लाइफस्टाइल | बिजनेस | राजनीति | कैरियर व सफलता | राजस्थान पर्यटन | स्पोर्ट्स मिरर | नियुक्तियां | वर्गीकृत | येलो पेजेस | परिणय | शापिंगप्लस | टेंडर्स निविदा | Plan Your Day Calendar

:: राजनीति ::

 





मुरारीलाल ने कहा- राहुल गांधी को जितना परेशान करेंगे; जनता खिलाफ होगी

8 May 2023
जयपुर, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के सवाल पर कृषि विपणन राज्य मंत्री व पायलट समर्थक दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा ने कहा भाजपा वाले बदमाश हैं। ये जितना राहुल गांधी को परेशान करेंगे उतना ही जनता इनके खिलाफ होगी। उन्होंने कहा- जनता समझदार है और इंदिरा गांधी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। ऐसे में हमें निश्चित ही सफलता मिलेगी। शनिवार को जिला मुख्यालय पर सड़कों के उद्घाटन व शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए मंत्री मीणा ने कहा राहुल गांधी अच्छे, पढ़े-लिखे और विद्वान लीडर हैं। बीजेपी ने पूरे देश में उनके खिलाफ माहौल क्रिएट किया। जैसे ही राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली, उसके बाद आम जनता को उनकी योग्यता और क्वालिटी का पता चल गया। उसके बाद अब बीजेपी बौखलाकर ऐसे हथकंडे कर रही है।

भाजपा की हवा निकाल देंगे

उन्होंने कहा कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान से 22 नेताओं को दिल्ली बुलाकर विचार विमर्श किया था कि सबको मिलकर चुनाव लड़ना है और राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपिट करनी है। ऐसे में मेरा मानना है कि हम सब मिलकर चुनाव लडेंगे और चुनाव जीतकर भाजपा की हवा निकाल देंगे।

गलत काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो

मंत्री ने कहा पेपर लीक करने वाले के खिलाफ ठोस कार्रवाई के लिए राज्य सरकार विधानसभा के आगामी सत्र में एक बिल लेकर आ रही हैं। जिससे दोषियों को कड़ी सजा मिल सके। कांग्रेस सरकार में ऐसे कई बड़े काम हो रहे हैं। आरपीएससी में बदलाव के सवाल पर मंत्री ने कहा गलत काम करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए, इसमें कोई नई बात नहीं है।

10 सड़कों का शिलान्यास किया

कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा ने शनिवार को दौसा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 36, 43, 44, 45, 46, 47, 48, 52, 53 व 54 में 10 सड़कों का शिलान्यास किया। इस दौरान मंत्री ने कहा दौसा में मुख्य सड़क समेत व कॉलोनियों की सड़कों के लिए करीब 100 करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई हैं। बस डिपो के परिसर में सड़क का निर्माण कराया, 2 करोड की राशि और राज्य सरकार के द्वारा स्वीकृत की गई है। इस अवसर पर नगर परिषद के सभापति ममता चौधरी, प्रधान प्रह्लाद मीणा, ब्लॉक कांग्रेस हेमराज गुर्जर सहित कई पार्षद मौजूद रहे।


'पैसा लेने वाले विधायकों पर FIR क्यों नहीं करवाते?':राठौड़ बोले- गहलोत जिन विधायकों पर आरोप लगा रहे उन्हें मंत्री क्यों बना रखा है?

8 May 2023
जयपुर, पायलट कैंप के विधायकों पर अमित शाह से लिया पैसा वापस लौटाने की सलाह देने के के सीएम अशोक गहलोत के बयान पर सियासी वार पलटवार शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत के बयान पर निशाना साधा है। राठौड़ ने कहा- मुख्यमंत्री जिन विधायकों पर आरोप लगाते हैं उन्हें ही मंत्री क्यों बना रखा है, जनता यह सब समझती है। आपके विधायकों ने पैसा लिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? राठौड़ ने कहा- सीएम अशोक गहलोत फिर पुराना राग फिर अलाप रहे हैं। मानेसर गए उन्हीं के विधायकों ने पैसा लिया, उस समय FIR दर्ज कराई और मुख्यमंत्री जो गृहमंत्री भी हैं, उन्हीं के निर्देश पर FR भी लगाई। जब उन्हें पूरी जानकारी है कि उनके किस विधायक ने कितना पैसा लिया और कहां उपयोग किया तो फिर गृहमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री इतने बड़े अपराध को घटित होते क्यों देख रहे हैं? क्यों FIR दर्ज नहीं कराते? कथनी और करनी का अंतर राजस्थान का आवाम अपनी आंखों से अच्छी तरह से देख रहा है। दो साल बीत गए,बिकाऊ विधायकों की लिस्ट क्यों नहीं जारी कर रहे? राठौड़ ने कहा- आपने देश के गृहमंत्री को आरोपित करने की तोहमत उठाई है तो यह भी बता ही दें कि सरकार भी आपकी पुलिस पर नियंत्रण भी आपका,गृहमंत्री भी आप। आपकी नजरों में आए बिकाऊ विधायकों की सर्वाधिक जानकारी भी आपको,तो फिर देरी किस बात की? दो साल गुजर जाने के बाद भी विधायकों की सूची जारी क्यों नहीं कर रहे? किन विधायकों को कितने करोड़ मिले और कितने खर्च हुए, इनका ब्यौरा भी आप लिये बैठे हैं। तो फिर तथाकथित बिकाऊ विधायकों के विरुद्ध पुलिस केस दर्ज करने में देरी क्यों? जो विधायक आपकी नजरों में धोखेबाज थे वे मंत्रिमंडल में विराजमान हैं राठौड़ ने कहा-तत्कालीन मुख्य सचेतक जोशी ने फोन टैपिंग प्रकरण में एसीबी व एसओजी दर्ज कराई गई, FIR नंबर 47,48,49, 129 में एफआर भी आपके निर्देश पर लगी और अब आरोप भी आप लगा रहे हैं। जो विधायक आपकी नजरों में धोखेबाज थे वह आज मंत्रिमंडल में विराजमान है। गहलोत ने कहा था- अमित शाह से लिया पैसा वापस लौटाएं हमारे विधायक गहलोत ने कल धौलपुर जिले में राजाखेड़ा के पास महंगाई राहत कैंप की सभा में पायलट कै।प के विधायकों पर अमित शाह से पैसा लेने का आरोप लगाकर सियासी विवाद को ताजा किया था। गहलोत ने कहा था कि अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत इन सबने मिलकर हमारी सरकार को गिराने का षडयंत्र किया। राजस्थान में विधायकों को पैसे बांट दिए। यह लोग वापस पैसा नहीं ले रहे हैं। मुझे चिंता लगी हुई है, ये वापस पैसा क्यों नहीं ले रहे हैं? हमारे विधायकों से मैंने यहां तक कह दिया कि जिसने 10 करोड़, 20 करोड़ लिया है,उसमें से कुछ खर्च कर दिया हो तो वह खर्च किया हुआ पॉर्शन मैं ​दे दूंगा, मैं एआईसीसी से दिलवा दूंगा। आप अमित शाह को पैसा वापस दे ​दीजिए। उसका पैसा मत रखो उसका पैसा रखोगे तो हमेशा आप पर दबाव रहेगा।

कांग्रेस के खिलाफ हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे बीजेपी कार्यकर्ता:13 मई को जयपुर के 250 वार्ड में देंगे धरना, मंदिर से सोशल-मीडिया तक चलाएंगे अभियान

6 May 2023
जयपुर, जयपुर ब्लास्ट के दोषियों की रिहाई के बाद भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रामक मूड में आ गई है। 13 मई को जयपुर बीजेपी की ओर से शहर के 250 वार्ड में कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता वार्ड में बने मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ कर कांग्रेस सरकार की सद्बुद्धि की कामना करेंगे। वहीं सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ अभियान की शुरुवात करेंगे। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान की नकारा कांग्रेस सरकार की वजह से 71 लोगों के गुनहगारों की रिहाई हो गई थी। इसके बावजूद सरकार ने अब तक सुप्रीम कोर्ट में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कोई एसएलपी दायर नहीं की है। बल्कि तुष्टीकरण की राजनीति कर जनता को बेवकूफ बनाने का काम कर रही है। इसलिए इस गूंगी बहरी गहलोत सरकार को जगाने के लिए बीजेपी की ओर से बम ब्लास्ट की 15वीं बरसी के मौके पर जयपुर में वार्ड स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जहां सांकेतिक धरने के बाद क्षेत्रीय मंदिर में बीजेपी कार्यकर्त्ता हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी बलास्ट मामले के दोषियों को सजा दिलाने के लिए अभियान चलाएंगे। ताकि जयपुर की जनता की आवाज कांग्रेस सरकार के कानों तक पहुंच सके। वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को कर्नाटक में जयपुर ब्लास्ट के दोषियों के रिहाई के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कुछ साल पहले बम धमाका हुआ था। इसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। आप कल्पना कीजिए कितना भयंकर षड्यंत्र हुआ होगा। इसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए। वहां की कांग्रेस सरकार की पुलिस ने ऐसा काम किया। धमाका करने वाले सारे के सारे दोषी निर्दोष होकर जेल से छूट गए। उनको सजा नहीं दिलवाई। तुष्टिकरण की यही नीति कांग्रेस के एकमात्र पहचान है। क्या ऐसी कांग्रेस पार्टी को आप कर्नाटक में आने देंगे। बता दें राजस्थान में साल 2008 के दौरान जयपुर में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। जिसमें 71 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 185 लोग घायल हुए थे। इस मामले में राजस्थान हाईकोर्ट ने सरकार की कमजोर पैरवी करने के बाद फरवरी में सभी आरोपियों को बरी कर दिया था। जिसके बाद राजस्थान बीजेपी ने इसे कांग्रेस सरकार की लापरवाही करार दिया था। इसके बाद पीड़ित परिवारों के साथ मिल बीजेपी ने जहां जयपुर में विरोध मार्च निकला था। वहीं जयपुर ब्लास्ट मामले के आरोपियों पीड़ित परिवारों ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की थी। जबकि इस मामले में कांग्रेस सरकार ने पैरवी कर रहे वकील को हटाकर सुप्रीम-कोर्ट में फिर से याचिका दायर करने की बात कही थी।

पहलवानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी ने खोला मोर्चा:बोले- तानाशाह बन गए मोदी, बृजभूषण पर करें कार्रवाई

4 May 2023
जयपुर, दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के साथ हुए विवाद के बाद आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है गुरुवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कहा कि देर रात की घटना के बाद से ऐसा लग रहा है कि देश में न्याय मांगना अपराध हो गया है। यह दुर्भाग्य है कि देश के लिए मैडल लाने वाली महिला पहलवान 13 दिन से लगातार धरना दे रही हैं। उसके बावजूद 6 दिन के बाद आरोपी बृजभूषण शरण के खिलाफ मामला दर्ज होता है। अगर देश में खिलाड़ियों के साथ तानाशाही रवैया अपनाया जाएगा। तो हमारे खिलाड़ी कैसे आगे बढ़ेंगे। पालीवाल ने कहा कि पहलवान अपनी बात सरकार और जनता तक पहुंचाने के लिये अपने संवैधानिक अधिकारों के तहत प्रोटेस्ट कर रहे हैं। यह कोई अपराध नहीं है। वहीं जब पहलवानों के समर्थन में जब धरना स्थल पर दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज, सोमनाथ भारती और महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल गईं। तो दिल्ली पुलिस ने उनको भी नहीं बख्शा और हिरासत में ले लिया। पालीवाल ने पूछा कि क्या यही है पीएम मोदी के सपनों का भारत, जहां महिला पहलवानों को अपनी मांगों को लेकर धरना देना पड़ रहा है। जब महिला पहलवान शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रही है। तो उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी नशे की हालत में मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। इससे केंद्र सरकार की संवेदनहीनता साफ जाहिर होती है। उन्होंने कहा कि देश के पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतर पहलवानों के इंसाफ की लड़ाई लड़ेगी। इस दौरान पालीवाल ने कहा कि बीजेपी अपने जिस नेता को बचाने की कोशिश कर रही है। उसका विवादों से पुराना नाता रहा है। 2019 में सीबीआई ने बृजभूषण के खिलाफ करप्शन का केस रजिस्टर किया था। जो अभी भी चल रहा है। आखिर ऐसे विवादित छवि वाले नेता पर बीजेपी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। ऐसी क्या मजबूरी है। जो बीजेपी और केंद्र सरकार को बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई करने से रोक रही है।

भर्ती का विरोध, प्रदेशभर के सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

24 April 2023
प्रदेश में सफाई कर्मचारियों के 13184 पदों पर भर्ती के लिए निकली विज्ञप्ति के साथ ही बवाल मच गया है। विभिन्न वर्गों के आरक्षण के साथ निकली भर्ती के विरोध में प्रदेशभर के सफाई कर्मचारियों ने कल से हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय पर दिनभर चली बैठक में वाल्मीकि समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय किया गया कि 2018 के पैटर्न पर भर्ती नहीं होने दी जाएगी। सरकार ने हमारे साथ वादाखिलाफी की है। जिसके चलते 25 अप्रेल से वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि 18 जनवरी और 19 अप्रेल 2023 को सयुक्त वाल्मीकि सफाई श्रमिक के साथ समझौता किया गया था, जिसमें भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की बात थी। लेकिन निदेशक डीएलबी अपने लिखित समझोते की क्रियान्विति नहीं कर रहे हैं और 2018 कि तर्ज पर सफाई कर्मचारियों के रिक्त पदों पर भर्ती कर रहे हैं। सफाई कर्मचारियों ने पहले ही साफ कर दिया था कि अगर आरक्षण के साथ सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई तो शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर देंगे। इसलिए सरकार जब तक पदों का आरक्षण हटाकर वाल्मीकि समाज को सफाई कर्मचारी भर्ती में प्राथमिकता नहीं देगी, हम काम पर नहीं आएंगे।

अधिकारी सरकार को रिपीट नहीं कराना चाहते

डंडोरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा थी कि वाल्मीकि समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरी मिले, इसलिए 30 हजार पदों की भर्ती निकाली है, लेकिन अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि अधिकारी नहीं चाहते कि सरकार रिपीट हो। 2018 में हम भाजपा सरकार को सबक सिखा चुके हैं।


मालपुरा विधानसभा में उपद्रव, अब क्या करेंगे सीएम गहलोत

24 April 2023
राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच मालपुरा विधानसभा में दंगा हो गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक तरफ जयपुर से लेकर नई दिल्ली तक चुनाव की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। पार्टी विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ आए सर्वे की रिपोर्ट पर मंथन चल रहा है। राजस्थान में दुबारा कांग्रेस की वापसी की तैयारियां चल रही हैं। वहीं अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए अब यह नया सिर दर्द बन गया है।
अब तक राजस्थान पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया है। इस इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। अब कोई भी चार व्यक्ति एक साथ कहीं भी न तो खड़े रह सकते हैं और न ही कहीं आ जा सकते हैं। फिलहाल मालपुरा इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन स्थिति को संभालने और शांति बनाए रखने के लिए तमाम उपाय कर रहा है। छतों से हुई पत्थरबाजी सड़क लाल मामूली घटना के बाद छतों से इतनी पत्थरबाजी हुई कि सड़क लाल हो गई। पुलिस ने घटना के बाद जब देखा तो कई मकानों की छतों पर पत्थर नजर आए। लोगों में नाराजगी यह भी है कि हर पर्व ड्रोन से निगरानी रखी जाती है लेकिन ईद पर यह निगरानी नहीं की गई। इस बावल के कारण बाजार जल्दी बंद हो गए।

ये था मामला

पुलिस उपाधीक्षक सुशील मान ने बताया कि पुरानी तहसील इलाके में दो दिन से कुछ युवक तेज गति से बाइक चला रहे थे। दूसरे पक्ष ने उलहना दिया तो विवाद हो गया। इसे बाद भी तो फिर जबदस्त पथराव हुआ। पुलिसकर्मी रामजीलाल एवं पुखराज समेत एक दर्जन महिला-पुरुष घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। एक की हालत गम्भीर होने पर जयपुर रेफर कर दिया।


रंधावा बोले- कार्रवाई पहले भी कई बार होनी थी, नहीं हुई, लेकिन अब होगी

13 April 2023
BJP सरकार के समय हुए करप्शन पर कार्रवाई नहीं होने के मुद्दे पर अनशन के बाद सचिन पायलट देर रात दिल्ली पहुंच गए हैं। अनशन के बाद पायलट के दिल्ली दौरे को लेकर सियासी हलकों में कई तरह की चर्चाएं हैं।
वहीं, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन के अनशन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को रिपोर्ट सौंपी है। रंधावा ने दिल्ली में पायलट को लेकर पूछे सवालों के जवाब में कहा कि मैं राजस्थान को पंजाब नहीं बनने देंगे। लगातार राजस्थान के लीडर्स के साथ संपर्क में हैं।
रंधावा ने कहा कि पायलट ने विधानसभा में यह मुद्दा क्यों नहीं उठाया? उन्होंने यह क्यों नहीं कहा कि संजीवनी घोटाले में गजेंद्र शेखावत की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? करीब आधे घंटे आज खड़गे से बातचीत हुई है, गुरुवार को फिर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर मीटिंग होगी और जयपुर में पिछले दिनों से अब तक हुए घटनाक्रम को लेकर चर्चा कर फैसला लेंगे।

रंधावा बोले- कार्रवाई पहले भी होनी चाहिए थी, लेकिन अब होगी

रंधावा ने कहा कि कांग्रेस में 25 सितंबर सहित अनुशासनहीनता की पुरानी घटनाओं पर एक्शन नहीं होने के सवाल पर पर रंधावा ने कहा- कार्रवाई तो पहले भी कई बार होनी चाहिए थी, लेकिन नहीं हुई। अब वैसा नहीं होगा, कार्रवाई होगी। पायलट के बयानों और भाषणों को स्टडी कर रहा हूं, उसके बाद तय करेंगे। रंधावा के इस बयान को पायलट पर कार्रवाई के संकेत के तौर पर माना जा रहा है, हालांकि रंधावा ने पायलट का नाम लेकर कार्रवाई की बात नहीं की। इस दौरान चर्चाएं हैं कि पूर्व डिप्टी सीएम पायलट दिल्ली में कुछ नेताओं से गुप्त मीटिंग कर सकते हैं। हालांकि, पायलट के अगले सियासी स्टैंड को लेकर भी अभी पूरी तरह तस्वीर साफ नहीं है। चुनावी साल में पायलट मुद्दे पर राजस्थान कांग्रेस में खींचतान फिर तेज हो गई है। सचिन पायलट ने कल अनशन के बाद जिस तरह करप्शन के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की बात कही थी, उससे यह साफ अनुमान लगाया जा रहा है कि आगे भी वे CM अशोक गहलोत खेमे को घेरेंगे। कांग्रेस हाईकमान की तरफ से पायलट के अनशन के बाद अभी कोई रिएक्शन नहीं आया है।

प्रियंका वाड्रा के हस्तक्षेप की संभावना

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट प्रकरण में प्रियंका वाड्रा के फिर हस्तक्षेप करने के आसार हैं। पायलट प्रियंका वाड्रा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। पिछली बार बगावत के बाद पैदा हुए सियासी संकट के वक्त भी पायलट की वापसी और समझौते में प्रियंका का ही बड़ा रोल था। इस बार भी प्रियंका के बीच-बचाव करने की चर्चाएं हैं। सचिन पायलट ने जिस तरह शाम को तेवरों में बदलाव किया उससे इन चर्चाओं को और बल मिला है।

पहले पार्टी विरोधी गतिविधि बताया, फिर कांग्रेस ने चुप्पी साधी

सचिन पायलट ने रविवार को जब प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अनशन की घोषणा की थी तो कांग्रेस हाईकमान से जुड़े नेताओं ने बयान जारी करके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार का पक्ष लिया था। सचिन पायलट के पक्ष में किसी बड़े नेता ने बयान नहीं दिया था। सोमवार देर रात प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बयान जारी करके पायलट के अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताते हुए उन्हें बातचीत से मसला हल करने का सुझाव दिया। रंधावा के बयान के बाद इस तरह का अनुमान लगाया जा रहा था कि पायलट को अनशन के बाद नोटिस जारी हो सकता है, लेकिन कांग्रेस ने रणनीति बदल दी। कल दोपहर बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राजस्थान के मुद्दे पर जयराम रमेश जल्द बयान जारी करेंगे, लेकिन जयराम रमेश ने कोई बयान जारी नहीं किया।

25 सितंबर की तरह पायलट मुद्दे पर भी फैसला होल्ड

अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों के बीच पावर शेयरिंग ही झगड़े की मुख्य जड़ मानी जा रही है। पायलट समर्थक लंबे समय से CM बदलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब हाईकमान के नजदीकी नेताओं ने गहलोत सरकार के कामकाज के बूते चुनावों में उतरने का बयान देकर नई चर्चाओं को बल दे दिया। 25 सितंबर को गहलोत खेमे के विधायकों ने CM चयन का फैसला हाईकमान पर छोड़ने का प्रस्ताव पारित नहीं होने दिया था। इस मामले में तीन नेताओं को नोटिस जारी किए, उनके जवाब भी दिए, लेकिन फैसला होल्ड कर लिया। अब अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताकर इस पर अगला कदम उठाने के फैसले को होल्ड कर लिया। गहलोत खेमा अब पायलट के अनशन को 25 सितंबर की घटना को बैलेंस करने के लिए इस्तेमाल करेगा।

आनंद शर्मा बोले- वसुंधरा राजे अचानक प्रकट हुई हैं क्या?

सचिन पायलट मुद्दे पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पायलट पर निशाना साधते हुए गहलोत का पक्ष लिया है। आनद शर्मा ने कहा कि हमारे यहां कम से कम यहां तक पहुंच गए , सत्ताधारी पार्टी में देखो क्या हालत है वसुंधरा राजे कोई कल प्रकट हुई है कोई नई बात सामने उजागर आई है। मैंने तो कोई सुना नहीं कि ऐसा कोई वाकया हुआ हो। शर्मा ने कहा, हर पार्टी के अपने नियम होते हैं , क्या चीज अनुशासन की परिधि में है और क्या इसके बाहर है।कोई ऐसा विशेषज्ञ नहीं है जो किसी दूसरे का मन पढ़ कर उसका विश्लेषण कर लें। राजनीति में स्वभाविक है कि मतभेद होते हैं। हमारी सरकार बेहतरीन काम कर रही है बजट में जो घोषणा हुई है योजनाओं की घोषणा हुई है ,वह जनता के लिए बहुत उपयोगी है।

पायलट ने नए सियासी मुद्दे को हवा दी

सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे की अगुआई वाली BJP सरकार के करप्शन पर कार्रवाई नहीं होने पर साल भर पहले भी बयान दिए थे, उस वक्त CM गहलोत को दो बार लेटर भी लिखे। पायलट ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में BJP राज के करप्शन पर कार्रवाई के लिए लिखे लेटर्स का CM गहलोत के जवाब नहीं देने का मुद्दा उठाकर 11 अप्रैल को अनशन की घोषणा की। पायलट ने कल 11 से 4 बजे तक समर्थकों के साथ जयपुर के शहीद स्मारक पर अनशन किया। अनशन के बैनर पर पायलट के गांधी जी के अलावा किसी की तस्वीर नहीं लगाकर सियासी चर्चाएं छेड़ दीं। हालांकि अनशन के बाद पायलट के बयान में गहलोत के प्रति तल्खी गायब थी, उन्होंने बयान BJP के करप्शन पर मोड़ दिया।


आप का ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ अभियान राजस्थान में शुरू:प्रदेश अध्यक्ष पालीवाल बोले- जनता तक पहुंच जाएंगे हकीकत, इस बार होगा बदलाव

31 March 2023
राजस्थान में चुनावी साल शुरू होने के साथ कांग्रेस-बीजेपी के साथ अब आम आदमी पार्टी भी सक्रीय हो गई है। गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने राजस्थान में मोदी हटाओ देश बचाओ का कैंपेन की शुरुवात की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने मोदी हटाओ देश बचाओ के पोस्टर का विमोचन किया। जिसके बाद खासाकोठी पुलिया पर पोस्टर लगाकर अभियान की शुरुआत की गई। इसके साथ ही आप नेताओं ने जयपुर के हर गली-मोहल्ले में पोस्टर लगाने की शुरुवात की।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कहा कि दिल्ली में जब आम आदमी पार्टी ने मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाए। तो हमारे 130 कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज कर दिए गए। लेकिन जब हमारे खिलाफ पोस्टर लगे। तो दिल्ली की पुलिस ने कुछ नहीं किया। प्रधानमंत्री सोचते हैं कि कोई हमारे खिलाफ आवाज उठाएगा। तो उस पर कार्रवाई कर उसे जेल में बंद कर देंगे। लेकिन जेल में बंद करने से कार्यकर्ता की आवाज बंद नहीं होगी। बल्कि और बुलंद होगी। हम भगत सिंह के वंशज हैं, और देश को बदलने वाले हैं। इस बदलाव को लाने के लिए हम जनता को जागरूक कर रहे हैं।
राजस्थान आप के मीडिया प्रभारी योगेंद्र गुप्ता ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हम मोदी का व्यक्तिगत विरोध कर रहे हैं। तो उनके लिए मैं बता दूं कि यह व्यक्तिगत विरोध नहीं। बल्कि उन वादों की वादाखिलाफी का विरोध है। जो उन्होंने साल 2014 में जनता से किए थे। आज महंगाई आसमान छू रही है। भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। लोग बेरोजगार घूम रहे हैं। गरीब और गरीब होता जा रहा है। क्या यह मुद्दे नहीं है।
लेकिन जब इन मुद्दों पर हम बात करते हैं। तो बीजेपी के नेता लोगों को बरगला देते हैं। कोई दूसरा ही मुद्दा उठा लाते हैं। किसी की सदस्यता समाप्त कर देते हैं। इसलिए लोकतंत को बचने के लिए मोदी को हटाना सबसे जरूरी हो गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में तो हमने जीरो से शुरुआत की थी। लेकिन आज हम दिल्ली, पंजाब, गुजरात और हिमाचल में हैं। हम राष्ट्रीय पार्टी बन चुके हैं। क्योंकि हमने जो मुद्दे उठाए थे। वह जनहित में थे। लोगों ने हमें मौका दिया। क्यों कि उन्हें पता था कि यह हमारे मुद्दों की बात कर रहे हैं। यह हमारे हित में है। यहां पर भी हम जनता के मुद्दों की बात कर रहे हैं। अगले चुनाव में भाजपा को हमसे बड़ा खतरा होने वाला है। हम राष्ट्रवादी और ईमानदार हैं। इन दोनों पार्टियों की तरह जनता को लूटने वाले नहीं हैं।


अनिता भदेल राजस्थान की सर्वश्रेष्ठ विधायक घोषित, विधानसभा में 20 मार्च को मिलेगा अवार्ड

16 March 2023
अजमेर। अजमेर दक्षिण की भाजपा विधायक अनिता भदेल को राजस्थान के 200 विधायकों में से सर्वश्रेष्ठ विधायक घोषित किए जाने पर उन्होंने इसे क्षेत्र के मतदाताओं और अजमेर की जनता का सम्मान बताया है। भदेल को सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड 20 मार्च को सायं पांच बजे विधानसभा परिसर में होने वाले समारोह में दिया जाएगा। इस समारोह में विधानसभा अध्यक्ष के साथ साथ मुख्यमंत्री, प्रतिपक्ष के नेता आदि उपस्थित रहेंगे। भदेल को यह अवार्ड वर्ष 2022 की परफॉर्मेंस के आधार पर दिया गया है। भदेल अजमेर दक्षिण से लगातार चार बार चुनाव जीती हैं। भदेल ने हर विपरीत परिस्थितियों में भाजपा को जीत दिलाई है। दो बार तो कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर हेमंत भाटी जैसे धनाढ्य और बीड़ी उद्योगपति को हराया है। चार बार विधायक और एक बार मंत्री बनने के बाद भी भदेल ने अपने क्षेत्रवासियों से लगाव बनाए रखा है। वे आज भी अपने पुराने भजनगंज स्थित मकान पर ही रोजाना जनसुनवाई करती है। लोगों की समस्याओं का समाधान करती हैं। लोकप्रियता के कारण ही भदेल को पूरे शहर जिले और संभाग में हर किसी सामाजिक समारोह और लोगों के दुख-सुख में साथ खड़े देखा जा सकता है। मालूम हो कि अनिता भदेल को सर्वश्रेष्ठ विधायक घोषित किए जाने की घोषणा 15 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की अध्यक्षता वाली कमेटी ने सर्वसम्मति से की। सर्व श्रेष्ठ विधायक की घोषणा में विधानसभा में विधायक ओवरऑल परफॉर्मेंस देखी जाती है। विधायक द्वारा उठाए गए सवालों की संख्या के साथ साथ कानून बनाने की प्रक्रिया में भूमिका भी देखी जाती है। किसी मुद्दे पर बहस के दौरान रखे गए तथ्य भी देखे जाते हैं। साथ ही सत्र में विधायक का अनुशासन भी देखा जाता है। सर्वश्रेष्ठ विधायक के सभी मापदंडों पर खरा उतरने के कारण ही भदेल को अवार्ड मिला है। अवार्ड मिलने पर भदेल ने कहा कि यह सम्मान पूरे अजमेर का है। इस सम्मान के असली हकदार अजमेर दक्षिण क्षेत्र के मतदाता है। क्षेत्र के मतदाताओं ने मुझे चुना, इसलिए मैं विधानसभा में अपनी योग्यता दिखा पाई। सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड मिलने के साथ ही राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा है कि अब अनिता भदेल का अजमेर दक्षिण से पांचवीं बार भाजपा का टिकट मिलने के मार्ग में कोई रुकावट नहीं होगी। सब जानते हैं कि प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार है और विधानसभा के अध्यक्ष के पद पर डॉ. सीपी जोशी जैसे संविधान विशेषज्ञ बैठे हैं। ऐसे में किसी भाजपा विधायक को सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड मिलना आसान नहीं है। जब कांग्रेस सरकार में ही सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड मिल गया तो फिर अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा का टिकट क्यों नहीं मिलेगा? आखिर पार्टी भी तो मौजूदा विधायक की परफॉरमेंस ही देखती है।

प्रदेश प्रभारी रंधावा बोले- पूरी पार्टी अनुशासन में और एकजुट.

28 December 2022
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बुधवार को कहा कि राजस्थान में पूरी पार्टी अनुशासन में और एकजुट है। साथ ही पार्टी नेताओं व पदाधिकारियों को धैर्य बनाए रखने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ईमानदारी से काम करने वालों को सम्मान जरूर देती है। जयपुर में पार्टी के अधिवेशन के बाद संवाददाताओं से बातचीत में रंधावा ने कहा अधिवेशन में सभी वक्ताओं ने संगठन की मजबूती पर जोर दिया। हर वक्ता ने कहा कि संगठन मजबूत होगा तो कांग्रेस मजबूत होगी। संगठन मजबूत होगा तो कांग्रेस सत्ता में वापस आएगी। अपने संबोधन में अनुशासन पर बात करने वाले रंधावा ने कहा अनुशासन तो कांग्रेस में होना ही चाहिए। अनुशासन के बिना तो कोई घर भी नहीं चल सकता कांग्रेस तो बहुत बड़ी पार्टी है, तो अनुशासन तो रहेगा। उन्होंने कहा अगर अनुशासन नहीं होता तो इस अधिवेशन में आवाज उठती। पूरी पार्टी अनुशासन में व एकजुट है। पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को धैर्य रखने की नसीहत देते हुए रंधावा ने कहा हमें ओहदे के लिए काम नहीं करना चाहिए। हमें पार्टी को पहले रखना चाहिए। धैर्य रखना चाहिए। पार्टी गंभीरता से काम करने वाले को सम्मान जरूर देती है। रंधावा ने कहा कि राजस्थान में संगठनात्मक स्तर पर बाकी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति जल्द ही कर दी जाएगी। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की रंधावा ने प्रशंसा की लेकिन साथ ही कहा राजस्थान में योजनाओं का जो प्रचार-प्रसार होना चाहिए उसमें कमी है। हमने जो काम किया है उसे जनता के बीच लेकर जाएंगे। हम उन्हें बताएंगे कि झूठ बोलने वाली केंद्र सरकार से ज्यादा काम राजस्थान में हुआ है। जो योजनाएं वह लागू नहीं कर सकी उसे राजस्थान में गहलोत सरकार ने कर दिखाया है।

Jaipur Literature Festival: वसुंधरा राजे ने कहा, सरकार बदलते ही पिछले फैसले बदलना गलत परंपरा.

29 January 2019
जयपुर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कहना है कि सरकार बदलते ही पिछली सरकार के फैसलों को बदलना गलत परंपरा है। होना यह चाहिए कि हम पिछली सरकार के अच्छे फैसलों को आगे बढ़ाएं। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में राजे ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की किताब डिल्यूजनल पॉलिटिक्स का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राजस्थान में पर्यटन को बढ़ाने के लिए किलों और हवेलियों से आगे बढ़ते हुए 'जाने क्या दिख जाए' का कैंपेन शुरू किया था। नई सरकार ने आते ही उसे फिर से पधारो म्हारे देस कर दिया। राजे ने कहा कि पधारो म्हारे देस तो हमारी विरासत है ही। हमें उससे आगे बढ़कर सोचना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सही ढंग से सोचने वाली कोई भी सरकार नफरत की राजनीति को प्रोत्साहित नहीं कर सकती। केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछली सरकारों के आधार कार्ड और जीएसटी जैसे निर्णयों को आगे बढ़ाया है और यह हर सरकार को करना चाहिए। अपनी किताब के बारे में उन्होंने कहा कि यह किताब दुनियाभर की सरकारों और नेताओं के उन निर्णयों के बारे में है, जिसके बारे में उन्हें पता था कि सही साबित नहीं होंगे, लेकिन फिर भी किए गए। इससे बहुत बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए। वहीं नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि हमें वैश्विक बाजार में खप सकने वाला उत्पादन करने पर जोर देना चाहिए।

जींद के उपचुनाव में चौतरफा लड़ाई में फंसे रणदीप सुरजेवाला.

28 January 2019
हरियाणा की जींद और राजस्थान के रामगढ़ में आज उपचुनाव हो रहे हैं. ये दोनों उपचुनाव कई कारणों से काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं. खासकर राजस्थान की रामगढ़ सीट पर सबकी निगाहें हैं. वजह कई हैं. भरतपुर जिले में बहुजन समाज पार्टी ने विधान सभा चुनाव में अच्छा प्रर्दशन किया है. इस इलाके की 6 में से 5 सीटों पर कब्जा किए हुए है. यहीं पर रामगढ का उपचुनाव दिलचस्प हो जाता है क्योंकि रामगढ से बीएसपी के उम्मीदवार हैं जगत सिंह, जो नटवर सिंह के बेटे हैं. जगत सिंह को कई पार्टियों में रहने का अनुभव है. वे कांग्रेस,बीजेपी से होते हुए अब बीएसपी में आए हैं. वैसे इस सीट पर चुनाव भी बीसपी के ही उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह मृत्यु की वजह से ही हो रहा है. रामगढ़ का महत्व इसलिए भी है कि यह वही जगह है जहां कथित तौर पर गौरक्षकों ने रकबर को पीट पीट कर मार डाला था. उसके बाद बीजेपी ने अपने विधायक ज्ञानदेव आहूजा का टिकट काट दिया था, लेकिन बीजेपी अभी भी ये चुनाव हिंदुत्व के मुद्दे पर ही लड़ रही है. खैर, बसपा ने यहां से जगत सिंह को टिकट दे कर एक दांव खेला है. उसे पता है कि उनका वोट प्रतिशत इन इलाकों में बढा है और वो यह भी जानते हैं कि कांग्रेस सरकार को पूर्ण बहुमत नहीं है. ऐसी स्थिति में बसपा अपने चंद विधायकों के साथ राजस्थान में निर्णायक स्थिति में रहना चाहती है. जगत सिंह के लिए 90 साल के पूर्व केन्द्रीय मंत्री नटवर सिंह वोट मांग रहे हैं और लोगों से कह रहे कि उनकी तो उम्र हो गई अब लोग उनके बेटे को जीता कर विधानसभा भेज दें. वहीं कांग्रेस ने भी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. उसे लगता है कि यह सीट किसी भी हाल में जीतनी है क्योंकि कांग्रेस यदि यह सीट जीतती है तो वह 200 की विधानसभा में 100 के जादुई आंकडे तक पहंच जाएगी और चैन की सांस ले सकती है. कांग्रेस को लगता है कि राजस्थान में सरकार होने का उन्हें फायदा मिलेगा. दूसरा, उपचुनाव जींद में हो रहा है जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला जो कैथल से भी विधायक हैं लोग उनसे यही पूछ रहे हैं कि विधायक होते हुए भी वे क्यों ये चुनाव लड रहे हैं. मगर इस चुनाव को दिलचस्प बनाया है चौटाला बंधुओं ने. जी हां... यहां से अजय चौटाला के छोटे बेटे दिग्विजय चौटाला जननायक जनता पार्टी से चुनाव मैदान में हैं. जबकि उनके खिलाफ चौटाला के दूसरे बेटे अभय चौटाला ने उमेद सिंह रेडू को इनलो से मैदान में उतारा है. टक्कर दोनों चौटालों के बीच है, जिनकी ये राजनैतिक लडाई अब निजी बन गई है खासकर तब जब ओमप्रकाश चौटाला की पत्नी ने यह बयान दे दिया कि उनके गुजरने के बाद दुष्यंत और दिग्विजय दोनों भाईयों में से किसी को उनकी अंतिम यात्रा में शामिल नहीं होने दिया जाए. चुनाव के दौरान उनके इस बयान पर लोगों में अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया हो रही है. इस सब के बीच बीजेपी के कृष्णा मिड्डा जिनके पिता दो बार से इनेलो के विधायक रह चुके हैं और जिनके गुजरने पर यहां उपचुनाव हो रहे हैं इस बार पाला बदल कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. यानि रणदीप यहां चौतरफा लड़ाई में फंसे हैं और जींद का उपचुनाव भी मजेदार रंग ले चुका है. जींद और रामगढ़ में आज वोटिंग हो रही है और 31 जनवरी को वोटों की गिनती होगी.