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:: छत्तीसगढ़ डाइजेस्ट ::




रायपुर : विशेष पिछड़ी जनजातियों की बदलेगी तस्वीर
16 Feb 2024
मुख्यमंत्री श्री साय का विशेष पिछड़ी जनजाति के विकास पर है विशेष जोर
बजट में 300 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान

रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में तैयार किये गये बजट में विशेष पिछड़ी जनजाति के सदस्यों के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। इस बजट प्रावधान से छत्तीसगढ़ में रह रहे बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, बैगा, कमार और अबूझमाड़िया लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिल पाएगा। घास-फूस के घरों की जगह वे पक्के घरों में रह सकेंगे। पेयजल की अच्छी सुविधा होगी। अभी अधिकांश विशेष पिछड़ी जनजाति की बस्तियों में पानी दूर से लाना होता है। कई बार इस जनजातीय समुदाय के लोग झिरिया आदि से पानी पीते हैं। अशुद्ध पेयजल की वजह से बीमारियां पनपती हैं। देश में पहली बार इन विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना बनाई गई। यह योजना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातु से शुरू की थी। छत्तीसगढ़ में इस योजना पर तेजी से क्रियान्वयन हो रहा है और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस पर सीधी नजर रख रहे हैं। बीते माह मुख्यमंत्री ने रायगढ़ जिले में बिरहोर बस्तियों का दौरा भी किया। उन्होंने यहां प्रधानमंत्री जनमन योजना के क्रियान्वयन की स्थिति देखी। मुख्यमंत्री ने इन बस्तियों में रहने वाले लोगों से संवाद भी किया। इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को योजनाओं का लाभ मिलते रहे, इसके लिए लगातार कैंप लगाये जा रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए 300 करोड़ रुपए का बजट उपलब्ध हो जाने से अब इन इलाकों में तेजी से विकास हो सकेगा। यह योजना इसलिए भी आवश्यक थी क्योंकि इन जनजातियों का भौगोलिक परिवेश बहुत कठिन है। जहां पर बस्तियां बसी हैं वहां तक पेयजल की सुविधा उपलब्ध करा पाना तथा अन्य बुनियादी सुविधाएं दे पाना चुनौती होती थी लेकिन मुख्यमंत्री श्री साय के दृढ़ संकल्प के आगे रास्ता आसान हो गया है। जनमन योजना के माध्यम से न केवल बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं अपितु इनके लिए रोजगार के अवसर भी इसके माध्यम से सृजित किये जा रहे हैं। सरगुजा और बस्तर की ओर फोकस की सरकार की नीति भी इन अवसरों को बढ़ाने की दिशा में काफी उपयोगी होगी। स्थानीय उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर इन जनजातियों के लिए रोजगार सृजन हो सकेगा। इन योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचाने के लिए जनमन मित्र तथा सखी विशेष रूप से उपयोगी साबित हुए हैं। वे घर-घर जाते हैं पीवीटीजी से उनकी भाषा में बात करते हैं। सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हैं और फार्म भी भरवाते हैं। इसके बाद वे प्रशासनिक अधिकारियों के समन्वय से इन योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को देना सुनिश्चित कराते हैं।


राज्यपाल श्री हरिचंदन को राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री मिंज ने आयोग का प्रतिवेदन सौंपा
16 Feb 2024
रायपुर: राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन को आज राजभवन में छत्तीसगढ़ राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री सरजियस मिंज ने आयोग के कार्यों की जानकारी दी और आयोग का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा वर्ष 2025-2030 की अवधि के लिए राज्य के नगरीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं की वित्तीय स्थिति की समीक्षा कर उसे सुदृढ़ करने हेतु चतुर्थ राज्य वित्त आयोग का गठन किया गया था। आयोग का कार्य काल ढाई वर्ष का था। आयोग ने वित्तीय स्थिति की समीक्षा करने के पश्चात अपनी अनुशंसाएं सौंपी हैं। प्रतिवेदन में स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों एवं विभागांे से प्राप्त सुझावों को भी शामिल किया गया है।
इस अवसर पर आयोग के सचिव श्री सतीश पाण्डेय, संयुक्त सचिव श्री जे.एस. विरदी, सुश्री पायल गुप्ता और श्री एम.एन. राजुरकर उपस्थित थे।


रायपुर : देश का प्रतिनिधित्व करना गौरवपूर्ण, स्वामी विवेकानंद की तरह भारत की महान संस्कृति की झलक दुनिया को दिखाएं युवा: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
15 Feb 2024
वर्ल्ड यूथ फेस्टिवल रूस में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, छत्तीसगढ़ के युवा
रायपुर: प्रदेश के 8 युवा एक से 7 मार्च तक रूस के सोची शहर में आयोजित होने वाले वर्ल्ड यूथ फेस्टिवल में भारत से शामिल होने वाले दल का हिस्सा होंगे। इन युवाओं ने आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय में बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला के नेतृत्व में मुलाकात कर यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इसे छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी उपलब्धि बताया और युवाओं को अपना आशीष और शुभकामनाएं दी। उन्होंने युवाओं से कहा कि आपको प्रदेश के साथ-साथ अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का गौरवपूर्ण अवसर मिल रहा है। आप सभी स्वामी विवेकानंद के देश से वहां जा रहे हैं। आप भारत के प्रतिनिधि हैं, हमारी महान सांस्कृतिक परंपरा की झलक वहां दिखाएं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आप सभी अपने भीतर अपने देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की महक लेकर जाएं, ताकि इस प्रदेश के बारे में रूस के लोग और अधिक जाने और उन्हें यहां आने की उत्सुकता हो। उन्होंने कहा कि भारत के धार्मिक, सांस्कृतिक और समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के बारे में अपने विचार रूस सहित यूथ फेस्टिवल में शामिल हो रहे सभी देश के साथियों के साथ साझा करें। गौरतलब है कि एक मार्च से 07 मार्च 2024 तक रूस के सोची शहर में वर्ल्ड यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 193 देशों के लगभग 20 हजार युवा शामिल होंगे। भारत से युवाओं का दल यूथ फेस्टिवल में शामिल होने रूस जा रहा है, जिसमें छत्तीसगढ़ से भी 8 युवा चयनित हुए हैं। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ से डेलीगेट में शामिल सर्वश्री पेशीराम जायसवाल, नितेश साहू, सिद्धार्थ शुक्ला, उदयन शर्मा, रितेश कलवानी, अविरल ठाकुर, उदित सिंह एवं सुश्री खुशी सिंह मौजूद रहे।


मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी के रेल्वे स्टेशन से अयोध्या स्पेशल गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया
14 Feb 2024
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी के रेल्वे स्टेशन से अयोध्या स्पेशल गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस आस्था ट्रेन से छतीसगढ़ के लगभग साढ़े 13 सौ राम भक्त राम लला के दर्शनों के लिए रवाना हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद श्री सुनील सोनी, विधायक सर्वश्री कौशिक, राजेश मूणत, ख़ुशवंत साहेब, अनुज शर्मा भी मौजूद थे।




छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से उनके निवास पर सौजन्य मुलाकात की
08 Feb 2024
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से उनके निवास पर सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद श्री जे पी नड्डा उपस्थित थे।




रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी के पहल से 35 लाख के निर्माण कार्यों को मिली स्वीकृति
08 Feb 2024
रायपुर: वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी के पहल पर रायगढ़ और बरमकेला विकासखंड के विभिन्न गांवों में 35 लाख रुपए के निर्माण कार्यों को मंजूरी मिली है। वित्त मंत्री श्री चौधरी की ओर से प्रभारी मंत्री मद से स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। जिसे जिले के प्रभारी मंत्री श्री राम विचार नेताम ने स्वीकृति प्रदान किया है।

उक्त कार्यों में रायगढ़ विकासखंड के अंतर्गत ग्राम डुमरपाली में 10 लाख की रुपए की लागत से सामुदायिक भवन, ग्राम जुर्डा में 5 लाख रुपए की लागत से शेड निर्माण और जुर्डा के नीचे पारा में 5 लाख रुपए के लागत से शेड निर्माण, ग्राम कोतरलिया में 5 लाख रुपए की लागत से शेड निर्माण, ग्राम बेहरापाली में 5 लाख की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण व बरमकेला विकासखंड के ग्राम सुखापाली में 5 लाख रुपए की लागत से मुख्य मार्ग में मनीराम नायक घर से स्कूल मार्ग की ओर सीसी रोड निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई है।


रायपुर : मुख्यमंत्री ने श्रीमती कल्पना सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया
07 Feb 2024
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रीमती कल्पना सिंह के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवारजनों को इस दुख की घड़ी को सहन करने शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। श्रीमती कल्पना सिंह वरिष्ठ पत्रकार श्री एस.के. सिंह की धर्मपत्नी और पुष्पेन्द्र सिंह की माता जी थीं।

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मध्यप्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री हादसे पर दुख जताया
06 Feb 2024
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मध्यप्रदेश के हरदा में आज एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में 11 लोगों की मृत्यु और बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दुर्घटना में दिवंगत लोगों के परिजनों के प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

छत्तीसगढ़: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक विजय संकल्प रैली को किया संबोधित
7 July 2023
रायपुर: प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने आज अपने रायपुर प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित एक विजय संकल्प रैली को भी संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ युवा ऊर्जा से भरा हुआ राज्य है। अगले 25 साल छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत अहम है। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में पिछले विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने प्रदेश में शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन बीते करीब 5 सालों में शराबबंदी तो नहीं की, बल्कि हजारों-करोड़ रूपये का शराब घोटाला जरूर कर दिया है।

श्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गरीबों, किसानों और आदिवासी लोगों की चिंता करती है और भाजपा ने इन वर्गों के कल्याण के लिए अनेक प्रयास किए हैं। श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने जनजातीय समाज को हमेशा वोट बैंक समझा और उन्हें साधन तथा सुविधाओं से वंचित रखा।


छत्तीसगढ़: प्रधानमंत्री ने रायपुर में करीब 10 परियोजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और शुभारंभ किया
7 July 2023
रायपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में करीब 7 हजार 600 करोड़ रूपये की 10 परियोजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और शुभारंभ किया। इनमें रायपुर-धनबाद और रायपुर-विशाखापट्नम इकोनॉमिक कॉरिडोर भी शामिल है। ये परियोजनाएं मुख्य रूप से सड़क और रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने तथा बुनियादी सुविधाओं के विकास से संबंधित हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण या शिलान्यास हुआ है, उनसे छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों में सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी। उन्होंने कहा कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का संबंध सामाजिक न्याय से भी है। ऐसे क्षेत्र जो सदियों तक अन्याय और असुविधा झेलते रहे, उन तक भारत सरकार आज सड़क, रेल और मोबाइल जैसी आधुनिक सुविधाएं पहुंचा रही हैं। श्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिले जिन्हें कभी पिछड़ा कहा जाता था और जहां कभी हिंसा तथा अराजकता हावी थी, आज उन्हीं जिलों में भारत सरकार की कमान में विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। इसका लाभ इन क्षेत्रों में रहने वाले गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के लोगों के साथ ही किसानों और मजदूरों को भी मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 सालों में भारत सरकार ने रेल, रोड और टेलीकॉम सहित हर तरह की कनेक्टिविटी के लिए अभूतपूर्व काम किया है। इससे विकास के साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रायपुर में करीब 1300 करोड़ रूपये की लागत से बनी दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने के साथ ही 3 अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कोरबा में स्थित इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, रायपुर-खरियार रोड रेललाइन के दोहरीकरण परियोजना और केवटी-अंतागढ़ नई रेललाइन परियोजना को भी राष्ट्र को समर्पित किया। श्री मोदी ने इस अवसर पर अंतागढ़ से रायपुर के बीच नई ट्रेन सेवा का उद्घाटन करने के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत 75 लाख कार्डों के वितरण का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और डॉक्टर मनसुख मांडविया भी विशेष रूप से उपस्थित थे।


छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री बने टी.एस. सिंहदेव
6 July 2023
रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उप मुख्यमंत्री बना दिया गया है। राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा उनकी नियुक्ति के संबंध में जारी अधिसूचना आज छत्तीसगढ़ राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई है।

उप मुख्यमंत्री बनने के बाद टी.एस. सिंहदेव ने आज शाम राजभवन पहुंचकर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से सौजन्य भेंट की और राज्य से जुड़े विषयों पर चर्चा की।


छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पिछले दिनों फर्जी ईडी अधिकारी बनकर अपहरण करने वाले 12 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया
5 July 2023
रायपुर: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पिछले दिनों फर्जी ईडी अधिकारी बनकर अपहरण करने और 2 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से करीब 1 करोड़ 25 लाख रूपये से अधिक की नगद राशि, सोने के आभूषण और दस नग मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। जिले के पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि इन आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छह टीमों द्वारा मुंबई के गोरेगांव सहित विभिन्न इलाकों और नासिक के ओझर तथा डिंडोरी थाना क्षेत्रो में लगातार एक हफ्ते तक अभियान चलाया गया।



मुख्यमंत्री श्री भूपेश ने आज राजधानी रायपुर के देवेंद्रनगर में छत्तीसगढ़ सिकल सेल संस्थान के सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस का किया भूमिपूजन
23 Jun 2023
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश ने आज राजधानी रायपुर के देवेंद्रनगर में छत्तीसगढ़ सिकल सेल संस्थान के सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस का किया भूमिपूजन।

2.96 एकड़ भूमि में किया जाएगा भव्य निर्माण।

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण 48 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा।


रायपुर : नौसेना के लिए चयनित छत्तीसगढ़ के पांच जांबाज युवा सैनिकों ने राज्यपाल से सौजन्य भेंट की
23 Jun 2023
रायपुर : छत्तीसगढ़ के पांच जांबाज युवा सेना में इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून से कमीशन्ड प्राप्त कर सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट बनकर देश के सेवा हेतु तैयार है। इन युवा सैनिकों ने आज राजभवन में राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन से सौजन्य भेंट की। राज्यपाल ने इन युवाओं कोे बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। राज्यपाल से नौसेना के लिए चयनित लेफ्टिनेंट सौरभ कपूर, लेफ्टिनेंट चिन्मय ठाकुर, लेफ्टिनेंट कुशाग्र गर्ग और लेफ्टिनेंट धनंजय साहू ने मुलाकात की।


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 23 जून को 36वें नेशनल गेम्स में राज्य का गौरव बढ़ाने वाले पदकवीरों को करेंगे सम्मानित
22 Jun 2023
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ‘‘अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस’’ के अवसर पर 23 जून को शाम 5 बजे अपने निवास कार्यालय में आयोजित ‘पदकवीर सम्मान समारोह’ में गुजरात में आयोजित किए गए 36वें नेशनल गेम्स में पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे।

विधायक एवं छत्तीसगढ़ ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव श्री देवेन्द्र यादव से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री श्री बघेल समारोह में गुजरात में 30 सितम्बर से 12 अक्टूबर 2022 तक आयोजित राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में विभिन्न खेलों में राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों एवं समस्त प्रतिभागियों के साथ उनके प्रशिक्षकों एवं टीम प्रबंधक को भी सम्मानित करेंगे। इस समारोह में राज्य के ओलम्पियन, अर्जुन अवार्डी, पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों एवं छत्तीसगढ़ ओलम्पिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों, विभिन्न खेल संघों व जिला ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष एवं सचिव को आमंत्रित किया गया है।


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 20 जून को जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव में शामिल होंगे और गोधन न्याय योजना अंतर्गत करेंगे राशि का अंतरण
19 Jun 2023
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 20 जून को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री निवास से पूर्वान्ह 11.50 बजे प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे गायत्री नगर (शंकर नगर) रायपुर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर पहुंचेंगे और वहां श्री जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव 2023 के कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम पश्चात मुख्यमंत्री दोपहर 1.10 बजे मुख्यमंत्री निवास लौट आएंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा गोधन न्याय योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को राशि का अंतरण करेंगे।


रायपुर : प्रदेश में पटवारियों की हड़ताल समाप्त
15 Jun 2023
रायपुर : जनहित में काम प्रभावित होने का हवाला देते हुए राजस्व पटवारी संघ 15 जून को हड़ताल समाप्त कर अपने काम पर लौट आए हैं। हड़ताल खत्म कर पटवारी संघ के पदाधिकारी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम उनके निवास कार्यालय पर मुलाकात करने आए। उल्लेखनीय है कि पटवारी संघ 15 मई से हड़ताल पर थे। पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते आम जनता के राजस्व संबंधी कार्यों को निपटाने में काफी कठिनाई आ रही थी। राजस्व विभाग से जुड़ी अत्यावश्यक सेवाओं में हो रही बाधा के चलते शासन ने पटवारियों के कार्य करने से इंकार किए जाने का प्रतिषेध किया था। पटवारियों की हड़ताल के चलते शिक्षा सत्र चालू होने एवं रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रियाधीन होने से विद्यार्थियों को जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र प्राप्त करने में कठिनाई हो रही थी। इन जरूरी दस्तावेजों के नहीं बनने से विद्यार्थियों को दिक्कतें हो रही थी। वहीं किसानों को भी परेशानी हो रही थी। लेकिन अब लोगों की समस्याओं को देखते हुए पटवारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल वापस ले ली है। इस अवसर पर प्रदेश राजस्व पटवारी संघ के अध्यक्ष श्री भागवत कश्यप, कार्यकारी अध्यक्ष श्री ज्योति सर्वे, कोषाअध्यक्ष श्री सतीश चन्द्राकर, सह-सचिव श्री बृजेश राजपूत, रायपुर जिला अध्यक्ष श्री कमलेश तिवारी, संरक्षक श्री संतोष त्रिपाठी, प्रदेश सह सचिव श्री मुरली वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता श्री विरेन्द्र बैस सहित श्री सुदर्शन पनका एवं श्री नीरज सिंह मौजूद थे।


सभापति अंबालिका ने किया नेत्र दान, बोली मुझे खुशी है मेरे मरने के बाद भी मेरी आंखो से लोग दुनिया देख सकेंगे
5 May 2023
सरगांव: नेत्रदान ही सबसे बड़ा दान होता है। मरने के बाद मनुष्य के शरीर के अंगों का कोई मूल्य नहीं रह जाता है। इसलिए मरने से पहले ही आप के शरीर के अंगों को दान कर देना चाहिए। यदि मरने के बाद भी हमारे अंगों से कोई खूबसूरत दुनिया देखे, तो इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है। यह बात श्रम कल्याण मंडल सदस्य एवम मुंगेली जिला पंचायत सभापति अंबालिका साहू ने आज जिला अस्पताल में नेत्रदान करने की शपथ लेते हुए कही। अंबालिका साहू आज सुबह छत्तीसगढ़ आयु विज्ञान नेत्र संस्थान बिलासपुर पहुंची। यहां पर उन्होने वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक के समक्ष अपने नेत्रदान करने का संकल्प लिया। अंबालिका का कहना है कि, मृत्यु के बाद जीवित रहने के लिए नेत्रदान जरूर करें। मुझे आज बहुत ही खुशी हो रही है कि मैं अपनी मृत्यु के बाद भी जीवित रह पाऊंगी। मेरी आंखों के माध्यम से किन्हीं दो लोगों की आंखों से इस सुन्दर दुनियां को देख पाऊंगी। मैं जन समुदाय के लोगों से आग्रह करती हूं कि नेत्रदान जरूर करें। अंबालिका साहू ने इस दुनिया में जाने के बाद नेत्रदान करने अनुकरणीय एवं सराहनीय कार्य की मिसाल पेश की है। एक महिला होकर अंबालिका ने नेत्रदान कर जनजागृति का संदेश दिया है। यह कि अंबालिका साहू ने बेटी बढ़ाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को भी एक मूर्त रूप देते हुए तो दो बेटियों में परिवार नियोजन करवाकर समान पुत्र एवं पुत्री को एक समान समझते हुए बराबरी की दर्जा देने का संदेश दिया कि बेटा और बेटी एक समान है। उनके उपरोक्त निर्णय से समाज में संदेश देने की सराहना की जा रही है।

उद्यानिकी फसलों के लिए ज्यादा से ज्यादा ऋण उपलब्ध कराएं: मुख्य सचिव श्री जैन
4 May 2023
रायपुर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में उद्यानिकी फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को सहकारी बैंकों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा ऋण वितरण करने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार उन्होंने अधिकारियों को सहकारी समितियों में गोदाम निर्माण करने कहा। उन्होंने वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग के अधिकारियों को राजस्व संग्रहण में वृद्धि हेतु व्यापक कार्ययोजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में सहकारिता, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभागों की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग के अधिकारियों को जीएसटी/वेट में वृद्धि के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि व्यवसायी द्वारा प्रस्तुत डाटा का विश्लेषण समय पर किया जाए और राजस्व में वृद्धि सुनिश्चित करें। बैठक में सहकारी बैंकों में एटीएम सेवाओं का विस्तार, प्राथमिक सहकारी समितियों में कम्प्यूटरीकरण एवं गोदाम निर्माण, बस्तर एवं सरगुजा में सहकारी बैंकिंग सुविधाओं, वनाधिकार पट्टाधारी कृषकों को ऋण वितरण सहित उद्यानिकी फसलों की खेती हेतु शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर अल्पकालीन ऋण वितरण सहित आकांक्षी जिला एवं आकांक्षी विकासखण्ड कार्यक्रम की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। इस अवसर पर सचिव सहकारिता एवं वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी श्री हिमशिखर गुप्ता, आयुक्त वाणिज्यिक कर श्री भीम सिंह, एमडी मार्कफेड श्री मनोज सोनी सहित सहकारिता, वाणिज्यिक कर एवं योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने मक्का प्रसंस्करण एवं एथेनॉल प्लांट की प्रगति की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को प्लांट निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोण्डागांव जिले के ग्राम कोकोड़ी में 18 एकड़ भूमि प्लांट हेतु चयन की गई है, प्लांट निर्माण का कार्य जारी है। शीघ्र ही आगामी महीनों में प्लांट में उत्पादन कार्य प्रारंभ होने की संभावना है। इसी तरह से कवर्धा जिले के भोरमदेव में देश के प्रथम एथेनॉल प्लांट हेतु अनुबंधकर्ता एन.के.जे. बॉयो फ्यूल प्राइवेट लिमिटेड भिलाई को 35 एकड़ भूमि प्रदान की गई और इस पर एथेनॉल प्लांट निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्लांट का ट्रॉयल रन 21 मई 2023 में और वाणिज्यिक उत्पादन 20 जून 2023 से प्रारंभ हो जाएगा।


रायपुर : गरीब परिवारों की बेटियों के लिए सहारा बनी नोनी सुरक्षा योजना
4 May 2023
रायपुर: गरीब परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों के लिए नोनी सुरक्षा योजना बड़ा सहारा बन रही है। इससे परिवार की बेटियों के भविष्य को लेकर चिंता दूर हुई है। योजना के तहत गरीब परिवार की बेटियों को 18 वर्ष पूरा होने और 12वीं उत्तीर्ण होने पर एक लाख रूपए प्रदान किए जाते हैं। इसके लिए जीवन बीमा निगम एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के मध्य अनुबंध किया गया है। नोनी सुरक्षा योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा गरीब परिवारों की पंजीकृत बालिका के नाम पर भारतीय जीवन बीमा निगम में 05 वर्ष तक प्रति वर्ष 5 हजार रूपये अर्थात कुल 25 हजार रूपये जमा किए जाते हैं। अब तक भारतीय जीवन बीमा निगम में कुल 122.64 करोड़ की राशि कॉरपस फंड में विनियोजित की गई है। नोनी सुरक्षा योजना अंतर्गत अब तक 84 हजार 594 बालिकाओं का पंजीकरण किया गया है। जनगणना वर्ष 2001 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में बाल लिंगानुपात प्रति हजार 975 था जो कि जनगणना वर्ष 2011 में घटकर एक हजार के अनुपात में 969 हो गया। इस प्रकार राज्य में घटते बाल लिंगानुपात तथा बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच बढ़ाने के लिए 01 अप्रैल 2014 से ’’नोनी सुरक्षा योजना’’ लागू की गई। योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में बालिकाओं की शैक्षणिक तथा स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना, बालिकाओं के अच्छे भविष्य की आधारशिला रखना, बालिका भ्रूण हत्या रोकना और बालिकाओं के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच लाना और बाल विवाह की रोकथाम करना है। छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी तथा गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की 01 अप्रैल 2014 के बाद जन्मी अधिकतम दो बालिकाओं को योजना के तहत लाभ मिलता है। योजना के शुरू होने से शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों के साथ दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में बसे परिवारों में भी बेटियों के भविष्य की चिंता दूर हुई है। योजना का लाभ लेने के लिए जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी और विकासखण्ड स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री से जिला पंचायत दुर्ग की नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने की सौजन्य मुलाकात
4 May 2023
रायपुर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में जिला पंचायत दुर्ग की नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा भुनेश्वर यादव ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, भिलाई चरोदा के महापौर श्री निर्मल कोसरे और केश-शिल्प कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री नन्द कुमार सेन मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्रीमती पुष्पा भुनेश्वर यादव को दुर्ग जिला पंचायत के अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मौके पर जिला पंचायत दुर्ग के उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू, जिला पंचायत दुर्ग के सदस्यगण श्री शमशीर कुरैशी, श्री आकाश कुर्रे, श्रीमती योगिता चंद्राकर, श्रीमती दुर्गा कमलेश नेताम, श्री मोरध्वज साहू के अलावा जनपद पंचायत दुर्ग के उपाध्यक्ष श्री झमित गायकवाड़ मौजूद थे।


जशपुरनगर : विशेष पिछड़ी जनजाति के 970 पहाड़ी कोरवा बच्चे आश्रम और छात्रावास में रहकर कर रहें हैं पढ़ाई
3 May 2023
जशपुरनगर: जशपुर जिले में दूरस्थ अंचल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी और बिरहोर समुदाय के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किया जा रहा है। बच्चों के लिए आश्रम-छात्रावास की भी सुविधा दी जा रही है, ताकि बगीच, सन्ना और पाठ क्षेत्र के बच्चे छात्रावास में रहकर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें। आदिम जाति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 970 विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवार के बच्चे आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रहें हैं। छत्तीसगढ़ शासन की स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम विद्यालय में भी बच्चे पढ़ाई कर रहें हैं। आज पहाड़ी कोरवा बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करके शासकीय नौकरी का भी लाभ ले रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा कोरवा बच्चों को निःशुल्क भोजन, पुस्तक-कॉपी, छात्रवृति, गणवेश और खेल की भी सुविधा उपलब्ध करा रही है। खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए जिले में तीरंदाजी एकलव्य खेल अकादमी केन्द्र खोला गया है। ताकि बच्चे उच्च स्तरीय कोच से प्रशिक्षण लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना पहचान बना सके। विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा संचालित संकल्प शिक्षण संस्थान में भी प्रवेश दिया गया है। और बच्चे वहॉ रहकर मेडिकल और इंजीनियरिंग की भी तैयारी कर रहें हैं।

जशपुरनगर : जिला प्रशासन ने सिंचाई के लिए 09 किसानों के खेतों में कराया बोर खनन
2 May 2023
बोर से आस-पास के लगभग 45 किसानों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है
जलवायु, मौसम और मिट्टी को देखते हुए किसानों की उपज बढ़ाने के लिए दिया जा रहा है प्रशिक्षण
जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए किसानों ने खुशी जाहिर की
जशपुर किसान मसाले, हल्दी, स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए आगे आ रहे हैं
जशपुरनगर : जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले में मनरेगा के अंतर्गत रोपित कराये गए मिश्रित फलोद्यान में फलदार पौधों की सिंचाई के लिए 09 किसानों के खेत में नलकूप खनन का कार्य करवाया गया है। इससे आस-पास के 45 किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। किसान खेतों में संयुक्त फसल में अच्छे फलदार पौधे, साग -सब्जी और अन्य फसल लगाकर के आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रहे हैं। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के प्रयास से जशपुर के किसानों को अन्य फसल लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसानों को चाय, कॉफी, मशाले की फसल, स्टोब्रेरी, हल्दी लगाने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले की जलवायु, मौसम और मिट्टी को देखते हुए किसानों की उपज बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है और अन्य राज्य में किसानों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है ताकि किसान वहॉ से खेती-बाड़ी की बारीकियों को सिखकर अच्छी फसल लगा सके। जिला प्रशासन द्वारा कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम कटंगखार के कृषक श्री जगदीश यादव एवं ग्राम जुमईकेला के कृषक श्री गुलशन कुमार साय के खेत में बोर खनन का कार्य करवाया गया है। किसानों ने जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासन ने उन्हें सिंचाई के लिए उपयुक्त साधन उपलब्ध कराया है। जिससे सभी किसान काफी हर्षित हैं। इस प्रकार फलोद्यान की सिंचाई हेतु कुल 9 बोर के खनन हुए हैं 45 कृषक लाभान्वित होने के साथ-साथ कृषकों को स्वरोजगार एवं मनरेगा अंतर्गत अन्य मजदूरों की रोजगार उपलब्ध हो रहा है।


बीजापुर : गरीब महिला का पक्के मकान का सपना हुआ सच
28 April 2023
बीजापुर यह कहानी एक ऐसी महिला कि है जिनका पति एक दैनिक वेतन भोगी है जो कि भैरमगढ़ नगर पंचायत की हितग्राही श्रीमती अनुसूईया के पति-ईश्वर नेताम वार्ड क्र. 04 मे निवास करने वाली है। वैसे तो परिवार में पति एवं दो बेटे है। पति के दैनिक वेतन से जो भी आय होती थी, वे परिवार के पालन पोषण एवं दैनिक जरूरतों को पूरा करने मे ही समाप्त हो जाता था। अब ऐसे में एक नए आवास की कल्पना भी एक जागते हुए सपने के बराबर लगता था। वह एक छोटे से कच्चे मकान पर निवासरत थी जिसमें पहले छत से पानी टपकने एवं बरसात में अन्य प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता था। फिर प्रधानमंत्री आवास योजना में बीएलसी घटक में ‘‘मोर जमीन मोर मकान’’ के अन्तर्गत नए मकान की जानकारी नगर पंचायत भैरमगढ के अधिकारियों एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के टीम के द्वारा उनकों प्राप्त हुई। जिसके उपरान्त उनका फार्म भरवाकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया।

मकान की स्वीकृति प्रदान होने के उपरान्त आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कई महीनो तक निर्माण करने में असमर्थ थी। जिसके उपरान्त नगरपंचायत भैरमगढ के अधिकारियों द्वारा आवास का निर्माण प्रारंभ करने के लिए प्रेरित किया गया। जिसके उपरान्त उन्होंने अपना मकान धीरे-धीरे करके पूर्ण किया। जिन्होने सपने में भी कभी स्वंय के पक्के मकान की कामना नही की थी। अब वे अपने पक्के आवास में गर्व एवं खुशी से रहते है एवं नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी एवं शासन को धन्यवाद दे रही है।


रायपुर : शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है, जो जीवन में परिवर्तन लाता है: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
21 April 2023
मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले की विशेष पिछड़ी जनजाति ’पहाड़ी कोरवा’ और ’बिरहोर’ जनजाति के 142 युवाओं को सहायक शिक्षक के पद पर प्रदान किए नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री ने बगीचा में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं को नौकरी प्रदान करने की घोषणा की थी वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया कार्यक्रम प्रदेश में अब तक विशेष पिछड़ी जनजाति के 708 युवाओं को दी गई नौकरी

रायपुर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जशपुर जिले की विशेष पिछड़ी जनजाति ’पहाड़ी कोरवा’ और ’बिरहोर’ जनजाति के 142 युवाओं को सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति पत्र का वर्चुअल रूप से वितरण किया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बगीचा में भेंट-मुलाकात के दौरान विशेष पिछड़ी जनजातियों के युवाओं को सीधी भर्ती के पदों पर नियुक्ति दिलाने की घोषणा की थी। जिस पर अमल करते हुए आज 142 युवाओं को नियुक्ति पत्रों का वितरण किया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले भी जशपुर जिले के विभिन्न शासकीय विभागों में पहाड़ी कोरवा जनजाति के अभ्यर्थियों को उनकी पात्रता के अनुसार 57 पदों पर नियुक्तियां दी गई हैं। प्रदेश में अब तक विशेष पिछड़ी जनजाति के 708 युवाओं को शासकीय नौकरी दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री निवास में इस अवसर पर आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा और आदिम जाति विकास विभाग की संचालक श्रीमती शम्मी आबिदी भी उपस्थित थीं। संसदीय सचिव श्री यू.डी. मिंज और विधायक श्री विनय भगत कार्यक्रम स्थल से वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से इन युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है, जो जीवन में परिवर्तन लाता है। शिक्षा ही आगे बढ़ने मार्ग प्रशस्त करती है। श्री बघेल ने कहा कि आप लोगों ने विपरीत परिस्थितियों में पढ़ाई लिखाई की। आपके माता-पिता का आशीर्वाद भी आप के साथ रहा। आप शिक्षक बने हैं, मन लगाकर बच्चों को पढ़ाएं ताकि बच्चों का भविष्य अच्छा हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन द्वारा विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान और विकास के लिए अनेक योजनाएं बनाई गई हैं। इनका अधिक से अधिक अपने समाज में प्रचार-प्रसार करे ताकि विशेष पिछड़ी जनजातियों के अधिक से अधिक लोग इनका लाभ उठा सकें। उन्होंने युवाओं को उज्ज्वल भविष्य के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जनजातीय समाज परंपरागत रूप से विकास की दौड़ में पिछड़ा हुआ समाज है। इस समाज में कुछ समुदाय बहुत ज्यादा पीछे रह गए हैं। इन समुदायों को हम विशेष पिछड़ी जनजातीय के रूप में जानते हैं। राज्य की विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए राज्य शासन द्वारा बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं। इन समुदायों के पढ़े-लिखे नौजवानों को शासकीय सेवाओं में उनकी पात्रता के अनुसार सीधी नियुक्ति दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के उत्थान के लिए जल-जंगल-जमीन के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए हमने पेसा कानून के सबसे बेहतर नियम लागू किए हैं। 65 प्रकार की वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और उनके प्रसंस्करण से वनवासियों को रोजगार और आय के अच्छे साधन मिल रहे हैं। कोदो-कुटकी-रागी का समर्थन मूल्य तय करके उनकी खरीदी की व्यवस्था की गई है। इन फसलों के लिए भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा की इन युवाओं ने बहुत विषम परिस्थितियों में अपनी पढ़ाई की है। सहायक शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिलने से इन समुदाय में पढ़ाई के लिए उत्साह बढ़ेगा। आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार आदिवासी समुदाय के उत्थान और विकास के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने युवाओं से कहा कि एक शिक्षक के रूप में आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करें और बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। संसदीय सचिव श्री यू.डी. मिंज और विधायक श्री विनय भगत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहाड़ी कोरवा और बिरहोर समुदाय के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए राज्य शासन द्वारा इन जनजातियों के 142 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। आदिम जाति कल्याण विभाग की आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी ने बताया कि जशपुर जिले में विशेष पिछड़ी जनजातियों के सर्वाधिक 199 युवाओं को शासकीय नौकरी दी गई है। इसी तरह बलरामपुर जिले में 95 तथा कबीरधाम जिले में इन जनजातियों के 80 युवाओं को नौकरी दी गई है। कलेक्टर जशपुर डॉ. रवि मित्तल ने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के जिन युवाओं को आज नौकरी दी गई, उनमें हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उतीर्ण 124, स्नातक उत्तीर्ण 11 एवं स्नातकोत्तर उत्तीर्ण 06 पहाड़ी कोरवा शामिल है। बिरहोर समुदाय के भी 01 अभ्यर्थी को भी नियुक्ति दी गई है। जो हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण है। नियुक्ति मिलने पर युवाओं ने जताया मुख्यमंत्री के प्रति आभार जशपुर जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर समुदाय के युवा शासकीय नौकरी पाकर बहुत खुश है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से ऑनलाईन नियुक्ति पत्र मिलने पर खुशी जताते हुए आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने भी इन युवाओं के साथ आत्मीयतापूर्वक चर्चा की और उनके खुशहाल जीवन के लिए अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी। विकासखंड बगीचा के ग्राम कुरहाटिपना की सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति प्राप्त सुश्री असीमा बाई ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके पिताजी ने मजदूरी कर उन्हें स्नातक तक की शिक्षा दिलवाई। 2019-20 में अतिथि शिक्षक के रूप में उनका चयन हुआ जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार हुआ और आज शासकीय सेवा में नियुक्ति मिलने पर अब वे अपने परिवार एवं समाज के उत्थान में सहयोग दे पाएंगी। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर समाज एवं प्रदेश का नाम गौरवान्वित करेंगी। सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त बगीचा विकासखंड के ग्राम कलिया के श्री ब्रजकिशोर राम ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बताया कि उनके माता-पिता ने कृषि मजदूरी कर उनकी स्नातक तक शिक्षा दिलाई। उन्हें पूर्व में खनिज न्यास निधि के माध्यम से अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिली थी। बगीचा विकासखंड के ग्राम नवरंगपुर निवासी तथा सहायक ग्रेड 3 के पद पर नियुक्त श्री विजय कुमार ने बताया कि वे आर्थिक तंगी की वजह से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए, उनके माता-पिता ने कृषि मजदूरी एवं मनरेगा के तहत काम कर उनकी स्नातक की पढ़ाई पूरी करवाई। उन्हें पूर्व में अतिथि शिक्षक के रुप में नियुक्ति मिली थी। मुझे जशपुर जिले में आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर नियुक्ति मिली। चतुर्थ श्रेणी के पद पर स्वच्छता परिचारक के पद पर नियुक्त सराईटोली, सन्ना की श्रीमती शामबती पहाड़िया ने बताया कि उनके माता-पिता ने कृषि मजदूरी एवं उधार लेकर उन्हें शिक्षा दिलवाई है। नियुक्ति प्राप्त इन युवाओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। राजपुर, बगीचा के संकल्प शिक्षण संस्थान मेें कक्षा 10 वीं में अध्ययनरत ग्राम राजपुर के छात्र शंशु राम ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से फर्राटेदार अंग्रेजी में बात की। मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर शंशु राम ने बताया कि वे भविष्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए आईआईटी मुंबई जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि खूब बढ़िया सपना आपने देखा है और इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है। अनुशासन, कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से पढ़ाई करेंगे तो निश्चित ही आपका सपना साकार होगा। मनोरा विकासखंड के पहाड़ी कोरवा समाज की संरक्षक श्रीमती पंडरी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में विशेष पिछड़ी जनजाति 'पहाड़ी कोरवा' और 'बिरहोर' जनजाति के युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हो रहे हैं
21 April 2023
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में विशेष पिछड़ी जनजाति 'पहाड़ी कोरवा' और 'बिरहोर' जनजाति के युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हो रहे हैं।
रायपुर वीडियो कॉन्फ्रेंस से आयोजित इस कार्यक्रम में आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा और आदिम जाति विकास विभाग की संचालक श्रीमती शम्मी आबिदी भी उपस्थित हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा और बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजाति के 142 युवाओं को सहायक शिक्षक के पदों पर वर्चुअल रूप से नियुक्ति पत्र वितरित किए।
उन्होंने युवाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी। इन अभ्यर्थियों में हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उतीर्ण 124, स्नातक उत्तीर्ण 11 एवं स्नातकोत्तर उत्तीर्ण 06 पहाड़ी कोरवा शामिल है। बिरहोर समुदाय के भी 01 अभ्यर्थी को नियुक्ति दी गई है। जो हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण है। प्रदेश में अब तक विशेष पिछड़ी जनजाति के 708 युवाओं को शासकीय नौकरी दी जा चुकी है शासकीय नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र प्राप्त युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से चर्चा के दौरान उनके प्रति आभार प्रकट किया असीमा ने मुख्यमंत्री से कहा कि बगीचा में भेंट-मुलाकात के दौरान आपने विशेष पिछड़ी जनजातियों के युवाओं को 10 दिन में नियुक्ति दिलाने की घोषणा की थी। इस घोषणा पर जल्द अमल होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। इससे पहले भी जशपुर जिले के विभिन्न शासकीय विभागों में पहाड़ी कोरवा जनजाति के अभ्यर्थियों को उनकी पात्रता के अनुसार 57 पदों पर नियुक्तियां दी गई है मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज परंपरागत रूप से विकास की दौड़ में पिछड़ा हुआ समाज है। इस समाज में कुछ समुदाय बहुत ज्यादा पीछे रह गए हैं। इन समुदायों को हम विशेष पिछड़ी जनजातीय के रूप में जानते हैं। राज्य की विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए राज्य शासन द्वारा बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं। इन समुदायों के पढ़े-लिखे नौजवानों को शासकीय सेवाओं में उनकी पात्रता के अनुसार सीधी नियुक्ति दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। जल-जंगल-जमीन के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए हमने पेसा कानून के सबसे बेहतर नियम लागू किए हैं। 65 प्रकार की वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और उनके प्रसंस्करण से वनवासियों को रोजगार और आय के अच्छे साधन मिल रहे हैं। कोदो-कुटकी- रागों का समर्थन मूल्य तय करके उनकी खरीदी की व्यवस्था की गई है। इन फसली के लिए भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा की इन युवाओं ने बहुत विषम परिस्थितियों में अपनी पढ़ाई की है। आज जब उन्हें सहायक शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिल रही है, तब निश्चित रूप से इन समुदाय में पढ़ाई के लिए उत्साह बढ़ेगा। ये सहायक शिक्षक अपने समुदाय के लिए प्रेरणा बनेंगे।

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 13 अप्रैल को बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में ’मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ का करेंगे शुभारंभ
12 April 2023
योजना के तहत आदिवासी पर्व एवं त्यौहारों के गरिमामय आयोजन के लिए राज्य शासन द्वारा ग्राम पंचायतों को दी जाएगी अनुदान राशि योजना प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में होगी लागू
प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रति वर्ष दो किश्तों में दी जाएगी 10 हजार रूपए की राशि
मुख्यमंत्री बस्तर संभाग की 1840 ग्राम पंचायतों को जारी करेंगे 5-5 हजार रूपए की अनुदान राशि

रायपुर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 13 अप्रैल को बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित ’भरोसे का सम्मेलन’ में ’मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ का शुभारंभ करेंगे। इस योजना के तहत आदिवासी पर्व एवं त्यौहारों के गरिमामय आयोजन के लिए राज्य शासन द्वारा ग्राम पंचायतों को अनुदान दिया जाएगा। योजना के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल बस्तर संभाग की 1840 ग्राम पंचायतों को प्रथम किश्त के रूप में 5-5 हजार रूपए की राशि जारी करेंगे।
’मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ के तहत अनुसूचित क्षेत्र के ग्रामों में जनजातियों के उत्सवों, त्यौहारों के मेला, मड़ई, जात्रा पर्व, सरना पूजा, देवगुड़ी, नवाखाई, छेरछेरा, अक्ती, हरेली आदि उत्सवों, त्यौहारों, संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रति वर्ष 10,000 रूपए की अनुदान राशि दो किश्तों में जारी की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज की संस्कृति और पर्वों की परम्परा के संरक्षण के लिए ’मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ की घोषणा की थी। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में इस योजना के लिए 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। यह योजना छत्तीसगढ़ के समस्त अनुसूचित क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति विकासखण्ड) में लागू होगी।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि का उद्देश्य आदिवासियों के तीज त्यौहारों की संस्कृति एवं परम्परा को संरक्षित करना एवं इन त्यौहारों, उत्सवों को मूल स्वरूप में आगामी पीढ़ी को हस्तांतरण तथा सांस्कृतिक परम्पराओं का अभिलेखन करना है। योजना की इकाई ग्राम (गांव) होंगे। योजना के लिए नोडल एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत होंगे।
योजना के क्रियान्वयन के लिए ग्राम स्तरीय शासी निकाय एवं अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का गठन किया जाएगा। निकाय का स्वरूप निम्नानुसार होगा-
ग्राम स्तरीय शासी निकाय में संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच अध्यक्ष होंगे। गायता, पुजारी, सिरहा, गुनिया, बैगा सदस्य होंगे। ग्राम स्तरीय शासी निकाय में ग्राम के दो बुजुर्ग, दो महिला, ग्राम कोटवार, पटेल और ग्राम पंचायत के सचिव सदस्य होंगे।
जनपद स्तरीय शासी निकाय में अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व अध्यक्ष होंगे और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत इसके सदस्य सचिव होंगे। जनपद स्तरीय शासी निकाय में जनपद पंचायत के अध्यक्ष, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, तहसीलदार सदस्य होंगे। ग्राम में कौन-कौन से त्यौहारों में इस राशि का उपयोग किया जाना है इसका निर्धारण ग्राम स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। जनपद स्तर पर इस योजना के क्रियान्वयन के निगरानी एवं समन्वय हेतु जनपद स्तरीय शासी निकाय उत्तरदायी होगा।

  
रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन ने न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की दिलाई शपथ

29 March 2023
राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा को आज राजभवन के दरबार हॉल में उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। इसके पूर्व श्री रमेश सिन्हा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के पद पर कार्यरत थे। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा को राष्ट्रपति द्वारा जारी मूल वारंट की प्रति सौंपी। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा को पुष्पगुच्छ भेंटकर शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर कृषि एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा भी उपस्थित थे।
समारोह में मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा की धर्मपत्नी श्रीमती शालिनी सिन्हा सहित छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगण उपस्थित थे। शपथ ग्रहण समारोह का संचालन प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन द्वारा किया गया तथा उन्होंने राष्ट्रपति द्वारा जारी वारंट का वाचन किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव द्वय श्रीमती रेणु जी पिल्ले एवं श्री सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो, महाधिवक्ता श्री सतीशचंद्र वर्मा, उच्च न्यायालय बिलासपुर के रजिस्ट्रार जनरल श्री अरविंद वर्मा सहित राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं हाईकोर्ट के अधिवक्तागण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि श्री सिन्हा छत्तीसगढ़ के 15 वें मुख्य न्यायाधीश होंगे।
  

रायपुर : मुख्यमंत्री से संसदीय सचिव और विधायक गणों ने की सौजन्य मुलाकात
24 March 2023
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में संसदीय सचिव एवँ विधायकगणों ने सौजन्य मुलाकात की । उन्होंने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंटकर विधानसभा के बजट सत्र के दौरान किसान हित में धान खरीदी की मात्रा 15 किं्वटल प्रति एकड़ से बढ़ाकर 20 किं्वटल प्रति एकड़ करने की घोषणा करने पर आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री कुंवर सिंह निषाद, श्री चन्द्रदेव राय एवँ श्री इन्द्रशाह मंडावी, विधायक श्री केशव चन्द्रा और श्री भुवनेश्वर शोभाराम बघेल भी उपस्थित थें
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 7 करोड़ 4 लाख रूपए का किया भुगतान
15 March 2023
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 7 करोड़ 4 लाख रूपए का किया भुगतान
गोबर विक्रेताओं को 4 करोड़ 25 लाख रूपए, गौठान समितियों को 1.65 करोड़ रूपए और महिला समूहों को 1.14 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल
हितग्राहियों को अब तक 419 करोड़ 25 लाख रूपए का हुआ भुगतान
विगत माह तक गौठानों में 107.75 लाख क्विंटल गोबर की हुई खरीदी
गोबर विक्रेताओं को अब तक 215 करोड़ 50 लाख रूपए का हुआ भुगतान
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 185.77 करोड़ रूपए का किया गया भुगतान

रायपुर: मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना: 41.57 लाख से ज्यादा लोगों ने निःशुल्क ईलाज एवं स्वास्थ्य जांच सुविधा का लिया फायदा
24 February 2023
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल से शहरी क्षेत्र के स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों को निःशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से अब तक 41 लाख 57 हजार 878 लोगों का इलाज मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सा दल द्वारा स्लम बस्तियों में लोगों के घरों के पास ही पहुंचकर किया गया है। योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। इस योजना के माध्यम से अब तक 9 लाख 75 हजार 255 मरीजों की पैथालॉजी टेस्ट की जा चुकी है। साथ ही 35 लाख 25 हजार 895 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं भी दी गई हैं। लाभान्वित मरीजों में 2 लाख 68 हजार 475 से ज्यादा मेहनत-मजदूरी करने वाले लोगों ने भी निःशुल्क ईलाज जांच सुविधा का फायदा उठाया हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में 55 हजार 222 कैम्प लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नगरीय क्षेत्रों की तंग बस्तियों के एवं अन्य जरूरत मंद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवायें उपलब्ध कराया जाए।
गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया तथा 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई। क्रमांक-7128 /चौधरी

अखाड़ों का शहर रायपुर, बेटियां भी लहरा रही है परचम
24 February 2023
रायपुर । साढ़े 6 हजार कॉल्स का हुआ त्वरित निराकरण
तीन दिव्यांगों को 24 घंटे में घर पहुंचाकर दी गई व्हीलचेयर
मेडिकल सहायता, पेंशन, अन्य योजनाओं संबंधित दिक्कतों का हो रहा निराकरण
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर दिव्यांगजन की समस्याओं के समाधान के लिए शुरू किए गए टोल फ्री नंबर का फायदा दिव्यांगजनों को मिलने लगा है। टोल फ्री नंबर 155-326 नंबर और हेल्पलाइन नंबर +91-1800-233-8989 पर डॉयल करते ही समाज कल्याण विभाग द्वारा तुरंत उनकी समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 6 हजार 522 लोगों के कॉल्स का निराकरण किया जा चुका है। धमतरी जिले के ग्राम पंचायत गुजरा की 28 वर्षीय अस्थिबाधित कु. सुनीति साहू, 20 वर्षीय दिव्यांग श्री एस. कुमार निषाद और दिव्यांग श्रीमती नीरा बाई साहू द्वारा टोल फ्री नंबर पर फोन करने के 24 घंटे में ही सहायक उपकरण प्रदाय योजना के तहत घर पहुंच सेवा के जरिए व्हील चेयर दी गई है।
गौरतलब है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धजनों, दिव्यांगजनों व तृतीय लिंग के व्यक्तियों की सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 155-326 व हेल्पलाइन नंबर +91-1800-233-8989 जारी किया गया है। इस नई सुविधा से महतारी एक्सप्रेस-102, मेडिकल हेल्पलाइन 104 और आपातकालीन सेवाओं के लिए जारी नंबर 112 को भी जोड़ दिया गया है। इन नंबरों में डायल कर हितग्राही अपनी समस्याओं व मांगों से विभाग को अवगत करा सकते हैं। हेल्पलाइन सेंटर द्वारा इनकी समस्याओं को संबधित जिले को ऑनलाइन भेजकर त्वरित कार्यवाही करने कहा जाता है। धमतरी जिले को प्राप्त प्रकरण पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त तीनों दिव्यांगों को इनके आने जाने की समस्या को देखते हुए, घर पहुँचकर आवश्यक दस्तावेज लेकर निःशुल्क व्हीलचेयर वितरित की गई। हेल्पलाईन और टोल फ्री नम्बर के माध्यम से विभागीय योजनाओं की जानकारी के साथ आपातकालीन सेवाएं, परामर्श, शिकायत, पेंशन भुगतान के निराकरण जैसी कई मदद ली जा सकती है।

अखाड़ों का शहर रायपुर, बेटियां भी लहरा रही है परचम
23 February 2019
रायपुर । पुराने समय में अखाड़ों की अलग पहचान हुआ करती थी। छोटे-बड़े सभी अखाड़ों के दंगल देखने के लिए काफी भीड़ जुटा करती थी। आज जिस तरह क्रिकेट के प्रति लोगों में जुनून है और इसकी लोकप्रियता है, कुश्ती को लेकर भी यही जुनून हुआ करता था। 'माटी' के पहलवानों को देखने के लिए धक्का-मुक्की तक की स्थिति बन जाती थी। वक्त के साथ लोकप्रिय खेलों की सूची भी बढ़ती गई, लेकिन कुश्ती आज भी इस शहर में जिंदा है। अपने पुराने रूतबे के साथ। शहर में ऐसे कई अखाड़े हैं, जहां आज भी कुश्ती के दांव-पेंच सीखने, अपना दमखम दिखाने पहलवान जुटते हैं। खास बात यह कि इनमें शहर की बेटियां भी होती हैं। इन अखाड़ों से निकले पहलवान राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा चुके हैं। नागपंचमी पर आज भी हर साल शहर में कई स्थानों पर दंगल होते हैं, जहां हजारों रुपये का इनाम रखा जाता है। शहर के नामी पहलवान कहते हैं कि अखाड़े में एक पहलवान के लिए सिर्फ ताकत और शारीरिक सौष्ठव दिखाना ही सबकुछ नहीं होता बल्कि उसे फुर्ती और धैर्य के साथ प्रतिद्वंद्वी पहलवान का मन भी पढ़ना पड़ता है। मौका मिलते ही चौका लगा देने वाला ही सही पहलवान होता है। सभी पहलवानों का अपना एक खास दांव होता है, जिसमें उसे सिद्घता हासिल होती है। उसी दांव की बदौलत वह ज्यादातर कुश्तियां जीतता है। मुकाबले के समय प्रतिद्वंद्वी सामने वाले पहलवान के खास दांव को लेकर पूरी तरह सतर्क रहता है। शहर के नामी पहलवान चिरआ साहू एनआइएस कोच कुश्ती, इन्होंने पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़े-बड़े पहलवानों को मात दी। अब यह कोच के रूप में खिलाड़ी तैयार कर रहे हैं। पीतांबर पटेल (राष्ट्रीय पहलवान), विनय यादव (35 वर्ष राष्ट्रीय पहलवान), संतराम ध्रुव (34 वर्ष राष्ट्रीय पहलवान), विमसरन यादव (23 वर्ष राष्ट्रीय पहलवान)। लड़कियों चटा रहीं धूल 'दंगल' फिल्म में जो दिखाया गया है, वह सच्चाई के बिल्कुल करीब है। शहर की बेटियों ने भी जब कुश्ती जैसे खेल की ओर दिलचस्पी दिखाई, उन्हें समाज, रिश्तेदार व परिचितों से बहुत कुछ सुनना पड़ा। लेकिन उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। शहर की कई बेटियां आज कुश्ती जैसे खेल में अपनी सफलता का डंका बजा रही हैं। जो लोग पहले इन्हें ताने देते थे, आज गर्व के साथ उनकी चर्चा करते हैं। रायपुर की संती बागमार (28 वर्ष) राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मेडल जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है। वर्तमान में वे एक प्राइवेट जिम में ट्रेनर हैं। 25 वर्षीय नेहा यादव ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्हें बचपन से ही पहलवानी पसंद थी। पहले शौक के रूप में खेला करती थीं। आज राष्ट्रीय पहलवान हैं। उन्हें खेल अलंकरण से भी सम्मानित किया जा चुका है। मेहंदी यादव ने 21 वर्ष की उम्र में ही इस खेल में अपनी छाप छोड़ दी है। वे कई दिग्गज पहलवानों को पटखनी दे चुकी हैं। 18 वर्षीय कुमकुम पटनायक भी कई बड़े पहलवानों धूल चटा चुकी हैं। और प्रोत्साहन की जरूरत शहर के पहलवानों का कहना है कि इस खेल को और बढ़ावा देने की जरूरत है। यह काफी श्रमसाध्य खेल है। इसलिए इसके खिलाड़ियों को सही डाइट की जरूरत होती है। जिन खिलाड़ियों के सामने आर्थिक तंगी की स्थिति होती है, उनके लिए इस खेल में बढ़ना मुश्किल हो जाता है। सरकार को इस मामले में दिल खोलकर मदद करनी चाहिए। पहलवानी के प्रमुख दांव-पेंच - निकाल दांव : इसमें पहलवान प्रतिद्वंद्वी के दोनों पैरों के बीच में घुसकर उसे कंधों पर उठाकर चित कर देता है। - कलाजंग दांव : यह दांव दिन में तारे दिखा देता है। इसमें पहलवान प्रतिद्वद्वी को फुर्ती से पेट के बल अपने कंधों पर उठा लेता है और फिर पीठ के बल पटक देता है। - जांघिया दांव : पहलवानी की पोशाक अलग होगी है। इसमें दोनों पहलवान एक दूसरे की जांघिया को पकड़ लेते हैं। जो पहले ताकत के दम कर सामने वाले को उठा लेता है, वही पटकनी देकर बाजी अपने हाथ कर लेता है। - टंगी या ईरानी दांव : इसमें पहलवान दूसरे पहलवान को उठाकर ताकत के दम पर चित करता है। - सांडीतोड़ और बगलडूब दांव : इसमें पहलवान दूसरे के हाथों को मरोड़कर, उसके बगल से निकलकर गिरा देता है। रायपुर के प्रमुख अखाड़े - संचालन की अवधि दंतेश्वरी अखाड़ा पुरानी बस्ती - तकरीबन 60 वर्ष बढ़ई पारा अखाड़ा - लगभग 50 वर्ष शक्ति बाजार अखाड़ा - तकरीबन 50 वर्ष बलभीम अखाड़ा, जोरापारा - लगभग 50 वर्ष स्टार अखाड़ा, ईरानी डेरा राजातालाब - करीब 25 वर्ष चितला अखाड़ा, टिकरापारा - करीब 40 वर्ष भांटागांव अखाड़ा - लगभग 15 वर्ष शुक्रवारी बाजार अखाड़ा - करीब 50 वर्ष 10 साल से दे रहे हैं ट्रेनिंग - दंतेश्वरी अखाड़े में 10 साल से माटी के पहलवानों को तैयार कर रहा हूं। सुबह-शाम दांव-पेच सिखाया जाता है। पहले से ज्यादा युवा अब इस खेल में आ रहे हैं। इनमें बेटियों की संख्या भी ज्यादा है। वर्तमान में खेल को भी अच्छा बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। - दिलीन यदु, दंतेश्वरी अखाड़ा, ट्रेनर
400 यूनिट बिजली खपत पर उपभोक्ताओं को होगी 908 रुपये की बचत
9 February 2019
रायपुर । भूपेश सरकार के पहले बजट में विद्युत कंपनी के घरेलू उपभोक्ताओं बड़ी राहत मिली है। वर्तमान में घरेलू उपभोक्ताओं को 400 यूनिट बिजली खपत करने पर 1816 रुपये का बिजली अदा करना पड़ता है, लेकिन अब इसका आधा 908 रुपये बिल देना होगा। यानी जो उपभोक्ता 400 यूनिट बिजली खपत करते हैं उन्हें हर माह 908 रुपये की बचत होगी। वर्तमान में एक साल में घरेलू उपभोक्ताओं का बिल 800 करोड़ रुपये का होता। बिजली बिल हाफ होने से अब बाकी के 400 सौ करोड़ रुपये राज्य सरकार जमा करेगी। इससे बिजली विभाग को कोई दिक्कत नहीं होगी। प्रदेश में कुल 47 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं। इनमें 400 यूनिट से कम बिजली खपत करने वालों को आधा बिल देना पड़ेगा। 400 यूनिट से अधिक बिजली का उपयोग करने पर टैरिफ के हिसाब से बिल का भुगतान करना पड़ेगा। बिजली बिल आधा होने से लोगों में खुशी छा गई है। बिजली विभाग ऐसे करेगा मैनेज वर्ष 2017-2018 में बिजली विभाग के करीब 2900 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा था। लेकिन वित्तीय वर्ष 2018-2019 में विभाग को करीब 2100 करोड़ रुपये का फायदा हुआ। बिजली विभाग को एक वर्ष में कुल 14 हजार करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हो रही है। इन सब को देखते हुए टैरिफ बनाया जाएगा। विभाग घाटे में नहीं है, इसलिए टैरिफ बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फ्लैट रेट की सुविधा से उपभोक्ताओं को मिल रही बड़ी राहत अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में फ्लैट रेट की सुविधा पहले से ही चल रही है। इसके तहत 100 यूनिट तक हर माह बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं से 100 रुपये ही बिजली बिल लिया जाता है। ऐसे समझें बिजली बिल होगा हाफ - 40 यूनिट पर 74 रुपये की बचत - 100 यूनिट पर 128 रुपये, 200 यूनिट पर 378 रुपये, 300 यूनिट पर 643 रुपये, 400 यूनिट पर 908 रुपये की बचत होगी।
महीनेभर में तीसरी बार कर्ज की कतार में भूपेश सरकार, हजार करोड़ के बांड बेचेगी
4 February 2019
रायपुर । भारी-भरकम वादों के साथ छत्तीसगढ़ की सत्ता में आई राज्य की नई-नवेली कांग्रेस सरकार फिर कर्ज की कतार में खड़ी है। सरकार अपना एक हजार करोड़ रुपए का प्रतिभूति (सिक्योरिटी बांड) बेच रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के माध्यम से सरकार इसके लिए बोली लगवा रही है। सरकार इसे 6 वर्ष में चुकाने का वादा कर रही है। इस बांड का फैसला 5 फरवरी को होगा। महीनेभर में यह तीसरा मौका है, जब राज्य सरकार अपना बांड बेच रही है। जनवरी में सरकार ने दो बार में 3500 करोड़ का बांड बेचकर कर्ज लिया है। राज्य सरकार बीते चार महीने से लगातार बांड बेचकर रकम जुटा रही है। 5 महीने में 7 हजार करोड़ का कर्ज छत्तीसगढ़ सरकार 5 महीने में 7 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है। इनमें जनवरी में दो बार में 1500 व 2000 हजार करोड़ का कर्ज भी शामिल है। इन दोनों कर्ज को सरकार साढ़े सात से करीब आठ फीसद ब्याज दर के साथ चुकाएगी। राज्य सरकार पर अब तक कर्ज का भार 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गया है। कतार में राजस्थान व एमपी समेत 19 राज्य छत्तीसगढ़ के साथ ही 18 और राज्य भी अपनी प्रतिभूमि की बोली लगवा रहे हैं। इनकी कुल कीमत 22 हजार 600 करोड़ रुपए है। इनमें कांग्रेस शासित मध्यप्रदेश और राजस्थान भी शामिल है। दोनों राज्य क्रमश: हजार और 1500 करोड़ का कर्ज ले रहे हैं। इसके साथ ही आंध्र, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक, झारखंड, उत्तरप्रदेश, गोवा व गुजरात समेत अन्य शामिल हैं। लगातार ले रहे कर्ज सरकार 2014-15 से जनवरी 2018 तक रिजर्व बैंक से 18350 करोड़ का कर्ज ले चुकी है। 2014 में चार किस्तों में 2200, 2015 में 6 किस्तों में 5000 कराेड, 2016 में 3 किस्तों में 1850 करोड़ व 2017 में पांच किस्तों में 7200 करोड़ लिए गए। वहीं 2018 में करीब 2200 करोड़ से अधिक का कर्ज लिया गया है। प्रभावित होगा विकास कार्य सरकार के बांड बेचने और बार- बार कर्ज लेने से विकास कार्यों पर असर पड़ सकता है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार सरकार बांड बेचकर जो लोन ले रही है उसे ब्याज सहित चुकाना पड़ेगा। इसके लिए सरकार को स्वयं पूंजी की व्यवस्था करनी पड़ेगी। इससे विकास कार्य विशेष रुप से अधोसंरचना विकास के काम प्रभावित हो सकते हैं। नए बजट पर पड़ेगा असर सरकार के बार- बार कर्ज लेने का असर अप्रैल 2019 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष और बजट पर पड़ सकता है। जीएसटी लागू होने के बाद से राज्य सरकारों के पास अब टैक्स बढ़ाकर राजस्व हासिल करने की संभावना लगभग खत्म हो गई है। ऐसे में सरकार आबकारी या कुछ अन्य सेवाओं पर सेस लगा कर फंड की व्यवस्था करने की कोशिश कर सकती है। इस वजह से लेना पड़ रहा कर्ज सत्ता में आते ही कांग्रेस ने किसानों की कर्ज माफी और धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीद के चुनावी वादे को पूरा करने का एलान किया। सरकार करीब 6100 करोड़ का कर्ज माफ कर रही है। वहीं, धान का समर्थन मूल्य 2500 करने के लिए सरकार को करीब 5400 करोड़ से अधिक की जरुरत थी। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार 300 रुपए प्रोत्साहन राशि देने के लिए 2700 करोड़ की व्यवस्था कर गई थी। इस वजह से मौजूदा सरकार को भी करीब इतने और की व्यवस्था करनी पड़ रही है। दोनों मिलाकर सरकार को लगभग 8875 करोड़ की जरुरत है।
कलेक्टर व SP का काम कैसा, CM भूपेश आज इन मुद्दों पर करेंगे समीक्षा
29 January 2019
रायपुर । छत्तीसगढ़ के सभी जिलो में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कैसा काम कर रहे हैं। सभी योजनाओं का क्रियान्वयन किस तरह से हो रहा है। जनहित के मुद्दों पर अधिकारियों का रवैया कैसा है आदि बिंदुओं को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगवार को समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री जिन मुद्दों के आधार पर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षकों के काम की समीक्षा करेंगे, वो इस प्रकार है - 1 .समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन, परिवहन एवं कस्टम मीलिंग 2. उज्जवला योजना अंतगर्त गैस वितरण की प्रगति 3. वन अधिकार पट्टा 4. अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना 5. प्रधानमंत्री आवास योजना 6. ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन 7. महात्मा गांधी नरेगा के तहत नवीन पंचायत भवन निर्माण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, गोठान तथा डबरी निर्माण 8. गोठान एवं गोचर के लिए प्रत्येक ग्राम में भूमि आरक्षित करने की कार्यवाही 9. आबादी सर्वेक्षण, पट्टा वितरण की स्थिति, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की 10. मद वार राजस्व वसूली की प्रगति 11. छोटे भूखंडों के पंजीयन प्रक्रिया का सरलीकरण 12. अनुसूचित क्षे़त्रों में वर्ग 3 एवं वर्ग 4 में सरकारी नौकरियों में स्थानीय लोगों की भरती 13. लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2011 का क्रियान्वयन एवं अद्यतन प्रगति 14. लोक सेवा केंद्र 15. सूत्रवाक्य….छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, नरवा, घुरवा, बाड़ी, गांव ला बचाना है, संगवारी का क्रियान्वयन 16. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 17. प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना-सौभाग्य 18. सौर सुजला योजना 19. ग्रामीण विद्युतीकरण 20. राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना 21. उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला चिकित्सालयों की अद्यतन स्थिति 22. डीएमएफ की राशि का अब तक किया गया उपयोग।
Chhattisgarh : स्थानीय उद्योगों से खरीदी के लिए सरकार बना रही पोर्टल
22 January 2019
रायपुर। केंद्र की मोदी सरकार ने सरकारी खरीदी के लिए जो जेम पोर्टल बनाया है उससे छत्तीसगढ़ के सरकारी विभाग अब सामग्री क्रय नहीं कर पाएंगे। राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया है कि जेम से पहले प्रदेश में जो व्यवस्था लागू थी उसे ही दोबारा लागू किया जाएगा। सरकार छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियम 2002 में संशोधन करेगी और प्रदेश स्तर पर सरकारी खरीदी के लिए एक अलग पोर्टल बनाएगी। जब तक पोर्टल बन नहीं जाता है तब तक सीएसआईडीसी के माध्यम से खरीदी की जाएगी। कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि स्थानीय उद्योगों का मदद मिले और ज्यादातर सरकारी खरीदी स्थानीय स्तर पर ही हो। इसीलिए अलग पोर्टल बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि नया पोर्टल तैयार होने में चार-छह महीने का वक्त लगेगा। तब तक सीएसआईडीसी से जैसे जेम के पहले खरीदी होती थी वैसे ही अब भी होगी। सीधी भर्ती में कोरबा भी शामिल- मंत्री ने बताया कि प्रदेश में भूमि डायवर्सन की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाएगा। भूमि के डायवर्सन के लिए कई प्रकार की अनुमति की जरूरत होती है। इस प्रक्रिया को सरल कर नया फार्मूला बनाया जा रहा है। कैबिनेट की बैठक में प्रदेश में बिजली बिल हाफ करने पर कोई चर्चा नहीं हुई। सवर्ण आरक्षण की समयसीमा तय नहीं- एक सवाल के जवाब में मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस ने संसद मेें सवर्ण आरक्षण बिल को समर्थन दिया है। पीसीसी प्रभारी पीएल पुनिया ने सवर्ण आरक्षण लागू करने पर बयान भी दिया है। हम छत्तीसगढ़ में इसे लागू करेंगे लेकिन इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।
Chhattisgarh : साहू देश के पहले मूर्तिकार, जो हर वर्ष भरते हैं टैक्स
12 January 2019
रायपुर। प्रदेश की कलाकृति का डंका देश भर में बज रहा है। अटल नगर स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी औद्योगिक परिसर के पास मूर्तिकार पीलूराम साहू पूरी खामोशी से सीमेंट की कलाकृतियां 28 साल से बना रहे हैं। उन्होंने कभी इसका प्रचार करने की कोशिश नहीं की, मूर्तियां खुद ही बोल कर कला का मोल बता रही हैं। वे देश के 29 राज्यों में महात्मा गांधी और भगवान की मूर्तियों की छटा बिखेर रहे हैं। प्रदेश की सबसे लंबी और ऊंची हनुमानजी की मूर्ति भी पीलू ने तैयार की है। वहीं उन्होंने महात्मा गांधी की 150 मूर्तियां अलग-अलग रंगों में बनाकर दी हैं, जो देश के कोने-कोने राष्ट्रभक्ति का संदेश दे रही हैं। वहीं पर्यटन के नाम से चिन्हांकित मुक्तांगन में लगी बस्तर से लेकर सरगुजा की कलाकृतियां भी पीलू के हाथों का हुनर बता रही हैं। ऐसा मूर्तिकार, जो भरता है टैक्स पीलूराम साहू बताते हैं कि ज्यादातर मूर्तिकार टैक्स के दायरे में नहीं आतीं, क्योंकि वह कच्चा काम होता है। वहीं मैं पहला मूर्तिकार हूं, जो प्रति वर्ष आयकर भरता हूं। कारण ये है कि मेरी मूर्ति मिट्टी की नहीं, सीमेंट की होती हैं। कई मूर्तियों में एक से दो ट्रक तक सीमेंट और हजारों टन सरिया लग जाता है। इसके साथ ही सरकार विभिन्न चौक-चौराहों के लिए मूर्ति खरीदती है, इसके लिए बिना जीएसटी नंबर के बेच पाना संभव नहीं होता। प्रदेश की सबसे बड़ी हनुमान की मूर्ति बनी यहीं प्रदेश के पर्यटन स्थल चंपारण में 85 फीट ऊंची खड़ी हनुमान जी की मूर्ति पीलू राम ने तैयार की है। उन्होंने बताया कि डेढ़ करोड़ की लागत से बनी मूर्ति में 45 लाख तो कारीगरों का भुगतान हुआ। तीन से चार सौ टन तक इस मूर्ति में सरिया लगा। मूर्ति को बनाते समय 300 कामगारों को बैठाकर एक-एक हिस्सा तैयार कराया गया था। वहीं करीब तीन से चार ट्रक सीमेंट इस मूर्ति में लग गया। महात्मा गांधी की बनाईं 150 मूर्तियां पीलू बताते हैं कि देश के अन्य राज्यों में सबसे ज्यादा महात्मा गांधी की मूर्ति की मांग है। करीब सभी राज्यों में अपनी बनाई मूर्ति को लगते देख चुका हूं। 150 से अधिक मूर्ति देश के कोने-कोने लग चुकी है। खास बात ये रही कि इन मूर्तियों के लिए आम-जनों ने अलग-अलग रंग की फरमाइश की। दक्षिण भारत में भूरे रंग में महात्मा गांधी की मूर्ति की ज्यादा मांग रही। वहीं महाराष्ट्र गोवा व अन्य राज्यों में सफेद रंग में। वहीं लागत की बात की जाय तो सबसे कम लागत की मूर्ति तीन हजार की बनती है। वहीं अधिक लागत की कोई सीमा नहीं है। जितनी लंबी मूर्ति, उतना ज्यादा रुपया लगता है। परसकोल की शान बनेगी कबीर की मूर्ति पीलू अभी 12 लाख की 20 फीट मूर्ति कबीर दास की बना रहे हैं। उनका कहना है कि आरंग के पास परसकोल के गांव वालों ने चंदा करके इस मूर्ति को बनाने का ऑर्डर दिया है। इसे तैयार करने में अभी पांच महीने हो चुके हैं। तीन-चार महीने में तैयार हो जाएगी।
Chhattisgarh : विधानसभा में अब तक का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट पेश
7 January 2019
रायपुर। नवगठित छत्तीसगढ़ की 5वीं विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन हंगामे के बाद सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। हंगामे से पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का अभिभाषण हुआ। इसके बाद सरकार की ओर से 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का अनुपूरक बजट पेश किया गया। यह राज्य के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट है। बजट पेश होने के तुरंत बाद हंगामा शुरू हो गया और इस पर चर्चा नहीं हो सकी। सरकार की ओर से पेश किए गए बजट में किसानों की कर्ज माफी के लिए 3600 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है। धान प्रोत्साहन के लिए 240 करोड़, अल्प कालीन कृषि कर्ज माफी के लिए 300 करोड़, लघु एवं सीमान्त कृषकों के लिए 122 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में दिए जाने वाले पुरस्कार के लिए बजट प्रावधान किया गया है।
वन अधिकार कानून की समीक्षा करेंगे CM भूपेश, रमन सरकार को ऐसे घेरा
2 January 2019
जगदलपुर। पूर्ववर्ती सरकार ने जो वन अधिकारी कानून बनाया और लागू किया गया है, उसकी व्याख्या सही न होने की वजह से कई पात्र परिवारों को इस कानून के दायरे में लाने के लिए अपात्र माना गया। इसकी व्याख्या में विसंगति की वजह से इसका सही लाभ लोगों को नहीं मिल पाया, चाहे वो आदिवासी हो या गैर आदिवासी। हमारी सरकार इस कानून की फिर से समीक्षा करेगी। ऐसे लोगों को भी कानून के दायरे में लाया जाएगा जो पात्रता रखते हैं। इस कानून के लिए ऐसे परिवारों को पात्र माना गया है जो तीन पीढ़ी से किसी स्थान पर रहते हैं या 75 साल से किसी जगह पर रह रहे हैं। इसके साथ ही ऐसे परिवार ही इसके लिए पात्र माने जाएंगे जिनका कब्जा 13 दिसंबर 2005 के बाद का न हो। पूर्ववर्ती सरकार ने कानून के नियमों की गलत व्याख्या की। इस वजह से कई परिवार इसके दायरे में नहीं आ पाए, जबकि कई अपात्र परिवारों को दायरे में लाया गया। इसके लिए 8 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 4 लाख आवेदनों का ही निराकरण हो सका था। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरणों में भी पुरानी व्यवस्था को बदला जाएगा। पहले मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष हुआ करते थे, लेकिन अब स्थानीय विधायक को इस प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया जाएगा। सरकार राज्य में पंचायती राज को मजबूत बनाने के लिए भी नए कानून लाने की तैयारी कर रही है। इससे ग्राम पंचायतों की संवैधानिक संरचना को और मजबूती मिलेगी, साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था और समाज का भी विकास होगा। सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि बस्तर में पत्रकारों के साथ भी अन्याय हुआ है। छत्तीसगढ़ देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जल्द ही एक कमेटी गठित कर दी जाएगी। इस कमेटी में राष्ट्रीय स्तर के पत्रकारिता संगठनों के सदस्य, रिटायर्ड जस्टिस और बस्तर के पत्रकार शामिल होंगे।
CG में 1384 सहायक प्राध्यापकों की भर्ती, CM भूपेश ने जारी किए आदेश
28 December 2018
रायपुर। राज्य के सरकारी कॉलेजों में वर्षों से रिक्त पड़े सहायक प्राध्यापकों के पद जल्द भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। यह पद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा के माध्यम से भरे जाएंगे। राज्य के स्नातक व स्नात्कोत्तर कॉलेजों में कुल 1 हजार 384 पद रिक्त हैं। जिन्हें इस परीक्षा के माध्यम से भरा जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में सभी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के सरकारी कॉलेजों में बड़ी संख्या में अलग-अलग संकायों में सहायक प्राध्यापकों के पद रिक्त हैं। इससे उच्च शिक्षा पर प्रभाव पड़ रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सहायक प्राध्यापकों की भर्ती होने से उच्च शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा और शिक्षा के स्तर में भी सुधार आएगा।
आरक्षक पर हमला कर वारंटी बेटे को थाना से छुड़ा ले गए मां-बाप
27 December 2018
जशपुरनगर । वारंटी बेटे को पुलिस के कब्जे से छुड़ाने के लिए मां-बाप ने थाना में हमला कर दिया। हमले के वक्त वारंटी को पुलिस ने वायरलेस रूम में बैठा कर रखा हुआ था। आरोपियों ने यहां प्रार्थी आरक्षक को अकेला देखकर उस पर हमला कर दिया। डंडे से वार कर आरक्षक को घायल करने के उपरांत आरोपी वारंटी को अपने साथ लेकर फरार हो गए। जानकारी के मुताबिक पुनीत साय पैंकरा आरक्षक के रुप में थाना बगीचा में पदस्थ है। 24 दिसंबर की रात उसकी ड्यूटी वायरलेस और थाना हाजिरी में लगाई गई थी। रात करीब 10 बजे के आसपास थाना मोहर्रिर मनोज भगत द्वारा थाना बगीचा के स्थायी वारंटी संदीप यादव पिता प्रभात यादव को सुरक्षा कारणों से आरक्षक पुनीत साय पैंकरा के सुपुर्द किया गया था। वह स्थायी वारंटी को वायरलेस रुम में बैठाकर वायरलेस आपरेटर का कार्य कर रहा था। उस समय थाने में पुनीत अकेला था। उसी समय वारंटी संदीप यादव की मां हेमंती यादव और उसका पिता प्रभात उर्फ प्रभाकर यादव दोनों अचानक वायरलेस रुम में पहुंच गए। प्रभात अपने लड़के संदीप को छोड़ने के लिए आरक्षक पर दबाव बनाया व आरक्षक के साथ गाली-गलौज व विवाद करने लगा। साथ ही प्रभात और हेमंती अपने बेटे संदीप को खींचकर बाहर निकालने लगे। जिस पर आरक्षक ने उन्हे मना किया, तो प्रभात यादव हाथ में रखे डंडा से आरक्षक पर दो बार प्रहार कर दिया और हेमंती उसे पकड़कर खींचने लगी और पुनीत की आंख के पास अपने नाखून से काटने लगी। दोनों मिलकर आरक्षक की पिटाई करने लगे। इसी बीच संदीप भी उठकर अपने मां-बाप के साथ पुनीत की पिटाई करने लगा। तीनों ने मिलकर आरक्षक को धक्का दे दिया। जिससे उसका सिर दीवार में टकरा गया। जिससे उसकी आंखों के सामने कुछ देर के लिए अंधेरा छा गया। इसी बीच प्रभात और उसकी पत्नी हेमंतीं अपने बेटे वारंटी संदीप यादव को थाने से भगाकर ले गए। थोड़ी देर बाद आरक्षक ने तीनों को दौड़ाकर देखा, तब तक सब भाग चुके थे। आरक्षक पुनीत साय पैंकरा की रिपोर्ट के मुताबिक घटना के समय वह ड्यूटी पर अकेला था। थाने के सभी अधिकारी-कर्मचारी पेट्रोलिंग और क्रिसमस की सुरक्षा ड्यूटी में गए हुए थे। इसके बाद आरक्षक पुनीत ने घटना के संबंध में थाना प्रभारी को सूचना दी। इस घटना में आरक्षक के बाएं हाथ की कलाई, बाईं आंख, चेहरा, पैर व माथा में चोट आई है। रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रभात यादव, हेमंती यादव व संदीप यादव के खिलाफ धारा 186, 294, 323, 332, 353, 506 के तहत जुर्म दर्ज कर उनकी तलाश शुरु कर दी है।
सीएम बनने के बाद भूपेश बघेल पहली बार रोड शो पर निकले, जगह-जगह हुआ स्वागत
25 December 2018
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने और बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भूपेश बघेल सोमवार को पहली बार रोड शो के लिए निकले। उन्होंने राजधानी रायपुर के महादेव घाट से अपनी यात्रा शुरू की और अपने गृह ग्राम पाटन तक यात्रा की। इस दौरान जगह-जगह पर लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। भूपेश ने सीएम बनाए जाने पर लोगों का आभार इस रोड शो के दौरान जताया। सोमवार को सुबह महादेव घाट में भगवान शंकर के मंदिर में पूजा अर्चना कर भूपेश ने अपनी यात्रा शुरू की। वे अमलेश्वर-सांकरा होते हुए बलोद जिले के पाटन पहुंचे। पाटन उनका निर्वाचन क्षेत्र और गृह ग्राम है। सीएम जिन रास्तों से गुजरे, वहां जगह-जगह आरती की थाल और फूलों की माला लेकर स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। भूपेश लोगों की आत्मीयता देखकर अभिभूत हो गए। उन्होंने कई जगहों पर आम जनता को संबोधित किया और उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने पर लोगों का आभार जताया। भूपेश ने इस मौके पर कहा कि आप लोगों ने कांग्रेस और मुझपर भरोसा जताकर जो जनमत दिया है, उसपर हम खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
सुकमा में CRPF जवान ने खुद को गोली मारकर की खुदकुशी
23 November 2018
सुकमा। छत्तीसगढ़ में नक्सल क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ के एक जवान ने शुक्रवार की सुबह अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर खुदकशी कर ली। जवान का नाम सरताज सिंह बताया जा रहा है। जो सुकमा जिले के कोंटा में सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन के गोरखा कैंप में ड्यूटी पर तैनात था। मृत जवान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा का रहने वाला था। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह सीआरपीएफ कैंप सुकमा में तैनात सरताज सिंह ने अपने बैरक के अंदर सर्विस रायफल से अपनी कनपटी पर गोली मार ली। गोली की आवाज सुनते ही साथी जवान बैरक में पहुंचे। वहां सरताज सिंह का शव पड़ा देखा। घटना की सूचना तत्काल उच्चाधिकारियों को दी गई। इसके बाद जवान का शव वहां से निकाला गया। जवान ने खुदकशी किस कारण से की है, इस बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
रायपुर में चुनाव ड्यूटी पर आए CRPF जवान ने खुद को गोली मारी
19 November 2018
रायपुर। चुनाव ड्यूटी करने रायपुर आए सीआएपीएफ के एक जवान सोमवार को खुद को गोली मार कर खुदकशी कर ली। कबीर नगर थाना परिसर में जवान रुका हुआ था और यहीं उसने खुद को गोली मारकर खुदकशी कर ली। थाना परिसर में गोली की आवाज सुनकर जब पुलिसकर्मियों ने देखा तो जवान बैरक में मृत अवस्था में पड़ा मिला। जवान ने अपनी कनपटी पर अपनी सर्विस रिवाल्वर रखकर गोली चलाई थी। मृत जवान का नाम राजीव सिंह बताया गया है, जो सीआरपीएफ की 148वीं बटालियन में तैनात था। वह मूल रूप से बनारस जिले के चंदोली का रहने वाला था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जवान यहां पिछले तीन दिन से ड्यूटी पर तैनात था और लगातार फ्लैग मार्च टीम के साथ काम कर रहा था। साथी जवानों के मुताबिक वह पिछले कुछ दिनों से गुमसुम रह रहा था। घटना की वजह अब तक सामने नहीं आई है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी पारिवारिक कारण से जवान परेशान था।
जशपुर : बगीचा में जांच टीम ने कार से जब्त किए 5 लाख रुपए
14 November 2018
जशपुर। जिले के बगीचा थाना क्षेत्र में सघन जांच टीम ने बुधवार को एक कार से करीब 5 लाख रुपए जब्त किए। एसएसटी व पुलिस की संयुक्त जांच टीम चुनाव के मद्देनजर वाहनों की जांच में जुटी थी, इसी बीच अंबिकापुर के एक कपड़ा व्यापारी की कार क्रमांक सीजी 15 डीई 7100 ये यह रकम जब्त की गई। कार सुजीत अग्रवाल पिता कली राम अग्रवाल की बताई जा रही है। बगीचा के तहसीलदार संजय राठौर ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि चुनाव के दौरान पैसे बांटने की आशंका को देखते हुए यह रकम जब्त की गई है। मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि चुनाव आचार संहिता राज्य में लागू है और इस दौरान 50 रुपए से अधिक नगद रकम लेकर आने-जाने पर प्रतिबंध लागू है।
जमीनी विकास को दरकिनार कर झूठे नारे लगा रहे कांग्रेसी : रमन सिंह
2 November 2018
कांकेर। चुनाव प्रचार अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शुक्रवार को कोंडागांव में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस 15 वर्षों से सत्ता से दूर है और इस बार वह सत्ता में आने के लिए इस कदर आतुर है कि तमाम अवैध हथकंडे अपनाने से भी कांग्रेसी नेता चूक नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जमीनी विकास को दरकिनार कर झूठे नारे लगाने में व्यस्त है। डॉ रमन ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने अपने 15 वर्षों के कार्यकाल में जनहित की जो योजनाएं चलाई हैं वे अपने आप में उदाहरण रही हैं। इन्हीं योजनाओं का असर है कि राज्य का सतत विकास हो रहा है। एक स्थायी सरकार के होने से जनता का सरकार के प्रति भरोसा कायम हुआ है। कांग्रेस सत्ता में आने का लोभ लेकर चुनाव मैदान में उतरी है, लेकिन जनता उनके हथकंडों को बेहतर समझ रही है।
भिलाई स्टील प्लांट हादसा : एक अन्य कर्मचारी की मौत, मृतक संख्या 12 हुई
10 October 2018
भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में मंगलवार को हुए हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बुधवार सुबह एक अन्य कर्मचारी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आपको बता दें कि गैस पाइप लाइन में धमाके के साथ भीषण आग लगी थी। मिली जानकारी के मुताबिक भिलाई स्टील प्लांट हादसे में घायल हुए दुर्गेश राठौर नामक कर्मचारी की भी मौत हो गई। दुर्गेश का सेक्टर 9 अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसी के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई। जबकि 8 कर्मचारियों का अब भी अस्पताल में इलाज जारी है। इधर सभी मृतकों के DNA सैंपल ले लिए गए हैं। वहीं पोस्टमार्टम के बाद सभी के शवों को सेक्टर 9 अस्पताल ले जाया गया है। DNA रिपोर्ट आने के बाद इन शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा। आपको बता दें कि भिलाई स्टील प्लांट के कोक ओवन में मंगलवार को मेंटेनेंस का काम जारी था। इस कारण वहां पर आपात काल में मदद के लिए फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी तैनात किए गए थे। इसी दौरान यहां गैस लाइन में अचानक ब्लास्ट हुआ और वहां वेल्डिंग के लिए रखे गए गैस सिलेंडर भी फट गए। इससे कोक ओवन में भीषण आग लग गई। रासायनिक धुएं के कारण कर्मचारी बेहोश होकर वहीं गिर पड़े और आग की चपेट में आ गए। बुरी तरह से झुलसे 9 कर्मचारियों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि 2 अन्य कर्मचारियों ने मंगलवार रात दम तोड़ा। कर्मचारी बुरी तरह जल गए थे, जिससे उनकी शिनाख्ती नहीं हो पा रही थी। अब DNA रिपोर्ट के बाद ही शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।

ELECTION 2018

अगले सत्र से पखांजूर में शुरू होगा नया कृषि महाविद्यालय
29 September 2018
कांकेर। अटल विकास यात्रा के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह शनिवार को पखांजूर पहुंचे। उन्होने यहां श्यामप्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए पखांजूर में आगामी सत्र से कृषि महाविद्यालय खोले जाने की घोषणा की। डॉ रमन ने यहां अलग-अलग विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन व नई योजनाओं की आधारशिला रखते हुए लगभग 189 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी। नीली क्रांति में देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बना है पखांजूर कहा कि नीली क्रांति में पखांजूर पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। यहां का मछली पालन उद्योग दूसरे राज्यों के लिए मॉडल बन रहा है। यहां जिस तरह से तलाबों का विकास और मछली उत्पादन का विकास हुआ है, वह अपने आप में दूसरों के लिए मॉडल है। यहां लोगों में मछली पालन के द्वारा आत्मनिर्भरता आई है। लोगों की वार्षिक आय बढ़ी है। पूरा पखांजूर इलाका विकास की दृष्टि से आगे बढ़ रहा है। 132 केवी विद्युत उप केंद्र का लोकार्पण विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास के साथ ही डॉ रमन ने यहां नवनिर्मित 132 केवी विद्युत उपकेंद्र का लोकार्पण भी किया प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद जो माहौल तैयार हुआ वह पूरी तरह विकास का समर्थन करता है। प्रदेश में गांवों से लेकर शहरों तक विकास हो रहा है। पहले न यहां सड़कें थीं, न बिजली थी। छत्तीसगढ़ में सरकार की ओर से विद्युत उत्पादन, वितरण, पारेषण, संधारण में लगातार बेहतर काम हुआ है। फ्लैट रेट पर 12 लाख लोगों को अब बिजली देने की व्यवस्था सरकार ने की है। एक पावर स्टेट के रूप में छत्तीसगढ़ ने देश भर में अपनी पहचान बनाई है।
पत्रकार सुशील पाठक हत्या मामले में रिश्वत के आरोप से सीबीआई अधिकारी दोषमुक्त
29 September 2018
बिलासपुर। पत्रकार सुशील पाठक हत्या मामले में सीबीआई अधिकारी एडिशनल एसपी डीके राय को अदालत से दोष मुक्त करार दिया गया। इस मामले में डीके राय पर दो लाख की रिश्वत लेकर मामले को दबाने का आरोप था। 20 दिसंबर 2010 को रात के वक्त बिलासपुर में अज्ञात लोगों ने सुशील की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में साल 2011 में जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया था, लेकिन बाद में मामले की जांच कर रहे एएसपी डीके राय पर ही रिश्वत लेने के आरोप लगे। मामले में कई संदेहियों को गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन सीबीआई उसके खिलाफ सबूत नहीं जुटा पाई। बाद में क्लोजर रिपोर्ट के जरिए सीबीआई ने मामले को ही खत्म कर दिया।
छत्तीसगढ़ के दौरे पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ पी रावत
31 August 2018
रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओमप्रकाश रावत आज सुबह आठ बजे नई दिल्ली से जेट विमान सेवा द्वारा छत्तीसगढ़ रायपुर के माना स्थित स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुंचे । उनके साथ भारत निर्वाचन आयोग के सभी वरिष्ठ अधिकारी भी आए । विमानतल पर छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने उनकी अगवानी की। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ एस भारतीदासन, निर्वाचन मामलों के लिए नोडल अधिकारी सह पुलिस महानिरीक्षक रायपुर श्री दीपांशु काबरा, रायपुर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और राज्य शिष्टाचार अधिकारी आदि ने भी आगंतुकों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया । गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग आज 31 अगस्त और कल एक सितंबर के दो दिवसीय दौरे पर रायपुर आया हैं। आयोग यहां विधानसभा आम निर्वाचन की प्रशासनिक तैयारियों के बारे में महत्वपूर्ण बैठक लेकर उसकी समीक्षा करेगा ।
अमित शाह की मौजूदगी में ओपी चौधरी भाजपा में शामिल हुए
28 August 2018
रायपुर। रायपुर के पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी को मंगलवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संगठन की सदस्यता दिलाई। ओपी चौधरी के भाजपा प्रवेश के मौके पर उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी मौजूद थे। 2005 बैच के आईएएस अफसर रहे चौधरी ने 13 साल की नौकरी के बाद पिछले दिनों अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। राजनीति में प्रवेश के साथ अब वे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। सीएम डॉ रमन सिंह आज दिल्ली में आयोजित हो रही भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। उन्हीं के साथ ओपी चौधरी भी वहां गए हुए हैं। बैठक से ठीक पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अन्य केंद्रीय नेताओं की मौजूदगी में ओपी चौधरी ने भाजपा की सदस्यता ली। चर्चा है कि चौधरी खरसिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। इसी विधानसभा क्षेत्र में चौधरी का गृह ग्राम है। खरसिया विधानसभा क्षेत्र पिछले 25 वर्षों से कांग्रेस का गढ़ रहा है। यहां से वर्तमान विधायक उमेश पटेल कांग्रेस के उम्मीदवार बनने जा रहे हैं। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद ओपी चौधरी ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर लिखा कि 'कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही, वह भी सही। वरदान नहीं मांगूंगा, हो कुछ, पर हार नहीं मानूंगा। अटल जी के इन शब्दों को दिल में रखते हुए, मैंने माननीय अमित शाह और डॉ. रमन सिंह की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।"
दुर्दांत नक्सली पहाड़ सिंह ने किया समर्पण, 47 लाख का था इनाम
23 August 2018
भिलाई । छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। यहां इनामी नक्सली नेता पहाड़ सिंह ने भिलाई पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। दुर्ग आईजी जीपी सिंह ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पहाड़ सिंह पर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सरकार द्वारा कुल 47 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसमें 25 लाख रुपए की इनाम राशि तो अकेले छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषित की थी। पुलिस के मुताबिक पहाड़ सिंह ने छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में नक्सल हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस पार्टी पर हमला, हथियार लूटने, ग्रामीणों में दहशत फैलाने जैसी तमाम वारदातों में यह शामिल रहा है। दुर्ग रेंज के आईजी ने नक्सली नेता पहाड़ सिंह के सरेंडर करने की पुष्टि की है।
अधिकारी पहुंचे तो इस हालत में मिलीं कन्या आश्रम की अधीक्षिका
14 August 2018
भानुप्रतापपुर। बिहार में बालिका आश्रम में लड़कियों को प्रताड़ित किए जाने की घटना के बाद देशभर में बालिका छात्रावासों से कई तरह की खबरें आ रही हैं। इसी बीच सरकारी महकमा भी क्षेत्र में आश्रमों की व्यवस्था की पड़ताल को लेकर सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में कांकेर जिले के भानुप्रातपपुर तहसील के ग्राम किनारी स्थित कन्या आश्रम में तहसीलदार ने औचक निरीक्षण किया तो कन्या आश्रम की अधीक्षिका शराब के नशे में मिलीं। मामले की जांच कर स्थानीय प्रशासन ने कलेक्टर को रिपोर्ट भेज दी है। फिलहाल अधीक्षिका को किनारी के कन्या आश्रम से हटाकर ग्राम भैंसमुंडी के प्राथमिक शाला में भेज दिया गया है। इस मामले पर उधााधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। भानुप्रतापपुर की नायब तहसीलदार मोक्षदा देवांगन ने बताया कि 9 अगस्त को अनुविभागीय अधिकारी प्रेमलता मंडावी को गुप्त सूचना मिली थी कि भानुप्रतापपुर स्थित कन्या आश्रम किनारी की अधीक्षिका आश्रम में ही शराब पीती हैं। सूचना पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार मोक्षदा देवांगन को जांच के लिए आश्रम भेजा। तहसीलदार ने बीईओ व अन्य अधिकारियों के साथ आश्रम का औचक निरीक्षण किया, तो पाया कि अधीक्षिका सोई हुई थीं। जगाने पर अधीक्षिका ने बताया कि उसकी तबीयत खराब है, परंतु उसके मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। तब अधीक्षिका का मेडिकल चेकअप कराया गया तो इस बात की पुष्टि हुई कि उसने शराब पी रखी है। बाद में अधीक्षिका ने अधिकारियों के समक्ष शराब पीने की बात कबूल की और बताया कि वह अपने एक रिश्तेदार (भाई) के माध्यम से आश्रम में ही शराब मंगाकर पीती थीं। इस खुलासे के बाद तहसीलदार पूरी जांच रिपोर्ट बनाकर एसडीएम को सौंप दी, जिसे कलेक्टर को भेज दिया गया है। इस अधीक्षिका के पास कन्या आश्रम किनारी के साथ-साथ प्री मैट्रिक आदिवासी छात्रावास का भी प्रभार था, जो कि नियमानुसार गलत है।
बस्तर में बोले राष्ट्रपति, तरक्की में बड़ी भूमिका निभा रहीं महिलाएं व किसान
25 July 2018
जगदलपुर। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल पहुंचे। सुबह जगदलपुर एयरपोर्ट पर उनका आगमन हुआ। इसके बाद वे दंतेवाड़ा के जारंगा गांव पहुंचे। यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किसानों और महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों से मुलाकात की। दंतेवाड़ा में की जा रही उन्न्त जैविक खेती और महिला स्व सहायता समूहों द्वारा स्थापित स्थानीय लघु उद्यमों का राष्ट्रपति ने निरीक्षण किया और वे उनके काम को देखकर काफी प्रभावित हुए। इंटीग्रेटेड फार्मिंग सेंटर हिरानार में उन्होंने किसानों और महिलाओं से चर्चा की। गौरतलब है कि आज ही के दिन पिछले साल राष्ट्रपति कोविंद ने देश के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। इस मौके पर राष्ट्रपति ने स्व सहायता समूह की महिलाओं और किसानों के कार्यों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की में महिलाएं और किसान किस तरह अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं, इसका शानदार उदाहरण यहां देखने को मिला। इस मौके पर उनके साथ मुख्यमंत्री रमन सिंह, बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय, वन मंत्री महेश गागड़ा, बस्तर सांसद दिनेश कश्यप, जगदलपुर विधायक संतोष बाफना, युवा आयोग के अध्यक्ष कमलचंद भंजदेव, वन विकास निगम के अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी, जगदलपुर महापौर जतीन जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष जबिता मंडावी, मुख्य सचिव अजय सिंह, कमिश्नर दिलीप वासनीकर, कलेक्टर धंनजय देवांगन, पुलिस अधीक्षक डी श्रवण सहित जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
राष्ट्रपति को पारंपरिक पोशाक में भोजन परोसेंगे सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चे
24 July 2018
दंतेवाड़ा। वनांचल शिक्षा सेवा प्रकल्प द्वारा संचालित हीरानार के सरस्वती शिशु मंदिर में राष्ट्रपति दोपहर भोज के साथ बच्चों से चर्चा करेंगे। बच्चे ही उन्हें परोसेंगे। शिक्षा विभाग के देखरेख में करीब एक हजार लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाएगा। इनमें 35 सदस्य राष्ट्रपति भवन से आए मेहमान होंगे। उनके सुरक्षा दस्ता और अधिकारियों को भी बस्तरिया व्यंजन परोसने की योजना है। मेन्यू में यह होगा तीन तरह की सब्जी, दो किस्म की दाल, सुगंधित लोकटीमाछी चावल, बस्तर में पाए जाने वाले प्राकृतिक मशरूम (फुटू), आमट (खटाईयुक्त सब्जी), मीठे में बादशाह भोग चावल की खीर, जैविक कृषि से तैयार पपीता आदि। चखेंगे मड़िया लड्डू व तीखुर की बर्फी राष्ट्रपति कोविंद को हीरानार समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल विलेज के अवलोकन के दौरान मड़िया (रागी माल्ट) से तैयार लड्डू और तीखुर की बर्फी के साथ नारियल पानी दिया जाएगा। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लोकटीमाछी चावल व फुटू दिया जाएगा। अन्य अतिथियों को लोकटीमाछी चावल, सूखा फुटू, शहद, हर्बल सिंदूर, गुलाल का पैकेट भेंट किया जाएगा। छिंद के पत्तों से गुलदस्ता तैयार किया जाएगा। चंपा के ई-रिक्शा की करेंगे सवार राष्ट्रपति समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल विलेज का अवलोकन ग्राम कासोली की चंपा के ई-रिक्शे पर सवार होकर करेंगे। इस दौरान राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद भी मौजूद रहेंगी। एक अन्य ई-रिक्शा में सीएम डॉ. रमन सिंह व अन्य बैठेंगे। इसका संचालन सविता साहू करेंगी। सविता साहू पीएम नरेंद्र मोदी को जांगला (बीजापुर) में अपने ई-रिक्शा की सवारी करा चुकी हैं। सुरक्षा पर तैनात रहेंगे पांच हजार जवान दंतेवाड़ा प्रवास पर पहुंच रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुरक्षा में पांच हजार जवानों की फौज जिले में तैनात रहेगी। आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा जिला बल और डीआरजी के जवान भी दंतेवाड़ा, गीदम से लेकर बारसूर तक सादे वर्दी में रहेंगे। हेलीकॉप्टर और ड्रोन से इलाके की निगरानी होगी।
जगन्नाथ मंदिर, जहां मुख्यमंत्री व राज्यपाल निभाते हैं झाड़ू बुहारने की परंपरा
5 July 2018
रायपुर। मात्र 15 साल पहले निर्मित गायत्री नगर का जगन्नाथ मंदिर छत्तीसगढ़ का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के मुखिया (राज्यपाल और मुख्यमंत्री) सोने के झाड़ू से मार्ग की सफाई करने की रस्म निभाकर करते हैं। इसे छेरा-पहरा रस्म के नाम से जाना जाता है। गर्भगृह से भगवान की मूर्ति को सिर पर रखकर बाहर तक लाने में मुख्यमंत्री के अलावा अन्य मंत्रीगणों को भी भगवान की सेवा करने का अवसर मिलता है। ऐसे क्षण को देखने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है। पुलिस कर्मियों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद मंदिर में पैर रखने को भी जगह बाकी नहीं बचती। प्रदेश का पहला मंदिर जहां तीन रथों पर निकलते हैं भाई-बहन ओडिसा के पुरी स्थित मंदिर में जिस तरह तीन अलग-अलग रथ पर भगवान को उनके बड़े भैया और बहन को विराजित कर रथयात्रा निकाली जाती है। उसी तरह छत्तीसगढ़ का भी यह पहला मंदिर है जहां तीन रथ पर यात्रा निकलती है। भगवान जगन्नाथ के रथ को 'नंदी घोष' एवं बड़े भैया बलभद्र के रथ को 'तालध्वज' तथा बहन सुभद्रा के रथ को 'देवदलन' रथ कहा जाता है। सबसे आगे बलरामजी का रथ, बीच में सुभद्राजी का और आखिरी में जगन्नाथजी का रथ निकाला जाता है। मूल मंदिर के नीचे गुंडिचा मंदिर भूतल से काफी ऊंचाई पर स्थित गर्भगृह में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद रथ पर विराजित कर भगवान को गायत्री नगर, शंकरनगर, बीटीआई ग्राउंड आदि इलाकों का भ्रमण कराया जाता है। यात्रा के पश्चात मूल मंदिर के नीचे भूतल पर भगवान 10 दिनों के लिए विराजते हैं जिसे मौसी का घर (गुंडिचा मंदिर) कहा जाता है। छत्तीसगढ़ बनने के तीन साल बाद हुआ मंदिर का निर्माण श्री जगन्नाथ मंदिर समिति के संस्थापक अध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा बताते हैं कि साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुगा था उस दौरान ही मंदिर की आधारशिला रखी गई थी। छत्तीसगढ़ बनने के तीन साल बाद 2003 में मंदिर का निर्माण पूर्ण हुआ। ओड़िसा से मूर्तियां लाकर की गई थी प्राणप्रतिष्ठा ओड़िसा से नीम की लकड़ी से बनाई गई मूर्तियों को लाया गया था। पुरी मूल मंदिर के विद्वान आचार्यों ने विधिवत भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियों की प्राणप्रतिष्ठा संपन्न कराई थी। पुरी से मंगवाई जाती है श्रृंगार सामग्री रथयात्रा उत्सव के दौरान मनमोहक श्रृंगार करने के लिए पुरी से ही पोशाक और गहने मंगवाए जाते हैं। पुरी मंदिर में जिस तरह भगवान का श्रृंगार होता है उसी तर्ज पर श्रृंगार किया जाता है। श्रीकृष्ण-अर्जुन का रथ आकर्षण का केन्द्र मंदिर में मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही महाभारत में उल्लेखित भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए गीता उपदेश का दृश्य पेश करती झांकी आकर्षण का केन्द्र है। पत्थर से निर्मित रथ को खींचते घोड़े और उस पर सारथी के रूप में श्रीकृष्ण और पीछे अर्जुन की प्रतिमा दर्शनीय है। मंदिर में भोग लगाने होती है बुकिंग कोई भी भक्त भगवान जगन्नाथ को खिचड़ी और व्यंजनों का भोग लगा सकता है। इसके लिए पहले से बुकिंग करानी पड़ती है। भगवान को भोग के अलावा परिवार, रिश्तेदार, मेहमानों अथवा जितने भी सदस्यों को भोजन करवाना हो उसकी बुकिंग कई दिनों पहले करवानी पड़ेगी। मंदिर में कई भक्त ऐसे आते हैं जो अपने परिवार के सदस्यों के जन्मदिवस अथवा अन्य शुभ मौकों पर भगवान को भोग लगाने और भोजन प्रसादी लेने बुकिंग करवाते हैं।
अविश्वास प्रस्तावः अमित की अनुपस्थिति पर उठे सवाल
4 July 2018
रायपुर। विधानसभा में मंगलवार को स्पीकर गौरीशंकर अग्रवाल ने जिस समय सदन में अविश्वास प्रस्ताव की सूचना दी, उस वक्त सदन में अमित जोगी व सियाराम कौशिक नहीं थे। केवल आरके राय ही सदन में मौजूद थे। इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आपत्ति की। कहा- अविश्वास प्रस्ताव की सूचना देकर सदन में उपस्थित नहीं होना दुर्भाग्यजनक और सदन का अपमान है। अमित की अनुपस्थिति पर कांग्रेसी सदस्यों ने टिप्पणी करते हुए उन्हें सरकार की बी टीम करार दिया। भूपेश बघेल ने कहा कि सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप ही लोगों के कहने पर यह प्रस्ताव लाया गया था। इस पर मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने कहा कि दो दिन में उनको भान हो गया कि यह सरकार विश्वास के लायक है। सदन में अविश्वास प्रस्ताव चतुर्थ विधानसभा (मौजूदा सरकार) 0- जुलाई 2015 के सत्र में पहला अविश्वास प्रस्ताव रखा गया। 24 व 25 जुलाई को 24 घंटे 25 मिनट चली चर्चा। 0- दिसंबर 2017 के सत्र में आया दूसरा अविश्वास प्रस्ताव। 22 जुलाई को दोपहर 12ः22 पर चर्चा शुरू हुई, जो दूसरे दिन सुबह 07ः06 बजे तक कुल 18 घंटे 38 मिनट चली। तृतीय विधानसभा (2008 से 2013) 0- एक मात्र अविश्वास प्रस्ताव दिसंबर 2011 में लाया गया। इस पर 16, 19 और 20 दिसंबर को कुल 23 घंटे 19 मिनट चर्चा चली। द्वितीय विधानसभा (2003 से 2008) 0- रमन सरकार के पहले कार्यकाल में दिसंबर 2007 में अविश्वास प्रस्ताव सदन में रखा। इस पर 03 और 04 दिसंबर को कुल 17 घंटे 50 मिनट तक चर्चा चली। पहली विधानसभा (2000 से 2003) 0- तत्कालीन जोगी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव 2002 में लाया गया। इस पर 30 सितंबर व 01 अक्टूबर को कुल 17 घंटे 08 मिनट चर्चा हुई। 0- राज्य की पहली सरकार के खिलाफ दूसरा अविश्वास प्रस्ताव जुलाई 2003 में सदन में लाया गया। इस पर 29 जुलाई को 11 घंटे 52 मिनट तक चर्चा चली।
विधायक से मारपीट मामले में कार्रवाई, महासमुंद एसपी को हटाया
30 Jun 2018
रायपुर । विधायक से मारपीट के मामले में आइपीएस उदय किरण को सरकार ने महासमुंद से हटा दिया है। उदय पर आरोप है कि उन्होंने बैडमिंटन खिलाड़ियों से छेड़छाड़ की रिपोर्ट कराने पहुंचे महासमुंद विधायक डॉ. विमल चोपड़ा पर लाठी चार्ज करवा दिया। इससे विधायक गंभीर घायल हो गए। मामला तूल पकड़ते ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर को सौंपी थी। मामले की दंडाधिकारी जांच भी चल रही है। इस बीच तीन दिन पहले हुई कैबिनेट बैठक में मंत्रियों ने भी उदय किरण की गुंडागर्दी पर सख्त एतराज जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। आखिरकार शुक्रवार को राज्य सरकार ने उदय को महासमुंद के नगर पुलिस अधीक्षक के पद से हटाकर एसटीएफ बघेरा का सहायक पुलिस अधीक्षक नियुक्त कर दिया है। यह है घटनाक्रम 19 जून को महासमुंद विधायक बैडमिंटन खिलाड़ियों से छेड़छाड़ की रिपोर्ट कराने थाने गए थे। वहां उदय किरण से बहस हो गई। उदय ने लाठी चार्ज का आदेश दिया जिस पर पुलिस ने विधायक और उनके समर्थकों को जमकर पीट दिया। पुलिस ने विधायक और समर्थकों पर बलवा का मामला भी दर्ज कर लिया। इससे नाराज जनता ने अगले महासमुंद बंद करा दिया। मामला बढ़ते देख कलेक्टर ने दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए। विधायक चोपड़ा ने सीएम से मुलाकात कर पूरी घटना बताई। इस पर सीएम ने मंत्री अजय चंद्रकार को जांच करने महासमुंद भेजा था। चंद्राकर की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। चर्चित रहे हैं उदय किरण आईपीएस उदय किरण इससे पहले भी कई वजहों से चर्चा में आ चुके हैं। बिलासपुर में प्रशिक्षु के रूप में तैनाती के दौरान उन पर भाजपा कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार से मारपीट का आरोप लगा था। उन्होंने अपने केबिन से विजिटर कुर्सियां हटवा दी हैं। उनसे मुलाकात के लिए गए व्यक्ति को खड़ा रहना पड़ता है।
पुलिस आंदोलन : फॉर्म हाउस में छुपा था राकेश यादव, पुलिस ने किया गिरफ्तार
22 Jun 2018
अंबिकापुर। पुलिस परिवार हड़ताल के सूत्रधार राकेश यादव को सूरजपुर से गिरफ्तारी सूचना मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह बिलासपुर की पुलिस टीम ने सूरजपुर से राकेश यादव को गिरफ्तार किया। राकेश यादव सूरजपुर में एक फॉर्म हाउस में छुपे होने की जानकारी मिलने पर पकड़ा गया। लेकिन सूरजपुर पुलिस अधिकारी ऐसी जानकारी होने से भी इंकार कर रहे हैं। गौरतलब है कि पुलिस आंदोलन की अगुवाई करने वाली राकेश यादव हर दिन अपनी लोकेशन को बदल रहा था। शुरुआत में जानकारी मिली थी कि राकेश बिलासपुर में है, जहां से वो फरार होने में कामयाब हो गया। राकेश लोकेशन बदलकर भी अपनी मुहिम को लगातार संचालित कर रहा था, ऐसे में ये गिरफ्तारी बिलासपुर पुलिस के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था।
जोगी कांग्रेस जारी की चौथी सूची, सात प्रत्याशियों की घोषणा
18 Jun 2018
रायपुर । छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने चौथी सूची जारी करके सात और प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। जनता कांग्रेस अब तक 37 प्रत्याशियों को घोषित कर चुकी है। इनमें से छह उम्मीदवार पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। सूची में शामिल प्रत्याशी कनी चंदैया और बलिराम कचलाम भाजपा से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में आए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक अजित जोगी दिल्ली में हैं, इसलिए पार्टी के महासचिव अब्दुल हमीद हयात ने प्रत्याशी घोषित किए। गौरतलब है कि पहली सूची में 10, दूसरी सूची में 12, तीसरी सूची में 8 प्रत्याशी घोषित किए गए थे।
सोशल मीडिया पर सक्रिय आईटी सेल का काम देखने वाला नक्सल प्रवक्ता गिरफ्तार
12 Jun 2018
रायपुर।छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने नक्सलियों की आईटी सेल में काम करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर नक्सलियों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पकड़ा गया नक्सली सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय था और नक्सलियों का प्रवक्ता भी है। - जानकारी के मुताबिक पकड़ा गया नक्सली अभय नायक उर्फ लोड्‌डा 15 देशों की यात्रा कर चुका है और नक्सलियों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ था। इस नक्सली पर आरोप है कि यह युवाओं को भड़काने और प्रेस विज्ञप्ति जारी किया करता था। - पुलिस के गिरफ्त में आया नक्सली अपने साथियों के लिए अपने ब्लॉग तैयार करना था। साथ ही उन्हीं ब्लॉग के माध्यम से विज्ञप्ति जारी करने का काम करता था। ये नक्सली बड़े-बड़े शहरों में नक्सल विचारधारा के प्रचार-प्रसार में अपनी अहम भूमिका निभाता था। आरोपी नक्सली इंडिया माइक्रो फायनेंस के नाम से ब्लॉग संचालित करता था और अंतरराष्ट्रीय आतंकी संस्थाओं के बीच समन्वय स्थापित करने का भी काम किया करता था। - हाल के दिनों में बस्तर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। बीते कुछ महीने में ही 51 नक्सली मारे गए हैं। वहीं इस दौरान बड़ी संख्या में नक्सलियों की गिरफ्तारी के साथ ही बड़ी मात्रा में नक्सल सामग्री भी बरामद की गई है। आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि इस माओवादियों से अहम सुराग मिले हैं, जो कि जल्द ही बस्तर क्षेत्र में इनके मदद करने वालों का खुलासा हो सकता है। पुलिस ने जारी किया था लुक आउट नोटिस - बस्तर पुलिस ने लुक आउट नोटिस 2017 में जारी किया था। उसकी गिरफ्तारी 31 मई को दिल्ली में एयरपोर्ट से गिरफ्तार हुई, लेकिन बस्तर पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी 1 जून को दिखाई। इस माओवादी प्रवक्ता का संबंध कई हार्डकोर नेताओं से है जिसके तहत इस माओवादी पर सोशल मीडिया के माध्यम से माओवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का काम करता था। - बेंगलुरू मे महाविद्यालयीन शिक्षा ग्रहण करने के दौरान कॉमरेड साकेत राजन से प्रभावित 34 वर्षीय अभय ने साकेत राजन की मृत्यु के पश्चात माओवादी साहित्य तैयार करने,विज्ञप्ति जारी करने और सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को सरकार विरोधी गतिविधियों से जोड़ने का काम करता रहा है।
महासमुंद मर्डर : तूफानी रात में बुझ गया बाबूलाल के वंश का 'चैतन्य" चिराग
1 Jun 2018
महासमुंद । बुधवार की वह तूफानी रात, जब बाबूलाल साहू का सब कुछ खत्म हो गया। एकलौता बेटा चैतन्य, बहू योगमाया और उसके वंश के वारिश दो पोतों तन्मय और कुणाल का हंसता खेलता भरा पूरा परिवार था। न जाने किसकी नजर लग गई, इस खुशहाल परिवार को। बुजुर्ग बाबूलाल (61) को यकीन ही नहीं हो रहा कि जिन पोतों के साथ रात के आठ बजे तक हंसतेखिलखिलाते रहे और जल्दी ही फिर वापस आने का वचन देकर अपने गृहग्राम निकले थे। तब किसे पता था कि यह आखिरी मुलाकात है। तन्मय और कुणाल का मासूम चेहरा देखकर हर किसी के आंखों में खून का आंसू है। आखिर इन मासूमों ने किसी का क्या बिगाड़ा था। हम बात कर रहे हैं किशनपुर में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की। इस हृदयविदारक घटना को जिसने भी सुना, सिहर उठा। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े इस युवा दंपति के अलावा दो मासूम बच्चों से भला किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है? यह सवाल जनमानस में कौंध रहा है। पुलिस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने एड़ी चोटी का प्रयास कर रही है। कपड़े और आलमारी का सामान बिखेरकर चोरी डकैती के लिए हत्या करने जैसा पुलिस को दिगभ्रमित करने का प्रयास हत्या करने वाले ने की है। घटनास्थल पर चूंकि, सीसीटीवी कैमरा लगा है। बिजली बंद थी, आंधी-बारिश की वजह से रातभर घुप अंधेरा था। इसका फायदा हत्या करने वालों ने उठाया होगा, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। बहरहाल, पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे कोई रंजिश हो सकती है। जिस बेरहमी से मासूम बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया गया है, इससे पुलिस को चोरी-लूट के लिए किया गया अपराध नहीं लग रहा है। मौके से सामान भी गायब नहीं है। सबसे पहले कामवाली बाई ने देखा सुबह कामवाली बाई त्यागी राणा रोज की तरह सफाई करने पहुंची। उसके पास बाहर के गेट की एक चाबी थी, जिससे ताला खोलकर जब वह भीतर पहुंची तो आंगन और बरामदे में खून की लालिमा देखकर वह थर्रा गई। किसी अनहोनी की आशंका में वहां से उल्टे पांव भागकर गांव के मितानिन को बताई और आसपास के लोगों को जानकारी दी। मितानिन हिरौंदी बाई ने घटना की जानकारी देने मोबाइल से डॉक्टरों से संपर्क किया। पहले भी दो बार हो चुकी है कार में तोड़फोड़ करीब छह महीने पहले और दशहरा के आसपास मृतक के कार में तोड़फोड़ की गई थी। जिसकी रिपोर्ट पिथौरा थाने में दर्ज कराई गई। उप स्वास्थ्य केंद्र के ताले को तोड़कर चोरी करने का प्रयास भी किया गया था। मृतिका ने इसकी भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दोनों ही मामले में पुलिस कोई गंभीर जांच अथवा ठोस कार्रवाई नहीं की। इन घटनाओं से परेशान चैतन्य साहू ने सुरक्षा को ध्यान में रखकर स्वयं के व्यय से उपस्वास्थ्य केंद्र परिसर में सीसी कैमरे भी लगा लिया था। यही कैमरा इस पूरे वारदात का अहम सबूत बन सकता है, यदि रात के अंधेरे में आरोपियों की करतूत कैमरे में कैद हुआ होगा तो? दरवाजा खुला रखना पड़ा महंगा घर में काम करने वाली बाई त्यागी राणा के मुताबिक शयनकक्ष का दरवाजा आमतौर पर गर्मी की वजह से भीतर से बंद नहीं रहता था। संभवत: इसकी जानकारी आरोपियों को थी और इसी के चलते आरोपी भीतर प्रवेश कर गए। इससे जान-पहचान और करीबी रिश्तेदारों के भी हत्या में शरीक होने की आशंका जाहिर की जा रही है। बुधवार की रात करीब 11:12 बजे क्षेत्र में तेज आंधी तूफान के साथ बारिश भी हुई। जिसके कारण ग्रामीण अंचल का विद्युत बाधित रहा। घटना के समय संभवत: पूरे गांव में विद्युत आपूर्ति बंद थी । आशंका है कि आरोपियों ने इसी का लाभ आरोपियों ने उठाया।
बैंकों की हड़ताल से छत्तीसगढ़ में दो दिन में पांच हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित
30 May 2018
रायपुर।बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल बुधवार से शुरू हो गई है। इसके चलते सुबह से ही बैंकोंं में ताले लटके रहे। वेतन में बढ़ोतरी और निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर हैं। राजधानी रायपुर में बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध भी जताया। बैंकोंं की दो दिनों की इस हड़ताल के चलते छत्तीसगढ़ में करीब पांच हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होने की संभावना है। युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से इस हड़ताल को बुलाया गया है। 30 और 31 मई को हो रही यह बैंक हड़ताल यूनियन के 11वें वेतन समझौते को लेकर है, जो कि नवंबर 2017 में हुआ था। राजधानी में पीएनबी मुख्यालय के सामने यूनियन के पदाधिकारियों ने जमकर प्रदर्शन किया। - बैंक कर्मचारियों का कहना है कि बैंक अधिकारी कर्मचारियों की यूनियन यूएफबीयू और आईबीए के मध्य बातचीत में महज 2 फीसदी वेतन बढ़ाने पर सहमत हुई थी। इस पर लेबर कमिश्रर ने भी हस्तक्षेप किया, लेकिन आईबीए ने अपना फैसला नही बदला। - बैंक यूनियन के नेताओं का कहना है कि वे काम के दबाव के दौरान भी ईमानदारी से काम करते हैं। नोट बंदी का समय हो या जन-धन खाते खोलना हो, या फिर प्रधानमंत्री ऋण योजना के तहत ऋण देना इन सभी गतिविधियों के दौरान अधिकारी कर्मचारियों ने दिन रात काम किया था। - उन्होंने आरोप लगाया कि आईबीए की ओर से लगातार उनका शोषण करने जैसा कृत्य किया जा रहा है। इससे बैंक यूनियन में जबरदस्त आक्रोश है। यह आक्रोश आज फूट कर बाहर निकल आया। जिसके परिणाम स्वरूप यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन से जुड़े कर्मचारी दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर चले गए हैं। - बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों की इस हड़ताल में राष्ट्रीयकृत बैंकोंं के साथ ही कुछ निजी, फॉरेन बैंक भी शामिल हैं। वहीं कोऑपरेटिव बैंक के साथ ग्रामीण बैंक इस स्ट्राइक को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। 19 राष्ट्रीयकृत समेत 40 बैंक इस हड़ताल में शामिल हैं। निजीकरण का विरोध भी - इसके अलावा यूनियन का आक्रोश इस बात को लेकर भी है कि बैंकों निजीकरण करने के लिए साम, दाम, दंड भेद की नीति अपनाई जा रही है। जिसे वे कदापि पूरा नहीं होने देंगे। हड़ताल के दौरान का वेतन भी नही देते - हड़ताली बैंक यूनियन इस बात से भी खफा है कि दूसरे शासकीय अधिकारी कर्मचारी संघ जब हड़ताल पर जाते हैं और बाद में समझौता होने के बाद काम पर लौट आते हैं। उस समय हड़ताल के दौरान का वेतन भी उन्हें दिया जाता है, लेकिन आईबीए समझौता होने के बाद भी उनके हड़ताल की अवधि का वेतन काट लेता है।
शहीद के परिजनों को एक करोड़ की मदद देगा केंद्र; राजनाथ बाेले- शहरों में रह रहे नक्सली नेता भी रडार पर
21 May 2018
रायपुर. केंद्र सरकार शहीद होने वाले जवानों के परिजनों को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि देगी। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की। राजनाथ सिंह ने कहा, " कोई जवान शहीद होता है तो पैसों से उसकी भरपाई नहीं हो सकती। लेकिन उनके परिवार की जिम्मेदारी का दायित्व सरकार का है। इसलिए सरकार ने तय किया है कि जवान की शहादत पर कम से कम 1 करोड़ की सहायता राशि दी जाएगी।" उन्होंने अंबिकापुर स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिंग कैंप में बस्तरिया बटालियन के पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। इस दौरान सीएम रमन सिंह भी उनके साथ थे। राजनाथ सिंह दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ आए हुए हैं। वह यहां से रायपुर जाएंगे। शाम को दिल्ली वापसी का कार्यक्रम प्रस्तावित है। अब बड़े नक्सली नेताओं को दुनिया की कोई ताकत नहीं बचा पाएगी - राजनाथ सिंह ने कहा कि माओवादी संगठनों के बड़े नेता शहरों में आलीशान बंगलों में रहकर सुविधाओं से भी जिंदगी जी रहे हैं। उनके बच्चे बड़े स्कूल-कॉलेज में पढ़ रहे हैं। ऐसे माओवादी नेताओं के खिलाफ भी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। उन्हें दुनिया की कोई ताकत अब नही बचा सकती। -नक्सली विकास के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वे चाहते है कि गांवों में रहने वाली आदिवासी जनता जिंदगी भर गरीबी झेलते हुए विकास से दूर रहें। बस्तरिया बटालियन के जवानों की हौसला अफजाई करते हुए उन्होंने कहा कि इन बेटों- बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि योग्यताएं सिर्फ शहरों की अट्टालिकाओं से नहीं, बस्तर जैसे दूरस्थ इलाकों से भी निकलती हैं। जवानों के शहीद होने में आई है कमी - राजनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और राज्य सरकारों के समन्वय, फोर्स की सक्रियता से नक्सलवाद, आतंकवाद, अलगाववाद से जवानों के शहीद होने की संख्या में 50 से 55 फीसदी में कमी आई है। भौगोलिक रूप से भी इनका दायरा कम हो गया है। नागा बटालियन की तर्ज पर बनाया गया है बस्तरिया बटालियन -नक्सलियों से मोर्चा लेने के लिए सीआरपीएफ में पहली बार नागा बटालियन की तर्ज पर बस्तरिया बटालियन का गठन किया गया है। सीआरपीएम के अनुसार इस पहली बटालियन में 543 जवान हैं जिसमें 189 महिला जवान हैं। -मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 2016 में इस बटालियन के गठन का प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा था। इसे स्वीकार कर लिया गया था। बटालियन में बस्तर संभाग के स्थानीय युवाओं की ही भर्ती होगी। इन्हें पहले पांच साल तक बस्तर में ही सेवा देनी होगी। बस्तर में नक्सली हमले के बाद सीआरपीएफ का बड़ा खाना कैंसिल - सीआरपीएफ 62वीं बटालियन द्वारा केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अंबिकापुर प्रवास के दौरान रविवार को रखा गया बड़ा खाना का आयोजन आखिरी क्षणों में कैंसिल हो गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रात में गृहमंत्री का भोजन सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों के साथ 62वीं बटालियन में रखा गया था। बताया गया है कि बस्तर में रविवार को नक्सली हमले की घटना के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया। गृहमंत्री के कार्यक्रम पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम - केंद्रीय गृहमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिले में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। साथ ही, सीआरपीएफ ने अपने स्तर पर अलग व्यवस्था की ही थी। स्थानीय प्रशासन द्वारा भी कड़े इंतजाम किए गए थे। 4 सौ से अधिक अफसर व जवान सुरक्षा में तैनात किए गए थे। - गृह मंत्री के आगमन से पहले रविवार को शहर सहित आसपास के इलाके में तेज आंधी बारिश हुई। पीजी कालेज मैदान में पानी भर गया था। इस वजह से करीब डेढ़ घंटे की देरी से बीएसएफ के हेलीकाप्टर से राजनाथ सिंह पीजी कॉलेज मैदान में उतरे।
विरोध करने की जगह साथ चले कांग्रेस, पर उसे विकास समझ ही नहीं आता- रमन सिंह
11 May 2018
रायपुर।छत्तीसगढ़ सरकार की विकास यात्रा का शुभारंभ शनिवार से हो रहा है। इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा का विरोध करने की जगह कांग्रेस साथ चले। उनके विरोध के चलते ही जनता ने 15 साल से बाहर बिठाया हुआ है। इस बार भी ऐसा ही होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को विकास समझ ही नहीं आता है। अगर समझ आता तो ऐसी हालत नहीं होती। सीएम रमन सिंह ने विकास यात्रा का लोगो भी लॉन्च किया। - नया रायपुर के संवाद केंद्र में मीडिया से बात करते हुए सीएम रमन सिंह ने कहा कि दरअसल कांग्रेस विकास यात्रा को लेकर लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 2018 तक हुआ विकास समझ नहीं आएगा। - सीएम रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने विकास को हमेशा नकारा है। कांग्रेस ने 2003 के पहले भी विकास को किनारे रख दिया था और आज भी विकास का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि विकास का विरोध छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता का विरोध है। उन्होंने कहा कि 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ में व्यापक परिवर्तन हुआ।16 से बढ़कर 27 जिलों का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा, सुकमा और बलरामपुर के लोगों से पूछा जाए कि जिलों के निर्माण का असर क्या होता है। - उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास को नकारती है। सीएम ने कहा कि डॉ रमन सिंह का विरोध करें, लेकिन प्रदेश के विकास का विरोध नहीं करें। विकास का विरोध करने का मतलब है प्रदेश के ढाई करोड़ लोगों की आशाओं को खत्म करना। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिना तथ्य और सच के प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है। जनता को धन्यवाद देने की यात्रा - सीएम रमन सिंह ने कहा कि विकास यात्रा जनता के प्रेम और विश्वास की यात्रा है। ये जनता को धन्यवाद देने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि सरकार को देवता स्वरूप छत्तीसगढ़ की जनता का आशीर्वाद मिलेगा। इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष की उम्मीदों के अनुसार, 65 प्लस का टारगेट पूरा करेेंगे प्रदेश में। - उन्होंने कहा कि जो कुशासन छत्तीसगढ़ की जनता ने झेला था, उसे लेकर जनता ने परिवर्तन की उम्मीद की थी। पीढ़ियों के निर्माण की जनता ने उम्मीद की थी और हम पर विश्वास किया था। बस्तर से सरगुजा तक विकास हो रहा है। नक्सलवाद के खात्मे में लगी है सरकार - सीएम ने कहा कि, नक्सलवाद के खात्मे के लिए सरकार लगी हुई है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद शुरू से समस्या रहा है। इसके लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास किया गया है। ग्रामीण इलाकों तक सड़कों का जाल फैलाया गया है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की साक्षरता दर बढ़ी है। - छत्तीसगढ़ में किसान सबसे ज्यादा समृद्ध हुए हैं। शिश मृत्युदर राज्य बनने के बाद 1000 पर 76 था, वो अब घटकर बहुत कम रह गया है। उन्होंने कहा कि हम बिजली में 2100 करोड़ रुपए की सब्सिडी देते हैं। एससी-एसटी किसानों को मुफ्त में बिजली देते हैं। - सीएम ने कहा कि कृषि ऋण 16 से घटकर जीरो फीसदी हो गया। 4 लाख 50 हजार पम्प हो गए। विद्युत उपभोक्ता 18 लाख हो गए। 61 हजार 800 किलोमीटर लंबी सड़क बनी। 60 हजार 700 स्कूल खुल गए। पत्थलगड़ी परंंपरा है, उसका विरोध नहीं - सीएम रमन सिंह ने कहा कि पत्थलगड़ी परंंपरा है, उसका विरोध नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पत्थलगड़ी की शुरुआत झारखंड से हुई, लेकिन यहां पर पत्थलगड़ी के जरिए लोगों को बंधक बनाने का प्रयास हुआ। कुछ लोग इसके राजनीतिकरण में लगे हुए हैं। वो इसमें भी राजनीति कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह दिखाएंगे झंड़ी - सीएम रमन सिंह ने बताया कि 12 मई से विकास यात्रा की शुरुआत होगी, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी आएंगे। वो विकास यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। विकास यात्रा की शुरुआत मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से दंतेवाड़ा से होगी। - सीएम ने कहा कि 2008 और 2003 में मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से ही यात्रा शुरू की थी। पहला चरण 12 मई से शुरू होकर 12 जून तक चलेगा। इस दौरान 38 जगहों पर सभा होगी, 16 रोड शो और 21 रात्रि विश्राम होगा। केंद्रीय मंत्रियों सहित अन्य राज्यों के सीएम होंगे शामिल -विकास यात्रा में नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, नरेंद्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान जैसे कई केंद्रीय मंत्री आएंगे। इनके अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखंड के सीएम रघुबर दास भी विकास यात्रा में शामिल होंगे।
प्रदेश में गर्मी कम होने के आसार नहीं, बढ़ सकता है पारा
25 April 2018
रायपुर।प्रदेश में लगातार बरस रही तीखी धूप से अभी लोगों को राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो बुधवार को राजधानी ही नहीं बल्कि प्रदेश के दूसरे हिस्से में भी गर्मी बढ़ेगी। - राजधानी में लगातार दूसरे दिन, मंगलवार को भी हल्के बादल रहे लेकिन गर्मी से ज्यादा राहत नहीं मिली। दोपहर का तापमान अब भी 41 डिग्री के बीच रहा। यह बात अलग है कि शनिवार को और रविवार को प्रदेश में पैदा हुए लू जैसे हालात अभी नहीं है। - मौसम विशेषज्ञों ने संकेत दिए हैं कि बुधवार से राजधानी ही नहीं, प्रदेश के मैदानी इलाकों में गर्मी फिर बढ़ने लगेगी। मंगलवार को शहर में दिन का तापमान 40.6 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम है। - मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बादलों की वजह से सुबह नमी ज्यादा रहती है। हवा में नमी दोपहर 12 बजे के बाद ही कम हो रही है, इसलिए तापमान ज्यादा नहीं बढ़ पा रहा है। मैदानी इलाकों में बिलासपुर एक बार फिर सबसे गर्म शहर रहा। - वहां तापमान 41 डिग्री के पार हो गया। इसके मुकाबले वनक्षेत्रों जैसे जगदलपुर, पेंड्रारोड और अंबिकापुर में दोपहर का तापमान 37 से 38 डिग्री के बीच चल रहा है। जगदलपुर में मंगलवार को दोपहर हल्की बारिश भी दर्ज की गई। आने लगी गर्म पश्चिमी हवा - मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में अब मौसम शुष्क होने लगा है। आसमान भी साफ हो रहा है। मंगलवार की शाम हवा की दिशा कुछ बदली तथा पश्चिम से गर्म और शुष्क हवा भी आने लगी है। इसका असर बुधवार से नजर आने लगेगा और गर्मी बढ़ेगी। राजधानी रायपुर में मौसम साफ रहने के कारण दोपहर का तापमान 42 डिग्री के आसपास रहने के आसार हैं। रात में भी गर्मी बढ़ेगी।
राज्यसभा चुनाव: सरोज की जीत से कांग्रेस में घमासान, दो विधायकों को हटाने की चिट्‌ठी
24 March 2018
रायपुर.भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की सांसद चुन ली गईं हैं। कांग्रेस के लेखराम साहू को उन्होंने हरा दिया। उनकी इस जीत के साथ ही कांग्रेस का घमासान तेज हो गया क्योंकि कांग्रेस के दो विधायक जोगी कांग्रेस के साथ पूरी तरह खड़े हो गए। इससे नाराज नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को चिट्ठी लिख दी कि दोनों विधायक आरके राय और सियाराम कौशिक को पार्टी से निकाल दिया जाए। क्यों पैदा हुए ऐसे हालात यह स्थिति इस वजह से पैदा हुई क्योंकि ऐन चुनाव से पहले जोगी कांग्रेस ने नया राजनीतिक दांव खेल दिया। जोगी कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को पत्र भेजा गया कि प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया द्वारा लगातार जोगी कांग्रेस के प्रमुख अजीत जोगी के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी की जा रही है। इसके लिए जब तक पुनिया सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगेंगे तब तक हम कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे। अचानक चली गई इस चाल से कांग्रेस के वोट कम हो गए इससे पहले जोगी कांग्रेस ने भाजपा का विरोध करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन की बात कही थी। अचानक चली गई इस चाल से कांग्रेस प्रत्याशी के तीन वोट कम हो गए। उसे 39 के बजाय 36 विधायकों के वोट ही मिले। इसके विपरीत सरोज को भाजपा के निर्धारित 49 विधायकों से दो वोट अधिक मिले। निर्दलीय विमल चोपड़ा और बसपा के केशव चंद्रा ने भाजपा को वोट दिया। इस तरह सरोज 15 विधायकों के अधिक वोट पाने में सफल रहीं। भाजपा ने की कांग्रेस विधायक अनिला का वोट रद्द करने की मांग अमित जोगी, सियाराम और आरके राय ने वोट ही नहीं डाला। मतदान के पहले भाजपा और कांग्रेसी खेमों में सुबह से ही सियासी गहमागहमी रही। विधानसभा पहुंचने से पहले सीएम हाउस में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा और भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय भी मौजूद थीं। बैठक में विधायकों को निर्वाचन के संबंध में जरूरी टिप्स दिये गए। मतदान की शुरुआत कांग्रेस ने की। मतदान शुरू होते ही भाजपा ने कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया का मतदान निरस्त करने की मांग की। विधायक और पोलिंग एजेंट शिवरतन शर्मा ने कहा कि अनिला भेड़िया ने मतदान की गोपनीयता का ध्यान नहीं रखा, इसलिये उनका मत निरस्त कर दिया जाए। हालांकि इस आवेदन को रिटर्निंग अधिकारी ने अमान्य कर दिया। यह थी जोगी समर्थक विधायकों की शर्त मतदान के दौरान जोगी समर्थक विधायकों अमित जोगी, आरके राय और सियाराम कौशिक ने कांग्रेस के समक्ष शर्त रखी कि प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने अजीत जोगी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है, इसलिये यदि पुनिया सार्वजनिक तौर पर माफी मांगेंगे, तभी वे मतदान में हिस्सा लेंगे। लेकिन ऐसा नहीं होने पर तीनों विधायकों ने मतदान का बहिष्कार किया। हालांकि पुनिया का बयान आया कि उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कांग्रेस को जयचंदों से मुक्त होने की बात कही थी। इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने आरके राय और सियारम कौशिक के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जब कांग्रेस ने निर्वाचन के दौरान खेला आखिरी दांव कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार लेखराम साहू की ओर से चुनाव आयोग को दी गई लिखित शिकायत में कहा गया कि बीजेपी के विधायक बद्रीधर दीवान, प्रेमप्रकाश पांडेय, रमशीला साहू और अशोक साहू ने निर्वाचन नियमों का उल्लंघन किया है। कांग्रेस के रिटर्निंग ऑफिसर रमेश वर्ल्यानी और राजेश तिवारी ने कहा कि मतदान के दौरान इन्होंने अपने मतपत्र पार्टी के वोटिंग एजेंट को नहीं दिखाया। निर्वाचन नियमों के तहत कोई भी मतदाता यदि अपना मतपत्र पार्टी के अधिकृत वोटिंग एजेंट को नहीं दिखाता तो वह मत अवैध माना जायेगा। लेकिन कांग्रेस की इस शिकायत को भी खारिज कर दिया गया। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का जताया आभार मुझ जैसी कार्यकर्ता को यह मौका देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, भाजपाध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक का धन्यवाद। साथ ही उन सभी विधायकों का भी धन्यवाद जिन्होंने संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया। छत्तीसगढ़ में पहली बार राज्यसभा के चुनाव हुए हैं और मैं चाहती थी कि जीत कर ही जाऊं। कांग्रेस का धन्यवाद इसलिए कि उन्होंने निर्वाचन का अवसर दिया। सांसद बनने के बाद भी कार्यकर्ता की हैसियत से काम करूंगी। संगठन के निर्देश पर आगे बढ़ूंगी।''-सरोज पांडे सरोज की जीत के बाद दिल्ली में हम और मजबूत होंगे: रमन नतीजों के बाद मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सरोज पांडेय को बधाई देते हुए कहा कि दिल्ली में हम अब और मजबूत हुए हैं। वे राज्यसभा में यहां के मुद्दे और शिद्दत से उठाएंगी। मुझे खुशी है कि भाजपा विधायक एकजुट रहे। एकजुटता से कांग्रेस को परास्त किया। जबकि कांग्रेस को उसकी संख्या से भी कम वोट मिले। हमें दो वोट अधिक मिले। कांग्रेस अपने ही घर यानी अपने विधायकों को संभाल नहीं सकी। चुनाव लड़ने का दम भरने वाली कांग्रेस को अपनी क्षमता का अहसास नहीं था। मैं शुरू से ही कह रहा था कि हमें अधिक वोट मिलेंगे। सिंह ने कहा कि 2000 के बाद पहली बार विधायकों को राज्यसभा चुनाव में शामिल होने का अनुभव प्राप्त हुआ। अनुभव अच्छा रहा और उत्सुकता भी बनी रही।
पतझड़ से पहले नए ठिकाने ढूंढ रहे हैं नक्सली, ध्यान भटकाकर इन जंगलों को कर रहे टारगेट
28 February 2018
धमतरी।बस्तर, आंध्रा क्षेत्र में नक्सली छोटी-छोटी घटना से पुलिस का ध्यान भटकाकर धमतरी जिले और जिले से लगे ओडिशा, गरियाबंद क्षेत्र में पनाह लेने लगे हैं। यह रिपोर्ट खुफिया विभाग की है। इसे इसलिए सही माना जा सकता है, क्योंकि धमतरी जिले में पिछले 7 दिनों के भीतर पुलिस का दो बार नक्सलियों से सामना हो चुका है। हालांकि दोनों बार पुलिस नक्सलियों को दबोचने में सफल नहीं रही, लेकिन भरमार बंदूक, प्रेशर बम, अन्य हथियार समेत भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद करने में सफलता मिली है। इस बात के मद्देनजर बुधवार को भी जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ की टीम जंगल में सर्चिंग पर निकली है। जानिए पूरी घटना.. - पुलिस का ध्यान खींचने के लिए नक्सली इन्हीं क्षेत्रों में और इनके आसपास छोटी-बड़ी घटना को अंजाम देकर जंगल के रास्ते से सुरक्षित स्थानों की ओर पनाह ले रहे हैं। - पखवाड़ेभर बाद जंगल में हरियाली छंट जाएगी, अर्थात पतझड़ में नक्सलियों को छिपने के लिए ज्यादा मौका नहीं मिलेगा, इसलिए अभी से ये सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। - धमतरी जिले में हार्डकोर नक्सली सत्यम गावड़े सहित सहयोगी टिकेश्वर, रामदास, जानसी को देखे जाने की बात स्वयं पुलिस कह रही है। - ऐसे में संभावना है कि नक्सली आने वाले दिनों में बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकते हैं। हालांकि पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर संबंधित क्षेत्रों में सर्चिंग बढ़ा दी है। - वर्तमान में सत्यम गावड़े आंध्रप्रदेश एरिया कमेटी का सचिव है। वह नक्सलियों का लीडर बनकर नगरी, सिहावा क्षेत्र के जंगलों में वर्चस्व बनाने की फिराक में है। - जिला पुलिस की नक्सलियों के साथ पिछले 10 वर्षाें में बड़ी मुठभेड़ नहीं हुई है। 2009 में घोर नक्सल प्रभावित रिसगांव में नक्सलियों ने एंबुश लगाकर सर्चिंग पार्टी पर हमला कर दिया था, जिसमें 13 जवान शहीद हो गए थे।
सरेंडर्ड नक्सली ने की पुष्टि्र.
- 4 जुलाई 2017 को नक्सली चंद्रभान नेताम ने आत्मसमर्पण किया था। सोमवार को मटियाबाहरा मुठभेड़ के बाद बरामद नक्सली सामानों को देखकर उसने पुष्टि की कि सत्यम गावड़े की पत्नी जानसी जिले में मौजूद है। - चंद्रभान ने सत्यम गावड़े की कैप व स्टार को भी पहचाना। हार्डकोर नक्सली सत्यम गावड़े पर जिला पुलिस ने 5 हजार तथा राज्य शासन ने 8 लाख का इनाम रखा है, वहीं सीतानदी "एलएस सदस्य अजीत पर जिला पुलिस ने 5 हजार तथा शासन ने 5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। जानसी, कार्तिक उर्फ दसरु, सीमा, सेवक पर भी 5-5 हजार रूपए के इनाम पुलिस ने रखे हैं।
जिले में 9 सालों में 48 वारदातें
- जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र नगरी ब्लाक में बीते 9 सालों में 48 वारदातें सामने आई हैं। 8 जुलाई 2012 में चमेदा में कमला और सोनू की हत्या, 19 अगस्त को मासुलखोई में दिनेश और कांतू नेताम की हत्या, 14 नवंबर को चमेदा में अमरसिंह नेताम की हत्या, 2 जून 2013 को खल्लारी में सर्चिंग के दौरान असिस्टेंट कमांडर एसके दास की शहादत, 23 मार्च 2015 में आत्मसमर्पित नक्सली महादेव मंडावी की हत्या, 3 जुलाई को मुठभेड़ के दौरान जोगीबिरदो के जंगल से नक्सली जीवन नेताम की गिरफ्तारी और उसकी सूचना के आधार पर 4 जुलाई को जोगीबिरदों से चंद्रभान नेताम की गिरफ्तारी इनमें शामिल है।

खदान घंसने से कोयला निकालने गए बुजुर्ग की मौत, बाहर दिख रहा था सिर और हाथ
26 February 2018
मनेंद्रगढ़.अवैध कोयला उत्खनन के दौरान रविवार को खदान धसकने से एक वृद्ध की दर्दनाक मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत खोंगापानी अंतर्गत कोल दफाई निवासी 65 वर्षीय मोतीलाल कोल रविवार की सुबह 6 बजे कोल दफाई से सटे राजनगर ओपन कास्ट खदान का एक हिस्सा जिसे कॉलरी प्रबंधन ने बंद कर दिया गया है। रविवार को वृद्ध कोयला निकालने गया हुआ था।
जबतक बाहर निकालते तब तक हो चुकी थी मौत.
बताया गया कि उसके द्वारा कोयले की खुदाई की जा रही थी, तभी खदान धसने से वह उसके नीचे दब गया। घटना के बाद कोयला निकालने गए साथियों ने इसकी सूचना परिजन को दी। बाद में बस्ती के लोगों ने मौके पर पहुंचकर किसी प्रकार उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
अवैध कोल उत्खनन रोकने कोई उपाय नहीं.
एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के राजनगर ओपन कास्ट में एक दशक पूर्व घुटरीटोला के समीप बंद हो चुकी खदान में अवैध उत्खनन लगातार जारी है। बीते दिसंबर माह में ही नगर पंचायत खोंगापानी अंतर्गत कोल दफाई वार्ड क्र. 1 निवासी 45 वर्षीया मुन्नी बाई की भी इसी प्रकार मौत हो चुकी हैं। इसके पूर्व भी कई लोग अपनी जान जोखिम में डालकर कोयला निकालने के दौरान हादसे का शिकार हो चुके हैं।

बकरियां बेचकर बहू के लिए टॉयलेट बनवाने वाली कुंवर बाई का निधन, इनकी कहानी जानकर मोदी ने छुए थे पैर
23 February 2018
रायपुर.छत्तीसगढ़ में अपनी आधा दर्जन बकरियां बेचकर बहू के लिए टॉयलेट बनवाने वालीं कुंवर बाई (106 साल) का शुक्रवार को निधन हो गया। बीते सोमवार से ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर उन्हें धमतरी के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान ब्रेन समेत कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद कुंवर बाई को रायपुर के अंबेडकर हॉस्पिटल लाया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। बता दें कि 2016 में स्वच्छ भारत मिशन (क्लीन इंडिया कैम्पेन) के प्रति कुंवर बाई के समर्पण को देखते हुए नरेंद्र मोदी ने प्रोग्राम में उनके पैर छुए थे। प्रधानमंत्री ने उन्हें स्वच्छता मिशन का अगुआ घोषित किया था आखिरी वक्त में सीएम से मिलने की इच्छा जताई थी - इलाज के दौरान आखिरी वक्त में कुंवर बाई ने सीएम रमन सिंह से मिलने की इच्छा जताई थी। चूंकि सीएम बुधवार को दिल्ली में थे। ऐसे में उन्होंने कुंवर बाई से रात 9.45 बजे वीडियो कॉलिंग पर बात की थी। हालांकि, उस दौरान कुंवर बाई सिर्फ सीएम की बातें सुन पाईं, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। - सीएम ने कुंवर बाई की बेटी सुशीला यादव और नातिन चंद्रकला यादव से बात की और उनका हाल जाना था। सीएम ने कलेक्टर डॉ. सीआर प्रसन्ना को कुंवर बाई का बेहतर से बेहतर इलाज कराने और तबीयत में सुधार नहीं होने पर रायपुर रेफर करने के ऑर्डर दिए थे। बहू और नातिन की मजबूरी देखकर टॉयलेट बनवाया - रायपुर से करीब 90 किमी दूर धमतरी के कोटभर्री गांव में कुंवर बाई का घर है। उनके दोनों बेटों की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद घर चलाने के लिए मजबूरी में बहू और नातिन को गाड़ी तक खींचनी पड़ी। - परिवार की माली हालत कमजोर है। फिर भी कुंवर बाई को ये मंजूर नहीं था कि बहू और नातिन शौच के लिए खुले में जाएं। उन्होंने अपनी 6 बकरियां बेच दीं और 22 हजार रुपए से गांव का पहला टॉयलेट बनवाया। - इसके बाद गांव के हर परिवार के पास पहुंची और महिलाओं का सम्मान बचाने के लिए टॉयलेट बनवाने के लिए राजी किया। इस काम में उन्होंने दूसरे लोगों की मदद भी की। - बुजुर्ग महिला की टॉयलेट बनाने की मुहिम की खबर लगने पर कई सरकारी एसेंसियों ने भी टॉयलेट बनाने में उनकी मदद की। आज कोटभर्री के सभी घरों में टॉयलेट है। पीएम मोदी ने मंच पर छुए थे कुंवर बाई के पैर -नरेंद्र मोदी फरवरी, 2016 में श्याम प्रसाद मुखर्जी शहरी मिशन के शुरुआत करने के लिए छत्तीसगढ़ गए थे। इस प्रोग्राम में कुंवर बाई को सम्मानित किया गया। इस दौरान मोदी उनकी समर्पण को जानकर काफी प्रभावित हुए और मुलाकात के वक्त मंच पर कुंवर बाई के पैर छू लिए। हवाई जहाज का नाम सुनकर घबरा गई थीं - सितंबर, 2016 में दिल्ली में स्वच्छता मिशन के प्रोग्राम में पीएम कुंवर बाई का सम्मान करने वाले थे। जब कुंवर बाई को पता चला कि उन्हें हवाई जहाज से दिल्ली जाना है। वे घबरा गईं। सोचने लगीं कि कहीं प्लेन से गिर गई तो क्या होगा। ऐसे में उनकी घबराहट बढ़ गई थी और बीपी हाई हो गया। - इसके बाद उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और फ्लाइट का टिकट कैंसल कराया गया। कुछ दिनों बाद दिल्ली से एक टीम उनके घर पहुंची और वहीं पर सम्मान किया था।
सिरफिरे आशिक ने प्रेमिका की बेदम पिटाई, फिर चाकू मार खुद का भी गला रेता
16 February 2018
धमतरी।वैलेंटाइंस डे के दूसरे दिन गुरुवार को प्रेमिका से मिलने गए सिरफिरे आशिक ने पहले तो उसकी बेदम पिटाई की। बाद में चाकू से उसे लहुलूहान कर दिया और खुद का भी गला रेत लिया। घटना के बाद दोनों की हालत काफी नाजुक है। दोनों को रायपुर रेफर कर दिया गया है। फिलहाल घटना को लेकर कोई कुछ भी कहने से बच रहा है। - घटना कोतवाली थाना इलाके की है। यहां टिकरापारा वार्ड में रहने वाला 23 वर्षीय हेमंत ध्रुव गुरुवार की शाम करीब 4 बजे पास ही रहने वाली 15 साल की नाबालिग के घर उससे मिलने गया था। - उस वक्त नाबालिग के घर में कोई नहीं था। उसकी मां किसी काम से बाहर गई थी। - आरोपी और नाबालिग में किसी बात को लेकर बहस हो गई। इस दौरान आरोपी ने उसके सिर पर किसी भारी चीज से वार कर उसे बेदम कर दिया। - उसे पीटने के बाद चाकू से उसके पेट में कई वार कर दिए। इसके बाद खुद भी अपना गला रेत लिया। - ये सब देखने के बाद पड़ोसियों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया। मौके पर पहुंची एंबुलेंस ने पुलिस को सूचित किया और दोनों को अस्पताल लेकर पहुंचा। - दोनों की हालत काफी गंभीर होने के चलते इन्हें रायपुर रेफर कर दिया गया। - मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल को सील कर दिया। फिलहाल कोई भी मामले में कुछ भी कहने से बच रहा है। - मौके पर एडिशनल एसपी केपी चंदेल, कोतवाली थाना प्रभारी समेत पुलिस बल मौजूद है।
छेड़छाड़ की शिकार को समाज ने दी सजा, सरेआम कराया आधे सिर का मुंडन
13 February 2018
कवर्धा।गांव में एक नाबालिग से गांव के ही एक युवक ने छेड़छाड़ की। पहले तो गांव के प्रमुखों ने बैठक करके सुलह करा दी, लेकिन बाद में बैगा समाज के कुछ लोग उल्टे पीड़ित नाबालिग का आधे सिर का मुंडन करा दिया और उसके पिता पर बकरा-मुर्गा खिलाने का दबाव बनाकर दावत भी उड़ा ली। इस मामले में पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और समाज के 10 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है - मामला कवर्धा के वनांचल के कुकदूर थाना इलाके के ग्राम सेंदूरखार का है। - यहां गत माह 21 जनवरी को अर्जुन यादव नामक युवक ने 13 साल की नाबालिग के साथ छेड़छाड़ की। नाबालिग प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रहे निर्माण में मजदूरी करने जाती थी। - वहां छेड़छाड़ की घटना को कुछ लोगों ने देखा और युवक को टोका भी। इसके कुछ दिनों बाद गांव में बैठक हुई और दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत करा दिया गया। - गांव की बैठक के बाद गांव के बैगा समुदाय ने पीड़ित नाबालिग के परिवार के प्रति संवेदना जताने की बजाय, उन पर दबाव बनाना शुरू किया। - समाज के लोगों ने यह दबाव बनाया कि यदि नाबालिग का मुंडन नहीं कराया गया और उन्हें मुर्गा और बकरा नहीं खिलाया गया, तो पीड़ित परिवार को समाज से बेदखल कर दिया जाएगा। - इसके बाद 5 फरवरी को पीड़ित के पिता मुर्गा और बकरा लेकर आए। उसी दिन पीड़िता का अर्धमुंडन भी कराया गया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरु किया।
इधर पुलिस तक पहुंची बात.
- इस बात की चर्चा चारो ओर होने लगी। पुलिस तक बात पहुंची और सोमवार को पुलिस पीड़िता का बयान लेने सेंदूरखार पहुंचे। - यहां पीड़िता ने उन्हें बताया कि वह पीएम आवास निर्माण में मजदूरी करने गई थी। जहां पर एक शराबी लड़के ने आकर उससे छेड़छाड़ की और कहने लगा कि मैं तुमसे शादी करूंगा। - इस घटना को वहां के मिस्त्री और अन्य मजदूर देख रहे थे। यह सुनकर समाज के कुछ लोगों ने मेरे पिता से जुर्माना लिया और मेरा जबरन मुंडन करवा दिया। - उसने यह भी बताया कि उसे पता है उसके समाज में ऐसा नहीं होता, लेकिन कुछ लोगों ने जानबूझकर ऐसी हरकत की।
एक पर छेड़छाड़ का , 10 पर प्रताड़ना का मामला दर्ज
- पुलिस ने मामले में प्रारंभिक जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया है। मामले में छेड़छाड़ के आरोपी अर्जुन यादव (25) पर धारा 354, एक्ट्रोसिटी एक्ट व पोक्सो एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है। - जबकि पीड़ित परिवार को प्रताड़ित करने के आरोप में बैगा समुदाय के 10 लोग ढोरकू बैगा, केजू बैगा, कातिकराम बैगा, ननकू, समारू, लालसिंग, अघनू, असाढ़ी बाई, लमिया बाई व फुलमत बाई पर धारा 385 के तहत मामला दर्ज किया गया है। - एसडीओपी पंडरिया, नरेन्द्र बेनताल ने बताया कि मामले में अपराध दर्ज कर लिया गया है। छेड़छाड़ के आरोपी अर्जुन यादव हमारी गिरफ्त में है और बाकी 10 बैगाओं को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

डिप्टी कलेक्टर के सामने पेट्रोल लेकर पहुंचे कर्मचारी, मची खलबली
9 February 2018
रायपुर।कलेक्टोरेट में उस समय खलबली मच गई, जब वहीं के कर्मचारी पेट्रोल लेकर डिप्टी कलेक्टर के पास पहुंचे। गुरुवार को उनके कमरे के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। अन्य कर्मचारियों ने उन्हें रोक लिए। फिर पुलिस को बुलाया गया। - निर्वाचन विभाग में स्थाई भर्ती की जा रही है, जबकि कई सालों से वहां कर्मचारी सविंदा पर काम कर रहे हैं। - उन्हें स्थाई नहीं किया गया है। संविदाकर्मियों का कहना है कि ये सभी लोग निर्वाचन आयोग में सहायक ग्रेड 3 के पद संविदा पर कार्यरत थे। - जिन्होंने साल 2008 और 2014 के चुनाव में अपनी सेवाएं दी हैं। इसके बाद विभाग में स्थाई भर्ती निकाली गई, लेकिन इस भर्ती में वर्तमान में काम कर रहे संविदाकर्मियों को नहीं रखा जा रहा है। - इसे लेकर हाईकोर्ट में केस भी लगाया था। जिस पर हाईकोर्ट ने भी विभाग में स्थाई भर्ती के दौरान संविदाकर्मियों को प्राथमिकता देने की बात कही थी। - हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद भी विभाग स्थाई भर्ती में इन संविदाकर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर भर्ती नहीं कर रहा है। - जिसके विरोध में गुरुवार को इन संविदाकर्मियों ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की को​शिश की। - मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में करीब 102 संविदाकर्मी इस विभाग में संविदा पर कार्यरत है,जिसमें से 5 कर्मी रायपुर के भी शामिल हैं।
आरोपी का ये कपड़ा लेकर पहुंचा स्निफर डॉग, फिर सामने आई मर्डर की कहानी
5 February 2018
चिरमिरी। यहां एक 35 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जब स्नाइपर डॉग ने महिला की डेड बॉडी के पास पड़े पुरुष के अंडरगारमेंट को लेकर मृतका के दूर के रिश्ते में आने वाले ससुर के पास चला गया तो पुलिस के शक की सुई उसपर घूम गई। फिर कड़ी पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया। रविवार को पुलिस ने घटना का खुलासा किया। जानिए पूरी घटना... - आरोपी ने बताया कि मृतका के साथ उसके फिजिकल रिलेशन थे। अक्सर दोनों आरोपी के घर में ही इंटिमेट होते थे। - आरोपी मृतका का दूर के रिश्ते में ससुर लगता था और मृतका के घर के पास में ही पुलिस था ना चरचा, ग्राम पंचायत उजियारपुर में रहता था। - शुक्रवार की शाम 7 बजे मृतका सोनकुंवर (35) आरोपी के मंगलसाय45 के जानकार रुक्मण के घर गई थी। - वहां दोनों ने मुर्गा बनाया और उसे खाकर शराब पी। इसके बाद आरोपी मंगलसाय उसे छोड़ने उसके घर आ रहा था। - रास्ते में दोनों ने ननकू राम के खेत में फिजिकल रिलेशन बनाया।
मृतका के कइयों से थे फिजिकल रिलेशन..
- आरोपी ने बताया कि मृतका के गांव के कई लोगों से फिजिकल रिलेशन था। ऐसे में आरोपी ने उसे मना करते हुए कहा कि वो ऐसा न करे। - केवल उसके साथ ही संबंध बनाए। ऐसे में मृतका ने कहा कि वो कौन होता है उसे मना करने वाला। - जिसके साथ उसका मन होगा उसके साथ वो ये सब करेगी। ऐसे में दोनों में विवाद हो गया और आरोपी ने गुस्से में पास पड़े पत्थर से उसके सिर पर वार कर दिया। - पत्थर के वार से उसके सिर पर गंभीर चोट आई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपी डेड बॉडी वहीं छोड़कर अपने घर आ गया। - आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
पति था शराबी...
- मृतका का पति बहुत शराब पीता था। घटना की रात भी वो शराब के नशे में धुत्त था और उसे पता भी नहीं था कि उसकी पत्नी किधर गई है। - सुबह जब बच्चों ने पिता से बताया कि उनकी मां रात में घर नहीं आई तो वो बाहर निकला। - ग्रामीणों ने बताया कि उसकी पत्नी का शव ननकू राम के खेत में पड़ा है। इसके बाद पति ने पुलिस को सूचना दी थी।

सेंट्रल स्कूल की टीचर Girls से कहती थीं ये बातें, क्लास में मुस्कुराने लगते थे लड़के
1 February 2018
रायपुर। शहर के केंद्रीय विद्यालय में 11वीं और 12वीं क्लास में लड़कियों के ड्रेस सेंस पर भद्दे कमेंट करने और निर्भया गैंग रेप में इन सब बातों को ही जिम्मेदार बताने वाली बायो टीचर को बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया है। पहले तो टीचर छात्राओं के इन आरोपों को नकारती रही पर एक ऑडियो सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने ये एक्शन लिया है। - मामला डब्ल्यूआरएस स्थित केंद्रीय विद्यालय-1 का है। यहां एक बायो टीचर पर आरोप था कि वह बॉयज और गर्ल्स से भरी क्लास में गर्ल्स के पहनावे पर भद्दे कमेंट करती हैं। - इस दौरान लड़कियां झेंपती हैं और लड़के मुस्कुराते रहते हैं। टीचर लड़कियों से ये भी बताती हैं कि पुरुष तो अच्छे पहले से ही नहीं थे। अब महिलाएं भी गलत काम करने लगी हैं। - आजकल की लड़कियां कई लड़कों को बॉयफ्रेंड बनाती हैं। एक से प्यार नहीं कर सकती हैं। - टीचर ने निर्भया मामले पर भी भद्दा कमेंट कर दिया। इस मामले में भी लड़कियों की आजादी और ड्रेस सेंस को ही जिम्मेदार बता दिया था। - टीचर की शिकायत लड़कियों ने प्रिंसिपल से की। जब कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वे आपने परिजनों से बोली। - परिजनों ने स्कूल में आकर हंगामा किया और टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। - इधर प्रिंसिपल ने परिजनों को आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। - इसी दौरान एक छात्रा ने टीचर का ऑडियो दे दिया जिसमें वे ये सब भद्दे कमेंट कर रही हैं। - पहले तो टीचर अपने ऊपर लगे आरोपों से मुकरती रही पर बाद में जब ऑडियो सामने आया तो प्रबंधन ने बुधवार को टीचर को सस्पेंड कर दिया। - स्कूल के प्राचार्य बीएस अहिरे ने बताया कि टीचर को सस्पेंड किया गया है। इसके साथ ही उन्हें अब केंद्रीय विद्यालय नंबर-२ में अटैच किया गया है। - इन्होंने कहा कि जल्द ही विभागीय जांच कराया जाएगा उसके बाद फैसला लिया जाएगा।
बड़े भाई ने छोटे के साथ किया ये दिल दहला देने वाला काम, पत्नी ने भी दिया साथ
30 January 2018
महासमुंद।झालखम्हरिया में मिली अधजली लाश मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मृतक का बड़ा भाई चमन लाल है। उसने ही ललित की हत्या कर पहचान छिपाने के लिए लाश पर पुआल डालकर आग लगा दिया था। ..
जानिए पूरी घटना...
- रविवार को ग्राम झालखम्हरिया में लीलीबांधा तालाब के पास सड़क किनारे एक अज्ञात युवक का शव जला हुआ मिला। - मृतक का चेहरा बोरे से ढका हुआ था। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया। मृतक की पहचान लोकेश्वर उर्फ ललित पिता सुपेत ध्रुव के रुप में हुई। - पुलिस ने जांच में पाया कि मृतक का झगड़ा उसके बड़े भाई के साथ हुआ करता था। - पुलिस ने मृतक के बड़े भाई से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब उगल दिया।
संपत्ति विवाद में भाई को मार डाला...
- घटना शनिवार-रविवार की दरमियानी रात की है। पुलिस के मुताबिक संपत्ति विवाद को लेकर दोनों भाईयों में विवाद हुआ, जिसके बाद चमन ने ललित की हत्या कर दी। - घर के भीतर हुई मारपीट के बाद ललित ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद चमन ने बोरे में भरकर गांव के बाहर कचरा फेंकने की जगह में उसे जलाने की कोशिश की थी। - आरोपी की पत्नी दुलारी बाई ने घटना स्थल पर फैले खून को साफ किया, जिस पर उसे हत्या के साक्ष्य छिपाने का दोषी पाया गया और दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
आरोपी भाई ने कहा कि शराबी था छोटा भाई...
- आरोपी के अनुसार छोटा भाई ललित बहुत ही उद्दंड था और हमेशा शराब पीकर झगड़ा, मार-पीट करता था। - घटना की रात को भी वह जमीन के कागजात को मांग रहा था जिसे वह अकेले बेचना चाहता था। दो माह पहले मां से भी उसने मारपीट की थी। .
आरोपी ने बताई उस रात की ये कहानी......
- शनिवार की रात शराब के नशे में ललित पहुंचा और झगड़ा करने लगा। पहले उसने खाना खाया फिर कुछ देर बार लौटकर जमीन के कागजात मांगने लगा। - चमन ने दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजे को धक्का देकर रोटी बनाने वाले तवा से चमन को मारने का प्रयास किया। - इस पर चमन ने डंडे से उसके सिर में वार कर दिया, जिससे ललित गिर गया। - इसके बाद चमन ने उससे तवा छीनकर ललित के चेहरे और सिर पर मर जाने तक वार करता रहा। - ललित की मृत्यु के बाद चमन ने लाश को बोरे में भरकर घुरुवा में पैरा डालकर जला दिया। - वापस लौटने पर चमन और उसकी पत्नी दुलारी बाई ने मिलकर आंगन में पड़े खून को पानी से साफ कर गोबर से लिपाई कर दी।

मजिस्ट्रेट को हर नॉर्मल मौत की सूचना देना पुलिस की ड्यूटी- हाईकोर्ट
20 January 2018
बिलासपुर.हाईकोर्ट ने कहा है कि खुदकुशी, हादसा, हत्या हो या कोई भी असामान्य मौत, संबंधित पुलिस को इसकी जानकारी एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट को देना संबंधित पुलिस की ड्यूटी है। सीआरपीसी की धारा 174 में ये प्रावधान है। इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता। चीफ जस्टिस टीबी राधाकृष्णन और जस्टिस शरद कुमार गुप्ता की बेंच ने राज्य शासन से कहा है कि वह प्रदेश के सभी थानों और पुलिस अफसरों को इस बारे में निर्देश जारी करे। - अंबिकापुर के ऑटो चालक सुरेंद्र पटेल किसी तरह संघर्ष कर बेटे विकास पटेल को रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा रहे थे। फर्स्ट ईयर में पढ़ रहे विकास पटेल की 17 नवंबर 2016 को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कॉलेज प्रबंधन ने पिता को खबर दी कि उनके बेटे ने खुदकुशी कर ली है। पिता को भरोसा नहीं हुआ। - उन्होंने पुलिस समेत कॉलेज प्रबंधन से मामले की विस्तृत जानकारी मांगी, लेकिन दोनों जगहों से कोई मदद नहीं मिली। इस पर उन्होंने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को चिट्ठी लिखी। हाईकोर्ट ने पत्र पर जनहित याचिका के रूप में सुनवाई करते हुए दुर्ग के एसपी और रूंगटा कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस किया। - उनसे पूछा गया कि विकास की मौत कैसे हुई और मामले में कॉलेज प्रबंधन और पुलिस ने क्या कार्रवाई की। न्याय मित्र नियुक्त कर उनसे भी रिपोर्ट मांगी गई। न्याय मित्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत संबंधित मजिस्ट्रेट को जानकारी नहीं दी। यानी अनिवार्य प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।
पुलिस से ले सकेंगे जांच से जुड़े दस्तावेज...
हाईकोर्ट ने पिता की चिट्ठी पर सुनवाई शुरू करते हुए वकील सुनील ओटवानी को न्याय मित्र बनाया था। उन्होंने मौके पर जाकर पिता, मृतक छात्र के दोस्तों व अन्य लोगों से बात कर अहम जानकारियां जुटाईं। कॉलेज और पुलिस के दस्तावेजों की जांच कर बताया कि पुलिस ने मजिस्ट्रेट को छात्र की मौत की जानकारी ही नहीं दी थी। हाईकोर्ट ने न्याय मित्र के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें पुलिस से घटना की फोटो, वीडियो समेत अन्य दस्तावेज हासिल करने के लिए अधिकृत किया है।
शासन से मांगी एक्शन टेकन रिपोर्ट...
शुक्रवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने धारा 174 पर दिए गए अहम आदेश देते हुए कहा है कि खुदकुशी, हत्या, हादसा, शादी के सात साल के भीतर महिला की मौत या असामान्य परिस्थितियों में मौत होने पर संबंधित थाने-पुलिस अधिकारी को संबंधित कार्यपालिक दंडाधिकारी को अनिवार्य रूप से इसकी सूचना देनी है। दंडाधिकारी इसकी जांच कराएंगे। हाईकोर्ट ने शासन को एक्शन टेकन रिपोर्ट देने के लिए कहा है। मामले की सुनवाई चार सप्ताह बाद होगी।

काम के दौरान हुई दोस्ती, एक दूसरे के करीब आए फिर युवती पहुंची थाने
17 January 2018
रायपुर। देवेंद्र नगर में रहने वाली 21 साल की युवती की काम के दौरान एक युवक से परिचय हुआ। दोनों में दोस्ती हो गई। युवक ने शादी का प्रपोजल देकर युवती से कई बार संबंध बनाए फिर शादी के लिए मना कर दिया। युवती ने बुधवार को थाने में जाकर युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।
जानिए पूरा मामला...
- पुलिस के मुताबिक देवेंद्र नगर की रहने वाली 21 साल की युवती एक दुकान के काम करती है। - यहीं आरोपी ईश्वर छुरा भी काम करता था। यहां दोनों में दोस्ती हुई और प्रेम प्रसंग हो गया। - युवक ने युवती से शादी का वादा किया और इस दौरान झांसे में लकर कई बार दुष्कर्म किया। - इधर युवती ने जब शादी के लिए कहा तो युवक मुकर गया। - पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को तलाश रही है।

अंबेडकर हॉस्पिटल में 4 बच्चों की मौत, परिजन बोले इतने बीमार नहीं थे कि जान चली जाए
11 January 2018
रायपुर।राजधानी के सबसे बड़े हॉस्पिटल डॉ. भीमराव अंबेडकर में महज 12 घंटे के भीतर 4 बच्चों की मौत हो गई। इन मौतों के बाद हॉस्पिटल में परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया है। परिजनों का आरोप है कि बच्चे इतने भी सीरियस नहीं थे कि उनकी मौत हो जाए। डॉक्टर्स की मानें तो बच्चे कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं थे। डॉक्टर्स पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है। ..
जानिए पूरा मामला...
- अंबेडकर हॉस्पिटल में गुरुवार को सुबह 8:30 बजे जैसे ही डॉक्टर ने राजिम से लाए गए मोहम्मद मोहसीन की मौत की खबर दी तो अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। - परिजन बोले कि किशोर को बस उल्टी और दस्त हो रही थी। तब उन्होंने रात में 8 बजे के करीब उसे एडमिट कराया था। - रातभर डॉक्टर्स ने कुछ नहीं बताया और सुबह बोले कि आपका बेटा नहीं रहा। इस मौत के बाद हॉस्पिटल में 4 अन्य मौतों का भी खुलासा हो गया। - पता चला कि महज 12 घंटे के भीतर करीब 5 बच्चों की मौत हो गई। हालांकि पुलिस के पास केवल चार बच्चों की मौत का रिकॉर्ड है। - अस्पताल में घोर लापरवाही से हुई मौत के बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इधर तनावपूर्ण माहौल देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया है। - फिलहाल मामले में डॉक्टर कुछ भी कहने से बच रहे हैं

असिस्टेंट प्रोफेसर के घर चोरी करने वाला पुलिस के हत्थे चढ़ा, चोरी के जेवर बरामद
9 January 2018
रायपुर। कबीर नगर में शनिवार को दिन दहाड़े असिस्टेंट प्रोफेसर के सूने मकान में घुसकर चोर दो लाख से ज्यादा के जेवर चुराकर ले जाना वाला चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। सीसीटीवी फुटेज में चोर की गतिविधि देखने के बाद पुलिस को इलाके के ही एक बदमाश पर नजर गई। पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने चोरी की बात कबूल कर ली। ...
पकड़े गए जेवर..
- क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार को सीसीटीवी फुटेज हाथ लगने के बाद आरोपी की तलाश शुरु की। उसे इलाके के ही पुराने बदमाश शिव प्रसाद बंजारे पर संदेह हुआ। - क्राइम ब्रांच ने आरोपी को संदेह के आधार पर पकड़ा और पूछताछ की। आरोपी ने चोरी की बात कबूल कर ली। क्राइम ब्रांच का दावा है कि आरोपी के पास से चोरी के जेवर बरामद हो गए हैं।
यूं दरवाजा तोड़ की चोरी..
- पुलिस के मुताबिक कबीर नगर में अदीप कुजूर का मकान है। वे रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर है। - उनकी पत्नी मंत्रालय में पदस्थ है। दोनों रोज सुबह 10 बजे घर से ड्यूटी के लिए निकल जाते है। - शाम को 5:30 बजे घर आते हैं। रोज की तरह शनिवार को शाम को घर पहुंचे। अदीप ताला खोलने लगे। तभी उनकी नजर नीचे दरवाजे में गई, तो देखा कि नीचे का हिस्सा टूटा हुआ है। - फिर ताला खोलकर भीतर गए। कपड़े फर्श पर फैले हुए थे। कमरों को देखा, आलमारी खुली हुई थी। उसमें रखे जेवर गायब थे। - पुलिस के अनुसार चोर ने पहले रेकी की है। उसके बाद घटना को अंजाम दिए है। आसपास वालों को भी इसकी भनक नहीं लगी है।

बच्ची ने पुलिस को मैसेज किया, मेरे पापा कर रहे हैं ये सब, सामने आई ये कहानी
6 January 2018
रायपुर। राजधानी के पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। रायपुर में सक्रिय इस सेक्स रैकेट के खुलासा एक बच्ची की मदद से हुआ। बच्ची ने एडिशनल एसपी विजय अग्रवाल को ह्वाट्सएप पर सूचना दी। उसने बताया कि उसे पापा कुछ गलत लड़कियों के चक्कर में फंस गए हैं। घर का सारा पैसा वो उनपर खर्च कर रहे हैं
जानिए पूरी घटना..
- एडिशनल एसपी विजय अग्रवाल को शुक्रवार को ह्वाट्सएप पर एक मैसेज मिला। - मैसेज एक छोटी बच्ची ने किया था। उसने लिखा था कि उसके पापा कुछ गलत लड़कियों के चक्कर में फंस गए हैं। - वो आए दिन कमाया हुआ सारा पैसा उन लड़कियों पर खर्च कर आते हैं। घर के खर्च के लिए एक पैसा नहीं बचाते हैं। - एएसपी ने खमतराई टीआई पूर्णिमा लांबा को तत्काल इस मामले मेंं संज्ञान लेकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। - इधर पहले मामले की जांच की गई तो पता चला शिवानंद नगर में कोटा के सोहेल दानी ने एक महीना पहले किराए पर मकान लिया था। - जहां दो युवतियां रहती थीं। वहां कुछ दिनों में लड़कों आना-जाना शुरू हो गया। देर रात तक लड़के वहां आते-जाते थे। - पुलिस ने बोगस ग्राहक उनके पास भेजा। उससे जैसे ही डील पक्की हो गई तो उसने पुलिस को इशारा कर दिया। - पुलिस की टीम ने रात में वहां दबिश दी। मौके से कोलकाता और रामनगर की युवती के साथ दो युवक आपत्तिजनक हालत में मिले है। - चारों को पीटा एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से चार हजार रुपए जब्त किया गया है।
ऐसे होती थी इनकी डील..
- इस रैकेट में अधिकांश लड़कियां रायपुर की ही हैं। ऑन डिमांड बाहर से भी लड़कियां बुलाई जाती थीं। - पूरी डील ह्वाट्सएप पर ही होता था। इसी पर ग्राहक को लड़कियों की कई तस्वीरें भेजी जाती थीं। - युवतियां युवकों के साथ बाहर भी जाती थीं। एक युवती कोलकाता की है। वह पिछले 6 महीने से रायपुर में रह रही है। दूसरी रामनगर की है। वह शादीशुदा है। - डील फाइनल होने के बाद रेट भी यहीं तय होता था। एक रात के लिए 1500 से 2000 रुपए वसूला जाता था।

चर्चित सीडी कांड में विनोद वर्मा को जमानत, जेल से छूटते ही कही ये बातें
29 December 2017
रायपुर। चर्चित सीडी कांड में गिरफ्तार पत्रकार विनोद वर्मा को कोर्ट से जमानत मिल गई है। सीबीआई ने 60 दिन के भीतर कोर्ट में चार्जशीट पेश नहीं किया। इसका लाभ उन्हें मिल गया। बचाव पक्ष के वकील ने बुधवार को जमानत के लिए अर्जी लगाई। कोर्ट ने उसपर फैसला देते हुए जमानत दे दी।
जानिए पूरी घटना..
27 अक्टूबर की सुबह पुलिस ने गाजियाबाद में विनोद वर्मा को घर से गिरफ्तार किया है। - उन्हें आईटी एक्ट और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था। - दो दिन की रिमांड के बाद 1 नवंबर को जेल भेज दिया गया था। पिछले 58 दिनों से वर्मा रायपुर केंद्रीय जेल में बंद थे। - उनकी जमानत अर्जी लोवर कोर्ट, फिर सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी। तब हाईकोर्ट में अर्जी लगाई गई। - कानून विदों के मुताबिक आईटी एक्ट और आपराधिक साजिश के मामले में 60 दिन के भीतर चालान पेश करना होता है। इसमें पांच साल तक की सजा है।
राज्य में पत्रकारिता मुश्किल.
- विनोद वर्मा ने कहा कि मेरे पास छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ टेप समेत कई साक्ष्य हैं। - यहां पत्रकारिता करना बहुत ही मुश्किल है। मैंने सीबीआई को बहुत सारे मामले बताए हैं। - मेरे तीन नंबर और एक घर का नंबर है। मैने सारे दे दिए। 60 दिनों में ये नहीं बता पाए कि मैंने फोन कर किसे और क्यों ब्लैकमेल किया है। - इधर कांग्रेस पार्टी के नेता भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार इन्हें फंसा रही है।
इन शर्तों पर मिली जमानत..
- विनोद वर्मा को एक लाख के मुचलके पर जमानत मिली है। इनके साला टुकेन्द्र वर्मा जमानतदार बने हैं। - कोर्ट ने कहा है कि वर्मा को अपना पासपोर्ट जांच अधिकारी के पास जमा करना होगा। - महीने के पहले और आखिरी सोमवार को जांच अधिकारी के सामने इन्हें पेश होना पड़ेगा। - कोर्ट ने शर्त रखी है कि वर्मा जांच के दौरान गवाहों को प्रभावित नहीं कर सकते हैं।

बर्फ जैसे ठंडे पानी में इसलिए घुसे हैं दृष्टिबाधित दिव्यांग, रखी है ये बड़ी डिमांड
26 December 2017
भोपाल। सरकार की उपेक्षा से नाराज दिव्यांगों ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है। उपेक्षा का आरोप लगाते हुए दृष्टिहीन युवा 8 दिनों से कड़ाके की ठंड में अपनी मांगों पर डटे युवाओं की जब नहीं सुनी गई तो वह नीलम पार्क के सामने तालाब में घुस गए और जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है। ये दृष्टहीन युवा रोजगार देने और अपने हकों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उनसे मिलने पहुंचे मंत्री विश्वास सारंग भी उन्हें मना नहीं सके। वह केवल आश्वासन देते रहे कि सरकार आपके के साथ है और हम मांगों पर विचार करेंगे। - वहीं, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा कि मैं और पूरी युवा कांग्रेस उनके हक की लड़ाई में उनके साथ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हैं कि तत्काल इन लोगों कि मांगें मानें।
केवल आश्वासन मिल रहे.
- दिव्यांग युवाओं का कहना है कि पिछले कई सालों से अधिकारियों द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। सरकार हमारी बातों को नहीं सुन रही हैं। आज भी सरकारी संस्थान में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति राशि नहीं मिल पा रही है

कैंसर के पेशेंट को जांच के लिए भेज दिया पैदल, व्हील चेयर-स्ट्रेचर पर लगा है ताला
23 December 2017
रायपुर. ऊपर लगी फोटो डेंटल कॉलेज से जांच कराकर लौट रहे कैंसर के मरीज लक्ष्मण यादव की है। स्थिति इतनी गंभीर है कि मुंह में पाइप लगाकर जरूरी दवाएं दी जा रही हैं। शुक्रवार को इन्हें अंबेडकर अस्पताल से जांच कराने के लिए डेंटल कॉलेज भेजा गया, वो भी बिना व्हीलचेयर या स्ट्रेचर के। मुंह में पाइप लगाए लक्ष्मण जैसे-तैसे बेटे और बेटी के साथ डेंटल कॉलेज तक पैदल पहुंचे और जांच कराकर सुबह 11.45 बजे पैदल ही लौटे। वस्तु स्थिति यह है कि मेडिकल कॉलेज को सुपर स्पेशलिटी बनाने के लिए पर्याप्त बजट दिया गया है।
रात में दर्द से चीखने लगी लड़की, फिर मां को सुनाई इस 'मामा' की ये कहानी
20 December 2017
जांजगीर(छत्तीसगढ़) ।यहां एक कॉन्स्टेबल द्वारा मुंह बोली भांजी के साथ दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा घटना के दो दिन हुआ है। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को हिरासत में ले लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला..
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी अनुसार घटना रविवार की शाम की है। आरोपी कॉन्स्टेबल देव कुमार पटेल का पीड़ित परिवार के यहां अक्सर आना-जाना था। सभी लोग इसपर काफी भरोसा करते थे। उनकी 15 साल की बेटी को वह भांजी मानता था। - किशोरी का सैंडिल टूट गया था। उसने कहा कि चलो मैं उसे ठीक करा देता हूं। वो उसे बाइक पर बैठाकर देर शाम मोची के पास ले गया। लौटते वक्त काफी अंधेरा हो गया था। आरोपी ने अंधेरा होने का फायदा उठाते हुए किशोरी को तहसील न्यायालय के पीछे स्थित बंदीगृह की ओर ले गया जहां डरा धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। - उसने किसी को नहीं बताने की बात कहते हुए वापस उसे घर में छोड़कर चला गया। रात को पीड़िता दर्द से चीखने लगी तो मां ने उससे पूछताछ की तो उसने घटना की जानकारी दी। - मां ने अपने भाई एवं पति को बताया तो उन्होंने मंगलवार की सुबह 10 बजे थाना पहुंचे और आरोपी कॉन्स्टेबल देव कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

कभी इन नक्सलियों की इस इलाके में थी दहशत, अब इस टैलेंट से करेंगे पुलिस की मदद
19 December 2017
रायपुर.कभी जिन नक्सलियों की बस्तर में दहशत थी अब वे पुलिस के साथ मिलकर नक्सलियों से लड़ेंगे। राजनांदगांव के पीटीएस ट्रेनिंग कैम्प में इन्हें नक्सलियों से लड़ने को ट्रेनिंग दी जा रही है। ये नक्सली गोरिल्ला वार से लेकर एंबुश लगाए जाने की प्रोसेस को अच्छी तरह जानते हैं। बता दें कि इन नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था।
नक्सली इलाकों में होगी पोस्टिंग..
- पीटीएस में तैयार किए जा रहे 11 जवानों की पोस्टिंग मार्च के बाद नक्सली इलाकों में होगी। ये नक्सलियों के साथ रहकर उनकी प्लानिंग को जानते है, इसलिए उम्मीद है कि ये नक्सलियों से लड़ पाएंगे। इस ट्रेनिंग के बाद आने वाले समय में इन्हें दो महीने की जंगल में लड़ने की ट्रेंनिग भी दी जाएंगी। - पीटीएस में इन्हें नौ महीने की ट्रेनिंग दी जा रही है, जो मार्च में पूरी हो जाएगी। नक्सल एक्टिवीज को बढ़ता देख अब ट्रेनिंग भी तेज हो गया है। बेसिक कोर्स के साथ ही फिटनेस और जंगल के हिसाब से रस्सा, बीम, ऑप्टिकल, फ्रंट रोल के अलावा हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही है। - इन जवानों को 10 की जगह 20 किमी की रनिंग कराई जा रही है। 50 डिप्स और पुशअप लगवाए जा रहे हैं। पीटीएस में 354 जवानों को तैयार किया जा रहा है, इनमें से 80 प्रतिशत बस्तर के जवान हैं।
नहीं लौटा तो भाई की कर दी हत्या..
- यहां ट्रेनिंग ले रहे तूर सिंह ध्रुव कांकेर के रहने वाले हैं। सरेंडर के बाद घर वापसी के लिए बार-बार नक्सलियों ने कई दबाव बनाया गया। बड़ा भाई फूलसिंह भी पुलिस में है। दो दिसंबर को ही नक्सलियों ने उनके छोटे भाई ढेलूराम ध्रुव को मार डाला ।

शादी के बाद भी पति करता था ये सब, नवेली दुल्हन ने जाना तो मिली इस हाल में
9 December 2017
दुर्ग (रायपुर)।शादी के 6 महीने बाद जब पत्नी को पति की सच्चाई का पता चला तो आए दिन इस पूरे मामले पर विवाद होने लगा। 13 दिसंबर की रात में पति ने पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन वो बच नहीं पाया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। शुक्रवार को पूछताछ के दौरान आरोपी ने और भी चौंकाने वाले खुलासे किए हैं घटना सुपेला थाना इलाके का है। यहां कोहका के रहने वाले टामेश्वर साहू (27) की शादी 9 मई को बालोद जिले के गुंडरदेही से लगे सीलभठ्‌ठी गांव की यामिनी साहू से हुई थी। - टामेश्वर का चक्कर रायपुर की एक लड़की से था। चूंकि टामेश्वर रायपुर में ही काम करता था और रोज ट्रेन से आता था। - पहले कुछ दिनों तक तो यामिनी को भनक भी नहीं लगी पर टामेश्वर की हरकतों से उसपर संदेह होने लगा। - 13 दिसंबर को यामिनी ने टामेश्वर को गर्लफ्रेंड से बात करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। देर रात तक दोनों में विवाद होता रहा और फिर टामेश्वर ने पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। - 14 दिसंबर को यामिनी के घर वाले उससे मिलने आने वाले थे।
हत्या करने के बाद चोटी काट दी थी..
- टामेश्वर ने मर्डर को चोटी कटवा से जोड़ने की कोशिश की ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके। - उसने हत्या के बाद पत्नी की चोटी काट दी और उसे उसके सिरहाने रखकर बाहर निकल गया। - सुबह खुद ही दरवाजा खोला और पूरे मामले से अनजान बनने लगा। इधर यामिनी के घरवाले भी आ गए। जिस बेटी से वे मिलने आए थे उसकी लाश देख जोर-जोर से रोने लगे।

नक्सली गढ़ में 24 घंटे चला ऑपरेशन, टोंडामरका, कोर एरिया में घुसकर दी चुनौती
8 December 2017
जगदलपुर.24 घंटे पहले नक्सलियों के कोर एरिया में शुरू किया गया ऑपरेशन गुरुवार को खत्म कर दिया गया। इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों के जवानों ने ढुलेर इलाके में हुई एक मुठभेड़ में एक बंदूकधारी नक्सली को मार गिराया है। इसके बाद इसके शव के साथ कंट्रीमेड बंदूक भी बरामद कर ली गई है।
नक्सली के शव को सुकमा जिला मुख्यालय पहुंचाया जा रहा है।..
- इसके अलावा इस पूरे इलाके से बड़ी संख्या में नक्सली साहित्य व अन्य सामान भी बरामद किया गया है। इस ऑपरेशन की सबसे खास बात यह है कि पहली बार पुलिस पीएलजीए सप्ताह के दौरान नक्‍सलियों की बटालियन नंबर एक को घेरने के लिए नक्सलियों के कोर एरिया में घुसी थी। - जवान सबसे खतरनाक और संवेदनशील माने जाने वाले ढुलेर, टोंडामरका, सालेतुम जैसे इलाकों में गए। यह पूरा इलाका नक्सली लीडर और हाल ही में सीसी मेंबर बनाए गए बुर्कापाल के मास्टर माइंड हिड़मा की पनाहगाह भी माना जाता है। नक्सलियों के कोर एरिया में जवानों ने 24 घंटे से ज्यादा समय तक ऑपरेशन चलाया। - इस इलाके में फोर्स के लिए सामान्य दिनों में भी ऑपरेशन चलाना बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में पीएलजीए सप्ताह के दौरान इस इलाके में जवानों का जाना एक महत्वपूर्ण कदम था और मुठभेड़ में एक नक्सली को ढेर करने की घटना को भी पुलिस महत्वपूर्ण मान रही है। - बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि इस इलाके में चलाया गया ऑपरेशन अब खत्म हो गया है। जवान जंगलों के अलावा कई गांवों तक पहुंचे। इस दौरान हुई एक मुठभेड़ में नक्सली भी मारा गया है। उसकी शिनाख्त करवाई जा रही है। वहीं आईईडी बनाने का सामान भी बड़ी संख्या में बरामद किया गया है।
जवानों पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा...
सुकमा जिले के कसालपाड़, टोंडामरका, सालेतुम, ढुलेर जैसे इलाके नक्सलियों के गढ़ माने जाते हैं। इन इलाकों में नक्सली कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इस पूरे इलाके में अभी तक दो दर्जन से ज्यादा जवान शहीद हो चुके हैं। ऐसे में पीएलजीए सप्ताह के दौरान जवान इस इलाके में गए और यहां से बिना नुकसान के वापस आ गए। अिधकारियों का मानना है कि इसे जवानों के नजरिए से साइकोलॉजिकल एडवांटेज माना जा रहा है।
पहली बार गांव वाले भागे नहीं जवानों से मिले...
इस ऑपरेशन की खास बात यह रही कि यह पहला मौका था जब नक्सल प्रभावित इलाकों में जवानों को देखने के बाद गांव वाले भागे नहीं। डीआईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जब जवान ऑपरेशन के दौरान गांवों तक पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनसे मुलाकात की और इलाके के हालात पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बताया कि अभी इलाके में नक्सलियों की हलचल कम हुई है।
एक नजर में पूरा ऑपरेशन...
24 घंटे तक जवान रहे नक्सलियों के कोर एरिया में 1 हजार से ज्यादा जवानों को उतारा गया था ऑपरेशन में। 4 अलग-अलग बल, जिनमें कोबरा कमांडो, डीआरजी, एसटीएफ और जिला बल के जवान शामिल थे। 1 नक्सली के शव सहित कंट्री मेड बंदूक और बम बनाने का सामान बरामद।
झीरमघाटी, ताड़मेटला, बुर्कापाल के बड़े नक्सली हमलों में शामिल रहा है हिड़मा..
45 वर्षीय हिड़मा सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के पूवर्ति गांव का रहने वाला है। उसके माता पिता अभी भी इसी गांव में ही रहते हैं। उसका असली नाम माड़वी देवा है। उसे गुरिल्ला वार में महारत हासिल है। 1997-98 से वह नक्सल दल का हिस्सा बना। तब से उसने लगातार नक्सलियों के बीच अपनी अलग पहचान बनाई आैर अपनी काबिलियत के दम पर वह पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) का बटालियन कमांडर बना। हिड़मा नक्सलियों की दंडकारण्य जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) का भी सदस्य है। कुछ समय पहले उसे नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का मेंबर बनाने की खबरें भी जोरों पर रहीं। हिड़मा झीरमघाटी, ताड़मेटला, बुर्कापाल आैर भेज्जी में हुए सबसे बड़े नक्सली हमलों में शामिल रहा है।

कभी पत्नी का शव कंधे पर लेकर गया था ये शख्स, इस वजह से बदली किस्मत
7 December 2017
गरियाबंद।गत वर्ष अगस्त माह में एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई और ये घटना खबरों में काफी चर्चा में रही कि एक शख्स की पत्नी की मौत होने के बाद वो कंधे पर शव लेकर 10 किमी तक गया। वजह थी उसकी गरीबी। पत्नी टीबी से पीड़ित थी और उसकी मौत हो गई। उसके पास एंबुलेंस तक के पैसे नहीं थे। आज उस शख्स की जिंदगी बदल गई है। आज इनकी बेटी को ओडिसा सरकार भुवनेश्वर में पढ़ा रही है। इनकी तीसरी शादी भी हो चुकी है और वो अब नई बाइक से घूम रहे हैं और 36 लाख रुपए बैंक में जमा हैं।
जानिए पूरी कहानी....
- दरअसल मंगलवार को दाना मांझी ने कालाहांडी जिले के भवानीपाटा स्थित एक बाइक शो-रूम से नई बाइक खरीदी है। इन्हें बाइक चलाने नहीं आता इसलिए अपने भतीजे को साथ लेकर आए थे। इनकी बदली हालत देख लोगों को वो वक्त भी याद आ गया जब ये देश-विदेश में चर्चा में आए थे और इन्हें ओडिसा सरकार की ओर से इंदिरा आवास योजना के तहत घर मिला। बहरीन के पीएम प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा ने 9 लाख रुपए की सहायता राशि दी थी। इन्हें और कई लोगों ने आर्थिक मदद दी जिससे इनके अकाउंट में 36 लाख रुपए से ज्यादा राशि हो गई है।
इस वजह से आए थे चर्चा में
- ये घटना 24 अगस्त 2016 की है। ओडिशा के पिछड़े जिले कालाहांडी में दाना मांझी को अपनी दूसरी पत्नी के शव को कंधे पर लेकर करीब 10 किलोमीटर तक चलना पड़ा था। उसे अस्पताल से शव को घर तक ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं ला और एंबुलेंस रिजर्व कर उसे देने के लिए पैसे तक नहीं थे। उसके साथ उसकी 12 वर्षीय बेटी भी थी जो पिता के साथ चल रही थी। ये फोटो सोशल मीडिया समेत कई प्लेटफॉर्म पर वायरल हुई और गरीबी का ये दर्द भी लोगों ने देखा।

शिक्षाकर्मियों ने रात 1 बजे बिना शर्त वापस ली हड़ताल, बातचीत के बाद मानें शिक्षक
5 December 2017
रायपुर।सोमवार रात 1 बजे शिक्षाकर्मियों ने अपनी प्रदेशव्यापी हड़ताल बिना शर्त वापस ले ली। शिक्षाकर्मी 15 दिन से संविलियन समेत 9 मांगों को लेकर राज्य में प्रदर्शन कर रहे थे। इससे पहले मुख्य सचिव विवेक ढांड के निर्देश पर शाम को ही शिक्षाकर्मियों के 41 बड़े नेता बर्खास्त कर दिए गए थे। - रात करीब 1.15 बजे जनसंपर्क सचिव राजेश टोप्पो ने बताया कि रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी और एसपी डॉ. संजीव शुक्ला से जेल में घंटों चली बातचीत के बाद शिक्षाकर्मियों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया। जेल में बंद शिक्षाकर्मियों को रात में ही रिहा कर दिया गया। - राजधानी के न्यू सर्किट हाउस में रात 1.20 बजे पत्रकारों से चर्चा करते हुए संघ के नेता विरेंद्र दुबे, केदार जैन, संजय शर्मा और धर्मेश शर्मा ने कहा कि वे छात्र हित में अपनी हड़ताल वापस ले रहे हैं। - प्रशासनिक अफसरों से चर्चा के दौरान संविलियन को लेकर कमेटी बनाने और 8 अन्य मांगों पर जल्द फैसला करने का आश्वासन मिला है। सभी नेताओं ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर भरोसा जताते हुए कहा कि मांगे जल्द पूरी होने की उम्मीद है।
कांग्रेस का आज छत्तीसगढ़ बंद.
- प्रदेश कांग्रेस ने शिक्षाकर्मियों की हड़ताल वापस लेने की जानकारी से इनकार करते हुए कहा कि कांग्रेस मंगलवार को छत्तीसगढ़ बंद के फैसले पर कायम है। प्रदेश महामंत्री शैलेष नितिन त्रिवेदी ने रात 1 बजे भास्कर से कहा कि बंद शिक्षाकर्मियों के साथ हुए अन्याय के खिलाफ बुलाया गया है। - पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सभी जिलाध्यक्षों से संपर्क कर बंद की तैयारियों को अंतिम रुप दिया। चेंबर ऑफ कॉमर्स ने शाम को ही हड़ताल का समर्थन नहीं करने की घोषणा कर दी थी।
दिन में ही कलेक्टरों ने किया था दावा- 20 हजार हड़ताली लौटे.
- मुख्य सचिव ढांड ने शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी 27 कलेक्टरों से बातचीत की और हड़ताल से उपजे हालात की समीक्षा की। इस दौरान कई कलेक्टरों ने उन्हें बताया कि अभी तक करीब 20 हजार शिक्षाकर्मी स्कूलों में लौट चुके हैं। सोमवार को करीब 7 हजार शिक्षाकर्मी लौट आए हैं। इनमें प्रोबेशन पीरियड वाले शिक्षाकर्मी भी शामिल हैं।

हड़ताल से परेशान हुए स्टूडेंट्स सड़क पर उतरे, गुस्से में करने लगे ये सब
30 November 2017
दुर्ग। पिछले कई दिनों से शिक्षकों की हड़ताल से परेशान छात्र आखिरकार सड़क पर उतर गए हैं। छात्र-छात्राओं ने रोड जाम कर दिया है। छात्र-छात्राओं के गुस्से ने इस पूरे मामले में नया मोड़ ले लिया है। नाराज छात्र-छात्राओं का कहना है कि हड़ताल से उनकी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। शिक्षकों की क्या मांगें हैं या सरकार क्या चाहती है इससे उन्हें क्या लेना-देना। उन्हें तो पढ़ाई करनी है।
जानिए पूरी मामला.
- शिक्षाकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद पहली बार छात्र-छात्राएं सड़क पर आए हैं। दुर्ग से 20 किलोमीटर दूर नगपुरा में स्कूली छात्र-छात्राओं ने सड़क जाम कर दिया है। - शिक्षाकर्मियों के स्कूल न आने से ये स्टूडेंट्स काफी नाराज हैं। इस वजह से पिछले तीन घंटे से नगपुरा में दुर्ग की तरफ जाने वाली सड़क को जाम कर दिया है। - बताया जा रहा है कि पिछले 10 दिन से स्कूल में एक भी शिक्षक उपस्थित नहीं हुए। इसके विरोध में गुरुवार को 5 से 6 स्कूलों के करीब 500 बच्चे सड़क पर उतर गए हैं। परीक्षा सर पर और कोर्स पूरा नहीं - स्टूडेंट्स का कहना है कि हॉफ ईयरली एग्जाम सर पर है। शिक्षाकर्मियों को अपनी 9 सूत्री मांगों की पड़ी है। - इधर सरकार अपनी बात पर अड़ी है। इनके बीच नुकसान तो स्टूडेंट्स का हो रहा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि या तो सरकार माने या शिक्षक, लेकिन जल्द से जल्द ये हड़ताल खत्म करना ही होगा।

अंधेरे में जान बचाने भागी महिला, मौत यूं आ गई सामने, इस हाल में मिली डेड बॉडी
29 November 2017
बलरामपुर। यहां रात में खाना पका रही महिला के सामने जब अचानक एक हाथी आ गया तो वो अंधेरे में खुद को बचाने के लिए भागी। हाथियों के सिर पर खून सवार था। उन्होंने न केवल मकानों को धराशाई किया बल्कि जान बचाकर भाग रही महिला को भी सूंड से उठाकर पटक दिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
जानिए पूरी मामला.
- बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में पिछले 1 सप्ताह से चांदो और कुसमी रेंज में 12 हाथियों के दल का तांडव जारी है। - इधर हाथियों का दल जंगल से होते हुए चांदो रेंज के ग्राम चटनिया पंचायत के जरियोपारा में पहुंच गया। - यहां हाथी एक घर को तोड़ने लगे। भीतर खाना पका रही 55 वर्षीय महिला ठिवली बाई जान बचाने अंधेरे में भागी। - अंधेरा होने की वजह से ठिवली बाई को कुछ दिखाई नहीं दिया और बाहर हाथियों के करीब पहुंच गई। - एक हाथी ने सूंड में उठाकर ठिवलीबाई को पटक दिया। उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। - इधर उसका पति अमरनाथ खाना खाकर मवेशियों के पास सोने चला गया था। ऐसे में वो बच गया। - घटना की सूचना पाकर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे । वन विभाग के अधिकारियों ने परिजनों को सहायता राशि दिलाई और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

खुले में शौच जाना इस शख्स को पड़ गया महंगा, कटी नाक लेकर पहुंचा हॉस्पिटल
24 November 2017
कोरबा। एक शख्स को खुले में शौच जाना काफी महंगा पड़ा गया। एक अज्ञात युवक उसे मना किया और जब वो नहीं माना तो उसने अधेड़ की नाक काट दी। युवक के हमले से जख्मी अधेड़ का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
जानिए पूरी मामला.
घटना कोरबा के बालको थाना इलाके की है। यहां कैलाश नगर के रहने वाले अधेड़ धरमलाल आदतन रोज की तरह सुबह खुले में शौच करने गया था। - एक अज्ञात युवक ने धरमलाल को शौच करने से मना किया। जब धरमलाल नहीं माना और खुले में ही शौच करने लगा तब युवक कुछ देर तक वहीं खड़ा रहा। - थोड़ी देर में उसने जेब से हाथ निकाला और अधेड़ पर टूट पड़ा। उसने धरमलाल की ब्लेड से नाक काट दी। - इसके बाद वो फरार हो गया। इधर लहूलुहान हालत में स्थानीय लोग उसे अस्पताल लेकर गए जहां जहां डॉक्टर ने टांके लगाकर नाक को जोड़ा। - मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
खुले में नहीं जा रहे लोग.
- इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। लोग खुले में शौच जाने से कतरा रहे हैं। - पुलिस का कहना है महज खुले में शौच जाने पर कोई इतना बड़ा कदम कैसे उठा सकता है। मामला और भी हो सकता है

चुनाव से पहले नक्सलियों पर तेज हमले जवानों का फोकस होगा एनकाउंटर पर
21 November 2017
रायपुर/जगदलपुर.आगामी विधानसभा चुनाव के पहले छह महीने में नक्सलियों हमले तेज होंगे। मुख्य सचिव विवेक ढांड, डीजीपी एएन उपाध्याय और केंद्र व राज्य के सुरक्षा बलों के आला अफसरों की मौजूदगी में हुई बैठक में इस बात पर सहमति बन गई है। यह तय हुआ है कि इस दौरान अधिक से अधिक एनकाउंटर किए जाएंगे। मुख्य सचिव विवेक ढांड ने सोमवार को जगदलपुर में बस्तर में चल रहे नक्सल अभियान की सघन समीक्षा की। इस मीटिंग में सात जिलों के एसपी समेत बस्तर में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों की 47 बटालियनों के आला अफसर मौजूद थे। मुख्य सचिव ने अब तक के अभियान पर संतुष्टि जताई लेकिन यह भी कहा कि हमारे पास लगभग छह महीने का ही समय है। इसलिए नक्सलियों केे खिलाफ ऑपरेशन बढ़ाने होंगे। ढांड ने कहा कि मार्च अप्रैल के बाद फोर्स इलेक्शन मोड में चली जाएगी, उस वक्त नक्सल ऑपरेशन सेकेंडरी हो जाएगा। - इसलिए इन छह महीनों में हमें ज्यादा से ज्यादा एनकाउंटर करने हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर में भी जम्मू कश्मीर की तरह फोर्स के संयुक्त ऑपरेशन की जरूरत है। बैठक में फोर्स के आला अफसरों ने एक प्रेजेंटेशन दिया जिसमें बस्तर के भीतरी इलाकों में हुए ऑपरेशन को दर्शाया गया है।
सुकमा में सड़क योजनाएं आधी अधूरी
- चीफ सेक्रेटरी ने रोड कनेक्टिविटी की समीक्षा करते हुए सख्त हिदायत दी कि जिस सड़क का निर्माण लेट हो उस ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने सुकमा जिले में निर्माणाधीन सड़कों में गुणवत्ता की शिकायतों पर नाराजगी जताई। उन्होंने सुकमा कोंटा मार्ग का निर्माण मार्च 2018 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। - 78 किलोमीटर लम्बी इस सड़क में 29 किलोमीटर सड़क ही बन पाई है। बताया गया कि बारसूर-गीदम-दंतेवाड़ा-जगरगुंडा मार्ग के मार्च 2018 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। पांच जिलों को जोड़ने वाली पल्ली-बारसूर मार्ग की धीमी गति पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए पल्ली से कान्हारगांव तक सड़क का निर्माण करने वाली एजेंसी केएलसी कंस्ट्रक्संस को अगले 4 माह में पूर्ण करने और न होने पर तो ठेका निरस्त करने कहा। मुख्य सचिव बीजापुर- आवापल्ली-जगरगुंडा मार्ग के निर्माण की धीमी गति पर नाराज हुए। नानगुर-नेतानार-कोलेंग मार्ग भी 10 किमी ही बन पाया है। उन्होंने संभाग में निर्माणाधीन पुलों के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्यों के लिए वन विभाग से जल्द क्लियरेंस देने के निर्देश दिए। ..
अस्पताल में नर्सें और स्कूलों में टीचर कम.
- स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान स्थानीय प्रशासनिक अफसरों ने डाक्टरों और स्टाफ नर्सों की बेहद कमी का मामला उठाया। इस पर संंचालक रानू साहू ने कहा कि विभाग जल्द 1200 नर्सों की भर्ती कर रहा है। इसमें बस्तर के लिए भी दो सौ से अधिक पद शामिल हैं। - डाक्टरों की कमी पूरी करने सीएस ने डीएमएफ मद से डाक्टरों की नियुक्ति करने की अनुमति दी। इसी तरह से अगले तीन माह के भीतर जगदलपुर मेडिकल कालेज को नए भवन में शिफ्ट करने सभी जरूरी काम पूरे कर लेने कहा। शिक्षा विभाग के भी अफसरों ने शिक्षकों खासकर साइंस टीचरों की कमी का मुद्दा उठाया। बताया गया कि आउट सोर्सिंग से भी कमी दूर नहीं हो पाई है। नक्सल समस्या के चलते शिक्षक आने से पीछे हट रहे हैं।
शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क बनाने में ढिलाई पर बरसे ढांड
- मुख्य सचिव बस्तर में स्वास्थ्य, सड़क और शिक्षा विभाग के विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर जमकर नाराज हुए। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मुख्यमंत्री रमन सिंह की मौजूदगी में बस्तर डेवलपमेंट प्लान के कार्यों में बरती जा रही ढिलाई पर राज्य प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया था। उसी सिलसिले में मुख्य सचिव ने आज 20 विभागों केे आला अधिकारियों के साथ जगदलपुर में हाईलेवल बैठक की।

नशे में दिखे भाजयुमो वालों की फोटो खींची तो दो आरक्षकों को पीटा, वर्दी फाड़ डाली
20 November 2017
बिलासपुर।भारतीय जनता युवा मोर्चा के दो कार्यकर्ता शनिवार देर रात नशे में धुत होकर बाइक से घूम रहे थे। सिटी कोतवाली थाने के दो आरक्षक रात में गश्त पर निकले तो इन लोगों ने दोनों को पकड़ लिया। तय नियम के मुताबिक आरक्षक ने अपने मोबाइल से दोनों की फोटो खींच ली। इससे उक्त दोनों नेता भड़क गए आैर उन्होंने दोनों आरक्षकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। - घटना में एक आरक्षक की वर्दी फट गई। इसके बावजूद दोनों आरक्षक उन्हें पकड़कर सिटी कोतवाली थाने ले आए। दोनों की मेडिकल जांच करवाकर उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया गया है। - अगले दिन सुबह दबाव बनाने के लिए दूसरे भाजपा नेता थाना परिसर में हंगामा मचाने लगे। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करके आरोपियों को छोड़ दिया। मालूम हो कि इससे पहले भी भाजपा नेता व समर्थकों ने ताेरवा थाने में घुसकर हेड कांस्टेबल लव सिंह ध्रुव की पिटाई की थी। वहीं दूसरे दिन आरोपी ने महिला आरक्षक का हाथ मरोड़ दिया था। - ताजा मामले में सिटी कोतवाली थाना के आरक्षक दिनेश कुमार यादव व अखिलेश पारकर बीती रात गश्त कर रहे थे। करबला स्थित भाजपा कार्यालय के आगे भारतीय जनता युवा मोर्चा महामंत्री राहुल मुगल व नवीन गंगवानी शराब के नशे में देर रात बाइक पर घूम रहे थे। - एक आरक्षक ने दोनों युवक को रुकवाकर नाम, पता व रात में घूमने का कारण पूछा तो राहुल मुगल ने खुद को भाजपा नेता बताकर आरक्षक के साथ हुज्जतबाजी शुरू कर दी। इसी बीच एक आरक्षक ने मोबाइल से दोनों युवक की फोटो खींच ली। इससे राहुल मुगल व नवीन गंगवानी भड़क गए और गाली-गलौज करते हुए आरक्षक का कालर पकड़कर मारपीट शुरू कर दी। इससे आरक्षक की वर्दी फट गई। - दोनों आरक्षक नशे में धुत भाजपा नेता व साथी को पकड़कर थाने ले आए। पुलिस ने दाेनों आरोपियों को रातभर थाने में बंद कर रखा। रविवार की सुबह आरोपी राहुल मुगल की गिरफ्तारी के बारे में अन्य भाजपा नेताओं को पता चला तो भीड़ लेकर वे सिटी कोतवाली थाना पहुंच गए। साथ ही दोनों आरोपियों को छुड़ाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाने लगे।
दो दिन पहले ऑटो पलटा लिया था तोरवा थाने में हुई थी मारपीट
- बीते शुक्रवार को महाराणा प्रताप चौक के पास एक चालक ने ऑटो को नो एंट्री पर खड़ा कर दिया था। इसी बीच ट्रैफिक पुलिस ने वहां पहुंचकर ऑटो हटाने को कहा तो चालक ने मना कर दिया। इससे आरक्षक ऑटो को जब्त कर सिविल लाइन थाने ले जा रहा था। चालक ऑटो को चला रहा था। इसी बीच चालक ने जान बूझकर ऑटो को पलटा दिया, इससे चालक व आरक्षक को चोटें आईं। इस मामले में सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी चालक को जेल भेज दिया। - ताेरवा थाने के भीतर घुसकर हेड कांस्टेबल की पिटाई व महिला आरक्षक का हाथ मरोड़ने वाले आरोपी के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। घटना को करीब एक महीने होने वाले हैं। इसके बावजूद पुलिस आरोपियों को पकड़ना तो दूर, उनके बारे में पता लगाने में भी नाकाम है। इस मामले में भी सामने आया था कि पुलिस भाजपा नेता के दबाव में आकर काम कर रही है।

प्रदेश के पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, सरकार ने ऐसे तैयार किया प्लान

16 November 2017
रायपुर.प्रदेश के पुलिस महकमे में बड़े फेरबदल की तैयारी शुरू कर दी है। इस फेरबदल का खाका हाल के एसपी कांफ्रेंस में खींच लिया गया है। इसमें रेंज आईजी से लेकर तीन से चार पुलिस अधीक्षकों के भी बदले जाने के संकेत हैं। यह फेरबदल दर्जनभर एसपी रैंक के अफसरों के प्रमोशन की वजह से किया जाना है । सरकार इसके लिए सालों बाद एक बार फिर से डीआईजी रेंज सिस्टम फिर से लागू करने जा रही है। सूत्रों के अनुसार आईएएस में 87 बैच के प्रमोशन के बाद आईपीएस भी डीजी के लिए दबाव बनाने लगे हैं। उनके साथ डीआईजी के भी प्रमोशन कर दिए जाएंगे। और उसके बाद फेरबदल। इसमें रायपुर, बिलासपुर रेंज आईजी के साथ 3-4 एसपी भी बदले जा रहै हैं। इस बदलाव में कुछ एसपी के डीआईजी प्रमोट होने के कारण रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में एसएसपी बिठाए जा सकते हैं। एसपी संजीव शुक्ला अर्से से तबादला चाह रहे हैं वहीं रेंज आईजी प्रदीप गुप्ता भी दो रेंज में अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इनकी जगह एसएसपी के लिए अजय यादव के साथ अमरीश मिश्रा के नाम सबसे उपर है। अमरीश को सरकार ने रायपुर एसपी बनाने के आफर के साथ ही सीबीआई जाने से रोक रखा है। उन्हें रायपुर की राजनीति के हिसाब से तेज तर्रार माना जा रहा है। उधर जीपी सिंह भी पीएचक्यू से निकलना चाह रहे हैं। सीबीआई से अमित कुमार के न आने की वजह से सिंह को एक बार फिर फील्ड में भेजा जा सकता है। उनका नाम बिलासपुर रेंज के लिए चर्चा में है। बिलासपुर के आईजी पुरुषोत्तम गौतम का रिटायरमेंट जनवरी तय है। संभव है वे पीएचक्यू से रिटायर हों।
डीआईजी रेंज की व्यवस्था फिर से
2004 बैच के एसपी स्तर के आईपीएस अफसर डीआईजी प्रमोट किए जाएंगे। इनमें से अधिकांश पीएचक्यू में पदस्थ हैं। डीजीपी एएन उपाध्याय ने इनके प्रमोशन की फाइल सरकार को भेज दी है। सूत्रों के बताया कि इनके प्रमोशन के बाद पीएचक्यू में डीआईजी रैंक के अफसरों की संख्या बढ़ जाएगी। इसे देखते हुए डीजीपी आईजी रेंज के अधीन डीआईजी पदस्थ करने सरकार से रायमशविरा कर रहे हैं। राज्य में इस समय डीआईजी रेंज के स्वीकृत 4 पदों में से दो ही जगह पदस्थ किए गए हैं। इनमें नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा और कांकेर जिले शामिल हैं। डीजीपी रिक्त दो रेंज राजनांदगांव, रायगढ़ के साथ रायपुर रेंज में भी डीआईजी पोस्ट करना चाहते हैं। इससे इस रैंक के अफसरों की पोस्टिंग भी मिल जाएगी और पीएचक्यू से भीड़ भी कम हो जाएगी।


महिला तांत्रिक ने यूं ले ली जवान बेटे की जान, लोगों ने देखा अंधभक्ति का तमाशा

10 November 2017
धमतरी।पागल कुत्ते के काटने के बाद अस्पताल में उपचार कराने की बजाए घर पर ही झाड़-फूंक के जरिए इलाज कराने से युवक की मौत हो गई। इस मामले में अर्जुनी पुलिस ने पिता समेत 8 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज किया है। पुलिस शुक्रवार को सभी को हिरासत में लेगी।
जानिए पूरा मामला….
- अर्जुनी पुलिस के अनुसार पखवाड़ेभर पूर्व ग्राम बलियारा निवासी बिसेलाल कंवर (21) को एक पागल कुत्ते ने 28 अक्टूबर को हाथ-पैर और जांघों में काटा था। - कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि बिसेलाल का घर पर इलाज किया जा रहा है। इसके बाद 1 नवंबर को अर्जुनी पुलिस एंबुलेंस लेकर बलियारा पहुंची और परिजनों से युवक का उपचार अस्पताल में भर्ती कराकर कराने कहा, लेकिन परिजन राजी नहीं हुए। - अंतत: 4 नवंबर को युवक की घर पर ही मौत हो गई। इसकी खबर मिली, तब थाना प्रभारी उमेंद्र टंडन स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम करवाया।
मां, बड़ी मां, भाई-बहन सहित दो बैगिन भी शामिल.
- अर्जुनी थाना प्रभारी उमेंद्र टंडन ने बताया कि इस मामले की जांच-पड़ताल के बाद मृतक के पिता जैलूराम कंवर समेत उसकी मां बहुरी बाई, बड़ी मां बेला बाई, बहन उत्तरा कंवर, तेज कंवर, ईश्वरी कंवर व दो बैगिन लता बाई व देवकी बाई के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का अपराध धारा 304ए, 34 के तहत दर्ज किया गया है। - उन्होंने कहा कि किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। स्टाफ शिविर में फंसा है, इस वजह से सभी की गिरफ्तारी शुक्रवार को की जाएगी।
ऐसे हुआ झाड़-फूंक का तमाश.
- 28 अक्टूबर को बिसेलाल को दोपहर के वक्त पागल कुत्ते ने हाथ, पैर और जांघों में काट लिया। इसके बाद वो घर आया और घटना की जानकारी दी। - पड़ोसियों ने परिजनों को तत्काल अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इधर परिजन अंधविश्वास के चलते गांव की ही झाड़-फूंक करने वाली बैगिन लता बाई को खबर दे दी। लता अपने अपनी सहयोगी देवकी बाई को भी ले आई। - स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों पिछले 8 साल से गांव और उसके आस-पास के दूसरे गावों में कुत्ता काटने, भूत भगाने और दूसरी बीमारियां ठीक करने का दावा तंत्र-मंत्र से करती हैं। - दोनों 28 की शाम को मौके पर पहुंची और साड़ी का एक घेरा बनाकर पीड़ित के सिर पर त्रिशूल बना हुआ एक लाल पट्टी बांधकर भभूत से इलाज करने लगीं। - दोनों बैगिन सुबह और शाम दोनों वक्त 1-1 घंटे झाड़-फूंक करती थीं और उस वक्त साड़ी के घेरे में किसी को आगे नहीं आने देती थीं।
अर्धनग्न कर करती थीं झाड़-फूंक….
- दोनों बैगिने मरीज को अर्धनग्न कर उसके जख्म पर एक लेप लगाती थीं और भभूत लेकर मंत्रों के जरिए साधना करती थीं। - परिजनों को हिदायत दी गई थी कि झाड़-फूंक से 1 घटें पहले और 3 घंटे बाद तक पीड़ित को कुछ भी खाने-पीने को नहीं देना है। - इधर स्थानीय लोगों को लगा कि अंध विश्वास के चलते पीड़ित की जान न चली जाए। ऐसे में 1 नवंबर को पुलिस को सूचना दी गई। - मौके पर पुलिस पहुंची पर परिजन नहीं माने और झाड़-फूंक का खेल चलता रहा। ध्यान देने वाली बात है कि मृतक का एक बड़ा भाई भी है जो बीमार रहता है और परिजन उसे अस्पताल ले जाने की बजाय झाड़-फूंक से ही इलाज कराते हैं। …
बैगिन ने कहा मत पड़ो डॉक्टर के चक्कर में.
- 2 नवंबर को मरीज की तबियत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे अस्पताल ले जाने लगे। उस वक्त तक वो पूरी तरह से सूख चुका था और कांपने लगा था। इधर बैगिनों ने कहा कि अब ये ठीक हो रहा है। ये सब ठीक होने की पहचान है। पागल कुत्ते का जहर इसके शरीर से निकल रहा है। - परिजन बैगिनों के झांसे में आ गए और झाड़-फूंक का क्रम चलता रहा। 3 नवंबर की रात 1 बजे के करीब बिसेलाल की मौत हो गई। - मौत की खबर सुन पड़ोसियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस 4 नवंबर की शाम को पहुंची और शव को कब्जे में लेकर 5 नवंबर को पीएम कराया। - पुलिस ने स्थानीय लोगों और परिजनों से पूछताछ की और आखिरकार पाया कि दोनों बैगिनों के साथ परिजन भी गैर इरादतन हत्या के दोषी हैं। मामले में शामिल लोगों के खिलाफ गुरुवार को मामला दर्ज किया और शुक्रवार को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कार्रवाई कर रही है।


एक साथ मारी गई पांच नक्सली महिला, मुठभेड़ में एक के बाद हुई एक ढेर

9 November 2017
जगदलपुर/नारायणपुर.अबूझमाड़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन प्रहार-2 में मारे जाने वाले नक्सलियों में 5 महिलाएं हैं। यह पहला मौका है, जब सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में इतनी बड़ी संख्या में महिला नक्सली मारी गईं हों। हर बार मुठभेड़ में मारे गए लोगों को लेकर विवाद होता था कि मारे गए लोग नक्सली नहीं हैं, जबकि इस बार ऐसा कोई विवाद नहीं हुआ। इस बार ग्रामीणों ने कोई आरोप फोर्स पर नहीं लगाए। इस अभियान की खास बात यह है कि मुठभेड़ में जो महिला नक्सली ढेर हुई हैं उनमें से कोई भी बड़ी नक्सली लीडर नहीं हैं। इधर इतने नक्सलियों के एक साथ मारे जाने के बाद डीआईजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी, आईजी विवेकानंद सिन्हा व कांकेर के डीआईजी रतनलाल डांगी बुधवार को नारायणपुर पहुंचे। अफसरों ने यहां बताया कि ऑपरेशन प्रहार-2 को लांच करने के बाद माड़ एरिया को फोकस करते हुए ऑपरेशन की शुरुआत की गई।
इससे पहले दो बार तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया था.
इस हमले से पहले पूरे संभाग में कई महिला नक्सली मुठभेड़ में ढेर हुईं लेकिन तीन से ज्यादा महिला नक्सली कहीं भी नहीं मारी गईं। हाल ही में 18 मार्च को दंतेवाड़ा जिले के बुरगुम में एक एनकाउंटर के बाद तीन महिला नक्सली और पुरुष नक्सली का शव बरामद किया गया था। इसी तरह इटामेटा में भी तीन महिला नक्सली और तीन पुरुष नक्सली मारे गए थे।
जंगल में गश्त कर रहा जवान नक्सलियों की गोली से घायल..
आमाबेड़ा थाना से बुधवार सुबह गश्त के लिए निकली टीम पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। हमले में एक जवान घायल हो गया जिसे लेने हेलीकाॅप्टर भेजा गया। हेलीकाॅप्टर के लैंड नहीं हो पाने के कारण घायल जवान को अपनी गाड़ी में लेकर एसपी जिला अस्पताल के लिए रवाना हुए। शाम 6 बजे तक जवान अस्पताल नहीं पहुंच पाया था। जानकारी के अनुसार जिला पुलिस व डीआरजी के जवानों की संयुक्त टीम ऑपरेशन के तहत आमाबेड़ा थाना से मुरनार की ओर रवाना हुई थी। दोपहर में जब टीम तापेहुर के जंगल में पहुंची तो यहां घात लगाए नक्सलियों ने टीम पर हमला कर दिया। नक्सली टीम पर ताबड़तोड़ गोली चलाने लगे। इससे पहले की जवान संभलते एक गोली डीआरजी के जवान कुबल शोरी के पैर में आकर लग गई। साथी जवानों ने तत्काल उसे सुरक्षा देते जवाबी कार्रवाई की जिससे नक्सली भाग निकले। जवान गोली लगने के बावजूद साहस दिखाते पैदल चलकर केसुरबेड़ा तक पहुंचा। यहां से ग्रामीण की बाइक से जवान को आमाबेड़ा लाया गया। एसपी केएल ध्रुव ने बताया जवान के पैर में गोली लगी है जो आर पार हो गई। जवान की हालत खतरे से बाहर है।
तीन कोनों से निकली थी पार्टियां, तीसरी पार्टी को मिली सफलता.
नक्सलियों के बड़े लीडरों की जमावड़े की खबर पुलिस अफसरों को पहले से थी। ऐसे में पहला ऑपरेशन अबूझमाड़ इलाके में ओरछा से धुरबेड़ा और कुतुल की ओर लांच किया गया। इस अभियान में डीआरजी और एसटीएफ के 160 जवान शामिल थे। दूसरी पार्टी धनाेरा से निकाली गई। इस पार्टी का टारगेट भी धुरबेड़ा और कुतुल ही था। इस पार्टी में डीआरजी और एसटीएफ के 135 जवान शामिल थे। तीसरी पार्टी अमदईघाटी से रात में निकाली गई। इसमें डीआरजी और एसटीएफ के 140 जवान शामिल थे। इस पार्टी का टारगेट नेलनार इरपानार एरिया था। माड़ के जंगलों में एक साथ तीन पार्टियों को निकाला गया। इनमें तीसरे नंबर की पार्टी को बड़ी सफलता मिली और इन्होंने पांच महिला नक्सलियों को मार गिराया।
रेगड़गट्‌टा के जंगलों में मुठभेड़ जवान घायल, रायपुर भेजा गया...
एक सप्ताह से जिले में पुलिस के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इस दौरान बुधवार की सुबह रेगड़गट्टा के जंगलों में अॉपरेशन के लिए निकले डीआरजी व एसटीएफ के जवानों पर नाले के पास घात लगाकर नक्सलियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। कार्रवाई में एसटीएफ का एक जवान घायल हो गया जिसे हेलिकाप्टर से रायपुर भेजा गया है। शेष पार्टी अभी भी ऑपरेशन पर है। सुकमा जिले के भेज्जी कैम्प से सुबह 3 बजे डीआरजी व एसटीएफ की संयुक्त पार्टी ऑपरेशन के लिए निकली थी। एसपी अभिषेक मीणा के मुताबिक पुलिस टीम सुबह करीब 8 बजे जवान रेगड़गट्टा गांव के पास ही नाले के पास पहुंची तो पहले से घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। इधर जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। करीब आधे घंटे तक दोनों और फायरिंग हुई। इस फायरिंग में एसटीएफ का जवान चेतन साहू के जांघ को चीरते हुए गोली निकल गई। घायल जवान को कैम्प लाया गया जहां से हेलिकाप्टर की मदद से रायपुर भेजा गया। जहां जवान की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।


ढोलकल पहाड़ी पर गणेश जी की प्रतिमा गिराने वाला पकड़ा गया, टूट गई थी प्रतिमा

7 November 2017
जगदलपुर।9 महीने पहले 25 जनवरी को बैलाडीला की पहाड़ियों पर स्थित प्रख्यात ढोलकल गणेश प्रतिमा गिराकर तोड़ने के मामले में शामिल आरोपी लिंगू कुंजाम को फरसपाल पुलिस व सीआरपीएफ 111 वीं बटालियन की ई कंपनी के जवानों ने पंडेवार के जंगल से गिरफ्तार कर लिया। एएसपी नक्सल ऑपरेशन गोरखनाथ बघेल के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी लिंगू ने नक्सली कमांडर अनिल, प्रवीण व अन्य नक्सलियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
जानिए पूरी घटना.......
पुलिस के मुताबिक आरोपी नक्सली कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। ये डीएकेएमएस का अध्यक्ष है और 20 अक्टूबर को कमालूर में रेलवे लाइन दोहरीकरण कार्य में लगी मशीनों और वाहनों में आगजनी, 17 अक्टूबर को मिरतूर एलओएस कमांडर अनिल के साथ मिलकर पंडेवार में सर्वे में लगी जिंदल कंपनी की ड्रिलिंग मशीन में आगजनी, 4 सितंबर को भांसी-कमालूर स्टेशन के नजदीक पटरी उखाड़कर रेलवे के ओएचई वैगन को डिरेल करने,16 फरवरी को कमालूर-झिरका के बीच रेल पटरी उखाड़ने और अगस्त 2016 को थाना फरसपाल से निकली सर्चिंग पार्टी पर फायरिंग के अलावा नक्सलियों की बैठक के लिए जरूरी इंतजाम करने में शामिल था।


सरकारी अस्पताल में नर्स ने कराई डिलीवरी, महिला को दर्द हुआ तो कर दी उसकी पिटाई

3 November 2017
धमतरी.नगरी ब्लॉक के गट्टासिल्ली सरकारी अस्पताल में एक गर्भवती महिला सुरक्षित प्रसव के लिए आई थी, लेकिन वहां डॉक्टर नहीं थे। नर्स उमा पटेल ने नॉर्मल डिलीवरी हो जाने की बात कह परिजनों को निश्चिंत रहने को कहा। प्रसूता हेमलता साहू (26) का डॉक्टर की अनुपस्थिति में ही वह प्रसव कराने लगी। लेकिन जब दर्द बढ़ गया तो हमेलता ने नर्स का हाथ पकड़ लिया। इससे वह नाराज हो गई और गाली-गलौच करते हुए प्रसूता को कई थप्पड़ जड़ दिए। जब इससे भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो धक्का देते हुए पेट को काफी जोर से दबा दिया। इससे स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि बच्चा बाहर आने के कुछ सेकेंड बाद ही मर गया। टांका भी गलत जगह पर लगा दिया। घर जाने के बाद भी हेमलता की तबियत में सुधार नहीं हुआ तो गुरुवार को उसे उपचार के लिए मसीही अस्पताल भर्ती कराया गया। यहां पता चला कि नर्स ने टांके भी गलत जगह लगा दिए हैं। इस वजह से दर्द कम नहीं हो रहा है। शादी के सात वर्ष बाद पहली बार हेमलता मां बनने वाली थी। इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन एक नर्स की लापरवाही ने इसे मातम में बदल दिया। पीड़िता के पति प्रदीप ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे कलेक्टर से इस पूरे मामले की शिकायत करेंगे।
लीपापोती में जुटे अफसर....
जब सीएमएचओ डॉ. डीके तुर्रे से बात की गई तो उन्होंने बीएमओ डॉ. ठाकुर से बात करने को कहा। वहीं बीएमओ डॉ. बीआर ठाकुर ने कहा कि आरएमओ डॉ. पटेल ने प्रसव कराने में सहयोग किया था। बच्चा मृत पैदा हुअा था।
सब काम सिस्टम से हुआ....
नगरी बीएमओ डीआर ठाकुर ने कहा कि 29 अक्टूबर को महिला को अस्पताल में लाया गया था। 30 को डिलीवरी हुई। बच्चा मृत पैदा हुआ था। अस्पताल में 48 घंटे तक रखना होता है, तब तक महिला की हालत ठीक थी।


पति के साथ ससुर का इलाज कराने जा रही थी महिला, पल भर में यूं उजड़ गई मांग

2 November 2017
भटगांव। बीमार पिता का इलाज कराने जा रहे शख्स की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। ट्रक से आमने-सामने भिड़ंत में पिता-और पुत्र का सिर पहिए के नीचे आ गया जबकि पत्नी दूर छिटककर जा गिरी। दुर्घटना में पिता-पुत्र की मौत हो गई जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई।
जानिए पूरा मामला....
-- सूरजपुर जिले के चंदौरा थानांतर्गत ग्राम महुआपारा निवासी अनूप साय उर्फ लादी 30 वर्ष अपने बीमार पिता कलेशरा 55 वर्ष का इलाज कराने सुबह अस्पताल जा रहा था। साथ में उसकी पत्नी मुन्नी (27) भी थी। - तीनों गांव से 3 किलोमीटर दूर बनारस मार्ग पर ग्राम दरहोरा स्थित मोड़ के पास पहुंचे ही थे कि अंबिकापुर की ओर से आ रहे ट्रक से भिड़ंत हो गई। - हादसे में पिता-पुत्र ट्रक के पहियों के नीचे आ गए और कुचल कर उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। - ट्रक के पहिए से कुचलने से दोनों के सिर फट गए थे। इधर बाइक पर बैठी मुन्नी सड़क के किनारे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। - सूचना मिलते ही चंदौरा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। उन्होंने पंचनामा के बाद दोनों के शवों को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। - इधर पुलिस ने ट्रक जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चालक के खिलाफ धारा 304ए के तहत कार्रवाई की है।


पति ने पत्नी को बेदर्दी से मौत के घाट उतारा फिर रात भर सोया डेड बॉडी के साथ

31 October 2017
पेंड्रा। यहां बीती रात एक शराबी पति ने पत्नी की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पत्नी की मौत हो जाने के बाद वो उसके डेड बॉडी के साथ रात भर सोया रहा। सुबह जब पड़ोसियों को घटना की जानकारी मिली तो पुलिस को फोन कर बुलाया गया। पुलिस ने डेड बॉडी को कब्जे में ले लिया और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया।
जानिए पूरा मामला....
- प्रेंड्रा रोड के गौरेला थाना इलाके के आमाडेब गांव में बीती रात सुखनंदी बैगा ने अपनी पत्नी बुधनी की डंडे से पीटकर हत्या कर दी। - हत्या करने के बाद वो पूरी रात डेड बॉडी के साथ सोता रहा। दरअसल दोनों ने रात में एक साथ बैठकर शराब पी। नशा सिर चढ़कर बोला तो दोनों में विवाद हो गया। - ऐसे में तैश में आए पति ने पत्नी को डंडे से खूब पीटा। वो जान बख्शने के लिए गिड़गिड़ाती रही पर उसने एक न सुनी। - मामले की जानकारी सुबह पड़ोसियों को लगी। दरअसल जब बुधनी सुबह नहीं दिखी तो पड़ोस में रहने वाली महिलाएं उसके घर गईं। - वहां देखा कि खून से सनी उसकी लाश पड़ी है। सूचना पर आई पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया और डेड बॉडी को अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। - पुलिस आरोपी पति से पूछताछ कर रही है। मामला चरित्र पर संदेह को लेकर जुड़ा हुआ है।


कांग्रेस नेता ने मीडिया को बुलाकर बांटी मंत्री सीडी, फिर ऐसे कर दी वायरल

28 October 2017
रायपुर।उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद से सीडी कांड में आरोपी पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी के बाद राजधानी रायपुर में दिनभर राजनीतिक एक्टिविटीज चलती रही। पत्रकार के बचाव में उतरे पीसीसी चीफ बघेल ने मीडिया को बंगले में बुलाकर सीडी बांटी और वर्मा पर हुई कार्रवाई का विरोध किया।
वीडियों में दिख रहा शख्स है मंत्री...
सीडी के वायरल होते ही सीडी में दिख रहे शख्स को कथित तौर पर मंत्री राजेश मूणत बताया तो वहीं बीजेपी के कई मंत्रियों और प्रदेश अध्यक्ष ने दोपहर में प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें इस कांड को राजेश मूणत को फंसाने की साजिश बताया। - मंत्री राजेश मूणत ने पीसीसी चीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी फर्जी सीडी पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने वायरल करवाई और लोगों को घर बुलाकर बांटी। इस तरह उनकी इमेज को खराब करने की कोशिश की गई। शिकायत में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष के रिश्तेदार और दिल्ली के पत्रकार वर्मा ने सीडी के बदले फिरौती मांगी थी।
मेरे पास सीडी है तो क्या मैं भी दोषी : बघेल..
- भाजपा ने सीडी मामले में गिरफ्तार पत्रकार विनोद वर्मा और पीसीसी चीफ भूपेश बघेल के रिश्तों पर भी सवाल उठाए। प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि भूपेश को बताना चाहिए, वर्मा से उनके क्या संबंध हैं? भाजपा ने यह भी कहा कि सेक्स सीडी कांड में बघेल की भी परोक्ष भूमिका है। - इस पर बघेल ने भी पलटवार किया और कहा कि प्रदेश में सभी उनके करीबी हैं, ऐसे में वर्मा को करीबी रिश्तेदार बताकर उन्हें घेरने की कोशिश की जा रही है। - इससे पहले, भूपेश ने वर्मा की गिरफ्तारी के बाद सुबह करीब 11 बजे अपने निवास पर मीडिया को बुलाकर सीडी बांटी और सवाल उठाया कि हमारे पास भी सीडी है तो क्या हम आरोपी हो गए? उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री के प्रभाव की वजह से पुलिस ने सीनियर पत्रकार को आनन-फानन में गिरफ्तार किया है।
यह घिनौनी साजिश: मूणत...
- प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद मंत्री मूणत ने सीडी को पूरी तरह फर्जी और विपक्ष की घिनौनी साजिश करार दिया। मूणत ने कहा कि किसी भी एजेंसी से किसी भी स्तर पर सीडी की जांच करवा ली जाए। एक सवाल पर मूणत ने यह भी कहा कि पत्रकार वर्मा का उनके पास कभी कोई फोन नहीं आया।
पुलिस ने पत्रकार और पीसीसी चीफ को बनाया आरोपी...
पुलिस ने मंत्री राजेश मूणत की शिकायत पर पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को आईटी एक्ट की धारा 67(ए) के तहत केस दर्ज किया। विनोद वर्मा के खिलाफ रायपुर के पंडरी थाने में आईपीसी की धारा 384 और 507 के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही धारा 67 (ए) के तहत भी मामला दर्ज किया गया हैं।
क्या है मामला..
- पुलिस के मुताबिक 26 अक्टूबर को प्रकाश बजाज नाम के शक्स ने फोन पर धमकी देने का मामला दर्ज करवाया था। जिसमें कहा गया था कि फोन पर प्रकाश से एक व्यक्ति ने कहा कि 'तुम्हारे आका का अश्लील वीडियो हमारे पास है' ये कहकर पैसों की मांग की गई। - पैसे न देने पर सीडी को वायरल करने की धमकी भी दी गई थी। इस शिकायत के बाद राजपुर पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। इस दौरान पुलिस जांच करते हुए दिल्ली के एक वीडियो संचालक के पास पहुंची। इस जांच में विनोद द्वारा 1000 सीडी बनवाने की जानकारी मिली थी।
कांग्रेस ने मांगी सीबीआई जांच, कल से प्रदर्शन...
कांग्रेस ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने कहा कि पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। कांग्रेस ने मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए रविवार से पूरे राज्य में प्रदर्शन करने का एेलान किया है। जोगी कांग्रेस भी मामले में कूद पड़ी है।
अनसुलझे सवाल.
1. सीडी की कॉपियां बनाने वाले दुकानदार के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की? 2. लैंडलाइन पर कई धमकी भरे कॉल आने के बाद भी प्रकाश बजाज अब तक चुप क्यों रहा? 3. विनोद वर्मा ने जब किसी को कॉल ही नहीं किया तो उस पर ब्लैकमेलिंग का आरोप क्यों? 4. क्या मामला कल ही उठा और पुलिस अचानक सक्रिय हुई या यह शिकायत पहले ही मिलने के बाद कई दिन की कवायद हुई?
ये हैं 5 किरदार..
1. राजेश मूणत: बताया जा रहा है कि सेक्स सीडी इन्हीं की है। 2. महिला: वीडियो में अस्पष्ट। 3. विनोद वर्मा: पत्रकार, सीडी रखने और धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार। 4. प्रकाश बजाज: रिपोर्ट दर्ज कराई कि सीडी की धमकी देकर पैसे मांगे जा रहे हैं। 5. भूपेश बघेल: प्रदेश कांग्रेस चीफ, घर बुलाकर सीडी बांटने के केस में आरोपी।
इससे पहले हुए 5 बड़े सीडी कांड...
2016 अजीत जोगी व पुत्र के खिलाफ सीडी देने वाले को कांग्रेस में पद देने का ऑफर करते पीसीसी चीफ की सीडी। 2016 अंतागढ़ टेप कांड। उपचुनाव में कांग्रेस के मंतूराम को नाम वापस लेने के लिए सौदा करने की सीडी आई। 2005 भाजपा सांसद प्रदीप गांधी संसद में सवाल पूछने के एवज में घूस लेते हुए कैमरे में कैद हुए थे। 2003 विधायक खरीद-फरोख्त कांड। चुनाव में भाजपा विधायकों को खरीदने की कोशिश हुई थी। 2003 में दिलीप सिंह जूदेव का रिश्वत टेप कांड। सीडी में जूदेव कह रहे थे- पैसा खुदा नहीं पर उससे कम भी नहीं।


छग को चार राज्यों से जोड़ने के लिए बनेंगे 5 नए रिंग रोड

26 October 2017
रायपुर.देश के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर रोड प्रोजेक्ट ‘भारतमाला परियोजना’ में छत्तीसगढ़ को भी शामिल किया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन विभाग ने इस महत्वाकांक्षी योजना के जरिए देश के नए आर्थिक क्षेत्रों को जोड़ने का लक्ष्य बनाया है। इसके तहत 28 नए रिंग रोड बनाए जाएंगे। छत्तीसगढ़ से होकर 410 किमी का आउटर रिंग रोड गुजरेगा, जो आंध्रप्रदेश, ओडिशा और बिहार के व्यापारिक और औद्योगिक शहरों को जोड़ेगा। पीडब्लूडी के सचिव सुबोध सिंह ने बताया कि रायपुर से वर्तमान में गुजरने वाली तीन और बिलासपुर की दो रिंग रोड के अतिरिक्त ये नई सड़कें होंगी। दुर्ग से रायपुर-आरंग को जोड़ने के लिए 80 किमी की नई रिंग रोड बनेगी। यह दुर्ग और रायपुर के बाहर से निकलेगी और ओडिसा से जोड़ेगी। इसके अलावे सरायपाली से मानिकपुर तक 33.65 किमी रिंग रोड बनेगा। उधर, बिलासपुर से उरगा-पत्थलगांव के रास्ते भी ओडिसा के कनेक्टिविटी दी जाएगी। इसके लिए 182 किमी लंबी रिंग रोड बनेगी। इसी तरह रायपुर को आंध्रप्रदेश की पोर्टसिटी विशाखापट्टनम से जोड़ा जाएगा। नई रिंग रोड रायपुर से कुरुद-दुगली से ओडिशा होकर विशाखापट्टनम जाएगी। इसके लिए 114 किमी लंबी रिंग रोड बनाई जाएगी। इसके बन जाने से रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी 200 किमी कम हो जाएगी। इस नई सड़क के लिए छत्तीसगढ़ और आंध्र सरकार ने अपनी सहमति दे दी है। अब काम शुरू होने के लिए केवल ओडिशा से मंजूरी मिलना बाकी है।
रिंग रोड दूरी (किमी में).
दुर्ग-रायपुर 80
बिलासपुर-उरगा 77.40
उरगा-पत्थलगांव 105
सरायपाली-मानिकपुर 33.65
कुरुद-विशाखापट्टनम 114

उधर, रायपुर-बिलासपुर फोरलेन में देरी पर पीडब्ल्यूडी अफसर, ठेकेदार हाईकोर्ट में तलब.. बिलासपुर से रायपुर तक बनाए जा रहे फोरलेन के काम में लेटलतीफी पर नाराजगी जताते हुए हाईकोर्ट ने पीडब्ल्यूडी के सचिव, इंजीनियर इन चीफ (ईएनसी), नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचए) के रीजनल अफसर और तीनों ठेका कंपनियों को हाईकोर्ट तलब किया है। 13 नवंबर को सुनवाई के दौरान सभी को शपथ पत्र के साथ बताने के लिए कहा गया है कि काम में लेटलतीफी क्यों हो रही है। सुनवाई के दौरान जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल की बेंच ने कोर्ट में मौजूद कई वकीलों से बिलासपुर से रायपुर तक की सड़क की हालत की जानकारी मांगी, तो ज्यादातर ने परेशानियों का जिक्र करते हुए बताया कि सड़क की खराब हालत के कारण पहुंचने में 5-6 घंटे तक लग रहे हैं। एग्रीमेंट के मुताबिक तीनों कंपनियों को अप्रैल-मई 2018 तक काम पूरा करना है।जबकि करीब 75-80 फीसदी काम बाकी है। ऐसे में निर्धारित समय तक काम पूरा हो पाना मुश्किल है। सड़क बनाने के लिए तीन कंपनियों के साथ एग्रीमेंट किया गया था। रायपुर-बिलासपुर रूट पर सिक्सलेन व फोरलेन दोनों ही तरह की सड़कें बनाई जानी हैं। इस प्रोजेक्ट पर वर्ष 2012 से ही काम चल रहा है। कई बार इस सड़क का टेंडर विभिन्न विवादों की वजह से जारी करने के बाद निरस्त करना पड़ा। अंतिम टेंडर अक्टूबर 2015 में जारी किया गया। बार-बार प्रोजेक्ट अटकने की वजह से सड़क की लागत करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए तक बढ़ गई है। अब 127 किमी की सड़क बनाने के लिए 1266 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पहले यह प्रोजेक्ट 900 करोड़ रुपए का था। काम तीन हिस्सों में पूरा करवाया जाएगा। इसके तहत रायपुर-सिमगा, सिमगा-सरगांव और सरगांव से बिलासपुर तक की सड़क बनाने के लिए अलग-अलग टेंडर अवार्ड किया गया है। रायपुर से सिमगा तक 46 किमी तक की सड़क सिक्स लेन होगी। सिमगा से बिलासपुर तक करीब 79 किमी सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा। काम की धीमी गति को लेकर रायपुर में रहने वाले रजत तिवारी ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई है। इस पर पिछली कई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने केंद्र व राज्य शासन, नेशनल हाईवे अथारिटी और ठेका कंपनियों से जवाब-तलब किया है।
75 फीसदी से ज्यादा काम बाकी. एग्रीमेंट के मुताबिक तीनों कंपनियों को अप्रैल-मई 2018 तक काम पूरा करना है, लेकिन अब तक एक ही तरफ की सड़क ही बनाने का काम चल रहा है। एक तरफ की सड़क भी पूरी तरह नहीं बनाई जा सकी है। लोगों को एक तरह से कच्ची सड़क पर सफर करना पड़ रहा है। धूल की वजह से एकदम करीब की गाड़ियों को देखना भी मुश्किल हो रहा है। कई हादसे भी हो चुके हैं।


बुआ से मिलने आ जाता था भतीजा, फिर फूफा ने प्यार से बुला दी ऐसी सजा

23 October 2017
जांजगीर। नौवीं के छात्र देवेंद्र हरवंश की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। उसके ही फूफा ने ही उसकी हत्या की है। आरोपी ने उसे पैसा देने के बहाने घर बुलाया और भतीजे को खूब शराब पिला दी। जब किशोर को नशा अधिक हो गया तो आरोपी राकेश ने उसका गला ब्लेड से रेत कर उसकी हत्या कर दी। किशोर का अपराध केवल इतना था कि वह घरेलू काम में अपनी बुआ की मदद करता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानिए पूरा मामला..... - परसाभांठा निवासी विनोद हरवंश पावर ग्रिड कंपनी तागा में पदस्थ था। वह अपने परिवार के साथ जांजगीर के वार्ड क्रमांक 10 में रहता था। उसी परिसर में उसकी बहन अौर बहनोई भी किराए में रहते हैं। विनोद हरवंश की बहन और उसके बहनोई दोनों शिक्षाकर्मी हैं। विनोद का बहनोई राकेश कुर्रे शराब पीने का आदी है। - इस वजह से राकेश का अपनी पत्नी व साले के साथ अक्सर विवाद होता रहता था। घटना के दस-बारह दिन पहले भी राकेश के साथ दोनों का विवाद हुआ तो राकेश अपनी पत्नी को छोड़कर अपने मामा के घर चांपा में रहने लगा था। - वहीं विनोद का बेटा देवेंद्र फूफा के शराबी होने के कारण अपनी बुआ की मदद भी करता था। वह उसे स्कूल छोड़ने से लेकर अन्य काम कर देता था। जिससे राकेश नाराज था और अपने साले विनोद से बदला लेने की फिराक में था। - पुलिस के अनुसार दीवाली की शाम देवेंद्र ने अपने फूफा को फोन कर उससे पैसे मांगे। पैसे देने के लिए राकेश ने उसे बुलाया था। - उसने देवेंद्र को खूब शराब पिला दी। जब वो नशे में चूर हो गया तो उसने उसे लिटाकर ब्लेड से गला रेत दिया।
ऐसे मिला सुराग पुलिस को.... देवेंद्र ने अपने दोस्तों से कहा था कि उसने अपने फूफा से पैसे मांगे हैं जब पैसे मिलेंगे तो पार्टी मनाई जाएगी। देवेंद्र के दोस्तों से मिले इस क्लू के आधार पर पुलिस ने जांच बढ़ाई तो देवेंद्र के मोबाइल से राकेश को फोन करने की जानकारी मिली। - इसके बाद से देवेंद्र का मोबाइल बंद गया था। इसी आधार पर पुलिस ने राकेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह काफी समय तक पुलिस को बरगला नहीं सका और छात्र देवेंद्र की हत्या करने की बात मान ली। - घटनास्थल से आरोपी की निशानदेही पर खून लगा ब्लेड घटना के समय पहने हुए कपड़े को जब्त कर लिया गया। .
ये है पूरा मामला...... - गोवर्धन पूजा के दिन (20 अक्टूबर) को नैला रेलवे क्रॉसिंग के पास झाड़ियों में एक किशोर का शव मिला था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त कराई तो पता चला कि मृतक जांजगीर के वार्ड क्रमांक 10 के रहने वाले देवेंद्र हरवंश है। - शव के पास बीयर की दो खाली बोतलें और डिस्पोजल गिलास व अन्य सामान भी पुलिस को मिला था। - देवेंद्र दीपावली के दिन शाम सवा पांच बजे मकान मालिक के बेटे चमन को दो मिनट में लौट कर अाने की बात कहकर घर का दरवाजा बंद किए बिना ही निकल गया। इसके बाद वो वापस नहीं लौटा था। - देवेंद्र के पिता विनोद ने बताया कि वो दीपावली बनाने परिवार समेत गांव गए थे, लेकिन देवेंद्र को वहां अच्छा नहीं लगा और वो वापस जांजगीर अपने किराए के मकान में चला गया था। वो बोलकर गया था कि दीपावली वहां दोस्तों के साथ सेलिब्रेट करेगा। देवेंद्र लिंक रोड में संचालित विवेकानंद स्कूल में कक्षा नौवीं कक्षा का छात्र था।


ATM में मदद मांगना पड़ गया भारी, मिनटों में यूं हो गया अकाउंट खाली

17 October 2017
जशपुर। एटीएम में एक सेवानिवृत्त टीचर ने वहां मौजूद एक शख्स से मदद तो मांग ली पर उन्हें इस बात का आभास नहीं था कि मदद के नाम उनके साथ ये सब होगा। 10 हजार रुपए निकालने के लिए हेल्प करने वाले शख्स ने टीचर के अकाउंट से 1 लाख 31 हजार रुपए निकाल लिए।
जानिए पूरा मामला.... - घटना पत्थलगांव का है। यहां एक सेवानिवृत शिक्षक अगस्तुस तिर्की को रायगढ़ रोड स्थित एचडीएफसी के एटीएम से रुपये निकालने थे। - चूंकि उन्हें एटीएम से रुपए निकलना नहीं आता था। ऐसे में वहां खड़े अजनबी से उन्होंने मदद मांग ली। - अजनबी ने टीचर के रुपए निकाल तो दिए पर उसका एटीएम ही बदलकर दूसरा दे दिया। और उनके जाने के बाद अकाउंट से 1 लाख 31 हजार रुपए पर हाथ साफ कर दिया। - पीड़ित शिक्षक की रिपोर्ट पर पत्थलगांव थाना पुलिस ने ठगी का अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।


9 साल की छात्रा के साथ दुष्कर्म, आरोपी तक यूं पहुंची पुलिस

12 October 2017
रायपुर।शहर में एक 9 साल की छात्रा को घर छोड़ने के बहाने बहलाकर बाइक पर बैठाकर इलाके से दूर ले जाकर दुष्कर्म करने वाला आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पीड़िता के बताए मुताबिक जब पुलिस ने उन रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो आरोपी आइडेंटिफाई हो गया। ..
जानिए पूरा मामला.... - उरला इलाके 5 दिन पहले स्कूल से लौट रही 9 वर्ष की मासूम के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। - उरला टीआई गौतम गावड़े ने बताया कि 6 अक्टूबर को करीब साढ़े तीन बजे आरोपी पीड़िता बच्ची के पास आया और बोलो कि बाइक पर बैठो मैं तुम्हे घर छोड़ देता हूं। - पीड़िता को बहलाकर आरोपी बीरगांव के बड़े तालाब के पास ले गया और वहां दुष्कर्म कर छोड़कर भाग गया। किसी तरह बच्ची घर पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी। - इधर परिजन उरला थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। एक फुटेज में आरोपी पीड़िता को बाइक पर ले जाते हुए दिखा। - पुलिस ने बताया कि आरोपी बिलासपुर मोकपा का रहने वाला कमल तिवारी (35) है। यह हीरा प्लांट में नौकरी करता है। - पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।


सुकमा के चार गांवों के लोगों का आरोप न पुलिस जीने दे रही और न ही नक्सली

10 October 2017
जगदलपुर.पुलिस और नक्सली से प्रताड़ित सुकमा जिले के 4 गांवों के 34 ग्रामीण अपनी शिकायत लेकर संभागीय मुख्यालय पहुंचे। ग्रामीणों के साथ सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी और बुरकापाल के पूर्व सरपंच की बेटी अनिता माड़वी भी थीं। सभी मंगलवार को अपनी-अपनी समस्या बताने के लिए अफसरों से मिलेंगे। इस दौरान अनिता ने बताया कि उनके पिता की हत्या 10 मार्च 2017 को नक्सलियों ने की थी, उन पर मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।
मेरे घर पर हैं गोरखा के 16 ग्रामीण, वारंट दिखाओ ले जाओ: सोरी... सोनी सोरी के साथ गोरखा गांव के लोग भी पहुंचे थे। गोरखा के पटेल उइका भीमा ने बताया कि उनके गांव के 16 निर्दोष लोगों को पुलिस गिरफ्तार करने के लिए ढूंढ रही है। सभी पर नक्सली मददगार होने का आरोप है। 16 लोगों ने सोनी सोरी के घर पर शरण ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि गोरखा के लोगों ने गोमपाड़ की हिड़मे की हत्या के मामले में गवाही दी है ऐसे में पुलिस जबरन उन्हें परेशान कर रही है। सोनी सोरी ने कहा कि गोरखा के 16 ग्रामीण उनके घर पर हैं, यदि वे अपराधी हैं तो पुलिस वारंट दिखाकर इन्हें मेरे घर से ले जा सकती है।
दाड़ली सरपंच पत्नी बोली- शादी समारोह से जबरन ले गई पुलिस.. सोनी सोरी के साथ दाड़ली के सरपंच माड़वी चैतू की पत्नी माड़वी पायका भी पहुंची थी। उसने आरोप लगाए कि उसके पति को पुलिस एक शादी समारोह से तीन महीने पहले उठाकर ले गए थे। इसके बाद से वह चक्कर काट रही है। उसने कहा कि उसके पति बेगुनाह हैं।


जंगल से आ रही थी बदबू, देखा तो फूल गई थी एक युवक डेड बॉडी, पड़ गए थे कीड़े

7 October 2017
धमतरी। जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर बरारी के जंगल में एक युवक की सिर कटी लाश मिलने की अफवाह शहर में तेजी से फैली। मौके पर जब पुलिस पहुंची, तब सच्चाई कुछ और निकली। हफ्तेभर से लापता युवक की लाश गांव से करीब ३ किमी दूर जंगल में पड़ी थी। लाश का पंचनामा करने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया, पश्चात परिजनों को सौंप दिया। .
जानिए पूरी घटना... - अर्जुनी पुलिस ने बताया कि दोपहर 12 बजे बरारी के कोटवार ने खबर दी कि गांव से लगे जंगल में एक युवक की सिर कटी लाश पड़ी है। - इस खबर से पुलिस हड़बड़ा गई। तत्काल कंट्रोल रूम से वायरलेस सेट पर प्वाईंट भी चला। इधर जंगल में सिर कटी लाश मिलने की अफवाह शहर में भी तेजी से फैली। - मौके पर डीएसपी पंकज पटेल, रुद्री थाना प्रभारी अविनाश मिश्रा, अर्जुनी थाना प्रभारी उमेन्द्र टंडन समेत पुलिस जवान बड़ी संख्या में पहुंचे।
रंजीत के रूप में हुई शिनाख्त.. - डीएसपी पंकज पटेल ने बताया कि मृतक रंजीत (29) पिता रामू ध्रुव बीते 28 तारीख से घर से लापता था, जिसकी गुमशुदगी परिजनों ने अर्जुनी थाने में दर्ज कराई थी। - युवक ने जंगल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसकी लाश हफ्तेभर से जंगल में पड़े रहने के कारण पूरी तरह सड़-गल गई थी और कीडे़ भी लग चुके थे। - घटना स्थल से मृतक की साइकिल भी मिली। पुलिस ने शव का पंचनामा और पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
पूरे गांव वाले निकले थे ढूंढने.. - मृतक के पिता रामू ध्रुव ने बताया कि रंजीत हफ्तेभर घर नहीं लौटा, तब 5 अक्टूबर को गांव में बैठक हुई और निर्णय अनुसार शुक्रवार को पूरे गांव वाले जंगल में ढूंढने के लिए सुबह 8 बजे से निकले थे। - करीब 100 से अधिक लोगों ने जंगल के अंदर घुसकर खाक छानी, तब लाश का पता चला। - उन्होंने बताया कि मृतक की मानसिक स्थित ठीक नहीं थी। बीते 28 तारीख को साइकिल लेकर वह घर से निकला था।


विदेशी कॉल्स को लोकल में बदलता था ये गिरोह, आतंकी इसी से करते थे हैकिंग

5 October 2017
रायपुर.छत्तीसगढ़ के एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (एटीएस) और रायपुर क्राइम ब्रांच ने दिल्ली, मुंबई और पुणे में छापे मारकर विदेशी कॉल्स को लोकल में बदलकर देश को 30 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने वाले एक शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनसे ऐसी पोर्टेबल फोन एक्सचेंज मशीन जब्त की गई है, जो विदेशी कॉल्स को लोकल में बदल देती है। विदेश में बैठकर ठग इन्हीं मशीनों का इस्तेमाल करके यहां ठगी कर रहे हैं। रिपोर्ट होने पर देशभर की पुलिस को लोकल नंबर मिलते हैं, इसलिए पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाती। गिरोह से पूछताछ में यह खुलासा भी हुआ है कि इस जालसाजी में चीन के गिरोह मदद कर रहे हैं। पकड़ी गई मशीन और साफ्टवेयर भी चीन से कूरियर से मंगवाया गया था। जांच में पता चला कि इस मशीन का इस्तेमाल आईएसआई तथा कुछ आतंकी संगठन भी धमकी वगैरह के लिए कर रहे हैं। रायपुर कंट्रोल रूम में इस मामले का खुलासा आईजी प्रदीप गुप्ता और एसपी अकबर राम कोर्राम ने किया। अफसरों ने यह मशीन भी मीडिया के सामने रखी और आरोपियों को भी लाया गया। उन्होंने बताया कि गिरोह को पकड़ने का ऑपरेशन डेढ़ महीने चला। इस दौरान दिल्ली और मुंबई के अलावा देश के कई और शहरों में छापे मारे गए। तब जाकर गिरोह पकड़ा गया। इनसे 10 सिम बॉक्स मशीनें जब्त की गई हैं। ये सिम बाक्स छोटे टेलीफोन एक्सचेंज की तरह हैं। इनमें 32 सिम लगाकर इंटरनेशनल कॉल को लोकल में बदला जा रहा था। इसके अलावा सिम बैंक, लैपटॉप, नेटवर्क बुस्टर, डेटा कार्ड और राउटर मिला है। पूरा सामान चीन निर्मित है और जालसाजों ने वहीं के गिरोहों की मदद से मंगवाया था। पुलिस ने सभी अरोपियों को 2 दिन की रिमांड पर लिया है।
दो महीने पहले रायपुर में आए एक कॉल से फूटा रैकेट... मोवा के एक कारोबारी को करीब दो महीने पहले आया। कॉल करने वाले ने कहा उनकी 25 लाख की लॉटरी लगी है। कारोबारी समझ गए कि यह किसी ठग का फोन है। उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पुलिस से यह केस एटीएस के पास पहुंच गया। अाला अफसरों के निर्देश पर एक्सपर्ट के माध्यम से जांच करवायी गई। इस दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। उसके बाद क्राइम ब्रांच और थाने के अफसरों की चार टीम बनाई गई। उसके बाद दिल्ली-मुंबई से लेकर चीन तक फैले रैकेट का खुलासा हुआ।
दो साल में देश को 30 करोड़ का घाटा.. दरअसल देश को विदेशी कॉल्स से चार्ज के तौर पर इंटरनेशनल करेंसी मिलती है। इन मशीनों के जरिये ऐसे कॉल्स लोकल में ही बदले जा रहे थे, इसलिए यह चार्ज नहीं मिल रहा था। पुलिस अफसरों का अनुमान है कि इनके जरिये जालसाजों ने दो साल में देश को मिलने वाली 30 करोड़ रुपए मूल्य की विदेशी करेंसी का नुकसान पहुंचाया है।


पति को छोड़ जीजा से करती थी रोमांस, जब हुआ खुलासा तो उठा लिया ये कदम

29 September 2017
बैकुंठपुर। यहां एक विवाहिता ने सखी सेंटर में काउंसलिंग के दौरान सल्फास की गोलियां निगल ली। उल्टियां होने पर लोग आनन-फानन में अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे लेकर मर्ग कायम कर लिया। .
जानिए पूरा मामला.... - पुलिस के मुताबिक कोरबा के ग्राम कुरमुरा की रहने वाली ममता (26) की शादी 5 साल पहले खरसिया के आदर्श के साथ हुई थी। - शादी के दो साल बाद ही ममता का पति से विवाद हो गया और वो अपने जीजा के पास रामचंद्रपुर आकर रहने लगी। - इधर जीजा और साली में फिजिकल रिलेशन बन गया। ये बात जब ममता की बहन सरिता को पता लगी तो उसने आपा खो दिया और सखी सेंटर में नोटिस देकर बहन और पति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। - सेंटर में सरिता और उसके ससुराल के लोग, सरिता का पति और ममता को बुलाया गया। ममता के पति को भी बुलावा भेजा गया पर वो नहीं आया। - इधर सेंटर के लोगों ने ममता को जीजा का साथ छोड़ अपने पति के पास रहने की समझाइश दी और मामले को खत्म करने की सलाह दी। - ममता जीजा को छोड़ना नहीं चाहती थी। इधर उसने देखा कि जीजा से उसकी दूरी बढ़ रही है, ऐसे में वो बाथरूम में गई और सल्फास की पूरी डिबिया जिसमें करीब 7 गोलियां थी निगल गई। - जब उसे उल्टियां होने लगीं तो सभी घबरा गए और जल्द ही ममता को लेकर अस्पताल गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच की रही है।


अग्रवाल के ठिकानों से बड़े पैमाने पर मिले लूज पेपर्स, 22 लाख कैश, 90 लाख रु. की ज्वैलरी

27 September 2017
रायपुर। कारोबारी सुनील अग्रवाल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की जांच दूसरे दिन भी जारी रही। जांच के दौरान बड़ी मात्रा में लूज पेपर्स मिले हैं। कंप्यूटर और लैपटाप के रिकार्ड भी देखे जा रहे हैं। अब तक की पड़ताल में 22 लाख रुपए कैश और करीब 90 लाख रुपए की ज्वैलरी मिलने की जानकारी है। यह जांच दो दिन और चलेगी, ऐसा कहा जा रहा है। - अग्रवाल परिवार के रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और रायगढ़ में बंगलों और दफ्तरों में कारोबार से जुड़ी हर जानकारी जुटाई जा रही है। रातभर परिवार के लोगों के साथ आयकर विभाग की टीम ने रिकार्ड की जांच की है। बताया जा रहा है कि देर रात केजीएसएल कोलवाशरी कोरबा की जांच समेट ली गई है। - लूज पेपर्स जब्त कर लिए गए हैं। प्रकाशचंद्र अग्रवाल के बिलासपुर के मंगला चौक स्थित कार्यालय और साईं परिसर स्थित घर में जांच चल रही है। यहां बड़े पैमाने पर पेपर्स मिले हैं। इनकी कोलवाशरी बेलतरा में है। आयकर अफसरों ने सोमवार को रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा में कोल एवं पावर कंपनियों के 15 ठिकानों पर दबिश दी थी। 12 जगहों पर छापे व तीन स्थानों पर सर्वे किया गया। - इनमें से पांच रेसीडेंस और दस ऑफिस हैं। इनमें चार कोल कंपनी के संचालकों के रायपुर में फाफाडीह, ऐश्वर्या रेसीडेंसी, अशोका रतन और राठौर चौक के बंगलों में भी जांच शामिल है। जिन कंपनियों में जांच चल रही है उनमें केएल एनर्जी कोल बेनीफिशियरी, इंद्रमणि केजीएसएल पावर लिमिटेड, केजीएसएल कोल एंड पावर तथा शांभवी एनर्जी हैं। इन कंपनियों के संचालक सुनील अग्रवाल, पंकज अग्रवाल व प्रकाशचंद अग्रवाल हैं।
यशवंत ने जांच टीम को बताया-कंपनी बेचने के बाद नाममात्र का पार्टनर... - राज्य के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के भाई यशवंत अग्रवाल का सुनील से व्यावसायिक संबंध सामने आने के बाद जांच दल ने उनके ठिकानों पर भी दबिश दी है। यशवंत कल रायपुर से बाहर थे इस कारण उनसे पूछताछ नहीं हो पाई थी। आज यशवंत से आयकर की टीम ने दस्तावेजों के आधार पर पूछताछ की है। - सूत्रों के अनुसार यशवंत ने अफसरों को बताया कि उसने एक माह पहले ही अपनी कोल बेनिफिशरी कंपनी सुनील अग्रवाल को बेच दी है। सेल डीड की शर्तों के अनुसार अब वे नाममात्र के लिए पार्टनर बने हुए हैं। उनका कंपनी में कोई लेन-देन नहीं रह गया है। - यशवंत की कंपनी शांभवी थी जिसे बाद में उन्होंने सुनील को बेच दी है। पहले दिन की जांच में आयकर विभाग ने दोनों की साझेदारी है या नहीं, इसी पर फोकस किया हुआ


अब चुनाव नहीं लड़ेंगी डिंपल: सपा में परिवारवाद के आरोप पर बोले अखिलेश

25 September 2017
रायपुर.अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि अगर लोगों को ऐसा लगता है कि सपा में परिवारवाद है तो डिंपल अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने सपा में परिवारवाद होने के आरोप को नकारा भी। बता दें कि अमेरिका में बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान परिवारवाद पर राहुल गांधी के बयान के बाद ये मुद्दा अब सुर्खियों में है। …
राहुल से दोस्ती अभी भी है.... - रायपुर में अखिल भारतीय यादव महासभा में शामिल होने आए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पार्टी के परिवारवाद के सवाल पर खुलकर बोले। - स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया के सवाल पर अखिलेश ने एलान किया कि उनकी पत्नी और कन्नौज सांसद डिंपल यादव अब चुनाव नहीं लड़ेगी। - उन्होंने ये भी कहा कि अगले साल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी भी मैदान में उतरेगी। - राहुल गांधी से संबंधों की बात पर अखिलेश ने कहा कि उनसे अभी भी दोस्ती है और संबंध किसी भी तरह से खराब नहीं हुए हैं।
गाय-भैंस की राजनीति करने वाले डिजिटल इंडिया बनाएंगे.... - अखिलेश ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई गुजरात से आया और यूपी से सांसद बनकर प्रधानमंत्री बन गया। - उन्होंने कहा कि इस क्रम में वे अब लगातार छत्तीसगढ़ आते रहेंगे और यहां भी इतिहास बदलेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूरी राजनीति यादवों को लेकर हो गई, लेकिन अब हम भी अपने लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। - उन्होंने कहा कि गाय, भैंस और गोबर की राजनीति करने वाले डिजिटल इंडिया बनाने की बात कर रहे हैं।
फौज में बनाया जाए अहीर रेजीमेंट.... - अखिलेश ने कहा कि हम फौज में जातिवाद नहीं चाहते, हम केवल सम्मान चाहते हैं। अगर फौज में राजपूत रेजीमेंट हो सकता है, तो अहीर रेजीमेंट क्यों नहीं हो सकता। कुमाऊं रेजीमेंट में सबसे ज्यादा यादव लोग है। - अखिलेश ने कहा कि चंबल में अब डकैत नहीं रहते, वहीं अहीर रेजीमेंट बना दिया जाए। हम फौज का मनोबल बढ़ाएंगे। - योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार 50 हजार रुपए पेंशन दे रही थी, लेकिन नई सरकार ने इसे छीन लिया। ऐसी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है।
गाय बीजेपी के लिए नकली मां है... - अखिलेश यादव ने गाय के नाम पर देश में हो रही राजनीति पर चुटकी लेते हुए कहा कि यूपी चुनाव के दौरान गाय के नाम पर जमकर राजनीति की गई। हम कहते रहे कि गाय बीजेपी की नकली मां है। हम यादववंशी है, गाय हमारी असली मां है. बीजेपी सिर्फ गाय को बचाने के नाम पर राजनीति कर रही है, जबकि हमें ना केवल गाय बचानी है, बल्कि धरती मां भी बचानी है। - "हमने हमारी सरकार में एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण कराया, लेकिन मोदी जी केवल बात ही कर रहे हैं, हमें नहीं लगता कि रायपुर में मेट्रो का सपना पूरा कर पाएंगे क्योंकि उनका फोकस गुजरात पर ज्यादा है।" - "मोदी जी के योगी जी आज यूपी में किस तरह और कैसा विकास कर रहे हैं, हाल कि दिनों में राज्य में हुई घटनाओं से इसे समझा जा सकता है।"


सिर्फ फल खाता है ये बाबा, आश्रम के सीक्रेट कमरे में गुजारता था रात

21 September 2017
बिलासपुर। गुरमीत राम रहीम के बाद रेप के आरोप के चलते विवादों में आ चुके फलाहारी बाबा बिलासपुर के पास पेंड्रा में 3 एकड़ के आश्रम में रहते थे। कहा जाता है कि बाबा सिर्फ फल खाता है। ये यहां साल के तीन महीने रहने आता था और इनका कमरा बेहद गुप्त होता था जहां किसी को भी जाने की शख्स मनाही थी। बाबा इसी कमरे में अपनी रात गुजारता था। इसको इन्होंने गुरुगद्दी नाम दिया था।
खुलने लगी इनकी चमत्कारों की पोल.... राजस्थान के अलवर में दिव्य धाम संचालित करने वाले जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज का पेण्ड्रा में 3 एकड़ पर आश्रम है। - आश्रम में फलाहारी महाराज के गुरु रामानुज आचार्य ने इनको गद्दी सौंपी थी। पेण्ड्रा व आसपास के इलाके में बाबा के करीब 10 हजार से अधिक फालोअर्स हैं। - दुष्कर्म के आरोपी बाबा इस आश्रम में सालभर में करीब तीन महीने गुजारते थे। पेंड्रा क्षेत्र के कई बड़े व्यवसायी उनके शिष्य हैं और मोटी रकम चंदा के रूप में देते हैं। - इन्हीं पैसे से आश्रम संचालित होता है। मंदिर के पुजारी श्याम जी महाराज को भी बाबा की करतूतों के बारे में जानकारी नहीं थी। जानकारी भी कैसे हो, बाबा के गुप्त कमरे में किसी को जाने या उसके आसपास फटकने की भी इजाजत नहीं होती थी। - बातचीत में उसने बताया कि इस समय वह बीमार हैं और राजस्थान में इलाज करा रहे हैं। पेंड्रा के इस आश्रम में प्रसाद के नाम पर उबले हुए चने दिए जाते है।
खुली चमत्कारों की पोल.... - फलाहारी बाबा ने अपने फालोअर को बताया है कि उसने 12 साल तक हिमालय में जाकर तपस्या की है। - इनके बिलासपुर के अलावा मुंगेली जिले में हजारों शिष्य है। यहां उनका आना जाना लगा रहता था। चार महीना पहले मुंगेली व लोरमी में उसने रथयात्रा भी निकाली थी। कई बार वह बिलासपुर भी आ चुके हैं। - बाबा की इस सच्चाई के बाद लोग अब उनके झूठे चमत्कारों की भी पोल खोलने लगे हैं। उनके मुताबिक बाबा दावे तो बहुत करते हैं, लेकिन अभी तक तो कोई चमत्कार नहीं हुआ है।
फोन पर सुनते थे समस्याएं... - दुष्कर्म के आरोपी बाबा फलाहारी बाबा ने पेण्ड्रा व इसके आसपास रहने वाले फालोअर को मोबाइल नंबर 09414016552 व 9926126135 दे रखा है। - किसी को कोई समस्या आती है तो वह बाबा से इन्हीं नंबरों से संपर्क कर बातचीत करते थे। अभी दोनों नंबर बंद है।
पहला पुजारी भी था दुष्कर्मी.... - पेण्ड्रा के लोगों के अनुसार फलाहारी महाराज के पहले दुर्गा मंदिर आश्रम की देखरेख करने की जिम्मेदारी जिस पुजारी को मिली थी वह भी दुष्कर्मी था। - आश्रम परिसर में एक महिला के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश में वह पकड़ा गया था। इसके बाद वह फरार हो गया। नगर के लोगों ने उसकी पिटाई भी की थी।


प्रेमिका ने फोन पर कही ऐसी बात कि भागता हुआ आया प्रेमी, फिर भी हुआ ये सब

20 September 2017
अंबिकापुर। कंप्यूटर की पढ़ाई करने आई 21 वर्षीय छात्रा ने किराए के कमरे में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। इस स्टेप उठाने से पहले उसने प्रेमी को फोन किया था। फोन पर दोनों की कुछ बातें हुई। इधर युवती ने प्रेमी से कुछ कहा और फोन काट दिया। बदहवास हालत में भागता प्रेमी युवती के कमरे में पहुंचा। वहीं उसे फंदे पर लटका देख सिर पकड़कर बैठ गया। ..
जानिए पूरा मामला... - गांधीनगर थाना इलाके के सुभाषनगर में सोमवार की शाम को एक छात्रा ने मोबाइल पर अपने दोस्त को आत्महत्या करने के बारे में बताया। - इसके बाद उसने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। पता चलने पर युवक उसके घर पहुंचा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। - उसका शव कमरे में सीलिंग की पाइप से चुन्नी के सहारे फांसी से लटका हुआ था। वह यहां किराए के क्वार्टर में रहकर कम्प्यूटर का कोर्स कर रही थी। - आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है। उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला। मरने से पहले उसने दोस्त से अपने घरवालों के व्यवहार को लेकर नाखुशी जाहिर की थी। - पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि जशपुर जिले के सन्ना निवासी 21 वर्षीय युवती सिमबेला तिर्की गांधीनगर थाना क्षेत्र के सुभाषनगर में किराए के एक क्वार्टर में अकेले रहकर यहां कम्प्यूटर का कोर्स कर रही थी। - सोमवार की शाम को उसने एक युवक(बॉयफ्रेंड) को मोबाइल पर फोन किया। युवक फुंदुरडिहारी में रहता है। युवक को उसने आत्महत्या करने के बारे में जानकारी दी। - युवक ने समझाया, लेकिन उसने फोन काट दिया। इसके बाद कमरे में एस्बेस्टस शीट की छत की पाइप से चुन्नी के सहारे फांसी लगा ली। - इधर युवक भागकर उसके कमरे में पहुंचा लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। सूचना पर पुलिस पहुंची। - उसका शव फंदे से लटका हुआ था। रात होने की वजह से पुलिस ने कमरे को सील कर दिया। - परिजनों को भी घटना की जानकारी दी गई। वे अंबिकापुर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं थी जिसकी वजह से उसने ऐसा कदम उठा लिया। - ध्यान देने वाली बात है कि मृतका का परिचय युवक से कंप्यूटर पढ़ाई के दौरान ही हुआ। दोनों अक्सर फोन पर बातें करते थे।


पहले पी शराब, फिर बोतल तोड़ मारने लगा पेट में, सामने आया वीडियो

18 September 2017
जगदलपुर। बीच चौराहे पर सरेआम जब लोगों ने एक शख्स को खुद के पेट में कांच की बोतल के टुकड़े और ब्लेड मारते हुए देख हैरान रह गए। लोग चिल्लाते हुए उसके पास पहुंचे और उसे रोकने की कोशिश की। आखिरकार लोगों ने उसके हाथ पकड़ लिए और पुलिस को सूचना दी। - लाइव सुसाइड का ये मंजर जगदलपुर बस स्टैंड पर एक यात्री के मोबाइल में कैद हो गया। - दरअसल बस द्वारा एक शख्स स्टैंड पर आया और वहां उतरने के बाद उसने शराब पी ली। - वो काफी परेशान दिख रहा था। लोगों ने बताया कि अपने आप को जख्मी करने वाला शख्स बाहर का रहने वाला है। कुछ देर बाद अचानक वो बीच चौराहे पर गया और शराब की बोतल को तोड़ उसके नुकीले हिस्से से अपने पेट पर वार करने लगा। - उसके हाथ में ब्लेड भी था। उसके पेट से खून के फव्वारे छूटने लगे। इधर जब लोगों ने देखा कि एक शख्स सबके सामने मौत को गले लगा रहा है तो सबकी सांसें थम गईं। - जो जहां था वहीं से चिल्लाने लगा। फिर भी शख्स नहीं माना तो उसके पास कुछ लोग पहुंच गए और उससे ऐसा न करने के लिए कहने लगे। - वो तब भी नहीं माना तो कुछ लोगों ने उसका हाथ पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। - मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक अभी शख्स कुछ बता नहीं रहा है। उसकी हालत स्थिर होने के बाद ही उससे पूछताछ हो सकेगी।
ब्लू व्हेल गेम की है आशंका.. - स्थानीय लोगों की मानें तो ब्लू व्हेल गेम के चलते भी शख्स ऐसा कर रहा होगा। हालांकि पुलिस को उसके पास से ऐसा कोई एविडेंस नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।


4 महीने पहले हुई थी शादी, नाइट ड्यूटी से पति आया तो इस हाल में मिली पत्नी

15 September 2017
रायपुर। शहर के आजाद चौक थाना इलाके में एक विवाहित ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पति जब नाइट ड्यूटी कर सुबह घर लौटा तो देखा कि वो फंदे से लटक रही है। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। मृतका ने सुसाइड नोट भी लिखकर छोड़ रखा था। .
4 महीने पहले ही हुई थी शादी... - पुलिस ले बताया कि उरला थाना क्षेत्र के चिखली गांव निवासी ममता निषाद (22) की शादी हांडीपारा तलाब किनारे रहने वाले प्रमोद निषाद से 5 मई 2017 को हुई थी। - पति हर रोज की तरह रात 9:30 बजे खाना खाकर नाइट ड्यूटी पर निकल गया। जब सुबह घर लौटा तो बेडरूम का दरवाजा खुला हुआ था। - पत्नी फंदे से लटकी थी। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है कि जिसमें मृतका ममता ने लिखा है कि वो एक बीमारी के चलते सुसाइड कर रही है। घर वाले अच्छे हैं। - गलती मेरी है। मेरे घर वालों पर पूछताछ और परेशान न किया जाए। - पुलिस ने जब बीमारी के संबंध में मायके वालों से पूछा तो उन्होंने इंकार कर दिया। इधर घर के दूसरे परिजनों को कहना है कि पति-पत्नी में कोई तकरार भी नहीं हुई थी। बहू ऐसा कदम उठा लेगी ये किसी ने सोचा भी नहीं था।


बीमा सलाह देने खोली कंपनी, बोनस लोन दिलाने लोगों से ठग लिए 7 करोड़, पकड़ा गया

13 September 2017
भिलाई(रायपुर)।दुर्ग पुलिस ने दिल्ली स्थिति माइड इनफीनिटिव इनवेस्टमेंट सॉल्यूशन के डायरेक्टर आकाश बिड़ला निवासी दिल्ली को गिरफ्तार किया है। उसने पहले लोगों को बीमा पालिसी के संबंध में सलाह देने कंपनी शुरू की। बाद में बीमा का बोनस दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने दो कंपनियां खड़ी कर दी। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। - एएसपी के मुताबिक आरोपी आकाश बिड़ला बड़ी-बड़ी बीमा कंपनियों में बीमा कराने के नाम पर अपनी कंपनी के खाते में लोगों से रकम जमा कराते हुए उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बनाता रहा। - उसने अपनी कंपनी दफ्तरों को नाम वहीं दिए जहां से वास्तव में कंपनी का संचालन कर रहा था। पूछताछ कर रहे हैं और खुलासे हो सकते हैं।
आरोपी ने बीएसपी रिटायर शिक्षक को भी ठगा था. - एएसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी के इस मामले की जानकारी बीएसपी के रिटायर शिक्षक गिरधारी (69) पिता स्व. मदन लाल जोशी निवासी सेक्टर-4 की शिकायत से हुई। जिसमें रिटायर शिक्षक खुद आकाश बिड़ला के ठगी का शिकार हो चुके हैं। पुलिस ने उन खातों नंबर और जिन मोबाइल नंबरों से रिटायर शिक्षक को फोन किया जाता था, उन नंबरों की जांच की।


ढाई साल की कोशिश के बाद लड़की ने कहा- NO, फिर लड़के ने उठाया ये स्टेप

11 September 2017
धमतरी।यहां एक एकतरफा प्यार ने युवक ने एक लड़की की जान ले ली। आरोपी प्रेमी ने सरेराह उसकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी। इधर प्यार में नाकाम आरोपी घर गया और जहर पीकर खुद को भी खत्म करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि प्रेमी लड़की से करीब ढाई साल से अपने प्रेम का इजहार कर रहा था, लेकिन जब लड़की आखिरी बार मना कर दिया तो उसने ये कदम उठाया। जानिए पूरी घटना... - घटना मगरलोड थाना क्षेत्र के ग्राम मोहेरा में सुबह 6.30 बजे की है। प्रीतराम (22) अपने ही गांव की छात्रा बाजेश्वरी (22) के साथ एकतरफा प्यार करता था। - वो पिछले ढाई साल से उससे प्यार करता था और शादी करना चाह रहा था। प्रीतराम खेती-बाड़ी का काम करता था जबकि लड़की बाजेश्वरी एमए फाइनल इयर में थी। - जब लड़की कॉलेज जाती थी जब आरोपी उसका पीछा करते हुए कॉलेज तक जाता था। इस दौरान उसने कई बार गिफ्ट वगैरह देने की भी कोशिश की। - ढाई सालों तक ऐसा ही चलता रहा पर लड़की ने आरोपी को बतौर प्रेमी स्वीकार नहीं किया। उसने कहा कि तुम्हारा-हमारा कोई मेल नहीं है। - इधर आरोपी हार नहीं मानी। ढाई साल बाद भी जब उसके प्यार को बाजेश्वरी ने स्वीकार नहीं किया तो उसने मर-मिट जाने की योजना बना ली। - सुबह करीब 6:30 बजे जब युवती घर का कचरा फेंकने गई तो आरोपी घात लगाए बैठा था। जैसे ही वो घर की ओर वापस आने लगी तो उसने रास्ते में रोक लिया और उससे कहा कि मैं तुमसे बेहद प्यार करता हूं। - यदि तुमने मेरा प्यार स्वीकार नहीं किया तो मैं मर जाऊंगा। उसने काफी विनती की पर लड़की नहीं मानी। ऐसे में आरोपी ने कहा कि यदि तू मेरी नहीं होगी तो किसी की भी नहीं होगी। - ऐसा बोल उसने बाजेश्वरी पर चाकू से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवती की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना को अंजाम देकर भागा घर. - इधर आरोपी ने घटना को अंजाम दिया और घर भाग गया। वहां जाकर जहर खा लिया। आरोपी के परिजनों ने देखा कि उसकी हालत बिगड़ रही है तब उन्होंने आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया। - इधर वारदात की सूचना छात्रा के परिजनों ने मगरलोड थाने में दी। तब एसडीओपी डीपी ठाकुर, थाना प्रभारी निर्भयसिंह राजपूत समेत पुलिस बल मौके पर पहुंचा। शव का पंचनामा करने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए कुरुद अस्पताल भिजवा दिया। - घटना के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए अस्पताल के बाहर कड़ा पहरा लगा दिया गया ताकि आरोपी को भीड़ मार न सके।


प्रेग्नेंट बीवी से कहता था- ये मेरा बच्चा नहीं है, फिर उठा लिया ये कदम

9 September 2017
अभनपुर। यहां पत्नी के चरित्र पर संदेह कर हत्या करने वाले पति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पति-पत्नी में आए दिन चरित्र संदेह को लेकर झगड़ा होता रहता था। आखिरकार आरोपी ने पत्नी को घर में अकेला पाकर मसाला पीसने वाले सील से सिर पर वार कर दिया। गंभीर चोट के चलते विवाहिता की मौके पर ही मौत हो गई थी।
जानिए पूरा मामला... - उपरापारा निवासी 30 वर्षीय विजय यादव अपनी पत्नी रमा यादव के चरित्र पर अक्सर संदेह करता था। - रमा का डेढ़ साल का बच्चा है और दूसरा गर्भ में था। विजय अक्सर दलीलें देता था कि गर्भ में पल रहा बच्चा उसका नहीं बल्कि किसी और का है। - बस यही बात दोनों के बीच कलह की वजह थी। इधर बीते दिवस दोपहर को विजय के माता-पिता खेत पर गए थे। - वो भी ट्रैक्टर लेकर निकला था। उधर से लंच टाइम में वो शराब पीकर आया और पत्नी से लड़ने लगा। - मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि विजय ने मसाला पीसने वाले सील को उठाकर रमा के सिर पर दे मारा। - सिर में गंभीर चोट लगने से रमा की मौत हो गई। इधर जब परिजन घर लौटे तो देखा कि बहू खून से लथपथ जमीन पर पड़ी हुई है। - तुरंत पुलिस को खबर किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस जब विजय को खोजने लगी तो उसका पता नहीं चला। पुलिस का शक गहरा गया। - इधर विजय दूसरे दिन पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।


ब्लैकमनी : छत्तीसगढ़ की 904 कंपनियों के भी कारोबार पर रोक

7 September 2017
रायपुर।ब्लैकमनी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्र सरकार ने 2 लाख से ज्यादा कंपनियों के बैंक अकाउंट पर रोक लगा दी है। इसमें छत्तीसगढ़ की 904 कंपनियों के भी रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिए गए हैं। इन कंपनियों पर कंपनी लॉ से जुड़े रूल्स को फॉलो नहीं करने के आरोप में कंपनी एक्ट के सेक्शन 248 (5) के तहत की गई है। - जिन कंपनियों पर कार्रवाई की गई है उसमें सोने-चांदी के बड़े व्यापारी, कंस्ट्रक्शन कंपनी, पावर जनरेशन कंपनी, कई बड़े होटल कारोबारी, माइनिंग एवं सीमेंट कंपनी समेत अन्य शामिल है। इस कार्रवाई के बाद इन कंपनियों के डायरेक्टर और ऑथोराइज्ड सिग्नेट्री अब एक्स डायरेक्टर और एक्स ऑथोराइज्ड सिग्नेट्री हो गए है। - ये लोग तब तक कंपनियों के बैंक अकाउंट से कोई ट्रांजेक्शन नहीं कर सकेंगे जब तक कंपनी फिर से कानूनी तौर पर मान्य नहीं हो जाती है। वहीं, फाइनेंशियल सर्विस डिपार्टमेंट ने इंडियन बैंक एसोसिएशन की मदद से बैंकों को सलाह दी है कि वह ऐसी सभी कंपनियों के अकाउंट में ट्रांजेक्शन पर रोक लगाने के लिए कदम उठाएं, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
सरकार ने बैंकों को सलाह दी. - बैंक ऐसी कंपनियों के बैंक खातों से लेनदेन को रोकने के लिये तुरंत कदम उठाएं । सरकार के द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है, ‘‘इन कंपनियों के नाम काटने के अलावा बैंकों को भी यह सलाह दी गई है कि वह कंपनियों के साथ लेनदेन करते हुए सामान्यतः: अधिक सावधानी बरतें। - कार्पोरेट मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर बेशक किसी कंपनी को‘सक्रिय’ बताया गया हो, लेकिन यदि वह अन्य बातों के साथ साथ अपनी वित्तीय जानकारी और सालाना रिटर्न को सही समय पर दाखिल नहीं करती है तो ऐसी कंपनी को प्रथम दृष्टया अनिवार्य सांविधिक दायित्वों का पालन नहीं करने वाली संदेहास्पद कंपनी की नजर से देखा जा सकता है।


पत्नी ने सबके सामने खोल दी ये पोल, पति ने बदला लेने के लिए उठाया ये कदम

4 September 2017
धमतरी। पिछले कई सालों से पति का फिजिकल रिलेशन न बनाना पत्नी को नागवार गुजरा। इस बात लेकर तूतू-मैंमैं हुई और पति ने 3 साल की बेटी के सामने पत्नी का दबाकर हत्या कर दी। पति के फिजिकल नहीं होने पर मृतका अपने मायके में ही रहती थी। घटना के कुछ दिनों पहले ही वो ससुराल लौटी थी
जानिए पूरा मामला..... - मामला मगरलोड थाना इलाके का है। पुलिस के मुताबिक यहां 24 वर्षीय जीवन राज की शादी 5 साल पहले २२ वर्षीय ममता पटेल से हुई थी। - बेटी होने के बाद से जीवन पत्नी के साथ फिजिकल नहीं होता था। इधर पत्नी उसे कई बार रिक्वेस्ट करती फिर भी वो इग्नोर कर देता था। - इसके चलते वो अक्सर मायके में ही रहती थी। इसको लेकर उनके बीच अक्सर विवाद होता रहता था। पति के इन हरकतों के चलते पत्नी को उसके कैरेक्टर पर भी संदेह होने लगा था।
सबके सामने पति की इन हरकतों को किया खुलासा. - इधर दोनों के बीच अनबन के चलते शनिवार को सामाजिक बैठक हुई थी। बैठक में मृतका ममता ने सबके सामने बता दिया कि पति उससे फिजिकल रिलेशन नहीं बनाता है। - इधर सामाज से जुड़े लोगों ने दोनों को समझा बुझाकर एक साथ हंसी-खुशी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। - बैठक खत्म होने के बाद सभी घर चले गए, लेकिन जीवन समाज के लोगों के सामने पत्नी द्वारा की गई ये बेइज्जती बर्दाश्त नहीं कर पाया। - उसने पत्नी को रास्ते से खत्म करने की योजना बना डाली
बोला आओ आज तुम्हें ढेर सारा प्यार दूंगा - इधर बीती रात आरोपी ने पत्नी को प्यार से बुलाया और कहा कि आज तुम्हे ढेर सारा प्यार दूंगा। - पत्नी के आते ही उसने तकिए से उसका मुंह जोर से दबा दिया। और जब वह बेहोश होने लगी तो उसका गला घोंटकर मार दिया। - ये सब पास सोई 3 साल की मासूम देखती रही।
खुद जाकर कर दिया सरेंडर - आरोपी सुबह करीब 6 बजे मगरलोड थाने पहुंचा और मुंशी से कहा कि मैंने अपनी पत्नी की गला घोटकर हत्या कर दी है। - उसने खुद ही अपने खिलाफ पत्नी की हत्या करने का जुर्म दर्ज कराया। थाना प्रभारी निर्भयसिंह राजपूत ने बताया कि आरोपी अपनी पत्नी की हरकतों से परेशान था। - 2 सितंबर को हुई सामाजिक बैठक में मृतका ने आरोप लगाया था कि जीवन शारीरिक संबंध नहीं बनाता था और रोज मारपीट करता था। - उसकी बातों से ही तैश में आकर उसने घटना को अंजाम दिया। 3 वर्षीय बच्ची को परिजनों के सुपुर्द किया गया है।


छात्राओं ने कहा- बुरी नीयत से छूते हैं टीचर जी, मना करने पर मारते और धमकी देते हैं

2 September 2017
पलारी । महज एक माह के भीतर इलाके में छात्राओं से छेड़छाड़ का ये दूसरा मामला सामने आया है। यहां दसवीं की एक छात्रा ने घर जाकर टीचर की करतूत के बारे में परिजनों को बताया। परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करा दिया। पुलिस ने दूसरी छात्राओं का भी बयान लिया और टीचर को हिरासत में ले लिया है।
जानिए पूरा मामला..... - पुलिस ने बताया कि पराली हाईस्कूल में एनजीओ की ओ से नियुक्त हेल्थ केयर टीचर 26 वर्षीय खेमदास नवरंगे अपनी ही कक्षा की छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करता था। - छात्राओं को बुरी नीयत से छूता और उनसे गलत बातें करता था। जब एक छात्रा ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट की। - रोते हुए छात्र घर पहुंचा और परिजनों को आपबीती बता दी। परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करा दिया।
दूसरी छात्राओं भी खुलकर सामने आ गईं.... - पुलिस ने जब पूछताछ की तो क्लास की दूसरी छात्राएं भी सामने आ गईं और उन्होंने भी बताया कि टीचर सभी छात्राओं के साथ गंदी हरकत करता है। - छात्राओं ने ये बात परिजनों को भी बताई थी, लेकिन बदनामी के डर से वे चुप रह गए और शिकायत नहीं की। - पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
एक माह पहले भी हुआ था ऐसा - क्षेत्र में ये पहला मामला नहीं है। महज एक माह पहले भी निजी स्कूल में प्रिंसिपल ने एक छात्रा से छेड़छाड़ की थी। - इसके बाद गुस्साए छात्रा के परिजनों ने उसे पीटते हुए पुलिस के हवाले कर दिया था।


बच्चे को पीठ पर बांधकर भाग रही थी मां, जंगली हाथी ने नहीं बख्शा, दोनों को कुचल डाला

30 Aug 2017
अंबिकापुर।आए दिन हाथी मैनपाट और आस-पास के इलाकों में कहर बरपा रहे हैं। मैनपाट क्षेत्र के पीड़िया पंचायत के आश्रित गांव बावा पहाड़ में रात डेढ़ बजे हाथियों के घुसने पर दो साल के बेटे को पीठ पर बांधकर भाग रही महिला का सामना एक हाथी से हो गया। उसने दोनों को जमीन पर पटक-पटककर मार डाला। सुबह दोनों का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। हाथियों ने कुल 19 घरों को तहस-नहस कर दिया।
जानिए कैसे तांडव कर रहे हैं यहां जंगली हाथी..... - 14 अगस्त को हाथियों का दल मैनपाट में घुस था और तब से हाथी यहां उत्पात मचा रहे हैं। - 15 दिनों में हाथियों के उत्पात से कंडराजा, डांडकेसरा के अलावा बावापहाड़ आदि गांवों में दो सौ से अधिक परिवार बेघर हो गए हैं। - कंडराजा के अलावा इसकी तीनों बस्तियों बैगापारा, पटेलपारा औरा सरना पारा हाथियों के उत्पात से उजड़ गई है। - प्रभावित परिवारों को ब्लाक मुख्यालय में शिफ्ट किया ही जा रहा था कि बावा पहाड़ और चोरकी पानी के प्रभावित परिवारों को पेंट के स्कूल भवन और नर्मदापुर के सामुदायिक भवन में शिफ्ट करने कहा गया है।
रात में सो रही थी तभी बरपा कहर..... - ठुमरी बाई के कुल पांच बच्चे हैं। तीन बच्चे उसके साथ सो रहे थे जबकि दो बच्चे नाना- नानी के साथ सो रहे थे। - हाथियों के आने की खबर लगते ही सभी घर से निकलकर इधर-उधर भागने लगे। ठुमरी तीनों बेटों को लेकर घर से निकली। - सबसे छोटे बेटे को पीठ पर बागा बांधकर भागने लगी। दोनों बड़े बेटे नइहर साय और दिल साय अपने मामा के साथ भागने लगे। - तीनों ने हाथियों को देख लिया और पास में झाड़ियों में छिपकर बैठ गए। इससे इनकी जान बच गई। - घंटों तीनों झाड़ियों में डर से दुबके रहे। महिला और उसके बेटे का शव मिलने के बाद इनकी तलाश की जाने लगी तो दोनों भाई मामा के साथ झाड़ियों में मिले। तीनों काफी डरे हुए थे। - महिला की घोड़ाघाट में ससुराल है। पति से मनमुटाव के कारण वह बच्चों के साथ मायके में रहती थी।
गांव की हालत देखकर कलेक्टर रह गई स्तब्ध.. - मैनपाट इलाके में हाथियों के हमले में महिला और उसके बेटे की मौत की खबर लगते ही मंगलवार को जायजा लेने कलेक्टर किरण कौशल गांव पहुंची। - रात के हादसे व पीड़ितों का हाल सुनकर वे स्तब्ध रह गईं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि हाथियों के आने की खबर लगते ही सुरक्षित जगह पर चले जाएं। - मकान और फसल नुकसान होने पर मुआवजा दिया जाएगा। ग्रामीणों ने इस दौरान सड़क, बिजली की समस्या बताते हुए कहा कि इससे दिक्कत होती है। - कलेक्टर ने ग्रामीणों को इन समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने इस दौरान मृतका ठुमरी के पिता गोधी को 25 हजार की तात्कालिक आर्थिक सहायता दी। ड
्रोन से होगी हाथियों की निगरानी.... - मैनपाट इलाके में हाथियों के उत्पात को देखते हुए निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली जाएगी। कलेक्टर अधिकारियों को इसकी व्यवस्था करने को कहा है। - कलेक्टर ने बताया कि दिन में ड्रोन कैमरे से पता लगाया जाएगा कि हाथी किस क्षेत्र में हैं और रात्रि में किस ओर जा सकते हैं। - इसके आधार पर संबंधित गांवों में नियंत्रण की व्यवस्था के अलावा ग्रामीणों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया जाएगा। - प्रभावित लोगों के लिए नर्मदापुर में घटगांव, जामपहाड़, दातीढाब, मेडारढाब, बरपाली, बिषुनढाप एवं बरडांड़ के आसपास के ग्रामों के प्रभावितों के लिए आवासीय व्यवस्था की गई है


ये लेडी है स्टेट की पहले बैच की SSB कामंडर, नक्सलियों से ले रही है लोहा

28 Aug 2017
फिंगेश्वर(रायपुर)। नगर की छात्रा प्रियदर्शिनी निहारिका सिन्हा, प्रदेश से पहली बैच में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में असिस्टेंट कमांडेंट बनकर बस्तर के बीहड़ वनांचल में पदस्थ हैं। इन दिनों वे अंतागढ में निर्माणाधीन रावघाट रेल लाइन परियोजना में सैकड़ों पुरुष जवान बल का प्रतिनिधित्व करते बखूबी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं। - साल 2014 में यूपीएससी परीक्षा के जरिए देश में एसएसबी से चार महिला अधिकारियों कि नियुक्ति हुई थीं, जिसमें पहली बेच में छत्तीसगढ से प्रियदर्शिनी का चयन हुआ है। फिंगेश्वर के मध्यम वर्गीय परिवार से पली बड़ी व भोपाल से उच्च शिक्षा अध्ययन कर भिलाई विशेष अपराध अनुसंधान इकाई में पदस्थ महेश सिन्हा की पुत्री प्रियदर्शिनी ने दुर्ग के सेंट जेवियर्स स्कूल में 12वीं की पढाई की है। - वे छत्रपति शिवाजी इन्स्टीट्यूट आफ टेक्नालॉजी भिलाई में इलेक्ट्रानिक्स की डिग्री प्राप्त करने के उपरांत राज्य के प्रतियोगी परीक्षाओं में बाजी मारने के साथ सीपीओ की सब इंस्पेक्टर परीक्षा में टॉपर रहीं हैं। इसके पहले एसएसबी में महिला अफसर नहीं हुआ करती थी।
मम्मी-पापा की चाहत थी कि बेटी को वर्दी में देखे.. - प्रियदर्शिनी के पिता महेश सिन्हा, पुलिस इंस्पेक्टर होने के कारण अनुशासन की सीख व नसीहत देने के साथ अपनी बड़ी पुत्री से अपेक्षा भी रखते थे कि वह उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद प्रशासनिक सेवा में वर्दी के लिबास में दिखे। जैसे ही प्रियदर्शिनी का एसएसबी में प्रदेश में महिला सेना अधिकारी के रूप में चयन होते ही मम्मी पापा की मुराद पुरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।


बिना पूछे खाना खा लिया तो साली ने पति के साथ मिल जीजा को दे दी ये सजा

25 Aug 2017
बलरामपुर।यहां राजपुर पुलिस थाना इलाके में खाना खाने को लेकर साली और उसके पति ने जीजा की हत्या कर दी। हत्या की वजह खाना खत्म होना बताया जा रहा है। पुलिस आरोपी साली और उसके पति की तलाश कर रही है
जानिए पूरा मामला... - घटना राजपुर से करीब 8 किमी दूर गांव सिंगचोरा में हुआ। बुधवार की रात सोमार साय के यहां उनके साढू किशुन अपनी पत्नी के साथ पहुंचा था। - जब किशुन और उसकी पत्नी घूमकर रात में घर आए और खाना मांगा तो सोमार साय और उसकी पत्नी ने बताया कि खाना तो खत्म हो गया है। - इसी को लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया। किशुन ने सोमार को डंडे से पीटना शुरु कर दिया। इसमें उसकी पत्नी ने भी साथ दिया। - डंडा सिर में लगा और सोमार की मौके पर ही मौत हो गई। इधर बीच-बचाव में सोमार की पत्नी भी चोटिल हो गई। - इधर सोमार की मौत के बाद पति-पत्नी घबरा गए और उसकी बाइक लेकर वहां से रफूचक्कर हो गए। - इधर मृतक की पत्नी दौड़कर सरपंच के पास गई और उसे घटना के बारे में बताया। इसके बाद सरपंच ने पुलिस को जानकारी दी। - पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपियों की तलाश कर रही है।


चुनाव पर रोक, गर्माए छात्रों ने किया सड़क जाम, पुलिस की लाठी से फूटे सिर

23 Aug 2017
रायपुर। राज्य के करीब 500 कॉलेजों में इस बार छात्रसंघ चुनाव पर रोक के चलते पं. रविशंकर विश्वविद्यालय कैम्पस में छात्र राजनीति बौखलाहट आ गई है। बुधवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और सपोर्टर ने विश्वविद्यालय कैम्पस के पास जीई रोड को जाम कर दिया। करीब आधे घंटे तक जाम में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोग परेशान होते रहे। ऐसे में पुलिस ने लाठी भांजकर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। - पुलिस की लाठी से एक छात्र का सिर फूट गया जबकि कई घायल हो गए। सड़क पर पुलिस मुस्तैद हो गई और छात्र वहां से भाग खड़े हुए। - हालांकि दूसरे छात्र संगठन भी चुनाव पर रोक का विरोध करने की तैयारी में हैं। अधर कैम्पस में भी पुलिस पहुंच चुकी है ताकि छात्रों के आंदोलन पर को काबू किया जा सके।
मनोनित होंगे अध्यक्ष, अब ये होगा नियम - कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैम्पस में छात्रसंघ चुनाव का रंग ही अलग होता है। कई बार तो विधान सभा इलेक्शन का रंग भी इनके सामने फीका पड़ जाता है। लाखों रुपए उड़ा दिए जाते हैं शक्ति प्रदर्शन का दौर चलता है। - वहीं इस बार ये सब नहीं होगा। राज्य के करीब 500 कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी मनोनित होंगे। - मेरिटोरियस स्टूडेंट छात्रसंघ अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी बनेंगे। कुलपतियों की अनुशंसा पर उच्च शिक्षा विभाग ने यह निर्देश जारी किया है। छात्रसंघ गठन की पूरी प्रक्रिया 5 सितंबर तक पूरी की जाएगी।
अब नहीं होगी चुनावी हलचल - छात्रसंघ गठन को लेकर इस बार मनोनयन की ही चर्चा खूब थी। राज्य के विवि व कॉलेज इसके पक्ष में पहले से खड़े थे। - उच्च शिक्षा विभाग भी मतदान के बजाय मनोनयन के पक्ष में था, लेकिन घोषणा बाकी थी। मंगलवार को इस संबंध में आधिकारिक घोषणा की गई। - इसके साथ ही तीन साल से हो रहे छात्रसंघ चुनाव पर ब्रेक लग गया। अब कॉलेज व विवि दोनों जगहों पर छात्रसंघ मनोनयन से ही चुना जाएगा। - डिपार्टमेंट के टॉपर को अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी बनने का मौका मिलेगा। सूत्रों ने बताया कि कुलपति इस बार चुनाव में पक्ष थे ही नहीं। ज्यादातर का मानना था कि इससे कॉलेज व विश्वविद्यालयों में माहौल खराब होता है। पढ़ने वाले छात्रों को इससे परेशानी होती है। इसके अलावा यहां छात्र संगठनों का दखल भी बढ़ता था।
2012 हुआ में था मनोनयन - कॉलेजों में 2006 से लेकर 2012 तक छात्रसंघ का मनोनयन हुआ। मेरिट के आधार पर कॉलेजों के पदाधिकारी चुने जाते रहे। - दो साल किसी भी सिस्टम से पदाधिकारी नहीं बने। इसके बाद 2014 से 2016 तक पदाधिकारियों के लिए वोटिंग हुई। जबकि विश्वविद्यालय छात्रसंघ के लिए कॉलेज से चुनकर आए पदाधिकारियों ने वोट डाले।


लड़की का अधजला शव ऐसी हालत में मिला, निशान बता रहे हत्या की कहानी

21 Aug 2017
श्रीकरणपुर (श्रीगंगानगर)।श्रीगंगानगर के श्रीकरणपुर में सोमवार को रेलवे ट्रैक के पास लड़की का अधजला शव मिला। एक ग्रामीण ने शव देखा। मृतका के मुंह व नाक से खून भी बहा है। पुलिस को शव के पास से चुन्नी व जूतियां मिली हैं। पुलिस के अनुसार लड़की की हत्या कर शव को जलाया गया है। - पुलिस के अनुसार गांव 52 एफ व जोरावरपुरा के बीच एक ग्रामीण ने पटरी के पास लड़की को पड़े देखा। वह पास गया तो देखा एक लड़की का अधजला शव पड़ा था। उसने ग्रामीणों को बुलाया। ग्रामीणों ने पुलिस को फोन किया। - सूचना पर डीएसपी सुनील पंवार व सीआई अनिल मुंड वहां पहुंचे। पुलिस ने लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी महिला को पहचानने से इनकार कर दिया। पुलिस का मानना है कि महिला की हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की गई है। हत्या कर शव यहां लाकर डाला गया है। - पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया। महिला इस इलाके की भी नहीं है। पुलिस हत्या के एंगल से मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार लड़की की उम्र करीब 18 साल है।
मौके से मिली चुन्नी और जूती पुलिस ने शव मिलने के स्थान के आस-पास सर्च किया तो वहां से एक चुन्नी व लड़की की जूतियां मिलीं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बाल व चेहरा जला - मृतका के मुंह व नाक से काफी खून बहा है। वहीं हत्या कर उसे जलाने की कोशिश की गई है। लड़की के बाल, चेहरा, हाथ-पैर जलने से काले पड़ गए हैं। हालांकि शव पूरी तरह जल नहीं पाया है। - अब पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट होगा कि हत्या कैसे की गई।


छत्तीसगढ़ में भी चोटी कटने की होने लगी घटनाएं, 3 के साथ हुआ ये सब

17 Aug 2017
- चोटी काटे जाने का ताजा मामला छग के रायगढ़ जिले के किरोड़ीमल नगर आजाद चौक की है। जहां एक महिला की चोटी काटे जाने की खबर है। - चोटी किसने काटी, यह एक रहस्य बना हुआ है लेकिन हां, इस घटना ने महिला के दिल में ऐसी दहशत भर दी है कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। - आईसीयू में होने की वजह से महिला का बयान कोतरा रोड पुलिस नहीं ले पा रही है। कोतरा रोड पुलिस ने बताया कि किरोड़ीमल आजाद चौक निवासी संदीप पांडेय जिंदल कंपनी में नौकरी करते हैं। - वे किराए के मकान में अपनी पत्नी प्रतिभा पांडेय, दो बच्चे व अपनी बहन के साथ रहते हैं। रात में खाना खाने के बाद वे सपरिवार सो रहे थे। - इस बीच सुबह उनकी पत्नी प्रतिभा पांडेय 35 साल को सिर दर्द की शिकायत हुई। जिसके बाद उनकी ननद दवा लगाने पहुंची तो उन्होंने देखा कि उनकी भाभी की चोटी कटी हुई थी। - इसे देख वह सकते में आ गई। उन्होंने इसकी जानकारी अपने भाई को दी। इसके बाद पूरे मोहल्ले में चोटी कटने की बात फैल गई। - जिसके बाद वहां भारी भीड़ जमा हो गई। इस बीच अपनी चोटी कटने की खबर से प्रतिभा को ऐसा सदमा पहुंचा कि वे बेहोश हो गईं। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए जिंदल अस्पताल ले जाया गया। - इधर, घटना की सूचना कोतरा रोड पुलिस को दी गई। जिसके बाद कोतरा रोड टीआई व प्रशिक्षु डीएसपी मंजूलता बाज व महिला सेल प्रभारी सुषमा चेलक मौके पर पहुंची और मामले की जांच की, लेकिन उनको मौके से किसी तरह का कोई सबूत नहीं मिल पाया। - इधर, महिला की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है जिसकी वजह से पुलिस बयान दर्ज नहीं कर पाई है।
तीन चार दिन से कमर दर्द की शिकायत. - कोतरा रोड टीआई मंजूलता बाज ने बताया कि पीड़ित महिला को पिछले तीन चार दिनों से कमर दर्द की शिकायत थी। जिसकी वजह से वे कई मेडिसीन भी ले रही हैं। - बुधवार की सुबह उन्हें सर दर्द की शिकायत हुई। अब उनके बयान होने और पुलिस जांच आगे बढ़ने के बाद ही मामले की वास्तविकता सामने आएगी कि आखिरकार चोटी कैसे कटी?
यहां मां-बेटी की कट गई चोटी - भिलाई के खुर्सीपार जोन 2 में रीता देवी और बेटी राधा भारतीय की चोटी कटने की घटना सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। - पुलिस ने पीड़ित परिवार के मूक बधिर बेटे का एक्सपर्ट के माध्यम से बयान भी लिया जो घटना के समय उसी कमरे में बैठकर टीवी देख रहा था, जहां मां सोई थी। - उसने पुलिस को बताया कि बाल कटने की घटना जिस समय हुई उस दौरान घर में कोई भी नहीं आया। - वहीं मां-बेटी ने भी बयान में जादू-टोने की बात को खारिज करते हुए कीड़े द्वारा काटे जाने की आशंका जताई है।


मां की डेड बॉडी देख चीखने लगा बेटा, दूध बांटकर लौटा तो देखा घर में खून ही खून

14 Aug 2017
रायपुर।शहर के सेजबहार इलाके में 45 वर्षीय महिला की गला रेतकर हत्या कर दी गई। सोमवार सुबह 9:30 बजे महिला की डेड बॉडी खून से लथपथ उसके कमरे में मिली। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। हत्या किसने की ये अभी अज्ञात है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है।
जानिए पूरा मामला..... - घटना मुजगहन थाना इलाके के सेजबहार बस्ती में 44 वर्षीय महिला चमेली बाई यदु की अज्ञात शख्स ने हत्या कर दी। - सोमवार की सुबह 9:30 बजे कमरे से खून से लथपथ शव बरामद हुआ। महिला के गले में धारदार हथियार से हमले के चोट के निशान मिले। - इससे प्रारंभिक जांच में ही पुलिस ने हत्या की आशंका दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। घर में कोई नहीं था - पुलिस के मुताबिक सुबह 8:30 बजे पति ईश्वर प्रसाद यदु अपनी बाड़ी की ओर टहलने के लिए निकले थे। - जबकि उनका बेटा दानेश्वर दूध बांटने के लिए सेजबहार कॉलोनी गया हुआ था। - दानेश्वर सुबह 9:30 बजे घर पहुंचा तब अपनी मां की लाश एक कमरे में देखकर पिता को सूचना दी। - बाद में चमेली बाई की मौत होने की खबर आसपास के हिस्सों में आग की तरह फैल गई और पूरे गांव में सनसनी का माहौल बन गया। - सूचना पर पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


पुलिस ने प्रेमी को पकड़ा तो खुला राज, यूं गड़ी मिली प्रेग्नेंट प्रेमिका की लाश

10 Aug 2017
रायगढ़। यहां बुधवार को एक 18 वर्षीय लड़की का शव बरामद किया गया है। हत्या के बाद शव को दफन कर दिया गया था। शव करीब 25 दिन पुराना है और उसके शरीर के हिस्सों से कपड़े हटे हुए हैं। मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है। जानिए पूरी घटना... - खरसिया के नजदीकी ग्राम भालुनारा में एक 18 वर्षीय लड़की की हत्या कर लाश को गाड़ दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। - पुलिस के मुताबिक मृतका बसंती अगरिया 13 जुलाई से लापता थी। लड़की की खोजबीन करने के बाद भी पता नहीं चलने पर परिजनों ने खरसिया थाने में 4 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज करायी थी। - इधर लड़की का पता लगाने में जुटी पुलिस को एक मुखबीर के जरिए इनपुट मिला। - थाना प्रभारी धर्मानंद शुक्ला ने नजदीकी ग्राम चोढ़ा के कौशल राठिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की। - चूंकि कौशल और बसंती का प्रेम प्रसंग था। ऐसे में कौशल ने कड़ाई से पूछताछ के बाद मर्डर कर जमीन में गाड़ने की बात कबूल कर ली। - पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उसके बताए गए स्थान पर बुधवार को खुदाई करने के बाद युवती का शव भी बरामद हो गया है। मामले में आरोपी से पूछताछ चल रही है।
इसलिए मारा था बसंती को... - बसंती के पिता शहर से बाहर मजदूरी करते हैं। वे महीने में एक या दो बार घर आते हैं। - बसंती और उसकी छोटी बहन घर पर ही रहती थीं। बसंती ट्रैक्टर ड्राइवर कौशल राठिया के साथ मजदूरी करने जाया करती थी। - इसी बीच दोनों में प्रेम प्रसंग चलने लगा और बसंती प्रेग्नेंट हो गई। इधर जब उसके पेट में दर्द रहने लगा तो उसने कौशल को ये बात बता दी। - 13 जुलाई को आरोपी ने बसंती को बुलाया और अबॉर्शन कराने के लिए दबाव बनाने लगा। - इधर बसंती कहती रही कि शादी कर लो। बस आरोपी को लगा कि वो बुरी तरह से फंस गया। अब शादी के अलावा कोई चारा नहीं है। - दरअसल वो प्रेम करने के बहाने बसंती का देह शोषण करता था। इधर उसने बसंती को ही रास्ते से हटाने की ठान ली। - उसने 13 जुलाई की शाम को उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और डेड बॉडी भालूनारा के पास जंगल में दफना दिया।
छोटी बहन ने कही थी ये बात - जब बसंती के पिता घर आए तो छोटी बेटी ने बताया कि दीदी 13 जुलाई से घर नहीं लौटी है। - वो अक्सर पेट दर्द होने की बात कर रही थी। इसपर उसके पिता ने पहले तो खुद के लेवल पर पता किया। रिश्तेदारों के पास जाकर खोजीबीन की। - जब बसंती नहीं मिली तो 4 अगस्त को थाने में उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया


छेड़छाड़ मामले में CRPF का एक जवान हिरासत में, छात्रा ने यूं बताई आपबीती

9 Aug 2017
दंतेवाड़ा।स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ मामले में सीआरपीएफ का एक जवान हिरासत में ले लिया गया है। दूसरे के लिए पुलिस की टीम उत्तराखंड रवाना हो चुकी है। जांच दल ने 16 छात्राओं को इवेंट में शामिल हुए जवानों की फोटो दिखाई। इसमें दो जवानों की शिनाख्त हुई है। दोनों जवान सीआरपीएफ 231 बटालियन के हैं।
जानिए पूरा मामला.... घटना दंतेवाड़ा के कोंडाकोआ थाने का है। यहां 31 जुलाई को यहां पालनार गांव में आवासीय गर्ल्स स्कूल है। - यहां करीब 500 आदिवासी लड़कियां रहकर पढ़ाई करती हैं। यहां 31 जुलाई को एक कार्यक्रम रखा गया जिसके तहत नक्सलवादियों के खिलाफ जंगल में अपनी जान की बाजी लगाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को लड़कियों ने राखी बांधकर उनके जीवन की शुभकामनाएं कीं। - इस कार्यक्रम के लिए कार्यक्रम में अलग-अलग बटालियन के करीब 100 सीआरपीएफ के जवानों को आमंत्रित किया गया था। - कार्यक्रम के बाद ये बात सामने आई कि कुछ जवानों लड़कियों के टॉयलेट की ओर चले गए थे। लड़कियों ने उन्हें वहां से जाने को कहा तो वे उन्हें उल्टा धमकाने लगे और तलाशी लेने के नाम पर उनके साथ अश्लील हरकतें भी कीं। - लड़कियों ने इस बात की जानकारी वार्डन अधीक्षिका सिन्हा को दी। वार्डन ने इसकी शिकायत एसपी और कलेक्टर से की। - कोंडाकोआ पुलिस ने जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है और मामले की जांच चल रही है। - इधर इस घटना को पुलिस के आला अधिकारियों ने बेहद शर्मनाक बताया है।
16 बालिकाओं का दर्ज हुआ बयान - दंतेवाड़ा डीआईजी पी सुंदरराज ने बताया कि अभी तक 16 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए। - कुछ छात्राएं राखी की छुट्टी में घर गई हैं। आने के बाद उनका बयान दर्ज होगा। - छात्रावास में रहने वाली 9वीं की छात्रा के मुताबिक जब वह अकेले वाशरूम गई तो उसके बाहर खड़े एक जवान ने उससे तलाशी लेने की बात की। - लड़की सहम गई। डर के मारे कुछ बोल नहीं पाई। जवान ने तलाशी के बहाने उसके साथ अश्लील हरकतें की। - पीड़िता छात्रा ने डरते हुए शाम को प्रार्थना के वक्त अपनी दोस्त को ये बातें बताई तो उसकी फ्रेंड ने भी कहा कि उसके साथ ऐसा हुआ है। फिर तो कई छात्राओं ने बताया कि उनके साथ भी ये हुआ है। - सभी ने मिलकर संस्था की भृत्य दिव्या सिन्हा को जानकारी दी। दिव्या सिन्हा ने अधीक्षिका द्रौपदी सिन्हा को मामले की जानकारी दी।


मिड डे मील में जहर, स्कूल में मचा हड़कंप, फेंकवाया पूरा खाना

4 Aug 2017
राजनांदगांव। मिड डे मील तैयार होने के बाद उसमें जहर मिले होने की सूचना पर स्कूल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में तैयार खाना फेंकवा दिया गया। शिक्षा विभाग ने मामले की जांच का आदेश दिया है। पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है।
जानिए पूरा मामला.... - डोंगर ब्लॉक के ग्राम घोघेडोंगरी के मिडिल स्कूल में बच्चों के लिए पकाया गया मिड डे मील बस उन्हें वितरित होने वाला था। - तभी सूचना आई कि पूरे खाने में जहर मिला हुआ है। बस क्या था पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पूरा खाना फेंकवाया गया। - मामले की जानकारी पुलिस को मिली। पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है।
ऐसे पता चला - मामले की जानकारी सबसे पहले रसोइए को हुई। तैयार खाने में अजीब गंध आ रही थी। - उसने सभी को खाना खाने से रोका और एचएम व अन्य शिक्षकों को बुलाकर खाने को दिखाया। - खाने में कीटनाशक की गंध आ रही थी। इसके बाद तुरंत खाना फेंका गया।


Ladies ब्यूटी पार्लर में हो रहा था ये सब, मेल पार्लर से सेट होते थे ग्राहक

2 Aug 2017
रायगढ़।शहर के पॉश इलाके में ब्यूटी पार्लर की आड़ में चल रहे देह व्यापार पर बीती रात पुलिस ने छापा मारा। बड़े रैकेट का हिस्सा 3 युवतियों और एक महिला के साथ दो पुरुषों को हिरासत में लिया गया है। मामले में पार्लर संचालिका को पीटा एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। छापे के दौरान पार्लर से आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ है।
जानिए पूरा मामला.... - शहर के ढिमरापुर से जेएसपीएल रोड पर सीएचएमओ तिराहे से थोड़ी दूर स्थित वृंदावन कॉलोनी के पास स्थित एक कॉम्पलेक्स में ब्यूटी पार्लर की आड़ में देह व्यापार चल रहा था। - यहां ब्यूटीशियन के नाम पर देह व्यापार से जुड़ी लड़कियों को काम पर रखा जाता था। वहीं जेंट्स पार्लर में आने वाले ग्राहकों को आफर देकर यह अनैतिक धंधा चलता था। - आबाद वाले इस कालोनी के लोगों में कुछ को भनक भी नहीं थी। जब कुछ लोगों को पता चला तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई। - इसके बाद कोतरा रोड थाना प्रभारी मंजूलता बाज के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की। - मंजूलता ने बताया कि वृंदावन कॉलोनी में लेडीज एंड जेंटस ब्यूटी पार्लर है, जहां सेक्स रैकेट संचालित किया जा रहा है। सूचना के आधार पर करीब 9 बजे पुलिस ने ब्यूटी पार्लर पर छापा मारा। - मौके से ब्यूटी पार्लर संचालिका समेत 4 युवतियों व दो पुरुषों को हिरासत में लिया गया। पार्लर की तलाशी लेने पर बहुत सा आपत्तिजनक सामान मिला। पुलिस अब सभी के खिलाफ पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है।
बोगस ग्राहक भेज की कार्रवाई - पुलिस ने पहले मौके पर बोगस ग्राहक भेजा। उसने सौदा तय कर लिया। फिर उसके इशारे पर अचानक रेड हो गई और मौके पर आपत्ति जनक सामान व कैश के साथ ब्यूटी पार्लर संचालिका जूली (37) के साथ ग्राहक भरतलाल पिता लक्ष्मीप्रसाद चौधरी (52), गुरुचरण पिता घसिया पटेल (52) वर्ष निवासी अमेरी थाना सरिया तथा पकड़े गए। - युवतियों व महिलाओं में 28, 24, 26 वर्ष की तीन युवतियां और एक 30 वर्षीय महिला पकड़ी गई।


सावन के चौथे सोमवार पर ही शिवालयों में हुआ महाजलाभिषेक, ये है इसकी वजह

31 July 2017
रायपुर।सावन के चौथे सोमवार पर हर ओर शिवालयों में भोले के जयकार का माहौल है। भक्तों का तांता अल सुबह शहर के मंदिरों में देखने को मिल रहा है। शहर के महादेव घाट स्थित महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। सभी ने जल और दूध से भगवान का अभिषेक किया। चौथे सामवार पर ही भक्तों ने शिव का महाजलाभिषेक कर दिया। इसकी वजह है पांचवे सोमवार को चंद्र ग्रहण लगने वाला है। - शहर में तड़के मंदिरों में लोगों ने पूजन-दर्शन का कार्यक्रम शुरु कर दिया। - चौथे सोमवार पर जल से भगवान शंकर का अभिषेक किया गया। बेलपत्र चढ़ाए गए। दूध-दही, शहर से स्थनान कराया गया। - शहर के महादेव घाट स्थित महादेव मंदिर में भक्तों की काफी तादात देखने को मिली। कांवडिय़ों समेत भक्तों ने खरुन नदी से जल भरकर भोले का अभिषेक किया। - बूढ़ापारा स्थित बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में शाम को शिव का विशेष श्रृंगार होगा। - टिकरापारा स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर में भी जल चढ़ाने वालों का तांता लगा रहा।
चंद्र ग्रहण के चलते लोगों ने पहले ही किया महाजलाभिषेक. - पांचवे सोमवार को चंदग्रहण के चलते केवल एक घंटे का ही शुभ मुहूर्त होगा। - ऐसे में एक घंटे में सभी को महाजलाभिषेक करने का मौका नहीं मिल पाएगा। - इसलिए काफी लोगों ने इस सोमवार को ही महाजलाभिषेक किया।
यहां पानी की बरसती बूंदों पर थिरकने लगे शिव भक्त धमतरी में रुद्रेश्वर घाट में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। - यहां कांवड़ियों की भारी भीड़ ने शिव का महाजलाभिषेक किया। इसके बाद ये शहर के दूसरे शिवालयों में जल चढ़ाने के लिए निकल गए। - मकई चौक पर पानी के फव्वारे से शिव भक्तों का स्वागत किया गया। इस जोश और उत्साह के माहौल में शिव भक्तों ने करीब आधे घंटें तक शिव महिमा पर डांस किया।


पुलिस की नाक के नीचे हुई ये वारदात, अब होटल्स में डाल रहे हैं रेड

28 July 2017
धमतरी। दो दिन पहले सिटी थाने से महज 700 मीटर की दूरी पर एकता नगर कालोनी में एक ही रात दो शासकीय कर्मचारी समेत तीन घरों के ताले टूटने के बाद पुलिस चौकन्ना हो गई है। पुलिस ने अ तक 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया और पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को शहर के होटल्स में छापे में मारे गए और पिछले एक हफ्ते से अभी तक ठहरने वालों के डिटेल लिए जा रहे हैं। - कोतवाली पुलिस के अनुसार घटना 25-26 जुलाई दरम्यानी रात की है। घटना गौरव पथ एकता नगर निवासी संजय लांझे, कौशल चन्द्राकर व निशांत शर्मा के घर की है। - सभी का मकान 50-50 कदम की दूरी पर है। जबकि सिटी थाने से महज 700 मीटर दूर। - एक ही रात में तीन घरों का ताला टूटने से पुलिस की कार्यशैली पर भी शहरवासियों ने उंगलियां उठाई है। - यहां से फॉरेंसिक टीम ने कुछ फिंगरप्रिंट उठाया है। डॉग स्क्वायड टीम ने भी चोरी हुए घरों में घुस-घुसकर सूंघा। पुलिस को उक्त तीनों घरों से फिलहाल कोई सुराग नहीं मिला है।
इनके घर हुई है चोरी, लगे थे तीन दिनों से ताले.. - मकान मालिक संजय लांझे सिटी कोतवाली में प्रधान आरक्षक व उसकी पत्नी खिलेश्वरी लांझे रुद्री थाने में पदस्थ है। - 24 जुलाई को संजय राजनांदगांव ट्रेनिंग में गया और खिलेश्वरी अपने परिजनों के घर कोरबा चला गई। - कौशल चन्द्राकर गंगरेल में व उसकी पत्नी हेमलता चन्द्राकर शकरवारा में माध्यमिक स्कूलों पदस्थ है। 23 जुलाई को चन्द्राकर दंपत्ति अपने बेटे से मिलने कोटा राजस्थान चली गई। - इसी तरह निशांत शर्मा अपने पूरे परिवार के साथ जगन्नाथपुरी गए थे। पुलिस ने उक्त तीनों घरों का ताला एक ही रात टूटा है।
पड़ोसियों को सौंपी थी चाबी पुलिस के अनुसार संजय लांझे और कौशल चन्द्राकर अपने-अपने पड़ोसियों को घर की चाबियां सौंपी थी। - चोरी की वारदात की सूचना भी पुलिस को पड़ोसियों के माध्यम से मिली। वारदात की सूचना पाकर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो संजय लांझे के घर ज्यादा सामान बिखरे मिले है। - सभी कमरों के दरवाजे टूटे है। एक-एक अलमारी खंगालकर चार जेवरात ले गए हैं। - कौशल चन्द्राकर के घर भी चोरों ने लंबा हाथ साफ किया है। निशांत शर्मा के घर हजारों की सामान चोरी होने की बात पुलिस ने कही है। थाने से महज 1 किमी की दूरी पर गौरव पथ मार्ग में तीन घरों का ताला टूटने से क्षेत्रवासी पुलिस पेट्रोलिंग पर सवाल उठा रहे हैं। - लोगों की मानें, तो क्षेत्र में पुलिस गश्त नहीं होती। आपराधिक तत्व अासानी से अपराध कर फरार हो जाते हैं। - इसके पहले भी शहर के कई छोटी-बड़ी चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस सबक नहीं ले पाई। लोगों ने पुलिस से पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है


बाढ़ भी नहीं रोक पाई शराब की दीवानगी, यहां लोग इस तरह जा रहे खरीदने

27 July 2017
बेमेतरा।छत्तीसगढ़ में जबसे शराब बेचने का जिम्मा खुद सरकार ने ले लिया है तब से सरकारी शराब की दुकानों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं नवागढ़ के टेमरी गांव में शराब की दुकान के बाढ़ के पानी से घिर जाने के बावजूद लोगों का क्रेज कम नहीं हुआ है। यहां स्टूडेंट और पढ़े लिखे लोग भी बाढ़ के पानी में जान जोखिम में डालकर शराब लेने जा रहे हैं। ध्यान देने वाली बात है कि इस समय पानी में सांप और बिच्छू समेत कई कीड़े होते हैं जो घातक होते हैं।
जानिए पूरा मामला... ये तस्वीर बेमेतरा जिले के नवागढ़ कस्बे का है। यहां के टेमरी गांव में सरकारी शराब की दुकान बाढ़ के पानी से घिर गई है। पानी चारो ओर घुटनों के ऊपर तक है, फिर भी लोग बिना किसी जहरीले जीव के डर के यह नाला पार कर रहे हैं। - इतना ही नहीं कुछ ने तो इसे पार करने के लिए पैंट तक उतार दिया। यह गांव जनपद पंचायत नवागढ़ की सबसे बड़ी पंचायत है। - प्रदेश के सहकारिता मंत्री दयालदास बघेल का गोद लिया गया गांव भी है, लेकिन मंत्री भी यहां लोगों को शराब से छुटकारा दिलाने में नाकाम रहे हैं। 10-20 रुपए के लिए जान कर रहे हैं ये सब - कई तो पानी में उतरे बिना भी शराब मंगा रहे हैं। कुछ लोग पानी में उतरकर शराब लाने के एवज में बाकायदा उनसे पैसे वसूल रहे हैं। - 10-20 रुपए में शराब किनारे पर मिल जा रही है। यहां शराब खरीदने वालों में स्टूडेंट और पढ़े-लिखे लोग भी नजर आते हैं।
इस दुकान के विरोध में थे लोग - आदर्श ग्राम बन चुके टेमरी की पंचायत ने ग्राम सभा बुलाकर सर्वसम्मति से यहां पर शराब दुकान नहीं खोलने का प्रस्ताव पारित किया। - इसकी सूचना राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, आबकारी मंत्री, बेमेतरा जिला प्रभारी मंत्री, क्षेत्रीय विधायक व सहकारिता मंत्री समेत कलेक्टर बेमेतरा को दी गई थी। - सरकार ने पंचायत के प्रस्ताव को नजरअंदाज कर वहां 10 लाख की लागत से शराब दुकान का निर्माण करा दिया।


उद्यानिकी विभाग का कारनामा,लगाने थे सब्जियों के पौधे, लगा डाली धान की नर्सरी

24 July 2017
बिलासपुर।दो साल पहले शहर में जिस वेजिटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट की स्थापना लाखों किसानों को महज 75 पैसे में सब्जियों व फलदार पौधा देने के लिए की गई थी, अब वहां नर्सरी की इतनी जगह खाली है कि धान लगा दिया गया है। करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से शुरू यूनिट में अभी तक टेक्निकल और मैकेनिकल स्टॉफ की भर्ती नहीं की जा सकी है। मंत्री के निरीक्षण के बाद उद्यान अधीक्षक से यूनिट का प्रभार छीन लिया गया पर इससे हालत नहीं सुधरी। -हरियाणा, महाराष्ट्र जैसे सब्जी व फल-फूल उत्पादक राज्यों की तर्ज पर उद्यानिकी विभाग ने बिलासपुर के सरकंडा में दो साल पहले 5.86 करोड़ की लागत से बिग प्लग टाइप वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट लगाई। रायपुर के करीब ग्राम बाना में दस साल पहले से ही यूनिट है लेकिन सितंबर 2015 को सरकंडा में यूनिट का उद्घाटन करते हुए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इसे बाना से भी अपग्रेड यूनिट बताया। ऑटोमेटिक यूनिट से हर माह बिलासपुर संभाग के किसानों के लिए 10 लाख तो एक वर्ष में एक करोड़ पौधे तैयार करने का दावा किया गया। -किसान के बीज देने के महज 20 दिन बाद उसे 75 पैसे में पौधा देंगे। यह यूनिट बिलासपुर जिले के महज दो ब्लाकों के चंद किसानों तक सिमटकर रह गया है। यहां पौधे तैयार करने की तकनीक वैज्ञानिक है पर कोई एक्सपर्ट नहीं है। यह गैर प्रशिक्षित मजदूर व मालियों के भरोसे चल रहा है। नतीजा ये कि यहां जगह खाली न दिखे इसलिए धान की नर्सरी लगा दी गई है। जबकि धान उद्यानिकी का सब्जेक्ट नहीं है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर और बिलासपुर के एग्रीकल्चर कॉलेज में धान पर कई रिसर्च हो रहे हैं। यूनिट में मामूली सुविधाएं तक नहीं है।
अधीक्षक के सस्पेंड होने का असर नहीं.. जून में मंत्री अग्रवाल ने सीडलिंग यूनिट का निरीक्षण किया। वहां मशीन बंद होने पर वे भड़क गए। उन्होंने उप संचालक केके मिश्रा से स्थिति में सुधार लाने कहा। उन्होंने उद्यान अधीक्षक व यूनिट के प्रभारी एसके पांडेय को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। अधीक्षक के सस्पेंड होने के बाद व्यवस्था में सुधार होना था लेकिन अभी भी वहां स्थिति पहले जैसी ही है। फिलहाल स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है।
यूनिट लगाने का मकसद ही बदल गया.. जानकारों के मुताबिक यूनिट में न तो मैकेनिकल स्टॉफ है और न ही टेक्निकल स्टॉफ। यह चतुर्थ वर्ग मालियों के भरोसे चल रहा है। बिजली कनेक्शन भी उद्यान विभाग के दफ्तर से लाया गया है जबकि वहां लगी हैवी मशीन को चलाने के लिए अलग ट्रांसफार्मर लगाया जाना चाहिए था। हद तो ये है कि करोड़ों के यूनिट में फल, फूल और सब्जियों की बजाय धान की नर्सरी उगाई जा रही है। यानी मकसद ही बदल गया है। यह बड़ी गड़बड़ी है।


देखते-देखते परिवार के चार लोगों की बिछ गई लाशें, मिनटों में हुआ ये सब

21 July 2017
बालोद। ग्राम सोरर में एक परिवार के 4 लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। घर में पसरी लाशें देखकर गांव वालों घबरा गए। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया और मामले की जांच कर रही है।
जानिए पूरी घटना........ - गुरुर थाना इलाके में ग्राम सोरर में सत्य नारायण पटेल अपनी पत्नी, मां और छोटे भाई की पत्नी के साथ घर के पीछे बाड़ी में काम कर रहे थे। - सत्यनारायण की पत्नी दामिनी पटेल (30) तार पर फैलाए हुए भीगे कपड़े उतारने लगी। तार बगल से गुजर रहे बिजली के लाइन से टच कर रहा था। - जैसे ही दामिनी ने कपड़े को टच किया तो वहीं खड़े-खड़े कांपने लगी। उसकी ये हालत देख दामिनी की सास राजबाई पटेल (65) दौड़ी। उसने भी जैसे ही दामिनी को छुड़ाने की कोशिश की तो करंट के चपेट में आ गई। - दोनों को तार से चिपका देख सत्यनारायण दौड़ा। उसके चिपकने के बाद उसके छोटे भाई की पत्नी चित्रलेख (25) दौड़ी। - चारो तार से चिपक गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। - घटना के वक्त घर के तीन मासूम बाहर ही खेल रहे थे और सत्यनारायण का भाई कहीं बाहर गया हुआ था। - जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ओर मामले की जांच कर रही है।


इस विधायक को वोट देने से रोका गया, कपड़े पर लिखी इन बातों ने ध्यान खींचा

17 July 2017
रायपुर। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा को वोट देने से रोक दिया गया। वे अपने कुर्ते पर श्लोगन चिपका कर आए थे। चुनाव अधिकारी को ये बात खटकी और उन्होंने मतदान करने से रोक दिया। जानिए पूरा मामला... - जब वोटिंग शुरू हुई तब सभी एक-एक कर पहुंच रहे थे और मतदान कर रहे थे। जब निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा की बारी आई तो उन्हें मतदान करने से रोक दिया गया। - विमल चोपड़ा के कुर्ते में किसान मजदूर करे पुकार हमको बचाए देश की सरकार लिखा था। ये बात सबके बीच आकर्षण का विषय बना हुआ था। - जब विमल चोपड़ा मतदान नहीं कर पाए तो मजबूरन उन्हें कुर्ते के ऊपर सदरी पहननी पड़ी। - इसके बाद उन्हें वोट देने की इजाजत मिल गई। ये है नियम - राष्ट्रपति चुनाव में वोट देते समय न ही कोई नारेबाजी कर सकता है और न ही किसी बात की अपील कर सकता है। - इसी वजह से विमल चोपड़ा को रोक दिया गया।


पीछे से मौत बनकर आई कार, टक्कर ऐसी कि महिला के सिर के टुकड़े हो गए

15 July 2017
धमतरी।यहां सुबह घर से निकली महिला को पीछे आ रही तेज रफ्तार हाइवा कार ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद महिला की बॉडी कार के पहिए से फंस गई और घिसटते हुए काफी दूर तक चली गई। टक्कर से महिला का सिर फटकर कई टुकड़ों में बिखर गया। - फूलचंद व राजमति तो किसी तरह बाहर निकल आए, पर लखन व उर्मिला खुद को संभाल नहीं पाए और बह गए।
जानिए पूरी घटना........ घटना अर्जुनी थाना इलाके में मुजगहन का है। यहीं की रहने वाली 74 वर्षीय राजवती पत्नी बलिराम साहू सुबह 7:30 बजे अपने पुराने घर से निकली। - महिला हाल ही में बने नए घर की ओर जा रही थी। तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार हाइवा ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद महिला की बॉडी कार के पहिए में फंस गई और वो घिसटती हुई काफी दूर तक चली गई। - टक्कर से महिला का सिर फट कर कई टुकड़ों में बिखर गया। घटना के बाद कार चालक कार समेत फरार हो गया। - इधर स्थानीय लोगों ने रोड जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने लगे। कार और ट्रकों की काफी लंबी कतारें लग जाने के बाद मौके पर एडिशनल एसपी, डीएम और आस-पास के थाना प्रभारी आ गए। - करीब 1 घंटे की समझाइश के बाद लोगों ने जाम हटाया। इसके बाद डेड बॉडी को मौके से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा जा सका। - इधर शहर से कुछ दूरी पर रेलवे क्रॉसिंग के पास हाइवा चालक पुलिस की गिरफ्त में आ गया।


अंबिकापुर: पहाड़ी नाले में अचानक बाढ़ आने से खेत में काम कर रहे 3 किसान बहे

11 July 2017
अंबिकापुर(बिलासपुर). जिले में रविवार-सोमवार की रात हुई भारी बारिश के बीच लुंड्रा ब्लॉक के अगासी व करेसर गांवों के थरपछना नाले में आई बाढ़ में पति-पत्नी व एक युवक बह गए। ये सभी खेत में रोपाई के लिए पहले से लगाए गए धान का बीड़ा हटाने गए थे। इनके साथ परिजन भी थे, जो किसी तरह बच निकले। पता चलने पर सोमवार सुबह से प्रशासन व पुलिस विभाग की टीम तीनों की तलाश में गोताखोरों के साथ जुटी थी। पर उनका पता नहीं चला। बहाव तेज होने से रेस्क्यू टीम को भी दिक्कत हुई। मौसम विभाग के अनुसार लुंड्रा क्षेत्र में रात को 110 मिलीमीटर (10 सेमी) बारिश हुई। अंचल में रविवार-सोमवार की रात तेज बारिश हो रही थी। बारिश थमी नहीं, तो ग्राम अगासी निवासी लखन नगेसिया 42 वर्ष खेत में धान की रोपाई करने के लिए रखा बीड़ा (धान के पौधे) हटाने के लिए रात तीन बजे पत्नी उर्मिला 38 वर्ष, छोटे भाई फूलचंद नगेसिया व उसकी पत्नी राजमति 37 वर्ष के साथ गया था। सभी बीड़ा उठाकर किनारे रख रहे थे ताकि नुकसान न हो। इनका खेत थरपछना नाले से लगा हुआ है। इसी बीच पहाड़ी से गिर रहे पानी के कारण नाले में बाढ़ का पानी तेज बहाव के साथ उनके खेत तक पहुंच गया। इस बहाव में सभी बहने लगे। - फूलचंद व राजमति तो किसी तरह बाहर निकल आए, पर लखन व उर्मिला खुद को संभाल नहीं पाए और बह गए।
करेसर में युवक बह गया..... दूसरी घटना अगासी से लगे ग्राम करेसर की है। जगेश्वर साहू 23 वर्ष छोटे भाई लक्ष्मण 18 वर्ष के साथ रात को तीन बजे खेत में धान का ‘बीड़ा’ निकाल रहा था। तभी पहाड़ी से लगे नाले में तेज बहाव के साथ पानी का स्तर बढ़ा और उनके खेत तक आ पहुंचा। इस तेज बहाव में जगेश्वर बह गया। लक्ष्मण किसी तरह बाहर आया, इससे उसकी जान बच गई पहाड़ी नाले से लगे हैं दोनों ग्रामीणों के खेत दोनों ग्रामीणों के खेत पहाड़ी नाले से लगे हैं। खेत के दोनों ओर पहाड़ी है, बीच से नाला बहता है। बारिश में पहाड़ी का पानी नीचे आने से नाले में पानी का स्तर बढ़ जाता है। रविवार की रात बारिश का पानी पहाड़ी से नीचे आने से नाले में बाढ़ आ गई। बहाव इतना तेज था कि नाले से लगा खेत पानी में डूब गया। आधा किमी दूर शाल व सामान ढोने की झेलगी मिली अगासी गांव के घटनास्थल से आधा किलोमीटर दूर उर्मिला की शाल व सामान ढोने की एक झेलगी मिली। दोनों सामान नाले के किनारे झाड़ियों में फंसे हुए थे। रेस्क्यू टीम ने आस-पास सभी की तलाश की, पर पता नहीं चला। नाले में शाम को भी पानी का स्तर अधिक था। इससे रेस्क्यू टीम को आपरेशन में दिक्कत हो रही थी। नाला मछली नदी से होकर आगे गागर नदी में मिलता है। इससे पुलिस टीम नदी में भी तलाश में जुटी थी। कलेक्टर शाम को पहुंची घटनास्थल कलेक्टर किरण कौशल तीन लोगों के बाढ़ मंे बहने की सूचना पर शाम को लंुड्रा क्षेत्र के लिए रवाना हुईं। प्रशासन ने अम्बिकापुर से राहत एवं बचाव दल भेजा दिया था। लापता ग्रामीणों की तलाश में जुटी है टीम तीनों ग्रामीण परिजनों के साथ खेत में धान का बीड़ा हटा रहे थे। इसी दौरान नाले में आई बाढ़ में बह गए। पुलिस व प्रशासन की टीम गोताखोरों के साथ तलाश में जुटी थी। लापता ग्रामीणों का पता नहीं चला। बहाव तेज होने से रेस्क्यू में दिक्कत हो रही है।


शहर के शिवालयों में उमड़ा भक्तों का हुजूम, सावन की फुहार ने किया मौसम को और Cool

10 Jul 2017
रायपुर। सावन के पहले सोमवार में बादलों ने सुबह से ही डेरा जमा लिया था। जैसे ही भक्त अपने घरों से शिवालयों की ओर निकले, सावन की फुहार ने मौसम को और कूल कर दिया। मंदिरों में दूध, दही, शहद और बेलपत्र से शिव का श्रृंगार किया गया।
जानिए कैसा है शिव भक्ति का माहौल....... - सावन के पहले सोमवार से पहले ही शिवालयों को सजाना शुरु कर दिया गया था। - आज सुबह से शिव का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और रुद्राभिषेक किया जा रहा है। ऐतिहासिक बूढ़ेश्वर महादेव, नरहेश्वर महादेव समेत सभी शिवालयों में सुबह से ही हाथों में जल लिए भीड़ उमड़ पड़ी। - मंदिरों के परिसर में भगवान शिव का प्रिय बेल, धतूरा, पुष्प नारियल और अगरबत्ती वगैरह की दुकानें सज गई हैं। - भगवान की आरती के साथ शिव भक्तों ने पूजा कर उपवास रखा है।


अब बैरियर पर लंबी कतार और पैसे भुगतान से मिलेगी आजादी, रात 12 बजे से हो गया लागू

5 Jul 2017
रायपुर।छत्तीसगढ़ में परिवहन विभाग के सभी बैरियरों में वसूली मंगलवार की रात 12 बजे से बंद हो गया। सरकार द्वारा बैरियर बंद किए जाने का निर्णय लिया गया है। दरअसल जीएसटी को लेकर वित्त सचिव अभिताभ जैन और मंत्री राजेश मूणत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कान्फ्रेंस में मूणत ने बैरियर बंद किए जाने की जानकारी दी। ये निर्णय के बाद छत्तीसगढ़ अब देश का दूसरा ऐसा राज्य हो गया है। इससे पहले ओडिसा ने ऐसा किया है।
जानिए बैरियर का गणित...... - प्रदेश में 16 परिवहन चेक पोस्ट हैं। वित्त सचिव अमिताभ जैन और परिवहन मंत्री राजेश मूणत ने जानकारी देते हुए बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद हमने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। इसमें परिवहन विभाग की सरहदी जांच चौकियों को बंद करने का निर्णय भी शामिल है। - वहां तैनात परिवहन विभाग के अधिकारियों को संबंधित आरटीओ कार्यालयों में अटैच किया जाएगा। - मूणत ने कहा कि ओवर लोड गाड़ियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उड़न दस्ते भी जांच करते रहेंगे। - उन्होंने कहा कि एक देश, एक टैक्स और एक बाजार की सफलता के लिए बाधा रहित माल परिवहन की व्यवस्था जरूरी है। उल्लेखनीय है कि इन 16 सीमा जांच चौकियों से परिवहन विभाग को हर साल 100 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता था। - साथ ही 2016-17 में विभाग को समन शुल्क के रूप में 5 लाख 70 हजार वाहनों से 87 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था।
सेल्स टैक्स चौकियां 2011 से बंद.. - मूणत ने बताया कि व्यापार को सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार ने वाणिज्य कर जांच चौकियों को एक अप्रैल 2011 को पहले ही समाप्त कर दिया है। - इसके बावजूद 2011-12 में राज्य के वाणिज्यिक-कर राजस्व में 25 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि हुई है। इसके बाद के वर्षों में भी देश के अन्य राज्यों के जीडीपी ग्रोथ की तुलना में हमारे यहां राजस्व में वृद्धि हुई है।
ये चेक पोस्ट बंद... - राज्य सरकार ने जिन चेक पोस्ट को बंद करने का निर्णय लिया है। इसमें पाटेकोहरा, छोटा मानपुर व मानपुर (राजनांदगांव), चिल्फी (कबीरधाम), खम्हारपाली व बागबाहरा (महासमुंद), केंवची (बिलासपुर), धनवार व रामानुगंज (बलरामपुर), घुटरीटोला और चांटी (कोरिया), रेंगारपाली (रायगढ़), शंख व उप जांच चौकी लावाकेरा (जशपुर), कोन्टा (सुकमा) और धनपूंजी (बस्तर) शामिल हैं।


ये है कोटमसर से 7 किलोमीटर दूर मिली दुर्लभ हरी गुफा की पहली तस्वीर

3 Jul 2017
नेवी. जगदलपुर(रायपुर). यह हरी गुफा कांगेर घाटी में कोटमसर गांव से करीब 7 किमी दूर जंगलों के बीच में स्थित पहाड़ी पर है। इस गुफा के राज अभी तक बाहर नहीं आ पाए हैं। इस हरी गुफा की पहली तस्वीर DainikBhaskar.com अपने पाठकों तक पहुंचा रहा है। गुफा के पहले कक्ष में मौजूद लाइम स्टोन हरीतिमा लिए हुए है। गुफा में प्रवेश करने के बाद दाईं और बाईं तरफ भी अन्य कक्ष हैं।
युवाओं की टीम लगी है रहस्यों को बाहर लाने.... - बस्तर की छिपी हुई धरोहरों को सामने लाने के प्रयास में शहर के युवाओं की एक टीम काम कर रही है। ये टीम गांव-गांव और जंगल-जंगल घूमकर ऐसी नई चीजों की ढूंढती है और फिर इस पर शोध करवाकर इसके वृत्तचित्र बनाती है। हरी गुफा को भी इसी टीम ने ढूंढा है। - इस टीम में वृत्तचित्र निर्माता अविनाश प्रसाद, गुफा विज्ञानी जयंत विश्वास, जितेन्द्र नक्का आदि शामिल हैं। यह टीम पूरी गुफा की वृत्तचित्र भी बना रही है।
ग्रामीण स्टेग्लेटाइट को मानतेहैं देवता, 30 फीट लंबी है... - कोटमसर और इसके आसपास रहने वाले लोग इस गुफा के अंदर मौजूद स्टेग्लेटाइट को देवता मानते हैं। यहां 30 फीट लंबाई वाली स्टेग्लटाइट को देवता मानकर वर्ष में एक बार पूजा की जाती है। वहीं गुफा को देवस्थली माना जाता है। इस गुफा को अभी आम पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया है।
ऐसे हो गई गुफा हरी.... - घने जंगलों के बीच मौजूद इस गुफा के प्रथम कक्ष में छतों से लटकते स्टेग्लेटाइट के नमीयुक्त पत्थरों पर सूरज का प्रकाश पड़ता है और नमीयुक्त चट्टानों पर शैवाल उग आते हैं। इन्हीं शैवालों की वजह से ये चट्टानें हरी दिखाई पड़ती हैं। हालांकि अभी इस गुफा पर रिसर्च नहीं हो पाया है लेकिन गुफा विज्ञानी ने पहली जांच में गुफा के हरे होने का कारण यही बताया है।
13 से 14 गुफाएं पर 5 पांच गुफाओं पर ही हो पाया काम.. - पीजी कॉलेज के भू-गर्भ विज्ञान के प्रोफेसर अमितांशु शेखर झा ने बताया कि इस पूरे इलाके में करीब 13-14 गुफाएं हैं। इनकी जानकारी स्थानीय ग्रामीणों के अलावा किसी को नहीं है। इनमें से सिर्फ 5 गुफाओं में ही काम हो पाया है। हरी गुफा पर अभी शोध होना बचा है। - उन्होंने बताया कि बारिश में गुफा के अंदर जाना खतरनाक होता है।हरी गुफा की सबसे बड़ी खासियत इसका हरा होना तो है ही इसके अलावा ये बस्तर की एकमात्र ऐसी गुफा है जहां दोपहर बाद कुछ देर के लिए सूरज की रौशनी अंदर आती है।


दो दिन बाद जब नाबालिग की तबियत बिगड़ी तब अधेड़ के इस करतूत का हुआ खुलासा

1 Jul 2017
रायपुर।8 साल की बालिका की जब तबियत बिगड़ी और परिजन उसे लेकर अस्पताल ले गए तब आरोपी 50 वर्षीय अधेड़ के गंदी हरकत का खुलासा हुआ। दरअसल 50 वर्षीय आरोपी ने दो दिन पहले अपनी नातिन की दोस्त के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया और किसी ये कहने पर गला दबाकर मार देने की धमकी दी थी।
जानिए पूरा मामला.... - घटना आजाद चौक थाना इलाके का है। पुलिस के मुताबिक यहां 50 वर्षीय मोहम्मद हनीफ सुंदर नगर स्थित वीपी स्टील में काम करता है। - आरोपी हनीफ की नातिन के साथ उसकी 8 वर्षीय दोस्त खेलने आई। आरोपी उसे बहला-फुसलाकर छत पर ले गया और वहां दुष्कर्म किया। - इसके बाद उसका गला दबाकर मार देने की धमकी दी। परिजनों के मुताबिक बालिका जब घर आई तब गुमसुम थी और खाना भी नहीं खा रही थी। - बालिका की तबियत ज्यादा खराब होने पर जब परिजन उसे अस्पताल लेकर गए तब डॉक्टर ने बताया कि बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ है। - इसके बाद जब परिजनों ने बच्ची से पूछ तो उसने डरते हुए सारी घटना बता दी। मामला आजाद नगर थाने में दर्ज किया गया।र - पुलिस ने आरोपी को उसके घर से हिरासत में ले लिया है।


प्रदेश के 2020 स्कूलों में सिर्फ एक टीचर, 288 में वो भी नहीं, 1 कमरे में 3 क्लास

30 Jun 2017
रायपुर.वर्ष 1994 के बाद से अब तक राज्य में नियमित स्कूली शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई। इसका असर अब दिखने लगा है। हालत ये है कि प्रदेश के 2020 से अधिक स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक है। 288 स्कूल तो बिना शिक्षक के ही चल रहे हैं। इसके उलट प्रदेश में शराब के काउंटरों की व्यवस्था बेहतर है। राज्य की हर सरकारी शराब दुकान में औसतन 5 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। यह स्थिति राज्य के दूरस्थ इलाकों में ही हो, ऐसा नहीं है। बस्तर से लेकर राज्य की राजधानी रायपुर तक में एक शिक्षक के भरोसे स्कूल चल रहे हैं। बस्तर में 214 तो राजधानी रायपुर में ऐसे 15 स्कूल हैं। शिक्षा विभाग इनमें से कई स्कूलों को पास के दूसरे स्कूलों से अटैच करके काम चला रहा है।
एक कमरे में 3 क्लास...... राजधानी से 40 किमी दूर आरंग ब्लॉक का प्राथमिक शाला नरियरा। 3 कमरों के इस स्कूल में कुल 94 बच्चे हैं। कक्षा 1 से 5वीं हर क्लास में औसतन 25 बच्चे, पर शिक्षक मात्र एक। लिहाजा कक्षा 1 से 3 तक के 62 बच्चों की क्लास एक ही कमरे में लगती है। कक्षा 3 की जब क्लास लगती है तो कक्षा 4 व 5 के बच्चे मौज-मस्ती करते हैं। शेष|पेज 9 केस – 2 बिना शिक्षक गढ़ रहे भविष्य के वैज्ञानिक और इंजीनियर : शासकीय हाई स्कूल तुलसी को पिछले साल ही हाई स्कूल का दर्जा मिला। लेकिन शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हुई। सरकारी रिकाॅर्ड के मुताबिक यहां 52 छात्र हैं। जबकि वर्तमान सत्र में 9वीं में 70 और 10वीं में 50 छात्र हैं। स्कूल 4 कमरों का है, 2 में कक्षाएं लगती हैं। शेष प्रबंधन के लिए हैं। स्कूल में रखीं साइंस प्रैक्टिकल और लाइब्रेरी की किताबें अभी भी सीलबंद हैं। शिक्षक की व्यवस्था ग्राम पंचायत ने जनभागीदारी के माध्यम से की है।
नियुक्ति के प्रयास कर रहे हैं... राज्य में करीब 2 हजार एकल शिक्षकीय स्कूल हैं। इनमें शिक्षकों की नियुक्ति के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही नियुक्ति हो जाएगी।


केंद्रीय मंत्री ने कॉकपिट में बैठ खुद उड़ाई इंडिगो की फ्लाइट, पहुंचे रायपुर

28 Jun 2017
रायपुर। केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी आज पायलट की भूमिका में भी नजर आए। वे दिल्ली से रायपुर तक कॉकपिट में बैठकर आए। इस दौरान उन्होंने खुद इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट को उड़ाया। ध्यान देने वाली बात है कि रूडी खुद कॉमर्शियल पायलट हैं
जानिए रायपुर क्यों आए रूडी...... ऐसा पहली बार देखा गया है जब राजीव प्रताप रूडी रायपुर आते वक्त खुद फ्लाइट उड़ाकर आए हों। - केंद्रीय कौशल विकास मंत्री रूडी नई दिल्ली से सुबह 6:45 बजे नियमित विमान उड़ाकर 8:45 बजे रायपुर पहुंचे। - एयरपोर्ट से वे सीधे अतिथि गृह 'पहुना' पहुंचे। वहां से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। - सीएम ने केंद्रीय मंत्री का बुके देकर स्वागत किया और 11 बजे उन्हें लेकर उन्हें मंत्रालय पहुंचे। - यहां कौशल विकास की समीक्षा बैठक में दोनों लोग शामिल हुए। - जानकारी के मुताबिक रूडी शाम 6 बजे रवाना होंगे


छोटी सी बात पर नाबालिग ने लगा ली फांसी, सभी हैं हैरान, किसी को विश्वास नहीं हो रहा

27 Jun 2017
रायपुर।मात-पिता तो बच्चों को पढ़ने और होमवर्क करने के लिए अक्सर डांट-फटकार लगाते रहते हैं। वहीं शहर में एक 11 वर्षीय नाबालिग को माता-पिता का डांटना इतना नागवार गुजारा कि वो फंदे से झूल गई। इस घटना के बाद मृतका के परिजन सदमे में हैं। पुलिस को भी विश्वास ही नहीं हो रहा है कि भला इतनी छोटी सी बात के लिए कोई कैसे सुसाइड कर सकता है।
जानिए पूरी घटना.... - मामला मंदिर हसौद थाना इलाके का है। पुलिस के मुताबिक यहां रीवां गांव में रहने वाली 11 साल की बालिका को स्कूल जाने से पहले डांट पड़ी थी। - डांट की वजह थी होमवर्क का पूरा न होना। इसके बाद वो अपने कमरे में पढ़ने चली गई। कुछ देर के बाद उसकी आहट नहीं मिली तो परिजन उसके कमरे में गए। देखा तो वो पंखे में फंदा लगाकर झूल रही थी। - इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और लगातार पूछताछ कर रही है। - पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही ये तय होगा कि बालिका की मौत कैसे हुई है।


ले़डी ने बताई डॉक्टर की असलियत, बोली- चैकअप के बहाने की गंदी हरकत

23 Jun 2017
धमतरी। एक प्राइवेट क्लीनिक तब बवाल मच गया जब एक 24 साल की विवाहिता के साथ 70 वर्षीय सर्जन से छेड़छाड़ कर दी। पीड़िता वहां से निकलकर घर गई और परिजनों को आपबीती बता दी। परिजन थाने में पहुंचे और वहां डॉक्टर का कॉलर पकड़ महिला ने खूब खरी-खोटी सुनाई।
जानिए पूरी घटना.... - मामला धमतरी के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित एक क्लीनिक का है। क्लीनिक जिला अस्पताल के पूर्व सर्जन डॉ. सीजी गोस्वामी का है। - यहां कांकेर के चारमा निवासी विवाहिता अपने बच्चे के साथ यहां आई थी। उसके पेट में दर्द था। - डॉ. गोस्वामी ने पहले उसे चेक किया फिर बोले कुछ और चेकअप करना है। भीतर चलना होगा। क्लीनिक भीतर ले जाकर महिला को लिटाकर उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगे। महिला असहज हुई और विरोध किया तो भी नहीं माने। - ऐसे में वो वहां से उठी और बाहर आ गई। भाई से कहा कि चलो यहां चेकअप नहीं कराना है। - बाहर निकलकर महिला ने भाई को डॉक्टर की बदतमीजी के बारे में बताया। उसके बाद महिला ने पति को भी घटना की जानकारी दी। - पति महिला को लेकर थाने पहुंचा और डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराने लगा। इधर पुलिस थाने में डॉक्टर को पकड़कर ले आई। - महिला ने थाने में ही डॉक्टर का कॉलर पकड़ लिया और उसे खूब खरी-खोटी सुनाई। डॉक्टर ने माफी मांगी। - इसके बाद आपसी समझौते से मामला शांत हो गया और महिला वहां से बिना रिपोर्ट दर्ज कराए चली गई।


CM डॉ. रमन सिंह ने किया योग, मंच पक्ष और विपक्ष में चुटकी का भी दौर चला

21 Jun 2017
रायपुर।तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शहर के बूढापारा स्थित इंडोर स्टेडियम में सीएम डॉ. रमन सिंह समेत कई सांसद, विधायक और कांग्रेस पार्टी के लोगों ने योग किया। इस दौरान कई स्कूलों से करीब डेढ़ हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने भी योग के महत्व को जाना और योग किया।
जानिए कैसे मंच पर खींची एक दूसरे की टांग.. - मंच पर बीजेपी के सांसद रमेश बैस और कांग्रेस के लीडर सत्यनारायण शर्मा के बीच चुटकी लेने का भी दौर चला। यहां एक ही मंच पर आए बीजेपी और कांग्रेस के नता योग के साथ ही रानैतिक योग भी करते नजर आए। - यहां भी एक दूसरे की क्षमताओं पर कटाक्ष करते हुए मैसेज दिया कि अभी आप लय-ताल में नहीं आए हैं। ज्यादा कोशिश की जरूरत है। वहीं जवाब ये था कि हम तो लय ताल मिला ही लेते हैं आप अपने को संभालिए। - सत्य नारायण शर्मा जब बीच-बीच में योग के दौरान रुके तो रमेश बैस ने कहो आप से योग नहीं हो पा रहा है। - इधर सत्यनारायण शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि मैं आपसे अच्छा योग कर रहा हूं। आप खुद को ही देखो। - अनुलोम-विलोम, भ्रामरी समेत अनेक योग के जरिए सीएम ने हेल्दी तन और मन का संदेश दिया। यह कार्यक्रम जनसंपर्क विभाग की ओर से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम सुबह 7 बजे से 8 बजे तक चला।


आपत्तिजनक हालत में थे प्रेमी युगल, लोगों ने मना किया तो गुंडे बुलाकर की तोड़फोड़

19 Jun 2017
रायपुर। शहर के आयुर्वेदिक महाविद्यालय कैंपस में प्रिंसिपल के आवास में घुसकर तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर मनचलों को रोका और पुलिस के हवाले कर दिया।
जानिए पूरा मामला.. पुलिस के मुताबिक कैंपस में मनचले लड़कियों के साथ अपत्ति जनक हालत में थे। जब प्रिंसिपल डॉ. राजेश सिंह ने उन्हें रोका तो वे देख लेने की धमकी दी। - कुछ देर बाद कई युवक आए और प्रिंसिपल के घर में घुसकर तोड़फोड़ करने लगे। - ये देख कैंपस में स्थित दूसरे आवासों में रह रहे लोगों ने बीच-बचाव किया और पुलिस बुलाकर मनचलों को उनके हवाले कर दिया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।


एक वादे के लिए आज भी नमक नहीं खाते ये मंत्री, खुद चलाते हैं खेतों में हल

16 Jun 2017
रायपुर. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति के अध्यक्ष और बीजेपी के सीनियर आदिवासी लीडर नंदकुमार साय की खेतों में जुताई-बुआई करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इस बीच बता दें कि दर्जा प्राप्त केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नंदकुमार साय ने चार-पांच दशकों से नमक भी नहीं खाया है।
नमक छोड़ने के पीछे भी एक इंटरेस्टिंग स्टोरी है. - अविभाजित मध्यप्रदेश में तीन बार MLA, 3 बार लोकसभा सांसद और 2 बार राज्यसभा सांसद रह चुके नंदकुमार साय आदिवासी समाज के दिग्गज नेता हैं। - आदिवासी समाज के लोगों में शराब की बुरी लत छुड़ाने के लिए एक बार उन्होंने हजारों किमी की पदयात्रा भी की थी। - एक जगह आदिवासियों ने ताना दिया, उनके लिए तो शराब वैसे ही है, जैसे खाने में नमक। - उन्होंने साय से कहा, यदि वह नमक छोड़ सकते हों तो वे शराब छोड़ देंगे। इस पर साय ने 'हां' कह दिया और वहीं से प्रण लिया कि वे नमक नहीं खाएंगे। - इस घटना के 40 साल से ज्यादा हो चुके हैं, साय ने नमक को हाथ नहीं लगाया है।
कैबिनेट मंत्री का दर्जा. - पूर्व सांसद नंदकुमार साय को मोदी सरकार में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। उन्हें केंद्रीय कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। - वे 1977, 1985 और 1998 में मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। साल 2000 में वे छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने और पहले विपक्ष के नेता बने थे। - साय 1989, 1996 और 2004 में लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। इसके साथ ही 2009 और 2010 में वह राज्यसभा के लिए चुने जा चुके हैं।
खुद चलाते हैं हल. - नंद कुमार अपने गृह गांव भगोरा में खुद के खेतों में हल चलाते हुए और बुबाई करते देखा जा सकता है। - इसके पीछे उनका तर्क है कि बचपन से खेती से जुड़े होने के कारण आज भी वे किसान ही हैं। - साय पिछले 10 जून से अपने गृह नगर जशपुर प्रवास पर थे। जहां भागोरा स्थित अपने गांव वे हल चलाते दिखे। इसके बाद से उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
नंदकुमार के बारे में. - वह अविभाजित मध्यप्रदेश में बाद में छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। - कांग्रेस सरकार के समय वह छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे हैं। - साय अब तक चार बार विधायक रहे। तीन बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सांसद रहे। - साय बेहद सादा जीवन जीते हैं। फ्लाइट से सफर करना जरूरी हो तो इकोनॉमी क्लास चुनते हैं। - उनका कहना है कि संसद का पैसा आदमी के टैक्स से आता है, उसे सोच-समझकर खर्च करना चाहिए।


22 साल का साथ छोड़ किसी दूसरे के साथ भागी पत्नी तो पति ने उठा लिया ये कदम

13 Jun 2017
धमतरी।यहां एक शख्स सुबह अपने घर में फंदे पर झूलता हुआ मिला। उसकी दो नाबालिग बेटियों ने पिता को जब इस हालत में देखा तो वे दहाड़े मारकर रोने लगी। ऐसे में पड़ोसी भी इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। बताया जा रहा है कि तीन पहले पत्नी ने मृतक और दो बेटियों को छोड़ किसी और के साथ चली गई और वहीं घर बसा लिया। इससे मृतक काफी उदास रहता था। - कोतवाली पुलिस के मुताबिक घासीदास वार्ड निवासी 55 वर्षीय बुधराम लहरे का शव मंगलवार को उसकी झोपड़ी में फंदे से लटकता हुआ मिला। - सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को उतारकर कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। - पुलिस को मिली प्राथमिक जानकारी के मुताबिक बुधराम की शादी 22 साल पहले भानवती लहरे से हुई थी। - बुधराम कुली और मजदूरी का काम कर अपने परिवार का पेट पालता था। उसकी चार बेटियां हुईं जिसमें दो की शादी हो गई और दो नाबालिग हैं। - तीन माह पहले भानवती किसी और के साथ घर और दो नाबालिग बेटियों को छोड़कर भाग गई। बुधराम इस इंतजार में था कि काश वो लौट आएगी। - इधर जब उसे पता चला कि उसने तो शादी कर ली। यह सुन उसका दिल बैठ गया। वो अक्सर उदास रहने लगा। सोमवार की रात में उसने खाना खाया और सोने चला गया। - जब सुबह उसकी 14 और 15 वर्षीय दोनों बेटियां उठीं तो वे अपने पिता को जगाने गईं। उन्होंने फंदे पर लटकते हुए पिता को देखा तो दहाड़े मारकर रोने लगीं। - पढ़ाई-लिखाई छोड़ दोनों बेटियां पिता के साथ काम में हाथ बंटाती थीं। मां तो पहले ही छोड़ गई थी। बस पिता का सहारा था। सुसाइड या मर्डर - पुलिस ने जब बुधराम को फंदे से लटकते हुए देखा तो उस वक्त उसका पैर जमीन को छू रहा था। - पुलिस को संदेह है कि ये मर्डर भी हो सकता है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।


अमित शाह पहुंचे रायपुर, एयरपोर्ट पर ही होने लगा स्वागत, बैठकों का दौर शुरू

8 Jun 2017
रायपुर।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 3 दिन के दौरे पर आज राजधानी पहुंचे। स्वामी विवेकानंद विमानतल पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। शाह की अगवानी करने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडे, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविचार नेताम, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के अलावा राजेश मूड़त समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। जानिए कैसा था हाल...
- राष्ट्रीय अध्यक्ष का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद वे कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी परिसर में पहुंचे। यहां पार्टी पदाधिकारियों की बैठक की शुरुआत की। - सबसे पहले उन्होंने हॉल में लगे भारत माता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैल चित्रों पर दीप प्रज्वलित किया। - वंदेमातरम के गीत से कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। इस अवसर पर राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह, मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, प्रदेश प्रभारी डॉक्टर अनिल जैन, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक समेत पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी शामिल हुए।


CM डॉ. रमन सिंह जापान में ओसाका सिटी में CG निवेशक सम्मेलन को कर रहे संबोधित

2 Jun 2017
रायपुर।सीएम डॉ. रमन सिंह इस समय विदेश दौरे पर हैं। वे शुक्रवार को जापान के ओसाका शहर में छत्तीसगढ़ के निवेशक सम्मेलन में हिस्स ले रहे हैं। वहां निवेशकों को संबोधित करने के बाद वे उनसे वन-टू-वन मुलाकात भी करेंगे। - इस सेमिनार में सीएम डॉ. रमन सिंह के अलावा जापान एक्सटर्नल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (JETRO), ओसाका चैंबर आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री, इंडियन चैंबर आॅफ कामर्स जापान, कंसाई इकोनामिक फेडरेशन एवं इंटरनेशनल बिजनेस प्रमोशन सेंटर ओसाका एवं कंफेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज के निवेशक एवं जापान के विभिन्न उद्योग एवं व्यापार संघों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। - संबोधन के बाद रमन सिंह छत्तीसगढ़ के निवेशकों से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे।


बीएसपी में विश्व की सबसे लंबी रेलपांत का उत्पादन शुरू, कई देश कतार में

3 December 2016
भिलाई स्टील प्लांट ने सोमवार को दुनिया की सबसे लंबी रेलपांत बनाकर इतिहास रच दिया। इसकी लंबाई 130 मीटर है। बीएसपी की स्थापना के 60 साल बाद यूनिवर्सल रेल मिल की सौगात हकीकत में बदली और कमर्शियल प्रोडक्शन ट्रॉयल के रूप में चालू कर दिया गया। इसके साथ ही करीब आठ सालों तक बीएसपी के पास रेलपांत बनाने का ऑर्डर भी आ चुका है। मौजूदा और भावी ऑर्डर से बीएसपी सहित सेल के मुनाफे का ग्राफ भी बढ़ जाएगा। सोमवार सुबह राइट्स के अधिकारियों ने दुनिया के लेटेस्ट यूआरएम का मौका मुआयना कर सभी पहलुओं को परखा। इसके बाद कामर्शियल प्रोडक्शन का क्लियरेंस दे दिया। राइट्स के क्लियरेंस के इंतजार में हर हर किसी की धड़कनें बढ़ी हुई थी।


कॉलेज एग्जीबिशन में फटा सिलेंडर, 8 स्टूडेंट्स घायल, बाल-बाल बचे विधायक

2 December 2016
यहां कैलाशनगर स्थित क्रिश्चियन कॉलेज में आज आयोजित साइंस एग्जीबिशन में गैस सिलेंडर फट गया जिसमें आठ स्टूडेंट्स घायल हो गए। कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर पहुंचे लोकल एमएलए अरुण वोरा बाल-बाल बच गए। शुरू होते ही हुआ हादसा... - कॉलेज से मिली जानकारी के मुताबिक यह ब्लास्ट जेट इंजन के मॉडल में लगाए गए सिलेंडर में हुआ। - उस वक्त एमएलए अरुण वोरा एग्जीबिशन देखने के लिए कॉलेज में एंटर ही कर रहे थे। - वोरा के साथ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व सचिव सीजू एंथोनी भी थे। - घायल स्टूडेंट्स को एक प्राइवेट हॉस्पिटल मे एडमिट कराया गया है। एक स्टूडेंट बेहोश है।


दोस्त के कमरे में गई थी लड़की, पुलिस वालो ने लड़के को भगा किया ऐसा काम

1 December 2016
पुलिस ने जामुल थाना में पदस्थ तीन आरक्षकों के खिलाफ नाबालिग लड़की की अश्लील फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल करने के आरोप में अपराध दर्ज किया है। वे अश्लील फोटो खींच और वीडियों बनाकर नाबालिग को यह कहकर ब्लैकमेल कर रहे थे कि हमारे बताए गए सूने मकान में आ जाना नहीं तो तुम्हारी फोटो वायरल कर देंगे। ड्यूटी के दौरान लड़की से की अशलील हरकतें... - पार्षद की 17 वर्षीय भतीजी रविवार को गोरखपुर से आने के बाद सोमवार को अपने दोस्त के यहां एग्जाम फार्म के 1500 रुपए देने कुरुद आई थी। - तभी जामुल थाने के आरक्षक संजय सोनी, सागर कन्नौजिया व उमेश पाण्डेय वहां आ धमके। - तीनों आरोपियों ने कमरें का दरवाजा खुलवाया।अंदर घुसकर दोनों को धमाकाने लगे। - आरोपी पुलिस वालों ने ड्यूटी के दौरान लड़की से अशलील हरकत की थी। - घटना उजागर होने के बाद से तीनों आरक्षक फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।


जजों के लिए जारी हुए हाईकोर्ट के सख्त निर्देश, दुष्कर्म पीड़िता की छिपाएं पहचान

30 November 2016
निचली अदालतों के आदेश व निर्णयों में दुष्कर्म या यौन अपराधों से पीड़िताओं की पहचान जाहिर करने पर हाईकोर्ट ने सख्त दिशा- निर्देश जारी किया है। एक मामले में दिए गए फैसले में चीफ जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच ने हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को आदेश की कॉपी प्रदेश के सभी न्यायिक अधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि पीड़िता का नाम, पहचान जाहिर करने वाले न्यायिक अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। आईपीसी की धारा 228 ए की व्याख्या करते हुए हाईकोर्ट ने कहा है कि इस धारा को दुष्कर्म पीड़िताओं को सामाजिक प्रताड़ना से बचाने के उद्देश्य से शामिल किया गया है, लेकिन प्रदेश के न्यायिक अधिकारी इसकी अनदेखी कर रहे हैं।


जोगी नहीं उतारेंगे प्रत्याशी फिर भी त्रिकोणीय जंग, 27 दिसबंर को है चुनाव

29 November 2016
भिलाई-3,चरोदा नगर निगम में आम चुनाव की डुगडुगी बज गई है। पांच दिसंबर से इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 27 दिसंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 30 दिसंबर होगी। इस दिन ही तय हो जाएगा कि नगर पालिका से अपग्रेड होकर नगर निगम बने भिलाई-3 चरोदा में किस पार्टी की सरकार होगी। नए साल 2017 में यहां के लोगों को अपने शहर की नई सरकार मिल जाएगी। ़ चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही क्षेत्र में सियासी हलचल बढ़ गई है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के साथ निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। अमित जोगी ने भास्कर से हुई बातचीत मेंे स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है, इसकी वजह से वे चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे। फिर भी जानकारों का मानना है कि इसमें उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। इसके पीछे मुख्य कारण है कि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) बनने के बाद यह पहला चुनाव है। यह चुनाव राज्य सरकार और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2018 में होने वाले विधान सभा चुनाव के पहले का यह आम चुनाव है। इन दोनों चुनाव के बीच में फिलहाल किसी और चुनाव की संभावना नहीं है। इसी वजह से इसे सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रह है। इसी वजह से राजनीतिक गलियारे में इसका महत्व भी बढ़ गया है। माना जा रहा है कि इससे विधानसभा चुनाव के परिणाम का अनुमान लगाया जा सकता है। इसी वजह से इसका महत्व है।


सख्त हुआ शासन तो लेबर इंस्पेक्टर झुके, सरकार ने इंस्पेक्टरों को भेजी थी नोटिस

29 November 2016
राज्य सरकार ने श्रम विभाग के लिए जो नए कानून लागू किए हैं उसका विरोध करते हुए लेबर इंस्पेक्टरों ने पूरे प्रदेश में बगावत का बिगुल फूंक दिया था। उन्होंने नए कानून वापस न लेने पर बेमुद्दत काम ठप करने की चेतावनी दे डाली थी। लेबर इंस्पेक्टरों के अचानक इस कदम से पहले तो विभाग के होश उड़ गए, लेकिन बाद में उसने सभी बगावतियों को नौकरी से निकालने का फैसला कर लिया। इसके लिए पहले 39 लेबर इंस्पेक्टरों को नोटिस जारी की गई। इसकी भनक लगते ही उन्होंने सरकार के फैसलों से सहमति जता दी। विभाग के अंदर यह पूरा ड्रामा पिछले हफ्तेभर चला। श्रम विभाग ने आजादी के बाद 4 नवंबर को सबसे बड़ा कदम उठाते हुए इंस्पेक्टर राज का खात्मा कर दिया था। उनकी भौगोलिक कार्य सीमा भी प्रदेशभर तय कर दी और बिना सूचना के छापों पर बैन लगा दिया। इससे नाराज होकर लेबर इंस्पेक्टर लामबंद हो गए। उन्होंने विरोध का झंडा उठा लिया। उन्होंने पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की। उन्होंने 22 नवंबर से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाने चेतावनी पत्र दे दिया। इसे सरकार ने अनुशासनहीनता, कर्तव्यविमुखता व कदाचरण मानते हुए 39 श्रम निरीक्षकों को नोटिस थमाकर तीन दिनों में जवाब देने के निर्देश दिए।


ऑनलाइन पेमेंट कर लाए थे लड़कियां, फ्लैट में घुसी पुलिस तो इस हाल में मिले

28 November 2016
राजधानी के महावीर नगर में देह व्यापार की सूचना के बाद पुलिस ने देर रात एक फ्लैट से दो लड़कियों के साथ दो युवकों को पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक युवक खुद भिलाई जाकर लड़कियों को यहां लाए थे। नोटबंदी की वजह से किया ऑनलाइन पेमेंट... - देह व्यापार को लेकर सौदा प्रायः नगद होता है लेकिन यहां कैश न होने के कारण ऑनलाइन पेमेंट करना पड़ा। - ऑनलाइन पेमेंट की मांग खुद लड़कियों ने ही की थी। - शनिवार को पुलिस ने चारों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है। दोनों युवक बाहर के -न्यू राजेंद्रनगर टीआई संध्या द्विवेदी ने बताया कि पुलिस को रात में पलास हाइट्स के एक फ्लैट में दो युवकों के साथ दो युवतियों के होने की सूचना मिली थी।


रणजी ट्रॉफी: छत्तीसगढ़ के खिलाफ हरियाणा की टीम 178 रन पर सिमटी

28 November 2016
.छत्तीसगढ़ के गेंदबाजों का रणजी ट्रॉफी में उम्दा प्रदर्शन जारी है। टीम ने हरियाणा को पहली पारी में 178 रन पर आउट कर दिया। लगातार तीसरे मैच में विरोधी टीम हमारे गेंदबाजों के सामने पहली पारी में 200 रन का आंकड़ा नहीं छू सकी। स्पिनर अजय मंडल ने 26 रन देकर चार विकेट झटके। दिन का खेल खत्म होने पर छग ने एक विकेट पर 68 रन बना लिए थे। टीम अभी 110 रन पीछे है। 22 रन पर गिरे तीन विकेट - इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हरियाणा की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पांचवें ओवर में तेज गेंदबाज पंकज राव ने विकेटकीपर बल्लेबाज नितिन सैनी (7) को साहिल के हाथों कैच कराया। - इसके बाद प्रतीक ने चैतन्य बिश्नोई (1) और पंकज ने हिमांशु राणा (1) को पैवेलियन भेजा। - 22 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद ओपनर शुभम रोहिला (17) और रजत पालीवाल (17) ने 28 रन की साझेदारी कर स्कोर 50 रन तक पहुंचाया। - रोहिल को बाएं हाथ के स्पिनर अजय मंडल ने अपनी ही गेंद पर कैच कर आउट किया। रजत को अपना पहला रणजी मैच खेल रहे तेज गेंदबाज अभिषेक ताम्रकर ने कैफ के हाथों कैच कराया। - जोगिंदर शर्मा (1) को मंडल ने आउट कर टीम को छठा झटका दिया। टीम ने 13 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिए


इस गांव में महिलाओं को है पलंग-कुर्सी पर बैठने की मनाही

28 November 2016
नगरी का संदबाहरा गांव। तकरीबन 40 परिवार रहते हैं यहां। ये गांव अपनी एक परंपरा के चलते जाना जाता है। यहां महिलाओं को खाट, पलंग, कुर्सी इत्यादि में बैठने का अधिकार नहीं है। इसी तरह वो श्रृंगार भी नहीं कर सकतीं। ऐसी मान्यता है कि अगर महिलाएं ऐसा करेंगी, तो ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रहेगी या कोई न कोई बीमारी जरूर हो जाएगी। इसके पीछे एक अलग कहानी है, लेकिन इस कहानी का डर लोगों में आज तक मौजूद है।राजधानी से करीब 150 किमी दूर धमतरी जिले में है ये गांव। भास्कर की टीम इस गांव में पहुंची। इस रूढ़ी के बारे में जाना। गांव में 257 लोग रहते हैं। इसमें करीब 105 महिलाएं व युवतियां हैं। - 45 वर्षीय जयंती नाग कहती हैं कि उसने अपने जीवन में शादी के वक्त भी श्रृंगार नहीं किया। कारण यही था, लोगों ने डरा दिया था। - दिवाली, दशहरा कोई भी त्यौहार हो, श्रृंगार बिल्कुल नहीं। चूड़ी, बिंदिया, पायल, लिपस्टिक तो दूर की बात है, सिंदूर तक यहां की महिलाएं नहीं लगातीं। - इसके पीछे सिर्फ एक डर है। जब आप इस गांव में जा रहे होते हैं, तो रास्ते मेें आपको सबकुछ छोटी बस्तियों जैसा ही दिखाई देता है। - रास्ते पर बड़ी-छोटी श्रृंगार की दुकानें दिखाई देंगी। सभी चीजों की दुकानें दिखेंगी, जो आमतौर पर शहरों में मिलते हैं। लेकिन जैसे ही इस गांव में जाएंगे, यहां सब कुछ बदला बदला दिखेगा। - यहां न तो महिलाएं श्रृंगार में नजर आएंगी और न ही उन्हें लकड़ियों से बनीं चीजों पर बैठने का अधिकार होगा।


गौरवपथ में भ्रष्टाचार: इंजीनियरों पर होगी कार्रवाई, हाईकोर्ट ने दिए आदेश

27 November 2016
गौरवपथ निर्माण में भ्रष्टाचार करने वाले ठेकेदारों और उनका साथ देने वाले नगर निगम के इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश हाईकोर्ट ने 4 महीने पहले दिए थे। इस मामले की संपूर्ण जांच करने के बाद नगर निगम आयुक्त ने फाइल कार्रवाई के लिए शासन के पास भेज दी है। रिपोर्ट में की गई अनुशंसा को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है। सड़क निर्माण का किया काम इस प्रकार गौरवपथ के निर्माण में भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गेंद घूम फिरकर शासन के पाले में चली गई है। 2.6 किलोमीटर लंबे गौरवपथ के निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ। तीन अलग-अलग कंपनियों ने इस सड़क का निर्माण का कार्य किया । निर्माण के दौरान नगर निगम के इंजीनियरों ने मिलीभगत कर लाखों रुपए का गोलमाल किया। इसकी वजह से सड़क जगह-जगह से धंस रही है और चलने लायक नहीं रह गई है। नगर निगम आयुक्त सौमिलरंजन चौबे ने निर्माण करने वाली तीनों कंपनियों और पांचों इंजीनियरों के खिलाफ जांच पूरी कर रिपोर्ट कार्रवाई के लिए शासन को भेज दी है।


इस IPS ने किया ऐसा काम, इस एक वजह से बुलाया अमेरिका ने

27 November 2016
सैन डियागो में दुनिया भर से पहुंचे पुलिस चीफ के बीच छत्तीसगढ़ के आईपीएस ऑफिसर आरिफ शेख छा गए। बालोद जिले के एसपी आरिफ को यूएस के कैलिफोर्निया के सैन डियागो कन्वेंशन सेंटर में आईएसीपी (इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ ऑफ पुलिस) अवार्ड से नवाजा गया। इस अवार्ड को पुलिसिंग की फील्ड का ऑस्कर अवार्ड कहा जाता है। क्यों मिला ये अवार्ड... - बालोद पुलिस को यह अवार्ड नवोदय अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर मिला है। - पिछले 18 सालों से इस तरह के इंटरनेशनल अवार्ड्स विकसित देशों को मिलते रहे हैं लेकिन इस बार इंडिया उनसे आगे निकल गया। - नवोदय अभियान के तहत मिशन ई-रक्षा, मिशन पूर्ण शक्ति तथा मिशन जीवदया को समय और योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने पर बालोद पुलिस को यह इंटरनेशनल अवार्ड मिला


पॉश इलाके में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट, तीन लड़कियों के साथ दो युवक पकड़ाए

26 November 2016
राजधानी के बेहद पॉश इलाके शंकर नगर के एक मकान में पुलिस ने देर रात दबिश देकर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया। मौके से तीन युवतियों और दो युवकों को पकड़ लिया गया। कमरे में शराब की बोतलों के साथ कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं। पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट की आशंका है।



रात में की वाइफ से बात, सुबह फंदे से लटकी मिली कॉन्स्टेबल की लाश

26 November 2016
मृत कॉन्स्टेबल सोन साय पैकरा (35) सूरजपुर जिले का रहने वाला था। - माना थाने से मिली जानकारी के मुताबिक उसने बैरक में सबके साथ रात करीब साढ़े आठ बजे खाना खाया था। - उसके बाद छत पर चला गया था। उसके बाद उसने फांसी कब लगाई, क्यों लगाई किसी को नहीं मालूम। - सुबह जब बाकी पुलिसकर्मी उठे तो पैकरा का शव सीढ़ी के सबसे ऊपरी प्लेटफार्म के ऊपर छत से लटका हुआ पाया। - पुलिस के मुताबिक जब उसके फोन की जांच की गई तो पता चला कि उसने आखिरी कॉल पत्नी को लगाया था। - क्या बातचीत हुई, किसी तरह का कोई झगड़ा या तनाव था या नहीं, पुलिस इन सब एंगल्स से जांच कर रही है। - शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत की सूचना कॉन्स्टेबल के घरवालों को दे दी गई है।


हवाई अड्‌डे से लाइव रिपोर्ट: रनवे बने मवेशियों का अड्‌डा, गांववालों का आम रास्ता भी

26 November 2016
केंद्रीय एयरपोर्ट अथाॅरिटी ने हाल में घरेलू विमानसेवा के लिए छत्तीसगढ़ के तीन शहरों जगदलपुर, बिलासपुर और रायगढ़ को चुना। यहां से विमान कैसे उड़ेंगे, यह जानने भास्कर की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम ने तीन छोटे शहरों की हवाई पट्टियों का मुआयना किया। बिलासपुर का रन-वे आम रास्ता है, रायगढ़ हवाई पट्टी में पिछले साल धान खरीदी हुई थी, अंबिकापुर के रन-वे पर लोग बाइक सीखते मिले। ग्राउंड जीरो से देवेंद्र गोस्वामी, असगर खान, ठाकुरराम यादव की रिपोर्ट :- छत्तीसगढ़ शासन ने पिछले साल सितंबर में केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रालय से समझौता किया है कि बिलासपुर, अंबिकापुर, रायगढ़ और जगदलपुर के रन-वे को डेवलप कर यहां से अप्रैल 2017 यानी सिर्फ पांच माह बाद घरेलू और कामर्शियल हवाई सेवा शुरू की जाएगी। इसी हफ्ते केंद्रीय एयरपोर्ट अथआरिटी ने बिलासपुर, रायगढ़ और जगदलपुर शहरों से घरेलू हवाई सेवा शुरू करने की मंजूरी दे दी। तीनों हवाई अड्डों की पड़ताल के लिए निकली भास्कर टीम को बिलासपुर के चकरभाठा हवाई अड्डे में रन-वे पर मवेशी घूमते नजर आए।

 


एयरपोर्ट में नोट बदलने तीन काउंटर, जनदर्शन में नोटों के लिए निकले आंसू

24 November 2016
नोट बंदी के बाद हवाई यात्रियों की सुविधा के लिए पहली बार एयरपोर्ट में तीन नोट एक्सचेंज के काउंटर खोले गए हैं। यानी हवाई यात्रा कर रहे लोगों को तो आसानी होगी, लेकिन गांवों में रहने वाले लोगों को परेशानियां और बढ़ रही है। कलेक्टोरेट में सोमवार को आयोजित जनदर्शन में पहुंचे लोगों ने बताया कि उनके गांवों के एटीएम खाली हो गए हैं। बैंकों में सौ-सौ के नोट नहीं होने की वजह से उनके नोट एक्सचेंज भी नहीं हो रहे हैं। - गांव वाले एक-एक, दो-दो हजार के लिए कई किमी का सफर तय कर रहे हैं। हवाई यात्रियों की सुविधा के लिए अब एयरपोर्ट में भी नोट एक्सचेंज का काम शुरू हो गया है। - नोट एक्सचेंज करवाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी रायपुर ने कुछ बैंकों से संपर्क किया था। बैंकों की सहमति के बाद उनके लिए अलग से काउंटर अलॉट कर दिए गए हैं।


ममेरे भाई से फोन पर बात करते देखा, शक में पति ने पीट-पीटकर मार डाला

24 November 2016
ममेरे भाई से मोबाइल पर बात करते देख गुस्साए पति ने लाठी से पीट-पीट कर पत्नी की हत्या कर दी। वहीं मृतिका के परिजनों ने दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया हैं। हत्या का अपराध दर्ज कर आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। - पेंड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बचरवार निवासी होटल मिस्त्री मुकेश उर्फ भीम साहू पर अपनी ही पत्नी रानी साहू की हत्या करने का आरोप लगा है। - पुलिस के मुताबिक आरोपी मुकेश अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। रविवार की रात आरोपी नशे की हालत में घर आया और पत्नी रानी से विवाद करने लगा। - विवाद बढ़ने पर गुस्साए आरोपी ने लाठी से रानी की ताबड़तोड़ पिटाई कर दी। इसमें उसके चेहरे, पीठ, जांघ व छाती में गंभीर चोंटे आई। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। - घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस के साथ ही मृतिका के परिजनों को दी। पुलिस ने पंचनामा कर शव का पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद लाश परिजनों को सौंप दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।


एक बस छूटी, दूसरी पकड़ने बहन के साथ निकली तो ट्रेलर ने ले ली जान

23 November 2016
दोनों सांड़बार बैरियर के पास पहुंचने वाले ही थे कि पीछे से आ रहे खाली ट्रेलर ने युवती को चपेट में ले लिया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। - हादसे से नाराज लोगों ने एक ट्रेलर में हल्की तोड़फोड़ कर परिजनों के साथ सड़क पर शव रख कोल परिवहन रोक दिया। - ग्रामीण सांड़बार-सुखरी रोड से कोल परिवहन रोकने व दुर्घटनाकारी ट्रेलर के मालिक व ड्राइवर को बुलाने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन 4 घंटे तक चलता रहा। - बाद में एडीएम द्वारा मांगों के संबंध में ग्रामीणों की उपस्थिति में 24 नवंबर को एसईसीएल प्रबंधन के साथ बैठक करने का आश्वासन देने पर उन्होंने प्रदर्शन खत्म किया। - ग्राम थोर निवासी 20 वर्षीय रोजी बिंदी राजवाड़े पिता हीरालाल राजवाड़े अंबिकापुर में गांधी चौक स्थित डाटा सेंटर में एक प्राइवेट फर्म से जुड़कर पिछले कुछ महीने से जनगणना कार्यक्रम में डाटा एंट्री का काम कर रही थी। - वह रोज सिटी बस से ही अंबिकापुर आना-जाना करती थी। सोमवार को सिटी बस छूट जाने से वह अपनी चचेरी बहन रीतिका राजवाड़े के साथ निकली। - रीतिका गर्ल्स पीजी कालेज में बीएससी फाइनल इयर में पढ़ती है। दोनों ने सांड़बार बैरियर पर दूसरी बस पकड़ने के लिए आटो पकड़ी।


युवती ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लगाया युवक पर आरोप, लिखा- मेरी इमेज खराब कर दी

23 November 2016
शिवकंठ नगर में एक युवती ने सोमवार को घर में फांसी लगा ली। परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, मगर उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। बाणगंगा पुलिस के मुताबिक मृतका 21 वर्षीय रानू सोलंकी निवासी शिवकंठ नगर थी। उसने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन बाहर से घर पहुंचे तो रानू ने गेट नहीं खोला। मां कमलबाई ने देखा तो बेटी फंदे पर लटकी हुई थी। आसपास के लोगों की मदद से वह उसे लेकर अरविंदो अस्पताल पहुंचे थे। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। वहां सुसाइड नोट मिला जिसे जब्त किया है। सुसाइड नोट में उसने युवक पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि प्रदीप नरवरिया ने मुझे मरने पर मजबूर कर दिया है। अब उसकी बारी आनी चाहिए। बहुत तकलीफ दी है, उसने मेरी इमेज खराब कर दी। परिजनों ने पुलिस को बताया उन्होंने रानू का वाट्सएप चेक किया था, जिसमें एक लड़के से बातचीत थी जिसने रानू से शादी करने से मना कर दिया था।


अश्लील डांस देख बेकाबू हुआ मंत्री के बेटे का गार्ड, पुलिस के सामने की फायरिंग

22 November 2016
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में रावण दहन के बाद एक प्रोग्राम में मंत्री के बेटे के सिक्युरिटी गार्ड ने जमकर फायरिंग की। लेडी डांस के दौरान फायरिंग के साथ ही नोट भी बरसाए गए। ये सब पुलिस की मौजूदगी में ही हुआ। अश्लील डांस देखकर बेकाबू हुआ गनमैन... - पटना में मंगलवार को रावण दहन के बाद कल्चरल प्रोग्राम ऑर्गनाइज्ड किया गया था, जिसमें एक लेडी डांसर काे बुलाया गया था। - प्रोग्राम में स्टेट के लेबर और स्पोर्ट्स मिनिस्टर भइयालाल राजवाड़े मौजूद थे। रावण दहन के आधे घंटे बाद 10.30 बजे वे वहां से चले गए। - इसके बाद उनके बेटे विजय राजवाड़े करीबन रात 1 बजे प्रोग्राम में पहुंचे। उनके साथ उनका प्राइवेट गनमैन सुखपाल सिंह बरार भी था। - जानकारी के मुताबिक, अश्लील डांस देखते-देखते गनमैन सुखपाल सिंह अपना आपा खो बैठा था। उसने अपनी ऑटोमैटिक गन से हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दी। - अचानक गोली चलने से लोग डर गए और सुखपाल को मना किया, लेकिन वह रुका नहीं और 15-20 मिनट बाद फिर फायरिंग शुरू कर दी।


फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी से तनाव; आगजनी, तोड़फोड़ के 144 लागू

22 November 2016
फेसबुक पर देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक की गिरफ्तारी के बाद भी बुधवार को हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और उग्र प्रदर्शन किया। भीड़ द्वारा तोड़फोड़, आगजनी, रोड ब्लॉक के बाद प्रशासन ने शहर में धारा 144 लागू कर दिया है। क्षेत्र में तनाव कायम है। सर्वदलीय मंच ने बुलाया था बंद... - देवी दुर्गा पर अश्लील टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ सर्वदलीय मंच के लोग कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। उन्होंने कलेक्टोरेट और एसपी ऑफिस का घेराव कर दिया।

 

 


354 नक्सलियों-समर्थकों ने एक साथ किया सरेंडर, पुलिस ने खिलाया खाना

21 November 2016
छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार को करीब साढ़े तीन सौ की संख्या में नक्सलियों व नक्सल समर्थकों ने सरेंडर किया है। इनमें 57 नक्सल सदस्य और बाकी 297 नक्सल समर्थक हैं। बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी के सामने सरेंडर करते हुए उन्होंने कुल 17 हथियार भी जमा किए। ये है मामला... - जिला पुुलिस सुकमा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक खोखली माओवादी विचारधारा और शोषण, अत्याचार, भेदभाव एवं हिंसा से तंग आकर नक्सलियों व नक्सल समर्थकों ने सरेंडर किया है।57 नक्सलियों में से 15 नक्सली छत्तीसढ़ सरकार द्वारा ईनामी, 11 नक्सली एसपी द्वारा ईनामी और 7 स्थायी वारंटी हैं। इनमें 17 ने भरमार बंदूक के साथ सरेंडर किया है। यहां के हैं नक्सल समर्थक - जिन नक्सल समर्थकों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है उनमें केरलापाल माझीपारा के 53, पटेलपारा केरलापाल के 45, पोटमपारा के 38, बोरगुड़ा के 5, गोंदपल्ली मोसलपारा के 50, जीरमपाल के 26, जैमेर के 10, पालेम के 11, धुररास के 3, बड़ेसेट्टी के 8, धुरगुड़ा के 35, पांडूपारा के 13 लोग शामिल हैं। प्रोत्साहन राशि दी गई - इस मौके पर आईजी के अलावा सुकमा के कलेक्टर, सीआरपीएफ के डीआईजी समेत आस-पास के जिलों के कई पुलिस अफसर मौजूद थे। - सभी 57 नक्सलियों को 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। - कार्यक्रम में सम्मिलित नक्सलियों व नक्सल समर्थकों ने एक साथ मिलकर भोजन भी किया


पुलिस की 'सर्जिकल स्ट्राइक' में छह नक्सली ढेर, फोर्स ने जंगल में घेरकर मारा

19 November 2016
दंतेवाड़ा जिले के एसपी कमल लोचन कश्यप के मुताबिक लगातार सर्चिंग कर रही फोर्स के दो दिन बाद ये सफलता मिली। - दरअसल, 13 नवंबर को नक्सलियों के दो बड़े लीडर्स श्याम और पंकज के 40-50 नक्सलियों के साथ बुरगुम के जंगलों में होने की गुप्त सूचना मिली थी। - इसी के आधार पर अगले दिन यानी 14 नवंबर को डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप (डीआरजी), एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और सीआरपीएफ की एक ज्वाइंट टीम सर्चिंग के लिए निकली। - लगातार सर्चिंग के दौरान तीसरे दिन यानी 16 नवंबर की सुबह गोंडेरास और पेरमापारा के बीच नक्सलियों से फोर्स की मुठभेड़ हो गई। - फोर्स पूरी तैयारी से पहुंची थी। चारों ओर से सीआरपीएफ ने घेरा बना रखा था। सामने से एसटीएफ और डीआरजी के जवान मुकाबला कर रहे थे। - दोनों ओर से चार-पांच घंटे गोलीबारी होती रही। आखिरकार नक्सली फोर्स को भारी पड़ता देख जंगल की ओर भाग खड़े हुए।


आईटी छापों के विरोध में सराफा बंद नाराज कारोबारियों ने धरना भी दिया

19 November 2016
सदरबाजार में मंगलवार को इंकमटैक्स छापे के विरोध में बुधवार को रायपुर समेत छत्तीसगढ़ का सराफा कारोबार बंद रहा। सराफा कारोबारियों ने कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन भी किया। कारोबारियों का आरोप है कि आयकर अफसर उन्हें बेवजह परेशान कर रहे हैं। वे किसी भी कार्रवाई या नोट बंदी का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि कार्रवाई के तरीके का विरोध कर रहे हैं। इंकम टैक्स के अफसर बार-बार कई तरह के नियम बताकर सराफा कारोबारियों को परेशान कर रहे हैं।सराफा कारोबार बंद होने की वजह से ज्वेलरी का कारोबार प्रभावित हुआ। नोटबंदी की वजह से थोड़ा बहुत जो कारोबार हो रहा था वो भी बंद रहा। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गोलछा ने बताया कि कोई भी ज्वेलर्स केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले का विरोध नहीं कर रहा है। यह देशहित में अच्छा फैसला है, लेकिन इंकम टैक्स के अफसरों ने मंगलवार को छापा मारने के बाद भी बेवजह कई घंटों तक दुकानों में जमे रहे। अब कारोबारियों से सीसीटीवी फुटेज मांगे जा रहे हैं, जो गलत है। सराफा कारोबारियों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे वो कोई गलत काम कर रहे हों। इंकम टैक्स के अफसरों ने कारोबारियों को परेशान करना बंद नहीं किया तो विरोध की रणनीति आगे भी जारी रहेगी


बड़े नोट लेने से दवा डीलरों का इनकार मेडिकल स्टोर्स में खत्म होने लगीं दवाएं

19 November 2016
.पांच सौ और हजार के नोट बंद होने के बाद राजधानी समेत प्रदेशभर के दवा कारोबार में अजीब हालात पैदा हो गए हैं। मेडिकल स्टोर्स दवाई के बदले में बड़े नोट ले रहे हैं। लेकिन जब ये डीलरों या बड़े कारोबारियों के पास थोक में दवाइयां खरीदने जा रहे हैं तो वहां छोटे नोट मांगे जा रहे हैं। इसका नतीजा ये हुआ है कि हफ्तेभर में ज्यादातर मेडिकल स्टोर्स का स्टॉक खाली हो गया है। ज्यादातर दुकानों में सिर्फ दो-तीन दिन की ही दवा बची है, वह भी चुनिंदा। दवाइयां खत्म हो रही हैं, इसलिए कारोबार भी रोजाना 7 करोड़ रुपए से घटकर महज एक करोड़ रुपए के आसपास रह गया है। दवा के रिटेलरों का तो यहां तक कहना है कि डीलर बड़े नोट नहीं भी लें, अगर कुछ दिन तक दवाइयां उधार सप्लाई करेंगे तब भी दिक्कत नहीं होगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो राजधानी में दो-तीन दिन बाद से ही दवाइयों का संकट शुरू हो जाएगा। अभी हालात ये हैं कि स्टोर्स में जिन दवाइयों का स्टॉक खत्म हो गया, उनके ग्राहकों को लौटना पड़ रहा है। खत्म होने वाली दवाइयों की लिस्ट भी लगातार बढ़ रही है।


एक्सचेंज की लाइन और लंबी न बैंकों से कैश न एटीएम से

18 November 2016
नोटों की किल्लत से बैंकों में अब भी लोगों की लंबी कतारें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, बैंकों में रकम जमा कराने की लाइन कम हो रही है, लेकिन नोट एक्सचेंज की लाइन हर दिन बढ़ रही है। पांच सौ रुपए की लिमिट बढ़ने के बाद यह और लंबी हो रही है। सभी बैंकों के बाहर सुबह 10 बजे से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है। दोपहर 1 बजे के पहले ही नोट खत्म होने की बात कहकर बैंक बंद कर दिए जा रहे हैं। एसबीआई के एटीएम से अब तक रुपयों के निकलने का सिलसिला शुरू नहीं हो रहा है। इस वजह से परेशानी और बढ़ रही हैं। शहर के कुछ बैंक में अब रात में भी रुपए डाल रहे हैं, ताकि सुबह बैंकों में लगने वाली भीड़ कम हो सके। शहर के बैंकों में फिलहाल करेंसी का वितरण अपनी सुविधा के अनुसार किया जा रहा है। लोगों को साढ़े चार हजार के बजाय एक, दो और तीन हजार रुपए तक दिए जा रहे हैं। कई जगहों पर कम रकम मिलने की वजह से लोगों ने नाराजगी भी जताई, लेकिन बैंक वालों ने यह दिया कि सभी को कुछ न कुछ रुपए देने हैं इस वजह से सभी को साढ़े चार हजार रुपए नहीं दिए जा सकते हैं।


बेरिकेड लांघते ही टूट पड़ी पुलिस, कार्यकर्ता भी नहीं रहे पीछे, उछाली कुर्सी और फेंके डंडे

18 November 2016
पुलिस की लाठीचार्ज और पत्थरबाजी से 16 पुलिस कर्मियों के साथ ही छजकां के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में घायल हुए। दुकानदारों को भी चोट लगी। सभी अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं। इनमेंं पूर्व विधायक डीपी धृतलहरे के घुटने और छयुकां अध्यक्ष विनोद तिवारी, मेहूल मारू सहित कई लोगों के शरीर पर सीधे लाठी के चोट हैं। सीएसपी संजय ध्रुव के हाथ में चोट लगी है। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने ड्रोन से नजर रखी। इस लाठी चार्ज में लोधीपारा अपनी दुकाने बंद कर बैठे दुकानदार और इन दुकानों के किनारे बैठे लोगों को भी पुलिस वालों ने नहीं बख्शा। इसमें से कई दुकानदार थे, कई लोगों के दुकान के साथ ही पीछे घर था। धरना प्रदर्शन देखने के लिए वे अपने दुकानों के सामने कुर्सियां लगाकर बैठे हुए थे। देर रात अमित जोगी बालाजी अस्पताल में घायलों को देखने पहुंचे।इन अस्पतालों से मिली जानकारी के मुताबिक जोगी कांग्रेस के 17 कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती है। 773 को गिरफ्तार किया गया


एडीजे कोर्ट से चिरमिरी को मिलेगा स्थायित्व

17 November 2016
एडीजे कोर्ट स्थापित होने पर क्षेत्र के स्थायित्व को बल मिलेगा। इससे चिरमिरी-खड़गवां के दो लाख से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा। यह तर्क रखते हुए विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के साथ अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधि मंडल ने रायपुर में सीएम से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। सीएम ने इस संबंध में लॉ सेक्रेटरी से मिलकर चर्चा करने की बात कही है। गौरतलब है कि एडीजे कोर्ट की मांग को लेकर अधिवक्ता संघ द्वारा 8 नवंबर को हल्दीबाड़ी यातायात चौक पर विरोध प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम किया गया था। आंदोलन को अब कांग्रेस, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी और दादू लाहिड़ी विकास समिति सहित आम नागरिकों का जमकर समर्थन मिलने लगा है। सभी मांग का समर्थन कर रहे हैं। अधिवक्ता संघ की मांग पर सीएम डॉ. रमन सिंह ने लॉ सेक्रेटरी से मिलकर चर्चा करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ तकनीकी दिक्कत आ रही है। इसके लिए हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल से मिलकर दूर करने का प्रयास किया जाएगा।।


बेटी का पेट बढ़ा तो मां हुई परेशान, पूछा तो सुनाई 7 महीने पुरानी ये कहानी

16 November 2016
यहां एक नाबालिग लड़की के साथ उसकी मुंहबोली बुआ के भतीजे ने रेप किया। घटना के सात महीने बाद यह मामला तब सामने आया जब लड़की के प्रेग्नेंट होने का पता परिजनों को चला। आरोपी के खिलाफ भानुप्रतापपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है घटना अप्रैल 2016 की है। दिन-ब-दिन उसका पेट बढ़ता देख मां ने पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आया। परिजन लड़की को लेकर अस्पताल गए फिर पुलिस स्टेशन। पुलिस ने आरोपी पर बालात्कार का मामला दर्ज कर फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है


दोहे और चौपाई को पढ़ाई से जोड़ा, 6 साल में 90% साक्षर हुआ गांव

16 November 2016
राजधानी रायपुर से करीब 15 किमी की दूरी पर बसा है धनेली गांव। दोपहर का वक्त है। महिलाएं गांव के बीच में बने एक चबूतरे पर ढोल-मंजीरे के साथ रामचरितमानस का पाठ कर रही हैं। बालकांड चल रहा है। महिलाओं ने दोहा पढ़ा- धूम कुसंगति कारिख होई। लिखिअ पुरान मंजु मसि सोई॥ सोइ जल अनल अनिल संघाता। होइ जलद जग जीवन दाता॥ दोहा पूरा होते ही सब शांत हो गए। तभी एक महिला इसका अर्थ बताते हुए कहती है- जिस तरह गलत संगत की वजह से धुआं कालिख कहलाता है। अच्छी संगत में स्याही बनकर वेद-पुराण लिखने के काम आता है उसी तरह लोगों को भी पढ़े-लिखे की संगत करनी चाहिए। शिक्षा ही अच्छी संगत है। खुद पढ़िए और बच्चों को पढ़ाइए। इस तरह कई घंटे तक दोहा-चौपाइयां पढ़ने और उन्हें समझाने का सिलसिला चलता रहा। अर्थ समझाने वाली महिला तस्कीन खान हैं। गांव के ही प्राथमिक स्कूल में पढ़ाती हैं। छह साल से अास-पास के गांव के लोगों को सफाई, बीमारियों, बेटी बचाने और साक्षर होने के लिए जागरूक कर रही हैं। इनके प्रयास से 5 हजार की आबादी वाले गांव की करीब 90 फीसदी आबादी साक्षर हो गई है। हर साल 30 महिलाएं पढ़ने के लिए जुड़ रही हैं


पति की मौत के सदमे से निकल 5 हजार से शुरू किया काम, आज टर्नओवर 40 लाख

16 November 2016


टिकरापारा की फिरदौस 40 महिलाओं ऐसी महिलाओं का सहारा है जो अपने पैरों पर खड़ी हैं। फिरदौस के कारखाने में बैग सिलकर एक तरह से अपना ही कारोबार कर रही हैं। उन्हें काम के एवज में मजूरी नहीं कमीशन मिल रहा है। यहां की हर महिला की कोई न कोई दर्दभरी कहानी है। - उसके ग्रुप से लगातार महिलाएं जुड़ती जा रही हैं। समय ऐसा था जब खुद फिरदौस बेसहारा हो चुकी थी। 9 साल पहले अचानक पति उसे हमेशा के लिए छोड़कर चले गए।


चार इंच काट डाला बेटे का गला, पत्नी के सीने पर 8-10 पेचकश के वार

16 November 2016
यहां एक चिटफंड कंपनी में काम करने वाले शख्स ने अपनी पत्नी और आठ साल के बेटे को बेरहमी से मार डाला और रूम में ताला लगाकर फरार हो गया। मौके से पुलिस ने एक चिट्ठी बरामद की है जिसमें आरोपी ने लिखा है कि वह कर्ज से परेशान होने के कारण उसने यह कदम उठाया। पत्नी के सीने पर पेचकश से वार... - पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक घटना शनिवार दोपहर करीब 12 बजे की है। - पुलिस के मुताबिक आरोपी संदीप गुप्ता (40) ने पत्नी अंजू गुप्ता और बेटे प्रतीक के चेहरे बांधने के बाद उन पर धारदार हथियार से वार किया। - डॉक्टरों ने बताया कि प्रतीक का गला चार इंच कटा हुआ है, सिर धड़ से बस लटका हुआ था। - अंजू का भी गला कटा हुआ है उसके सीने पर 8-10 बार पेचकश से वार किया गया है। दोनों की नसें भी काटी गई हैं।


बीएमडब्लू की नंबर प्लेट में 3 अंक, जांच के लिए रोका तो डिक्की में मिले 45 लाख

15 November 2016
तेलीबांधा थाने के पास रविवार सुबह गाड़ियों के जांच के दौरान शहर के पुराने बिल्डर प्रकाश दावड़ा की बीएमडब्ल्यू कार से 45 लाख 46 हजार नकद मिले हैं। सूटकेस को नोटों से भरा देखकर हैरान पुलिस वालों ने पैसे जब्त किए और आयकर विभाग को सूचना दे दी। आनन-फानन में टीम भी पहुंच गई। अब पैसों की जांच की जा रही है। चौक पर जांच कर रहे जवानों ने गाड़ी की नंबर प्लेट में 3 अंक देखकर रोका था। संदेह के आधार पर जांच की गई। गाड़ी रोके जाने के बाद हालांकि बिल्डर ने अपना नाम बताया लेकिन जवानों ने नहीं सुनी। ट्रैफिक और तेलीबांधा पुलिस के अफसरों ने उसी समय अफसरों को खबर दी। उनके निर्देश के बाद ही आयकर विभाग को सूचना भेजी गई। सूटकेस में 500 और 1000 के नोट हैं। सारे नोट पुराने हैं, जिन्हें चलन के बाहर किए जाने की घोषणा की जा चुकी है। पुलिस ने बताया कि बिल्डर प्रकाश दावड़ा अपनी कार से शहर की ओर आ रहे थे। थाने के पास तैनात ट्रैफिक जवान ने गाड़ी रोकी। दावड़ा ने अपना परिचय भी दिया लेकिन सिपाही सूटकेस की जांच करने पर अड़ा रहा। उसने सूटकेस को कार से बाहर निकाला और खोलकर देखा तो उसमें 500 व हजार के नोट थे।

 

 


हादसों में घायल 55 गायों को इलाज से बचाया, पूरी पेंशन इसी में खर्च कर रहा ये परिवार

14 November 2016
कांशीराम नगर के पास 55 साल की रेणुका सोनवाने और उनका परिवार पिछले 16 साल से उन मवेशियों खासकर गायों और कुत्तों की देखरेख कर रहा है, जो हादसों में बुरी तरह जख्मी हो जाते हैं। परिवार ऐसे जानवरों का न सिर्फ अपने बच्चों की तरह इलाज कर रहा है, बल्कि कुछ दिन में इन्हें तंदुरुस्त भी बना रहा है। रेणुका ने जिन 55 गाय-बैल और कुत्तों का इलाज कर उन्हें ठीक किया, एक भी उन्हें छोड़कर नहीं जा रहे हैं। इस वजह से उनके पति की पूरी पेंशन ही इस काम में खर्च हो रही है और बेटा भी माता-पिता की इस नेक पहल में साथ दे रहा है। रेणुका की सुबह 6 बजे से होती है। घरेलू काम से पहले वे इन पशुओं के लिए बनाई गई अस्थायी गौशाला में आ जाती हैं। साफ-सफाई, खाना-दवा और मलहम-पट्टी के बाद रात 9 बजे अपने घर लौटती हैं। पिछले 16 साल से यही चला आ रहा है। मौसम, सुख-दुख और बीमारी जैसी कोई बाधा उन्हें एक दिन भी यहां आने से नहीं रोक पाई हैं। उनकी पहल और समर्पण की बातें इस तरह फैली हैं कि राजधानी के तमाम वेटनरी डाक्टर और पशु प्रेमी भी उनके साथ जुड़ गए हैं। हादसे में घायल किसी भी पशु को वे उनके पास छोड़ जाते हैं। रेणुका बताती हैं कि ऐसे-ऐसे जानवर स्वस्थ हो चुके हैं, जिनके बचने की उम्मीद ही नहीं थी।



बच्चों की जिद ने बड़ों को शौचालय बनवाने और डस्टबिन में कूड़ा डालने किया मजबूर

14 November 2016
छोटी सी उम्र में जहां बच्चे स्वयं का काम भी सही तरीके से नहीं कर पाते हैं, ऐसी उम्र में वे शहर व अपने गांव को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं। बच्चों की इसी जिद ने बड़ों को घरों में शौचालय बनवाने की सीख मिली। वहीं डस्टबिन में कूड़ा डालने को मजबूर कर दिया है। यह बच्चों की अच्छी जिद का ही नतीजा है, जो शहर व गांवों की तस्वीर बदलने लगी है। स्वच्छता और घरों में शौचालय बनवाने के अलावा बच्चों ने पानी सहेजने को लेकर भी लोगों को जागरूक करने का काम किया है। पंडरिया और बोड़ला ब्लॉक के दूरस्थ पहाड़ी गांवों में युवाओं के साथ मिलकर कुंड बनाए हैं। इस कृत्रिम कुंड में पहाड़ों का पानी रिसकर भर जाता है। इससे इलाके के बैगा-आदिवासियों की पेयजल समस्या काफी हद तक दूर हो गई है। बच्चों की इस जिद से बड़ों को भी सबक लेने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि कबीरधाम जिले में सूखे के कारण इस बार भी पानी की समस्या हुई थी। इस लिहाज से जागरूकता लाना जरूरी है।


आईआईटी कहीं न चला जाए इसलिए उससे जुड़ी फाइल पर नहीं किए हस्ताक्षर: प्रेमप्रकाश

12 November 2016
.आईआईटी को भिलाई में लाने के लिए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने एक साल तक इससे संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किया। उन्हें इस बात की चिंता थी कि, कहीं आईआईटी की स्थापना रायपुर में न हो जाए। इसीलिए इससे संबंधित जरूरी फाइल को उन्होंने एक साल तक रोककर रखा। ये बातें मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय के अलावा किसी को पता नहीं थी। इसका खुलासा उन्होंने रविवार को भिलाई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया। जानिए, इन कार्यों से खासे नाराज हैं मंत्री पांडेय सफाई: शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। कौन क्या कर रहा है? यह समझ ही नहीं आ रहा है। कचरा उठाने के लिए कोई प्रॉपर सिस्टम नहीं है। कचरा प्रोसेसिंग के लिए कुछ बड़ा करने वाले हैं। लेकिन अभी रूटीन व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए।

 

 


एक दिन में 79 हजार केस निपटे, 27 करोड़ का आदेश

11 November 2016
राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को एक दिन में 79 हजार 743 केस की सुनवाई की गई। इसमें बीमा, लेने-देन, फोरम और मजदूरी संबंधित मामलों की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 27 करोड़ रुपए भुगतान करने का आदेश दिया है। पैसे के लिए सालों से कई परिवार कोर्ट से चक्कर काट रहे थे। बीमा कंपनियां भी पैसा नहीं दे रही थी। कोर्ट के आदेश के बाद कई परिवार खुशी-खुशी अपने घर लौटे। कोर्ट में पति-पत्नी विवाद संबंधित केस आए थे। इसमें कुछ मामलों में पुलिस ने समझौता कराकर केस का निराकरण किया। रायपुर कोर्ट में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। अलग-अलग मामलों के सुनवाई के लिए 53 खंडपीठ बनाए गए थे। सुबह 10:30 बजे सुनवाई शुरू हुई। बीमा संबंधित 102 केस की सुनवाई गई। इसमें कुछ बीमा कंपनी को भुगतान नहीं करने पर कोर्ट ने फटकार लगाई। श्रम संबंधित 90 केस, फोरम के 8 केस समेत अन्य केस की सुनवाई करते हुए 27 करोड़ रुपए का एवार्ड किया गया है। कुटुंब न्यायालय में घरेलू विवाद के 34 केस आए थे। इसमें 11 परिवार टूटने से बच गया।


वित्त मंत्रालय से तिफरा फ्लाई ओवर को हरी झंडी, कमेटी को भेजा प्रपोजल

11 November 2016
.तिफरा फ्लाई ओवर को वित्त मंत्रालय से हरी झंडी मिल गई है। फ्लाई ओवर की फाइल वित्तीय स्वीकृति के बाद अब प्रोजेक्ट फॉर्मुलेशन एंड इंप्लीमेंटेशन कमेटी के पास भेज दी गई है। 50 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले प्रोजेक्ट की मंजूरी इस कमेटी से आवश्यक होती है। कमेटी के अध्यक्ष मुख्य सचिव विवेक ढांढ हैं। फ्लाई ओवर की लागत 85 करोड़ रुपए के लगभग आएगी। जेपी वर्मा कॉलेज से महाराणा प्रताप चौक होते हुए तिफरा नगर पंचायत कार्यालय तक प्रस्तावित 1.53 किलोमीटर लंबे तिफरा फ्लाई ओवर को नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल की सहमति के बाद वित्त मंत्रालय ने भी वित्तीय मंजूरी दे दी है। सहमति के बाद मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली पीएफआईसी की मंजूरी के लिए इसे भेज दिया गया है। कमेटी की बैठक अगले सप्ताह राजधानी में हाेने की संभावना है। चूंकि प्रोजेक्ट 50 करोड़ रुपए से अधिक का है, इसलिए इस कमेटी की मंजूरी आवश्यक है। इस प्रोजेक्ट का जीएडी कंसल्टेंट भावे एंड एसोसिएट्स कंपनी ने तैयार किया है।


बैंक खुलते ही घुसे लुटेरे, स्टाफ को बंधक बनाया और बोरे में भरकर ले गए रुपए

11 November 2016
यहां टीपीनगर स्थित केनरा बैंक में आज सुबह-सुबह डकैती हो गई। बैंक खुलते ही चार-पांच अज्ञात लोग पहुंचे और अंदर से गेट बंद कर स्टाफ को स्ट्रांग रूम में बंधक बना लिया। स्टाफ जब तक कुछ समझ पाते, डकैतों ने बोरे में 37 लाख रुपए भरे और गेट खोलकर फरार हो गए। बैंक में नहीं थे ज्यादा कस्टमर.. - घटना करीब साढ़े 10 बजे की है। उस समय बैंक में ज्यादा कस्टमर भी नहीं थे।स्टाफ अपनी वर्किंग शुरू करने की तैयारी में जुटे थे। तभी डकैत अंदर घुसे - हथियारबंद डकैतों ने कैशियर को धमकाकर कैश की जानकारी ली और बोरों में रुपए भरकर चलते बने। सीसीटीवी का टीसीआर ले भागे - डकैत बैंक में लगी सीसीटीवी का टीसीआर भी अपने साथ ले गए हैं। - महज 300 दूर स्थित सीएसईबी पुलिस चौकी को जब सूचना मिली तब तक लुटेरे फरार हो चुके थे। - मौके पर एसपी सहित कई पुलिस अफसर पहुंचे और घटना की पुरी जानकारी ली। - डकैतों को पकड़ने के लिए पूरे शहर में नाकेबंदी कर जांच की जा रही है। - स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। अब तक कोई क्लू नहीं मिला है


नदी पर बने रपटे से फिसली ट्रैक्टर ट्राली, जान बचाने कूदे 10 में से मां-बेटी की मौत

11 November 2016
बेरला ब्लॉक के अंतर्गत रांका के पास बेमेतरा जाने वाले मार्ग में शिवनाथ नदी पर बने एनीकट को पार करते हुए ट्रैक्टर ट्राली फिसल गई। जान बचाने के लिए उसमें सवार 17 लोगों में से 10 महिलाएं नदी में कूद गईं। इनमें मां अंसी लोधी पति जगन्नाथ (55) व बेटी पद्ममिनी लोधी पति निरंजन (35) की डूबने से मौत हो गई, जबकि 8 महिलाएं घायल हैं। एक की लाश आधे किमी तो दूसरी की 3 किमी पर मिली...
ट्रैक्टर में सवार सभी लोगों को बेमेतरा जाना था। लेकिन कवर्धा-बेमेतरा मार्ग के निर्माणाधीन होने के कारण ट्रैक्टर चालक ने शार्टकट रास्ते से रांका-बेमेतरा मार्ग से बेमेतरा पहुंचने की योजना बनाई। - यही शार्टकट यात्रियों के लिए महंगा साबित हुए। ट्रैक्टर चालक रांका-बेमेतरा मार्ग में आगे बढ़ा तभी रास्ते में यह रपटा नजर आया। इस पर से पानी करीब डेढ़ फीट ऊपर चल रहा था। एक की लाश आधे किमी तो दूसरी की 3 किमी पर मिली - नदी में डूबने से जिन दो महिलाओं की मौत हो गई, वे मां-बेटी बताई जाती हैं। हादसे में खैरझिटी की रहने वाली अंसी लोधी (55) और मोतेसरा निवासी उसकी बेटी पद्मिनी लोधी (35) की मौत हो गई। - घटना के करीब आधे घंटे बाद ढाई बजे पद्मिनी की लाश नदी में आधे किलोमीटर आगे मिली। जबकि अंसी का शव घटना के दो घंटे बाद शाम 4 बजे नदी से करीब 3 किलोमीटर आगे ग्राम सिंगदेही के पास मिला।


प्रदेश की पहली वुमन पेट्रोलिंग टीम, महिलाओं के मूवमेंट एरिया पर होगा फोकस

11 November 2016


शहर में 1 अक्टूबर नवरात्रि से महिला पुलिस का दस्ता पेट्रोलिंग करेगा। दस्ते में केवल महिला पुलिस अधिकारी और स्टाफ रहेगा। उनकी पेट्रोलिंग गाड़ी अलग होगी, जिसमें 100 और महिला हेल्प लाइन नंबर भी लिखा होगा। महिलाओं से संबंधित अपराध की सूचना मिलने पर बाकी टीमों के साथ महिला पेट्रोलिंग की टीम भी तुरंत वहां पहुंचेगी। महिला पुलिस दस्ते का लोकेशन स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और ट्यूशन सेंटरों के पास ज्यादा रहेगा। - पार्क, मॉल और मार्केट एरिया में भी नियमित गश्त करेगी। इसके अलावा महिला पेट्रोलिंग वहां ज्यादा होगी जहां महिलाओं और युवतियों का आना-जाना ज्यादा रहता है। उसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। की जा रही है।


छत्तीसगढ़ के जूनियर खिलाड़ी शिवाक्ष एशियन चैंपियनशिप खेलने वाले पहले स्विमर

11 November 2016
छत्तीसगढ़ के जूनियर तैराक शिवाक्ष साहू को एशियन जूनियर स्विमिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है। टीम में जगह बनाने वाले वे राज्य के पहले तैराक हैं। टूर्नामेंट के मुकाबले नवंबर में टोक्यो में खेले जाने हैं। इसके अलावा शिवाक्ष नवंबर में ही श्रीलंका में होने वाले साउथ एशियन चैंपियनशिप में भी उतरेंगे। - पिछले दो साल से बेंगलुरु में ट्रेनिंग ले रहे शिवाक्ष का सलेक्शन जूनियर नेशनल इवेंट में पांच मेडल जीतने पर हुआ। - खिलाड़ी ने 5 से 9 जुलाई तक बेंगलुरु में हुए इवेंट में एक गोल्ड, तीन सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था। शिवाक्ष ने 200 मीटर बटरफ्लाई में गोल्ड जीता। - 200 मीटर फ्री स्टाइल, 200 मीटर इंडिविजुअल मेडले और 400 मीटर इंडिविजुअल मेडले में वे सिल्वर जीतने में सफल रहे। इसके अलावा खिलाड़ी ने 100 बटर फ्लाई इवेंट में ब्रॉन्ज पर कब्जा किया।

 


गर्भ में मरे बच्चे को लेकर 14 घंटे में 5 हॉस्पिटल भटकी, इलाज न मिलने से मौत

11 November 2016
पहली बार मां बनने जा रही की शहर की एक महिला को यह अहसास ही नहीं हुआ कि उसके गर्भ में पिछले कुछ दिनों से कोई हलचल नहीं हो रही है। जब वह सीरियस हुई, तब डॉक्टर ने सोनोग्राफी करवाई और पता चला कि उसका बच्चा गर्भ में ही एक सप्ताह पहले चल बसा है। अब उसकी जान को खतरा है। गरीब परिजन एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल इलाज की आस में भटकते रहे और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। - गुलाब दास महंत (40) जिला मुख्यालय कोरबा से 70 किलोमीटर दूर बासीन गांव का रहने वाला है। उसकी पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई। तब उसने गांव की ही सरस्वती के साथ घर बसा लिया।



राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए 44 रोलिंग मिलों पर लगाया ताला

11 November 2016
.शहर के प्रदूषण को कम करने की दिशा में काम करते हुए सरकार ने 44 रोलिंग मिल्स को बंद कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने यह आदेश जारी किया है। यह फैसला ऑनलाइन इमीशन मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं लगाने के मामले में किया गया है। सभी मिल्स की बिजली काटने के निर्देश भी दिए गए हैं। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने इसे प्रदूषण नियंत्रण पर कोई समझौता ना करने के शासन के निर्देशों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ यह अब तक की गई सबसे बड़ी कार्रवाई है। मंडल द्वारा सोमवार को राजधानी में छत्तीसगढ़ इंफार्मेशन एण्ड प्रमोशन सोसायटी में आवास एवं पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव अमन सिंह ने बैठक ली। इसमें निर्णय लिया गया कि शहरी क्षेत्रों में वाहनों से हो रहे प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हुए यातायात एवं पुलिस विभाग मिलकर वाहन प्रदूषण मापन का कार्य प्रारंभ करें। यह तय करें कि 31 दिसंबर तक सारे गाड़ियों के प्रदूषण की जांच हो जाए। रायपुर शहर के आस-पास संचालित ढाबों में कोयला जलाये जाने से पर्यावरण को हो रही क्षति पर चर्चा हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि इसकी जांच के लिये


धूल से त्रस्त, रोका रास्ता, रात तक डटे रहे

10 November 2016
धूल से परेशान खोखली मार्ग पर नाराज लोगों ने मंगलवार की शाम 5 बजे अचानक चक्काजाम कर दिया। लोगों का कहना है कि यहां रहना ही मुश्किल हो गया है। रास्ता जाम होने से इधर से निकलने वाले कई वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा। खबर लिखे जाने तक रात 10 बजे तक भी लोग चक्काजाम किए हुए थे। इस बात की जानकारी के बाद भी किसी जिम्मेदार अधिकारी के मौके पर नहीं पहुंचने से भी लोग नाराज दिखे। सड़क बंद कर दिए जाने से सुहेला तरफ से आने वाले वाहनों को और शहर से बाहर तरफ जाने वाले वाहन वाले 6-7 किमी का ज्यादा चक्कर लगाकर तरेंगा होकर जाने लगे थे। इधर, चक्काजाम कर रहे नाराज लोगों का कहना ता कि इस मार्ग पर जबतक पक्की सड़क नहीं बन जाती, तब तक ठेकेदार उक्त सड़क पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोके। सेंट मेरी खोखली मार्ग में भारी वाहनों की आवाजाही से उड़ रहे धूल के गुबार से आसपास के रहवासियों सहित इस मार्ग के राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


पीड़ितों ने कहा- मुआवजे का आधा पैसा नक्सली ले गए

9 November 2016
.सुकमा जिले के ताड़मेटला इलाके के तीन गांवों में मार्च 2012 में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ के बाद घरों में हुई आगजनी के पीडितों की मुआवजे की आधी रकम नक्सली ले गए थे। ये बयान पीड़ितों ने टीएमटीडी न्यायिक आयोग के अध्यक्ष जस्टिस टीपी शर्मा के सामने दोहराया। आयोग उनसे बात कर रहा था, जिनके घर जलाए गए थे। इनमें दो ताड़मेटला और एक मोरपल्ली की रहने वाली महिला भी थी। आगजनी का आरोप पुलिस नक्सली पर और नक्सली पुलिस पर लगाते आए हैं। आयोग के सामने ग्रामीणों ने लगभग एक जैसे ही बयान दिए। उनका कहना था कि नक्सली गांव में आए और ग्रामीणों से कहा कि पुलिस आ रही है, तुरंत गांव खाली कर दो। वे जंगल की ओर चले गए, शाम को लौटे तो उनके घर जलाए जा चुके थे। गांव में मौजूद नक्सलियों ने उनसे कहा कि पुलिस ने उनके घरों को जला दिया है।


पैसे निकाले लेकिन खजूरपदर गांव में कई शौचालय हैं आधे-अधूरे

9 November 2016
आदिवासी ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर ग्राम पंचायत खजूरपदर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए 90 शौचालय में ज्यादातर में दरवाजे नहीं होने से ग्रामीण दिक्कतों का सामना करने को मजबूर है। पंचायत प्रतिनिधियों की निष्क्रियता के चलते शौचालय में दरवाजे नहीं लगाए जाने से परदा लगाकर ग्रामीण इसका उपयोग कर रहे हैं। मुसीबत तो यह है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पूर्व सरपंच व सचिव ने स्वीकृत शौचालयों में से आधे अधूरे शौचालयों का निर्माण कर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद पंचायत सचिव ने किसी तरह 10 शौचालय की दीवार तो खड़ा करवा दी। लेकिन उसे अब तक पूर्ण नहीं कराया गया है। कई शौचालयों में दरवाजे, शीट, छप्पर का अभाव है। जबकि वर्तमान में स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीण किसी तरह अधूरे पड़े शौचालय में परदा लगाकर शौच जाने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों के पास दरवाजे, छप्पर व शीट लगवाने की मांग कई बार की जा चुकी है। लेकिन उनकी शिकायत के बाद भी आज तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। ग्रामीण हिरण प्रधान बताता हैं कि अधिकारियों के उदासीन रवैये के चलते ही सचिव पर कार्रवाई नहीं हो पाई है। इस संबंध में सरपंच येपेश्वर नागेश ने बताया कि वर्ष 2012-13 में पूर्व सरपंच विमला बाई मरकाम के कार्यकाल में करीब 90 शौचालय निर्माण निर्मल भारत योजना के अन्तर्गत किया जाना था। वहीं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से खजूरपदर को करीब 50 प्रतिशत शौचालय की राशि लगभग साढ़े चार लाख रुपए जारी किया गया था, शेष राशि शौचालय का काम पूरा होने के बाद देने की बात कही गई थी।


दो विधवा महिलाओं ने लोगों से फटी पुरानी साड़ियां मांगकर 15 साल पहले

9 November 2016
रायपुर. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा के मुलमुला थाने में पुलिस की कथित पिटाई से मौत के मामले में दूसरे दिन पुलिस का क्रूर चेहरा भी सामने आया है। जांच में यह बात सामने अाई है कि कस्टडी में सतीश की पिटाई के दौरान खून की उल्टी हुई तो पुलिस ने उसके 10 साल के बेटे से ही थाना कैंपस की सफाई कराई। जानें क्या है पूरा मामला... बेटे से मांगा पानी और पिटाई की बात बताई - मुलमुला थाना क्षेत्र के ग्राम नरियरा के सागरपारा मोहल्ले में पिछले 4 दिनों से ट्रांसफार्मर खराब है, जिसके कारण इलाके की बिजली बंद थी। - शुक्रवार को कुछ लोग बिजली विभाग के दफ्तर गए थे तो कर्मचारियों ने शनिवार की सुबह 10 बजे तक बिजली आने की जानकारी दी। - लेकिन जब तय वक्त पर बिजली सप्लाई चालू नहीं हुई तो मोहल्ले का 35 साल का दलित युवक सतीश कुमार नोर्गे अपने दो दोस्तों के साथ दफ्तर जा पहुंचा। - दफ्तर में उस वक्त जेई सक्सेना ड्यूटी पर थे। युवकों ने बिजली बहाल नहीं होने पर जानकारी मांगी और ऊपर के दफ्तर में जाकर शिकायत करने की बात कही। इस वजह से बात बढ़ गई।


ऑनलाइन शॉपिंग से मंगाया मोबाइल डिलीवरी एजेंट ने छोड़ा खाली डिब्बा

9 November 2016
.ऑनलाइन शॉपिंग से मंगाए मोबाइल को रास्ते में निकालकर खाली डिब्बा डिलवरी करने वाले एजेंट और उसके दो दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ऑनलाइन शॉपिंग से मंगाए मोबाइल को दुकान से उठाकर डिलवरी करने निकलते थे। महंगे मोबाइल को निकालकर उसमें सस्ते मोबाइल या कागज के पुलिंदे डाल देते थे। लगातार मिल रही ग्राहकों की शिकायत के बाद मोबाइल दुकान के संचालक ने पुलिस में शिकायत की। जांच के बाद आरोपियों को पकड़ लिया गया।पुलिस अफसरों ने बताया कि मां शारदा मोबाइल में अमेजन से ऑनलाइन मंगाए गए फोन की डिलवरी की जाती थी। कालीबाड़ी में रहने वाला शंकर सोनी डिलीवरी एजेंट का काम करता था। ऑनलाइन आने वाले वह दुकान से मोबाइल लेकर निकलता था। महंगा मोबाइल होने पर उसे बीच रास्ते में निकाल लेता था। उसे अपने दोस्त राहुल ठाकुर और 13 साल के एक दोस्त को दे देता। वे उसे आधे दाम में बेच देते। आरोपियों ने आधा दर्जन मोबाइल की चोरी की है। ग्राहकों ने दुकान में शिकायत की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से दो मोबाइल जब्त किया है।


राजधानी में फिर आने लगी नम हवा, बादल छाए रहने के आसार

7 November 2016
समुद्र से बड़ी मात्रा में आ रही नमी की वजह से प्रदेश में कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले दो दिनों तक यह स्थिति रहेगी। इसके बाद मौसम खुलने की संभावना है, जिससे ठंड बढ़ेगी। नमी की वजह से एक तरफ राज्यभर में ठंड कम हो गई है। ज्यादातर जगहों पर रात का तापमान सामान्य से ज्यादा पहुंच गया है। राजधानी में ही यह 21.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। - शहर में सुबह के समय वातावरण में आर्द्रता 81 फीसदी थी। दिन में कई समय आसमान में बादल छाए रहे। यह शाम तक घटकर 61 फीसदी रह गई। तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। - इस वजह से रात में ज्यादा ठंड भी महसूस नहीं हुई। इधर, राज्य के अन्य शहरों में भी स्थिति यही रही। - बिलासपुर, अंबिकापुर, पेंड्रारोड और जगदलपुर में तापमान 17 से 20 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। सभी जगह तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक है। - मौसम विज्ञानियों के अनुसार नमी की वजह से प्रदेश में अगले 24 घंटे के दौरान कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।


धनुष लेकर उठता और सोता है 15 साल का अभिलाष, 13 गोल्ड विजेता का आज सम्मान

7 November 2016
शनिवार को 20 हस्तियों को राज्य अलंकरण सम्मान से नवाजा जाएगा। इनमें एक नाम बिलासपुर के शिवतराई गांव का 15 साल के अभिलाष भी है। उसे इस साल खेल के लिए प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान दिया जाएगा। उसकी सुबह भी धनुष के साथ होती है रात भी। वह धनुष लेकर ही सोता है। उसने अब तक स्कूल नेशनल और ओपन में 13 गोल्ड जीत चुका है। उसके पिता इतवारी जो सुरक्षा बटालियन रायपुर में प्रधान आरक्षक हैं। वे अपने बच्चे के साथ शिवतराई को तीरंदाजी का गढ़ बना दिया है। यहां हर लड़का-लड़की अर्जुन की तरह तीरंदाज बनने में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं इतवारी पिछले 10 साल से यहां अपनी नौकरी से छुट्टी लेकर बच्चों को ट्रेनिंग देते हैं। न तो उन्हें इसके लिए कोई मानदेय मिलता है न ही किसी तरह की अन्य सुविधा। वे बताते हैं कि सम्मान के चयनित अभिलाष 6 साल की उम्र से उनके साथ ही अभ्यास के लिए जा रहा है। उसने न तो कभी क्रिकेट खेला है न ही फुटबाल


लेबर इंस्पेक्टर अब कहीं भी कर सकेंगे जांच, 100 कर्मचारियों वाली संस्थाओं में जांच नहीं

5 November 2016
राज्य के श्रम विभाग प्रदेश के उद्योगों व कामकाजी संस्थाओं को लेबर इंस्पेक्टर राज से मुक्त कर दिया है। अब श्रम निरीक्षक किसी भी संस्था में बिना सूचना के नहीं जा सकेंगे। यानी उनके कार्यक्षेत्र की भौगोलिक सीमाएं खत्म कर दी गई हैं। अब वे राज्य में कहीं भी जाकर जांच कर सकेंगे। यह व्यवस्था आज से ही लागू मानी जाएगी। - श्रम विभाग के नए नियमों के अनुसार ऐसे उद्योग या संस्थाएं, जहां 100 या कम कर्मचारी काम करते हैं, श्रम विभाग की जांच के दायरे से बाहर होंगे। - इसमें स्कूल, अस्पताल, मॉल, होटल्स, छोटे कारखानों समेत कई संस्थाओं को बड़ी राहत मिलेगी। 101 से 150 तक स्टाफ वाले कारखानों या फर्मों में जांच तो होगी, लेकिन वह भी केवल 5 प्रतिशत तक। - इसकी भी पूरी जानकारी कंप्यूटर पर अपलोड होगी। अब यदि कोई लेबर इंस्पेक्टर किसी संस्था या फैक्ट्री में जांच करने जाएंगा तो उसे पहले से सूचना देनी होगी। यह सूचना ऑनलाइन उस फर्म तक जाएगी। - श्रम आयुक्त को भी यह जानकारी दी जाएगी। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसकी रिपोर्ट लेबर इंस्पेक्टर को उसे श्रम विभाग के बेव पोर्टल पर डालना होगा।


मोदी का चाय बनाना भारत का अपमान: शंकराचार्य

30 January 2015
रायपुर। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा चाय बनाकर पिलाना भारत का अपमान है। यह बात जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने गुरूवार को बालाजीपुरम में आयोजित धर्म संसद के दौरान पत्रकारों से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि भले ही नरेन्द्र मोदी पहले गरीब थे और चाय बेचते थे, लेकिन अब प्रधानमंत्री के रूप में भारत हो गए हैं और ओबामा अमेरिकन हैं। भारत इतना गरीब देश नहीं है कि वो ओबामा को चाय बनाकर पिलाए, यह अपमान किया है।
एक सवाल के जवाब में शंकराचार्य ने कहा कि ओबामा हमें नसीहत न दें बल्कि पहले अपने धर्मगुरू को धर्म के आधार पर बंटवारे का प्रचार करने से रोकें। साई बाबा को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि साई न तो ईश्वर है, न संत है और ना ही गुरू है। हिन्दुओं को साई के नाम पर फैलाये जा रहे पाखंड से बचना होगा तभी सनातन धर्म की रक्षा होगी।

शिवराज पर साधा निशाना

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नव वर्ष पर शिरडी जाने को लेकर भी शंकराचार्य ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि शिरडी जाने से भले ही वे देश के प्रधानमंत्री बन जाएं, लेकिन उनका परलोक नहीं सुधर सकता।

अपमान कर रहीं फिल्में

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने देश में हिन्दू धर्म का खिलवाड़ करने वाली फिल्मों को लेकर सेंसर बोर्ड को आ़़डे हाथों ले लिया। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड कुछ लेकर ऐसी फिल्मों को अनुमति दे रहा है जो हिन्दू धर्म का अपमान कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि साई को लेकर मनोज कुमार ने जो फिल्म बनाई थी उसी से भ्रम फैलना प्रारंभ हो गया था।

शंकराचार्य की बात न सुनने वाले हिन्दू नहीं

बालाजीपुरम में साई विवाद को लेकर आयोजित धर्म संसद में गुरवार को सभी ने पुरजोर तरीके से साई पूजा बंद करने की बात कही। हिंगलाज सेना के प्रदेश अध्यक्ष सोमेश परसाई ने कहा कि शंकराचार्य का आदेश न मानने वाले हिन्दू नहीं हो सकते। लेखक अजय गौतम ने कहा कि जिस तरह से देश में बीते कई वर्षो से पोलियो मिटाने का अभियान चल रहा है उसी तरह शंकराचार्य जी साई बीमारी को पूरे विश्व से दूर करने के लिये जुटे हुए हैं।
पाटन की पूर्व विधायक कल्याणी पांडे ने कहा कि साई पूजा का विरोध करने पर शंकराचार्य स्वामी के पुतले फूंके जा रहे हैं। इससे हमारा भी खून खौल रहा है लेकिन शंकराचार्य जी का कहना है कि यह वैचारिक क्रांति है और इसका मुकाबला भी उसी तरीके से किया जाना है। कलाकार दीपा ने धर्म संसद में कहा कि साई गंगा को अपवित्र बताते थे जबकि हिन्दू पूजा करते हैं। ऐसी कुरीतियों को हमें मिलकर हिन्दू समाज से दूर करना होगा।
धर्म संसद में बालाजीपुरम के संस्थापक सैम वर्मा ने कहा कि वे अपने पूर्वजों के द्वारा दिये गए संस्कारों के आधार पर धर्म की रक्षा करने का दायित्व निभा रहे हैं। बालाजीपुरम में अज्ञानतावश 12 साल पहले साई बाबा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही थी। जैसे ही धर्म संसद ने साई पूजा का फैसला लिया हमने भी पूजा बंद कर दी और मंदिर हटा दिया गया।

बाबाओं पर साधा निशाना

बालाजीपुरम में आयोजित धर्म संसद में पहुंचे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि जो घर-बार नहीं छोड़ सकते वे कैसे संत कहलाने के लायक हैं। संत तो समाज के कल्याण के लिये सब कुछ छोड़ देते हैं। एक बाबा के द्वारा फिल्म बनाने के बारे में भी उन्होंने इशारे में कहा कि वे कहते हैं कि हम सर्वधर्म को मानते हैं। एक साथ दो धर्मो का पालन कोई कर ही नहीं सकता है।


गैस सिलेंडर के वजन से छले जा रहे उपभोक्ता

30 January 2015
महासमुंद. शहर की दो में से एक भी गैस एजेंसी उपभोक्ता को देते वक्त सिलेंडर का वजन नहीं कर रही हैं। डिलीवरी देने वाले हॉकरों को तौल कांटा ही नहीं दिया है। तौल की मांग करने पर भी वजन नहीं किया जाता। जिला मुख्यालय में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
शहर में इंडेन गैस की दो एजेंसी हैं। करीब १५-२० हजार उपभोक्ता हैं। तौल के संबंध में पूछे जाने पर जिम्मेदार बगलें झांकने लगे। हॉकरों के पास तौल कांटा ही नहीं है। यही नहीं, तौल कांटा सिलेंडर से लदी गाडिय़ों में नहीं रहती है। उपभोक्ताओं को जागरूक करने समय-समय पर अभियान भी चलाया जाता रहा है। जिसमें सिलेंडर लेते वक्त वजन और सावधानियों के बारे में बताया जाता है। सूचना, शिकायतें, प्रश्न के लिए टोल फ्री नंबर 1800-233-3६६३ है, यह भी कारगर साबित नहीं हो रहा है। सीधे तौर पर कहा जाए, तो शहर में कभी भी सिलेंडर वजन करने की परंपरा एजेंसियों ने नहीं डाली। साइकिल और बाइक से सिलेंडर पहुंचाए जाते हैं।

समय से पहले खत्म हो जाती है गैस

हॉकरों के पास वजन करने का कुछ होता नहीं है। वजन करने कहने पर टंकी की सील दिखाते हुए सिलेंडर थमाकर चले जाते हैं। समय से पहले सिलेंडर में गैस खत्म हो जाती है, तो यही अंदेशा बना रहता है कि उपयोग अधिक हुआ या गैस कम थी, इस उहापोह की स्थिति में उपभोक्ताओं का माथा खनकता रहता है। खुलकर विरोध भी नहीं कर पाते। शायद यही वजह है कि, गैस एजेंसी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। और बिना तौले थमा रहे हैं।


टॉयलेट साफ नहीं किया, चपरासी ने छात्र को बेहोश होते तक पीटा

30 January 2015
रायपुर। प्रदेश के धुर नक्सल प्रभावित इलाके में स्थित इडजेपाल आश्रम में पढऩे वाले कक्षा तीसरी के एक छात्र को आश्रम के चपरासी ने इतना पीटा कि वह मौके पर ही बेहोश हो गया। जैसे-तैसे उसके साथियों ने उसे पानी डालकर उसे होश में लाया तो चपरासी ने उसकी फिर से पिटाई की। छात्र को इतना सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने टॉयलेट साफ करने से मना कर दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार यहां पढ़ाई करने वाले छात्र सुशील दास को आश्रम के चपरासी खेमसिंह ने टायलेट साफ करने कहा इस पर छात्र ने चपरासी से कह दिया कि यह तो आपका काम है मैं क्यों करूं। इस बात से नाराज चपरासी ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। घटना के बाद से छात्र ठीक से चल भी नहीं पा रहा है।

इलाज करने से किया मना

घटना के बाद छात्र के परिजन उसे इलाज के लिए छिंदगढ़ स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। आरोप है कि यहां तैनात डाक्टरों ने छात्र का उपचार ही नहीं किया। जब परिजनों ने डाक्टर पर दबाव डाला कि उपचार करों तो उसने इसे पुलिस केस बताते हुए पहले थाने जाने की सलाह दी। समझौता करने का दबाव

इधर छात्र के परिजन आरोपी चपरासी के खिलाफ थाने में एफआई करवाने गए तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। सिर्फ लिखित में शिकायत ली और फिर कहने लगे कि पहले आश्रम अधीक्षक, चपरासी सबको एक साथ बिठाकर बात की जाएगी। इसके बाद एफआईआर दर्ज होगी।

छात्र संगठनों ने खोला मोर्चा

आरोपी चपरासी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संयुक्त पीएमटी बालक छात्रावास धरमपुरा के छात्र नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया है। गुरूवार को अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जयराम दास, परमेश्वर लाल तारम प्रदीप मरकाम अन्य छात्र नेताओं ने कलेक्टर आईजी के नाम ज्ञापन सौंपकर चपरासी सहित अन्य जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।


भ्रष्टाचारियों की संपत्ति होगी राजसात, कैबिनेट की मंजूरी

29 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भ्रष्ट अफसरों की संपत्ति कुर्क होगी। राज्य सरकार लोक सेवकों की अनुपातहीन संपत्ति की घोषणा भी कर सकेगी, जिसे किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी सकती। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रालय [महानदी भवन] में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में भ्रष्टाचार के आरोपी शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों [लोक सेवकों] की अनुपातहीन संपत्ति को जब्त अथवा राजसात करने के लिए छत्तीसगढ़ विशेष न्यायालय अधिनियम-2015 [विधेयक] के प्रारूप को हरी झंडी दी गई। इसे विधानसभा के आगामी बजट सत्र में पेश किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विधेयक भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा लिए गए जीरो टॉलरेंस के संकल्प के तहत लाया जा रहा है। डॉ. सिंह ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमने कठोर कानून बनाने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में कैबिनेट में विधेयक के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। इस विधेयक में लोक सेवकों द्वारा भ्रष्ट साधनों से अर्जित चल-अचल अनुपातहीन संपत्ति को जब्त या राजसात करने का प्रावधान किया गया है। विधेयक में कुल 28 धाराएं शामिल की गई हैं।
डॉ. सिंह ने कहा कि इस विधेयक की एक विशेषता यह भी है कि राज्य शासन द्वारा ऐसे लोकसेवकों की अनुपातहीन संपत्ति के मामलों की घोषणा की जा सकेगी और इन घोषणाओं को किसी भी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकेगी। विधेयक में ऐसे मामलों के लिए विशेष न्यायालय के गठन का प्रावधान किया गया है, जो इस प्रकार के मामलों की सुनवाई करेगा। इन मामलों का निराकरण एक वर्ष के भीतर किया जाएगा। मामले की जांच के दौरान संबंधित लोक सेवक की अनुपातहीन संपति कुर्क की जा सकेगी, ताकि उसके द्वारा अनुपातहीन संपत्ति को अन्य तरीकों से निराकृत करने की आशंका न रहे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विधेयक में प्रावधान किया गया है कि ऐसे मामलों में संपत्ति कुर्क करने की पुष्टि एक माह के भीतर विशेष न्यायालय द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही विशेष न्यायालय ऐसी कुर्क-अधिगृहीत संपत्ति को प्रबंधन के लिए जिला मजिस्ट्रेट अथवा उसके द्वारा अधिकृत व्यक्ति को सौंपी जा सकेगी। अपचारी लोक सेवक को विशेष न्यायालय में सुनवाई का समुचित अवसर दिया जाएगा। प्रभावित व्यक्ति द्वारा विशेष न्यायालय के आदेश के विरुद्ध एक माह के भीतर उच्च न्यायालय में अपील की जा सकेगी।

आईटी व राइट ऑफ वे नीति को भी हरी झंडी

कैबिनेट में इलेक्ट्रॉनिक्स आईटी और आईटी समर्थित सेवाओं में निवेश की नीति वर्ष 2014-19 तथा छत्तीसगढ़ की राइट ऑफ वे नीति 2015 को भी मंजूरी दी गई।

बस्तर-सरगुजा में स्थानीय भर्ती के लिए दो साल की छूट बढ़ी

बस्तर और सरगुजा संभागों के जिलों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों की स्थानीय भर्ती के लिए वर्तमान में जारी नीति [छूट] को अगले दो वर्ष के लिए बढ़ाने का भी निर्णय कैबिनेट में लिया गया।


बागी पुत्र को चुनाव जिताने मैदान में उतरी सांसद

29 January 2015
जाजंगीर-चांपा। बलौैदा के जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक ११ में सांसद पुत्र चुनावी मैदान में है। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक ११ में सांसद पुत्र प्रदीप पाटले पार्टी से समर्थन नहीं मिलने के बाद भी बागी होकर चुनावी मैदान में है। पुत्र मोह में फंसी सांसद कमलादेवी पाटले भी चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं।
साथ ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी जितेंद्र खांडे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे सांसद पुत्र प्रदीप द्वारा अपने प्रचार के लिए लगाए गए बैनर पोस्टर में भाजपा समर्थित होने का दावा किया गया है। बागी पुत्र के समर्थन में सांसद का इस तरह खुलेआम प्रचार करना और चुनाव सामग्रियों में उनके प्रतिनिधियों के नाम का इस्तेमाल होना क्षेत्र के मतदाताओं के लिए असमंजस की स्थिति निर्मित कर रहा है। जिपं क्षेत्र क्रमांक ११ में शामिल सभी गांवों को भाजपा समर्थित होने के बैनर-पोस्टर से पाट दिया गया है।
इस दिशा में भाजपा के नेता किसी तरह की सीधे प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं, लेकिन दबी जुबान से सभी का मानना है कि ऐसी दबंगई के सामने खामोशी बनाने से पार्टी का अनुशासन बिगड़ेगा। बहरहाल, पार्टी पदाधिकारियों ने अधिकृत प्रत्याशी की ओर से मामले की शिकायत पार्टी के जिलाध्यक्ष से की है।


नक्सलियों के भारी उत्पात के बीच 68 प्रतिशत मतदान

29 January 2015
रायपुर। राज्य में पंचायत चुनाव के पहले चरण में नक्सलियों के भारी उत्पात के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 38 बूथों पर फिर से मतदान कराने का फैसला किया है। वहां पोलिंग कब होगी इसकी तारीख बाद में तय की जाएगी। राज्य पहले चरण के मतदान में बुधवार को औसतन 68 फीसदी वोट पड़े। बस्तर संभाग में केवल 47 और बाकी जिलों में 71 प्रतिशत वोट पड़े। बस्तर संभाग में जगदलपुर और बीजापुर जिले को छोड़कर दंतेवाड़ा, सुकमा और कोंडागांव में नक्सलियों ने उत्पात मचाया। यहां 30 मतदान दलों को नक्सलियों ने लूट लिया। यहां वोट नहीं डाले जा सके। हालांकि हिंसा की खबर नहीं है।

5 दलों को वापस भेजा

सुकमा जिले के छिंदगढ़ ब्लाक में मतदान के लिए गए कुन्ना, हमीरगढ़ और मिचवार के दस मतदान दलों को नक्सलियों ने लूट लिया, जबकि कुंदनपाल और पुसगुन्ना के पांच मतदान दलों को वापस भेज दिया। कोंडागांव जिले के नवागांव, हड़ेली, कड़ेनार व बेचा के 7 पाेलिंग बूथ पर गए मतदान दलों को भी लूटा गया है।

निगम आयुक्त और मतदान कर्मियों के वाहन में तोड़फोड़

नंदनी-अहिवारा के पास खुदनी गांव में पंचायत चुनाव से लौट रहे भिलाई नगर निगम आयुक्त नरेंद्र दुग्गा के वाहन और मतदान कर्मियों की बस में ग्रामीणों ने तोड़फोड़ की। दो आरक्षकों से मारपीट भी की गई। पुलिस ने 20 ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया है। पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान विवाद शुरू हुआ था।


छत्तीसगढ़ में पहली बार होगी भालुओं की गिनती

27 January 2015
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में पहली बार भालुओं की गिनती होगी। इसका फैसला राज्य वन्यजीव बोर्ड की पिछली बैठक में लिया गया। फिलहाल विभागीय अफसर भालुओं की गिनती के तरीकों पर मंथन कर रहे हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक भालुओं की गिनती के लिए कैमरा ट्रैपिंग के साथ ही देशी पद्धति भी अपनाई जाएगी।
छत्ताीसगढ़ में भालुओं की अनुमानित संख्या लगभग तीन हजार है। विशेषज्ञों के अनुसार देश में सर्वाधिक भालू छत्ताीसग़़ढ में हैं। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भालुओं का आतंक जारी है। कुछ लोगों को भालुओं ने मार डाला तो कुछ को घायल कर दिया है। प्रदेश में भालू-मानव द्वंद्व पर राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने विभागीय अधिकारियों को भालुओं की गणना की तैयारी करने के निर्देश दिए, जिसके बाद अफसर गणना करने की योजना बनाने में जुट गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक विभागीय अफसरों की जल्द ही बैठक होगी, जिसमें भालुओं की गणना, मानव-भालू द्वंद्व पर चर्चा होगी। इसके अलावा भालुओं के खाने की व्यवस्था जंगलों में बेहतर तरीके से करने का निर्देश भी अफसर देंगे।

5 साल में खर्च होंगे 20 करोड़

प्रदेश में भालुओं का आतंक रोकने के लिए राज्य सरकार ने जामवंत योजना को मंजूरी दी है। विभाग इसकी कार्ययोजना बनाकर प्रभावित क्षेत्र में लागू करने जा रहा है। इस योजना में पांच साल में करीब 20 करो़़ड खर्च किए जाएंगे। यह राशि कैम्पा फंड से खर्च की जाएगी।


कोरबा के डॉ. अजय ने लांगेस्ट स्पीच देकर बनाया विश्व रिकार्ड

27 January 2015
कोरबा. शहर के पैथोलॉजिस्ट डॉ. अजय शेष ने लांगेस्ट मैराथन स्पीच के तहत लगातार 49 घंटे 39 मिनट बोलकर विश्व रिकार्ड बनाया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के विक्रांत का रिकार्ड तोड़ा है। इससे पहले विक्रांत ने 48 घंटे 31 मिनट तक लांगेस्ट स्पीच देकर यह रिकार्ड अपने नाम किया था।
डॉ. अजय ने कहा कि वह आगे अपना ही रिकार्ड तोडऩे का प्रयास करेंगे। डॉ. अजय के परिजनों ने उनकी तबियत बिगडऩे की डर से लगातार स्पीच देने से मनाकर दिया। डॉ. अजय आवाज लडख़ड़ाने के बाद भी स्पीच दे रहे थे।
उल्लेखनीय है कि डॉ. अजय लांगेस्ट मैराथन स्पीच के तहत पॉवर हाऊस रोड स्थित हॉटल विश्राम रिजेंसी में शनिवार दोपहर 27 बजे से बोल रहे थे। डॉ.अजय ने इसके लिए आर्गेनाजम टू आर्गेनाइजेशन विषय का चयन किया। इसकी निगरानी मेडिट्रांस के द्वारा की जा रही है। कलक्टर रीना कंगाले सहित बड़ी संख्या में लोग रविवार को स्पीच सुनने होटल पहुंचे।


राज्यपाल ने रायपुर और मुख्यमंत्री ने जगदलपुर फहराया झंडा

27 January 2015
रायपुर. गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह पुलिस परेड मैदान में आयोजित किया गया, जहां सुबह ९ बजे राज्यपाल बलराज दास टंडन ध्वजारोहण किया और संयुक्त परेड की सलामी ली। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जिला मुख्यालय जगदलपुर के लालबाग मैदान में ध्वजारोहण किया। जबकि विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने सरगुजा जिले के मुख्यालय अम्बिकापुर में परेड की सलामी लेकर ध्वजारोहण किया। बिलासपुर में नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने झंडावंदन कर परेड की सलामी ली।

राज्यपाल ने स्वच्छ भारत अभियान की प्रशंसा की

समारोह में राज्यपाल ने कहा, महान नेताओं और अमर शहीदों के लगातार संघर्ष के बाद देश को आजादी मिली और आजादी के बाद संविधान बनाकर देश में लोकतंत्र की स्थापना की गई। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि अगर हम जागरूक नहीं हुए तो हमारी आजादी फिर गुलामी में बदल सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें सभी नागरिकों की भागीदारी होनी चाहिए। रोगमुक्त स्वच्छ और स्वस्थ भारत के निर्माण में इस अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मुख्यमंत्री ने फहराया झंडा

गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जगदलपुर के लालबाग मैदान में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन पावन संविधान और गणतंत्र के प्रति निष्ठा दोहराने, महान देश के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने, और राष्ट्र-भक्ति के संकल्पों के गगनचुम्बी उद्घोष का है। अनेकता में एकता की सांस्कृतिक पहचान को हमारे संविधान ने अखण्ड मजबूती दी है। ऐसे गौरवमय संविधान के निर्माताओं, देश की एकता और अखण्डता के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले अमर शहीदों तथा देश के निर्माण में अपना अमूल्य जीवन समर्पित करने वाली विभूतियों को शत्-शत् नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ युवा सूचना क्रांति योजना के तहत कॉलेज स्तर के विद्यार्थियों को इस वर्ष भी नि:शुल्क लैपटॉप और टेबलेट दिए जाएंगे। रायपुर में राज्य का पहला गैस आधारित 132 केवी क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र की स्थापना की जाएगी। शहरी गरीबों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर दिलाने के लिए राज्य के 141 नगरीय निकायों में 'मुख्यमंत्री शहरी आजीविका मिशन" शुरू किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य में राष्ट्रीय स्तर के तकनीकी शिक्षा संस्थान -आई.आई.टी. और ट्रिपल आई.टी. इस वर्ष शुरू करने की बात कही। जरूरतमंद परिवारों के लिए 'मुख्यमंत्री आवास योजना" के तहत विभिन्न स्थानों पर एक लाख 94 हजार परिवारों के लिए मकानों का निर्माण किया जाएगा। नया रायपुर में निम्न आय और मध्यम आय वाले 40 हजार परिवारों को किफायती दरों पर मकान दिए जाएंगे।


नक्सल प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों की 13 को बैठक

12 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक 13 जनवरी को राजधानी रायपुर में होगी। केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और शिपिंग मंत्री नितिन गडकरी की ओर से यह बैठक बुलाई गई है। एनडीए की सरकार आने के बाद नक्सल प्रभावित राज्यों में छत्तीसगढ़ को केंद्र में रखा गया है। इसको देखते हुए वामपंथी उग्रवाद [एलडब्ल्यूई] प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों की पहली बैठक बुलाई गई है। इसमें नक्सल प्रभावित राज्यों में स़़डक निर्माण में आ रही दिक्कतों की समीक्षा की जाएगी। इसमें सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, गृह मंत्रालय, राज्य पीडब्ल्यूडी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और अन्य संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों में 2897 करोड़ रुपए की लागत से 53 सड़कें स्वीकृत की गई हैं, जिनकी लम्बाई 2021 किलोमीटर है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण में तेजी लाने के लिए हाल ही में मुख्य सचिव विवेक ढांड ने पीडब्ल्यूडी और राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि 703 किलोमीटर की 18 सड़कों का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है, 21 सड़कों का निर्माण प्रगति पर है। 14 सड़कों के निर्माण के लिए निविदाएं जारी की जा चुकी हैं।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित 34 जिलों में सड़क संपर्क सुधारने के लिए कुल 5,474 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर रहा है। इसकी सड़क आवश्यकता योजना [आरआरपी] आठ राज्यों को कवर करती है, ये राज्य तेलंगाना, बिहार, छत्तीसग़़ढ, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और उत्तर प्रदेश हैं। आवंटित 5,469 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण में से 4,908 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। इस योजना के तहत अब तक 3,299 किलोमीटर [67 प्रतिशत] सड़क निर्माण पूरा हो चुका है। इस पर 4,374 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

शामिल होंगे छत्तीसगढ़ के आला अधिकारी

बैठक में छत्तीसगढ़ के पीडब्ल्यूडी और गृह विभाग के आला अधिकारी शामिल होंगे। इसके साथ ही डीजीपी एएन उपाध्याय, एंटी नक्सल ऑपरेशन के आला अधिकारी भी शामिल होंगे। इसको लेकर पुलिस मुख्यालय में रविवार को भी तैयारी चलती रही। आला अधिकारियों ने स़़डक निर्माण में आ रही दिक्कतों को लेकर एक प्रजेंटेशन भी बनाया है, जिसे मंत्री के सामने पेश किया जाएगा। इसके साथ ही बैठक में छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार तथा अन्य राज्यों के पीडब्ल्यूडी मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है।


दो बीआरपी पर हुई कार्रवाई

12 January 2015
जांजगीर। जिले के सभी नगरीय निकायों में 17 जनवरी को होने वाले उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन एवं विहीत अधिकारी नियुक्त कर दिया है।
नगर पालिका जांजगीर-नैला के उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिए डिप्टी कलक्टर भुवनेश्वर लहरी को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है। इसी प्रकार नगर पालिका चांपा के उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिए एसडीएम चांपा एके शर्मा, नगर पालिका अकलतरा के लिए डिप्टी कलक्टर सीडी जांगड़े, बलौदा नगर पंचायत के लिए तहसीलदार संदीप ठाकुर, खरौदा नगर पंचायत के लिए एसडीएम पामगढ़ केके शर्मा, शिवरीनारायण नगर पंचायत के लिए तहसीलदार जांजगीर दिनेश चिंचोलकर, नया बाराद्वार नगर पंचायत के लिए तहसीलदार सक्ती आरवी शर्मा, अड़भार नगर पंचायत के लिए तहसीलदार मालखरौदा भूपेन्द्र सिंह जोशी, नवागढ़ नगर पंचायत के लिए तहसीलदार नवागढ़ एसएस बल्के, सारागांव नगर पंचायत के लिए तहसीलदार चांपा डीएस उईके, जैजैपुर नगर पंचायत के लिए तहसीलदार जैजैपुर एआर खान, चन्द्रपुर नगर पंचायत के लिए तहसीलदार हसौद आरएस सिदार, डभरा नगर पंचायत के लिए एसडीएम डभरा रीता यादव को पीठासीन अधिकारी बनाया गया है।


प्रधानमंत्री मोदी की थीम मेक इन इंडिया की तर्ज पर मेक इन छत्तीसगढ़

12 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थीम मेक इन इंडिया की झलक साफ दिखाई देगी। केंद्र की तर्ज पर ही राज्य की उद्योग नीति में मेक इन छत्तीसगढ़ की थीम को महत्वपूर्ण बनाया जा रहा है। राज्य में अधिक से अधिक निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए कोशिश की जा रही है कि देश की सबसे सरल और आकर्षक नीति उद्योगपतियों के सामने रखी जाए। इसमें कोर सेक्टर के स्टील, पावर, एल्युमिनियम और सीमेंट के उद्योगों के बजाय मैनुफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ावा दिया जाएगा।
सबसे अहम बात ऑटोमोबाइल सेक्टर के उद्योगों को सीधा निमंत्रण है। यानी बड़ी कंपनियों की गाड़ियां छत्तीसगढ़ में बन सकती हैं और इसके कारण स्थानीय लोगों को सीधा रोजगार मिल सकता है। उल्लेखनीय है कि राज्य की पुरानी नीति में सरकार ने बड़े उद्योगों की स्थापना पर जोर दिया था। सरकार ने नवंबर 2012 में ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट का आयोजन किया था।

नई उद्योग नीति में ये

- उद्याेग स्थापना के लिए भूमि चिह्नित कर लैंड बैंक बनाया जाएगा।
- प्रदूषण रहित औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
- खाद्य प्रसंस्करण और लघु व मध्यम उद्योगों के लिए कार्ययोजना।
- ग्रामोद्योग से जुड़े काम कोर सेक्टर उद्योगों में होगा शामिल।
- आईटी और सेवा क्षेत्र के उद्योगों को नया रायपुर में जगह।
- प्रमुख जिलों में भूमि बैंक का गठन।

फिर सहमति का दौर

बड़े उद्योग समूहों को प्रारूप भेजकर उनकी सहमति लेने की कोशिश। नीति में गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के 8 राज्यों की नीतियों के अहम बिंदुओं को शामिल किया गया। इससे उद्योगपतियों को तुलनात्मक अध्ययन में आसानी होगी। वैसे कोशिश की जा रही है कि कैबिनेट की अगली बैठक में प्रस्तावित नीति पर मंत्रिमंडल में चर्चा कर ली जाए।

आगे क्या होगा

सरकार नई नीति लागू करने के बाद देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपतियों को छत्तीसगढ़ बुलाएगी। विभिन्न शहरों में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह खुद रोड शो करेंगे। सरकार की ओर से अधिकृत तौर पर उनको बुलावा भेजा जाएगा।

एनएमडीसी स्टील कंपनी का मुख्यालय छत्तीसगढ़ में होगा

एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ के नगरनार संयंत्र के संचालन के लिए नई स्टील कंपनी बनाई है। इस कंपनी का मुख्यालय छत्तीसगढ़ में ही होगा। माइनिंग सेक्टर की एनएमडीसी का मुख्यालय हैदराबाद में है, जबकि आयरन ओर का खनन वह ज्यादातर छत्तीसगढ़ की सीमा में ही करती है।


भरे बाजार में नक्‍सलियों का हमला, प्रधान आरक्षक की हत्‍या

10 January 2015
दंतेवाड़ा। क्षेत्र के कटेकल्याण में साप्ताहिक बाजार में नक्सलियों ने धारदार हथियारों से हमला कर प्रधान आरक्षक को मौत के घाट उतार दिया।
नक्सलियों ने घात लगाकर प्रधान आरक्षक शंकर प्रसाद जोशी पर हमला किया और उनकी जान ले ली।जानकारी के अनुसार यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर विकासखंड मुख्यालय कटेकल्याण के साप्ताहिक बाजार में प्रधान आरक्षक एसआई कंवर के साथ पेट्रोलिंग पर निकले थे। इसी दौरान उनकी मोटरसाइकल बंद हो गई।
जब प्रधान आरक्षक बाइक में किक लगाकर उसे स्टार्ट करने का प्रयास कर रहे थे तभी ग्रामीणों की वेशभूषा में आए आधा दर्जन से अधिक नक्सलियों ने धावा बोलते हुए जिला बल के प्रधान आरक्षक जोशी पर चाकू और कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार कर लहूलुहान कर दिया। गंभीर रूप से जख्मी प्रधानआरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। साप्ताहिक बाजार में सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाता है।
एकाएक हुए हमले के बाद बाजार में भगदड़ मच गई थी।व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी थी और ग्रामीण भी भाग खड़े हुए थे। प्रधान आरक्षक की हत्या के बाद नक्सली उसकी सर्विस रायफल एसएलआर लूट कर ले गए।।


दो बीआरपी पर हुई कार्रवाई

10 January 2015
जशपुरनगर। जशपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जेपी मौर्य द्वारा विकासखंड मनोरा में पदस्थ दो बीआरपी पर कार्रवाई की गई है। बीआरपी संजीव कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, वहीं बीआरपी कमलेश्वर टोप्पो के निलंबन के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जशपुर को प्रस्ताव भेजा गया है।
युक्तियुक्तकरण नीति विकासखंड मनोरा के प्रभावित अनुसूचित जाति एवं अनुसचित जनजाति संवर्ग के महिला एवं पुरूष वर्ग के कर्मचारियों के द्वारा संजीव कुमार यादव बीआरपी, कार्यालय बीआरसी मनोरा एवं कमलेश्वर टोप्पो बीआरपी कार्यालय बीआरसी मनोरा के विरूद्ध शिक्षिका चमेली भगत एवं अन्य 13 के द्वारा अन्यत्र हटाए जाने के संबंध में शिकायत की गई थी।
जिसके पश्चात मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जशपुर के द्वारा शिकायत की सत्यता को जानने हेतु 7 जनवरी को शिकायतकर्ताओं को बुला कर समक्ष में सुना गया, जिसमें संजीव कुमार यादव एवं कमलेश्वर टोप्पो के द्वारा युक्तियुक्तकरण के तहत अच्छे जगह में पदस्थापना कराने हेतु शिक्षिका प्रभा भगत एवं विमलाभगत से 20-20 हजार रूपये मांग करने एवं राशि न देने पर संजीव कुमार यादव के द्वारा महिला कर्मचारियों के साथ जातिगत गाली-गलौज देने एवं अभद्र, अश्लील व्यवहार करने के कारण उक्त दोनो पर कार्रवाई हुई।


रायपुर मास्टर प्लान में जुड़ेंगे 64 नए गांव

10 January 2015
रायपुर। राजधानी रायपुर के मास्टर प्लान-2021 के एरिया में शहर से लगे 64 नए गांवों जोड़े जा रहे हैं। राजधानी के कुल क्षेत्र में अब इन सभी गांवों की 75 हजार एकड़ जमीन ली जा रही है। राजधानी में अभी लागू मास्टर प्लान का कुल एरिया करीब 40 हजार एकड़ है। नए गांवों का एरिया मास्टर प्लान में लेने की वजह ये है कि घने शहर से लेकर आउटर तक, सभी जगह का स्ट्रक्चरल डेवलपमेंट किया जा सके। इन गांवों की जमीन के डेवलपमेंट का रोड मैप दो महीने में तैयार कर लिया जाएगा। शासन ने इसकी जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को सौंप दी है। इन गांवों की जमीन पर बेतरतीब डेवलपमेंट को रोकने के लिए वहां ले-आउट और नक्शे पास करने पर अघोषित रोक भी लग गई है।
टाउन प्लानिंग अफसरों के मुताबिक रायपुर के लिए नगर विकास योजना-2021 (मास्टर प्लान) का खाका 2008 से बनना शुरू हुआ है। तब जिन गांवों को नए मास्टर प्लान में लेने का प्रस्ताव था, उनमें तेजी से डेवलपमेंट हुआ है, लेकिन बेतरतीबी भी काफी बढ़ी। टाउन प्लानर आशंकित हैं कि 64 गांवों में भूमि का उपयोग (लैंड यूज) जीरो होने के कारण बेतरतीबी और बढ़ सकती है। जैसे, विधानसभा मार्ग के एक गांव में कई एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के ले-आउट पास कर दिए गए, जबकि उस गांव का मास्टर प्लान ही नहीं है। यही वजह है कि लगे हुए सभी 64 नए गांवों का पहले से प्लान तैयार कर लिया जाएगा, ताकि नियोजित तरीके से इन गांवों की जमीन भी डेवलप होती रहे।

इस तरह होगा नियोजन

सभी 64 गांवों से जो जमीन प्लान में ली जा रही है, उसमें सबसे पहले विकास का रोड मैप तैयार होगा। अर्थात, किस एरिया का विकास किस क्षेत्र के लिए तथा कितने समय में होना है। यह तैयार होने के बाद संबंधित अलग-अलग एरिया में लैंड यूज तय कर दिया जाएगा। यह प्रयोजन आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक तथा अामोद-प्रमोद आदि होंगे। इसके बाद जिस एरिया का लैंड यूज जैसा रहेगा, वहां केवल लैंड यूज के हिसाब से ही डेवलपमेंट को अनुमति दी जाएगी।

नक्शों पर अघोषित रोक

टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डिप्टी डायरेक्टर के दफ्तर ने प्रस्ताव 64 गांवों में लगभग 75 हजार एकड़ जमीन का लेआउट और नक्शे पास करने से मना कर दिया है। यह घोषित नहीं है। दरअसल शासन ने पत्र लिखा है कि सभी 64 गांवों में कोई भी प्रोजेक्ट का ले-आउट आता है तो इस पर डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से अभिमत लिया जाए। जबकि डायरेक्टर दफ्तर ने तय कर लिया है कि अभिमत नकारात्म होगा, या मना किया जाएगा। इस तरह, इन गांवों के नक्शे, लेआउट पर अघोषित रोक लग गई है।

ये हैं सभी 64 गांव

हतबंध, गोमची, तेंदुआ, गुमा, बोरझरा, बाना, कारा, उरला, अछोली, बेंद्री, पठारीडीह, कन्हेरा, कुम्हारी, निमोरा, चिखली, सोंडरा, बहेसर, मुनरेठी, चरौदा बाजार, परसतराई, तिवरैया, धरसींवा, गोढ़ी, मोहदी, नगरगांव, टाडा, सिलतरा, अकोली, गिधोरी, टोर, बरबंदा, मांढर, सांकरा, गिरौद, धनेली, नेउरडीह, मटिया, दोंदेकला, लालपुर, दोंदे, छपोरा, टेकारी, भुरकोनी, सेमरिया, कचना, परसुलडीह, बरौंदा, आमा सिवनी, सांकरी, पिरदा, तुलसी, सड्डू, काठाडीह, कांदुल, सेजबहार, दतरेंगा, डोमा, मुजगहन, धुसेना, खिलोरा, सिवनी, बोरियाकला, धनेली, भटगांव और सिंगारभाटा।


महापौर मधु किन्नर ने ठुकराया एसी वाहन

09 January 2015
रायपुर। नवनिर्वाचित महापौर का साथी अब हाथी होगा। दरअसल मेयर ने शासन से मिलने वाले एसी वाहन को ठुकरा दिया है। इसके बदले गली-गली में घुसने वाला टाटा मैजिक छोटा हाथी की मांग की है। महापौर की मंशा एसी वाहन में घूमने की नहीं, बल्कि लोगों से संपर्क कर उनकी समस्या सुलझाना है। ऐसे में अब महापौर छोटा हाथी में घूमकर लोगों की समस्या सुनेंगे।
महापौर मधु किन्नर अब एसी वाहन के बजाए टाटा मैजिक छोटा हाथी में शहर का भ्रमण करेंगे। मेयर ने शासन की ओर से मिलने वाले एसी वाहन को ठुकरा दिया है। इसके बदले महापौर ने छोटा हाथी की मांग की है।
बताया जाता है कि शहर में ऐसे कई वार्ड हैं जहां बडे़ वाहन नहीं घुसते। ऐसे में गलियों में महापौर मधु लोगों से संपर्क करने छोटा हाथी से जाएंगे। मेयर पद की शपथ लेने के साथ ही मधु ने निगम में काम करना शुरू कर दिया है। गुरुवार दोपहर करीब साढे़ 12 बजे निगम पहुंच कर महापौर चेंबर में बैठी, इस दौरान बाहर तो नहीं निकली। लेकिन चेंबर में ही काम-काज की जानकारी लेती रहीं। हालांकि मेयर ने इस दौरान न तो किसी अधिकारी को तलब किया और न ही किसी कर्मचारी को बुलाया। ऐसे में उनके समर्थकों से ही निगम क्रियाकलाप के बारे में चर्चा करने की बात कही जा रही है। महापौर मधु शहर की साफ-सफाई पर विशेषष ध्यान देंने की बात कह रहीं हैं। इस पर अमल करने के लिए महापौर ने पहले निगम से छोटा हाथी की मांग की है। कहा जा रहा है कि इस छोटे हाथी पर सवार होकर मेयर शहर के छोटे-ब़़डे गलियों में साफ-सफाई का जायजा लेंगी।

खर्च पर कंट्रोल

महापौर को मिलने वाला एसी वाहन पेट्रोल से चलता है। इसके लिए हर माह 60 लीटर पेट्रोल का प्रावधान है। ऐसे में पेट्रोल का खर्च बचाने मेयर ने डीजल वाहन की मांग की है। इसके अलावा अन्य खर्च पर कंट्रोल करने की बात कही जा रही है। निगम में ऐसे ही ताम-झाम के नाम पर लाखों पए फूंका जाता है। अब इन खर्चो पर लगाम लगाने की तैयारी हो रही है। खास बात यह है कि ताम-झाम के नाम पर निगम अधिकारी लाखों डकार जाते हैं।

कर्मचारियों की मांगी सूची

गुरुवार को महापौर मधु ने कार्यालय अधीक्षक से निगम कर्मचारियों की सूची मांगी। मेयर द्वारा सूची की मांग करने के बाद तत्काल कर्मचारियों की सूची उपलब्ध कराई गई।

मोदी स्टाइल में काम शुरू

महापौर मधु किन्नर द्वारा बैठने से पहले मोदी की तर्ज पर कुर्सी को प्रणाम किया। इसके बाद महापौर की कुर्सी पर बैठी। हालांकि मधु किन्नर के अभिवादन का अंदाज निराली है। जिस तरह लोगों का अभिवादन करती है। वैसे ही कुर्सी का अभिवादन कर बैठी थी।


सीजीपीएससी में अंकिता चयनित

09 January 2015
अंबिकापुर. अंकिता गर्ग सीजी पीएससी परीक्षा में चौथा रैंक प्राप्त कर महिला टॉपर डिप्टी कलक्टर पद के लिए चयनित हुई हैं। अंकिता गर्ग प्रवीण आईएएस एकेडमी की छात्रा हैं।
संस्था के प्रतियोगी स्वेच्छा सिंह, सालिक राम गुप्ता एवं संजय मरकाम का चयन क्रमश: सीईओ, नायब तहसीलदार एवं सहकारिता निरीक्षक पद पर चयनित हुए हैं।
संस्था के प्रवीण अग्रवाल सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी में दसवां स्थान दीपिका स्वर्णकार एवं अंबिकेश स्वर्णकार ने पटवारी परीक्षा में टॉपर रहे हैं। राकेश शर्मा व विजय पांडेय का चयन २०१४ में सीएमओ के लिए हो चुका है।


रायपुर जिले में दाल और शक्कर की सब्सिडी राशि भी बैंक खाते में आएगी

09 January 2015
रायपुर. रसोई गैस (एलपीजी) सिलेंडरों की सब्सिडी की रकम जिस तरह लोगों के बैंक खाते में दी जानी है, उसी तरह सरकारी राशन दुकानों से बीपीएल परिवारों को मिलने वाली एक किलो शक्कर और दो किलो मटर दाल की सब्सिडी भी सीधे लोगों के बैंक खाते में चली जाएगी। छत्तीसगढ़ में पहली बार यह योजना रायपुर जिले में शुरू हो रही है। इसके लिए राशन कार्डधारकों को नया खाता नहीं खोलना पड़ेगा।
जन-धन योजना के खाते को इस योजना से जोड़ दिया जाएगा और सब्सिडी के पैसे खाते में जाने लगेंगे। खाद्य संचालनालय ने निर्देश दिए हैं कि 15 फरवरी तक जिले के सवा चार लाख बीपीएल परिवारों के खाते जन-धन योजना से जोड़ दिए जाएं। फर्जी राशन कार्डों पर लगाम कसने के लिए ऐसा किया जा रहा है। रायपुर में योजना की मानीटरिंग का जिम्मा कलेक्टर को सौंपा गया है। सूत्रों के अनुसार जन-धन योजना का बैंक खाता वही खोल सकेंगे, जो बीपीएल होने के प्रमाण प्रस्तुत करेंगे। इसका लाभ ये होगा कि एक परिवार के एक राशन कार्ड के कारण खाता भी एक ही खुलेगा। इससे परिवार के अन्य लोगों के नाम बने राशन कार्ड खुद ही शून्य हो जाएंगे। अफसरों ने बताया कि सरकार शक्कर और दाल देने के बजाय सीधे कैश खातों में जमा करवा देगी। ये दोनों चीजें दुकान से नहीं दी जाएंगी। पैसे किस रेट को आधार बनाकर जमा किए जाएंगे, यह फैसला होना बाकी है।

ऐसे दिखेगा ऑनलाइन

जिले के कोर पीडीएस में एनआईसी नया सॉफ्टवेयर इंस्टाल कर रही है। इसके जरिए जन-धन योजना के खाते की जानकारी फीड होगी। पहले खाने में खाताधारी का नाम, दूसरे में बीपीएल राशन कार्ड में दर्ज परिवारों के नाम और तीसरे बॉक्स में जन-धन खाते का नंबर, बैंक का नाम और खाताधारक का परिवार के मुखिया से संबंध के बारे में बताया जाएगा। अंत में जमा होने वाली रकम का ब्योरा रहेगा।

खाता खुलने तक दुकान से

अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि जब तक जन-धन योजना का खाता नहीं खुलता, ऐसे लोगों को राशन सरकारी दुकानों से मिलता रहेगा। सरकारी खाता जीरो बैंलेंस में हर उस व्यक्ति के नाम से खुल सकता है जिसका नाम बीपीएल राशन कार्ड में दर्ज है।
बीपीएल परिवारों के राशन कार्ड 15 फरवरी तक जन-धन योजना के खाते से जोड़ दिए जाएंगे। इसके बाद ऐसे सभी बैंक खातों में दाल और शक्कर की सब्सिडी जमा की जाएगी।'' दयामणि मिंज, जिला खाद्य नियंत्रक


साक्षी महाराज को नहीं कहना था सांसद चार-चार बच्चे पैदा करें

08 January 2015
रायपुर। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय इस्पात व खान राज्य मंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि साक्षी महराज का बयान गलत। उन्हें नहीं कहना था कि सांसद चार-चार बच्चे पैदा करें। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में हमारा प्रदर्शन आशाजनक नहीं रहा, पर इतना भी बुरा नहीं कि इस्तीफा देकर घर बैठ जाएं।
केंद्रीय राज्य मंत्री श्री साय सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। साक्षी महराज द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में श्री साय ने साक्षी महराज के बयान को उनका अपना निजी राय माना। साथ ही वे यह कहना भी नहीं भूले कि साक्षी महराज को इस तरह का विवादित बयान नहीं देना चाहिए। उनको यह कतई नहीं कहना था कि सांसद चार-चार बच्चे पैदा करें। प्रदेश में हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनाव में सत्ताधारी दल के खराब प्रदर्शन और कांग्रेस के हमलावर रुख तथा सीएम से इस्तीफे के सवाल पर जब उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई तो उनका कहना था कि चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी के रणनीतिकारों ने जो अनुमान लगाया था वह पूरा नहीं हो पाया। हमारा प्रदर्शन आशानुरूप नहीं रहा। पर इतना भी खराब नहीं।
साय का कहना था कि पार्टी के प्रदर्शन को लेकर चिंतन मनन किया जाएगा। चुनाव में ऊपर-नीचे होता रहता है। स्थानीय निकाय के चुनाव को राज्य सरकार के प्रदर्शन से सीधा-सीधा जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। सांसद लखनलाल साहू के बयान से भी पल्ला झाड़ लिया।
रायगढ़ में थर्ड जेंडर महापौर,यह तो जनादेश है

रायगढ़ नगर निगम में थर्ड जेंडर के महापौर की कुर्सी पर काबिज होने के सवाल पर मंत्री श्री साय का कहना है कि यह तो जनादेश है। लोकतंत्र में जनमत का झान ही सर्वोपरी होता है। जनादेश का सम्मान होना चाहिए। इस बारे में और क्या कहा जा सकता है।
कोल मेरा विभाग नहीं

कोयला कर्मियों की हड़ताल से हो रहे करोड़ों के नुकसान व केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे निजीकरण के प्रयास संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोयला मंत्रालय मेरा विभाग नहीं है। केंद्रीय मंत्री सीधे डील करते हैं। लिहाजा इस संबंध में कुछ कहना उचित नहीं है। श्री साय मंत्री बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे। वे निजी प्रवास पर थे। निजी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे जशपुर के लिए रवाना हो गए।।


गैंगरेप के बाद बदनामी का डर दिखा कभी भी ले जाते थे साथ

08 January 2015
भिलाई। गैंगरेप के आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों ने मुंह काला करने के बाद भी युवती का पीछा नहीं छोड़ा। वह उसे लगातार फोन पर तंग करते रहे। कभी दुष्कर्म की वीडियो क्लीपिंग सार्वजनिक करने की धमकी देते। धमकाने का सिलसिला करीब छह महीने तक चलता रहा। इस बीच दोनों पुलिसकर्मी युवती के कॉलेज पहुंच जाते थे और कई बार उसे कोचिंग से जबरदस्ती अपने साथ ले गए। इस प्रताड़ना से तंग आकर वह घर से बिना बताए खुदकुशी करने निकल गई थी।
यह आपबीती गैंगरेप पीडिता की है। उसके पिता और भाई इस घटना के बाद से दहशत में हैं। गुरूवार को जब महिला पुलिस उसकी बेटी को मुलाहिजा के नाम पर लेकर निकली और घंटों तक उसका कोई पता नहीं चला तो वह रोने लगा। पीडिता के भाई ने बताया कि उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। पहले उसकी बहन को दोनों आरोपी पुलिस की वर्दी का रौब दिखाकर डराते रहे।
उसने घर में कुछ नहीं बताया और गुरूवार रात को घर से निकल गई। गश्त कर रहे पुलिस वाले उसे थाने ले आए, तब मामला खुला। इसके बाद ही घर में मालूम चला।

एक दिन पहले भी की छेड़छाड़

पीडिता के पिता ने बताया कि उसकी बेटी निजी कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वह रोज शाम को ट्यूशन जाती थी। अब जाकर मालूम हुआ कि उसके साथ इतनी बड़ी घटना हो गई। बेटी ने बताया कि मंगलवार को भी आरोपी पुलिसकर्मी उसे परेशान कर रहे थे। इनकी आएदिन की हरकतों से परेशान होकर वह घर से निकली थी।

एक गैरहाजिर, दूसरा उपस्थिति लगाकर गायब

दोनों आरोपी पुलिस लाइन में पदस्थ हैं। पिछले कई महीनों से इनकी ड्यूटी सुपेला थाने के जरिए अस्पताल में लगाई जाती रही है। रक्षित निरीक्षक अंजलि एरेवार ने बताया कि बुधवार को प्रकाश पांडेय ने लाइन में आकर हाजिरी लगाई थी। इसके बाद उसकी जानकारी नहीं है। सौरभ ड्यूटी पर नहीं आया।

यह क्या माजरा है!

दोनों आरोपी पुलिसकर्मी छावनी थाने में पहुंचे थे। यहां पीडिता के परिजन और उनका आमना-सामना भी हुआ था। इनकी माने तो वह लोग मामले को रफा-दफा करने की बात कह रहे थे। शाम तक पुलिस इनको हिरासत में लिए जाने की बात कहती रही, लेकिन देर रात एफआईआर के बाद थाना प्रभारी ने इनके कस्टडी में होने से इनकार कर दिया।

रात नौ बजे मेडिकल, आज फिर होगी जांच

बुधवार रात नौ बजे दुर्ग जिला अस्पताल में पीडिता का प्रारंभिक मेडिकल परीक्षण किया गया। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति शर्मा ने बताया कि अभी प्रारंभिक जांच की है। गुरूवार को मेडिकल परीक्षण किया जाएगा।

छावनी थाना

प्रकरण दर्ज करने की बजाय पीडिता को छोड़ आए घर

छावनी थाना पुलिस के सामने गैंगरेप मामले का खुलासा हुआ, लेकिन इस मामले में प्रकरण दर्ज करने की बजाय पीडिता को उसके घर छोड़ दिया गया। दोपहर करीब 1.30 बजे परिजन उसे लेकर फिर थाने पहुंचे। यहां उसके बयान दर्ज करने के लिए विशेष थाने की प्रभारी आईआर खैरानी को बुलवाया गया। वे पीडिता को मेडिकल जांच के लिए साथ ले गई। इनके साथ पीडिता की मां भी गई।
थाना प्रभारी अलेक्जेंडर किरो ने कहा - जिस समय पीडिता थाने पहुंची उसका बयान लेने महिला स्टाफ नहीं था। विशेष थाना की टीआई को बुलवाया। बयान के बाद महिला अधिकारी चिकित्सकीय परीक्षण के लिए अस्पताल ले गई। इसके बाद क्या हुआ नहीं मालूम। वैसे भी घटना सुपेला थाना क्षेत्र की है। मैने वहां जानकारी दे दी है।

सुपेला थाना

व्यस्तता बताकर टालमटोल करते रहे खुद थाना प्रभारी
घटना सरकारी सुपेला अस्पताल में हुई थी। यह सुपेला थानांतर्गत आता है। छावनी थाने से गंभीर प्रकरण की जानकारी मिलने पर भी कोई सक्रियता नजर नहीं आई। मुलाहिजा के लिए ले जाई गई पीडिता के बारे में जानने परिजन थाने गए, लेकिन वहां से उन्हें जानकारी नहीं होने का कहकर लौटा दिया गया। थाना प्रभारी देर रात तक यही कहते रहे कि मैं थाने पहुंचकर ही कुछ कह पाऊंगा।
थाना प्रभारी राकेश जोशी ने कहा - मैं दिनभर पंचायत चुनाव की ड्यूटी में व्यस्त था। देर शाम को फोन पर जानकारी मिली थी, लेकिन प्रकरण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। पीडिता को कौन ले गया और उसका मुलाहिजा हुआ या नहीं, इस बारे में कुछ नहीं मालूम। थाने पहुंचने के बाद ही मैं कुछ कह पाऊंगा।

महिला पुलिस
मुलाहिजा कराने निकली टीम रात नौ बजे पहुंची अस्पताल

छावनी थाने से जानकारी मिलने पर विशेष थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ यहां पहुंची। करीब तीन बजे वह पीडिता को मुलाहिजा कराने ले गई। इनके साथ पीडिता की मां भी थी, लेकिन शाम सात बजे तक पीडिता न तो दुर्ग जिला अस्पताल पहुंची और न ही थाने वापस आई। पीडिता के भाई ने जब उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि थोड़ी देर में वापस आ जाएंगे।
सात घंटे क्यों घुमाती रही पुलिस - पीडिता के अनुसार पुलिस टीम उसे थाने से एसपी ऑफिस ले गई थी। वहां उससे पूछताछ की गई, फिर उसे स्मृति नगर पुलिस चौकी ले जाया गया। यहां महिला अधिकारी ने दो घंटे पूछताछ की। उससे बार-बार पूछा गया कि घटना सही है या गलत। बाद में अस्पताल ले गए।

एक्सपर्ट कमेंट

क्या है कानून

यह बेहद संवेदनशील मामला है। पीडिता जिस भी थाने में शिकायत करने पहुंची वहां तत्काल शून्य में अपराध दर्ज कर लेना चाहिए था। बाद में संबंधित थाना को भेजा जाता। बिना एफआईआर दर्ज कि ए चिकित्सकीय परीक्षण के लिए ले जाना और करीब सात घंटे बाद भी परिजन को कोई जानकारी नहीं देने से पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े करता है। अमर चोपड़ा, वरिष्ठ अधिवक्ता


नामांकन रैली के बहाने शक्ति प्रदर्शन, नेतागीरी भी खूब चमकाई गई

08 January 2015
बिलासपुर। पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन 110 लोगों ने परचे भरे। वहीं जिले की 25 जिला पंचायत सदस्यों के लिए 205 लोगों ने नामांकन दाखिल किए हैं। इनकी जांच 8 जनवरी को की जाएगी। इसके बाद 10 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसी दिन प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह दिए जाएंगे। मतदान 28 जनवरी, 1 और 4 फरवरी को होगा।
जिला पंचायत सदस्य के लिए नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन भाजपा, कांग्रेस के साथ ही बसपा के प्रत्याशी और नेता शक्ति प्रदर्शन करते नजर आए। कलेक्टोरेट में पूरे दिन भारी गहमागहमी रही और भीड़ की वजह से रह-रहकर सड़क पर जाम लगता रहा। भीड़ देखकर नगरीय निकाय चुनाव के दौरान के हालात याद आ गए।
तीन चरणों में होने वाले जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव को लेकर शहर से लेकर गांवों तक में सियासत तेज हो गई है। जिला पंचायत की 25 सीटों पर सदस्य के चुनाव के लिए पिछले कुछ दिनों से नामांकन फॉर्म लेने व रिटर्निंग अफसरों के पास जमा करने का काम जारी था।
बुधवार को पर्चा दाखिल करने का अंतिम दिन था। जो पहले नामांकन दाखिल कर चुके थे, वे भी और जो नहीं कर सके थे वे भी, कलेक्टोरेट पहुंचे। दोपहर 12 बजे तक नामांकन फार्म लेने वालों की ही भीड़ दिखाई दी। इसके बाद अगले तीन घंटे यानी पूरी दोपहर कलेक्टोरेट में अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता समर्थकों का नामांकन दाखिल करवाने पहुंचने लगे। भाजपा नेता व तखतपुर विधायक राजू सिंह क्षत्री, भाजपा जिला अध्यक्ष राजा पांडेय वहां नजर आए। वहीं पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, जिला पंचायत अध्यक्ष अंजना मुलकलवार, जिला पंचायत सदस्य समीरा पैकरा, मस्तूरी इलाके से सुनील तिवारी, कांग्रेस के आशीष सिंह, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला, बसपा नेता शिवा माली के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी से कलेक्टोरेट में काफी देर तक गहमागहमी रही। नेताओं के बीच हंसी-ठिठोली होती रही, वहीं नामांकन दाखिल करने के पहले जुलूस निकालकर वे शक्ति प्रदर्शन करते दिखाई दिए।
जुलूस आता देखकर कलेक्टोरेट के मेन गेट पर ताला जड़ दिया गया। कई लोग दूसरे दरवाजे से परिसर में दाखिल हो गए। कइयों ने एसपी ऑफिस की ओर से कलेक्टोरेट में पहुंचकर नेतागिरी चमकाने की कोशिश की।

आम जनता जाम में फंस गई

नामांकन रैली के कारण कलेक्टोरेट की सड़क के सामने भीड़ लग गई। इसकी वजह से सड़क पर जाम लग गया और आने-जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिन्हें जाने की जल्दी थी, वे दूसरे रास्ते तलाशते रहे। जिनके वाहन जाम में फंस गए थे, वे चाहकर भी भीड़ से नहीं निकल सके। ट्रैफिक जाम की सूचना मिलने के बाद पुलिस वहां पहुंची।

पूर्व जिपं सदस्य का नाम गायब

तखतपुर सीट से शंकर माली के भाई व पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिवा माली भी चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन उनका नाम मतदाता सूची से गायब हो गया है। इसकी शिकायत उन्होंने उप जिला निर्वाचन अधिकारी से की है। इस मामले पर कार्रवाई के लिए तीसरे दिन भी वे स्थानीय निर्वाचन कार्यालय के चक्कर लगाते नजर आए।

10 जनवरी तक होगी नामवापसी

10 जनवरी को शाम 4.00 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इससे पहले 8 जनवरी को नामांकन फॉर्म की स्क्रूटनी कर दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इधर राजनीतिक दलों में नाम वापसी को लेकर प्रयास तेज हो गए हैं। जहां एक ही पार्टी के दो नेताओं ने फॉर्म जमा किए हैं, वहां टकराव से बचने नाम वापसी की कोशिशें की जा रही है।


नक्सलियों ने आठ वाहनों को किया आग के हवाले

07 January 2015
रायपुर। प्रदेश की सीमा से लगे तेलंगाना के खमम जिले के थाना पेरू अंतर्गत ग्राम टेकुलगुड़ा में सड़क निर्माण कार्य में लगे टिप्पर,जेसीबी व रोड रोलर समेत आठ वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया। घटना से ठेकेदार को लाखों पए का नुकसान होना बताया गया है।
जानकारी के अनुसार हैदराबाद की किसी फर्म के द्वारा वाजे़़ड तहसील में स़़डक निर्माण का कार्य किया जा रहा है। मंगलवार को दर्जन भर से अधिक हथियार बंद नक्सल वहां पहुंचे। उन्होंने काम में लगे मुंशी एवं मजदूरों को वहां से चले जाने का हुक्म दिया। इसके बाद वहां ख़़डे चार टिप्पर,तीन जेसीबी व एक रोड रोलर का डीजल टैंक फो़़डकर उसमें आग लगा दी। घटना से सभी वाहन बुरी तरह जल गए हैं। घटना के बाद नक्सली भाग ख़़डे हुए। घटना के बाद काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर रवाना किया गया।


नक्सलियों को घूमता देख पूर्व विधायक का घर छोड़ भाग निकले थे जवान

07 January 2015
कांकेर। पूर्व विधायक मंतूराम पवार के घर जब नक्सली घुसे तो सुरक्षा में तैनात पुलिस जवान बजाए मोर्चा लेने के मंतूराम के परिवार को नक्सलियों के हवाले कर दीवार कूद कर भाग खड़े हुए। 6 जवानों में से दो पहले ही ड्यूटी से दो नदारद थे और तीन के नक्सलियों के आने के बाद भागने के बाद मौके पर अकेले बचे जवान के सामने स्वयं को नक्सलियों को समर्पित करने के सिवाए दूसरा कोई रास्ता नहीं था।

गोलियां चलाने के बजाए नक्सलियों को देख भाग निकले थे जवान

नक्सलियों को सामने देख अत्याधुनिक स्वचलित हथियारों से लैस जवानों के पास इतनी भी हिम्मत नहीं थी कि वो एक गोली भी चला सकें। मंतूराम पवार के निवास के सामने नक्सलियों से सामना करने न तो मोर्चा था और न ही जवान मुस्तैद थे। वहीं पुलिस इस पूरी लपरवाही से वाकिफ नक्सली अपनी पूरी तैयारी के साथ आए और आसानी से घर में घुस बड़ी संख्या में हथियार लूट कर चले गए। इसके बाद पूरी रात पुलिस बजाए नक्सलियों को पकड़ने अपनी कमजोरी को दुरूस्त करने मशक्कत करती रही।
रात भर में मोर्चा तैयार किया गया और सुबह जांच में आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे जो सिवाए लकीर पीटने के कुछ नहीं कर सके। अधिकारियों के घटना स्थल पहुंचने पर उसे पूरी तरह छावनी में बदल दिया गया। यहां भारी भरकम फोर्स लगाई गई जबकि उनकी जरूरत उससे कहीं ज्याद मंहगे और अत्याधुनिक हथियार लूट ले गए नक्सलियों के पीछा करने की थी।
अधिकारियों के आने पर घटना स्थल को सील कर दिया गय और कुछ मार्गो से आम लोगों के आने जाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया। खानापूर्ति करने सुबह घर के बाहर एक विजिटर रजिस्टर भी रख उसमें आने जाने वाले लोगों के नाम दर्ज किए जाने लगे। सुबह एडीजीपी आरके विंज, डीआईजी दिपांसु काबरा, एसपी कांकेर राजेंद्र दाश के अलावा सीमासुरक्षा बल के अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया। और ड्यूटी में तैनात सभी पुलिस जवानों को निलंबित कर दिया।
नक्सली को देख ऐसे भागे जवान : सोमवार रात मंतू पवार के परिवार की सुरक्षा के लिए एक चार का बल तैनात किया गया था, लेकिन संवेदनशील स्थिति को देखते एक आरक्षक की अतिरिक्त व्यवस्था की गई थी। कुल 6 जवानों में दो पहले ही लापरवाही करते हुए आरक्षक सुमन दिवाकर तथा सहायक आरक्षक जगन्नाथ भोजन करने चले गए। शेष बचे चार जवानों में गेट पर सहायक आरक्षक राजकुमार आंचल हथियार से लैस था। दो विनोद नेताम व दिनेश मंडावी कमरे में हथियार रख बाहर अलाव जलाने की तैयार कर रहे थे। एक राकेश साहू कमरे में था। इसी दौरान रात 8 बजे नक्सली सविता पवार के पीछे पीछे घर के अंदर घुसे और गेट में तैनात जवान को पकड़ लिया, लेकिन जवान हथियार वहीं छोड़ स्वयं को नक्सली के कब्जे से छुड़ा भाग खड़ा हुआ। नक्सलियों के अंदर घुसते ही दो जवान विनोद नेताम व दिनेश मंडावी मकान के पीछे भागे और एक पेड़ के सहारे दीवार से कूद कर भाग गए। जबतक नक्सली कमरे में बैठे राकेश साहू को पकड़ लिया और मारपीट कर कमरे में रखे हथियार को भी लूट लिए।
हमले से वाकिफ नहीं थी सविता : घटना के दौरान घर में मंतूराम पवार की पत्नी सविता पवार के अलावा उनके बच्चे व एक भांजा मौजूद था। सविता पवार के अनुसार रात 8 बजे वह अंदर आई तो एक युवक हथियार लेकर अंदर आया। रात में इस समय ड्यूटी बदलती है इस लिए वह समझ नहीं पाई। और मोबाईल में बात करते अंदर चली गई। इसे बाद बाहर क्या हुआ उन्हें नहीं मालूम। कुछ देर बाद उनकी 10 वर्षीय पुत्री निक्की पवार ने उन्हें नक्सलियों के आने की जानकारी दी। जिसके बाद वह बरामदे से नक्सलियों की हरकत को देखते रही और उनके जाने के बाद घर से बाहर भी निकली।

पखांजूर में मंतूराम के घर तैनात सभी छह सुरक्षा बल निलंबित

पखांजूर में पूर्व विधायक मंतूराम पवार के घर सोमवार रात नक्सली धावे और हथियार लूटने की घटना को गंभीरता से लेते हुए कांकेर एसपी राजेंद्र दाश ने ड्यूटी में तैनात सभी 6 जवानों को निलंबित कर दिया है। वारदात के दूसरे दिन एडीजीपी आरके विज, डीआईजी दीपांशु काबरा, एसपी कांकेर राजेंद्र दाश के अलावा बीएसएफ के अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया और घटना की प्रत्यक्षदर्शी मंतूराम पवार की पत्नी सविता पवार से चर्चा की। फिलहाल ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में सभी छह सुरक्षाबलों को निलंबित कर घटना की जांच की जा रही है।


दो लोगों पर मानव तस्करी का मामला दर्ज

07 January 2015
जांजगीर-चांपा। उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ स्थित एक ईंट भट्ठे में बंधुवा मजदूरी के लिए भेजने वाले दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने मानव तस्करी का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
पामगढ़ क्षेत्र के ब्यास नगर व अकलतरा क्षेत्र के कोटमी सोनार के 13 लोग अपने 13 नन्हे-मुन्हे बच्चों के साथ बीते 4 माह से ग्राम धोतर, थाना गंभीरपुर, तहसील लालगंज, जिला आजमगढ़ यूपी में राजेश कुमार के ईंट भट्टे में बंधुवा मजदूरी कर रहे थे। भिलौनी पामगढ़ निवासी दुर्गा सिंह दिनकर व जोरेला निवासी मनहरण सूर्यवंशी ने इन ग्रामीणों को धोखे से आजमगढ़ पहुंचाकर मानव तस्करी का शिकार बनाया था।
पीडि़त ग्रामीण अपने बच्चों के साथ राजेश कुमार के ईंट भट्ठे में बेगारी कर रहे थे। राजेश केवल रोटी के टुकड़े देकर मजदूरो से काम ले रहा था। महिला मजदूरो को मालिक और उसके गुंडों का अत्याचार तक सहना पड़ा। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बत्तमीजी आम बात थी। 30 दिसम्बर 2014 को आजमगढ़ प्रशासन ने १२ बच्चे, १३ पुरूष-महिला समेत २५ बंधुवा लोगों को मुक्त कराया था।
मजदूर जैसे तैसे गांव पहुंचे और मंगलवार की सुबह मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई। पामगढ़ टीआई आरए छात्रे ने बताया कि झनक राम की रिपोर्ट पर जमादार दुर्गा सिंह दिनकर व मनहरण सूर्यवंशी के खिलाफ मानव तस्करी की धारा ३७०, ३४ के तहत जुर्म दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।


ब्रेन ट्यूमर से संघर्ष करते पूनम बन गई प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट

06 January 2015
रायपुर। ब्रेन ट्यूमर से संघर्ष करते हुए बास्केटबॉल खिलाड़ी पूनम चतुर्वेदी नेशनल चैंपियनशिप की प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बन गई। राजस्थान के भीलवा़़डा में खेली जा रही 65वीं सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में अपने बेहतरीन खेल की बदौलत पूनम ने छत्तीसग़़ढ महिला टीम को लगातार दूसरी बार सीनियर नेशनल चैंपियन बना दिया। पूनम ने चैंपियनशिप में 118 अंक बनाए।
दिल्ली के साथ हुए खिताबी मुकाबले में पूनम ने 48 अंक बनाए। उनके इस प्रदर्शन की बदौलत छत्तीसग़़ढ ने खिताबी मुकाबले में दिल्ली को 84-75 से हराया। पूनम ने पूरे चैंपियनशिप में सर्वाधिक अंक बनाए हैं। सेमीफाइनल में उन्होंने रेलवे के खिलाफ 27 अंक बनाए थे। पूनम इसी साल सीनियर खिला़ि़डयों में शामिल हुई हैं। उन्हें पिछली बार सीनियर चैंपियन टीम की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला था। पिछले साल तक पूनम जूनियर टीम की तरफ से खेलती थीं।

दो महीने बाद होना है ऑपरेशन

पिछले कुछ सालों से पूनम को ब्रेन ट्यूमर है। पूनम का दो महीने बाद ऑपरेशन होना है। बेंगलुरू के अस्पताल में उनका रेगुलर चेकअप होता है। ऑपरेशन कहां होगा यह अभी तय नहीं हुआ। पूनम के पापा श्री राम चतुर्वेदी कानपुर में यूपी पुलिस में हैं।

जूनियर टीम को दिलाए 7 स्वर्ण

पूनम पिछले पांच साल से भिलाई के छत्तीसग़़ढ बास्केटबॉल संघ के हॉस्टल में रहती हैं। और, वहीं रहकर बास्केटबॉल की कोचिंग लेती हैं। उन्होंने पिछले साल कटक में हुए जूनियर नेशनल चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में 65 अंक बनाकर रिकॉर्ड बनाया था। पूनम ने बतौर कप्तान छत्तीसग़़ढ को जूनियर में सात स्वर्ण पदक दिलाए हैं।


तीन ट्रैक्टर में लगा दी आग

06 January 2015
जांजगीर-चांपा। छेरछेरा की पहली रात तुस्मा गांव के शरारती युवकों ने तीन ट्रैक्टर में मिट्टी तेल उड़ेलकर आग लगा दी। इस घटना में तीनों ट्रैक्टर के टायर जलकर खाक हो गए। आगजनी से एक लाख रुपए का नुकसान होना बताया जा रहा है। घटना शिवरीनारायण थाना क्षेत्र के तुस्मा ग्राम की है।
पुलिस के अनुसार अशोक साहू पिता गिरधारी ने रविवार की रात अपने तीन ट्रैक्टर को घर के बाहर रखा था। रात करीब ९ बजे तक सब-कुछ ठीक था। सुबह ४ बजे कुछ लोगों ने उसके ट्रैक्टर के टायर को जलते देखा और इस बात की जानकारी अशोक को दी। अशोक ने जैसे-तैसे कर ट्रैक्टर के टायर से आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
ऐसे में टुल्लू पंप से पानी लाकर टायर में लगी आग पर काबू पाया गया। तब तक तीनों ट्रैक्टर के टायर जल गए थे। टै्रैक्टर मालिक के अनुसार जले हुए टायर की कीमत एक लाख रुपए है। मामले की रिपोर्ट पीडि़त ने थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा ४३५, ४२७ के तहत जुर्म दर्ज किया है।


राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश, दिन ठंडा, रात में राहत

06 January 2015
रायपुर. छत्तीसगढ़ में तेजी से मौसम में बदलाव हो रहा है। बुधवार रात और गुरुवार को राज्य के मनेंद्रगढ़, बिलासपुर और पेंड्रारोड में बारिश हुई। हालांकि इससे तापमान में कोई खास गिरावट नहीं आई है। अगले चौबीस घंटे में राज्य के कुछ इलाकों में मध्यम वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। बादल भी छाए रहेंगे।
जैसी की आशंका थी, बंगाल की खाड़ी में ताकतवर हुए चक्रवात के असर से राजधानी में गुरुवार की शाम से बादल नजर आने लगे और नए साल के स्वागत के जश्न के दौरान शहर में कई जगह बूंदाबांदी हुई।
रातभर बादल रहने की वजह से ठंड कम हो गई। पहली जनवरी को सुबह से राजधानी में घने बादल छाए रहे और दोपहर में दो-तीन बार आउटर में बूंदाबांदी हुई। दिनभर तेज तथा सर्द हवा चली, इसलिए दिन में ही लोगों को गर्म कपड़ों में देखा गया। हालांकि बादलों के कारण रात में ठंड कम रही। मौसम विशेषज्ञों ने शुक्रवार को भी हल्के बादल रहने, कहीं-कहीं बूंदाबांदी और दिन में ठंडी हवा चलने के आसार जताए हैं।
दक्षिण-पूर्वी दिशा से आने वाली नम हवा के कारण राजधानी ही नहीं, पूरे प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। बस्तर और रायपुर संभाग के अधिकांश जिलों में बादल घने हैं। इन इलाकों में गुरुवार को रात से बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। बिलासपुर संभाग में सुबह के बाद असर शुरू हुआ। वहां भी कुछ इलाकों में अच्छी बारिश हुई। बिलासपुर में तो लगभग एक सेमी पानी बरस गया।

तेज हवा से दिन ठंडा

बादल छाए रहने और हवा की रफ्तार 8 से दस किलोमीटर प्रति घंटा रहने के कारण हल्की ठंड महसूस हुई। दिनभर बारिश के हालात जरूर बने लेकिन रायपुर में पानी नहीं बरसा। दिन का तापमान 24.5 डिग्री रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री कम है। फिर भी, तेज हवा के कारण दिन में कुछ ज्यादा ही ठंड महसूस की गई। रात में हवा की रफ्तार कुछ कम हुई। बादल रहने की वजह से तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई। यह 17.6 डिग्री दर्ज किया गया।

50 जगहों पर जल रहे अलाव

कड़ाके की ठंड से राहत देने के लिए 50 जगहों पर अलाव जल रहे हैं। सभी जोन के कमिश्नरों ने अलाव जलाने वाले स्थानों के लिए अलग से लकड़ी खरीदने की व्यवस्था की है। मुख्य रुप से रेलवे स्टेशन, अस्पताल और बस अड्डे पर रात को अलाव जलाने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा रैन बसेरा स्थल, शारदा चौक, मल्टी लेवल पार्किंग के पास, नवीन मार्केट, गुढ़ियारी पड़ाव, डगनिया, टाउन हाल, मंगल बाजार सहित अन्य स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं।

आज बदली पर ठंड से राहत

अंबिकापुर में बूंदाबांदी और पेंड्रारोड में 2.3 मिलीमीटर पानी गिरा। इधर, पिछले 24 घंटे में मनेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा 20 मिलीमीटर पानी गिरा। बिलासपुर और पेंड्रारोड में 10 मिलीमीटर के आसपास बारिश हुई। लालपुर मौसम केंद्र के सहायक मौसम विज्ञानी जेके इंगले के अनुसार अगले एक-दो दिनों तक प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। राजधानी में बादल रहेंगे। न्यूनतम तापमान 18 डिग्री के आसपास रहेगा, अर्थात ठंड से राहत रहेगी।


नगरीय निकाय चुनाव परिणाम: कांग्रेस चार, भाजपा चार, दो निर्दलीय

05 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की सत्ताधारी भाजपा को करारा झटका देते हुए 10 में से 4 नगर निगमों में जीत दर्ज की। दो निकायों में निर्दलीय जीते और भाजपा को 4 निगमों में जीत मिली। रायपुर, जगदलपुर, अंबिकापुर और कोरबा में कांग्रेस के प्रत्याशी जीते। भाजपा को दुर्ग, बिलासपुर, धमतरी और राजनांदगांव में जीत मिली है। रायग़़ढ और चिरमिरी में दो निर्दलीय जीते हैं। छत्तीसग़़ढ के नगरीय निकाय चुनाव में दोपहर करीब डे़़ढ बजे तक की स्थिति में कांग्रेस ने ब़़ढत बनाते हुए भाजपा को बैकफुट पर ढकेल दिया है। राज्य में तीन बार विधानसभा और लोकसभा में निर्णायक जीत हासिल करने वाली भाजपा को इस नगरीय निकाय चुनाव में क़़डी चुनौती का सामना करना प़़डा है। नतीजों को लेकर कांग्रेस में उत्साह और भाजपा में निराशा देखी जा रही है।

कांग्रेस यहां से जीती

रायपुर नगर निगम में कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार प्रमोद दुबे ने भाजपा के सच्चिदानंद उपासने को हराया। जगदलपुर नगर निगम में कांग्रेस जतिन जायसवाल ने भाजपा के योगेंद्र कौशिक को पराजित किया। अंबिकापुर नगर निगम में कांग्रेस के अजय तिर्की ने भाजपा की मंजूषषा भगत को हराया। कोरबा नगर निगम में कांग्रेस की रेणु अग्रवाल विजयी रहीं। उन्होंने भाजपा की कांति दुबे को शिकस्त दी।

भाजपा यहां से विजयी

राजनांदगांव नगर निगम में भाजपा के मधुसूदन यादव लगभग 35 हजार वोटे से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के विजय पांडेय को मात दी। बिलासपुर नगर निगम में भाजपा के महापौर प्रत्याशी किशोर राय चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के रामशरण यादव को हराया। पहली बार नगर निगम बने धमतरी में भाजपा की अर्चना चौबे ने कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. सरिता दोषी को पराजित कर दिया। दुर्ग में भाजपा की चंद्रिका चंद्राकर ने कांग्रेस की नीलू ठाकुर को हराया।

रचा इतिहास

रायगढ़ नगर निगम में निर्दलीय उम्मीदवार मधु किन्नर ने 9500 वोट से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। वे छत्तीसग़़ढ की पहली थर्ड जेंडर महापौर होंगी। चिरमिरी नगर निगम में निर्दलीय डमरू रेड्डी विजयी हुए हैं। उन्होंने भाजपा के संजय सिंह को पटखनी दी। श्री डमरू कांग्रेस से बागी होकर मैदान में थे। इसके बावजूद उन्हें जनता का जबरदस्त रिस्पांस मिला।

भाजपा को दो निगमों का नुकसान, कांग्रेस एक में बढ़त

2009 के नगरीय चुनाव के मुकाबले भाजपा को छह नगर निगमों में मिली हार के साथ ही दो सीटों के नुकसान का सामना करना प़़डा है। पिछले चुनाव में जगदलपुर, अंबिकापुर, चिरमिरी, रायग़़ढ और कोरबा में जीत मिली थी। लेकिन इस बार हार का सामना करना प़़डा है। बिलासपुर में पिछला चुनाव हारने वाली भाजपा ने जीत के साथ वापसी की है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह के निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव में जहां 2009 में कांग्रेस का कब्जा था। वहां भाजपा ने जीत दर्ज की है। वहीं दुर्ग में पिछले चुनाव में भाजपा का कब्जा था। इस बार भी भाजपा यहां जीतने में सफल रही है। धमतरी में पहली बार हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा का परचम लहराया है। यहां से कांग्रेस ने जगदलपुर, अंबिकापुर और कोरबा में जीत हासिल करने के साथ ही राजधानी रायपुर पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। लेकिन राजनांदगांव और बिलासपुर में 2009 मिली जीत कायम नहीं रख पाई। रायग़़ढ और चिरमिरी में कांग्रेस और भाजपा दोनों निर्दलियों ने पटखनी दी। रायग़़ढ में जीतने वाली मधु किन्नर छत्तीसग़़ढ पहली थर्ड जेंडर महापौर होंगी। इसी तरह चिरमिरी में कांग्रेस के बागी डमरू रेड्डी ने कांग्रेस सहित भाजपा को करारी शिकस्त दी है।

सबसे बड़ी जीत

नगरीय निकाय चुनाव में सबसे बड़ी जीत राजनांदगांव में भाजपा की रही। यहां से पूर्व सांसद मधुसूदन यादव भाजपा के प्रत्याशी थे। उन्होंने कांग्रेस के विजय पांडेय को 35241 मतों से पराजित किया।


मेयर के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मधु किन्नर निर्वाचित घोषित

05 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ निकाय चुनावों के लिए मतगणना रविवार को जारी है। 10 नगर निगम समेत 154 स्थानीय निकायों के लिए हो रही इस मतगणना में कुछ दिलचस्प नतीजे सामने आए हैं। रायगढ़ नगर निगम चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं किन्नर मधु ने बीजेपी उम्मीदवार को 4537 वोटों से हराया। छत्ताीसगढ़ में पहली बार किसी किन्नर को मेयर की कुर्सी पर बैठने का मौका मिलेगा। बता दें कि छत्ताीसगढ़ में थर्ड जेंडर के लिए सरकार ने अलग से नीति बनाई है। सरकार की नीति में थर्ड जेंडर के ऑपरेशन कर उन्हें सामान्य जिंदगी देने की कोशिश भी शामिल किया गया है। इन ऑपरेशन का खर्च भी सरकार वहन कर रही है। यहां पर एक और किन्नर अमृता सोनी को सरकार ने एड्स अवेयरनेस कार्यक्रम के लिए अपना नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
लोकसभा चुनाव और हाल ही में कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने वाली बीजेपी को इन निकाय चुनावों से काफी उम्मीदें हैं। जहां तक पिछले निकाय चुनावों की बात है, बीजेपी ने 6 नगर निगम जबकि कांग्रेस ने 3 पर कब्जा जमाया था।
इस बार धमतारी म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन में पहली बार चुनाव हो रहा है। छत्ताीसगढ़ निकाय चुनाव में इस बार पहली बार ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल हुआ है। इसके अलावा, मतदाताओं को नोटा विकल्प भी दिया गया है।


छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना आज

05 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के 11 हजार से अधिक उम्मीदवारों का भाग्य रविवार को ईवीएम से खुलेगा। दोनों चरणों की मतगणना सभी निकाय मुख्यालयों में होगी। ईवीएम में डाले गए मतों की गिनती सुबह नौ बजे से शुरू होगी। निकायों के चुनाव में 11 हजार 301 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
प्रदेश के 154 नगरीय निकायों के प्रतिनिधि चुनने के लिए दो चरणों में 29 व 31 दिसंबर को मतदान हुआ था। इनमें 10 नगर निगम, 39 नगर पालिका व 105 नगर पंचायत शामिल हैं।
महापौर पद के लिए 101, नगर पालिका के अध्यक्षों के लिए 208 व नगर पंचायत अध्यक्षों के लिए 488 उम्मीदवार मैदान में थे। इन निकायों में 2861वार्डो के पाषर्षद पद के लिए 10504 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं।


सीआरपीएफ डीजी ने किया छत्तीसगढ़ का गोपनीय दौरा

02 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर का सीआरपीएफ के नवनियुक्त डीजी प्रकाश मिश्रा ने गोपनीय दौरा किया। बिना किसी पूर्व सूचना के प्रकाश मिश्रा बस्तर के जगदलपुर, बीजापुर, दंतेवा़़डा और चिंतलनार का दौरा किया। 29-30 दिसंबर के उनके पूरे कार्यक्रम को बेहद गोपनीय रखा गया। इस दौरान प्रकाश मिश्रा ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के साथ चर्चा की और सुरक्षा उपायों के साथ इंटेलिजेंस को मजबूत करने का निर्देश दिया। पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात जवानों का मनोबल ब़़ढाने के लिए श्री मिश्रा ने चिंतागुफा में एक रात बिताई। बताया जा रहा है कि अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्रप्रदेश के त्रिकोणीय जंक्शन को लेकर भी अधिकारियों से विचार विमर्श किया। नक्सलियों के क्रॉसिंग पॉइंट को देखते हुए हाल ही में यहां पुलिस कैंप खोला गया है। डीजी ने सीआरपीएफ के एंटी नक्सल ऑपरेशन, कोबरा बटालियन और राज्य पुलिस के आला अधिकारियों से मुलाकात की और जरूरी दिशानिर्देश जारी किए।


परिणाम से पहले लगाया बधाई का होर्डिंग्स, आयोग में की शिकायत

02 January 2015
राजनांदगांव। परिणाम नहीं आने के बाद भी अति उत्साह में भाजपा प्रत्याशी को एतिहासिक जीत की बधाई देते हुए होर्डिंग्स लगाने के मामले की निर्वाचन आयोग में शिकायत हो गई है।
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने मानव मंदिर चौक पर भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा जीत की होर्डिंग लगाने को सत्ता के मद में मस्त भाजपाइयो का बेहुदा प्रदर्शन करार देते हुए शिकायत की है। दुबे का कहना है कि मतगणना को तीन दिन शेष है और यह कृत्य निर्वाचन की निष्पक्षता व गोपनीयता को धूमिल करने वाला है। विज्ञापन एजेंसी को ऐसे आपत्तिजनक होर्डिंग लगाने की अनुमति देना भी गलत है।

निरस्त किया जाए

एजेंसी पर निर्वाचन नियमों का उल्लंघन करने के लिए कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। होर्डिंग अनुबंध को तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए। जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायत पत्र प्रस्तुत किया गया है।


राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश, दिन ठंडा, रात में राहत

02 January 2015
रायपुर. छत्तीसगढ़ में तेजी से मौसम में बदलाव हो रहा है। बुधवार रात और गुरुवार को राज्य के मनेंद्रगढ़, बिलासपुर और पेंड्रारोड में बारिश हुई। हालांकि इससे तापमान में कोई खास गिरावट नहीं आई है। अगले चौबीस घंटे में राज्य के कुछ इलाकों में मध्यम वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। बादल भी छाए रहेंगे।
जैसी की आशंका थी, बंगाल की खाड़ी में ताकतवर हुए चक्रवात के असर से राजधानी में गुरुवार की शाम से बादल नजर आने लगे और नए साल के स्वागत के जश्न के दौरान शहर में कई जगह बूंदाबांदी हुई।
रातभर बादल रहने की वजह से ठंड कम हो गई। पहली जनवरी को सुबह से राजधानी में घने बादल छाए रहे और दोपहर में दो-तीन बार आउटर में बूंदाबांदी हुई। दिनभर तेज तथा सर्द हवा चली, इसलिए दिन में ही लोगों को गर्म कपड़ों में देखा गया। हालांकि बादलों के कारण रात में ठंड कम रही। मौसम विशेषज्ञों ने शुक्रवार को भी हल्के बादल रहने, कहीं-कहीं बूंदाबांदी और दिन में ठंडी हवा चलने के आसार जताए हैं।
दक्षिण-पूर्वी दिशा से आने वाली नम हवा के कारण राजधानी ही नहीं, पूरे प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। बस्तर और रायपुर संभाग के अधिकांश जिलों में बादल घने हैं। इन इलाकों में गुरुवार को रात से बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। बिलासपुर संभाग में सुबह के बाद असर शुरू हुआ। वहां भी कुछ इलाकों में अच्छी बारिश हुई। बिलासपुर में तो लगभग एक सेमी पानी बरस गया।

तेज हवा से दिन ठंडा

बादल छाए रहने और हवा की रफ्तार 8 से दस किलोमीटर प्रति घंटा रहने के कारण हल्की ठंड महसूस हुई। दिनभर बारिश के हालात जरूर बने लेकिन रायपुर में पानी नहीं बरसा। दिन का तापमान 24.5 डिग्री रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री कम है। फिर भी, तेज हवा के कारण दिन में कुछ ज्यादा ही ठंड महसूस की गई। रात में हवा की रफ्तार कुछ कम हुई। बादल रहने की वजह से तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई। यह 17.6 डिग्री दर्ज किया गया।

50 जगहों पर जल रहे अलाव

कड़ाके की ठंड से राहत देने के लिए 50 जगहों पर अलाव जल रहे हैं। सभी जोन के कमिश्नरों ने अलाव जलाने वाले स्थानों के लिए अलग से लकड़ी खरीदने की व्यवस्था की है। मुख्य रुप से रेलवे स्टेशन, अस्पताल और बस अड्डे पर रात को अलाव जलाने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा रैन बसेरा स्थल, शारदा चौक, मल्टी लेवल पार्किंग के पास, नवीन मार्केट, गुढ़ियारी पड़ाव, डगनिया, टाउन हाल, मंगल बाजार सहित अन्य स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं।

आज बदली पर ठंड से राहत

अंबिकापुर में बूंदाबांदी और पेंड्रारोड में 2.3 मिलीमीटर पानी गिरा। इधर, पिछले 24 घंटे में मनेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा 20 मिलीमीटर पानी गिरा। बिलासपुर और पेंड्रारोड में 10 मिलीमीटर के आसपास बारिश हुई। लालपुर मौसम केंद्र के सहायक मौसम विज्ञानी जेके इंगले के अनुसार अगले एक-दो दिनों तक प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। राजधानी में बादल रहेंगे। न्यूनतम तापमान 18 डिग्री के आसपास रहेगा, अर्थात ठंड से राहत रहेगी।


छत्तीसगढ़ में आज से प्लास्टिक की थैली पर प्रतिबंध

01 January 2015
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नए साल के पहले दिन से प्लास्टिक की थैली पर प्रतिबंध लग जाएगा। राज्य सरकार ने 1 जनवरी से छत्ताीसगढ़ को प्लास्टिक थैली मुक्त क्षेत्र घोषित करने का निर्णय लिया है। नगरीय प्रशासन और विकास विभाग की अधिसूचना के अनुसार, प्लास्टिक कैरी बैग [थैलियां] पर्यावरण को अल्पकालीन और दीर्घकालीन नुकसान पहुंचाते हैं और मनुष्यों तथा पशुओं के स्वास्थ्य को भी संकट में डालते हैं। प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग हानिकारक है। गटर तथा नालियों को अवरुद्ध करने के साथ ही गंभीर पर्यावरणीय समस्याएं पैदा होती है। प्लास्टिक कैरी बैग प्रतिबंधित होने के बाद विकल्प के लिए पेपर बैग्स, कपडे़ के थैले, जूट से निर्मित बैग आदि की व्यवस्था की जाएगी। एक जनवरी 2015 से प्रदेश में कोई उद्योग प्लास्टिक कैरी बैग का निर्माण नहीं करेगा। कोई व्यक्ति, दुकानदार, विक्रेता, थोक विक्रेता या फुटकर विक्रेता, व्यापारी, फेरी लगाने वाले या रेहडी वाले सामान देने के लिए प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग नहीं करेंगे।


भालू के हमले से हुई ग्रामीण की मौत

01 January 2015
रायगढ़। धरमजयगढ़ के राजकोट में भालू के हमले से ग्रामीण की मौत का मामला सामने आया है। उक्त घटना २८ दिसंबर की शाम की है। जब ग्रामीण खाना बनाने के लिए लकड़ी लाने पास के जंगल गया था। मृतक के शरीर पर भालू के हमले के निशान मिले हैं। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
धरमजयगढ़ के राजकोट निवासी शंकर प्रसाद राठिया पिता मोहन सिंह राठिया ४५ वर्ष रविवार की शाम जंगल की ओर लकड़ी लेने गया था। पर देर रात होने के बाद भी ग्रामीण घर नहीं पहुंचा।
इससे परेशान परिजनों ने सोमवार को उसकी तलाश शुरू की। इसी क्रम में स्थानीय महुआ नतना जंगल में पतासाजी के दौरान परिजनों को शंकर की लाश मिली। जो किसी जानवर के हमले के बाद मौत की कहानी बयां कर रही थी। परिजनों की सूचना पर धरमजयगढ़ पुलिस घटना स्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लिया।
वहीं पोस्टमार्टम के लिए उसे अस्पताल भेजा। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने बताया कि ग्रामीण की मौत भालू के हमले के बाद हुई है। मृतक के चेहरे व अन्य शरीर पर भालू के पंंजों के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।


नगरीय निकाय चुनाव में द‍िखा वोटर्स पावर, भाजपा की बैटरी चार्ज

01 January 2015
रायपुर । विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बाद नगरीय निकाय चुनाव में भी भाजपा राज्य में बढ़त बनाती दिख रही है। दूसरे चरण के मतदान के बाद दैनिक भास्कर द्वारा कराए गए सर्वे में साफ संकेत मिल रहे हैं कि प्रमुख शहरों में भाजपा के महापौर जीतकर आएंगे। नगर पालिकाओं में भी भाजपा का ही दबदबा दिख रहा है।
सर्वे से मिले रूझान बता रहे हैं कि लगभग 70 फीसदी निकाय भाजपा के कब्जे में जा रहे हैं। मसलन राज्य के 10 नगर निगमों में चुनाव हुए, जिनमें से सात पर भाजपा और तीन पर कांग्रेस के महापौर जीतने की संभावना दिख रही है। इसी प्रकार नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में भी भाजपा को स्पष्ट बढ़त के संकेत हैं।

13.95% वोट भाजपा को, 9% ने दिया मोदी के नाम पर वोट

मतदाताओं का मूड जानने के लिए नगरीय निकायों में सीधे उनसे संपर्क किया और पूछा कि आपने किस आधार पर वोट डाला है। राज्य के 25 हजार 496 मतदाताओं से यह सर्वे कराया गया। मिली जानकारी से यह स्पष्ट है कि अभी भाजपा से काफी उम्मीदें हैं। कांग्रेस की तुलना में ज्यादातर लोगों ने भाजपा को पसंद किया है।
भाजपा को इसमें 13.95 प्रतिशत और कांग्रेस को 11.11 लोगों ने पसंद किया है। हालांकि यह चुनाव स्थानीय मुद्दों पर हुआ है, बावजूद इसके नौ प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ध्यान में रखकर वोट किया है। उनकी तुलना में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को देखकर वोट डालने वाले सिर्फ 4 प्रतिशत ही निकले। केंद्र और राज्य के बाद अपने शहर में भाजपा की सरकार होने की उम्मीद लिए वोट डालने वाले आठ प्रतिशत से अधिक लोग हैं। इन सबसे हटकर प्रत्याशी की छवि के आधार पर वोट डालने वाले 21 प्रतिशत से अधिक हैं। निकायों में बदलाव के लिए 16 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला है।

सर्वे एक नजर में

शामिल लोग : 25,496
भाजपा के पक्ष में : 13.95%
कांग्रेस के पक्ष में : 11.11%
मोदी के नाम पर : 09%
सोनिया-राहुल के नाम पर : 04%
प्रत्याशी की छवि : 21%
बदलाव के लिए : 16%

73 फीसदी वोटिंग, धमतरी में सर्वाधिक

नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी वोटरों ने भारी गर्मजोशी दिखाई। प्रदेशभर में औसत 78 फीसदी वोटिंग हुई। सबसे अधिक वोटिंग का रिकॉर्ड पहले चरण की तरह इस बार भी धमतरी जिले के नाम रहा। यहां 88 प्रतिशत वोटिंग हुई। वहीं सबसे कम 60 फीसदी वोटिंग नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में हुई। कुम्हारी नगर पालिका परिषद छोड़ दें, तो प्रदेशभर में लगभग शांतिपूर्ण मतदान हुआ। इस दौरान तमाम जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की भी शिकायतें मिली हैं, इसके चलते वोटिंग कुछ देर तक प्रभावित रही।
राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीसी दलेई ने बुधवार को वोटिंग प्रतिशत की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशभर में अच्छी वोटिंग हुई है। हालांकि उन्होंने वोटिंग प्रतिशत के अभी और बढ़ने की संभावना है। चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को प्रदेश में 103 नगरीय निकायों में वोटिंग हुई। इनमें 20 नगरपालिका परिषद और 83 नगर पंचायत शामिल है।

दूसरे चरण में किस जिले में कितनी वोटिंग

जिला वोटिंग प्रतिशत

बिलासपुर- 75
मुंगेली 78
जांजगीर चांपा 80
कोरबा 83
सरगुजा 86
सूरजपुर 74
बलरामपुर 80
कोरिया 74
रायगढ़ 85
जशपुर 78
रायपुर 75
बलौदाबाजार 76
गरियाबंद 76
महासमुंद 76
धमतरी 88
दुर्ग 83
बालोद 81
बेमेतरा 80
राजनांदगांव 81
कबीरधाम 80
बस्तर 82
कोंडागांव 81
कांकेर 77
दंतेवाड़ा 60
सुकमा 65

13 स्थानों पर निर्विरोध निर्वाचन

नगर पंचायत-चंद्रपुर (वार्ड-9), पारागांव (वार्ड-5), लखनपुर (वार्ड-12), किरोड़ीमल नगर (वार्ड-2), धरमजयगढ़ (वार्ड-7), जशपुर( वार्ड-3,10), माना कैंप(वार्ड-14), बिलाईगढ़( वार्ड-3,12,14), पंखाजुर( वार्ड-2)। नगरपालिका परिषद-सरायपाली(वार्ड-5)। राज्य निर्वाचन आयोग ने इन सभी 13 जगहों पर निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की।

इन सात जगहों पर नहीं हुआ चुनाव

सरिया(वार्ड-4), सिंगेश्वर(1,2,15), चिखलाकसा(वार्ड-1,14,15)। प्रदेश के इन सात जगहों पर चुनाव के दौरान किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन ही नहीं दाखिल किया। ऐसे में अब यहां छह महीने के बाद दोबारा चुनाव कराएं जाएंगे।

पिता की अर्थी को कांधा देने से पहले दिया वोट

कुरूद में मतदान के प्रति जिम्मेदारी की मिसाल नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी देखने काे मिला। मंगलवार रात 10 बजे व्यवसायी डुमनलाल देवांगन का निधन हो गया। बुधवार सुबह व्यवसायी के बेटे हेमंत व सोमन ने पहले वोट दिया फिर पिता को कांधा। पहले चरण में भी आमदी के यशवंत देवांगन ने मां के अंतिम संस्कार से पहले वोट दिया था।


7 इंजीनियरों के यहां से छह करोड़ से ज्यादा नकद बरामद

31 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पहली बार भ्रष्टाचार की एक बड़ी कड़ी कानून के शिकंजे में फंसी है। एसीबी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम की छापामार कार्रवाई में सिंचाई व आरईएस के 7 अधिकारियों के यहां से साढे़ छह करोड़ रुपए जब्त किए जा चुके हैं। इस छापे से प्रदेश के सरकारी महकमे में खलबली मच गई है। खासकर ऐसे अफसर, जो सरकारी निर्माण कार्यों के लिए स्वीकृत करोड़ों की राशि का बंदरबाट करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एसीबी के एडीजी मुकेश गुप्ता ने साफ कहा है कि छापे की कार्रवाई पूरा होने में अभी कई दिन लगेंगे, क्योंकि इन अधिकारियों के भ्रष्टाचार का नेटवर्क बहुत बड़ा है।
एसीबी के एडीजी मुकेश गुप्ता ने मंगलवार दोपहर पत्रकारों से चर्चा करते हुए छापे की विस्तृत कार्रवाई पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अब तक सिंचाई विभाग के दो कार्यपालन अभियंता, चार उप अभियंता और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के एक कार्यपालन अभियंता के बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, धमतरी, उमरिया के 16 ठिकानों पर छापे डाले गए हैं। छापे में करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का पता लगा है। जांच अभी भी जारी है।

अकूत संपत्ति का मालिक चीफ इंजीनियर

एडीजी गुप्ता ने बताया कि सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर बृजराज दास वैष्णव के अधीनस्थ एक्जीक्यूटिव इंजीनियर रैंक के अधिकारी आलोक अग्रवाल के विरुद्ध ईओडब्ल्यू में 29 दिसम्बर को पद के दुरपयोग का अपराध धारा 13 [1] [डी], 13 [2] भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 कायम किया गया है। जांच में यह पता चला है कि श्री वैष्णव के पास बड़ी मात्रा में अकूत सम्पत्ति है। अवैध आय के करोड़ों रुपए इकट्ठा कर स्वयं अपने पास न रखकर इनके द्वारा अपराधिक षड्यंत्र कर अपने अधीनस्थ एवं विश्वस्त सब इंजीनियर अबरार बेग, जीआर देवांगन, विनय सिंह के पास कहीं अन्यत्र खपाने तक रखवाता है। इस सूचना पर आलोक अग्रवाल के बिलासपुर एवं उमरिया [मप्र] स्थित निवास स्थानों पर दबिश देकर तलाशी कार्रवाई की गई। बिलासपुर में छापे की कार्यवाही देर शाम तक जारी थी, जबकि उमरिया वाले घर को सीलकर वहां सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिया गया है। जप्ती की विस्तृत जानकारी कार्रवाई पूरी होने के बाद सामने आ सकेगी।

पांच अफसरों से 6 करोड़ बरामद

एसीबी के घेरे में फंसे सिंचाई विभाग के पांच अधिकारियों के पास से अब तक सवा 6 करोड़ रुपए से अधिक की नकद राशि जा की जा चुकी है। पहली बार बडे़ पैमाने पर नकद राशि जा होने से ईओडब्ल्यू, एसीबी की टीमों को बहुत परेशानी हुई। इन अधिकारियों के बैंक एकाउन्ट, लॉकर, चल-अचल सम्पत्ति एवं अन्य इन्वेस्टमेंट एवं पार्टनरशिप की जांच किया जाना शेष है।

बड़ी कार्रवाई ने उड़ाए होश

एसीबी की इस कार्रवाई ने अफसरों के होश उड़ा दिए हैं। जानकार सूत्रों ने बताया कि एसबीबी के निशाने पर अभी दो बडे़ अधिकारी और हैं, जिनके पास करोड़ों की बेनामी संपत्ति है। संपत्ति की पूरी जानकारी हाथ लगने के बाद छापे की कार्रवाई की जाएगी। एडीजी मुकेश गुा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में इतने बृहद स्तर पर एक साथ एक ही दिन में ईओडब्ल्यू, एसीबी की छापामार कार्रवाई पहली बार हुई है, जिसमें करोड़ों की बेनामी सम्पत्ति का खुलासा हुआ है, जिसमें नकद 6 करोड़ 31 लाख रुपए बरामद होना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। पूरी जांच में आयकर विभाग को भी शामिल किया जा रहा है। एडीजी ने कहा कि चीफ इंजीनियर रैंक का अधिकारी छत्तीसगढ़ में पहली बार रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ है तथा पहली बार ही 5 लाख रूपये की बड़ी रकम ट्रैप में रिश्वत के रूप में जप्त हुई है। छापे में मिली करोड़ों की नकद राशि मात्र से यह अनुमान है कि इन अधिकारियों द्वारा लम्बे समय से सैकड़ों करोड़ का घोटाला किया गया है, जो कि मात्र कमीशन इत्यादि का न होकर निर्माण कायरें में बृहद स्तर के घोटाले की ओर इंगित करता है, जिसकी भी जांच की जाएगी।

सर्च वारंट लेकर अलसुबह ठिकानों में धावा

आधा दर्जन अफसरों के 16 ठिकानों पर छापा मारने के सवा से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया था। इसके लिए ईओडब्ल्यू, एसीबी द्वारा विधिवत न्यायालय से वारंट लेकर प्रात: से लगातार सर्च कार्यवाही की गई , जो देर रात और बुधवार तक चलने की सम्भावना है।
मुकेश गुप्ता, एडीजी, एसीबी/ईओडब्ल्यू ने बताया कि छापे की कार्रवाई में कई दिन लगेंगे क्योंकि बेनामी संपत्ति इकट्ठा करने वाले अधिकारियों का नेटवर्क बड़ा है। पैसों का हिसाब-किताब चल रहा है। नकद राशि बढ़ने की संभावना है।


एक जनवरी से आठ बजे लगेगे स्कूल

31 December 2014
भिलाई। कड़ाके की ठंड को देखते हुए पहली पाली में लगने वाले स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। सुबह 7 बजे के बजाए अब 8 बजे से स्कूल लगेंगे। डीईओ ने यह आदेश जारी किया है। फिलहाल यह व्यवस्था 15 जनवरी तक रहेगी।
यह आदेश जिले के सभी शासकीय, निजी और भिलाई बीएसपी स्कूलों में लागू होगा। आदेश में मौसम को देखते हुए तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है। बच्चों की परेशानी को देखते हुए पत्रिका ने 31 दिसंबर के अंक में "स्कूलों में ठिठुरते पहुंच रहे हैं बच्चे" शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद डीईओ ने यह फरमान जारी किया है।

ऎसे होगी व्यवस्था

दो पालियों में लगने वाले स्कूलों में पहली पाली एक घंटे देरी से शुरू होगी, लेकिन छूटने का समय 12 बजे ही होगा। इसके लिए स्कूलों में 35 से 40 मिनट के पीरियडों का समय कम किया जाएगा। दूसरी पाली अपने समय पर ही लगेंगी। उसमें कोई फेरबदल नहीं होगा।

सभी स्कूलों में लागू

मौसम के असर को देखते हुए कुछ निजी स्कूलों ने पहले ही समय बदल रखा है। आदेश के बाद एक तारीख से सभी स्कूलों का समय बदलेगा। सभी स्कूलों के लिए इस आदेश का पालन अनिवार्य है। सभी स्कूलों में डीईओ को फरमान बुधवार शाम तक पहुंच जाएगा। इसके बाद एक जनवरी से बच्चे बदले हुए समय पर स्कूल जाऎंगे।
ठंड को देखते हुए सुबह सात बजे की बजाए आठ बजे स्कूल लगाने के आदेश दिए गए हैं। फिलहाल 15 जनवरी तक समय बदला गया है अगर ठंड ज्यादा रही तो इसे और बढ़ाया जाएगा।


एरिगेशन के भ्रष्ट अफसरों के घर छापे, पांच करोड़ कैश मिले

31 December 2014
दुर्ग। राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) और एंटी करप्शन ब्यूरो एसीबी ने मंगलवार को एरिगेशन विभाग के पांच भ्रष्ट अफसरों के घरों में एक ही दिन में ताबड़तोड़ छापे मारे। बिलासपुर के हसदेव बांगो कछार व गंगा कछार के चीफ इंजीनियर बीडी वैष्णव 5 लाख लेते रंगे हाथों पकड़े गए। उनके घर से 35 लाख कैश मिला। खारंग जल संसाधन विभाग के प्रभारी ईई आलाेक अग्रवाल से करीब 3 करोड़ कैश मिला।
अग्रवाल ने पूरी रकम अपने मातहत काम करने वाले तीन सब इंजीनियरों के घरों में रखवाई थी। देर रात तक कैश की गिनती चल रही थी। संकेत हैं कि अफसरों ने राज्य के कई शहरों के साथ बाहर भी मिलकियत खरीदी है। एसीबी की टीम ने लंबे समय तक इन्वेस्टिगेशन करने के बाद छापे मारे।
एसीबी ने सुबह सबसे पहले हसदेव बांगो कछार व गंगा कछार के चीफ इंजीनियर ब्रजराज दास वैष्णव के भिलाई स्थित निवास पर पहुंची। वैष्णव ने किसी ठेकेदार से बिल पास करने के लिए 40 लाख मांगे थे। उन्हीं पैसों की पहली किश्त के रूप में 5 लाख रुपए नगद लेते हुए उन्हें पकड़ा गया। एडीजी मुकेश गुप्ता ने छापे की कार्रवाई के दौरान ही पत्रकारों को बताया कि अफसर के घर की तलाशी में 35 लाख मिले। करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज भी जब्त किए गए। अफसर को रंगे हाथों पकड़ने के पहले एसीबी की टीम ने चीफ इंजीनियर के बंगले से निकलते समय खारंग डिवीजन बिलासपुर के ईई आलोक अग्रवाल को पकड़ा। तलाशी के दौरान उनके पास से कुछ फाइलें और लिफाफों में डेढ़ लाख रुपए मिले। अग्रवाल को एसीबी के रायपुर स्थित कार्यालय ले जाकर पूछताछ की गई। अग्रवाल ने बिलासपुर में अपने अधीनस्थ अधिकारियों के पास उनकी रकम रखे होने की जानकारी दी। उसके बाद एक साथ छापे मारे गए और करोड़ों की काली कमाई का खुलासा हुआ।

शहर पहुंचे और सबसे पहले चेंबर सील किया

अफसर से जानकारी मिलने के बाद रायपुर एसीबी की टीम दिन तुरंत बिलासपुर रवाना हुई। सुबह 11 बजे सिंचाई विभाग के बिलासपुर खारंग डिवीजन के दफ्तर पहुंची और आलोक अग्रवाल के चेंबर को सील किया। उसके बाद आलोक के विश्वस्त और अधीनस्थ सब इंजीनियर अबरार बेग, विजय सिंह ठाकुर और जीआर देवांगन के निवास पर छापा मारा। अबरार बेग के तालापारा स्थित मकान में अबरार के पास से आलोक अग्रवाल का 2.04 करोड़ रुपए से भरा बैग बरामद किया। अबरार बेग के पास उनके खुद के 6-7 लाख रुपए मिले हैं।
खारंग डिवीजन के सब इंजीनियर जीआर देवांगन के बंधवापारा स्थित मकान से ईई अग्रवाल के 60 लाख रुपए, अयोध्या नगर निवासी सब इंजीनियर विजय सिंह ठाकुर के घर के 23 लाख रुपए बरामद किए। इसी प्रकार ईई के भाई पवन अग्रवाल के अलावा परिवार के उन लोगों के यहां भी छापे मारे गए, जिनके नाम पर संपत्ति होने की आशंका थी।

पहली बार इतनी बड़ी टीम

प्रदेश स्तर पर कुछ अन्य जिलों में भी ईओडब्ल्यू और एसीबी की कार्रवाई की। 22 राजपत्रित अधिकारी, 26 निरीक्षक और 100 से अधिक कर्मचारी की टीम बनाई गई। सभी के लिए न्यायालय से वारंट लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई देर रात तक चलने की संभावना है। अफसरों के धमतरी, जगदलपुर और दुर्ग में भी अफसरों के ठिकानों पर छापा मारकर दस्तावेज और नगद राशि जब्त की।

किससे क्या मिला

- मातहत अफसरों के पास 2.87 करोड़ रुपए रुपए मिले
- सब इंजीनियर अबरार बेग के पास मिले 2.04 करोड़ रुपए।
- सब इंजीनियर जीआर देवांगन के पास मिले 60 लाख रुपए।
- वीके सिंह ठाकुर के पास मिले 23 लाख रुपए

रंगे हाथों पकड़े गए सिंचाई विभाग के ईई

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सिंचाई विभाग में पदस्थ ईई एम कुजूर को 45 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी कुजूर एक ठेकेदार से पुराने बिल को पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। कुजूर छुईखदान में पदस्थ हैं। आय से अधिक संपत्ति होने के संदेह में उनके आशीष नगर रिसाली स्थित आवास पर भी छापा मारा गया।

आरईएस के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर भी फंसे

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पद्मनाभपुर स्थित ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता जीवराखन लाल ध्रुव के घर में दबिश दी। ध्रुव के पास से जगदलपुर में पेट्रोल पंप, रायपुर हाउसिंग बोर्ड, रामनगर धमतरी, भठगांव धमतरी, दुर्ग में मकान के दस्तावेज मिल चुके हैं। संपत्ति की कीमत दस करोड़ से अधिक आंकी गई है।


पहले दौर के नगरीय चुनाव में 70 फीसदी मतदान

30 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों के पहले चरण के लिए हुए मतदान में दस नगर निगमों, 19 नगर पालिकाओं और 22 नगर पंचायतों के लिए वोट डाले गए। बस्तर में सुबह सात बजे से अपरान्ह तीन बजे तक और बाकी शहरी क्षेत्रों में सुबह आठ से शाम पांच बजे तक मतदान चला। शाम छह बजे तक मिली जानकारी के अनुसार सभी निकायों के लिए औसतन लगभग 70 फीसदी मतदान हुआ है। इन चुनावों में दस नगर निगमों में अधिकांश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होते दिखा।
मतदान के लिए सुबह से ही मतदाताओं में उत्साह दिखा। सुबह सर्द मौसम होने के बावजूद लोग वोट डालने निकले। राजधानी रायपुर सहित कई स्थानों पर वोटरों की लंबी-लंबी कतारें देखी गई। प्रदेश में हुए इन चुनावों में आम तौर पर शांति व्यवस्था कायम रही। कुछ राजनीतिक खींचतान और मामूली विवाद के अलावा किसी भी स्थान से कोई अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है।
नक्सल प्रभावित बस्तर में 56, कोंडागांव में 71, दंतेवाड़ा में 68, सुकमा में 65, कांकेर में 60, नारायणपुर में 63 और बीजापुर में 54 फीसदी मतदान हुआ। प्रदेश में सुबह नौ बजे तक औसत 12 फीसदी, दोपहर बारह बजे तक 34 फीसदी, तीन बजे तक 60 फीसदी व शाम चार बजे तक 65 फीसदी वोट पड़ चुके थे।
दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल में शराब बांटे जाने की शिकायत के बाद पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। अंबिकापुर के एक मतदान केन्द्र में फर्जी वोटिंग की शिकायत मिलने के बाद सेक्टर अधिकारी के साथ विवाद हुआ। कोरबा के निर्मला स्कूल मतदान केन्द्र में दो पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच नोंकझोक हुई। बाद में पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। कोरबा के एक वार्ड में चार बार ईवीएम खराब हुई, जिसके कारण मतदाताओं को घंटों कतार में खडे़ रहना पड़ा। बिलासपुर के वार्ड नंबर 7 में ईवीएम में बैलेट यूनिट में खराबी थी। शिकायत होने के पहले कई लोग मतदान कर चुके थे। आनन-फानन में पीठासीन अधिकारी ने बैलेट यूनिट को बदला। इस दौरान करीब आधा घंटा मतदान रका रहा।

पहली बार मतदान करने वालों से लेकर शतायु पार वोटर भी पहुंचे

राजधानी रायपुर से लेकर दूर-दराज के इलाकों तक वोट डालने वालों का उत्साह देखते ही बन रहा था। ब़़डी संख्या में ऐसे मतदाता तो आए ही जिन्होंने पहली बार मताधिकार का प्रयोग किया। गरियाबंद जिले में एक महिला मतदाता जिनकी आयु 103 साल है, ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

राज्यपाल बलरामजी दास टंडन ने रायपुर के छत्तीसगढ़ क्लब स्थित मतदान केन्द्र पर जाकर मतदान किया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, उनके सांसद पुत्र अभिषेक सिंह सपरिवार कवर्धा में मतदान करने पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने संत कंवरराम स्कूल कटोरातालाब में मतदान किया। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बढ़ईपारा स्थित प्राथमिक शाला में परिवार सहित मताधिकार का प्रयोग किया।


वोटिंग के पहले पकड़ाया फर्जी मतदाता

30 December 2014
जांजगीर-चांपा। जांजगीर के वार्ड नंबर 10 स्थित पोलिंग बूथ क्रमांक २० में एक फर्जी मतदाता पकड़ा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
सोमवार को शहर के पोलिंग बूथ क्रमांक 20 में मतदान ठीक-ठाक चल रहा था।
दोपहर लगभग 3 बजे सिवनी निवासी दीनदयाल सूर्यवंशी वहां वोट देने पहुंचा। वह वोटिंग करने के फिराक में था, तभी पोलिंग बूथ में मौजूद एजेंटों ने फर्जी मतदाता दीनदयाल को पहचान लिया। एजेंटों ने इस मतदाता के खिलाफ आवाज उठाई और उसके इस वार्ड का मतदाता नहीं का दावा किया। संदेही दीनदयाल अपने आप को यह साबित नहीं कर पाया कि वह इसी वार्ड का मतदाता है। आखिरकार उसने अपनी गलती कबूल कर ली।
दीनदयाल ने बताया कि वह ओमप्रकाश पिता नर्मदा प्रसाद सूर्यवंशी के नाम पर वोट डालने पहुंचा था। पीठासीन अधिकारी संतोष कुमार कहरा ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को धारा १७१ बी, १७१ एफ , ४१९ के तहत गिरफ्तार कर उसे थाने ले आई मंगलवार को उसे जेल दाखिल किया जाएगा।

तीन छात्र जबरन फंसे

वार्ड नंबर १० बोंगापार पोलिंग बूथ में ही पॉलीटेक्निक के ३ छात्रों ने मतदान के लिए मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराया था। उनका नाम वोटिंग लिस्ट में था। तीनों छात्र सोमवार को जब वोटिंग के लिए पहुंचे तो वहां के एजेंट भड़क उठे। तीनों छात्रों को फर्जी करार देते हुए उन्हें मारना पीटना शुरू कर दिया। छात्रों ने एजेंटों को अपना वोटर कार्ड बताया, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। इस दौरान जमकर बवाल हुआ। आखिरकार, एसडीओपी अशोक शर्मा, राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मामले की तस्दीक की और छात्रों को सही करार दिया, तब छात्रों ने वोटिंग की।


कहीं जुबान चली कहीं भांजीं लाठियां, कहीं ईवीएम अटकी

30 December 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता एक-दूसरे से भिड़ गए। कुछ जगह विवाद मारपीट में तब्दील हो गई और कुछ लोगों को चोटें भी आई। पुलिस ने बीच बचाव करते हुए एक-दो जगह लाठियां बरसाई। कुछ जगह ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मिली। इसके विरोध में प्रत्याशियों ने आपत्ति जताई। कडाके की ठंड के बावजूद मतदाता प्रदेश भर में वोट देने के लिए घर से निकले। सुबह की ठंड में मतदान कुछ धीमा रहा। मगर जल्द ही इसने रफ्तार पकड़ ली।

पंजे के निशान दबाया तो नहीं बजी बीप

धमतरी में ईवीएम में महापौर के कांग्रेस प्रत्याशी सरिता दोशी का पंजा छाप का 6 नंबर का बटन दबाने पर बीप की आवाज नहीं आने पर कांग्रेस नेताओं ने जमकर हंगामा किया। कन्या शाला के नंबर 1 मतदान केन्द्र में कांग्रेस के केतन दोशी एवं भाजपा के नवीन सांखला के बीच जमकर विवाद हुआ। कुर्सी पटकी गई। मौके पर मौजूद एसडीएम ने पुलिस बल के साथ बीच बचाव किया। पश्चात दोनों पक्ष कोतवाली पहुंचे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भीम सिंह ने कहा कि ईवीएम में कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती। मशीन का बैटरी लो हो गई थी, जिसे बदल दिया गया।

गड़बड़ी की शिकायत के बाद बदली मशीनें

दुर्ग नगर निगम चुनाव में ईवीएम की खराबी को लेकर शिकायत की गई। कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी नीलू ठाकुर की शिकायत के बाद पांच बूथों की ईवीएम मशीनें बदली गई। गयानगर में एक वोटर का मत पहले ही डल गया था। इसे लेकर फर्जी मतदान की शिकायत की गई है। वहीं वार्ड 20 में आने-जाने को लेकर दो गुटों में तनाव की स्थिति बनीं। मारपीट और धक्कामुक्की जैसे हालात बने।

कार्यकर्ताओं पर भांजी लाठी

राजनांदगांव नगर निगम के वार्ड नंबर चार ढाबा में मतदान के दौरान मतदाताओं के उस समय होश उड़ गए जब मतदाता सूची में 400 मतदाताओं के नाम गायब हो हुए। बाद में पता चला कि 400 लोगों का नाम दूसरे बूथ में शिफ्ट हो गए हैं। इसे लेकर पार्टी प्रत्याशियों के साथ मतदाताओं ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। वार्ड 38 में कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता वहां आने-जाने वालों से वोट अपील करने लगे, वहां मौजूद अन्य प्रत्याशियों ने पुलिस अधिकारियों से इस पर आपत्ति की। इस पर टीआई राजेश चौधरी वहां पहुंचे और युवकों पर लाठी भांजी।

युवक के खिलाफ फर्जी वोटिंग का जुर्म दर्ज

जांजगीर और चांपा में गांव के एक- एक युवक मतदान करने पहुंच गए। जांजगीर के वार्ड क्रमांक 10 बोंगापार में करीब 3 बजे सिवनी निवासी युवक दिनदयाल सूर्यवंशी पिता महंगू राम सूर्यवंशी वार्ड के ओमप्रकाश पिता नर्मदा प्रसाद की वोटर पर्ची लेकर बूथ में पहुंच गया। रिटर्निंग ऑफिसर ने पूछताछ की तो वह हड़बड़ा गया उसका फोटो भी वोटर लिस्ट से नहीं मिला। आरओ ने मामला जांजगीर पुलिस को सौंप दिया। फर्जी वोटर के खिलाफ 117 घ, 419 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। हालांकि युवक वोट नहीं डाल पाया था इससे पहले ही वह पकड़ा गया। चांपा में भी पोंड़ीखुर्द निवासी एक युवक आशीष पाटले पिता लखन पाटले को भी वार्ड नंबर 7 में बोगस मतदान करने की कोशिश में पकड़ा गया। सूत्रों के अनुसार उसने पूछताछ में फर्जी वोट डालने की भी बात मान ली।


पत्नी के साथ जा रहे पार्षद प्रत्याशी पर हमला

29 December 2014
रायपुर। राजधानी के लाखेनगर क्षेत्र में पत्‍‌नी के साथ एक कार्यक्रम से लौट रहे कांग्रेस के एक पार्षद प्रत्याशी को बाइक सवार दो युवक डंडे से मारकर भाग गए। उन्हें पुरानी बस्ती स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां रविवार को भोजपुरी स्टार रविकिशन उनसे मिलने पहुंचे। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।
पुरानी बस्ती पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लाखेनगर की रहने वाली संगीता शर्मा (45) ने रविवार की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके पति गोवर्धन शर्मा क्षेत्र के सुधीर मुखर्जी वार्ड से कांग्रेस की तरफ से पार्षद प्रत्याशी हैं। वे शनिवार की रात लगभग डेढ़ बजे अपने पति के साथ स्कूटी से एक मुस्लिम कार्यक्रम से लौट रही थी। लाखेनगर के त्रिमूर्ति मंदिर के पास बाइक सवार दो युवकों ने उनकी गाड़ी रोकते हुए उन पर डंडे से हमला कर दिया। वे गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे। उनके आवाज देने पर बाइक सवार दोनों हमला वार भाग गए। प्रार्थी के पार्षद प्रत्याशी पति को पुरानी बस्ती के रामकिंकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।


शहर के वार्डो में दिन भर बटी शराब

29 December 2014
जांजगीर-चांपा। कड़ाके की ठंड और चुनावी गर्मी के बीच प्रचार के अंतिम दिन रविवार को जिला मुख्यालय जांजगीर के सभी वार्डो में जमकर शराब बटी। विभिन्न पार्टियों से अध्यक्ष व पार्षद का चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों ने मतदाताओं को शराब के साथ कबाब के तौर पर मुर्गी व बकरे का मांस भी जमकर परोसा। शहर में यह खेल पूरे दिन खुलेआम चला और निर्वाचन आयोग के निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ी, लेकिन प्रशासनिक अमला एक भी कार्रवाई नहीं कर पाया।
जिला मुख्यालय के नगरपालिका का चुनाव भारी बहुमत से जीतना भाजपा व कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। यही वजह है कि प्रत्याशियों द्वारा आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। चुनावी शोर थमने के बाद शनिवार को पूरे दिन उम्मीदवारों ने डोर-टू-डोर प्रचार करके अपने पक्ष में समर्थन जुटाने की पूरजोर कोशिश की, इसके बावजूद जिन क्षेत्रों में उन्हें अपनी स्थिति कमजोर दिखी, वहां के मतदाताओं के बीच रविवार को शराब की नदियां बहाई गई। इतना ही नहीं, एक-एक घर में मतदाताओं की संख्या के हिसाब से बकायदा पालीथीन में मुर्गी व बकरे की मांस भी परोसी गई। रविवार को यह खेल सुबह से शुरू हुआ, जो पूरे दिन चला। इस दिन बड़े दल के उम्मीदवारों द्वारा शराब बाटे जाने की लगातार खबरें आती रही। शहर में कुछ वार्ड ऐसे भी हैं, जहां रहने वाले गरीब वर्ग के मतदाताओं को लुभाने साड़ी, बिछिया व टी शर्ट भी बाटी गई। शहर में शराब व कबाब का वितरण खुले तौर पर चला, लेकिन जिला प्रशासन सोया रहा। प्रशासन ने शराब व कबाब वितरण से संबंधित एक भी मामले दर्ज नहीं किए, जिससे अफसरों की भूमिका पर सवाल उठ रहा है।
पहले से कर ली व्यवस्था

पहले चरण के तहत २९ दिसम्बर को चार नगरपालिकाओं के लिए मतदान होना है। ऐसे में जिला निर्वाचन अधिकारी ने इन क्षेत्रों में ४८ घंटे पहले से ही शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दी है। बावजूद इसके शराब के कई वार्डो में शराब की नदियां बह रही है। प्रत्याशी अपने पक्ष में माहौल तैयार करने पियक्कड़ मतदाताओं को छककर शराब पिलवा रहे हैं। बताया जाता है कि चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने पहले से ही भारी मात्रा में शराब खरीदकर सुरक्षित स्थानों पर रख लिया है। गोपनीय स्थानों में शराब की पेटियां रखी हुई है, जहां से मांग अनुसार मतदाताओं को शराब की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन पुलिस ने अब तक इस ओर ध्यान नहींं दिया। निर्वाचन अधिकारी भी सिर्फ आदेश-निर्देश तक सीमित हो हैं।

शराब की डिमांड ज्याद

हर चुनाव में अब शराब का अहम रोल हो गया है। साड़ी, कंबल, बिछिया, नोट बटे या न बटे, शराब जरूर बट रही है। शहर के २५ वार्डो में कुछ ऐसा ही चल रहा है। लोग एक-दूसरे से पूछ रहे कि शराब व कबाब आखिर कौन बाट रहा है। जिन वार्डो में प्रत्याशी ज्यादा है, वहां शराबी मतदाताओं की चांदी हो गई है। प्रत्याशी भी मतदाताओं को रिझाने के लिए कार्यकर्ताओं के हाथों से शराब पिलवा रहे हैं। दिन में शराब के लिए उतना ज्यादा गहमागहमी नहींं दिखी, लेकिन शाम ढलते ही चुनाव कार्यालयों के आसपास मजमा लगा रहा।


आज चुनी जा रही शहर की सरकार, बेमेतरा में ग्रामीणों ने किया बहिष्कार

29 December 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान आज किए जा रहे हैं, प्रदेश के 10 नगर निगमों में महापौर पद के लिए आज वोटिंग हो रही है। पहले चरण में 10 नगर निगमों के साथ 19 नगरपालिका परिषद और 22 नगर पंचायतों में वोटिंग हो रही है। प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ जबकि बाकि क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से मतदान जारी है। आज वोटर्स को एक ही ईवीएम से दो वोट करने होंगे इसके लिए उन्हें दो बार बटन प्रेस करना होगा।
जगदलपुर कांकेर आदि क्षेत्रों में भारी ठंड के बावजूद लोग वोट करने पहुंच रहे हैं वहीं बेमेतरा में ग्रामीणों द्वारा चुनाव का बहिष्कार कर दिया गया है। भाटापारा में मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं को लुभाने को लेकर दो प्रत्याशी आपस में भिड गए वहीं राजधानी के पंडरी क्षेत्र के बूथ क्रमांक 434 में ईवीएम खराब होने की वजह से एक घंटे बाद मतदान शुरू हो पाया।

ऐसे करें वोटिंग

1. आप ईवीएम के सामने जैसे ही जाएंगे, उसमें पहले महापौर/अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के नाम होंगे। उसके नीचे पार्षद पद के प्रत्याशियों के नाम होंगे। मशीन मे महापौर/अध्यक्ष और पार्षद का टैग लगा होगा, ताकि आपको पहचानने में दिक्कत न आए।
2 इसके बाद आपको पहले महापौर के नीचे दिए गए प्रत्याशियों में से किसी एक प्रत्याशी के सामने के बटन को दबाना है। बटन को दबाते ही तेज बीप की आवाज आएगी। मशीन में आवाज आने तक इंतजार करना है। इसके बाद आपको आगे बढ़ना है।
3. अब आपको पार्षद पद के प्रत्याशी के लिए वोटिंग करनी है। इसमें भी आपको किसी एक प्रत्याशी के नाम और चुनाव चिन्ह के सामने वाले बटन दबाना होगा। तेज बीप की आवाज आएगी। यानि आपका वोट पड़ गया।
4. दोनों ही पदों के प्रत्याशियों के लिए वोटिंग के बाद आपको मशीन की एंड बटन दबाना है। इससे माना जाएगा कि आपने दोनों ही पदों के लिए वोटिंग कर दी है।

कितने बजे से होगी वोटिंग

नक्सल प्रभावित छह जिलों में-जिसमें कोंडागांव, नारायणपुर,दंतेवाड़ा, कांकेर, सुकमा और बीजापुर में सुबह सात बजे से तीन बजे तक। बाकी सभी जिलों में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक।

पहले चरण के चुनाव पर एक नजर
कहां-कहां होगा चुनाव: 10 नगर निगम, 19 नगरपालिका परिषद और 22 नगर पंचायत।
कितने वार्डों में होगी वोटिंग : 1250
कुल मतदान केंद्र 3339
कुल मतदाता : 2958720, पुरुष-1413776, महिला-1344944

ध्यान रखें :

पहली बार नगरीय निकाय चुनाव में ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) से वोटिंग होगी। जहां महापौर (पालिका परिषद और पंचायत में अध्यक्ष) और पार्षद पद के लिए दो अलग-अलग प्रत्याशियों को चुनना होगा। इसके लिए आपको ईवीएम में दोनों पदों के लिए दिए गए दो अलग-अलग बटन दबाने होंगे। दोनों ही बटनों के दबाने के बाद मशीन से एक बीप की आवाज आएगी। इसके बाद ही आपकी वोटिंग पूरी होगी।

ईवीएम थोड़ी अलग

नगरीय निकाय चुनाव में इस्तेमाल होने वाली यह नई ईवीएम थोडी अलग भी है। इसमें अगर एक पद के लिए भी वोटिंग करना चाहते हैं, तो वह भी कर सकेंगे। लेकिन इसके लिए आपको उस पद के लिए वोटिंग करने के बाद मशीन के सबसे अंत में दिए गए एंड बटन को दबाना होगा। यदि ऐसा नहीं करते हैं, तो आपका एक पद के लिए दिया गया वोट तो काउंट हो जाएगा, लेकिन मशीन जाम हो जाएगी। यानि अगला वोटर वोट नहीं दे पाएगा, जब तक कि मशीन को बंद करके फिर से चालू नहीं किया जाएगा। वैसे कुछ जगहों पर चुनाव आयोग ने विधानसभा और लोकसभा में इस्तेमाल की गई ईवीएम भी रखी है।

सुरक्षा के इंतजाम

नगरीय निकाय चुनाव में सुरक्षा के इंतजाम लोकल स्तर पर ही जिला पुलिस ने किया है। इसके तहत पुलिस लाइन के रिजर्व जवानों के साथ ही पड़ोसी जिलों से भी जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। नक्सल प्रभावित जिलों में तैनात सेंट्रल फोर्स की मदद ली जा रही है। चुनाव के लिए कोई अतिरिक्त फोर्स नहीं मिली है।


रिंग रोड पर दो हादसे, चार किमी तक जाम

27 December 2014
रायपुर। रिंग रोड-2 पर गुरुवार रात 2.30 बजे और शुक्रवार दोपहर 2.30 बजे सड़क हादसे हुए। इन हादसों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो बच्चों सहित तीन घायल हो गए। पहली घटना सरोरा की है और दूसरी हीरापुर की। हीरापुर में हादसे के बाद लोग सड़क पर उतर आए और चार किमी तक लंबा जाम लग गया। उरला पुलिस के मुताबिक बिलासपुर निवासी दरबार सिंह दानू (48) और हेल्पर नवीन शर्मा मिनीडोर सीजी 10 ए 5744 से माल लेकर गुरुवार रायपुर आए थे। माल खाली कर देर रात वे बिलासपुर लौट रहे थे। वहीं भनपुरी की ओर से मंडला निवासी बंटू दास पनका ट्रक सीजी 04 जेसी 8287 से टाटीबंध की ओर आ रहा था।
रिंग रोड-2 सरोरा के पास दोनों गाड़ियों में भिड़ंत हो गई। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि मिनीडोर ट्रक में फंस गया। इससे पहले ट्रक चालक बंटू ट्रक से कूद गया और मिनीडोर का हेल्पर नवीन भी बाहर निकल गया था। लेकिन मिनीडोर चालक दरबार सिंह अंदर फंसा रह गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गाड़ी को हटाने के लिए क्रेन बुलाई गई और केबिन को कटर से काटकर चालक दरबार सिंह का शव बाहर निकाला गया। पुलिस ने ट्रक चालक बंटू को हिरासत में ले लिया है। ट्रक उसी का है। वहीं नवीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाल-बाल बचे भाई-बहन हीरापुर में एक तेज रफ्तार टैंकर ने दोपहिया को चपेट में ले लिया। दोपहिया पर सवार भाई-बहन दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया। हादसे से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने हंगामा करते हुए चक्का जाम कर दिया। पुलिस की समझाइश पर वे शांत हुए और रास्ते से हट गए। दुर्घटना की वजह से सड़क की दोनों ओर चार किलोमीटर तक जाम लग गया था, जिसे क्लियर करने में पुलिस को घंटेभर लग गया। आमानाका पुलिस के मुताबिक वीर सवारकर नगर निवासी मनदीप सिंह कौर (14) और कमलजीत सिंह (12) दोनों दोपहिया सीजी 04 एचके 5048 से वीर सावरकर नगर से अटारी की ओर जा रहे थे। वे हीरापुर चौक को जब क्रॉस कर रहे थे तभी तेज रफ्तार टैंकर सीजी 07 सी 1065 ने उन्हें चपेट में ले लिया। दोपहिया पर सवार भाई-बहन फेंका गए और दोपहिया टैंकर के नीचे आ गया।
पुलिस ने टैंकर चालक जरवाय निवासी जितेन्द्र साहू को हिरासत में ले लिया है। भाई-बहन कहां जा रहे थे, पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने बताया कि घायल बच्चों के पिता मेहताब सिंह ट्रक चलाते है। उन्हें घटना की सूचना दे दी गई थी। दोनों बच्चों खतरे से बाहर हैं। न ब्रेकर न स्टॉपर स्थानीय लोगों का कहना था कि हीरापुर में लगातार हादसे हो रहे हैं। कई लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके बाद भी ब्रेकर बनना तो दूर स्टॉपर तक नहीं लगा है। स्टॉपर लगाने से गाड़ियों की रफ्तार में कम रहेगी। लोग आसानी से सड़क क्रॉस कर सकेंगे। नहीं पहने थे हेलमेट पुलिस ने बताया कि हीरापुर चौक में घायल हुए भाई-बहन दोनों ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था। दोनों सिर के बल जमीन पर गिरे थे। जबकि पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि दोपहिया चालक गाड़ी चलाते समय हेलमेट पहनें। इसके बाद भी लोग हेलमेट नहीं लगा रहे हैं। नाबालिग के हाथों में गाड़ी हादसों के बाद भी पालक सचेत नहीं हो रहे हैं। छोटी उम्र में अपने बच्चों को गाड़ी दे रहे हैं। जो हादसों की वजह बन रही है। छोटी उम्र में बच्चे हैवी और हाई स्पीड बाइक दौड़ा रहे हैं। रफ्तार पर उनका नियंत्रण तक नहीं होता है।


दो महिलाओं ने जहर खाकर की खुदकुशी

27 December 2014
जांजगीर/चांपा। अलग-अलग घटना में दो महिलाओं ने जहर सेवन कर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। पहली घटना पामगढ़ क्षेत्र के कोड़ाभाट की है।
पुलिस के अनुसार ललिता साहू (21) पति लक्ष्मण साहू गुरूवार को अपने पति के साथ मायके गई थी। रात को वह पति के साथ वापस लौटी। घर में शराब व कबाब का दौर चल रहा था। रात को पति-पत्नी के बीच विवाद भी हुआ और ललिता साहू ने जहर सेवन कर लिया। उसे पामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
परिजनों का कहना है कि वह बीमारी की शिकार थी। इससे परेशान रहती थी। परेशानियों से तंग आकर उसने ऐसा कदम उठाया है। दूसरी घटना नवागढ़ थाना क्षेत्र के गांव कोटिया की है। मालती बाई (32) पति संतोष कुर्रे ने शुक्रवार की सुबह किसी कारण से जहर सेवन कर लिया। उसे नवागढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिजनों का कहना है कि वह किसी बात को लेकर गुमशुम रहती थी। अलबत्ता उसे खुदकुशी की राह अपनानी पड़ी। पुलिस ने दोनों मामले की सूचना पर मर्ग कायम कर लिया है। पुलिस जांच कर रही है।


आप मुंगेली नगर पालिका जिताकर दीजिए, विकास की गारंटी हमारी : रमन

27 December 2014
मुंगेली/ बिलासपुर । नगर को जिले की सौगात दी है तो नगर के विकास का जिम्मा भी रमन सिंह का है। नगर विकास की रूपरेखा हमने तैयार कर ली है। आप हमें मुंगेली नगर पालिका जिताकर दीजिए और हम आपको विकास की गारंटी देते हैं। नगरवासी भाजपा के प्रत्याशियों को अपना आशीर्वाद प्रदान करें मैं इस जिले को माॅडल जिले का स्वरूप दूंगा।
नगरीय निकाय चुनाव में जिले में भाजपा के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने आए मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने यह बात कही। वे नगर पालिका के अध्यक्ष सहित 22 वार्डों के पार्षदों के पक्ष में प्रचार करने यहां आए थे। उन्होंने कहा कि मुंगेली शुरू से ही जनसंघ का गढ़ रहा है। आज भारतीय जनता पार्टी का परचम जिले में लहरा रहा है। इस कड़ी में नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों को जिताने की अपील करते हुए कहा कि जिले के कार्यकर्ता अगर एक होकर काम करंे तो इस अभेदगढ़ को कोई सेंध नहीं लगा सकता। भाजपा कार्यकर्ताओं को सीएम ने अपराजेय योद्धा बताया। उन्होंने कहा जिस तरह से लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भाजपा के उपर मतदाताओं ने अपना भरोसा जताया है वैसा ही भरोसा नगरीय निकाय चुनाव के लिए भी रखना होगा।
उन्होंने मतदाताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर वे इस नगर को जिले की सौगात दे सकते हैं तो इसे मॉडल जिले के रूप मे स्थापित करने की जिम्मेदारी भी निभा सकते हैं। उन्होंने पूर्व विधायक मुनीराम साहू के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। सभा समाप्ति के बाद मुनीराम साहू के निवास में पहुंच कर परिवारजनों को ढाढस बंधाया। डाॅ. सिंह हेलीपेड से गौरव पथ होते हुए सभा स्थल पुराना बस स्टैण्ड स्थित आगर खेल परिसर पहंुचे ।
जहां उनका खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले, सांसद लखनलाल साहू, तखतपुर विधायक राजू सिंह क्षत्रीय, लोरमी विधायक तोखन साहू, नगर पालिका अध्यक्ष शैलेष पाठक, जनपद अध्यक्ष तरूण खांण्डेकर, बीजेपी अध्यक्ष पद की उम्मीदवार निर्मला मोहन भोजवानी सहित 22 वार्डों के उम्मीदवारों ने स्वागत किया।


ई-नीलामी के साथ शुरू हुआ कोल ब्लॉक आवंटन का विरोध

26 December 2014
रायपुर। देश में कोल ब्लॉक के आवंटन के लिए ई-नीलामी शुरू होने के साथ ही छत्तीसगढ़ में कोल ब्लॉक के आवंटन का विरोध शुरू हो गया है। हसदेव अरण्य क्षेत्र की 16 और मांड रायगढ़ की चार ग्राम सभाओं ने प्रस्ताव पास किया है कि उनके क्षेत्र में आने वाले कोल ब्लॉक का न तो आवंटन किया जाए, न ही नीलामी की जाए। इस इलाके में दो दर्जन कोल ब्लॉक आ रहे हैं, जिसके आवंटन का ग्राम सभाएं विरोध कर रही हैं। छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार हो रहा है जब ग्राम सभाएं कोल ब्लॉक आवंटन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही विरोध में उतरी हैं।
छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला ने बताया कि सरकार को कोल ब्लॉक के लिए जमीन अधिग्रहण करने से पहले ग्राम सभाओं की अनुमति लेना आवश्यक है। हसदेव अरण्य और मांड रायगढ़ क्षेत्र पांचवीं अनुसूची में आते हैं। इसलिए ग्रामसभा के फैसले का पालन करना सरकार के लिए अनिवार्य है। इन क्षेत्रों में पेसा कानून भी लागू है। ग्राम सभा में यह प्रस्ताव पास किया गया है कि कोल ब्लॉक के आवंटन से पर्यावरण प्रभावित होगा। कोल ब्लॉक के लिए आदिवासियों को विस्थापित किया जाएगा, जो खतरनाक है।
ग्राम सभा में यह भी प्रस्ताव पास किया गया कि किसी भी खनन परियोजना के आवंटन या नीलामी से पहले ग्रामसभा से पूर्ण जानकारी के साथ लिखित सहमति प्राप्त की जाए। पर्यावरण की सभी स्वीकृतियां मिलने के बाद ही खदानों का आवंटन किया जाए। जैव विविधता से संपन्न घने वन क्षेत्र, वन्य जीव आवास और पारिस्थितिक सूप से संवेदनशील इलाकों में किसी भी प्रकार की खनन अनुमति नहीं दी जाए।

इन ग्राम सभाओं ने किया प्रस्ताव पास

हंसदेव अरण्य क्षेत्र की मोरगा, मदनपुर, खिलती, धज्जाक, उचलेंगा, घाटवल्ला, साली, हरिहरपुर, फतेहपुर, सेंदू, सुष्कम, पटोगिया, पुटा, पतुरिया डांड, अरसिया और करहियापारा ग्रामसभा। इससे मोरगा-एक, मोरगा-दो, मोरगा--तीन, मोरगा-चार, मोरगा साउथ, मदनपुर नार्थ, मदनपुर साउथ, पुटा, पतुरियाडांड, परसा, परसा ईस्ट, केटे बासन, सेंदू साउथ और सेंदू नार्थ कोल ब्लॉक प्रभावित होंगे। इसके साथ ही मांड रायगढ़ की चार ग्राम सभाओं नरकारोह, करौंधा, दुलियामोड़ और चैनपुर ने विरोध में प्रस्ताव पास किया है। इससे बाइसी, कौंधई, डिपसाइट बाइसी व चैनपुर कोल ब्लॉक प्रभावित होंगे।


अंबेडकर में अंटेंडरों के लिए कैंटीन शुरू, डॉक्टरों के लिए भी जल्द

26 December 2014
रायपुर। अंबेडकर अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों के लिए एक कैंटीन खोला गया है। साथ ही एक स्पेशल कैंटीन यहां के डॉक्टर, स्टाफ, इंटर्न और पीजी छात्रों के लिए भी खोला जाएगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके बाद से अस्पताल में खाने-पीने की सहज सुविधा मिल सकेगी।

मरीजों के लिए परहेजी खाना भी

मरीजों के लिए मौजूदा कैंटीन में ही क्वालिटी सुधार के साथ परहेजी खाना उपलब्ध करवाया जाने लगा है। वहीं मरीजों के परिजन के लिए डीपी वार्ड के बाहर, गेट नंबर-२ पर कैंटीन खोली गई है। इसमें फिलहाल चाय, कॉफी और स्नैक्स मिल रहे हैं।

डॉक्टरों, छात्रों के लिए अलग व्यवस्था

अस्पताल के डॉक्टर, इंटर्न और पीजी छात्रों को लगातार ड्यूटी करने और खाने की समुचित व्यवस्था न होने से परेशानी होती थी। इसे देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को खाना देने वाले फिलिप कैटरर्स को ही स्टाफ के लिए अलहदा से कैंटीन बनाने की तैयारी है।

परिजनों के लिए अलग से कैंटीन व्यवस्था

मरीजों के परिजनों के लिए भी अस्पताल परिसर में एक और कैंटीन की व्यवस्था हो रही है, जहां नाश्ते का प्रबंध रहेगा। वहीं डाक्टरों, इंटर्न और पीजी छात्रों के लिए कैंटीन की विशेष व्यवस्था करने की तैयारी है।
डॉ. विनीत गोयल, प्रशासनिक अधिकारी अम्बेडकर अस्पताल


गंगा सफाई के लिए छत्तीसगढ़ लगाएगा 260 करोड़ के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

26 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ से निकलने वाली नदियों का पानी भी गंगा में मिलता है। आश्चर्य लगता है न सुनकर। ये सच है। सोन नदी गंगा में मिलती है और प्रदेश की कई नदियां सोन नदी में मिलती हैं। इस तरह यहां का पानी सोन नदी के जरिए गंगा नदी में मिलता है। गंगा की सफाई को लेकर पूरे देश में कवायद चल रही है। यही कवायद प्रदेश सरकार भी कर रही है, लेकिन अपने यहां की नदियों को साफ करके। सोच ये है कि हम अपनी नदियों का पानी स्वच्छ करेंगे, तो स्वच्छ पानी ही सोन नदी और गंगा नदी में जाएगा। इसके लिए तकरीबन 260 करोड़ रुपए खर्च होंगे। योजना बन चुकी है।
प्रदेश से निकलने वाली रिहंद नदी समेत चार नदियों का जल गंगा में जाता है। यही वजह है कि इस क्षेत्र को गंगा बेसिन के दायरे में रखा गया है। इन नदियों के किनारे लगे उद्योगों के चलते जल प्रदूषण काफी बढ़ गया है। अकेले रिहंद नदी के जल में कोल सिस्ट (कोयले की खदानों से निकलने वाली राख) की मात्रा औसत से काफी ज्यादा हो गई है। औसत प्रति लीटर 100 एमजी है, जबकि यह 160 एमजी हो गई है। राज्य सरकार ने गंगा बेसिन से जुड़ी नदियों की सफाई के अभियान में एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलाजी), रायपुर की मदद ली है।


गली-गली घूम रहा हूं तो कांग्रेसियों के पेट में क्यों दर्द: रमनसिंह

25 December 2014
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बगैर किसी का नाम लिए कांग्रेसियों पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं अपने कार्यकर्ताओं को स्थानीय सत्ता पर काबिज कराने गली-गली घूम रहा हूं तो कांग्रेसियों के पेट में क्यों दर्द हो रहा है। हमने लक्ष्य निर्धारित किया है। मेरे अलावा मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक व सांसद सभी प्रचार में व्यस्त हैं।
सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल के साथ हम प्रचार कर रहे हैं। हमने शत-प्रतिशत परिणाम देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के बाद राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। मंत्रियों के लिए तय की गई संख्या के अनुसार वर्तमान में तीन पद रिक्त हैं। विस्तार से पहले मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी।
मंगलवार को यहां वे पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के नगरीय निकाय चुनाव प्रचार से अपने आपको दूर रखने के सवाल पर सीएम ने कहा कि श्री जोगी कांग्रेस के बड़े नेता हैं। जब बड़ी ताकत अपने आपको अलग रख लेती है तो इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ता है। सीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि वैसे भी कांग्रेस में भारी अंतरविरोध है। कांग्रेस अपने आप से ही लड़ रही है।
नगरीय निकाय चुनाव प्रचार के सिलसिले में सीएम डॉ. सिंह सोमवार को एक दिनी प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे थे। रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार को गरियाबंद रवाना होने से पहले उन्होंने प्रेसवार्ता ली। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव के सिलसिले में तीन दिनों में प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकायों में चुनाव प्रचार के सिलसिले में जाने का अवसर मिला है। सभी क्षेत्रों में भाजपा के पक्ष में सकारात्मक माहौल दिखाई दे रहा है। लोगों के उत्साह और रोड व सभाओं में उमड़ रही भीड़ से साफ हो गया है कि हम प्रदेश के सभी 10 नगर निगमों में जीत हासिल करेंगे। प्रदेश की अधिकांश नगर पालिका व नगर पंचायत भी हमारे कब्जे में होंगी।
कांग्रेस से हम कहीं ज्यादा आगे रहेंगे। एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि मौजूदा नगरीय निकाय चुनाव में मैं खुद व मेरे साथ मंत्रिमंडल के सहयोगी, विधायक व सांसद सभी चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। संगठन के साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम कर रहे हैं। जाहिर है, इसका सकारात्मक परिणाम आएगा।
सोमवार को बिलासपुर नगर निगम सीमा के अंतर्गत आने वाले वार्डों में रोड शो का जिक्र करते हुए कहा कि रोड के दौरान शहरवासियों ने कड़कड़ाती ठंड में जिस तरह सड़कों पर उतरकर स्वागत सत्कार किया और भीड़ इकठ्ठी हुई, यह साफ संकेत कर रहा है। भीड़ के बीच खास बात ये रही कि लोगों में रोड शो के प्रति उत्साह और ललक दिखाई दे रही है। यह भाजपा के पक्ष में रुझान को दर्शाता है।
जनमत का रुझान हमारी ओर है। हम नगर निगम के अधिकांश वार्डों के अलावा महापौर का चुनाव भी रिकॉर्ड वोटों के अंतर से जीतने वाले हैं। एक सवाल के जवाब में सीएम डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के बीते एक दशक की कार्ययोजना का लाभ नगरीय निकाय के चुनाव में मिलते दिखाई दे रहा है।

हमने किया तीन विषयों पर फोकस
सीएम डॉ. सिंह ने कहा कि मौजूदा नगरीय निकाय चुनाव को हमने तीन विषयों पर फोकस किया है। भागीरथी नल-जल योजना के तहत गरीबों के घर में निःशुल्क नल कनेक्शन देना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाते हुए स्वच्छ छत्तीसगढ़ स्वच्छ शहर की तर्ज पर गरीब बस्ती में 19 हजार की लागत से शौचालय का निर्माण करना और प्रदेश से लेकर शहरी तथा ग्रामीण इलाकों को साफ-सुथरा रखना।
इन्हीं मुद्दों को लेकर हम शहरी तथा ग्रामीण मतदाताओं के बीच पहुंच रहे हैं। आने वाले दिनों में इन मुद्दों को न केवल प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जाएगा, वरन्‌ इसे गंभीरता के साथ अमलीजामा पहनाने का काम करेंगे।

मुझे गर्व है मैंने लाखों गरीबों के घर राशन पहुंचाया

एक सवाल के जवाब में सीएम डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना ऐसी योजना है, जिसे केंद्र सरकार ने सराहते हुए इसे रोल मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने छत्तीसगढ़ के लाखों गरीबों के घर राशन पहुंचाने और दो वक्त चूल्हा जलाने का प्रबंध किया है। लोगों को खासकर युवाओं को श्रमवीर और कर्मवीर बनाने के लिए मुख्यमंत्री कौशल योजना के तहत कार्य प्रांरभ किया है।

तब भी लोगों को लगा था कि मैं तो गया

सीएम बदलने के सवाल पर डॉ. सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था, तब भी कुछ लोगों को लगा था कि मैं तो गया। ये कोई और नहीं, हमारे अपने शुभचिंतक ही हैं। फिलहाल मुझे तो दिल्ली से इस तरह के संकेत नहीं मिले हैं। मुझे तो लगता है, मैं पूरे कार्यकाल तक काबिज रहूंगा।


मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर!

25 December 2014
जगदलपुर/कांकेर। पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार बीएसफ और डीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए नक्सलियों को घेर लिया था।
रावघाट के जंगलों में हुई आमने-सामने की फायरिंग में यह दावा किया जा रहा है कि तीन नक्सलियों की मौत हो गई है वहीं सुरक्षाबलों में से किसी के भी घायल होने की सूचना नहीं है।
सूत्रों के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि कुछ नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार होने मे कामयाब हो गए।


चुनिए गांव की सरकार, 25, 28 जनवरी व 1 फरवरी को वोटिंग

25 December 2014
रायपुर। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों का शोर मचा ही हुआ है, कि राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनावों की भी घोषणा कर दी है। पंचायत चुनाव तीन चरणों में 24, 28 जनवरी और एक फरवरी होगा। वोटों की गिनती प्रत्येक चरण की वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद की जाएगी। यानि कि वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद नतीजे भी आ जाएंगे। लेकिन इसकी अिधकृत घोषणा बाद में रिटर्निंग अॉफिसर के द्वारा की जाएगी। प्रदेश में पंचायतोंं का कार्यकाल 11 फरवरी को खत्म हो रहा है। इससे पहले चुनाव कराना जरूरी था।
राज्य निर्वाचन आयुक्त पीसी दलेई ने पंचायत चुनावों की घोषणा करते हुए बताया कि 13 ग्राम पंचायत और 184 वार्डों को छोड़कर प्रदेश के सभी जिला पंचायतों, जनपद पंचायतों और ग्राम पंचायतों में चुनाव होगा। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया 31 दिसंबर 2014 से शुरू हो जाएगी, जो 5 फरवरी 2015 तक चलेगी।

चुनाव में नया और खास

पंचायत चुनाव में पहली बार फोटोयुक्त मतदाता सूची का इस्तेमाल होगा। यह चुनाव गैर दलीय आधार पर होगा। चुनाव पहले की तरह मतपत्र और मतपेटी के माध्यम होगा।

कितने पदों के लिए निर्वाचन

निर्वाचन आयोग के मुताबिक इस चुनाव के जरिए सभी 27 जिला पंचायतों के 402 जिला पंचायत सदस्यों, 148 जनपद पंचायतों के 2973 सदस्यों और 10955 ग्राम पंचायतों के सरपंचों और 155595 पंचों के लिए निर्वाचन होगा। इस दौरान 1.35 करोड़ मतदाता चुनाव में हिस्सा लेंगे। इनमें 67.97 लाख पुरुष और 67.09 लाख महिला मतदाता होंगी।


छत्तीसगढि़या रघुवर सीएम की दौड़ में!

24 December 2014
रायपुर। झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के हार जाने के बाद वहां भावी मुख्यमंत्री के रूप में जिन नामों की चर्चा चल रही है, उनमें छत्तीसगढ़ मूल के रघुवर दास का नाम भी शामिल है। साहू समाज के रघुवर दास मूलत: छत्तीसगढ़ के छुरिया [बोइरडीह] के रहने वाले हैं। यहां उनकी पुश्तैनी जमीन थी। उनके पिता सन् 1979 में पूरी तरह टाटानगर में शिफ्ट हो गए। उनके रिश्तेदार अभी भी यहां निवासरत हैं। रघुवर दास के पांच भाई-बहन हैं। इनकी बड़ी लड़की की शादी 2007 में दुर्ग के पद्मनाभपुर में हुई है। इनके दामाद जिंदल रायगढ़ में इंजीनियर हैं। इनकी एक भांजी रायपुर के सुंदरनगर में, जबकि दूसरी भांजी गुरर में हैं। उनकी भतीजी भिलाई सेक्टर-1 में रहती हैं।
बीएससी व एलएलबी करने के बाद रघुवर दास टाटा स्टील कंपनी में पदस्थ थे। इसके बाद 1970-71 में जेपी आंदोलन में कूद पडे़। उसके बाद पूरी तरह राजनीति में आ गए। झारखंड में जब बीजेपी की सरकार थी, तब इन्हें महत्वपूर्ण पद देते हुए उप मुख्यमंत्री बनाया गया।

रमन गए थे प्रचार करने

रघुवर दास ने नईदुनिया को बताया कि उनके चुनाव प्रचार में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह आए थे। मुख्यमंत्री बनने के बारे में पूछा गया तो वे टाल गए और कहा कि अभी बोर्ड की बैठक नहीं हुई है। बैठक होने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

आते रहेंगे छत्तीसगढ़

रघुवर दास की बड़ी बहन बेदू बाई साहू ने कहा कि हमारा पूरा परिवार बोईरडीह में निवासरत है। हमारे परिवार के लोग हर कार्य में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ जाते हैं। रघुवर दास भी साल में एक-दो बार छत्तीसगढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि टाटानगर में भी छत्तीसगढि़यों ने रघुवर दास के लिए खूब प्रचार-प्रसार किया और बधाई देने के लिए सुबह से ही लोगों की भी़़ड इकट्ठा हो गई थी।

सभी लोग टाटानगर में

रघुवर दास की बहन प्रेमबती, माहरीन बाई, बेदू बाई, भाई-मूलचंद, जगदेव साहू तथा उनका परिवार सभी टाटा में रहते हैं।


एक लाख का इनामी माओवादी व जनताना का अध्यक्ष गिरफ्तार

24 December 2014
जगदलपुर/कोण्डागांव। पुलिस ने एक लाख रुपए का इनामी माओवादी एवं जनताना सरकार अध्यक्ष को किया गिरफ्तार किया है। एक लाख रुपए का इनामी माओवादी मर्दापाल एलओएस सदस्य है।
जिसकी पुलिस को छह वर्ष से तलाश थी। दोनों माओवादियों के खिलाफ स्कूल भवन की तोडफ़ोड़, पुलिस पार्टी पर फायरिंग की घटना में शामिल रहने के आरोप हैं। एसपीअभिषेक मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि मर्दापाल एवं डीआरजी कोण्डागांव की संयुक्त की टीम ने मुखबीर सूचना पर एक माओवादी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने रंजीत (माओवादी द्वारा घोषित नाम) उर्फ ईतवारू कोर्राम (23) को गिरफ्तार किया।
रंजीत मर्दापाल एलओएस सदस्य हैं। वह 2008 में मर्दापाल एलओएस के कमाण्डर कोसा एवं उर्मिला उर्फ नीति के द्वारा माओवादियों के टेमरूगांव जनमिलिशिया के सदस्य के रूप में भर्ती किया था। जिसके बाद 2012 एवं 2013 में बोधघाट परियोजना के विरोध में माओवादियों द्वारा गठित माओवादी क्रांतिकारी जनमिलिशिया का कमाण्डर बनाया गया।
पूछताछ में उसने बताया कि 24 अप्रैल 2014 को ग्राम छोटे उसरी में पुलिस पार्टी पर फायरिंग की घटना में शामिल रहा। साथ ही स्कूल भवनों की तोडफ़ोड़, पुलिस पार्टी पर फायरिंग की घटना में भी शामिल रहा है।
सरकार अध्यक्ष मस्सु राम पोटाई (35) को धनोरा थाना पुलिस एवं डीआरजी की संयुक्त टीम द्वारा थाना आमाबेड़ा क्षेत्र के ग्राम मुगे जंगल से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में इसने बताया कि 17 एवं 18 जनवरी 2008 की मध्य रात्रि हड़ेली के ग्राम पंचायत भवन एवं आंगनबाड़ी केन्द्र भवन में हुए तोडफ़ोड़ में 8 अप्रैल 2009 को हाटचपाई एवं तोयापाल के बीच जंगल में पुलिस पार्टी पर हुए फायरिंग की घटना में शामिल रहा है।


बागियों ने बिगाड़े समीकरण, बदली रणनीति, 1994 जैसे हालात बने

24 December 2014
बिलासपुर। न्यायधानी में नगर निगम के मेयर और 66 वार्डों के पार्षद पद के चुनाव में प्रमुख विपक्षी कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर उपजे असंतोष के बाद बड़े पैमाने पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने ताल ठोंक रखी है। मेयर समेत 21 वार्डों में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार मैदान में नजर आ रहे हैं। इसके चलते कांग्रेस का चुनावी समीकरण गड़बड़ा गया है। इधर, भाजपा के बागी प्रत्याशी भी दम-खम से जुटे हैं।
ऐसे में दोनों दलों के आला नेताओं ने बाकी बचे चार दिनों के लिए प्रचार की रणनीति बदल दी है। भाजपा के मंत्री ने दौरा रद्द कर शहर में कैंप शुरू कर दिया है तो कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष को दूसरे दिन भी सभाएं लेने बिलासपुर आना पड़ा। इतिहास के पन्ने पलटें तो ऐसे हालात 1994 में बने थे, जब 22 निर्दलीय पार्षद चुनकर आए थे।
भाजपा ने भले ही मेयर पद के चुनाव में कांग्रेस की अंतर्कलह का फायदा मिलने की उम्मीद पाल रखी हो, लेकिन विशुद्ध रूप से चेहरे का चुनाव माने जाने वाले वार्ड पार्षद के पद पर वही जीतेगा, जिसकी जनता में गहरी पैठ हो। ऐसे में नई परिषद् में निर्दलियों के अधिक संख्या में जीतकर आने की संभावनाएं हैं। मौके की नजाकत भांपकर भाजपा के चुनाव संचालक व मंत्री अमर अग्रवाल ने प्रदेश का दौरा छोड़कर मंगलवार से अगले तीन दिनों के लिए शहर में पड़ाव डालने का फैसला किया है। इधर, पीसीसी प्रेसिडेंट भूपेश बघेल भी पीछे नहीं हैं। उन्होंने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन शहर के चार क्षेत्रों में सभाएं की।
बहरहाल, निर्दलियों की जीत का ग्राफ चढ़ने की आशंका को लेकर कांग्रेस-भाजपा दोनों दलों के नेताओं की नींदें उड़ी हुई हैं। कांग्रेस की हालत नाजुक है तो भाजपा में भी मान मनौव्वल के बावजूद कई वार्डों में अब भी संघर्ष की नौबत है। ऐसे वार्डों की संख्या सात से अधिक है। कुल मिलाकर हालात अच्छे नहीं हैं। भाजपा जितना फिक्रमंद टाउन हाॅल में अपना मेयर भेजने के लिए है, उससे अधिक चिंता अपने बहुमत के आंकड़ों को लेकर है।

कांग्रेस से 21 वार्डों में बागी कैंडिडेट

अब नगर निगम में वार्डों की संख्या बढ़ाकर 66 कर दी गई है, तो निर्दलियों के आंकड़े भी बढ़ने की आशंका है। कांग्रेस की अंदरूनी कलह गहराने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 21 वार्डों में उसके बागी कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें दो पार्षद व दो पार्षदों की पत्नियां, एक के रिश्तेदार और एक पूर्व पार्षद सहित संगठन के पदाधिकारी शामिल हैं।

...मंत्री और बघेल इस वजह से हैं चिंतित

1. मेयर की उम्मीद, लेकिन चिंता बहुमत को लेकर

अमर अग्रवाल ने मंगलवार को समाज के वोटरों को साधने के प्रयास शुरू किए। रात में मंडल, जोन प्रभारियों की जोनवार बैठकें ली, फिर 11 बजे 17 सदस्यीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई। प्रेक्षकों की मानें तो अमर को अपने ही शहर में चार दिन लगातार चुनावी मुहिम में जुटने से उनकी चिंता जानी जा सकती है। 2009 में निगम में मात खा चुकी भाजपा न केवल अपना मेयर बनाने के लिए फिक्रमंद है, बल्कि मंत्री की रणनीति अधिक लीड की लक्ष्मण रेखा खींचने की है। पार्षदों का बहुमत भी जुगाड़ना होगा, अन्यथा जो स्थिति मौजूदा मेयर वाणी राव की रही (सदन में कांग्रेस अल्पमत में), वही हालात भाजपा के साथ भी हो सकते हैं।

2. जोगी के जिले में जीत की बड़ी चुनौती ली

दूसरी ओर पीसीसी प्रेसिडेंट भूपेश बघेल के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाले निगम में बगावत के बाद भी दोबारा मेयर और पार्षद पद के अधिकृत प्रत्याशियों का सम्मानजनक आंकड़ा हासिल करना किसी चुनौती से कम नहीं है। एक तरह से वे अग्निपरीक्षा दे रहे हैं, क्योंकि टिकट वितरण को लेकर उपजे असंतोष को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने चुनाव प्रचार से किनारा कर लिया है। उनके समर्थक निर्दलीय कांग्रेस का "भट्ठा बिठाने' में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे हैं। ऐसे में बघेल को दोहरा संकट झेलना पड़ रहा है। जोगी के जिले में अपनी संगठन शक्ति का परचम फहराना उनके राजनैतिक भविष्य के लिए बड़ा टारगेट है।


दुष्कर्म से पीड़ित नाबालिग बनी मां, बच्चे की मौत

23 December 2014
रायपुर। दुष्कर्म की शिकार हुई जशपुर क्षेत्र की सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली 12 साल की एक बच्ची मां बन गई। मां और बच्चे को उपचार के लिए सोमवार को सिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां कुछ देर बाद ही बच्चे की मौत हो गई। नाबालिग की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
मामला जशपुर क्षेत्र का है। सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के साथ गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया था, जिसके कारण वह गर्भवती हो गई। परिजनों को इसकी जानकारी देर से हुई। इसके कारण बच्ची का गर्भपात भी नहीं कराया जा सका। दो दिन पूर्व ही बच्ची ने घर पर ही बालक को जन्म दिया, जो कमजोर था। परिजन मां और बच्चे को लेकर उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल पहुंचे। स्थिति को देखते हुए दोनों को सिम्स रेफर कर दिया गया, जहां पर सोमवार दोपहर नवजात की मौत हो गई।


राजमार्गों के किनारे से हटेंगी शराब दुकानें!

23 December 2014
रायपुर। प्रदेश में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के किनारे से शराब दुकानों को हटाने की भूमिका बनने लगी है। पिछले दिनों हुई राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में इसका प्रस्ताव तैयार हुआ है। इसे आबकारी, पुलिस और लोक निर्माण विभाग को भेजा गया है। सरकार ने इसकी अनुमति दी तो अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाली इन दुकानों की नीलामी नहीं होगी।
पिछले दिनों परिवहन और लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत की अध्यक्षा में परिषद की बैठक में दुर्घटनाओं का मुद्दा उठा। कहा गया कि इन सड़कों के किनारे शराब दुकानों की भरमार हो गई है। दुकानों से लगे ढाबों में भी शराब परोशी जाने लगी है। वाहन चालक यहां आसानी से शराब पाते हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से अधिकांश दुर्घटनाएं हो रही हैं।

नियमत: अवैध हैं दुकानें

सड़क कानूनों के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्गों और स्टेट हाइवे के दोनों ओर १०० मीटर के दायरे में शराब दुकान नहीं होनी चाहिए। पिछले कई सालों से प्रदेश में इस नियम का उल्लंघन जारी है। सरकार ने खुद सड़क किनारे की दुकानों को लाइसेंस बांटे हैं।


कांग्रेस तो सालभर मेंं मेरे हजार पुतले जला चुकी है, लेकिन मैं डरने से रहा: रमन

23 December 2014
बिलासपुर। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने तिफरा हाईस्कूल मैदान में भाजपा की चुनावी सभा में तिफरा नगर पालिका काे स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने का वादा किया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस हजार बार उनके पुतले जला चुकी है, लेेकिन इन सबसे वे डरने वाले नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में विकास का रास्ता कोई रोक नहीं सकेगा।
भाजपा नेताओं ने सोमवार को जिलेभर में चुनावी सभाएं लेने हेलिकाॅप्टर से दौरा कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कवायद की। एक हेलिकाॅप्टर से मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक सिरगिट्टी पहुंचे, यहां सभा ली। इसके बाद रोड शो कर तिफरा व बिलासपुर के चांटीडीह में सभा की। इधर, दूसरे हेलिकाॅप्टर से राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडे व पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू ने रतनपुर, तखतपुर में सभाएं कीं।

रमन ने कहा, विकास की जिम्मेदारी लेता हूं

डाॅ. रमन सिंह ने सिरगिट्टी नगर पंचायत और तिफरा नगर पालिका के विकास की जिम्मेदारी लेने का वादा करते हुए कहा कि निकायों में अब तक करवाए गए कार्यों के एवज में वे समर्थन मांगने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त सरकार की कल्पना को जनता ने साकार कर दिखाया है। कार्यकर्ताओं ने पिछले तीन चुनावों में उन्हें जिताने कड़ी मेहनत की और अब वे निकाय के चुनाव में उनके लिए प्रचार करने आए हैं। उन्होंने कहा, देश के नक्शे से कांग्रेस का सफाया हो रहा है।

नल कनेक्शन के साथ टॉयलेट बनाकर देंगे

धरमलाल कौशिक ने कहा कि तिफरा को छह सालों में ग्राम पंचायत से नगर पंचायत और अब नगर पालिका का दर्जा दिया गया है। यह मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री की देन है। गरीबों को भागीरथी नल जल योजना में मुफ्त नल कनेक्शन के अलावा प्रधानमंत्री स्वच्छता कार्यक्रम से शौचालयों की सुविधा दी जाएगी। कौशिक ने आश्वस्त किया कि चुनाव बाद भाजपा हर वादे को पूरा करेगी। सभा को सांसद लखनलाल साहू ने भी संबोधित किया।

कांग्रेस प्रत्याशी को उनके विधायक पसंद नहीं कर रहे

मंत्री अमर अग्रवाल ने चुटकी ली कि सिरगिट्टी नगर पंचायत से अध्यक्ष पद की कांग्रेस प्रत्याशी को खुद उनके विधायक पसंद नहीं कर रहे हैं। पता चला है कि उन्होंने एक अन्य व्यक्ति को चुनाव में खड़ा करवाया है। कांग्रेस के पूर्व नपं अध्यक्ष के ओबीसी सर्टिफिकेट का मामला उठाते हुए उन्होंने कहा कि उनका मामला कोर्ट में चल रहा है और इस बार उन्होंने पत्नी को यहां से दावेदार बनाया है।


कानन पेंडारी जू में अब वाई-फाई

22 December 2014
रायपुर। कानन पेंडारी जू में आने वाले पर्यटकों को अब वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। रविवार से इंटरनेट का टॉवर लगाने का काम शुरू हो गया है। 25 दिसंबर को इसका ट्रॉयल होगा। यदि यह सफल हुआ तो नए साल की पहली तारीख से पर्यटक इसका लाभ उठा सकेंगे। इसके शुरू होते ही कानन देश का पहला जू बन जाएगा, जहां वाई-फाई की सुविधा होगी।
कानन पेंडारी जू को सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है। वाई-फाई की योजना भी इसी के अंतर्गत शामिल है। पर्यटकों की इस सुविधा को शुरू करने में प्रबंधन को अतिरिक्त भार वहन नहीं करना प़़ड रहा है। क्योंकि उन्होंने पहले से ही पीएएस [पब्लिक एड्रेस सिस्टम] योजना चालू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत कोई भी पर्यटक इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे जू की सैर व निगरानी दोनों कर सकते हैं। इसके तहत इंटरनेट केबल व टॉवर लगाने का काम इन दिनों जू में चल रहा है। 25 दिसंबर से पहले टॉवर लगाने का काम प्रारंभ हो जाएगा। इसी इंटरनेट के जरिए वाई-फाई की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
रविवार को रायपुर से पहुंचे महामाया इंटरप्राइजेस के इंजीनियरों से वाई-फाई के संबंध में चर्चा की गई। इंजीनियरों ने भी इसके लिए किसी तरह की दिक्कत नहीं आने की बात कही है। उनकी सहमति मिलने के साथ ही जू प्रबंधन ने वाई-फाई सुविधा प्रारंभ करने के लिए कह दिया है। 25 दिसंबर को इसका भी टॉयल होगा। सफल ट्रॉयल के बाद एक जनवरी से पर्यटक जू में वाई-फाई के जरिए इंटरनेट की सुविधा ले सकेंगे।

सीमित होगा दायरा

वैसे तो इंटरनेट टॉवर से वन्यप्राणियों पर किसी तरह का विपरीत प्रभाव नहीं प़़डेगा, लेकिन प्रबंधन किसी तरह जोखिम नहीं लेना चाहता है। यही वजह है कि 40 फीट ऊंचे टॉवर को वन्यप्राणियों के केज से दूर मेन गेट के पास लगाने का निर्णय लिया गया है। इसी टॉवर के जरिए दो लिंक दिए जाएंगे। एक इंटरनेट और दूसरा वाई -फाई के लिए रहेगा। वाई-फाई का दायरा भी सीमित रखा जाएगा। इसके लिए फिलहाल जू कार्यालय से लेकर फौव्वारा चौक, राजीव उद्यान तक के क्षेत्र को चिंहित किया गया है।

शुल्क या नि:शुल्क चल रही चर्चा

वाई-फाई सुविधा के एवज में पर्यटकों से किसी तरह का शुल्क लिया जाएगा या इसे नि:शुल्क रखा जाएगा इसे लेकर अब तक अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है। यह निर्णय विभाग के उच्च अफसरों को लेना है। फिलहाल उनके बीच चर्चाओं का दौर जारी है। संभवत 25 दिसंबर को इस मसले पर फैसला हो जाएगा।

रोज बदलेंगे पासवर्ड

जू प्रबंधन का मानना है कि इंजीनियरों से चर्चा कर यह फैसला लिया गया है कि पासवर्ड अपडेट की कमान जू प्रबंधन के पास ही रखा जाए। हालांकि यह निर्णय तब काम आएगा, जब वाई-फाई के एवज में शुल्क निर्धारित किया जाएगा। ऐसी स्थिति में प्रतिदिन पासवर्ड बदले जाएंगे। इस दौरान सुविधा का लाभ लेने के लिए पर्यटकों को कार्यालय से संपर्क कर शुल्क जमा करने के बाद पासवर्ड दिया जाएगा। यदि यह सुविधा नि:शुल्क हुई तो मेन गेट पर पासवर्ड की जानकारी चस्पा कर दी जाएगी।
टीआर जायसवाल, प्रभारी व रेंजर कानन पेंडारी जू ने कहा कि कानन पेंडारी जू पहुंचने वाले पर्यटकों को वाई-फाई सुविधा दी जा रही है। इसके लिए जू में टॉवर लगाया जा रहा है। वन्यप्राणियों की सुरक्षा के मद्देनजर इस सुविधा का दायरा सीमित रखा जाएगा। 25 दिसंबर को इसका टॉयल हो जाएगा।


झूठा परिवाद पेश करने पर महिला पर एक लाख का जुर्माना

22 December 2014
दुर्ग। उपभोक्ता फोरम में चिकित्सक के खिलाफ झूठा परिवाद प्रस्तुत करना महिला को महंगा पड़ गया। उपभोक्ता फोरम की अध्यक्ष मैत्रेयी माथुर ने अहिवारा निवासी सिया प्यारी पति स्व. बब्बू उर्फ सूरज साहू का आवेदन खारिज उस पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया।
जुर्माने की राशि महिला को एक माह के अंदर अनावेदक चिकित्सक डॉ. दुष्यत खोसला को देना होगा। परिवाद पत्र के मुताबिक महिला ने आरोप लगाया था कि चिकित्सक डॉ. खोसला के द्वारा दी गई दवाई से उसके पति की स्थिति गंभीर हुई और उसकी मौत हो गई।महिला ने जानकारी दी थी कि तबियत बिगडऩे पर अपने पति को अहिवारा स्थित अस्पताल ले गई थी। जहां चिकित्सक ने गंभीर बीमारी की बात कहते हुए भर्ती किया।
दवा देने के बाद होमोग्राम बायोकेमेस्ट्री यूरिन आदि की जांच की गई। कुछ दिन बाद ही दवाई देने के बाद उसके पति बबू उर्फ सूरज की स्थिति बिगड़ गई। 23 जुलाई को उसकी मौत भी हो गई। महिला ने मौत पर चिकित्सक को दोषी ठहराते हुए पांच लाख रुपए क्षतिपूर्ती दिलाए जाने की मांग की थी।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश से नाराज जोगी ने किया चुनाव से किनारा

22 December 2014
रायपुर । नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस का विवाद इस कदर बढ़ गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने अपने आपको चुनाव से दूर कर लिया है। उन्होंने यह ऐलान कर दिया कि अब वे पार्टी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, इस बारे में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात करने के लिए वे दिल्ली चले गए हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपने फैसले के बारे में अवगत करा दिया है। जोगी के इस कदम को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल से नाराजगी का परिणाम माना जा रहा है।
में भी पार्टी के नेताओं को अचरज में डाल दिया है। उन्होंने रविवार को कहा कि नगरीय निकाय चुनाव के प्रचार से मैं खुद को अलग कर रहा हूं। मेरी भूमिका चुनाव में टिकट बांटने तक ही थी। 13 दिसंबर के बाद मेरी भूमिका खत्म हो गई है। अब नए युवा प्रचार की कमान संभालेंगे। इसकी जानकारी मैंने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दे दी है। मैंने भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव को 13 दिसंबर को हुई बैठक के दौरान ही बता दिया था कि अब नई पीढ़ी चुनाव प्रचार करेगी। मेरी अब कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं नई दिल्ली जा रहा हूं। वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलूंगा। लेकिन यह राजनीतिक मुलाकात नहीं होगी। उनका स्वास्थ्य खराब है, इसलिए उनसे मिलने जा रहा हूं। एक दिन बाद रायपुर लौटूंगा। उल्लेखनीय है कि कल ही प्रदेश कांग्रेस ने जोगी समर्थक विधायक आरके राय और सियाराम कौशिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जोगी के इस कदम को उस नोटिस का जवाब ही माना जा रहा है।

विधायक राय से गुफ्तगू के बाद फैसला
जोगी के इस बयान के पहले गुंडरदेही के विधायक आरके राय उनसे मिलने आए थे। राय 12 बजे जोगी निवास पहुंचे। वहां एक घंटे तक उनके बीच बंद कमरे में चर्चा हुई। चर्चा के बाद राय चले गए और जोगी ने अपने फैसले का ऐलान किया। आमतौर पर जोगी अपने रणनीतिक कदमों की जानकारी सार्वजनिक तौर पर नहीं देते हैं लेकिन वे पूरे राज्य में संदेश देना चाहते थे कि वे नाराज हैं, इसलिए अपने फैसले को सार्वजनिक किया।
गालीगलौच और फैसलों को बदलने से नाराज हैं जोगी

अजीत जोगी की नाराजगी की प्रमुख वजह कांग्रेस भवन में भूपेश समर्थकों द्वारा जोगी के खिलाफ की गई गालीगलौच है। इसी गालीगलौच के बाद ही प्रदेश कांग्रेस में हंगामा हुआ था। भूपेश पर कुर्सियां भी फेंकी गई थीं। इसी प्रकार प्रदेश चुनाव समिति में लिए गए फैसलों पर अमल करने के बजाय प्रदेश कांग्रेस ने किसी को सूचना दिए बिना ही 19 स्थानों के प्रत्याशी बदल दिए। इसके अलावा जोगी के खास समर्थक माने जाने वाले विधायक आरके राय और सियाराम कौशिक को पीसीसी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। जोगी खेमे का मानना है कि प्रदेश अध्यक्ष बघेल जानबूझकर जोगी के लोगों को निशाना बना रहे हैं।

जोगी का पलायन ठीक नहीं

जब आम कार्यकर्ता दिन-रात प्रचार में लगे हैं तब अजीत जोगी का प्रचार से पलायन उचित नहीं है। नगरीय निकाय चुनाव कार्यकर्ताओं का चुनाव है। -भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष

जोगी क्यों करें प्रचार, वे बड़े नेता

पार्टी के बड़े नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा छोटे चुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाते। ऐसे में जोगी का प्रचार नहीं करना कोई विशेष बात नहीं। वे पार्टी के बड़े नेता हैं। -टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष

मेरी भूमिका खत्म

मेरी भूमिका टिकट वितरण तक थी। 13 दिसंबर के बाद मेरी भूमिका खत्म हो गई। मैं सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली जा रहा हूं। ये मेरी व्यक्तिगत मुलाकात है।
-अजीत जोगी, पूर्व मुख्यमंत्री

राय का भूपेश पर हमला

उधर, विधायक आरके राय ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि भूपेश बघेल चाहते हैं कि पार्टी फोरम में कोई भी अपनी बात न रखे।


वाट्सएप पर आला अफसर की टिप्पणी से खलबली

20 December 2014
रायपुर। राज्य सरकार के एक आला अफसर ने राज्य के उन कलेक्टरों के खिलाफ, जो पदोन्नत होकर आईएएस बने हैं, बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है। यह टिप्पणी उन्होंने वाट्सएप पर कलेक्टरों के एक ग्रुप, जिसका नाम डीएम ग्रुप है, पर की है। इस टिप्पणी के तुरंत बाद अफसर ने तो माफी मांग ली, लेकिन उनकी इस टिप्पणी से नौकरशाही में खलबली मची हुई है, बल्कि जिस तबके के खिलाफ उन्होंने टिप्पणी की है, उसमें खासी नाराजगी है।
यह पूरा मामला जनधन योजना की प्रगति को लेकर है। नईदुनिया को एक अधिकारी ने यह मैसेज भी दिखाया है। इस मैसेज में इस तथ्य का जिक्र है कि जनधन योजना के तहत खाते खुलवाने में राज्य के टापटेन कलेक्टरों में शुरू के छह वे कलेक्टर हैं, जो पद्दोन्नाति से आईएएस और फिर कलेक्टर बने हैं। बाकी के वे चार अफसर हैं, जो सीधे यूपीएससी से चयनित होकर आईएएस बने हैं।
इस अफसर के मुताबिक राज्य सरकार के इस आला अफसर ने इस डीएम ग्रुप में लिखा कि यह तो चमत्कार हो गया। घोड़ों से तो कोई भी काम ले सकता है, लेकिन ....... आगे हो गए ये बड़ी बात है! फिर इस अफसर ने बाकायदा पदोन्नात अफसरों के नाम गिनाए और लिखा कि चमत्कार ही है कि वे आगे हो गए और सीधे चयनित अफसर पीछे रह गए।
बताया गया है कि यह टिप्पणी उनसे गलती से इस ग्रुप में पोस्ट हो गई थी और जैसे ही उन्हें इस बात का अहसास हुआ, उन्होंने तुरंत अपनी माफी भी मांग ली। माफी मांगते हुए उन्होंने लिखा है कि गलती इंसान से हो जाती है.. मुझे क्षमा करिए... और यह भी पूछा कि क्या आप लोगों ने मुझे माफ कर दिया?
इस मामले की नौकरशाही मे जमकर चर्चा है। कई अफसरों ने अलग-अलग न केवल इसकी पुष्टि की, बल्कि राज्य सरकार के एक अन्य वरिष्ठ अफसर से जब इस मामले में टिप्पणी चाही गई तो उनका हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब था,... घोड़ों के बीच शेर का कोई काम नहीं है ! लेकिन नौकरशाही का एक का एक बड़ा हिस्सा राज्य के एक वरिष्ठ नौकरशाह की आपत्तिजनक टिप्पणी से न केवल खुद को आहत महसूस कर रहा है, बल्कि एक अफसर ने तो यहां तक कहा कि नौकरशाही में पदोन्नात आईएएस को किस तरह दोयम दर्जे का माना जाता है, यह मामला उसका भी एक उदाहरण है।


सियासी पारा गरमाने आएंगे आज बघेल

20 December 2014
धमतरी। धमतरी नगर निगम चुनाव पर भाजपा-कांग्रेस के दिग्गजों की नजर लगी हुई है। भाजपा की कोशिश है कि निगम में भी पार्टी की प्रतिष्ठा बरकरार रहे। दूसरी ओर कांग्रेस ने जनभावना के अनुरूप प्रत्याशी उतारकर किसी भी हाल में अपना कब्जा करना चाहती है।
प्रदेश में प्रथम चरण में 29 दिसंबर को धमतरी नगर निगम का चुनाव होगा। पहली बार सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित महिला महापौर पद के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। चुनाव में भाजपा ने अर्चना चौबे को और कांग्रेस ने डॉ सरिता दोशी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
दोनों ही प्रत्याशी संसाधनों के मामले में किसी से कम नहीं हैं। इस बार कांग्रेस की कोशिश है कि किसी भी तरह निगम में कब्जा किया जाए। इसके लिए रणनीति बनाने के लिए 20 दिसंबर को प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष भूपेश बघेल धमतरी आ रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार दोपहर करीब 2.30 बजे विधायक निवास में पहुंचेंगे।
यहां से मोटरसायकल रैली के साथ शहर भ्रमण करते हुए कांग्रेस भवन आएंगे। यहां कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हें रिचार्ज करेंगे। इसके बाद कांग्रेस भवन से ही उनके नेतृत्व में रैली निकाली जाएगी, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए महावर धर्मशाला के पास स्थित केन्द्रीय कार्यालय में आकर समाप्त होगी।
23 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की धमतरी में सभा होगी। भाजपा शहर मंडल के महामंत्री कविन्द्र जैन ने बताया कि सम्मेलन के लिए प्रशासन से अनुमति भी ले ली गई है। बहरहाल राजनीतिक पंडितों का कहना है कि भाजपा-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की आमद के बाद यहां का सियासी पारा और चढ़ेगा।


चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा शहर में फैली गंदगी

20 December 2014
रायपुर। नगर निगम चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा शहर में फैली गंदगी ही बनेगा, यह अंदाजा उन नेताओं ने छह माह पहले ही लगा लिया था जो चुनाव लड़ने के इच्छुक थे। यही वजह है कि कई मौजूदा उम्मीदवार ऐसे हैं जो अपने वार्ड में पिछले कई महीने से खुद के खर्च पर सफाई करवा रहे हैं। भास्कर टीम ने भनपुरी से कोटा तक तथा आसपास के आधा दर्जन वार्डों का जायजा लिया। जिन वार्डों में सफाई नजर आई, वहां लोगों ने बताया कि उम्मीदवार के निजी कर्मचारी पिछले कुछ माह से सफाई में लगे हैं।
भनपुरी के बंजारी माता वार्ड की अंदर की सड़कों और नालियों की सफाई नगर निगम के 18 कर्मचारी कर रहे हैं। लेकिन वार्ड के लोगों ने बताया कि यहां के एक उम्मीदवार के 30 कर्मचारी काफी दिन से घूम-घूमकर सफाई कर रहे हैं। इस मामले में प्रतिद्वंद्वी भी पीछे नहीं हैं। उन्होंने भी सफाई के लिए कर्मचारी रखे हैं। वार्ड के मोहन साहू और कमला बाई ने बताया कि दो महीने पहले नालियों, सड़क और नुक्कड़ पर बेहद गंदगी रहती थी। मगर अब हालात सुधर गए हैं। यहीं से लगा वीर शिवाजी वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित है। वहां खमतराई का बाजार भी है। बाजार और वार्ड में 15 सफाई कर्मचारी लगे हैं। बाजार में फल ठेला लगाने वाली जमुना बाई ने बताया कि सुबह से ही बाजार में सफाई शुरु हो जाती है। कन्हैयालाल बजारी वार्ड में सामान्य वर्ग की दो महिलाओं में मुकाबला है। यहां भी उम्मीदवार निजी कर्मचारियों से सफाई करवा रहे हैं।


भाजपा का संकल्प पत्र जारी, हर घर बिजली-सफाई का वादा

19 December 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने गुरुवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया। एकात्म परिसर में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस संकल्प पत्र को जारी किया। इस संकल्प पत्र में भारतीय जनता पार्टी ने हर घर में बिजली, सफाई, रोजगार सहित शहर के विकास से जुड़े मुद्दों को जगह दी है। इस मौके पर नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल, कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत, भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक सहित विधायक श्रीचंद सुंदरानी, शिवरतन शर्मा और भाजपा के अन्य पदाधिकारी-कार्यकर्ता मौजूद थे।


शेर की खाल के साथ तीन गिरफ्तार

19 December 2014
जगदलपुर/कांकेर। शेर खाल की तस्करी करने वाले तीन युवकों को कांकेर पुलिस ने गुरूवार की सुबह नए बस स्टैण्ड के पास खाल सहित पकड़ लिया । जप्त खाल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपए आंकी जा रही है। खाल 6 फिट 3 इंच लंबा है। तस्कर इसे अपने साथियों को देने शहर पहुंचे थे। पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच पकडऩे में सफलता प्राप्त की।
पकड़े गए आरोपियों में बारसूर थाना क्षेत्र के महेश लाल नाग 28 वर्ष पिता लखन लाल, परस नाग 32 वर्ष पिता फु लधन, गीदम थाना अंतर्गत ग्राम गोधपाल निवासी पेड़ो राम लेकामी 35 वर्ष पिता धन्नु हैं। तीनों बाइक क्रमांक सीजी 19 ई 1380 के डिक्की में खाल को लेकर कांकेर आए थे। कोतवाली प्रभारी दीनबंधु उईके ने बताया कि खाल करीब 6 माह पुराना है। खाल शेर की है। जिसका बाजार में करीब डेढ़ लाख रुपए की कीमत आंकी जा रही है। तीनो आरोपियों को धारा 34, 44, 48 क 49ख 51 वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत न्यायालय में पेश किया गया है। जहां से उन्हे रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।


जोगी को सरकार गिराने में 15-20 साल और लगेंगे: रमन

19 December 2014
भिलाई | मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने गुरुवार को भिलाई में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जोगी तो 11 साल पहले जब पहली बार मुख्यमंत्री बना था तब से सरकार गिराने की बात करते रहे हैं। अभी उनको 15-20 साल और लगेंगे। वे जोगी के साजा में दिए बयान का जवाब दे रहे थे।
जोगी ने साजा में आयोजित सभा में कहा था कि वे जब चाहे, भाजपा की सरकार गिरा सकते हैं। एक बार भाजपा के 12 विधायकों को कांग्रेस में मिला लिया था, अभी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल चार या पांच लोगों की जरूरत पड़ेगी। सीएम सेक्टर-6 में गुरु घांसीदास जयंती समारोह में आए थे।

सीएम ने और क्या कहा

निकाय चुनाव पर : हम लोकसभा, विधानसभा चुनाव तीसरी बार जीत चुके हैं। नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव भी भारी बहुमत से जीतेंगे।
मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड पर : अभी काफी व्यस्तता है। चुनाव के बाद ही मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड पेश किए जाएंगे।
चुनाव में शराब और पैसा बांटने की बात पर : अगर कोई ये समझता है कि चुनाव में पैसे और शराब से लोगों को खरीदा जा सकता है तो ये गलत बात है। चुनाव में आपका काम ही आपका साथ देता है।


भाजपा का संकल्प पत्र जारी, हर घर बिजली-सफाई का वादा

19 December 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने गुरुवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया। एकात्म परिसर में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस संकल्प पत्र को जारी किया। इस संकल्प पत्र में भारतीय जनता पार्टी ने हर घर में बिजली, सफाई, रोजगार सहित शहर के विकास से जुड़े मुद्दों को जगह दी है। इस मौके पर नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल, कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत, भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक सहित विधायक श्रीचंद सुंदरानी, शिवरतन शर्मा और भाजपा के अन्य पदाधिकारी-कार्यकर्ता मौजूद थे।


शेर की खाल के साथ तीन गिरफ्तार

19 December 2014
जगदलपुर/कांकेर। शेर खाल की तस्करी करने वाले तीन युवकों को कांकेर पुलिस ने गुरूवार की सुबह नए बस स्टैण्ड के पास खाल सहित पकड़ लिया । जप्त खाल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपए आंकी जा रही है। खाल 6 फिट 3 इंच लंबा है। तस्कर इसे अपने साथियों को देने शहर पहुंचे थे। पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच पकडऩे में सफलता प्राप्त की।
पकड़े गए आरोपियों में बारसूर थाना क्षेत्र के महेश लाल नाग 28 वर्ष पिता लखन लाल, परस नाग 32 वर्ष पिता फु लधन, गीदम थाना अंतर्गत ग्राम गोधपाल निवासी पेड़ो राम लेकामी 35 वर्ष पिता धन्नु हैं। तीनों बाइक क्रमांक सीजी 19 ई 1380 के डिक्की में खाल को लेकर कांकेर आए थे। कोतवाली प्रभारी दीनबंधु उईके ने बताया कि खाल करीब 6 माह पुराना है। खाल शेर की है। जिसका बाजार में करीब डेढ़ लाख रुपए की कीमत आंकी जा रही है। तीनो आरोपियों को धारा 34, 44, 48 क 49ख 51 वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत न्यायालय में पेश किया गया है। जहां से उन्हे रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।


जोगी को सरकार गिराने में 15-20 साल और लगेंगे: रमन

19 December 2014
भिलाई | मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने गुरुवार को भिलाई में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जोगी तो 11 साल पहले जब पहली बार मुख्यमंत्री बना था तब से सरकार गिराने की बात करते रहे हैं। अभी उनको 15-20 साल और लगेंगे। वे जोगी के साजा में दिए बयान का जवाब दे रहे थे।
जोगी ने साजा में आयोजित सभा में कहा था कि वे जब चाहे, भाजपा की सरकार गिरा सकते हैं। एक बार भाजपा के 12 विधायकों को कांग्रेस में मिला लिया था, अभी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल चार या पांच लोगों की जरूरत पड़ेगी। सीएम सेक्टर-6 में गुरु घांसीदास जयंती समारोह में आए थे।

सीएम ने और क्या कहा

निकाय चुनाव पर : हम लोकसभा, विधानसभा चुनाव तीसरी बार जीत चुके हैं। नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव भी भारी बहुमत से जीतेंगे।
मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड पर : अभी काफी व्यस्तता है। चुनाव के बाद ही मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड पेश किए जाएंगे।
चुनाव में शराब और पैसा बांटने की बात पर : अगर कोई ये समझता है कि चुनाव में पैसे और शराब से लोगों को खरीदा जा सकता है तो ये गलत बात है। चुनाव में आपका काम ही आपका साथ देता है।


पत्रकार उमेश राजपूत हत्या की होगी सीबीआई जांच

18 December 2014
रायपुर। हाईकोर्ट ने पत्रकार उमेश राजपूत की हत्या के मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया है। घटना के चार साल बाद भी आरोपियों की गिरफ्तार नहीं हो पाई है।
गरीयाबंद जिला के ग्राम छूरा निवासी पत्रकार उमेश राजपूत 23 जनवरी 2011 की शाम अपने घर पर थे। उसी समय बाइक सवार दो युवकों ने आवाज देकर उन्हें बाहर बुलाया। बाहर निकलते ही युवक उन पर गोली मार कर फरार हो गए।
सूचना पर पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया। हत्या के दो दिन पहले पत्रकार उमेश राजपूत का अस्पताल में अव्यवस्था को लेकर नेत्र सहायक से विवाद हुआ था। उन्होंने मामले की थाना में शिकायत की थी। इसके अलावा क्षेत्र के कुछ खनिज माफिया ने भी उन्हें धमकी थी। हत्यारों के गिरफ्तार नहीं होने पर उसके भाई परमेश्वर राजपूत ने अधिवक्ता सुधा भारद्वाज के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने मामले में विवेचना अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। प्रकरण में सीजेएम कोर्ट से संदेहियों के ब्रेनमैपिंग का आदेश दिया गया था। हाईकोर्ट ने ब्रेन मैपिंग रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया। कोर्ट के कई बार नोटिस के बावजूद पुलिस प्रकरण में संतोषजनक जवाब पेश नहीं कर पाई।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने मामले में प्रभावशाली लोगों का हाथ होने का संदेह व्यक्त करते हुए पुलिस कीबजाय किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराने की मांग की थी। हाईकोर्ट में डेढ़ वर्ष तक मामले में सुनवाई हुई। बुधवार को जस्टिस एमएम श्रीवास्तव की कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने हत्यारों को पकड़ने में पुलिस के असक्षम होने पर मामले की सीबीआई से जांच कराने का आदेश दिया है।


पांच किलो का आईईडी बरामद

18 December 2014
जगदलपुर/कोण्डागांव। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के निर्देशन में माओवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने एवं सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना बड़ेडोंगर जिला बल एवं एसटीएफ की टीम द्वारा 16 दिसंबर को ग्राम खंडसारा, आमगांव, बडगई की ओर सर्चिंग एवं एरिया डॉमिनेशन के लिए रवाना हुई थी।
वापसी के दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि मओवादी प्रतिबंधित संगठन कम्युनिष्ठ पार्टी ऑफ इंण्डिया (माओवादी) के सक्रिय माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को जान से मारने के लिए एक टिफिन बम रखा था। सूचना पर सुरक्षा बलों द्वारा ग्राम कुलानार से बडग़ई जाने के कच्ची मार्ग से लगभग पांच किलो ग्राम का टिफिन बम एवं दो मीटर बिजली का वायर बरामद कर निष्क्रिय किया।


आखिरी दिन भी कांग्रेस पार्टी कुछ जगह प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर सकी

18 December 2014
रतनपुर। नगर पालिका परिषद चुनाव के लिए नामांकन दाखिले की प्रक्रिया बुधवार को समाप्त हुई। अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस से आशा सूर्यवंशी ने व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से अमोला बाई ने पर्चा दाखिल किया। अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक निर्दलीय प्रत्याशी देवकुमारी भारद्वाज ने अपना नामांकन दाखिल किया है।
नामांकन अवधि तक बी फाॅर्म नहीं आने से कांग्रेस के सभी दावेदारों ने अपना पर्चा भरा है। इनमें वार्ड 2 से शिव कुमार दुबे व दामोदर सिंह, 6 से डाॅ. राजू श्रीवास व रामगोपाल कहरा, 12 से पवन धीवर व फैज मोहम्मद और वार्ड 13 से मोहम्मद सुलेमान व वादिर खान शामिल हैं। बचे 11 वार्ड में से एक ने ही पर्चा भरा है। बुधवार को दोपहर 12 बजे कांग्रेसी महामाया चौक पर एकत्रित हुए और बी फार्म नहीं आने पर गाजे-बाजे के साथ रैली निकालकर नामांकन दाखिल करने पीठासीन अधिकारी कार्यालय की ओर चल पड़े। कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के प्रत्याशी तो घोषित कर दिया है, पर उसके नाम पर बी फाॅर्म जारी नहीं किया गया है।
नामांकन के बाद कांग्रेस प्रत्याशी आशा सूर्यवंशी ने कहा नगर को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता होगी।अध्यक्ष को लेकर भी संशय: कांग्रेस के घोषित अधिकृत प्रत्याशी आशा सूर्यवंशी के नाम बी फाॅर्म नहीं आने से तमाम तरह के कयास लगते रहे। कांग्रेस से दावेदार रही देवकुमारी भारद्वाज के नाम पर भी बी फाॅर्म आने की चर्चा रही। हालांकि नगर कांग्रेस अध्यक्ष आनंद जायसवाल ने अफवाहों को नकारा। शहर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेसी प्रत्याशियों को बगैर बी फार्म के नामांकन दाखिल करना पड़ा। इसे कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इसका असर चुनाव में भी देखने को मिल सकता है।
62 नामांकन हुए दाखिल: रतनपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के साथ 15 पार्षदों के लिए चुनाव होना है। इसके लिए विभिन्न वार्डों से 62 नामांकन दाखिल हुए। इनमें से चार पर्चे अध्यक्ष पद के लिए हैं।


नसबंदी कांड पर दूसरे दिन भी हंगामा, 30 कांग्रेस विधायक निलंबित

17 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी मंगलवार को बिलासपुर जिले के नसबंदी शिविरों में महिलाओं की मौत को लेकर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई तीन बार स्थगित करनी प़़डी। प्रश्नकाल भी नहीं चला। मुख्य विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने सदन के भीतर पोस्टर दिखाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस के तीस विधायक गर्भगृह में चले गए और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित सभी कांग्रेस विधायक स्वमेव निलंबित हो गए। कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने भी धरना-प्रदर्शन किया। कांग्रेस के विधायक मंगलवार को काले कपडे़ पहनकर विधानसभा में पहुंचे थे। हंगामे के बीच मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने प्रश्न पूछने के लिए निर्दलीय विधायक डॉ. विमल चोपड़ा का नाम पुकारा। इस बीच नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने नसबंदी कांड का मामला उठाया। इस पर संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने आपत्ति करते हुए कहा कि प्रश्नकाल में भाषण की परंपरा नहीं है। कुछ कहना है तो वे प्रश्नकाल के बाद अपनी बात रख सकते हैं। इसके बाद कांग्रेस के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी जवाब में नारेबाजी की। शोरशराबे के बीच कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के इस्तीफे की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर मैंने व्यवस्था दी थी कि इस्तीफा सदन का विषय नहीं है। इस बीच कांग्रेस विधायक सदन में पोस्टरनुमा कागज दिखाने लगे, जिसमें 'मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा दो' के नारे लिखे हुए थे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पोस्टर प्रदर्शित करना ठीक नहीं है। नारेबाजी शांत नहीं होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई दस मिनट के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने पर कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि महावर फार्मा पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। इस पर संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि कल स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी, लेकिन विपक्ष ने हिस्सा नहीं लिया। इस दौरान विपक्षी विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में चले गए और स्वमेव निलंबित हो गए। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी निलंबित सदस्यों को सदन से बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन कांग्रेस के विधायक गर्भगृह में ही बैठे रहे और नारेबाजी जारी रखी। शोरशराबे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कार्रवाई स्थगत होने के बाद भी विपक्षी सदस्य गर्भगृह में ही बैठे रहे। कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी विधायकों ने फिर से नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगाए। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि दो दिन से कार्रवाई बाधित है।
राज्य शासन हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है। इसके बाद भी कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते रहे और सदन की कार्यवाही तीसरी बार दस मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद कांग्रेसी विधायक सदन से बाहर चले गए। सदन की कार्रवाई पुन: शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों का निलंबन समाप्त करते हुए उनसे कार्यवाही में हिस्सा लेने का आग्रह किया, लेकिन कांग्रेस विधायक दोबारा सदन में नहीं आए। विपक्ष की गैर-मौजूदगी में राज्य सरकार की ओर पेश किए गए सभी संशोधन विधेयक व संकल्प को पारित कर दिया गया।

विपक्ष ने किया नियमों का उल्लंघन : विधानसभा अध्यक्ष

विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने व्यवस्था दी कि प्रश्नकाल में प्रतिपक्ष के सदस्य एक पोस्टरनुमा कागज लहराते हुए नारेबाजी करते रहे। आसंदी द्वारा सभा की कार्रवाई स्थगित करने के बाद भी जब पुन: कार्रवाई प्रांरभ हुई तब भी विपक्षी सदस्यों ने अपनी नारेबाजी जारी रखी और गर्भगृह में प्रवेश किया। निलंबित सदस्यों को सभा कक्ष से बाहर चले जाना चाहिए, किंतु वे सभाकक्ष से बाहर नहीं गए। इस प्रकार इन्होंने इस सभा द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन किया।
सदन के कार्य संचालन की नियमावली सदन ने ही बनाई है, जिसके वे अविभाज्य अंग हैं। यदि वे अपने द्वारा बनाए गए नियमों का पालन नहीं करते हैं तो वे स्वयं अपनी ही अवमानना करते हैं। सभा और स्वयं की गरिमा को बनाए रखना सदस्यों का ही दायित्व है। मैं यह उनके विवेक पर छोड़ता हूं कि अपनी स्वयं की गरिमा को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए उन्हें किस प्रकार का आचरण करना चाहिए।।


ट्रांसफॉर्मर लगाने के नाम पर 15 हजार लेकर मुनीम फरार

17 December 2014
जगदलपुर/दुर्गूकोंदल। कोयलीबेड़ा ब्लाक के माड़कट्टा में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत भोले आदिवासियों सेे प्रत्येक घर से 5-5 सौ वसूले गए। ठेकेदार के सहायक ने अधिक पावर के ट्रांसफार्मर लगाने के नाम पर ग्रामीणों से 15 हजार वसूलकर फ रार हो गया है।
ठेकेदार के कर्मचारियों ने ग्रामीणों से कहा कि पावर फूल ट्रांसफार्मर लगाने विद्युत विभाग के अधिकारियों को घूंस देना पड़ता है। ग्रामीणों ने ठेकेदार के कहने पर विद्युत पोल को आसुलखार गांव से खुद के पैसे से परिवहन कर लाये लाइन बिछाने अब विद्युत विभाग और ठेकेदार की राह देख रहे हैं। एक साल बीत गये। विद्युत विभाग और ठेकेदार के कोई भी कर्मचारी आज तक पोरोण्डी पंचायत के माड़कट्टा गांव नहीं पहुंचे हैं।
ग्रामीण दिनेश धु्रव, दयाराम पटेल, संपत दुग्गा, उदेसिंह उसेण्डी, मंगतूराम ध्रुवा, धरमसिंह ध्रुवा, सनकाय कोमरा, तिजायबाई, सोनायबाई, जनकोबाई, अहिल्याबाई, मकुन्द्राबाई ने बताया कि कई वर्षो से हमारे गांव बिजली नहीं आई थी, पिछले वर्ष राजीव गांधी विद्युतीकरण के तहत पोल विस्तार के लिए ठेकेदार व उनके कर्मचारी गांव आये। और विद्युत मंगवाये। गांव के लोग दो-दो सौ रूपये चंदा कर आसुलखार क्षेत्र विद्युत पोल ट्रक में परिवहन कर लाए।


राजधानी के डेढ़ दर्जन से ज्यादा वार्डों में बागियों का त्रिकोणीय मुकाबला

17 December 2014
रायपुर। नामांकन दाखिले के साथ शहर के 17 वार्डों में बागियों की वजह से अभी से त्रिकोणीय संघर्ष के हालात पैदा हो गए हैं। पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही दलों से ऐसे बागी ज्यादा हैं जो पिछली नगर निगम परिषद में पार्षद थे। कुछ ऐसे हैं जिन्हें पार्षद होने के बावजूद पिछले चुनाव में आरक्षण की वजह से टिकट नहीं मिला था। इस बार आरक्षण मनमाफिक हुआ तो पार्टी ने उन्हें फिर नहीं दोहराया। अभी डेढ़ दर्जन वार्डों में इन्हीं की वजह से ऐसे हालात बन रहे हैं। जिन लोगों को अभी बागी माना जा रहा है,
उनमें से कुछ ने तो कांग्रेस-भाजपा की ओर से ही पर्चा दाखिल किया है। बी-फार्म जमा नहीं करने की दशा में वे निर्दलीय हो जाएंगे। लेकिन कुछ ने तो जंग का ऐलान करते हुए अभी से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल कर दिया है। ऐसे प्रत्याशी हालांकि दोनों ही दलों में हैं, लेकिन कांग्रेस में संख्या ज्यादा है।

गुढियारी जोन के चार वार्ड में कड़ा संघर्ष

गुढियारी जोन में कुल 10 वार्ड आते हैं। लगभग एक लाख के करीब इन दस वार्ड में वोटर हैं। इसमें से तीन वार्ड में बगावत के बिगुल अभी से बज गए हैं। गुढियारी जोन का सबसे बड़ा रामकृष्ण परमहंस वार्ड है। यहां 25 हजार 461 वोटर हैं। किरणमयी नायक के शासन काला में निर्दलीय के रुप में चुनी गई अंजू चंद्रशेखर तिवारी को कांग्रेस ने टिकट दिया है। वे काफी दबंग महिला हैं। उनके सामने मात्र 20 साल की नव नवेली दुलहन राधा प्रीतम ठाकुर को भाजपा ने टिकट दिया है।
बरसों से मेहनत करने के बाद बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने की वजह से कांग्रेसी नाराज हैं। जय भारती व भारती साहू के साथ ही शिवसेना की ललतेश पांडे और लोजपा की रेणु तिवारी के बीच 25 हजार वोट बंट सकते हैं। जोन 8 के अध्यक्ष नारद कौशल अपनी पत्नी सावित्री कौशल के लिए टिकट मांग रहे थे।
मगर टिकट कमलेश्वरी मनोज को मिली। बगावत करके उन्होंने अपनी पत्नी का नामांकन फार्म जमा कर दिया है। बड़ा वार्ड है 15 हजार की आबादी है अगर नाम वापस नहीं लेते हैं तो त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति बन जाएगी। सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड से पार्षद खेमलाल साहू ने अपनी पत्नी रेखा साहू को खड़ा किया है। टिकट मिलने के बाद इलाके के विधायक राजेश मूणत के बंगलेे में 300 महिलाओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पार्षद की पत्नी ने कभी कार्यकर्ता के रूप में काम नहीं किया है। जबकि यहां पर अमरीका बाई और निशा बदरोटे लंबे समय से सक्रिय हैं। ये वो वार्ड हैं जहां से विकास उपाध्याय ने 1700 वोट से राजेश मूणत से बढ़त बनाई थी। रामनगर इलाके में छेदीलाल केशरवानी की महिला कार्यकर्ता भी कल्पना वर्मा को टिकट देने का विरोध कर रही हैं।

चार पार्षद प्रत्याशियों के फार्म रिजेक्ट

जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर ठाकुर राम सिंह ने मंगलवार को नामांकन फार्म की जांचशुरू करते हुए चार पार्षद प्रत्याशियों के फार्म रिजेक्ट कर दिए हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्ड नंबर 23 रानी लक्ष्मी बाई वार्ड के तीन प्रत्याशी संजय सोनी, भगवान दीप और के जानराय के नाम निर्देशन पत्र में अनुसूचित जाति दर्ज है। पर तीनों की जाति इस श्रेणी में नहीं हैं, इसलिए फार्म रिजेक्ट हुए। संजय सोनी और भगवान दीप ने अपनी जाति डोम्बो बताई थी।
जबकि के जान राय ने अपनी जाति माला बताई थी। अन्य पिछड़ा वर्ग के महिला के लिए आरक्षित 26 नंबर वार्ड में कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड में उमा सोनी ने गाडा जाति लिखी है। ये अनुसूचित जनजाति में शामिल है, किंतु फार्म ओबीसी श्रेणी में भरा गया इसलिए रिजेक्ट हो गया।

घने शहर में बागी तेवर

शहर के बीच में बैजनाथपारा, सिविल लाइंस, स्टेशन रोड और फाफाडीह चौक के बाजार और रिहायशी इलाके में भी बगावती तेवर है। बैजनाथपारा में अकरम कुरैशी ने एजाज ढेबर को टिकट देने पर खुली बगावत की है। पार्षद राधे बुंदेला बुजुर्ग हैं, जबकि कांग्रेसी और निर्दलीय, दोनों ही युवा है। नाम वापसी नहीं होती है तो तीनों में तगड़ा संघर्ष हो सकता है। सिविल लाइंस वार्ड से अशोक मनवानी की टिकट भाजपा ने काट दी। उनकी जगह योगी अग्रवाल को टिकट मिली है। उन्होंने नामांकन भर दिया है। लेकिन 19 को वे अपना नाम वापस नहीं लेते हैं तो संघर्ष त्रिकोणीय हो जाएगा। जवाहर नगर वार्ड से कांग्रेस के विमल गुप्ता और भाजपा के चंद्रेश शाह को हेमंत साहू से सीधी टक्कर मिल सकती है।

पार्षदों के विद्रोही तेवर

एमआईसी सदस्य आशा इजराइल जोसेफ ने पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड से टिकट मांगा था। कांग्रेस ने उनकी कविता चौधरी को इस आधार पर टिकट दिया कि इस वार्ड से पिछले चार चुनाव से जोसेफ परिवार ही टिकट पाता और जीतता रहा है। टिकट कटने के बाद जोसेफ ने कांग्रेस भवन में गुस्से का इजहार करने के बाद निर्दलीय नामांकन भी भर दिया है। सदर बाजार वार्ड के पार्षद पति सतीश जैन की जगह युवक कांग्रेसी अमित शर्मा को टिकट दिया गया। वे उस वार्ड के रहवासी नहीं है। सतीश जैन ने बगावत करते हुए तात्यापारा वार्ड से नामांकन भर दिया है। राजेंद्र नगर वार्ड से निर्दलीय पार्षद गोविंद मिश्रा ने दो साल पहले भाजपा में प्रवेश किया।

पुराने शहर में गुस्सा

पुरानी बस्ती और टिकरापारा के तीन वार्डों की राजनीति बागी प्रत्याशियों के इर्द-गिर्द घूम रही है। शहीद राजीव पांडे वार्ड सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हुआ। भगवतीचरण शुक्ल वार्ड के पार्षद पति जावेद ने सामान्य वार्ड से सामान्य को टिकट की मांग करते हुए टिकरापारा में दावा ठोंका, लेकिन टिकट मौजूदा पार्षद समीर अख्तर के खाते में गई। ऐसे में जावेद ने बगावत का बिगुल बजा दिया। टिकरापारा के ही ब्रिगेडियर उस्मान वार्ड से जग्गू ठाकुर ने कांग्रेस से टिकट मांगा। टिकट वर्तमान पार्षद सतनाम पनाग को मिली। जग्गू के यहां संपर्क अच्छे हैं, इसलिए मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है। पुरानी बस्ती के लक्ष्मीनारायण वार्ड से पुराने पार्षद राजेश ठाकुर ने टिकट मांगा था।


नक्सल हमले में चूक की जांच शुरू

16 December 2014
रायपुर। सुकमा में एक दिसंबर को हुए नक्सली हमले में हुई चूक मामले की जांच शुरू हो गई है। गृह मंत्रालय में नक्सल मामले के सलाहकार विजय कुमार के नेतृत्व में गठित कमेटी ने सोमवार को अपना काम शुरू कर दिया। श्री कुमार सोमवार को रायपुर पहुंचे। कमेटी के अन्य सदस्यों के साथ वे दोपहर को सुकमा के लिए रवाना हो गए। सोमवार को पूरी टीम सुकमा पहुंची। यहां घटना स्थल का जायजा लिया। वहां से लौटकर टीम ने जगदलपुर में बैठक की है। मंगलवार को टीम बीजापुर रवाना होगी। वहां से लौटकर टीम रायपुर आकर रिपोर्ट तैयार करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गृह मंत्रालय, आईबी, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के आला अधिकारियों की टीम बनाई गई है। रिपोर्ट तैयार करने के लिए कमेटी को दो सप्ताह का समय दिया गया है।
गृह मंत्रालय ने 1 दिसंबर को हुई नक्सली वारदात की पूरी जानकारी मांगी है। इसमें अभियान में शामिल जवानों की स्थिति, ग्रुप की ओर से उठाए गए सुरक्षा उपाय, खुफिया विभाग को नक्सलियों के बारे में मिली जानकारी दी जाएगी।
बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में गृह मंत्रालय की ओर से मिले सुझाव को ऑपरेशन के दौरान पूरा किया गया कि नहीं, इसकी भी जानकारी देनी है। इसके साथ ही भविष्य में इस तरह की घटना के दोहराव को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, इसकी जानकारी भी मांगी गई है। टीम में शामिल सदस्य इन सब बिंदुओं पर जानकारियां इकट्ठा कर अपनी रिपोर्ट देंगे।
आरके विज, एडीजी, नक्सल आपरेशन ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा गठित कमेटी सोमवार को सुकमा पहुंची। मैं भी कमेटी का सदस्य हूं। दो दिन के दौरे में सुकमा, बीजापुर, जगदलपुर और आस-पास के क्षेत्रों का दौरा करेंगे। लौटकर इस पर रायपुर में बैठक होगी।


दूसरे दिन भी काले लिबास में पहुंचे कांग्रेसी, कार्यवाही स्थगित

16 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र के दूसरे दिन भी काले लिबास में पहुंचे विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते सदन दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी की और इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे।
सदन की कार्यवाही दोबार शुरू होते ही विपक्ष विधानसभा के गर्भगृह में पहुंच गए और फिर से हंगामा शुरू कर दिया। जिसके सदन की कार्यवाही दोबारा 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। उधर, सदन में छत्तीसगढ़ सरकार शीत सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट को पेश करेगी। इसके साथ संकल्प विधेयक के साथ पांच संशोधन को सदन में पारित कराएगी।


भाजपा-कांग्रेस में भड़की बगावत की आग

16 December 2014
बिलासपुर। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में मेयर से लेकर पार्षद पद के टिकटों की घोषणा में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा पर अंदरूनी कलह उफान पर आ गई है। कैडर बेस्ड भाजपा संगठन ने अनुशासन का डंडा लहराया तो कुछ पीछे हट गए, लेकिन कई निर्दलीय बनकर मैदान में डटे हुए हैं। मंगलवार से नामांकन वापसी शुरू होगी, इसलिए अंतिम दिन ही तस्वीर साफ हो पाएगी। मेयर पद के लिए पूर्व पार्षद भगवती साहू ने शनिवार को नामांकन फाॅर्म खरीदा, लेकिन चुनाव संचालक व मंत्री अमर अग्रवाल की समझाइश पर सोमवार को उन्होंने नामांकन भरने का इरादा टाल दिया।
मेयर के दावेदार रहे भगवती साहू का कहना है, अंतिम दिनों में उन्हें जानकारी मिली थी कि टिकट के पैनल में उनके नाम पर भी विचार चल रहा था। शनिवार को जब टिकट घोषित हुआ तो निराशा हाथ लगी। इसके बाद निर्दलीय फॉर्म भरने की तैयारी की। अमानत राशि जमा की, निगम से एनओसी हासिल किया, लेकिन औपचारिकता पूरी करने में नामांकन का समय पार हो गया। बताया जाता है कि मंत्री ने भगवती को बुलवाकर मेयर के लिए निर्दलीय फाॅर्म नहीं भरने के लिए समझाया था।
इधर टिकट नहीं मिला, उधर भाई का सिंगल नाम भी कटा
भगवती साहू ने वार्ड-48 से छोटे भाई रामप्रकाश साहू के लिए पार्षद का टिकट मांगा था। यह वार्ड बेलतरा विस क्षेत्र में है, इसलिए स्थानीय विधायक बद्रीधर दीवान ने उसके भाई का सिंगल नाम रखा। ऐन वक्त मंत्री ने रामप्रकाश का पत्ता काटकर संतोष यादव का टिकट पक्का कर दिया।
इसके पीछे तर्क था कि कांग्रेस से मेयर का टिकट रामशरण यादव को मिला है, इसलिए यादव कैंडिडेट खड़े करने होंगे। बताया जाता है कि मेयर के लिए दावेदारी के साथ भगवती ने भाई का टिकट काटने का भी मुद्दा उठाया, लेकिन मंत्री ने उन्हें यह कहकर शांत कर दिया कि रणनीति के हिसाब से ऐसा निर्णय लेना पड़ा। इसके बाद रामप्रकाश ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध निर्दलीय फाॅर्म भर दिया है।

पार्षदाें के भी टिकट कटे

भाजपा में कई पार्षदों के टिकटें काटकर नए लोगों को मौका दिया गया है। हालांकि कुछ पार्षदों के वार्ड आरक्षण की जद में आ गए थे, जिसके कारण उन्होंने अन्य वार्डों से टिकट मांगी। उन्हें यहां से टिकट नहीं मिला।

पार्षदों के रिश्तेदारों को टिकट

भाजपा में कई पार्षदों के रिश्तेदारों को टिकट की सौगात दी गई। कुछ ऐसे भी थे, जिन्हें मेयर के टिकट के चक्कर में वार्ड से हाथ धोना पड़ा। निगम में नेता प्रतिपक्ष महेश चंद्रिकापुरे का वार्ड आरक्षण में छिनने के बाद वार्ड-15 से टिकट दिया गया।
उनके पुराने वार्ड से उनकी भतीजी मीनाक्षी गोमर्डे को टिकट मिल गया। दूसरी ओर वार्ड-30 नागोराव शेष नगर के पार्षद व उप नेता ओमप्रकाश देवांगन ने मेयर के लिए दावेदारी की, लेकिन निराशा हाथ लगी। उनके वार्ड से पार्षद का टिकट अतुल बापते को दिया गया, जिसकी अनुशंसा खुद देवांगन ने की थी। इस तरह मेयर टिकट की चाहत में उन्हें वार्ड से भी हाथ धोना पड़ा।
वार्ड- 7 से लक्ष्मीनारायण की पत्नी अंजनी कश्यप
वार्ड- 8 से अनुज टंडन की पत्नी मधुबाला टंडन
वार्ड- 25 से पूर्व मेयर विनोद सोनी की पत्नी रजनी
वार्ड- 28 से पार्षद दुर्गा सोनी की पत्नी रजनी सोनी
वार्ड- 44 से अमरदास बंजारे की पत्नी रश्मि बंजारे
वार्ड- 45 से जीतू साहू की पत्नी सुनीता साहू
वार्ड- 53 से एल्डरमैन विजय ताम्रकार की पत्नी ममता ताम्रकार

बागियों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे

जिले की पथरिया और लोरमी नगर पंचायत की सूची असंतोष के चलते सोमवार को भी घोषित नहीं हो पाई। प्रदेश भाजपा के महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी का कहना है कि चुनाव में प्रत्याशियों की घोषणा रणनीति के तहत की जाती है। लोरमी व पथरिया की सूची पर इसी हिसाब से विचार-विमर्श चल रहा है। भाजपा कैडर बेस्ड पार्टी है और यहां अनुशासित सिपाही हुआ करते हैं। बगावत के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। जिलाध्यक्ष राजा पांडे के मुताबिक मस्तूरी से आए पार्टी कार्यकर्ताओं को समझाया गया है। बगावत की कोई गुंजाइश नहीं है, जहां भी अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध गतिविधियों में कोई संलग्न पाया जाएगा, उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

निकायों में टिकट न मिलने से नाराजगी

जिले की कई नगर पंचायतों में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर दावेदारों में असंतोष गहराने लगा है। नगर पंचायत की सूची घोषित होते ही पार्षद पद के टिकट से वंचित लोग जिला भाजपा कार्यालय में दस्तक देने लगे हैं, लेकिन बात नहीं बनी। इधर पति पर नजरे इनायत: आरक्षण में वार्ड का स्टेटस बदलने पर पतियों की जगह पत्नियों को टिकट मिलने की बात स्वाभाविक है, लेकिन निगम के वार्ड-58 में पार्षद सीमा दुसेजा की जगह उनके पति राजेश दुसेजा को टिकट की सौगात मिली है।


कश्मीर मैदान बन गया है भारत-पाक के गुस्से का: बशीर

15 December 2014
रायपुर। भवानी बशीर यासिर श्रीनगर [जम्मू-कश्मीर की राजधानी] में इनसेंबल कश्मीर थिएटर एकेडमी [एकता] के निर्देशक हैं और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पोस्टग्रेजुएट। साहित्य महोत्सव पहुंचे यासिर ने खुलकर अपनी बातें रखीं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर आज दो हाथियों के बीच कुचला जा रहा है। कश्मीर आज भारत-पाक के गुस्से का मैदान बना हुआ है, वहां लोग बंदूकों के साए में सांस लेने को मजबूर हैं और किसी को नहीं पता कि किस एके-47 की गोली पर किसका नाम लिखा है। 'नईदुनिया' से बातचीत में कश्मीरियों के दर्द की दास्तां यासिर ने बयां की..

सवाल-आपने अभी-अभी मंच से कहा कि कश्मीर दो हाथियों के बीच कुचला जा रहा है, इसका क्या मतलब है?
बशीर-मैंने कश्मीरियों का दर्द आपके सामने रखा है। आज कश्मीर भारत-पाक के गुस्से का मैदान बन गया है। अगर आप घर से निकल रहे हैं तो आपके पास पहचान पत्र होना जरूरी है, क्योंकि कहीं भी आपको रोककर यह पूछ लिया जाएगा कि पहचान पत्र दिखाओ। नहीं दिखाए तो लात-जूते खाओ और विरोध किया तो गोली। ऐसे ही हजारों लोग मारे जा रहे हैं। जब जांच होती है तो कह दिया जाता है कि उसने राइफल छीनने की कोशिश की तो बचाव में गोली चलानी प़़डी।

सवाल-कश्मीर की जनता क्या चाहती है? क्या वह भारत में मिलना चाहती है या फिर पाकिस्तान में?

बशीर-निष्पक्ष होकर कहूं तो 5 फीसदी जनता चाहती है कश्मीर में मिलना, लेकिन वहां हालात अलग हैं। कश्मीर के 4 टुकडे़ हो गए हैं। चीन आकोपाइड कश्मीर, नॉर्दन एरिया ऑफ पाकिस्तान, पाक आकोपाइड कश्मीर और इंडियन आकोपाइड पाक। वहां की 78 फीसदी अवाम का मत है कि वह आजाद कश्मीर चाहती है। इंडेपेंडेंट कश्मीर।

सवाल-हालात बदले हैं, सुना है 78 फीसदी वोटिंग हुई है? तो क्या यह माना जाए कि सत्ता बदलने से हालात बदलेंगे? अगर भाजपा के गठबंधन वाली सरकार बनती है तो?

बशीर-जब कांग्रेस की सरकार थी तो कश्मीरी हिंदू बैंक में, सेना में सरकारी दफ्तरों में, सरकारी नौकरियों में रखे जाते थे, लेकिन कश्मीरी मुस्लमान नहीं। क्योंकि कभी कांग्रेस की सरकार को कश्मीरी मुस्लमानों पर भरोसा ही नहीं रहा। कश्मीर की ल़़डाई भारत के नागरिकों से नहीं हैं, बल्कि सत्ता से हैं।

सवाल-ये तो हुई कश्मीर की बात, अवाम का दर्द.. कश्मीर में आप थिएटर अकादमी भी चलाते हैं?
बशीर-कश्मीर का साहित्य 5 हजार साल पुराना है, हम कोशिश कर रहे हैं कि उसे कोने-कोने तक पहुंचाएं। अच्छे कलाकार हैं, युवा अच्छी मेहनत भी कर रहे हैं, लेकिन तकलीफ है कि कश्मीरी, कश्मीरी में नहीं, अंग्रेजी में बात करते हैं।


सारडा ग्रुप में पकड़ी 25 करोड़ की टैक्स चोरी

15 December 2014
रायपुर। सारडा गु्रप में आयकर विभाग की जांच रविवार को चौथे दिन भी जारी रही। इस दौरान टीम को कच्चे रसीदों में विदेशी सौदे और विदेशी निवेश के दस्तावेज मिले हैं। इसकी जांच के लिए आयकर विभाग ने विदेश मंत्रालय को इंडोनेशिया स्थित कोयले और मैग्नीज की खदान तथा ब्रिटिश आयरलेंड की एक कंपनी की जांच के लिए पत्र लिखा है। जांच के दौरान टीम को अब तक छत्तीसगढ़ में करीब 25 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का सुराग मिला है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस समय सारडा ग्रुप के तीन ठिकानों पर जांच चल रही है। इसमें फैक्ट्री और मुख्यालय दफ्तर के साथ घर भी शामिल है। टीम को स्टॉक में भारी गड़बड़ी मिली है। फैक्ट्री में कच्चे माल की आवक दिखाई गई है, लेकिन तैयार माल की आपूर्ति का कोई रिकॉर्ड नहीं है। कागजों में कंपनी को नुकसान पर चलना बताया गया है, लेकिन हालात इसके ठीक विपरीत हैं। टैक्स चोरी करने संचालकों ने सभी लेनदेन कच्चे कागजों में किया है और सारे कामकाज कोड वर्ड में किए गए हैं।
गौरतलब है कि आयकर विभाग की टीम ने देश के 6 राज्यों के 23 ठिकानों में छापा मारा था। इस दौरान टीम के हाथ लगभग 100 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी गई। इसमें छत्तीसगढ़ के 15 ठिकाने शामिल हैं, जहां से 25 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। फिलहाल सारडा गु्रप के 10 ठिकानों को जांच के बाद सील कर दिया गया है। अभी तीन ठिकानों पर जांच चल रही है।


भूपेश के राम को मौका, जोगी के विष्णु दरकिनार

15 December 2014
बिलासपुर। बिलासपुर महापौर प्रत्याशी का नाम तय करने के मामले में आखिरकार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर भारी पड़ गए। भूपेश ने बिलासपुर के महापौर प्रत्याशी के लिए रामशरण यादव का नाम ही घोषित करवाया। जबकि जोगी विष्णु यादव को टिकट दिलाना चाहते थे। इसी बात को लेकर शुक्रवार की रात कांग्रेस भवन में जमकर विवाद हुआ था और अध्यक्ष पर कुर्सियां उछाली गई थीं।
रामशरण बिलासपुर के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री स्व. बीआर यादव के रिश्तेदार हैं। उनका मुकाबला भाजपा के किशोर राय से होगा। भूपेश और जोगी की खींचतान के कारण ही शनिवार को बिलासपुर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की जा सकी थी। कांग्रेस भवन में हुए विवाद का असर शनिवार को हुई कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में भी देखने को मिला। शनिवार की रात जब कांग्रेस भवन में बैठक हुई तो उसमें जोगी नहीं गए थे। इस विवाद के चलते ही पहले चरण के लिए नामांकन की तिथि खत्म होने के एक दिन पहले कांग्रेस टिकट तय कर पाई। रविवार को 100 अध्यक्ष प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया। इनमें नगर पालिका और नगर पंचायत दाेनों के ही प्रत्याशी तय किए गए हैं। 36 नगर पालिका और 63 नगर पंचायत के अध्यक्ष के प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने के बाद चुनाव समिति की फिर से बैठक बुलाई गई है। पहले चरण 19 नगर पालिका और 22 नगर पंचायतों में कल 15 दिसंबर को नामांकन की आखरी तारीख है।
कांग्रेस ने अभी तीन नगर पालिका और 42 नगर पंचायतों के प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। 1-2 दिन में बचे हुए निकायों के प्रत्याशियों का ऐलान किया जा सकता है।

कांग्रेस से ज्यादा गुटबाजी भाजपा में : अजीत जोगी

कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है, इसलिए गुटबाजी स्वाभाविक है। लेकिन चुनाव में सभी एक होकर पार्टी के लिए काम करते हैं। कांग्रेस से ज्यादा गुटबाजी तो भाजपा में हैं। दुर्ग में प्रेमप्रकाश पांडेय व सरोज पांडेय, बिलासपुर में अमर अग्रवाल व धरमलाल कौशिक के बीच भाजपा बंटी है।
-साजा में अजीत जोगी ने कहा

चुनावी माहौल के बीच शीत सत्र आज से

छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। छोटा सत्र होने के बावजूद इसमें जमकर हंगामा होने के आसार हैं। कांग्रेस विधायकों ने सत्र में रोज सरकार को घेरने का फैसला किया है। इसके चलते विधानसभा की कार्यवाही बाधित रहेगी। नसबंदी कांड की वजह से स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल से इस्तीफा करने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक हंगामा करने वाले हैं। राज्य सरकार को सत्र के तीन दिन की कार्यवाही अनिवार्य रुप से चाहिए। पांच संशोधन विधेयकों के अलावा अनुपूरक बजट को पारित करवाना सरकार की मजबूरी है। इसमें पंचायती राज संशोधन विधेयक भी होगा। इसके पारित होने के बाद ही राज्य में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।


मोदी जहां जाते हैं, वहां सुनामी आ जाती हैः डॉ. रमन

13 December 2014
रायपुर। भाजपा के सदस्यता महाअभियान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने हुंकार भरते कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं की अपराजेय सेना है, जिसे इस प्रदेश में अब कोई नहीं हरा सकता। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में उन्होंने भरोसा दिलाया कि नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में भाजपा की शत-प्रतिशत जीत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मजाक उड़ाती थी कि चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री कभी नहीं बनेगा। अब माहौल ऐसा है कि देश में न लहर, न तूफान, मोदी जहां जाते हैं, सुनामी आ जाती है। नरेंद्र मोदी ने देश की दिशा बदल दी, युग बदल दिया। डॉ. सिंह ने कहा कि यह पहला अवसर है, जब बस्तर से सरगुजा तक के मंडल से लेकर प्रदेश संगठन के पदाधिकारी एक साथ बैठे हैं। भाजपा सदस्यता अभियान पूरा करके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने जा रही है। उन्होंने प्रदेश की विकास योजनाओं का भी जिक्र किया।
भाजपा सरकार के 11 साल पूरे होने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का सम्मान भी किया। एक-एक कार्यकर्ता मिलकर पूरा करेंगे लक्ष्य प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सदस्यता अभियान का लक्ष्य पूरा करने के लिए एक-एक कार्यकर्ता को पूरी मेहनत करनी है। इस लक्ष्य को पूरा करके भाजपा प्रजातांत्रिक देशों में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में भाजपा का परचम लहराना है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी की जीत हुई है। छत्तीसगढ़ में पिछले चुनाव से ज्यादा जनप्रतिनिधियों को इस चुनाव में जीत दिलाकर भाजपा का परचम लहराना है।


सौतेले पिता ने मासूम के साथ किया दुष्कर्म

13 December 2014
बिलासपुर/अंबिकापुर। शहर में रिश्ते को कलंकित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक सौतेले पिता ने दस वर्षीय बच्ची के साथ न केवल दुष्कर्म किया, बल्कि इसकी जानकारी किसी को देने पर जान से मारने की भी धमकी भी दी। धमकी से डरी हुई बच्ची ने इसकी जानकारी पड़ोस में रहने वाली एक महिला को दी। इसकी जानकारी एसपी को मिलने के बाद उन्होंने गांधीनगर पुलिस को भेजकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार शहर के गांधीनगर क्षेत्र में स्थित एक कॉलोनी में किराए के मकान में रहकर मजदूरी का काम कर एक युवक अपना घर चला रहा था। उसकी एक सौतली पुत्री भी है, जिसकी उम्र दस वर्ष है। तीन दिन पूर्व जब बालिका की सौतली मां अपने मायके गई हुई थी, तभी उसके सौतेले पिता ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इसकी जानकारी किसी को नहीं देने को कहा। घटना के बाद से बच्ची काफी डरी-सहमी हुई थी।
वह सोमवार से ही घर छोड़कर पडोस में रहने वाली एक महिला जिसे वह बड़ी मां बोलती थी, वहां रह रही थी। इस संबंध में जब उसके पड़ोसी ने उससे पूछा तो उसने डरते हुए पूरी घटना बताई। इसके बाद भी कोई इस घटना की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
शुक्रवार की सुबह एसपी सुन्दरराज पी को किसी से इस घटना के बारे में जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने गांधीनगर पुलिस को तत्काल मौके पर पहुंच जांच करने को को कहा। गांधीनगर पुलिस ने मौके पर पहुंच बच्ची से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उसके सौतले पिता को तलाशी शुरू कर दी है। पुलिस के पहुंचने की जानकारी मिलते ही आरोपी पिता फरार है। पुलिस ने आरोपी खिलाफ धारा 376 व 3, 4 पास्का अधिनियम के तहत जुर्म दर्ज कर ली है। पुलिस जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।

बालिका के माता-पिता की हो चुकी है मौत

बालिका के पिता की मौत कुछ वर्ष पूर्व ही गांव में हो चुकी थी। इसके बाद उसकी अपनी मां उसे लेकर अंबिकापुर आ गई थी। इस दौरान मजदूरी करने के दौरान उसका संपर्क बालिका के सौतेले पिता से हुई। प्रेम संबंध में बालिका की मां गर्भवती हो गई थी। बच्चे को जन्म देने के दौरान दोनों की ही मौत हो गई थी। इसके बाद बच्ची अपने सौतले पिता के साथ रह रही थी। इसी बीच सौतले पिता ने दूसरी शादी कर ली। घटना से कुछ दिनों पूर्व ही बालिका की सौतेली मां भी अपने मायके गई हुई थी। एक कमरे का मकान होने की वजह से सौतले पिता ने रात में बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।

सीडब्ल्यूसी को सौंपेंगे बच्ची को

पुलिस ने बच्ची से बात करने के बाद सीडब्ल्यूसी से इस संबंध में चर्चा की। बच्ची का अपना कोई नहीं होने की वजह से पुलिस बच्ची को सीडब्ल्यूसी को सोमवार को सौंप देगी।


आधी रात कांग्रेस भवन में हंगामा, भूपेश पर उछाली कुर्सियां

13 December 2014
रायपुर । कांग्रेस भवन में नगरीय निकाय के टिकट तय करने के लिए चल रही बैठकों के बीच शुक्रवार को आधी रात हंगामा हो गया। भीतर बैठक चल रही थी, तभी बिलासपुर से आए कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को लेकर गालीगलौज शुरू कर दिया। जोगी समर्थकों ने जैसे ही गालियां सुनीं, वे भी आपे से बाहर हो गए तथा दोनों पक्षों में मारपीट की नौबत आ गई।
इसी दौरान बाहर आए प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को निशाना बनाकर किसी जोगी समर्थक ने कुर्सी फेंकी। इससे तनाव और बढ़ गया तथा दोनों पक्षों में जमकर गालीगलौज और झूमाझटकी चली। विवाद बढ़ने लगा तो किसी की सूचना पर काफी फोर्स मौके पर पहुंच गई। तब जाकर मामला शांत हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष भूपेश पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भक्तचरण दास के साथ कुछ देर के लिए बाहर निकले थे, तब विवाद शुरू हुआ।
दरअसल बिलासपुर में महापौर के उम्मीदवार को लेकर सुबह से खासी तनातनी सुबह से चल रही थी। सूत्रों के अनुसार भूपेश बिलासपुर में रामशरण यादव को टिकट देने के पक्ष में थे, जबकि जोगी विष्णु यादव के नाम पर मुहर लगवाना चाहते थे। तनाव चल ही रहा था कि बिलासपुर से अटल श्रीवास्तव, राजेंद्र शुक्ला, अभयनारायण राय तथा समर्थक पहुंच गए। अटल को भूपेश का समर्थक माना जाता है। भूपेश बाहर आकर अटल और समर्थकों से बातचीत कर ही रहे थे, तभी वहां मौजूद किसी कांग्रेसी ने जोगी को लेकर कथित तौर पर गालीगलौज शुरू कर दी
उस वक्त कांग्रेस भवन के गलियारे के बाहर जोगी समर्थक योगेश तिवारी, विनोद तिवारी और सुबोध हरितवाल तथा साथी खड़े थे। गालीगलौज सुनते ही जोगी समर्थक भड़क गए और हुड़दंग शुरू हो गया। उस वक्त भूपेश तथा बिलासपुर के समर्थक कांग्रेस भवन के गलियारे में थे और जोगी समर्थक चैनल गेट से बाहर। बवाल बढ़ा तो भूपेश कांग्रेस भवन के भीतर जाने लगे। इसी दौरान जोगी गुट की ओर से भूपेश के सामने दो कुर्सियां उछाल दी गईं। ये कुर्सियां बरामदे में गिरीं तो बिलासपुर के कांग्रेसियों ने दोनों कुर्सियां वापस जोगी गुट की तरफ उछाल दीं और फिर दोनों गुटों में जमकर गालीगलौज शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोनों पक्षों में कई बार धक्का-मुक्की तथा मारपीट की नौबत आती रही।
भूपेश के सामने कुर्सी उछालने की खबर कांग्रेस भवन में बैठे नेताओं में फैली तो पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर बाहर निकले। उन्होंने बुरी तरह उलझे दोनों गुटों के लोगों को समझाने की कोशिश की। इस दौरान वहां अकबर के समर्थक मौजूद थे। अकबर को देखकर समर्थक भी लपके और दोनों पक्षों में झड़प होने लगी। इस बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई। तब तक अकबर और समर्थक दोनों पक्षों को अलग कर चुके थे। बचे हुए लोगों को पुलिस ने अलग किया और कांग्रेस भवन से बाहर भेजा।

टिकट के लिए विवाद

कांग्रेस के जानकार लोगों का कहना है कि प्रदेश के प्रमुख नगर निगमों में किसी भी भूपेश समर्थक का मेयर का टिकट फाइनल नहीं हो सका है। दुर्ग से वोरा समर्थक, अंबिकापुर से टीएस सिंहदेव समर्थक, कोरबा से चरणदास महंत समर्थक तथा रायपुर-बिलासपुर में अजीत जोगी के समर्थकों के टिकट पर लगभग मुहर लग चुकी है। इसीलिए भूपेश समर्थक नाराज थे और वे चाहते थे कि कम से कम बिलासपुर में उनके प्रत्याशी को टिकट मिले। झगड़े की जड़ यही बताई जा रही है।

उम्मीदवारों को देंगे बी-फॉर्म

कांग्रेस भवन के हंगामे के बाद प्रभारी महासचिव गिरीश देवांगन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि प्रदेश की सभी सीटों पर फैसला हो गया है। चुनाव समिति की बैठक खत्म कर दी गई है। अब उम्मीदवारों को बी फॉर्म जारी कर दिए जाएंगे।
प्रदेश भाजपा में भी जबर्दस्त खींचतान, आधी रात मुख्यमंत्री पार्टी दफ्तर पहुंचे

प्रदेश भाजपा कार्यालय में निकायों के अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों के लिए विभिन्न कमेटियों की बैठक हुई। कई निकायों के नाम फाइनल करने में पदाधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ी। यहां तक कि जिला और संभागीय कमेटियों में नाम फाइनल नहीं होने की दशा में प्रदेश चुनाव समिति में नाम भेजे गए। कहा जा रहा है कि खींचतान के चलते ही आधी रात मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को पार्टी दफ्तर जाना पड़ा। जिला समितियों में पार्षद प्रत्याशियों के नामों पर विचार विमर्श किया गया। धमतरी और दुर्ग समेत जिन निकायों में ज्यादा विवाद नहीं था वहां के पार्षद प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए गए। नगर निगमों के महापौर प्रत्याशियों के नाम तय करने के लिए आधी रात को प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री की अलग से बैठक हुई। कहा जा रहा है कि रायपुर नगर निगम के महापौर प्रत्याशी के लिए नेताओं के बीच जमकर खींचतान हुई। बाद में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ पाई।

कांग्रेस के संभावित महापौर प्रत्याशी

रायपुर - प्रमोद दुबे
अंबिकापुर - डॉ. अजय तिर्की
दुर्ग - सत्यवती वर्मा
बिलासपुर - रामशरण यादव
राजनांदगांव - विजय पांडे
जगदलपुर - मलकीत सिंह गैंदू
कोरबा - रेणु अग्रवाल
रायगढ़ - जेठूराम मनहर
चिरमिरी - डमरु रेड्डी
धमतरी - सरिता दोषी


शाह के शाही स्वागत के लिए सजी राजधानी

12 December 2014
रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का छत्तीसगढ़ में शाही स्वागत की तैयारी चल रही है। सांइस कौलेज मैदान में शुक्रवार को भाजपा सदस्यता अभियान सम्मेलन में अमित शाह 48 हजार भाजपा पदाधिकारियों से सीधा संवाद करेंगे। इसको देखते हुए प्रदेश संगठन ने जोरदार तैयारी की है।
कार्यक्रम संयोजक राजेश मूणत ने बताया कि एयरपोर्ट पर स्टेट हैंडर पर अमित शाह का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा। इसके बाद पांच हजार भाजयुमो कार्यकर्ता बाइक से हेलमेट लगाकर साइंस कॉलेज मैदान तक अगुवानी करेंगे। एयरपोर्ट से साइंस कॉलेज मैदान के बीच तीन स्थानों पर स्वागत की तैयारी है।
राजेश मूणत ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए डे़़ढ लाख वर्गफीट में पंडाल लगाया गया है। प्रदेश पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बैठने के लिए अलग-अलग मंच बनाया गया है। शाह के दौरे को लेकर पदाधिकारियों को जिम्मेदारी बांटी गई है। एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल पर पंजीयन कराने तक की व्यवस्था पदाधिकारियों को दी गई है। कार्यक्रम स्थल पर सुबह 12 बजे से पंजीयन शुरू हो जाएगा। पंजीकृत कार्यकर्ताओं को ही सम्मेलन में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
शाह का शहर के बाहर तीन स्थानों पर छत्तीसग़़ढी अंदाज में स्वागत होगा। एयरपोर्ट से निकले के बाद शाह का सबसे पहले फुंडहर में स्वागत होगा। इसके बाद वीआईपी तिराहा और तेलीबांधा थाने के सामने स्वागत किया जाएगा।
शाम को प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में विधायक, सांसद और पार्टी पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश में सरकार और संगठन की स्थिति पर चर्चा करेंगे। बताया जा रहा है कि शाम को बाबा रामदेव से भी मुलाकात हो सकती है।
अमित शाह शाम को एनएच गोयल स्कूल के कार्यक्रम नवसृजन में शामिल होंगे। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और बाबा रामदेव भी शामिल होंगे। इस दौरान प्रतिभाशाली छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा होगी।


पत्नी को फांसी पर लटकाने वाले पति को दस वर्ष कैद

12 December 2014
बिलासपुर। दहेज के लिए पत्नी को प्रताडि़त करने और मारकर फांसी पर लटकाने वाले पति को अपर सत्र न्यायालय के चतुर्थ अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसएल नवरत्न ने गुरुवार को दस वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। इस मामले में दो महिला समेत पांच आरोपी फरार हैं।
पुराने बस स्टैंड के पास कश्यप कॉलोनी में राकेश आडवानी अपनी पत्नी सौम्या आडवानी को दहेज के लिए आए दिन प्रताडि़त करता था। इस प्रताडऩा में आरोपी के पिता मनोहर आडवानी, उसके भाई सुनील आडवानी, विनोद आडवानी, मां भावना आडवानी और जेठानी राधिका आडवानी शामिल हैं। 10 जून 2013 को सौम्या आडवानी दोपहर 4.20 संदिग्ध परिस्थितियों में घर में फांसी के फंदे पर झूलती मिली थी। इसकी रिपोर्ट सिटी कोतवाली थाने में मृतका के पिता ने दर्ज कराई थी।
सिटी कोतवाली पुलिस ने धारा 304, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया था। इस घटना के बाद मृतका के पति राकेश आडवानी को छोड़कर सभी आरोपी फरार है। इस प्रकरण में अभियोजन की तरफ से 14 गवाह पेश किए गए। ज्यादातर गवाहों ने प्रताडऩा की पुष्टि की।


12 साल में नक्सल मोर्चे पर हम चार कदम आगे बढ़े हैं, रुकेंगे नहीं : रमन सिंह

12 December 2014
रायपुर । मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 12 दिसंबर को अपनी सरकार के 11 साल पूरे कर लेंगे। इस मौके पर दैनिक भास्कर ने हर उस मुद्दे पर बात की जो इस समय सरकार को लेकर उठ रहे हैं। आलोचना, समालोचना और तारीफ के वे पहलू, जिनसे सरकार का सीधा वास्ता है। मुख्यमंत्री ने इनसे जुड़े सवालों पर सीधा जवाब दिया। उन्होंने नसबंदी कांड में हुई मौतों के लिए जहां चूक को स्वीकार किया वहीं नक्सल मामलों में अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति भी खुलकर सामने रखने से परहेज नहीं किया। उन्होंने दो टूक कहा-नक्सलियों से अब हम वहां लड़ रहे हैं जिस क्षेत्र को उन्होंने अपनी राजधानी बना लिया है। अगर हम लड़ेंगे तो नहीं तो वे बढ़ते जाएंगे। उनका दावा है-11 साल में हम नक्सल फ्रंट पर 4 कदम आगे बढ़े हैं। रुकेंगे नहीं।
अफसरों से घिरे होने के आरोपों पर उन्होंने बेलाग कहा-अफसर हमारे लिए काम करते हैं। कार्यपालिका में उनकी अपनी एक सीमा है। उसी सीमा में रहकर काम कर सकते हैं। वे सरकार और जनता के लिए जिम्मेदार हैं।

सवाल: आपकी सरकार को 11 साल हो गए, क्या सरकार और राज्य की दिशा सही है?

सीएम: देश का पिछड़ा राज्य माने जाने वाले छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाने के लिए सरकार संभालते ही पहले दिन से ही तय किया था। जिस क्षेत्रीय असंतुलन के कारण इस राज्य का निर्माण किया गया, उसको दूर करने का लक्ष्य तय किया। कई चुनौतियों के बीच तय किया कि प्रशासन की पहुंच नीचे तक होनी चाहिए। विकेंद्रीकरण की सिर्फ बातें ही न हों, वास्तव में विकेंद्रीकरण होना चाहिए। इसी कारण हमने 16 से बढ़ाकर 27 जिले कर दिए। गरीबों को ध्यान में रखा। सोशल सेक्टर पर प्राथमिकता से काम किया। 11 साल के बाद गर्व से कह सकता हूं कि छत्तीसगढ़ के साथ बने दो और राज्यों से यह राज्य कहीं आगे निकल गया है।

सवाल: कोई लक्ष्य तो तय किया होगा?

सीएम: अब हम केरल और गुजरात जैसे विकसित राज्यों से कंपीटिशन कर रहे हैं। उनकी बराबरी पर पहुंचना ही हमारा लक्ष्य है। आज छत्तीसगढ़ के पीडीएस को रोल मॉडल माना जा चुका है। 11 राज्य के सीएम इसे देखने आ चुके हैं। तीन और राज्य के सीएम आ रहे हैं। धान खरीदी में राज्य ने देश में सबसे ठोस इंतजाम किया है। जहां कमी है, उसे दूर करेंगे। हर पहलू पर सरकार काम कर रही है।


अमित शाह के स्वागत की जोरदार तैयारियां

11 December 2014
रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के शुक्रवार को रायपुर आगमन पर छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को पेश करने की तैयारी चल रही है।
भाजपा महिला मोर्चे की महिलाएं प्रांतीय परिधान में स्वामी विवेकानंद विमानतल पर आरती और पुष्पहार से स्वागत करेंगी।
अमित शाह का शहर में 11 स्थानों पर भव्य स्वागत की तैयारी चल रही है। इस स्वागत मंच पर छत्तीसगढ़ी कलाकारों का लोक नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। सभा स्थल को ब्रांड छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सजाने की तैयारी चल रही है। इसका जिम्मा कार्यक्रम संयोजक और मंत्री राजेश मूणत को सौंपा गया है।


हमारे शहर में बच्चों को बेचने वाला गिरोह तो सक्रिय नहीं!

11 December 2014
भिलाई। खुर्सीपार के एक निजी स्कूल में पढऩे वाली नाबालिग को दो अनजान युवक बहला कर कोलकाता ले जाने के फिराक में थे। वे पावर हाऊस स्टेशन तक लड़की को लेकर वे पहुंच भी गए। वहां घर वालों को न पाकर बच्ची रोने लगी। स्टेशन में जीआरपी व आरपीएफ के जवान तैनात थे।
उनको देखकर बच्ची को ले जाने की कोशिश करने वाले बच्ची को छोड़कर भाग निकले। बच्ची के बैग की तलाशी में स्कूल का पता चला। स्कूल से घर का पता लगा कर आरपीएफ ने बच्ची के सकुशल घर पहुंचाया। स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ के एएसआई एसके दुबे ने बताया कि उन्होंने बच्ची से पूछताछ की तो वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। बैग की तलाशी लेने पर कापी में टीचर का नाम था।
यूनिफार्म के बेल्ट में निजी स्कूल का नाम था। स्कूल का नाम देखने के बाद वे बच्ची को लेकर खुर्सीपार स्थित स्कूल पहुंचे। स्कूल में बताया गया कि बच्ची उनके स्कूल की छात्र है। स्कूल से घर का पता लेकर लेकर बच्ची को उनके घर पहुंचाया गया। पूरी घटना जानकर बच्ची के माता पिता सकते में आ गए। उन्होंने आरपीएफ के एएसआई को इसके लिए धन्यवाद दिया।
बच्ची के पिता ने बताया कि उनकी बेटी खुर्सीपार के निजी स्कूल में पढऩे सुबह 11.45 बजे जाती है। सोमवार को भी दोपहर १२ बजे से पहले स्कूल के बाहर पहुंच गई थी। ऐसी घटना के बारे में कभी सोचा नहीं था।उन्होंने अपनी बच्ची से घटना के बारे में पूछा। बच्ची ने बताया कि उसे वेन में बैठाकर दो युवक कोलकाता ले जाने के लिए स्टेशन लेकर आए थे। स्टेशन पहुंचने के बाद वहां घर वाले नहीं दिखे तो मैं घबरा वह जोर जोर से रोने लगी।

आरपीएफ अलर्ट

शहर में बच्चों को बेचने वाला गिरोह सक्रिय होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इस घटना के बाद आरपीएफ भी अलर्ट है। बच्ची भागे युवकों का हुलिया ठीक से नहीं बता पा रही है, फिर भी दोनों युवकों की पतासाजी की जा रही है। इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई है।


सीईओ डॉ. रमन करेंगे इलेक्ट्रानिक डैशबोर्ड से निगरानी और समीक्षा

11 December 2014
रायपुर. सरकार के 11 साल पूरे होने के बाद बचे हुए चार सालों में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सही मायने में सीईओ होंगे। एक महीने के भीतर राज्य के 10 विभागों का पूरा डाटा तैयार हो जाएगा और उसके बाद मुख्यमंत्री हर सप्ताह इलेक्ट्रानिक डैश बोर्ड के जरिए विभागों के कामकाज की निगरानी व समीक्षा करेंगे। इन कामों की मानीटरिंग के लिए सरकार ने दुनिया की जानी-मानी कंपनी को कंसल्टेंट नियुक्त किया है। निजी कंसल्टेंट नियुक्त करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार देश की पहली सरकार है। कंपनी ने साफ्टवेयर बनाने का काम प्रारंभ भी कर दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में बताया कि हर विभाग का रिपोर्ट कार्ड (की परफारमेंस इंडेक्स ) तैयार किया जाएगा। पूरे सिस्टम को मुख्यमंत्री सचिवालय के मार्गदर्शन में चलाया जाएगा। इसमें चिप्स और निजी कंपनी के अधिकारी काम करेंगे। पूरे प्रोसेस में विभागों के कामकाज की दो स्तर पर समीक्षा होगी। पहली समीक्षा मुख्य सचिव करेंगे। वे विभागीय सचिवों से बात करेंगे। उसके बाद मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों से बात कर हर विभाग को कसौटी पर कसेंगे। विभाग अगर बेंचमार्क के हिसाब से काम नहीं करेगा तो उसमें आवश्यक सुधार के लिए टाइम बाउंड कार्यक्रम दिया जाएगा।

कैसे होगा

विभाग में पिछले सप्ताह या पिछले महीने कामकाज कहां था और अब कहां है, यह देखने के लिए सीधे मुख्यमंत्री के पास इलेक्ट्रानिक डैश बोर्ड होगा। उसमें वे देखेंगे कि काम की प्रगति किस तरह हो रही है। उसके बाद संबंधित विभाग के मंत्री और अफसरों से बात करेंगे। उसी आधार पर मंत्रियों और विभागों के प्रमुख अफसरों का परफारमेंस तय किया जाएगा।

हर विभाग का काम करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा

इस पूरे एक्सरसाइज में हर विभाग को काम करने का लक्ष्य दिया जाएगा, ठीक उसी तरह जिस प्रकार मार्केटिंग में टारगेट दिया जाता है। मसलन सिंचाई में राष्ट्रीय औसत से पीछे हैं तो राष्ट्रीय औसत के बराबर आने का लक्ष्य। अगर राष्ट्रीय औसत के बराबर हैं तो उसमें अव्वल आने का लक्ष्य। सड़कों का मापदंड हो या फिर पानी, बिजली का। सभी में इसी प्रकार काम किया जाएगा। अगर किसी में और बहुत अच्छा काम हो रहा है तो उसको आगे ले जाकर देश के लिए रोड मॉडल बनाने का लक्ष्य दिया जाएगा।

पहले कौन-कौन से विभाग

ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन, कृषि, महिला एवं बाल विकास, पीडब्लूडी, जलसंसाधन, आवास एवं पर्यावरण, उद्योग।


छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के नामांकन आज से

10 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 103 नगरीय निकायों के लिए दूसरे चरण में होने वाले मतदान की प्रक्रिया बुधवार से शुरू होगी। इस दिन से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। चुनाव प्रक्रिया 4 जनवरी तक चलेगी। इस दौरान 18 दिसंबर तक नामांकन दाखिल होंगे। 19 को जांच व 22 तक नाम वापसी होगी। 31 दिसंबर को मतदान के बाद 4 जनवरी को मतगणना व नतीजे घोषित किए जाएंगे।
इस चरण में 103 निकायों के लिए 9.69 लाख मतदाता 1631 वार्डो के लिए 1748 बूथ पर पहुंचेंगे। ये बीस नगर पािलकाओं व 83 नगर पंचायतों का नेतृत्व चुनेंगे।
प्रथम चरण के नामांकन दाखिल करने के दूसरे दिन तक ज्यादातर निकायों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने फॉर्म खरीदे। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों का नाम अभी तय नहीं हो पाया है। दोनों ही पार्टियों 12-13 दिसंबर तक नाम तय होने की उम्मीद है।


पुलिस ने किए फर्जी सप्लाई के संदेहियों के खाते सील

10 December 2014
जगदलपुर/कांकेर। जिला शिक्षा विभाग में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में पुलिस ने करीब आधा दर्जन खाते सील किए हैं, यह खाते उस समय विभाग में सप्लाई करने वाली फर्मो और मामले से जुड़े अन्य व्यक्तियों के हैं। इस संबंध में रविवार की रात पुलिस ने शहर की कुछ फर्म के संचालकों को भी कोतवाली में बुलाकर पूछताछ की है।
रविवार की देर शाम शहर के कुछ स्टेशनरी दुकान, फर्नीचर सहित आधा दर्जन से अधिक फर्मो के संचालकों को जांच टीम ने कोतवाली बुलाकर सप्लाई व भुगतान के संबंध में पूछताछ की। करीब दो घंटे की पूछताछ में पुलिस ने व्यापारियों से विभाग से हुए भुगतान की आर्डर कॉपी, बिल, भुगतान के दस्तावेज मांगे हैं साथ ही पुलिस उनके द्वारा सप्लाई किए गए माल को स्पॉट वेरिफिकेशन भी कर रही है।
दरअसल जिला शिक्षा विभाग में पूर्व शिक्षा अधिकारी एमआर खाण्डे द्वारा विभाग में स्टेशनरी व अन्य खरीदी के नाम पर किए गए पांच करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में पुलिस ने अभी तक मुख्य आरोपी सहित दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच के लिए कोतवाली थाना प्रभारी की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया है जो मामले से जुड़े हुए लोगों से पूछताछ व संबंधित दस्तावेजों को इकठ्ठा कर रही है।

ब्लैक लिस्टेड फर्म को करोड़ों का भुगतान

खाण्डे के कार्यकाल के दौरान विभाग से भुगतान पाने वाले समस्त फर्म, पत्रकार सहित दो दर्जन से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए पुलिस ने नोटिस जारी किया था, जिसके बाद पुलिस ने एक-एक व्यक्ति को बुलाकर उन्हें हुए भुगतान के बिल की कॉपी मांगा है। विभाग द्वारा ऐसी फार्मो को सप्लाई का आर्डर दिया गया जो राज्य शासन द्वारा ब्लैक लिस्टेड की जा चुकी हैं। इन फर्मो को दो या चार लाख की सप्लाई नहीं बल्कि करोड़ों रुपए सामान खरीदने के नाम पर भुगतान किया गया।

जिला शिक्षा कार्यालय में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में कुछ फर्मो के खाते सील किए गए हैं। पूछताछ के लिए कुछ व्यापारियों को भी बुलाया गया था।
मनीषा चंद्रा, कोतवाली थाना प्रभारी कांकेर


दिल्ली पहुंचा लोगों का आक्रोश, काबू करने पुलिस के छूटे पसीने

10 December 2014
दिल्‍ली /रायपुर। छत्तीसगढ़ में नसबंदी शिविर और जहरीली दवाइयों से मौतों के विरोध में प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री निवास का घेराव किया। अजीत जोगी, भूपेश बघेल, चरणदास महंत, रविन्द्र चौबे समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने भाजपा सरकार की प्रतीकात्मक शव यात्रा भी निकाली। दिल्‍ली पुलिस को प्रदर्शनकारियों को रोकने में काफी मशक्कत करनी पड़ी । बुधवार को कांग्रेस नेता धान खरीदी और नक्सलवाद के मुद्दे पर जंतर-मंतर पर धरना और संसद मार्च करेंगे।

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में दो नक्सली ढेर

09 December 2014
रायपुर। माओवादियों के पीएलजीए सप्ताह के अंतिम दिन बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुनगा के जंगल में सोमवार शाम नक्सलियों एवं पुलिस के बीच मुठभे़़ड हुई जिसमें दो नक्सली मारे गए और दो संदेहियों को हिरासत में लिया गया है। गंगालूर थाने से डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन के लिए रवाना हुई थी। ग्राम मुनगा के जंगल में देर शाम कापी संख्या में छिपे नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से करीब दो घंटे तक कई राउंड फायरिंग चली। इसके बाद मौके से दो नक्सलियों के शव बरामद किए गए। नक्सलियों ने फेंके पर्चे बस्तर जिले के दरभा घाटी इलाके में नक्सलियों ने सोमवार को काफी संख्या में पर्चे पेड़ों पर चस्पा किए हैं।
दरभा घाटी डिवीजनल कमेटी की ओर से प्रकाशित इस पर्चे में पीएलजीए सप्ताह को सफल बनाने तथा ग्रामीणों को पुलिस से दूरी बनाने की बात लिखी गई है। पुलिस ने कुछ स्थानों से पर्चे बरामद कर नष्ट कर दिए हैं।।


फर्जी जाति प्रमाण पत्र से ली नौकरी, शिक्षक को किया बर्खास्त

09 December 2014
कोरबा। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षक की नौकरी करने वाले के मामले में सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है। पिछड़ा जाति होते हुए अनुसूचित जाति वर्ग में नियुक्ति पा ली गई थी। उच्च स्तरीय छानबीन समिति से निर्णय के आधार पर जिला स्तरीय विभागीय समिति ने यह आदेश जारी किया है।
जांजगीर-चांपा जिले के कन्हैयालाल बरेठ पिता तनगूराम बरेठ को बिलासपुर में विशेष भर्ती अभियान के तहत अनुसूचित जाति वर्ग में शिक्षक के पद पर वर्ष १९९४ में दो वर्ष की परिवीक्षाधीन अवधि के लिए नियुक्ति दी गई थी। कन्हैयालाल, प्राथमिक शाला निमउकछार पोड़ीउपरोड़ा में पदस्थ था। इसे वर्ष २०१० में उच्च वर्ग शिक्षक के पद पर पदोन्नत करते हुए मल्दा के माध्यमिक शाला में पदस्थ किया गया।
अखिल भारतीय सतनामी युवा कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनीराम जांगड़े ने शिक्षक की जाति संबंधी शिकायत की थी। मार्च २०१४ में उच्च स्तरीय समिति आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रायपुर द्वारा छानबीन कराई गई। इस दौरान सामने आया कि भोपाल, रायसेन व सीहोर जिले के धोबी जाति को क्षेत्रीय बंधन के तहत् अनूसुचित जाति में मान्य है,लेकिन मध्यप्रदेश पुर्नगठन अधिनियम २००० के तहत सूची में धोबी जाति शामिल नहीं है।
जिला स्तरीय विभागीय समिति द्वारा मामले की सुनवाई कर एवं शिक्षक बरेठ को अपने बचाव में दस्तावेज प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया। बरेठ सात अप्रैल को उपस्थित भी हुए लेकिन किसी प्रकार का दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। कलक्टर कोरबा रीना कंगाले ने कन्हैयालाल बरेठ की सेवा समाप्ति करने का आदेश जारी कर दिया।

वेतन की रिकव्हरी नहीं

कन्हैयालाल बरेठ को बतौर वेतन प्रतिमाह ३८ हजार रुपए प्रतिमाह मिल रहा था। २१ जनवरी को रायपुर की उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। रिपोर्ट में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाना पाया गया था। इस आदेश के बाद प्रशासनिक अफसरों को अंतिम जांच करने से लेकर सेवा समाप्ति कार्रवाई में १० माह का समय लग गया। बताया जा रहा है की दिए गए वेतन का अब तक रिक्वहरी नहीं की गई है।


रेडक्रॉस और बाजारों में खुलेआम बिक रहीं 24 कंपनियों की घटिया दवाईयां

09 December 2014
रायपुर । नसबंदी और जहरीली दवा से 20 लोगों की जान जाने के बाद भी सरकारी अमला लापरवाह बना दिखाई दे रहा है। जिन 24 कंपनियों की दवा को सरकार की एक एजेंसी छत्तीसगढ़ स्टेट मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (सीजीएमएससी) ने स्तरहीन करार दिया, वही दवाएं रेडक्रॉस जैसी दूसरी संस्था में खुलेआम बिक रही है। बाजार में भी यह उपलब्ध है। ये दवाइयां गुड्स मैन्यूफेक्चरिंग एंड प्रैक्टिस सर्टिफिकेट (जीएमपी)के आधार पर खरीदी जाती है, जो राज्य का ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग जारी करता है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वह इनकी बिक्री नहीं रोक सकता। ​

बिक्री नहीं रोक सकते: स्वास्थ्य विभाग

अमानक क्यों?
टेक्निकल स्टाफ की कमी
मैन्युफैक्चरिंग सही तापमान में नहीं
रिकॉर्ड का सही रखरखाव नहीं
मैन्युफैक्चरिंग बताकर री-पैकिंग करना
क्या होना था?

मॉनीटरिंग स्टाफ के पास फार्मेसी की डिग्री होनी चाहिए, नहीं थी ।
साफ-सफाई, भवन, मेटेरियल की गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए था।
दवाइयों की जांच, लैब के उपकरण, बनने और सप्लाई का रिकॉर्ड रखना होता है।
दवाइयों पर मैन्युफैक्चरिंग, मार्केटिंग, रिपैकिंग की सही जानकारी दी जानी चाहिए।


नक्सल हमले के बाद बंद हो गया था सैटेलाइट ट्रैकर

08 December 2014
रायपुर। सुकमा में नक्सली हमले के समय सीआरपीएफ की टुकड़ी का सैटेलाइट ट्रैकर बंद हो गया था। सीआरपीएफ की जांच में पाया गया कि चिंतागुफा से दस किलोमीटर दूर कसलनार के पास नक्सलियों ने जिस पार्टी पर घात लगाकर हमला किया, उसका सैटेलाइट ट्रैकर दोपहर 12.20 बजे के बाद बंद हो गया। पार्टी में शामिल जवानों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर सैटेलाइट ट्रैकर बंद कैसे हो गया? इसके साथ ही यूबीजीएल और अन्य हथियार लूटने की रिपोर्ट भी तैयार की गई है, जिसे सोमवार को गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा। सीआरपीएफ के डीजी ने कोर्ट आफ इन्क्वायरी की घोषणा की है। इसके लिए सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने रविवार को रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया।
सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार 29 नवम्बर को गोरगु़़डा, पोलमपल्ली, कांकेरलंका, पुसवा़़डा, तेमेलवा़़डा, चिंतागुफा, बुरकापाल, चितंलनार, भेज्जी के सीआरपीएफ, कोबरा व जिला पुलिस बल के जवान सर्चिग ऑपरेशन के लिए अलग-अलग जगहों से निकले थे। सर्चिग पार्टी को सोमवार शाम चिंतलनार पहुंचना था। कांकेरलंका व चिंतागुफा से निकली हुई पार्टी के साथ नक्सलियों की मुठभे़़ड हुई। मुठभे़़ड की जगह से कुछ दूरी पर सीआरपीएफ के आईजी एचएस सिद्धू की पार्टी थी। पार्टी ने सैटेलाइट कम्यूनिकेशन टूटने के बाद सिद्धू की पार्टी पीछे की ओर लौटी। वह भी रास्ता भटक कर आगे की ओर चली गई थी। बाद में लगभग एक बजकर 20 मिनट पर सिद्धू की पार्टी घटनास्थल के पास पहुंची। यह पार्टी 13 शहीद जवान, 14 घायल और दस मलेरिया से पी़ि़डत जवानों को लेकर चिंतागुफा पहुंची।

शहीदों के परिजनों को पहला चेक जारी

सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार शहीद जवानों के परिजनों के लिए 21 लाख पए का पहला चेक जारी कर दिया गया है। इसमें 20 लाख पए रिस्क फंड से और एक लाख पए सेंट्रल वेलफेयर फंड से दिया जा रहा है। परिजनों को सीआरपीएफ की ओर से 61 लाख पए दिए जाएंगे। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ के दौरे के समय 38 लाख पए देने की घोषणा की थी। राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के अनुसार, नक्सली हमले में शहीद होने वाले पुलिस बल के जवानों को 28 लाख पए दिए जाते हैं। इसमें 25 लाख पए स्पेशल इंश्योरेंस और तीन लाख पए एक्सग्रेसिया दिया जाता है।

गृहमंत्रालय को सौंपेंगे प्रस्ताव

सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार बस्तर में सुविधा बढ़ाने का प्रस्ताव गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा। इसमें नाइट लैंडिंग डिवाइस, ज्यादा जवानों की तैनाती की मांग की जाएगी। गृह मंत्रालय की सोमवार को होने वाली बैठक में जवानों के शहीद होने पर मिलने वाली राशि को बढ़ाकर एक करोड़ करने का प्रस्ताव दिया जाएगा। इसके साथ ही शहीद जवानों के परिजनों को उसी पद पर नियुक्ति देने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है।


नशीला पेड़ा खिलाया, फिर रुपए लेकर फरार

08 December 2014
बिलासपुर/अंबिकापुर। राम मंदिर के समीप स्थित एक कपड़ा व्यवसायी को नशीला प्रसाद खिलाकर एक युवक गल्ले में रखे रुपए को लेकर फरार हो गया। व्यवसायी की स्थिति गम्भीर होने पर उसे रायपुर रेफर किया गया है। परिजन द्वारा मामले की लिखित शिकायत थाने में की गई है।
जानकारी के अनुसार राममंदिर के समीप रतिराम ताराचंद क्लाथ स्टोर स्थित है। दुकान के संचालक सुनील अग्रवाल शुक्रवार को दुकान में बैठे हुए थे। इसी दौरान एक युवक दुकान में आया और उसने अपने आप को नमनाकला निवासी अभिषेक सिंह बताया और उनसे दुकान में काम करने की बात कही। सुनील अग्रवाल ने युवक को शनिवार की सुबह १० बजे दुकान में आकर काम करने को कहा।
युवक शनिवार की सुबह दुकान में पहुंचा और सुनील अग्रवाल को कहा कि उसे महामाया जाना है। दुकान संचालक ने युवक से पूछा कि अभी तो काम पर आए हो और तुरंत जाने की बात कह रहे हो। इस पर युवक ने अपनी मन्नत का हवाला देते हुए महामाया जाने को निकल गया। थोड़ी देर बाद लगभग साढ़े ११ बजे युवक वापस दुकान में लौटा और सुनील अग्रवाल को महामाया के प्रसाद के रूप में पेड़ा दिया।
युवक ने पेड़ा में नशीला पदार्थ मिलाकर व्यवसायी को दे दिया था। पेड़ा खाने के थोड़ी देर बाद सुनील अग्रवाल बैहोश हो गए। इसके बाद युवक दुकान के गल्ले में रखे रुपए को लेकर फरार हो गया। लगभग ढाई बजे सुनील अग्रवाल को होश आया तो वे किसी तरह दुकान से बाहर निकले और इसकी सूचना अपने पड़ोसियों को दी।
पड़ोसियों ने व्यवसायी की स्थिति गम्भीर होने की वजह से उन्हें तत्काल मिशन अस्पताल ले गए। मिशन अस्पताल में चिकित्सकों ने सुनील की स्थिति देखते हुए उन्हें रायपुर भेज दिया। युवक ने काम पर लगने के पूर्व कपड़ा व्यवसायी को दो मोबाइल नम्बर भी दिया था, जिसमें से एक नम्बर अपना और एक नम्बर अपने पिता का बताया था।
लोगों ने एक नम्बर पर सम्पर्क भी किया, लेकिन वह नम्बर वाड्रफनगर के किसी पीसीओ का निकला। दूसरा मोबाइल नम्बर भी बंद मिला। पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए व्यवसायी के ठीक होने का इंतजार कर रही है।


कांग्रेस जिला चुनाव समिति की बैठक में विवाद

08 December 2014
रायपुर। कांग्रेस में महापौर और पार्षदों की दावेदारी पर मंथन करने बैठे नेता आपस में ही उलझ गए। बड़ी वजह यह थी कि जो महापौर के टिकट के दावेदार हैं, वहीं जिला चुनाव समिति में भी बैठे थे। रायपुर नगर निगम के लिए शहर जिला कांग्रेस चुनाव समिति में महापौर के लिए लगभग 20 दावेदार हैं। इनमें से आधे दावेदार चुनाव समिति की बैठक में थे।
कांग्रेस भवन में रविवार चार घंटे चली बैठक में प्रभारी महामंत्री बदरुद्दीन कुरैशी मौजूद थे। महापौर के लिए नामों पर चर्चा हो रही थी। तब पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि जिन लोगों ने विधानसभा चुनाव में पार्टी का काम नहीं किया, उन्हें नहीं टिकट दिया जाना चाहिए।
यहां मेरे समेत शहर के तीनों प्रत्याशी किरणमयी नायक, विकास उपाध्याय बैठे हैं। सभी जानते हैं किसने भीतरघात किया। उनके नाम पर विचार ही नहीं होना चाहिए। इस पर पूर्व पार्षद आनंद कुकरेजा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन्हें प्रत्याशी बनाया गया था, वे लोगों से कहते फिर रहे थे कि वो कांग्रेस पार्टी को नहीं, मुझे देखकर वोट दें। दोनों के बीच वाद-विवाद की स्थिति बन गई। वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें बिठाया। अरुण भद्रा ने कहा कि बैठक में पार्षद के लिए कुछ दावेदार भी हैं, वे बाहर चले जाएं तभी खुलकर चर्चा हो सकेगी।
अंत में महापौर के लिए पार्टी हाईकमान को अधिकृत करने का प्रस्ताव लाया गया, लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी। लिहाजा प्रदेश चुनाव समिति को सभी दावेदारों के नाम भेजने का निर्णय लिया गया।


एटीएम में चाबी छोड़ चले गए कर्मचारी

06 December 2014
महासमुंद/सरायपाली। बस स्टैंड के पास स्थित एटीएम मशीन में पैसा डालने के बाद कर्मचारियों ने उसकी चाबी मशीन में ही छोड़कर चले गए।
भाजयुमो के अमित आहूजा जब एटीएम मशीन रकम आहरित करने गए, तो चॉबी देखी। आसपास उन्होंने कर्मचारियों को तलाश भी किया, लेकिन नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय आरक्षी केन्द्र में दी और थाना प्रभारी केबी द्विवेदी को चॉबी सौंप दी। इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक के बनर्जी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि चाबी भूल जाने से संबंधित जानकारी उन्हें भी मिली है।
एटीएम मशीन में पैसा डालने का काम प्रायवेट एंजेसी द्वारा किया जाता है, जो भारतीय स्टेट बैंक सारंगढ़ से ताल्लुक रखते हैं। बैंक प्रबंधन के मुताबिक सारंगढ़ शाखा प्रबंधक को इस संबंध में अवगत करा दिया है।


माओवादियों ने जलाए ग्रामीणों के राशन कार्ड

06 December 2014
जगदलपुर/बीजापुर। सुकमा के कसालपाड़ में हुई घटना के बाद माओवादी एक बार फिर अपनी जमीन तलाशने में जुट गए हैं। यही कारण है कि इस घटना के बाद अब गंगालूर इलाके में भी यह बात सामने आ रही हे कि माओवादियों ने सरकारी राशन नहीं उठाने ग्रामीणों से कहा है। यही नहीं माओवादियों ने अपनी बौखलाहट के चलते कुछ ग्रामीण जो राशन लेने पहुंचे थे उनके राशन कार्ड को भी फूंक डाला।
माओवादी एक बार फिर भय का माहौल बनाना चाह रहे हैं जिसका असर इलाके में दिख रहा है। हाल ही में गंगालूर इलाके के साप्ताहिक बाजार में भी रौनक नहीं रही। बाजार में सन्नाटा था और सोसाइटी में राशन के लिए इक्का- दुक्का ग्रामीण छिपते छिपाते पहुंचते नजर आ रहे हैं। इस बात का प्रमाण सरकारी स्टाक में जमा राशन को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण राशन लेने नहीं आ रहे हैं। माओवादियों ने अपने फरमान में कहा है कि ग्रामीण किसी भी सरकारी योजना का लाभ न लें। साप्ताहिक बाजार व थानों से लगे इलाकों में जाने के लिए भी माओवादियों ने मनाही कर रखी है। ऐसी स्थिति बनने से ग्रामीणों के लिए परेशानी खड़ी हो चुकी है।

आधे से अधिक राशन दुकान में ताला

ग्रामीणों के नहीं आने के चलते गंगालूर क्षेत्र के आधा से ज्यादा सोसायटी बंद रहे। इस पर सोसायटी संचालक भी किसी तर की प्रतिक्रिया देने से बचते रहे। इस बीच ग्रामीण दबी जुबान से माओवादियों के फरमान का खुलासा कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन को माओवादियों के इस फरमान की जानकारी पहले से ही है। लेकिन इसका असर अब खुलकर दिख रहा है। हालांकि कुसालपाड़ की घटना के बाद पुलिस ने जिले में रेडअलर्ट जारी किया है। अधिकारियों का मानना है कि यदि ग्रामीण सामने आएंगे तो उन्हें पूरी सुरक्षा और सरकारी योजनाओं का पूर्ण लाभ दिया जाएगा। वर्तमान में गंगालूर सहित अंदरुनी इलाकों में ऐसी स्थिति सामने आ रही है।

मिली है जानकारी

माओवादियों गंगालूर इलाका ही नही अन्दरूनी इलाकों में भी सरकार के खिलाफ फरमान जारी किया है। जानकारी मिली है कि ग्रामीणों के राशन कार्ड को छीनकर उन्होंने आग के हवाले भी किया है।
केएल धु्रव, एसपी, बीजापुर
-शेख इस्लामुद्दीन


ईओडब्लू और एसीबी में 26 पुलिस अफसर आए प्रतिनियुक्ति पर

06 December 2014
रायपुर। एडीजी मुकेश गुप्ता की पहल पर गृह विभाग ने पहली बार 26 पुलिस अफसरों की पदस्थापना एंटी करप्शन ब्यूरो और ईओडब्लू में की है।
विभाग का चार्ज संभालने के बाद एडीजी गुप्ता ने गृह विभाग के आला अफसरों को अमले की कमी का हवाला देने के साथ ही अपनी नई टीम के गठन को लेकर अवगत कराया था। उनकी मांग पर बलौदाबाजार, भिलाई, महासमुंद, धमतरी और जांजगीर-चांपा और कोंडागांव के विभिन्न शाखाओं में पदस्थ अफसरों को प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है। फिलहाल गृह विभाग ने 6 उपपुलिस अधीक्षक, 16 निरीक्षक और 4 उपनिरीक्षकों को पदस्थ किया है। इस टीम में पुलिस मुख्यालय के विशेष शाखा में पदस्थ कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है।

इन अफसरों को मिली प्रतिनियुक्ति

शोएब अहमद खान, विश्वास चंद्राकर, एएस परिहार, विजय कटरे, विरेन्द्र सतपथी, अशोक जोशी ( सभी डीएसपी ) रामकृष्ण दुबे, नवनीत पाटिल, नरेन्द्र सिंह बंछोर, लंबोदर पटेल, सत्यप्रकाश तिवारी, बिृजेश तिवारी, चंद्रशेखर धु्रव, संजय दिनकर देवस्थले, मोहम्मद फरहार कुरैशी, एलवर्ट कुजूर, प्रमोद कुमार खेस, वैजयंतीमाला तिग्गा, पूर्णिमा लामा अब्दुल कादिर खान, नरसिंह राम, जीवन प्रकाश ( सभी निरीक्षक ) नरेन्द्र कुमार मिश्रा, जनकलाल साहू , रविशंकर तिवारी,आरएन सेंगर ( सभी निरीक्षक )।


कांग्रेस का 9 को प्रधानमंत्री निवास घेराव, 10 को संसद मार्च

05 December 2014
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी 9 दिसंबर को दिल्ली में प्रधानमंत्री निवास का घेराव करेगी। वहीं 10 दिसंबर को जंतर-मंतर में धरना देने के बाद संसद मार्च किया जाएगा।
इस प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस नसबंदी कांड में दोषियों पर कार्रवाई के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के इस्तीफे की मांग करेगी। इसके अलावा संसद मार्च के दौरान समर्थन मूल्य 2100 रुपए में धान खरीदी करने की मांग की जाएगी। यह फैसला प्रदेश कांग्रेस की बैठक में लिया गया। प्रधानमंत्री निवास का घेराव करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय से निकलेंगे। वहीं जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन के बाद 3 बजे संसद मार्च किया जाएगा।
कांग्रेस पदाधिकारियों की गुरुवार को कांग्रेस भवन में महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में पदाधिकारियों से चर्चा कर राय ली गई। वहीं पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभी जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों को दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन में भीड़ जुटाने और सभी कांग्रेसियों को शामिल होने को कहा गया। बताया जा रहा है कि विधायकों को भी इस प्रदर्शन में मौजूद रहने की हिदायत दी गई है। फिलहाल कांग्रेस, प्रधानमंत्री निवास घेराव और संसद मार्च की तैयारी में जुट गई है।

राष्ट्रीय पदाधिकारी भी शामिल

दिल्ली में प्रधानमंत्री निवास घेराव और संसद मार्च में प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ ही पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे। इसमें राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, राज्यसभा सांसद मोहसिना किदवई, प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, प्रभारी सचिव भक्त चरणदास सहित कुछ और पदाधिकारी के शामिल होने की संभावना है।

कोर्ट भी जाएंगे

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि नसबंदी कांड और जहरीली दवाइयों के विरोध में प्रधानमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा। इसी तरह धान खरीदी, नक्सली हमले में जवानों की शहादत, शहीद जवानों की वर्दी कचरे के ढेर में फेंकने सहित कई मुद्दों को लेकर संसद मार्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद भी मांगे पूरी नहीं हुई तो कोर्ट जाएंगे। बघेल ने कहा कि धान खरीदी मंडी एक्ट के तहत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर दोषी व्यक्ति और अधिकारियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

कांग्रेस का निर्णय

9 दिसंबर-दिल्ली में प्रधानमंत्री निवास का घेराव
10 दिसंबर-जंतर मंतर में धरना प्रदर्शन एवं संसद मार्च
14 दिसंबर से -सभीं धान खरीदी केन्द्र में सत्याग्रह
19 दिसंबर-प्रदेश भर में रेल रोको आंदोलन।


दहेज प्रताडऩा मामले में तीन पर जुर्म दर्ज

05 December 2014
महासमुंद। तेंदूकोना थानांतर्गत ग्राम साल्हेभाठा में एक नवविवाहिता ने दहेज प्रताडि़त के चलते फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
ुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम साल्हेभाठा निवासी गौकरण साहू की शादी लक्ष्मी उर्फ राधिका के साथ 7 माह पहले 21 अप्रैल 2014 को हुई थी। शादी के बाद ससुराल वालों ने दहेज के लिए शारीरिक, मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगा। इससे तंग आकर राधिका ने 15 नवंबर को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। 3 दिसंबर को राजेंद्र गेंदले की रिपोर्ट पर पुलिस तेंदूकोना पुलिस ने पति गौकरण साहू, ससुर हंसराम साहू एवं सास गिरजा साहू के विरूद्ध धारा 305 बी 34 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया।


नगरीय निकाय चुनाव पर लगा स्टे सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज

05 December 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने स्टे खारिज कर दिया है। परिसीमन मामले को लेकर रायपुर के दो पार्षदों ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए 14 नवंबर को जज टीपी शर्मा और इंदर उबोवोजा की युगलपीठ ने स्टे का आदेश जारी कर दिया था। इस निर्णय के खिलाफ पिछले दिनों कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एचएल दत्तु की बेंच ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया।

अब आगे क्या :

राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के नगरीय निकायों के लिए 8 दिसम्बर और 11 नवम्बर को वोटिंग की तिथि तय की थी। मतगणना 15 दिसम्बर को होनी थी। स्टे के बाद से नामांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी। विशेषज्ञों के मुताबिक स्टे हटने के बाद भी पुरानी तिथियों पर यह चुनाव नहीं हो पाएगा। इसकी वजह यह है कि प्रत्याशियों के नामांकन ही तय नहीं हो पाए हैं, नामांकन के बाद प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार करने के लिए भी समय चाहिए होता है।

चुनाव का किसे फायदा, किसे नुकसान

नसबंदी चुनाव, नक्सली हमले से घिरी भाजपा सरकार के लिए नगरीय निकाय चुनावों पर स्टे एक राहत की तरह है, लेकिन कांग्रेस इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहती है। विधानसभा चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार यह मौका है जबकि कांग्रेस के पास हमला करने के लिए पर्याप्त मुद‌दे हैं। ऐसे समय में यदि चुनाव होते हैं तो वह फायदे में आ सकती है और प्रदेश में कमजोर पड़ी कांग्रेस को एक संजीवनी मिल सकती है। इसलिए कांग्रेस चाहती है निकाय चुनाव जल्द से जल्द हो, जबकि परिसीमन के जिस मामले पर हाईकोर्ट ने स्टे लगाया था, वह याचिका कांग्रेस पार्षदों की ओर से ही लगाई गई थी।

क्या था मामला'

रायपुर के पार्षद ज्ञानेश शर्मा और जगदीश आहूजा ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि रायपुर नगर निगम में 2001 की जनगणना के आधार पर ही चुनाव करवाने की तैयारी चल रही है, जबकि यहां की जनसंख्या 25 प्रतिशत बढ़ गई है। यहां आबादी के हिसाब से परिसीमन नहीं किया गया है। इस वजह से किसी वार्ड की जनसंख्या सात हजार है तो किसी में 35 हजार। इस पर हाइकोर्ट ने 14 नवंबर को फैसला सुनाते हुए परिसीमन होते तक चुनाव पर रोक लगा दी थी।


नक्सलियों के क्रॉसिंग पॉइंट पर जवान करेंगे वार

04 December 2014
रायपुर। सुकमा में नक्सली हमले के बाद सीआरपीएफ और पुलिस के आला अधिकारियों की बीच हुई बैठक में नक्सल अभियान की रणनीति पर मंथन हुआ। इसमें तय किया गया कि बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मानव रहित विमान [यूएवी] से सर्चिग तेज की जाएगी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एरिया डॉमिनेशन के बाद तत्काल नए कैंप खोलने की तैयारी की गई है। हर दस किलोमीटर पर एक कैंप खोलने का निर्देश दिया गया है। नक्सलियों के क्रॉसिंग पॉइंट को तो़़डने के लिए विशेष अभियान चलाने की तैयारी है। आंध्रप्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र सीमा से लगे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संयुक्त अभियान चलाने पर भी मंथन किया गया। इसके साथ ही नक्सल मोर्चे पर ज्यादा जवानों की तैनाती और नए हेलीकॉप्टर भी मिलेंगे।
पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, नक्सल अभियान में जुटे जवानों को सबसे ज्यादा दिक्कत आपस में संपर्क स्थापित करने में हो रही है। मोबाइल नेटवर्क नहीं होने के कारण संपर्क के लिए सेटेलाइट फोन पर निर्भर होना प़़डता है। केंद्र सरकार को 20 और सेटेलाइट फोन के लाइसेंस के लिए दो महीने पहले प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अब तक लाइसेंस जारी नहीं हुआ है। प्रदेश के आला अधिकारियों ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह की बैठक में इसकी जानकारी दी है। बस्तर में आसमान से नक्सलियों पर नजर रखने के लिए मानवरहित विमान ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन इसका बेस सेंटर हैदराबाद एवं भिलाई होने से यह सही समय पर नक्सलियों की सूचना देने में सफल नहीं हो पा रहा है। पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन का बेस सेंटर बस्तर में बनाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। केन्द्रीय गृहमंत्री के साथ हुई बैठक में भी ड्रोन को लेकर चर्चा हुई है। अधिकारियों ने बताया कि भिलाई से बस्तर की दूरी 300 किमी होने के कारण भी फौरन ड्रोन की सेवाएं मिलना मुमकिन नहीं है।

दस जवानों को हुआ था मलेरिया

सुकमा में हुए नक्सली हमले में मारे गए और घायल जवानों में से दस को मलेरिया हुआ था। पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ के जवानों पर जब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की, उस समय दस जवान मलेरिया से पी़ि़डत थे। सीआरपीएफ के आईजी एचएस सिद्धू पास की दूसरी टुक़़डी का नेतृत्व कर रहे थे। जैसे ही नक्सलियों की गोलीबारी की सूचना मिली, तो सिद्धू की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक 14 जवान शहीद हो चुके थे।

एक महीने में खुले चार कैंप

पुलिस ने एक महीने में चार नए कैंप खोले हैं। इनमें डोमीकला, धर्मापेंटा, पुष्पाल और तुंगनार शामिल है। डोमीकला राजनांदगांव में सीतागांव और औंधी के बीच है। धार्मापेंट क्रिस्टाराम और आंध्रप्रदेश बार्डर को जो़़डने का काम कर रहा है। इस कैंप की चारो तरफ नक्सलियों ने आईईडी लगा दिया है और मंगलवार से लगातार गोलीबारी कर रहे हैं। पुष्पाल सुकमा को ओडिशा बार्डर से जोड़ने का काम कर रहा है। यह कैंप तोंगपाल थाने से दस किलोमीटर दूर है। तुंगनार गीदम को बीजापुर रोड से जो़़ड रहा है। इन चारों कैंप के खुलने से नक्सलियों के क्रॉसिंग पॉइंट खत्म हुए हैं।


हाईकोर्ट ने राज्य शासन से पूछा-आखिर डॉक्टर पर क्या है आरोप

04 December 2014
बिलासपुर। नसबंदी कांड में गलत ऑपरेशन के आरोप में बर्खास्त और गिरफ्तार डॉ. आर.के. गुप्ता की जमानत याचिका पर होईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सरकारी वकील से पूछा कि डॉक्टर पर आखिर क्या आरोप है? शासन की ओर से नसबंदी में लापरवाही के कारण कार्रवाई की जानकारी दी। दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर दिया। मामले में गुरुवार को फैसला आने की संभावना है।

फोरेंसिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया

इससे पहले हाईकोर्ट में डॉ. गुप्ता की ओर से उनके वकील ने दिल्ली, कोलकाता, नागपुर की फोरेंसिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर कहा कि तीनों ही रिपोर्ट से यह पता चल रहा है कि दवा में चूहामार कैमिकल जिंक फास्फेट सहित अन्य जहरीले तत्व थे। मरीज और उनके परिजन के बयान से भी यह बात सामने आई है कि दवा खाने के बाद ही तबीयत खराब हुई। सुनवाई के दौरान वकील ने उस घटनाक्रम का भी उल्लेख किया, जिसके अनुसार नसबंदी के अलावा सामान्य बीमारियों से पीडि़त जिन लोगों ने सिप्रोसिन खाई, उनमें से कुछ की मौत हुई या फिर वे बीमार पड़ गए।


नगरीय निकाय चुनाव पर लगा स्टे सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज

04 December 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने स्टे खारिज कर दिया है। परिसीमन मामले को लेकर रायपुर के दो पार्षदों ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए 14 नवंबर को जज टीपी शर्मा और इंदर उबोवोजा की युगलपीठ ने स्टे का आदेश जारी कर दिया था। इस निर्णय के खिलाफ पिछले दिनों कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एचएल दत्तु की बेंच ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया।

अब आगे क्या :

राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के नगरीय निकायों के लिए 8 दिसम्बर और 11 नवम्बर को वोटिंग की तिथि तय की थी। मतगणना 15 दिसम्बर को होनी थी। स्टे के बाद से नामांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी। विशेषज्ञों के मुताबिक स्टे हटने के बाद भी पुरानी तिथियों पर यह चुनाव नहीं हो पाएगा। इसकी वजह यह है कि प्रत्याशियों के नामांकन ही तय नहीं हो पाए हैं, नामांकन के बाद प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार करने के लिए भी समय चाहिए होता है।
चुनाव का किसे फायदा, किसे नुकसान
नसबंदी चुनाव, नक्सली हमले से घिरी भाजपा सरकार के लिए नगरीय निकाय चुनावों पर स्टे एक राहत की तरह है, लेकिन कांग्रेस इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहती है। विधानसभा चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार यह मौका है जबकि कांग्रेस के पास हमला करने के लिए पर्याप्त मुद‌दे हैं। ऐसे समय में यदि चुनाव होते हैं तो वह फायदे में आ सकती है और प्रदेश में कमजोर पड़ी कांग्रेस को एक संजीवनी मिल सकती है। इसलिए कांग्रेस चाहती है निकाय चुनाव जल्द से जल्द हो, जबकि परिसीमन के जिस मामले पर हाईकोर्ट ने स्टे लगाया था, वह याचिका कांग्रेस पार्षदों की ओर से ही लगाई गई थी।

क्या था मामला

रायपुर के पार्षद ज्ञानेश शर्मा और जगदीश आहूजा ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि रायपुर नगर निगम में 2001 की जनगणना के आधार पर ही चुनाव करवाने की तैयारी चल रही है, जबकि यहां की जनसंख्या 25 प्रतिशत बढ़ गई है। यहां आबादी के हिसाब से परिसीमन नहीं किया गया है। इस वजह से किसी वार्ड की जनसंख्या सात हजार है तो किसी में 35 हजार। इस पर हाइकोर्ट ने 14 नवंबर को फैसला सुनाते हुए परिसीमन होते तक चुनाव पर रोक लगा दी थी।


नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी: राजनाथ

03 December 2014
रायपुर। सुकमा में हुए नक्सली हमले के बाद छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया कि नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई अब केगी नहीं। शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद माना स्थित चौथी बटालियन परिसर में मंगलवार शाम को पत्रकारों से चर्चा में राजनाथ सिंह ने कहा कि वार से ज्यादा खतरनाक प्राक्सीवार है। जवान खुले में जंग लड़ रहे हैं। दुर्गम क्षेत्र में अभियान के खतरे रहते हैं, लेकिन देशहित और प्रबल राष्ट्रीय भावना से प्रेरित होकर जवान नक्सलियों से मोर्चा ले रहे हैं। नक्सलवाद एक चुनौती है, हम उसे स्वीकार करते हैं और उस पर विजय पाएंगे।
नक्सलियों के खिलाफ सेना को उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नक्सल मोर्चे पर सेना को नहीं उतारा जाएगा। एनडीए की सरकार आने के बाद नक्सल अभियान में बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र में यूपीए और एनडीए की सरकार का सवाल नहीं है। जिन क्षेत्रों में अभियान चलाया जा रहा है, वहां आम आदमी का पहुंचना मुश्किल है। जवानों की शहादत से हुई क्षति की भरपाई संभव नहीं है, लेकिन सरकार शहीदों के परिवार की पूरी तरह से चिंता करेगी। जवानों के जज्बे को सलाम करते हुए उन्होंने कहा कि घायल जवानों के हौंसले बुलंद हैं और वे खतरे से बाहर हैं।

आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं

राजनाथ सिंह ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। नक्सली हमले को केवल सरकार से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। केंद्र की ओर से 2400 करोड़ की राशि रोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस समय वे प्रक्रिया के सवालों पर कोई चर्चा नहीं करेंगे। घायल जवानों के लिए 24 घंटे बाद हेलिकॉप्टर पहुंचने और नाइट लैंडिंग की व्यवस्था नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से भेजे प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा।

चूक स्वीकार की

सुकमा जिले में हुई नक्सली घटना पर श्री सिंह ने चूक स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि जहां आदमी का जुड़ाव होता है, वहां चूक होती है। चूक के बाद फोर्स भी सुधार करती है। श्री सिंह ने कहा कि बैठक में क्या रणनीति बनाई है, इसका खुलासा नहीं करेंगे, लेकिन परिणाम निश्चित रूप से सामने आएंगे। राज्य और केन्द्र सरकार के बीच पूरा तालमेल है, कहीं कोई दिक्कत नहीं है।

शहीद परिवार को 38 लाख

राजनाथ सिंह ने कहा कि शहीद परिवार को 38 लाख रुपए दिया जाएगा। घायलों को तात्कालिक रूप से 65-65 हजार रुपए देने के साथ नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की जा रही है।


नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद

03 December 2014
जगदलपुर/नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा के पास सोमवार दोपहर नक्सलियों ने इस साल की एक और बड़ी वारदात को अंजाम दिया। नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ के दो अधिकारियों समेत 14 जवान शहीद हुए। इसमें सीआरपीएफ की 223 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट डीएस वर्मा निवासी कानपुर और असिस्टेंट कमांडेंट राजेश कपुरिया निवासी राजस्थान शामिल हैं। सीआरपीएफ ने सोमवार देर रात 14 जवानों के शहीद होने और 15 के घायल होने की पुष्टि की है। हमले की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम निरस्त कर वापस लौट आए हैं। देर रात उन्होंने सीएम हाउस में आपात बैठक ली। दूसरी ओर सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने हमले को लेकर दिल्ली में आपात बैठक की है।
जानकारी मिली है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को रायपुर आएंगे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार माना जा रहा है कि सूचना तंत्र की विफलता के कारण यह घटना हुई है। हमले के दौरान जवानों की जवाबी कार्रवाई में कुछ नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है, लेकिन इसका ब्योरा उपलब्ध नहीं हो पाया है। मंगलवार की सुबह हेलिकॉप्टर से शहीदों के शवों को रायपुर लाया जाएगा।
एडीजी नक्सल ऑपरेशन आरके विज ने बताया कि चिंतागुफा से दस किलोमीटर दूर कसलनार के पास नक्सलियों ने संयुक्त ऑपरेशन पर निकले जवानों को निशाना बनाया। एरिया डामिनेशन के लिए कोबरा की 206वीं बटालियन और सीआरपीएफ की 223वीं बटालियन के जवान सर्चिग पर थे। नक्सलियों ने फायरिंग से पहले ब्लॉस्ट किया। दोपहर लगभग दो बजे एंबुश लगाकर हमला किया। नक्सली हमले में 15 जवानों के घायल होने की सूचना है, जिसमें सात जवानों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घटनास्थल पर देर रात तक फाइरिंग होती रही। पुलिस की तीन पार्टियों के जंगल में फंसी होने की खबर मिल रही है। 29 नवम्बर को गोरगुड़ा, पोलमपल्ली, कांकेरलंका, पुसवाड़ा, तेमेलवाड़ा, चिंतागुफा, बुरकापाल, चितंलनार, भेज्जी के सीआरपीएफ, कोबरा व जिला पुलिस बल के जवान सर्चिग ऑपरेशन के लिए अलग-अलग जगहों से निकले थे। सर्चिग पार्टी को सोमवार शाम चिंतलनार पहुंचना था। कांकेरलंका व चिंतागुफा से निकली हुई पार्टी के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ में नक्सलियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला बोल दिया। समाचार लिखे जाने तक बुरकापाल, चिंतागुफा, कांकेरलंका व पुसवाड़ा की पार्टी नहीं पहुंची हैं। जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पुलिस टीम के पास थी। इसे देखते हुए ही ऑपरेशन किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि नक्सली भी सैकड़ों की संख्या में थे।

सीआरपीएफ आईजी भी थे सर्चिग ऑपरेशन पर

सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ के आईजी एचएस सिद्ध भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि यह वारदात उसी स्थान पर हुई है, जहां पिछले महीने नक्सलियों ने एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर पर गोलीबारी की थी। नक्सली दो दिसंबर से पीएलजीए सप्ताह मनाने की तैयारी में थे। इसे लेकर सुकमा और आसपास के इलाकों में नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके थे। नक्सलियों के अभियान को देखते हुए पुलिस टीम ने जंगल में सर्चिग ऑपरेशन चलाया था।

नक्सलियों में सामना करने का साहस नहीं: रमन

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों पर घात लगाकर किए गए हमले की कठोर शब्दों में निंदा की है। डॉ. सिंह ने सुरक्षा बलों के अधिकारियों और जवानों की शहादत पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। शहीदों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और सहानुभूति प्रकट करते हुए घायल जवानों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
डॉ. सिंह ने कहा कि नक्सलियों में इतना साहस नहीं है कि वे सुरक्षा बलों से आमने-सामने मुकाबला कर सकें, इसलिए उन्होंने कायरतापूर्ण तरीके से घात लगाकर हमला किया। शोक संतप्त परिवारों के दु:ख की इस घड़ी में छत्ताीसगढ़ सरकार और राज्य की जनता हर कदम पर उनके साथ खड़ी है।

रात को नहीं भेजा गया हेलिकॉप्टर

संभाग मुख्यालय स्थित एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर रात में भी उड़ान भर सकता है, लेकिन हमले के आशंका के चलते रात में हेलिकॉप्टर रवाना नहीं किया गया।
सूत्रों के अनुसार इलाके में दक्षिण बस्तर रीजनल कमेटी का प्रभाव है। यहां नक्सलियों की बटालियन नंबर एक भी तैनात है। क्षेत्र में सीआरपीएफ का एक बड़ा ऑपरेशन चल रहा है। घायल जवानों को चिंतागुफा थाना लाया गया है। यहां से एनएच 30 पर स्थित दोरनापाल की दूरी करीब 35 किमी है। यह पूरा क्षेत्र नक्सल प्रभाव वाला होने के कारण रात के वक्त घायल जवानों को जगदलपुर नहीं लाया जा पा रहा है, वहीं थाने में उनका इलाज किया जा रहा है।

सेंट्रल कमेटी का हाथ

नक्सलियों ने दो दिन पहले चिंतागुफा के पास एक बड़ी मीटिंग की थी। इसमें सैकड़ों नक्सलियों के शामिल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों द्वारा जवानों को फंसाने के लिए सुनियोजित ढंग से एम्बुश बिछाई गई थी। इस नक्सली वारदात की रणनीति माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के द्वारा बनाए जाने की खबरें आ रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक 29 नवम्बर को गादीरास के गोरली पहाड़ी क्षेत्र में सेंट्रल कमेटी के सदस्य पंकज, एलओएस सन्नी, आंध्र के एक लीडर जगदीश व देवा की मौजूदगी में नक्सलियों की बैठक हुई थी। इन्हें फोर्स के सर्चिग मूवमेंट की जानकारी थी। पिछले कुछ दिन से इस क्षेत्र में सीआरपीएफ के जवान ऑपरेशन में थे। सोमवार को जवान दक्षिण बस्तर की कमेटी के द्वारा बनाए गए एम्बुश में फंस गए।

गौरतलब है कि पंकज लंबे समय तक सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता के रूप में सक्रिय रहा, वहीं आंध्र का नक्सली लीडर जगदीश दक्षिण बस्तर की 26 नंबर प्लाटून का कमांडर हैं।

असवाल ने ली आपात बैठक

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एनके असवाल ने सोमवार देर रात सीआरपीएफ मुख्यालय में पुलिस और सीआरपीएफ के आला अधिकारियों की आपात बैठक ली। बैठक में डीजीपी एएन उपाध्याय, एडीजी आरके विज, राजीव श्रीवास्तव, सीआरपीएफ के डीआईजी केके भट्टाचार्य सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। एनके असवाल ने बताया कि एंबुश में फंसने के कारण जवानों की मौत हुई है। कुछ नक्सलियों के मारे जाने की भी जानकारी मिल रही है। आईजी बस्तर एसआरपी कल्लूरी से रिपोर्ट मंगाई गई है, जिसके बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।

मोदी ने किया जवानों की शहादत को सलाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले को लेकर ट्विट किया है। नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को सलाम किया है। साथ ही उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री रमन सिंह को निगरानी का निर्देश दिया है।


आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को नौकरी देगी सरकार

03 December 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार नौकरी देने पर विचार कर रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मण्डल के सदस्यों से रविवार को सीएम हाउस में मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य सरकार होमगार्ड में भी भर्ती करना चाहती है। पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन के नेतृत्व में बोर्ड के सदस्यों ने राज्य की नक्सल समस्या के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने प्रभावित इलाकों में सुरक्षा इन्तजाम के साथ-साथ जनता की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर अंचल में लगभग चार हजार स्थानीय युवाओं को राज्य पुलिस में सहायक आरक्षक के पद पर नियुक्त किया गया है।
उन्होंने नक्सलियों को समाज तथा राष्ट्र की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए आत्मसमर्पण तथा पुनर्वास नीतियों को और भी अधिक आकर्षक बनाने की जरूरत पर बल दिया। आत्मसमर्पित नक्सलियों को नौकरी देने के लिए अगर कुछ तकनीकी रकावटें हों तो उन्हें विधि सम्मत तरीके से हल करने का भी प्रयास किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बोर्ड के सदस्यों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चों की शिक्षा, आवासीय स्कूलों के रूप में संचालित पोटा कैबिनों और मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत प्रयास आवासीय विद्यालयों के बारे में जानकारी दी।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष श्याम सरन ने बताया कि बोर्ड के सदस्य एक रिपोर्ट तैयार करके केंद्र सरकार को देंगे। इसमें नक्सल समस्या और उससे निपटने के लिए राज्य और केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही नक्सल नीति पर भविष्य में होने वाले बदलाव के बारे में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। डॉ. रमन सिंह ने बस्तर इलाके में सड़क नेटवर्क के साथ-साथ हवाई यातायात सम्पर्क तथा संचार नेटवर्क के विकास और विस्तार की जरूरत पर भी बल दिया।

टीम में ये सदस्य शामिल

बोर्ड के सदस्य डॉ. भास्कर बालकृष्णन [क्यूबा में भारत के पूर्व राजदूत] जयदेव राणाडे [पूर्व अतिरिक्त सचिव, कैबिनेट सचिवालय भारत सरकार], पीसी हालदार [पूर्व निदेशक आईबी] पेट्रिशिया मुकीम [पद्मश्री सम्मान प्राप्त समाज विज्ञानी और महिला अधिकार कार्यकर्ता] तथा प्रमीत पाल चौधरी [पूर्व विदेश संपादक हिन्दुस्तान टाइम्स] भी शामिल थे।


मवेशी चराते-चराते बन गया हार्डकोर नक्सली

24 November 2014
रायपुर। पांचवीं की परीक्षा में फेल हुआ तो घर वालों ने जगत धुरवा को जंगल में मवेशी चराने के काम में लगा दिया। जंगल में उसकी मुलाकात नक्सलियों से हुई और देखते ही देखते वह दुर्दात नक्सली बन गया। सालों तक पुलिस के लिए चुनौती रहे धुरवा का नक्सलवाद से तब मोहभंग हुआ जब उसने संगठन में भेदभाव देखा और अपमानित महसूस करने लगा। आखिरकार शनिवार को उसने पुलिस के सामने हथियार डाल दिए।
पुलिस कंट्रोल रूम में हुई एक प्रेसवार्ता में एसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने राजनांदगांव कांकेर बॉर्डर डिवीजन कमेटी के मदनवाड़ा-कोडेखुर्से सयुंक्त एलओएस के सदस्य 21 वर्षीय जगत राम धुरवा उर्फ रमेश पिता हिरगु राम, ग्राम ओटेकसा, थाना कोड़ेखुर्से जिला कांकेर द्वारा आत्मसमर्पण करने की जानकारी दी। आत्म समर्पित नक्सली जगत उर्फ रमेश धुरवा वर्ष 2004 में पांचवी फेल होने से पढ़ाई छोड़ कर घर के मवेशी चराने का काम करता था। इस दौरान गांव ओटेकसा में कोडे़खुर्से दलम कमांडर रैनु [आन्ध्रप्रदेश], जीवन, फूलो, जंगू, डीवीसी कमलाकर [आन्ध्रप्रदेश] ने उसे अपने साथ मिला लिया।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि गांव आने पर नक्सली गांव के स्कूल में महिला पुरुष एवं बच्चों को मीटिंग में बुलाते थे। सीएनएम पार्टी के फूलो एवं ललिता नाच गाना करते थे। वर्ष 2008 में सीएनएम पार्टी कमांडर अगासा उर्फ आरती के नाच गान से प्रभावित होकर रमेश धुरवा भी सीएनएम पार्टी में शामिल हो गया। वर्ष 2008 से दिसंबर 2010 तक उसने सीएनएम पार्टी में कार्य किया। 2010 दिसम्बर में डीवीसी विजय रेड्डी ने उसे प्लाटून 23 में सदस्य बनाया। कमांडर जंगू ने रमेश धुरवा को 12 बोर बंदूक व 20 कारतूस दिया। फरवरी 2010 में मदनवाड़ा एलओएस में भेजा गया। इसके बाद मदनवा़़डा व कोडेकुर्से संयुक्त एलओएस में वह काम करता रहा।

नक्सली नेताओं से था अपमानित

जगत धुरवा ने बताया कि आंध्र प्रदेश के नक्सली नेता स्थानीय नक्सलियों कोछोटी-छोटी बातों पर अपमानित तथा भेदभाव करते हैं। नक्सलियों की कथनी एवं करनी में अंतर को देख कर उसका मन नक्सली विचारधारा से भी विचलित हो गया।

1 लाख 31 हजार का ईनाम

आत्मसमर्पित नक्सली जगत उर्फ रमेश धुरवा पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 1 लाख रुपए, पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग क्षेत्र द्वारा 30 हजार व पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव द्वारा एक हजार रुपए का ईनाम घोषिषत किया गया था।


करंगा परिवार के मुखिया की ग्यारह दिन बाद मौत

24 November 2014
जगदलपुर/नारायणपुर। माहका गांव में 13 नवम्बर को हुई घटना के ग्यारह दिन बाद करंगा परिवार के मुखिया ने इलाज के अभाव में अस्पताल लाने के दौरान दम तोड़ दिया। माहका के ग्रामीणों ने करंगा परिवार के मुखिया घड़वा का बैठक में कान काट दिया था। जिसके कारण इसमें संक्रमण हो जाने के कारण घड़वा राम इलाज के अभाव में काल के गाल में समा गया।
जानकारी के अनुसार आमासरा पंचायत के आश्रित गांव के ग्रामीणों ने 13 नवम्बर को घोटुल में बैठक आयोजित कर टोनही के शक में करंगा परिवार पर कहर ढहाया था। जिसमें ग्रामीणों ने टोनही के शक में करंगा परिवार की बैठक में बेदम पिटाई कर दी थी। इस पिटाई में ग्रामीणों ने दशरी एवं रामबती को मौत के घाट उतार दिया था। वहीं ग्रामीणों की पिटाई से परिवार का मुखिया घड़वा जिंदगी और मौत के साए में दिन गुजार रहा था।
ग्रामीणों ने टोनही के शक में मां-बेटी को मौत के घाट उतारने के साथ ही करंगा परिवार के मुखिया घड़वा करंगा का बाएं कान काट दिया था। इस घटना के बाद गांव से बेदखल होने से घडवा खेत में बनी लाढी के रह रहा था। लेकिन घडवा की स्थिति अचानक खराब होने के कारण परिजनों ने संजीवनी 108 कॉल कर मदद के लिए बुलाया है। जिसके बाद रविवार को शाम मैनपुर गांव में संजीवनी 108 के मदद से घडवा राम को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया जा रहा था। लेकिन रेमावण्ड के पास अस्पताल पहुंचने के पहले ही घडवा करंगा ने दम तोड़ दिया।


सांसदों का सीधा हमला, कहा अफसर और सचिव हमारा फोन नहीं उठाते

24 November 2014
रायपुर। नसबंदी कांड की राज्य के भाजपा सांसदों को जानकारी देने के लिए बुलाई गई राज्य सरकार की बैठक में सांसदों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई। सांसदों ने खुलकर कहा कि राज्य के वरिष्ठ अफसर उनकी उपेक्षा करते हैं। एक सांसद ने तो यहां तक कह दिया कि सचिव और उससे ऊपर के अफसर तो सांसदों का फोन ही नहीं उठाते हैं। इससे अफसरों ने सफाई दी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अफसरों को निर्देश दिए कि अफसर सांसदों का सम्मान करें और भविष्य में ऐसा न हो यह सुनिश्चित करें।
लोकसभा के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हो रहे भाजपा के सांसदों को राज्य मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को नसबंदी कांड के बारे में जानकारी देने के लिए आमंत्रित किया गया। इसमें सरकार की ओर से बताया गया कि घटना होने के बाद किस तरह सरकार ने काम किया और पूरी घटना की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग गठित किया गया है। इसके अलावा अब तक की गई कार्रवाई के बारे में भी बताया गया। इसी दौरान सांसदों ने घटना पर दुख जताया और कहा कि अफसरों ने राज्य सरकार की गाइड लाइन को ही मान लिया होता तो ऐसी घटना नहीं होती। घटिया दवा से मौतें होने की बात आई तो सांसदों ने कहा कि अफसर इसमें सरकार के ही निर्देशों को ही नहीं मान रहे हैं। दवा खरीदी के लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई करने की बात आई तो सरकार की ओर से बताया गया कि ऑपरेशन और दवा खरीदी करने वालों को बर्खास्त कर दिया गया है।
आशंका है कि संसद में नसबंदी कांड पर विपक्ष के द्वारा सरकार को घेरने का प्रयास किया जाएगा। इसीलिए राज्य के सांसदों को सरकार ने पूरी घटना का ब्यौरा दिया है। बैठक में नसबंदी कांड पर चर्चा के बाद सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं गिनाईं। उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने और अफसरों की मनमानी की बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रदेश के विकास कार्यों के केंद्र में लंबित प्रस्तावों की जानकारी दी। सांसदों को एक बुकलेट दी गई है, जिसमें केंद्र सरकार के पास प्रदेश के विचाराधीन मामलों की जानकारी है। बैठक में सांसद रमेश बैस, चंदूलाल साहू, दिनेश कश्यप, कमल भान सिंह, लखनलाल साहू, अभिषेक सिंह, डॉ. बंशीलाल महतो, तथा राज्य सभा सांसद रणविजय प्रताप सिंह जूदेव और डॉ. भूषण लाल जांगड़े मौजूद थे।

नई राजधानी के लिए सात हजार करोड़ का पैकेज :

छत्तीसगढ़ केंद्र से नई राजधानी के लिए पैकेज की मांग करेगा। इसके बारे में सांसदों को बताया गया। केंद्र ने अभी तक वित्त आयोग के तहत 750 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। केन्द्र सरकार ने तेलंगाना राज्य निर्माण के लिए आंध्रप्रदेश व्यवस्थापन अधिनियम 2014 लागू किया है। आंध्रप्रदेश को नई राजधानी के निर्माण के लिए केंद्र से विशेष आर्थिक पैकेज दिया जा रहा है। इसमें राजभवन, विधानसभा एवं अन्य अधोसंरचना विकास के लिए केन्द्र से राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान है। नया रायपुर विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में 14वें वित्त आयोग के तहत 7670 करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार किया है।

रिपोर्ट आने पर कड़ी कार्रवाई

सांसदों को नसबंदी कांड को लेकर कहा गया कि सरकार पूरे मामले की न्यायिक जांच कर रही है। आयोग की रिपोर्ट आने पर इसमें जो भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा, उसके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताया गया कि कुल 121 में से अब तक 104 महिलाओं को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। 24 नवम्बर की स्थिति में 17 महिलाओं का इलाज चल रहा है।

केंद्र में लंबित प्रस्ताव
राष्ट्रीय आदिवासी विवि की स्थापना का प्रस्ताव
नया रायपुर में नई ब्राड गेज रेल लाइन निर्माण
नया रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने 742 करोड़ का प्रोजेक्ट
रायपुर-जगदलपुर में नेत्रहीनों के लिए ब्रेल प्रेस की स्थापना
बस्तर, सरगुजा व बिलासपुर विवि के लिए 600 करोड़ का प्रस्ताव।


डॉ. गुप्ता की जमानत अर्जी खारिज

22 November 2014
रायपुर। मध्य प्रदेश के पेंडारी नसबंदी कांड में महिलाओं की मौत मामले में गिरफ्तार किए गए गए वरिष्ठ सर्जन डॉ. आरके गुप्ता की जमानत अर्जी खारिज हो गई है।
नसबंदी शिविर में तकरीबन 83 महिलाओं का ऑपरेशन किया गया था। इसमें से 14 महिलाओं की मौत हो गई थी। जांच के दौरान प्रथमदृष्टया ऑपरेशन थियेटर, उपकरण और औजार में संक्रमण पाया गया था।


मतदाताओं के नाम पर अब नहीं चलेगी लाल स्याही

22 November 2014
जगदलपुर। नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव के लिए तैयार मतदाता सूची के विलोपन सूची में शामिल मतदाताओं का नाम मूल प्रति से हटाने अब लाल स्याही का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसकी बजाए अब रबर सील से इसे प्रदर्शित किया जाएगा।
कलेक्टर अंकित आनंद ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। विदित हो कि चुनाव के लिए प्रशासन की तैयारी जारी है। हालांकि राजनीतिक दल भी इसमें पीछे नहीं हैं, लेकिन प्रशासन के नियमों के चलते वे दायरे में ही कार्य करना उर्पयुक्त समझ रहे हैं।


सेना के हेलिकॉप्टर को नक्सलियों ने बनाया निशाना

22 November 2014
रायपुर। सुकमा जिले की चिंतागुफा से ऑपरेशन पर निकले सीआरपीएफ और कोबरा के करीब 240 जवानों पर सैकड़ों नक्सलियों ने शुक्रवार की दोपहर घात लगाकर हमला कर दिया। मुठभेड़ की शुरुआत दोपहर 12 बजे के करीब हुई। इसके बाद करीब तीन घंटे तक दोनों तरफ से फायरिंग होती रही। घटना में सीआरपीएफ के 6 जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को लाने गए वायुसेना के हेलिकॉप्टर को भी नक्सलियों ने निशाना बनाया। पायलट एमके तिवारी घायल हो गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, सीआरपीएफ इस इलाके में पिछले 16 नवंबर से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही थी। जवान कैंप से सुबह पांच बजे जंगलों के लिए रवाना हुए थे। जवान जैसे ही बेट्टीगुड़ेम के करीब पहुंचे तो पहले से एंबुश लगाए नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई। करीब तीन घंटे तक गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से भाग निकले।

हेलिकॉप्टर को निशाना बनाने के लिए पहले से बनाई थी रणनीति

नक्सलियों ने जवानों पर हमले के साथ-साथ हेलिकॉप्टर को भी निशाना बनाने के लिए पहले से ही रणनीति बना रखी थी। यही कारण था कि नक्सलियों की एक पार्टी ने पहले जवानों को बेट्टीगुड़ेम के पास घेरा और भारी गोलीबारी की। नक्सलियों को पता था कि इस हमले में जख्मी होने वाले जवानों को नजदीक के चिंतागुफा बेस कैंप ले जाया जाएगा और इसके लिए हेलिकाॅप्टर की मदद ली जाएगी। इसके चलते एक पार्टी को हैलीपेड के पास एंबुश लगाकर रखा गया था। जैसे ही जवान संदीप भाटिया को लेकर हेलिकाॅप्टर ने टेकऑफ किया, वैसे ही घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। घटना में कुछ छर्रे हेलिकाॅप्टर के पायलट एम के तिवारी के पैरों में लगे। इसके बाद हेलिपैड के पास ही आधे घंटे तक फायरिंग हुई।

ये हुए घायल

घटना में 150 बटालियन बी कंपनी के एसआई विपिन कुमार, आरक्षक 150 सीआरपीएफ बी कंपनी के मधुकर राठौर, 201 कोबरा बटालियन के आरक्षक चंद्रशेखर, आरक्षक मनोज कुमार, सीआरपीएफ आईजी का गनमैन रूपक रावत और संदीप भाटिया घायल हुए हैं।

जख्मी हालत में भी पायलट ने हेलिकॉप्टर को बेस कैंप पहुंचाया

नक्सली हेलिकॉप्टर को निशाना बनाना चाहते थे। पहले चार स्मोक बम का विस्फोट कर पायलट को भ्रम में डालने की कोशिश की। लेकिन जख्मी होने के बावजूद पायलट एमके तिवारी ने साहस दिखाते हुए बट्टीगुड़म से हेलिकॉप्टर उड़ाकर चिंतागुफा में सुरक्षित लैंड करवाया। अगर समय पर हेलिकाॅप्टर न पहुंच पाता, तो जवानों की जान जा सकती थी।


नसबंदी पीड़ितों की संख्या सार्वजनिक करे सरकार

21 November 2014
रायपुर। आम आदमी पार्टी ने बिलासपुर में नसबंदी के दौरान मौत के बाद सरकार की ओर से किए जा रहे उपाय पर सवाल खडे़ किए हैं। आप के केंद्रीय पदाधिकारी योगेंद्र यादव ने बिलासपुर में पीड़ितों से मुलाकात के बाद सरकार पर सवाल दागे।
उन्होंने पूछा कि जहरीली दवा कांड से प्रभावित व्यक्तियों की संख्या क्या है। सिम्स बिलासपुर के अनुसार उनके पास जहरीली दवा से प्रभावित कुल 129 मरीज दाखिल हुए हैं। इसमें 99 नसबंदी ऑपरेशन के बाद और 30 अन्य बीमारियों की दवाई लेने के बाद दाखिल हुए हैं। अपोलो और अन्य अस्पतालों के आंकडे़ उपलब्ध नहीं है। प्रभावितों में कितने मरीजों की हालत नाजुक है और कितने जीवन आज खतरे हैं, इसकी जानकारी सरकार सार्वजनिक करे।
योगेंद्र यादव ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान सरकार के खिलाफ पर्चे बांटे, जिसमें सवाल किया गया कि क्या राज्य सरकार की ओर से घोषित मुआवजा केवल नसबंदी कैंप से दवा लेने वाली महिलाओं तक सीमित है या फिर यह मुआवजा उन सभी पी़ि़डतों को मिलेगा, जो जहरीली दवाओं के शिकार हुए हैं? यादव ने सवाल किया कि क्या गौरेला और पेंडारी के कैंप प्रशासन की अधिसूचित कैंपों की सूची में हैं? क्या संरक्षित अनुसूचित आदिवासी बैगा समुदाय की महिलाओं की नसबंदी की गई?

महावर का भाजपा से क्या है रिश्ता?

यादव ने सवाल खड़ा किया कि महावर फार्मा का भाजपा से क्या रिश्ता है? क्या यह सही है कि रमेश महावर भाजपा सांसद रमेश बैस के चुनाव संचालन प्रभारी थे। सरकार ने महावर फार्मा की दवाओं पर पहले बैन लगाया था, लेकिन यह बैन बिना किसी जांच के उठा लिया गया। यदि हां तो इसकी जिम्मेदारी किसकी है। दुर्घटना की जांच आयोग का अध्यक्ष ऐसे जज को क्यों बनाया गया जो मीना खलखो हत्याकांड की जांच रिपोर्ट तीन साल में देने से असफल रही हैं। क्या न्यायिक जांच आयोग की घोषणा के बाद जहरीली दवा कांड के कोई भी तथ्य सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे।

उजागर करें जहरीली दवा की रिपोर्ट

यादव ने कहा कि क्या सरकार ने जहरीली दवा का रासायनिक परीक्षण करवा लिया है तो इसकी रिपोर्ट जनता के बीच सार्वजनिक करें। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर से मौत की बात सामने आई है, लेकिन इसका खुलासा नहीं किया गया है कि वह जहर कौन सा था। अगर यह जहर जिंक फास्फाइड था तो क्या उसकी मात्रा इतनी थी कि इंसान की मौत हो जाए। अस्पताल से दवाओं और अन्य सामान जलाकर सबूतों को मिटाने का प्रयास किसके इशारे पर किया गया है। यादव ने कहा कि दवाओं की खरीदी सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार सितंबर में की गई, लेकिन दवाओं पर मैन्यूफैक्चरिंग अक्टूबर की है। क्या इस गड़बड़ी की भी सरकार जांच कर रही है।

जेनरिक दवा के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र : योगेंद्र

नसबंदी से महिलाओं की मौत के मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए आम आदमी पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारी योगेंद्र यादव ने सरकार और दवा कंपनियों पर निशाना साधा। गुवार को राजधानी में पत्रकारों से चर्चा में श्री यादव ने कहा कि नसबंदी कांड में कई स्तर पर षड्यंत्र किया जा रहा है। इसमें नेताओं और अधिकारियों का गठजो़़ड तो है ही, सबसे ब़़डा खेल जेनरिक दवाओं के आंदोलन को बदनाम करने का है। गरीब और आदमी को मिलने वाली सस्ती दवाओं को बदनाम करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है। दवा के नाम पर जहर बनाने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए।
यादव ने कहा कि जब डॉक्टर पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हो सकता है तो स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ मामला क्यों नहीं दर्ज हो सकता है? राजनीतिक इच्छा शक्ति कमजोर होने के कारण लोगों की मौत हो रही है। अगर ऐसा नहीं होता तो स्वास्थ्य मंत्री कब के बदल गए होते। आम आदमी पार्टी इस मामले को संसद में उठाएगी। सरकार तथ्यों को दबाने की कोशिश कर रही है। अगर मुख्यमंत्री गंभीर होते तो उनके इस बयान के बाद स्थिति में सुधार होती, न कि लोगों की मौत होती। सरकार में लोकलाज नहीं बची है।
अगर सरकार में शर्म बची होती तो स्वास्थ्य मंत्री बदल चुके होते। योगेंद्र यादव ने कहा कि गुजरात से लेकर ओडिशा तक विपक्ष नहीं है। कांग्रेस एक सशक्त विपक्ष के रूप में फेल हो गई है। श्री यादव ने कहा कि दवाओं के मामले की जांच हाईकोर्ट के वर्तमान जज और सीबीआई से करानी चाहिए। आप प्रदेशभर में अभियान चलाने की तैयारी में है।


पैलेस परिसर में आग लगाकर दी जान

21 November 2014
बिलासपुर/अंबिकापुर। सरगुजा पैलेस परिसर में गुरूवार की शाम एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। आग लगने के बाद वह चिल्लाते हुए इधर-उधर भागने लगा। पैलेस से लगे गैरेज में काम करने वाले लोगों ने दौड़कर आग बुझाई। तब तक युवक पूरी तरह से जल चुका था। थोड़ी ही देर बाद उसकी मौत हो गई। सूचना के बाद मौके पर कोतवाली पुलिस व युवक के परिजन पहुंच गए। पुलिस द्वारा उसे पीएम के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार अग्रसेन चौक निवासी नवीन अग्रवाल उर्फ विक्की पिता राजेंद्र अग्रवाल 25 वर्ष पिछले 6 वर्ष से राम मंदिर रोड स्थित मुकेश प्लास्टिक में काम कर रहा था। गुरूवार की शाम करीब 6 बजे उसने पैलेस परिसर में खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली। आग लगने के बाद वह चिल्लाते हुए इधर-उधर भागने लगा। पैलेस के पास ही रहने वाली एक बालिका ने उसे सबसे पहले जलते देखा। यह घटना देख वह भी चिल्लाने लगी। आवाज सुनकर पैलेस से लगे गैरेजों के कुछ कर्मचारी दौड़कर वहां पहुंचे।
उन्होंने देखा कि युवक के शरीर में आग लगी हुई है तथा वह जमीन पर गिरकर छटपटा रहा है। उन्होंने तत्काल जमीन पर पड़ी धूल व बालू युवक के शरीर पर डाला। जब तक आग बुझ पाती युवक के शरीर का अधिकांश हिस्सा से जल चुका था। इस दौरान उसकी सांसे चल रही थी। थोड़ी ही देर बाद उसकी मौत हो गई।
वहीं घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही कोतवाली एसआई भावेश गौतम सहित अन्य पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचे। परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। युवक ने किस कारण से आत्महत्या की है, इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है।

पहचान करने में हुई मशक्कत

युवक की मौत के बाद उसका चेहरा बूरी तरह झुलस जाने से पहचान करने में काफी देर तक मशक्कत करनी पड़ी। घटनास्थल पर ही पड़े युवक के मोबाइल से पुलिसकर्मियों ने कई जगह फोन लगाया। करीब एक घंटे बाद मुकेश प्लास्टिक में काम करने वाले के रूप में उसकी पहचान हो पाई।
सूचना पर तत्काल मुकेश प्लास्टिक के संचालक मुकेश बंसल तथा मृतक का बड़ा भाई चिंटू अग्रवाल वहां पहुंचे। चिंटू छोटे भाई के शव को देखते ही उसे अपनी गोद में उठाकर बिलखने लगा।

चबूतरे पर बैठकर लगाई आग

संभावना जताई जा रही है कि युवक पूरी तैयारी के साथ वहां पहुंचा था। उसने पैलेस परिसर स्थित चबूतरे पर बैठकर पहले अपने ऊपर पेट्रोल डाला होगा। इसके बाद माचिस से आग लगा ली। इसके बाद वह इधर-उधर भागने लगा होगा।
चबूतरे के पास स्थित घास के भी जलने के निशान मिले है। वहीं घटनास्थल से युवक का जले चप्पल, मोबाइल, पर्स व जले हुए दस, बीस व 100 रुपए के नोट भी मिले। पुलिस ने वहां से सभी सामान जब्त कर लिया।


माओवादियों ने पर्चे जारी कर निकाली भर्ती

21 November 2014
रायपुर। सरकार बदलने के बाद अब नरेन्द्र मोदी माओवादियों के निशाने पर आ गए हैं। उनके खिलाफ माओवादियों ने पोस्टर वार शुरू कर दिया है। उन्होंने मोदी के भाषण को नौटंकी करार दिया है। यही नहीं 2 दिसम्बर से माओवादी छत्तीसगढ़ और ओडिसा में बड़ा भर्ती अभियान चला रहे हैं। इसके लिए इन इलाकों में पोस्टर और पर्चे जारी किए गए हैं। माओवादियों की इस मुहिम को पिछले दिनों बस्तर के इलाके में बड़ी संख्या में हुए आत्समर्पण के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
छत्तीसगढ़ व ओडिसा को जोड़ने वाली एक पुलिया को माओवादियों ने गुरुवार की रात बम से उड़ा दिया। इसके साथ ही जेसीबी मशीन जला दी। पर्चे भी फेंके। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी( माओवादी) की ओडिसा राज्य कमेटी की ओर से फेंके गए पर्चे में लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी के झूठे विकास के झूठे वादे से भूख नहीं मिटेगी। लोगों से जनमुक्ति गुरिल्ला सेना (पीएलजीए) में भर्ती होने की अपील की गई है। इस पूरे पत्र को छत्तीसगढ़ी में लिखा गया है, ताकि लोगों तक उनकी बात आसानी से पहुंच सके।
क्या लिखा है पर्चे में : ओडिसा राज्य कमेटी की ओर से जारी पर्चे में मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने सत्ता में आने से पहले जो भी वायदे पूरे किए थे उसपर इन छह महीनों में कोई भी काम नहीं हुआ है, मोदी सरकार भी मनमोहन सरकार की तरह ही पूंजीपतियों की समर्थक है। माओवादियों ने यह भी कहा है कि मोदी सरकार के नेतृत्व में किसान और आदिवासियों के विस्थापन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। उन्होंने नरेन्द्र मोदी के भाषण को नौटंकी बताते हुए लिखा है कि हर हफ्ते दस दिन में दूरदर्शन और रेडियो पर भाषण जनता के साथ छलावा है।


छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पदयात्रा 22 से, 27 को सीएम का घेराव

20 November 2014
रायपुर। नसबंदी कांड के विरोध में कांग्रेस बिलासपुर से राजधानी तक पदयात्रा करेगी। प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में इसकी तारीख तय कर दी गई है। इसके तहत 22 से 27 नवंबर तक पदयात्रा होगा। वहीं पदयात्रा के अंतिम दिन मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने 25 नवंबर तक ब्लॉक और जिलों में भी पदयात्रा करने का निर्देश दिया है। कांग्रेस नेताओं ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग भी की है।
प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में नसबंदी कांड को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाई गई। वहीं सभी पदाधिकारियों से सुझाव लिए गए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि नसबंदी कांड प्रदेश को शर्मसार करने वाला है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बिलासपुर आगमन से पूरे मामले में और अधिक गंभीरता आई है।
उन्होंने पीड़ित लोगों तक भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के नहीं आने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अनेक संवेदनशील मामलों में मुख्यमंत्री द्वारा जनता की मांग की अनदेखी करने के कारण अराजकता की स्थिति बनी है। इनके कार्यकाल में इतनी बड़ी-बड़ी घटनाएं हुई, इसकी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री की बनती है, इस वजह से कांग्रेस मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है। बघेल ने स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के दो कार्यकाल में आंख फोड़वा कांड, गर्भाशय कांड, नसबंदी कांड के बाद मुख्यमंत्री से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है। बघेल ने छत्ताीसगढ़ बंद की सफलता के लिए छत्ताीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार जताया। बैठक में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह आंदोलन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर किया जा रहा है, इस वजह से इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
उन्होंने कार्यक्रम व्यवस्थित तरीके से करने के साथ ही जिला कमेटियों को पूरी जिम्मेदारी से करने की अपील की। श्री सिंहदेव ने सदस्यता अभियान को और अधिक तेज करने पर जोर दिया। बैठक में सदस्यता अभियान की भी समीक्षा की गई।

स्वास्थ्य मंत्री को चूड़ी भेंट करने के पहले ही 39 महिला कांग्रेसी गिरफ्तार

बिलासपुर। स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल को चूड़ी भेंट करने जा रहीं 39 महिला कांग्रेसियों को पुलिस ने राजेंद्र नगर चौक से गिरफ्तार कर कोनी थाने में रखा। वहां एक घंटे के बाद उन्हें रिहार कर दिया गया। इसके पूर्व आंदोलनकारियों ने नसबंदी कांड को लेकर इंदिरा चौक से नेहरू चौक तक पैदल मार्च कर धरना दिया।
नसबंदी कांड और जहरीली दवा के मामले ने जम कर राजनीति हो रही है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की जयंती पर कांग्रेसियों ने तारबाहर चौक पर सुबह 10.30 बजे श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्री अग्रवाल समेत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर इंदिरा चौक तारबाहर से पैदल मार्च किया। महिला कांग्रेसी गांधी चौक होते हुए दोपहर में नेहरू चौक पहुंची। यहां पर धरना-प्रदर्शन कर नसबंदी कांड व जहरीली दवा को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। इसके बाद महिला कांग्रेसी नेहरू चौक से स्वास्थ्य मंत्री श्री अग्रवाल के निवासस्थल राजेंद्र नगर की ओर ब़़ढीं। जहां पर पिछले एक सप्ताह से सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। उन्होंने आंदोलनकारी महिला कांग्रेसियों को चौक पर ही रोक लिया। महिलाएं श्री अग्रवाल को चूड़ी भेंट करने के लिए सुरक्षा घेरे को तोड़ कर आगे बढ़ना चाह रहीं थी, लेकिन पुलिस ने 39 महिला कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें मेयर वाणी राव एवं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष संध्या तिवारी आदि शामिल थी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को कोनी थाने में रखा गया। जहां एक घंटे बाद दोपहर तीन बजे रिहा कर दिया गया।

महिलाओं के साथ पुलिस कर्मियों ने की धक्का-मुक्की

मौके पर बड़ी संख्या में पुरुष पुलिस कर्मी ही मौजूद थे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए धक्का-मुक्की की। हालांकि कुछ देर में मौके पर महिला पुलिस कर्मी भी पहुंच गई। वहीं धक्का-मुक्की को लेकर महिला कांग्रेसियों में भारी नाराजगी थी।

रायपुर-बिलासपुर रोड में लगा जाम

कांग्रेस के प्रदर्शन के कारण रायपुर-बिलासपुर मार्ग में करीब आधे घंटे तक जाम लग गया था। इसके कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद भी ट्रैफिक पुलिस ने यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कुछ भी नहीं किया।


सरकारी जमीन बेचने वाला गिरफ्तार

20 November 2014
बिलासपुर/अंबिकापुर। नमनाकला के खटिकपारा स्थित नजूल की जमीन को अपना बताकर बेचने वाले ग्रामीण को कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की शाम प्रतीक्षा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। उक्त जमीन बेचने के मामले में उसके खिलाफ धारा 420 का जुर्म दर्ज था। वह पिछले 10 दिनों से फरार चल रहा था।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को नमनाकला स्थित खटिकपारा के प्लॉट नंबर 611/1 के 8.20 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण की सूचना मिलने पर प्रशासनिक व निगम अमला वहां पहुंचा था। नायब तहसीलदार टीडी मरकाम के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने के दौरान अमले को लोगों का काफी विरोध झेलना पड़ा था।
इस दौरान कब्जाधारियों ने बताया था कि उनसे नमनाकला निवासी रामभरोस पिता विशुन राम 50 वर्ष ने जमीन को अपना बताकर बेचा है।
इसके बदले उसे 5-10 हजार रुपए का भुगतान किया गया था। कुल 11 प्लॉट की बिक्री की गई थी। इस दौरान मौके पर पहुंचे तहसीलदार पुष्पेन्द्र शर्मा ने लोगों के बयान भी दर्ज किए थे। लोगों की बात सुनने के बाद तहसीलदार पुष्पेन्द्र शर्मा ने कोतवाली टीआई को रामभरोस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
कोतवाली में उसके खिलाफ धारा 420 का मामला दर्ज किया गया था। तब से वह फरार चल रहा था। 11 नवंबर को प्रशासन ने उक्त जमीन पर बने मकानों को ढहा दिया था। वहीं फरारी के दौरान रामभरोस ने सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत की अर्जी भी लगाई थी। न्यायालय द्वारा उसकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी गई थी।
मंगलवार को कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रामभरोस प्रतीक्षा बस स्टैंड में घूम रहा है। पुलिस ने वहां पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। रामभरोस ने बताया कि वह मजदूरी कर अपना पेट पालता है। उसने किसी को जमीन नहीं बेचा है। सभी ने खुद ही वहां घर बनाना शुरू कर दिया था। पुलिस ने बुधवार को उसे जेल भेज दिया।


नसबंदी कांड पर राजनीति शुरू...सड़क पर उतरे कांग्रेस भाजपा

20 November 2014
बिलासपुर। भाजपा ने कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव पर जहरीली दवा सप्लाई करने वाले कविता लैबोरेटरीज के संचालकों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। भाजपाइयों ने इस मामले में कांग्रेस नेता की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की। भाजपाइयों ने नसबंदी मामले की जांच कर रही न्यायिक आयोग की अध्यक्ष सहित कलेक्टर, आईजी, कमिश्नर व एसपी को ज्ञापन दिया। बाद में सिविल लाइन थाने का घेराव कर धरना भी दिया। भाजपाइयों के अनुसार कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव और कविता लैबोरेटरीज के संचालक राजेश खरे व राकेश खरे के बीच जमीन कारोबारी में साझेदारी है। उन्होंने 22 जुलाई 2014 को सत्यम चौक निवासी स्वदेश भंडारी, नरेंद्र भंडारी, देवेंद्र भंडारी की जमीन संयुक्त रूप से खरीदी थी। इसमें कांग्रेस नेता अभय नारायण राय ने गवाही दी थी। भाजपा ने कांग्रेस नेता पर आरोप लगाया कि वे दोनों को बचाने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं, कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव की भूमिका जहरीली दवा बेचने के मामले में संदिग्ध है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने नसबंदी मामले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग की अध्यक्ष समेत कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, एसपी को ज्ञापन देकर जांच व कार्रवाई की मांग की।

आदतन बदमाश भी मौजूद रहे
ज्ञापन सौंपने से लेकर थाने का घेराव करने गए लोगों में कुछ ऐसे लोग भी शामिल थे, जिनके खिलाफ कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। इनमें सरकंडा क्षेत्र का एक आदतन बदमाश भी शामिल था। वह हाल में ही हुए एक मामले का फरार आरोपी भी है। वह यहां अपने साथियों को लेकर आया था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया।

मुद्दे को भटकाने की कोशिश

यह मुद्दों को भटकाने के लिए भाजपाइयों की कोशिश है। नसबंदी मामले में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है, इसलिए भाजपा के लोग मंत्री के इशारे पर एेसी बचकानी हरकत कर रहे हैं। गुरुवार से कांग्रेस का आंदोलन और भी जोर पकड़ेगा। अगर मैं मंत्री से भी अधिक प्रभावशाली हूं और इस जांच को प्रभावित कर सकता हूं तब तो इससे भाजापाइयों को शर्म आनी चाहिए।
- अटल श्रीवास्तव, प्रदेश महामंत्री कांग्रेस


मोदी का छत्तीसगढ़ का एक दिवसीय दौरा 21 को

19 November 2014
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 नवंबर को एक दिनी प्रवास पर बिलासपुर आएंगे। नसबंदी त्रासदी में गंभीर रूप से घायल महिलाओं का अपोलो में इलाज चल रहा है। प्रवास के तुरंत बाद उनके अपोलो जाने की चर्चा है। उनके प्रवास के मद्देनजर प्रशासनिक अमले की सक्रियता बढ़ गई है। हालांकि उनके प्रवास के संबंध में आला अफसर आधिकारिक पुष्टि करने से बच रहे हैं।
बिलासपुर जिले के पेंडारी, गौरेला, पेंड्रा व मरवाही में आयोजित सरकारी नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के बाद घर पहुंचीं महिलाओं की तबीयत एकाएक बिगड़ गई। देखते ही देखते 15 महिलाओं की जान चली गई। मानवीय आपदा के बाद पूरे देश में इस घटना को लेकर हलचल मची हुई है।
विदेश प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से दूरभाष के जरिए जानकारी ली थी। श्री मोदी द्वारा तत्काल इस घटना को संज्ञान में लेते ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की नजरें इस ओर लग गई। दूसरे दिन देशी और विदेशी मीडिया का जिला मुख्यालय में जमावड़ा लग गया। तब से लेकर आज तक राष्ट्रीय मीडिया की नजर इस ओर लगी हुई है।
भाजपा व प्रशासनिक सूत्रों पर भरोसा करें तो विदेशी प्रवास के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी का बिलासपुर प्रवास हो सकता है। इसे देखते हुए बीते दिनों एनएसजी की टीम यहां पहुंची थी। एक आला अफसर की मानें तो एनएसजी की टीम ने सुरक्षा के मद्देनजर छत्तीसग़़ढ भवन, सर्किट हाउस, सिम्स, जिला अस्पताल व अपोलो अस्पताल का सघन निरीक्षण किया है।
जानकारी के अनुसार मोदी चार्टर प्लेन से चकरभाठा पहुंचेंगे। वहां से हेलिकाप्टर या फिर स़़डक मार्ग से शहर पहुंचेंगे। एक जानकारी के अनुसार मोदी तकरीबन तीन घंटे शहर में रहेंगे।


आरक्षक ने लगाए अफसरों पर आरोप

19 November 2014
कोरबा। आबकारी विभाग में कार्यरत आरक्षक ने अपने अधिकारियों पर नशे के कारोबार को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। आरक्षक ने बकायदा प्रेस वार्ता कर कहा कि अवैध शराब बिक्री के जरिए एक बड़ी रकम की वसूली हर माह की जाती है।
जिले के आबकारी विभाग में आरक्षक के पद पर अनुभव तिवारी कार्यरत है। तिवारी ने सोमवार को प्रेसवार्ता की और विभाग में चल रही गड़बडिय़ों का खुलासा किया। आरक्षक ने अपने अधिकारियों पर सीधे आरोप मढ़ा और कहा कि जिले में अवैध शराब के कारोबार को इनके द्वारा संरक्षण प्रदान किया जाता है। गांजे और नशीली वस्तुओं के व्यवसाय को भी शह दी जा रही है। विभागीय अधिकारी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित ढाबों से प्रत्येक माह एक बड़ी रकम वसूल करते हैं। इसके एवज में ढाबों में अवैध तरीके से शराब बेचने और पिलाने की छूट प्रदान की जाती है। आरक्षक तिवारी के अनुसार इन कारगुजारियों की शिकायत विभाग के कुछ अधिकारी सहित कलक्टर और मंत्री को की जा चुकी है। तिवारी ने बाकायदा विभाग के सहायक आयुक्त पीसी अग्रवाल, सहायक जिला आबकारी अधिकारी पीएल नायक, उपनिरीक्षक नितिन खंडूजा, रंजीत गुप्ता का नाम लिया और इन पर आरोप मढ़ा।

पिछले सप्ताह हुआ था विवाद

शुक्रवार को कोरबा शहर में स्थित गोदाम में मारपीट की घटना हुई थी। आरक्षक तिवारी का उप निरीक्षक रंजीत गुप्ता के साथ विवाद हुआ था। दोनों के बीच मारपीट भी हुई। गुप्ता की रिपोर्ट पर आरक्षक के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा २९४, ५०६, ३५३, १८६ के तहत मामला दर्ज किया था। तिवारी कई दिनों से ड्यूटी से गायब था। उप निरीक्षक ने ड्यूटी पर नहीं आने का कारण पूछा था। इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। सोमवार को लगाए गए आरोप को इसी से जोड़ कर भी देखा जा रहा है। हालांकि विभाग के कामकाज पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं।


छत्तीसगढ़ में प्रस्तावित सभी नसबंदी कैंपों पर अघोषित रोक

19 November 2014
रायपुर। बिलासपुर नसबंदी हादसे में 17 महिलाओं की मौत के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिलहाल छत्तीसगढ़ में प्रस्तावित सभी नसबंदी कैंपों पर अघोषित रोक लगा दी है। साथ ही कहा है कि स्थिति सामान्य होने के बाद ही अगले कैंपों के लिए प्रोग्राम जारी किए जाएं। स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले इन निर्देशों के बाद राज्य शासन के अफसरों को राहत मिली है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अकेले नवंबर में ही प्रदेश में करीब 14 कैंप प्लान किए गए थे लेकिन इनमें से सिर्फ पांच कैंप ही हो सके। वैसे भी प्रदेश में नसबंदी मामले में डॉक्टरों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज होने के बाद जो स्थिति बनी है उसमें डॉक्टर कैंपों में जाकर ऑपरेशन करने को तैयार नहीं हैं। वे डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज किए गए केस वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। वे सीएम व प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से मिलकर विरोध दर्ज करा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में हुए इस हादसे से नसबंदी प्रोग्राम को भारी झटका लगा है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी केंद्र और राज्य सरकार की काफी किरकिरी हुई है। स्वास्थ्य संचालक आर. प्रसन्ना ने कहा कि छत्तीसगढ़ रोक जैसे फिलहाल कोई निर्देश नहीं हैं। लेकिन यह जरूर कहा गया है कि जो कैंप आयोजित किए जाएं उनमें स्वास्थ्य नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। ऑपरेशन थिएटर बेहतर होना चाहिए। एक दिन में 50-100 महिलाओं के ऑपरेशन भी न किए जाएं।

कांग्रेस ने जताया विरोध

नसबंदी कांड के विरोध में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय मशाल के नेतृत्व में जुलूस में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। जुलूस को आम जनता ने भी श्रद्धांजलि की मुद्रा में समर्थन देकर आक्रोश व्यक्त किया। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर आज शाम 6 बजे नसबंदी की घटना में मारे गए निर्दोष महिलाऔ को श्रद्धांजलि देने विशाल मशाल जुलूस कांग्रेस भवन से कालीबाड़ी इंदिरा गांधी चौक होते हुए फायर ब्रिगेड राजीव गांधी चौक होते हुए छोटापारा ,कोतवाली चौक से कांग्रेस भवन पहुंचकर 2 मिनट का मौन रखकर मृत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई। उपाध्याय ने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी यह सरकार चुनिंदा लोगो पर कार्यवाही का ढोंग कर रही है। मुख्यमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता होती तो वे विभागीय मंत्री से अभी तक इस्तीफा ले चुके होते। विकास उपाध्याय ने कहा कि यह सरकार मान नही लेती की वह हत्यारी है तब तक कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही आक्रोश का लव बुझने नही दिया जायेगा। पूरे प्रदेश में गांव गांव तक इस आक्रोश के मशाल को पहुंचाया जायेगा। कांग्रेस प्रवक्ता ब्रजेश सतपथी ने आरोप लगाया कि जुलूस कांग्रेस भवन से जयस्तंभ चौक होते हुए मुख्य मार्गो से निकलने वाली थी परन्तु पुलिस प्रशासन ने नसबंदी घटना में निर्दोषों की मौत से सरकार की छवि ख़राब हो रही है का हवाला देकर अनुमति मिलने के बाद भी अंतिम क्षणो में निरस्त कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है की रमन सरकार बैकफुट में चली गई है।


महिला जवान बदलेगी नक्सलगढ़ की फिजां

18 November 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर सीआरपीएफ के महिला जवानों की तैनाती जल्द की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी स्वीकृति दे दी है।
छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में अभी महिला जवानों को तैनात नहीं किया गया है। यह बेहद संवेदनशील अभियान का हिस्सा है, इसलिए महिला जवानों की तैनाती कब होगी, इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है। सीआरपीएफ के महिला दस्ते को बस्तर भेजने की योजना पी. चिदंबरम के गृह मंत्रित्वकाल में बनी थी।
सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार, महिला जवानों का दस्ता जल्द ही छत्तीसगढ़ में सक्रिय होगा। महिला जवानों का प्रशिक्षण पूरा हो गया है। सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ में पहले से ही महिला जवानों को तैनात किया गया है। बस्तर जैसे नक्सली क्षेत्र में पहली बार महिला जवानों को भेजने का फैसला किया गया है। सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के अभियान प्रभावित हुए हैं।
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी से जून के बीच होने वाले नक्सलियों का टीसीओसी अभियान चालू नहीं हो पाया। नक्सलियों के टॉप लीडरों की सेंट्रल कमेटी की बैठक होनी थी, लेकिन पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के जंगलों में घुसने के कारण यह नहीं हो पाई। सीआरपीएफ की रिपोर्ट के अनुसार, नक्सलियों के टॉप लीडर बूढे़ हो गए हैं और नक्सलियों की सेकंड लाइन लीडरशीप अभी तक तैयार नहीं हो पाई है। बस्तर में बडे़ पैमाने पर टॉप पोस्ट पर महिला कमांडर पहुंच गई हैं। इसके कारण नक्सलियों के खिलाफ अभियान में महिला जवानों को उतारा जा रहा है।
सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार, पिछले एक साल में नक्सलियों का गढ़ माना जाने वाले अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों की ताकत कमजोर हुई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान अब घने जंगलों में पहुंच रहे हैं।
गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार, देश में नक्सल गतिविधियां कमजोर हुई हैं। देश में अब तक 1080 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ के हैं। इसके साथ ही देश में 353 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिसमें 270 से ज्यादा नक्सलियों ने प्रदेश में आत्मसमर्पण किया है।


नसबंदी के सात साल बाद भी कराह रही बिंदा

18 November 2014
जगदलपुर/सुकमा। सुखी परिवार की चाहत में बिंदा ने बड़े अरमान से नसबंदी करवाई, लेकिन उसे क्या मालूम था कि यह निर्णय उसकी जिंदगी के लिए बोझ बन जाएगा। नसबंदी के सात साल बाद भी उसके पेट में दर्द आज भी उस दिन की कड़वी याद दिलाता है। लाख कोशिश के बाद भी सरकारी इलाज से वंचित इस महिला ने हिम्मत नहीं हारते हुए किराना दुकान खोलकर उससे होने वाली आमदनी से अपना इलाज करवा रही है।
बिंदा और उसके पति बहादुर परमार ने बताया कि 2 जुलाई 2007 का दिन उनके लिए काला दिन साबित हुआ। सुकमा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित नसबंदी शिविर में बिंदा ने ऑपरेशन करवाया। कुछ दिन बाद उसके पेट में दर्द होने लगा और टांके पक गए। वह इलाज के लिए सुकमा अस्पताल गई जहां डॉक्टरों ने उसे महारानी अस्पताल जगदलपुर रेफर कर दिया।
जगदलपुर में वह भर्ती तो हो गई लेकिन डॉक्टरों ने उसका गंभीरता से इलाज नहीं किया, जिससे मर्ज बढ़ता गया। दर्द से परेशान बिंदा अस्पताल से छुट्टी लेकर घर आ गई और यहां निजी खर्च में इलाज करवाया लेकिन पेट में दर्द आज भी बरकरार है। बिंदा के पति बहादुर परमार ने बताया कि इलाज में हजारों रुपए खर्च हो चुके हैं लेकिन स्थायी आराम नहीं मिला है।

इलाज करवाने खोली दुकान

आर्थिक स्थिति नाजुक होने और इलाज में घर की सारी पूंजी लगाने के बाद बिंदा को आराम नहीं हुआ तो उन्होंने कर्ज लेकर उपचार करवाया। इसके बाद भी स्थिति ठीक नहीं होने पर हिम्मत नहीं हारते हुए घर में किराना दुकान खोल ली। इससे जो आय होती है उससे वह इलाज और पेट भी पाल रही है।

इलाज मिला और न मुआवजा

बहादुर ने बताया कि उन्होंने इलाज अस्पताल में करवाया लेकिन वहां मुझसे टेप और लोशन तक खरीदने लाने कहा गया। इसके अलावा मामले की शिकायत कलक्टर सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकारी सुविधा नही मिलने पर उन्हे घर की सामग्री बेचकर निजी खर्च पर पत्नी का इलाज करना पड़ा।


अब पहले पंचायत चुनाव की तैयारी, जनवरी के पहले हफ्ते में होंगे

18 November 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव को लटकता देख राज्य निर्वाचन आयोग ने अब पंचायत चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। इसकी घोषणा दिसंबर के पहले हफ्ते में कभी भी की जा सकती है। वहीं चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में हो सकते हैं। प्रदेश में पंचायत चुनाव पहले से जनवरी में प्रस्तावित हैं लेकिन इसके तहत चुनाव जनवरी के अंत तक कराने की योजना थी। इसमें अब बदलाव किया जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि पंचायतों में वोटर लिस्ट को फाइनल करने जैसी जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप दें

आयोग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक पंचायत की तैयारियां उस समय तेज की गई हैं जब नगरीय निकाय चुनाव में देरी होना तय है क्योंकि वार्डों के परिसीमन में जिस तरीके से बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात सामने आ रही है, उसको सुधारने में काफी समय लगेगा। बता दें कि प्रदेश के करीब 259 वार्डों के परिसीमन में गड़बड़ी है।

प्रदेश में कुल 9734 पंचायतें, जहां होंगे चुनाव

प्रदेश में पंचायत का चुनाव सभी 9734 पंचायतों में होगा जिसमें सरपंच के साथ-साथ पंच का भी चुनाव होगा। इसके अलावा 27 जिला पंचायतों और 146 जनपद पंचायतों में भी इसी के साथ ही चुनाव कराया जाएगा जहां अध्यक्ष और सदस्य पद के लिए चुनाव होगा।

आयोग ने पंचायतों के परिसीमन पर किया फोकस

पंचायत चुनाव में कूदने से पहले आयोग ने सभी जिलों से पंचायतों के परिसीमन का काम ठीक से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शासन स्तर से भी इस प्रक्रिया को पूरी कराने के लिए अभियान चलाने को कहा है। आयोग ने यह निर्देश उस समय दिया है जब नगरीय निकाय चुनाव में परिसीमन के चलते ही चुनाव प्रक्रिया को रोकना पड़ा है। ऐसे में आयोग की तैयारी है कि अब पंचायत चुनाव में नगरीय निकाय जैसी दिक्कतें सामने न आएं ताकि चुनाव तय समय-सीमा में कराया जा सके।


नसबंदी कांड को लेकर प्रदेश सरकार को घेरने की तैयारी: भूपेश

17 November 2014
रायपुर। बिलासपुर नसबंदी कांड को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में अब पदयात्रा की तैयारी की जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव पार्टी आलाकमान से चर्चा करने दिल्ली रवाना हो गए हैं। दोनों नेता दो दिन दिल्ली में रहेंगे और प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद के साथ ही राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से मुलाकात कर इस रणनीति बनाएंगे। वहीं राजधानी रायपुर में प्रदेश पदाधिकारियों से चर्चा कर आंदोलन की घोषणा करेंगे।
बिलासपुर नसबंदी कांड को लेकर कांग्रेस लगातार दबाव बनाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के इस्तीफे की मांग कर रही है। इस मांग को लेकर कांग्रेस ने सरकार का पुतला दहन और छत्तीसग़़ढ बंद भी किया। वहीं अमानक दवा सप्लाई करने वाली कंपनियों के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीड़ितों से मुलाकात की। श्री गांधी ने प्रदेश के नेताओं से इस मामले में सरकार के खिलाफ पदयात्रा निकालने के निर्देश दिए हैं।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पदयात्रा बिलासपुर से लेकर राजधानी तक निकालने पर विचार किया जा रहा है। इसकी रणनीति दिल्ली में बनाई जाएगी। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव दिल्ली रवाना हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि दोनों नेता दिल्ली में आला नेताओं से मुलाकात कर इस मामले में मार्गदर्शन लेंगे। करीब दो दिनों तक दिल्ली में नसबंदी प्रकरण, किसानों को धान का बोनस और समर्थन मूल्य, निगम चुनाव सहित कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
हाईकमान से निर्देश मिलने के बाद राजधानी में भी प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसमें ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर तक आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। वहीं हाईकमान से मिले निर्देशों की जानकारी भी पदाधिकारियों को जाएगी। इसके बाद कांग्रेस नए सिरे से आंदोलन करेगी।


बिलासपुर के जेडी हेल्थ को भी हटाया

17 November 2014
बिलासपुर। राज्य सरकार ने बिलासपुर के प्रभारी संयुक्त संचालक डॉ. अमर सिंह ठाकुर को भी हटा दिया है। उन्हें स्वास्थ्य संचालनालय में उप संचालक बनाया गया है।
धमतरी के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सूर्यप्रकाश सक्सेना को बिलासपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ संभागीय संयुक्त संचालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। धमतरी में उनकी जगह पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेंद्र कुमार साहू को प्रभारी सिविल सर्जन बनाया गया है। उनके पास धमतरी के सीएमएचओ का भी प्रभार रहेगा।


आठवीं पास को सौंपी गई थी दवा का पेस्ट बनाने की जिम्मेदारी

17 November 2014
रायपुर। बिलासपुर के नसंबदी कांड में रविवार को नया खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में जिस दवा को इतने बड़े कांड का जिम्मेदार माना जा रहा है, उस दवा की फैक्ट्री में आठवीं पास को दवा का पेस्ट बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अपने अनुभव के आधार पर अलग-अलग केमिकल को मिलाकर पेस्ट बनाया करता था। महावर फार्मा में दवा की जांच करने लिए जिन दो केमिस्ट की नियुक्ति बताई गई है, उनमें से एक खुद फैक्टरी का संचालक है। दूसरा केमिस्ट उसका रिश्तेदार है। पुलिस ने रविवार को उसी केमिस्ट सहित तीन कर्मचारियों के बयान लिए हैं।
पुलिस के आला अफसर हालांकि पूछताछ का खुलासा नहीं कर रहे हैं। पूरे मामले में खासी गोपनीयता बरती जा रही है। भास्कर की पड़ताल में पता चला कि फैक्ट्री के ही कुछ कर्मचारियों और केमिस्ट ने पुलिस को बताया कि वहां दवा बनाने में आठवीं पास एक युवक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। नसबंदी मामले में सिप्रोसिन टेबलेट के उपयोग के बाद होने वाली मौत को लेकर महावर फार्मा कंपनी के संचालक रमेश महावर और फैक्टरी का कामकाज संभालने वाले उसके बेटे सुमित महावर को गिरफ्तार किया है। दोनों अभी सात दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। फैक्टरी परिसर में रहने वाले हेमलाल धीवर ने अपने बयान में बताया कि उसे दवा के रॉ- मटेरियल मिलाने के काम दिया जाता था। स्टोर रूम से दवा के पाउडर को मिक्स कर पेस्ट बनाता था। वह आठवीं पास है। दो अन्य कर्मचारी मनमोहन और मलिकराम चंद्राकर मशीनरी और गोली बनाने का काम करते थे। वे दोनों 12वीं तक पढ़े है। उन्हें यह जिम्मेदारी सौंप दी। वे टेबलेट के सूखने के बाद उसकी बाइंडिंग करने का भी काम करते थे।

पुलिस तलाश कर रही सिप्रोसिन

महावर फार्मा में छापे के दौरान पुलिस को सिप्रोसिन टेबलेट की एक भी स्ट्रिप नहीं मिली है। पुलिस के छापे के पहले ही कंपनी के प्रबंधकों ने कई टेबलेट के वेपर जला दिए। अब उनकी गिरफ्तारी के बाद सिप्रोसिन की तलाश की जा रही है। पिछले दो दिनों से पुलिस की टीम महावर के बेटे को लेकर दवा बाजार गई थी। कई दुकानों में तलाश करने के बाद भी एक भी दवा की स्ट्रिप नहीं मिली।

टेबलेट में चूहामार दवा नहीं मिली थी

महावर फार्मा के संचालक रमेश महावर ने दावा किया है कि टेबलेट में चूहामार दवा नहीं मिली थी। यह सरासर गलत है। उनका कहना है कि ड्रग विभाग के छापे के दौरान फैक्ट्री के एक हिस्से में चूहा मारने का उपकरण मिला था। उसे भी चूहा पकड़ने के लिए वहां रखा गया था। उसी को लेकर यह हल्ला मच गया कि सिप्रोसिन टेबलेट में चूहामार दवा मिली थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को बेनकाब करना चाहिए। अनावश्यक रूप से किसी को भी जांच के बिना जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।

काम करने वाला केमिस्ट लापता

पुलिस ने महावर फार्मा के शुरूआत में केमिस्ट के रूप में काम करने वाले डीडी नगर निवासी गोवर्धन महावर के बयान लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दवा फैक्टरी के शुरू होने के दौरान वे 1996 में केमिस्ट के रूप में काम करते थे। पिछले कुछ साल से वे कभी-कभार ही फैक्टरी जाते हैं। उनकी उम्र 67 साल है। वे फैक्टरी में एक महीने में एकाध बार ही जाते हैं। महावर फार्मा की तरफ से उन्हें सालना 10-15 हजार रुपए दे दिया जाता है। फैक्ट्री के लाइसेंस में जिस केमिस्ट संतोष सूर्यवंशी का नाम आया है वह गायब है। गिरफ्तार संचालक और उसके बेटे का कहना है कि केमिस्ट संतोषी नगर में रहता था। उसे फोन लगाया गया तो वह बंद मिला। अब दोनों पिता-पुत्र उसका मूल निवास राजनांदगांव बता रहे हैं। पुलिस का मानना है कि गड़बड़ी भनक लगते ही या तो उसे गायब करवा दिया गया या वह खुद फंसने के डर से फरार हो गया है।


चोरी के तार व उपकरण समेत चार गिरफ्तार

15 November 2014
रायपुर। वन विकास निगम द्वारा ग्राम उमेश्वरपुर में कराए गए सोलर फैन्सिंग कार्य के स्थान से पाइप, एंगल, बैट्री, पैनल समेत करीब 45 हजार रुपये के उपकरण व तार को अज्ञात चोरों के द्वारा विगत फरवरी माह में प्रारम्भ कर दिया गया था। प्रेमनगर पुलिस ने पुलिस अधीक्षक प्रखर पाण्डेय के निर्देशानुसार नए सिरे से मामले की विवेचना करते हुए चोरी गए माल समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
प्रेमनगर थाना प्रभारी एसआर कुंजाम ने बताया कि बीते फरवरी माह में ग्राम उमेश्वरपुर में वन विकास निगम द्वारा कराए गए सोलर फैन्सिंग कार्य स्थल से अज्ञात चोर करीब 45 हजार रुपये के तार व अन्य उपकरण चुरा लिए गए थे। पुलिस ने वन विकास निगम की शिकायत पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध धारा 379 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। मामले के संबंध में मुखबिर से सूचना प्राप्त होने पर प्रेमनगर पुलिस ने जयराम पिता शंकरपरिहा 52 साल, आनन्द कुमार सिंह पिता बच्चन राम 30 वर्ष, धर्मसाय पिता मंगनसाय 29 वर्ष एवं जयमंगल राम पिता मड़वारी राम सभी निवासी ग्राम बड़कापारा उमेश्वरपुर को गिरफ्तार कर चोरी गए सामान व उपकरण को बरामद किए। पुलिस ने चारों आरोपियों को धारा 379, 34 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


एंटी लैंडमाइन वाहन जवानों को दे रहे धोखा

15 November 2014
जगदलपुर। संभाग में जहां एक ओर माओवादियों और फोर्स के बीच बड़ी जंग चल रही है। वहीं जवानों के पास माओवादियों से निपटने के लिए मजबूत संसाधन और उपकरण नही हैं। जंगल के रूट से सुरक्षित जवानों को ले जाने वाली एंटी लैंडमाइन वाहन ही जवानों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। बीच जंगल यह वाहन जवानों को धोखा दे रही है।
बताया गया कि वाहन को दस साल हो गए हैं और समय समय पर यह गैरेज जाने की स्थिति में होती है। विभाग के पास तीन एण्टी लैंडमाइन वाहन हैं लेकिन भरोसा किसी पर भी नहीं किया जा सकता है। इस बात का खुलासा दबी जुबान से जवान भी कर रहे हैं।
कई बार इन वाहनों ने रोड ओपनिंग पार्टी को जंगल में खड़ा कर दिया है। इस वाहन को जवानों ने धक्का मारकर फिर टोचन कर सुरक्षित पहुंचाया है। इस वाहन को रिपेयर कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया, लेकिन वाहनों को रिपेयर नही कराया गया। जब कि फोर्स के लिए एंटी लैंड माइन व्हीकल एक महत्वपूर्ण वाहन है। खासकर इस इलाके में जहां माओवादी अब घटनाओं को अंजाम देने के लिए बारुद का ही सहारा ले रहे हैं।

वाहन पलटने से जवान हो रहे घायल

पुलिस सूत्रों का कहना है कि जो दो और एंटी लैंडमाइन हैं वो सिर्फ चल रही हैं। लेकिन उनका भी हाल इसी वाहन की तरह है। ये दोनों वाहन भी विश्वास लायक नहीं रहे हैं। पुराने होने के कारण जवानों को इन वाहनों पर चलने में बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को किले पाल के पास जो एंटीलैंड माइन पलटा था उसमें आठ जवान थे। जिसमें चार जवान घायल हुए। इन सभी का मेकॉज में उपचार चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक इन सभी की हालत खतरे से बाहर है।

एक साल खड़े वाहन का उपयोग
पुलिस सूत्रों का कहना है कि किलेपाल में जिस व्हीकल ने दम तोड़ा है, वो एक साल से बुरगुम में खड़ी थी। उ पांच नवंबर को एसपी के आदेश पर उसे बुरगुम कैंप से कोड़ेनार थाना लाया जा रहा था। उसने कुछ दूर सफर तय किया और बंद हो गई। इसके बाद इस वाहन को टोचन कर लाया गया, और हादसा भी हुआ। वाहन की स्थिति से आला अधिकारियों को अवगत करवाया गया था। इसके बाद भी इस वाहन को इस्तेमाल करने का आदेश दिया गया। जब कि यह वाहन चलने की स्थिति में नहीं था। अब उसको रक्षित केंद्र छोड़ा गया है।

कलपुर्जे कभी भी खराब

जहां जिस वाहन और उपकरण की जरूरत है वही पर रहेगा। एंटी लैंडमाइन खराब नहीं थी उसे कोडऩार लाया जा रहा था इस दौरान रास्ते में ब्रेकडाउन हुआ था। वाहन नया हो या पुराना कलपुर्जों के खराबी का दावा नहीं किया जा सकता । वो कभी भी खराब हो सकते हैं।
विजय पांडे, एएसपी बस्तर


नसबंदी के बाद महिलाओं को दे दी गई चूहा मारने का जहर मिली दवा

15 November 2014
रायपुर। बिलासपुर जिले के सरकारी कैंप में हुए नसबंदी कार्यक्रम के बाद मौत की शिकार हुईं 17 महिलाओं के परिवारों से मिलने शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पहुंचे। इस बीच, छत्‍तीसगढ़ सरकार ने माना है कि नसबंदी के बाद महिलाओं को दी गई दवा सिप्रोसिन जहरीली थी। राज्य के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य)डॉ. आलोक शुक्ला ने सिप्रोसिन में जहरीला जिंक फास्फेट मिले होने की आशंका जताई। यह कंपाउंड चूहामार दवाइयों में उपयोग किया जाता है।
प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने बताया कि जिन दवाओं को जब्त किया गया, उनकी जांच बिलासपुर के साइंस कॉलेज में कराई गई। इसमें जिंक फास्फेट मिले होने की पुष्टि हुई है। छापे के दौरान भी फैक्ट्री में जिंक फास्फेट मिला है। शुक्ला के मुताबिक, ऐसा लगता है कि सिप्रोसिन बनाते समय उसमें जिंक फास्फेट मिला दी गई होगी। अब दवाओं के सैंपल दिल्ली और कोलकाता की लैबों में जांच के लिए भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि हो जाएगी। गौरतलब है कि प्रदेश भर में इस दवा की 33 लाख टैब्लेट्स जब्त की गई हैं, जिनमें से 13 लाख सिर्फ सरकारी स्टॉक की हैं।

सिप्रोसिन खाने से बीमार पड़े युवक की मौत

सिप्रोसिन खाने से बीमार पड़े एक युवक की शुक्रवार को मौत हो गई। एक डॉक्टर की सलाह पर ली गई दवा खाने के बाद से उसकी हालत बिगड़ी थी। बिलासपुर से सटे घुटकू के मदनलाल सूर्यवंशी ने सामान्य सर्दी-जुकाम की शिकायत पर गनियारी के एक डॉक्टर से दवा ली थी। दवा खाते ही उसके पेट में तेज दर्द होने लगा। चेहरे, पैरों में सूजन गई और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके बाद, युवक के परिजनों ने गुरुवार को उसे बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था।


नसबंदी कांड: छापे से पूर्व लगी भनक, कंपनी ने जला दी दवाएं

14 November 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नसबंदी से हुई मौतों के लिए जिम्मेदार मानी जा रही एंटीबायोटिक दवा सिप्रोसीन 500 के एक बड़े स्टॉक को इसकी निर्माता कंपनी ने गुरुवार को खाद्य एव औषधि विभाग के छापे से पहले ही जलाकर नष्ट कर दिया। घटना के चार दिन बाद आखिरकार खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने रायपुर के खम्हारडीह इलाके में स्थित महावर फार्मा कंपनी में छापा मारा।
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी को इस छापे की भनक पहले ही मिल गई थी, इसलिए उसने कंपनी परिसर में ही इन दवाओं को जला दिया। कंपनी रिहाइशी इलाके में चलती है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने बुधवार को ही इस कंपनी की दवा की खरीद पर रोक लगा दी थी। वहीं, खाद्य एवं औषधि विभाग द्वारा गुरुवार से इस कंपनी की दवाओं पर राज्य में प्रतिबंध लगा दिया है।

आरोपी डॉक्टर ने प्रशासन पर लगाए आरोप

बिलासपुर में 5 घंटे में 83 महिलाओं की सर्जरी करने और उनमें से 15 महिलाओं की मौत हो जाने के मामले में आरोपी डॉक्टर आरके गुप्ता ने घटना का ठीकरा स्थानीय प्रशासन के सिर पर फोड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार की ओर से घटिया स्तर की दवाएं सप्लाई की गईं। डॉक्टर ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें मामले में फंसाया जा रहा है।
आरोपी डॉक्टर को बुधवार रात गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि महिलाओं की हालत उस वक्त खराब होने लगी, जब सर्जरी के बाद उन्हें पेनकिलर और एक एंटी-बॉयोटिक दवा दी गई। डॉक्टर के मुताबिक, महिलाओं ने इन दवाओं के इस्तेमाल के बाद उल्टी की शिकायत की थी।
शनिवार को पंडेरी गांव में लगे सरकारी कैंप में नसबंदी के बाद मरने वाली महिलाओं की संख्या 15 हो गई है। करीब 7 महिलाएं वेंटिलेटर पर हैं। इसके अलावा, कई की हालत अभी भी खराब है।


आईएमए का दावा : केमिकल टॉक्सिमिया मौत का कारण

14 November 2014
बिलासपुर। डॉक्टरों को बचाने के लिए आईएमए के प्रख्यात डॉक्टरों की टीम ने नसबंदी कराने वाली महिलाओं की मौत का कारण खराब जेनरिक दवा व संक्रमित लेप्रोस्कोप है। आईएमए ने सभी दवाएं जब्त कर कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रभात श्रीवास्तव ने शकरी व गौरेला के नसबंदी शिविर में बरती गई लापरवाही को लेकर बुधवार को बैठक बुलाइ । बैठक में महिलाओं की मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी टीम ने सभी घटनाओं की सिलसिलेवार विवेचना की है। इसमें पाया गया है कि सभी नसबंदी कैंपों में एक ही बैच की जेनेरिक दवा वितरित की गई थी।
इसके साथ ही जांच में यह भी पाया गया था कि चारों शिविर में प्रयोग किया गया लेप्रोस्कोप भी एक ही था। आईएमए के डॉक्टरों ने पीडि़त महिलाओं की ब्लड कल्चर रिपोर्ट व प्रोकेल्सीटोनिन निगेटिव पाया है। इससे यह सिद्ध होता है कि मामला सेप्टीसेमिया का नहीं बल्कि कैमिकल टॉक्सिमिया यानी ड्रग रिएक्शन का है।
आईएमए की ओर से जिला अध्यक्ष डॉ. एलसी मढ़रिया, सचिव डॉ. आशुतोष तिवारी, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. आरए शर्मा, डॉ. केके साव, डॉ. व्हीके खेत्रपाल, डॉ. अरुण बलानी, डॉ. अनुराग, डॉ. सुनीता घोष व डॉ. जीबी सिंह आदि उपस्थित थे।

दवाओं पर प्रतिबंध

आई बुप्रोफेन 400एमजी टेबलेट - टीटी-450414 - मे. टेक्रिकल लैब एंड फार्मा प्रा.लि. हरिद्वार
सिप्रोसीन 500एमजी टेबलेट - 14101 सीडी - मे. महावर फार्मा प्रलि. खम्हारडीह रायपुर
लिग्नोकेन एचसीएल आईपी - आरएल 108 - मे. रिगेन लेबोरेटरीज हिसार
लिग्नोकेन एचसीएल आईपी - आरएल 107 - मे. रिगेन लेबोरेटरीज हिसार
एम्जारवेट कॉटन पुल आईपी- ए 0033 - मे. हेम्पटन इंडस्ट्रीज संजय नगर रायपुर
जिलोन लोसन - जेई-179 - मे. जी फार्मा 323 कलानी नगर इंदौर

यह निकले निष्कर्ष

- मृत्यु व बीमारी का कारण घटिया जेनेरिक दवाएं हैं।
- एक ही लेप्रोस्कोप से ऑपरेशन करने के चलते संक्रमण फैला।
- एक ही बैच की दवाएं की गई सप्लाई।
- सर्जन पर लॉपरवाही का कोई मामला नहीं बनता।
- दवाओं की खरीदी व सप्लाई राज्य शासन द्वारा की गई, इसके लिए वहीं दोषी है।

इस बैच की दवाएं हुई सप्लाई

डॉ. प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि शिविरों में बैच क्रमांक 14101 सीडी की ही दवाएं सप्लाई की गई है। यह दवा अक्टूबर 2014 में निर्मित हुईं और व्ही केयर कंपनी द्वारा बनाई गई थीं।


प्रदेश के चार शहरों में बिजली बचाने के लिए लगेंगी एलईडी लाइटें

14 November 2014
बिलासपुर। बिलासपुर सहित प्रदेश के चार बड़े शहरों में बिजली बचत करने के लिए सोडियम लाइटों की जगह एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इसके लिए नगरीय प्रशासन व विकास विभाग ने चारों शहरों के प्रमुख मार्गों में एनर्जी इफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) को नि:शुल्क डेमो करने की अनुमति दी है। गौरतलब है कि ईईसीएल भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रम है। संस्था का दावा है कि मौजूदा सोडियम लाइटों की जगह एलईडी लाइटों के इस्तेमाल से 50 फीसदी बिजली की बचत होगी। लाइटों को बदलने पर आने वाले खर्च की वसूली सात वर्षों में होने वाली बिजली बचत से हो जाएगी। शहरों की सड़क, गलियों में वर्तमान में 40 वॉट की ट्यूब रॉड और 250 वॉट की सोडियम वेपर लाइटें लगाई गई हैं।
डेमो के बाद बिजली की बचत का आंकलन किया जाएग
चुनिंदा सड़कों पर ही लाइट लगाने की अनुमति मिली
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने बिजली की बचत के लिए ईईसीएल को चार बड़े शहरों में चुनिंदा सड़कों की स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी लाइटें लगाने की अनुमति दी है। यह नि:शुल्क डेमो होगा, जिसके जरिए बिजली बचत का आंकलन किया जा सकेगा।

शहर एलईडी लाइट लगाने तय की गई सड़कें
बिलासपुर नेहरू चौक से महाराणा प्रताप चौक
रायपुर गांधी उद्यान चौक से कलेक्टोरेट चौक
भिलाई सुपेला, घड़ी चौक से राजेंद्र प्रसाद चौक
राजनांदगांव गुड़ाखू लाइन से हलवाई लाइन होते हुए कामठी लाइन

डेमो के बाद लाइट बदलेंगे

बिजली की बचत करने के लिए चार बड़े शहरों को एलईडी लाइटें लगाने के लिए सशर्त अनुमति दी गई है। ईईसीएल चिह्नित सड़कों पर पहले नि:शुल्क डेमो कर बिजली की बचत का सत्यापन करेगा। इसके बाद सभी सड़कों की स्ट्रीट लाइटों का रिप्लेसमेंट एलईडी लाइटों से किया जाएगा।''

एलडी चोपडे़, अवर सचिव नगरीय प्रशासन, रायपुर

बिलासपुर में स्ट्रीट लाइटों का बिजली बिल चार करोड़ सालाना

बिलासपुर शहर में नगर निगम ने सड़क और गलियों को रौशन करने के लिए बिजली के 14 हजार खंभों में 40-40 वॉट की ट्यूब रॉड लगवाई हैं। मेन रोड के डिवाइडर पर 250 वॉट की सोडियम लाइटें लगाई गई हैं। इनका बिजली बिल 30 लाख रुपए मासिक और चार करोड़ रुपए वार्षिक है। नेहरू चौक से महाराणा प्रताप चौक तक 1400 मीटर लंबी सड़क के दोनों ओर करीब 80 लाइटें लगाई गई हैं। ईईसीएल का दावा है कि एलईडी लाइटें 50 हजार घंटे तक मेंटनेंस फ्री हैं। इस बीच खराबी आने पर इनका नि:शुल्क रिप्लेसमेंट किया जाता है। मौजूदा 40 वाॅट के बल्ब के बराबर 19 से 21 वॉट की एलईडी लाइटें और 250 वॉट की सोडियम लाइटों की जगह 120 वॉट की एलईडी लाइटें पर्याप्त रोशनी बिखेरती हैं। एलईडी लाइटों की कीमत मौजूदा स्ट्रीट लाइटों में लगाए जाने वाले बल्ब, ट्यूब रॉड की तुलना में तिगुनी होती है।


नसबंदी कांड: केंद्र, राज्य सरकार व एमसीआई को नोटिस

13 November 2014
रायपुर। पेंडारी में नसबंदी के बाद 14 महिलाओं की मौत के मामले को हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान में ले लिया है। युगलपीठ ने मामले में राज्य सरकार, केंद्र सरकार और मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया [एमसीआई] को नोटिस जारी कर 10 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही कोर्ट को सहयोग करने के लिए अधिवक्ता सलीम काजी और अधिवक्ता सुनीता जैन को न्याय मित्र नियुक्त किया है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के पेंडारी स्थित नेमी चंद जैन अस्पताल में बीते 8 नवंबर को आयोजित शासकीय शिविर में नसबंदी कराने वाली महिलाओं की तबीयत ऑपरेशन के बाद से ही बिगड़ने लगी। सोमवार से बुधवार दोपहर तक नसबंदी करने वाली 14 महिलाओं की मौत हो गई। इसके अलावा 15 महिलाएं जीवन के लिए संघर्ष कर रही हैं। वहीं 50 से अधिक महिलाओं का शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। मीडिया और अखबारों में लगातार प्रकाशित हो रही खबरों कोहाईकोर्ट के जस्टिस टीपी शर्मा व जस्टिस इंदर सिंह उबोवेजा की युगलपीठ ने स्वत: संज्ञान में लेते हुए जनहित याचिका के रूप में स्वीकार किया है। बुधवार दोपहर 13:30 बजे कोर्ट ने प्रकरण में अतिरिक्त महाधिवक्ता अशुतोष सिंह कछवाहा और प्रफुल्ल भारत को बुलाकर मामले में राज्य सरकार, केंद्र सरकार और एमसीआई को नोटिस जारी कर 10 दिनों के अंदर जवाब मांगने के निर्देश दिए हैं। न्याय मित्र नियुक्त अधिवक्ता काजी और अधिवक्ता सुनीता जैन को रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय से हाईकोर्ट के आदेश की प्रति उपलब्ध करा दी गई है।

रिश्तेदारों को विशेष सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश

शिविर में नसबंदी कराने के बाद बीमार हुई ज्यादातर महिलाओं के छोटे-छोटे बच्चे हैं। परिवार के सदस्य अस्पताल में भर्ती महिलाओं के साथ बच्चों को भी संभाल रहे हैं। इसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। उनके रहने-खाने का भी कोई ठिकाना नहीं है। न्यायालय ने इस बात पर भी संज्ञान में लेते हुए अस्पताल में भर्ती मरीजों के रिश्तेदारों को विशेष सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।

हाईकोर्ट को है विशेष अधिकार

हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और सीनियर जस्टिस को समाचार पत्र में प्रकाशित खबरों को जनहित याचिका के रूप में स्वीकार कर सुनवाई का विशेष अधिकार है। इससे पूर्व शहर में भटकते मानसिक रोगियों की स्थिति को लेकर जस्टिस फखद्दीन ने समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को जनह

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मुठभेड़ में चार नक्सली ढेर

31 Octoember 2014
रायपुर। सुकमा जिले के किस्टारम थाना क्षेत्र के पालचलमा में 21 अक्टूबर को हुए मुठभेड़ के बाद आंध्र सीमा पर चार नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुकमा जिला मुख्यालय से कोबरा, सीआरपीएफ, डीआरजी व एसटीएफ की अलग-अलग पार्टियां विभिन्न इलाकों पर सर्चिग के लिए रवाना हुई थीं। इस दौरान पालचलमा के पास स्थित पहाड़ी में छिपे नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाब में फोर्स की ओर से भी गोली चलाई गई। घटना के बाद आंध्र सीमा पर चार नक्सलियों सोरी मासा, कवासी हुंगा, सोयम तोगा व पूनेम रत्तू के शव मिलने की खबर है।

चार ने डाले हथियार

इंद्रावती एरिया कमेटी के अंतर्गत जनमिलिशिया प्लाटून नंबर तीन के सेक्शन डिप्टी कमांडर पो़ि़डयामी लक्ष्मण [18] निवासी पोल्लेवाया एवं तीन महिला एलओएस सदस्यों ने गुरूवार को आईजी दफ्तर में अधिकारियों के समक्ष सरेंडर किया। लक्ष्मण ने एक 12 बोर की बंदूक , जिंदा ग्रेनेड एवं छह किलो आईईडी भी पुलिस के सुपुर्द किया।


रायगढ़ शहर में डेंगू ने पसारे पांव

31 Octoember 2014
रायगढ़। शहर सरकार के द्वारा सफाई में लापरवाही बरतने की वजह से डेंगू ने शहर में पांव पसार लिया है। यहीं कारण है कि शहरी क्षेत्र में ही अब तक9 लोग डेंगू से पीडि़त हो चुके हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र से दो लोग डेंगू से पीडि़त हैं।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ही इन पीडि़तों का चिन्हांकन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह बीमारी साफ-सफाई के अभाव में पनपती है। इधर नगर निगम के अधिकारी प्रतिदिन सफाई के नाम पर हजारों रुपए खर्च करने का दावा कर रही है।
डेंगू बीमारी से पीडि़त होने वाले लोगों पर गौर करे तो सबसे अधिक लाल टंकी क्षेत्र में रहने वाले लोग इसकी चपेट में आए हैं। सबसे पहला मरीज भी इसी क्षेत्र से सामने आया था। इस समय लोगों ने निगम के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए क्षेत्र में सफाई कराए जाने की मांग की थी।
हालांकि लोगों के ज्ञापन मिलने के बाद निगम के अधिकारियों ने सफाई कराए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन पुराने ढर्रे पर ही सफाई होती रही। ऐसे में यह बीमारी थमने के बजाए फैलने लगी। यहीं वजह है कि इसकी संख्या बढ़ कर अब 11 पहुंच चुकी है। इसमें 9 मरीज शहरी क्षेत्र के ही हैं।


सीएम रमन सिंह ने शुरू किया देश का पहला ई-जनदर्शन

31 Octoember 2014
रायपुर। राज्य सरकार ने सीएम जनदर्शन को जनता के और करीब पहुंचाते हुए ई-जनदर्शन की शुरुआत गुरुवार से कर दी है। अब प्रदेश के लोग घर बैठे अपनी बात सीएम तक पहुंचा सकेंगे और सीएम उनका ऑनलाइन समाधान भी करेंगे। गूगल हैंग आउट के जरिए यह संभवत: देश का पहला ई-जनदर्शन है।
गुरुवार को पहले ई-जनदर्शन में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 50 लोगों से बात की। पहले जनदर्शन के लिए प्रदेश भर के लोगों से सोमवार तक रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया था, रजिस्टर्ड लोगों को संबंधित जिले के कलेक्टरेट में बुलाया गया। सभी जिलों के कलेक्टरेट को जिन्हें सीएम ऑफिस के साथ गूगल हैंगआउट से जोडा गया जिसके बाद उन्होंने उनके साथ सीधी बात की। सीएम ने कहा कि आने वाले समय में इस सुविधा को और बेहतर बनाया जाएगा ताकि लोगो घर बैठे ही उनके साथ संवाद स्थापित कर सकें।

दुर्ग के छात्र ने पूछा पहला सवाल

ई-जनदर्शन में पहला सवाल दुर्ग जिले के इंजीनियरिंग छात्र कमल नारायण चंद्राकर ने पूछा। उनका सवाल था कि सरकार ने घोषणा की थी कि इंजीनियरिंग के छात्रों को लैपटॉप दिया जाएगा लेकिन अब तक नहीं मिला। कब तक मिलेगा? इस पर सीएम ने कहा कि इंजीनियरिंग और मेडिकल के छात्रों के लैपटॉप के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जैसे ही कंपनी लैपटॉप उपलब्ध कराती है छात्रों को दे दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शासन इस कोशिश में है कि जल्द से जल्द छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट दिए जाएंगे।

आठ साल से जारी है जनदर्शन

इस मौके पर सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा कि वे पिछ्ले आठ साल से जनदर्शन के माध्यम से लोगों से प्रत्यक्ष मुलाकात करते आ रहे हैं, इसी में एक कडी और जोडते हुए उन्होंने ई-जनदर्शन की शुरुआत की है।उन्होंने कहा कि यह सुविधा खास तौर पर प्रदेश के दूरस्थ अंचल में रहने वाले नागरिकों के लिए शुरू की गई है। ताकि उन्हें सीएम तक अपनी बात पहुंचाने के लिए रायपुर तक का लम्बा सफर न करना पडे। इस नई सुविधा से प्रदेश के किसी भी कोने से लोग अपनी समस्याओं को सीएम के सामने रख सकेंगे, जिससे उन्हें रायपुर तक आने की जरूरत नहीं पड़ेगी और घर बैठे ही उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा।

महीने में एक दिन होगा ई-जनदर्शन

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हाउस में हर गुरूवार को होने वाले जनदर्शन के माध्यम से उन्हें हजारों लोगों से मिलने का मौका मिलता है जिसे वे जारी रखेंगे। लेकिन अब वे महीने के तीन गुरूवार सीएम हाउस में लोगों से मिलेंगे और एक गुरूवार को ई-जनदर्शन के माध्यम से वे जनता से सीधा संवाद करेंगे।

विपक्ष ने कहा सामंती सोच का नतीजा है जनदर्शन

कुछ दिनों पहले जनदर्शन का विरोध करते हुए विपक्ष ने कहा था कि पुराने जमाने में राजा अपनी प्रजा से मिलने के लिए जनदर्शन रखवाते थे। लेकिन अब न कोई राजा है और न कोई प्रजा। सीएम का जनदर्शन उसी सामंती सोच का नतीजा है।


कल्लूरी के आईजी रहते नहीं हो सकती जांच: अग्निवेश

30 Octoember 2014
रायपुर। टीएमटीडी न्यायिक जांच आयोग के समक्ष गवाह लाने में असहयोग संबंधी मसले पर सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि बस्तर में जब तक एसआरपी कल्लूरी आईजी के रूप में पदस्थ हैं, तब तक प्रकरण की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती, ऐसे में सुनवाई के लिए गवाह भेजने का कोई औचित्य नहीं है। स्वामी ने बस्तर आईजी को पद से हटाने की मांग भी की है।
नईदुनिया में 30 अक्टूबर को प्रकाशित समाचार में जानकारी दी है कि स्वामी अग्निवेश द्वारा गवाह न भेजे जाने से प्रशासन परेशान है। इस संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अग्निवेश ने कहा है कि आईजी कल्लूरी न सिर्फ जांच प्रभावित कर सकते हैं, बल्कि जांच आयोग की विश्वसनीयता भी खराब कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि जांच आयोग ने अग्निवेश को प्रभावित गांवों के 150 से अधिक लोगों की सूची देकर गवाही के लिए आयोग के समक्ष लाने का आग्रह किया था।
स्वामी अग्निवेश ने इस मामले में जुलाई में आयोग को लिखे पत्र में आयोग से मांग की थी कि बस्तर आईजी को हटाने की मांग की जाए, क्योंकि उनके रहते यह जांच ठीक तरह से नहीं हो पाएगी।


ट्रेलर ने बाइक को रौंदा ग्रामीणों ने घेरा थाना

30 Octoember 2014
कोरबा। दशगात्र में शामिल होने ढेलवाडीह जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना से नाराज लोगों ने दीपका थाना का घेराव कर दिया। बिना सूचना घटना स्थल से शव उठाने को लेकर हंगामा किया। गाड़ी मालिक से मुआवजे की मांग की। घटना दीपका- हरदीबाजार मार्ग पर ग्राम झिंगटपुर के पास हुई। बुधवार शाम ग्राम नावापारा निवासी कौशल कंवर 35, बाइक क्रमांक सीजी 12 एन 7825 से दशगात्र मे शामिल होने ढेलवाडीह जा रहा था। ग्राम झिंगटपुर के पास दीपका से हरदीबाजार की ओर जा रहे ट्रेलर ने बाइक को रौंद दिया। कौशल, सड़क पर गिर गया। मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसकी मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही ग्राम झिंगटपुर के लोग बड़ी संख्या में घटना स्थल पर पहुंच गए। इसमें महिलाएं अधिक थी। लोगों ने सड़क को जाम करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को उठा लिया। घटना की सूचना पर ग्राम नावापारा से भी कौशल के परिजन झिंगटपुर पहुंचे। यहां से दीपका थाना पहुंचे। परिजनों को सूचना दिए बिना घटना स्थल से शव उठाने पर नाराजगी जताते हुए थाना में जमकर हंगामा किया। मुआवजे की मांग को लेकर थाना का घेराव कर दिया।
सामाचार लिखे जाने तक ग्रामीण, गाड़ी मालिक से सहायता राशि दिलाने की मांग कर रहे थे। घेराव खत्म नहीं हुआ था। थाना प्रभारी ए कुजूर ने बताया कि पुलिस ने ट्रेलर क्रमांक सीजी 04ए 0501 को पकड़ लिया है। ट्रेलर थाना में खड़ी है। चालक फरार है। इसकी पतासाजी जारी है। पुलिस ने ट्रेलर चालक के खिलाफ जुर्म कर लिया है। कौशल, कंवर दंपति का एकलौता पुत्र था। हादसे की सूचना मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।


समीरा से अमित जोगी का सही पता पूछा हाईकोर्ट ने

30 Octoember 2014
बिलासपुर. हाईकोर्ट ने मरवाही विधानसभा से पराजित प्रत्याशी समीरा पैकरा को मरवाही विधायक अमित जोगी का सही पता बताने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में रायपुर स्थित अनुग्रह का पता बताया गया था। इस पते पर नोटिस तामील नहीं हो सका है। मरवाही से रिकाॅर्ड मतों से जीतकर विधायक बने अमित जोगी की भारतीय नागरिकता और जाति को भाजपा की पराजित प्रत्याशी समीरा पैकरा ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है। प्रारंभिक सुनवाई के बाद अमित सहित नौ अन्य को नोटिस जारी किया गया था।
मरवाही से विधानसभा चुनाव लड़कर अमित जोगी से पराजित समीरा ने हाईकोर्ट में चुनाव याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि विधानसभा चुनाव के लिए 26 अक्टूबर 2013 से 1 नवंबर २०13 तक नामांकन फाॅर्म भरे जाने थे। 2 नवंबर को नामांकन फाॅर्म की स्क्रूटनी हुई थी। कांग्रेस प्रत्याशी अमित जोगी ने 28 अक्टूबर को पेंड्रारोड तहसीलदार को जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया। तहसीलदार ने इसी दिन जांच पूरी करने के बाद पेंड्रारोड एसडीओ को रिपोर्ट सौंप दी।
एसडीओ ने 31 अक्टूबर को जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया। वहीं, अमित ने 30 अक्टूबर को अस्थाई जाति प्रमाण पत्र के साथ अपना नामांकन फाॅर्म जमा कर दिया था। नियमों के मुताबिक नामांकन फाॅर्म के साथ स्थाई जाति प्रमाण पत्र देना होता है। इसे लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी से आपत्ति की गई थी, जो निरस्त कर दी गई। याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने मरवाही विधायक अमित सहित अन्य उम्मीदवारों सुमन सिंह वाकरे, तपेश्वर मरावी, डाॅ. उर्मिला मार्को, गजमती भानू, घासीराम वाकरे, थान सिंह, पंचम सिंह मेश्राम और बुधभान धुर्वे को नोटिस जारी किया था।
तीन बार नोटिस जारी करने के बाद भी अमित जोगी को नोटिस तामील नहीं हो सका है। पूर्व में बताए गए रायपुर के अनुग्रह के पते पर नोटिस लेने से इनकार कर दिया जाता है। बुधवार को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को अमित का सही पता बताने के निर्देश दिए।

अमेरिकी नागरिकतारद्द हुए बिना लड़ा चुनाव

याचिका में कहा गया है कि अमित के पास अमेरिकी नागरिकता है। भारत में दोहरी नागरिकता को मान्यता नहीं है, लिहाजा उन्हें चुनाव लड़ने से पहले अमेरिकी नागरिकता रद्द करवानी थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसी तरह जोगी पर आपराधिक मामलों को लेकर भी गलत जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।


झीरम घाटी जांच आयोग अब जगदलपुर में करेगा सुनवाई

29 Octoember 2014
रायपुर। बस्तर जिले में झीरम घाटी हत्याकांड की जांच के लिए राज्य शासन द्वारा गठित विशेष न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष छत्ताीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा 30 और 31 अक्टूबर को जगदलपुर में सुनवाई करेंगे। सुनवाई आयोग के जगदलपुर कार्यालय [बस्तर संभाग आयुक्त कार्यालय परिसर] में होगी।
इससे पहले सुनवाई में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं की मौत के संबंध में अपनी बात रखी है। इसके पहले भी घटना में मौजूद कई प्रत्यक्षदर्शियों ने भी आयोग के सामने बात रख चुके हैं।


5 लाख की इनामी महिला माओवादी ने किया समर्पण, अंतागढ़ में दो पकड़े गए

29 Octoember 2014
बिलासपुर/कांकेर. पिछले नौ साल से बीजापुर इलाके में लाल आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पांच लाख की इनामी महिला माओवादी शांति कुंजाम ने बुधवार को आईजी कार्यालय में समर्पण कर दिया। वह ग्रामीणों को माओवादी विचारधारा से जोडऩे का काम करती थी। दीपावली मनाने बीजापुर जिले के नेलसनार थानांतर्गत ग्राम कोडोली में घर आई शांति ने अपने भाई-बहन के समझाने पर माओवादी विचारधारा छोड़कर मुख्यधारा से जुडऩे का फैसला लिया। समर्पित महिला माओवादी को 2005 में मितूर कामांडर निर्मल इक्का ने संगठन से जोड़ा था। वहीं, कांकेर जिले के अंतागढ़ थानाक्षेत्र से सर्चिंग पर निकले डीएफ और बीएसएफ के जवानों ने ग्राम उपरकामता से दो माओवादी मंगउराम और रामधर को गिरफ्तार किया है।

पत्नी के चरित्र पर आरोप लगाने के बाद प्रमाणित नहीं करना क्रूरता: हाईकोर्ट

29 Octoember 2014
बिलासपुर. हाईकोर्ट के जस्टिस प्रशांत मिश्रा की बेंच ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि पत्नी के चरित्र और सत्यनिष्ठा पर गंभीर आरोप लगाने के बाद उसे प्रमाणित नहीं करना क्रूरता है। एक मामले में फैमिली कोर्ट पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि कोर्ट ने मेंटेनेंस के लिए पत्नी की अर्जी पर दिए गए फैसले में गंभीर गलती की है। हाईकोर्ट ने पत्नी और बेटे को हर माह 5-5 हजार रुपए भरण-पोषण देने का आदेश दिया है।
रायगढ़ में रहने वाली महिला की शादी 25 अप्रैल 1988 को कोरबा दर्री के छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में नौकरी करने वाले भीष्म राम चंदरोसा से हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं, इसमें बेटा लोकेश 18 वर्ष, बेटी मेघा 16 वर्ष और बेटा अंकित की उम्र 10 वर्ष है। महिला की छोटी बहन की शादी में उसके पिता ने दहेज में बाइक दी। इसके बाद से भीष्म राम ने पत्नी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और दहेज में डेढ़ लाख रुपए मांगने लगा। प्रताड़ना के चलते महिला का घर पर रहना मुश्किल हो गया। इसके बाद भीष्म राम पत्नी को रायगढ़ उसके मायके छोड़ आया। फिलहाल छोटा बेटा मां के साथ रहता है और दोनों बड़े बच्चे पिता के साथ हैं।
उधर, महिला ने खुद को और बेटे को भरण-पोषण देने की मांग को लेकर रायगढ़ की फैमिली कोर्ट में मामला दायर किया। कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके खिलाफ महिला ने हाईकोर्ट में रिवीजन दाखिल की थी। मामले की सुनवाई जस्टिस प्रशांत मिश्रा की सिंगल बेंच में हुई। हाईकोर्ट ने फुलझर बसोर विरुद्ध मुन्नालाल के मामले में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेश का हवाला देते हुए कहा कि पत्नी के चरित्र और सत्यनिष्ठा पर आरोप लगाने के बाद उसे प्रमाणित नहीं करना क्रूरता के दायरे में आएगा।
ऐसे मामले में पत्नी भरण-पोषण पाने की हकदार होती है। हाईकोर्ट ने फैमिली कोर्ट के आदेश को रद्द करते हुए मां-बेटे को हर माह 5-5 हजार रुपए भरण-पोषण के रूप में देने का आदेश दिया है। यह राशि हर महीने की सातवीं तारीख तक देनी होगी। हाईकोर्ट ने 2007 से लेकर अब तक का एरियर्स भी छह किश्तों में देने का आदेश दिया है।


नक्सलियों का छात्रों पर पार्टी ज्वाइन करने का दबाव

28 Octoember 2014
रायपुर, दंतेवाड़ा। संगठन विस्तार के लिए नक्सली विद्यार्थियों पर पार्टी ज्वाइन करने का दबाव बनाते हैं। वे संवेदनशील इलाकों में संचालित सरकारी आश्रम-छात्रावासों में विद्यार्थियों से संपर्क करते हैं और बाद में उन पर संगठन में शामिल होने दबाव डालते हैं।
ताजा खुलासा आत्मसमर्पित जनमिलिशिया कमांडर सुखराम कावडे़ ने किया है। माड़ इलाके में नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिवीजन में जनमिलिशिया कमांडर रह चुका 22 वर्षीय सुखराम नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लाक के एक सरकारी छात्रावास में निवासरत रहते पढ़ाई कर रहा था। विद्यार्थी रहते ही सुखराम वषर्ष 2006 में नक्सलियों के संपर्क में आया था।
मीडिया से चर्चा में उसने बताया कि छात्रावास में रहते वह संगठन में शामिल हुआ था। फोर्स की गतिविधियों की जानकारी देने के साथ नक्सलियों के निर्देशानुसार सड़क खोदने, जवानों को जख्मी करने लोहे की सरिया गाड़ने जैसा काम किया करता था।
सुखराम के अनुसार उसके साथ कुछ और छात्र भी थे जिन्हें दबाव पूर्वक संगठन में शामिल कराया गया था।
सुखराम ने बताया कि समर्पण से पहले जनमिलिशिया कमांडर के रूप में नक्सली मिलिट्री प्लाटून, गांव आने वाले माओवादियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना, संतरी ड्यूटी, बैठकों में नक्सली विचारधाराओं का प्रचार करना जैसी जिम्मेदारियां उस पर था। उसके मुताबिक वह पढ़कर शिक्षक बनना चाहता था, लेकिन नक्सलियों ने उसे पार्टी में ज्वाइन करने का दबाव बनाया। मजबूरन उसे यह रास्ता अपनाना पड़ा।
इस संबंध में एसपी कमलोचन कश्यप का कहना था कि संगठन विस्तार के उद्देश्य से नक्सली ऐसा करते है। वे ऐसे लड़कों को चुनते है जो उनके कार्यो को करने में दक्ष हो। फिलहाल सुखराम को पुर्नवास नीति का लाभ दिलाने के साथ उसकी पढ़ाई पूरी करवाने में पुलिस पूरा सहयोग करेगी।


जनसंपर्क अधिकारी के घर चोरी

28 Octoember 2014
कोरबा। लूटेरे और चोर पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो गए हैं। प्रशासनिक अफसरों की कालोनी भी इनसे अछूती नहीं है। जनसंपर्क विभाग के उपसंचालक के घर में चोरों ने धावा बोला है। परिवार दीपावली की छुट्टी पर बिलासपुर गया हुआ था। सूने मकान से बर्तनों सहित अन्य सामान पार किया गया।
जिला जनसंपर्क विभाग के उपसंचालक पद पर बीएम तंबोली कार्यरत हैं। कलक्टोरेट के समीप प्रशासनिक अधिकारियों की कालोनी में इनका मकान स्थित है। बाजू में एसडीएम एवं सामने एडीएम का बंगला मौजूद है। तंबोली 22 अक्टूबर को दीपावली मनाने सहपरिवार बिलासपुर गए हुए थे। रविवार की रात 11 बजे इनकी वापसी हुई। घर में प्रवेश करते ही वे दंग रह गए। दो कमरों का पूरा सामान बिखरा पड़ा था। मकान के पीछे की खिड़की की सलाखें मुड़ी हुई थी। तंबोली को समझते देर नहीं लगी कि खिड़की से चोरों का प्रवेश हुआ। उन्होंने रात में ही इसकी सूचना रामपुर पुलिस चौकी को दी। पुलिस ने मकान पहुंचकर छानबीन की। सोमवार की सुबह चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई। तंबोली ने बताया कि घर से तांबे, पीतल के बर्तन सहित अन्य सामान चुराए गए हैं। इनकी कीमत करीब 30 हजार रुपए है। शुक्र था कि घर पर कोई महंगी वस्तु नहीं थी। चोर इसी मंशा से घर में घुसे थे। रामपुर पुलिस चोरी का मामला दर्ज कर चोरों की पतासाजी कर रही है।
पुलिस की मानें तो चोरी को आदतन चोरों ने अंजाम नहीं दिया है। चोरी करने और सामान चुराने के तरीके को देखकर यह बात कही गई है। चोर संबंधित क्षेत्र के हो सकते हैं।


टोनही कहकर मार डाली गई महिला और ग्रामीणों ने बताया पारिवारिक विवाद

28 Octoember 2014
भिलाई. टोनही कहकर मार डाली गई दुकलहिन के गांव के लोगों का कहना है कि उस पर ऐसा आरोप पहले कभी किसी ने नहीं लगाया। वह रोज गांव में घूम घूम कर सब्जी बेचती थी और लोग उससे सब्जी खरीदते थे। ग्रामीणों का कहना है कि घटना पारिवारिक विवाद के चलते हुई है। गांव के पंच कन्हैया साहू का कहना है कि दुकलहीन सब्जी बेचने का धंधा करती थी। पूरे गांव में रोज घूम-घूमकर सब्जी बेचती और लोग खरीदते भी थे। सभी से उसकी बातचीत थी। कभी किसी ने कोई आरोप नहीं लगाया।
गांव के कोटवार मोहनदास मानिकपुरी का भी ऐसा ही कहना है कि दुकलहीन को लेकर कभी किसी ने कोई आरोप नहीं लगाया। यह उनके परिवार के लोगों की आपस की लड़ाई है। पड़ोसी 76 वर्षीय गुहरी पटेल का कहना है कि इतने सालों से पड़ोस में हैं मगर दुकलहीन के बारे में कभी ऐसी कोई बात नहीं सुनी। दोपहर करीब तीन बजे बेमेतरा के प्रभारी एसपी एनके खरे खुद पूछताछ करने पंहुचे। उन्होंने मृतका की बहू मालती से घटना के बारे में पूछा तो जानकारी से साफ इंकार कर दिया। कहा कि वे घटना के समय घर में मौजूद नहीं थीं। बच्चों को लेकर बाहर गई हुई थी। गांववालों ने भी घटना पर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि शाम को गोठान में मातर महोत्सव हो रहा था। सब लोग देखने गए थे।
ग्राम पंचायत भटगांव का आश्रित गांव बंजारपुर करीब पचास परिवारों की बस्ती है। इनमें लगभग 35 परिवार तो पटेलों की ही है। बाकी दस-बारह गोड़ परिवार हैं। जिस पटेल परिवार में यह घटना हुई उनके यहां लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है। पूरे परिवार का गुजर बसर सब्जी बेचने और खेती-किसानी से ही होता है। गांव में शिक्षा का स्तर भी सामान्य है। स्कूल नहीं है। बच्चे भटगांव में पढ़ने जाते हैं। हालांकि गांव से स्कूल की दूरी एक किलोमीटर भी नहीं है।
पांच घंटे घर में कैद रखा : दुकलहीन पर बीमार रुपेंद्र पटेल को ठीक करने के लिए उनके देवर, देवरानी दबाव डाल रहे थे। उन्हें दोपहर साढ़े बारह बजे से लेकर शाम पांच बजे तक अपने घर में ही बैठाकर रखे थे। भीड़ उन्हें चारों तरफ से घेर रखी थी। रुपेंद्र को घर की परछी पर सुलाया गया था। दुकलहीन को उनके मुंह में पानी की दो बूंद डालकर ठीक करने कहा जा रहा था। दुकलहीन बार-बार गिड़गिड़ा रही थी कि उन्होंने कुछ नहीं किया। वे बीमार को कैसे ठीक कर सकती हैं। उनकी बात पर किसी ने यकीन नहीं किया। पांच घंटे तक यह तमाशा चलता रहा।

कोई बोलने का तैयार नहीं

दुकलहीन के घर के आसपास सन्नाटा पसरा था। सभी आरोपी जेल गए दुकलहीन की हत्या के आरोप में पकड़े गए सभी आरोपियों नकुल पटेल, अंकलहीन बाई, नंदकुमार, प्रदीप, गोपाल पटेल, सवाना बाई पटेल, विक्रम पटेल, राधा बाई, अहिल्या पटेल और तीजन बाई के खिलाफ आपीसी की धारा 147, 148, 149, 302 और छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम की धारा 4, 5 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। सभी अारोपियों को जेल भेज दिया गया है।


पुलिसकर्मी की हत्या के बाद नक्सलियों ने मांगी माफी

27 Octoember 2014
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा में कुछ दिन पहले अवकाश पर जा रहे पुलिस कर्मी की तेमेलवाड़ा घाट में नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। अब नक्सलियों ने पर्चे फेंककर इस घटना के लिए माफी मांगी है।
रविवार को फेंके गए पर्चे में दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी सीपीआइ माओवादी की ओर से लिखा गया है कि 18 अक्टूबर को हमारे गुरिल्ला दस्ता के सदस्यों ने तेमेलवाड़ा गांव के पास शिवकुमार सिदार नाम के पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी। हमारी पार्टी की ओर से बिना अनुमति यह कार्रवाई हुई है जिसके लिए हम क्षमा चाहते हैं।
शिवकुमार बीमारी का इलाज कराने जा रहा था, जनता का दमन करने के लिए हथियार लेकर नहीं। ऐसे समय में उसे पकड़ कर मार डालना हमारी गलती है। पुलिस को भी आगाह किया जाता है कि निर्दोष ग्रामीणों से बेवजह दु‌र्व्यवहार न किया जाए। इससे पहले भी कई बार ग्रामीणों के साथ बुरा सुलूक किया जा चुका है।


79 हजार रुपए के नकली नोट जब्त, पांच गिरफ्तार

27 Octoember 2014
महासमुंद। जिला क्राइम ब्रांच ने नकली नोट खपाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। 79 हजार के नकली नोट के साथ रविवार को पांच आरोपी पकड़े गए हैं। एक सप्ताह पहले बसना पुलिस ने नकली नोट खपाने के मामले में ओडिशा से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच की टीम को रविवार की सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि भोरिंग के पास दो युवक नकली नोट खपाने की चर्चा कर रहे हैं। टीम ने हुलिया के आधार पर घेराबंदी कर गुखेरा आरंग के राजू उर्फ राजकुमार सोनवानी (22), तेंदूवाही तुमगांव के कमलेश सोनवानी (19) को पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने बताया कि तेंदूवाही के मोतीलाल कोसले(27) ने उन्हें नोट दिए हैं। फिर क्राइम ब्रांच के जवानों ने मोतीलाल को पकड़कर पूछताछ की। उसने बताया कि गुखेरा, आरंग के जग्गा उर्फ जागेश्वर रात्रे (34) और राजू को 80 हजार के नकली नोट दिए थे। मोतीलाल ने पुलिस को रायपुर के न्यू राजेन्द्रनगर के डेविड वाल्टर उर्फ लिंकेन (34) से नकली नोट लाना बताया। पुलिस ने जागेश्वर को गुखेरा और डेविड को रायपुर में घेराबंदी कर उनके घरों से पकड़ा। पांचों आरोपियों से 79 हजार के नकली नोट जब्त किए गए। इसमें 1000 के 69 नोट, 500 के 20 नोट थे। तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए।

हुदहुद तूफान से टमाटर हुआ तबाह

27 Octoember 2014
रायपुर | हुदहुद तूफान ने टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। बाजार में टमाटर के दाम भले ही 20 रुपए है, लेकिन दाग लगे टमाटर को कोचिए एक रुपए किलो में भी नहीं खरीद रहे। दुर्ग जिले के धमधा मंडी में टमाटर नहीं बिके तो किसानों ने उन्हें वहीं फेंक दिया। किसानों के इस नुकसान पर सरकार न तो कोई सर्वे करा रही है और न ही कोई मुआवजा दे रही है।

नीलोफर से आई नमी

हुदहुद तूफान 12 दिन पहले जा चुका है। अब तूफान नीलोफर खतरे की आशंका बढ़ा रहा है। तूफान के असर और पूर्वी उत्तरप्रदेश में ऊपरी हवा में बने चक्रवात के कारण पूरे छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से बदली और बूंदाबांदी हो रही है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इससे फसलों और सब्जियों पर खासा असर तो नहीं पड़ रहा है, लेकिन अचानक मौसम बदलने से लोगों की रूटीन प्रभावित हुई है। अगले 24 घंटे बाद यानी सोमवार को दोपहर बाद से मौसम खुलने की संभावना जताई जा रही है।

आज दोपहर बाद खुल सकता है मौसम

5 दिन में 6 डिग्री गिरा दिन का पारा

पांच दिन में राजधानी में दिन का तापमान लगभग छह डिग्री गिर गया है। 22 अक्टूबर को राजधानी में दिन का तापमान 32 डिग्री के आसपास था। 23 तारीख से बादल छाने लगे। तब से रविवार तक तापमान में लगभग छह डिग्री की गिरावट आ गई। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम 19.8 डिग्री रहा।

तपिश होगी कम, बढ़ेगी ठंड

मौसम खुलते ही सूरज की तपिश कम होने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार भले ही तापमान में ज्यादा अंतर न आए, लेकिन उत्तर-पूर्व से हवा आने के कारण मौसम में ठंड धीरे-धीरे बढ़ने लगेगी।


मीटर शिफ्टिंग घोटाले में अफसरों पर भी गिरेगी गाज

25 Octoember 2014
रायपुर। बिलासपुर में हुए मीटर शिफ्टिंग घोटाले में फंसे बड़े अफसरों पर भी विभागीय कार्रवाई की गाज गिर सकती है। छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी इस पूरे मामले की सूक्ष्म जांच करा रही है। सूक्ष्म जांच के बाद इस मामले में दोषी बड़े अफसरों पर भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। फिलहाल कंपनी ने इस मामले में दोषी 14 कर्मचारियों निलंबित कर दिया है। वहीं अधीक्षण अभियंताओं को उनके अधीनस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही पूरी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
बिलासपुर रीजन में मीटर शिफ्टिंग के नाम पर हुए घोटाले से बिजली कंपनी में हड़कंप मचा हुआ है। घोटाले की रकम करीब 10 करोड़ से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यही वजह है कि कंपनी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलहाल प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी गई है। कंपनी ने इस घोटाले में बड़े अफसरों के हाथ होने से इंकार नहीं किया है। यही वजह है कि पूरे मामले की सूक्ष्म जांच कर मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ भी सबूत जुटाए जा रहे हैं।

यह है मामला:

विभागीय सूत्रों के मुताबिक बिलासपुर रीजन के तहत आने वाले सेंटर कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, जशपुर, जांजगीर चांपा, रायगढ़ में ठेकेदारों को मीटर शिफ्टिंग करना था लेकिन कई ठेकेदारों ने मीटर शिफ्ट ही नहीं किया और अफसरों के साथ मिलकर फर्जी बिलों के माध्यम से राशि का भुगतान करा लिया गया है। इस मामले में करीब 10 करोड़ का घोटाला होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बताते हैं कि अभी तक की जांच में करीब 2.50 करोड़ का मामला उजागर हो चुका है।
पूरे मामले में जो भी संलिप्त होंगे, उन पर कंपनी विभागीय कार्रवाई करेगी। इस मामले की सूक्ष्म जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। -सुबोध सिंह, प्रबंध निदेशक, छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी


सेना की वर्दी में आया और बैंक के अंदर ठगी कर चलता बना

25 Octoember 2014
बिलासपुर। एक व्यक्ति सेना की वर्दी में आकर बैंक के अंदर एक ग्राहक को लूट कर चला गया और अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार शहर के कलेक्टोरेट स्थित एसबीआई की शाखा में एक व्यक्ति रामानंद पटेल बैंक में 45 हजार रुपये जमा करने के लिए आया था। इसी बीच सेना की वर्दी में एक आदमी बैंक में आया और रामानंद से कहा कि अगर उसे पैसे जल्दी जमा करवाने है तो वह मदद कर सकता है। रामानंद तैयार हो गया और उसे बैंक का गार्ड समझकर पर्ची दे दी।
वर्दी में आया व्यक्ति काउंटर पर गया जहां से वह बैंक के अंदर चला गया। करीब डेढ़ घंटा इंतजार करने के बाद भी जब वह आर्मी की वर्दी पहने व्यक्ति वापस नहीं आया तो रामानंद अंदर गया जहां उसे वह व्यक्ति नजर नहीं आया। उसके बाद उस व्यक्ति की तलाश शुरू हुई और जब वह किसी को नहीं मिला तो पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी कैमरों के आधार पर आरोपी की पहचान जुटाने में लग गई।


रायपुर में 14 जगह मिलेगा रेलवे रिजर्वेशन टिकट

25 Octoember 2014
रायपुर. रेल यात्रियों को अब राजधानी में 14 स्थानों से रिजर्वेशन टिकट मिलेगा। इनमें स्टेशन रोड, शंकर नगर, अग्रसेन चौक, टाटीबंध, आमानाका, तेलीबांधा, खमतराई, राजेंद्र नगर, डीडी नगर, पंडरी, मोवा, देवेंद्र नगर, सुंदर नगर और मालवीय रोड जैसे इलाके शामिल हैं। रिजर्वेशन काउंटर टिकट सुविधा केंद्र के नाम से खोले जाएंगे। इन केंद्रों के दिए जाने वाले टिकट का रंग लाल रहेगा।
इन केंद्रों के लिए रायपुर मंडल जल्द ही टेंडर जारी करेगा। बिलासपुर जोन ने रायपुर रेल मंडल को इस संबंध में तैयारी करने का निर्देश भेजा है। सुविधा केंद्र का लाइसेंस ऐसे ही लोगों को दिया जाएगा, जिन्हें ई-टिकटिंग के मामले में रेलवे के साथ काम करने का पांच साल का अनुभव हो। चूंकि जोन में रायपुर स्टेशन से यात्रा करने वालों की संख्या राज्य में सबसे ज्यादा है, इसलिए यह योजना पहले यहीं लागू की जा रही है। रेलवे ऐसे लोगों को टिकट बुक करने का लाइसेंस देगा, जिन्हें ई-टिकटिंग के क्षेत्र में कम से कम पांच वर्ष का अनुभव हो।
सब पीपीपी मोड में: आरक्षण व सामान्य टिकट सुविधा केंद्र (वायटीएसके) पीपीपी अर्थात पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड के तहत खोले जाएंगे। अर्थात, ये केंद्र निजी लोगों के हाथों संचालित होंगे, जिसमें हर टिकट पर केंद्र चलाने वालों को रेलवे निर्धारित शुल्क भी देगा। रेलवे बोर्ड ने सभी नियम व शर्तों के साथ तीन साल के लिए वायटीएसके के लिए लाइसेंस देगा।
40 रु. तक एक्सट्रा चार्ज : इन सुविधा केंद्रों से टिकट लेने वालों को 30 से 40 रुपए तक अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं। सेकेंड व स्लीपर क्लास के लिए प्रति यात्री 30 रुपए लिए जाएंगे। शेष श्रेणियों के लिए प्रति टिकट संबंधित यात्री को 40 रुपए देने होंगे। यह शुल्क रेलवे ही वसूलेगा, ताकि उसकी आय भी बढ़े और सुविधा केंद्र संचालित करनेवालों को उसी में से पेमेंट किया जा सके।
सुबह 9 से रात 10 तक: वायटीएसके में यात्रियों को सुबह 9 से रात 10 बजे तक आरक्षण व सामान्य टिकट मिल सकेगा। रेलवे की ओर से तत्काल टिकट के लिए यहां सुबह 11 बजे का समय तय किया है। हालांकि तत्काल टिकट बुकिंग का रेलवे पीआरएस में सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक का है। यात्रियों की डिमांड को देखते हुए बाद में सुविधा केंद्र पर भी तत्काल का समय बढ़ाया जाएगा।

क्रिस बनाएगा साफ्टवेयर

सुविधा केंद्र को आरक्षण टिकट का लिंक देने के लिए रेलवे अलग से साफ्टवेयर तैयार कर रहा है। रेलवे सूचना केंद्र अर्थात क्रिस को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। देशभर में सुविधा केंद्र खुलने के बाद रेलवे को मजबूत साफ्टवेयर विकसित करना होगा। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए सभी तरह की जरूरी सुधार के लिए क्रिस को जिम्मेदारी सौंप दी है।

क्यों पड़ी जरूरत

पिछले 10 साल में यात्रियों का रुझान ई-टिकटिंग की ओर विशेष तौर से बढ़ा है। वर्तमान में 40 से 50 प्रतिशत रेलवे का आरक्षण टिकट इंटरनेट के माध्यम से बन रहा है। इसके लिए आईआरसीटीसी ने समय-समय पर यात्रियों को कई सुविधाएं भी दी है। ई-टिकटिंग के बढ़ते प्रतिशत ने रेलवे को पुरानी व्यवस्था बदलने पर मजबूर किया है। ऐसे में पीआरएस पर घंटों इंतजार के बाद यात्रियों को टिकट मिलने से छुटकारा दिलाने के लिए ही रेलवे ने वायटीएसके की योजना शुरू करने का निर्णय लिया है।


मीटर शिफ्टिंग घोटाले में अफसरों पर भी गिरेगी गाज

25 Octoember 2014
रायपुर। बिलासपुर में हुए मीटर शिफ्टिंग घोटाले में फंसे बड़े अफसरों पर भी विभागीय कार्रवाई की गाज गिर सकती है। छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी इस पूरे मामले की सूक्ष्म जांच करा रही है। सूक्ष्म जांच के बाद इस मामले में दोषी बड़े अफसरों पर भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। फिलहाल कंपनी ने इस मामले में दोषी 14 कर्मचारियों निलंबित कर दिया है। वहीं अधीक्षण अभियंताओं को उनके अधीनस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही पूरी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
बिलासपुर रीजन में मीटर शिफ्टिंग के नाम पर हुए घोटाले से बिजली कंपनी में हड़कंप मचा हुआ है। घोटाले की रकम करीब 10 करोड़ से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यही वजह है कि कंपनी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलहाल प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी गई है। कंपनी ने इस घोटाले में बड़े अफसरों के हाथ होने से इंकार नहीं किया है। यही वजह है कि पूरे मामले की सूक्ष्म जांच कर मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ भी सबूत जुटाए जा रहे हैं।

यह है मामला:

विभागीय सूत्रों के मुताबिक बिलासपुर रीजन के तहत आने वाले सेंटर कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, जशपुर, जांजगीर चांपा, रायगढ़ में ठेकेदारों को मीटर शिफ्टिंग करना था लेकिन कई ठेकेदारों ने मीटर शिफ्ट ही नहीं किया और अफसरों के साथ मिलकर फर्जी बिलों के माध्यम से राशि का भुगतान करा लिया गया है। इस मामले में करीब 10 करोड़ का घोटाला होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बताते हैं कि अभी तक की जांच में करीब 2.50 करोड़ का मामला उजागर हो चुका है।
पूरे मामले में जो भी संलिप्त होंगे, उन पर कंपनी विभागीय कार्रवाई करेगी। इस मामले की सूक्ष्म जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। -सुबोध सिंह, प्रबंध निदेशक, छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी


सेना की वर्दी में आया और बैंक के अंदर ठगी कर चलता बना

25 Octoember 2014
बिलासपुर। एक व्यक्ति सेना की वर्दी में आकर बैंक के अंदर एक ग्राहक को लूट कर चला गया और अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार शहर के कलेक्टोरेट स्थित एसबीआई की शाखा में एक व्यक्ति रामानंद पटेल बैंक में 45 हजार रुपये जमा करने के लिए आया था। इसी बीच सेना की वर्दी में एक आदमी बैंक में आया और रामानंद से कहा कि अगर उसे पैसे जल्दी जमा करवाने है तो वह मदद कर सकता है। रामानंद तैयार हो गया और उसे बैंक का गार्ड समझकर पर्ची दे दी।
वर्दी में आया व्यक्ति काउंटर पर गया जहां से वह बैंक के अंदर चला गया। करीब डेढ़ घंटा इंतजार करने के बाद भी जब वह आर्मी की वर्दी पहने व्यक्ति वापस नहीं आया तो रामानंद अंदर गया जहां उसे वह व्यक्ति नजर नहीं आया। उसके बाद उस व्यक्ति की तलाश शुरू हुई और जब वह किसी को नहीं मिला तो पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी कैमरों के आधार पर आरोपी की पहचान जुटाने में लग गई।


रायपुर में 14 जगह मिलेगा रेलवे रिजर्वेशन टिकट

25 Octoember 2014
रायपुर. रेल यात्रियों को अब राजधानी में 14 स्थानों से रिजर्वेशन टिकट मिलेगा। इनमें स्टेशन रोड, शंकर नगर, अग्रसेन चौक, टाटीबंध, आमानाका, तेलीबांधा, खमतराई, राजेंद्र नगर, डीडी नगर, पंडरी, मोवा, देवेंद्र नगर, सुंदर नगर और मालवीय रोड जैसे इलाके शामिल हैं। रिजर्वेशन काउंटर टिकट सुविधा केंद्र के नाम से खोले जाएंगे। इन केंद्रों के दिए जाने वाले टिकट का रंग लाल रहेगा।
इन केंद्रों के लिए रायपुर मंडल जल्द ही टेंडर जारी करेगा। बिलासपुर जोन ने रायपुर रेल मंडल को इस संबंध में तैयारी करने का निर्देश भेजा है। सुविधा केंद्र का लाइसेंस ऐसे ही लोगों को दिया जाएगा, जिन्हें ई-टिकटिंग के मामले में रेलवे के साथ काम करने का पांच साल का अनुभव हो। चूंकि जोन में रायपुर स्टेशन से यात्रा करने वालों की संख्या राज्य में सबसे ज्यादा है, इसलिए यह योजना पहले यहीं लागू की जा रही है। रेलवे ऐसे लोगों को टिकट बुक करने का लाइसेंस देगा, जिन्हें ई-टिकटिंग के क्षेत्र में कम से कम पांच वर्ष का अनुभव हो।
सब पीपीपी मोड में: आरक्षण व सामान्य टिकट सुविधा केंद्र (वायटीएसके) पीपीपी अर्थात पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड के तहत खोले जाएंगे। अर्थात, ये केंद्र निजी लोगों के हाथों संचालित होंगे, जिसमें हर टिकट पर केंद्र चलाने वालों को रेलवे निर्धारित शुल्क भी देगा। रेलवे बोर्ड ने सभी नियम व शर्तों के साथ तीन साल के लिए वायटीएसके के लिए लाइसेंस देगा।
40 रु. तक एक्सट्रा चार्ज : इन सुविधा केंद्रों से टिकट लेने वालों को 30 से 40 रुपए तक अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं। सेकेंड व स्लीपर क्लास के लिए प्रति यात्री 30 रुपए लिए जाएंगे। शेष श्रेणियों के लिए प्रति टिकट संबंधित यात्री को 40 रुपए देने होंगे। यह शुल्क रेलवे ही वसूलेगा, ताकि उसकी आय भी बढ़े और सुविधा केंद्र संचालित करनेवालों को उसी में से पेमेंट किया जा सके।
सुबह 9 से रात 10 तक: वायटीएसके में यात्रियों को सुबह 9 से रात 10 बजे तक आरक्षण व सामान्य टिकट मिल सकेगा। रेलवे की ओर से तत्काल टिकट के लिए यहां सुबह 11 बजे का समय तय किया है। हालांकि तत्काल टिकट बुकिंग का रेलवे पीआरएस में सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक का है। यात्रियों की डिमांड को देखते हुए बाद में सुविधा केंद्र पर भी तत्काल का समय बढ़ाया जाएगा।

क्रिस बनाएगा साफ्टवेयर

सुविधा केंद्र को आरक्षण टिकट का लिंक देने के लिए रेलवे अलग से साफ्टवेयर तैयार कर रहा है। रेलवे सूचना केंद्र अर्थात क्रिस को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। देशभर में सुविधा केंद्र खुलने के बाद रेलवे को मजबूत साफ्टवेयर विकसित करना होगा। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए सभी तरह की जरूरी सुधार के लिए क्रिस को जिम्मेदारी सौंप दी है।

क्यों पड़ी जरूरत

पिछले 10 साल में यात्रियों का रुझान ई-टिकटिंग की ओर विशेष तौर से बढ़ा है। वर्तमान में 40 से 50 प्रतिशत रेलवे का आरक्षण टिकट इंटरनेट के माध्यम से बन रहा है। इसके लिए आईआरसीटीसी ने समय-समय पर यात्रियों को कई सुविधाएं भी दी है। ई-टिकटिंग के बढ़ते प्रतिशत ने रेलवे को पुरानी व्यवस्था बदलने पर मजबूर किया है। ऐसे में पीआरएस पर घंटों इंतजार के बाद यात्रियों को टिकट मिलने से छुटकारा दिलाने के लिए ही रेलवे ने वायटीएसके की योजना शुरू करने का निर्णय लिया है।


कांग्रेस बनाएगी आर्थिक नाकेबंदी की रणनीति

22 Octoember 2014
रायपुर। प्रदेश में धान खरीदी नीति का कांग्रेस विरोध कर रही है। इसके तहत प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने 1 नवंबर को आर्थिक नाकेबंदी करने की घोषणा की है। इस पर रणनीति बनाने के लिए 27 अक्टूबर को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
राज्य सरकार किसानों से इस वषर्ष 10 क्विंटल धान की खरीदी कर रही है। इसके लिए किसानों का पंजीयन भी कराया जा रहा है। वहीं धान खरीदी 1 नवंबर के बजाय इस वर्ष 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू की जा रही है। राज्य सरकार के इस फैसले का कांग्रेस विरोध कर रही है। कांग्रेस ने धान खरीदी की व्यवस्था पहले जैसे करने और किसानों का एक एक दाना धान खरीदने की मांग की है। इस मांग को लेकर कांग्रेस ने आंदोलन का आगाज कर दिया है।
कांग्रेस ने 1 नवंबर को प्रदेश भर में आर्थिक नाकेबंदी करने जा रही है। इस आर्थिक नाकेबंदी के तहत राष्ट्रीय और राज्य मार्ग में चक्काजाम किया जाएगा। इस आंदोलन से प्रदेश की सीमा में कोई भी वाहन प्रवेश नहीं कर सकेगा। वहीं दूसरे जिलों में भी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो जाएगी।
आर्थिक नाकेबंदी के जरिए कांग्रेस राज्य सरकार को धान खरीदी की व्यवस्था में परिवर्तन करने की मांग करेगी। इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। कांग्रेस भवन में होने वाली बैठक में इसी मुद्दे पर चर्चा कर रणनीति बनाई जाएगी।
कांग्रेस ने पिछले दिनों जगदलपुर में बैठक लेकर दिशा निर्देश दिया है। वहीं राजधानी में होने वाली बैठक में रायपुर और दुर्ग संभाग के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। इसके बाद बिलासपुर और सरगुजा में आर्थिक नाकेबंदी को लेकर बैठक होगी।

सदस्यता अभियान और निकाय चुनाव

बैठक में सदस्यता अभियान की समीक्षा की जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक श्री बघेल और श्री सिंहदेव ने जब कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी सदस्यता अभियान में कांग्रेस संविधान का पालन करने का निर्देश दिया था। पार्टी हाईकमान से मिले दिशा निर्देश की भी जानकारी कांग्रेस पदाधिकारियों को दी जाएगी। इसके अलावा नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भी चर्चा की जाएगी और प्रभारियों से चर्चा कर अब के तैयारियों की रिपोर्ट ली जाएगी।


कथेरिया छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रभारी

22 Octoember 2014
जगदलपुर। भाजपा ने हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव के बाद संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। भाजपा सांसद डॉ. रामशंकर कथेरिया को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है। वे जगतप्रकाश नड्डा का स्थान लेंगे।
नड्डा को पार्टी आलाकमान ने इस बार महाराष्ट्र और राजस्थान का प्रभारी बनाया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कुछ दिन पहले ही कथेरिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया था और अब उन्हें छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है। 49 वर्षीय कथेरिया आगरा से दूसरी बार सांसद बने हैं। राजनीति में आने से पहले वह प्रोफेसर थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने टीम के कामकाज का बंटवारा करते हुए राज्य प्रभारियों का ऎलान किया है।
पार्टी शासित राज्यों में अनुभवी नेताओं को संगठन का प्रभार दिया गया है तो संगठन की जड़ें मजबूत करने के मकसद से गैर भाजपा शासित राज्यों की कमान युवाओं के हाथ सौंपी है। महासचिव जे.पी.नड्डा को राजस्थान और महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भाग्यशाली साबित हो रहे राजस्थान के नेता ओमप्रकाश माथुर को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है। यहां लोकसभा में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद पार्टी की नजर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव पर है। बिहार की ओबीसी राजनीति को साधने के मकसद से राजस्थान के दूसरे नेता भूपेंद्र यादव को सूबे का प्रभारी बनाया गया है।


दशकों बाद अब अरपा बैराज का काम शुरू हो सकेगा

22 Octoember 2014
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना अरपा-भैंसाझार बराज के रास्ते की बड़ी बाधा दूर हो गई है। प्रोजेक्ट को नई दिल्ली में फॉरेस्ट एडवाइजरी कमेटी (एफएसी) की बैठक में स्टेज-1 का फॉरेस्ट क्लीयरेंस दे दिया गया है। मंजूरी के दस्तावेज पखवाड़ेभर के भीतर जल संसाधन विभाग को मिल जाएंगे। फायदा यह कि सिंचाई विभाग बराज के स्ट्रक्चर का काम शुरू कर सकेगा। अब स्टेज-2 की महज औपचारिक प्रक्रिया बाकी है।
606 करोड़ रुपए की लागत वाली अरपा-भैंसाझार बराज परियोजना के फॉरेस्ट क्लीयरेंस का मामला वर्षों से लंबित था। केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ की योजनाओं से जुड़ी फाइलों की मूवमेंट दिल्ली में तेज हुई। राज्य शासन ने बराज की उपयोगिता को ध्यान में रखकर बजट में 100 करोड़ का प्रावधान किया था और इसकी नहरों का निर्माण 16 सितंबर 2013 को शुरू करवाया।
फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने के बाद अब बराज के स्ट्रक्चर का काम शुरू करवाया जा सकेगा। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता विजय कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, 13 अगस्त को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में उन्होंने बराज परियोजना का प्रेजेंटेशन दिया था। उसी समय क्लीयरेंस मिलना तय हो गया था। एफएसी ने बराज से जुड़ी कुछ और जानकारी मांगी थी। इनके साथ सोमवार को दोबारा इसका डेमो किया गया।

पौधे लगाने के लिए सिंचाई विभाग देगा 40 करोड़

स्टेज-1 का क्लीयरेंस के बाद जल संसाधन विभाग अब बराज की जद में आने वाले पेड़ों की कटाई कर सकेगा। इनकी तुलना में दोगुने क्षेत्र में पौधे लगाने के लिए उसे करीब 40 करोड़ रुपए जमा करने होंगे। यह राशि कैंपा मद में जमा की जाएगी। क्लीयरेंस नहीं मिलने से बराज के स्ट्रक्चर के बजाय नहरों का काम शुरू करना पड़ा था। अब मूल काम शुरू करवाने में कोई बाधा नहीं रहेगी।

सिंचाई का राष्ट्रीय औसत पार कर लेगा हमारा जिला

अरपा-भैंसाझार बराज जिले के कोटा क्षेत्र के भैंसाझार गांव के पास अरपा नदी में बनाया जाएगा। इस योजना से कोटा सहित तखतपुर, बिल्हा के 92 गांवों के 96,930 किसानों के 62,500 एकड़ खेतों की सिंचाई होगी। सबसे बड़ी उपलब्धि यह कि बराज बनने से जिले में सिंचाई का प्रतिशत 39 से बढ़कर 49.27 हो जाएगा। यह सिंचाई के राष्ट्रीय औसत 49 फीसदी से अधिक होगा।


ग्रामीणों ने तीन नक्सलियों को मौत के घाट उतारा

21 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती ओडिशा व तेलंगाना के सीमा पर स्थित चिंतापल्ली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोरगुण्डा में सोमवार की सुबह नक्सलियों द्वारा जन अदालत लगाकर एक ग्रामीण संजीव राव [24] निवासी भीमावरम की हत्या के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने नक्सली कमांडर समेत तीन नक्सलियों की लाठी और डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। उत्तेजित ग्रामीणों ने नक्सलियों की एके 47 रायफल भी छीनकर नष्ट कर दी। घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार ओडिशा के मलकानगिरी जिले के चित्रकोण्डा थाना से करीब 7 किमी दूर तेलंगाना के चिंतापल्ली थाना क्षेत्र के ग्राम कोरगुंडा पहाड़ी पर नक्सलियों ने जन अदालत लगाई थी। जनअदालत में आसपास के ग्रामीणों को बुलाकर संजीव राव को बाक्साइट खनन का समर्थक बताकर बयानबाजी करने का आरोप लगाया गया। बताया गया है कि वहां हो रहे बाक्साइट उत्खनन का नक्सली विरोध कर रहे थे। नक्सलियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। इससे जन अदालत में मौजूद ग्रामीण उत्तेजित हो गए। वहां मौजूद सैकड़ों ग्रामीणों ने नक्सली नेताओं एरिया कमांडर गणपति, ज्ञानेश्वर राव एवं चिंता रंगा राव को पकड़कर उनकी लाठी, डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। नक्सलियों को मौत के घाट उतारने के बाद ग्रामीणों ने उनकी रायफल भी नष्ट कर दी। ग्रामीणों के तीखे तेवर देख शेष नक्सली वहां से भाग खडे़ हुए।

चुनिंदा कांग्रेसी ही पहुंच सके राहुल तक

21 Octoember 2014
जगदलपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को हुदहुद प्रभावित ओडि़शा के लिए जगदलपुर होते हुए रवाना हुए। सुबह चार्टर प्लेन से यहां पहुंचने के बाद वे सेना के हेलीकॉप्टर में ओडि़शा रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ सीमांध्र के कांग्रेस प्रभाारी और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह भाी पहुंचे। यहां एयरस्ट्रीप में हेलीकाप्टर से जब राहुल आेडिशा के लिए रवाना हुए तो ओडिशा और छग के कांग्रेस प्रभाारी बीके हरिप्रसाद उनके साथ रवाना हुए। एनएसजी की कड़ी सुरक्षा में पहुंचे राहुल के स्वागत का चुनिंदा कांग्रेसियों को ही मौका मिल सका। जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा तय ३६ कांग्रेसियों को एयरपोर्ट में प्रवेश मिला। एयरपोर्ट पर करीब २० मिनट रुकने के बाद राहुल व बीके हरिप्रसाद कोरापुट की ओर रवाना हो गए, जबकि राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह जगदलपुर में ही ठहरे। दोपहर बाद राहुल वापस पहुंचे और दिग्विजय सिंह, बीके हरिप्रसाद के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए। राहुल के प्रवास को लेकर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रतिमा चंद्राकर, अरुण भाद्र, राजेश तिवारी, विधायक कवासी लभामा, देवती कर्मा, दीपक बैज, मोहन मरकाम, सेवकराम नेताम, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जतिन जायसवाल,, मलकीत सिंह गैदू, सत्तार अलि, समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

मंत्री अमर से मिलने पहुंचे कांग्रेसियों को जेल ले गई पुलिस

21 Octoember 2014
बिलासपुर. नगरीय प्रशासन मंत्री व स्थानीय विधायक अमर अग्रवाल से मिलने बैलगाड़ियों पर पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में उन्हें मुचलके पर रिहा किया गया। घटना की कांग्रेस नेताओं ने कड़ी निंदा की है। राज्य सरकार ने किसानों से प्रति एकड़ 10 क्विंटल धान खरीदने का निर्णय लिया है। इसके खिलाफ कांग्रेसी आंदोलन कर रहे हैं। हस्ताक्षर अभियान के तहत प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर और जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला की अगुवाई में नगरीय प्रशासन मंत्री के राजेंद्र नगर स्थित बंगले में उनसे मिलकर हस्ताक्षर मांगने जा रहे थे।
इसकी जानकारी पुलिस को मिली तो अफसरों ने मंत्री का बंगला छावनी में तब्दील कर दिया। दोपहर में कांग्रेस भवन से कांग्रेसी बैलगाड़ी में रैली निकालकर पुलिस ग्राउंड होते हुए मंत्री के बंगले की ओर आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें तिराहे पर मंदिर के पास रोक लिया। फिर भी कुछ कांग्रेसी बंगले तक पहुंचने में सफल हो गए। वे प्रतिनिधिमंडल के रूप में मंत्री से मिलने देने का आग्रह कर रहे थे। उनकी मांग नहीं मानी गई। इस पर कांग्रेसियों ने नारेबाजी की। इसके बाद पुलिस ने धारा 151 के तहत 50 से भी अधिक कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया। एसडीएम के निर्देश पर उन्हें जेल ले जाया गया।
इधर, कांग्रेसियों की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पूर्व महापौर राजेश पांडेय की अगुवाई में कांग्रेसी जेल परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए। कलेक्टर के निर्देश पर सभी को निजी मुचलके पर छोड़ा गया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने घटना की निंदा करते हुए कांग्रेसियों को बाकी जनप्रतिनिधियों के घर भी किसानों की मांग को लेकर जाने के लिए कहा है।

जेल से करते रहे मैसेज, बेअसर रहा जैमर

जेल पहुंचने पर कुछ कांग्रेसी डर गए। वे रिहाई को लेकर चिंतित हो गए। उन्होंने करीबियों को मैसेज किए, वाट्सएप पर सूचना भेजी। इससे कांग्रेसियों का डर और जेल में लगे जैमर, दोनों का सच सामने आ गया। इधर, आंदोलन में नहीं जाने वाले कांग्रेसी अपने फैसले को ठीक बताते रहे।

जेल में बढ़ी चिंता... पहले से ज्यादा, रखेंगे कहां

एसडीएम के निर्देश पर पुलिस कांग्रेसियों को सेंट्रल जेल ले गई। इस पर जेल का स्टाफ उन्हें रखने को लेकर चिंतित हो गया। उनकी चिंता थी कि पहले से यहां क्षमता से अधिक कैदी हैं। ऐसे में कांग्रेसियों को कहां रखते। आधा-पौन घंटे बाद छोड़ने का आदेश हुआ तो जेल अफसरों ने राहत की सांस ली।


कोयला घोटाले में 36 वां केस दर्ज

20 Octoember 2014
रायपुर। सीबीआई द्वारा कोलगेट मामले में 36 वीं एफआईआर जिंदल स्टील एंड पॉवर के खिलाफ दर्ज की गई थी। कंपनी द्वारा क्षमता से अधिक खनन के साथ फाइन कोयला व रिजेक्टेट कोयला बेचने सहित नए एक्सटेंशन प्लांट में कोयला उपयोग करने को लेकर यह एफआईआर की गई है। इसी मामले में दस्तावेजों की जांच और कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ के लिए सीबीआई की एक टीम रविवार को कंपनी के आफिस जेएसपीएल डोंगामहुआ पहुंची।
रविवार को सीबीआई की दस सदस्यीय टीम ने इस कोल माइंस में दबिश देकर दस्तावेजों को खंगाला और माइनिंग से संबंधित पड़ताल की। जेएसपीएल के डोंगामहुआ सहित चार अन्य ठिकानों पर छापेमारी किए जाने की खबर है। सीबीआई के प्रवक्ता ने छापे की पुष्टि की है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार जेएसपीएल के डोंगामहुआ खदान से क्षमता से अधिक खनन के साथ गलत तरीके से जिंदल कंपनी ने नए प्लांट में कोयले का उपयोग किया है।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी को मिली अनुमति के अनुसार कोयले का उपयोग किया जाना था लेकिन कंपनी द्वारा बिना अनुमति ही पाइन कोयला व रिजेक्टेड कोयला का उपयोग किया गया। साथ ही कंपनी द्वारा डोंगामहुआ खदान से अनियमिति तरीके से खनन करते हुए कोल नियमों का उल्लंघन किया गया है। जिस पर सीबीआई द्वारा छापेमारी करते हुए जिंदल स्टील पावर लिमिटेड के साथ कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ 120 बी, 409, 420 आईपीसी, 13 [1] [सी], 13 [1] [बी] पीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।


नक्सलियों ने बस से उतारकर की जवान की हत्या

20 Octoember 2014
रायपुर, सुकमा। छुट्टी लेकर घर जा रहे बीमार जवान को बस से उतारकर नक्सलियों ने उसकी बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी। इस वारदात से एक बार फिर नक्सलियों का वीभत्स चेहरा सामने आया है। घटना जगरगुंडा-चिंतलनार मार्ग पर सुबह आठ बजे तेमेलवाड़ा कैंप के पास हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएएफ 9 वीं बटालियन का जवान शिव कुमार तेमेलवा़़डा कैंप में पदस्थ था। वह रायग़़ढ जिले के तिरूडी गांव का रहने वाला था। बताया जाता है कि शिव कुमार पिछले कुछ दिनों से बीमार था इसलिए वह छुट्टी लेकर घर जा रहा था। सुबह वह चिंतलनार से दोरनापाल तक चलने वाली एकमात्र बस में कैंप से सवार हुआ था। तेमेलवाड़ा कैम्प से आधा किलोमीटर दूर स्थित घाट के पास जैसे ही बस पहुंची करीब तीस हथियारबंद नक्सली सड़क पर आ धमके।
नक्सलियों ने बस को रुकवाकर सभी सवारियों को नीचे उतरने को कहा। पुलिस जवान के रूप में शिव कुमार की पहचान कर नक्सलियों ने उसके दोनों हाथ बांध दिए। बाकी सवारियों को वापस बस में बैठने को कहा जिसके बाद बस रवाना कर दी गई।। बस के छूटते ही माओवादियों ने जवान की धारदार हथियार से हत्या कर दी। बस के पीछे आ रही पिकअप वाहन के चालक व मुसाफिरों ने दोरनापाल पहुंचकर घटना की खबर दी। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जवान का शव दोरनापाल लाया गया। दोरनापाल में शहीद जवान को अंतिम सलामी देने के बाद शव को गृहग्राम तिरूडी जिला रायगढ़ के लिए रवाना किया गया।
जोखिम का सफर

पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार बीमार था। वह काफी दिन से अवकाश पर जाना चाह रहा था। छुट्टी स्वीकृत होने के बाद वह घर जाने के लिए बस में निकला था। दोरनापाल से मात्र एक बस चितंलनार जाती है, जो शबरी एक्सप्रेस योजना के अन्तर्गत संचालित हो रही है। जवानों को जान जोखिम में डालकर इसी बस में आवागमन करना पड़ता है।
गौरतलब है कि दक्षिण बस्तर का यह रास्ता सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इलाकों में शामिल है। इसी मार्ग पर अप्रैल 2010 में नक्सलियों ने सीआरपीएफ के 75 जवानों की हत्या की थी।


अब प्रदेश में ही तय होगी फसलों की लागत

20 Octoember 2014
रायपुर। प्रदेश के किसानों की पैदावार और उसमें लगने वाली लागत का निर्धारण अब प्रदेश में ही होगा। यह काम इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक करेंगे। इसके बाद रिपोर्ट बनाकर केन्द्र में मूल्य निर्धारण समिति को भेजी जाएगी।
इसके बाद ही अनाज की कीमतें तय होंगी। इसके लिए कृषि विवि को सहमति भी दे दी गई है, और उसके वैज्ञानिक इस दिशा में जल्द ही काम शुरू करेंगे। प्रदेश में किसानों को फसल की बोनी से लेकर फसल तैयार होने तक लगने वाली लागत के संबंध में मूल्यांकन अब प्रदेश के कृषि वैज्ञानिक करेंगे। इससे केन्द्र की मूल्य निर्धारण समिति द्वारा तय किए गए अनाज की कीमतों में प्रदेश में उत्पादन के लागत के अनुसार ही मूल्य तय किए जाएंगे। इससे किसानों को उत्पादन की उचित कीमत मिल पाएगी। पहले स्थानीय लागत को लेकर रिपोर्ट मध्यप्रदेश के जबलपुर से भेजी जाती थी।

जिला स्तर की भी योजना बनेगी

राज्य में होने वाले लागत मूल्य के निर्धारण में जिला स्तर पर भी योजना बनेगी। जिला में मौजूद संसाधन व बाजार की मांग को देखते हुए कृषि विकास के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर कृषि विश्वविद्यालय योजना बनाएगा, ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

मध्यप्रदेश से भेजते थे रिपोर्ट

मध्यभारत में होने वाली फसलों के उत्पादन में लगने वाली लागत का निर्धारण अब तक मध्यप्रदेश के जबलपुर में होता रहा है। जबलपुर से ही लागत का निर्धारण करके केन्द्र को भेजा जाता था, जहां से अनाज की कीमतें तय होती थीं। जबलपुर के दूसरे प्रदेश में होने के कारण स्थानीय लागत में बहुत फर्क होता था। इससे किसानों को कई बार नुकसान भी होता था। जबलपुर में मध्यप्रदेश के हिसाब से तो फसलों की लागत तय हो जाती थी, लेकिन वे छत्तीसगढ़ में फसलों में लागत के नफा-नुकसान का आकलन नहीं कर पाते थे और रिपोर्ट सीधे केन्द्र को भेज दिया जाता था, लेकिन अब ऎसा नहीं होगा।
जल्द ही विभिन्न फसलों की लागत का निर्धारण अपने प्रदेश में ही होगा। इसके लिए कृषि विवि के वैज्ञानिक सर्वे करके लागत मूल्य का निर्धारण करेंगे। इसके बाद कीमतों का खाका तैयार करके केन्द्र को भेजा जाएगा। डॉ. एसके पाटील, कुलपति, कृषि विवि


आत्मसमर्पित नक्सली पर 30 हजार जुर्माना

18 Octoember 2014
रायपुर। संगठन में अंतरकलह और पुलिस के दबाव के बीच साथी नक्सलियों के लगातार समर्पण से नक्सली बौखला गए हैं। गुरुवार को किरंदुल थाना क्षेत्र के आलनार में नक्सलियों की जनअदालत हुई। इसमें आत्मसमर्पण करने वाले चोलनार में सक्रिय रहे नक्सली लक्ष्मण व उप सरपंच कोसा व मोटू को बंधक बनाकर पिटाई की। फिर तीनों पर 30-30 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया।
इस दौरान दरभा डीवीसी कमांडर सुरेन्द्र, प्लाटून कमांडर देवा व मलगेर एरिया कमेटी प्रमुख आयतू, दक्षिण रिजनल कमेटी के सचिव गणेश उइके के मौजूद रहने की जानकारी मिली है। एसी कमलोचन कश्यप ने बताया पुलिस को नक्सलियों के मौजूदगी की जानकारी थी, लेकिन वहां बड़ी तादाद में ग्रामीणों की उपस्थिति की जानकारी होने से कार्रवाई नहीं की।


पंचायतीराज का उड़ रहा माखौल

18 Octoember 2014
धमतरी। ग्राम देमार में पंचायती राज अधिनियम का किस तरह खुलकर दुरूपयोग हो रहा है, इसका उदाहरण साहू समाज का निर्माणाधीन भवन है। गौरतलब है कि सरपंच और सचिव उक्त भवन को स्वीकृत स्थान पर न बनाकर अन्यत्र बना रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। इसकी शिकायत प्रभारी मंत्री रमशीला साहू से करने के बाद भी निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगाई गई। अब अंतिम उम्मीद के रूप में ग्रामीणों ने केबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर से शिकायत की है।
जिला मुख्यालय से करीब 6 किमी दूरस्थ ग्राम पंचायत देमार में इन दिनों साहू समाज भवन निर्माण के मामले में बरती जा रही मनमानी को लेकर ग्रामीणों में रोष है। उल्लेखनीय है कि गांव में साहू समाज भवन के लिए 5 लाख रूपए की स्वीकृति मिली है। यह भवन गौठान के पास बनना प्रस्तावित था, लेकिन सरपंच और सचिव ने मनमानी करते हुए इसे वहां न बनाकर पुराने पंचायत भवन को तोड़कर बनाया जा रहा है, जिस पर साहू समाज के साथ ही ग्रामीणों ने भी आपत्ति जताई है।
गांव में पंचायती राज अधिनियम का खुलकर दुरूपयोग हो रहा है। सरपंच और सचिव ग्रामीणों की बात सुनने को तैयार नहीं है और मनमानीपूर्वक काम कर रहे है। मजेदार बात यह है कि रिकार्ड में आज भी गौठान के पास भवन निर्माण कार्य बताया जा रहा है, जबकि यह पुराना पंचायत भवन को तोड़कर बनाया जा रहा है।
सरकारी कार्यो में गफलत करने से नाराज पूर्व सरपंच शीत कुमार साहू, चंद्रशेखर साहू, बीएल ध्रुव, परदेशी राम साहू, तुलसीराम, अर्जुन सिंह, चंद्रहास साहू, धुरपत साहू, इतवारी राम, सोहन लाल, गणेश साहू, बसंत मीनपाल आदि ने कुछ दिन पहले प्रभारी मंत्री रमशीला साहू से इसकी शिकायत की थी। इसके अलावा जनपद पंचायत के सीईओ को भी ज्ञापन सौंपकर तत्काल काम में रोक लगाने की मांग की थी। इसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई गंभीरतापूर्व कार्रवाई नहीं हुई। भवन निर्माण के लिए गौठान के पास की जगह उपयुक्त है।

गांव पहुंचे जांच अधिकारी

ग्रामीणों के बढ़ते दबाव के बाद जनपद से मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पटेल जांच के लिए गांव पहुंचे। उक्त निर्माण कार्य स्थल का जायजा लेने के बाद वे लौट आए। उधर गांव के सरपंच और सचिव ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को निराधार बताया है।


शौचालय को लेकर फरियाद

18 Octoember 2014
धमतरी। शहर में आज भी ऎसे कई वार्ड हैं, जहां के लोग शौचालय जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें सोरिद और जोधापुर वार्ड भी है, जहां के सैकड़ों लोग पिछले काफी अरसे से शौचालय बनाने की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद भी उनकी जायज मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है। वार्डवासियों ने बताया कि शौचालय के अभाव में लोग खुले में शौच जाने विवश है।
शुक्रवार को बरपारा सोरिद और जोधापुर वार्ड के लोगों ने सार्वजनिक शौचालय निर्माण की मांग को लेकर कलक्टर से फरियाद की। वार्डवासी रामनाथ यादव और सोमेश मेश्राम ने बताया कि उनके वार्ड में अधिकांश लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं। आर्थिक तंगहाली के कारण अपने घर में खुद का शौचालय बनाने में असमर्थ हैं, जिसके कारण मजबूरीवश लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है।
उन्होंने जानकारी दी कि शौचालय निर्माण के लिए बागतराई रोड में बस्ती से लगी गई शासकीय घास जमीन है, जिसका खसरा नंबर 190/4-च रकबा लगभग 3 डिसमिल है। यदि यहां शौचालय बना दिया जाए तो हजारों लोगों को निस्तारी की सुविधा मिलेगी। कलक्ट्रेट पहुंचने वालों में धनेश यादव, सत्तू सेन, लखन सिन्हा, तेजसिंह कंवर, यतिंद्र नेताम, पुरूषोत्तम ढीमर, दौलत ठाकुर, राकेश नेताम, सुरेंद्र धीवर, ममता, लक्ष्मी, ललिता बाई समेत बड़ी संख्या में वार्डवासी शामिल थे।


सिंघानिया ग्रुप पर आयकर का छापा

17 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में माइनिंग, ऑइल मिल, राइस मिल, स्पंज आयरन व कंस्ट्रक्शन के बडे़ कारोबारी सिंघानिया ग्रुप के 25 ठिकानों पर आयकर की टीम ने गुवार को एक साथ छापा मारा। छापे में एक करोड़ से ज्यादा नकद, करोड़ों रुपए मू्ल्य के जेवर व हीरा जवाहरात और 12 लॉकर की चाबियां मिली हैं।
आयकर विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार जबलपुर और आसपास के 15 और रायपुर, बिलासपुर, राजिम, अंबिकापुर और सूरजपुर में दस ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई है। इसमें मध्यप्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के 200 से ज्यादा आयकर अधिकारियों की संयुक्त टीम थी।
आयकर अधिकारियों के अनुसार रायपुर में शंकर अग्रवाल के जगदंबा कंस्ट्रक्शन के दफ्तर और घर पर छापा मारा गया। यहां से नकद और ज्वेलरी बरामद हुई है। राजिम में ज्वेलरी का कारोबार करने वाले अशोक बोथरा के संस्थान पर छापा मारा गया। यहां बड़ी मात्रा में ज्वेलरी मिली है। ये जेवरात अवैध तरीके से लाए गए थे। बिलासपुर के कालिंदी इस्पात और शिवांगी ऑइल के संचालक संतोष सिंघानिया के तीन घर और दो फैक्ट्री सहित सात ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई। टीम ने मिनोचा कॉलोनी के राजेंद्र सिंघानिया और संतोष सिंघानिया के घरों तथा सिरगिट्टी में खाद्य तेल की उनकी फैक्ट्री शिवांगी ऑइल, कालिंदी इस्पात में देर रात तक दस्तावेज और कंप्यूटरों को खंगाला। इनके अंबिकापुर और सूरजपुर के संस्थानों पर भी कार्रवाई की गई है। मिनोचा कॉलोनी स्थित आवास में जब छापे की शुरुआत हुई तो पूरे परिसर को आयकर अधिकारियों ने घेर लिया था। इसके बाद अंदर जांच की गई।

कम आय दिखाकर कर रहे थे कारोबार

आयकर विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार ये कारोबारी कम आय दिखाकर टैक्स की चोरी कर रहे थे। ग्रुप का टर्न ओवर एक से डेढ़ हजार करोड़ बताया गया है, लेकिन आमदनी की तुलना में टैक्स अदा नहीं किया जा रहा था। छापे में बड़े पैमाने पर दस्तावेज जब्त किए गए हैं। अभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इनकी रायपुर स्थित राइस मिल और निवास पर एक करोड़ रुपए नकद बरामद हुए हैं। करीब 1200 किमी लंबी सड़क निर्माण का ठेका वह ले चुके हैं। स्पंज आयरन फैक्टरी, राइस मिल, कटनी के पास आरसीसी पाइप फैक्टरी, इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण, सड़क एवं पुल-पुलिया कंस्ट्रक्शन के अलावा उनके पास लौह अयस्क की खदान भी है। विभाग ने माइनिंग वेल्युअर्स को बुलाकर खदान का लेखा-जोखा भी निकलवाया है।

तिरुपति कंस्ट्रक्शन व बिल्डकॉन की छानबीन

सिंघानिया ग्रुप के प्रमुख पद्म सिंघानिया, संतोष सिंघानिया और राजेन्द्र सिंघानिया सहित उनके सभी परिजनों और कुछ व्यवसायिक सहयोगियों के घर, दफ्तर, खदान और फैक्टरियों में छानबीन चल रही है। उनके सभी बैंक खाते और लॉकर सीज कर दिए गए हैं। इनका मध्यप्रदेश में तिरुपति कंस्ट्रक्शन व बिल्डकॉन के नाम से बड़ा व्यवसाय है।

यहां चल रही छानबीन

रायपुर, बिलासपुर, राजिम, अंबिकापुर, सूरजपुर, जबलपुर, कटनी, दमोह, शहडोल, बुढ़ार एवं आसपास के गांव और कोलकाता।
करोड़ों के लेनदेन के दस्तावेज मिले हैं
अमरेन्द्र कुमार तिवारी, महानिदेशक आयकर इन्वेस्टीगेशन विंग मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ ने कहा है कि मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में फैले सिंघानिया ग्रुप के 25 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई शुरू की गई है। छानबीन में करोड़ों रुपए के लेनदेन संबंधी दस्तावेज और संपत्ति का ब्योरा मिल रहा है। जांच की कार्रवाई अभी एक-दो दिन जारी रहेगी।


किसान आंदोलन को मिलेगा सोनिया का साथ

17 Octoember 2014
रायपुर। राज्य सरकार की नई धान खरीदी नीति के खिलाफ आंदोलन की तैयारी कर रही कांग्रेस को नई ताकत मिली है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस आंदोलन में शामिल होने की सहमति दे दी है। एक नवंबर से शुरू हो रहे इस आंदोलन के लिए पार्टी ने चक्काजाम कर आर्थिक नाकेबंदी की रणनीति बनाई है।
गुरूवार को दिल्ली पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें आंदोलन की जानकारी दी। टीएस सिंहदेव ने बताया कि पिछले आंदोलनों की रिपोर्ट और कम धान खरीदी से होने वाले नुकसान को देखते हुए सोनिया गांधी ने आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है। इधर, अजीत जोगी ने कहा है कि वे किसानों के साथ हैं, लेकिन किसानों के साथ खड़े होने का यह मतलब नहीं है कि वे कांग्रेस से अलग हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में सोनिया गांधी के आगमन को किसानों के आंदोलन के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया है।

समानांतर आंदोलन की भी जानकारी

इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने सोनिया गांधी को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के समानांतर आंदोलन की भी जानकारी दी। उनका कहना था कि संगठन के आंदोलन से पहले जोगी के इस कदम से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा। वहीं आंदोलन का साथ देने वाले किसान भी नेतृत्व को लेकर भ्रमित होंगे।

सदस्यता बुक विवाद की शिकायत

प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को सदस्यता बुक की मांग को लेकर लगाए जा रहे आरोपों की भी जानकारी दी गई। पार्टी संविधान का हवाला देते हुए उनसे मार्गदर्शन मांगा गया। भूपेश के मुताबिक सोनिया गांधी ने इस मामले में पार्टी संविधान के उपबंधों का पालन करने की नसीहत दी है।

अभी फैसला नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने 18 अक्टूबर से शुरू हो रहे किसानों के आंदोलन में शामिल होने का फैसला अभी नहीं किया है। पत्रिका से चर्चा में जोगी ने कहा कि किसानों का आंदोलन पूरी तरह से गैर दलीय है। उन्होंने किसानों को अन्याय के खिलाफ जगाने की कोशिश भर की है। किसानों के अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों के साथ की गई बैठक के बाद किसान आंदोलन को तैयार हुए। उन्होंने बताया कि किसान प्रतिनिधि उन्हें आंदोलन में शरीक होने के लिए कह रहे हैं, लेकिन यह 18 अक्टूबर को ही तय होगा कि वे आंदोलन में शामिल होने की स्थिति में रहेंगे या नहीं?


10 दिन की हड़ताल, न स्टायपेंड बढ़ा न सुविधाएं

17 Octoember 2014
रायपुर। राज्य सरकार और चिकित्सा शिक्षा विभाग के सख्त रवैये के बाद अंबेडकर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने 11वे दिन अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। गौरतलब है कि राज्य शासन ने जूनियर डॉक्टरों को काम पर लौटने के लिए गुरुवार तक का समय दिया था। इसके बाद उनका पीजी का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की चेतावनी दी थी।

सीएम से मिलने पहुंचे, पुलिस ने रोका

हड़ताल खत्म करने से पहले आज सुबह जूडो मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास के लिए निकले लेकिन पुलिस ने उन्हें गांधी उद्यान के पास ही रोक लिया। अधिकारियों का कहना है कि जूडो बिना किसी सूचना के पहुंचे थे इसलिए उन्हें रोका गया।

पीएस से मिले और हडताल खत्म

सीएम से मिलने नहीं दिए जाने के बाद जूनियर डॉक्टर पीएस हेल्थ आलोक शुक्ला से मिलने उनके आवास पहुंचे। जहां उनके साथ चर्चा के बाद जूडो ने हडताल खत्म कर दी।

ये थीं जूडो की मांग

स्टायपेंड 35000 से बढाकर 50000 कर दिया जाए। साथ ही इस पर लगने वाला टैक्स बंद हो और सालाना वृद्धि हो।
अस्पताल परिसर में मीडिया के आने पर प्रतिबंध
हॉस्टल में सेंट्रलाइज्ड एसी
अस्पताल परिसर में स्टाफ के लिए कैफेटेरिया जिसमें बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित हो
अस्पताल में सेंट्रलाइज्ड एसी की सुविधा
अस्पताल में स्टाफ के लिए आरओ वाटर सिस्टम

कार्रवाई से पहले जूडो दो फाड़

अंबेडकर अस्पताल के जूनियर डाक्टर जूडो कार्रवाई से पहले ही गुरुवार की शाम तक दो फाड़ हो गए हैं। काम पर वापस न लौटने की सूरत में मेडिकल कॉलेज की अनुशासन समिति द्वारा हड़तालियों पर आज से कार्रवाई होनी थी। गुरुवार ही 24 जूडो ड्यूटी पर लौट आए। उन्होंने अपने विभागाध्यक्ष के सामने अपने उपस्थिति दर्ज करा दी। उनकी वापसी से जूडो हड़ताल को झटका लगा है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि शुक्रवार को जूडो का पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। डीन एके चंद्राकर का कहना है कि जिन्हें अपने करियर और थीसिस की चिंता है वे काम पर लौट आए हैं।


जनता का दिल जीतने से खत्म होगा नक्सलवाद

16 Octoember 2014
रायपुर। वामपंथी उग्रवाद की समस्या को लेकर छत्ताीसगढ़ सरकार ने विभिन्न राज्यों के अखिल भारतीय सिविल सेवा और सैन्य सेवाओं के अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय मिड कॅरियर इन्टरेक्शन का आयोजन किया है। मुख्य सचिव विवेक ढांड ने बुधवार को निमोरा स्थित छत्ताीसगढ़ प्रशासन अकादमी में तीन दिवसीय परिचर्चा के इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य सचिव ने छत्ताीसगढ़ की नक्सल समस्या पर कहा कि राज्य सरकार इन प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं के जरिए जनता के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके अलावा जनजीवन की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की दृष्टि से भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। ढांड ने इन क्षेत्रों में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं सहित वहां की सामाजिक-आर्थिक और भौगोलिक परिस्थितियों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बस्तर राजस्व संभाग में वर्ष 2007 में दो नए जिले बीजापुर और नारायणपुर तथा वर्ष 2012 में वहां दो नए जिले सुकमा और कोण्डागांव का निर्माण किया। अब वहां सात जिले बन गए हैं। इससे दूर-दराज गांवों तक प्रशासन की पहुंच बनी है। लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है। वहां राज्य सरकार, जिला प्रशासन और सुरक्षा बल तीनों मिलकर परस्पर समन्वय से जनता का विश्वास जीतने में कामयाब हुए हैं। नक्सल पीड़ित जिलों के बच्चों की शिक्षा पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों में विकास की चुनौतियां और राज्य शासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में व्याख्यान दिया। अपर मुख्य सचिव डीएस मिश्रा ने इन इलाकों में मानव विकास की स्थिति और भविष्य के रोडमैप के बारे में विचार व्यक्त किए। एडीजी मुकेश गुप्ता ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के वर्तमान परिदृश्य पर प्रस्तुतिकरण दिया। बस्तर के अधिकारियों ने दी जानकारी राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष सुनिल कुमार, छत्ताीसगढ़ राज्य पुलिस जवाबदेही आयोग के सदस्य अनिल नवानी और राज्य वन विकास निगम के प्रबंध संचालक ए.बोआज ने नक्सल क्षेत्रों में विकास की चुनौतियां विषय पर समूह चर्चा में हिस्सा लिया। प्रशासन अकादमी में तीन दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम में छत्ताीसगढ़ सरकार की ओर से सरगुजा संभाग के आयुक्त टीसी महावर, सरगुजा के पुलिस अधीक्षक पी. सुन्दरराज, सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव आर. प्रसन्ना, बस्तर के मुख्य वन संरक्षक वी. रामाराव, बालाघाट [मध्यप्रदेश] के कलेक्टर वी. किरण गोपाल, मध्यप्रदेश के मुख्य वन संरक्षक एचयू खान और पीएल धीमन सहित गुजरात, छत्ताीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तार प्रदेश, झारखंड आदि राज्यों के सिविल सेवा और सैन्य सेवा के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। आज होगी अबूझमाड़ पर चर्चा जेल और होमगार्ड महानिदेशक गिरधारी नायक गुरुवार को प्रस्तुतिकरण देंगे। उनके बाद रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर के स्वामीजी द्वारा उनके मिशन की ओर से अबूझमाड़ क्षेत्र में चलाए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी जाएगी। छत्ताीसगढ़ सरकार के पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक एके सिंह और राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक बीएल शरण वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों में लघु वनोपज आधारित आजीविका के अवसरों की जानकारी देंगे। पुलिस महानिदेशक एएन उपाध्याय और एडीजी आरके विज प्रस्तुतिकरण देंगे।

हुदहुद से फसल को हुए नुकसान का लेंगे जायजा

16 Octoember 2014
रायपुर। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह चक्रवाती तूफान "हुदहुद" से हुए फसल नुकसान का जायजा लेने के लिए शुक्रवार से दो दिन के प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे हुदहुद से हुए नुकसान के आकलन और किसानों को राहत दिए जाने के सम्बंध में अधिकारियों की बैठक लेंगे। इसके साथ ही वे यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की ओर से कृषि विकास की संभावनाओं पर आधारित एक कार्यक्रम में वैज्ञानिकों से चर्चा भी करेंगे।
हुदहुद की वजह से हुई बारिश और तेज हवा से प्रदेश में धान और सोयाबीन की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। किसानों ने लगभग 36 लाख हेक्टयेर क्षेत्र में धान बोया था। तूफान के बाद धान की बालियां पानी में डूब गई और फसल बिछ गई। खेतों से पानी की निकासी न होने की वजह से फसल के सड़ने का अंदेशा भी बना हुआ है।
इसी तरह सोयाबीन की फसल में फूल लगने की स्थिति थी, जो अब खराब होने लगी है। तूफान से मक्के और अरहर की खेती भी प्रभावित हुई है।


14 साल तक के डायबिटिक बच्चों का होगा मुफ्त इलाज

16 Octoember 2014
रायपुर. राज्य में अब 14 साल तक के डायबिटिक बच्चों का मुफ्त इलाज होगा। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बुधवार को इसकी घोषणा की। उन्हें मुफ्त में इंसुलिन दिया जाएगा। सरकार भविष्य में इस आयु को बढ़ाकर 23 वर्ष तक कर सकती है। सरकार का मानना है कि जब तक शुगर पीड़ित बच्चा खुद नौकरी करके अपना इलाज कराने का खर्च वहन करने योग्य न हो जाए, उसका इलाज कराया जाना चाहिए। सरकारी सहायता लेने के लिए बच्चे के पास डॉक्टर का दिया डायबिटिक का प्रमाण-पत्र होना जरूरी है।
योजना के नोडल अधिकारी कमलेश जैन के मुताबिक राज्य में 7 से 8 फीसदी लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। इनमें एक प्रतिशत तक बच्चे हो सकते हैं। एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में हर साल लगभग दो हजार बच्चे ऐसे पैदा होते हैं, जो जन्म से ही शुगर पीड़ित होते हैं। इनमें से कइयों को शुगर होने की जानकारी हो तब तब तक उनकी मौत हो जाती है।
ऐसे करना होगा आवेदन: स्वास्थ्य विभाग एक प्रक्रिया तय कर रहा है जिसके अनुसार डायबिटिक बच्चों का इलाज मुफ्त में हो सकेगा। शुगर से पीड़ित बच्चे के माता - पिता को डाक्टर से एक प्रमाणपत्र लेना होगा। प्रमाणपत्र के आधार पर बच्चे को नाम से पासबुक की तरह कार्ड जारी होगा। उसे जब-जब इंसुलिन मिलेगी कार्ड में इंट्री की जाएगी। इंसुलिन उसे अपने शहर व गांव में ही उपलब्ध कराई जाएगी।


हुदहुद से प्रदेश में 3 मौतें, 53 मकान ढहे

15 Octoember 2014
रायपुर। चक्रवाती तूफान हुदहुद ने दो दिन में छत्तीसगढ़ में भी तबाही मचाई। मंगलवार को मुंगेली में तीन नागरिकों की मौत हो गई। तेज हवा और बारिश के कारण 53 मकान पूरी तरह से ढह गए, 194 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। पूरे प्रदेश में खरीफ की फसल को नुकसान पहुंचा है। जिला स्तर पर इसका आकलन कराया जा रहा है। फौरी सर्वे में प्रदेश में 10 से 15 फीसदी तक नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। राज्य में हुई तबाही की रिपोर्ट भारत सरकार ने मांगी है। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में हुदहुद ने प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र निकलकर उत्तरी क्षेत्र का सफर तय किया। जाते-जाते कवर्धा, कोरिया, बिलासपुर, मुंगेली, दुर्ग, रायगढ़, कांकेर आदि क्षेत्रों में तबाही मचाने की कोशिश की। मुंगेली में इस दौरान जमकर तबाही मचाई। तीन नागरिकों की मौत हो गई वहीं 49 मकान ढह गए। वहीं 30 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए । जिला प्रशासन ने तीनों नागरिकों के लिए अंतिम संस्कार के लिए 10-10 हजार रुपए दिए। दंतेवाड़ा में दो मकान गिरे दंतेवाड़ा जिले में 39 मकानों को नुकसान पहुंचा, जिनमें दो मकान ढह गए और 37 को आंशिक क्षति पहुंची है। बिलासपुर में 12 मकान और रायपुर में इस दौरान 11 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। बस्तर जिले में 67, कोंडागांव में 13, कबीरधाम और धमतरी में 2-2 मकानों को नुकसान पहुंचा, सरगुजा में नौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए। फसल 10 से 12 फीसदी नुकसान प्रदेशभर में हुई भारी बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है। अधिकांश जिलों में इसका ठीक तरह से आकलन नहीं किया जा सका है। सरगुजा में आठ फीसदी, धमतरी से 10 फीसदी और कोंडागांव से 12 फीसदी फसलों के नुकसान होने की सूचना मिली है। फसलों के नुकसान के आकलन की जिम्मेदारी जिला कलेक्टरों को दी गई है। भारत सरकार ने मांगी रिपोर्ट प्रदेश में हुदहुद से हुए नुकसान की रिपोर्ट भारत सरकार ने मांगी है। सोमवार को मुख्य सचिव के नाम आए पत्र के साथ 14 कॉलम का फार्मेट भेजा गया है। इस फार्मेट को सभी जिलों में भेजकर राजस्व एवं आपदा विभाग कलेक्टरों से नुक सान की जानकारी मंगवाई है। विभाग की ओर से एक प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। वहीं मंगलवार को 14 जिलों की जानकारी अपडेट कराई गई।।

माओवादी मांद में घुस गए 2000 ग्रामीण और चार दिन से बंधक 40 लोगों को छुड़ा लाए

15 Octoember 2014
रायपुर। एकजुटता में कितनी शक्ति होती है, ग्रामीणों ने इसकी मिसाल पेश की है। धुर माओवाद हिंसा प्रभावित सुकमा जिले के करीब 2000 ग्रामीण माओवादियों की मांद में जा घुसे और चार दिनों से बंधक 40 लोगों को छुड़ा कर ले आए। सुकमा के पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण कुमार ने ग्रामीणों की सराहना करते हुए बताया कि बंधक बनाए गए 40 लोग माओवाद से नाता तोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए थे। माओवादियों द्वारा लगातार आत्मसमर्पण किए जाने से लाल आतंकी संगठन बौखला गया है।
लाल आतंकियों ने 9 अक्टूबर को सुकमा जिले के पोलमपल्ली, केरलापाल, सिरसट्टी, मिसमा, पोंगाभेज्जी गांवों के 40 ग्रामीणों को उनके घरों से उठाया लिया। वे उन्हें अपने साथ जंगल में ले गए और बंधक बना लिया। ये सभी ग्रामीण कभी माओवादियों के सहयोगी थे, लेकिन समर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ गए थे।

माओवादियों पर बनाया दबाव

ग्रामीणों को बंधक बनाए जाने की जानकारी मिलते ही इलाके के दर्जनभर से अधिक गांवों के हजारों ग्रामीण एकजुट होकर बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करवाने के लिए जंगल में घुस गए। एसपी के मुताबिक ग्रामीणों ने माओवादियों से चर्चा की और बंधकों को रिहा करने के लिए दबाव बनाया।
चार दिनों बाद सोमवार को माओवादियों ने सभी बंधकों को मिसमा के पास सुरक्षित छोड़ दिया। यहां से सभी ग्रामीण अपने-अपने घर पहुंचे। एसपी डी. श्रवण कुमार का कहना है कि बंधक ग्रामीणों से माओवादियों ने सरेंडर करने का कारण पूछा और पुलिस का सहयोग न करने की नसीहत दी।
लोगों के आवाज उठाने से ही माओवाद का खात्मा होगा। ग्रामीणों ने माओवादियों का विरोध कर बंधकों को छुड़ाकर अच्छा संदेश दिया है।

ग्रामीणों की यह

पहल माओवादियों के लिए चुनौती और संदेश है कि उनके साथ गलत होगा तो वे खामोश नहीं बैठेंगे। -डी. श्रवण कुमार, पुलिस अधीक्षक, सुकमा


जोगी के खिलाफ याचिका की सुनवाई बढ़ी

15 Octoember 2014
बिलासपुर. हुदहुद चक्रवात अजीबो-गरीब इफेक्ट पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ चुनाव याचिका पर पड़ा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष नंद कुमार साय की चुनाव याचिका पर सुनवाई बढ़ा दी गई, क्योंकि उनके वकील रातभर बिजली गुल होने के चलते तैयारी नहीं कर सके। इसका हवाला देते हुए उन्होंने सुनवाई बढ़ाने का आग्रह किया था। कोर्ट ने इसे मंजूर कर लिया।
चुनाव याचिका पर साय, जोगी समेत कई लोगों ने हाईकोर्ट में गवाही दे दी है। मामले पर मंगलवार को सुनवाई होनी थी। साय के वकील रमाकांत मिश्र ने कोर्ट को बताया कि सोमवार की शाम से ही चकरभाठा क्षेत्र में रातभर बिजली गुल रही। यहां उनका निवास है। बिजली न होने की वजह से मामले की तैयारी नहीं हो सकी है। उन्होंने कोर्ट से सुनवाई बढ़ाने का आग्रह किया। कोर्ट ने इसे मंजूर करते हुए 30 अक्टूबर को अगली सुनवाई तय की है।

ये है मामला

राज्य में 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में जोगी मरवाही सीट से नंदकुमार साय को पराजित किया था। यह सीट एसटी के लिए रिजर्व थी। नतीजों के बाद साय ने जोगी के आदिवासी होने के प्रमाण-पत्र को चुनौती देते हुए जनवरी 2004 में चुनाव याचिका लगाई। इसमें जाति प्रमाण-पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि जोगी ने हाईस्कूल में एडमिशन के समय अजा होने का प्रमाण-पत्र दिया था।
उन्होंने आदिवासी होने का प्रमाण-पत्र गलत तरीके से हासिल किया है। राष्ट्रीय आदिवासी विकास परिषद ने भी उन्हें आदिवासी नहीं माना था। याचिका में उनका ओरिजनल सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने की मांग की गई थी। हाईकोर्ट ने 29 जनवरी 2014 को जोगी समेत संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।


आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को बनाया होमगार्ड

14 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कभी पुलिस को अपनी गोलियों का निशाना बनाने वाले नक्सली अब उनके साथ खडे़ नजर आएंगे। गृह विभाग ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत नौकरी देने का एलान किया था। इसके बाद पहले चरण में राजनांदगांव में आत्मसमर्पण करने वाले दस नक्सलियों को स्वयंसेवी होमगार्ड के पद पर नियुक्ति दी गई है। इन सभी होमगार्डो को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अपने जन्मदिन के अवसर पर नियुक्ति पत्र देंगे।
डीजी जेल एवं होमगार्ड गिरधारी नायक ने बताया कि राजनांदगांव के कलेक्टर और एसपी की अनुशंसा के बाद नगर सेना विभाग ने स्वयंसेवी होमगार्ड के पद पर नियुक्ति दी है।
राजनांदगांव के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के कारण बडे़ पैमाने पर नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इसमें विभिन्न स्तर के नक्सली काडर शामिल हैं। नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सुविधाएं दी जा रही हैं। नगर सेना और नगारिक सुरक्षा मुख्यालय ने सभी का नियुक्ति आदेश 14 अक्टूबर को जारी किया।

इन्हें बनाया गया होमगार्ड

मानपुर के छोटू पद्दा, राजेश पुडो, कमलेश तुलावी, आयतुराम, बुतकेर हिडामी और श्यामलाल को होमगार्ड बनाया गया है। इसके साथ ही बम्हनी के मणेश्वर सिंह उइके, सहपाल के नरसिंह, हाटबंजारी के सिवती उर्फ शिवा साहू और झा़़डीखैरी के कैलाश सिंह को होमगार्ड बनाया गया।


आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को बनाया होमगार्ड

14 Octoember 2014
महासमुंद। आंध्रप्रदेश और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद हुदहुद तूफान ने महासमुंद जिले में भी कहर बरपाया। पिछले 24 घंटे से रूक-रूक कर बारिश हो रही है, आंधी-तूफान से बिजली के तार टूट गए हैं, कई गांवों में दो दिन से बिजली बंद है, खेतों में लहलहाती फसल पूरी तरह से धराशायी हो गई है।
शनिवार तक हालात ठीक थे। पर सोमवार को चक्रवाती तूफान हुदहुद ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पक कर कटने को तैयार फसल पानी में डूब गई है। 15 अक्टूबर तक बारिश होगी, तो किसान बर्बाद हो जाएंगे। उन्हें एक एकड़ में दस क्विंटल धान भी नसीब नहीं होगा।

फसल में लकवा बीमारी का खतरा

हरूना धान की फसल पक कर तैयार है। किसान कटाई करने की सोच रहे थे। ऎनवक्त हुदहुद ने उन्हें कहीं को नहीं छोड़ा। लाफिन खुर्द के किसान जनक राम साहू ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कारण फसल को बचाना मुश्किल है। वहीं कृषि विभाग के सहायक संचालक गयाराम ने बताया कि लगातार बारिश होने से फसल का नुकसान होना संभव है। अभी कितना नुकसान हुआ, इसका आकलन कर पाना मुश्किल है।

कई गांवों में बिजली गुल

तूफान से जिले में कई जगहों पर बिजली के तार टूट गए। करीब 200 गांवों में ब्लैक आउट की स्थिति निर्मित हो गई है। सरायपाली संभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि प्राकृतिक आपदा के चलते रविवार की रात 33 केव्ही फीडर 4 फीडर प्रभावित हो गया था। अब चालू हो गया है।
महासमुंद संभाग के कार्यपालन अभियंता केसी साहूकार ने बताया कि 11 केव्ही के 128 फीडर में 22 में खराबी आ गई थी। इसमें 5 को ठीक कर लिया गया है। वहीं 33 केबी 17 फीडर में 5 पर खराबी थी। 4 फीडर चालू हो गया है। एक फीडर को बनाने का कार्य चल रहा है। खतरे को भांपते हुए संभाग के 86 अस्थाई कनेक्शन काट दिए गए हैं। सोमवार को देर रात तक कई गांवों में बिजली व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई थी। पेयजल का भी संकट खड़ा हो गया है।

आपदा से निबटने प्रशासन चौकस

बंगाल की खाड़ी में उठे समुद्री चक्रवात हुदहुद के प्रभाव से तूफान और बारिश की आशंका को देखते हुए कलक्टर उमेश कुमार अग्रवाल ने जिले के अधिकारियों को सतर्क रहने और राहत बचाव के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने आम नागरिकों से धैर्य एवं संयम बरतने की अपील की है। हुदहुद के प्रभाव से जिले में सोमवार 13 अक्टूबर की सुबह 8 बजे तक 10.01 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कलक्टर ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर स्थिति से निबटने के लिए प्रभावित क्षेत्र के लिए राहत शिविर स्थल के रूप में स्कूल, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन इत्यादि को सुरक्षित किया जाए। कलेक्टोरेट में बाढ़ आपदा के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका दूरभाष 07723-223969 है।
इसी तरह विद्युत विभाग का कंट्रोल रूम का दूरभाष 07723-222085 एवं जिला चिकित्सालय में स्थापित कंट्रोल रूम का दूरभाष 07723-222210 है। तूफान या बारिश से किसी प्रकार की क्षति की जानकारी उक्त दूरभाष पर दी जा सकती है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को विद्युत लाइनों को दुरूस्त रखने तथा विद्युत संबंधी किसी भी शिकायतों का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए हंै, ताकि विद्युत तार की चपेट में आने पर जान-माल के नुकसान से बचा जा सके। राष्ट्रीय राजमार्ग या अन्य सड़कों पर पेड़ आदि गिरने पर शीघ्र हटाकर यातायात बहाल करने की कार्रवाई की जाए।
अपने-अपने प्रभार क्षेत्र के मैदानी इलाकों में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी चक्रवात से बचाव एवं राहत की व्यवस्था हेतु नियुक्त नोडल अधिकारी, ग्राम पंचायत के सचिव एवं राजस्व अमला पूरी तरह सजग रहे। तूफान एवं बारिश से क्षति की स्थिति निर्मित होने से तत्कालिक सहायता एवं अनुदान संबंधी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।


पांच ट्रेनों के 50 फीसदी टिकट ऑनलाइन मिलेंगे/strong>

14 Octoember 2014
बिलासपुर. रेलवे प्रशासन ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की पांच ट्रेनों में तत्काल टिकट की व्यवस्था में बदलाव किया है। इसके तहत अब तत्काल की 50 फीसदी टिकट काउंटर से मिलेंगे और 50 फीसदी टिकट ऑनलाइन ई-टिकटिंग के जरिए लिए जा सकेंगे। ई-टिकटिंग पर रेलवे ने डायनेमिक प्राइजिंग की व्यवस्था लागू की है। इसमें प्रीमियम दरें लगेंगी।
रेल मंत्रालय ने यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखकर 1997 में तत्काल टिकट स्कीम की शुरुआत की थी। रेलवे की यह व्यवस्था उन यात्रियों के लिए कारगर साबित हुई, जिन्हें आनन-फानन में यात्रा करनी होती है। सुविधा तो अच्छी थी, लेकिन इसे ऑनलाइन नहीं किया गया था। अब तक ये टिकट काउंटर से ही मिलते थे। एसईसीआर ने पांच ट्रेनों के लिए इसमें कुछ संशोधन किया है। इन ट्रेनों के लिए तत्काल के 50 फीसदी टिकट ऑनलाइन जारी किए जाएंगे।
यह सुविधा रायगढ़-निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस में शुरू भी कर दी गई है। इसका लाभ अधिक लोगों को मिल सके और इससे रेलवे को भी फायदा हो, इसलिए इसे ऑनलाइन करने का निर्णय लिया गया। 1 अक्टूबर से शुरू की गई व्यवस्था के तहत ऑनलाइन टिकट लेने वाले यात्रियों को कुछ प्रीमियम दरें भी रेलवे को देनी होगी। जो 50 टिकट ई-टिकटिंग से बुक होंगे, उनमें से 10 टिकेटों के लिए अलग स्लैब निर्धारित की गई है।

इन ट्रेनों के लिए तत्काल ई-टिकट

> ट्रेन क्रमांक 12849-12850 बिलासपुर-पुणे-बिलासपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस।
> ट्रेन क्रमांक 12409-12410 रायगढ़-निजामुद्दीन-रायगढ़ गोंडवाना एक्सप्रेस।
> ट्रेन क्रमांक 12549-12550 दुर्ग-जम्मूतवी-दुर्ग साप्ताहिक एक्सप्रेस।
> ट्रेन क्रमांक 22647-22648 कोरबा-त्रिवेंद्रम-कोरबा सुपरफास्ट एक्सप्रेस।
> ट्रेन क्रमांक 18237-18238 बिलासपुर-अमृतसर-बिलासपुर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस।


नक्सल कैडर में शीर्ष पदों पर पहुंच रहीं महिला कमांडर

13 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बडे़ पैमाने पर हो रहे नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बीच एक खबर यह आ रही है कि नक्सली कैडर के शीर्ष पदों पर महिला कमांडर पहुंच रही हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस को मिली खुफिया सूचना के आधार पर टॉप नक्सली कमांडरों में 60 फीसदी महिला नक्सली हैं, जबकि वर्ष 2008 तक सिर्फ 25 फीसदी महिला नक्सली टॉप पदों पर थीं। इसके साथ ही निचले स्तर पर भी ब़़डे पैमाने पर महिला नक्सलियों की भर्ती भी की जा रही है। महिला नक्सली अब एरिया कमेटी और डिविजनल कमेटी के कई महत्वपूर्ण पदों पर पहुंच गई हैं। नक्सलियों की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी में 20 फीसदी टॉप पदों पर महिला नक्सली पहुंच गई हैं।
पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पहले महिला नक्सलियों की भर्ती पुरुष कमांडरों का सहयोग करने के लिए की जाती थी, लेकिन अब परिस्थितियों में बडे़ पैमाने पर परिवर्तन हुआ है।
खुफिया पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय से सक्रिय महिला नक्सली सुजाता अब दंडकारण्य स्टेट मिलिट्री कमेटी की प्रमुख बन गई है। इसके साथ ही नीति को दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी का प्रमुख बनाया गया है। माधवी को पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी की कमान सौंपी गई है। कोसी को मंगलर एरिया कमेटी की जिम्मेदारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि झीरम घाटी हमले में महिला नक्सलियों की संख्या सबसे ज्यादा थी। पुलिस के अनुसार कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा की हत्या के बाद महिला नक्सलियों ने वहां डांस किया और सलवा जुडूम मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।

आईबी के पास भी है रिपोर्ट

आईबी की रिपोर्ट में भी महिला नक्सलियों के टॉप पोस्ट पर पहुंचे की जानकारी दी गई है। वर्ष 2013 में तत्कालीन गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने भी लोकसभा में जानकारी दी थी कि बस्तर, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में महिला नक्सली ताकतवर हो रही हैं और कई कमेटियों की कमान उन्हें सौंप दी गई है।

गुरिल्ला आर्मी की भी मिली कमान

पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के अनुसार महिला नक्सलियों को पीपुल लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी में भर्ती किया जा रहा है। अलग-अलग गुरिल्ला जोन में महिला कमांडरों को प्लाटून लेवल और कंपनी स्तर पर जिम्मेदारी बांटी जा रही है। बताया जा रहा है कि महिला कमांडरों की सक्रियता को देखते हुए जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया है।
बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी ने कहा कि बडे़ पैमाने पर नक्सलियों के आत्मसमर्पण के कारण टॉप नक्सली लीडर बैकफुट पर आ गए हैं। इसका असर उनके संगठन पर भी देखने को मिल रहा है। महिला नक्सलियों को महत्वूपर्ण जिम्मेदारी इसी रणनीति का हिस्सा है।


डाक फिलाटेलिक ब्यूरो को चाहिए अपनी पहचान

13 Octoember 2014
रायपुर। डाक विभाग अपनी मूल सुविधाएं देने में भी नाकाम है। आए दिन डाकघर में पोस्टकार्ड और लिफाफों की कमी रहती है। इतना ही नहीं टिकट संग्रह को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित फिलाटेलिक ब्यूरो खुद ही अपने अस्तित्व तलाशता दिख रहा है। जबकि भारत के इतिहास एवं संस्कृति को जीवित रखने के लिए डाक फिलाटेलिक ब्यूरो ( डाक टिकट संग्रह केंद्र) की स्थापना की गई थी।
साथ ही लोगों को इससे जोड़ना भी मकसद था। परंतु मुख्य डाकघर जयस्तंभ के एक कोने में स्थापित ब्यूरो खुद की पहचान कायम करने के जद्योजहद में है। टिकट संग्रह केंद्र के बारे में डाकघर के बाहर ना तो कोई साइन बोर्ड लगा है और ना ही इस संबंध में किसी भी काउंटर में ही है।

1100 टिकट संग्राहक को परेशानी

केंद्र में 1100 के लगभग टिकट संग्राहक हैं। नियमित संग्राहकों को नई टिकट जारी होते ही ब्यूरो द्वारा टिकट दे दी जाती है। लेकिन छोटे से स्थान में सिमटे ब्यूरो के होने से उन्हें भी परेशानी होती है।

कहां कितने ब्यूरो

छत्तीसगढ़ परिमंडल में तीन ब्यूरो और 13 फिलाटैलिक काउंटर हैं। रायपुर प्रधान डाकघर के अलावा उपडाकघर सिविक सेंटर भिलाई एवं प्रधान डाकघर बिलासपुर में ब्यूरो है। रायगढ़, अंबिकापुर, जगदलपुर, कोरबा,करगीरोड, जांजगीर, महासमुंद, धमतरी, राजनांदगांव, दुर्ग, कांकेर, जशपुर नगर और कवर्धा में फिलाटैलिक काउंटर में है। रायपुर ब्यूरो के अंतर्गत 6 काउंटर हैं।

आज होगा क्विज

विश्व डाक सप्ताह 9 से 15 अक्टूबर आयोजित किया जा रहा है। सोमवार को मुख्य डाकघर रायपुर में फिलाटेली दिवस आयोजित होगा। जिसके तहत वर्कशॉप और क्विज प्रतियोगिता होगी। कार्यक्रम की शुरूआत 11 बजे मुख्य पोस्टमास्टर एवं विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में वर्कशॉप होगा। इस दौरान स्कूली छात्र- छात्राओं के लिए क्विज प्रतियोगिता होगी।


पांच सौ करोड़ की ठगी करने वाली ग्रीन-रे कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार

13 Octoember 2014
रायपुर. छत्तीसगढ़ और देश के कई राज्यों में सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी ग्रीन रे इंटरनेशनल के एक डायरेक्टर अयूब शाह को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसे ठगी का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। विशेष अपराध अनुसंधान सेल ने अयूब को राजस्थान के अजमेर शहर से गिरफ्तार किया। रविवार को उसे रायपुर लाया गया। आशंका है कि ग्रीन रे कंपनी ने पूरे देश में करीब 500 करोड़ रुपए की ठगी की है। कंपनी के खिलाफ रायपुर, कोरबा, बिलासपुर और कुरुद में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज है। वह ओडिशा के जालेश्वर का रहने वाला है। यह बात सामने आई है कि उसने ठगी के पैसे को विदेशों में इनवेस्ट किया है।

नक्सली गिरफ्तार

11 Octoember 2014
रायपुर। टाहकवाड़ा घटना में शामिल एक नक्सली को तोंगपाल के उरवेनपाल जंगल से पुलिस ने गिरफ्तार किया। पकड़े गए नक्सली पर दो हजार का इनाम घोषित था। शुक्रवार को तोंगपाल थाने से सीआरपीएफ व जिला पुलिस बल की संयुक्त पार्टी गश्त पर निकली थी।
इस दौरान उरवेनपाल के जंगल में नक्सली की मौजूदगी की खबर मिली। सर्चिग के दौरान उसे पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार आरोपी टाहकवाड़ा घटना समेत तीन अन्य मामलों में शामिल था।।


97 बच्चे कुपोषित इलाज का नहीं ठिकाना

11 Octoember 2014
जगदलपुर। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य परीक्षण में लगी अधूरी टीमों ने 97 कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया है। अब इन बच्चों को भर्ती करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास जगह तक नही हैं। जिले में चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही कुपोषित बच्चों के लिए बिस्तर उपलब्ध है। यहां भी महज दस बिस्तर की ही सुविधा है। डॉक्टरों के मुताबिक इन बच्चों को कम से कम 15 दिनों तक भर्ती करने का प्रावधान है। इसके बाद ही एसे बच्चों को स्थिति में सुधार देखने के बाद डिस्चार्ज किया जाता है।

रिपोर्ट आए बीत गया सप्ताह

बच्चों के कुपोषण की पुष्टि एक सप्ताह पहले हो चुकी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 7156 बच्चों का परीक्षण किया गया है। जिसमें सबसे ज्यादा 97 बच्चे कुपोषण का शिकार बताए जा रहे हैं। ये सभी गंभीर हैं। अभी तक इनमें से आधे से ज्यादा को भर्ती नही कराया गया है। इसका एक बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि उनको भर्ती करने के लिए स्वास्थ्य विभाग असमंजस में फंसा हुआ है। फिलहाल अभी उसके पास कोई रास्ता नही हैं।

दरभा ब्लाक से अधिक कुपोषित

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य परीक्षण की टीम से जुड़े मेकॉज में 20 बेड़ कुपोषित बच्चों के लिए है। ये बेड भी अधिकांश तौर पर भरे रहते हैं। सूत्रों की माने तो अभी बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बनाई गई चार सदस्यीय टीम अपना शत प्रतिशत योगदान नहीं दे पा रही है। जब सातों ब्लॉक में 14 टीम एक साथ काम करेगी। तब बच्चों को भर्ती करने के लिए बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अभी जो टीम काम कर रही है वह स्कूलों को ही टारगेट कर रही है। 97कुपोषित बच्चों में से अधिकांश बच्चे दरभा ब्लाक के बताए जा रहे हैं।

15 दिन आब्जर्वेशन में

कुपोषित बच्चों को 15 दिनों तक आब्जर्वेशन में रखना पड़ता है। जब तक बच्चों का वजन समान्य नहीं हो जाता उनको डिस्चार्ज नहीं किया जा सकता है। कई बार तो ब्लड देने की भी जरूरत पड़ती है। मेकॉज में कुपोषित बच्चों के लिए 20 बेड है।

डॉ. विवेक जोशी, सिविल सर्जन

राउंड द क्लॉक व्यवस्था

चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और मेडिकल कॉलेज जगदलपुर समेत 60 बच्चों को भर्ती करने की व्यवस्था है। समस्या तो है ही, लेकिन राउंड द क्लॉक व्यवस्था की जाएगी। डॉक्टर मैत्री, डिस्ट्रिक्ट चिल्ड्रन ऑफिसर


जूडो ने फिर ठुकराई पीएस हेल्थ की पेशकश, हड़ताल जारी

11 Octoember 2014
रायपुर। चक्रवात हुडहुड को लेकर राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। बस्तर और रायपुर संभाग के सभी जिलों को विशेष तौर पर चेतावनी दी गई है। फील्ड अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियों को कैंसिल करके मुख्यालयों पर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में हुडहुड का असर 12 से 14 अक्टूबर तक रहने की आशंका है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव विवेक ढांड ने शुक्रवार को आला अफसरों की बैठक बुलाई। रायपुर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। आपात स्थिति में यहां के टेलीफोन नंबर 0771-2510593 और फैक्स नंबर 0771-2510823 पर संपर्क किया जा सकता है। आपदा प्रबंधन बल को भी तैयार रहने को कहा गया है।
आंध्र-ओडिशा में बारिश, ट्रेनें रद्द: करीब डेढ़ सौ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहे हुडहुड का असर दिखने लगा है। आंध्रप्रदेश और आेडिशा के कई इलाकों में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। 12 अक्टूबर को आने वाले हुडहुड तूफान के चलते भुवनेश्वर- विशाखापट्टनम रूट की 38 गाड़ियां रद्द कर दी गई है। हावड़ा आैर दक्षिणी राज्य की गाड़ियों को रायपुर आैर नागपुर के रूट पर डायवर्ट किया जा रहा है। दोनों राज्यों ने संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तैयारी की हुई है।
आेडिशा में तटीय इलाकों के करीब साढ़े तीन लाख लोगों काे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। आंध्रप्रदेश में भी इसी तरह की तैयारियां जारी हैं। राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत बल की 25 टीमें दोनों राज्यों में तैनात हैं। मौसम विभाग के मुताबिक तूफान का ज्यादा असर शनिवार को नजर आएगा। आंध्र और ओडिशा के अलावा झारखंड के कुछ जिलों में भी इसका असर नजर आएगा।

हुडहुड तूफान से ज्यादा बारिश हुई तो प्रदेश के कई जिलों में बनेंगे बाढ़ जैसे हालात

बंगाल की खाड़ी से आंध्रप्रदेश तट की ओर बढ़ रहा तूफान अगर रायपुर और बस्तर संभाग में 10 सेमी से ज्यादा बारिश की वजह बनता है तो इन संभागों से कई बड़े बांधों से पानी छोड़ने की नौबत आ सकती है। गंगरेल समेत दोनों संभागों के बड़े बांधों में अभी 70 से 90 फीसदी तक पानी है। विशेषज्ञों के मुताबिक इन बांधों में ज्यादा पानी गया तो उसे तुरंत छोड़ना पड़ेगा। इससे बस्तर और रायपुर संभाग ही नहीं, बिलासपुर संभाग पर भी व्यापक असर पड़ने की आशंका है। तूफान के 12 अक्टूबर, रविवार को दोपहर तक वाल्टेयर पर पहुंचने की आशंका है। अभी यह बंगाल की खाड़ी में वाल्टेयर से 470 किमी दूर है। तूफान में हवा के घूमने की रफ्तार 130 किमी प्रतिघंटे तक पहुंच गई है। जब यह वाल्टेयर तट पर पहुंचेगा, हवा की रफ्तार 140 किमी या ज्यादा भी हो ससकती है। इससे आंध्रप्रदेश और उड़ीसा के तटवर्ती इलाकों में खासी तबाही मच सकती है। लेकिन इसके बाद आगे बढ़ते हुए हवा की रफ्तार 80-90 किमी प्रतिघंटे तक हो जाएगी।
छग में 50 किमी की रफ्तार - वाल्टेयर से रायपुर की दूरी करीब 430 किमी है। तूफान एक दिन में 200 किमी तक आगे बढ़ेगा। इस तरह, यहां पहुंचने में दो दिन लगेंगे। तब तक हवा की रफ्तार 50 किमी प्रतिघंटा तक हो सकती है। आंधी चलने तथा 10 सेमी या ज्यादा बारिश होने की भी आशंका है।

विशेषज्ञों का मानना है कि बस्तर और रायपुर संभाग में ज्यादा बारिश से आधा दर्जन से ज्यादा बड़े बांधों में इतनी तेजी से पानी पहुंच सकता है कि पूरे गेट खोलने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।

क्या असर पड़ेगा छत्तीसगढ़ में

लालपुर मौसम केंद्र के सहायक मौसम विज्ञानी एम. गोपाल राव के अनुसार छत्तीसगढ़ में तूफान लो-प्रेशर एरिया में तब्दील हो सकता है। इसलिए राजधानी रायपुर में हवा की रफ्तार 50 किमी प्रतिघंटे से कम रहने की आशंका है। यही नहीं, तूफान से रायपुर और बस्तर संभाग के कई जिलों में मध्यम से कुछ ज्यादा बारिश हो सकती है। तूफान के असर से शनिवार शाम से राज्य के कई हिस्सों में घने बादल नजर आ सकते हैं।


महिला प्रताड़ना में रायगढ़ अव्वल: उसेंडी

10 Octoember 2014
रायपुर। राज्य महिला आयोग अध्यक्ष लता उसेंडी के मुताबिक महिला प्रताड़ना के मामले में रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ में अव्वल है। दुर्ग व रायपुर से भी लगातार शिकायतें मिल रही हैं। इससे साफ है प्रदेश की महिलाओं में खासकर गांवों में जागरूकता बढ़ी है। उन्हें लग रहा है कि उनकी दिक्कतों को सुनने वाला कोई है। इसी कारण आयोग तक आ रही हैं।
उन्होंने कहा दहेज प्रताड़ना के लिए बने कानून के दुपयोग पर भी आयोग का ध्यान है। बीते दिनों हाईकोर्ट की महिला कर्मचारी के साथ विभागीय अफसरों द्वारा की गई छेड़छाड़ का मामला भी आयोग ने संज्ञान में लिया है। उस कर्मचारी को हर हाल में न्याय दिलाएंगे।


"कटोरे" में लहलहाएंगे पाक व चीन के धान

10 Octoember 2014
रायपुर । विश्व की सर्वाधिक सुगंधित व पतले धान की किस्में अब छत्तीसगढियों की थाली को सुगंधित करेंगी। आने वाले समय में चीन, पाकिस्तान और ईरान सहित 10 अन्य देशों के धान की सुगंधित प्रजातियां प्रदेश के खेतों में लहलहाएंगी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में धान अनुसंधान निदेशालय हैदराबाद के एरोमेटिक नेटवर्क प्रोजेक्ट के तहत धान की सैकड़ों किस्मों पर अनुसंधान चल रहा है। वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं कि विदेशों की सुगंधित किस्मों के साथ ही देशभर की सुगंधित किस्में छत्तीसगढ़ की जलवायु में कैसा परिणाम दे सकती हैं।

556 किस्मों पर प्रयोग
कृषि विवि के जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रिडिंग विभाग के मुताबिक धान की कुल 556 किस्में उगाई जाती हैं।

देश की 78 किस्में

जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, असम, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, झारखंड, बिहार, आंध्रप्रदेश, पं. बंगाल सहित कई अन्य राज्यों में बोई जाने वाली करीब 78 सुगंधित प्रजातियों को अनुसंधान के लिए चुना गया है।
छत्तीसगढ़ की 42 किस्में

रिसर्च में प्रदेश के 42 सर्वाधिक सुगंधित प्रजातियां भी शामिल हैं। इनमें जीराफूल, बादशाह भोग, विष्णुभोग, चिन्नौर, लोक्तिमासी, दूबराज, जवाफूल आदि हैं।

- भारत सहित पूरे विश्व की धान की कुल 556 सुगंधित व पतले दाने वाले प्रजातियों पर अनुसंधान चल रहा है। जांच की जा रही है कि ये किस्में छत्तीसगढ़ के वातावरण में कैसा परिणाम देंगी। जल्द ही कुछ प्रजातियों के बोने की अनुशंसा की जाएगी।
संदीप भंडारकर, वैज्ञानिक, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर


जूडो ने फिर ठुकराई पीएस हेल्थ की पेशकश, हड़ताल जारी

10 Octoember 2014
रायपुर। पीएस हेल्थ आलोक शुक्ला ने शुक्रवार को अंबेडकर अस्पताल का निरीक्षण किया और चार दिन से हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की बैठक ली। पीएस ने डॉक्टरों का मानदेय 2500 रुपए बढाने की पेशकश की और हड़ताल खत्म करने को कहा। जूडो ने इस ऑफर को ठुकरा दिया। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ डीएमई सख्त कार्रवाई कर सकती है।
गौरतलब है कि अंबेडकर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर स्टायपेंड बढाने की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से हड़ताल पर हैं, उन्हें वर्तमान में 35000 रुपए स्टायपेंड के रूप में दिए जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अन्य राज्यों में यहां से कहीं ज्यादा मानदेय दिया जाता है, साथ ही दो साल से जूडो का स्टायपेंड नहीं बढ़ाया गया है। उनकी मांग है कि उनका स्टायपेंड 50000 कर दिया जाए।

हॉस्टल छोडऩे का आदेश

गुरुवार को मेडिकल कॉलेज के डीन एके चंद्राकर ने जूनियर डॉक्टरों को 24 घंटे के भीतर हॉस्टल खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है। डॉक्टर्स यदि हड़ताल खत्म नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

दो मांगों पर असहमति
डायरेक्टरेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन ने जूडो की 8 में से 6 मांगों पर सहमति दे दी है। स्टायपेंड बढाने की उनकी मांग पर पीएस हेल्थ ने कहा कि यह शासन के हाथ में है, अस्पताल में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध पर पीएस ने कहा कि आरटीआई के दौर में यह संभव नहीं है।


छत्तीसगढ़ आना मेरे जीवन का अहम फैसला: यतींद्र सिंह

09 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस यतींद्र सिंह का कहना है कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के पद को स्वीकार करना और यहां आना उनके जीवन का सबसे अहम और सही फैसला साबित हुआ है।
ईश्वर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनका निर्णय पता नहीं कब और किस समय आ जाए। अचानक एक दिन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया का पत्र आया और मुझे छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनने की सहमति भेजने को कहा। मेरे परिजनों से लेकर मित्रों व शुभचिंतकों ने ऑफर को अस्वीकार करने की सलाह दी। तब उनके मन में यह बात थी कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट छोटा है। मैंने इसे ईश्वर का आर्शीवाद मानकर स्वीकार कर लिया। आज मैं गर्व से साथ कह सकता हूं कि यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय था। यहां की धरती, यहां के लोग सब-कुछ बहुत अच्छे हैं। साथी जजों से लेकर न्यायपालिका के अफसरों ने कामकाज में मुझे पूरा सहयोग दिया। उनके सहयोग के बल पर ही मैं इस मुकाम तक पहुंच पाया।
बुधवार को चीफ जस्टिस श्री सिंह सेवानिवृत्त हुए। वे अपने सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में साथी जजों, ज्यूडिश्यरी के अफसरों व वकीलों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई संशय नहीं कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट विश्व का ऐसा पहला हाईकोर्ट है, जहां फैसलों से लेकर अन्य महत्वपूर्ण मसलों पर पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। महत्वपूर्ण फैसलों को वेबसाइट पर डाला जा रहा है। चीफ जस्टिस से लेकर साथी जजों ने अपनी संपत्ति भी सार्वजनिक कर दी है।
मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस के रूप में न्यायदान में सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि जो हम सोचते हैं, जब वह नहीं मिलता तो कभी-कभी मन में हताशा होती है। इससे न तो घबराना चाहिए और न ही हताश होने की जरूरत है।
उन्होंने आपबीती बताते हुए कहा कि चीफ जस्टिस के पद पर पदोन्नति में जब दो वर्ष का विलंब हुआ, तब मैं भी हताश हुआ था। मेरे अपने अनुभव बताते हैं कि मन में कभी हताशा नहीं लानी चाहिए।
ईश्वर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा और आशीर्वाद पता नहीं कब आ जाए। मेरे साथ ही ऐसा ही हुआ। जब मैं निराश हो गया था, ठीक उसी वक्त चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया का पत्र आया। पत्र में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में सहमति भेजने का उल्लेख था। यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण था। ऐसा ही क्षण आप सबके जीवन में भी आएगा। न तो किसी को हताश होने की जरूरत है और न ही निराश। बस आप अपना काम और कर्तव्य का निर्वहन करते रहें।

जब आंखें भर आई

श्री सिंह ने तकरीबन 35 मिनट अपनी बातें रखीं। इस दौरान कई मौके ऐसे आए जब वे भावुक हो गए थे। भावुक होने के साथ-साथ उनकी आंखें भर आई। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट के बाद छत्तीसगढ़ में ही बसने की इच्छा थी। मकान खरीदने का मन भी बना लिया था। आर्थिक संकट के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
इसी सप्ताह मैं इलाहाबाद चला जाऊंगा। कुछ महीने बिताने के बाद नोएडा चला जाऊंगा। आप लोग वहां जरूर आइए। मेरे मेहमान बनकर नहीं, बल्कि मेरे अपने बन कर आइए। मुझे भी खुशी होगी।


हर एकड़ पर किसानों को होगा ढाई हजार का घाटा!

09 Octoember 2014
रायपुर।खेती की बढ़ती लागत के बीच राज्य सरकार के ताजा फैसले ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। धान खरीदी की सीमा तय होने से किसानों को अब खेती घाटे का सौदा लगने लगा है। हालांकि सरकार शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर किसानों को ऋण दे रही है, लेकिन यह ऋण किसानों के लिए बोझ बन जाएगा।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस समय एक एकड़ पर धान की पैदावार पर करीब 15,500 रूपए खर्च होते हैं। इसके एवज में किसान को दस क्विंटल धान के बदले सिर्फ 13000 रूपए ही मिलेगा। इस तरह उसे प्रति एकड़ करीब ढाई हजार रूपए का घाटा होगा। प्रदेश के अधिकतर किसान कर्ज लेकर खेती करते हैं। औसतन एक एकड़ में उन्हें 16 क्विंटल धान मिलता है।
अब तक सरकार पूरा धान खरीदती आई थी। हर क्विंटल पर मिलने वाले बोनस ने ही कर्ज लेकर धान की पैदावार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। लेकिन अब हालात बदल गए हैं।
दो हजार करोड़ के अधिक का ऋण: छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक (अपेक्स बैंक) के अधिकारियों के मुताबिक इस साल अब तक दो हजार 318 करोड़ 40 लाख रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण दिया जा चुका है, जिसे 9.75 हजार किसानों को बांटा गया है। खरीफ के इस मौसम के लिए अपेक्स बैंक ने दो हजार 450 करोड़ रूपए का ऋण बांटने का लक्ष्य है।
बैंक अधिकारियों को भी इसकी चिंता है कि बांटे गए ऋण की वसूली कैसे होगी। क्योंकि किसानों के पास धान बेचने के बाद ऋण अदायगी के लिए राशि ही नहीं बचेगी।

शून्य प्रतिशत पर ऋण

अपेक्स बैंक के जरिए शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर किसानों को प्रति एकड़ 14 हजार रूपए ऋण दिया जाता है। इसमें आधी राशि के बदले खाद, बीज व अन्य सामग्री मिलती है। बाकी राशि का नगद भुगतान किया जाता है। इसकी अदायगी किसान नगद अथवा लिंकिंग (ऋण राशि के बराबर धान) के रूप में अदा करता है। नए आदेश के अनुसार किसानों को हर एकड़ पर मिलने वाले ब्याज के मुकाबले ऋण अधिक दिया गया है, जिसकी अदायगी उनके लिए मुश्किल होगी।

ऎसे समझें घाटे का गणित

एक एकड़ जमीन पर धान की पैदावार पर खर्च (अनुमानित)

जुताई (ट्रैक्टर से) : 1.10 मिनट खर्च होते हैं- 800 रूपए
45 किलो बीज: 600 रूपए
दो मजदूर: 300 रूपए
निंदाई: 22 मजदूर (150 रूपए प्रति व्यक्ति): 3300 रूपए
बियासी: 300-400 रू (नागर से)
चलाई: 1500 रूपए
धान को व्यवस्थित करना: 1500 रूपए
कीटनाशक: 2000 रूपए
खाद छिड़काव: 1500 रूपए
कटाई: 3500-4000 रूपए
खरीद केंद्र तक परिवहन: 300 रूपए
कुल खर्च 15,700 रूपए
दस क्विंटल धान के बदले में मिलेगी राशि: 13,000 रूपए
घाटा: करीब 2700 रूपए


जगरगुंडा मामले में सुकमा कलेक्टर लकड़ा हटाए गए, सरकार ने पेश की नजीर

09 Octoember 2014
रायपुर. जगरगुंडा में घटिया रसद सप्लाई करने के मामले में राज्य सरकार ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। सुकमा के कलेक्टर ईमिल लकड़ा को हटा दिया गया है। सरकार ने उन्हें भी लापरवाही का जिम्मेदार माना है। लकड़ा को मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाकर वापस बुलाया गया है। उनकी जगह बिलासपुर जिला पंचायत के सीईओ नीरज बंसोड़ को सुकमा कलेक्टर बनाकर भेजा जा रहा है। इस मामले में यह पांचवीं कार्रवाई है।
मंगलवार को ही कलेक्टर लकड़ा ने दो फूड इंस्पेक्टर द्रोण कुमार कामड़े व संजय कुमार कौशिक और राजस्व निरीक्षक रमेश कुमार साहू को सस्पेंड कर दिया था। जबकि मुख्यमंत्री रमन सिंह के निर्देश के बाद सुकमा के खाद्य अधिकारी केआर पिस्दा को निलंबित किया गया था। इसके अलावा क्रय समिति के अध्यक्ष अपर कलेक्टर एसआर महिलांग को नोटिस जारी किया गया।
आपको बता दें कि जगरगुंडा राहत शिविर के लिए कीड़े लगे और सड़े आलू-प्याज सप्लाई करने के इस मामले को दैनिक भास्कर ने लगातार प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
कलेक्टर लकड़ा को बदलने का आदेश शाम सात बजे मंत्रालय से जारी किया गया। दिलचस्प यह रहा कि सामान्य प्रशासन विभाग की सचिव निधि छिब्बर को भी इसकी जानकारी नहीं थी। जबकि वे आएएस-आईपीएस स्थापना का काम देखती हैं।
उन्हें भास्कर से ही यह जानकारी मिली। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री स्तर पर की गई हे। लकड़ा मंत्रालय में किस विभाग में रहेंगे, अभी तय नहीं किया गया है। वहीं सुकमा कलेक्टर बनाकर भेजे जा रहे बंसोड़ पहले भी वहां सीईओ व एसडीएम रह चुके हैं। बंसोड़ की जगह पेंड्रा के एसडीओ सर्वेश्वर भूरे को बिलासपुर जिला पंचायत का सीईओ बनाया गया है। लकड़ा हाल ही में एके टोप्पो की जगह मंत्रालय से सुकमा कलेक्टर बनाकर भेजे गए थे। वे संपदा संचालक थे। टोप्पो वर्तमान में संपदा संचालक हैं। खबर है कि विभागों में इसी तरह लापरवाही बरतने और खराब प्रदर्शन करने वाले कुछ अन्य अफसरों पर भी गाज गिर सकती है।


बारह नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

08 Octoember 2014
रायपुर। जिले में सक्रिय रहे 12 नक्सलियों ने मंगलवार को कांकेर एसपी कार्यालय में पुलिस व अर्धसैन्य बलों के आला अफसरों की मौजूदगी में आत्मसमर्पण कर दिया। एक साथ इतने नक्सलियों के आत्मसमर्पण को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। समर्पित नक्सलियों में अधिकांश पर एक से आठ लाख रुपए तक का इनाम घोषित किया गया था।
मंगलवार को एसपी कार्यालय में आईजी बस्तर एसआरपी कल्लूरी, आईजी बीएसएफ एसएस चाहर, एसपी कांकेर आरएन दास तथा प्रभारी कलेक्टर कार्तिकेय गोयल की मौजूदगी में आत्मसमर्पण करने वाले सभी 12 नक्सलियों को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसपी आरएन दास ने बताया कि इन सभी नक्सलियों पर कई गंभीर मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। बीएसएफ, जिला बल और एसटीएफ के संयुक्त प्रयासों से इनके आत्मसमर्पण में सफलता मिली है।
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बैकफुट पर नक्सली आईजी बस्तर एसआरपी कल्लूरी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि पिछले चार माह में बस्तर में नक्सली बैकफुट पर हैं। इस दौरान 260 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 210 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। मंगलवार को कांकेर में 12 व कोंडागांव में 8 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। समर्पण के पीछे पैरामिलिट्री फोर्स के सिविक एक्शन प्रोगाम का बहुत ब़़डा रोल है। नक्सली दलों में शामिल छत्तीसगढ़ के निवासी यह समझ चुके हैं कि उनका बाहर के नक्सलियों के द्वारा शोषण किया जा रहा है।

नक्सलियों पर लगाए गंभीर आरोप

आत्मसमर्पित नक्सलियों ने पूछताछ में नक्सलियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बाहरी नक्सली लीडर छोटे व्यवसायियों और गरीब ग्रामीणों तक से उगाही कर रहे हैं। वे गांव की लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फांस कर उनका दैहिक शोषण कर रहे हैं। नक्सली लीडर प्रेग्नेंसी टेस्ट किट भी अपने साथ रखते हैं। गर्भ ठहर जाने पर गांव की लड़कियों को मार देते हैं। स्थानीय लोग विकास चाहते हैं लेकिन बाहरी नक्सली लीडर ऐसा होने नहीं दे रहे हैें।

इन नक्सलियों ने किया समर्पण

1.सोमनाथ उर्फ भगत उर्फ शेरसिंह पिता सुक्कू कावडे़ उम्र 24 वर्ष निवासी देवगांव थाना आमाबेड़ा जिला कांकेर। प्लाटून 17 का कमांडर था। उसने फरवरी 2008 में महिला नक्सली सनकी सलाम से विवाह किया था। उसपर 08 लाख रुपये का इनाम था।
2.अमित्रा पिता मंगलू राम उम्र 19 वर्ष निवासी छिंदभाट थाना सिकसो़़ड जिला कांकेर। इसकी गिरफ्तारी हेतु शासन द्वारा 01 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
3.शंभू राम पिता सोमजी धु्रव उम्र 38 वर्ष निवासी छिंदभाट थाना सिकसोड़ जिला कांकेर।
4.मैली पिता सुखदेव नेगी उम्र 22 वर्ष साकिन घुमर थाना सिकसोड़ जिला कांकेर। इस पर 01 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
5.संतोष पिता धनसाय उम्र 26 वर्ष निवासी छिंदभाट थाना सिकसोड़ जिला कांकेर।
6.प्रमिला पिता घसिया उम्र 22 वर्ष निवासी छिंदभाट थाना सिकसोड़ जिला कांकेर। वर्ष 2006 से पुलिस को इसकी तलाश थी।
7.सुरेखा उर्फ सोबी आंचला पिता मंगल सिंह आंचला उम्र 19 वर्ष निवासी हांकेर थाना पखांजूर जिला कांकेर।
8.रजनु गोटा पिता स्व.नोहर राम गोटा उम्र 20 वर्ष निवासी धनेली थाना कोरर जिला कांकेर। यह जनमिलिशिया कमाण्डर एवं जनताना सरकार का अध्यक्ष था। इसपर 01 लाख रुपये का इनाम था।
9.राजू पद्दा पिता चैत राम पद्दा उम्र 20 वर्ष निवासी आलनार थाना कोयलीबेड़ा जिला कांकेर। 01 लाख रुपये का इनामी है।
10.जी पद्दा पिता गूगे पद्दा उम्र 30 वर्ष निवासी आलनार थाना कोयलीबेड़ा जिला कांकेर।
11.कोकसा नुरेटी पिता दशर नुरेटी उम्र 19 वर्ष निवासी पंगोड थाना ओरछा जिला नारायणपुर।
12.जेला उर्फ रिसऊ गावडे़़ पिता थुना गावडे़ उम्र 40 वर्ष निवासी मातला थाना आमाबेड़ा जिला कांकेर।


पहली बार 120 एकड़ में जैविक फसल

08 Octoember 2014
बिलासपुर। राज्य शासन ने रासायनिक खाद के बजाय जैविक खेती को बढ़ावा देने निर्देश दिया है। शासन के निर्देश पर जिले में पहली बार 120 एकड़ में जैविक खाद से धान की खेती का प्रदर्शन करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए दो ब्लॉकों का चयन कर विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।
राज्य शासन ने कृषि कार्य में लगातार बढ़ रहे रासायनिक खाद के उपयोग को नियंत्रित करने का फरमान जारी किया है। कृषि मंत्रालय से जारी इस आशय के आदेश में जैविक खेती के लिए जिले के दो ब्लॉक का चयन करने और विस्तृत कार्यक्रम भेजने का निर्देश दिया है। कृषि विभाग के अफसर इसके लिए जिले का भ्रमण कर किसानों से संपर्क कर रहे हैं। इसके बाद दो गांवों का चयन खेती के लिए किया जाएगा।

क्या है जैविक खेती

आमतौर पर उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान रासायनिक खाद का ज्यादा उपयोग करते हैं। इसका दुष्प्रभाव मानव और पशुओं के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए अब सरकार केंचुआ, वाडेब और गोबर खाद तैयार कर इससे खेती कराने जोर दे रही है। केंचुआ पालन और वर्मी टैंक बनाकर जैविक खाद तैयार किए जाएंगे और फसलों में इन्हीं का प्रयोग बढ़ाया जाएगा।

अलग मार्केट का भी प्लान

जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए शासन स्तर पर पहल की जा रही है। यदि उत्पादन अच्छा हुआ तो सरकार ने जैविक खेती से उत्पादित फसल के लिए अलग मार्केटिंग का भी प्रावधान किया है।

वापस आ जाएगी खुशबू

लगातार रासायनिक खाद के उपयोग के कारण दुबराज और जवा फूल जैसे धान से खुशबू गायब हो गए हैं। जैविक खाद के उपयोग से इन धानों की खुशबू फिर से आने का दावा वैज्ञानिकों ने किया है।

ये हैं लाभ

रासायनिक खेती को नियंत्रित कर जैविक खेती को बढ़ावा देने से केमिकल का स्वास्थ्य पर पड़ने वाला दुष्प्रभाव कम हो जाएगा।
पशुओं को शुद्ध चारा मिल सकेगा।
तीन साल तक लगातार जैविक खाद डालने से जमीन की उर्वरा शक्ति में सुधार होगा उत्पादन अच्छा होने लगेगा।
शासन से जिले में पहली बार जैविक खेती का निर्देश मिला है। जिले के दो ब्लॉक के दो गांवों का चयन कर पूरा कार्यक्रम तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। चयनित गांवों में 120 एकड़ में रसायनिक खाद के बजाय जैविक खाद का उपयोग कर धान की फसल का प्रदर्शन कर किसानों को इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। केएस काकोरिया उपसंचालक कृषि


महिला कैडर का यौन शोषण करते हैं नक्सली

08 Octoember 2014
रायपुर. जिले में पहली बार एक दर्जन नक्सलियों ने एक साथ आत्मसर्पण से एक ओर जहां पुलिस के प्रयासों को सफलता दिलाई है वहीं दूसरी ओर उन्होंने बीहड़ों में पुरूष नक्सलियों द्वारा की जा रही बर्बरता और उनकी कमजोरियों को भी उजागर कर दिया है। आत्मसमर्पित नक्सलियों ने बताया कि पुरूष नक्सली लीडरों द्वारा महिलाओं का जमकर शारीरिक शोषण किया जाता है। इसके लिए वे अपने पास सेक्स वर्धक दवाइयां भी रखते हैं। अलग अलग क्षेत्र से जिला कार्यालय पहुंचकर आत्मसमर्पण करने वाले 3 महिला समेत कुल 12 नक्सलियों से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार अबतक की हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि बाहरी नक्सली लीडरों द्वारा महिला नक्सलियों समेत गांव की लड़कियों के साथ अनाचार किया जाता है। इसके कारण स्थानीय पुरूष नक्सली बदनाम हो रहे हैं। ये नक्सली अपने पास सेक्सवर्धक दवा पावर कैप्सूल तथा प्रेग्रेंसी टेस्ट किट भी रखते हैं। लीडर नक्सली ग्रामीण लड़कियों को अपने प्यार में फंसा कर उनका शारीरिक शोषण करते हैं और गर्भ ठहर जाने पर उन्हें जान से मार देते हैं। इसका इल्जाम बैनर पोस्टर के माध्यम से पुलिस पर लगाते हैं।
बाहरी नक्सली लीडर गरीब ग्रामीणों से भी अब पैसे उगाही करने लगे हैं। छोटे छोटे व्यापारियों के भी राशन लूटने लगे हैं। स्थानीय लोग विकास चाहते हैं जिससे स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, सड़क बने लेकिन बाहरी नक्सली लीडर ऐसा होने नहीं देते हैं। इसी के चलते वर्तमान में नक्सली विचार धारा में गिरावट आई है। अब ग्रामीण नक्सलियों का साथ नहीं दे रहे हैं। स्थानीय नक्सलियों में भी हीनता की भवना आ गई है। यही कारण है कि अब आत्समर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। पुलिस की सोच है कि इसी के चलते ये नक्सली भी आत्मसर्पण कर रहे हैं।


बंदूक से नहीं होगा नक्सल समस्या का समाधान : रमन

07 Octoember 2014
रायपुर। बस्तर दशहरा की तारीफ करते सोमवार को सिरहासार में आयोजित मुरिया दरबार में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पीढ़ी को ठीक करना चाहते हैं तो बच्चों को पढ़ाएं। समाज को विकास के रास्ते पर लाना मांझी-मुखिया, पटेल आदि का सामाजिक दायित्व है। बंदूक चलाने से कुछ हासिल होने वाला नहीं, गले मिलकर ही समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। नक्सलियों का नाम लिए बिना कहा कि उनसे हमारी कोई दुश्मनी नहीं है, आखिर वे भी हमारे भाई हैं, जो रास्ता भटक गए हैं।
उन्होंने कहा कि बस्तर करवट बदल रहा है। अब यहां से लौह अयस्क जाने नहीं देंगे। बस्तर का लोहा यहां के इस्पात संयंत्रों में ही गलेगा। इनकी स्थापना से बस्तर का विकास होगा। प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए सफाई अभियान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सफाई के मामले में बस्तर के लोग पहले से सजग हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर का भविष्य सुखद देखना चाहते हैं तो बच्चों को स्कूल भेजने का संकल्प लें। बेटियों को अनिवार्य रूप से पढ़ाएं। प्रदेश सरकार बेटियों को ग्रेजुएट तक नि:शुल्क शिक्षा देगी।
मुरिया दरबार में मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन द्वारा सौंपे गए आवेदनों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इलाज के लिए फिलहाल 30 हजार रपए दे रही है। इस राशि को हम 50 हजार तक करना चाहते हैं। आदिवासियों को वनोपज का वाजिब दाम मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार ने एक हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। ग्रामीणों द्वारा संग्रहित वनोपज समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।


सात माह बाद जगरगुंडा भेजा गया राशन घटिया

07 Octoember 2014
दोरनापाल। सुकमा जिले का धुर माओवाद प्रभावित क्षेत्र जगरगुंडा। दिन सोमवार वक्त सुबह करीब 10.30 बजे। यहां के पुलिस थाने में आक्रोशित ग्रामीणों का हुजूम। करीब पौने दस बजे कलक्टर ईमिल लकड़ा का हेलीकॉप्टर उतरते ही ग्रामीण सड़े आलू-प्याज लेकर पहुंच गए। वे बताना चाह रहे थे कि उन्हें सात माह बाद भिजवाया गया राशन किस कदर घटिया है।
कलक्टर ने राशन का सैम्पल इकटा कराया, लेकिन ग्रामीणों का दुर्भाग्य देखिए। वे सैम्पल वहीं भूल आए।
जगरगुंडा में 22 ट्रकों में भरकर भेजा गया छह माह का राशन अब खाने लायक नहीं बचा है। दाल के 50 में से 10 बोरे तो पूरी तरह खराब हैं। साठ फीसदी से ज्यादा आलू-प्याज सड़ चुका है। राशन का सच जानने के बाद कलक्टर ने कहा कि "दोषी ठेकेदार का भुगतान रोका जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।" जगरगुंडा में घटिया राशन भेजने की शिकायत के बाद सोमवार को कलक्टर लकड़ा, पुलिस अधीक्षक, सीएमएचओ के साथ हेलीकॉप्टर से जगरगुंडा पहुंचे थे। 20 सितम्बर को लादा राशन 2 अक्टूबर को बंटा : बताया गया कि 20 सितम्बर को ट्रकों में आलू-प्याज लाद दिया गया, लेकिन जगरगुंडा पहुंचने के बाद इसे 2 अक्टूबर को बांटा गया। इससे आलू-प्याज सड़ गया। तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, आरआई व पटवारी सात दिन से जगरगुंडा में सामान बंटवा रहे थे। सोमवार को जब कलक्टर पहुंचे तो उन्होंने ग्रामीणों को इसे न खाने की सलाह दी।
इसलिए छह महीने में पहुंचाते हैं राशन : जगरगुंडा गांव एक दशक से माओवादियों के निशाने पर है। सलवा जुडूम से जुड़े ग्रामीणों को यहां के राहत शिविर में बसाने के बाद माओवादी जगरगुंडा में राशन या किसी सरकारी मदद को पहुंचाने का विरोध करते रहे। इसकी वजह से यहां तक पहुंचने वाली सड़कों को काट दिया गया और पुल ढहा दिए गए हैं। इससे यहां राशन पहुंचाना मुश्किल होता है।


कुप्रबंधन के कारण ध्वस्त हो गया धान खरीदी का सिस्टम

07 Octoember 2014
रायपुर. धान खरीदी के छत्तीसगढ़ माडल को भले ही पूरे देश में सराहना मिली हो, लेकिन कुप्रबंधन के कारण अब यह भारी-भरकम घाटे की प्रणाली बन गई है। अफसरों की लापरवाही के कारण 1310 रुपए क्विंटल का धान खरीदने के लिए 400 रुपए ट्रांसपोर्टिंग, लेबर और सुरक्षा व्यवस्था पर ही खर्च करने पड़ रहे हैं। धान की मिलिंग सही समय पर नहीं कराने के कारण सरकार को पिछले साल ही 1600 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े कुछ सूत्रों के मुताबिक धान खरीदी को सीमित करने के सरकार के फैसले के पीछे बड़ा कारण यही कुप्रबंधन है।
धान खरीदी में अफसरों की लापरवाही के कारण नुकसान बढ़ते जा रहा है। प्रदेश में 1600 से ज्यादा राइस मिलें हैं, इनकी मिलिंग क्षमता 14 लाख टन प्रति महीने है। यानी 80 लाख टन धान खरीदा गया तो उसकी मिलिंग छह महीने में कराई जा सकती है। मार्कफेड के कुप्रबंधन के कारण धान की मिलिंग में 12 से 18 महीने लग जाते हैं। धान की मिलिंग समय पर नहीं होने के कारण नुकसान बढ़ते जा रहा है। धान को लंबे समय तक संग्रहित करना पड़ता है। सोसाइटी का धान संग्रहण केंद्र तक परिवहन करने, उनके रैक बनाने, कैप कवर और चौकीदारी पर राशि खर्च होती है। जबकि सोसाइटियों से धान सीधे राइस मिलरों को दे दिया जाए तो इस पर खर्च होने वाली बड़ी राशि बचाई जा सकती है।
धान खुले में संग्रहित करने से वह बारिश में भीगता है और सड़ जाता है। लंबे समय तक धान पड़े रहने से उसकी क्वालिटी खराब होती है। धान की मिलिंग में देरी, सूखत, चोरी, बोगस खरीदी और सड़ने से लगभग 500 करोड़ का नुकसान हो जाता है। इन कारणों से 2013-14 में मार्कफेड को 1600 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। तीन सालों में हुई धान खरीदी का घाटा पांच हजार करोड़ पहुंच गया है। सरकार को इसकी भरपाई अपने खजाने से करनी पड़ रही है। सोसाइटियों और बैंकों को कमीशन और टैक्स पर 200 रुपए खर्च माने तो शेष 200 रुपए ट्रांसपोर्टिंग, लेबर और सुरक्षा पर खर्च हो रहे हैं।

हर महीने सौ करोड़ ब्याज

धान खरीदने के लिए सरकार बैंकों से 10 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेती है। इसका हर महीने 100 करोड़ रुपए ब्याज चुकाना पड़ता है। यदि मिलिंग छह महीने में पूरी हो जाए तो केवल 600 करोड़ ब्याज लगेगा। पर अभी मिलिंग में 12 महीने का समय लगता है। इसलिए ब्याज दोगुना लगता है।

800 करोड़ के बोरे

बारदाने का दोबारा उपयोग नहीं करने के कारण भी घाटा होता है। हर साल 800 करोड़ रुपए के सिर्फ बारदाने खरीदे जाते हैं। इन बारदानों का उपयोग केवल एक बार ही किया जाता है। इसके बाद इन्हें राइस मिलरों को बहुत कम कीमत पर दे दिया जाता है।

कम धान खरीदी को लेकर राज्य सरकार पर हो रहे चौतरफा हमले

किसानों से केवल प्रति एकड़ पर 10 क्विंटल धान खरीदने के फैसले पर राज्य सरकार पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। कांग्रेस ने इस फैसले के विरोध में व्यापक विरोध की रणनीति बनाई है।
वहीं छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा ने भी 11 अक्टूबर को महाधरना का ऐलान कर दिया है। उधर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कांग्रेस के अलावा किसानों के नेतृत्व में अलग से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। यही नहीं भाजपा के कई नेता भी सरकार के इस फैसले से नाराजगी जता रहे हैं।
समर्थन नहीं दिया तो नेताओं का घेराव: प्रदेश कांग्रेस ने धान खरीदी में डाले जा रहे अडंग़ों को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाएगी। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए 8 से 15 अक्टूबर तक जिला और ब्लाक स्तर पर धरना दिया जाएगा। 8 से 20 अक्टूबर तक हस्ताक्षर लेकर समर्थन मांगा जाएगा। इसमें सभी दलों के नेताओं के साथ सरपंच से सांसद तक के हस्ताक्षर कराए जाएंगे। जो नेता समर्थन नहीं देंगे, उनका घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो 1 नवंबर को आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी।

किसानों का महाधरना आज
धान खरीदी के मामले को लेकर छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा 11 अक्टूबर को राजधानी में महाधरना करेगी। मोर्चा की बैठक में भाजपा सरकार की वादाखिलाफी को लेकर आंदोलन करने की रणनीति बनाई गई।

भाजपा नेता भी विरोध में

धान खरीदी सीमित करने के फैसले पर भाजपा के विधायकों में भी विरोध के सूर दिख रहे हैं। चंद्रपुर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव ने कहा कि वे इस मामले को लेकर 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री से मिलेंगे और इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग करेंगे। धरसीवां विधायक देवजी पटेल ने कहा कि इस फैसले से छोटे-छोटे किसानों को नुकसान होगा।

जोगी बंगले में बनेगी अलग रणनीति

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने किसानों के नेतृत्व में आंदोलन करने का सुझाव दिया है। इसे लेकर मंगलवार को किसान प्रतिनिधि जोगी से मिलकर रणनीति बनाएंगे। जोगी ने कहा कि कांग्रेस तो आंदोलन कर ही रही है, लेकिन यह इतना बड़ा मुद्दा है कि इसके लिए सभी दलों को आंदोलन करना चाहिए।


धान खरीद मामले पर कांग्रेस का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

06 Octoember 2014
रायपुर। रमन कैबिनेट के धान खरीदी पर किए फैसले पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। सरकार के फैसले के विरोध में रविवार को कांग्रेस ने प्रदेश के हर ब्लॉक में प्रदर्शन किया और सीएम के पुतले जलाए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शनिवार को हुई मंत्री परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि अब किसानों से हर एक एकड़ पर 10 क्विंटल धान ही खरीदा जाएगा। विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का एक-एक दाना खरीदने को तैयार भाजपा सरकार के इस फैसले को कांग्रेस ने वादाखिलाफी करार दिया है।
रविवार को कांग्रेसियों ने कांग्रेस भवन के बाहर किसानों के प्रतीकात्मक पुतलों को फांसी पर लटका कर यह संदेश दिया कि यदि रमन सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो जनवरी 2014 में प्रदेश के किसानों का यही हाल होगा।

कैबिनेट के फैसले का यह होगा असर

- पिछले साल हर किसान ने औसत 35 क्विंटल धान बेचा था। इस बार वे औसतन 25 क्विंटल ही धान बेच सकेंगे।
- बचा धान किसानों को कोचिए के जरिए सस्ते में बेचना होगा।
- मिंजाई के बाद एक माह तक किसानों को धान रखना भी होगा।
- नमी से वजन में होने वाली कमी का नुकसान किसान भरेगा।

क्या हैं सरकार के तर्क

- धान की फर्जी खरीदी होती थी।
- दूसरे राज्यों का धान आता था।
- बोनस से सरकारी खजाने पर बोझ।
- मिलिंग नहीं करा पा रही थी सरकार।
- केंद्र ने बोनस देने से मना किया।
- खुले में रखने से सड़ रहा था धान।


मोदी स्टाइल में मंत्रियों के काम को जांचेंगे मुख्यमंत्री

06 Octoember 2014
रायपुर। राज्य मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की कवायद तेज होती दिख रही है। लेकिन इससे पहले मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के कामकाज का प्रदर्शन खुद जांचने वाले हैं। इसके लिए विभागीय समीक्षा बैठक का सिलसिला 8 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि समीक्षा बैठक में किसी को नंबर तो नहीं दिए जाएंगे, लेकिन उनके कामकाज की स्थिति का पता तो इससे चल ही जाएगा। मुख्यमंत्री यह पहले ही कह चुके हैं कि मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का फैसला नगरीय निकाय चुनाव के बाद होगा। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठकों के दौरान ही यह तय हो जाएगा कि परिणाम देने में कौन सा मंत्री ज्यादा प्रभावी है। पुनर्गठन में इसी आधार पर मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल हो सकता है। मुख्यमंत्री की पहल के बाद मंत्रालय के विभिन्न विभागों में योजनाओं से जुड़े आंकड़ों को इकटा करने के काम में तेजी आई है।

खुद सीएम के विभागों से समीक्षा की शुरूआत

समीक्षा की शुरूआत मुख्यमंत्री खुद अपने ही विभागों से करेंगे। मुख्यमंत्री के पास सामान्य प्रशासन, वित्त, योजना एवं सांख्यिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, विमानन, खनिज साधन, ऊर्जा, वाणिज्य एवं उद्योग, विधि एवं विधायी कार्य, वन, खेल, सार्वजनिक उपक्रम, जन शिकायत और

जनसंपर्क विभागों की


जिम्मेदारी है।
आधा दर्जन मंत्रियों की समीक्षा 13 के बाद
सरकार के आधा दर्जन मंत्री भाजपा के चुनाव अभियान के लिए महाराष्ट्र में हैं। वे 13 अक्टूबर को ही राजधानी लौट पाएंगे। ऎसे में उनके विभागों की समीक्षा उनके राजधान वापस आने के बाद

ही हो पाएगी। तब तक अधिकारी पूरा प्रस्तुतिकरण तैयार कर उन्हें ब्रीफ कर रहे हैं।
पहल दिखाने पर जोर

कु छेक विभागों का जोर इनोवेशन दिखाने पर है। मुख्यमंत्री को यह दिखाने की कोशिश की जाएगी कि मंत्री की पहल पर इस योजना को ऎसे क्रियान्वित किया गया और इसके ऎसे नतीजे निकले। प्रस्तुतिकरण के समर्थन में आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।

प्रशासन का मोदी फॉर्मूला

राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि यह प्रशासन का मोदी फॉर्मूला है। केंद्र सरकार के 100 दिन पूरे होने पर जिस तरह से उन्होंने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की, इससे लोगों के बीच अच्छा संदेश गया। मंत्रियों को भी लग गया कि उनको विभागीय कामकाज को लेकर गंभीर रहना है। यहां मुख्यमंत्री रिपोर्ट कार्ड तो नहीं तैयार कर रहे हैं, लेकिन यह संदेश देने की कोशिश जरूर होगी कि मंत्रियों को अपने कामकाज में सुधार लाना होगा। जिम्मेदारिया उसी आधार पर बढ़ाई या घटाई भी जा सकती हैं।


छत्तीसगढ़ में सबसे महंगा बकरा 65 हजार का

06 Octoember 2014
रायपुर. जमाना इंटरनेट का है। कपडे़, जूते-चप्पल, कार और न जाने क्या-क्या.. नई-पुरानी सभी चीजें ऑनलाइन बिक रही हैं। कई पशुओं की भी ऑनलाइन बिक्री होती है, जिनमें सबसे ज्यादा बिकते हैं कुत्ते। अब बकरे भी ऑनलाइन बिकने लगे हैं। ऑनलाइन परचेसिंग वेबसाइट ओएलएक्स पर भारत के करीब सा़़ढे तीन सौ बकरों की तस्वीरें, बकरों के नाम, विशेषता और मालिक का संपर्क नंबर दिया गया है। इनमें छत्तीसगढ़ के 15 बकरे हैं। छत्तीसगढ़ में सबसे महंगा बकरा 65 हजार रुपए का है। यह पहली बार है, जब इंटरनेट के जरिए बकरे बेचे जा रहे हैं।
वेबसाइट को सर्च कर बकरा मालिकों से फोन पर संपर्क किया। इन्होंने बताया कि इन्हें बकरों का यह ऑनलाइन कारोबार रास आ रहा है। इसकी वजह यह है कि खरीददार को बकरा मंडी तक आने की जरूरत नहीं, वह वेबसाइट पर तस्वीर देखता है और सीधे फोन लगाता है। सौदा पक्का हुआ तो आओ और बकरा ले जाओ। मालिकों को बकरों की अच्छी कीमत भी मिल रही है। बकरा मालिकों ने अपने बकरों का आकर्षक नाम दिया है। उनके शरीर के प्रमुख निशानों का जिक्र भी किया है। सोमवार को बकरा ईद है, बकरों का बाजार गर्म है। रायपुर की बकरा मंडी में सबसे महंगा बकरा 1 लाख रुपए का है।



ये हैं बकरे के नाम

वेबसाइट में सलमान, हैदराबादी, बड़ी जात का, राजस्थानी, देशी ऑरिजनल, दत्त बकरा, हेंडसम, मोहम्मदी, अफताब बकरा, खस्सी बकरा, जमनापारी, गुड लुकिंग, गुड हेल्थ आदि नाम बकरों के दिए गए हैं। जमनापारी बकरा-कीमत 65,101 रुपए

रायपुर निवासी बकरा मालिक एस. यूनिस ने बताया कि उनके बकरे की कीमत 65 हजार रुपए है। जब से उन्होंने ओएलएक्स पर उसका फोटो डाला है, कई लोगों के फोन आए। टेक्नोलॉजी का फायदा उठाने और रेट अच्छा मिल जाए इसलिए उन्होंने बकरे की तस्वीर इंटरनेट पर पोस्ट किया है।

गुड लुकिंग बकरा-कीमत 49,000 रुपए

[हंसते हुए बोले..] खुर्सीपार, भिलाई निवासी नरेंद्र साहू का कहना है कि जब अन्य जानवर इंटरनेट पर बिक सकते हैं तो बकरा क्यों नहीं? इसलिए मैंने उसकी तस्वीर ली और पोस्ट कर दी। [उन्होंने कहा..] आपको चाहिए तो आप आ जाइए, मैं दिखा दूंगा। पसंद आए तो खरीद लेना। 40 हजार तक दे देंगे।

खस्सी बकरा, स्मार्ट बकरा- कीमत 18,786

मौदहापारा निवासी टीपू सुलतान का कहना है कि वे ऑनलाइन ही 8-10 बकरे बेच चुके हैं। जो बकरा बचा है उसकी पीठ पर चांद है, इसलिए उसकी कीमत 51 हजार रुपए रखी है। ऑनलाइन बेचने का फायद तो हुआ है।

आगरा में बकरे की कीमत 12 लाख रुपए

ओएलएक्स में करीब साढे़ तीन सौ बकरों की तस्वीरें ऑनलाइन बेचने के लिए मालिकों ने पोस्ट की है।
आगरा के भूपाल सिंह ने अपने बकरे की कीमत 12 लाख रुपए रखी है। इस बकरे का नाम 'बकरा ए लकी वन' है। दिल्ली में करीब साढ़े पांच फीट ऊंचे बकरे की कीमत 60 हजार रुपए है।


वितरण कंपनी ने बनाई बिजली महंगी करने की भूमिका

04 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी ने 383 करोड़ की हानि दर्शाते हुए छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग से राशि की मांग की है और बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। सूत्रों के अनुसार आयोग से मंजूरी के बाद बिजली के दाम फिर से बढ़ेंगे, लेकिन इसका भार उपभोक्ताओं पर अगले वर्ष पड़ेगा।
वितरण कंपनी ने 2014-15 के लिए आयोग से 9526 करोड़ रुपये मांगे थे। साथ में 5.64 प्रति यूनिट औसत दर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था।
इस पर आयोग ने राज्य सरकार के 465 करोड़ की सब्सिडी को समायोजित करते हुए 7437 करोड़ की राशि मंजूर कर बिजली दर में 4.40 रुपये प्रति यूनिट औसत दर में बढ़ोतरी की थी। आयोग ने 807 करोड़ की हानि का आकलन करते हुए बिजली दर में 15 फीसदी वृद्धि की।


वितरण कंपनी ने बनाई बिजली महंगी करने की भूमिका

04 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर मनाए जाने वाले राज्योत्सव में इस साल तीन करोड़ रुपए से अधिक खर्च होगा। राज्य सरकार ने एक से तीन नवंबर तक राज्योत्सव मनाने का निर्णय लिया है। राज्य स्तरीय समारोह नया रायपुर स्थित पंडित श्यामप्रसाद मुखर्जी व्यापार एवं उद्योग परिसर में होगा।
जिलों में राज्योत्सव के लिए सभी कलेक्टरों को तीन-तीन लाख रुपए आवंटित किए गए हैं। यानी प्रदेश के 27 जिलों को कुल 81 लाख रुपए दिए गए हैं। एक नवंबर की रात प्रदेश के सभी शासकीय भवनों में रोशनी की जाएगी।
राजधानी स्थित शासकीय भवनों की रोशनी नया रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा की जाएगी। इस पर होने वाला खर्च प्रशासकीय विभाग अपने विभागीय बजट से वहन करेंगे।
राज्योत्सव 'सबके साथ सबका विकास' थीम पर केंद्रित रहेगा। राज्योत्सव की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। समारोह स्थल में यातायात, पार्किंग, सुरक्षा, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा, अग्निशमन व विद्युत व्यवस्था आदि के लिए विभागावार जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्योत्सव में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। समारोह स्थल पर विकास प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।


नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी मैरीकॉम

04 Octoember 2014
रायपुर. एशियन गेम्स में भारत को बॉक्सिंग में स्वर्ण दिलाने वाली एमसी मैरीकॉम नेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में शामिल होने रायपुर आएंगी। मैरीकॉम के अलावा एशियन गेम्स में ही कांस्य दिलाने वाली सरिता देवी के भी रायपुर आने की संभावना है। भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन की ओर से राजधानी के बलवीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में 11 से 16 अक्टूबर तक नेशनल सीनियर वुमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप आयोजित है। इसमें देशभर की कई महिला खिलाड़ी शिरकत करेंगी।
छत्तीसगढ़ बॉक्सिंग एसोसिएशन के सचिव आर राजेन्द्र ने बताया कि इस चैंपियनशिप में देशभर की 33 टीमें हिस्सा लेंगी। एशियन गेम्स में कई खिलाड़ियों के होने की वजह से अभी शामिल होने वाले खिला़ि़डयों की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। बॉक्सिंग दल के देश लौटने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पिछले दो साल से भारतीय फेडरेशन के निलंबित होने की वजह से चैंपियनशिप आयोजित नहीं की जा रही थी।
पिछले दिनों मोनेट इस्पात के संदीप जाजोदिया बॉक्सिंग फेडरेशन के नए अध्यक्ष बने हैं। इसी वजह से रायपुर में इस नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन की शुरआत की जा रही है।


पटवारी के पास मिली 6 करोड़ की संपत्ति

01 Octoember 2014
रायपुर। शहर से लगे तिफरा में पदस्थ पटवारी के पास 20 लाख रुपए नकदी सहित छह करोड़ रुपए की संपत्ति मिली। उसके यहां मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो [एसीबी] की टीम ने दबिश दी। पटवारी ने दरवाजा खोला तो उसके हाथ में भ्रष्टाचार व अनुपातहन संपत्ति की जांच के लिए मकान व फार्म हाउस की तलाशी लेने का सक्षम न्यायालय का वारंट थमा दिया। इसके बाद मकान की घेराबंदी कर तलाशी शुरू की जो पूरे दिन चली। इस दौरान टीम ने 20 लाख रुपए, सोने-चांदी के जेवर व करोड़ों रुपए के प्लॉट, जमीन, मकान के दस्तावेज बरामद किए।
पटवारी ने खुद के अलावा पत्नी पुष्पा, बेटी अचला, आभा व बेटे अभिषेक के नाम पर संपत्ति अर्जित की है।
इन संपत्तियों में भारतीय नगर में दो मंजिला आलीशान मकान, वहीं 6 आवासीय प्लॉट, धौंराभाठा में 14 एकड़ का फार्म हाउस, विभिन्न बैंक खातों में जमा लाखों रुपए, करीब 1 किलो वजनी सोने व करीब साढे़ चार किलो वजनी चांदी के जेवर, जीवन बीमा व किसान विकास पत्र में निवेश का पता लगा। एक स्विफ्ट कार व तीन बाइक भी मिली। देर शाम तक चली कार्रवाई में एसीबी ने 5 करोड़ 87 लाख रुपए की अनुपातहीन संपत्ति होने का खुलासा किया है।


8 करोड़ का इंजीनियर 5 करोड़ का पटवारी

01 Octoember 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी का सहायक इंजीनियर करोड़ों का आसामी निकला। एक शिकायत के आधार पर मंगलवार सुबह एंटी करप्शन ब्यूरो ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर माना में पदस्थ सहायक इंजीनियर ए.के. गुप्ता के अशोकारतन स्थित आवास पर छापा मारा।
इस दौरान उनके पास से करीब 56 हजार रूपए नकद, अमरीका व इंग्लैंड की मुद्राएं, सोने-चांदी के जेवरात, कई बैंक खाते और स्टेट बैंक में एक लॉकर और बेनामी सम्पत्तियों के कागजात बरामद किए हैं। एसीबी की यह कार्रवाई अलसुबह शुरू हुई। अधिकारी देर शाम तक मिले कागजातों का जमीनी ब्योरा मिलाते रहे।
अफसरों के मुताबिक अफसर के पास से अभी तक करीब आठ करोड़ रूपए की सम्पत्ति का पता चला है। एसीबी ने आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज कर लिया है।
ये सम्पत्ति मिली: 02 फ्लैट अशोकारतन और रामनिकेतन अपार्टमेंट में 01 एमआईजी मकान डीडी नगर में 01 मकान हाउसिंग बोर्ड बोरसी दुर्ग में 20 हजार वर्गफीट का फॉर्म हाउस पिरदा में पत्नी के नाम पर 20 हजार वर्गफीट का फॉर्म हाउस पिरदा में रविंदर सिंह के नाम पर, मुख्तियारनामा अजय गुप्ता के नाम 11 हजार वर्गफीट का प्लॉट खुद के नाम धरमपुरा में 35 सौ वर्गफीट का प्लॉट पत्नी के नाम कृष्ाकनगर जोरा में 15 हजार वर्गफीट प्लॉट खुद के नाम सुंदरकेरा नवापारा में 1.50 एकड़ कृषिभूमि मंदिरहसौद के उमरिया में पिता और अन्य के नाम 01 स्विफ्ट डिजायर, एक स्कॉर्पियो और दो एक्टिवा 52 हजार रूपए नकद 100 अमरीकी डॉलर व 40 ब्रिटिश पाउंड 4.87 लाख रूपए बैंक खातों में (पत्नी, सास और मित्र के अलावा खुद के नाम से दो बैंकों की चार

शाखाओं में खाता) पूरे परिवार का पासपोर्ट

छापे में अजय गुप्ता, पत्नी अर्चना गुप्ता, पुत्र यश और वैभव गुप्ता के नाम से पासपोर्ट मिले हैं। उनके पासपोर्ट पर अमरीका, थाइलैंड और सिंगापुर की यात्राओं की मुहर भी है।

23 साल के सेवाकाल की कमाई 1 करोड़

गुप्ता ने 1991 में बतौर जूनियर अभियंता नौकरी ज्वॉइन की थी। इस दौरान वे आरंग और मंदिरहसौद के ग्राम रीवा में पदस्थ रहे। 2004 में पदोन्नत होकर सहायक अभियंता बने। तीन साल पहले माना में पदस्थापना हुई। 23 साल की नौकरी में वेतन से उन्हें करीब एक करोड़ रूपए की आय हुई। इस समय उनका वेतन करीब आठ लाख रूपए सालाना है। चार साल पहले तक यह चार लाख तक था।

आरआई बनने पर करा लिया था डिमोशन

बिलासपुर. न्यायधानी के तिफरा में पदस्थ पटवारी विनोद तम्बोली साढ़े 5 करोड़ रूपए का आसामी निकला। मंगलवार की सुबह जब एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पटवारी के घर छापेमारी की तो उसकी सम्पत्ति और ठाठ देखकर दंग रह गए। एसीबी टीम को सम्पत्ति का हिसाब-किताब करने में 12 घंटे लगे। अब तक साढ़े पांच करोड़ रूपए की सम्पत्ति का खुलासा हुआ है। छानबीन अब भी जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ये वही पटवारी है, जिसने आरआई के पद पर प्रमोशन मिलने पर खुद से अपना डिमोशन करवा लिया था।

पूरा परिवार पटवारी

विनोद तंबोली को पटवारी की नौकरी इतनी पसंद आई कि उसने अपने बेटे और दो बेटियों को भी पटवारी ही बनाया। शायद उसे पता था कि इसी पद में कमाई अधिक है। यही वजह है कि उसने खुद आरआई का प्रमोशन ठुकरा दिया था। वापस पटवारी बनने के लिए आवेदन दिया था। विनोद का एक भाई भी पटवारी है।

ये हुआ खुलासा

03 करोड़ रूपए का 14 एकड़ फार्म हाउस रायपुर हाइवे पर 20 लाख रूपए नकद मिले घर में 26 लाख रूपए के 922 ग्राम सोने के गहने 1.70 लाख के चार किलो चांदी के गहने 75 लाख का दोमंजिला मकान 06 आवासीय भूमि सोनगंगा कॉलोनी, तिफरा व भारतीनगर में 16 लाख रूपए बैंकों में जमा 19 हजार रूपए के एनएससी 55 हजार की एलआईसी 06 लाख की स्विफ्ट कार 1.50 लाख की तीन बाइक

33 साल का वेतन 1.35 करोड़

पटवारी विनोद तम्बोली को हर माह 34 हजार रूपए वेतन (वर्तमान के हिसाब से) मिलता है। इस हिसाब से वह सालाना चार लाख 8 हजार रूपए कमाता है। यदि उसकी अब तक के सेवाकाल (33 साल) की तनख्वाह जोड़ी जाए तो भी 1 करोड़ 34 लाख 64 हजार रू. होते हैं। जबकि, विनोद के पास पांच गुना अधिक सम्पत्ति मिली।


रिश्तेदारों को नहीं दिए जाएंगे भाजपा के टिकट

01 Octoember 2014
रायपुर. भाजपा ने मंगलवार को ऐलान कर दिया कि नगरीय निकायों और पंचायत चुनाव में वंशवाद नहीं चलेगा। मंत्रियों, सांसदों व विधायकों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं दिया जाएगा। संगठन ने सांसदों, विधायकों यह चेतावनी भी दी है कि निकाय चुनाव के नतीजे अच्छे नहीं रहे तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाए या नहीं इस पर सोचना पड़ेगा।
निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर रणनीति बनाने जुटी भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में हुई इस घोषणा से कई नेताओं के रिश्तेदारों के शहरी सत्ता का सुख भोगने के सपने टूट गए। मंत्रियों, सांसदों, विधायकों से कहा गया कि वे अपनी पत्नी, बेटे-बेटी या अन्य रिश्तेदारों के लिए टिकट की कोशिश न करें। राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक नगरीय निकाय चुनाव 15 से 20 दिसंबर के बीच हो सकते हैं। मतदान 18 या 20 दिसंबर को रखा जा सकता है।
संगठन के नेताओं ने पिछली बार हुए निकाय चुनाव के नतीजों पर चिंता जाहिर करते हुए इससे सबक लेने की बात कही। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने, महामंत्री संगठन रामप्रताप सिंह, महामंत्री शिवरतन शर्मा, मंत्री संजय श्रीवास्तव समेत कार्यसमिति के सदस्य बैठक में शामिल हुए। इसमें पंचायत चुनावों की भी रूपरेखा तय की गई। पंचायत चुनाव पार्टी सिंबाल पर नहीं होते फिर भी पार्टी ने इसके लिए जोरदार तैयारी करने को कहा है।

भाजपा : ये तय करेंगे टिकट

> महापौर - सीधे प्रदेश कमेटी करेगी।
> नपा अध्यक्ष, पार्षद निगम व नगरपालिका - सांसद-विधायक जिला कमेटी की अनुशंसा पर संभागीय कमेटी।
> नगर पंचायत पार्षद - विधायक, मंडल के अध्यक्ष - महामंत्री की अनुशंसा पर जिला कमेटी।

कांग्रेस में अनारक्षित सीटों पर सामान्य की वकालत

शहर कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने इस पर जोर दिया है कि नगर निगम चुनाव में अनारक्षित सीटों पर सामान्य वर्ग के लोगों को प्राथमिकता दी जाए। कांग्रेस भवन में हुई बैठक में लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं ने इस अपनी सहमति दी। शहर जिला कांग्रेस ने मंगलवार को नगर निगम चुनाव की तैयारियों के लिए बैठक रखी थी। इसमें सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि ऐसे तात्कालिक नेताओं को टिकट नहीं देनी चाहिए जो पांच रुपए देकर सदस्य बन जाते हैं और दावेदारी पेश करते हैं। महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन वार्डों से कांग्रेस पिछड़ी वहां के पार्षदों को फिर से मौका नहीं दिया जाना चाहिए। बैठक में विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा, इकबाल अहमद रिजवी, अब्दुल हमीद हयात मौजूद थे।

कांग्रेस में ऐसे सुझाव

> आरक्षित होने के बाद मौजूदा पार्षद दूसरे वार्डों में दावेदारी करते हैं, उन्हें प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए।
> कुछ नेता अपनी पत्नी के नाम पर टिकट मांगते हैं, पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय महिलाओं को टिकट दिया जाना चाहिए।
> नगर निगम के सभापति चुनाव में जिन्होंने धोखा किया था, उन्हें टिकट नहीं दिया जाए।
> पिछले चुनाव में जिन प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई, उनके नामों पर विचार न हो।


केबीसी टीम पर जुर्माना

30 September 2014
रायपुर। महानायक अमिताभ बच्चन के शो 'कौन बनेगा महाकरोड़पति' की शूटिंग के लिए इनडोर स्टेडियम को तहस-नहस कर दिया गया। एक दिन की शूटिंग के लिए वुडन की फ्लोरिंग पर भारी भरकम और बडे़-बडे़ सेट लगाए गए। इससे स्टेडियम को काफी नुकसान हुआ है।
सोनी टीवी द्वारा बकाया किराया नहीं चुकाने के कारण सोमवार सुबह नगर निगम ने स्टेडियम के गेट पर ताला जड़ दिया। सोनी टीवी को नोटिस जारी की गई कि जब तक किराया का भुगतान नहीं होगा, सामान नहीं ले जाने दिया जाएगा। वहीं कमिश्नर ने स्टेडियम को हुए नुकसान पर नोटिस जारी की है और 12 लाख का जुर्माना ठोका है। सेट तैयार करने के कारण वुडन की फ्लोरिंग उखड़ गई है। स्टेडियम अब खेलने लायक नहीं रह गया है। केबीसी का सेट तैयार करने आए लोगों ने स्टेडियम का सेट तोड़ दिया है। इसके अलावा बाथरूम का गेट, वॉशबेसिन, कांच तक तोड़ दिया है। स्टेडियम परिसर में लगाई गई टाइल्स को भी बहुत क्षति पहुंचाई गई है।

12 लाख का जुर्माना

अवनीश शरण, कमिश्नर नगर निगम ने बताया कि केबीसी के आयोजकों ने बकाया राशि 7 लाख 6 हजार रुपए जमा कर दी है, लेकिन इनडोर स्टेडियम को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। वुडन फ्लोरिंग की पॉलिस उखड़ गई है, इसलिए 12 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है। जब तक जुर्माना नहीं देंगे, तब तक सामान नहीं ले जाने दिया जाएगा।


"अंतागढ़ उपचुनाव की ऎतिहासिक सफलता शुभ संकेत"

30 September 2014
रायपुर। नए प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा और मजबूत होकर उभरेगी। कौशिक वरिष्ठ नेता हैं। उनके नेतृत्व में संगठन और मजबूत होगी, जो सरकार के लिए हितकारी होगा। प्रदेश भाजपा के नए कार्यालय में प्रवेश करने के बाद ये बातें मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि कौशिक के पदभार ग्रहण करने के बाद हुए अंतागढ़ उपचुनाव की ऎतिहासिक सफलता एक शुभ संकेत है।
प्रदेश भाजपा के नवनिर्मित कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर का सोमवार को विधिवत शुभारंभ हुआ। प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने भी अपने कक्ष से कार्य प्रारंभ किया। इस मौके पर कौशिक ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व में उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी के योग्य समझा गया है। भाजपा का असली ताकत कार्यकर्ताओं की मेहनत और लगन है, जिसका परिचय अंतागढ़ उपचुनाव में देखने को मिला है। इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात मंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, राज्य सरकार के मंत्री सहित प्रदेश भर के अन्य भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे। परिसर चार एकड़ में

कुशाभाऊ ठाकरे परिसर 4.5 एकड़ में फैला है। संस्कृति मंत्री अजय चंद्राकर की देखरेख में करीब सात करोड़ रूपए की लागत से दो साल में इसका निर्माण पूरा हुआ। 2011 में इसका निर्माण शुरू हुआ था। मंत्रालय यहां से करीब 8 किलोमीटर और एयरपोर्ट महज 2-3 किलोमीटर है। परिसर में चार भवन हैं।

भवनों के नाम

गोविंद सारंग स्मृति भवन : परिसर का मुख्य भवन गोविंद सारंग स्मृति भवन है। इसमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कौशिक बैठेंगे। यहां नेता कक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन, कोष्ााध्यक्ष के चेंबर हैं।
जावलि : क्षत्रपति शिवाजी जावलि जंगल में अपनी रणनीति बनाते थे। इसी को ध्यान में रखते हुए इस भवन का नाम जावलि रखा गया है। यहां से पार्टी की चुनावी गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
गद्रे स्मृति : मोरेश्वर राव गद्रे स्मृति भवन में राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारियों सहित अन्य पदाधिकारियों के रहने की सुविधा है। महाराष्ट्र मूल के गद्रे भारतीय जनसंघ के सक्रिय कार्यकर्ता थे।
बापू कोर्डे स्मृति : महाराष्ट्र मूल के भाजपा नेता बापू कोर्डे कुशाभाउ ठाकरे के निकटतम सहयोगी थे। संयुक्त मध्यप्रदेश तक वह प्रदेश कार्यालय भोपाल में पदस्थ थे। उनका कार्यकर्ताओं से काफी लगाव था। इसलिए इस भवन में कार्यालय के कर्मचारियों के निवास की व्यवस्था है।


घोषणा के दो साल बाद भी न भवन मिले और न एएनएम

30 September 2014
रायुपर. प्रदेश शासन स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की घोषणा के बाद उसे अमली जामा पहनाने में रुचि नहीं दिखाता। राज्य में शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र अधिकतर जगह कागजों पर ही चल रही है। इसे लेकर डीबी स्टार टीम ने पड़ताल की। पाया अक्टूबर 2012 में योजना की शुरुआत करते समय कहा गया था कि जिले में 103 केंद्रों की स्थापना की जाएगी। प्रत्येक केंद्र के लिए एएनएम की भर्ती होगी। सप्ताह में प्रत्येक गुरुवार को विशेषज्ञों की टीम द्वारा ओपीडी लगाकर जांच की जाएगी और नि:शुल्क दवा वितरण होगा। बाकी दिनों में एएनएम घर-घर जाकर टीकाकरण और काउंसलिंग करेंगी।
सारी कवायद की जिम्मेदारी सिविल सर्जन को सौंपी गई। शासन ने आनन-फानन में घोषणा तो कर दी लेकिन संसाधनों पर ध्यान नहीं दिया। नतीजा योजना फेल होने की कगार पर पहुंच गई। दो साल बाद भी केवल 60 केंद्र शुरू किए जा सके हैं। शहर में केंद्र के लिए जगह नगर निगम को मुहैया करवानी थी लेकिन नहीं हो सकी। योजना प्रभारी स्वतंत्र रहंगडालकर ने बताया कि जगह के लिए निगम को कई बार पत्र भेज चुके हैं। अब उच्च अधिकारियों से बात कर शासन को प्रस्ताव भेज रहे हैं। दूसरी ओर जहां केंद्र खोले गए वहां पर भी लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। महीनों केंद्र के ताले नहीं खुलते। योजना के लिए पर्याप्त एएनएम नहीं हैं। 60 केंद्र संचालित हो रहे हैं, जहां 76 एएनएम की नियुक्ति की गई है।
जोन क्र.- 3 कार्यालय : टीम ने देखा कि जोन कार्यालय परिसर के एक हिस्से में मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र का भवन है। दरवाजे पर ताला लटका हुआ था। गेट के सामने कचरा फेंकने वाली गाड़ी खड़ी थी। पास जाकर देखा तो गेट पर जाले लगे हुए थे। जोन के कर्मचारियों से इसके खुलने का समय पूछा तो बताने लगे कि खुलता ही नहीं। यहां आने वाले मरीजों को राजा तालाब के स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया जाता है।
शहीद ब्रिगेडियर उस्मान वार्ड में पार्षद के घर पर केंद्र संचालित हो रहा था लेकिन फिलहाल बंद है। पार्षद ने बताया दिसंबर 2012 में अपने घर पर केंद्र चलाने की अनुमति दी थी। अनुबंध के तहत बिजली-पानी सहित अन्य की जिम्मेदारी नगर निगम की थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। बिजली बिल 15 हजार हो जाने के कारण बिजली विभाग कनेक्शन काटने की बात कह रहा है। पार्षद का कहना है कि ऐसी स्थिति में उन्हें अपना घर वापस लेना पड़ेगा।

बिल जमा नहीं करवाया ह

केंद्र चलाने के लिए अपना घर एक रुपए प्रतिमाह किराए पर दिया है। बिजली का बिल 15 हजार रुपए हो चुका है। डेढ़ साल से निगम ने जमा नहीं करवाया है।- सतनाम सिंह पनाग, पार्षद, शहीद ब्रिगेडियर उस्मान वार्ड

सिर्फ पैरासिटामॉल है

पूरे सप्ताह वार्ड में घूमकर टीकाकरण करते हैं, गुरुवार को ओपीडी लगाते हैं। हमें सिर्फ पैरासिटामॉल मुहैया कराई जाती है। बाकी दवाइयां नहीं रहतीं। - सतरुपा साहू, टिकरापारा केंद्र में पदस्थ एएनएम

व्यवस्था कर रहे हैं

केंद्र चलाने के लिए सामुदायिक भवन दिए गए हैं। नए भवन का निर्माण नहीं कर सकते, उपलब्धता के अनुसार धीरे-धीरे व्यवस्था कर रहे हैं। - अवनीश कुमार शरण, आयुक्त, नगर निगम

एएनएम चली जाती हैं

जहां केंद्र नहीं खुले हैं, वहां आंगनवाड़ी में संचालित कर रहे हैं। एएनएम की भर्ती संविदा पर होती है, दूसरी जगह नियमित भर्ती हो जाने पर चली जाती हैं। - डॉ. बीके दास, सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय


बिग बी का वादा; बार-बार आऊंगा रायपुर

29 September 2014
रायपुर। सदी के महानायक, बिग बी यानी अमिताभ बच्चन के प्रति राजधानी के लोगों की दीवानगी रविवार को इंडोर स्टेडियम में भीड़ के रूप में टूट पड़ी। बिग बी को करीब से देखने का जिनके पास मंत्र [पास] था, वे दोपहर में ही करातबद्ध हो गए थे। बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग और तबका कतार में एक साथ था, लेकिन जिनके पास पास नहीं था, वे भी अमिताभ की एक झलक पाने के लिए बूढ़तालाब के आसपास एकत्र थे। डांस, ड्रामा और मस्ती के बीच शाम करीब सात बजे 'सारा जमाना केबीसी का दीवाना' गाने के साथ अमिताभ मंच पर आए और इसके बाद बिग बी के चिरपरिचित अंदाज 'देवियों और सज्जनों.. लेट्स प्ले कौन कनेगा महाकरोड़पति' के साथ शूटिंग शुरू हुई।
केबीसी की शूटिंग निर्धारित समय 6 बजे शुरू हुई। एंकर मनीष पाल ने छत्तीसगढ़ी शब्दों का इस्तेमाल करते हुए 'वेलकम टु ऑल टूरा एंड टूरी' कह कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
करीब सात बजे सेट पर पहुंचे अमिताभ ने कहा कि पहली बार रायपुर आया हूं, लेकिन अब बार-बार आऊंगा। सोनी सीटी के कार्यक्रम कौन बनेगा महाकरोड़पति की शूटिंग के लिए पहुंचे बिग बी का रविवार को राजधानी में दूसरा दिन था। बिग बी वीआईपी रोड स्थित होटल में ठहरे हैं। उनकी एक झलक पाने रविवार को पूरे दिन प्रशंसकों की भीड़ होटल के पास जुटी रही।


भारी भीड़, धक्कामुक्की और प्रदर्शन के बीच केबीसी

29 September 2014
रायपुर। कौन बनेगा करोड़पति की शूटिंग के दौरान शहर में कई नजारे एक साथ दिखे। एक ओर जहां पुलिस के सख्त इंतजाम के चलते आम लोग परेशान रहे तो वहीं अमिताभ की एक झलक देखने के लिए लोगों में दिवानगी दिखी।
सुरक्षा इंतजामों के मद्देनजर लोगों से पेन, सिक्के, बोटल आदि को बाहर रखवाया गया, तो कई बार पुलिस की सख्ती भी नजर आई। इसी बीच स्टेडियम के बाहर कांग्रेसियों ने सीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इससे कुछ देर के लिए माहौल में तल्खी आ गई। वहीं, पुलिस लाइन में लाइव प्रसारण दिखाने के सारे दावे सोनी टीवी ने ऎन वक्त पर दूरी का बहाना बनाकर ध्वस्त कर दिए।

आधा किलोमीटर की लंबी कतार

स्व. बलबीर जुनेजा इंडोर स्टेडियम में रविवार को कौन बनेगा करोड़पति के शूटिंग में भाग लेने प्रदेशभर के लोगों का हुजूम लगा रहा। लोग 12 बजे से ही केबीसी के दर्शक बनने के लिए उतावले थे। स्टेडियम के एंट्री गेट पर दर्शकों की आधा किलोमीटर लंबी कतार लग गई। दोपहर 2 बजे से दर्शकों की एंट्री शुरू हुई, जो 6 बजे तक चली।

लाइन में लगे मंत्री, विधायक

"कौन बनेगा करोड़पति" की शूटिंग देखने के लिए इंडोर स्टेडियम में मंत्री से लेकर संतरी तक पहुंचे। इंडोर स्टेडियम के बाहर भाजपा के पूर्व मंत्री के साथ ही भाजपा और कांग्रेस के विधायक और अधिकारियों का भी जमावड़ा रहा। राजधानी के बूढ़ातालाब में बिग बी की झलक पाने को आम से खास सभी बेताब नजर आए। आम लोगों को जहां एक किलोमीटर दूर से ही इंडोर स्टेडियम के गेट तक लाईन लगाकर आना पड़ा।

पहले चाय, नाश्ता, फिर पानी तक नहीं

केबीसी की शूटिंग के दौरान कई नजारे दिखे। इसमें जहां दर्शकों को पहले बाहर तो चाय, नाश्ता, पानी दिया गया। इसके बाद जैसे ही वे अंदर दाखिल हुए और शूटिंग शुरू हुई, तो कोई भी खाद्य पदार्थ नहीं दिया गया। यहां तक कि लोगों को पानी तक नहीं मिला। सुरक्षा के सख्त इंतजाम : प्रवेश के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्येनजर पुलिसकर्मी दर्शकों की चेकिंग कर उन्हें आगे जाने के लिए प्रवेश देते दिखे। दर्शकों के जेब में मिलने वाले सिक्के, पेन, पेंसिल, आइब्रो पेसिंल, कंघी जैसे अन्य वस्तुओं को भी बाहर रखी टोकरी में डलवा दिया। इस दौरान कुछ महिलाएं और पुरूष्ाों ने विरोध भी किया।

निगम दबाए रखा 2 हजार पास, बांटे अपनों को

अमिताभ बच्चन की एक झलक पाने लिए नगर निगम में कार्यरत कर्मचारी, पाष्ाüद, जोन कमिश्नर समेत निगम अन्य लोगों ने केबीसी का भरपूर फायदा उठाया। वे लाइन लगे नजर आए। बताया जाता है कि आयोजकों की तरफ से निगम को करीब 2 हजार पास दिये गए थे। आरोप है कि इन्हें निगम अपने ही लोगों को दिया।

पार्किग और ट्रैफिक में होती रही हीलहुज्जत

इस दौरान भारी भीड़ रही, जिससे पुलिस को ट्रैफिक और पार्किüग में खासी मशक्कत करना पड़ी। इसके लिए पास के हिसाब से पार्किüग स्थल व एंट्री गेट अलग-अलग बनाए गए थे।

नंबर आया तो पता चला, गलत लाइन में लगे थे

के बीसी में प्रवेश के लिए कुछ लोग अपने परिवार वालों के साथ महिलाओं की लाइन में घंटों खड़े रहे। जब इनकी बारी आई तो उन्हें पुलिसवालों ने पुरूष्ाों की लाइन में जाने के लिए कहा, इसे लेकर तनातनी हो गई। करीब 20 मिनट बहस के बाद मामला शांत हुआ।

कांग्रेसियों ने किया हंगामा, गिरफ्तार

बू ढ़ापारा स्टेडियम के पास कांग्रेसियों ने जमकर प्रदर्शन किया। इनका आरोप था, कि मुख्यमंत्री ने बिग बी को राज्य की सही तस्वीर नहीं बताई। इस पर पुलिस ने शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकास उपाध्याय समेत अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर सेंट्रल जेल भेज दिया। करीब तीन घंटे के बाद सभी को छोड़ दिया गया। विकास उपाध्याय ने बताया कि वे महानायक अतिमाभ बच्चन का स्वागत करते हैं, लेकिन डॉ. रमन सिंह ने अमिताभ बच्चन को प्रदेश की उन्नति और विकास के बारे में जो जानकारी दी है वह सच से दूर है। सच तो यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को बिजली नहीं मिल रही। वे मजदूर बनकर रह गए हैं।

हर पल को किया कैमरे में कैद



के बीसी की अच्छी बात यह रही कि यहां पर लोगों को अधिकृत तौर पर फोटो खींचने के लिए कहा गया। ऎसा बोलते ही लोगों का हुजूम अमिताभ बच्चन के फोटो खींचने में जुट गया। साथ में मनीष पॉल अमिताभ बच्चन के साथ इतने घुले मिले नजर आए, कि वे छोटी-छोटी बातों पर कॉमेडी करते दिखे।

3...2...1 और ब्लैकऑउट

कार्यक्रम में अंदर जैसे ही ऑडियो में सुनाई दिया 3, 2 और 1 होते ही लाइट बंद हो गए। इसके बाद ऑडियंस हॉल में अंधेरो हो गया। सबको हिदायत दी गई, कि वे किसी भी तरह की बातचीत न करें।

पानी को तरसे लोग

केबीसी देखने के लिए पहुंचे दर्शकों को अपने साथ किसी भी तरह का अतिरिक्त सामान लाने से मना किया गया था। लोग पानी की बाटल तक अपने साथ नहीं ले जा सके। लगभग चार घंटे चले कार्यक्रम के दौरान स्टेडियम में पीछे बैठे कई दर्शक पानी के लिए भी तरस गए।

12 अक्टूबर को होगा प्रसारण

रायपुर में शूट हुए कार्यक्रम को ऑनएयर 12 अक्टूबर को किया जाएगा। यहां पर इस एपिसोड को महाएपिसोड का नाम दिया गया है।


गरियाबंद के टीचर ने केबीसी में जीते 6.40 लाख, कार भी मिली

29 September 2014
रायपुर . राजधानी में ‘कौन बनेगा महाकरोड़पति’ की हॉट सीट पर महानायक अमिताभ बच्चन के सामने बैठे गरियाबंद के बसंत शर्मा ने छह लाख 40 हजार रुपए जीत लिए। इसके साथ ही बतौर सरप्राइज गिफ्ट उन्हें करीब साढ़े छह लाख रुपए की एक स्विफ्ट डिजायर कार भी मिली। बसंत गरियाबंद से 24 किमी दूर चिखली के प्रायमरी स्कूल में शिक्षाकर्मी वर्ग-3 हैं। इनाम के चेक के अलावा कार की चाबी बिग बी ने उन्हें सौंपी। रायगढ़ के अभिषेक अग्रवाल ने भी हॉट सीट पर दस हजार रुपए जीते।
इस शो का प्रसारण सोनी टीवी पर अमिताभ के जन्मदिन से एक दिन बाद 12 अक्टूबर को होगा। 11 अक्टूबर को बिग बी 72 साल के हो जाएंगे। इनडोर स्टेडियम में केबीसी की शूटिंग के लिए अमिताभ शाम 7 बजकर 5 मिनट पर ‘सारा जमाना हसीनों का दीवाना’ गीत के साथ स्टेज पर आए। उनके आते ही खचाखच भरे स्टेडियम में जोश छा गया। लोगों ने नारों के साथ उनका स्वागत किया। बिग बी ने कहा कि वे यहां पहली बार जरूर आए, लेकिन आखिरी बार नहीं। वे अब हमेशा रायपुर आएंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़वासियों का अभिवादन जय जोहार और छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया के साथ भी किया।

अमिताभ का पहला सवाल

दस प्रतिभागियों के फास्टेस्ट फिंगर राउंड में अमिताभ बच्चन ने पहला सवाल किया कि इन राज्यों को इनके गठन के अनुसार सही क्रम में लगाएं। ऑप्शन दिए गए - उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़। रायगढ़ के बसंत शर्मा ने सबसे पहले इसका सही जवाब दिया। यह है उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना।

आमिर-रहमान के शो की तैयारी

रायपुर में अब आमिर खान के सत्यमेव जयते का शो अक्टूबर में होने के संकेत मिले हैं। संभवत: राज्योत्सव मेले में ऑस्कर अवॉर्ड विजेता एआर रहमान का शो भी हो सकता है। केबीसी शो की सेट डिजाइनर वर्षा जैन के पिता विमल चंद जैन ताज गेटवे होटल के मालिक हैं। उन्होंने बताया कि रहमान का कार्यक्रम परसदा स्टेडियम में कराने की तैयारी है। भास्कर से विशेष चर्चा में बताया कि परसदा इंटरनेशनल स्टेडियम में एआर रहमान का शो कराने की कोशिश की जा रही है।
वर्तमान में वर्षा बेंगलुरू में एआर रहमान के लाइव शो परफार्मेंस का स्टेज तैयार कर रही हैं। इसी वजह से वे आज केबीसी के रायपुर के शो का सेट डिजाइन करने के बावजूद शामिल नहीं हो सकी। जबकि आज उनका जन्मदिन भी है।
सोचकर भी नहीं आया था कि किस्मत खुलेगी : बसंत

मुझे तो उम्मीद ही नहीं थी कि अमिताभ बच्चन के सामने हॉट शीट पर बैठने का मौका मिलेगा। मैं केबीसी के दूसरे सीजन से ही यहां तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था। लगातार एसएमएस भेजते रहता था। इस बार नंबर आ गया, लेकिन तैयारी करने का मौका नहीं मिल पाया। मैं पत्नी किरण को साथ लेकर आया, लेकिन 6 लाख 40 हजार रुपए जीतने की उम्मीद नहीं थी। मैं यह सोचकर आया था कि सीट पर बैठने के लिए मिले न मिले, कम से कम बिग-बी को तो देख लूंगा। मैं जब भी कौन बनेगा करोड़पति शो देखता था, हमेशा सोचता था कि अगर मौका मिला और पैसे जीते तो स्कूल के बच्चों के लिए 10 कंप्यूटर खरीदेंगे। अब उनका यह सपना पूरा होगा। -बसंत शर्मा


छेड़खानी करने वाले ऑटो चालक की धुनाई

27 September 2014
रायपुर। पुराना बसस्टैंड के पास ऑटो चालक ने युवती से छेड़खानी की तो युवती ने जमकर धुनाई कर दी। भीड़ ने भी युवक की पिटाई कर पुलिस बुला ली।
तारबाहर थाना क्षेत्र में निजी मोबाइल एजेंसी में काम करने वाली युवती शुक्रवार सुबह 11.30 बजे ऑटो से उतरकर ऑफिस जा रही थी। उसी समय किनारे खडे़ ऑटो चालक ने अश्लील हरकतें शुरू कर दी। इस पर युवती भी तैश में आकर लौटी और उसकी पिटाई कर दी।
इस बीच ट्रैफिक पुलिस भी पहुंच गई। उसने ऑटो चालक मनीराम झ़़डीराम आदिल ] गणेशनगर चुचुहियापारा को तारबाहर थाने पहुंचाया।।


नवरात्रि में नरबलि की आशंका, बच्ची के साथ पकड़ा गया तांत्रिक

27 September 2014
कवर्घा। नवरात्रि में तंत्र शक्ति के नाम पर एक बच्ची के अपहरण मामले में दो तांत्रिकों को गिरफ्तार किया गया है। घटना शुक्रवार सुबह चार बजे की है। सरोदा मार्ग ऑक्सीजन जोन के पास एक 12 वर्षीया बच्ची को जंगल में लाकर तंत्र-मंत्र किया जा रहा था। ढोंगी तांत्रिक बलवंत इससे पहले की बच्ची के साथ किसी घटना को अंजाम देता, वन विभाग का रैपिड फोर्स आ धमका। घटना स्थल से कुदारी, जड़ी-बूटी, नींबू, मिर्ची बरामद किया गया। इससे आशंका जताई जा रही है कि मामला नरबलि का हो सकता है। ढोंगी तांत्रिक बलवंत व सहयोगी भगवानी साहू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
ग्राम खैरबना निवासी भगवानी साहू अपनी पोती के इलाज के लिए एक तांत्रिक बलवंत को बुलाया। ढोंगी तांत्रिक ने एक कन्या की मांग की, ताकि मानसिक रूप से कमजोर भगवानी की पोती का इलाज किया जा सके। भगवानी ने अपने मित्र आजूराम और उसकी 12 वर्षीय पुत्री को गैंदपुर से ग्राम खैरबना बुला लिया। आजूराम को योजना की जानकारी नहीं थी। बलवंत और भगवानी ने आजूराम की पुत्री को बिना बताए जंगल ले गए और तंत्र-मंत्र करने लगे। इसी बीच वनकर्मी पहुंचे और शंका होने पर छानबीन की तो मामले सामने आया। उन्होंने ढोंगी तांत्रिक बलवंत और भगवानी को पुलिस के हवाले कर दिया।
जंगल में इस तांत्रिक को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा गया। तांत्रिक बलवंत और सहयोगी भगवानी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। नरबलि की आशंका है। अभी पूछताछ की जा रही है।
जेएस सग्गू, थाना प्रभारी, सिटी कोतवाली, कवर्घा


महिला को काल के मुंह से बचाने गए पति-पुत्र की मौत

27 September 2014
रायुपर. बांकीमोंगरा में शुक्रवार सुबह आंगन में लगे लोह की तार पर कपड़ा सुखाते समय एक एसईसीएल कर्मी की पत्नी करंट की चपेट में आ गई। उसे बचाने पहुंचे पति-पुत्र की मौत हो गई। वहीं महिला झुलस गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोंगरा कालोनी में ड्रिलर ईश्वर चंद्रा का घर है। उनकी पत्नी जमुना देवी नहाने के बाद कपड़ा सुखाने आंगन में गई। इस दौरान वह तार में फैले करंट की चपेट में आ गई। उसने बचाने के लिए पुत्र विजेंद्र को आवाज लगाई। विजेंद्र ने आंगन में पहुंचकर मां को धकेला जिससे वह तार से अलग होकर गिर गई लेकिन विजेंद्र खुद करंट की चपेट में आ गया।
बेटे को तार से चिपकते देख ईश्वर उसे बचाने दौड़े। पर वह खुद भी इससे नहीं बच पाए और करंट की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पड़ोसी मौके पर पहुंचे। जमुना देवी की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
मौके की पड़ताल में पता चला है कि लोहे की तार खिड़की से बंधी थी। मकान में पानी का रिसाव था। एसईसीएल की ओर से एक जांच टीम बनाई गई। टीम पड़ताल करेगी कि आखिर खिड़की पर बंधी लोहे की तार पर बिजली करंट कहां से आ रही है।


भाजपा नेत्री का कोल ब्लॉक रद, सीबीआई जांच दायरे में ले: कांग्रेस

26 September 2014
रायपुर। प्रदेश में कोल ब्लॉक आवंटन रद्द करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस, राज्य सरकार को घेर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत नहीं कर रही है। भाजपा नेत्री नीना सिंह की कंपनी मेसर्स नवभारत कोल फील्ड को आवंटित कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द कर दिया गया है। इसकी अनुशंसा राज्य सरकार ने की थी। वहीं दिल्ली में कोल ब्लॉक आवंटन समिति की बैठक में तत्कालीन मुख्य सचिव शिवराज सिंह ने कंपनी को फायदे में बताते हुए कोल ब्लॉक देने की अनुशंसा की थी। बघेल ने आरोप लगाया कि कूटरचना करके कोल ब्लॉक आवंटित करने के लिए अनुशंसा की गई।
बघेल ने कहा कि मेसर्स नवभारत कोल फील्ड का बस्तर क्षेत्र में 1 मिलियन टन क्षमता का स्पंज आयरन प्लांट व 200 मेगावॉट क्षमता का पावर प्लांट स्थापित है और लगभग 60 हजार टन वार्षिक क्षमता का स्पंज आयरन प्लांट स्थापित किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2004 को कंपनी का टर्नओवर 33.86 करोड़, नेट प्रॉफिट 59 लाख एवं कंपनी की कुल परिसंपत्ति लगभग 7.84 करोड़ थी।
उन्होंने कहा कि 1 नवंबर, 2007 को नीना सिंह ने इस्तीफा दे दिया था और नवभारत फ्यूज कंपनी ने अपना 74 फीसदी शेयर मेसर्स सोलर एक्सप्लोसिव को हस्तांरित कर दिया।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के नवभारत कोलफील्ड सहित और कंपनियों का करीब 14 बार उल्लेख किया है। इससे साफ है कि छत्तीसगढ़ में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी की गई। उन्होंने मांग की है कि कूटरचना, दस्तावेज के जरिए हासिल नवभारत कोल फील्ड की जांच सीबीआई करे और इस पर पूरी कार्रवाई होनी चाहिए।

पीएमओ को देंगे दस्तावेज

प्रदेश में कूटरचना कर कोल ब्लॉक दिए जाने की अनुशंसा के संबंध में कांग्रेस अब पीएमओ को सभी दस्तावेज देगी। बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जीरो टॉलरेंस की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, अब छत्तीसगढ़ के कोल ब्लॉक रद्द होने के मामले में वे क्या कार्रवाई करते हैं देखना होगा।
नवभारत कोल फील्ड का मामला तो काफी पुराना है। फिलहाल मैं दिल्ली में हूं और कई कोल ब्लाक के संबंध में जांच जारी है। ऐसे में किसी तरह का बयान देना ठीक नहीं है। मैं इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता-शिवराज सिंह, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ पावर कंपनी।।


पिता का बकाया चुकाने पर ही मिलेगी बेटे को नौकरी

26 September 2014
रायपुर। मार्कफेड में ऎसे कई मामले हैं,जहां यह कहा गया कि बाप का बकाया बेटा या पति का कर्ज पत्नी चुकाएंगी तभी अनुकंपा नियुक्ति मिलेगी। मार्कफेड के इस फरमान से अपने परिजनों की मौत से दुखी परिवार टूट चुके हैं। परिजनों को खोने के बाद उन्हें अब यह चिंता सता रही है कि आखिर करोड़ों चुकाने के लिए विपणन संघ के नोटिस का अंजाम क्या होगा।

और भी हैं मामले

ऎसे दर्जनों कर्मचारी हैं, जिसके निधन के बाद परिजनों द्वारा अनुकम्पा नियुक्ति मांगने पर विपणन संघ ने कर्मचारी द्वारा संस्थान को नुकसान पहुंचाने का हवाला देते हुए बकाया चुकाने को कहा गया है। इनमें वरिष्ठ सहायक सुन्दरलाल तिवारी, क्षेत्र सहायक छन्नु लाल तिवारी जैसे कई कर्मचारियों के संबंधियों को नोटिस जारी किया गया है।

यह है नियम

छत्तीसगढ़ शासन के नियमानुसार जिस कर्मचारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई या विभागीय जांच चल रही हो और सेवा के दौरान उसकी मौत हो जाती है तो, अनुशासनात्मक कार्रवाई या विभागीय जांच तत्काल समाप्त हो जाती है।

केस -1

राजनांदगांव जिला कार्यालय के क्षेत्र सहायक खिलावनराम साहू के निधन के बाद जब उनके लड़के सुरेश कुमार साहू ने अनुकम्पा नियुक्ति का आवेदन दिया तो विपणन संघ ने उसे पहले 1 करोड़ 56 लाख 24 हजार 400 रूपए चुकाने को कहा। संघ के मुताबिक खिलावनराम के कार्यकाल के दौरान धान के सूखत की वजह से इस राशि का नुकसान हुआ था।

केस -2

कांकेर जिला कार्यालय में वरिष्ठ सहायक विरेन्द्र बहादुर सिंह ध्रुव की मौत के बाद संघ ने नौकरी मांगने पर उनकी पत्नी रंजना ध्रुव को 2 करोड़ 84 लाख 19 हजार 200 रूपए का नोटिस थमाकर कर कहा कि इस राशि को जमा करने के बाद अनुकंपा नियुक्ति के बारे में सोचा जा सकता है। यहां भी मामला धान की सूखत का था।

केस -3

कोरबा जिला कार्यालय में पदस्थ क्षेत्र सहायक तुंगनाथ धुरंधर के निधन के बाद उनके पुत्र भूपेन्द्र धुरंधर को संघ ने 11 लाख 63 हजार 981 रूपए मुख्यालय में जमा करने को कहा। पत्र में कहा गया कि तुंगनाथ ने रासायनिक खाद्य के भंडार में अनियमितता की थी। इस लिए यह राशि जमा करानी होगी।

अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर मार्कफेड ने जो पत्र जारी किए गए हैं, उस पर पुनर्विचार किया जा रहा है।
एस. भारती दाशन,प्रबंध संचालक, मार्कफेड

नियमानुसार सेवा में रहते यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उस पर चल रही विभागीय जांच अपने आप समाप्त हो जाती है। इसके बावजूद विपणन संघ में आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति नहीं दी जा रही है और बकाया मांगा जा रहा है।-किशोर चन्द्रा, महासचिव, मार्कफेड कर्मचारी संघ


रायपुर नगर निगम के 40 वार्ड अनारक्षित

26 September 2014
रायपुर. राज्य की सबसे बड़े रायपुर नगर निगम के 70 में से 40 वार्डों को अनारक्षित घोषित कर दिया गया। जिला प्रशासन ने रायपुर और बिरगांव निगम के अलावा जिले की तीन नगर पालिकाओं और चार नगर पंचायतों के लिए राजधानी के शहीद स्मारक भवन में गुरुवार को वार्डों का आरक्षण तय किया। रायपुर निगम में जिन 40 वार्डों को अनारक्षित किया गया, उनमें से 13 महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिए गए। पूरा आरक्षण चक्रानुक्रम पर तथा महिलाओं का आरक्षण लॉटरी से किया गया। सबसे पहले रायपुर नगर निगम तथा अंत में बीरगांव नगर निगम के 40 वार्डों के लिए आरक्षण तय किया गया।

दर्जनभर को बदलना होगा वार्ड

शहर के 70 वार्डों के आरक्षण में निगम की राजनीति में खासा दखल रखने वाले नेताओं की जमीन खिसक गई। निगम के सभापति हों, नेता प्रतिपक्ष हों, एमआईसी मेंबर हो या फिर जोन अध्यक्ष, आरक्षण की वजह से ये अब अपने वार्डों से चुनाव ही नहीं लड़ पाएंगे। कई पार्षद पति जो इस बार माकूल आरक्षण का इंतजार कर रहे थे, उन्हें पांच साल और इंतजार करना होगा। हालांकि कुछ पार्षद ऐसे भी हैं, जिनके वार्ड अनारक्षित हैं और उन्हें चुनाव लड़ने में कोई परेशानी नहीं होगी।
शहीद स्मारक भवन में गुरुवार को जिले के सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के वार्डों के लिए लॉटरी निकाली गई। राजधानी के वार्डों का सबसे पहले आरक्षण होना था, इसलिए सुबह 11 बजे से पहले ही हॉल भर गया। इस दौरान शहर के अधिकतर पार्षद और समर्थक मौजूद थे। जैसे-जैसे लॉटरी खुलती रही, कुछ खेमों में खुशियां बिखरी तो कुछ में उदासी रही। इस दौरान नरेंद्र मोदी और सोनिया गांधी के समर्थन में नारे भी लगते रहे। एकाध बार दोनों गुट आमने-सामने भी हुए लेकिन पुलिस ने सबको बाहर का रास्ता दिखा दिया।

अब चुनाव लड़ेंगे पार्षद पति

एमआईसी मेंबर राधिका नागभूषण राव का वार्ड बंजारी माता मंदिर सामान्य हो गया है। यहां से उनके पति नागभूषण राव मजबूत दावेदार हैं। जोन एक की अध्यक्ष अंजनी राधेश्याम विभार का वीरांगना अवंतिबाई वार्ड एससी हो गया है। यहां से उनके पति राधेश्याम विभार टिकट मांगेंगे।

निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले

मृत्युंजय दुबे का सुंदरनगर वार्ड और वरिष्ठ पार्षद प्रमोद दुबे का शहीद चूड़ामिण वार्ड भी सामान्य हो गया है, अत: दोनों इन्हीं वार्डों से लड़ सकते हैं। इसी तरह सूर्यकांत राठौर, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, अनवर हुसैन, सतनाम पनाग और समीर अख्तर के वार्ड सामान्य रहने से उनका रास्ता भी साफ है।

दलीय स्थिति

कांग्रेस 31
भाजपा 29
निर्दलीय 10

कई महिलाओं की रवानगी

कई ऐसी महिला पार्षदों की आरक्षण के बाद राजनीति से रवानगी तय है, जिन्होंने वार्ड महिला के लिए आरक्षित होने के कारण अपने पति की तरफ से चुनाव लड़ा था। मीनल छगन चौबे, राधिका नागभूषण राव, अंजनी राधेश्याम विभार, रेणुका प्रशांत बख्शी, अंजू चंद्रशेखर तिवारी, ममता सुभाष अग्रवाल, नीतू घनश्याम तिवारी, सीमा संतोष साहू, भारती अवतार बागल, रानी सतीश जैन, रेखा रामटेके, कविता शिव ग्वालानी, निकहत अंजुम जावेद, अनिता फूटान, पुष्पा धमेंद्र तिवारी, अनिता अरविंद यादव और धनेश्वरी ध्रुव में से कुछ आरक्षण बदलने के बाद पति के लिए राजनीति से वापस लौट सकती हैं।

बढ़े महापौर के दावेदार

रायपुर नगर निगम 1 सितंबर को सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित घोषित किया गया था। इस पद के लिए नगर निगम के नेताओं के अलावा भाजपा से सुनील सोनी, सच्चिदानंद उपासने, केदार गुप्ता, छगन मूंदड़ा, मोहन एंटी आदि तथा कांग्रेस से कुलदीप जुनेजा, किरणमयी नायक तथा विकास उपाध्याय के नाम भी चर्चा में हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत भी कह चुके हैं कि पार्टी टिकट देगी तो वे भी मेयर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

नए नाम भी उभर

आरक्षण की लॉटरी में वार्ड हाथ से निकल जाने के बाद भाजपा से संजय श्रीवास्तव, सुभाष तिवारी, मीनल चौबे, सुभाष अग्रवाल तथा दीनानाथ शर्मा एवं कांग्रेस से मनोज कंदोई, ज्ञानेश शर्मा तथा जगदीश आहूजा महापौर के टिकट के लिए जोरदार ढंग से दावेदारी पेश कर सकते हैं।

कड़ा मुकाबला संभव

मौलाना अब्दुल रऊफ (बैजनाथपारा), शहीद चूड़ामणि नायक (रामकुंड), ब्राह्मणपारा, सुंदर नगर, तात्यापारा, सदर बाजार, सिविल लाइन, राजीव गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर वार्ड में दावेदारों की संख्या ज्यादा होने की वजह से यहां के चुनाव रोमांचक और संघर्षपूर्ण हो सकते हैं।

इन्हें तलाशने होंगे नए वार्ड

निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव का शंकर नगर वार्ड अनारक्षित से ओबीसी हो गया है। निगम के नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी का शहीद पंकज विक्रम वार्ड अनारक्षित से सामान्य महिला हो गया है। जोन अध्यक्ष रितेश त्रिपाठी का वार्ड सामान्य से महिला हो गया है। जोन दो की अध्यक्ष नीतू घनश्याम तिवारी का रमण मंदिर वार्ड ओबीसी हो गया है। उनके पति घनश्याम राजू तिवारी भी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। जोन चार के अध्यक्ष अनीस अहमद का वार्ड महिला हो गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों से पार्षद रह चुके दीनानाथ शर्मा का दानवीर भामाशाह वार्ड एससी हो गया है। उन्हें दूसरे वार्ड की तलाश करनी होगी। रानी लक्ष्मी बाई वार्ड से पार्षद और एमआईसी सदस्य जग्गू सिंह ठाकुर का वार्ड एससी हो गया है। एमआईसी मेंबर राकेश धोतरे का सुभाष चंद्र बोस वार्ड महिला हो गया। एमआईसी मेंबर रानी सतीश जैन का सदर बाजार वार्ड सामान्य हो गया है। उनके पति सतीश जैन यहां से दावेदारी कर सकते हैं। एमआईसी मेंबर मनोज कंदोई का स्वामी विवेकानंद वार्ड महिला हो गया है। वे सदर बाजार से टिकट मांग सकते हैं। एमआईसी मेंबर ज्ञानेश शर्मा का डीडी नगर वार्ड महिला हो गया है। उनके ब्राह्मणपारा से चुनाव लड़ने की संभावना है। एमआईसी मेंबर जगदीश आहूजा का रविंद्रनाथ टैगोर वार्ड ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हो गया है।।


बिजली उत्पादन पर नहीं पडे़गा असर: रमन

25 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के 44 कोल ब्लॉक का आवंटन सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त कर दिया है। इनमें से आठ खदानों में खनन चालू था। खदानों का आवंटन निरस्त करने का छत्तीसगढ़ के बिजली उत्पादन पर असर नहीं पड़ेगा। देश में कोयला आधारित सार्वजनिक क्षेत्र की 90 फीसदी बिजली परियोजनाएं कोल इंडिया के लिंकेज से ही कोयला लेती हैं, ऐसे में आवंटन रद्द होने के बावजूद बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है।
नई दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छह महीने तक कोई ऊर्जा संकट नहीं है। छह महीने के अंदर केंद्र सरकार कोई व्यवस्था देगी। कोल इंडिया कोयले को किस दर पर बेचेगी यह उस पर निर्भर करता है। इससे बिजली की कीमतों पर कोई असर नहीं प़़डेगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले और घोटाले के लिए कौन जिम्मेदार है? इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इसके लिए किसे जिम्मेदार कहा जा सकता है। 1993 के बाद से कई सरकारें रहीं। नीतिगत विषयों पर जिम्मेदारी तय करनी होगी। अपर मुख्य सचिव एन बैजेंद्र कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार जो भी नीति बनाएगी, राज्य सरकार उस पर अपना पक्ष रखेगी।
खनिज सचिव सुबोध सिंह ने कहा कि कोल ब्लॉक का आवंटन निरस्त होने से उत्पादन पर कोई खास असर नहीं पडे़गा। छत्तीसगढ़ पॉवर जनरेशन कंपनी के पास दो और सीएमडीसी के पास चार कोल ब्लॉक थे। इनका आवंटन भी निरस्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार से सरकारी कंपनियों को आवंटित कोल ब्लॉक के आवंटन को लेकर अनुरोध किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य कोल ब्लॉक को लेकर केंद्र सरकार जो गाइडलाइन जारी करेगी, उसके आधार पर काम किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की बंदरबांट और लूट बडे़ पैमाने पर हुई है। आवंटन निरस्त होने के बाद अब कोल ब्लॉक की नए सिरे से नीलामी होगी।
केंद्र सरकार को नीलामी के समय यह ध्यान देना होगा कि देश की जरूरत के आधार पर कोल ब्लॉक आवंटित किए जाएं, न कि सिर्फ कार्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए। इसमें पर्यावरण और आदिवासियों के हितों की भी चिंता की जाए।


सीएम से नहीं हुई मुलाकात तो मार्शल आर्ट प्लेयर ने खाया जहर

25 September 2014
रायपुर। प्रदेश की राजधानी रायपुर में गुरूवार को एक मार्शल आर्ट प्लेयर ने सीएम हाउस के सामने जहर खा लिया। बताया जा रहा है कि बेरोजगार प्लेयर रोजगार के लिए आज जनदर्शन में सीएम डॉ रमन सिंह से मिलने गया था। मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के चलते जनदर्शन का कार्यक्रम स्थगित रखा गया था, जब प्लेयर को यह पता चला कि आज उसकी सीएम से मुलाकात नहीं हो पाएगी, तो उसने जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की। प्लेयर को तुरंत अंबेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया है। स्थिति फिलहाल गंभीर है। प्लेयर का नाम मुकेश कुमार बंजारे है। वह जापानी मार्शल आर्ट ब्लेक बेल्ट(वन डान) है। प्लेयर सरसींवा बलौदाबाजार का निवासी है। वह लोगों को सेल्फ डिफेंस, सेल्फ कॉन्फीडेंस, बॉडी कंट्रोल और डिसीप्लीन की ट्रेनिंग देता है। गौरतलब है कि प्रदेश में ऎसे कई प्लेयर्स हैं, जिन्होंने अपने खेल से राज्य का नाम देश-विदेश में ऊंचा किया है। राज्य का गौरव बढ़ाया है, लेकिन प्रदेश सरकार को ही उनकी सुध नहीं है।

मोदी की सभा की कमान प्रदेश के वाशिंदों को

25 September 2014
रायपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। यह बात कम लोगों को ही पता है कि अमेरिका में जहां उनकी सभा होने वाली है, उसकी तैयारी की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ के एनआरआई को मिली है। आयोजन की कोर कमेटी में चिरमिरी के चंद्रकांत पटेल प्रमुख भूमिका में हैं। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में एलएलबी करने वाले पटेल अभी ओवरसीज फ्रेंड्स आफ बीजेपी (समुद्रपारीय भाजपा मित्र समूह) के अध्यक्ष हैं। वहीं भिलाई के आईटी इंजीनियर उदप प्रसाद और ट्रांसपोर्ट कारोबारी आत्मा सिंह आयोजन की सह कमेटी के सदस्य हैं। मोदी 28 सितंबर को न्यूयार्क के मेडिसन स्क्वायर गार्डन में हजारों लोगों के बीच भाषण देंगे।
मोदी के इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी एसोसिएशन ऑफ इंडियन ऑफ नार्थ अमेरिका को दी गई है। चंद्रकांत पटेल इस एसोसिएशन के चेयरमैन हैं। वे छत्तीसगढ़ एनआरआई एसोसिएशन के भी अध्यक्ष हैं। पटेल पूरे कार्यक्रम के कर्ताधर्ता हैं। वाशिंगटन में रह रहे उदप प्रसाद और आत्मा सिंह भी तैयारियों को देख रहे हैं। सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर और विजय जाली के साथ चंद्रकांत पटेल इसकी प्रचार और तैयारी में लगे हुए हैं। स्टेडियम में 19 हजार 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसमें 1500 पास वीआईपी के लिए सशुल्क रखे गए हैं। बाकी सीटों पर फ्री एंट्री रहेगी। पटेल ने बताया कि पूरे आयोजन पर आठ करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके लिए एनआरआई से ऑनलाइन डोनेशन लिए गए हैं।

चिरमिरी में पले-बढ़े हैं चंद्रकांत

चंद्रकांत पटेल कोरिया जिले के चिरमिरी के रहने वाले हैं। उनके पिता नरसिंह पटेल गुजरात से यहां आकर बसे थे। उनके चचेरे भाई दीपक पटेल मनेंद्रगढ़ से पिछली बार विधायक थे। दीपक ने बताया कि चंद्रकांत का जन्म यहीं हुआ। उनकी पढ़ाई भी यहीं हुई। समाजशास्त्र और अर्थशास्त्र में एमए करने के साथ ही उन्होंने पं. रविशंकर शुक्ल विवि से एलएलबी की। 1990 में वे अमेरिका चले गए। उनके सभी पांच भाई भी वहीं रहते हैं। पटेल माइक्रो चीप बोर्ड बनाने की कंपनी एक्शन सर्किट के सीईओ हैं। उनका परिवार कपड़े और बीड़ी का कारोबार करता था।


छग की वकील से गैंगरेप की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने मांगी

24 September 2014
रायपुर। सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ की एक महिला वकील से कथित गैंगरेप के मामले में राज्य के संबंधित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट [सीजेएम] से पुलिस कार्रवाई की स्थिति रिपोर्ट समेत सारे रिकॉर्ड मांगे हैं। महिला वकील ने अपने पति के रिश्तेदारों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। पीड़िता ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट परिसर में आत्महत्या की कोशिश की थी। अभी राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। प्रधान न्यायाधीश आरएम लोढा की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने मंगलवार को पीड़िता को उचित इलाज तथा सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कोर्ट ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर पीड़िता इस मामले में कानूनी मदद के दिल्ली लीगल एड सोसायटी से संपर्क कर सकती है। पीड़ित महिला वकील ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के एक अदालत कक्ष में न्याय की गुहार लगाते हुए कहा था कि पुलिस उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही है। अपनी दुश्वारियों से कोर्ट को अवगत कराते हुए बताया था कि उसके साथ हो रहे अन्याय के कारण उसने अपना जीवन समाप्त करने के लिए फिनाइल की गोलियां खा ली हैं।

अब एनकाउंटर बताकर बच नहीं सकेगी पुलिस

24 September 2014
रायपुर। पुलिस अब एनकाउंटर यानी मुठभेड़ से हुई मौत बताकर मामले से पल्ला नहीं झाड़ सकेगी। मुठभेड़ों की असलियत पर उठते रहे सवालों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले पर कड़ा रूख अपनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अहम फैसले में मुठभेड़ों से होने वाली मौतों पर एफआईआर दर्ज करने और उसकी पूरी जांच किए जाने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शीष्ाü कोर्ट ने मुठभेड़ों को लेकर राज्य सरकारों को भी निर्देश दिए हैं।
मजिस्ट्रेट, सीआईडी जांच जरूरी

उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आर.एम. लोढ़ा की अध्यक्षता वाली पीठ ने अपने फैसले में कहा कि पुलिस मुठभेड़ में मौत की मजिस्ट्रेट जांच होनी चाहिए। मुठभेड़ में इस्तेमाल हथियार की फोरेंसिक जांच भी होनी चाहिए और इसकी जांच सीआईडी या दूसरा पुलिस स्टेशन करे। पीठ ने यह भी कहा कि गुप्त सूचना को पहले वरिष्ठ अधिकारी को बताया जाए और उससे आदेश लेने के बाद ही मौके पर कोई कर्मी जाए।
पीयूसीएल ने दायर की थी याचिका : फर्जी मुठभेड़ों की बढ़ती संख्या को लेकर स्वयंसेवी संस्था पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने याचिका दायर की थी। इसमें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी सुझाव दिया था। आयोग का कहना था कि मुठभेड़ों में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जाता रहा है। एनएचआरसी ने सभी मुठभेड़ों की जांच कराए जाने का सुझाव दिया था।

जांच पूरी होने से पहले अवॉर्ड नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हर मुठभेड़ की तत्काल एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। जब तक मामले की जांच चलेगी, तब तक सम्बंधित पुलिस अधिकारी को प्रमोशन या बहादुरी पुरस्कार नहीं मिलेगा। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि पुलिस मुठभेड़ के सभी मामलों की जांच सीबीआई या सीआईडी जैसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जानी चाहिए। फैसले में यह भी कहा गया है कि पुलिसवालों को अपराधियों के बारे में मिली सूचना को रिकॉर्ड कराना होगा और हर मुठभेड़ के बाद अपने हथियार और गोलियां जमा करनी होगी।

सभी मामलों में दखल नहीं देगा मानवाधिकार आयोग

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने यह भी कहा कि पुलिस मुठभेड़ के सभी मामलों में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) दखल नहीं देगा। जब तक इस बात की पूरी आशंका हो कि मुठभेड़ फर्जी थी। पुलिस मुठभेड़ के मामले में एफआईआर दर्ज कर इसे तत्काल मजिस्ट्रेट को भेजना होगा।अगर पीडित पक्ष को लगता है कि मुठभेड़ फर्जी थी, तो वह सत्र न्यायालय में केस दर्ज करा सकता है।

प्रदेश की प्रमुख मुठभेड़ें, जिनकी हो रही जांच
6 अप्रैल 2010 को सुकमा जिले के ताड़मेटला, मोरपल्ली व तिम्मापुरम में मुठभेड़ के दौरान 76 जवानों की जान चली गई थी। इसके विरोध में कोया कमांडों ने 11, 14 व 16 मार्च 2011 को 300 घरों को जला दिया था। जस्टिस टी.पी. शर्मा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक आयोग मामले की जांच कर रहा है।
6 जुलाई 2011 को बलरामपुर जिले के लोगराटोला गांव में एक छात्रा मीना खलको मुठभेड़ में मारी गई थी। जस्टिस अनीता झा आयोग मामले की जांच कर रहा है।
28 जून 2012 की रात बीजापुर के सारकेगुड़ा गांव में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने 17 ग्रामीणों को माओवादी समझकर मार दिया था। इस मामले की जांच मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के सेवानिवृत जस्टिस वी.के. अग्रवाल कर रहे हैं।
17 मई 2013 को बीजापुर जिले के एड़समेटा गांव में भी नौ ग्रामीण मुठभेड़ के शिकार हुए। यह जांच भी चल रही है।

11 मार्च 2014 को सुकमा जिले

के तोंगपाल में मुठभेड़ के दौरान 16 जवान शहीद हो गए थे। इस मामले की जांच एडीजी आर.के. विज कर रहे हैं।

हर हाल में पालन होगा

वैसे तो हर मुठभेड़ की विभागीय स्तर पर जांच होती ही है और कई बार न्यायिक जांच भी, बावजूद इसके सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए निर्देश का हर हाल में पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
-ए.एन. उपाध्याय, पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़


शक्ति की भक्ति के महापर्व नवरात्र की शुरुआत कल से, कलश स्थापना

24 September 2014
रायपुर. आदि शक्ति मां दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्र 25 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसके लिए राजधानी के सभी देवी मंदिर सजकर तैयार हो गए हैं। मंदिरों के अलावा शहरभर में पंडाल लगाकर दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। उनकी तैयारियां भी अंतिम चरणों में है।
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत में एक ही दिन शेष है। सभी जगह तैयारियां लगभग अंतिम चरणों में है। इससे पहले ही लोगों में शक्ति की भक्ति को लेकर उत्साह दिखने लगा है। घरों में भी लोग नौ दिन व्रत रखकर माता की उपासना करेंगे। लिहाजा घरों में भी साफ-सफाई और माता के विराजने का स्थान सुनिश्चित किया जाने लगा है। बुधवार तक अंतिम तैयारियों के बाद गुरुवार से नवरात्रि शुरू होते ही मंदिरों में विशेष पूजा और जसगान का सिलसिला शुरू हो जाएगा। राजधानी के महामाया मंदिर, रावांभाठा बंजारी, मंदिर, काली मंदिर आकाशवाणी आदि मंदिरों कलश स्थापना की तैयारियां पूरी हो चुकी है।
सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर कलश स्थापना: महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला के अनुसार गुरुवार 25 सितंबर को सुबह 11.36 बजे कलश स्थापना की जाएगी। वैसे घट स्थापना के लिए सुबह 6.20 बजे से 7.50 बजे तक समय शुभ रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में 10.49 बजे से 12.42 बजे तक भी घट स्थापना की जा सकती है।
गायत्री मंदिर में 25 सितंबर से 3 अक्टूबर तक प्रतिदिन सुबह पांच से आठ बजे तक गायत्री महामंत्र का जाप किया जाएगा। इसके बाद यज्ञ होगा। 3 अक्टूबर को सुबह 8 से 9 बजे कुंडीय यज्ञ होगा।


चंद्रबाबू ने की रमन की तारीफ

23 September 2014
रायपुर। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने नया रायपुर के योजनाबद्ध विकास और प्रदेश की सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कम्प्यूटरीकरण और ई-गर्वनेंस के लिए भी मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह की तारीफ की।
एक दिवसीय दौरे पर आए नायडू ने सोमवार को नया रायपुर में चल रही विभिन्न विकास गतिविधियों का अवलोकन किया। नायडू ने कहा कि तेलंगाना राज्य निर्माण के बाद आंध्रप्रदेश भी अपनी नई राजधानी का निर्माण करेगा। नया रायपुर एक आदर्श परियोजना के रूप में सामने होगा। हम नया रायपुर की तरह अलग टाउनशिप विकसित करना चाहते हैं।


छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश मिलकर करेंगे काम

23 September 2014
रायपुर। करीब 14 साल पुराना छत्तीसगढ़ पुनर्गठित आंध्र प्रदेश के साथ मिलकर नई ताकत बनने की तैयारी में है। सोमवार को रायपुर पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री रमन सिंह से इस मसले पर बात की और संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किया। दोनों राज्यों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों में बात के बाद संयुक्त कार्यबल बनाने पर सहमति बनी। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि दोनों प्रदेशों के मुख्य सचिवों के साथ इस कार्यबल में लोक निर्माण विभाग, परिवहन, वन, राजस्व और ऊर्जा सचिवों को शामिल किया जाएगा।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि छत्तीसगढ़ के पास प्राकृतिक संसाधन और खनिज ज्यादा है। आंध्र प्रदेश के पास बंदरगाहों की संख्या अधिक है। हम निर्यात की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। यह दोनों राज्यों की अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर होगा। उन्होंने बताया कि यह कार्यबल दोनों राज्यों के बीच सड़क, रेल और हवाई परिवहन की सुविधा बढ़ाने की कार्ययोजना तैयार करेगा।
एक सवाल के जवाब में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों के पास अवसर हैं। सहयोग और निवेश के लिए नए क्षेत्रों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि नवगठित आंध्र प्रदेश में आधारभूत ढांचा, हॉर्डवेयर, खाद्य प्रसंस्करण, औष्ाधि निर्माण उद्योगों में निवेश की बेहतर संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि उनका मकसद 2020 तक राज्य का निर्यात 400 बीलियन अमरीकी डॉलर पहुंचाना है। इसमें छत्तीसगढ़ की भी भागीदारी हो सकती है। उप चुनावों में एनडीए की पराजय से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में नायडू ने कहा कि उप चुनाव लोकप्रियता का पैरामीटर नहीं है। यह चुनाव अधिकतर स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाता है। कई कारक हावी रहते हैं। ऎसे में इसे केंद्र सरकार की लोकप्रियता से जोड़ना ठीक नहीं है। उनका कहना था कि सरकार को 100 दिन हुए उसमें भी नरेंद्र मोदी बेहतर कर रहे हैं।
पोलावरम की तबाही पर चुप्पी
आंध्र प्रदेश में प्रस्तावित पोलावरम बांध परियोजना से नुकसान के सवाल पर दोनों राज्यों के मुखिया चुप्पी लगा गए। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस मसले पर आज कोई बात नहीं हुई। यह मसला सर्वोच्च न्यायालय में है इसलिए कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि इसका करार तत्कालीन आंध्र पदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा सरकारों के बीच 1980 में हुआ था। अब यह एक राष्ट्रीय परियोजना है। सर्वोच्च न्यायालय में मामला है इसलिए वे भी कुछ नहीं कहेंगे।
यह हुआ दिनभर

सुबह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ नया रायपुर स्थित महानदी भवन पहुंचे।
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की।
सभाकक्ष में नया रायपुर की योजना, भूमि अधिग्रहण, वित्तीय प्रबंधन और निर्माण योजनाओं पर प्रजेंटेशन हुआ।
बाद में सार्वजनिक वितरण प्रणाली, धान खरीदी और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सरकार के कामकाज का प्रजेंटेशन हुआ।
उन्होंने नया रायपुर की विभिन्न साइट्स का भ्रमण किया।
शाम को उन्होंने वीआईपी रोड स्थित एक होटल में स्थानीय निवेशकों से मुलाकात की।
देर रात वे आंध्र प्रदेश के लिए रवाना हुए।


रवार्डों का भविष्य तय होते ही शुरू हुई 'टिकट-परिक्रमा'

23 September 2014
बिलासपुर. 55 से बढ़कर 66 वार्डों वाली हो चुकी न्यायधानी के नगर निगम के वार्डों का आरक्षण सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में भारी गहमागहमी भरे माहौल में हुआ। ढाई घंटे की जद्दोजहद के बाद नए आरक्षण में निगम के सभापति, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मेयर समेत कई पुराने पार्षदों के वार्ड पराए हो गए। स्टेटस बदल जाने से अब इन्हें दूसरे वार्डों में जोर-आजमाइश करनी पड़ेगी या फिर परिवार के सदस्यों को चुनाव मैदान में उतारना पड़ेगा। इस बार नगर निगम में कुल 22 महिलाएं पार्षद चुनकर आएंगी।
वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया बिलासपुर नगर निगम से कलेक्टर सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, एडिशनल कलेक्टर नीलकंठ टेकाम की उपस्थिति में नगर निगम कमिश्नर रानू साहू ने पूरी करवाई। आरक्षण के लिए वर्ष 2011 की जनगणना को आधार बनाया गया। संबंधित वार्ड से मौजूद पार्षद व नागरिकों से चिट निकलवाकर घोषणा की गई। शहर के 66 में से 22 वार्डों में महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिलेगा।

इनके वार्ड बचे

निगम के उपनेता ओमप्रकाश देवांगन, पूर्व मेयर विनोद सोनी, राममनोहर सोनी, बबलू पमनानी, रमेश जायसवाल, राजेश शुक्ला, शहजादी कुरैशी, विष्णु यादव, संतोष साहू, राजेश मिश्रा, जितेंद्र राय, उमेशचंद्र कुमार आदि के वार्ड आरक्षण में अनुकूल रहे। चुनाव के रास्ते में इनके लिए आरक्षण की बाधा नहीं है

घोषणा के साथ बदलती रही पार्षदों की भाव-भंगिमाएं

आरक्षण की चिट निकलते ही पार्षदों के चेहरों की भाव-भंगिमाएं बदलती रहीं। जिनके वार्ड आरक्षित हो गए, वे निराश रहे। जिन्हें मनमाफिक आरक्षण मिला, वे प्रसन्न मुद्रा में लोगों से कुछ इस अंदाज में मिलते रहे, मानों पहली फतह हासिल कर ली हो। पार्षद पद के चुनाव से पहले आरक्षण की पहली बाधा दूर हो गई है। इसके साथ ही उम्मीदवारों ने वार्डों में जनसंपर्क और टिकट के लिए जोर-आजमाइश शुरू कर दी।

आरक्षण ने बदली तस्वीर: कहीं पतियों तो कहीं पत्नियों को मिलेगा मौका

वार्डों के आरक्षण के बाद निगम चुनाव की तस्वीर उभरने लगी है। सभापति अशोक विधानी का वार्ड हेमूनगर परिसीमन के बाद दो हिस्सों में बंट गया है। इसमें से एक पिछड़े वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने से उनका रास्ता बंद हो गया। दूसरे सामान्य हुए वार्ड से उनकी दावेदारी के लिए रास्ता खुल गया। पत्नी के पिछड़े वर्ग से होने के कारण अब पति-पत्नी दोनों अगल-बगल के वार्ड से चुनाव लड़ सकेंगे।
इसी तरह एमआईसी मेंबर राखी घोष का वार्ड सामान्य होने के बाद उनके पति लाल्टू घोष खुद चुनाव लड़ सकेंगे। पिछले चुनाव में उनका वार्ड महिला घोषित होने से वे वंचित रह गए थे। सबसे अजीब स्थिति विनोबा नगर वार्ड की पार्षद सीमा सिंह के साथ बनी। उनका वार्ड दो भागों में बंटने के बाद दोनों पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित हो गए। पूर्व में महिला सीट होने से पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहे रविंद्र सिंह को पत्नी सीमा सिंह को चुनाव लड़वाना पड़ा था।

किस वर्ग को मिले कितने वार्ड

अनुसूचित जाति मुक्त 5
अनुसूचित जाति महिला 3
अनुसूचित जनजाति मुक्त 2
अनुसूचित जनजाति महिला 1
पिछड़ा वर्ग मुक्त 11
पिछड़ा वर्ग महिला 6
अनारक्षित मुक्त 26
अनारक्षित महिला 12

कई के वार्ड पराए, कुछ के बच गए

वार्डों के आरक्षण में सभापति अशोक विधानी का वार्ड पिछड़े वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हो गया। हालांकि नए वार्ड में उन्हें जोर आजमाने का मौका है, क्योंकि एक वार्ड सामान्य घोषित हुआ है। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष महेश चंद्रिकापुरे, भाजपा पार्षद स्नेहलता शर्मा, वी. रामाराव, सुरेश वाधवानी, अनुज टंडन, लक्ष्मीनारायण कश्यप, कांग्रेस की पार्षद सीमा सिंह, रविंद्र सिंह, राजा शर्मा, एमआईसी मेंबर एलएन राव, भास्कर यादव, संजय यादव, रीता गुलहरे के वार्ड पराए हो गए। वार्ड-14 विनोबा नगर (परिवर्तित वार्ड 17 व 18) से रविंद्र सिंह चुनाव लड़ते रहे थे, लेकिन इस बार दोनों वार्ड पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित हो गए। पिछले चुनाव में इनका विनोबा नगर वार्ड महिला घोषित होने पर उन्होंने पत्नी सीमा सिंह को चुनाव लड़वाया था। नए आरक्षण में अब दोनों अपने वार्डों से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

तखतपुर से एक भी एसटी सीट नहीं

तखतपुर नगर पालिका के 15 वार्डों में एक भी वार्ड एसटी के खाते में नहीं आया। यहां पांच वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हुए। इनमें एक एससी वार्ड भी शामिल है।

एक नजर इधर भी...

- महिला वार्डों के आरक्षण के लिए महिलाओं से ही लाॅटरी निकलवाई गई।
- कलेक्टोरेट के मंथन सभाकक्ष में एसी चालू नहीं था, गर्मी से लोगों की हालत पस्त रही।
- आरक्षण कई अधिकारी-कर्मचारियों के लिए नया था, इसलिए वे भी परेशान हुए।
- कई लोगों को खाना नहीं मिला। इन्होंने होटलों में नाश्ता कर काम चलाया। शोर इतना था कि कलेक्टर को अपील करनी पड़ रही थी।
- आरक्षण की घोषणा होने के साथ ही एक-दूसरे पर छींटाकशी का दौर शुरू हो गया।
- बदइंतजामी पर कलेक्टर ने मातहतों के प्रति नाराजगी जताई।


छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक, एक साल में 23 की मौत

22 September 2014
रायपुर। प्रदेश में 250 से अधिक हाथी जंगलों में विचरण कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर हाथी भोजन की तलाश में गावों की तरफ रख करते हैं। इसी दौरान हाथियों और मानव के बीच द्वंद्व की स्थिति निर्मित होती है। प्रदेश में एक साल के भीतर करीब 23 लोगों की जान हाथियों ने ली है। वर्ष 2013-14 में हाथियों से जनहानि के करीब 23 प्रकरणों में मृतकों के परिजनों को 46 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया। वहीं घायलों की संख्या भी 23 रही। घायलों को करीब 1 लाख 74 हजार रुपए मुआवजा दिया गया है। मकान और संपत्ति हानि के 1036 प्रकरणों में 34 लाख और फसल क्षति के 13 हजार 759 प्रकरणों में 3 करोड़ 11 लाख रुपए का मुआवजा वन विभाग ने बांटा है। हालांकि वन विभाग ने जनहानि और हाथियों को गावों में आने से रोकने के लिए सोलर पावर फेंसिंग की है, बावजूद इसके हाथियों का आतंक कम नहीं हुआ है। हाथी भी मारे जा रहे हाथियों और मानव के द्वंद्व में सिर्फ मानव ही नहीं मारे जा रहे हैं, बल्कि हाथियों की भी जान जा रही है। फसल नुकसान होने की स्थिति में गुस्साए ग्रामीण करंट से हाथियों को मार रहे हैं। सत्र 2014-15 में अब तक चार हाथियों की मौत हो चुकी है। इनमें दो नर और दो मादा थे। झारखंड और ओडिशा से आ रहे हाथी प्रदेश में ज्यादातर हाथी सीमा पार से आ रहे हैं। झारखंड और ओडिशा की सीमा से हाथी छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर रहे हैं। खास तौर पर ऐसे स्थानों से, जहां कोल ब्लॉक हैं। ऐसे क्षेत्रों में लगातार विस्फोट और लोगों की आवाजाही की वजह से हाथी सुरक्षित जगह की तलाश में सीमा से लगे इलाकों में प्रवेश करने लगे हैं। हाथियों का रहवास क्षेत्र अफसरों के मुताबिक 100 साल पहले सरगुजा क्षेत्र हाथियों का रहवास क्षेत्र था, लेकिन बाद में इस क्षेत्र में शिकार होने की वजह से हाथियों की संख्या कम होने लगी। फिलहाल छत्तीसगढ़ में जशपुर, रायगढ़, धर्मजयगढ़, कोरबा, कटघोरा, मरवाही, सूरजपुर, बलरामपुर के वनमंडल हाथियों के रहवास क्षेत्र हैं। इन इलाकों में हाथियों और मानव में द्वंद्व लगातार जारी है। हाथियों से हानि पर मुआवजे की रकम हिंसक वन्यजीवों से जानहानि होने पर 3 लाख, स्थाई अपंगता होने पर 1.5 लाख, साधारण घायल होने पर 40 हजार, पशु हानि होने पर 20 हजार। हाथी और मानव द्वंद्व रोकने के लिए विभाग की तरफ से गावों के बाहर सोलर पावर फेंसिंग की जा रही है। वहीं हाथियों के खाने की व्यवस्था भी जंगल में की गई है। लेकिन झुंड से बिछुड़कर कुछ हाथी गावों में घुस जाते हैं और यही उत्पात मचाते हैं। सरकार की तरफ से मुआवजे की व्यवस्था है और इसके तहत विभाग ने करोड़ों की राशि प्रभावितों को दी है-बीपी नोन्हारे, सीसीएफ, वन्यप्राणी।

माओवादियों से लड़ेंगे "डॉग कमांडो"

22 September 2014
रायपुर। माओवाद विरोधी अभियानों में जवानों को लैंडमाइंस के हमलों से बचाने और माओवादी हमले की पूर्व चेतावनी देने के लिए 100 कुत्तों का स्पेशल स्क्वॉड तैयार किया जा रहा है। यह स्क्वॉड छापेमारी और गश्ती के दौरान जवानों के साथ जाएगा। इन कुत्तों को "कमानडॉग्स" कहा जाता है, क्योंकि वह मानव कमांडो के जैसे होते हैं। इन कुत्तों को चंडीगढ़ स्थित आईटीबीपी और बेंगलूरू के पास तरालू में सीआरपीएफ के विशेष प्रशिक्षण संस्थानों में ट्रेनिंग दी जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आईटीबीपी और सीआरपीएफ जैसे अर्धसैनिकबलों की सलाह से नई योजना तैयार की है। इसके तहत माओवादी हिंसा से प्रभावित इलाकों में पैदल गश्त करने वाले जवानों के साथ कुत्ते भी होंगे। आईटीबीपी ने भारत में सबसे पहले 2011 में बेल्जियन शेफर्ड डॉग "मैलिनोइस" की सेवा ली थी। आईटीबीपी को इन विशेष नस्ल के कुत्तों के प्रशिक्षण का काम सौंपा गया है। हर पलटन के साथ एक डॉग केंद्र सरकार की योजना माओवादी हिंसा प्रभावित राज्यों में तैनात आईटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ और एसएसबी की हर पलटन के साथ कम से कम इस तरह का एक कुत्ता तैनात करने की है। बाद में हर टुकड़ी के साथ प्रति इकाई चार कुत्ते तैनात किए जाएंगे। ऎसा इसलिए किया जाएगा, क्योंकि हर बटालियन की कई इकाइयां एक ही समय पर काम पर निकलती हैं। एसपीजी से ट्रेनिंग लेगा एनएसजी देश में सर्वाधिक जोखिम का सामना करने वाले वीवीआईपी की सुरक्षा करने वाला एनएसजी कमांडो अपने कामकाज के कौशल को बढ़ाने वाला है। फिलहाल 15 वीवीआईपी को सुरक्षा प्रदान कर रहे एनएसजी ने एसपीजी से अपने कामकाज का "मूल्यांकन करने और इसके कमांडो को चुस्ती-फुर्ती के साथ काम करने के लिए कुछ टिप्स" देने को कहा है। एसपीजी प्रधानमंत्री और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है।

राजधानी में बिछेगी भूमिगत नाली, 485 करोड़ की योजना को मंजूरी

22 September 2014
रायपुर. राजधानी में 1050 किमी लंबा अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम बनेगा। भूमिगत नाली बिछाने के लिए 485 करोड़ रुपए की इस योजना को केंद्र सरकार ने तकनीकी स्वीकृति दे दी है। मिशन सिटी और स्मार्ट सिटी योजना के तहत जल्द ही वित्तीय मंजूरी भी मिलने की उम्मीद है।
नगर निगम प्रशासन ने तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद शहर को चार जोन में बांटकर भूमिगत नाली बनाने का खाका तैयार कर लिया है। भूमिगत नालियों को मेट्रो टेक्नालॉजी के माध्यम से बनाया जाएगा। चूंकि शहर की सभी प्रमुख सड़क बन चुकी हैं, इसलिए खुदाई ओपन नहीं होगी। सड़क के नीचे खुदाई करके नालियों का जाल बिछाया जाएगा। इस योजना में शहर के चार कोनों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और पंपिंग स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है।
आला अफसरों के मुताबिक दो साल पहले 300 करोड़ रुपए से रायपुर में 18 चरणों में अंडर ग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम बनाने की योजना बनी थी। केंद्र सरकार ने तकनीकी मंजूरी देने से पहले इसी को बदलकर शहर को चार जोन में बांटने की सिफारिश की है। वह योजना सिंगापुर की कंपनी की सर्वे रिपोर्ट पर आधारित थी। इसमें तब्दीली करके केंद्र सरकार ने 485 करोड़ रुपए की योजना का खाका मंजूर किया है।

मेट्रो टेक्नालॉजी में शामिल

बिलासपुर में सड़क को खोदकर पूरे शहर में भूमिगत नालियों का जाल बिछाया जा रहा है। सड़क खुदाई की वजह से पूरे शहर में धूल का गुबार और प्रदूषण फैल गया। यही नहीं, नाली के लिए किए गए गड्ढे में डूबकर एक बच्चे की मौत के बाद बिलासपुर एक दिन बंद हो गया था। सरकार यह स्थिति दोबारा नहीं चाहती। इसलिए मेट्रो टेकनॉलाजी को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया। मूलत: ये वही तकनीक है, जिससे दिल्ली में मेट्रो ट्रेन की लाइनें बिछीं। इसमें खुदाई भूमिगत हुई और सड़क पर किसी को पता ही नहीं चला।
पहले अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम की योजना जेएनयूआरएम के तहत थी। केंद्र में सरकार बदली तो प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल कर लिया गया। जो तकनीकी स्वीकृति मिली है, इसमें दो-दो जोन का काम दो चरणों में प्रस्तावित है। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही ग्लोबल टेंडर जारी करेंगे। - किरणमयी नायक, महापौर रायपुर

15 वार्डों में 60 किमी लाइन

राजधानी बनने से पहले रायपुर में 80 के दशक में पुराने 15 वार्ड में 60 किमी भूमिगत नालियां बनाई गई थीं। इनका उपयोग आज भी हो रहा है, मगर कई जगहों पर यह चोक हो गई है। लगभग चार साल पहले जर्मनी की जीटी जेड कंपनी ने निगम के साथ मिलकर इन नालियों का सर्वे किया था। पुराने वार्डों में यह नालियां सिविल लाइंस, बैरन बाजार, बैजनाथपारा, छोटापारा व सदर बाजार इलाके में बिछी हैं।


मुठभेड़ में पुलिस जवान शहीद, दो नक्सली ढेर

20 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में पुलिस व नक्सली मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो नक्सली मार गिराए। शुक्रवार को सामना होने पर नक्सली फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में दो नक्सली मारे गए, लेकिन बेलूद जिला निवासी पुलिसकर्मी बुद्धदेव साहू शहीद हो गया। बस्तर पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने बताया कि विशेष दस्ते के पुलिसकर्मी जंगल में नक्सली शिविरों पर छापा मारने गए थे। सुरक्षाकर्मियों के घेरने पर नक्सली फायरिंग करने लगे। भारी बारिश के बीच दोनों ओर से तीन घंटे तक फायरिंग हुई। खराब मौसम का फायदा उठा नक्सली जंगल की ओर भाग गए। मौके पर दो नक्सलियों के शव, एक 12 बोर की गन, डबल बैरेल लोडेड गन, एक देसी पिस्टल, इंसास रायफल व कारतूस मिले हैं।

अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में दूसरे नंबर पर रहा नोटा

20 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की अन्तागढ सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भोजराज नाग ने 51 हजार से अधिक मतों के अन्तर से जीत हासिल की है। राज्य निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, नाग ने सीधे मुकाबले में निर्दलीय प्रत्याशी रूपधर पुडो को शिकस्त देकर चुनाव जीत लिया।
भाजपा प्रत्याशी नाग को 63 हजार से अधिक मत हासिल किए, जबकि पुडो को लगभग 12 हजार मत मिले। इस सीट पर 13 हजार से अधिक मत नोटा (इनमें से कोई नहीं) को हासिल हुए। भाजपा प्रत्याशी के बाद नोटा मतदाताओं की दूसरी पसन्द बना।
राज्य में यह पहला मौका है जब नोटा को मिले मत निर्वाचित प्रत्याशी के बाद सर्वाधिक है। इस सीट पर कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशी के अचानक नाम वापस लेने के बाद जहां लागो से नोटा के इस्तेमाल की अपील की थी, जबकि नक्सलियों ने इससे पहले ही नोटा के इस्तेमाल की अपील की थी।
भाजपा ने इस सीट पर कब्जा बरकरार रखा है। पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा के विक्रम उसेन्डी निर्वाचित हुए थे। बाद में वह कांकेर सीट से सांसद चुन लिए गए। उनके इस्तीफ से सीट रिक्त हो गई थी जिसके कारण उप चुनाव करवाना पड़ा था।


न्यायधानी विकास की नई इबारत लिखेगी

20 September 2014
बिलासपुर. आने वाले बरस न्यायधानी के विकास की इबारत लिखेगी। महानगरीय शैली वाले कई प्रोजेक्ट शहर को नई तस्वीर देंगे, तो नागरिकों को बेहतर सुविधाएं भी। जरूरत है कि इन्हें 'सरकारीपन' से परे हटकर समय पर पूरा करवाया जाए। अंडरग्राउंड सीवरेज प्रोजेक्ट की तर्ज पर चले तो इनका लाभ मिलने तक दशकों बीत जाएंगे। अरपा विकास योजना, अरपा-भेैंसाझार प्रोजेक्ट जैसे बड़े काम संजीदगी से पूरे करने होंगे। सेंट्रल यूनिवर्सिटी में स्थापित हो रहा एक्सीलरेटर (त्वरक) रिसर्च में भविष्य की संभावनाओं के द्वार खोलेगा।

कांग्रेस में अब दूसरा मंतू राम पैदा नहीं होने देंगे: खूंटे

19 September 2014
रायपुर। पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निकाय चुनाव के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक पीआर खूंटे का कहना है कि कांग्रेस में अब दूसरा मंतू राम पैदा होने नहीं देंगे। उम्मीदवारी चयन में सतर्कता बरतने के साथ ही निष्ठावान और जमीन से जुडे़ कार्यकर्ताओं की पहचान की जाएगी। निकाय चुनाव के दौरान उम्मीदवारों से बायोडॉटा नहीं लिया जाएगा। खूंटे गुवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। लव जेहाद को लेकर पूछे गए सवाल पर वे काफी मुखर नजर आए। उनका कहना था कि इस मुद्दे पर भाजपा जबरिया राजनीति कर रही है। यह दिल का मामला है। इसमें किसी का जोर नहीं चलता।

भाजपा में उठी विरोध की आवाज, "मोदी के काम से खुश नहीं हैं जनता"

19 September 2014
बिलासपुर। लगातार तीन चुनावों में पार्टी की हार के बाद से भाजपा के अंदर विरोध की आवाज उठने लगी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय का कहना है कि लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम से खुश नहीं है हालांकि मोदी का मैजिक कम नहीं हुआ है। जनता चाहती है कि काम और बेहतर हो। उपचुनाव के नतीजों से देश की जनता ने अपना मैसेज दे दिया है। भाजपा की सीटें कम हुई हैं, और काम करने की जरूरत है। साय छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित अपने अधिवक्ता के निवास पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भाजपा की सीटें कम हुई हैं जो एक संकेत है कि सरकार के कामकाज से जनता संतुष्ट नहीं है। और बेहतर काम करने की जरूरत है ताकि जनता का मन जीता जा सके। आदिवासी मुख्यमंत्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे संयुक्त मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सब पता है। फैसला भी उन्हीं को लेना है इसलिए उनका जो निर्देश और मार्गदर्शन होगा उसी के मुताबिक कार्य किया जाएगा। प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की याचिका पर उन्होंने कहा कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं है। उन्हें अदालत और भगवान पर पूरा भरोसा है।

लव जिहाद गैरवाजिब

लव जेहाद के सवाल पर वरिष्ठ आदिवासी नेता ने कहा कि यह गैरवाजिब है। इस पर किसी तरह का बवाल न हो इसके लिए दोनों धर्म के प्रमुखों को बैठकर आपस में चर्चा करनी चाहिए और इसका हल निकालना चाहिए।


साहब हमारे गांव में पुलिस मत भेजो, नक्सली हमें मार देंगे

19 September 2014
रायपुर. साहब हमारे गांव में पुलिस वालों को मत भेजो नहीं तो पुलिस की मुखबिरी के शक में हमें नक्सली मार देंगे। यह फरियाद है आरा क्षेत्र के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों की। जब से सहायक आरक्षक दंपति की हत्या के मामले में पुलिस ने 12 लोगों की गिरफ्तारी की है तब से ग्रामीणों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
नक्सली लगातार गांव में जाकर ग्रामीणों को धमका रहे हैं। हत्या के आरोपियों को पांच दिन के अंदर रिहा करने की मांग को लेकर लगभग 500 ग्रामीण गुरुवार को एनएच 43 जाम करने के लिए बाला छापर के सामुदायिक भवन में एकत्र हुए थे जिन्हें पुलिस ने वहीं पर रोक लिया और घंटों समझाईश दी जिसके बाद ग्रामीण वापस अपने गांव चले गए।
ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार की शाम को 15 से 16 हथियारबंद लोग उनके गांव में आए, रात को 7 बजे ठुठीअंबा में सभी ग्रामीणों का बैठक ली और उन्हें चेतावनी दी कि पांच दिनों के अंदर सभी आरोपियों की रिहाई करवाओ।

तो पूरे गांव को उड़ा देंगे

ग्रामीणों को समझाने गए पुलिस अधिकारियों को ग्रामीणों ने बताया कि नक्सलियों ने उन्हें धमकी दी है कि यदि पांच दिनों के अंदर वे अपने गांव के लोगों की रिहाई नहीं करवाते हैं तो उनके पूरे गांव को उड़ा देंगे। ग्रामीण डरे सहमे बालाछापर पहुंचे थे। पुलिस ने जब उन्हें कहा कि उनके गांव की तरफ सर्चिंग तेज करवाई जाएगी तो डरे हुए ग्रामीणों ने एक स्वर में पुलिस अधिकारियों से कहा कि हमें अपने हाल पर छोड़ दीजिए। हमारे गांव में पुलिस न भेजें नहीं तो पुलिस की मुखबिरी के शक में नक्सली मार देंगे। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में कभी भी नक्सली आ धमकते हैं और उन्हें प्रताड़ित कर उनके साथ मारपीट भी करते हैं।
- गांव वालों ने अपनी समस्याएं बताईं। उनसे चर्चा की गई और उन्हें आश्वस्त किया गया कि पुलिस उनके साथ है। हत्या के मामले में कानूनी रूप से सही कार्रवाई की जा रही है। - नेहा पांडेय, एडीशनल एसपी जशपुर


धर्मातरण पर संजीदा नजर आए भागवत

18 September 2014
रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह मोहन भागवत की पाठशाला में बुधवार को धर्मातरण का मुद्दा छाया रहा। विश्व हिंदू परिषषद, वनवासी कल्याण आश्रम व अन्य अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में धर्मातरण पर प्रभावी रोक तरीके से लगाने पर जोर दिया। बैठक में दूरस्थ वनवासियों की सुविधाओं और वनवासी बच्चों की शिक्षा-दीक्षा को लेकर अनुषांगिक संगठनों के कामकाज की विस्तार से समीक्षा की गई।
संघ प्रमुख भागवत की पाठशाला में दूसरे दिन संघ के अलावा अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों की मौजूदगी रही।
बुधवार को सुबह से लेकर देर रात तक चली बैठकों में अनुषांगिक संगठनों के कामकाज पर विशेष फोकस किया गया। शहरी इलाकों में चलाई जा रही संगठनात्मक गतिविधियों के अलावा ग्रामीण इलाकों में संगठन को मजबूत करने की बात कही। संघ प्रमुख ने वनवासी क्षेत्रों में चलाए जा रहे कार्यो पर विशेषष चि ली।

भागवत ने वनवासी क्षेत्रों में चल रहे कार्य को सराहा व बगैर किसी डर के बढ़चढ़कर काम करने पर जोर दिया। छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश के चुनिंदा पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक में वाषिर्षक गतिविधियों की जानकारी ली।

अमरकंटक का किया भ्रमण

बैठक के बाद संघ प्रमुख श्री भागवत ने दोपहर तीन बजे मृत्युंजय आश्रम से निकलकर अमरकंटक के प्रमुख दर्शनीय स्थल कपिलधारा, दुग्धधारा, सोनमु़़डा, माई की बगिया का भ्रमण किया। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य की उन्होंने तारीफ की। इसके बाद वे नर्मदा मंदिर पहुंचे।
नर्मदा मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील महाराज ने बताया कि श्री भागवत ने नर्मदा माई की पूजा अर्चना की और आरती में शामिल हुए। इसके बाद मंदिर का भ्रमण किया। वे कुछ देर मंदिर परिसर में बैठे रहे। इसके बाद मृत्युंजय आश्रम के लिए रवाना हो गए।


वन मंडल में नहीं है स्नैक मैन

18 September 2014
रायगढ़। जब किसी गांव में भालू व तेंदुआ घुस आए, तो उसे पकड़ने के लिए वनकर्मी सक्षम है, लेकिन किसी के घर में घुसे सांप को पकड़ने में वनकर्मियों के भी पसीने छूट जाते हंै। बरसो से रायगढ़ वन मडंल स्नेक मैन के पद पर कोई भी पदस्थ नहीं हुआ। इस वजह से कई बार सांप की सूचना पर उसे पकड़ने गए वनकर्मी अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं।
सांपो के निकलने की सबसे अधिक शिकायत अभ्यारण्य व शहरी क्षेत्र में आती है। अजगर को तो किसी तरह वनकर्मी पकड़ लेते हैं, पर बात अगर जहरीले सांप की हो तो वनकर्मियों की भी परेशानी बढ़ जाती है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि सिर्फ बरसात के दिनों में संाप की शिकायत आती है और साल भर उस स्नैक मैन का कोई काम नहीं होता है। इस कारण इस पद को भी नहीं भरा जा रहा है।

पहले था रामू

विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि करीब पांच साल पहले पर्यावरण पार्क में रामू नामक श्रमिक था, जो सांप को बिना डरे पकड़ लेता था। जब कहीं घर में सांप घुसने की सूचना आती थी। तब रामू के सहारे वनकर्मी सांप को पकड़ते थे और उसे जंगल में छोड़ देते थे, लेकिन अब रामू के नहीं होने पर वनकर्मी यह जोखिम खुद ही उठा रहे हैं।

यहां निकले सांप

मंगलवार को सेटं्रल स्कूल के पास अजगर निकला था। जिसकी जानकारी वनकर्मियों को दी गई। तब वनकर्मी मौके पर पंहुचे और अजगर को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिए। बुधवार की सुबह चक्रधर स्टेट बैंक के पास एक सांप घर में घुस गया था। जिसे पकड़ने के लिए वनकर्मियों को बुलाया गया, पर उससे पहले उसे घर के लोगों ने ही मार दिया।
स्नेक मैन का पद यहां नहीं है। बिलासपुर के कानन पेंडारी, जशपुर व अन्य संवेदनशील इलाकों में इसकी पोस्ट है। अभ्यारण्य के लिए भी यहां स्नैक मैन का पद नहीं है। आरके पाण्डेय, डीएफओ, रायगढ़ वन मंडल


आम लोगों के करीब पहुंचेगा गजट, अब ऑनलाइन देख सकेंगे

18 September 2014
रायपुर. छत्तीसगढ़ भी अब ई-गजट पेश करने वाले राज्यों में शामिल होगा। अभी इसमें केंद्र सरकार सहित देश के छह राज्य ही शामिल हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने भी इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी तेज कर दी है। राज्य सरकार की मानें तो इससे गजट यानी राजपत्र की छपाई और उसमें होने वाली लेटलतीफी के झंझट से मुक्ति मिलेगी। साथ ही वह आम जनता के लिए भी सर्वसुलभ होगा। मौजूदा व्यवस्था में यह अभी सिर्फ सरकारी कार्यालयों की ही शोभा बढ़ाते हैं। राज्य सरकार इस बीच इस व्यवस्था को लागू करने से पहले उन सारे कानूनी पहलुओं का भी अध्ययन करने में जुटी है, जो इसकी राह में अभी रोड़ा बन रहे हैं। साथ ही उन सारे राज्यों से भी जानकारी जुटाई जा रही है जहां यह व्यवस्था लागू है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो ई-गजट को लागू करने से पहले राज्य सरकार को गजट नोटिफिकेशन के पुराने प्रावधानों में बदलाव भी करना पड़ेगा। मौजूदा व्यवस्था के तहत गजट नोटिफिकेशन प्रिंटिंग के जरिए किया जाता है। साथ ही इसे प्रिंटिंग की तारीख से ही प्रभावी माना जाता है।
छत्तीसगढ़ भी अब ई-गजट पेश करने वाले राज्यों में शामिल होगा। अभी इसमें केंद्र सरकार सहित देश के छह राज्य ही शामिल हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने भी इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी तेज कर दी है।
राज्य सरकार की मानें तो इससे गजट यानी राजपत्र की छपाई और उसमें होने वाली लेटलतीफी के झंझट से मुक्ति मिलेगी। साथ ही वह आम जनता के लिए भी सर्वसुलभ होगा। मौजूदा व्यवस्था में यह अभी सिर्फ सरकारी कार्यालयों की ही शोभा बढ़ाते हैं। राज्य सरकार इस बीच इस व्यवस्था को लागू करने से पहले उन सारे कानूनी पहलुओं का भी अध्ययन करने में जुटी है, जो इसकी राह में अभी रोड़ा बन रहे हैं। साथ ही उन सारे राज्यों से भी जानकारी जुटाई जा रही है जहां यह व्यवस्था लागू है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो ई-गजट को लागू करने से पहले राज्य सरकार को गजट नोटिफिकेशन के पुराने प्रावधानों में बदलाव भी करना पड़ेगा। मौजूदा व्यवस्था के तहत गजट नोटिफिकेशन प्रिंटिंग के जरिए किया जाता है। साथ ही इसे प्रिंटिंग की तारीख से ही प्रभावी माना जाता है।

यह होगा फायदा

यह आमलोगों की पहुंच में होगा। अभी गजट सिर्फ सरकारी कार्यालयों तक ही सीमित रहते हैं।
प्रिटिंग के झंझट से मुक्ति मिलेगी। अभी प्रिंटिंग के चलते नोटिफिकेशन में देरी होती है। इसके चलते काम-काज भी प्रभावित होते हैं।
समय और पैसे दोनों की बचत होगी। अभी प्रिटिंग, ट्रांसपोर्टेशन और डिस्ट्रीब्यूशन आदि पर काफी पैसा भी खर्च होता है।


समर्पित नक्सलियों के गंभीर अपराधों को माफी नहीं

17 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने साफ किया है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के अपराधों की समीक्षा होगी। उन पर चल रहे मामलों को अपराधों की गंभीरता के तराजू में तौला जाएगा। गंभीर अपराध करने वाले नक्सलियों पर मुकदमे चलेंगे। राज्य सरकार उन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा आत्मसमर्पण का अर्थ है भटके लोगों को रास्ते पर लाना। इसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं लगाया जाना चाहिए कि जो नक्सली आत्म समर्पण कर रहे हैं, उनके सारे अपराध माफ कर, पुलिस में दर्ज सभी मामले वापस ले लिए जाएंगे। कानूनी प्रक्रिया अपनी जगह चलती रहेगी।

जाति बदलकर रथ बनाते हैं आदिवासी

17 September 2014
जगदलपुर। विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक अजीबोगरीब परम्परा देखने में आई है। यहां के आदिवासी बस्तर दशहरे की रियासतकालीन परम्परा को बचाए रखने के लिए अपनी जाति बदलते हैं और इसके लिए सामाजिक बहिष्कार भी सहष्ाü झेलते हैं। परम्परा के अनुसार रथ निर्माण का काम संवरा जनजाति का है। चूंकि इस जनजाति के लोग अब विलुप्त प्राय हैं। इसलिए दूसरी जनजाति के लोग रथ का निर्माण करते हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें अपनी चाति बदलनी पड़ती है।
रथ निर्माण के जजबे में कोई कमी नहीं : रथ निर्माण में जुटे आदिवासियों को मालूूम होता है कि संवरा जनजाति का सदस्य बनने की वजह से गांववाले उनका सामाजिक बहिष्कार करेंगे। समाज में वापसी के लिए उन्हें कीमत चुकानी होगी। बावजूद इसके लोग खुशी-खुशी ये कीमत चुकाने को तैयार हो जाते हैं। संवरा की विशेष्ाता : रियासतकाल से संवरा जनजाति के लोग शबरी नदी के किनारे बसे थे। पत्तों को समेटना और लकड़ी में कलाकारी उनकी पहचान रही है। समय के साथ संवरा के लोग ज्यादातर आंध्रप्रदेश और ओडिशा की ओर चले गए। अब बस्तर में इनकी संख्या कम है। जो हैं भी, तो उनका रूझान इस कार्य के प्रति नहीं है। समय के साथ उनकी सोच बदल गई है। झेलना पड़ता है सामाजिक बहिष्कार का दंश वर्तमान में भतरा सहित अन्य जनजातियों से संवरा जनजाति में आए लोग यहां रथ निर्माण कर रहे हैं। लेकिन, इसके लिए उन्हें घर वापसी पर सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ता है और सजा के तौर पर इन्हें बकरा, मुर्गा, शराब व रूपए देने पड़ते हैं या सामाजिक भोज कराना पड़ता है। इसके बाद ही वे अपनी जनजाति में शामिल हो पाते हैं। मांईजी के कार्य में बाधा नहीं होनी चाहिए, सामाजिक रीति को निभाना भी जरूरी है। धनसिंह, रथ निर्माण कारीगर जनजातियों के अलग-अलग कार्य बंटे होते हैं। एक जनजाति का युवक दूसरे जनजाति का कार्य नहीं कर सकता। ऎसा करने पर सामाजिक तौर पर उसका बहिष्कार कर दिया जाता है। रथ निर्माण का कार्य संवरा जनजाति का है, जो कि मूलत: बढ़ई होते हैं। दूसरे जनजाति के लोगों को यह कार्य करने पर जातिगत बहिष्कार झेलना पड़ता है। वापस जाने पर जुर्माना या अर्थदण्ड के बाद ही उन्हें अपनी जाति में शामिल किया जाता है।


धर्म के साथ हो रही साजिश, नेहरू से मोदी तक कुछ नहीं कर सके

17 September 2014
बिलासपुर. साईं बाबा को भगवान न मानने के विवादित बयान से सुर्खियों में आए जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि वे साईं की मूर्तियां नहीं, उनसे लोगों में उनसे जुड़ा अंधविश्वास तोड़ना चाहते हैं। देश में सभी को वाणी की स्वतंत्रता है। अगर उन्होंने कहा है कि साईं भगवान नहीं हैं तो इसमें गलत क्या है। धर्म संसद के प्रस्ताव को असंवैधानिक बताया जाता है और उनकी तस्वीर पर जूतों की माला पहनाई जाती है तो क्या यह सही है।
सोमवार को चिचिरदा में हरीश शाह के निवास पर अपने शिष्यों के साथ पहुंचे द्वारिका शारदा व ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद मंगलवार को मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं की जगह साईं की तस्वीर बनाकर बेची जा रही है। महाभारत में भगवान कृष्ण ने विराट रूप दिखाया था और तस्वीरों में कृष्ण की जगह साईं की फोटो लगी है। कृष्ण बांसुरी बजाते थे और तस्वीरों में कृष्ण की जगह साईं नजर आ रहे हैं। हनुमान पहाड़ उठाए हुए हैं और पहाड़ पर साईं दिख रहे हैं। शंकराचार्य ने कहा, सनातन धर्म के खिलाफ साजिश रची जा रही है।
कवर्धा के धर्म संसद में छह प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें से एक था कि साईं, ईश्वर, संत या गुरु नहीं हैं। इसे लेकर विरोध शुरू हो गया।


भाजपा की मान्यता रद करे चुनाव आयोग: कांग्रेस

16 September 2014
रायपुर। कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा द्वारा की गई खरीद फरोख्त, सरकारी तंत्र और पुलिस के दुरुपयोग को लोकतंत्र विरोधी आचरण ठहराया है। इस मामले में उन्होंने चुनाव आयोग से भाजपा की मान्यता रद्द करने और लोक प्रतिनिधित्व कानून और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक सहित भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रत्याशी और निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम वापसी में धनबल, सरकारी प्रशासन तंत्र और पुलिस को झोंक दिया गया और भाजपा प्रवेश करने में यही लोग सक्रिय रहे। भाजपा ने लोकतंत्र की ज़़डों पर कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि कांकेर के कलेक्टर एसपी पर भाजपा के एजेंट की तरह काम करने के आरोपों को और एक प्रमाण मिला है। स्वयं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को 11 सितंबर को शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थमने के बाद अंतागढ़ से निकल जाना था। अंतागढ़ के बाहर से आए भाजपा नेताओं और प्रचारकों को बाहर करना पुलिस और प्रशासन का दायित्व था। सरकारी प्रभाव में अपने इस दायित्व को भी पुलिस प्रशासन ने नहीं निभाया। चुनाव प्रचार की समय सीमा समा होने के बाद अंतागढ़ विधानसभा की सीमा में बने रहकर और जनसंपर्क जारी रख कर श्री कौशिक और अन्य भाजपा नेताओं ने जनप्रतिनिधित्व कानून और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इस उल्लंघन को पुलिस प्रशासन ने सरंक्षण दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांकेर कलेक्टर और कांकेर एसपी पूरे अंतागढ़ चुनाव में भाजपा के एजेंट के रूप में काम करते रहे।

जनता की नहीं, टोल टैक्स वसूली की ज्यादा चिंता

16 September 2014
रायपुर। जनता की सुविधाओं का ख्याल रखने के सुप्रीम कोर्ट की सीख के बावजूद राज्य सरकार शहरी आबादी के बीच सुंदरनगर में टोलनाका स्थापित कर लोगों की जेब काटने पर अड़ी हुई है। इसमें जनता की भावनाओं को नजरअंदाज कर निर्माण कम्पनी डीएस कंस्ट्रक्शन को टोलनाका के जरिए फायदा पहुंचाने की योजना है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी स्पष्ट किया है कि अगर शहर के रहवासियों के लिए टोल नाके से असुविधा होती है तो सरकार टोल नाका बनाने के निर्णय को बदल सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए डेढ़ महीने पहले यह व्यवस्था दी थी। अवमानना का नोटिस भी : याचिका दायर होने के बाद हाईकोर्ट ने 2012 में सुंदरनगर में टोल निर्माण पर स्टे लगा दिया। इसके बावजूद कम्पनी ने निर्माण जारी रखा। इस पर नागरिक संघष्ाü समिति की ओर से कन्हैया अग्रवाल तथा निश्चय बाजपेयी ने अवमानना याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने टोल निर्माण कम्पनी रायपुर एक्सप्रेस-वे लिमिटेड, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, पीडब्लूडी के चीफ इंजीनियर को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था। यह कहा सुप्रीम कोर्ट ने "इससे कतई इनकार नहीं किया जा सकता है कि प्रस्तावित टोल नाका रहवासियों के लिए असुविधाजनक नहीं होगा। टोल लोगों के हितों के अनुरूप संतुलित ढंग से स्थापित होना चाहिए। यह सही है कि टोल नाका बनाने का निर्णय प्रशासनिक है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह शासन का आखिरी निर्णय है। यदि शहर के लोगों को टोल नाके से किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो इसे शहर के बाहर करने के लिए कभी भी प्रशासन मुक्त है। " माननीय अब क्या हुआ? नाके के निर्माण के सवाल पर सरकार के दो मंत्रियों बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत में मतभेद भी उभरे थे। मूणत प्रदर्शनकारियों के साथ टोल निर्माणस्थल पर धरने पर बैठ गए थे। सरकार ने टोल नाके के लिए प्रशासनिक करार 2006 में किया था। करार के जरिए 2010 में डीएस कम्पनी को अचानक शहर सीमा के अंदर सरोना में टोल नाका निर्माण की अनुमति दे दी गई। फैसले के बाद नाके के प्रभावित सैकड़ों की संख्या में सड़क पर उतर आए। यहां तक कि मंत्री मूणत ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया। कई महीनों तक विरोध प्रदर्शन हुए। विवाद गहराने पर सरकार ने टोल नाका सुंदरनगर में बनाने की अनुमति दे दी। सरकार के इस फैसले पर भी जबर्दस्त विवाद हुआ और बाद में मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई। हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने पर सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई। जानकारी मांगी है आरंग-रायपुर फोरलेन में शहर के अंदर सुंदरनगर टोल नाका मामले में हमने नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया तथा पीडब्लूडी के हाइवे डिविजन से आधिकारिक जानकारी मांगी है। जानकारी आने के बाद निर्माण कम्पनी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। -ठाकुरराम सिंह, कलक्टर, रायपुर

पुलिस ने सरेआम बरसाए डंडे तो लोगों ने मुंह पर लगा दी कालिख

16 September 2014
रायपुर. राशन कार्ड, धान पंजीयन और जाति प्रमाण-पत्र बनाने में हो रही देरी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में सोमवार को पाटन में किया गया धरना-प्रदर्शन उग्र हो गया। कांग्रेस नेता बैरिकेड तोड़ते हुए एसडीएम कार्यालय का घेराव करने के लिए आगे बढ़े। समझाने के बाद भी जब वे नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाईं। पानी की तेज फुहारें छोड़ी गईं। इससे आक्रोशित कांग्रेसियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। उन पर कालिख फेंकी। उन्होंने एसडीएम कार्यालय के दरवाजों के कांच भी तोड़ दिए। इस दौरान करीब दस कांग्रेसी घायल हो गए।

कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज पुलिस पर फेंके पत्थर

राशन कार्ड, धान पंजीयन और जाति प्रमाण पत्र बनाने में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सोमवार को पाटन में धरना दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता एसडीएम कार्यालय का घेराव करने बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़े। पुलिस ने भीड़ पर जमकर लाठियां बरसाईं। कार्यकर्ता इस पर भी नहीं माने तो उन पर पानी की तेज फुहारें छोड़ी गईं। कार्यकर्ताओं की आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया। उन्होंने एसडीएम कार्यालय के दरवाजों के कांच तोड़ दिए। एसडीएम और तहसीलदार को सुरक्षा देने के लिए खड़े पुलिस वालों पर कालिख फेंकी गई। उन्होंने पुलिस वालों को भी दौड़ाया। अंत में जिला प्रशासन द्वारा एसडीएम और तहसीलदार को हटाने के आश्वासन के बाद वे शांत हुए।
पाटन प्रदेश अध्यक्ष बघेल का विधानसभा क्षेत्र है। वहां उन्होंने एक दिवसीय धरने का आयोजन किया था। इसमें सांसद ताम्रध्वज साहू समेत कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए। धरने के बाद सभी कांग्रेसी एसडीएम कार्यालय का घेराव करने निकले। स्वामी आत्मानंद चौक पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे। कांग्रेसियों ने बैरिकेड को धक्का लगाकर तोड़ दिया। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ीं। इससे बात नहीं बनी तो लाठीचार्ज शुरू कर दिया। कांग्रेसी आगे बढ़ते हुए दूसरे बैरिकेड को भी तोड़ने में कामयाब हो गए। आक्रोशित भीड़ एसडीएम कार्यालय के परिसर में घुस गई। पुलिस ने कार्यालय को चारों ओर से घेर लिया था। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पत्थर, ईंट और कांच के टुकड़े फेंके। इससे कार्यालय के दरवाजे- खिड़कियों में लगे कांच टूट गए। कांग्रेसियों ने पुलिस पर जला हुआ आइल, कालिख और स्याही भी फेंकी।

पुलिस वालों के कपड़े और चेहरों में इसकी छींटे पड़े। इस घटना में आधा दर्जन नेताओं को चोट लगी। कांग्रेस कार्यकर्ता अश्वनी देवांगन के सिर से खून बहने लगा। रूपचंद और गाला वर्मा को छाती में चोट लगी।

एसडीएम, तहसीलदार को हटाने की मांग

उग्र प्रदर्शन को देखते हुए दुर्ग जिला प्रशासन की ओर से एडिशनल कलेक्टर केके अग्रवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बघेल से मिलकर उनकी मांगों को सुना। कांग्रेस नेताओं ने एसडीएम सौम्या चौरसिया को आठ दिन के भीतर और तहसीलदार को दो दिन के भीतर हटाने की मांग की। एडिशनल कलेक्टर अग्रवाल ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

अधिकारियों से परेशान थी जनता : बघेल

बघेल ने कहा कि राशन कार्ड के सत्यापन के लिए लोग एसडीएम और तहसीलदार के चक्कर काट रहे थे। छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र के लिए परेशान किया जा रहा था। महीनों से मनरेगा के मजदूरों का भुगतान नहीं हुआ है। इससे जनता हलाकान थी। अगर प्रशासन एसडीएम और तहसीलदार को नहीं हटाता है तो कांग्रेस फिर प्रदर्शन करेगी।

टीआई बोले: न लाठी चलाई न पानी की बौछार

कांग्रेसियों के आरोपों के विपरीत पाटन टीआई टीएस साहू ने कहा कि कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। हमने किसी पर लाठीचार्ज नहीं किया। हमने पानी की बौछारे भी नहीं छोड़ीं और न ही उन पर आंसू गैस छोड़ी।


अब छत्तीसगढ़ के मैदान में टीम मोदी

15 September 2014
रायपुर। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद टीम मोदी के सदस्य एक बार फिर छत्तीसगढ़ में सक्रिय हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव के समय टीम मोदी के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर चुनावी अभियान चलाया था। अब केंद्र सरकार और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए टीम मोदी के सदस्य सक्रिय हुए हैं।
मिशन 272 के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ प्रभारी राजेश दवे रविवार को राजधानी पहुंचे। उन्होंने सुशासन की योजनाओं को भ्रष्टाचार मुक्त करके आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाने की बात कही।
पत्रकारों से चर्चा में दवे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले 11 साल से भाजपा की सरकार है। अब केंद्र में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बन गई है। इससे प्रदेश के विकास की रफ्तार में तेजी आएगी। इस तेजी को आखिरी व्यक्ति के लिए लाभकारी बनाने की योजना पर टीम मोदी के सदस्य काम कर रहे हैं।
राजेश दवे ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान मिशन 272 के तहत छत्तीसग़़ढ के 40 हजार से ज्यादा लोगों ने मिस्ड काल करके समर्थन दिया था। यह 40 हजार लोग भाजपा के सदस्य नहीं है, लेकिन भाजपा को समर्थन करते हैं। अब इन लोगों को विकास की योजनाओं से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इसके लिए गांव से लेकर राजधानी तक सक्रिय सदस्यों का एक समूह बनाया जाएगा। यह समूह विकास योजनाओं की मानिटरिंग करेगा। इसकी रिपोर्ट सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी जाएगी।


सुंदरनगर और आरंग टोल पर कटेगी जेब

15 September 2014
रायपुर। रायपुर-आरंग फोरलेन पर विवादित सुंदरनगर टोल प्लाजा बनकर तैयार हो चुका है। इसे निकाय चुनाव के बाद गुपचुप तरीके से शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही शहरी आबादी के बीच टोल पर लोगों की जेब कटनी शुरू हो जाएगी। सुंदरनगर टोल प्लाजा और इसके 40 किमी के दायरे में आरंग टोल पर एक साथ वसूली होगी। यह केंद्रीय भूतल परिवहन के निर्देशों की भी खुली अवहेलना है। इसमें स्पष्ट है कि शहर के भीतर और 60 किमी के दायरे में दो जगह टोल टैक्स वसूला नहीं जा सकता। निर्माण कम्पनी डीएस कंस्ट्रक्शन कोर्ट की रोक हटते ही टोल प्लाजा शुरू करने की ल्दबाजी में है।
लेकिन निगम चुनाव सामने होने के चलते राज्य सरकार लोगों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। ऎसे में नवम्बर के आखिरी सप्ताह से वसूली संभव है।
ये इलाके होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित : सुंदरनगर टोल शुरू होने से टांटीबंध से तेलीबांधा तक आसपास रहने वाले लोग प्रभावित होंगे। इनमें दीनदयाल उपाध्यायनगर, संुदरनगर, कुशालपुर, प्रोफेसर कॉलोनी, राधास्वामीनगर, रायपुरा, चंगोराभाठा, मठपुरैना, संतोषीनगर, लक्ष्मीनगर और भाठागांव शामिल हैं।

महज 60 किमी के दायरे में चार टोल

सुंदरनगर और आरंग टोल प्लाजा शुरू होते ही हाइवे पर भिलाई से रायपुर होते हुए आरंग तक के सफर के दौरान चार-चार टोल नाकों पर लोगों की जेब कटना तय है। 60 किमी की इस दूरी में पहले से भिलाई स्थित नेहरूनगर और कुम्हारी टोल प्लाजा पर वसूली चल रही है।
लूट के खेल का सफर
भिलाई-आरंग की दूरी- 60 किमी
भिलाई नेहरूनगर से कुम्हारी टोल- 22 किमी
कुम्हारी-सुंदरनगर टोलनाका- 08 किमी
सुंदरनगर-रसनी (आरंग)- 40 किमी
शहर के 3 लाख लोगों को देना पड़ेगा टोल टैक्स
आठ साल बाद बनकर तैयार हुआ टोल नाका
2006 से टोल नाका पर चल रहा है विवाद

ये हैं नियम

केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय के मुताबिक नगर निगम की सीमा में टोल प्लाजा नहीं हो सकता। राजपत्र के निर्देश के अनुसार दो टोल नाकों के
बीच का अंतराल 60 किमी से कम नहीं होना चाहिए। रायपुर-आरंग फोरलेन पर इन नियमों की खुली अवहेलना की जा रही है।

नियम की अनदेखी से बढ़गी दुर्घटना!
शहर के भीतर टोल नाका बनने का 2006 से लगातार विरोध हो रहा। यहां के रहवासियों को टोल टैक्स से बचने के लिए वाहनों के आबादी क्षेत्र में घुसने की आशंका है। इससे टै्रफिक का दबाव और दुर्घटनाओं की आशंका भी है।
टोल नाका शुरू होने से पहले ही शहरवासियों को छूट मिलेगी या नहीं, इसकी जानकारी दी जाएगी। फिलहाल छूट के मामले में किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है। अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव, पीडब्ल्यूडी
टोल नाका की शुरूआत दिवाली के बाद की जाएगी। अभी शहरवासियों को लाभ किस तरह दिया जा सकता है, इसको लेकर कोई बैठक नहीं हुई है। सुंदरनगर और आरंग दोनों टोल एक साथ शुरू होंगे।
सुनील नायक, प्रवक्ता, डीएस कंस्ट्रक्शन


नक्सलियों पर फायरिंग,साथ ही बढ़ाते रहे सहमे दल का संबल

15 September 2014
रायपुर। कांकेर के अंतागढ़ में उपचुनाव हो गया। मतदान दल लौट रहा था। पीवी 89 से बेठिया के लिए जा रहे थे। अचानक एक विस्फोट हुआ और गोलियां चलने लगीं। मतदान दल के लोग घबरा गए। साथ चल रहे बीएसएफ के जवान फौरन चिल्लाए- जो जहां है, वहीं लेट जाए। लगभग सब लेट गए और सबके साथ एक-एक जवान गोलियां चलाते हुए लेटा रहा। सब बेहद घबराए हुए थे। अचानक कुछ जवान हंसने-हंसाने लगे। गोलियां भी चल रही थी और चुटकुले भी। मतदान दल के लोगों की धड़कन तो तेज हो ही गई थी, लेकिन चुटकुलों से हंसी भी नहीं रोक पा रहे थे।
बस ऐसे ही फायरिंग के बीच हंसते-हंसाते दल को बचा ले आए बीएसएफ के जवान। उन्हें बिठाया और फिर चाय पिलाई।

मौत जब सिर पर खड़ी हो, तो अच्छे अच्छों की हालत खराब हो जाती है। अंतागढ़ उपचुनाव से लौटते वक्त मतदान दलों पर नक्सलियों का हमला हो गया। मतदान दल में पीठासीन अधिकारी जोगेंद्र प्रसाद फरदिया, सदस्य हरि केशव डडसेना, प्रदीप साहू, लेख राम ध्रुव और उलेश्वर प्रसाद थे। जोगेन्द्र बताते हैं कि सुबह 11.45 बजे एक विस्फोट हुआ। धूल का गुबार उठने लगा और तड़ातड़ गोलियां चलने लगी। जवानों ने चिल्लाया- नक्सली हमला है। जो जहां है, वहीं लेट जाओ। सबकी धड़कने बढ़ गई। लगा, पता नहीं बचेंगे या नहीं। घर-परिवार की याद आने लगी। शायद जवानों ने हमारी हालत को समझ लिया। बस, इसके बाद एक से एक चुटकुले सुनाकर ऐसे माहौल में भी खूब हंसाया और हमारा तनाव दूर कर दिया। मन में चिंता बहुत थी, लेकिन डर खत्म सा हो गया था। एक जवान इस दौरान घायल हो गया। उसका इलाज भी साथ साथ ही चलता रहा। कुछ जवान ये भी कहते रहे कि नक्सलियों ने तो एक बम फोड़ा है। अगर आदेश आ जाए तो हम अभी पूरी दिवाली मना लें।

इसके बाद चाय-नाश्ता

केशव कहते हैं कि नक्सलियों के कब्जे वाले किसी जंगल में चाय-नाश्ते की बात हम सोच भी नहीं सकते थे। करीब आधे घंटे जमीन में लेटे रहने के बाद जब स्थिति सामान्य हुई, तो जवानों ने हमें सुरक्षित जगहों पर बैठा दिया। इसी दौरान बैकअप टीम आई और घायल जवान को बांदे के लिए रवाना किया गया। इस बीच हमारे लिए चाय-नाश्ते का इंतजाम होता रहा। मुठभेड़ और विस्फोट के बाद भी सारे लोग हंसते-हंसाते कांकेर के पीजी कालेज पहुंचे।


दस हजार सोलर लैंप देगा छग

13 September 2014
रायपुर। बाढ़ पीड़ितों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से दस हजार सोलर लैंप सहित बिजली के ट्रांसफार्मर और अन्य जरूरी बिजली उपकरण दिए जाएंगे।

इससे पहले प्रदेश सरकार दस करोड़ रुपये की सहायता का एलान पहले ही कर चुकी है। इसमें पांच करोड़ का चावल भी शामिल है।


स्मार्ट सिटी की दौड़ में प्रदेश के पांच शहर

13 September 2014
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना "100 स्मार्ट सिटी" का शुक्रवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में श्रीगणेश हुआ। राज्यों से आए प्रतिनिधियों के समक्ष मंत्रालय ने इन विशेष शहरों का कंसेप्ट नोट के साथ शुरूआती चेहरा पेश किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र से राज्य के पांच शहरों को मोदी के ड्रीम प्रजेक्ट में शामिल करने की मांग की है। राज्य के शहरी विकास मंत्री अमर अग्रवाल और लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने 5 शहरों के दावे को केंद्र सरकार के सामने मजबूती से रखा।
दोनों मंत्रियों ने स्मार्ट सिटी योजना को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए भी कई सुझाव भी दिए। उन्होंने अपने सुझाव में कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के क्रियान्वयन के लिए प्रशासनिक ढांचे का स्वरूप योजना में ही निर्धारित कर दिया जाए, ताकि विभिन्न मंत्रालय के बीच समन्वय सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि स्मार्ट सिटी के क्रियान्वयन में नगरीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए नगरीय निकायों में ढांचागत परिवर्तन को यथोचित सुनिश्चित किया जाना आवश्यक होगा।
आर्थिक प्रबंधन बड़ी समस्या : बैठक में स्मार्ट सिटी के लिए धन जुटाने की समस्या पर गंभीर मंथन हुआ। इसमें तीन स्तरों पर धन जुटाने की बात निकलकर आई। पहला स्तर राज्य और केंद्र की ओर से अनुदान, दूसरा वल्र्ड बैंक व अन्य स्त्रोत और तीसरा पीपीपी मोड पर काम करना। इसमें केंद्रीय मंत्रालय के स्तर पर ही आर्थिक इंतजाम का प्लान बनाया जाएगा।

...तो ये शहर बनेंगे स्मार्ट सिटी

छत्तीसगढ़ सरकार ने रायपुर-नया रायपुर, भिलाई, बिलासपुर और राजनांदगांव को केंद्र सरकार से इस परियोजना में शामिल करने की मांग की है। अगर केन्द्र सरकार ने प्रदेश सरकार के इस दावे को हरी झंडी दे दी तो ये पाचों शहर लंदन और पेरिस की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस स्मार्ट सिटी की फहरिस्त में शमिल हो जाएंगे।

ये होंगी स्मार्ट सिटियों की खूबियां

स्मार्ट डाटा सेंटर बनेंगे, विकास योजनाओं सहित ट्रॉफिक, हेल्थ,

एजुकेशन डाटा बैंक

100 स्मार्टसिटी कनेक्टेड : सीधी फ्लाइट, स्पेशल टूरिज्म प्लान, डाटा शेयरिंग
लंदन की तर्ज पर ट्राफिक जाम से पहले उसकी सूचना, पहले वाले सिग्नल पर सूचना
पेरिस की तर्ज पर अपराधियों का
डाटा-बेस रिकार्ड, शहरों का रिकार्ड
ऑनलाइन कनेक्ट

आईरिस व फेस स्केनिंग फेसिलिटी अपराधियों के डाटा रिकार्ड अपडेशन में
स्मार्ट कंट्रोलिंग बॉडी बनेगी, एक ही छत के नीचे हेल्थ, एजुकेशन, क्राइम व फूड कंट्रोलिंग सेंटर
जॉब सेंटर बनेगा, बेरोजगार युवाओं का डाटा व जॉब चांस कनेक्टिविटी, सीधे रोजगार
स्टडी के समय से ही इंड्रस्टी को राइट-कैंडीडेट सर्चिग फेसिलिटी, स्टूडेंट के लिए जॉब डाटा
एम्स की तर्ज पर ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर, स्मार्ट ब्लड बैंक सेंटर, ट्रांसप्लांट सेंटर
फोकस्ड वॉटर सप्लाई सिस्टम : पेयजल, सिंचाई, उद्योग की अलग-अलग वॉटर सप्लाई लाइनें
हाईटेक गैस रिफिलिंग सिस्टम, घरेलू गैस आपूर्ति के लिए नया सिस्टम बनेगा, सुरक्षा हाईटेक
स्मार्ट पब्लिक ट्रांसपोर्ट : मेट्रो-बस

का हाईटेक सिस्टम, घर से 500 मीटर दूरी पर ट्रांसपोर्ट

यह है केंद्र की गाइडलाइन

महत्वकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना में कोई नया शहर नहीं बसेगा
10 से 40 लाख और 5 से 10 लाख की आबादी वाले
पुराने शहरों को ही स्मार्ट सिटी में बदला जाएगा

गिनाई दावेदार शहरों की खूबियां

नया रायपुर सैटेलाइट शहर मानते हुए राजधानी रायपुर के साथ संयुक्त रूप से स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाना उचित होगा।
छत्तीसगढ़ के ज्ञानधानी भिलाईनगर को उच्चस्तरीय तकनीकी एवं शैक्षणिक संस्थानों के कारण स्मार्ट शहर घोषित किया किया जाना चाहिए।
न्यायधानी बिलासपुर को छत्तीसगढ़ के पर्वतीय क्षेत्र के प्रवेश द्वार, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय तथा उच्च न्यायालय होने के कारण स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलना चाहिए।
साहित्य एवं संस्कृति तथा खेलकूद के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान रखने वाले राजनांदगांव को भी स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल करने की मांग की गई।


स्टाक की कमी से बिजली उत्पादन ठप होने का खतरा

13 September 2014
बिलासपुर। कोरबा. प्रदेश के बिजली प्लांटों में कोयला की कमी ने प्रबंधन की परेशानी बढ़ा दी है। जनरेशन कंपनी के सभी पावर प्लांट कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। जिससे बिजली उत्पादन बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। कोयला की कमी दूर करने प्लांटों में रोड सेल से रोज हजारों टन कोयला मंगाना पड़ रहा है। कोरबा पूर्व व डीएसपीएम के लिए कुसमुंडा खदान से काेयला मंगाया जा रहा है। जिससे किसी तरह बिजली उत्पादन हो रहा है।
प्लांटों के हालात कोयला स्टॉक को लेकर खराब है, लेिकन इन दिनों स्थिति पहले से ज्यादा खराब हो गई है। जनरेशन कंपनी के कोरबा पूर्व प्लांट व डीएसपीएम प्लांट के लिए एसईसीएल के मानिकपुर माइंस से कोयला की आपूर्ति होती है। लेकिन यहां से कम कोयला की आपूिर्त होने से प्लांटों में कोयला स्टॉक की स्थिति गड़बड़ा गई है। प्लांट अधिकारियाों के मुताबिक इसे देखते हुए कोरबा पूर्व प्लांट व डीएसपीएम के लिए प्रतिदिन 1000-1000 टन कोयला रोड सेल के जरिए कुसमुंडा खदान से प्लांटों में मंगाया जा रहा है, ताकि प्लांट बंद करने के हालात न बन सके। प्लांटों में काेयला की कमी का असर बिजली उत्पादन पर भी दिखने लगा है। एचटीपीपी के सभी इकाईयों से बिजली बन रही है। लेकिन कोयला की कमी के कारण शुक्रवार को प्लांट की इकाईयों से कम लोड पर उत्पादन किया जा रहा है। क्षमता के अनुसार बिजली नहीं बनने से कंपनी को हर रोज करोड़ों के उत्पादन क्षति हो रही है। प्लांट के अधिकारियों का कहना है कि एसईसीएल से कोयला की आपूिर्त मे परेशानी आ रही है। जिसके कारण संकट के हालात बने हुए हैं। प्लांट के अधिकारी कोयला की आपूर्ति कराने लगातार एसईसीएल के अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं।

कोरबा-पूर्व व एचटीपीपी में अधिक समस्या

प्रदेश में बिजली की मांग कम नहीं हो रही है। इस स्थिति में प्लांट की इकाईयों को बंद करने से बिजली संकट गहरा सकता है। प्रबंधन को इस दबाव से जूझना पड़ रहा है। नियमित उत्पादन की राह में प्लांटों में काेयला की कमी बाधा बन रही है। उपलब्ध स्टाॅक से ही इकाईयों को चलानी पड़ रही है। प्लांटों में 15 दिन का एवरेज कोल स्टॉक होना चाहिए। लेेकन डीएसपीएम प्लांट को छोड़कर कोरबा पूर्व में 1 व एचटीपीपी में 2 दिन का कोल स्टॉक है। प्लांटों में कोल स्टॉक की यह स्थिति क्रिटिकल पोजीशन वाली है। डीएसपीएम प्लांट में भी एक हफ्ते से कम कोयला स्टॉक है।

एसईसीएल से संपर्क किया जा रहा है

प्लांट में कोयले की भारी कमी है। जिसके कारण बिजली उत्पादन ठप होने की आशंका बनी हुई है। कोयला के लिए एसईसीएल के अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। पहले की तरह नियमित कोयला नहीं मिल रहा। प्रतिदिन आने वाले कोयले के भरोसे ही प्लांट में बिजली का उत्पादन हो रहा है। कुसमुंडा माइंस से कोयला मंगा रहे हैं।
एसके बंजारा, मुख्य अिभयंता, कोरबा पूर्व प्लांट


शिक्षाकर्मियों का नहीं हो सकता तबादला

12 September 2014
बिलासपुर। राज्य में शिक्षाकर्मियों के तबादले और प्रमोशन नीति को चुनौती देते हुए दायर लगभग 25 याचिकाएं हाईकोर्ट ने गुरूवार को खारिज कर दीं। जिससे प्रदेशभर के लगभग सवा लाख शिक्षाकर्मियों को निराशा हाथ लगी है। सुनवाई के दौरान जस्टिस प्रशांत मिश्रा की सिंगल बेंच ने सुनवाई के बाद पाया कि राज्य शासन के 2005 में जारी सर्कुलर और नियुक्ति के लिए तय नियम के अनुसार शिक्षाकर्मियों के तबादले का प्रावधान नहीं है। अगर वे आपसी सहमति से स्थानांतरित होते हैं तो नई जगह जाने पर उनका नाम वरिषता सूची में सबसे नीचे रहेगा। राज्य में शिक्षाकर्मी वर्ग-तीन से वर्ग दो के पदों पर प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। प्रक्रिया के दौरान कई शिक्षाकर्मियों का नाम प्रमोशन सूची में नहीं आया।
इसकी वजह थी कि उनका नाम वरिषता सूची में नीचे था। इस पर राज्य के अलग-अलग जगहों पर पदस्थ शिक्षाकर्मी वर्ग- तीन ने हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की।
इनमें प्रकाश चंद्र, अनीता तिवारी सहित 25 याचिकाओं पर हाईकोर्ट ने एक साथ सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पाया कि याचिकाकर्ताओं ने जिस नियम को चुनौती दी है, वह शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति के दौरान ही बनाया जा चुका है और उसी नियम-शर्तो के अंतर्गत शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति की गई है।

शिक्षाकर्मियों का यह है तर्क : शिक्षाकर्मियों ने हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं में अपने वकीलों के माध्यम से तर्क दिया कि उनकी सेवा अवधि की गणना तबादले की तारीख से नहीं बल्कि नियुक्ति की दिनांक से होना चाहिए। अगर वे आपसी सहमति से स्थानांतरित होते हैं तो उनकी वरिष्ठता का क्रम नहीं बदला जा सकता। उनको पुराने क्रम में रखकर प्रमोशन दिया जाना चाहिए।

इसलिए याचिकाएं खारिज

सुनवाई के दौरान राज्य शासन की ओर से तर्क दिया गया कि शिक्षाकर्मी सरकारी कर्मचारी नहीं बल्कि पंचायत के कर्मचारी हैं। उनकी नियुक्ति, सेवा और तबादले की शर्ते उसी अनुसार तय की जा चुकी हैं। इन्हीं शर्तो और नियमों के अनुसार उनको नियुक्ति दी जाती है। इसलिए वे यह नहीं कह सकते कि उनके साथ कोई गड़बड़ी या पक्षपात किया जा रहा है। नियम और प्रावधान सही पाने के बाद कोर्ट ने शिक्षाकर्मियों की याचिकाएं खारिज कर दी।


मंच ढहने से जोगी सहित कई नेता घायल

12 September 2014
जांजगीर-चांपा। केएसके पॉवर प्लांट के बाहर आयोजित धरना-प्रदर्शन के मंच पर उस समय अफरा-तफरा मच गई, जब अचानक मंच टूट गया और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी सहित कई कांग्रेसी नेता जमीन पर आ गिरे।
ऎसी स्थिति ज्यादा लोगों के मंच पर चढ़ने से बनने की बात सामने आ रही है। नरियरा में निर्माणाधीन केएसके महानदी पॉवर कंपनी में स्थानीय भू-स्थापित एवं प्लांट से प्रभावित लोगों को रोजगार व अन्य सुविधाएं मुहैया न कराए जाने के विरोध में गुरूवार को दोपहर 3 बजे से धरना-प्रदर्शन आयोजित था।
इसके लिए पावर प्लांट के गेट के बाहर एनएच 49 के किनारे बांस-बल्ली व सेट्रिंग प्लेट से अस्थायी मंच बनाया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सीएम अजीत जोगी थे।
धरना-प्रदर्शन जैसे ही शुरू हुआ, तब अस्थायी मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री जोगी, अकलतरा विधायक साहू, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमजीत सिंह, मरवाही विधायक अमित जोगी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता चढ़ गए। उनके स्वागत के लिए पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी एक साथ मंच पर चढ़ने लगे। इससे अस्थायी मंच भार नहीं सह सका और मंच अचानक टूट गया। इससे मंच पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री जोगी सहित तमाम नेता व पदाधिकारी जमीन पर आ गिरे। इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जैसे-तैसे पूर्व मुख्यमंत्री जोगी सहित अन्य नेताओं को वहां से सकुशल उठाकर दूसरी जगह बैठाया। इसके बाद शाम लगभग 4 बजे पूर्व मुख्यमंत्री जोगी व अन्य नेताओं ने कार्यक्रम को संबोधित किया।


नक्सलवाद पर नकेल के लिए राज्य सरकार की कोशिश

12 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बड़े नक्सली को मारने या जिंदा पकड़ने पर अब एक करोड़ तक इनाम दिया जाएगा। महज तीन हफ्तों में इनामी राशि 12 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ की गई है। यह राशि पुलिस को तब मिलेगी, जब सेंट्रल कमेटी के सचिव स्तर के नक्सली को पकड़ा या मारा जाएगा। अगर नक्सली खुद सरेंडर करता है तो इनाम की रकम उसे दे दी जाएगी।
राज्य सरकार ने नक्सलियों की 68 कैटेगरी निर्धारित की है, जिसमें इनाम की राशि अलग-अलग है। पहले इनकी 22 कैटेगरी थी। न्यूनतम इनाम की राशि एक लाख रुपए है। इससे पहले 20 अगस्त को सेंट्रल कमेटी के सचिव स्तर के नक्सली के लिए 60 लाख रुपए की घोषणा की गई थी, लेकिन गुरुवार को जारी संशोधन आदेश में इसे एक करोड़ कर दिया गया है। 20 अगस्त से पहले ये राशि 2008 में ही बढ़ाई गई थी। उस समय नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के सचिव को जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर 12 लाख रुपए घोषित किया गया था।

इनाम फैक्ट्री मेड हथियार सरेंडर कराने पर ही

ईनाम की राशि के दुरुपयोग को रोकने और अंतिम निर्णय के लिए कुछ अहम निर्णय लिए गए हैं। इसमें एक ये है कि जिस नक्सली को मारा जाएगा या जिंदा पकड़ा जाएगा, उसके हथियार फैक्ट्री मेडेड ही होने चाहिए। मतलब केवल भरमार बंदूक दिखाकर धोखा नहीं दिया जा सकता। इसके अलावा राज्य सरकार ने एक कमेटी गठित करने का फैसला लिया है। इसमें वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति होगी। इसकी अध्यक्षता कम से कम एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे। साथ ही इसमें पुलिस मुख्यालय में पदस्थ वित्तीय सलाहकार एवं गृह विभाग के प्रतिनिधि भी होंगे।

इन नक्सलियों पर बड़ा इनाम

राज्य सरकार ने 68 नक्सली नेताओं की कैटेगिरी बनाई है, जिसमें अलग अलग इनाम की राशि है। उनमें सेंट्रल कमेटी सचिव, पोलित ब्यूरो सचिव, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन प्रमुख, सेंट्रल कमेटी सदस्य, अल्टरनेटिव सेंट्रल कमेटी सदस्य, डीकेएसजेसी सचिव, स्टेट कमेटी सदस्य (ओड़ीशा), स्पेशल एरिया कमेटी सचिव, स्टेट मिलिट्री कमांडर चीफ, डीकेएसजेसी सदस्य आदि प्रमुख है। खास बात यह है कि इस सूची में पहली बार 46 नए नक्सली पदों को शामिल किया गया है।

अगर नक्सली सरेंडर करे तो

यह फैसला भी लिया गया है कि अगर नक्सली सरेंडर करता है तो इनामी राशि नक्सली को ही दे दी जाएगी। डीजीपी एएन उपाध्याय ने बताया कि नक्सलियों को भी सरेंडर कराने के लिए नीति बनाई जा रही है।

आक्रामक रहेगा सरकार का रूख

केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद राज्य को ताकत मिली। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने इरादे भी जता दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस नक्सलियों और आतंकियों से सख्ती से निपटे। सूत्रों के मुताबिक 28 अगस्त को नक्सल प्रभावित राज्यों को ठोस रणनीति बनाने केंद्र से पत्र भी भेजा गया। 20 अगस्त को ही इनाम की राशि 12 से बढ़ाकर 60 लाख की गई थी। ऐसा माना जा रहा है कि 1 करोड़ तक इनामी राशि इसी कारण बढ़ाई गई।

मायने क्या

नक्सलियों पर सरेंडर करने का दबाव बढ़ेगा। नक्सलियों को इस बात का भय रहेगा कि आम लोग भी अब पुलिस को मदद कर इनाम में भागीदार बन सकते हैं, इसलिए वे (नक्सली)खुद ही सरेंडर कर इनामी राशि ले लें।'' आरके विज, अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक, नक्सल ऑपरेशन

इस कैटेगरी में ज्यादा इनाम

पद पहले अब

सेंट्रल कमेटी सचिव 12 लाख 1 करोड़
पोलित ब्यूरो सदस्य 7 लाख 50 लाख
सेंट्रल मिलिट्री कमीशन प्रमुख 10 लाख 50 लाख
अल्टरनेटिव सेंट्रल कमेटी सदस्य कुछ नहीं 40 लाख
डीकेएसजेडसी सचिव 3 लाख 40 लाख
स्टेट कमेटी सदस्य(ओडिशा) कुछ नहीं 40 लाख
स्पेशल एरिया कमेटी सचिव कुछ नहीं 40 लाख
स्पेशल जोनल कमेटी सचिव कुछ नहीं 40 लाख
स्टेट मिलिट्री कमांडर चीफ पांच लाख 25 लाख

महाराष्ट्र के बराबर हुई इनामी राशि

अभी महाराष्ट्र में भी सेंट्रल कमेटी के सचिव स्तर के नक्सलियों को जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर एक करोड़ दिए जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश, झारखंड और ओडिशा में ये राशि कम है। आंध्रप्रदेश में इनाम की अधिकतम राशि 45 लाख, ओडिशा में करीब 40 लाख और झारखंड में भी करीब 40 लाख ही है।

अब ये उम्मीद

नक्सली मूवमेंट हतोत्साहित होगा, जवानों का मनोबल बढ़ेगा।
नक्सलियों की कोर टीम को तोड़ने में मदद मिलेगी।
सरेंडर की पुख्ता पॉलिसी बनाने में मदद मिलेगी।

रायपुर-दिल्ली के सुर एक

नक्सल मामले में अब दिल्ली और रायपुर के सुर एक हो गए हैं। इससे पहले कहीं न कहीं कुछ मतभेद थे, जिसके कारण ठोस नीति बनाने में दिक्कत होती थी। सरेंडर और इनामी राशि बढ़ाने का नतीजा जल्द दिखने लगेगा।' डा. रमन सिंह, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़


पाकिस्तानी और श्रीलंकाई सितारे पहुंचे रायपुर

11 September 2014
रायपुर। राजधानी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार हो रहे चैंपियंस लीग टी-20 मैचों में भारत-पाक मुकाबले जैसा रोमांच दिलाने पाकिस्तानी क्रिकेट सितारे रायपुर पहुंच चुके हैं। इनके अलावा श्रीलंका के चीते भी राजधानी पहुंचे। रायपुर एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए दोनों टीम के खिला़ि़डयों ने हाथ हिलाकर प्रशंसकों का अभिवादन किया। पाकिस्तान के मोहम्मद हफीज और श्रीलंका के फरवीज माहरूफ ने स्वागत के लिए शुक्रिया भी कहा।
पाकिस्तानी टीम लाहौर लायंस बुधवार सुबह 8.45 बजे दिल्ली से आने वाली फ्लाइट से और श्रीलंकाई टीम साउदर्न एक्सप्रेस सुबह 8.40 को मुंबई से आने वाली फ्लाइट से रायपुर पहुंची।
लाहौर लायंस की टीम में कप्तान मोहम्मद हफीज के साथ विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल, अहमद शहजाद, वहाब रियाज, नासिर जमशेद जैसे कई सितारे भी पहुंचे। वहीं साउदर्न एक्सप्रेस की टीम के विस्फोटक बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान रायपुर नहीं पहुंचे। टीम में जाने पहचाने चेहरे में कुशल परेरा और ऑलराउंडर फरवीज माहरूफ ही हैं। इसके अलावा इनका सपोर्टिग स्टाफ भी रायपुर पहुंचा।
रोहित, मलिंगा और पोलार्ड के मुंबई इंडियंस टीम से जु़़डने के बाद इंग्लैंड दौरे के शतकवीर अंबाती रायुडू भी बुधवार को टीम के साथ जु़़ड गए। रायुडू बुधवार को ही रायपुर पहुंचे। आरकेसी मैदान में टीम के साथ रायुडू ने प्रैक्टिस भी किया। रायुडू के आने के बाद मुंबई टीम पूरी हो चुकी है। अब इस टीम को अपने मेंटर सचिन तेंदुलकर का ही इंतजार है, जिनके रहने से टीम का मनोबल ब़़ढेगा।

रायपुर पहुंचने वाले खिला़़डी

लाहौर लायंस-मोहम्मद हफीज, उमर अकमल, अहमद शहजाद, वहाब रियाज, नासिर जमशेद, उमर सिद्दीक, मोहम्मद सलमान, आसिफ रजा, मोहम्मद मुस्तफा, एजाज चीमा, इमरान अली, साद नसीम, अदनान रसूल, मोहम्मद सईद, अली मंजूर। कोच- मोहसिन कमाल।
साउदर्न एक्सप्रेस-फरवीज माहरूफ, कुशल परेरा, एंजेलो परेरा, दानुश्का, जेहान मुबारक, निरोशन डिकवेला, दिलरूवन परेरा, प्रसन्ना सीकूगे, ईशान जयरत्ने, यसोदा लंका, कसुन मधुशंका, चरिथ जैअंपथी, सचिथ पथिरना, संदाकेन लक्षेन। कोच-नवाज नवीद।

बैन के बाद अजमल में और निखार आएगा: हफीज

रायपुर [खेप्र]। लाहौर लायंस के कप्तान मोहम्मद हफीज ने कहा कि सईद अजमल पर बैन लगाना पाकिस्तान ही नहीं विश्व क्रिकेट के लिए दुख की बात है। अजमल सिर्फ पाकिस्तान के नहीं बल्कि विश्व के नंबर एक गेंदबाज हैं। इस पर हमारा कुछ निर्णय लेना जल्दबाजी होगी। उम्मीद जताते हुए हफीज ने कहा कि उन पर लगा बैन जल्द ही हट जाएगा। यहां से गेंदबाजी में और निखार के साथ अजमल लौटेंगे। शहजाद और दिलशान के मामले पर हाफिज ने कहा कि उनके बारे में फैसला पीसीबी ही लेगा।
रायपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए हफीज ने कहा कि मुंबई इंडियंस के साथ हमारे मैच को भारत--पाक मुकाबले के नजरिए से नहीं देखना चाहिए। यह दो देशों का मैच नहीं है बल्कि यह खिला़़डी से खिला़़डी, एक टीम से दूसरी टीम का मैच है। ऐसा नहीं है कि मुंबई इंडियंस में सारे इंडियंस प्लेयर हैं। वहां विश्व क्रिकेट के ब़़डे नाम हैं, जो दूसरे मुल्कों से हैं। हां, इंडिया में मैच खेलने का अपना एक अलग मजा होता है। हम यहां पाकिस्तान को नहीं बल्कि एक टीम को रिप्रजेंट कर रहे हैं।
हफीज ने कहा कि दोनों टीमें चाहती हैं सीरिज हो। हम जब हिन्दुस्तान आते हैं तो हमें यहां अपनों सा प्यार मिलता है। जब यहां की टीम पाकिस्तान जाती है तो उन्हें भी वैसा ही प्यार मिलता है। आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि यह खिला़ि़डयों का निर्णय नहीं है। वह ब़़डा टूर्नामेंट है इसलिए हम भी उसे खेलना चाहते हैं।
चैंपियंस लीग के क्वॉलिफाइंग मुकाबलों पर हफीज ने कहा कि हमें इस टूर्नामेंट में सभी टीमों से क़़डी टक्कर मिलेगी। खासकर मुंबई इंडियंस से। मुंबई इंडियंस काफी मजबूत टीम है और पिछली बार की चैंपियन भी है। अच्छी टीम को अच्छा खेलना प़़डता है। यहां की पिच हमारे लिए नई है। इसलिए प्रैक्टिस के बाद ही हम पिच पर कुछ कर सकते हैं।

भज्जी को मिल सकती है कप्तानी, फैसला आज

रायपुर [खेप्र]। मुंबई इंडियंस की टीम अपने कप्तान रोहित शर्मा के बगैर ही चैंपियंस लीग 2014 के सभी मैच खेलेगी। टीम को चैंपियंस लीग 2013 का खिताब दिलाने वाले रोहित इस बार मैदान के बाहर से ही टीम का चियर-अप करेंगे। उनकी जगह टीम को चैंपियंस लीग का पहला खिताब दिलाने वाले हरभजन सिंह को टीम की कप्तानी सौंपी जा सकती है। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है। गुरवार को टीम के नए कप्तान का फैसला हो जाएगा।
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए टीम के मुख्य कोच जॉन राइट ने रोहित के खेलने पर बने संशय को पूरी तरह खत्म कर दिया। उन्होंने बताया कि इंग्लैंड दौरे में लगी चोट की वजह से रोहित एक भी मैच नहीं खेल पाएंगे। सचिन के आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बात का फैसला फ्रेंचाइजी करेगी। यदि फ्रेंचाइजी चाहेगी तो सचिन रायपुर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सचिन रायपुर नहीं भी आते हैं तो उनका सपोर्ट हमेशा टीम के साथ रहता है। उनके नाम से ही टीम का मनोबल ब़़ढा रहता है।

मौके को पूरा भुनाएंगे

कोच राइट ने कहा कि आईपीएल 2014 के शुरआती मैचों में पिछ़़डने के बाद टीम ने अच्छा कम बैक किया। हालांकि चौथे स्थान पर रहने की वजह से हमें मुख्य मुकाबलों में सीधे एंट्री नहीं मिली। हमें चैंपियंस लीग में खेलने का मौका मिला है, हम इसे पूरी तरह भुनाएंगे।
उन्होंने कहा कि 13 सितंबर को हमारी टीम लाहौर लायंस से पहला मैच खेलेगी। यह मैच दिलचस्प होगा। हम विपक्षी टीम को कम नहीं आंकते। पाकिस्तानी टीम होने की वजह से भारत-पाक वाली फीलिंग के सवाल पर कहा कि हम तो नहीं लेकिन लोग इस मैच को इसी तरह लेंगे। मिस हुई प्रैक्टिस का फायदा मिलता
उन्होंने बताया कि रायपुर से पहले टीम ने बेंगलुर कैंप में हिस्सा लिया। कैंप में हमने लीग के मुख्य मुकाबलों के लिए क्वालिफाई करने के लिए खूब मेहनत की। उस कैंप से खिला़ि़डयों को काफी कुछ सीखने को मिला। कैंप से टीम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेगी। मिस प्रैक्टिस पर जॉन ने कहा कि खराब मौसम की वजह से टीम मंगलवार को प्रैक्टिस नहीं कर पाई। अगर टीम यह प्रैक्टिस करती तो इसका फायदा भी टीम को मिलता। अभी मौसम ठीक नहीं है, उम्मीद करते हैं कि मौसम ठीक रहेगा और टूर्नामेंट अच्छे से होगा।


वन से किया बेदखल विरोध में दिया धरना

11 September 2014
अंबिकापुर/राजपुर। वन विभाग व पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई करते हुए वर्षो से जंगलों में घर बनाकर रहने वाले कोरवा व नगेसिया परिवार के 20 मकानों को बुधवार को तोड़ दिया। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने पस्ता थाने के सामने लाठी-डंडा से लैस होकर धरने पर बैठ गए।
विरोध-प्रदर्शन करते हुए घंटों चक्काजाम कर दिया। इससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। देर शाम तक कोई भी अधिकारी इनसे मिलने नहीं पहुंचा था, इससे ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ती जा रही थी। राजपुर विकासखंड से 20 किमी दूर स्थित ग्राम बरदर के बासेन जंगल में लगभग 20 कोरवा व नगेसिया परिवार घर बनाकर वर्षो से निवास कर रहे थे।
तीन दिन पूर्व वन विभाग ने सभी मकानों को खाली करने नोटिस दी थी। तीन दिन में घर खाली नहीं किए जाने पर बुधवार को पुलिस थाना में पदस्थ एक आरक्षक ग्राम में पहुंचा और घरों को खाली करवाने लगा।

इसके थोड़ी देर बाद वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए। वन विभाग व पुलिस ने मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया गया। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया।

वापस लौटा अमला

ग्रामीणों को आक्रोशित होता देख वहां से पुलिस व वन अमला वापस लौट गया। इसके बाद ग्रामीणों ने शाम 4 बजे के बाद पस्ता थाने पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण थाने के सामने लाठी-डंडा लेकर पहुंच गए और आरक्षक को बुलाने की मांग करने लगे। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़कों पर बैठकर चक्काजाम कर दिया।
देर रात ग्रामीण महिला व बच्चों को लेकर सड़कों पर बैठे रहे। ग्रामीणों ने बताया कि आदिवासी समाज के होने की वजह से वे वर्षो से जंगलों में रहते आ रहे हैं। लेकिन अचानक दो दिन पूर्व बेदखली का नोटिस उन्हें थमा दिया गया।

नोटिस दिया, दो दिनों से की जा रही है बेदखली

जंगलों में मकान बनाकर रहने वाले सभी को बेदखली का नोटिस दिया गया है। वन विभाग व पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए पिछले दो दिनों से बेदखली की कार्रवाई की जा रही है।डीएम भगत, रेंजर वन विभाग


हाईकोर्ट ने लगाई फटकार 'कहा क्या कर रही सरकार'

11 September 2014
बिलासपुर। राजधानी रायपुर में बेंगलुरू की कंपनी किवार के साथ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए एग्रीमेंट करने के दो साल बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं। पूरे शहर में गंदगी पसरी हुई है। इसका लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। इसे लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई है। मामले में राज्य शासन से दो सप्ताह में विस्तृत जानकारी मांगी गई है। हाईकोर्ट ने कहा है कि पूरे प्रदेश में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
जस्टिस नवीन सिन्हा और जस्टिस प्रशांत मिश्रा की डिवीजन बेंच ने जनहित याचिका पर पूरे प्रदेश में सफाई की स्थिति पर तल्ख टिप्पणी की है। कहा है कि पूरे प्रदेश की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। इसे लेकर राज्य सरकार क्या कर रही है? रायपुर में रहने वाली समाजसेवी ममता शर्मा ने अधिवक्ता नरेंद्र चंदेल, अजय बारीक के जरिए जनहित याचिका लगाई है।
याचिका में कहा गया है कि राजधानी रायपुर में मेट्रो सिटी की तर्ज पर सफाई व्यवस्था बहाल करने के लिए बेंगलुरू की कंपनी किवार इन्वाॅयरमेंटल प्राइवेट लिमिटेड से 3 सितंबर 2012 को एमओयू हुआ था। पीपीपी मॉडल के तहत किए गए एग्रीमेंट के मुताबिक, कंपनी को घर, सरकारी दफ्तरों, बाजार, गॉर्डन, नालियों समेत पूरे शहर से कचरा इकट्‌ठा करना था। हर नजरिए से पूरे शहर की सफाई का जिम्मा कंपनी पर था। कंपनी डोर-टू-डोर कचरा इकट्‌ठा करती और इसके एवज में लोगों से तय शुल्क लेती। उसका निपटारा भी उसे ही करना था। कचरे से खाद बनाने के लिए प्लांट स्थापित करती। एग्रीमेंट होने के दो साल बाद भी राजधानी की स्थिति नहीं सुधरी है। याचिका में कंपनी के साथ किए गए एमओयू को रद्द करने की मांग की गई है। कोर्ट ने प्रारंभिक सुनवाई में ही राज्य शासन को दो सप्ताह में विस्तृत जानकारी देने के निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्य मूलभूत अधिकार, हो रही अनदेखी

याचिका में कहा गया है कि स्वास्थ्य नागरिकों का मौलिक अधिकार है। इसके लिए बेहतर व्यवस्था करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन इसकी लगातार अनदेखी की जा रही है। करीब दो माह पहले राजधानी में पीलिया की वजह से 80 से ज्यादा मौतें हुईं थी। इसे लेकर भी हाईकोर्ट में अलग जनहित याचिका लगाई गई है।

बिलासपुर में वर्षों बाद भी शुरू नहीं हो सका सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट

याचिका भले ही राजधानी की समस्या को लेकर लगाई गई है, लेकिन प्रदेश के हर शहर का करीब यही हाल है। न्यायधानी बिलासपुर की स्थिति राजधानी की तुलना में ज्यादा खराब है। यहां कचरे और गंदगी की स्थिति बदतर होने के साथ ही लोग चार-पांच साल से सीवरेज की वजह से हो रही परेशानियों से जूझ रहे हैं। शहर के हालात को लेकर लगाई गई जनहित याचिका पर कोर्ट ने कई बार सख्त टिप्पणी की है, लेकिन हालात नहीं बदले। गौरतलब है कि बिलासपुर नगर निगम में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट करीब पांच वर्षों बाद भी कागजों में है। कभी योजना की खामियां दूर करने के नाम पर ताे कभी टेंडर की अनुमति के नाम पर इसका काम पिछड़ता ही जा रहा है।


छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसरों से भारत सरकार खफा

10 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा [आईएएस] के कई अधिकारियों ने अभी तक चल-अचल संपत्ति का ब्योरा भारत सरकार को नहीं दिया है। पहली बार ब्योरा ऑनलाइन देना अनिवार्य किया गया है। उसकी एक प्रति राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग को भी उपलब्ध कराना है।
कुछ अधिकारियों ने ही यह जानकारी दी है, ज्यादातर बच रहे हैं। इस पर भारत सरकार के केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय ने नाराजी भी जताई है।


दलित प्रेम संघ का नया पैतरा : जोगी

10 September 2014
रायपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा दलितों को सौ साल आरक्षण देने के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजीत जोगी ने पलटवार किया है। जोगी ने भागवत के बयान को आरएसएस का नया पैंतरा बताया है।
उन्होंने कहा कि 2010 में संघ प्रमुख ने सार्वजनिक रूप से आरक्षण का विरोध करते हुए कहा था कि आरक्षण का आधार धर्म या जाति नहीं होना चाहिए। केंद्र में सरकार बनते ही दलितों का वोट हासिल करने के लिए संघ परिवार के मुखिया का सुर बदल गया है।


बेहाल अंबेडकर अस्पताल,राम-भरोसे मरीज

10 September 2014
रायपुर। एक हजार छियासी (1086) बिस्तर वाले अंबेडकर अस्पताल में मरीजों की स्ट्रेचर खिंचने के लिए केवल एक वार्ड ब्वॉय है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्धारित मापदंडों के अनुसार इतने बिस्तर वाले अस्पताल में स्ट्रेचर खिंचने के लिए 300 वार्ड ब्वॉय होने चाहिए। अस्पताल में केवल एक वार्ड ब्वॉय होने के कारण मरीजों के रिश्तेदारों को ही स्ट्रेचर खींचने के अलावा बाकी ऐसे तमाम काम करने पड़ रहे हैं, जो प्रशिक्षित वार्ड ब्वॉय को करने चाहिए। मेडिकल कॉलेज और अस्पताल प्रशासन ने करोड़ों की मशीनें खरीदने में रूचि दिखाई, लेकिन मरीजों की सहूलियत की ओर ध्यान नहीं दिया। सोमवार को उसी चूक का नतीजा सामने आया और अस्पताल के एमआरआई कक्ष में अप्रत्याशित घटना घट गई।
चिकित्सा शिक्षा और मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने दो डाक्टरों और तकनीशियनों को निलंबित करने की खानापूर्ति की और पूरे मामले पर लीपापोती के प्रयास शुरू कर दिए। भास्कर ने पर्दे के पीछे छिपे कारणों का पता लगाने के लिए पड़ताल की। छानबीन के बाद पता चला कि अस्पताल में मरीजों का स्ट्रेचर खिंचकर उन्हें वार्ड से कहीं भी जांच के लिए लाने ले जाने वार्ड ब्वाय ही नहीं है, जबकि मेडिकल काउंसिल ने इसके लिए बाकायदा अलग से मापदंड बनाए हैं। मेडिकल कॉलेज और प्रशासन के अफसरों ने मरीजों को सहूलियत देना तो दूर काउंसिल के नियमों का पालन करने के लिए भी यहां स्ट्रेचर खींचने वाले वार्ड ब्वॉय की नियुक्ति नहीं की।
वार्ड ब्वॉय नहीं हैं, इसलिए वार्ड में भर्ती मरीजों को जब भी किसी जांच के लिए ले जाना पड़ता है रिश्तेदार ही स्ट्रेचर खिंचते हुए ले जाते हैं। सोमवार को भी न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती राजकुमारी श्रीवास को एमआरआई कक्ष में उसका पति बबलू ही लेकर गया था। इसी वजह से चूक हुई और वह लोहे का स्ट्रेचर लेकर एमआरआई कक्ष में दाखिल हो गया।

केस- 01

दुर्ग निवासी 55 वर्षीय छोटेलाल की पैर की हड्डी टूट गई है। सीटी स्कैन कराने के लिए स्ट्रेचर पर उनका पोता ही उन्हें लेकर आया।

केस - 02

अनूपपुर निवासी विनोद के पैर की हड्डी टूट गई है। वह तीन सितंबर से भर्ती है। एक्सरे के लिए उनके परिचित ही व्हीलचेयर पर पहुंचे।

केस 03

महासमुंद की विद्यावती विश्वकर्मा की पैर की हड्डी टूट गई है। अस्पताल में एक व्यक्ति उसे उठाकर एक्सरे रूम तक ले गया।

प्रमुख सचिव आज लेंगे बैठक

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला बुधवार की शाम 5 बजे मेडिकल कॉलेज में सभी विभाग के एचओडी की बैठक लेंगे। एमआरआई कमरे में हुए हादसे से खासे नाराज हैं। अभी विदेश में हैं। बुधवार को लौटने के कुछ घंटों के भीतर ही वे बैठक लेंगे।

मशीन और उनकी कीमत

विभाग और मशीन लागत
एक्सरे,एमआरआई 12 करोड़
एक्सरे सीटी स्कैन 8 करोड़
एक्सरे डीएसए 4 करोड़
एक्सरे डिजिटल रेडियोग्राफी 1.20 करोड़
कैंसर लिनियर एक्सीलरेटर 12 करोड़
कैंसर सीटी सिम्युलेटर 3 करोड़"

दो साल से अटकी भर्ती

अंबेडकर अस्पताल में दो साल से 45 वार्ड ब्वाय की भर्ती अटकी हुई है। इंटरव्यू हो गए हैं। उसके बाद से कोई भी प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया गया। फाइल बंद कर दी गई। इस वजह से अब तक चयन सूची अब तक जारी नहीं हो पाई है।

36 मरीज पर एक मेल नर्स

अस्पताल में नियमित और संविदा को मिलाकर 123 मेल नर्स हैं। इनमें से औसतन 23 किसी न किसी कारण से छुट्टी पर रहते हैं। बाकी 100 वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल करते हैं। 1086 मरीजों के हिसाब से एक मेल नर्स पर 36 मरीजों की देखभाल करते हैं। इनमें भी कई मेल नर्स की जिम्मेदारी ओपीडी और आपरेशन थियेटर में लगा दी जाती है। मेडिकल काउंसिल के नियमों के अनुसार अस्पताल में 300 मेल नर्स अनिवार्य रूप से होने चाहिए। मगर यहां वार्ड ब्वॉय के साथ-साथ यहां मेल नर्स भी नहीं है।।


आठ लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार

09 September 2014
रायपुर। नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस ने मर्दापाल थाना क्षेत्र के ग्राम कुदूर से आठ लाख रुपए के इनामी नक्सली मिलिट्री कंपनी मेंबर रघुनाथ गणपत यादव को गिरफ्तार किया। एडिशनल एसपी सुरजीत अत्री ने बताया कि शुक्र वार शाम थाना मर्दापाल से डीआरजी व जिला बल की पार्टी सर्चिग के लिए कुदूर इलाके की ओर निकली थी। तब मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कुदूर के कुलेनार पारा में घेरेबंदी कर रघुनाथ को गिरफ्तार किया गया। 2010 में ग्राम कोंगेरा में पुलिस पार्टी पर फायरिंग, एनएच तीस पर घोड़ागांव में ट्रक से अमोनियम नाइट्रेट की लूट तथा माहराबेड़ा में पुलिस पर फायरिंग में रघुनाथ सक्रिय था। वह 2009 में नक्सल दलम में भर्ती हुआ था। शुरूआत में कुदूर एलओएस लोकल गुरिल्ला स्क्वॉड में काम करने के बाद उसे मिलिट्री कंपनी छह में शामिल किया गया था। तब वह दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य राजू उर्फ के रामचंद्र रेड्डी का गनमैन भी रहा।

सर्करा में डायरिया का डंक, दो दर्जन आए चपेट में फिर भी बेसुध प्रसाधन

09 September 2014
बिलासपुर। खरकेना और कोटा के बाद अब तखतपुर का सकर्रा गांव डायरिया की चपेट में आ गया। यहां दो दर्जन से अधिक ग्रामीण पीड़ित हैं। सोमवार को देर रात चार लोगों को जिला अस्पताल व आठ लोगों को गंभीर हालत में सिम्स लाया गया। रात तक विभाग के अधिकारियों को इसकी खबर नहीं है।
जिले के कई क्षेत्रों में मौसमी और संक्रामक बीमारियों का कहर है। महीनेभर पहले खरकेना गांव में 500 से अधिक लोगों को अपनी गिरफ्त में लेने के बाद डायरिया ने अब तखतपुर के सकर्रा गांव में कोहराम मचा दिया है। यहां तीन-चार दिनों से लोग डायरिया से पीड़ित हो रहे हैं। इसकी जानकारी तब मिली, जब देर रात संजीवनी एक्सप्रेस से मरीज इलाज के लिए जिला अस्पताल व सिम्स पहुंचे। 18 वर्षीय सेवती बाई, 50 वर्षीय बाबूलाल, 40 वर्षीय सुकीरा बाई व 60 वर्षीय कलिया बाई को रात 10.15 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर आठ मरीजों को संजीवनी की दूसरी एंबुलेंस से सिम्स लाया गया। इसके अलावा अन्य मरीजों को भी गांव से इलाज के लिए यहां लाया जा रहा है।


छत्तीसगढ़ में चलेगी हाईस्पीड ट्रेन

09 September 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रेल यात्रियों को हाईस्पीड ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। यह रेलगाड़ी दुर्ग से बिलासपुर के बीच चलेगी। इसके लिए रेलवे ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। संभवत: साल के अंत तक यात्रियों को हाईस्पीड ट्रेन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। रेल मंत्रालय से इसके लिए बजट भी भेज दिया है।
रेलमंत्री सदानंद गौड़ा ने रेल बजट में देशभर में हाईस्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। इस पर अमल करते हुए रायपुर रेल मंडल के अंतर्गत मेन लाइन का निरीक्षण किया जा रहा है। रायपुर से बिलासपुर के बीच सुपरफास्ट ट्रेनों में 110 किलोमीटर का सफर तय करने में अभी पौने दो घंटे का समय लगता है। हाईस्पीड की ट्रेनों से यह सफर सिर्फ एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
प्रदेश में दुर्ग से बिलासपुर के बीच ही रेलवे ट्रैक तीन लाइनों वाला है। इनमें से एक लाइन को हाईस्पीड के लायक बनाया जा सकता है। इसके सुधार कार्य के लिए अब हर रविवार को ब्लॉक लिया जाएगा। इसकी शुरूआत पिछले रविवार से हो चुकी है।
अधिकारियों के अनुसार, दुर्ग से बिलासपुर के बीच हाईस्पीड ट्रेन चलाने पर सहमति बनी है, क्योंकि 155 किलोमीटर के इस रूट पर तीन लाइनें हैं, जिनमें से एक नई लाइन है। इस नई लाइन को ही हाईस्पीड ट्रेन के लिए रिजर्व किया जा सकता है।
रायपुर मंडल के डीआरएम राजीव सक्सेना ने कहा कि रायपुर रेल मंडल में हाईस्पीड रूट डेवलप करने का काम शुरू कर दिया गया है। सबसे पहले दुर्ग से बिलासपुर के बीच हाईस्पीड ट्रेन चलाई जाएगी, क्योंकि इस रूट को हाईस्पीड में बदलना ज्यादा मुश्किल नहीं है।


नक्सलियों के पास हथियार बहुत पर गोली नहीं

08 September 2014
रायपुर, राजनांदगांव। जिले के नक्सली दलम में मोआवादी सदस्यों की संख्या लगातार घट रही है। नक्सलियों के द्वारा अमुमन हर बटालियन में कम से कम 30 सदस्य रखे जाने का नियम है। बावजूद फिलहाल 7 या 8 नक्सली सदस्य ही दलम में मौजूद हैं। 3 साल पूर्व की तरह अब गांव में नक्सलियों के दल बल का आसानी से आना भी मुश्किल हो गया है। जिला पुलिस, एसटीएफ और आईटीबीपी जवानों की सर्चिग ब़़ढ जाने से नक्सली ग्रामीणों से बैठका वगैरह नियमित रूप से नहीं कर पा रहे हैं। इसके चलते नए युवक-युवतियों को भी दलम में शामिल नहीं कर पा रहे हैं। यही हाल इनके साथ गोलाबारूद को लेकर भी है। नक्सलियों के पास रायफल, आधुनिक गन व अन्य हथियार तो बहुत हैं लेकिन गोली कारतूस की भारी कमी है।

आत्मसमर्पण नक्सली ने किया खुलासा

शनिवार को मिलिट्री प्लाटून नंबर 23 का प्लाटून कमांडर मोहन कोर्राम उर्फ श्यामलाल ने आत्मसमर्पण किया। मोहन से नईदुनिया ने बातचीत की। इस दौरान उसने नक्सलियों और उनके दलम की स्थिति के संबंध में कई नए खुलासे किए। नए युवक--युवती की नहीं हो रही भर्ती मोहन ने बताया कि जिले के धुर नक्सली क्षेत्रों सहित महाराष्ट्र बार्डर क्षेत्र में अब नक्सली दलम में नए युवक-युवतियों की भर्ती नहीं हो पा रही है। पूर्व की तरह अब नक्सलियों का किसी भी समय खुलेआम दिन दहा़़डे आ जाना अब नामुमकिन सा हो गया है। इसका कारण पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा सर्चिग की जा रही है। घने जंगल से होते हुए हर गांव तक आईटीबीपी की भी टीम पहुंच रही है। इसके चलते नक्सली दलम अब गांव में धमक नहीं दे पा रहे हैं। पहले की तरह लंबी बैठका भी नहीं हो रही है। पहले गांव में बैठक कर युवक-युवतियों को दलम में शामिल करने दबाव बनाया जाता था। कई तरह से उकसाया जाता या प्रलोभन दिया जाता था। इसके अलावा ग्रामीणों में जागरकता लाने का भी काम पुलिस द्वारा गांव गांव में किया जा रहा है। कई तरह के बैनर पोस्टर नक्सलियों के खिलाफ लगाए गए हैं, जिससे नक्सली दलम में अब कोई भी ग्रामीण परिवार गृह सदस्यों को भेजने बिलकुल तैयार नहीं रहता। रायफल बहुत हैं कारतूस नहीं
नक्सलियों के पास हथियारों की भरमार है। आधुनिक हथियारों में गन, एके 47 वगैरह तो बहुत हैं। इस हिसाब से गोली, कारतूस की मात्रा काफी कम है। जंगल में सर्चिग पर निकले पुलिस से एकाएक मुठभे़़ड होने पर नक्सली भी उतनी ही देर तक युद्ध कर पाते हैं। जितनी देर तक उनके पास गोली रहे। बाद में गोली कम प़़डता देख नक्सली भाग जाते हैं। इसके अलावा कई मौके पर नक्सलियों के पास गोली अधिक नहीं होने पर मुठभेड़ का अवसर देखने पर भी चुपचाप जंगल में छिप जाते हैं।
30 की जगह अब 8 सदस्य हैं

छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के नक्सलियों के दलम में संघम सदस्यों का संकट हो गया है। नक्सली रणनीति के आधार पर ही प्राय: हर नक्सली दलम में कम से कम 25 और अधिकतम 30 सदस्य रखे जाने का नियम है। बावजूद कई दलम में अब 8, 10 या 15 के आसपास ही नक्सली है। वे जिस नक्सली दलम प्लाटून नंबर 23 में 8 वषर्षाें से सक्रिय रहे। उस दलम में केवल 8 सदस्य ही हैं।
पुलिस की सर्चिंग घने जंगल तक हो रही है। इसके चलते युवक-युवतियों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। नक्सलियों के दलम में ढाई साल से नियुक्ति नहीं हुई है। नक्सलियों के पास गोली तो नहीं के बराबर है। साथ ही दलम में 7-8 सदस्य ही हैं-डॉ. संजीव शुक्ला, एसपी।


चुनाव आयोग का विरोध गलत: जोगी

08 September 2014
रायपुर। अंतागढ़ उपचुनाव में गड़बड़ी को लेकर निर्वाचन आयोग के सामने धरना-प्रदर्शन की तैयारी में जुटी कांग्रेस का पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने विरोध किया है।
जोगी ने कहा कि संवैधानिक संस्था का इस तरीके से विरोध करना गलत है। कांग्रेस में एक नई परंपरा की शुआत होने जा रही है। कांग्रेस अगर सरकार और भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करती तो वे जरूर शामिल होते। लेकिन कांग्रेस जो धरना प्रदर्शन करने जा रही है, वह एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ है। अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार मंतूराम पवार ने नामांकन वापस ले लिया था। इसके बाद से कांग्रेस ने भाजपा सरकार और निर्वाचन आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
अजीत जोगी के करीबी सूत्रों के अनुसार शनिवार देर शाम प्रदेश कांग्रेस कमेटी और नेता प्रतिपक्ष ने धरने में शामिल होने के मुद्दे को लेकर श्री जोगी से चर्चा की है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने बताया कि सभी विधायकों को धरने में शामिल होने के लिए कहा गया है। कांग्रेस विधायक अमित जोगी और डॉ. रेणु जोगी धरने में शामिल होंगी। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी से भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चर्चा हुई है। धरना में उनके भी शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने भी स्पष्ट किया कि सभी वरिष्ठ नेताओं को प्रदर्शन की जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद सहित सभी वरिष्ठ नेताओं ने प्रदर्शन में शामिल होने का आश्वासन दिया है।


घायल धरती की बेटी के सवाल पर मोदी भी हुए कायल

08 September 2014
रायपुर. बस्तर जैसे जनजातीय इलाके में उच्च शिक्षा संस्थानों की संख्या कम है, वहां इसे ब़़ढाने के लिए क्या किया जा रहा है?
दक्षिण बस्तर जिले की अंजलि ने यह सवाल दागा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाव-विभोर हो गए। वे बोले बस्तर, जहां माओवादी हिंसा के कारण धरती लहूलुहान हो रही है, वहां की एक बेटी ने ऐसा सवाल किया है, जिसमें पूरे देश को जगाने की ताकत है। उन्होंने दंतेवाड़ा की बालिका को सवाल के लिए बधाई दी और बोले मुझे खुशी है कि आप लोगों को शिक्षा के प्रति इतनी चिन्ता है। बालिकाओं की शिक्षा हम सबकी प्राथमिकता है। मोदी शुक्रवार को शिक्षक दिवस पर रेडियो और टीवी के जरिए देशभर के स्कूली बच्चों और शिक्षकों से मुखातिब थे। उन्होंने बालिका के सवाल का जवाब देते हुए कहा बस्तर अंचल का मैंने खूब दौरा किया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह इस बात के लिए बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने बस्तर में बच्चों की शिक्षा के लिए कई ऐसे नए कदम उठाए हैं, जिनकी ओर पूरे देश व शिक्षाविदों का ध्यान गया है।


घायल धरती की बेटी के सवाल पर मोदी भी हुए कायल

06 September 2014
रायपुर। बस्तर जैसे जनजातीय इलाके में उच्च शिक्षा संस्थानों की संख्या कम है, वहां इसे ब़़ढाने के लिए क्या किया जा रहा है? दक्षिण बस्तर जिले की अंजलि ने यह सवाल दागा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाव-विभोर हो गए। वे बोले बस्तर, जहां माओवादी हिंसा के कारण धरती लहूलुहान हो रही है, वहां की एक बेटी ने ऐसा सवाल किया है, जिसमें पूरे देश को जगाने की ताकत है। उन्होंने दंतेवाड़ा की बालिका को सवाल के लिए बधाई दी और बोले मुझे खुशी है कि आप लोगों को शिक्षा के प्रति इतनी चिन्ता है। बालिकाओं की शिक्षा हम सबकी प्राथमिकता है। मोदी शुक्रवार को शिक्षक दिवस पर रेडियो और टीवी के जरिए देशभर के स्कूली बच्चों और शिक्षकों से मुखातिब थे। उन्होंने बालिका के सवाल का जवाब देते हुए कहा बस्तर अंचल का मैंने खूब दौरा किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह इस बात के लिए बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने बस्तर में बच्चों की शिक्षा के लिए कई ऐसे नए कदम उठाए हैं, जिनकी ओर पूरे देश व शिक्षाविदों का ध्यान गया है।।

एड्स पीडित राशनकार्ड के अधिकार से वंचित

06 September 2014
रायपुर। खाद्य सुरक्षा एवं पोष्ाण कानून के तहत राशनकार्ड से कमजोर तबके से ताल्लुक रखने वाले एड्स पीडित अब तक बाहर हैं। पहचान उजागर होने के डर से वे राशनकार्ड बनवाने के लिए सामने नहीं आ रहे थे।
एक स्वयंसेवी संस्था द्वारा करीब 5 दर्जन से अधिक एड्स पीडितों के राशनकार्ड के लिए दिए गए आवेदन नियमों के पेंच में फंस गया। खाद्य अफसरों की दलील है कि रायपुर के 8 जोन कार्यालयों में जाकर हितग्राहियों को पंजीयन कराना होगा। इसके बाद ही कार्ड बनेंगे। शुक्रवार को संस्था की प्रतिनिधि ने खाद्य अफसरों से भेंटकर आवेदनों के बारे में जानकारी मांगी।
अफसर की दलील है कि जोन कार्यालय में पंजीयन कराए बगैर कार्ड नहीं बनेंगे। ऎसे में पीडितों की पहचान उजागर होने का खतरा है। राज्य सरकार ने कानूनी राशनकार्ड के लिए ऎसी कोई व्यवस्था नहीं की है जिससे कि एड्स पीडित और बीमार को आसानी से कार्ड मिल जाए।
संस्था की प्रतिनिधि ने पहचान उजागर होने की हवाला देते हुए एड्स पीडितों के कार्ड के लिए अलग से इंतजाम करने की मांग की, लेकिन अधिकारी ने नियमों की दुहाई देते हुए हाथ खड़े कर दिए। अब संस्था या पीडितों को रायपुर के जोन कार्यालयों में धक्के तो खाने ही होंगे, पहचान उजागर होने का भी खतरा रहेगा।
इसके लिए हम जोन कमिश्नरों को पत्र लिख रहे हैं। इसमें पहचान उजागर होने का कोई खतरा नहीं रहेगा। सस्था के प्रतिनिधियों को जोन कार्यालयों में जाकर पीडित का पंजीयन कराना होगा। पीडितों को स्वयं आने की जरूरत नहीं रहेगी। दयामणि मिंज, खाद्य नियंत्रक, रायपुर


दंतेवाड़ा की छात्रा के सवाल पर मोदी ने की रमन की तारीफ

06 September 2014
रायपुर. दंतेवाड़ा के बारसूर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा अंजलि दानचालक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा- बस्तर जैसे जनजातीय इलाके में उच्च शिक्षा संस्थानों की संख्या कम है, वहां इसे बढ़ाने के लिए क्या किया जा रहा है? तो प्रधानमंत्री ने कहा-
बस्तर अंचल का मैंने खूब दौरा किया है। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने बेहतरीन काम किया है। बस्तर में बच्चों की शिक्षा के लिए कई ऐसे नये कदम उठाए हैं और देश के शिक्षाविदों का ध्यान गया है। देश के शिक्षाविदों को बस्तर में किए जा रहे प्रयासों को लेकर डॉ. रमन सिंह से सीखना चाहिए। वहां बालिकाओं की शिक्षा पर भी विशेष रूप से ध्यान दे रहे हैं। पूरे देश को इस पर ध्यान देना चाहिए।
महात्मा गांधी बालिकाओं की शिक्षा के पक्षधर थे और कहते थे कि अगर एक बालक शिक्षित होता है तो एक इंसान शिक्षित होता है, जबकि अगर एक बालिका शिक्षित होती है तो वह एक साथ दो परिवारों को मतलब अपने मायके और ससुराल को भी शिक्षित करती है। मुझे खुशी है कि बस्तर अंचल में आप लोगों को शिक्षा के प्रति इतनी चिन्ता है। बस्तर, जहां माओवादी हिंसा के कारण धरती लहुलुहान हो रही है, वहां की एक बेटी ने शिक्षा को लेकर एक ऐसा सवाल किया है, जिसमें पूरे देश को जगाने की ताकत है। बालिकाओं की शिक्षा हम सबकी प्राथमिकता है।


अंतागढ़ उपचुनाव रद करने की मांग पर दिल्ली में धरना

05 September 2014
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने अंतागढ़ विधनसभा उपचुनाव को रद करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग में शिकायत की है।
प्रदेश कांग्रेस की तरफ से छत्तीसगढ़ में ऐसी ही शिकायत व मांग की गई है। इस पर कोई फैसला नहीं आएगा तो कांग्रेस 8 सितंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देगी। बघेल और सिंहदेव का आरोप है उपचुनाव में भाजपा सरकार ने धांधली की है। इसमें कांग्रेस के भी कुछ लोग शामिल हो सकते हैं। इस पूरे मामले की पार्टी हाईकमान और भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत की गई है।
दोनों नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पूरी जानकारी दे दी है। वहीं भारत निर्वाचन आयोग से चुनाव को रद्द करने की मांग की गई, लेकिन इस पर आयोग का फैसला नहीं आया है। कांग्रेस कार्यकारिणी की गुरुवार को हुई बैठक में अंतागढ़ उपचुनाव रद्द करने की मांग को लेकर 8 सितंबर को एक दिवसीय धरना दिल्ली में देने का फैसला लिया गया है।
बघेल और सिंहदेव ने कहा कि हम चुनाव को रद्द कराने की दिशा में आगे ब़़ढ रहे हैं, लेकिन अभी तक आयोग की तरफ से फैसला नहीं आया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही कोई न कोई फैसला जरूर आएगा। मांगें पूरी नहीं होने पर कांग्रेस ने दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

हाईकमान को करना है निर्णय

बघेल और सिंहदेव ने कहा कि पार्टी हाईकमान को मंतूराम पवार से संबंधित पूरी घटना की जानकारी दे दी गई। वहीं कांग्रेसियों के शामिल होने की संभावनाओं से भी अवगत करा दिया गया है और अब अंतिम फैसला हाईकमान को करना है।


जेलों में बरसों से बंद 81 आदिवासी होंगे रिहा

05 September 2014
रायपुर। उच्च स्तरीय निर्मला बुच कमेटी ने प्रदेश की जेलों में बंद 81 आदिवासियों की रिहाई का रास्ता साफ किया है। गुरूवार को सर्किट हाउस में हुई अपनी नवीं बैठक में समिति ने इन मामलों में जमानत का विरोध नहीं करने की अनुशंसा की। इनमें से 47 को रिहा करने की अनुशंसा समिति पहले ही कर चुकी है।
इसमें हत्या के आरोप में अंबिकापुर जेल में बंद एक महिला का मामला भी है, जो पिछले 10 सालों से जेल में फैसले का इंतजार कर रही है। इस बैठक में माओवाद सहित विभिन्न आरोपों का सामना कर रहे 300 कैदियों की फाइल पर चर्चा हुई।
इसकी जानकारी देते हुए समिति की अध्यक्ष निर्मला बुच ने बताया कि पिछली आठ बैठकों में समिति ने 654 मामलों पर विचार किया है। इसमें से 306 लोगों को जमानत देने की अनुशंसा की गई। बैठक में मुख्य सचिव विवेक ढांड, अपर मुख्य सचिव गृह एनके असवाल, डीजीपी एएन उपाध्याय और जेल महानिदेशक गिरधारी नायक भी शामिल रहे।

अनुशंसा के बाद भी नहीं मिली जमानत

कमेटी ने स्वीकारा की कई मामलों में अनुशंसा के बाद भी आदिवासी जमानत नहीं ले पाए। निर्मला बुच ने कहा कि गरीबी की वजह से आदिवासी वकील करने में सक्षम नहीं हैं। कमेटी ने ऎसे लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता दिलाने का निर्देश दिया है।

कुछ मामलों में सरकारी वकीलों को जमानत का विरोध करने की प्रवृत्ति पर समझाइश दी जाएगी। अपर मुख्य सचिव एन.के. असवाल तथा जेल महानिदेशक गिरधारी नायक भी उपस्थित थे।

यह करती है समिति

जेल प्रशासन और कलक्टर की अनुशंसा के बाद मामला समिति के पास आता है। तय आधारों पर मामलों का परीक्षण कर समिति कुछ को रिहा करने की सिफारिश करती है। इसे सरकार को भेजा जाता है। कायदे से इसके बाद जमानत का आवेदन लगाने पर सरकार इसका विरोध नहीं करती।

दो साल पहले बनी थी समिति: सुकमा के तत्कालीन कलक्टर एलेक्स पॉल मेनन का 21 अप्रेल 2012 को माओवादियों ने अपहरण कर लिया था। उनकी रिहाई के बाद तीन मई को मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच की अध्यक्षता में समिति का गठन हुआ। उसी दिन समिति की पहली बैठक हुई।

आदिवासी बंदियों में सात फीसद माओवादी

कमेटी ने स्वीकार किया कि प्रदेश की जेलों में बंद आदिवासियों में सात फीसद लोग माओवादी होने के आरोप में लाए गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले बस्तर की जेलों में दो हजार 499 आदिवासी माओवादी होने के आरोप में बंद हैं। इनमें से केवल 585 को ही सजा हुई है। दुर्ग जेल में यह संख्या 80 के करीब है। इनकी रिहाई की तैयारी चल रही है।

यह बनता है अनुशंसा का आधार

अपराध की स्थिति।
जेल में बिताया गया समय।
परिवार की माली हालत।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य।


कांग्रेस में दावेदारों के लिए बड़े नेताओं की लाबिंग होगी अहम

05 September 2014
रायपुर. विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तरह नगरीय निकाय चुनाव के दौरान भी कांग्रेस में टिकट वितरण सबसे कठिन काम होगा। नेताओं की आपसी खींचतान की वजह से बड़े शहरों में टिकट वितरण के दौरान खटास और बढ़ने की आशंका है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पिछड़ने वाले बड़े नेता शहरों में समर्थकों को टिकट दिलाने के लिए पूरी ताकत लगा देंगे। महापौर के टिकट के लिए सबसे अधिक मारामारी रायपुर शहर में मचेगी। रायपुर का महापौर चार विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है। इस कारण टिकट वितरण के लिए उन नेताओं की दावेदारी भी है जो विधानसभा में टिकट मांग रहे थे।
नगर निगम की राजनीति में सक्रिय नेताओं का दावा भी सामने आएगा। विधानसभा चुनाव के दौरान रायपुर पश्चिम से टिकट मांग रहे प्रमोद दुबे के समर्थकों ने बवाल मचाया तो प्रमोद को दिल्ली बुलाकर खुद राहुल गांधी ने बेहतर भविष्य का आश्वासन दिया था। प्रमोद नगर निगम में पार्षद दल के अौर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता हैं। उन्हें भूपेश और महंत का साथ मिलेगा पर दूसरे नेताओं को साधने के बाद ही उनकी राह आसान होगी। इसी प्रकार किरणमयी नायक को पीसीसी के प्रमुख पदाधिकारियों का विरोध झेलना पड़ सकता है। विकास उपाध्याय के लिए विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहले जैसा माहौल शायद न बन पाए। पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को भी हार के कारण टिकट के लिए पसीना बहाना पड़ेगा। पीसीसी नेतृत्व से उनकी ट्यूनिंग पर भी सब कुछ निर्भर करेगा। वैसे विधायक के तौर पर उनका कार्यकाल निर्विवाद रहा है।
नए नगर निगम बीरगांव में अभी चुनाव नहीं होंगे। पर नगर पालिका अध्यक्ष पद पर सत्यनारायण शर्मा के समर्थक ओमप्रकाश देवांगन का दो कार्यकाल से कब्जा है। बघेल और शर्मा के बीच राजनीतिक गठजोड़ के आधार पर यहां का टिकट फाइनल होगा। अंबिकापुर में सिंहदेव की पसंद मायने रखेगी।

दुर्ग में मचेगी खींचतान

नगर निगम दुर्ग में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के समर्थक महापौर की टिकट का सपना देख रहे हैं। यहां खींचतान की स्थिति रहेगी। भूपेश ने जब छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के नेता रहे राजेंद्र साहू को कांग्रेस प्रवेश दिलाने की तैयारी कर ली थी तो वोरा खेमे ने उसमें ब्रेक लगवा दिया था। इसके बाद भूपेश ने वोरा समर्थक जिलाध्यक्ष घनाराम साहू की कार्यकारिणी रद्द कर दी थी। दोनों मुद्दों को लेकर दुर्ग में भूपेश और वोरा समर्थकों में खटास चल रही है। टिकट को लेकर भी खींचतान मचेगी। भिलाई नगर निगम में भी इसी तरह की स्थिति बनेगी, लेकिन वहां एक साल बाद चुनाव होंगे।

जोगी - महंत समर्थकों में कश्मकश

बिलासपुर में लंबे समय तक पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के समर्थकों का बोलबाला रहा है। विधानसभा से लेकर स्थानीय चुनाव में जोगी समर्थकों का टिकट दिल्ली से फाइनल हो जाता रहा है। लेकिन इस बार परिस्थितियां बदली हुई हैं। जोगी समर्थक जिलाध्यक्ष अनिल तिवारी ने इस्तीफा दे दिया तो अनिल टाह किसी पद में नहीं है। वहीं संगठन में महंत और बघेल समर्थक काबिज हो गए हैं। बिलासपुर ग्रामीण के अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला महंत समर्थक हैं तो शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलार को भूपेश बघेल का समर्थक माना जाता है। इसी तरह प्रदेश महामंत्री अरुण श्रीवास्तव भी संगठन खेमे से हैं।

राजनांदगांव में तीन गुट

राजनांदगांव में वोरा के साथ जोगी समर्थक भी हैं। बघेल ने स्व. उदय मुदलियार के बेटे जितेंद्र मुदलियार को जिलाध्यक्ष बना दिया है। वोरा ने पिछली बार नरेश डाकलिया को टिकट दिलाकर जीत दर्ज की थी। जोगी ने भी पिछले दिनों यहां अपने समर्थक के पक्ष में आंदोलन किया था।
दोनों नेताओं के साथ नए संगठन से भी समर्थक उम्मीद लगाए हुए हैं।


23 नक्सलियों ने किया समर्पण

04 September 2014
रायपुर। पुलिस की नक्सल विरोधी मुहिम को एक बड़ी सफलता मिली है। सोमवार व मंगलवार को दंतेवाड़ा में 13 नक्सलियों तथा सुकमा में 10 नक्सलियों ने हिंसा का राह छोड़कर शांति का राह अपनाते मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया है। बुधवार को बैलाडीला क्षेत्र के टिकनपाल के ग्रामीण गांव की एक महिला समेत नक्सलियों से संबंध रखने वाले 13 लोगों को आत्मसमर्पण कराने अपने साथ एसपी आवास लेकर पहुंचे थे। इस पर एसपी कमलोचन कश्यप ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिलाने और गांव के विकास का भरोसा दिलाया। सरेंडर करने वालों में 7 कमेटी सदस्य तथा शेष जनमिलिशिया मेम्बर बताए गए हैं। इनमें लिंगा राम पिता गोरे [30)], सुकमन पिता हुंगा ताती [32], छन्नू पिता पोज्जा बारसा [35], वामन पिता कोसा ताती, बोदे उर्फ आयती पिता गुड्डी ताती, सोमडू ताती पिता हुंगा ताती, ताती जोगा पिता बामन [22], भीमा बारसे पिता बदरू बारसे, रमेश बारसे पिता हुंगा बारसे, पिंकू राम पिता भीमा ताती [19], बासु पिता जोगा, भीमा ताती पिता हुंगा, लक्ष्मण पिता भीमा शामिल हैं। दूसरी ओर मंगलवार को सुकमा एसपी डी श्रवण के समक्ष संघम व एलओएस सदस्यों पुनेम सन्ना, म़़डकम सिंगा, हेमला भीमा, सोढ़ी बुधरा, हेमला नंदा, सोढ़ी मासा, करतम मुक्का, कुराम अवधेश, मड़कम देवा व मड़कम मुकेश ने समर्पण कर दिया। इनमें से दो नक्सलियों ने एक भरमार व देशी कट्टा भी पुलिस को सौंपा है। सभी समर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान किए जाने की बात कही गई है।

"चुनाव से हटने के लिए मुझे दिया धन व लाल बत्ती का लालच"

04 September 2014
रायपुर। अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ एकमात्र प्रतिद्वंद्वी रहे अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी रूपधर पुडो ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं ने नाम वापसी लेने का दबाव बनाते हुए उन्हें पैसे व लालबत्ती का ओहदा रखने वाला पद देने की पेशकश की थी। ऎसा न करने पर किसी संगीन मामले में फंसाए जाने की भी धमकी दी। हमें कांकेर से रायपुर आने से रोकने की कोशिश की गई।
पुडो ने यहां पत्रकारवार्ता में कहा कि "मुझे 29 और 30 अगस्त को रात तक लगातार प्रलोभन एवं धमकी भरे फोन आते रहे। जिस ढंग से फोन आ रहे थे, उससे मुझे चुनाव में सत्तापक्ष से ज्यादा खतरा महसूस हो रहा है।"
यह पूछे जाने पर कि यह प्रलोभन एवं धमकी किसने दी तो उन्होंने कहा कि यह सब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के इशारे पर हुआ। वहां उपस्थित पार्टी के राष्ट्रीय सचिव नरेन्द्र बंसोड़ ने मुख्यमंत्री सचिवालय के एक कर्मचारी के फोन का भी हवाला दिया।
बंसोड़ ने कांकेर के कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस एवं प्रशासन ने पुडो को बिना मांगे सुरक्षा दे दी। सुरक्षा गार्ड के माध्यम से हमारी गतिविधियों को सरकार तक पहुंचाया जा रहा है। हमें डर है कि पार्टी प्रत्याशी का अपहरण भी हो सकता है।

कांग्रेस चाहे तो करे समर्थन

कांग्रेस के समर्थन के बारे में पूछे जाने पर बंसोड़ ने कहा कि वे इस बारे में खुद की तरफ से किसी कांग्रेस नेता से मुलाकात नहीं करेंगे। अगर कांग्रेस उन्हें समर्थन करना चाहे तो हम पार्टी की नीति के तहत समर्थन लेने को तैयार हैं। हालांकि, अभी हमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सिर्फ फोन पर ही चर्चा की है।

कौशिक ने कहा, मैं नहीं जानता पुडो को

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने पुडो के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "मैं तो उसे जानता भी नहीं। मैंने और मेरेसमर्थकों ने हाल के दिनों में ऎसे किसी व्यक्ति से कोई चर्चा नहीं की।" हालांकि, उन्होंने कहा कि चुनाव मैदान में स्टंट दिखाने से काम नहीं चलता। वहां धरातल पर काम करना होता है। मुझे लगता है कि पुडो की पार्टी चुनाव में पहली बार खड़ी है और उसे चुनाव की गंभीरता पर ध्यान देना चाहिए।

चुनाव आयोग को भेजी रिपोर्ट

उपचुनाव में तैनात केन्द्रीय पर्यवेक्षक अशोक कुमार परमार ने प्रदेश कांग्रेस की शिकायत के बाद अपनी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेज दी है। आयोग ने कांग्रेस की ओर से चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरूपायोग कर निर्दलीयों पर दबाव बनाने और पार्टी प्रत्याशी मंतूराम पवार के नाम वापसी में सत्तापक्ष भाजपा की भूमिका को लेकर लगाए आरोपों पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की थी।
सूत्रों के अनुसार चुनाव पर्यवेक्षक परमार ने अपनी रिपोर्ट में निर्दलीयों से बातचीत को आधार बनाया है। इसके साथ ही कलक्टर और पुलिस अधीक्षक की भूमिका पर भी तथ्यात्मक जानकारी दी है।

अब 20 को मतगणना

अब मतगणना 16 सितम्बर के बजाय 20 सितम्बर को होगी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने माओवादी प्रभावित क्षेत्रों से मतदान मशीनों के लाने में देरी का हवाला बताते हुए मतगणना तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया था।


नक्सलियों से निपटने के लिए ‘खुली छूट' देगी केंद्र सरकार

04 September 2014
रायपुर. क्या केंद्र सरकार नक्सलवाद से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को खुली छूट देने जा रही है? बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयान से यही संकेत मिले हैं। राजनाथ ने जयपुर में पुलिस अकादमी के एक कार्यक्रम में कहा कि वे जब यूपी के सीएम थे तो पुलिस को नक्सलियों से निपटने की खुली छूट दी थी। साथ ही कहा था कि वे मानवाधिकार संगठनों की परवाह न करें। कार्यक्रम के बाद जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या बतौर गृहमंत्री भी आपका यही स्टैंड है तो राजनाथ का जवाब था-‘हां अब भी मैं वैसा ही करूंगा।’
गृहमंत्री के इस संकेत पर बवाल खड़ा हो गया है। सामाजिक संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति की और कहा कि नक्सलियों से आतंकियों की तरह नहीं निपटा जा सकता। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि इस बयान को गंभीरता से लेना चाहिए। ये कानून से तो नहीं बचा सकते, नीचे वाले फंसेंगे। जिनेवा में भारत का कद घटेगा। नक्सलr कोई आतंकी नहीं हैं। वो निर्दोषों को नहीं मारते।

ये नरसंहार होगा

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि गृहमंत्री अगर ऐसा करेंगे तो ये नरसंहार होगा। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि गृहमंत्री ने यदि ये कहा कि कानून के दायरे में काम करो तो ठीक है। लेकिन ये अगर उन्होंने ये कहा है कि कानून के दायरे से बहार जाकर काम करो तो ये खतरनाक है।

भाजपा ने कहा-जैसे को तैसा

सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि आतंकवाद के मामले में ह्यूमन राइट्स या जिनेवा क्या करेगा। ये नए तरीके का युद्ध शुरू हुआ है। अमेरिका ने जापान पर बम गिराकर कहा था हमने युद्ध का समय कम किया है। हमें भी वैसे ही दूसरे विकल्प पर सोचना चाहिए।

एक्सपर्ट्स ने कहा-सिर्फ कहने को अच्छा है यह

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सुरक्षा बल मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हैं तो फेस उन्हें ही करना पड़ता है, राजनीतिक नेतृत्व को नहीं। यूपी के पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता ने कहते हैं कि गृहमंत्री ने जो कहा कहने में अच्छा लगता है, लेकिन ग्राउंड रियलिटी बहुत अलग है। जमीन पर लोग ह्यूमन राइट्स के नाम पर पीछे पड़ जाते हैं। पुलिस के हाथ में कुछ नहीं होता।
राजनाथ सिंह ने पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीएसएफ ने सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स को 16 बार शांति का सफेद झंडा दिखाया। लेकिन वे नहीं माने तो मैंने बीएसएफ को जवाबी कार्रवाई के लिए कहा। जब मैं उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री था, तब अफसरों को आशंका थी कि अपराधियों पर सख्ती दिखाई तो मानवाधिकार संगठन और राजनीतिक दल सवाल खड़े करेंगे। तब मैंने कहा था कि आप निडर होकर काम करें। मानवाधिकार संगठनों को मैं देख लूंगा। अफसरों ने सब कर दिखाया।’

अपराधियों को मारने पर शादी से ज्यादा खुशी होती है

राजनाथ ने यह भी कहा कि ‘शातिर अपराधियों को जंगल में कई दिनों तक पीछा कर मार गिराने के बाद ऐसी खुशी मिलती है, जो शादी की खुशी से भी ज्यादा होती है।’ उन्होंने पुलिस की गालियों को वेद वाक्य तक कह डाला। बोले, ‘पुलिस वालों के बारे में परसेप्शन है कि वे वेद वाक्य बोलते हैं। वेद का अर्थ गाली-गलौज से है।’

पेट पालने के लिए कालाबाजारी करते हैं तो धन्यवाद: मांझी

बिहार सीएम जीतन मांझी ने मंगलवार को कहा कि व्यवसायी पेट पालने और बच्चों की पढ़ाई के लिए कालाबाजारी करते हैं तो उन्हें धन्यवाद है। वे हजार-दो हजार की कालाबाजारी करेंगे। मैं उन्हें माफ कर दूंगा। क्योंकि हमारी नजर 2-4 हजार करोड़ की कालाबाजारी करने वालों पर है।

सबके घर में 5-10 लाख काला धन, लजाना क्या: तोमर

इसी कार्यक्रम में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने अपने पास कालाधन होने की बात ही कबूल ली। उन्होंने कहा, ‘कालाधन को सफेद करने का मौका मिलना चाहिए। हम सबके घर में 5-10 लाख का कालाधन है। इसमें लजाने की बात नहीं है। कालाधन को सफेद करने का मौका मिलना चाहिए।’
नरेंद्र सिंह ने कहा, ‘कालाधन को सफेद करने का मौका मिलना चाहिए। मोरारजी देसाई सरकार ने 1977 में यह व्यवस्था की थी। तब कोई टैक्स जमा करता तो उससे यह नहीं पूछा जाता था कि रुपए कहां से आए। आज भी यह व्यवस्था कर दें तो टैक्स चोरी पर लगाम लगेगा।’ मांझी और नरेंद्र सिंह ने मंगलवार को खाद्यान्न व्यवसायियों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में ये बातें कही।

पता है किसका कितना कमीशन है: बादल

सीएम परकाश सिंह बादल ने कहा कि वह जानते हैं कि किस सरकारी महकमे में कितना भ्रष्टाचार है और अफसर किस तरह कमीशनखोरी करते हैं। उन्होंने कहा, "अपने से बड़े अफसरों से मिलकर अगर जनता का काम करवाएंगे, तब ही अफसरों के भी चार पैसे बचेंगे।'


कवर्धा में हुई धर्म संसद लेगी स्थायी संस्था का रूप

03 September 2014
रायपुर। कवर्धा में हुई धर्म संसद में सांई बाबा को भगवान का अवतार न मानने और उनकी पूजा-अर्चना नहीं करने के प्रस्ताव को देशभर में प्रचारित किया जाएगा। भविष्य में भी सनातन हिन्दू धर्म को षड्यंत्रकारियों से बचाने के लिए धर्म संसद को स्थायी संस्था का रूप दिया जा रहा है। स्थायी संस्था के माध्यम से पूजा पद्धति, मंदिर बनाने व मंदिरों का संचालन करने तथा संत व आचार्यो, धार्मिक विषयों में स्थायी व अनिवार्य समाधान देने की तैयारी की जा रही है।

चारों शंकराचार्य सहित संत, महंत शामिल होंगे

धर्म संसद को स्थायी संस्था का रूप देने में अनेक साधु, संत, महात्मा जुटे हुए हैं। सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे बालाजीपुरम बैतूल के संस्थापक सुनील द्विवेदी एवं सेम वर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के मार्गदर्शन में रूपरेखा बनाई जा रही है। इसमें दण्डी स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज द्वारका व दण्डी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज, ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद, प्रकाश उपाध्याय की टीम कार्य कर रही है। स्थायी संस्था में चारों शंकराचार्य रामानुजाचार्य, निम्बार्काचार्य, वल्लभाचार्य, रामानंदाचार्य व सभी प्रमाणिक अखाड़ों के महामंडलेश्वर, काशी विद्वत परिषद, महंतगण व आचार्यगण शामिल होंगे।

हिन्दुओं को निर्णय मानना प़़डेगा

धर्म के संबंध में जो भी भ्रांति फैली हुई है, उस पर शंकराचार्य व संतों के मार्गदर्शन में लिए गए निर्णय सभी हिन्दुओं को मानना पड़ेगा।

शिर्डी के सांई बाबा के संबंध में जो निर्णय धर्म संसद ने लिया है, उसे हिन्दुओं को मानना पडे़गा। यदि संस्था द्वारा लिए गए निर्णय को नहीं माना जाता तो सनातन धर्म की रक्षा के लिए स्थापित नागा सेनाओं का इस्तेमाल करके निर्णय को लागू कराया जाएगा।।


जिला कोर्ट की काज लिस्ट नोटिस बोर्ड पर लगने लगी

03 September 2014
बिलासपुर। जिला न्यायालय के हर कोर्ट रूम में दीवानी और फौजदारी प्रकरणों की काज लिस्ट लगाने की प्रक्रिया मंगलवार से प्रारंभ कर दी गई। हर कोर्ट के दरवाजे पर एक सूचना फलक लगाया गया है, जिसमें उस दिन होने वाली सुनवाई का विवरण दिया जा रहा है। यह सूची प्रतिदिन लगाई जाएगी।
जिला न्यायालय में पक्षकारों और अधिवक्ताओं को अब कोर्ट के भीतर बार-बार स्टाफ से पूछताछ नहीं करनी होगी कि जज किन दीवानी, फौजदारी प्रकरणों की सुनवाई करने वाले हैं। इसका शेडयूल अब प्रतिदिन संबंधित कोर्ट के दरवाजे पर चस्पा कर दिया जाएगा। इसमें प्रकरणों के नंबर, उसकी तारीख, वादी-प्रतिवादी और सुनवाई की तारीख का उल्लेख किया जा रहा है। प्रत्येक कोर्ट में रीडर के पास कंप्यूटर और प्रिंटर की सुविधा है, जिसका इसमें उपयोग किया जा रहा है।

वेब पर भी होगी

जिला कोर्ट के प्रत्येक न्यायालय की काज लिस्ट वेबसाइट पर डालने की प्रक्रिया पर भी काम हो रहा है। इस संबंध में सोमवार को जिला न्यायालय में सभी न्यायाधीशों की बैठक भी रखी गई थी। कुछ न्यायालयों में विभिन्न प्रकरणों में आरोपियों पर लगाए गए जुर्माने की इंट्री कंप्यूटर पर करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इससे न्यायाधीश के फैसले के अनुसार ही जुर्माने की रसीद वहां का स्टाफ कंप्यूटर पर देखकर काट सकेगा। जिला कोर्ट में बीते 20 अगस्त से वादी-प्रतिवादियों और उनके अधिवक्ताओं को केस की तारीख और मांगी गई प्रतिलिपि तैयार होने की जानकारी एसएमएस के जरिये देने की व्यवस्था शुरू की गई है। इस सुविधा को लेकर संबंधित पक्षों में उत्साह देखा जा रहा है। अब तक एसएमएस सुविधा के लिए 650 से अधिक लोगों ने पंजीयन करा लिया है।


सामान्य पर भाजपा नहीं देगी दूसरों को टिकट!

03 September 2014
रायपुर. नगरीय निकाय चुनावों के टिकट बांटने के लिए भाजपा ने जो फार्मूला तय किया है उससे कई नेताओं से सपने टूटने वाले हैं। इस फार्मूले के मुताबिक सामान्य सीटों पर एससी, एसटी, ओबीसी या महिला को टिकट नहीं दिया जाएगा। हालांकि पार्टी ने अभी अपना यह फार्मूला जाहिर नहीं किया है लेकिन इसके आधार पर उसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह फार्मूला इसलिए ओपन नहीं किया जा रहा कि चुनाव में काफी वक्त है। संगठन के नेताओं के मुताबिक टिकट वितरण के लिए जिलों से मंडल स्तर तक कमेटियां बना दी गई हैं
उन्हीं की अनुशंसाओं के आधार पर टिकट बंटेंगे। पार्टी ने तय कर लिया है कि किसी वर्ग को नाराज नहीं किया जाएगा। जिसका हक है उसे दिया जाएगा। संभाग स्तरीय बैठक में पिछले दिनों कार्यकर्ताओं ने दो टूक मांग की थी कि टिकट आरक्षण के मुताबिक ही बांटे जाएं। उन्होंने 50 साल से ऊपर के नेताओं को टिकट न देने और हारे नेताओं को दोबारा उम्मीदवार न बनाने की मांग भी की है। इसे देखते हुए भाजपा नेता बराबर यह कहते आ रहे हैं कि टिकट तो कार्यकर्ता तय करेंगे। संगठन के नेताओं का कहना है कि सामान्य वर्ग पर जहां महिला को पूर्व में टिकट दिया जा चुका है वहां पुरुष को मौका दिया जाएगा। भाजपा ने यह भी तय किया है कि जिन नेताओं को पहले टिकट दिया जा चुका है उनके स्थान पर नए लोगों को मौका दिया जाएगा।
नगर निगमों के अलावा 14 नगर पालिकाओं और 35 नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हुए हैं। इन सीटों से दूसरे वर्ग के नेताओं के टिकट पाने का ख्वाब अधूरा रह जाएगा।

जो एससी,एसटी, ओबीसी या महिला नहीं वह सामान्य

राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव एसआर बांधे के मुताबिक संविधान के अनुसार जो एससी, एसटी, ओबीसी या महिला नहीं है वह सामान्य है। दूसरा यह कि इन वर्गों के आरक्षण के बाद जो बच गया वह सामान्य है। इन पर चाहे महिला हो या पुरुष, चुनाव लड़ सकते हैं।

इसलिए जरूरी मान रहे

सामान्य वर्ग के रहते दूसरे को टिकट क्यों दिया जाए। यदि दिया तो इस वर्ग को प्रतिनिधित्व का मौका कब मिलेगा। न जाने फिर रोटेशन में सामान्य सीट कब होगी? इस वर्ग की उपेक्षा करना ठीक नहीं।

कहां किसके सपने टूट सकते हैं

रायपुर नगर निगम - पूर्व महापौर सुनील सोनी, पार्षद प्रफुल्ल विश्वकर्मा।
चिरमिरी नगर निगम - पूर्व विधायक दीपक पटेल, महापौर डमरू बेहरा, शिव वर्मा,
राजनांदगांव नगर निगम - पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, नेता प्रतिपक्ष शिव वर्मा, वरिष्ठ नेता रमेश पटेल।
भिलाई नगर निगम - लता चंद्राकर, निखिला चंद्राकर
दुर्ग नगर निगम - डॉ. चंद्रकला खिचरिया,
कोरबा नगर निगम (सामान्य महिला) - ज्योति वर्मा, उमा भारती सराफ
धमतरी नगर निगम (सामान्य महिला) - अनीता सोनकर
दुर्ग नगर निगम (सामान्य महिला) - चंद्रिका चंद्राकर

यहां के नेता भी झेलेंगे मायूसी

नगर पालिकाएं- कोंडागांव, कांकेर, गोबरा नवापारा, शिवपुर चरचा, बड़े बचेली, दीपका, चांपा, सक्ती, खरसिया, मनेंद्रगढ़, तखतपुर, तिल्दा-नेवरा, भिलाई - चरौदा एवं बालोद।

नगर पंचायतें (सामान्य)

माना कैंप, कसडोल, सिमगा, राजिम, कुरुद, मगरलोड, बसना, पाटन, देवकर, परपोड़ी, डौंडीलोहारा, गुरुर, गुंडरदेही,अर्जुंदा, बोड़ला, सहसपुर लोहारा, पिपरिया, भानूप्रतापपुर, पखांजूर, गीदम, केशकाल, कोटा, गौरेला, मल्हार, शिवरीनारायणपुर, जैजैपुर, नवागढ़, धरमजयगढ़, सारंगढ़, सरिया, पुसौर, लखनपुर, भटगांव, रामानुजगंज।

भाजपा का अपना सिस्टम है

भाजपा का अपना सिस्टम व संविधान है जिसके तहत टिकट तय किए जाते हैं। मंडल से जिला स्तर तक कमेटियां बनाई गई हैं जो टिकट की अनुशंसा करेंगी। नगरीय निकायों के संविधान के अनुसार जिस वर्ग के लिए सीट आरक्षित हुई है उस वर्ग को भाजपा प्रतिनिधित्व करने का मौका देगी।'' -धरमलाल कौशिक, अध्यक्ष प्रदेश भाजपा


मंतुराम की जवाबदेही से मुक्त हुई प्रदेश कांग्रेस

02 September 2014
रायपुर। कांग्रेस ने अंतागढ़ उपचुनाव प्रत्याशी मंतुराम पवार के रूप में गलत पडे़ दांव की जवाबदेही से छत्तीसगढ़ कांग्रेस को मुक्त कर दिया है। मंतुराम ने ऐन मौके पर नाम वापस ले लिया था। प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के लिए यह घटनाक्रम बड़ी रणनीतिक पराजय माना जा रहा था। सोमवार को ये दोनों नेता कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे तो उनके सवालों में मंतुराम नहीं स्थानीय निकाय चुनाव थे। उन्होंने इन नेताओं पर पहुंचते ही सवाल दागा 'निकाय चुनावों में कितनी सीटों की उम्मीद कर रहे हैं? टारगेट हम नहीं आप तय करेंगे', इस पर सिंहदेव ने कहा '50 फीसद सीटों के जीतने की उम्मीद करते हैं' तो राहुल ने बघेल को कहा तीन से छ: दिन में निकाय चुनावों की रणनीति का खाका उपलब्ध कराएं। लगभग एक घंटे चली मुलाकात के दौरान छत्ताीसग़़ढ के अन्य नेताओं ने राहुल को मंतुराम की नाम वापसी और पार्टी से निष्कासन की जानकारी दी तो उन्होंने कहा बिलकुल ठीक किया, हमसे पूछने की कोई जरूरत नहीं थी। मंतुराम प्रकरण में एक गुट द्वारा बनाए जा रहे दबाव की खबरों की कतरनें दी तो राहुल बोले 'हां, कुछ विधायक आए थे शिकायत लेकर'। फिर कुछ समय बाद राहुल गांधी प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सिंहदेव को रकने का इशारा कर बघेल को लेकर भीतर चले गए। वहां लगभग पंद्रह मिनट बात की। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से टिकट के बंटवारे से पूर्व हुई मुलाकात में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी पर पड़ रहे दबाव और उसके मैदान छोड़ने की संभावनाओं की जानकारी दे दी थी। मंतुराम के चयन से पूर्व सीएम जोगी भी सहमत थे। चुनाव आयोग भी पहुंचे दिल्ली में मौजूद छत्ताीसगढ़ के नेताओं ने अंतागढ़ सीट के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाया है। नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव भाजपा द्वारा कांग्रेस एवं अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के भयादोहन कर नाम वापस लेने का दबाव बनाने की जानकारी आयोग को देंगे।

चार शहरों में होंगी महिला महापौर

02 September 2014
रायपुर। प्रदेश के चार शहरों दुर्ग, कोरबा, धमतरी और बिरगांव की प्रथम नागरिक महिलाएं होंगी। सोमवार को नगर निगम के महापौर और नगर पालिका व नगर पंचायतों के अध्यक्षों के आरक्षण के लिए लॉटरी निकाली गई। इसमें रायपुर सहित भिलाई, राजनांदगांव और चिरमिरी नगर निगम में महापौर पद सामान्य वर्ग के खाते में गया।
इस साल के अंत में नगरीय निकायों के चुनाव प्रस्तावित हैं। इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने राजधानी के शहीद स्मारक भवन में आरक्षण प्रक्रिया की कवायद की। इस बार 12 में से चार नगर निगमों में सामान्य वर्ग से महापौर होंगे। वहीं, दो नगर निगम में अन्य पिछड़ा वर्ग तथा एक में अनुसूचित जाति और एक में अनुसूचित जनजाति वर्ग से महापौर होंगे। वर्ष 2009 में हुए चुनाव में रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव और चिरमिरी नगर निगम में से केवल राजनांदगांव में महापौर का पद अनारक्षित था। रायगढ़ नगर निगम के महापौर पद को अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित रखा गया है। इसी तरह अंबिकापुर नगर निगम महापौर का पद भी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रहेगा। वहीं, बिरगांव में महापौर अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला होगी। सोमवार को शहीद स्मारक परिसर में बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और सामान्य लोग उपस्थित थे।

नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्ष पद का आरक्षण कर दिया गया। इसके लिए तय प्रक्रिया का पालन हुआ। अब निकायवार आरक्षण की अधिसूचना जारी होगी। उसके बाद यह सूची राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप दी जाएगी। इसी के आधार पर निर्वाचन सम्पन्न कराया जाएगा।
डॉ. रोहित यादव संचालक, नगरीय प्रशासन विभाग


कोर्ट में जोगी ने कहा- नियमों के तहत पाया गया मेरा जाति प्रमाण-पत्र

02 September 2014
बिलासपुर. चुनाव याचिका पर सोमवार को करीब 1.45 घंटे चली सुनवाई के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बयान पूरा हो गया। इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनका जाति प्रमाण-पत्र नियमों के तहत ही हासिल किया गया है। इसे सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच करने के बाद जारी किया गया है। हाईकोर्ट में नंदकुमार साय के वकील ने उनसे पूछा, क्या उन्होंने मरवाही विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान शराब बंटवाई है।
इस पर उन्होंने कहा कि वे कभी अपने चुनाव क्षेत्र में प्रचार करने भी नहीं जाते। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा सांसद नंदकुमार साय की चुनाव याचिका पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बयान पूरा हो गया है। सोमवार सुबह करीब 10.45 बजे बहस शुरू हुई। इस दौरान जोगी से सवाल पूछे गए, जिनका उन्होंने सिलसिलेवार जवाब दिया। शुरुआत में जोगी से उनके जाति प्रमाण-पत्र को लेकर सवाल किया गया। जोगी ने बताया कि प्रमाण-पत्र नियमों के तहत ही हासिल किया गया है। इसके लिए बाकायदा नियमों के तहत अर्जी दी गई। सभी जरूरी दस्तावेज लगाए गए थे।
इनकी जांच के बाद ही उन्हें जाति प्रमाण-पत्र जारी किया गया। चुनाव में जाति प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के दौरान वह वैलिड था। जोगी से पूछा गया कि क्या चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने शराब बंटवाई थी। इस पर जोगी बोले, यह गलत है। वे अपने चुनाव क्षेत्र में कभी प्रचार करने भी नहीं जाते। इस दौरान वे दूसरे प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे होते हैं। हाईकोर्ट ने जोगी और साय को लिखित तर्क प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उधर, उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति की रिपोर्ट पेश करने की मांग कोर्ट ने खारिज कर दी। अब इस मामले में 15 सितंबर को अंतिम सुनवाई होगी।


मंतूराम के मैदान छोड़ने के पीछे कुछ कांग्रेसी भी

01 September 2014
रायपुर। अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे मंतूराम पवार के मैदान छोड़ने के पीछे कुछ कांग्रेस नेताओं का भी हाथ है। यह बयान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने दिल्ली रवाना होने के पहले दिया। साथ में कहा इस घटना के लिए भाजपा जिम्मेदार है। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की जाएगी।
अंतागढ़ उपचुनाव से मंतूराम के मैदान छो़़डने के बाद कांग्रेस हाईकमान ने बघेल और सिंहदेव को तलब किया है। इस पर दोनों रविवार शाम दिल्ली रवाना हुए।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक दोनों हाईकमान को पूरी रिपोर्ट देंगे। करीब 8 पन्नों की रिपोर्ट में संगठन के विरोधियों के नाम भी हैं। रिपोर्ट में ऐसे तत्वों को पार्टी से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है।
मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा मंतूराम प्रकरण में भाजपा जिम्मेदार है। वह पैसे के दम पर चुनाव जीतना चाहती है। दूसरे निर्दलीय प्रत्याशियों को भी पैसे से खरीदकर नाम वापसी कराई गई। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की जाएगी। इस बीच बघेल और सिंहदेव के हर कदम पर विरोधियों की भी नजर है। एयरपोर्ट में कुछ विरोधी भी सक्रिय थे।

पत्नी ने भी छोड़ दी पार्टी

अंतागढ़ उपचुनाव में मैदान छोड़ने वाले मंतूराम पवार की पत्नी एवं युवक कांग्रेस की प्रदेश महासचिव सविता पवार ने भी युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उत्तम वासुदेव को इस्तीफा सौंप दिया है, जिसे मंजूर कर लिया गया। इसकी वजह व्यक्तिगत बताई है।
सूत्रों के मुताबिक मंतूराम के मैदान छोड़ने के बाद से सविता पर कार्रवाई की चर्चा थी। राष्ट्रीय एवं प्रदेश युवक कांग्रेस ने इसकी तैयारी भी कर ली थी।


पीएससी को हाईकोर्ट ने लगाई फटकार

01 September 2014
रायपुर। आरक्षण नियमों की अनदेखी कर भर्ती परीक्षा आयोजित करने के मामले में छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (पीएससी) को हाईकोर्ट ने फटकार लगाई है। न्यायाधीश मनीन्द्र मोहन श्रीवास्तव ने नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के लिए अंतिम मौका दिया है। कोर्ट ने भूतपूर्व सैनिकों को परीक्षा से वंचित रखने को गंभीरता से लिया है। राज्य पीएससी ने वर्ष 2008 में प्रशासनिक अधिकारियों की भर्ती परीक्षा आयोजित की थी। डिप्टी कलक्टर, डीएसपी, नायब तहसीलदार, आबकारी उपनिरीक्षक, परिवहन उपनिरीक्षण सहित 486 पदों के लिए यह परीक्षा हुई।
इसमें आरक्षण नियम-1985 के अनुसार राज्य शासन द्वारा जारी सर्कुलर 22 फरवरी 2005 और 18 सितम्बर 2012 के तहत तृतीय श्रेणी के सभी रिक्त पदों पर भूतपूर्व सैनिकों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना था।
भर्ती प्रक्रिया को चुनौती : आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं करने पर भर्ती प्रक्रिया को चुनौती देने 2013 को हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई। बिलासपुर हाईकोर्ट ने याचिका का निरीक्षण करने के बाद पीएससी को नोटिस जारी किया। आपत्ति के बाद भी पीएससी ने जवाब नहीं दिया और चयनित सभी अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग पर भेज दिया।
अंतिम अवसर : परिवहन उपनिरीक्षक के पद पर चयनित अमरेन्द्र सिंह ने आरक्षण नियमों का पालन नहीं करते हुए सूची से बाहर करने पर याचिका लगाई। अधिवक्ता अभिषेक पांडे ने बताया लगातार तीन बार नोटिस जारी होने के बाद भी कोर्ट में पेश नहीं होने पर न्यायाधीश ने अंतिम मौका दिया है। जवाब पेश नहीं करने पर कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।
नियम रखे ताक पर : पीएससी ने नियमों को ताक पर रख आबकारी उपनिरीक्षक, परिवहन उपनिरीक्षक और सहायक जेलर गृह विभाग के पद पर नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किया। शासन के आदेशों को किनारे कर परीक्षा का आयोजन करने और भूतपूर्व सैनिकों को अपात्र घोषित करने पर कोरबा निवासी अमरेन्द्र सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।


नगर निगम, पालिका और नगर पंचायतों के लिए आरक्षण आज

01 September 2014
रायपुर. शहरी सत्ता के लिए योद्धा तय करने के लिए सोमवार को रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसमें नगर निगमों के महापौर, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए लाॅटरी निकाली जाएगी। लाॅटरी में पिछले दो बार से जिन वर्गों के लिए आरक्षण हो गया, उनको शामिल नहीं किया जाएगा। शहीद स्मारक भवन में दोपहर 12 बजे से प्रक्रिया प्रारंभ होगी। शाम तक नगरीय प्रशासन विभाग आरक्षण अधिसूचना जारी कर देगा।
परिसीमन के बाद इस बार नगर निगम 10 की जगह 12 रहेंगे। नगरपालिकाएं 32 की जगह 44 तथा नगर पंचायतें 127 की जगह 113 रहेंगी। आरक्षण के दौरान सबसे पहले नगर निगम के पदों के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। इसके बाद नगर पालिका और आखिरी में नगर पंचायतों के अध्यक्ष पदों को आरक्षित किया जाएगा।


हर परिवार में कम से कम दो बैंक खाते खुलेंगे

29 August 2014
रायपुर। प्रदेश में निवासरत 56 लाख परिवारों में से जिनके बैंक खाते नहीं हैं, उन परिवारों में से हर एक के कम से कम दो बैंक खाते खोले जाएंगे। यह काम प्रधानमत्री जन-धन योजना के तहत होगा। इस योजना के तहत प्रदेश के 4000 ऐसे गांवों तक बैंकिंग सुविधा पहुंचाई जाएगी जहां अभी तक बैंक नहीं पहुंच पाए हैं। केन्द्रीय खनिज, इस्पात और श्रम राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को प्रधानमंत्री जन-धन योजना की शुआत की। स्थानीय नवीन विश्राम भवन के सभा कक्ष में आयोजित समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन और वाणिज्यिक कर मंत्री अमर अग्रवाल ने की। विशेष अतिथि के रूप में राज्य सभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांग़़डे सहित जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा समारोह में उपस्थित थीं। राज्य सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड ने मुख्य अतिथि सहित सभी आगन्तुकों का स्वागत किया और इस नई योजना के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी दी। समारोह का आयोजन राज्य सरकार के वित्ता विभाग, संस्थागत वित्ता संचालनालय और राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा किया गया। केन्द्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्ताीसगढ़ नया राज्य है। राज्य ने अपनी स्थापना के मात्र चौदह वर्ष के भीतर विकास के विभिन्न क्षेत्रों में कई उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की हैं, लेकिन प्रदेश के शत-प्रतिशत गांवों तक बैंक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना भी बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना इस दिशा में काफी मददगार साबित होगी। श्री साय ने कहा कि इस योजना में प्रत्येक खाते धारक का एक लाख रुपए का बीमा भी होगा और बैंक खाते के छह महीने तक सुचारू तथा नियमित संचालन पर उन्हें जरूरत होने पर पांच हजार रुपए तक ओवरड्राफ्ट भी मिल सकेगा। श्री साय ने कहा कि खाते धारक को शासकीय योजनाओं की अनुदान राशि सीधे उनके खाते में हस्तांतरित कर दी जाएगी। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के वाणिज्यिक कर मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि देश की लगभग 20 प्रतिशत आबादी के पास आज भी बैंक एकाउंट नहीं है। ऐसे में प्रधानमंत्री की यह योजना इन परिवारों के साथ-साथ पूरे देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। मुख्य सचिव विवेक ढांड ने स्वागत भाषषण में कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना से देश और प्रदेश के अंतिम छोर के गांवों और अंतिम पंक्ति के लोगों तक बैंक सुविधाओं का विस्तार होगा। लोगों में बचत की प्रवृत्तिब़़ढेगी और उन्हें शासकीय योजनाओं का आर्थिक फायदा भी सीधे अपने बैंक एकाउंट के जरिए मिल सकेगा। 20 हजार गांव में एक हजार शाखाएं मुख्य सचिव श्री ढांड ने बताया कि छत्ताीसग़़ढ में लगभग बीस हजार गांव है, लेकिन बैंक शाखाओं की संख्या सिर्फ एक हजार 109 के आस-पास है। प्रदेश के लगभग चार हजार गांवों को बैंक सुविधाओं से जो़़डना जरूरी है, क्योंकि इन गांवों के लोगों को बैंकों से अपनी राशि निकालने के लिए दस-पंद्रह और बीस किलोमीटर तक आना-जाना प़़डता है। ऐसे में प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत वित्ताीय समावेशन के जरिए इन गांवों के लोगों को भी बैंकों से जोड़ा जाएगा। चिटफंड कंपनियों से बचेंगे ढांड ने कहा कि बैंक सुविधाओं के अभाव में अक्सर ग्रामीणजन चिट-फंड कम्पनियों में राशि जमा करते हैं, लेकिन ये चिट-फंड कंपनियां कई बार उन्हें उनकी जमा राशि वापस नहीं करती हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत ग्रामीणों और शहरी क्षेत्रों के जरूरतमंद गरीब परिवारों को सरकारी बैंकिंग सुविधाओं से जोड़कर आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा अपने व्यापार प्रतिनिधि [बिजनेस कॉरेस्पांडेंट] नियुक्त किए जाएंगे। गांव के ही किसी व्यक्ति, समाजसेवी संस्था या स्वसहायता समूह आदि में से किसी का चयन कर उसे व्यापार प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया जाएगा। योजना के तहत उसे एक विशेष मशीन दी जाएगी। यह मशीन गांव के ही किसी व्यक्ति अथवा समाजसेवी संस्था या महिला स्वसहायता समूह आदि में से किसी को दी जाएगी। इसके जरिए ग्रामीणों को बैंक सेवाओं का लाभ मिल सकेगा। योजना में खाते धारकों को रुपए पर आधारित डेबिट कार्ड दिए जाएंगे। इस कार्ड के आधार पर वे अपनी राशि स्थानीय स्तर पर उसी तरह प्राप्त कर सकेंगे, जैसे स्मार्ट कार्ड के आधार पर एटीएम से राशि निकाली जाती है। किसान क्रेडिट कार्ड को भी इसमें परिवर्तित किया जाएगा। बडे़ भुगतान होते हैं प्रदेश में छत्तीसगढ़ में मनरेगा के तहत लगभग 26 लाख श्रमिक परिवारों को हर साल करीब 1500 करोड़ से 1600 करोड़ रुपए तक मजदूरी का भुगतान होता है। इसके अलावा राज्य में 12 लाख से ज्यादा हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत मासिक पेंशन दी जाती है।

प्रदेश में बच्चे असुरक्षित बढ़ा लैंगिक अपराध

29 August 2014
रायपुर। प्रदेश में बच्चे दिन-प्रतिदिन असुरक्षित होते जा रहे हैं। उन पर हो रहे अत्याचार के मामले साल-दर-साल बढ़ रहे हैं। खासकर बच्चों के साथ लैंगिक अपराधों में बेतहासा वृद्धि हुई है। आलम यह है कि 2011-12 की अपेक्षा 2013 में बच्चों के साथ हुए लैंगिक अपराधों में 60 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसका खुलासा छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की वाçष्ाüक रिपोर्ट में हुआ है।

यौन उत्पीड़न हुए दोगुने

आयोग के वाçष्ाüक प्रतिवेदन 2013-14 के मुताबिक वष्ाü 2011-12 की अपेक्षा 2013 में बच्चों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं दोगुने तक पहुंच गई है। पिछले वष्ाü क्रमश: जहां 107 व 114 अपराध दर्ज किए गए थे, वहीं 2013 में यह बढ़कर 192 तक पहुंच गई है। इस तरह देखा जाए तो इन तीन सालों में बच्चों के ऊपर हुए लैंगिक अपराधों के कुल 415 मामले सामने आए हैं।

मार्च 14 तक 1051 मामले

आयोग में दर्ज एक अन्य रिपोर्ट, जो पुलिस द्वारा उपलब्ध कराई गई है के मुताबिक प्रदेश में 14 नवम्बर 2012 से 31 मार्च 2014 तक बच्चों के साथ हुए लैंगिक अपराधों के 1051 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 116 अपराध रायपुर जिले में हुए हैं। वहीं दूसरे स्थान पर जशपुर में 87 और तीसरे स्थान पर कोरिया में 75 मामले सामने आए हैं।

नैतिक शिक्षा की मांग

हाल ही में राजधानी में सम्पन्न बाल आयोग की एक कार्यशाला में इस विष्ाय पर मंथन किया गया। राष्ट्रीय व तीन राज्यों के बाल संरक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्षों ने चिंता जताते हुए समाज में नैतिकता को बचाए रखने और उत्कृष्ट चरित्र निर्माण करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसे लेकर सभी आयोग ने आपस में बेहतर समन्वय स्थापित कर काम करने की बात भी कही है।
स्कूल पाठ्यक्रम में जब तक नैतिक शिक्षा को शामिल नहीं किया जाएगा, तब तक बाल अपराध बढ़ते रहेंगे। प्रतिवेदन के माध्यम से राज्य बाल आयोग ने राज्य शासन को इस संबंध में अनुशंसा भेजी है।
प्रतीक खरे, सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग


छत्तीसगढ़ की पहली महिला ऑर्थो सर्जन बनेंगी मधुलिका

29 August 2014
रायपुर. पं. जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज के 51 साल के इतिहास में पहली बार महिला डॉक्टर हड्डी रोग विशेषज्ञ बनेगी। हड्डी रोग विभाग में एडमिशन लेकर दुर्ग की मधुलिका चंद्राकर ने इतिहास रच दिया है। वे छत्तीसगढ़ की पहली हड्डी रोग विशेषज्ञ बनेंगी। हड्डी रोग विभाग को पुरुषों का वर्चस्व वाला माना जाता है। देशभर में महिला हड्डी रोग विशेषज्ञों की संख्या महज 52 है। ऐसे में मधुलिका ने पुरुषों का वर्चस्व माने जाने वाले क्षेत्र में आकर बड़ी हिम्मत दिखाई है। हड्डी रोग विभाग में दूसरे विभागों की अपेक्षा कड़े परिश्रम व जीवटता की जरूरत होती है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे देश में गिनी-चुनी महिलाएं ही हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं। मधुलिका के अलावा डॉ. पूनम पाड़ी ने भी हड्डी रोग विशेषज्ञ बनना स्वीकार किया है। मेडिकल कॉलेज के एचओडी ऑर्थो डॉ. एएस दाऊ का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेकर मधुलिका ने बड़ी हिम्मत का काम किया है। वह अच्छा काम कर रही है।

महिला क्यों नहीं बनना चाहती ऑर्थो सर्जन

कड़ी मेहनत की जरूरत।
लोगों में स्वीकार्य नहीं है।
हड्डी के ऑपरेशन के दौरान खींचातानी ज्यादा।
छिनी, हथौड़ी का उपयोग, जिससे महिलाएं परहेज करती हैं।
स्क्रू, प्लेट लगाने का काम ज्यादा।
डाॅ. सत्येन्द्र फुलझेले, एसोसिएट प्रोफेसर, हड्डी रोग, मेडिकल कालेज, रायपुर
देश में 1990 में बनीं पहली महिला ऑर्थो सर्जन

देश में पहली बार 1990 में महिला ऑर्थो सर्जन बनीं। ये नार्थ-ईस्ट भारत की डॉ. वैलेंसिया माईरबोक हैं। आर्थोपेडिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्य व रायपुर मेडिकल काॅलेज में आर्थो विभाग के एचओडी डाॅ. एएस दाऊ के मुताबिक, देश में कुल 6 हजार आॅर्थो सर्जन हैं। इनमें से केवल 52 महिला हैं। यह पुरुषों की तुलना में एक प्रतिशत भी नहीं है।

गायनेकोलॉजिस्ट बनने का सोचा ही नहीं: मधुलिका

मधुलिका ने कहा कि उसने गायनेकोलॉजिस्ट बनने का नहीं सोचा था। एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान ही सर्जरी से उसका विशेष लगाव हो गया था। हालांकि ऑर्थो सर्जन बनने के निर्णय का उसके साथी व परिजनों ने काफी विरोध किया। पर इन सबके विरोध के बीच उनके पति ने पूरा समर्थन किया। अपने पति की बदौलत ही वो डिप्लोमा इन ऑर्थो कर रही हैं। उनके पति केरल में एनेस्थिसिया विभाग में डिग्री कोर्स कर रहे हैं।


छत्तीसगढ़ में कोयले के बडे़ सौदों पर रोक

28 August 2014
रायपुर। कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने छत्तीसगढ़ में असर दिखाना शुरू कर दिया है। कोरबा और रायगढ़ में एसईसीएल ने ई-आक्शन पर रोक लगा दी है। कोल मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि अब कोयला सिर्फ पॉवर कंपनियों को दिया जाएगा। वहीं कोर्ट का फैसला आने से पहले सामने आए तथ्यों से कोल ब्लॉक आवंटन की कालिख भी उजागर हो रही है। हालत यह है कि छत्तीसग़़ढ की कोयला खदानों का आवंटन कोयला मंत्रालय ने किया, लेकिन राज्य सरकार, ऊर्जा और पर्यावरण मंत्रालय की अनुशंसा लिए बिना ही आवंटन कर दिया गया। नईदुनिया को मिले दस्तावेजों के मुताबिक इस तरह की भयंकर ग़़डब़़डी बालको, प्रकाश इंडस्ट्री, वेदांता समूह सहित एक दर्जन कोल ब्लॉक देने में की गई। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि कोल ब्लॉक का आवंटन राज्य सरकार, ऊर्जा और पर्यावरण मंत्रालय की स्वीकृति के बिना कैसे दे दिया गया?
दुर्गापुर दो और तारामेर कोल ब्लॉक का आवंटन बालको को किया गया। इसके लिए न तो राज्य सरकार ने अनुशंसा की थी, न ही ऊर्जा मंत्रालय ने। जबकि वेदांता कंपनी को कोल ब्लॉक आवंटन करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय और सीईए ने अनुशंसा की थी, लेकिन इसको कोल ब्लॉक का आवंटन नहीं किया गया। प्रकाश इंडस्ट्री को आवंटित फतेहपुर ईस्ट के लिए ऊर्जा मंत्रालय की ओर से अनुशंसा नहीं की गई थी। कोल मंत्रालय ने आठ ऐसी कंपनियों को कोल ब्लॉक का आवंटन नहीं किया, जिनको कोल ब्लॉक देने के लिए ऊर्जा मंत्रालय ने अनुशंसा की थी। छत्तीसग़़ढ में कोल ब्लॉक का अधिकांश आवंटन पॉवर के लिए किया गया, लेकिन कंपनियों ने आवंटन के बाद प्रक्रिया का पालन ही नहीं किया। डीबी पावर को आवंटित दुर्गापुर दो/ सरिया, बालको को आवंटित दुर्गापुर दो/तारामेर, एईएस छत्तीसग़़ढ एनर्जी को आवंटित सयांग, एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्री को आवंटित फतेहपुर, जेएसडी यवतमाल, ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, आरकेएम पावरग्रेन, वीजा पावर और वेदांता विद्युत एनर्जी को आवंटित फतेहपुर ईस्ट की रिपोर्ट कंपनियों ने कोल ब्लॉक को सौंपी ही नहीं। कंपनियों को बताया था कि कोल ब्लॉक आवंटन के बाद प्रोजेक्ट में क्या प्रगति हुई। बताया जा रहा है कि इन कोल ब्लॉक में अब तक खुदाई का काम शुरू नहीं हुआ है।

खतरे में हजारों एक़़ड जंगल, हजारों आदिवासी

छत्तीसग़़ढ के सैक़़डों एक़़ड जंगल को कटने से रोकने के लिए हसदेव अरण्य और रायग़़ढ के मांड के कोल ब्लॉक का आवंटन निरस्त करने पर सुप्रीम कोर्ट विचार कर रहा है। हसदेव अरण्य की 31 हजार हेक्टेयर से ज्यादा जमीन कोल ब्लॉक को आवंटित की गई है। यह एक समृद्ध वन संपदा तथा जैवविविधता से परिपूर्ण क्षेत्र है, जिसके कारण केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा 2009 में इसे नो गो क्षेत्र घोषिषत किया गया था। 2011 में यहां पर तीन कोयला खदानों परसा ईस्ट, केत बासन तथा तारा कोल ब्लॉक को पर्यावरण स्वीकृति जारी की गई थी। वहीं, रायग़़ढ के मांड क्षेत्र में 64 कोल ब्लॉक की पहचान की गई है। छत्तीसग़़ढ बचाओ आंदोलन के आलोक शुक्ला ने बताया कि यहां कोल ब्लॉक का आवंटन होने से 70 से 75 गांव के लगभग 70 हजार आदिवासियों को विस्थापित करना होगा। यह क्षेत्र सघन वन क्षेत्र है। यहां के कोल ब्लॉक को पर्यावरण स्वीकृति नहीं मिल सकती है, लेकिन छत्तीसग़़ढ के वन विभाग ने क्लीयरेंस के लिए प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। वहीं, कोरबा, सरगुजा एवं सूरजपुर जिले की सीमाओं पर स्थित हसदेव अरण्य में 17 कोयला खदानें प्रस्तावित हैं। इनके खुलने से लगभग एक लाख एक़़ड वन क्षेत्र एवं 30 से ज्यादा गांव प्रभावित होंगे।

विरोध में उतरे आदिवासी

प्रदेश में परसा ईस्ट और केटे बेसिन में अडानी को आवंटित कोल ब्लॉक का विरोध हो रहा है। इस कोल ब्लॉक से सरगुजा के परसा, केट, परोगिया, घटबर्रा और हरिहरपुर बेसिन के गांव प्रभावित हो रहे हैं। परसा कोल ब्लॉक से फतेहपुर, सलही, हरिहरपुर, जनार्दनपुर, इंगमारा, तारा और बैगापारा गांव के लोग प्रभावित हो रहे हैं। तारा कोल ब्लॉक से सरगुजा जिले के तारा और कंटराली गांव के सैक़़डों लोग प्रभावित हो रहे हैं। सरगुजा, रायग़़ढ, कोरबा और बस्तर के कोल ब्लॉक का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। इसमें परसा, परसा ईस्ट, केटे बेसिन, भाकुरमा मटरेंगा, पेंडारखी, मदनपुर नार्थ, मदनपुर साउथ, पुता, परोगिया, पिंडारखी, गि़़डमु़़डी, पतुरिया, मोरगा 1, मोरगा 2, मोरगा 3, मोरगा 4, नकिया एक, नकिया दो, सीधू नार्थ और सीधू साउथ शामिल हैं। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इसके बारे में कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है। एक सितंबर को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद है। इसके बाद राज्य सरकार के सामने कोल ब्लॉक को लेकर स्थिति साफ हो पाएगी-सुबोध सिंह, सचिव, खनिज विभाग।


कॉलेजों में युवा बीजेपी का दबदबा

28 August 2014
रायपुर. छत्तीसगढ़ के तकरीबन साढ़े पांच सौ काॅलेजों में बुधवार को हुए छात्रसंघ चुनावों में भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और कांग्रेस के भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के उम्मीदवारों में सीधा मुकाबला हुआ। देर रात को स्थिति स्पष्ट हो पाई। एबीवीपी अधिकांश जगह आगे रही। तस्वीर रायपुर के साइंस कॉलेज की है, जहां अध्यक्ष पद पर जीत के बाद एनएसयूआई ने इस तरह खुशी मनाई।

छात्रसंघ चुनाव

राजधानी के 27 कॉलेजों में से 15 में एबीवीपी के अध्यक्ष, 7 में एनएसयूआई
दुर्गा और छत्तीसगढ़ कॉलेज में भी एबीवीपी का कब्जा
बिलासपुर, बस्तर विवि के कॉलेजों में ही एनएसयूआई आगे
दुर्ग में भी पहली

राजधानी के कालेजों में एबीवीपी का दबदबा, एनएसयूआई पीछे

आठ साल बाद राजधानी के कालेजों में हुए चुनाव भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के लिए बुरे अनुभव की तरह रहे। आमतौर से हर कालेज में दबदबा बनाए रखने वाला यह संगठन शहर के चौथाई कालेजों में अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करता नजर आया। इसके विपरीत, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अप्रत्याशित ढंग से ज्यादातर कालेजों में धमाकेदार प्रदर्शन कर राजधानी की छात्र राजनीति में खुद को बड़ी ताकत के रूप में स्थापित कर लिया। शहर के 27 कॉलेजों में एबीवीपी के 15 अध्यक्ष चुन लिए गए। एनएसयूआई को केवल सात अध्यक्षों पर संतोष करना पड़ा। छात्र संघर्ष समिति एक अध्यक्ष बनाने में सफल रही है और चार ने निर्दलीय के तौर पर अध्यक्ष चुनाव जीत लिया। शहर के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण दुर्गा और छत्तीसगढ़ कॉलेज में एबीवीपी के उम्मीदवारों ने तकरीबन सभी पदों पर कब्जा जमा लिया।
एनएसयूआई को साइंस कालेज के अलावा शहर के छोटे कॉलेजों में जीत कर संतोष करना पड़ा। छात्रसंघ चुनाव को लेकर शहर में सुबह से ही भारी गहमागहमी रही। मतदान शुरू होने के पहले ही छात्र संगठनों की गाड़ियां रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, भनपुरी, बीरगांव, चरौदा, कुम्हारी, सेजबहार आदि जगहों पर दौड़ने लगी। कॉलेजों में मतदान के लिए पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। बिना आई कार्ड के एक भी छात्र को प्रवेश नहीं करने दिया गया।
दुर्गा कॉलेज में तनाव - मतदान के दौरान दुर्गा कॉलेज में भारी तनाव दिखाई दिया। युवाओं को रोकने के लिए पुलिस ने मौदहापारा मस्जिद से देना बैंक के सामने तक स्टॉपर लगाकर सड़क को बंद कर दिया।

एबीवीपी

दुर्गा कॉलेज, छत्तीसगढ़ कॉलेज, प्रगति कॉलेज, रविवि अध्ययनशाला, पैलोटी कॉलेज, मैक कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, डागा कॉलेज, हरिशंकर कॉलेज, रामसखा उपाध्याय कॉलेज, अग्रसेन कॉलेज पुरानी बस्ती, मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेदिक कॉलेज, सिंधी कॉलेज, कुसुमताई दाबके लॉ कॉलेज।.
एनएसयूआई साइंस कॉलेज, विवेकानंद कॉलेज, महंत कॉलेज, गुरुकुल महिला कॉलेज, दिशा कॉलेज रामनगर, केडी रुंगटा कालेज अटारी, सीसीईएम कॉलेज।
निर्दलीय शांति निकेतन, डिग्री गर्ल्स कॉलेज कालीबाड़ी, डिग्री गल्स कॉलेज देवेंद्र नगर, जीईसी रायपुर, सेंट्रल कॉलेज।
इसलिए हारे दुर्गा कॉलेज- दुर्गा कॉलेज का उम्मीदवार चुनने के लिए शुरू से ही संगठन और जोगी खेमे के लोगों में ठनती रही। अंत में संगठन के कुछ प्रभावशाली लोगों की पसंद पर सुभाष नाग को उम्मीदवार बनाया गया। इससे जोगी खेमा नाराज होकर चुनाव से दूर हो गया। नाग राजनीति में नए थे। उन्होंने छात्रों को कॉलेज की समस्याओं पर वोट मांगने के बजाय गीत-संगीत से प्रभावित करने की कोशिश की। छात्रों को उनमें गंभीरता नहीं दिखी। इसके ठीक उलट एबीवीपी के राहुल यादव ने उन सभी बातों का प्रचार किया जो जीतने के बाद वे छात्रों के लिए करने वाले हैं। शहर के अलावा गांवों के वोट अपने पक्ष में करने के लिए दिन-रात मेहनत की गई।

रविवि में भारी रहेगी एबीवीपी

रायपुर समेत आसपास के कई जिलों में एबीवीपी के अध्यक्ष और सचिव ज्यादा बनने की वजह से प्रारंभिक समीकरण में विवि अध्यक्ष के चुनाव में एबीवीपी का पलड़ा भारी रहेगा। विवि अध्यक्ष का चुनाव 2 सितंबर को होगा। इसमें कॉलेजों के अध्यक्ष और सचिवों को वोट डालने का अधिकार रहेगा।
इसमें लगभग 360 चुने हुए लोग वोट करेंगे। विवि अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो जाएगी। शुक्रवार तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 30 अगस्त को नाम वापसी के साथ ही इसी दिन फाइनल उम्मीदवारों की सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा प्रचार के लिए सबको दो दिन मिलेंगे।


दिग्विजय बोले अवतार और संत मे होता है फर्क

28 August 2014
रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने यहां बुधवार को कवर्धा में आयोजित किए गए धर्म संसद के फैसलों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अवतार और संत में फर्क होता है। हमें इस फर्क को समझना होगा। हम अवतार की पूजा करते हैं, संत की नहीं।
शिरडी के सांई बाबा के उल्लेख से बचते हुए श्री सिंह ने कहा कि किसी भी मंदिर में अवतार की प्रतिमा स्थापित होती है संत की नहीं। जगतगुरू शंकराचार्य के जन्मदिन में शामिल होने के अलावा यहां डोंगरगढ़ में बम्बलेश्वरी देवी के दर्शन के लिए पहुंचे दिग्विजय ने शंकराचार्य को अपना गुरू बताते हुए कहा कि वे अपने गुरू के किसी भी कथन पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
हमारा काम राजनीति करना-जोगी : प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने धर्म संसद के फैसलों को धर्म-कर्म का मामला बताया। पत्रकारों से चर्चा में जोगी ने कहा कि किसी भी राजनीतिज्ञ को धर्म के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यदि हम सच्चे राजनीतिज्ञ हैं तो हमें केवल राजनीति से ही सरोकार रखना चाहिए।

दो पत्नियों पर...

दो पत्नियों को रखे जाने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि यदि इस बारे में शंकराचार्य ने कुछ कहा है तो मैं उनसे सहमत ही रहूंगा, क्योंकि वे मेरे गुरू है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र के खिलाफ कदाचार के आरोपों के बारे में कहा कि इस बारे में ज्यादा बेहतर ढंग से नरेंद्र मोदी और अमित शाह ही बता सकते हैं, क्योंकि उनकी ही चल रही है।


विधायक की चिट्ठी आई है, मुफ्त में करें इलाज

27 August 2014
रायपुर। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल अम्बेडकर अस्पताल में बीपीएल, स्मार्टकार्डधारी और अन्य मरीजों को भले ही ठीक से इलाज न मिले, लेकिन यदि किसी मरीज की मंत्री या विधायक तक पहुंच है, तो उसे बेहतर इलाज मिलेगा, वह भी बिल्कुल मुफ्त। यहां हर माह जनप्रतिनिधियों और उनके निज सहायकों की सिफारिश पर करीब 200 मरीजों का इलाज हो रहा है। सालभर का आंकड़ा करीब 5 हजार मरीजों का है।
जनप्रतिनिधियों के सिफारिशी-पत्रों पर मुफ्त इलाज के लिए कोई नियम-कायदा नहीं हैं, लेकिन अम्बेडकर अस्पताल प्रशासन जनप्रतिनिधियों पर मेहरबान है। विधायकों और मंत्रियों के सिफारिशी मरीजों का यहां इलाज न केवल प्राथमिकता के आधार पर होता है बल्कि उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने बाकायदा एक रजिस्टर भी बना रखा है, जिसमें इस तरह के मरीजों की इंट्री की जाती है। उधर, एमएसबीवाई स्मार्टकार्डधारी और अन्य सामान्य मरीज इलाज के भटकते रहते हैं। स्थिति यह है कि यहां रेफरल मरीजों को भी दो-दो दिन तक भर्ती नहीं किया जाता। सामान्य मरीजों की हालत यह है कि उनका इलाज बेड न होने के कारण बरामदे में लिटाकर किया जा रहा है।

गड़बड़ा गया अस्पताल का बजट

राज्य शासन प्रतिवर्ष अम्बेडकर अस्पताल प्रशासन को 10 से 15 करोड़ की राशि देता है। इसमें मुफ्त व लोकल पर्चेस दवाएं, छोटे उपकरण की खरीदी से लेकर अस्पताल डेवलपमेंट, स्टाफ पेमेंट आदि करना होता है। इसी राशि से मुफ्त में इलाज करना पड़ता है। बड़ी संख्या में सिफारिशी-पत्र आने पर अस्पताल प्रशासन ऑटोनामस फंड से मरीजों का इलाज करता है। इससे अस्पताल का बजट गड़बड़ा जाता है।

इनके सिफारिशी-पत्र

अम्बेडकर अस्पताल में अभी न्यूरो, ईएनटी व मेडिसिन विभाग में तीन सिफारिशी मरीजों को भर्ती किया गया है। इनके फ्री इलाज की सिफारिश खुद स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल, विधायक भैयालाल राजवाड़े और विधायक गिरिवर जंघेल ने की है। इन मरीजों में किसी कमर की हड्डी में चोट, किसी के सिर व कान में टयूमर का इलाज चल रहा है। इनके इलाज पर प्रति मरीज कम से कम 20 हजार का खर्च आएगा।
जिनके पास स्मार्टकार्ड है, उनका इलाज इसके जरिए होता है। लेकिन जिनके पास स्मार्टकार्ड नहीं है उनका इलाज मंत्री, विधायक के सिफारिशी-पत्रों के जरिए फ्री में होता है। औसतन हर माह 200 लोग ऎसे होते हैं, जिनकी जांच से लेकर भर्ती और ऑपरेशन तक फ्री में होता है। शुभ्रा सिंह, प्रवक्ता, अम्बेडकर अस्पताल


आठ साल बाद साढ़े पांच सौ कालेजों में छात्र संघ का चुनाव आज

27 August 2014
रायपुर. प्रदेश में आठ साल बाद बुधवार को कालेजों में छात्र संघ के चुनाव होंगे। साढ़े पांच सौ सरकारी व प्राइवेट कालेजों के तकरीबन ढाई लाख विद्यार्थी इसमें वोट करेंगे। मतदान सुबह 8 से 12 बजे के बीच होगा। दोपहर 1 बजे से मतगणना शुरू होगी। दोपहर 2 बजे के बाद परिणाम आने शुरू हो जाएंगे। देर शाम तक सभी कॉलजों के परिणाम घोषित किए जाने के संकेत हैं। प्रदेश में 11 शासकीय और छह अशासकीय विश्वविद्यालय हैं।

इनसे संबद्ध करीब 547 कॉलेजों में छात्रसंघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सहसचिव और कक्षा अधिकारी के लिए मतदान होगा। सोमवार और मंगलवार को कॉलेजों में छात्रों के बीच मतपर्ची का वितरण कर दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि सुबह मतदान के समय किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए कॉलेजों में पुलिस भी मौजूद रहेगी।

दिन को वोटिंग, शाम को नतीजे

प्रदेश के कॉलेजों में चुनाव - 547 वोट करेंगे- 2.50 लाख विद्यार्थी सुबह आठ बजे से शुरू होगा मतदान। दोपहर एक बजे शुरू होगी मतगणना। शाम तक आ जाएंगे नतीजे। एक छात्र करेंगे पांच वोट।


धर्मसंसद है असंवैधानिक,नहीं टूटने देंगे साई की मूर्ति

27 August 2014
रायपुर। कवर्धा में हुई धर्मसंसद को गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने असंवैधानिक माना है। गृहमंत्री ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि किसी भी साई मंदिर या साईबाबा की मूर्ति को तोड़ने नहीं दिया जाएगा। कौन-सा व्यक्ति किस धर्म को मानेगा, यह बिल्कुल निजी और अलग मसला है। पैकरा ने कहा कि धर्मसंसद का अपना महत्व है। यह संसद धार्मिक महत्व को और अधिक प्रतिष्ठित करने के लिए बनी है। इस संसद के काम करने के तौर-तरीकों पर किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कानून को भी अपना काम सुचारू ढंग से करना है।

किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं

गृहमंत्री ने कहा है कि धार्मिकस्थल आस्था का केंद्र होते हैं इसलिए किसी भी साई मंदिर से मूर्तियों को टूटने नहीं दिया जाएगा। साई मंदिरों से मूर्तियों को हटाने और उन्हें विसर्जित किए जाने के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। यदि कोई कानून अपने हाथ में लेता है तो उसके साथ कानून के हिसाब से ही व्यवहार किया जाएगा।

साई भक्तों ने कहा, मंदिरों से नहीं हटाएंगे मूर्ति

साईबाबा पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा धर्मसंसद में दिए गए फैसले पर साई सेवा समितियों ने अमल करने से इनकार कर दिया है। वे न तो मंदिरों से साई बाबा की मूर्ति हटाएंगे और न ही पूजा-पाठ बंद करेंगे।


पद्मभूषण तीजन बाई पर बनेगी फिल्म

26 August 2014
रायपुर। पंडवानी लोक गायिका पद्मभूषण तीजन बाई पर जल्द ही फिल्म बनेगी। मशहूर निर्देशक इम्तियाज अली इस अनाम फिल्म का निर्देशन करेंगे। बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर भी इस फिल्म का हिस्सा हो सकते हैं।
सोमवार को अभिनेता रणबीर कपूर और निर्देशक इम्तियाज अली पद्मभूषण तीजन बाई से मिलने भिलाई, सेक्टर 1 स्थित उनके निवास पर गए। उनके साथ तीन लोगों की टीम भी थी।
ये सभी पद्मभूषण तीजन बाई के घर में काफी देर तक रके और पंडवानी सहित छत्तीसगढ़ के लोक गीत-संगीत के बारे में काफी चर्चा की।
बॉलीवुड सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निर्देशक इम्तियाज अली छत्तीसगढ़ की लोककला व संस्कृति को लेकर एक फिल्म बनाना चाह रहे हैं। लंबे रिसर्च के बाद इम्तियाज और उनकी टीम ने इस लोककला पर आधारित फिल्म के लिए तीजनबाई का नाम फाइनल किया। सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़ में इम्तियाज को ड्रीम फिल्म बनाने के लिए तीजनबाई के अलावा दूसरा और कोई नाम पसंद नहीं आया।

मुझे जानकारी नहीं : सुंदरानी

छत्तीसगढ़ के फिल्म निर्माता मोहन सुंदरानी ने बताया कि इम्तियाज की ड्रीम फिल्म की मुझे कोई जानकारी नहीं है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से इम्तियाज और उनकी टीम द्वारा छत्तीसगढ़ संस्कृति और लोककला के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी ली जा रही थी। इसके लिए वे लंबे समय से छत्तीसगढ़ के कई कलाकारों के संबंध में जानकारी एकत्रित कर रहे थे। सोमवार को गुप्त रूप से निर्देशक और अभिनेता अपनी टीम के साथ छत्तीसगढ़ पहुंचे।

एयरपोर्ट से सीधे भिलाई रवाना

रणबीर कपूर, इम्तियाज अली के साथ अभिषेक सन्याल, तन्मई रस्तोगी और संदीप जाधव की टीम सुबह 8.40 बजे जेट की फ्लाइट से रायपुर पहुंची। यहां पहले से ही सभी प्रकार की तैयारी कर ली गई थी और टीम सीधे भिलाई रवाना हुई। भिलाई में सेक्टर 1 स्थित तीजनबाई के निवास में पूरी टीम की लंबी चर्चा हुई। इस दौरान निर्देशक ने पंडवानी के बारे में ढेर सारी बातें भी हुई। भिलाई से तीजन बाई को साथ लेकर टीम दुर्ग जिले के बलोदी गांव पहुंची, जहां तीजन बाई के बेटे रहते हैं। यहां तंबूरा, बेंजो सहित विभिन्न प्रकार के लोक वाद्ययंत्रों का जायजा सभी ने लिया और इससे संबंधित आवश्यक जानकारी हासिल की। यहां एक छोटा सा कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था, जिसमें तीजनबाई ने रणबीर और इम्तियाज के समक्ष द्रौपदी चीरहरण का प्रसंग प्रस्तुत किया।


झीरम कांड को बड़े नेताओं के इशारे पर दिया अंजाम

26 August 2014
जगदलपुर । जिले के दरभा ब्लॉक के झीरम घाट में 26 मई 2013 को हुई वारदात में शामिल दो माओवादी चैतराम सलाम और उसकी पत्नी मंजूला ने नारायणपुर पुलिस के समक्ष रविवार को हथियार डाल दिए। राजनांदगांव दलम की महिला माओवादी रजनी ने भी समर्पण किया। चैतराम व मंजूला ने एनआईए के समक्ष कबूल किया है कि वो झीरम में हुई वारदात के पहले क्रम में थे। समर्पण के पहले इन माओवादियों ने बताया कि दरभाकाण्ड के लिए बड़े नेताओं के कहे अनुसार घटना को अंजाम दिया गया था।
घटना के दौरान चैतराम मौके पर था और उसकी पत्नी मंजूला घटना के बाद माआवादियों को जिस गांव बेंगपाल में भोजन करना था वहां मौजूद थी। इन दोनों माओवादियों का नाम ताड़मेटला कांड और ओडिशा के दामनजोड़ी नालको ब्लास्ट से भी जुड़ा था। चैतराम सीआरसी में डिप्टी कंमाडर और उसकी पत्नी सदस्य थी।

माओवादी संगठन बैकफुट पर

आईजी शिवराम कल्लूरी ने माओवादियों के आत्मसमर्पण के बाद बताया कि माओवादी संगठन अब बैकफुट पर है। यही कारण है कि उनके प्रशिक्षित माओवादियों को हथियार लेकर सामने आना पड़ रहा है। अब पुलिस और फोर्स अंदरूनी इलाके में पहुंच चुकी है। यही कारण है भेज्जी इलाके से गांव छोड़कर पलायन कर चुके छह हजार ग्रामीणों को पुन: बसाने का प्रयास किया जा रहा है।

जंगल में अब दो तिहाई बल

माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन को तेज करने जंगलों में फोेर्स बढ़ाने की बात कहते हुए आईजी ने कहा कि पहले जंगलों में हमारी एक तिहाई फोर्स रहती थी। अभी हमारी स्थिति मजबूत है। इसे देखते अब जंगलों में दो तिहाई फोर्स को कैंपिंग करने के निर्देश जारी करने पर विचार किया जा रहा है। साथ ही माओवादियों के गढ़ में नागा फोर्स की तैनाती की कार्रवाई भी जारी है।


रमन सरकार ने घोषणा की और अमल करना भूल गई

26 August 2014
रायपुर. राज्य में भाजपा सरकार ने हैट्रिक लगाई और जोश ही जोश में कई घोषणाएं कर डालीं। पर उनमें कई ऐसी घोषणाएं हैं जिनमें महीनों बीत जाने के बाद भी अमल शुरू नहीं हो पाया है। कुछ ऐसी हैं जाे शुरू होने के साथ ही दम तोड़ चुकी हैं। दैनिक भास्कर ने भाजपा सरकार की तीसरी पारी की ऐसी ही घोषणाओं की वस्तुस्थिति जानने का प्रयास किया।
घोषणा क्या हुई, उस पर अभी कितना अमल हो रहा है। या फिर उनकी वर्तमान स्थिति क्या है, और घोषणा करके सरकार आखिर भूल कैसे गई, इस पर सीधे मंत्री से बात की गई। यह स्थिति केवल एक या दाे विभाग में नहीं है बल्कि आधा दर्जन से अधिक विभागों में है। आम जनता से जुड़ी कई घोषणाओं के बारे में हम यहां जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं।

स्कूल बसों में केयर-टेकर, घोषणा : 20 दिसंबर 2013

स्कूली बसों में लगातार हो रही दुर्घटनाओं और बच्चों को प्रताड़ना के शिकार होने से बचाने के लिए हर स्कूली बस में केयर टेयर रखे जाएंगे। यह पूरे राज्य में अनिवार्य होगा।

क्या हुआ: देखा ही नहीं

घोषणा के बाद एक औपचारिक आदेश जारी हो गया। बसों में केयर-टेकर नहीं चल रहे। बसें ड्राइवर कंडक्टर के भरोसे चल रही हैं।

बहाने: अगले सत्र से

अगले सत्र से 100 प्रतिशत स्कूलों में यह व्यवस्था लागू हो पाएगी। िफलहाल कुछ स्कूलों में शुरु किया गया है। रिपोर्ट देखकर ही अिधक बता पाऊंगा।
केदार कश्यप, मंत्री स्कूल शिक्षा

कृषि कैबिनेट एवं नई बीज नीति, घोषणा : 19 फरवरी 2014

प्रदेश में कृषि से जुड़े सारे फैसले लेने के लिए संबंधित विभागों को मिलाकर अलग से कृषि कैबिनेट गठित की जाएगी। किसानों को राहत देने के लिए नई बीज नीित भी बनाई जाएगी।

क्या हुआ: सिर्फ प्रस्ताव

कृषि कैबिनेट अब तक नहीं बन पाई। एक बार भी कैबिनेट गठन के संबंध में बैठक भी नहीं हो पाई। नई बीज नीित का भी मसौैदा अब तक तैयार नहीं हो सका।

बहाने: सीएम को भेजा प्रस्ताव

कृषि कैबिनेट के गठन के लिए प्रारंभिक प्रक्रिया चल रही है। प्रस्ताव बना लिया गया है। मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलने के बाद इसका अस्तित्व आएगा।
बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री

फोन पर समस्या होगी दूर, घोषणा : 27 दिसंबर 2013

प्रदेश के शहरी क्षेत्रों की समस्याएं दूर करने के लिए टोल फ्री नंबर 1100 जारी किया गया है। कहा गया-काेई घूस मांगे, या शहरों में आपका काम नहीं हो रहा है तो एक कॉल करें।

क्या हुआ: निदान नहीं

टोल फ्री नंबर चालू तो हो गया पर लोगों को राहत नहीं मिली। केवल शिकायतें सुनी जा रही हैं। मसलन रायपुर में सफाई की समस्या रोज लिखाई जा रही।

बहाने: अभी तक समीक्षा नहीं

विभाग की जिम्मेदारी मिलने के बाद अभी तक इसकी समीक्षा नहीं कर पाया हूं। जल्द ही इसकी समीक्षा करेंगे। वैसे तो निगमों के कामकाज पर सरकार की पूरी नजर है।
- अमर अग्रवाल, नगरीय प्रशासन मंत्री

हर अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट, घोषणा : 9 फरवरी 2014

बढ़ती घटनाओं और मरीजों की संख्या को देखते हुए राज्य के हर जिला अस्पताल में एक-एक फिजियोथेरेपिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। जिला अस्पतालों की व्यवस्थाओं में बदलाव होगा।

क्या हुआ: दूसरों का सहारा

अब तक नियुक्ति की प्रारंभिक प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई। मरीजों को प्राइवेट संस्थाओं में ही जाना पड़ रहा है। जिला अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं।

बहाने: देर तो हो जाती है

अस्पतालों में फिजियोथेरेपिस्ट की भर्ती इतनी जल्दी होना संभव नहीं है। इसमें समय लगेगा। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरु होगी। देर तो हाे ही जाती है।
- अमर अग्रवाल, नगरीय प्रशासन मंत्री

सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक दवाएं, घोषणा : 9 फरवरी 2014

आम लोगों को सस्ती दवा मिलनी चाहिए। इसके लिए सरकार हर जिला अस्पताल में जेनेरिक दवा लिखना अनिवार्य कर रही है। सभी सरकारी अस्पतालों में मिलेंगी जेनरिक दवाएं।

क्या हुआ: सप्लाई ही नहीं

सभी अस्पतालों में अब तक जेनरिक दवाओं की उपलब्धता ही सुनिश्चित नहीं हो सकी है। डॉक्टर भी रुचि नहीं ले रहे हैं।

बहाने: व्यावहारिक दिक्कत है

नई व्यवस्था है, इसलिए अमल में थोड़ी व्यावहारिक दिक्कत आ रही है। सरकार इसको लेकर चिंतित है। वैसे अस्पतालों में सिर्फ जेनरिक दवाएं ही देने के निर्देश है।
- अमर अग्रवाल, नगरीय प्रशासन मंत्री

बेतरतीब विकास रोका जाएगा, घोषणा : 19 जनवरी 2014

शहरों का बेतरतीब विकास रोका जाएगा। राज्य के 144 नगरीय निकायों का मास्टर प्लान बनाया जाएगा। ताकि लोगों को सही ढंग से शहरी सुविधा मिल सके।

क्या हुआ: सिर्फ 22 शहरों में

अब तक राज्य के सिर्फ 22 शहरों का मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरू हो सकी है। संसाधन नहीं होने के कारण बाकी शहरों में काम शुरू नहीं हो सका।

बहाने: बीस जगह हो चुका

20-22 जगह के मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। बाकी जगह के लिए भी कार्ययोजना बनी है। ब्लाक मुख्यालयों को शहर की तरह डेवलप किया जाएगा।
- राजेश मूणत, आवास, पर्यावरण मंत्री


नक्सलियों ने कैंप बनाने के लिए काटे जंगल

25 August 2014
रायपुर। बस्तर के घने जंगलों में नक्सलियों ने बडे़ पैमाने पर पेड़ों की कटाई कर कैंप बनाए हैं। सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस के संयुक्त हवाई सर्वे में यह खुलासा हुआ। पुलिस टीम ने तीन दिन तक अबूझमाड़ से लेकर गढ़चिरौली के जंगलों का हवाई सर्वे किया। इसमें इंद्रावती नदी के किनारे बड़े पैमाने पर कटे पेड़ और छोटे-छोटे कैंप नजर आए हैं। पुलिस अधिकारी इन्हें नक्सलियों के कैंप मान रहे हैं। केंद्र सरकार से अनुमति मिलने पर बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पैराटूपिंग के माध्यम से जवानों को उतारा जाएगा। इसी कड़ी में हवाई सर्वे किया गया है। एडीजी नक्सल ऑपरेशन आरके विज ने बताया अबूझमाड़ और महाराष्ट्र सीमा से लगे ग़़ढचिरौली के जंगलों में पेड़ काटने के प्रमाण मिले हैं। अबूझगा़़ड में नक्सलियों को सबसे ताकतवर माना जाता है। इस क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों और छत्तीसग़़ढ पुलिस की कार्रवाई की तैयारी है। प्रदेश में अर्धसैनिक बलों के 32 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। बीएसफ के एक हजार अतिरिक्त जवान भी जुलाई में तैनात किए गए हैं। साथ ही आईटीबीपी की सात बटालियन राजनांदगांव क्षेत्र में है। सरेंडर करने वालों से मिल रही जानकारी आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से भी पुलिस पूछताछ में प्रभाव क्षेत्र की जानकारी ली जा रही है। छत्तीसगढ़ का बीजापुर एवं सुकमा और महाराष्ट्र के ग़़ढचिरौली में नक्सलियों का सबसे ज्यादा प्रभाव है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इन क्षेत्रों को ही सबसे संवेदनशील मानकर बडे़ पैमाने पर कार्रवाई की प्लानिंग के निर्देश भी दिए हैं। बस्तर में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एरिया कमेटी मेंबर और जनताना सरकार के सदस्य तो हैं, लेकिन बडे़ लीडरों ने अब तक आत्मसमर्पण नहीं किया है।

"पहले समझाएंगे, नहीं माने तो जबरन सांई की मूर्तियां हटाएंगे"

25 August 2014
कवर्धा। प्रेसवार्ता के दौरान अखाड़े के प्रतिनिधियों ने विवादित बयान भी दिया है। उन्होंने कहा कि धर्म से संबंधित किसी मुद्दे पर कोर्ट का फैसला नहीं माना जाता। धर्माचार्य ही धर्मसंसद के जरिए इस मसले को सुलझाते हैं। साई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि धर्म संसद के फैसले के बाद पहले साई के मंदिरों से प्रतिमा हटाने के लिए लोगों को समझाएंगे और इसके बाद भी वे नहीं माने तो वे इसे धीरे-धीरे हटाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए उन्हें शस्त्र भी उठाना पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे। गौरतलब है कि देशभर के सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने साई की पूजा के विरोध का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी निर्णय लिया है कि वे सभी मुद्दों पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के फैसले को ही मानेंगे। रविवार सुबह सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों की सुबह 9 बजे बैठक हुई, जिसमें सभी ने विचार-विमर्श करके फैसला लिया। सुबह हुई बैठक के बाद आयोजन स्थल सरदार पटेल मैदान में आयोजित प्रेस वार्ता में पहुंचे महामंडलेश्वरों व अखाड़ा के प्रतिनिधियों ने यह जानकारी दी।

हठयोगी को ज्ञान नहीं

इस पूरे मुद्दे पर अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता हठयोगी ने सवाल उठाए थे, उन्होंने इस धर्मसंसद को ही आडंबर बताया था? इस सवाल पर हरिगिरी ने कहा कि हठयोगी को इस संबंध में ज्ञान ही नहीं है। यह आडंबर नहीं है। धर्मसंसद बुलाने का अधिकार शंकराचार्य को ही है। वे किसी अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता नहीं है। अखाड़ा परिषद तो पहले ही भंग हो चुकी है, जो उज्ौन में होने वाले कुंभ के पहले फिर गठित होगी। वर्तमान में उसके कोई प्रवक्ता नहीं है और उन्हें मीडिया ने ही जबरदस्ती प्रवक्ता घोषित कर रखा है।

भगवान हैं शंकराचार्य

अखाड़े के प्रतिनिधियों ने प्रेसवार्ता के दौरान शंकराचार्य स्वरूपानंद को भगवान बता डाला। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य भगवान शंकर के अवतार माने जाते हैं। हिन्दू धर्म शास्त्रों में इस बात के प्रमाण मौजूद हैं। धर्माचार्य होने के नाते उनका दायित्व है कि वे यह बताएं कि हम गलत मार्ग में जा रहे हैं और वे अपना दायित्व निभा रहे हैं। साई ट्रस्ट वाले भी हमें दिखाएं कि साई के भगवान होने के उनके पास क्या प्रमाण हैं।

मीडिया बनाता है फर्जी महात्मा

प्रेसवार्ता के दौरान अखाड़ों के प्रतिनिधि मीडिया पर ही भड़क गए। उन्होंने मीडिया पर व्यवसाई होने का आरोप मढ़ा और कहा कि मीडिया ही इस मसले को जबरदस्ती हौव्वा बना रहा है। मीडिया ही फर्जा महात्मा बनाते हैं।

यूपी सरकार की तारीफें

धर्मसंसद में पहुंचे साधु-संत उत्तरप्रदेश सरकार की तारीफें भी करने लगे। वागंभरी गद्दी के महंत नरेन्द्र गिरी ने यहां तक कह दिया उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार अच्छा काम कर रही है, फिर भी मीडिया उन्हें परेशान कर रही है। जबरदस्ती गलत खबरें बनाकर यूपी सरकार को बदनाम किया जा रहा है।

हमारे मंदिरों में कर रहे कब्जा

पिछले कई साल से हो रही साई की पूजा का विरोध अब क्यों इस सवाल पर नरेन्द्रगिरी ने कहा कि पहले साई की पूजा शिर्डी तक सीमित थी, लेकिन अब कुछ लोगों ने हमारे मंदिरों में स्थापित देव प्रतिमाओं के साथ साई की मूर्ति लगानी शुरू कर दी है। हम इसका विरोध करते हैं। उन्हें संत-फकीर के रूप में वे भले मान सकते हैं, लेकिन साई भगवान नहीं हो सकते।

ज्ञानदास जी हमारे साथ

निर्वाणी अखाड़े के महंत ज्ञानदास के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के सवाल पर नरेन्द्रगिरी ने कहा कि उनका कार्यक्रम छ: माह पहले ही तय था, इसलिए वे शामिल नहीं हुए। लेकिन उन्होंने निर्वाणी अखाड़े से अपने प्रतिनिधि भेजे हैं।

इन अखाड़ों के प्रतिनिधि हैं शामिल

जूना अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा, अटल अखाड़ा, आ±वान अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, पंचाग्नि अखाड़ा, नागपंथी गोरखनाथ अखाड़ा, वैष्णव अखाड़ा, बड़ा उदासीन अखाड़ा, निर्मल पंचायती अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा, रामानंदी दिगंबरी अखाड़ा।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

कवर्धा में आयोजित धर्मसंसद के लिए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी है। दूसरे जिलों से आने-जाने वाले वाहनों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही आयोजन स्थल के इर्द-गिर्द भी सैकड़ों पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। धर्मसंसद में पहुंचे 24 संतों को राज्य सरकार ने राज्य अतिथि का दर्जा दिया है। इसके साथ ही सैकड़ों साधु-सन्यासी भी यहां पहुंचे हुए हैं। कार्यक्रम में लगभग 15 हजार लोगों को आने की संभावना है, जहां लोग पहुंचने शुरू हो चुके हैं। इसके लिए 600 पुलिसकर्मी, 21 टीआई, 7 डीएसपी व 3 एएसपी स्तर के अधिकारियों को तैनात किया गया है।


13 अखाड़े और सभी शंकराचार्य एक साथ, कहा- साईं भगवान नहीं हैं

25 August 2014
कवर्धा. दो दिन की धर्म संसद के पहले ही दिन 13 अखाड़ों और सभी शंकराचार्यों ने एकमत होकर कह दिया- साईं भगवान नहीं हैं। कवर्धा में आयोजित 19वीं धर्मसंसद में फैसला सोमवार को सुनाया जाएगा कि साईं की पूजा की जाए अथवा नहीं। इसका अधिकार काशी विद्वत पीठ को दिया गया है। अंतिम निर्णय उसी का होगा। आज बहस होनी थी, लेकिन धर्म संसद में साईं ट्रस्ट की तरफ से किसी के भी न आने के कारण बहस नहीं हुई।
सरदार पटेल मैदान पर रविवार को देश के तेरह अखाड़ों और शंकराचार्यों ने नरेन्द्र गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में चर्चा शुरू की। सारे लोगों ने अपने-अपने तर्क रखे, लेकिन सभी के तर्क साईं को भगवान मानने के खिलाफ ही थे। यानी सभी इस बात पर एकमत हैं कि साईं भगवान नहीं हैं। उनकी पूजा नहीं की जानी चाहिए। ज्योतिष और द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने ही इस सवाल को सबसे पहले उठाया था और इसी कारण इस धर्म संसद का आयोजन भी हुआ। उनके साथ यहां पहुंचे अन्य दो शंकराचार्य स्वामी भारती तीर्थ महाराज (श्रृंगेरी पीठ), स्वामी निश्चलानंद जी महाराज (पुरी पीठ) ने भी अपने-अपने प्रतिनिधियों के जरिए स्पष्ट किया कि साईं में भगवान होने की योग्यता नहीं है।
देश के तेरह अखाड़ों ने भी नरेन्द्र गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में प्रस्ताव पास किया कि वे तमाम मुद्दों पर शंकराचार्य स्वरूपानंद जी के साथ हैं। जानिए साईं विवाद में अब तक क्या
दो महीने पहले हरिद्वार में यह विवाद पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल से शुरू हुआ।

छत्तीसगढ़ में चातुर्मास के दौरान शंकराचार्य स्वरूपानंद ने दोहराया। चैलेंज किया कि कोई भी यह बता दे कि साईं की पूजा क्यों की जानी चाहिए, वे अपनी बात से किनारा कर लेंगे।
देशभर में इसे लेकर बहस छिड़ी। कई स्थानों पर लोगों ने मंदिरों से साईं की प्रतिमा निकालकर उसे विसर्जित कर दिया। कई स्थानों पर शंकराचार्य स्वरूपानंद का विरोध हुआ।
इन सबके बाद जब शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने चार्तुमास का कार्यक्रम कवर्धा में बनाया तो यहां धर्म संसद के आयोजन की पृष्ठभूमि तैयार हुई।
साईं ट्रस्ट को धर्म संसद में आने का निमंत्रण दिया। लेकिन ट्रस्ट शुरू से ही ऐसे किसी आयोजन में भाग लेने से इंकार करता रहा है और वहां के लोग इसे चैनलों में व्यक्तिगत आस्था का विषय बताते रहे हैं।

साईं भक्त खिलवाड़ कर रहे

साईं न वे वेदों की परंपरा में आते हैं और न ही रामायण, महाभारत, पुराण, उपनिषद में उनकी किसी धारा का कोई उल्लेख है। मूल आपत्ति सनातन परंपरा की चीजों को साईं से जोड़ने को लेकर है। इसको इस उदाहरण से समझा जाए कि गोवर्धन पर्वत को उठाने की लीला भगवान कृष्ण की है। साईं भक्त क्यों गोवर्धन उठाए दिख रहे हैं। इसी प्रकार की ढेरों चीजें हैं। यह घोर आपत्तिजनक है। ये सनातन परंपरा के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
शिवकुमार शास्त्री, चातुर्मास आयोजन समिति के प्रमुख

धर्मसंसद में आज इन मुद्दों पर चर्चा

गंगा की धारा अविरल हो, बांध की बाधा को दूर किया जाए।
कन्या भ्रूण हत्या ठीक नहीं, इसके लिए संकल्प लिया जाए।
सभी स्कूलों में रामायण और महाभारत की पढ़ाई सुनिश्चित की जाए, ताकि हमारे सनातन संस्कार बचे रहें।

कोई भी सनातन धर्म में सेंध नहीं मार सकता

कोई भी हिंदू या मुसलमान सनातन धर्म में सेंध नहीं मार सकता। सभी ये संकल्प लें कि वे शास्त्रों से जुड़े देवी-देवताओं की ही पूजा करेंगे। अप्रमाणिक चरित्रों की नहीं। साईं भगवान नहीं हैं।
-स्वरूपानंद सरस्वती, शंकराचार्य ज्योतिष व द्वारिकापीठ

साईं को भगवान न मानने के लिए धर्म संसद ने दिए ये तर्क

सनातन परंपरा में पांच देवों- शिव, शक्ति, गणेश, विष्णु, सूर्य और 24 अवतारों की ही पूजा की जा सकती है। कलियुग में दो ही अवतारों की चर्चा शास्त्रों में की गई है। बुद्ध और कल्कि। ये तीसरे साईं कहां से आ गए।
साईं चरित ही स्पष्ट करता है कि 1918 में उनकी मृत्यु हो गई थी। एक नश्वर शरीर की आत्मा कहां गई, पता नहीं। उसकी पूजा कैसे संभव है। साईं असत है, अचेतन है, अवचेतन है। वह गुरू भी नहीं। इसलिए उसकी पूजा संभव नहीं है।

सनातन परंपरा, वेदों और शास्त्रों से चलती है। पूजा हिंदू विधि में ही संभव है। साईं तो हिंदू या मुस्लिम दोनों होने की संकल्पना को स्वयं नकार देते हैं। उनकी पूजा कैसे संभव है।

काशी विद्वत पीठ को वीटो पावर, करेगी फैसला

निष्कर्ष का अंतिम अधिकार काशी विद्वत परिषद को है। धर्म संसद के विभिन्न मुद्दों पर अंतिम निर्णय वही लेगी।

न साईं ट्रस्ट के प्रतिनिधि, न साईं भक्त आए
साईं ट्रस्ट से कोई नहीं आया। साईं के भक्तों के लिए आरक्षित जगह पर भी कोई नहीं बैठा था। सीटें खाली थीं। इस संबंध में साईं ट्रस्ट के डिप्टी सीईओ अप्पा शिंदे ने कहा कि साईं ट्रस्ट को निमंत्रण मिला था। लेकिन वे इस निरर्थक बहस का हिस्सा नहीं बनना चाहते। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे आगे भी इस तरह के आयोजन में शामिल नहीं होंगे।

नहीं आया वैष्णव अखाड़ा उठने लगे सवाल

वैष्णव अखाड़ा भी गायब है। इसे लेकर संतों में बातें होती रहीं। लेकिन सवाल का स्पष्ट जवाब किसी ने नहीं दिया। इनके न आने को लेकर इसे साईं के समर्थन के रूप में भी देखा जा रहा है।

मायने क्या

फिर से बहस छिड़ेगी।

एकपक्षीय चर्चा ही मानी जाएगी क्योंकि साईं ट्रस्ट ने इसमें हिस्सा ही नहीं लिया।
खुद सनातम परंपरा में एकमत नहीं दिख रहा क्योंकि वैष्णव अखाड़े से कोई नहीं आया।

असर क्या

अखाड़े और शंकराचार्य इसे अपनी जीत बताएंगे। लेकिन साईं ट्रस्ट इसे नकार देगा। कुल मिलाकर स्थिति पहले जैसी ही रहेगी। वैष्णव अखाड़े का इसमें न आना साईं से जुड़े विषय पर अलग सवाल खड़ा कर गया।


रेंजर निकला पांच करोड़ का आसामी

23 August 2014
रायपुर। आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बलौदा रेंजर शत्रुहन प्रसाद कौशिक के दफ्तर और कोरबा जिले के पाली स्थित आवास पर शुक्रवार को छापामार कार्रवाई की। इस दौरान एसीबी की टीम ने रेंजर प्रसाद की करीब पांच करोड़ रूपए की चल-अचल सम्पत्ति जब्त की। कार्रवाई के दौरान कौशिक के रायपुर, बिलासपुर, जबलपुर और पाली में मकान के कागजात भी मिले हैं।
एसीबी बिलासपुर व रायपुर की 30 सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को अलसुबह बलौदा व पाली (कटघोरा) में एक साथ छापा मारा। बलौदा स्थित रेंजर के दफ्तर व निवास पर एसीबी की टीम पहुंची तो दोनों जगह से रेंजर नदारद मिले। टीम ने कार्यालय व निवास को सील कर दिया है। पाली में सुबह छह बजे से शुरू हुई एसीबी की कार्रवाई देर रात तक जारी रही। उल्लेखनीय है कि रेंजर पद के साथ कौशिक जल ग्रहण मिशन का काम भी देखता है।

ये सम्पत्ति मिली

01 करोड़ का मकान पाली (कटघोरा) में

50 लाख रूपए कीमत का कॉम्प्लेक्स व बाइक शोरूम पाली में
40 लाख का मकान व दुकान रतनपुर में
22 एकड़ का फार्म हाउस लाफा में
25 लाख रूपए की जमीन चकरभाठा (रहंगी) में
10 एकड़ कृषि भूमि ग्राम सिंधरी में
40 लाख रूपए का एक ट्रेलर
06 लाख रूपए की ट्रैक्टर-ट्रॉली
14 लाख रूपए की महिन्द्रा
एक्सयूवी कार

01 लाख रूपए की दो मोटरसाइिकलें
20 तोला सोना
01 किलो चांदी
81350 रूपए नकद

10 लाख रूपए विभिन्न बैंकों में जमा (छह पासबुक मिली)

रेंजर के पास अकूत संपत्ति बरामद होने पर भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। अब रेंजर के खिलाफ विभागीय जांच बैठाई जाएगी और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी

रामप्रकाश, प्रधान मुख्य वन संरक्षक

एफआईआर दर्ज करेंगे

रेंजर के पास से पांच करोड़ रूपए से अधिक की सम्पत्ति अब तक मिली है। छानबीन जारी है। कौशिक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी। एस.पी. करोसिया, डीएसपी, एंटी करप्शन ब्यूरो, बिलासपुर


दिल्ली तय करेगी भाजपा प्रत्याशी, उप चुनाव की तैयारी

23 August 2014
रायपुर. भाजपा चुनाव अभियान समिति की बैठक शुक्रवार को एकात्म परिसर में हुई। अंतागढ़ उप चुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने जुटी समिति उम्मीदवार तय नहीं कर सकी। पूर्व विधायक विक्रम उसेंडी की पत्नी राम प्यारी समेत 7 लोगों ने दावेदारी की है। करीब पौने दो घंटे चली बैठक में राम प्यारी, भोजराज नांग, रघुनाथ कुमेठी, लक्ष्मण मंडावी में से किसी एक नाम पर सहमति न बनने पर सभी नाम दिल्ली केंद्रीय चुनाव समिति को भेजने का निर्णय हुआ।
अब प्रत्याशी की घोषणा 25 अगस्त को दिल्ली से होने की संभावना है। समिति ने अंतागढ़ प्रचार में जाने वाले नेताओं और उनके कार्य क्षेत्र का खाका तैयार कर लिया है। बैठक के बाद अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने मीडिया से कहा कि सभी नाम दिल्ली भेजे जा रहे हैं। उम्मीदवार की घोषणा केंद्रीय चुनाव समिति करेगी। बैठक में राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री सौदान सिंह, केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय, सांसद नंद कुमार साय, उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे, प्रदेश संगठन महामंत्री रामप्रताप सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष शोभा सोनी, अशोक शर्मा आदि शामिल हुए। इधर, कांग्रेस से मंतूराम पवार का नाम तय माना जा रहा है।

नाराज जोगी सोनिया से मिले

प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई कार्यकारिणी में अपने समर्थकों की उपेक्षा से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी शुक्रवार सुबह नई दिल्ली में सोनिया गांधी से मिले। दोनों नेताओं के बीच 20 मिनट चर्चा हुई।
माना जा रहा है कि जोगी ने पीसीसी में अपने समर्थकों को स्थान नहीं मिलने को लेकर नाराजगी जताई है। कार्यकारिणी की घोषणा के बाद जोगी ने इस पर खुलकर नाराजगी भी जताई थी। हालांकि जोगी ने सोनिया गांधी से मुलाकात पर कहा कि उनसे राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की घोषणा के बाद जोगी ने कहा था कि उन्होंने जो नाम दिए थे, वे कार्यकारिणी में नहीं हैं। सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात को इसी नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है। जोगी समर्थकों द्वारा भूपेश बघेल के खिलाफ मोर्चा खोलने की भी चर्चा है। इधर बघेल और सिंहदेव ने श्रीमती गांधी से अंतागढ़ उपचुनाव को लेकर चर्चा की। उन्होंने प्रत्याशी चयन के लिए नामों का पैनल दिया। माना जा रहा है कि 1-2 दिन में अंतागढ़ के लिए प्रत्याशी की घोषणा हो जाएगी। सिंहदेव ने उन्हें विधानसभा के मानसून सत्र में उठाए गए मुद्दों की भी जानकारी दी। उन्होंने इसकी एक रिपोर्ट भी सौंपी।

रायपुर के दीपक ही महामंत्री

प्रदेश महामंत्री दीपक दुबे के नाम पर प्रदेश अध्यक्ष बघेल ने नई दिल्ली से लौटकर स्थिति स्पष्ट की है। इस मसले पर बघेल ने राष्ट्रीय महासचिव बीके हरिप्रसाद से भी चर्चा की, जिसके बाद उन्होंने कहा कि रायपुर के दीपक दुबे ही प्रदेश महामंत्री हैं। दीपक दुबे पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्यामाचरण शुक्ल के समर्थक हैं। पीसीसी घोषणा के बाद दुर्ग के दीपक दुबे ने भी इस पर दावा किया था। उनके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बघेल को फोन कर बात की थी। बताया जाता है कि पीसीसी में दोनों दीपक दुबे के नाम थे, लेकिन प्रदेश सचिव की सूची में दुर्ग के दीपक का नाम कट गया। रायपुर के दीपक दुबे का नाम महामंत्री में यथावत रहा।


बीएसपी के एजीएम ने की आत्महत्या

23 August 2014
भिलाई । बीएससी के एजीएम ने शुक्रवार दोपहर अपने ही घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। प्राथमिक जांच में पुलिस ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या करने की आशंका जताई है।
भट्ठी पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक बीएसपी के एजीएम विपिन राउत सेक्टर-2 स्थित क्वार्टर में अपने परिवार सहित रहते थे। शुक्रवार दोपहर लगभग दो बजे जब उनकी बेटी स्कूल से लौटी तो दरवाजा अन्दर से बंद था।
जब उसने धक्का देकर दरवाजा खोला, तो पिता को पंखे में फंदा लगाकर झुलते देखा। उसने तत्काल इसकी सूचना मां को दी। मृतक की पत्नी रेणु राउत एक निजी विद्यालय में शिक्षिका है। रेणु ने घर पहंुचकर रिश्तेदारों को बताया। उधर, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सेक्टर-9 अस्पताल भेजकर मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
मृतक के परिवार में दो बेटियां और पत्नी है। एक बेटी रायपुर और दूसरी बेटी स्थानीय निजी विद्यालय में पढ़ रही है। पुलिस के अनुसार मृतक मूलत: ओडिशा के रहने वाले थे।


नक्सली पकड़ने पर अब मिलेगा पांच गुना ज्यादा इनाम

22 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा ले रहे पुलिसकर्मियों के लिए अच्छी खबर है। अब नक्सलियों को पकड़ने पर पांच गुना ज्यादा इनाम दिया जाएगा। गृह विभाग ने वर्ष 2008 के आदेश में संशोधन करते हुए इनाम की राशि में इजाफा किया है। सरकार का यह निर्णय उस समय आया है, जब प्रदेश में ब़़डे पैमाने पर नक्सली आत्मसर्पण कर रहे हैं या पुलिस नक्सलियों को गिरफ्तार कर रही है। प्रदेश में जनवरी से 20 अगस्त तक 97 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि वर्ष 2013 में सिर्फ 39 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। गृह विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सेंट्रल कमेटी के सचिव को पकड़ने पर अब 12 लाख की जगह 60 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं पोलित ब्यूरो सदस्य को पकड़ने पर सात लाख की जगह 50 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। सेंट्रल मिलिट्री कमीशन प्रमुख को पकड़ने पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को दस लाख की जगह 50 लाख रुपए दिया जाएगा। इसके साथ ही डीकेएसजेडसी सचिव, स्टेट कमेटी सदस्य, स्पेशल एरिया कमेटी सचिव को पकड़ने पर 40 लाख रुपए और स्टेट मिलिट्री कमांडर चीफ को पकड़ने पर 25 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। कोंडागांव पुलिस ने तीन दिन पहले ही मिलिट्री कंपनी के कमांडर संपत को पक़़डा था। वह पिछले 15 साल से नक्सल अभियान में सक्रिय था।

फैक्ट्री मेड हथियारों पर ही मिलेगा इनाम

नए आदेश के अनुसार निचले स्तर के नक्सली कैडर का हथियार के साथ समर्पण करने पर नियमों में बदलाव किया गया है। अब देशी कट्टा, भरमार बंदूर, बारहमुख कंट्रीमेड हथियारों के बजाए पुलिस को महत्वपूर्ण कैडर को आत्मसमर्पण के लिए प्रयास करना चाहिए। शस्त्र समर्पण पर इनाम देने की योजना में केवल फैक्ट्री मेड हथियारों को शामिल किया गया है।

एडीजी स्तर का अधिकारी करेगा इनाम का फैसला

नक्सलियों को पक़़डने पर मिलने वाले इनाम की राशि का फैसला एडीजी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी करेगी। इसमें इनाम प्रकरणों पर विचार एवं निर्णय के लिए पुलिस मुख्यालय को तीन सदस्यीय कमेटी बनानी होगी। इसमें एक एडीजी स्तर के अधिकारी के साथ पुलिस मुख्यालय में पदस्थ वित्तीय सलाहकार और गृह विभाग के एक प्रतिनिधि को शामिल करना होगा

सर्चिग में सीआरपीएफ-पुलिस को मिली कामयाबी

दंतेवाड़ा। नक्सल विरोधी मुहिम के तहत बुधवार को सीआरपीएफ व जिला पुलिस बल की संयुक्त टुकड़ी किरंदुल थाना क्षेत्र के हिरोली में सर्चिग कर रही थी। इसी दौरान हिरोली के डोका पारा में जवानों की नजर नक्सलियों द्वारा निर्मित शहीद स्मारक पर पड़ी जिसे जवानों ने ध्वस्त कर दिया। सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते बताया कि इलाके में पुलिस व सीआरपीएफ दो दिन से ऑपरेशन पर थी। अधिकारी ने बताया कि बैलाडीला की तराई में स्थित हिरोली अति संवेदनशील इलाका है। हिरोली से लगे आसपास के गांवों में भी नक्सलियों की तग़़डी पैठ है। इसके मद्देनजर इलाके में संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया था, जिसमें जवानों को कामयाबी मिली।


कृषि मंत्री बृजमोहन तक पहुंची "कार्ड" घोटाले की आंच

22 August 2014
रायपुर। राज्य पाठयपुस्तक निगम के चार करोड़ रूपए के कार्ड घोटाले की आंच प्रदेश के कद्दावर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल तक पहुंच गई है। अग्रवाल घोटाले के समय शिक्षा मंत्री थे। उनके खिलाफ शिकायत के बाद लोक आयोग ने नोटिस जारी किया है। इस मामले में आयोग 24 सितम्बर को सुनवाई करेगा।

इन पर है आरोप

शिकायतकर्ता नारायण शर्मा ने इस मामले में 18 जून 2014 को लोक आयोग में शिकायत की थी। तब भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर और राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के तात्कालिक संचालक नंदकुमार, प्रबंध संचालक जे. मिंज, पाठयपुस्तक निगम के तात्कालिक महाप्रबंधक सुभाष मिश्रा, उपप्रबंधक मुद्रण संजय पिल्लै को घपले का सूत्रधार माना था।
लेकिन उन्होंने 16 जुलाई को आयोग के समक्ष एक शपथ पत्र देकर पाठयपुस्तक निगम के तात्कालिक अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को भी पक्षकार बनाने का अनुरोध किया। अपनी शिकायत में शर्मा ने कहा कि वे भूलवश मंत्री को पक्षकार नहीं बना पाए थे। उनकी शिकायत के बाद आयोग ने मंत्री को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।

यह है मामला

मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के शिक्षा मंत्री रहने के दौरान वर्ष 2009-10 में पाठयपुस्तक निगम ने बहुउद्देशीय शिक्षा प्रणाली के तहत मेसर्स प्रबोध एंड कंपनी और मेसर्स छत्तीसगढ़ पैकेजर्स को कार्ड निर्माण का ऑर्डर दिया था। कक्षा तीसरी और चौथी के बच्चों के उपयोग में आने वाले कार्ड के निर्माण का उद्देश्य था कि वे खेल-खेल में आसानी से शिक्षा ग्रहण करें। संस्थाओं को 330 जीएसएम पेपर पर कार्ड बनाना था, लेकिन उन्होंने ऎसा नहीं किया। कार्ड के मुद्रण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया और कार्ड की गोलाकार कटिंग में भी लापरवाही बरती गई। इस मामले में शिकायत और जांच-पड़ताल के बाद राज्य शैक्षणिक परिषद के तात्कालिक संयुक्त संचालक ने भी यह माना था कि कार्ड बनाने वाली संस्थाओं को करोड़ों का अतिरिक्त भुगतान कर दिया गया है।

यह है जवाब

मंत्री ने आयोग को जो जवाब भेजा है, उसमें यह कहा है कि ऎसी शिकायत का कोई मतलब नहीं होता है, जो एक शिकायत के बाद दूसरी बार होती है। शिकायत इसलिए खारिज करने योग्य है, क्योंकि पहली शिकायत में नाम का उल्लेख नहीं करना और फिर दूसरी बार यह कहना कि भूलवश हो गया। यह विधि के सुस्थापित सिंद्धात के खिलाफ है। मंत्री ने शिकायतकर्ता की शिकायत को भ्रामक, असत्य और काल्पनिक बताया है।

मेरी भूमिका नहीं

जब मैं शिक्षा मंत्री था, यह प्रकरण तब का जरूर है, लेकिन पूरे मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है। वैसे भी पाठयपुस्तक निगम एक बोर्ड है, जिसका अपना संचालक मंडल होता है और वहां के तमाम फैसले मंडल के जिम्मेदार सदस्य ही लेते हैं। मैंने अपनी ओर से आयोग को जवाब दे दिया है। बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन
मेरे पास है प्रमाण

मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अपनी जवाबदेही से बचना चाह रहे हैं। पाठयपुस्तक निगम में कार्ड खरीदी के दौरान जो कुछ हुआ, उसकी जानकारी उन्हें नहीं रही होगी, ऎसा कैसे हो सकता है। मैंने जो शिकायत की है उसके पुख्ता प्रमाण हैं।
नारायण शर्मा, शिकायतकर्ता


डॉक्टर ने मरीज के पैर में स्क्रू छोड़ा, देने पड़ेंगे 38 लाख

22 August 2014
रायपुर. जिला उपभोक्ता फोरम ने राजधानी के नामी चिकित्सक डा. अरुण मढरिया पर इलाज में लापरवाही के आरोप को साबित मानते हुए 38 लाख रुपए देने का आदेश दिया है। डॉक्टर ने इलाज के दौरान पैर में स्क्रू छोड़ दिया था और फ्रैक्चर भी ठीक नहीं हुआ था। इलाज में गड़बड़ी के मामले में किसी डाक्टर पर इतना बड़ा जुर्माना छत्तीसगढ़ में पहली बार किया गया है।
फोरम ने इस मामले को लगभग साढ़े सात साल सुना, उसके बाद डाक्टर के खिलाफ फैसला लिया। फोरम ने एक माह के भीतर डाक्टर को 15 लाख रुपए जुर्माना, इस ‌अवधि में इस राशि पर ब्याज (करीब 20 लाख रुपए) तथा तीन लाख रुपए मानसिक क्षतिपूर्ति खर्च को मिलाकर पूरी राशि अदा करने के आदेश दिए हैं। डा. मढरिया का जीई रोड पर गायत्री हास्पिटल है। फोरम के इस आदेश से चिकित्सा जगत में हड़कंप मच गया है।
डाक्टर के खिलाफ फोरम में केस राजधानी से लगभग 30 किमी दूर गोढ़ी गांव के कमल नारायण वर्मा ने लगाया था। केस डायरी के मुताबिक वर्मा का 28 अप्रैल 2004 को सारागांव के पास एक्सीडेंट हुआ था। उसके पैर और शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर चोटें थीं। उसे गायत्री हास्पिटल में भर्ती किया गया। जांच के बाद अगले दिन डा. मढ़रिया ने पैर की टूटी हड्डी को जोड़ने के लिए रॉड और स्क्रू लगाए। 10 दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। दो सप्ताह बाद वर्मा जांच के लिए अस्पताल पहुंचा। कच्चा प्लास्टर काटने के बाद पता चला कि जख्म से मवाद निकल रहा है। डाक्टर ने कुछ दवाइयां लिखीं और ड्रेसिंग कराने को कहा। 21 दिन ड्रेसिंग हुई पर तकलीफ कम नहीं हुई। 22 मई 2006 को डाक्टर ने रॉड निकालकर फिर कच्चा प्लास्टर कर दिया। पंद्रह दिन बाद वर्मा फिर जांच कराने पहुंचा तो एक्सरे में पता चला कि हड्डी टूटी ही है तथा एक स्क्रू पैर में छूट गया है। तब वर्मा ने दूसरे डाक्टर से इलाज शुरू किया और डा. मढरिया पर फोरम में केस कर दिया।

घोर लापरवाही : फोरम

फोरम की अध्यक्ष मैत्रेयी माथुर ने कहा कि डाक्टर ने दो साल तक इलाज किया। फायदा नहीं हुआ इसलिए उसे दूसरे डाक्टर की शरण लेनी पड़ी। यह इलाज में घोर लापरवाही है। फोरम के मुताबिक वर्मा का इलाज करनेवाले दूसरे चिकित्सक डा. सुशील शर्मा ने भी कहा कि नेल और स्क्रू निकालने के बावजूद मरीज को तकलीफ थी। हड्‌डी जुड़ने में छह से आठ महीने लगते हैं, लेकिन वर्मा को तकलीफ दो साल बनी रही। फोरम ने कहा कि यह सिद्ध हो चुका है कि काफी समय तक इलाज और तगड़े खर्च के बावजूद परिवादी को इलाज नहीं मिला। इससे डाक्टर की घोर लापरवाही सामने आती है।

इलाज सही : मढ़रिया

डा. मढ़रिया ने कहा कि मरीज की टूटी हुई हड्डी को जोड़ते हुए इंटरलॉक नेल लगाया गया था। वह 30 दिन से पहले आ गया और पैर में दर्द की शिकायत की। उसे दवाइयां लिखकर दी गईं। एक्सरे में पैर ठीक दिखा। कुछ दिन बाद नेल निकालकर पक्का प्लास्टर किया गया। 15-20 दिन बाद बचे हुए टांके निकाल दिए गए। डेढ़ माह बाद वह प्लास्टर खुद निकालकर अस्पताल पहुंचा था। तब तक हड्डी जुड़ चुकी थी। इस आदेश के खिलाफ वे राज्य उपभोक्ता आयोग में अपील करेंगे।


नक्सली इलाकों में अब आसानी से बनेंगी सड़कें

21 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद से पीड़ित दस जिलों में सड़कों के निर्माण के लिए वन भूमि के उपयोग से संबंधित सामान्य मंजूरी अब आसानी से मिल सकेगी।
केंद्र सरकार ने इस कार्य के लिए छूट प्रदान कर दी है। यह छूट केंद्रीय वन संरक्षण अधिनियम 1980 की धारा-2 के तहत सार्वजनिक उपयोग के महत्व वाली अधोसंरचनाओं के निर्माण की जरूरतों को ध्यान में रखकर दी गई है।
छूट के अनुसार अब टू-लेन सार्वजनिक मार्गो के निर्माण के लिए कितनी भी वन भूमि होने पर अनुमति राज्य सरकार द्वारा ही दी जा सकेगी।


सिमट रहा लाल आतंक, ग्यारह माओवादियों ने डाले हथियार

21 August 2014
रायपुर/कोण्डागांव। माओवादी सिद्धांतों के खोखलेपन और खूनखराबा से त्रस्त होकर प्रदेश के मोस्ट वांटेड दो माओवादियों और एक आईईडी एक्सपर्ट सहित 11 माओवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
मंदिरहसौद स्थित सीआरपीएफ के 65वीं बटालियन के सामने 7 माओवादियों ने आत्मसर्मपण कर दिया है। इसमें एक लाख रूपए की इनामी महिला माओवादी उदंती दलम की डिप्टी कमांडर बैजन्ती उर्फ क्रांति (21) और मलेश उर्फ लख्मू (22) शामिल हैं। इन लोगों पर 2011 में गरियाबंद जिले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार पटेल के काफिले पर हमला करने, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश पवार पर हमला किया था।
वहीं, रिसगांव में ब्लास्ट कर तीन की हत्या सहित करीब एक दर्जन आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है।
वहीं, कोण्डागांव में भी चार माओवादियों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के समक्ष समर्पण कर दिया।

कोण्डागांव में इन्होंने किया समर्पण

समर्पण करने वाले पूर्व बारदा जनमिलिशिया कमांडर सदा (34), पूर्व बारदा एलओएस सदस्य दुकालू (32), पूर्व बारदा एलओएस सदस्य श्रादू कावड़े (22) और मंगूराम (30) विगत पांच साल से थाना बड़े डोंगर क्षेत्र में सक्रिय थे।

मुख्यधारा से जुड़ें

प्रदेश के माओवादी अब लगातार समर्पण कर रहे हैं। बीते जुलाई से अब तक 70 से अधिक माओवादियों ने सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर मुख्यधारा में शामिल होने की पहल की है। आगे भी हमारी कोशिश रहेगी कि ज्यादा-से-ज्यादा माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज के मुख्यधारा से जुड़ें।
ए.एन. उपाध्याय, डीजीपी, छत्तीसगढ़

इसलिए समर्पण

सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा व नारायणपुर में केन्द्रीय बल हैं तैनात
सालभर में नौ सौ माओवादी हुए ढ़ेर
मरने वालों में आधे से अधिक दंडकारण्य छेत्र से
नहीं मिल रहे नए लड़ाके
थिंकटैंक और सहयोगी भी हुए भूमिगत
नेटवर्क मजबूत कर कसा जाएगा शिकंजा
केन्द्र सरकार ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में लाल आतंक पर शिकंजा सकने के लिए संचार को चुस्त बनाने जा रही है। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को बताया कि छत्तीसगढ़ समेत माओवादी हिंसा से ग्रस्त इलाकों में 1836 दूरसंचार टावर लगाए जाएंगे। -


छत्तीसगढ़ की पहली बर्ड्स सेंचुरी बनेगी बेमेतरा के गिधवा गांव में

21 August 2014
बिलासपुर. विलुप्त होते गिद्धों समेत 140 प्रजातियों के पक्षियों को पनाह देने वाला "गिधवा' गांव और उसके आसपास का हिस्सा छत्तीसगढ़ की पहली बर्ड्स सेंचुरी के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। बेमेतरा जिले के इस गांव को प्रदेश की उन 51 जगहों में सबसे ज्यादा उपयुक्त पाया गया है, जहां प्रवासी पक्षी आते हैं। राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के पक्षी विशेषज्ञों ने अलग-अलग ऋतुओं में सात बार गिधवा का जायजा लिया और हरी झंडी के साथ फिजिबिलिटी रिपोर्ट पीसीसीएफ को सौंपी। अब ग्राम पंचायत से इसका प्रस्ताव मंगवाया जाएगा, फिर कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के मुताबिक सेंचुरी के क्षेत्र का नोटिफिकेशन किया जाएगा।
बर्ड्स सेंचुरी बनाने की पहल गिधवा के उन ग्रामीणों ने की थी, जो वर्षों से इन पक्षियों की हिफाजत कर रहे हैं। गिधवा नांदघाट से आठ किमी दूर मुंगेली रोड पर है। यहां 51 एकड़ में फैले 400 वर्ष पुराने तालाब के अलावा करीब 200 एकड़ के जलभराव वाला गिधवा जलाशय है। यह क्षेत्र प्रवासी पक्षियों का अघोषित अभयारण्य माना जाता है।
सर्दियों की दस्तक के साथ अक्टूबर से मार्च के बीच यहां साइबेरिया, बर्मा और बांग्लादेश से पहुंचते हैं। जलाशय की मछलियां, गांव की नम भूमि और जैव विविधता इन्हें आकर्षित करती है। गिधवा की दोनों वॉटर बॉडी में गैडवाल, मार्श, सेंड पाइपर, काॅमन सेंड पाइपर, कॉमन ग्रीन शेंक, काॅमन रेड शेंक आदि सैकड़ों पक्षी जल कल्लोल करते हैं। इनके अलावा यहां स्थानीय पक्षियों की 50 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। गिधवा के ग्रामीण तालाब और जलाशय में पहुंचने वाले पंछियों की दिन-रात सुरक्षा करते हैं। यही वजह है कि यहां पक्षियों का शिकार संभव नहीं है। वन विभाग के अफसर इस गांव की मिसाल भी देते हैं।

इसलिए जरूरी है बर्ड्स सेंचुरी

जैव विविधता और पर्यावरण संरक्षण में पक्षियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। गिधवा में 140 प्रकार के पक्षियों का अनूठा संसार है। इनमें जलीय और थलीय दोनों ही प्रकार के पक्षी शामिल हैं। इको टूरिज्म के विकास और स्थानीय रोजगार की दृष्टि से गिधवा को बर्ड्स सेंचुरी के लिए उपयुक्त पाया गया है। गिधवा के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को बर्ड्स सेंचुरी की स्थापना के लिए ज्ञापन दिया था। एडीशनल पीसीसीएफ केसी बेवर्ता, पक्षी विशेषज्ञ एमके भरोस के निर्देशन में वन अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों ने गांव का दौरा कर रिपोर्ट दे दी है।

70 प्रजाति के पक्षियों का स्थाई बसेरा

गिधवा के आसपास करीब पांच से सात वर्ग किलोमीटर के इलाके में कई तालाब हैं। इनके क्लस्टर को बर्ड सेंचुरी के रूप में विकसित करने का प्लान है। गिधवा की खासियत यह है कि वह अनडिस्टर्ब्ड एरिया है। करीब 70 प्रजातियों के पक्षी तो वहां स्थाई रूप से रहते ही हैं। यहां 30 से ज्यादा प्रजातियों के प्रवासी पक्षी आते हैं।

एमके भरोस, पक्षी विशेषज्ञ

तकनीकी दृष्टि से उपयुक्त है गिधवा

गिधवा में बर्ड्स सेंचुरी बनाने के लिए सर्वे करवाया जा चुका है। तकनीकी दृष्टि से गिधवा उपयुक्त पाया गया है। यह राजस्व ग्राम है, इसलिए सेंचुरी के दोनों जलाशयों के क्षेत्र का नोटिफिकेशन वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत करवाना होगा। इसके लिए ग्रामसभा का विधिवत प्रस्ताव जरूरी है। इसके बाद सेंचुरी बनाने का निर्णय लिया जाएगा। रामप्रकाश, पीसीसीएफ (वन्य प्राणी)


जंगल में विस्फोट, सात जवान जख्मी

20 August 2014
रायपुर, दंतेवाड़ा-बचेली। अरनपुर थाना क्षेत्रांतर्गत मंगलवार सुबह अरनपुर से 5 किमी दूर जगरगुंडा मार्ग पर नक्सलियों ने गश्त से लौट रहे कोबरा बटालियन के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए विस्फोट कर गोलीबारी की। इसमें बटालियन के 7 जवान घायल हो गए। इन्हें बेहतर इलाज के लिए हेलिकॉप्टर से रायपुर भेजा गया है। किरंदुल एसडीओपी मिर्जा जियारत बेग ने बताया कि सोमवार शाम कोबरा बटालियन और जिला पुलिस बल की संयुक्त पार्टी जगरगुंडा से अरनपुर सर्चिग कर लौट रही थी। इस दौरान सुबह साढ़े 5 बजे कोंडासावली के कोंदापारा की पहाड़ी पर पहले से ही घात लगाए नक्सलियों ने विस्फोट कर दिया। जवानों ने तुरंत मोर्चा संभालते जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी करीब एक घंटे तक नक्सलियों और जवानों के बीच गोलीबारी होती रही। जवानों को अपने ऊपर भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का लाभ उठाते हुए भाग गए। विस्फोट में अभिषेक कुमार, सुजीत हरी, चिरंजीत दास, मिर्जा आसिल हुसैन, चंद्रप्रकाश, रमेश, संतोष कुमार जख्मी हो गए। एसडीओपी ने बताया कि लगातार हो रहे आपरेशन से नक्सली बौखला गए हैं और अंदरूनी क्षेत्रों में जवानों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने अरनपुर थाना में अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया है। घटना के बाद से क्षेत्र में पुलिस की गश्त जारी है।

पूर्व गृहमंत्री कर रहे राजनीति से आराम...खेती में काम

20 August 2014
ननकीराम कंवर. आठ महीने पहले ये छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री थे। और भी कई विभागों के मंत्री रहे हैं। अविभाजित मध्यप्रदेश में भी ये मंत्री रह चुके हैं। यानी लंबा राजनीतिक जीवन। पिछले विधानसभा चुनाव में रामपुर से हार गए। लोकसभा चुनाव में टिकट चाहते थे। नहीं मिला। संगठन में कोई पद नहीं है। यानी अब आराम ही आराम है। सो कंवर निकल पड़े खेती करने। गृहग्राम बंधवाभांठा के खेत में काम करते कंवर ने कहा-मैं मूलतः: किसान हूं। इसलिए इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए। अपना मूल काम कर रहा हूं।
कंवर अपनी साफगोई के लिए भी जाने जाते हैं। खैर पढ़े-लिखे आदिवासी नेताओं में से एक कंवर ने 2069 में एलएलबी की डिग्री ली है। उस समय प्रैक्टिस करते थे। अब राजनीति की फसल कट गई तो खेती की फसल सहेजने निकल पड़े हैं।ी।


तीन एसपी सहित 25 अफसरों के तबादले

20 August 2014
रायपुर।राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में व्यापक फेरबदल किया है। मंगलवार को जारी आदेश के मुताबिक तीन एसपी सहित 25 अफसरों का तबादला कर दिया है। पीटीएस माना की एसपी मिलना कुर्रे को एडीजी अजाक बनाया गया है।
आसूचना शाखा के एसपी अरविंद कुजूर आर्थिक अपराध शाखा के एसपी बनाए गए हैं। एपीटीसी बोरगांव के एसपी दर्शन सिंह मरावी को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की 11वीं बटालियन का उपसेनानी बनाया गया है। पुलिस मुख्यालय में तैनात एडीजी प्रशांत कतलम बिलासपुर शहर के एडीशनल एसपी बनाए गए हैं।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

अधिकारी वर्तमान पदस्थापना नई तैनाती
सरजूराम सलाम बस्तर एसपी पीटीएस मैनपॉट
मनोज खिलाड़ी एसीबी रायपुर महासमुंद
चैनदास टंडन रायपुर रायपुर ग्रामीण
सुरजनराम भगत दंतेवाड़ा मुंगेली
भूपेंद्र कुमार शुक्ला डोंगरगढ़ उपसेनानी तीसरी बटालियन
अमलेश्वर
बलराम हिरवानी राज्य पुलिस यातायात अकादमी चंदखुरी रायपुर
प्रशांत कुमार ठाकुर दुर्ग शहर कबीरधाम
अजातशत्रु बहादुर ईओडब्ल्यू क्राइम रायपुर
विवेक शुक्ला मोहला-मानपुर दुर्ग ग्रामीण
राजेश कुमार अग्रवाल कबीरधाम दुर्ग शहर
पंकज चंद्रा रायपुर शहर मुख्यमंत्री सुरक्षा
नीरज चंद्राकर सुकमा रायपुर शहर
राजेश कुकरेजा महासमुंद मोहला-मानपुर
रामकृष्ण साहू मुंगेली दंतेवाड़ा
विजय पांडे बिलासपुर शहर बस्तर
हरीश राठौर बलौदाबाजार सुकमा
छत्तीसगढ़ सशस्त्रबल उपसेनानी
हेमंत कुमार 14वीं बटालियन एएसपी राज्य दल्लीराजहरा पुलिस अकादमी
डी.डी. धांधरे आठवीं बटालियन 13वीं बटालियन
राजनांदगांव, बांगो
करोलूस लकड़ा पांचवीं बटालियन दूसरी
जगदलपुर बटालियन सकरी
ज्योति सिंह दूसरी बटालियन एएसपी
सकरी बेमेतरा
अशोक सिंह 13वीं बटालियन 14वीं बटालियन
बांगो दल्लीराजहरा


मोदी और सोनिया के खिलाफ युगलपीठ में होगी सुनवाई

19 August 2014
बिलासपुर। लोकसभा चुनाव 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के चुनाव खर्च को लेकर दाखिल याचिका को रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय ने चीफ जस्टिस यतींद्र सिंह व जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर की युगलपीठ में प्रस्तुत किया है। सोमवार को नंबर नहीं आने पर सुनवाई आगे बढ़ा दी गई है। याचिका पर इसी सप्ताह सुनवाई होने की संभावना है। लोकसभा चुनाव 2014 में श्री मोदी और श्रीमती गांधी व राहुल गांधी ने देशभर में चुनाव प्रचार किया था। जशपुर निवासी एबी मिंज ने तीनों नेताओं के कार्यक्रम, मंच सज्जा, स्वागत, आने-जाने का व्यय समेत सभी खर्च को चुनाव व्यय में जो़़डने की मांग की है। इसके साथ ही तय सीमा से अधिक व्यय करने पर इनके निर्वाचन को शून्य घोषित करने की मांग की गई है। याचिका को पिछले सप्ताह सुनवाई के लिए जस्टिस एमएम श्रीवास्तव के कोर्ट में रखा गया था। उन्होंने मामले को जनहित का मुद्दा करार देते हुए सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने रजिस्ट्रर जनरल को प्रकरण जनहित याचिका के रूप में बड़ी बेंच में सुनवाई के लिए रखने के निर्देश दिए थे। रजिस्टार ने सोमवार को चीफ जस्टिस यतींद्र सिंह और जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर की युगलपीठ में मामले को सुनवाई के लिए रखा।


नक्सलियों की चॉपर गिराने की कोशिश, एक गोली लगी

19 August 2014
रायपुर/जगदलपुर. पुलिस के चौतरफा दबाव के बीच नक्सलियों ने सोमवार शाम दंतेवाड़ा जिले में राज्य पुलिस के हेलिकॉप्टर को गिराने की कोशिश की। लाइट मशीनगन जैसे भारी हथियारों से किए गए हमले में हेलिकॉप्टर बाल-बाल बचा। गोली हेलिकॉप्टर की टेल को भेदती हुई पार निकल गई। अगर गोली कुछ इंच दूर चॉपर के मुख्य रोटर (पंखे) या फ्यूल टैंक को लग जाती, तो वह क्रैश हो जाता। पुलिस के आला अधिकारी इस संबंध में चुप्पी साधे हुए हैं। एक साल के अंदर वायुसेना और राज्य पुलिस के हेलिकॉप्टरों पर यह तीसरा नक्सली हमला है।
दंतेवाड़ा और बीजापुर इलाके में पिछले एक महीने से पुलिस और सीआरपीएफ लगातार ऑपरेशन चला रही है। सोमवार को भी इसी तरह के एक अभियान में बेल कंपनी के इस हेलिकॉप्टर को भेजा गया था। बीजापुर के पामेड़ और भद्रकाली इलाकों से लौटते वक्त हमला हुआ। माना जा रहा है कि नक्सली लौटते वक्त चॉपर को निशाना बनाने की योजना पहले से तैयार करके बैठे थे। शाम सवा पांच बजे के आसपास हेलिकॉप्टर बीजापुर से जगदलपुर के लिए निकला। बीच की दो से ज्यादा पहाड़ियों पर एलएमजी और अन्य ज्यादा रेंज के हथियारों के साथ बैठे नक्सलियों ने उस पर फायरिंग शुरू कर दी। हेलिकॉप्टर चला रहे पायलट को हल्का झटका लगा, पर वह भांप नहीं पाया कि वास्तव में हुआ क्या। जगदलपुर लौट कर जब टीम ने जांच की, तो उनके पसीने छूट गए।
पुलिस के आला अफसरों ने माना कि अगर गोली कुछ इंच भी आगे-पीछे लगती, तो बड़ा हादसा हो जाता। हेलिकॉप्टर को ग्राउंड कर दिया गया है। पूरी मरम्मत और जांच के बाद ही इसे दोबारा उड़ाया जाएगा।

पांच सालों से कर रहे कोशिश

नक्सली पिछले पांच सालों से अपने खिलाफ अभियान में इस्तेमाल हो रहे पुलिस और वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले तीन सालों में वे चार बार हमले कर चुके हैं। वायुसेना को नक्सली ऑपरेशन में लगाए जाने के काफी पहले नक्सलियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। नक्सलियों की मिलिटरी विंग के नेता तिप्परति तिरुपति उर्फ देवजी ने गुरिल्ला एयर डिफेंस नाम की एक पूरी किताब तैयार की है। नक्सलियों को दी जाने वाली ट्रेनिंग में प्रयोग की जा रही इस किताब में स्केच और उदाहरणों के साथ बताया गया है कि हवा में उड़ते, टेक ऑफ या लैंडिंग करते हेलिकॉप्टर को कैसे निशाना बनाया जाए। उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने नवंबर 2008 में चुनाव ड्यूटी पर लगे वायुसेना के हेलिकॉप्टर पर गोलियां चलाईं थी। इसमें चॉपर में बैठे फ्लाइट इंजीनियर की मौत हो गई थी।


मानव तस्करी पर होगी सात साल की जेल

19 August 2014
रायपुर। प्रदेश में मानव तस्करी की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सरकार निजी प्लेसमेंट एजेंसियों पर कड़ी लगाम कस दी है। राज्य सरकार ने देश में सबसे पहले प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसीज (रेग्यूलेशन) एक्ट बनाया है। इस सम्बध में गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। नए कानून में मानव तस्करी में लिप्त पाए जाने पर सात साल की सजा और एक लाख के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही अब 18 साल की कम उम्र की लड़कियों को कही नियोजित नहीं किया जा सकेगा।
अधिसूचना के मुताबिक राज्य में कार्यरत प्लेसमेंट एजेंसियों को अब 90 दिनों के भीतर कलक्टोरेट में पंजीयन कराना होगा। साथ ही कामगारों और नियोक्ताओं का पूरा विवरण जिला कलक्टर को देना होगा। कानून की अनदेखी करने वाले एजेंसियों और एजेंटों को सजा दिलाने का प्रावधान भी एक्ट में किया गया है।

इसलिए पड़ी जरूरत

प्रदेश के आदिवासी अंचलों से महिलाओं और बçच्चयों को रोजगार दिलाने के नाम पर बाहरी राज्यों में बेचे जाने की घटनाएं आम हैं। जशपुर और सरगुजा जिले से दर्जनों युवतियां गायब हैं। वष्ाü 2012-13 में पुलिस ने जो आकंडा जारी किया है उसमें मानव तस्करी की 75 घटनाएं हुई जिसमें 184 लोगों को बेचे जाने अथवा उनसे बंधुआ मजदूरी कराए जाने की बात सामने आई थी।ं अधिकतर महिलाओं को निजी प्लेसमेंट एजेंटों ने अन्य प्रदेशों में बेहतर रोजगार का लालच देकर बरगलाया था।

नए एक्ट की खास बातें

प्रत्येक एजेंसी को काम करने के लिए लाइसेंस लेना होगा।
एजेंसी को कार्यालय के बाहर साइनबोर्ड पर पंजीयन संख्या का स्पष्ट उल्लेख करना होगा।
18 साल से कम उम्र की बालिकाओं को नियोजित नहीं किया जा सकेगा।
घरेलू कामगारों से प्लेसमेंट एजेंसियां कोई शुल्क नहीं ले सकेंगी।
प्रदेश के बाहर रोजगार दिलाने पर सात दिनों के भीतर नियोक्ता की पूरी जानकारी कलक्टर को देनी होगी।
प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसीज (रेग्यूलेशन) एक्ट की अधिसूचना जारी हो गई है। अब एजेंसियों का पंजीयन होगा।
एन.के. असवाल, प्रमुख सचिव गृह


रमन सिंह ने की सौगातों की बारिश

18 August 2014
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शुक्रवार को प्रदेश की जनता को कई सौगातें दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित विकास योजनाओं की मॉनीटरिंग के लिए 'मुख्यमंत्री डैशबोर्ड योजना' भी शीघ्र शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। डॉ. सिंह ने प्रदेशवासियों के नाम अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वस्थ पी़़ढी के निर्माण के लिए हम प्रदेश के हर जिले में 'चिरायु' कार्यक्रम की शुरआत कर रहे हैं। इसके अंतर्गत नवजात शिशुओं से लेकर 18 वर्ष की आयु तक नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार की सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रति क्विंटल धान पर तीन सौ रुपए की दर से किसानों के लिए दो हजार 400 करोड़ रुपए के बोनस की संपूर्ण राशि जारी कर दी गई है। उन्हें जल्द यह राशि मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सत्रह शहरी निकायों का दर्जा बढ़ाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि धमतरी व बिरगांव नगर पालिकाओं को नगर निगम बनाया जाएगा। वहीं तिफरा, रतनपुर, कटघोरा, अहिवारा, तखतपुर, बलरामपुर, बागबाहरा, सरायपाली,आरंग, सारंगढ़, गरियाबंद, दंतेवा़़डा, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर नगर पंचायतों को नगर पालिका परिषषद का दर्जा मिल जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी एलान किया कि 'छत्तीसग़़ढ लोकसेवा गारंटी अधिनियम' में शामिल की गई सेवाओं का लाभ लेने के लिए लोगों को कार्यालयों में न जाना प़़डे, इसके लिए बहुत जल्द 'ऑनलाइन सेवा' शुरू की जा रही है, जिसके तहत जनता अपने निकट के लोकसेवा गारंटी केन्द्र से आवेदन पत्र भेज सकेगी तथा दस्तावेज भी प्राप्त कर सकेगी। इस वर्ष किसानों के लिए 100 नए कृषि यंत्र सेवा केन्द्र खोले जाएंगे। ग्रामीणों और किसानों को एक सितंबर से सभी प्रकार के भू-अभिलेख जैसे खसरा, बी-वन तथा नक्शे की कंप्यूटरीकृत सत्य प्रतिलिपि तहसील कार्यालय से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या जन्म को सम्मान और प्रोत्साहन से जो़़डने के लिए हम राज्य में 'नोनी सुरक्षा योजना' शुरू कर रहे हैं। इसके तहत बीपीएल परिवार में जन्म लेने वाली बेटी के नाम पर प्रति वषर्ष 5 हजार रुपए के मान से 25 हजार रुपए की राशि जमा की जाएगी, जिससे बालिकाओं को वयस्क होने पर एक लाख रुपए मिलेंगे। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को और व्यापक बनाते हुए विधवा बहनों को पुन: विवाह के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और उन्हें 30 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अंचल में कंप्यूटर साक्षरता बढ़ाने के लिए 'जन-जन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी' परियोजना की मंजूरी भी दी गई है, जो पांच जिलों में 20 हजार ग्रामीणों को लाभांवित करेगी।

प्रमुख घोषणाएं

0 सत्रह शहरी निकायों का दर्जा ब़़ढा।
0 18 साल तक बच्चों की नि:शुल्क जांच व इलाज के लिए चिरायु योजना।
0 किसानों के लिए धान के बोनस की 2400 करो़़ड की पूरी राशि जारी।
0 लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत 'ऑनलाइन सेवा'।
0 100 नए कृषि यंत्र सेवा केन्द्र खोले जाएंगे।
0 खसरा, बी-वन तथा नक्शे की कंप्यूटरीकृत कॉपी एक सितंबर से।
0 कन्या जन्म को सम्मान व प्रोत्साहन के लिए 'नोनी सुरक्षा योजना'।


प्रदेश में 45 लाख हेक्टेयर जमीन का रिकॉर्ड गायब !

18 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ की 45 लाख हेक्टेयर से अधिक की जमीन का ब्योरा गायब है। जमीन रिकॉर्ड का बड़ा हिस्सा बर्बाद हो चुका है। तो कुछ ग्वालियर के भू-अभिलेख कार्यालय में लावारिस हालत में पड़े हैं। राज्य गठन के 14 साल बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार राज्य की जमीन का रिकॉर्ड नहीं जुटा पाई है। इसके लिए अभी पत्र व्यवहार ही चल रहा है।
भूदान यज्ञ के रिकॉर्ड भी मप्र में : छत्तीसगढ़ में भूदान यज्ञ के रिकॉर्ड भी नहीं हैं। बीते माह जनदर्शन में मध्यप्रदेश भूदान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष दुर्ग के मटंग गांव निवासी पंथराम वर्मा व सर्वोदय कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से मप्र से रिकॉर्ड मंगवाने की मांग की। भूदान पदयात्रा के दिनों में आचार्य विनोबा भावे 1964 में दुर्ग आए थे। मप्र में 4 लाख 10 हजार एकड़ जमीन भूदान में मिली थी। इसमें से लगभग 2 लाख 37 हजार 629 एकड़ का वितरण हो चुका है। वितरित भूमि में दुर्ग जिले की भी लगभग 12 हजार एकड़ जमीन शामिल है। मध्यप्रदेश में भूदान बोर्ड भंग होने के बाद इसके रिकॉर्ड वहां के राजस्व विभाग को सौंपा जा चुका है। लेकिन, छत्तीसगढ़ को अब तक नहीं मिला है।

यह है मिसल बंदोबस्त

अंग्रेजों ने 1929-30 में पूरे देश की जमीन के इंच-इंच के रिकॉर्ड का दस्तावेजीकरण किया था। इसे मिसल बंदोबस्त कहते हैं। इसी रिकॉर्ड के आधार पर राज्य और केंद्र सरकार ने जमीनों का प्रबंधन किया। लेकिन, मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद प्रदेश के कई जिलों के मिसल बंदोबस्त रिकॉर्ड गायब है। करीब 45 लाख हेक्टेयर से अधिक की जमीन का रिकॉर्ड नहीं है। इसमें भूदान यज्ञ में दी गई जमीन के कागजात भी शामिल हैं।
जमीन सम्बंधी कामकाजों को लगातार अपडेट किया जा रहा है। जमीन के रिकार्ड एकत्र करके कंप्यूटरीकृत की योजना है। वैसे हमारे पास भू राजस्व के पूरे रिकॉर्ड उपलब्ध हैं। प्रेमप्रकाश पांडेय, राजस्व मंत्री, छत्तीसगढ़


निगम चुनाव: आरक्षण के लिए लॉटरी एक को, बीरगांव-धमतरी ओबीसी को संभव

18 August 2014
रायपुर. राज्य में शहरी सत्ता के चुनाव की प्रक्रिया 1 सितंबर से नगर निगम तथा नगर पालिका के महापौर और नगर पंचायतों के अध्यक्ष के लिए आरक्षण के साथ शुरू हो जाएगी। आरक्षण लाटरी सिस्टम से होगा। लाटरी राजधानी के शहीद स्मारक भवन में निकाली जाएगी। इस बार नगर निगम 10 की जगह 12 रहेंगे। नगरपालिकाएं 32 की जगह 44 तथा नगर पंचायतें 127 की जगह 113 ही रहेंगी।
रोस्टर के मुताबिक रायपुर के महापौर का पद इस बार अनारक्षित (सामान्य), बीरगांव और धमतरी के महापौरों का पद ओबीसी, रायगढ़ एससी और सरगुजा के महापौर का पद एसटी के लिए आरक्षित होने के आसार हैं।
नगरीय प्रशासन संचालनालय ने लाटरी की तैयारी शुरू कर दी। नए नगर निगमों, नगर पालिकाओं की अधिसूचना जारी हो चुकी है। हफ्तेभर में राजपत्र में प्रकाशन हो जाएगा। आरक्षण की लाटरी की सूचना जल्द राज्य की सभी राष्ट्रीय पार्टियों को भेजी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार रायगढ़ में 16 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जाति की है, इसलिए वहां महापौर पद एससी के खाते में जाएगा। सरगुजा में अनुसूचित जनजाति की आबादी 21 फीसदी होने के कारण वहां महापौर एसटी के लिए आरक्षित होगा। राजधानी रायपुर का महापौर पद 2004 में ओबीसी और 2009 में महिला के लिए आरक्षित था। इसलिए यह इस बार अनारक्षित (सामान्य) रहेगा। वजह ये है कि 2004 और 2009 में जिस वर्ग का आरक्षण हो चुका, उसे दोहराया नहीं जा रहा है। इसी रोस्टर के तहत बीरगांव और धमतरी का महापौर पद ओबीसी के लिए आरक्षित होगा।

भंग होंगी नगर पालिकाएं

राज्य सरकार ने बीरगांव और धमतरी नगर पालिका को भंग करने का मन बना लिया है। इनके अध्यक्षों का कार्यकाल 2015 तक है। निगम चुनाव कराने की वजह से इन्हें भंग किया जा सकता है। अगर नवंबर-दिसंबर 2014 में बीरगांव और धमतरी में चुनाव नहीं भी हुए, तो भी पालिकाएं भंग कर वहां प्रशासक बिठाए जा सकते हैं। प्रशासक इन्हें निगम के रूप में अपग्रेड करने का काम करेगा।
राज्य के सभी नगर निगम, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के महापौर-अध्यक्ष पदों के लिए लाटरी 1 सितंबर को होगी। इसके उपरांत राज्य निर्वाचन आयोग ही चुनाव की अधिसूचना जारी करेगा।
- डॉ. रोहित यादव, संचालक, नगरीय प्रशासन


आजादी का प्रतीक बना 67 साल पुराना पेड़

16 August 2014
रायपुर। अब तक हमने हरे-भरे दरख्तों को प्रकृति प्रेमियों की नजर में खूबसूरती, वैज्ञानिकों के लिए प्राणवायु का संचालक व धार्मिक दृष्टि से ईश्वर के रूप में ही जाना। अब एक ऐसे वृक्ष के बारे में भी जानिए, जिसे लोग देश भक्ति से ओत-प्रोत होकर आजादी के दिन की याद में पूजते हैं। 67 साल पहले 15 अगस्त 1947 को ठीक आजादी के दिन गांव के तीन लोगों ने बरगद का पौधा गांव की चौपाल में लगाया था। अब यह वट वृक्ष विशाल हो गया है। तब से लेकर अब तक हर साल लोग स्वतंत्रता की प्रत्येक वषर्षगांठ पर इसकी छांव में एकत्र होकर वंदना करते हैं और आजादी का उत्सव मनाते हैं।
स्वतंत्रता के 67वीं वर्षगांठ का उत्सव पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जाएगा। जगह-जगह आन-बान और शान से तिरंगा फहराया जाएगा। वर्षो के संघर्ष व हजारों के बलिदान से मिली आजादी के इस उत्सव को पो़़डी-उपरो़़डा के ग्राम पंचायत लखनपुर में एक अनोखे रिवाज के साथ मनाया जाएगा। लगभग 800 की आबादी वाले इस गांव में स्वतंत्रता दिवस का पर्व नए उत्साह व उमंग लेकर आता है। कटघोरा से मात्र 4 किलोमीटर की दूर बांकीमोंगरा मार्ग पर स्थित इस गांव में इस एक दिन के लिए बुजुर्गो व महिलाओं से लेकर बच्चा-बच्चा 67 वर्ष पुराने एक पेड़ की छांव में सिमट जाते हैं। खास बात यह है कि बरगद का यह पे़़ड 67 वर्ष पहले 15 अगस्त 1947 को ठीक स्वतंत्रता के दिन ही लगाया गया था। गांव के तीन देशभक्त ग्रामीणों ने देश की आजादी उस तिथि की याद में यह बरगद का वह पौधा रोपा था, जो आज एक विशाल वृक्ष बन चुका है। गांव के लोगों का कहना है कि बार-बार मांग किए जाने के बावजूद प्रशासन व गांव के सरपंच द्वारा इस पे़़ड को सुरक्षित रखने कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के उस पावन दिन की याद में लगाए गए इस ऐतिहासिक वृक्ष के संरक्षण की मांग की है।

नई पी़़ढी के लिए प्रेरणा

गांव के 85 वर्षीय बुजुर्ग घासीराम गों़़ड ने बताया कि अंग्रेजों की 150 वषर्षो की गुलामी से मुक्ति व देश की आजादी की खुशी तो सब मनाते हैं, लेकिन उसके पीछे देश के वीर सपूतों के संघर्ष को सम्मान नहीं मिलता। ऐसे में गांव के तीन लोगों फिरतूराम साहू, गोवर्धन साहू व रोंगसूराम कंवर ने आने वाली पी़़ढी को प्रेरित करने के उद्देश्य से यह वृक्ष रोपा था। गांव के युवा जब-जब इस वृक्ष की छांव से गुजरें, उन्हें अपनी आजादी का दिन याद आए। हजारों-लाखों के बलिदान से मिली स्वतंत्रता का मोल समझें और इसे संभालकर रखें। घासीराम ने बताया कि जब यह पे़़ड लगाया गया था, तब यह गांव महज 8 से 10 घरों का एक टोला था। घने जंगलों वाले शहर से दूर इस वीरान गांव में संचार के ऐसे माध्यम नहीं थे कि कोई उन तक स्वतंत्रता मिलने की खबर पहुंचा सके। ऐसे में गांव के एक मात्र पांचवीं पास फिरतू साहू ने आजादी के देशव्यापी उत्सव में पूरे गांव के शरीक होने की बात कही। उन तीन लोगों ने मिलकर गांव में एक छोटे से उत्सव की योजना रखी और यह पे़़ड प्रतीक स्वरूप रोपा गया।

एक बुजुर्ग आज भी है साक्षी

गांव के पटवारी ओंकार प्रसाद यादव ने बताया कि भारत की आजादी के दिन गांव के तीन बुजुर्गो ने प्रतीक स्वरूप बरगद का एक पौधा लगाया था। संयोग से मेरा जन्म भी अगस्त 1947 को ही हुआ था। ठीक मेरे घर के दरवाजे के सामने ही रोपा गया वह पौधा आज विशाल पे़़ड बन चुका है, जिसे मैं अपने ब़़डे भाई की तरह ही मानता हूं।
वृक्ष को लगाने वाले रोगसूराम कंवर के पुत्र इतवार साय को गर्व है कि उनके पिता ने देश की स्वतंत्रता के पहले दिन वह पौधा लगाया था। आज उस वृक्ष के सामने मेरा सर श्रद्धा से झुक जाता है। उसे देखकर मुझे मेरे पिता की झलक दिखाई देती है। आजादी का वह पावन दिन और मेरे पिता याद आते हैं।
15 अगस्त 1947 को बरगद का यह पेड़ लगाने वाले तीन लोगों में एक 85 वर्षीय धनीराम गोंड़ का कहना है कि यह वृक्ष देखते ही उनका मन खुशी से झूमने लगता है। दिन में कम से कम एक बार वे उसका दर्शन करने जरूर पहुंचते हैं और उसकी छांव में बैठकर अपनी यादें ताजा करते हैं।


15 अगस्त पर छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला, 1 जवान घायल

16 August 2014
रायपुर। राज्य के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। विस्फोट जिले से लगती ताड़मेटला के जंगलों में हुआ जहां पैरामिलिटरी जवान क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए थे।
सीआरपीएफ के जवान रायपुर से लगभग 500 किलोमीटर दूर अपने कार्यवाही कर रहे थे। जैसे ही वे चिंतागुफा जंगलों में पहुंचे वहां पहले से छिपे हुए नक्सल आतंकियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया और गोलीबारी शुरू कर दी।
जवानों ने तुरंत ही हमले का जवाब देते हुए गोलीबारी शुरू की हालांकि इस हमले में एक जवान घायल हो गया। घायल जवान को निकट के ही एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। आतंकियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।


"एकता" का चैंबर पर कब्जा

16 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स चुनाव में व्यापारी एकता पैनल ने एकतरफा जीत हासिल करते हुए 16 में से 15 जिलों में दबदबा बनाए रखा। चैंबर अध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष सहित मंत्री और उपाध्यक्ष के पदों पर पैनल ने जीत हासिल की। 13 जिलों में एकता पैनल के प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए थे। विरोधी पैनल को सिर्फ जांजगीर-चांपा जिले में उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल हो सकी।
राजधानी में 8 उपाध्यक्ष और 8 मंत्री के लिए हुए चुनाव में भी एकता पैनल ने विरोधी पैनल को मात दी। बुधवार को हुए चुनावों के नतीजे गुरूवार सुबह आ पाए। दूसरे दौर के खत्म होने के बाद एकता पैनल के जीत सुनिश्चित हो गई थी, तीसरे दौर के परिणाम आने से पहले ही मतदान स्थल पर आतिशबाजी शुरू हो गई। मतगणना के दौरान कुल 200 से अधिक मतपत्र रद्य कर दिया गया, जिसमें अध्यक्ष पद में 50 वोट, महामंत्री 70 और कोषाध्यक्ष पद के लिए दिए गए 77 वोट निरस्त किए गए।
मतदान स्थल पर हुई आतिशबाजी: चैंबर चुनाव के नतीजे गुरूवार सुबह 5 बजे आ पाए। परिणाम घोçष्ात होते ही विजेता एकता पैनल के प्रत्याशियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मतगणना स्थल पाटीदार भवन, फाफाडीह में जश्A का माहौल हो गया। समर्थकों ने मतदान स्थल में अतिशबाजी की।

रायपुर जिला में उपाध्यक्ष व मंत्री पर निर्वाचित प्रत्याशी

एकता पैनल (उपाध्यक्ष पद): रायपुर जिला उपाध्यक्ष- चंदर विधानी, लालचंद गुलवानी, अमरलाल गिदवानी, मगेलाल मालू, राजेंद्र जग्गी, सुभाष अग्रवाल, लखमशी पटेल, विक्रम सिंहदेव।
एकता पैनल (मंत्री पद) : राकेश कुमार ओचवानी, रविंद्र सिंह दत्ता, नरेंद्र कुमार दुग्गड़, प्रकाश लालवानी, राजेश वासवानी, जितेंद्र कुमार दोशी, परमानंद जैन, संजय रावत।

रिटेल में एफडीआई स्वीकार नहीं : परवानी

रायपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के नए अध्यक्ष अमर परवानी ने पत्रिका से बातचीत में एफडीआई पर रूख साफ करते हुए कहा किअन्य सेक्टर में एफडीआई का विरोध नहीं है, लेकिन रिटेल सेक्टर में एफडीआई स्वीकार नहीं किया जाएगा। इससे छोटे व्यवसायियों को नुकसान होगा। जीएसटी पर परवानी ने कहा कि जीएसटी में हमे सिंगल प्वाइंट टैक्स स्वीकार होगा। चैंबर के जरिए हम राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे। चैंबर में स्किल डवलपमेंट पर फोकस रहेगा ताकि व्यापारी और युवा नई तकनीक पर अपटेड हो सकें। नई इंडस्ट्री के लिए सरल प्रक्रिया पर शासन को सुझाव दिया जाएगा।
सीआईआई और फिक्की की गाइडलाइन अपनाएंगे: नए चैंंबर अध्यक्ष ने कहा कि चैंबर को विशेष पहचान दिलाने के लिए सीआईआई और फिक्की की गाइडलाइन अपनाएंगे। राष्ट्रीय स्तर के व्यवसायिक कार्यक्रमों में चैंबर की भागीदारी के लिए व्यवसायियों को मौका दिया जाएगा।


बघेल की नई टीम में 6 उपाध्यक्ष, 14 महामंत्री

14 August 2014
रायपुर। लंबे इंतजार के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अपनी नई टीम बनाई। छह उपाध्यक्ष, 13 महामंत्री और अन्य पदाधिकारियों वाली लंबी टीम में भूपेश ने अनेक नए चेहरे लिए हैं लेकिन अपने कट्टर विरोधी अजीत जोगी के लोगों को दरकिनार कर दिया है। जहां तक पद देने की बात है, तो केवल तीन जोगी समर्थक पीसीसी में पद पाने में सफल रहे। एक उपाध्यक्ष बीडी कुरैशी और दो महामंत्री अब्दुल हमीद हयात व पदमा मनहर जोगी खेमे से भूपेश की टीम में हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि विधायक के तौर पर जोगी परिवार के दो सदस्य रेणु जोगी और अमित पीसीसी कार्यकारिणी का हिस्सा होंगे, लेकिन उन्हें पद नहीं दिया गया है।
इसके विपरीत वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और डॉ. चरणदास महंत के लोगों को टीम में जगह देकर भूपेश ने यह भी दर्शा दिया है कि वे अपनी मर्जी से पीसीसी चलाएंगे। इन दोनों के साथ उनको नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव का पूरा समर्थन है। इस कारण जोगी विरोधियों को किनारे करने में भूपेश ने हिचक नहीं दिखाई। कांग्रेस की नई कार्यकारिणी की घोषणा बुधवार को नई दिल्ली से राष्ट्रीय महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने की।
नई पीसीसी में छह उपाध्यक्ष, 13 महासचिव और 21 कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए हैं। इसके अलावा 48 प्रदेश सचिव भी बनाए गए हैं। वरिष्ठ नेता होने के नाते अजीत जोगी स्थाई आमंत्रित सदस्य के तौर पर आ सकेंगे। प्रदेश कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल को फिर से मौका दिया गया है।
जोगी के क्षेत्र में महंत का जिला अध्यक्ष

कांग्रेस के छह जिलाध्यक्षों की अटकी सूची भी जारी कर दी गई। इसमें भी जोगी की पसंद को महत्व नहीं दिया गया है। जोगी महासमुंद से दो बार लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन वहां का जिलाध्यक्ष महंत के नजदीकी अमरजीत चावला को बनाया गया है। यह केवल एक राजनीतिक संदेश देने के लिए किया गया है। महंत के करीबी राजेंद्र शुक्ला को बिलासपुर ग्रामीण और मंजू सिंह को जांजगीर जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया। शुक्ला को करुणा शुक्ला की भी पसंद के तौर पर देखा जा रहा है। धमतरी में वोरा समर्थक मोहन लालवानी और गरियाबंद में अमितेश शुक्ल की पसंद पर बाबूलाल साहू को अध्यक्ष बनाया गया है।

मेरे दिए नामों पर विचार नहीं हुआ: जोगी

मैंने नीचे के स्तर पर कोई नाम नहीं दिया था। कुछ लोगों के नाम सोनिया गांधी, राहुल गांधी को दिए थे। उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और महामंत्री की सूची में वो नाम नहीं हैं।- अजीत जोगी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता


बघेल की टीम से जोगी गुट साफ

14 August 2014
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की बुधवार को घोषित जम्बो कार्यकारिणी में 6 उपाध्यक्ष, 13 महासचिव और 48 सचिव बनाए गए हैं। साथ ही 12 स्थायी, 30 विशेष आमंत्रित और 21 सदस्यों को जगह दी गई है। नई टीम की घोषणा के बाद बघेल ने कहा कि इसमें गुटीय संतुलन का ध्यान रखा गया है।

जोगी हुए नाराज

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इस कार्यकारिणी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि "मैंने जो नाम सोनिया गांधी को दिए थे, उन पर विचार ही नहीं किया गया है।"उन्होंने कहा कि अब जब भूपेश को मनपसंद टीम दे दी गई है तो उन्हें प्रदेश में कांग्रेस का जनाधार बढ़ाकर दिखाना चाहिए। टीम में बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव के अलावा वयोवृद्ध कांग्रेसी मोतीलाल वोरा की पसंद को महत्व दिया है।

अनुभव के साथ नए चेहरों पर लगाया दांव

कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में नए चेहरों के साथ ही अनुभवी लोगों को महत्व दिया गया है। कमेटी में बोधराम कंवर, पीआर खुंटे, बीडी कुरैशी, घनाराम साहू, बालकृष्ण पाठक और शांति सलाम को उपाध्यक्ष बनाया गया है, जो लंबे से पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं। जबकि बनाए गए तेरह महामंत्री पचास साल से कम के हैं। सचिव के रूप में अधिकांश नए चेहरे कार्यकारिणी में शामिल किए गए हैं।
पार्टी संविधान के अनुरूप प्रदेश कार्यकारिणी में सभी वर्गो, जातियों और महिलाओं का चयन कर संतुलन बनाने का प्रयास किया गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा घोषित नई कार्यकारिणी को देखकर ऎसा लगता है कि पार्टी विधानसभा और लोकसभा में मिली करारी हार के बाद खोए जनाधार को वापस हासिल करने की कोशिश में जुट गई है। पार्टी ने 6 उपाध्यक्षों में से दो आदिवासी वर्ग से और एससी, ओबीसी, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग से एक-एक पदाधिकारी का चयन किया है। इसके अलावा 13 महामंत्रियों में से 4 ओबीसी, 5 सामान्य, 2 एससी और एक-एक महामंत्री अल्पसंख्यक और अनुसूचित जनजाति वर्ग से लिया गया है।

गुटीय संतुलन

बघेल की नई टीम में वोरा, शुक्ल, महंत, टीएस सिंहदेव गुट से जुड़े लोग अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं। कमेटी में अजीत जोगी और उनकी पत्नी रेणु जोगी को स्थायी सदस्यों में शामिल किया गया है। जोगी गुट से अब्दुल हमीत हयात, इकबाल अहमद रिजवी, राजकुमारी दीवान के अलावा कुछ अन्य कांग्रेसी शामिल किए गए हैं, लेकिन टीम में यह साफ दिखता है कि जोगी गुट को किनारा किया गया है।

यह है नई टीम

उपाध्यक्ष- बोध राम कंवर, पीआर खंुटे, बीडी कुरैशी, घनाराम साहू, बालकृष्ण पाठक और शांति सलाम।
महासचिव- डॉ. प्रेमसाय सिंह, देवव्रत सिंह, अब्दुल हामिद हयात, गुरू रूद्र कुमार, पदमा मनहर, राजेश तिवारी, छाया वर्मा, शैलेष नितिन त्रिवेदी, गिरीश देवांगन, अटल श्रीवास्तव, दीपक दुबे, शंकरलाल ताम्रकर और निधि साहू।
कार्यकारिणी- टीएस सिंहदेव, गंगा ठाकुर पोताई,धनेश पाटिला, डॉ. सोहन लाल समराई, प्रतिमा चंद्रकार, देवेन्द्र बहादुर सिंह, रमेश वाल्र्यानी, इंद्रचंद धारीवाल, जहदू राम गभेल, भूपत साहू, कैलाश पोयम, राजकुमारी दीवान, दुर्गा बघेल, दीपक कर्मा, संतोष दुबे, गोपाल थवैत, दौलत रोहरा, गजराज पगारिया, कृष्ण कुमार यादव, थानेश्वर साहू और गफ्फार खान।
सचिव- अरूण भद्रा, सूर्यमणि मिश्रा, सलाम रिज्वी, आशीष सिंह ठाकुर, अर्जुन तिवारी, शिव सिंह ठाकुर, शेखर त्रिपाठी, शैफी अहमद, सत्तार अली, छवीन्द्र कर्मा, मलकित सिंह, दिलीप खतवानी, विजय बघेल, तुकाराम साहू, गनी खान, अनिल अग्रवाल, मीनाक्षी वर्मा, तुलसी साहू, दिनेश कुजुर, महेश दुबे, आरती सिंह, शशिकांत राठौर, नैना अजगले, नीति सिंह, मधुसिंह, फुलकेरिया भगत, प्रवीन वर्मा, एजाज ढेबर, गिरधारी यादव, अजय साहू, रऊफ कुरैशी, हरदीप सिंह बेनीपाल, निवेदिता चटर्जी, राधेश्याम विभार, नागभूषण राव, धर्मेन्द्र यादव, प्रवीन साहू, विलसेंट डिसूजा, रामसरन यादव, विवेक वाजपेयी, पंकज सिंह, सुषमा सुटा, विकाश दुबे, नजीर अजहर, पंकज महावर, आइशा सिद्दिका,आ$फताब आलम और अरविंद कुकरेजा।
स्थाईआमंत्रित- मोती लाल वोरा, मोहसिना किदवई, अजीत जोगी, चरण दास महंत, ताम्रध्वज साहू, धनेन्द्र साहू, पारस राम भारद्वाज, डा. रेनू जोगी, करूणा शुक्ला, रवीन्द्र चौबे, रामपुकार सिंह, सत्यनारायण शर्मा।
विशेष आमंत्रित -डॉ. आरसी सिंहदेव, कमला मनहर, खेलसाय सिंह, झुमुक लाल भेदिया, रामाधार कश्यप, खेलन राम जांगड़े, मोहम्मद अकबर, धर्मजीत सिंह, अमरीश शुक्ला, बैजनाथ चक्रधर, भजन सिंह निरंकारी, गोविन्द लाल वोरा, राजेंद्र तिवारी, सुभाष शर्मा, निर्मला यादव, नरेश डाकलिया, कृष्णा रवींद्र पटेल, जीवन लाल वर्मा, अशोक राज आहूजा, अनीता रावटे, उत्तम वासुदेव,देवेन्द्र यादव और सभी विधायक।
जिलाअध्यक्ष -जांजगीर - मंजू सिंह, महासमुंद- अमरजीत सिंह चावला, जगदलपुर- जतिन जैसवाल, धमतरी- मोहन लालवानी, गरिया बंद- बाबूलाल साहू, बिलासपुर ग्रामीण- राजेंद्रशुक्ला


झीरम का सच जानने, कवासी का हो नारको टेस्ट: पैकरा

14 August 2014
रायपुर। झीरम घाटी में कांग्रेसी काफिले पर नक्सलियों के हमले की जांच कर रही एनआईए की टीम के सामने विधायक कवासी लखमा का बयान दर्ज नहीं होने के बाद सियासत तेज हो गई है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से वापस लौटने के बाद गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि झीरम घाटी का सच जानने के लिए कवासी लखमा का नारको टेस्ट कराना चाहिए।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान पैकरा ने कहा कि झीरम घाटी हमले के समय कवासी लखमा काफिले के साथ मौजूद थे। उस समय ऐसी भी जानकारी आई थी कि नक्सलियों ने लखमा के हाथ बांधकर बंदी भी बनाया था और वे किसी तरह भागने में सफल हो पाए।
गृहमंत्री पैकरा ने कहा कि एनआईए की जांच में गवाह पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहे हैं। अगर सभी गवाह सहयोग करें, तो झीरम हमले का सच जल्द सामने आ जाएगा। झीरम घाटी में नक्सली हमले की जांच कर रही एनआईए की टीम ने जगदलपुर में कैंप बनाया है।
एनआईए के अधिकारियों के अनुसार विधायक कवासी लखमा जांच में पूरा सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसको देखते हुए उनका नारको टेस्ट कराने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि नारको टेस्ट के बारे में आधिकारिक रूप से कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। गौरतलब है कि सोमवार को एनआईए की विशेषष जांच टीम के सामने जगदलपुर में विधायक कवासी लखमा का बयान होना था, लेकिन उनका बयान नहीं हो पाया। एनआईए ने लखमा को 22 अगस्त को फिर से पेश होने को कहा है।
बताया जा रहा है कि एनआईए एसपी की गैरमौजूदगी की वजह से लखमा का बयान नहीं लिया जा सका। झीरम घाटी में 25 मई 2013 को नक्सलियों ने दरभा में कांग्रेस के काफिले पर हमला किया। नक्सली हमले में प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार, दिनेश पटेल सहित 31 लोगों की जान गई थी।


मुंबई से भाग रहा दुष्कर्मी बिलासपुर में पकड़ा गया

13 August 2014
रायपुर। उसे पत्नी के साथ मुंबई-हावड़ा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सोलापुर वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त की सूचना के बाद की गई।
सोलापुर वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त ने दुष्कर्म के आरोपी के फरार होने की सूचना बिलासपुर रेल मंडल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय को दी थी। सूचना थी कि मुंबई-हावड़ा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से दुष्कर्म का एक आरोपी भाग रहा है। उसके खिलाफ नवी मुंबई थाने में धारा 376, 366 व 507 के तहत अपराध पंजीबद्ध है। वह संभवत: कोलकाता जा रहा है। कार्यालय से आरपीएफ पोस्ट को सूचना देकर अलर्ट कर दिया गया। इसके बाद आरपीएफ स्टॉफ प्लेटफार्म में तैनात होकर ट्रेन के आने का इंतजार करने लगा। ट्रेन अपने निर्धारित समय शाम 4.15 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। इसके बाद आरोपी की तलाश की गई। सूचना के मुताबिक उसका नाम हिरण्यमय कविराज और साथ में पत्नी के सफर करने की सूचना थी। ट्रेन
में चस्पा आरक्षण सूची के आधार पर तलाशी की गई। आरक्षण चार्ट में दोनों का नाम उल्लेख था। इसके बाद आरपीएफ स्टॉफ बर्थ में पहुंचा।
एकाएक आरपीएफ को देखकर दुष्कर्म के आरोपी के होश उड़ गए। वह भागने का प्रयास भी किया, लेकिन आरपीएफ ने दोनों तरफ से घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। दोनों को आरपीएफ पोस्ट लाया गया। अभी दोनों को पोस्ट में सुरक्षा के बीच रखा गया है। साथ ही इसकी सूचना नवी मुंबई पुलिस को दे दी गई है।

आरक्षण के कारण हुई पहचान

दुष्कर्म का आरोपी ट्रेन में कोलकाता तक का आरक्षण कराया था। इसमें उसने अपना व पत्नी का नाम भी लिखा था। इसी भूल के कारण आरपीएफ को उसे पकड़ने में कुछ खास मशक्कत नहीं करनी पड़ी। इसी पहचान के कारण ट्रेन को बिना रोके छूटने से पहले ही पकड़ लिया गया।

आज पहुंचेगी मुंबई पुलिस

जानकारी के मुताबिक नवी मुंबई पुलिस रवाना हो गई है। 13 अगस्त सुबह बिलासपुर पहुंचने की उम्मीद है। जैसे ही दोनों ट्रेन से पकडे़ गए, तत्काल इसकी सूचना सोलापुर आरपीएफ को दी गई।
आरपीएफ ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद वहां का स्टॉफ रवाना हो गया। मामले का खुलासा पुलिस के यहां पहुंचने के बाद होगी।


केंद्र से मिला आदर्श गांव का पुरस्कार, हकीकत ने किया कुछ और ही बयां

13 August 2014
घाघरा। जिला मुख्यालय जशपुर से 20 किलोमीटर दूर। इसी साल घाघरा ग्राम पंचायत को निर्मल ग्राम का पुरस्कार मिला है। निर्मल ग्राम यानी साफ सफाई का मापदंड पूरा करने वाला गांव। पर ये क्या... गांव पहुंचते ही रायपुर और दिल्ली में किए गए दावों की धज्जियां उड़ाती सड़क ने स्वागत किया। सड़क पर चलना ही संभव नहीं। कीचड़... हर तरफ गंदगी। इसके अलावा जिन दावों के आधार पर इस गांव को आदर्श बताकर केंद्र से पुरस्कार लिया गया है, उनकी हकीकत धरातल पर कुछ और ही मिली।
जशपुर से निकले और पहाड़ों को पार करते हुए बारिश के साथ घाघरा पहुंचे। हाइवे से लगी सड़क दूर तक कीचड़युक्त नजर आ रही थी। एक मोटरसाइकिल पर दो लोग बर्तन लेकर सड़क किनारे की घास वाली जमीन पर बचते-बचते चल रहे थे। कई बार मोटरसाइकिल रोकनी पड़ी। जब चलाना संभव नहीं हुआ तो उन्होंने मोटरसाइकिल को पकड़कर पैदल ही रास्ता पार किया। वे गांव से बाहर निकलकर सड़क पर आए तो हमें सलाह दी। सड़क पर मत जाइएगा, गाड़ी फंस जाएगी। खैर… गाड़ी से उतरकर सरपंच का मकान ढूंढा और पहुंच गए। सरपंच राजकिशोरी तिर्की और उनके पति से बात की। कुछ और ग्रामीणों से मिले। निर्मल ग्राम पुरस्कार मिलने की प्रक्रिया और उसकी पूरी हकीकत सामने आ गई
ग्राम घाघरा, पकरीटोली, टोंगो, नगड़ा और मिशनपारा को मिलाकर घाघरा ग्राम पंचायत बनाया गया है। इनके अलावा टोलापारा और शकरडीह आश्रित गांव हैं। 1600 की आबादी और यही कोई 350 घर। सरपंच राजकिशोरी के पति ने बताया, इस साल 9100 की कीमत वाले 24 शौचालय बनाए गए हैं और उससे पहले 1900 की कीमत वाले 22 बनाए गए थे। यानी सभी घरों में शौचालय नहीं। सवाल किया-फिर कैसे निर्मल ग्राम का पुरस्कार मिल गया। महिला सरपंच सरगुजिया मिश्रित हिंदी में तपाक से बोलीं-अरे प्लास्टिक वाले 300 -300 रुपए में मिलने वाली सीट हर घर में रखकर बता दिया कि सभी घरों में शौचालय है। बाद में ज्यादातर सीटें टूट गईं
पीने के पानी की क्या स्थिति है, जाना तो वह भी वही हाल। एक टंकी बना दी गई है। सरपंच को ही संदेह है-कहां सबको पानी मिल पाएगा। 20 घरों में मिल जाए तो बहुत है। पूरी सप्लाई होगी तब समझ में आएगा। धीरे से उस सड़क के बारे में पूछा तो बोलने लगे-अब बारिश है, मुरूम डालेंगे तो क्या होगा। (सड़क ही इस तरह कीचड़युक्त होगी तो समझा जा सकता है कि गांव को स्वच्छ रखने का मापदंड कैसे पूरा होगा।) और बिजली सारे लोग बोल उठे-अरे साहब, एक बार गई तो भूल जाइए। एक दिन, कभी कभी दो-दो दिन तक इंतजार।
इसी प्रकार जशपुर से दूर रायगढ़ जिले के आदर्श ग्राम विश्वनाथ पाली पहुंचे। पहाड़ के किनारे कोसमपाली और विश्वनाथ पाली को मिलाकर पंचायत बनाई गई है। निर्मल ग्राम का नाम लेते ही ग्रामीण फट पड़े-काहे का निर्मल ग्राम। सबकी अपनी शिकायत। कोई कहने लगा कि शौचालय की सीट ही टूटी हुई है तो कोई बताने लगा कि बिना छत का शौचालय किस काम का। नित्यानंद किसान नामक युवक कुछ अधिक ही आक्रोशित दिखा-उसने बताया कि पीने के पानी के लिए पाइप लाइन बिछा दी गई है लेकिन पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। सालभर से बोल रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हो रहा।
निर्मल ग्रामों को देखकर लगा कि पीठ थपथपाने का पूरा श्रेय कागजी अधिक है, धरातल में हकीकत कुछ और। वैसे अब तक राज्य के 817 ग्राम पंचायतों को निर्मल ग्राम पुरस्कार मिल चुका है।


बौखलाए नक्सलियों ने डेढ़ दर्जन परिवारों को गांव से किया बेदखल

13 August 2014
जगदलपुर | कोंडागांव इलाके में पिछले कुछ समय में दर्जनों नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्म समर्पण किया। इसके साथ ही कोंडागांव की दो महिला नक्सली के रायपुर में अपने साथियों के साथ समर्पण से बौखलाए नक्सली अब अपने प्रभाव वाले गांवों से ग्रामीणों का गांव निकाला कर रहे हैं। पिछले कुछ समय में करीब डेढ़ दर्जन परिवारों को नक्सलियों ने गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया। खास तौर पर पुलिस विभाग में नौकरी करने वाले जवानों के परिवारों को गांव से भगाया जा रहा है।
कुदूर व आदापाल में रहने वाले आरक्षक के पूरे कुनबे को ही गांव से भगा दिया गया है। इसी तरह कुदूर के कोटवार को भी गांव छोड़ने पर नक्सलियों ने मजबूर कर दिया है। वर्ष 2005 में भी नक्सली ग्रामीणों को गांव छोड़ने पर मजबूर कर रहे थे। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा सलवा जूडूम के तौर पर सामने आया था।
कुदूर गांव में रहने वाले मानकुराम की नौकरी आरक्षक के तौर पर हाल ही में लगी थी। वह बिलासपुर में ट्रेनिंग ले रहा है उसका पूरा कुनबा गांव में ही रहता है। उसके कुनबे में करीब 13 परिवार है। 31 जुलाई की रात कई हथियार बंद नक्सली कुदूर दलम के कमांडर सुदराम के नेतृत्व में गांव पहुंचे थे और आरक्षक के पूरे परिवार को धमकी देकर गांव से भगा दिया। उसके परिवार में कई दूधमुहे बच्चे भी है। नक्सलियों के भगाए जाने के बाद 13 परिवार कोंडागांव में रिश्तेदारों के यहां सरंक्षण लिए हुए है। कई दिनों से कामकाज छोड़ कर घर से बेघर हुए इन लोगों को अब खाने-पीने में भी दिक्कते होने लगी है।
परिवार के सदस्य कोंडागांव एसपी व कलेक्टर से मिल मदद की गुहार लगा चुके थे पर उन्हें वहां से कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद सभी मंगलवार को आईजी एसआरपी कल्लूरी के पास मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। आरक्षक मानकुराम की पत्नी यशवनी ने बताया उनका पूरा परिवार कोंडागांव में मजदूरी कर जैसे-तैसे जीवन यापन कर रहा है। उसने बताया कि दो दिनों पहले गोपनीय सैनिक हरिश चंद्र के परिवार के सदस्यों से भी नक्सलियों ने मारपीट की है। उसके परिवार के 10 सदस्य कोंडागांव के आरएनटी हास्पिटल में भर्ती हैं। इसी तरह कुदूर के कोटवार मनीराम पर भी नक्सलियों ने जानलेवा हमला कर उसे गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया। उस पर करीब सात फायर किए गए थे पर वह किसी तरह बच निकला।
इधर जवान के परिवार के सदस्यों से मिलने के बाद तुरंत ही आईजी कल्लूरी ने उनके खाने-पीने की फौरी तौर पर व्यवस्था करने के निर्देश कोंडागांव पुलिस को दिए हैं। इसके अलावा उन्हें स्थायी तौर पर राहत देने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों से पुनर्वास नीति के तहत व्यवस्था करने के लिए भी चर्चा की है।


डमरू में मिला सबसे बड़ा बौद्ध स्थल !

12 August 2014
रायपुर। राजधानी रायपुर से से 96 किलोमीटर दूर बलौदाबाजार के डमरू में खुदाई के दौरान पहली बार बौद्ध धर्म से जुड़े एक मुख्य स्तूप और 14 अन्य मनौती स्तूप (वोटिव स्तूप) मिले हैं। इन वृत्ताकार संरचनाओं के बारे में पुरातत्ववेत्ताओं का दावा है ये अवशेष सबसे बड़े प्राचीन बौद्ध स्थल साबित हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के सारनाथ, मध्य प्रदेश के सांची और बिहार के वैशाली के बाद छत्तीसगढ़ में मनौती स्तूप के प्रमाण मिलने के बाद विशेषज्ञों की टीम खुदाई और सर्वेक्षण की तैयारी में हैं। खुदाई में बौद्ध धर्म से जुड़े और भी अवशेष मिलने के संकेत हैं।

1.5 से 10 मीटर तक के हैं स्तूप

डमरू में मिले 14 मनौती स्तूपों के व्यास 1.50 मीटर हैं, जबकि प्रमुख बौद्ध स्तूप का व्यास 9.50 मीटर। इनमें छह स्तूप आपस में मिले हुए हैं। इनके बीच आने-जाने का रास्ता भी बना हुआ है।

दो हजार साल पुराने

पुरातत्वविद् व उत्खननकर्ता डॉ. शिवाकांत बाजपेयी का मानना है कि ये स्तूप पहली से लेकर छठवी शताब्दी के कालखंडों के यानी 1500 से 2000 वर्ष पुराने हैं। इन कालखंडों में कुषाण, सातवाहन, गुप्त, सोमवंशीय और परवर्ती गुप्त आदि काल के राजाओं का शासन था।

ये हैं मनौती स्तूप

मनौती स्तूप बौद्धों के लिए आस्था का केंद्र होते थे, जहां वे इच्छाओं की पूर्ति करने के लिए मन्नतें मांगते थे। ईसा पpात छठवीं शताब्दी के चीनी यात्री व्हेनसांग ने दक्षिण कोसल की राजधानी का जिक्र करते हुए लिखा है कि वहां सौ संघाराम थे, जहां भगवान तथागत बुद्ध के आए थे। वहां का हिंदू राजा सभी धर्मो का आदर करता है।

नए शासकों का भी खुलासा

खुदाई में ब्राम्ही लिपि में मिले उत्कीर्ण मृण-मुद्रांक से नए शासकों के नाम सामने आए हैं। इनमें महराज कुमार श्रीधरस्य, महाराज, रूद्रस्य, महाराज श्रीदरस्य, महाराज कुमार श्रीमट्टरस्य, और सदामा श्रीदामस्य शामिल हैं। पुरातत्वविद् इन शासकों के नाम और मिले बौद्ध स्तूप के बीच परस्पर संबंध पर भी विश्लेषण कर रहे हैं।


झीरम में मिटे शहादत के निशान, हिम्मत नहीं स्मारक तक बनाने की

12 August 2014
जगदलपुर. राजधानी से करीब साढ़े तीन सौ, जगदलपुर से 32 किमी पर है बस्तर का चर्चित गांव झीरम। जितना चर्चित, उतना ही अदृश्य और रहस्यमय सा। दरभा से चार-पांच किमी दूर घाटी पर... जिससे पूछें, कहेगा कि यहीं तो है! इतना घना जंगल कि मकान नहीं दिखते। चार यहां, तीन वहां तो दस जंगल के अंदर। इस लुका-छिपी में एक-डेढ़ किमी बढ़े तो चार-पांच घर नजर आए। सामने पीएचई के जंग खाए बोर्ड पर किसी ने लिख दिया था-झीरम। यहां भी गहरा सन्नाटा। कैमरा चमका तो एक वृद्ध प्रकट हुआ। इस तरह घूरती नजरें कि कंपकंपी छूट जाए।
उससे पूछा-झीरम यही है, हां में सिर हिला। आपका नाम... मुच्चौ। एक युवक और आ गया, नाम नंदा। हल्की-फुल्की चर्चा के बाद आहिस्ता से पूछा-वो... झीरम वाला कांड कहां हुआ था, मुच्चौ ने इशारा किया- उधर (पीछे)। थोड़ी दूर कैंप (सीआरपीएफ) हैं, उससे पहले। कोई निशान या पत्थर, इस सवाल पर दोनों के चेहरे के भाव बदले। हम समझ गए, अब रूकना ठीक नहीं। यू-टर्न लिया और घाट पर लौटे। फिर भटक गए। झीरम हमले का कोई निशान नहीं। एक बाइक सवार से पूछा तो उसने बताया-जहां खड़े हो, वहीं। दो पुलिया के बीच। दिल धक से रह गया।
फिर पूछा-यहां कोई निशान या स्मारक, उसका सपाट जवाब-अंदरवाले ( नक्सली) तोड़ देंगे। किसकी हिम्मत है...। झीरम घाटी में सिर्फ सवा साल पहले (मई 2013) दिग्गज कांग्रेसी शहीद हुए। हम पहुंचे तो शहादत का कोई निशान बाकी न था। जहां ब्लास्ट हुआ वो गड्ढा, बोल्डर-गिट्टी से पट गया और सड़क चालू। धूल उड़ाती एकाध गाड़ी गुजरी, खूबसूरत घाटी पर... फिर डरावना सन्नाटा। यहीं लगा कि बस्तर में सड़क, पानी, बिजली की तलाश बेमानी है। सरकार सड़क पर अपनी ही सुरक्षा की चुनौती से जूझती नजर आई। वर्ना एक स्मारक बनाने की हिम्मत तो दिखा ही सकती थी। हैरत इस बात की भी है कि कांग्रेसी भी हिम्मत नहीं दिखा पाए। वजह एक ही है, कांगेर और दरभा घाटी से तोंगपाल तक लगातार बढ़ती दहशत। झीरम के बाद टाहकवाड़ा में दर्जनभर जवानों की शहादत से दहशतगर्दी का सन्नाटा और गहरा गया है।
कांगेर में बढ़ती दहशत की चर्चा कहां तक है, इसका उदाहरण देखिए। हम दंतेवाड़ा से कटेकल्याण और दरभा होकर बस्तर जिले में घुसना चाहते थे। पहले ही दंतेवाड़ा में एलर्ट मिलने लगा-गाड़ी के शीशे खुले रखना... कोई रोके तो तुरंत रूकना... लौटने कहे तो उल्टे पांव वापस...। दहशत तो तभी सवार हो गई थी। इसी दौरान बारिश होने लगी। सबने कहा-कटेकल्याण से मत जाना, अब ज्यादा खतरा है। प्लान बदला, हम दंतेवाड़ा से गीदम होकर बास्तानार से बस्तर में दाखिल हुए। जगदलपुर से कुछ पहले केसलूर से सुकमा एनएच पर पहुंचे। चार-पांच किमी दूर ही बोर्ड दिखा-कांगेर घाट प्रारंभ। कुछ दूर चलकर अच्छी सड़क खत्म, दरभा घाटी शुरू। बुरी तरह टूटी सड़क, जानलेवा पहाड़ी मोड़। गाड़ी के शीशे यहीं उतर गए...क्योंकि अब पहाड़ी मोड़ उतना बड़ा खतरा नहीं थे, जितना कि ’’अंदर वाले’’।

एक भी वोट नहीं पड़ा

दरभा-झीरम घाटी पर करीब 60 किमी के सफर में पुलिस तो छोड़िए, एक भी सरकारी वाहन नहीं दिखा। ये गाड़ियां सिर्फ रायपुर और मैदानी इलाकों में ही लक-दक करती नजर आती हैं। जब से (मई 2013 के बाद) इस घाटी में नक्सलियों ने 108 एंबुलेंस उड़ाई है, यह सुविधा भी खतरे में है। झीरम गांव में न अस्पताल है न डॉक्टर। वहीं के वृद्ध सेलू ने बताया-गांव में इलाज कर लेते हैं। ज्यादा तबियत बिगड़ी तो 20 किमी दूर तोंगपाल। सड़क ऐसी कि वहां जाते-जाते स्वस्थ व्यक्ति के नट-बोल्ट ढीले होने लगें। सड़क से 10 किमी दूर पहाड़ पर गांव हैं कनकापाल। अभी वहां जाना असंभव...क्योंकि सड़क नहीं। चारों ओर जंगल। ...और नक्सलियों की दहशत।
इसी का आश्रित गांव है झीरम। इसके बड़ा पारा (जंगल) में प्राइमरी स्कूल है। वहां भी जा नहीं सके क्योंकि टखनों तक कीचड़। ये गांव अजीब तरह से पूरे सरकारी तंत्र से विमुख नजर आया। दरभा में लोगों ने बताया कि लोकसभा चुनाव के समय इस गांव में पोलिंग पार्टी खेत में बैठी थी, क्योंकि मतदान केन्द्र में बम लगे थे । उनका दावा है-झीरम के एक भी व्यक्ति ने पिछले दो चुनाव में वोट नहीं किया। जो पांच-सात वोट पड़े थे, मतदान दलों में शामिल लोगों के ही थे।

क्यों बढ़ा इतना खतरा

झीरम के बाद नक्सलियों ने इस घाट पर दो और बड़े हमले किए। दरभा और तोंगपाल में लोगों ने बताया कि अंदरूनी सड़कों को नक्सली तेजी से काट रहे हैं। झीरम हमले के बाद कांगेर घाटी में आधा दर्जन से ज्यादा सीआरपीएफ कैंप लग गए हैं। दबाव इधर से भी बढ़ा, इसलिए खतरा भी बढ़ा है। बुनियादी सहूलियतें तो दूर, हालात ऐसे हो रहे हैं कि आना-जाना भी दुष्वार हो सकता है।

तीरथगढ़...प्रकृति की मनोहारी कृति

प्रकृति की कृति कितनी मनोहारी हो सकती है, इसे तीरथगढ़ में देख सकते हैं। कांगेर घाटी में इस जलप्रपात की गर्जना एक मील दूर से ही सुनाई दे रही है। पूरे घाट पर दहशत है, लेकिन यहां नहीं। घने जंगलों के बीच तीरथगढ़ में कुछ डच पर्यटकों को देखकर तो यही लगा। पार्किंग शुल्क वसूल रही सोनमती सेठिया कहती हैं- उतने तो नहीं, पर सनडे को काफी लोग आ रहे हैं। रोजाना भी आते रहते हैं।


लापरवाह अफसरों को भेजा जाए जेल : कोर्ट

12 August 2014
बिलासपुर । न्यायधानी में पुराने बस स्टैंड से शिव टॉकीज रोड के चौराहे तक दुकान को चौड़ा करने के मामले में निगम अफसरों द्वारा सही जानकारी और दस्तावेज पेश न करने पर हाईकोर्ट ने कड़ा ऎतराज जताया।
कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि ऎसे अफसरों को जेल भेज देना चाहिए। चीफ जस्टिस यतींद्र सिंह, जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर की डिवीजन बेंच ने 13 अगस्त को सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ निगम आयुक्त और अधीक्षण अभियंता को उपस्थित होने को कहा है।
कोर्ट ने कहा कि यदि सही जानकारी के साथ नहीं आए तो इन्हें गिरफ्तार कर सीधे जेल भिजवा दिया जाएगा। नहीं पेश कर रहे थे दस्तावेज : सुनवाई के दौरान कोर्ट ने निगम के अफसर और उसके वकील को दस्तावेज प्रस्तुत करने का आदेश दिया था। लगातार आदेश के बाद भी दस्तावेज प्रस्तुत न होने पर कोर्ट ने निगम आयुक्त और अधीक्षण अभियंता को उपस्थित होने का आदेश दिया था।
सोमवार को निगम आयुक्त रानू साहू और अधीक्षण अभियंता सुधीर गुप्ता कोर्ट के समक्ष उपस्थित हुए। लेकिन, यह कोर्ट ने रोड की चौड़ाई, दुकानों के आवंटन संबंधी जानकारी मांगी तो अधिकारी सही जानकारी नहीं दे पाए। इस पर कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई।

ये है मामला

पुराने बस स्टैंड स्थित श्यामाप्रसाद मुखर्जी और शिव टाकीज चौक के पास रविंद्रनाथ टैगोर चौक तक की सड़क टाउन कंट्री प्लानिंग के नक्शे (मास्टर प्लान) के अनुसार आनंद होटल के सामने से बस स्टैंड तक की सड़क 115 फीट चौड़ी है। लेकिन, नगर-निगम ने सड़क को मास्टर प्लान के अनुसार बनाने के बजाय शिव टॉकीज के बगल से 1987 में 27 दुकानें बनाकर कई लोगों को आवंटित कर दिया।
इसके खिलाफ शहर के निवासी महेंद्र सिंह सलूजा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने दुकान देने के आदेश पर पिछले साल रोक लगा दी। इस पर नगर-निगम और दुकान संचालकों ने हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच में अपील की है। इसी मामले में कोर्ट सुनवाई कर रहा है।


नक्सलियों के निशाने पर औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियां

11 August 2014
रायपुर। राजधानी में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को संचालित करने वाली महिला नक्सली सोनी उर्फ श्यामबती ने पुलिस और एसआईबी की पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। इस जानकारी के आधार पर एसआईबी की टीम राजधानी के औद्योगिक क्षेत्र उरला, सिलतरा और भनपुरी की कई कंपनियों की जांच की तैयारी में है। पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार, कांकेर, कोंडागांव, सुकमा, दंतेवाड़ा के कई नक्सली कमांडर नाम और पहचान बदलकर औद्योगिक क्षेत्रों में शरण लिए हुए हैं। छह महीने पहले एसआईबी की गिरफ्त में आए बद्री गावडे़ के साथ नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को बढ़ाने वाली महिला नक्सलियों का खुलासा हुआ है। कंपनियों में बिना जांच-पड़ताल के नौकरी देने का फायदा उठाकर ये नक्सली राजधानी में पैर पसार रहे हैं। महिला नक्सली के वीडिया में दिखे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश से पूछताछ की तैयारी है। एसआईबी के पास स्वामी अग्निवेश और महिला नक्सली श्यामबती के कई वीडियो हैं। आला अधिकारियों के अनुसार, इससे पहले भी सामाजिक कार्यकर्ताओं के नक्सलियों से संबंध होने का खुलासा हुआ था। पुलिस की गिरफ्त में आए बद्री गावडे़ ने भी बताया था कि एनजीओ संचालक प्रभात पट्टावी भी सामाजिक कार्यकर्ताओं को नक्सली नेताओं से मिलवाने ले जाया करता था। पट्टावी से भी पूछताछ होगी। दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर का नाम भी सामने आया था। महिला नक्सलियों को नारायणपुर पुलिस को सौंपा शनिवार को गिरफ्तार महिला नक्सलियों श्यामबती और जलदोई को नारायणपुर पुलिस को सौंपा गया। नारायणपुर एसपी अमित कांबले ने बताया दोनों से पूछताछ कर कोर्ट में पेश किया गया। श्यामबती के खिलाफ नारायणपुर थाना छोटेडोंगर में 4 मामले दर्ज हैं। एक स्थायी वारंट भी लबित है। थाना धौंड़ाई में 4 अपराध दर्ज हैं और गिरफ्तारी के लिए दस हजार का ईनाम भी घोषित किया गया है।

"महतारी एक्सप्रेस" ने पांच को रौंदा

11 August 2014
अंबिकापुर/कोरबा। दो अलग-अलग घटनाओं में महतारी एक्सप्रेस (प्रसूति एम्बुलेंस) ने पांच लोगों को रौंद दिया। बलरामपुर जिले के करकली खिखिरपारा निवासी सुकरराम पत्नी जयमुनि, पुत्र दीपक व साला श्याम के साथ रक्षाबंधन के लिए रविवार की दोपहर ग्राम बासा जा रहे थे। मोटरसाइकिल पर इस परिवार को तेज रफ्तार महतारी एक्सप्रेस ने टक्कर मार दी। श्याम व दीपक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं सुकरराम व जयमुनि ने जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। उधर, कोरबा जिले के ग्राम माखुरपानी निवासी दीनदयाल यादव की आठ वर्षीय पुत्री किरण मां के साथ नहाने जा रही थी। सड़क पार करते वक्त किरण को महतारी एक्सप्रेस ने अपनी चपेट में ले लिया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

नहीं रहे देश की पहली संसद के सदस्य रेशमलाल जांगड़े

11 August 2014
रायपुर। देश की पहली लोकसभा के सदस्य और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे छत्तीसगढ़ के रेशम लाल जांगड़े नहीं रहे। उनका राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में इलाज किया जा रहा था। वह पिछले कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे।
सांसद रेशमलाल जांगड़े को पिछले सोमवार अचानक तेज बुखार आया था और कुछ देर बाद वे बेहोश हो गए। जिसके बाद उनको इलाज के लिए रायपुर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती किया गया।
अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉक्टर्स जांगड़े का इलाज कर रहे थे, लेकिन उनकी हालत में कुछ खास सुधार नहीं आया। उन्होंने अस्पताल में आखिरी सांस ली।
राजनीति में लम्बे समय तक रहे सक्रिय

90 वर्षीय जांगड़े का लंबा राजनैतिक अनुभव रहा है। वे पहली बार 1950 में देश की अंतरिम संसद के सदस्य मनोनीत हुए थे। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1952 में पहली लोकसभा के आम चुनाव में बिलासपुर से निर्वाचित होकर संसद में प्रवेश किया।वह 1957 और 1989 में भी छत्तीसगढ़ से निर्वाचित होकर लोकसभा में पहुंचे।अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने अपना योगदान दिया। वह प्रथम, द्वितीय और 9वीं लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश की विधानसभा में वर्ष 1962, 1972 और 1985 में विधायक के रूप में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया।

लोकसभा के साठ साल पूरे होने पर हुआ था सम्मान

13 मई 1952 को भारतीय लोकसभा की पहली बैठक हुई थी। उस बैठक के साठ साल पूरे होने पर मई 2012 में पहली लोकसभा के सभी जीवित सदस्यों को सम्मानित किया गया था। जिनमें रेशम लाल जांगड़े भी शामिल थे।

लगा जैसे लोगों के जंगल में पहुंच गए

2012 में बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में जांगड़े ने पहली लोकसभा के पहली बैठक की यादें साझा करते हुए कहा था कि पहले दिन उन्हें लगा जैसे वे बैठे लोगों के जंगल में पहुंच गए हैं, उस बैठक में सहज होने में उन्हें काफी समय लगा था। सहज होने के बाद वे लाल बहादुर शास्त्री और भीमराव आंबेडकर से भी मिले थे।
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि "उन दिनों की राजनीति में जो लोग थे, वे जिस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, वहां के लोगों से उनकी चर्चा होती थी, बातचीत होती थी. अब ऐसा नहीं है, यहां तक कि आज की राजनीति में जनता के मुद्दे भी अब बहुत कम उठ पाते हैं। आजकल मतदान हुआ, उसके बाद नेता मतदाता को भूल जाते हैं, उसके बाद क्षेत्र से कोई लेना-देना नहीं है।"


मेयर- सभापति की शान में चार ड्राइवर

09 August 2014
रायपुर। रायपुर नगर निगम हरदम बजट का रोना रोता रहता है, लेकिन इसके महापौर एवं सभापति की सुख-सुविधाओं पर बेहिसाब खर्च हो रहा है। दोनों जनप्रतिनिधियों के वाहन और ड्राइवर पर ही हर माह मानकों से अधिक राशि खर्च हो रही है। लेकिन पानी की तरह पेट्रोल बहाने वाले महानुभावों को नियम कानून का पाठ पढ़ाने वाला कोई नहीं है।

लापरवाह निगम

नगर निगम के नियमानुसार जो जनप्रतिनिधि या अधिकारी 80 लीटर से अधिक पेट्रोल या डीजल अपनी गाड़ी पर खर्च करता है, उनसे निगम प्रशासन को रिकवरी करना चाहिए। लेकिन निगम प्रशासन ने किसी भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी से रिकवरी नहीं की। जनप्रतिनिधि इसे लेकर निगम के अफसरों को दोषी मानते हैं। वे कह रहे हैं, अधिकारियों को मॉनिटरिंग करनी थी।

महापौर के यहां चार ड्राइवर

निगम से मिली जानकारी के मुताबिक महापौर किरणमयी नायक के पास चार ड्राइवर तैनात हैं। नियमानुसार इन्हें सिर्फ दो ड्राइवर मिलने चाहिए। महापौर की पेट्रोल से चलने वाली एम्बेसेडर पर हर माह करीब 350 लीटर पेट्रोल खर्च हो रहा है। जबकि नियमानुसार इन्हें 200 लीटर पेट्रोल खर्च करने की पात्रता है।

सभापति के पास तीन ड्राइवर

निगम सभापति संजय श्रीवास्तव के पास तीन ड्राइवर हैं। जबकि सभापति दो ड्राइवर रखने के पात्र हैं। सभापतिके पास पेट्रोल से चलने निगम की एम्बेसडर है। नियमानुसार यह 80 लीटर पेट्रोल इस गाड़ी पर खर्च कर सकते हैं। लेकिन इनका खर्च हर माह करीब 250 लीटर पेट्रोल का आता है।
मुझे 24 घंटे क्षेत्र का दौरा करना पड़ता है। इसलिए 4 ड्राइवर मांगे हैं। निगम से मिली गाड़ी का उपयोग सिर्फ निगम क्षेत्र के दौरा में करती हूं। सभापति के यहां भी 3 तीन ड्राइवर हैं। उनके घर के लोग भी निगम की गाड़ी व ड्राइवर का उपयोग कर रहे हैं। रही बात 80 लीटर से अधिक पेट्रोल खर्च करने की तो इस संबंध में निगम ने कोई पत्र नहीं दिया है। डॉ. किरणमयी नायक, महापौर
यदि मैंने नियमों से हटकर ड्राइवर लिया है या ज्यादा पेट्रोल खर्च किया है, तो निगम नियमानुसार कार्यवाही करे। रही बात महापौर के आरोप की तो, वे पहले खुद को देंखे। फिर दूसरों को घर में झांके। संजय श्रीवास्तव, सभापति, नगर निगम
दो ड्राइवरों का नियम मुझे पता है, लेकिन हो सकता है किसी ड्राइवर ने खुद से अपना अटैचमेंट करा लिया हो। अधिक पेट्रोल-डीजल की जानकारी नहीं है। इसकी जांच करवाता हूं। अवनीश कुमार शरण, आयुक्त नगर निगम


मौसम के मिजाज ने बिगाड़ा धान का गणित, धूंप-छांव से नुकसान

09 August 2014
बिलासपुर। जिले में इस सीजन में अब तक 731 मिमी औसत बारिश हो चुकी है, लेकिन करीब 20 फीसदी बुआई अभी भी नहीं हो सकी है। बोनी और लेई पद्धति से होने वाली धान की बुआई तो पूरी की ली गई है, रोपाई होनी है। देर से पहुंचे मानसून और अब लेट बुआई से इस बार करीब 20 से 25 फीसदी तक पैदावार प्रभावित होने की आशंका है।
इस खरीफ सीजन में जिले में 2.38 लाख हेक्टेयर में खेती की जा रही है। देर से पहुंचे मानसून और अवर्षा की स्थिति पैदा होने से जिले सहित प्रदेश में सूखे की आशंका सताने लगी। केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक ने आपातकाल की तैयारी कर ली। किसानों ने मानसून आने के बाद बोनी कर ली थी, लेकिन अवर्षा से वे चिंतित हो गए। बोनी के साथ रोपाई में भी देर हो गई।
आषाढ़ के अंत से सावन की शुरुआत में बारिश हुई तो जिले सहित पूरा प्रदेश तर-बतर हो गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। सावन में लगातार बारिश से खेत डूब गए, फसल के खराब होने की आशंका सताने लगी। किसान मौसम खुलने पर ही रोपाई कर पा रहे हैं। अभी भी जिले के करीब 40 हजार हेक्टेयर में रोपाई नहीं हो सकी है जबकि एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा में रोपाई होनी है। मस्तूरी, बिल्हा, तखतपुर के अलावा गौरेला, पेंड्रा और मरवाही के इलाके में भी खेती पिछड़ गई है। हरेली त्योहार के पहले ही खेती का काम निपट जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका।

तखतपुर में ज्यादा, गौरेला में कम बारिश

तखतपुर तहसील में सर्वाधिक 911.9 मिमी औसत बारिश दर्ज हुई है, जबकि सबसे कम 599.8 मिमी बारिश गौरेला में रिकाॅर्ड की गई है। इसी तरह बिलासपुर तहसील में 716.4 मिमी, बिल्हा में 815 मिमी, मस्तूरी में 714.5 मिमी, तखतपुर में 911.9 मिमी, कोटा में 711.1 मिमी,पेण्ड्रा में 612.9 मिमी व मरवाही तहसील में 763.6 मिमी वर्षा दर्ज हुई है।

देर हुई है, लेकिन पैदावार पर फर्क नहीं पड़ेगा

^मानसून में देर होने की वजह से बुआई में देर हुई है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे पैदावार में कोई खास फर्क पड़ेगा। औसत उत्पादन प्रति हेक्टेयर 38 क्विंटल है। इससे कम पैदावार होने पर ही माना जाएगा कि विपरीत असर पड़ा।'' वीके गुप्ता, सहायक संचालक, कृषि


वेबसाइट पर बना दी 50 करोड़ रूपए की सड़क और नालियां

09 August 2014
रायपुर। नगर सुराज अभियान के दौरान 2012 में राज्य सरकार ने राजधानी में हजारों कार्य करने के वादे किए थे। अभियान के दौरान अधिकारियों को निर्माण कार्यो के लिए 45 हजार से अधिक अर्जियां भी मिली। लेकिन, इनमें से दो साल में सिर्फ 262 कार्य ही हो पाए, लेकिन नगर सुराज की वेवसाइट में अरबों रूपए का काम दिखा दिया गया है और सभी अर्जियों को निपटारा करना भी दिखाया गया है। इस संबंध में नगर निगम के अफसरों का कहना है कि हमारा काम मांगों के प्रस्ताव को सरकार को भेजना है। मांग पत्र भेजा गया था इसलिए बेवसाइट में भी इसे निपटारा दर्शाया जा रहा है। जबकि, नगरीय प्रशासन ने कई मांगों को ठुकरा दिया है।

मार्च 2014 तक हो जाने थे सभी काम

प्रशासन ने जितने निर्माण कार्य स्वीकृत किए थे वे सभी मार्च 2014 तक पूरे किए जाने थे लेकिन न ही निगम के अफसरों ने सुराज पर गंभीरता से लिया न ही जनप्रतिनिधियों ने कोई दिलचस्पी दिखाई। हर जोन को स्वीकृत 20 करोड़ में से 50-50 लाख रूपए ही दिए गए हैं। अब काम जल्द पूरा करने का दावा किया जा रहा है।

केस-1
रामसागर पारा शीतला मंदिर निवासी सुखदेव साहू(25) ने सार्वजनिक चबूतरा निर्माण और दुकान आवंटन की मांग की थी लेकिन आज तक कोई काम नहीं हुआ। बेवसाइट में उनकी मांग को निराकृत बता दिया गया है। सुखदेव का कहना है कि वह ठगा महसूस कर रहा है।

केस-2
सुभाष्ाचंद्र वार्ड के कई लोगों ने कई जगहों पर सीसी रोड निर्माण कार्य के लिए सुराज अभियान में सामूहिक रूप से आवेदन किया था। जमीन पर काम नहीं हुआ। बेवसाइट पर निराकृत कर दिया गया। काम न होने से आक्रोश है।

काम पूरा हुआ नहीं और कह दिया निराकृत

पड़ताल में आया कि काम पूरा नहीं होने पर भी नगर सुराज की बेवसाइट में काम निराकृत बता दिया गया है। जमीनी स्तर पर कोई काम हुआ ही नहीं। लोगों ने सीसी रोड, नाली निर्माण, विद्युत पोल, पाइप लाइन विस्तार आदि बुनियादी सुविधाओं की मांग की थी।

मांगे थे 50 करोड़ रूपए

निगम ने निर्माण कार्यो के लिए 50 करोड़ का अनुमानित खर्च तय कर नगरीय प्रशासन विभाग को बजट राशि के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन प्रशासन ने सिर्फ 20 करोड़ रूपए ही दिया।
नगर सुराज की मांगों का प्रस्ताव नगरीय प्रशासन को भेजते हैं तभी आवेदन को ऑनलाइन निराकृत कर देते हैं। इसका मतलब काम पूरा होना नहीं है। प्रस्ताव के बाद जो कार्य स्वीकृत हुए हैं उन्हें कर रहे हैं। कुछ मांगे नियम में नहीं थी इसलिए उन्हें पूरा नहीं किया गया। अगले डेढ़ महीने के भीतर अधूरे काम पूरे करा देंगे। अवनीश कुमार शरण कमिश्नर, नगर निगम


नक्सलियों की पकड़ कमजोर, दो महीने में 30 से ज्यादा सरेंडर

08 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की पकड़ कमजोर होती नजर आ रही है। दो महीने में 30 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें कई बडे़ नक्सली कमांडर शामिल हैं। जबकि 2013 में सिर्फ 39 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के अनुसार, नक्सलियों का काडर कमजोर होने के कारण बडे़ पैमाने पर आत्मसमर्पण हो रहे हैं। तीन साल में 160 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। खुफिया विभाग के अनुसार एक दर्जन ब़़डे नक्सली कमांडर आत्मसमर्पण की तैयारी में हैं।
छत्तीसगढ़ में इस वर्ष 30 अप्रैल तक 15 नक्सलियों ने ही समर्पण किया था, लेकिन जुलाई तक आंकड़ा 70 हो गया। जून-जुलाई में ही 30 से ज्यादा नक्सलियों ने समर्पण किया।
एडीजी नक्सल ऑपरेशन आरके विज ने बताया बीजापुर और दंतेवाड़ा में नक्सलियों का संगठन कमजोर होने के कारण ब़़डे पैमाने पर आत्मसमर्पण हो रहा है। एक साल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 100 से ज्यादा नक्सली मारे भी गए। इनमें 30 से 35 बड़े नक्सली नेता शामिल हैं। मृत नक्सली कमांडरों में आधे से अधिक दंडकारण्य क्षेत्र के हैं। बस्तर से जो जानकारी निकलकर आ रही है उसके आधार पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सख्ती के कारण नक्सलियों के कमांडर लगातार लोकेशन बदल रहे हैं। सीमांध्र और ओडिशा में पुलिस की सक्रियता का असर भी छत्तीसगढ़ के नक्सलियों पर पड़ रहा है।

पड़ोसी प्रदेशों में भी सरेंडर

पड़ोसी राज्य ओडिशा और सीमांध्र में भी बडे़ पैमाने पर आत्मसमर्पण हुआ है। पिछले दो साल में 100 से ज्यादा नक्सलियों ने वहां सरेंडर किया है। आंध्र प्रदेश में सरेंडर करने वालों की संख्या ज्यादा है। इसका कारण ज्यादातर ब़़डे नक्सलियों का आंध्रप्रदेश से ही होना है। वे परिवार और गांव में रहना चाहते हैं, इसलिए आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
फैक्ट फाइल

वर्ष 2013
नक्सली वारदात में शहीद जवान-45
जिला बल के जवान-16
छसबल के जवान-15
एसटीएफ के जवान-4
सीआरपीएफ के जवान-8
बीएसएफ के जवान-2
मुठभेड़ में मारे गए नक्सली-32
नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण-39
वर्ष 2014 [एक जनवरी से 31 जुलाई तक]
नक्सली वारदात में शहीद जवान-34
जिला बल के जवान-11
सीआरपीएफ के जवान-23
मुठभेड़ में मारे गए नक्सली-32
नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण-70
[पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार]।


पहले बता दिया माओवादी, अब माना निर्दोष

08 August 2014
रायपुर। कांकेर के बहुचर्चित मुंजालगोंदी पहाड़ मुठभेड़ मामले में कलक्टर अलरमेल मंगई डी. ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि हिरासत में लिए गए सभी आदिवासी निर्दोष थे। ये तथ्य कलक्टर ने सरकार को भेजी अपनी नई रिपोर्ट में दिए हैं।
इससे पहले उन्होंने आदिवासियों को माओवाद समझते हुए जेल भेजने के निर्देश दिए थे। ग्रामीणों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के दबाव के बाद कलक्टर ने 6 आदिवासियों को तो रिहा करवा दिया, लेकिन 5 अब भी जेल में हैं। 16 जुलाई 2013 को माओवादियों के साथ मुठभेड़ के बाद जिला बल और एसटीएफ ने 11 आदिवासियों को हिरासत में लिया था।
कलक्टर की नई रिपोर्ट के मुताबिक खड़का, लिलेगोंदी और मुंजालगोंदी के आदिवासी खेतों में काम करके लौट रहे थे। धमाकों की आवाज सुनकर वे भागने लगे। सुरक्षाबल के जवानों ने उन्हें पकड़कर मारपीट की और रातभर गुमझीर के जंगल में रखा। रिपोर्ट में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से गांवों में दहशत फैलने काी बात कही गई है। इसमें ग्रामीणों को पूरी तरह निर्दोष करार दिया गया है।

खोखे के आधार पर केस दर्ज की अनुमति

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से 12 बोर बंदूक की गोली का एक खोखा, एक डेटोनेटर, एक कैमरा, बिजली के तार, एक मोटरसाइकिल और खून से सनी मिट्टी बरामद की गई थी। कलक्टर ने बंदूक के एक खोखे के आधार पर आदिवासियों पर आयुध तथा विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति पुलिस को दी थी। ग्रामीणों ने कलक्टे्रट का घेराव किया तो 20 जुलाई 2013 को 6 को रिहा कर दिया गया। बाकी विचाराधीन कैदी के रूप में अभी जेल में बंद हैं।

मानवाधिकार आयोग में शिकायत

अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के राज्य सचिव सोनऊराम नेताम तथा नालसर विधि विश्वविद्यालय हैदराबाद के रिसर्च कंसल्टेंट बी.के. मनीष ने मामले की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की। आयोग के आदेश के बाद गृह विभाग ने कांकेर कलक्टर से जांच कराई तब मुठभेड़ का सच सामने आया।
घटना मेरी जानकारी में आई है। इसे मैं दिखवा रहा हूं। मामले में न्यायोचित तरीके से कार्रवाई की जाएगी। कलक्टर द्वारा गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट को मानव अधिकार आयोग को भी भेजने के बारे में फिलहाल मेरे पास जानकारी नहीं -एन.के. असवाल, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग


सरकारी नियुक्तियों के लिए विज्ञापन अनिवार्य रूप से जारी करना होगा : हाईकोर्ट

08 August 2014
बिलासपुर। हाईकोर्ट ने महत्वपूर्ण आदेश में कहा है कि सरकारी पदों पर नियुक्ति के लिए अनिवार्य रूप से विज्ञापन जारी होना चाहिए। बिलासपुर के कमर्शियल टैक्स विभाग में ड्राइवर पद पर चार साल पहले हुई नियुक्ति को हाईकोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 16 का उल्लंघन बताते हुए रद्द कर दिया है।
कमर्शियल टैक्स विभाग बिलासपुर के संभागीय उपायुक्त कार्यालय डिवीजन-दो में ड्राइवर पद पर नियुक्ति के लिए रोजगार दफ्तर से नाम मंगाकर प्रक्रिया शुरू की गई। जनवरी 2010 में जारी प्रक्रिया की वैधता को पूर्व से दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के तौर पर ड्राइवर का नाम कर रहे प्रकाश राव गायकवाड़ ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। मामले की सुनवाई जस्टिस प्रशांत मिश्रा की सिंगल बेंच में हुई।
हाईकोर्ट ने रोजगार दफ्तर से नाम मंगाकर की जाने वाली भर्ती पर उड़ीसा राज्य विरुद्ध ममता मोहंती मामले में सुप्रीम कोर्ट और दरबार सिंह पोर्ते व अन्य विरुद्ध छत्तीसगढ़ राज्य व अन्य में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संबंध में कानून स्पष्ट है।
ममता मोहंती के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि किसी भी पद पर रोजगार दफ्तर से नाम मंगाकर की जाने वाली भर्ती संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 का उल्लंघन है। इससे संबंधित पद के लिए योग्य उम्मीदवार अवसर से वंचित रह जाते हैं।
हाईकोर्ट ने विज्ञापन जारी किए बगैर की गई भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। संभागीय उपायुक्त कार्यालय, कमर्शियल टैक्स विभाग बिलासपुर को विज्ञापन के जरिए प्रक्रिया पूरी करने की छूट दी गई है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दरबार सिंह पोर्ते व अन्य विरुद्ध छत्तीसगढ़ राज्य के मामले में दिए गए फैसले में कहा था कि रोजगार दफ्तर से नाम मंगाकर की गई भर्ती में याचिकाकर्ता का नाम होने पर भी यह नियुक्ति के लिए तय संवैधानिक योजना का उल्लंघन है।


राज्य के 70 अफसरों पर मंडराया खतरा

07 August 2014
रायपुर। राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2003 में आयोजित परीक्षा में जारी चयन सूची में बडे़ पैमाने पर की गई अफरा-तफरी का मामला सामने आया है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के बाद की गई स्केलिंग में तो गड़बड़ी की गई है। इस गफलत को सुधारने के एवज में ही 147 चयनित अफसरों में तकरीबन 70 के अधिकारियों के पद पर परिवर्तन हो जाएगा। 19 की नौकरी चली जाएगी। 5 डिप्टी कलेक्टरों का भी संवर्ग बदल जाएगा।
पीएससी 2003 में 3 उम्मीदवारों का नाम चयन सूची में नाम शामिल करने के बजाय आयोग ने चालाकी करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसमें रविंद्र सिंह, वर्षा डोंगरे व चमन लाल सिन्हा शामिल हैं। चयन सूची से बाहर किए जाने के बाद इन आवेदकों ने हार नहीं मानी और अपने स्तर पर गड़बड़ी से पर्दा उठाने की कोशिश करते रहे। चयन सूची में बडे़ पैमाने पर की गई गड़बड़ी की शिकायत हाईकोर्ट तक जा पहुंची है। इस मामले में 8 साल से सुनवाई हो रही है। इस बीच राज्य शासन ने एंटी करप्शन ब्यूरो से इस पूरे मामले की जांच पड़ताल कराई थी। एसीबी ने अपनी रिपोर्ट राज्यपाल व राज्य शासन के हवाले कर दिया था।
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच, एसीबी की जांच रिपोर्ट और स्केलिंग के तहत उम्मीदवारों को जारी किए गए अंकों को लेकर रविंद्र सिंह ने राजभवन के अलावा आयोग के समक्ष सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार मानव विज्ञान विषय लेकर जिन 6 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, उनको मुख्य विषय में समान अंक तो मिले पर स्केलिंग में इनके नंबर असमान कर दिए गए। जिनको मुख्य विषय में 200 अंक मिले स्केलिंग के बाद अंकों में भारी असमानता है। 200 अंक पाने वाले एक उम्मीदवार को 170.21 फीसद तो इतने ही अंक पाने वाले एक उम्मीदवार को 239.24 फीसद अंक देकर उपकृत करने का मामला भी सामने आया है। जिनको नौकरी देनी थी उनके नंबर अधिक और जिनको चयन प्रक्रिया से बाहर रखना था उनको स्केलिंग के बाद कम नंबर दे दिए गए। 9 चयनित उम्मीदवार और 9 ऐसे उम्मीदवार जिनको चयन सूची से बाहर कर दिया है इनकी उत्तर पुस्तिकाओं की जानकारी मांगी गई थी। इसमें जिन उम्मीदवारों ने सही सवाल हल किया है उसे गलत कर दिया गया है। गलत सवाल को सही कर अच्छे अंक दे दिए गए हैं।
पीएससी ने 3 महीने में दुस्त करने किया था वायदा

हाईकोर्ट के नोटिस के बाद पीएससी ने 26 अक्टूबर 2007 को अपने जवाब में स्केलिंग में गलती की बात को स्वीकार किया था। साथ ही 12 बिंदु तय करते हुए हाईकोर्ट को जानकारी दी थी कि जांच और नए सिरे से साक्षात्कार के लिए सूची बनाने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। 6 साल बाद भी पीएससी ने 12 बिंदुओं पर काम ही नहीं किया।
वर्ष 2003 की चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर हम लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका दायर करने के पहले हम लोगों ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी एकत्रित की है। इसमें बडे़ पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है-रविंद्र सिंह, याचिकाकर्ता व आरटीआई एक्विस्ट।


आईपीएल से कम दाम, 200 रू. के टिकट

07 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ के क्रिकेटप्रेमियों को टी-20 क्रिकेट का रोमांच देखने के लिए इस बार आईपीएल से कम कीमत चुकानी होगी। रायपुर में 13 सितंबर से होने वाले चैम्पियंस लीग टी-20 टूर्नामेंट के 8 मैचों के टिकटों की कीमत 200 रूपए से शुरू होने के साथ सभी श्रेणियों के टिकटें कम रेट की होने की संभावना है। वहीं छात्रों को इसमें छूट भी मिल सकती है। मैचों के टिकट ऑनलाइन के अलावा रायपुर में सेंटर बनाकर बेचे जाएंगे।
बुधवार को बीसीसीआई के दो सदस्य अंकित बालड़ी (मैनेजर लॉजिस्टिक्स, आईपीएल) और हेमंग बी अमिन (मैनेजर फाइनेंस, आईपीएल) ने रायपुर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले मैचों की तैयारियों का जायजा लिया। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से टिकट के रेट, सुरक्षा और खिलाडियों के ठहरने की व्यवस्था के संबंध में विस्तृत चर्चा की।
सीएससीएस के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया और सचिव राजेश दवे ने बीसीसीआई के सदस्यों से रायपुर में होने वाले मैचों के टिकट दरें की कम रखने की मांग की। इस पर बीसीसीआई के सदस्यों ध्यान देने की बात कही। टिकटों की कीमतें अगले हफ्ते तक बीसीसीआई की ओर फाइनल कर दिए जाएंगे। निरीक्षण कमेटी रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंपेगी।

हिन्दी कमेंट्री के लिए मांगा अलग कमरा

चैम्पियंस लीग के मैचों में दर्शकों को इस बार हिन्दी में कमेंट्री सुनने को मिलेगी। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का ब्रॉडकास्टिंग टीम के सदस्य रामाकृष्णन राव (ब्रॉडकॉस्टिंग टीम, आईपीएल) ने भी निरीक्षण किया। उन्होंने सीएससीएस से हिन्दी कॉमेंट्री के लिए स्टेडियम में अलग से एक कमरे की मांग की। रामाकृष्णन ने स्टेडियम में मैचों के सीधे प्रसारण के लिए कैमरे आदि लगाने के जगहों को भी चिन्हित किया। चैम्पियंस लीग मैचों के प्रसारण की जिम्मेदारी स्टार स्पोट्र्स चैनल के पास है।

आईपीएल में चुकानी पड़ी थी इतनी कीमत

मैचों के लिए सामान्य दर्शकों को 2500 रूपए खर्च करने पड़े थे और विद्यार्थियों को 850 वाली टिकटें 500 रूपए में दी गई थीं। वीआईपी श्रेणियों टिकटों के दाम 10 से 20 हजार रूपए थे।
एक टिकट पर दो मैच : रायपुर में चैम्पियंस लीग के 13, 14 और 16 सितंबर को छह क्वालीफायर मैच खेले जाएंगे, प्रतिदिन दो मैच होंगे।

कमेटी का इन कमियों को दूर करने की सलाह

निरीक्षण टीम ने स्टेडियम में वाई-फाई, मीडिया रूम, खिलाडियों के पैवेलियन और आंधी-बारिश से स्टेडियम को हुए नुकसान के काम जल्द पूरे करें।
अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की साफ-सफाई के लिए निजी कंपनी को हायर करने के लिए कहा।
सुरक्षा के लिए छत्तीसगढ़ प्रशासन के अलावा निजी सुरक्षा एजेंसी को भी लगाने की सलाह।
दर्शकों की सुविधा और जानकारी के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड और बैनर आदि लगाने को कहा।

होटलों का किया दौरा

निरीक्षण कमेटी ने टीमों और अधिकारियों के ठहरने के लिए व्यवस्था हेतु रायपुर में होटल वीडब्ल्यू कैन्यान, होटल हयात, होटल ताज आदि का निरीक्षण किया। हालांकि, किस होटल में टीमें ठहरेंगी, इसका निर्णय बीसीसीआई रिपोर्ट के बाद करेगी। इसके अलावा बीसीसीआई के सदस्य हेमंत और अंकित ने खिलाडियों की उच्चस्तरीय सुरक्षा और लोकल ट्रैवलिंग के संबंध में सीएससीएस के पदाधिकारियो से चर्चा की।


स्वास्थ्य मंत्री के निवास का घेराव करने जा रहे कांग्रेसी गिरफ्तार

07 August 2014
रायपुर। प्रदेश स्वास्थ्य सुविधाओं की बिगड़ी व्यवस्था और अस्पतालों में डाक्टरों की कमी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस के असंगठित श्रमिक समस्या निवारण प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता स्वास्थ्य मंत्री का घेराव करने कांग्रेस भवन से निकले। सिविल लाइन स्थित न्यू सर्किट हाउस में मंत्री अग्रवाल बैठक ले रहे थे। पुलिस ने उन्हें बैरिकेट लगाकर नगर निगम कार्यालय के सामने रोक दिया।
इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता बैरिकेट को धकेलकर आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन, जिलाध्यक्ष विकास उपाध्याय, दिलीप चौहान समेत पदाधिकारी शामिल थे।


13 नक्सलियों ने किया सरेंडर

06 August 2014
रायपुर, जगदलपुर/ बीजापुर। संभाग के दो जिलों में मंगलवार को मिलिशिया कमांडर समेत 13 नक्सलियों ने समर्पण किया है। बीजापुर कलेक्टर, डीआईजी सीआरपीएफ व एसपी के समक्ष जन मिलिशिया कमांडर समेत 11 नक्सलियों ने समर्पण कर दिया है। समर्पित नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें नक्सलियों द्वारा जोर-जबरनपूर्वक दलम में शामिल करवाया गया था। दो नक्सलियों ने भरमार बंदूक भी जमा करवाई हैं। बताया गया है कि समर्पित नक्सलियों में कुछ नक्सलियों के चेतना नाट्य मंडली से जुडे़ थे। वे महाराष्ट्र, आंध्र समेत विभिन्न जगहों में नाच-गाने के माध्यम से नक्सली विचारधारा का प्रचार करते थे। एसपी केएल ध्रुव के मुताबिक इन्हें सरकार के पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा। दूसरी तरफ कोंडागांव जिले के राजबेड़ा जनमिलिशिया कमांडर संतेर उर्फ कावले व सदस्य महरू ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया है। दोनों नक्सलियों की प्रताड़ना से त्रस्त थे बीजापुर के समर्पित नक्सली कोपाराम कर्मा उर्फ मनील निवासी ताकीलोड़, मोहन लाल कर्मा, बुधराम पोड़ियाल, सोनी भोगाम, भोगाम सल्लू, पायकू प्रकाश, लक्ष्मण भोगाम, सगनू राम, वीर सिंह पोटाई, मसू नेताम तथा रायसिंह सलाम।

विधायक ने एडिशनल सीईओ को मारने उठाई चप्पल

06 August 2014
जगदलपुर। मनरेगा के मजदूरों को पूर्ण भुगतान की मांग को लेकर मंगलवार को धरने पर बैठे बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल और जिला पंचायत के एडिशनल सीईओ हेमंत ठाकुर के बीच इस कदर तनातनी हो गई कि विधायक ने चप्पल हाथ में उठाकर उन्हें पीटने की धमकी दे डाली। विधायक के तेवर देखकर अधिकारी वहां से रफूचक्कर हो गए। विधायक का गुस्सा यहीं कम नहीं हुआ।
उन्होंने ठाकुर पर उनके साथ अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराने का आवेदन भी बोधघाट थाने में दिया। इसके बाद शाम को विधायक अनशन पर बैठ गए। देररात तक अफसर विधायक लखेश्वर बघेल के मानमनौवल में जुटे रहे। उधर, थाना प्रभारी बीएस खुटिया का कहना है कि इस घटना में कोई आपराधिक मामला नहीं बनता है।
बीस मिनट में बहस में बदली बातचीत जूते तक पहुंची

मंगलवार दोपहर करीब दो बजे का वक्त था। छिंदबहार समेत जिले में ग्रामीणों को मनरेगा का भुगतान नहीं होने का मसला लेकर कांग्रेस विधायक दल के सचेतक लखेश्वर बघेल जिला पंचायत कार्यालय के सामने धरने पर बैठे थे। जब वह ग्रामीणों से बात कर रहे थे तभी एडिशनल सीईओ ठाकुर वहां पहुंचे। ठाकुर ने विधायक की बजाय ग्रामीणों से बात करनी शुरू की। ठाकुर ने सीधे एक ग्रामीण से सवाल किया कि उनका कितना भुगतान शेष है। खुद को नजरअंदाज किए जाने को लेकर विधायक ने ऎतराज जताया। उनका कहना था कि ठाकुर को उनसे बात करनी चाहिए।
ठाकुर ने फौरन उनसे सवाल किया कि "बताइए क्या बात है और आप लोग धरना क्यों दे रहे हैं?" इसके बाद मामला गरमा गया। विधायक तत्काल भुगतान की मांग पर अड़ गए। ठाकुर ने ऎसा करना असंभव बताया तो विधायक ने ठाकुर से सीईओ को भेजने को कहा। इसके जवाब में ठाकुर ने कहा, "जो करना है हमें करना है, इसलिए आप बताएं।" इसके बाद विधायक बिफर पड़े। उनके समर्थक भी खड़े हो गए। बीस मिनट के संवाद के बाद माहौल गरमाने पर ठाकुर वहां से निकल गए।
एडिशनल सीईओ द्वारा मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया गया। जिसको लेकर बोधघाट थाने में एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया है। साथ ही ऎसे अधिकारी को तत्काल हटाने की मांग भी शासन से करने की तैयारी चल रही है।
लखेश्वर बघेल,विधायक बस्तर एवं विधायक दल के सचेतक
मैंने उन लोगों से किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं किया। वे ग्रामीण नकद भुगतान की मांग कर रहे थे, जो कि मनरेगा में संभव नहीं है। इसके बाद भी अगर विधायक ने मेरे खिलाफ प्राथमिक दर्ज करने का आवेदन दिया है तो मैं पहले इस सम्बंध में अपने उच्चाधिकारी को अवगत कराऊंगा। वे जो निर्णय लेंगे, वही करूंगा। हेमंत ठाकुर, एडिशनल सीईओ, बस्तर


अभनपुर में बैटरी वाली मशीनें चलाई जा रही थीं एसी करंट से : कांग्रेस

06 August 2014
रायपुर। अभनपुर के उरला स्थित नवभारत फ्यूज संयंत्र हादसे के लिए बनी कांग्रेस की जांच समिति के संयोजक विधायक धनेंद्र साहू का कहना है कि संयंत्र के मालिक ने फायदे के लिए औद्योगिक सुरक्षा के सारे नियम ताक पर रख दिए थे। ज्यादा उत्पादन करने के लिए कंपनी मालिक ने बैटरी से चलाई जाने वाली मशीनों को एसी करंट से चलाना शुरू करवा दिया था। ज्यादा स्पीड से शार्ट सर्किट जैसी स्थिति बनी होगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने संयंत्र हादसे की जांच के लिए टीम बनाई है। इस टीम ने मंगलवार को स्थल निरीक्षण किया और पीड़ित परिवार से बातचीत की।
विधायक साहू ने बताया कि इस संयंत्र की स्थापना 1987 में की गई थी। लेकिन तब से लगी मशीनों को नहीं बदला गया था। कंपनी मालिक ने पुरानी मशीनों को मरम्मत करके खर्च बचाने की कोशिश की। कंपनी मालिक ने एक ही स्थान पर उत्पाद और कच्चे माल के साथ एक्सप्लोसिव भी रखे थे।
जिसके कारण गंभीर हादसा हुआ। विधायकों की टीम ने उपस्थित प्लांट मैनेजर राजेश्वर सिंह से प्लांट में श्रमिकों को मिलने वाली सुरक्षा सुविधाओं के बारे में जानकारी मांगी तो पता चला कि 25 वर्ष से अधिक समय प्लांट को शुरू हुए हो चुका है, लेकिन अभी तक आकस्मिक रूप से आपदा आने पर आन साइड प्लान ही नहीं है और हर साल केंद्रीय हेल्थ एंड सेफ्टी विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के समक्ष श्रमिक देव सिंह, इतवारी राम, लखन साहू, चकरा राणा, पारस कुर्रे आदि ने बताया कि जिस यूनिट में विस्फोट हुआ है, वहां की मशीनरी की खराबी के संबंध में प्लांट मैनेजर को लिखित में जानकारी दी जा चुकी थी, लेकिन प्रबंधन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
टीम ने कहा कि इस दुर्घटना में फैक्ट्री मालिक व शासन बराबर के दोषी हैं। किन मानकों के आधार पर इसको आईएसओ का ग्रेड मिला हुआ है यह भी जांच का विषय है। विधायक साहू का कहना है कि कंपनी में हुए विस्फोट की जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। इस प्लांट के संचालन में क्या त्रुटि है, इस विषय को देखना एक्सप्लोसिव विभाग के अधिकारियों का काम है और वही जांच कर रहे हैं।
अभी भी सेलरी प्लांट में सैकड़ों टन से अधिक बारूद उपलब्ध है। स्टाक और रिकार्ड का मिलान होना चाहिए तथा क्षमता से अधिक मात्रा में बनाया गया बारूद कहां सप्लाई होता है, यह जांच का विषय है। इस दौरान विधायक अरुण वोरा, भैयालाल सिन्हा, जनकलाल वर्मा व एसआर राय मौजूद थे। जांच समिति की बैठक कल बुधवार को कांग्रेस भवन में होगी। इसके बाद पीसीसी को जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी।


प्रदेश में बदलेगा तहसील-ब्लॉक का नक्शा

05 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले किए जा रहे पंचायतों के परिसीमन से राज्य में ब्लॉक और तहसीलों का नक्शा बदलने वाला है। प्रदेश में अब तक पंचायतों की संख्या 9 हजार 734 थीं, परिसीमन के बाद 1249 और पंचायतें अस्ति्तव में आ जाएंगी। इसके साथ ही इन पंचायत क्षेत्रों की राजनीति के समीकरण भी बनेंगे और बदलेंगे। प्रदेश में पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से काफी पहले तहसीलों और ब्लॉक के पुनगर्ठन की प्रक्रिया जारी थी। यह काम राज्य के पूर्व मुख्य सचिव एसके मिश्रा की अध्यक्षता में तहसील एवं विकासखंड पुनर्गठन आयोग कर रहा था। आयोग यह काम लगभग पूरा कर चुका था, इसी बीच पंचायत चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसके तहत पंचायतों का परिसीमन किया गया है। राज्य में 1249 नई पंचायतों के गठन के बाद तहसील एवं विकासखंड पुनर्गठन आयोग के कार्य में बदलाव की जरूरत आ पड़ी है। यदि आयोग परिसीमन के पहले की स्थिति के आधार पर अपनी रिपोर्ट जारी करता तो नई पंचायतों का उसमें जिक्र न आने से सारी स्थिति गड़बड़ा सकती थी। लिहाजा सरकार ने आयोग का कार्यकाल बढ़ाते हुए पंचायतों के नए परिसीमन को भी अनुशंसा में शामिल करने का फैसला किया है। नई पंचायतों को ब्लॉक एवं तहसील में शामिल किए जाने से प्रदेश में ब्लॉक एवं तहसीलों की स्थिति, कार्यक्षेत्र और नक्शा बदल जाएगा। सोमवार 4 अगस्त को राज्य शासन ने जानकारी दी है कि आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर 2014 तक बढ़ा दिया गया है। अब आयोग को जो अतिरिक्त दायित्व दिया गया है उसमें पंचायतों के परिसीमन के बाद पंचायतों की बढ़ी संख्या को अनुशंसा में शामिल कर यह भी तय करना होगा कि कौन सी पंचायत किस ब्लॉक और तहसील में शामिल होगी।

अब कांग्रेस का तोता नहीं रही सीबीआई

05 August 2014
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव से पहले प्रदेश में राशनकार्ड पर राजनीति को भाजपा ने कांग्रेस की गरीब विरोधी मानसिकता बताया है। भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को यह जान लेना चाहिए कि सीबीआई अब तोता नहीं है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री शिवरतन शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के राशनकार्ड संबंधी बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की इसी गरीब विरोधी मानसिकता के कारण जनता ने उसे ठुकराया है। संपन्न लोगों द्वारा गलत तरीके से बनाए गए राशन कार्ड को निरस्त करने की शासन की कार्रवाई का विरोध कर कांग्रेस अपनी गरीब विरोधी मानसिकता उजागर कर रही है। राज्य सरकार पिछले दस सालों से लगातार प्रयत्न कर रही है कि कोई भी गरीब भूखे पेट नहीं सोए। सरकार ने इस बात को पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी पात्र गरीब का राशन कार्ड निरस्त नहीं किया गया है और न ही ऎसा किया जाएगा।

घोटाले का भ्रम पैदा कर रही है कांग्रेस

शर्मा ने कहा कि कांग्रेस इसे चारा घोटाले से भी बड़ा घोटाला होने का भ्रम फैला रही है। सीबीआई का दुरूपयोग करने वाली कांग्रेस अब इस मुद्दे पर सीबीआई जांच की मांग कर रही है। उन्होंने कांग्रेस की मांग को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव को शायद केंद्र में कांग्रेस की सरकार होने की गलतफहमी है और उनको अभी भी यह लगता है कि सीबीआई जांच की बात करके राज्य सरकार को धमकाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीबीआई को खिलौना बनाकर कांग्रेस को जितना खेलना था, वह खेल चुकी है। अब सीबीआई कांग्रेस का तोता नहीं है।

जनता से माफी मांगें सिंहदेव : सुंदरानी

छत्तीसगढ़ में तीसरी बार भाजपा सरकार बनने को दुर्भाग्यपूर्ण बताए जाने संबंधी नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के बयान पर भाजपा ने आपत्ति की है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने इसे जनता का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता को भगवान का दर्जा दिया जाता है। नेता प्रतिपक्ष गलत बयानबाजी कर जनमत का अपमान कर रहे हैं। उनको जनता से माफी मांगनी चाहिए।


फर्जीवाड़े के आठ विभिन्न मामलों में फंसे हैं विधायक जयसिंह

05 August 2014
कोरबारायपुर। कोरबा के कांग्रेस विधायक जयसिंह अग्रवाल पर फर्जीवाड़ा करने के आठ अलग-अलग आरोप हैं। अब तक उनके खिलाफ अलग-अलग थानों में आठ प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं। उनके खिलाफ सभी मामले सड़क निर्माण में डामर व इमल्सन के फर्जी बिल के आधार पर भुगतान करने से संबंधित हैं। इस मामले को भाजपा ने विधायक के खिलाफ जहां मोर्चा खोल दिया है वहीं कांग्रेस ने विधायक के खिलाफ राजनीति होने का आरोप लगाया है।
रविवार को बालको पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करने के साथ ही विधायक अग्रवाल फिर सुर्खियों में हैं। विधायक अग्रवाल ठेका कंपनी मेसर्स बीबी वर्मा के पार्टनर रहे हैं। कंपनी का कार्य नरेश वर्मा देखते हैं। ठेका कंपनी लोक निर्माण विभाग व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग में सड़क निर्माण का कार्य लंबे समय से कर रही है। डामरीकरण के लिए डामर व इमल्सन की जरूरत होती है। आरटीआई एक्टीविस्ट अमरनाथ अग्रवाल ने ठेका कंपनी के भुगतान के लिए लगाए गए बिल का दस्तावेज प्राप्त किया।
इसके बाद डामर व इमल्सन के बिल का सत्यापन कराया तो फर्जी पाया गया। अमरनाथ ने फर्जी बिल से भुगतान प्राप्त करने व शासन से धोखाधड़ी व कूटरचना करना बताकर चांपा, कोरबा व कटघोरा के न्यायालयों में अपने अधिवक्ता के जरिए परिवाद दायर किया था। इसमें अब तक 10 प्रकरणों में न्यायालय ने विधायक जयसिंह के साथ उनके पार्टनर नरेश वर्मा व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर न्यायालय में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने पुलिस को आदेशित किया है।
जिसमें से 8 प्रकरणों में पुलिस अपराध दर्ज कर विवेचना कर रही है। दो मामले उरगा व पसान में लंबित है। कटघोरा थाना में 4 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिसमें से एक प्रकरण खनिज रायल्टी चोरी का है। एक मामला चांपा थाना, 2 कोतवाली व 1 बालकोनगर थाने में मामला दर्ज है।
सरकार परेशान कर रही है विधायक को : सिंहदेव

नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि अग्रवाल कांग्रेस के विधायक हैं। इस कारण राज्य सरकार उन्हें परेशान कर रही है। कांग्रेस पार्टी लगातार विधायक के संपर्क में है। विधायक का कहना है कि उन पर अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है। इस मामले में पहले भी कोर्ट से फैसला आ चुका है। इसमें कोई दम नहीं है। दूसरी ओर कोरबा शहर के कांग्रेस अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि मामला न्यायालय में होने के कारण कुछ कहना उिचत नहीं होगा। न्यायालय में निर्णय आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

बनवारी लाल अग्रवाल के करीबी हैं अमरनाथ

आरटीआई कार्यकर्ता अमरनाथ अग्रवाल पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व भाजपा नेता बनवारी लाल अग्रवाल के करीबी माने जाते हैं। इस कारण उनकी गतिविधियों को लोग भाजपा से जोड़कर भी देखते हैं।
विधायक को तुरंत गिरफ्तार करें

^कोरबा के विधायक जय सिंह अग्रवाल के मुद्दे पर भाजपा के उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने का कहना है कि अदालत ने उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए हैं अलबत्ता उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कानून की नजर में माननीय हो या अपराधी सब बराबर हैं। उपासने कहा कि एक के बाद एक केस दर्ज होने के बाद भी विधायक होने की वजह से स्थानीय अधिकारी उन्हें बचा रहे हैं। सभी मामलों की जांच होनी चाहिए।
सच्चिदानंद उपासने, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा

^पार्टी के वरिष्ठों से चर्चा कर गाइड लाइन लेंगे। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। पार्टी में इस मामले को लेकर चर्चा हुई है। गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई होनी चाहिए। यह व्यक्तिगत विषय नहीं है। कोई बात है तभी न्यायालय ने संज्ञान लिया है।
पवन गर्ग, जिलाध्यक्ष भाजपा

^न्यायालय ने दस्तावेज देखने के बाद ही अपराध दर्ज करने का आदेश दिया है। विधायक जयसिंह को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। पुलिस इसमें गंभीरता नहीं दिखा रही है।
अमरनाथ अग्रवाल, याचिकाकर्ता

मैं सब कुछ लिखकर दूंगा

विधायक जयसिंह अग्रवाल ने दैनिक भास्कर से कहा कि उनके खिलाफ दर्ज प्रकरणों के बारे में वे समय आने पर लिखकर देंगे। फिलहाल मामला न्यायालय में है। इस कारण वे कुछ नहीं कहेंगे।


सफलता के लिए आपके अंदर जुनून होना बहुत जरूरी: चेतन भगत

04 August 2014
रायपुर। युवाओं के पसंदीदा लेखक और विचारक चेतन भगत रविवार को राजधानी में थे। वे कृति इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में शामिल होने शहर आए थे। इस मौके पर भगत ने सक्सेस पर बात की। उन्होंने स्टूडेंट्स को बताया कि अगर सक्सेसफुल बनना है तो आपके अंदर पॉजिटिविटी होना बहुत जरूरी है। जुनून होना बहुत जरूरी स्टूडेंट्स को सफलता का मंत्र देते हुए चेतन भगत ने कहा कि सफलता के लिए आपके पास, आपके अंदर एक जुनून होना बहुत जरूरी है। यही जुनून इंसान को बिगाड़ता और बनाता है। अपना टारगेट तय करो सबसे पहले अपना टारगेट तय करो। आपको शुरू से पता होना चाहिए कि आप जिंदगी में क्या करना चाहते हो, क्या करने में आपको अच्छा लगता है, वही करो। उसके बाद उस टारगेट तक पहुंचने के लिए आपके पास आइडियाज होने चाहिए। कुछ नया, कुछ अलग सोचो कुछ नया, कुछ अलग सोचो क्योंकि काम तो सभी करते हैं पर पहचान उसकी होती है जो उस काम को अलग तरीके से करे। एक्शन प्लान तैयार करो अपने आइडियाज को लेकर एक्शन प्लान तैयार करो, मुझे कब क्या करना है। हर दिन, हर हफ्ते की प्लानिंग करो। जब आप कुछ नया सोचते हो तो अड़चनें आती हैं प्लान्स के इम्प्लीमेंटेशन में आने वाली मुश्किलों पर बात करते हुए भगत ने कहा कि जब आप कुछ नया सोचते हो तो अड़चनें आती हैं, कभी फैमिली से सपोर्ट नहीं मिलता तो कभी लाख कोशिश के बाद भी आप उस एक्यूरेसी तक नहीं पहुंच पाते जिसकी आप खुद से उम्मीद करते हैं लेकिन इन सब के लिए तैयार रहना बेहद जरूरी है। जरुरी है कि आपके अंदर अपने लक्ष्य तक पहुंचने के प्रति ललक हो, जरुरी है कि आपके अंदर वो फोर्स हो जो किसी भी परेशानी में आपको अपने गोल पहुंचने के लिए मोटीवेट करे।

भाजपा में मजबूती के लिए तकनीक का सहारा

04 August 2014
रायपुर। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में तकनीक के बेहतर उपयोग से मिली सफलता के बाद अब भाजपा टॉप कैडर से निचले कैडर के बीच संवाद के लिए तकनीक की मदद लेगी। इस मुहिम को साकार करने के लिए पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में कंस्टीच्यूएंसी कनेक्ट मोबाइल एप्स लांच किया। इसके जरिए भाजपा के सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के विधायकों के साथ ही पार्षद और कार्यकर्ताओं से भी संवाद कर सकेंगे।
भारतीय जनता पार्टी ने अपने जनाधार को कायम रखने और जनता से संवाद बनाने के लिए नया तरीका इजाद किया है। पार्टी को विश्वास है कि मोबाइल एप्स के जरिए भाजपा के सांसद अपने क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ताओं से जुड़ सकेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा ने अभी इस मोबाइल एप्स को केंद्रीय स्तर पर लांच किया है। जल्द ही यह विधायक, पार्षद और आम कार्यकर्ताओं को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
विकास में मददगार

पार्टी एप्स के जरिए सांसद, विधायक, पार्षद और आम कार्यकर्ता को आपस में जोड़ने की कोशिश कर रही है। उम्मीद है कि इसकी मदद से कार्यकर्ताओं को एकजुट करने और उनकी समस्याओं को सुलझाने में मदद मिलेगी। बताया जा रहा है कि विकास कार्याें के बीच आने वाले अवरोध इससे दूर हो जाएंगे। इसके जरिए सभी जनप्रतिनिधि आपस में संवाद कर सकेंगे, जिससे विकास कार्यो को भी गति मिलेगी। सभी कार्य भी समय पर हो सकेंगे।

प्रदेशों में जल्द होगा लांच

भाजपा इस मोबाइल एप्स को जल्द ही देश के सभी राज्यों में लांच करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले इसे लांच किया जा सकता है। निकाय चुनाव में भी इस एप्स से भाजपा को मदद मिल सकती है।


गंगरेल के छह गेट खुले, प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश

04 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सावन का महीना प्रदेश को तरबतर कर रहा है। जुलाई महीने की बारिश का कोटा तो पूरा हो ही गया है, अगस्त के शुरुआती दिनों में भी बारिश अच्छी हो रही है। हालात यह हैं कि अब बांध के गेट खोलने पड़ रहे हैं। चार दिन पहले जहां रायगढ़ में कैलो नदी के गेट खोलने पड़े वहीं आज धमतरी में गंगरेल बांध के 6 गेट खोलकर 30 हजार क्यूसेक पानी महानदी में छोड़ा जा रहा है।

दिन भर लगी बारिश की झड़ी:

सावन की दिनभर की झड़ी ने रविवार को राजधानी और आसपास के इलाके को पूरी तरह तरबतर कर दिया। बारिश सुबह 6 बजे से शुरू हुई तो आधी रात तक एक मिनट के लिए भी नहीं रुकी। बीच-बीच में झड़ी फुहारों में तब्दील होती थी, तब लोग अपने कामकाज के लिए निकल पाते थे। हालांकि छुट्टी का दिन होने की वजह से इस झड़ी से जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ। जिन इलाकों में तेज बारिश की वजह से भरा पानी नहीं निकल पाया था, वहां दिनभर की झड़ी से और पानी भर गया, लेकिन घरों में पानी घुसने की सूचना कहीं से नहीं मिली।
मौसम विभाग के अनुसार दिनभर में एक सेमी (करीब 10 मिमी) बारिश हो गई। राजधानी समेत राज्य के बड़े हिस्से में शुक्रवार और शनिवार को बारिश कुछ थमी थी। हालांकि धूप नहीं निकली, लेकिन इन दोनों दिनों में एक या दो बार ही पानी बरसा। शनिवार को देर रात से ही गहरे बादल नजर आने लगे थे।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक रात 12 से सुबह 6 बजे के बीच एक-दो बार बूंदाबांदी हुई। इसके बाद रिमझिम बारिश शुरू हुई तो रात तक नहीं थमी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम की वजह से खाड़ी से नमीयुक्त हवा आ रही है। इस वजह से राजधानी में रुक-रुककर बारिश हो रही है। इधर, रायपुर के अलावा आज दिन में बिलासपुर में सबसे ज्यादा 32 मिलीमीटर बारिश हुई। अंबिकापुर में 29 और दुर्ग में 10 मिलीमीटर पानी बरसा।

भारी वर्षा भी संभव

लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एम. गोपाल राव के अनुसार आगामी 24 घंटे में प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। रायपुर समेत कुछ जगह गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ती रहेंगी।


बारूदी धमाके से उड़ी फैक्ट्री, पांच की मौत

02 August 2014
रायपुर। बड़े उरला गांव स्थित नवभारत फ्यूजं डेटोनेटिंग कंपनी में गुरुवार की आधी रात हादसे में पांच मजदूरों की मौत हो गई। विस्फोटक के धमाके से कारखाने की एक यूनिट तबाह हो गई। यूनिट भवन की छत उखड़कर हजार फीट दूर तक चारों तरफ छिटक गई और भवन मलबे में तब्दील हो गया। आसपास के गांवों के कई घरों में दरारें आ गई। विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। घटना से आक्रोशित मजदूरों ने फैक्ट्री में नारेबाजी की। उरला गांव में डेढ़ सौ एकड़ भूमि पर 1988 से नवभारत फ्यूल्स कंपनी लिमिटेड संचालित है। इस कंपनी का कारोबार भाजपा नेत्री नीना सिंह के पति वीके सिंह व भतीजे विशाल सिंह देखते हैं। देर रात पौने दो बजे कंपनी के पेट्रा-ट्रेटा एथेनॉल नाइट्रेट सेक्शन में तेज धम ाके के साथ विस्फोट हुआ। विस्फोट से सेक्शन भवन की छत उखड़कर चारों तरफ छिटक गई और वहां से पांच फुट ऊंची आग की लपटें उठने लगीं। प्रबंधन ने मृतकों के आश्रितों को सवा दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक-एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है।

मंत्री ने कहा, शराब छत्तीसगढ़ी संस्कृति

02 August 2014
जशपुरनगर । प्रदेश के स्वास्थ्य एवं वाणिज्यिक मंत्री अमर अग्रवाल ने यह कहकर विवाद को जन्म दे दिया है कि "शराब छत्तीसगढ़ की संस्कृति है।" उन्होंने कहा कि "राज्य में पूरी तरह शराबबंदी की सरकार की कोई योजना नहीं है और न ही गुजरात के शराबबंदी मॉडल को लागू किए जाने की उम्मीद करें।"
यहां शुक्रवार को जिला अस्पताल में आईसीयू का उद्घाटन करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री अग्रवाल ने कहा कि जनजाति बहुल प्रदेश में शराब का सेवन करना आदिवासियों की संस्कृति में शुमार है, इसलिए उन्हें पांच लीटर शराब घर पर रखने की छूट भी है। उन्होंने कहा कि गुजरात शराब निर्माण और बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने वाला देश का पहला और एकमात्र राज्य है।

प्रतिबंध से बढ़ेगी कालाबाजारी

मंत्री अग्रवाल ने कहा कि यदि शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा तो इसकी कालाबाजारी बढ़ेगी और जहरीली शराब भी मार्केट में उतारी जाएगी। शराब पर अंकुश प्रतिबंध से नहीं जनजागरूकता से लाया जा सकता है।


राशन कार्ड पर विपक्ष कोर्ट जाए, हम अपना काम कर रहे : सीएम

02 August 2014
रायपुर| कांग्रेस के आरोपों पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग स्वतंत्र हैं। उनको जो करना है करें। कोर्ट जाना है या फिर और कोई कानूनी कार्रवाई, वे करें। हमें तो अपना काम करना है।
शुक्रवार की शाम दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने नियमों के मुताबिक काम किया है। उन्होंने राशन कार्ड सत्यापन को लेकर मचे बवाल पर कहा कि जब तक प्रदेश में पीडीएस सिस्टम चल रहा है सत्यापन की प्रक्रिया जारी रहेगी। केवल नियम विरूद्ध बने राशन कार्डों को ही निरस्त किया जा रहा है। यह भी कानून के दायरे में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में थे।

प्रदेश अध्यक्ष का फैसला 9 से पहले

मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा 9 अगस्त के पहले हो सकती है। 9 अगस्त को राष्ट्रीय परिषद की की दिल्ली में बैठक है उसके पूर्व नए अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है। प्रेमप्रकाश पांडेय को राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से बुलावा आने और राष्ट्रीय टीम में जगह मिलने की चर्चा पर सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ से किसी को संगठन में जगह मिलती है तो यह सौभाग्य की बात होगी।


माओवादी मासूम बच्चों को बना रहे ढाल

01 August 2014
रायपुर। माओवादी अपने प्रभाव क्षेत्रों में स्कूली बच्चों के हाथ में किताब की जगह हथियार देकर उनका भविष्य छीन रहे हैं। बाल संघम में भर्ती होने से इंकार करने पर बच्चों की हत्या करने से भी दी जा रही है। हाल में ही सुकमा के चिऊरबाड़ा निवासी बालक की नृसंश हत्या इसका उदाहरण है।
सूत्र बताते हैं नक्सलियों ने सुकमा के जगरगुंडा, चिंतागुफा, चिंतलनार तथा अन्य गांवों के 13 से 16 वर्षीय बच्चों को बाल संघम में भर्ती करने दबाव बना रहे हैं। उन्हें जबरन दलम में भर्ती कर सरकार के खिलाफ ब्रेन वॉश किया जा रहा है। उन्हें हल्के हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। बाल संघम का उपयोग नक्सली मुठभेड़ के बाद मौके से हथियार लूटने, फोर्स की रेकी करने तथा हल्के हथियारों से पुलिस जवानों की हत्या करवाने में करते हैं। पुलिस से बचने के लिए नक्सली लंबे समय से स्कूली यूनिफार्म पहने बच्चों का इस्तेमाल करते रहे हैं।
तोंगपाल क्षेत्र के ग्राम चिऊरवाड़ा निवासी छात्र कवासी बामन के परिजनने दलम में भर्ती करने में सहमति नहीं दी तो नक्सलियों ने 19 जुलाई को उसकी हत्या कर दी। सीआरपीएफ अफसरों की मानें तो कई मौकों पर स्कूली यूनिफॉर्म पहने बच्चे मुठभेड़ में शहीद जवानों के हथियार लूटते देखे गए हैं।

पहले भी मारे गए हैं बच्चे

नक्सलियों इसके पहले भी पोर्स को निशाना बनाने के लिए छोटे बच्चों की हत्या की है। तीन साल पहले बारसूर में 14 वर्षीय बच्चे की हत्या की गई थी। उसका शव बरामद करने पुलिस पार्टी पहुंचने पर एम्बुश भी लगाया था। इसके अलावा पखांजूर क्षेत्र में भी दो बच्चों की मुठभेड़ में मौत हुई थी। पुलिस को करते हैं बदनाम बच्चों व महिलाओं को पुलिस से बचाव के लिए ढाल बनाना नक्सलियों की पुरानी रणनीति है। वे पुलिस को बदनाम करने के लिए भी बच्चों की हत्या करते हैं-सुरजीत सिंह, एएसपी ऑपरेशन।


रायपुर में डेटोनेटर फैक्ट्री में विस्फोट, पांच मजदूर मरे

01 August 2014
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के करीब अभनपुर में गुरूवार रात एक बड़ा हादसा हो गया है। एक डेटोनेटर फैक्ट्री में विस्फोट हो गया जिसमें 5 मजदूरों की मौत हो गई है। अभनपुर के बड़े उरला गांव की नवभारत फ्यूज फैक्ट्री में देर रात करीब दो बजे विस्फोट हुआ। विस्फोट की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ब्लास्ट के बाद फैक्ट्री की पूरी बिल्डिंग ध्वस्त हो गई है। बिल्डिंग का मलबा दूर तक फैल गया और छत 500 मीटर दूर जाकर गिरी। पुलिस विस्फोट होने के कारणों का पता लगा रही है।
इस फैक्ट्री में डेटोनेटर फ्यूज बनाने का काम किया जाता है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि फैक्ट्री में कई तरह के एक्सप्लोसिव्स रखे हुए थे। घटनास्थल पर पुलिस और एफएसएल की टीम पहुंच गई है और शवों को मलबों से निकाल कर पंचनामा किया जा रहा है। मौके पर मृतकों के परिजन पहुंच गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। एफएसएल की टीम ने बताया कि पहले मलबे हटाने का काम किया जाएगा उसके बाद आगे की पड़ताल की जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से घटनास्थल पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है।
घटना के बाद अब तक फैक्ट्री प्रबंधन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। मृतकों में माखन लाल निर्मलकर, गणेश हरवंश, लेखराम साहू, कोमल ठाकुर और पूनउराम यादव शामिल हैं। शासन ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रूपए मुआवजे के रूप में देने की घोषणा की है।


कसडोल और रायगढ़ में मूसलाधार बारिश

01 August 2014
रायपुर। महासमुंद, कसडोल, बिलासपुर, रायगढ़ महासमुंद, कसडोल और बिलासपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान बादल फटने जैसी रफ्तार से बारिश हुई। महासमुंद के सराईपाली इलाके में मंगलवार रात 12 बजे से गुरुवार सुबह 8 बजे तक 345 मिलीमीटर पानी गिर चुका था। इलाके के कई रास्ते और छोटे पुलिए बह गए हैं। यही स्थिति रायपुर जिले के कसडोल इलाके की रही। महानदी में आई बाढ़ से सारंगढ़ के आसपास के कई प्रमुख रास्ते गुरुवार रात 8 बजे बंद हो गए। बिलासपुर में गुरुवार सुबह सात बजे दो घंटे की मूसलाधार बारिश से कई निचले इलाकों में पानी भर गया।

कसडोल घर ढहे

कसडोल में बुधवार रात सवा 12 बजे से इतनी तेज बारिश शुरू हुई कि पहाड़ी के नीचे बना खरहा के तालाब का पार बह गया, जिससे पूरे तालाब का पानी बह गया। कई घर इसके पानी से ढह गए।

रायगढ़ सड़क डूबी

रायगढ़ में गुरुवार को केलो नदी पर बनाए गए बांध के चार गेट खोलने पड़े। नदी में आई बाढ़ से मरीन ड्राइव डूब गया। इस सड़क का अभी लोकार्पण भी नहीं हो पाया है। बाढ़ का पानी घुसने से कलेक्टोरेट जाने का मुख्य रास्ता दिनभर बंद रहा।