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एम्स भोपाल इन-हाउस मेडिकल सुविधा स्थापित करने में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, भोपाल को सहायता प्रदान करेगा
24 Jun 2023
भोपाल।कल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के एक प्रतिनिधिमंडल ने कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह की अध्यक्षता में मध्य प्रदेश के भोपाल में राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) के परिसर का दौरा किया । इस यात्रा का उद्देश्य एनआईडी को उनके परिसर में इन-हाउस चिकित्सा सुविधा विकसित करने में सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करना था । एम्स भोपाल की टीम ने इस संबंध में अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया, जिसमें उनके भविष्य के चिकित्सा संसाधनों के लिए सहायता और प्रशिक्षण भी शामिल है ।

स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच के महत्व और एक अच्छी तरह से सुसज्जित चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता को पहचानते हुए, इस यात्रा का उद्देश्य डिजाइन शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटना था । इस दौरान प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह ने एनआईडी भोपाल परिसर में वृक्षारोपण भी किया । इस भाव द्वारा पर्यावरण संरक्षण के महत्व और एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया गया ।


भारतीयों को गर्व की अनुभूति हो रही है कि UN में योग दिवस समारोह का नेतृत्व हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कर रहे हैं : नेहा बग्गा

21 Jun 2023
योग हमारी पुरातन पहचान है जिसे विश्व में स्थान दिलाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है।
भोपाल।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भोपाल के अटल पथ पर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, स्कूल के बच्चों कार्यकर्ताओं व आम नागरिकों ने मिलकर योग किया। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा की योग हमारी पुरातन पहचान है जिसे विश्व में स्थान दिलाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है। इस वर्ष योग दिवस पर सभी भारतीयों को गर्व की अनुभूति हो रही है कि UN में योग दिवस समारोह का नेतृत्व हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कर रहे हैं। आज विश्व के कोने-कोने में आरोग्य जीवन के लिए सभी नागरिक योग कर रहे हैं। योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। कई बीमारियों से दूर रखता है।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश का सिरमौर बन जाना कांग्रेस को पच नहीं रहा है। मोदी विरोध मे ‘देशविरोध’ की राह पर कांग्रेस की राजनीति!

भाजपा प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा कांग्रेस का योग विरोध "भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को नकारने" के समान है और कांग्रेस के "वैचारिक दिवालियापन" को दर्शाता है, जिसे उसने "किसी भी चीज और हर चीज से एलर्जी" की तरह है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश का सिरमौर बन जाना कांग्रेस को पच नहीं रहा है।


प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में उन्नत टेक्नोलॉजी के साथ नागरिकों को सस्ता और नि:शुल्क उपचार
मंत्री डॉ. चौधरी वन अर्थ-वन हेल्थ एडवांटेज हेल्थ केयर इण्डिया-2023 में हुए शामिल

2 May 2023
भोपाल:भोपाल के जनरल सर्जरी विभाग द्वारा जॉनसन एंड जॉन्सन इंस्टीट्यूट ऑन व्हील के सहयोग से सर्जिकल कौशल पर एक कार्यशाला शुरू हुई । यह कार्यशाला 12/05/2023 तक जारी रहेगी । कार्यशाला का उद्घाटन प्रो. (डॉ.) अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक, एम्स, भोपाल द्वारा किया गया । उन्होंने मरीजों के इलाज से पहले बुनियादी सर्जिकल तकनीकों को सीखने और अभ्यास करने के महत्व पर जोर दिया । उन्होंने कहा कि अभ्यास को हमेशा वास्तविक प्रक्रिया की तरह सावधानी पूर्वक करते हुए प्रशिक्षुओं को इस अभ्यास सत्र का अधिकतम उपयोग करने की सलाह दी । डॉ प्रदीप सक्सेना, विभागाध्यक्ष, जनरल सर्जरी ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि एम्स अस्पताल में खड़ी जेएनजे लिमो बस प्रशिक्षण मॉड्यूल और आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित है ताकि प्रशिक्षु डॉक्टरों को ड्राई लैब, वेट लैब और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी कौशल प्रदान किया जा सके । हमारा उद्देश्य ऑपरेशन थियेटर के बाहर एक निगरानी वाले कार्य वातावरण में अंतरराष्ट्रीय मानकीकृत दिशानिर्देशों पर आधारित मॉडल पर उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान करना है । इस कार्यशाला में प्रशिक्षण वीडियो प्रस्तुतियों, तकनीकों के विस्तृत विवरण के लाइव प्रदर्शन और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ।

प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में उन्नत टेक्नोलॉजी के साथ नागरिकों को सस्ता और नि:शुल्क उपचार
मंत्री डॉ. चौधरी वन अर्थ-वन हेल्थ एडवांटेज हेल्थ केयर इण्डिया-2023 में हुए शामिल

27 April 2023
भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उन्नत टेक्नोलॉजी के साथ नागरिकों को सस्ता और नि:शुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह बात लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बुधवार को नई दिल्ली में वन अर्थ-वन हेल्थ एडवांटेज हेल्थ केयर इण्डिया के एफआईसीसीआई मेडिकल वेल्यू ट्रेवल अवार्ड-2023 समारोह में कही। अवार्ड समारोह का आयोजन केन्द्र सरकार और एफआईसीसीआई द्वारा किया गया। समारोह में राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री सहित देश और अन्य देशों के प्रतिनिधि शामिल थे। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति और संस्थाओं को अवार्डप्रदान किये गये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि भारत में उपचार की बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत में उपचार की सुविधाओं को दूसरे देश के नागरिक आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये भारत में स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है। फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में भारत एक हब है। देश और मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनिया का हब बनाना है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को विस्तार देने और नागरिकों को उपचार उपलब्ध करवाने के कार्य लगातार किये जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में आयुष्मान भारत निरामयम योजना में देश में सबसे अधिक 3 करोड़ 60 लाख आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने 16 करोड़ 31 लाख की लागत के विकास कार्यों का किया भूमि-पूजन
23 April 2023
भोपाल:चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने रविवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड-75, 79, 38 एवं 76 में 16 करोड़ 31 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने क्षेत्रवासियों को विकास कार्यों की सौगात देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिये कार्य किया जा रहा है। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि देश एवं प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से प्रदेश दोगुनी गति से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नरेला विधानसभा में किये जा रहे विकास कार्यों को इंगित करते हुए कहा कि क्षेत्र में करोड़ों की लागत के विकास कार्यों से नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है।

नरेला में विकास कार्य सतत जारी

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि वर्ष 2008 के नरेला और आज के नरेला में अंतर स्पष्ट नज़र आता है। वर्तमान में नरेला विधानसभा की हर सड़क का उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण हो चुका है। नरेला का खुद का ड्रेनेज सिस्टम है। नालों का चेनलाइजेशन किया गया है। इससे अब नरेला क्षेत्र की बस्तियों में बरसात का पानी नहीं भरता है। उन्होंने कहा कि नरेला के समग्र विकास के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। विकास एक निरंतर प्रक्रिया है, नागरिकों की आवश्यकतानुसार विभिन्न क्षेत्रों में सतत विकास कार्य जारी है।

रहवासियों ने जताया मंत्री श्री सारंग का आभार

करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात के लिये रहवासियों ने मंत्री श्री सारंग का पुष्प-वर्षा एवं आतिशबाजी के साथ भव्य स्वागत किया। मुख्य कार्यक्रम स्थल तक विभिन्न स्थानों पर स्वागत मंच के माध्यम से मंत्री श्री सारंग का स्वागत किया गया। स्थानीय जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के रहवासी उपस्थित रहे।

16 करोड़ 31 लाख रूपये से होंगे विकास कार्य

मंत्री श्री सारंग ने वार्ड-75 दुर्गा नगर में 13 करोड़ 85 लाख रूपये की लागत से नाली निर्माण कार्य, वार्ड-79 सुपर स्टेट, जनता नगर में एक करोड़ 97 लाख की लागत से नाली निर्माण, वार्ड-38 स्वदेश नगर में 30 लाख की लागत से डामरीकृत सड़क का निर्माण एवं वार्ड 76 प्रीमियर आर्चेड में सुख सागर से मित्तल कॉलेज रोड तक 19 लाख की लागत से डामरीकृत सड़क के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया।

मेडिकल के सभी विषयों की पुस्तकें हिंदी में होंगी तैयार : मंत्री श्री सारंग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने टास्क फोर्स कमेटी के कार्यों की समीक्षा की


22 April 2023
भोपाल.चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने प्रदेश में हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई के लिये हिंदी में तैयार की जा रही पुस्तकों के लिये गठित टास्क फोर्स कमेटी के कार्यों की मंत्रालय में समीक्षा की। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि एमबीबीएस पाठ्यक्रम के द्वितीय, तृतीय और अंतिम वर्ष के 17 विषय की पुस्तकों को हिंदी में तैयार करने का कार्य शुरू हो गया है। मेडिकल पाठ्यक्रम के 17 विषय की पुस्तकों को हिंदी में तैयार करने के लिए प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों को जोड़ा गया है। पुस्तकों के ट्रांसलिट्रेशन के लिये उन्नत स्तर के सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है। मंत्री श्री सारंग ने ट्रांसलिट्रेशन के लिए चिकित्सकों का चिन्हांकन, चिकित्सकों की ट्रेनिंग, सॉफ्टवेयर से हिंदी ट्रांसलिट्रेशन का संस्करण तैयार करना, विशेषज्ञों द्वारा ट्रांसलिट्रेट की गई पुस्तकों का सत्यापन, सम्पादन और प्रिंटिंग कार्य आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मेडिकल पाठ्यक्रम में अंग्रेजी में उपलब्ध और प्रचलित लेखकों की स्टेंडर्ड किताबों का चयन कर हिंदी में ट्रांसलिट्रेशन किया जा रहा है। मेडिकल की हिंदी में पढ़ाई के लिये एमबीबीएस प्रथम वर्ष की हिंदी पुस्तकों को सफलतापूर्वक तैयार किया गया है। उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई के लिये हिंदी में पुस्तकें तैयार करने वाले सभी विषय विशेषज्ञों का आभार भी व्यक्त किया। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि इस वर्ष 15 अगस्त के पहले एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के 3 विषय फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी को हिंदी में तैयार कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई की हिंदी में उपलब्ध करवाई जा रही पुस्तकों के लेखन में मेडिकल टर्मिनोलॉजी का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मेडिकल के विषयों को लंबे समय से मेडिकल कॉलेज में पढ़ा रहे प्रोफेसर के मार्गदर्शन में पुस्तकें तैयार हो रही है। मंत्री सारंग ने कहा कि प्रदेश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के हिंदी में पढ़ाई के लिए गठित हिंदी प्रकोष्ठ को सशक्त बनाया जाएगा। संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. ए.के. श्रीवास्तव, डीन गांधी चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. अरविंद राय, हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. आशीष गोहिया सहित हिंदी प्रकोष्ठ के सदस्य उपस्थित थे।
एम्स भोपाल और मैनिट भोपाल ने स्वास्थ्य विज्ञान और इंजीनियरिंग में अकादमिक सहयोग और अनुसंधान में सुधार के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए ।

19 April 2023
भोपाल.अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भोपाल और मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT), भोपाल ने 18 अप्रैल 2023 को अकादमिक सहयोग बढ़ाने और स्वास्थ्य विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं । समझौता ज्ञापन पर एम्स भोपाल की ओर से कर्नल (डॉ.) अजीत कुमार, उपनिदेशक (प्रशासन), मैनिट भोपाल और की ओर से डॉ. मनमोहन काप्शे, डीन (अनुसंधान एवं परामर्श) द्वारा हस्ताक्षर किए गए । समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह के दौरान एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक और सीईओ डॉ. अजय सिंह ने संस्थानों के बीच प्रभावी साझेदारी के महत्व पर जोर दिया, जिसका परिणाम अंततः सामाजिक प्रभाव के साथ उन्नत अनुसंधान में होना चाहिए और आगे नीति निर्माताओं को समाधान प्रदान करना चाहिए । एम्स भोपाल राष्ट्रीय महत्व का एक स्वायत्त संस्थान (INI) है जो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत काम कर रहा है, जिसका उद्देश्य सस्ती और विश्वसनीय तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में क्षेत्रीय असंतुलन को ठीक करना, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा के लिए सुविधाओं को बढ़ाना, तथा स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों का एक महत्वपूर्ण समूह बनाने के लिए शिक्षा और देश में अनुसंधान करना है । दूसरी ओर, मैनिट भोपाल, भारत के सत्रह क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक है, जिसकी स्थापना वर्ष 1961 में शैक्षणिक योग्यता, तार्किक मानसिकता, नैतिक और नैतिक मूल्यों के अनुरूप तकनीकी पेशेवरों को तैयार करने के मिशन के साथ शिक्षा में गुणवत्ता और उत्कृष्टता के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ की गई थी । आंतरिक शक्ति राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए वैश्विक व्यापार की भविष्य की आवश्यकता के साथ तुल्यकालिक है । दोनों संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापन स्वास्थ्य इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान, प्रकाशन, शैक्षणिक कार्यक्रमों और अनुसंधान परियोजनाओं पर विचारों के आदान-प्रदान सहित शैक्षणिक और वैज्ञानिक सहयोग पर निर्मित पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों पर ध्यान केंद्रित करेगा ।
बाल रोग विभाग, एम्स भोपाल द्वारा विश्व ऑटिज्म दिवस समारोह 2023 आयोजित किया गया
03 अप्रैल 2023
भोपाल."विश्व ऑटिज्म दिवस 2023" बाल रोग विभाग के पूरे उत्साह और भागीदारी के साथ मनाया गया । विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 2 अप्रैल को मनाया जाता है ताकि ऑटिज्म पीड़ित बच्चों के समर्थन में सुधार करने और उन्हें समाज के साथ विलय करने और एक अर्थपूर्ण जीवन जीने में मदद करने की आवश्यकता पर जोर दिया जा सके । विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस पर इस वर्ष की थीम है "ट्रांसफॉर्मिंग द नैरेटिव: कंट्रीब्यूशन्स एट होम, एट वर्क, इन द आर्ट्स एंड इन पॉलिसी मेकिंग"।
उत्सव की शुरुआत बाल चिकित्सा ओपीडी क्षेत्र में डॉ निदा, सीनियर रेजिडेंट (पीडियाट्रिक्स) द्वारा ऑटिज्म की व्यापकता, प्रारंभिक पहचान, सामाजिक संचार और सामाजिक संपर्क में विशेषता हानि और प्रतिबंधित हितों और दोहराव वाले व्यवहार की उपस्थिति के बारे में जागरूकता वार्ता के साथ हुई ।
ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) से पीड़ित बच्चों के लिए एक ड्राइंग प्रतियोगिता आयोजित की गई और इसे डॉ अंबर ने संचालित किया, जिसका बच्चों ने भरपूर आनंद लिया । समारोह की निरंतरता पर प्रो. (डॉ.) शिखा मलिक (विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग) द्वारा एक स्वागत भाषण दिया गया, जिसमें ऑटिज्म की शुरुआती पहचान पर प्रकाश डाला गया, जो शुरुआती हस्तक्षेप और बेहतर परिणाम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । डॉ. कीर्ति स्वर्णकार ने एएसडी की स्क्रीनिंग के महत्व पर प्रकाश डाला और एम्स भोपाल में प्रदान की जाने वाली सेवाओं के बारे में चर्चा की । डॉ जगमीत कौर चावला ने ऑटिज़्म के उचित प्रबंधन में सहायता समूहों की भूमिका के बारे में बताया । एएसडी के प्रबंधन के लिए बहु-विषयक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ, बाल मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक, वक्ता और व्यावसायिक चिकित्सक शामिल होते हैं, जो बच्चे को व्यापक देखभाल प्रदान करते हैं । डॉ आशीष पाखरे, बाल मनोचिकित्सक, डॉ अनुराधा कुशवाह बाल मनोवैज्ञानिक और श्रीमती भूमि भागवतकर, व्यवसाय चिकित्सक ने एएसडी के प्रबंधन में विभिन्न उपचारों की भूमिका के बारे में जोर दिया ।
निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने ऑटिज्म की समस्या और इसके सबसे लाभकारी समाधान इंटरडिसिप्लिनरी दृष्टिकोण के बारे में बताया और उन्होंने 18 और 24 महीने की उम्र के सभी बच्चों में एएसडी की जांच की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंने समाज में जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया । कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए डीन, प्रो. (डॉ.) राजेश मलिक और चिकित्सा अधीक्षक, प्रो. (डॉ.) शशांक पुरवार ने बाल रोग विभाग को बधाई दी । इसके बाद छोटे चमकते सितारों को उनके प्रदर्शन के लिए पुरस्कार वितरण किया गया ।
एएसडी के उन बच्चों के माता-पिता इस यात्रा के दौरान अपने अनुभव साझा किए और उनके सामने आने वाली कठिनाइयों के विषय में जानकारी दी ।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. योगेंद्र ने किया । इसमें संस्थान के सभी संकाय सदस्यों, वरिष्ठ निवासियों, स्नातकोत्तर और विशेष रूप से बाल रोग विभाग, मनश्चिकित्सा, पीएमआर के सहायक कर्मचारियों ने भाग लिया । एम्स भोपाल के परिवार के अपार विश्वास और समर्थन के कारण ही कार्यक्रम को बड़ी सफलता मिली ।

मानसिक स्वास्थ्य
22 March 2023
भोपाल.मैंने 'मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में नवीनतम रुझान' पर संगोष्ठी के एक सत्र में भाग लिया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन मानसिक स्वास्थ्य को "कल्याण की स्थिति" के रूप में परिभाषित करता है, जहां एक व्यक्ति अपनी क्षमताओं का एहसास करता है, जीवन के सामान्य तनावों का सामना कर सकता है, उत्पादक रूप से काम कर सकता है और अपने समुदाय में योगदान करने में सक्षम होता है। इससे कोई भी विचलन मानसिक बीमारी की विभिन्न डिग्री और किस्मों में परिणत होता है। यह देखा गया है कि भारत में मानसिक बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं। लगभग 10% या 15 करोड़ भारतीयों को कुछ मनोवैज्ञानिक या मानसिक सहायता की आवश्यकता होती है। इनमें से लगभग एक करोड़ लोग दयनीय स्थिति में हैं और अपनी देखभाल नहीं कर सकते। मानसिक बीमारी को किसी अन्य बीमारी की तरह मानने के लिए एक बड़े जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति और परिवार के सदस्यों पर लगे कलंक की भावना को दूर किया जाना चाहिए। अवसाद और चिंता सबसे अधिक प्रचलित मानसिक बीमारी है और लगभग हर कोई अपने जीवन के किसी न किसी चरण में इससे पीड़ित होता है। अवसादग्रस्त व्यक्तियों में आत्महत्या की प्रवृत्ति भी होती है। एक मनोरोग उपचार सबसे गंभीर अवसाद में भी आसानी से इलाज कर सकता है। सरकार ने मानसिक के लिए 900 करोड़ से अधिक आवंटित किए हैं, आपके जीवन के किसी चरण में अवसाद के लोगों में आत्मघाती प्रवृत्ति भी होती है। एक मनोरोग उपचार सबसे गंभीर अवसाद में भी आसानी से इलाज कर सकता है। सरकार ने मानसिक बीमारी के लिए 900 करोड़ से अधिक का आवंटन किया है, लेकिन यह राशि मानसिक बीमारी के विशाल पैमाने की तुलना में कुछ भी नहीं है। वर्तमान में हमारे पास भारत में केवल 9000 मनोचिकित्सक हैं जबकि इस समस्या को हल करने के लिए इस संख्या के न्यूनतम चार गुना की आवश्यकता है। जनता का समर्थन और राजनीतिक इच्छाशक्ति इस समस्या से निपटने के लिए पूर्वापेक्षाएँ हैं।
श्री। एनके त्रिपाठी...लेखक आईपीएस (सेवानिवृत्त) भूतपूर्व डीजीपी हैं, जो वर्तमान में मालवांचल विश्वविद्यालय, इंदौर के कुलपति के पद पर कार्यरत हैं

कोरोना वायरस चैन तोड़ना जरूरी - घर में रहकर करें सहयोग
23 March 2020
भोपाल.प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल ने कहा है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये वायरस की चैन तोड़ना आवश्यक है। उन्होने जनसामान्य के नाम जारी संदेश में कहा है कि प्रदेश में जहाँ कोरोना वायरस के प्रकरण पाये गये हैं, उन स्थानों और उनसे जुड़े स्थानों पर वायरस फैलने से रोकने के लिये सघन प्रयास आवश्यक हैं। इसी क्रम में प्रदेश के कुछ जिलों को तीन दिन के लिये बंद किया गया। इन दिनों में दवाईयाँ, किराना,दूध, सब्जी आदि आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति यथावत रहेगी। अत: बंद से घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन ने जानकारी दी है कि प्रदेश में अब तक 6 प्रकरण पाये गये हैं । इनमें से चार जबलपुर और एक भोपाल में है । इन व्यक्तियों का उपचार चल रहा है । प्रमुख सचिव ने प्रदेशवासियों से घर में ही रहकर कोरोना वासरस की चैन को तोड़ने में सहयोग की अपील की है ।

चिकित्‍सालयों के सेनिटेशन का कार्य नियमित रूप से हो : राज्यपाल श्री टंडन
21 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि चिकित्सालय रोग की नर्सरी नहीं बनने चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाये कि मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सेनिटेशन कार्य नियमित रूप से हो। उन्होंने कहा कि रोग की उत्पत्ति की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए रणनीति बना कर कार्य किया जाये। स्वास्थ्‍य कार्यकर्ताओं के माध्यम से रोग प्रतिरोधक आयुष औषधियों का वितरण कराया जाये। साथ ही बड़े स्तर पर चेक प्वाइंट भी बनाये जाये। अन्य स्थानों से आने वाले व्यक्तियों के स्‍वास्‍थ्‍य परीक्षण की व्यवस्था हो जिससे वे जाँच उपरान्त ही घर जाये। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन आदि स्थानों पर भी चलित परीक्षण केन्द्रों की व्यवस्था की जाये।
राज्यपाल श्री टंडन आज राजभवन में कोरोना के संबंध में उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन, प्रमुख सचिव चिकित्सा श्री संजय कुमार शुक्ल, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री शिव शेखर शुक्ला, सचिव जनसंपर्क श्री पी नरहरि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि कोरोना से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत है आवश्यक है कि नागरिकों को रोग से बचाव के उपायों की जानकारी दी जाये। लोगों को आत्म-नियंत्रण के लिये प्रेरित किया जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति की श्रंखला बाधित न हो। दैनिक आवश्यकताओं की सामग्री की आपूर्ति और शीघ्र नष्ट होने वाले उत्पादों की पूर्ति की समुचित व्यवस्था की जाये। प्रशासन नियमित रूप में मॉनिटरिंग करें कि वस्तुओं की अनावश्यक जमाखोरी नहीं हो। कृत्रिम अभाव और मूल्य वृद्धि नहीं हो और ऐसा करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।
राज्यपाल कहा कि निजी चिकित्सालयों को भी जाँच केन्द्रों के रूप में चिन्हित किया जाये। आवश्यकता अनुसार जाँच की सुविधाएँ विकसित की जाये। श्री टंडन ने कहा कि आम जन को मास्क एवं अन्य बचाव सामग्रियों के संबंध में जागृत किया जाये। मास्क के सेनेटाइजेशन के बारे में भी प्रामाणिक जानकारी का प्रसार किया जाये। चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा उपयोग किये जा रहे एप्रेन, मास्क, ग्लब्स इत्यादि का समुचित तरीके से विनिष्टिकरण हो। श्री टंडन ने कहा कि कोरोना का संकट बहुआयामी जिम्मेदारी है। इसके लिए बहुआयामी प्रयास भी आवश्यक है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन जरा सी भी असावधानी गंभीर संकट खड़ा कर सकती है।
मुख्‍य सचिव श्री रेड्डी ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए राज्‍य सरकार पूरी तत्‍परता, सजगता के साथ कार्य कर रही है। राज्‍य से जिला स्‍तर तक प्रभावी संवाद कायम किया गया है। केंद्र सरकार और चि‍कित्‍सा संस्‍थाओं के अद्यतन, निर्देशों का निरंतर पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिग को माध्‍यम बनाया गया है। उन्‍होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक संपर्क में कमी करने, हाथों की सफाई, आदि अन्‍य जानकारियों का व्‍यापक स्‍तर पर मीडिया के विभिन्‍न माध्‍यमों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। चिकित्‍सालयों में तैनात अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों को आवश्‍यक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सभी जिला चिकित्‍सालयों, मेडिकल कॉलेजों में आइसोलेशन वार्ड की व्‍यवस्‍था की गई है। रोस्‍टर के आधार पर कर्मचारियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति की व्‍यवस्‍था की गई है। मेडिकल एवं पैरा मेडिकल स्‍टॉफ की पूर्ति के लिए सेवानिवृत्‍त कर्मचारियों की भी सेवाएँ ली जा रही हैं। धार्मिक पर्वों पर भीड़ नहीं हो इसके लिए धार्मिक नेताओ से संपर्क किया गया है।
बताया गया कि स्‍वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल स्‍टाफ द्वारा उपयोग की जाने वाली सामग्री के विनिष्टिकरण की व्‍यवस्‍था की गई है, जिसमें पशु चिकित्‍सालयों के चिकित्‍सकों को भी जोड़ा गया है। सर्दी-जुकाम की दवा घर-घर वितरित कराई जा रही है। हेल्‍पलाईन को विस्‍तार दिया जा रहा है। आठ चिकित्‍सकों की टीम तैनात कर टेलीमेडिसिन द्वारा उपचार की व्‍यवस्‍था की गई है। किसी भी तरह के बुखार से पीड़ित रोगियों की संख्‍या की दैनिक आधार पर समीक्षा की जा रही है। आयुष अंतर्गत होम्योपैथी की 10 लाख रोग प्रतिरोधी औषधि भी वितरित की गई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा बताया गया कि प्रदेश के 81 लाख परिवारों को पीडीएस का खाद्यान्‍न तीन माह के लिए अग्रिम उपलब्‍ध कराया गया है। बुजुर्ग के दुकान पर नहीं आने की समझाइश दी गई है। साथ ही उनके लिए पृथक से लाईन लगाने और लाईन में एक से दूसरे व्‍यक्ति के बीच एक मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिये गये हैं। मास्‍क, सेनेटाईजर इत्‍यादि आवश्‍यक सामग्रियों की मात्रा एवं मूल्‍यों की दैनिक मॉनिटरिंग हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा कुछ जिलों में जमाखोरों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। पुलिस महानिदेशक श्री जौहरी ने बताया कि स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की एडवाइजरी का पुलिस द्वारा थाने स्‍तर तक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

कोरोना वायरस संक्रमण के विरूद्ध अभियान में सभी धर्मगुरूओं से सहयोग की अपील
21 March 2020
भोपाल.मुख्य सचिव श्री एम.गोपाल रेड्डी ने कहा है कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये आवशयक उपाय अपनाने में लगातार सर्तकता बरतने की जरूरत है। जिन देशों में इसका संक्रमण अधिक फैला है, उससे सबक लेते हुए हम यह सुनिश्चित करें कि व्यक्तिगत रूप से हमसे अपनी सुरक्षा में कोई चूक ना हो। श्री रेड्डी मंत्रालय में आयोजित धर्म गुरूओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य सचिव श्री रेड्डी ने सभी धर्मगुरूओं से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयासों में विभिन्न समुदायों को व्यापक स्तर पर जोड़ने की अपील की। श्री रेड्डी ने कहा कि धर्म गुरूओं की समझाईश से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि एक स्थान पर एक समय में अधिक भीड़ एकत्रित ना हो। धार्मिक समारोह, त्योहार,शादी-विवाह आदि के आयोजनों में भी सावधानी बरती जाये।
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल ने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने की दिशा में प्रदेश में किये जा रहे प्रयासों तथा वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे उपायों की जानकारी दी। कलेक्टर श्री तरूण पिथौडे ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये घर में रहना ही सबसे कारगर उपाय है। उन्होंने सभी धर्म गुरूओं से इस दिशा में प्रयास करने का अनुरोध किया।
बैठक में मंहत श्री अनिल आनंद, शहर काजी, नायब काजी, पीर साहब, फॉदर मार्या सुबेस्टाईन, श्री पूज्य भन्ते शाक्य पुत्र सागर, श्री कमल अजमेरा तथा श्री परमवीर सिंह ने उनके स्तर पर जारी प्रयासों की जानकारी देते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, भोपाल संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री इरशाद वली बैठक में उपस्थित थे।

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