बिजनेस- फीचर्स Slideshow Image Script
पाठकों की पसंद
अमिताभ को काफी पसंद आया 'किक' का ट्रेलर
हिंदुत्व को परिभाषित नहीं किया जा सकता
दिल्ली यूनिवर्सिटी और यूजीसी विवाद : दाखिले की प्रक्रिया टली
रेल पर NDA के कुनबे में रार, उद्धव का जेटली को फोन
कैमरून के खिलाफ ब्राजील का यह प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ: नेमार
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 155 अंक मजबूत, रुपये में तेजी
इराक:भारतीय बंधक का दिल का दौरा पड़ने से निधन
मनमोहन को छूट पर अमेरिकी सरकार से जवाब-तलब
इराक के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा : केरी
हज यात्रियों के लिए सहूलियतें बढ़ाने पर सुषमा का जोर



दुनिया में सबसे पसंदीदा चार पेय और उनकी ब्रैंड वैल्यू
17 September 2014
पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले और बिकने वाले चार पेय (बैवरेज)हैं- कोका कोला, नेसकैफे, पेप्सी और स्प्राइट। इसमें गर्म पेय में सिर्फ नेसकैफे है, जबकि बाकी तीनों ठंडे पेय हैं। लेकिन इन चारों में कौन-से ब्रैंड की वैल्यू कितनी है? कौन-सा ब्रैंड कितना ज्यादा पसंद किया जा रहा है। जानिए 2013 में इन चारों ब्रैंड्स की वैल्यू के बारे में।
2000 से 2013 तक कोका-कोला पहले स्थान पर है। 2013 में इसकी ब्रैंड वैल्यू चार हज़ार 752 अरब रुपए थी। 2013 में पेप्सी की ब्रैंड वैल्यू 1073 अरब रुपए, नेसकैफे की 639 अरब रुपए और स्प्राइट की 348 अरब रुपए थी।
2000 से 2008 तक कोका-कोला के बाद नेसकैफे दूसरे नंबर पर था। 2010 से स्प्राइट चौथे स्थान पर है। कम वक्त में इस पेय ने अच्छी मार्केट बनाई है।
2000 से अब तक सबसे आगे है कोका-कोला

कोका कोला -4,752 अरब
नेसकैफे - 639 अरब
पेप्सी - 1073 अरब
स्प्राइट- 348 अरब


भारत-चीन सम्बंध ‘‘इंच से मीलों की ओर’’ प्रधानमंत्री ने नई दिल्‍ली स्थित चीनी पत्रकारों से बातचीत की
17 September 2014
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नई दिल्‍ली स्थित चीनी पत्रकारों के साथ बातचीत की तथा कहा कि ‘भारत और चीन इतिहास से जुड़े हैं, संस्‍कृति द्वारा बंधे हुये हैं तथा समृद्ध परम्पराओं से प्रेरित रहे हैं। एक दूसरे के साथ मिलकर ये समस्‍त मानव जाति के लिये उज्‍ज्वल भविष्‍य का सृजन कर सकते हैं।’
प्रधानमंत्री ने हमारे द्विपक्षीय सम्‍बंधों के ‘‘इंच (भारत और चीन) से मीलों (मलेनीअम ऑफ एक्‍ससेप्सनल सिनर्जी)’’ की ओर बढ़ने की संभावनाओं का सारांश प्रस्‍तुत किया। उन्‍होंने कहा कि प्रत्‍येक इंच चलने पर हम मानवता का इतिहास फिर से लिख सकते हैं तथा प्रत्‍येक मील दर मील बढ़ने पर यह ग्रह बेहतर स्‍थान बन सकता है। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि भारत और चीन मिलकर कई मीलों का रास्‍ता पार कर सकते हैं। कई मील साथ चलने पर दो देश आगे ही नहीं बढ़ते बल्कि समस्‍त एशिया तथा मानवता प्रगति तथा समन्‍वय की ओर अग्रसर होती है।
भारत और चीन की बहुसंख्‍यक जनसंख्‍या का उल्‍लेख करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत और चीन की जनसंख्‍या विश्‍व की जनसंख्‍या का करीब 35 प्रतिशत है तो भारत और चीन के सम्‍बंध मजबूत होने पर विश्‍व के 35 प्रतिशत लोग और करीब आते हैं; भारत और चीन के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ता है तो विश्‍व की 35 प्रतिशत जनसंख्‍या में गुणवत्‍ता परक परिवर्तन होता है। भारत और चीन के भावी सम्‍बंधों के बारे में पूछे गये प्रश्‍न के उत्‍तर में प्रधानमंत्री ने बताया कि हमारे सम्‍बंध महज अंकगणित से काफी दूर तक के हैं। इनके बीच अनूठी केमिस्‍ट्री है जो निर्धारक क्षण बना सकते हैं।
सम्‍बंधों की प्रकृति का खुलासा करते हुये उन्‍होंने कहा कि ‘‘हमारे सम्‍बंधों की केमिस्‍ट्री तथा अंकगणित मुझे यह आश्‍वस्‍त करता है कि हम मिलकर इतिहास रच सकते हैं तथा समस्‍त मानव जाति के लिये बेहतर कल का सृजन कर सकते हैं। ’’


दक्षेस देशों के गृह मंत्रियों और गृहसचिवों एवं अप्रवासी अधिकारियों की छठीं बैठक 17 सितंबर से काठमांडू में
17 September 2014
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) देशों के गृह मंत्रियों और सचिवों एवं अप्रवासी अधिकारियों की छठीं बैठक 17 से 19 सितंबर 2014 तक नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित होगी।
दक्षेस देशों के अप्रवासी अधिकारियों की बैठक 17 सितंबर 2014 को होगी। गृह सचिवों की बैठक 18 सितंबर 2014 जबकि गृह मंत्रियों की बैठक 19 सितंबर 2014 को होगी।
इस तीन दिवसीय बैठक के दौरान आतंकवाद को खत्‍म करने , समुद्री सुरक्षा एवं समुद्री डकैती, नशीली दवाओं और नशीले पदार्थों, भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई, साइबर अपराध, आपराधिक मामलों में पारस्‍परिक सहयोग, महिलाओं एवं बच्‍चों की तस्‍करी और दक्षिण एशिया में बच्‍चों के कल्‍याण को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर बातचीत होने की उम्‍मीद है।
सार्क देशों के आंतरिक/ गृह सचिवों की पांचवीं बैठक सितंबर 2012 में मालदीव में आयोजित हुई थी।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय 16-सितम्बर-2014 अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय बॉस्केट के कच्चे तेल की कीमत 15.09.2014 को घटकर 95.50 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही
17 September 2014
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्‍लेषण प्रकोष्‍ठ (पीपीएसी) द्वारा आज संगणित/प्रकाशित सूचना के अनुसार भारतीय बॉस्‍केट के लिए कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत 15.09.2014 को घटकर 95.50 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही। 12.09.2014 को यह 96.74 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल थी।
रुपये के संदर्भ में कच्‍चे तेल की कीमत 15.09.2014 को घटकर 5824.55 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि 12.09.2014 को यह 5885.66 रुपये प्रति बैरल थी। रुपया कमजोर होकर 15.09.2014 को 60.66 रुपये प्रति अमरीकी डॉलर पर बंद हुआ जबकि 12.09.2014 को यह 60.84 रुपये प्रति अमरीकी डॉलर था।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय 16-सितम्बर-2014 अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय बॉस्केट के कच्चे तेल की कीमत 15.09.2014 को घटकर 95.50 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही
17 September 2014
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्‍लेषण प्रकोष्‍ठ (पीपीएसी) द्वारा आज संगणित/प्रकाशित सूचना के अनुसार भारतीय बॉस्‍केट के लिए कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत 15.09.2014 को घटकर 95.50 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही। 12.09.2014 को यह 96.74 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल थी।
रुपये के संदर्भ में कच्‍चे तेल की कीमत 15.09.2014 को घटकर 5824.55 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि 12.09.2014 को यह 5885.66 रुपये प्रति बैरल थी। रुपया कमजोर होकर 15.09.2014 को 60.66 रुपये प्रति अमरीकी डॉलर पर बंद हुआ जबकि 12.09.2014 को यह 60.84 रुपये प्रति अमरीकी डॉलर था।

जम्‍मू-कश्‍मीर में बचाये गये लोगों की तादाद 2,37,000 के भी पार श्रीनगर से बारामूला तक का ट्रेन रूट बहाल
17 September 2014
सेना के जवानों और एनडीआरएफ ने भयावह बाढ़ से तबाह जम्‍मू-कश्‍मीर में अपने राहत एवं बचाव कार्यों के तहत राज्‍य के विभिन्‍न हिस्‍सों में अब तक 2,37,000 से भी ज्‍यादा लोगों की जान बचाई है। नौसेना के कमांडो की तीन टीम वातलब, विडिपुरा और टांकपुरा में जारी बचाव कार्यों में पूरी तरह से जुट गई हैं।
बाढ़ का पानी अब उतरने तो लगा है, लेकिन इससे जल-जनित बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। फिल्‍टर किये गये पानी की मांग बढ़ गई है। हर दिन 4 लाख लीटर को फिल्‍टर करने की क्षमता वाले 20 आरओ प्‍लांट हैदराबाद से श्रीनगर भेजे जा चुके हैं। इसी तरह हर दिन एक लाख लीटर को फिल्‍टर करने की क्षमता वाले चार आरओ प्‍लांट दिल्‍ली से श्रीनगर भेजे जा चुके हैं। जल को शुद्ध करने वाली 13 टन टैबलेट और हर दिन 1.2 लाख बोतलों को फिल्‍टर करने की क्षमता रखने वाले छह संयंत्र इससे पहले श्रीनगर भेजे गए थे। कई और भारी-भरकम जल निकासी पंप जोधपुर और रायपुर से हवाई मार्ग के जरिये घाटी भेजे गये हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में हवाई मार्ग से कल 33000 से भी ज्‍यादा कंबल भेजे गये, जिन्‍हें कपड़ा मंत्रालय, रेड क्रॉस सोसायटी और झारखंड एवं पंजाब की सरकार ने प्रदान किया है। इससे पहले बाढ़ से पीड़ित लोगों के बीच 17,500 कंबल बांटे गए थे। इसी तरह इन लोगों को 2106 टेंट मुहैया कराए गए थे। सशस्‍त्र बल चिकित्‍सा सेवाओं की 80 टीम जोर-शोर से अपने काम में जुटी हुई हैं। अवंतिपुर, पट्टन, अनंतनाग और ओल्‍ड एयरफील्‍ड में चार फील्‍ड हॉस्पिटल खोले गए हैं जहां रोगियों को चिकित्‍सा सेवा मुहैया कराई जा रही है। अब तक इन्‍होंने तकरीबन 75,254 मरीजों का इलाज किया है। रांची एवं दिल्‍ली से 17200 कंबल, पठानकोट से 4,000 लीटर पानी और पठानकोट एवं दिल्‍ली से 120 टन खाद्य पदार्थ समेत कुछ और राहत सामग्री हवाई मार्ग से भेजी जा रही है। भारतीय वायु सेना और आर्मी एविएशन कोर के 64 परिवहन विमान एवं हेलिकॉप्‍टर राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। सेना ने तकरीबन 30 हजार सैनिकों को राहत और बचाव कार्यों में लगाया है। रक्षाकर्मी बड़े पैमाने पर पानी की बोतलें और खाद्य पैकेट वितरित कर रहे हैं। अब तक तकरीबन 6 लाख लीटर पानी एवं 1400 टन से ज्‍यादा खाद्य पैकेट/पके खाद्य पदार्थ बाढ़ पीडि़तों के बीच वितरित किए जा चुके हैं। रक्षाबलों ने श्रीनगर और जम्मू क्षेत्र में 19 राहत शिविर भी लगाए हैं। श्रीनगर क्षेत्र में बीबी कैंट, अवंतिपुर, ओल्ड एयरफील्ड, सुम्बल, छत्रगाम और जीजामाता मंदिर में शिविर लगाए गए हैं, जहां बाढ़ की त्रासदी से बचाए गए हजारों लोगों ने शरण ले रखी है। इन सभी को खाद्य पदार्थ एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। सड़क संपर्क बहाल करने के लिए सीमा सड़क संगठन के पांच कार्यदल, जिनमें 5700 कर्मी शामिल हैं, श्रीनगर, रजौरी और अखनूर में तैनात किए गए हैं। उन्‍होंने बटोटे-बिजबियारा, बटोटे-अनंतनाग, बटोटे-किश्‍तवार और किश्‍तवार-सिंथन पास वाले सड़क संपर्क को सफलतापूर्वक बहाल कर दिया है। श्रीनगर-सोनामार्ग सड़क संपर्क को सभी तरह के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। वहीं, श्रीनगर-बारामूला सड़क को हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। जम्‍मू-पूंछ मार्ग को यातायात के लिए चालू कर दिया गया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थितियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। वहीं नई दिल्‍ली स्थित आईडीएस के मुख्‍यालय में सुधरते हालात को अपडेट किया जा रहा है।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय 16-सितम्बर-2014 अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय बॉस्केट के कच्चे तेल की कीमत 15.09.2014 को घटकर 95.50 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही
17 September 2014
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्‍लेषण प्रकोष्‍ठ (पीपीएसी) द्वारा आज संगणित/प्रकाशित सूचना के अनुसार भारतीय बॉस्‍केट के लिए कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत 15.09.2014 को घटकर 95.50 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही। 12.09.2014 को यह 96.74 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल थी।
रुपये के संदर्भ में कच्‍चे तेल की कीमत 15.09.2014 को घटकर 5824.55 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि 12.09.2014 को यह 5885.66 रुपये प्रति बैरल थी। रुपया कमजोर होकर 15.09.2014 को 60.66 रुपये प्रति अमरीकी डॉलर पर बंद हुआ जबकि 12.09.2014 को यह 60.84 रुपये प्रति अमरीकी डॉलर था।

‘असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा समय की जरूरत है’- डॉ. पी.जे. सुधाकर, अपर महानिदेशक, पीआईबी भोपाल
17 September 2014
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा समय की जरूरत है। क्षेत्रीय रेलवे वेल्डिंग संस्थान भोपाल में राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा दिवस समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. पी.जे. सुधाकर, अपर महानिदेशक, पीआईबी भोपाल ने कहा श्रमिक शिक्षा से श्रमिकों का सशक्तिकरण होता है और वह उन्हें प्रबंधन में जगह दिलाता है। वहां पर बदलते आर्थिक परिदृश्य में श्रमिका शिक्षा की भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार का उद्घाटन करने के बाद श्रमिकों की सुरक्षा और उनका स्वास्थ्य सरकार की उच्च प्राथमिकता है। इसका प्रावधान भारतीय संविधान की धारा 36 से 51 तक में की गई है। श्रमिक भारतीय उद्योग के आधार स्तंभ हैं और वे देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भारतीय संसद ने श्रमिकों की सुरक्षा के लिए बहुत से कदम उठाए हैं जिनमें प्रमुख हैं- कामगार मुआवजा अधिनियम, 1923, प्रसूति लाभ अधिनियम, 1961, कर्मचारी पेंशन योजना 1995, कर्मचारी राज्य बीमा योजना, अधिनियम, 1948, ग्रैच्युटी भुगतान कानून 1972 इत्यादि।
इस मौके पर बोलते हुए केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड, भोपाल के क्षेत्रीय निदेशक असीम बनर्जी ने कहा अपने 304 लक्षित श्रमिक शिक्षा कार्यक्रमों में से बोर्ड ने 130 कार्यक्रम गांवों में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के बीच किया। उन्होंने कहा कि भारत में 43 करोड़ श्रमिक असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। कार्यक्रम में शिरकत करते हुए भारतीय मजदूर संघ के नेता ज्ञान प्रकाश तिवारी ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के बहुत सारे श्रमिक मनरेगा में काम करते हैं। मीडिया विश्लेष्क वीरेंद्र ने कहा कि श्रमिकों को शिक्षित बनाने में मीडिया का बड़ा रोल है। डॉ. जी.बी. भाले राव, शिक्षा अधिकारी, केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड, भोपाल ने इस समारोह और यहां पर आयोजित सेमिनार के उद्देश्यों से लोगों को परिचित कराया।
डॉ. पी.जे. सुधाकर, अपर महानिदेशक, पीआईबी भोपाल बदलते आर्थिक परिदृश्य में श्रमिका शिक्षा की भूमिका पर बोलते हुए। केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड, भोपाल के क्षेत्रीय निदेशक असीम बनर्जी और भारतीय मजदूर संघ के नेता ज्ञान प्रकाश तिवारी।
डॉ. पी.जे. सुधाकर, अपर महानिदेशक, पीआईबी भोपाल बदलते आर्थिक परिदृश्य में श्रमिका शिक्षा की भूमिका पर बोलते हुए। केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड, भोपाल के क्षेत्रीय निदेशक असीम बनर्जी और भारतीय मजदूर संघ के नेता ज्ञान प्रकाश तिवारी।

संपादकीय

मध्यप्रदेश जनसंपर्क करे संपूर्ण पारदर्शिता की पहल
उम्मीद की किरण की तरह है चौटाला पिता पुत्र को मिली सज़ा
मध्य प्रदेश में भी सुरक्षित नहीं महिलाएं
देवी को पूजने वाले देश में औरतों की आबरू सुरक्षित नहीं
अभी से करनी होगी पानी की चिंता
मोदी का कद बढ़ने से भाजपा मे घमासान
कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के फ़ैसले ने खड़े किए कई सवाल