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अब बिजनेस शुरू करने में नो टेंशन, जानिए मुद्रा लोन से जुड़ी जरूरी बातें
17 March 2023
नई दिल्ली।PMMY यानी प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के तहत भारत सरकार ने देश के छोटे-छोटे कारोबारियों की मदद के लिए मुद्रा लोन की सुविधा दी है। मुद्रा लोन की सहायता से पैसों के साथ-साथ संचालन से जुड़े खर्च उठाने में भी सहायता दी जाती है। इस लोन की मदद से कारोबारी कम से कम 10 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं। वहीं अगर 10 लाख रुपये से ज्यादा की जरूरत पड़ने पर बैंकों या फाइनेंशियल कंपनियों के द्वारा दिए जाने वाले अन्य बिजनस लोन की सुविधा भी सकते हैं। अब अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहा है कि आप प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के तहत मिलने वाले मुद्रा लोन कैसे उठा सकते हैं या कोई जरूरतमंद इसका लाभ कैसे ले सकता है, तो चलिए मुद्रा लोन के आवेदन के साथ-साथ इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी आपके साथ शेयर करते हैं।

मुद्रा लोन के लिए आवेदन कैसे करें?

मुद्रा लोन आवेदन के लिए कुछ डॉक्यूमेंट जरूरी है। जैसे:

पहचान प्रमाण
पता प्रमाण
व्यवसाय प्रमाण
पैन कार्ड
सबसे पहले इन तीनों डॉक्यूमेंट्स को एकसाथ रखें और फिर मुद्रा लोन देने के अंतर्गत आने वाले बैंक या लोन कंपनी के पास जाकर आवेदन फॉर्म भरें। वैसे नीचे दिये बैंकों और कंपनियों के पास मुद्रा लोन के लिए जा सकते हैं। जैसे:
सरकारी बैंक
प्राइवेट बैंक
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
छोटे फाइनेंस बैंक
माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूशन
एनबीएफसीज्(नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां)
ये तो हुई मुद्रा लोन के लिए आवेदन एवं मुद्रा लोन के लिए बैंकों से जुड़ी जानकारी। लेकिन यहां यह समझना बेहद जरूरी है कि कौन-कौन मुद्रा लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

किन-किन कार्यों के लिए मिल सकता है मुद्रा लोन?

किसान- मधुमक्खी पालन, मछली पालन, मवेशी, छंटाई एवं कृषि क्लिनिक जैसे कार्यों के लिए मुद्रा लोन ले सकते हैं।
महिलाएं- बुटीक या ब्यूटी पार्लर के लिए मुद्रा लोन ले सकती हैं।
पुरुष- सैलून, ऑटो रिक्शा, थ्री-व्हीलर्स, पैसेंजर कार या ई-रिक्शा के लिए मुद्रा लोन ले सकते हैं।
फूड प्रोडक्ट्स- अचार, पापड़, जेली या जैम बनाने के साथ-साथ कैटरिंग, स्मॉल सर्विस फूड स्टॉल्स, कोल्ड स्टोरेज, आइसक्रीम मेकिंग यूनिट्स, कोल्ड चेन व्हीकल्स एवं ब्रेड बनाने के लिए मुद्रा लोन लिया जा सकता है।
वैसे अगर किसी भी छोटे व्यवसाय के लिए मुद्रा लोन लेना चाहते हैं, तो बैंकों या लोन देने वाली कंपनियों से संपर्क किया जा सकता है।

मुद्रा लोन के फायदे क्या-क्या हैं?

मुद्रा लोन के फायदे इस प्रकार हैं-
ग्रामीण और शहरी दोनों तरह के क्षेत्रों में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं का लाभ उठाने का मौका मिल सके।
मुद्रा लोन का रीपेमेंट पीरियड, 7 साल तक का हो सकता है।
महिलाओं को डिस्काउंटेड इंटरेस्ट रेट्स लोन की सुविधा मिल सकती है।
फूड वेंडर्स, दुकानदार एवं अन्य छोटे कारोबारी इसका लाभ उठा सकते हैं।

रेल बजट के बाद आज पेश होगा आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15
09 July 2014
नई दिल्ली। रेल बजट के बाद आज लोकसभा में वित्त वर्ष 2014-15 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगे। जिसके बाद कल यानी गुरुवार को मोदी सरकार अपना पहला आम बजट पेश करेगी। आज पेश होने वाले आर्थिक सर्वेक्षण में देश की आर्थिक दशा और दिशा का पता चलेगा। आज के आर्थिक सर्वेक्षण में मोदी सरकार के 'अच्छे दिन' के एजेंडे की झलक मिलने की उम्मीद है। साथ ही किन किन क्षेत्रों में सरकार का जोर रहेगा, ये बात भी साफ हो जाएगी। यही वजह है कि आम आदमी से लेकर बड़े उद्योगपति और मार्केट तक की नजर आज पेश होने वाले आर्थिक सर्वेक्षण पर टिकी है।
गौरतलब है कि कल (बुधवार) को पेश हुए रेल बजट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर खुशी जताते हुए इसे देश की आर्थिक दशा को सुधारने वाला रेल बजट बताया था। साथ ही कहा था कि यह एक ऐतिहासिक बजट है और इससे पहले देश में ऐसा बजट कभी पेश नहीं किया गया। तो वहीं दूसरी तरफ कल पेश होने वाले बजट के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली अपनी पूरी टीम के साथ तैयारी में जुटे हुए हैं ताकि कल देश को एक सुदृढ़ और विकास की प्रगति को और तेज करने वाला बजट पेश किया जा सके।


बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी
09 July 2014
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। आज सुबह 9:30 बजे, सेंसेक्स 31 अंक चढ़कर 25614 और निफ्टी 0.5 अंक चढ़कर 7624 के स्तर पर हैं। मिडकैप शेयर मजबूत हैं।
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयर करीब 1 फीसद चढ़े हैं। ऑयल एंड गैस, कैपिटल गुड्स शेयर करीब 1 फीसदी चढ़े हैं। रियल्टी, आईटी, तकनीकी, एफएमसीजी शेयर 0.5-0.3 फीसदी मजबूत हैं। हेल्थकेयर और बैंक शेयरों हल्की बढ़त है। हालांकि, ऑटो और मेटल शेयर 0.5 फीसदी गिरे हैं। पावर शेयरों पर दबाव है।
निफ्टी शेयरों में बीपीसीएल, एशियन पेंट्स, आईटीसी, हिंडाल्को, विप्रो, इंफोसिस, बीएचईएल में 1.7-0.7 फीसदी की तेजी है।
दिग्गजों में टाटा पावर, केर्न इंडिया, सेसा स्टरलाइट, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, बजाज ऑटो 2.75-1 फीसदी टूटे हैं। जून में जैगुआर लैंडरोवर की यूके बिक्री 8 फीसदी बढ़कर 5819 गाड़ियां रही है। टाटा मोटर्स करीब 1.5 फीसदी गिरा है।
रेल शेयरों में आज भी गिरावट जारी है। टेक्सरेल 16 फीसदी से ज्यादा लुढ़का है। कालिंदी रेल, बीईएमएल, टीटागढ़ वैगंस 5 फीसदी टूटे हैं। उम्मीद है कि बजट में सरकार गोल्ड इंपोर्ट ड्यूटी घटा सकती है। टाइटन 1 फीसदी, गीतांजलि जेम्स 2 फीसदी, पीसी ज्वेलर 2.3 फीसदी चढ़े हैं।
उधर, एशियाई बाजारों में कमजोरी बढ़ी है। हैंग सैंग 1.3 फीसदी टूटा है। कॉस्पी, शंघाई कंपोजिट, निक्केई, स्ट्रेट्स टाइम्स, ताइवान इंडेक्स 0.5-0.3 फीसदी गिरे हैं। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन अमेरिकी बाजारों में कमजोरी आई। डाओ जोंस 17000 के नीचे बंद हुआ। कंपनियों के नतीजों के पहले निवेशक सतर्क दिखे।।

लंबी अवधि की बचत पर दोगुनी हो सकती है टैक्स छूट
09 July 2014
नई दिल्ली। उम्मीद की जा रही है कि बृहस्पतिवार को पेश होने जा रहे आम बजट में मध्यम वर्ग पर टैक्स का बोझ कम करने के लिए लंबी अवधि की बचत पर आयकर में दी जाने वाली छूट की सीमा दोगुनी की जाएगी। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से दी गई है। फिलहाल, ऐसी छूट की सीमा एक लाख रुपये है।
आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत दी जाने वाली इस छूट के तहत होम लोन की वापसी (मूलधन), पांच साल या अधिक समय के फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी), भविष्य निधि (पीएफ) व जीवन बीमा करवाने के लिए दिए गए प्रीमियम आदि शामिल किए जाते हैं।

टैक्स में होगी बड़ी बचत:

यदि वित्त मंत्री अरुण जेटली यह सीमा एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर देते हैं, तो ज्यादा आमदनी वाले लोगों (सालाना 10 लाख रुपये से अधिक करयोग्य आय) को 30,000 रुपये प्रतिवर्ष टैक्स की बचत होगी। मध्यम आय वाले लोग (पांच से 10 लाख रुपये प्रतिवर्ष करयोग्य आय) 20,000 रुपये तक टैक्स बचा सकेंगे। सालाना दो से पांच लाख रुपये के बीच करयोग्य आय वाले करदाता 10,000 रुपये प्रति वर्ष बचा पाएंगे।

घरेलू बचत को मिलेगा बढ़ावा:

सरकार के इस कदम से घरेलू बचत में बढ़ोतरी होगी, जो सरकार के लिए धन जुटाने का बेहद अहम साधन है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, इस धनराशि का प्रयोग बुनियादी ढांचे के विकास में किया जा सकता है, जो नरेंद्र मोदी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।

घटेगा 3,000 करोड़ रुपये का राजस्व:

इस धारा के तहत टैक्स में छूट की सीमा सालाना एक लाख रुपये बढ़ा देने से सरकार को लगभग 30,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ेगा। वित्त मंत्री को इसकी भरपाई के लिए उत्पाद शुल्क या सीमा शुल्क बढ़ाना पड़ेगा। भरपाई का एक और विकल्प है, विनिवेश का लक्ष्य बढ़ा देना, जो फिलहाल 36,925 करोड़ रुपये है।

शुरुआती तेजी के बाद बाजार में गिरावट, 26000 के नीचे सेंसेक्स
08 July 2014
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में तेजी के बाद बाजार लाल निशान को छू गया। सेंसेक्स 26000 के स्तर के नीचे पहुंचा। हालांकि बाजार थोड़ा संभलते दिख रहे हैं। सुबह 10:14 बजे, सेंसेक्स 68 अंक गिरकर 26032 और निफ्टी 28 अंक गिरकर 7759 के स्तर पर हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर 0.5-0.75 फीसदी गिरे हैं। मेटल, रियल्टी, पावर शेयर एक फीसद टूटे हैं। ऑटो, बैंक, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, तकनीकी, ऑयल एंड गैस शेयर 0.6-0.3 फीसद गिरे हैं। एफएमसीजी शेयर सुस्त हैं। जबकि, हेल्थकेयर शेयर 1 फीसद चढ़े हैं। निफ्टी शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, सेसा स्टरलाइट, डीएलएफ, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, जिंदल स्टील, एनएमडीसी, कोल इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक 2.3-1 फीसदी गिरे हैं। दिग्गजों में सन फार्मा 2.75 फीसदी उछला है। कोटक महिंद्रा बैंक, सिप्ला, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, बीपीसीएल, अंबुजा सीमेंट्स, गेल, एशियन पेंट्स 1.5-0.5 फीसदी मजबूत हैं। मिडकैप शेयरों में त्रिवेणी टरबाइन, रिस्पॉन्सिव इंड, फीनिक्स मिल्स, जीएसएफसी, जिंदल सॉ 4-3.3 फीसदी गिरे हैं। वहीं बर्जर पेंट्स, क्रिसिल, एआईए इंजी, नैटको फार्मा, केयर 6.5-3 फीसदी मजबूत हैं। इससे पहले बाजार आज मंगलवार को लगातार चौथे दिन रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुला। निफ्टी पहली बार 7800 के ऊपर पहुंचा। जबकि सेंसेक्स 26190 के नए रिकॉर्ड स्तर तक चढ़ा। आज सुबह 9:24 बजे, सेंसेक्स 45 अंक चढ़कर 26139 और निफ्टी 8 अंक चढ़कर 7795 के स्तर पर हैं। एशियाई बाजारों पर दबाव दिख रहा है। स्ट्रेट्स टाइम्स, शंघाई कंपोजिट, कॉस्पी में गिरावट है। निक्केई और हैंग सैंग भी लाल निशान में है। ताइवान इंडेक्स में मामूली बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। उधर, सोमवार को अमेरिकी बाजारों में लगातार 3 दिन से जारी तेजी पर ब्रेक लगा। हालांकि, डाओ जोंस 17000 के ऊपर बने रहने में कामयाब रहा।


एम एस मेहता बने रिलायंस इंफ्रा के नए CEO
08 July 2014
नई दिल्ली। रिलायंस समूह के रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (आर इन्फ्रा) ने सोमवार को एम एस मेहता को कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है. यह जानकारी कंपनी द्वारा जारी एक बयान में दी गई. मेहता 7 साल से कंपनी के सीईओ पद पर कार्यरत ललित जालान की जगह लेंगे.
वह मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद से एमबीए की पढ़ाई की है. कंपनी ने ललित जालान का ओहदा बढ़ाकर उन्हें निदेशक (कॉरपोरेट रणनीति व मामले) नियुक्त किया है. यह नियुक्ति आज से प्रभावी है.।

मई में रजिस्टर हुई 1800 कंपनियां
08 July 2014
नई दिल्ली। भारत में 2014 के मई माह में 1800 कंपनियों का निर्माण हुआ है. इसमे से अधिकतर कंपनियों की स्थापना भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में हुई है. हालांकि, यह संख्या मई 2013 में पंजीकृत 10546 कंपनियों से काफी कम है. जो भारत में कंपनियों का एक माह में सर्वाधिक कंपनियों के स्थापना का रेकॉर्ड है.
ताजा आंकडों के अनुसार मई माह में देश में रजिस्टर्ड 1789 नई कंपनियों की कुल अधिकृत पूंजी 3,342.34 करोड़ है. मंत्रालय के दस्तावेज के मुताबिक कुल कंपनियों में से 250 उत्तर प्रदेश में रजिस्टर्ड हुईं. 237 कंपनियों के साथ आंध्र प्रदेश दूसरे और 220 नई कंपनियों के साथ पश्चिम बंगाल तीसरे स्थान पर रहा.
गौरतलब है कि इस बीच मई के आखिर तक रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या 13.97 लाख रही, जिनमें से सिर्फ 9.7 लाख कंपनियां सक्रिय हैं.

बाजार में रिकॉर्ड तेजी, सेंसेक्स पहली बार 26000 के पार
07 July 2014
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बनाए। आज बाजार सेंसेक्स ने 26116.7 और निफ्टी ने 7791.4 के नए लाइफ हाई बनाए। फिलहाल बाजार ऊपरी स्तरों से थोड़ा नीचे हैं। इससे पहले आज सुबह बाजार खुलते ही सेंसेक्स और निफ्टी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुले। सेंसेक्स ने 26000 का स्तर पार किया जबकि निफ्टी 7800 के स्तर से थोड़ा ही दूर दिखा।
आज सुबह 11 बजे, सेंसेक्स 99 अंक चढ़कर 26061 और निफ्टी 22 अंक चढ़कर 7773 के स्तर पर हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर 0.3-0.6 फीसदी मजबूत हैं। आईटी और तकनीकी शेयर 1 फीसदी चढ़े हैं। ऑटो, पावर, मेटल, रियल्टी शेयर 0.6 फीसद मजबूत हैं। कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयरों में भी मजबूती है। बैंक और हेल्थकेयर शेयर सुस्त हैं। हालांकि, ऑयल एंड गैस और एफएमसीजी शेयरों पर हल्का दबाव है।
निफ्टी शेयरों में आईडीएफसी 3.5 फीसदी और टाटा पावर 2.5 फीसदी उछले हैं। इंफोसिस, टाटा मोटर्स, डीएलएफ, सेसा स्टरलाइट, एचसीएल टेक, पावर ग्रिड, विप्रो, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, एसीसी, भारती एयरटेल 1.3-0.75 फीसदी मजबूत हैं।
दिग्गजों में कोटक महिंद्रा बैंक करीब 2 फीसदी और बीपीसीएल करीब 1.5 फीसद टूटे हैं। ओएनजीसी, आईटीसी, लुपिन, डॉ रेड्डीज, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स, यूनाइटेड स्पिरिट्स 0.75-0.25 फीसदी कमजोर हैं।
उधर, एशियाई बाजारों पर दबाव आया है। कॉस्पी 0.5 फीसदी गिरे हैं। हैंग सैंग, ताइवान इंडेक्स और शंघाई कंपोजिट में 0.3 फीसदी कमजोरी है। स्ट्रेट्स टाइम्स और निक्केई सुस्त है। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार बंद रहे थे।


मनमोहन सरकार ने छुपाए गरीब, संख्या बताई 10 करोड़ कम
07 July 2014
नई दिल्ली। पूर्व यूपीए सरकार की फजीहत करने वाला गरीबी का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। इस बार यह रंगराजन समिति की रिपोर्ट के रूप में आया है। इस रिपोर्ट ने अहम खुलासा करते हुए कहा है कि वर्ष 2011-12 में देश में 36.3 करोड़ गरीब थे। जबकि, इससे पहले तत्कालीन मनमोहन सरकार ने लोकसभा चुनाव 2014 से पहले गरीबी घटाने का सेहरा अपने सिर बांधते हुए देश में मात्र 26.9 करोड़ गरीब होने का दावा किया था। इस तरह यूपीए सरकार ने वास्तविक संख्या से करीब 10 करोड़ गरीब कम दिखाए।
रंगराजन समिति के फार्मूला के अनुसार, वर्ष 2011-12 में देश में 29.5 प्रतिशत गरीबी थी जो 2009-10 की अपेक्षा 8.7 प्रतिशत कम थी। इस तरह दो साल की अवधि में गरीबों की संख्या 45.4 करोड़ से घटकर 36.3 करोड़ रह गई। पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने गरीबी का आकलन तेंदुलकर के गरीबी फार्मूला के आधार पर किया था।
तेंदुलकर फार्मूला के अनुसार 2009-10 में गरीबी 29.8 प्रतिशत थी जो 2011-12 में कम होकर 21.9 प्रतिशत रह गई। यूपीए सरकार का कहना था कि तेंदुलकर फार्मूले के आधार पर देश में गरीबों की संख्या 35.4 करोड़ से कम होकर 26.9 करोड़ हुई है।

कालेधन पर सिर्फ न्यायोचित अनुरोध करे भारत: स्विस बैंक
07 July 2014
ज्यूरिख। कालेधन पर भारत की ओर से बढ़ते दबाव के बीच स्विस बैंकों ने दो टूक जवाब दिया है। उनके मुताबिक, वे नियमों का सख्ती से पालन करते हैं। लिहाजा, भारत की ओर से इस संबंध में सिर्फ न्यायोचित अनुरोध ही किए जाने चाहिए। नरेंद्र मोदी सरकार ने पहला फैसला कालेधन के मामले पर ही लिया था। इसकी वापसी के लिए विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। भारत उन 36 देशों में है, जिसने अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक, कर मामलों में प्रशासनिक सहायता प्रदान करने के लिए स्विट्जरलैंड से संधि की है।
स्विट्जरलैंड में चार दशक पुराने एसोसिएशन ऑफ फॉरेन बैंक्स (एएफबी) के महासचिव मार्टिन मॉरर का कहना है कि भारत को इस बात से अवगत होना चाहिए कि स्विट्जरलैंड में समुचित न्यायिक प्रणाली है। कोई बात अनुमानों के आधार पर नहीं होनी चाहिए। संदिग्ध बैंकिंग लेनदेन के संबंध में मॉरर ने कहा कि बैंक स्विस अधिकारियों को ऐसी सूचना देने के लिए बाध्य हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोगों के बीच सही सूचनाएं ही जानी चाहिए। 140 से अधिक बैंक एएफबी के सदस्य हैं।
स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के कालेधन की वापसी के लिए भारत सरकार की कोशिशें तेज हुई हैं। हाल ही में पत्र लिखकर स्विट्जरलैंड सरकार से ऐसे भारतीयों के बैंक खातों का ब्योरा देने के लिए अनुरोध किया गया है।
बीते दिनों स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने बैंकों में जमा धन पर आंकड़े जारी किए थे। इसके अनुसार, बीते साल स्विस बैंकों में भारतीयों की दौलत 43 फीसद बढ़कर 2.03 अरब फ्रैंक यानी करीब 14 हजार करोड़ रुपये हो गई। स्विस सरकार एचएसबीसी सूची केआधार पर भारतीयों का ब्योरा देने से लगातार इन्कार करती रही है। यह सूची एक बैंक कर्मचारी ने चुराई थी। बाद में यह भारत सहित अन्य देशों के कर अधिकारियों के पास पहुंच गई थी। भारत ने इसके लिए कई बार आग्रह किया। बावजूद स्विट्जरलैंड ने सूचना देने से मना करते हुए कहा था कि उसका स्थानीय कानून गैर-कानूनी तरीके से प्राप्त सूचना के आधार पर ब्योरा देने से रोकता है।

सुब्रत राय की गुहार रहम मी लॉर्ड
05 July 2014
नई दिल्ली। चार महीने से तिहाड़ जेल में बंद सहारा प्रमुख सुब्रत राय ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से रहम की गुहार लगाई है। लंदन और न्यूयॉर्क के तीन होटलों का सौदा करने के लिए सुब्रत ने कोर्ट से 40 दिन की रिहाई मांगी है। कोर्ट ने सुब्रत की रिहाई पर बहस सुनकर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। यह मामला निवेशकों को पैसा नहीं लौटाने का है।
आयकर विभाग ने भी मामले में पक्षकार बनाने का आग्रह करते हुए सहारा समूह पर करीब 10 हजार करोड़ की आयकर देनदारी बताई है। कोर्ट ने विभाग को इस बारे में हलफनामा दाखिल कर ब्योरा मांग लिया है। ये आदेश शुक्रवार को न्यायामूर्ति टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिए।
इससे पहले सहारा के वकील राजीव धवन ने कोर्ट से लंदन और न्यूयॉर्क स्थित तीन होटलों को बेचने की इजाजत मांगी ताकि रिहाई की रकम का इंतजाम किया जा सके। बाजार नियामक सेबी की ओर से खास आपत्ति न जताने पर कोर्ट का रुख इस बारे में सकारात्मक दिखा। लेकिन, तभी धवन ने होटलों का सौदा करने के लिए सुब्रत को 40 दिन की रिहाई देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वह कोर्ट से रहम की गुहार लगा रहे हैं। कोर्ट उन पर रहम करे। सुब्रत और दो निदेशक पिछले 4 महीने से जेल में हैं। जबकि न्यायालय की अवमानना में भी सिर्फ छह महीने की सजा है।
धवन ने कहा कि इसके अलावा कंपनी पर मूलत: 17 हजार करोड़ की देनदारी बनती है और इसमें से आधी रकम यानी 8,000 करोड़ अदा की जा चुकी है। इसे देखते हुए भी कोर्ट सुब्रत को रिहाई दे दे। अगर, कोर्ट रिहाई नहीं देता है तो कम से कम होटलों का सौदा करने के लिए सुब्रत को दिल्ली सरकार के गेस्ट हाउस में ही स्थानांतरित कर दे। जबकि सेबी ने सौदे के लिए सुब्रत की रिहाई का विरोध किया। सेबी ने कहा कि सौदा तो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये भी हो सकता है। उसके लिए 40 दिन की रिहाई की जरूरत नहीं है। हालांकि, कोर्ट ने शुक्रवार को सेबी से पूछा कि उसने निवेशकों को नकद पैसा वापस करने के सहारा के दावे की जांच की या नहीं।
जांच की क्या स्थिति है, क्योंकि दस्तावेजों की जांच के बगैर तय नहीं हो सकता कि वास्तविक स्थिति क्या है। निवेशक हैं कि नहीं और पैसा कैसा है।
आयकर विभाग ने भी जब मामले में पक्षकार बनाए जाने की बात करते हुए सहारा समूह पर 10,015 करोड़ की देनदारी की बात कही तो पीठ ने कहा कि विभाग स्वयं में विधायी संस्था है। उसने अब तक इस बारे में क्या कार्रवाई की है। कोर्ट ने विभाग से कहा कि वह हलफनामा दाखिल कर अब तक की गई कार्रवाई और प्रस्तावित कार्रवाई का पूरा ब्योरा पेश करे। हलफनामें में लंबित अपीलों का भी विवरण दे।


नई ऊंचाई पर बंद हुआ बाजार
05 July 2014
मुंबई। अगले हफ्ते पेश होने वाले बजट से पहले इस सप्ताह के आखिरी सत्र में विदेशी निवेशकों ने दलाल स्ट्रीट में खरीदारी की। इस लिवाली को विदेशी बाजारों में तेजी का भी सहारा मिला। इसके चलते बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स शुक्रवार को 138.31 अंक चढ़कर 25962.06 के नए शिखर पर बंद हुआ। बीते दिन इस संवेदी सूचकांक में मामूली गिरावट आई थी। वैसे सूचकांक में इस हफ्ते 862.14 अंक की तेजी दर्ज हुई। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 36.80 अंक बढ़कर 7751.60 केउच्चतम स्तर पर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सुबह 25844.80 अंक पर मजबूत खुला। नीचे में यह 25659.33 अंक तक गया। बाद में लिवाली का सहारा पाकर यह एक समय सत्र के ऊंचे स्तर 25981.51 अंक को छू गया। मेटल, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल को छोड़कर बीएसई के अन्य सभी सूचकांक बढ़त पर बंद हुए। रिफाइनरी, रीयल एस्टेट और पावर कंपनियों के शेयरों को लिवाली का ज्यादा लाभ मिला। इस दिन सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 20 के शेयर फायदे में रहे, जबकि 10 बढ़त पर बंद हुए।

निफ्टी 8650 पर पहुंचेगा

लाभ उठाने के लिए भारत एक मजबूत बाजार है। खासकर एनएसई का निफ्टी इस साल दिसंबर तक 8650 अंक तक पहुंचेगा। बाजार पर विशेषज्ञता रखने वाली आरबीएस प्राइवेट वेल्थ नामक फर्म ने यह भविष्यवाणी की है।
फर्म ने इस तेजी के अनुमान के पीछे नरेंद्र मोदी की मजबूत सरकार और उसकी आर्थिक सुधारों को लेकर प्रतिबद्धता को आधार बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि निवेशकों के पास भारतीय शेयर बाजार जैसे विश्वसनीय निवेश के विकल्प भी कम रह गए हैं।

फिलहाल नहीं बढ़ेंगे गैस, केरोसिन के दाम
05 July 2014
नई दिल्ली। मोदी सरकार पेट्रोलियम क्षेत्र में कोई भी फैसला तात्कालिक हालात को देखते हुए नहीं लेगी। इस नीति के तहत ही हाल के दिनों में कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में इजाफा होने के बावजूद सरकार आम जनता पर नई मूल्य वृद्धि का बोझ नहीं डालने जा रही। हां, पेट्रोल में बाजार मूल्य के मुताबिक और डीजल में हर महीने 50 पैसे की वृद्धि जरूर होती रहेगी। रसोई गैस और केरोसिन की कीमत में बढ़ोतरी के बारे में सरकार सोच भी नहीं रही। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत में यह जानकारी दी।
प्रधान ने बताया कि इराक का संकट सामने है, लेकिन सरकार उसका सामना अपने तरीके से कर रही है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की मौजूदा नीति में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। पेट्रोल को पिछली सरकार ने काफी पहले ही बाजार के हवाले कर दिया था। डीजल की कीमत में भी पिछले 17 महीनों से 50 पैसे की बढ़ोतरी हो रही है। एलपीजी और केरोसिन की कीमत को लेकर हम आम जनता पर कोई बोझ नहीं डालने जा रहे। कुछ लोग आम जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए अफवाह फैला रहे हैं, जो पूरी तरह से निंदनीय है।
हाल ही में पेट्रोलियम उत्पाद कीमत को बढ़ाने को लेकर किरीट पारीख समिति की रिपोर्ट के बारे में प्रधान ने बताया कि वह सिर्फ रिपोर्ट है। जो बातें हमें अच्छी लगेंगी हम सिर्फ उसे स्वीकार करेंगे। वैसे भी इस तरह की रिपोर्ट कोई सार्वजनिक बहस के बाद नहीं बनाई जाती। नई सरकार के समक्ष पेट्रोलियम सेक्टर में प्राथमिकताएं एकदम स्पष्ट हैं। हम देश की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहते हैं, लेकिन आम जनता के हितों को सर्वोच्च वरीयता देते हैं। नई सरकार के लिए उक्त दोनों लक्ष्य एक दूसरे के विरोधी नहीं हैं।
एक पखवाड़े पहले किरीट पारीख समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। इसमें तेल कंपनियों पर बढ़ते बोझ को देखते हुए रसोई गैस की कीमत में 250 रुपये प्रति सिलेंडर और केरोसिन की कीमत में चार रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने का सुझाव दिया गया था। समिति ने डीजल मूल्य भी बढ़ाने का सुझाव दिया था। किरीट पारीख की अध्यक्षता में संप्रग के कार्यकाल में तीन बार पेट्रोलियम क्षेत्र में समितियां बनाई गई। समिति की रिपोर्ट पर दो बार तो आम जनता पर मूल्य वृद्धि का बोझ भी डाला गया, लेकिन इस बार सरकार के इरादे कुछ अलग दिखते हैं।

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 54 अंक उछला
04 July 2014
मुंबई। देश के शेयर बाजार में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार के दौरान तेजी देखी गई। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई का संवेदी सूचकांक 53.97 अंकों की बढ़त के साथ 25877.72 पर खुला। इसी तरह 50 शेयरों पर आधारित एनएसई का संवेदी सूचकांक 14.60 अंकों की बढ़त के साथ 7729.40 पर खुला।
गुरुवार को कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय अपने दिन के सर्वकालिक उच्चतम स्तर 25,999.08 अंक पर भी पहुंचा। हालांकि, बाद में इसमें तेज गिरावट आई और यह एक समय 25,793.70 अंक के निचले स्तर तक चला गया। अंत में यह 17.46 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,823.75 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले चार सत्राें में सेंसेक्स में 778 अंक की बढ़त दर्ज हुई थी।


ई-रिटर्न फाइलिंग के नियम सख्त
04 July 2014
नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस [सीबीडीटी] ने करदाताओं की निगरानी बढ़ा दी है। अब ई-रिटर्न भरने से पहले मोबाइल फोन नंबर और ई-मेल आईडी का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा। इनकम टैक्स विभाग हर करदाता से सीधा संवाद करना चाहता है। साथ ही 5 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वालों के लिए ई-फाइलिंग जरूरी कर दी गई है।
मोबाइल नंबर और ईमेल के रजिस्ट्रेशन के लिए ई-फाइलिंग पोर्टल पर अपने मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी डालने होंगे। इसके बाद वेरिफिकेशन के लिए इनकम टैक्स विभाग मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड [ओटीपी] भेजेगा। वहीं रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए ओटीपी डालना जरूरी होगा।
मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी रजिस्ट्रेशन एक ही बार कराना होगा। लेकिन, मोबाइल नंबर या ई-मेल आईडी बदलने पर दोबारा रजिस्ट्रेशन कराना होगा। एक ई-मेल आईडी या मोबाइल नंबर 4 से ज्यादा यूजर इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। इनकम टैक्स विभाग की सलाह है कि हर करदाता की अलग ई-मेल आईडी होना बेहतर होगा।
बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स विभाग और करदाता के बीच बेहतर संपर्क के लिए नया नियम अमल में लाया गया है। साथ ही करदाती के ई-फाइलिंग अकाउंट की सुरक्षा के लिए नया नियम बना है। दरअसल, कई करदाता अपनी सुविधा के लिए दूसरों के ई-मेल आईडी देते हैं। दूसरों की ई-मेल आईडी की वजह से पासवर्ड रिसेट करने में भी दिक्कत आती है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट की मनमानी पर लगाम

सीबीडीटी सूत्रों का कहना है कि नए नियम के अमल में आने के बाद करदाताओं से सहयोग नहीं करने वाले चार्टर्ड अकाउंटंटों की मनमानी पर रोक लगेगी। करदाताओं की जानकारी चार्टर्ड अकाउंटंटों के स्तर पर ही अटकी नहीं रही, इसलिए ये फैसला किया गया है। साथ ही करदाताओं के साथ होने वाली जालसाजी पर शिकंजा कसा जा सकेगा। वहीं इनकम टैक्स विभाग के पास स्क्रूटनी के लिए डाटाबेस तैयार हो सकेगा और लोगों को सीधे रिफंड करने में आसानी होगी।

सहारा के खिलाफ आयकर विभाग भी सुप्रीम कोर्ट में
04 July 2014
नई दिल्ली। पिछले चार महीने से जेल में बंद सहारा प्रमुख सुब्रत राय की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। अब आयकर विभाग ने भी सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सहारा पर बकाया करीब 5,000 करोड़ का आयकर दिलाने की मांग की है। इससे इतर सुब्रत राय ने लंदन और न्यूयॉर्क के होटलों को बेचने का सौदा तय करने के लिए 40 दिन की अंतरिम रिहाई मांगी है। उनकी रिहाई की अर्जी पर कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा।
निवेशकों का पैसा लौटाने को लेकर शीर्ष अदालत के आदेश का पालन नहीं करने पर सहारा समूह के मुखिया के अलावा दो निदेशक भी पिछले चार मार्च से तिहाड़ जेल में हैं। कोर्ट ने सुब्रत राय की रिहाई के लिए 10,000 करोड़ रुपये पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास जमा कराने की शर्त रखी है। सहारा आजकल संपत्तियां बेच कर रकम का इंतजाम कर रहा है।
गुरुवार को कोर्ट को सहारा के वकील राजीव धवन सुप्रीम कोर्ट को पैसों के इंतजाम के लिए बेची गई संपत्तियों का ब्योरा दे रहे थे। तभी इस मामले की सुनवाई कर रही जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने पूछा कि क्या समूह की कुल 38,000 करोड़ की देनदारी के बारे में आयकर विभाग ने कोई आकलन किया है। इस पर आयकर विभाग की ओर से पेश वकील अरिजीत प्रसाद ने कोर्ट को बताया कि विभाग ने भी मामले में पक्षकार बनाने के लिए अर्जी दाखिल की है।
हालांकि धवन ने आयकर विभाग की अर्जी का विरोध किया। कहा कि विभाग

शेयर बाजार में तेजी का रुख जारी
03 July 2014
मुंबई। देश के शेयर बाजार में लगातार बढ़त जारी है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 83.04 अंकों की बढ़त के साथ 25924.25 पर खुला। वहीं निफ्टी भी 26.60 अंकों की बढ़त के साथ 7751.75 पर खुला। उधर, बीएसई से सूचना आ रही है कि शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के बाद तकनीकी खराबी की वजह से खरीद-बिक्री रुक गई। बीएसई ने बताया कि कनेक्टिविटी की समस्या की वजह से परेशानी पैदा हुई और इसे ठीक करने की कोशिशें जारी हैं।


रक्षा क्षेत्र में 49 फीसद एफडीआइ का सुझाव
03 July 2014
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने भारत और विदेशी सैन्य उपकरण निर्माता कंपनियों के बीच साझेदारी बढ़ाने के लिए रक्षा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा मौजूदा 26 फीसद से बढ़ाकर 49 फीसद करने का सुझाव दिया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में अनुमोदन के माध्यम से 49 फीसद तक एफडीआइ की अनुमति देने के पक्ष में है। यह सुझाव वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की ओर से मंत्रियों के बीच परामर्श के लिए कैबिनेट नोट भेजे जाने के तुरंत बाद आया है। इसमें विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड [एफआइपीबी] के जरिए रक्षा क्षेत्र में एफडीआइ को 100 फीसद तक करने की अनुमति मांगी गई है। रक्षा मंत्रालय का यह सुझाव चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की ओर से किए वादों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के भीतर घरेलू रक्षा औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा देने की वकालत के मुताबिक ही है। भारत ने मई, 2001 में अपने रक्षा उपकरण उद्योग को निजी क्षेत्र के लिए खोला था, लेकिन इसमें विदेशी निवेश की सीमा सिर्फ 26 फीसद ही रखी थी। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा हथियार आयात करने वाले प्रमुख देशों में एक है। सैन्य खर्च में भी हमारा स्थान शीर्ष 10 में है, लेकिन हम अपने हथियारों का बहुत छोटा हिस्सा ही निर्यात करते हैं। -अरुण जेटली, वित्त मंत्री

नए शिखर पर पहुंचा शेयर बाजार
03 July 2014
मुंबई। बजट में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने को केंद्र सरकार कड़े कदम उठाएगी। इस उम्मीद में निवेशकों ने बुधवार को भारी लिवाली की। इसके चलते दलाल स्ट्रीट में लगातार चौथे सत्र में तेजी जारी रही। इस दिन बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स 324.86 अंक यानी 1.27 फीसद की छलांग लगाकर 25841.21 के नए शिखर पर बंद हुआ। चार सत्रों में यह सूचकांक 778.54 अंक उछल चुका है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज [एनएसई] का निफ्टी भी 90.45 अंक यानी 1.18 फीसद चढ़कर 7725.15 की नई ऊंचाई पर बंद हुआ। रेल किराये-भाड़े, पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस को महंगा करने से निवेशकों में भरोसा बढ़ा है कि मोदी सरकार अगले हफ्ते पेश होने वाले बजट में आर्थिक सुधार के कड़े फैसले ले सकती है। बीते दिन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि वह सस्ती लोकप्रियता के बजाय अर्थव्यवस्था के हित में सख्त फैसलों को तरजीह देंगे। इससे दलाल स्ट्रीट के निवेशकों में खरीदारी का जोश बढ़ा है। विदेशी संस्थागत निवेशक [एफआइआइ] खास तौर पर लिवाल बने हुए हैं। सोमवार को उन्होंने 1288 करोड़, मंगलवार को 856 करोड़ और बुधवार को 1291 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीद की है। इसके अलावा विदेशी बाजारों में तेजी ने भी दलाल स्ट्रीट की कारोबारी धारणा को मजबूत किया है। बीएसई का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ 25660.57 अंक पर खुला। कुछ देर में यह सूचकांक नीचे में 28660.16 अंक तक चला गया। बाद में लिवाली का जोर बढ़ने से यह चढ़ता चला गया और एक समय अपने अब तक के उच्चतम स्तर 25864.53 अंक को छू गया। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी कारोबार के दौरान एक समय अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 7732.40 अंक तक चढ़ गया। बीएसई में इस दिन सभी सूचकांक बढ़त पर बंद हुए। मेटल, पावर और हेल्थकेयर कंपनियों के शेयरों को खरीदारी का ज्यादा लाभ मिला। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 28 के शेयरों में फायदा दर्ज हुआ, जबकि गेल और इंफोसिस नुकसान में रहे। रुपया भी हुआ और मजबूत शेयर बाजार की तेजी का असर विदेशी मुद्रा विनिमय दर पर भी पड़ा है। बीते मंगलवार को 10 पैसे सुधरने के बाद बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 38 पैसे मजबूत हुआ है। अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में यह रुपये में सात हफ्तों की सर्वाधिक मजबूती है। इस दिन घरेलू मुद्रा 59.70 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई।

सेंसेक्स ने बनाया नया कीर्तिमान, 25732 के पार
02 July 2014
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान जबरदस्त उछाल देखा गया। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 216.52 अंकों की तेजी के साथ 25732.87 पर खुला। इसी तरह एनएसई का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 59.55 अंकों की बढ़त के साथ 7694.25 पर खुला।
कोषों एवं निवेशकों की ओर से पूंजी प्रवाह बढ़ाये जाने कारण बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज के शुरुआती कारोबार में 216 अंक की तेजी के साथ 25,732.87 अंक की नई उंचाई पर पहुंच गया। बंबई शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 में पिछले तीन सत्रों के दौरान 453.68 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गयी थी, जो आज के शुरुआती कारोबार में 216.52 अंक अथवा 0.84 फीसद की तेजी के साथ 25,732.87 अंक की नई उंचाई पर पहुंच गया।
इसी प्रकार नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी-50 भी 59.55 अंक अथवा 0.77 फीसद की तेजी के साथ 7,694.25 अंक पर पहुंच गया। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि कोषों एवं निवेशकों की ओर से पूंजी प्रवाह बढ़ाये जाने से सेंसेक्स में तेजी आई। गौर हो कि मंगलवार को प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 102.57 अंकों की तेजी के साथ 25,516.35 पर और निफ्टी 23.35 अंकों की तेजी के साथ 7,634.70 पर बंद हुआ था।


सस्ती लोकप्रियता से कड़े फैसले बेहतर
02 July 2014
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिया है कि उनके बजट में सस्ती लोकप्रियता के बजाय अर्थव्यवस्था की हालत सुधारने पर जोर होगा। ऐसे में आम जनता को अगले हफ्ते पेश होने वाले इस बजट में कड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि वह खजाने की सेहत दुरुस्त करने की पूरी कोशिश करेंगे। जेटली ने कहा कि राजकोषीय घाटा एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। महंगाई भी अभी ऊंचाई पर है। वह चार्टर्ड अकाउंटेंटों के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
वित्त मंत्री ने कहा कि अभी महंगाई की दर स्वीकार्य सीमा से ऊपर बनी हुई है। इसके बावजूद तीन-चार साल की निराशा के बाद उम्मीद दिख रही है। उन्होंने कड़े फैसलों की वकालत करते हुए उन्हें सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के कदमों से बेहतर बताया। जेटली ने साफ कहा कि वह सस्ती लोकप्रियता पाने के कदमों से परहेज करेंगे क्योंकि इससे खजाने की हालत खस्ता होती है।
'तीन-चार साल की निराशा के बाद अब उम्मीद दिख रही है। कठोर फैसले लेना भी अब संभव हुआ है।' -अरुण जेटली, वित्त मंत्री

फिच ने माना 'नमो' प्रभाव
02 July 2014
मुंबई। इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि चालू वित्त वर्ष में 5.5 फीसद तथा अगले वित्त वर्ष 2015-16 में 6.5 फीसद रहेगी। एजेंसी में आर्थिक वृद्धि में इस सुधार का कारण नरेंद्र मोदी सरकार को मिले स्पष्ट जनादेश को बताया है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार, भाजपा की अगुआई वाली एनडीए सरकार स्पष्ट बहुमत से आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने में सक्षम है। इसको देखते हुए हमने 2015-16 के लिए सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर के अनुमान को 6 फीसद से बढ़ाकर 6.5 फीसद तथा वित्त वर्ष 2014-15 में इसके 5.5 फीसद रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
एजेंसी ने कहा कि सरकार गठन के बाद मोदी तथा वित्त मंत्री अरुण जेटली के बयानों से सुधारों को आगे बढ़ाने को लेकर मजबूत इरादे का संकेत मिले हैं। फिच ने कहा कि बजट में सरकार के नीतिगत इरादों के बारे में स्पष्ट संकेत मिलेगा। उससे स्पष्ट होगा कि आर्थिक वृद्धि किस स्तर पर जाएगी।

सेंसेक्स में 104 अंकों की उछाल
01 August 2014
मुंबई। देश के शेयर बाजार में मंगलवार को भी तेजी देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 103.87 अंकों की बढ़त के साथ 25517.65 पर खुला। वहीं निफ्टी की बात करें तो यह 28.15 अंकों की बढ़त के साथ 7639.50 पर खुला।
सोमवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 314 अंक उछलकर 25,413.78 पर बंद हुआ था। इस प्रकार, सेंसेक्स में बढ़त के लिहाज से हाल के वर्षो में यह अच्छी तिमाही साबित हुई।
आज मेटल, ऑयल एंड गैस, रियल्टी, ऑटो, कैपिटल गुड्स के शेयर 1.5-0.8 सबसे ज्यादा तेजी से चढ़े हैं। पावर, बैंक, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी के शेयरों के भी तेजी देखने को मिल रही है।


सेंसेक्स ने लगाया तिहरा शतक
01 August 2014
मुंबई। निवेशकों में नरेंद्र मोदी सरकार के अगले हफ्ते पेश होने वाले पहले बजट में आर्थिक सुधारों के एलान की उम्मीद बढ़ गई है। इसे देखते हुए उन्होंने सोमवार को दलाल स्ट्रीट में जमकर लिवाली की। इस दिन बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स 313.86 अंक यानी 1.25 फीसद की छलांग लगाकर 25413.78 पर बंद हुआ। बीते शुक्रवार को भी 37.25 अंक की तेजी आई थी। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज [एनएसई] का निफ्टी 102.55 अंक यानी 1.37 फीसद उछलकर 7611.35 पर बंद हुआ।
बजट में आर्थिक सुधारों की उम्मीद के अलावा कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने भी दलाल स्ट्रीट में निवेशकों को खरीदारी के लिए उत्साहित किया। विदेशी संस्थागत निवेशकों [एफआइआइ] ने भी खरीदारी जारी रखी। इस दिन बीएसई का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 25179.55 अंक पर मजबूत खुला। यही इसका निचला स्तर रहा। यह एक समय सत्र के ऊंचे स्तर 25460.96 अंक को छू गया। इस दिन बीएसई के सभी सूचकांक बढ़त पर बंद हुए। पावर, पीएसयू और कैपिटल गुड्स कंपनियों के शेयरों को लिवाली का सबसे ज्यादा लाभ मिला। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 24 के शेयर फायदे में रहे, जबकि छह में नुकसान दर्ज हुआ। पहली तिमाही में 3027 अंक की तेजी सेंसेक्स में चालू वित्त वर्ष 2014-15 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून की अवधि में 3027.51 अंक का उछाल आया है। यह पांच साल में किसी तिमाही के दौरान बीएसई के इस संवेदी सूचकांक में आई सबसे बड़ी तेजी है।

विदेश में नरमी से टूटे सोना-चांदी
01 August 2014 नई दिल्ली। विदेशी बाजार में नरमी के रुझान के बीच स्टॉकिस्टों ने सोने में बिकवाली जारी रखी। इसके चलते सोमवार को स्थानीय सराफा बाजार में यह पीली धातु 55 रुपये टूटकर 28 हजार 475 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई।
बीते तीन सत्रों के दौरान भी यह धातु 180 रुपये फिसली थी। इसी तरह औद्योगिक इकाइयों व सिक्का निर्माताओं की मांग घटने से चांदी 180 रुपये गिरकर 44 हजार 800 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। पिछले शनिवार को भी यह 320 रुपये लुढ़की थी।
सोना आभूषण के भाव 55 रुपये घटकर 28 हजार 275 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। आठ ग्राम वाली गिन्नी पूर्वस्तर 24 हजार 900 रुपये पर यथावत रही। साप्ताहिक डिलीवरी वाली चांदी 270 रुपये गंवाकर 44 हजार 260 रुपये प्रति किलो बोली गई। चांदी सिक्का अपने पिछले स्तर 79,000-80,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बरकरार रहा।

संपादकीय

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