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विश्व डाइजेस्ट  


बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ0 हसन महमूद ने नई दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ0 एस0 जयशंकर से मुलाकात की
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MMNN:08 Feb 2024

बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ0 हसन महमूद ने कल शाम नई दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ0 एस0 जयशंकर से मुलाकात की। डॉक्टर एस0 जयशंकर ने श्री महमूद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। डॉक्टर जयशंकर ने उनके सम्मान में रात्रिभोज आयोजित किया। दोनों विदेश मंत्रियों ने सीमा पार सम्पर्क बढ़ाने, आर्थिक और विकास साझेदारी, रक्षा और सुरक्षा में सहयोग, बिजली, ऊर्जा, जल संसाधन सहित द्विपक्षीय सहयोग संबंधों की व्यापक समीक्षा की।
दोनों विदेश मंत्रियों ने विकसित भारत 2047 और स्मार्ट बांग्लादेश 2041 की भावी योजना सहित अपने राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के अनुरूप सहयोग पर चर्चा की।
उन्होंने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी बातचीत की। उन्‍होंने बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल-बिम्‍सटेक, हिंद महासागर के किनारे स्थित देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग के हिंद महासागर रिम एसोसिएशन और भूटान, बांग्लादेश, भारत और नेपाल के बीच मोटर वाहन समझौते के अंतर्गत सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मिले।
श्री महमूद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ भी उनकी उनकी बैठक होगी।
डॉ. महमूद चार दिनों की सरकारी यात्रा पर मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे।




पाकिस्‍तान में आम चुनाव से पहले बलूचिस्तान प्रांत में हुए दो विस्फोटों में 26 लोग मारे गये
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MMNN:07 Feb 2024

पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले आज बलूचिस्तान प्रांत में हुए दो विस्फोटों में कम से कम 26 लोग मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए। स्थानीय मीडिया ने बताया कि पहला विस्‍फोट बलूचिस्तान के पिशीन प्रान्‍त में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के कार्यालय के बाहर हुआ जबकि दूसरा धमाका किला सैफुल्लाह जिले में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल कार्यालय के बाहर हुआ। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है। अभी तक किसी भी गुट ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।





राष्ट्रपति नायब बुकेले ने अल सल्वाडोर के चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल की
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MMNN:05 Feb 2024

राष्ट्रपति नायब बुकेले ने अल सल्वाडोर के चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल की है। कल हुई मतगणना में मध्‍य अमरीकी देश की जनता ने नायब बुकेले को दूसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुना है। आधिकारिक नतीजे घोषित होने से पहले बुकेले ने खुद को विजेता घोषित किया और दावा किया कि उन्हें 85 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं। अनंतिम परिणामों से पता चला कि बुकेले को 31 प्रतिशत मतपत्रों के साथ 83 प्रतिशत समर्थन मिला।

उम्‍मीद की जा रही है कि 42 वर्षीय बुकेले की न्‍यू आईडियाज पार्टी विधायी निकाय की 60 में से लगभग सभी सीटें जीत लेगी।





यूरोपीय संघ यूक्रेन को 54 बिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता पैकेज देने पर सहमत हुआ
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MMNN:02 Feb 2024

यूरोपीय संघ के सभी 27 देश यूक्रेन को 54 बिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता पैकेज देने को लेकर आम सहमति हो गई हैं। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं के एक विशेष शिखर सम्मेलन के बाद इसकी घोषणा की। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष मिशेल ने जोर देकर कहा कि यह निर्णय यूक्रेन के समर्थन में यूरोपीय संघ के नेतृत्व और जिम्मेदारी को दर्शाता है। इससे अगले चार वर्ष के लिए वित्‍तीय सहायता सुनिश्चित हो जाएगी। यूरोपीय संघ सुविधा से 4.9 बिलियन अमरीकी डॉलर की पहली किस्त मार्च में यूक्रेन पहुंचने की उम्मीद है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेंस्की ने सर्वसम्मत मंजूरी के लिए आभार व्यक्त किया। यूक्रेन इस समय रूस के साथ चल रहे संघर्ष से निपट रहा है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि सभी 27 नेताओं द्वारा लिया गया यह निर्णय बहुत महत्वपूर्ण है क्‍योंकि यह यूरोपीय परिषद की मजबूत एकता को दर्शाता है। रूस के साथ यूक्रेन का युद्ध तीसरे वर्ष में पहुंच रहा है। अमरीका में आगामी चुनावों की चुनौतियों और भू-राजनैतिक अनिश्चितता को देखते हुए यूक्रेन को दी जा रही यह सहायता ईयू देशों की एकजुटता का संदेश देती है।





भारत ने म्यांमा में बिगड़ते हालात पर चिंता व्‍यक्‍त की; संघीय लोकतंत्र की ओर म्यांमा के परिवर्तन का समर्थन किया
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MMNN:01 Feb 2024

विदेश मंत्रालय ने म्यांमार में बिगड़ते हालात पर चिंता व्‍यक्‍त की है। नई दिल्ली में आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि इसका सीधा असर भारत पर पड़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि एक पड़ोसी देश और म्यांमार के मित्र के रूप में, भारत लंबे समय से हिंसा की पूर्ण समाप्ति और म्यांमार में संघीय लोकतंत्र की वकालत करता रहा है। श्री जयसवाल ने कहा कि भारत रचनात्मक बातचीत से मुद्दे का जल्द समाधान और देश में शांति और स्थिरता चाहता है।

भारत-अमरीका ड्रोन सौदे के बारे में श्री जायसवाल ने कहा कि इस विशेष मामले में अमरीका की अपनी आंतरिक प्रक्रियाएं हैं और भारत उसका सम्मान करता है।

लद्दाख में भारत-चीन सीमा के पास चीनी सेना का मुकाबला करने वाले भारतीय चरवाहों के वीडियो पर श्री जयसवाल ने कहा कि दोनों देशों के लोग अपने चरागाह क्षेत्रों के बारे में अच्छी तरह से परिचित हैं और इससे निपटने के लिए एक व्‍यवस्‍था है।





प्रधानमंत्री और अमरीकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन के बीच व्‍हाइट हाउस में द्विपक्षीय वार्ता जारी
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MMNN:22 Jun 2023

अमरीकी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि अमरीका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी के ऐतिहासिक संबंधों में से एक है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी की राजकीय यात्रा की मेजबानी करने वाले अमरीका के पहले राष्ट्रपति बनने पर उन्हें गर्व है। श्री बाइडेन ने कहा कि आज जो चुनौतियां और अवसर हैं उनमें भारत और अमरीका को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दोनों देश गरीबी, जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा जैसी समस्याओं का मिलकर समाधान करने के प्रयास कर रहे हैं।

अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्‍नी जिल बाइडेन ने उनकी अगवानी की। इस मौके पर भारत और अमरीका का राष्‍ट्रीय गान बजाया गया। अमरीका की उपराष्‍ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्‍व में व्‍हाइट हाउस परिसर में एक अमरीकी प्रतिनिधिमंडल ने भी प्रधानमंत्री का स्‍वागत किया। इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव विनय क्‍वात्रा और अमरीका में भारतीय राजदूत तरणजीत संधु उपस्थित थे। प्रधानमंत्री को देखने और उनका स्‍वागत करने के लिए बडी संख्‍या में प्रवासी भारतीय समुदाय के लोग भी व्‍हाइट हाउस पहुंचे थे।

प्रधानमंत्री मोदी और अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो चुकी है।



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्‍हाइट हाउस में भव्‍य स्‍वागत
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MMNN:22 Jun 2023

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमरीका के बीच मैत्री से शीत युद्ध के बाद के युग में समूचे विश्व की शक्ति बढाने में मदद मिलेगी। आज शाम वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में भव्‍य स्वागत के अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमरीका विश्व कल्याण और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करने के प्रति वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमरीका को अपनी विविधता पर गर्व है और वे सबका हित, सबके कल्याण के मूलभूत सिद्धान्त में विश्वास रखते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि वे अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ आपसी बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बातचीत सकारात्मक होगी। श्री मोदी ने अपने भव्य स्वागत, अमरीकी राष्ट्रपति के दूरदर्शी भाषण और मित्रता के लिए श्री बाइडेन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह भव्य समारोह भारत के एक अरब चालीस करोड लोगों तथा चालीस लाख अनिवासी भारतीयों का सम्मान है।



आज दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में समारोह का नेतृत्व करेंगे
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MMNN:21 Jun 2023

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि भारत की संस्‍कृति समाजिक संरचना आध्‍यामिकता और आदर्श हमेशा से लोगों को जोडने अपनाने और अंगीकार करने वाली उन परंपराओं को पोषित वाले रहे हैं। अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस पर एक वीडियो संदेश के माध्‍यम से लोगों को बधाई देते हुए श्री मोदी ने कहा कि योग एक स्‍वस्‍थ ओर शक्तिशाली समाज बनाता है जहां सामूहिक ऊर्जा कहीं अधिक होती है। उन्‍होंने कहा कि योग के नियमित योग करने वालों को स्‍वस्‍थ्‍य आयुष बल-मिलता है। प्रधानमंत्री आज शाम साढे पांच बजे संयुक्त राष्ट्र मुख्‍यालय में योग दिवस समारोह में शामिल होंगे। उन्‍होंने कहा कि योग दिवस पर 180 देशों का मिलकर योग दिवस मनाना ऐतिहासिक और अभूतपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि योग ग्‍लोबल स्प्रीट बन गया है और पूरे विश्‍व में वसुधैव कुटुंबकम का संदेश फैला रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम की भावना का ध्‍यान रखते हुए इस वर्ष जी-20 शिखर सम्‍मेलन का विषय -एक पृथ्‍वी, एक परिवार और एक भविष्‍य रखा गया है।
प्रधान मंत्री ने योग के ओशन रिंग के विचार पर प्रकाश डाला जो योग दिवस को और भी विशेष बनाता है। श्री मोदी ने कहा कि यह योग के विचार और समुद्र के विस्तार के बीच पारस्परिक संबंध पर आधारित है। उन्होंने जल स्रोतों का उपयोग कर सेना के जवानों द्वारा बनाई गई 'योग भारतमाला और योग सागरमाला' पर भी प्रकाश डाला। श्री मोदी ने कहा कि भारत के आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक के दो रिसर्च बेस भी योग से जुड़े हुए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस अनोखे उत्सव में देश और दुनिया के करोड़ों लोगों का इतने सहज तरीके से शामिल होना योग की विशालता और प्रसिद्धि को दर्शाता है।



अमरीकी राजनेता, नागरिक और भारतीय प्रवासी समुदाय प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का शानदार स्‍वागत करने के लिए उत्‍सुक
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MMNN:17 Jun 2023

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की आगामी अमरीका यात्रा के दौरान अमरीकी राजनेता, प्रभुध नागरिक और भारतीय प्रवासी समुदाय उनका शानदार स्‍वागत करने के लिए उत्‍सुक हैं। कांग्रेस सदस्‍य ग्रेग्री मीक्‍स ने कहा कि वे श्री मोदी को कांग्रेस की संयुक्‍त बैठक के दौरान सुनने के लिए उत्‍सुक हैं। इस बैठक में श्री मोदी भारत, भारत और अमरीकी संबंध, हिन्‍द-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, लोकतांत्रिक मूल्‍य और स्थिरता पर अपने विचार रखेंगे।
कांग्रेस सांसद ग्रैग लैंड्समैन ने कहा कि वह अगले सप्‍ताह श्री मोदी के वाशिंग्‍टन आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि अमरीका और दुनियाभर में लोकतंत्र मजबूत करने के प्रयासों में भारत महत्‍वपूर्ण भागीदार है।
डेलावेयर के गवर्नर जॉन कार्ने ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा भारत और अमरीका के आर्थिक और सांस्‍कृतिक संबंधों को मजबूत करेगी।
कांग्रेस सदस्‍य ट्रॉय कार्टर ने कहा कि अमरीका और भारत के संबंध महत्‍वपूर्ण थे और दोनों देश औषधि, प्रौद्योगिकी तथा सतत विकास जैसे क्षेत्रों में एक साथ हैं।



संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने शहीद शांति रक्षकों के लिए नया स्मारक स्‍थापित करने के भारत के प्रस्‍ताव को स्‍वीकार किया
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MMNN:15 Jun 2023

संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने कर्तव्‍य निर्वहन के दौरान शहीद हुए शांति रक्षकों के लिए नई स्‍मारक दीवार स्‍थापित करने के भारत के प्रस्‍ताव को स्‍वीकार कर लिया है। भारत ने संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में शहीद शांति रक्षकों के लिए एक स्‍मारक दीवार स्‍थापित करने का प्रस्‍ताव रखा था। इस प्रस्‍ताव को रिकॉर्ड 190 सह-प्रस्‍तावक मिले हैं। यह भारत के योगदान और मंशा पर भरोसे का प्रमाण है।

संयुक्‍त राष्‍ट्र के शहीद शांति रक्षक स्‍मारक दीवार प्रस्‍ताव का प्रारूप संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत की स्‍थायी प्रतिनिधि रूचिरा कम्‍बोज ने कल महासभा में रखा था और इसे आम सहमति से स्‍वीकार किया गया। सुश्री कम्‍बोज ने कहा कि स्‍मारक दीवार संयुक्‍त राष्‍ट्र के शांति स्‍थापना प्रयासों का प्रमाण होगी। उन्‍होंने कहा कि यह शहीदों के बलिदान को याद करायेगी। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने एक ट्वीट में इस प्रस्‍ताव के स्‍वीकार होने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की है। उन्‍होंने प्रस्‍ताव का समर्थन करने वाले 190 सह-प्रस्‍तावकों का आभार व्‍यक्‍त किया।



संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुरुपयोग की निगरानी के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संगठन स्थापित करने का आह्वान किया
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MMNN:14 Jun 2023

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की तरह ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन स्थापित करने का समर्थन किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने आगाह किया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल गलत सूचना और नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तकनीकी प्रगति का उपयोग कुछ अच्छे कामों के लिए भले ही हो रहा हो पर इससे लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए खतरा भी उत्पन्न हो गया है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसी तस्वीरें और वीडियो बना सकता है जो लोगों की नकल हो सकती है। गलत सूचना और असली जैसी लगने वाली फर्ज़ी सामग्री-डीप फेक उत्पन्न करने की इसकी क्षमता पर चिंता व्यक्त की जा रही है। श्री गुटेरेस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नियमित समीक्षा, मानवाधिकारों की रक्षा, विधि सम्मत शासन और लोक भलाई के लिए इस साल के अंत तक इस पर एक उच्च-स्तरीय सलाहकार समिति गठित करने की योजना की घोषणा की। उन्होंने इस मुद्दे पर ब्रिटेन में एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजना का समर्थन किया। श्री गुटेरेस ने कहा कि इससे पहले इस पर गंभीरता से कदम उठाना चाहिए।



जापान के उत्तरी प्रान्त होक्काइडो में कल 6.2 तीव्रता के भूकम्प के झटके महसूस किए गए
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MMNN:12 Jun 2023

जापान के उत्तरी प्रान्त होक्काइडो में कल भूकम्प के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकम्प की तीव्रता 6.2 मापी गई। पुलिस और अन्य स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल जानमाल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि भूकम्प के कारण सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप का केंद्र उराकावा शहर में सतह से 140 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। एजेंसी ने बताया कि चिटोज और अत्सुमाचो शहरों सहित अधिकांश द्वीपों में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए।




गोपनीय दस्तावेजों को रखने के मामले में अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 37 मामलों में आरोपी बनाया गया
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MMNN:10 Jun 2023

अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। उन्हें पद छोड़ने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को रखने के 37 मामलों में आरोपी बनाया गया है। न्याय विभाग का दावा है कि जनवरी 2021 में ट्रंप व्हाइट हाउस छोड़ते समय ये बेहद गोपनीय फाइलें अपने साथ ले गए थे।

ट्रम्प के खिलाफ आरोपों में जानबूझकर राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को बनाए रखना, न्याय में बाधा डालने की साजिश, दस्तावेजों को गलत तरीके से छिपाना और झूठे बयान देना शामिल हैं। न्याय विभाग के विशेष वकील जैक स्मिथ के हर आरोप में 20 साल तक की जेल हो सकती है। ट्रंप के सहयोगी वॉल्ट नौटा को दस्तावेजों को छिपाने में ट्रम्प की मदद करने के छह मामलों में आरोपी बनाया गया है।



भारत, फ्रांस और संयुक्‍त अरब अमीरात ने कल ओमान की खाडी में तीन देशों का पहला नौसैनिक अभ्यास सफलतापूर्वक पूरा
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MMNN:09 Jun 2023

भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात ने कल ओमान की खाडी में तीन देशों का पहला नौसैनिक अभ्‍यास सफलतापूर्वक पूरा किया। दो दिन का यह अभ्‍यास सात जून को शुरू हुआ था। इसमें तीनों देशों के नौसैनिकों ने हिस्‍सा लिया। इसका लक्ष्‍य भागीदार देशों के बीच समुद्री सुरक्षा और परस्‍पर कार्रवाई अभियान को बल प्रदान करना था। इस दौरान नौसैनाओं ने उत्‍कृष्‍ट पद्धतियों का आदान-प्रदान किया।

भारत की ओर से गाइडेड मिसाइल बेडे, आई एन एस-तरकश ने हिस्‍सा लिया। भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात के बीच बढते सहयोग की दिशा में प्रथम समुद्री अभियान महत्‍वपूर्ण है। इससे समुद्री व्‍यापार और नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के क्षेत्र में सहयोग बढेगा।



विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्‍यम जयशंकर ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर कनाडा में जश्‍न मनाये जाने की निंदा की।
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MMNN:08 Jun 2023

विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्‍यम जयशंकर ने कनाडा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाते हुए जश्‍न मनाये जाने की घटना की निंदा की है। आज नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में डॉ. जयशंकर ने कहा कि कनाडा में अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले को समर्थन दिया जाना दोनों देशों के संबंधों के लिए अच्छा नहीं है। श्री जयशंकर ने कहा कि भारत यह नहीं समझ पा रहा है कि ऐसा क्यों किया गया।

अगले सप्ताह कनाडा सरकार द्वारा निर्वासन का सामना करने जा रहे करीब सात सौ भारतीय छात्रों के बारे में डॉ. जयशंकर ने कहा कि कनाडा के अधिकारियों की ओर से उन छात्रों को दंडित करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कहा कि इन छात्रों ने कुछ गलत नहीं किया है तो भारत सरकार इस मुद्दे के समाधान के लिए कनाडा सरकार पर दबाव डालेगी।



प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- बिम्‍सटेक समूह, क्षेत्रीय विकास के लिए भारत की वचनबद्धता दर्शाता है
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MMNN:06 Jun 2023

बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल - बिम्सटेक समूह के नेताओं ने क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। बिम्सटेक की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर समूह के नेताओं ने आज संदेश जारी किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि बिम्सटेक फ्रेमवर्क भारत की प्रतिबद्धता है। इसके अन्तर्गत समानता और मित्रता की भावना और संयुक्त प्रयासों से क्षेत्र के तेजी से विकास के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना है। उन्होंने कहा कि समुद्री सहयोग समझौते के वर्तमान प्रयास और पूरे क्षेत्र में मोटर वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए एक समझौता हमारी सामूहिक सुरक्षा, कनेक्टिविटी और समृद्धि के लिए बंगाल की खाड़ी के महत्व को स्पष्ट करता है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यूक्रेन युद्ध के कारण उत्पन्न आर्थिक संकट की चुनौतियों का सामना करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बिम्सटेक को एक परिणाम-संचालित संगठन में बदलने में मदद करने के लिए बांग्लादेश की प्रतिबद्धता को दोहराया। 1997 में स्थापित बिम्सटेक एक क्षेत्रीय संगठन है। इसमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड सहित सात सदस्य देश शामिल हैं। इसका मुख्यालय ढाका में है।



भारतीय मूल के अमरीकी अजय बांगा ने विश्व बैंक के 14वें अध्‍यक्ष का पदभार संभाला
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MMNN:03 Jun 2023

भारतीय मूल के अमरीकी अजय बांगा ने कल विश्‍व बैंक के 14वें अध्‍यक्ष का पदभार संभाला। विश्‍व बैंक के कार्यकारी निदेशक रहे 63 वर्षीय श्री बांगा का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। श्री अजय बांगा भारतीय मूल के पहले अमरीकी हैं जो विश्‍व बैंक के अध्‍यक्ष बने हैं। उन्‍होंने डेविड मैलपस का स्‍थान लिया है।









ओडिसा में बालेश्‍वर रेल दुर्घटना में राहत कार्य जारी; मृतकों की संख्या दो सौ इकसठ हुई
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MMNN:03 Jun 2023

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी राहत कार्यों का जायज़ा लेने के लिए दोपहर बाद ओडिसा में बालेश्‍वर दुर्घटना स्‍थल का दौरा करेंगे। वे कटक के एस.सी.बी. मेडिकल कॉलेज और अस्‍पताल में घायलों से मिलेंगे। दक्षिण-पूर्व रेलवे ने बताया कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है। रेलवे ने अपने बुलेटिन में बताया कि दुर्घटना में मरने वालों की संख्‍या 261 हो गई है और लगभग 900 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की आशंका है। ओडिसा के मुख्‍य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि शवों की पहचान निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार की गई है। पहचान के बाद कुछ शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव दुर्घटना स्‍थल पर हैं और राहत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि बचाव और राहत कार्य, घायलों के समुचित उपचार और यात्रियों के परिजनों तक जानकारी पहुंचाने पर विशेष ध्‍यान दिया जा रहा है। उन्‍होंने बताया कि बचाव कार्य अब पूरा हो चुका है और राहत कार्य जारी हैं। रेल मंत्री ने बताया कि दुर्घटना की उच्‍च स्‍तरीय जांच कराई जाएगी। इसके अलावा रेल सुरक्षा आयुक्‍त भी स्‍वतंत्र रूप से जांच करेंगे। जांच पूरी होने के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा। यह घटना कल शाम सात बजे हुई जब शालीमार-हावडा कोरोमंडल एक्‍सप्रेस बहनागा स्‍टेशन पर एक मालगाड़ी से टकराने के बाद पलट गई। इसके कुछ मिनट बाद ही इसी स्‍थान पर बंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्‍ट ट्रेन भी पटरी से उतर गई। ओडिसा के विशेष राहत आयुक्‍त कार्यालय ने आपात नियंत्रण कक्ष नम्‍बर जारी किया है - 6782 2622 86 पर डायल करके जरूरी जानकारी ली जा सकती है। इसके अलावा रेलवे ने चार हेल्‍पलाइन नम्‍बर जारी किए हैं - हावडा के लिए - 0332 2638 2217, खड़गपुर के लिए - 8972 0739 25, 9332 3923 39, बालेश्‍वर के लिए - 8249 5915 59, 7978 4183 22 और शालीमार के लिए - 9903 3707 46. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने मृतकों के निकट परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने कहा कि मृतकों के निकट परिजनों को दस-दस लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाएंगे।



पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संपादकों और समाचार निदेशकों के संगठन ने देश से पत्रकारों के गायब होने पर चिंता व्यक्त की
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MMNN:01 Jun 2023

पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संपादकों और समाचार निदेशकों के संगठन (एईएमईएनडी) ने देश से पत्रकारों के गायब होने पर चिंता व्यक्त की है। एक पाकिस्तानी दैनिक पत्रिका की खबर के अनुसार पाकिस्तान में पत्रकारों की दयनीय स्थिति गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। एईएमईएनडी ने अघोषित सेंसरशिप और सरकारी और राज्य संस्थान द्वारा मीडिया में अनुचित हस्तक्षेप के प्रति चेतावनी भी दी है। संगठन ने देश में संचार माध्यम की चुनौतियों पर मंगलवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई।

पत्रकारों के लिए पाकिस्तान अत्यधिक खतरनाक देशों में से एक बना हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में पत्रकारों की आतंकवादियों, विद्रोहियों और राज्य के अज्ञात तत्वों द्वारा हत्याएं की गई। इन हत्याओं के पीछे आम अवधारणा यह है कि सत्य और न्याय काल्पनिक हैं और हत्यारे स्वतंत्र घूम रहे हैं जबकि पीड़ित परिवार जवाब की उम्मीद लगाए हुए हैं।



भारत की जी 20 की अध्‍यक्षता के अंतर्गत आज से स्विट्जरलैंड में जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन मुख्यालय में तीसरी रोजगार कार्यदल की बैठक
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MMNN:31 may 2023

भारत की जी 20 की अध्‍यक्षता के अंतर्गत आज से स्विट्जरलैंड में जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन मुख्यालय में तीसरी रोजगार कार्यदल की बैठक आयोजित की जा रही है। रोजगार कार्यसमूह की शुरूआत से यह परंपरा रही है कि जिनेवा में वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन के आयोजन के दौरान कार्यसमूह की बैठक आयोजित की जाती है। बैठक में बीस जी20 के सभी सदस्य देशों, नौ अतिथि देशों और चार अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 78 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।



भारत ने ब्रिटेन से भारतीय राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्‍चित करने और लोकतांत्रिक स्‍वतंत्रता के दुरूपयोग पर रोक लगाने को कहा
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MMNN:29 may 2023

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत यात्रा पर आए ब्रिटेन के विदेश मंत्री तारिक अहमद से ब्रिटेन में भारत के राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्‍चित करने तथा लोकतांत्रिक स्‍वतंत्रता के दुरूपयोग को रोकने को कहा है। उन्‍होंने यह बात मार्च में खालिस्‍तान समर्थकों द्वारा लंदन में भारतीय उच्‍चायोग में हुए तोड-फोड के सिलसिले में कही।

विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश, राष्‍ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्‍य मंत्री तारिक अहमद के साथ बैठक में मुक्‍त व्‍यापार समझौते और दक्षिण एशिया से लेकर हिन्‍द-प्रशांत जी-20 जैसे कई मुद्दों पर भी चर्चा की।



तीस से अधिक देशों के राजनयिकों ने अबू धाबी में निर्माणाधीन बी ए पी एस हिन्‍दू मंदिर का दौरा किया
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MMNN:26 may 2023

तीस से अधिक देशों के राजनयिकों ने कल अबू धाबी में निर्माणाधीन बी ए पी एस हिन्‍दू मंदिर का दौरा किया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने वर्ष 2018 में इस मंदिर की आधारशिला रखी थी। संयुक्‍त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर के निमंत्रण पर राजनयिकों ने मंदिर परिसर का अवलोकन किया। बी ए पी एस हिन्‍दू मंदिर दुनिया के सभी हिस्सों और संस्‍कृतियों से आने वाले सद्भाव तथा सह-अस्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है।

इस अवसर पर श्री संजय सुधीर ने मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद से अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्‍होंने मंदिर परियोजना को भारत और संयुक्‍त अरब अमीरात के बीच घनिष्ठ, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक बताया। श्री संजय सुधीर ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही मित्रता का भी उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि भारत और संयुक्‍त अरब अमीरात ऐतिहासिक, सांस्‍कृतिक और व्‍यवसायिक मूल्यों को साझा करते हैं। राजदूत ने संयुक्‍त अरब अमीरात नेतृत्‍व की सहिष्‍णुता और उदारता की प्रशंसा भी की। उन्‍होंने भरोसा जताया कि यह मंदिर संयुक्‍त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय, विशेषकर साधु-संतों और बीएपीएस के स्‍वंय सेवकों की सामूहिक अभिलाषाओं को प्रदर्शित करता है, जो बिना थके, बिना रुके शांति और सौहार्द के साथ मंदिर के निर्माण में लगे हुए हैं।

विदेश मंत्री डॉ0 सुब्रमण्‍यम जयशंकर ने एक वीडियो प्रजेन्‍टेशन के माध्‍यम से संयुक्‍त अरब अमीरात और शेष विश्‍व के लिए इस मंदिर के महत्‍व को उजागर किया। उन्‍होंने संयुक्‍त अरब अमीरात के नेतृत्‍व के प्रति आभार प्रकट किया। डॉ0 जयशंकर ने कहा कि बीएपीएस हिन्‍दू मंदिर का निर्माण हृदय को छूने वाला और जीवन की आकांक्षाओं को पूर्ण करने वाला अवसर है।

बीएपीएस हिन्‍दू मंदिर का निर्माण कार्य फरवरी 2024 तक होने की संभावना है।



फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसेन्टिस ने 2024 के अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनावों के लिए अपनी उम्‍मीदवारी की घोषणा की
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MMNN:25 may 2023

अमेरिका में फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसांटिस ने आधिकारिक रूप से देश के राष्‍ट्रपति के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन के लिए अपनी उम्‍मीदवारी घोषित की है। श्री डेसांटिस ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर के मालिक एलन मस्‍क को करीब एक घंटे तक दिए गए साक्षात्‍कार में इस खबर का खुलासा किया। श्री डेसांटिस ने संघीय निर्वाचन आयोग को अपने संबंधित दस्‍तावेज प्रस्‍तुत किए।

श्री डेसांटिस को कई महीनों से पूर्व राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के प्रमुख प्रतिद्वंदी के रूप में देखा जा रहा है। श्री ट्रंप भी अगले वर्ष होने वाले अमेरिकी राष्‍ट्रपति के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्‍मीदवार राष्‍ट्रपति जो बाइडेन से मुकाबले के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन के अन्‍य उम्‍मीदवारों में सीनेटर टीम स्‍कॉट, संयुक्‍त राष्‍ट्र में पूर्व दूत निक्‍की हेली और उद्यमी विवेक रामास्‍वामी शामिल हैं। पूर्व उपराष्‍ट्रपति माइक पेंस के भी राष्‍ट्रपति नामांकन के लिए अभियान शुरू करने की संभावना है। श्री पेंस ने ट्रंप शासन के दौरान उपराष्‍ट्रपति के रूप में कार्य किया था।



जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि नाटो सदस्य बनने की देश की कोई योजना नहीं है
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MMNN:24 may 2023

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने आज कहा कि नाटो सदस्य बनने की देश की कोई योजना नहीं है, लेकिन उन्होंने जापान में एक सम्पर्क कार्यालय खोलने संबंधी सुरक्षा गठबंधन की योजना की बात को स्वीकार किया। किशिदा की यह टिप्पणी अमरीका में जापान के राजदूत कोजी तोमिता की टिप्पणी के बाद आई है। इस महीने की शुरुआत में कोजी तोमिता ने कहा था कि तोक्यो और नाटो इस क्षेत्र में परामर्श में सुविधा पहुंचाने के लिए एशिया के पहले कार्यालय खोलने की दिशा में काम कर रहे हैं। नाटो कार्यालय खोलने की संभावना से किशिदा का इंकार नहीं करने के बाद चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दिखाई है। पेइचिंग ने कहा है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र नाटो की योजना का स्वागत नहीं करता है।



गुयाना में, जॉर्जटाउन से लगभग 200 मील दूर स्कूल में आग लगने से 19 बच्‍चों की मृत्‍यु हो गई
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MMNN:23 may 2023

गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन से लगभग दो सौ मील दूर स्थित महदिया सैकेंडरी विद्यालय वाले आंतरिक पहाडी नगर में आग लगने के कारण 19 बच्‍चों की मृत्‍यु हो गई। राष्‍ट्रीय अग्नि विभाग की प्रवक्‍ता ने पहले की सूचना के विपरीत बताया कि इस आग की घटना में बीस लोगों की मृत्‍यु हुई है। खबरों के अनुसार मरने वालों में 18 लड़कियां और देखरेख करने वाले कर्मचारी का एक पुत्र शामिल है। गुयाना के राष्‍ट्रपति इरफान अली ने एक वक्‍तव्‍य में बताया कि यह आग की घटना त्रासदीपूर्ण, दुखद और भयंकर है। इस बीच सरकार ने स्‍थानीय राहत कर्मियों की मदद करने के लिए उपकरणों और कर्मियों वाले विमानों सहित चिकित्‍सीय आपातकालीन कार्यकारी योजना स्‍थापित की है। इस घटना में अधिक घायल बच्‍चों को जॉर्जटाउन पहुंचाया गया है और अन्‍य को महदिया जिला अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है



प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पापुआ न्यू गिनी पहुंचने पर भव्य स्वागत
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MMNN:22 may 2023

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में आज पापुआ न्यू गिनी पहुंचे। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने उनका स्वागत किया। श्री मोदी कल पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री के साथ भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग फोरम के तीसरे शिखर सम्मेलन की संयुक्त रूप से मेजबानी करेंगे। इस फोरम को नवंबर 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की फिजी यात्रा के दौरान शुरू किया गया था। इस फोरम में भारत और चौदह भारत-प्रशांत द्वीप देश शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पापुआ न्‍यू गिनी के गर्वनर जनरल बॉब डोडाय और प्रधानमंत्री जेम्‍स मरापे के साथ चर्चा करेंगे। भारत के किसी भी प्रधानमंत्री की यह पहली पापुआ न्‍यू गिनी यात्रा है।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ हिरोशिमा में द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत और ब्रिटेन के बीच सामरिक साझेदारी की समीक्षा की और दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में हुई प्रगति का जायजा लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्‍ट्रपति लूला डि सिल्‍वा के साथ भी चर्चा की। एक ट्वीट में श्री मोदी ने कहा कि व्‍यापारिक संबंधों को और अधिक बेहतर बनाने के लिए भारत और ब्राजील परस्‍पर मिलकर काम करते रहेंगे। उन्‍होंने कृषि और रक्षा क्षेत्र के अलावा विविध क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विकास के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। यह दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक थी।

जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने शांतिपूर्ण, स्‍थायी और समृद्धशाली विश्‍व विषय पर आयोजित कार्यकारी सत्र में भी हिस्सा लिया। सत्र के संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि यूक्रेन मानवता और मानवीय मूल्‍यों से जुडा हुआ विषय है। उन्‍होंने कहा कि भारत का हमेशा से मानना है कि किसी भी तनाव या विवाद का हल समाधान बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थिति में खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट के गंभीर असर का सामना विकासशील देशों को करना पडा है। उन्‍होंने कहा कि सभी देशों के लिए यह जरूरी है कि वे संयुक्त राष्ट्र के चार्टर, अंतर्राष्‍ट्रीय कानून एवं संप्रभुता और सभी राष्‍ट्रों की क्षेत्रीय अखंडता का सम्‍मान करें।

इससे पहले आज प्रधानमंत्री हिरोशिमा में शांति स्मारक संग्रहालय गए। वहां उन्होंने प्रदर्शित दस्‍तावेज देखे और आगन्‍तुक पुस्तिका में संदेश भी लिखा।



अमेरिकी राष्‍ट्रपति की भागीदारी करने से इंकार करने के बाद क्‍वाड नेताओं की बैठक रद्द कर दी गई है
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MMNN:17 may 2023

क्‍वाड नेताओं की बैठक अगले सप्‍ताह सिडनी में होनी थी। इस बैठक में अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन की भागीदारी करने से इंकार करने के बाद यह बैठक रद्द कर दी गई। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्‍बनीज ने इसकी घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान तथा भारत के नेताओं की बैठक इस महीने की 24 तारीख को सिडनी में होनी थी। श्री बाइडेन 23 मई को संघीय संसद को संबोधित करने वाले थे। प्रधानमंत्री एंथनी अल्‍बनीज ने कहा कि उनकी सप्‍ताहांत में जापान में जी-7 शिखर सम्‍मेलन में श्री बाइडेन, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो कि‍शिदा, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ बैठक होने की आशा है।

श्री अल्‍बनीज ने कहा कि ये नेता इस अविध के दौरान एक-दूसरे से मिलने की कोशिश करने के साथ राष्‍ट्रपति बाइडेन के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। उन्‍होंने कहा कि जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ऑस्ट्रेलिया नहीं पहुंचेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी निर्धारित द्विपक्षीय बैठक के लिए सिडनी की यात्रा करेंगे।

अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वे क्‍वाड नेताओं के शिखर सम्‍मेलन के लिए ऑस्ट्रेलिया की यात्रा नहीं करेंगे। श्री बाइडन ने पापुआ न्‍यू गिनी की अपनी यात्रा को भी रद्द कर दिया है। मंगलवार शाम को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने कहा कि गहराते घरेलू राजनीतिक और आर्थिक संकट तथा ऋण के कारण कांग्रेस के नेताओं में बढ़ते गतिरोध के कारण वे जापान के जी-7 शिखर सम्‍मेलन में भागीदारी करने के बाद वाशिंगटन लौट आएंगे।



भारत और बांग्लादेश ने लॉन्च किया '50 स्टार्ट-अप एक्सचेंज प्रोग्राम'
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MMNN:16 may 2023

भारत और बांग्‍लादेश के बीच पचास स्‍टार्टअप्‍स के आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत दस स्टार्टअप कंपनियों का पहला समूह 8 से 12 मई तक भारत की पांच दिवसीय सफल यात्रा के बाद ढाका लौट गया है। यह स्‍टार्टअप्‍स कई अलग अलग क्षेत्रों से आते हैं। इनमें ई-कॉमर्स, स्‍वास्‍थ्‍य, परिवहन, लॉजिस्टिक, ऊर्जा, शिक्षा और कौशल विकास से संबंधित स्‍टार्टअप्‍स शामिल हैं।

इस कार्यक्रम के तहत बांग्‍लादेश के पचास स्‍टार्टअप्‍स और भारत के पचास स्‍टार्टअप्‍स एक-दूसरे के देश में यात्राएं करेंगे और साझा सहयोग को विस्तार देंगे। इसके अलावा व्यापारिक संबंधों को बढावा देना, ज्ञान और अनुभव साझा करना तथा युवाओं का उत्साहवर्धन और उद्यम संबंधी सहयोग करना भी इस कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं। इस कार्यक्रम की परिकल्पना प्रधानमंत्री के द्वारा दोनों देशों की हाल के द्विपक्षीय शिखर सम्‍मेलन के दौरान की गई थी।



प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी इस महीने की 19 तारीख को तीन देशों - जापान, पापूआ न्‍यू गिनी और आस्‍ट्रेलिया के दौरे पर जायेंगें।
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MMNN:16 may 2023

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी इस महीने की 19 तारीख को तीन देशों - जापान, पापूआ न्‍यू गिनी और आस्‍ट्रेलिया के दौरे पर जायेंगें। वे इस महीने की 19 से 21 तारीख तक जापान में हिरोशिमा की यात्रा करेंगें। श्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो के निमंत्रण पर जी-7 शिखर बैठक में हिस्‍सा लेंगें। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री भागीदार देशों के साथ जी-7 के विभिन्‍न सत्रों में हिस्‍सा लेंगें। इन बैठकों में धरती पर शांति, स्थिरता और भोजन, उर्वरक तथा ऊर्जा सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा होगी। श्री मोदी शिखर सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने वाले कुछ नेताओं के साथ आपसी बैठक भी करेंगें।

विदेश मंत्रालय ने बताया है कि प्रधानमंत्री जापान से पापुआ न्‍यू गिनी में पोर्ट मोरेस्बी के लिए रवाना होंगें। वे इस महीने की 22 तारीख को पापुआ न्‍यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्‍स मारापे के साथ संयुक्‍त रूप से हिन्‍द-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच के तीसरे शिखर सम्‍मेलन का उदघाटन सकेंगें।

बाद में श्री मोदी 22 मई को आस्‍ट्रेलिया में सिडनी के लिए रवाना होंगें। वे वहां क्‍वाड शिखर सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेंगें। इसमें क्‍वाड नेताओं को हिन्‍द प्रशान्‍त क्षेत्र की घटनाओं पर विचारों का आदान-प्रदान करने और इस क्षेत्र को स्‍वतंत्र, मुक्‍त और समावेशी बनाने के अपने लक्ष्‍य को आगे बढाने का अवसर मिलेगा।

सिडनी में तीन दिन के प्रवास के दौरान इस महीने की 24 तारीख को प्रधानमंत्री आस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्‍बांसे के साथ आपसी बैठक करेंगें। श्री मोदी 23 मई को आस्‍ट्रेलिया की विभिन्‍न कंपनियों के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारियों और व्‍यापार प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगें और वहां स्थित भारतीय समुदाय को सम्‍बोधित करेंगें।



म्‍यांमार में चक्रवाती तूफान मोखा के कारण रखाईन प्रांत में संचार सेवाएं अवरूद्ध हुई
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MMNN:15 may 2023

म्‍यांमार में चक्रवाती तूफान मोखा के कारण सितवे के निकट पश्चिमी तटवर्तीय क्षेत्र में टेलिकॉम टॉवर के गिर जाने से रखाईन प्रांत में संचार सेवाएं अवरूद्ध हो गई हैं। परिणाम स्‍वरूप सितवे, क्‍याकतउ, मांगदाउ, मिनबि‍या और उतरी रखाईन के अन्‍य क्षेत्रों में मोबाइल सम्‍पर्क समाप्‍त हो गया। भारी वर्षा के साथ-साथ अनेक जगहों पर भवनों और पेड-पौधों को भी नुकसान पहुंचा है। कई स्‍थानों पर भूस्‍खलन और बाढ की स्थिति से निपटने के लिए सरकारी अधकारी लगे हुए हैं।

म्‍यांमार में मानवीय मामलों में समन्‍वय से संबंधित संयुक्‍त राष्‍ट्र कार्यालय ने बताया है कि रखाईन में एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचा दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान रखाईन के तटवर्तीय क्षेत्रों में प्रति घंटे 120 मील की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है।



जी-7 के वित्‍तीय प्रमुखों ने मुद्रास्‍फीति को नियंत्रण में रखने, और वित्‍तीय प्रणाली को मजबूत करने का लिया संकल्‍प
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MMNN:13 may 2023

जी-7 के वित्‍तीय प्रमुखों ने मुद्रास्‍फीति को नियंत्रण में रखने, ऋण के बोझ से जूझ रहे देशों की मदद करने और वित्‍तीय प्रणाली को मजबूत करने का संकल्‍प लिया है। जी-7 देशों के वित्‍त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक प्रमुखों की तीन दिन की बैठक आज जापान के निगाता में संपन्‍न हुई। संयुक्‍त वक्‍तव्‍य में स्‍वच्‍छ ऊर्जा स्रोतों के विकास और वैश्विक आर्थिक समायोजन क्षमता बढ़ाने के लिए अधिक स्‍थायी व्‍यवस्‍था की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की गई। जी-7 देशों ने यूक्रेन के लिए समर्थन और रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लागू करने का फैसला लिया।

अगले सप्‍ताह हिरोशिमा में जी-7 देशों की शिखर बैठक होनी है। अमरीका के राष्‍ट्रपति जो. बाइडेन के भी बैठक में भाग लेने की संभावना है।



विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को उग्रवाद और कट्टरवाद के खतरों के प्रति सचेत रहना चाहिए
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MMNN:12 may 2023

विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को उग्रवाद और कट्टरवाद के खतरों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी ताकतें लोकतंत्र की उदारता का अनुचित लाभ उठाती हैं। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में छठे हिंद महासागर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो देश अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों या लंबे समय से चले आ रहे समझौतों की अवहेलना करते हैं, उससे विश्वास और आस्था को भारी नुकसान होता है।
डॉक्टर जयशंकर ने हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण और संयुक्त राष्ट्र समुद्री अधिनियम संधि 1982 पर जोर देने के लिए बांग्लादेश की सराहना की है। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था की विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है कि अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का सम्मान और उनका पालन किया जाए।
बंगाल की खाड़ी के देशों के बारे में उन्होंने कहा कि इन देशों की अपनी विशेष आकांक्षाए है। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक संगठन तेजी से अपने अस्तित्व में आ रहा है और आधुनिकीकरण तथा सुरक्षा चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
सम्पर्क के महत्व का उल्लेख करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि प्रभावी सम्पर्क से क्षेत्र के देशों को अधिक लाभ होगा। उन्होंने जोर दिया कि क्षेत्र के देशों को दूसरे देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए।
दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने किया।



प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी अमरीकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्‍नी जिल बाइडेन के आमंत्रण पर अगले महीने अमरीका जायेंगे
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MMNN:10 may 2023

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्‍नी तथा प्रथम महिला जिल बाइडेन के आमंत्रण पर अगले महीने अमरीका जायेंगे। अमरीका यात्रा के दौरान श्री मोदी 22 जून को राजकीय भोज में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा दोनों देशों के बीच बढती सहभागिमा के महत्‍व को रेखांकित करती है। अमरीकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी टेक्‍नोलॉजी, व्‍यापार, उद्योग, शिक्षा, अनुसंधान, स्‍वच्‍छ ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल और लोगों के बीच संबंध घनिष्‍ठ करने जैसे आपसी हित के विभिन्‍न क्षेत्रों में मजबूत आपसी सहयोग की समीक्षा करेंगे।



पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गिरफ्तार
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MMNN:9 may 2023

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को आज इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तानी रेंजर्स ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ-पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान को अदालत कक्ष के बाहर से हिरासत में ले लिया। इमरान खान अलकादिर ट्रस्ट मामले में पेश होने के लिए अदालत गए थे।

इस्लामाबाद पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि इमरान को उस मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि एक भू-संपदा कंपनी से 50 अरब रुपये वैध करने के लिए इमरान खान और उनकी पत्नी ने अरबों रुपये हासिल किए। इस्लामाबाद में स्थिति सामान्य है, लेकिन धारा 144 लागू कर दी गई है, उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान कई बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अदालत में पेश नहीं हुए थे।



सऊदी में अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार से मिले अजीत डोभाल:मिडिल ईस्ट में चीन के असर को कम करने शुरू होगा प्रोजेक्ट, सऊदी-UAE भी शामिल
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MMNN:8 may 2023

अमेरिका ने अरब देशों में चीन के प्रभाव को कम करने के लिए एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इसमें भारत को भी शामिल किया गया है। इसके लिए भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने रविवार को अमेरिका, सऊदी अरब और UAE के सुरक्षा सलाहकारों से मुलाकात की है। इसका खुलासा न्यूज वेबसाइट 'एक्सियस' ने किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक चारों देशों के बीच खाड़ी देशों को अरब देशों से जोड़ने के लिए रेलवे प्रोजेक्ट पर बात हुई। इस रेलवे नेटवर्क को बंदरगाह और शिपिंग लेन के जरिए भारत से भी जोड़ा जाएगा। ये प्रोजेक्ट शुरू करने के पीछे चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट को बताया जा रहा है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि ये व्हाइट हाउस का बड़ा प्रोजेक्ट है।

18 महीनों से प्रोजेक्ट पर चर्चा जारी थी

व्हाइट हाउस के प्रोजेक्ट के लिए I2U2 फोरम के तहत पिछले 18 महीनों से बातचीत हो रही है। इस फोरम में अमेरिका, इजराइल, भारत और UAE शामिल हैं।

ये फोरम मिडिल ईस्ट में इंफ्रास्ट्रचर प्रोजेक्ट की रणनीति तय करने के लिए 2021 में बनाया गया था।

फोरम में शामिल एक इजराइली अधिकारी ने एक्सियस को बताया कि महीनों से हो रही बातचीत में किसी देश ने चीन का नाम नहीं लिया, लेकिन ये चीन को लेकर बनाया जा रहा है ये सब जानते हैं।

मिडिल ईस्ट में चीन के असर को कम करने के इस प्रोजेक्ट का आइडिया भी इजराइल ने दिया था। भारत की इंफ्रास्ट्रचर प्रोजेक्ट में एक्सपर्टीज को देखते हुए इसमें शामिल किया गया है।

अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार ने हिंट दिया

बाइडेन प्रशासन ने हाल की महीनों में सऊदी अरब को भी इस प्रोजेक्ट में जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद दूसरे देशों की हामी के बाद उसे भी शामिल किया गया। वहीं, इजराइल इस प्रोजेक्ट से जुड़ी चर्चाओं में शामिल रहा है, हो सकता है कि आने वाले समय में वो भी इस प्रोजेक्ट से जुड़े। वहीं, अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने गुरुवार को वॉशिंगट में एक इंस्टिट्यूट में दी गई स्पीच में इस प्रोजेक्ट का हिंट दिया था। उन्होंने कहा था, आप मेरे भाषण से सब भूल सकते हैं, पर I2U2 को नहीं। आने वाले समय में आप इसके बारे में और भी चर्चाएं सुनेंगे। इंडियन एक्सप्ररेस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार पश्चिमी एशिया में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। चीन की अगुआई में हाल ही में सऊदी अरब और ईरान के बीच समझौता हुआ उसने अमेरिका के साथ-साथ भारत को भी चौंका दिया। इस समझौते से पश्चिमी एशिया में भारत के हित भी प्रभावित हो सकते हैं। प्रोजेक्ट के तहत अगर गल्फ और अरब के बीच के रेलवर्क नेटवर्क को समुद्री मार्ग से दक्षिण एशिया से जोड़ा जाता है तो इससे भारत तक तेजी और कम लागत में तेल और गैस पहुंचेगी। इस कनेक्टिविटी से खाड़ी देशों में रहने वाले भारत के 80 लाख लोगों को भी फायदा होगा। दूसरी अहम बात ये होगी कि इससे भारत की रेलवे सेक्टर में एक इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल्डर के तौर पर ब्रांडिंग होगी। सरकार को लगता है कि भारत का अपने पश्चिम के पड़ोसियों के साथ कनेक्टिविटी पर पाकिस्तान की वजह असर पड़ा है। इससे उनके साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए कई ओवरलैंड रूट बंद हो गए हैं। उदाहरण के लिए चाहबार (ईरान) , बंदर ए अब्बास (ईरान), दुक्म (ओमान), जेद्दाह (सऊदी अरब) और कुवैत सिटी। इस चुनौती से निपटने में अब नया रेलवे प्रोजेक्ट भारत की मदद करेगा।



तुर्की शिखर सम्मेलन में यूक्रेनी सांसद ने मारा रुसी प्रतिनिधि को घूंसा
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MMNN:6 may 2023

रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच लंबे समय से तनाव की स्थिति रही है, पर पिछले एक साल से ज़्यादा समय से दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के चलते दोनों देशों के बीच हालात और बिगड़ गए हैं। दोनों देशों के बीच कड़वे संबंध जगजाहिर हैं। 24 फरवरी, 2022 को रुसी आर्मी द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद से दोनों देशों के बीच चल रहा युद्ध अभी भी जारी है। इस युद्ध की वजह से दोनों देशों में तनाव और बढ़ गया है। इसी तनाव के चलते हाल ही में यूक्रेन के सांसद ने रूस के एक प्रतिनिधि के साथ कुछ ऐसा किया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है।

यूक्रेनी सांसद ने मारा रुसी प्रतिनिधि को घूंसा

तुर्की (Turkey) की राजधानी अंकारा (Ankara) में इस समय तुर्की शिखर सम्मेलन (Turkey Summit) चल रहा है। स सम्मेलन में ब्लैक सी इकोनॉमिक कोऑपरेशन (PABSEC) की 61वीं महासभा का भी आयोजन हुआ, जिसमें कई देशों के मंत्री, सांसद और दूसरे प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। तुर्की शिखर सम्मेलन में रूस और यूक्रेन की तरफ से भी लोग शामिल हुए हैं। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति साफ दिखाई दी। पर कुछ ऐसा भी हुआ जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो। तुर्की शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के सांसद ओलेक्ज़ेंडर मारिकोव्स्की (Oleksandr Marikovskyi) ने रूस के एक प्रतिनिधि को घूंसा जड़ दिया।

क्यों मारा यूक्रेनी सांसद ने रुसी प्रतिनिधि को घूंसा?

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इस घटना का एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि यूक्रेनी सांसद ओलेक्ज़ेंडर मारिकोव्स्की अपने हाथ में अपने देश का झंडा लिए खड़े हुए होते है। तभी एक रुसी प्रतिनिधि आकर यूक्रेनी सांसद के हाथ से यूक्रेन का झंडा छीन लेता है और वहाँ से जाने लगता है। ऐसे में यूक्रेनी सांसद उस रुसी प्रतिनिधि के पीछे जाते है और उसके मुंह पर घूंसा जड़ देते है और उसके हाथ से अपने देश का झंडा वापस ले लेते है। वहाँ मौजूद अन्य लोग दोनों को अलग करते हैं।

यूक्रेनी सांसद के रूसी प्रतिनिधि को घूंसा मारने का वीडियो वायरल हो गया है। इसके ट्वीट को 13 घंटे में ही 45 लाख लोग देख चुके हैं और वीडियो को अब तक 14 लाख व्यूज़ मिल चुके हैं। साथ ही इस पर अब तक 40,500+ लाइक्स, 7,584 रीट्वीट्स, 2,270 कोट ट्वीट्स और 3,590 रिप्लाईस आ चुके हैं। इतना ही नहीं, इस ट्वीट को अब तक 1,126 लोग बुकमार्क भी कर चुके हैं। इस पर लाइक्स, रीट्वीट्स, कोट ट्वीट्स, रिप्लाईस और बुकमार्क्स और भी बढ़ेंगे।



विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड का वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल समाप्‍त होने की घोषणा की
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MMNN:5 may 2023

विश्व स्वास्थ्य संगठन-डब्ल्यू.एच.ओ. ने कोविड-19 वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के समाप्‍त होने की घोषणा की है। डब्ल्यू.एच.ओ. का यह बयान महामारी की समाप्ति की दिशा में एक बड़ा कदम है। डब्ल्यू.एच.ओ. की अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम आपातकाल समिति ने कल कोविड महामारी पर चर्चा की।

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने जनवरी 2020 में कोरोना वायरस के प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय स्‍तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस घेब्रेयसस अधनॉम ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक वर्ष से अधिक समय से महामारी के मामले कम हो रहे हैं। कोरोना वायरस से मृत्यु दर जनवरी 2021 में प्रति सप्ताह एक लाख से अधिक थी, जो इस वर्ष गिरकर 24 अप्रैल को मात्र साढे तीन हजार के आसपास आ गई। डॉ टेड्रोस ने कहा कि महामारी से कम से कम 70 लाख लोगों की मृत्‍यु हुई है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि कोरोना वायरस अभी खत्‍म नहीं हुआ है और अपना स्‍वरूप बदल रहा है जिससे व‍ैश्विक स्‍वास्‍थ्‍य जोखिम बना हुआ है।



शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक गोवा में शुरू, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संगठन महासचिव झांग मिंग के साथ बातचीत की
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MMNN:4 may 2023

गोवा में शंघाई सहयोग संगठन-एस सी ओ के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए प्रतिनिधियों का गोवा पहुंचना शुरू हो गया है। रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावारोफ गोवा पहुंच चुके है। यह बैठक आज और कल होगी।

विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने आज सवेरे एससीओ महासचिव झांग मिंग के साथ बैठक की। उन्होंने एससीओ की अध्यक्षता के लिए भारत को समर्थन देने पर जनरल मिंग की सराहना की। डॉक्टर जयशंकर ने प्रमुख क्षेत्रों के रुप में स्टार्टअप, परंपरागत औषधि, युवा सशक्तिकरण, बौद्ध विरासत तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर विशेष ध्यान देने की बात कही। चीन और पाकिस्तान समेत संघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने की संभावना है। डॉक्टर एस जयशंकर रुस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। विदेश मंत्रियों की इस बैठक में भारत और अन्य सदस्य देशों को बहुपक्षीय सहयोग तथा विवादित मुद्दों पर चर्चा का मंच उपलब्ध होगा। शंघाई सहयोग संगठन आठ सदस्य देशों का बहुपक्षीय संगठन है, जिसकी स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई में हुई थी। संगठन के सदस्य देशों में भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रुस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान औऱ उज्बेकिस्तान शामिल हैं।


आज अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस मनाया जा रहा है
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MMNN:1 may 2023

मज़ूदर आन्दोलन तथा श्रमिकों के बलिदान और संघर्ष की स्मृति में आज अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस मनाया जा रहा है। इसे मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है। मजदूर दिवस की शुरुआत 19वीं सदी के उत्तरार्ध में हुई, जब दुनियाभर के श्रमिकों ने बेहतर काम करने की स्थिति, उचित वेतन और कम काम के घंटे की मांग शुरू कर दी थी।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस भारत, क्यूबा और चीन सहित 80 से अधिक देशों में मनाया जाता है। दुनिया के विभिन्न भागों में इस दिन श्रमिकों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उन्हें शोषण से बचाने के लिए रैली निकाली जाती है।

भारत में पहला मजदूर दिवस 1 मई, 1923 को चेन्नई में मनाया गया था। पहले मई दिवस समारोह का आयोजन लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान द्वारा किया गया था। कामकाजी लोगों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें शोषण से बचाने के लिए दुनियाभर में मजदूर दिवस मनाया जाता है। यह हमारे समाज में श्रमिक वर्ग द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भी याद दिलाता है।


तीसरे सबसे बड़े वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा भारत - केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह
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MMNN:29 April 2023

ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन ने कॉलेज में पढ़ने वाले भारतीय विद्यार्थियों के लिए चार लाख पौंड छात्रवृत्ति की घोषणा की है। इसमें से 50 प्रतिशत छात्रवृत्ति भारत की छात्राओं को दी जाएगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने आज इंपीरियल कॉलेज लंदन का दौरा किया और भारतीय विद्यार्थियों से बातचीत की। इंपीरियल कॉलेज लंदन एक सार्वजनिक शोध विश्वविद्यालय है। पिछले पांच वर्षों में इंपीरियल शिक्षाविदों ने 300 से अधिक भारतीय संस्थानों में भागीदारों से एक हजार 200 से अधिक शोध प्रकाशनों का सह-लेखन किया।

डॉक्‍टर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि भारत तीसरे सबसे बड़े वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है, जो 12 से 15 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है।



अमरीका और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के बीच ऐतिहासिक रक्षा समझौता हुआ
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MMNN:27 April 2023

अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यु सुक येवोल ने एक ऐतिहासिक रक्षा समझौते पर मोहर लगा दी है। इसके अंतर्गत परमाणु हथियारों से लैस अमरीकी पनडुब्बियों को समय-समय पर दक्षिण कोरियाई क्षेत्रों में तैनात करने की योजना है। इसके साथ ही अमरीका अब उत्तर कोरिया के साथ किसी भी संघर्ष की स्थिति में परमाणु हथियारों के उपयोग की योजना में दक्षिण कोरिया को भी शामिल करने पर सहमत हो गया है। इसके बदले में दक्षिण कोरिया ने अपने परमाणु हथियार नहीं विकसित करने की रजामंदी दी है। कल वाशिंगटन में राष्ट्रपति युन के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि इस रक्षा समझौते को वाशिंगटन घोषणा पत्र का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह समझौता उत्तर कोरिया के आक्रमण को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा।

इस बीच, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर कोरिया के खतरे को देखते हुए वाशिंगटन घोषणा-पत्र व्यापक प्रतिरोध की दिशा में अभूतपूर्व कदम है। इसके अंतर्गत अमरीका ने परमाणु हथियारों सहित अपनी सैन्य शक्ति के उपयोग से विरोधियों के आक्रमण को रोकने और मित्र देशों की सुरक्षा की वचनबद्धता व्यक्त की है। यह घोषणा-पत्र उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु हमले की धमकियों को लेकर बढ़ती चिन्ता के बीच जारी किया गया है क्योंकि उत्तर कोरिया ने अब तक रिकार्ड संख्या में बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है।


दुबई में आयोजित ग्‍लोबल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एक्जिबिशन- गेटेक्‍स में स्‍टडी इन इंडिया पैबेलियन का उद्घाटन
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MMNN:26 April 2023

दुबई में आयोजित ग्‍लोबल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एग्जिबिशन- गेटेक्‍स में स्‍थापित स्‍टडी इन इंडिया पवेलियन का उद्घाटन भारतीय महावाणिज्‍य दूत डॉक्‍टर अमन पुरी ने किया। सेवा निर्यात संवर्धन परिषद ने वाणिज्‍य और उद्योग मंत्रालय के वाणिज्‍य विभाग के सहयोग से इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
संयुक्‍त अरब अमीरात में दुबई में विश्‍व व्‍यापार केंद्र में आयोजित गेटेक्‍स 2023 में लगी ये प्रदर्शनी 26 से 28 अप्रैल तक चलेगी। इस प्रदर्शनी में भारत के तीस से अधिक विश्‍वविद्यालय और भारतीय उच्‍च शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय संस्‍थाएं भाग ले रही हैं।
इस अवसर पर डॉक्‍टर अमन पुरी ने भारतीय संस्‍थाओं द्वारा वैश्विक विस्तार पर प्रसन्नता व्‍यक्‍त की। उनका यह भी कहना था कि भारत डाटा विज्ञान और साइबर सुरक्षा जैसी प्रौद्योगिकी में रूचि रखने वाले छात्रों का एक आदर्श केन्‍द्र बनता जा रहा है।



संकटग्रस्त सूडान में ऑपरेशन कावेरी के अन्तर्गत 278 भारतीयों का पहला जत्था स्वदेश के लिए रवाना
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MMNN:25 April 2023

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कावेरी अभियान के अंतर्गत सूडान से भारतीयों को सुरक्षित लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट में कहा कि आईएनएस सुमेधा 278 लोगों को लेकर पोर्ट सूडान शहर से सऊदी अरब में जेद्दा के लिए रवाना हो गया है।
उन्होंने बताया कि आईएनएस तेग भी कावेरी अभियान में शामिल हो गया है। आईएनएस तेग अधिकारियों और सूडान में फंसे भारतीयों के लिए आवश्यक राहत सामग्री लेकर पोर्ट सूडान पहुंच गया है। प्रवक्ता ने बताया कि इससे पोर्ट सूडान शहर में दूतावास कैंप कार्यालय के निकासी प्रयासों में तेजी आएगी।
सूडान में तीन दिन का संघर्ष विराम लागू होने से विदेशी नागरिकों और स्थानीय लोगों को राजधानी खारतूम से जाने का मौका मिल गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगाह किया है कि खारतूम में जैविक खतरे का बहुत अधिक जोखिम है। संगठन की ये चेतावनी सूडान में एक गुट द्वारा खारतूम में प्रयोगशाला पर कब्जा करने के एक दिन बाद आई है। इस प्रयोगशाला में टीकाकरण के लिए खसरा और हैजा के जीवाणुओं को रखा गया है।
सूडान में सेना और अर्धसैनिक रेपिड सपोट फोर्स के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है। दूतावासों और सहायता कर्मियों ने संघर्ष विराम समाप्त होने से पहले संघर्ष का विकल्प न मिलने पर नागरिकों के जीवन को लेकर चिंता जाहिर की है। सूडान में संघर्ष विराम बृहस्पतिवार को समाप्त हो रहा है। सूडान में 15 अप्रैल को शुरू हुए संघर्ष में कई लोग पड़ोसी देश चाड, मिस्त्र, इथोपिया, दक्षिण सूडान चले गए है। हवाई हमलों और गोला बारूद में अब तक पांच सौ से अधिक लोग मारे जा चुके है और चार हजार से अधिक लोग घालय हो गए है।


विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुयाना में भारतीय समुदाय से बातचीत की
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MMNN:24 April 2023

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुयाना में कल शाम भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की। श्री जयशंकर ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और स्पीकर मंजूर नादिर के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने भारत-गुयाना मैत्री वृक्ष भी लगाया और जॉर्जटाउन में महात्मा गांधी के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्री जयशंकर चार मध्य और दक्षिण अमेरिकी देशों की यात्रा पर हैं। पनामा में आज श्री जयशंकर वहां के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री जयशंकर कल कोलंबिया पहुंचेंगे जहां वे सरकार, व्यापार और समाज के कई शीर्ष प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली कोलंबिया यात्रा होगी।
चार देशों की यात्रा के अंतिम चरण में विदेश मंत्री इस महीने की 27 से 29 तारीख तक डोमिनिकन गणराज्य की यात्रा करेंगे। 1999 में दोनो देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। विदेश मंत्री जयशंकर की यह यात्रा 2022 में सैंटो डोमिंगो में भारतीय प्रवासी दूतावास की स्थापना के बाद हो रही है। श्री जयशंकर डोमिनिकन गणराज्‍य के विदेश मंत्री रॉबर्टो अल्वारेज़ के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे। दोनों नेता औपचारिक रूप से भारतीय प्रवासी मिशन का उद्घाटन करेंगे।


विदेश मंत्री ने कल संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव से मुलाकात कर सूडान में बिगडते हालात पर चर्चा की
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MMNN:21 April 2023

विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस जयशंकर ने कल न्‍यूयॉर्क में संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस से मुलाकात कर सूडान में बिगडते हालात पर चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि बातचीत का मुद्दा कूटनीतिक प्रक्रिया के माध्‍यम से संघर्षविराम करने पर केन्द्रित था। इस बीच संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव ने आज ईद-उल-फितर के अवसर पर तीन दिन के लिए सूडान में संघर्षविराम की अपील की। इससे संकटग्रस्‍त क्षेत्रों में फंसे लोगों को बाहर निकलने और चिकित्‍सा सुविधाएं प्राप्‍त करने में सहायता मिलेगी।
सूडान में चल रहे हिंसक सत्‍ता संघर्ष में अब तक लगभग तीन सौ तीस लोग मारे जा चुके हैं। यह संघर्ष पिछले सप्‍ताह में सूडान के सत्‍ताधारी सैन्‍य जुंटा के दो गठबंधन नेताओं के बीच शुरू हुआ था। खारतूम और दारफुर में सेना और अर्द्धसैनिक त्‍वरित सहायक बल- आर एस एफ के बीच शुरू हुई उग्र लडाई तीन साल पहले समाप्‍त हो चुकी थी। लेकिन हाल ही में नई सरकार बनाने के अंतर्राष्‍ट्रीय दबाव पर असहमति के बाद फिर से संघर्ष शुरू हो गया है।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कनाडा की रक्षामंत्री अनीता आनंद के साथ फोन पर बात की
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MMNN:19 April 2023

भारत और कनाडा रक्षा संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने और रक्षा को द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनाने पर काम करने पर सहमत हुए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कनाडा की रक्षामंत्री अनीता आनंद के साथ फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को विकसित करने के तरीकों पर चर्चा की, जो उनकी लोकतांत्रिक भावनाओं और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति तथा सुरक्षा के साझा हित को दर्शाएगा। श्री सिंह ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कनाडा की नौसेना की उपस्थिति में वृद्धि का स्वागत किया।
दोनों मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा प्रशिक्षण से लेकर रक्षा उद्योग में सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर भी चर्चा की। श्री सिंह ने भूमि और श्रम के प्रतिस्पर्धी मूल्‍यों तथा दो रक्षा औद्योगिक गलियारों के साथ भारत को एक आकर्षक रक्षा विनिर्माण स्‍थल के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने कनाडा की रक्षा कंपनियों को भारत में निवेश और सह-उत्पादन करने के लिए भी आमंत्रित किया। सुश्री अनीता आनंद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कनाडा की हिंद-प्रशांत रणनीति और भारत के साथ संबंध बढ़ाने के महत्व के बारे में बताया।


जी-7 देशों ने बढ़ाई पुतिन की मुश्किलें, रूस पर लगाए जाएंगे और कड़े प्रतिबंध
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MMNN:18 April 2023

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी को देखते हुए सात विदेश मंत्रियों के समूह ने यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को तेज करने का संकल्प लिया। बता दें कि जी-7 की बैठक मंगलवार को जापान में पूरी हो गई है। ये बैठक जापान के नागानो के करुइजावा में की गई।

रूस पर लगाए अत्याचार के आरोप

जी-7 के मंत्रियों ने मंगलवार को बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति में कहा, 'हम रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को तेज करने, उनका समन्वय करने और उन्हें पूरी तरह से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध अपराधों और अन्य अत्याचारों जैसे नागरिकों और महत्वपूर्ण नागरिक बुनियादी ढांचे के खिलाफ रूस के हमलों के लिए कोई दंड नहीं हो सकता है।' मंत्रियों ने यूक्रेन के लिए अपना अत्यधिक समर्थन जारी रखने पर भी सहमति भी व्यक्त की।

चीन-ताइवान मुद्दा भी उठाया गया

जी-7 के विदेश मंत्रियों की बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा अन्य प्रमुख मुद्दें जैसे, चीन, ताइवान और तथाकथित वैश्विक दक्षिण देशों के साथ सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।

जी-7 शिखर सम्मेलन

जानकारी के लिए बता दें कि जापान के हिरोशिमा में 19 मई को जी-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय संगठनों के बीच यूक्रेन के अलावा अन्य वैश्विक मुद्दों को उठाया जाएगा। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को जी-7 हिरोशिमा शिखर सम्‍मेलन में औपचारिक रूप से भी आमंत्रित किया है।


जापान के पीएम फुमियो किशिदा पर बम से हमला, बाल-बाल बचे
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MMNN:15 April 2023

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पर जानलेवा हमला हुआ है। फुमियो किशिदा एक रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उन पर बम फेंका गया। बम एक पाइप जैसी वस्तु के रूप में था, जिसे उनकी तरफ फेंका गया। गिरने के बाद धमाका भी हुआ। इसे स्मॉक बम बताया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि फुमियो किशिदा को उनके सुरक्षाकर्मियों ने बचा लिया।
द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूरा घटनाक्रम वाकायामा शहर का है। फुमियो किशिदा पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनको रेस्क्यु करने का वीडियो सामने आया है। हमलावर को पकड़ लिया गया है। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि हमला क्यों किया गया, लेकिन प्रधानमंत्री स्तर के नेता की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक गंभीर है।

ऐसे ही हुआ था पूर्व राष्ट्रपति शिंजो आबे पर हमला

जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे की जुलाई 2022 में पश्चिमी शहर नारा में हत्या कर दी गई थी। आबे चुनाव से पहले भाषण दे रहे थे, तभी उन्हें सीने और गर्दन में कई बार गोली मारी गई थी। तेत्सुया यामागामी के रूप में पहचाने गए एक संदिग्ध को घटनास्थल पर हिरासत में लिया गया था।


नया अध्यायः चीन के हस्तक्षेप से अरब दुनिया में गिर रही है शिया और सुन्नी की दीवार
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MMNN:13 April 2023

चीन की मध्यस्थता में सऊदी अरब और ईरान में राजनयिक संबंध सामान्य होने की ओर हैं। लेकिन गौर से देखें तो यह बदलाव सिर्फ सऊदी अरब और ईरान में संबंध बहाली का मसला नहीं है। पश्चिम एशिया में कई ऐसी हलचलें नजर आ रही हैं जो पूरी अरब दुनिया में नए अध्याय की कहानी लिखते नजर आ रहे हैं। इसकी एक बानगी तब मिली थी जब इजराइली सुरक्षा बलों ने कुछ फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों का पीछा करते हुए अल अक्सा मस्जिद के अंदर घुस कर कार्रवाई की थी।

अल-अक्सा मस्जिद पर एक हुए अरब देश

इजराइली पुलिस की कार्रवाई के बाद सभी अरब देशों ने एकजुट होकर इजराइल की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए चेतावनी जारी की है। अरब दुनिया के तीन अहम देश ईरान, तुर्की और सऊदी अरब भी इस मुद्दे पर एक साथ खड़े दिख रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रैचप तैय्यप अर्देआन ने इस मुद्दे पर सभी इस्लामिक देशों को एकजुट होने की अपील की है। इस्लामिक देशों के संगठन (आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन-ओआईसी) ने इस मसले पर एक मीटिंग कर बयान जारी किया है। बयान का सख्त लहजा क्षेत्र में तनाव के साथ अरब देशों की एकजुटता का भी अंदाज देता है। बयान में ओआईसी ने इजराइल को हमलावर, कब्ज़ा करने वाला, आक्रमणकारी करार देते हुए कार्रवाई को बर्बर करार दिया है। बयान में इजराइल को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों, संयुक्त राष्ट्र के नियमों, संधियों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। चीन ने ये मुद्दा यून में भी उठाने की बात कही है।

फिर अरब लीग में शामिल होगा सीरिया

इस बदलाव की तस्वीर सीरिया में भी दिख रही है। लंबे समय से शिया समुदाय से आने वाले सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ रूस और ईरान ही खड़े रहे हैं और अमरीका के मित्र सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब देश इसके खिलाफ एकजुट एकजुट रहे हैं। लेकिन पश्चिम एशिया में जो अभी बयार बह रही है, उसमें ऐसा लग रहा है कि शिया और सुन्नी की दीवार भी गिर जाएगी. सऊदी अरब सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को 19 मई से रियाद में शुरू होने जा रहे अरब लीग समिट में बुलाने जा रहा है। जबकि 2011 में सीरिया को अरब लीग से बाहर कर दिया गया था। गौर करें, राष्ट्रपति बशर अल-असद शिया मुस्लिम हैं और सीरिया की बहुसंख्यक आबादी सुन्नी है।

यमन में भी शांति

ईरान और सऊदी की दोस्ती की असर यहां भी दिख रहा है। 2015 से यमन में सऊदी अरब और ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की खूनी जंग चल रही है। अब इसका भी अंत होता दिख रहा है। आठ अप्रैल यानी शनिवार को सऊदी और ओमानी वार्ताकारों में बातचीत का पहला दौर शुरू हो चुका है। कहा जा रहा है कि ईद के पहले यमन में युद्ध के अंत की घोषणा हो सकती है। इससे जल्दी ही यमन के खिलाफ नाकाबंदी भी खत्म होगी ताकि उसे पोर्ट तक पहुँच मिले। सना का एयरपोर्ट खोला जाएगा। इसके बाद यमन से विदेशी सैनिकों की वापसी और कैदियों की रिहाई शुरू होगी।

अमरीका से दूर जा रही अरब दुनिया

सऊदी अरब के हाल के कई फैसलों को देखकर संकेत मिलता है कि वह अमरीका के इशारों पर काम करने के लिए तैयार नहीं है। सऊदी अरब अब बहुध्रुवीय दुनिया की बात कर रहा है। यूक्रेन रूस युद्ध के बीच सऊदी अरब ने चीन के साथ रूस से भी अपने करीबी संबंध बनाए हैं। कई मौकों पर अमरीका की परवाह किए बिना कच्चे तेल उत्पादन को कम करने के फैसले लिए हैं। कहा जा रहा है कि सऊदी अरब अपनी इस नई स्वतंत्र विदेशी नीति और कूटनीतिक प्रयासों के जरिए अगर क्षेत्रीय स्थिरता बहाल करने में कामयाब रहता है तो पश्चिम एशिया पर इसका गहरा असर पड़ेगा।

इराक में कार्रवाई से अमरीका के खिलाफ जनमत

कई एक्सपर्ट का मत है कि अमरीका ने जिस तरह से सामूहिक विनाश के हथियारों के नाम पर सद्दाम हुसैन के खिलाफ एक तरफा कार्रवाई की थी, उससे पश्चिम एशिया में अमरीका के खिलाफ जनमत बना है। इराक में किए गए एक सर्वे में अधिकांश इराकी अमरीका की कार्रवाई को गलत मानते हैं और चाहते हैं कि अमरीका उनके देश से पूरी तरह निकल जाए।

ईरान और सऊदी में मौजूज हैं तनाव के बिंदु

सऊदी अरब और ईरान के बीच अब भी कई टकराव के बिंदु हैं। ईरान फलस्तीन में हमास का समर्थन करता है, सऊदी इसके विरोध में है। ईरान मुस्लिम ब्रदरहुड के साथ भी दिखता है और सऊदी को यह पसंद नहीं है।

भारत के लिए भी चिंता

जानकारों का कहना है कि चीन जिस तैयारी के साथ पश्चिम एशिया में पांव जमा रहा है, उससे आने वाले दिनों में भारत के लिए कई तरह की मुश्किलें होंगी। इसलिए भारत को अब पश्चिम एशिया में नए सिरे से इजराइल जैसे देशों से अपने संबंध तय करने होंगे। भारत के यहां यूएई जैस मित्र देशों की संख्या बढ़ानी होगी, जो मुस्लिम देश पाकिस्तान की उपेक्षा करते हुए कश्मीर में निवेश कर रहा है।


धरती के करीब से गुजरेगा 110 फुट का एस्टेरॉयड, 23 हजार किमी है स्पीड, नासा ने दी जानकारी
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MMNN:10 April 2023

अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एस्टेरॉयड 2023 FT1 को लेकर चेतावनी दी है। यह क्षुद्रग्रह धरती के काफी करीब पहुंच जाएगा। यह एस्टेरॉयड 23 हजार 790 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। NASA के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के मुताबिक Asteroid FT1 का आकार करीब 110 फीट चौड़ा है। यह आज (सोमवार) 74 लाख किमी की दूरी पर पृथ्वी के करीब पहुंचेगा।

नासा ने दी चेतावनी

वैज्ञानिक इस दूरी को पृथ्वी के नजदीक मानते हैं। इसलिए Asteroid FT1 को संभावित रूप से खतरनाक की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि एस्टेरॉयड के टकराने की संभावना नहीं है। हालांकि साइंटिस्ट इस क्षुद्रग्रह को तब तक मॉनिटर करेंगे, जबतक यह धरती के पास से गुजर नहीं जाता। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि यह एस्टेरॉयड अपोले ग्रुप से है।

कितने एस्टेरॉयड की हो चुकी है खोज?

नासा के अनुसार, सौर मंडल के सभी ग्रह सूरज का चक्कर लगाते हैं, ठीक उसी तरह क्षुद्रग्रह भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। अभी तक वैज्ञानिक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टेरॉयड की खोज कर चुके हैं।

एस्टेरॉयड का अध्ययन वैज्ञानिक क्यों करते हैं

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का प्लेनेटरी डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस टेलीस्कोपों की मदद से सौरमंडल में मौजूद क्षुद्रग्रह पर नजर रखता है। इनका अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिक पैन-स्टार्स और कैटालिना स्काई समेत कई भू-आधारित टेलीस्कोप का इस्तेमाल करते हैं। सौरमंडल और ग्रहों की स्थितियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक एस्टेरॉयड का अध्ययन करते हैं।


अरुणाचल प्रदेश की जगहों पर चीन के दावे के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान, कहा - 'हमेशा भारत का अहम हिस्सा था और रहेगा'
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MMNN:4 April 2023

अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के मामले में चीन (China) लंबे समय से अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हाल ही में एक बार फिर चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करते हुए राज्य की कई जगहों के नए नाम जारी कर दिए। हालांकि भारत (India) कभी भी चीन की इस तरह की हरकतों से दबा नहीं है। चीन की हाल ही में की गई इस हरकत के जवाब में देश के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए चीन को कठोर जवाब दिया है।

अरुणाचल प्रदेश है भारत का अहम और अटूट हिस्सा

चीन की हरकत पर विदेश मंत्रालय की तरफ से अरिंदम बागची ने बयान देते हुए कहा है, "हमने रिपोर्ट्स देखी हैं। यह पहला मौका नहीं है जब चीन ने ऐसी हरकत की है। हम चीन की इस कोशिश को सिरे से नकारते हैं। अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अहम और अटूट हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। नए नाम देना इस सच्चाई को कभी भी नहीं बदलेगा।

क्या है मामला?

हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपने दावे को दिखाने के लिए चीनी, तिब्बती और पियरीन अक्षरों में राज्य की 11 जगहों के नए नामों की एक लिस्ट जारी की है। चीन ने इन नामों को माननीकृत बताया है और इन्हें चीन की स्टेट काउन्सिल द्वारा जारी किया गया है। चीन की तरफ से अरुणाचल प्रदेश के 2 भूमि क्षेत्रों, 2 आवासीय क्षेत्रों, 5 पर्वत चोटियों और 2 नदियों को नए नाम दिए गए हैं। चीन की तरफ भी जारी किया गया है। इस नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र के अंदर दिखाया है।


ब्रिटेन के प्रिंस हैरी ने रॉयल फैमिली पर फोन हैकिंग छिपाने का आरोप लगाया
30 March 2023
ब्रिटेन के प्रिंस हैरी ने रॉयल फैमिली पर फोन हैकिंग छिपाने का आरोप लगाया है। हैरी समेत कई सेलेब्रिटीज ने डेली मेल और एसोसिएटेड न्यूजपेपर्स (ANL) के प्रकाशकों के खिलाफ प्राइवेसी उल्लंघन मामले में केस दर्ज करवाया है। इसी केस की सुनवाई के दौरान हैरी ने कहा कि उनके परिवार को फोन टैपिंग की जानकारी थी। लेकिन कोर्ट केस से बचने के लिए उन्होंने इसे छिपाकर रखा। हैरी के मुताबिक इससे प्रशासन के गलत काम सामने आ जाते।
हैरी ने आरोप लगाया कि उसके अपने परिवार ने उससे प्राइवेसी उल्लंघन की जानकारी छिपाई और ब्रिटिश न्यूजपेपर इंडस्ट्री से नहीं उलझने को कहा। रॉयल फैमिली ने हैरी के सामने परिवार के फैसले को मानने की शर्त रखी थी। हैरी के मुताबिक उन्हें इस बात कुछ सालों पहले पता चला जब उन्होंने मामले में दूसरी लीगल टीम से सलाह की।

डेली मेल, द मिरर सहित कई मीडिया ग्रुप्स पर मुकदमा

प्रिंस हैरी के अलावा ब्रिटिश-जमाइकन कैंपेनर डोरेन लॉरेंस, पॉपस्टार एल्टन जॉन, एक्ट्रेस एलिजाबेथ हर्ले सहित कई सेलेब्रिटीज ने भी मीडिया ग्रुप्स पर प्राइवेसी उल्लंघन मामले में केस दर्ज किया है। इनमें द सन की पेरेंट कंपनी न्यूज ग्रुप न्यूजपेपर्स, द मिरर, डेली मेल, एसोसिएटेड न्यूजपेपर्स शामिल हैं। इन मीडिया हाउस पर साल 1993 से 2018 तक कई बार गैर-कानून तरह से प्राइवेट प्रॉपर्टी में दाखिल होने, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स और मेडिकल रिकॉर्ड चुराने और फोन टैप करने का आरोप है।

हैरी ने कहा- ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे पत्रकार

केस की सुनवाई के लिए 27 मार्च को हैरी अचानक लंदन हाईकोर्ट पहुंचे। उन्होंने कहा- मैंने ये मुकदमा दर्ज किया क्योंकि अगर देश की बड़ी न्यूजपेपर कंपनियां न्याय होने से रोक सकती हैं तो मेरे हिसाब से ये देश बर्बाद हो गया है। मैं अपने देश से बहुत प्यार करता हूं और यहां पावर के गलत इस्तेमाल को देखकर चिंतित हूं। मैंने जो सबूत पेश किए हैं उससे साबित होता है कि एसोसिएटेड कंपनी के पत्रकार अपराधी हैं और अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इस सच को जनता के सामने लाना मेरा कर्तव्य है।

2006 में सामने आया था फोन-हैकिंग घोटाला

न्यूजपेपर कंपनी ANL ने इन आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया। कंपनी ने कहा कि उसके ऊपर लगे आरोपों के कोई पुख्ता सबूत मौजूद नहीं हैं। उसे ब्रिटेन के फोन-हैकिंग स्कैंडल में घसीटने की कोशिश की जा रही है। ब्रिटेन का फोन-हैकिंग घोटाला पहली बार 2006 में सामने आया था। तब रूपर्ट मुर्डोक की कंपनी न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के जर्नलिस्ट्स पर रॉयल फैमिली के सदस्यों, कई सेलेब्रिटीज और मर्डर केसेज में पीड़ितों के फोन टैप करने के आरोप लगे थे। इसके बाद ये कंपनी बंद हो गई थी।

डॉक्यूमेंटरी और किताब से रिश्ते और बिगड़े

प्रिंस हैरी और मेगन मर्केल के 2020 में राजशाही छोड़ते ही ब्रिटेन के राजपरिवार से रिश्ते खराब हो गए थे। फिर नेटफलिक्स पर आई प्रिंस हैरी की डॉक्यूमेंटरी और उसके बाद उनकी किताब 'स्पेयर' ने दोनों पक्षों के बीच विवाद को और बढ़ा दिया। किताब और डॉक्यूमेंटरी में प्रिंस हैरी ने कई तरह से राज परिवार की आलोचना की है।
ब्रिटेन के शाही परिवार को छोड़ कर अमेरिका में बस चुके प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल को कड़े मतभेदों के बाद भी किंग चार्ल्स अपनी ताजपोशी में बुलाएंगे। इसकी जानकारी खुद प्रिंस हैरी ने दी है। उन्होंने एक बयान जारी किया है। इसमें बताया है कि उन्हें किंग चार्ल्स की ताजपोशी में बुलावे के लिए मेल आया है।

खालिस्तान का झंडा लगाकर अपमानजक बातें लिखीं, महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ी भारत ने 2012 में तोहफे में दी थी
24 March 2023
विदेशों में खालिस्तानियों की भारत विरोधी गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब खालिस्तान के समर्थकों ने कनाडा में महात्मा गांधी की मूर्ति को तोड़ दिया और उस पर स्प्रे पेंट से भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लिखे। रिपोर्ट्स के मुताबिक खालिस्तानियों ने भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर कई अपमानजनक बातें भी लिखीं हैं।
घटना गुरुवार की बताई जा रही है। महात्मा गांधी की मूर्ति पर खालिस्तानियों ने अपना झंडा भी लगाया। इस 6 फीट ऊंची मूर्ति को साल 2012 में भारत की सरकार ने तोहफे के रूप में कनाडा को दिया था। जिसे वहां के ओंटारियो प्रांत के हेमिल्टन शहर के सिटी हॉल में लगाया गया था।
गुरुवार को महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ने का मामला तब सामने आया है जब कनाडा की सरकार खालिस्तानियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का आश्वसन दे चुकी है। दरअसल, कनाडा के शहर ओटावा में गुरुवार को खालिस्तानियों ने एक प्रदर्शन किया था। इसमें प्रदर्शनकारियों ने एक भारतीय पत्रकार के साथ अभद्रता भी की थी।
खालिस्तानियों के प्रदर्शन के चलते भारतीय राजदूत को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में होने वाले प्रोग्राम में जाने का प्लान कैंसिल करना पड़ा था। जिसके बाद कनाडा के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर आश्वसन दिया था कि वो खालिस्तानियों के उपद्रव के खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे।
लंदन में रविवार को भारतीय हाई कमीशन में तिरंगे के अपमान के बाद खालिस्तान समर्थकों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी इंडियन कॉन्स्यूलेट पर हमला किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- रविवार को यहां भी खालिस्तान समर्थक जुटे। इन लोगों ने स्प्रे पेंट्स से अमृतपाल को रिहा करो.. लिख दिया। इन लोगों ने कॉन्स्यूलेट के गेट्स तोड़ दिए। वहां खालिस्तान के झंडे लगा दिए थे।
वहीं, लंदन स्थित भारतीय हाई कमीशन के बाहर तिरंगे का अपमान करने वाले खालिस्तानी समर्थक अवतार सिंह खंडा को ब्रिटेन में गिरफ्तार कर लिया गया। खंडा प्रतिबंधित ग्रुप बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का सदस्य है। वहीं पंजाब में चल रही जांच में भी सामने आ रहा है कि खंडा ही अमृतपाल का हैंडलर है।
खंडा पाकिस्तान में छिप कर बैठे BKI के प्रमुख सदस्य परमजीत सिंह पम्मा का खास है। पम्मा के आदेश पर खंडा ने अमृतपाल सिंह को पंजाब में खालिस्तान मिशन के लिए तैयार किया। इसके बाद जॉर्जिया में अमृतपाल की ट्रेनिंग हुई। अमृतपाल ने यहां सिख धर्म की जरूरी बातें सीखीं। अमृतपाल के भारत वापस आने पर सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए उसे युवाओं में पॉपुलर किया गया।

बांग्‍लादेश के दो बड़े बंदरगाहों का प्रयोग कर सकेगा भारत, दोस्‍ती में शुरू हुई नई पहल.
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MMNN:20 March 2023

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चटगांवऔर सिलहट में देश के बंदरगाहों का इस्तेमाल करने की भारत को पेशकश की है। उन्‍होंने कहा कि इससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी तथा लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ेगा। चटगांव बांग्लादेश का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के निकट होने के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। ढाका ट्रिब्यून अखबार ने प्रधानमंत्री हसीना के हवाले से कहा, यदि भारत चाहे तो वह हमारे चटगांव और सिलहट बंदरगाहों का इस्तेमाल कर सकता है।
इंडिया फाउंडेशन’ के राम माधव ने रविवार को हसीना के आधिकारिक आवास गणभवन में उनसे मुलाकात की थी जिस दौरान प्रधानमंत्री ने यह पेशकश की। प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि इस कदम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी तथा लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ेगा। खबर के अनुसार, माधव के साथ बातचीत में हसीना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपना शुभकामना संदेश भी भेजा।
माधव ने हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश की सामाजिक-आर्थिक वृद्धि की सराहना की। खबर में उनके हवाले से कहा गया है, 'पड़ोसी देश होने के नाते बांग्लादेश और भारत में शानदार मित्रता है और उम्मीद है कि भविष्य में भी यह रिश्ता बरकरार रहेगा।' हसीना के डिप्‍टी प्रेस सेक्रेटरी केएम शखावत मून ने भी इस बारे में मीडिया को जानकारी दी।
दो अहम बंदरगाहों की पेशकश से पहले भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने शेख हसीना के साथ 18 मार्च को नॉर्थ बंगाल के सिलीगुड़ी में एक पाइपलाइन का उद्घाटन भी किया है। बांग्‍लादेश के दिनाजपुर प्रांत के पारबतीपुर में स्थित यह पाइपलाइन 131.5 किलोमीटर लंबी है। इसे भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन (IBFPL) का नाम दिया गया है। पाइपलाइन के उद्घाटन के समय भी हसीना ने भारत को बांग्लादेश का 'सच्चा दोस्त' करार दिया था। उन्‍होंने कहा था कि वो इस दोस्‍ती को आगे बढ़ाना चाहती हैं।


अरुणाचल पर भारत के समर्थन में अमेरिका:सीनेट में राज्य को भारत का अभिन्न अंग बताने वाला बिल पेश, चीन को बताया खतरा
18 February 2023
अरुणाचल प्रदेश काे भारत का अभिन्न अंग बताते हुए अमेरिकी सीनेट में एक बिल पेश किया गया है। सीनेटर जैफ मर्कले और बिल हैगर्टी ने मिलकर यह बिल रखा। अरुणाचल प्रदेश काे लेकर हाल में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। दोनों सीनेटर ने कहा कि चीन मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए खतरा पैदा कर रहा है। ऐसे में हमारे लिए अपने रणनीतिक सहयोगियों के साथ खड़े रहना जरूरी है।
अमेरिकी सीनेट में जैफ मर्कले ने कहा कि बिल यह साफ करता है कि अमेरिका अरुणाचल काे भारत के हिस्से के रूप में देखता है, न कि चीन के हिस्से के तौर पर। हम मैक्मोहन लाइन काे मान्यता देते हैं। इसमें दोनों देशों के बीच यथास्थिति बदलने के लिए चीन के सैनिक दखल, विवादित क्षेत्रों में गांव बसाने और इलाके के मंदारिन नाम के साथ नक्शे जारी करने की निंदा की गई है।

बीबीसी दफ्तरों पर आयकर सर्वे मामले पर बोला अमेरिका, लोकतंत्र को मजबूत करता है मुक्त प्रेस
15 February 2023
वॉशिंगटन. BBC Income Tax Survey एक एजेंसी के अनुसार, दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के दफ्तरों में दूसरे दिन बुधवार को भी इनकम टैक्स सर्वे जारी है। मंगलवार को इस मामले पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया में कहाकि, जानकारी है, लोकतंत्र को मजबूत करता है मुक्त प्रेस।
BBC Income Tax Survey बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित आफिस में 14-15 फरवरी की रात तक आयकर विभाग का सर्वे जारी रहा। और एक एजेंसी के अनुसार, दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के दफ्तरों में दूसरे दिन बुधवार को भी इनकम टैक्स सर्वे जारी है। इस मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी अपनी राय रखी। IT सर्वे पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहाकि, हम भारतीय कर अधिकारियों द्वारा दिल्ली में BBC कार्यालयों की तलाशी के बारे में जानते हैं। मैं और अधिक व्यापक रूप से कहूंगा कि, हम दुनियाभर में स्वतंत्र प्रेस के महत्व का समर्थन करते हैं। बीबीसी पर इंटरनेशनल टैक्स में गड़बड़ी का आरोप है। वाशिंगटन में अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा, इस खोज के विवरण के लिए मुझे आपको भारतीय अधिकारियों के पास भेजने की आवश्यकता होगी। इस कार्रवाई से परे, मानवाधिकारों के रूप में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता का महत्व, जो दुनियाभर में लोकतंत्र को मजबूत करने में योगदान देता है, उसे हाईलाइट करना जारी रखेंगे। ये सार्वभौमिक अधिकार दुनियाभर के लोकतंत्रों की आधारशिला हैं। प्राइस ने आगे कहा, हम इन खोजों के तथ्यों से अवगत हैं, लेकिन मैं निर्णय देने की स्थिति में नहीं हूं।
जानकारी लेने के बाद वापस होंगी जब्त वस्तुएं सूत्रों के अनुसार बीबीसी के दफ्तर में जांच के दौरान कार्यालय में मौजूद सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए थे। साथ ही अकाउंट डिपार्टमेंट में रखे कम्प्यूटर को भी स्कैन किया गया। सूत्रों के अनुसार, बताया जा रहा है कि, जरूरी जानकारी एकत्र करने के बाद सभी चीजें लोगों को हैंडओवर कर दी जाएंगी।

Pulwama हमले का दुनिया में विरोध, न्यूयॉर्क में पाक दूतावास के बाहर प्रदर्शन
23 February 2019
न्यूयॉर्क। पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ दुनियाभर में गुस्सा है और इसी के चलते अमेरिका के न्यूयॉर्क और न्‍यू जर्सी में भारतीय प्रवासी संगठनों ने प्रदर्शन किया है। जहां एक तरफ न्यूजर्सी में भारतीय मूल की नॉर्थ अमेरिकन कम्यूनिटी ने 22 फरवरी को मोमबत्ती जलकर हमले की शहीदों को श्रद्धांजलि दी वहीं न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस हमले को लेकर भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में विरोध बढ़ता जा रहा है। इस हमले के खिलाफ भारतीय मूल के नागरिक भी एकजुट हो रहे हैं। गत शनिवार को ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों ने विरोध प्रकट किया था। गत शनिवार को लंदन स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारतीय मूल के लोगों ने प्रदर्शन किया। पुलवामा हमले की कड़ी निंदा कर चुके ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) ने ब्रिटिश नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे पाकिस्तान से सटे सीमाई इलाकों और पर्यटक स्थलों पर जाने से परहेज करें। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीते गुरुवार को सुरक्षा बल के एक काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
BRITAIN : 97 वर्षीय प्रिंस फिलिप ने लाइसेंस किया सरेंडर, 70 की उम्र में हो जाता है रद्द
11 February 2019
लंदन। ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप (97) ने अपनी मर्जी से शनिवार को ड्राइविंग लाइसेंस सरेंडर कर दिया। बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा है कि पिछले महीने उनकी कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। प्रिंस फिलिप की कार दुर्घटना के बाद काफी विवाद हुआ था और मीडिया में बढ़ती उम्र में वाहन चलाने को लेकर गंभीर चर्चा छिड़ गई थी। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नोरफ्लोक पुलिस इसकी पुष्टि करती है कि सैंड्रिंघम दुर्घटना में शामिल लैंडरोवर के ड्राइवर ने स्वेच्छा से अपना लाइसेंस सरेंडर कर दिया है। हालांकि, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप हादसे के बाद एक बार फिर कार चलाते हुए दिखे थे। मगर, उस दौरान उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी, जिसकी वजह से पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी थी। बताते चलें कि पिछले महीने कार हादसा दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में महारानी के सैंड्रींघम इस्टेट के पास हुआ था, जहां दोनों ने सर्दी की छुट्टी का अधिकतर समय बिताया। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने बताया कि हादसे में एक अन्य कार में पिछली सीट पर बैठा नौ महीने का बच्चा बाल-बाल बच गया। वाहन में बैठी एक महिला का हाथ टूट गया जबकि अन्य के घुटने में चोट लग गई। हादसे की यह खबर ब्रिटेन के कई अखबारों की सुर्खियां बनीं। फिलिप के इस उम्र में कार चलाने को लेकर देश में बहस छिड़ गई थी। कुछ लोग इतनी अधिक उम्र में कार चलाने को सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं मानते। ब्रिटेन में ड्राइविंग की कोई उम्र सीमा नहीं है। मगर, 70 साल का होने पर व्यक्ति का लाइसेंस रद्द हो जाता है। उसे रिन्यू नहीं कराने पर वह गाड़ी नहीं चला सकता।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव के खिलाफ ठोस सबूत देगा पाकिस्तान : कुरैशी
9 February 2019
लंदन। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कुलभूषण जाधव को लेकर कहा है कि पाकिस्तान 19 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपना पक्ष मजबूती के साथ रखेगा। उन्होंने कहा कि खुफिया ऑपरेशन के दौरान भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया गया था। बताते चलें कि पाकिस्तान सरकार जाधव के भारतीय जासूस होने का दावा करती है। जबकि वास्तव में वह भारत के पूर्व नौसैनिक अधिकारी हैं, जो अपने कारोबार के सिलसिले में ईरान के सीमावर्ती इलाके में गए थे। वहां से तालिबान ने उन्हें पकड़कर पाकिस्तानी एजेंसियों के हवाले कर दिया था। कानूनी सहायता दिए बगैर जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। भारत ने इस सजा के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील की है, जहां से जाधव की सजा को स्थगित कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामले की अगली सुनवाई 19 फरवरी को होनी है। मैनचेस्टर में आयोजित एक स्वागत समारोह में कुरैशी ने कहा, पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में जाधव के शामिल होने के सारे सबूत मौजूद हैं। जाधव ने उन सभी घटनाओं में खुद के शामिल होने की पुष्टि की है। पाकिस्तान का कानूनी दल इन्हीं सबूतों को 19 फरवरी को द हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में सुनवाई के दौरान रखेगा। बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत कार्य करती है और यह देशों के बीच होने वाले विवादों को सुलझाने का कानूनी मंच है। पाकिस्तान सरकार के अनुसार, जाधव कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है। वह पाकिस्तान में तोड़-फोड़ वाली गतिविधियां करने के उद्देश्य से ही दाखिल हुआ था। उसने अपना कार्यक्षेत्र बलूचिस्तान को बनाया था। हालांकि, पाकिस्तान ने जाधव को वकील मुहैया नहीं कराया। जाधव को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया, जो कि वियना कन्वेंशन का उल्लंघन है। पाकिस्तान के इन आरोपों का भारत शुरू से ही खंडन करता आया है। भारत का कहना है कि जाधव को गलत तरीके से अगवा कर पाकिस्तान में ले जाया गया और उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।
अगले हफ्ते तक आईएस को पूरी तरह खत्म कर देंगे : डोनाल्ड ट्रंप
8 February 2019
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अगले सप्ताह तक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को पूरी तरह से इराक और सीरिया से खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस लेने के अपने फैसले पर कुछ सबसे वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की आपत्तियां मिली थी। मगर, इस फैसले के बावजूद अमेरिका चरमपंथी संगठन के अवशेषों से लड़ने में तरस नहीं खाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने आईएस से जंग लड़ रहे अमेरिका के नेतृत्व वाले सहयोगियों के 79 सदस्यों के प्रतिनिधियों से कहा कि हमारी सेना, गठबंधन सहयोगी और सीरियाई डेमोक्रेटिक सुरक्षा बलों ने सीरिया और इराक में आईएस के कब्जे में रहे पूरे इलाके को लगभग आजाद करा लिया है। आईएस के कब्जे में अब बहुत थोड़ा ही इलाका है, जहां वे 'खलीफा का शासन' होने का दावा करते हैं। ट्रंप ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि किसी भी समय इस बात की औपचारिक घोषणा हो सकती है। संभव है अगले सप्ताह यह घोषणा हो जाए कि हमने आईएस के कब्जे वाले इलाकों पर 100 फीसद नियंत्रण पा लिया है। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में अमेरिका और उसके सहयोगियों ने 20,000 वर्ग मील से अधिक भूमि पर दोबारा कब्जा जमाया है। ट्रंप ने कहा कि हमने युद्ध का एक मैदान जीता और उसके बाद जीतते चले गए। मोसुल और रक्का दोनों को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि आईएस के सौ से ज्यादा अन्य शीर्ष अधिकारियों को खत्म कर दिया गया है और हजारों आईएस लड़ाकों को खदेड़ दिया गया है। बताते चलें कि हाल ही में अधिकारियों ने घोषणा की थी कि आईएस के कब्जे वाले 99.5 फीसद इलाके को छीन लिया गया है। अब आईएस का शासन सीरिया में महज पांच वर्ग किलोमीटर के इलाके में रह गया है, जहां भारी मात्रा में आईएस के लड़ाके जमा हो गया हैं। हालांकि, आशंका जाहिर की जा रही है कि अमेरिकी सेना के वहां से निकलने से आतंकियों को लाभ मिलेगा। मगर, ट्रंप ने गठबंधन के सदस्यों से विदेश विभाग की बैठक में कहा कि आतंकी समूह के बचे हुए लोगों पर नरमी करने से घातक परिणाम हो सकते हैं, लेकिन वह अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के लिए दृढ़ थे। उन्होंने गठबंधन के सदस्यों से आह्वान किया कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खड़े हों और अपना "उचित योगदान" दें।
चीन में शूकर नववर्ष का आगाज, जानिए किन जानवरों के नाम से जुड़ा होता है नया साल का नाम
6 February 2019
चीनी नववर्ष को ‘लूनर न्यू ईयर’ के नाम से भी जाना जाता है। नए साल की शुरुआत चांद पर आधारित कैलेंडर के पहले महीने की पहली तारीख से होती है। इस बार 5 फरवरी से शुरू हुए न्यू ईयर को 'ईयर ऑफ द पिग' कहा जा रहा है। 15 दिनों तक चलने वाले नए साल का समापन लालटेन उत्सव के साथ होगा। बताते चलें कि चीनी राशि चक्र के हिसाब से हर नया साल किसी जानवर से जुड़ा होता है। चीनी राशि चक्र में 12 जानवर शामिल हैं। हर 12 साल में यह चक्र दोहराया जाता है। हर साल नए साल की तारीख अलग-अलग होती है, जो लूनर कैलेंडर (चंद्रमा) के आधार पर तय होती है। इस राशि चक्र में चूहा, बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर, ये 12 पशु इसके लिए निर्धारित किए गए हैं। परिवार को मिलाता है नया साल चीनी नववर्ष मेल-मिलाप कराता है, सभी झगड़ों को मिटाता है और सभी को सुख-शान्ति की शुभकामनाएं देता है। नए साल के अगले दिन बच्चे अपने माता-पिता को नववर्ष की बधाई देते है और लाल कागज के लिफाफे में माता-पिता अपने बच्चों को पैसे देते हैं। चीन में यह त्योहार सबसे लंबी राष्ट्रीय छुट्टी का पर्व है, जो 15 दिनों तक चलता है। करीब 30 करोड़ प्रवासी मजदूर अपनी जमा पूंजी के साथ अपने माता-पिता और गांवों में अपने बच्चों से मिलने और नववर्ष मनाने के लिए चले जाते हैं। लाल रंग का विशेष महत्व चीनी नववर्ष के शुरुआत की कहानी नीयन नामक एक काल्पनिक राक्षस से हुई है। वह अक्सर नववर्ष के पहले दिन आता था और मवेशियों, फसलों, और गांव वालों को खा जाता था। गांव वाले खुद को बचाने के लिए हर वर्ष की शुरुआत में अपने अपने दरवाजों के सामने खाना रख देते थे। यह समझा जाता था कि नीयन वह खाना खा लेगा, तो लोगों पर हमला नहीं करेगा। एक बार लोगों ने देखा कि नीयन बच्चों के पहने हुए लाल रंग से दूर भागता है। इसके बाद वे समझ गए कि नीयन लाल रंग से डरता है। तभी से नववर्ष से पहले ग्रामीण अपने अपने खिड़कियों और दरवाजों पर लाल रंग के लालटेन और लाल रंग के घूंघर लटकाने लगे। नीयन को भगाने के लिए लोग पटाखे भी फोड़ने लगे। कहा जाता है इसके बाद से नीयन गांव में फिर वापस लौटकर नहीं आया। चीन में लाल रंग का विशेष महत्व है।
UK: भारी बर्फबारी के बीच उस घर की छत पर नहीं थी बर्फ, जांच में पुलिस ने किया ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़, जानिए कैसे
4 February 2019
लंदन। कई बार छोटी-छोटी चीजों पर नजर रखकर आप बड़ी मुश्किल से बच सकते हैं और दूसरों को भी बचा सकते हैं। भारी बर्फबारी के कारण लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सड़कों से लेकर घरों की छतों तक बर्फ की मोटी चादर फैली है। मगर, एक घर की छत से बर्फ रहस्यमयी तरीके से गायब थी। इसे देखकर पुलिस को कुछ संदेह हुआ। पुलिस ने घर की एक तस्वीर शेयर करते हुए लोगों से अपील की है कि यदि वे भी कुछ अजीब अपने पड़ोस में देखें, तो तुरंत पुलिस को फोन करें। यह ड्रग्स से संबंधित अपराधों को सुलझाने में मददगार साबित हो सकता है। एम्स्टर्डम में ली गई तस्वीर में बर्फ में ढंके कई सीढ़ीदार घर दिखते हैं। मगर, एक घर की छत पर बर्फ ही नहीं थी। इसे लेकर पुलिस ने एक अवैध ड्रग्स के कारोबार के लिए ऑपरेशन शुरू किया। उन्हें घर के अंदर गांजे की खेती होती हुई दिखाई दी, जिन्हें हीट लैंप के नीचे उगाया जा रहा था। नीदरलैंड में अधिकारियों ने तस्वीर ली थी और बाद में इसे डेवॉन में किंग्सब्रिज पुलिस ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। बताते चलें कि ब्रिटेन में पुलिस ड्रग ऑपरेशंस को रोकने में मदद करने के लिए हेलीकॉप्टर से गश्त करती है। ब्रिटेन का पहला कानूनी अफीम की खेती का फार्म विल्टशायर में एक गुप्त स्थान पर खोला जा रहा है। वहां अधिकतम आठ टन अफीम का उत्पादन दवा के लिए किया जा सकता है। यहां 7.5-एकड़ ग्रीनहाउस को रुरल विल्टशायर में स्थापित किया जाएगा। बताते चलें कि होम सेकेट्री साजिद जाविद ने नए नियमों की घोषणा करने के बाद नवंबर से डॉक्टरों को गांजे के पौधे से दवाइयां बनाने की इजाजत दी है।
अमेरिका में वीजा फर्जीवाड़े में अब तक 130 छात्र गिरफ्तार, कई भारतीय शामिल
2 February 2019
वाशिंगटन। अमेरिका में फर्जी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए गए 130 विदेशी छात्र आव्रजन घोटाले का शिकार हो गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए छात्रों में ज्यादातर भारतीय हैं। इमीग्रेशन अटॉर्नी ने छात्रों के पकड़े जाने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय सक्रिय हो गया। मंत्रालय के निर्देश पर भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने गिरफ्तार छात्रों को कानूनी सहायता दिए जाने की मांग अमेरिकी अधिकारियों के सामने रखी है। अमेरिका के गृह मंत्रालय ने आव्रजन संबंधी घोटाले को पकड़ने के लिए डेट्रॉयट की फर्जी फर्मिंग्टन हिल्स यूनिवर्सिटी को चारे की तरह इस्तेमाल किया। इससे दुनिया के कई देशों को अमेरिका में पढ़ाई के लिए आकर्षित किया गया। मामले में संघीय अभियोजक ने अदालत में आरोपों की जानकारी दी। बताया कि ये छात्र रहने के लिए धन चुकाने वाली स्कीम के तहत अमेरिका में दाखिल हुए। द इमीग्रेशन एंड कस्टम्स इन्फोर्समेंट (आईसीई) अधिकारियों ने बुधवार सुबह इन लोगों की धरपकड़ की। पकड़े गए आठ लोगों में भारतीय या भारतीय अमेरिकी हैं। इन पर वीजा फ्रॉड करने का आरोप है। मामले में यही मुख्य आरोप बनाए गए हैं। ये लोग युवाओं को स्टूडेंट वीजा पर लेकर अमेरिका आए थे। लाए गए युवाओं को अन्य कार्यों में लगाया जाना था। जबकि पकड़े गए 130 छात्रों को आव्रजन संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अदालत में सरकारी वकील ने बताया कि पकड़े गए छात्रों को पता था कि उन्हें फर्जी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का वीजा दिलाकर अमेरिका ले जाया जा रहा है। इन छात्रों को कई शहरों से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। यह हाल के वर्षों में भारत से गलत तरीके से अमेरिका गए सबसे ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी है।
ब्रिटेन में ब्रेक्जिट पर असमंजस बरकरार, सांसदों की छुट्टियां रद्द
1 February 2019
लंदन। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने की प्रक्रिया ब्रेक्जिट करार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अलगाव की आखिरी तारीख नजदीक आती जा रही है और ब्रेक्जिट करार पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे सरकार और विपक्षी दलों के बीच कोई सहमति बनती नजर नहीं आ रही है। ब्रेक्जिट को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने गुरुवार को सांसदों की फरवरी की छुट्टियों को रद्द करने की भी घोषणा की। ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस की नेता एंड्रिया लीड्सम ने गुरुवार को सांसदों से पूरे फरवरी काम करने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि हम दबाव में हैं, लेकिन सबकुछ नियंत्रण में है। हमें जो चाहिए उसे 29 मार्च से पहले हासिल कर लेंगे। पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि निचले सदन में 15 से 24 फरवरी तक अवकाश रहेगा। ब्रिटेन 46 साल बाद ईयू से हो रहा है अलग यूरोपीय संघ में 46 साल रहने के बाद ब्रिटेन उससे अलग हो रहा है। 29 मार्च अलगाव की आखिरी तारीख है। लेकिन अलगाव के बाद यूरोपीय संघ के साथ ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों को लेकर अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है। 2016 में कराए गए जनमत संग्रह में ब्रिटेन के लोगों ने अलगाव का समर्थन किया था। तब से पीएम मे ने यूरोपी संघ के नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत के बाद ब्रेक्जिट करार तैयार किया था। लेकिन ब्रिटिश संसद ने अपने ऐतिहासिक फैसले में उसे खारिज कर दिया था। तब से थेरेसा मे और सांसदों के बीच कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है। पीएम मे ने यूरोपीय संघ से भी कुछ और सहूलियत लेने की कोशिश की, लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी। यूरोपीय संघ अब ब्रेक्जिट करार पर किसी तरह की वार्ता के लिए तैयार नहीं है। सबसे ज्यादा पेंच अलगाव के बाद उत्तरी आयरलैंड की सीमा को खोले रखने को लेकर है। करार के मुताबिक, दो साल तक सीमा को खुला रखना है। ब्रेक्जिट करार के विरोधियों का कहना है कि अगर यह करार अमल में आता है तो ब्रिटेन यूरोपीय संघ का उपनिवेश बनकर रह जाएगा। दूसरी ओर, ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने बीबीसी से कहा कि अगर ब्रेक्जिट करार पर बातचीत लंबी खींचती है तो अलगाव में देरी हो सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि समय से पहले सबकुछ ठीक कर लेने की कोशिश हो रही है। लेकिन, यूरोपीय संघ ने पहले ही कह दिया है कि ब्रेक्जिट की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। थिंक टैंक ने भी सरकार को चेताया दूसरी ओर, ब्रिटेन के एक प्रभावशाली थिंक टैंक ने सरकार को चेताया है कि अगर बिना किसी समझौते के ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होता है तो उसके बहुत गंभीर नतीजे होंगे। इसके लिए सिर्फ सरकार को ही तैयार नहीं रहना होगा, उद्यमियों और आम लोगों को भी यह जानना होगा कि उन पर इसका क्या असर पड़ेगा। वहीं, कार निर्माता कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ मोटर मैन्यूफैक्चरिंग ने कहा है कि बिना समझौते के अलग होने से देश का दो तिहाई वाहन कारोबार खतरे में पड़ जाएगा।
अमेरिका ने सतर्क किया, भारत में होंगे आतंकी हमले, चुनाव से पहले दंगे भी
30 January 2019
वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी गुट भारत और अमेरिका में हमले जारी रखेंगे। अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया विभाग के निदेशक डैन कोट्स ने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान का नजरिया संकुचित है। वह उन्हीं आतंकी गुटों के खिलाफ कार्रवाई करता है जिनसे पाकिस्तान को प्रत्यक्ष खतरा होता है। पाकिस्तान आतंकवाद को नीतिगत हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है। इससे तालिबान के खिलाफ लड़ाई में अमेरिकी प्रयासों को पर्याप्त सफलता नहीं मिल रही है। भारत और चीन के संबंधों पर कोट्स ने कहा है कि दोनों देशों के बीच आगे भी तनाव बना रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा दोनों देशों के संबंधों में सुधार की कोशिशें की जा रही है। कोट्स के मुताबिक सैन्य हलचल या सीमा पर निर्माण गतिविधियों को लेकर मतभेद के चलते दोनों देशों के बीच इस साल भी तनाव की स्थिति रहेगी। चीन अपनी आर्थिक ताकत, राजनीतिक प्रभुत्व और सैन्य क्षमता को बढ़ाने की कोशिशों में जुटा रहेगा। कोट्स ने भारत में आम चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा की आशंका भी जताई है। उन्होंने कहा है कि अगर भाजपा हिंदुत्व को लेकर आगे बढ़ती है तो देश में चुनाव से पहले दंगे भड़कने का खतरा है। खुफिया मामलों पर अमेरिकी सीनेट के सेलेक्ट कमेटी को कोट्स ने बताया कि मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान भाजपा की नीतियों के चलते भाजपा शासित कुछ राज्यों में सांप्रदायिक तनाव बढ़ा है।
चीनी मोबाइल कंपनी हुवावे और उसकी CFO पर US ने दर्ज कराए 23 आपराधिक केस
29 January 2019
वॉशिंगटन। अमेरिका ने चीन की बड़ी टेलीकॉम कंपनी हुवावे और उसकी मुख्‍य वित्‍तीय अधिकारी मेंग वानझोऊ के खिलाफ 23 आपराधिक मामले दर्ज कराए हैं। इन पर बैंक जालसाजी, न्‍याय में रुकावट डालने और अमेरिकी कंपनी टी मोबाइल की तकनीक चुराने का आरोप है। हालांकि, हुवावे कंपनी और कंपनी में मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वांगझोऊ ने अमेरिका के सभी आरोपों का खंडन किया है। मेंग कंपनी के संस्थापक की बेटी हैं। मेंग को पिछले महीने कथित तौर पर ईरान पर लगी पाबंदियों का पालन न करने की वजह से अमेरिका के कहने पर एक दिसंबर को कनाडा के वेंकूवर में गिरफ्तार किया गया था। इस घटना के बाद चीन के कनाडा और अमेरिका के साथ संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। हालांकि, बाद में कोर्ट ने मेंग को लगभग साढ़े सात मिलियन डॉलर के मुचलके पर जमानत दे दी थी, लेकिन वह 24 घंटे निगरानी में है और उनके टखने में एक इलेक्‍ट्रॉनिक टैग लगा हुआ है। हाल के महीनों में कई देशों ने हुवावे को लेकर सुरक्षा चिंता जाहिर करते हुए लोगों से हुवावे के उत्‍पाद खरीदने से बचने की सलाह दी है। बता दें कि हुवावे टेलीकम्‍युनिकेशन सामान और सर्विसेज के मामले में दुनिया की बड़ी कंपनियों में शुमार है। पश्चिम के कई देशों का मानना है कि चीनी सरकार हुवावे की तकनीक के जरिए जासूसी को बढ़ा सकती है। हालांकि, कंपनी का कहना है उस पर सरकार का नियंत्रण नहीं है।
इस मेक-अप व्लॉगर की एक झलक पाने को मॉल में जमा हो गए 8,000 लोग
28 January 2019
लंदन। एक अमेरिकी YouTube स्टार की झलक पाने के लिए बर्मिंघम में प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई। हजारों चिल्लाते हुए प्रशंसक 19 साल के मेक-अप आर्टिस्ट की एक झलक देखना चाहते थे और उसके साथ सेल्फी लेना चाहते थे। व्लॉगर जेम्स चार्ल्स जब बर्मिंघम के बुलरिंग शॉपिंग सेंटर पहुंचे, तो प्रशंसकों की भीड़ के चलते वहां अराजकता फैल गई। मोटर चालकों को अपनी कारों को रास्ते में ही छोड़ दिया और घंटों तक सड़कों पर जाम लगा रहा। दरअसल, टीनएजर्स इंस्टाग्राम पर्सनैलिटी को देखने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थे। मॉर्फी कॉस्मेटिक्स के शोरूम के उद्घाटन के लिए जेम्स यहां पहुंचे थे। पहले यह शो-रूम सिर्फ लंदन में ही मौजूद था। मगर, लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए शो-रूम के मालिक परेशान हो गए। आखिर में भीड़ को काबू करने के लिए उन्हें अतिरिक्त पुलिस को बुलाना पड़ा। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि मॉल में पैर रखने की भी जगह नहीं है। करीब 8,000 से अधिक लोग मेक-अप गुरू जेम्स से मिलने के लिए बेताब दिख रहे थे। इसे देखते हुए शो-रूम के मालिकों ने किसी अनहोनी को रोकने के लिए एस्केलेटर को बंद कर दिया था। ऐसे मिली पहचान ऑन लाइन मेकअप ट्यूटोरियल्स देकर चार्ल्स को खासी पहचान और नाम मिला है। फेसबुक पर उनके 1.2 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं और इंस्टाग्राम में 1.3 करोड़ फॉलोअर्स हैं। वह न्यूयॉर्क के एक फेमस फैशन व्लॉगर हैं। उन्होंने साल 2015 में मेक-अप ट्यूटोरियल्स बनाने शुरू किए थे। हालांकि, उन्हें अक्टूबर 2016 में उस वक्त ख्याति मिली, जब ब्यूटी ब्रांड कवर गर्ल्स में पहली बार किसी पुरुष की तस्वीर प्रकाशित की गई। काइली जेनर के साथ हैलोवीन मेक-अप का वीडियो करने के बाद सोशल मीडिया में जेम्स के फॉलोअर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई। फेसबुक पर उनके वीडियोज को 2.5 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। ट्विटर और इंस्टाग्राम में उनके करोड़ों फॉओलर्स हैं।
नवाज शरीफ की हालत गंभीर, चेकअप के बाद वापस भेजा जेल
24 January 2019
लाहौर। पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हालत बहुत ज्यादा गंभीर है। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इसलिए उन्हें देर किए बगैर अस्पताल भेजा जाए। यह बात बुधवार को नवाज शरीफ के डॉक्टर ने कही है। शरीफ (69) लाहौर की कोट लखपत जेल में भ्रष्टाचार मामले में सात साल के कारागार की सजा भुगत रहे हैं। मंगलवार को अचानक हृदय में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन कुछ घंटे बाद परीक्षण करके और दवा देकर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और वापस जेल में डाल दिया गया। पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी, लाहौर के डॉक्टरों ने शरीफ की हालत को बहुत ज्यादा गंभीर नहीं बताया है। इन्हीं डॉक्टरों ने शरीफ के स्वास्थ्य परीक्षण किए थे। लेकिन यह सलाह दी है कि शरीफ को लगातार दवा और देखभाल की जरूरत है। जबकि शरीफ के निजी डॉक्टर अदनान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री की दशा को बहुत गंभीर करार दिया है। अदनान हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। निजी डॉक्टर ने कहा है कि नवाज शरीफ को जिस तरह का हृदय रोग है, उसका जेल में इलाज संभव नहीं है। इसलिए उन्हें पर्याप्त देखभाल के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए। अदनान ने कहा, पूर्व में गठित स्पेशल मेडिकल बोर्ड ने शरीफ के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की सिफारिश की थी लेकिन सरकार ने उस पर ध्यान नहीं दिया। मेडिकल बोर्ड ने शरीफ की हालत को ठीक करार नहीं दिया था। वैसे शरीफ के स्टे्रस थैलियम टेस्ट की रिपोर्ट में 56 प्रतिशत हालात सामान्य होने की रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के अनुसार शरीफ के हृदय का बांया वेंट्रिकिल, जहां से पूरे शरीर में रक्त जाता है, वह क्षतिग्रस्त हो गया है। शरीफ की सेहत पर चिंता व्यक्त करते हुए उनकी बेटी मरियम ने कहा है कि उन्हें मीडिया में आ रही खबरों से ही अपने बीमार पिता के बारे में जानकारियां मिल रही हैं। बाकी कोई उन्हें कुछ नहीं बता रहा। भाई शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि तीन बार देश के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराया जाए।
60 लाख में बिक रहा दुर्घटनाग्रस्त हुई प्रिंस फिलिप की लैंड रोवर कार का मलबा
23 January 2019
लंदन। ब्रिटेन के प्रिंस फिलिप की दुर्घटनाग्रस्त कार लैंड रोवर फ्रीलैंडर का मलबा बिक रहा है। ऑनलाइन बेचे जा रहे इस मलबे की कीमत 65 हजार पाउंड (करीब 59 लाख 58 हजार रुपए) रखी गई है। फिलिप की दुर्घटनाग्रस्त कार के मलबे को बेचने से प्राप्त राशि कैंसर रिसर्च सेंटर यूके को दी जाएगी, ताकि उसका सही इस्तेमाल हो सके। कार के क्षतिग्रस्त पुर्जे खरीदने के लिए 139 नीलामी की बोलियां लगाई जाएंगी। बताते चलें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 97 वर्षीय पति प्रिंस फिलिप बीते गुरुवार को कार हादसे का शिकार हो गए थे। सैंडीग्राम एस्टेट में प्रिंस फिलिप सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। दुर्घटना में एक महिला घायल हो गई थी, जबकि प्रिंस फिलिप बाल-बाल बच गए थे। हादसे के बाद डॉक्टरों ने प्रिंस फिलिप की औपचारिक जांच की थी और इसके बाद उन्हें स्वस्थ करार दिया था। मलबा बेचने वाले विक्रेता का दावा है कि उसके पास प्रिंस फिलिप की कार के कुछ पुर्जे हैं। इनमें प्रिंस फिलिप का डीएनए भी हो सकता है। हादसे के दो दिन बाद ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप नई लैंड रोवर फ्रीलैंडर कार चलाते देखे गया था। इस दौरान उन्होंने सीटबेल्ट नहीं लगाई थी। लिहाजा, इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस उनके घर गई और उन्हें सीट बेल्ट पहनकर कार चलाने की हिदायत दी थी।
पवित्र कैलास मानसरोवर के भारतीय क्षेत्र वाला हिस्सा बनेगा राष्ट्रीय धरोहर
22 January 2019
देहरादून। पवित्र कैलाश के भारतीय क्षेत्र वाले 7120 वर्ग किलोमीटर हिस्से को राष्ट्रीय धरोहर बनाने का रास्ता साफ हो गया है। संस्कृति मंत्रालय ने इस संबंध में भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के प्रस्ताव पर मुहर लगाकर न सिर्फ कैलाश क्षेत्र को राष्ट्रीय धरोहर बनाने पर अपनी मंशा जाहिर कर दी है, बल्कि इससे भारत, चीन व नेपाल के संयुक्त कैलाश भूक्षेत्र को विश्व धरोहर का दर्जा दिलाने की तरफ भी कदम बढ़ा दिया गया है। नेपाल की अंतरराष्ट्रीय संस्था इसीमोड के माध्यम से तीनों देशों में पवित्र कैलाश के 31 हजार 252 वर्ग किलोमीटर भूक्षेत्र को यूनेस्को संरक्षित विश्व धरोहर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में तय किया गया है कि कैलाश क्षेत्र को सांस्कृतिक व प्राकृतिक (मिश्रित) विश्व धरोहर का दर्जा दिया जाना चाहिए। इस दिशा में चीन ने सबसे पहले कदम बढ़ाते हुए अपने हिस्से वाले भूक्षेत्र को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दिया है। जबकि अब भारत के संस्कृति मंत्रालय ने भी प्रयास तेज करते हुए परियोजना से जुड़ी एजेंसियों की बैठक बुलाई। बैठक से शिरकत कर लौटे भारतीय वन्यजीव संस्थान के निदेशक डॉ. वीबी माथुर ने बताया कि मंत्रालय ने प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है। पवित्र कैलाश भूक्षेत्र का प्रमुख हिस्सा उत्तराखंड में है, लिहाजा तय किया गया है कि सरकार से औपचारिक सहमति ली जाएगी। इसको लेकर मंत्रालय उत्तराखंड सरकार को पत्र भेजेगा और फिर फरवरी में दोबारा बैठक बुलाकर प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगाएगा। यूसैक की सेटेलाइट मैपिंग का अहम योगदान पवित्र कैलास भूक्षेत्र की प्राकृतिक व सांस्कृतिक विविधता और इसमें आ रहे बदलाव को लेकर उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) ने 14 सेटेलाइट मैप तैयार किए हैं। इसमें समाहित तथ्यों के आधार पर डब्ल्यूआईआई को बेहतर प्रस्ताव बनाने में खासी मदद मिली। कैलाश भूक्षेत्र की स्थिति (क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर में) देश क्षेत्रफल आबादी भारत 7,120 4,60,000 चीन (तिब्बत) 10,843 8,800 नेपाल 13,289 5,64,000 कुल 31,252 10,32,800 बेहतर होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत, चीन व नेपाल के साझा प्रयासों से कैलाश भूक्षेत्र को विश्व धरोहर का दर्जा मिलने के बाद इसके संरक्षण के प्रयास भी तेज हो पाएंगे। इससे न सिर्फ समूचे भूक्षेत्र का विकास होगा, बल्कि कैलाश मानसरोवर यात्रा भी बेहतर होगी। यात्रा का अधिकांश हिस्सा भारत में भारत में कुल यात्रा मार्ग 1433 किलोमीटर का है। जिसमें 127 किमी पैदल व 1306 किमी यात्रा वाहन से की जाती है। कुल 1433 किमी की यात्रा में 14 दिन लगते हैं। -चीन सीमा में कुल 464 किमी की यात्रा में 53 किमी पैदल व 411 किमी वाहन से की जाती है। कुल 464 किमी की यात्रा में 12 दिन का समय लगता है।
पाकिस्तान ने चीन को बेचे बाल, पांच साल में कमाए 1 करोड़ रुपए
21 January 2019
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने पिछले पांच वर्षों में चीन को एक लाख पांच हजार 461 किलोग्राम मानव बालों का निर्यात किया है। इसकी कीमत एक लाख 32 हजार डॉलर (94 लाख 42 हजार रुपए) से ज्यादा बताई गई है। यह जानकारी व्यापार एवं कपड़ा मंत्रालय ने नेशनल असेंबली को दी है। बताया जा रहा है कि चीन में मेकअप इंडस्ट्री के विकास के बाद मानव बालों की मांग काफी बढ़ गई है। प्रमुख ब्यूटिशियन ए एम चौहान ने बताया कि पाकिस्तान से इसके निर्यात के पीछे की एक वजह विग पहनने का फैशन कम होना है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा स्थानीय बाजार में बालों से जुड़े सामानों के निर्माण में कमी होना भी, इसके निर्यात की वजह में से एक है। चौहान ने बताया कि निर्यातकों ने हेयर सलोन में अपने डस्टबिन लगा रखे हैं। ग्राहकों के काटे गए बालों को बिन में इकट्ठा किया जाता है। निर्यातक 5,000 से 6,000 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बाल खरीदते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले बालों का अमेरिका और जापान में भी निर्यात किया जाता है क्योंकि वहां भी इसकी काफी मांग है। इस वक्त पाकिस्तान में भी हेयर एक्सटेंशन और विग की काफी मांग है।
गजब संयोग : एक ही दिन एक ही अस्पताल में हुआ इस कपल का जन्म, नाम भी एक जैसा
18 January 2019
लंदन। दुनिया में अजीबो गरीब संयोग होते हैं। अब इस दंपति को ही देख लीजिए। दोनों का जन्म एक ही दिन, एक ही अस्पताल में हुआ था और दोनों ने नाम भी एक जैसे ही हैं। अगले हफ्ते वे अपना 40वां जन्मदिन साथ में मनाने जा रहे हैं। मगर, इत्तेफाकों का यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता है। दोनों एक ही दिन डेटिंग वेवसाइट से जुड़े और इसके बाद उनके जीवन की राह भी एक हो गई। उनकी पहली बेटी डेजी का जन्म पहली वेडिंग एनवर्सिरी को हुआ। डेनियल और डेनियली डॉसन (Daniel and Danielle Dawson) का जन्म 24 जनवरी 1979 को नार्थ डेवॉन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हुआ था। उन्होंने बताया कि 4 मार्च 2014 को दोनों ने साथ में एक डेटिंग वेबसाइट में साइन इन किया था। इस दंपति का मानना है कि यह उनकी नियति में था। हम दोनों को एक-दूसरे की तस्वीरें पसंद आईं और हम बात करने लगे। हमने अगले शनिवार शाम को साथ में डिनर करने का प्लान किया। शनिवार के आने का इंतजार नहीं हो रहा था, तो हमने शुक्रवार की शाम को मिलने का फैसला किया। डेनियल ने कहा कि वह लंबी दूरी की लॉरी का ड्राइवर था और डेनियली ने नॉर्थ डेवोन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मेडिकल सेक्रेट्री का काम किया था। उसने कहा कि यह पहली नजर का प्यार था। हम जल्दी से कॉफी पीने के लिए गए और वहां हम हंसते रहे और आनंद लेते रहे। यह तब जाहिर हो गया, जब हमने महसूस किया कि हम पहले कहीं मिले थे। उन्होंने कहा कि हमने अपने दिमाग पर जोर देने की कोशिश की कि हम हम कब और कहां मिले थे। मैं बर्नस्टेपल से था और डेनियली बिडफोर्ड से थी। फिर हमें पता चला कि हम दोनों का जन्म 24 जनवरी 1979 को एनडीडीएच में हुआ था। यानी हम बच्चों के रूप में मिले थे। डेनियल ने कहा कि हमें शुरू से लगता था कि जैसे हम दोनों एक दूसरे को सालों से जानते हैं। यह सच्चा प्यार था। बात-चीत का सिलसिला आगे बढ़ा और हमने 2015 में वेलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया। हमने 13 मई 2016 को पोर्टमोर गोल्फ पार्क में शादी की और सितंबर में पता चला कि हम एक बच्चे की उम्मीद कर रहे थे। 13 मई 2017 की मध्यरात्रि पर हमारी पहली बेटी डेजी का जन्म हुआ। यह सब सुनने में अजीब और किसी सपने जैसा लगता है।
आतंकियों के हाथ लिखी थी मौत, 9/11 हमले में जिंदा बचे लेकिन नैरोबी में गई जान
17 January 2019
वॉशिंगटन। बिजनेसमैन जैसन स्पिंडलर अमेरिकी धरती पर हुए सबसे वीभत्स आतंकी हमले में बाल-बाल बच गए थे। मगर, नैरोबी के होटल में हुए हमले में आतंकियों ने उन्हें मार डाला। वह बेहतरीन इंसान थे और लोगों की मदद करने में यकीन रखते थे। जैसन के कॉलेज में रूममेट रहे केविन यू ने उनके बारे में दिलचस्प बात बताई। यू ने कहा कि साल 2000 में जेसन स्पिंडलर ने ऑस्टिन के टेक्सास विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि ली। इसके बाद वह वॉल स्ट्रीट में इन्वेस्टमेंट बैंकर का काम करने के लिए न्यूयॉर्क चले गए। इसके बाद साल 2001 में अमेरिका में आतंकियों ने 9/11 की घटना को अंजाम दिया। तब लोगों की मदद करने को भागे थे जैसन उस दिन, जब मैनहट्टन शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ढहने से हजारों लोग भाग निकले थे। जैसन स्पिंडलर ने इसके विपरीत सीधे मलबे की ओर दौड़ लगा दी थी। वह लोगों को बाहर निकालने में मदद कर रहे थे। यू ने कहा कि जब हम गोलियों की आवाज सुनते हैं, तो बहुत से लोग तुरंत वहां से कूद कर भागने की कोशिश कर रहे थे। मगर, जैसन ने इसके उलट अंदर जाकर लोगों की मदद करना शुरू किया था। वह अमेरिका में हुए आतंकी हमले में तो बच गए थे, लेकिन मंगलवार को केन्या के नैरोबी में हुए आतंकी हमले में मारे गए। इस्लामिक चरमपंथी संगठन अल-शहाब के आतंकियों ने होटल परिसर में भीषण तबाही मचाई, जिसमें करीब 21 लोगों की मौत हो गई। यू ने उन भावनाओं को दोहराते हुए कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि जब उसने होटल के बाहर धमाकों की आवाज सुनी होगी, तो वह उन लोगों में से एक होगा जो लोगों की मदद करने के लिए दौड़ पड़ा होगा। इस बार भी छिपकर नहीं बैठा होगा जैसन यू ने कहा कि वह उन लोगों की तरह नहीं था, जो धमाकों की आवाज सुनकर बेंच पर बैठ गया हो या बाथरूम में छिप गया हो। जैसन स्पिंडलर का परिवार केन्या में जैसन के शव को लेने के लिए जा रहा है और सोमवार को उसके लिए एक धार्मिक सेवा करेगा, जब उसका 41 वां जन्मदिन है। यू ने कहा कि 11 सितंबर 2001 को हमलों के बाद उनका जीवन बदल गया। इसके बाद उनका सोचने का तरीका बदल गया। जेसन को लगने लगा था कि वह इससे ज्यादा कर सकते थे। इसके बाद जैसन ने इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की नौकरी छोड़ दी और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में कानून की डिग्री हासिल की और बाद में सोशल इंटरप्रेन्योरशिपपर ध्यान केंद्रित करने के लिए विदेश चले गए। जेसन की मौत है सदमा NYU के लॉ स्कूल ने एक बयान में कहा कि स्पिंडलर को जानने वाले लोग उन्हें गर्मजोशी से याद करेंगे। बयान में कहा गया है कि उनकी दुखद मौत न केवल उनके प्रियजनों के लिए धक्का है, बल्कि उन लोगों के लिए भी नुकसान है जिनके जीवन में वह सोशल इंटरप्रेन्योरशिप के जरिये बदलाव लाए थे। अल-शहाब ने किया था हमला बताते चलें कि केन्या की राजधानी में स्थित होटल दुसित में मंगलवार को पड़ोसी देश सोमालिया के इस्लामिक आतंकी संगठन अल-शहाब के आतंकियों ने निशाना बनाया था। अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि हमले में एक अमेरिकी नागरिक भी मारा गया है, लेकिन उसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई थी। स्थानीय समयानुसार दोपहर 3 बजे हमला शुरू हुआ था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चार आतंकी हमले में शामिल थे और उन्होंने हरे कपड़े पहने हुए थे।
ट्रंप की चेतावनी पर तुर्की का जवाब, आतंकवादियों से लड़ाई जारी रहेगी
15 January 2019
तुर्की कुर्द बलों को आतंकवादियों के रूप में देखता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को अपने ट्वीट में कहा था कि सीरिया से सैनिकों की लंबित वापसी शुरू कर आतंकी संगठन आईएस के छिटपुट बचे ठिकानों पर हमलों का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं, ट्रंप ने दूसरे एक सख्त ट्वीट में कहा था कि कुर्द बलों पर हमला करने पर तुर्की को आर्थिक रूप से तबाह कर देंगे। हालांकि, हम यह भी नहीं चाहते हैं कि कुर्द तुर्की को उकसाए। ट्रंप का यह ट्वीट उस क्षेत्र के उन सहयोगियों के लिए एक चेतावनी है, जिन्होंने आईएस के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का साथ दिया था। आईएस और कुर्द लड़ाकों में कोई फर्क नहीं: तुर्की ट्रंप की इस चेतावनी का करारा जवाब देते हुए तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के प्रवक्ता इब्राहिम कलिन ने भी ट्वीट पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इस्लामिक स्टेट और कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट (वाईपीजी) लड़ाकों के बीच कोई अंतर नहीं है। कलिन ने ट्वीट में लिखा- डोनाल्ड ट्रंप, आतंकवादी आपके साझेदार और सहयोगी नहीं हो सकते। तुर्की उम्मीद करता है कि अमेरिका हमारी रणनीतिक साझेदारी का सम्मान करे। तुर्की आतंकवादियों के खिलाफ लड़ रहा है न कि कुर्दों के खिलाफ। हम सभी तरह की आतंकवादी धमकियों से कुर्द और अन्य सीरियाई जनता की पूरी तरह सुरक्षा करेंगे।
भीख का कटोरा लेकर पाक नहीं पा सकता सम्मान, पड़ोसियों से संबंध बनाएं : हिना रब्बानी खार
14 January 2019
लाहौर। पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत के साथ मजबूत रिश्तों की वकालत की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की नेता ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका का पिछलग्गू बनने के बजाय भारत और अपने पड़ोसियों के साथ रिश्ते मजबूत करने चाहिए। हिना फरवरी, 2011 से मार्च, 2013 तक पाकिस्तान की विदेश मंत्री रही थीं। अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों पर आयोजित एक सेमीनार में पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को हमेशा खुद को सामरिक साझीदार के रूप में देखना चाहिए। हमें अमेरिका की जगह अफगानिस्तान, भारत, ईरान और चीन जैसे पड़ोसी देशों के साथ महत्वपूर्ण संबंध विकसित करने चाहिए। अमेरिका को इतनी ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था मदद पर निर्भर नहीं है। दोनों हाथों में भीख मांगने का कटोरा लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं पा सकता। गौरतलब है कि उनके ही कार्यकाल के दौरान अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मई 2011 में एक अमेरिकी सैन्य अभियान में मारा गया था। हिना ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका से ज्यादा उम्मीदें नहीं रखनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अवश्य ही अफगान युद्ध से बाहर निकल जाना चाहिए। 17 बरसों से चले आ रहे इस युद्ध में पाक को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
अमेरिका ने पिछले दशक में हजारों बालिका वधू के आवेदन किए स्वीकार
12 January 2019
वॉशिंगटन। संयुक्त राज्य अमेरिका में पिछले दशक में हजारों की तादात में बच्चों और बाल वधुओं को लाने के आवेदन को मंजूरी दी गई। एक मामले में 49 वर्षीय एक व्यक्ति ने 15 वर्षीय लड़की के प्रवेश के लिए आवेदन किया था। आव्रजन और राष्ट्रीयता अधिनियम न्यूनतम आयु की आवश्यकताओं को निर्धारित नहीं करता है। पत्नी या मंगेतर के लिए याचिकाओं के मामले में यूएस सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विस यह देखती है कि विवाह होम कंट्री में कानूनी रूप से मान्य है या नहीं और क्या उस राज्य में विवाह कानूनी होगा जहां याचिकाकर्ता रहता है। द एसोसिएटेड प्रेस ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से यह जानकारी दी है। मगर, बढ़ता हुआ डाटा इस बारे में सवाल उठाता है कि क्या इमिग्रेशन सिस्टम जबरन शादी को सक्षम कर सकता है। इसके साथ ही यह बाल विवाह और जबरन शादी को सीमित करने के प्रयासों के बावजूद यह कैसे अमेरिका के कानून को जटिस बना सकता है। संयुक्त राज्य में वयस्कों और नाबालिगों के बीच विवाह असामान्य नहीं है। वहीं, अधिकांश राज्य कुछ प्रतिबंधों के साथ बच्चों की शादी करने की अनुमति देते हैं। इन खामियों को करना होगा बंद सीनेट होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार साल 2017 में नाबालिगों की ओर से 5,000 से अधिक याचिकाएं वयस्कों ने लगाईं। वहीं, 300 मामलों में नाबालिगों ने उम्र दराज पत्नी या मंगेतर को लाने के लिए आवेदन किया था। जबरन विवाह के कुछ पीड़ितों ने बताया कि अमेरिकी पासपोर्ट का लालच और अमेरिकी विवाह कानून में ढील की वजह से इस तरह की याचिकाओं की संख्या बढ़ रही है। विस्कॉन्सिन के रिपब्लिकन रॉन जॉनसन ने कहा कि यह एक समस्या को दर्शाता है। जॉनसन सीनेट होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि यह उन खामियों को दिखाता है, जिसे हमें बंद करने की जरूरत है। अमीन ने उठाया सवाल पाकिस्तान की दोहरी नागरिकता रखने वाली और न्यूयॉर्क शहर में पली-बढ़ी नायला अमीन ने कहा, "मेरे पासपोर्ट ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।" उसने बताया कि पाकिस्तान में 13 साल की उम्र में उसकी जबरन शादी की गई और उसके 26 वर्षीय पति ने अमेरिका लाने के लिए कागजात के लिए आवेदन किया। अमीना ने कहा कि लोग अमेरिका आने के लिए मरते हैं। “मैं उनके लिए एक पासपोर्ट था। वे सभी यहां आना चाहते थे और इसका यही एक तरीका था। अब 29 साल की हो चुकी अमीन ने कहा कि जब वह सिर्फ 8 साल की थी तब 21 साल के चचेरे भाई तारिक के साथ उसकी सगाई की गई थी। वहां से भाग जाने के बाद अमीना की याचिका को खारिज कर दिया गया था। इसकी वजह से उसका बचपन बर्बाद हो गया। उसने कहा कि बचपन में उसकी उम्र काफी कम थी। वह फोस्टर केयर में रही और वापस उसे अपनी जिंदगी को पटरी पर लाने में थोड़ा समय लगा। अमीना कहती हैं कि मैं एक बच्ची थी। मैं जानना चाहती हूं कि जब यह सब हो रहा था, तो किसी ने आवाज क्यों नहीं उठाई। जो कोई भी इस आवेदन को प्रॉसेस कर रहा था क्या उसने यह विसंगति नहीं देखी थी? क्या वे इस बारे में सोचते भी नहीं हैं? बताते चलें कि अमेरिकी आव्रजन वीजा और ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए दो चरणों की प्रक्रिया होती है। याचिकाओं पर पहली बार USCIS विचार करता है। यदि वहां से मंजूरी मिल जाती है, तो उन्हें राज्य विभाग द्वारा स्वीकृति दी जाती है। कुल मिलाकर साल 2007 से लेकर 2017 के बीच ऐसी 35 लाख याचिकाएं मिलीं।
भारतीय मूल की कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर जल्द करेंगी फैसला
11 January 2019
वॉशिंगटन। अमेरिकी सीनेट में जगह बनाने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी नागरिक कमला हैरिस ने कहा कि वह 2020 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर जल्द ही फैसला लेंगी। कैलिफोर्निया से डेमोक्रेट सीनेटर हैरिस ने कहा, मेरा मानना है कि अमेरिकी लोग देश के सर्वोच्च पद पर एक महिला को देखने के लिए तैयार हैं। बताते चलें कि साल 2010 में जब हैरिस कैलिफोर्निया के एटॉर्नी जनरल पद की दौड़ में शामिल हुईं थीं, तो उन्हें 'महिला ओबामा' कहा गया था। उन्होंने वॉशिंगटन में बुधवार की रात को दर्शकों के सामने बचपन की एक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि जब वह कैलिफोर्निया के ओकलैंड में रह रही थीं, तो उनकी मां ने चेतावनी दी थी कि वह पार्क में ज्यादा दूर तक नहीं जाएं। मगर, पिता का दूसरा ही नजरिया था। उन्होंने कमला से कहा था- जहां तक चाहो, वहां तक दौड़ो। निडर बनो और दौड़ो। इस कहानी को साझा करने के बाद लोग कयास लगा रहे हैं कि पिता की सलाह को शब्दशः मानते हुए कैलिफोर्निया की सीनेटर साल 2020 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़ी हो सकती हैं। सीएनएन को दिए इंटरव्यू में हैरिस ने कहा, मैं इस पर जल्द ही निर्णय लूंगी। कैलिफॉर्निया से सीनेटर हैरिस ने ‘द् ट्रुथ्स वी होल्ड : एन अमेरिकन जर्नी’ नामक किताब हाल में लॉन्च की है। इस किताब के प्रचार के तहत उन्होंने इंटरव्यू में यह बात कही। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति पद के चुनाव को लड़ने का फैसला जल्द करेंगी। हालांकि, इससे ज्यादा अपनी मंशा के बारे में उन्होंने और कुछ नहीं बताया।
शादी के 25 साल बाद दुनिया के सबसे धनी शख्स जेफ देने जा रहे तलाक
10 January 2019
न्यूयॉर्क। दुनिया के सबसे धनी आदमी और अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने ट्विटर पर बुधवार को लंबे समय से अलग रह रही पत्नी मैकेंजी बेजोस के साथ तलाक का एलान कर दिया। बेजोस ट्विटर हैंडल के जरिये जेफ (54) और मैकेंजी (48) ने जारी संयुक्त बयान में बताया कि हम लोगों को अपनी जिंदगी में आए बदलाव के बारे में बताना चाहते हैं। जैसा कि हमारे परिवार और करीबी दोस्त जानते हैं, लंबे समय तक प्यार और अलगाव के बाद हम दोनों ने तलाक का फैसला लिया है। इसके बाद भी हम दोस्त बने रहेंगे। दोनों ने कहा, हम अपने 25 साल के अतुलनीय साथ के लिए खुद को भाग्यशाली समझते हैं। हालांकि, अब स्तर अलग होगा, लेकिन हम परिवार और दोस्त के रूप में एक-दूसरे का साथ देते रहेंगे। मैकेंजी दो किताबों की लेखिका भी हैं। उनकी पहली किताब साल 2005 में 'टेस्टिंग ऑफ लूथर ऑल ब्राइट' और साल 2013 में 'ट्रैप्स' आई थी। जेफ और मैकेंजी के चार बच्चे हैं। दोनों ने संयुक्त बयान में कहा कि यदि हमें पता होता कि 25 साल बाद हम अलग होंगे, तो भी हम यह सब फिर से करेंगे। एक वैवाहिक जोड़े के रूप में हमने बेहतरीन जीवन जिया और आगे भी एक दोस्त, माता-पिता, वेंचर व प्रोजेक्ट्स में साझेदार के रूप में अच्छा भविष्य देखते हैं। बताते चलें कि चर्चित पत्रिका फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग ने जेफ को दुनिया का सबसे अमीर आदमी घोषित किया था। अमेजन इसी सप्ताह माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा वैल्युएशन वाली कंपनी बनी है।
ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तटों पर जेलीफिश का हमला, हजारों लोग हुए डंक से घायल
8 January 2019
कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य में समुद्र तट को बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां पर काफी संख्या में जेलिफिश के झुंड पहुंच गए हैं। ब्लूबॉटल जेलिफिश ने हजारों लोगों को डंक मारकर घायल कर दिया है, जिसके बाद अधिकारियों ने बीच को आम लोगों के जाने के लिए असुरक्षित करार देते हुए बंद कर दिया है। सर्फ लाइफ सेविंग क्वींसलैंड ने कहा कि सप्ताहांत में 2,600 से अधिक लोगों को उपचार दिया गया। बीबीसी ने रिपोर्ट दी है कि ब्लूबॉटल जेलीफिश का डंक दर्दनाक होता है, लेकिन यह इतना घातक नहीं होता है कि किसी की जान चली जाए। असामान्य रूप से तेज हवाओं की वजह से जेलिफिश की बस्तियां समुद्र तट के किनारे पहुंच गई हैं। पिछले हफ्ते भी करीब 13,000 डंक मारने के मामले दर्ज किए गए थे। पिछले साल इसी समयावधि की तुलना में जेलीफिश के डंक मारने की घटना में तीन गुना की बढ़ोतरी हुई है। ज्यादातर घटनाएं क्वींसलैंड के भारी आबादी वाले गोल्ड कोस्ट और सनशाइन कोस्ट इलाके में हुईं हैं। ब्लूबॉटल जेलिफिश नीली रंग की थैलियों की तरह दिखाई देती हैं, जो 15 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं। ये लोगों को पानी में या रेत पर भी डंक मार सकती हैं।
इस जापानी अरबपति की वजह से हुए सबसे ज्यादा रीट्वीट, जानिए क्या थी वजह
7 January 2019
टोक्यो। जापानी अरबपति युसाकु माइजावा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके ट्वीट को सबसे ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है। दरअसल, ऐसा यूं ही नहीं हो गया। युसाकू ने घोषणा की थी कि उनकी ट्वीट को रीट्वीट करने वाले 100 लकी लोगों को वह 100 मिलियन येन (8.69 करोड़ रुपए) का इनाम देंगे। इसके बाद जापान के दूसरे सबसे बड़े ऑनलाइन शॉपिंग साइट जोजो इंक के संस्थापक की पोस्ट को साझा करने वालों की बाढ़ आ गई। रेंडमली चुने जाने वाले 100 भाग्यशाली लोगों में शामिल होने के लिए लोगों ने उनके ट्वीट को 38 लाख बार रीट्वीट किया। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसके साथ ही लोगों ने उनकी पोस्ट को नौ लाख से अधिक "लाइक" दिए। इससे पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका के एक कॉलेज के छात्र के नाम पर था। उसका लक्ष्य वेंडी के फास्ट-फूड फ्रैंचाइजी से एक साल तक चिकन नगेट्स की फ्री सप्लाई हासिल करना था। उस पोस्ट को 35 लाख 80 हजार बार रीट्वीट किया गया था और नौ लाख 90 हजार लाइक्स मिले थे। एलेन डीजेनरेस की साल 2014 की ऑस्कर सेल्फी दूसरे नंबर पर थी, जिसे 33 लाख बार रीट्वीट किया गया था। इसमें वह मेरिल स्ट्रीप, जूलिया रॉबर्ट्स, ब्रैड पिट और एंजेलीना जोली के साथ दिख रहे थे। बताते चलें कि युसाकू ने पिछले शनिवार 5 जनवरी को लिखा था कि लकी विजेता बनने के लिए आपको मुझे फॉलो करना होगा इस ट्वीट को रीट्वीट करना होगा। इस ट्वीट में एक व्यक्ति रॉकेट के ऊपर बैठ दिख रहा था, जिसकी पृष्ठभूमि में पूरा चंद्रमा दिख रहा था। यूसाकू ने यह भी लिखा था कि उनकी शॉपिंग साइट जोजोटाउन ने न्यू ईयर की सेल में 10 अरब की बिक्री की। इस बिजनेस से युसाकू ने 1.7 अरब डॉलर की नेटवर्थ खड़ी की है। टोक्यो में जोजो के शेयर में 6.9 फीसद की उछाल देखी गई है। चांद पर जाने वाले पहले पर्यटक होंगे युसाकू युसाकू माइजावा दुनिया के पहले ऐसे पर्यटक होंगे, जो चांद की सैर पर जाएंगे। वह स्‍पेसएक्‍स के रॉकेट के जरिए चांद का चक्‍कर लगाएंगे। उन्‍हें चांद पर भेजने वाली परियोजना के बारे में स्‍पेसएक्‍स के सीईओ एलन मस्‍क ऐलान कर चुके हैं। युसाकू जापान के 18वें सबसे अमीर व्‍यक्ति हैं और फोर्ब्‍स मैगजीन के मुताबिक उनके पास तीन बिलियन डॉलर की संपत्ति है। मस्‍क ने पहले इस ट्रिप और इस पर जा रहे यात्री के बारे में कुछ नहीं बताया था। उन्‍होंने हालांकि कुछ छोटी जानकारियां दी थीं लेकिन कई अहम सवालों को वह नजरअंदाज कर गए थे। मस्‍क ने बताया कि युसाकू कंपनी के नए रॉकेट बिक कॉल्‍कन रॉकेट (बीएफआर) के जरिए चांद की यात्रा पर जाएंगे। फिलहाल कंपनी इस रॉकेट को डेवलप कर रही है। यह रॉकेट जिसे दोबारा प्रयोग किया जा सकेगा। यह 118 मीटर लंबा है और इसमें पैंसेजर के लिए खास शिप होगी। धरती से चांद की औसतन दूरी 237,685 मील यानी 382,500 किलोमीटर है। आखिरी बार साल 1972 में अपोलो मिशन हुआ था और इसके बाद से कोई भी मनुष्‍य चांद पर नहीं गया है। इस लिहाज से पर्यटन की दृष्टि से चांद की यात्रा करने वाले वह पहले व्यक्ति होंगे।
जर्मनी की चांसलर सहित कई जर्मन नेताओं, सेलिब्रिटीज, पत्रकारों के डेटा हुए लीक
5 January 2019
बर्लिन। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल समेत सैकड़ों जर्मन नेताओं के निजी डेटा लीक हो गया है। राष्ट्रपति फ्रैंक-वॉल्टर स्टीनमायर समेत 100 से ज्यादा राजनेताओं, सेलेब्रिटी, पत्रकारों का निजी डेटा लीक होने की खबर है। जर्मनी की मीडिया के मुताबिक, इस डेटा को ट्विटर अकाउंट @_Orbit पर लीक किया गया था, जिसे बाद में सस्पेंड कर दिया गया है। इस डेटा में राजनेताओं के फोन नंबर, ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड और निजी फोटो समेत कई तरह की जानकारियां शामिल हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस हैकिंग में रूसी हैकर्स का हाथ हो सकता है। इस डेटा लीक को जर्मनी का अब तक का सबसे बड़ा डेटा लीक बताया जा रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को सरकार ने दी। चोरी गए डेटा में घर का पता, मोबाइल फोन नंबर, पत्र, बिल और पहचान पत्र की प्रतियां शामिल हैं, जिन्हें दिसंबर में ट्विटर पर प्रकाशित किया गया, लेकिन यह इसी हफ्ते प्रकाश में आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 दिसंबर से रोजाना डेटा लीक हो रहा था, लेकिन सरकार ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। इस डेटा लीक में जर्मनी की सभी पार्टियों के सांसद प्रभावित हुए हैं। सरकार की प्रवक्ता मार्टिना फिट्ज ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार इस घटना को काफी गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों में संसद के निचले सदन के सदस्य और यूरोपीय संसद के सदस्यों के साथ ही क्षेत्रीय और स्थानीय विधानसभाओं के नेता शामिल हैं। बर्लिन के राजनीतिक दलों ने इस पर गंभीर चिंता जताई है। वामपंथी लिंके संसदीय समूह के प्रमुख डायटमार बार्श ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रवादी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) के नेताओं का डेटा लीक नहीं हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स (सीडीयू) और क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) के 405, सोशल डेमोक्रेट्स पार्टी (एसपीडी) के 294, ग्रीन पार्टी के 105, लेफ्ट पार्टी के 82 और फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (एफडीपी) के 28 सांसदों का निजी डेटा लीक हुआ है।
बुर्ज खलीफा से अगले साल छिन जाएगा खिताब, ये बनेगा दुनिया का सबसे ऊंचा टॉवर
4 January 2019
अगले साल बुर्ज खलीफा से दुनिया की सबसे ऊंची इमारत का ताज छिनना तय है जो 828 मीटर ऊंची है। दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनने के लिए पश्चिम एशिया के दो टॉवर्स में जंग छिड़ गई है। दोनों ही टॉवर्स साल 2020 से पहले अपना निर्माण पूरा कर लेना चाहते हैं। पहला टॉवर दुबई के ही क्रीक हार्बर में बन रहा 'द टॉवर' है जिसको 938 मीटर ऊंचा बनाने की तैयारी है। दुबई की बड़ी डेवलपर एम्मार प्रॉपर्टीज ने इस इमारत को बनाने का ऐलान किया था। इसे बनाने में करीब 65 अरब रुपए खर्च होंगे। दुबई की नई बिल्डिंग टॉवर के आकार में बन रही है। इसमें कई खासियतें भी जोड़ी जाएंगीं, जैसे कि घूमते गार्डेन, घूमती बालकनी आदि होंगे। इसे दुबई क्रीक के बीचोबीच बनाया जाएगा। साल 2020 में सउदी अरब का 'जेदाह टावर' भी बन कर तैयार हो जाएगा। यह टॉवर दुबई में बन रहे 'दुबई क्रीक हॉर्बर टॉवर' से 72 मीटर और ऊंचा होगा। इसका मतलब है कि एक किलोमीटर से 8 मीटर और ऊंचा टॉवर। बता दें कि इसका निर्माण 2013 में शुरू हुआ था और तब इसे 'किंगडम टॉवर' नाम दिया गया था। 2018 में इसे बनकर तैयार होना था लेकिन अब ये दो साल की देरी से बनकर तैयार होगा। इस बिल्डिंग की ऊंचाई 3281 फीट होगी। गौरतलब है कि बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है जिसे बनने में 5 साल का वक्त लगा था। बिल्डिंग बनाने की शुरुआत जनवरी 2004 में हुई थी और अक्टूबर 2009 में पूरी बनकर तैयार हो गई थी। आधिकारिक रूप में इसे 4 जनवरी 2010 के दिन ही खोला गया था। एक अनुमान के मुताबिक इस इमारत को बनाने में करीब 1.5 अरब डॉलर का खर्चा आया था।
पाकिस्तान को दिए दो अरब डॉलर के लोन पर चीन ने साधी चुप्पी
3 January 2019
बीजिंग। पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा के भंडार को बढ़ाने के लिए चीन ने पाकिस्तान को दो अरब डॉलर का कर्ज दिया है। हालांकि, इस बारे में बीजिंग कुछ भी जानकारी देने से मना कर रहा है। बुधवार को पत्रकार वार्ता में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि चीन और पाकिस्तान रणनीतिक सहयोगी साझेदार हैं। हालांकि, जब उनसे लंदन के फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के बारे में पूछ गया कि क्या चीन दो अरब डॉलर की सहायता पाकिस्तान को देने के लिए तैयार हो गया है। इस पर लू ने कहा कि बीजिंग लगातार पाकिस्तान को मदद देता रहा है। मगर, उन्होंने इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए चीन व्यापार, निवेश और हर तरह के व्यावहारिक सहयोग को देना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष हमेशा प्रासांगिक सहयोग पर संपर्क में रहते हैं। पिछले साल नवंबर में प्रधानमंत्री इमरान खान की पहली बीजिंग यात्रा के दौरान चीन ने पाकिस्तान को कितनी आर्थिक मदद देने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी, यह उसने खुलासा नहीं किया था। इमरान खान ने बकाया भुगतान संकट की कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए बीजिंग की मदद मांगी थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पाकिस्तान को चीन से करीब 6 अरब डॉलर का लोन मिल सकता है, लेकिन चीन ने राशि के बारे में कोई पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के स्टेट बैंक के शीर्ष अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ने इस बारे में विस्तृत चर्चा के लिए चीन का दौरा किया था। वहीं, इमरान खान ने सऊदी अरब से 6 अरब डॉलर की मदद का आश्वासन मिलने के बाद चीन का दौरा किया था। रिपोर्ट यह भी है कि सऊदी ने चीन को तीन अरब डॉलर का लोन दिया है। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से बेलआउट पेकैज की मांग की है, ताकि वह वकाया भुगतान की स्थिति से उबर सके।
त्रासदी होगी ताइवान की आजादी होगी, शांतिपूर्ण विलय करें : शी जिनपिंग
2 January 2019
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि ताइवान की आजादी एक त्रासदी होगी। बेहतर होगा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से चीन में विलय कर ले। उन्होंने कहा कि चीन सैन्य ताकत के इस्तेमाल भी परहेज नहीं करेगा। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि इस द्वीप को आखिरकार फिर चीन के साथ मिलाया जाएगा। बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में प्रमुख ताइवान पॉलिसी की 40वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि एक चीन सिद्धांत के आधार पर ताइवान का चीन में विलय होना चाहिए। यह सिद्धांत ताइवान को चीन के एक हिस्से के तौर पर मानता है। उन्होंने कहा कि ताइवान के सभी लोगों को स्पष्टतौर पर समझ लेना चाहिए कि ताइवान की आजादी एक त्रासदी होगी। उन्होंने आगे कहा कि ताइवान के शांतिपूर्ण विलय के लिए हम सारे रास्ते खुले रखने को तैयार हैं, लेकिन अलगाववादी गतिविधियों के लिए हमारे पास कोई जगह नहीं है। शी जिनपिंग ने यह भी कहा कि चीन इस काम में अड़ंगा लगाने वाले बाहरी तत्वों के खिलाफ सभी आवश्यक कदम उठाने का विकल्प खुला रखेगा। उन्होंने कहा कि हम ऐसा कोई वादा नहीं करते हैं कि सेना का प्रयोग नहीं किया जाएगा और सभी विकल्प खुले रहेंगे। बताते चलें कि चीन और ताइवान एक-दूसरे की संप्रभुता को मान्यता नहीं देते। दोनों खुद को असली चीन मानते हैं। चीन का आधिकारिक नाम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना है। वहीं, जिसे दुनिया ताइवान के नाम से जानती है उसका अपना आधिकारिक नाम है रिपब्लिक ऑफ चाइना। ताइवान ऐसा द्वीप है, जो 1950 से ही आजाद रहा है, लेकिन चीन उसे अपना विद्रोही राज्य कहता है। उसका मानना है कि ताइवान को चीन में शामिल होना चाहिए, इसके लिए चाहे बल प्रयोग ही क्यों न करना पड़े।
अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप नही करने की नीति पर कायम है भारत
29 December 2018
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की संख्या घटाने के फैसले के बाद जिस तरह पड़ोसी देशों के माहौल में बदलाव आने के संकेत है उससे भारत की चिंता बढ़ गई है। खास तौर पर पाकिस्तान समर्थित तालिबानी धड़े को मिल रही अहमियत भारतीय कूटनीति के लिए बड़ा सिरदर्द है। सरकार के शीर्ष कूटनीतिक अधिकारी इन चुनौतियों को स्वीकार करते हैं, लेकिन यह भी स्पष्ट कर रहे हैं कि अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करने की भारत की पारंपरिक नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की संख्या 15 हजार से घटाकर 8,000 करने के फैसले के बाद पाकिस्तान और चीन के बीच अफगानिस्तान को लेकर वार्ता शुरू हो गई है। बदले माहौल में तालिबान विरोधी ईरान ने भी उनके प्रतिनिधियों से वार्ता शुरू कर दी है। रूस पहले से ही तालिबान की अगुआई में अफगान समस्या के समाधान को लेकर सक्रिय है। दूसरी तरफ, तालिबान को लेकर भारत के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। असलियत में अभी भारत और अफगानिस्तान की अशरफ घनी सरकार ही बचे हैं जिनकी तालिबान से सीधी बातचीत नहीं हो रही है। विदेश मंत्रालय के उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि तालिबान के साथ बातचीत नहीं करने को लेकर भारत अपनी नीति पर अडिग है। लेकिन हम अफगानिस्तान में शांति बहाली के हर कदम का समर्थन करेंगे क्योंकि भारत के हित सीधे तौर पर उससे जुड़े हैं। सनद रहे कि भारी अमेरिकी दबाव के बावजूद भारत ने अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करने की नीति अख्तियार की हुई है। दूसरी तरफ, भारत अफगानिस्तान को दूसरे तरीके से मदद पहुंचाने में जुटा है। भारत वहां चार अरब डॉलर की परियोजनाएं लगा चुका है और 2.5 अरब डॉलर की अन्य परियोजनाओं पर विचार हो रहा है। अफगानिस्तान के 35 प्रांतों में अभी 550 छोटी-छोटी परियोजनाएं भारत की मदद से चल रही हैं जो सीधे तौर पर वहां की आवाम के जीवनस्तर को बेहतर बनाने का काम कर रही हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान के प्रशासनिक व सैन्य बलों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण का काम भी भारत कर रहा है। नए माहौल में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने से भारत की परियोजनाओं पर संशय छा सकता है। 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान का शासन रहा। इस दौरान भारतीय हितों को न सिर्फ नुकसान पहुंचाने की हर मुमकिन कोशिश हुई बल्कि भारतीय मदद से निर्मित इमारतों को भी नेस्तनाबूद कर दिया गया था। तालिबान से भारत की चिंताएं 1. कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को मिलेगा समर्थन 2. अफगान मामले में पाकिस्तान की बढ़ेगी अहमियत 3. तालिबान को रूस के समर्थन से भारत-रूस रिश्तों में आएगा तनाव 4. अफगानिस्तान में अरबों डॉलर के भारतीय निवेश पर फिर सकता है पानी 5. अफगान में चीन की बीआरआई परियोजना का तेजी से विस्तार संभव
मिस्र के राष्ट्रपति बोले, मोटापा घटाएं देशवासी, टीवी शो में मोटे लोगों को न करें शामिल
28 December 2018
काहिरा। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी ने देशवासियों से मोटापा घटाने की अपील की है। उन्होंने टीवी चैनलों से भी कहा कि वे ऐसे एंकर्स, प्रजेंटरों और लोगों को अपने प्रोग्राम में शामिल नहीं करें, जो मोटापे के शिकार हैं। सैन्य जनरल से राष्ट्रपति बनने वाले अल-सिसी ने हाल में टेलीविजन पर अपने 20 मिनट के संबोधन में कहा कि वह जब सड़कों पर निकलते हैं तो मोटापे के शिकार लोगों की बड़ी तादाद देखते हैं। लोगों को अपने खान-पान व जीवनशैली पर गौर करना चाहिए और मोटापा कम करना चाहिए। शारीरिक शिक्षा को स्कूलों और विश्वविद्यालयों के मुख्य पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। टेलीविजन पर यह बयान देने के दूसरे दिन राष्ट्रपति साइकिल से राजधानी काहिरा के उपनगरीय इलाके में स्थित नेशनल मिलिट्री अकादमी पहुंचे। यहां उन्होंने कैडेट्स से कहा कि उन लोगों की बेसिक ट्रेनिंग तब तक पूरी नहीं मानी जाएगी जब तक कि वे फिटनेस की बुनियादी जरूरतों पर पूरी तरह खरे नहीं पाए जाते। हालांकि, अल-सिसी के इन बयानों का सोशल मीडिया पर खूब मजाक भी उड़ाया गया। मिस्र की स्वास्थ्य मंत्री हला जायद ने हाल में देश में मोटापे के शिकार लोगों का नया आंकड़ा जारी किया था। इसके अनुसार, मिस्र में एक अभियान के तहत जिन 1.7 करोड़ लोगों की ऊंचाई और वजन को मापा गया था, उनमें से करीब 75 फीसद का वजन ज्यादा पाया गया।
Airport के चारो और था ज़हरीला पानी , अभी तक लोगो को नहीं पता थी यह बात
27 December 2018
अमेरिका में पिछले तीन दिन से शटडाउन कामकाज को प्रभावित कर रहा है। आज शटडाउन का चौथा दिन है। शटडाउन के कारण लोगों को क्रिसमस के जश्न में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां ट्रंप भी अकेले पड़ गए हैं। मेलानिया भी पति ट्रंप का साथ देने के लिए छुट्टियों से लौट आई हैं। तीसरे दिन फिर ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मैं यहां पूरी तरह अकेले बैठकर डेमोक्रेट्स का इंतजार कर रहा हूं ताकि सीमा सुरक्षा को लेकर कोई बात बन सके। डेमोक्रेट्स अगर बात नहीं करेंगे तो कहीं न कहीं देश को इसकी कीमत चुकानी होगी।' गौरतलब है कि अमेरिका में एक बार फिर शटडाउन हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रैट्स के बीच यूएस-मेक्सिको बॉर्डर वॉल फंडिंग पर बात नहीं बन सकी है। जिसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शटडाउन की घोषणा करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह शटडाउन ज्यादा लंबा नहीं चलेगा। ट्रंप प्रशासन यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार के निर्माण के लिए पांच बिलियन डॉलर (लगभग 35,000 करोड़ रुपए) की मांग कर रहा है। इसी सिलसिले में गुरुवार को रिपब्लिकंस ने पांच बिलियन अमेरिकी डॉलर का फंडिंग बिल पास किया था। शुक्रवार को इस संबंध में सीनेट में वोटिंग शुरू हुई, हालांकि डेमोक्रैट्स इस बिल के खिलाफ हैं। दरअसल, डेमोक्रैट्स यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार खड़ी करने की बजाए फेंसिंग के पक्ष में हैं। विरोध के कारण शुक्रवार को बिल सीनेट में पास नहीं हुआ, जिसके बाद एक बार फिर ट्रंप ने ट्वीट ने शटडाउन का पूरा ठीकरा डेमोक्रैट्स पर फोड़ा है।
क्रिसमस से पहले अमेरिका में शटडाउन, अकेले रह गए हैं राष्ट्रपति ट्रंप
25 December 2018
अमेरिका में पिछले तीन दिन से शटडाउन कामकाज को प्रभावित कर रहा है। आज शटडाउन का चौथा दिन है। शटडाउन के कारण लोगों को क्रिसमस के जश्न में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां ट्रंप भी अकेले पड़ गए हैं। मेलानिया भी पति ट्रंप का साथ देने के लिए छुट्टियों से लौट आई हैं। तीसरे दिन फिर ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मैं यहां पूरी तरह अकेले बैठकर डेमोक्रेट्स का इंतजार कर रहा हूं ताकि सीमा सुरक्षा को लेकर कोई बात बन सके। डेमोक्रेट्स अगर बात नहीं करेंगे तो कहीं न कहीं देश को इसकी कीमत चुकानी होगी।' गौरतलब है कि अमेरिका में एक बार फिर शटडाउन हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रैट्स के बीच यूएस-मेक्सिको बॉर्डर वॉल फंडिंग पर बात नहीं बन सकी है। जिसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शटडाउन की घोषणा करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह शटडाउन ज्यादा लंबा नहीं चलेगा। ट्रंप प्रशासन यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार के निर्माण के लिए पांच बिलियन डॉलर (लगभग 35,000 करोड़ रुपए) की मांग कर रहा है। इसी सिलसिले में गुरुवार को रिपब्लिकंस ने पांच बिलियन अमेरिकी डॉलर का फंडिंग बिल पास किया था। शुक्रवार को इस संबंध में सीनेट में वोटिंग शुरू हुई, हालांकि डेमोक्रैट्स इस बिल के खिलाफ हैं। दरअसल, डेमोक्रैट्स यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार खड़ी करने की बजाए फेंसिंग के पक्ष में हैं। विरोध के कारण शुक्रवार को बिल सीनेट में पास नहीं हुआ, जिसके बाद एक बार फिर ट्रंप ने ट्वीट ने शटडाउन का पूरा ठीकरा डेमोक्रैट्स पर फोड़ा है।
खैबर पख्तूनख्वां में बम धमाके में 25 की मौत, 30 से ज्यादा घायल
23 November 2018
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भीड़भाड़ वाले बाजार में बम धमाके की खबर है। बताया जा रहा है कि मदरसे के पास शुक्रवार को हुए शक्तिशाली बम धमाके में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 अन्य घायल हो गए। बताया जा रहा है कि घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि कबीलाई जिले औरकजई जिले के कलाया इलाके में आतंकी हमला हुआ है। यहां हर शुक्रवार को जुमा बाजार लगता है और इसी बाजार में भीड़ को निशाना बनाया गया है। इस ब्‍लास्‍ट से अलग कराची के क्लिफटन में चीनी दूतावास पर सुबह करीब 9.30 बजे एक बड़ा आतंकी हमला किया गया था। इस हमले में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है, जबकि तीन आतंकियों को मार गिराया गया है।डीआईजी साउथ जावेद आलम ने हमले में दो पुलिसकर्मियों के मारे जाने की पुष्टि की है।
सफाई में मिली लॉटरी की टिकट ने अमेरिकी कपल को बनाया करोड़पति
22 November 2018
वॉशिंगटन। अमेरिका के लुसियाना के एक कपल की खुशी का उस वक्त ठिकाना नहीं रहा, जब उन्हें पता चला कि उनकी 1.8 मिलियन डॉलर की लॉटरी खुल गई। मजेदार बात यह है कि अगर दो हफ्तों का समय और निकल जाता, तो वे इस राशि से हाथ धो बैठते। दरअसल, यह टिकट उन्होंने बेकार समझकर यूं ही घर में पड़ा रहने दिया। हैरोल्ड और टीना की यह करोड़ों की लॉटरी 6 जून को खुली थी। मगर, उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी। छुट्टियों में घर की सफाई करने के दौरान उन्हें कुछ बेकार पड़े लॉटरी टिकट मिले। इन टिकट्स को पहले कभी चेक नहीं किया था। बाद में कपल ने लॉटरी की वेबसाइट पर जब उन्हें चेक किया, तो उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। उनके हाथ में जो लॉटरी की टिकट्स थीं, उनमें से एक जैक-पॉट वाली टिकट थी। अब टैक्स काटकर दंपति को 12 लाख 74 हजार डॉलर की राशि मिलेगी। टीना ने कहा कि हमारा फिजूल की चीजें खरीदने या लंबी छुट्टी पर जाने की कोई योजना नहीं है। हम इस राशि को अपने रिटायरमेंट के लिए संभालकर रखना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि थैंक्सगिविंग के लिए हमारा परिवार घर पर आने वाला था। इसलिए घर की सफाई की जा रही थी, लेकिन इस दौरान लॉटरी का टिकट मिला, जिसने हमारी जिंदगी बदल दी। बताते चलें कि पिछले महीने मेगा मिलियन यूएस लॉटरी जैकपॉट में साउथ कैरोलिना के अकेले एक विजेता की 1.5 अरब डॉलर की लॉटरी निकली थी। इससे पहले मार्च 2012 में 656 मिलियन डॉलर की लॉटरी निकली थी।
अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले में 50 से भी अधिक की मौत
21 November 2018
काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार को हुए एक आत्मघाती हमले में 50 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से भी अधिक घायल हो गए। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने बताया कि यह हमला एक धार्मिक समारोह में मौजूद इस्लामिक विद्वानों को लक्ष्य करके किया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद माजरोह के अनुसार, समारोह का आयोजन उलेमा परिषद की तरफ से किया गया था। आयोजन स्थल उरानस वेडिंग पैलेस के एक प्रबंधक ने बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने समारोह के बीच विस्फोट करके खुद को उड़ा लिया। घटना के बाद किसी भी संगठन ने इसकी जिम्मेवारी नहीं ली है। हालांकि, काबुल में हुए हालिया हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। सितंबर में कुश्ती के अखाड़े में हुए हमले के बाद यह अब तक की सबसे खतरनाक वारदात है। अखाड़े में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे। गत महीने हुए संसदीय चुनाव के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार चुनावी हिसा हो रही है। इनमें अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, सैकड़ों घायल भी हैं। यह पहला मौका नहीं है जब धार्मिक विद्वानों को लक्ष्य करके हमला किया गया है। इससे पहले जून में भी एक कार्यक्रम के दौरान मौलवियों पर आत्मघाती हमला हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय समूह जबकि शांति वार्ता के लिए तालिबान को मनाने में जुटा है, हालिया हमला सुरक्षाबलों पर गहरा दबाव बनाता है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी दूत ने यहां गत रविवार को ही उम्मीद जताई थी कि अफगानिस्तान में पिछले 17 वर्षों से चल रहा गृहयुद्ध जल्द खत्म हो सकता है। इसके लिए अगले साल अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही शांति समझौता हो सकता है।
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने 'Toxic' को चुना 'वर्ड ऑफ द ईयर', जानें क्या है वजह
20 November 2018
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने टॉक्सिक (Toxic) यानी जहरीले को 'वर्ड ऑफ द ईयर 2018' चुना है। अंग्रेजी में पहली बार इस शब्द का प्रयोग 17वीं सदी के मध्य में हुआ था। यह मध्ययुगीन लातिन शब्द ‘टॉक्सिकस' से बना है, जिसका अर्थ ‘जहर' या ‘जहर से भरा' होता है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने बताया कि पिछले एक साल में पर्यावरण और राजनीतिक माहौल को देखते हुए ये शब्द चुना गया है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने कहा कि साल 2018 में बने हालात, मिजाज और भावनाओं को यह शब्द प्रदर्शित करता है। ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी शब्दकोश ने एक बयान में कहा कि ‘ऑक्सफोर्ड ईयर ऑफ द वर्ड' ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति है, जो सांस्कृतिक महत्व की दृष्टि से अहमियत रखता हो। साल के शब्द के लिए जिन शब्दों की सूची तैयार की गई थी, उनमें टॉक्सिक के अलावा गैसलाइटिंग, इनसेल और टेकलैश शब्द शामिल थे। आंकड़े बताते हैं कि इस साल टॉक्सिक के अलावा केमिकल और मैस्कुलिनिटी शब्द का भी काफी प्रयोग किया गया। बयान में कहा गया है कि मीटू अभियान में ‘टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी' का काफी प्रयोग किया गया। अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरने वाली ब्रेट कावानाह सीनेट न्यायिक समिति की सुनवाई जैसी साल की कुछ सबसे चर्चित घटनाओं में भी ‘टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी' का प्रयोग हुआ। इस शब्द ने जनमानस में गहरा असर डाला और 2018 में लोगों ने इस पर खूब चर्चा की।
पाक ने हमारे लिए कुछ नहीं किया, लादेन को पनाह दी, इसलिए रोकी करोड़ों की मदद : ट्रंप
19 November 2018
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को करोड़ों डॉलर की सैन्य सहायता रोके जाने के अपने प्रशासन के फैसले को रविवार को सही करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अमेरिका के लिए कोई काम नहीं करता और वहां की सरकार ने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को छिपने में मदद की थी। बताते चलें कि सितंबर में ट्रंप प्रशासन ने 30 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों के खिलाफ कुछ नहीं किया है। पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया को लेकर अपनी नीति की घोषणा करते हुए ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकियों का सुरक्षित पनाहगाह बताया था जिन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिकियों की हत्या की। उन्होंने पाकिस्तान को आगाह किया था आतंकियों की मदद करने से उसे काफी कुछ खोना पड़ेगा। ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को एक साक्षात्कार में लादेन और पाकिस्तान के एबटाबाद में उसके पूर्व ठिकाने का जिक्र करते हुए कहा, 'लेकिन पाकिस्तान में सैन्य अकादमी के ठीक बगल में रहना। पाकिस्तान में हर कोई जानता था कि वह वहां पर है और हम पाकिस्तान को एक वर्ष में 1.3 अरब डॉलर दे रहे थे।' ट्रंप ने आगे कहा, 'लादेन पाकिस्तान में रह रहा था, हम पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे। हम उन्हें एक वर्ष में 1.3 अरब डॉलर दे रहे थे, जो हम उन्हें अब नहीं दे रहे हैं। मैंने इसे समाप्त कर दिया क्योंकि वे हमारे लिए कुछ नहीं करते।'
खशोगी मामले में अमेरिका ने 17 सऊदी अधिकारियों पर लगाए प्रतिबंध
16 November 2018
वाशिंगटन/रियाद। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका ने 17 सऊदी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह प्रतिबंध गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन के लिए लगे हैं। जानकारी के अनुसार अमेरिका ने अमेरिका ने सऊद अल कहतानी, उनके मातहत माहेर मुतरीब, सऊदी अरब के महावाणिज्य दूत मोहम्मद अल उतैबी और एक ऑपरेशन दल के 14 अन्य सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने गुरुवार को कहा कि यह कार्रवाई शासकीय आदेश 13818 के तहत की गई है जिससे ग्लोबल मैगनीटस्काई ह्यूमन राइट्स अकाउंटीबिलिटी एक्ट लागू होता है। अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मुचिन ने कहा कि सऊदी अरब की सरकार उचित कदम उठाए ताकि इस तरह की टार्गेटेड हत्याओं को रोका जा सके। उनके विभाग ने अल-कहतानी पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने खशोगी की हत्या की प्लानिंग और उसे पूरा करने में मदद की। पांच अफसरों के लिए सऊदी ने मांगी मौत पत्रकार जमाल खशोगी हत्या मामले में आरोपित सऊदी अरब के पांच अधिकारियों पर दोष सिद्ध हो गया तो उन्हें मौत की सजा हो सकती है। मामले में जांचकर्ताओं ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ सबूत न होने की बात कहते हुए उन्हें बरी कर दिया है। सऊदी अरब की शाही सत्ता के मुखर विरोधी खशोगी अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार थे। दो अक्टूबर को वह तुर्की के इस्तांबुल शहर स्थित सऊदी के वाणिज्य दूतावास में अपनी शादी से संबंधित दस्तावेज पेश करने गए लेकिन वापस नहीं आए। बाद में हुई जांच में पता चला कि खशोगी की दूतावास के अंदर भी हत्या कर दी गई और उनकी लाश को तेजाब से नष्ट कर डे्रन में बहा दिया गया। लेकिन सऊदी सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि अचेतावस्था में खशोगी की हत्या के बाद उनकी लाश के टुकड़ों को दूतावास के बाहर के एक व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए दिया गया था। इस कृत्य के लिए सऊदी अरब के दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी शक के दायरे में आए, उन्हीं में से पांच अब हत्याभियोग का सामना कर रहा है। सऊदी अरब के कानून के अनुसार हत्या की सजा मौत है। जांचकर्ताओं के अनुसार सऊदी अरब की खुफिया एजेंसी के उप प्रमुख जनरल अहमद अल-असीरी के आदेश पर इस कृत्य को अंजाम दिया गया। इसके लिए खशोगी से वार्ता के बहाने एक टीम इस्तांबुल के लिए रवाना की गई। वहां पर इस टीम ने खशोगी की हत्या की। इस हत्या को लेकर दुनिया भर में फजीहत के बाद सऊदी अरब ने माना था कि उसके दूतावास में खशोगी की हत्या हुई। लेकिन उसने इसमें सऊदी सत्ता के शामिल होने से इनकार कर दिया। प्रवक्ता ने बताया कि मामले में कुल 21 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जबकि तुर्की ने मामले की निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। तुर्की ने हत्या से जुड़े तमाम सबूत सऊदी अरब, अमेरिका और अपने पश्चिमी मित्र देशों को सौंपे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगेन ने कहा है कि खशोगी की हत्या का आदेश सऊदी सरकार के सर्वोच्च स्तर से आया था। जाहिर है उनका इशारा सऊदी प्रिंस मोहम्मद की ओर है। खुफिया उप प्रमुख अल-असीरी को मोहम्मद का खास माना जाता है।
सिंगापुर में PM Modi ASEAN समिट में हुए शामिल, हैकथॉन विजेताओं को किया पुरस्कृत
15 November 2018
कोलंबो। श्रीलंका की संसद ने बुधवार को महिंदा राजपक्षे सरकार के खिलाफ ऐतिहासिक मतदान किया है। इसे महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना के लिए करारा झटका माना जा रहा है। श्रीलंका की 225 सदस्‍यीय संसद में यह मतदान बुधवार को हुआ। सिंगापुर। दो दिवसीय सिंगापुर दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे के दूसरे दिन आसियान-इंडिया ब्रेकफास्ट समिट में पहुंचे जहां आसियान नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने समुद्री सहयोग पर जोर दिया साथ ही इंडो-पेसिफिक रिजन की समृद्धि के लिए व्यापार की सेंट्रलिटी पर जोर दिया। इससे पहले उन्होंने 'इंडिया-सिंगापुर हैकाथॉन-2018' के विजेताओं को पुरस्कृत किया। यह हैकाथॉन सोमवार को शुरू हुई थी। हैकाथॉन 40 टीमों की एक प्रतियोगिता है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के छात्रों की नवप्रवर्तन क्षमताओं का प्रदर्शन करना है। पुरस्कार समारोह के दौरान सिंगापुर के शिक्षा मंत्री ओंग ये कुंग भी मौजूद रहे। 31 मई से दो जून के सिंगापुर के अपने आधिकारिक दौरे में मोदी ने अपने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के सामने भारत और सिंगापुर के एक संयुक्त हैकाथॉन के आयोजन का प्रस्ताव रखा था जिस पर लूंग ने तुरंत सहमति जता दी थी। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग ने सिंगापुर के शिक्षा एवं विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को संभव बनाया। दोनों देशों से 20-20 टीमों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इन टीमों में यूनिवर्सिटी एवं कॉलेज के छात्र शामिल हैं
श्रीलंका की संसद में राजपक्षे सरकार के खिलाफ वोट, रानिल विक्रमसिंघे की स्थिति मजबूत
14 November 2018
कोलंबो। श्रीलंका की संसद ने बुधवार को महिंदा राजपक्षे सरकार के खिलाफ ऐतिहासिक मतदान किया है। इसे महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना के लिए करारा झटका माना जा रहा है। श्रीलंका की 225 सदस्‍यीय संसद में यह मतदान बुधवार को हुआ। संसद ने महिंदा राजपक्षे के खिलाफ लाया अविश्‍वास प्रस्‍ताव भारी मतों से पारित कर दिया। राजपक्षे को 225 सदस्यों वाले सदन में अपना बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 113 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी। स्पीकर कारु जयसूर्या ने इसकी घोषणा की कि संसद के अधिकांश सदस्‍यों ने राजपक्षे के खिलाफ वोट किया। मजबूत हुई है विक्रमसिंघे की स्थिति इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के संसद को भंग करने के फैसले को पलट दिया था। कोर्ट का यह फैसला मैत्रीपाला सिरिसेना और उनके नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के लिए पहला झटका था। अब संसद में भी राजपक्षे के खिलाफ मतदान होने से विक्रमसिंघे की स्थिति मजबूत हुई है। हालांकि, संसद में हुई यह वोटिंग विक्रमसिंघे के लिए निर्णायक जीत के तौर पर नहीं देखी जा सकती। विक्रमसिंघे की पार्टी श्रीलंका की संसद में सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन राष्‍ट्रपति सिरिसेना को अब भी अगला प्रधानमंत्री चुनने का अधिकार है। बताते चलें कि सिरिसेना ने 26 अक्‍टूबर को रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त करके महिंदा राजपक्षे को पीएम नियुक्त कर दिया था। राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ 13 याचिकाएं हुई थीं दायर इस मामले में सोमवार को श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट ने संसद भंग करने के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के फैसले को पलट दिया था और 5 जनवरी को प्रस्तावित मध्यावधि चुनाव की तैयारियों पर रोक लगाने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस फैसले से रानिल विक्रमसिंघे को राहत मिली है। संसद में राजपक्षे के पक्ष में बहुमत नहीं था और इसका अंदाजा राष्‍ट्रपति सिरिसेना को भी था, जिसे देखते हुए उन्‍होंने संसद का कार्यकाल पूरा होने से 20 महीने पहले ही 9 नवंवबर को इसे भंग कर दिया था। सिरिसेना के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। इसके खिलाफ करीब 13 याचिकाएं दायर की गईं, जिस पर मंगलवार को फैसला आया। सिरिसेना का फैसला 7 दिसंबर तक निलंबित कोर्ट ने कहा कि सिरिसेना का फैसला 7 दिसंबर तक निलंबित रहेगा। अदालत अगले महीने कोई अंतिम व्यवस्था देगी और इससे पहले राष्ट्रपति के फैसलों से जुड़ी याचिकाओं पर गौर करेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही स्‍पष्‍ट हो गया था कि संसद में शक्ति परीक्षण होगा, ताकि इस पर औपचारिक तौर रूप से मुहर लगाई जा सके कि राजपक्षे के पक्ष में बहुमत है या नहीं। इन दलों ने दी थी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती अधिकारियों ने बताया कि अपदस्थ प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी (UNP), मुख्य विपक्षी पार्टी तमिल नेशनल अलायंस (TNA) और वामपंथी जेपीवी सहित 10 समूहों ने शीर्ष अदालत में याचिकाएं दायर कर संसद भंग करने के राष्ट्रपति सिरिसेना के कदम को अवैध ठहराने की मांग की थी। इसके अलावा गैर सरकारी संगठन ‘सेंटर फॉर पॉलिसी ऑल्टरनेटिव्ज’ (CPA) ने भी राष्ट्रपति के कदम को चुनौती देने के लिए एक याचिका दायर की थी। ये याचिकाएं श्रीलंकाई सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस नलिन पेरेरा, न्यायमूर्ति प्रसन्ना जयवर्द्धने और न्यायमूर्ति प्रियंथा जयवर्द्धने की पीठ के समक्ष पेश की गई थीं।
हमास ने इजरायल पर दागे रॉकेट, जवाबी कार्रवाई में टीवी चैनल सहित कई इमारतें तबाह
13 November 2018
येरुशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने रविवार को कहा था कि फिलिस्तीन के साथ गैरजरूरी युद्ध से बचने के लिए वह जो कर सकते हैं, कर रहे हैं। मगर, इसके 24 घंटों के अंदर ही इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव ने हिंसक रूप ले लिया है। इजरायल के अंडरवर्कर कमांडो द्वारा अंजाम दिए गए एक खुफिया मिशन में सात फिलीस्तीनी सेनानियों की मौत हो गई थी। इसके बाद आतंकी संगठन हमास और अन्य सशस्त्र आतंकी संगठनों ने दक्षिणी इजरायल पर रॉकेट और मोर्टार से हमले किए। फिलिस्तीन की तरफ से एंटी टैंक मिसाइल दागे जाने के बाद इजरायल में भूमध्य सागर से लेकर मृत सागर तक हवाई हमले के सायरन बज उठे। इस हमले मे इजरायल की एक बस निशाना बन गई, जिसमें 19 साल का एक जवान सहित कई अन्य लोग घायल हो गए। इसके बाद इजरायल की तरफ से किए गए हवाई हमले और टैंक फायर में फिलिस्तीन को भारी नुकसान हुआ। इजरायल ने गाजा में कई सैन्य पोस्ट पर हमला किया और हमास के टीवी स्टेशन, रेडियो स्टेशन, कार्यालय की इमारत के साथ ही हमास के मिलिट्री इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। गाजा पट्टी में मंगलवार को इजरायली हवाई हमले में हमास की 'अल-अक्सा टीवी' की इमारत ध्वस्त हो गई। इमारत को हवाई हमले में ध्वस्त करने से पहले इजरायल ने चेतावनी भरे सिलसिलेवार हमले किए थे, जिसके बाद वहां काम कर रहे लोगों को इमारत से बाहर निकाल लिया गया था। हमास ने गाजा सिटी में इमारत के ध्वस्त होने की पुष्टि कर दी है। इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादियों के बीच हिंसा भड़कने के बाद इजरायल ने यह हमला किया। बताया जा रहा है कि साल 2014 के गाजा वॉर के बाद इजरायल पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इस्लामिक जिहादियों ने इजरायली कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने की कसम खाई है।
चीन का प्रभाव रोकने को पापुआ न्यू गिनी की मदद करेगा ऑस्ट्रेलिया
2 November 2018
सिडनी। प्रशांत महासागर में चीन की बढ़ती सक्रियता और अपने हितों की रक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया ने द्वीपीय देश पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) को नौसैनिक अड्डा बनाने में आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने गुरुवार को यहां कहा, 'हम पीएनजी को मानुस द्वीप पर नौसेना बेस बनाने में मदद करेंगे। इसका विकास संयुक्त रूप से किया जाएगा।' उन्होंने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि इस अड्डे का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना भी करेगी या नहीं। मौरिसन ने यह भी नहीं बताया कि ऑस्ट्रेलिया इसके लिए कितना धन मुहैया कराएगा? चीन की बढ़ती नौसैनिक गतिविधियों से पहले प्रशांत क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया की नौसेना का काफी प्रभाव था। इसे बनाए रखने के लिए वह चीनी गतिविधियों को सीमित करना चाहता है। चीन की दूरसंचार कंपनी हुआवे का प्रभाव कम करने के लिए ऑस्ट्रेलिया समुद्र में इंटरनेट केबल बिछाने में भी पीएनजी को मदद दे रहा है। चीन ने इस साल की शुरुआत में मानुस द्वीप पर नौसैनिक अड्डा बनाने में पीएनजी को मदद की पेशकश की थी। इससे ऑस्ट्रेलिया और उसके सहयोगी देश चिंतित हो गए थे।
असीम मुनीर बने पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के नए प्रमुख
10 October 2018
रावलपिंडी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को नया चीफ मिल गया है। अक्सर भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वाली आईएसआई के नए प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर ने जिम्मेदारी संभाल ली है। मुनीर एक अक्टूबर को पूर्वी डीजी नावीद मुख्तार के रिटरमेंट के बाद इस पर पर चुने गए हैं। नवीद मुख्तार को 11 दिसंबर 2016 को आइएसआइ महानिदेशक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की अध्यक्षता वाले बोर्ड ने छह जनरलों की प्रोन्नति को मंजूरी दे दी है। प्रोन्नति पाने वाले सैन्य अफसरों में मेजर जनरल नदीम जकी मंज, मेजर जनरल शाहीन मजहर, मेजर जनरल अब्दुल अजीज, मेजर जनरल असीम मुनीर, मेजर जनरल सैयद मोहम्मद अदनान और मेजर जनरल वसीम अशरफ शामिल हैं। पाकिस्तानी सेना में अपने कार्यकाल के दौरान मुनीर उत्तरी क्षेत्रों की कमान के कमांडर रह चुके हैं। इस साल मार्च में उन्हें पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'हिलाल-ए-इम्तियाज' से नवाजा गया था। पाकिस्तान सरकार का यह सम्मान नागरिकों के साथ सैन्य अधिकारियों को भी दिया जाता है।
होंगवेई का इंटरपोल चीफ के पद से इस्तीफा, चीन बोल- ली थी रिश्वत, हो रही जांच
8 October 2018
लियोन। अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरपोल के पूर्व प्रमुख मेंग होंगवेई के लापता होने के कई दिनों के बाद इंटरपोल ने एलान किया है कि उसे उसके चीनी प्रमुख मेंग होंगवेई का इस्तीफा मिला है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से पद त्याग दिया है। उनके स्थान पर दक्षिण कोरिया के उप प्रमुख किम जोंग यांग इंटरपोल के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए हैं। इससे कुछ ही घंटे पहले चीन ने माना कि मेंग चीन में ही उसकी जांच के दायरे में हैं। मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार चीन ने होंगवेई पर घूस लेने के आरोप लगाए हैं और कहा है कि उनके खिलाफ जांच की जा रही है। जबकि उनकी पत्नी ने बताया कि मेंग ने लापता होने से ठीक पहले खतरे की तरफ इशारा करते हुए उन्हें चाकू का इमोजी (फोटो) भेजा था। बता दें कि 29 सितंबर को इंटरपोल चीफ के फ्रांस से रवाना होने के बाद से ही उनकी पत्नी उनसे संपर्क नहीं कर पा रही हैं। फ्रांस के शहर लियोन में इंटरपोल प्रमुख मेंग की पत्नी ग्रेस मेंग ने मीडिया से अपना चेहरा छिपाते हुए बताया कि यह मामला अंतरराष्ट्रीय समुदाय का है। इंटरपोल के पहले चीनी प्रमुख मेंग की जान को खतरा है। उन्होंने फ्रांस की सरकार से मेंग की सलामती के लिए इस मामले में दखल देने की अपील की। मेंग 2016 में इंटरपोल प्रेसिडेंट बनने के बाद से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ लियोन में ही रह रहे थे। हांगकांग के साउथ चाइना मानिर्ग पोस्ट ने एक अनाम सूत्र का हवाला देते हुए बताया था कि 64 साल के मेंग को चीन ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। बता दें कि इंटरपोल एक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी है, जिसके 192 देश सदस्य हैं। मेंग नवंबर 2016 में इंटरपोल के प्रमुख बने थे। उसी वक्त मानवाधिकार समूहों ने यह आशंका जाहिर की थी कि चीन विदेश में असहमति के स्वरों को दबाने के लिए उन्हें परेशान कर सकता है। इंटरपोल ने विगत शनिवार को अपने प्रमुख मेंग होंगवेई को हिरासत में लिए जाने की खबरें सामने आने के बाद चीन की सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। इसके बाद चीन ने रविवार को कहा, "इंटरपोल के चीफ मेंग होंगवेई, जिनके लापता होने की खबर थी, कानून के उल्लंघन के चलते जांच के दायरे में हैं।" हालांकि चीन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनके खिलाफ क्या मामला है। हाल के वर्षों में ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं जब कई अधिकारी रहस्यमय ढंग से गायब हो गए और कई हफ्तों, कभी-कभी तो महीनों बाद चीनी सरकार ने एलान किया कि गायब व्यक्ति उनकी जांच के दायरे में है। चीन द्वारा ऐसे ज्यादातर मामले भ्रष्टाचार के बताए जाते हैं। हाल का एक वाकया तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर चीन की एक अभिनेत्री का है जो पिछले कुछ महीनों से गायब हैं और सरकार ने उनके खिलाफ टैक्स चोरी के आरोपों की जांच चलने की बात कही है।
डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद को मिला 2018 का नोबेल शांति पुरस्कार
5 October 2018
ओस्लो। नोबेल पुरस्कारों की घोषणा का सिलसिला जारी है। कांगो के डॉ डेनिस मुकवेगे और यजीदी दुष्कर्म पीड़िता नादिया मुराद को साल 2018 के शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन दोनों लोगों ने युद्ध क्षेत्र में यौन हिंसा के खिलाफ सराहनीय कार्य किया है। डॉ मुकवेगे पेशे से महिला रोग विशेषज्ञ हैं। जबकि नादिया मुराद पूरी दुनिया में यौन हिंसा के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं। पहले सट्टा बाजार में इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन का नाम सबसे आगे चल रहा था। लेकिन, अब इन अटकलों पर विराम लग चुका है। ओस्लो में घोषित किए जाने वाले शांति पुरस्कार के लिए कुल 331 लोगों और संगठनों का नाम मुकाबले में है। बता दें कि नोबेल समिति उम्मीदवारों की लिस्ट गुप्त रखती है, केवल विजेताओं के नाम की ही घोषणा की जाती है। सोशल मीडिया पर अंतरराष्ट्रीय जगत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार के बारे में कयास लगाए जा रहे थे। इस बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 331 व्यक्तियों और संगठनों के नाम प्रस्तावित किए गए हैं। सूची का दायरा बड़ा होने के कारण ही कयासों का दौर जारी है। दरअसल, इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाना है इसलिए शांति पुरस्कार ही सबसे ज्यादा चर्चित है। ट्रंप और किम जोंग के अलावा दक्षिण कोरिया के नेता मून जेई-इन का नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं। कोरियाई देशों के बीच पिछले एक साल से शांति की दिशा में उल्लेखनीय बातचीत हुई है। लेकिन, विशेषज्ञों का मानना है कि किम और मून को पुरस्कार देना जल्दबाजी होगी। उनका कहना है कि इन चीजों को छोड़ दें तो मानवाधिकार पर किम का रिकॉर्ड उनके समर्थन के लिए काफी नहीं है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री रह चुके बोरिस जॉनसन और खुद मून भी कह चुके हैं कि कोरियाई द्वीप में अपनी पहल के लिए डोनाल्ड ट्रंप यह पुरस्कार जीत सकते हैं। लेकिन, ट्रंप के लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए डेन स्मिथ कहते हैं कि उनको पुरस्कार दिया जाना ठीक नहीं होगा। शांति की जहां तक बात है तो पेरिस जलवायु समझौते और ईरान परमाणु समझौते से बाहर होने का ट्रंप का फैसला नकारात्मक रहा है।
PAK में भारतीय उच्चायुक्त का अपमान, जिस कार्यक्रम में देना था लेक्चर, उसे किया रद
4 October 2018
नई दिल्ली। पाकिस्तान में एक बार फिर भारतीय उच्चायुक्त को अपमानजनक स्थितियों का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान ने उस कार्यक्रम को निरस्त कर दिया, जिसमें पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया शिरकत करने वाले थे। पाकिस्तान ने बिना किसी पूर्व सूचना के ऐन मौके पर कार्यक्रम रद कर दिया । दरअसल, भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को सिविल सर्विस अकादमी द्वारा पाकिस्तान में आयोजित होने वाले वार्षिक कार्यक्रम में शिरकत करनी थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम को अंतिम समय में रद कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रम के रद करने की पीछे कोई भी खास वजह नहीं रही है। इसके बावजूद ऐसा क्यों किया गया, यह सवाल है। बता दें कि इस कार्यक्रम में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया के लेक्चर होने वाला था। इस कार्यक्रम को रद करने के फैसले को बीते दिनों न्यूयॉर्क में भारत-पाक विदेश मंत्रियों की बैठक रद होने से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि लाहौर सिविल अकादमी में भारतीय उच्चायुक्त का ये कार्यक्रम होना था। उन्हें पिछले महीने 5 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला था। गौरतलब है कि सिविल सेवा अकादमी पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (पीएएस) में नई भर्तियों को प्रशिक्षण देता है। इसे मूल रूप से पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा अकादमी कहा जाता था।
केमिस्ट्री का नोबेल फ्रांसेस ऑर्नाल्ड और जार्ज पी स्मिथ व सर ग्रेगरी पी विंटर को मिला
3 October 2018
स्टॉकहोम। इस साल तीन वैज्ञानिकों को केमेस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। इनमें आधा हिस्सा अमेरिका के एच अरनॉल्ड को और शेष आधे हिस्से को संयुक्त रूप से जॉर्ज पी स्मिथ व सर ग्रेगरॉय पी विंटर को दिया गया है।इसके तहत 10.1 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार की राशि ज्यादा से ज्यादा तीन वैज्ञानिकों में साझा की जा सकती है। रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज ने इन पुरस्कारों की घोषणा की है। इससे पहले फिजिक्स के लिए आर्थर अशकिन और गेर्राड मौरोउ और दोन्ना स्ट्रिकलैंड के नाम की घोषणा की गई थी। इस पुरस्कार में आधा भाग आर्थर अशकिन जबकि आधे भाग में से गेर्राड मौरोउ और दोन्ना स्ट्रिकलैंड को सम्मानित किया गया है। बताते चलें कि महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में नोबेल पुरस्कार शुरू किए गए थे। हर साल 'रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस', 'द स्वीडिश एकेडमी', 'द कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट' और 'द नॉर्वेजियन नोबेल कमिटी' द्वारा उन लोगों और संस्थाओं को दी जाती है, जिन्होंने अर्थशास्त्र, भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र, चिकित्साशास्त्र, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इसके तहत हर विजेता को एक मेडल, एक डिप्लोमा, एक मोनेटरी अवॉर्ड दिया जाता है। हालांकि, इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिए जाने का फैसला किया गया है। पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा है कि साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा। 1901 से लेकर अब तक 892 व्यक्तियों को नोबेल पुरस्कार मिला है। हालांकि, इनमें से महज 48 महिलाओं को ही यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। इनमें से 30 महिलाओं को साहित्य या शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है।
गणतंत्र दिवस पर भारत आ सकते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
29 September 2018
न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नजरें भारत दौरे पर हैं। वह इस दौरे को लेकर काफी उत्सुक हैं। दोनों देशों के बेहतर संबंधों को दर्शाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप भारत का दौरा कर सकते हैं। एक उच्च प्रशासनिक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को गणतंत्र दिवस में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है। ब्यूरो ऑफ साउथ एंड सेंट्रल एशिया अलाइस वेल्स ने ट्रंप के भारत दौरे की तारीखों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। ट्रंप ने 2014 में एक कारोबारी के तौर पर भारत की यात्रा की थी। सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी राष्ट्रपति ट्रंप से एक कार्यक्रम के दौरान मुलाकात की थी। स्वराज के साथ मुलाकात में ट्रंप ने कहा कि मैं भारत को प्यार करता हूं। मेरे मित्र पीएम मोदी को मेरा अभिवादन दीजिएगा। पिछले साल ट्रंप और मोदी दो बार मिले थे। पहले मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान और बाद में मनीला में एक सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी।
कनाडा ने म्यांमार की नेता सू की से वापस ली मानद नागरिकता
28 September 2018
ओटावा। रोहिंग्या संकट के चलते कनाडा ने म्यांमार की नेता आंग सान सू की को दी गई मानद नागरिकता वापस ले ली है। इससे संबंधित एक प्रस्ताव गुरुवार को कनाडा की संसद ने सर्वसम्मिति से पारित कर दिया। नोबेल पुरस्कार विजेता सू की को 2007 में कनाडा की मानद नागरिकता दी गई थी। म्यांमार में पिछले साल अगस्त में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा पर चुप्पी साधने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सू की की छवि काफी खराब हुई है। पिछले हफ्ते कनाडा ने इस घटना को नरसंहार करार दिया था। इसके बाद ही उनकी नागरिकता वापस लेने का फैसला किया गया। दलाई लामा, नेल्सन मंडेला और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को भी कनाडा ने मानद नागरिकता दे रखी है। पहले भी छीनी जा चुकी हैं कई उपाधियां रोहिंग्या संकट को लेकर अमेरिका के होलोकास्ट संग्रहालय ने सू की को दिया एली वीजल पुरस्कार वापस ले लिया था। ब्रिटेन के ग्लासगो, ऑक्सफोर्ड, न्यूकैसल और इडेनबर्ग शहरों ने म्यांमार नेता को दी मानद उपाधियां वापस ले ली हैं। कनाडा के मानवाधिकार म्यूजियम में लगे सू की के चित्र पर अंधेरा कर दिया गया है।
आंख के नीचे फंसा था चाकू, एक्स-रे देखकर हैरान हो गए डॉक्टर
25 September 2018
रियो डी जेनेरियो। कई बार लोग मामूली हमले में ही जान गंवा देते हैं, तो कई बार गंभीर हादसे का शिकार होकर भी रहस्यमयी तरीके से जीवित बच जाते हैं। बीते वर्षों में ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं, जब नुकीली और तेज धार हथियार से घायल होने के बाद लोग अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उनके शरीर का अहम अंग था ही नहीं। इसी तरह एक नया मामला इंटरनेट की सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, दक्षिण अफ्रीका के रहने वाले 25 वर्षीय किशोर की अपने दोस्त के साथ शराब पीने के दौरान लड़ाई हो गई थी। दोस्त ने उसे चाकू मार दिया। चाकू उसकी बाईं आंख के नीचे घुस गया और उसका हत्था टूट गया था। चाकू चेहरे की हड्डी में जाकर फंस गया था, लिहाजा वह नहीं निकल सका। युवक को पता ही नहीं था कि चाकू अभी भी उसकी आंख के नीचे घुसा हुआ है। डॉक्टरों को दिखाने के बाद उसने कहा कि उसके सिर में दर्द हो रहा है और उसकी बाईं आंख नहीं हिल रही है। लिहाजा चोट की प्रकृति को देखते हुए कान, नाक और गला विशेषज्ञों को बुलाया गया। उन्होंने हमले के दो दिन युवक का एक्स-रे कराया, तो उनके होश उड़ गए। डॉक्टरों ने पाया कि चाकू अभी भी युवक के चेहरे में फंसा था। उन्होंने सर्जरी कर युवक के चेहरे से चाकू निकाला। इस दौरान कोई भी ब्लड वेसल क्षतिग्रस्त नहीं हुई। दो दिनों के बाद युवक को घर जाने की इजाजत दे दी गई। युवक का कहना है कि वह भाग्यशाली है कि इतना कुछ होने के बाद भी कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ और वह जिंदा बच गया।
संदिग्ध आतंकियों ने बर्किना फासो में भारतीय समेत तीन अगवा
24 September 2018
उगाडुगू। पश्चिम अफ्रीकी देश बर्किना फासो में संदिग्ध आतंकियों ने एक भारतीय और एक दक्षिणी अफ्रीकी समेत तीन लोगों का अपहरण कर लिया है। तीनों ही देश के उत्तरी इलाके में एक सोने की खदान में काम करते हैं। एक अन्य खदान कर्मी ने इस घटना की जानकारी दी। उसके अनुसार, तीनों सुबह आठ बजे खदान के पास से गए थे। दो घंटे बाद भी उनमें से कोई वापस नहीं लौटा। बताया जा रहा है कि इनाटा स्थित सोने की खदान और डजीबो शहर के बीच कुछ अज्ञात हथियारबंद लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया। डजीबो शहर माली और नाइजर से लगा हुआ है। अपहरणकर्ता तीनों को लेकर माली की सीमा पार कर गए। आशंका जताई गई है कि अपहरणकर्ता इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकी समूह के सदस्य हैं। बर्किना फासो में इससे पहले भी विदेशी कामगारों को अगवा किए जाने की घटनाएं हो चुकी हैं। जनवरी, 2016 में बुजुर्ग ऑस्ट्रेलियाई दंपती को अगवा किया गया था। 2015 में अलकायदा समर्थित संगठन ने रोमानिया के एक नागरिक का अपहरण किया था जो अब भी आतंकी संगठन की कैद में है।
अमेरिका में भीषण बस हादसा, 4 की मौत और कई घायल
31 August 2018
वॉशिंगटन। अमेरिका के न्यू मेक्सिको प्रांत में एक बस दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई है। न्यू मेक्सिको की पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हादसे में कई यात्रियों को चोटें भी आई हैं। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जानकारी से संकेत मिले हैं कि आइ-40 ईस्टबाउंड पर एक सेमी-ट्रैक्टर-ट्रेलर बस की भिड़ंत यात्री बस से हो गई। बस दुर्घटना के चलते न्यू मेक्सिको के सबसे बड़े शहर अलबुकर्क से 170 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में थोरो के पास वेस्टबाउंड आई-40 लेन को बंद करना पड़ा है। पुलिस ने बताया कि सेमी-ट्रैक्टर-ट्रेलर का एक टायर निकल गया था जिस कारण वह डिवाइडर को तोड़ते हुए ट्रैफिक के बीच जा पहुंचा और सामने से आ रही इंटरस्टेट बस से जा भिड़ा। गॉलअप इंडियन मेडिकल सेंटर ने बताया कि यह लगभग 37 मरीजों का इलाज कर रहा है, जिनमें से चार से छह लोगों को ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया है। वहीं, अल्बुकर्क में न्यू मेक्सिको अस्पताल ने कहा कि उसके यहां आठ मरीजों को भर्ती कराया, जिसमें तीन की हालत गंभीर है। बता दें कि जिस बस का एक्सीडेंट हुआ है, वो अलबुकर्क से फीनिक्स जा रही थी। जिसमें करीब 47 यात्री सवार थे
Google से नाराज हुए ट्रंप, गलत छवि बनाने पर कर सकते हैं कार्रवाई
29 August 2018
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति अक्सर अपने ट्वीट और बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है। राष्ट्रपति ट्रंप इस बार गूगल से अपनी नाराजगी के कारण चर्चा में हैं। खबर है कि वो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकते हैं और इसका कारण उनकी गलत छवि बनाने का आरोप है। उन्होंने इस मामले में गूगल को आड़े हाथों भी लिया है और कहा कि जब से राष्ट्रपति पद संभाला है मीडिया मेरे खिलाफ हमेशा खबरें चलाता रहता है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि गूगल भी मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें सर्च होने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। अमेरिकी वेबसाइट यूएसए टुडे के मुताबिक अगर गूगल पर इडियट ढूंढते हैं तो सबसे पहले डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर सामने आती है। इसके चलते पहले से ही काफी बवाल हो चुका है। अपने टि्वटर पोस्ट में मंगलवार को ट्रंप ने लिखा, ट्रंप लिखने पर गूगल सर्च रिजल्ट में सिर्फ मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें दिखती हैं। यह फेक न्यू मीडिया है। दूसरे शब्दों में कंपनी मेरे और अन्य लोगों के खिलाफ हेराफेरी कर रही है, जिसमें अधिकांश खबरें नकारात्मक हैं। इनमें नकली सीएनएन सबसे अहम है। रिपब्लिकन/ कंजरवेटिव और निष्पक्ष मीडिया सब खत्म हो चुके हैं। ये सब अवैध हैं? एक अन्य ट्वीट में ट्रंप आगे कहते हैं, 96 प्रतिशत से भी अधिक ट्रंप न्यूज के सर्च रिजल्ट राष्ट्रीय वामपंथी मीडिया की तरफ से हैं, जो काफी खतरनाक हैं। गूगल और अन्य कंपनियां कंजरवेटिव की आवाज दबा रहे हैं और सूचनाओं और खबरों को छिपा रहे हैं।
PoK में आम लोगों पर पुलिस ने की बर्बरता, लाठीचार्ज में कई घायल
28 August 2018
कोटली। पाकिस्तान एक तरफ तो कश्मीर के लोगों पर अत्याचार का आरोप लगाता है और दूसरी तरफ अपने कब्जे वाले कश्मीर में लोगों पर बर्बरता करता है। ताजा मामला पाक अधिकृत कश्मीर का ही है जहां पुलिस ने बेरहमी से लोगों पर अत्याचार किया है। पीओके के कोटली में एक शांतिपूर्ण रूप से किए जा रहे प्रदर्शन पर पुलिस ने बर्बरता दिखाते हुए जमकर लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए। ये प्रदर्शनकारी अपने उन अधिकारों की मांग कर रहे थे, जो पाकिस्‍तान के अन्‍य क्षेत्रों में रहनेवाले को प्राप्‍त हैं। पिछले सात दशकों ने पीओके में रहने वाले लोग, कई बंदिशें झेल रहे हैं। बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने जुटे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जो तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, उससे पता चलता है कि कानून के रखवाले शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कितनी बर्बरता के साथ पेश आए। इससे पता चलता है कि कश्मीरी लोगों पर क्रूरता करने के लिए इस्लामाबाद द्वारा सुरक्षा बलों को खुली छूट दी गई है। हालांकि यह पीओके के लोगों पर पाकिस्तान सरकार की क्रूरता का एकमात्र उदाहरण नहीं है। जब-जब कभी इस क्षेत्र में असंतोष को लेकर आवाज बुलंद होती है, तब-तब स्‍थानीय प्रशासन लोगों की आवाज को दबाने के लिए शक्ति का प्रयोग करता है। लेकिन लोगों में धीरे-धीरे अंसतोष बढ़ता जा रहा है, जो जल्‍द ही बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है। हालांकि पाकिस्‍तानी सरकार का मानना है कि पीओके के लोगों को भी समान अधिकार प्राप्‍त हैं।
इमरान खान और अमेरिकी विदेश मंत्री की बातचीत के ब्यौरे पर विवाद, पाकिस्तान या अमेरिका आखिर कौन बोल रहा है झूठ
25 August 2018
नई दिल्ली: पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बीच हुई फोन पर बातचीत का ब्यौरा जारी होने के बाद से पाकिस्तान में विवाद शुरू हो गया है और पाकिस्तान सरकार की ओर से अमेरिका से इस पर सुधार करने के लिये कहा गया है. इससे पहले जानकारी आई थी कि माइक पोम्पियो ने इमरान खान से बात की और देश में संचालित हो रहे सभी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की. लेकिन अब पाकिस्तान की ओर से कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में आतंकवाद पर कोई चर्चा ही नहीं हुई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हीथर नाउर्ट की ओर से जारी बयान में आतंकवाद पर निर्णायक कार्रवाई की बात का जिक्र किया गया है. वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा जा रहा है कि माइक पोम्पियो ने इमरान खान को बधाई दी और कई मुद्दों पर चर्चा की लेकिन आतंकवाद का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा, 'प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच हुई बातचीत का जो ब्यौरा अमेरिका की ओर से जारी किया गया है इसे पाकिस्तान गलत तथ्यों पर आधारित बयान मानता है. इसको तुरंत सुधारा जाना चाहिये' मोहम्मद फैसल ने ट्विटर पर लिखा, 'पूरी बातचीत में पाकिस्तान से संचालित आतंकवाद का कहीं कोई जिक्र नही है. आपको बता दें कि पाकिस्तान में यह विवाद उस समय शुरू हुआ है जब कयास लगाये जा रहे हैं कि अमेरिकी विदेश मंत्री सितंबर के पहले हफ्ते में पाकिस्तान आएंगे और प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की और देश में संचालित हो रहे सभी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है. विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नाउर्ट ने एक बयान में कहा कि खान के साथ अपनी बातचीत में पोम्पियो ने युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में पाकिस्तान की अहम भूमिका के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने बताया कि पोम्पियो ने पाकिस्तान की सरजमीं पर संचालित हो रहे सभी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का मुद्दा उठाया और अफगान शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने में उसकी अहम भूमिका पर चर्चा की. डॉन अखबार की खबर के मुताबिक पोम्पियो के पांच सितंबर को इस्लामाबाद की यात्रा करने की उम्मीद है. अफगान तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों को पाकिस्तान द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन दिए जाने से अमेरिका लंबे समय से परेशान रहा है जिसके चलते ट्रंप प्रशासन को इस्लामाबाद को चेतावनी देनी पड़ी और इस देश को वित्तीय सैन्य सहायता में कटौती करनी पड़ी.
इंडोनेशिया में आए भूकंप के बाद अब तक 555 की मौत, 1500 अब भी घायल
24 August 2018
जकार्ता। इंडोनेशिया के लोमबोक आइलैंड पर इस महीने आए भीषण भूकंप के कारण अब तक मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शुक्रवार को दी जानकारी में बताया कि इस घातक भूकंप के झटकों के कारण लोमबोक द्वीप में मरने वालों की संख्‍या 555 तक पहुंच गई है और करीब 1,500 लोग घायल हैं। इसके अलावा सैंकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि पिछले सप्ताह शुक्रवार को लोमबोक के उत्तरी हिस्से में ज्यादा लोगों की मौतें हुई। इसके अलावा पड़ोस में स्थित सुमबावा द्वीप में भी कई लोगों की मौत हो गई। कई पीड़ितों की मौत मलबे के नीचे दबने से हो गई क्योंकि भूकंप की वजह से बड़ी संख्या में घर और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इंडोनेशिया में जनजीवन चरमरा गया है। सड़के टूट गई हैं और मलबे से भरे हुए हैं। सहयोगी संस्‍थानों की ओर से भूकंप प्रभावित क्षेत्र में मदद की जा रही है। बेघरों को राहत शिविरों में ले जाया गया है। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया, ‘हमने सुदूर गांवों में सैनिकों की तैनाती कर दी है। इन गांवों में मोटरबाइक का पहुंचना काफी कठिन है। लोमबोक द्वीप के इलाके में 5 अगस्त को 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था और इसके बाद करीब 500 से ज्यादा भूकंप के ऑफ्टर शॉक आए थे। इसमें 9 अगस्त को 5.9 तीव्रता का एक झटका भी शामिल है। बता दें कि इंडोनेशिया में भूकंप का खतरा बना रहता है क्योंकि यह देश 'रिंग ऑ फायर' यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। यह रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है। दुनिया के आधे से ज़्यादा सक्रिय ज्वालामुखी इसी रिंग ऑफ फायर का हिस्सा हैं। 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा तट पर 9.4 रिक्टर स्केल वाले भूकंप के कारण आई सूनामी के कारण भारत सहित विभिन्न देशों में 2,20,000 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अकेले इंडोनेशिया में 1,68,000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
पाक में ऐसा स्कूल, मंदिर में आकर टीचर कहती है सलाम तो बच्चे जय श्री राम
23 August 2018
कराची। भारत में अक्सर हिंदू-मुस्लिम एकता और प्रेम की कहानियां सामने आती रहती हैं लेकिन इस बार पाकिस्तान से ऐसी खबर आ रही है। कहते हैं गुरू और शिष्य के रिश्ते में ना धर्म बाधा बनता है और ना ही कोई और चीज। पाकिस्तान के कराची में एक ऐसा ही स्कूल है जहां शिक्षक तो एक मुस्लिम है लेकिन उनसे पढ़ने वाले हिंदू बच्चे। इतना ही नहीं इन बच्चों की क्लास एक मंदिर में लगती है। खबरों के अनुसार कराची स्‍थित एक हिंदू मंदिर में पारंपरिक मुस्‍लिम हिजाब पहने शिक्षिका अनम आगा प्रतिदिन पिछड़े वर्ग के हिंदू बच्‍चों को पढ़ातीं हैं। हर दिन इस स्‍कूल की शुरुआत टीचर के सलाम के जवाब में जय श्री राम के साथ होती है। इस जवाब से गुरेज न करते हुए अनम बस्‍ती गुरु एरिया में स्‍थित मंदिर के भीतर स्‍कूल चलातीं हैं। इस बस्‍ती में 80-90 हिंदू परिवार रहते हैं। अनम ने बताया कि मंदिर के भीतर मेरे द्वारा स्‍कूल चलाए जाने की बात सुन सभी अचरज करते हैं। लेकिन पिछले साल जब यह स्‍कूल शुरू किया था तब हमारे पास इसके लिए दूसरी कोई जगह नहीं थी। मंदिर के मुख्‍य एरिया में स्‍कूल चलाया जाता है। मंदिर की दीवारों पर हिंदू भगवानों की तस्‍वीरों के साथ प्‍लास्‍टर किया हुआ है। अनम ने स्‍वीकार किया कि आसपास रहने वाले मुस्‍लिम समुदाय को उनका यह काम पसंद नहीं है। ‘लेकिन मैं यह काम करती हूं क्‍योंकि इन्‍हें अपने मौलिक अधिकारों का भी पता नहीं है। उनके बच्‍चे शिक्षा अर्जित करना चाहते हैं। इनमें से कुछ बच्‍चे क्षेत्र के दूसरे स्‍कूल में जाते हैं लेकिन उन्‍हें सामाजिक और धार्मिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।’ अनम ने आगे बताया कि इन बच्‍चों विशेषकर लड़कियों के माता पिता खुश हैं कि उन्‍हें बस्‍ती से दूर नहीं जाना पड़ता है।’ अनम ने कहा कि मुस्‍लिम शिक्षिका होने की वजह से उन्‍हें चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ‘लेकिन मैं कभी भी धर्म के बारे में बात नहीं करती और उनकी भावनाओं को चोट पहुंचाने से बचती हूं। मैं उन्‍हें धर्म से अलग विभिन्‍न विषयों के बारे में बताती हूं।’ मैं उनकी इज्‍जत करती हूं जिसके जवाब में वे भी मुझे इज्‍जत देते हैं। हम एक साथ त्‍योहार मनाते हैं। मैं उन्‍हें सलाम करती हूं और वे जवाब में जय श्री राम कहते हैं।’ अनम का मानना है कि यह स्‍कूल इस बात का उदाहरण स्‍थापित करेगा कि मुस्‍लिम बहुल राष्‍ट्र में एक दूसरे का सम्‍मान कर किस तरह विभिन्‍न समुदाय एक साथ शांति से रह सकते हैं।
अस्पताल की 16 नर्सें एकसाथ हुईं गर्भवती, जानिए फिर क्या हुआ
21 August 2018
एरिजोना। किसी अस्पताल में काम करने वाली महिला नर्स गर्भवती हो तो कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन एक ही अस्पताल के एक ही आईसीयू में एक साथ 16 नर्सें गर्भवती हो जाएं तो यह किसी को भी आश्चर्य में डाल सकता है। मामला अमेरिका में एरिजोना के मेसा में बैनर डेजर्ट मेडिकल सेंटर का है। अस्पताल के आईसीयू में काम करने वाली 16 नर्सों के एकसाथ गर्भवती होने का मामला सामने आया है। नर्सों को एक-दूसरे के गर्भवती होने की जानकारी तब मिली, जब वे अस्पताल की गर्भवती महिलाओं के एक फेसबुक ग्रुप में शामिल हुईं। ये सभी नर्स अक्टूबर से जनवरी के बीच अपने बच्चों को जन्म देंगी। एक साथ गर्भवती होने की घटना को लेकर इन नर्सों में से एक एश्ले ने कहा कि यहां के पानी में ऐसा क्या है? वहीं एक अन्य नर्स ने कहा कि सभी को एक दूसरे के गर्भवती होने की जानकारी फेसबुक ग्रुप के माध्यम से लगी। जहां एक तरफ सभी नर्सें मेटरनिटी लीव पर जाने की तैयारी में हैं वहीं अस्पताल के सामने स्टाफ की समस्या पैदा हो गई है लेकिन प्रबंधन का कहना है कि वो लंबे समय से इसकी प्लानिंग कर रहे हैं।
अफगानिस्तान में तालिबान का हमला, 100 से ज्यादा लोगों को बनाया बंधक
20 August 2018
काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अस्थायी संघर्षविराम के ऐलान के 24 घंटे बाद 100 से ज्यादा लोगों को तालिबानी आतंकियों ने बंधक बना लिया है। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। अफगान सरकार के अधिकारियों ने बताया कि तालिबान ने सोमवार को उत्तरी अफगानिस्तान में एक सड़क से गुजर रही बसों के काफिले पर घात लगाकर हमला किया और विद्रोहियों द्वारा हालिया हमले में महिलाओं और बच्चों सहित 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया है। ईद-उल अजहा से कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी की ओर से आतंकी संगठन से सीजफायर की अपील किए जाने के बावजूद यह घटना हुई है। कुंदूज प्रांत के मुखिया मोहम्मद युसूफ अयूबी ने कहा कि सोमवार को आतंकियों ने सड़क से गुजर रही तीन बसों को रोका और सभी लोगों को बंधक बना लिया। यह घटना खान आबाद जिले में हुई। दरअसल, यहां आतंकी झाड़ियों के बीच छिपे घात लगाए हुए बैठे थे और मौका देखकर उन्होंने बसों पर धावा बोल दिया। अयूबी का मानना है कि तालिबानी आतंकी सरकारी कर्मचारियों या फिर सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने की फिराक में थे। पड़ोसी प्रांत ताखार के पुलिस चीफ अब्दुल रहमान अकताश ने बताया कि सभी यात्री बदखशान और ताखर प्रांतों के थे। ये सभी काबुल जा रहे थे। इस बीच अयूबी ने कहा कि किसी भी यात्री की अबतक कोई खबर नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय अधिकारी तालिबान के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि यह घटना जिस इलाके में हुई है, उस पर तालिबान का ही नियंत्रण है। बता दें कि रविवार को ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान के साथ हालिया संघर्ष के बाद तीन महीने के अस्थायी संघर्षविराम का ऐलान किया था। साथ ही, उन्होंने चेताया भी था कि यह एकतरफा नहीं है। हालांकि तलिबान की इस हरकत के बाद ऐसा मामूम पड़ता है कि अस्थायी संघर्षविराम तीन महीने तक जारी रहना मुश्किल है। बता दें कि रविवार को अस्थायी संघर्षविराम की घोषणा करते हुए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि तालिबान इसका पालन करेगा तो ही संघर्षविराम अमल में लाया जाएगा। टीवी पर संबोधन के दौरान गनी ने कहा था, 'मैं एक बार फिर पैगंबर के जन्मदिन तक संघर्ष विराम का ऐलान करता हूं, बशर्ते इसका पालन तालिबान को भी करना होगा।' गौरतलब है कि अफगानिस्तान में 21 नवंबर को ईद मिलादुन्नबी मनाई जाएगी। गनी ने कहा कि उलेमा, राजनीतिक पार्टियों और नागरिक समाज समूहों के साथ सलाह-मशविरे के बाद यह फैसला (अस्थायी संघर्षविराम) अमल में लाया गया, ताकि अमन के रास्ते में आ रही सभी रूकावटों को दूर किया जा सके। हालांकि अस्थायी संघर्ष विराम पर तालिबान की ओर से कोई जवाब तो नहीं आया, बल्कि 100 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाने की खबर सामने आ गई।
इमरान के शपथ में पाक आर्मी चीफ से गले मिले सिद्धू, PoK के राष्ट्रपति के साथ बैठे आये नजर, बढ़ा विवाद
18 August 2018
नई दिल्ली: इमरान खान ने पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली. इस मौके पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है. क्रिकेटर से नेता बने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान के शपथ समारोह में पाकिस्तान पहुंचे कांग्रेस नेता एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को जिस जगह पर बैठाया गया, उस पर विवाद हो गया है. दरअसल, इमरान खान के शपथ ग्रहण की जो तस्वीरें मीडिया में सामने आई हैं, उसमें नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के चीफ मसूद खान के बगल वाली सीट पर बैठे नजर आ रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई ने जो तस्वीर जारी किया है, उसमें दिख रहा है कि इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठाया गया है. अब इसे लेकर विवाद हो रहा है कि आखिर पाकिस्तान सरकार ने नवजोत सिंह सिद्धू को मसूद खान के साथ वाली सीट पर बैठाया, या खुद नवजोत सिंह सिद्धू बैठ गये. हालांकि, अभी तक इस पर किसी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है सिद्धू को पीओके के प्रमुख मसूद खान के साथ बैठाए जाने को लेकर विवाद इसलिए भी बढ़ना तय है क्योंकि पीओके शुरू से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तकरार की वजह रही है. पाकिस्तान शुरू से ही पीओके पर अपना दावा करता रहा है. कश्मीर को लेकर भारत पाकिस्तान के बीच काफी समय से तनाव का माहौल है. यही वजह है कि सिद्धू की सीट को लेकर विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है . इससे पहले जब सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे, तो उनकी मुलाकात पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से हुई. उस वक्त सिद्धू और बाजवा दोनों एक दूसरे से गले मिले. दोनों एक दूसरे से हाथ मिलाया और कुछ देर तक दोनों के बीच बातें भी हुई सिद्धू को पीओके के प्रमुख मसूद खान के साथ बैठाए जाने पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के चीफ गुलाम अहमद मीर ने कहा कि सिद्धू जिम्मेदार इंसान और मंत्री हैं. इस पर सिर्फ वही जवाब दे सकते हैं. मगर हां, उन्हें इससे बचना चाहिए था. बता दें कि आज इमरान खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, क्रिकेटर से कमांटेटर बने रमीज राजा, पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम सहित अन्य कई विशिष्ट अतिथि समारोह में उपस्थित थे.ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले पश्तून खान ने कल अपने एकमात्र प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शाहबाज शरीफ को नेशनल एसेम्बली में हुए एकतरफा चुनाव में हरा कर प्रधानमंत्री पद के लिए जीत हासिल की.
अफगानिस्तान में शियाओं के शिक्षण संस्थान पर आतंकी हमला, 48 मरे
16 August 2018
काबुल। अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक शिया समुदाय के शिक्षण संस्थान पर बुधवार को आतंकी हमले में 48 की मौत हो गई और 67 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में ज्यादातर किशोर छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इससे आतंकियों ने देश के उत्तरी हिस्से में स्थित सेना की दो चौकियों पर हमला कर 9 पुलिसकर्मियों और 35 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। राजधानी काबुल के पश्चिम में स्थित शिया अल्पसंख्यक समुदाय के शिक्षण संस्थान के विद्यार्थी अहाते में एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। यहां छात्र टेंट लगाकर विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा की पढ़ाई कर रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी सैयद अली ने बताया कि मरने वाले अधिकांश छात्रों के चीथड़े उड़ गए। सिटी हास्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि कई पीड़ित बुरी तरह जल गए हैं। अस्पताल में मौजूद एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अब्दुल खालिक ने बताया कि उनका भाई भी वहां पढ़ता था। विस्फोट में उसकी भी मौत हो गई है। हालांकि अभी तक विस्फोट की जिम्मेदारी तो किसी समूह ने नहीं ली है, लेकिन शिया समुदाय पर किए जा रहे हमलों के इतिहास को देखते हुए लगता है कि इसे इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने अंजाम दिया है। तालिबान ने धमाके से इन्कार किया है। इससे पहले बुधवार को ही उत्तरी अफगानिस्तान के बाघलान प्रांत स्थित सैन्य बेस पर किए गए हमले में 9 पुलिसकर्मियों और 35 सैनिकों की मौत हो गई है। बाघलान से सांसद दिलावर अयमाक ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि एक सैन्य और एक पुलिस चौकी को निशाना बनाया गया था। तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र वरिष्ठ अधिकारी ताडामिची यामामोटा ने लड़ाई बंद करने की अपील की है।
अमेरिका में भारतीय सहित 100 से अधिक लोग हिरासत में
14 August 2018
न्यूयॉर्क: अमेरिकी सीमा गश्त और आव्रजन अधिकारियों ने अवैध रूप से देश में प्रवेश करने और रहने वालों के खिलाफ अलग अलग कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें कुछ भारतीय भी शामिल हैं. अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के प्रवर्तन एवं निष्कासन अभियान (ईआरओ) के संघीय अधिकारियों ने पांच दिन की कार्रवाई के दौरान अमेरिकी आव्रजन कानूनों का उल्लंघन करने पर ह्यूस्टन इलाके में 45 लोगों को गिरफ्तार किया है. एजेंसी ने अभियान के दौरान गिरफ्तार किये गये भारतीय नागरिकों की कुल संख्या का ब्योरा नहीं दिया है. आईसीई ने एक बयान में बताया कि इस अभियान में होंडुरास, एल साल्वाडोर, मेक्सिको, ग्वाटेमाला, अर्जेंटीना, क्यूबा, नाइजीरिया, भारत, चिली और तुर्की के नागरिकों को पकड़ा गया है. एजेंसी ने बताया कि अभियान के दौरान गिरफ्तार किये गये कुछ लोगों के खिलाफ अवैध रूप से प्रवेश और निर्वासन के बाद दोबारा अवैध तरीके से प्रवेश के लिए संघीय आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा.
उत्तर और दक्षिण कोरिया अगले माह शिखर बैठक के लिए तैयार
13 August 2018
सियोल। उत्तर और दक्षिण कोरिया आपसी संबंध सुधारने के लिए सितंबर में दोनों देशों के नेताओं के बीच शिखर बैठक के लिए तैयार हो गए हैं। सोमवार को दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में यह बैठक होगी। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन इस साल तीसरी बार मिलेंगे। बैठक के लिए हालांकि तारीख की घोषणा नहीं की गई है। पहली बार अप्रैल में दोनों नेताओं के बीच पनमुंजोम में बैठक हुई थी। इसके एक महीने बाद मई में यहीं पर दोनों नेता फिर मिले थे। अगले महीने होने वाली बैठक का एजेंडा क्या होगा, अभी इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन, दोनों देश शांति घोषणापत्र से लेकर संयुक्त आर्थिक और ढांचागत परियोजनाओं समेत कई मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं। मून और किम अपनी पहली बैठक में ही अमेरिका के साथ मिलकर शांति घोषणापत्र जारी करने के लिए तैयार हो गए थे। इसके तहत तीनों देश कोरियाई युद्ध खत्म होने का एलान करेंगे। लेकिन, अमेरिका इस बात पर अड़ा हुआ है कि उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु कार्यक्रम खत्म करने के बाद ही वह शांति घोषणापत्र पर दस्तखत करेगा।
NSG पर चीन को कड़ा संदेश, अमेरिका ने भारत को दिया यह विशेष दर्जा, दक्षिण एशिया का इकलौता राष्ट्र बना
4 August 2018
वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत को एक खास दर्जा देकर न सिर्फ दुनिया में हमारे देश की धाक बढ़ाई है, बल्कि चीन को एक कड़ा संदेश भी दिया है. एनएसजी में भारत के शामिल करने का विरोध करने वाले चीन के लिए यह एक तरह से बड़ा झटका है क्योंकि अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत को रणनीतिक व्यापार अधिकरण -1 (एसटीए-1) का दर्जा दिया है और यह दर्जा पाने वाला भारत दक्षिण एशियाई देशों में इकलौता राष्ट्र बन गया है. अमेरिका द्वारा उच्च प्रौद्योगिकी के उत्पादों की बिक्री के लिए निर्यात नियंत्रण में ढील की घोषणा से दोनों देशों के बीच रक्षा और कुछ अन्य क्षेत्रों में संबंध और मजबूत हो सकेंगे. खास बात है कि यह दर्जा पाने वाला भारत एकमात्र दक्षिण एशियाई देश है. इसके अलावा अमेरिका के नाटो सहयोगियों दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया तथा जापान को यह दर्जा मिला हुआ है. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत को अपने देश की तथाकथित रणनीतिक व्यापार अधिकरण-एक सूची (एसटीए-1) की सूची में स्थान दिया है और इससे यहां से भारत को उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों का निर्यात करना सुगम सुगम होगा. अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने इस निर्णय को आर्थिक और सुरक्षा के क्षेत्रों में भागीदार के रूप में भारत के प्रति अमेरिका के बढ़ते भरोसे का उदाहरण बताया है. उन्होंने कहा है कि इससे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा मिलेगा. अमेरिका ने 2016 में भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में मान्यता दी थी. इसके बाद अब इस साल अमेरिका द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा दिया गया है. सरना ने कहा, ‘‘यह न केवल बढ़ते भरोसे का प्रतीक है बल्कि यह आर्थिक और सुरक्षा भागीदार के रूप में भारत की क्षमताओं को भी मान्यता है. पहले से यह माना जाता है कि भारत में कई स्तर की निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है, जिससे अधिक संवेदनशील प्रौद्योगिकियां और दोहरे इस्तेमाल वाली प्रौद्योगिकियों का भारत को बिना किसी जोखिम के हस्तांतरित किया जा सकता है.’’ अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा देने की घोषणा के बाद सरना ने यहां एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह बात कही. इस तरह से भारत एसटीए-1 दर्जा पाने वालों की लिस्ट में 37वां देश बन गया है. यह दर्ज अमूमन अमेरिका द्वारा नाटो सदस्यों को दिया जाता है. गौरतलब है कि भारत के लिए यह दर्जा इसलिए भी खास है क्योंकि भारत अभी तक न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रूप यानी एनएसजी की सदस्यता नहीं मिली है, जिसका चीन हमेशा विरोध करता रहा है. परंपरागत तौर पर देखा जाए तो अमेरिका उन्हीं देशों को एसटीए-लिस्ट में शामिल करता है जो चार निर्यात नियंत्रण तंत्र का सदस्य होता है. मसलन, मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम, वासेनर अरैंजमेंट (WA) ऑस्ट्रेलिया ग्रुप (AG)और एनएसजी. हालांकि, भारत इनमें से तीन का सदस्य तो है, मगर एनएसजी की मान्यता अभी तक नहीं मिली है, क्योंकि चीन बार-बार इसकी राह में बाधा बन कर खड़ा हो जाता है. बता दें कि अमेरिका के इस फैसला का भारत ने स्वागत किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि अमेरिका का यह फैसला प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में भारत को मान्यता है और संबंधित बहुपक्षीय निर्यात व्यवस्था में एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में उसके बेदाग रिकॉर्ड की पुष्टि करता है.
बांग्लादेश में छात्रों का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी
3 August 2018
ढाका। बांग्लादेश में हजारों छात्रों का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन लगातार पांचवें दिन जारी रहा। इसकी वजह से सरकार को गुरुवार को सभी हाईस्कूल बंद करने पड़े। एक सड़क हादसे में दो छात्रों की मौत से आक्रोशित छात्र मंत्री शाहजहां खान के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं। ज्यादातर प्रदर्शनकारी किशोर उम्र के हैं। गुरुवार को राजधानी ढाका और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के बावजूद छात्रों ने प्रदर्शन किया। बीते रविवार को एक तेज रफ्तार बस ने दो छात्रों को कुचल दिया था। इससे छात्रों का गुस्सा भ्रष्टाचार के लिए बदनाम देश के परिवहन विभाग पर फूट पड़ा। परिवहन नियमों का सही से पालन नहीं करवा पाने के लिए छात्रों ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया। मंत्री शाहजहां खान के एक बेतुके बयान ने छात्र प्रदर्शन को तेज कर दिया। खान ने प्रदर्शन पर सवाल खड़े करते हुए कहा, "दो बच्चों की मौत पर इतना हो-हल्ला क्यों? जबकि एक दिन पहले ही एक भारतीय बस ने 33 लोगों को कुचल दिया था।" खान ने हालांकि बाद में माफी मांग ली थी।
पाकिस्तान में इमरान खान की सुरक्षा के लिए सतर्कता, राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे
2 August 2018
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान डी-चौक या परेड ग्राउंड जैसी खुली जगह के बजाय राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. खान की पार्टी 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है. उम्मीद की जा रही है कि 65 साल के इमरान खान 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि खान ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें सरकार के गठन के अलावा, वह कहां शपथ लेंगे और प्रधानमंत्री बनने के बाद कहां रहेंगे, इस पर भी चर्चा की गई. पार्टी के एक नेता ने कहा कि यह फैसला किया गया है कि वह राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे, जो एक महफूज स्थान है. राष्ट्रपति ममून हुसैन उन्हें शपथ दिलाएंगे. हालांकि, पार्टी ने अब तक इस बारे में खुलासा नहीं किया है कि खान के शपथ ग्रहण समारोह में किन्हें बुलाया जाएगा, लेकिन स्थानीय मीडिया के मुताबिक, पूर्व भारतीय क्रिकेटर कपिल देव, सुनील गावस्कर, नवजोत सिंह सिद्धू और बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान को आमंत्रित किया जा सकता है सूरजपुर जिले के मोहनपुर क्षेत्र में भी हाथियों का एक दल पिछले एक माह से दिखाई दे रहा है। हाथियों के आतंक को देखते हुए पूरे संभाग में वन विभाग की टीम अलर्ट पर है। दलों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है और संरक्षित क्षेत्र के बाहर लगाई गई सुरक्षा फेंसिंग के उस पास इन्हें खदेड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। गांवों में सतर्कता को लेकर शाम ढ़लते मुदादी कराई जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये हाथी दल दिनभर जंगलों में रहते हैं और शाम ढ़लते ही गांवों का रुख करने लगते हैं।
ब्रिटेन में विजय माल्या के प्रत्यर्पण के संकेत
1 August 2018
लंदन। ब्रिटेन की एक अदालत ने भारतीय बैंकों के 9000 करोड़ रुपये लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण के संकेत दिए हैं। अदालत ने भारतीय प्रशासन से माल्या के प्रत्यर्पण के बाद उसे रखे जाने वाले आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 का तीन हफ्ते में वीडियो मांगा है। साथ ही मामले की अंतिम सुनवाई की तारीख 12 सितंबर घोषित की है। कोर्ट ने इतने ही समय तक माल्या की जमानत अवधि भी बढ़ा दी है। ब्रिटिश कोर्ट की जज एम्मा आर्बुथनॉट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान कहा कि वह मामले को पूरी तरह से नहीं सुन पाई हैं। उन्होंने केवल भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे क्राउस प्रोसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) और माल्या के बचाव पक्ष की टीम को सुना है। माल्या के बचाव पक्ष के वकीलों ने दलील दी है कि मुंबई की आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर-12 के हालात ठीक नहीं हैं। इसीलिए जज ने भारतीय प्रशासन से बैरक-12 का एक चरणबद्ध वीडियो देने को कहा है। इस बैरक में ही भारतीय अदालतों में मामलों की सुनवाई के दौरान माल्या को रखा जाना है। ब्रिटिश की महिला जज एम्मा आर्बुथनॉट ने कहा, "मैं बैरक-12 का वीडियो देखना चाहूंगी। ताकि पता चले कि उसमें खिड़कियां हैं कि नहीं। यह वीडियो दोपहर में दिन की रोशनी में बिना किसी आर्टीफीशियल लाइट के शूट किया जाना चाहिए।" जज ने तीन हफ्ते में यह वीडियो सभी पक्षों को सौंपने को कहा है। इससे पहले, भारत सरकार की ओर से सीपीएस के बैरिस्टर मार्क समर्स ने जज की चिंता को दूर करने के लिए भारत सरकार की ओर से आश्वासन पत्र और बैरक-12 के फोटो सौंपे। समर्स ने बताया कि इस बैरक में सिर्फ छह लोग रहेंगे और यह पूरी तरह से साफ-सुथरी है। निजी शौचालय और नहाने की सुविधा है। इसे नियमित रूप से साफ किया जाता है। गद्दे और चादर साफ-सुथरे होंगे और अन्य आश्वासनों को भी पूरा किया जाएगा। जबकि माल्या के बचाव पक्ष की अगुवाई कर रहे क्लेयर मांटगोमरी ने कहा कि बैरक-12 में नेचुरल लाइट नहीं है। भारत सरकार के आश्वासन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। जेल की फोटो में सूरज की रोशनी बहुत तेज दिख रही है। लेकिन यह नहीं पता कि वह आ किधर से रही है। वह जैसी भी रोशनी है, वह प्राकृतिक रोशनी नहीं है। माल्या की टीम जेल के निरीक्षण का दबाव बना रही थी। लेकिन सीबीएस ने जोर देकर कहा कि उसने निरीक्षण की जरूरत नहीं क्योंकि उसने पहले ही पर्याप्त सामग्री मुहैया करा दी है। हालांकि जज के जेल का वीडियो मांगने के कदम का सीबीआइ की टीम ने कोर्ट में स्वागत किया। टीम ने कहा कि भारत इन सभी आश्वासनों को लेकर पारदर्शी है। सीबीएस ने विगत आठ मई के विश्व भर में माल्या की संपत्ति जब्त करने के आदेश संबंधी दस्तावेज भी सौंपे हैं पिछले साल अप्रैल में प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तार किया गया माल्या तभी से जमानत पर बाहर है। उस पर नौ हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और फ्रॉड के मामले चल रहे हैं। अगर ब्रिटिश अदालत भारत सरकार के पक्ष में फैसला सुनाती है तो माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर ब्रिटेन के गृह सचिव के दस्तखत में दो महीने का समय लगेगा। हालांकि दोनों ही पक्षों को ब्रिटेन की उच्च अदालतों में फैसले के खिलाफ अपील करने का मौका मिलेगा। धन चुराने व मनी लांड्रिंग से इन्कार शनिवार की सुबह माल्या जैसे ही अदालत में सुनवाई के लिए पहुंचा उसने धन चुराने और मनी लांड्रिंग के आरोपों को झूठा करार दिया। उसने भारतीय अदालतों में बकाया रकम चुकाने की बात को दोहराते हुए कहा कि हमने कर्नाटक हाईकोर्ट को बकाया रकम चुकाने का एक अच्छा ऑफर दिया था। चूंकि संपत्ति अब अदालत के सामने और मैं खुद अदालत की पहुंच में हूं, उम्मीद करता हूं कि यह सब खत्म होगा। आखिर में तो कोर्ट ही फैसला करेगा।
ट्रंप ने अमेरिकी पत्रकारों को बताया ‘देशद्रोही’
30 July 2018
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश के पत्रकारों को ‘‘देशद्रोही’’ बताते हुए उन पर अपनी खबरों से लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया. ट्रंप ने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘जब ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम से उन्मादी मीडिया हमारी सरकार की आंतरिक बातचीत का खुलासा करती है तो वास्तव में वह ना केवल पत्रकारों बल्कि कई लोगों की जान खतरे में डालती है’’. उन्होंने मुख्यधारा की मीडिया पर गलत खबरें प्रकाशित करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘प्रेस की आजादी सटीकता से खबरें रिपोर्ट करने की जिम्मेदारी के साथ आती है’’. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रशासन की 90 फीसदी मीडिया कवरेज नकारात्मक है जबकि हम जबरदस्त सकारात्मक नतीजे हासिल कर रहे हैं. इसमें कोई अचरज नहीं है कि मीडिया में विश्वास अब तक के सबसे निचले स्तर पर है’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि विफल न्यूयॉर्क टाइम्स और अमेजन वाशिंगटन पोस्ट बेहद सकारात्मक उपलब्धियों पर भी बुरी खबरें लिखते हैं और वे कभी नहीं बदलेंगे. इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट किया था कि उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रकाशक ए जी सल्जबर्जर से व्हाइट हाउस में बेहद अच्छी और दिलचस्प मुलाकात की. दूसरी ओर न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रकाशक ने आज कहा कि उन्होंने व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान ट्रंप को आगाह किया कि समाचार मीडिया पर उनके बढ़ते हमले ‘‘हमारे देश के लिए खतरनाक और हानिकारक’’ है और इससे ‘‘हिंसा बढ़ेगी’’. सल्जबर्जर के मुताबिक, बैठक में टाइम्स के संपादकीय पृष्ठ के संपादक जेम्स बेनेट भी शामिल हुए और व्हाइट हाउस के आग्रह पर यह गोपनीय बैठक थी लेकिन ट्रंप ने इसके बारे में ट्वीट करके इसे सार्वजनिक कर दिया. सल्जबर्जर ने कहा, ‘‘मुलाकात के लिए तैयार होने का मेरे मुख्य उद्देश्य राष्ट्रपति के प्रेस विरोधी बयानों को लेकर चिंता व्यक्त करना था. मैंने सीधे राष्ट्रपति से कहा कि मुझे लगता है कि उनकी भाषा ना केवल विभाजनकारी है बल्कि खतरनाक भी है’
पुतिन से मुलाकात के लिए रूस जाने को तैयार ट्रंप : व्हाइट हाउस
28 July 2018
वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस दौरे के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने जारी बयान में कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप वाशिंगटन में पुतिन के दौरे को लेकर आशान्वित हैं और साथ ही वह पुतिन के निमंत्रण पर रूस जाने के लिए भी तैयार हैं". पुतिन ने शुक्रवार को कहा था कि वह मॉस्को में ट्रंप के साथ मुलाकात के इच्छुक हैं. पुतिन ने कहा, "हम इस तरह की मुलाकातों के लिए तैयार हैं. हम राष्ट्रपति ट्रंप को मॉस्को बुलाने के लिए तैयार हैं. उन्हें पहले ही इसके बारे में बता दिया गया है". दूसरी तरफ, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस के दौरे का निमंत्रण स्वीकार करने के साथ ही उन्होंने उन खबरों को खारिज किया कि उन्हें 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले बेटे की रूसी वकील के साथ मुलाकात के बारे में पहले से पता था. राष्ट्रपति के निजी अटॉर्नी रह चुके माइकल कोहेन ने कहा था कि ट्रंप ने रूसी वकील के साथ डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की मुलाकात को मंजूरी दी थी, जिनके पास डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान के बारे में संवेदनशील जानकारी थी. कोहेन के इस बयान संबंधी सीएनएन की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, "मुझे अपने बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की इस मुलाकात के बारे में कुछ पता नहीं था. ऐसा लग रहा है कि कोई खुद को ट्रैफिक जाम से निकालने के लिए मनगढ़ंत कहानियां गढ़ रहा है"
PM मोदी की तारीफ करने वाले इमरान की पाकिस्‍तान में सरकार? बढ़ी हिंदुस्‍तान की चिंता, ये है वजह
26 July 2018
पाकिस्तान में वोटों की गिनती का काम जारी है और इमरान खान प्रधानमंत्री पद से चंद कदम ही दूर नजर आ रहे हैं. अगर कुछ सीटें कम भी रह जाती हैं तो भी शायद ही कोई ताकत इमरान खान को प्रधानमंत्री बनने से रोक पाए. इमरान खान के लिए कहा जाता है कि वह जब से राजनीति में आए तब से ही प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए शेरवानी सिलवाए बैठे हैं और जब उन पर फौज के साथ मिलकर राजनीति करने के आरोप लग रहे हैं तो ऐसे में सवाल उठता है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत को लेकर उनका रुख़ क्या होगा. इमरान खान अपने चुनावी भाषणों में कई बार बानगी पेश कर चुके हैं कि भारत को लेकर वह क्या सोचते हैं यहां तक की अपने धुर विरोधी नवाज शरीफ पर आरोप लगाने में भी वह भारत को घसीटते रहे हैं. एक दिलचस्प बात यह है कि इमरान खान ने अपने चुनावी भाषणों में प्रधानमंत्री मोदी की ईमानदारी की तारीफ की है और कहा है कि और कुछ भी हो बंदा तो ईमानदार है, नहीं तो उसके भी विदेशों में पैसे होते बैंक अकाउंट होता लेकिन इमरान खान तब तक ही पीएम मोदी की तारीफ करते नजर आते हैं जब तक कि वह नवाज शरीफ पर निशाना साधने में इसका इस्तेमाल करें. जैसे ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों की बात आती है तो इमरान के तेवर काफी तल्ख होते हैं जिसमें कोई गुंजाइश नजर नहीं आती. हालांकि सत्ता पर बैठने के बाद हर कोई अपने आपको थोड़ा ठीक करने की कोशिश करता है. इमरान खान कहते हैं कि भारत ने नवाज के साथ मिलकर पाकिस्तान की फौज को कमजोर किया है यानि एक तीर से दो निशाने साधे हैं. पाकिस्तान की फौज को पूरी तरह से सर आंखों पर बिठाते हैं तो दूसरी और नवाज पर आरोप भी लगाते हैं और पाकिस्तान में भारत विरोधी भावना को भड़काते हैं. अपने चुनावी भाषणों में वह प्रधानमंत्री मोदी को काफी भला बुरा कह चुके हैं. उन्होंने यहां तक कहा है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर को मामला अपने तरीके से हल करना चाहते हैं, तो वह उनकी भूल है. उन्‍होंने पाकिस्तान की फौज की ताकत का हवाला भी दिया. वह यूएन रेजुलेशन के जरिए कश्मीर समस्या को सुलझाने की बात भी करते हैं, लेकिन इन सब बातों को चुनाव जीतने से पहले की एक ऐसी औपचारिकता मानी जाए, जिसमें भारत और पाकिस्तान दोनों के नेता एक दूसरे देश के खिलाफ आग उगल कर वोट जुटाने की कोशिश करते हैं तो यह इतना भर नहीं है. इमरान खान की जीत भारत के लिए कई चिंताएं लेकर आई हैं. इमरान पर अपने ही देश में उदारवादी और विरोधी पार्टियों ने 'तालिबान खान' होने का आरोप लगाया है्. जाहिर है इमरान खान ने मानवाधिकार की रक्षा के नाम पर जिस तरह से पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ सैनिक ऑपरेशन का विरोध किया उनकी सहानुभूति जीती और उन इलाकों में अपनी पैठ बनाई है. अब इमरान उसे और पुख्ता करने की कोशिश करेंगे. कई इलाकों में पाकिस्तान की सेना भी ऑपरेशन नहीं करना चाहती थी और इमरान खान के इस रूख ने उन्हें सहूलियत दी ताकि आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन ना लिया जाए. वैसे आतंकवादी हैं जिनको लेकर यह कहा जाता है कि पाकिस्तान की सेना के सहयोग उनकी मदद के बिना वह टिक नहीं सकते. यानि ऐसे आतंकवादियों के साथ खड़े होकर इमरान खान ने कहीं ना कहीं सेना की ही मदद की. उससे सिविल गवर्नमेंट के नेशनल एक्शन प्लान के तहत आतंकवादियों को पूरी तरह से सफाया करने के मंसूबे के रास्ते में खड़ी रही. अपने निहित स्वार्थों की वजह से अब यह गठजोड़ सत्ता तक पहुंचती नजर आ रही है, तो एक तरफ आतंकी तंजीम है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान की सेना का हाथ भी पूरी तरह से उनकी पीठ पर रहा है. यह नई बात नहीं है कि इमरान खान और चाइना के बीच आपसी गठजोड़ के आरोप लग रहे हो. 2013 में भी कमोबेश स्थिति यही थी लेकिन तब इमरान सत्ता तक नहीं पहुंच पाए और अब जब वह पहुंच रहे हैं तो भारत के लिए चुनौती बड़ी है. पाकिस्तान में विदेश नीति पर हमेशा से सेना का दखल रहा है. इमरान खान के सत्ता संभालने के बाद वह पूरी तरह से सेना के हाथ में ही होगा. नवाज सरकार के साथ या उसके पीछे चुनी हुई किसी सरकार के साथ जब-जब भारत के रिश्ते बेहतर होने की दिशा में बड़े हैं या तो कोई बड़ा आतंकी हमला हुआ है या फिर पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन किया गया है्. सीमा पार से कोई और वारदात शांति की प्रक्रिया टूटेगी. मुंबई अटैक से लेकर पठानकोट हमले तक इसका उदाहरण है. भारत हमेशा से कहता रहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते तो सवाल ये है कि क्या पाकिस्‍तान की सत्ता भारत के खिलाफ आतंकवाद को खत्म करके जवाब देगी. वैसे कूटनीति के रास्ते भारत के लिए हमेशा से खुले रहे हैं और आगे भी खुले रहेंगे, लेकिन पाकिस्तान की नई सत्ता और वह भी इमरान खान जिसके पीछे सेना खड़ी है उसके साथ बातचीत करना अपने आप में एक चुनौती है.
सीरिया: ISIS के आत्मघाती हमले में 32 की मौत
25 July 2018
दमिश्क। दक्षिणी सीरिया में हुए अात्मघाती हमले में 32 लोगों की मौत हो गई है। इसमें कुछ आम नागरिक भी हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ये आत्मघाती हमला इस्लामिक स्टेट ने किया है। ये हमला सीरिया के दक्षिणी सीरिया के शहर स्वेदा में ये हमला हुआ है। हमला होने के बाद हरकत में आए सुरक्षाबलों ने दो आत्मघाती हमलावरों को धमाका करने से पहले घेरकर ढेर कर दिया। वहीं इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने स्वेदा शहर से लगे तीन गांवों में हमला करके कई लोगों की हत्या कर दी है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
मुंबई आतंकवादी हमला मामले में दोषी डेविड हेडली पर अमेरिकी जेल में हमला, हालत गंभीर
24 July 2018
नई दिल्ली: साल 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के मामले में दोषी पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली पर कैदियों द्वारा हमले की मीडिया रिपोर्ट के सिलसिले में अमेरिकी अधिकारियों ने आज टिप्पणी से इनकार कर दिया. अमेरिकी मीडिया ने रिपोर्ट दी है कि हेडली पर कैदियों ने हमला किया जिसके बाद उसकी हालत गंभीर बतायी जा रही है. शिकागो में मेट्रोपोलिटन करेक्शनल सेंटर ने ईमेल से दिये एक संक्षिप्त जवाब में घटना के बारे में बताते हुए कहा , ‘‘हमारे पास उस व्यक्ति (हेडली) के बारे में सूचना नहीं है.’’कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आठ जुलाई को दो अन्य कैदियों ने हेडली पर हमला किया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि घायल हेडली को नॉर्थ इवांस्टन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
टोरंटो में फायरिंग : हमलावर सहित 2 की मौत, 1 बच्ची घायल
23 July 2018
नई दिल्ली: कनाडा के टोरंटो शहर में एक रेस्त्रां में हुई फायरिंग में 9 लोगों के घायल होने की खबर है. पुलिस के मुताबिक फायरिंग करने वाले शख्स की भी मौत हो गई है. पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों से अपील की इस गोलीकांड के बारे में कोई भी जानकारी हो तो तुरंत बताएं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक यह गोली एक रेस्त्रां में चली है. टोरंटो की ट्रैफिक विभाग के मुताबिक पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है और जल्द ही और जानकारी दी जायेगी टोरंटो पुलिस की ओर से किये गये एक ट्वीट के मुताबिक 9 लोगों को गोली मारी गई है. पीड़ितों की हालत के बारे में अभी कुछ भी पत नहीं है. घायलों में एक लड़की शामिल है. इन लोगों में हमलावर शामिल नहीं जिसकी मौत हो चुकी है. घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.​
ब्रिटिश पुलिस ने की नर्व एजेंट हमलावर की पहचान
20 July 2018
लंदन। ब्रिटिश पुलिस ने इसी साल मार्च में पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमला करने वाले को पहचान लिया है। दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड के सैलिसबरी में सर्गेई और यूलिया पर नर्व एजेंट नोविचोक से हमला किया गया था। जांच अधिकारियों का मानना है कि हमलावर रूसी नागरिक था। "प्रेस एसोसिएशन" न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को बताया कि जांच अधिकारियों को लगता है कि उन्होंने हमलावर को सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचान लिया है। उस समय ब्रिटेन आने वाले लोगों के दस्तावेजों के जरिए फुटेज का मिलान भी किया गया है। हालांकि, पुलिस ने इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी करने से फिलहाल इनकार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि चार मार्च को पूर्व रूसी जासूस और उनकी बेटी सैलिसबरी में बेहोशी की हालत में मिले थे। मेडिकल जांच में पता चला कि उन पर नोविचोक से हमला किया गया था। ब्रिटेन उसी समय से रूस पर इस हमले का आरोप लगाता रहा है।
यूरोपियन यूनियन ने Google पर लगाया 5 अरब डॉलर का जुर्माना, जानिए क्या है कारण
19 July 2018
यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने इंटरनेट सेवांए देने वाली कंपनी गूगल पर 4.3 अरब यूरो का जुर्माना लगाया है. खास बात यह है कि प्रतिस्पर्धा प्रावधानों के उल्लंघन को लेकर ईयू द्वारा लगाया गया यह अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है. ईयू के प्रतिस्पर्धा आयुक्त मार्गरेट वेस्टगर ने कहा कि हमनें तीन साल से जारी जांच के बाद यह फैसला किया है. जांच में पता चला कि गूगल ने अपने ब्राउजर और सर्च इंजन का बाजार में विस्तार के लिए एंड्रायड के दबदबे का दुरुपयोग किया है. वेस्टगर ने इस बात की जानकारी एक प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने इस दौरान कहा कि यूरोपीय संघ ने प्रतिस्पर्धा नियमों के उल्लंघन को लेकर गूगल पर 4.34 अरब यूरो का जुर्माना लगाया है. हमारी जांच में सामने आया है कि गूगल इंटरनेट सर्च में अपनी हिस्सेदारी को मजबूत करने के लिए अवैध गतिविधियों में शामिल रहा है. लिहाजा अब उसे 90 दिनों के भीतर या तो उन गतिविधियां बंद करना होगा. अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे औसत दैनिक राजस्व का पांच प्रतिशत जुर्माना के तौर पर भुगतान करना होगा. वेस्टगर ने जुर्माने के निर्णय की अग्रिम सूचना देने के लिए मंगलवार रात गूगल सीईओ सुंदर पिचाई से भी बात की थी. उन्होने कहा कि गूगल ने सैमसंग और हुआवे जैसी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के साथ गठजोड़ कर स्मार्टफोन में अपना ब्राउजर और सर्च इंजन प्रीइंस्टॉल करा प्रतिस्पर्धियों के मौके छीने. उन्होंने कहा कि गूगल ने अपनी कई अन्य एप और सेवाओं के इस्तेमाल के बदले गूगल सर्च को डिफॉल्ट सर्च-इंजन बनाने की बाध्यता रखी. इसके अलावा उसने गूगल सर्च को प्री - इंस्टॉल कराने के लिए स्मार्टफोन निर्माताओं एवं मोबाइल नेटवर्क कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन भी दिया. गूगल पर जुर्माना लगाए जाने की खबर के सामने आने के बाद गूगल के प्रवक्ता अल वर्नी ने इसके खिलाफ अपील करने की बात कही. उन्होंने कहा कि एंड्रायड ने लोगों के लिए अधिक मौके सृजित किए ना की कम किए हैं. वर्नी ने कहा कि मजबूत परिस्थिति, तेज नवाचार और कम कीमतें शानदार प्रतिस्पर्धा के पारंपरिक सूचक हैं. गौरतलब है कि, इससे पहले भी यूरोपीय संघ अमेरिका की दो अन्य बड़ी कंपनियों एप्पल और फेसबुक पर भी भारी - भरकम जुर्माना लगा चुका है. वहीं अमेरिका द्वारा हाल ही में ईयू पर इस्पात एवं एल्युमिनीयम पर व्यापार शुल्क को लेकर जारी तनाव के बीच इस निर्णय से दोनो देशों के बीच एक बार फिर से तनाव उच्च स्तर पर पहुंच सकता है
ट्रंप अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल संबंधी बयान से पलटे
18 July 2018
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी चुनाव में रूस के कथित दखल संबंधी अपने एक दिन पहले के बयान से पलट गए हैं. ट्रंप ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि मैंने गलती से वह बयान दे दिया था. ट्रंप ने कहा कि 2016 के चुनाव में रूस के कथित दखल के अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआईए) के दावों को मानते हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को दिए गए उनके बयान का मतलब था कि उन्हें रूस के कथित दखल करने का कोई कारण नजर नहीं आता. उन्होंने कहा,"मैंने कॉन्फ्रेंस की ट्रांस्क्रिप्ट पढ़ी, तो लगा कि मुझे सफाई देनी चाहिए." ट्रंप ने कहा, "मुझे 'क्यों नहीं किया होगा' बोलना था, लेकिन मैंने गलती से 'क्यों किया होगा' बोल दिया. ट्रंप ने डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से आलोचना किए जाने के बाद यह सफाई दी है. गौरतलब है कि सोमवार को फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक पत्रकार ने ट्रंप से पूछा था कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 2016 राष्ट्रपति चुनावों में हस्तक्षेप के आरोप का खारिज किया है लेकिन अमरीका की खुफिसा एजेंसियों का कहना है कि रूस ने हस्तक्षेप किया है. आप क्या मानते हैं? इस सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा था, "हमारे लोग मेरे पास आए. उन्होंने कहा कि उन्हें रूस का हाथ लगता है. मेरे साथ राष्ट्रपति पुतिन हैं, उन्होंने अभी कहा कि रूस का हाथ नहीं है. मैं कहूंगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया होगा
अमेरिका ने रूसी महिला को किया गिरफ्तार, बताया जासूस
17 July 2018
वाशिंगटन : वॉशिंगटन में संघीय अभियोजकों ने खुलासा किया है कि उन्होंने 29 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया है जो रूस की एजेंट है। उनके मुताबिक महिला अमेरिका में रह रही थी और रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से गुप्त एजेंट की तरह काम कर रही थी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के कुछ ही घंटों बाद मारिया बुटिना की गिरफ्तारी की घोषणा की गई। कुछ दिन पहले विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मूलर ने रूस के 12 खुफिया अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि उनके ही इशारों पर 2016 के चुनाव में गड़बड़ी के लिए हैकिंग के प्रयास किए गए थे। अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक बुटिना ने अमेरिकी राजनीतिज्ञों और उम्मीदवारों से मुलाकात की , विशेष रूचि समूहों द्वारा प्रयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया। उसका इरादा, यहां से प्राप्त जानकारियों के बारे में ‘‘ मास्को तक सूचना ’’ पहुंचाना था। अदालत के दस्तावेजों में रूसी अधिकारी का नाम नहीं दिया है। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के विशेष अभियोजक रॉबर्ट मूलर द्वारा की जा रही अमेरिकी चुनावों में कथित हस्तक्षेप की जांच को ‘‘ राजनीतिक खेल ’’ करार देते हुए कहा था कि इसका असर अमेरिका-रूस रिश्तों पर नहीं पड़ना चाहिए। मूलर द्वारा जांच में रूस के 12 खुफिया एजेंट पर डेमोक्रेटिक पार्टी के कम्प्यूटर हैक कर ट्रंप अभियान की मदद करने का आरोप लगाये जाने के संबंध में सवाल करने पर पुतिन ने ‘ फॉक्स न्यूज ’ से कहा कि ’’ यह उनके लिए चिंता का विषय नहीं है लेकिन यह ‘‘ आंतरिक राजनीतिक संघर्ष ’’ का हिस्सा है. मुझे इसमें तनिक भी रुचि नहीं है। ’’ अनुवादक की मदद से बात करते हुए उन्होंने यह बयान दिया। पुतिन ने कहा , ‘‘ यह अमेरिका का आंतरिक राजनीतिक तिकड़म है। इसे अमेरिका और रूस के संबंध का आधार ना बनाए और आतंरिक राजनीतिक कलह की वजह से इसे (संबंधों को) बाधित ना करें
थाईलैंड में गुफा से बचाए गए बच्चों को गुरुवार को अस्पताल से मिलेगी छुट्टी
14 July 2018
बैंकॉक: थाईलैंड में एक गुफा से बचाए गए 12 युवा फुटबॉल खिलाड़ियों और उनके कोच को गुरुवार को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता दिये जाने के साथ ही यह सलाह भी दी गई है कि मीडिया में साक्षात्कार देने से बचें. मीडिया में मौत को मात देकर गुफा से बाहर आने की उनकी इस कहानी को जानने को लेकर बेहद उत्सुकता है. अपनी फुटबॉल अकादमी के नाम पर ‘वाइल्ड बोर्स’ नाम का यह समूह 23 जून को उत्तरी थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में जन्मदिन बनाने गया था लेकिन बाढ़ का पानी भर जाने से वहीं फंस गया. इन सभी को 10 जुलाई को सुरक्षित निकाल लिया गया लेकिन कई दिनों तक जिंदगी के लिये उनकी जंग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छाई रही. लोक स्वास्थ्य मंत्री पियासाकोल सकोलसात्तयातोर्न ने आज संवाददाताओं को बताया, ‘सभी 13 वाइल्ड बोर्स अच्छी सेहत में हैं .. सभी अच्छे हैं. उन सभी को एक साथ गुरुवार को छुट्टी दे दी जाएगी’. बच्चों और उनके माता - पिता को सलाह दी गई है कि वे अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और मीडिया को साक्षात्कार न दें क्योंकि इससे उत्तर अभिघात तनाव विकार लक्षणों के फिर से प्रकट होने का अंदेशा रहता है. इन युवा फुटबॉलरों और उनके कोच के गायब होने और फिर बेहद दिलेरी भरे अंदाज में उन्हें बचाने के चलाए गए राहत अभियान पर दुनिया भर की नजर थी. हॉलीवुड प्रोड्यसर भी इस विषय पर फिल्म बनाने पर विचार कर रहे हैं
चीन के सिचुआन प्रांत में एक औद्योगिक पार्क में हुए विस्फोट में 19 लोगों की मौत
13 July 2018
चीन के सिचुआन प्रांत में एक औद्योगिक पार्क में हुए विस्फोट में 19 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 घायल हो गए. प्रांतीय कार्यसुरक्षा प्रशासन के मुताबिक, यह विस्फोट गुरुवार को शाम लगभग 6.30 बजे जियांगान काउंटी के एक औद्योगिक पार्क में हेंगडा कंपनी के रासायनिक संयंत्र में हुआ. काउंटी प्रशासन का कहना है कि शुक्रवार सुबह आग पर काबू पाया गया. घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है. मामले की जांच चल रही है. आपको बता दें कि चीन में कार्य सुरक्षा मानकों की स्थिति में सुधार के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन चीन में जानलेवा औद्योगिक हादसे अब भी आम बात हैं.
पाकिस्तान में भयंकर विस्फोट, ANP नेता हारून बिल्लौर सहित 14 लोगों की मौत
11 July 2018
पेशावर: पाकिस्तान के पेशावर शहर में मंगलवार रात एक चुनावी बैठक में हुए संदिग्ध आत्मघाती विस्फोट में अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के नेता हारून बिल्लौर सहित कम से कम 14 लोग मारे गए. प्रारंभिक खबरों में कहा गया है कि याकातूत इलाके में हुए इस धमाके में एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें पास के लेडी रीडिंग अस्पताल भेजा गया है. विस्फोट तब हुआ जब बिल्लौर और ए एन पी के कार्यकर्ता पार्टी की एक बैठक के लिए एकत्र हुए. बिल्लौर के मंच पर पहुंचने पर वहां पटाखे चलाए जा रहे थे कि तभी एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया. डॉन अखबार के मुताबिक, विस्फोट में बिल्लौर गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. राहत एवं बचाव टीम घटनास्थल पर हैं और घटना की जांच शुरू कर दी गई है बिल्लौर के पिता एवं ए एन पी के वरिष्ठ नेता बशीर अहमद बिल्लौर भी 2012 में पेशावर में पार्टी की एक बैठक के दौरान तालिबान के हमलावर द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में मारे गए थे
सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ब्रेट कैवनॉग को नामित किया
10 July 2018
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंजर्वेटिव ब्रेट कैवनॉग को आज सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए नामित किया. कैवनॉग के नाम की पुष्टि होने पर वह जस्टिस एंथनी कैनेडी का स्थान लेंगे जिन्होंने हाल ही में सेवानिवृत्त होने की घोषणा की थी. ट्रंप ने 25 जजों की अपनी मूल सूची में से जस्टिस कैवनॉग का नाम चुना. इस सूची में भारतीय मूल के अमेरिकी जज अमूल थापर का नाम भी शामिल था. इन 25 जजों के बारे में ट्रंप ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में किसी भी रिक्ति के लिए वह इन्हीं नामों में से ही किसी को नामित करेंगे. व्हाइट हाउस से कैवनॉग के नामांकन की घोषणा करते हुए ट्रंप ने उनके बारे में कहा कि उनका , “ रिकॉर्ड साफ - सुथरा है और वह हमारे समय के सर्वश्रेष्ठ कानूनविदों में से एक हैं.” हालांकि कैवनॉग के नामाकंन को सीनेट की हरी झंडी मिलना बाकी है जो नीतियों को लेकर बुरी तरह बंटी हुई हैं.
चीन ने पाकिस्तान के लिए लांच किए दो सेटेलाइट
9 July 2018
यरुशलम: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने अपने जासूस एली कोहेन के सीरिया में पकड़े जाने और सरेआम फांसी पर लटकाए जाने के करीब 50 साल बाद उनकी घड़ी को ढूंढ निकालने का दावा किया है. घड़ी तलाशने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया था. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा , ‘मैं मोसाद के लड़ाकों के दृढ़ एवं साहसिक अभियान की प्रशंसा करता हूं जिसका एकमात्र मकसद अपने महान जासूस की निशानी को इस्राइल को वापस सौंपना था जिसने देश को सुरक्षित बनाए रखने में अहम योगदान दिया था’. जासूसी एजेंसी ने दावा किया कि यह घड़ी मोसाद ने सीरिया में हाल ही में एक विशेष अभियान में खोजी है. हालांकि इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि कोहेन की घड़ी उन्हें कहां और किस हाल में मिली है. कोहेन की याद में कई सप्ताह पहले वार्षिक समारोह आयोजित किया गया था. माना जाता है कि मोसाद के निदेशक योस्सी कोहेन ने जासूस की यह घड़ी कोहेन के परिवार को सौंप दी है. कोहेन सीरिया में पकड़े जाने से पहले तक यही घड़ी पहनते थे. मोसाद ने कहा कि इस घड़ी को फिलहाल मोसाद मुख्यालय में डिस्प्ले में रखा गया है. मिस्र में जन्मे कोहेन 1960 के दशक में मोसाद में भर्ती हुए थे. अरब जगत की खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए वह सीरिया चले गए. कहा जाता है कि उनकी खुफिया जानकारियां ही 1967 अरब - इस्राइल युद्ध में इस्राइल की जीत का कारण बनी थी. हालांकि सीरियाई सुरक्षा अधिकारियों ने 1964 में उनकी सच्चाई जान ली थी, इसके बाद 18 मई 1965 को कोहेन को फांसी पर लटका दिया गया था.
जासूस की मौत के 50 साल बाद इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने खोज निकाली उसकी घड़ी
7 July 2018
यरुशलम: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने अपने जासूस एली कोहेन के सीरिया में पकड़े जाने और सरेआम फांसी पर लटकाए जाने के करीब 50 साल बाद उनकी घड़ी को ढूंढ निकालने का दावा किया है. घड़ी तलाशने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया था. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा , ‘मैं मोसाद के लड़ाकों के दृढ़ एवं साहसिक अभियान की प्रशंसा करता हूं जिसका एकमात्र मकसद अपने महान जासूस की निशानी को इस्राइल को वापस सौंपना था जिसने देश को सुरक्षित बनाए रखने में अहम योगदान दिया था’. जासूसी एजेंसी ने दावा किया कि यह घड़ी मोसाद ने सीरिया में हाल ही में एक विशेष अभियान में खोजी है. हालांकि इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि कोहेन की घड़ी उन्हें कहां और किस हाल में मिली है. कोहेन की याद में कई सप्ताह पहले वार्षिक समारोह आयोजित किया गया था. माना जाता है कि मोसाद के निदेशक योस्सी कोहेन ने जासूस की यह घड़ी कोहेन के परिवार को सौंप दी है. कोहेन सीरिया में पकड़े जाने से पहले तक यही घड़ी पहनते थे. मोसाद ने कहा कि इस घड़ी को फिलहाल मोसाद मुख्यालय में डिस्प्ले में रखा गया है. मिस्र में जन्मे कोहेन 1960 के दशक में मोसाद में भर्ती हुए थे. अरब जगत की खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए वह सीरिया चले गए. कहा जाता है कि उनकी खुफिया जानकारियां ही 1967 अरब - इस्राइल युद्ध में इस्राइल की जीत का कारण बनी थी. हालांकि सीरियाई सुरक्षा अधिकारियों ने 1964 में उनकी सच्चाई जान ली थी, इसके बाद 18 मई 1965 को कोहेन को फांसी पर लटका दिया गया था.
श्रीलंका संग मिलकर भारत मट्टाला एयरपोर्ट चलाने का इच्छुक
5 July 2018
कोलंबो। दक्षिण श्रीलंका स्थित घाटे में चल रहे मट्टाला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन के लिए भारत के साथ एक संयुक्त उद्यम बनाने पर बातचीत हो सकती है। इस संबंध में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल कोलंबो पहुंच चुका है। यह जानकारी श्रीलंका के परिवहन उप-मंत्री अशोक अभयसिंघे ने संसद में एक प्रश्न के जवाब में दी। उन्होंने नुकसान के बावजूद एयरपोर्ट बेचने के बात से साफ इन्कार किया है। मट्टाला एयरपोर्ट का नाम श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के नाम पर रखा गया है। यह चीन समर्थित परियोजना थी, जो राजपक्षे के गृहनगर हम्बनटोटा में है। उड़ानों में कमी की वजह से 21 करोड़ डॉलर की लागत से तैयार यह एयरपोर्ट सबसे खाली एयरपोर्ट बन गया है। यहां से उड़ने वाली एकमात्र अंतरराष्ट्रीय उड़ान को भी घाटे और उड़ान सुरक्षा मुद्दों के चलते मई में स्थगित कर दिया गया था। सरकार ने 2017 में एयरपोर्ट को मुनाफा कमाने वाला बनाने के लिये निवेशकों को आमंत्रित किया था, लेकिन इस संबंध में कोई प्रस्ताव नहीं मिला था। उधर, राजपक्षे के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक हम्बनटोटा में बने बंदरगाह को कर्ज की भरपाई के लिए चीन को पट्टे पर दिया जा चुका है। गौरतलब है कि राजपक्षे के नेतृत्व वाला विपक्ष राष्ट्रीय संपदा को चीन को बेचने की बात कहकर सरकार के इस कदम का विरोध कर रहा है।
इस्लामिक स्टेट सरगना अबू बकर अल-बगदादी का बेटा मारा गया
4 July 2018
बेरुत: सीरिया के होम्स प्रांत में जिहादियों के एक हमले के दौरान इस्लामिक स्टेट सरगना अबू बकर अल-बगदादी का बेटा हुदायफाह अल-बद्री मारा गया. आईएस की प्रोपैगैंडा एजेंसी अमाक ने मंगलवार को एक बयान में कहा , ‘होम्स में थर्मल पावर स्टेशन पर नुसायरियाह और रूस के खिलाफ अभियान में अल - बद्री मारा गया.’ अमाक ने इसके साथ एक युवक की तस्वीर जारी की है जिसके हाथ में राइफल है. आईएस राष्ट्रपति बशर अल - असद के अलावैत धार्मिक अल्पसंख्यक पंथ के लिए नुसायरियाह शब्द का इस्तेमाल करता है. आईएस ने 2014 में ईराक के बड़े हिस्से पर कब्जे के बाद सीरिया और ईराक में खुद को खलीफा घोषित किया था. बहरहाल , तब से लेकर अब तक सीरिया और इराकी बलों के आतंकवाद रोधी अभियान में जिहादियों को काफी हद तक खदेड़ा गया. पिछले साल इराकी सरकार ने आईएस पर जीत का एलान किया था लेकिन सेना अब भी सीरियाई सीमा पर ज्यादातर मरुस्थलीय इलाकों को निशाना बनाकर अभियान चला रही है. इराक के एक खुफिया अधिकारी ने मई ने बताया था कि कई मौकों पर मृत घोषित किया गया आईएस नेता बगदादी अब भी जिंदा है और सीरिया में है. बगदादी को ‘धरती पर सबसे वांछित व्यक्ति’ घोषित किया गया है और अमेरिका ने उसे पकड़ने पर दो करोड़ 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है
पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़, कश्मीर पर फैला रहा झूठः भारत
3 July 2018
संयुक्त राष्ट्र। कश्मीर मसले पर बार-बार मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। उसने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में कश्मीर का मुद्दा फिर उठाने का प्रयास किया तो भारत ने उसे करारा जवाब दिया। भारत ने कहा कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया में आतंकवाद का गढ़ है। उसे कश्मीर के बारे में झूठ फैलाने के प्रयास में हमेशा नाकामी का सामना करना पड़ता है। पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में सोमवार को एक बहस के दौरान कहा था कि मानवाधिकार उच्चायुक्त ने कश्मीर में कई उल्लंघनों की पहचान की है। इस पर यूएन में भारत के स्थाई मिशन के प्रथम सचिव संदीप कुमार ने करारा जवाब देते हुए कहा, "पाकिस्तान समूचे दक्षिण एशिया और इसके आसपास आतंकवाद का गढ़ बना हुआ है। उसे भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर के बारे में बार-बार झूठ फैलाने के प्रयास में पहले भी सफलता नहीं मिली और आगे भी नहीं मिलेगी।" इससे पहले आमसभा में गत 25 जून को भी एक बहस के दौरान यूएन में पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी ने कश्मीर का मसला उठाने का प्रयास किया था। उस समय भी भारत ने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के संदर्भों को खारिज किया था। संदीप कुमार ने कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर मसला उठाने के लिए यूएन फोरम का दुरुपयोग किया।
मैक्सिको में आया 6.1 की तीव्रता का भूकंप, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं
2 July 2018
जलालाबाद (अफगानिस्तान): अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से में स्थित एक शहर में एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जिसमें कम से कम 19 लोगों की जान चली गई. इनमें कई सिख भी शामिल हैं. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. हिंसा की इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. गवर्नर के प्रवक्ता अतुल्लाह खोगयानी ने बताया कि यह हमला प्रांत के गवर्नर के परिसर से कुछ ही सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक बाजार में हुआ है, जहां राष्ट्रपति अशरफ गनी बैठक कर रहे थे. उन्होंने बताया कि 19 मृतकों में से 12 सिख और हिंदू हैं. 20 अन्य लोग घायल भी हो गये. अस्पताल में चारों तरफ शोक का माहौल है. प्रांतीय स्वास्थ्य निदेशक नजीबुल्लाह कामवाल ने 19 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की, जिनमें ज्यादातर सिख हैं. यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले में किसे निशाना बनाया गया था. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने पुष्टि की कि एक आत्मघाती हमलावर ने हमले को अंजाम दिया. इस अशांत प्रांत में हाल के दिनों में कई घातक हमले हुए हैं. गनी के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति अभी भी नंगरहार में ही हैं, लेकिन उनके लिए खतरे जैसी कोई बात नहीं है. गनी इस अशांत प्रांत की अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत आज सुबह एक अस्पताल का उद्घाटन करने जलालाबाद पहुंचे थे. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले गनी ने सरकार द्वारा लागू संघर्षविराम की समाप्ति के बाद अफगान सुरक्षा बलों को तालिबान के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाने का निर्देश दिया था.
मैक्सिको में आया 6.1 की तीव्रता का भूकंप, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं
30 Jun 2018
मैक्सिको। पश्चिमी मैक्सिको में बड़ा भूकंप आया है। रिक्टर स्कैल पर इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई है। खबर लिखे जाने तक इस भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं थी। यह भूकंप देश के प्रशांत तट पर शुक्रवार को आया। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसारजेलिस्को स्टेट में सिहुआटलन से 88 किलोमीटर दूर पश्चिमी-दक्षिण तट पर ये भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी जियोलॉजिल सर्वे ने भूकंप की गहराई धरती से करीब 10 किलोमीटर अंदर तक बताई गई। देश के सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी के प्रमुख लुईस फेलिप ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए जिसके बाद किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पर लगातार नजर रखी जा रही है। आपको बता दें कि मैक्सिको में पिछले कुछ महीनों से लगातार भूकंप के छोटे-बड़े झटके महसूस किए गए हैं। इनमें सितंबर महीने में दो झटके महसूस किए गए थे जिसमें करीब सौ लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई इमारतें ध्वस्त हो गई थी। फरवरी माह में भी मेक्सिको की राजधानी मेक्सिको सिटी को भूकंप ने शुक्रवार को हिलाकर रख दिया था। मेक्सिको सिटी और उसके आसपास के इलाकों में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। अमेरिका के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप की 7.2 तीव्रता थी। भूकंप का केंद्र दक्षिण राज्य ओक्साका में प्रशांत तट के करीब जमीन में 43 किलोमीटर अंदर बताया गया था। हालांकि इसमें भी किसी जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं थी। जैसे ही तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, डरे-सहमे सभी लोग घर, दफ्तरों और बिल्डिंगों से निकलकर बाहर खुले मैदान में इकट्टा हो गए थे। मेक्सिको के 57 वर्षीय एक नागरिक ने कहा, 'यह बहुत ही भयानक था।। यहां सब कुछ हिलना शुरू हो गया था। कार भी इधर-उधर जा रही थी। मुझे कुछ समझ नहीं आया कि क्या करूं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के विरोध में भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद गिरफ्तार
29 Jun 2018
भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल को 575 महिलाओं के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के विरोध में गिरफ्तार किया गया. 'द सिएटल टाइम्स' के मुताबिक, जयपाल ने कहा कि उन्हें हार्ट सीनेट ऑफिस की इमारत के बाहर भीड़ को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था. जयपाल ने कहा, "मैंने फैसला किया कि मुझे भी उनके साथ विरोध में बैठना चाहिए और गिरफ्तारी देनी चाहिए." उन्होंने कहा, "हमने नारेबाजी की और इन परिवारों को मिलाने की जरूरत पर बात की और राष्ट्रपति की जीरो टोलरेंस नीति को खत्म करने के लिए आवाज उठाई." जयपाल पर भीड़ इकट्ठा करने और बाधा पहुंचाने के लिए 50 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है. अमेरिकी कैपिटल पुलिस की प्रवक्ता इवा मालेकी ने कहा कि महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, उन पर अनैतिक रूप से प्रदर्शन करने का आरोप लगा है. यह जयपाल की तीसरी गिरफ्तारी है. इससे पहले वह दो बार भी गिरफ्तार हो चुकी हैं. आव्रजन से जुड़े अधिकारों को लेकर लंबे समय से पैरवी कर रही जयपाल ने कहा कि वह ट्रंप की जीरो टोलरेंस नीति का शिकार हो रहे बच्चों से मुंह नहीं मोड़ सकती. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हर अमेरिकी, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट को सोचना चाहिए कैसा लगता होगा जब छह महीने के बच्चे को उसकी मां से छीन लिया जाए जयपाल ने शनिवार को एक और विरोध प्रदर्शन 'फैमिलीज बिलोंग टुगेदर' का आयोजन किाय है, जिसका आयोजन वाशिंगटन और देश के अन्य शहरों में होगा. गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल में जीरो टोलरेंस नीति शुरू की थी, जिसके तहत मेक्सिको सीमा से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश कर रहे बच्चों को उनके मां-बाप से अलग कर दिया जाता है.
मलेशिया के पूर्व पीएम नजीब रजाक के यहां छापा, 273 मिलियन डॉलर का सामान जब्त
27 Jun 2018
कुआलांलपुर। भ्रष्टाचार के आरोप में सत्ता से बेदखल हुए मलेशिया के पूर्व पीएम नजीब रजाक के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में उनके 6 ठिकानों पर पड़े छापे में 273 मिलियन डॉलर का संपत्ति जब्त हुआ है। मलेशियाई पुलिस ने इसे इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी करार दिया है। छापे के बाद पुलिस ने बताया कि निष्‍कासित मलेशियाई नेता नजीब रजाक के 6 विभिन्‍न आवासों से कैश समेत गहने और कीमती लग्‍जरी हैंडबैग्‍स जब्‍त हुए हैं, इनकी कीमत 273 मिलियन डॉलर है। पुलिस प्रमुख अमर सिंह ने बताया, ‘जब्‍त किए गए सभी सामान की कुल कीमत 910 मिलियन से 1.1 बिलियन रिंगिट है। जो 225 मिलियन डॉलर से 273 मिलियन डॉलर के बराबर है।' इससे पहले भी पुलिस ने रजाक के घर से इतना सामान बरामद किया था कि उन्हें ढोने के लिए पांच ट्रक लगाने पड़े। पुलिस के अनुसार, उस वक्‍त जब्‍त नकदी में 26 तरह की करेंसी शामिल थी। नजीब पर सरकारी कंपनी 1 एमडीबी से 70 करोड़ डॉलर (करीब 4,760 करोड़ रुपये) अपने निजी अकाउंट में स्थानांतरित करने का आरोप है। इस साल मई माह में हुए चुनाव में नजीब रजाक के नेतृत्व वाले बीएन गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद नई महातिर सरकार बनी और इन्‍होंने नजीब व उनके परिवार के देश छोड़ने पर रोक लगा दी। 1957 में आजादी के बाद से मलेशिया में बीएन गठबंधन सत्ता में थी। इस बार के चुनाव में पहली बार बीएन गठबंधन सत्ता से बाहर हुई। महातिर भी बीएन गठबंधन का हिस्सा रहने के दौरान मलेशिया के प्रधानमंत्री रहे थे। हालांकि बाद में उन्होंने बीएन गठबंधन से नाता तोड़ लिया था।
दक्षिण कोरिया-अमेरिका के बीच सैन्य गठबंधन के साझा खर्च को लेकर नए दौर की बातचीत शुरू
26 Jun 2018
दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने मंगलवार को सैन्य गठबंधन के साझा खर्च को लेकर नए दौर की चर्चा शुरू की. यह चर्चा उत्तर कोरिया के साथ अमेरिका की वार्ता को ध्यान में रखते हुए दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्याभ्यास को रद्द करने के बीच हो रही है. समाचार एजेंसी 'एफे' की रिपोर्ट के अनुसार, यह बैठक मंगलवार को सियोल में शुरू हुई और बुधवार को समाप्त होगी. यह दोनों देशों के बीच चौथे दौर की वार्ता है और ये देश 2018 के अंत तक इस मुद्दे को सुलझा लेना चाहते हैं. दक्षिण कोरियाई क्षेत्र में लगभग 28,500 अमेरिकी जवानों की तैनाती की कुल लागत को बनए रखने पर दोनों देशों के बीच सहमति बननी मुश्किल नजर आ रही है. पेच यहीं फंसा है कि इस कुल लागत के कितना भाग का सियोल भुगतान करेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दृढ़ता से कहा है कि दक्षिण कोरिया और जापान जैसे प्रमुख देशों में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए वाशिंगटन द्वारा किया जाने वाला खर्च बहुत अधिक है. हाल में पांच वर्षीय समझौते के मुताबिक, 1990 के दशक में सियोल ने छोटी राशि का भुगतान करना शुरू कर दिया था और 2018 में 86.5 करोड़ डॉलर का भुगतान कर चुका है. यह वार्ता अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के दक्षिण कोरिया पहुंचने के कुछ देर बाद शुरू हुई.
तुर्की के राष्ट्रपति चुनावों में राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने जीत हासिल की
25 Jun 2018
नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति चुनावों में राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने जीत हासिल कर ली है. मतगणना को लेकर विपक्ष शिकायत कर रहा है लेकिन इसके साथ ही सत्ता पर एर्दोआन की पकड़ मजबूत हो गई है. गौरतलब है कि 15 वर्ष से वे ही सत्ता पर काबिज हैं. तुर्की के मतदाताओं ने पहली बार राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव में मतदान किया है. एर्दोआन अपनी सत्तारूढ़ जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी के लिए पूर्ण बहुमत की उम्मीए लगाए बैठे थे. अप्रैल 2017 में हुए जनमत संग्रह में नए संविधान पर सहमति बनी थी. इसके तहत एर्दोआन ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो बिना किसी प्रधानमंत्री के अत्यधिक अधिकार रखेंगे. इसका एर्दोआन ने मजबूती से समर्थन किया था लेकिन विरोधियों का कहना है कि इससे राष्ट्रपति को निरंकुश शक्तियां मिलेंगी. शीर्ष चुनाव समिति (वायएसके) के प्रमुख सैदी गुवेन ने बताया कि एर्दोआन ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी मुहर्रम इन्स को ‘‘पूर्ण बहुमत’’ से हराया. पहले ही चरण में उन्हें आधे से अधिक मत मिल चुके थे जिसके चलते दूसरे चरण की जरूरत ही नहीं पड़ी. इस्तांबुल के अपने आवास से विजयी संदेश में एर्दोआन ने कहा, ‘‘ मुझ पर देश ने भरोसा जताते हुए राष्ट्रपति पद का कार्य और कर्तव्य सौंपे हैं.’’
ट्रंप ने उ.कोरिया के खिलाफ नेशनल इमरजेंसी एक और साल के लिए बढ़ाई
23 Jun 2018
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के खिलाफ राष्ट्रीय आपात (नेशनल इमरजेंसी) की अवधि एक और साल के लिए बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया अब भी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा , विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए असामान्य और असाधारण खतरा पेश करता है. ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई है जब एक पखवाड़े से भी कम समय पहले उन्होंने सिंगापुर में किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर वार्ता की जिसमें उत्तर कोरियाई नेता परमाणु निरस्त्रीरकण के लिए राजी हुए. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जब तक परमाणु निरस्त्रीकरण पूरा नहीं होता तब तक वह अधिकतम दबाव बनाने का अभियान जारी रखेंगे और उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई भी प्रतिबंध नहीं हटाएंगे. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा पर प्रवासी परिवारों को अलग करने पर रोक लगाने वाले एक आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. खास बात यह है कि प्रवासी परिवारों को अलग करने के विवादित फैसले की दुनियाभर में आलोचना की गई थी. ट्रंप ने हस्ताक्षर के बाद कहा कि यह आदेश परिवारों को एक साथ रखने के बारे में है. मुझे परिवारों के बिछड़ने का दृश्य अच्छा नहीं लगता. गौरतलब है कि गैरकानूनी प्रवास को रोकने के मद्देनजर की गई कार्रवाई की वजह से अमेरिका में करीब दो बजार बच्चे अपने अभिभावक से बिछड़ गए थे.इन बच्चों को एक जगह रखा गया है जहां से बच्चों के रोने और अपनों याद करने की तस्वीरे इंटरनेट पर वायरल हो रही थी. बच्चों की इस स्थिति का पूरे विश्व ने विरोध किया था. इसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर विपक्ष ने भी दबाव बनाना शुरू किया था. विपक्ष द्वारा इस मसले को हल करने की बात करने बाद राष्ट्रपति ने इस पूरे मामले को अपने स्तर से हर करने का भरोसा दिया था. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम किसी भी परिवार को अलग करना नहीं चाहते और न ही मुझे यह अच्छा लगता है
बम की धमकी पर लंदन का चेयरिंग क्रॉस रेलवे स्टेशन कराया गया खाली
22 Jun 2018
लंदन के चेयरिंग क्रॉस रेलवे स्टेशन में व्यस्त समय में एक व्यक्ति रेल की पटरियों पर कूद गया और दावा करने लगा कि उसके पास बम है. इसके बाद रेलवे स्टेशन खाली कराया गया. बीबीसी की खबर के मुताबिक पटरियों पर कूदे व्यक्ति से निपटने के लिए सशस्त्र पुलिस को बुलाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर पुलिस के कई वाहन खड़े थे. स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने कहा,"शख्स की संदिग्ध हरकतों की रिपोर्ट के बाद अधिकारी फिलहाल चेयरिंग क्रॉस ट्रेन स्टेशन पर ब्रिटिश परिवहन पुलिस की सहायता कर रहे हैं. स्टेशन को सावधानी पूर्ण खाली करा लिया गया और यह फिलहाल बंद है." टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक यात्रियों से कहा गया कि वे यहां से चले जाएं क्योंकि स्टेशन को खाली कराया जा रहा है. ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस ने बताया, ‘‘ चेयरिंग क्रॉस स्टेशन पर हम एक ऐसी घटना से निपट रहे हैं जिसमें खबर के मुताबिक एक व्यक्ति पटरियों पर कूद गया. वह व्यक्ति दावा कर रहा था कि उसके पास बम है.’' रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया है.
भारत की आपत्तियों के बावजूद OBOR से जुड़ा नेपाल
21 Jun 2018
बीजिंग। दुर्गम भौगोलिक स्थितियों वाले नेपाल में चीन बुनियादी सुविधाएं (सड़क, रेल) विकसित करने, व्यापार और निवेश के लिए तैयार है। यह कार्य चीन की महात्वाकांक्षी वन बेल्ट-वन रोड (ओबीओआर) परियोजना के तहत होगा। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने यह आश्वासन नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को दिया है। ओली इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। हालांकि ओबीओआर पर भारत की आपत्ति को ध्यान में रखते हुए नेपाल ने परियोजना से जुड़ने की औपचारिक घोषणा से परहेज किया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों देशों के बीच 70 करोड़ डॉलर (4,765 करोड़ रुपये) के आठ महत्वपूर्ण समझौतों पर दस्तखत हुए हैं। ये समझौते बुनियादी परियोजनाओं और कारखानों की स्थापना से संबंधित हैं। इनमें चीन और नेपाल को रेल और सड़क मार्ग से जोड़ने की परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त नेपाल के भीतर भी बुनियादी ढांचा विकसित करने की परियोजनाएं हैं। पनबिजली परियोजना स्थापित होगी, सीमेंट का कारखाना लगेगा और फूड पार्क की स्थापना होगी। राष्ट्रपति शी ने नेपाल में राजनीतिक स्थिरता लाने और आर्थिक तरक्की की इच्छा जताने के लिए प्रधानमंत्री ओली को बधाई दी। आश्वासन दिया कि नेपाल के विकास में चीन पूरा सहयोग देगा। उल्लेखनीय है कि नेपाल में बुनियादी सुविधाओं के विकास में चीन पिछले कई वर्षों से निवेश कर रहा है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने राष्ट्रपति शी के हवाले से बताया है कि ओबीओआर प्रोजेक्ट के तहत चीन नेपाल में बुनियादी ढांचे के विकास, भूकंप से हुए नुकसान की भरपाई करने, व्यापार और निवेश के लिए तैयार है। शी ने यह भी आश्वासन दिया है कि वह नेपाल की राष्ट्र के रूप में संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को भी कायम रखेगा। शी ने "वन चाइना" पॉलिसी का सम्मान करने और नेपाल में चीन विरोधी गतिविधियों को पनपने न देने के लिए भी प्रधानमंत्री ओली से आभार जताया।
भारत से 7000 से अधिक लोगों ने पिछले साल अमेरिका में शरण के लिए अर्जी दी : संयुक्त राष्ट्र
20 Jun 2018
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी मामलों की एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के 7000 से अधिक लोगों ने पिछले साल अमेरिका में शरण के लिए आवेदन दाखिल किया था. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के अनुसार 2017 में शरण लेने के नये आवेदन सबसे ज्यादा अमेरिका में आये. एजेंसी ने अपनी सालाना ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट में कहा कि 2017 के अंत तक दुनियाभर में 6.85 करोड़ लोग विस्थापित हुए थे. युद्धों , अन्य तरह की हिंसा और उत्पीड़न की वजह से दुनियाभर में विस्थापन की दर नयी ऊंचाई पर पहुंच गयी है और लगातार पांचवें साल 2017 में यह अत्यधिक दर्ज किया गया. इसमें कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य का संकट, दक्षिण सूडान का युद्ध और म्यामां से हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों के बांग्लादेश आने जैसे कारण शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार विस्थापन से सबसे ज्यादा प्रभावित विकासशील देश हैं. रिपोर्ट के अनुसार 2017 के आखिर में भारत में 1,97,146 शरणार्थी थे और 10,519 लोगों के शरण के मामले लंबित थे. पिछले साल के आखिर तक भारत से शरण मांगने वालों के करीब 40,391 मामले थे. इसमें कहा गया है कि शरण मांगने वालों की सर्वाधिक संख्या अफगान नागरिकों की थी जिन्होंने 80 विभिन्न देशों में 1,24,900 आवेदन दाखिल किये.
चीन दौरे पर पहुंचे नॉर्थ कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन, सत्ता संभालने के बाद तीसरा दौरा
19 Jun 2018
बीजिंग। उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के बाद अब मंगलवार को चीन पहुंचे। किम दो दिन के दौरे पर बीजिंग पहुंचे हैं और 2011 में सत्ता संभालने के बाद यह उनका तीसरा चीन दौरा है। अपने इस दौरे पर वो राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर बात होगी। पिछले हफ्ते किम ने डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि किम अमेरिकी राष्ट्रपति से हुई चर्चा के विषय में चिनफिंग को बताएंगे। बीजिंग एयरपोर्ट पर मंगलवार सुबह सुरक्षा व्‍यवस्‍था कड़ी कर दी गयी थी। साथ ही पैरामिलिट्री पुलिस ने वहां पत्रकारों को तस्‍वीरें लेने पर रोक लगा दिया। डियाओयूटाई स्‍टेट गेस्‍ट हाउस के करीब सड़क को भी मंगलवार सुबह से ही बंद कर दिया गया जहां आने वाले नेता से वरिष्‍ठ चीनी अधिकारियों की मुलाकात होनी थी। पुलिस की गाड़ियां समेत अन्‍य कारों का घेरा गेस्‍ट हाउस के चारों ओर तैनात किए गए जहां इस साल के शुरुआत में किम रुके थे। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने किम के दौरे की जानकारी उस वक्त दी, जब उनका विमान बीजिंग पहुंचने वाला था। शिन्हुआ के मुताबिक, 'किम जोंग उन 19 और 20 जून को बीजिंग दौरे पर रहेंगे।' किम मंगलवार सुबह हवाई जहाज से बीजिंग पहुंचे। यहां से कार से राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उनकी कार को बाइक पर सवार सुरक्षाकर्मियों ने घेर रखा था। किम पहली बार मार्च में ट्रेन से चीन पहुंचे थे। उनका दूसरा दौरा मई की शुरुआत में हुआ था। मार्च में आए थे तो उनका दौरा काफी गोपनीय रखा गया था। यहां तक कि बीजिंग से उनके रवाना होने तक इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। कोरियाई युद्ध के बाद से ही दक्षिण कोरिया में अमेरिका ने सैनिकों को तैनात कर दिया है। 1953 में खत्‍म हुए इस युद्ध में चीन ने उत्‍तर कोरिया का साथ दिया था।
वार्ता विफल होने पर ट्रंप ने द.कोरिया के साथ युद्धाभ्यास दोबारा शुरू करने की धमकी दी
18 Jun 2018
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास रोकने के अपने फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के युद्धाभ्यास भड़काऊ और महंगे हैं. हालांकि, उन्होंने धमकी दी कि अगर उत्तर कोरिया के साथ बातचीत विफल होती है तो वह फिर से उसे शुरू करेंगे. ट्रंप ने एक के बाद एक करके किये गए ट्वीट में कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ शिखर वार्ता के दौरान युद्धाभ्यास रोकने का उनका विचार था उन्होंने कहा, ‘‘ युद्धाभ्यास को रोकने का अनुरोध बातचीत के दौरान मैंने किया था क्योंकि वे काफी खर्चीले हैं और नेकनीयत से चल रही वार्ता के दौरान खराब मिसाल प्रस्तुत करते हैं. ये काफी भड़काऊ भी हैं ट्रंप ने कहा, ‘‘ अगर वार्ता विफल होती है तो उसे तुरंत शुरू कर सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि वैसा नहीं होगा.
मिस्र की अदालत ने प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड के 11 सदस्यों को सुनाई मृत्युदंड की सजा
15 Jun 2018
नई दिल्ली: मिस्र की अदालत ने प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड के 11 सदस्यों को मृत्युदंड की सजा दी है. पुलिसकर्मियों की हत्या और उन्हें घायल करने के दोषी ठहराए जाने पर यह सजा सुनाई गई है. यह मामला अगस्त 2013 है, जब दोषियों ने घात लगाकर पुलिस के वाहन पर हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी की थी. एक अन्य मामले में शारकिया की जगाजिग आपराधिक अदालत ने मुस्लिम ब्रदरहुड के पांच वफादारों को 25 साल कैद की सजा सुनाई है, जो मिस्र में आजीवन कारावास के समान है. मिस्र में 2012 में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के तख्तापलट के बाद से सुरक्षाबलों पर हमले बढ़े हैं.
संयुक्त राष्ट्र में 120 देशों ने गाजा हिंसा पर इस्राइल की निंदा की
14 Jun 2018
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गाजा में फलस्तीनियों की मौत के लिए इस्राइल की निंदा करने वाले अरब समर्थित प्रस्ताव को भारी बहुमत से स्वीकार किया. इस प्रस्ताव के जरिए हिंसा की जिम्मेदारी हमास पर डालने की अमेरिका की कोशिश भी नाकाम हो गई. मार्च के अंत में गाजा से लगती सरहद के पास शुरू हुए प्रदर्शनों में इस्राइली गोलीबारी में कम से कम 129 फलस्तीनियों की मौत हुई है जबकि इसमें किसी इस्राइली की मौत नहीं हुई. यह प्रस्ताव अल्जीरिया और तुर्की ने अरब तथा मुस्लिम देशों की ओर से रखा था और 193 सदस्यों वाली महासभा में इसे 120 वोट मिले, जबकि आठ सदस्यों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया. वहीं 45 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. अमेरिका ने गाजा के साथ लगती सीमा पर ‘हिंसा भड़काने’ के लिए हमास की निंदा करने के लिए एक संशोधन प्रस्ताव पेश किया, लेकिन यह दो तिहाई बहुमत हासिल नहीं कर पाया जो इसे स्वीकार करने के लिए जरूरी था. महासभा को संबोधित करते हुए अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने प्रस्ताव को पक्षपात पूर्ण और इस्राइल के खिलाफ बताकर खारिज कर दिया और अरब देशों पर आरोप लगाया कि वे संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल की निंदा करके अपने देशों में राजनीतिक हित साधने की कोशिश कर रहे हैं.
किम जोंग उन ने स्वीकारा ट्रंप का अमेरिका आने का न्योताः उत्तर कोरिया
13 Jun 2018
प्योंगयोग। सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन की मुलाकात सफल रही। इस दौरान ट्रंप ने किम को अमेरिका आने का न्योता दिया था जिसे किम ने स्वीकार कर लिया है। इसकी पुष्टि करते हुए उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने कहा है कि किम जोंग उन ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा दिया वाशिंगटन आने का न्योता स्वीकार कर लिया है। वहीं उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को भी प्योंगयोंग आने का न्योता दिया था। सरकारी मीडिया ने यह बयान ट्रंप के उस बयान के बाद जारी किया है जो उन्होंने सिंगापुर समिट के दौरान दिया था। उन्होंने कहा था कि उचित समय पर वो प्योंगयोंग जाएंगे साथ ही वो उत्तर कोरियाई नेता का वाशिंगटन में स्वागत करने का इंतजार करेंगे। दोनों ने ही एक-दूसरे के न्योते स्वीकार किए और माना कि इससे दोनों देशों के रिश्ते और बेहतर होंगे।
उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए राज़ी, ट्रंप बोले- किम बहुत टैलेंटेड इंसान
12 Jun 2018
नई दिल्ली: उत्तर कोरिया पूर्ण निरस्त्रीकरण के लिए राज़ी है. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध कायम होंगे. अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और उत्‍तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच 50 मिनट तक बातचीत हुई. इस बैठक में उम्मीद से बेहतर नतीजे आए और दोनों देशों ने व्यापक दस्तावेज़ पर दस्तखत किए. सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई राष्ट्रपति किम जोंग उन की ऐतिहासिक मुलाक़ात के बाद दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. किम जोंग उन ने इस मुलाक़ात को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि हम अतीत को भूल कर आगे बढ़ेंगे. ख़ुशी है हम बाधाओं को पार कर मिले. अब दुनिया एक बड़ा बदलाव देखेगी. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस मुलाक़ात को उम्मीद से ज़्यादा बेहतर बताया. उन्‍होंने कहा कि हम मिलकर एक बड़ी समस्या का समाधान करेंगे. हमारे बीच परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत हुई. ट्रंप ने उम्मीद जताया कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के रिश्ते बेहतर होंगे. ट्रंप ने कहा कि आज मुझे पता चला कि किम बहुत टैलेंटेड इंसान हैं. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच सिंगापुर के सैंटोसा आइलैंड के कैपेला रिसॉर्ट में क़रीब 50 मिनट की मुलाक़ात हुई. ट्रंप बोले-किम को देंगे व्‍हाइट हाउस का न्‍योता और फिर मिलेंगे दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बैठक भी हुई फिर दोनों नेताओं ने साथ लंच किया. किम को व्हाइट हाउस आने का न्योता देने के सवाल पर ट्रंप ने कहा, बेशक हम उन्हें न्योता देंगे. हम फिर मिलेंगे और कई बार मिलेंगे. जब दोनों नेता आज मिले तो दोनों ने गर्मजोशी से एक दूसरे से हाथ मिलाया. फिर साथ-साथ होटल के अंदर गए. ऐतिहासिक बैठक के बाद संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए. द स्ट्रेट्स टाइम्स ने ट्रंप के हवाले से कहा, 'हम बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, यह समग्र दस्तावेज है और हमने साथ में बेहतरीन समय बिताया. एक बेहतरीन संबंध. संवाददाता सम्मेलन में जल्द ही इस चर्चा होगी.' ट्रंप ने कहा, 'हमने विशेष बॉन्ड विकसित किया है. यह बैठक किसी के भी अनुमान से बहुत बेहतर रही.' इसके जवाब में किम जोंग ने कहा, 'दुनिया एक बड़ा बदलाव देगी.' किम जोंग और ट्रंप यह ऐतिहासिक बैठक करने वाले अपने देशों के पहले नेता बन गए हैं. दोनों नेताओं ने सेंटोसा द्वीप के कैपेला होटल में मुलाकात की.
जी7 के संयुक्त बयान से डोनाल्ड ट्रंप के खुद किया अलग, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा- निराशाजनक
11 Jun 2018
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने जी7 देशों के सम्मेलन के संयुक्त बयान से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खुद को अलग रखने के फैसले को निराशाजनक बताया है. मर्केल ने स्थानीय मीडिया को बताया, "हमने प्रमुख मुद्दों पर गंभीरता से बात की. हमारे बीच सहमति बनी और फिर राष्ट्रपति ट्रंप ने जिस तरह से एक ट्वीट के जरिए अपना सहयोग वापस ले लिया, वह बेहद निराशाजनक रहा.' मर्केल ने कहा कि यूरोप को अपना भाग्य अपने हाथ में लेना पड़ेगा. अमेरिका के साथ मौजूदा व्यापार विवाद पर मर्केल ने यूरोपीय देशों से एकजुट बने रहने और अपने प्रयासों को जारी रखने का आह्वान किया. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधियों को यहां जी-7 सम्मेलन के अंत में जारी संयुक्त बयान की पुष्टि नहीं करने का निर्देश दिया है. जी-7 सम्मेलन में शामिल होने के बाद रवाना होने से कुछ ही देर में एयर फोर्स वन विमान में सवार ट्रंप ने ट्वीट किया, "जस्टिन (कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो) द्वारा अपने संवाददाता सम्मेलन में झूठे बयान के और इस तथ्य के आधार पर कि कनाडा हमारे अमेरिकी किसानों, श्रमिकों और कंपनियों पर बड़े पैमाने पर सीमा शुल्क लगा रहा है, मैंने अपने अमेरिकी प्रतिनिधियों को (जी-7 के) बयान की तसदीक नहीं करने के निर्देश दिए हैं क्योंकि हम अमेरिकी बाजार में ऑटोमोबाइल की बाढ़ पर सीमा शुल्क को देख रहे हैं!
अगर सिंगापुर वार्ता अच्छी रही तो किम जोंग उन को अमेरिका आने के लिए आमंत्रित करूंगा : डोनाल्ड ट्रंप
8 Jun 2018
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि यदि सिंगापुर वार्ता सफल रहती है तो वह किम जोंग उन को अमेरिका आने का न्यौता देंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हो सकता है कि अगली मुलाकात व्हाइट हाउस में हो." पत्रकारों की ओर से सवाल पूछे जाने के बाद उन्होंने यह बात कही. उन्होंने कहा, "यदि सब कुछ ठीक रहता है तो मुझे लगता है कि मैं उन्हें अमेरिका आने का निमंत्रण दूंगा. मुझे लगता है कि वह भी इसके पक्ष में होंगे." ट्रंप ने किम जोंग उन के साथ आगामी बैठक के बारे में कहा, "मुझे लगता है कि यह बैठक सफल होने जा रही है. मुझे नहीं लगता है कि यह सिर्फ एक बैठक तक ही सीमित रहेगी. यह कई दशकों तक चलने वाला है." अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुष्टि की कि वह 12 जून को सिंगापुर में ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन से मिलेंगे. डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यह घोषणा उत्तरी कोरिया के दूतावास अधिकारी किम योंग चोल के साथ व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में दो घंटे की बैठक के बाद आई है.
कैलिफोर्निया में दो भारतीय-अमेरिकी ने कांग्रेस के प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की
7 Jun 2018
वाशिंगटन: भारतीय अमेरिकी कांग्रेस सदस्यों ऐमी बेरा और रो खन्ना ने गुरुवार को कैलिफोर्निया में अपने अपने प्राइमरी चुनाव जीत लिए और अब वे छह नवंबर को कांग्रेस का चुनाव लड़ेंगे. न्यूजर्सी में कांग्रेस के लिए प्राइमरी चुनाव लड़ रहे तीन दूसरे भारतीय-अमेरिकी - हिर्ष सिंह , गौतम जायस एवं पीटर जैकब हार गए. न्यूजर्सी में भारतीय अमेरिकी समुदाय की खासी आबादी है. कैलिफोर्निया के सातवें संसदीय जिले से तीन बार कांग्रेस का चुनाव जीत चुके, बेरा को ओपन प्राइमरी में 51 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले. रिपब्लिकन पार्टी के उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू ग्रांट को 32.9 प्रतिशत वोट मिले. कैलिफोर्निया में प्राइमरी के दो शीर्ष उम्मीदवार प्रतिनिधि सभा के लिए आम चुनाव लड़ते हैं 2017 में पहली बार प्रतिनिधि सभा में प्रवेश करने वाले खन्ना ने कैलिफोर्निया के 17 वें संसदीय जिले से ओपन प्राइमरी के चुनाव में 58.9 प्रतिशत वोट हासिल कर जीत हासिल की. रिपब्लिकन पार्टी के उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी रो कोहेन को करीब 25 प्रतिशत वोट मिले. डेमोक्रेटिक पार्टी के दोनों नेताओं (बेरा एवं खन्ना) के नवंबर में होने वाले कांग्रेस का चुनाव जीतने के आसार हैं
फैशन डिजाइनर केट स्पेड की मौत, न्यूयॉर्क पुलिस ने आत्महत्या की पुष्टि की
6 Jun 2018
न्यूयॉर्क: अमेरिका की जानीमानी फैशन डिजाइनर केट स्पेड मंगलवार को न्यूयॉर्क में मृत अवस्था में मिली. न्यूयॉर्क पुलिस ने आत्महत्या की पुष्टि की है. पुलिस की एक प्रवक्ता ने आत्महत्या की पुष्टि की है लेकिन यह भी कहा कि मौत की परिस्थितियां अभी स्पष्ट नहीं हैं स्पेड ने अपना शुरुआती करियर एक पत्रकार के रूप में शुरू किया था. बाद में वह अपने पति एंडी के साथ ‘एपानमस’ फैशन ब्रांड की शुरुआत करके 1993 में फैशन उद्योग में आ गई केट स्पेड ने हैंडबैग कारोबार में भी अपना सिक्‍का जमाया था, लेकिन बाद में उन्‍होंने इसे बेच दिया था.
ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी फटने से मरने वालों की संख्या 65 हुई, 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
5 Jun 2018
अल्टेनेंगो (ग्वाटेमाला) : ग्वाटेमाला में ‘वोल्कन डे फुगो’ ज्वालामुखी में भयानक विस्फोट होने के बाद मलबे से आज और शव निकाले गए.इस आपदा में मरने वालों की संख्या 65 पर पहुंच गई है.आपदा राहत एजेंसी के प्रवक्ता डेविड डी लिओन ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पीड़ितों की तलाश के कुछ घंटों बाद मृतकों की संख्या बढ़कर कम से कम 65 हो गई.घटना में 46 लोग घायल हो गए हैं जिनमें से ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर है. इस आपदा से 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 3,271 लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा गया है. रविवार को 3,763 मीटर ऊंचे ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया जिससे आसपास के इलाकों में राख के बादल छा गये.अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि पर्वत के दक्षिण छोर पर समुदायों में पीड़ितों की तलाश फिर से शुरू होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. ग्वाटेमाला की आपदा प्रबंधन एजेंसी के सर्गियो कबानास ने कहा,‘‘ कई लोग लापता है लेकिन हमें यह नहीं पता कि कितने लोग लापता हैं’. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह विस्फोट में लोगों की मौत और बड़े नुकसान से बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र राष्ट्रीय बचाव एवं राहत प्रयासों में मदद करने के लिए तैयार है. गौरतलब है कि ग्वाटेमाला के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी ‘वोल्कन डे फुगो’ में हुए विस्फोट से निकली राख के कारण हवाईअड्डे को बंद करना पड़ा है.देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी नेशनल कॉर्डिनेटर फॉर डिजास्टर रिडक्शन के प्रवक्ता ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में कहा,‘रात नौ बजे तक मृतकों की संख्या 25 थी’.प्रवक्ता ने कहा कि लापता और मृतकों के लिए खोज एवं बचाव अभियान कम रोशनी और खतरनाक स्थितियों के कारण रद्द कर दिया गया है.अब मृतकों की संख्या बढ़ गई है.ज्वालामुखी फटने से आसपास के इलाके में आसमान में राख फैल गई.इससे पहले आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख सर्गियो कबानास और राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि घटना में सात लोगों की मौत हो गई, 20 घायल हो गए और 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए.मोराल्स ने घटना से सबसे अधिक प्रभावित एस्क्युन्टिला, चिमाल्टेनांगो और सैकेटेपेक्वेज के लिए रेड अलर्ट की घोषणा की है.राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स ने कहा कि वह और उनकी सरकार इलाकों में आपातकाल की स्थिति की घोषणा करने के बारे में कांग्रेस से बात करेगी. साथ ही उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील की.मोराल्स ने कहा कि आपात अभियानों में मदद करने के लिए पुलिस, रेड क्रॉस और सेना के हजारों कर्मियों को भेजा गया है.
पाक और चीन को दिए लोन पर PM मोदी की टिप्‍पणी की US के रक्षामंत्री ने की तारीफ
4 Jun 2018
वाशिंगटन : अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने बड़े कर्जों के बारे में बोलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने उन कर्जों को स्वीकृति देने के खतरे के बारे में एक अच्छा पहलू उठाया है जो ‘वास्तव में दिखने में बहुत अच्छे होते हैं.’ मैटिस ने शनिवार को सिंगापुर में शांग्री-ला वार्ता से इतर मोदी से मुलाकात की थी. मोदी ने इस वार्षिक शिखर वार्ता को संबोधित किया था. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मुझे भारत (मोदी) का वह भाषण याद है. ऐसा लग रहा था जैसे मैं पुराने समय के व्यक्ति को सुन रहा हूं. मुझे लगा वह बहुत महान हैं. मुझे बड़े कर्ज के बारे में उनकी बात अच्छी लगी.’ उन्होंने कहा, ‘बड़ा कर्ज ... और मैं अपने कमरे में वापस जाने के बाद रात में उसके बारे में सोच रहा था कि आप बेनेट वाली राइफल से लैस एक सैनिक की तुलना में कर्ज से अपनी संप्रभुत्ता और आजादी ज्यादा गंवा सकते हैं. आप आर्थिक रूप से इसे गंवा सकते हैं.’ गौरतलब है कि मोदी ने उन सरकारों की आलोचना की थी जो दूसरे देशों को ऐसे कर्ज के बोझ तले दबा देते हैं जिन्हें चुका पाना असंभव होता है. इसके लिए उन्होंने विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन के व्यवहार और उसकी बेल्ट एंड रोड पहल जैसी ढांचागत परियोजनाओं का जिक्र किया जिसमें दूसरे देशों को कर्ज देना शामिल है. खबरों के अनुसार , चीन ने श्रीलंका और पाकिस्तान जैसे देशों को बड़ा कर्ज दिया है जो उन पर बोझ बन गया है. इस बीच, पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने कल कहा कि भारत और अमेरिका ने मजबूत द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत की और क्षेत्र में शांति, स्थिरता एवं समृद्धि कायम करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
राजद्रोह के मामले में मुशर्रफ पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पासपोर्ट निलंबित करने के आदेश
1 Jun 2018
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के कंप्यूटराइज्ड राष्ट्रीय पहचान पत्र (सीएनआईसी) और पासपोर्ट को निलंबित करने को कहा है. डॉन के मुताबिक, विशेष अदालत के आदेश का पालन करते हुए मंत्रालय ने राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण और अप्रवासन एवं पासपोर्ट महानिदेशालय को मुशर्रफ के पहचान पत्र और पासपोर्ट निलंबित करने के आदेश दिए. पहचान पत्र और पासपोर्ट निलंबित होने के बाद मुशर्रफ के बैंक खाते बंद हो जाएंगे और वह विदेश यात्रा नहीं कर सकेंगे. मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत ने मंत्रालय को आठ मार्च को उनके पहचान पत्र और पासपोर्ट निलंबित कराने के आदेश दिए थे. अदालत ने मंत्रालय और अन्य विभागों व एजेंसियों को मुशर्रफ की गिरफ्तारी के लिए कदम उठाने और उनकी विदेशी संपत्तियों को जब्त करने के भी आदेश दिए थे. डॉन न्यूज के मुताबिक, पूर्व सैन्य शासक नवंबर 2007 में आपातकाल की घोषणा कर संविधान का उल्लंघन करने के आरोप में राजद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे हैं.
सिंगापुर में होटल के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों से मिले पीएम नरेंद्र मोदी
31 May 2018
कुआलालंपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया दौरे के बाद गुरुवार को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंचे, जहां पर उन्होंने मलेशिया के पीएम महातिर बिन मोहम्मद से मुलाकात की. इससे पहले गुरुवार की सुबह ही वह इससे जकार्ता एयरपोर्ट से मलेशिया के लिए रवाना हुए थे. तीन देशों की यात्रा के दौरान मलेशिया उनका दूसरा ठहराव है. कुआलालंपुर में पीएम मोदी की मुलाकात मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से हुई. महातिर मोहम्मद (92) ने 10 मई को मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उन्होंने मलेशिया में 1957 से शासन कर रहे बारिसान नेशनल (बीएन) गठबंधन को चुनाव में परास्त करने वाले विपक्षी गठजोड़ का नेतृत्व किया था. बता दें कि इससे पहले इंडोनेशिया में पीएम मोदी और राष्ट्रपति विडोडो के बीच द्वपक्षीय वार्ता हुई और 15 समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए. सिंगापुर में होटल के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों से मिले पीएम नरेंद्र मोदी - पीएम मोदी सिंगापुर पहुंच चुके हैं. -मलेशिया में कुछ घंटे बिताने के बाद अब पीएम मोदी मलेशिया के कुआलालंपुर एयरपोर्ट से सिंगापुर के लिए रवाना हो गये. मलेशियाई पीएम महातिर मोहम्मद और पीएम मोदी के बीच भारत और मलेशिया के बीच अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक संबंध को बढ़ावा देने के विकल्पों पर बातचीत हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुआलालंपुर में मलेशिया के उपप्रधानमंत्री वान अज़ीज़ा वान इस्माइल से मुलाकात की. कुआलालंपुर में मलेशियाई पीएम महातिर बिन मोहम्मद से मिले पीएम मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुआलालंपुर पहुंच गये हैं. वह मलेशिया के प्रधानमंत्री डॉक्टर महातिर बिन मोहम्मद से मिलेंगे और भारत - मलेशिया सहयोग से जुड़े विभिन्न पहलूओं पर चर्चा करेंगे. पीएम मोदी मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंच चुके हैं. वह मलेशियाई पीएम से आज मिलेंगे. बता दें कि उनकी इंडोनेशिया के बाद मलेशिया के पीएम से मिलने का उद्देश्य रक्षा और व्यापार सहित विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उसके साथ भारत के रिश्तों को और अधिक मजबूत करना है. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पीएम मोदी मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री डॉ महातिर मोहम्मद से मिलने के लिए 31 मई को कुआलालंपुर में रुकेंगे.’ समझा जाता है कि मुलाकात के दौरान मोदी और महातिर व्यापार एवं निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय रिश्ते गहरे करने के उपायों पर विचार करेंगे. खास बात है कि पीएम मोदी की मलेशिया की यह दूसरी यात्रा है. इससे पहले वह 2015 में भी मलेशिया जा चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा ‘आसियान के तीन देश .. इंडोनेशिया , मलेशिया और सिंगापुर भारत के रणनीतिक भागीदार हैं. भारत सरकार आसियान क्षेत्र के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देती है और आसियान के प्रत्येक सदस्य देश के साथ , सरकार की ‘ एक्ट ईस्ट पॉलिसी ’ के दायरे में अपने संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.’
70 सालों में संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षक अभियानों में सबसे ज्यादा भारतीय हुए शहीद
30 May 2018
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के पिछले 70 सालों के विभिन्न शांति रक्षक अभियानों में भारत के सबसे अधिक शांतिरक्षक शहीद हुये हैं. संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में कर्तव्य निर्वहन के दौरान देश के 163 शांतिरक्षकों को सर्वोच्च बलिदान देना पड़ा.इनमें सेना, पुलिस और असैन्य कर्मचारी भी शामिल थे. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 1948 से 3,737 शांतिरक्षकों की जान गयी है, जिसमें से 163 भारत के हैं. यह आंकड़ा किसी भी देश के मुकाबले अधिक है. इस समय भारत संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षकों के मामले में योगदान करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है.इस समय इसके 6,693 शांतिरक्षक अबेई , साइप्रस , कांगो , हैती , लेबनान , मध्य पूर्व , दक्षिण सूडान और पश्चिमी सहारा में तैनात हैं. हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने जवानों , पुलिस इकाई गठित करने और दल के स्वामित्व वाले उपकरण के लिए 30 अप्रैल 2018 को नौ करोड़ 20 लाख अमेरिकी डॉलर का कर्ज दिया. संयुक्त राष्ट्र ने कल अंतरराष्ट्रीय शांतिरक्षक दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया और दुनिया भर के शांतिरक्षकों की सेवा और बलिदान के लिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. 2017 में संयुक्त राष्ट्र के किसी भी शांतिरक्षक अभियान में भारत के किसी भी शांतिरक्षक को जान नहीं गंवानी पड़ी. 2016 में दो शांतिरक्षक राइफलमैन बृजेश थापा और रवि कुमार को ड्यूटी के दौरान जान गंवानी पड़ी थी. थापा जहां यूएन आर्गेनाइजेशन स्टेबलाइजेशन मिशन इन द डेमोक्रेटिक रिपब्लिकन ऑफ द कांगो (एमओएनयूएससीओ) में तैनात थे वहीं रवि कुमार यूएन इंटरिम फोर्स इन लेबनान में तैनात थे. इन्हें मरणोपरांत डैग हैमरस्जोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था.
बंदरगाह शहर होदयदा की ओर धीरे-धीरे बढ़ रही है यमन सरकार की सेना
29 May 2018
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने आज कहा कि यमन सरकार की सेना विद्रोहियों के कब्जे वाले अहम बंदरगाह शहर होदयदा की ओर बढ़ रही है और वह इस शहर से मात्र 20 किलोमीटर दूर है. सऊदी अरब और उसके सहयोगियों द्वारा वर्ष 2015 में सरकार की ओर से हस्तक्षेप किये जाने के बाद से लाल सागर का यह बंदरगाह यमन युद्ध में विवादों का केन्द्र रहा है. गठबंधन सेना के प्रवक्ता तुर्की अल - मलिकी ने रियाद में पत्रकारों से कहा, ‘‘ गठबंधन के समर्थन वाली यमन सेना होदयदा से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इसका मकसद शहर को वैध यमन सरकार के अधिकार क्षेत्र में वापस लाना है. अभियान चल रहा है.’ होदयदा मानवीय सहायता के लिए अहम बंदरगाह शहर है जिस पर लाखों लोग निर्भर करते हैं. लेकिन पड़ोसी देश सऊदी अरब इस शहर को विद्रोहियों के लिए हथियारों के प्रवेश द्वार के तौर पर देखता है. वह क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी ईरान पर हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप लगाता है.
ओमान में तूफान : 3 भारतीयों सहित 11 लोगों की मौत, 170 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हैं हवाएं
28 May 2018
नई दिल्ली: दक्षिणी ओमान और सोकोत्रा के यमनी द्वीप में आए मेकुनु तूफान में तीन भारतीयों समेत 11 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों और खबरों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है. ओमान के धोफर और अल-वुस्ता प्रांतों में शुक्रवार को मेकुनु तूफान ने दस्तक दी. यह तूफान श्रेणी एक से परिवर्तित होकर श्रेणी दो के तूफान के रूप में यहां पहुंचा. गुरुवार को सोकोत्रा पहुंचने के बाद इसकी हवाएं करीब 170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं. मस्कट में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “सलालाह में भारतीय दूतावास की टीम ने पुष्टि की है कि रॉयल ओमान पुलिस के मुताबिक शमशेर अली और दो लापता भारतीयों के शव बरामद कर लिए गए हैं और एक अन्य (मधु) की तलाश जारी है. अन्य किसी भी प्रवासी के हताहत होने की खबर नहीं है.” दूतावास के अधिकारियों ने सलालाह के ताकाह के एक शिविर का दौरा किया और 460 लोगों (145 भारतीयों और 315 बांग्लादेशियों) के लिए खाने का इंतजाम किया. ट्वीट में बताया गया , “ भारतीय दूतावास भारतीय नौकायन जहाज के चालक दल के 50 भारतीय सदस्यों का ख्याल रख रहा है.”
100 से ज्यादा प्रवासी और शरणार्थियों को मानव तस्करों ने मारी गोली, 15 की मौत
26 May 2018
नई दिल्ली: डॉक्टर्स विदआउट बॉडर्स ने आज बताया कि मानव तस्करों द्वारा बंदी बनाकर रखे गए 100 से ज्यादा प्रवासी और शरणार्थियों को उत्तर पश्चिम लीबिया की गुप्त जेल से भागने के दौरान गोली मार दी गई. इस घटना में दर्जनों लोग हताहत हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा संगठन ने कहा कि बुधवार रात हुई घटना में बचे लोगों ने बताया कि कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और तकरीबन 40 अन्य जख्मी हुए हैं. इनमें अधिकतर महिलाएं हैं. संगठन ने बताया कि बानी वलीद शहर में बचकर भागे लोगों को फिर से बंदी बनाने के लिए अपहरणकर्ता और बंदूकधारी उनका पीछा कर रहे थे. ऐसे में सुरक्षा बलों, अस्पताल और नगर निकाय के कर्मियों ने उन्हें बचाने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि बचे हुए लोगों में अधिकतर इरिट्रिया , इथोपिया और सोमालिया के किशोर और किशोरी हैं जो यूरोप में शरण हासिल करने की कोशिश में थे. संगठन ने बताया कि कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें तीन साल से बंदी बनाकर रखा गया था. कई लोगों के शरीर पर प्रताड़ित करने के निशान भी साफ नजर आ रहे थे.
कनाडा: भारतीय रेस्‍टोरेंट में हुए विस्फोट में 15 लोग घायल
25 May 2018
टोरंटो: कनाडा के ओंटारियो प्रांत में एक भारतीय रेस्‍टोरेंट में हुए शक्तिशली विस्फोट में कम से कम 15 लोग घायल हो गये. ‘सीबीसी न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार विस्फोट में गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को टोरंटो ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है. पील पाराचिकित्सक ने बताया कि घटना गुरुवार को स्थानीय समयानुसार रात करीब 10.30 बजे ‘बॉम्बे भेल’ रेस्‍टोरेंट में हुई. यह रेस्‍टोरेंट हुरोंटारियो स्ट्रीट एवं एगलिंटन एवेन्यू ईस्ट के इलाके में स्थित है. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस इसे ‘संदिग्ध’ घटना बता रही है. बहरहाल फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि घटना के वक्त रेस्‍टोरेंट के अंदर कितने लोग मौजूद थे. रिपोर्ट के अनुसार रेस्‍टोरेंट को खाली करा लिया गया है और जांच होने तक प्लाजा को सील किये जाने की संभावना है.
चीन संग व्यापार समझौते से संतुष्ट नहीं : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप'
23 May 2018
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वह चीन के साथ हुई व्यापार वार्ताओं से संतुष्ट नहीं हैं. हालांकि इससे कुछ ही समय पहले अमेरिकी अधिकारियों ने चीन के साथ व्यापार से जुड़े तनाव को दूर करने के लिए एक समझौता किए जाने की घोषणा की थी. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन का स्वागत करने के बाद संवाददाताओं से कहा, "चीन को इस समझौते में लाभ हुआ है." ट्रंप ने कहा, "मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन हमें एक लंबा रास्ता तय करना है." एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने कहा कि कि वह चाहते हैं कि अमेरिका और चीन के बीच ऐसा समझौता हो दोनों के लिए लाभप्रद हो. उन्होंने कहा कि हालांकि वे जानते हैं कि यह शायद संभव नहीं हो क्योंकि वॉशिंगटन का चीन के साथ व्यापार घाटा 500 अरब डॉलर प्रति वर्ष है और यह सबूत है कि चीन व्यापार के मामले में अमेरिका का नाजायज फायदा उठाता है.
अमेरिका ने संस्मरण सिक्का जारी कर उत्तर कोरिया के नेता किम को बताया 'सर्वोच्च नेता'
22 May 2018
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच 12 जून को होने वाली शिखर बैठक से पहले व्हाइट हाउस ने एक संस्मरण सिक्का जारी किया है. यह सिक्का व्हाइट हाउस कम्युनिकेशन एजेंसी ने कल जारी किया. इस सिक्के में उत्तर कोरिया के नेता किम को ‘ सर्वोच्च नेता ’ बताया गया है और शिखर बैठक को शांति वार्ता के तौर पर वर्णित किया गया है. ट्रंप और किम के बीच यह बैठक 12 जून को सिंगापुर में होनी है. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया ने बैठक को रद्द करने की धमकी दी थी और आरोप लगाया था कि अमेरिका एकतरफा परमाणु हथियारों को छोड़ने की मांग कर रहा है. उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास को लेकर भी कड़ी नाराजगी जताई थी. व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह शिखर बैठक की तैयारियां कर रहा है.
क्यूबा विमान हादसा : विमान के पूर्व पायलट ने खोले कई अहम राज
21 May 2018
मैक्सिको सिटी: क्यूबा में 107 लोगों को ले जा रहा एक विमान हवाना हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान को कभी उड़ाने वाले मैक्सिको के एक पायलट ने शनिवार को कहा कि उसने पहले भी विमान के मालिक द्वारा कथित घटिया कामकाज को लेकर शिकायत की थी. दुर्घटना में 107 लोगों की मौत हो गई थी और तीन लोग बच गए थे जिनकी हालत नाजुक है. मार्को ऑरेलियो हर्नान्देज ने मैक्सिको के अखबार मिलेनियो को बताया कि विमान लीज पर देने वाली मैक्सिको की कंपनी ग्लोबल एयर विमानों की देखरेख में कोताही बरतती थी और इसे चिली में उड़ान भरने पर प्रतिबंध लगा हुआ था. इसने वेनेजुएला में रात के समय बिना रडार के उड़ान भरी थी उन्होंने कहा कि 2005 और 2013 के दौरान उन्होंने ग्लोबल एयर के सभी तीन बोइंग विमानों को उड़ाया था जिनमें से एक 39 वर्ष पुराना विमान शुक्रवार को हवाना के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया गौरतलब है कि विमान बोइंग 737 शुक्रवार सुबह हवाना के मुख्य हवाई अड्डे से बाहर निकलने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, इस दुर्घटना में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. घटना में तीन लोगों को ही मलबे से निकाला जा सका है जो गंभीर रूप से घायल हैं और जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पक्यूबा: हवाना में बोइंग 737 विमान दुर्घटनाग्रस्त, 100 से अधिक लोगों की हुई मौत
19 May 2018
हवाना: हवाना के मुख्य हवाई अड्डे से बाहर निकलने के कुछ ही समय बाद शुक्रवार को बोइंग 737 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस दुर्घटना में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. घटना में अब तक तीन लोगों को ही मलबे से निकाला जा सका है जो गंभीर रूप से घायल हैं और जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. 0 टिप्पणियां राज्य संचालित टीवी ने कहा, यह विमान एक घरेलू उड़ान था जो होलगुइन जा रहा था, जिसमें 107 यात्री सवार थे. फ्लाइट के क्रैश होने के बाद वहां आसपास धुंए का गुबार भी देखा गया है. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद दमकल की गाडि़यां मौके पर पहुंच गई हैं. इस घटना के बाद भारी संख्या में पुलिसबल को भी तैनात कर दिया गया है
प्रधानमंत्री मोदी का रूस दौरा दोनों देशों के संबंधो के लिए मील का पत्थर साबित होगा : ICCI
18 May 2018
नई दिल्ली: इंटीग्रेटेड चेंबर्स ऑफ कॉमर्स (आईसीसीआई) ने कहा है कि अमेरिका और चीन के बीच तेजी से बढ़ते वैश्विक टकराव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 21 मई का रूस दौरा, भारत और रूस के संबंधों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. आईसीसीआई के निदेशक मानवेंद्र कुमार ने कहा, 'अप्रैल में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सफल शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री की रूस यात्रा काफी महत्वपूर्ण है जिसमें भारत के बढ़ते आर्थिक कद को और वैश्विक बल मिलेगा.' कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री की रूस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होंगे. वहीं भारत के आर्थिक हित को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा, 'इस यात्रा के दौरान भारत में निवेश के अवसर पर विशेष चर्चा होगी जिसका फायदा देश को मिलेगा.'
इंडोनेशिया में पुलिस मुख्यालय पर आतंकी हमला, पुलिस अधिकारी समेत चार की मौत
17 May 2018
नई दिल्ली: इंडोनेशिया के पुलिस मुख्यालय पर हुई हमले में पुलिस ने चार आरोपियों को मार गिराने का दावा किया है. अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि पुलिस मुख्यालय पर हमला करने वाले चारों आरोपियों को मार गिराया गया है. गौरतलब है कि इस हमले में एक पुलिस अधिकारी की भी मौत हुई है जबकि कई अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. देश की राष्ट्रीय पुलिस के अनुसार सुमात्रा द्वीप पर रिआयू में एक स्टेशन के द्वार पर समूह ने एक मिनी वैन से टक्कर मारी और उसके बाद हमलावरों ने अधिकारियों पर हमला किया. प्रवक्ता सेतयो वास्सितो ने कहा कि चार हमलावरों को मार गिराया गया है जबिक एक और आरोपी की तलाश की जा रही है. खास बात यह है कि शुरूआत में स्थानीय पुलिस प्रमुख ने बताया था कि उन्होंने तीन लोगों को मार गिराया और एक अन्य घायल हो गया. जबकि मीडिया में चली खबरों के अनुसार एक हमलावर ने अपने शरीर पर एक बम बांधे होने की बात चल रही थी. हालांकि पुलिस ने तत्काल इन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं की है
कारगिल युद्ध से पाक सेना को पीछे हटाने के लिए शरीफ जिम्मेदार, भारत ने बनाया था दबाव : परवेज मुुशर्रफ
16 May 2018
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने अपदस्थ प्रधानंमत्री नवाज शरीफ को 1999 में पाकिस्तान की सेना के मजबूत स्थिति में होने के बाद भी भारत के दबाव में कारगिल से पीछे हटने के लिए जिम्मेदार ठहराया है. कारगिल लड़ाई के दौरान सेना प्रमुख रहे मुशर्रफ ने यह भी मांग की कि शरीफ पर 2008 के मुम्बई हमले के बारे में विवादास्पद बयान देने को लेकर राजद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए. पाकिस्तान में कई मामलों का सामना कर रहे 74 वर्षीय सेवानिवृत जनरल पिछले साल से दुबई में रह रहे हैं. उन्हें चिकित्सा के लिए देश से बाहर जाने की अनुमति दी गयी थी. मुम्बई हमले पर शरीफ के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के प्रमुख मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध के बारे में भी बात की और पाकिस्तान सेना के पीछे हटने के लिए शरीफ को जिम्मेदार ठहराया. इस युद्ध और तत्कालीन घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस लड़ाई में पांच अलग-अलग स्थानों पर मजबूत स्थिति में था और तत्कालीन प्रधानमंत्री को कम से कम दो बार इस स्थिति के बारे में बताया गया. उन्होंने शरीफ के इस दावे को खारिज कर दिया कि कारगिल से पाकिस्तानी सेना के हटने के बारे में उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. मुशर्रफ ने एक वीडियो बयान में कहा, ‘वह मुझसे पूछते रहे कि क्या हमें वापस आ जाना चाहिए.’ पूर्व राष्ट्रपति और सैन्य शासक ने यह भी कहा कि तत्कालीन सीनेटर राजा जफारुल हक तथा तत्कालीन गृह मंत्री चौधरी शुजात ने भी सेना के वापस लौटने का विरोध किया था. लेकिन अमेरिका से लौटने के बाद शरीफ ने सेना के कारगिल से पीछे हटने का आदेश दिया. शरीफ भारत सरकार के दबाव में थे.
इंडोनेशिया में पुलिस स्टेशन के पास विस्फोट, 3 की मौत
15 May 2018
जकार्ता: इंडोनेशिया के सुराबाया शहर में तीन गिरजाघरों पर हुए हमलों के बाद रविवार देर रात पूर्वी जावा के पुलिस स्टेशन के पास एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एक फ्लैट में यह बम विस्फोट होने के बाद तीन लोगों के शव जमीन पर पड़े मिले. इस फ्लैट में एक कथित आतंकवादी अपनी परिवार के सदस्यों के साथ रह रहा था.एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मैं यह देखने आया कि हुआ क्या है, मैंने देखा कि परिवार के लोग खून से लथपथ जमीन पर पड़े हुए हैं". नेशनल पुलिस के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल मुहम्मद इकबाल ने पुष्टि की कि इन फ्लैटों में एक कथित आतंकवादी अपने परिवार के साथ रहा था. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सुराबया शहर की तीन चर्च में धार्मिक सभाओं के दौरान आत्मघाती हमलावरों ने खुद को विस्फोटक से उड़ा लिया था. इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हो गए थे. बीबीसी के मुताबिक, विस्फोट कुछ ही मिनटों के अंतराल पर हुए. फिलहाल किसी आतंकवादी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता फ्रांस बरुं ग ने मीडिया को बताया कि ये विस्फोट एनगैजल मैड्या क्षेत्र के सेंटा मारिया चर्च, डिपोनेगोरो स्ट्रीट स्थित गेरेजा क्रिस्टन इंडोनेशिया चर्च और अर्जुनो स्ट्रीट स्थित पेंटेकोस्टा चर्च में हुए. पुलिस ने कहा कि चर्च के धर्मोपदेश के अनुयायियों जैसी वेशभूषा में पहुंचे हमलावरों ने विस्फोट कर डाला. बरुं ग ने कहा कि पुलिस ने जांच के लिए घटनास्थल की घेराबंदी कर ली है.
पाकिस्तान : नवाज शरीफ के 'कबूलनामे' के बाद एनएसजी की बैठक जारी
14 May 2018
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के मुंबई हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ होने के कबूलनामे के बाद आज पाकिस्तान में एनएसजी की अहम बैठक जारी है. यह बैठक प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के घर हो रही है. बैठक में सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा, चेयरमैन ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी जनरल जुबेर महमूद हयात, डायरेक्टर जनरल आईएसआई नवीद मुख्तार, सिविल गवर्नमेंट की तरफ से रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री खुर्रम दस्तगीर और सरकार के दूसरे आला अफसर मौजूद हैं. बैठक में नवाज शरीफ के बयान पर चर्चा होगी. आपको बता दें कि पाकिस्तान की सेना की तरफ से कल ही ट्वीट कर यह जानकारी दी गई थी कि एनएसजी की बैठक में नवाज शरीफ के बयान पर मुल्क की राय के बारे में फैसला होगा. गौरतलब है कि नवाज शरीफ ने एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने मुंबई हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ होने और उन्हें सीमा पार करने की इजाजत देने की बात मानी थी. शरीफ के इस बयान के बाद से ही पाकिस्तान में उनकी जमकर मजम्मत हो रही है. इमरान खान और पाक की सेना ने इस पर गंभीर आपत्ति जताई है. दूसरी तरफ, चौतरफा मजम्मत के बाद नवाज शरीफ ने कहा है कि मुंबई हमले पर मेरे बयान की गलत व्याख्या की गयी.
जापान में 5.1 तीव्रता का भूकंप का झटका
12 May 2018
टोक्यो: जापान के नागानो में शनिवार को रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, भूकंप से किसी तरह के जान एवं माल की हानि की खबर नहीं है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के हवाले से बताया कि भूकंप के झटके सुबह 10.29 बजे 10 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किए गए. भूकंप के बाद सुनामी को लेकर किसी तरह का खतरा नहीं है. गौरतलब है कि पिछले महीने की 9 तारीख को भी पश्चिमी जापान में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के मुताबिक, भूकंप का झटका रात 1.32 बजे महसूस किया गया था. भूकंप का केंद्र 35.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 132.6 डिग्री पूर्वी देशांतर में दर्ज किया गया. भूकंप के बाद शहर के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी और पानी आपूर्ति भी बाधित रही.
पाकिस्तान भी लगा सकता है अमेरिका के राजनयिकों पर प्रतिबंध
11 May 2018
नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा पाकिस्तानी राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के बाद पाकिस्तान भी प्रतिक्रिया स्वरूप इसी तरह के प्रतिबंध अमेरिकी राजनयिकों पर लगाने पर विचार कर रहा है. अमेरिका द्वारा पाकिस्तान राजनयिकों पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध शुक्रवार से प्रभावी हो रहे हैं. डॉन न्यूज के मुताबिक, प्रशासन इस्लामाबाद में तैनात अमेरिकी राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है. हालांकि, अमेरिकी राजनयिकों को पहले से ही संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों (फाटा) जैसे अत्यधिक सुरक्षित स्थानों पर जाने की मनाही है. गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिका में पाकिस्तानी राजनयिकों पर वाशिंगटन स्थित दूतावास या अन्य शहरों के वाणिज्य दूतावासों के 40 किलोमीटर से अधिक यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. न्यू जर्सी से अमेरिकी कांग्रेसमैन डोनाल्ड नॉरक्रॉस ने कहा, "महत्वपूर्ण चीज संवाद है और हम इस तरह के प्रतिबंध लगाकर संवाद को समाप्त कर रहे हैं तो मेरे ख्याल से यह सही फैसला नहीं है." अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत एजाज चौधरी ने गुरुवार को 'वॉयस ऑफ अमेरिका' को बताया, "मेरे विचार में यह सही फैसला नहीं है."
अपनी जिंदगी को अलविदा कहने स्विट्जरलैंड रवाना हुए ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज वैज्ञानिक
10 May 2018
सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज वैज्ञानिक डेविड गुडाल को अब जीने की कोई इच्छा नहीं रह गई है. इसलिए वह अपना जीवन समाप्त करने लिए स्विट्जरलैंड रवाना हो गए हैं. ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज वैज्ञानिक ने लाइलाज बीमारी से तंग आकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने के लिए ऐसा किया है. लेकिन इससे पहले वह अपने परिवार के साथ थोड़ा वक्त बिताना चाहते हैं. जीवन के सौ से ज्यादा बसंत देख चुके डेविड गुडाल (104) को लाइलाज बीमारी है इसलिए वह अपनी इच्छा से मरना चाहते हैं. इच्छा मृत्यु की वकालत करने वालों ने बताया कि वह बुधवार को पर्थ में एक विमान में सवार हुए. उन्हें अंतिम विदाई देने उनके दोस्त और परिवार के सदस्य आए थे. वह स्विट्जरलैंड जाने से पहले फ्रांस में अपने परिवार के साथ कुछ दिन बिताएंगे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से रवाना होने से पहले एबीसी प्रसारणकर्ता से कहा, ‘मैं स्विट्जरलैंड नहीं जाना चाहता, हालांकि वह अच्छा देश है. लेकिन आत्महत्या करने के मौके के लिए मुझे जाना होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई कानून इच्छा मृत्यु की इजाजत नहीं देता है. मैं बहुत अप्रसन्न हूं
अफगानिस्‍तान में ‘सेक्‍स स्‍लेव’ के दमपर अपनी जड़ें मजबूत करने में जुटा इस्लामिक स्टेट
9 May 2018
नई दिल्ली: जब मोहम्मद शाह को यह एहसास हुआ कि वह अपने मंगेतर के पिता को पारंपरिक अफगानी शादी के लिए 1,5000 डॉलर नहीं दे पाएगा, तब उसे एक ऐसे ग्रुप का ख्याल जिसके उपर मदद का पूरा भरोसा था. वह ग्रुप था 'इस्लामिक स्टेट'. उत्तरी प्रांत के जोवजान के एक गांव के रहने वाले 23 वर्षीय मोहम्मद शाह ने करीब चार महीने पहले घर छोड़ दिया और आतंकवादी ग्रुप में शामिल हो गया. कुछ दिनों बाद ही उसने इस्लामिक स्टेट के अन्य आतंकियों के साथ अपनी मंगेतर के घर पर धावा बोलकर उसे बंदूक की जोर पर किडनैप कर लिया. बाद में एक मस्जिद में शादी कर ली. शेबरघान में एक कमरे में अकेले जीवन गुजार रहे मोहम्मद शाह के पिता कहते हैं कि, 'उसने जो किया मैं उससे कतई खुश नहीं हूं, मैंने उसके बारे में कुछ नहीं सुना है क्योंकि वह अब मेरा बेटा नहीं रहा'. इस वाकये से साफ-साफ जाहिर हो रहा है कि किस तरह 'इस्लामिक स्टेट' सीरिया और इराक के बाद अपने नुकसान की भरपाई करने में लगा हुआ है. अफगानी युवकों को उनकी वफादारी के बदले मदद के अलावा ग्रुप स्थानीय लोगों को धमका रहा है, स्कूल बंद करवा रहा है, दुश्मनों का सर धड़ से अलग कर रहा और महिलाओं-लड़कियों का 'सेक्स स्लेव' के लिए अपहरण कर रहा है. इस्लामिक स्टेट के बर्बर हमले जारी अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में 'इस्लामिक स्टेट' को काफी नुकसान पहुंचा है. लेकिन ग्रुप में अभी भी बर्बर हमले करने की क्षमता बची है. पिछले दिनों काबुल में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी इस्मालिक स्टेट ने ही ली थी. इन हमलों में 29 लोग मारे गए थे. ग्रुव गरीब ग्रामीणों की भर्ती में जोर-शोर से लगा हुआ है. इस्लामिक स्टेट के करीब 600 आतंकी अफगानी सुरक्षा बलों से लोहा ले रहे हैं और जोवजान में नए लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. आतंकियों में चीन, सूडान और फ्रांस जैसे देशों के 150 विदेशी भी हैं. अशिक्षित युवकों को कर रहा है भर्ती इस्लामिक स्टेट ने दारजाब में ट्रेनिंग कैंप बना लिया है और अशिक्षित युवकों को भर्ती कर रहा है. अधिकतर 20 वर्ष से कम आयु के हैं. कोई अपनी गरीबी की वजह से ग्रुव को ज्वाइन कर रहा है तो कोई लालच या व्यक्तिगत स्वार्थ की वजह से. दारजाब में इस्लामिक स्टेट ने करीब 40 स्कूलों को या तो बंद करवा दिया या जला दिया है. घर-घर जाकर जोर-जबरदस्ती यह पता लगा रहा है कि उनके यहां कितनी लड़कियां हैं. वहीं, शेबरघान में बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है सेक्स स्लेव के लिए लड़कियों का अपहरण पांच महीने पहले अपनी 2 लड़कियों के अपहरण के बाद पलायन करने वाले 48 वर्षीय मुबारक शाह 'ब्लूमबर्ग' से बातचीत में कहते हैं कि एक रात इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने मेरे घर पर धावा बोला. 16 और 18 वर्षीय बेटियों का अपहरण कर लिया. काफी खोजबीन के बाद उनका पता नहीं लगा. वह अपनी बेटियों के सेक्स स्लेव के तौर पर बेचे जाने की आशंका जताते हैं. वह रोते हुए कहते हैं कि हम अपने बच्चों की मदद करने में असहाय हैं. इस्लामिक स्टेट ने सेक्स स्लेव के लिए बहुत लड़कियों का अपहरण किया. यहां तक कि 12 साल की बच्चियों को भी नहीं छोड़ा
अफगानिस्तान में अगवा 7 भारतीयों इंजीनियरों को लेकर चश्मदीद का बड़ा दावा
8 May 2018
नई दिल्ली: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने भारत के नवनियुक्त राजदूत विनय कुमार को आश्वासन दिया कि अफगान सुरक्षा बल अपहृत सात भारतीय इंजीनियरों की सुरक्षा और सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने में कोई कोर -कसर नहीं छोड़ेंगे. हथियारबंद तलिबान लड़ाकों ने उत्तरी बगलान प्रांत से सात भारतीय इंजीनियरों का रविवार को अपहरण कर लिया था. भारतीय राजदूत के साथ मुलाकात के दौरान रब्बानी ने भारतीय इंजीनियरों के अपहरण पर दुख जताते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा और सुरक्षित रिहाई के लिए अफगान बल कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेंगे. उन्होंने कहा कि समुदाय के वरिष्ठ सदस्यों की मदद से भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के प्रयास शुरू कर दिये गये हैं. आरपीजी समूह के केईसी इंटरनेशनल में कार्यरत सात भारतीय इंजीनियरों के अपहरण को लेकर रब्बानी ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी फोन पर बातचीत की. सुषमा ने इंजीनियरों के अपहरण पर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया और उनका पता लगाने तथा उन्हें मुक्त कराने में मदद का अनुरोध किया. सातों भारतीय इंजीनियर एक बिजली सब - स्टेशन के निर्माण कार्य से जुड़े हुए थे. सातों रविवार को परियोजना का निरीक्षण करने जा रहे थे , उसी दौरान चश्म-ए-शेर इलाके से तालिबान ने उनका अपहरण कर लिया पहचान गुप्त रखने का अनुरोध करने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने पझवोक अफगान न्यूज को बताया कि उसने पुल-ए-खुमरी-मजार-ए-शरीफ राजमार्ग पर हथियारबंद लोगों को एक सफेद कार को रोकते हुए देखा. प्रत्यक्षदर्शी को यह जानकारी नहीं थी कि कार में कितने लोग थे. हालांकि उसने बताया कि तालिबान भारतीय नागरिकों को अपनी मिनी बस में लेकर अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में चले गये
सिंगापुर में हो सकती है डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच बैठक
7 May 2018
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन के बीच जून में होने वाली शिखर बैठक सिंगापुर में हो सकती है. दक्षिण कोरियाई अखबार ‘ चोसुन इल्बो ’ ने सोमवार को प्रकाशित अपनी खबर में उक्त बात कही है. ट्रंप ने बीते सप्ताहांत पर कहा था कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली शिखर बैठक के लिए तारीख और जगह तय हो गयी है. अमेरिकी राष्ट्रपति और कोरियाई शासक के बीच यह पहली बैठक होगी. ज्यादा जानकारी दिये बगैर ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इसकी जल्द ही घोषणा करेंगे.’’ दक्षिण कोरिया के अखबार ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ऐतिहासिक शिखर बैठक जून माह के मध्य में होगी. सूत्र ने ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टॉन के हवाले से उक्त बात कही है. दक्षिण कोरिया की योनहाज समाचार एजेंसी ने भी इसी तरह की खबर दी है जिसके अनुसार, ट्रंप और किम के बीच यह बैठक सिंगापुर में हो सकती है
क्या सच में डोनाल्ड ट्रंप को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार? रिपब्लिकन सांसदों ने किया नामांकित
4 May 2018
वाशिंगटन: रिपब्लिकन सांसदों के एक समूह ने इस वर्ष के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए कोरियाई युद्ध को समाप्त करने के वास्ते किये गये कार्यों के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नामांकित किया है. ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मुलाकात करने का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है. अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच इस तरह की यह पहली बैठक होगी एक पत्र में कहा गया है,‘राष्ट्रपति के रूप में कामकाज संभालने के बाद ट्रंप ने इसके लिए लगातार काम किया है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद कर दे और क्षेत्र में शांति कायम हो.’ उत्तर कोरिया ने गत 20 अप्रैल को घोषणा की थी, वह अपने परमाणु हथियारों और इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण कार्यक्रमों को बंद करेगा. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने 27 अप्रैल को घोषणा की थी कि वे कोरियाई युद्ध को समाप्त करने के लिए काम करेंगे. सांसदों ने पत्र में लिखा है ,‘दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून - जेई - इन ने लगातार उनके ( ट्रंप ) काम की सराहना की है. राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए.’ व्हाइट हाउस ने इस पत्र के संबंध में एक सवाल का कोई जवाब नहीं दिया. इस पत्र पर 17 रिपब्लिकन सांसदों ने हस्ताक्षर किए है. ट्रंप ने इस सप्ताह की शुरुआत में पत्रकारों से कहा था कि उनका ध्यान क्षेत्र में शांति कायम करने पर है.
ईरान में तगड़ा भूकंप, घायलों की संख्या 105 हुई
3 May 2018
तेहरान: ईरान के पश्चिमी कोगिलुये और बोयर-अहमद प्रांत में बुधवार को आए भूकंप में 105 लोग घायल हो गए. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.2 थी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 30.834 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 51.559 डिग्री पूर्वी देशांतर में आठ किलोमीटर की गहाई में दर्ज किया गया।. भूकंप के झटकों के बाद लोग डरकर सड़कों पर निकल आए. सड़कों पर गश्ती कर रहे दमकलकर्मी लोगों से घरों के भीतर जाने से बचने की हिदायत देते नजर आए. अभी तक किसी तरह की बड़ी क्षति नहीं हुई है लेकिन रिहायशी क्षेत्रों में आंशिक क्षति पहुंची है. 0 टिप्पणियांडेना और सिसाक्त क्षेत्रों में संचार और बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. बोयर-अहमद काउंटी के गवर्नर शाहरोख केनारी का कहना है कि पानी की प्रमुख पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने की वजह से माडवन शहर में पीने के पानी की सप्लाई बाधित हुई है.
ट्रंप के पूर्व डॉक्‍टर का आरोप, ऑफिस पर उनके बॉडीगार्ड की छापेमारी
2 May 2018
डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व चिकित्सक ने कहा है कि व्हाइट हाउस के एक शीर्ष सहयोगी ने बीते साल उनके न्यूयॉर्क सिटी कार्यालय पर 'छापा' मारा था और वहां से अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वास्थ्य रिकॉर्ड अपने साथ ले गया था. उन्होंने कहा कि इस घटना से उन्हें 'दुष्कर्म, भय व दुख' का अहसास हुआ था. 0 टिप्पणियांहेरोल्ड बोर्नस्टीन ने एनबीसी न्यूज से मंगलवार को कहा कि लंबे समय से ट्रंप के निजी अंगरक्षक कीथ शिलर व एक अन्य 'विशालकाय व्यक्ति' ने 3 फरवरी 2017 को 'छापेमारी' की थी. उनके साथ बाद में ट्रंप संगठन के मुख्य कानूनी अधिकारी एलन गार्टन भी शामिल हो गए थे. उस समय शिलर व्हाइट हाउस में ओवल कार्यालय संचालन के निदेशक के तौर पर सेवाएं दे रहे थे. उन्होंने सितंबर 2017 में पद छोड़ दिया. बोर्नस्टीन (70) ने कहा कि ट्रंप के चार्ट की मूल व सिर्फ एक प्रति ली गई. इसमें ट्रंप के नाम के तहत लैब रिपोर्ट के साथ-साथ ट्रंप के लिए छद्म नाम से इस्तेमाल की गई रिपोर्ट भी शामिल थी. बोर्नस्टीन ने कहा, "वे मेरे कार्यालय में महज 25 से 30 मिनट रहे होंगे. इससे बहुत ही अराजकता पैदा हुई." बोर्नस्टीन ने कहा कि उन्हें चिकित्सा रिकॉर्ड जारी करने के अधिकार वाला राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित फार्म नहीं दिया गया, जो कि मरीज के निजता कानून का हनन है.
इजरायल के पीएम का दावा- ईरान ने छिपकर परमाणु कार्यक्रम जारी रखा, अमेरिका ने कहा- 12 दिनों में करेंगे फैसला
1 May 2018
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वह 12 दिनों के भीतर फैसला करेंगे कि अमेरिका ईरान परमाणु समझौते से अलग होगा या नहीं. ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उन दावों के बाद यह बयान दिया है, जिसमें नेतन्याहू ने ईरान पर आरोप लगाया है कि तेहरान ने दुनिया की नजरों से छिपकर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश की. सीबीएस न्यूज के मुताबिक, नेतन्याहू ने कहा कि उनके पास ईरान के खुफिया परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर साक्ष्य हैं. इजरायली प्रधानमंत्री ने ट्रंप को 2015 के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के लिए ठोस वजह दे दी है. इस समझौते के तहत ईरान खुद पर लगाए गए प्रतिबंधों के बदले में अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को बंद करने पर सहमत हो गया था लेकिन नेतन्याहू का कहना है कि ईरान ने असल में अपना परमाणु कार्यक्रम रोका ही नहीं. नेतन्याहू ने कहा, "मैं आपको एक बात बताने आया हूं. ईरान ने झूठ बोला है." नेतन्याहू ने लाइव पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन पेश करते हुए कहा कि उनकी सरकार को हजारों की संख्या में दस्तावेज मिले हैं, जिनसे पता चला है कि ईरान समझौते के बाद भी परमाणु कार्यक्रमों में संलिप्त था. उन्होंने कहा, "इन फाइलों में तमाम चीजें हैं, दस्तावेज, प्रेजेंटेशन, ब्लूप्रिंट, वीडियो और भी बहुत कुछ हैं जो ईरान के दोष को सिद्ध करते हैं."
काबुल में अात्मघाती हमला, 25 की मौत, 45 घायल
30 April 2018
काबुल: अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी के पास सोमवार को मोटरसाइकिल सवार आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट करके खुद को उड़ा लिया. पुलिस के मुताबित इस आत्मघाती हमले में कम-से-कम 25 लोगों की मौत हो गई है. काबुल पुलिस के मुताबिक हमले में 25 नागरिकों की मौत हो गई और करीब 45 लोग घायल हो गये. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने हमले की पुष्टि की है. आपको बता दें कि, इससे पहले 24 अप्रैल को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मतदाता पंजीकरण केंद्र पर भी आत्मघाती हमला हुआ था. इस हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 69 हो गई थी, जबकि घायलों की संख्या 120 है. समाचार एजेंसी एफे ने पुलिस प्रवक्ता के हवाले से बताया कि कुछ शवों को अस्पतालों की बजाए सीधे घर ले जाया गया, जिस वजह से मृतकों की संख्या बढ़ी है. मृतकों में 27 महिलाएं और दो पुलिसकर्मी हैं. जिन शवों को घर ले जाया गया था, उन्हें बाद में अस्पताल ले जाय गया, जिसमें मृतकों की कुल संख्या का पता लगाने में देरी हुई. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि घायलों में लगभग आधी संख्या महिलाओं की हैं जबकि पांच पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.
यूके कोर्ट ने भगोड़े विजय माल्‍या के खिलाफ दाखिल CBI के कई साक्ष्य स्वीकार किए
28 April 2018
लंदन : ब्रिटेन की एक अदालत ने विवादित शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण से जुड़े मुकदमे में भारतीय अधिकारियों की ओर से सौंपे गए बहुत सारे साक्ष्यों को स्वीकार कर लिया है. इस मामले में अगली सुनवाई अब 11 जुलाई को होगी. माल्या (62) करीब 9,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्र्रिंग के मामले में भारत में वॉन्‍डेट है. पिछले साल अप्रैल में स्कॉटलैंड यार्ड की ओर से प्रत्यर्पण वॉरंट पर अपनी गिरफ्तारी के बाद से वह 650,000 पाउंड की जमानत पर हैं. शुक्रवार को माल्‍या की जमानत अवधि अगली सुनवाई की तारीख 11 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई है. अदालत जब अगली सुनवाई करेगी तो वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत की न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट के समक्ष मौखिक दलीलें दी जाएंगी. इसके बाद न्यायाधीश अगली सुनवाई में मामले पर फैसले की अपनी योजना के संकेत दे सकती हैं. इससे पहले, माल्या सुनवाई के सिलसिले में अदालत आए थे जिस दौरान सीबीआई को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब न्यायाधीश ने पुष्टि की कि भारतीय अधिकारियों की ओर से सौंपे गए बहुत सारे साक्ष्य स्वीकार किए जाएंगे. माल्या ने स्थानीय वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत के बाहर पत्रकारों को बताया, ‘अदालत में एक और दिन.’ आज की सुनवाई ऐसे समय में हुई जब प्रत्यर्पण पर वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत के एक पिछले फैसले के खिलाफ भारत सरकार की ओर से हाईकोर्ट में की गई अपील नकार दी गई थी. साल 2000 में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोन्ये से जुड़े मैच फिक्सिंग मामले में अहम आरोपी और भारत में वांछित संजीव कुमार चावला को दिल्ली के तिहाड़ जेल की गंभीर स्थितियों के मुद्दे पर मानवाधिकारों के आधार पर पिछले साल अक्तूबर में आरोपमुक्त कर दिया गया था. चावला को प्रत्यर्पित किए जाने पर तिहाड़ जेल में ही रखने की तैयारी थी. जिला न्यायाधीश रेबेका क्रेन ने चावला को आरोप-मुक्त करने के अपने फैसले के लिए यूरोपीय परिषद की यातना रोकथाम समिति (सीपीटी) के निर्वाचित सदस्य और स्कॉटिश कारागार सेवा में स्वास्थ्य देखभाल मामलों के पूर्व प्रमुख डॉ.एलेन मिचेल की गवाही को आधार बनाया था. माल्या की बचाव टीम ने उन्हीं जेल विशेषज्ञों से गवाही दिलवाई , जिन्होंने न्यायाधीश अर्बर्थनॉट को मुकदमे की सुनवाई के दौरान कहा कि सभी भारतीय जेलों की दशा असंतोषजनक है. पिछले साल चार दिसंबर को लंदन की अदालत में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई थी, जिसका मकसद माल्या के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले को प्रथम दृष्टया स्थापित करना है. माल्या मार्च 2016 में भारत छोड़कर जाने के बाद ब्रिटेन में रह रहे हैं. माल्या की बचाव टीम ने दावा किया था कि उनकी कोई गलत मंशा नहीं है और भारत में उन पर निष्पक्ष तरीके से मुकदमा चलाने की संभावना नहीं है. यदि न्यायाधीश भारत सरकार के पक्ष में फैसला देती हैं तो ब्रिटेन के विदेश मंत्री के पास माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर दस्तखत के लिए दो महीने का वक्त होगा. बहरहाल, दोनों पक्षों के पास मजिस्ट्रेट की अदालत के फैसले के खिलाफ ब्रिटेन की ऊंची अदालतों में अपील करने का हक होगा. रक्षा मंत्रालय ने 3700 करोड़ रुपये के हथियारों की ख़रीद पर अपनी मुहर लगा दी है। इन हथियारों में देश में ही बनी एंटी टैंक नाग मिसाइलें और नौसेना के लिए युद्धपोतों पर इस्तेमाल होने वाले गन शामिल हैं. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारण की अध्यक्षता वाली रक्षा ख़रीद परिषद ने 524 करोड़ की लागत से सेना के लिए 300 नाग एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम को खरीद को मंज़ूरी दी. नाग मिसाइल चार किलोमीटर की रेंज में दुश्मन के किसी भी टैंक को दिन और रात में बर्बाद कर सकता है. इसके साथ ही नौसेना के लिए युद्धपोतों पर तैनाती के लिए 3000 करोड़ की लागत से 127 MM कैलिबर गन की ख़रीद को भी हरी झंडी दी गई है. ये गन नए बन रहे युद्धपोतों पर तैनात किए जाएंगे.
24 घंटे में 6 बार मिलेंगे पीएम मोदी और शी चिनफिंग, दो दिवसीय 'दिल से दिल' समिट की शुरुआत
27 April 2018
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय चीन के दौरे पर हैं, जहां शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात करेंगे. हालांकि, इन दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता का कार्यक्रम है. गुरुवार की देर रात पीएम मोदी चीन के वुहान शहर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. सबकी नज़रें आज और कल पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग की मुलाक़ात पर टिकी हैं. पीएम मोदी और शी चिनपिंग के इस अनौपारिक शिखर वार्ता को हार्ट टू हार्ट सम्मेलन का नाम दिया गया है. यानी दिल से दिल जोड़ने के कार्यक्रम के तहत दोनों नेता वैश्विक और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत करेंगे. डोकलाम विवाद के बाद पीएम के इस दौरे को काफ़ी अहम माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए आज और कल पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता होगी. कई दूसरे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी. खास बात है कि 24 घंटे में दोनों नेता कुल 6 बार एक-दूसरे से मिलेंगे. हालांकि इस दौरान न तो किसी समझौते पर दस्तख़त होगा और न ही कोई साझा बयान जारी होगा... 2014 में पीएम बनने के बाद मोदी चौथी बार चीन की यात्रा पर हैं. पहले दिन का कार्यक्रम: 27 अप्रैल को दोपहर 3.30 बजे से 4.30 बजे : पीएम मोदी और शी चिनफिंग की पहली मुलाकात होगी. जिसमें वे दोनों नेता आमने-सामने बातचीत करेंगे. 6.00 बजे : एक बार फिर पीएम मोदी और शी चिनफिंग की मुलाकात होगी. 6.40 बजे : पीएम मोदी शी चिनफिंग के साथ रात्रि भोज करेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान प्रतिनिधि मंडल भी उपस्थित होगा. दूसरे दिन का कार्यक्रम: 28 अप्रैल को 10.00 बजे से 10.30 बजे :पीएम मोदी शी चिनफिंग के साथ झील किनारे टहलेंगे. 10.30 बजे से 11.00 बजे : ईस्ट झील में पीएम मोदी राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ बोट राइडिंग का आनंद लेंगे. 11.40 से 12.30 बजे : राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ पीएम मोदी लंच करेंगे. ये जितने भी कार्यक्रम हैं, वह सभी चीनी समयानुसार तय हैं. गौरतलब है कि इस इस वार्ता को अनौपचारिक वार्ता का नाम दिया गया है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस वार्ता के दौरान दोनों पक्षों की तरफ से किसी समझौते पर दस्तखत नहीं किए जाएंगे. और न ही कोई साझा बयान जारी होगा. ये मौक़ा दोनों देशों के प्रमुखों के बीच अनौपचारिक सीधी आपसी बातचीत का है. ध्यान हो कि डोकलाम विवाद के कारण दोनों देशों के संबंधों में आए खटास को दूर करने के लिए हाल के समय में दोनों पक्षों ने कई कदम उठाए हैं. इस दिशा में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने भी चीन की यात्रा की थी.
किम जोंग पैदल सीमा पार कर दक्षिण कोरिया की धरती पर रखेंगे कदम, अंतर कोरियाई सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
26 April 2018
सियोल: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन शुक्रवार को ऐतिहासिक अंतर कोरियाई सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पैदल ही सीमा पार करेंगे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ब्लू हाउस के हवाले से बताया कि किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से दोनों कोरियाई देशों को विभाजित करने वाली सैन्य सीमांकन रेखा (एमडीएल) पर शुक्रवार सुबह 9.30 बजे मुलाकात करेंगे. किम जोंग दोनों कोरियाई देशों को विभाजित करने वाले सीमावर्ती पनमुंजोम गांव के बीच मौजूद ब्लू पवैलियन्स के बीच से एक तंग गलियारे से होते हुए एमडीएल को पार करेंगे. इसके बाद दोनों नेताओं को सम्मेलन स्थल पीस हाउस की ओर जाते समय ऑनर गार्ड दिए जाएंगे. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, किम जोंग उन 1950-53 के कोरियाई युद्ध की समाप्ति के बाद से दक्षिण कोरिया की धरती पर कदम रखने वाले पहले उत्तर कोरियाई शासक होंगे. सियोल सरकार का कहना है कि स्वागत समारोह और औपचारिक वार्ता के बाद सम्मेलन का पहला दौर सुबह 10.30 बजे शुरू होगा. 0 टिप्पणियांउत्तर कोरिया की ओर से नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में देश के ऑनरेरी अध्यक्ष किम योंग नैम, विदेश मंत्री री योंग हो और किम की बहन किम यो जोंग भी हैं. किम यो जोंग उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी के प्रोपेगैंडा एंड एजिटेशन डिपार्टमेंट की निदेशक हैं. किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया में शीतकालीन ओलम्पिक खेलों के दौरान सियोल का ऐतिहासिक दौरा भी किया था. सम्मेलन के सुबह के सत्र के बाद दोनों पक्ष एक सांकेतिक समारोह में साथ मिलकर पौधारोपण करने से पहले अलग-अलग दोपहर का भोजन करेंगे. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच संक्षिप्त और अनौपचारिक वार्ता भी होगी. सियोल के एक प्रवक्ता के मुताबिक, इस बैठक के अंत में मून और किम जोंग उन एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे और एक ऐलान करेंगे. मून के कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, शाम 6.30 बजे एक भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसमें किम जोंग उन की पत्नी री सोल जू के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है. इसके बाद विदाई समारोह के साथ सम्मेलन खत्म होगा.
इस भारतीय की दुबई में लगी लॉटरी, एक झटके में बन गया करोड़पति
25 April 2018
दुबई: वो गाना तो आपने सुना होगा कि 'देने वाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के'. भारत के एक बिजनेसमैन ने दुबई में जब लॉटरी का टिकट खरीदा था तब शायद उन्हें भी नहीं पता होगा कि उनकी किस्मत पलटने वाली है और पैसों की बारिश होने वाली है. भारतीय बिजनेसमैन प्रबीन थॉमस ने दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ड्यूटी फ्री ड्रॉ के जरिये 1 मिलियन डॉलर यानी करीब 6,64,20,000 रुपये जीतकर सभी को चौंका दिया है. केरल के रहने वाले प्रबीन थॉमस का नेटवर्किंग का बिजनेस है. दुबई में उन्होंने लॉटरी का टिकट खरीदा था. जिसका नंबर 0471 था और यह टिकट उनके लिए लकी साबित हुआ. उन्होंने 1 मिलियन डॉलर जीत लिया है. प्रबीन थॉमस ने कहा कि भारत में मैंने कई बार लॉटरी का टिकट खरीदा था, लेकिन इससे पहले कभी सफलता नहीं मिली थी. लॉटरी में मेरी यह पहली जीत है. दुबई में मैंने अपने भाग्य को आजमाने का निर्णय लिया था और ऑनलाइन लॉटरी का टिकट खरीदा था. मुझे भरोसा ही नहीं हो रहा है कि मेरी लॉटरी लग गई और मैं जीत गया हूं. प्रबीन थॉमस ने कहा कि लॉटरी के पैसों से वह अपने नेटवर्किंग बिजनेस को बढ़ाएंगे. एक छोटी सॉफ्टवेयर कंपनी भी खोलने की सोच रहे हैं. गौरतलब है कि इसी लॉटरी में प्रबीन थॉमस के अलावा एक और भारतीय ने जीत हासिल की है और बाइक अपने नाम किया है. भारतीय मैकेनिक की भी लगी थी 1 मिलियन डॉलर की लॉटरी : यह पहला मौका नहीं है जब किसी भारतीय ने यहां लॉटरी में जीत हासिल की है. कुछ दिनों पहले ही केरल के रहने वाले मैकेनिक पिंटो पॉल थोमन्ना ने भी दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयोजित ड्ऱॉ में 1 मिलियन डॉलर अपने नाम किया था. उससे पहले यहां इलेक्ट्रिशियन के तौर पर काम करने वाले धनीश कोठारामबन ने भी 1 मिलियन डॉलर की लॉटरी जीती थी. दूसरी तरफ, कुछ दिनों पहले केरल के ही रहने वाले एक ड्राइवर ने अबूधाबी में बिग टिकट रैफेल के ड्रॉ में 21 करोड़ रुपये जीतकर सभी को चौंका दिया था.
अफगानिस्तान : तालिबान के हमले में 9 अफगान सैनिकों की मौत
24 April 2018
बनई दिल्ली: अफगानिस्तान के तालिबान द्वारा किए ताजा हमले में कम से कम नौ अफगान सैनिकों की मौत हो गई है. प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता मोहम्मद नसीर मेहरी के अनुसार पश्चिमी फराह प्रांत में तालिबान द्वारा सुरक्षा बल की चौकी पर किए हमले में कम से कम पांच सैनिकों की मौत हो गई. मेहरी ने बताया कि बाला बुलुक जिले में हुए हमले में दो सैनिक घायल हो गए. कई घंटों तक चली मुठभेड़ में छह तालिबानी लड़ाके मारे गए और तीन अन्य घायल हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सहायता दल वहां पहुंच गए हैं और स्थिति नियंत्रण में है.’’ फराह में हुए हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. मेहरी ने हमले के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया है जिसने अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं. बहरहाल, तालिबान ने मंगलवार को अफगानिस्तान के पूर्वी गजनी प्रांत में हुए एक अन्य हमले की जिम्मेदारी ली थी. हमले में स्थानीय पुलिस बल के चार कर्मी मारे गए थे और सात अन्य घायल हो गए थे. काबुल में रविवार को मतदाता पंजीकरण केंद्र पर इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती विस्फोटों में 69 लोग मारे गए और सोमवार को तालिबान ने पश्चिमी अफगानिस्तान में हमले किए जिसमें 18 सैनिक और पुलिसकर्मी मारे गए थे
पेरिस हमले के संदिग्ध सालाह अब्देसलाम को 20 साल कैद की सजा
23 April 2018
ब्रसेल्स: बेल्जियम की एक अदालत ने सालाह अब्देसलाम को ब्रसेल्स में पुलिस के साथ गोलीबारी मामले में आतंकवाद से संबद्ध हत्या के प्रयास का दोषी करार दिया. कोर्ट ने उसे 20 साल जेल की सजा सुनाई है. सालाह पेरिस हमले का एकमात्र जीवित बचा संदिग्ध है. राजधानी ब्रसेल्स स्थित अदालत ने अपने फैसले में कहा कि इस आतंकवादी घटना में जिहादी सालाह अब्देसलाम और उसके साथी सोफियान अयारी की संलिप्तता को लेकर 'कोई संदेह नहीं है.' अभियोजकों ने अपनी दलील में दोनों के लिए 20 साल जेल की सजा की मांग की थी. बहरहाल न तो 28 वर्षीय अब्देसलाम और न ही अयारी (24) फैसले के वक्त अदालत में मौजूद थे. फ्रांस की जेल में कैद अब्देसलाम के खिलाफ पेरिस हमलों को लेकर अलग से चल रही सुनवाई लंबित है. वर्ष 2015 में हुए इस हमले में 130 लोगों की मौत हो गई थी. पेरिस हमलों के बारे में मिली खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने 15 मार्च, 2016 को ब्रसेल्स के फॉरेस्ट इलाके में एक फ्लैट पर छापा मारा था और इस दौरान हुई गोलीबारी में चार पुलिस अधिकारी घायल हो गये थे. अब्देसलाम बेल्जियम मूल का फ्रांसीसी नागरिक है पेरिस हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादी सेल से संबद्ध आत्मघाती बम हमलावरों ने ही 22 मार्च को ब्रसेल्स हवाईअड्डा और एक मेट्रो स्टेशन पर हमला किया था. इसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. फैसले में कहा गया कि अब्देसलाम ने अपनी मां को संबोधित कर एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने लिखा 'अल्लाह ने मुझे रास्ता दिखाया और मेरी राह खोलने के लिये उसने मुझे भी अपने मुलाजिमों में शामिल किया. यही वजह है कि मैं अल्लाह के दुश्मनों से अपनी पूरी ताकत से लड़ा.' उसने कहा, 'मेरे भाई ब्राहिम ने खुदकुशी नहीं की. वह इस्लाम का सूरमा है.' ब्राहिम ने पेरिस हमलों के दौरान खुद को बम से उड़ा लिया था. फैसले को देखते हुए बेल्जियम पुलिस ने वहां की अदालत 'पैलेस ऑफ जस्टिस' भवन के आसपास कड़ी सुरक्षा की थी
पाकिस्तान ने चीन के पांच इंजीनियरों और कर्मियों को निर्वासित किया
12 April 2018
लाहौर: पाकिस्तान ने चीन के पांच इंजीनियरों और कर्मियों को निर्वासित कर दिया है. ये लोग गोजरा - खानेवाल मार्ग के एक हिस्से के निर्माण कार्य में लगे थे और इन पर पंजाब प्रांत में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के आरोप हैं. प्रोजेक्ट मैनेजर शू लिबिंग, प्रशासनिक अधिकारी तियान वेजुन, इंजीनियर वांग इफान, वित्तीय मामलों के प्रबंधक वांग इफान और फील्ड इंजीनियर तान यांग को वापस चीन भेजा गया है. खानेवाल के जिला पुलिस अधिकारी रिजवान उमर गोंदल ने बताया, ‘दिनपुर से खानेवाल पंजाब तक गोजरा - खानेवाल मोटरवे के 126 किलोमीटर लंबे खंड पर निर्माण कार्य में शामिल पांच चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को वापस चीन भेज दिया गया है. पुलिस उन्हें लेकर लाहौर आई थी जिसके बाद मंगलवार को उन्हें बीजिंग निर्वासित कर दिया गया.’
फिजी में चक्रवात केनी का कहर, 18000 से ज्यादा लोग राहत केंद्र में
11 April 2018
फिजी: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कार्यालय (एनडीएमओ) ने बुधवार को कहा कि फिजी में एक दिन पहले आए उष्णकटिबंधीय चक्रवात से भारी बारिश व विनाशकारी हवाओं से 18,000 से ज्यादा लोग अभी भी राहत केंद्रों में हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एनडीएमओ ने कहा कि चक्रवात की वजह से ज्यादातर खाली कराए गए लोग अपनी सुरक्षा सुनिश्चित होने पर ही घर लौटेंगे. एनडीएमओ के निदेशक अनारे लेवेनिकेला ने कहा कि फिजी पर केनी के प्रभाव का अभी पता नहीं चला है और उनका ध्यान अभी प्रभावित लोगों को आपात सुविधाएं मुहैया कराने पर है. फिजी का कदावु द्वीप इससे सीधे तौर पर प्रभावित है और केनी ने घरों व फसलों को तबाह कर दिया है. केनी की तेज हवाओं की वजह से घर व पेड़ गिर गए है और द्वीप के दक्षिण तरफ कई नौका पलट गईं हैं. टिप्पणियांकेनी की वजह से पश्चिमी फिजी के एक शहर बा में एक व्यक्ति की मौत हो गई. केनी के कारण भारी बारिश व बाढ़ की वजह से मौजूदा समय में पूरे फिजी में 90 सड़कें बंद हैं, जबकि कदावु द्वीप व पश्चिमी भाग में सभी स्कूलों को राहत केंद्रों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. ये सभी स्कूल बंद हैं. ईस्टर के लंबे सप्ताहांत के बाद उष्णकटिबंधीय जोसिई चक्रवात से छह लोगों की मौत होने के एक हफ्ते बाद केनी दूसरा उष्णकटिबंधीय चक्रवात है, जिसने फिजी को तबाह कर के रख दिया है
ट्रंप के वकील के कार्यालय पर FBI ने की छापेमारी, पॉर्न अभिनेत्री से संबंधित दस्तावेज जब्त किए
10 April 2018
वाशिंगटन: एफबीआई ने आज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निजी वकील माइकल कोहेन के कार्यालय पर छापेमारी की और पॉर्न फिल्म अभिनेत्री को 130,000 डॉलर भुगतान से जुड़ी सूचना सहित कई दस्तावेज जब्त किया. अभिनेत्री ने ट्रंप के साथ 2006 में संबंध होने के आरोप लगाए थे. छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये ट्रंप ने संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) पर निशाना साधा और तलाशी को ‘अपमानजनक’ और ‘अपने देश पर हमला’ करार दिया. एफबीआई ने कोहेन के न्यूयार्क स्थित कार्यालय पर छापेमारी की और वयस्क फिल्म अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को भुगतान सहित कई विषयों से जुड़े दस्तावेज और व्यापारिक रिकार्ड एवं ईमेल जब्त किये. कई वर्षों से ट्रंप के विश्वासपात्र रहे कोहेन ने 2016 के चुनाव से पहले पॉर्न अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को 130,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया था. अभिनेत्री ने दावा किया कि उन्हें यह राशि ट्रंप के साथ उनके कथित संबंधों पर मुंह बंद रखने के लिए दी गई थी. हालांकि, व्हाइट हाउस ने आरोपों से इंकार किया है. सूत्रों के हवाले से सीएनएन ने खबर दी है कि तलाशी अभियान की शर्तें बहुत व्यापक थीं. जब्त किये गये दस्तावेजों में बैंक रिकॉर्ड और अभिनेत्री की सूचना से जुड़े कागजात शामिल हैं कोहेन के वकील स्टीफन रेयान ने कहा कि न्यूयार्क में दक्षिणी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी के कार्यालय ने उनके कार्यालय सहित ‘कई सारे तलाशी वारंटों’ को निष्पादित किया और कोहेन और उनके अपने मुवक्किलों के बीच ‘विशेष बातचीतों’ से जुड़ी सामग्री को जब्त कर लिया
भूकंप से दहला जापान, रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता मापी गई
9 April 2018
टोक्यो: पश्चिमी जापान में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के मुताबिक, भूकंप का झटका रात 1.32 बजे महसूस किया गया. भूकंप का केंद्र 35.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 132.6 डिग्री पूर्वी देशांतर में दर्ज किया गया. शहर के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और पानी आपूर्ति भी बाधित रही. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, इस भूकंप से कुछ इमारतों और सड़कों में दरारें आ गईं. हालांकि, क्षेत्र में सभी परमाणु संयंत्र सही से काम कर रहे हैं. इसके साथ ही सुनामी के खतरे का भी कोई अंदेशा नहीं है.
कैंब्रिज एनालिटिका के साथ करीब 8 करोड़ 70 लाख यूजर्स के आंकड़े साझा किए : फेसबुक
5 April 2018
वाशिंगटन: डेटा लीक मामले में फेसबुक ने बताया कि ब्रिटेन की राजनीतिक परामर्शदाता कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के साथ करीब 8 करोड़ 70 लाख फेसबुक यूजर्स का निजी डेटा अनुचित रूप से कंपनी से साझा किया गया. यह पहले के पांच करोड़ के अनुमान से कहीं अधिक है. फेसबुक के प्रमुख तकनीकी अधिकारी माइक स्क्रोफर ने सोशल नेटवर्क के यूजर्स के लिए नया प्राइवेसी टूल लागू करने की घोषणा करते हुए एक बयान में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि कुल मिलाकर फेसबुक पर 8 करोड़ 70 लाख लोगों की निजी जानकारी अनुचित रूप से कैंब्रिज एनालिटिका से साझा की गई. इनमें से ज्यादातर यूजर्स अमेरिका के थे. इस खुलासे से फेसबुक के लिए संकट बढ़ सकता है जो डोनाल्ड ट्रंप के 2016 के चुनावी अभियान के लिए काम कर रहे सलाहकारी समूह द्वारा निजी डेटा हैकिंग पर खुलासे के दबाव का सामना कर रहा है. फेसबुक इस मामले में जांच का सामना कर रहा है और उसके मुख्य कार्यकारी मार्क जुकरबर्ग मामले पर अगले सप्ताह संसदीय समिति के समक्ष गवाही देने के लिए राजी हो गए हैं. स्क्रोफर ने कहा कि आने वाले सोमवार से नए टूल्स से यूजर्स को प्राइवेसी और डेटा साझा करने की बेहतर समझ मिलेगी. फेसबुक ने अलग से बयान जारी कर कहा कि नए सेवा शर्तों से डेटा साझा करने और विज्ञापन किस तरह पहुचंते है, इसके बारे में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. इन बदलावों से बाहरी व्यक्ति का यूजर डेटा तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा. स्क्रोफर ने बताया कि एक बदलाव ऐसा किया गया है जिससे फेसबुक सर्च के साथ किसीके एकदम सही लोकेशन का पता लगाने के लिए उसका फोन नंबर या ईमेल एड्रेस एंटरनहीं किया जा सकेगा
Youtube Headquarter में हुए हमले के बाद भावुक हुए सुंदर पिचाई, लिखा ये लेटर
4 April 2018
नई दिल्ली: यूट्यूब मुख्यालय (Youtube headquarter) में हुए हमले से सभी दुखी हैं. कैलिफोर्निया के सैन ब्रूनो स्थित यूट्यूब के मुख्यालय में गोलीबारी की घटना में एक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. सैन फ्रांसिस्को से 19 किलोमीटर दूर स्थित सैन ब्रूनो शहर के पुलिस प्रमुख एड बरबेरिनी ने बताया कि संदिग्ध महिला हमलावर ने मंगलवार को यूट्यूब मुख्यालय परिसर में कई लोगों को घायल कर दिया और उसके बाद संभवत: उसने खुद को गोली मार ली. इस घटना के बाद गूगल के चीफ एग्जीक्यूटिव सुंदर पिचाई काफी दुखी हैं. उन्होंने ट्विटर पर एक भावुक लेटर पोस्ट किया है. पिचाई ने लेटर में लिखा- ''दोपहर में जब हमारे कर्मचारी लंच कर रहे थे तो ब्रूनो के ऑफिस में शूटर होने की खबर मिली. सुरक्षा टीम ने बिल्डिंग को खाली कराने का काम किया और लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया. हमारे लिए अच्छी खबर तब आई जब पता चला कि स्थिति नियंत्रण में है. हमारी पूरी नजर घटना पर बनी हुई थी. हालही में आई ताजा खबर के मुताबिक मैं आपको बताना चाहता हूं कि इस घटना में 4 लोग घायल हुए हैं. हम इन लोगों को समर्थन देने के लिए सबकुछ करने को तैयार हैं. मैं आप सभी का आभारी हूं जो आपने कंपनी का समर्थन और प्रार्थना की. खासतौर पर सेक्यूरिटी टीम का जिन्होंने लोगों को सुरक्षित रखने का काम किया. मुझे पता है कि आप सभी काफी शॉक में हैं. मैं वादा करता हूं कि मैं गूगल परिवार के साथ खड़ा हूं और जो लोग घायल हुए हैं उनके घरवालों के साथ खड़ा हूं. आइए हम सब सुसान और यूट्यूब की पूरी टीम को सहयोग देते हैं. - सुंदर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें यूट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी की जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा, "कैलिफोर्निया के सैन ब्रूनो में यूट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी की घटना की जानकारी मिली. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इस घटना के पीड़ितों के साथ हैं
फेसबुक डाटा लीक मामले पर बोले जकरबर्ग, दिक्कतों को दूर करने में लगेंगे कुछ साल
3 April 2018
वाशिंगटन: डेटा लीक मामले में आलोचना झेल रही फेसबुक और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने कंपनी के कारोबारी मॉडल का बचाव करते हुए अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा हासिल करने से जो समस्याएं सामने आई उन्हें दूर करने में" कुछ साल" लगेंगे. समाचार साइट वॉक्स को दिए साक्षात्कार में जकरबर्ग ने कंपनी के कारोबारी मॉडल और एपल के सीईओ टिम कुक की ओर से की गई आलोचनाओं का बचाव किया. जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक की समस्याओं में से एक यह है कि वह" आदर्शवादी" है, उसने लोगों को जोड़ने के सकरात्मक पहलू पर ध्यान केंद्रित किया. हमने उपकरणों के नकरात्मक उपयोग को लेकर नहीं सोचा और उसमें समय नहीं खर्च किया।" उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अब लोग जोखिमों और नकरात्मक पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. फेसबुक सीईओ ने कहा, " मुझे लगता है हम इन दिक्कतों को दूर कर लेंगे, लेकिन इसमें कुछ साल लगेंगे. मैं चाहता हूं कि हम इन सब मुद्दों को तीन या छह महीने में सुलझा लें लेकिन यह सिर्फ मेरा मानना है और हकीकत यह है इन मुद्दों का समाधान करने के लिए अधिक समय की जरूरत है. जकरबर्ग ने एपल सीईओ टिम कुक की टिप्पणी का भी जवाब दिया। टिम ने कहा था कि फेसबुक का कारोबार मॉडल लोगों का डेटा बेचकर पैसे कमाने पर आधारित है, इसलिए उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जकरबर्ग ने कहा किउन्हें यह दलील सुनने को मिली कि अगर आप भुगतान नहीं कर रहे हैं तो हम आपकी परवाह नहीं करते हैं। इसका सच्चाई से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा, " हकीकत यह है जब आप ऐसी सेवा तैयार करते हैं, जो लोगों को आपस में जुड़ने में मदद करता है, तब ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो पैसे नहीं चुका सकते हैं। ऐसे में विज्ञापन आधारित मॉडल की एकमात्र तर्कसंगत मॉडल है."
सोमालिया में अल शबाब के 22 आतंकवादी ढेर
2 April 2018
कंपाला: युगांडा की सेना द युगांडा पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (यूपीडीएफ) ने रविवार को अल शबाब के 22 आतंकवादी मार गिराए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यूपीडीएफ के उप सैन्य प्रवक्ता कर्नल देओ अकीकी के बयान के हवाले से बताया, "सोमालिया में अफ्रीकी संघ मिशन (एएमआईएसओएम) के अंतर्गत सोमालिया में तैनात सेना ने आतंकवादियों को उस समय ढेर कर दिया जब वे सोमालिया के लोअर शेबेले क्षेत्र में क्यूरोयोल, बुलो मरीर और गोल्वेन स्थित एएमआईएसओएम के केंद्रों पर हमले करने का प्रयास कर रहे थे." बयान में कहा गया कि इस दौरान चार यूपीडीएफ सैनिकों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. अकीकी ने कहा, "दो विस्फोटकों से लदे वाहनों समेत आतंकवादियों के आठ वाहनों को नष्ट कर दिया गया."
पाकिस्तान ने की तालिबान से सुलह प्रक्रिया में शामिल होने की अपील
30 March 2018
नई दिल्ली: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के नवीनतम शांति प्रस्ताव के लिए अपने समर्थन को दोहराते हुए तालिबान से सुलह प्रक्रिया में शामिल होने का आग्रह किया. गनी ने पिछले महीने तालिबान को शांति प्रस्ताव दिया था जिसमें समूह को एक राजनीतिक दल के रूप में मान्यता देने, काबुल में एक कार्यालय खोलने, उसके सदस्यों को पासपोर्ट जारी करने और संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी ब्लैकलिस्ट से उसके वरिष्ठ कमांडरों के नाम को हटाने की पेशकश की गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने एक साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, "पाकिस्तान, तालिबान से अपने सार्वजनिक बयानों और निजी संदेशों के माध्यम से शांति प्रक्रिया में शामिल होने का आग्रह कर रहा है. हमें लगता है कि यह एक साझा जिम्मेदारी है. पाकिस्तान को इस संबंध में अलग नहीं किया जा सकता है." उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने शांति के लिए गनी के प्रयासों का स्वागत और तालिबान के साथ शांति वार्ता के प्रस्ताव का समर्थन किया है.
टाइम मैगजीन: सबसे प्रभावशाली शख्सियतों के दावेदारों में पुतिन, ट्रंप और चिनफिंग को टक्‍कर दे रहे हैं पीएम मोदी
29 March 2018
न्यूयॉर्क : टाइम पत्रिका की 100 प्रभावशाली शख्सियतों की सूची में स्थान पाने के दावेदारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, माइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी शामिल हैं. इस सूची में उन लोगों को स्थान दिया जाता है जो समसामयिक विश्व पर अपना प्रभाव डाल रहे हैं बीते एक दशक से भी अधिक समय से टाइम की प्रभावशाली शख्सियतों की सालाना सूची बनाई जाती रही है जिसमें दुनियाभर में अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाले कलाकारों, नेताओं, वैज्ञानिकों, कार्यकर्ताओं और उद्यमियों को जगह मिलती है. इस वर्ष की सूची की घोषणा अगले महीने की जाएगी. सूची में नाम शामिल करने के बारे में अंतिम फैसला टाइम के संपादकों का होता है, लेकिन पत्रिका ने पाठकों से इस वर्ष की सर्वाधिक प्रभावशाली शख्सियतों के बारे में ऑनलाइन वोट करने की अपील की है. मोदी का नाम वर्ष 2016 और 2017 में भी दावेदारों की सूची में शामिल था. टाइम के संपादकों ने वर्ष 2015 में 100 सर्वाधिक प्रभावशाली व्यक्तियों में उनका नाम शामिल किया था. पत्रिका के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मोदी पर एक लेख लिखा था.
पहली विदेश यात्रा पर चीन पहुंचे किम जोंग ने शी जिनपिंग से की मुलाकात, परमाणु प्रसार रोकने का लिया संकल्प
28 March 2018
बीजिंग: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन सत्ता में आने के बाद पहली बार विदेश यात्रा पर निकले हैं. उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में चीन को चुना और बीजिंग में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. यह जानकारी चीन की आधिकारिक न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को दी. किम जोंग की यह विदेश यात्रा ऐसे समय में हुई है जब सियोल और वाशिंगटन के साथ शिखर सम्मेलन प्रस्तावित है. बता दें कि वर्ष 2011 में सत्ता में आने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ प्रस्तावित शिखर सम्मेलन से पहले उन्होंने चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता की. समचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शी जिनपिंग के निमंत्रण पर रविवार से बुधवार तक की यात्रा पर आए किम जोंग ने चीनी राष्ट्रपति से बातचीत की. नॉर्थ कोरिया के तानाशाह के साथ उनकी पत्नी भी थीं और प्रतिनिधि मंडल भी, जिनके लिए भोज का आयोजन किया गया है. किम जोंग ने कहा कि 'हमने शी जिनपिंग के साथ दोनों देशों के बीच के संबंधों के विकास, हमारी घरेलू स्थिति, कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए और अन्य मुद्दों पर सफल बातचीत की.' उत्तरी कोरियाई नेता ने आगे कहा कि उनके लिए चीन की यात्रा "पवित्र कर्तव्य" के रूप में है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश परमाणु मुक्त यानी परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध है. गौरतलब है कि चीन और उत्तरी कोरिया के बीच के संबंध में उस वक्त खटास आ गई थी, जब बीजिंग ने प्योंगयांग को मिसाइल और परमाणु परीक्षणों के लिए दंडित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का समर्थन किया था. चीन लंबे समय से उत्तर कोरिया का सहयोगी रहा है लेकिन चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया है. अमेरिका के दबाव के बाद चीन ने उत्तर कोरिया को तेल और कोयला जैसी जरूरी चीजों की आपूर्ति रोक दी थी. वहीं, शी जिनपिंग ने कहा कि हम दोनों ने व्यक्तिगत रूप से चीन-डीपीआरके संबंधों के विकास के गवाह बने हैं और अनुभव किया है. शी ने किम से कहा कि हमारी पारंपरिक मित्रता आगे बढ़नी चाहिए और विकसित होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमारी रणनीतिक इच्छा है कि दोनो देशों के संबंध मजबूत हों
शॉपिंग मॉल में लगी आग को व्लादिमिर पुतिन ने आपराधिक लापरवाही बताया
27 March 2018
मॉस्को: साइबेरियाई मॉल में आग लगने के बाद मौके पर पहुंचे देश के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने आज कहा कि यह आपराधिक लापरवाही है. साइबेरिया के केमेरोवो शहर में स्थित शॉपिंग मॉल में लगी आग में 64 लोग मारे गये हैं. क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के अनुसार, केमेरोवो में पुतिन ने अधिकारियों से कहा, ‘यहां क्या हो रहा है? यह सशस्त्र विद्रोह/ संघर्ष नहीं है. यह कोई अचानक हुआ मिथेन गैस का रिसाव नहीं है। लोग, बच्चे यहां आराम करने आये थे.’ उन्होंने कहा, ‘हम जनांकीकी की बात कर रहे हैं और इतने लोगों की जान जा रही है. किस कारण? सिर्फ किसी आपराधिक लापरवाही के कारण.
खत्म नहीं हो रहीं फेसबुक की मुश्किलें, अब एंड्रॉयड से फोन नंबर-मैसेज हासिल करने का आरोप
26 March 2018
नई दिल्ली: फेसबुक के लिए मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं, अमेरिकी और ब्रिटेन के समाचार पत्रों में कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल पर माफी मांगने के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट अब एंड्रॉएड उपकरणों से फोन नंबर तथा टेक्स्ट मैसेज हासिल करने को लेकर सवालों के घेरे में आ गई है. वेबसाइट‘ आरस टेक्निक’ की खबर के अनुसार फेसबुक द्वारा एकत्रित किया गया डेटा देखने पर यूजर्स ने पाया कि उसमें उनके वर्षों पुराने कॉन्टेक्ट, टेलीफोन नंबर, कॉल की अवधि और टेक्स्ट मैसेट हैं. फेसबुक ने कहा कि जानकारी सर्वर को सुरक्षित करने के लिए अपलोड की गई और यह केवल उन्हीं यूजर्स की है, जिसकी उन्होंने अनुमति दी है. प्रवक्ता ने बताया किइस डेटा को यूजर्स के मित्रों को अथवा किसी बाहरी को नतो बेचा गया न ही किसी के साथ साझा किया गया. कंपनी ने कहा कि उसने टेक्सट मैसेज या कॉल से जुड़ी सामग्री एकत्रित नहीं की. प्रवक्ता ने कहा कि फेसबुक मैसेंजर में कॉन्टेक्ट्स की रैंकिंग के लिए (ताकि उसे ढूंढना आसान हो जाए) और कॉल करने का सुझाव देने के लिए इन जानकारियों का इस्तेमाल किया गया फेसबुक ने ब्रिटेन, अमेरिका के अखबारों में माफीनामा दिया फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने डेटा चोरी के गंभीर आरोपों को लेकर ब्रिटेन और अमेरिका के नौ प्रमुख अखबारों में पूरे पेज का माफीनामा दिया है. उन्होंने बताया, ‘‘ आपकी जानकारियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. अगर हम नहीं कर पाते हैं तो हम इसके हकदार नहीं है.’’ ब्रिटेन के बड़े अखबारों‘ मेल ऑन संडे’, ‘ द संडे टाइम्स’ और‘ द ऑब्जर्वर’ के साथ- साथ‘ न्यूयॉर्क टाइम्स’, ‘ वाशिंगटन टाइम्स’ और‘ वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में इन विज्ञापनों का प्रकाशन किया गया है. जुकरबर्ग ने कहा है कि एक शोधार्थी ने एक क्विज विकसित किया था‘ जिससे 2014 में करोड़ों लोगों के डेटा में सेंध लगी.’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह विश्वास तोड़ने वाला था और हमें इस बात का खेद है कि हमने तब बहुत कुछ नहीं किया. भविष्य में ऐसा ना हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए अब हम कदम उठा रहे हैं
दुनियाभर में भूख से मरने की कगार पर पहुंचने की वालों की संख्या 12 करोड़ 40 लाख
24 March 2018
नई दिल्ली: दुनियाभर में भूख के कारण मरने के कगार पर पहुंच गए लोगों की संख्या पिछले साल बढ़कर 12 करोड़ 40 लाख हो गई है. अगर इन लोगों को जल्द ही भोजन नहीं मिला तो इनकी मौत होने का खतरा है. संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी के प्रमुख डेविड बीसली ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग एक- दूसरे को गोली मारने से भी नहीं कतराते. टिप्पणियाउन्होंने वीडियो लिंक के जरिए कल सुरक्षा परिषद को बताया कि भूख से जूझ रहे तकरीबन तीन करोड़ 20 लाख लोग चार संघर्षरत देश सोमालिया, यमन, दक्षिण सूडान और उत्तर पूर्व नाइजीरिया में रह रहे हैं. इन देशों को पिछले साल अकाल की स्थिति से बचा लिया गया. विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक ने कहाकि भूख और संघर्ष के बीच संबंध विध्वंसकारी है. संघर्ष से खाद्य असुरक्षा पैदा होती है और खाद्य असुरक्षा से अस्थिरता तथा तनाव उत्पन्न होता है जिससे हिंसा फैलती है. बीसली ने कहा कि वैश्विक रूप से लंबे समय से भूखे 81 करोड़ 50 लाख लोगों में से 60 फीसदी लोग संघर्षरत इलाकों में रहते हैं और उन्हें यह पता नहीं होता कि अगली बार खाना कहां से मिलेगा.
दक्षिण कोरिया : पूर्व राष्ट्रपति ली म्युंग बक के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट
23 March 2018
नई दिल्ली: दक्षिण कोरिया की अदालत ने गुरुवार को भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पूर्व राष्ट्रपति ली म्युंग बक की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने ली को हिरासत में लेने का फैसला किया है. हालांकि, ली ने सभी आरोपों से इनकार किया है. अदालत के फैसले के मुताबिक, इन आरोपों को नकारे जाने से सबूतों को नष्ट करने की संभावना बढ़ी है और ली के कई अपराध न्यायोचित ठहरे हैं. ली को पिछले सप्ताह पूछताछ के लिए समन किया गया था. सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के अभियोजक कार्यालय ने सोमवार को घूस, गबन, कर चोरी सहित कई मामलों में उन्हें गिरफ्तार करने के लिए वारंट जारी करने का आग्रह किया था. टिप्पणिया हालांकि, ली ने अदालत में पेश होने से इनकार करते हुए कहा था कि वह अभियोजकों के समक्ष पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं. अदालत ने अभियोजकों द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों और गवाही के बाद गिरफ्तार करने का आदेश दिया।
फेसबुक डाटा लीक: मार्क जुकरबर्ग बोले- फेसबुक भारतीय चुनावों में दखलअंदाजी नहीं करने को लेकर पहले से ही प्रतिबद्ध है
22 March 2018
नई दिल्ली: फेसबुक डाटा लीक मामले में मार्क जुकरबर्ग ने अपनी कंपनी की गलती मान ली है. फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी ने 5 करोड़ यूजर्स के डाटा को संभालने में गलती की है. साथ ही उन्होंने वादा किया कि इस तरह की सूचनाओं तक डेवलपर्स की पहुंच को रोकने के लिए हम कड़े कदम उठाएंगे. फेसबुक डाटा लीक विवाद सामने आने के बाद पहली बार अपने सार्वजनिक बयान में जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिये कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी द्वारा किये गये धोखाधड़ी के लिए फेसबुक हजारों एप्प की जांच करेगा. सफाई देते हुए जुकरबर्ग ने लिखा कि लोगों के डेटा सुरक्षित रखना हमारी ज़िम्मेदारी है और अगर हम इसमें फ़ेल होते हैं तो ये हमारी ग़लती है. साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी से गलती हुई है. कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे इस तरह की घटना न हो, इसके लिए अभी तेज गति से कदम उठाने की जरूरत है. दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया नेटवर्क वाली कंपनी फेसबुक यूरोप और अमेरिका के अलावा भारत में इस डाटा चोरी पर घिरती नजर आ रही है. इतना ही नहीं, यूरोप और अमेरिका में इन आरोपों की पड़ताल भी शुरू कर दी है. जुकरबर्ग ने कैम्ब्रिज एनालिटिका के मामले में अपनी गलती को कबूला है. दरअसल, फेसबुक को आलोचना का सामना इसलिए करना पड़ रहा है, क्योंकि एक ब्रिटिश कन्सल्टिंग कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका (Cambridge Analytica) पर आरोप लगा है कि उसने पांच करोड़ फेसबुक यूज़रों का डाटा बिना अनुमति के जमा किए और उस डेटा का इस्तेमाल राजनेताओं की मदद करने के लिए किया, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी कैंपेन शामिल हैं. कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिकी मतदाताओं पर प्रोफाइल बनाने के लिए अनुचित रूप से उपयोगकर्ता की जानकारी का उपयोग किया, और बाद में 2016 में इस्तेमाल कर कंपनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जीताने में मदद की. अपने फेसबुक पेज पर लिखे एक पोस्ट में जुकरबर्ग ने कहा कि वह उन हज़ारों एप्लिकेशन की जांच करेगा जिसका इस्तेमाल उस वक्त बड़ी संख्या में डे किया गया. उन्होंने कहा कि फेसबुक अपने यूजर्स को एक नया टूल देगा कि ताकि उन्हें पता चले कि उनके डेटा का इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है, साझा किया जा रहा है, और आगे से डेवलपर्स के दुरुपयोग को रोकने के लिए डेटा तक उसके पहुंच को प्रतिबंधित कर देगा. बाद में जुकरबर्ग ने सीएनएन से कहा कि यह बहुत बड़ी धोखाधड़ी है. मुझे सच में खेद है कि यह हुआ. लोगों के डाटा की रक्षा करना हमारी मूल जिम्मेदारी है. उन्होंने सीएनएन को बताया कि फेसबुक ने पहले से ही यह तय कर रखा है कि अमेरिका में नवंबर में हुए मध्यावधि चुनाव, और भारत और ब्राजिल में होने वाले चुनावों में किसी तरह से हस्तक्षेप नहीं करेगा. फेसबुक पोस्ट में जुकरबर्ग ने लिखा कि लोगों के डेटा को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है, अगर हम इसमें फेल होते हैं तो ये हमारी गलती है. उन्होंने कहा कि हमने इसको लेकर पहले भी कई कदम उठाए थे, हालांकि हमसे कई गलतियां भी हुईं लेकिन उनको लेकर काम किया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि फेसबुक को मैंने शुरू किया था, इसके साथ अगर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी मेरी ही है. हम अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करते रहेंगे, हम एक बार फिर आपका विश्वास जीतेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़े इस विशेष मुद्दे को आज के नए ऐप के साथ नहीं होना चाहिए, मगर अतीत में जो हुआ, उसे बदला नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि इस अनुभव से हम अपने मंच को आगे सुरक्षित करने के लिए सबक लेंगे और अपने फेसबुक समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति के लिए अधिक सुरक्षित बनाएंगे. जुकरबर्ग ने विशेष रूप से कहा कि कंपनी फेसबुक डाटा को प्रतिबंधित करेगी और थर्ड पार्टी डेवलपर्स सिर्फ नाम, प्रोफाइल फोटो और इमेल एड्रेस एक्सेस कर सकेंगे. साथ ही डेवलपर्स को अपने पोस्ट्स के अधिकार के लिए फेसबुक यूजर्स से पूछने से पहले एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करने की जरूरत होगी. कंपनी प्रत्येक फेसबुक यूजर्स के न्यू फीड के टॉप पर एक नया फीचर पोस्ट करेगा जो, ऐप की पहुंच को रद्द करने का एक आसान तरीका होगा. अपने फेसबुक पोस्ट में जुकरबर्ग ने पूरे मामले की टाइमलाइन को समझाया. जुकरबर्ग ने लिखा कि 2007 में हमने फेसबुक में कई तरह की चीज़ों को अपडेट किया. इसमें दोस्तों के जन्मदिन, एड्रेस बुक, मैप्स जैसे कई एप्स शामिल थे. इसके लिए हमने फेसबुक यूज़र से कुछ जानकारी ली, जिसमें उनके दोस्त कौन हैं जैसी जानकारी शामिल थी. 2013 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्चर एलेक्जेंडर कोगन ने एक पर्सनल क्विज़ एप्प बनाया. जिसे करीब 3 लाख लोगों ने इंस्टॉल किया, इसमें कुछ पर्सनल डेटा का भी उपयोग किया गया. इससे ना सिर्फ उन तीन लाख लोगों का डाटा शेयर हुआ बल्कि उनके कई दोस्तों का भी हुआ. टिप्पणियाजुकरबर्ग ने लिखा कि 2014 में हमने एप्स और डेटा शेयरिंग के तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया. जिसके बाद अगर कोई अन्य एप किसी यूजर का डेटा मांगती है, तो उसे पहले यूजर से पूछना पड़ेगा. लेकिन 2015 में एक अखबार की रिपोर्ट से पता लगा कि कोगन ने ये डाटा कैंब्रिज एनालिटका कंपनी के साथ शेयर किया है. जो कि नियमों के खिलाफ था. जिसके बाद हमने तुरंत ही कोगन की एप्लिकेशन को फेसबुक से बैन कर दिया. हमने कोगन और कैंब्रिज एनालिटका से सभी यूजर्स का डेटा डिलीट करने को कहा और इसका सर्टिफिकेट देने को भी कहा. गौरतलब है कि भारत सरकार ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की सूरत में कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है. भारत ने कहा कि फेसबुक सहित कोई भी सोशल नेटवर्किंग साइट यदि अनुचित तरीके से देश की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास करती है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आईटी कानून के तहत हम नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले में फेसबुक के मुख्य अधिकारी मार्क जुकरबर्ग को भारत में समन भी किया जा सकता है.
अफगानिस्तान में बड़ा बम धमाका: काबुल यूनिवर्सिटी के नजदीक विस्फोट में 26 की मौत
21 March 2018
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बड़ा बम धमाका हुआ है. अफगानिस्तान में नये वर्ष के जश्न के बीच राजधानी काबुल में हुए आज आत्मघाती हमले में 26 लोग मारे गये हैं जबकि 18 अन्य घायल हो गये हैं. एक अधिकारी ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ जब राजधानी में लोग पारसी नये वर्ष की छुट्टी माना रहे थे. अभी यह जानकारी अफगानिस्तानी मीडिया के हवाले से मिल रही है. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. बताया जा रहा है कि यह विस्फोट ऐसे वक्त में हुआ है, जब अफगानिस्तान की राजधानी में लोग नवरोज मना रहे थे. बता दें कि नवरोज फारसी में नये साल के शुरुआत का पहला दिन होता है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि काबुल में एक आत्मघाटी हमलावर ने मस्जिद के निकट खुद को उड़ा लिया.
अमेरिका में सेल्फ ड्राइविंग कार ने महिला को कुचला, इस तकनीक से मौत का पहला मामला आया सामने
20 March 2018
सैन फ्रांसिस्को: अमेरिका के अरिजोना में सेल्फ ड्राइविंग कार से पहला हादसा होने का मामला सामने आया है. दरअसल, अरिजोना में सेल्फ ड्राइविंग ऊबर ने एक महिला को कुचल दिया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि फिलहाल ऊबर ने अपने इस ट्रायल प्रोग्राम को पूरे यूनाइटेड स्टेट और कनाडा में सस्पेंड कर दिया है. बताया जा रहा है कि अरिजोना के टेंपी में सेल्फ ड्राइविंग कार से हुआ यह हादसा इस तरह का पहला है. जिस गाड़ी से यह हादसा हुआ, वह ऊबर की सेल्फ ड्राइविंग टैक्सी थी, जो ट्रायल पर थी और इसका वैश्विक स्तर पर अभी टेस्ट किया जा रहा है. हालांकि, यह हादसा संयुक्त राज्य अमेरिका में नई तकनीक की शुरुआत को फास्ट ट्रैक करने के प्रयासों को पटरी से उतार सकता है पुलिस के मुताबिक, जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस दौरान कार ऑटोमेटिक मोड में थी. वहीं, व्हीकल ऑपरेटर पीछे चल रहा था. कार नॉर्थ की ओर जा रही थी, उसी वक्त एक महिला रोड पार कर रही थी, जो गाड़ी की चपेट में आ गई. हालांकि, इस हादसे को लेकर यह स्पष्ट नहीं है कि यह रविवार की रात की घटना है या सोमवार की. ऊबर टेक्नॉलॉजीज के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी नॉर्थ अमेरिका में अपने टेस्ट को सस्पेंड कर रही है. साथ ही कंपनी ने एक ट्वीट में कहा कि हमें मृत महिला के परिजनों के प्रति पूरी संवेदना है और हम अथॉरिटीज के साथ संपर्क में बने हुए हैं और पुलिस की जांच में भी सहयोग कर रहे हैं.
चुनाव में रिकॉर्ड जीत के साथ ही चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बने व्लादिमिर पुतिन
19 March 2018
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपित व्लादिमिर पुतिन ने रिकॉर्ड मतों के अंतर से एक बार फिर आम चुनाव में जीत दर्ज की है. इस जीत के साथ ही वह लगातार चौथी बार देश के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. जीत के बाद वह अगले छह वर्षों तक बतौर राष्ट्रपति अपनी सेवाएं दे पाएंगे. पुतिन ने इस जीत बाद देशवासियों के जीवनस्तर में सुधार लाने और देश की रक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने का दावा किया है. पुतिन अब 2024 तक देश के राष्ट्रपति के तौर पर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे. गौरतलब है कि चुनाव परिणाम आने से पहले एग्जिट पोल मे भी पुतिन को अन्य उम्मीदवारों से काफी आगे बताया जा रहा था. एग्जिट पोल में पुतिन को अन्य उम्मीदवारों की तुलना में कुल 73.9 फीसदी वोट दिए गए थे. इसके बाद से पुतिन के एक बार फिर राष्ट्रपति बनने की चर्चाएं तेज हो गई थीं. रूस के करीब 1200 मतदान केंद्रों से आंकड़ों को जुटाकर किए गए इस एग्जिट पोल में कम्यूनिस्ट उम्मीदवार पावेल ग्रुडिनिन को 11.2 फीसदी वोटों के साथ दूसरे स्थान पर दिखाया गया था. आखिरकार इस बात की औपचारिक घोषणा रविवार को कर दी गई। रूस की सेंट्रल इलेक्शन कमिशन ने चुनाव में आंशिक रूप से कुछ गड़बड़ियां होने की बात कही लेकिन कुल मिलाकर कमिशन ने इस चुनाव को समान्य प्रक्रिया के तहत हुआ चुनाव ही माना. पुतिन समर्थक पुतिन की इस जीत के लिए उनकी पश्चिमी देशों के प्रति उनके रुख और फैसले को जिम्मेदार मानते हैं. चुनाव परिणाम आने के बाद एक सांसद ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद अब यूनाइटेड स्टेट्स और ब्रिटेन भी इस बात को अच्छी तरह से समझ चुके होंगे कि वह किसी तरह भी तरह से हमारे देश में होने वाले चुनाव को प्रभावित नहीं कर सकते हैं.
अफगानिस्तान में हवाई हमलों में 35 आतंकवादी ढेर, शामिल थे 7 विदेशी लड़ाके
17 March 2018
नई दिल्ली: अफगानिस्तान के उत्तरी जोजान प्रांत में (आईएस) के ठिकानों पर हवाई हमलों में 35 आतंकवादी ढेर हो गए. सेना के प्रवक्ता मोहम्मद हनीफ रेजाई ने सिन्हुआ को बताया,"कुश टेपा और दरजाब जिले में आईएस के ठिकानों पर तड़के 4.45 बजे किए गए हवाई हमलों में 35 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जिसमें सात विदेशी लड़ाके थे. इसके साथ ही 13 आतंकवादी घायल हुए हैं." आतंकवादी संगठन आईएस ने अभी इस पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. पिछले महीने अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ठिकानों पर सुरक्षा बलों के हवाई हमलों में 17 आतंकी मारे गए थे. प्रांतीय प्रशासनिक प्रवक्ता अताउल्लाह खोगियानी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने खुफिया रिपोर्टों के आधार पर कार्रवाई की थी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने हसका मीना और अचिन जिलों में अभियान चलाया और आतंकी ठिकानों व उनके हथियारों के जखीरों को नष्ट कर 17 विद्रोहियों को मार गिराया. आईएस की तरफ से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को किया हटाने का फैसला : मीडिया रिपोर्ट
16 March 2018
नई दिल्ली: एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर को हटाने का फैसला किया और वह संभावित बदलाव को लेकर चर्चा कर रहे हैं. वाशिंगटन पोस्ट’ ने बीती रात अपनी एक प्रमुख रिपोर्ट में बताया कि ट्रम्प मैकमास्टर को हटाने पर अब‘‘ सहमत’’ हो गये हैं. निजी तौर पर मैकमास्टर के साथ उनके संबंध प्रगाढ़ नहीं रहे हैं. लिहाजा इस कदम को मूर्त रूप देने से पहले वह कुछ समय लेना चाहते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि तीन सितारा से सजे सेना के जनरल अपमानित नहीं महसूस करें और उनकी जगह किसी मजबूत अधिकारी को लाया जा सके. बहरहाल, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने इन रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद(एनएससी) में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है. वहीं राष्ट्रपति की योजना से अवगत पांच सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा, ‘‘ यह हलचल ट्रम्प के विचाराधीन व्यापक संभावित बदलावों के तहत हो रही है. इनमें व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किये जाने की संभावना है. भय और अनिश्चितता की गिरफ्त में मौजूद ये कर्मचारी बिना सोचे समझे निर्णय लेने वाले उस राष्ट्रपति के अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिन्हें विवाद भड़काने में आनंद आता है.’’ रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सारा ने कहा, ‘‘अभी अभी राष्ट्रपति एवं मैकमास्टर से बात हुई. रिपोर्ट के उलट उनके बीच बेहद मधुर कामकाजी संबंध हैं और एनएससी में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है.’’ एनएससी व्हाइट हाउस की एक शक्तिशाली शाखा है जो प्रशासन के राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंडे को चलाती है. अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति ने शिकायत की कि मैकमास्टर बिल्कुल लचीला नहीं हैं और उनकी ब्रीफिंग बहुत लंबी हो जाती है जो अप्रासंगिक प्रतीत होती है. अखबार के अनुसार मैकमास्टर की जगह लेने वाले व्यक्तियों में कई नाम उभरकर सामने आ रहे हैं. इनमें संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी दूत जॉन बोल्टन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के चीफ ऑफ स्टाफ कीथ केलॉग के नाम शामिल हैं
सिंगापुर की कंपनियों ने अवैध रूप से उत्तर कोरिया को आपूर्ति की : संयुक्त राष्ट्र
13 March 2018
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र की एक मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंगापुर की दो कंपनियों ने उत्तर कोरिया को लग्जरी सामान की आपूर्ति कर प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है. बीबीसी के मुताबिक, इस मामले में अंतिम रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सौंप दी गई है और इस सप्ताह के अंत तक इसके प्रकाशित होने की संभावना है. लीक हुए रिपोर्टों में आरोप लगाया गया है कि दोनों कंपनियों ओसीएन और टी स्पेशलिस्ट ने उत्तर कोरिया को शराब एवं स्पिरिट सहित लग्जरी सामानों की आपूर्ति की है संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध के तहत 2006 से उत्तर कोरिया को किसी भी तरह के लग्जरी सामान बेचना अवैध है और सिंगापुर के नियमों के तहत भी कई वर्षो से उत्तर कोरिया को इन सामानों को बेचना प्रतिबंधित है. दोनों सहयोगी कंपनियां हैं और इन्होंने किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों से इनकार किया है. बीबीसी के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में इस बात का भी दावा किया है कि 2011 से 2014 के बीच उत्तर कोरिया में 20 लाख डॉलर से अधिक सामान की बिक्री हुई. कंपनियों के वकील एडमंड पेरेइरा ने इस बात की पुष्टि की है कि सिंगापुर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे है, लेकिन उन लोगों ने जोर देते हुए काह कि वर्तमान में उत्तर कोरिया से उनका कोई वित्तीय संबंध नहीं है.
Nepal plane crash Updates: नेपाल में आपात स्थिति में उतरे बांग्लादेश के विमान में आग लगी
12 March 2018
मुंबई: नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार को आपात स्थिति में उतरे यूएस- बांग्ला एअरलाइन के एक विमान में आग लग गई जिसमें 67 यात्री और चालक दल के चार लोग सवार थे. अभी तत्काल यह पता नहीं चल पाया है कि घटना में कोई हताहत हुआ है या नहीं. बांग्लादेश के इस विमान में 67 यात्री और चालक दल के चार लोग सवार थे. त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (टीआईए) पर उतरते समय विमान रनवे से फिसल गया. यूएस-बांग्ला एयरलाइन का एक विमान सोमवार को नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (टीआईए) पर उतरने के बाद रनवे से फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई. त्रिभुवन हवाईअड्डे के प्रवक्‍ता ने बताया, 'हम आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. विस्‍तृत विवरण की प्रतीक्षा है.' उन्‍होंने साथ ही बताया कि 'एयरपोर्ट को फिलहाल बंद कर दिया है और अन्‍य सभी विमानों को डाइवर्ट कर दिया गया है. हम लोग फिलहाल यात्रियों को बाहर निकालने पर ध्‍यान दे रहे हैं.' पहाड़ी देश नेपाल विमान दुर्घटनाओं के लिए कुख्‍यात है. यहां के प्रांतीय हवाई पट्टियों पर अक्‍सर छोटे विमान मुश्किल में पड़ जाते हैं. 1992 में बैंकॉक से काठमांडू पहुंचा थाई एयरवेज का विमान उतरते वक्‍त दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया था. उस दुर्घटना में विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने बताया कि काठमांडू एयरपोर्ट पर दुर्घटनास्‍थल से कुछ शव निकाले गए हैं. यूएस-बांग्‍ला एयरलाइंस यूएस-बांग्‍ला समूह का एक भाग है जो कि अमेरिका और बांग्‍लादेश का संयुक्‍त उद्यम है. बांग्‍लादेशी एयरलाइंस ने जुलाई 2014 से सेवाएं शुरू की थीं और यह बॉमबर्डियर इंक और बोइंग कंपनी के विमानों का इस्‍तेमाल करती है. काठमांडू हवाई अड्डे पर क्रैश हुए यूएस-बांग्‍ला एयरलाइंस के विमान से उठता धुआं साफ देखा जा सकता था. हादसे के बाद टीआईए से जाने वाली और यहां आने वाली सभी उड़ानों को रोक दिया गया है. विमान ने ढाका से उड़ान भरी थी और स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजकर 20 मिनट पर यह हवाईअड्डे पर उतरा. काठमांडो पोस्ट ने टीआईए के प्रवक्ता प्रेमनाथ ठाकुर के हवाले से कहा कि उतरते समय रनवे पर डगमगाने के बाद विमान में आग लग गई और यह हवाईअड्डे के पास स्थित फुटबाल मैदान में जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अधिकारियों ने बताया कि विमान में सवार कम से कम 17 लोगों को बचा लिया गया. टीआईए के प्रवक्ता प्रेम नाथ ठाकुर ने कहा कि लैंडिंग के दौरान संतुलन बिगड़ने के कारण विमान हवाईअड्डे के पास स्थित एक फुटबॉल मैदान पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई. नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (टीआईए) पर सोमवार को अमेरिका-बांग्ला एयरलाइंस का एक विमान लैंडिंग करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नहीं की है कोई दखलंदाजी : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
10 March 2018
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अगर किसी रूसी नागरिक ने दखल किया तो इससे उनका कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के प्रयासों को क्रेमलिन से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. गौरतलब है कि अमेरिका में साल 2016 में राष्ट्रपति चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के आरोप लगे हैं और इनकी जांच हो रही है. पुतिन का यह साक्षात्कार कल‘ एनबीसी’ टेलीविजन पर प्रसारित हुआ था. उन्होंने कहा, ‘‘ आखिर आपने यह कैसे तय कर लिया कि मैंने और किसी रूसी अधिकारी ने इसे करने की इजाजत दी होगी.’’ स्पेशल काउंसिल रॉबर्ट मुलर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव प्रचार अभियान में रूसी साठगांठ के आरोपों की व्यापक जांच कर रहे हैं. आरोप है कि ट्रंप को राष्ट्रपति बनाने में रूस की मदद ली गयी थी. पिछले महीने मुलर ने 13 रूसी नागरिकों और तीन रूसी कंपनियों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान का कथित रूप से समर्थनकिया, उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन की छवि धूमिल की और चुनावी प्रक्रिया में दखल दिया था. इन आरोपों पर पुतिन ने कहा, ‘‘ अगर वे रूसी नागरिक हैं तो इससे क्या हुआ?’’ पुतिन ने कहा, ‘‘14.6 करोड़ रूसी नागरिक हैं. तो क्या हुआ? मुझे कोई परवाह नहीं. मेरा इससे क्या लेना देना हो सकता है. वे तो रूसी राज्य के हितों का प्रतिनिधित्व भी नहीं करते.’’उन्होंने कहा, ‘‘ क्या हमने अमेरिका पर प्रतिबंध लगाया है? लेकिन अमेरिका ने तो हम पर प्रतिबंध लगाया.
तुर्की ने शुरू की 2016 में तख्तापलट की साजिश में शामिल 121 संदिग्धों की तलाश
9 March 2018
नई दिल्ली: तुर्की ने 2016 में तख्तापलट की साजिश में शामिल प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 121 संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के हवाले से बताया कि ये तलाशी अभियान 29 प्रांतों में शुरू की गई और अब तक 33 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है. जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें गुलेन नेटवर्क के नेता फेतुल्ला गुलेन की भतीजी फतमनूर गुलेन भी है. इसके साथ ही इस तख्तापलट की कोशिश का कथित मास्टरमाइंड आदिल ओकसूज की रिश्तेदार बिल्किस नूर तेतिक है. तुर्की ने 2016 के सैन्य तख्तापलट के असफल प्रयास के लिए गुलेन नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया था. इस दौरान 250 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 2,200 घायल हो गए थे. कौन हैं धर्मगुरु फेतुल्ला गिलेन र्की में हुई तख्तापलट की कोशिश के लिए जिम्मेदार ठहराए जा रहे अमेरिका में बसे हुए धर्मगुरु फेतुल्ला गिलेन के अपने खुद के देश तुर्की में काफी बड़ी संख्या में समर्थक हैं. उनके समर्थकों में पुलिस और न्यायपालिका के लोग भी शामिल हैं. बता दें कि बेहद प्रभावशाली मुस्लिम धर्मगुरु अमेरिका के पेनसिल्वानिया में पोकोनो पर्वत इलाके में रह रहे हैं. 75 साल के गिलेन कभी राष्ट्रपति एर्दोग़ान के करीबी थे लेकिन पिछले कुछ सालों में दोनों के बीच दरार आ गई. एर्दोग़ान को शक्तिशाली 'गिलेनिस्ट मूवमेंट' के तुर्की समाज में मौजूदगी का शक होने लगा था जिसमें मीडिया और पुलिस व जुडिशरी के शामिल होने को लेकर भी उन्हें अंदेशा था. 1999 में गिलेन अमेरिका आ गए। इसके बाद ही उन पर तुर्की में देशद्रोह का मुकदमा चलाया गया। इसके बाद से गिलेन ने सार्वजनिक जीवन से एकदम खुद को अलग कर लिया। वह जनता के बीच बमुश्किल देखे जाते। कोई इंटरव्यू भी नहीं देते. जब बढ़ गई थी दुश्मनी साल 2013 के आखिर में इन दोनों शीर्ष स्तंभों के बीच की शत्रुता एकदम मुखर हो गई थी. यह तब हुआ जब न्यायिक अधिकारी जो गिलेन के करीब समझे जाते थे, पर करप्शन के चार्ज लगे। इन आरोपों में गिलेन के बेहद करीबी जिनमें उनके बेटे बिलाल भी शामिल थे, की ओर भी इशारा था. एर्दोगान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सैंकड़ों आर्मी अधिकारियों को निकाल दिया. इनमें कई टॉप जनरल भी शामिल थे. गिलेन आंदोलन 'हिज्मत' (Hizmet) द्वारा चलाए जाने वाले कई स्कूलों को बंद कर दिया गया. कई पुलिस अधिकारियों को भी नौकरियों से निकाल दिया गया.
अमेरिका में बर्फीले तूफान ने दी दस्तक, 2,600 से कई उड़ानें प्रभावित
8 March 2018
न्यूयॉर्क: अमेरिका के पूर्वी तट पर एक सप्ताह से भी कम समय में दूसरी बार बुधवार को बर्फीले तूफान ने दस्तक दी, जिस वजह से 2,600 से अधिक उड़ान सेवाएं प्रभावित हुईं. एनबीसीन्यूज डॉट कॉम के मुताबिक, तूफान के दौरान क्षेत्र में बिजली कड़कने की आवाजें सुनाई देती रही. फिलाडेल्फिया से न्यूयॉर्क सिटी तक बिजली आपूर्ति ठप होने से लगभग पाचं करोड़ लोग प्रभावित हुए. रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजर्सी के माध्यमिक स्कूल की एक शिक्षिका बिजली गिरने की घटना का शिकार हुई लेकिन सकुशल बच गई. सीबीएसन्यूज डॉट कॉम के मुताबिक, अधिकारियों ने लोगों से घर में ही रहने का आग्रह किया है. राष्ट्रीय मौसम सेवा ने गुरुवार सुबह तूफान की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग का कहना है कि पेंसिल्वेनिया, न्यूजर्सी और न्यूयॉर्क सिटी में एक फीट या उससे ज्यादा बर्फबारी हो सकती है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, न्यूयॉर्क सिटी में आठ से 12 इंच तक बर्फबारी हो सकती है. बॉस्टन, फिलाडेल्फिया, न्यूयॉर्क, नेवार्क और न्यूजर्सी हवाईअड्डों पर 2,600 से अधिक उड़ान सेवों रद्द कर दी गई है.
तालिबान शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा : अमेरिका
28 February 2018
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने आज कहा कि तालिबान इस वक्त शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा है. साथ ही प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की कोई भी बातचीत अफगानिस्तान के नेतृत्व में या उसके द्वारा होनी चाहिए. एक तरीके से ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ सीधी वार्ता की संभावना से इंकार किया. अमेरिका को लिखे एक पत्र में इस आंतकी संगठन (तालिबान) ने वार्ता की बात कही थी. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, “हमने यह पत्र देखा है और हमें इसकी जानकारी है. किसी भी तरह की शांति वार्ता अफगानिस्तान के नेतृत्व में या अफगानिस्तान की ओर से ही होनी चाहिए.” उन्होंने कहा कि “दुर्भाग्य से” तालिबान इस वक्त साथ बैठने और शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा है. तालिबान के पत्र पर पूछे गए सवाल के जवाब में हीथर ने कहा, “हमें लगता है कि अंतत: वह तैयार हो जाएंगे क्योंकि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने का यही सबसे अच्छा तरीका है.” साथ ही उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि अफगानिस्तान की स्थिति का कोई सैन्य समाधान होगा और अंतत: इस मसले को राजनीतिक तरीके से सुलझाया जाना चाहिए.
हार्ले डेविडसन का जिक्र कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारतीय आयात नीति पर किया हमला
27 February 2018
वाशिंगटना: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत की अर्थ नीति पर सवाल उठाया है. उन्होंने अमेरिकी गवर्नर्स की बैठक में कहा कि भारत से बाइक जब हमारे यहां आती है तब हमें कुछ नहीं मिलता. लेकिन जब हमारे यहां से बाइक भारत जाती है तब हमें 100 फीसदी टैक्स देना पड़ता है. बता दें कि एक हफ्ते के भीतर अमेरिकी राष्ट्रपति का इस प्रकार से यह दूसरा बयान है. माना जा रहा है कि अमेरिका की ओर से भारत पर यह दबाव बनाने की कोशिश है कि वह अपने आयात नीति में बदलाव करें और टैक्स दरों को घटाए. इतना ही नहीं, उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि भारत ऐसा नहीं करता तब अमेरिका भी अपने यहां पर शुल्क लगाने पर विचार कर सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की नीति पक्षपातपूर्ण है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह व्यापार बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब मैं यह बात कह तब हार्ले के मालिक चुप रहे हैं, क्योंकि उनको इस बात की आदत हो गई है. उल्लेखनीय है कि पिछले बुधवार को हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल पर उच्च आयात शुल्क को लेकर भारत पर निशाना साधा और इसे अनुचित करार दिया था. ट्रंप की यह प्रतिक्रिया उस समय आई जब भारत ने हार्ले डेविडसन जैसी महंगे ब्रांड की आयातीत मोटरसाइकिलों पर शुल्क को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है. यही नहीं ट्रंप ने भारतीय मोटरसाइकिलों पर आयात शुल्क बढ़ाने की भी धमकी दी थी. इस्पात उद्योग पर कांग्रेस के सदस्यों के साथ चर्चा के दौरान ट्रंप ने यह बात कही थी. ट्रंप ने कहा कि भारत सरकार ने हाल में आयातीत मोटरसाइकिलों पर शुल्क 75 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है, जो कि काफी नहीं है और उन्होंने इसे परस्पर अनुवर्ती बनाने के लिए कहा है क्योंकि अमेरिका में मोटरसाइकिल आयात पर 'शून्य कर' लगता है. उन्होंने अपनी इस नाराजगी को जाहिर करते हुए कहा कि अमेरिका को 100 फीसदी टैरिफ को कटौती कर 50 फीसदी करने के बावजूद कुछ भी नहीं मिला। व्हाइट हाउस में सभी राज्यों के गवर्नर्स को संबोधित करते हुए कहा- “अब, प्रधानमंत्री जिन्हें मैं बहुत अच्छा आदमी मानता हूं, उन्होंने कॉल किया और कहा कि हम इसे 50 फीसदी करने जा रहे हैं। मैने कहा- ओके, लेकिन हमें इससे कुछ नहीं मिल रहा है।” राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री मोदी की नकल करते हुए धीमे स्वर से कहा- “उन्होंने बेहद शानदार तरीके से कहा, वह ब्यूटीफुल मैन हैं और उन्होंने कहा कि मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि हमने इसमें 75 फीसदी की कटौती की है और आगे इसमें कटौती कर 50 फीसदी करने जा रहे हैं। जिसके बाद मैने कहा, हां, लेकिन मै क्या कहूं? क्या मुझे इससे बहुत खुश होना चाहिए?” अमेरिकी राष्ट्रपति ने अप्रत्यक्ष रूप से इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई हालिया बातचीत का भी उल्लेख किया. ट्रंप ने मोदी के साथ पिछले हफ्ते हुई बातचीत के संदर्भ में कहा, 'भारत से एक महान सज्जन ने मुझे फोन किया और कहा कि हमने मोटरसाइकिलों पर शुल्क को 75 प्रतिशत और यहां तक कि 100 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है.' ट्रंप ने एक बार फिर से 'परस्पर अनुवर्ती कर' की वकालत करते हुए देशों पर अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'इसलिये मैं कहता हूं, कि इस तरह के मामलों में परस्पर अनुवर्ती कर होना चाहिए. मैं भारत को दोष नहीं दे रहा हूं. मुझे लगता है कि उन्हें इसके साथ जाना चाहियए. मुझे नहीं पता क्यों लोग उन्हें इससे (परस्पर अनुवर्ती कर) दूर रहते हैं, लेकिन यह एक उदाहरण है जो कि अनुचित है. मेरा मानना है कि परस्पर अनुवर्ती कर होना चाहिए उल्लेखनीय है कि हार्ले डेविडसन व ट्रायंफ जैसी महंगे ब्रांड की आयातित मोटरसाइकिलें आयात शुल्क कम होने के बाद भारत में सस्ती होने जा रही हैं. अब तक 800 सीसी या इससे कम इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिल के आयात पर 60 प्रतिशत शुल्क लगता था. वहीं 800 सीसी व इससे अधिक इंजन क्षमता वाले इंजन पर 75 प्रतिशत शुल्क लगता है
उत्तर कोरिया का प्रतिनिधिमंडल शीतकालीन ओलंपिक के समापन समारोह में लेगा हिस्सा
26 February 2018
नई दिल्ली: उत्तर कोरिया का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल प्योंगचांग शीतकालीन ओलम्पिक के समापन समारोह में शामिल होने के लिए रविवार को दक्षिण कोरिया पहुंच गया. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 2010 में दक्षिण कोरियाई नौसेना के एक युद्धपोत के डुबोने के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले एक शीर्ष अधिकारी किम योंग चोल कर रहे हैं योनहाप न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चोल के नेतृत्व में आठ सदस्यीय उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल तीन दिवसीय दौरे पर स्थानीय समयानुसार सुबह 9.53 बजे अंतर कोरियाई सीमा के दक्षिण में स्थित पाजु की एक जांच चौकी पहुंच गया. 72 वर्षीय चोल को मार्च 2010 में उत्तर कोरिया के युद्ध पोत चेओनान को नष्ट करने का जिम्मेदार माना जाता है. इस हमले में 46 दक्षिण कोरियाई नौसैनिक मारे गए थे. कंजेर्विटव सांसदों और इस घटना के पीड़ितों के परिवारों ने चोल के दक्षिण कोरिया आने के विरोध में एक रैली निकाली. दक्षिण कोरियाई सरकार का कहना है कि उसने जनता के विरोध के बावजूद चोल की यात्रा को स्वीकार किया है, क्योंकि सरकार का मानना है कि इस यात्रा से अंतर-कोरियाई संबंध मजबूत होंगे और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति के लिए वार्ता का मार्ग खुलेगा.
सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में 2 बम विस्फोट, 18 की मौत और 20 घायल
24 February 2018
नई दिल्ली: सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में दोहरा बम विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 घायल हो गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आमिन एंबुलेंस के निदेशक अब्दुकादिर अब्दिर्रहमान ने कहा कि शुक्रवार को हुए दोहरे विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गई है. अब्दुर्रहमान ने कहा, "मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हमने 18 शव बरामद किए हैं. 20 घायल हैं और हम घायलों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले गए हैं." सोमालिया के सुरक्षाबल राष्ट्रपति पैलेस पर हमले को नाकाम करने में सफल रहे लेकिन सुरक्षाबलों ने जैसे ही विस्फोटकों से भरे वाहन को रोकना चाहा, उसमें विस्फोट हो गया. इससे पहले पुलिस ने बताया था कि राष्ट्रपति पैलेस में घुसने का प्रयास कर रहे आतंकवादियों को खदेड़ दिया, इनमें से तीन को मार गिराया गया. पुलिस अधिकारी अहमद अब्दुल्ले ने सिन्हुआ को बताया, "उन्होंने विला सोमालिया में घुसने की कोशिश की लेकिन हमारे सुरक्षाबलों ने उनका मुंहतोड़ जवाब दिया. सुरक्षाबलों ने पैलेस की ओर जा रहे वाहन का पीछा किया लेकिन इसमें पहले ही विस्फोट हो गया." पहला विस्फोट शुक्रवार को शाम लगभग छह बजे हुआ, जब विस्फोटकों से भरे वाहन में डॉर्बिन होटल के पास विस्फोट हो गया. दूसरा विस्फोट इसके तुरंत बाद विला सोमालिया के पास हुआ.
अमेरिका में एच1बी वीजा जारी करने के नियम सख्त, भारतीय आईटी कंपनियों के सामने बड़ी समस्या
23 February 2018
नई दिल्ली: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने एच1बी वीजा जारी करने के नियम सख्त कर दिए हैं जिससे यहां खास कर जॉब-वर्क करने वाली भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए अल्पकालिक अवधि के लिए भारत से कुशलकर्मियों को बुलाने में भारी दिक्कतें हो सकती है. अमेरिकी सरकार की नयी नीति के तहत यह साबित करना होगा कि एक या एक से अधिक स्थानों पर जॉब-वर्क की तरह के काम करने के लिए इस वीजा पर बुलाए जा रहे कर्मचारी का काम विशिष्ट प्रकार का है और उसे खास जरूरत के लिए बुलाया जा रहा है. सरकार यह वीजा ऐसे कर्मचारियों के लिए जारी करती है जो बहुत उच्च कौशल प्राप्त होते हैं और उस तरह के हुनरमंद लोगों की अमेरिका में कमी होती है. सरकार ने कल सात पृष्ठ का एक नीतिगत दस्तावेज जारी किया जिसमें एच1बी वीजा के नए नियम जारी किए गए हैं. इसके तहत अमेरिका के नागरिकता और आव्रजन विभाग को यह वीजा केवल तीसरे पक्ष के साइट कार्य (कार्यस्थल) की अवधि तक के लिए जारी करने की ही अनुमति होगी. इस तरह इसकी अवधि तीन साल से कम की हो सकती है जबकि पहले यह एक बार में तीन साल के लिए दिया जाता था. यह नियम लागू हो गया है. इसके लिए ऐसा समय चुना गया है जबकि 1 अक्तूबर 2018-19 से शुरु होने वाले वित्त वर्ष के लिए एच1बी वीजा के आवेदन 2 अप्रैल से आमंत्रित किए जा सकते हैं.
फ्लोरिडा स्कूल में हुई गोलीबारी में बचे लोगों से मिले डोनाल्ड ट्रंप, कहा- टीचर्स भी हथियार रखें
22 February 2018
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के स्कूल में गोलीबारी में सुरक्षित बचे विद्यार्थियों के साथ बेहद भावनात्मक बातचीत के दौरान शिक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने और उन्हें हथियार रखने का सुझाव दिया. साथ ही बंदूकें रखने वालों की पृष्ठभूमि की कड़ी जांच करने की बात कही. वाइट हाउस में मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल के विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपका पक्ष सुनना चाहता हूं, लेकिन इससे पहले की हम शुरूआत करें, मैं आपको बता दूं कि अब पृष्ठभूमि की कड़ाई से जांच की जाएगी और किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा ट्रंप ने यह भी सलाह दी कि कुछ शिक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा सकता है ताकि वह बंदूकधारी को रोक सकें. राष्ट्रपति ने कहा, ‘यह सिर्फ उन्हीं के लिए होगा जो बंदूक चला सकने में सक्षम हैं.’ उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. वह मौजूद रहेंगे और अब कोई ‘गन फ्री जोन’ नहीं होगा. ट्रंप ने समझाया कि यहां ‘गन फ्री जोन’ का मतलब है ‘ऐसी जगह जहां आप आसानी से बंदूक के साथ जाकर, हमला कर सकते हैं.’
रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए भारत म्यांमार पर दबाव बनाए : शेख हसीना
21 February 2018
ढाका: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए भारत को चाहिए कि वह म्यांमार पर दबाव बनाए शेख हसीना ने यह बात भारत से आए पत्रकारों के दल के साथ बातचीत करते हुए कही. शेख हसीना ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत अपने प्रभाव पर थोड़ा ज्यादा इस्तेमाल करेगा और म्यांमार पर शरणार्थियों को वापस लेने का दबाव बनाएगा. हमें इस बात का भरोसा भी चाहिए कि रोहिंग्या के वापस लौटने के बाद उनके साथ वहां कोई अत्याचार नहीं होगा. शेख हसीना ने कहा, शरणार्थी कैंपों में रोहिंग्या निराश- परेशान हो रहे हैं. उनकी इस परेशानी का फायदा कई ताकतें अपने निहित स्वार्थ के लिए करने की कोशिश करती हैं. उन्हें बरगलाने की कोशिश की जाती है जोकि भारत और बांग्लादेश दोनों के हित में नहीं है. शेख हसीना ने कहा कि हमने रोहिंग्या शरणार्थियों को जगह दी जबकि भारत समेत तमाम दूसरे देशों ने उनके घुसने पर पाबंदी लगा रखी थी. हमने उनके लिए हरसंभव कदम उठाए, एक डेटाबेस बनाया, उनको पहचान पत्र दिया. उनकी तस्वीर के साथ हमने डेटाबेस बनाया. शरणार्थियों की तादाद 1000000 से ज्यादा है और उनके लिए हमेशा सहायता संभव नहीं. हर दिन वहां बच्चे पैदा हो रहे हैं. बरसात का महीना आने वाला है ऐसे में उनकी तकलीफ और बढ़ेगी इसलिए उनकी जल्द से जल्द वापसी का रास्ता खोला जाए. म्यांमार की सीमा से लगने वाले हर देश का यह कर्तव्य है कि वह म्यांमार पर रोहिंग्या समस्या के समाधान को कहें. भारत के अलावा चीन लाओस और थाईलैंड जैसे देशों की सीमा म्यांमार से लगती है लेकिन रोहिंग्याओं का पलायन बांग्लादेश में नहीं हुआ. बांग्लादेश में यथाशक्ति रोहिंग्याओं के मदद की कोशिश की लेकिन एक सीमा के आगे यह संभव नहीं है. बांग्लादेश ने 8000 शरणार्थियों की लिस्ट उन्हें सौंपी है जिनकी वापसी होनी है लेकिन बांग्लादेश यह भी चाहता है कि जल्द से जल्द शरणार्थियों को वापस ले ले.
बंदूक नियंत्रण कानून को सख्त बनाए जाने की मांग को लेकर व्हाइट हाउस के बाहर छात्रों का धरना
20 February 2018
नई दिल्ली: व्हाइट हाउस के बाहर किशोर छात्रों और हजारों की संख्या में मौजूद समर्थकों ने सोमवार को 'प्रेजिडेंट डे' के अवसर पर बंदूक नियंत्रण कानून को सख्त बनाए जाने की मांग को लेकर धरना दिया. सीएनएन के मुताबिक, 'टीन्स फॉर गन रिफॉर्म' नामक समूह के प्रदर्शन के दौरान 17 प्रदर्शनकारी यह दिखाने के लिए सांकेतिक रूप से तीन मिनट तक जमीन पर लेटे रहे कि फ्लोरिडा के मारजोरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल में स्कूल के ही पूर्व छात्र निकोलस क्रूज ने गोलीबारी कर 17 लोगों को मौत के घाट उतारते में कितना समय लगा था. इस विरोध प्रदर्शन के आयोजक छात्र एलेनोर नुएक्टरलेन और व्हाइटनी बोवेन ने सोमवार को जारी बयान में कहा, "पिछले सप्ताह फ्लोरिडा के स्कूल में हुई गोलीबारी के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए हमने इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया." उन्होंने कहा, "हम अपनी राष्ट्रीय और राजकीय विधायिकाओं से जिम्मेदार ढंग से कदम उठाने और इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने का आह्वान करते हैं। यह जरूरी है कि हम सभी अपनी कक्षाओं में सुरक्षित महसूस करें." शुरुआत में उन्हें उम्मीद थी कि उनके सिर्फ करीबी 17 दोस्त ही इस प्रदर्शन में शामिल होंगे लेकिन इसकी खबर सोशल मीडिया पर फैलते ही सैकड़ों समर्थक जुट गए. सीएनएन के मुताबिक, वर्जीनिया से डेमोक्रेटिक सीनेटर बंदूक नियंत्रण के समर्थक डॉन बेयेर ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा, "मुझे उन पर बहुत गर्व हुआ। ठंड थी, अवकाश का दिन था लेकिन वे पूरी तरह से सक्रिय थे
तकनीकी गड़बड़ी की वजह से केबल कारों के भीतर 80 लोग चार घंटे तक लटके रहे हवा में
19 February 2018
नई दिल्ली: मलेशिया के लैंगकावी में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से केबल कारों के भीतर कम से कम 80 लोग चार घंटे तक फंसे हवा में लटके रहे. लैंगकावी विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजिजान नूरडीन ने कहा कि लगभग चार घंटे तक केबल कारों में फंसे रहने के बाद 89 पर्यटकों को बाहर निकाला गया. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, तकनीशियनों को गड़बड़ी दुरुस्त करने के लिए भेजा गया था. स्थानीय अग्निशमन एवं बचाव विभाग ने इससे पहले जारी एक बयान में कहा था कि बचावकर्मियों को शाम को सतर्क करने के बाद घटनास्थल पर भेजा गया है. शुरुआत में हवा में लटके लोगों के अलावा ऊपरी स्टेशन पर फंसे लोगों को मिलाकर कुल 800 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली थी. गौरतलब है कि बीते साल जम्मू एवं कश्मीर के गुलमर्ग में गंडोला केबल कार सेवा में हुए हादसे में दिल्ली के एक परिवार के चार सदस्यों सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. रोपवे परियोजना का इस तरह का यह पहला हादसा था, जो जम्मू एवं कश्मीर सरकार तथा फ्रांस की एक कंपनी का संयुक्त उपक्रम है. गुलमर्ग आने वाले पर्यटकों के बीच यह खासा मशहूर है.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने मंत्रियों और कर्मचारियों के बीच यौन संबंधों पर प्रतिबंध लगाया
16 February 2018
कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल ने गुरुवार को मंत्रियों और कर्मचारियों के बीच यौन संबंधों पर प्रतिबंध की घोषणा की. यह कदम उपप्रधानमंत्री के एक सेक्स स्कैंडल में शामिल के होने के खुलासे के बाद उठाया गया है. इस वाकये ने देश को हिलाकर रख दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, टर्नबुल ने बारनेबी जॉयस की उनकी मीडिया सलाहकार विक्की कैंपियन के साथ प्रेम संबंधों पर चौंकाने वाले फैसले की निंदा की। विक्की के साथ वह एक बच्चे की उम्मीद कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने आज मानकों में एक बहुत ही स्पष्ट और सुगम प्रावधान जोड़ा है कि मंत्री चाहे वे शादीशुदा हैं या अकेले, कर्मचारियों के साथ यौन संबंधों में संलग्न नहीं होंगे. अगर वह ऐसा करते हैं तो यह मानकों का उल्लंघन होगा." मंत्री द्वारा मानकों का उल्लंघन की जांच के दौरान जॉयस ने सोमवार से अनुपस्थिति की छुट्टी ले ली है. टर्नबुल ने इससे पहले संसद को बताया कि जॉयस अगले सप्ताह से कार्यकारी नेता का पद नहीं संभालेंगे. दरअसल, प्रधानमंत्री अगले सप्ताह अमेरिकी जाने वाले हैं. इस सेक्स स्कैंडल के सामने आने के बाद पिछले बुधवार से आस्ट्रेलिया की राजनीति में हाहाकर मच गया है. पिछले सप्ताह जॉयस और उनकी मीडिया सलाहकार विक्की कैंपयिन के प्रेम संबंध सार्वजनिक हो गए थे
दक्षिण अफ्रिकी राष्ट्रपति जैकब जुमा ने भ्रष्टाचार के आरोप के बाद दिया इस्तीफा
15 February 2018
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रिकी राष्ट्रपति जैकब जुमा ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने से पहले जुमा ने टेलीविजन के माध्यम से देश के नाम एक संबोधन दिया. इस संबोधन में ही उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा की. माना जा रहा है कि जुमा ने उप राष्ट्रपति सायरिल रमाफोसा के लिए पद छोड़ने के बढ़ते दबाव की वजह से इस्तीफा दिया है.गौरतलब है कि 75 वर्षीय जुमा वर्ष 2009 से सत्ता पर काबिज थे. सत्ता में रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. बताया जा रहा है कि अपने ऊपर लगे इन आरोपों की वजह से भी उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है. इस्तीफा देने से पहले जुमा ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए काफी लंबा भाषण दिया. अपने भाषण में उन्होंने कहा कि एएनसी जिस प्रकार से उनके साथ व्यवहार कर रही है, उससे वह काफी आहत हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जुमा ने अपने भाषण में कहा कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का कोई डर नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैंने अपनी पूरी क्षमता के साथ दक्षिण अफ्रीका के लोगों की सेवा की है. एएनसी में हिंसा और फूट ने मुझे पद छोड़ने पर मजबूर किया है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण किसी की जान जाए और एएनसी में फूट पड़े. इसलिए मैंने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है.
अमेरिका के खुफिया प्रमुख ने कहा, भारत में हमले जारी रखेंगे पाक समर्थित आतंकी
14 February 2018
वाशिंगटन : अमेरिका के खुफिया प्रमुख ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह भारत के भीतर हमले जारी रखेंगे और ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने का खतरा है राष्ट्रीय खुफिया के निदेशक डैन कोट्स का यह बयान उस वक्त आया है जब कुछ दिनों में पहले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने सुंजवान में सैन्य शिविर पर हमला किया था, जिसमें छह सैनिकों सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. कोट्स ने सीनेट की प्रवर समिति के समक्ष सुनवाई में कहा, ‘‘इस्लामाबाद समर्थित आतंकी समूह भारत और अफगानिस्तान में हमले की योजना बनाने और हमले करने के लिए पाकिस्तान में अपनी सुरक्षित पनाहगाह का लाभ उठाना जारी रखेंगे.’’ पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन का नाम लिए बगैर कोट्स ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के आसार हैं. वहींं अमेरिकी खुफिया प्रमुख ने आगाह किया कि छोटी दूरी के हथियारों सहित पाकिस्तान नये तरह के परमाणु हथियारों का विकास कर रहा है. नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक डैन कोट्स ने शनिवार को जम्मू में सुंजवां सैन्य शिविर पर हुए पाकिस्तानी आतंकियों के एक समूह के हमले के कुछ दिन बाद यह टिप्पणी की. कोट्स ने खुफिया मामलों से जुड़ी सीनेट की प्रवर समिति द्वारा विश्वव्यापी खतरों के विषय पर आयोजित की गयी सुनवाई के दौरान सांसदों से कहा कि पाकिस्तान छोटी दूरी के रणनीतिक हथियारों सहित नये तरह के परमाणु हथियारों का विकास कर रहा है. उन्होंने आगाह किया कि पाकिस्तान ने परमाणु हथियारों का निर्माण एवं छोटी दूरी के रणनीतिक हथियारों सहित नये तरह के परमाणु हथियारों, समुद्र आधारित क्रूज मिसाइलों, हवा में छोड़े जाने वाले क्रूज मिसाइल और लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल का विकास करना जारी रखा है.
संदिग्ध लिफाफा खोलने के बाद ट्रंप की बहू अस्पताल में भर्ती, अंदर था सफेद पाउडर
13 February 2018
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बहू वेनेसा ट्रंप को एक संदिग्ध लिफाफा खोलने के बाद सफेद पाउडर के संपर्क में आने से सोमवार को एहतियातन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वेनेसा राष्ट्रपति ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की पत्नी हैं. न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के सार्वजनिक सूचना विभाग के उपायुक्त सार्जेट ली जोन्स ने सिन्हुआ को बताया कि वेनेसा ट्रंप को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने अपने न्यूयॉर्क स्थित आवास पर ट्रंप जूनियर के लिए आए एक संदिग्ध लिफाफे को खोला था. जोन्स ने कहा कि वेनेसा पाउडर से कोई खास तौर पर प्रभावित प्रतीत नहीं हो रही थीं. स्थानीय मीडिया के अनुसार पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है. सफेद पाउडर हानिकारक नहीं होना चाहिए, इसे जांच के लिए लैब भेजा गया है. किन सूत्रों के अनुसार यह कार्नस्ट्रार्ट यानी मक्के के आटे जैसा कुछ था. गौरतलब है कि संदिग्ध लिफाफा खोलने के बाद वेनिसा ने खांसना शुरू कर दिया. उनका जी मचलाने लगा था, जिसके बाद उन्होंने 911 पर फोन किया बता दें, डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और वेनेसा की शादी 2005 में हुई थी. दोनों के 5 बच्चे हैं. शादी से पहले वेनेसा मॉडलिंग किया करती थीं. घटना के बाद डोनाल्ड टम्प जूनियर ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी- ''शुक्र है आज सुबह हुई डरावनी घटना के बाद वेनेसा और मेरे बच्चे सुरक्ष‍ित हैं
सीरिया में पकड़े गए विदेशी लड़ाकों पर मुकदमा उनके अपने ही देश में चले : अमेरिका
12 February 2018
नई दिल्ली: अमेरिका ने अपने सहयोगी देशों से अनुरोध किया है कि वह सीरिया में अमेरिकी समर्थन वाले सीरियाई लोकतांत्रिक बल द्वारा बड़ी संख्या में पकड़े जा रहे युद्धबंदियों से निपटने में मदद करें. अमेरिका चाहता है कि इन सभी बंदियों के खिलाफ उनके देश में मुकदमा चलना चाहिए. अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस संभवत: इस सप्ताह रोम में होने वाली बैठक में यह मुद्दा उठाएंगे. गौरतलब है कि इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ लड़ रहे देशों के गठबंधन की यहां बैठक होने वाली है. सीरियाई लोकतांत्रिक बल ने मौजूदा वक्त में आईएस के हजारों सदस्यों को बंदी बनाया हुआ है, जिनमें सैकड़ों विदेशी लड़ाके हैं. सीरियाई लोकतांत्रिक बल द्वारा हाल ही में आईएस के बीटल्स शाखा के दो ब्रिटिश सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद यह मुद्दा और महत्वपूर्ण बन गया है. बीटल्स बंधकों का गला काटने के लिए कुख्यात है अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इन दोनों को क्यूबा स्थित गुआन्तानामो जेल में डालना कोई विकल्प नहीं है. वहीं ब्रिटेन के नेताओं का कहना है कि वह दोनों को अपने देश वापस नहीं लाना चाहते
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कोरियाई नेता किम योंग नैम से की मुलाकात
10 February 2018
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उत्तर कोरियाई संसद के अध्यक्ष किम योंग नैम से दक्षिण कोरिया में मुलाकात की. संयुक्त राष्ट्र के उपप्रवक्ता फरहान हक ने न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया कि गुटेरेस ने दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग में शीतकालीन ओलम्पिक के उद्घाटन समारोह से इतर किम से मुलाकात की. हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण करने के लिए सभी पक्षों के बीच संवाद की उम्मीद जताई. हालांकि, हक ने इस मुलाकात के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी ने की मालदीव के हालात पर बातचीत
9 February 2018
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन पर बातचीत के दौरान मालदीव के राजनीतिक हालात पर चिंता जतायी. व्हाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान की स्थिति और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. इस साल ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर हुई पहली बातचीत के बारे में व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने मालदीव में राजनीतिक संकट पर चिंता जतायी और लोकतांत्रिक संस्थाओं तथा विधि के शासन का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया.’’ मालदीव की सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले गुरुवार को विपक्ष के नौ हाई-प्रोफाइल राजनीतिक बंदियों को रिहा करने और उनके खिलाफ चलाये गए मुकदमों को राजनीति से प्रेरित बताये जाने के बाद से ही देश में राजनीतिक संकट के बादल छा गये थे. घटना के बाद मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने से इनकार कर दिया, जिसके कारण पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये. राष्ट्रपति ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी जिसके कुछ ही घंटों बाद सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश अब्दुल्ला सईद और एक अन्य न्यायाधीश अली हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया व्हाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं ने हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और समृद्धि बढ़ाने पर भी बातचीत की. मोदी और टूंप ने म्यामां और रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्याओं को हल करने पर भी बातचीत की
बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के मामले में 5 साल की कैद, नहीं लड़ सकेंगी चुनाव
8 February 2018
ढाका : बांग्लादेश की एक विशेष अदालत ने वहां की विपक्ष की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को घोटाले के एक मामले में 5 साल की जेल की सज़ा सुनाई है. इस सज़ा के बाद अब खालिदा ज़िया दिसंबर में होने वाले चुनाव नहीं लड़ सकेंगी. यह घोटाला 252 हज़ार यूएस डॉलर का है जो एक अनाथालय- ज़िया ऑरफेनेज ट्रस्ट के लिए विदेशों से भेजा गया था इसी मामले में उनके बेटे तारिक रहमान और 4 और लोगों को 10 साल की सज़ा सुनाई गई है. इससे पहले नवंबर 2014 में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अपील को खारिज कर मामले को निचली अदालत में सुने जाने का आदेश दिया था. आरोप था कि जो ट्रस्ट ये चला रही थीं वो महज़ कागजों पर था और लाखों का घोटाला हुआ. अब अदालत ने उनको दोषी पाया है और पांच साल की सज़ा हुई है. आरोप था कि जब जिया 2001-2006 की बीएनपी सरकार के दौरान प्रधानमंत्री थीं तब इन दोनों संगठनों के नाम पर बड़ी मात्रा में धन की हेराफेरी की गई थी. सज़ा सुनाए जाने के दिन ढाका में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. किसी भी विरोध प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई थी.
मालदीव में इमरजेंसी: पूर्व राष्ट्रपति ने कहा- भारत को दूत और सेना भेजनी चाहिए
7 February 2018
माली : भारत के पड़ोसी देश मालदीव में 15 दिनों की इमरजेंसी लगी है. मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने इस मामले में भारत से दखल की मांग की है. नशीद ने कहा है कि ऐसे हालात में भारत को मालदीव में दूत और सेना भेजनी चाहिए. हालांकि भारत ने कहा है कि वह मालदीव के हालात से चिंतित है लेकिन भारत ने सेना भेजने के बारे में कुछ नहीं कहा है. वहीं मालदीव की सुप्रीम कोर्ट ने नौ राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के अपने आदेश को वापस ले लिया है. इन राजनैतिक बंदियों में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद का भी नाम था. सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों ने कहा है कि उन्होंने ऐसा राष्ट्रपति के कहने पर किया है. 1 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद समेत कुछ नेताओं के ख़िलाफ़ मामले खत्म कर दिए थे. नशीद पर आतंकवाद से जुड़ा मामला चलाया गया था, जिसे वह राजनीति से प्रेरित बताते हैं. इमरजेंसी के साथ ही मालदीव में सुप्रीम कोर्ट के 5 में से 2 जजों को भी गिरफ़्तार कर लिया गया. गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश अब्दुल्ला सईद और एक अन्य न्यायाधीश अली हमीद को कल राष्ट्रपति की ओर से आपातकाल की घोषणा किए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया. उनके खिलाफ किसी जांच या किसी आरोप की जानकारी भी नहीं दी गई. देर रात हुए घटनाक्रम के तहत शेष तीन जजों वाली सुप्रीम कोर्ट ने नौ हाईप्रोफाइल राजनीतिक कैदियों के रिहाई के आदेश को वापस ले लिया. जजों ने एक बयान में कहा कि वे राष्ट्रपति द्वारा उठाई गई चिंताओं के मद्देनजर कैदियों की रिहाई के आदेश को वापस ले रहे है विपक्ष का समर्थन कर रहे पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम को भी उनके आवास पर हिरासत में ले लिया गया. इससे पूर्व राष्ट्रपति यामीन ने न्यायाधीशों पर आरोप लगाया कि वह उन्हें अपदस्थ करने की साजिश रच रहे थे और इस साजिश की जांच करने के लिए ही आपातकाल लगाया गया.
दुबई फिर से दुनिया का सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा
5 February 2018
दुबई: दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने कहा है कि वर्ष 2017 में करीब 8.82 करोड़ यात्रियों के आवागमन के साथ उसने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिये दुनिया के सबसे व्यस्त हवाईअड्डा का अपना पहला स्थान बरकरार रखा है. हवाईअड्डा ने आज जारी एक बयान में इस आंकड़े की जानकारी दी. वर्ष 2016 में हवाईअड्डे पर 8.36 करोड़ यात्रियों ने आवागमन किया था. दुबई हवाईअड्डा के सीईओ पॉल ग्रिफिथ्स ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वर्ष 2018 में यात्रियों के आवागमन का यह आंकड़ा 9.03 करोड़ को छू सकता है. दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा सबसे पहले वर्ष 2014 में लंदन के हीथ्रो हवाईअड्डा को पीछे छोड़कर अंतरराष्ट्रीय यातायात के मामले में दुनिया का सबसे व्यस्त हवाईअड्डा बना था.
अमेरिका चाहता है कि आतंकवादियों के पनाहगाह के खिलाफ पाकिस्तान करे कार्रवाई : अधिकारी
3 February 2018
वाशिंगटन: अमेरिका ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान से अपनी सरजमीन पर स्थित आतंकवादियों की पनाहगाह के खिलाफ कार्रवाई करने की उम्मीद करता है. हाल में अफगानिस्तान की यात्रा से लौटे अमेरिका के विदेश उपमंत्री जॉन जे. सुलिवन ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान से यह भी उम्मीद करता है कि वह क्षेत्र में स्थायी शांति बनाने में योगदान देगा. सुलिवन ने अफगानिस्तान से वापस आने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘अफगान नेतृत्व के साथ वार्ता के दौरान मैंने निश्चित ही इस विषय पर बात की.’ सुलिवन ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान सरकार को अपनी इस उम्मीद के बारे में यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान में स्थित पनाहगाह में मौजूद आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे ताकि अफगानिस्तान में हिंसा का खतरा और दबाव कम हो सके.’ सुलिवन ने कहा कि अफगानिस्तान की उनकी यात्रा में उन्हें देश के साथ अपनी साझीदारी को मजबूत करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता को फिर से पुष्ट करने का अवसर मिला. उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि इस चरण पर हर किसी के शांति चाहने के बावजूद तालिबान वार्ता की मेज पर आने का इच्छुक प्रतीत नहीं होता. सुलिवन ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान के नेताओं के साथ सुरक्षा सहयोग और समय से, विश्वनीय एवं समावेशी संसदीय एवं राष्ट्रपति चुनाव कराने की महत्ता पर चर्चा की. पेंटागन की मुख्य प्रवक्ता डाना व्हाइट ने भी कहा कि नई दक्षिण एशियाई रणनीति के तहत पाकिस्तान के पास आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझीदार बनने का अवसर है. उन्होंने कहा, ‘वह (पाकिस्तान) आतंकवाद से पीड़ित रहा है और उसने आतंकवाद को सहयोग दिया है. हम चाहते हैं कि वह आतंकवाद का मुकाबला करने में सक्रिय भूमिका निभाए
म्यांमार की नेता आंग सान सू ची के झील किनारे स्थित विला पर पेट्रोल बम हमला
2 February 2018
यांगून: म्यांमार की नेता आंग सान सू ची के यांगून में झील के किनारे स्थित परिसर में एक व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंका. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. नेशनल लीग फार डेमोक्रेसी (एनएलडी) के एक अधिकारी ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि हमले के कारण मामूली नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, ‘हमले में कुछ भी नष्ट नहीं हुआ है। हमारे सम्मानित सुरक्षा बल अपना काम कर रहे है और वे दोषी को गिरफ्तार कर सकते है.’ सरकारी प्रवक्ता जॉ हतै ने इस हमले की पुष्टि की. हालांकि उन्होंने हमले के संभावित उद्देश्य के बारे में नहीं बताया. उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक संदिग्ध की फोटो जारी की है जिसमें वह गुलाबी टी-शर्ट और नीली लुंगी पहने हुए है. हमले के समय सू ची म्यामां की राजधानी में थी जहां उन्होंने एनएलडी सरकार के सत्ता में आने के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर संसद को संबोधित किया. म्यांमार में लोकतंत्र का झंडा बुलंद करने वाली नेता सू ची ने इस घटना पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
जापान के वृद्धाश्रम में आग लगने से 11 की मौत
1 February 2018
टोक्यो: जापान के एक वृद्धाश्रम में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, जापान प्रशासन होक्काइदो के सापोरो स्थित वृद्धाश्रम में आग लगने के कारणों की जांच कर रहा है. एक शख्स ने वृद्धाश्रम से धुंआ उठते देखा और तुरंत आपातकाल सेवा को सूचित कर दिया, जिसके बाद 40 से अधिक दमकल वाहन, एंबुलेंस और पुलिस कारें घटनास्थल पर पहुंची. जिस समय यह आग लगी, उस समय केंद्र में 16 लोग थे, जो इसकी अधिकतम क्षमता है. इस घटना में मारे गए आठ पुरूषों और तीन महिलाओं की पहचान नहीं हो सकी है. इसके अलावा पांच को जीवित बचा लिया गया लेकिन 50 से 80 वर्ष के बीच के तीन पुरूष घायल हो गए. हालांकि, इनकी हालत गंभीर नहीं है और इन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है
अमेरिका में मारे गए भारतीय इंजीनियर की पत्नी ट्रंप के यूनियन ऐड्रेस में बनीं मेहमान
31 January 2018
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कांग्रेस में अपना पहला ‘स्टेट ऑफ द यूनियन ऐड्रेस’ दिया और इस मौके पर मौजूद रहने वाले मेहमानों में दिवंगत भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना दुमाला भी शामिल हुईं. ‘स्टेट ऑफ द यूनियन ऐड्रेस’ अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से हर साल दिया जाने वाला पारंपरिक संबोधन है. राष्ट्रपति कांग्रेस के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हैं और इसमें देश के हालात के बारे में विचार रखते हैं. ट्रंप ने आज अपने संबोधन में टैक्स से लेकर बेरोजगारी आदि मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कल कहा कि वह अपने इस संबोधन के दौरान मुख्य रूप से व्यापार और आव्रजन पर ध्यान केंद्रित करेंगे. ट्रंप ने कहा, ‘‘ यह एक बड़ा संबोधन, महत्वपूर्ण संबोधन है. हमने कड़ी मेहनत की है. बाजार और कर में कटौती के तौर पर हमारी बड़ी सफलताएं हैं.’’ व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा कि इस संबोधन का विषय सुरक्षित, मजबूत और गौरवशाली अमेरिका का निर्माण है डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सांसदों ने कहा है कि ट्रंप की ओर से कुछ समुदायों और देशों के बारे की गई टिप्पणियों के विरोध में वे इस संबोधन में भाग नहीं लेंगे. अमेरिका में नस्ली घृणा का शिकार बने भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना भी मेहमानों की सूची में शामिल हैं. पिछले साल ओलाठे शहर में श्रीनिवास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.कांग्रेस सदस्य केविन योदर ने सुनैना को आमंत्रित किया है.
चीन की 'चालबाजी' फिर शुरू, कहा-डोकलाम हमारा, इलाके में निर्माण कार्य जारी
30 January 2018
बीजिंग: पिछले साल 73 दिनों के गतिरोध के बाद सुलझे डोकलाम विवाद को लेकर चीन की 'चालबाजी' फिर शुरू हो गई है. चीन ने फिर दावा किया है कि डोकलाम चीन का हिस्सा है और वह वहां पर निर्माण कार्य भी करा रहा है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि डोकलाम चीनी भूभाग है और चीन उस इलाके में अपने प्रतिष्ठान बना रहा है. भूटान यहां अपनी संप्रभुता का दावा करता है. इसके साथ ही चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत और चीन को डोकलाम समेत अपने सीमा विवाद को 'शांतिपूर्ण तरीके' से देखना चाहिए और मौजूदा तंत्र के जरिये उन्हें सुलझाना चाहिए. चीनी 'दैनिक ग्लोबल टाइम्स' में छपे चीन में भारतीय राजदूत गौतम बंबावले के एक इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चूनयिंग ने कहा कि मौजूदा तंत्र के जरिये मतभेदों को हल किया जा सकता है. भारतीय राजदूत ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि 3,488 किलोमीटर की सीमा के संवेदनशील क्षेत्रों में यथास्थिति में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'निश्चित रूप से हमने यह नोट किया कि राजदूत ने इस मुद्दे के संदर्भ में बयान दिया है.' उन्होंने कहा, 'मुझे कहना चाहिए कि दोनों देशों को सीमा मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से देखना चाहिये और सीमा-संबंधी मौजूदा तंत्रों के जरिये इनका समाधान करना चाहिए. इससे हम हमारे मतभेदों के उचित समाधान के लिए स्थितियां और सक्षम माहौल बना सकें.' सीमा पर तनाव को लेकर चर्चा करने के लिए व्यवस्था के अलावा भारत और चीन में सीमा विवाद को लेकर मतभेद के समाधान के लिए विशेष प्रतिनिधि स्तर की सीमा वार्ता का तंत्र भी मौजूद है. एक नई उपग्रह तस्वीर में दिख रही दोनों तरफ की मोर्चेबंदी को लेकर पूछे गए सवाल पर हुआ ने जोर देकर कहा कि डोकलाम चीनी भूभाग है और चीन उस इलाके में अपने प्रतिष्ठान बना रहा है. भूटान यहां अपनी संप्रभुता का दावा करता है उन्होंने 1890 में ब्रिटेन और चीन के बीच हुई संधि का संदर्भ देते हुए कहा, 'चीन-भारत सीमा का सिक्किम क्षेत्र इस ऐतिहासिक संधि से सीमांकित है और यह चीन के न्यायक्षेत्र में आती है.' हुआ ने कहा, 'चीन ने हमेशा डोंगलांग (डोकलाम) समेत अपने सीमावर्ती इलाकों में संप्रभुता को कायम रखा है.' उपग्रह की तस्वीरों के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं जोर देकर कहना चाहूंगी कि यह (इलाका) चीन की संप्रभुता में आता है, जिसमें हम डोंगलांग इलाके में प्रतिष्ठानों का निर्माण कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'कुछ भारतीय मीडिया में इलाके में सैन्य जमाव और आधारभूत संरचनाओं के निर्माण को लेकर खबरें आई हैं. वे इस बारे में काफी उत्साहित हैं
अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत, हमलावर घायल
29 January 2018
नई दिल्ली: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि यह गोलीबारी पिट्सबर्ग से लगभग 80 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में मेल्क्रॉफ्ट में 'एड्स कार वॉश' में हुई. पुलिस ने शुरुआत में कहा कि पांच लोगों की मौत हुई है लेकिन बाद में स्पष्ट किया गया कि संदिग्ध हमलावर भी गंभीर रूप से घायल हुआ है और वह स्थानीय अस्पताल में भर्ती है. इस घटना के दौरान एक पिकअप ट्रक पीछे छिपी महिला को भी मामूली चोटें आई हैं. हमलावर के पास कथित तौर पर एआर-15 सेमी ऑटोमैटिक राइफल, 9एमएम हैंडगन और एक 308 राइफल थी। इसके साथ ही उसके पास इन हथियारों के लिए कई मैगजीन थी. हमलावर की उम्र 28 साल है. यह गोलीबारी एक घरेलू विवाद की वजह से हुई. गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में अमेरिका के कई शहरों में इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं. इन घटनाओं को रोकने के लिए वहां पर लाइसेंसी हथियार देने की योजना को खत्म करने का भी विचार हो रहा है. अमेरिका में हथियार रखने का शौक काफी है और ऐसी घटनाओं में कई बार लोग गुस्से की वजह से इन हथियारों के इस्तेमाल कर देते हैं. बीते साल दिसंबर में ही अमेरिका के शिकागो में भारतीय छात्र के साथ गोलीबारी का मामला सामने आया था. हैदराबाद का रहने वाला मोहम्मद अकबर शिकागो में पढ़ाई कर रहा था. अकबर के पिता ने बताया कि वह वहां एक अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर है. उन्होंने बताया कि अकबर को उस समय गोली मारी गई जब वह पार्किंग में अपनी कार के पास टहल रहा था. गोली लगने के बाद उसे गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में जबरदस्‍त बम ब्‍लास्‍ट, 40 लोगों की मौत, 140 घायल
27 January 2018
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल शनिवार को एक जबरदस्त बम ब्लास्ट से दहल उठी. जर्बदस्त विस्फोट में कम से कम 40 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 140 से ज्‍यादा लोग घायल हुए है जिनमें कई की हालत गंभीर है. मरनेवालों की संख्‍या बढ़ सकती है. अधिकारियों की मानें तो काबुल में विदेशी दूतावास और सरकारी इमारतों के पास एक एंबुलेंस में बम छुपाया गया था, वहीं पर ये भयानक विस्फोट हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विस्फोट जम्हूरियत अस्पताल के सामने दोपहर लगभग 12.50 बजे हुआ, जहां कई सरकारी कार्यालय और विदेसी दूतावास स्थित हैं. बताया जा रहा है कि इलाके में भयानक विस्फोट सुनाई दिया, जो सिदारत स्क्वेयर से कुछ मीटर दूर है. फिलहाल, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. चश्मदीदों के अनुसार अस्‍पताल के परिसर की खिड़कियां चटक गईं. कथित रूप से इस विस्फोट की जो ऑनलाइन तस्वीर डाली गयी है उसमें धुएं का गुबार उठता हुआ नजर आ रहा है. इस विस्फोट की जिम्मेदारी तालीबान ने ली है. बता दें कि इससे पहले काबुल में इंटरकांटिनेंटल होटल पर हमले की जिम्मेदारी भी तालीबान ने ही ली थी, जिसमें 20 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
HC ने हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर रोक लगाई; आतंकी सरगना ने खुद को बताया सोशल वर्कर
25 January 2018
लाहौर/नई दिल्ली. लाहौर हाईकोर्ट ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। सईद ने मंगलवार को एक अर्जी दायर कर कहा था कि यूएन की एक जांच टीम इस हफ्ते पाकिस्तान आ रही है और सरकार भारत-अमेरिका के दबाव की वजह से उसे गिरफ्तार कर सकती है। सईद ने अपनी अर्जी में कहा था कि वो 142 स्कूल और 3 यूनिवर्सिटीज चलाता है। सोशल वेलफेयर के काम की वजह से उसकी गिरफ्तारी गलत होगी। यूएन टीम इस बात की जांच करेगी कि पाकिस्तान सरकार ने सईद और उसके संगठनों पर लगी बंदिशों पर कितना और किस तरह अमल किया है
लंबे वक्त से पब्लिक वेलफेयर के लिए काम किया - सईद की तरफ से उसके वकील एके. डोगर ने मंगलवार को लाहौर हाईकोर्ट में एक पिटीशन दायर की थी। इसमें कहा गया था- भारत और अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान सरकार मेरे मुवक्किल हाफिज मोहम्मद सईद को गिरफ्तार कर सकती है। सरकार को एेसा करने से रोका जाए। - पिटीशन में सईद के हवाले से कहा गया- मैंने जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन जैसे सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइजेशंस बनाए। इनके जरिए 142 स्कूल और तीन यूनिवर्सिटीज देश की बेहतरी के लिए बनाईं। मैं समाज के बेहतरी के लिए लंबे वक्त से काम कर रहा हूं।
हाईकोर्ट ने क्या ऑर्डर दिया? - बुधवार को सईद की अर्जी पर लाहौर हाईकोर्ट के जस्टिस अमीन अमीनुद्दीन खान ने सुनवाई की। इसके बाद सरकार को ऑर्डर जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि सरकार हाईकोर्ट की मंजूरी के बिना सईद को गिरफ्तार नहीं कर सकती। हाईकोर्ट ने सरकार से कहा है कि वो 17 मार्च तक अपना जवाब दाखिल करे।
सईद तक सीधी पहुंच मुमकिन नहीं - पाकिस्तान के अखबार ‘द नेशन’ ने पिछले दिनों यूएन टीम की जांच के बारे में एक रिपोर्ट पब्लिश की। इसमें सरकार के सूत्रों के हवाले से कई अहम जानकारियां दी गईं। - इन सूत्रों के मुताबिक, यूएन सिक्युरिटी काउंसिल की sanctions monitoring team टीम को हाफिज सईद या जमात-उद-दावा के अलावा इससे जुड़े बाकी संगठनों तक सीधी पहुंच (direct access) नहीं दी जाएगी। - एक और रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार ने तय किया है कि हाफिज सईद के मामले में वो दबाव में नहीं आएगी।
पाकिस्तान के किन संगठनों पर बैन? - यूएन ने पाकिस्तान में कई संगठनों को बैन किया है। इनमें जमात-उद-दावा, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, लश्कर-ए-झांगवी, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन और लश्कर-ए-तैयबा शामिल हैं। इनके अलावा इन संगठनों के सरगनाओं जिनमें हाफिज सईद भी शामिल को भी बैन किया गया है।
दावों पर भरोसा नहीं - पाकिस्तान सरकार ने दावा किया था कि उसने हाफिज सईद के जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के चंदा लगाने और पब्लिक प्रोग्राम करने पर रोक लगा दी है। हालांकि, उसके इन दावों की हकीकत पर सवाल उठते रहे। - पाकिस्तान के ही कुछ सांसदों ने हाफिज सईद को देश के लिए खतरा बताया। मीडिया रिपोर्ट्स में भी दावा किया गया कि सईद पर किसी तरह की कोई बंदिशें नहीं हैं और वो अपने संगठनों के नाम बदलकर काम कर रहा है। - खतरा तब और बढ़ता नजर आया है जब पता लगा कि पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट में फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को रजिस्टर कराने की कोशिश खुद पाकिस्तान सरकार कर रही है। इसके बाद भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा दिया।

पाकिस्तान में बच्ची के शव से मिले डीएनए का संदिग्ध से हुआ मिलान
24 January 2018
लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कसूर शहर में हुए सात साल की लड़की के बलात्कार एवं हत्या के बहुचर्चित मामले में मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी पीड़ित लड़की का पड़ोसी था और उसके डीएनए का मिलान पीड़ित के शरीर पर मिले नमूने से हो गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने संवाददाता सम्मेलन में यहां मंगलवार को बताया कि पुलिस ने इमरान अली को गिरफ्तार किया है जो सीरियल किलर है और उसने ही नाबालिग बच्ची का बलात्कार कर उसका कत्ल किया था. उन्होंने बताया कि मुल्जिम के डीएनए और पोलीग्राफ टेस्ट का मिलान हो गया है. उन्होंने कहा कि कानून में बदलाव का प्रस्ताव दिया गया है ताकि उसे सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जा जा सके शहबाज ने कहा, ‘समूचे मुल्क की तरह ही मैं भी इस हिमायत में हूं कि इस शैतान को सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जाए लेकिन हमें देखना होगा कि इस बाबत कानून में क्या बदलाव किए जा सकते हैं. मैंने मुख्य न्यायाधीश से मामले को जल्द से जल्द निपटाने की गुजारिश की है ताकि यह सीरियल किलर अपने अंजाम तक पहुंच सके.’ पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की कि लड़की के पड़ोसी संदिग्ध अली (23) ने जांच टीम के सामने इकबाल-ए-जुर्म कर लिया है. जियो न्यूज ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञों ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपी अली का डीएनए सैंपल लड़की के शरीर पर मिले नमूनों से मिल रहा है. उसने कहा कि आरोपी का डीएनए उन सात लड़कियों के शरीर पर मिले नमूनों से भी मिल रहा है जिनके साथ पूर्व में ज्यादती हुई और उसके बाद उनकी हत्या की गई. सूत्रों के अनुसार अली पीड़ित जैनब के परिवार वालों से घुलामिला हुआ था और अक्सर उसके घर आता-जाता रहता था. उन्होंने कहा कि अली को दो हफ्ते से ज्यादा समय पहले हिरासत में लिया गया था, लेकिन लड़की के परिवार ने जब कहा कि वह दोषी नहीं हो सकता तो उसे छोड़ दिया गया. पंजाब सरकार के प्रवक्ता मलिक अहमद ने बताया कि अली को पंजाब के पाकपाटन जिले से गिरफ्तार किया गया था. गत पांच जनवरी को लड़की कसूर में अपने घर के पास से ट्यूशन जाते वक्त लापता हो गई थी. उसके माता पिता उमरा करने के लिए सऊदी अरब गए हुए थे और वह अपनी एक रिश्तेदार के साथ रह रही थी. अपहरण के बाद एक सीसीटीवी फुटेज में वह पीरोवाला रोड के पास एक अजनबी के साथ जाती दिखाई दी. इसके बाद नौ जनवरी को शाहबाज खान रोड के पास कचरे के एक ढेर से उसका शव बरामद किया. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई. पुलिस ने इस वारदात के बाद 1,000 से ज्यादा लोगों का डीएनए परीक्षण किया. सुप्रीम कोर्ट ने दोषी को पकड़ने के लिए पुलिस महानिरीक्षक को 72 घंटे की समयसीमा दी थी. घटना के खिलाफ देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2018 LIVE : दावोस में पीएम मोदी बोले, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और देशों का आत्मकेंद्रित होना दुनिया के लिए बड़ा खतरा
23 January 2018
दावोस : स्विटजरलैंड के दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के उद्घाटन समारोह में संबोधन करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले स्विटजरलैंड फेडेरेशन के प्रेसीडेंट और वहां मौजूद अन्य वर्ल्ड लीडर का धन्यवाद ज्ञापित किया. पीएम मोदी ने कहा कि गर्मजोशी से स्वागत के लिए स्विटजरलैंड की सरकार और यहां की नागरिकों को धन्यवाद. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री की यात्रा 1997 में हुई थी, जब पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा आए थे. तब भारत की जीडीपी 4 मिलियन डॉलर के करीब था. अब दो दशक बाद करीब 6 गुना ज्यादा है. उन्होंने कहा कि आज हम नेटवर्क सोसाइटी नहीं, बल्कि बिग डेटा की दुनिया में जी रहे हैं. 1997 में यूरो मुद्रा नहीं थी. उस वक्त न ब्रेक्जिट के आसार थे. उस वक्त बहुत कम लोगों ने ओसामा बिन लादेन का नाम और हैरी पॉटर का नाम सुना था. उस वक्त लोगों को शतरंज के खिलाड़ियों को क्प्यूटर के गेम से हारने का खतरा नहीं था. उस वक्त गूगल का आविष्कार नहीं था. उस वक्त अगर आप अमेजन का नाम नेट पर ढूंढटे तो नदियों का नाम और चिड़ियों का नाम मिलता. उस वक्त ट्वीट करना चिड़ियों का काम था. मगर आज दो दशक बाद बहुत जटिल नेटवर्क . उस जमाने में दावोस अपने समय से आगे थे और आज भी आगे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आज डेटा बहुत बड़ी संपदा है. आज डेटा के पहाड़ के पहाड़ बनते जा रहे हैं. उस पर नियंत्रण की होड़ लगी है. आज कहा जा रहा है कि जो डेटा पर अपना काबू रखेगा वही दुनिया में अपना ताकत कायम रखेगा. आज तेजी से बदलती तकनीक और विनाशकारी कार्यों से पहले से चली आ रही चुनौतियां और भी गंभीर होती जा रही है. उन्होंने कहा कि शांति, स्थिरता सुरक्षा अभी भी गंभीर चुनौती बने हुए हैं. इस वक्त हमारे सामने कई ऐसे सवाल हैं, जो मानवता और समुची पीढि़यों के लिए समुचति जवाब मांगते हैं. ये कौन सी शक्तियां हैं, जो सामंजस्य के ऊपर अलगाव को तहजीह देती है. वो कौन से साधन और रास्ते हैं, जिनके जरिये हम दरारों और दूरियों को मिटाकर एक सुहाने और सांझा भविष्य के सपने को साकार कर सकते हैं. भारत भारतीयता और भारतयी विरासत का प्रतिनिधि होने के नाते , मेरे लिए इस फोरम का विषय जिनता समकालीन है, उतना ही समयातीत भी है. समयातीत इसलिए क्योंकि भारत में अनादी काल से हम मानव मात्र को जोड़ने में विश्वास करते आएं उसे तोड़ने में नहीं, बांटने में नहीं. हजारों साल पहले संस्कृत में लिखा है कि भारतीय चिंतकों ने कहा है कि वसुधैव कटुंबकम यानी पूरी दुनिया एक परिवार है. इसलिए हम सब एक परिवार की तरह हैं. हमारी नियति में एक साझा सूत्र हमें जोड़ती है. वसुधैव कुंटुंबकम आज दरारों और दूरियों को मिटाने के लिए सार्थक और प्रांसगिक है. मगर आज एक एक कारण है कि इस विकट स्थिति से निकलने के लिए सहमति का आभाव है. परिवार में भी जहां एक ओर सद्भाव और सामंजस्य होता है. उन्होंने कहा कि दोस्तों मैं जिन चुनौतियों की ओर इशारा कर रहा हूं, उसका विस्तार बहुत व्यापक है. मैं यहां तीन प्रमुख चुनौतियों को जिक्र करना चाहता हूं. जो मानव सभ्यता के लिए खतरा पैदा कर रहा है. पहला खतरा- जलवायु परिवर्तन, द्वीप डूब रहे हैं, बहुत गर्मी और बहुत ठंड, बेहद बारिश और बेहद सूखा का प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. दावोस में जो बर्फ पड़े हैं, वो 20 साल बाद हुआ है. आर्कटिक की बर्फ पिघल रही है. उपनिषद में तेन-संसार में रहते हुए उसका त्याग पूर्वक भोग करो और दूसरे की संपति का लालच मत करो. ढाई हजार साल पहले भगवान बुद्ध ने आवश्यक्ता के अनुसार सिद्धांत को अपने में शामिल किया,. महात्मा गांधी ने भी आवश्यक्ता अनुसार सिद्धांत को बल दिया था. उन्होंने कहा कि त्याग पूर्वक भोग से हम आवश्यकता से होते हुए लालच करते हुए हम प्रकृति का दोहन करने लगे है. दूसरा खतरा- पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद बड़ा खतरा है, लेकिन उससे भी बड़ा खतरा है कि लोग आतंकवाद को भी अच्छा आतंकवाद और बुरा आंतकवाद के रूप में परिभाषित करते हैं. भारतीय परंपरा में प्रकृति के साथ गहरे तालमेल के बारे में हजारों साल पहले हमारे शास्त्रों में मनुष्यमात्र को बताया गया कि भूमि माता, पूत्रो अहम पृथ्वया यानी हम लोग इस धरती की संतान हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र राजनीतिक व्यवस्था ही नहीं, बल्कि जीवन शैली है. हम भारतीय ये समझते हैं कि विविधता के विभिन्न आयामों संकल्प का कितना महत्व होता है. भारत में लोकतंत्र सवा सौ करोड़ लोगों के सपनों , आकांक्षाओं और उनके विकास के लिए एक रोडमैप भी तय करता है. भारत के करोड़ों मतदाताओं ने 2014 में किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया. हमने किसी एक वर्ग का या सीमित विकास का नहीं, बल्कि सबके विकास का संकल्प लिया. हमारी सरकार का मोटो है- सबका साथ, सबका विकास. हमारी योजना और नीति समावेशी है. हमारी हर चीज में समावेशी दर्शन देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि हम भारतीय अपने लोकतंत्र और विविधता पर गर्व करते हैं. धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषाई और कई तरह की विविधता को लिए समाज के लिए लोकतंत्र महज राजनीतिक व्यवस्था ही नहीं, बल्कि जीवनशैली की एक व्यवस्था है. पीएम मोदी ने कहा कि 70 साल के स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार देश में एक एकीकृत कर व्यवस्था के रूप में लागू कर ली गई है. पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि विकासशील देश होते हुए भी हम दुनिया की मदद कर रहे हैं. हम किसी भी देश के प्राकृतिक संसाधन का दोहन नहीं करते , बल्कि उनके साथ मिलकर उनके आवश्यकता के अनुसार उनका विकास करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करना जरूरी. पीएम मोदी ने संस्कृत के श्लोक का उदाहरण देते हुए दुनिया के सभी देशों के कल्याण की इच्छा जताई. पीएम मोदी ने कहा कि आइये दुनिया के दरारों और अनावश्यक दीवारों से मुक्ति मिले. भारत ने पूरी दुनिया को परिवार माना है. भाषण के अंत में पीएम मोदी ने वहां मौजूद तमाम वैश्विक नेतआों से भारत आने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अगर आप समृद्धि के साथ शांति चाहते हैं तो भारत आएं. बता दें कि पीएम मोदी के भाषण से पहले स्विटरजलैंड फेडरेशन के प्रेसीडेंट ने अपने संबोधन में पीएम मोदी और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने वाले सभी देशों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि जियो पोलिटिकल सेनारियों में हम सभी काफी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने अपने संबोधन में जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद समेत कई मुद्दों का जिक्र किया.
तुर्की के हमले में सीरिया के 18 नागरिकों की मौत, शनिवार को कुर्दिश लड़ाकों के खिलाफ शुरू किया था अभियान
22 January 2018
उत्तरी सीरिया में कुर्द के कब्जे वाले अफरीन से कुर्दिश लड़ाकों को खदेड़ने के लिए तुर्की की ओर से शुरू किए गए सैन्य अभियान में 18 नागरिकों की मौत हो गई. ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, तुर्की द्वारा सीरिया और तुर्की के बीच के सीमावर्ती क्षेत्रों से कुर्दिश लड़ाकों को खदेड़ने के लिए किए गए शनिवार को किए गए हवाई हमलों और रविवार को किए गए जमीनी हमलों में अफरीन और आसपास के गांवों में मौतें हुईं. कुर्दिश कार्यकर्ताओं का कहना है कि अफरीन में रविवार को तुर्की के हमलों में मारे गए 11 लोगों में छह बच्चे और महिलाएं भी हैं जबकि इसमें 16 लोग घायल हुए हैं. सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने रविवार को कहा कि अफरीन पर तुर्की के गुस्से को तुर्की की नीतियों से अलग करके नहीं देखा जा सकता. तुर्की की ये नीतियां सीरिया में आतंकवाद और आतंकवादी समूहों को सहयोग देने के लिए सीरियाई संकट शुरू होने के पहले दिन से प्रभावी हैं. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तइप एर्दोगन ने रविवार को कहा कि अफरीन में सैन्य अभियान थोड़े समय में समाप्त हो जाएगा. उन्होंने इस सैन्य अभियान को राष्ट्रीय संघर्ष बताया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैय्यद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान और आंतकवाद को लेकर कही यह कहावत
20 January 2018
संयुक्त राष्ट्र: भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा है कि पाकिस्तान को अच्छे और बुरे आतंकवाद में फर्क करने की मानसिकता को बदलने की जरूरत है. इसने परिषद से अपील की कि वह सीमा पार पनाहगाहों में बैठे आतंकवादियों की ओर से उत्पन्न चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करे. संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैय्यद अकबरुद्दीन ने सुरक्षा परिषद से कहा कि भारत का मानना है कि अफगानिस्तान अपना स्थान वापस हासिल करे और नयी दिल्ली अपने क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ करीबी तौर पर अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा, स्थायित्व और समृद्धि लाने को प्रतिबद्ध है. अफगानिस्तान मुद्दे पर विशेष मंत्री बैठक के दौरान अकबरुद्दीन ने कहा, “अफगानिस्तान में एक कहावत है जिसका सीधा मतलब यह होता है कि अगर निचले इलाके का पानी गंदा हो गया हो तो बिना समय गंवाए ऊंचाई पर जाकर इसे साफ कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में शांति के लिए सिर्फ समर्थन में आवाज उठाना ही काफी नहीं है, हमारे क्षेत्र और अफगानिस्तान को सीमा पार पनाहगाहों से उत्पन्न आतंकी चुनौतियों का समाधान करने पर भी ध्यान देने की जरूरत है.
महाफिज सईद मुंबई हमलों का मास्टर माइंड है, पाकिस्तान चलाए उसके ऊपर मुकदमा : अमेरिका
19 January 2018
नई दिल्ली: अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित किए जा चुके हाफिज सईद के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की अपील की है. अमेरिका ने यह अपील ऐसे समय में की है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने टिप्पणी की है कि सईद के खिलाफ कोई कदम उठाया नहीं जा सकता. अब्बासी ने मंगलवार को एक साक्षात्कार में सईद को 'साहिब' कह कर संबोधित किया था. अब्बासी से जब यह पूछा गया कि सईद के खिलाफ कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया, तो इसके जवाब में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा था, 'हाफिज सईद साहिब के खिलाफ पाकिस्तान में कोई मामला नहीं है. जब कोई मामला दर्ज हो, तभी कार्रवाई की जा सकती है.' इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि सईद के खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्होंने पाकिस्तान को इस बारे में बता दिया है. नोर्ट ने कल अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हमारा मानना है कि उसके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए. आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध होने के कारण उसे लक्षित प्रतिबंधों के लिए ‘यूएनएससी 1267, अलकायदा प्रतिबंध समिति’ की सूची में शामिल किया गया है.' हीथर ने कहा, 'हमने पाकिस्तान सरकार के समक्ष पूरी स्पष्टता से अपनी बात और चिंताएं रख दी हैं. हमारा मानना है कि उसके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए.' उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि अमेरिका ने सईद के बारे में अब्बासी की टिप्पणियों वाली खबरें 'निश्चित ही' देखी हैं. हीथर ने कहा, 'हम उसे एक आतंकवादी और एक विदेशी आतंकवादी संगठन का हिस्सा मानते हैं. हमारा मानना है कि वह 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड था. इस हमले में अमेरिकियों समेत कई लोगों की मौत हो गई थी.' जमात उद दावा के प्रमुख सईद को नवंबर में पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा किया गया था. अमेरिका जमात उद दावा (जेयूडी) को लश्कर का सहयोगी मानता है. लश्कर की स्थापना सईद ने वर्ष 1987 में की थी. लश्कर 2008 के मुंबई हमले करने के लिए जिम्मेदार है. इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी. हीथर ने कहा कि ट्रंप प्रशासन उम्मीद करता है कि पाकिस्तान आतंकवादी मामलों से निपटने में अधिक योगदान दे. उन्होंने कहा, 'हम इस बात को लेकर पूरी तरह स्पष्ट रहे हैं. आप सभी हमारे द्वारा करीब दो सप्ताह पहले दी गई इस सूचना के बारे में जानते हैं कि हमने पाकिस्तान को सुरक्षा के लिए आर्थिक मदद रोकने का फैसला किया है हीथर ने कहा कि अमेरिका-पाकिस्तान संबंध के मामले पर पूरा प्रशासन एकजुट है. अमेरिका ने इस माह ही शुरूआत में पाकिस्तान को दी जाने वाली दो अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता रोक दी थी और उस पर आतंकवाद के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया था. इसके जवाब में पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ सैन्य एवं खुफिया सहयोग रोक दिया था. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कल कहा था कि उसे पाकिस्तान से इस बारे में कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है.
मैं चाहता हूं कि दुनिया के हर हिस्से से प्रवासी आएं : डोनाल्ड ट्रंप’
17 January 2018
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि दुनिया के हर हिस्से से प्रवासी आएं. उनका यह बयान तब आया है जब व्हाइट हाउस योग्यता आधारित आव्रजन व्यवस्था पर जोर दे रहा है. ट्रंप ने हाल ही में उनके बयान को लेकर पैदा हुए विवाद पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं चाहता हूं कि प्रवासी हर जगह से आएं.’ ट्रंप ने कथित तौर पर कहा था कि वह चाहते हैं कि नॉर्वे से और अधिक लोग आए इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति आवेदक के देश, धर्म और जातीयता पर ध्यान दिए बिना योग्यता आधारित व्यवस्था पर जोर दे रहे हैं. सैंडर्स ने कहा, ‘वह चाहते हैं कि प्रवासी हर कहीं से आए लेकिन वह योग्यता आधारित व्यवस्था के जरिए ऐसा करना चाहते हैं उन्होंने एक सवाल के जवाब ने कहा, ‘योग्यता आधारित व्यवस्था नस्ल, धर्म या देश पर आधारित नहीं है. यह असल में योग्यता पर आधारित है.’ सैंडर्स ने कहा कि यह ‘अधिक निष्पक्ष व्यवस्था’ है और एक साल पहले डेमोक्रेट सदस्यों ने इसका समर्थन किया था.
काबुल में भारतीय दूतावास परिसर में गिरा रॉकेट, कोई हताहत नहीं’
16 January 2018
नई दिल्ली: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास के परिसर में एक रॉकेट गिरा, लेकिन मिशन के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि घटना में कोई आग नहीं लगी और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. उन्होंने ट्वीट किया, 'काबुल में हमारे दूतावास के परिसर में कुछ समय पहले एक रॉकेट आकर गिरा, जिससे दूतावास परिसर के पीछे वाले हिस्से में इमारत को थोड़ा नुकसान हुआ.' कुमार ने यह भी बताया कि वहां भारत के चार्ज डि अफेयर्स ने बताया कि दूतावास के सभी कर्मी सुरक्षित हैं यह अभी स्पष्ट नहीं है कि हमले में भारतीय दूतावास को ही निशाना बनाया गया था जो कि अफगानिस्तान की राजधानी के उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक क्षेत्र में स्थित है
अपने ऊपर लगे आरोपों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप बोले, ‘मैं नस्लवादी नहीं हूं’
15 January 2018
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ देशों के प्रवासियों के खिलाफ दिए कथित आपत्तिजनक बयान के बाद उत्पन्न विवाद को खत्म करने की मांग करते हुए कहा कि वह नस्लवादी नहीं हैं. द्विदलीय समूह के सांसदों के साथ पिछले सप्ताह हुई एक बैठक में उन्होंने कहा था कि बैठक में शामिल कुछ प्रतिभागी खास घटिया देशों के आव्रजकों के लिए दबाव डाल रहे हैं. ट्रंप को जिस कथित टिप्पणी के खिलाफ व्यापक स्तर पर आलोचना का सामना करना पड़ा वह उन्होंने आव्रजन में सुधारों को लेकर सांसदों के साथ गुरुवार को हुई बैठक में की थी. फ्लोरिडा में सदन में सत्तापक्ष के नेता केविन मैक्कार्थी के साथ रात्रि भोज के लिये ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स जाते हुये अमेरिकी राष्ट्रपति ने पत्रकारों से कहा, ‘‘नहीं-नहीं मैं नस्लवादी नहीं हूं.जितने भी लोगों का आपने अभी तक साक्षात्कार किया होगा उनमें से मैं सबसे कम नस्लवादी व्यक्ति हूं. यह मैं आपकों बता सकता हूं ट्रंप की नस्लवादी टिप्पणी करे लेकर उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा की जा रही आलोचना के संबंध में किए गये सवाल पर उन्होंने (ट्रंप ने) यह प्रतिक्रिया दी.
जापान में बर्ड फ्लू के खतरे के बीच 91000 मुर्गियां मारी गईं
13 January 2018
टोक्यो: जापान के अधिकारियों ने शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम जापान के एक फार्म में कई जानवरों के 'बर्ड फ्लू' वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद लगभग 91,000 मुर्गियों को मारने की घोषणा की है. समाचार एजेंसी 'एफे' ने क्षेत्रीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि शिकोकू द्वीप के कागावा प्रांत में एक फार्म में यह नया मामला तब सामने आया, जब इस सप्ताह 50 से ज्यादा मृत मुर्गियों में अत्यधिक हानिकारक संक्रमण एच5 वायरस का पता चला. जापानी समाचार एजेंसी 'क्योदो' के अनुसार, मुर्गियों को मारने की प्रक्रिया गुरुवार आधी रात से पहले ही शुरू हो गई और लगभग 24 घंटे में समाप्त हो जाएगी. 10 किमी के दायरे में अंडों और पशुओं का आवागमन रोक दिया गया है, जबकि क्षेत्र को कीटनाशक के साथ साफ किया गया है. कृषि और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में सरकार के प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने क्षेत्र के बाहर 'बर्ड फ्लू' के अन्य मामलों की संभावना जताई
कैलिफोर्निया में आई बाढ़, मिट्टी धंसने से 17 की मौत
12 January 2018
लॉस एंजिलस: कैलिफोर्निया में बाढ़ और मिट्टी धंसने से 17 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. वहीं, अमेरिकी प्रशासन कम से कम 20 लापता लोगों की खोज में जुटा है. समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, सांता बारबरा काउंटी के शेरिफ बिल ब्राउन ने कहा कि बचाव दल लापता लोगों को ढूंढ़ने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि लॉस एंजिल्स के उत्तर पश्चिम में स्थित मॉन्टेसिटो में आई आपदा के कारण 28 लोग घायल हो गए है. शेरिफ ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हालांकि हम चाहते हैं कि ऐसा न हो, लेकिन इस संख्या में बढ़ोतरी होने की आशंका है क्योंकि हम अभी भी लापता हुए लोगों की तलाश कर रहे हैं मिट्टी धंसने की यह घटना दिसंबर उस इलाके में हुई है जो दिसंबर 2017 में जंगल में लगी आग की चपेट में आया था और इलाके में मूसलाधार बारिश भी हुई थी, जिस दौरान 15 मिनट से भी कम समय में लगभग 2.54 सेंटीमीटर बारिश हुई थी. इससे लगभग 100 घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए थे और 300 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए. अधिकारियों ने मंगलवार को निकासी के आदेश दिए और निवासियों से ऊंचे इलाकों में जाने को कहा था. प्रभावित इलाका कैलिफोर्निया के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में शुमार है, जहां घरों की कीमत 14 से 40 लाख डॉलर के बीच है. यहां मशहूर टीवी होस्ट एलेन डी जेनरेस और ओपरा विनफ्रे के घर भी हैं. सांता बारबरा काउंटी के आपातकालीन प्रबंधन कार्यालय ने बुधवार को घोषणा की कि इन सभी घरों में 'लंबे समय तक' पीने का साफ पानी और बिजली मुहैया नहीं कराई जा सकेगी
सिगरेट देने से मना करने पर भारतीय मूल के दुकानदार की लंदन में पीटकर हत्‍या
11 January 2018
लंदन: भारतीय मूल के एक दुकानदार की उत्तरी लंदन में पीट कर हत्या कर दी गई. दुकानदार ने ब्रिटेन के एक किशोर को कम उम्र के होने की वजह से सिगरेट देने से मना कर दिया था, जिसके बाद उसने पटेल पर हमला कर दिया. विजय पटेल पर शहर के मिल हिल क्षेत्र में शनिवार की रात को हमला हुआ. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन सोमवार को उनकी चोट की वजह से मौत हो गई्. पटेल के परिवार वालों ने अस्पताल से उनकी तस्वीर इस हमले में शामिल आरोपी को पकड़ने की अपील के साथ जारी की है. 16 वर्षीय एक लड़के को आज इस संबंध में अदालत में पेश किया गया है. साल 2006 में पटेल अपने परिवार और पत्नी विभा के साथ लंदन आ गए थे. पटेल के दोस्तों ने उन्हें ‘ईमानदार’ और ‘मेहनती’ व्यक्ति बताया है पटेल के परिवार के सदस्यों की मदद करने को धन इकट्ठा करने के लिए ऑनलाइन पेज चलाया जा रहा है और अब तक लगभग 13 लाख रुपये जुटा लिए गए हैं
दावोस विश्व आर्थिक मंच में हिस्सा लेंगे डोनाल्ड ट्रंप, पीएम मोदी से मुलाकात भी संभव
10 January 2018
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महीने दावोस में विश्व आर्थिक मंच में हिस्सा लेंगे और कयास लगाए जा रहे हैं कि इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात की संभावना बन रही है. यह 18 वर्षों में पहली बार होगा जब अमेरिका के राष्ट्रपति वैश्विक आर्थिक नेताओं की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेंगे. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को स्विटजरलैंड की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे और दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्लूईएफ) के पूर्ण सत्र में भाषण देंगे. वर्ष 1997 के बाद ऐसा पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री दावोस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, ‘राष्ट्रपति वैश्विक नेताओं के साथ अपने ‘अमेरिका पहले’ के एजेंडे को आगे बढ़ाने के अवसरों का स्वागत करते हैं.’ उन्होंने कहा कि ट्रंप ‘अमेरिकी कारोबार, अमेरिकी उद्योगों और अमेरिकी कर्मियों’ को मजबूत करने की अपनी नीतियों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं.’ सारा ने कहा कि द्विपक्षीय बैठकों समेत दावोस में राष्ट्रपति की यात्रा का कार्यक्रम तय किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति का जो संदेश यहां है, वह वही संदेश वहां लेकर जाएंगे. यही संदेश वह एशिया के अपने दौरे में लेकर गए थे. उनका एजेंडा ‘अमेरिका पहले’ है.’ सारा ने कहा कि ट्रंप का ध्यान अमेरिकी कारोबार और अमेरिकी कर्मियों को मजबूत करने वाली नीतियों को प्रोत्साहित करने पर ‘अब भी 100 प्रतिशत केंद्रित है और वह इसे लेकर प्रतिबद्ध हैं.’ उन्होंने कहा कि कैबिनेट और प्रशासन के कई वरिष्ठ सदस्य इस समारोह का हिस्सा होंगे. विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2018 स्विट्जरलैंड के दावोस-क्लोस्टर्स में इस महीने बाद में आयोजित होगी जिसका विषय ‘‘क्रिएटिंग ए शेयर्ड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ होगा.
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच दो साल बाद बातचीत, किम-जोंग-उन ओलंपिक में एथलीट भेजने के लिए तैयार
9 January 2018
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच दो साल बाद बातचीत, किम-जोंग-उन ओलंपिक में एथलीट भेजने के लिए तैयार उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन (फाइल फोटो ) उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर पिछले कुछ महीनों से जारी तनाव के बीच उत्तर और दक्षिण कोरिया ने दो साल से अधिक समय बाद आज अपनी पहली आधिकारिक वार्ता की जिसमें उत्तर कोरिया ने आगामी शीतकालीन ओलंपिक में एथलीट और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का प्रस्ताव रखा. दक्षिण कोरिया ने खेलों के आयोजन के समय ही उन परिवारों का पुनर्मिलन आयोजित किए जाने की अपील की जो 1950-53 कोरियाई युद्ध के कारण अलग हो गए थे. प्रायद्वीप को विभाजित करने वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र में स्थित संघर्ष विराम गांव पनमुनजोम में दोनो देशों के बीच बातचीत हुई. उत्तर कोरिया का समूह सैन्य सीमांकन रेखा पर चलकर दक्षिण कोरिया स्थित पीस हाउस परिसर पहुंचा. दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्री चो म्योंग ग्यों और उत्तर कोरिया के मुख्य प्रतिनिधि री सोन ग्वोन ने ‘पीस हाउस’ के प्रवेश पर और बाद में वार्ता की मेज पर एक दूसरे से हाथ मिलाया उत्तर कोरिया की मानक परंपरा के अनुसार री ने अपने कोट के कॉलर के बाईं ओर एक बैज लगा रखा था जिस पर देश के संस्थापक किम इल सुंग और उनके बेटे किम जोंग इल की तस्वीर थी. चो ने भी दक्षिण कोरिया के झंडे वाला बैज लगा रखा था. दक्षिण कोरिया के उप एकीकरण मंत्री चुन हाए सुंग ने संवाददाताओं को बताया कि उत्तर कोरिया के अपने एथलीटों के अलावा एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, समर्थकों, कलाकारों और तायक्वांडो टीम को खेलों में भेजने का प्रस्ताव रखा है. उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरिया ने दोनों पक्षों के उद्घाटन समारोह में एक साथ मार्च करने का सुझाव रखा और परिवारों के पुनर्मिलन के पुनरारंभ की अपील के अलावा ‘‘अनावश्यक संघर्षों’’ को रोकने के लिए सैन्य वार्ता एवं रेड क्रॉस वार्ता का भी अनुरोध किया.
अमेरिका में माइनस 35 तो लद्दाख में भी माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तक गिरा पारा
8 January 2018
नई दिल्ली: उत्तर भारत ही नहीं उत्तर अमेरिका में भी रिकॉर्ड तोड़ सर्दी पड़ रही है.. सर्द तूफ़ान ग्रेसन के चलते अमेरिका के कई इलाकों में तापमान माइनस 35 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है. इसमें अगर सर्द हवा का असर भी शामिल कर लें जिसे 'विंड चिल' फैक्टर कहते हैं तो ये ठंड और भी भयानक महसूस हो रही है. अमेरिका के ईस्ट कोस्ट और मिडवेस्ट में हालत सबसे ज़्यादा ख़राब हैं जहां कई इलाकों में ध्रुवीय आर्कटिक से आ रही हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इन इलाकों में वर्मोंट, न्यूयॉर्क, वर्जीनिया, वेस्ट वर्जीनिया, मैरीलैंड, मेन और न्यू हैम्पशायर शामिल हैं. सर्द तूफ़ान ग्रेसन के असर से इतनी ठंड पड़ गई है कि इसे बॉम्ब साइक्लोन भी कहा जा रहा है. कड़ाके की ठंड की वजह से मशहूर न्याग्रा जल प्रपात भी जम गया है. यहां तापमान माइनस 23 डिग्री तक गिर चुका है. अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित इस जल प्रपात को देखने दुनिया भर से सैलानी आते हैं लेकिन इन दिनों इसे जमा हुआ देखने के लिए आने वालों की भी कमी नहीं है मौसम विभाग के मुताबिक कुछ-कुछ साल के अंतर पर सर्दी इतनी भयानक पड़ती है. कुछ ऐसी ही ठंड फरवरी 2015 में भी पड़ी थी. इन हालात में सर्दियों से बचने के लिए लोगों को ख़ास ऐहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है. बर्फ़बारी की वजह से हज़ारों घरों में बिजली पानी की दिक्कत पैदा हो गई है. हज़ारों विमान सेवाओं को रद्द करना पड़ा है. जानकार अब ये चर्चा कर रहे हैं कि इस तरह भीषण सर्द मौसम के पीछे क्या जलवायु परिवर्तन की भूमिका है. और अगर है तो कितनी वहीं भारत के लद्दाख में भी बर्फ़बारी के कारण भी इलाके का संपर्क ज़मीन के रास्ते से बाकी देश से कटा हुआ है. यहां तापमान माइनस 20 से माइनस 30 डिग्री तक गिर गया है. कई जगहों पर तो नदियां जम चुकी हैं. कुछ जगहों पर तो बर्फ़ नदियों के ऊपर इस तरह बह रही है. कई जगहों पर पानी के पाइप फट गए हैं. पाइपों और नलों को आग लगाकर गर्म किया जा रहा है ताकि बर्फ़ पिघले और पानी आए.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने ईरान से कहा, आप जो कर रहे हैं, उसे दुनिया देख रही है
6 January 2018
ईरान में हो रहे देशव्यापी प्रदर्शनों के बीच वहां की स्थिति पर चर्चा के लिये बुलायी गयी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के दौरान अमेरिका की दूत निक्की हेली ने इस्लामी राष्ट्र को चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘आप जो कर रहे हैं, उसे दुनिया देख रही है.’’ ईरान में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिये अमेरिका के अनुरोध पर न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य देश जुटे थे. समूचे ईरान में सप्ताह भर से अधिक समय से चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों में करीब 21 लोगों की मौत हो गयी है. बैठक के दौरान सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में से तीन सदस्य देश फ्रांस, रूस और चीन ने ईरान का साथ देते हुए कहा कि 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ईरान में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिये उचित मंच नहीं है क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरा पैदा नहीं होता है संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में निक्की ने कहा, ‘‘ईरान के लोग अब सड़कों पर उतर रहे हैं. वे बस वही मांग रहे हैं जिससे कोई सरकार कानून इनकार नहीं कर सकती है और वो है उनके मानवाधिकार एवं मौलिक आजादी. वे मदद के लिये गुहार लगा रहे हैं कि हमारे बारे में सोचो. अगर इस संस्था के मूल सिद्धांत कुछ मायने रखते हैं तो हम सिर्फ उनका रूदन नहीं सुनेंगे बल्कि अंतत: उनका जवाब देंगे. ईरानी शासन पर अब नजर है. आप जो कर रहे हैं, उसे दुनिया देख रही है.’’ ऐसा लग रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आ गये हैं
अमेरिका ने अल-कायदा के तीन आतंकियों को अंतरराष्‍ट्रीय आतंकवादी घोषित किया
5 January 2018
वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश विभाग ने गुरुवार को तीन लोगों को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मोहम्मद अल-गजाली, अबुकर अली अदन और वनास अल-फकीह पर सख्त प्रतिबंध लगाए जाएंगे विदेश विभाग ने कहा कि वे "अल-कायदा के सहयोगी संगठनों से जुड़े हुए हैं" जिन्हें अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकवादी संगठनों और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया है. इन्हें वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने से अमेरिकी न्यायाधिकार क्षेत्र में आने वाली इनकी सारी संपत्ति और लाभ के हित अवरुद्ध हो गए हैं और अमेरिकी नागरिकों पर इनके साथ किसी प्रकार की लेनदेन पर रोक लगा दी गई है अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को 1.1 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा सहायता राशि रोकने के ट्रंप प्रशासन के फैसले का मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ इस्लामाबाद के कोई कदम नहीं उठाने से कोई लेना देना नहीं है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को 1.1 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा सहायता राशि रोकने के ट्रंप प्रशासन के फैसले का मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ इस्लामाबाद के कोई कदम नहीं उठाने से कोई लेना देना नहीं है
पाक के नए वीडियो में जाधव ने फिर कबूला 'जुर्म', कहा- मैं आज भी नौसेना का अधिकारी
4 January 2018
नई दिल्ली: पाकिस्‍तान ने कुलभूषण जाधव का एक और वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में जाधव कह रहे हैं कि मां चिंता मत करो. यहां (पाकिस्तान में) मेरी देखभाल की जा रही है और इन्‍होंने मुझे छुआ तक नहीं है. वह (मां) मुझ पर विश्‍वास करेंगी अगर मुझे व्यक्तिगत रूप से देख लेंगी. इस वीडियो में जाधव अपना अपराध भी कबूल कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मुझे भारतीय जनता, भारत सरकार और नौसेना के लोगों से एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात करनी है कि मेरी भारतीय नौसेना की नौकरी नहीं गई है और मैं आज भी नौसेना का अधिकारी हूं. इस वीडियो में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव अपनी मां और पत्नी के साथ मुलाक़ात का ब्यौरा कुछ इस तरह से दे रहे हैं, जिससे पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा साफ दिख रहा है. डेढ़ मिनट के इस वीडियो में जाधव ने मुलाकात के दौरान मौजूद भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह पर अपनी मां को डांटने का आरोप लगाया है, जबकि मुलाकात के दौरान भारतीय उप उच्चायुक्त को शीशे की एक अलग दीवार के पीछे रखा गया था. जहां से वह जाधव और उनकी मां पत्नी के बीच की बातचीत को सुन ही नहीं सकते थे और न ही किसी तरह से हस्तक्षेप कर सकते थे. इस वीडियो के पीछे पाकिस्तान के झूठ की पोल इससे ही खुल जाती है कि पाकिस्तान ख़ुद भी ये कह चुका है कि डिप्लोमैट को मुलाक़ात के दौरान किसी तरह की बातचीत में शामिल नहीं होने दिया गया. इस वीडियो में कुलभूषण जाधव ने कहा है कि उनकी मां उनसे मिलकर संतुष्ट हुई थी. जाधव के मुंह से ये भी कहलवाया गया है कि पाकिस्तान उनको अच्छे से रख रहा है तो अच्छा व्यवहार कर रहा है और छू तक नहीं रहा. इसमें जाधव से एक बार फिर ये दावा करवाया गया है.
डोनाल्ड ट्रंप की किम जोंग उन को चेतावनी, न्यूक्लियर बटन मेरे पास भी है, जो ज़्यादा बड़ा और ताकतवर है
3 January 2018
वाशिंगटन: उत्तरी कोरिया के शासक किम जोंग उन द्वारा परमाणु हथियार चलाने का बटन हर समय उनके पास मौजूद रहने की धमकी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को चेताया कि उनके पास भी परमाणु बटन (न्यूक्लियर बटन) है, जो किम के बटन की तुलना में 'कहीं ज़्यादा बड़ा और ज़्यादा शक्तिशाली' है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, "उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन ने हाल ही में बयान दिया है कि 'न्यूक्लियर बटन हर वक्त उनकी मेज़ पर रहता है.' क्या उनके छोटे-से और खाने की किल्लत के शिकार प्रशासन में से कोई उन्हें जानकारी देगा कि मेरे पास भी न्यूक्लियर बटन है, लेकिन वह कहीं ज़्यादा बड़ा और उनके बटन के मुकाबले ज़्यादा शक्तिशाली है और हां, मेरा बटन काम भी करता है डोनाल्ड ट्रंप की यह चेतावनी किम जोंग उन द्वारा अपने वार्षिक नववर्ष संबोधन के दौरान न्यूक्लियर बटन अपनी मेज़ पर तैयार रहने की धमकी के बाद आया है, हालांकि साथ ही किम जोंग उन ने यह भी कहा था कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं, और उनका देश अगले माह होने वाले प्योंगचांग खेलों में हिस्सा भी लेगा दक्षिण कोरिया ने भी मंगलवार को इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए उत्तरी कोरिया से 9 जनवरी को उच्चस्तरीय वार्ता का प्रस्ताव दिया था. लेकिन संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने प्रस्तावित वार्ता को खारिज करते हुए उसे 'बैन्ड-एड' की संज्ञा दी थी और कहा था कि अमेरिका कभी परमाणु-शक्ति संपन्न उत्तरी कोरिया को बर्दाश्त नहीं करेगा.
इजरायल ने आतंकी हमले की योजना बना रहे 17 फिलिस्तीनियों को किया गिरफ्तार
2 January 2018
जेरुसलम: इजरायल ने गाजा स्थित हमास संचालन की ओर से आतंकी हमले की योजना बना रहे 17 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार कर लिया है. इजरायल सुरक्षा एजेंसी (आईएसए) ने एक बयान में यह जानकारी दी. एक समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक, आईएसए ने सोमवार को कहा कि जांच के मुताबिक, एक हमास संचालक अबदल्लाह अरार इस सेल के पीछे था. आईएसए ने उसकी पहचान एक पूर्व जेल कैदी के रूप में की है जिसने 2005 में इजरायल नागरिक के अपहरण में शामिल होने के लिए जेल काटी थी. उसे 2011 में शालीत कैदियों के अदला बदली सौदे में रिहा किया गया और गाजा पट्टी से निकाला दिया गया था. आईएसए के मुताबिक, उस पर दक्षिणी वेस्ट बैंक के जबा गांव के निवासी अला सलीम द्वारा निर्देशित होने का संदेह है, ताकि एक सेल स्थापित किया जा सके और एम -16 को खरीद कर हमला किया जा सके. एजेंसी ने कहा कि सलीम ने अपने साथी जबा निवासी रियान तौम से संपर्क किया और एम-16 खरीदने और उसे भारी मात्रा में पैसा जुटाने में सहायता देने का अनुरोध किया. आईएसए के एक अधिकारी ने बयान में कहा, "हाल ही में जुडिया और सामरिया (वेस्ट बैंक) में हमास के सदस्यों के माध्यम से हमलों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया." हमास एक इस्लामी संगठन है, जो फिलीस्तीनी घेरे के मुहासिरे से संचलित किया जाता है. वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर हिंसा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा छह दिसंबर को एक बयान में जेरुसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने का बाद बढ़ गई है.
पाकिस्तान को बड़ा झटका : 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोक सकता है अमेरिका
30 December 2017
न्यूयॉर्क: अमेरिका जल्द ही पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दे सकता है. दरअसल अमेरिकी सरकार पाकिस्तान को दी जाने वाले 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोकने पर विचार कर रही है. इससे साफ है कि ट्रंप प्रशासन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा कार्रवाई ना किए जाने से असंतुष्ट है. न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, क्या पाकिस्तान को सहायता राशि ना देकर ट्रंप उन्हें आतंकवाद विरोधी अभियानों पर सहयोग करने में नाकाम रहने पर सजा की चेतावनी देंगे, ट्रंप प्रशासन में इस बात को लेकर आंतरिक बहस छिड़ी हुई है. खबर में कहा गया है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध तब से तनावपूर्ण बने हुए है जब राष्ट्रपति ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान ‘‘अराजकता, हिंसा और आतंकवाद फैलाने वाले लोगों को पनाहगाह देता है.’’ पाकिस्तान को वर्ष 2002 से 33 अरब डॉलर से ज्यादा की सहायता मुहैया कराने वाले अमेरिका ने अगस्त में कहा था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवादी समूहों के खिलाफ और अधिक कार्रवाई नहीं करता तब तक वह 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की धनराशि रोक रहा है. अखबार ने कहा, ‘‘इस महीने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी इस पर फैसला लेने के लिए मिले कि धनराशि के बारे में क्या किया जाए और अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अंतिम निर्णय आगामी सप्ताहों में लिया जा सकता है.’’ अखबार की यह रिपोर्ट अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइकल पेंस के कबुल में दिये उस बयान के कुछ दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को नोटिस पर रखा हुआ है. खबर के मुताबिक, पाकिस्तान ने अमेरिका को अपहृत कनाडाई-अमेरिकी परिवार से संपर्क करने से मना कर दिया था. परिवार को इसी साल छुड़ाया गया था. न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में कहा गया है, ‘‘अब ट्रंप प्रशासन इस बात पर गंभीरता से विचार कर रहा है कि क्या पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी नेटवर्कों के खिलाफ उसके कार्रवाई ना करने पर असंतोष के रूप में 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोकी जाए पाकिस्तान की सेना ने बृहस्पतिवार को अमेरिका को उसकी सरजमीं पर सशस्त्र समूहों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करने की संभावना के खिलाफ चेतावनी दी थी. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने इस बात को खारिज कर दिया कि पाकिस्तान सशस्त्र समूहों से लड़ने के लिए कुछ खास नहीं कर रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 12 जनवरी को होगा मेडिकल परीक्षण
29 December 2017
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 12 जनवरी को औपचारिक चिकित्सकीय जांच होगी. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने राष्ट्रपति की होने वाली परंपरागत जांच की तिथि की आज पुष्टि की. व्हाइट हाउस ने पहले कहा था कि ट्रंप की जांच साल की शुरूआत में वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में होगी. सारा ने कहा कि जांच की रिपोर्ट आने के बाद उसे जारी किया जाएगा. 71 वर्षीय राष्ट्रपति ने अपने स्वास्थ्य के बारे में सीमित जानकारी जारी की है. उनकी चुनाव प्रचार मुहिम के दौरान उनके गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट ने चार पैरे का एक पत्र जारी करके कहा था कि वह ‘‘अब तक चुने गए सबसे स्वस्थ व्यक्ति’’ होंगे. ट्रंप ने ‘द डॉ. ओज शो’ में अपने कोलेस्ट्रोल के स्तर और कैंसर संबंधी जांच के परिणाम जारी करते हुए कहा था कि वह अच्छा महसूस करते हैं. उल्लेखनीय है कि कुछ सप्ताह पहले एक संबोधन के दौरान ट्रंप के शब्द लड़खड़ाते प्रतीत हुए थे जिसके बाद उनके स्वास्थ्य को लेकर कई अटकलें लगने लगी थीं. व्हाइट हाउस ने कहा कि उनका गला सूख गया था
काबुल में कई विस्फोट, कम से कम चालीस लोगों की मौत, कई घायल: गृह मंत्रालय
28 December 2017
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक शिया सांस्कृतिक केंद्र में आज हुए कई विस्फोटों में कम से कम 40 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि यह हमला तबायान सांस्कृतिक केंद्र को निशाना बनाकर किया गया. विस्फोट उस समय हुए जब वहां अफगानिस्तान पर पूर्व सोवियत संघ के आक्रमण के 38 वर्ष पूरे होने के मौके पर एक कार्यक्रम चल रहा था. यह केंद्र अफगान वॉइस एजेंसी के पास है. पहले खबरें थीं कि संभवत: इसी मीडिया प्रतिष्ठान को निशाना बनाया गया है.
हाफिज सईद कर चुका है 2018 के चुनाव की तैयारी, लाहौर में पार्टी कार्यालय खोला
26 December 2017
इस्लामाबाद: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद राजनीति में भाग्य चमकाने की बिसात बिछा चुका है. मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) का पहला कार्यालय यहां खोला. कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की सरकार ने राजनीतिक दल के तौर पर इस समूह के पंजीयन की मांग करने वाली याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि यह समूह राजनीति में हिंसा और अतिवाद को बढ़ावा देगा. सईद ने पुष्टि की है कि एमएमएल के बैनर तले उसका संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) वर्ष 2018 के आम चुनाव में उतरेगा. सरकार के मुताबिक एमएमएल प्रतिबंधित लश्कर ए तैयबा और जेयूडी की ही शाखा है. चुनाव आयोग ने अक्तूबर माह में राजनीतिक दल के तौर पर समूह का पंजीयन करने से इनकार कर दिया था, इस आदेश को एमएमएल ने चुनौती दी थी. सईद ने लाहौर की नेशनल एसेंबली -120 क्षेत्र में कार्यालय का उद्घाटन कल किया. सितंबर में जेयूडी का एक सदस्य यहां से उप चुनाव में खड़ा हुआ था. एमएमएल का राजनीतिक दल के तौर पर पंजीयन करने से गृह मंत्रालय के इनकार के बावजूद सईद राजनीतिक शुरुआत करने की योजना पर आगे बढ़ रहा है. गृह मंत्रालय स्पष्ट कर चुका है कि जिहादी गठबंधनों को मुख्यधारा में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी. लाहौर में राजनीतिक कार्यालय खोलना बताता है कि सईद की राजनीति में उतरने की महत्वाकांक्षी योजना है. आतंकी गतिविधियों में भूमिका के लिए अमेरिका ने सईद पर एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित किया है. पाकिस्तान की सरकार ने सईद को 24 नवंबर को नजरबंदी से रिहा कर दिया था
क्रिसमस पर सामूहिक प्रार्थना में शामिल होने जा रहे 20 लोगों की बस दुर्घटना में मौत
25 December 2017
मनीला: उत्तरी फिलीपीन में क्रिसमस के अवसर पर सामूहिक प्रार्थना सभा में शामिल होने जा रहे 20 श्रद्धालुओं की आज एक बस दुर्घटना में मौत हो गई. पुलिस ने आज इसकी जानकारी दी. आगू पुलिस ने बताया कि मनीला से 200 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित आगू शहर में एक ही परिवार के कई लोग प्रार्थना के लिए एक छोटी बस में सवार होकर चर्च जा रहे थे, उनकी बस की एक बड़ी बस से आमने-सामने की भिड़ंत हो गई. इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि बड़ी बस में सवार 15 यात्रियों के साथ ही छोटी बस में सवार नौ अन्य लोग भी घायल हो गये. पास के शहर के एक प्रसिद्ध चर्च के बारे में पुलिस अधिकारी वनीसा अबुबो ने एएफपी को बताया कि ‘‘वे लोग मनाओग में सामूहिक प्रार्थना सभा में भाग लेने जा रहे थे.’ इस कैथोलिक बहुल राष्ट्र में सदियों पुराना ‘अवर लेडी ऑफ मनाओग चर्च’ प्रमुख धर्मस्थल है. श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां वर्जिन मैरी की प्रतिमा चमत्कार करती है.
मेलबर्न : कार हमले के आरोपी पर हत्या के प्रयास के 18 मामले दर्ज
23 December 2017
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में कार हमले के आरोपी शख्स पर शनिवार को हत्या के प्रयास के 18 मामले दर्ज किए हैं. बीबीसी के अनुसार, पूर्व अफगान शरणार्थी सईद नूरी (32) को शनिवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा. सईद पर किसी के जीवन को खतरे में डालने का भी मामला दर्ज किया गया है. फ्लिंडर्स स्ट्रीट पर गुरुवार को हुई घटना के बाद एक दर्जन से ज्यादा घायल हुए लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है. इसमें घटना में घायल तीन की हालत है. घायलों में नौ विदेशी नागरिक हैं, जो दक्षिण कोरिया, आयरलैंड, वेनेजुएला, चीन, भारत और इटली के हैं. बीबीसी ने मेलबर्न पुलिस के हवाले से बताया कि संदिग्ध से पूछताछ की गई और शुक्रवार को अस्पताल से रिहा होने के बाद उस पर आरोप तय किए गए. शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
दक्षिण एशिया में ‘अस्थिरता लाने वाली गतिविधियों ’ से रणनीतिक स्थिरता कमजोर : पाकिस्तान
22 December 2017
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की परमाणु कमान संस्था ने भारत का अप्रत्यक्ष तौर पर जिक्र करते हुए एक ‘पड़ोसी’ द्वारा दक्षिण एशिया में अस्थिरता लाने वाली कार्रवाई को सामरिक स्थिरता के लिए खतरा बताते हुए चिंता प्रकट की. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने नेशनल कमांड अथॉरिटी (एनसीए) की 23 वीं बैठक की अध्यक्षता की जिसमें सामरिक माहौल पर विस्तार से अवगत कराया गया. इसमें कहा गया कि एनसीए ने क्षेत्रीय सुरक्षा माहौल का जायजा लिया और पाकिस्तान के पड़ोस में अस्थिरता लाने वाली कुछ गतिविधियों को लेकर चिंता जताई गई जिससे कि दक्षिण एशिया में सामरिक स्थिरता का लक्ष्य कमजोर हुआ. इसमें कहा गया, ‘इसमें, क्षेत्र में व्यापक रूप से हथियारों का जमावड़ा, हिंद महासागर क्षेत्र का परमाणुकरण और बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा तंत्र की गतिविधि / तैनाती की योजना शामिल है
पाकिस्तान पुलिस ने बलूचिस्तान के गवर्नर की हत्या की साजिश नाकाम की, दो लोग गिरफ्तार
21 December 2017
कराची: बलूचिस्तान के गवर्नर की हत्या की साजिश नाकाम करते हुए पाकिस्तान पुलिस ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. क्वेटा के पुलिस उप महानिरीक्षक अब्दुल रज्जाक चीमा ने मीडिया को बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वे प्रांतीय गवर्नर मोहम्मद खान अचकजई की उनके पैतृक गांव की यात्रा के दौरान हत्या की साजिश कर रहे थे चीमा ने बताया, ‘‘पंजाब निवासी हामिद बशीर और क्वेटा निवासी मुनवर अहमद ने साजिश में शामिल होने की बात कबूल की है. दोनों को अफगानिस्तान के पास गुलिस्तान क्षेत्र में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया।’’ ये लोग गवर्नर पर आत्मघाती हमला करने की योजना बना रहे थे. अधिकारी ने कहा कि मुखबिर की सूचना पर की गयी छापेमारी के दौरान पुलिस ने परिसर से दो आत्मघाती जैकेट और बारूदी सुरंगों सहित भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किया है. बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज बुगती के अनुसार, जांच में पता चला है कि गवर्नर पर हमले की योजना के पीछे कारी तालिबान समूह का हाथ है यह समूह अब अफगानिस्तान से अपनी गतिविधियां चलाता है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में पंजाब के तत्कालीन गृहमंत्री शुजा खानजादा की हत्या के पीछे भी इसी समूह का हाथ था.
मिस्र के हवाईअड्डे पर आतंकी हमला, 1 की मौत, दो घायल
20 December 2017
काहिरा: मिस्र के उत्तरी सिनाई प्रांत के अरीश शहर के हवाईअड्डे पर आतंकवादी हमले में एक अधिकारी की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सैन्य प्रवक्ता तमर अल राफे के हवाले से बताया, "अरीश हवाईअड्डे को निशाना बनाकर हमला किया गया, जिसमें एक अधिकारी की मौत हो गई. जबकि दो घायल हो गए. इससे एक हेलीकॉप्टर को आंशिक क्षति पहुंची है बयान के मुताबिक, यह हमला अरीश शहर में सुरक्षा स्थितियों की जांच करने पहुंचे रक्षा मंत्री के दौरे के दौरान हुआ. हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
'वानाक्राइ' साइबर हमले के पीछे उत्तर कोरिया का हाथ : व्हाइट हाउस
19 December 2017
वाशिंगटन: व्हाइट हाउस के होमलैंड सुरक्षा सलाहकार टॉम बोसर्ट ने कहा कि अमेरिका का विश्वास है कि मई में हुए साइबर हमले 'वानाक्राइ' के पीछे उत्तर कोरिया था. बॉसर्ट ने सोमवार को वॉल स्ट्रीट के जर्नल में लिखे लेख में कहा, "सावधानीपूर्ण की गई जांच के बाद अमेरिका आज सार्वजनिक रूप से कह सकता है कि मई में हुए साइबर हमले वानाक्राइ के पीछे उत्तर कोरिया का हाथ था सीएनएन ने बॉसर्ट के हवाले से बताया, "यह हमला दुनियाभर में हुआ था और इससे करोड़ों का नुकसान हुआ था, जिसके लिए उत्तर कोरिया सीधे तौर पर जिम्मेदार है." उन्होंने बताया, "अमेरिका के इस दावे के लिए उसके पास साक्ष्य भी है और ब्रिटेन एवं माइक्रोसॉफ्ट भी हमले के विश्लेषण के बाद समान निष्कर्षो पर पहुंचे हैं. सीएनएन ने जून में बताया था कि ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी को विश्वास था कि उत्तर कोरिया सरकार से संबंधित कोई समूह इस हमले के पीछे है
म्यांमार में फिर जलाए गए रोहिंग्या के 40 गांव : रिपोर्ट
18 December 2017
नेपेडा: अमेरिका के सबसे बड़े मानवाधिकार संगठन, ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) ने सोमवार को कहा कि अक्टूबर से नवंबर के बीच म्यांमार में सैन्य अभियान में रोहिंग्याओं के 40 गांव जला दिए गए हैं. सेना द्वारा 25 अगस्त से शुरू किए गए आक्रामक सैन्य अभियान के बाद मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग छह लाख 55 हजार लोगों को अपने घरों को छोड़ बांग्लादेश भागने पर मजबूर होना पड़ा था. एचआरडब्ल्यू ने उपग्रह द्वारा प्राप्त तस्वीरों के आधार पर नवीनतम घटनाओं की जांच की, जिससे पता चला कि अक्टूबर और नवंबर के बीच पूर्ण और आंशिक तौर पर 354 गाव जलाए गए. समूह ने एक बयान में कहा कि कुछ मामले उसी समय सामने आए, जब बांग्लादेश और म्यांमार की सरकारों ने हजारों निर्वासित शरणार्थियों की वापसी के लिए 23 नवंबर को एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे एचआरडब्ल्यू एशिया के निदेशक ब्रैड एडम्स ने कहा कि रोहिंग्या गांवों को निरंतर खत्म किए जाने से पता चलता है कि निर्वासित शरणार्थियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता केवल एक दिखावा था. एडम्स ने कहा, 'उपग्रह की तस्वीरों से पता चलता है कि रोहिंग्या के गांवों को लगातार नष्ट किया जा रहा है, जिसे म्यांमार सेना खारिज कर रही है. म्यांमार सरकार की शरणार्थियों की वापसी की प्रतिबद्धता को गंभीरता से नहीं लिया गया है.'संगठन ने म्यांमार की सेना पर सैन्य कार्रवाई के दौरान हत्या और दुष्कर्म सहित कई तरह के अत्याचारों का आरोप लगाया है.
इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर भूकंप के तेज झटके, लोगों के बीच घबराहट का आलम
16 December 2017
जकार्ता: इंडोनेशिया के मुख्य जावा द्वीप पर 6.5 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप में एक व्यक्ति की मौत हो गई और राजधानी जकार्ता में लोगों के बीच घबराहट पैदा हो गई. अधिकारियों ने बताया कि अभी सुनामी के कोई संकेत नहीं मिले हैं लेकिन उन्होंने भूकंप के बाद चेतावनी जारी की है. भूकंप के झटके कल राजधानी से करीब 300 किलोमीटर तटीय क्षेत्र में महसूस किए गए. राष्ट्रीय आपदा शमन एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पूर्वो नुग्रोहो ने बताया कि पश्चिम जावा के कियामिस क्षेत्र में ध्वस्त हुए मकान के मलबे में फंसे 62 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई इस द्वीप में कम से कम पांच अन्य लोगों के घायल होने की खबर है. अधिकारी भूकंप से हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं. भूकंप कल स्थानीय समयानुसार आधी रात से पहले आया. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र तटीय शहर किपातुजाह से पूर्व दक्षिण पूर्व में जमीन से 91 किलोमीटर की गहराई में था तटीय शहर किलाकैप में सुनामी के डर से लोगों को बाहर निकाला गया. भूकंप से कई मकानों को भी नुकसान पहुंचा है
यूरोपीय संघ के नेताओं ने येरुशलम को इजराइल की राजधानी के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को किया खारिज
15 December 2017
यूरोपीय संघ के नेताओं ने यरूशलम को इजराइल की राजधानी के रूप में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दी गई मान्यता को खारिज करते हुए कहा कि वह अपने इस रुख पर कायम हैं कि शहर की स्थिति को वार्ता के जरिए ही सुलझाया जाना चाहिए. ट्रंप प्रशासन ने इस माह की शुरूआत में यरूशलम पर फलस्तीन के दावे को नजरअंदाज करते हुए शहर को इजराइली राजधानी के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दी थी जिसके लिए उसकी काफी आलोचना हुई थी ब्रसेल्स में एक सम्मेलन में 28 देशों के समूह के नेताओं के इस मामले पर चर्चा करने के बाद ईयू अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने ट्वीट किया, ‘‘ईयू नेताओं ने द्विराष्ट्रीय समाधान के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता जताई और यरूशलम के मामले पर ईयू के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है.’’ ईयू ने अमेरिका के निर्णय को लेकर चेताया है. इसकी विदेश नीति प्रमुख फेडेरिका मोघेरिनी ने पिछले सप्ताह चेताया था कि इससे हालात और भी खराब हो सकते हैं.
खतरनाक स्‍टंट करते हुए 62 मंजिला इमारत से गिरा स्‍टंटमैन, खुद के कैमरे में रिकॉर्ड हो गई मौत
13 December 2017
नई द‍िल्‍ली : हम अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर आए दिन स्‍टंट वाले कई वीडियो देखते हैं. स्‍टंट भी कोई ऐसे-वैसे नहीं बल्‍कि इतने खतरनाक कि उन्‍हें देखकर आप दांतों तले अंगुली दबा लें. ऐसे स्‍टंट करने वालों को देखकर मन में बस यही खयाल आता है कि कोई इतना जोखि‍म कैसे उठा सकता है. लेकिन कई बार किस्‍मत और सालों की प्रैक्टिस साथ नहीं देती. ऐसा ही कुछ चीन के एक इंटरनेट स्‍टार वू यॉन्गिंग के साथ हुआ है. एक डेयरडेविल स्‍टंट करते हुए 62 मंजिला इमारत से गिरकर वू की मौत हो गई. वू यॉन्गिंग 26 साल का था. वह ऊंची-ऊंची इमारतों पर स्‍टंट करते हुए वीडियो शूट करता था, जिन्‍हें वो चीन की सोशल मीडिया ऐप्‍प वीबो पर अपलोड करता था. इस बार भी वो कुछ ऐसा ही करना चाहता था. अपने स्‍टंट के लिए उसने 62 मंजिला इमारत को चुना. स्‍टंट करते हुए उसकी पकड़ कमजोर हो गई और वो ऊपर से नीचे गिर गया. आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि इस स्‍टंट के लिए वू को 7.7 लाख रुपये मिलने वाले थे. बिल्‍डिंग 45 फीट ऊंची थी और पुल-अप करने के दौरान यह हादसा हो गया. हादसे का पूरा वीडियो एक कैमरे में कैद हो गया. इस कैमरे को खुद वू ने ही स्‍टंट वाली जगह से कुछ दूरी पर लगाया हुआ था. बाद में एक सफाई कर्मचारी की नजर वू की लाश पर पड़ी जिसने उनके घरवालों को इस बारे में जानकारी दी. हालांकि वू की मौत आठ नवंबर को ही हो गई थी, लेकिन यह मामला 8 दिसंबर को प्रकाश में आया. दरअसल, वू के प्रशंसक इस बात से परेशान थे कि एक महीने से उन्‍होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भी नया वीडियो अपलोड नहीं किया था वू यॉन्गिंग की गर्लफ्रेंड जिन जिन ने बीजिंग न्‍यूज को बताया कि इस स्‍टंट को सफलतापूर्वक करने के बाद वो उनके घरवालों से शादी की बात करने वाला था. यही नहीं इस वीडियो से उसे जो पैसे मिलते उससे वो गर्लफ्रेंड के घरवालों के लिए तोहफे भी लाने वाला था आपको बता दें कि लाइव स्‍ट्रीमिंग वीडियो साइट 'Volcano' पर वू के 300 वीडियो और 10 लाख फॉलोवर्स थे. लाइव स्‍ट्रीमिंग के लिए उन्‍हें 5.3 लाख रुपये मिलते थे. यही नहीं उनके फॉलोवर्स उन्‍हें वर्चुअल करंसी भी देते थे. उनकी गर्लफ्रेंड जिन जिन ने इस बात का भी खुलासा किया है कि जिस इमारत पर स्‍टंट करते हुए वू की मौत हुई वह 44 मंजिलों तक ही खुली रहती है. जाहिर ऐसे में वू 18 मंजिल चढ़ने के बाद ही ऊपर तक पहुंचा होगा. उधर, वू की मौत खबरे मिलने के बाद से ही उनके प्रशंस बेहद दुखी हैं और उनका सोशल मीडिया अकाउंट श्रद्धांजलियों से पटा पड़ा है.
मिस्र के राष्ट्रपति ने येरूसलम मुद्दे पर बातचीत के लिए महमूद अब्बास को आमंत्रित किया
11 December 2017
काहिरा: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने फिलीस्तीन के अपने समकक्ष महमूद अब्बास को येरूसलम मुद्दे पर सोमवार को काहिरा में वार्ता के लिए आमंत्रित किया. मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता बासम राडी ने जारी बयान में कहा, "यह वार्ता अमेरिका द्वारा येरूसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने से जुड़े घटनाक्रमों पर केंद्रित होगी गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा येरूसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने और इजरायल में अमेरिकी दूतावास को तेल अवीव से येरूसलम स्थानांतरित करने के लगभग सप्ताह भर बाद सीसी ने अब्बास को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है.
लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी भीषण आग के बाद कैलिफोर्निया में आपातकाल का ऐलान
9 December 2017
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी भीषण आग में आसपास की कई पहाड़ियों के चपेट में आने के बाद शुक्रवार को कैलिफोर्निया में आपातकाल का ऐलान कर दिया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस महीने के शुरुआत में जंगल में लगी आग से बनी आपात स्थितियों के मद्देनजर बचाव कार्यो में संघीय सरकार मदद करेगा इसके साथ ही लॉस एंजेलिस, रीवरसाइड, सैन डियागो और वेंतुरा काउंटी सहित प्रभावित क्षेत्रों के लिए संघीय आपात कोष भी जारी होगा. ट्रंप के इस ऐलान से एक दिन पहले कैलिफोर्निया के गवर्नर जेरी ब्राउन ने राष्ट्रपति से राज्य में आपातकाल का ऐलान करने के लिए पत्र लिखा था जंगल में लगी आग से कुछ ही दिनों में हजारों एकड़ की संपत्ति और 439 इमारतें नष्ट हो गई हैं.
पाकिस्तान में नाव पलटने से मृतकों की संख्या पहुंची 21, ज्यादातर यात्री कराची के रहने वाले
8 December 2017
पाकिस्तान के थट्टा जिले में नौका पलटने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है जबकि कई लापता हैं. डॉन न्यूज ने जिला अधिकारियों के हवाले से बताया कि गुरुवार शाम को जिस समय यह घटना हुई, उस समय नौका में लगभग 70 लोग सवार थे थट्टा उपायुक्त नासिर बेग ने कहा कि अभी तक 20 लोगों को बचा लिया गया है. सेना की मदद से बचाव कार्य जारी है. नौका में सवार लोगों में अधिकतर तीर्थयात्री थे, जो सूफी संत के वार्षिक उत्सव में शामिल होने जा रहे थे पुलिस ने बताया कि अधिकतर यात्री कराची के रहने वाले थे. शुरुआती जांच के मुताबिक, अत्यधिक भीड़ की वजह से नौका संतुलन खो बैठी और पलट गई
अब चीन ने भारत पर लगाया यह सनसनीखेज आरोप और कहा- हमारी संप्रभुता का उल्लंघन हुआ
7 December 2017
बीजिंग: चीन की सेना ने भारत पर आरोप लगाया है कि एक भारतीय ड्रोन चीन के हवाई क्षेत्र में घुस गया और उसके बाद वह दुर्घटना का शिकार हो गया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने वेस्टर्न थियेटर कमांड के ज्वाइंट स्टाफ विभाग के कॉम्बैट ब्यूरो के उप प्रमुख झैंग शुइली के हवाले से कहा, "एक भारतीय यूएवी (अन्मैन्ड एरियल वेहिकल) ने चीन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया और प्रवेश करते ही वह दुर्घटना का शिकार हो गया. चीनी सीमा सुरक्षा बलों ने ड्रोन की पहचान और उसका सत्यापन किया है झैंग के अनुसार, "भारत के इस कदम से चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन हुआ है और हम इसका कड़ा विरोध करते हैं. हम अपने मिशन और जिम्मेदारी को पूरा करेंगे और चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा करेंगे.
माल्या के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई के दौरान भारतीय जेलों की तुलना रूस की जेलों से
6 December 2017
लंदन: लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में शराब कारोबारी विजय माल्या की प्रत्यर्पण सुनवाई में भारत की जेल प्रणाली की तुलना रूस के जेलों की हालत से हुई. 61 वर्षीय माल्या के बचाव दल ने भारत सरकार की ओर से क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) द्वारा धोखाधड़ी के मामले में तैयार किए गए मामले के जवाब में शुरुआती दलीलों के तहत इस मुद्दे को उठाया. बचाव पक्ष ने जज एम्म आर्बुथनॉट से कहा कि भारत में जेलों में सुरक्षित हालात पर भारतीय अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासनों के सही से अनुपालन की कोई प्रणाली नहीं है. माल्या के बैरिस्टर क्लेयर मोंटगोमेरी ने अदालत में कहा, सरकार (भारत की) अदालत के आदेशों की अवहेलना को दूर करने के उपायों को लेकर असमर्थ और अनिच्छुक रही है. न्यायाधीश ने पूछा कि रूस में जेलों में खराब हालात की तुलना कैसे हो सकती है जहां प्रत्यर्पण के मामले कारावासों के असुरक्षित हालात पर निर्भर करते हैं मोंटगोमरी ने कहा कि रूस के हालात भारत से बहुत बेहतर हैं, क्योंकि वे कम से कम अदालत के आदेशों के उल्लंघन की समीक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को अनुमति देते हैं. न्यायाधीश ने कहा, यह रोचक बात है
अमेरिका : नाबालिग से यौन संबंध बनाने की कोशिश की थी, भारतीय मूल के व्यक्ति को 46 महीने की सजा
5 December 2017
वाशिंगटन: अमेरिका में एरिज़ोना की एक संघीय अदालत ने भारतीय मूल के एक कनाडाई व्यक्ति को नाबालिग लड़की से यौन संबंध बनाने के लिये अमेरिका आने के जुर्म में 46 महीने की सजा सुनाई है. कनाडा के ओंटारियो के दिलबाग सिंह ने इकबाल-ए-जुर्म कर लिया था अदालती दस्तावेजों के मुताबिक सिंह जनवरी 2017 में ऑनलाइन एक युवती से संपर्क में आया जिसके बारे में उसका मानना था कि वह 15 वर्षीय है. करीब चार महीने के बाद सिंह ने लड़की से कहा कि वह उसके साथ विभिन्न यौन क्रियाएं करना चाहता है
अमेरिका ने कहा, अफगानिस्तान मामले में महत्वपूर्ण पक्ष है भारत
4 December 2017
वाशिंगटन: राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा दक्षिण एशिया नीति की घोषणा के सौ दिन बाद अमेरिका का कहना है कि अफगानिस्तान में भारत एक महत्वपूर्ण पक्ष है और वह युद्ध से जर्जर देश के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाने के नयी दिल्ली के आवागमन के विकल्पों का समर्थन करता है. ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘भारत ने यह साबित किया है कि अफगानिस्तान में वह एक पक्ष है और वह अफगानिस्तान को बेहद संरचनात्मक तौर से सहयोग देने में दिलचस्पी रखता है.’ पहचान गुप्त रखने की शर्त पर अधिकारी ने उक्त जानकारी दी. वह 21 अगस्त को ट्रंप द्वारा घोषित दक्षिण एशिया नीति के सौ दिन पूरे होने पर भारत की भूमिका की समीक्षा कर रहे थे अधिकारी ने कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं, राष्ट्रपति ट्रंप ने 21 अगस्त को अपने भाषण में भारत को अफगानिस्तान और उनके आर्थिक विकास में बड़ा पक्ष बताया था. मुझे लगता है कि भारत इस आह्वान का उत्तर दे रहा है.’ नयी दिल्ली में सितंबर में हुए बेहद सफल व्यापार सम्मेलन का हवाला देते हुए अधिकारी ने कहा कि इससे सैकड़ों-लाखों की संख्या में नये सौदे हुए हैं. भारत ने यहां के लिए हवाई गलियारा तैयार किया है, हवाई मार्ग शुरू किया है और अब ईरान के चाबहार बंदरगाह से गेहूं की पहली खेप वहां पहुंची है. प्रशासन के इस वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इसलिए, अमेरिका इसका समर्थन करता है. हम इसका पूर्ण समर्थन करते हैं कि भारत अपने आर्थिक संबंध बना रहा है और आवागमन के तरीके बढ़ा रहा है ताकि वह अफगानिस्तान के साथ आर्थिक रूप से ज्यादा जुड़ सके. अमेरिका ने देखा है कि भारत अफगानिस्तान के साथ अपने आर्थिक संबंधों को बढ़ा रहा है.’ ईरान के साथ ट्रंप प्रशासन की नीतियों के मद्देनजर चाबहार बंदरगाह पर सवाल करने पर अधिकारी ने कहा कि अमेरिका नहीं चाहता है कि आर्थिक गतिविधियों से इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर ऑफ ईरान को लाभ हो
दक्षिण कोरिया का दावा, अमेरिका अब उत्तर कोरिया की इस नई मिसालइ की रेंज में
1 December 2017
दक्षिण कोरिया ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने इस हफ्ते जिस ताकतवर मिसाइल का परीक्षण किया है वह संभावित रूप से 13 हजार किलोमीटर तक के लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम है और अमेरिका उसकी जद में आ सकता है. दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने आज कहा कि अंतरद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल लक्ष्य पर सही तरीके से हमला कर सकती है, इस बात को निर्धारित करने के लिए इसकी समीक्षा किये जाने की जरूरत है. कई सवाल बाकी हैं, लेकिन सरकार की व्यापक सहमति और बाहरी विश्लेषकों का मानना है कि ताकतवर ह्वासोंग-15 आईसीबीएम आगे के कदम का महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व करता है, जिसने उत्तर कोरिया को परमाणु आधारित लंबी दूरी की मिसाइलों के एक व्यवहार्य शस्त्रागार के लक्ष्य के करीब ला दिया है
यमन में हूती विद्रोहियों और पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के समर्थकों में झड़प, 14 की मौत
30 November 2017
यमन की राजधानी सना में शिया हूती विद्रोहियों और पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के समर्थकों के बीच झड़पों में आज 14 लोग मारे गए. चिकित्सकों और अधिकारियों ने बताया कि सना में यमन की सबसे बड़ी सेंट्रल सालेह मस्जिद के आसपास झड़पें हुई. हूती विद्रोहियों ने पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के कल होने वाले जश्न के मद्देनजर मस्जिद का घेराव करने की कोशिश की, इसी के चलते झड़पें हुई. सालेह के जनरल पीपुल्स कांग्रेस के एक अधिकारी ने बताया कि हूती विद्रोहियों ने गुरूवार को मस्जिद पर कब्जा करने की कोशिश की जीपीसी अधिकारी ने बताया कि मस्जिद के सुरक्षाकर्मी सालेह के समर्थक हैं और उन्होंने मस्जिद पर कब्जे की कोशिश को रोका जिससे दोनों खेमों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. यह गोलीबारी आसपास के प्रांतों में फैल गई. अधिकारियों ने बताया कि सालेह के चार समर्थकों की मौके पर ही मौत हो गई और पांचवें की बाद में अस्पताल में मौत हो गई. राजधानी में दो अस्पतालों के अधिकारियों के अनुसार, इस गोलीबारी में नौ हूती विद्रोहियों की भी मौत हो गई.
रोहिंग्या मुसलमानों का दर्द नहीं समझने पर आंग सान सू ची से ऑक्सफोर्ड सम्मान वापस लिया गया
29 November 2017
लंदन: म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची से रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार के बाद उनके द्वारा उठाए गए कदम की वजह से ऑक्सफोर्ड सम्मान अधिकारिक रूप से वापस ले लिया गया है. ऑक्सफोर्ड सिटी कौंसिल ने सर्वसम्मति से वर्ष 1997 में सू की को दिए गए इस सम्मान को स्थायी रूप से हटाने के लिए वोट किया था. कौंसिल ने कहा था कि 'जो हिंसा को लेकर अपनी आंखें मूंद लेते हैं, उन्हें यह पुरस्कार नहीं दिया जा सकता गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, ऑक्सफोर्ड काउंसिलर्स ने इससे पहले पुरस्कार को वापस लेने के लिए क्रॉस-पार्टी मोशन को समर्थन दिया था और सोमवार शाम इस संबंध में आधिकारिक निर्णय लिया गया. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब म्यांमार के शक्तिशाली सैन्य प्रमुख ने दौरे पर आए पोप फ्रांसिस से कहा कि म्यांमार में 'कोई धार्मिक भेदभाव' नहीं हुआ है सम्मान वापस लेने के पक्ष में वोट डालने वाली काउंसिलर मार्क क्लार्कसन ने कहा, 'जब 1997 में आंग सान सू ची को 'फ्रीडम ऑफ द सिटी' सम्मान दिया गया था तो वह उस समय ऑक्सफोर्ड के सहिष्णुता और अंतरराष्ट्रीयता को परिलक्षित करती थी.' उन्होंने कहा, 'म्यांमार में सैन्य शासन को लेकर उसके विरोध में हमने उनका साथ दिया था. आज हम उनसे रोहिंग्या समुदाय के उत्पीड़न के बाद उनकी प्रतिक्रिया के विरोधस्वरूप यह पुरस्कार वापस ले रहे हैं.' उन्होंने कहा कि जो हिंसा को लेकर अपनी आंखें मूंद लेते हैं, उनसे सिटी का प्रतिष्ठा धूमिल होती है.
26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने UN में दायर की याचिका, कहा-आतंकियों की लिस्‍ट से हटाया जाए उसका नाम
28 November 2017
लाहौर : 26/11 के मंबई हमलों के मास्टरमाइंड और मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हाफिज सईद ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से में याचिका दायर कर कहा है कि आतंकियों की लिस्ट से उसका नाम हटा दिया जाए. हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा की तरफ से यूएन में इस बाबत एक याचिका लगाई है, जिसे लाहौर की एक कानूनी फर्म के माध्यम से दायर किया गया है. आपको बता दें कि जमात-उद-दावा के सरगना सईद को संयुक्त राष्ट्र ने नवंबर 2008 में हुए मुबंई हमलों के बाद यूएनएससीटी 1267 (यूएन सिक्यॉरिटी काउंसिल रेजॉलूशन) के तहत दिसंबर 2008 में आतंकी घोषित किया था. हाफिज सईद को हाल ही में नजरबंदी से रिहाई मिली है. लश्कर सरगना हाफिज सईद के सिर पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर (64.50 करोड़ रुपया) का इनाम घोषित कर रखा है. हाफिज सईद जनवरी से नजरबंद था. पाकिस्तान सरकार ने शुक्रवार को उसे किसी दूसरे मामले में गिरफ्तार करने के बजाय रिहा करने का फैसला किया था. संयुक्त राष्ट्र लश्कर के मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा को पहले ही प्रतिबंधित कर चुका है. सूत्रों ने बताया कि फ्रांस ने हाफिज सईद को आजाद करने के पाकिस्तान के कदम पर नाखुशी जताई है फ्रांसीसी अधिकारियों ने भारत के साथ मिलकर आतंकवाद से मुकाबला करने के प्रयास को जारी रखने के लिए सहयोग बढ़ाने की बात कही है. बता दें कि सईद ने पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा होते ही संयुक्त राष्ट्र में यह याचिका दायर की है
सीरिया में रूसी हवाई हमले में 21 बच्चों सहित 53 लोगों की मौत
27 November 2017
बेरूत: पूर्वी सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह के कब्जे वाले एक गांव की आवासीय इमारतों पर रूस के हवाई हमलों में सोमवार सुबह 21 बच्चों सहित 53 लोगों की मौत हो गई. ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि फरात नदी के पूर्वी तट पर दीर एजोर प्रांत के अल-शफह गांव में हवाई हमले हुए. सीरियाई सूत्रों के नेटवर्क पर भरोसा करते हुए ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि इससे पता चलता है कि हमले किसके विमानों से किए गए, कहां किए गए और कैसे गोलाबारूद का उपयोग किया गया. निगरानी समूह ने शुरुआत में मरने वालों की संख्या 34 बताई थी लेकिन बाद में और शव भी मिले. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने न्यूज एजेंसी को बताया कि दिन भर चले बचाव कार्य में मलबा हटाए जाने के बाद मृतक संख्या में बढ़ोतरी हुई. उन्होंने बताया कि हवाई हमले में कम से कम 18 लोग घायल हुए हैं. रूस सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का करीबी सहयोगी है. सितंबर 2015 में रूस ने असद सरकार के समर्थन में सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप शुरू किया जिसके दमिश्क को विद्रोहियों के कब्जे वाले भूभाग को पुन: अपने नियंत्रण में लेने में मदद मिली.
पाकिस्तान में बम विस्फोट से चार लोगों की मौत, 13 घायल
25 November 2017
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी शहर क्वेटा में शनिवार को एक बम विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई. विस्फोट में 13 अन्य घायल भी हुए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, विस्फोट शहर के एक बस स्टेशन के समीप हुआ. घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट में पुलिस के वाहनों को निशाना बनाया गया था. स्थानीय पुलिस और बचावकर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं बता दें कि पिछले महीने पाकिस्तान के अशांत दक्षिण-पश्चिम प्रांत बलूचिस्तान में दो ग्रेनेड विस्फोट में कम से कम 38 लोग घायल हो गए थे. पुलिस ने बताया कि यह विस्फोट मस्तुंग और ग्वादर जिलों में कुछ मिनटों के अंतराल पर हुआ था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मस्तुंग शहर में सुल्तान शहीद इलाके में एक भीड़ पर एक मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहने सवारों ने एक हथगोला फेंक दिया था
नासा ड्रोन रेस में मानव पायलट ने मशीनी ड्रोन को पछाड़ा, बनाया ऐसा रिकॉर्ड
24 November 2017
वाशिंगटन: आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस (एआई) के खिलाफ विश्व स्तरीय पायलट के बीच हुई ड्रोन रेस में मानव पायलट ने एआई को पछाड़ दिया, लेकिन एआई ने ड्रोन को आसानी व स्थायी रूप से उड़ाया. नासा के वैज्ञानिकों ने एक पेशेवर मानव पायलट के खिलाफ एआई द्वारा नियंत्रित ड्रोन का 12 अक्टूबर को अपनी कार्य की जांच के लिए परीक्षण किया इसके परिणाम इस सप्ताह घोषित किए गए, जिसमें कहा गया है कि स्वचालित ड्रोन की 13.9 के औसत की तुलना में विश्व स्तरीय ड्रोन पॉयलट केन लो का औसत 11.1 सेकेंड का रहा. कैलिफोनिया के पसडो में नासा के जेट प्रोपल्सन लैबरोटरी के परियोजना के मैनेजर रॉब रेड ने कहा कि मानव की तुलना में एआई ने ड्रोन को ज्यादा अच्छी तरह उड़ाया, लेकिन मानव पायलट ने बहुत आक्रामक तरीके से ड्रोन को उड़ाया.
पनामा मामला: भ्रष्टाचार संबंधित मामलों में नवाज शरीफ के खिलाफ आज से सुनवाई शुरू
22 November 2017
इस्लामाबाद: पनामा दस्तावेजों में नाम आने के बाद पद के अयोग्य ठहराये गये पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार के सदस्य आज यहां एक भ्रष्टाचार-रोधी अदालत में पेश हुए. उनके खिलाफ आज से भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों में सुनवाई शुरू हो गई है. शरीफ यहां अपनी बेटी मरियम नवाज और दामाद सेवानिवृत्त कैप्टन मुहम्मद सफदर के साथ अदालत पहुंचे. इसके चलते भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए थे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. अदालत के बाहर देश की सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के कई वरिष्ठ नेताओं ने शरीफ और उनके परिजनों का स्वागत किया. न्यायाधीश मुहम्मद बशीर इस मामले की सुनवाई कर रहे हैं. पिछले हफ्ते अदालत ने 67 साल के शरीफ की सुनवाई के दौरान 27 नवंबर तक खुद अदालत में पेश होने से छूट की अर्जी स्वीकार कर ली थी. लेकिन योजना में बदलाव के चलते शरीफ आज स्वयं अदालत में पेश हुए. इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ तीन मामले दर्ज किए हैं. अदालत ने आठ नवंबर को शरीफ की इन तीनों मामलों को एक में मिलाने की याचिका को रद्द कर दिया था.
ICJ में भारत के दलवीर भंडारी चुने गए, कांटे की टक्कर में ब्रिटेन बाहर, कहा- करीबी दोस्त भारत की जीत से खुश हैं
21 November 2017
संयुक्त राष्ट्र: अंतरराष्ट्रीय अदालत में भारत की ओर से नामित दलवीर भंडारी के निर्वाचन पर ब्रिटेन का कहना है कि वह करीबी दोस्त भारत की जीत से खुश है. भंडारी की जीत ब्रिटेन द्वारा चुनाव से अपना प्रत्याशी वापस लिये जाने के कारण संभव हुई है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में भंडारी को 193 में से 183 वोट मिले जबकि सुरक्षा परिषद् में सभी 15 मत भारत के पक्ष में गये. इस चुनाव के लिए न्यूयॉर्क स्थित संगठन के मुख्यालय में अलग से मतदान करवाया गया था. इस दौर के मतदान से पहले ब्रिटेन द्वारा बड़े ही आश्चर्यजनक तरीके से अपना प्रत्याशी वापस लिये जाने के कारण हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत के लिए भंडारी का पुन:निर्वाचन संभव हो सका है. आईसीजे में अपने पुन:निर्वाचन के लिए भंडारी और ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के बीच कांटे की टक्कर थी. ऐसा माना जा रहा था कि सुरक्षा परिषद् में स्थाई सदस्य अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन ग्रीनवुड के पक्ष में हैं. गौरतलब है कि ब्रिटेन सुरक्षा परिषद् का पांचवा स्थाई सदस्य है.
... और हुआ यह आश्चर्यजनक घटनाक्रम
आश्चर्यजनक घटनाक्रम में संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के स्थाई प्रतिनिधि मैथ्यू रिक्रोफ्ट ने दोपहर तीन बजे होने वाले 12वें चरण के मतदान से पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद् दोनों सदनों के अध्यक्षों को संबोधित करते हुए एक समान पत्र लिखा. दोनों के अध्यक्षों के सामने पढ़े गये पत्र में रिक्रोफ्ट ने कहा कि उनके प्रत्याशी जज क्रिस्टोफर ग्रीनवुड ने 15 सदस्यीय आईसीजे से अपना नाम वापस लेने का फैसला किया है. वह और भंडारी आईसीजे में नौ वर्ष के कार्यकाल के लिए आमने-सामने थे. मतदान के पहले 11 दौर में भंडारी को महासभा में करीब दोतिहाई मत मिले थे, जबकि ग्रीनवुड को सुरक्षा परिषद् में लगातार नौ वोट मिल रहे थे. इसके बाद ही दोनों पक्षों के बीच यह समझौता हुआ है.
रिक्रोफ्ट की ओर से लिखी गयी चिट्ठी
जज दलवीर भंडारी की जीत पर उन्हें बधाई देते हुए ब्रिटेन ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक मंचों पर भारत के साथ अपना करीबी सहयोग जारी रखेगा. रिक्रोफ्ट की ओर से लिखी गयी चिट्ठी में कहा गया है, ‘‘ब्रिटेन इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि अगले दौरों के चुनाव के साथ सुरक्षा परिषद् और संयुक्त राष्ट्र महासभा का कीमती समय बर्बाद करना सही नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत के जज भंडारी सहित सभी सफल प्रत्याशियों को बधाई देता है. ब्रिटेन का कहना है कि उसका निराश होना स्वभाविक है, लेकिन यह छह प्रत्याशियों के बीच का कड़ा मुकाबला था.

जिम्‍बाब्‍वे में 37 साल लंबे शासन का अंत, रॉबर्ट मुगाबे इस्तीफा देने के लिए सहमत
20 November 2017
हरारे: जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे इस्तीफा देने पर राजी हो गए हैं. राष्ट्रपति कार्यालय के एक करीबी सूत्र ने यह जानकारी दी. सेना के दबाव के बीच उनके 37 साल लंबे शासन के अंत का समय करीब आ गया है. उनकी ओर से राष्ट्र को संबोधित करने में देरी के बाद एक सूत्र ने कहा, ‘‘हां, वह इस्तीफा देने के लिए राजी हो गए हैं.’’ मुगाबे 93 साल के हैं. उनके पद से हटने की मांग को लेकर राजधानी हरारे में भारी भीड़ ने रविवार को शांतिपूर्ण रैली की थी. मुगाबे की इस सप्ताह सत्ता पर पकड़ तब खत्म हुई जब सेना ने प्रशासन पर अपना नियंत्रण कर लिया. यह उथल-पुथल उस विवाद को लेकर शुरू हुई कि दुनिया में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले 93 वर्षीय राष्ट्रपति का उत्तराधिकारी कौन होगा. (वर्ष 1980 में आजादी के बाद से पहली बार उत्साहित जनता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरी और मुगाबे की निरंकुश सत्ता का अंत करने की मांग को लेकर लोग हरारे और अन्य शहरों से गुजरे. सत्ता पर मुगाबे की पकड़ उस वक्त कमजोर हो गई, जब सेना ने राष्ट्रपति की पत्नी ग्रेस के सत्ता के दावेदार के तौर पर उभरने पर नाराजगी जताई थी. सत्तारूढ़ जेडएएनयू-पीएफ पार्टी ने उन्हें पार्टी के नेता पद से बर्खास्त कर दिया और उन्हें राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के लिए कहा. मुगाबे की जगह पूर्व उप राष्ट्रपति इमर्सन मननगागवा को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है सैन्य प्रमुख कोस्टानटिनो चिवंगा से दो चरण की वार्ता के बाद मुगाबे का शाम के समय टेलीविजन के जरिए राष्ट्र को संबोधित करने का कार्यक्रम तय हुआ था.
अमेरिका ने चेताया, क्रिसमस या नए साल पर हो सकता है आतंकी हमला
17 November 2017
अमेरिका ने यूरोप जाने वाले यात्रियों को क्रिसमस और नववर्ष की छुट्टियों के दौरान आतंकवादी हमले के बढ़ते खतरे के बारे में चेताया है. अमेरिका लंबे समय से यूरोपीय शहर जाने वाले अपने नागरिकों को चरमपंथी हमले के बारे में चेताता रहा है और हाल के वर्षों में उसने त्योहारों के दौरान आतंकवादी हमले का खतरा बढ़ने की चेतावनी दी है. ताजा चेतावनी में कहा गया है, ‘‘पिछले साल दिसंबर में जर्मनी के बर्लिन में क्रिसमस बाजार और नववर्ष की पूर्व संध्या पर तुर्की के इस्तांबुल में एक नाइटक्लब में हमला हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए गत वर्ष बर्लिन के एक क्रिसमस बाजार में एक जिहादी ने ट्रक से हमला किया जिसमें 12 लोग मारे गए थे जबकि इस्तांबुल में नववर्ष की पूर्व संध्या पर हमले में 39 लोग मारे गए. विदेश विभाग ने चेतावनी दी है कि ब्रिटेन, फिनलैंड, फ्रांस, रूस, स्पेन और स्वीडन में हाल ही में हुए हमले दिखाते हैं कि अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट अब भी सक्रिय हैं और हमले करने में सक्षम हैं. बयान में कहा गया है, ‘‘स्थानीय सरकार लगातार आतंकवाद रोधी अभियान चला रही है लेकिन विभाग अब भी भविष्य में आतंकवादी हमले की आशंका को लेकर चिंतित है. अमेरिकी नागरिकों को इस आशंका को लेकर हमेशा सतर्क रहना चाहिए कि आतंकवाद से सहानुभूति रखने वाले चरमपंथी हमले कर सकते हैं
आज अमेरिकी नौसैनिक उतरेंगे समुद्र में, जापान के फाइटर प्लेन दिखाएंगे ताकत
16 November 2017
जापान और अमेरिका ने उत्तर कोरिया को अपनी ताकत दिखाने के लिए आज संयुक्त नौसैन्य अभ्यास शुरू किया. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हाल की एशिया यात्रा में उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षा का मुद्दा छाया रहा. अमेरिकी नौसेना ने एक बयान में कहा कि 10 दिन चलने वाले इस अभ्यास में करीब 14,000 अमेरिकी सैनिक, विमान वाहक अमेरिकी जहाज रोनाल्ड रीगन और मिसाइल विध्वंसक शामिल होंगे और ये दक्षिण जापान में ओकिनावा के आसपास के समुद्र में तैनात होंगे. हाल के महीनों में अपने परमाणु और मिसाइल परीक्षणों से क्षेत्र में तनाव पैदा करने वाला उत्तर कोरिया आक्रमण के लिए ऐसे सैन्य अभ्यासों की निंदा करता रहा है और कई बार वह इसके जबाव में अपना सैन्य अभ्यास भी करता है. बयान में कहा गया है कि इस वार्षिक अभ्यास का मकसद हवा और समुद्री अभियान में प्रशिक्षण के जरिए जापान और अमेरिकी सेनाओं के बीच अपनी रक्षा के लिए तत्पर कार्रवाई की क्षमता को बढ़ाना है. इससे पहले अमेरिकी विमान वाहक पोतों ने पश्चिमी प्रशांत महासागर में संयुक्त अभ्यास किया. इस अभ्यास में जापानी सेना और दक्षिण कोरियाई युद्धपोतों ने भी भाग लिया
जिम्बाब्वे में राजनीतिक संकट गहराया: सरकारी चैनल पर सैनिकों का कब्जा, तख्‍तापलट की खबरों को किया खारिज
15 November 2017
हरारे: जिम्बाब्वे में बढ़ते राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रीय प्रसारक 'जेडबीसी' के मुख्यालय पर सैनिकों ने कब्जा कर लिया है. 'बीबीसी' ने बुधवार को बताया, राजधानी हरारे में विस्फोट की खबरें भी मिलीं हैं लेकिन इसका कारण स्पष्ट नहीं है. वहीं, इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में देश के राजदूत ने तख्तापलट की खबरों को खारिज कर दिया था. जिम्बाब्वे की सत्तारूढ़ पार्टी ने देश के सेना प्रमुख द्वारा संभावित सैन्य हस्तक्षेप की चेतावनी देने के बाद राजद्रोह करने का आरोप लगाया था. जनरल कॉन्स्टेंटिनो चिवेंगा ने राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे द्वारा उप राष्ट्रपति को बर्खास्त करने के बाद चुनौती दी थी. वहीं, तनाव मंगलवार से बढ़ा है जब बख्तरबंद वाहन हरारे के बाहर की सड़कों पर तैनात कर दिए गए थे और इनका यहां तैनात होने का उद्देश्य भी स्पष्ट नहीं था.एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि राष्ट्रपति रोबर्ट मुगाबे के शासन की महत्वपूर्ण समर्थक रही सेना और 93 वर्षीय नेता के बीच तनाव गहरा गया है और बुधवार तड़के बोरोडाले में लंबे समय तक गोलीबारी हुई. मुगाबे की जेडएएनयू-पीएफ पार्टी ने सेना प्रमुख जनरल कांन्सटैनटिनो चिवेंगा पर मंगलवार को ‘‘राजद्रोह संबंधी आचरण’’ का आरोप लगाया. इस विवाद ने मुगाबे के लिए ऐसे समय में बड़ी परीक्षा की घड़ी पैदा कर दी है, जब पहले कह वहां हालात खराब चल रहे हैं. चिवेंगा ने मांग की है कि मुगाबे उपराष्ट्रपति एमरसन मनांगाग्वा की पिछले सप्ताह की गई बर्खास्तगी को वापस लें जेडएएनयू-पीएफ ने कहा कि चिवेंगा का रुख ‘‘स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय शांति को बाधित करने वाला है... और यह उनकी ओर से राजद्रोह संबंधी आचरण की ओर इशारा करता है क्योंकि इसका मकसद विद्रोह को भड़काना है.’’ मनांगाग्वा को बर्खास्त किए जाने से पहले उनका मुगाबे की पत्नी ग्रेस (52) से कई बार टकराव हुआ था. ग्रेस को अगले राष्ट्रपति के लिए मनांगाग्वा का प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा है हालात खराब होने के मद्देनजर हरारे में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को चेताया है कि ‘‘जारी राजनीतिक अस्थिरता’’ के कारण वे ‘‘शरण ले लें’’. चिवेंगा ने संभावित सैन्य हस्तक्षेप की चेतावनी दी थी. इसके मद्देनजर हरारे के बाहर सशस्त्र वाहनों ने निवासियों को चिंतित कर दिया है. इस संबंध में टिप्पणी के लिए सेना के प्रवक्ता से बात नहीं हो पाई.
इराक-ईरान भूंकप में मरने वालों की संख्या 430 के पार
14 November 2017
नई दिल्ली: ईरान-इराक सीमा पर आए भकूंप के बाद मंगलवार को भी राहत कार्य जारी हैं.मलबा हटाने का काम बड़े स्तर पर किया जा रहा है. अभी तक भूकंप में मरने वाले लोगों की संख्या 430 के पार पहुंच चुकी है. भूकंप का सबसे ज्यादा नुकसान उस इलाके को हुआ है जिसे 1980 में युद्ध के बाद फिर से बनाया गया था..ईरान के स्थानीय समयानुसार रात 9:48 मिनट पर आए 7.3 की तीव्रता का भूकंप आया. ईरान के संकट प्रबंधन मुख्यालय के प्रवक्ता बेहनम सईदी ने सरकारी टीवी को बताया कि भूकंप से देश में 430 लोग मारे गए हैं और 7,156 अन्य लोग घायल हुए. अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र इराक के पूर्वी शहर हलबजा के 31 किलोमीटर बाहर और 23.2 किलोमीटर की गहराई पर था. भूकंप के कारण दुबई की गगनचुंबी इमारतें भी हिल गईं और यह भूमध्यसागरीय तट पर 1,060 किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया. इराक के गृह मंत्री के अनुसार भूकंप से सात लोगों की मौत हुई है और 535 लोग घायल हैं. सभी देश के उत्तरी, अर्द्ध स्वायत्त कुर्द क्षेत्र के हैं. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि प्रभावित इलाके में कई इमारत तो कुछ सेकेंड में ही गिर गए. कई इलाकों का एक दूसरे संपर्क भी टूट गया है. भूकंप की वजह से बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है. बचाव कार्य में तेहरान के लड़ाके भी अन्य बचाव कर्मियों की मदद कर रहे हैं. मलबे की जांच के लिए श्वान दस्ते का भी इस्तेमाल किया जा रहा है भूकंप की वजह से सरपोल-ए-जहाब का अस्पताल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. सेना ने पीड़ितों के इलाज के लिए खुले में एक अस्पताल स्थापित किया है. कई गंभीर रूप से घायल लोगों को तेहरान सहित अन्य शहरों में भर्ती कराया गया है. खबरों के अनुसार भूकंप से सेना की एक चौकी और सीमांत शहर की इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई है और बड़ी संख्या में जवानों के मारे जाने की सूचना है ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी ने सभी सरकारी और सैन्य बलों को तत्काल प्रभावितों की मदद के लिए रवाना कर दिया है
अमेरिकी मरीन को मुस्लिम रंगरूटों का शोषण करने के लिए 10 साल की सजा
11 November 2017
वाशिंगटन: अमेरिकी मरीन कोर के एक ड्रिल इंस्ट्रक्टर को एक दर्जन से ज्यादा रंगरूटों के शोषण के लिए शनिवार को 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. उनमें से एक की 2016 में मौत हो गई थी. अमेरिकी मीडिया के अनुसार, गनरी सार्जेंट जोसेफ फिलिक्स को साउथ कैरोलिना अड्डे के पैरिस आइलैंड में बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान रंगरूटों के शोषण के लिए शनिवार को दोषी करार दिया गया था. आठ सहकर्मियों की एक ज्यूरी ने फेलिक्स को रंगरूटों के शोषण का आदेश देने वाले एवं उसका हिस्सा रहे उन छह इंस्ट्रक्टर में सबसे ज्यादा दोषी पाया. उन्होंने रंगरूटों पर आतंकी होने का ताना कसा था. ज्यूरी में महिलाकर्मी भी शामिल थीं. फेलिक्स इराक युद्ध में काफी सक्रिय थे. दो रंगरूटों को आद्यौगिक संयंत्रों में इस्तेमाल किए वाले क्लॉथ ड्रायर (कपड़े सुखाने की मशीनें) में जाने को मजबूर किया गया और एक मामले में मशीन चला दी गई जब उन्होंने अपने धर्म का त्याग करने से इनकार कर दिया. वहीं राहील सिद्दीकी नाम के एक रंगरूट की तीसरे मंजिल से गिरने के कारण मौत हो गयी. अमेरिकी मरीन कोर ने उसकी मौत को आत्महत्या बताया था. अक्तूबर में सिद्दीकी के परिवार ने अमेरिकी मरीन कोर पर 10 करोड़ डॉलर का मुकदमा दायर किया था और कहा था कि सिद्दीकी को किसी अज्ञात वरिष्ठ ने दरवाजे से निकाला और बालकनी में ले गया जहां से उसकी नीचे गिरने पर मौत हो गयी. फिलिक्स का मामला सैन्य नियमों के तहत स्वत: अपील के लिए जाएगा. सैन्य नियमों के तहत उन फैसलों पर अपील की जाती है जिनमें लंबी सजा सहित अन्य शामिल होते हैं.
वियतनाम में तूफान 'डामरे' से 106 लोगों की मौत
10 November 2017
हनोई: वियतनाम में तूफान 'डामरे' से मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई. इसके साथ ही घायलों की संख्या 197 हो गई है और 25 लोग लापता हैं. तूफान ने वियतनाम में बीते सप्ताह दस्तक दी थी समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, डामरे से 2,000 से अधिक घर नष्ट हो गए हैं और लगभग 12,000 क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके साथ ही 1,231 पोत और मत्स्य जहाज और नौकाएं डूब गई हैं. इसके साथ ही 43,300 मवेशी मारे गए हैं बिन्ह दिन्ह प्रांत के क्वे होन शहर में आठ पोतों के डूबने के बाद वियतनाम की सेनाएं लापता चालक दल की तलाश कर रहे हैं. बाढ़ और भूस्खलन से सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश की दौड़ में भारत के दलवीर भंडारी दोबारा शामिल
9 November 2017
हेग: भारत के रहने वाले अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश दलवीर भंडारी दोबारा विश्व अदालत के न्यायाधीश चुने जाने की दौड़ में शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद की ओर से गुरुवार को अलग से मतपत्र के जरिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के लिए पांच न्यायाधीशों का चुनाव किया जाएगा. इससे पहले नीदरलैंड के हेग शहर स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में भंडारी 2012 में चुने गए थे. अब वह पूरे नौ साल के कार्यकाल के लिए चुने जाने की दौड़ में हैं और एशिया का प्रतिनिधित्व करने वाले न्यायाधीश के तौर पर उनका मुकाबला लेबनान के नवाफ सलेम से है. पांच न्यायाधीशों के इस चुनावी दौड़ में इस साल सात न्यायाधीश शामिल हैं. पांच उम्मीदवार, जिनमें प्रत्येक को महासभा और परिषद दोनों में बहुमत मिलेगा. वे फरवरी में अपना पदभार ग्रहण करेंगे. इस मौके पर स्थायी सदस्य अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. सभी सातों उम्मीदवारों के देशों की सरकारें अपने-अपने देश के उम्मीदवारों के लिए अभियान में जुटी हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन की ओर से पिछले महीने उनके स्वागत में एक कार्यक्रम रखा गया था. जिसमें चुनाव में मतदान करने वाले प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की गई. भंडारी चीन और जापान के न्यायाधीशों समेत मध्य पूर्व से लेकर सुदूर पूर्व तक एशिया के न्यायाधीशों का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनको आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कोलंबिया और इजरायल से भी उम्मीदवारी मिली थी. सलेम को सिर्फ लेबनान और फ्रांस की ओर से नामित किया गया था. इस साल भंडारी के साथ-साथ न्यायालय के अध्यक्ष फ्रांस के रोनी अब्राहम, उपाध्यक्ष सोमालिया के अब्दुलकावी अहमद यूसुफ और ब्राजील के एंटोनियो अगस्टो कैनकाडो ट्रिनडेड और ब्रिटेन के क्रिस्टोफी ग्रीनवुड, जिनका कार्यकाल इस वर्ष समाप्त हो रहा है, भी दौड़ में शामिल हैं. बता दें कि भंडारी राजस्थान के निवासी हैं और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के अलावा बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भी रहे हैं
मसूद अजहर के चलते बिगड़ रहे हैं भारत-चीन के संबंध: अमेरिकी विशेषज्ञ
7 November 2017
वाशिंगटन: पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय आतंकियों की सूची में शामिल कराने की कोशिशों पर चीन हर बार कोई ना कोई रोक लगता रहा है। पर अब अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि चीन की इन कोशिशों से दोनों देशों के संबंधों को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। पिछले हफ्ते चीन ने संयुक्त राष्ट्र में अजहर को वैश्विक आतंकवादी की सूची में डालने की अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन की कोशिश को रूकावट डाली थी। इसके लिए उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सदस्य देशों के बीच आम राय ना होने का हवाला दिया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो का अधिकार रखने वाले स्थायी सदस्य चीन ने परिषद की अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत अजहर को आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रयासों में बार-बार अड़ंगा डाला है। हेरिटेज फाउंडेशन के जेफ स्मिथ ने कहा कि मुझे लगता है कि यह चीन की तरफ से उठाया गया दुर्भाग्यपूर्ण कदम है और मैं संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के जाने पहचाने आतंकवादियों पर प्रतिबंधों को लगातार बाधित करने के लिए दिए गए तर्क पर सवाल करता हूं। स्मिथ ने कहा कि चीन अपने इस कदम को स्पष्ट तौर पर अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने के तौर पर देख रहा है। संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्य अमेरिका ने कहा कि किसी व्यक्ति या संस्था को 1267 प्रतिबंध सूची में शामिल करने पर समिति की चर्चा गोपनीय है। न्यूयॉर्क में अमेरिकी मिशन के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बहरहाल, हम जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक और नेता अजहर को 1267 प्रतिबंधों की सूची में शामिल करने की कोशिशों का समर्थन करेंगे और दूसरे सदस्यों को भी इसका समर्थन करने के लिए प्रेरित करेंगे।’’ अमेरिकी थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) के रिक रॉसोव ने कहा कि चीन का हालिया कदम चीन-पाकिस्तान की मिलीभगत के भारत के विश्वास की पुष्टि करता है। रॉसोव ने कहा, ‘‘इस फैसले का समर्थन करके चीन, भारत के साथ अपने संबंधों को फिर से बनाने की ओर महत्वपूर्ण कदम उठा सकता था लेकिन उसने अलग रास्ता चुना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका समय महत्वपूर्ण है, यह ऐसे समय पर उठाया गया कदम है जब अमेरिका ने आतंकवाद का समर्थन करने को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रूख अपनाया हुआ है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की तरह यह फैसला इस अस्थिरता के दौर में चीन की ओर से पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि गत वर्ष मार्च में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यीय देशों में से केवल चीन ही इकलौता देश था जिसने भारत की अर्जी को बाधित किया। अन्य 14 देशों ने अजहर पर प्रतिबंध लगाने के भारत के प्रयासों का समर्थन किया। इन प्रतिबंधों में संपत्ति जब्त करना और यात्रा प्रतिबंध लगाना शामिल हैं। अजहर पर जनवरी 2016 में पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हमले समेत भारत में कई आतंकवादी हमले करने का आरोप है। उन्होंने कहा, ‘‘चीन के कदम पहले से ही तनावपूर्ण चीन-भारत संबंधों को गंभीर नुकसान भी पहुंचा रहे हैं।
अमेरिका के टेक्सास के चर्च में हुई गोलीबारी, कम से कम 26 लोग मारे गए : मीडिया रिपोर्ट
6 November 2017
वाशिंगटन: अमेरिका के टेक्सास प्रांत में एक बैपटिस्ट चर्च में रविवार को गोलीबारी की घटना हुई. इस गोलीबारी में कम से कम 26 लोगों के मारे जाने की खबर है. इसके अलावा हमले में कई लोग घायल हुए हैं. हमलावर ने चर्च में प्रार्थना के लिए आए लोगों को निशाना बनाया. अमेरिकी मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली है. हमलावर के मारे जाने की खबर है. ग्वाडालूप काउंटी के शेरिफ के दफ्तर के प्रवक्ता के हवाले से सीएनएन ने खबर दी है कि जल्द ही बंदूकधारी हमलावर मारा गया. हालांकि यह अस्पष्ट है कि शूटर पुलिस की गोली से मरा या उसने खुद को गोली मारी. खबरों में बताया गया कि गोलीबारी सैन एंटोनियो के दक्षिण पूर्व में सुदरलैंड स्प्रिंग्स में फर्स्ट बैपटिस्ट चर्च में हुई बताया गया है कि शूटर दोपहर से थोड़ी देर पहले चर्च में घुसा और उसने गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना के वक्त चर्च में करीब 50 लोग मौजूद थे. डलास मॉर्निंग न्यूज वेबसाइट की खबर के अनुसार घायलों में दो साल का एक बच्चा भी शामिल है. विल्सन काउंटी के कमिश्नर अल्बर्ट गेम्ज़ जूनियर ने एएफपी को बताया कि कई मौतें हुईं और कई लोग घायल हुए. हालांकि वे आधिकारिक तौर पर संख्या नहीं बता सके. कुछ अधिकारियों ने मीडिया रिपोर्टों में बताया कि 27 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए
नेपाल : मादक पदार्थ की तस्करी को लेकर भारतीय नागरिक गिरफ्तार
4 November 2017
काठमांडो: नेपाल में मादक पदार्थों की कथित रूप से तस्करी करने को लेकर 25 वर्षीय एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. नेपाल पुलिस ने पप्पू साह को गिरफ्तार किया उसके बारे में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किये गये एक अन्य तस्कर से सूचना मिली थी. पप्पू बिहार के अररिया जिले का रहने वाला है. पप्पू भारत से मादक पदार्थ अवैध रुप से लाता था और नेपाल में काठमांडो समेत विभिन्न स्थानों पर पहुंचाता था. एक अन्य घटना में नार्वे के एक नागरिक को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था. वह दोहा जाने के लिए एक विमान में सवार होने वाला था. पुलिस ने उसके बैग से दो किलोग्राम गांजा जब्त किया
नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित करना न्याय की हत्या है : बेटी मरियम नवाज
3 November 2017
इस्लामाबाद: नवाज शरीफ को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने जल्दबाजी में अयोग्य ठहरा दिया. यह बात पद से हटाये गये प्रधानमंत्री की बेटी और पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज ने कही और फैसले को न्याय की हत्या करार दिया. भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने भ्रष्टाचार के तीन मामलों में शरीफ को दोषारोपित किया है जो विदेश एवं अन्य बाहरी कंपनियों में उनके निवेश से जुड़ा हुआ है. सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स कांड में 28 जुलाई को 67 वर्षीय प्रधानमंत्री को अयोग्य ठहरा दिया था जिसके बाद मामले दर्ज किए गए. मरियम ने जियो न्यूज से कहा कि उनके पिता को अयोग्य ठहराया गया है लेकिन उनके शत्रुओं के कई प्रयासों के बावजूद वह बदनाम नहीं हुए हैं. कहा जाता है कि शरीफ ने मरियम को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर तैयार किया है.
अमेरिका को निशाना बनाने में सक्षम मिसाइल बना रहा है उत्तर कोरिया
2 November 2017
वॉशिंगटन: उत्तर कोरिया अपने मौजूदा केएन-20 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के एक उन्नत संस्करण पर काम कर रहा है, जिससे संभावित रूप से अमेरिका को निशाना बनाया जा सके. एक अमेरिकी अधिकारी ने 'सीएनएन' को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बुधवार रात कहा कि यह नई आईसीबीएम किम जोंग-उन शासन जितनी जल्दी हो सके अपनी मिसाइल और परमाणु हथियारों की क्षमता को और सुधारने के त्वरित प्रयास का एक हिस्सा है. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु ईंधन, मिसाइल लॉन्चरों, मार्गदर्शक और लक्ष्यीकरण प्रणालियों में भी अतिरिक्त सुधार किए जा रहे हैं. सीएनएन' के अनुसार, उत्तर कोरिया का यह कदम डोनाल्ड ट्रंप की एशिया यात्रा से पहले सामने आया है, जहां उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम चर्चा का एक प्रमुख विषय होगा.
अमेरिका: मैनहटन में ट्रक हमलावर का आतंक, 8 लोगों की मौत,कई घायल
1 November 2017
न्यूयॉर्क: न्यूयॉर्क के लोअर मैनहटन में एक भयानक हादसा हुआ है. दरअसल, यहां एक ट्रक ड्राइवर ने पैदल चलने वालों और साइकिल लेन में लोगों को टक्कर मार दी. इस घटना में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं. बताया जा रहा है कि लोअर मैनहटन में ट्रक ड्राइवर जानबूझकर साइकिल सवार लोगों को टक्कर मारने लगा. न्यूयार्क पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है.हमलावर का नाम सेफुलो साइपोव है और उसकी उम्र 29 साल की बताई जा रही है. पुलिस ने बताया कि वह शख्स अभी घटना के बारे में कोई विवरण नहीं दे रहा है.यह घटना चैम्बर्स के क्षेत्र और वेस्ट स्ट्रीट के अप मार्केट ट्रिबेका में हुई. अमेरिकी मीडिया ने बताया कि घटनास्यथल स्टुवेन्सेंट हाई स्कूल से ज्यादा दूरी पर नहीं है इस घटना के संबंध में न्यूयॉर्क के मेयर बिल दे ब्लाज़ियो ने बताया कि कि कम से कम आठ लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हुए हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘यह बहुत ही दर्दनाक हादसा है, जिसमें बेगुनाहों को निशाना बनाया गया है. यह एक कायरतापूर्ण आतंकी हमला है' घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि एक सफेद ट्रक पर सवार ने कई लोगों को टक्कर मारी.न्यूयॉर्क सिटी पुलिस डिपार्टमेंट ने टि्वटर पर सूचना दी है कि फिलहाल सभी सूचनाएं प्रारंभिक हैं. इनकी पुष्टि की कोशिश की जा रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह कायरतापूर्ण हमला है, जिसे एक बीमार और खतरनाक व्यक्ति ने अंजाम दिया है
रूस के समर्थन वाली आपत्तिजनक सामग्री 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में 12.6 करोड़ अमेरिकियों तक पहुंची : फेसबुक
31 October 2017
सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फेसबुक का अनुमान है कि रूस के समर्थन वाली आपत्तिजनक सामग्री 2016 के अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान या उसके बाद 12.6 करोड़ अमेरिकियों के पास पहुंची है. यह अमेरिका की आबादी का एक-तिहाई बैठता है. ट्विटर और गूगल जिनके पास अन्य लोकप्रिय सोशल मीडिया मंच हैं, उन्हें भी कुछ इसी तरह के अनुभव से गुजरना पड़ा. रूस के समर्थन वाले समूहों ने उनमें सेंध लगाकर अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया अमेरिका ने रूस पर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है. इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली थी. इन तीनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारी इस सप्ताह सीनेटकी न्यायिक समिति के समक्ष पेश होंगे. समझा जाता है कि ये अधिकारी सांसदों को बताएंगे कि पूर्व की तुलना में अमेरिकी सोशल मीडिया का दखल काफी बढ़ा है. वॉल स्ट्रीट जर्नल और अन्य अमेरिकी मीडिया के अनुसार फेसबुक अमेरिकी संसद को बताएगी कि 12.6 करोड़ की अमेरिकी आबादी के पास ऐसी पोस्ट, स्टोरी या अन्य सामग्री पहुंची थी, जो रूसी सूत्रों के माध्यम से डाली गई थीं.
बुशेहर प्रांत में राग सेफिड तेल क्षेत्र में आग लगी, 4 की मौत
30 October 2017
ईरान के बुशेहर प्रांत में राग सेफिड तेल क्षेत्र में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने न्यूज के हवाले से बताया कि रविवार को लगी आग बहुत भयावह थी. ईरान की रेड क्रेसेंट सोसाइटी ने आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर भेजे. कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, तेल क्षेत्र से निकली गैस की वजह से आग लगी. गौरतलब है कि शुक्रवार को तेहरान रिफाइनरी में आग लगने के बाद छह लोगों की मौत हो गई थी और दो घायल हो गए थे. ज्वलनशील पदार्थो के रिसाव को इस दुर्घटना का कारण बताया जा रहा है.
उत्तर कोरिया को अमेरिका की चेतावनी, संभावित परमाणु हमले पर होगी बड़ी सैन्य कार्रवाई
28 October 2017
सियोल: अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने शनिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि उत्तरी कोरिया द्वारा अमेरिका या उसके सहयोगियों पर किसी भी संभावित परमाणु हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और उसे 'व्यापक सैन्य कार्रवाई' से असफल कर दिया जाएगा. एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन प्रमुख ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष सोंग युंग-मू के साथ वार्ता के बाद बताया कि उत्तरी कोरिया ने 'अनावश्यक' परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों के साथ क्षेत्र में खतरा की स्थिति बढ़ा दी है. रक्षा मंत्री ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच 49वीं वार्षिक सुरक्षा सलाहकार बैठक (एससीएम) के समापन के बाद यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा, "अमेरिका या उसके सहयोगियों पर किसी भी हमले को असफल कर दिया जाएगा." उन्होंने कहा, "किसी भी परमाणु हथियार के प्रयोग का जवाब व्यापक सैन्य कार्रवाई से दिया जाएगा वहीं, शुक्रवार को दक्षिण कोरिया पहुंचे मैटिस ने कहा था कि अमेरिकी सरकार उत्तर कोरिया के साथ युद्ध नहीं चाहती है, बल्कि कोरियाई प्रायद्वीप का पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण करना चाहती है
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट, सरीन गैस हमले के लिए राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार जिम्मेदार
27 October 2017
संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले एक शहर में अप्रैल में हुए घातक सरीन गैस हमले के लिए देश के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार जिम्मेदार है. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘पैनल इस बात को लेकर विश्वस्त है कि सीरिया की सरकार चार अप्रैल 2017 को खान शेखुन में सरीन गैस छोड़ने के लिए जिम्मेदार है.’’ सीरिया के उत्तर पश्चिम इदलिब प्रांत के इस शहर में हुए गैस हमले में 87 से ज्यादा लोग मारे गए थे इस हमले के बाद दुनियाभर में आक्रोश पैदा हो गया था और इसके बाद अमेरिका ने एक सीरियाई हवाई अड्डे पर क्रूज मिसाइल दागी थी. पिछले महीने युद्ध अपराधों की जांच करने वाले संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने कहा था कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि इस हमले के पीछे सीरिया की वायु सेना थी.
तूफान मारिया से आई तबाही के चलते प्यूर्तो रिको से करीब 73,000 लोग फ्लोरिडा पहुंचे
26 October 2017
तूफान मारिया के कारण आई तबाही के चलते प्यूर्तो रिको से करीब 73,000 लोग अपने घर छोड़कर फ्लोरिडा चले गए हैं. करीब 34 लाख की आबादी वाले इस द्वीप में 20 सितंबर को आए मारिया तूफान ने भीषण तबाही मचाई है. अधिकतर जगह पर अब भी विद्युत आपूर्ति ठप है और दूर दराज के इलाकों में लोग अब भी सेवाओं और मदद का इंतजार कर रहे हैं. गवर्नर रिक स्कॉट के कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘तीन अक्तूबर 2017 से प्यूर्तो रिको से 73,000 लोग मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, ओरलैंडो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और एवरग्लेड्स पोर्ट से फ्लोरिडा पहुंचे है.’’ स्काट के प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि तूफान 20 सितंबर को आया लेकिन फ्लोरिडा में प्यूर्टो रिको से लोगों के आने का रिकॉर्ड तीन अक्तूबर से रखा जा रहा है. तीन अक्तूबर को ही फ्लोरिडा को आपात की स्थिति में घोषित किया गया था ताकि वह लोगों के आगमन से पड़ने वाले संभावित प्रभाव से निपट सके. इसी घोषणा के कारण फ्लोरिडा ने दो हवाईअड्डों एवं बंदरगाह पर आपदा राहत केंद्र खोले हैं.
पनामा मामला : भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश हुए पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार
24 October 2017
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार पनामा पेपर्स घोटाले से संबंधित रिश्वत के मामले की सुनवाई के लिए सातवीं बार भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश हुए. राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत ने पिछले महीने डार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में अभ्यारोपित किया था डॉन की रिपोर्ट के अनुसार सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने 67 वर्षीय डार के खिलाफ आज दो नए गवाह पेश किए. पनामा पेपर्स घोटाला मामले में उच्चतम न्यायालय के 28 जुलाई के फैसले के बाद ब्यूरो ने 67 वर्षीय डार के खिलाफ 8 सितंबर को एक केस दर्ज किया था. पनामा पेपर्स से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के फैसले में शरीफ और उनके परिवार को दोषी करार दिया गया था. शीर्ष अदालत ने शरीफ को अयोग्य करार देते हुए उनके, उनके बच्चों मरियम, हुसैन और हसन तथा दामाद मोहम्मद सफदर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने का आदेश दिया था. खबर में कहा गया है कि पहले गवाह तथा एक निजी बैंक की पार्लियामेंट शाखा के प्रबंधक अब्दुल रहमान गोंडल ने अपनी गवाही दे दी है और डार के अधिवक्ता ख्जावा हारिस जिरह कर रहे हैं. लंदन स्थित एवेन्फील्ड प्रोपर्टी से संबंधित मामले में अदालत ने 19 अक्टूबर को शरीफ, उनकी बेटी तथा दामाद को भ्रष्टाचार के मामले में अभ्यारोपित किया था
रोहिंग्याओं का इस्तेमाल नफरत फैलाने के लिए किया जा सकता है, म्यांमार इनकी वापसी शर्ते तय करे : अमेरिका
23 October 2017
अमेरिका चाहता है कि म्यांमार रोहिंग्या मुसलमानों की वापसी के लिए शर्तें निर्धारित करें, क्योंकि उसका मानना है कि कुछ लोग इस 'मानवीय विपत्ति' का इस्तेमाल धार्मिक आधार पर नफरत को बढ़ावा देने और फिर हिंसा के लिये कर सकते हैं. ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही. गौरतलब है कि म्यांमार के रखाइन राज्य में सेना ने उग्रवादियों के खिलाफ अगस्त के आखिर में कार्रवाई शुरू की जिसके बाद हिंसा से बचने के लिए करीब 600,000 अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश चले गए हैं. म्यांमार जातीय समूह के रूप में रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान स्वीकार नहीं करता. उसका कहना है कि वे देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी प्रवासी हैं. ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने प्रेट्र से कहा, 'यह बहुत बड़ी मानवीय विपत्ति एवं सुरक्षा संबंधी चिंता का विषय है. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ लोग इस मानवीय विपत्ति को धार्मिक आधार पर एक तरह से नफरत फैलाने के तरीके और फिर हिंसा के लिये इस्तेमाल कर सकते हैं.' अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, 'इसलिये, म्यांमार के लिये जरूरी है कि वह शरणार्थियों की वापसी के लिए शर्तें तय करे.' उन्होंने कहा, इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदायों के लिये भी यह जरूरी है कि वे मानवीय विपत्ति के पीड़ितों का कष्ट कम करने तथा उनके बच्चों के लिए शिक्षा समेत सभी बुनियादी सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करें. इसी बीच अमेरिकी सरकार ने 25 अगस्त के बाद से हिंसाग्रस्त रखाइन राज्य को प्रत्यक्ष मदद देने एवं जीवन-रक्षक आपात सहायता के लिये कल करीब चार करोड़ अमरीकी डालर की मदद देने की घोषणा की. विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2017 के दौरान म्यांमा से विस्थापित लोगों और इस क्षेत्र की मदद के लिये करीब 10.4 करोड़ अमेरिकी डालर की मानवीय सहायता दी गयी है.
भारत के स्थायी सदस्य बनने के लिए वीटो का इस्तेमाल ना करना महत्वपूर्ण : अमेरिका की राजदूत निक्की हेली
18 October 2017
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा कि सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी सदस्य बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि 'वीटो का इस्तेमाल ना किया जाए.' उन्होंने सुरक्षा परिषद के मौजूदा ढांचे में बदलावों के खिलाफ दो विश्व शक्तियों के रूप में रूस और चीन की पहचान की. अमेरिका भारत मैत्री परिषद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हेली ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार वीटो पर निर्भर है. सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में वीटो की क्षमता है. रूस, चीन, ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस तथा उनमें से कोई भी यह नहीं चाहता तो भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगा कि वीटो का इस्तेमाल ना किया जाए. उन्होंने परिषद के अध्यक्ष स्वदेश चटर्जी के एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए तैयार है और हमेशा इस पर जवाब देता है. उन्होंने ‘‘अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अमेरिका-भारत सहयोग का प्रचार करने में कांग्रेस की भूमिका’’ पर अहम भाषण भी दिया. हेली ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस या सीनेट की सुरक्षा परिषद में सुधारों में ज्यादा भूमिका नहीं हो सकती. अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अमेरिका पहले से ही तैयार है लेकिन ‘‘रूस और चीन पर’’ ध्यान केंद्रित करने की जरुरत है. सुरक्षा परिषद के ये दो स्थायी सदस्य कोई सुधार होते देखना नहीं चाहते हैं.
उत्तरी कोरिया की अमेरिका को चेतावनी, किसी भी पल शुरू हो सकता है परमाणु युद्ध
17 October 2017
उत्तर कोरिया ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के समक्ष कहा कि वह तब तक अपने परमाणु हथियारों को नष्ट करने पर बातचीत नहीं करेगा, जब तक अमेरिका अपनी 'शत्रुतापूर्ण' नीति को नहीं पलट देता. संयुक्त राष्ट्र में उप-दूत किम इन रयॉन्ग ने महासभा की निरस्त्रीकरण समिति को बताया कि कोरियाई प्रायद्वीप में परिस्थितियां 'छूते ही भड़कने वाली हालत में पहुंच चुकी हैं, और परमाणु युद्ध किसी भी पल शुरू हो सकता है...' उन्होंने कहा, "जब तक अमेरिका की ओर से परमाणु खतरा और 'शत्रुतापूर्ण नीति' खत्म नहीं कर दी जाती, हम अपने परमाणु हथियारों तथा बैलिस्टिक रॉकेटों को किन्हीं भी हालात में चर्चा की मेज़ पर लेकर नहीं आएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच पिछले कुछ समय से वाकयुद्ध जारी है, जिसके दौरान व्यक्तिगत आक्षेप भी किए जाते रहे हैं, और अमेरिका को धमकियां देने की स्थिति में उत्तरी कोरिया को 'पूरी तरह तबाह' कर देने की चेतावनी भी जारी की गई. लेकिन अमेरिकी विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने रविवार को कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप युद्ध को टालना चाहते हैं, हालांकि राष्ट्रपति ने ट्विटर पर कहा है कि टिलरसन राजनयिक रास्तों पर चलकर 'समय खराब कर रहे हैं. टिलरसन ने CNN से कहा, "वह (राष्ट्रपति) युद्ध करने के इच्छुक नहीं हैं, और हमारी कोशिशें तब तक जारी रहेंगी, जब तक पहला बम नहीं गिरा दिया जाता.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान परमाणु समझौते को प्रमाणित करने से किया इनकार
14 October 2017
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के शासन को 'कट्टरपंथी' बताते हुए उसकी निंदा की है और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते को प्रमाणित करने से इनकार कर दिया है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह इस समझौते को परामर्श के लिए कांग्रेस के पास भेज रहे हैं और अपने सहयोगियों से सलाह लेंगे कि इसमें क्या बदलाव किया जाए. उन्होंने ईरान पर आतंकवाद को प्रायोजित करने का आरोप लगाया और कहा कि वह ईरान को परमाणु हथियार के रास्ते पर नहीं चलने देंगे. अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों का कहना है कि ईरान 2015 में हुए परमाणु समझौते का पूरी तरह पालन कर रहा है. ट्रंप ने हालांकि कहा कि समझौता बेहद लचीला है और ईरान ने "कई बार समझौते का उल्लंघन किया." उन्होंने कहा कि ईरान ने समझौते का उल्लंघन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षकों को पूर्ण निरीक्षण नहीं करने दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "ईरान मौत, विनाश और अराजकता फैला रहा है." ट्रंप ने कहा कि ईरान परमाणु करार का सही प्रकार से पालन नहीं कर रहा, लेकिन फिर भी वह इसके तहत लाभ उठा रहा है. उन्होंने कहा कि परमाणु करार को लेकर उनकी नई रणनीति से यह समस्या दूर होगी. उन्होंने साथ ही कहा कि अमेरिका किसी भी समय इस समझौते से अलग होने का अधिकार रखता है
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बड़े बेटे समेत दो सांसद गिरफ्ता
13 October 2017
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बड़े बेटे समेत दो सांसदों को हंबनटोटा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास के बाहर प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार किया गया है. वे एक हवाईअड्डे का प्रस्तावित पट्टा भारतीय कंपनी को दिए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. संयुक्त विपक्ष के सदस्यों ने हंबनटोटा के मत्ताला महिंदा राजपक्षे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (एमआरआईए) को श्रीलंका सरकार द्वारा भारत को सौंपे जाने वाले समझौते के खिलाफ प्रदर्शन किया. राजपक्षे के राष्ट्रपति काल के दौरान प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं में इस हवाईअड्डे का निर्माण शामिल था जिसके लिए चीन ने ऋण सहायता मुहैया कराई थी. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन में हुई हिंसा पर बयान दर्ज कराने के लिए कल रात हंबनटोटा पुलिस ने नमल राजपक्षे और छह अन्य प्रदर्शनकारियों को तलब किया था. उन पर सावर्जनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, अवैध तरीके से सभा करने और हंबनटोटा न्यायिक क्षेत्र में प्रदर्शन न करने के अदालत के आदेश का उल्लंघन करने के आरोप लगाए गए हैं. पुलिस ने बताया कि इन सभी को हंबनटोटा मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें 16 अक्तूबर तक के लिए तंगले रिमांड जेल भेज दिया गया.
उत्तर कोरिया के विदेशमंत्री बोले- हमारे परमाणु हथियार 'न्याय की तलवार' हैं
12 October 2017
मास्को: उत्तर कोरिया के विदेशमंत्री ने अपने देश के परमाणु हथियारों को ‘न्याय की तलवार’ करार दिया है. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो को यह कहते हुए उद्धृत किया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सितंबर में संयुक्त राष्ट्र में दिया गया बयान ‘युद्ध को उकसाने’ वाला था. ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में अपने बयान में आगाह किया था कि अगर उनके देश और उसके सहयोगियों की रक्षा करने की आवश्यकता पड़ी तो अमेरिका उत्तर कोरिया को ‘पूरी तरह तबाह’ कर देगा. री ने ‘तास’ को बताया कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार प्रतिरोधक हैं, जिससे उसकी अमेरिका से रक्षा हो सके. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के सामरिक बलों के पास अटूट शक्ति है, जो आक्रामक अमेरिका को दंडित किए बिना नहीं छोड़ेंगे री ने कहा कि उत्तर कोरिया की सेना और उसके लोग लगातार अमेरिकियों को सबक सिखाए जाने की मांग कर रहे हैं.
ईराक के प्रधानमंत्री को उम्मीद, इस साल तक हो जाएगा आईएस का सफाया
11 October 2017
ईराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी ने इस साल देश से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के पूरे सफाये की उम्मीद जताई है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अबादी ने टेलीविजन पर प्रसारित एक संवाददाता सम्मेलन में आईएस के खिलाफ इराकी सुरक्षा बलों की जीत की सराहना की. उन्होंने मिश्रित जाति वाले किरकुक प्रांत के हवीजा में चलाए गए अंतिम अभियान की खासतौर पर सराहना की. अबादी ने कहा, "इराकी बलों ने उन इलाकों (हवीजा के पास) को मुक्त करा लिया, जहां पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कोई बल पहुंच तक नहीं पाया था. आज (इराक में) हर स्थान पर दएश (आईएस) में भय का माहौल है और जैसा कि हमने वादा किया था इस साल इराक से आतंकवादी संगठन आईएस का पूरी तरह सफाया हो जाएगा गौरतलब है एक समय ईराक में मोसुल सहित कई प्रांतों में आईएस का कब्जा हो गया था और इस आतंकी संगठन ने भीषण मारकाट मचाई थी. लेकिन अब धीरे-धीरे सरकारी सेना ने नियंत्रण लेना शुरू कर दिया है.
अमेरिकी हिप-हॉप गायिका मधु वल्ली ने जीता 'मिस इंडिया वर्ल्डवाइड' का खिताब
10 October 2017
नई दिल्ली: उभरती हिप-हॉप कलाकार तथा वर्जीनिया की जार्ज मैसन यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई कर रहीं भारतीय मूल की 20-वर्षीय मधु वल्ली ने 'मिस इंडिया वर्ल्डवाइड' 2017 का खिताब जीत लिया है रविवार को न्यूजर्सी में हुई इस सौंदर्य प्रतियोगिता में फ्रांस की स्टेफनी मैडवने दूसरे नंबर पर रहीं. प्रतियोगिता के 26वें संस्करण में 18 देशों की सुंदरियों ने हिस्सा लिया, जिसमें गुयाना की संगीता बहादुर तीसरे स्थान पर रहीं. खिताब जीतने के बाद मधु ने कहा, "मैं बॉलीवुड और हॉलीवुड के बीच सबसे बड़ा पुल बनना चाहती हूं..." उन्होंने कहा, "मैं अपने दोनों देशों (भारत और अमेरिका) से प्यार करती हूं और मैं हमेशा दोनों का नेतृत्व करने का तरीका खोजना चाहती थी.. गौरतलब है कि मधु वल्ली की संगीत एल्बम एक दिन पहले ही जारी हुई है. उन्होंने कहा कि वह एक रिकॉर्डिंग आर्टिस्ट बनना चाहती हैं, और संगीत हमेशा से उनकी चाहत है, क्योंकि उन्होंने आठ साल की उम्र से ही गायन का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था.
खिलाड़ियों को राष्ट्रगान का अपमान करते देख स्टेडियम से बाहर चले गए उपराष्ट्रपति पेंस
9 October 2017
वाशिंगटन: अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस इंडियानापोलिस कोल्ट्स टीम का खेल देखने से पहले ही स्टेडियम से बाहर चले गए जब विरोध स्वरूप कुछ खिलाड़ी राष्ट्रगान के समय घुटनों के बल बैठ गए. इससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि लीग मालिकों को उन खिलाड़ियों को बाहर कर देना चाहिए जो खेल से पहले राष्ट्रगान के दौरान घुटनों के बल बैठ गए थे. उपराष्ट्रपति ने ट्वीट कर बताया कि जब राष्ट्रगान के दौरान कुछ खिलाड़ी घुटनों के बल बैठे तो यह देखकर वह बाहर चले गए. पेंस ने ट्वीटर पर लिखा, ' मैं आज कोल्ट्स के गेम को बीच में ही छोड़कर इसलिए बाहर निकल आया क्योंकि मैं और राष्ट्रपति ट्रंप किसी भी ऐसे कार्यक्रम की शोभा नहीं बढ़ा सकते जो हमारे सैनिकों, हमारे झंडे और हमारे राष्ट्रगान का अनादर करता हो.' खेल के दौरान 49ers नाम की टीम के 20 से ज्यादा खिलाड़ी राष्ट्रगान के दौरान घुटनों के बल बैठ गए. इंडियाना से ताल्लुक रखने की वजह से पेंस को इससे थोड़ा झटका लगा. हालांकि इंडियानापोलिस की टीम के सदस्य एकदूसरे के हाथ पकड़ कर खड़े थे. वहीं ट्रंप ने पेंस के स्टेडियम से बाहर जाने का श्रेय खुद लेते हुए ट्वीट किया, ' मैंने उपराष्ट्रपति से कहा था कि अगर कोई भी खिलाड़ी हमारे देश का अपमान करने लगे तो आप स्टेडियम से बाहर चले जाना. मुझे उन पर और उनकी पत्नी कारेन पर गर्व है.'
मध्य अमेरिका में तूफान 'नेट' से 28 लोगों की मौत, अब मेक्सिकन तट की ओर बढ़ा
7 October 2017
कानकुन (मेक्सिको): उष्णकटिबंधीय तूफान 'नेट' मेक्सिकन समुद्र तट की ओर बढ़ गया है. मध्य अमेरिका में इसके चलते हुई भारी बारिश के कारण कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई. 'नेट' के कारण अभी 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और इसके आज या कल मेक्सिको खाड़ी के उत्तरी तट पर पहुंचने पर और मजबूत होने की संभावना है. मेक्सिको की खाड़ी में काम कर रहीं तेल और गैस कंपनियां वहां से अपने कर्मचारियों को हटा रहे हैं, जहां से होकर तूफान गुजर सकता है. अमेरिका के नेशनल हरिकेन सेंटर (एनएचसी) ने मेक्सिको के युकातान प्रायद्वीप, कानकुन और अन्य कैरीबियाई रिसॉर्टों में तूफान जैसी स्थिति उत्पन्न होने की बात कही है. तूफान के चलते कोस्टारिका में छह लोगों की मौत हो गई, वहीं निकरागुआ में 11 लोगों की जान चली गई. होंडुरास में भी तीन लोगों की मौत हुई और कई लोगों के लापता होने की खबर है. कोस्टारिका में हजारों लोग आश्रय स्थलों में सो रहे हैं.
बलूचिस्तान की सूफी मस्जिद में आत्मघाती हमला : अब तक हो चुकी है 20 की मौत, 30 से ज्यादा घायल
6 October 2017
नई दिल्ली: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक सूफी दरगाह पर हुए आत्मघाती हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है, जबकि 30 से अधिक घायल हैं. डॉन न्यूज के मुताबिक, जिला प्रशासन ने शुक्रवार सुबह मृतकों की संख्या बढ़ने की पुष्टि की. डॉन न्यूज के मुताबिक, यह विस्फोट गुरुवार शाम को फतेहपुर में पीर राखेल शाह की दरगाह के प्रवेश द्वार पर उस समय हुआ, जब वहां हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. यह झाल माग्सी जिले का एक छोटा सा कस्बा है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमलावर ने दरगाह में घुसने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मी ने उसे रोक दिया, जिसके बाद हमलावर ने स्वयं को विस्फोट से उड़ा दिया. बलूचिस्तान के गृहमंत्री सरफराज बुग्ती ने डॉन न्यूज को बताया, "यदि हमलावर दरगाह में घुस जाता तो मृतकों की संख्या बहुत अधिक होती." हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. गौरतलब है कि गुरुवार को हुई यह घटना इस साल किसी दरगाह पर हुआ इस तरह का दूसरा घातक हमला है. इससे पहले फरवरी में एक आत्मघाती हमलावर ने सिंध के शेवान में लाल शाहबाज कलंदर की दरगाह को निशाना बनाकर हमला किया था, जिसमें 80 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक घायल हो गए थे.
नेपाल में भूकंप के झटके, जानमाल के नुकसान की अभी तक खबर नहीं
5 October 2017
नेपाल की राजधानी काठमांडो में कम तीव्रता के भूकंप का झटका महसूस किया गया. हालांकि भूकंप से किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है लेकिन भूकंप से लोग दहशत में आ गए और अपने अपने घरों से बाहर निकल आए. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप की तीव्रता काफी कम थी लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका झटकाकाफी महसूस किया.भूकंप से अभी तक किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र से मिली सूचना के अनुसार तडके दो बज कर चार मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गयी । इसका केंद्र गंगाबू इलाके के उत्तर में था.
लास वेगास फायरिंग : हत्‍यारे स्‍टीफन पैडॉक के पास मौजूद इस उपकरण के कारण गई ज्‍यादा लोगों की जान
3 October 2017
लास वेगास: अमेरिका में एक संगीत समारोह के दौरान हुई गोलीबारी में मृतकों की संख्‍या 50 के पार पहुंच गई है. आधुनिक अमेरिकी इतिहास में यह गोलीबारी की अब तक की सबसे घातक घटना है. इस बीच, कंसर्ट में गोलीबारी करने वाले शख्‍स के बारे में अधिकारियों ने बड़ा खुलासा किया है. अधिकारियों का कहना है कि फायरिंग करने वाले व्‍यक्ति के पास ‘बम्प स्टॉक’ नाम के ऐसे दो उपकरण थे जो सेमी-ऑटोमेटिक हथियारों को पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियार में बदल सकते थे. बंदूकधारी ने लास वेगास में एक संगीत कंसर्ट में हजारों लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं. गौरतलब है कि इस तरह के उपकरणों को बीते कुछ वर्षों में अधिकारियों की जांच से गुजरना पड़ा है. कैलिफोर्निया की सीनेटर डायना फीनस्टीन लंबे समय से ऐसे उपकरणों का विरोध करती आई हैं. कई वर्ष पहले उन्होंने एसोसिएटेड प्रेस से कहा था कि उन्हें इस तरह की नई तकनीकों के ईजाद को लेकर बहुत चिंता है जो हथियारों को पूरी तरह ऑटोमेटिक बना सकती हैं. उन्होंने कहा था, ‘यह उपकरण सेमी ऑटोमेटिक राइफल को ऐसे हथियार में बदल सकता है जो प्रति मिनट 400 से 800 राउंड की दर से गोली चला सकता है.’ सेमी ऑटोमेटिक हथियार से हर बार गोली चलाने के लिए हर बार ट्रिगर दबाने की जरूरत होती है जबकि पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियार में एक बार ट्रिगर दबाने पर तब तक गोलीबारी होती रहती है जब तक कि पूरी मैगजीन खाली न हो जाए. स्‍वाभाविक है कि इस उपकरण के कारण घटना में ज्‍यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. वर्ष 1930 के बाद से अमेरिका में पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियारों की खरीद पर विशेष रोक है. लास वेगास में गोलीबारी करने वाले स्टीफन पैडॉक के होटल के कमरे से 23 आग्नेयास्त्र मिले हैं. घटना की जांच में शामिल दो अधिकारियों ने एपी को बताया कि पैडॉक के पास दो बम्प स्टॉक थे। वह अब यह इस बात की जांच कर रहे हैं कि इन स्टॉक का इस्तेमाल हथियारों को उन्नत बनाने में किया गया था या नहीं. पैडॉक ने संगीत समारोह में गोलीबारी कर 59 लोगों को मार डाला और सैकड़ों को घायल कर दिया था. पुलिस होटल की 32 वीं मंजिल पर स्थित हमलावर के कमरे में पहुंची तो देखा कि इस भयावह हमले को अंजाम देने के बाद उसने खुद को खत्म कर लिया था
अमेरिका के लास वेगास में फायरिंग, 20 की मौत, 100 से ज्यादा घायल, 1 संदिग्ध हमलावर मारा गया
2 October 2017
लॉस वेगास: लास वेगास में एक संगीत महोत्सव में एक बंदूकधारी द्वारा अंधाधुंध गोलियां दागने से 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 अन्य घायल हो गए. पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी. अस्पताल की एक प्रवक्ता ने सीएनएन से इस बात की पुष्टि की है कि शहर के मैंडाले बे कैसिनो के पास गोलीबारी में घायल हुए दोनों पीड़ितों ने यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने के बाद सोमवार तड़के दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि घायलों में से कई की हालत नाजुक है. लास वेगास पुलिस विभाग ने अधिक जानकारी दिए बिना एक संदिग्ध को गिरफ्तार किए जाने की घोषणा की. गोलीबारी के कारण शहर के मैक्करन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने सीएनएन को बताया कि गोलीबारी की घटना के कारण वहां पूरी तरह से अफरा-तफरी मची थी. उसने कहा, मुझे लगता है कि मैं सदमे में हूं..मुझे यह अहसास करने में कुछ मिनट लगे कि क्या हो रहा है? सोशल मीडिया पर एक वीडियो में सैकड़ों लोग घटनास्थल से भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ दृश्यों में गोली चलने की आवाज सुनाई दे रही है. घटनास्थल के लाइव फुटेज में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात नजर आ रहे हैं.
रोहिंग्या लोगों की नौका डूबने से 15 की मौत, UN चीफ ने म्यामांर से कहा- अब इस पीड़ा को खत्म करो
29 September 2017
कॉक्स बाजार: रोहिंग्या समुदाय के लोगों को ले जा रही एक नौका बांग्लादेश की समुद्री सीमा में पलट गई. इस घटना में कम से कम 15 लोग डूब गए और कई के लापता होने का अंदेशा है. उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने म्यामां के नेताओं से शरणार्थियों की ‘पीड़ा’ को खत्म करने का अनुरोध किया है. रोहिंग्या शरणार्थी संकट बढ़ने के कारण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद म्यामां पर खास सार्वजनिक बैठक करेगी. अमेरिका ने ‘जातीय अल्पसंख्यकों के सफाए’ के लिए देश की आलोचना की जबकि बीजिंग और मॉस्को ने म्यामां प्रशासन का समर्थन किया. बौद्ध बहुल म्यामां की सेना द्वारा रोहिंग्या विद्रोहियों के खिलाफ कठोर अभियान चलाने के बाद पिछले महीने पांच लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश भाग गए थे. प्रत्यक्षदर्शियों और हादसे में बचे हुए लोगों ने बताया कि नौका कल अशांत समुद्र में तट से कुछ ही मीटर दूर थी लेकिन मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं के चलते यह पलट गई. स्थानीय पुलिस निरीक्षक मोहम्मद काई-किसलू ने एएफपी को बताया कि कम से कम 10 बच्चों और चार महिलाओं सहित 15 शव तट पर बह कर आ गए और आशंका है कि मृतक संख्या में इजाफा हो सकता है. एक स्थानीय दुकानदार मोहम्मद सुहैल ने बताया कि वे हमारी आंखों के सामने डूबे। मिनटों के बाद ही लहरें शवों को तट पर ले आईं. वर्ष 2009 से ही सुरक्षा परिषद के 15 में से सात सदस्यों ने म्यामां पर विश्व निकाय की पहली आम बैठक बुलाने के लिए वोट किया लेकिन वे किसी संयुक्त सहमति पर नहीं पहुंच पाए. गुतारेस ने अधिकारियों से सैन्य अभियान बंद करने और हिंसा प्रभावित पश्चिमी क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचने देने का आग्रह किया. संघर्ष की वजह से विस्थापित हुए लोगों को घर लौटने की इजाजत दिए जाने की मांग करते हुए गुतारेस ने कहा,‘दुनिया में स्थिति तेजी से शरणार्थी आपदा, मानवता और मानवाधिकार की समस्या में तब्दील हो रही है,’ संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि ‘सुनियोजित तरीके’ की गई हिंसा मध्य म्यामां के रखाइन राज्य में अशांति का कारण है जिससे 250,000 मुस्लिमों के विस्थापित होने का खतरा है.
रूस का रासायानिक हथियारों का आखिरी भंडार नष्ट
28 September 2017
मॉस्को: रूस ने अपनी आखिरी रासायनिक युद्ध सामग्री को देश के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में पूरी तरह से नष्ट कर दिया. रासायनिक निरस्त्रीकरण के स्टेट कमिशन के अध्यक्ष मिखाइल बाबिच ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया कि रासायानिक हथियारों को नष्ट करने की प्रक्रिया को तय समय से पहले ही पूरा कर लिया गया है. एक समाचार एजेंसी ने पुतिन के हवाले से बताया, "हम कह सकते हैं कि यह यकीनन एक ऐतिहासिक क्षण है. मिखाइल के अनुसार, विशेषज्ञों का कहना है कि रासायनिक हथियारों का भंडार पृथ्वी पर मानव जीवन को कई बार नष्ट कर सकता है. पुतिन ने कहा, "आधुनिक विश्व को अधिक संतुलित और अधिक सुरक्षित बनाने की दिशा में यह बहुत ही बड़ा कदम है." पुतिन ने याद करते हुए कहा कि रासायनिक हथियार समझौते (सीडब्ल्यूसी) पर हस्ताक्षर करने वाला रूस पहला देश था. उन्होंने कहा कि रूस ने अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों को पूरा किया है. उन्होंने सीरिया में रासायनिक हथियारों की समस्या को सुलझाने में रूस की अहम भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों और आत्मविश्वास को मजबूत करने के कदमों पर अर्थपूर्ण संवाद के लिए रूस हमेशा तैयार है.
डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया को दी चेतावनी, सैन्य विकल्प के लिए हैं तैयार
27 September 2017
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनका देश उत्तर कोरिया के खिलाफ 'सैन्य विकल्प' के लिए ‘पूरी तरह तैयार’है. साथ ही उन्होंने आगाह किया कि दोनों देशों के बीच आगे और तनाव बढ़ने की स्थिति में ऐसा करना ‘विध्वंसकारी’होगा. उत्तर कोरिया ने कहा था कि वह अमेरिका के बमवर्षक विमानों को गिराकर अपनी रक्षा करने के लिए तैयार है. उसके इस बयान के एक दिन बाद अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से यह कड़ी प्रतिक्रिया आई है. इस सप्ताह न्यूयॉर्क में मौजूद रहे उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री रि योंग हो ने ट्रंप पर उनके देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया. ट्रंप ने देश की यात्रा पर आए स्पेन के प्रधानमंत्री मार्यानो राहॉय के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम दूसरे (सैन्य) विकल्प के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इस विकल्प को हम वरीयता नहीं देते लेकिन अगर हम यह विकल्प अपनाते हैं तो यह विध्वंसकारी होगा। मैं आपको बता सकता हूं कि यह उत्तर कोरिया के लिए विध्वंसकारी होगा. अगर हमें सैन्य विकल्प अपनाना पड़ा तो हम अपनाएंगे.’’ एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरियाई नेता (किम जोंग उन) ‘‘बहुत बुरी तरह व्यवहार’’ कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि वह ऐसी बातें कह रहे हैं जो पहले कभी नहीं कही गईं. उन्होंने कहा, हम उन बातों का जवाब दे रहे हैं, लेकिन यह जवाब है. यह मूल बयान नहीं है, यह जवाब है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से जैसा वह कह रहे हैं और अगर आप देखें कि उन्होंने पिछली सरकारों से क्या कहा तो आप पाएंगे कि उत्तर कोरिया ऐसी स्थिति है जिससे 25 साल पहले, 20, 15, 10 और पांच साल पहले ही निपटा जाना चाहिए था. तब उससे अधिक आसानी से निपटा जा सकता था.
फिलस्तीनी बंदूकधारी ने इस्राइली बस्ती में तीन सुरक्षाकर्मियों की हत्या की
26 September 2017
येरूशलम: फिलस्तीन के एक बंदूकधारी ने मंगलवार को पश्चिमी तट की बस्ती में इस्राइली सुरक्षा बलों पर फायरिंग की. इस घटना में तीन कर्मियों की मौत हो गई और एक अन्य जख्मी हो गया. बाद में इस बंदूकधारी को भी मार गिराया गया. पुलिस ने कहा, 'एक आतंकवादी फिलस्तीनी मजदूरों के साथ हर अदार के पिछले दरवाजे पर पहुंचा जहां से वे प्रवेश करते हैं. उसने बंदूक निकाली और वहां तैनात सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी.' उन्होंने कहा, 'हमले में तीन इस्राइलियों की मौत हो गई, जबकि एक जख्मी हो गया. आतंकवादी को मार दिया गया है.' पुलिस ने बाद में कहा कि घायल फिलस्तीनी हमलावर की जख्मों की वजह से मौत हो गई
पाकिस्तान में हजारों मदरसों में बनाए जा रहे हैं निर्मम आतंकवादी : सीपीपी
25 September 2017
कोच्चि: कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ पाकिस्तान (सीपीपी) ने कहा है कि पाकिस्तान में हजारों मदरसों में ‘इस्लाम के सऊदी ब्रांड’ के उपदेश से सैकड़ों की संख्या में ‘निर्मम आतंकवादी’ पैदा हो रहे हैं. कोच्चि में हुए कम्युनिस्ट और वाम दलों के दो दिवसीय दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सम्मेलन में अपने एक संदेश के तहत सीपीपी की केंद्रीय समिति ने कहा कि समाज के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने के लिए पाकिस्तान में सेना ने दीर्घकालीन तरकीब बनाई है. कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया (मार्क्सवादी) के पोलित ब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने सेमिनार के समापन दिवस पर आज संवाददाता सम्मेलन में सीपीपी के संदेश की एक प्रति बांटी. गौरतलब है कि सीपीपी की 1948 में कलकत्ता में स्थापना हुई थी और पाकिस्तान में इसकी नाममात्र मौजूदगी है. बेबी ने बताया कि सीपीपी के प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग नहीं ले पाए क्योंकि उन्हें भारतीय अधिकारियों ने वीजा देने से इनकार कर दिया.
डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी ने समझाया, मैंने जो रास्ता चुना वह ठीक, US को कीमत चुकानी होगी : किम जोंग उन
22 September 2017
सोल: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ‘मानसिक विक्षिप्त’ बताकर उनका मजाक उड़ाते हुए चेतावनी दी कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि अमेरिकी राष्ट्रपति को संयुक्त राष्ट्र में उनके देश के विनाश संबंधी बयान देने के लिए ‘भारी कीमत’ चुकानी होगी. डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन में उत्तर कोरिया को चेतावनी देने के दौरान यह कहकर दुनिया को चौंका दिया था कि अगर अमेरिका और उसके सहयोगियों पर हमला किया गया तो वाशिंगटन उसे ‘पूरी तरह तबाह’ कर देगा. प्योंगयांग द्वारा पिछले कुछ समय से चलाये जा रहे परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों की वजह से बढ़ते तनाव के बीच युद्ध के लिए उकसाने वाला यह बयान सामने आया है. उत्तर कोरिया ने तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को दरकिनार कर अपना छठा और सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण किया था और जापान के ऊपर से होकर गुजरने वाली मिसाइलों का प्रक्षेपण किया. उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने किम को उद्धृत करते हुए कहा, मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि अमेरिका में सर्वोच्च कमान का विशेषाधिकार संभाल रहे शख्स को को भारी कीमत चुकानी पड़े. किम ने ट्रंप द्वारा उनको ‘रॉकेट मैन’ कहे जाने को लेकर अमेरिकी नेता के मानसिक स्वास्थ्य पर भी सवाल उठाये और कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के मंच पर एक संप्रभु राष्ट्र को ‘पूरी तरह तबाह’ करने का बयान मानसिक विक्षिप्त अमेरिकी राष्ट्रपति की अनैतिक इच्छा को दर्शाता है.’ उत्तर कोरिया का कहना है कि आक्रामक अमेरिका से बचने के लिए उसे परमाणु प्रतिरोधक क्षमता की जरूरत है और इस तानाशाही निजाम ने सैन्यीकरण को अपनी राष्ट्रीय विचारधारा का केंद्रीय हिस्सा बना लिया है. बयान में इस बात पर जोर दिया गया है कि किम फिलहाल अपने रास्ते से हटने वाले नहीं हैं. किम ने कहा कि ट्रंप की टिप्पणी ने, मुझे डराने या रोकने के बजाय इस बात के लिये संतुष्ट किया कि जो रास्ता मैंने चुना है वह सही है और यही वह रास्ता है जिस पर मुझे अंत तक चलना है.
पाकिस्तानी पीएम ने दी भारत को धमकी, 'कॉल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीन' के लिए तैयार किए परमाणु बम
21 September 2017
न्यूयॉर्क: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने एक बार फिर उकसाने वाला बयान दिया है. उन्होंने पाकिस्तान की परमाणु नीति को लेकर कहा कि भारतीय सेना के ‘कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन’ से निपटने के लिए उनके देश ने छोटी दूरी के परमाणु हथियार विकसित कर लिए हैं. अब्बासी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार सुरक्षित हैं. कोल्ड स्टार्ट पाकिस्तान के साथ संभावित युद्ध के लिए भारत की सशस्त्र सेनाओं द्वारा विकसित किया गया सैन्य डॉक्ट्रीन है. इसके तहत भारत के सैन्य बलों को युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले का जवाब देने के लिए हमले करने की मंजूरी है. उन्होंने एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में एक सवाल के जवाब में कहा, हमारा सामरिक परमाणु हथियारों पर बेहद मजबूत और सुरक्षित नियंत्रण है. समय के साथ यह साबित हो चुका है कि यह प्रक्रिया बहुत सुरक्षित है. पाकिस्तान की न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी (एनसीए) के पास देश के परमाणु हथियारों के संबंध में कमांड, कंट्रोल और संचालनात्मक फैसले लेने की जिम्मेदारी है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, जहां तक सामरिक परमाणु हथियारों का संबंध है तो हमारे पास कोई भी क्षेत्रीय सामरिक परमाणु हथियार नहीं है. हमने भारत के कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन से निपटने के लिए छोटी दूरी के परमाणु हथियार विकसित किए हैं. इनकी कमान और कंट्रोल भी उसी अथॉरिटी के पास है जिसके पास अन्य सामरिक हथियारों का नियंत्रण है. मध्यस्थ डेविड संगेर ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया के उन देशों में जिनका परमाणु शस्त्रागार तेजी से बढ़ रहा है. संगेर ने कहा, दुनिया में कोई भी दूसरा परमाणु शस्त्रागार नहीं है, जो इतनी तेजी से बढ़ रहा हो और विश्व में उत्तर कोरिया के अलावा ऐसा कोई देश नहीं है, जिससे अमेरिका को ज्यादा चिंता हो. उसे शस्त्रागारों की सुरक्षा की चिंता है और इससे भी ज्यादा वे शस्त्रागार के कमान और कंट्रोल को लेकर चिंतित हैं. अब्बासी ने कहा कि उनकी कमान और कंट्रोल व्यवस्था अन्य देशें के समान ही सुरक्षित है. उन्होंने कहा, इस बात पर संदेह नहीं होना चाहिए कि आतंकवादी या ऐसी कोई भी आण्विक सामग्री या परमाणु हथियारों पर नियंत्रण कर सकता है. इसकी कतई आशंका नहीं है. अब्बासी ने कहा, पाकिस्तान विश्व का जिम्मेदार देश है और हमने आतंकवाद के खिलाफ बड़े युद्ध के साथ यह जिम्मेदारी दिखाई है. हम पिछले 15 वर्षों से आतंकवाद से लड़ रहे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इस अंदेशे को खारिज करने की मांग की कि उनका देश अपने परमाणु कार्यक्रम की सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है. उन्होंने कहा, हम परमाणु संपन्न हैं. इस पर कोई शक नहीं है. हम जानते हैं कि परमाणु कचरे से कैसे निपटा जाता है. हमने 60 के दशक में परमाणु कार्यक्रम शुरू किया था और हम परमाणु कार्यक्रम वाले एशिया के पहले देशों में से एक हैं तो अगर हमने 50 वर्षों से इसकी रक्षा की है तो मुझे लगता है कि हम अब भी कर सकते हैं
राहुल गांधी ने अमेरिका में खोला नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने का रहस्य
20 September 2017
प्रिंस्टन: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दो हफ्ते के अमेरिका दौरे पर हैं. वह लगातार यहां मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. राहुल गांधी आज प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में छात्रों से रू-ब-रू हुए. राहुल गांधी ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर बहुत ज्यादा खर्च नहीं किया जा रहा है. रोजगार भारत में सबसे बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि अगर एक देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाता है तो वह उसे कोई विजन भी नहीं दे सकता है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि दुनिया में बेरोजगारी से लोग परेशान हैं और इसीलिए नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेताओं को लोगों ने चुना, हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री मोदी भारत में इस समस्या के लिए पर्याप्त मात्रा में काम नहीं कर रहे हैं. राहुल गांधी यहां दो हफ्ते की अमेरिका यात्रा पर हैं. प्रिंस्टन यूनीवर्सिटी में छात्रों के साथ बातचीत में गांधी ने स्वीकार किया कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को भारत में सत्ता इसलिए मिली क्योंकि लोग कांग्रेस पार्टी से बेरोजगारी के मुद्दे पर नाराज थे. उन्होंने कहा कि रोजगार का पूर्ण मतलब राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में लोगों को सशक्त करना और शामिल करना है. राहुल गांधी ने छात्रों से कहा, मैं सोचता हूं, पीएम मोदी के उभार का मुख्य कारण और ट्रंप के सत्ता में आने की वजह, अमेरिका और भारत में रोजगार का प्रश्न होना है. हमारी बड़ी आबादी के पास कोई नौकरी नहीं है और वह अपना भविष्य नहीं देख सकते हैं और इसलिए वह परेशान हैं, और उन्होंने इस तरह के नेताओं को समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि एक अन्य समस्या यह है कि बेरोजगारी को कोई समस्या मान ही नहीं रहा है. इससे पहले अमेरिका की ही बर्कले यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. राहुल ने कहा था कि संसद को अंधेरे में रखकर मोदी सरकार नोटबंदी लाई थी, जिससे देश को नुकसान हुआ. राहुल गांधी ने वंशवाद को लेकर भी बयान दिया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मानना है कि परिवारवाद के चलते पार्टी में शीर्ष पद हासिल हो जाने के लिए उन्हें कोसा जाना बंद होना चाहिए, क्योंकि सारा मुल्क इसी तरह परिवारवाद से चल रहा है. अमेरिका में बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "मुल्क का ज़्यादातर हिस्सा इसी तरह चलता है. भारत इसी तरह काम करता है.
आंग सान सू ची ने कहा- रोहिंग्या मुसलमानों पर एक्शन सही, अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं आएंगे
19 September 2017
संयुक्त राष्ट्र: दुनियाभर में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर उठ रहे सवालों के बीच संयुक्त राष्ट्र की बैठक में म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची ने कहा है कि हम अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं आएंगे. उन्होंने अपने भाषण में रखाइन प्रांत में अराकान इलाक़े में रह रहे कुछ रोहिंग्या मुसलमानों पर हुई कार्रवाई को सही करार दिया. उन्होंने ये तो कहा कि किसी भी तरह से मानवाधिकार का उल्लंघन ठीक नहीं है, लेकिन कुछ रोहिंग्या मुसलमानों को आतंकवादी बताने से भी नहीं चूकीं. उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों एक वर्ग पर पुलिस बलों पर हमले और देश विरोधी काम करने का आरोप लगाया. खास बात ये है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने बैठक से पहले कहा कि सू ची के पास हिंसा रोकने का ये आखिरी मौका है. उन्होंने जोर देकर कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों की घर वापसी म्यांमार सरकार की जिम्मेदारी है.रोहिंग्या मुद्दे पर चौतरफा दबाव के बीच सू ची संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में भाग लेने नहीं पहुंचीं हैं. ये स्टेट ऑफ़ द यूनियन भाषण उन्होंने नाय पीय ताव में दिया. सू ची ने कहा- कई महीनों की शांति के बाद 25 अगस्त को सुरक्षाबलों पर हथियार बंद गुट ने हमला कर दिया. सरकार ने जांच में इस आतंकी हमले के लिए रोहिंग्या और उनके समर्थकों का हाथ पाया. हम किसी भी तरह के मानवाधिकार उल्लंघन का विरोध करते हैं और सुरक्षा बलों को इन आतंकियों पर कार्रवाई के दौरान नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी है कि इस वक़्त पूरी दुनिया हमारे देश पर नज़र रखे हुए है. जैसा कि मैंने पिछली बार यूएन आम सभा में कहा था कि एक ज़िम्मेदार सदस्य देश होने के नाते हम यहां रहने वाले सभी नागरिकों की सुरक्षा, शांति और विकास कार्यों को करते रहेंगे और किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं आएंगे, हालांकि जो शरणार्थी लौटना चाहते हैं वे जांच के बाद आ सकते हैं. गौरतलब है कि म्यांमार से बड़ी तादाद में खदेड़े जा रहे रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश में शरण लेने पहुंचे हैं. खाने के सामान और राहत सामग्री की यहां भारी कमी है. इन हालात में बच्चे और बूढ़े सबसे ज़्यादा परेशान हैं. इन्होंने बांग्लादेश के शामलापुर और कॉक्स बाज़ार में शरण ली हैं. शरणार्थी शिविरों में ही बच्चों को औरतें जन्म दे रही हैं. बांग्लादेश में इनकी जान बची हुई है, लेकिन मुसीबतों की कमी नहीं है. कई मानवाधिकार संगठन भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि इन शरणार्थियों को देश में ही रहने दिया जाए वहीं सरकार का मानना है कि रोहिंग्या मुसलमान अवैध प्रवासी हैं और इसलिए कानून के मुताबिक उन्हें बाहर किया जाना चाहिए. गृह मंत्रालय कह चुका है कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण नहीं देगा, बल्कि उन्हें वापस लौटा देगा. इसके साथ ही भारत-म्यांमार सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है. सीमा पर सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है.
क्या है विवाद
रोहिंग्या समुदाय 12वीं सदी के शुरुआती दशक में म्यांमार के रखाइन इलाके में आकर बस तो गया, लेकिन स्थानीय बौद्ध बहुसंख्यक समुदाय ने उन्हें आज तक नहीं अपनाया है. 2012 में रखाइन में कुछ सुरक्षाकर्मियों की हत्या के बाद रोहिंग्या और सुरक्षाकर्मियों के बीच व्यापक हिंसा भड़क गई. तब से म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ हिंसा जारी है. रोहिंग्या और म्यांमार के सुरक्षा बल एक-दूसरे पर अत्याचार करने का आरोप लगा रहे हैं. ताजा मामला 25 अगस्त को हुआ, जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों ने पुलिस वालों पर हमला कर दिया. इस लड़ाई में कई पुलिस वाले घायल हुए, इस हिंसा से म्यांमार के हालात और भी खराब हो गए.

'इरमा' से उबरे अब 'मारिया' की मार, कैरिबियाई द्वीप की तरफ बढ़ रहा है चक्रवात
18 September 2017
वाशिंगटन: इस महीने की शुरुआत में आए चक्रवात इरमा के प्रभाव से कैरिबियाई द्वीप के लोग अभी उबर भी नहीं पाए हैं कि अब उन्हें चक्रवात मारिया का सामना करना पड़ेगा. मारिया 120 किलोमीटर की तेज हवाओं के साथ पूर्वी कैरिबियाई की ओर बढ़ रहा है. इसकी जानकारी अमेरिकी राष्ट्रीय चक्रवात सेंटर (एनएचसी) ने दी है. कैरिबियाई द्वीप पर चक्रवात संबंधी चेतावनी जारी की गई है. यहां के लोग अभी भी इरमा के विध्वंस से उबर नहीं पाए हैं. एनएचसी ने कहा कि पहले यह चक्रवात श्रेणी वन में था, जो कि सफीर-सिम्पसन स्केल के पांच प्वांइट में सबसे नीचे है. यह अभी बारबाडोस से 225 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में है. इसमें बताया गया है कि सोमवार की रात में मारिया का केंद्र लीवार्ड द्वीप में होगा तथा मंगलवार को यह उत्तर-पूर्वी कैरिबियाई समुद्र तक पहुंचेगा
लंदन की अंडरग्राउंड ट्रेन में धमाका, कई घायल, स्टेशन खाली करवा पुलिस कर रही है तलाशी
15 September 2017
ब्रिटेन की राजधानी लंदन तकी अंडरग्राउंड ट्रेन में धमाका हुआ है. धमाका पारसंस ग्रीन स्टेशन पर हुआ. यह इलाका साउथ वेस्ट लंदन में आता है. इस धमाके में कई लोगों के घायल होने की खबर है. मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौजूद हैं. लंदन में अंडरग्राउंड ट्रेन के ट्यूब ट्रेन कहा जाता है और यह आम लोगों की आवाजाही के लिए एक प्रमुख साधन है.फिलहाल इस रूट की ट्रेन सेवा बाधित है. स्टेशन को खाली करवा लिया गया है. तलाशी अभियान जारी है. लंदन के समय के मुताबिक- धमाका 8.21 AM पर हुआ. धमाके के वक्त लोगों के स्कूल और दफ्तर जाने का समय था, इस वजह वहां भीड़ थी. एक प्लास्टिक की बाल्टी नुमा चीज में यह धमाका हुआ. हालांकि यह धमाका कम तीव्रता का था, लेकिन इसमें कई लोगों के घायल होने की सूचना मिली है.
मलेशिया : धार्मिक स्कूल में आग लगने से 25 लोगों की मौत, मरने वालों में ज्यादातर स्टूडेंट्स
14 September 2017
कुआलालम्पुर : मलेशिया के एक धार्मिक स्कूल में आग लगने से आज 25 लोगों की मौत हो गई जिनमें से अधिकतर छात्र हैं. अधिकारियों ने कहा कि यह देश में अभी तक हुई आगजनी की सबसे भीषण घटनाओं में से एक है राजधानी कुआलालम्पुर के मध्य में स्थित ‘ताहफिज दारूल कुरान इत्तेफाकियाह’ नामक दो मंजिला इमारत में आग भोर से पहले लगी. दमकलकर्मी तुरंत ही मौके पर पहुंचे और करीब एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया लेकिन इससे पहले वहां भयानक तबाही मच चुकी थी. अग्निशमन एवं बचाव विभाग के निदेशक खीरुदीन द्रहमान ने कहा, ‘इतने सारे लोगों के मारे जाने की बात समझ नहीं आती.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि पिछले 20 वर्षों में देश में हुई आगजनी की यह सबसे भीषण घटना है.’ उन्होंने हादसे में 23 छात्रों और दो वार्डन के मारे जाने की पुष्टि की है. आशंका है कि इन लोगों की मौत धुएं के कारण दम घुटने या आग में फंस जाने के कारण हुई. द्रहमान ने कहा, ‘हम आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.’ सरकार के संघीय प्रदेशों के उप मंत्री लोगा बाला मोहन ने कहा, ‘हमारी संवेदनाएं पीड़तों के परिवार के साथ है. बीते कुछ सालों में हुई आगजनी की यह सबसे भीषण घटनाओं में से एक है.’ उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि अधिकारी तत्काल आग लगने के कारणों का पता लगाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.
नए प्रतिबंधों से बौखलाया उत्तर कोरिया, कहा, हथियार कार्यक्रम को और बढ़ाएंगे
13 September 2017
सोल: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से लगाए गए ताजा प्रतिबंधों को 'दुष्टतापूर्ण' बताते हुए उत्तर कोरिया ने कहा है कि वह अपने हथियार कार्यक्रम को और आगे बढ़ाएगा. उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए परमाणु परीक्षण के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने सर्वसम्मति से उसके खिलाफ कड़े प्रतिबंधों को मंजूरी दी है. हालांकि, उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों को लेकर अमेरिका की मांगों की धार रूस और चीन ने कम कर दी. इससे संयुक्त राष्ट्र में इन दोनों देशों का प्रभाव झलकता है. नए प्रतिबंधों के बाद उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, 'अमेरिका की ओर से लाए गए अवैध और दुष्टतापूर्ण प्रतिबंधों वाले प्रस्ताव को मंजूरी मिलना, डीपीआरके (उत्तर कोरिया) के लिए इसकी पुष्टि करने का और एक अवसर है कि उसके द्वारा चुना गया रास्ता सही है.' मंत्रालय ने बयान में कहा है, 'डीपीआरके देश की सम्प्रभुता और अस्तित्व के अधिकार को सुरक्षित रखने की क्षमता बढ़ाने के अपने प्रयासों को दोगुना करेगा सुरक्षा परिषद ने सोमवार को उत्तर कोरिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र की पिछली प्रस्तावना की अवहेलना करने की आलोचना की थी और उसे अपने सभी बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों को बंद करने के आदेश दिए थे. इन नए प्रतिबंधों के तहत उत्तर कोरिया को किए जाने वाली तेल आपूर्ति को सीमित कर दिया गया है, उसके कपड़ा निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, भावी रोजगारों को भी सीमित कर दिया गया है. उत्तर कोरिया से आने और जाने वाले जहाजों की जांच के लिए बिना बल प्रयोग के अन्य देशों को अनुमति दी गई है. हथियारों में इस्तेमाल होने वाले अधिक से अधिक सामानों और प्रौद्योगिकियों को प्रतिबंधित सूची में डाल दिया गया है. अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि निकी हेली ने संयुक्त राष्ट्र में वोटिंग के बाद कहा कि अब उत्तर कोरिया के लगभग 90 फीसदी निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही लौह, लौह अयस्क,धातु, समुद्री भोजन और कोयला निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. निक्की ने कहा कि इससे उत्तर कोरिया को सालाना 1.3 अरब डॉलर का नुकसान होगा.
अमेरिका : घर में फुटबॉल मैच देख रहे लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग, 8 की मौत, हमलावर भी मारा गया
12 September 2017
प्लानो: अमेरिका के उपनगर डलास के एक घर में फुटबॉल मैच देखने के लिए जुटे लोगों पर एक हमलावर ने अंधाधुंध फायरिंग की. इसमें 8 लोगों की मौत हो गई. बाद में पुलिस ने हमलावर को भी मार गिराया. रविवार रात करीब आठ बजे गोलीबारी की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे एक अधिकारी ने हमलावर पर गोली चलाई, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने पाया कि घटनास्थल पर नौ अन्य लोग थे, जिन्हें गोलियां लगी थीं. इनमें से सात की मौत हो चुकी थी और दो को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान एक घायल की मौत हो गई. पुलिस प्रवक्ता डेविड टिल्ले ने कहा, 'पहली बार घटनास्थल पर पहुंचने वाले पुलिस अधिकारी ने घर के भीतर गोलियां चलने की आवाज सुनीं.' अधिकारी पीछे की ओर से मकान में पहुंचा और उसने घर के पिछवाड़े में शव देखे और इसके बाद उसने संदिग्ध का सामना किया. पुलिस ने अभी तक संदिग्ध या मारे गए अन्य लोगों की पहचान की पुष्टि नहीं की है. पुलिस के मुताबिक हमलावर संदिग्ध घर में रहने वाले लोगों का परिचित था.
दक्षिणी मैक्सिको में 8.1 की तीव्रता वाले भूकंप से मरने वालों की संख्या 90 तक पहुंची
11 September 2017
जुचितान: जबरदस्त भूकंप से दक्षिण मैक्सिको में जनजीवन पर खासा प्रभाव पड़ा है. बार-बार भूकंप के झटकों से लोग काफी डरे हुए हैं. दक्षिण मैक्सिको में गुरुवार की रात आए 8.1 तीव्रता के भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है. कम से कम तीन दर्जन लोग जुचितान में मारे गए हैं. भूकंप के कारण जुचितान शहर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं. यहां एक-तिहाई घर रहने लायक नहीं रह गए हैं और बार-बार आ रहे भूकंप के झटकों के कारण लोग उन इमारतों के भी करीब जाने से घबरा रहे हैं, जो अभी ठीक हालत में हैं. ओक्साका और चियापास में अधिकारियों ने बताया कि हजारों घर और सैकड़ों स्कूलों को नुकसान पहुंचा है या वे नष्ट हो गये हैं. सैकड़ों लोगों को पानी संकट से जूझना पड़ रहा है. शहर में आए भयावह भूकंप के बाद कई शक्तिशाली झटकों का आना जारी है जिसमें रविवार को आया 5.2 तीव्रता का भूकंप भी शामिल है. ऐसे में इमारतों के गिरने की आशंका से बड़ी संख्या में लोग बाहर ही सो रहे हैं
कैमरे में कैद : दो किलोमीटर तक दौड़ती रही कार, बोनट पर झूलता रहा पुलिसकर्मी
9 September 2017
नई दिल्ली: कभी कभी होता है कि कुछ फिल्मी सीन असल जिन्दगी में सच होते दिख जाते हैं. चीन के डालियान में ऐसा ही कुछ अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला. एक कार को रोकने की कोशिश में एक पुलिसकर्मी को कार के बोनट पर चढ़ना पड़ा और वह दो किलोमीटर तक कार पर इस जोखिमभरी कंडीशन में देखा गया. अलग अलग सीसीटीवी कैमरों ने इस दृश्य को कैद किया. दरअसल एक चेकपॉइंट पर पुलिसवालने ने एक कार को रोकना चाहा. लेकिन ड्राइवर ने कार नहीं रोकी और चूंकि पुलिसकर्मी उस वक्त कार के एकदम करीब रहा होगा इसलिए जब ड्राइवर ने कार को तेजी से निकालने की कोशिश की तो पुलिसकर्मी को अपने आप को बचाने के लिए कार का बोनट का हिस्सा पकड़ना पड़ा और अंतत: वह कार के बोनट के ऊपर ही चढ़ गया. पुलिसकर्मी ट्रैफिक नियम तोडने वाले इस ड्राइवर को रोकने की कोशिश कर रहा था. 2 किलोमीटर तक इसी तरह कार दौड़ती रही तब तक जब तक दो लोगों ने इस ड्राइवर को पकड़ा नहीं.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के 'सलामी स्लाइसिंग' वाले बयान से चीन हुआ खफा, दी यह प्रतिक्रिया
8 September 2017
बीजिंग: भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के सलामी स्लाइसिंग वाले बयान पर चीन नाराज हो गया है. चीन ने कहा है कि जब दो दिन पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्ताना बयानों के बाद इस प्रकार का बयान उस साझा सहयोग की भावना के विपरीत है. चीनी सरकार के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि अभी हमें यह पता नहीं है कि यह बयान उनका अपना निजी बयान है या फिर भारत सरकार की इसमें सहमति है. बता दें कि बुधवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर दो फ्रंट पर युद्ध की संभावना से इनकार नहीं किया था. चीन से पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति के समाप्त होने के एक हफ्ते के बाद उन्होंने यह बात कही थी. उन्होंने कहा कि उत्तर में चीन और पश्चिम में पाकिस्तान से लड़ाई की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. उत्तर की स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा था कि चीन ने अपनी ताकत दिखाना शुरू किया है. 'सलामी स्लाइसिंह', यानी धीरे-धीरे भूभाग पर कब्जा करना, और दूसरे की सहने की क्षमता को परखना, चिंता का विषय है. हमें इस प्रकार की धीरे-धीरे उभरती स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. सेना प्रमुख ने चीन के संबंध में यह बात कही थी. उन्होंने कहा था कि उत्तर की स्थिति के चलते पश्चिम से पाकिस्तान भी मौके का फायदा उठाना चाहे. उन्होंने चीन और पाकिस्तान की नजदीकी की बात भी कही थी. यह पहली बार नहीं है जब चीन और पाकिस्तान को लेकर सेना प्रमुख ने इस प्रकार से दो फ्रंट पर युद्ध वाला बयान दिया. यह दर्शाता है कि भारत सेना चीन के साथ पनपी स्थिति को लेकर कितनी संवेदनशील है. सेना प्रमुख का यह बयान तब आया था जब चीन में हाल ही भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सीमा पर विवादों को शांतिप्रिय ढंग से सुलझाने के लिए और प्रयासों पर बल दिया था. शी चिनफिंग ने कहा कि दोनों देशों के लिए यह जरूरी है कि हम सही रास्तों पर चलें. बता दें कि जून के मध्य भारतीय सेना ने सिक्किम की सीमा पार कर भूटान के इलाके में डोकलाम पर चीन के सड़क निर्माण कार्य को रोका था. भारत इस मामले में भूटान के दावे के समर्थन में वहां खड़ा था. चीन इस बात से नाराज हुआ और उसने भारत पर उसके भूभाग में घुसने का आरोप लगाया. भारत ने साफ कहा कि यह नई सड़क उसके उत्तर पूर्व राज्यों के लिए रणनीतिक खतरा पैदा करती है. यहां पर भारत और चीन के सैनिक करीब 70 दिनों तक नॉन कॉम्बैटिव मोड में एक दूसरे के सामने खड़े रहे. बाद में चीन ने सड़क निर्माण का साजोसामान वहां से हटाया और दोनों ओर के सैनिक अपनी अपनी बैरिकों में लौट गए वहीं, भारत ने जापान के साथ अपने सैनिक संबंधों को बढ़ाया है. भारत के रक्षामंत्री अरुण जेटली ने जापान के साथ इस संबंध में कुछ समझौते किए हैं. निर्मला सीतारमण गुरुवार को रक्षामंत्री का कार्यभार संभालेंगी. माना जा रहा है कि जापान के साथ भारत के इस प्रकार के संबंध बढ़ाने से चीन को नाराजगी होगी. जापान और भारत की सेनाएं अगले साल साझा एंटी टेरिज्म अभ्यास करेंगी. यह पहली बार होगा जब दोनों देश की सेनाएं ऐसे किसी अभ्यास में साथ नजर आएंगी.
अमेरिकी हवाई हमलों में सीरिया में 978 लोगों की हुई मौत
7 September 2017
दमिश्क: सीरिया के रक्का में बीते तीन महीनों में अमेरिका के नेतृत्व में किए गए हवाई हमलों में 978 नागरिकों की मौत हुई है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के हवाले से बताया कि मृतकों में 234 बच्चे और 163 महिलाएं हैं. अमेरिका के नेतृत्व मे सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) ने रक्का से इस्लामिक स्टेट (आईएस) को खदेड़ने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है, जिसके मद्देनजर बीते तीन महीनों में मृतकों की संख्या बढ़ी है.
भारत और म्यांमार ने रिश्ते मजबूत करने के लिए कदम बढ़ाए, 11 एमओयू पर किए हस्ताक्षर
6 September 2017
ने प्यी ता: भारत और म्यांमार ने आज विभिन्न क्षेत्रों में 11 सहमति ज्ञापनों (एमओयू) पर दस्तखत किए. इनमें एक समझौता सामुद्रिक क्षेत्र की सुरक्षा से संबंधित है. माना जा रहा है कि इन समझौतों से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हो सकेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और म्यांमार की स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की के बीच व्यापक महत्व के मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. भारत और म्यांमार ने सामुद्रिक क्षेत्र की सुरक्षा में सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. दोनों पक्षों ने व्हाइट शिपिंग सूचनाओं को साझा करने के लिए भी करार किया है. यह वाणिज्यिक गैर सैन्य मर्चेंट जहाजों की पहचान के बारे में अग्रिम में सूचना देने से संबंधित है. इस करार से गैर वगीकृत मर्चेंट नेवी जहाजों या कार्गो जहाजों के बारे में डेटा देने के कामकाज में सुधार होगा. इन 11 में से एक एमओयू चुनाव आयोग और म्यांमार के राष्ट्रीय स्तर के चुनाव आयोग यूनियन इलेक्शन के बीच भी किया गया है. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 2017 से 2020 के दौरान दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए भी एमओयू किया गया है. भारत और म्यांमार ने भारतीय प्रेस परिषद तथा म्यामां प्रेस काउंसिल के बीच सहयोग के लिए भी करार किया है. साथ ही आईटी कौशल को बढ़ाने के लिए भारत-म्यांमार केंद्र की स्थापना के बारे में करार को विस्तार दिया गया है. दोनों देशों ने चिकित्सा उत्पाद नियमन तथा स्वास्थ्य और दवा क्षेत्र में भी सहयोग के लिए करार पर दस्तखत किए हैं. साथ ही म्यांमार के यामेथिन में महिला पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के उन्नयन के लिए सहयोग का भी करार किया गया है. मोदी दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण में यहां पहुंचे हैं. इससे पहले उन्होंने चीन के शहर श्यामन में वार्षिक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था. मोदी ने अपनी चीन यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शिन चिनफिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन तथा दुनिया के अन्य नेताओं के साथ बातचीत की थी यह मोदी की म्यामार की पहली द्विपक्षीय यात्रा है. इससे पहले वे 2014 में आसियन-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने यहां आए थे. सू की पिछले साल भारत यात्रा पर गई थीं. म्यांमार भी भारत के रणनीतिक पड़ोसी देशों में आता है. इसकी 1,640 किलोमीटर की लंबी सीमा भारत के कई पूर्वोत्तर राज्यों से लगती है.
श्रीलंकाई नौसेना ने 80 भारतीय मछुआरों को किया रिहा
5 September 2017
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए स्वदेश लौटेंगे. गौरतलब है कि पाकिस्तान की एक अदालत ने 2007 के बेनजीर हत्याकांड के मामले में गुरुवार को मुशर्रफ को भगोड़ा करार दिया था.
स्वस्थ होने पर स्वदेश लौटेंगे मुशर्रफ
मुशर्रफ ने मीडिया को जारी किए गए बयान में रविवार को कहा कि रावलपिंडी आतंकवाद रोधी अदालत का फैसला उनके खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा, जब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हो जाउंगा, तब मैं निश्चित तौर पर पाकिस्तान लौटूंगा और मुकदमे का सामना करूंगा. इस मामले में मुझे फंसाया गया है, जबकि इस दर्दनाक मौत से मेरा कोई लेना देना नहीं है. इस मामले में उन पर हत्या और आपराधिक साजिश रचने का आरोप है. वह दुबई में स्वनिर्वासन में हैं. श्रीलंकाई नौसेना और तटरक्षक बल ने श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के लिए अलग-अलग मौकों पर 76 भारतीय मछुआरों को पकड़ा था. खबर के मुताबिक, भारतीय मछुआरों को कंकेसनथुरई में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पर भारतीय तटरक्षक बल के जहाज ‘सारंग’ में भेज दिया गया है.

बेनजीर हत्या मामले में मुकदमे का सामना करने को तैयार हैं मुशर्रफ, लौटेंगे पाकिस्तान
4 September 2017
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए स्वदेश लौटेंगे. गौरतलब है कि पाकिस्तान की एक अदालत ने 2007 के बेनजीर हत्याकांड के मामले में गुरुवार को मुशर्रफ को भगोड़ा करार दिया था.
स्वस्थ होने पर स्वदेश लौटेंगे मुशर्रफ
मुशर्रफ ने मीडिया को जारी किए गए बयान में रविवार को कहा कि रावलपिंडी आतंकवाद रोधी अदालत का फैसला उनके खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा, जब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हो जाउंगा, तब मैं निश्चित तौर पर पाकिस्तान लौटूंगा और मुकदमे का सामना करूंगा. इस मामले में मुझे फंसाया गया है, जबकि इस दर्दनाक मौत से मेरा कोई लेना देना नहीं है. इस मामले में उन पर हत्या और आपराधिक साजिश रचने का आरोप है. वह दुबई में स्वनिर्वासन में हैं.

बसों में सवार इस्लामिक स्टेट के आतंकी और उनके परिवारों का काफिला सीरियाई रेगिस्तान में फंसा
2 September 2017
वाशिंगटन: अमेरिकी नेतृत्व में इस्लामिक स्टेट समूह से लड़ने वाले गठबंधन बल ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट के आतंकियों और उनके परिवारों को ले जाने वाली 17 बसों का काफिला सीरिया के रेगिस्तान में फंसा हुआ है. गठबंधन सेना ने शुक्रवार को कहा कि वह एक उपाय की खोज रही है ताकि काफिले में शामिल महिलाओं और बच्चों को और अधिक कष्टों से बचाया जा सके. सेना ने कहा गया है कि गठबंधन सेना ने काफिले पर हमला नहीं किया है. उसने काफिले को इराक सीमा तक पहुंचाने में मदद करने वाले आईएस के लड़ाकों और वाहनों पर हमला किया है. इसमें एक टैंक और अन्य सशस्त्र वाहन शामिल हैं गठबंधन सेना ने कहा कि उसके अधिकारियों ने सीरिया की सरकार को संदेश देने के लिए रूसी समकक्षों से संपर्क किया है. सीरियाई सरकार इस हफ्ते की शुरुआत में पश्चिमी सीरिया से इराकी सीमा के नजदीकी क्षेत्र में काफिले को पहुंचाने में मदद की कोशिश कर रही थी.
पीएम की चीन यात्रा : शी जिनपिंग और मोदी की मुलाकात में हो सकती है इन मुद्दों पर बातचीत
1 September 2017
नई दिल्ली: अगले सप्ताह होने जा रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान इससे हटकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात होने की उम्मीद है. यदि मोदी व शी जिनपिंग की मुलाकात हुई तो दो महीने से ज्यादा समय तक चले डोकलाम गतिरोध के खत्म होने के बाद यह महत्वपूर्ण मुलाकात होगी. डोकलाम गतिरोध को लेकर दोनों देशों के संबंधों में खटास बढ़ गई थी. ब्रिक्स की वार्षिक बैठक चीन के शियामेन शहर में 3 सितंबर को शुरू होगी. इस तीन दिवसीय बैठक में पांच सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका भाग लेंगे. इस दौरान अगर मोदी-शी की बैठक हुई तो इन दोनों नेताओं की इस साल यह तीसरी बैठक होगी. उनकी पिछली बैठक शंघाई सहयोग संगठन की अस्ताना में जून में हुए सम्मेलन में हुई थी. वे अनौपचारिक तौर पर जर्मनी में जी-20 के दौरान भी मिले थे. भारत और चीन आर्थिक विकास को रफ्तार देने के लिए आपसी कारोबार बढ़ाने को अहम मानते हैं, लेकिन दोनों के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं. संबंधों को पूरी तरह सामान्य बनाने के लिए जरूरी है कि सीमा विवाद सहित अन्य मुद्दे सुलझाए जाएं. चूंकि डोकलाम पर लंबा चला गतिरोध खत्म हो चुका है इसलिए अब संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में दोनों देशों की ओर से प्रयास किए जा सकते हैं.
भारत-चीन के बीच विवाद के मुद्दे..
दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर विवाद- भारत और चीन के बीच चार हजार किलोमीटर की सीमा (एलएसी) है जो कि निर्धारित नहीं है. भारत और चीन की सेना का जहां तक कब्जा है, वही नियंत्रण रेखा है. यह रेखा 1914 में मैकमोहन ने तय की थी. हालांकि इसे चीन नहीं मानता और अक्सर घुसपैठ की कोशिश करता रहता है. तिब्बत विवाद - दोनों देशों के बीच विवाद की बड़ी वजह है तिब्बत. तिब्बत को भारत मान्यता देता है और चीन भारत के इस रुख से नाराज रहता है. तिब्बत के मुद्दे पर ही भारत और चीन के बीच युद्ध भी हो चुका है. अरुणाचल प्रदेश - भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपना दावा जताता है. अरुणाचल को विवादित बताने के लिए ही चीन वहां के निवासियों को स्टेपल वीजा देता है. भारत इस मुद्दे को चीन के रुख का लगातार विरोध करता रहा है. लद्दाख में सड़क निर्माण - भारत के लद्दाख में पांगोंग झील के पास सड़क निर्माण के फैसले पर चीन को आपत्ति है. भारत के गृह मंत्रालय ने पांगोंग झील से 20 किलोमीटर दूर एक सड़क निर्माण को मंजूरी दी है. जम्मू-कश्मीर - चीन जम्मू-कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानता है. दूसरी तरफ वह पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को पाकिस्तान का हिस्सा मानता है. इस पर भारत उससे नाराज है. पीओके में प्रोजेक्ट - चीन ने पाक अधिकृत कश्मीर में 46 बिलियन डॉलर की लागत का प्रोजेक्ट शुरू किया है, जो विवाद का कारण बन गया है. ब्रह्मपुत्र नदी- चीन ब्रम्हपुत्र नदी पर कई बांध बनाकर सारा पानी रोक रहा है. इसका भारत विरोध कर रहा है. महासागर में गतिविधियां - चीन ने हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं जिसको लेकर भारत को आपत्ति है.

उत्तर कोरिया की हरकतों और धमकियों से बढ़ रहा है युद्ध का खतरा, अमेरिका ने कहा- सभी विकल्प खुले
31 Aug 2017
नई दिल्ली: अमेरिका ने कहा है कि परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ रहे खतरे से निपटने के लिए उसने सभी विकल्प खुले रखे हैं. उत्तर कोरिया ने मंगलवार को एक बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपित की जो जापान के ऊपर से निकली, इस घटना के बाद से तनाव बढ़ गया है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कल एयर फोर्स वन विमान में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ सवार संवाददाताओं को बताया 'मुझे लगता है कि इस बयान में राष्ट्रपति (डोनाल्ड ट्रंप) का उत्तर कोरिया के बारे में रूख बिल्कुल साफ है कि सभी विकल्प खुले हैं और विचार जारी है.' वह प्योंगयांग द्वारा बार बार किए जा रहे बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों पर अमेरिकी राष्ट्रपति तथा रक्षा मंत्री जिम मैटिस के बयानों संबंधी सवालों के जवाब दे रही थीं. ट्रंप ने ट्वीट में उत्तर कोरिया के साथ बातचीत को नकारा वहीं मैटिस ने कहा कि अमेरिका के सामने कूटनीतिक विकल्प हैं. सैंडर्स ने कहा 'हम पहले भी कह चुके हैं कि हम सभी तरीके अपनाने जा रहे हैं और उनमें से एक जारी रहेगा. लेकिन एकीकृत नीति और योजना का हिस्सा ही आगे बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगा कर, उस पर लगातार दबाव बना कर गंभीर कार्रवाई कर रहा है तथा अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है. आपको बता दें कि उत्तर कोरिया ने मंगलवार को बैलिस्टिक मिसाइल दागी जो लगभग 550 किमी की ऊंचाई से, जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइदो के ऊपर से होते हुए गई और करीब 2,700 किमी की दूरी तय कर प्रशांत महासागर में गिरी. इस बीच, सीनेटर जोए डानेली तथा बेन सेस ने उत्तर कोरिया पर तथा उसका साथ देने के लिए चीन पर प्रतिबंध बढ़ाने पर जोर दिया है.
नाव से दूसरे देश की सीमा में घुसने पर 6 चीनी नागरिक गिरफ्तार
30 Aug 2017
नई दिल्ली: नौका से आस्ट्रेलिया पहुंचने का प्रयास कर रहे चीन के छह और पापुआ न्यू गिनी के एक नागरिक को हिरासत में ले लिया गया है जबकि उनमें से दो पर मानव तस्करी करने का आरोप है. अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी. व्यक्तियों को आस्ट्रेलिया के उत्तर में टॉरेस स्ट्रेट में पकड़ा गया. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने बताया कि वे पिछले सप्ताह सैबई द्वीप पर आए जो करीब तीन सालों में ऑस्ट्रेलियाई तटों तक पहुंचने वाली पहली सफल नौका यात्रा है अधिकारियों ने समूह के देश में पहुंचने की खबर की पुष्टि नहीं की है. सोमवार को सरकार ने 1,000 से अधिक दिनों में नौका से किसी भी प्रवासी को आने से रोकने में अपनी सफलता की बात कही है. प्रवासी एंव सीमा सुरक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘हाल ही में आस्ट्रेलियाई सीमा बल ने आस्ट्रेलिया में अवैध तरीके से प्रवेश करने का प्रयास कर रहे छह चीनी नागरिकों को देखा और उन्हें हिरासत में ले लिया.’ बताया गया है कि पांच लोगों को वापस चीन भेज दिया गया है जबकि पापुआ न्यू गिनी के एक नागरिक सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर मानव तस्करी का आरोप लगाया गया है
सऊदी अरब : हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद
28 Aug 2017
सऊदी अरब : हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद: इस वर्ष मक्का में बड़ी संख्या में हाजियों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के सऊदी अरब के मक्का पहुंचने की उम्मीद है. हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद है. इस साल शिया बहुल ईरान के श्रद्धालु भी इस हज यात्रा में शामिल होंगे. ईरान सुन्नी बहुल सऊदी अरब का क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी है. इंडोनेशिया की 47 वर्षीय एनी ने कहा, 'मैं बहुत उत्साहित हूं क्योंकि बहुत से लोग इस जगह आने का सपना देखते हैं.' उन्होंने कहा, 'इस जगह से जाने के बाद हम खुद को ज्यादा धार्मिक महसूस करते हैं.' इंडोनेशिया सर्वाधिक जनसंख्या वाला मुस्लिम देश है और यहां से हज यात्रा पर जाने वाले हाजियों की संख्या भी सबसे अधिक होती है. हज इस्लाम धर्म के पांच स्तंभों में से एक है. हर मुसलमान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार हज यात्रा करनी होती है, यदि वह ऐसा करने में समर्थ हो. हज और उमरा मामलों के निदेशक अब्देलमजीद मोहम्मद अल-अफगानी ने बताया, 'इस साल हम 20 लाख हाजियों के यहां पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं.' ईरान के लोग भी इस साल हज में शामिल हो रहे हैं जो 2015 में मक्का में हुई भगदड़ के कारण पिछले साल यहां नहीं आए थे. इस भगदड़ में तकरीबन 2,300 लोगों की मौत हो गई थी वहीं पिछले तीन महीनों से खाड़ी देश राजनीतिक संकट में फंसे हुए हैं जहां सऊदी अरब और उसके सहयोगी कतर के खिलाफ खड़े हो गए हैं. उन्होंने कतर पर ईरान से करीबी संबंध होने और चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप लगाए हैं. गैस समृद्ध कतर पर पांच जून से प्रतिबंध लागू हैं. इससे कतर का भूमि, समुद्री और हवाई संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इससे हज यात्रा पर भी कुछ प्रभाव पड़ा है हालांकि रियाद ने घोषणा की थी कि वह हाजियों के लिए कुछ प्रतिबंधों में रियायत देंगे
अमेरिकी सेना में ट्रांसजेंडरों की एंट्री बैन करने की ओर ट्रंप सरकार
26 Aug 2017
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सेना में ट्रांसजेंडरों की नियुक्ति से संबंधित पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन की योजना पर प्रतिबंध लगाने का पेंटागन को आदेश देने वाले एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है. बहरहाल डेमोक्रेटिक नेताओं ने इस कदम को 'क्रूर' और अमेरिका के सैनिकों को 'अपमानित' करने के इरादे से उठाया गया कदम बताया है. ज्ञापन की एक प्रति व्हाइट हाउस ने जारी की है जिसमें ट्रम्प ने रक्षा मंत्री, गृह सुरक्षा मंत्री को सैन्य सेवा में जून 2016 से पहले ट्रांसजेंडर नागरिकों को लेकर मौजूद पुरानी परंपरा की ओर लौटने का निर्देश दिया था. ज्ञापन में ट्रम्प ने आरोप लगाया था कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रांसजेंडर नागरिकों को सेना में खुले तौर पर सेवाएं देने की इजाजत देकर रक्षा विभागों के स्थापित ढांचे को ध्वस्त किया. ज्ञापन में 21 फरवरी 2018 तक प्रतिबंध लागू करने के लिये पेंटागन से एक कार्यान्वयन योजना विकसित करने का अनुरोध किया गया है, जिसे 23 मार्च 2018 को लागू किया जाएगा. पिछले महीने ट्रम्प ने ट्विटर पर इस संबंध में अपने फैसले की घोषणा की थी पेंटागन की प्रेस सचिव डाना व्हाइट ने बताया कि सेना में ट्रांसजेंडर कर्मियों की सेवा के संबंध में रक्षा मंत्रालय को व्हाइट हाउस से औपचारिक दिशानिर्देश मिले हैं. उन्होंने कहा, 'इस संबंध में आगे की सूचना की प्रतीक्षा की जा रही है.' फैसले की आलोचना करते हुए प्रतिनिधि सभा की डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पेलोसी ने कहा कि ट्रम्प का ज्ञापन पेंटागन को अमेरिका की सेना में पूरे दमखम और साहस से सेवा देने वाले हजारों अमेरिकी नागरिकों को आहत और अपमानित करने का आदेश देता है.
थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
25 Aug 2017
बैंकॉक: थाईलैंड के सर्वोच्च न्यायालय ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. उन्हें मामले की सुनवाई में अदालत नहीं पहुंचने पर वारंट जारी किया गया है यिंगलक पर चावल सब्सिडी घोटाले में मामला दर्ज है. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, अदालत ने सुनवाई की तारीख 27 सितंबर मुकर्रर की है और उनके वकील द्वारा उनकी खराब हालत के दस्तावेज अदालत में पेश नहीं कराए जाने पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बोले, अवैध तरीके से कनाडा आए तो नहीं मिलेगा कोई लाभ
24 Aug 2017
मांट्रियल: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि अमेरिका से कनाडा में प्रवेश के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूद चेक पॉइंट को अवैध तरीके से पार करने वाले शरणार्थियों को कोई लाभ नहीं मिलेगा. उन्होंने वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय सीमा को पैदल पार कर अमेरिका से क्यूबेक प्रांत पहुंचने वाले शरणार्थियों की संख्या में कमी लाने के लिए यह टिप्पणी की है. संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रूडो ने कहा, ‘‘कनाडा खुले विचारों वाला और सभी का स्वागत करने वाला समाज है, क्योंकि कनाडा के लोगों को अपनी आव्रजन प्रणाली पर भरोसा है, विश्वास है कि हमारा देश विधि के शासन पर चलता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप अवैध तरीके से कनाडा में प्रवेश करते हैं तो आपको कोई लाभ नहीं होगा. आप नियमों का पालन करें.’’ क्यूबेक के अधिकारियों के साथ मिलने के बाद ट्रूडो ने खेतों और जंगलों के जरिए राज्य में अवैध तरीके से प्रवेश करने वालों से निपटने के लिए एक कार्य दल के गठन की बात भी कही.
लंदन की मस्जिद में बना दुनिया का सबसे बड़ा समोसा, देखते ही लोगों के मुंह में आया पानी
23 Aug 2017
नई दिल्ली: समोसा का नाम सुनते ही हम भारतीयों के मुंह में पानी आ जाता है. खासकर जब हम विदेश जाते हैं तो समोसे को मिस करते हैं. अगर वहां किसी रेस्टोरेंट में समोसा दिख जाए तो फौरन मन करता है इसका स्वाद चख लिया जाए. इस बार भारत से हजारों मील दूर लंदन में समोसा सुर्खियां में है. वहां के टीवी चैनलों, अखबारों तक में इस खास समोसा की चर्चा हो रही हैं. दरअसल, यह समोसा थोड़ा हटकर है. मंगलवार को इंग्लैंड की राजधानी लंदन में दुनिया के सबसे बड़े समोसे को लोगों ने देखा. इसका वजन 153.1 (337.5 पाउंड) किलोग्राम का था. इस विशालकाय समोसे को पूर्वी लंदन के एक मस्जिद में तैयार किया गया था. मुस्लिम समुदाय के लोगों की भलाई के लिए काम करने वाले संगठन ने इसका निर्माण किया था. समोसे को बनाने के दौरान मस्जिद में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के कर्मचारी वहां मौजूद रहे. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के कर्मचारी प्रवीण पटेल ने बताया कि इस विशालकाय समोसे को बनाने में सारे नियमों का पालन किया गया. समोसा का स्वाद चखने के बाद कर्मचारी ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा समोसा होने का खिताब दे दिया. इससे पहले इंग्लैंड में ही साल 2012 में ब्रैडफोर्ड कॉलेज 110.8 किलो का समोसा तैयार किया गया था. इस बार मस्जिद के लोगों ने इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया दुनिया के सबसे बड़े समोसा को बनाने की पूरी प्रकिया को संभालने वाले 26 वर्षीय प्रोजेक्ट मैनेजर फरीद इस्लाम ने कहा कि यह उनके लिए बिल्कुल ही नया अनुभव था. पहले तो वे घबराए हुए थे, लेकिन सबकुछ सफलता पूर्वक हो जाने से वे काफी संतुष्ट महसूस कर रहे हैं. दुनिया के सबसे बड़े समोसे का स्वाद चखने के एवज में हुई कमाई मुस्लिम समाज के लोगों की तरक्की पर खर्च किया जाएगा. मालूम हो कि समोसा केवल भारत ही नहीं, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका समेत लगभग पूरे एशिया महादेश में काफी लोकप्रिय स्नैक्स होता है
तो अमेरिका के लिए कब्रगाह बन जाएगा अफगानिस्तान : तालिबान की चेतावनी
22 Aug 2017
काबुल: तालिबान ने अपने एक चेतावनी भरे बयान में अमेरिका पर निशाना साधा है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हजारों अमेरिकी सैनिकों को युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में भेजने का रास्ता साफ किए जाने के बाद मगलवार को तालिबान ने चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान अमेरिका के लिए ‘एक कब्रगाह’ बन जाएगा. अफगानिस्तान में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में कहा, ‘यदि अमेरिका अफगानिस्तान से अपने सैनिक नहीं हटाता है तो जल्दी ही 21वीं सदी की इस महाशक्ति के लिए अफगानिस्तान एक अन्य कब्रगाह बन जाएगा.’ उसने कहा कि अमेरिका को ‘युद्ध जारी रखने के बजाय’ अफगानिस्तान से निकलने की रणनीति के बारे में सोचना चाहिए. मुजाहिद ने कहा, ‘जब तक अमेरिका का एक भी सैनिक हमारी धरती पर है, और जब तक वे हमपर युद्ध थोपना जारी रखते हैं, तब तक हम पूरे मनोबल के साथ अपना जिहाद जारी रखेंगे.’ सोमवार को कमांडर-इन-चीफ के तौर पर देश को दिए अपने पहले औपचारिक संबोधन में ट्रंप अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को खत्म करने के अपने वादे से पीछे हट गए. हालांकि उन्होंने इसपर विशेष जानकारी नहीं दी. उन्होंने कहा कि वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि ‘त्वरित निकासी अस्वीकार्य और पूर्वानुमान लायक है.’ इससे एक ऐसा शून्य पैदा हो जाएगा, जिसे आतंकी ‘तुरंत भर देंगे.’ ट्रंप ने सैनिकों की संख्या के बारे में विस्तार से बताने से मना कर दिया लेकिन व्हाइटहाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अपने रक्षामंत्री को 3900 तक और सैनिक तैनात करने का अधिकार दे दिया है. इससे पहले मुजाहिद ने रणनीति को अस्पष्ट बताते हुए खारिज कर दिया था. उसने कहा था कि इस रणनीति में ‘कुछ भी नया’ नहीं है. तालिबान के एक वरिष्ठ कमांडर ने एएफपी को बताया कि ट्रंप जॉर्ज बुश जैसे पिछले राष्ट्रपतियों के ‘अहंकारी बर्ताव’ को स्थायी ही बना रहे हैं. उसने कहा, ‘वह अमेरिकी सैनिकों को बर्बाद कर रहे हैं. हम जानते हैं कि हमारे देश की रक्षा कैसे करनी है. इससे कुछ नहीं बदलेगा.’ प्रवक्ता ने एक अज्ञात स्थान से न्यूज ऐजेंसी एएफपी को टेलीफोन पर बताया, ‘ हम कई पीढ़ियों से इस युद्ध को लड़ रहे हैं. हम डरे नहीं हैं. हम तैयार हैं और अपनी आखिरी सांस तक इस युद्ध को जारी रखेंगे.’ उसने कहा कि बयान ने साबित कर दिया है कि मौजूदा अफगान सरकार ‘अमेरिका के हाथ की कठपुतली’ है. ट्रंप के बयान के कुछ ही मिनट बाद आतंकियों ने अपने इरादों के भी संकेत दे दिए. आतंकियों ने दावा किया कि काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास को सोमवार रात रॉकेट हमले से निशाना बनाया गया. शहर के राजनयिक क्वार्टर के क्षेत्र में सोमवार को रॉकेट गिरा था. हालांकि इसके कारण किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली. वह ‘अराजकता के एजेंटों’ को पनाहगाह उपलब्ध करवाने को लेकर पाकिस्तान पर भी बरसे. तालिबान के सहयोगी हक्कानी नेटवर्क के एक कमांडर ने न्यूज ऐजेंसी एएफपी से कहा कि ट्रंप ने यह साबित कर दिया है कि यह एक धर्मयुद्ध है. लंबे समय से यह माना जाता है कि हक्कानी नेटवर्क का पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठान से संबंध रहा है. कमांडर ने कहा, ‘ट्रंप के बयान ने साबित किया है कि अमेरिका पूरे मुस्लिम समुदाय को मिटा देना चाहता है.’ ट्रंप की घोषणा से पहले तालिबान ने उन्हें चेतावनी देते हुए एक खुला खत लिखा था और चेतावनी दी थी कि वह अफगानिस्तान में और अधिक सैनिक न भेजे और यहां से विदेशी बलों को पूरी तरह हटा लें.
पाकिस्तान को चीन और रूस के करीब ला सकती है अमेरिका की नई अफगान नीति: रिपोर्ट
21 Aug 2017
इस्लामाबाद: ट्रंप प्रशासन की नई अफगान रणनीति के किसी भी नतीजे को संतुलित करने के लिए पाकिस्तान को चीन और रूस के साथ कहीं 'गहरे' संबंध बनाने की कोशिश करनी पड़ सकती है. यह बात मीडिया में आई एक रिपोर्ट में कही गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्धप्रभावित अफगानिस्तान के लिए बहुप्रतीक्षित नई रणनीति की घोषणा करने वाले हैं. खबरों में कहा गया है कि अपनी नीति की समीक्षा के दौरान ट्रंप प्रशासन ने भारत की भूमिका की संभावनाओं पर गौर किया और कल अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने इस बात की पुष्टि की कि नई नीति एक पूर्ण 'दक्षिण एशिया रणनीति' है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने 'इस योजना से परिचित कम से कम दो अधिकारियों के हवाले से कहा' कि पाकिस्तान नई अफगान रणनीति के किसी भी परिणाम को संतुलित करने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहा है." रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान के अधिकारियों ने यह स्वीकार किया है कि वॉशिंगटन से मिल रहे संकेतों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आने वाले महीनों में इस्लामाबाद के धैर्य की निश्चित तौर पर परीक्षा होगी. एक अधिकारी ने दैनिक अखबार को बताया कि अमेरिका की ओर से कोई कठोर कदम उठाए जाने की सूरत में पाकिस्तान के पास चीन और रूस के साथ अपना सहयोग बढ़ाने और गहराने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा. पाकिस्तान और चीन के बीच एक सर्वकालिक संबंध है. दोनों देशों के नेताओं ने इस संबंध को बेहद मजबूत संबंध कहा है. कुछ साल पहले बीजिंग की ओर से ‘वन बेल्ट, वन रोड’ पहल की घोषणा किए जाने पर इनका संबंध आगे बढ़ा है. दोनों देशों के बीच एक महत्वाकांक्षी पहल के तहत 50 अरब डॉलर का चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा पाक अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है. रिपोर्ट में दावा किया गया कि रूस के साथ पाकिस्तान के संबंध भी शीत युद्ध के दौर की शत्रुताओं से आगे बढ़ चुके दिखाई देते हैं आकस्मिक स्थितियों में पाकिस्तान की पहली योजना के बारे में अधिकारी ने कहा, "यदि अमेरिका हमारी वाजिब चिंताओं पर गौर नहीं करता और बस भारत की ही लाइन पर आगे बढ़ता है तो हम निश्चित तौर पर चीन और रूस की ओर चले जाएंगे." 'फॉरेन पॉलिसी' पत्रिका में छपी एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि ट्रंप पाकिस्तान को दी जाने वाली सभी सैन्य मदद खत्म करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि 'इस्लामाबाद वॉशिंगटन के साथ धोखाधड़ी कर रहा है.' वहीं पाकिस्तानी अधिकारियों का मानना है कि अमेरिका का रुख हमें दबाव में रखने पर केंद्रित दिखाई देता है
पुलिस ने स्पेन हमलों के तीन संदिग्ध आतंकियों के नाम जारी किए
19 Aug 2017
बार्सिलोना : पुलिस ने स्पेन आतंकी हमलों में मोरक्को के तीन संदिग्धों के नाम जारी किए हैं. कातालोनिया की पुलिस ने उनकी पहचान मूसा कबीर (17), सईद आला (18) और मोहम्मद हयकामी (24) के तौर पर की है. पुलिस चौथे संदिग्ध यूनस अबू याकूब (22) की तलाश कर रही है. स्पेन में वाहनों को हथियार की तरह इस्तेमाल करने की दो घटनाओं में पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है.
14 लोगों की हो गई थी मौत. बार्सिलोना और कैम्ब्रिल्स में हुए इन हमलों में 14 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे. हमले में कई देशों के दर्जनों नागरिक हताहत हुए हैं. कातालोनिया पुलिस के जोसेप लुईस ट्रेपरो ने शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कहा कि पुलिस को हमलों में 12 लोगों के शामिल होने की आशंका है. इनमें से 5 को पुलिस ने कैम्ब्रिल्स में मार गिराया था और चार अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि अन्य 3 संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है, लेकिन उन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है. आतंकी संगठन आईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी

एप्पल के CEO ने नफरत के खिलाफ जंग के लिए 20 लाख डॉलर दान में दिए, ट्रंप की कर चुके हैं आलोचना
18 Aug 2017
सैन फ्रांसिस्को: अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी एप्पल मानवाधिकार संगठनों को 20 लाख डॉलर दान दे रहा है. यह दान एप्पल के सीईओ टिम कुक की नफरत के खिलाफ लड़ाई की प्रतिज्ञा का हिस्सा है. इसी नफरत के कारण पिछले सप्ताहांत वर्जीनिया में श्वेत राष्ट्रवादियों की रैली के दौरान हिंसा भड़की थी. एसोसिएट प्रेस को आंतरिक ज्ञापन प्राप्त हुआ है जिसमें कुक द्वारा कल यह प्रतिज्ञा लेने की बात सामने आई है. ज्ञापन में कुक ने अपने कर्मचारियों को बताया कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के श्वेत राष्ट्रवादियों और उनका विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों की कार्रवाई के बीच तुलना के प्रयासों से पूरी तरह असहमत हैं. कुक का मानना है कि दोनों के बीच तुलना ''अमेरिकी होने के तौर पर हमारे आदर्शों के विपरीत है.'' इस बयान के बाद से वह शार्लोट्सविले में हुई हिंसा पर ट्रंप की टिप्पणी से दूरी बनाने वाले प्रख्यात सीईओ बन गए हैं. एप्पल सदर्न पॉवर्टी लॉ सेंटर और एंटी-डेफमेशन लीग को क्रमश: दस-दस लाख अमेरिकी डॉलर दान कर रहा है. इसमें इन दोनों संगठनों और अन्य मानवाधिकार संगठनों को कर्मचारियों द्वारा दो के लिए एक आधार पर दिया जाने वाला दान भी शामिल होगा. इसी बीच अमेरिकन एयरलाइन्स के प्रवक्ता मैट मिलर ने बताया कि एयरलाइन्स ग्रेटर शार्लोट्सविले के हैबिटेट फॉर ह्यूमैनिटी को 1,50,000 अमेरिकी डॉलर दान में देगा.
हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, अब भारत को कहा छोटी मानसिकता वाला देश
17 Aug 2017
नई दिल्ली: डोकलाम को लेकर जारी विवाद के बीच चीनी मीडिया भारत पर निशाना साधने का एक भी मौका नहीं गंवा रहा है. अब चीनी मीडिया ने भारत को छोटी सोच वाला बताया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है, 'भारत बहुत छोटी सोच वाला देश है. इसका अंदाजा इस बात से लगता है कि बॉर्डर पर एक सड़क के निर्माण से दो देशों के रणनीतिक हालात बदलाव आ जाएगा. यह सोच भारत की मानसिकता को दर्शाता है.' साथ चीनी अखबार ने ये भी कहा है कि भारत दादागिरी करने की मानसिकता से फैसले ले रहा है. अखबार ने लिखा है, 'भारत कोल्ड वार को बढ़ावा दे रहा है. वह इलाके का दादा बनने की मानसिकता से काम कर रहा है. भारत को इस मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है, तभी वह उभरते चीन को दुश्मन के रूप में देखने के बजाय विकास के अवसर के रूप में समझ पाएगा. ग्लोबल टाइम्स ने सफाई देने के लहजे में लिखा है कि भारत को खुली सोच अपनानी चाहिए और दुनिया को खतरों के तौर पर देखने, चुनौती के तौर पर लेना छोड़ देना चाहिए। भारत को छोटे दक्षिणी एशियाई देशों सहित दुनिया को लेकर अपनी सोच पर विचार करना चाहिए. भारतीय जवानों पर की पत्थरबाजी: चीन एक तरफ जहां डोकलाम में भारत को आंखें दिखा रहा है तो दूसरी तरफ लद्दाख इलाके में भी घुसपैठ की कोशिश की है. मंगलवार को चीन ने लद्दाख में भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की है. सुबह करीब 11 बजे चीन के सैनिक पांच छह गाड़ियां लेकर आए और उसे अपने इलाके में खड़ी कर पैदल पैदल भारतीय इलाके में घुस आए. जिस जगह से चीनी सैनिक भारत में दाखिल हुए वह पेंगोंग झील का इलाका है. चीनी सैनिकों की इस हरकत को देखकर वहां तैनात आईटीबीपी के जवानों ने ह्यूमन चैन बना लिया और उन्हें रोकने लगे. इस दौरान देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई. यह विवाद आधे घंटे तक चला सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक भारतीय फौज के विरोध के बाद चीनी सैनिक अपनी सीमा में लौट गए और वहीं से पत्थर फेंकने लगे. चीनी सैनिकों की ओर से फेंके गए पत्थर से आईटीबीपी के कुछ जवानों को चोटें आई हैं. चीनी सैनिकों लोहे का रॉड लेकर भी आये थे. 'भारतीय सेना ने क्रॉस किया बॉर्डर': दो दिन पहले चीनी मीडियो ने आरोप लगाया था कि भारतीय फौज उसकी सीमा में घुस आए हैं. चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली में छपी खबर में आरोप लगाया गया है कि भारतीय फौज ने सीमा का गलत आकलन (Miscalculation) किया. इस गलती के लिए भारत को इसके लिए शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी. यहां गौर करने वाली बात यह है कि सिक्किम के डोकलाम में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने से सीमा विवाद तनावपूर्ण स्थिति में पहुंच गया है. डोकलाम पर भारत-चीन फ्लैग लेवल की मीटिंग बेनतीजा: डोकलाम विवाद को सुलझाने के लिए 11 अगस्त को भारतीय और चीन के सेना के बीच मेजर जनरल स्तर पर नाथूला में फ्लैग लेवल मीटिंग हुई, लेकिन बेनतीजा साबित हुई. सूत्रों का कहना है कि चीन इस बात पर जोर डाल रहा है कि भारत डोकलाम से अपने सैनिक हटाए वहीं भारत का कहना है कि चीन जब तक सड़क बनाने का उपकरण नहीं हटाता वो अपनी सेना नहीं हटाएगा. दोनों पक्षों ने फैसला लिया कि अपने अपने हेडक्वाटर को रिपोर्ट करेंगे. पिछले हफ्ते भी ब्रिगेडियर स्तर पर नाथूला में ही दोनों देशों के सेनाओं के बीच बातचीत हुई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. भारत ने सीमा पर बढ़ाई सैनिकों की संख्या: भारत के सिक्किम से लगे भूटान के डोकलाम में भारत और चीनी सेना के जवान कुछ हफ्तों से नॉन कॉम्बेटिव मोड में आमने-सामने डटे हुए हैं. डोकलाम मुद्दे पर जारी तनातनी के बीच सामरिक तौर पर अहम कदम उठाते हुए भारत ने सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश से लगी चीन की सीमा के आसपास के समूचे इलाके में और ज्यादा सैनिकों की तैनाती की है. वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों के 'चौकसी के स्तर' को भी बढ़ा दिया गया है. उन्होंने बताया कि डोकलाम पर भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक अंदाज के मद्देनजर और गहन विश्लेषण के बाद सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत-चीन की करीब 1,400 किलोमीटर लंबी सीमा के पास के इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया गया. क्या है डोकलाम विवाद?: इसी साल 16 जून को भारतीय सैनिक डोकलाम इलाके में गश्त पर थी, तभी पता चला कि चीन यहां सड़क बना रहा है. भारतीय सेना ने चीन के सड़क निर्माण के कार्य को रोक दिया. इसी बात से चीन नाराज हो गया और लगातार प्रोपेगेंडा कर रहा है. उसका दावा है कि वह अपनी सीमा में सड़क बना रहा है, ऐसे में भारत को क्या ऐतराज है. हालांकि यह इलाका भूटान का है.
चीन बन रहा दुनिया के लिए आफत, अमेरिका ने कहा- उसकी हरकतें आतंकवाद जैसी
14 Aug 2017
नई दिल्ली: जमीन से लेकर समंदर तक में सीमा को लेकर दुनिया के कई देशों से टकराव ले रहे चीन को अमेरिका ने भविष्य के लिए बड़ा खतरा बताया है. अमेरिका ने चीन की हरकतों की तुलना आतंकवाद तक से कर दी है. अमेरिका के प्रशांत क्षेत्र के सैन्य कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस ने कहा कि चीन भविष्य में दुनिया के लिए बड़ा खतरा बनने वाला है. अमेरिकी सैन्य व्यवस्था में प्रशांत क्षेत्र के अंतर्गत ही दक्षिण चीन सागर और उत्तर कोरिया का आता है, जहां पर आने वाले दिनों टकराव की सबसे ज्यादा आशंका है. एडमिरल हैरिस ने कहा कि भविष्य का सबसे बड़ा खतरा आक्रामक और किसी भी तरह से आगे बढ़ने की इच्छा पाले चीन है. लेकिन इस समय का सबसे बड़ा खतरा उत्तर कोरिया है. इसके अतिरिक्त जो बड़ा खतरा अमेरिका सहित दुनिया के ज्यादातर देश झेल रहे हैं वह आतंकवाद है. आईएस और दूसरे आतंकी संगठन अलग-अलग देशों में हमले करके निर्दोष लोगों को मार रहे हैं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. फिलीपींस के मरावी शहर का जिक्र करते हुए एडमिरल हैरिस ने कहा कि हम वहां पर फिलीपींस की सेना का सहयोग कर रहे हैं. जल्द ही शहर पर दोबारा कब्जा पाने की उम्मीद है. मुस्लिम बहुल यह शहर कई महीनों से आतंकियों की गिरफ्त में है और वहां पर सेना और आतंकियों के बीच संघर्ष चल रहा है. भारत के प्रति अमेरिका की नरमी: एडमिरल हैरिस ने कहा, भारतीय सेनाओं को आधुनिक उपकरणों से लैस करके और सैनिकों को प्रशिक्षण देकर अमेरिका उन्हें और प्रभावशाली बना सकता है. दोनों देशों बीच पिछले दशक में 15 अरब डॉलर (एक लाख करोड़ रुपये) रक्षा क्षेत्र का कारोबार हुआ है, जो आने वाले वर्षो में बढ़ने की उम्मीद है. मजबूत भारत से सभी का लाभ है.
शरीफ का दावा, पद से हटाने की 'साजिशें' 3 साल पहले शुरू हुई थीं, फिर बनूंगा प्रधानमंत्री
12 Aug 2017
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की 'साजिशें' तीन साल पहले ही शुरू हो गई थीं. शरीफ ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराए जाने को 'मजाक' बताया और भरोसा जताया कि वह चौथी बार प्रधानमंत्री निर्वाचित होंगे.
भ्रष्टाचार का एक भी उदाहरण देने में नाकाम रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें अयोग्य ठहराने वाले न्यायाधीश उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी उदाहरण देने में नाकाम रहे. उन्होंने कहा, क्या इसे अयोग्यता कहनी चाहिए? मैं कल फिर जनता द्वारा प्रधानमंत्री बनाया जाऊंगा. गुजरांवाला शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए 67 वर्षीय शरीफ ने अपने समर्थकों से उनके साथ सड़कों पर उतरने का संकल्प लेने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो कि पाकिस्तान के निर्वाचित प्रधानमंत्री का और निरादर नहीं किया जाए. '
'मैं गद्दार नहीं, देशभक्त हूं शरीफ ने कहा, मुझे हटाने की साजिशें करीब साढ़े 3 साल पहले शुरू हो गई थीं और अंतत: उन्होंने (सैन्य प्रतिष्ठान और न्यायपालिका) अपमानजनक तरीके से मुझे निष्कासित कर दिया. मैं गद्दार नहीं हूं. मैं देशभक्त पाकिस्तानी हूं.

भारत आएंगी डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका, पीएम मोदी ने भी किया ट्वीट’
11 Aug 2017
वाशिंगटन: भारत और अमेरिका हैदराबाद में 28 नवंबर से वैश्विक उद्यमिता सम्मेलन की सह-मेजबानी करेंगे और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका करेंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य दोनों देशों के उद्यमियों को एक साथ लाना है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि यह सम्मेलन उद्यमियों को एकसाथ लाने का अद्वितीय अवसर है. उन्होंने कहा कि वह अमेरिकी प्रतिनिधमंडल के नेता के रूप में जीईएस 2017 हैदराबाद में इवांका ट्रंप की उपस्थिति को लेकर आशांन्वित हैं. यह सम्मेलन नीति आयोग द्वारा विदेश मंत्रालय के समन्वय से आयोजित किया जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट किया, दुनियाभर की महिला उद्यमियों का समर्थन करने के लिए इस बार पतझड़ में इवांका ट्रंप भारत जा रहे अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी. इस ट्वीट में ट्रंप ने PM मोदी के ट्विटर हैंडल को भी मार्क किया. डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट से पहले इवांका ने एक ट्वीट में लिखा, GES2017 में भाग लेने जा रहे अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का सम्मान मिला है. मैं इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दुनियाभर के उद्यमियों से भी मिलूंगी. जब पीएम मोदी अमेरिका गए थे तो उन्होंने इवांका को भारत आने का न्यौता दिया था. पीएम मोदी अमेरिका और भारत के संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
चीन ने किया दावा, डोकलाम में अब भी 53 भारतीय सैनिक मौजूद’
10 Aug 2017
बीजिंग: डोकलाम में सीमा विवाद के बीच दोनों ओर की सेनाओं के जवान 16 जून से आने सामने डटे हुए हैं. चीनी विदेश मंत्रालय के हवाले से एक सरकारी अखबार में कहा गया कि डोकलाम इलाके में भारत के 53 सैनिक और एक बुलडोजर मौजूद है. ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय ने भारत से ‘‘चीनी क्षेत्र’’ से अपने सैनिक और उपकरण हटाने को कहा है. मंत्रालय के हवाले से दैनिक ने कहा है कि सोमवार तक भारत की तरफ से 53 लोग और एक बुलडोजर ‘‘चीनी क्षेत्र’’ में बने हुए थे. मंत्रालय के हवाले से अखबार कहता है, ‘‘भारत को अपने सैनिक और उपकरण हटाने चाहिए. उन्होंने चीनी संप्रभुता का गंभीर रूप से उल्लंघन किया है.’’ चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चेंग शुआंग ने पिछले हफ्ते कहा था कि डोकलाम इलाके में दो अगस्त तक ‘‘भारत के 48 सैनिक और एक बुलडोजर था.’’ चेंग ने कहा था, ‘‘ इसके अलावा, वहां सीमा पर और सरहद पर भारत की तरफ अब भी बड़ी संख्या में भारतीय सशस्त्र बल जमा हैं.’ चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी 15 पन्नों के तथ्यात्मक दस्तावेज में पहले कहा गया था कि जुलाई के अंत तक क्षेत्र में 40 से ज्यादा भारतीय सीमा सैनिक और एक बुलडोजर था पिछले हफ्ते नई दिल्ली में सूत्रों ने चीनी दावों को खारिज करते हुए कहा था कि पिछले छह हफ्तों से डोकलाम में भारतीय सेना के 350 कर्मी तैनात हैं. इससे पहले चीन ने क्षेत्र में सड़क का निर्माण करने की कोशिश की थी जिससे गतिरोध पैदा हुआ
'ट्रम्प की उत्तर कोरिया को धमकी, नहीं माने तो होगा ‘विध्वंस’
9 Aug 2017
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आज परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया को लेकर अपना रूख और कड़ा करते हुए चेतावनी दी कि अगर वह अमेरिका को धमकाना जारी रखता है तो उसे ऐसे विध्वंस का सामना करना होगा जो दुनिया ने कभी नहीं देखा होगा. ट्रम्प की यह कड़ी चेतावनी ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ अखबार द्वारा अमेरिका खुफिया सेवाओं के हवाले से दी गयी खबर के बाद आयी जिसमें कहा गया कि उत्तर कोरिया की किम जोंग-उन सरकार ने एक परमाणु हथियार का निर्माण किया है जो इतना छोटा है कि उसकी मिसाइलों में लगाया जा सकता है. ट्रम्प ने न्यूजर्सी में अपने गोल्फ क्लब में आयोजित एक बैठक की शुरूआत के दौरान कहा, 'उत्तर कोरिया के लिए बहुत अच्छा होगा कि अमेरिका को और धमकियां ना दे. वरना उन्हें ऐसे विध्वंस का सामना करना होगा जो दुनिया ने कभी नहीं देखा होगा.'
'पीएम नरेंद्र मोदी को भारतीय हितों के लिए खड़ा होने वाला नेता मानता है चीन'
8 Aug 2017
वाशिंगटन: चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं, जो भारतीय हितों के लिए खड़े रहने और क्षेत्र में चीन को रोकने के इच्छुक देशों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं. उक्त विचार एक शीर्ष अमेरिकी चीनी विशेषज्ञ के हैं. सेन्टर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) की बोनी एस ग्लेसर ने साक्षात्कार में कहा, मेरा मानना है कि शी चिनफिंग प्रधानमंत्री मोदी को एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं, जो भारतीय हितों के लिए खड़े रहना और क्षेत्र में चीन को रोकने के इच्छुक अन्य देशों, खासतौर से अमेरिका और जापान के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं, और मुझे लगता है इसी बात से चीन चिंतित है. एशिया के लिए वरिष्ठ सलाहकार और वाशिंगटन डीसी स्थित शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक सीएसआईएस में चाइना पावर प्रोजेक्ट की निदेशक ग्लेसर का मानना है कि चीन को भारत के साथ अपने तनावपूर्ण संबंधों से कुछ लाभ होता नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा, शुरुआत में शी चिनफिंग दिल्ली गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिश्ते कायम करने की कोशिश की. मुझे लगता है कि उन्हें उम्मीद थी कि भारत ऐसी नीति अपनाएगा, जो चीनी हितों को चुनौती नहीं देगी, लेकिन दक्षिण चीन सागर में उनकी गतिविधियां जारी रहने के कारण ऐसा नहीं हो पाया. डोकलाम में घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रही ग्लेसर ने कहा, हिंद महासागर और अन्य समुद्री क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच जाहिर तौर पर मतभेद हैं. चीन को भारत के साथ अपने तनावपूर्ण संबंधों से लाभ होता नहीं दिख रहा है. गौरतलब है कि चीन ने भारत-भूटान-चीन सीमा के समीप सड़क निर्माण शुरू किया था जिसका निर्माण कार्य भारतीय सेना ने रुकवा दिया था. इसके बाद 16 जून से ही डोकलाम में भारत और चीन के बीच गतिरोध बना हुआ है. ग्लेसर ने कहा कि चीन लंबे समय में अपने लिए भारत को एक मुख्य चुनौती मानता है. उन्होंने कहा, चीन भारत को सबसे बड़ी उभरती शक्ति के रूप में देखता है जो, दीर्घावधि में उसके लिए चुनौतियां पैदा कर सकता है. आने वाले समय में चीन क्षेत्र में उसकी बढ़ती शक्ति को चुनौती देने के लिए जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे अन्य देशों के साथ भारत के सहयोग को लेकर चिंतित है, यह नकारात्मक है. उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत ही इकलौता देश है जो चीन के वन वेल्ट एंड वन रोड पहल का स्पष्ट रूप से विरोध करता है. उन्होंने कहा, चीन यह नहीं मानता कि भारत से उसे कोई खास सैन्य खतरा है. उदाहरण के लिए चीन अपनी सुरक्षा के लिए भारत के परमाणु शस्त्रों को बड़ा खतरा नहीं मानता है, लेकिन भारत को राजनीतिक खतरे के रूप में देखता है क्योंकि उसका चीन को रोकने के लिए अन्य शक्तियों के साथ सहयोग है. विशेषज्ञ ने कहा कि अगर डोकलाम गतिरोध जारी रहता है तो भारत का रुख और उसके नतीजों का क्षेत्र में अन्य देशों पर बड़ा असर पड़ सकता है खासतौर से उन देशों पर जिनका चीन के साथ सीमा विवाद है.
CCTV कैमरों को विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिये हैक कर सकती है सीआईए
5 Aug 2017
वॉशिंगटन। विकीलीक्स ने अब सीआईए के कुछ नए टूल्स का खुलासा किया है, जिसका उपयोग वह साइबर ऑपरेशंस को अंजाम देने के लिए कथिततौर पर कर रहा है। इस बार यह विशेष रूप से ऑपरेटिंग कैमरों को बंद करने के मकसद से इसका उपयोग कर रहा है, ताकि किसी मिशन को अंजाम देने के दौरान उसके एजेंट्स की गतिविधियां कैमरे में कैद नहीं हो सकें। इसे Dumbo कहा जाता है। टूल्स का यह सेट कैमरे, माइक्रोफोन और निगरानी सॉफ्टवेयर को ब्लॉक कर सकता है। इसके अलावा यह ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग को भी स्कैन कर सकता है और फाइल्स को ऐसे करप्ट कर सकता है कि उन्हें दोबारा रिकवर नहीं किया जा सके। विकीलीक्स द्वारा प्रकाशित मैनुअल और जून 2015 में अंतिम अपडेट के मुताबिक डमबो 3.0 वर्जन तक पहुंचा है, जो विंडोज एक्सपी से लेकर बाजार में मौजूद सभी विंडोज के लिए सपोर्ट मुहैया करा रहा है। हालांकि, यह 64-बिट वर्जन को सपोर्ट नहीं करता है। वेबकैम का उपयोग करने वाली प्रॉसेस को बेकार करने की क्षमताएं डमबो में हैं। वह किसी भी वीडियो रिकॉर्डिंग को खराब कर सकता है, जिससे फिजिकल एक्सेस ग्रुप (एजेंड) को खतरा हो सकता है। फिजिकल एक्सेस ग्रुप (पीएजी) साइबर इंटेलिजेंस सेंटर (सीसीआई) के अंदर की ही एक शाखा है, जिसका काम सीआईए फील्ड ऑपरेशंस में कंप्यूटर को टार्गेट करके फिजिकल एक्सेस को हासिल करना है। हालांकि, डमबो के लिए टार्गेट कंप्यूटर तक फिजिकल एक्सेस की जरूरत होती है क्योंकि एप्लीकेशन को यूएसबी स्टिक के जरिये लॉन्च किया जा सकता है, जिसे कम्प्यूटर में प्लग-इन करने की जरूरत होती है। इसके बाद डमबो सिस्टम को खराब कर देता है, जो सर्विलांस डिवाइस और सॉफ्टवेयर को बंद कर देते हैं।
पाकिस्तान में नए मंत्रिमंडल का गठन, 46 मंत्रियों ने ली शपथ
4 Aug 2017
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में शुक्रवार को नए मंत्रिमंडल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली। राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने राष्ट्रपति भवन में सभी 46 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली। शाहीद खकान अब्बासी के मंत्रिमंडल में 28 संघीय और 18 राज्य मंत्री बनाए गए हैं जिनमें अधिकांश पुराने चेहरे हैं, लेकिन उनमें कुछ के विभाग बदले गए हैं। समाचार पत्र डॉन के अनुसार, प्रधानमंत्री शाहीद खकान अब्बासी ने अपने पूर्ववर्ती नवाज शरीफ और पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ के साथ गुरुवार को मूरी में छह घंटे तक विचार विमर्श करने के बाद अपने मंत्रियों के नाम और उनके विभागों का निर्णय किया। नए मंत्रिमंडल में भी इशाक डार के वित्त मंत्री बने रहने की उम्मीद है, जबकि नवाज मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री रहे ख्वाजा मुहम्मद आसिफ को विदेश मंत्रालय का प्रभार दिया जाएगा। लेकिन पूर्व योजना मंत्री अहसान इकबाल को गृह मंत्रालय का प्रभार दिए जाने की संभावना है। समाचार पत्र के अनुसार, परवेज मलिक को खुर्रम दस्तगिर खान की जगह नए वाणिज्य मंत्री होंगे, जबकि खुर्रम को रक्षा मंत्लय का प्रभार दिया जाएगा। साद रफीक रेल मंत्री के रूप में बने रहेंगे। अब्बासी मंत्रिमंडल में दनियाल अजीज, तलाल चौधरी, अरशद लेघारी, जुनैद अनवर चौधरी को नये चेहरे के रूप में शामिल किया गया है। मरियम औरंगजेब, जाहिद हमिद और डॉ. तारिक फजल चौधरी के पास पुराने विभग ही रहेंगे। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के सूचना सचिव मुशाहिदुल्ला खान की मंत्रिमंडल में वापसी हुई है और जल परिवर्तन मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। खान को विवादास्पद बयान देने के लिए नवाज ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था।
अमेरिका ने अपने नागरिकों को दी उ. कोरिया छोड़ने की सलाह
3 Aug 2017
वाशिंगटन। अमेरिका ने उत्तर कोरिया में रह रहे अपने नागरिकों को वहां से निकलने की अपील की है और कहा है कि 1 सितंबर को लागू होने जा रहे यात्रा प्रतिबंध से पहले ही अमेरिकी नागरिक उत्तर कोरिया छोड़ दें। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। बीबीसी के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्रालय उत्तर कोरिया पर एक नई यात्रा चेतावनी लागू करने जा रहा है जो एक तरह से ट्रंप प्रशासन का यात्रा प्रतिबंध है। इस प्रतिबंध का ऐलान पिछले माह किया गया था और जिसे संघीय रजिस्टर में प्रकाशित किया गया था। इस चेतावनी में कहा गया है कि यात्रा प्रतिबंध से छूट के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता है जो केवल कुछ सीमित परिस्थितियों में ही दी जा सकती है। अमेरिका ने इसके पहले उत्तर कोरिया के शुक्रवार के अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणके जवाब में कोरियाई प्रायद्वीप के निकट बी-1बी बमवर्षक तैनात कर दिए थे। अमेरिका ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहेगा कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ कठोर प्रतिबंध लगाए और इसके साथ ही वह मिसाइल परीक्षण के जवाब में एकतरफा प्रतिबंध लगाने पर काम करेगा। हाल ही में अमेरिका में एक विधेयक पारित होने के बाद सीनेट की विदेश मामले की समिति के अध्यक्ष एड रोयस ने कहा था, “दुनिया के विभिन्न हिस्सों में ये तीनों ( रूस, ईरान एवं उत्तर कोरिया) अमेरिका के अहम हितों के लिए खतरा और अपने पड़ोसी देशों में अस्थिरता पैदा कर रहे हैं।’
भारत-अमेरिका रिश्तों को मजबूती देने के लिए USISPF का गठन
2 Aug 2017
नई दिल्ली: भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों को और मजबूती देने के लिए एक नए निकाय अमेरिका भारत रणनीतिक भागीदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) का गठन किया गया है. यूएसआईएसपीएफ ने बयान में कहा कि इस गैरलाभकारी संगठन का मकसद द्विपक्षीय व्यापार को प्रोत्साहन देना है. साथ ही यह नागरिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए अर्थपूर्ण अवसरों का सृजन करेगा. यह संगठन उद्योग और सरकार के साथ मिलकर आर्थिक वृद्धि, रोजगार सृजन, नवोन्मेषण, समावेशन और उद्यमशीलता के लिए काम करेगा. यूएसआईएसपीएफ के निदेशक मंडल में चेयरमैन जॉन चैंबर्स (कार्यकारी चेयरमैन, सिस्को), वाइस चेयरमैन पुनीत रंजन (वैश्विक सीईओ, डेलायट एलएलपी) और एडवर्ड मॉन्सर (अध्यक्ष इमर्सन इलेक्ट्रिक) शामिल हैं. बोर्ड के सदस्यों में इंदिरा नूयी (चेयरमैन एवं सीईओ, पेप्सिको) और अजय बंगा (अध्यक्ष एवं सीईओ, मास्टर कार्ड) शामिल हैं.
अमरीकी प्रतिबंधों का रूस ने दिया करारा जवाब, पुतिन ने 755 अमरीकी राजनयिकों से रूस छोड़ने के लिए कहा
31 July 2017
मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अमरीका के 755 राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है। पुतिन का ये बयान अमरीका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद जवाबी कार्रवार्इ के तौर पर आया है। साथ ही पुतिन ने रूस-अमरीका संबंधों को लेकर कहा है कि वे दोनों देशों के बीच निकट भविष्य में संबंधों में वे सुधार नहीं देख रहे हैं। हालांकि माॅस्को ने ये फैसला शुक्रवार को ही ले लिया था लेकिन पुतिन ने संख्या की पुष्टि अब की है। पुतिन ने सितंबर तक अमरीकी राजनयिकों को रूस छोड़ने के लिए कहा है। अब एक सितंबर से रूस में अमरीकी कर्मचारियों की संख्या घटकर अमरीका में मौजूद रूस के कर्मचारियों जितनी ही हो जाएगी। फिलहाल अमरीका में 455 रूसी कर्मचारी हैं। पुतिन ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि रूस में अमरीका के दूतावास आैर वाणिज्य दूतावास में एक हजार से ज्यादा राजनयिक काम कर रहे थे आैर वे अब भी काम कर रहे हैं। पुतिन ने कहा कि रूस में 755 लोगों को अपनी गतिविधियां अवश्य रोक देनी चाहिए।
प्रतिबंधों का है जवाब अमरीकी सीनेट ने शुक्रवार को रूस, र्इरान आैर उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े आैर अतिरिक्त प्रतिबंध लागू करने संबंधी विधेयक को भारी बहुमत से पारित कर दिया। यह विधेयक अब अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मंजूरी के लिए व्हाइट हाउस भेजा जाएगा। ये प्रतिबंध 2014 में रूस के क्रीमिया पर कब्जे आैर अमरीकी चुनाव में रूस की दखलंदाजी के संबंध में लगाए गए हैं।
अमरीका ने बताया अफसोसजनक कदम रूस ने अमरीकी राजनयिकों द्वारा इस्तेमाल हाॅलिडे प्राॅपर्टी आैर गोदाम को भी वापस लेने की घोषणा की है। उधर, अमरीका ने रूस के इस कदम को अफसोसजनक करार दिया है। अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के मुताबिक रूस के इस कदम का आंकलन किया जा रहा है आैर साथ ही इसका कैसे जवाब दिया जाए।

उत्तरी कोरिया का दूसरा इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल परिक्षण सफल
29 July 2017
वाशिंगटन। उत्तरी कोरिया के एक महिने में दूसरी इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल परिक्षण से अमेरिका को चेताया है। शुक्रवार को किए गए मिसाइल टेस्ट से प्रतीत होता है कि उत्तरी कोरिया इंटर कांटिनेंटल मिसाइल के जरिए आणविक हथियारों को बाखूबी अमेरिकी जमीं तक मार करने में सक्षम है। उत्तर कोरिया का एक महीने में यह दूसरा सफल परीक्षण है, जिसकी मारक क्षमता पहली सभी मिसाइलों से ज्यादा है। वाशिंगटन पोस्ट की मानें तो विशेषज्ञों के अनुसार सैद्धांतिक तौर पर इस तरह की इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल लास एंजेल्स, शिकागो अथवा संभवतः न्यूयार्क तक भी मार कर सकने में सक्षम है। शुक्रवार की देर शाम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देशवासियों और अपने मित्र देशों को आश्वस्त किया कि वह अपने देश और मित्र देशों की रक्षा करने के लिए कटिबद्ध हैं। सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा है कि उत्तरी कोरिया इस तरह के मिसाइल टेस्ट कर अपनी इकॉनमी को तो बरबाद कर ही रहा है, दुनिया की नजरों में भी गिर रहा है। उत्तरी कोरिया की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद ट्रंप प्रशासन और मित्र देश जापान तथा दक्षिण कोरिया के सामने प्रश्न खड़ा हो गया है कि वे किस तरह उत्तरी कोरिया के निरंकुश शासक किम जोंग उन को वार्ता के लिए तैयार करें। अभी हाल में द.कोरिया ने वार्ता के लिए प्रस्ताव किया था, लेकिन किम जोंग उन ने कोई जवाब नहीं दिया। सीबीएस न्यूज के अनुसार आर्मस कंट्रोल विशेषज्ञ जेफ्रे डेविस ने कहा है कि हथियारों की दौड़ में हम उत्तरी कोरिया को और वह हमें तबाह कर सकता है, लेकिन वह ऐसा कभी नहीं चाहेंगे।
अमेरिका भारत को परमाणु हथियार दे : प्रेसलर
28 July 2017
वाशिंगटन। एशिया में चीन के आक्रामक रुख के मद्देनजर अमेरिका के पूर्व सीनेटर ने अमेरिकी सेना से भारत को परमाणु हथियार देने की वकालत की है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। उल्लेखनीय है कि पूर्व सीनेटर लैरी प्रेसलर ने अपनी पुस्तक ‘ नेबर्स इन आर्म्स : एन अमेरिकन सीनेटर्स क्वेस्ट फॉर डिजअर्मामेंट इन ए न्यूक्लियर ’ में इन बातों का जिक्र किया है। पूर्व अमेरिकी सीनेटर का मानना है कि भारत और चीन के बीच बढ़ते विवाद को ध्यान में रखते हुए अमेरिका को भारतीय नौ सेना की मदद करनी चाहिए। इससे एशिया में चीन की महत्वाकांक्षा पर पानी फिर सकता है। विदित हो कि प्रेसलर वियतनाम में काम कर चुके हैं। उन्होंने लिखा है कि चीनी नौसेना फिलिपींस और वियतनाम में अमेरिकी नौसेना को टक्कर दे रही है। अमेरिका को भी इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने आगे लिखा है कि साउथ चीन सागर के मुद्दे पर चीन की वियतनाम, फिलिपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान से ठनी हुई है। अमेरिका चीन के साथ समुद्री युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन इस जगह को बचाना मुश्किल हो सकता है। प्रेसलर ने लिखा है, “अगर हमें चीन को कड़ा संदेश देना है तो हमें भारतीय नौसेना को परमाणु ताकतें देनी होंगी। इससे चीन पर दबाव बन सकता है।” उन्होंने लिखा कि चीन आज दुनिया के सबसे बड़े खतरों में एक है। चीन का पाकिस्तान को इस तरह की मदद करना दुनिया के लिए खतरा हो सकता है।
सॉफ्टवेयर विकसित, अब आपके WhatsApp Message पढ़ सकेगी पुलिस
27 July 2017
बर्लिन जर्मन पुलिस जल्द ही एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित कर लेगी जिसकी मदद से लोगों के स्मार्टफोन को हैक किया जा सकेगा। इस सॉफ्वेयर के द्वारा व्हाट्सएप जैसे एनक्रिप्टेड मैजेसिंग सर्विसेज के संदेश को भी पढ़ा जा सकेगा। इससे जुड़े एक कागजात के लीक होने के बाद यह खबर सामने आई है। अभी तक व्हाट्सएप और टेलिग्राम जैसी मैसेजिंग एप के संदेशों को पढऩा काफी चुनौतीपूर्ण काम है। आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर यह पुलिस के लिए काफी मददगार साबित होगा। रिपोर्ट के मुताबिक जर्मन पुलिस के रिमोट कम्यूनिकेशन इन्टरसेप्शन सॉफ्टवेयर का यह प्रारूप साल के अंत तक तैयार होगा। जर्मनी में पुलिस फिलहाल इस तकनीक से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की निगरानी करती है, लेकिन इसकी सीमाएं हैं।
ट्रैफिक समस्या से निजात के लिए इस शख्स ने ढूंढा नायाब तरीका, सड़क मार्ग की जगह इस तरह से पहुंचता है आॅफिस
26 July 2017
नर्इ दिल्ली। महानगरों में ट्रैफिक जाम काफी बड़ी समस्या है। आॅफिस की भागदौड़ के बीच जब ट्रैफिक की समस्या से दो चार होना पड़े तो कर्इ बार परेशानी झेलनी पड़ती है आैर हम ट्रैफिक को कोसने लगते हैं। ये एेसी समस्या है जिससे भारतीय ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे देशेां के लोग भी परेशान हैं। जर्मनी के एक शख्स ने इस समस्या के समाधान के लिए एेसा नायाब तरीका निकाला है जो काफी दिलचस्प है। बीबीसी की खबर के मुताबिक जर्मनी के म्यूनिख शहर के बेंजामिन डेविड को रोजाना ट्रैफिक की समस्या से जूझना पड़ता था। इसके चलते वे रोजाना आॅफिस लेट पहुंचते थे आैर काफी परेशान थे। हालांकि अब उन्हें ट्रैफिक की परेशानी से नहीं जूझना पड़ता। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि वे अब आॅफिस पहुचने के लिए सड़क के बजाय नदी के रास्ते का इस्तेमाल करते हैं आैर तैरकर अपने आॅफिस जाते हैं। डेविड रोजाना अपने कपड़ों, लैपटाॅप आैर जूतों को एक वाटर प्रूफ बैग में भर लेते हैं। इसके बाद वे शहर के बीच में बहने वाली इसार नदी में छलांग देते हैं आैर इसके जरिए ही आॅफिस पहुंचते हैं। इसके लिए उन्हें रोजाना करीब 2 किलोमीटर तैरना होता है। ये तरीका देखकर लोग उन पर हंसते हैं, लेकिन डेविड को इससे कोर्इ फर्क नहीं पड़ता है। उनका कहना है कि उन्हें इस तरह से आॅफिस जाना पसंद है। इससे वे समय पर भी आॅफिस पहुंचते हैं। ट्रैफिक के चक्कर में आॅफिस देर से पहुंचने वालों को डेविड ने एक आॅप्शन तो जरूर दे दिया है, लेकिन सिर्फ उन शहरों के लोगाें को जहां पर कोर्इ नदी बहती हो।
भारत-चीन के बीच युद्ध संभव, संवाद के जरिए राजनयिक निकालें हल : चीनी विशेषज्ञ
24 July 2017
बीजिंग: भारत और चीन के बीच डोकलाम सीमा को लेकर एक महीने से भी ज्यादा समय से चल रहा तनाव दोनों देशों के बीच युद्ध का कारण बन सकता है और दोनों देशों के राजनयिकों को संघर्ष से बचाने का प्रयास करना चाहिए. चीन के एक विशेषज्ञ ने ये बातें कहीं. चारहार इंस्टीट्यूट में शोधकर्ता और चाइना वेस्ट नॉर्मल यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंडियन स्टडीज के निदेशक लोंग शिंगचुन ने कहा है कि 'दोनों देशों के बीच इससे पहले अनावश्यक युद्ध हो चुका है' और फिर पनपी युद्ध की परिस्थिति दोनों देशों के लिए हानिकारक होगी. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का राष्ट्रीय सम्मेलन : उन्होंने यह भी कहा कि यह सोचना गलत है कि चीन डोकलाम सीमा पर उपजे तनाव का इस्तेमाल इसी वर्ष होने वाले कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए कर रहा है. समाचार पत्र 'ग्लोबल टाइम्स' में लिखे अपने लेख में लोंग कहते हैं, "युद्ध की संभावना असंभव नहीं है. इससे पहले भी गलत समय और गलत जगह अनावश्यक युद्ध हो चुका है. इसलिए, दोनों पक्षों के राजनयिकों का यह सर्वोपरि लक्ष्य होना चाहिए कि युद्ध का प्रतिकार करें, जिसे कोई नहीं चाहता." भारत, भूटान और चीन की तिहरी सीमा से लगा डोकलाम : उल्लेखनीय है कि भारत, भूटान और चीन की तिहरी सीमा से लगे डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं महीने भर से अधिक समय से तनातनी की स्थिति में हैं. भारत मामले का समाधान कूटनीतिक स्तर पर चाहता है, लेकिन चीन ने बातचीत के लिए भारत पर सेना वापस बुलाने की शर्त रख दी है. लोंग अपने लेख में कहते हैं, "इस मामले में उन्हें झांसा नहीं देना चाहिए. भारत की फॉरवर्ड नीति के चलते 1962 का युद्ध भड़का, जिसके कारण दशकों तक भारतीय, चीन का विरोधी बना रहा. लेकिन आज उससे वृहद स्तर का युद्ध होता है तो दोनों देशों के बीच सदियों तक शत्रुता बन जाएगी."
चीन की मीडिया और चीनी विशेषज्ञों ने लगातार भारत पर तीखे हमले किए हैं लोंग ने चीन में मौजूद भारतीय पत्रकारों और भारत के चीन विशेषज्ञों की भी तनाव के लिए बीजिंग और चीन की सरकारी मीडिया पर आरोप लगाने के लिए आलोचना की. चीन की मीडिया और चीनी विशेषज्ञों ने लगातार भारत पर तीखे हमले किए हैं और युद्ध भड़काने में लगे रहे हैं. उन्होंने लिखा है, "चीन युद्ध नहीं चाहता. भारत के कई मीडिया समूह और विशेषज्ञ मौजूदा तनाव के लिए चीन पर आरोप लगाते रहे हैं और कहते रहे हैं कि चीन ने अपनी अंदरूनी समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए सीमा पर तनाव की स्थिति पैदा की है. कई रिपोर्ट में तो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की 19वीं नेशनल कांग्रेस से इसे जोड़ दिया गया है. यह अव्यावहारिक विश्लेषण बताता है कि कुछ भारतीय मीडिया और कुछ भारतीय विशेषज्ञों के पास चीन की कितनी कम जानकारी है." लोंग कहते हैं कि भारत में 200 से ज्यादा चीन के विशेषज्ञ नहीं हैं और उनमें से भी सिर्फ 10 फीसदी ही चीनी भाषा बोल सकते हैं. वह लिखते हैं, "हां, चीन में कुछ अंदरूनी समस्याएं हैं, लेकिन उनमें से कोई भी इतनी गंभीर नहीं है, जितनी भारत को अपने यहां झेलनी पड़ रही हैं. वास्तव में 19वीं नेशनल कांग्रेस की तैयारियों के लिए चीन को घरेलू माहौल के सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय वातावरण की जरूरत है. और इसे समझना भारतीयों के लिए बेहद मुश्किल है."

वर्ल्ड इमोजी डे पर भारत को इग्नोर करना फेसबुक को पड़ा भारी, जुकरबर्ग पर भड़के भारतीय
22 July 2017
नई दिल्ली। फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग की पोस्ट पर भारतीय यूजर्स भड़क गए हैं। 17 जुलाई को वर्ल्ड इमोजी डे पर जुकरबर्ग ने फेसबुक पर टॉप 10 इमोजी शेयर की। इसमें बताया गया कि कौन-सा देश किस इमोजी को सबसे ज्यादा इस्तेमाल करता है। इस ग्राफ में भारत देश का नाम ही नहीं था। इससे यूजर्स नाराज हो गए। भारतीयों ने जुकरबर्ग की पोस्ट पर विरोध स्वरूप निराशा वाली इमोजी पोस्ट करना शुरू कर दिया। क्योंकि सबसे ज्यादा यूजर्स भारत में हैं। इस ग्राफ में अमरीका, यूके, फ्रांस, इंडोनिशिया आैर थाइलैंड जैसे शामिल थे। हालांंकि भारत को इसमें शामिल नहीं किया गया। साथ ही लोगों ने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि अफ्रीका महाद्वीप के किसी भी देश को इसमें जगह नहीं दी गर्इ है।
सुदिप्ता नंदी:. मेरे दोस्त इसमें भारत कहां है? तुम उस देश को इग्नोर नहीं कर सकते जिसके 130 करोड़ लोग तुम्हारी एप का इस्तेमाल करते हैं।
कुनाल मंधारे:. आपको याद है ना स्नैपचैट के साथ क्या हुआ था। भारतीयों को इग्नोर करना अच्छा नहीं है।

तुर्की में भूकंप के तेज झटकाें में दो लाेगाें की मौत, कई मकान क्षतिग्रस्त, लोगों में फैली दहशत
21 July 2017
अंकारा तुर्की और मिस्र में आए 6.7 तीव्रता वाले भूकंप में तेज झटकों में दो लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लाेग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि बताया कि भूकंप मारमारिस और मुगला प्रांत में रात करीब एक बजकर 31 मिनट (भाारतीय समयानुसार तड़के चार बजे) आया। ये दोनों प्रांत पर्यटन के लिए बेहद महत्वपूर्ण प्रांत माने जाते हैं। कोस के मेय ने कहा कि भूकंप में फिलहाल दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मुगला प्रांत में भूकंप के कारण कई मकानें भी क्षतिग्रस्त हो गए। गर्वनर एसेग्नुल सिविलेक ने कहा कि कुछ लोगों को मामूली चोटों आई है और प्रशासन की तरफ से उन्हें कई सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। यूरोपिन भूकंप एजेंसी ने भूकंप के कारण सूनामी आने की चेतावनी जारी की है। तुर्की मौसम विभाग ने ऐसे किसी भी आशंका से इन्कार किया है। तुर्की के पूर्वी प्रांत में 2011 में आए भूकंप में 600 से भी अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले 1999 में दो भयानक भूकंप में करीब 20 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
भारत की सैन्य ताक़त में होगा और इज़ाफ़ा, 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान पर रूस से सौदा जल्द
20 July 2017
झुकोव्स्की (रूस): भारत और रूस जल्द ही बहुप्रतीक्षित पांचवीं पीढ़ी के युद्धक विमान को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिये करार पर हस्ताक्षर करेंगे. एक वरिष्ठ रूसी अधिकारी ने यह जानकारी दी. रोस्टेक स्टेट कॉरपोरेशन के सीईओ सर्गेई चेमेजोव ने कहा कि पांचवीं पीढ़ी के युद्धक विमान (एफजीएफए) को संयुक्त रूप से विकसित करने की अरबों डॉलर की परियोजना से जुड़े सभी फैसलों को ‘निकट भविष्य’ में अंतिम रूप दे दिया जायेगा. भारत और रूस ने 2007 में एफजीएफए परियोजना के लिये अंतर सरकारी करार पर दस्तखत किया था. रूस के अहम एयरशो एमएकेएस 2017 से इतर चेमेजोव ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘जहां तक पांचवीं पीढ़ी (युद्धक विमान) की बात है काम चल रहा है. पहला चरण पूरा हो चुका है. अब हम दूसरे चरण पर चर्चा कर रहे हैं. और मुझे लगता है कि निकट भविष्य में सभी फैसले किये जायेंगे और अनुबंध के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये जायेंगे.’ उन्होंने माना, ‘काम चल रहा है, यह बेहद जटिल है, इसलिये यह तेजी से नहीं बढ़ रहा.’ उनकी यह टिप्पणी दिल्ली में सरकारी सूत्रों के यह कहने के करीब दो महीने बाद आई कि जमीनी स्तर पर पांचवीं पीढ़ी के युद्धक विमान के डिजाइन और कुछ अन्य जटिल मुद्दों पर करार के लिये सभी तैयारियों को पूरा किया जा चुका है. परियोजना पर रूस के साथ बातचीत में शामिल रहे एक अहम अधिकारी ने कहा, ‘विस्तृत डिजाइन के लिये अनुबंध पर जल्द ही दस्तखत किये जायेंगे और यह अहम मील का पत्थर होगा. इस पर वर्ष की दूसरी छमाही में दस्तखत किये जाने चाहिये.’
ओबामा काल में चलाई गई इस स्वास्थ्य सेवा को खत्म करना चाहते हैं ट्रंप
19 July 2017
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिपब्लिकन्स से ओबामाकेयर को 'निरस्त' करने और एक नई योजना शुरू करने का आग्रह किया है. ट्रंप ने सोमवार को ट्वीट किया, "रिपब्लिकन्स को अब नाकाम ओबामाकेयर को रद्द करके और एक नई हेल्थकेयर योजना शुरू करनी चाहिए. डेमोकेट्र्स इससे सहमत हो जाएंगे." ट्रंप द्वारा प्रस्तावित नया स्वास्थ्य देखभाल विधेयक उस समय मुश्किल में पड़ गया, जब दो और रिपब्लिकन सीनेटरों ने ट्रंप के प्रस्ताव के विरोध की घोषणा की. सोमवार को माइक ली और जेरी मोरान ने इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया, जिसके बाद सुजान कोलिन्स और रैंड पॉल समेत ट्रंप सरकार के प्रस्ताव को नामंजूर करने वाले चार रिपब्लिकन हो गए हैं. इनके अलावा कई अन्य सीनेटरों ने भी नए प्रस्ताव के प्रति शंका जाहिर की है. चार रिपब्लिकनों और 48 डेमोक्रेट्स के ओबामाकेयर को निरस्त करने के खिलाफ होने के बाद नए प्रस्ताव के समर्थन में 50 से भी कम वोट होंगे, जो कि विधेयक को मंजूर कराने के लिए जरूरी है. यह रिपब्लिकन्स द्वारा सीनेट में पेश किया गया दूसरा प्रस्ताव है. पार्टी के इससे पहले के प्रस्ताव को सीनेटरों द्वारा जून में नामंजूर कर दिया गया था. डेमोक्रेट सीनेटर चार्ल्स शूमर ने कहा कि अपने ही कानून को मंजूर करने में रिपब्लिकनों की यह 'दूसरी नाकामी' साबित करती है कि यह 'विधेयक ही मूल रूप से अव्यवहारिक है.'उन्होंने साथ ही रिपब्लिकनों को एक स्थायी कानून पर साथ काम करने के लिए आमंत्रित किया, जिससे प्रीमियमों में कमी आए और प्रणाली में सुधार हो.कांग्रेशनल बजट ऑफिस (सीबीओ) के मुताबिक, इस विधेयक से 2.2 से 2.4 करोड़ लोगों को अगले 10 वर्षो के भीतर ही अपना हेल्थकेयर कवरेज खोना पड़ेगा.
यहूदियों को याद करने नेतन्याहू पहुंचे पेरिसं
17 July 2017
पेरिस। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों के कब्जे वाले फ्रांस में यहूदियों की सामूहिक गिरफ्तारी की याद में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने इजरायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू पेरिस पहुंचे । यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। वह पहले इजरायली प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने वेलोड्रोम डीवायर में आयोजित इस समारोह में हिस्सा लिया है। पेरिस में इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “मैं यहां नरसंहार में जान गंवानेवाले लोगों के लिए शोक प्रकट करने आया हूं।” इस मौके पर उनकी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से उनकी पहली बार मुलाकात भी हुई। उन्हें सुननेवालों में यहूदी समुदाय और नरसंहार में जीवित बचे लोग शामिल थे। उन्होंने कहा, “75 साल पहले इस शहर पर गहरा अंधकार छा गया था। ऐसा लगने लगा था कि फ्रांसीसी क्रांति के मूल्यों- समानता, भाईचारा, आज़ादी को स्वतंत्रता-विरोधी ताकतों ने अपने जूतों के नीचे कुचल दिया है।” उन्होंने उन महान और महानतम इंसानों को याद किया जिन्होंने नाज़ी कब्ज़े के दौरान फ्रांस में यहूदियों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली और आधुनिक समाज में सिर उठाती “अलगाववादी ताकतों” को चेतावनी दी। विदित हो कि 1942 की 16 और 17 जुलाई को फ्रांस की पुलिस ने 13,000 से अधिक यहूदियों को गिरफ्तार किया था जिनमें क़रीब 4,000 बच्चे शामिल थे। इन यहूदियों को घेर कर वेलोड्रोम डीवायर स्टेडियम में रखा गया था, जहां से बाद में उन्हें नाज़ियों के यातना शिविरों में ले जाया गया था।
खुद पर काबू नहीं कर पा रहे डोनाल्ड ट्रंप, अब फ्रांस के राष्ट्रपति की पत्नी पर कमेंट कर विवाद में घिरें
15 Jul 2017
पेरिस फ्रांस के दौरे पर गए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने विवादित बयानों से चर्चा में हैं। उन्होंने फ्रांस की प्रथम महिला ब्रिजीट मैक्रॉन के फिगर पर अजीबोगरीब टिप्पणी कर दी। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रॉन और उनकी पत्नी ब्रिजीट ने ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप का स्वागत किया। इस दौरान जब ब्रिजीट से ट्रंप मिले तो उन्होंने कहा कि क्या आप जानती हैं, आपकी शेप कितनी बेहतरीन है। ट्रंप काफी देर तक उनके दोनों हाथ पकड़कर खड़े रहे। हालांकि 64 साल की ब्रिजीट ने ट्रंप के इस कमेंट पर कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद ट्रंप ने उन्हें 'ब्यूटीफुल' कहकर संबोधित किया। जिस वक्त ट्रंप यह कमेंट कर रहे थे उस समय उनकी पत्नी मेलानिया भी उनके पास खड़ी थीं, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया। इस वीडियो को लेकर ट्रंप को आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इस मुद्दे पर कोई भी कमेंट करने से इनकार किया है।
पत्रकार पर भी फिदा हो गए थे :. इससे पहले जून में ट्रंप ने आयरलैंड के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री लियो वराडकर को फोन पर बधाई दी। इस दौरान ट्रंप ने कहा की महिला पत्रकार कैट्रियोना पेरी के चेहरे पर अच्छी मुस्कान है।

चीन में मस्जिदों के बाहर लगे मेटल डिटेक्टर, खुले में नमाज नहीं
14 Jul 2017
काशगर चीन के पश्चिमी शहर काशगर में अब मुस्लिमों को मस्जिद में नमाज पढऩे के लिए जाने से पहले मेटल डिटेक्टर के सामने से गुजरना होगा। यह शिनजियांग प्रांत की उइगर मुस्लिम आबादी पर चीन की कम्युनिस्ट सरकार की तरफ से लागू नई व्यवस्था है। इससे पहले इस मुस्लिम बहुल प्रांत में दाढ़ी रखने और खुले में नमाज पढऩे पर रोक है। कुछ साल पहले तक काशगर की सेंट्रल मस्जिद के बाहर का चौक भी नमाजियों से भरा होता था। ईद के मौके पर मुस्लिम एकत्रित होकर यहां नमाज पढ़ा करते थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं। इस बार ईद के मौके पर हॉल के बाहर एक भी आदमी दिखाई नहीं दिया। मस्जिद में नमाज के लिए दशकों बाद सबसे कम भीड़ आई। पता चला कि प्रशासन की ओर से मस्जिद आने वाले रास्ते पर कई जगह चेक प्वाइंट बना दिये गए थे। वहां पर आने वालों को रोककर तलाशी ली जा रही थी और कई सवाल पूछे जा रहे थे। उनके वाहन भी खड़े कराए जा रहे थे। इससे परेशान होकर लोगों ने मस्जिद न आना ही बेहतर समझा। इस बारे में जब काशगर के प्रशासन से बात की गई तो किसी अधिकारी ने कुछ नहीं कहा। शहर के एक व्यापारी ने कहा कि यह शहर अब धार्मिक गतिविधियों के लिए अच्छा नहीं रहा।
हर काम पुलिस और सुरक्षा बलों की बंदिशों के बीच :. चीन सरकार कहती है कि ऐसे कड़े इंतजाम इस्लामी कट्टरपन को रोकने और अलगाववाद को ताकत न मिलने देने के लिए किए जा रहे हैं। लेकिन विश्लेषक मानते हैं कि उइगर बहुल शिनजियांग प्रांत अब खुली जेल की तरह हो गया है। यहां पर लोग रहते घरों में हैं और खुले आकाश के नीचे सांस लेते हैं लेकिन उन्हें हर काम पुलिस और सुरक्षा बलों की बंदिशों के बीच करना होता है। चीन सरकार ने प्रांत में कड़ाई की शुरुआत सन 2009 में उरुमकी शहर में हुए दंगों के बाद की, जिसमें 200 लोग मारे गए थे।

सऊदी अरब: मकान में आग लगने से 10 भारतीयों की ज़िंदा जलने से हुई मौत, ज़िन्दगी और मौत से लड़ रहे चार नागरिक
13 Jul 2017
दुबई/नई दिल्ली। सऊदी अरब के नजरान क्षेत्र में एक मकान में आग लग जाने से उसमें रह रहे कम से कम 10 भारतीयों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। स्थानीय मीडिया में जारी खबरों के मुताबिक सऊदी नागरिक सुरक्षा ने बताया कि दक्षिणी नजरान स्थित मकान में लगने से 11 मजदूरों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। मृतक और घायल सभी लोग भारत- बंगलादेश से हैं। घायलों में चार भारत से हैं। सऊदी अधिकारियों के मुताबिक इस घर में एक भी खिड़की नहीं थी, जिससे धुआं बाहर निकल पाता। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों की मौत दम घुटने से हुई है। इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि जेद्दाह स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी घटना के बाद नजरान जा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मुझे नजरान में आग की घटना का पता चला है, जिसमें हमने 10 भारतीय नागरिकों को खो दिया और छह घायल अस्पताल में हैं।' विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे महावाणिज्यदूत नजरान के गवर्नर से संपर्क में हैं। वह नियमित रूप से ताजा जानकारी दे रहे हैं। विदेश मंत्री की यह प्रतिक्रिया तब आई, जब विद्या एस नाम की एक महिला ने घटना में मारे गए एक व्यक्ति के शव को वापस स्वदेश लाने में मंत्री की मदद मांगी। शुरूआती जांच के अनुसार आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है। 2015 में जारी आंकड़ों के अनुसार सऊदी अरब में लगभग 90 लाख विदेशी कामगार हैं जिनमें से अधिकतर दक्षिण एशिया से हैं।
अमरनाथ में तीर्थयात्रियों पर आतंकवादी हमला निंदनीय: अमेरिका
12 Jul 2017
वाशिंगटन। अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर हुए ‘‘निंदनीय’’ आतंकवादी हमले पर चिंता जताई है। कई अमेरिकी सांसदों ने भी इस कायरतापूर्ण करतूत की निंदा की है। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार रात हुए आतंकवादी हमले में सात अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई थी और 19 अन्य लोग घायल हुए थे। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौएर्ट ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम इसे जम्मू कश्मीर में हुआ आतंकवादी हमला मानते हैं जिसमें सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई।’’ उन्होंने कह, ‘‘वे आम नागरिक थे। उनकी हत्या तब की गई, जब वे पूजा करने के अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे थे और यह बात इस हमले को इतना निंदनीय बनाती है। यह हमारे लिए चिंता की बात है। हम हमले में लोगों की मौत होने पर शोक प्रकट करते हैं और जान गंवाने वाले लोगों के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं।’’ कांग्रेस के सदस्य विल हर्ड ने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं अमरनाथ यात्रा आतंकवादी हमले के पीड़ितों एवं उनके परिजन के साथ हैं। यह हमला निंदनीय है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।’’ कांग्रेस की संदस्य शीला जैक्सन ली ने ट्वीट किया, ‘‘अमरनाथ यात्रियों पर हमला स्तब्ध करने वाला है। धर्म एक मौलिक एवं मानवाधिकार है।’’ कांग्रेस की सदस्य तुलसी गैबार्ड ने कहा कि हिंदू और हर धर्म के तीर्थयात्री आतंकवादियों पर हमलों के डर के बिना अपने पवित्र स्थानों की यात्रा करने में सक्षम होने चाहिए। इसके अलावा जॉन रैटक्लिफ, जिम कोस्टा, टेड पोए, एना जी एशू और जॉन कुलबर्सन समेत कांग्रेस के कई अन्य सदस्यों ने इस हमले की निंदा की। ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (ओएफबीजेपी) यूएसए के अध्यक्ष कृष्णा रेड्डी अनुगुला ने कहा, ‘‘भारतीय अमेरिकी समुदाय बहुत दु:खी है और अमरनाथ की यात्रा कर रहे निर्दोष तीर्थयात्रियों पर इस नृशंस हमले की खबर सुनकर स्तब्ध है। हम सभी पीड़ितों और उनके परिजन के लिए प्रार्थना है।’’ समूह के उपाध्यक्ष अडापा प्रसाद ने कहा, ‘‘पाकिस्तान पिछले कई दशकों से लश्कर ए तैयबा समेत विभिन्न संगठनों के आतंकवादियों को खुलेआम पनाह दे रहा है और पाकिस्तान को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश घोषित करने का अमेरिकी कांग्रेस में दबाव रहा है।’’ समूह के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भारतीय समुदाय पाकिस्तान के निर्देश पर तीर्थयात्रियों पर किए गए आतंकवादियों के इस कायरतापूर्ण एवं भयानक हमले की निंदा करता है।’’
अमरीका: सेना का प्लेन हुआ क्रेश, कम से कम 16 लोगों की मौत
11 Jul 2017
वाशिंगटन। अमरीकी सेना का एक मालवाहक विमान कल शाम मिसीसिपी के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गयी। क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विमान मिसीसिपी प्रांत की राजधानी जैकसन से करीब 160 किलोमीटर दूर ली फ्लोर काउंटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने हालांकि दुर्घटना के संबंध में तात्कालिक विस्तृत जानकारी नहीं दी है। मैरिन काप्र्स के प्रवक्ता कैप्टन सराह बुन्र्स ने बताया कि अमेरिकी नौसेना का मालवाहक विमान केसी-130 हरकुलिस मिसीसिपी के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की रिपोर्ट है।
हॉलीवुड तर्ज पर ड्रोन की मदद से जेल से भागा कैदी, एेसे दी अमरीका की सबसे सुरक्षित जेल की सुरक्षा को मात
10 Jul 2017
वाशिंगटन। दुनिया की सबसे कड़ी सुरक्षा वाली जेलों में शुमार अमरीका के दक्षिण कैरोलिना के रिजविले स्थित लिबर करेक्शनल इंस्टीट्यूट जेल से ड्रोन की मदद से एक कैदी के भागने की घटना सामने आई है। जिमी कोजे (46) नाम के इस कैदी के जेल से भागने की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। इस कैदी ने 4 जुलाई को अपने जेल की कोठरी से बैठे-बैठे ही कई मोबाइल फोन की मदद से ड्रोन ऑपरेट किया और उसकी मदद से पहले तो जेल की दीवारों तक तार काटने वाले उपकरणों को पहुंचाया। फिर, गार्ड की आंखों में धूल झोंककर वह जेल की दीवारों के पास पहुंचा और कंटीलों तारों को काटकर भागने में सफल रहा। हालांकि, उसकी यह कामयाबी ज्यादा टिकाऊ साबित नहीं हुई। दो दिन बाद वह 1200 मील दूर टेक्सास के एक मोटेल से 7 जुलाई को तड़के तीन बजे पकड़ा गया। कोजे के पास से प्रशासन को 47 हजार डॉलर नकदी, एक आईडी कार्ड और दो बंदूकें मिलीं। अमरीका में सभी जेलों में दवाएं और मोबाइल फोन पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल काफी चलन में है। जेल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। पहले भी इसी जेल से भाग चुका है पहले भी 2005 में कोजे कोलंबिया की ब्रॉड रिवर करेक्शनल इंस्टीट्यूटशन जेल से भागने में सफल रहा था। उस वक्त भी उसने एक पुतला बनाकर अपने बिस्तर पर छिपा दिया था। उसके साथ एक और कैदी भी था। दोनों एक कूड़ा ढोने वाले ट्रक में छिपकर भागने में सफल रहे थे और एक मोटेल में छिपकर रह रहे थे। मगर 3 दिन बाद ही मोटेल में पिज्जा देने आई एक महिला को उन पर शक हुआ। टॉयलेट पेपर से बनाया पुतला जेल से भागने से पहलेे कोजे ने अपने बिस्तर पर एक पुतला रख दिया। उसे चादर ओढ़ा दिया था, जिससे किसी को उसके भागने का जल्दी शक न हो। यह पुतला उसने टॉयलेट पेपर से बनाया था। प्रशासन को उसके भागने का पता 18 घंटे बाद ही चल पाया। कोलंबिया में वकील को बंदूक की नोक पर धमकाने के आरोप में कोजे 2004 से उम्रकैद की सजा काट रहा है।
मेक्सिको: सबसे सुरक्षित जेल में गैंगवार, दो गुटों की हिंसा में 28 कैदियों की मौत, एक कैदी का सिर धड़ से किया अलग!
7 Jul 2017
मेक्सिको में यहां की एक जेल में कैदियों के बीच हिंसा भड़क गई। इस घटना में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई है। ग्वेरेरो राज्य सुरक्षा अधिकारी रॉबर्टो अल्वरेज ने संवाददाताओं से कहा कि जेल के अधिकतम सुरक्षा विंग में दो गिरोहों के बीच हुई हिंसा में 28 कैदियों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए हैं। हाल के वर्षों में जेल के अंदर यह सबसे बड़ी हिंसा है। अल्वरेज ने कहा कि अधिकारियों को जेल के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले विंग के अंदर तथा किचन के बाहर शव मिले हैं। एक अधिकारी ने अपनी पहचान बताये बिना कहा कि एक कैदी का सिर धड़ से अलग था। उन्होंने कहा कि जेल में क्षमता से 30 फीसदी अधिक कैदी थे। इस जेल में 1624 कैदियों के रहने की व्यवस्था थी लेकिन इसमें 1951 पुरूष और 110 महिला कैदी रह रहे थे। उन्होंने कहा कि जेल के अंदर गोलीबारी की रिपोर्टों के बावजूद ज्यादर कैदियों की मौत धारदार हथियारों से हुई है।
डोकलाम में चीन ने किया युद्ध अभ्यास!
6 Jul 2017
बीजिंग। भारत चीन के बीच सीमा पर तनाव के बीच चीन ने टैंकों और अन्य साजो सामान के साथ डोकलाम क्षेत्र में युद्ध अभ्यास कर भारत को यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह युद्ध के लिए तैयार है।यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। उल्लेखनीय है कि चीनी सेना ने यह अभ्यास समुद्र तल से 5100 मीटर की ऊंचाई पर किया। वैसे सिक्किम में सीमा पर तनाव कम होने के कम आसार हैं, क्योंकि चीन की हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। चीनी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, इस सैन्य अभ्यास में ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’(पीएलए) के सबसे उन्नत युद्धक टैंक 96 बी भी शामिल था। हालांकि रिपोर्ट में इसका खुलासा नहीं कि गया है कि सैन्य अभ्यास कब हुआ। लेकिन अखबार ने गुरुवार को इस संबंध में ‘मिलिट्री ताकत की गलतफहमी न पाले भारत’ शीर्षक से एक खबर छापी है। रिपोर्ट के अनुसार, पीएलए के अवकाश प्राप्त मेजर जनरल झू हेपिंग ने कहा है कि भारत डोकलाम में सड़क निर्माण को नहीं रोक पाएगा। मेजर जनरल झू ने आगे कहा, ‘‘भारत का हस्तक्षेप और चीन को लेकर उसका रुझान को दर्शाता है। यह एक बहुत ही छोटा और संकरा इलाका है, जहां बड़ी संख्या में सैनिकों को पूरी तरह तैनात भी नहीं किया जा सकता।” विदित हो कि डोकलाम में भूटान की आपत्ति के बाद गत 16 जून को भारतीय सैनिकों ने चीन की ओर से किए जा रहे सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया था। इसके बाद चीन के साथ सीमा पर तनातनी बढ़ गई है। चीन इस इलाके को अपना हिस्सा मानता है। झू ने सवाल करते हुए कहा, “क्या आपको लगता है कि कुछ सैन्य वाहनों और सैनिकों के साथ सीमा पर चीन के सड़क निर्माण कार्य को रोका जा सकता है।” उन्होंने आगे कहा कि चीनी सेना लगातार ताकतवर और मजबूत हो रही है और भारतीय सेना उसका मुकाबले में कहीं नहीं है। भारत की उकसाने वाली कार्रवाई का कोई असर नहीं होने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना के पश्चिमी कमान ने हाल ही में पूरे सैन्य साजो सामान से लैस अपने अश्व ब्रिगेड को 5100 मीटर ऊंचाई पर सैन्य अभ्यास के लिए भेजा था। यह पहली बार है जब पीएलए इस तरह के वातावरण में युद्धाभ्यास कर रही है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की ओर से जारी की गई तस्वीरों में भी पीएलए के ब्रिगेड को चीन के सबसे उन्नत 96बी टैंकों से लैस दिखाया गया है। यह टैंक चीन के टैंक बेड़े का सबसे मजबूत हिस्सा है।
इज़रायली पीएम से मिलकर पीएम मोदी हुए 'गद- गद', दे डाले ऐसे-ऐसे गिफ्ट जिनकी होने लगी सभी जगह चर्चा!
5 Jul 2017
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू को केरल से ले जाए गए ऐतिहासिक अवशेषों के दो सेटों के प्रतिरूप उपहार में दिए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा कि इस भेंट में तांबे की प्लेटों के दो अलग-अलग सेट थे। तांबे की प्लेटों का पहला सेट भारत में कोचीन के यहूदियों की निशानी है। समझा जाता है कि इसमे हिन्दू राजा चेरामन पेरूमल द्वारा यहूदी नेता जोसेफ रब्बन को अनुवांशिक आधार पर दिए गए विशेषाधिकारों का वर्णन है। यहूदियों के पारंपरिक दस्तावेजों के अनुसार बाद में जोसेफ रब्बन को शिंगली का राजकुमार बना दिया गया था। तांबे की प्लेटों का दूसरा सेट भारत के साथ यहूदियों के व्यापार के इतिहास का प्राचीन दस्तावेज है। ये प्लेटें स्थानीय हिन्दू शासक द्वारा चर्च को दी गई जमीन और कर संबंधी विशेषाधिकारों के बारे में वर्णन करती हैं। ये प्लेटें कोल्लम से पश्चिमी एशिया के साथ होने वाले व्यापार तथा भारतीय व्यापार संघों के बारे में भी बताती है। इन प्लेटों का प्रतिरूप हासिल करना केरल के तिरूवला स्थित मालंकर मार थोमा सीरियन चर्च के सहयोग से संभव हुआ है। पीएमओ ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के पारदेसी यहूदी समुदाय द्वारा दान किया गया एक टोरा स्क्रॉल भी नेतन्याहू को भेंट किया। इजरायल की तीन दिवसीय यात्रा पर कल यहां पहुंचे मोदी को आज दूसरे दिन कई कार्यक्रमों में भाग लेना है। वह इजरायल के राष्ट्रपति रेयुविन रिवलिन और इजरायल के विपक्षी नेता इसाक हेरजोग से भी मुलाकात करेंगे। भारत और इजरायल के बीच कई समझौते होने की संभावना है। मोदी तेल अवीव में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।
दक्षिण चीन सागर की सीमा में घुसा अमरीकी युद्धपोत, बौखलाए चीन ने दे डाली ऐसी धमकी!
4 Jul 2017
एक अमरीकी युद्धपोत दक्षिण चीन सागर में बढ़ते हुए विवादित सीमा के नजदीक पहुंच गया है। चीन ने यह दावा किया है। अमरीकी नेवी का युद्धपोत यूएसएस स्टीथम दक्षिण चीन सागर में ट्राइटॉन आइलैंड के 12 मील के दायरे में आ चुका है। यह आइलैंड पारासेल द्वीप समूह का हिस्सा है। इस छोटे से आइलैंड पर वियतनाम और ताइवान भी अपना दावा करते हैं। चीन ने इसे 'एक गंभीर राजनीतिक और सैन्य दखल' बताया है और कहा है कि, राष्ट्रीय स्वायत्तता और सुरक्षा को बचाने के लिए सभी जरूरी कदम वो उठाएगा। यह फ्रीडम ऑफ नेविगेशन ऑपरेशन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ फोन पर पहले से तय बातचीत के कुछ घंटे पहले हुआ। अमरीका का 'फ्रीडम ऑफ नेविगेशन' कार्यक्रम दुनिया भर के समुद्री और हवाई क्षेत्रों में तमाम दावों को चुनौती देता है। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह दूसरी बार है जब कोई अमरीकी युद्धपोत चीन की विवादित समुद्री सीमा के पास गया हो। मई में यूएसएस डेवी चीन के बनाए कृत्रिम आइलैंड मिसचीव रीफ के 12 मील के दायरे में आ गया था। अमरीकी सुरक्षा मंत्री जेम्स मैटीस ने कुछ दिनों पहले कहा था कि अमरीका चीन के मानव निर्मित आइलैंड के सैन्यीकरण को नहीं मानने वाला है। चीन ने दक्षिण चीन सागर में कई मानव निर्मित आइलैंड बनाए हैं। दक्षिण चीन सागर के कई क्षेत्रों पर कई देशों का सदियों से दावा रहा है, लेकिन हाल के सालों में यह तनाव लगातार बढ़ा है। इसके कई टापुओं और क्षेत्रों पर ताइवान, चीन, वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया और ब्रुनेई अपना-अपना दावा करते रहे हैं।batao
स्विस बैंक में जमा धन राशि के मामले में भारत 88वें नंबर पर खिसका, सूची में ये देश है टाॅप पर
3 Jul 2017
स्विस बैंक में जमा धन राशि के मामले में भारत 88वें नंबर पर खिसक गया है। इससे पहले भारत 2016 में 75वें और 2015 में 61वें स्थान पर था। इस सूची में ब्रिटेन शीर्ष पर है। स्विस बैंक में जमा धन राशि के मामले में भारत 88वें नंबर पर खिसक गया है। इससे पहले भारत 2016 में 75वें और 2015 में 61वें स्थान पर था। इस सूची में ब्रिटेन शीर्ष पर है। इसके साथ ही स्विस बैंक में जमा सभी देशों की कुल राशि में भारतीय लोगों की कुल राशि मात्र 0.04 फीसदी रह गई है। वर्ष 2007 तक भारत का नाम यहां जमा धन के मामले में शीर्ष 50 देशों की सूची में होता था। 2004 में भारत स्विस बैंक की सूची में वें नंबर पर था। कहा जा सकता है कि भारत का काला धन स्विस बैंक से धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। ब्रिटेन पिछली बार की तरह पहले नंबर पर ही काबिज है। स्विस बैंक में 95 लाख करोड़ रुपए की राशि जमा है । भारत की कुल जमा राशि 4500 करोड़ रुपये के लगभग है। पिछले साल भारत का कुल शेयर 0.08 फीसदी था।
क्या बात! महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन से भी अधिक है 11 साल के भारतीय मूल के बच्चे का आईक्यू
1 Jul 2017
लंदन। इंग्लैंड में रहने वाले एक भारतीय मूल का 11 साल के बच्चे का आईक्यू महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से भी अधिक पाया गया है। मेन्सा आईक्यू टेस्ट में बालक ने सबसे अधिक 162 अंक हासिल कर ब्रिटेन का सबसे बुद्धिमान बच्चा बन गया है। दरअसल, दक्षिण इंग्लैंड के रीडिंग टाउन में रहने वाले अर्णव शर्मा ने बिना किसी तैयारी के कुछ सप्ताह पहले सबसे मुश्किल टेस्ट के लिए मशहूर मेन्सा IQ टेस्ट को पास कर लिया है। डिपेंडेंट की खबर के मुताबिक, इस टेस्ट में अर्णव को अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से 2 अंक अधिक मिले हैं। तो वहीं इस टेस्ट में सर्वाधिक नंबर पाने वाले अर्णव शर्मा ने कहा कि इस टेस्ट में लगभग 7 से 8 लोग शामिल थे। तो वहीं मेन्सा टेस्ट काफी मुश्किल होता है। जिसे पार पाना इतना आसान नहीं होता है। मुझे् इस टेस्ट को लेकर कोई उम्मीद नहीं थी, जबकि मुझे इस टेस्ट में लगभग ढाई घंटे लगे। शर्मा ने कहा कि उन्हें इस टेस्ट को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं थी। लेकिन जब इसके मैंने परिजनों को बताया तो सभी काफी खुश हुए। शर्मा की मां के मुताबिक, मुझे इस टेस्ट को लेकर कोई जानकरी नहीं थी। लेकिन अर्णव के टैलेंट को देखकर वह काफी खुश हैं। उनका कहना कि अर्णव को गाने और संगीत का शौक है। जब वह लगभग 3 साल का था, तब मुझे उसके गणित विषय के कौशल को लेकर पता चला था। जबकि 8 साल की उम्र में वह बॉलीवुड डांस करके रीडिंग्स गॉट टैलेंट के सेमीफाइनल में भी पहुंच चुका है।
बढ़ सकता है चीन का गुस्सा, US ताइवान को देगा 1.42 अरब डॉलर के हथियार
30 Jun 2017
वॉशिंगटन.अमेरिका ने ताइवान को करीब 1.42 अरब डॉलर के हथियार बेचने की योजना बनाई है। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के दौरान इस तरह के सौदे से चीन का गुस्सा बढ़ सकता है। बता दें ट्रम्प नॉर्थ कोरिया पर लगाम कसने में चीन से मदद की मांग करते रहे हैं। अमेरिका में स्टेट डिपार्टमेंट के स्पोक्सपर्सन हीथर नॉर्ट ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने आज इसके प्रस्ताव के बारे में कांग्रेस को जानकारी दे दी। उन्होंने मीडिया से कहा, "प्रशासन ने ताइवान के साथ सात प्रस्तावित डिफेंस सेल के सौदे किए हैं। अब यह 1.42 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर हैं।" उन्होंने कहा कि यह बिक्री अमेरिका को "ताइवान की पर्याप्त आत्मरक्षा क्षमता बनाए रखने के लिए समर्थन दिखाती है।" उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अमेरिका की लंबे समय से "वन चाइना" पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बता दें, वन चाइना पॉलिसी का मतलब उस नीति से है, जिसके मुताबिक़ 'चीन' नाम का एक ही राष्ट्र है और ताइवान अलग देश नहीं, बल्कि उसका प्रांत है।
ब्राज़ील: राष्ट्रपति भवन में जबरन कार घुसाने की नाबालिग की हिमाकत, सुरक्षाकर्मियों में मचा हड़कंप- चली गोलियां
29 Jun 2017
कार चालक तेज रफ्तार से राष्ट्रपति भवन के प्रवेश द्वार को तोड़ता भीतर चला गया। सुरक्षा गार्डों ने उसे चेतावनी देते हुए पहले हवा में गोलियां चलायीं और जब वाहन नहीं रूका तो उस पर भी गोलियां चलायीं। ब्राजील में एक नाबालिग शख्स ने राष्ट्रपति निवास के प्रवेश द्वार में जबरन अपनी कार घुसाने की कोशिश की। ऐसी हरकत पर अचानक से वहां सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया। हालांकि पुलिस ने ऐसा करने पर आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि जब ये घटना हुई उस समय राष्ट्रपति माइकल टेमर भवन के अंदर मौजूद नहीं थे। राष्ट्रपति भवन सूत्रों ने बताया कि एक कार चालक तेज रफ्तार से राष्ट्रपति भवन के प्रवेश द्वार को तोड़ता भीतर चला गया। सुरक्षा गार्डों ने उसे चेतावनी देते हुए पहले हवा में गोलियां चलायीं और जब वाहन नहीं रूका तो उस पर भी गोलियां चलायीं। सूत्रों ने बताया कि बाद में वाहन चालक को दबोच लिया गया जो नाबालिग था। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। टेमर दूसरे सरकारी निवास में रहते हैं।
भारत को जरूरी सुरक्षा संसाधन मुहैया कराएगा अमेरिका
28 Jun 2017
वाशिंगटन। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा है कि उनका देश भारत को दक्षिण एशिया में सुरक्षा मजबूत करने के लिए भारत को जरूरी संसाधन एवं तकनीक मुहैया कराएगा। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे खत्म होने के बाद माइक पेंस ने ये बयान दिया। पेंस ने कहा कि आपको घोषणा से इतर देखने की जरूरत नहीं है जिसके अनुसार अमेरिका भारत को सी गाडर्यिन यूएवी, अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर और सी-17 परिवहन विमान बेचेगा। उन्होंने कहा कि अभी बेचने की मंजूरी देने की प्रक्रिया चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि इससे पारस्परिक सुरक्षा को लेकर दोनों देशों की प्रतिबद्धता दिखेगी और सुरक्षा के लिए भागीदारी के महत्व का पता चलेगा।
ड्रेगन का दुस्साहस... सिक्किम सेक्टर में घुसे चीनी सैनिक, हमारे 2 बंकर किए तबाह
27 Jun 2017
चीनी सैनिक सोमवार को सिक्किम सेक्टर में घुस आए। चीनी सैनिकों की भारत-चीन सीमा की सुरक्षा करने वाले भारतीय सेना के जवानों के साथ नोक-झोंक भी हुई। इसके अलावा चीनी सैनिकों ने दो बंकरों को भी नष्ट कर दिया। भारतीय सैनिक सिक्किम के डोका ला में 10 दिन से चीनी सैनिकों का सामना कर रहे हैं। भारतीय जवानों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर रोकने के लिए मानव शृंखला भी बनाई है। जवानों ने चीनी सैनिकों का वीडियो भी बनाया है। चीनी सैनिकों ने डोका ला इलाके के लालटेन में दो बंकरों को तबाह किया है। फ्लैग मीटिंग के बाद भी तनाव कम नहीं 20 जून को भारत और चीन के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच फ्लैग मीटिंग हुई थी। इसके बाद भी तनाव कम नहीं हुआ है। भूटान और तिब्बत से सटे इस इलाके में चीनी सैनिकों ने नवंबर 2008 में भी घुसपैठ की कर भारतीय सेना के बंकर्स को तोड़ दिया था। 600 मीटर घुस आए थे पाक सैनिक गुरुवार को पाकिस्तान के सैनिक एलओसी के 600 मीटर तक अंदर घुस आए थे। भारतीय चौकियों से उनकी दूरी महज 200 मीटर की थी। जिसका जवाब भारतीय जवानों ने भी दिया था और एक हमलावर को मार गिराया था।
ट्रंप प्रशासन करना चाहता है भारत के साथ ऐसा परमाणु सौदा
24 Jun 2017
वाशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन भारत के साथ वेस्टिंग हाउस परमाणु रिएक्टर सौदे के साथ आगे बढऩा चाहता है। ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोमवार को प्रस्तावित मुलाकात से पहले व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि लगभग एक वर्ष पहले हुए इस समझौते को लागू करने की रफ्तार परमाणु दुर्घटना की स्थिति में देयता संबंधी चिंताओं की वजह से धीमा है। अधिकारी ने कहा कि हम अभी भी इस सौदे को आगे बढ़ाने में बहुत रुचि रखते हैं। वेस्टिंग हाउस इस परियोजना की व्यवहार्यता से खड़ा है। हम वेस्टिंग हाउस और उसके भारतीय भागीदारों के बीच जारी वार्ता को बहुत समर्थन करते हैं। गौरतलब है कि पिछले साल जून में भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम तथा अमेरिकी कंपनी वेस्टिंगहाउस भारत में छह परमाणु बिजली रिएक्टरों के लिए इंजीनियरिंग और स्थल डिजाइन कार्य तत्काल शुरू करने तथा अनुबंधात्मक व्यवस्था एक वर्ष में पूरा करने पर सहमति जताई थी।
भीषण विस्फोट से दहला पाकिस्तान, अब तक 11 लोगों की मौत, कर्इ घायल
23 Jun 2017
इस्लामाबाद पाकिस्तान के क्वेटा शहर में शुक्रवार को हुए एक विस्फोट में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य घायल हो गए। एक पाकिस्तानी वेबसाइट के मुताबिक, विस्फोट बलूचिस्तान प्रांत के गुलिस्तान रोड पर स्थित पुलिस महानिरीक्षक एहसान महबूब के कार्यालय पास हुआ, जहां कई महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालय हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक अब्दुल रज्जाक चीमा ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की है। मरने वालों में चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विस्फोट किस तरह का था, उसका अभी पता नहीं चल पाया है। चीमा ने कहा, 'घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखकर विस्फोट के कारण और उसकी प्रकृति का पता लगाया जाएगा।' पुलिस ने बताया कि घायलों को क्वेटा के सिविल अस्पताल ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि इलाके में अब भी बचाव अभियान जारी है। विस्फोट की जिम्मेदारी फिलहाल किसी आतंकवादी संगठन ने नहीं ली है।
MP में बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत, अगले 2-3 दिन यूं ही रहेगा मौसम..
22 Jun 2017
बभोपाल। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में बारिश होने की संभावना जताई है। राज्य में गुरुवार की सुबह मौसम अन्य दिनों के मुकाबले सुहावना रहा, धूप की चुभन और उमस कम है। -मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटों में भोपाल में 16 मिलीमीटर, जबलपुर में दो मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में रीवा, शहडोल और उज्जैन संभाग के अलावा बालाघाट, मंडला, सिवनी, टीकमगढ़, छतरपुर, होशंगाबाद, बुरहानपुर, झाबुआ और अलीराजपुर में बारिश की संभावना जताई है। -राज्य में बुधवार की रात को हुई बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है। गुरुवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री, इंदौर का 25 डिग्री, ग्वालियर का 25.9 डिग्री और जबलपुर का 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले बुधवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री, इंदौर का 35 डिग्री, ग्वालियर का 39 डिग्री और जबलपुर का 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। -मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह प्री मानसून बारिश है। मानसून के लिए अभी दो- तीन दिन और इंतजार करना पड़ सकता है। बारिश होने से आठ दिन से गर्मी और उमस से परेशान लोगों राहत मिली।


पाकिस्तान पर हमला करने की तैयारी में राष्ट्रपति ट्रंप, ऐसे देंगे अंजाम!
21 Jun 2017
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान में आतंक के सुरक्षित ठिकानों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के मूड में हैं। अमरीका पाकिस्तान में ऐसे ठिकानों पर हवाई हमले करने की रणनीति पर काम कर रहा है। जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा माना जा रहा है कि इन हमलों में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रंप प्रशासन इसके साथ ही गैर नाटो सहयोगियों में पाकिस्तान का दर्जा भी घटा सकता है। पाक को मिलने वाली आर्थिक मदद को रोकने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे पर आधिकारिक रूप से इस मुद्दे पर कुछ नहीं कह रहे। हालांकि ट्रंप प्रशासन के कुछ अफसर ऐसे भी हैं, जिन्हें इन कदमों की सफलता पर संदेह है। उनका कहना है कि पाक पर इस तरह की सख्ती नहीं होगी। समीक्षा के दौरान बदली रणनीति अमरीकी अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाना चाहते हैं, उसके साथ अपने संबंध बिगाडऩा नहीं चाहते हैं। ट्रंप प्रशासन इन दिनों 16 साल से चल रहे अफगान युद्ध पर की अपनी रणनीति की समीक्षा कर रहा है। अफगानिस्तान में स्थितियां सुधारने के लिए पाकिस्तान की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में अमरीका पाक पर सख्ती दिखाकर जोखिम नहीं लेगा। सार्वजनिक बयान से बच रहा अमरीका ट्रंप प्रशासन ने इस पूरे मामले पर फिलहाल सार्वजनिक रूप से भले ही कुछ नहीं कहा हो, लेकिन अफगान नीति की समीक्षा करना ही इस बात का संकेत है कि अमरीका अपनी अब तक की रणनीति पर पुनर्विचार कर रहा है।
आतंकियों को पनाह देने वाला मुल्क खुद ही नहीं महफूज़, पाकिस्तान में फिर हुआ आतंकी हमला, 2 सैनिकों की मौत
20 Jun 2017
एक नौसेना कर्मी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल एक अन्य ने सोमवार रात अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकवादियों ने नौसेना कर्मियों के वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें दो की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। 'डॉन' के अनुसार, एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि घटना सोमवार शाम को हुई, जब मोटरसाइकिल पर सवार चार आतंकवादियों ने ग्वादर जिले के जिवानी शहर में वाहन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी। एक नौसेना कर्मी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल एक अन्य ने सोमवार रात अस्पताल में दम तोड़ दिया। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सनाउल्ला जहरी ने घटना की निंदा करते हुए कहा, ''हम आतंकवादियों के सामने नहीं झुकेंगे।'' फिलहाल हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकवादी संगठन ने नहीं ली है।
लंदन में मस्जिद से नमाज पढ़कर बाहर आ रहे लोगों को गाड़ी ने मारी टक्कर, एक की मौत, आठ घायल
19 Jun 2017
लंदन। उत्तरी लंदन में एक मस्जिद के पास तेज रफ्तार वैन ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया, जिसमें एक की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सेवन सिस्टर्स रोड पर फिन्सबरी पार्क मस्जिद के पास आधीरात के बाद हुई इस घटना में 48 वर्षीय शख्स को गिरफ्तार किया गया है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 'घटनास्थल से वैन के चालक को हिरासत में लिया गया और बाद में उसे गिरफ्तार किया गया। वह अस्पताल में है। अस्पताल से निकलने के बाद उसे एक बार फिर हिरासत में लिया जाएगा।' बयान के मुताबिक, घटनास्थल से न ही अन्य संदिग्धों की पहचान की गई है और न ही इस संबंध में पुलिस को बताया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 'इस घटना की वजह से अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, ताकि रमजान के दौरान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।' प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस मानकर चल रही है कि यह आतंकवादी हमला हो सकता है। थेरेसा ने कहा, 'मैं आज आपात बैठक की अध्यक्षता करूंगी। मेरी संवेदनाएं पीडि़तों, उनके परिवारों और मौके पर पहुंचे आपात सेवाकर्मियों के साथ हैं।' ब्रिटेन के मुस्लिम परिषद के मुताबिक, वैन जानबूझकर नमाजियों की भीड़ को कुचलती हुई आगे निकल गई। परिषद के महासचिव हारुन खान ने कहा, 'प्रत्यक्षदर्शियों ने जो कुछ भी बताया है, उससे लगता है कि आरोपी इस्लामोफोबिया से प्रेरित था।' एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने किस तरह वैन के आगे से हटकर अपनी जान बचाई।उसने बताया, 'मैं चकित था। मेरे आसपास लोग पड़े थे। भगवान का शुक्र है कि मैं एक तरफ हट गया।' एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने लोगों को चिल्लाते और चीखते देखा प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'सफेद रंग की वैन फिन्सबरी पार्क मस्जिद के बाहर आकर रुकी। वैन ने नमाज पढऩे के बाद मस्जिद से बाहर आ रहे लोगों को कुचलना शुरू कर दिया।' विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने ट्वीट कर कहा, 'मैं फिन्सबरी पार्क में हुई इस घटना से सकते में हूं। मैं मस्जिदों और पुलिस के संपर्क में हूं। मेरी संवेदनाएं इस भयावह घटना के पीडि़तों के साथ हैं।
खूबसूरत महिलाओं में इस देश ने मारी बाजी, इंडिया रहा इस नंबर पर
16 Jun 2017
महिला किसी भी देश की हो वो सुंदर और सम्मानित मानी जाती है, लेकिन हाल ही में हुए सर्वे में कुछ देशों की महिलाओं को सबसे ज्यादा सुंदर माना गया है। इनमें वेनेजुएला इस लिस्ट में नंबर 1 पर हैं। वेनेजुएला की लड़कियां बेहद खूबसूरत हैं। इस देश ने ब्यूटी कॉन्टेस्ट के 21 टाइटल जीते हैं। 7 मिस यूनिवर्स, 6 मिस वल्र्ड, 7 मिस इंटरनेशनल, 2 मिस अर्थ के खिताब इस देश के लड़कियां लेकर आई हैं। 40 रनर्सअप भी इस देश की लड़कियां रही हैं।
इस देश में सुंदर कुंआरी लड़कियां करती हैं ऐसा काम, 26 वर्ष की होते ही हो जाती है रिटायर
15 Jun 2017
प्योंगयांग उत्तर कोरिया कई मायनों में अनोखा देश है। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में केवल सुंदर कुंआरी लड़कियों को ही ट्रैफिक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता है। इनकी यूनिफॉर्म नीले रंग की होती है, जिसके साथ ये काले रंग की हाई हील पहनती हैं। प्योंगयांग के चौराहों पर इन्हें यातायात को नियंत्रित करते हुआ देखा जा सकता है। इनका आधिकारिक नाम यातायात सुरक्षा अधिकारी है लेकिन सामान्य बोलचाल में इन्हें 'ट्रैफिक लेडिज' कहा जाता है।
नियुक्ति के लिए कड़े मापदंड अपनाए जाते हैं परमाणु संपन्न राष्ट्र होने के बाद भी उत्तर कोरिया की स्थिति आर्थिक रूप से कमजोर राष्ट्र की है, इसके बावजूद वहां के अधिकारी ट्रैफिक लेडिज के लिए ऐसे कड़े मानक अपनाते हैं। अधिकारी रिटायर्ड की जगह भरने के लिए नए ट्रैफिक लेडिज बनने के लिए तैयार लड़कियों की उपलब्धता को सुनिश्चित करते हैं।
26 में होती हैं रिटायर केवल 26 वर्ष का होते ही 'ट्रैफिक लेडिज' को रिटायर कर दिया जाता है। इससे पहले यदि किसी ट्रैफिक लेडिज ने विवाह कर लिया तो उसकी नौकरी स्वत: समाप्त हो जाती है।
कठिन है ड्यूटी ट्रैफिक नियमों का पर्यवेक्षण करने वाले सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 'ये ट्रैफिक लेडिज हमारी राष्ट्रीय राजधानी का प्रतिनिधित्व करती हैं'। कुंआरी ही क्यों योग्य मानी जाती हैं के जवाब में इस अधिकारी ने कहा कि उनकी ड्यूटी कठोर और कठिनाई से भरी है। केवल कुंआरी लड़कियां ही इतनी कठोर ड्यूटी आसानी से कर सकती हैं।

हादसों से बार-बार दहल रहा लंदन, कभी बेगुनाहों के खून से लाल हो गर्इ जमीन तो अब आग ने झुलसाया
14 Jun 2017
लंदन की 24 मंजिला ग्रेनफेल टावर में अाग लगने से हड़कंप की स्थिति बन गर्इ। आग बुझाने के लिए दो सौ से ज्यादा फायर फाइटर्स जुटे हैं।
लंदन की 24 मंजिला ग्रेनफेल टावर में अाग लगने से हड़कंप की स्थिति बन गर्इ। आग बुझाने के लिए दो सौ से ज्यादा फायर फाइटर्स जुटे हैं। आग की लपटें टाॅप फ्लोर तक उठती नजर आ रही हैं। ये पहला मौका नहीं है जब किसी हादसे ने लंदन को हिलाकर रख दिया है। पिछले कुछ महीनों में लंदन में एक के बाद एक हादसों ने यहां के लोगों को दहला कर रख दिया है। हम आपको बता रहे हैं वो हादसे जो 2017 में लंदन के साथ ही पूरी दुनिया में चर्चित रहे।
दो आतंकी हमलों से दहला था लंदन ब्रिटेन की राजधानी लंदन में 3 जून की रात को दो आतंकी हमले हुए। इनमें आठ लोगों की मौत हो गर्इ थी आैर दर्जनों लोग घायल हुए थे। लंदन ब्रिज आैर बरो मार्केट में हुए इस दोहरे हमले को तीन आतंकियों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने तीनों को मार गिराया। वहीं इस मामले में पुलिस अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
ब्रिटेन की संसद पर हमले की कोशिश 22 मार्च 2017 को ब्रिटेन की संसद के बाहर आतंकी हमले ने हर किसी को भारतीय संसद पर हुए हमले की याद दिला दी। एक हमलावर ने अंधाधुंध गोलियां बरसाते हुए लोगों को अपनी कार से रौंद दिया। आरोपी ने बाद में ससंद में घुसने की कोशिश भी की आैर संसद की दीवार से अपनी कार को टकराया। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को मार गिराया। इस घटना का सबसे दुखद पहलू 5 लोगों की मौत आैर 20 लोगों का घायल होना रहा। लंदन के अलावा ब्रिटेन के दूसरे शहर भी आतंक से पीड़ित रहे हैं। मैनचेस्टर में 23 मर्इ को आतंकी हमला हुआ था। एक म्यूजिक कंसर्ट के दौरान 22 लोगों की मौत हो गर्इ आैर 51 लोग घायल हो गए थे। वहीं हमलावर का शव घटनास्थल पर मिलने का दावा किया गया था।

इराक: सुरक्षा बलों की आतंक के खिलाफ जंग में बड़ी कार्रवाई, ISIS के 13 खतरनाक लड़ाकों को मार गिराया
13 Jun 2017
इराकी वायुसेना ने मोसुल में एक अभियान के तहत आईएस के कब्जे वाली इमारतों को लक्ष्य बनाकर कई हमले किए थे। मारे गए आतंकवादियों में संगठन का वरिष्ठ सदस्य भी शामिल हैं।
इराक के उत्तरी शहर मोसुल में सुरक्षाबलों ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों के खिलाफ बार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस बार सुरक्षा बलों ने आईएस के 13 सदस्यों को मार गिराया है। इराकी संघीय पुलिस बल ने एक बयान में दावा किया कि मारे गए आतंकवादियों में संगठन का वरिष्ठ सदस्य भी शामिल हैं। बयान में बताया गया है कि इराकी वायुसेना ने मोसुल में एक अभियान के तहत आईएस के कब्जे वाली इमारतों को लक्ष्य बनाकर कई हमले किए थे। सेना के इन अलग अलग हमलों में 13 आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादियों में एक आईएस का वरिष्ठ सदस्य भी है।

इजराइली नर्स ने फलस्तीनी बच्चे को पिलाया दूध, खून के प्यासे रिश्तों में दूध घुला तो दुनिया हैरान
12 Jun 2017
हर वक्त एक दूसरे के खून के प्यासे नजर आने वाले इजराइल आैर फलस्तीन के बीच दुश्मनी जगहाजिर है। मगर, एक एेसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर दुनिया हैरान हो रही है।
यरुशलम। हर वक्त एक दूसरे के खून के प्यासे नजर आने वाले इजराइल आैर फलस्तीन के बीच दुश्मनी जगहाजिर है। मगर, एक एेसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर दुनिया हैरान हो रही है। सड़क दुर्घटना में एक फलस्तीनी महिला बुरी तरह से घायल हो गर्इ थी। हादसे में उसके पति की मौत हो गर्इ। महिला को इजराइल के करीम अस्पताल में भर्ती कराया गया। फलस्तीनी महिला के बच्चे को भूख से बिलखता देख इजराइली नर्स का कलेजा पसीज गया। उसने बच्चे को गोद में उठाया आैर स्तनपान कराने लगी। अपनी शिफ्ट के दौरान नर्स ने नवजात को पांच बार स्तनपान कराया आैर जब परिवार इस बात को लेकर चिंतित था कि नर्स के जाने के बाद क्या होगा तो उला ने उसका भी बंदोबस्त किया। नर्स ने एक फेसबुक ग्रुप पोस्ट लिखी, जिस पर हजारों जवाब आए आैर कर्इ महिलाआें ने आकर बच्चे को अपना दूध पिलाने के लिए फोन कर प्रस्ताव भी दिया। इससे पहले, इजराइली नर्स ने पहले करीब सात घंटे तक बच्चे को बाेतल का दूध पिलाने की कोशिश की लेकिन उसने रोना बंद नहीं किया। इसके बाद उसने स्तनपान कराने का फैसला किया। सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा मानवता की मिसाल पेश करती इस तस्वीर की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। जिस किसी की भी इस पर नजर पड़ रही है वह हैरानी जताने के साथ यह भी लिख रहा है, 'दुनिया में इंसानियत से बढ़कर कुछ भी नहीं है, सदैव इसकी जीत होती है

कतर पर भड़के ट्रंप, कहा- आतंकवाद को आर्थिक मदद देना तत्काल बंद करें
10 Jun 2017
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खाड़ी देश कतर पर लंबे समय से आतंकवाद को बढ़ावा देने के अलावा उसे आर्थिक मदद मुहैया कराने का आरोप लगाया है।
वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खाड़ी देश कतर पर लंबे समय से आतंकवाद को बढ़ावा देने के अलावा उसे आर्थिक मदद मुहैया कराने का आरोप लगाया है। ट्रंप ने कतर और अन्य खाड़ी देशों से आतंकवाद का वित्त पोषण तत्काल बंद करने के लिए कहा है। रोमानिया के राष्ट्रपति क्लॉस जोहानिस के साथ व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा, 'आतंकवाद का वित्तपोषण बंद करें, हिंसा का पाठ पढ़ाना बंद करें, हत्याएं करना बंद करें'। ट्रंप ने कतर पर आतंकवाद का सबसे ज्यादा वित्त पोषण करने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि बहरीन, मिस्र, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने कतर से संबंध खत्म कर लिए हैं और उस पर कट्टरपंथी समूहों का साथ देने का आरोप लगाया है। उधर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कहा है कि कतर को कट्टरपंथियों एवं आतंकवाद का समर्थन करने और अपनी क्षेत्रीय नीतियों को ध्यान में रखते हुए उन पर पुनर्विचार करना चाहिए। अमरीका में यूएई के राजदूत युसुफ अल ओतैबा ने अपने एक वक्तव्य में यह बात कही। ओतैबा ने कतर मामले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हुए कहा कि कतर की ओर से आतंकवाद को समर्थन देना चिंताजनक है इसलिए उसे अपनी क्षेत्रीय नीतियों को ध्यान में रखते हुए उन पर पुनर्विचार करना चाहिए। यूएई के राजदूत ने कहा कि इससे कतर मामले को लेकर आवश्यक बातचीत के लिए मंच तैयार होगा।

ब्रिटेन चुनावः टेरीजा मे का समय से पहले चुनाव कराने का दांव पड़ा उल्टा, बहुमत से दूर, बढ़ा इस्तीफे का दबाव
9 Jun 2017
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री टेरीजा मे को बड़ा झटका लगा है। मध्यावधि चुनावों में उनकी कंजर्वेटिव पार्टी संसद में बहुमत हासिल करने में नाकाम रही है।
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री टेरीजा मे को बड़ा झटका लगा है। मध्यावधि चुनावों में उनकी कंजर्वेटिव पार्टी संसद में बहुमत हासिल करने में नाकाम रही है। इसके बाद ब्रेग्जिट वार्ता से पहले अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गर्इ है। साथ ही टेरीजा मे पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। विपक्षी पार्टियों के एकजुट होने की स्थिति में उन्हें पद छोड़ना होगा। कंजर्वेटिव पार्टी संसद में सर्वाधिक सीटें हासिल करने वाली पार्टी बनकर उभरी है। अभी तक 650 में से 645 सीटों के नतीजे आ गए हैं। इनमें कंजर्वेटिव पार्टी को 314, लेबर पार्टी को 261, स्काॅटिश नेशनल पार्टी को 35, लिबरल डेमोक्रेटस को 12, डेमोक्रेटस यूनियनिस्ट को 10 आैर अन्य को 13 सीटें मिली हैं। हालांकि चुनाव जीतने के लिए किसी भी पार्टी को 326 सीटें हासिल करने की जरूरत थी। टेरीजा मे का दांव उल्टा पड़ने के बाद अब उन पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव है। बावजूद इसके उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। इन चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। साथ ही लेबर पार्टी को कर्इ सीटों का फायदा हुआ है। 2015 में हुए चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी जबरदस्त जीत के साथ सत्ता में आर्इ थी। अगला चुनाव 2020 में होने वाला था, लेकिन ब्रेग्जिट पर आए जनमत संग्रह के बाद टेरीजा ने 19 अप्रैल को मध्यावधि चुनाव कराने का फैसला किया था। विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरमी काॅर्बिन का कहना है राजनीति बदल गर्इ है। मुझे नतीजों पर गर्व है। उन्होंने टेरीजा मे पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनादेश चाहती थीं आैर वे चुनाव हार गर्इ हैं।

अंग्रेजों की धरती पर हमारे लोग, ब्रिटेन के चुनावी दंगल में 56 भारतवंशी प्रत्याशी
8 Jun 2017
ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में होने जा रहा चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। इस अहम चुनाव में भारतीयों ने चुनावी मैदान में ताल ठोंकी है। चुनाव में कुल 56 भारतीय उम्मीदवार उतरे हैं।
लंदन ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में होने जा रहा चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। इस अहम चुनाव में भारतीयों ने चुनावी मैदान में ताल ठोंकी है। चुनाव में कुल 56 भारतीय उम्मीदवार उतरे हैं। चुनाव में जाधवपुर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर 2009 में ब्रिटेन जाने वाले 18 वर्षीय युवक समेत कई भारतीय चेहरे शामिल हैं जो शरणार्थी और दशकों से रह रहे अल्पसंख्यक समुदायों के मुद्दों पर हो रही बहस में प्रत्याशी बन चुनाव में डटे हुए हैं। भारतीय मूल के मुख्य लोगों में प्रीति पटेल, आलोक शर्मा, कीथ वाज, वीरेन्द्र शर्मा और शैलेष वारा शामिल हैं। पिछले साल कीथ वाज का नाम ड्रग्स स्कैंडल से जुड़ा था फिर भी संभावना है कि जीत उनकी झोली में ही गिरेगी। ब्रेग्जिट लहर के जरिए अपनी चुनावी वैतरणी पार लगाने वाले सांसदों में ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय विकास मामलों की मंत्री प्रीति पटेल शामिल हैं। वह ब्रिटिश कैबिनेट में वरिष्ठतम सदस्य हैं। 2015 के चुनाव में 10 भारतीय मूल के लोग चुनकर ब्रिटिश संसद पहुंचे थे। दो साल बाद इस बार भारतीय मूल के चुनाव लडऩे वालों की संख्या 56 हो गई है।
तनमनजीत सिंह
लेबर पार्टी के उम्मीदवार। अगर स्लॉग सीट पर जीतते हैं तो वहीं पहली बार सांसद चुने जाएंगे।
पॉल उप्पल
कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से वोल्वरहैम्पटन साउथ वेस्ट से अपना नामांकन भरा है।
प्रीत कौर
बर्मिंघम एजबेस्टन सीट से लेबर पार्टी की उम्मीदवार हैं। प्रीत जीत जाती हैं तो वे पहली महिला सिख सांसद होंगी।
रोहित दास गुप्ता
लेबर पार्टी उम्मीदवार ईस्ट हैम्पशायर सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। कोलकाता के पैतृक शहर छोड़कर 2009 में लंदन आए थे।
सिखों का जलवा
66 वर्षीय, काउंसलर कुलदीप सिंह सहोता, लेबर पार्टी की लोकल टेलफोर्ड से चुनावी मैदान में ।
18 साल के रांगी
ग्रीन पार्टी के बारे में भी यह कहा जा रहा है कि उसे भी कोई सीट नहीं हासिल होगी। ग्रीन पार्टी की तरफ से एशफील्ड से उतरे 18 वर्षीय एर्रन रांगी शुक्रवार को ए लेवल का एग्जाम देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा- मैं जीत की उम्मीद नहीं कर रहा हूं, लेकिन चुनाव लडऩा बड़ी बात है।

लंदन अटैक में शामिल था पाकिस्तानी मूल का आतंकी, जर्सी से हुई पहचान
6 Jun 2017
लंदन.कुछ दिनों पहले लंदन में आतंकी हमला करने वाले एक शख्स की पहचान हो गई है। यह शख्स पाकिस्तानी मूल का है और ईस्ट लंदन के बार्किंग एरिया में रहता था। खास बात ये है कि इस आतंकी की पहचान उसकी ही बिल्डिंग में रहने वाले एक शख्स ने उसकी जर्सी से की। हमले के वक्त इस आतंकी ने ब्रिटिश फुटबॉल क्लब आर्सेनल की जर्सी पहने हुई थी। बता दें कि तीन जून को लंदन में हुए आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे। ब्रिटिश अखबार ‘द मिरर’ के मुताबिक, जांच की वजह से इस आतंकी का नाम स्कॉटलैंड यार्ड, एमआई-5 और बाकी जांच एजेंसियां जाहिर नहीं कर रही हैं।
आतंक के खिलाफ 4 देशों ने मिलकर उठाया बड़ा कदम, 'दहशतगर्द' क़तर से सभी तरह के सम्बन्ध तोड़ने के किया ऐलान
5 Jun 2017
कतर पर आतंकवाद का समर्थन करने के आरोप में सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात ने सभी तरह के कूटनीतिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है।
दुबई। कतर पर आतंकवाद का समर्थन करने के आरोप में सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने उससे सभी तरह के कूटनीतिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है। इन देशों ने कतर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के अलावा अपने आंतरिक मामलों में दखलंदाजी करने का भी आरोप लगाया है। बाहरीन ने सोमवार को कतर के साथ रिश्ते तोड़ने के अपने फैसले की जानकारी दी। बाहरीन सऊदी अरब का करीबी सहयोगी है। गौरतलब है कि अलजजीरा कतर का ही चैनल है, इसकी रिपोर्ट को लेकर इन देशों को कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ता रहा है। सख्त शासन व्यवस्था वाले इन देशों में स्वतंत्र मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए के लिए कोई स्थान नहीं है। लिहाजा, अरब जगत का सबसे लोकप्रिय न्यूज चैनल अल-जजीरा हमेशा से इन देशों के निशाने पर रहा है। हवाई व समुद्री संपर्क भी तोड़ने का ऐलान
कतर को अलग-थलग करने की रणनीति के तहत इन चारों देशों ने इसके साथ न केवल अपने कूटनीतिक और राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं, बल्कि हवाई व समुद्री संपर्क भी तोड़ने का ऐलान किया है। इसके साथ ही बहरीन ने कतर में रह रहे अपने सभी नागरिकों को 14 दिन के भीतर कतर छोड़ने का आदेश दिया है, जबकि कतर के राजनयिकों को 48 घंटे के अंदर बाहरीन छोड़ने को कहा गया है। इधर, सऊदी अरब ने अपने निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि देश को आतंकवाद और कट्टरपंथ से बचाने के लिए यह कदम उठाना लाजमी हो गया था। सऊदी की आधिकारिक न्यूज एजेंसी ने एक अधिकारिक सूत्र के हवाले से जानकारी दी है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा किया जा रहा है। इसके साथ ही सऊदी अरब ने अपने सभी मित्र राष्ट्रों और कंपनियों से भी अपील की है कि वे भी कतर के साथ सभी तरह के संपर्क तोड़ दें। मिस्र और UAE ने भी कतर से तोड़े संबंध
बहरीन और सऊदी अरब के बाद अब मिस्र और UAE ने भी कतर के साथ सभी तरह के संबंध तोड़ने की घोषणा कर दी है। अपने इस फैसले को जायज ठहराते हुए UAE ने कहा है कि कतर पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र की सुरक्षा को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, मिस्र ने भी कतर पर आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाया है।

भारतीय मूल के वराडकर बने आयरलैंड के प्रधानमंत्री, देश के सबसे युवा PM होंगे
3 Jun 2017
आयरलैंड में भारतीय मूल के लियो वराडकर को सत्ताधारी गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी फाइन गेल का नेता चुना गया है।
डबलिन। आयरलैंड में भारतीय मूल के लियो वराडकर को सत्ताधारी गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी फाइन गेल का नेता चुना गया है और अब वह देश के पहले समलैंगिक प्रधानमंत्री होंगे। 38 वर्षीय वराडकर ने अपने अपने प्रतिद्वंद्वी और हाउसिंग मिनिस्टर साइमन कोवेनी को 60 प्रतिशत वोटों से हराया और अब वह आयरलैंड के अब तक के सबसे युवा प्रधानमंत्री भी होंगे। उन्होंने देश के सत्ताधारी गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी इन गेल के नेतृत्व का चुनाव जीत लिया है और वह अगले कुछ सप्ताह में देश के प्रधानमंत्री बन जाएंगे। वराडकर ने अपनी इस शानदार जीत के बाद कहा, 'मेरा चुनावी परिणाम ही सबकुछ बयां कर रहा है। मुझे पता है कि मेरे पिता पांच हजार किलोमीटर दूर चलकर आयरलैंड में एक नए घर बनाने का सपना देखते थे। मुझे लगता है कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि एक दिन उनका बेटा इस देश का प्रधानमंत्री होगा। आज देश में हर माता पिता को अपने बच्चे के ऊपर के गर्व होना चाहिए।' 18 जनवरी 1979 को डबलिन में पैदा हुए वराडकर के पिता अशोक मुंबई से आए एक डॉक्टर थे जिन्होंने आयरिश मूल की नर्स मरियम से शादी की थी। उन दोनों की मुलाक़ात इंग्लैंड के बर्कशर में साथ काम करते हुए हुई थी और बाद में वो दोनों 70 के दशक में आयरलैंड में बस गए थे। वराडकर ने अपना चुनावी अभियान सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित रखा। प्रधानमंत्री बनने के बाद अब उनके सामने आयरलैंड की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना और ब्रेक्सिट के बाद के हालात से निबटने जैसी चुनौतियां होंगी।

पेरिस क्लाइमेट डीलः ट्रम्प ने अलग होते हुए भारत पर फोड़ा ठीकरा, कहा-भारत, चीन को दी गर्इं कर्इ सहूलियतें
2 Jun 2017
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका को पेरिस क्लाइमेट डील से अलग करने का फैसला लिया है।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका को पेरिस क्लाइमेट डील से अलग करने का फैसला लिया है। ट्रम्प ने अपने इस फैसले के समर्थन में जो दलील दी है उसके मुताबिक भारत आैर चीन जैसे देशों पर इस डील में कोर्इ सख्ती नहीं की गर्इ है। हम आपको बता दें कि 2015 में हुए इस समझौते पर 195 देशों ने हस्ताक्षर किए थे। इस डील से अमरीका को अलग करने के फैसले के बाद ट्रम्प ने कहा है कि मैं इस डील को सपोर्ट कर अमरीका को सजा नहीं दे सकता हूं। ट्रम्प का दावा है कि इस क्लाइमेट डील के जरिए भारत आैर चीन जैसे देशाें को कर्इ तरह की सहूलियतें दी गर्इ हैं। अपने चुनाव प्रचार के दौरान भी उन्होंने इस डील को 'चीनी छल' करार दिया था। ट्रम्प ने कहा है कि इस डील के जरिए भारत को कोयला उत्पादन दोगुना करने की इजाजत मिल जाएगी। इस डील को लेकर उन्होंने यहां तक कह दिया है कि इसका पर्यावरण से कोर्इ लेनादेना नहीं है। इस डील का उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन कम करना था। इसके जरिए हर देश का कार्बन उत्सर्जन का टारगेट तय कर ग्लोबल टेम्परेचर को 2 डिग्री से ज्यादा बढ़ने से रोकने की कोशिश करना था। बराक आेबामा के अमरीकी राष्ट्रपति रहते हुए ये डील की गर्इ थी। ट्रम्प के इस निर्णय की आेबामा के साथ ही दुनिया के कर्इ देशों ने निंदा की है। हम आपको बता दें कि अमरीका दुनिया का करीब 33 फीसदी कार्बन उत्सर्जन करता है। इस डील को गति देने के लिए देशों को पांच सालों का प्लान देना था, जिसमें उन्हें ये बताना था कि कैसे वे कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकते हैं आैर कैसे क्लाइमेट चेंज को रोक सकते हैं?

Live Show में एक लड़की ने खोल दी 'जुल्मी' पाकिस्तान की पोल, Viral हुई कहानी
1 Jun 2017
पाकिस्तान में लाइव टीवी शो के दौरान एक लड़की ने भेदभाव और जुल्म की कहानी सुनाई। उसने पाकिस्तान की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
इस्लामाबाद पाकिस्तान में लाइव टीवी शो के दौरान एक लड़की ने भेदभाव और जुल्म की कहानी सुनाई। उसने पाकिस्तान की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। तभी मशहूर टीवी होस्ट और अभिनेता साहिर लोधी ने उसे चुप करा दिया। साहिर पाकिस्तान में ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहे हैं। कुछ लोग उनकी खिंचाई कर रहे हैं तो कुछ तारीफ। मैं उस मुल्क में रहती हूं जहां औरतों की आवाज दबा दी जाती है। इस मुल्क में औरतों को इंसाफ नहीं मिलता। कभी जिंदा दफन कर दिया तो कभी कुरान से शादी करा दी गई। कभी दो चार किताबें पढऩे पर जुल्मों सितम सहना पड़ा। लोग कहते हैं कि बराबरी का जमाना है। अरे, कैसी बराबरी! कहां की बराबरी? मैं इस कौम की हर वो बेटी हूं जो चंद पैसे कमाने के लिए घर से निकलती हूं तो उसकी इज्जतों हुर्मतों का सौदा होता है। पसंद की शादी करने पर तेजाब फेंक दिया जाता है। ऐसे में दिल से एक ही शख्स को पुकारने का मन करता है कि चोर-लुटेरे कातिल सारे शहर के चौकीदार हुए हैं, हिर्सो हवस के मतवाले भी धरती के हक़दार हुए हैं, कोई नहीं ये देखने वाला, कोई नहीं ये पूछने वाला कि किन हाथों सौंप गए तुम दिल से प्यारा पाकिस्तान, कायदे आजम आओ जरा तुम देखो अपना पाकिस्तान। उस लड़की के भाषण पर लोगों ने जमकर ताली बजाई। साहिर बोले- आपकी मेरी जंग हो जाएगी । लड़की के इतना बोलते ही साहिर लोधी बुरी तरह से भड़क गए। कहा- आपकी मेरी जंग हो जाएगी। अब रूक जाइए। आप लोगों ने किस बात पर ताली बजाई? आप हमें बताइए? क्या हम कायदे आजम को ब्लेम करेंगे। कर सब हम रहे हैं और ब्लेम कायदे आजम को करेंगे?

चीन को नाराज नहीं करना चाहता भारत, इसलिए ठुकराया ऑस्ट्रेलिया के साथ संयुक्त नौसेना अभ्यास
31 May 2017
इस साल जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के रक्षा मंत्री को चिट्ठी लिखकर अनुमति मांगी थी कि वह नौसेना के संयुक्त अभ्यास में बतौर परवेक्षक के रुप में जुड़ना चाहता है। लेकिन जिसे भारत ने मंजूरी नहीं दी।
भारत और चीन के बीच आपसी रिश्तों में बढ़ती तनाव को ध्यान रखते हुए भारत ने ऑस्ट्रेलिया के अनुरोध को ठुकरा दिया है। चीन से बढ़ते मनमुटाव के कारण भारत ने अमरीका और जापान के साथ संयुक्त नौसेना अभ्यास में शिरकत करने के अनुरोध को खारिज कर दिया। क्योंकि इस मामले पर चीन ने पहले ही चेताया था कि इलाके में ज्यादा युद्धाभ्यास नहीं किया जाना चाहिए।

दुनिया की 'महाशक्ति' अमरीका इसे मानने लगा है ISIS से भी बड़ा खतरा, लगा सकता है हमेशा-हमेशा के लिए बैन!
30 May 2017
अमरीकी सीनेट के आर्म्ड सर्विसेस कमेटी के अध्यक्ष मैक्केन ने कहा कि मेरे विचार से रूस हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है, इसलिए हमें रूस को उसके व्यवहार के लिए प्रतिबंधित करना चाहिए।
मेलबर्न। अमरीका के सीनेटर जॉन मैक्केन ने वैश्विक सुरक्षा के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से भी बड़ा खतरा बताया है। उन्होंने कहा है कि सीनेट को अमरीकी चुनाव में कथित रूप से हस्तक्षेप के लिए मॉस्को पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। अमरीका में साल 2008 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार रह चुके सीनेटर जॉन मैक्केन ने ऑस्ट्रेलाई प्रसारक कॉर्प टेलीविजन से साक्षात्कार के दौरान कहा, ' मुझे लगता है कि पुतिन सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण खतरा है। आईएस से भी बड़ा खतरा। ' उन्होंने कहा, 'अभी तक हालांकि रूस की ओर से अमरीकी चुनाव को प्रभावित करने वाले सबूत नहीं मिल पाए हैं, इसके बावजूद भी वे लोग हालिया फ्रांस चुनाव समेत अन्य चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहें हैं।' अमरीकी सीनेट के आर्म्ड सर्विसेस कमेटी के अध्यक्ष मैक्केन ने कहा कि मेरे विचार से रूस हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है, इसलिए हमें रूस को उसके व्यवहार के लिए प्रतिबंधित करना चाहिए।

यूनान के पूर्व प्रधानमंत्री कार विस्फोट में घायल, चलती कार में पार्सल बम में हुआ धमाका
26 May 2017
यूनान के पूर्व प्रधानमंत्री लुकास पापाडेमोस एक विस्फोट में घायल हो गए। पापाडेमोस की कार में पार्सल बम रखा था जिसमें विस्फोट के कारण उनके सहित कार में सवार दो अन्य लोग घायल हो गए।
यूनान के पूर्व प्रधानमंत्री लुकास पापाडेमोस एक विस्फोट में घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि पापाडेमोस की कार में पार्सल बम रखा था जिसमें विस्फोट के कारण उनके सहित कार में सवार दो अन्य लोग घायल हो गए। यह घटना एथेंस के मध्य इलाके में घटी। विस्फोट के बाद तीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक पापाडेमोस की स्थिति खतरे से बाहर है। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि उनके सीने और पेट में हलके चोट के निशान है जबकि दाहिने पैर में लगी चोट गहरी है जिसका इलाज किया जा रहा। स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक ने कहा कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब पापाडेमोस अपनी चलती कार में एक पैकेट खोलने की कोशिश कर रहे थे। उनके सीने और पेट में चोट लगी है। पापाडेमोस को एक राजनीतिज्ञ से ज्यादा टेक्नोक्रेट थे जो कि यूनान कर्ज संकट के दौरान सोशलिस्ट्स और कंजरवेटिव्स गठबंधन के सहयोग से दिसंबर 2011 से मई 2012 के बीच के देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री थे। 69 वर्षीय पापाडेमोस 1994 से 2002 तक देश के सेंट्रल बैंक के प्रमुख और 2002 से 2010 तक यूरोपीय सेंट्रल बैंक के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

बहरीन में 5 शिया प्रदर्शनकारियों की पुलिस कार्रवाई में मौत, भड़की हिंसा
25 May 2017
मनामा.बहरीन में पुलिस द्वारा देश के प्रमुख शिया धार्मिक गुरु अयातुल्ला ईसा अहमद कासिम के समर्थकों पर गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। सुन्नी शासित इस खाड़ी देश में तनाव की यह ताजा घटना है। गृह मंत्रालय ने घटना की जानकारी दी है। मंत्रालय ने ट्विटर पर एक संदेश में कहा कि मनामा की राजधानी के पास दिराज में ‘‘पांच लोगों की मौत हुई है।
प्रदर्शनकारियों में जेल से भागे आतंकवादी भी शामिल...
- मनामा की राजधानी दुराज में शिया समर्थक ईसा कासिम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। - इसी दौरान पुलिस की गोलीबारी में पांच शियाओं की मौत हो गई, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। पुलिस ने 280 से ज्यादा समर्थकों को अरेस्ट किया है। - बहरीन मंत्रालय के मुताबिक, शिया धार्मिक गुरु अयातुल्ला ईसा के सपोर्टर्स ने प्रदर्शन के दौरान घातक हथियारों से पुलिस पर हमला किया। - बहरीन मंत्रालय ने यह भी दावा किया है कि प्रदर्शनकारियों में जेल से भागे आतंकी भी शामिल थे। इसके चलते पुलिस को गोली चलानी पड़ी। प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच का संघर्ष अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है।
कासिम पर हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप
-- ईसा कासिम के समर्थक बीते 11 महीने से दुराज स्थित उनके घर के बाहर धरने पर बैठे हैं। - कासिम को हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में 21 मई को एक साल के निलंबित कारावास और 256000 जुर्माने की सजा सुनाई गई है। - जून 2016 में ईसा की बहरीन की राष्ट्रीयता छीन ली थी और उनकी राजनीतिक पार्टी अल वेफाक की मान्यता रद्द कर दी थी। - बहरीन कोर्ट के फैसले के अनुसार, ईसा कासिम की संपत्ति भी जब्त कर ली गई है, जिसमें 90 लाख डॉलर और दो घर शामिल हैं। - देश में शिया बहुसंख्यक हैं, जिन्होंने धार्मिक गुरु कासिम के समर्थन और देश के सुन्नी राजतंत्र के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन किए हैं। - वहीं, ‘ह्यूमन राइट्स वाच’ एनजीओ ने बहरीन की इस कार्रवाई को शांतिपूर्ण और जायज विरोध को खत्म करने के उद्देश्य से रणनीतिक शक्ति का प्रदर्शन बताया है।

ब्रिटेन में हो सकते हैं और आतंकी हमले, सभी प्रमुख जगहों पर आर्मी तैनात
24 May 2017
लंदन. ब्रिटेन के शहर मैनचेस्टर में हुए फिदायीन हमले के बाद अभी और आतंकी हमले की आशंका है। पीएम थेरेसा मे ने मैक्सिमम लेवल के खतरे को देखते हुए गंभीर चेतावनी जारी की है और सिक्युरिटी कड़े करने के इंस्ट्रक्शन दिए हैं। देश में सभी प्रमुख जगहों पर आर्मी तैनात की गई है। बता दें कि सोमवार रात मैनचेस्टर के स्टेडियम में हुए आतंकी हमले में 22 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 59 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे।
सलमान अब्दी के साथ और भी लोग जुड़े हो सकते हैं..
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पीएम थेरेसा मे ने डाउनिंग स्ट्रीट ऑफिस से मंगलवार रात देश को ऐड्रेस किया। उन्होंने कहा, "सिक्युरिटी फोर्सेस ने सलमान अब्दी नाम के एक संदिग्ध को अरेस्ट किया है, जिसका हमले में हाथ बताया जा रहा है। अब्दी ब्रिटेन का ही रहने वाला है। फोर्सेस का कहना है कि उसके साथ और भी लोग जुड़े हो सकते हैं। लिहाजा खतरा अभी बरकरार है। इसलिए अहम जगहों पर आर्मी की तैनाती का कदम उठाया गया है।" - थेरेसा मे ने कहा, "हालात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, ऐसा हो सकता है कि मैनचेस्टर में हुए हमले में किसी बड़े ग्रुप का हाथ हो, जिसमें कई लोग शामिल हों। आतंकी हमले का खतरा बहुत ज्यादा है, इसका मतलब है कि अभी और हमले हो सकते हैं।"
ऑपरेशन टेम्परर लागू
- थेरेसा मे ने कहा, "जिस तरह का खतरा हमारे सामने है, उससे निपटने और सुरक्षित रहने के लिए पुलिस को एडिशनल रिर्सोसेस और सपोर्ट की जरूरत है। ज्वाइंट टेररिज्म एनालिसिस सेंटर से चर्चा के बाद पुलिस ने सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर डिफेंस से आर्म्ड मिलिट्री पर्सनल्स की तैनाती के बारे में पूछा था, जिसके बाद आर्मी की तैनाती का फैसला लिया गया।" - "पुलिस की ये रिक्वेस्ट ऑपरेशन टेम्परर का हिस्सा थी। ऑपरेशन टेम्परर अब देश में लागू है। इसका मतलब है कि अहम जगहों की सुरक्षा के लिए अब आर्मी जिम्मेदार होगी। आर्मी प्रमुख जगहों की निगरानी बढ़ाने के लिए पुलिस को इंस्ट्रक्शन देंगे। खास इवेंट्स या खेलों के दौरान जनता की सुरक्षा के लिए आर्मी की तैनाती से पुलिस को मदद मिलेगी।"
आर्मी के 5 हजार जवान तैनात..
- थेरेसा मे ने कहा, "मैं नहीं चाहती थी कि जनता बिना वजह परेशान और चिंतित हो, लेकिन खतरे को देखते हुए यह एक समझदारी भरा फैसला है।" - पिछले 10 साल में ऐसा पहली बार है कि ब्रिटेन में आतंकी खतरे का डर हाइएस्ट लेवल पर जताया गया है। पूरे देश में आर्मी के 5 हजार जवानों को तैनात किया गया है। - बता दें कि ISIS ने मैनचेस्टर हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने और हमलों की भी चेतावनी दी है।

14 लाख भारतीय अमेरिका गए, 30,000 वीजा खत्म होने पर भी वहीं रह गए
24 May 2017
वॉशिंगटन.पिछले साल भारत से कुल 14 लाख लोग अमेरिका गए। उनमें से 30,000 वीसा अवधि खत्म होने का बाद भी वहीं रुके रहे। ये लोग नॉन इमीग्रेंट्स के तौर पर बिजनेस, स्टूडेंट, टूरिस्ट आदि वीसा लेकर अमेरिका पहुंचे थे। यह जानकारी अमेरिका के होमलैंड सिक्युरिटी डिपार्टमेंट ने कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में पेश अपनी सालाना रिपोर्ट में दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में दुनियाभर से आए करीब 5 करोड़ नॉन इमीग्रेंट्स को अमेरिका से लौट जाना था। लेकिन इनमें से 7,39,478 लोग तय अवधि के बाद भी अमेरिका में ही रह गए। यह दर 1.47 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 6,28,799 का अमेरिका में रुकना संदिग्ध है क्योंकि इन विदेशी नागरिकों के बारे में कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।
बाकी लोग तय अवधि खत्म होने के बाद ही सही लेकिन स्वदेश लौट गए। इसके अनुसार, तय अवधि से ज्यादा समय तक रुके 30,000 भारतीयों में से करीब 3,000 कानूनी तौर पर बाद में स्वदेश लौट गए।

मैनचेस्टर में ब्लास्ट: 30ft दूर जा गिरे लाेग; IS ने सोशल मीडिया पर मनाया जश्न
23 May 2017
मैनचेस्टर शहर में सोमवार की रात आतंकी हमला हुआ। इसमें 22 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 59 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। हमला उस वक्त हुआ, जब यहां के मैनचेस्टर एरिना में अमेरिकी सिंगर अरियाना ग्रांडे का कॉन्सर्ट खत्म हो गया था। हमले के बाद स्टेडियम में अफरा-तफरी मच गई।
दलोग एग्जिट गेट की तरफ भागने लगे। वहीं, स्टेडियम के बाहर अपने बच्चों का इंतजार कर रहे पेरेंट्स और दूसरे लोगों ने अपनों को खोजने के लिए सोशल मीडिया पर मदद मांगी। एक शख्स ने बताया कि मैं ब्लास्ट से करीब 30 फीट दूर जाकर गिरा। इस्लामिक स्टेट (आईएस) के सपोर्टर्स ने सोशल मीडिया पर जश्न मनाया
पेरेंट्स बाहर इंतजार कर रहे थे...
- अरियाना ग्रांडे के कॉन्सर्ट में बड़ी तादाद में यूथ मौजूद थे। स्टेडियम के बाहर कई लोग अपनों का इंतजार कर रहे थे। - मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शो का आखिरी गाना चल रहा था। तभी स्टेडियम के बाहर विंडो के पास धमाका हुआ। यह खबर स्टेडियम और बाहर इंतजार कर रहे लोगों के बीच पहुंची। लोग स्टेडियम से बाहर निकलने के लिए दौड़ने लगे। बाहर इंतजार कर रहे पेरेंट्स और रिश्तेदारों में डर फैल गया। सभी एक-दूसरे से अपनों की जानकारी लेने लगे। - बीबीसी के मुताबिक, एंडी होली अपनी पत्नी और बेटी का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया- "मैं बेटी और पत्नी का इंतज़ार कर रहा था कि तभी तेज धमाका हुआ। मैं एक दरवाजे के पास से तीस फीट दूर दूसरे दरवाजे के पास जा गिरा। जब मैं उठा तो मैंने शवों को देखा। मेरे दिमाग में आया कि मैं एरिना में अंदर जाऊं और अपनी पत्नी और बेटी के बारे में पता लगाऊं।"
- "जब मैं उन्हें नहीं खोज सका तो मैं बाहर पुलिस के पास गया और कुछ लोगों की बॉडी के बीच उन्हें पहचानने की कोशिश की। हालांकि, बाद में पता चला कि दोनों सुरक्षित हैं।" - बता दें कि लंदन से मैनचेस्टर करीब 260 किमी की दूरी पर है।
सोशल मीडिया पर लोगों से अपील की
- एक महिला ने सोशल मीडिया पर अपनी बहन के बारे में जानकारी देने की अपील की। उन्होंने कहा कि मेरी छोटी बहन एमा कॉन्सर्ट में थी। वह जवाब नहीं दे रही है। मेरी मदद करें। - एक यूजर एरिन ने कहा- मेरी बहन को खोजने में मेरी मदद कीजिए। वह पिंक शर्ट और ब्लू जींस पहने है। उसका नाम व्हिटनी है। - एक और यूजर ने लिखा कि मेरा बेटा मैनचेस्टर एरिना में है। वह फोन नहीं उठा रहा है। इस मैसेज के साथ उसने अपने बेटे की फोटो भी पोस्ट की।

ब्रिटिश यूनिवर्सिटी ने कहा, रमजान में कहीं और जाकर पढ़ो नमाज
23 May 2017
मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान शुरू होने से ठीक पहले ब्रिटिश यूनिवर्सिटी ने मुसलमानों के लिए अलग से बनी इबादतगाह बंद कर दी। अब तक कैंपस में नमाज के लिए जगह थी, लेकिन अब यूनिवर्सिटी ने कहा है कि जगह की कमी है इसलिए इसे बंद किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया (यूईए) ने अब इस गलियारे को लाइब्रेरी में शामिल कर लिया है।
यूनिवर्सिटी के मुस्लिम छात्रों से कह दिया गया है कि अब जुमे की नमाज पढ़ने के लिए आपके पास जगह नहीं रही। परीक्षा के मौसम में अब छात्रों को कैंपस के बाहर जाकर नमाज पढ़नी होगी। छात्रों ने इस जुमे को विरोधस्वरूप मुख्य यूनिवर्सिटी चौक पर ही नमाज पढ़ी। यूईए इस्लामी सोसायटी के प्रवक्ता ने कहा यह सुनकर वे स्तब्ध हैं। यूनिवर्सिटी ने भरोसा दिलाया था कि वह इसका कोई स्थायी समाधान निकालेगी लेकिन वह वादा पूरा नहीं कर पाई।
इससे पहले छात्र एक लेक्चर थिएटर में ही नमाज पढ़ते थे, लेकिन जुमे की नमाज के लिए उन्हें ब्लैकडेल स्टूडेंट रेजिडेंस के पास अलग बड़ी जगह दी गई थी। दोनों अस्थायी इंतजाम थे। लेकिन अब रविवार से छात्रों के पास दोनों में से कोई जगह नहीं बची।

नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट से भड़का UN, काउंसिल ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
23 May 2017
यूनाइटेड नेशन की सिक्युरिटी काउंसिल ने नॉर्थ कोरिया के नए बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट की निंदा की है और इसे लेकर इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। बता दें इससे पहले रविवार को नॉर्थ कोरिया ने एक मिसाइल का टेस्ट किया था जो आसमान में 560 किलोमीटर तक गई थी।
नॉर्थ कोरिया की ओर से लगातार मिसाइल टेस्ट करने के अलावा उसके गैरजिम्मेदाराना और भड़काने वाले बर्ताव पर 15 सदस्यीय सिक्युरिटी काउंसिल ने चिंता जताई है। अमेरिका, जापान और साउथ कोरिया के अनुरोध पर नॉर्थ कोरिया के नए मिसाइल टेस्ट पर चर्चा के लिए यूनाइटेड नेशन सिक्युरिटी काउंसिल की मंगलवार को बैठक होगी।
कसाउथ कोरिया की सेना के एक अफसर के अनुसार, नॉर्थ कोरिया की ओर से दागी गई मिसाइल उसके पुकुकसोंग-2 के एडवांस वर्जन के समान है, जो आसमान में 560 किमी तक गई और उसके पूर्वी तटीय क्षेत्र में पानी में जा गिरी। इस मिसाइल टेस्ट में लिक्विड फ्यूल का टेस्ट किया गया था। बता दें, यूनाइटेड नेशन सिक्युरिटी काउंसिल ने नॉर्थ कोरिया पर 2006 में पहला प्रतिबंध लगाया था। नॉर्थ कोरिया अब तक पांच परमाणु परीक्षण और दो लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण भी कर चुका है। वो छठां न्यूक्लियर टेस्ट करने की भी धमकी दे रहा है।

जाधव मामले की फिर से सुनवाई के लिए आईसीजे पहुंचा पाकिस्तान, दाखिल की याचिका
20 May 2017
पाकिस्तान ने कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव मामले की छह सप्ताह के भीतर दोबारा सुनवाई की मांग को लेकर अंतर्राष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में शुक्रवार (19 मई) को एक याचिका दाखिल की.
दुनिया न्यूज ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अदालत द्वारा गुरुवार (18 मई) को जाधव की फांसी पर रोक लगाने के बाद पाकिस्तान ने मामले में आईसीजे के अधिकार क्षेत्र को दोबारा चुनौती देने की पूरी तैयारी कर ली है.
कानून के मुताबिक, जाधव अपीली अदालत में अपनी मौत की सजा के खिलाफ शनिवार (20 मई) के अंत तक अपील कर सकता है. कथित तौर पर जासूसी तथा आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने कुलभूषण जाधव को 10 अप्रैल को मौत की सजा सुनाई थी.
आईसीजे ने जाधव की सजा पर लगाई रोक
भारत ने गुरुवार (18 मई) को उस वक्त पाकिस्तान पर बड़ी कूटनीतिक विजय हासिल की जब हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तानी सैन्य अदालत से जासूसी के आरोप में फांसी की सजा पाये भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की सजा पर रोक लगा दी.
आईसीजे के अध्यक्ष रोनी अब्राहम ने फैसला पढ़ते हुये यह भी कहा, ‘पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिये कि इस मामले में अंतिम फैसला सुनाये जाने तक जाधव को फांसी न दी जाये.’ आईसीजे ने 9 मई को अंतरिम उपाय के तहत जाधव की मौत की सजा को स्थगित कर दिया था. न्यायालय ने पाकिस्तान को निर्देश दिया कि वह उसे ‘मौजूदा आदेश को अमल में लाने के लिये उठाये गये सभी कदमों से’ अवगत कराये.
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘न्यायालय यह भी तय करता है कि उसके द्वारा अंतिम फैसला लिये जाने तक यह मामला उसके विचाराधीन रहेगा...’ भारत ने जाधव के मामले में आईसीजे के फैसले का स्वागत किया, लेकिन इस्लामाबाद ने कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में अदालत के अधिकार क्षेत्र को स्वीकार नहीं करता.

फ्लिन के ख़िलाफ़ जांच रोकने की बात से ट्रंप का इनकार, रूस संबंधी जांच को बताया विरोधियों की साज़िश
20 May 2017
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (19 मई) को मीडिया की उन खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया है कि उन्होंने बर्ख़ास्त किए जा चुके एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी से अपने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक फ्लिन और रूस के बीच संबंधों की एजेंसी की जांच को रोकने को कहा था. व्हाइट हाउस के दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस रिपोर्ट को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने ‘नहीं’ में जवाब दिया.
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में मंगलवार (16 मई) को प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने कोमी को फ्लिन के खिलाफ जांच रोकने को कहा था. रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने कोमी को कहा था, ‘मुझे उम्मीद है आप इस बात को जाने देंगे.’ इसके अनुसार ट्रंप ने यह अनुरोध उस समय किया था जब फ्लिन के रूस के साथ संबंधों की रिपोर्ट उजागर होने के बाद उन्होंने (फ्लिन) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था.
ट्रंप ने कोमी को ऐसे समय में अचानक बर्खास्त कर दिया था जब वह पिछले साल हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान ट्रंप के चुनाव अभियान और रूस के बीच संबंधों की जांच का नेतृत्व कर रहे थे. ट्रंप ने कोमी को बर्खास्त करने के अपने निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि पूर्व एफबीआई प्रमुख कई लोगों के बीच ‘काफी अलोकप्रिय’ थे.
उन्होंने कहा, ‘मैंने वास्तव में निर्णय लेते समय सोचा था कि यह एक द्विदलीय निर्णय होगा. क्योंकि आपने देखा होगा कि न केवल रिपब्लिकन पक्ष के लोग बल्कि डेमोक्रेटिक पक्ष के भी सभी लोग निदेशक कोमी के बारे में गलत बातें कर रहे थे.’
विरोधियों ने निशाना बनाने के लिए रूस संबंधी जांच शुरू की: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह वर्ष 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रूस की कथित संलिप्तता को लेकर उनकी चुनाव प्रचार मुहिम की जांच के लिए एक विशेष अधिवक्ता की नियुक्ति का सम्मान करते हैं लेकिन इस पूरे मामले को उठाने का मकसद केवल उन्हें निशाना बनाना है.
ट्रंप ने चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के आरोपों की जांच के लिए पूर्व एफबीआई निदेशक राबर्ट मुलर की नियुक्ति संबंधी प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘मेरी और मेरी प्रचार मुहिम की रूस के साथ निश्चित ही कोई सांठ गांठ नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं इस कदम का सम्मान करता हूं लेकिन इस पूरे मामले का मकसद मुझे निशाना बनाना है.’ राष्ट्रपति ने दोहराया कि उनका रूस से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका को आगे ले जाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं कल (20 मई) सउदी अरब जाउंगा. मैं इस्राइल जाउंगा. मैं रोम जाउंगा. मैं जी 7 में हिस्सा लूंगा. मुझे ऐसी हर चीज से नफरत है जो लोगों को विभाजित करती है. लोग जो करना चाहता हैं, मुझे उससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन हमें देश को फिर से पटरी पर लाना होगा. हमने पिछले कुछ दिनों में इस दिशा में काफी प्रगति की है.’


बेनज़ीर भुट्टो हत्या मामले में व्यक्तिगत रूप से पेश होना चाहते हैं परवेज़ मुशर्रफ़'
20 May 2017
पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ बेनजीर भुट्टो हत्या मामले में वीडियो लिंक के जरिये गवाही देने के बजाय व्यक्तिगत रूप से पेश होना चाहते है. मुशर्रफ पर दो बार प्रधानमंत्री रहीं बेनजीर की 2007 में हुई हत्या में शामिल होने का आरोप है.अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (19 मई) को मीडिया की उन खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया है कि उन्होंने बर्ख़ास्त किए जा चुके एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी से अपने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक फ्लिन और रूस के बीच संबंधों की एजेंसी की जांच को रोकने को कहा था. व्हाइट हाउस के दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस रिपोर्ट को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने ‘नहीं’ में जवाब दिया.
डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुशर्रफ के वकील अख्तर शाह ने रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत में चल रहे इस हाईप्रोफाइल हत्या मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि उनका मुवक्किल वीडियो लिंक के जरिये गवाही दर्ज कराने का इच्छुक नहीं है. उन्होंने कहा कि मुशर्रफ व्यक्तिगत रूप से पेश होकर खुली अदालत में गवाही दर्ज कराना चाहते हैं जिसके लिये उन्हें रक्षा मंत्रालय से पुख्ता सुरक्षा इंतजाम की जरूरत है.‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में मंगलवार (16 मई) को प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने कोमी को फ्लिन के खिलाफ जांच रोकने को कहा था. रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने कोमी को कहा था, ‘मुझे उम्मीद है आप इस बात को जाने देंगे.’ इसके अनुसार ट्रंप ने यह अनुरोध उस समय किया था जब फ्लिन के रूस के साथ संबंधों की रिपोर्ट उजागर होने के बाद उन्होंने (फ्लिन) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था.
टवकील के मुताबिक मुशर्रफ कई प्रतिबंधित और आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में हैं और उनकी जिंदगी को गंभीर खतरा रहता है.संघीय सरकार पहले ही ऐसे अनुरोध को खारिज कर चुकी है.
पूर्व सैन्य शासक के खिलाफ राजद्रोह का आरोप है और सरकार ने विशेष अदालत को दिये जवाब में कहा था, ‘‘कोई भगोड़ा अदालत के समक्ष अपनी शर्तें तय नहीं कर सकता और बातें नहीं थोप सकता, वह भी सिर्फ अपनी व्यक्तिपरक संतुष्टि के लिये, जिसमें वही तय करेगा कि वह कब और कितने समय के लिये पेश होगा.’’उन्होंने कहा, ‘मैंने वास्तव में निर्णय लेते समय सोचा था कि यह एक द्विदलीय निर्णय होगा. क्योंकि आपने देखा होगा कि न केवल रिपब्लिकन पक्ष के लोग बल्कि डेमोक्रेटिक पक्ष के भी सभी लोग निदेशक कोमी के बारे में गलत बातें कर रहे थे.’
मुशर्रफ ने पांच मई को भी विशेष अदालत में ऐसी ही एक याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने अदालत से सैन्य सुरक्षा और सुरक्षित तरीके से दुबई वापस जाने का रास्ता दिये जाने का आश्वासन मांगा था. मुशर्रफ अभी दुबई में ही रह रहे हैं. आतंकवाद विरोधी अदालत ने उन्हें और अन्य आरोपियों को बयान दर्ज कराने के लिये समन किया था.ट्रंप ने चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के आरोपों की जांच के लिए पूर्व एफबीआई निदेशक राबर्ट मुलर की नियुक्ति संबंधी प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘मेरी और मेरी प्रचार मुहिम की रूस के साथ निश्चित ही कोई सांठ गांठ नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं इस कदम का सम्मान करता हूं लेकिन इस पूरे मामले का मकसद मुझे निशाना बनाना है.’ राष्ट्रपति ने दोहराया कि उनका रूस से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका को आगे ले जाना चाहते हैं.हर चीज से नफरत है जो लोगों को विभाजित करती है. लोग जो करना चाहता हैं, मुझे उससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन हमें देश को फिर से पटरी पर लाना होगा. हमने पिछले कुछ दिनों में इस दिशा में काफी प्रगति की है.’


उत्तर कोरिया ने किया परमाणु परीक्षण, अमेरिका ने कुछ कंपनियों, अधिकारियों को किया प्रतिबंधित
3 December 2016
उत्तर कोरिया की ओर से 9 सितंबर को किए गए परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका ने सरकारी विमानन कंपनी एयर कोरयो सहित देश की 23 कंपनियों तथा अधिकारियों को काली सूची में डाल दिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने एशियाई देश को राजनीतिक और आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के लक्ष्य से प्योंगयांग के खिलाफ अभी तक के सबसे कठोर प्रतिबंधों वाला प्रस्ताव पारित किया था. उसके बाद अमेरिका ने यह फैसला किया है. अमेरिका के वितत विभाग ने शुक्रवार को यह प्रतिबंध लगाए हैं. इनका लक्ष्य कंपनियों और व्यक्तियों को वैश्विक वित्तीय प्रणाली से बाहर करना है. इसमें उत्तर कोरिया के कई बैंक, विनिर्माण कंपनियां, वाणिज्यिक कंपनियां और एक तेल कंपनी भी शामिल है. अमेरिकी प्रतिबंध सूची में एयर कोरयो नया नाम है. वित्त विभाग ने इसे उत्तर कोरिया के सैन्य नेटवर्क का हिस्सा बताया है क्योंकि उसके एक विमान ने जुलाई 2013 में ‘‘विक्टरी डे सैन्य परेड’’ में उड़ान भरी थी. विभाग का कहना है कि विमानन कंपनी ने उत्तर कोरिया के एससीयूडी-बी बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के लिए कलपुजरे तथा अन्य उपकरणों का परिवहन किया था. साथ ही देश के नेता किम जोंग उन एयर कोरयो के चिन्ह वाले निजी विमान का प्रयोग करते हैं. वित्त विभाग का कहना है कि नए प्रतिबंधों के तहत एयर कोरयो के 16 विमानों को ‘‘ब्लॉक’’ किया गया है, हालांकि उसने विस्तृत जानकारी नहीं दी.

पाकिस्तान के प्रति ट्रम्प के रुख में बदलाव की संभावना नहीं : अमेरिका
3 December 2016
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ डोनाल्ड ट्रम्प की बातचीत के संदर्भ में अमेरिका के एक प्रभावशाली कांग्रेस सांसद ने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के अपना कार्यकाल संभालने के बाद पाकिस्तान के प्रति उनके रुख में बदलाव की संभावना नहीं है. इराक और अफगानिस्तान युद्धों के मामले में दिग्गज रिपब्लिकन सांसद एडम किनजिंगर ने ‘सीएनएन’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं नहीं समझता कि किसी को भी यह आशंका है कि डोनाल्ड ट्रम्प पाकिस्तान के प्रति अपने रूख में तब्दीली लाएंगे. वह इसके लेकर बहुत स्पष्ट हैं.’’ शरीफ के साथ फोन पर हुई उनकी बातचीत के बारे में पूछे जाने पर किनजिंगर ने कहा, ‘‘इस मामले में आपके पास उस प्रतिलिपि से मिला बयान है जो हो भी सकता है अथवा नहीं भी. बहरहाल, बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति इन अहम मुद्दों पर डोनाल्ड ट्रम्प कैसे होंगे, मुझे नहीं लगता यह उस बात को प्रदर्शित करता है.’’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार ट्रम्प ने शरीफ को एक ‘‘शानदार शख्स’’ बताते हुए कहा था कि आप (शरीफ) मेरी जो भी भूमिका चाहते हैं उसके लिए मैं तैयार हूं और उसे निभाने की इच्छा रखता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका में विदेश नीति के कई विश्लेषकों ने इसके लिए ट्रम्प की आलोचना की है. मुझे लगता है कि किसी से यह कहना कि आप मुझसे जो भी भूमिका चाहते हैं उसे मैं निभाऊंगा, थोड़ा अनुचित है.’’

पाक सेना प्रमुख बाजवा ने छेड़ा कश्मीर राग, सैनिकों से पूरी ताकत से जवाब देने को कहा
3 December 2016
पाकिस्तान के नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अपने सैनिकों को संबोधित करते हुए पहली बार कश्मीर मुद्दा उठाया और उनसे भारत द्वारा प्रत्येक संघर्षविराम उल्लंघन का 'पूरी ताकत से' जवाब देने को कहा. सेना की मीडिया शाखा 'इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस' (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि 'भारतीय सैनिकों द्वारा हालिया उल्लंघनों और बढ़ते तनाव तथा पाकिस्तान के जवाब को लेकर' बाजवा को नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया गया. उन्होंने इस सप्ताह सेना की कमान संभालने के बाद पहली बार नियंत्रण रेखा पर अग्रिम मोर्चों पर जवानों से मुलाकात की. बाजवा ने नियंत्रण रेखा के इर्द-गिर्द अग्रिम ठिकानों पर 10 कोर रावलपिंडी के दौरे पर कहा, 'किसी भी तरह के हर उल्लंघन का सबसे असरदार तरीके से पूरी ताकत से जवाब दिया जाना चाहिए.' बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि भारत के 'आक्रामक रुख' का मकसद दुनिया का ध्यान 'कश्मीर में भारतीय सैनिकों द्वारा किए जा रहे अत्याचार' से हटाना है.


बराक ओबामा के पाकिस्तान न जाने के पीछे व्हाइट हाउस ने यह बताई वजह
2 December 2016
निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में पाकिस्तान जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके. व्हाइट हाउस ने इसके पीछे पाकिस्तान के साथ अमेरिका के 'पेचीदा संबंधों' को कारण बताया है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव होज़े अर्नेस्ट ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'उनके राष्ट्रपति कार्यकाल के एक चरण में, मुझे याद है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान यात्रा पर जाने की इच्छा जताई थी. लेकिन विभिन्न कारणों से, जिनमें से कुछ की वजह बीते आठ वर्षों में किसी समय दोनों देशों के बीच जटिल संबंध थे, राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी यह इच्छा पूरी नहीं कर पाए.' अर्नेस्ट पाकिस्तान के बयान पर आधारित सवाल का जवाब दे रहे थे. पाकिस्तान ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हवाले से दावा किया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा है कि वह देश के दौरे पर आना चाहेंगे. उन्होंने कहा, 'एक बात हमें पता होनी चाहिए कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति किसी देश के दौरे पर जाते हैं तो इसका देश की जनता तक बड़ा महत्वपूर्ण संदेश जाता है. यह उस देश के लिए भी सही है, जो हमारा सबसे करीबी सहयोगी है और साथ-साथ पाकिस्तान जैसे उस देश पर भी लागू होता है, जिसके साथ हमारे संबंध कहीं ज्यादा उलझे हुए हैं.'

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन : 2016 के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों में कोलकाता, पुरस्कार मिला
2 December 2016
वाशिंगटन: ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के सिलसिले में प्रेरणादायी और अभिनव कार्यक्रम चलाने के लिए कोलकाता और दुनिया के दस अन्य शहरों को इस श्रेणी में वर्ष 2016 के सर्वश्रेष्ठ शहर का पुरस्कार दिया गया है. लाखों की आबादी वाले शहरों के मेयरों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मौके पर जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कोलकाता ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुधार परियोजना ने स्रोत पर ही कचरे को अलग करने और स्थानांतरण केन्द्रों पर अपशिष्ट पदार्थों के निपटारे की दिशा में 60-80 फीसदी का लक्ष्य प्राप्त किया. इस सम्मेलन में भारत के कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और नई दिल्ली जैसे शहरों ने हिस्सा लिया. विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘इससे आगे की बात यह है कि परियोजना का लक्ष्य खुले में कचरा फेंकने और अपशिष्ट पदार्थों को जलाने का उन्मूलन करना और लैंडफिल वाले स्थानों पर उत्सर्जित होने वाले मीथेन गैस की मात्रा में कमी लाना है.’’ यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त करने वाला कोलकाता एकमात्र भारतीय शहर है. मैक्सिको सिटी में आयोजित सी40 मेयर सम्मेलन में उसे यह पुरस्कार दिया गया.

अमेरिका छोड़ कर विदेश जाने वाली कंपनियों पर लगाया जाएगा भारी जुर्माना : डोनाल्ड ट्रंप
2 December 2016
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी देते हुए कहा है कि जिन अमेरिकी फर्मों की इच्छा देश छोड़कर विदेश जाने की होगी, उन्हें इसकी सजा भुगतनी पड़ेगी. राष्ट्रपति ने देश में नौकरियां बनाए रखने के लिए एयर कंडिशनिंग कंपनी करियर के साथ सहमति बनने की घोषणा की है. राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद पहली बार सार्वजनिक टिप्पणी करते हुए ट्रंप ने इंडियानापोलिस स्थित करियर प्लांट के कर्मचारियों से कहा, 'अब बिना परिणाम भुगते कंपनियां अमेरिका छोड़ कर बाहर नहीं जा पाएंगी. यह अब नहीं होने जा रहा है.' ट्रंप ने कहा, 'कंपनिया बेहतर डील की तलाश में एक राज्य से दूसरे राज्य जा सकती हैं, लेकिन देश छोड़ कर जाना अब काफी मुश्किल होगा.' राष्ट्रपति चुनाव के विजय अभियान के दौरान ट्रंप ने बार-बार धमकी देते हुए कहा था कि जो फर्म देश छोड़कर, सस्ते श्रमिकों वाली जगहों जैसे मेक्सिको या एशिया जाएंगी तो उन पर भारी जुर्माना थोपा जाएगा. ट्रंप ने खास तौर पर यूनाइटेड टेक्नोलॉजिज कॉरपोरेशन के ब्रांड करियर की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह इस कंपनी को हजारों नौकरियां मेक्सिको नहीं ले जाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर कंपनी ऐसा करती है तो उनका प्रशासन करियर के उत्पादों पर भारी जुर्माना थोपेगा.


डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान की सारी समस्याएं हल करने की इच्छा जताई
1 December 2016
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा कि पाकिस्तान चाहे तो वह उसके सामने निरंतर बनी हुई समस्याओं का समाधान निकालने के लिए कोई भी भूमिका निभाने को तैयार हैं. दरअसल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ ने ट्रंप की हालिया जीत पर उन्हें बधाई देने के लिए फोन किया था, उसी दौरान ट्रंप ने यह आश्वासन दिया. शरीफ के दफ्तर की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ट्रंप ने शरीफ से कहा, 'पाकिस्तान के सामने मौजूद सारी सारी समस्याओं का हल तलाशने के लिए आप मुझसे जिस भी भूमिका की उम्मीद करते हैं, मैं उसके लिए इच्छुक और तैयार हूं. यह एक सम्मान की बात होगी और मैं निजी तौर पर यह करना चाहूंगा. आप बेझिझक मुझे किसी भी वक्त, यहां तक कि 20 जनवरी को राष्ट्रपति का पदभार संभालने से पहले भी मुझे फोन कर सकते हैं.

मिस्र में 296 मुर्सी समर्थकों को 25 साल तक की कैद
1 December 2016
मिस्र की एक सैन्य अदालत ने पूर्व इस्लामिक राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के 296 समर्थकों को हिंसा भड़काने के आरोप में एक साल से लेकर 25 साल तक की कैद की सजा सुनाई है. मुर्सी समर्थकों को यह सजा राजधानी काहिरा के पूर्वोत्तर में स्थित इस्लामिया प्रांत की एक अदालत में सुनाई गई. सरकारी समाचार वेबसाइट 'अल अहराम' की रिपोर्ट के अनुसार, मुर्सी के प्रतिबंधित संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड के प्रमुख मोहम्मद बादी और तीन अन्य को 10-10 साल कैद की सजा सुनाई गई है. मुर्सी को एक साल के शासन के दौरान बड़े पैमाने पर जनता के विरोध का सामना करना पड़ा था, जिसके मद्देनजर जुलाई 2013 में सेना ने उन्हें पद से हटा दिया था. बाद में उनके संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड को काली सूची में डाल दिया गया.


भ्रष्टाचार के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम है नोटबंदी : मार्क टोनर
1 December 2016
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का समर्थन करते हुए इसे भ्रष्टाचार और कर चोरी पर लगाम लगाने के लिए एक 'महत्वपूर्ण व जरूरी' कदम बताया. टोनर ने बुधवार को दैनिक ब्रीफिंग के दौरान एक संवाददाता के सवाल के जवाब में कहा कि भारत सरकार ने यह कदम भ्रष्टाचार और कर चोरी से इकट्ठा किए गए अवैध धन पर लगाम लगाने के लिए उठाया है. उन्होंने कहा, 'हम मानते हैं कि नोटबंदी का फैसला इस तरह के अवैध या गैर-कानूनी कार्यों के खिलाफ उठाया गया महत्वपूर्ण और जरूरी कदम है.' टोनर ने हालांकि माना कि इस कदम से भारतीयों और भारत में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को थोड़ी असुविधा हुई है, लेकिन उन्होंने इस पर जोर दिया कि इस संदर्भ में 'थोड़ा सामंजस्य बिठाने की जरूरत है.' वह नोटबंदी के फैसले को पिछले दो वर्षों में मोदी सरकार द्वारा 'काला धन के कारोबार' को रोकने की दिशा में उठाए गए विभिन्न सुधारवादी कदमों के तौर पर देखते हैं.

घोटालों के आरोपों में घिरी दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति ने जल्द पद छोड़ने की इच्छा जताई
30 November 2016
घोटालों के आरोपों में घिरी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हाई ने कहा कि वह जल्द इस्तीफा देने की इच्छुक हैं और संसद को उनकी किस्मत का फैसला करने दिया जाए. हालांकि आलोचकों का इस पर कहना है कि यह कदम आसन्न महाभियोग की प्रक्रिया में विलंब करने के प्रयास के तहत उठाया गया है. पार्क का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल इन आरोपों के साथ विवादों के घेरे में आ गया, जिसमें कहा गया कि 'कोरिया के रासपुतिन' के नाम से मशहूर उनके करीबी वफादार चोई सून सिल ने सैमसंग समेत देश की कुछ शीर्ष कंपनियों से छह करोड़ रुपये से अधिक की राशि रिश्वत के तौर पर वसूल की. इसको लेकर दक्षिण कोरिया में लोगों में काफी गुस्सा है और हजारों लोग उन्हें पद से हटाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर गए हैं.

सहयोग बढ़ाने के लिए वार्ता करें भारत एवं पाकिस्तान : अमेरिका
30 November 2016
अमेरिका ने आज कहा कि वह सहयोग बढ़ाने एवं क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए भारत एवं पाकिस्तान के बीच वार्ता होते देखना चाहता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम सहयोग, संवाद एवं साझे खतरों के खिलाफ साझा प्रयास बढ़ाने के लिए भारत एवं पाकिस्तान के बीच वार्ता एवं चर्चा होते देखना चाहते हैं. उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, हमने क्षेत्र में अतिवाद के खतरे के बारे में बात की है. यह दोनों पक्षों में सभी को प्रभावित करता है


40 दिन तक भूखी रहीं, मरते-मरते बचीं : बोको हराम के कब्जे से निकली लड़कियों ने बयां किया दर्द
30 November 2016
नाइजीरिया के बोको हराम ने दो साल से भी अधिक समय पहले चिबोक के एक स्कूल से जिन 200 से अधिक छात्राओं का अपहरण किया था, उनमें से कुछ मुक्त होने के बाद अपने परिवारों के पास पहुंचीं और अपनी पीड़ा के बारे में बताया. राजधानी अबुजा में अपने स्वागत के लिए इसाई समुदाय द्वारा आयोजित समारोह में इन छात्राओं ने बताया कि उन्हें 40 दिनों तक खाना नहीं मिला. ज्यादातर छात्राएं ईसाई हैं, लेकिन अपहरण के बाद बोको हराम ने इनका धर्म परिवर्तन करके इन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए बाध्य कर दिया. एक छात्रा ग्लोरिया दामे ने बताया कि 40 दिन तक भूखे रहने के अलावा एक बार तो वह मरते-मरते भी बची. ‘‘मैं लकड़ियों के ढांचे में थी और बिल्कुल पास में विमान से बम गिराया गया, लेकिन मैं बाल-बाल बच गई. उसने स्थानीय हाउसा

विद्रोहियों के कब्जे वाले अलेप्पो का एक तिहाई हिस्सा अब सीरियाई बलों के नियंत्रण में
29 November 2016
सरकारी बलों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले अलेप्पो शहर के एक तिहाई हिस्से को अपने नियंत्रण में ले लिया है. सीरिया के इस दूसरे शहर को अपने कब्जे में लेने के लिए सरकारी सुरक्षा बलों के आक्रमण के कारण तकरीबन 10,000 नागरिकों को यहां से पलायन करना पड़ा. समूचे शहर को अपने अधिकार में लेने की मुहिम के तहत शासन बलों ने सप्ताहांत तक पूर्वी अलेप्पो के सबसे बड़े शहर मासाकेन हानानो सहित विद्रोहियों के कब्जे वाले अलेप्पो के छह पूर्वी जिलों को अपने अधिकार में ले लिया है. सीरियन ऑब्जर्वेट्री फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि अभियान के 13वें दिन कल उन्होंने जबाल बदरा और बादीन के आस पास के इलाकों और तीन अन्य को भी फिर से अपने कब्जे में ले लिया.

क्रांति को बचाने के लिए क्यूबाई लोगों ने किए शपथ पर हस्ताक्षर, कास्त्रो को श्रद्धांजलि
29 November 2016
क्यूबा के सैकड़ों स्कूलों, अस्पतालों और सार्वजनिक भवनों में लोगों ने कम्यूनिस्ट नेता फिदेल कास्त्रो की मौत के बाद क्रांति को बचाए रखने के लिए ‘‘औपचारिक शपथ’’ पर हस्ताक्षर किए. शोक पुस्तिका में संदेश लिखने के अलावा क्यूबा के लोगों को कास्त्रो द्वारा सन 2000 के एक भाषण में परिभाषित किए गए ‘क्रांति की अवधारणा’ को समर्थन देने के लिए बुलाया गया था. इसके छह साल बाद, बीमारी के कारण कास्त्रो ने अपने भाई राउल कास्त्रो को सत्ता सौंप दी थी. कास्त्रो के मरने के तीन दिन बाद क्यूबाई लोगों ने ‘‘शपथ’’ पर हस्ताक्षर किए. इसमें लिखा था, ‘‘हम इन विचारों के लिए लड़ते रहेंगे, हम शपथ लेते हैं.’’ हवाना के एक स्कूल में सेवानिवृत्त कर्नल रिगोबर्तो सेरोलियो ने कहा, ‘‘हस्ताक्षर इस समाजवादी क्रांति को अपरिवर्तनीय बनाने की क्यूबा के लोगों की इच्छा प्रदर्शित करते हैं.’’ देश भर में शपथ पर हस्ताक्षर करने के लिए लोग कतारों में खड़े रहे.


अलेप्पो में बमबारी का भयावह मंजर : बच्ची ने किया ट्वीट, 'यह है आखिरी संदेश
29 November 2016
सीरिया के अलेप्पो शहर में रहने वाली सात-वर्षीय बाना अलाबेद माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर पिछले दो-तीन महीने से बता रही है कि युद्ध झेल रहे शहर में उनकी ज़िन्दगी में रोज़ाना क्या-क्या घट रहा है, वे क्या-क्या झेल रहे हैं... लेकिन अब उसके ट्वीट में विद्रोहियों के कब्ज़े वाले इलाकों पर सरकारी फौजों की बमबारी का ऐसा ज़िक्र है, जिसे पढ़कर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, और यह सोच-सोचकर ही रूह कांप जाती है कि बाना और उसके जैसे लाखों लोग क्या-क्या देख और बर्दाश्त कर रहे हैं... बाना के ट्वीट लोगों को इस कदर अपनी ओर खींचते रहे हैं कि अब तक उसके फॉलोअरों की गिनती 1,37,000 हो चुकी है... @AlabedBana हैंडल से बने उसके एकाउंट को उसकी मां फातिमा चलाती हैं, और अब तक वह टेक्स्ट संदेशों के अलावा बहुत-से फोटो और वीडियो भी अपलोड करती रही हैं..

डोनाल्ड ट्रंप का दावा : हिलेरी क्लिंटन के लिए ‘लाखों ने किया अवैध मतदान’
28 November 2016
मेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अभूतपूर्व आरोप लगाते हुए कहा है कि आठ नवंबर को हुए चुनाव में ‘‘लाखों लोगों’’ ने हिलेरी क्लिंटन के लिए अवैध मतदान किया और उन तीन राज्यों में गंभीर धांधली हुई जहां उन्हें (ट्रंप को) हार मिली थी. ट्रंप ने अपने इन दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया. उन्होंने कहा कि ‘‘यदि आप अवैध मतदान करने वाले लाखों लोगों के मतों को हटा दें’’ तो वह अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में लोकप्रिय मतों के मामले में भी विजयी रहते. उन्होंने कल शाम कई ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘यदि आप अवैध मतदान करने वाले लाखों लोगों के मतों को हटा दें तो मैं निर्वाचन मंडल के मतों के मामले में शानदार जीत हासिल करने के साथ ही लोकप्रिय मतों के मामले में भी विजयी रहता.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि वर्जीनिया, न्यू हैम्पशायर और कैलिफोर्निया में मतदान संबंधी गंभीर धोखाधड़ी हुई थी. इस राज्यों में उन्हें हार मिली थी.

नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए, रिक्टर पर 5.5 मापी गई तीव्रता
28 November 2016
नेपाल में आज तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.5 मापी गई. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि भूकंप सुबह पांच बजकर पांच मिनट पर 10 किलोमीटर की गहराई में आया. नेपाल के नेशनल साइज्मोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि भूकंप का केंद्र काठमांडो से करीब 150 किलोमीटर पूर्व में एवरेस्ट क्षेत्र के निकट सोलुखुम्बु जिले में था. भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई. भूकंप पीड़ित हिमालयी देश में अप्रैल 2015 में आए भूकंप के बाद से चार से अधिक तीव्रता के 475 झटके महसूस किए है. जानमाल के किसी प्रकार के नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है. काठमांडो और मध्य एवं पूर्वी नेपाल के अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.


चीन ने मुसलमानों से चरमपंथ का विरोध करने और समाजवाद से जुड़े रहने को कहा
28 November 2016
चीन ने मुसलमान नागरिकों से चरमपंथ का विरोध करने और चीन की विशेषताओं के साथ समाजवाद से जुड़े रहने को कहा है. दरअसल, इसने अशांत मुस्लिम बहुसंख्यक शिंजियांग प्रांत में कठोर कदमों के साथ सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया है. धार्मिक मामलों के राज्य प्रशासन प्रमुख वांग जुओन ने कहा कि चीनी मुसलमानों को दृढ़ता से धार्मिक चरमपंथ का विरोध करना चाहिए. सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक वांग ने 10 वें नेशनल कांग्रेस में चीनी मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा कि चीन में इस्लाम के विकास को चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद से जुड़ा रहना चाहिए. वांग ने कहा कि मुस्लिम मान्यताओं और रीति रिवाजों का सम्मान किया जायेगा लेकिन राजनीति, न्याय और शिक्षा के क्षेत्र में धार्मिक हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने इस बात की पुरजोर हिमायत की कि नये मस्जिदों को चीनी विशेषताओं और राष्ट्रीय खूबियों को प्रदर्शित करना चाहिए ना कि जानबूझ कर विदेशी वास्तुकला शैलियों का . उन्होंने कहा कि वह पिछले पांच साल के दौरान 'इस्लामिक एसोसिएशन ऑफ चाइना' के किए काम की भी सराहना करते हैं.

इस्राइल के येरूसलम के पास जंगल में लगी भयावह आग, हजारों लोगों को बाहर निकाला गया
26 November 2016
इस्राइल में येरूसलम के पास शुक्रवार को जंगल में भयावह आग लगी, जिसके मद्देनजर उत्तरी इस्राइल के हजारों लोगों को अपना घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा. येरूसलम पहाड़ियों में रहने वाली पूरे 'नताफ' समुदाय को शुक्रवार को एक बार फिर बाहर निकाला गया. गौरतलब है कि सोमवार से ही इलाके में आग लगी है. इस्राइल के तीसरे सबसे बड़े शहर हेफा में स्थानीय निवासियों को घर लौटने को कहा गया है, इससे पहले ही 60,000 लोग घर लौट चुके हैं जो हेफा की आबादी का लगभग एक-चौथाई है. इस्राइल के अग्निशमन एवं बचाव सेवा के मुताबिक, जंगल के चार स्थानों पर फैली इस आग में हेफा के 600 से अधिक घर जलकर खाक हो गए. अमेरिका के दर्जनभर दमकलकर्मियों ने बचावकार्यों के लिए शुक्रवार को इस्राइल का रुख किया. इसके साथ ही विदेशी दमकलकर्मियों के 13 विमान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव : ग्रीन पार्टी ने विस्कॉन्सिन में मतों की फिर से गणना का आवेदन दिया
26 November 2016
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में ग्रीन पार्टी की उम्मीदवार रहीं जिल स्टीन ने विस्कॉन्सिन में मतों की फिर से गणना का अनुरोध करने के लिए आवेदन किया है. विस्कॉन्सिन उन तीन अहम राज्यों में से एक है जहां डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल की थी. विस्कॉन्सिन चुनाव आयोग ने कल कहा कि वह जिल के अनुरोध के अनुरूप ‘‘अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में मतों की राज्य स्तर पर फिर से गणना करने की तैयारी कर रहा है.’’ आयोग ने कहा कि पुन: मतगणना पूरी करने की अंतिम समय सीमा 13 दिसंबर है इसलिए उसके कर्मियों को तेजी से काम करना होगा. उसने कहा कि वह अभी इस बात की गणना कर रहा है कि पुन: गणना के कठिन कार्य को करने के लिए जिल की पार्टी से कितना शुल्क लिया जाएगा. जिल ने कहा कि उनकी पेनसिल्वेनिया और मिशिगन में भी राष्ट्रपति पद के चुनाव परिणाम को चुनौती देने की योजना है जहां ट्रंप ने जीत प्राप्त की थी.


ओबामा प्रशासन ने कहा, वह चुनाव के परिणाम स्वीकार करता है
26 November 2016
ओबामा प्रशासन ने कहा है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संपन्न चुनाव के परिणामों को स्वीकार करता है क्योंकि ये परिणाम अमेरिकियों की इच्छा को स्पष्ट तौर पर जाहिर करते हैं. साथ ही ओबामा प्रशासन का यह भी मानना है कि चुनाव साइबर सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष हुए. ओबामा प्रशासन ने अमेरिकी चुनाव परिणाम के पक्ष में यह बात ऐसे समय पर कही है जब हैकिंग की आशंका है और रूस से हैकिंग किए जाने के आरोप लग रहे हैं. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘‘क्रेमलिन को शायद अपेक्षा थी कि अमेरिकी राजनीतिक संगठनों सहित अमेरिकियों एवं प्रतिष्ठानों के ईमेल खातों से रूस सरकार के निर्देश पर हुए समझौते के बाद हुए खुलासे के बाद तेज हुई चर्चा के कारण चुनाव प्रक्रिया की सत्यता को लेकर सवाल उठेंगे जिससे राष्ट्रपति के निर्वाचन की वैधता पर असर पड़ सकता है.’’

बोको हराम के जिहादियों ने नाइजारिया के तीन गांवों पर किया हमला, पांच लोगों की हत्या की
25 November 2016
बोको हराम के जिहादियों ने उत्तरपूर्वी नाइजीरिया के तीन गावों में हमला करके पांच लोगों की हत्या कर दी और कई मकानों एवं खेतों में आग लगा दी. स्थानीय निवासियों ने यह जानकारी दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चरमपंथी बोको हराम के हथियारबंद सदस्य बुधवार को मोटरबाइक पर सवार होकर हुयुम, साबोनगारिन हुयुम और वसाडा गांवों में घुसे और उन्होंने पांच ग्रामीणों की हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने लोगों की संपत्ति लूट ली और मकानों एवं खेतों में आग लगा दी. हुयुम निवासी बाला जोनाह ने कहा, हथियारबंद लोग शाम करीब 4 बजे गांव में घुसे और उन्होंने हमें चार घंटों तक बंधक बनाए रखा. उन्होंने कहा, हथियारबंद जिहादियों ने पांच व्यक्तियों की हत्या कर दी और हमारे मकानों एवं खेतों में आग लगा दी. कुछ दिन बाद हम अपने खेतों में फसल बोने वाले थे. वसाडा गांव के स्थानीय अधिकारी ने इन मौतों की पुष्टि की है.

ऑस्ट्रेलिया में सौर संयंत्र पर अडाणी का 30 करोड़ डॉलर निवेश, भूमि समझौता हुआ
25 November 2016
ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाले भारत के अडाणी समूह ने ऑस्ट्रेलिया में दो सौर संयंत्रों की स्थापना के लिए भूमि समझौतों को पूरा कर लिया है. इन दोनों संयंत्रों से अगले पांच सालों में 1500 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन होगा जिन पर समूह संयुक्त तौर पर 30 करोड़ डॉलर का निवेश करेगा. इसके अलावा एक अदालत ने आज समूह की 16 अरब डॉलर की कोयला एवं खान परियोजना के खिलाफ अपील को खारिज कर दिया. कंपनी ने बताया कि यह संयंत्र पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में मोरानबाह और दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के व्हायला क्षेत्र में स्थापित किए जाएंगे. इनमें से प्रत्येक की लागत 20 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर) होगी. इन दोनों संयंत्रों पर अगले साल काम शुरू होगा. व्हायला परियोजना को एक वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा और इससे करीब 350 नौकरियां पैदा होंगी. इसमें 120 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा उत्पादन संयंत्र होगा जिसकी अधिकतम क्षमता 150 मेगावाट होगी. कंपनी ने बताया कि इस परियोजना के लिए उसने व्हायला के नगर प्रशासन के साथ एक भूमि समझौता किया है.


इराकी सैनिकों ने इस्लामिक स्टेट आतंकियों को मोसूल में चारो तरफ से घेरा
25 November 2016
इराकी सुरक्षा बलों और उनकी सहयोगी अर्धसैनिक इकाइयों ने बुधवार को मोसूल शहर को पूरी तरह से घेर लिया. जवानों ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकियों को मोसूल के अंदर और बाहर के इलाके से हटाने का अपना अभियान जारी रखा. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इराकी संयुक्त अभियान कमान (जेओसी) के जारी बयान के हवाले से कहा कि शिया बाहुल्य हशद शाबी सैन्य इकाइयों ने आईएस के कब्जे वाले तल अफार के पश्चिम में कब्जा जमाया है. यह मोसूल से 70 किमी पश्चिम में है. इसके तहत छह गांवों को कब्जे में लेकर तल अफार और पास के कस्बे सिंजार के मुख्य मार्ग को कब्जे में ले लिया गया है. बयान में कहा गया है कि इस कार्रवाई में हशद शाबी इकाइयों को मोसुल के पश्चिम तरफ से आईएस की आपूर्ति को रोकने में मदद मिली है.

बराक ओबामा ने ‘थैंक्सगिविंग’ परंपरा के तहत अपने कार्यकाल में आखिरी टर्की को दिया जीवनदान
24 November 2016
मेरिका के राष्ट्रपति ओबामा ने थैंक्सगिविंग परंपरा के तहत अपने कार्यकाल में आखिरी बार टर्की पक्षियों को जीवन दान दिया. ‘थैंक्सगिविंग’ सालाना आयोजित की जाने वाली एक परंपरा है जिसमें अमेरिकी नेता दो टर्की पक्षियों को जीवनदान देता है. इससे पहले थैंक्सगिविंग में हर साल ओबामा के साथ खड़ी होने वाली उनकी बेटियां साशा और मालिया इस साल इस अवसर पर मौजूद नहीं थीं. इस अवसर पर ओबामा के साथ उनकी बेटियों की जगह उनके भतीजे आस्टिन एवं आरोन रॉबिन्सन शामिल हुए. ओबामा ने हंसी के ठहाकों के बीच कहा, ‘‘मालिया एवं साशा की तरह वाशिंगटन ने अभी उन्हें परेशान नहीं किया है.’’ ओबामा ने इस साल के अपने दोनों टर्की से सभी को परिचित कराया. इस बार परंपरा में शामिल किए गए टर्की पक्षियों का नाम टेटर एवं टोट है. इन पक्षियों की आयु 18 सप्ताह है और उनका वजन 40 पौंड है.

चीन में निर्माणाधीन टॉवर गिरा, मृतकों की संख्या 40 पहुंची
24 November 2016
पूर्वी चीन के जियांगक्सी प्रांत में एक ऊर्जा संयंत्र में निर्माणाधीन चबूतरा (प्लेटफॉर्म) गिर जाने से आज 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने खबर दी है कि यह हादसा सुबह 7 बजे के करीब उस समय हुआ जब एक कूलिंग टावर का चबूतरा ध्वस्त होकर जमीन पर गिर गया. इसके मलबे के नीचे फंसने वाले लोगों की सही संख्या के बारे में जानकारी नहीं है. निर्माणाधीन फेनचेंग ऊर्जा संयंत्र के कूलिंग टावर के चबूतरे के गिर जाने के बाद 40 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. शहर के सुरक्षा विभाग के मुताबिक, घटनास्थल पर कामगार अभी भी फंसे हुए हैं. चिकित्सा और दमकल कर्मी वहां पहुंच गए हैं. चीन के सुरक्षा प्रशासन के मुताबिक जिस समय हादसा हुआ उस समय इस चबूतरे (प्लेटफॉर्म) पर करीब 68 लोग काम कर रहे थे. 200 से अधिक दमकल कर्मियों को तलाश और बचाव अभियान में लगाया गया है. सरकारी टीवी पर दिखाए गए सीसीटीवी फुटेज की तस्वीरों से पता चला है कि दर्जनों बचाव कर्मचारी मलबे के नीचे दबे श्रमिकों की तलाश कर रहे हैं.

मध्य अफ्रीका : संघर्ष में 16 की मौत, हजारों विस्थापित- संयुक्त राष्ट्र
24 November 2016
मध्य अफ्रीकी गणराज्य में विरोधी सशस्त्र समूहों के बीच हुए संघर्ष का हवाला देते हुए संयुक्त राष्ट्र ने जातीय समूह फुलानी को चेतावनी दी है और कहा है कि विरोधियों के बीच हुए इस संघर्ष में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और हजारों नागरिक विस्थापित हो गए. संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षक बल एमआईएनयूएससीए के प्रवक्ता व्लादिमीर मोंटीरो ने एक बयान में कहा, कम से कम 16 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं. बंगुई से 400 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित ब्रिया शहर में सोमवार को पूर्व ‘सेलेका’ मुस्लिम विद्रोही समूह के विरोधी धड़ों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. एमआईएनयूएससीए ने मंगलवार को बताया कि संघर्ष के दौरान उनके एक शिविर में आग लग गई थी. उन्होंने वहां शरण लिए करीब 5,000 नागरिकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल भेजने की घोषणा की. संघर्ष पॉपुलर फ्रंट फॉर द रीनेसेंस ऑफ द सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (एफपीआरसी) और यूनियन फॉर पीस इन सेंट्रल अफ्रीका (यूपीसी) के बीच हुआ था.

सीरिया में आतंकवादियों ने किया रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल : रूस
23 November 2016
रूसी रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को दावा किया कि सीरिया के शहर अलेप्पो में आतंकवादियों ने क्लोरीन और सफेद फास्फोरस जैसे विषाक्त रसायनों का इस्तेमाल किया था. मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगॉर कोनाशेंकोव ने एक बयान में कहा कि परमाणु, जैविक और रासायनिक संरक्षण दस्ते के वैज्ञानिक केंद्र के विशेषज्ञों ने बारूदों के नमूनों के प्रयोगशाला परीक्षण के बाद यह नतीजा निकाला. अलेप्पो की पश्चिमी सीमा में इस महीने की शुरुआत में एकत्र नमूनों के परीक्षण के दौरान इनमें क्लोरीन और सफेद फास्फोरस की उपस्थिति का पता चला था.


डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन और हिलेरी को जेल भेजने पर लिया यू-टर्न
23 November 2016
चुनावी जीत के दो सप्ताह बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कई प्रमुख चुनावी वादों और बयानों पर यू-टर्न के संकेत दिए हैं. इन मुद्दों में जलवायु परिवर्तन पर उनका कड़ा रुख, बंदियों को प्रताड़ना और हिलेरी क्लिंटन को जेल भेजे जाने का संकल्प शामिल है. द न्यूयॉर्क टाइम्स के संवाददाताओं और संपादकों को दिए एक साक्षात्कार के दौरान ट्रंप ने इस बात के पर्याप्त संकेत दिए कि खुद को अपने कारोबार से दूर रखने, अपने शासन में परिवार के सदस्यों से जानकारी लेने और प्रेस के साथ संबंध के मामले में एक गैर-पारंपरिक राष्ट्रपति साबित होंगे. अखबार ने ट्रंप के साथ साक्षात्कार के बाद कहा कि ट्रंप ने आश्वासन दिए कि उनका इरादा कुछ क्षेत्रों में चरमपंथी रुख अपनाने का नहीं है. ट्रंप ने पिछले सप्ताहांत पर वाशिंगटन में एक श्वेत राष्ट्रवादी सम्मेलन को ‘पूरी तरह खारिज’ कर दिया था. ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन के कथित ईमेल स्कैंडल की जांच के लिए विशेष अभियोजक नियुक्त करने का वादा किया था. उन्होंने इस चुनावी वादे पर भी यू-टर्न ले लिया. ’

अमेरिका ने यूरोप में आतंकवादी हमलों की चेतावनी दी
23 November 2016
अमेरिका ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि यूरोप में क्रिसमस के बाजारों और अन्य मौसमी छुट्टियों के दौरान आतंकवादी हमले होने की काफी आशंका है. टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि उसके पास विश्वसनीय जानकारी है कि इस्लामिक स्टेट (आईएस) और अलकायदा आगामी छुट्टियों के मौसम में हमले करने की योजना बना रहे हैं. अमेरिका ने अपने नागरिकों को छुट्टियों के उत्सवों, समारोहों और बाजारों में खास सतर्कता बरतने को कहा है. आईएस के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल जॉन डोरियन ने कहा, 'हमें नहीं लगता कि वे ऐसे संगठन हैं जो रक्का और मोसुल के छिन जाने के बाद कोई खतरा नहीं बनेंगे.' डोरियन ने कहा, 'वे ऐसे आतंकी संगठन बने रहेंगे, जैसा हम उनके बारे में जानते हैं और आत्मघाती हमलावरों के जरिए हमले करते रहेंगे.' विदेश विभाग की चेतावनी 2015 में पेरिस में हुए हमलों की बरसी के एक सप्ताह बाद आई है. पेरिस हमलों में 130 लोग मारे गए थे.

कार्यकाल के पहले दिन टीपीपी से अमेरिका का नाम वापस ले लूंगा : डोनाल्ड ट्रंप
22 November 2016
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप (टीपीपी) से अमेरिका का नाम वापस लेने का संकल्प लिया और इस साझेदारी को ‘‘देश के लिए संभावित आपदा’’ करार दिया. अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अपने पहले वीडियो संदेश में ट्रंप ने उन ठोस कदमों को रेखांकित किया जो वह नुकसान पहुंचाने वाली चीजों को वाशिंगटन डीसी से दूर करने और व्यापार, ऊर्जा, विनियमन, राष्ट्रीय सुरक्षा, आव्रजन और नैतिकता में सुधार के मामलों पर ध्यान केंद्रित कर अमेरिका को पहले रखने के लिए उठाएंगे. ट्रंप ने कहा, ‘‘मेरा एजेंडा सरल मूल सिद्धांतों पर केंद्रित होगा और वह है : अमेरिका को पहले रखना. भले ही वह इस्पात पैदा करने, कार निर्माण या बीमारियों का उपचार करने की बात हो, मैं चाहता हूं कि अगली पीढ़ी जो उत्पादन एवं नवोन्मेष करे, वह यहां हमारे महान देश अमेरिका में हो जिससे अमेरिकी कर्मियों के लिए धन एवं नौकरियां पैदा हों.’’ उन्होंने उनकी ओर से उठाए जाने वाले कुछ अहम कदमों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इस योजना के तहत मैंने अपने सत्ता हस्तांतरण दल से कार्यकारी कदमों की एक सूची तैयार करने को कहा है जो हम हमारी नौकरियां वापस लाने और हमारे कानूनों की पुन: स्थापना के पहले दिन उठा सकते हैं. यह समय की बात है.’’


मिशेल ओबामा के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी पर अमेरिकी पुलिसकर्मी बर्खास्‍त
22 November 2016
अमेरिका के एक पुलिस अधिकारी को फेसबुक पर नस्लवादी टिप्पणी करने के मामले में बर्खास्‍त कर दिया गया है. इनमें से एक टिप्पणी अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा के बारे में थी . पुलिसकर्मी को बर्खास्‍त किए जाने से कुछ दिन पहले ''एप इन हील्स'' टिप्पणी को लेकर एक मेयर को भी हटाया जा चुका है . ट्रंप के समर्थक पुलिस अधिकारी जोएल हस्क को उसकी टिप्पणी के कारण बर्खास्‍त कर दिया गया . उसने मेलिना ट्रंप की तस्वीर पर लिखा था, ''स्लोवेनियन, अंग्रेजी, फ्रेंच, सर्बियन और जर्मन भाषा में धारा प्रवाह.'' उसने मिशेल की तस्वीर पर लिखा था,''अश्वेतों की भाषा में धाराप्रवाह.'' वाशिंगटन पोस्ट ने सिटी मैनेजर पैट्रिक ब्रियांट के हवाले से कहा कि टल्लैडेगा, अलबामा में काम करने वाले पुलिस अधिकारी हस्क को विभाग के सोशल मीडिया और आचार संहिता नीतियों के उल्लंघन के आरोप में बर्खास्‍त कर दिया गया. उन्होंने कहा, ''हम किसी भी कर्मचारी के ऐसे व्यवहार को सहन नहीं कर सकते . हम हर किसी के साथ समानता का व्यवहार करने की अपनी जिम्मेदारी को बहुत गंभीरता से लेते हैं. हमें कदम उठाना सुनिश्चित करना होगा, ताकि समुदाय हम पर विश्वास कर सके.'' ब्रियांट ने कहा कि वह सोशल मीडिया पर हस्क की टिप्पणियों को लेकर ''बहुत निराश और हताश'' हैं .

चीन में 56 वाहनों के एक-दूसरे से टकराने से 17 लोगों की मौत, 37 घायल
22 November 2016
उत्तरी चीन के साकंशी प्रांत में एक्सप्रेस-वे पर बर्फ के चलते 56 वाहनों के एक-दूसरे से टकराने के कारण कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 37 अन्य घायल हो गए. स्थानीय अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना बीजिंग-कुन्मिंग एक्सप्रेसवे पर बर्फ और बारिश के मौसम के कारण हुई. घायलों की स्थिति चिकित्सीय-उपचार मिलने के बाद अब स्थिर है. शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय पुलिस, दमकलकर्मी, डॉक्टर और अधिकारी बचाव कार्य में जुटे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, टकराने वाले वाहनों में अधिकतर ट्रक थे. इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई और 37 अन्य लोग घायल हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, चीन में हर साल करीब 2,00,000 लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. सरकार ने हाल ही में सड़क सुरक्षा में सुधार लाने के लिए ट्रकों के क्षमता से अधिक भरे जाने पर कार्रवाई की थी.

सीरिया के निकट भविष्य को लेकर ‘आशान्वित नहीं’ हैं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा
21 November 2016
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि वह सीरिया के निकट भविष्य के बारे में ‘आशान्वित नहीं’ हैं क्योंकि प्रशासन अपने रूसी समर्थकों के साथ मिलकर अलेप्पो में नागरिकों पर लगातार बमबारी कर रहा है. ओबामा ने पेरू में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं लघु अवधि में सीरिया में संभावनाओं को लेकर आशान्वित नहीं हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘रूस और ईरान ने (बशर अल) असद के क्रूर अभियान को समर्थन देने का निर्णय जब एक बार ले लिया था.. तो यह बहुत मुश्किल हो गया था कि प्रशिक्षित एवं प्रतिबद्ध विपक्ष लंबे समय तक टिका रह सके.’’


चीन में कोयला खदान में विस्फोट, चार की मौत
21 November 2016
चीन के मध्य में स्थित हुनान प्रांत की एक कोयला खदान में हुए गैस विस्फोट के कारण कम से कम चार लोग मारे गए हैं. यह जानकारी अधिकारियों ने दी है. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, शाओदोंग प्रांत स्थित कोयला खदान में कल स्थानीय समयानुसार दोपहर तीन बजे विस्फोट हुआ, जिसके कारण पांच खनिक वहीं फंस गए. तीन लोगों को कल शाम तक खान में से बाहर निकाला गया. इनमें से दो की मौत की पुष्टि हो चुकी है और एक गंभीर रूप से घायल है. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि शेष दो पीड़ित मृत पाए गए थे.

शी चिनफिंग, शिंजो आबे के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर वार्ता
21 November 2016
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने लीमा में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) बैठक से इतर वार्ता की. चीन प्रतिनिधिमंडल के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि यह वार्ता जापान के आग्रह के बाद ही हुई. प्रतिनिधिमंडल के प्रवक्ता लु कांग ने कहा कि राष्ट्रपति शी ने चीन, जापान संबंधों पर चीन के सिद्धांतों और रुख को व्यक्त किया.


फ्रांस : बम अलर्ट के बाद पेरिस का अस्पताल बंद
19 November 2016
फ्रांस के पेरिस में बम की चेतावनी के बाद एहतियात के तौर पर शुक्रवार को एक निजी अस्पताल को बंद कर दिया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने पब्लिक असिस्टेंस-पेरिस हॉस्पीटल्स के हवाले से बताया, "जॉर्जेस पॉम्पीडू यूरोपीयन हॉस्पिटल (एचईजीपी) को आए एक अनाम कॉल के बाद पुलिस प्रशासन की सहमति से सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात के तौर पर एचईजीपी को बंद करने का फैसला किया गया." अस्पताल के भीतर मरीजों का आवागमन सीमित कर दिया गया है. पुलिस संदिग्ध पैकेज या सामान की तलाश कर रही है. फ्रांस में जनवरी 2015 में हास्य व्यंग्य पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' पर हुए हमले के बाद से ही हाई अलर्ट है. सरकार ने सुरक्षा का स्तर अधिकतम कर दिया है और देशभर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 10,000 सैनिकों की तैनाती की है.

आतंकी समूहों के खिलाफ पाकिस्तान और प्रभावी कदम उठाए : अमेरिका
19 November 2016
व्हाइट हाउस ने कहा है कि पाकिस्तान अपनी धरती से संचालित आतंकी समूहों के खिलाफ और प्रभावी कदम ‘‘उठा सकता है और उसे कदम उठाना चाहिए’’ क्योंकि किसी भी देश को दूसरे देशों में आतंकी हमले करने के लिए अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देना चाहिए. कल व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि कुछ उग्रवादी और आतंकवादी नेटवर्कों से लड़ाई में पाकिस्तान की जनता और सुरक्षा बलों को कई बलिदान देने पड़े हैं. लेकिन राष्ट्रपति बराक ओबामा इस बात पर जोर देते हैं कि पाकिस्तान को अपनी धरती से संचालित आतंकी समूहों के खिलाफ और प्रभावी कदम उठाना चाहिए.’’ ‘‘वी द पीपल’’ नाम से एक ऑनलाइन अर्जी पर प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कहा है कि किसी भी देश को अपने क्षेत्र का आतंकियों द्वारा दूसरे देश में हमले करने के लिए इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए.’’ इस अर्जी पर 6,65,769 लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं.

मोरक्को जलवायु परिवर्तन सम्मेलन का समापन : 2018 तक बनेंगे पेरिस समझौते के कायदे
19 November 2016
मोरक्को में चल रहा जलवायु परिवर्तन सम्मेलन शुक्रवार देर रात इस वादे के साथ खत्म हुआ कि पेरिस समझौते को लागू करने के लिए कायदे 2018 तक बना लिये जायेंगे और इसमें पारदर्शिता बरती जायेगी. भारत ने विकसित देशों से दोहा समझौते को लागू कर तुरंत अपने कार्बन उत्सर्जन कम करने को भी कहा है. पेरिस डील इसी साल 4 नवंबर को लागू हुई है जिसके तहत धरती को गर्म होने से रोकने के लिए सभी देशों को कदम उठाने हैं. चिंता की बात यह है कि सात साल पहले कोपनहेगन में सभी देशों ने धरती का तापमान 1.5 डिग्री से अधिक न बढ़ने देने के लिए कदम उठाने की बात की थी लेकिन अब तक कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए कोई बड़े प्रयास नहीं किए गये. धरती का तापमान तेज़ी से बढ़ रहा है और विश्व मौसम संगठन यानी WMO ने इसी सम्मेलन के दौरान जो रिपोर्ट जारी की उसके मुताबिक वह करीब सवा डिग्री बढ़ चुका है. गरम होती धरती की वजह से बाढ़, चक्रवाती तूफान और सूखे जैसी आपदाएं बढ़ रही हैं. भारत ने इस सम्मेलन में अमीर देशों से अपील की है वे अपने कार्बन उत्सर्जन कम करें और इस बात पर चिंता जताई कि विकासशील देशों की मदद के लिये बनाये जा रहे ग्रीन क्लाइमेट फंड में विकसित देशों ने कोई रकम जमा नहीं की है.


ऑस्ट्रेलिया में एक व्यक्ति ने बैंक में आग लगा दी, 20 से अधिक लोग घायल
18 November 2016
ऑस्ट्रेलिया में एक व्यक्ति ने कॉमनवेल्थ बैंक की एक शाखा में आज आग लगा दी जिसमें 20 से अधिक लोग घायल हो गए. इनमें से कुछ की हालत गंभीर है. एक एम्बुलेंस प्रवक्ता ने बताया कि मौके पर चिकित्सा-सहायकों ने 21 लोगों का इलाज किया. इनमें से अधिकतर लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी लेकिन पांच लोग गंभीर रूप से जल गए थे. विक्टोरिया राज्य की पुलिस ने बताया कि हमें यह सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ने स्प्रिंगवेल रोड स्थित बैंक में कथित तौर पर आग लगा दी, हम इस पर कार्रवाई कर रहे हैं. घटनास्थल के पास मौजूद एक व्यक्ति एरिक स्लेराइट ने मेलबर्न एज समाचार पत्र को बताया, ‘‘पुलिस की निगरानी में एक व्यक्ति को गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाया गया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना बहुत भयानक है. मुझे इस पर विश्वास नहीं हो रहा है’’

पेरिस डील को प्रभावशाली तरीके से आगे बढ़ाने में नाकाम रहा मोरक्को सम्मेलन
18 November 2016
मोरक्को में चल रहा जलवायु परिवर्तन का सम्मेलन आखिरी दिन आते-आते किसी भी बड़ी कामयाबी से कोसों दूर दिख रहा है. गुरुवार शाम को सम्मेलन में जो प्रस्ताव पास किया गया, वो काफी ढीला-ढाला और बेअसर दिखा. इस सम्मेलन में वार्ता ग्लोबल वॉर्मिंग से लड़ने के लिए पास की गई पेरिस डील को आगे बढ़ाने के बजाय तमाम देशों की आपसी खींचतान में फंस गई है. इसके अलावा इस बात का भी कोई ज़िक्र नहीं है कि अमीर देश अपनी ज़िम्मेदारी कैसे निभाएंगे. एक्शन एड के हरजीत सिंह ने कहा कि "मोरक्को सम्मेलन में विकसित देश 2020 तक कार्बन उत्सर्जन कम करने की ज़िम्मेदारी से भागते नज़र आए हैं और पेरिस डील के तहत जो मदद दी जानी है, उस पर अमल करने के बजाय आंकड़ों की बाजीगरी करते दिख रहे हैं.


अमेरिका के शीर्ष खुफिया अधिकारी जेम्स क्लैपर ने इस्तीफा दिया
18 November 2016
अमेरिका के शीर्ष खुफिया अधिकारी जेम्स क्लैपर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में नई सरकार के गठन से पहले वे पद छोड़ने वाले ओबामा प्रशासन के पहले शीर्ष अधिकारी हैं. क्लैपर ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सदन की खुफिया समिति के सदस्यों से कहा, 'मैंने कल रात अपना इस्तीफा पत्र दे दिया, ऐसा कर मुझे काफी अच्छा लगा'. क्लैपर ने कहा, 'मेरे पास 64 दिन बचे हैं और (पद ना छोड़ने पर) उसके बाद मुझे और मेरी पत्नी को मुश्किल समय का सामना करना पड़ता'. उनके इस्तीफा देने की पहले से ही संभावना थी, क्योंकि वह पूर्व में निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा के दूसरे एवं आखिरी कार्यकाल के अंत में पद छोड़ने का इरादा जता चुके थे.

हिलेरी क्लिंटन ने अपने समर्थकों से कहा, हौसला न हारें
17 November 2016
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के हाथों हार झेलने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आईं हिलेरी क्लिंटन ने भावुक होते हुए अपने समर्थकों से आज कहा कि वे दिल छोटा नहीं करें और गहरे ‘‘मतभेदों’’ के बावजूद देश को बेहतर बनाने के लिए काम करना जारी रखें. 69 वर्षीय हिलेरी ने वाशिंगटन डीसी में कहा, ‘‘मैं यह स्वीकार करूंगी कि यहां आना मेरे लिए आसान नहीं था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बीते सप्ताह में ऐसा कई बार हुआ जब मेरा मन किया कि मैं केवल एक अच्छी किताब पढ़ते हुए या अपने कुत्तों के साथ समय बिताऊं और कभी घर से बाहर नहीं निकलूं.’’ पूर्व विदेश मंत्री ने अपने समर्थकों से ‘‘हार नहीं मानने’’ और राजनीति से ‘‘जुड़े रहने’’ को कहा. हिलेरी ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि चुनाव के परिणाम से आप में से कई लोग बहुत निराश हैं. मैं भी बहुत निराश हूं. मैं इतनी निराश हूं कि मैं इसे शब्दों में बयां भी नहीं कर सकती.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपने देश पर भरोसा रखिए. अपने मूल्यों के लिए लड़िए और कभी भी हार नहीं मानिए.’’ हिलेरी ने कहा कि वह अतीत में वापस जाकर अपनी मां डोरोथी को अपनी उपलब्धियों के बारे में बताना चाहती हैं.

नोबेल पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं होंगे बॉब डिलन, यह बताई वजह
17 November 2016
इस साल के साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी गायक-गीतकार बॉब डिलन स्टॉकहोम में आयोजित होने वाले पुरस्कार समारोह में व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं होंगे. उन्होंने इसकी वजह पूर्व निर्धारित प्रतिबद्धताएं बताई हैं. समाचार एजेंसी 'सिन्हुआ' के मुताबिक, स्वीडिश एकेडमी ने बुधवार को एक बयान में कहा, 'निजी पत्र में उन्होंने (डिलन) पहले से तय प्रतिबद्धताओं के चलते समारोह में नहीं शामिल हो पाने का जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि वह दिसंबर में स्टॉकहोम की यात्रा करने में असमर्थ हैं और इसलिए नोबेल पुरस्कार समारोह में नहीं शामिल होंगे. उन्होंने एक बार फिर कहा कि वह वास्तव में बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं.' एकेडमी ने साफ किया है कि पुरस्कार अब भी बॉब डिलन का ही है और विजेताओं द्वारा पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हो पाने में कुछ भी असामान्य नहीं है, बल्कि पूर्व में भी ऐसा होता रहा है. एकेडमी ने कहा, 'हम डिलन के नोबेल भाषण की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो उन्हें अवश्य देना चाहिए. यही एकमात्र आवश्यकता है. उन्हें छह माह के भीतर ऐसा करना होगा, जिसकी अवधि 10 दिसंबर, 2016 से शुरू होगी.'

पाकिस्तानी विदेश नीति के प्रमुख सरताज अजीज आएंगे भारत, 'तनाव घटाने' का दिया संकेत
17 November 2016
पाकिस्तान की विदेश नीति के प्रमुख सरताज अजीज ने कहा है कि वह 3 दिसंबर को भारत में आयोजित हो रहे हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शामिल होने की योजना बना रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस यात्रा के जरिये परमाणु हथियार संपन्न दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव कम करने की कोशिश की बात भी कही. अजीज ने मंगलवार को 'पीटीवी' से इस बात की पुष्टि की और कहा, 'भारत ने पाकिस्तान में प्रस्तावित दक्षेस सम्मेलन से अलग होकर उसे पलीता लगाया था, लेकिन पाकिस्तान ठीक इसके उलट 3 दिसंबर को भारत के अमृतसर में आयोजित होने जा रहे हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शामिल होगा.' सरताज ने कहा कि वह खुद इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. सरताज ने हालांकि कहा कि यह अभी पुख्ता नहीं है कि वह सम्मेलन से अलग अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात करेंगे या नहीं. सरताज के मुताबिक, 'इस तथ्य को जानते हुए कि भारतीय सेना ने सोमवार को नियंत्रण रेखा पर हमारे सात सैनिकों को मार गिराया, पाकिस्तान इस सम्मेलन का बहिष्कार नहीं करेगा.'

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सलाहकारों में मतभेद होने की बात से इनकार किया
16 November 2016
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज उन खबरों से इनकार किया जिनमें मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण नियुक्तियों को लेकर उनके सलाहकारों में मतभेद तथा उनकी सत्ता हस्तांतरण टीम के पुनर्गठन की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि मंत्रियों की नियुक्ति के लिए एक बहुत ही व्यवस्थित प्रक्रिया चल रही है. ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मंत्रिमंडल और अन्य पदों पर मेरे फैसले के संबंध में अत्यंत व्यवस्थित प्रक्रिया चल रही है. मैं एकमात्र व्यक्ति हूं जो यह जानता है कि किसे नियुक्त किया जाना है.’’ सत्तर वर्षीय ट्रंप का ट्वीट ऐसे समय आया है जब मीडिया में खबरें आई हैं कि मंत्रिमंडल में नियुक्तियों को लेकर उनकी टीम में मतभेद हैं.

अचानक हो गया था दो मंज़िल गहरा गड्ढा, सिर्फ एक हफ्ते में फिर चालू हुई सड़क
16 November 2016
दक्षिणी जापान के व्यस्त शहर फुकुओका में पिछले मंगलवार, यानी 8 नवंबर को मुख्य हकाटा रेलवे स्टेशन के पास पांच लेन की जो मुख्य सड़क पूरी तरह अंदर धंस गई थी, उसे पूरे हफ्ते चौबीसों घंटे मरम्मत जारी रखकर इस मंगलवार को यातायात के लिए खोल दिया गया. लगभग 30 मीटर चौड़े और 15 मीटर गहरे गड्ढे ने पिछले मंगलवार को पूरी सड़क को ही निगल लिया था, और लगभग दो मंज़िल गहरे इस गड्ढे की वजह से आसपास की इमारतों की नींव में लगे कॉलम दिखने लगे थे, जिससे उन इमारतों के ढहने की आशंका होने लगी थी. धुर दक्षिण में स्थित मुख्य जापानी द्वीप क्यूशू के सबसे बड़े शहर फुकुओका में इस सड़क के नज़दीक ही एक सबवे लाइन में हो रहे विस्तार की वजह से संभवतः यह गड्ढा बन गया था. इसके बाद मज़दूरों ने पूरे हफ्ते लगातार काम कर इस गड्ढे में सीमेंट और रेत भरकर इसे ठीक किया, और बिजली, गैस व पानी के कनेक्शन भी सुधारे. फुकुओका के मेयर सोइचिरो ताकाशिमा के बयान के मुताबिक सड़क को मंगलवार सुबह 5 बजे दोबारा शुरू किया गया. यह वक्त घटना के ठीक एक हफ्ते बाद का है.


भ्रष्टाचार प्रकरण में दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन हे से पूछताछ होगी
16 November 2016
भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग मामले में अभियोजन पक्ष दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन हे से पूछताछ करेगा. भ्रष्टाचार मामले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है और हजारों लोग सड़क पर उतरकर राष्ट्रपति से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. सियोल स्थित राष्ट्रपति भवन (ब्लू हाउस) के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एफे न्यूज से कहा कि इस सप्ताह अभियोजन पक्ष द्वारा की जाने वाली पूछताछ के संदर्भ में राष्ट्रपति ने मंगलवार को मानवाधिकार आयोग की स्थाई समिति के एक पूर्व सदस्य और अधिवक्ता यू योंग हा को अपने कानूनी प्रतिनिधि के रूप में नामित किया. प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति के वकील पूछताछ के लिए अभियोजन पक्ष के साथ एक दिन और समय तय करने के लिए समन्वय करेंगे. अपुष्ट मीडिया रपटों के अनुसार, अभियोजन पक्ष संभवत: बुधवार को राष्ट्रपति से पूछताछ करेगा. अगर पार्क अभियोजन पक्ष के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होती हैं तो देश के इतिहास में पहली बार किसी राष्ट्रपति से अभियोजन पक्ष द्वारा पूछताछ की जाएगी.

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