमलों के मामले में जवाबदेही तय करेगी। खुर्शीद ने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि पहले पाकिस्तान की नई सरकार को ठीक से पांव जमा लेने दें। हालात से वाकिफ हो लेने दें। यह पूछे जाने पर कि नवाज शरीफ के नेतृत्व में वह पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंधों की उम्मीद करते हैं, जिन्होंने कारगिल युद्ध शुरू किया था? खुर्शीद ने कहा, कारगिल युद्ध अब इतिहास की बात हो गई है। अब हम इसमें नहीं जाना चाहते। क्या भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपना कार्यकाल समाप्त होने से पहले पाकिस्तान जाएंगे? इस सवाल के जवाब में खुर्शीद ने कहा इस बारे में कुछ नहीं कह सकता।हैं। उनकी मुंह उनकी

पाकिस्तान की नई सरकार ने मौत की सजा से बैन हटाया
06 July 2013
इस्लामाबाद। एक तरफ जहां विश्व भर में मौत की सजा पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है वहीं पाकिस्तान की नई सरकार ने अपने देश में मौत की सजा से प्रतिबंध हटा लिया है। पाक सरकार ने यह कदम देश में बढ़ते आतंकवाद और अपराध पर लगाम लगाने के प्रयास के तहत उठाया है। उधर, मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाक सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की है।
ऐसे समय जब विश्व के लगभग 150 देशों ने मौत की सजा को खत्म कर दिया है या खत्म करने की प्रक्रिया में है, पाकिस्तान द्वारा इसपर से प्रतिबंध हटाकर इसे फिर से बहाल करना असमान्य घटना है। वर्ष 2008 में तत्कालीन सरकार ने इस पर रोक लगा दी थी जिसकी विश्वभर की मानवाधिकार संस्थाओं ने प्रशंसा की थी। इसकी मियाद इस वर्ष 30 जून को खत्म हो गई।
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता उमर हमीद खान ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा मौत की सजा पर लगी रोक की मियाद को बढ़ाने की कोई योजना नहीं है। खान ने कहा कि नवाज शरीफ सरकार की नई योजना के तहत मानवीय आधार पर माफ किए गए कैदियों को छोड़ कर सभी की मौत की सजा पर अमल किया जाएगा।
लंदन स्थित मानवाधिकार संस्था के मुताबिक पाकिस्तान में इस समय 8000 कैदी जेलों में बंद हैं जिन्हें मौत की सजा मिली हुई है। जबकि सरकार का कहना है कि देश में 400 कैदी हैं जिन्हें मौत की सजा दी जानी है।
पाक सरकार का मानना है कि 1.8 करोड़ की जनसंख्या वाले कराची शहर और अफगानिस्तान से लगते सीमावर्ती इलाकों में अपराध और तालिबान के आतंकी हिंसा पर रोक लगाने के लिए मौत की सजा बरकरार रखना जरूरी है।ी

जनता के लिए फिर खोला गया 'स्टैचू ऑफ लिबर्टी'
06 July 2013
न्यूयार्क। पिछले साल आए सैंडी तूफान के बाद से बंद स्टैचू ऑफ लिबर्टी को अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस पर आम जनता के लिए फिर से खोल दिया गया है। इस मौके पर भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें सांस्कृतिक और देशभक्ति कार्यक्रमों के साथ परेड भी हुई।
शहर के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग ने इस मौके पर कहा कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी अमेरिकियों के दिल में बसा हुआ है। यह फ्रांस की जनता द्वारा अमेरिकियों को दिया गया दोस्ती का उपहार पूरे विश्व के लिए लोकतंत्र और स्वतंत्रता का प्रतीक है। यह प्रतीक पिछले साल 29 अक्टूबर को आई प्राकृतिक आपदा के बाद आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था। तूफान में लिबर्टी द्वीप और स्टैचू को काफी नुकसान पहुंचा था। करीब 770 लाख डॉलर [4.6 अरब रुपये] की लागत से इसका पुनर्निर्माण किया गया है। स्टैचू को आम जनता के लिए 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमले के बाद भी बंद कर दिया गया था। इसे घटना के नौ साल बाद खोला गया था।

17 करोड़ में बिका पटियाला के महाराजा का डिनर सेट
06 July 2013
लंदन। पटियाला के पूर्व महाराजा भूपेंद्र सिंह की विलासितापूर्ण और भव्य जीवनशैली की झलक देने वाले सोने की परत चढ़े चांदी के डिनर सेट की रिकॉर्ड कीमत में नीलामी हुई है। लंदन स्थित नीलामीघर क्रिस्टी के अनुसार यह डिनर सेट 19.6 लाख पौंड [करीब 17.7 करोड़ रुपये] में बिका। इसे खरीदने वाले का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है
1400 बर्तनों वाला यह डिनर सेट अनुमानित कीमत से दोगुनी कीमत पर नीलाम हुआ। इसके 10 लाख से 15 लाख पौंड [करीब नौ से 13 करोड़ रुपये] में बिकने का अनुमान लगाया गया था। इसकी शुरुआती बोली 13 लाख पौंड [करीब 11 करोड़ रुपये] लगाई गई थी। 500 किलोग्राम के इस डिनर सेट को वर्ष 1922 में प्रिंस ऑफ वेल्स की पटियाला यात्रा के दौरान महाराजा भूपेंद्र सिंह ने खास तौर पर तैयार करवाया था। यही प्रिंस ऑफ वेल्स बाद में किंग एडवर्ड अष्टम बने थे। प्रिंस 22 फरवरी, 1922 को छुट्टियों पर पटियाला में शिकार करने और पोलो खेलने के लिए आए थे। दो दिन बाद वह महाराजा के मुख्य अतिथि के तौर पर रात्रि भोज में शामिल हुए। उसी रात वह वापस भी चले गए।
डिनर सेट लंदन की कंपनी गोल्डस्मिथ एंड सिल्वरस्मिथ ने बनाया था, जिसे बाद में गैराडर्स नामक कंपनी ने खरीद लिया था। डिनर सेट के हर बर्तन पर लाजवाब कारीगरी है। इसके हर बर्तन पर जानवरों, राजचिन्ह और पत्तियों के चित्र उकेरे गए हैं। इस डिनर सेट को इससे पहले 1977 में नीलाम किया गया था। क्रिस्टी नीलामीघर के हैरी विलियम्स बल्कले के अनुसार इस डिनर सेट की खासियत यह है कि ये 200 लोगों के लिए हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के बर्तन हैं। महाराजा भूपेंद्र सिंह भारत के पहले ऐसे शख्स थे, जो विमान के मालिक थे और पटियाला एविएशन क्लब के संस्थापक थे।
पटियाला के शाही परिवार की विलासितापूर्ण जीवनशैली के बारे में बताते हुए क्रिस्टी के प्रवक्ता ने बताया कि महाराजा और उनकी पत्‍‌नी ने बहुमूल्य हार में हीरा जड़वाने के लिए नामी गिरामी कंपनी कार्टियर की सेवा ली थी। महाराजा मोटरकारों के भी बेहद शौकीन थे। वे 20 रॉल्स रॉयस गाड़ियों के काफिले में चलना पसंद करते थे। कहा जाता है कि एकबार रॉल्स रॉयस ने उन्हें गाड़ियां देने से मना कर दिया था, जिसके बाद अपनी ताकत और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने वायसराय से रॉल्स रॉयस पर अपना फैसला बदलने के लिए दबाव डलवाया था।ी

पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कैदी की मौत
06 July 2013
कराची। पाकिस्तानी जेल में बंद एक भारतीय कैदी ने रिहाई की आस में दम तोड़ दिया। 60 वर्षीय दादू भाई की सजा पूरी हो चुकी थी और वह भारत लौट कर अपने परिवार से मिलने का इंतजार कर रहा था।
मलिर जेल के सहायक पुलिस अधीक्षक शुनैल शाह ने बताया, दादू भाई ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। गत बुधवार को उसकी तबियत अचानक खराब हो गई। उसे जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दादू गत नवंबर से जेल में बंद था और बेसब्री से अपनी रिहाई का इंतजार कर रहा था। उसकी अचानक मौत ने सबको हैरान कर दिया है क्योंकि वह बहुत ही ऊर्जावान व्यक्ति था। डॉक्टरों ने बताया कि दादू को बहुत तेज बुखार था और उसका ब्लड प्रेशर काफी कम हो गया था। शाह ने बताया कि भारतीय दूतावास की इजाजत के बाद ही शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में काफी समय लगने के कारण अभी यह सुनिश्चित नहीं हो सका है कि दादू का शव भारत कब भेजा जाएगा

एंटनी ने किया भारत-चीन सैन्य संबंधों का आहवान
06 July 2013
बीजिंग। भारत और चीन के बीच करीबी सैन्य संबंधों का आहवान करते हुए रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आज कहा कि अगर दोनों देशों की सेनाओं के बीच भरोसा और विश्वास हो तथा वे एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रखें, तो सीमा पर शांति बनाए रखना आसान होगा।
एंटनी ने नेशनल डिफेन्स यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विभाग के प्रमुख (पॉलिटिकल कॉमिसार) जनरल लियु याझोउ से कहा अगर दोनों पक्षों के हर स्तर पर सैन्य नेतृत्व के बीच भरोसा और विश्वास हो तथा वे एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रखें, तो सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखना आसान होगा। आधिकारिक दौरे पर कल यहां आए एंटनी आज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की अकादमी गए।
रक्षा मंत्री और लियु ने मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच सैन्य आदान प्रदान बढ़ाने पर सहमति जताई। एंटनी ने कल चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग और रक्षा मंत्री जनरल चेंग वानकुआन के साथ सीमा पर शांति बनाए रखने सहित कई मुददों पर चर्चा की।
लियु के साथ बातचीत के दौरान एंटनी ने प्रधानमंत्री ली और जनरल चेंग के साथ अपनी बैठक का जिक्र किया। रक्षा मंत्री ने बताया भारत और चीन पड़ोसी हैं। हमारे रिश्ते कई क्षेत्रों में विस्तार ले रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि द्विपक्षीय मुद्दों पर चीनी नेतृत्व के साथ उनकी व्यापक बातचीत हुई। उन्होंने बताया दोनों पक्षों के बीच यह स्पष्ट सहमति है कि हमें हमारी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बनाए रखना चाहिए। इसके लिए सैन्य सहयोग एक महत्वपूर्ण पहलू है।
भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल को साथ लेकर यहां आए एंटनी ने 15,000 वर्ग किमी में फैले विश्वविद्यालय पसिर को देखा। उन्होंने चीन के तीनों बलों के अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में गहरी दिलचस्पी जाहिर की।
अधिकारियों ने बताया कि एंटनी ने चीनी पैटर्न के अध्ययन के लिए शीर्ष सैन्य अकादमी के दौरे में दिलचस्पी जाहिर की थी। भारत ने नयी दिल्ली में हाल ही में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय शुरू किया है। समझा जाता है कि यह संस्थान अगले कुछ वर्षों में तैयार हो जाएगा। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि सभी बलों के लिए संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करने के प्रयास जारी हैं।

डॉक्टरों ने दी मंडेला की जीवन रक्षक प्रणाली हटाने की सलाह
05 July 2013
जोहानिसबर्ग। लंबे समय से जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की निष्क्रिय हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उनकी जीवन रक्षक प्रणाली हटा लेने की सलाह दी है। हालांकि डाक्टरों ने उनके परिवार को एक सप्ताह पहले ही ऐसा करने का सुझाव दे दिया था।
26 जून को अदालत में पेश किए गए दस्तावेजों से यह पहली बार पता चला है कि गंभीर रूप से बीमार 94 वर्षीय मंडेला मौत के कितने करीब आ गए हैं। वकीलों ने मंडेला के परिवार से कहा कि वह स्थायी रूप से निष्क्रिय हालत में हैं। जीवन रक्षक उपकरणों के सहारे ही अब तक उनकी सांसे चल रही है।
वकीलों ने बताया कि डॉक्टरों ने सलाह दी है कि मंडेला की जीवन रक्षक प्रणाली को हटा दिया जाना चाहिए। हालांकि इस बारे में राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया अब तक नहीं आई है। मंडेला के परिवार में 15 लोग हैं।
मंडेला के करीबी ने बताया कि मंडेला अब जिंदगी का विकल्प तलाश रहे हैं। वो बिल्कुल स्तब्ध हैं, लेकिन वो सब सुन और समझ सकते हैं। मैं जब उनसे मिलने गया तो उन्होंने मुझे पहचान लिया, लेकिन कुछ कह नहीं पाए। वो बातें करने की कोशिश करते हैं। उनकी मुंह उनकी

चीन ने फिर दिखाए तेवर, कहा, ऐसा कदम उठाकर हमें न भड़काए
05 July 2013
बीजिंग। भारत और चीन की सेनाओं के बीच किसी भी तरह का टकराव टालने के लिए सीमा समझौते पर चर्चा के लिए भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी के यहां पहुंचने के कुछ घंटे पहले ही एक तेज तर्रार चीनी जनरल ने अपने तेवर दिखाए हैं। उन्होंने भारत को सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाकर नई परेशानी पैदा करने के प्रति आगाह किया है।
चाइना स्ट्रैटजी कल्चरल प्रमोशन एसोसिएशन के महासचिव और कार्यकारी उपाध्यक्ष मेजर जनरल ल्यू यूआन ने कहा कि इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि भारत और चीन के बीच तनाव है खासतौर पर सीमावर्ती क्षेत्रों में। अभी भी भारत के कब्जे वाले 90 हजार वर्ग किमी क्षेत्र को लेकर समस्याएं हैं। इन्हें सुलझाने के लिए ठंडे दिमाग की जरूरत है। वह एंटनी की यात्रा के मद्देनजर भारत-चीन संबंधों को लेकर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी [पीएलए] के नजरिए को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। 90 हजार वर्ग किमी क्षेत्र से उनका आशय अरुणाचल प्रदेश से था, जिस पर चीन अपना दावा पेश करता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष को सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाकर नई समस्या को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। ल्यू को चीन के पड़ोसी देशों और अमेरिकी के साथ रणनीतिक और सैन्य संबंधों पर उनके अतिवादी विचारों के लिए जाना जाता है। यह पहला मौका था जब सरकार द्वारा संचालित चाइना जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने उन्हें विदेशी मीडिया को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया था।
ल्यू ने कहा कि पूरी दुनिया में सिर्फ भारत ही ऐसा देश है जो कहता है कि चीन से खतरे के चलते वह अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा है। इसलिए भारत को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह क्या कहता है और क्या करता है? गौरतलब है कि भारत कहता है कि नियंत्रण रेखा के पास सीमा विवाद चार हजार किमी क्षेत्र को लेकर है जबकि चीन का कहना है सीमा विवाद 2000 किमी यानी अरुणाचल प्रदेश तक ही सीमित है। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच सीमा विवाद को लेकर आखिरी बातचीत गत 28 जून को हुई थी। पिछले सात साल में चीन की यात्रा पर जाने पर एंटनी पहले भारतीय रक्षा मंत्री हैं। तीन दिवसीय चीन यात्रा पर आए एंटनी शुक्रवार को अपनी चीनी समकक्ष चैंग वैनक्युआन से मुलाकात करेंगे।

पांच भारतीय बच्चों ने जीता लंचटाइम चैलेंज
05 July 2013
वाशिंगटन। भारतीय मूल के पांच अमेरिकी बच्चों ने ह्वाइट हाउस द्वारा आयोजित 'नेशनल लंच टाइम चैलेंज' के विजेताओं की सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। देशभर से विजेताओं के रूप में 54 बच्चों का चयन किया गया है। लगातार दूसरे साल आयोजित हो रही इस प्रतियोगिता में आठ से 12 साल की आयुवर्ग के बच्चे अपने एक अभिभावक या रिश्तेदार की मदद से पौष्टिक, सस्ता और लजीज खाना तैयार करते हैं।
सम्मान समारोह आगामी नौ जुलाई को ह्वाइट हाउस में आयोजित किया जाएगा जहां विजेता बच्चे प्रथम महिला मिशेल ओबामा के साथ दोपहर का खाना खाएंगे। इस मौके पर पॉप गायक रशेल क्रो अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके बाद बच्चों को ह्वाइट हाउस के बगीचे की सैर कराई जाएगी।
मेसाच्यूसेट्स की रहने वाली भारतीय मूल की 12 वर्षीय शैफाली सिंह, नॉर्थ कैरोलीना के 12 वर्षीय विजय डे, ओहियो के 11 वर्षीय अनीश पटेल, टेक्सास की 12 वर्षीय देवांशी उदेशी और पेंसिलवेनिया के रहने वाले गणेश सेल्वा कुमार ने विजेताओं की सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। प्रतियोगिता के लिए 1300 आवेदन प्राप्त हुए थे।

गरीबी खत्म करने के प्रयास तेज करें
05 July 2013
संयुक्त राष्ट्र। सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य [एमडीजी] को स्थापित करने के 13 साल बाद दुनियाभर के देशों ने गरीबी उन्मूलन के आठ लक्ष्यों को पूरा करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। इस लक्ष्य को पूरा करने की समय सीमा 2015 रखी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन लक्ष्यों को पूरा नहीं किया जा सका है उन्हें पूरा करने के लिए दुनियाभर के देशों को अपने प्रयास तेज करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा, एमडीजी के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक दशक से अधिक समय तक कार्य करने के दौरान हमने पाया कि वैश्रि्वक विकास के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करके सफलता हासिल की जा सकती है। अब समय आ गया है कि सभी के लिए सुरक्षित और स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हमारे प्रयासों को तेज किया जाए
2000 में संयुक्त राष्ट्र सम्मलेन के दौरान वैश्रि्वक नेताओं ने एमडीजी के गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, लैंगिक समानता, बच्चे और मां के बेहतर स्वास्थ्य, पर्यावरणीय स्थिरता, एचआइवी/एड्स, मलेरिया को काबू करने और विकास के लिए वैश्विक साझेदारी के लक्ष्य को हासिल करने पर सहमति जताई थी। एमडीजी-2013 की रिपोर्ट के मुताबिक गरीबी दर आधी रह गई है। 1990 के मुकाबले 2010 में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले की संख्या में 70 करोड़ की कमी आई। 2000 से 2010 के दौरान मलेरिया से होने वाली मृत्यु दर में 25 प्रतिशत की कमी आई। हालांकि सभी को शिक्षा, मां और बच्चे के स्वास्थ्य की देखभाल, लैंगिक समानता जैसे लक्ष्य को पूरा कर पाने में दुनिया के देश पिछड़ रहे हैं।

नहीं रहे 'माउस' के जनक डग एंजेलबर्ट
05 July 2013
सैन फ्रांसिस्को। अंगुलियों के इशारों को पलक झपकते समझने वाले कंप्यूटर माउस के जनक डग एंजेलबर्ट का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
1960 में इस उपकरण को तैयार करने वाले एंजेलबर्ट ने पहला माउस लकड़ी का बनाया था। इसमें धातु के दो छोटे पहिये लगे थे। उन्होंने कैलिफोर्निया शोध संस्थान में काम करने के दौरान ई-मेल, वर्ड प्रोसेसिंग और वीडियो टेलीकांफ्रेंस तकनीक पर भी काम किया था। स्टेट कंप्यूटर हिस्ट्री म्यूजियम ने उनकी बेटी क्रिस्टीना के ई-मेल के आधार पर एंजेलबर्ट के निधन की खबर दी। उन्होंने बताया कि उनके पिता की सेहत पिछले कुछ दिनों से काफी खराब थी। मंगलवार रात को सोने के दौरान उनकी मौत हो गई। एंजेलबर्ट 2005 से कंप्यूटर हिस्ट्री म्यूजियम के फेलो थे।
जीवन परिचय
डग एंजेलबर्ट का जन्म 30 जनवरी 1925 को अमेरिका के ओरेगन स्थित पोर्टलैंड में हुआ था। उनके पिता एक रेडियो मैकेनिक और मां गृहणी थीं। उन्होंने ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रडार टेक्नीशियन की भूमिका निभाई।
एंजेलबर्ट ने नासा की पूर्ववर्ती संस्था नाका में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर भी काम किया। लेकिन जल्द ही वह इस नौकरी को छोड़कर डॉक्टरेट करने के लिए बर्कले स्थित कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय चले गए।
इंसान के ज्ञान को बढ़ाने में कंप्यूटर कैसे मदद कर सकता है, इस बात में दिलचस्पी उन्हें स्टैनफोर्ड शोध संस्थान ले आई। बाद में उन्होंने ऑग्मेंटेशन शोध केंद्र के नाम से अपनी प्रयोगशाला स्थापित की। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में अब तक एक अरब से ज्यादा माउस बेचे जा चुके हैं। एंजेलबर्ट की प्रयोगशाला एआरपीएनेट के विकास में सहयोग किया जिसने आगे चलकर इंटरनेट का रूप लिया
योगदान
एंजेलबर्ट की सोच उनके वक्त से काफी आगे थी। वह एक ऐसे युग में काम कर रहे थे जब कंप्यूटर पूरे कमरे के बराबर होता था और विशाल मशीनों में पंच कार्ड के जरिये डाटा भरा जाता था। उन्होंने 1968 में सैन फ्रांसिस्को में माउस का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। इसी दौरान उन्होंने पहले वीडियो टेलीकांफ्रेंस का प्रदर्शन किया और टेक्स्ट आधारित लिंक के अपने सिद्धांत की व्याख्या की, जो आगे चलकर इंटरनेट का मुख्य आधार बना।
एंजेलबर्ट माउस से बहुत अधिक पैसा नहीं बना सके क्योंकि 1987 में जब माउस का पेटेंट खत्म हुआ उस समय तक इसका बहुत अधिक इस्तेमाल नहीं किया जाता था। 1983 में उन्होंने 40 हजार डॉलर में इस तकनीक का लाइसेंस एपल को बेच दिया।
अवार्ड
एंजेलबर्ट को 1997 में लेमेलसन-एमआइटी पुरस्कार दिया गया और वर्ष 2000 में पर्सनल कंप्यूटर की बुनियाद तैयार करने के लिए नेशनल मेडल फॉर टेक्नोलॉजी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

मिस्त्र: मुर्सी सेना की हिरासत में, प्रदर्शनकारी मना रहे जश्न
05 July 2013
काइरो। सैन्य तानाशाह होस्नी मुबारक के सत्ता से बेदखल होने के बाद पिछले साल राष्ट्रपति चुने गए मोहम्मद मुर्सी को सेना ने संविधान भंग करते हुए पद से हटा दिया और उनकी जगह देश के मुख्य न्यायाधीश को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया है। सेना ने मुर्सी समेत मुस्लिम ब्रदरहुड के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया है
सेना के इस कदम से मुर्सी विरोधियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सेना ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया, जब देश में मुर्सी के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों का दौर जारी था और सेना की तरफ से पहले से ही कहा गया था कि यदि मुर्सी ने प्रदर्शनकारियों की बातें नहीं मानी, तो उसे कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। हालांकि प्रदर्शनकारियों के एक तबके ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उसे सेना की किसी भी सहारे की जरूरत नहीं है।
सुरक्षाबलों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मुर्सी एवं उनके कुछ सहयोगियों को काइरो स्थित एक सैन्य अड्डे पर नजरबंद कर रखा गया है। मिस्त्र की सेना के कमांडर इन चीफ अब्देल फतह अल सिसी ने टेलीविजन पर एक बयान जारी करते हुए मुर्सी को स्पष्ट कर दिया कि वह अब देश के राष्ट्रपति नहीं रहे और सवचर््च्च संवैधानिक अदालत के मुख्य न्यायाधीश अदली मंसूर ही देश के अंतरिम प्रमुख होंगे।
जनरल सिसी ने देश में नए सिरे से राष्ट्रपति पद के लिए तथा संसदीय चुनाव कराने, संविधान की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन करने तथा एक राष्ट्रीय मेल-मिलाप समिति बनाने का भी आदेश दिया। उन्होंने बताया कि इस रोडमैप पर कई राजनीतिक दल रजामंद हुए हैं।
मुर्सी को पद से हटाए जाने की संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका या किसी अन्य देश ने आलोचना नहीं की है और न ही सेना के इस कदम का कहीं कोई विरोध हुआ। मुर्सी को हटाने के लिए पिछले कई दिनों से तहरीर चौक पर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। इसे सैन्य तानाशाह मुबारक को हटाने के लिए हुए आंदोलन के बाद इस प्रदर्शन को 'दूसरी क्रांति' कहा जा रहा था।
सेना द्वारा मुर्सी को पद से मुक्त करते ही देश के जन आंदोलनों के गवाह रहे तहरीर चौक का आसमान आतिशबाजी से रंगीन हो उठा। इसके अलावा राजधानी काहिरा के कई इलाकों में भी आतिशबाजी देखी गई। तहरीर चौक पर कई प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, सेना और जनता एक हैं। इसके अलावा कई प्रदर्शनकारियों ने जोर से चिल्ला कर तथा हॉर्न बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
मुर्सी ने बुधवार को दिन में जारी एक वीडियो संदेश तथा फेसबुक पोस्ट में सैन्य तख्तापलट की कोशिशों की आलोचना करते हुए कहा था कि इससे मिस्त्र दोबारा संकट के दौर में चला जाएगा। उन्होंने अपने समर्थकों से संघर्ष नहीं करने की अपील की थी।
सेना ने मुर्सी को पद मुक्त करने के बाद से ही मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थक समझे जाने वाले टेलीविजन चैनलों को बंद करने तथा उसके वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। सेना ने देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात कही है और काहिरा की सड़कों पर जमा हो रहे मुर्सी समर्थकों को काबू में रखने के लिए हथियारबंद टुकड़ियों तथा टैंकों की तैनाती की है। इस बीच, मुर्सी को हटाने की घोषणा के बाद बृहस्पतिवार को मुर्सी समर्थकों व विरोधियों के बीच संघर्ष में 10 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही रविवार से मुर्सी के खिलाफ रविवार से हो रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसा में मरने वालों की संख्या 50 तक पहुंच गई है।
सैन्य तानाशाह होस्नी मुबारक के तखतापलट के बाद मुर्सी वर्ष भर पहले ही राष्ट्रपति चुने गए थे और देश के इतिहास में लोकतांत्रिक ढंग से चुने जाने वाले पहले राष्ट्रपति थे। उनकी पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड को चुनाव में अपार सफलता मिली थी। अब उनकी सरकार के पतन से अब राजनीतिक इस्लाम की विचारधारा पर सवालिया चिह्न लग गया है।
प्रतिक्रिया :
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने मिस्त्र में लोक शासन की वापसी की मांग करते हुए सेना से संयम बरतने तथा नागरिकों के अधिकारों की रक्षा किए जाने की अपील की है।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी देश में लोकतांत्रिक सरकार की वापसी की मांग करते हुए कहा कि इस उथल-पुथल भरे दौर में हम सेना से उम्मीद करेंगे कि वह मिस्त्र के अवाम के अधिकारों की रक्षा करे, जिसमें शांतिपूर्ण ढंग से इकट्ठा होने तथा निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार भी शामिल है।
यूरोपीय यूनियन ने मिस्त्र में जल्द से जल्द लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू करने की वकालत करते हुए कहा है कि देश में शीघ्र संविधान सम्मत राष्ट्रपति एवं संसदीय चुनाव कराए जाएं।

लोग जिहाद के नाम पर संगठन चलाकर फसाद कर रहे हैं'
05 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में करीब 50 मुस्लिम उलेमाओं ने संयुक्त रूप से फतवा जारी कर आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान को इस्लाम से निष्कासित करने का फरमान सुनाया है। पाकिस्तान में इस संगठन को पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है। यह आतंकी संगठन अफगानिस्तान में करजई सरकार और अमेरिका के खिलाफ सक्रिय तालिबान से अलग है। उलेमाओं की ओर से जारी फतवे में कहा गया है कि किसी की हत्या करना सबसे बड़ा अपराध है और इसे न तो माफ किया जा सकता है और न ही जायज ठहराया जा सकता है।
सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल की ओर से मंगलवार को जारी किए गए फतवे में पाकिस्तानी तालिबान को ख्वारिज का नाम दिया है, जिसका मतलब होता है इस्लाम से निकाला गया। 50 उलेमाओं की ओर से यह फतवा इस काउंसिल के मुखिया साहिबजादा हामिद रजा की अपील के बाद जारी किया गया।
उलेमाओं के मुताबिक मस्जिदों, मजारों, अस्पतालों, कब्रिस्तानों, शिक्षण संस्थानों, सुरक्षा बलों और बाजारों पर हमला करना जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है। फतवे में आत्मघाती हमलों को हराम करार देते हुए कहा गया है कि विदेशी मेहमानों की हत्या करना घृणित काम है।
गौरतलब है कि हाल में पाकिस्तान में 11 विदेशी पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। फतवे में पढ़ने जाने वाली लड़कियों पर किए जाने वाले हमलों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि जो स्कूली लड़कियों का खून बहा रहे हैं वे इस्लाम के साथ-साथ देश के भी दुश्मन हैं। सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल ने सरकार से मांग की है कि चरमपंथी विचारों को बढ़ावा देने वाले मदरसों के पाठ्यक्रम की छानबीन की जानी चाहिए।
पाकिस्तानी तालिबान के सफाए के लिए सुन्नी उलेमाओं ने देश के हर नागरिक से सरकार का साथ देने का आह्वान करते हुए कहा है कि इस खतरनाक संगठन के खिलाफ कार्रवाई में सरकार की मदद करना हर नागरिक का धार्मिक कर्तव्य है। फतवे में पाकिस्तानी तालिबान के हाथों मारे गए सैनिकों को शहीद और देश का हीरो बताया गया है। फतवे में ड्रोन हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन के साथ-साथ निर्दयता भी करार दिया गया है।
'अल्लाह ने हमेशा हिंसा की मुखालफत की। जो लोग जिहाद के नाम पर संगठन चला रहे हैं असल में वह फसाद कर रहे हैं। लोगों को जिहाद के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। दहशतगर्दी इस्लाम का हिस्सा नहीं हो सकता।'
-मौलाना शहाबुद्दीन, महासचिव, ऑल इंडिया जमात रजा-ए-मुस्तफा
फतवा पूरी तरह जायज: दारुल उलूम
पाकिस्तान की सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल की ओर से आतंकी संगठन तालिबान को इस्लाम से निष्कासित करने वाले फतवे को दारुल उलूम वक्फ के मुफ्ती आरिफ कासमी ने जायज करार दिया है। मुफ्ती आरिफ कासमी के मुताबिक बेकसूर आदमी का कत्ल करना गुनाहे कबीरा (बड़ा गुनाह) है। अल्लाह ने कुराने पाक में कहा है कि बेकसूर लोगों का कत्ल करने वालों को जहन्नुम में डाल दिया जाएगा।

इटली ने कहा-स्नोडेन को नहीं दे सकता शरण
05 July 2013
रोम। इटली पूर्व अमेरिकी खुफिया विश्लेषक एडवर्ड स्नोडेन के शरण के आवेदन को नहीं स्वीकार कर सकता क्योंकि कानून और राजनीतिक हालात इसकी इजाजत नहीं देता।
विदेश मंत्री एम्मा बोनिनो ने कहा कि राजनीतिक शरण के लिए दो दिन पहले एक अनुरोध मिला। नियम के मुताबिक शरण चाहने वालों को निजी तौर पर मौजूद रहना होता है। वहां स्थिति ऐसी नहीं है और न ही इटली सरकार के लिए राजनीतिक दृष्टिकोण से यह संभव है।
उधर, फ्रांस ने कहा है कि उसने स्नोडेन के शरण की मांग को ठुकरा दिया है। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अन्य देशों की तरह फ्रांस को भी मास्को में अपने दूतावास के जरिए एडवर्ड स्नोडन की तरफ से शरण देने का अनुरोध प्राप्त हुआ।

चीन में अनूठी राजनयिक परिस्थिति, शरीफ-एंटनी की एक साथ मेजबानी
05 July 2013
बीजिंग। चीन में गुरुवार को एक अनूठी राजनयिक परिस्थिति उस वक्त देखी गई, जब यहां पर बीजिंग ने अपने सदाबहार मित्र पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तथा अपने उभरते रणनीतिक साझेदार भारत के रक्षामंत्री एके एंटनी की मेजबानी एक साथ की।
शरीफ और एंटनी दोनों चीन में हैं। सरकारी चैनल ने इसे विरला राजनयिक घटनाक्रम करार देते हुए कहा है कि यह दोनों देशों के साथ चीन के रिश्तों का निर्णायक दौर है।
'चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्पररी रिलेशंस' के शोधकर्ता वांग शिदा ने सीसीटीवी से कहा, भारत और पाकिस्तान दोनों हमारे पड़ोस के महत्वपूर्ण देश हैं। चीन और भारत ने 2005 से रणनीतिक सहयोग की साझीदारी स्थापित की है। इसी तरह चीन और पाकिस्तान के बीच बीती आधी सदी से सदाबहार रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा, इसका मतलब यह है कि भारत और पाकिस्तान दोनों रणनीतिक तौर पर चीन के लिए अहम हैं।

दुनिया के लिए उम्मीद की किरण है अमेरिका : ओबामा
05 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश के 237वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज कहा कि अमेरिका न सिर्फ दुनिया का सबसे महान राष्ट्र है बल्कि विश्व भर के उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है जो आजादी और अवसर के ख्वाबों को संजोए हुए हैं।
ओबामा ने देश के नाम संबोधन में कहा, ‘4 जुलाई, 1776 को राष्ट्रभक्तों के एक समूह ने ऐलान किया था कि हम ऐसे लोग हैं जिनके पास सोचने और प्रार्थना करने तथा खुशी के साथ रहने की पूरी आजादी होगी। इस ऐलान को पूरी दुनिया ने सुना कि हम अब उपनिवेशवासी नहीं रहे, बल्कि हम अमेरिकी हैं और हमारी तकीदर का फैसला कोई और नहीं बल्कि हम करंगे।’ इस मौके पर ओबामा ने उन लोगों को भी याद किया जिन्होंने आजादी के लिए अपनी जान गवां दी।
उन्होंने कहा, ‘237 साल बाद आज अमेरिका दुनिया में सबसे महान राष्ट्र है। यह आजादी और अवसर की जमीन है। शांति और स्वतंत्रता का अंतरराष्ट्रीय रक्षक है। यह दुनिया में उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है जो ख्वाबों को संजोए हुए हैं।’

पाकिस्तान की मदद में कटौती चाहता है ओबामा प्रशासन
04 July 2013
वाशिंगटन। ओबामा प्रशासन ने अमेरिकी संसद से वर्ष 2014 में पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक और सुरक्षा सहायता में भारी कटौती करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिका सहायता पर कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की ओर से तैयार नवीनतम रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
अगर इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया जाता है पाकिस्तान को अमेरिका से मिलने वाली सहायता में 2012 के मुकाबले एक तिहाई से अधिक की कमी आएगी। अमेरिकी संसद (कांग्रेस) की स्वतंत्र शोध शाखा सीआरएस की रिपोर्ट में कहा गया है, 'ओबामा प्रशासन ने वित्तीय वर्ष 2014 में पाकिस्तान को 1.2 अरब डॉलर (करीब 72 अरब रुपये) की आर्थिक और सुरक्षा सहायता देने का आग्रह किया है। यह राशि 2012 में पाकिस्तान को कोएलिशन सपोर्ट फंड के अलावा दी गई 1.9 अरब डॉलर (करीब 114 अरब रुपये) की कुल सहायता से काफी कम है।'
सीआरएस ने कहा कि 2013 में पाकिस्तान को आवंटित सहायता का आंकड़ा अभी उपलब्ध नहीं हो पाया है। सीएसआर अमेरिकी सांसदों की रुचि के विभिन्न मुद्दों पर सामयिक रिपोर्ट तैयार करती है ताकि वे सूचनापरक निर्णय ले सकें। वर्ष 1948 के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को 30 अरब डॉलर (करीब 1800 अरब रुपये) की प्रत्यक्ष सहायता देने का वादा किया था। इसमें आधा हिस्सा सैन्य सहायता का था और वर्ष 2001 के बाद की अवधि में इसमें दो तिहाई से अधिक राशि विनियोजित की गई।

मिस्त्र में तख्तापलट, हटाए गए मुर्सी
04 July 2013
काइरो। मिस्त्र में एक बार फिर तख्तापलट हो गया है। सेना ने देश के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को हटाकर संविधान को स्थगित कर दिया है। मुर्सी की जगह संवैधानिक न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अदली मंसूर को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है।
मिस्र की सेना के कमांडर जनरल अब्दुल फतह अल-सिसी ने देश के नाम जारी एक टीवी संदेश में यह घोषणा की है। मुर्सी एक साल पहले ही राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। देश भर में प्रदर्शन कर रहे लाखों मुर्सी विरोधियों ने सेना के इस कदम का स्वागत किया है। मुर्सी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पहले ही कह दिया था कि सेना तख्तापलट करने में जुटी है। इससे पहले सेना ने मुर्सी को सत्ता छोड़ने के लिए 48 घंटे की समयसीमा तय की थी वह बुधवार को बगैर किसी समझौते से समाप्त गई। उसी के बाद सेना ने मंसूर के कार्यवाहक राष्ट्रपति बनने की घोषणा की है।
मिस्त्र के सरकारी अखबार अल-अहराम का कहना है कि भविष्य के लिए सेना के रोडमैप के तहत तीन सदस्यीय राष्ट्रपति परिषद का गठन किया जाएगा। संवैधानिक न्यायालय के प्रमुख मंसूर इसकी अध्यक्षता करेंगे। मुर्सी द्वारा पद छोड़ने से इन्कार के बाद कई सौ सैनिकों ने बख्तरबंद गाड़ियों और टैंकों के साथ राष्ट्रपति के महल के पास मुख्य सड़क पर मार्च किया। मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के तमाम वरिष्ठ नेताओं के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सेना राष्ट्रपति कार्यालय के आसपास की बैरकों के पास अवरोध और कंटीले तार लगा दिए हैं ताकि मुर्सी समर्थकों को उनके महल के पास शक्ति प्रदर्शन के लिए जमा होने से रोका जा सके। इससे पहले मुर्सी ने टेलीविजन पर कहा था, 'मैं लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया राष्ट्रपति हूं। मैं पद नहीं छोड़ूंगा। मुझे जान देकर कीमत चुकानी पड़ेगी।'
इस बीच, सरकारी ईजी समाचार एजेंसी की बुधवार की रिपोर्ट में कहा गया है कि काइरो यूनिवर्सिटी में हुई झड़पों में 16 लोगों की मौत हो गई और 200 घायल हो गए।

मिस्त्र: मुर्सी सेना की हिरासत में, प्रदर्शनकारी मना रहे जश्न
04 July 2013
काइरो। सैन्य तानाशाह होस्नी मुबारक के सत्ता से बेदखल होने के बाद पिछले साल राष्ट्रपति चुने गए मोहम्मद मुर्सी को सेना ने संविधान भंग करते हुए पद से हटा दिया और उनकी जगह देश के मुख्य न्यायाधीश को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया है।
सेना के इस कदम से मुर्सी विरोधियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सेना ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया, जब देश में मुर्सी के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों का दौर जारी था और सेना की तरफ से पहले से ही कहा गया था कि यदि मुर्सी ने प्रदर्शनकारियों की बातें नहीं मानी, तो उसे कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। हालांकि प्रदर्शनकारियों के एक तबके ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उसे सेना की किसी भी सहारे की आवश्यकता नहीं है।
सुरक्षाबलों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मुर्सी को काइरो स्थित एक सैन्य अड्डे पर रखा गया है। इसके साथ ही मुस्लिम ब्रदरहुड के कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। मिस्त्र की सेना के कमांडर इन चीफ अब्देल फतह अल सिसी ने टेलीविजन पर एक बयान जारी करते हुए मुर्सी को स्पष्ट कर दिया कि वह अब देश के राष्ट्रपति नहीं रहे और सर्वोच्च संवैधानिक अदालत के मुख्य न्यायाधीश अदली मंसूर ही देश के अंतरिम प्रमुख होंगे।
जनरल सिसी ने देश में नए सिरे से राष्ट्रपति पद के लिए तथा संसदीय चुनाव कराने, संविधान की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन करने तथा एक राष्ट्रीय मेल-मिलाप समिति बनाने का भी आदेश दिया। उन्होंने बताया कि इस रोडमैप पर कई राजनीतिक दल रजामंद हुए हैं।
मुर्सी को पद से हटाए जाने की संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका या किसी अन्य देश ने आलोचना नहीं की है और न ही सेना के इस कदम का कहीं कोई विरोध हुआ। मुर्सी को हटाने के लिए पिछले कई दिनों से तहरीर चौक पर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। इसे सैन्य तानाशाह मुबारक को हटाने के लिए हुए आंदोलन के बाद इस प्रदर्शन को 'दूसरी क्रांति' कहा जा रहा था।
सेना द्वारा मुर्सी को पद से मुक्त करते ही देश के जन आंदोलनों के गवाह रहे तहरीर चौक का आसमान आतिशबाजी से रंगीन हो उठा। इसके अलावा राजधानी काहिरा के कई इलाकों में भी आतिशबाजी देखी गई। तहरीर चौक पर कई प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, सेना और जनता एक हैं। इसके अलावा कई प्रदर्शनकारियों ने जोर से चिल् ला कर तथा हॉर्न बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
मुर्सी ने बुधवार को दिन में जारी एक वीडियो संदेश तथा फेसबुक पोस्ट में सैन्य तख्तापलट की कोशिशों की आलोचना करते हुए कहा था कि इससे मिस्त्र दोबारा संकट के दौर में चला जाएगा। उन्होंने अपने समर्थकों से संघर्ष नहीं करने की अपील की थी।
सेना ने मुर्सी को पद मुक्त करने के बाद से ही मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थक समझे जाने वाले टेलीविजन चैनलों को बंद करने तथा उसके वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। सेना ने देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात कही है और काहिरा की सड़कों पर जमा हो रहे मुर्सी समर्थकों को काबू में रखने के लिए हथियारबंद टुकड़ियों तथा टैंकों की तैनाती की है।
सैन्य तानाशाह होस्नी मुबारक के तखतापलट के बाद मुर्सी वर्ष भर पहले ही राष्ट्रपति चुने गए थे और देश के इतिहास में लोकतांत्रिक ढंग से चुने जाने वाले पहले राष्ट्रपति थे। उनकी पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड को चुनाव में अपार सफलता मिली थी। अब उनकी सरकार के पतन से अब राजनीतिक इस्लाम की विचारधारा पर सवालिया चिह्न लग गया है।
प्रतिक्रिया :
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने मिस्त्र में लोक शासन की वापसी की मांग करते हुए सेना से संयम बरतने तथा नागरिकों के अधिकारों की रक्षा किए जाने की अपील की है।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी देश में लोकतांत्रिक सरकार की वापसी की मांग करते हुए कहा कि इस उथल-पुथल भरे दौर में हम सेना से उम्मीद करेंगे कि वह मिस्त्र के अवाम के अधिकारों की रक्षा करे, जिसमें शांतिपूर्ण ढंग से इकट्ठा होने तथा निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार भी शामिल है
यूरोपीय यूनियन ने मिस्त्र में जल्द से जल्द लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू करने की वकालत करते हुए कहा है कि देश में शीघ्र संविधान सम्मत राष्ट्रपति एवं संसदीय चुनाव कराए जाएं।

ओबामाकेयर के प्रमुख प्रावधान पर अमल टला
04 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना से संबंधित कानून के एक प्रमुख प्रावधान पर अमल एक वर्ष के लिए टल गया है। इस बारे में विशेषज्ञों और मीडिया का कहना है कि इस ऐतिहासिक स्वास्थ्य कार्यक्रम को लेकर राष्ट्रपति ने जो पहल की थी उसे एक और बड़ा झटका लगा है।
गौरतलब है कि यह प्रावधान व्यापारिक जगत को अपने कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराने और ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ जुर्माना लगाने से संबंधित है। इस बारे में वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक इस प्रावधान को नियोक्ता आज्ञापत्र के तौर पर जाना जाता है। इसमें 50 या इससे अधिक कर्मचारी वाले कारोबार में कर्मचारियों को सस्ता और उत्कृष्ट बीमा उपलब्ध कराने का प्रावधान है। इसके साथ ही इस पर अमल नहीं करने वाले कंपनियों पर प्रति कर्मचारी 2000 डॉलर जुर्माने का प्रावधान है। आज्ञापत्र को मूल रूप से 2014 में शुरू किया जाना निर्धारित था लेकिन प्रावधान में कुछ व्यापारिक समूहों की आपत्तिकी वजह से अब यह 2015 में शुरू होगा।
इस बारे में राष्ट्रपति बराक ओबामा की वरिष्ठ सलाहाकार वी. बी जैरेट ने व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर जारी ब्लॉग में बताया है कि प्रशासन की योजना इस प्रक्रिया को नया रूप देकर और आसान बनाने की है।
जैरेट ने कहा कि व्हाइट हाउस ने व्यापारिक समुदाय की चिंताओं को सुना है। उन्होंने कहा कि ओबामा प्रशासन ने इस कानून को लागू किया है और इसमें आगे जब कभी परिवर्तन की आवश्यकता होगी, की जाएगी।

पाक जल्द खत्म करा सकता है अफगान युद्ध: करीमी
04 July 2013
काबुल। अफगानिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा है कि पाकिस्तान अगर शांति के प्रति गंभीर हो तो वह कुछ हफ्ते के अंदर अफगानिस्तान युद्ध को खत्म करा सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकियों के खिलाफ होने वाले अमेरिका के ड्रोन हमले की तो निंदा करता है।
बुधवार को बीबीसी के साथ साक्षात्कार में जनरल शेर मोहम्मद करीमी ने काबुल और इस्लामाबाद के बीच के अविश्वास को उजागर किया। साथ ही उन्होंने कहा कि इन दोनों के अविश्वास के चलते ही अफगानिस्तान में अमेरिका के नेतृत्व में नाटो सेना एक दशक से अधिक समय से तालिबान व अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ युद्ध कर रही है।
अफगान नेशनल आर्मी के प्रमुख करीमी ने कहा कि पाकिस्तान ने इस्लामी चरमपंथ को बढ़ावा देने वाले मदरसों को बंद कर तालिबान के खिलाफ शिकंजा कसा है। जब करीमी से पूछा गया था कि क्या पाकिस्तान चाहे तो काबुल सरकार के खिलाफ तालिबान की लड़ाई को बंद करा सकता है, तो इस पर उन्होंने कहा कि हां वह इसे कुछ हफ्तों में करा सकता है। उन्होंने कहा कि तालिबान उनके नियंत्रण में है और पाकिस्तान शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए और प्रयास कर सकता है।
शनिवार को काबुल में रिकार्ड किए गए इस साक्षात्कार में करीमी ने कहा कि आज पाकिस्तान आतंकवाद से उतना ही पीड़ित है जितना हम। उन्होंने कहा कि हम साथ मिल कर इस खतरे से निबट सकते हैं लेकिन इसके लिए हमें अपने काम में ईमानदार होना होगा।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में 1996 से 2001 तक जब वहां तालिबान की सरकार थी पाकिस्तान उसका सबसे बड़ा समर्थक था। पिछले एक दशक में पाकिस्तान में भी तालिबान ने अपने पैर जमाए और वहां भी तालिबान के आतंकी अभियान में हजारों जानें जा चुकी है।
अफगानिस्तान से अमेरिका के नेतृत्व वाली 100,000 नाटो सेना अगले साल वहां से जाने की तैयारी में है। ऐसे में अफगानिस्तान में शांति बहाली सुनिश्चित करना पहली प्राथमिकता है।

भारतीय महिला को मिला यूएई का प्रतिष्ठित अवार्ड
04 July 2013
दुबई। यूएई में पहली बार किसी भारतीय उद्यमी महिला को बिजनेस एक्सीलेंस के लिए वहां के प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया। यह पुरस्कार नर्सरी शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए वंदना गांधी को प्रदान किया गया है।
ब्रिटिश ऑर्चर्ड नर्सरी की संस्थापक और सीईओ वंदना गांधी को अमीरात वुमेंस अवार्ड 2013 [ईडब्ल्यूए] दिया गया है। इस पुरस्कार को जीतने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुई वंदना ने कहा, यह पुरस्कार उनके लिए विशेष सम्मान है। इसे पाकर वह खुद को बहुत गौरवांवित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, दुबई सरकार की इस पहल से विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाएं प्रेरित होंगी और उनका हौसला बढ़ेगा। यूएई का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार स्थानीय और प्रवासी उद्यमियों को प्रदान किया जाता है। विभिन्न वर्गो में विजेता का चयन नेतृत्व क्षमता, वित्तीय योजना, उपलब्धि स्तर, समाज में योगदान और नवाचार के आधार पर किया जाता है।

अमेरिकी अदालत ने दी स्कूल में योग सिखाने की इजाजत
04 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की एक अदालत ने दक्षिणी कैलिफोर्निया के एक स्कूल में पाठ्यक्रम के तहत योग सिखाने की इजाजत दे दी है। साथ ही छात्रों के माता-पिता द्वारा दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें प्राचीन भारतीय अभ्यास को हिंदू धार्मिक भावनाओं को प्रोत्साहित करने वाला बताया था।
सैन डियागो सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश जॉन मेयर ने सोमवार को कहा कि एंसिनीतास यूनियन स्कूल डिस्ट्रिक का योग कार्यक्रम किसी धर्म विशेष का समर्थन नहीं करता। सैन डियागो के इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों के एक वर्ग ने दायर याचिका में कहा था कि स्कूल अष्टांग योग के जरिए धार्मिक मान्यताओं को बढ़ावा दे रहा है।
याचिका को खारिज करते हुए मेयर ने योग से भारत के जुड़ाव और दर्शन के बारे में बताते हुए अपने फैसले की लगभग दो घंटे तक व्याख्या की। जोइस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित एंसिनीतास के आधे घंटे के योग कार्यक्रम में छात्रों को प्राणायाम और आसन अभ्यास कराए जाते हैं। एंसिनीतास में पढ़ने वाले छात्र के माता-पिता स्टीफेन और जेनिफर सेडलॉक के वकील डीन ब्रोएलेस ने कहा है कि वह इस मामले में दोबारा अपील करेंगे।

आयरलैंड में गर्भपात पर जल्द बनेगा नया कानून
04 July 2013
लंदन। कैथोलिक देश आयरलैंड में सांसदों ने उस विधेयक का जोरदार समर्थन किया है जो जान का खतरा होने के मामलों में गर्भपात को कानूनी मान्यता देने की राह प्रशस्त करेगा। पिछले साल यहां पर भारतीय दंत चिकित्सक सविता हलप्पनवार की मौत के बाद नए गर्भपात कानून की मांग ने जोर पकड़ा था।
'द प्रोटेक्शन ऑफ लाइफ ड्यूरिंग प्रेग्नेंसी' नामक विधेयक के पक्ष में 138 जबकि विरोध में 24 मत पड़े। विधेयक ने दशकों से जोखिम की स्थिति में गर्भपात कराने के महिलाओं के अधिकार को लेकर व्याप्त भ्रम दूर कर दिया। अब यह विधेयक अगले सप्ताह अंतिम मुहर के लिए संसद में पेश किया जाएगा। आयरलैंड में इस विधेयक के बाद भी दुनिया में सबसे कठोर गर्भपात कानून होंगे।
आयरलैंड के कठोर गर्भपात नियम को लेकर बहस 31 वर्षीय सविता की मौत के बाद तेज हो गई थी। पेट में गर्भ गिर जाने के कारण सेप्टीसेमिया के चलते सविता की पिछले वर्ष 28 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी हास्पिटल गालवे में मौत हो गई थी। सविता द्वारागर्भपात के आग्रह के बावजूद डॉक्टरों ने कैथोलिक देश का हवाला देते हुए गर्भपात करने से इन्कार कर दिया था। आयरलैंड में किसी भी हालत में गर्भपात पर आधिकारिक प्रतिबंध है। यही वजह है कि कई गर्भवती महिलाएं चिकित्सकीय या मनोवैज्ञानिक समस्याओं के चलते समीपवर्ती इंग्लैंड में गर्भपात कराती हैं जहां 1967 से गर्भपात की इजाजत है।
उधर, कैथोलिक नेताओं ने चेतावनी दी है कि प्रस्तावित नए विधेयक से आयरलैंड में गर्भपात की अनुमति मिल जाएगी और लोग इसका दुरुपयोग करेंगे। हालांकि प्रधानमंत्री एंडा केनी ने कहा है कि गर्भपात पर संवैधानिक प्रतिबंध यथावत रहेगा। 1992 में सुप्रीम कोर्ट ने व्यवस्था दी थी कि अगर डॉक्टरों को लगता है कि मां की जान को खतरा है या वह आत्महत्या की धमकी देती है जिससे उसे बचाने के लिए गर्भपात जरूरी है तब गर्भपात किया जाना चाहिए। छह पूर्ववर्ती सरकारों ने शीर्ष अदालत के समर्थन में कानून पारित करने से इन्कार कर दिया था। साथ ही कहा कि आत्महत्या की धमकी वाली बात से कानून का दुरुपयोग होगा। नए विधेयक में कहा गया है कि अगर आत्महत्या का खतरा हो तो तीन डाक्टरों और मनोवैज्ञानिकों की सहमति गर्भपात के लिए आवश्यक होगी। आयरलैंड की नेशनल वूमेंस काउंसिल का कहना है कि यह विधेयक बहुत कम मामलों के लिए उपयोगी होगा और देश की ज्यादातर महिलाओं के लिए हालात नहीं बदलेंगे।

पाक में हुए ड्रोन हमले में 18 आतंकी ढेर
04 July 2013
इस्लामाबाद। नार्दर्न पाकिस्तान में अफगानिस्तान सीमा के समीप मंगलवार देर रात अमेरिकी ड्रोन हमले में 18 आतंकी मारे गए। माना जा रहा है कि मारे गए आतंकियों को संबंध आतंकी गुट अल कायदा से था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात सीआईए के एक विमान ने उत्तरी पाकिस्तान के डंडी डरपखेल इलाके में चार मिसाइलें दागीं। सुरक्षा कर्मी ने बताया कि इस ड्रोन हमले में 18 आतंकी ढेर हो गए। हालांकि अब तक आतंकियों की पहचान नहीं की गई है। लेकिन सूत्रों ने बताया कि इन आतंकियों का नाता अल कायदा से है।
गौरतलब है कि ड्रोन हमलों पर पाकिस्तान और अमेरिका में तनातनी के बीच पिछले दो महीनों में पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में ये दूसरा ड्रोन अटैक है। पिछले महीने हुए ड्रोन हमलों में आठ आतंकी मारे गए थे।

अब यूके में भारतीयों को परेशान कर सकता है मोटापा
04 July 2013
लंदन। अब मोटापा भारतीयों समेत एशियाईनागरिकों के लिए ब्रिटेन में परेशानी का एक कारण बन सकता हैं। ब्रिटेन के हेल्थ एडवाइजर ने एशियाई नागरिकों के मोटापे को मापने के लिए शरीर द्रव्यमान सूचकांक [बीएमआइ] के निम्न स्तर को निर्धारित किया है। बीएमआइ मोटापे को मापने का एक तरीका है जिसके व्यक्ति का वजन को उसकी लंबाई के अनुसार मानक तौर पर तय किया जाता है। बीएमआइ स्कोर के लिए व्यक्ति के शरीर के भार को उसके लंबाई से भाग दिया जाता हैं।
ब्रिटेन में ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वहां रह रहे एशियाई एवं भारतीय मूल के नागरिकों में मधुमेह जैसी बीमारी होने की आशंका अधिक रहती है। विशेषज्ञों की राय में ब्रिटिशों कां बीएमआइ 25 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। लेकिन एनआइसीइ के अनुसार एशियन मूल के नागरिकों को अपना बीएमआइ 23 से नीचे रखने का लक्ष्य रखना चाहिए ।
ब्रिटेन में रहने वाले एशियाई व भारतीय मूल के नागरिकों के लिए हेल्थ व केयर एक्सलेंस हेतु राष्ट्रीय संस्थान के मार्गदर्शन में निम्नतम बीएमआइ को अपनाने पर जोर दिया गया हैं।
नए मानकों के अनुसार एशियाई मूल के पुरुष जिनकी लंबाई 5 फीट, 11 इंच है उनका वजन 75 किलोग्राम से कम एवं एशियाई मूल की महिला जिनकी लंबाई 5 फीट, 3 इंच है उनका वजन 59 किलोग्राम से कम होना चाहिए।
रॉयल कॉलेज के डॉ रासेल पारके ने बताया कि व्यक्ति विशेष के लिए बीएमआइ मानकों का निर्धारण में यह बेहद मददगार है। जैसा कि हम जानते हैं, कुछ नस्ली समूह किसी खास स्वास्थ्य संबंधी जोखिम को लेकर अतिसंवेदनशील होते हैं।
शरीर में अधिकतम वसा होने से टाइप-2 मधुमेह होने का खतरा पचास फीसद जबकि दिल से जुड़ी बीमारियों के साथ-साथ कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा 20 फीसद बढ़ जाता है। अश्वेत, एशियाई व अन्य अल्पसंख्यक जातीय समूहों में इन बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा रहता हैं।

कुरान की शपथ पर घिरे ऑस्ट्रेलियाई मंत्री एड हुसिक
03 July 2013
मेलबर्न। एड हुसिक के ऑस्ट्रेलिया के पहले मुसलमान मंत्री बनने के कुछ घंटे बाद ही पवित्र कुरान पर हाथ रखकर शपथ लेने के कारण उनके खिलाफ ऑनलाइन नस्ली टिप्पणियों का अंबार लग गया है।
43 वर्षीय हुसिक को सोमवार को प्रधानमंत्री केविन रड का संसदीय मंत्री नियुक्त किया गया था। बोस्निया प्रवासी माता-पिता की संतान हुसिक पहले ऑस्ट्रेलियाई सांसद हैं जिन्होंने कुरान पर हाथ रखकर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने मंगलवार को मीडिया को बताया कि मुसलमान होने के कारण उन्होंने कुरान पर शपथ लेने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि वह बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ नहीं ले सकते थे। उनके माता-पिता 1960 में बोस्निया से ऑस्ट्रेलिया आकर बस गए थे।
सोमवार को शपथग्रहण समारोह में ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल क्वेंतीन ब्रायस ने कहा था, 'आज का दिन बहुसंस्कृतिवाद के लिए यादगार दिन है।' हालांकि कुछ देर बाद ही हुसिक के फेसबुक पेज पर कुरान के इस्तेमाल को लेकर नस्ली टिप्पणियों का ढेर लग गया। इसमें इसे गैर ऑस्ट्रेलियाई करार दिया गया। हुसिक ने कहा कि सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ टिप्पणियां लोकतंत्र का स्वाभाविक हिस्सा है।
इस बीच, उनके साथी सांसद मिशेल ने गैर इस्लामिक टिप्पणियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हुसिक के खिलाफ यह दु‌र्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह निष्पक्षता और गरिमा के खिलाफ है। वहीं, विपक्ष के नेता टोनी अबाट ने कहा कि उन्हें हुसिक के खिलाफ निंदात्मक टिप्पणियों की जानकारी नहीं है, लेकिन वह उनके द्वारा कुरान पर शपथ लिए जाने के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई लोगों को भी उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए। हुसिक ने अपने खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों से जनता को सावधान रहने की अपील की है।

मुर्सी ने सेना का 48 घंटे का अल्टीमेटम ठुकराया
03 July 2013
काइरो। मिस्र के राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी ने देश में चल रहे संकट को दूर करने के लिए सेना द्वारा दिए गए 48 घंटे के अल्टीमेटम को ठुकरा दिया है। उनका कहना है कि वह देश में सुलह के लिए अपनी योजना को लागू करेंगे।
2011 में लोकतंत्र के समर्थन में हुए प्रदर्शनों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लोकतांत्रिक मिस्र 25 जनवरी की क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है। इन प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को पद छोड़ना पड़ा था। कहा गया है कि चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, मिस्र में कदम पीछे ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मिस्र की सेना ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि यदि 48 घंटे में लोगों की मांगे पूरी नहीं की गई तो वह हस्तक्षेप करेगी। राष्ट्रपति मुर्सी के इस्तीफे की मांग को लेकर लाखों लोगों द्वारा सड़क पर प्रदर्शन करने के बाद सेना ने यह चेतावनी दी थी। सेना के बयान में कहा गया था, 'यदि इस अवधि तक लोगों की मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो सेना भविष्य के लिए रोडमैप की घोषणा करेगी।'
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मुर्सी को फोन कर कहा है कि मिस्रवासियों की आवाज सुनी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मिस्र में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। ह्वाइट हाउस की ओर से मंगलवार को कहा गया, 'ओबामा ने तंजानिया से मुर्सी से फोन पर बात की। उन्होंने मुर्सी से कहा कि अमेरिका मिस्र में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति वचनबद्ध है, लेकिन वह किसी एक दल या संगठन का समर्थन नहीं करता है।'
उधर मिस्र की शीर्ष अपील कोर्ट ने राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी द्वारा नियुक्त किए गए महाभियोजक को पद से हटाए जाने के निचली अदालत के फैसले को सही ठहराया है। न्यायिक सूत्रों और सरकारी समाचार एजेंसी मीना की ओर से यह जानकारी दी गई है।

चीनी आतंकियों को पाकिस्तान में मिला प्रशिक्षण
03 July 2013
बीजिंग। पाकिस्तान अपने दुश्मनों के साथ दोस्तों की पीठ में छुरा भोंकने में कोई गुरेज नहीं करता। एक बार फिर उस पर चीन में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। एक सीरियाई राजदूत ने आरोप लगाया है कि चीन के अशांत शिनजियांग प्रांत के कई उइगर मुसलमानों को पाकिस्तान स्थित आतंकी शिविरों में प्रशिक्षण मिला। उसके बाद उन्हें असद प्रशासन के खिलाफ लड़ाई के लिए सीरिया भेज दिया गया।
चीनी सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीन में सीरिया के राजदूत इमाद मुस्तफा के हवाले से कहा कि हमारे मुखबिर ने हमें बताया कि सैन्य प्रशिक्षण लेने के लिए करीब 30 उइगर मुसलमान पाकिस्तान गए थे और उसके बाद वे तुर्की चले गए ताकि वहां से सीरिया जा सकें। वे शायद उत्तरी शहर अलेप्पो में लड़ाई लड़ रहे हैं। हालांकि हम इसे लेकर सुनिश्चित नहीं हैं। शिनजियांग निवासी उइगर समुदाय के लोग तुर्की मूल के थे। उनके तुर्की के साथ भाईचारे वाले संबंध हैं।
सीरियाई राजदूत ने कहा, 'हमारा मुखबिर पाकिस्तान के एक सैन्य शिविर में तैनात है। उसने बताया कि प्रशिक्षण पाने वालों में 30 चीनी शामिल थे, लेकिन यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है।' उन्होंने यह आरोप ऐसे समय लगाए हैं जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चार जुलाई से पांच दिवसीय यात्रा पर चीन आ रहे हैं। यह मुद्दा शरीफ के साथ चीनी नेताओं की बातचीत में भी उठेगा क्योंकि पाकिस्तान में प्रशिक्षण पाए एक आतंकी मेमती अली को हाल ही में शिनजियांग में पकड़ा गया था। उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से लगते शिनजियांग में बड़े पैमाने पर जारी हिंसा के बीच पकड़ा गया था।
सीरिया में लड़ाई में हिस्सा लेने वाले अली का संबंध ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट [ईटीआइएम] से है। इस अलगाववादी समूह का उद्देश्य शिनजियांग में इस्लामिक राज्य स्थापित करना हैं। ईटीआइएम को 2009 में आतंकी संगठन घोषित किया गया था।
एक चीनी आतंकवाद निरोधी अधिकारी ने बताया कि अली की तरह करीब सौ लोग पिछले साल से अब तक सीरिया में विद्रोहियों का साथ देने के लिए वहां जा चुके हैं। इनका उद्देश्य आतंकी हमले करने के लिए अनुभव प्राप्त करना है। पिछले हफ्ते शिनजियांग प्रांत में हुए दो आतंकी हमलों में 35 लोगों की मौत हो गई थी। उल्लेखनीय है कि जुलाई, 2011 में शिनजियांग प्रांत में हुई हिंसा के लिए चीन ने पहली बार अपने 'दोस्त' पाकिस्तान पर अंगुली उठाई थी।

सितंबर में हो सकती है नवाज-मनमोहन मुलाकात
03 July 2013
ब्रूनेई। पाक प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि नवाज शरीफ और भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच सितंबर में पहली मुलाकात हो सकती है। अजीज ने यह बात भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से हुई मुलाकात में कही है। इनकी मुलाकात लगभग बीस मिनट तक चली। इसमें दोंनो देशों के बीच विवादों को जल्द सुलझाने और आपसी विश्वास को बढ़ाने पर चर्चा हुई।
गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद इन दिनों ब्रूनेई में चल रहे ग्यारहवें आसियान मंत्री स्तरीय बैठक में हिस्सा लेने गए हुए हैं। अजीज ने खुर्शीद से हुई मुलाकात के बाद एक प्रेस वार्ता में बताया कि भारत पाकिस्तान से बेहतर संबंध बनाने का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि सितंबर में यूएन जनरल असेंबली के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात संभव हो सकती है।
भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) के साथ तीन महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेने के लिए रविवार को ब्रूनेई रवाना हुए थे। उन्होंने यहां 11वें भारत-आसियान मंत्री स्तरीय बैठक समेत विदेश मंत्री स्तर के तीसरे शिखर सम्मेलन में भी शिरकत की। आसियान देशों के साथ अपने सम्बंधों को मजबूत बनाने की कोशिशों के तहत भारत ने पिछले सप्ताह नई दिल्ली में आसियान भारत केंद्र शुरू किया था। आसियान समूह में बूनेई, कम्बोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपीन्स, सिंगापुर, थाईलैंड तथा वियतनाम शामिल हैं।

हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला
03 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बिजली संकट को देखते हुए देश के बिजली मंत्री की प्रस्तावित भारत यात्रा का आतंकवादी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने विरोध किया है। मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद ने कहा है कि पाकिस्तान को बिजली के लिए भारत के सामने हाथ नहीं फैलाना चाहिए।
पाकिस्तान के बिजली मंत्री इशाक डार ने कहा था कि भारत पाकिस्तान को 2000 मेगावाट बिजली बेचने का इच्छुक है और पाकिस्तान भारत के इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। स्थानीय मीडिया के अनुसार सईद ने एक सम्मेलन में कहा कि भारत पाकिस्तान की नदियों से बिजली पैदा करता है और फिर उसी बिजली को हमें बेचना चाह रहा है। क्या पाक सरकार को यह बात भी नहीं समझ में आती है।
जमात उद दावा को भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और कुछ दूसरे देशों ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। अमेरिका ने मुंबई हमले के बाद सईद पर एक करोड़ डालर का ईनाम घोषित किया हुआ है।

इंडोनेशिया में भूकंप से 11 लोगों की मौत
03 July 2013
जकार्ता। इंडोनेशिया के आसेह प्रांत में मंगलवार को आए शक्तिशाली भूकंप में छह बच्चों सहित 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। आसेह में आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख सुभान सहारा ने बताया कि भूकंप में ढह गई एक मस्जिद के मलबे से छह बच्चों के शव मिले हैं। 14 बच्चों के दबे होने की आशंका है। मैं उम्मीद करता हूं कि वे हमें जीवित मिलेंगे।
इन छह बच्चों की मौत के साथ ही भूकंप में मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 11 तक पहुंच गया है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार 6.1 तीव्रता वाले भूकंप का झटका वैश्विक समयानुसार 7:37 बजे महसूस किया गया। यह बेनेर मेरिया जिले में केंद्रित था।
भूकंप की वजह से इस जिले में कई घर जमींदोज हो गए तथा कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं। यह इलाका प्रांतीय राजधानी बांदा से 320 किलोमीटर दूर है। राहत एवं बचाव कार्य में सेना और पुलिस के जवानों को लगाया गया है। मीडिया के जरिए सामने आई तस्वीरों से पता चला है कि कई आवास ध्वस्त हो गए तथा सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

खुर्शीद शुरू करेंगे अपनी सिंगापुर यात्रा
03 July 2013
सिंगापुर। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद बुधवार से अपनी पहली सिंगापुर यात्रा शुरू करेंगे। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार खुर्शीद 3 से 5 जुलाई के बीच सिंगापुर में होंगे। वह सिंगापुर के विदेश मंत्री और कानून मंत्री के शनमुगम के न्यौते पर यहां आ रहे हैं। खुर्शीद के साथ इस दौरे में भारतीय विदेश मंत्रालय के सीनियर अधिकारी शामिल होंगे।
खुर्शीद बुधवार से सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लोंग, 'एमाइरेटस' सीनियर मंत्री गोह चोक तोंग और उप प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा समन्वय मंत्री एवं गृह मंत्री टियो ची हीएन से मिलेंगे।

ओबामा प्रशासन पाक सहायता में करेगा कटौती
03 July 2013
वॉशिंगटन। ओबामा प्रशासन ने अमेरिकी कांग्रेस से साल 2014 के लिए पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक और सुरक्षा सहायता में भारी कटौती करने का अनुरोध किया है. कांग्रेस की एक नवीनतम रिपोर्ट में ये बात सामने आई है.
अगर ये अनुरोध मान लिया जाता है तो पाकिस्तान को अमेरिका से मिलने वाली सहायता में साल 2012 के मुकाबले एक तिहाई से अधिक की गिरावट आ जाएगी.
पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिकी सहायता पर कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की ओर से तैयार रिपोर्ट में कहा गया है कि ''ओबामा प्रशासन ने वित्त वर्ष 2013-2014 में पाकिस्तान को करीब 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर की आर्थिक और सुरक्षा सहायता देने का अनुरोध किया है. ये राशि वित्त वर्ष 2012-13 में पाकिस्तान को गठबंधन सहायता कोष (कोएलिशन सपोर्ट फंड) के अलावा दी गई 1.9 अरब अमेरिकी डॉलर की कुल सहायता से काफी कम है.’’
सीआरएस ने कहा है कि वित्त वर्ष 2013-14 के लिए पाकिस्तान को अनुमानित सहायता का आंकड़ा अभी उपलब्ध नहीं हो पाया है.
अमेरिकी कांग्रेस की स्वतंत्र शोध शाखा सीएसआर में दोनों दलों के सांसद होते हैं. ये संस्था अमेरिकी सांसदों की रूचि के विभिन्न मुद्दों पर आवधिक रिपोर्ट तैयार करती है, जिससे कि वे सूचनापरक निर्णय ले सके.
साल 1948 के बाद से अमेरिका ने पाकिस्तान को 30 अरब अमेरिकी डॉलर की प्रत्यक्ष सहायता का वादा किया था, जिसमें करीब आधा हिस्सा सैन्य सहायता का था और साल 2001 के बाद की अवधि में इसमें से दो तिहाई से अधिक राशि विनियोजित की गई.
इस साल एक अक्टूबर से शुरू हो रहे वित्त वर्ष 2013-14 के लिए ओबामा प्रशासन ने कुल 1,162.57 मिलियन डॉलर की सहायता का अनुरोध किया है, जिसमें से दो तिहाई हिस्सा आर्थिक सहायता और एक तिहाई हिस्सा सुरक्षा सहायता के लिए है.
सीएसआर ने कहा कि ''पाकिस्तान को प्रवासी आपात परिचालन (ओसिओ) के तहत कुल 281.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता दी जाएगी, जो इस अनुरोध का हिस्सा नहीं है, बल्कि ओबामा प्रशासन ने इसे सीमावर्ती देश के लिए असाधारण और अस्थायी वित्त पोषण करार दिया है.’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि नागरिक सहायता में उर्जा, स्थिरीकरण, समाज सेवा विशेषकर स्वास्थ्य और शिक्षा, आर्थिक विकास कृषि सहित और प्रशासनिक सुधार जैसे पांच मुख्य क्षेत्रों सहित पारदर्शिता और लैंगिक समानता पर ध्यान दिया जाएगा.
इसमें कहा गया है कि सुरक्षा सहायता में उग्रवाद और आतंकवाद विरोधी क्षमताओं में विकास, सैन्य सहयोग में मजबूती और पाकिस्तानी नागरिकों विशेषकर पाक-अफगान सीमा से सटे हुए इलाकों में रहने लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में पाकिस्तान की क्षमताओं का विकास करना शामिल है.।

एक अरब साल में धरती हो जाएगी जीवनरहित
03 July 2013
लंदन। एक ताजा शोध में दावा किया गया है कि आने वाले एक अरब साल में पृथ्वी जीवन रहित होगी। यानी धरती से सभी जीव-जंतु और पेड़-पौधे खत्म हो जाएंगे।
अनुसंधानकर्ताओं का ये भी दावा है कि ये महाविनाश फिलहाल ग्लोबल वार्मिग का दंश झेल रही पृथ्वी पर ग्रीनहाउस गैसों की अधिकता से नहीं होगा। ये महाविनाश पृथ्वी के वातावरण में कार्बन डाईऑक्साइड गैस की अत्यधिक कमी के कारण होगा।
सेंट एंड्रयू यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट जैक ओ मैली के एक शोध के अनुसार अगले एक अरब साल में वाष्पीकरण की दर अत्यधिक बढ़ने, वर्षा के जल के साथ रासायनिक क्रिया होने से पृथ्वी के वातावरण से अधिक से अधिक मात्र में कार्बन डाइऑक्साइड खत्म हो जाएगी। सीओ के गिरते स्तर के कारण पेड़-पौधे और जीव-जंतु खत्म हो जाएंगे और हमारी धरती सिर्फ एक कोशकीय जीवों यानी माइक्रोब्स का घर बनकर रह जाएगी।
हालांकि इसके बावजूद पृथ्वी पर आक्सीजन रहेगी और सभी महासागरों के सूख जाने से तेजी से पृथ्वी का तापमान बढ़ता जाएगा। पृथ्वी से एक अरब साल बाद महासागरों का पूरी तरह से सफाया हो चुका होगा। इस सब की मुख्य वजह सूर्य ही होगा। अपनी आधी उम्र गुजार चुका सूर्य आने वाले कुछ अरब सालों में तेज लपटें छोड़ेगा जो धरती को झुलसा देंगी और सारा पानी सूख जाएगा।
इसके अलावा सूर्य की तेज किरणों के कारण पृथ्वी पर अत्यधिक विकरण भी होगा। इसके बाद पृथ्वी पर जीवन नामुमकिन हो जाएगा। चूंकि जीवन की मौलिक आवश्यकता जल ही है। हालांकि थोड़ा पानी धरती पर जमीन के नीचे गहरे में, गुफाओं आदि में रह सकता है। जहां माइक्रोब्स जैसे जीवन ही पनपेंगे।

स्नोडेन के राजनीतिक शरण के अनुरोध को भारत ने ठुकराया
03 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी जासूसी कारनामों को उजागर करने वाले सीआइए के पूर्व अधिकारी एडवर्ड स्नोडेन ने भारत समेत 20 देशों से राजनीतिक शरण मांगी है। स्नोडेन मामले में विकीलीक्स की कानूनी सलाहकार सारा हैरिसन ने उनकी ओर से इस संबंध में आवेदन किया है। हालांकि भारत ने एडवर्ड स्नोडेन की इस याचिका को अस्वीकार कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि स्नोडेन के भारत में राजनीतिक शरण की अपील को अस्वीकार कर दिया गया है।
विकीलीक्स ने मंगलवार को एक बयान में बताया है कि 30 जून को सारा हैरिसन ने स्नोडेन की ओर 20 देशों को आवेदन सौंपे हैं। इससे पहले पहले इक्वाडोर और आइसलैंड से राजनीतिक शरण की मांग की गई थी।
आवेदन देर शाम मॉस्को में शेरमेत्येवो हवाई अड्डे पर रूसी वाणिज्य दूतावास में एक अधिकारी को दिए गए। इसके साथ ही इसमें ऐसे संबंधित दस्तावेजों को भी जोड़ा गया है, जिनमें स्नोडेन को अमेरिका में उत्पन्न होने वाले खतरों का जिक्र किया गया है। ये आवेदन रूसी वाणिज्य दूतावास द्वारा मास्को में संबंधित देशों के दूतावासों को भेजना शुरू कर दिया गया है।
इस संबंध में भारत के अलावा ऑस्ट्रिया, बोलिविया, ब्राजील, चीन, क्यूबा, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, आयरलैंड, नीदरलैंड, निकारागुआ, नार्वे, पोलैंड, स्पेन, वेनेजुएला, स्विट्जरलैंड, वेनेजुएला को आवेदन दिया गया है।
गौरतलब है कि ओबामा प्रशासन ने पहले ही सभी देशों को चेतावनी दी है कि स्नोडेन को कोई भी देश शरण न दे, क्योंकि वह जासूसी तथा गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के आरोप में अमेरिका में वांछित हैं।
अमेरिका ने सोमवार को कहा था कि स्नोडेन का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। उसके मामले की निष्पक्ष सुनवाई होगी और वह बतौर अमेरिकी नागरिक अपने सभी अधिकारों का इस्तेमाल कर सकता है।
विदेश विभाग की प्रवक्ता पैट्रिक वेंट्रेल ने कहा कि स्नोडेन के लिए हम एकल प्रवेश यात्रा दस्तावेज जारी करने को तैयार हैं। वह अभी भी एक अमेरिकी नागरिक हैं और उन्हें अपने ऊपर लगे आरोपों की निष्पक्ष और स्वतंत्र सुनवाई करवाने का पूरा हक है। उन्होंने साथ ही कहा कि उनका एक देश है, जिसमें उन्हें लौटना होगा और वह अमेरिका है।
पिछले माह गोपनीय सूचनाओं से भरा लैपटॉप लेकर हांगकांग निकल भागने से पहले 30 वर्षीय स्नोडेन सीआइए के लिए काम करते थे। ऐसा माना जा रहा है कि वह 23 जून को हांगकांग से लौटने के बाद से इस समय मॉस्को हवाई अड्डे के ट्रांजिट जोन में हैं।
पिछले माह स्नोडेन द्वारा लीक किए गए दस्तावेजों से अमेरिकी खुफिया एजेंसी दुनियाभर में बड़े पैमाने पर फोन कॉल्स की निगरानी किए जाने और इंटरनेट कम्युनिकेशन पर नजर रखे जाने का खुलासा हुआ है।
लीक दस्तावेजों के अनुसार, अमेरिका में भारतीय दूतावास ऐसे 38 राजनयिक मिशनों की सूची में है, जिनकी अमेरिकी खुफिया एजेंसियों द्वारा जासूसी की जा रही है। स्नोडेन ने दी धमकी
स्नोडेन ने सोमवार को पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए ओबामा प्रशासन को धमकी दी है कि यदि उन्हें राजनीति शरण से वंचित रखने की कोशिश की गई तो वह खुफिया गतिविधियों से जुड़े और दस्तावेजों को सार्वजनिक कर सकता है। स्नोडेन ने ओबामा पर निशाना साधते हुए कहा, एक वैश्विक नेता को इस तरह की हरकत शोभा नहीं देती। ये राजनीतिक दादागिरी के पुराने और घटिया हथकंडे हैं। उनका मकसद मुझे डराना नहीं, बल्कि मेरा साथ देने वालों को प्रताड़ित करने का है।

11 भारतीय कैदियों को रिहा करेगा पाक
02 July 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने 11 भारतीय कैदियों को रिहा करने की घोषणा की है। ये सभी कैदी इसी माह के मध्य तक रिहा कर दिए जाएंगे। पाकिस्तान ने सोमवार को यह एलान दोनों देशों द्वारा एक-दूसरे की जेलों में बंद कैदियों की सूची की अदला-बदली के दौरान किया। हालांकि, पाकिस्तान द्वारा रिहा किए जाने वाले कैदियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
गौरतलब है कि सूचियों का आदान-प्रदान दोनों देशों के मध्य 2008 में हुए समझौते के तहत किया जाता है। पाकिस्तानी विदेश विभाग ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास को पाकिस्तानी जेलों में बंद 491 कैदियों की सूची सौंपी है।
इसी तरह भारतीय विदेश मंत्रालय ने देश में बंद 386 पाक कैदियों की सूची नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग को सौंपी है। सूची की अदला-बदली साल में दो बार एक जनवरी और एक जुलाई की जाती है। सजा अवधि पूरी कर चुके कैदियों को रिहा कर दिया जाता है।

सेना ने मुर्सी को दिए 48 घंटे
02 July 2013
काइरो। मिस्र के बिगड़े हालात को काबू करने के लिए सेना ने कमर कस ली है। सोमवार को सेना ने राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को सत्ता में उदारवादियों के साथ साझेदारी और समझौता करने के लिए 48 घंटे का समय दिया है।
सेना के मुताबिक, अगर इस अवधि में सरकार कोई फैसला नहीं करती, तो वह देश पर अपने नियम लागू करेगी। सरकारी टीवी चैनल पर जारी बयान में सेना ने कहा है कि देश खतरे में है। लाखों लोग मुर्सी के इस्तीफे की मांग के साथ सड़कों पर उतर आए हैं।
सेना के बयान से घबराए ब्रदरहुड संसदीय शाखा के यासिर हमजा ने कहा कि सेना का दौर अब खत्म हो चुका है।
सेना अब्देल एफ. अलसिसी ने कहा कि अगर जनता की मांग को निर्धारित अवधि में नहीं सुना गया, तो सेना अपने नियम लागू करेगी। लोगों ने लाखों की तादाद में इकट्ठा होकर अपनी इच्छा जाहिर कर दी है। ज्यादा समय बर्बाद करने से देश में विघटन और टकराव का खतरा बढ़ता जाएगा। राष्ट्रपति भवन के बाहर जमा हुए मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच सेना के बयान से खुशी की लहर दौड़ गई। तहरीर चौक पर हजारों प्रदर्शनकारी सेना के कदम पर खुशी मनाने लगे।
गौरतलब है कि 1952 से मिस्र की राजनीति में सेना की अहम भूमिका रही है। इससे पहले सोमवार को मुर्सी के विरोध में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों और समर्थकों के बीच हुई झड़पों में 16 की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों घायल हुए। मुस्लिम ब्रदरहुड की नीतियों और देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ने से गुस्साए लोगों ने सत्तारूढ़ दल का मुख्यालय ही फूंक डाला। इस बीच, सोमवार को चार कैबिनेट मंत्रियों ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया।
मिस्र की राजधानी काइरो के ऐतिहासिक तहरीर चौक पर सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने 'तमारूद आंदोलन' के झंडे तले 61 वर्षीय राष्ट्रपति मुर्सी को हटाने और नए सिरे से चुनाव कराने की मांग दोहराई। स्वास्थ्य व जनसंख्या मंत्रालय ने बताया कि देश भर में 30 जून से शुरू हुए प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है, जबकि 743 लोग जख्मी हुए हैं। मरने वालों में एक की मौत राष्ट्रपति भवन के बाहर हुए टकराव में हुई। सोमवार को तमारूद ने मुर्सी को सत्ता से हटने और सरकारी संस्थानों को समय पूर्व राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी की अनुमति देने के लिए मंगलवार शाम 5 बजे तक का समय दिया था।

अमेरिका करा रहा था भारतीय दूतावास की भी जासूसी
02 July 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी खुफिया एजेंसी 38 राजनयिक मिशनों की जासूसी कर रही थी उनमें भारतीय दूतावास भी शामिल था। यह जानकारी अमेरिकी नेशनल सिक्युरिटी एजेंसी [एनएसए] के अति गोपनीय दस्तावेजों से हुआ है जिसे एडवर्ड स्नोडेन ने हाल में जारी किया है। स्नोडेन एनआइए के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म की जानकारी लीक करने वाले सीआइए के पूर्व कर्मचारी हैं।
लंदन से प्रकाशित दैनिक 'द गार्जियन' ने लीक हुई रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि अमेरिका जासूसी के लिए कई तरह के तरीके इस्तेमाल करता है जिनमें गुप्त रूप से माइक्रोफोन लगाना [बगिंग] भी शामिल हैं। एक दस्तावेज में 38 दूतावासों और मिशनों की सूची को टारगेट्स यानी लक्ष्य बताया गया है। अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हर टारगेट के खिलाफ जासूसी के लिए अनोखे तरीकों का वर्णन किया गया है। इनमें इलेक्ट्रॉनिक संचार माध्यमों में नजर नहीं आने वाला माइक्रोफोन लगाकर बातचीत को विशेष ऐंटिना से पकड़ने का तरीका भी शामिल है। इसमें कहा गया है कि परंपरागत रूप से वैचारिक मतभेद वाले एवं संवेदनशील मध्य पूर्वी देशों के दूतावास टारगेट में शामिल थे। इनमें यूरोपीय संघ के दूतावासों के अलावा फ्रांस, इटली और यूनान के दूतावासों के साथ जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, भारत और तुर्की जैसे कई अमेरिकी सहयोगी देशों के दूतावास भी इस सूची में हैं। वर्ष 2010 के सितंबर के इस दस्तावेज में ब्रिटेन, जर्मनी या अन्य पश्चिमी यूरोपीय देशों के नाम नहीं हैं।
बताया गया है कि बगिंग का एक तरीके को कूट नाम 'ड्रोपमायर' से उल्लेख किया गया है। वर्ष 2007 के एक दस्तावेज के अनुसार यह इसे वाशिंगटन डीसी स्थित यूरोपीय संघ के दूतावास के फैक्स मशीन में लगाया गया था। एनएसए के दस्तावेजों के अनुसार, इस मशीन का इस्तेमाल यूरोपीय देशों की राजधानियों को विदेश मंत्रालय का संदेश भेजने के लिए किया जाता है।

नाटो को निशाना बनाकर हुआ हमला, सात की मौत
02 July 2013
काबुल। काबुल में नाटो बलों को साजो-सामान की आपूर्ति करने वाली एक विदेशी कंपनी को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती कार हमले में मंगलवार को सात लोगों की मौत हो गई। पुलिस के आला अधिकारी के मुताबिक यह हमला अफगानिस्तान की राजधानी के उत्तरी हिस्से में हुआ है। हमले के बाद वहां से धुएं का काला बादल उठता देखा गया। इस हमले में कुछ अन्य लोगों के घायल होने की भी खबर है।
काबुल के पुलिस प्रमुख मोहम्मद अयूब सलांगी ने बताया कि हमले में चार नेपाली गार्ड, एक अफगान गार्ड तथा दो अफगानी नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि चार लोग घायल भी हुए हैं। सलांगी ने बताया कि आतंकियों ने आत्मघाती बम से हमला शुरू किया गया और उसके बाद दो-तीन उग्रवादियों ने सुरक्षा गाडरें के साथ करीब 30-40 मिनट तक गोलीबारी की।
विस्फोट के कारण घटनास्थल पर बड़ा सा गडढ़ा बन गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों की फायरिंग में सारे हमलावर मारे गए। अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन काबुल में हुए हालिया हमलों के पीछे तालिबान उग्रवादियों का हाथ माना जा रहा है।
माना जा रहा है कि तालिबान उग्रवादियों ने सरकार पर शांति वार्ता का दबाव बनाने के लिए इस प्रकार के हमलों को तेज कर दिया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों काबुल में सुप्रीम कोर्ट, हवाई अड्डे तथा राष्ट्रपति आवास को निशाना बनाकर भी इस प्रकार के कई हमले किए गए थे।

रड के मंत्रिमंडल में रिकॉर्ड महिलाएं
02 July 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में नये मंत्रिमंडल ने सोमवार को शपथ ली। मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री केविन रड ने रिकार्ड छह महिलाओं को नामांकित किया है। हाल ही में रड ने नेतृत्व की लड़ाई में पूर्व प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड को बडे़ ही नाटकीय ढंग से हराया था और वर्ष 2010 में हुई अपनी हार का बदला लिया था।
55 वर्षीय रड ने अपने तीस सदस्यीय मंत्रिमंडल में 11 महिलाओं को शामिल किया है। इनमें छह को कैबिनेट का दर्जा दिया गया है। यही नहीं गिलार्ड सरकार में मंत्री रहे कुछ लोगों को कैबिनेट में बरकरार रखा गया है। टोनी बुर्के से पर्यावरण मंत्रालय लेकर प्रवासी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले ब्रेन्डन ओ कोनोर पहले प्रवासी मंत्रालय संभाल रहे थे। उन्हें अब रोजगार मंत्री बनाया गया है।
रड ने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में अनुभवी लोगों को शामिल किया है। पिछले हफ्ते आम चुनाव से पहले पार्टी अध्यक्ष के लिए हुए एक गुप्त मतदान में रड ने 45 के मुकाबले 57 मत प्राप्त किए। हार के बाद गिलार्ड ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। इस बीच रड के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार कराए गए सर्वेक्षण में उनकी लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। न्यूज लिमिटेड में प्रकाशित गलैक्सी पोल के अनुसार, 51 फीसद लोगों का मानना है कि रड बेहतर प्रधानमंत्री साबित होंगे। मार्च में कराए गए सर्वे की तुलना में रड की लोकप्रियता में 18 फीसद का इजाफा हुआ है।

भारतीय कारोबारी बना सऊदी अरब में 3700 कैदियों का मसीहा
02 July 2013
दुबई। संयुक्त अरब अमीरात [यूएई] में भारतीय कारोबारी फिरोज जी मर्चेट ने करीब 3700 कैदियों की मदद की है। कैदियों के हालातों को देखते हुए मर्चेट ने उनका ऋण चुकाया और स्वदेश लौटने के लिए हवाई टिकट का प्रबंध किया। ये कैदी विभिन्न देशों के हैं। ये अपनी सजा पूरी कर चुके थे, लेकिन पैसे के अभाव में सऊदी अरब की जेल में ही थे।
एक आभूषण कंपनी के मालिक मर्चेट 2011 से करीब 3700 कैदियों की रिहाई सुनिश्चित कर चुके हैं। इनमें से 500 को इसी साल रिहा किया गया है। इस काम में वह करीब छह करोड़ रुपये खर्च कर चुके हैं। वह इसी वर्ष और 1000 कैदियों का ऋण चुकाने की योजना बना रहे हैं। मर्चेट ने कहा, 'मैंने इन कैदियों की दशा देखी है। ये अपनी सजा पूरी कर चुके हैं और सिर्फ इसलिए जेल में हैं क्योंकि अपने देश जाने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं। यहां जेलों में कैदियों को बहुत सुविधा है। इनमें एयरकंडीशन लगा हुआ है। कैदियों को अच्छा खाना मिलता है। उन्हें शिक्षा भी दी जाती है, लेकिन जेल तो जेल ही होता है। इन कैदियों को फिर से अपने परिवार के साथ रहने का मौका मिलना चाहिए।' मर्चेट 1989 में मुंबई से यूएई आए थे। उनकी मदद से भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान, मलेशिया, फिलीपींस, इंडोनेशिया, इथोपिया, मोरक्को और कई अन्य देशों के कैदियों को उनके देश भेजा गया है। उनका कहना है कि वह घर के किराये के लिए चेक बाउंस होने, कार के लिए ऋण, क्रेडिट कार्ड और शिक्षा हेतु लिए गए ऋण न चुका पाने के कारण जेल में बंद कैदियों की मदद करते हैं। जो कैदी हत्या, दुष्कर्म और नशीली पदार्थ के सेवन के आरोप में जेल में हैं, मैं उनकी जमानत नहीं करवाता हूं। वह उस समय इस काम के लिए प्रेरित हुए थे जब आर्थिक मंदी के दौरान निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले बहुत से कामगारों की नौकरियां चली गई थीं।

सुजैन राइस बनीं US की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाह
02 July 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की करीबी सहयोगी और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत सुजैन राइस अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में व्हाइट हाउस का हिस्सा बन गई हैं.
48 साल की राइस से पहले टॉम डोनिलन अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) थे. एनएसए के तौर पर राइस, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के मुद्दों पर ओबामा की टॉप सलाहकार होंगी.
राइस ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा है कि ''संयुक्त राष्ट्र में 4 से 5 साल तक राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के तौर पर काम कर मैं खुद को सम्मानित महसूस करती हूं और व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर नई शुरूआत करने को लेकर मैं उत्साहित हूं.’’
राइस संभवत: अमेरिका की पहली ऐसी एनएसए होंगी, जिनका ट्विटर अकाउंट है. ट्विटर पर उनके 3 लाख फॉलोअर हैं.
ओबामा ने पिछले 5 जून को राइस को एनएसए नियुक्त किए जाने की घोषणा करते हुए कहा था कि ''सुजैन अमेरिकी कूटनीति और नेतृत्व की बेहतरीन परंपरा की मिसाल हैं. वो जुनूनी और व्यवहारिक हैं.’’
ओबामा ने कहा कि ''एक विदूषी होने की वजह से उन्हें पता है कि अमेरिकी नेतृत्व का कोई विकल्प नहीं है. वो किसी आम नीति पर लोगों की सहमति कैसी बनाई जाए. वो एक निष्ठावान सरकारी नौकर हैं, एक देशभक्त हैं, जो देश को सबसे ऊपर रखती हैं. वो निडर और मजबूत इरादे वाली हैं.’
गौरतलब है कि राइस को भारत के साथ मजबूत संबंधों की वकालत करने के लिए जाना जाता है. भारत दो साल के लिए जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य था, तब संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत के तौर पर उन्होंने तत्कालीन भारतीय राजदूत हरदीप पुरी के साथ करीबी व्यक्तिगत संबंध बनाए रखे थे.
राइस पिछले साल अगस्त में छुट्टी के दौरान भारत आई थी. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन समेत टॉप भारतीय अधिकारियों से भी मुलाकात की थी.

भारत समेत 20 देशों से स्नोडेन ने मांगी शरण
02 July 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी खुफिया जानकारी लीक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने भारत सहित 20 देशों से शरण मांगी है. विकीलीक्स की कानूनी सलाहकार साराह हैरिसन ने स्नोडेन की ओर से इस संबंध में आवेदन किया है.
स्नोडेन की वेबसाइट पर ये जानकारी दी गई है. आज जारी सूचना में बताया गया है कि इस तरह के पहले दो आवेदन इक्वाडोर और आइसलैंड से किए गए हैं.
विकीलीक्स ने एक बयान में बताया कि ''30 जून 2013 को विकीलीक्स की कानूनी सलाहकार साराह हैरिसन ने एडवर्ड स्नोडेन के मामले में खुद अपने हाथ से आवेदन सौंपे हैं. ’’
इसमें कहा गया है कि ''आवेदन देर शाम मॉस्को में शेरमेत्येवो एयरपोर्ट पर रूसी वाणिज्य दूतावास में एक अधिकारी को दिए गए.’’ इसके साथ ही इसमें ऐसे संबंधित दस्तावेजों को भी जोड़ा गया है जिनमें स्नोडेन को अमेरिका में उत्पन्न होने वाले खतरों का जिक्र किया गया है. ये आवेदन रूसी वाणिज्य दूतावास द्वारा मॉस्को में संबंधित देशों के दूतावासों को भेजना शुरू कर दिया गया है.
इस संबंध में आवेदन कई देशों को किए गए हैं, जिनमें आस्ट्रिया, बोलिविया, ब्राजील, चीन, क्यूबा, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, आयरलैंड, नीदरलैंड, निकारागुआ, नार्वे, पोलैंड, स्पेन, स्विस कनफेडरेशन और वेनेजुएला शामिल हैं.
वहीं ओबामा प्रशासन ने अलग-अलग देशों को चेतावनी दी है कि स्नोडेन को शरण प्रदान नहीं की जाए क्योंकि वो जासूसी और गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के आरोपों में अमेरिका में वांछित है.

अमेरिका : भीषण आग,19 दमकलकर्मी की मौत
02 July 2013
ह्यूस्टन। अमेरिका के मध्य ऐरिजोना के यारनेल कस्बे में लगी भीषण आग पर काबू पाने में 19 दमकलकर्मियों की मौत हो गई है. अमेरिका में चल रही गर्म हवाओं की वजह से ये भीषण आग फैली.
इस आग की चपेट में आकर पांच सौ से ज्यादा घर खाक हो गए हैं. आग ने यारनेल कस्बे के दो हजार एकड़ इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है. आग की वजह से यारनेल हिल और पीपल्स वैली के निवासियों को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
ऐरिजोना फारेस्ट डिविजन के प्रवक्ता माइक रिचलिंग ने बताया कि दो सौ से ज्यादा फायर ब्रिगेड कर्मचारी आग को बुझाने में जुटे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही और अधिक लोग आग बुझाने के काम में जुटेंगे.
आग पर काबू पाने के लिए एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है. अग्निशमन विभाग के मुताबिक, अमेरिका में इस साल इस हादसे को छोड़कर आग बुझाने में 43 फायर ब्रिगेड वर्कर की मौत हो चुकी है, जबकि पिछले साल डयूटी के दौरान 83 दमकलकर्मियों की जान गई थी|

नेल्सन मंडेला के जन्मदिन की दक्षिण अफ्रीका में जोरदार तैयारी
02 July 2013
केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा है कि रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता नेल्सन मंडेला का 95वां जन्मदिन मनाने के लिए पूरा देश तैयार है। फेफड़े में संक्रमण से जूझ रहे मंडेला तीन सप्ताह से अधिक समय से अस्पताल में भर्ती हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मंडेला की सेहत की ताजा स्थिति बारे में अवगत कराते हुए जुमा ने कहा कि मंडेला की हालत अभी भी नाजुक, लेकिन स्थिर बनी हुई।
जुमा ने कहा, हम सभी देशवासियों को याद दिलाते हैं कि वे 18 जुलाई को मंडेला का जन्मदिन मनाने की योजना बनाना शुरू करें। हम सभी को अपने पूर्व राष्ट्रपति के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप इस दिन मानवता के लिए कुछ अच्छा काम करना चाहिए।
जुमा ने मंडेला एवं उनके परिवार को अपने भीतर और अपनी प्रार्थनाओं में बनाए रखने के लिए जनता को धन्यवाद दिया।
संयुक्त राष्ट्र ने 2009 में मंडेला के जन्मदिन 18 जुलाई को 'नेल्सन मंडेला इंटरनेशनल डे' के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी।
दक्षिण अफ्रीका में चौथे 'अंतरराष्ट्रीय मंडेला दिवस' पर आधिकारिक समारोह का आयोजन किया जाएगा। साथ ही कई संस्थाओं ने भी परोपकार के कार्य के अलावा अन्य कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई है।

मुर्सी के खिलाफ उमड़ा जनसैलाब
01 July 2013
काइरो। मिस्र में मुहम्मद मुर्सी की सरकार का एक साल पूरा होने के मौके पर रविवार को जश्न के बजाय राष्ट्रपति विरोधियों ने न केवल ऐतिहासिक तहरीर चौक पर प्रदर्शन किया, बल्कि राष्ट्रपति भवन की ओर भी कूच कर गए। राष्ट्रपति भवन के बाहर हजारों मुर्सी समर्थक पहले से ही डेरा डाले हैं। इससे दोनों पक्षों में टकराव के हालात पैदा होने की आशंका है। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग राष्ट्रपति मुर्सी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राष्ट्रपति आर्थिक और सुरक्षा मुद्दों से निपटने में नाकाम रहे हैं। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हिंसा के बजाय शांति और बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की है।
मिस्त्र में 2011 में हुई क्रांति के बाद पिछले साल मुर्सी ने 30 जून को राष्ट्रपति पद संभाला था। हालांकि, इस दौरान जहां राजनीतिक असंतोष बना रहा, वहीं देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान उठाना पड़ा है, जिसकी वजह से लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। रविवार को दोपहर बाद तहरीर चौक पर तकरीबन 20 लाख लोग जमा हो चुके थे।
उनका कहना है कि जब तक मुर्सी इस्तीफा देकर नए सिरे से चुनाव की घोषणा नहीं करेंगे, वे जमे रहेंगे। रविवार को जैसे-जैसे सूरज की तपिश कम हुई और लोगों का काम खत्म हुआ, तहरीर चौक पर जुटी भीड़ का आकार बढ़ने लगा। मिस्र के बाशिंदे मुर्सी की मुस्लिम ब्रदरहुड से गुस्सा हैं। उनका आरोप है कि पार्टी चुनावों में जीत के बाद क्रांति के उद्देश्यों को पूरा करने के बजाय शरिया कानून थोप रही है। वहीं, विरोध करने वाले कुछ लोग देश पर छाए आर्थिक संकट से झुंझलाए हुए हैं। मिस्र के अन्य शहरों में भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं। अलेक्जेंड्रिया में करीब एक लाख लोगों ने मुर्सी सरकार को बर्खास्त कर नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की।
सूत्रों के मुताबिक, नील डेल्टा के कस्बे में प्रदर्शनकारियों ने ब्रदरहुड के तीन कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। कई दिन से चल रहे विरोध प्रदर्शनों में सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं, जबकि एक अमेरिकी छात्र सहित कुछ लोगों की मौत भी हो गई है। इस दौरान रविवार को राष्ट्रपति भवन की नजदीकी मस्जिद के पास तकरीबन 20 हजार मुर्सी समर्थक भी इकट्ठा हुए। इस समय मुर्सी खुद किसी दूसरी जगह से काम कर रहे हैं, लेकिन उनके समर्थकों ने रविवार शाम से ही राष्ट्रपति भवन के बाहर डेरा डालने का फैसला किया। इस बीच, हजारों मुर्सी विरोधी राष्ट्रपति भवन की ओर कूच गए। इससे तनाव का माहौल बन गया है।
एक ब्रिटिश समाचरपत्र को दिए साक्षात्कार में मुर्सी ने कहा है कि यह लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई उनकी सरकार पर अलोकतांत्रिक हमला है। पिछले सप्ताह सेना प्रमुख द्वारा नेताओं को प्रदर्शनकारियों से समझौता करने की हिदायत के बाद रविवार को मुर्सी ने दोहराया है कि वह प्रदर्शनकारियों से बात करने को तैयार हैं। ओबामा ने मिस्त्र के सभी दलों से हिंसा से दूर रहने और पुलिस व सेना से भी संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मिस्र में तनाव से पूरे मध्य पूर्व में हालात बिगड़ सकते हैं। वाशिंगटन ने अपने दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी है।

पाकिस्तान में आतंकी हमलों में 43 मरे
01 July 2013
पेशावर। आतंकियों ने धमाकों के जरिए पाकिस्तान को दहला कर रख दिया। रविवार को अलग-अलग जगहों पर बम हमलों में 43 लोग मारे गए और सौ से अधिक घायल हो गए। मरने वालों में चार बच्चे भी शामिल हैं।
पेशावर के बाजार के करीब रिमोट कंट्रोल के जरिये किए गए बम धमाके में चार बच्चों समेत 17 लोगों की मौत हो गई और करीब 50 लोग घायल हो गए। इस आतंकी वारदात का निशाना कोहाट से आ रहा सुरक्षा बलों का काफिला था, लेकिन संयोग से वह बच गया। बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते के एक अधिकारी ने बताया कि धमाके में करीब 40 किलो विस्फोटक इस्तेमाल किया गया। विस्फोट से दस वाहन और कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। घायलों में कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
इसी तरह क्वेटा शहर में शिया मस्जिद के पास हुए धमाके में 19 लोग मारे गए। अबू तालिब इमामबाड़ा के पास एक संदिग्ध आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा दिया। धमाके में 60 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। एक अन्य वारदात दक्षिणी वजीरिस्तान में हुई जहां एक राकेट हमले में चार लोग मारे गए और 15 अन्य घायल हुए। इसके अलावा उत्तरी वजीरिस्तान में बम फटने से सुरक्षा बल के तीन जवानों की मौत हो गई।

यूरोपीय संघ के दूतावासों में अमेरिकी एनएसए की सेंध
01 July 2013
बर्लिन। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने वाश्िागटन और न्यूयॉर्क स्थित यूरोपीय यूनियन (ईयू) के दूतावासों में छिपे हुए माइक्रोफोन लगाए थे। उसकी ओर से ब्रसेल्स स्थित ईयू के कार्यालयों में भी ऐसे माइक्रोफोन लगाए गए थे। एक जर्मन साप्ताहिक पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसए ने ईयू के आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क में घुसपैठ की है।
इस रहस्योद्घाटन के बाद ईयू के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका से स्पष्टीकरण देने को कहा है। यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन स्कुल्ज ने अमेरिका से शीघ्र और पूर्ण स्पष्टीकरण देने की मांग की है। सितंबर, 2010 के दस्तावेजों से रहस्योद्घाटन हुआ है कि किस प्रकार एनएसए ने ईयू के वाशिंगटन और न्यूयॉर्क स्थित दूतावासों में छिपे हुए माइक्रोफोन लगाए और संगठन के आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क तक पहुंच बनाई। इन दस्तावेजों को एनएसए द्वारा अति गोपनीय घोषित किया गया और अमेरिकी नागरिक एडवर्ड स्नोडेन ने इसे सार्वजनिक कर दिया था।
डेर स्पीगेल पत्रिका ने अपने ताजा संस्करण में कहा है, 'इसके माध्यम से एनएसए ने ईयू कार्यालयों में जासूसी की। उसने ईमेल और कंप्यूटर के आंतरिक दस्तावेजों की निगरानी भी की।' रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच साल पहले एनएसए ने ब्रसेल्स स्थित ईयू काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स और यूरोपीय परिषद के मुख्यालय जस्टस लिपसियस बिल्डिंग में छिपे हुए माइक्रोफोन लगाए थे और कंप्यूटर व टेलीफोन नेटवर्क में घुसपैठ की थी। ईयू के सदस्य देशों के इस बिल्डिंग में कार्यालय हैं और यहीं पर मंत्रियों की उच्चस्तरीय बैठकें होती हैं।
उल्लेखनीय है कि एडवर्ड स्नोडेन ने अमेरिका के गुप्त निगरानी कार्यक्रम की जानकारी सार्वजनिक की थी। उसने यह भी रहस्योद्घाटन किया था कि ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी जीसीएचक्यू ने भी इसी प्रकार का निगरानी कार्यक्रम चलाया था और प्राप्त सूचनाओं को एनएसए के साथ साझा किया था।

उत्तर कोरिया ने तैनात किए नए रॉकेट लांचर
01 July 2013
सियोल। उत्तर कोरिया ने अपनी सीमा पर नए रॉकेट लांचर तैनात किए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इनसे सियोल के बाहर भी लक्ष्यों को निशाना बनाया जा सकता है।
योनहैप समाचार एजेंसी के मुताबिक उत्तर कोरिया की तोपखाना इकाइयों को पुराने रॉकेट स्टेशनों की जगह पर नए रॉकेट लांचर लगाते हुए देखा गया है। एजेंसी ने एक सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा है कि नए रॉकेट लांचरों से अधिकतम 70 किलोमीटर तक के लक्ष्य को निशाना बनाया जा सकता है। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के बाहर तक भी इसकी पहुंच होगी। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने रिपोर्ट की पुष्टि करने से इन्कार कर दिया है। सैन्य आंकड़े के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास 1500 मल्टीपल रॉकेट लांचर हैं। वह इन्हें उन्नत बनाने का प्रयास कर रहा है। दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए ये गंभीर खतरा हैं। सियोल और इसके आसपास के शहरों के निवासी उत्तर कोरिया के हमले की आशंका के बीच रहते हैं। 2010 में उत्तर कोरिया ने मल्टीपल रॉकेट लांचर का प्रयोग कर विवादित पीत सागर की सीमा के पास दक्षिण कोरिया के एक द्वीप पर गोले बरसाए थे, जिसमें चार लोगों की मृत्यु हो गई थी।।

ऊर्जा मंत्री को भारत भेजेंगे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ
01 July 2013
इस्लामाबाद। पिछले कुछ वर्षो से बिजली संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अब इससे उबरने के लिए भारत का सहयोग चाहता है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ऊर्जा मंत्री को भारत का दौरा कर दोनों देशों के बीच बिजली क्षेत्र में सहयोग की संभावनाएं तलाशने का निर्देश दिया है। एक दिन पहले शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में पाक-भारत संयुक्त व्यापार परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा, 'देश में इस वक्त बिजली की भारी किल्लत है। इस क्षेत्र में किसी तरह की मदद बिजली की समस्या को हल कर सकती है।'
शरीफ का कहना है कि उन्होंने जल एवं ऊर्जा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ को दोनों देश के बीच इस क्षेत्र में सहयोग के संभावित क्षेत्रों का पता लगाने के लिए भारत दौरे पर जाने का निर्देश दिया है। हाल में शरीफ ने कहा था कि बिजली की समस्या को हल करना उनकी सरकार की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है।
पाकिस्तान में बिजली की समस्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में उसे प्रतिदिन चार से पांच हजार मेगावाट बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है। महीने की शुरुआत में पाकिस्तान ने भारत से 500 मेगावाट बिजली खरीदी थी। सूत्र बताते हैं कि हैं कि ऊर्जा क्षेत्र में नई दिल्ली इस्लामाबाद की मदद को तैयार है।

तालिबान से शांति वार्ता के समर्थन में कैमरन
01 July 2013
काबुल। अचानक शनिवार को अफगानिस्तान पहुंचे ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने तालिबान से बातचीत का समर्थन किया है। कैमरन ने भी स्वीकार किया कि पश्चिमी देश दस साल पहले शांति समझौते का मौका चूक गए थे।
कैमरन ने यह बात अफगानिस्तान में तैनात वरिष्ठ ब्रिटिश सैन्य अफसर निक कार्टर की उस टिप्पणी के जवाब में कही, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले के बाद सत्ता से बेदखल किए जाने के समय तालिबान बेहद सुरक्षात्मक मुद्रा में थे।
कार्टर ने गार्जियन अखबार से कहा था कि तालिबान भागे-भागे फिर रहे थे और उस समय अगर दूरदर्शिता दिखाई जाती तो राजनीतिक हल निकल सकता था।
दो दिवसीय यात्रा पर पाकिस्तान रवाना होने से पहले कैमरन ने देश के दक्षिण में स्थित हेलमंद प्रांत में ब्रिटिश सैनिकों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति हामिद करजई से भेंट की। कैमरन की इस यात्रा को शांति वार्ता से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि कतर में तालिबान का दफ्तर खोले जाने से नाराज अफगान राष्ट्रपति ने बातचीत से ही इनकार कर दिया था। बाद में कैमरन ने करजई के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
कैमरन ने कहा, 'शांति प्रक्रिया का उद्देश्य अफगानिस्तान को मजबूत बनाना है। इसमें ब्रिटेन, अमेरिका या किसी और पश्चिमी देश का कोई छिपा एजेंडा नहीं है। अभी शांति के लिए हमें लंबा रास्ता तय करना है लेकिन हमारे सुरक्षा प्रयासों के साथ-साथ राजनीतिक प्रयासों का भी होना जरूरी है।'
तालिबान हमले शांति प्रक्रिया में बाधा नहीं पहुंचा सकते : करजई
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि तालिबान के हमले शांति प्रक्रिया को रोक नहीं सकते हैं। कैमरन के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा, मैं यह कामना करता हूं वे अब अपना सारा समय राष्ट्रपति भवन पर हमला करने में लगाएंगे और पूरे अफगानिस्तान को छोड़ देंगे। उन्होंने हमले की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी हरकतों से उनकी सरकार की शांति प्रक्रिया में बाधा नहीं आएगी।

सीमा रक्षा सहयोग समझौता पर भारत, चीन में बात आगे बढ़ी
01 July 2013
बीजिंग। भारत और चीन ने आपसी सीमा विवाद का न्यायोचित और तार्किक हल तलाशने का फैसला किया है। इसके लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों ने प्रस्तावित सीमा रक्षा सहयोग समझौते (बीडीसीए) को अमली जामा पहनाने पर जोर दिया। इस समझौते पर रक्षा मंत्री एके एंटनी के बीजिंग दौरे में निर्णायक बातचीत होनी है। एंटनी 4 से 7 जुलाई तक चीन के दौरे पर रहेंगे।
सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच 16वें दौर की दो दिवसीय वार्ता शनिवार को संपन्न हो गई। इसमें भारतीय पक्ष की अगुवाई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने की, जबकि चीन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के सुरक्षा सलाहकार यांग जेची ने किया।
बैठक के बाद भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान में बातचीत को बेहद उपयोगी और रचनात्मक करार दिया गया। कहा गया कि बीडीसीए पर बातचीत आगे बढ़ी है। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से भी इस मौके पर बयान जारी किया गया। जिसमें कहा गया है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद का शांतिपूर्ण तरीके से निपटारा किया जाएगा। पूरा जोर इस बात पर रहेगा कि सीमा विवाद का न्यायोचित और तार्किक हल निकल सके। इसके लिए लगातार और समन्वित प्रयास किए जाएंगे।
बयान में आगे बताया गया कि वार्ता के दौरान मेनन और यांग ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। चीन की ओर कहा गया कि दोनों देशों के बीच दोस्ती क्षेत्रीय और विश्व शांति के लिए बेहद जरूरी है। बैठक के दौरान लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में चीनी सैनिकों के घुसपैठ का मुद्दा भी उठा। इस पर दोनों देशों ने सहमति जताई कि सीमा पर शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने की हरसंभव कोशिश होगी। भविष्य में उच्च स्तरीय संपर्क और आपसी संवाद के जरिये ऐसे मामलों का त्वरित हल निकाला जाएगा।

उल्फा नेता चेतिया को भारत के हवाले करेगा बांग्लादेश
01 July 2013
ढाका। बांग्लादेश जेल में बंद उल्फा नेता अनूप चेतिया को संभवत: भारत निर्वासित करने वाला है क्योंकि भारत ने उसे और उसके साथ गिरफ्तार उल्फा के दो अन्य सदस्यों को लौटाने का आग्रह किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि चेतिया 16 साल से जेल में हैं।
चेतिया को कब तक देश से निकाला जाएगा? इस सवाल के जवाब में गृह मंत्री मोहिउद्दीन खान आलमगीर ने कहा कि इंतजार कीजिए, लेकिन गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने अपनी पहचान नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि यूनाईटेड असम लिबरेशन फ्रंट (उल्फा) के संस्थापक महासचिव चेतिया को शुक्रवार को ढाका के बाहरी इलाके में स्थित काशिमपुर केंद्रीय जेल में लाया गया है। ऐसा इस वजह से कि जरूरी कार्रवाई के लिए उसकी याचिका की समीक्षा की जा रही है। चेतिया को बांग्लादेश पुलिस ने वर्ष 1997 के दिसंबर में गिरफ्तार किया था। उसके तत्काल बाद दो अदालतों ने अवैध रूप से देश में प्रवेश करने, नकली पासपोर्ट व अवैध रूप से विदेशी मुद्रा रखने के आरोप में सात साल कैद की सजा सुनाई थी। सजा समाप्त होने के बाद भी हाई कोर्ट के निर्देश पर वह वर्ष 2003 से जेल में ही है। वह बांग्लादेश से वर्ष 2005, 2008 और 2011 में राजनीतिक शरण मांग चुका है।

दलाई लामा पर नहीं बदली नीति: चीन
01 July 2013
बीजिंग। चीन ने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के प्रति अपने रुख में आए बदलाव संबंधी खबरों को खारिज कर दिया है। हाल ही में आई खबरों में कहा गया था कि चीनी अधिकारियों ने दलाई लामा के चित्रों की पूजा करने पर लगा 17 साल पुराना प्रतिबंध हटा लिया है। साथ ही सार्वजनिक रूप से उनकी निंदा करने की नीति में बदलाव किया है।
चीन के धार्मिक मामलों के विभाग द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 'दलाई लामा को लेकर हमारी नीति स्पष्ट है। इसमें कोई बदलाव नहीं आया है।' तिब्बत की स्थिति की जानकारी रखने वाले एक मानवाधिकार समूह और अमेरिका स्थित रेडियो फ्री एशिया ने कहा था कि चीन ने अपनी तिब्बत नीति के कुछ पहलुओं पर फिर से विचार करने के संकेत दिया है। संभवत ये फैसला चीनी प्रशासन के विरोध में वर्ष 2009 के बाद से 110 तिब्बतियों द्वारा आत्महत्या करने को देखते हुए किया गया है।
रेडियो फ्री एशिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा, तिब्बत के कुछ इलाकों में प्रशासन ने दलाई लामा को धार्मिक नेता के रूप में तो मान्यता दे दी है, लेकिन राजनीतिक हस्ती के रूप में नहीं। जिसे लेकर सरकारी अधिकारियों और भिक्षुओं के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दलाई लामा को चीन अलगाववादी नेता मानता है। चीन के शीर्ष धार्मिक प्राधिकरण ने कहा कि अगर दलाई लामा चीन की सरकार के साथ अपने रिश्ते सुधारना चाहते हैं, तो उन्हें अपनी अलगाववादी छवि को सुधारना होगा। उन्हें तिब्बत के शांतिपूर्ण विकास को नुकसान पहुंचाने वाले अपने बयान पर रोक लगानी होगी।'

26/11 मामले में चार गवाहों को समन
01 July 2013
लाहौर। पाकिस्तान की एक अदालत ने मुंबई हमलों [26/11] के मामले में चार गवाहों को छह जुलाई को पेश होने के लिए समन जारी किया है। इस मामले में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी समेत सात लोग आरोपी हैं।
इस्लामाबाद की आतंकवाद निरोधी अदालत के जज कौसर अब्बास जैदी ने कहा कि वह अगले सप्ताह रावलपिंडी की अदियाला जेल के बंद कमरे में मामले की सुनवाई करेंगे। सूत्रों ने बताया कि जज ने तबतक इस्लामाबाद में सुनवाई करने से इन्कार कर दिया है जबतब नवाज शरीफ सरकार सियालकोट जिले में स्थित उनके घर से कोर्ट तक उन्हें सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराती है। दो सप्ताह पहले मामले को रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत से नव गठित इस्लामाबाद की आतंकवाद निरोधी अदालत में स्थानांतरित किया गया था। इस मामले में जज जैदी की यह पहली सुनवाई थी, इसलिए बचाव पक्ष के वकील रियाज चीमा ने उन्हें मामले की जानकारी दी।
जैदी ने जज चौधरी हबीब-उर-रहमानका स्थान लिया है। उन्होंने बचाव पक्ष के अनुरोध पर चार गवाहों हमजा बिन तारिक, मुहम्मद अली, मुहम्मद सैफुल्ला खान और उमर दराज खान को जिरह के लिए समन जारी किया है। ये लोग बंदरगाह शहर कराची से ताल्लुक रखते हैं। इन गवाहों ने तीन महीने पहले दी गवाही में जज को बताया था कि सात आरोपियों में से एक शाहिद जमील रियाज और दस अन्य व्यक्तियों ने उनसे 11 मोटर बोट खरीदी थी। गवाहों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हमला करने की साजिश में शामिल अजमल कसाब समेत 10 लोगों की पहचान भी की थी। अदालत ने इन दसों को भगोड़ा घोषित किया हुआ है।

सीमा वार्ता में नए प्रयास करने चीन तैयार
29 June 2013
बीजिंग। चीन ने आज कहा कि वह सीमा विवाद सुलझाने के लिए भारत के साथ नए प्रयास करने को तैयार है. इस बीच, दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे का समाधान निकालने के लिए 16वें दौर की सीमा वार्ता की.
चीन के नवनियुक्त विशेष प्रतिनिधि यांग जिएची ने कहा कि मैं हमारे पूर्वाधिकारियों के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए आपके साथ काम करने और चीन भारत सीमा के सवाल का हल निकालने के लिए नए प्रयास करने तथा नए दौर में चीन-भारत रणनीतिक सहयोग साझेदारी में ज्यादा प्रगति के लिए तैयार हूं.
बड़ी जिम्मेदारी
चीन के विशेष प्रतिनिधि दाई बिंगुओ की जगह पद संभालने वाले पूर्व विदेश मंत्री यांग ने अपने भारतीय समकक्ष राष्ट्रीय सलाहकार शिवशंकर मेनन का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों विशेष प्रतिनिधियों पर बड़ी जिम्मेदारी है. चीन में मार्च में नए नेतृत्व के आने के बाद सीमा वार्ता की यह पहली बैठक है.
भारत का कहना है कि सीमा विवाद चार हजार किलोमीटर में फैला है लेकिन चीन का दावा है कि यह अरूणाचल प्रदेश के दो हजार किलोमीटर तक सीमित है जिसे चीन दक्षिण तिब्बत बताता है. यांग ने कहा कि सबसे पहले मैं चीन भारत सीमा विवाद पर विशेष प्रतिनिधियों की 16वीं दौर की बैठक के लिए चीन में आपका गर्मजोशी से स्वागत करता हूं. उन्होंने कहा, आप और मैं एक दूसरे को लंबे समय से जानते हैं. हम एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित हैं और हमारे बीच काम को लेकर अच्छा रिश्ता तथा निजी मित्रता है
मुलाकात से नई रफ्तार
यांग ने प्रधानमंत्री ली क्विंग की भारत की हालिया यात्रा को याद करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मार्च में डरबन में ब्रिक्स सम्मेलन के इतर हुई बैठक के बाद की महत्वपूर्ण बैठक थी. उन्होंने कहा कि ली की यात्रा ने हमारे द्विपक्षीय रिश्तों को और आगे बढ़ाने में नई रफ्तार दी. उधर, मेनन ने यांग के साथ बातचीत पर खुशी जताई.
उन्होंने कहा, आप पुराने मित्र हैं और भारत में आप हमारे द्विपक्षीय रिश्तों के सकारात्मक विकास के लिए कई तरह के योगदान के लिए जाने जाते हैं. बीजिंग में अपने दो दिवसीय दौरे पर मेनन का प्रधानमंत्री ली और विदेश मंत्री वांग ई से मिलने का कार्यक्रम है. चीनी नेताओं के साथ मेनन की बातचीत में भारत के लददाख क्षेत्र में देपसांग घाटी में चीन बलों की हालिया घुसपैठ का मुद्दा भी उठने की संभावना है. सीमा वार्ता फिलहाल तीन स्तरीय प्रक्रिया के दूसरे स्तर पर है.

अमेरिकी सीनेट में पारित हुआ भारत विरोधी बिल
29 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी सीनेट ने एक करोड़ से अधिक गैरकानूनी प्रवासियों को नागरिकता देने वाले एक विधेयक को मंजूरी दी है। इस विधेयक के कानून बनने से एच1बी वीसा के आधार पर अमेरिका में नौकरी देने वाली भारतीय कंपनियों को ज्यादा रकम चुकानी होगी। विश्लेषकों के अनुसार इसका कानून बनना भारत के लिए बुरी खबर हो सकती है। हालांकि अभी इसे कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में पारित होना है। उसके बाद यह कानून बनने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएगा।
तीन हफ्ते की गरमागरम बहस के बाद डेमोक्रेटिक नियंत्रित सीनेट ने इसे 32 के मुकाबले 68 मतों से पारित कर दिया। देश के प्रवासी कानून में व्यापक व्यापक बदलाव लाने वाले इस विधेयक को राष्ट्रपति बराक ओबामा का समर्थन प्राप्त है। लेकिन रिपब्लिकन बहुमत वाले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में इसकी असल परीक्षा होगी। इसे आठ सीनेट
सदस्यों ने मिलकर पेश किया। इनमें चार डेमोक्रेट और चार रिपब्लिकन सदस्य थे। सीनेट में पारित विधेयक के तहत देश में वर्षों से गैरकानूनी तरीके से रह रहे एक करोड़ 10 लाख से अधिक लोगों को समयबद्ध नागरिकता दी जाएगी। इसके लिए 13 साल के लिए एक कार्ययोजना तैयार की गई है। इनमें ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो वीसा अवधि खत्म होने के बाद भी अमेरिका में ही बस गए या फिर चोरी छिपे मैक्सिको से अमेरिकी सीमा में प्रवेश कर गए। ऐसे लोगों को इस कानून के तहत कानूनी तौर पर रहने और नौकरी करने के दस्तावेज दिए जाएंगे।

'26/11 का ट्रायल पाक आईसीसी को सौंप दे'
29 June 2013
वॉशिंगटन । मुंबई आतंकवादी हमले के ट्रायल की सुस्त सुनवाई पर एक सीनियर अमेरिकी सांसद ने पाकिस्तान की आलोचना की है। उसने कहा है कि इस मामले के सभी सात आरोपियों लश्कर-ए-तैबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी और बाकी छह को न्याय के कटघरे में लाने के लिए उन्हें इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) के हवाले कर दिया जाए। संसद की शक्तिशाली फॉरेन रिलेशंस कमिटी के अध्यक्ष और सांसद ऐड रॉयस ने कहा कि यहां कुल सात लोग हैं, जिन पर 26/11 आतंकवादी हमले में ट्रायल होना बाकी है। पाकिस्तान के इन सात संदिग्धों पर नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले की योजना बनाने, इसके लिए पैसा जुटाने और इसे अंजाम दिलवाने का आरोप है। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान के शहर रावलपिंडी की एक आतंकवाद विरोधी अदालत में 2009 से यह मामला चल रहा है, हालांकि इस बीच वहां इस मामले की सुनवाई कर रहे पांच जज बदले जा चुके हैं। वॉशिंगटन के कैप्टिल हिल में अमेरिकी भारतीय पब्लिक अफेयर्स कमिटी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय अमेरिकियों के एक खास समूह के सामने रॉयस ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों ही देश आतंकवाद से पीडि़त हैं। इस कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष जगदीश शिवहानी ने कहा कि वर्ष 2013 के अंत तक अफगानिस्तान से अमेरिकी और मित्र राष्ट्रों की सेना की वापसी के फैसले ने क्षेत्र में चिंता की स्थिति पैदा कर दी है। यह डर है कि कट्टरपंथी और पाकिस्तानी सेना की ओर से समर्थित तालिबान, अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा करने की पुरजोर कोशिश करेगा, जिससे उस क्षेत्र में तनाव पैदा हो सकता है।
स्नोडेन को वापस लाने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी रखेगा अमेरिका
29 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि वह जासूसी और खुफिया जानकारी लीक करने के मामले में वांछित एडवर्ड स्नोडेन को वापस लाने के लिए रूस सहित विभिन्न देशों के साथ कूटनीतिक प्रयास जारी रखेगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता, पैट्रिक वेंट्रेल ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम विभिन्न देशों के साथ कूटनीतिक एवं कानून प्रवर्तन माध्यमों के जरिये संपर्क बनाए रखेंगे, जिससे कि स्नोडेन को अमेरिका वापस लाया सके।
उन्होंने बताया कि वे रूस से भी संपर्क बनाए हुए हैं और वहां की सरकार को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि स्नोडेन एक बड़े आपराधिक मामले में वांछित है तथा उसे वापस अमेरिका भेजने के अलावा कहीं और नहीं जाने देना चाहिए। इस बीच, सदन में बहुमत के नेता, एरिक कैंटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पर आरोप लगाया कि वह स्नोडेन को वापस लाने के प्रति गंभीर नहीं हैं।
कैंटर ने कहा, मुझे लगता है कि राष्ट्रपति की टिप्पणी में गंभीरता नहीं थी। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने इस गंभीर मुद्दे के साथ न्याय किया है। हमारे सामने एक ऐसा मामला है, जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद घातक हो सकता है।
गौरतलब है कि स्नोडेन पर जासूसी, सरकारी डाटा चुराने और अनाधिकृत लोगों तक खुफिया सूचना पहुंचाने का आरोप है। स्नोडेन को अगर अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया जाता है और अदालत में वह दोषी पाया जाता है, तो उसे प्रत्येक मामले में 10-10 वर्ष तक की सजा हो सकती है।

ज़िन्दगी की जंग लड़ रहे मंडेला से मिलने पहुँचे ओबामा
29 June 2013
प्रिटोरिया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रिटोरिया के अस्पताल में अपनी जिन्दगी की लड़ाई लड़ रहे अपने हीरो के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे. यह ओबामा की पहली दक्षिण अफ्रीका यात्रा है लेकिन 94 वर्षीय रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला के लगातार बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण चहुं ओर बढ़ती चिंता के बीच ओबामा की यात्रा को लेकर कोई उत्साह नहीं है.
दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के संबंध में मिली नवीन जानकारी में कहा गया है कि पहले की नाजुक स्थिति के मुकाबले उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है.
मंडेला को फिर से फेंफड़े का संक्रमण होने के कारण 8 जून को प्रिटोरिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह 18 जुलाई को 95 वर्ष के हो जाएंगे.
पिछले 24 घंटों में दूसरी बार मेडिक्लिनिक हार्ट अस्पताल में मंडेला को देखने के बाद राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कल कहा था, मंडेला की हालत रात भर में थोड़ा सुधरी है. पूर्व राष्ट्रपति के बिगड़ते स्वास्थ्य के मद्देनजर जुमा ने कल मोजाम्बीक की अपनी यात्रा कल रद्द कर दी.
मेरे हीरो हैं मंडेला: ओबामा
अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति ओबामा की यात्रा से पहले उनके सहायक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेन रोडेस ने कहा कि वह महान नेता मंडेला से मिलेंगे. ओबामा ने कल मंडेला को दुनिया का हीरो बताया. सेनेगल की यात्रा के दौरान उन्होंने कहा, उनकी विरासत लंबे समय तक बनी रहेगी. ओबामा अपनी दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान रोबेन द्वीप भी जाएंगे. मंडेला ने अपने कारावास का ज्यादातर समय इसी द्वीप पर गुजारा था.
बतौर राष्ट्रपति ओबामा की पहली दक्षिण अफ़्रीका यात्रा
ओबामा की दक्षिण अफ्रीका यात्रा का लक्ष्य अमेरिकी उद्योगपतियों के लिए निवेश के अवसरों को बढ़ाना, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे विकास के मुद्दों को सुलझाना और लोकतंत्र को बढ़ावा देना है. इस यात्रा पर ओबामा के साथ उनका परिवार, वरिष्ठ, सलाहकार और उद्योगपतियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी होगा. वैसे तो यह ओबामा की दूसरी दक्षिण अफ्रीका यात्रा है लेकिन बतौर राष्ट्रपति वह पहली बार यहां आए हैं.

ब्रिटिश पीएम की 'पाक' यात्रा
29 June 2013
इस्लामाबाद । ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून कल यानि शनिवार को पाकिस्तान के दौरे पर जाएंगे. अपने दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को कैमरून इस्लामाबाद पहुंचेंगे. कैमरून पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा इस यात्रा में ब्रिटिश पीएम पाकिस्तानी व्यापारियों और छात्रों से भी मुलाकात करेंगे.
खबरों के मुताबिक कैमरून पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए चर्चा करेंगे. यही नहीं ब्रिटेन द्वारा साझे हित को दिए गए महत्व और अफगानिस्तान के हालातों पर समीक्षा की जाएगी. इसके अलावा पाकिस्तान की तरफ से वहां के नेता और आला-अधिकारी पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता और आतंकवाद के खात्मे को लेकर किए जा रहे प्रयासों की पूरी जानकारी देंगे.

भारतीय-अमेरिकी ने स्वीकार किया घूस देने का आरोप
29 June 2013
वॉशिंगटन। अमेरिका में एक भारतीय-अमेरिकी कांट्रैक्टर ने सरकारी ठेका हासिल करने के लिए अधिकारियों को घूस देने के आरोपों को लेकर अपना दोष स्वीकार कर लिया है.
न्यूजर्सी के जर्सी सिटी के रहने वाले 42 साल के हितेश देसाई को अधिकतम 15 साल की कैद हो सकती है और 250000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना भी देना पड़ सकता है. उन्हें 2 अक्तूबर को सजा सुनाई जाएगी.
देसाई अमेरिका के मिलिट्री वेलफेयर की कई परियोजनाओं पर काम कर चुके हैं.
साल 2012 में देसाई दो ऐसे बिजनेसमैन से जुड़े, जिन्होंने संबंधित विभाग की मल्टीपल अवार्ड टास्क ऑर्डर कांट्रैक्ट (एमएटीओसी) नाम की लिस्ट में शामिल होने के लिए आवेदन किया था.
संघीय अभियोजकों ने कहा कि ''अक्टूबर 2012 से फरवरी 2013 के बीच देसाई ने विभाग में कार्यरत एक अधिकारी को 5000 अमेरिकी डॉलर की रिश्वत की पेशकश और वादा किया.’’
18 अक्तूबर 2012 और छह दिसंबर 2012 के बीच देसाई ने अपने काम में मदद करने के लिए अधिकारी को दो बार कुल मिलाकर 1000 अमेरिकी डॉलर की नकद राशि दी थी.

मलेशिया ने सिख आतंकी को भेजा भारत
29 June 2013
कुआलालंपुर। मलेशिया ने अंतरराष्ट्रीय सिख आतंकी संगठन का सदस्य माने जाने वाले भारतीय मूल के एक व्यक्ति को भारत के कहने पर भारत को प्रत्यर्पित कर दिया है ताकि उसपर भारत में मुकदमा चलाया जा सके। 41 वर्षीय सतपाल सिंह रघवीर सिंह को चार जनवरी को आव्रजन अपराधों के लिए उपनगरीय चेराज़ में गिरफ्तार किया गया था। उसे कल भारत को सांैप दिया गया।
अभियान और आतंक निरोधी विशेष कार्य बल के निदेशक मोहम्मद फुजी हारून ने कहा, हमारा मानना है कि वह सिख आतंकी समूह बब्बर खालसा अंतर्राष्ट्रीय का सदस्य है। हारून ने एक बयान में कहा, वह अपने संगठन को यात्रा के झूठे दस्तावेज उपलब्ध करवाता रहा है और उसने अपने संगठन की गतिविधियों के लिए हमारे देश का इस्तेमाल एक पारगमन बिंदु के रूप में किया। उन्होंने कहा कि सतपाल ने बब्बर खालसा अंतर्राष्ट्रीय के कई सदस्यों के लिए झूठे दस्तावेज तैयार किए थे। ये लोग वर्ष 2006 में भारत में हुए श्रृंखलाबद्ध धमाकों में शामिल थे।
बब्बर खालसा अंतर्राष्ट्रीय के चर सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वर्ष 2006 से देश में रह रहे संदिग्ध आतंकी सतपाल का पता लगाया। 4 अगस्त 2011 को गिरफ्तार किए गए संगठन के इन चार सदस्यों में रेस्तरां संचालक अमरजीत सिंह जसवीर सिंह, संगीत शिक्षक दलजीत सिंह अजैब खालसा और निर्माण ठेकेदार कंवल सिंह सौंध शामिल थे।
एक अन्य व्यक्ति दलजीत सिंह तरसेम सिंह को 13 मई को गिरफ्तार किया गया। सतपाल और चार अन्य लोगों को भी भारत को सौंपा गया है। ये लोग भारत में मुकदमे का इंतजार कर रहे हैं। हारून ने कहा, हम अपनी सीमाओं के भीतर मौजूद ऐसे आतंकी तत्वों की पहचान करने और उनके खात्मे के लिए दूसरे देशों में अपने समकक्षों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।

नियम-कायदों को लेकर अमेरिकी सांसद नई दिल्ली से खफा
29 June 2013
वाशिंगटन । अमेरिका के वरिष्ठ सांसदों ने भारत की व्यापार नीतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि नई दिल्ली नियमों के मुताबिक चलने की इच्छुक नहीं है। कांग्रेस सदस्य मारशा ब्लैकबर्न ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान कहा, ‘जब आप भारत की औद्योगिक नीति की ओर देखते हैं तो वहां व्यापार अवरोध, बड़े पैमाने पर पायरेसी, कर संबंधी भेदभाव और हमारी बौद्धिक संपत्ति अधिकारों का पूरा अनादर होता है। आप पाते हैं कि भारत एक ऐसा देश है जो फिलहाल नियमों के अनुसार चलने का इच्छुक नहीं है।’
उन्होंने भारतीय राजदूत निरूपमा राव की ओर से लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा, ‘सबसे खराब बात यह है कि वे इसको छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। इसका उदाहरण भी है। पिछले सप्ताह भारत की राजदूत ने मेरे कार्यालय को एक पत्र भेजकर अपने उन व्यवहारों का बचाव किया जिसकी वजह से अमेरिका में लाखों लोगों के रोजगार खत्म हो रहे हैं।’ बौद्धिक संपत्ति अधिकार को लेकर भारतीय नीतियों पर चिंता जाहिर करते हुए कांग्रेस सदस्य लियोनार्ड लांस ने कहा कि अमेरिका को बौद्धिक संपत्ति अधिकार की रक्षा के क्षेत्र में अपने नेतृत्व का प्रदर्शन करना चाहिए।

ताइवान में 5.4 तीव्रता का भूकंप
29 June 2013
ताइपेई। ताइवान में आज सुबह 5.4 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया, जिसमें अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजकर 51 मिनट पर आया, जो हुआलीन शहर के 62 किलोमीटर पूर्व में 20 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था. इससे राजधानी ताइपेई में कुछ सेकंड के लिए झटके महसूस किए गए.
पिछले आठ जून को इसी इलाके में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था.
द्वीप पर पिछले तीन जून को 6.2 तीव्रता का जबर्दस्त भूकंप महसूस किया गया था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और 21 लोग घायल हो गए थे. ये 700 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर स्थित हांगकांग में भी महसूस किया गया था.

आइंस्टीन के हस्ताक्षर वाली बाइबिल बिकी
29 June 2013
न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क सिटी में हुई नीलामी में महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के हस्ताक्षर वाली एक बाइबिल 68500 डॉलर की बिकी. इस बाइबिल की नीलामी बोनहम्स में पुस्तकों और पांडुलिपियों की नीलामी के तहत हुई है.
जर्मनी में जन्मे नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक आइंस्टीन और उनकी पत्नी ने साल 1932 में इस बाइबिल पर हस्ताक्षर किये थे और इसे अपने एक अमेरिकी मित्र हैरियट हैमिल्टन को दिया था.
बाइबिल की अनुमानित नीलामी राशि डेढ़ हजार डॉलर से ढाई हजार डॉलर के बीच आंकी गई थी. नीलामी घर ने हालांकि ये नहीं बताया कि ये बाइबिल किसने खरीदी है.

मंडेला की हालत में सुधार पर खतरा बरकरार
28 June 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की पुत्री मैकजीवे मंडेला ने कहा कि उनके पिता की हालत बहुत गंभीर है और कुछ भी हो सकता है। बृहस्पतिवार को दोपहर बाद मंडेला के स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार होने की आधिकारिक जानकारी दी गई। इसे देखते हुए राष्ट्रपति जैकब जुमा ने बृहस्पतिवार को अपनी मोजांबिक की यात्रा रद कर दी। जुमा को वहां दक्षिण अफ्रीकी विकास समुदाय के महत्वपूर्ण सम्मेलन में भाग लेने जाना था। जुमा बुधवार रात को मंडेला को देखने अस्पताल गए थे।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मंडेला की हालत अब भी नाजुक पर स्थिर है। राष्ट्रपति जैकब जुमा ने एक बयान में कहा है, वह बुधवार को जब मैंने देखा था तब से बृहस्पतिवार को बहुत बेहतर हैं। चिकित्सकों का दल शानदार काम कर रहा है। मैकजीवे ने अपने पिता की निजता के हनन को लेकर विदेशी मीडिया की तीव्र आलोचना की है। उन्होंने कहा, 'मेरे पिता की हालत काफी गंभीर है।' मंडेला का परिवार मेडिक्लीनिक हर्ट हॉस्पिटल में ही मौजूद है। रंग भेद की नीति के खिलाफ लड़ने वाले 94 वर्षीय मंडेला फेफड़ों में संक्रमण के बाद गत आठ जून से अस्पताल में भर्ती हैं। मैकजीवे ने कहा, 'सिर्फ भगवान ही जानते हैं कि उनके जाने का समय कब है। हम सभी उनके साथ हैं। वह बीच- बीच में अपनी आंखें खोल कर हमें उम्मीद की किरण दिखा रहे हैं लेकिन आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है।' राष्ट्रपति के प्रवक्ता मैक महाराज ने कहा कि डॉक्टर पूर्व राष्ट्रपति मंडेला की हालत स्थिर रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।

भारत-चीन और अमेरिका में सामरिक गठजोड़ की पैरवी
28 June 2013
बीजिंग। जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने आंतकवाद के मुद्दे पर भारत, चीन और अमेरिका के बीच त्रिपक्षीय सामरिक गठजोड़ की वकालत की है। उन्होंने नई विश्व व्यवस्था में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ऐसा करना जरूरी बताया।
स्वामी चीनी विदेश मंत्रालय के सहयोग से सिंग्हुआ यूनिवर्सिटी में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निरंतर बढ़ रहे आतंकवाद के कारण विश्व को खतरा उत्पन्न हो गया है। सोवियत संघ के विघटन के बाद भारत और चीन के मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस त्रिपक्षीय गठजोड़ से वैश्विक सामरिक जिम्मेदारी को साझा करने में मदद मिलेगी।
'बदलती दुनिया में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा : नवीनता, समन्वय और विकास' विषय पर बोलते हुए स्वामी ने कहा, '21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए कुछ नया सोचने की जरूरत है। इसलिए मैं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए त्रिपक्षीय सामरिक गठजोड़ की वकालत कर रहा हूं।'
चीन की लगातार यात्रा करने वाले स्वामी का चीनी नेताओं के साथ करीबी संबंध है। उन्होंने कहा कि मौजूदा अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत भारत और चीन दोनों प्रभावशाली आर्थिक बुनियाद रखते हैं। दोनों देशों में आठ से दस प्रतिशत तक की विकास दर है और दोनों देश तुलनात्मक रूप से ऋण भी कम लेते हैं।
स्वामी ने कहा, 'देशों के बीच साझेदारी के लिए नए उदाहरण पेश करने की जरूरत है। धर्म आधारित आतंकवाद के तेजी से बढ़ने के कारण ऐसा जरूरी है। अनेक आतंकी संगठन आज साइबर तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, वेबसाइट चला रहे हैं और इंटरनेट बैंकिंग कर रहे हैं।'

कनाडा में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़
28 June 2013
टोरंटो। कनाडा के एक वैदिक हिंदू मंदिर में दो लोगों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने की घटना सामने आई है। इससे यहां अल्पसंख्यक समुदाय में गुस्से की लहर है। लोग इसे हिंदुओं के खिलाफ घृणा अपराध के रूप में देख रहे हैं।
ब्रिटिश कोलंबिया के सरे स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में गत 23 जून को दो लोगों ने बेसबॉल के बल्ले से मंदिर की सामने वाली तीन खिड़कियां तोड़ डालीं। वीडियो रिकॉर्डिग में हमलावरों की करतूत साफ दिखाई दे रही है। तोड़फोड़ करने के बाद वे बल्ले वहीं छोड़कर भाग गए। रिपोर्ट के मुताबिक घटना स्थल से मिले एक बल्ले पर सिख नाम लिखा हुआ है। साथ ही यहां सिख धार्मिक चिह्न कंडा भी मिला है।
वैदिक हिंदू संस्कृति समाज के अध्यक्ष पुरुषोत्तम गोयल ने कहा कि यह सामान्य तोड़ फोड़ नहीं है जो किसी ने मंदिर को नुकसान पहुंचाने के लिए की है। बल्कि यह घृणा अपराध है। यह दुर्भाग्यपूर्ण और व्यथित करने वाला है। वैदिक समाज के सचिव विनय शर्मा ने कहा कि मैं हैरान हूं। कुछ चोरी नहीं हुआ, बस मंदिर को नुकसान पहुंचाया है। किसी ने भी नहीं सोचा था कि इस तरह का नस्ली हमला होगा। हालांकि सरे की पुलिस इसे घृणा अपराध नहीं मान रही और तोड़ फोड़ के मामले की तरह इसकी जांच कर रही है।

चीन ने दलाई लामा के चित्र पर लगा प्रतिबंध हटाया
28 June 2013
बीजिंग। चीन के अधिकारियों ने तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं पर 17 साल पहले लगाया गया एक प्रतिबंध हटा लिया है। यह प्रतिबंध एक प्रमुख बौद्ध मठ में दलाई लामा के चित्र के प्रदर्शन से जुड़ा था। ब्रिटेन के एक मानवाधिकार समूह ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। इसे चीन की नीतियों में एक अप्रत्याशित बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। यह बदलाव इस अशांत क्षेत्र में तनाव कम करने वाला साबित हो सकता है।
चीन का यह निर्णय तिब्बत की राजधानी ल्हासा स्थित गादेन मठ से संबंधित है। यह तिब्बत का ऐतिहासिक रूप से सर्वाधिक महत्वपूर्ण धार्मिक संस्थान है जिसमें वर्ष 1996 से दलाई लामा का चित्र लगाने पर प्रतिबंध था। ब्रिटेन स्थित फ्री तिब्बत समूह ने तिब्बत की स्थिति की सीधी जानकारी रखने वाले समूह के हवाले से यह बात कही है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सत्ता संभालने के बाद धार्मिक प्रतिबंधों में ढील देने और तिब्बत को लेकर नीतियों में हुए बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।

कोट लखपत जेल में बंद एक और भारतीय कैदी की मौत
28 June 2013
लाहौर। पाकिस्तानी की कोट लखपत जेल में बंद एक और भारतीय कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। पाकिस्तानी जेल अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल में भर्ती जाकिर मुमताज का दिल का दौरा पड़ने से बुधवार को निधन हो गया। इससे पहले लाहौर की इसी जेल में बंद चमेल सिंह और सरबजीत सिंह साथी कैदियों के हमले में जान गंवा चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार अमृतसर के निकट एक गांव के निवासी जाकिर (50) ने जिन्ना अस्पताल में दम तोड़ा। जाकिर की मौत की सही वजह का पता पोस्टमार्टम के बाद ही चलेगा। गैरकानूनी तरीके से पाकिस्तान सीमा में प्रवेश करने के आरोप में जाकिर को तीन अगस्त, 2011 को पकड़ा गया था। उसे पहले शेखूपुरा जेल में रखा गया था और बाद में वहां से कोट लखपत जेल स्थानांतरित कर दिया गया। जहां आमतौर पर भारत के ज्यादातर कैदी बंद हैं।
गौरतलब है कि चमेल सिंह और सरबजीत सिंह पर कोट लखपत जेल में हुए जानलेवा हमले को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया था। इन हमलों की प्रतिक्रिया में पाकिस्तानी कैदी सनाउल्ला पर भी जम्मू की एक जेल में हमला हुआ था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी।

मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह मामले की जांच को समिति
28 June 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
यह मामला मुशर्रफ द्वारा देश में आपातकाल लगाए जाने से संबंधित है। उन्होंने नवंबर, 2007 में देश में आपातकाल लगाया था और संविधान को निलंबित कर दिया था। उन्होंने उन दर्जनों चोटी के जजों को नजरबंद कर दिया था, जिन्होंने उनके अस्थायी संवैधानिक आदेश के तहत शपथ लेने से इन्कार कर दिया था। गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली को बताया कि चार सदस्यीय समिति मामले की जांच करेगी। इसमें संघीय जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है। समिति अपनी जांच के बारे में गृह मंत्रालय का सूचित करती रहेगी। यह जितना संभव होगा उतने कम समय में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
इससे पहले गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह संबंधी कार्यवाही प्रारंभ करने की मांग वाली याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रखा। अटार्नी जनरल मुनीर मलिक ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मुशर्रफ द्वारा आपातकाल लगाए जाने के मामले की जांच एक समिति करेगी। इसे लेकर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गृह सचिव को जरूरी निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जांच प्रक्रिया की निगरानी के लिए आयोग का भी गठन किया जाएगा। इसके लिए समयसीमा तय की जाएगी।

रड ने ली ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ
28 June 2013
मेलबर्न। केविन रड ने गुरुवार को दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। रड ने नेतृत्व की लड़ाई में पूर्व प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड को बडे़ ही नाटकीय ढंग से हराया और वर्ष 2010 में हुई अपनी हार का बदला लिया। रड अब 14 सितंबर को होने वाले आम चुनाव में लेबर पार्टी का नेतृत्व करेंगे।
55 वर्षीय रड ने देश के 28वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। केनबरा गवर्मेट हाउस में हुए समारोह में उन्हें गर्वनर जनरल क्यूंटिन ब्रायस ने शपथ दिलाई। संसद में अपने पहले संबोधन में रड ने कहा कि राजनेताओं की जिंदगी बहुत ही कठिन होती है। हमें एक दूसरे के साथ विनम्रता और शिष्टता से पेश आना चाहिए।
रड देश की पहली महिला प्रधानमंत्री गिलार्ड से ज्यादा लोकप्रिय हैं। ऐसे समय में जब विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के चुनाव जीतने की संभावनाएं दिखाई दे रही थीं, रड के नेतृत्व में लेबर पार्टी करारी शिकस्त से बच सकती है। गिलार्ड के समय में लेबर पार्टी की लोकप्रियता कम हो गई थी। माना जा रहा है कि रड की नियुक्ति से आगामी चुनाव में पार्टी को बढ़त मिलेगी। विश्लेषकों का मानना है कि वह चुनाव 24 अगस्त को भी करवा सकते हैं ताकि लेबर पार्टी की लोकप्रियता को भुनाया जा सके। आम चुनाव से पहले पार्टी अध्यक्ष के लिए हुए एक गुप्त मतदान में रड ने 45 के मुकाबले 57 मत प्राप्त किए। हार के बाद गिलार्ड ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी।

अमेरिका स्नोडेन के प्रत्यर्पण को रूस पर बढ़ा रहा दबाव
28 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म की जानकारी लीक करने वाले सीआइए के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन को प्रत्यर्पित कराने के लिए ओबामा प्रशासन रूस पर दबाव बढ़ा रहा है। अमेरिका ने रूस से स्नोडेन को तत्काल प्रत्यर्पित करने को कहा है। पुतिन ने मंगलवार को स्नोडेन को अमेरिका को सौंपने से इन्कार के अपने फैसले से पीछे हटने से मना कर दिया था। इस बीच, स्नोडेन चार दिन से मास्को हवाई अड्डे पर ही अटके हैं।
अमेरिका अन्य देशों पर भी दबाव बना रहा है कि स्नोडेन को अपनी जमीन पर उतरने की अनुमति न दें या पहुंचते ही गिरफ्तार कर लें। रूस के विदेश मंत्री ने पुतिन के बयान को दोहराते हुए कहा कि स्नोडेन किसी जगह का चयन कर जल्द से जल्द मास्को से निकल सकते हैं। हालांकि, इक्वाडोर के विदेश मंत्री ने कहा कि स्नोडेन को शरण देने या नहीं देने का फैसला लेने में उन्हें दो महीने लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि असांजे के मामले में फैसला लेने में हमें दो महीने लगे थे। इसलिए स्नोडेन के मामले में जल्दी की उम्मीद न की जाए।
एनएसए के प्रवक्ता कैटलिन हेडेन ने कहा कि पुतिन भी इस बात से सहमत हैं कि इस मुद्दे का द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक असर नहीं पड़ना चाहिए। रूस के साथ प्रत्यर्पण संधि न होने के बावजूद यात्रा दस्तावेजों और लंबित आरोपों के आधार पर स्नोडेन को निष्कासित करने का कानूनी आधार है। पुतिन ने कहा था कि वह मास्को की पहुंच से बाहर है क्योंकि उसने आव्रजन सीमा पार नहीं की है और तकनीकी रूप से वह रूस की सीमा में नहीं है।
इस बीच, ओबामा प्रशासन ने कहा है कि रूस स्नोडेन को तत्काल अमेरिका को प्रत्यर्पित करे। राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ अफ्रीका दौरे पर गए व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने कहा कि स्नोडेन रूस के हवाई अड्डे पर है। हम समझ गए हैं कि उसने मास्को को ही यात्रा के लिए क्यों चुना। रूस को चुनने से विवाद खड़ा होना ही था, जिस पर वहां की सरकार को विचार करना ही होगा। हम विवाद को बढ़ाना नहीं चाहते।
अमेरिका की धमकी से बीजिंग-रूस आएंगे करीब
एडवर्ड स्नोडेन को निष्कासित करने के लिए रूस और चीन पर दबाव बनाने से कुछ नहीं होगा। उल्टा मास्को और बीजिंग के बीच संबंध मजबूत होंगे। संसद के निचले सदन की विदेश मामलों की समिति के मुखिया एलेक्सी पुशकोव ने ट्वीट में लिखा कि इस मामले में अमेरिका द्वारा बनाए जा रहे दबाव से वाशिंगटन, मास्को और बीजिंग के संबंध बिगड़ सकते हैं। उनकी यह टिप्पणी विदेश मंत्री सेरेगी लावरोव के बयान के बाद आई है। उन्होंने कहा था कि स्नोडेन की यात्रा से रूस का कोई लेना-देना नहीं है।

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का समलैंगिकों के विवाह पक्ष में फैसला
28 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को समलैंगिकों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने वालों को एक बड़ी जीत दी। अदालत ने व्यवस्था दी कि समलैंगिक विवाह रचाने वाले पुरुष या महिला जोड़े अमेरिकी संघीय सरकार से मिलने वाले सभी लाभों के हकदार हैं। इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने कैलिफोर्निया में समलैंगिक शादी का मार्ग प्रशस्त कर दिया, हालांकि कोर्ट ने समलैंगिकों को शादी करने का मौलिक अधिकार होने की व्यवस्था नहीं दी।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही अमेरिकी अटार्नी जनरल इरिक होल्डर को सभी संबंधित संघीय कानूनों की समीक्षा करने का निर्देश दिया है ताकि अदालत द्वारा दी गई व्यवस्था को लागू करना सुनिश्चित हो सके।
शीर्ष अदालत की नौ सदस्यीय पीठ इस पर फैसला लेने में एकमत नहीं थी। संघीय कानून डिफेंस ऑफ मैरेज एक्ट (डोमा) की वैधानिकता से जुड़े दो मामलों में पीठ ने 5-4 से फैसला दिया। यह कानून समलैंगिक विवाह वाले जोड़ों को कोई भी संघीय लाभ नहीं देता। कैलिफोर्निया में 2008 में बने कानून में समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंधित था। अदालत ने डोमा के केंद्रीय हिस्से को खारिज कर दिया और समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध से जुड़े कैलिफोर्निया के मतदाताओं द्वारा स्वीकृत कानून को रद करने के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा। उल्लेखनीय है कि हाल में हुए एक जनमत सर्वेक्षण से पता चला है कि अमेरिकी जनता में गे मैरेज के लिए समर्थन बढ़ रहा है।

अमेरिका में भारतीय अमेरिकी सांसद का सम्मान
28 June 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी सांसदों ने कैलिफोर्निया राज्य से कांग्रेस के लिए निर्वाचित पहले भारतीय दलीप सिंह सौंद को कैलिफोर्निया हॉल ऑफ फेम में शामिल करने का आग्रह किया है.
एमी बेरा की अगुवाई में कैलिफोर्निया से 14 सांसदों के एक समूह ने कैलिफोर्निया के गवर्नर जेरी ब्राउन को एक पत्र भेजा है, जिसमें सौंद को एशियाई अमेरिकी समुदाय और मानवाधिकार की पैरवी करने वाला बताया है.
सांसदों ने पत्र में कहा है कि ''व्यापक इमीग्रेशन सुधार की दिशा में हम काम करते रहेंगे, वहीं कैलिफोर्निया के सांसद दलीप सिंह सौंद ने जो योगदान दिया है, उसके कारण उनका कैलिफोर्निया हॉल ऑफ फेम में उल्लेख होना चाहिए.’’
पत्र में कहा गया है कि दलीप सिंह सौंद का भारत के एक छोटे से गांव में जन्म हुआ. 1920 में वो स्टडी के लिए कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में आए और फिर एमए और गणित में पीएचडी की.
''सौंद का राजनीतिक करियर 1942 में शुरू हुआ, जब वो अमेरिका में इंडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए थे.’’
साल 1956 में सौंद पहली बार अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा के लिए निर्वाचित हुए थे. वो तीन बार सदन के लिए चुने गए.

पाकिस्तान में जज के काफिले पर हमला, 12 मरे
27 June 2013
कराची। पाकिस्तान के सिंध हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के काफिले को निशाना बनाकर किए गए बम धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई है। बुधवार सुबह हुए इस धमाके में जज समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी तहरीक ए तालिबान ने ली है।
जस्टिस मकबूल बकार के काफिले पर हमला तब किया गया जब वह अदालत के लिए जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बम मोटरसाइकिल में लगाया गया था और जैसे ही जज की कार वहां से निकली उसमें जबर्दस्त धमाका हो गया। बताया जाता है कि यह मोटरसाइकिल सुबह से ही सड़क के किनारे खड़ी थी। विस्फोट में जज के ड्राइवर, छह पुलिस वाले और दो पाकिस्तानी रैंजर्स की भी मारे गए हैं। धमाके में एक पुलिस मोबाइल वैन और दो मोटरसाइकिलें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
धमाके में गंभीर रूप से घायल जस्टिस बकार को इलाज के लिए तुरंत ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों के मुताबिक जज की हालत खतरे से बाहर है। बताया जाता है कि जस्टिस बकार लश्कर ए झांगवी की हिटलिस्ट में थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आमिर शेख ने कहा कि आतंकियों के मामलों की सुनवाई कर रहे जस्टिस बकार को तालिबान और लश्कर ए झांगवी से धमकियां मिल चुकी थीं। शेख ने बताया कि हमले की जांच के लिए छह टीमों का गठन किया गया है।

मंडेला की हालत अत्यंत नाजुक, परिवार में दफनाने के स्थान को लेकर विवाद
27 June 2013
प्रीटोरिया। रंगभेद का विरोध करने वाले विश्वविख्यात नेता नेल्सन मंडेला की हालत बहुत नाजुक है, उन्हें अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। इस सब के बीच परिवार में उनके अंतिम संस्कार के स्थान को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है।
स्टार समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक मंडेला के पोते मांडला मंडेला चाहते हैं कि नेल्सन मंडेला को मवेजो गांव में दफनाया जाए। गौरतलब है कि मंडेला का जन्म मवेजो में ही हुआ था। जबकि परिवार के अन्य सदस्यों का कहना है कि उन्हें अपने बच्चे के कब्र के पास दफनाया जाना चाहिए।
बताया गया है कि मंडला की भी यही इच्छा थी कि उन्हें अपने बच्चे के कब्र के पास दफनाया जाए।
उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रिटोरिया हार्ट क्लिनिक में जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है, जहां वह गत 8 जून से फेफड़े के संक्रमण से जूझ रहे हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इस महान नेता का स्वास्थ्य इस हद तक खराब हो गया है कि वे जीवनरक्षक वेंटिलेटर के जरिये सांस ले रहे हैं।
यह खुलासा ऐसे समय पर हुआ है जब अबा थेमबू जाति के बुजुर्ग आज अस्पताल की यात्रा के दौरान मंडेला की स्थिति का आकलन करेंगे और आगे की कार्रवाई पर फैसला करेंगे। मंडेला इसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। एक अन्य सूत्र के मुताबिक मंडेला के गुर्दे काम नहीं कर रहे हैं और हर दूसरे दिन तीन घंटे तक उनका डायलसिस किया जा रहा है।

गिलार्ड ने शर्त में गंवाया प्रधानमंत्री पद, केविन रड ने संभाली ऑस्ट्रेलिया की सत्ता
27 June 2013
कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के सत्तारूढ़ दल में हुए शक्ति परीक्षण में करारी हार के बाद जूलिया गिलार्ड ने बुधवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। पार्टी के नेता केविन रड नए प्रधानमंत्री बन गए हैं।
चुनाव की शर्त के मुताबिक गिलार्ड को राजनीति से संन्यास लेना होगा। गिलार्ड ने अपनी लेबर पार्टी में कई दिनों से चल रही खींचतान से परेशान होकर खुद ही चुनाव करवाने की मांग की थी। बुधवार को नाटकीय घटनाक्रम के साथ हुए चुनाव में गिलार्ड 45 और केविन को 57 वोट मिले। केविन अपनी पार्टी में ज्यादा लोकप्रिय हैं। महज तीन माह बाद देश में संसदीय चुनाव होने हैं।
लेबर पार्टी को वापस सत्ता में लाएंगे केविन
केविन का जन्म 21 सितंबर 1957 को हुआ था। वे 2006 से 2010 तक लेबर पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं। वे 2007 से 2010 के बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री थे। लेबर पार्टी को उम्मीद है कि केविन के प्रधानमंत्री बनने से पार्टी फिर सत्ता में आ सकती है।
गिलार्ड के साथ क्या थी परेशानी
अच्छे आर्थिक विकास, बेरोजगारी दूर करने और कम ब्याज दर जैसे लोकलुभावन रास्ते अपनाने के बाद भी अलोकप्रियता बढ़ रही थी। लोग उन पर कहीं केक तो कहीं सैंडविच फेंक रहे थे। एक रायशुमारी के अनुसार गिलार्ड के नेतृत्व में पार्टी को 35 सीटों का नुकसान होता। 150 सदस्यों वाली संसद में विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी इन्हें सत्ता से बेदखल कर सकती थी।
हारने पर राजनीति छोड़ने की थी शर्त
गिलार्ड ने रड को चुनौती दी थी कि अगर वे चुनाव जीत गए तो लेबर पार्टी और देश का नेतृत्व वे संभालेंगे। अगर हार गए तो राजनीति को अलविदा कहना होगा। गिलार्ड को अपनी जीत की उम्मीद थी। हारने के बाद गिलार्ड ने कहा है कि यह शर्त उन पर भी लागू होती है।

स्नोडेन के शरण अनुरोध की समीक्षा की जाएगी: इक्वाडोर
27 June 2013
मास्को। दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर ने कहा है कि वह अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी के पूर्व कांट्रैक्टर को शरण दिये जाने के अनुरोध को जिम्मेदारी के साथ समीक्षा करेंगे। साथ ही उसने अमेरिका से कहा है कि प्रत्यर्पण के पक्ष में अपनी बात रखें।
अमेरिका स्थित इक्वाडोर के दूतावास के प्रभारी एफ्रेन बॉस ने एक बयान जारी कर कहा कि एडवर्ड स्नोडेन ने इक्वाडोर में राजनीतिक शरण दिये जाने का अनुरोध किया है। इस अनुरोध की जिम्मेदारी के साथ समीक्षा की जायेगी जैसे कि इक्वाडोर के पास हर साल राजनीतिक शरण दिये जाने के लिये आने वाले अन्य आवेदनों पर किया जाता है।
बॉस ने कहा कि प्रत्येक मामले में कानूनी आधार की सख्ती के साथ जांच, राष्ट्रीय संविधान और लागू होने वाले राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय कानूनी रूपरेखा के अनुसार जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि इस कानूनी प्रक्रिया में मानवाधिकारों के दायित्वों पर भी विचार किया जाता है। बॉस ने कहा कि इक्वाडोर की सरकार ने अमेरिका से अनुरोध किया है कि वह लिखित में इस आवेदन पर स्थिति स्पष्ट करें ताकि हमारे व्यापक समीक्षा प्रक्रिया के तहत उस पर विचार किया जा सके।
इक्वाडोर के दूतावास ने हाल में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा इक्वाडोर के बारे में हानि पहुंचाने वाले, असत्य और व्यर्थ दावों को कड़ाई के साथ खारिज कर दिया। इस बीच न्यूयार्क टाइम्स की ख़बर के मुताबिक इक्वाडोर के विदेश मंत्री रिकाडरो् पटिनो ने कहा है कि स्नोडेन को राजनीतिक शरण दी जाये या नहीं, इस पर उनकी सरकार को फैसला लेने में कई महीने लग सकते हैं।

चीन में दंगा, 27 की मौत
27 June 2013
बीजिंग। चीन में बुधवार को हुए दंगे में 27 लोगों की मौत हो गई है। इनमें नौ सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। तनावग्रस्त शिनजियांग प्रांत में चाकू लिए दंगाइयों ने थानों और सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया। इसे प्रांत में 2009 के बाद का सबसे बड़ा दंगा बताया जा रहा है। उस समय के दंगे में करीब 200 लोग मारे गए थे
सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि दंगे शनशान काउंटी के लुककुन नगर क्षेत्र में हुए। अधिकारियों ने बताया कि चाकुओं से लैस भीड़ ने नगरक्षेत्र के थानों और सरकारी इमारतों पर हमला कर दिया। भीड़ ने लोगों पर चाकुओं से हमला किया और पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 10 दंगाइयों को मार गिराया। तीन दंगाइयों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस भागे दंगाइयों की तलाश कर रही है। यह नहीं बताया गया है कि दंगे में करीब कितने लोग शामिल थे।
इस प्रांत में 90 लाख उइगुर और हांस समुदाय के लोगों के बीच भीषण संघर्ष होते रहे हैं। हांस समुदाय के लोग प्रांत में आकर बस रहे हैं और शिनजियांग में उनकी आबादी 40 प्रतिशत से अधिक हो गई है।

नया रिकार्ड बना पृथ्वी पर सकुशल लौटे चीन के तीनों अंतरिक्षयात्री
27 June 2013
बीजिंग। चीन के तीनों अंतरिक्षयात्री बुधवार को सकुशल पृथ्वी पर लौट आए। वह चीन की प्रस्तावित अंतरिक्ष प्रयोगशाला के लिए प्रयोग करने गए थे और 14 दिन बाद वापस आए हैं। ऐसा कर उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
शेंगझू-10 अंतरिक्षयान चीन के अंदरूनी मंगोलिया के गोबी मरुस्थल में सुरक्षित उतरा। इसका सरकारी टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया गया। अंतरिक्षयात्रियों के सुरक्षित उतरने के बाद चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के कमांडर-इन-चीफ झांग युशिया ने शेंगझू-10 मिशन के सफल होने की घोषणा की। इस मिशन में देश की दूसरी महिला अंतरिक्षयात्री वांग यापिंग भी शामिल थीं। वांग मिशन के कमांडर नेई हेशेंग और एक अन्य अंतरिक्ष यात्री झांग शियूगांग के साथ बाहर आई। वांग ने कक्षा में अंतरिक्षयात्रियों के सहयोग से पृथ्वी पर लाखों चीनी छात्रों के लिए 40 मिनट का व्याख्यान दिया।
शेंगझू-10 चीन का पांचवां और सबसे लंबा मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है। इसे 11 जून को रवाना किया गया था। इसके माध्यम से चीन 2020 तक स्थायी अंतरिक्ष प्रयोगशाला स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।

2017 तक 80 हजार सैनिक कम करेगा अमेरिका
27 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी सेना ने बजट में कटौती की योजना के तहत वर्ष 2017 तक अपने सैनिकों की संख्या में अस्सी हजार कमी की घोषणा की है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिकी सैनिकों की संख्या में यह सबसे बड़ी कटौती में से एक होगी।
अमेरिकी सेना प्रमुख जनरल रेमंड ओडीर्नो ने बताया कि इस कटौती का कई अमेरिकी सैन्य अड्डों और विदेश में सैनिकों की मौजूदगी पर तो असर पड़ेगा, लेकिन एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती कतई प्रभावित नहीं होगी। उनके मुताबिक बजट में कटौती, अफगानिस्तान और इराक से सेना की वापसी और 2012 डिफेंस स्ट्रेटजिक गाइडेंस के कारण अमेरिका युद्धकालीन सैनिकों की संख्या पांच लाख 70 हजार से कम कर चार लाख 90 हजार करने जा रहा है। इसके अंतर्गत 10 जगहों कर पूरी ब्रिगेड को खत्म किया जाएगा। जर्मनी में दो सैन्य अड्डे खत्म किए जाएंगे। इससे अमेरिकी सैनिकों की संख्या 9/11 के पहले के स्तर पर पहुंच जाएगी।
ओडीर्नो ने बताया कि 14 प्रतिशत की यह कटौती गहन विश्लेषण, 12 वर्ष के युद्ध से प्राप्त अनुभव और सेना की कार्यक्षमता में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। उन्होंने बताया कि सेना कुल 12 ब्रिगेड टीमों को समाप्त करेगी। उनका कहना है कि हजारों सैनिकों को स्थानांतरित करना पड़ेगा और इससे कुछ असैन्य लोगों को नौकरी से हटाना पड़ेगा, लेकिन इससे सेना की युद्ध संबंधी तैयारी पर असर नहीं पड़ेगा।

कैलिफोर्निया में अक्टूबर में मनेगा हिंदू जागरुकता माह
27 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य की सीनेट ने हिंदू अमेरिकियों के योगदान को मान्यता देने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है। इसके तहत इस साल अक्टूबर को हिंदू जागरुकता माह के रूप में मनाने की घोषणा की गई है।
सीनेट में बहुमत दल की नेता एलेन कॉर्बेट ने प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने में वाशिंगटन स्थित हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन [एचएएफ] के साथ काम किया। कॉर्बेट हिंदू अमेरिकियों के प्रति अपने समर्थन के लिए जानी जाती हैं। उनके द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कैलिफोर्निया 3.7 लाख से अधिक हिंदू अमेरिकियों का घर है, जो हमारे राज्य की विविधता और शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कारोबार, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में पेशेवर दक्षता को मजबूत करते हैं।
प्रस्ताव में स्वामी विवेकानंद द्वारा 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में अमेरिका को आधिकारिक रूप से हिंदू धर्म से परिचित कराने का उल्लेख है। सोमवार को पारित हुए इस प्रस्ताव में कहा गया है कि कैलिफोर्निया में अब 50 से अधिक हिंदू मंदिर है। वहीं सैन फ्रांसिस्को बे क्षेत्र में इनकी संख्या 20 से अधिक है।

सबसे शक्तिशाली सेलिब्रिटी की सूची में ओप्रा विंफ्रे शीर्ष पर
27 June 2013
न्यूयार्क। दो साल दूसरे स्थान पर रहीं मशहूर टीवी प्रस्तोता ओप्रा विंफ्रे का नाम बुधवार को फो‌र्ब्स ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेलिब्रिटी के रूप में घोषित किया है। फो‌र्ब्स की इस सूची के शीर्ष दस शीर्ष लोगों में छह महिलाएं व चार पुरुष हैं।
अपना टीवी नेटवर्क चलाने वाली विंफ्रे सौ शक्तिशाली सेलिब्रिटीज की वार्षिक सूची में पांचवीं बार शीर्ष स्थान पाया है। गायिका लेडी गागा दूसरे स्थान पर रहीं। तीसरे नंबर पर निर्माता-निर्देशक स्टीवेन स्पीलबर्ग रहे। इसके बाद गायिका बेओंस और मडोना को स्थान मिला है। इसकी घोषणा करते हुए फो‌र्ब्स डॉट कॉम की डोरोथी पोमेरांत्ज ने कहा, 'उस तरह की अनुरूपता और शक्तिवाला कोई और नहीं है। वर्ष 1999 से ही केवल तीन ही लोग हैं जो हमारी हर सूची में शामिल हैं। वे हैं ओप्रा, हावर्ड स्टर्न एवं स्टीवेन स्पीलबर्ग। इस सूची में पिछले साल इस सूची में पहले नंबर पर रहीं गायिका व अभिनेत्री जेनिफर लोपेज इस बार शीर्ष दस में भी स्थान नहीं पा सकी व उन्हें बारहवां स्थान मिला है। जून 2012 से 2013 तक 77 मिलियन डॉलर [करीब 468 करोड़ रुपये] कमाने के बावजूद विंफ्रे सबसे अधिक कमाने वाली सेलिब्रिटी नहीं हैं। इस अवधि में 125 मिलियन डॉलर [759 करोड़ रुपये] के साथ मडोना सबसे ऊपर हैं।।

भारत-अमेरिका संबंध बहुत महत्वपूर्ण : अमेरिकी रक्षामंत्री
27 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षामंत्री चक हेगल ने भारत तथा अमेरिका के बीच संबंधों को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ओबामा प्रशासन दोनों देशों के बीच संबंधों को और घनिष्ठ बनाने के लिए काम करेगा।
हेगल ने बुधवार को कहा, मैं आपको बता दूं कि भारत-अमेरिका के संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ने यह बात साफ कर दी है, विदेशमंत्री केरी ने अपनी हाल की (भारत) यात्रा में इस पर ध्यान दिया था। रक्षा मंत्री ने कहा, हमें विश्वास है तथा हम संबंधों को और घनिष्ठ बनाने के लिए काम करना जारी रखेंगे। हालांकि हेगल ने कहा कि उन्हें भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए नौकरशाही संबंधी बाधाएं घटाने को लेकर उप-रक्षा मंत्री ऐश कार्टर के भारत के साथ काम करने के प्रयासों की समीक्षा करने का मौका नहीं मिला है
हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच सैन्य संबंध गहरे हुए हैं। नई दिल्ली में इस हफ्ते हुई चौथी भारत-अमेरिका रणनीतिक वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के नेतृत्व में जो अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल आया था, उसमें अमेरिकी प्रशांत कमान के कमांडर शामिल थे।
अमेरिकी थलसेना के अध्यक्ष रेमंड ओडिएरनो भी जुलाई में भारत का दौरा करेंगे। इस दौरान वह अपने भारतीय समकक्ष से मिलेंगे और दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने की कोशिश करेंगे।

रूस का सीआइए एजेंट के प्रत्यर्पण से इन्कार
27 June 2013
मास्को। रूस ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआइए) के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन को प्रत्यर्पित करने से इन्कार कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि स्नोडेन मास्को हवाई अड्डे पर ही है। अमेरिकी आरोपों को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए चीन ने कहा है कि इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। अमेरिका ने कहा था कि रूस-चीन ने स्नोडेन को हांगकांग से भागने में मदद की है
हांगकांग से भागने के बाद से स्नोडेन का पिछले दो दिन से कोई अता-पता नहीं था, लेकिन दुनिया के संशय को दूर करते हुए अचानक रूसी राष्ट्रपति ने एक प्रेस कांफ्रेंस में उसके अपने देश में मौजूद होने की पुष्टि कर दी। पुतिन ने कहा कि स्नोडेन स्वतंत्र है। हालांकि, उनका कहना था कि स्नोडेन का रूस आना अप्रत्याशित था।
पुतिन के पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि रूस का स्नोडेन से कोई लेना देना नहीं है। वह रूस की सीमा में नहीं है। हांगकांग से उड़ान भरने के बाद वह कहां है, इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है।
इस बीच, इक्वाडोर ने स्नोडेन मामले से पल्ला झाड़ लिया है। वियतनाम की यात्रा पर आए इक्वाडोर के विदेश मंत्री रिकार्डो पेटिनो ने हनोई में कहा, अमेरिका ने हमसे स्नोडेन के बारे में बात की थी लेकिन हमें उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, अमेरिका के आधारहीन आरोप मंजूर नहीं हैं। अमेरिका का यह कहना गलत है कि स्नोडेन 34 दिनों तक हांगकांग में रहा और फिर उसे मास्को रवाना कर दिया गया। चुनयिंग ने कहा, बयान हैरान करने वाला है, अमेरिकियों को सलाह है कि वे खुद को शीशे में देखें और अपने मूल मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें। आधारहीन आरोप लगाने से दोनों देशों के रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। अमेरिका ने भी स्नोडेन मामले में रूस और चीन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए द्विपक्षीय रिश्ते प्रभावित होने की बात कही थी।

रूस का सीआइए एजेंट के प्रत्यर्पण से इन्कार
26 June 2013
मास्को। रूस ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआइए) के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन को प्रत्यर्पित करने से इन्कार कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि स्नोडेन मास्को हवाई अड्डे पर ही है। अमेरिकी आरोपों को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए चीन ने कहा है कि इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। अमेरिका ने कहा था कि रूस-चीन ने स्नोडेन को हांगकांग से भागने में मदद की है
हांगकांग से भागने के बाद से स्नोडेन का पिछले दो दिन से कोई अता-पता नहीं था, लेकिन दुनिया के संशय को दूर करते हुए अचानक रूसी राष्ट्रपति ने एक प्रेस कांफ्रेंस में उसके अपने देश में मौजूद होने की पुष्टि कर दी। पुतिन ने कहा कि स्नोडेन स्वतंत्र है। हालांकि, उनका कहना था कि स्नोडेन का रूस आना अप्रत्याशित था।
पुतिन के पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि रूस का स्नोडेन से कोई लेना देना नहीं है। वह रूस की सीमा में नहीं है। हांगकांग से उड़ान भरने के बाद वह कहां है, इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है।
इस बीच, इक्वाडोर ने स्नोडेन मामले से पल्ला झाड़ लिया है। वियतनाम की यात्रा पर आए इक्वाडोर के विदेश मंत्री रिकार्डो पेटिनो ने हनोई में कहा, अमेरिका ने हमसे स्नोडेन के बारे में बात की थी लेकिन हमें उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, अमेरिका के आधारहीन आरोप मंजूर नहीं हैं। अमेरिका का यह कहना गलत है कि स्नोडेन 34 दिनों तक हांगकांग में रहा और फिर उसे मास्को रवाना कर दिया गया। चुनयिंग ने कहा, बयान हैरान करने वाला है, अमेरिकियों को सलाह है कि वे खुद को शीशे में देखें और अपने मूल मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें। आधारहीन आरोप लगाने से दोनों देशों के रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। अमेरिका ने भी स्नोडेन मामले में रूस और चीन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए द्विपक्षीय रिश्ते प्रभावित होने की बात कही थी।

काबुल में राष्ट्रपति भवन के बाहर तालिबान का हमला
26 June 2013
काबुल। तालिबान के हमलों से मंगलवार को काबुल दहल उठा। आंतकियों ने इस बार राष्ट्रपति भवन, रक्षा मंत्रालय और अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के कार्यालय को निशाना बनाया। आत्मघाती हमलावरों ने काबुल के अत्यधिक सुरक्षित इलाके में घुसने के बाद राष्ट्रपति भवन के बाहर सुरक्षाबलों से संघर्ष किया और एक कार बम से विस्फोट कर दिया। हमले का वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। दो घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद सभी आतंकी मारे गए।
राष्ट्रपति हामिद करजई मंगलवार सुबह राष्ट्रपति भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले थे। सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए करीब 20 से 30 पत्रकार राष्ट्रपति भवन के गेट के पास सुरक्षा जांच के लिए रुके थे। गोलीबारी शुरू होने पर उन्हें तत्काल सुरक्षा प्रदान की गई। सम्मेलन में करजई के आतंकी संगठनों के साथ शांति वार्ता शुरू करने के प्रयासों पर बातचीत करने की संभावना थी। हमले के समय करजई कहां थे यह पता नहीं चल पाया है। राष्ट्रपति भवन के एक अधिकारी का कहना है कि वह सुरक्षित हैं। हमले से 12 साल से जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता शुरू करने के प्रयास को झटका लग सकता है।
राष्ट्रपति भवन काबुल के अत्यधिक सुरक्षित और विस्तृत क्षेत्र में बना है। यहां पर अमेरिकी दूतावास और नाटो नीत सेना का मुख्यालय भी है। इस इलाके में प्रवेश प्रतिबंधित है। गोलीबारी स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े छह बजे राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाले पूर्वी गेट के पास हुई। इसके बगल में अफगानी रक्षा मंत्रालय और अरियाना होटल है। पूर्व अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने इस होटल का प्रयोग सीआइए द्वारा किए जाने की पुष्टि की थी।
काबुल पुलिस प्रमुख मुहम्मद अयूब सलांगी ने बताया कि तीन से चार बंदूकधारियों ने चेक प्वाइंट पर फर्जी दस्तावेज दिखाकर प्रवेश करने की कोशिश की तो सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वे अपनी एसयूवी से बाहर निकले और गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान सभी हमलावर मारे गए। हमले में एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया। इसके बाद कार बम में विस्फोट हो गया। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हालांकि अफगान सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि हमले को तालिबान से जुड़े हक्कानी नेटवर्क ने अंजाम दिया। हक्कानी पहले भी काबुल में कई बड़े हमलों को अंजाम दे चुका है। वहीं रक्षा मंत्रालय का कहना है कि हमला अरियाना होटल को निशाना बनाकर किया गया।

भारत-चीन सीमा विवाद पर वार्ता 28 जून से
26 June 2013
बीजिंग। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर 16वें दौर की वार्ता अट्ठाइस जून से शुरू होगी। पहले वार्ता दोनो देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच होगी। इसके एक सप्ताह बाद भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी भी बीजिंग पहुंचेंगे।
पिछले महीने प्रधानमंत्री ली केकियांग की यात्रा से शुरू हुई उच्च स्तरीय मुलाकातों को दोनों देश जारी रखना चाहते हैं। हालांकि एंटनी की चीन यात्रा की अभी तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों के मुताबिक वे जुलाई के पहले सप्ताह में बीजिंग पहुंच सकते हैं। दोनों देशों के बीच जुलाई में सीमा रक्षा सहयोग समझौता [बीडीसीए] को लेकर वार्ता होने की संभावना है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन अपने समकक्ष यांग जिएची के साथ 28 और 29 जून को सीमा विवाद पर वार्ता करेंगे। मेनन भारत के विशेष प्रतिनिधि होंगे। यह प्रधानमंत्री केकियांग की भारत यात्रा के बाद दूसरी उच्च स्तरीय बैठक होगी। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीन के लिए मेनन की यात्रा काफी महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व वाली नई सरकार के सत्ता संभालने के बाद यह सीमा विवाद पर चीन में पहले दौर की वार्ता है। चीनी सेना द्वारा अप्रैल में पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में दस किलोमीटर तक घुसपैठ करने की घटना के बाद से दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की यह पहली मुलाकात होगी।

नाबालिग संग सेक्स के चलते बर्लुस्कोनी को सात साल की सजा
26 June 2013
मिलान। पैसे देकर एक नाबालिग से यौन संबंध बनाने के मामले में दोषी ठहराए गए इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी को मिलान कोर्ट ने सात साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उनके सार्वजनिक पद संभालने पर भी रोक लगा दी है। फिलहाल उन्हें अभी जेल नहीं जाना पड़ेगा जब तक उनकी अपील पर सजा की पुष्टि नहीं हो जाती।
बर्लुस्कोनी को अपने पद पर रहते हुए यौन उत्पीड़न के इस मामले को दबाने में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग का दोषी पाया गया था। कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री एनरिको लेंट्टा सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि बर्लुस्कोनी के नेतृत्व पीपुल्स ऑफ फ्रीडम [पीडीएल] के सहयोग से ही मौजूदा सरकार चल रही है। बर्लुस्कोनी एक नाइट क्लब की पूर्व डांसर करीमा इल महरोग के साथ पैसे देकर संबंध बनाने का दोषी पाया गया था। महिला जजों की तीन सदस्यीय पैनल ने 76 साल के बर्लुस्कोनी को प्रधानमंत्री रहते हुए चोरी के एक मामले में पद का दुरुपयोग कर पुलिस हिरासत में ली गई करीमा को छुड़ाने का भी दोषी ठहराया है।
कोर्ट के इस फैसले को पूर्व प्रधानमंत्री के वकील निकोलो जेदनी ने पूरी तरह से अतार्किक करार दिया है। उनका कहना है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। बर्लुस्कोनी को सजा सुनाए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों के समूह ने कोर्ट के बाहर खुशी जाहिर की और राष्ट्रगान गाया।

धुंध के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने पड़ोसी देशों से मांगी माफी
26 June 2013
सिंगापुर। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बमबांग यूधोयोनो ने देश के जंगलों में लगी भयंकर आग से फैली धुंध के लिए पड़ोसी देशों से माफी मांगी है। सिंगापुर और मलेशिया में इस धुंध की वजह से प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
यूधोयोनो ने कहा, 'जो भी हुआ, एक राष्ट्रपति होने के नाते मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। मलेशिया और सिंगापुर में रहने वाले अपने रिश्तेदारों की मुश्किलों को मैं समझता हूं। इन सब के पीछे इंडोनेशिया का कोई इरादा नहीं था और आगे जो कुछ भी होता है, हम उसकी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं।' पिछले सप्ताह सिंगापुर का प्रदूषण मानक सूचकांक रिकॉर्ड स्तर पहुंच गया था, वहीं मलेशिया को दो जगहों पर आपातकाल जैसी स्थिति लागू करनी पड़ी थी। इंडोनेशिया ने जंगलों में लगी आग को काबू में करने करने के लिए हवाई जहाज से पानी की बौछार और कृत्रिम बरसात के उपाय किए हैं। इसके बाद राष्ट्रपति का यह बयान आया है।
आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रियाउ के जंगलों में आग लगातार फैलती जा रही है। मलय प्रायद्वीप को सुमात्रा के जंगलों की आग दशकों से प्रभावित करती रही है।

मुशर्रफ के साथ जजों के खिलाफ भी चले मुकदमा: गिलानी
26 June 2013
लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने उन जजों के खिलाफ भी राजद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है जिन्होंने अक्टूबर, 1999 में सैन्य तख्तापलट के दौरान पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ का साथ दिया था।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] के वरिष्ठ नेता गिलानी ने यह मांग प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सोमवार को मुशर्रफ के खिलाफ दो बार देश के संविधान का उल्लंघन करने के मामले में राजद्रोह का मुकदमा चलाने की घोषणा के बाद की है। सुप्रीम कोर्ट के 12 जजों की पीठ ने मई, 2000 में सर्वसम्मति से अक्टूबर, 1999 के तख्तापलट को मान्यता दी थी। साथ ही मुशर्रफ को तीन साल के लिए विधायिका और कार्यपालिका की शक्तियां सौंपी थी। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी भी इस पीठ के सदस्य थे।
मौजूदा न्यायपालिका के किसी सदस्य का नाम लिए बिना गिलानी ने कहा कि मुशर्रफ के तख्तापलट को वैधानिक करार देने वालों के खिलाफ भी संविधान की धारा छह का उल्लंघन करने के आरोप में राजद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। गिलानी ने उस मुद्दे के बारे में बोलने की हिम्मत की है जिसके बारे में अन्य पाकिस्तानी नेता बमुश्किल की कुछ कहते हैं।
पिछले साल मुख्य न्यायाधीश चौधरी की अध्यक्षता वाली पीठ ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को दोबारा खोलने से इन्कार करने पर गिलानी को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराया था।

कैलिफोर्निया में मनाया जाएगा हिन्दू जागरूकता
26 June 2013
वॉशिंगटन। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य की सीनेट ने हिन्दू अमेरिकियों के योगदान को मान्यता देने के लिए इस साल अक्तूबर को हिन्दू जागरूकता महीना के रूप में घोषित करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है.
सीनेट में बहुमत की नेता एलेन कॉर्बेट ने प्रस्ताव की भाषा का मसौदा तैयार करने में वॉशिंगटन आधारित हिन्दू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) के साथ मिलकर काम किया. वो अमेरिकी हिन्दुओं के प्रति अपने समर्थन के लिए जानी जाती हैं.
कॉर्बेट ने कहा कि ''दसवें स्टेट सीनेट डिस्ट्रिक्ट के सीनेटर के रूप में हिन्दू अमेरिकियों सहित विविध पृष्ठभूमियों के निर्वाचकों का प्रतिनिधित्व करने में मैं खुद को गौरवान्वित महसूस करती हूं.’’
उन्होंने कहा कि ''कैलिफोर्निया तीन लाख 70 हजार से अधिक अमेरिकी हिन्दुओं का घर है, जो हमारे राज्य की विविधता को और शिक्षा, विज्ञान, टेक्नोलाजी, कारोबार, कला और संस्कृति के क्षेत्र में पेशेवर दक्षता को मजबूत करते हैं.’’
प्रस्ताव में कहा गया है कि स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में अमेरिका को आधिकारिक रूप से हिन्दू धर्म से परिचित कराया था. सोमवार को पारित इस प्रस्ताव में कहा गया है कि कैलिफोर्निया में अब 50 से अधिक हिन्दू मंदिर हैं और सेन फ्रांसिस्को के इलाके में इनकी संख्या 20 से अधिक है.
प्रस्ताव को अमेरिका के 55 एनजीओ, अलग-अलग धर्मों के नेताओं, नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं और सामुदायिक नेताओं का समर्थन मिला है, जिन्होंने पूर्व में राज्य के सभी सीनेटरों को इसे पारित करने के लिए पत्र लिखा था.
ये उल्लेख करते हुए कि अमेरिकी हिन्दुओं ने सहनशीलता, विविधता और धार्मिक स्वतंत्रता जैसे अमेरिका के साझा आदर्शों को बढ़ावा देने में मदद की है. सीनेट ने अक्तूबर 2013 को कैलिफोर्निया हिन्दू जागरूकता और सराहना महीने के रूप में घोषित करने का संकल्प किया है.
हिन्दू अमेरिकन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि वो इस महीने के उपलक्ष्य में समूचे राज्य में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी.

मुशर्रफ के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल
26 June 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या मामले में आज मुशर्रफ के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया है.
इससे पहले सोमवार को पीएमएल (एन) सुप्रीमो और पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकद्दमा चलाने की बात कही थी.
पाकिस्तान सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज बताया कि साल 2007 में हुई भुट्टो की हत्या के मामले में पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ को हत्या की साजिश के मुख्य आरोपियों की सूची में शामिल किया है.
उन्होंने बताया कि फेडरल जांच एजेंसी ने इस संबंध में पूर्व सैन्य राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का नाम मुख्य आरोपियों की सूची में शामिल करते हुए उनके खिलाफ रावलपिंडी की आतंकवाद-निरोधी अदालत में आज आरोपपत्र दाखिल किया.

रूस : हिटलर का नाम लिया तो होगी सजा !
26 June 2013
मॉस्को। रूस में जल्द ही नया कानून लागू किया जाएगा, जिसके तहत जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर के नाम लेने या फिर नाजीवाद के बारे में बात करने पर पांच साल की सजा और 15 हजार डॉलर का जुर्माना हो सकता है. रूस की रिया नोवोस्ती संवाद समिति ने यूनाइटेड रशिया पार्टी की सांसद इरीना यारोव्या के हवाले से कल इस बाबत जानकारी दी. इस कानून पर अभी संसद के निचले सदन ड्यूम में बहस होनी है. इसमें सोवियत संघ की लाल सेना के ऐतिहासिक योगदान को गलत बताने पर भी सजा होगी.
यारोव्या ने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध में सोवियत संघ ने एक संरक्षक की भूमिका निभाई थी और रूसी सेना के तमाम अभियान दुनिया को नाजीवाद से छुटकारा दिलाने के लिए थे.

अगले महीने भारत आएंगे अमेरिकी सेनाध्यक्ष
26 June 2013
वॉशिंगटन। अमेरिकी सेना के अध्यक्ष रेमंड ओडिएरनो अमेरिका और भारत के बीच जारी सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अगले महीने भारत का दौरा करेंगे.
ओडिएरनो के मुताबिक ये यात्रा ''अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण’’ है और यात्रा के दौरान वो भारत के सेनाध्यक्ष विक्रम सिंह और दूसरे रक्षा अधिकारियों से मिलेंगे.
उन्होंने कहा कि ''हम साझे मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिससे एक दूसरे की सेना के विकास में मदद मिले.’’
ओडिएरनो ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के समान हितों के क्षेत्रों में काम करना जारी रखेगा.
उन्होंने कहा कि ''मुझे वहां जाने और भारतीय सेना से मिलने का अवसर मिलेगा और मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं.’’

बर्लुस्कोनी को सात साल की सजा, पद संभालने पर भी रोक
25 June 2013
मिलान। पैसे देकर एक नाबालिग से यौन संबंध बनाने के मामले में दोषी ठहराए गए इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी को मिलान कोर्ट ने सात साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उनके सार्वजनिक पद संभालने पर भी रोक लगा दी है। फिलहाल उन्हें अभी जेल नहीं जाना पड़ेगा जब तक उनकी अपील पर सजा की पुष्टि नहीं हो जाती।
बर्लुस्कोनी को अपने पद पर रहते हुए यौन उत्पीड़न के इस मामले को दबाने में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग का दोषी पाया गया था। कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री एनरिको लेंट्टा सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि बर्लुस्कोनी के नेतृत्व पीपुल्स ऑफ फ्रीडम [पीडीएल] के सहयोग से ही मौजूदा सरकार चल रही है। बर्लुस्कोनी एक नाइट क्लब की पूर्व डांसर करीमा इल महरोग के साथ पैसे देकर संबंध बनाने का दोषी पाया गया था। महिला जजों की तीन सदस्यीय पैनल ने 76 साल के बर्लुस्कोनी को प्रधानमंत्री रहते हुए चोरी के एक मामले में पद का दुरुपयोग कर पुलिस हिरासत में ली गई करीमा को छुड़ाने का भी दोषी ठहराया है।
कोर्ट के इस फैसले को पूर्व प्रधानमंत्री के वकील निकोलो जेदनी ने पूरी तरह से अतार्किक करार दिया है। उनका कहना है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। बर्लुस्कोनी को सजा सुनाए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों के समूह ने कोर्ट के बाहर खुशी जाहिर की और राष्ट्रगान गाया।

मुशर्रफ को देना होगा अपनी तानाशाही का जवाब: नवाज शरीफ
25 June 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ दो बार देश के संविधान का उल्लंघन करने के मामले में देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा। शरीफ ने संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में यह घोषणा पीएमएल-एन के सत्ता में लौटने के तीन सप्ताह बाद की। इस घोषणा से सेना के साथ उनका टकराव बढ़ सकता है।
नवाज ने जिन दो मामलों का जिक्र किया है, उनमें से पहला 1999 में मुशर्रफ द्वारा सैन्य तख्तापलट और दूसरा 2007 में आपातकाल लागू कर न्यायाधीशों को नजरबंद करने का है। नवाज ने कहा,' मुशर्रफ की कार्रवाई राजद्रोह के तहत आती है। 69 वर्षीय मुशर्रफ ने 1999 में निर्वाचित सरकार का तख्तापलट किया। उन्होंने 2007 में आपातकाल लागू करने के दौरान जजों को बर्खास्त और नजरबंद किया। फिलहाल वह नजरबंद हैं। उन्हें अपने द्वारा उठाए गए कदमों के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का सामना करना चाहिए।' दोषी साबित होने पर मुशर्रफ को सजा-ए-मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है।
नवाज ने कहा,'तीन नवंबर, 2007 को संविधान का उल्लंघन कर देश में आपातकाल लागू किया गया। यह पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद छह केतहत राजद्रोह के अंतर्गत आता है। मुशर्रफ को अपनी तानाशाही का अदालत में जवाब देना पड़ेगा।' संसद में प्रधानमंत्री के बयान के बाद अटार्नी जनरल मुनीर मलिक ने सुप्रीम कोर्ट की एक पीठ को सरकार के रुख के बारे में सूचित किया। यह पीठ मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने संबंधी याचिका पर सुनवाई कर रही है। मलिक ने कहा कि मुशर्रफ के खिलाफ मुकदमा चलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन आगे की कार्रवाई पर निर्णय के लिए सरकार को एक महीने का समय चाहिए। जबकि शीर्ष अदालत ने सरकार को महज तीन दिन का समय दिया है और गुरुवार तक सरकार से अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। विपक्षी दल पीपीपी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं ने नवाज के फैसले का समर्थन किया है।
सेना का दबाव झेल सकती है सरकार
मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाए जाने के फैसले को लेकर सरकार सेना का दबाव झेल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सेना अपने पूर्व जनरल का सार्वजनिक रूप से अपमान नहीं होने देगी। पाकिस्तान के संविधान के अनुसार देशद्रोह के मामले में मुकदमे का फैसला सिर्फ सरकार कर सकती है।

पाकिस्तान में भुखमरी जैसे हालात: संयुक्त राष्ट्र
25 June 2013
पेशावर। पाकिस्तान में कई वर्षो से चल रहे संघर्ष और बाढ़ के कारण खाद्य सामग्री की कमी से भुखमरी जैसे हालात हैं। सीरिया जैसे नए संकट ने दानकर्ता देशों का ध्यान अपनी ओर खींचा है और पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद में कमी आई है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य सहायता कार्यक्रम की प्रमुख ने रविवार को यह बात कही।
अफगानिस्तान की सीमा से लगते पाकिस्तान के कबायली क्षेत्र में जारी संघर्ष और लगातार तीन वर्ष से आ रही बाढ़ के कारण फसलें बर्बाद हो गई थीं और लाखों लोग अस्थाई रूप से अपने घरों को छोड़कर चले गए थे। संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम [डब्ल्यूएफपी] के मुताबिक इनमें से अधिकांश लोग वापस अपने घरों को लौट आए हैं, लेकिन पाकिस्तान की आधी आबादी को अभी भी पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा रहा है। इसके मुताबिक 15 प्रतिशत बच्चे गंभीर रूप से कुपोषण के शिकार हैं। साथ ही करीब 40 प्रतिशत बच्चों का विकास अवरुद्ध हो गया है। डब्ल्यूएफपी की प्रमुख अर्थारिन कुसीन ने कहा, 'यह खाद्य सुरक्षा और कुपोषण दोनों को लेकर आपातकालीन स्थिति है।'
उन्होंने कहा कि सीरिया के शरणार्थी संकट को लेकर बढ़ते खर्च के कारण पाकिस्तान के लिए आर्थिक मदद जुटाना कठिन हो रहा है। डब्ल्यूएफपी के सीरिया संबंधी ऑपरेशन पर इस समय प्रति सप्ताह 2.6 करोड़ डॉलर [करीब 1.5 अरब रुपये] खर्च हो रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक यह खर्च 4.2 करोड़ डॉलर [करीब 2.5 अरब रुपये] प्रति सप्ताह हो जाने का अनुमान है। इससे दानदाता पश्चिमी देशों पर भार बढ़ेगा।

काबुल: राष्ट्रपति भवन पर हमला करने वाले सभी आतंकी ढेर
25 June 2013
काबुल। अफगानिस्तान में सोमवार सुबह करीब साढ़े सात बजे काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन पर आतंकियों ने हमला बोल दिया। इसकी जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। इस हमले का वहां मौजूद राष्ट्रपति के अंगरक्षकों और सीआईए ने मुंहतोड़ जवाब दिया। दो घंटे तक चली इस मुठभेड़ के बाद सभी आतंकियों को मार गिराया गया है।
जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त यहां पर राष्ट्रपति प्रेस को संबोधित करने वाले थे, लिहाजा यहां पर करीब बीस से तीस पत्रकार पहुंचे हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। पुलिस के मुताबिक हमले के दौरान राष्ट्रपति भवन के गेट पर कुछ धमाकों की आवाज सुनी गई है। अमेरिकी सेनाओं की अफगानिस्तान से वापसी की घोषणा के बाद तालिबान आतंकियों को यह सबसे बड़ा हमला है।
इस आतंकी हमले के तुरंत बाद राष्ट्रपति के अंगरक्षकों और पास की बिल्डिंग से सीआईए कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया। आस-पास की कुछ इमारतों से भी धुंआ उठता देखा गया है।

प्रशासनिक मॉडल गड़बड़ा गया है भारत में: जेटली
25 June 2013
लंदन। संप्रग सरकार की सत्ता व्यवस्था की आलोचना करते हुए भाजपा नेता अरुण जेटली ने यहां कहा कि भारत में प्रशासनिक मॉडल गड़बड़ा गया है। उन्होंने कहा कि भारत में दोहरे अंकों में विकास का साम‌र्थ्य है लेकिन उसके प्रशासनिक मॉडल के साथ कुछ गड़बड़ हो गया है।
जेटली ने कहा कि किसी भी लोकतंत्र में प्रधानमंत्री देश और पार्टी का प्राकृतिक रूप से नेता होता है लेकिन भारत में पिछले कुछ वर्षो से प्रशासन चलाने के तरीके के साथ प्रयोग हो रहा हे जो किसी कॉरपोरेट मॉडल से अधिक मिलता है, जिसमें एक निदेशक मंडल और एक पेशेवर मुख्य कार्यकारी अधिकारी [सीइओ] होता है। वह स्पष्ट तौर पर सोनिया गांधी के संदर्भ में बोल रहे थे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता जेटली ने यह बात प्रवासी भारतीयों की सभा को संबोधन के दौरान कही। ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी [ओएफबीजेपी] ने रविवार की शाम इसका आयोजन किया था। उन्होंने देश के कम विकास दर का कांग्रेस नेतृत्ववाली सरकार के अंदर नेतृत्व के अभाव को इसका कारण बताया है। जेटली ने यह भी कहा कि भारत में लोगों की बहुत इच्छा है कि बदलाव हो जिससे अर्थव्यवस्था को दोहरे अंकों तक पहुंचाया जा सके।

नेल्सन मंडेला की हालत बेहद नाजुक
25 June 2013
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की हालत काफी नाजुक है। सरकार ने यह जानकारी रविवार को दी। फेफड़ों में संक्रमण के कारण 94 वर्षीय मंडेला को दो सप्ताह पहले अस्तपाल में भर्ती कराया गया था। उनके गिरते हुए स्वास्थ्य को देखते हुए लोगों को अहसास होने लगा है कि मंडेला अब ज्यादा दिन उनके साथ नहीं रहेंगे।
दक्षिण अफ्रीका के 5.3 करोड़ लोगों के बीच मंडेला मदिबा के नाम से मशहूर हैं। नस्ली भेदभाव विरोधी संघर्ष के पुरोधा और दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति मंडेला को गत आठ जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले छह महीने में यह चौथा मौका है जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राष्ट्रपति जैकब जुमा और सत्तारूढ़ अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस [एएनसी] के उपप्रमुख सायरिल रामाफोस ने रविवार को प्रीटोरिया हॉस्पिटल में मंडेला से मुलाकात की। जुमा ने कहा,'हम वहां करीब एक घंटे तक रहे। उस समय वह सो रहे थे। हमने डॉक्टर और उनकी पत्नी से उनकी सेहत को लेकर बातचीत की। मैं इससे ज्यादा जानकारी नहीं दे सकता क्योंकि मैं डॉक्टर नहीं हूं।' अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस सप्ताह अफ्रीका की अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर दक्षिण अफ्रीका आने वाले हैं। जुमा ने कहा है कि मंडेला की बिगड़ती हालत का ओबामा की यात्रा पर असर नहीं पड़ेगा। डॉक्टरों का कहना है कि पिछले 24 घंटों में उनकी हालत काफी बिगड़ी है। रविवार से पहले तक उनकी हालत गंभीर, लेकिन स्थिर बताई जा रही थी। 1999 में बतौर राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद मंडेला ने सक्रिय राजनीति से किनारा कर लिया था। वह आखिरी बार जुलाई, 2010 में सार्वजनिक रूप से नजर आए थे। उनके शुभचिंतक जोहानिसबर्ग स्थित उनके घर के बाहर एकत्र हो रहे हैं और उनके स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

इराक में कार बम विस्फोट, 40 की मौत
25 June 2013
बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद में सोमवार शाम शिया मुस्लिमों के उत्सव के मौके पर प्रमुख बाजारों में 10 कार बम विस्फोटों में करीब 40 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ये हमले प्रमुख रूप से बगदाद और उन स्थानों को लक्ष्य कर किए गए जहां शिया समुदाय के लोग अपने इमाम की जयंती का उत्सव मना रहे थे। लेकिन आसपास के जिलों में सुन्नी मुस्लिमों की घनी आबादी वाले इलाकों में भी विस्फोट हुए।
शियाबहुल सदर सिटी में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि विस्फोट के बाद वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे। बहुत सी कारों में आग लग गई और कई कारों के कांच एवं सब्जियां जहां-तहां बिखर गए तथा जमीन खून से लबालब हो गई। इस इलाके में हुए विस्फोट में पांच लोग मारे गए।
कराडा जिले में एक कार गैरेज में दो कार बम विस्फोटों में आठ लोग मारे गए। इसके अलावा पश्चिमी जिहाद जिले में एक बाजार के समीप दो कार बम विस्फोटों में आठ लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक मोसुल शहर स्थित एक कैफे में बम विस्फोट मे पांच लोग मारे गए है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्षा की शुरूआत से गत मई माह के अंत तक इराक में आतंकवादी हमलों में कम से कम एक हजार लोगों की जाने जा चुकी है।

चीन ने उत्तराखंड त्रासदी पर शोक जताया, PM को लिखा पत्र
25 June 2013
बीजिंग। चीन ने उत्तर भारतीय राज्य उत्तराखंड में मानसून की बाढ़ में मारे गए लोगों की घटना पर शोक प्रकट किया है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री ली केकियांग ने भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर संवेदना प्रकट की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हुआ ने कहा कि चीन ने उत्तरी भारत में मानसून की बाढ़ से हुए जानमाल के भारी नुकसान पर गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की है। प्रवक्ता ने कहा कि हमें यह दृढ़ विश्वास है कि बाढ़ से प्रभावित भारतीय जनता में इस आपदा से निकलने की क्षमता है और वे भारत सरकार के नेतृत्व में जल्द अपने घरों का पुनर्निर्माण करेंगे।
भारत सरकार का कहना है कि अब तक 557 शव पाए गए हैं। सेना और सुरक्षा बलों ने बारिश पर विजय पाते हुए सोमवार को 13,000 फंसे हुए लोगों में से कई को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

इस्राइल का गाजा पट्टी पर जवाबी हवाई हमला
25 June 2013
गाजा सिटी। फलस्तीनी क्षेत्र से दक्षिण इस्राइल में रॉकेट दागे जाने के बाद इस्राइली वायुसेना ने गाजा पट्टी में हमला किया है। इस्राइली सेना ने एक बयान में कहा, 'इस्राइल में कई रॉकेट दागे गए हैं। इसके जवाब में इस्राइली वायुसेना ने आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर हमले किए।'
फलस्तीनी प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हवाई हमले निर्जन इलाकों में हुए हैं और कोई हताहत नहीं हुआ। फलस्तीनी सीमा की ओर से रविवार को दागे गए दो रॉकेट दक्षिण इस्राइल में गिरे थे, लेकिन इसमें जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
इस्राइली सेना का कहना है कि बाद में इस्राइल की मिसाइल रक्षा प्रणाली 'आयरन डोम' ने दो और मिसाइलों को रोका है। उसने कहा कि रॉकेट हमले के लिए फलस्तीनी संगठन हमास जिम्मेदार है, हालांकि किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। यह ताजा हमले उस वक्त हुए हैं जब गाजा में हमास और कट्टरपंथी संगठन इस्लामिक जेहाद मूवमेंट के बीच विवाद चल रहा है।

ब्रिटेन की नई वीजा बांड योजना से भारत नाराज
25 June 2013
लंदन। अलग-अलग दलों के राजनेताओं और भारतीय उद्योग जगत ने ब्रिटेन सरकार की विवादास्पद प्रस्तावित नई वीजा बांड योजना की आलोचना करते हुए इसे अनुचित और भेदभावपूर्ण करार दिया है. प्रस्तावित योजना के तहत 'उच्च जोखिम’ वाले देशों से यहां आने वाले आगंतुकों को छह महीने के वीजा के लिये 3000 पौंड देने होंगे.
ब्रिटेन के गृह विभाग के मुताबिक पायलट योजना के तहत उच्च जोखिम वाले देशों से यहां आने वाले नागरिकों को छह महीने के यात्रा वीजा के लिये 3000 पौंड का बांड भरना होगा. अगर वे निर्धारित समय से अधिक ब्रिटेन में रहते हैं तो उनकी राशि जब्त कर ली जाएगी. इन जोखिम वाले देशों में भारत, पाकिस्तान और नाइजीरिया समेत अफ्रो-एशियाई देश शामिल हैं.
ब्रिटिश सांसद कीथ वाज के मुताबिक इस योजना में कई खामियां हैं. योजना इस नवंबर से शुरू होने वाली है.
उन्होंने कहा कि ''एक तरफ जहां प्रधानमंत्री बेहतर प्रतिभा को ब्रिटेन लाने की बात कह रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस तरह की योजना बनाई जा रही है. इससे संबंधित देशों को गलत संदेश जाएगा.’’
लिबरल डेमोक्रेट्स के उपनेता लार्ड नवनीत ढोलकिया ने भी इस मुद्दे को हाउस आफ लॉड्र्स में उठाया है. लिबरल डेमोक्रेट्स ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी की अगुवाई वाली सरकार की सहयोगी है.
भारत के प्रमुख उद्योग मंडल सीआईआई ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा है कि इसका व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. इसके साथ ही उच्च शिक्षा के लिये ब्रिटेन जाने वाले छात्रों और पर्यटकों की संख्या भी घटेगी.

हांगकांग से भागा अमेरिका की पोल खोलने वाला स्नोडेन
24 June 2013
बीजिंग। अमेरिका के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम का भंडाफोड़ करने वाला एडवर्ड स्नोडेन अमेरिका की पकड़ से दूर होता जा रहा है। रविवार को वह हांगकांग से भागकर मास्को पहुंच गया और अब क्यूबा होते हुए वेनेजुएला निकलने की तैयारी में है। इससे अमेरिका की नाराजगी बढ़नी तय है। अमेरिका ने उस पर जासूसी और सरकारी डेटा चोरी करने केआरोप तय कर दिए हैं।
रूसी एयरलाइन एयरोफ्लॉट के सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक स्नोडेन सोमवार को मास्को से पहले क्यूबा, फिर वेनेजुएला जा सकता है। 29 वर्षीय स्नोडेन स्थानीय समय के अुनसार शाम पांच बजकर 5 मिनट पर मास्को के उत्तर में स्थित शेरेमीटाइवो हवाई अड्डे पर उतरा। इससे पहले हांगकांग ने स्नोडेन को गिरफ्तार करने के अमेरिकी अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। हांगकांग सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह अपनी इच्छा से यहां से गया हैं। सरकार की ओर से कहा गया है कि स्नोडेन को हांगकांग से इसलिए जाने दिया गया क्योंकि अमेरिका द्वारा उसके प्रत्यर्पण के लिए किया गया अनुरोध कानून के मुताबिक नहीं है।
इस बीच स्नोडेन ने फिर कहा कि अमेरिका ने चीन के खिलाफ जमकर साइबर जासूसी की है। अमेरिका को 'सबसे बड़ा खलनायक' बताते हुए उसने दावा किया है कि उसके द्वारा बीजिंग के एक शीर्ष विश्वविद्यालय में हैकिंग की गई है। हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट अखबार के समक्ष स्नोडेन ने दावा किया कि अमेरिकी जासूसों ने इस वर्ष चीन के शिंघुआ यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया। इस यूनिवर्सिटी को चीन का चोटी का शिक्षा व शोध संस्थान माना जाता है। उसका कहना है कि अमेरिकी सरकार लाखों संदेश चुराने के लिए चीन की मोबाइल फोन कंपनियों में भी हैकिंग कर रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कितनी बार अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के जासूसों ने शिंघुआ यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया। लेकिन स्नोडेन द्वारा अखबार को उपलब्ध कराए गए विवरण के मुताबिक इस यूनिवर्सिटी पर नवीनतम साइबर हमला इस वर्ष जनवरी में हुआ था।ै।

मानवाधिकारों के लिए लड़ने वाली मनमोहन की बेटी सम्मानित
24 June 2013
न्यूयॉर्क। जानीमानी विधि कार्यकर्ता व भारत के प्रधानमंत्री की बेटी अमृत सिंह को मानवाधिकार कानून की रक्षा से जुड़े उनके अभूतपूर्व कार्य के लिए अन्य प्रमुख भारतीयों के साथ सम्मानित किया गया है। उनके साथ सम्मान पाने वालों में अमेरिकी सांसद अमी बेरा और द यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआइडी) के प्रमुख राज शाह शामिल हैं।
अमृत (43) प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सबसे छोटी पुत्री हैं। वह न्यूयॉर्क स्थित ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव में राष्ट्रीय सुरक्षा एवं आतंकवाद प्रतिकार मुद्दों की वरिष्ठ विधि अधिकारी हैं। उन्हें इंडिया अब्रॉड संस्था द्वारा शुक्रवार को आयोजित समारोह में इंडिया अब्रॉड पब्लिशर का स्पेशल अवार्ड फॉर एक्सेलेंस-2012 प्रदान किया गया। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए द्वारा लोगों को प्रताड़ित किए जाने पर आधारित अमृत की रिपोर्ट 'ग्लोबलाइजिंग टॉर्चर : सीआइए सीक्रेट टॉर्चर एंड एक्ट्राआर्डिनरी रेंडिशन' को अंतरराष्ट्रीय मीडिया का बहुत ज्यादा ध्यान आकृष्ट किया था। इसमें वैश्विक यातना के संजाल का बहुत बारीकी व विस्तार से वर्णन है। इसे ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव द्वारा गत फरवरी में प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सहित 54 देशों ने अलकायदा के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के लिए अपने सीमा क्षेत्र में जेल और हिरासत में रखने, पूछताछ करने और संदिग्ध आतंकियों को यातना देने में सहायता की। इस रिपोर्ट में अलकायदा के खिलाफ अमेरिकी अभियान में शामिल देशों का ब्योरा है। इसके साथ ही उन 136 लोगों की पहचान उजागर की गई है जिन्हें पकड़कर सीआइए ने पकड़कर दूसरी जगह भेजा। इसमें यह भी बताया गया है कि उन्हें कब पकड़ा गया था।

ब्राजील में प्रदर्शनकारियों का सड़कों से हटने से इन्कार
24 June 2013
साओ पाउलो। ब्राजील में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों से हटने से साफ इन्कार कर दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति की अपील को ठुकरा दिया है। वे देश में अगले साल होने वाले फुटबाल विश्वकप और 2016 के ओलंपिक आयोजनों पर हो रहे भारी खर्च को लेकर नाराज हैं।
प्रदर्शनकारियों ने सरकारी व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाए जाने तक सड़कों पर डटे रहने का एलान किया है। लोग पीईसी 37 नाम के विधेयक के विरोध में हैं। इस विधेयक के तहत संघीय अभियोजक केवल अपराध संबंधी मामलों की जांच कर सकेंगे, जिससे भ्रष्ट राजनेताओं तो सजा दिलाने के मार्ग में बाधा खड़ी होने का खतरा है। संघीय अभियोजक ब्राजील के इतिहास में सबसे बड़े भ्रष्टाचार के मामले की जांच कर रहे थे। वर्ष 2005 में सामने आए इस कैश फॉर वोट मामले में पूर्व राष्ट्रपति लुला डिसिल्वा के सहयोगी शामिल थे। इस मामले में एक विधेयक के पक्ष में वोट डालने के लिए सांसदों को घूस देने का आरोप लगा था। गत दिवस राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ ने राष्ट्र के नाम संदेश देकर लोगों का गुस्सा थामने की कोशिश की थी।

भावी पीढ़ी को अंधकार में धकेल देंगे अंग्रेजी स्कूल: जमात-ए-इस्लामी
24 June 2013
लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चरमपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी ने पहली कक्षा से आगे के छात्रों के लिए अंग्रेजी माध्यम लागू किए जाने की घोषणा पर अपना विरोध जताया है। संगठन का कहना है कि अंग्रेजी शिक्षा आने वाली पीढ़ी को अंधकार में धकेल देगी।
जेआइ [जमात-ए-इस्लामी] के प्रमुख सैयद मुनव्वर हसन ने घोषणा की है कि संगठन नौ करोड़ आबादी वाले पंजाब में अंग्रेजी शिक्षा का विरोध करेगा। पंजाब सरकार ने हाल ही में पहली कक्षा से आगे के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने की घोषणा की थी। हसन का कहना है कि सरकार का यह फैसला ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों और शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है हालांकि स्थानीय लोग संगठन की इस दलील से इत्तफाक नहीं रखते हैं। वे अपने बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा देना चाहते हैं।
हसन ने कहा है कि अधिकतर देशों में मातृ भाषा या स्थानीय भाषा में ही शिक्षा दी जाती है। अय्यूब खान के शासन के दौरान गठित हमदुर रहमान आयोग ने उर्दू माध्यम में प्राथमिक शिक्षा देने की सिफारिश की थी, जिसे लागू नहीं किया गया।

पाकिस्तान: घूस देकर जेल में घुसे पंजाब के जेल मंत्री
24 June 2013
लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के जेल मंत्री ने अपनी पहचान छिपाई और घूस देकर आम आदमी की तरह जेल में घुसे। ऐसा उन्होंने जेल की सुरक्षा की जांच करने के लिए किया।
जेल मंत्री चौधरी अब्दुल वहीद अरेन अधिकारियों को 1300 रुपये घूस देकर उच्च सुरक्षा वाली जेल में घुसे। अरेन ने कहा कि वह जेल में भ्रष्टाचार को दूर करने के उद्देश्य से वहां गए थे। वह शुक्रवार को लाहौर की कैंप जेल में एक कैदी से मिलने की बात कहकर एक आम आदमी के रूप में गए। गेट पर मौजूद गार्डो ने उनसे अपनी पहचान दिखाने को कहा, लेकिन 700 रुपये देने के बाद उन्हें पहचान दिखाए बिना ही जेल के अंदर जाने दिया गया। मंत्री ने कहा कि गेट से बैरक के बीच उन्हें कई जगह पर रोका गया और घूस मांगी गई। उन्होंने जेल अधिकारियों को कुल 1300 रुपये घूस में दिए। जेल के भीतर मंत्री आराम से घूमते रहे। उन्होंने कुछ कैदियों के परिवार वालों से बात की और उनकी समस्या सुनीं। अरेन यह जानकर आश्चर्यचकित रह गए कि घूस देने वाले कैदी कमरे में विशेष बैठक भी कर सकते हैं। जेल से जाते समय भी उनसे घूस मांगी गई। लेकिन तब मंत्री ने अपनी पहचान बता दी। इसके बाद अधिकारी उनसे माफी मांगने लगे। जेल के सहायक अधीक्षक कशीफ रसूल, हेड वार्डन लतीफ शाह और वार्डन सज्जाद हुसैन व मुहम्मद सैफुल्ला को निलंबित कर दिया गया है।।

अमेरिका ने चीन के खिलाफ जमकर साइबर जासूसी की
24 June 2013
बीजिंग। अमेरिका के गुप्त निगरानी कार्यक्रम का भंडाफोड़ करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने कहा है कि अमेरिका ने चीन के खिलाफ जमकर साइबर जासूसी की है। अमेरिका को 'सबसे बड़ा खलनायक' बताते हुए उन्होंने दावा किया है कि उसने बीजिंग के एक शीर्ष विश्वविद्यालय में हैकिंग की है।
हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट अखबार के समक्ष स्नोडेन ने दावा किया कि अमेरिकी जासूसों ने इस वर्ष चीन के शिंघुआ यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया। इस यूनिवर्सिटी को चीन का चोटी का शिक्षा व शोध संस्थान माना जाता है। उनका कहना है कि अमेरिकी सरकार लाखों संदेश चुराने के लिए चीन की मोबाइल फोन कंपनियों में भी हैकिंग कर रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कितनी बार अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] के जासूसों ने शिंघुआ यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया। लेकिन स्नोडेन द्वारा अखबार को उपलब्ध कराए गए विवरण के मुताबिक इस यूनिवर्सिटी पर नवीनतम साइबर हमला इस वर्ष जनवरी में हुआ था। इससे यह भी पता चलता है कि शिंघुआ यूनिवर्सिटी पर साइबर हमला संगठित प्रयास के तहत किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी में केवल एक दिन में यूनिवर्सिटी के कम से कम 63 कंप्यूटर और सर्वर को एनएसए ने हैक कर लिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रविवार को स्नोडेन हांगकांग से मास्को के लिए रवाना हो गए हैं और बाद में वह इक्वाडोर या आइसलैंड जा सकते हैं। जबकि कुछ अन्य रिपोर्टो में कहा गया है कि वह क्यूबा और वेनेजुएला भी जा सकते हैं। हांगकांग सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि वह अपनी इच्छा से यहां से गए हैं। सरकार की ओर से कहा गया है कि स्नोडेन को हांगकांग से जाने दिया गया क्योंकि अमेरिका द्वारा उनके प्रत्यर्पण के लिए किया गया अनुरोध कानून के मुताबिक नहीं है।
उधर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा है कि उन्हें स्नोडेन की स्थिति या योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

जज छुट्टी पर, फिर टली मुंबई हमले की सुनवाई
24 June 2013
इस्लामाबाद। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी सहित मुंबई हमले में शामिल सात पाकिस्तानी नागरिकों के मुकदमे की सुनवाई एक बार फिर 29 जून तक के लिए टाल दी गई। मामले की सुनवाई कर रहे नए न्यायाधीश के अवकाश पर रहने के कारण शनिवार को सुनवाई नहीं हो सकी।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह एक महत्वपूर्ण फैसले के तहत यह मामला रावलपिंडी की आतंक रोधी अदालत ने इस्लामाबाद की अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश कौसर अब्बास जैदी के अवकाश पर रहने के कारण सुनवाई आगे नहीं बढ़ सकी। इसके अलावा सरकार ने अभी तक नए प्रमुख अभियोजक की भी नियुक्ति नहीं की है। गत तीन मई को इस्लामाबाद में संघीय जांच एजेंसी के वकील चौधरी जुल्फिकार अली की आतंकवादियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद से यह पद रिक्त पड़ा हुआ है।ै।

वार्ता तो तालिबान और अफगान सरकार के बीच ही होगी
24 June 2013
वाशिंगटन। सामंजस्य स्थापित करने की प्रक्रिया से अफगानिस्तान के हट जाने की राष्ट्रपति हामिद करजई की धमकी के बाद तालिबान के साथ शांति वार्ता को लेकर अमेरिका के रुख में बदलाव आया है। अब उसकी ओर से कहा गया है कि मुख्य बातचीत तो अफगान सरकार और तालिबान के बीच ही होगी। केवल कुछ मुद्दों पर अमेरिका की तालिबान के साथ अलग से बातचीत हो सकती है।
ह्वाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि जिस मुख्य बातचीत का हम समर्थन कर रहे हैं वह अफगान सरकार और तालिबान के बीच ही होगी। करजई ने गुरुवार को धमकी दी थी कि तालिबान के साथ सीधे बातचीत प्रारंभ करने के अमेरिकी प्रयासों का वह विरोध करेंगे। अगले वर्ष अफगानिस्तान में नाटो फौजों का अभियान खत्म होने वाला है और अमेरिकी अधिकारी तालिबान के साथ बातचीत प्रारंभ करने को लेकर दृढ़ संकल्प हैं।
करजई की टिप्पणी के बाद अमेरिका ने संबंध सुधारने की कोशिश की है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने करजई से फोन पर बात कर उन्हें बातचीत के मेज पर आने के लिए विश्वास में लेने का प्रयास किया है।
कार्ने ने कहा कि कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिन पर अमेरिका तालिबान के साथ अलग से बातचीत करेगा। इनमें अमेरिकी सैनिक सर्जेट बर्गडहल की सुरक्षित वापसी भी शामिल है। एक सवाल के जवाब में कार्ने ने कहा कि हिरासत में लिए गए तालिबान लड़ाकों को ग्वांतानामो बे से स्थानांतरित करने के बारे में अमेरिका की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि जब भी बातचीत प्रारंभ होगी तालिबान इस मुद्दे को उठाएगा।

जेम्स कोमी एफबीआइ के नए निदेशक नामित
24 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 52 वर्षीय जेम्स कोमी को संघीय जांच ब्यूरो [एफबीआइ] का नया निदेशक नामित किया है। कोमी राबर्ट मुलर का स्थान लेंगे। मुलर पिछले 12 साल से इस एजेंसी की कमान संभाल रहे हैं। जेम्स कोमी की नियुक्ति पर अभी सीनेट की मुहर लगना बाकी है।
जेम्स कोमी को ऐसे समय में नामित किया गया है, जब अमेरिकी खुफिया एजेंसियां अपने ही नागरिकों के फोन, इंटरनेट डाटा की निगरानी व जासूसी के आरोपों में घिरी हुई हैं। शुक्रवार को ह्वाइट हाउस में आयोजित एक समारोह के दौरान अपने भाषण में ओबामा ने कोमी की आत्मनिर्भरता, ईमानदारी और चुनौतियां स्वीकार करने की क्षमता की प्रशंसा की।
जेम्स कोमी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश की सरकार में न्यायिक विभाग के अधिकारी रह चुके हैं। उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी अमेरिकी नागरिकों की निजता और गोपनीयता को बरकरार रखते हुए देश को आतंकी हमलों से सुरक्षित रखना है। वर्ष 2004 में वह चर्चा में आए थे जब उन्होंने विवादास्पद घरेलू निगरानी रखने संबंधी प्रस्ताव को कानूनी रूप से मान्यता देने से इन्कार कर दिया था। एफबीआइ के मौजूदा निदेशक मूलर का कार्यकाल ओबामा के आग्रह पर दो साल के लिए बढ़ा दिया गया था, जो आगामी सितंबर में समाप्त हो रहा है।

स्विस बैंक में कालाधन रखने में भारतीयों से आगे पाकिस्तानी
24 June 2013
ज्युरिख। हर पाकिस्तानी की दिली ख्वाहिश होती है कि वह भारत और भारतीयों से हर मामले में आगे दिखे। स्विस बैंक में काला धन रखने के मामले में भी उनकी यह ललक साफ दिखी। आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से अपेक्षाकृत छोटा देश होने के बावजूद पाकिस्तान के नागरिक स्विस बैंकों में कालाधन रखने के मामले में भारतीयों से आगे हैं। पिछले वर्ष भारतीयों ने इन बैंकों में काला धन के रूप में जहां 1421 मिलियन स्विस फ्रैंक [करीब 9,100 करोड़ रुपये] जमा किए, वहीं पाकिस्तानियों ने इसी अवधि में 1441 मिलियन स्विस फ्रैंक [लगभग 9,200 करोड़ रुपये] रखा।
स्विस नेशनल बैंक [एसएनबी] द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से यह सच्चाई उजागर हुई है। एसएनबी स्विट्जरलैंड में बैंकिंग व्यवसाय पर सालाना रिपोर्ट जारी करती है। आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तानियों द्वारा 31 दिसंबर 2012 तक जमा धनराशि भारत के नागरिकों द्वारा जमा किए गए काला धन से करीब डेढ़ फीसद अधिक है। पाकिस्तानी मुद्रा में यह राशि 15,000 करोड़ रुपये से अधिक बैठती है। एसएनबी सूत्रों का कहना है कि वैसे 2012 के आंकड़े स्विस बैंकों के लिए उत्साहजनक नहीं है। क्योंकि 2011 में पाकिस्तानियों द्वारा जमा किए गए धनराशि में तकरीबन 32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। 2011 में पाकिस्तानी नागरिकों ने स्विस बैंकों में 2,119 मिलियन स्विस फ्रैंक [करीब 23,000 करोड़ पाकिस्तानी रुपये] जमा किए थे। पाकिस्तान के सियासी और प्रशासनिक हलकों में स्विस बैंक में काला धन जमा किए जाने के मसला एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। कहा तो यहां तक जाता रहा है कि पाकिस्तान के कई शीर्ष नेताओं ने स्विस बैंकों में अपना काला धन जमा कर रखा है। इनमें से राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खाते की जांच का मामला पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। इस सिलसिले में जांच प्रक्रिया आगे बढ़ाने से इन्कार करने पर पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी सरकार के दो तत्कालीन प्रधानमंत्रियों को अपने पद से हाथ धोना पड़ा।

रूहानी के राष्ट्रपति बनने का भारत ने किया स्वागत
22 June 2013
बगदाद। भारत ने हसन रूहानी के ईरान के नए राष्ट्रपति बनने का स्वागत किया है। उसने कहा है कि चुनाव के परिणाम ईरान के लोगों के बीच बदलाव को लेकर आम सहमति का संकेत है।
भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, 'रूहानी चुनाव के पहले ही दौर में चुने गए जो निसंदेह शुभ संकेत है। यह लोगों के विचारों में बदलाव और सहमति को दिखाता है। यह स्थिति स्वागतयोग्य है।' इराक के दो दिवसीय दौरे पर आए खुर्शीद ने कहा, 'रूहानी का सर्वसम्मति से चुना जाना ईरान में लोकतंत्र का परिणाम है, जो पिछले कुछ वर्षो में विकसित हुआ है।' 64 वर्षीय उदारवादी नेता रूहानी को गत 14 जून को संपन्न हुए चुनाव में ईरान का राष्ट्रपति चुना गया है। उनकी जीत ने कई विश्लेषकों को आश्चर्यचकित कर दिया है, जिन्होंने इस पद के चुनाव में रूढि़वादी नेता के आगे रहने की संभावना जताई थी। खुर्शीद ने बुधवार को कहा, 'इस परिणाम की किसी को उम्मीद नहीं थी। हमें उम्मीद है कि राष्ट्रपति रूहानी देश को ऐसी दिशा में ले जाएंगे जिससे पूरे क्षेत्र में शांति स्थापित होगी।'
रूहानी ने उम्मीद जताई है उनके देश के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर तेहरान पश्चिमी देशों के साथ समझौते पर पहुंचेगा। पश्चिमी देशों का दावा है कि परमाणु कार्यक्रम की आड़ में ईरान परमाणु हथियार बना रहा है। जबकि ईरान इससे इंकार करते आया है।

बांग्लादेश में दस आतंकियों को मौत की सजा
22 June 2013
ढाका। बांग्लादेश की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 2005 में हुए एक आत्मघाती हमले के सिलसिले में दस आतंकियों को मौत की सजा सुनाई है। ये लोग प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश [जेएमबी] के सदस्य हैं। यह संगठन न केवल बांग्लादेश बल्कि पड़ोसी देश भारत में भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।
29 नवंबर, 2005 को एक आत्मघाती हमलावर ने गाजीपुर बार एसोसिएशन के कार्यालय में खुद को उड़ा लिया था जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 80 लोग घायल हुए थे। धमाके समय आत्मघाती हमलावर ने वकीलों की तरह काला कोट पहन रखा था। आतंकियों को मौत की सजा सुनाए जाने के दौरान फास्ट ट्रैक कोर्ट खचाखच भरी हुई थी और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। 2007 में जेएमबी के संस्थापक प्रमुख शेख अब्दुर रहमान समेत छह लोगों को फांसी पर लटकाया गया था।
देश में शरई कानून लागू करने की मांग को लेकर यह संगठन आतंकी वारदातों को अंजाम देता रहा है। 2005 में इस संगठन ने एक साथ 62 जिलों में धमाके कराए थे जिसमें कम से कम 28 लोग मारे गए थे। हाल में मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, यह आतंकी संगठन बांग्लादेश के अलावा पश्चिम बंगाल के मालदा, मुर्शिदाबाद और नदिया जिलों में भी सक्रिय है।

वेब जासूसी से नाराज फ्रांस और स्पेन ने की गूगल पर कार्रवाई
22 June 2013
पेरिस। फ्रांस और स्पेन ने अपने उपभोक्ताओं की जानकारियां अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को देने पर अमेरिकी इंटरनेट कंपनी गूगल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के निगरानी कार्यक्रम प्रिज्म के तहत इंटरनेट उपभोक्ताओं से जुड़ी सूचनाएं एजेंसी को देने से भड़के यूरोप के कई अन्य देश गूगल पर कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। प्रिज्म निगरानी कार्यक्रम के तहत अमेरिका ने गूगल सहित नौ कंपनियों से लोगों की गतिविधियों की जानकारियां हासिल की थीं।
फ्रांस की डाटा सुरक्षा संस्था सीएनआइएल ने कहा कि गूगल ने फ्रांसीसी कानून का उल्लंघन किया है। सीएनआइएल ने गूगल को अपनी निजता नीतियों को बदलने के लिए तीन महीने का समय दिया है। ऐसा नहीं करने पर कंपनी पर दो लाख डॉलर का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है। स्पेन की डाटा सुरक्षा एजेंसी एईपीडी ने गूगल पर 40 हजार से तीन लाख यूरो का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है। सीएनआइएल ने कहा कि ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और नीदरलैंड्स भी दुनिया के नंबर एक सर्च इंजन के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई करेंगे। अगर सभी ने गूगल पर जुर्माना लगाया तो यह कई लाख यूरो हो जाएगा।

मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाएगी नवाज सरकार
22 June 2013
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाए जाने के मामले में नई सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) (पीएमएल-एन) सरकार ने वर्ष 2007 में आपातकाल लागू करने और संविधान के उल्लंघन के मामले में मुशर्रफ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चलाने का फैसला कर लिया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुशर्रफ पाकिस्तान के इतिहास में पहले ऐसा तानाशाह हैं, जिनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है।
द न्यूज डेली अखबार ने अपनी रिपोर्ट में एक संघीय मंत्री के हवाले से कहा है कि सरकार 69 वर्षीय मुशर्रफ को बचाने की बजाय संविधान और कानून के शासन का पालन किए जाने का समर्थन करेगी।
संघीय मंत्री ने बताया कि पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले संकेत दे दिए थे कि उनकी सरकार मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के मामले में मुकदमा चलाए जाने का समर्थन करेगी। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन किया जाए। सुप्रीम कोर्ट में मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के मामले में सुनवाई 24 जून से फिर शुरू होनी है।
पूर्व अटार्नी जनरल इरफान कादिर ने अदालत ने अपना बयान दाखिल करते हुए कहा था कि गत 11 मई को आम चुनाव कराने वाली अंतरिम सरकार ने मुशर्रफ के खिलाफ अभियोग चलाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी।
नई सरकार को इस संबंध में फैसला लेना चाहिए। मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के मामले में अंतिम सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया था कि मुशर्रफ के खिलाफ संविधान के अनुच्छेद छह के तहत मामला चलाया जाएगा। यह अनुच्छेद देशद्रोह से संबंधित है।
नए अटार्नी जनरल मुनिर ए मलिक ने कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर इस संबंध मे बातचीत की थी।

अफगान से आतंक के सिंडीकेट का सफाया जरूरी: भारत
22 June 2013
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने अफगानिस्तान में आतंक के सिंडीकेट का जड़ से सफाया करने के लिए संगठित प्रयास किए जाने की मांग की है। एक विशेष ब्रीफिंग में संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप राजदूत मंजीव पुरी ने कहा कि अफगानिस्तान में पिछले दो महीने में हुए आतंकी हमलों से पता चलता है कि वहां सुरक्षा की स्थिति ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और अफगानिस्तान सरकार तथा वहां के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। पुरी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा, 'अफगानिस्तान में आतंक के सिंडीकेट का जड़ मूल से सफाया करने के लिए संगठित प्रयास किए जाने की जरूरत है। वहां इस सिंडिकेट में तालिबान, अलकायदा, लश्कर व कुछ अन्य आतंकी संगठन शामिल हैं।' उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में जारी बदलाव का नेतृत्व अफगान लोग ही करें। साथ ही अफगानिस्तान के लोगों के मानवाधिकार की रक्षा भी की जानी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में भिड़े पाक और अफगानिस्तान के नुमाइंदे
सीमा पार आतंकवाद और आतंकियों के सुरिक्षत पनाहगाह को लेकर चर्चा के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक आपस में भिड़ गए।
संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के राजदूत जहीर तनीन ने कहा, 'जब तक पाकिस्तान की धरती पर आतंकियों के पनाहगाह मौजूद हैं और कुछ तत्व आंतकवाद को विदेश नीति के औजार के रूप में प्रयोग करना जारी रखते हैं तब तक न तो अफगानिस्तान में और न ही क्षेत्र में शांति स्थापित हो सकती है।' इस पर पाकिस्तानी राजदूत मसूद खान ने कहा, 'मैं पाकिस्तान में आतंकियों के पनाहगाह मौजूद रहने और कुछ तत्वों द्वारा आतंकवाद को विदेश नीति के औजार के रूप में प्रयोग करते रहने के राजदूत तनीन के तर्को को अस्वीकार करता हूं।'

उल्फा नेता चेतिया ने भारत प्रत्यर्पित करने की मांग की
22 June 2013
ढाका। बांग्लादेश की हिरासत में मौजूद अलगाववादी उल्फा नेता अनूप चेतिया ने अपने दो साथियों समेत खुद को भारत प्रत्यर्पित किए जाने की मांग की है।
मीडिया रिपो‌र्ट्स के मुताबिक, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम [उल्फा] के कई नेता इस संबंध में भारतीय अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। उत्तर पश्चिम राजशाही सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक तौहिदुल इस्लाम ने कहा, ' 54 वर्षीय अनूप चेतिया ने भारत वापस जाने की इच्छा जताई है। हमने उनकी याचिका विचार के लिए गृह मंत्रालय के पास भेज दी है।' इस्लाम ने बताया कि पहले बांग्लादेश में राजनीतिक शरण मांगने वाले चेतिया ने उल्फा के ही अपने दो अन्य साथियों लक्ष्मीप्रसाद गोस्वामी और बाबूलाल शर्मा को भी भारत भेजे जाने की मांग की है। गोस्वामी और शर्मा को बांग्लादेश की दूसरी जेलों मे रखा गया है।
बांग्लादेश पुलिस ने चेतिया को बांग्लादेश में अवैध तरीके से घुसने और दो बांग्लादेशी नकली पासपोर्ट रखने के आरोप में 21 दिसंबर, 1997 को ढाका से गिरफ्तार किया था। भारत सरकार ने गिरफ्तारी के बाद से ही चेतिया के प्रत्यर्पण के प्रयास शुरू कर दिए थे। यहां की एक अदालत ने आदेश दिए थे कि जब तक अनूप चेतिया की राजनीतिक शरण की मांग वाली याचिका पर कोई फैसला नहीं होता, उसे सुरक्षा कारणों के मद्देनजर जेल में रखा जाए। बांग्लादेश ने इस साल की शुरुआत में भारत के साथ प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए थे।

'लाल रेखा' पार नहीं करनी चाहिए अफगानिस्तान की शांति वार्ता
22 June 2013
बगदाद। भारत ने तालिबान के साथ शांति वार्ता को लेकर अफगानिस्तान को सावधान किया है। भारत का कहना है कि नई पहल से अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा खिंची गई 'लाल रेखा' का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बृहस्पतिवार को कहा कि हम समय-समय पर सभी पक्षों को विश्व समुदाय द्वारा खिंची गई 'लाल रेखा' की याद दिलाते रहते हैं। निश्चित रूप से प्रतिभागियों को उसे छूना, मिटाना या उसका उल्लंघन नहीं करना चाहिए। खुर्शीद की यह प्रतिक्रिया अफगान तालिबान की कतर की राजधानी दोहा में अपना राजनीतिक कार्यालय खोलने और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई की सरकार और अन्य संबंधित पक्षों से शांति वार्ता करने की इच्छा जताने के एक दिन बाद आया है।
दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर यहां पहुंचे खुर्शीद ने कहा कि अफगानिस्तान की उच्च शांति परिषद और तालिबान के चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ बातचीत चल रही है। निश्चित रूप से इसे प्रोत्साहन देने में अमेरिका की अपनी भूमिका है शायद इसमें भाग लेने में भी, लेकिन अंतत: यह वार्ता अफगानिस्तान की स्वतंत्र सरकार और अफगानिस्तान के नागरिकों के बीच की है। वे नागरिक जो तालिबान की विचारधारा का अनुसरण करते हैं। अंतत: अफगानिस्तान को ही अपना निर्णय लेना है।

भारत के धार्मिक केंद्र बच्चों के यौन शोषण मामले में संवेदनशील
22 June 2013
वाशिंगटन। भारत के धार्मिक और पर्यटन केंद्र बच्चों के यौन शोषण के मामले में संवेदनशील हैं। अमेरिका की 'टै्रफिकिंग इन पर्सन्स रिपोर्ट- 2013' में इस बात का उल्लेख किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को मानव तस्करी को लेकर मुकदमा चलाने के काम में तेजी लानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसमें शामिल लोगों को सजा दिलाई जाए। इसके मुताबिक भारत में इस प्रकार के अपराध से मुकाबला करने के लिए न्यूनतम मापदंडों का भी पूर्ण रूप से पालन नहीं किया जा रहा है। इस रिपोर्ट को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि भारत में बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियों के यौन शोषण के मामले सामने आ रहे हैं। इसके मुताबिक धार्मिक स्थल और पर्यटन के लिए लोकप्रिय शहर अभी भी बच्चों के यौन शोषण को लेकर संवेदनशील बने हुए हैं। भारत को टीयर-दो देशों की सूची में रखा गया है। इसमें उन देशों को शामिल किया जाता है जो 'ट्रैफिकिंग विक्टिम्स प्रोटेक्शन एक्ट' के न्यूनतम मापदंडों का पूर्ण रूप से पालन नहीं करते हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि ऐसी रिपोर्टे मिल रही हैं कि भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों और ओडिशा से महिलाओं और लड़कियों को पंजाब और हरियाणा जैसे कम लिंगानुपात वाले राज्यों में बेचा जा रहा है। उनका जबरन विवाह कराए जाने की भी रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से कुछ को उनके नए परिवार वेश्यावृत्ति या मजदूरी के काम में ढकेल देते हैं। भारतीय महिलाएं और लड़कियां अस्थायी विवाह के बहाने मध्य पूर्व के देशों में भी यौन शोषण का शिकार होती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू हिंसा के डर से पति के पास से भागने वाली महिलाएं विशेष रूप से मानव तस्करी के लिए संवेदनशील होती हैं। इसके मुताबिक माओवादी जबरन अपने गुट में बच्चों की भर्ती कर रहे हैं। रिपोर्ट में मानव तस्करी में कुछ सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत की ओर ध्यान दिलाते हुए इसे गंभीर समस्या बताया गया है। इससे इस अपराध से मुकाबला करने में बाधा आती है। इसमें भारत सरकार से सिफारिश की गई है कि वह मानव तस्करी से पीडि़त व्यक्ति को दंड देना बंद कराए। इसके अलावा बंधुआ मजदूरी सहित सभी प्रकार की मानव तस्करी के लिए सजा दिलाने के काम में तेजी लाए जाने की भी सिफारिश की गई है।

कनाडा में आई भीषण बाढ़, एक लाख हो सकते हैं बेघर
22 June 2013
हाईवुड रिवर [कनाडा]। कनाडा में आई भीषण बाढ़ से करीब एक लाख लोगों को बेघर होना पड़ सकता है। कैलगरी शहर के अधिकारियों ने बताया कि कीचड़युक्त मलबे के भारी जमाव से ट्रांस-कनाडा राजमार्ग को बंद कर दिया गया है, जिससे बाफ और कैनमोर के माउंटेन रिजॉर्ट शहर का मुख्य मार्ग से सड़क संपर्क टूट गया है।
सबसे अधिक नुकसान एलबर्टा प्रांत में हुआ है। यहां हाईवुड नदी में आई बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। मूसलाधार बारिश और भारी बाढ़ से दक्षिण एलबर्टा की सड़कों और पुलों को काफी क्षति पहुंची है। कारें और घरों में प्रयोग होने वाले सामान बह गए हैं। यहां अब तक एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना मिली है। कई नजदीकी इलाकों को खाली करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, लोगों को इन इलाकों से बाहर निकालने का काम कई चरणों में होगा, जिसमें कई दिन लगेंगे। कनाडा के मौसम विभाग एनवायरमेंट कनाडा ने प्रभावित क्षेत्र में और भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। अगले दो दिन में करीब सौ मिलीमीटर बारिश होने की आशंका है।

पेशावर में आत्मघाती विस्फोट, 14 की मौत
22 June 2013
पेशावर। शिया मस्जिद में जुमे की नमाज के समय हुए आत्मघाती विस्फोट में 14 लोगों के मारे जाने और 30 के घायल होने की खबर है। यह घटना अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर के बाहरी इलाके की है।
अधिकारियों ने बताया कि गुलशन कालोनी स्थित मदरसा हुसैनी में शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए काफी लोग इकट्ठा हुए थे, तभी एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट से खुद को उड़ा लिया। हमलावर और उसके दो साथियों ने पीछे से मस्जिद में घुसने से पहले एक सुरक्षाकर्मी को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
पुलिस अधीक्षक शफुल्ला खान ने बताया कि हमले में घायल चार लोगों की हालत काफी गंभीर है। आत्मघाती हमलावर के दोनो साथी मौके से बाद में फरार हो गए। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा की है।

तालिबान के साथ बातचीत का समय अभी तय नहीं: अमेरिका
21 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका की ओर से गुरुवार को कहा गया कि उसके और तालिबान के बीच बातचीत के लिए समय निर्धारित नहीं किया गया है। पहले ऐसी रिपोर्टे आई थीं कि गुरुवार को कतर में अमेरिका और तालिबान के बीच बातचीत हो सकती है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन पसाकी ने संवाददाताओं से कहा, 'हम अफगानिस्तान सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अभी तालिबान के साथ बैठक नहीं होने वाली है। मैं जानती हूं कि इस बारे में रिपोर्टे आई थीं, लेकिन वे सही नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि इसे लेकर अमेरिका को यदि कोई भूमिका निभानी है तो इस बारे में निर्णय अफगानियों को लेना है। हम आगे बढ़ने के लिए अफगानियों और हाई पीस काउंसिल के साथ बातचीत कर रहे हैं। पसाकी ने कहा कि बुधवार को ऐसी रिपोर्टे आई थीं कि बातचीत गुरुवार के लिए निर्धारित है, लेकिन हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं।
इस बीच अफगान तालिबान के एक मुख्य वार्ताकार ने कहा है कि कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका के साथ होने वाली बातचीत में अफगानिस्तान में संघर्ष विराम को एजेंडे में शामिल किया जा सकता है। दोहा में तालिबान ने अपना राजनीतिक कार्यालय खोला है। कार्यालय प्रमुख मुहम्मद नईम ने कहा कि यदि तालिबान और अमेरिका के बीच औपचारिक वार्ता प्रारंभ हो जाती है तो संघर्ष विराम संबंधी मुद्दे पर भी बातचीत हो सकती है।

साइबर जासूसी ने टाले भारत समेत 20 देशों में 50 बड़े आतंकी हमले
21 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका साइबर जासूसी को हर हाल में जायज ठहराने पर आमादा है। अमेरिका के मुताबिक देश की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के साइबर जासूसी की वजह से ही भारत सहित 20 से अधिक देशों में 50 से अधिक बड़े आतंकी हमलों को नाकाम कर दिया गया है।
बुधवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गोपनीय तरीके से लाखों देशवासियों के ई-मेल की निगरानी और फोन टैप किए जाने को जायज ठहराते हुए कहा कि इसके कारण हजारों जिंदगियां बचाई गई हैं। यह ऐसी स्थिति नहीं है, जिसमें हम आम ई-मेल की तलाशी ले रहे हैं।
वाशिंगटन में हाउस इंटेलीजेंस कमेटी के समक्ष एनएसए प्रमुख जनरल कैथ एलेक्जेंडर ने कहा, 'न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज को उड़ाने की गोपनीय साजिश थी।' उन्होंने कहा, 'इस तरह के 50 से अधिक मामले हैं।' एक प्रश्न के जवाब में एलेक्जेंडर ने सांसदों से कहा, 'वास्तव में हमने जितने ढूंढ़े, वे उससे ज्यादा निकले। हम तीन या चार को और ढूंढ़ने में नाकाम रहे।'
सूत्रों ने बताया कि उन बीस देशों में भारत भी शामिल था और इनमें कम से कम की एक की समय रहते भारत को जानकारी दे दी गई थी। साल 2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान आतंकी हमले की साजिश के बारे में बताया गया था।

जरदारी के खिलाफ नहीं चलेगा मनी लांड्रिंग का मुकदमा
21 June 2013
इस्लामाबाद। स्विटजरलैंड ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ मनी लांड्रिंग के कथित मामलों को शुरू करने से इन्कार कर दिया है। पाकिस्तान के विधि मंत्री जाहिद हामिद ने यह जानकारी दी।
स्विस सरकार ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के समय ही फरवरी महीने में एक पत्र भेजकर अपने रुख के बारे में सूचित कर दिया था। हामिद ने कहा कि इस पत्र को मंगलवार को खोला गया।
साल 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ और पीपीपी के बीच हुए गुप्त समझौते के तहत जरदारी और उनकी पत्नी मरहूम बेनजीर भुंट्टो तथा कुछ दूसरे लोगों के खिलाफ मामलों को बंद कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट से दबाव पड़ने के बाद पीपीपी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने स्विस सरकार को मामलों को फिर से खोलने के लिए पत्र लिखा था। हालांकि, उसका यह भी रुख था कि पद पर बने रहते हुए जरदारी को बतौर राष्ट्रपति कानूनी प्रक्रियाओं से छूट मिली हुई है।

नए सऊदी से प्रभावित 5 हजार भारतीयों को मिली नौकरी
21 June 2013
दुबई। सऊदी अरब में नए श्रम कानून के कारण प्रभावित हुए करीब 5,000 भारतीयों को नई नौकरियां मिल गई हैं। जेद्दा स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के प्रयासों की वजह से यह संभव हुआ है।
महावाणिज्य दूत फैज अहमद किदवई ने मंगलवार को बताया कि अतिरिक्त समय का एलान किए जाने के बाद वाणिज्य दूतावास भारतीयों को रोजगार दिलाने के लिए अभियान चला रहा है। निताकत कानून से प्रभावित लोगों को स्वदेश लौटने के लिए अतिरिक्त समय दिया गया था जिसकी मियाद तीन जुलाई को पूरी हो रही है।
महावाणिज्य दूत ने कहा कि वाणिज्य दूतावास परिसर में प्रतिदिन सैकड़ों उम्मीदवारों के साक्षात्कार लिए जा रहे हैं और उम्मीद है कि रियायत अवधि तक इनकी संख्या पांच हजार के आकड़े को पार कर जाएगी। वर्तमान में सऊदी अरब में बीस लाख भारतीयों से अधिक काम कर रहे हैं।

यौन शोषण में ब्रिटिश संसद के डिप्टी स्पीकर फिर गिरफ्तार
21 June 2013
लंदन। यौन शोषण के तीन नए आरोपों में घिरने के बाद संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कामंस के डिप्टी स्पीकर निजेल इवांस को फिर गिरफ्तार कर लिया गया है।
कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद इवांस दो युवकों के साथ कुकर्म के आरोप में गत 5 मई को लंकाशायर के पेंडलटन स्थित अपने घर से गिरफ्तार किए गए थे। 19 जून तक वह जमानत पर थे।
55 वर्षीय इवांस बुधवार को पुलिस के समक्ष पेश हुए और नए मामलों में जमानत मांगी। इवांस रिबेल वैली से वर्ष 1992 से सांसद हैं। आरोपों के चलते उन्हें दी गई जिम्मेदारियां वापस ले ली गई हैं। हालांकि, उन्होंने खुद को बेकसूर बताया है।
पहले लगे आरोपों के अनुसार, कुकर्म और यौन शोषण की घटनाएं पेंडलटन में जुलाई 2009 से मार्च 2013 के बीच की हैं। पीड़ितों की उम्र 20 से 29 साल के बीच बताई गई है। इवांस पर लगे नए आरोपों के अनुसार, ये घटनाएं 2003 और 2011 के बीच ब्लैकपूल और लंदन में घटीं। लंकाशायर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, यौन शोषण के तीन अन्य मामलों में भी वह संदिग्ध हैं, इसीलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इवांस ने 2010 में खुद के समलैंगिक होने की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार की थी। उन्हें इसी वर्ष डिप्टी स्पीकर बनाया गया था।

रूस: आयुध भंडार में आग लगी, हजारों लोग हटाए गए
21 June 2013
मास्को। मध्य रूस में स्थिति एक आयुध भंडार में आग लग गई जिससे साढ़े छह हजार लोगों को उसके आसपास के इलाकों से हटाया गया। एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।
मास्को से दक्षिण पूरब में करीब एक हजार किलोमीटर दूर समारा क्षेत्र के छापेवस्क शहर में मंगलवार की रात लगी आग की वजह से बुधवार की शाम तक कई किलोमीटर दूर तक गोलों का गिरना जारी था। बताया जाता है कि इस आयुध भंडार में करीब 1.8 करोड़ गोले थे।
रूस के आपातकालीन मंत्रालय के अनुसार, मारा गया व्यक्ति एक गैस कंपनी का कर्मचारी था, जो आयुध भंडार के पास काम कर रहा था।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत जाने वाले अपने नागरिकों को किया अलर्ट
21 June 2013
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया ने उत्तराखंड में खराब मौसम के मद्देनजर भारत के लिए अपनी ट्रैवल एडवाइजरी को अपडेट करते हुए अपने नागरिकों से सूचना के लिए मीडिया पर निगाह रखने और स्थानीय अधिकारियों की सलाह पर ध्यान देने को कहा है।
विदेश मामलों व व्यापार विभाग (डीएफएटी) ने मंगलवार को जारी एडवाइजरी में कहा,'उत्तरकाशी और गंगोत्री के बीच भूस्खलन की खबरें हैं। अगर आप प्रभावित क्षेत्र में हैं तो अपनी सुरक्षा के लिए मीडिया की खबरों पर नजर रखें और स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करें। जून से अक्टूबर के बीच मानसून के कारण बारिश से खास तौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में बाढ़ आ सकती है और भूस्खलन की आशंका है। पूर्व में आई बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, जिसमें बहुतों की मौत हो गई है। इस दौरान साफ पीने के पानी और खाद्य सामग्री की आपूर्ति में कमी आ सकती है। बाढ़ के बाद जल जनित बीमारियों का खतरा बना रहता है। यही नहीं परिवहन और संचार की व्यवस्था भी प्रभावित होती है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर आप मानसून मौसम में यात्रा कर रहे हैं तो अपने टूर ऑपरेटर से संपर्क करें कि जिस स्थान पर आपने जाने की योजना बनाई है वहां पर्यटन सेवाएं प्रभावित तो नहीं हुई हैं। परामर्श के आखिरी में कहा गया है भारत जाने वाले ऑस्ट्रेलियाई वहां आतंकवाद, अपराध, अशांति, वाहन दुर्घटनाओं के खतरे के मद्देनजर बेहद सावधान रहें। एडवाइजरी में पाकिस्तानी सीमा के आसपास के क्षेत्र में यात्रा न करने भी सलाह दी गई है।

दस साल के लुइस का हार्वर्ड विवि में दाखिला, पढ़ेगा क्वांटम फिजिक्स
21 June 2013
मेक्सिको। दस साल की छोटी सी उम्र में लुइस रॉबरटो रमिरेज ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर अपनी मेधा का लोहा मनवा लिया है। वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन जैसी बुद्धिमता वाला लुइस इस साल यूनिवर्सिटी में क्वांटम भौतिक विज्ञान की पढ़ाई करेगा।
मिकोएकन रेडियो और टेलीविजन पर प्रसारित कार्यक्रम में लुइस ने कहा, मेरा सपना अपनी कंपनी खोलने और खुद की खोजी गई वस्तुओं को बेचना है। जमोरा के रहने वाले लुइस ने महज पांच साल की उम्र में ही अंग्रेजी भाषा सीख ली थी। अब वह फ्रेंच और चीनी भाषा सीख रहा है। करीब दो साल पहले लुइस के माता-पिता को एहसास हुआ कि उनका बेटा दूसरे बच्चों से अलग है। उसकी इच्छाएं और उसकी पसंद, नापसंद अपनी उम्र के बच्चों से काफी अलग है। करीब आठ साल की उम्र में लुइस का आइक्यू 152 से 160 के बीच था जो वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के आइक्यू के आसपास है। लुइस के पिता रॉबरटो रेमिरेज ने कहा, मुझे मेरे बेटे की प्रतिभा पर गर्व है।

जेयूडी को करोड़ों देने को सरकार ने ठहराया जायज
21 June 2013
लाहौर। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार ने जमात-उद-दावा [जेयूडी] के सबसे बड़े केंद्र को 6.1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि आवंटित किए जाने का बचाव किया है। उसका कहना है कि इस केंद्र की ओर से लोगों को जो सेवाएं दी जा रही हैं, उन्हें जारी रखने के लिए राशि आवंटित किया जाना जरूरी था।
पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुरूप प्रांत की सरकार ने जेयूडी द्वारा संचालित कल्याणकारी संस्थाओं का प्रशासनिक नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। ऐसा करने के दो उद्देश्य थे। पहला यह कि जेयूडी का कोई सदस्य अपनी गतिविधि जारी नहीं रख सके। दूसरा यह कि स्थानीय लोग दवाखाना, अस्पताल और स्कूल की सुविधा से वंचित नहीं रहें।
प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब सरकार ने प्रशासक के रूप में एक अधिकारी की नियुक्ति की है ताकि स्थानीय लोगों के लिए मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित किया जा सके। उनके मुताबिक पंजाब सरकार इन संस्थाओं के लिए 2008 के अंत से ही इस प्रकार की व्यवस्था कर रही है। गौरतलब है कि पंजाब प्रांत की पीएमएल-एन सरकार ने वित्त वर्ष 2013-14 के बजट में मुरिदके में स्थित जेयूडी के मरकज-ए-तैयबा के प्रशासक के लिए 6.1 करोड़ रुपये से अधिक के अनुदान की घोषणा की थी। जेयूडी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है।

आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित हो सकता है केरी का भारत दौरा
21 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी का भारत दौरा आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित हो सकता है। वह अगले सप्ताह द्विपक्षीय बातचीत के लिए भारत आ रहे हैं। बौद्धिक संपदा संरक्षण और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश [एफडीआइ] की अधिकतम सीमा जैसे मुद्दे बातचीत के एजेंडे में चोटी पर रह सकते हैं।
दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री रॉबर्ट ब्लेक ने कहा, 'हमारा स्पष्ट दृष्टिकोण है कि इस बातचीत में आर्थिक मुद्दों को प्राथमिकता दी जाएगी। अमेरिकी कारोबारियों के समक्ष बहुत सी चिंताएं हैं। वे व्यापार और निवेश में बाधाएं बढ़ते देख रहे हैं।' अमेरिकी कारोबारियों और सांसदों की ओर से भारत की व्यापार नीति को लेकर केरी और राष्ट्रपति बराक ओबामा को पत्र प्राप्त हो रहे हैं, जिनमें कहा जा रहा है इससे अमेरिकी कारोबार प्रभावित हो रहा है। ब्लेक ने कहा कि एक लक्ष्य यह भी है कि द्विपक्षीय निवेश संबंधी बातचीत फिर से प्रारंभ की जाए और जल्द इसे मुकाम तक पहुंचाया जाए।
इस बीच अमेरिका ने जोर देकर कहा है कि सात एशियाई देशों के अपने 10 दिवसीय दौरे में केरी के पाकिस्तान नहीं जाने के निर्णय को इस्लामाबाद को नजरअंदाज करने के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। इस बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन पसाकी ने संवाददाताओं से कहा, 'केरी के निर्णय का यह मतलब नहीं है कि पाकिस्तान को नजरअंदाज किया जा रहा है। वह पाकिस्तान जाना चाहते हैं। हम इसके लिए समय तय करने पर काम कर रहे हैं।'

परमाणु हथियारों के इस्तेमाल में कटौती हो: ओबामा
20 June 2013
वाशिंगटन। इन दिनों परमाणु हथियारों के बढ़ते परीक्षण पर चिंतित अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने ही राष्ट्र को इन हथियारों के प्रसार को सीमित करने की अपली की है। ओबामा ने अपने भाषण में प्रस्ताव दिया है कि विश्व में शांति बनाए रखने के लिए अमेरिका और रुस दोनों को ही परमाणु हथियारों में एक तिहाई की कटौती करनी चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने यूरोप और एशियाई देशों में सामरिक हथियारों के इस्तेमाल में कमी लाने की बात पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक विनाश के खतरे में लंबे समय तक नहीं रह सकते, लेकिन जब तक परमाणु हथियार रहेंगे लोग अपने ही मुल्क में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर सकते हैं।
जहां एक और पाकिस्तान और इरान अपनी परमाणु क्षमता तेज करने में जुटा हुआ है, इस बीच, ओबामा की यह सलाह काफी महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि अमेरिका ने इस मामले पर साल 2010 में रुस के साथ स्टार्ट संधि पर हस्ताक्षर किए थे। इसके मुताबिक दोनों देशों के पास अधिकतम 1550 युद्धक हथियार हो सकते हैं और 700 से ज्यादा लॉन्चर्स को तैनात नहीं किया जा सकता।

पुराने रिश्तों में जान डालने इराक पहुंचे खुर्शीद
20 June 2013
बगदाद। भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर इराक की राजधानी पहुंचे। उनकी यात्रा का मकसद तेल के मामले में धनी ऐतिहासिक महत्व वाले इस देश से पुराने रिश्ते को पुनर्जीवित करना है।
वर्ष 1990 के बाद खुर्शीद पहले भारतीय विदेश मंत्री हैं जो इराक पहुंचे हैं। बगदाद हवाई अड्डे पर उनके इराकी समकक्ष होशियार जेबारी ने उनकी अगवानी की। वर्ष 2003 के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। बगदाद की यात्रा पर साथ पहुंचे संवाददाताओं से खुर्शीद ने कहा, 'हमारे इराक के साथ बहुत अच्छे संबंध थे। ऐसा कोई कारण नहीं है कि उस बहुत अच्छे संबंधों को फिर से मजबूत नहीं किया जाए। खुर्शीद ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के मामले में हमारे बीच बहुत महत्वपूर्ण साझीदारी है। इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है। इराक के बड़े तेल खजाने के संदर्भ में खुर्शीद ने कहा कि इराक आज हमारे लिए रणनीतिक रूप से बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।'

सरबजीत हत्या मामले में 38 गवाहों के बयान दर्ज
20 June 2013
लाहौर। कोट लखपत जेल में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की हत्या के मामले की जांच कर रहे पाकिस्तानी न्यायिक आयोग ने अब तक अड़तिस गवाहों के बयान दर्ज किए हैं।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पंजाब प्रांत के जेल महानिरीक्षक, कोट लखपत जेल के अधीक्षक और अन्य जेल अधिकारियों ने लाहौर हाई कोर्ट के जस्टिस मजहर अली अकबर नकवी के एक सदस्यीय आयोग के समक्ष बयान दर्ज कराए हैं। आयोग दैनिक रूप से अपनी कार्यवाही का संचालन कर रहा है। सरबजीत पर कोट लखपत जेल में कैदियों ने हमला किया था और दो मई को उनकी मृत्यु हो गई थी।
आयोग ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से सरबजीत के रिश्तेदारों को अपना बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा था। रिश्तेदारों से कहा गया है कि यदि उनके पास घटना के संबंध में कोई साक्ष्य हों तो वे उसे उपलब्ध कराएं।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक सरबजीत के परिवार वालों ने अपना बयान दर्ज कराने में रुचि नहीं दिखाई है। आयोग को अभी उन दो कैदियों से भी पूछताछ करनी है जिन पर सरबजीत की हत्या में शामिल होने का आरोप है। लाहौर हाई कोर्ट ने कहा है कि आयोग जल्द अपनी रिपोर्ट तैयार करेगा।

करजई ने अमेरिका के साथ बातचीत स्थगित की
20 June 2013
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिका के साथ होने वाली बातचीत रोक दी है। एक वरिष्ठ अफगान अधिकारी ने बताया कि सरकार तालिबान को आधिकारिक दर्जा दिए जाने से नाखुश है, जिसने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में अपना कार्यालय खोला है। करजई ने इस कार्यालय के नाम को लेकर नाराजगी जताई है।
अगले वर्ष के अंत में अफगानिस्तान में नाटो का अभियान समाप्त होने के बाद इस संघर्ष प्रभावित देश में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता होना जरूरी है। करजई द्वारा बातचीत स्थगित करने के निर्णय से तालिबान के साथ बातचीत प्रारंभ करने के अमेरिकी प्रयासों को धक्का लग सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे अफगानिस्तान में पिछले 12 वर्ष से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में महत्वूपर्ण कदम बताते हुए इसका स्वागत किया था।
बातचीत स्थगित होने के बारे में जानकारी देते हुए करजई के प्रवक्ता आइमल फैजी ने बताया, 'अफगानिस्तान संबंधी शांति वार्ता को लेकर अमेरिकी सरकार जो कह रही है और जो कर रही है, उनमें विरोधाभास देखा जा रहा है। राष्ट्रपति ने बुधवार सुबह अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा समझौता (बीएसए) बातचीत को स्थगित कर दिया।' उन्होंने बताया कि विवाद के केंद्र में तालिबान कार्यालय द्वारा 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' नाम प्रयोग किया जाना है। इसकी स्थापना 1996 में हुई थी जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर शासन प्रारंभ किया था। 2001 में तालिबान के पतन के साथ ही इसका अंत हो गया था।
इस बीच, तालिबान ने दावा किया है कि उसने मंगलवार रात अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य अड्डे बगराम पर रॉकेट से हमला कर चार अमेरिकी सैनिकों को मार दिया है। इससे अफगानिस्तान में शांति स्थापित होने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।

एनआरसीसी ने की भारतीय-अमेरिकी की नियुक्ति
20 June 2013
वाशिंगटन। रिपब्लिकन कांग्रेस के एक पैनल ने रिपब्लिकन पार्टी और भारतीय अमेरिकी समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक भारतीय अमेरिकी की नियुक्ति की है। शिकागो के शल्ली कुमार इंडियन अमेरिकन एग्जीक्यूटिव कांउसिल ऑफ द नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेसनल कमेटी (एनआरसीसी) के अध्यक्ष होंगे। इस साल की शुरुआत में कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस (अमेरिकी संसद) का एक प्रतिनिधिमंडल गुजरात गया था और मु़ख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुमार एनआरसीसी आगामी चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के अवसर बेहतर करने और क्षमतावान उम्मीदवारों की पहचान करने के लिए कुमार की राय मांगेगी।
अमेरिकी महिलाएं भी बनेंगी नेवी सील कमांडो
20 June 2013
वाशिंगटन। अमेरिका में महिलाएं अब नौसेना के विशेष दस्ते नेवी सील्स, आर्मी रेंजर्स और अन्य कुशल लड़ाकू यूनिटों में शामिल हो सकेंगी। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन द्वारा हाल ही में स्वीकृत योजना के बाद यह संभव हो पाया है। अभी तक अग्रिम मोर्चो पर महिलाओं की तैनाती नहीं होती थी।
पेंटागन ने मंगलवार को कहा कि 2016 से वह महिलाओं को विशेष रूप से नेवी सील्स, आर्मी रेंजर्स और अन्य लड़ाकू यूनिटों में शामिल होने की अनुमति देगा। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और भर्ती कार्मिक प्रबंधन विभाग की निदेशक जुलियट बेयलर ने कहा यह अगला तार्किक कदम है। विभाग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लिंग विशेष पर ध्यान दिए बिना मिशन को सर्वाधिक कुशल और सक्षम लोग दिए जाएं। इस बीच कंसर्ड वूमैन फॉर अमेरिका संगठन ने कहा कि सेना का काम देश की सुरक्षा करना है और समान अवसर के कोटे को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में नहीं डाला जाना चाहिए।

मलेशिया में नाबालिग हिंदुओं के धर्म परिवर्तन का विरोध
20 June 2013
कुआलालंपुर। मलेशिया में दो हिंदू नाबालिगों का उनकी मां की सहमति के बिना धर्म परिवर्तन कराने का देश की बार कांउसिल ने जोरदार विरोध किया है। काउंसिल ने मां की सहमति के बिना इस एकतरफा धर्म परिवर्तन को अवैध बताया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेबू की 29 वर्षीय एस दीबा को उसके पति ने 16 महीने छोड़ दिया था। उसके पति ने उसके दो बच्चों को उसे बिना बताए इस्लाम धर्म कबूल करवा दिया। पति का आरोप है दीबा का किसी अन्य व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध था और वह उसके बच्चों की देखभाल नहीं करती थी।
संघीय संविधान का हवाला देते हुए बार काउंसिल के अध्यक्ष क्रिस्टोफर लिओंग ने कहा कि माता-पिता में किसी एक की मर्जी से बच्चे का धर्म परिवर्तन नहीं कराया जा सकता। नाबालिग का धर्म परिवर्तन माता-पिता में किसी एक की सहमति से होना कानूनी रूप से अवैध है। संविधान के तहत 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे के धर्म परिवर्तन का फैसला माता-पिता की सहमति से होना चाहिए अगर दोनों जिंदा हैं।

दुष्कर्म के आरोप वापस होने पर भी दूतावास नहीं छोड़ेंगे असांजे
20 June 2013
लंदन। पिछले एक साल से लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास में रह रहे स्वीडिश वेबसाइट विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने बुधवार को कहा कि अगर स्वीडन में उनके खिलाफ दुष्कर्म के आरोप वापस ले लिए जाते हैं तब भी वह यहीं पर रहेंगे।
दूतावास में पत्रकारों के साथ बातचीत में असांजे ने कहा, 'गिरफ्तार होने और अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने की आशंका के चलते मेरे वकीलों ने मुझे दूतावास न छोड़ने की सलाह दी है।' उन्होंने कहा कि मेरे अमेरिकी वकील ने कहा है कि जब तक ब्रिटिश सरकार मुझे यहां से सुरक्षित निकालने की गारंटी नहीं देती तब तक मेरे गिरफ्तार होने की आशंका है। अमेरिका में विकिलीक्स खुलासों को लेकर जांच चल रही हैं और मैं फेडरल ग्रैंड ज्यूरी के निशाने पर हूं। मुझे आरोपित किए जाने की 99.97 फीसद उम्मीद है। इसलिए अगर स्वीडिश सरकार कल को आरोप वापस ले लेती है तब भी मैं दूतावास छोड़ने वाला नहीं। ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट में स्वीडन प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ याचिका खारिज होने के बाद असांजे ने पिछले साल जून से इक्वाडोर दूतावास में शरण ले रखी है। स्वीडन में दो महिलाओं ने उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस इस संबंध में उनसे पूछताछ करना करना चाहती है।
हालांकि उन्होंने इन आरोपों से इन्कार किया है। ऑस्ट्रेलियाई नागरिक का कहना है कि लाखों खुफिया अमेरिकी केबल को सार्वजनिक करने के लिए उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है। अमेरिकी सैनिक ब्रेडली मैनिंग ने इन केबल को विकिलीक्स को देने की बात स्वीकारी है। इस हफ्ते ब्रिटिश विदेश मंत्री विलियम हेग और उनके इक्वाडोर समकक्ष रिकार्डो पैटिनो के बीच हुई बैठक में असांजे को लेकर बात नहीं बनी। दोनों मंत्री असांजे के मुद्दे का राजनीतिक हल निकालने के लिए अधिकारियों के एक कार्यसमूह बनाने पर सहमत हुए हैं। असांजे खुद भी कह चुके हैं कि इस मामले को हल होने में छह महीने या दो साल का समय लग सकता है।

सोमालिया में यूएन दफ्तर पर धमाका, 16 की मौत
20 June 2013
मोगादिशु। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) के मुख्यालय पर बुधवार को हुए एक आत्मघाती हमले में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई तथा 15 अन्य घायल हो गए।
देश के आंतरिक मामलों के मंत्री आब्दीकरीम हुसेन गुलेद ने बताया, हमले में तीन विदेशियों सहित नौ नागरिक और सात आतंकी मारे गए हैं। इनमें चार संयुक्त राष्ट्र कर्मी और तीन महिलाएं भी हैं। पूर्वान्ह 11:30 बजे हुए इस हमले के तुरंत बाद अलकायदा से जुड़े अल-शाबाद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इसकी जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, 'पूरा परिसर अब हमारे कब्जे में है और लड़ाई अभी चालू है।'
सीएनएन ने पुलिस अधिकारी हुसेन अहमद के हवाले से कहा है कि शहर के हवाईअड्डे के नजदीक स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के परिसर के प्रवेश द्वार पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। इसके बाद बमों वाली जैकेट पहने कई अन्य आतंकी परिसर में घुस आए और विस्फोट किए। कुछ देर बाद सोमालिया तथा अफ्रीकी संघीय बल ने इमारत को घेर लिया।

तिब्बत में मोबाइल-इंटरनेट अब चीन के नियंत्रण में
20 June 2013
बीजिंग। चीन ने तिब्बत में मोबाइल और इंटरनेट का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। बीजिंग ने तिब्बत में एक ऐसा कानून लागू किया है जिसके तहत वहां के लोगों को मोबाइल और इंटरनेट कनेक्शन के लिए अपने वास्तविक नाम से पंजीकरण कराना होता है।
क्षेत्रीय संचार प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक इस कानून के लागू होने के एक साल बाद पिछले वर्ष के अंत तक तिब्बत में 27 लाख 60 हजार लोगों ने लैंड लाइन और मोबाइल फोन के लिए अपनी वास्तविक पहचान के आधार पर पंजीकरण कराया था। इसके अलावा 14 लाख 70 हजार वेब यूजर्स ने वास्तविक पहचान के आधार पर पंजीकरण कराया।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने इस प्रशासन के उप निदेशक नयीमा दोजे के हवाले से कहा है कि वास्तविक नाम से पंजीकरण से नागरिकों की निजी सूचना को संरक्षित रखने में मदद मिलती है। क्षेत्रीय पीपुल्स कांग्रेस के तहत कानूनी मामलों के आयोग के सदस्य दाई जिआनगुओ ने कहा कि इंटरनेट और मोबाइल फोन की बढ़ती लोकप्रियता से सामाजिक समस्या खड़ी हो गई है।

पाक में आत्मघाती हमला, विधायक समेत 28 मरे
19 June 2013
पेशावर। पाकिस्तान में मंगलवार को अंतिम संस्कार के दौरान आत्मघाती बम धमाके में विधायक समेत 28 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में 10 की हालत गंभीर है।
पुलिस ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शेरगढ़ इलाके में एक व्यापारी के अंतिम संस्कार के दौरान 100 से ज्यादा लोग इकट्ठा हुए थे। उसी दौरान विधायक इमरान खान मोहमांद के नजदीक एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। खैबर पख्तूनख्वा के सूचना मंत्री शौकत यूसुफजई ने आत्मघाती हमले में मोहमांद की मौत की पुष्टि की है। घायलों को मरजाद और दूसरे नजदीकी अस्पत