योगी आदित्यनाथ
पिता का नाम |
ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज |
जन्म तिथि |
05 जून, 1972 |
जन्म स्थान |
पंचुर, जिला- गढ़वाल (उत्तराखण्ड) |
धर्म |
हिन्दू |
शिक्षा |
विज्ञान स्नातक, हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखण्ड |
व्यवसाय |
धार्मिक मिशनरी, सामाजिक कार्यकर्ता |
मुख्यावास |
5, कालीदास मार्ग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश | |
अस्थाई पता |
361, पुराना गोरखपुर, गोरखनाथ मन्दिर, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश। |
राजनीतिक योगदान |
1998 |
12वीं लोक सभा के लिए प्रथम बार निर्वाचित
सदस्य, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण संबंधी स्थायी समिति
चीनी विभाग और खाद्य तेलों के वितरण संबंधी इसकी उप -समिति
सदस्य, परामर्शदात्री समिति, गृह मंत्रालय |
1999 |
13वीं लोक सभा के लिए दूसरी बार निर्वाचित
सदस्य, खाद्य , नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण संबंधी स्थायी समिति
सदस्य, परामर्शदात्री समिति, गृह मंत्रालय |
2004 |
14वीं लोक सभा के लिए तीसरी बार निर्वाचित
सदस्य, सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति
सदस्य, विदेश मामलों संबंधी स्थायी समिति
सदस्य, परामर्शदात्री समिति, गृह मंत्रालय |
2009 |
15वीं लोक सभा के लिए चौथी बार निर्वाचित
सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
सदस्य, परामर्शदात्री समिति, गृह मंत्रालय |
2014 |
16वीं लोक सभा के लिए पांचवीं बार निर्वाचित
सदस्य, सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति
सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
सभापति, संसद सदस्य वेतन और भत्ते संबंधी स्थायी संयुक्त समिति
सदस्य, परामर्शदात्री समिति, गृह मंत्रालय
सदस्य, सामान्य प्रयोजनों संबंधी समिति |
19 मार्च, 2017 से |
मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश |
18 सितम्बर, 2017 से |
सदस्य, विधान परिषद, उत्तर प्रदेश |
मार्च, 2022 |
18वीं उ0प्र0 विधान सभा के सदस्य निर्वाचित (प्रथम बार) |
25 मार्च, 2022 से पदासीन |
मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश |
विशेष अभिरूचि |
योग एवं आध्यात्म, गौ-संरक्षण को प्रोत्साहन के लिए अभियान, सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु राष्ट्र रक्षा अभियान,
धार्मिक प्रवचन भजन और धार्मिक स्थलों की यात्रा एवं बागवानी। |
विदेश यात्रा |
संयुक्त राज्य अमेरिका, मलेशिया, थाईलैण्ड, सिंगापुर, कम्बोडिया, नेपाल |
अन्य जानकारी |
15 फरवरी, 1994 को मात्र 22 वर्ष की आयु में गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बने तथा
सितम्बार 2014 में गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर बने।
30 से अधिक शिक्षण एवं चिकित्सा संस्थापनों का प्रबन्धकीय कार्य। |
पुस्तक प्रकाशन |
यौगिक षट्कर्म, हठयोग: स्वरूप एवं साधना, राजयोग: स्वरूप एवं साधना, हिन्दू राष्ट्र नेपाल: अतीत, वर्तमान एवं भविष्य |
खेल कूद |
बैडमिंटन और तैराकी |
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