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मध्यप्रदेश डाइजेस्ट |
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राज्य सरकार युवाओं को अवसर देकर उनके सपनों को पूरा करने संकल्पित : मंत्री श्रीमती सिंधिया ![]() 9 Jun 2023 भोपाल।तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोज़गार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया की उपस्थिति में मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास और रोज़गार निर्माण बोर्ड ने बेंगलुरू स्थित व्यावसायिक प्रशिक्षण और सामाजिक परिवर्तन फ़ाउंडेशन उन्नति संस्था के साथ 50 हज़ार युवाओं के रोज़गार कौशल प्रशिक्षण के लिए 3 साल से अधिक के लिए साझेदारी की है। संस्था प्रथम वर्ष में 15 हज़ार युवाओं को रोज़गार कौशल में प्रशिक्षित करेगी। तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि हम युवाओं के सपनों को पूरा करने और उन्हें हासिल करने के अवसर उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। युवाओं को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर उनके कौशल को निखारने के उद्देश्य से ग्लोबल स्किल्स पार्क का निर्माण प्रगतिरत है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से युवाओं को अंग्रेज़ी संचार, आत्म-विश्वास निर्माण निरंतर सीखने और इंटरव्यू क्रेक करने की क्षमता से जुड़े 4 प्रमुख क्षेत्रों में मदद मिलेगी। श्रीमती सिंधिया ने ऑनलाइन जुड़े बोइंग एवं इंफोसिस कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से भोपाल में विकसित किए जा रहे ग्लोबल स्किल्स पार्क में अपनी कंपनी की लेब स्थापित कर मध्यप्रदेश के छात्रों को रोज़गार हेतु प्रशिक्षित करने का आग्रह किया । उल्लेखनीय है कि शासकीय डिग्री, आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए उन्नति संस्था द्वारा कार्यक्रम UNXT में विभिन्न सरकारी कॉलेजों के छात्रों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी अवधि लगभग 165 घंटे होगी जो 30 दिनों में पूर्ण की जाएगी। कक्षा में ऑफ़लाइन-सत्र प्रतिदिन 3 घंटे की कक्षाओं के साथ लगभग 90 घंटे का होता है। ऑनलाइन मॉड्यूल 75 घंटे तक चलता है, जिसमें युवाओं की मदद के लिए 600 से अधिक लघु वीडियो और 3 हज़ार से अधिक प्रश्न उपलब्ध है। प्रशिक्षण पूर्ण होने के साथ ही उन्नति संस्था द्वारा शत-प्रतिशत जॉब गारंटी भी दी जा रही है। एमपीएसएसडीईजीबी UNXT कार्यक्रम के सहयोग से युवाओं को स्पोकेन इंग्लिश, जीवन-कौशल, मानव-संसाधन से संबंधित कौशल और मूल्य आधारित जीवन-कौशल में प्रशिक्षित करेगा। नाबार्ड की वाड़ी परियोजना से आदिवासी परिवारों में तरक्की ![]() ![]() 8 Jun 2023 भोपाल।नाबार्ड द्वारा आज से पांच दिवसीय आम महोत्सव 6.0 की शुरुआत की गई। यह महोत्सवर आगामी 12 जून तक राजधानी भोपाल के बिट्टन मार्केट स्थित नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित किया गया है। इस महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री हेमंत कुमार सोनी प्रभारी-महाप्रबंधक , भारतीय रिजर्व बैंकद्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार की वित्तीय समावेशन की नीतियों से किसानों को लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी किसानों को उनके द्वारा नाबार्ड की वाड़ी परियोजना के माध्यम से उत्पादित आमों को विपणन मंच मिला है। इस मौके पर नाबार्ड, क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल के मुख्य महाप्रबंधक श्री सुनील कुमार ने कहा कि इस आम महोत्सव का उद्देश्य किसानों को मार्केटिंग का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड ने किसानों के हितों के लिए वाड़ी परियोजना की स्थापना की है। इससे आदिवासियों का सशक्तीकरण होगा। श्री बिनोद कुमार मिश्रा, मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक ने अपने संबोधन में कहा कि नाबार्ड की आम महोत्सव की इस अनूठी पहल ने आदिवासी किसानों को उनके उत्पादों के लिए बाज़ार की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया है, जिसके लिए उन्होंने नाबार्ड की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को रसायन मुक्त आम मिले और आम उत्पादक किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य, इससे बेहतर और क्या हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह वाडी परियोजना किसानों के लिए पेंशन योजना की तरह है। उन्होंने उच्च गुणवत्ता के फल प्रदान करने के लिए किसानों का आभार व्यक्त किया। श्री तरसेम सिंह जीरा,संयोजक, एसएलबीसी एवं महाप्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सम्बोधन में भारत की ग्रामीण समृद्धि में नाबार्ड के योगदान की प्रशंसा की। पूरे मध्य प्रदेश राज्य से किसानों को राजधानी भोपाल में बुलवाकर विपणन का मंच प्रदान करने के लिए उन्होंने नाबार्ड के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि नाबार्ड स्वयं सहायता से जुड़े लोगों के लिए भी इस प्रकार के आयोजन करता रहा है। उन्होंने सभी किसानों को आश्वस्त किया कि बैंकिंग व्यवस्था की ओर से उन्हें पूर्ण सहयोग मिलता रहेगा। इस अवसर पर श्री पीएस तिवारी, प्रबंध निदेशक अपेक्स बैंक ने वाडी परियोजना को पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण बताया क्योंकि जितने अधिक पेड़ लगेंगे उतना ही हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से बचे रहेंगे। नाबार्ड ग्रामीण भारत के विकास के लिए केवल वाडी परियोजना ही नहीं कार्यान्वित कर रहा है बल्कि ग्रामीण गोदाम और कई अन्य योजनाएँ भी चला रहा है। उन्होंने किसानों के जीवन में समृद्दि आने की भी प्रार्थना की। इस अवसर पर आदिवासी परिवारों द्वारा उत्पादित आमों की बिक्री हेतु लगाए गए स्टालों का उद्घाटन और फल वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर नाबार्ड के सभी अधिकारी, कर्मचारी, नाबार्ड द्वारा संचालित वाड़ी परियोजना के लाभार्थी जैसे आदिवासी किसान तथा कृषक उत्पादक संगठन के सदस्य उपस्थित रहे।आम प्रेमियो ने आदिवासी किसानो के खेतो से सीधे उपलब्ध कराये गए रसायन मुक्त आमों की विभिन्न किस्मों जैसे सुन्दरजा, नूरजहाँ, केसर, चोसा, लंगडा, आम्रपाली,दशहरीइत्यादि एवं उनसे बने उत्पादो के स्वाद का भरपूर आनंद लिया। जबलपुर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम होना प्रदेश का सौभाग्य - मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 8 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह हमारा सौभाग्य है कि मध्यप्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी का अवसर मिला है। जबलपुर में होने वाले इस कार्यक्रम की व्यापक स्तर पर तैयारियाँ जारी हैं। केन्द्रीय आयुष मंत्रालय, श्री रामचंद्र मिशन हार्ट फुलनेस संस्थान, जन अभियान परिषद और योग आयोग के सहयोग से प्रदेश की सभी शालाओं, वार्ड, ग्राम और योग को समर्पित संस्थाओं को योग दिवस कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। वसुधैव कुटुम्बकम् के लिए योग की थीम पर हो रहे इस कार्यक्रम से जन-जन को योग की सकारात्मकता से जुड़ने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान, केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-21 जून को जबलपुर में होने वाले राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के लिए जारी तैयारियों की निवास कार्यालय में समीक्षा कर रहे थे। केन्द्रीय मंत्री श्री सोनोवाल ने कहा कि कार्यक्रम से 25 करोड़ लोगों को जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में योग को मानव जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने के प्रयास व्यापक स्तर पर जारी हैं। जन-भागीदारी को प्रोत्साहित कर योग को जन-आंदोलन का स्वरूप दिया जा सकता है। इस दिशा में मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में योग के विस्तार के लिए हुए कार्य सराहनीय हैं। जन-जन योग को आत्मसात करें, इसके लिए सूचना, शिक्षा और संचार की गतिविधियों का अधिक से अधिक विस्तार जरूरी है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले योग कार्यक्रमों की जानकारी भी दी। बताया गया कि मुख्य कार्यक्रम जबलपुर के गैरिसन ग्राउण्ड में सुबह 6 बजे शुरू होगा। कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ और मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल की सहभागिता प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का रिकार्डेड संदेश प्रसारित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान, केन्द्रीय आयुष मंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल भी शामिल होंगे। प्रदेश के सभी पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल, नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों में भी योग कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रम में पतंजलि योग पीठ, आर्ट ऑफ लिविंग सहित अनेक योग संस्थाएँ शामिल होंगी। केन्द्र शासन द्वारा जारी योगा प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास होगा। आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर नानो कांवरे, अध्यक्ष मध्यप्रदेश योग आयोग श्री वेदप्रकाश शर्मा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती सोनाली वायंगणकर उपस्थित थे। मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र जामदार जबलपुर से वर्चुअली शामिल हुए। कलेक्टर जबलपुर ने तैयारियों की जानकारी दी। प्रदेश में रिवर क्रूज़ टूरिज्म आरंभ होगा: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 8 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए रिवर क्रूज़ टूरिज्म का भी उपयोग किया जाएगा। इससे पर्यटक नर्मदा नदी के आस-पास उपलब्ध प्राकृतिक सौन्दर्य और जैव-विविधता से रू-ब-रू हो सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में निवास कार्यालय में हुई बैठक में जानकारी दी गई कि नर्मदा नदी में बड़वानी से गुजरात स्थित स्टेच्यु ऑफ यूनिटी तक क्रूज़ का संचालन आरंभ किया जाएगा। क्रूज़ 135 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। बरगी से मंडला तक भी क्रूज़ का संचालन आरंभ होगा। केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल, प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री श्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर नानो कांवरे, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला सहित भारतीय अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण के अधिकारी उपस्थित थे। 21 जून-अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जबलपुर में होगा राष्ट्रीय स्तर का आयोजन ![]() 7 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राष्ट्रीय स्तर का मुख्य आयोजन 21 जून को जबलपुर में होगा। वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग की थीम पर होने वाला राष्ट्रीय स्तर का यह कार्यक्रम पूर्ण गरिमा के साथ हो और अधिकाधिक लोगों को कार्यक्रम से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के लिए जारी तैयारियों की निवास कार्यालय समत्व से जानकारी प्राप्त की। आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर नानो कांवरे, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती सोनाली वायंगणकर और अधिकारी उपस्थित थे। बताया गया कि राष्ट्रीय स्तर का मुख्य कार्यक्रम जबलपुर के गैरिसन ग्राउण्ड में प्रात: 6 बजे से आरंभ होगा। कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल की सहभागिता प्रस्तावित है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान, केन्द्रीय आयुष मंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल भी शामिल होंगे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेश के सभी पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल, नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों में भी योग कार्यक्रम होंगे। बैठक में कार्यक्रम के लिए जारी तैयारियों की जानकारी भी दी गई। राजगढ़ में 13 जून को होगा किसान-कल्याण महाकुंभ ![]() 7 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा किसान-कल्याण के लिए अनेक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। राजगढ़ जिले में लोकार्पित हो रही मोहनपुरा-कुंडालिया सिंचाई प्रणाली से क्षेत्र के किसानों की जिन्दगी बदल जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान 13 जून को राजगढ़ में होने वाले किसान-कल्याण महाकुंभ की तैयारियों की निवास कार्यालय में समीक्षा कर रहे थे। राजगढ़ कलेक्टर और अन्य अधिकारी बैठक में वुर्चअली शामिल हुए। बताया गया कि महाकुंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना की लगभग 1400 करोड़ और किसानों के ऋण ब्याज माफी की 2200 करोड़ रूपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की जायेगी। साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 2900 करोड़ रूपए के दावों के भुगतान का भी अंतरण किया जाएगा। इस दौरान मोहनपुरा-कुंडालिया प्रेशराइड पाइप सिंचाई प्रणाली का लोकार्पण होगा। जल जीवन मिशन की गोरखपुरा परियोजना के 156 ग्रामों में जल-प्रदाय योजना का शुभारंभ तथा जिले के 40 करोड़ रूपए लागत के कार्यों का ई-लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया जायेगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के लाभार्थियों को अधिकार-पत्र वितरित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की हितग्राही बहनें भी महाकुंभ में शामिल होंगी। राजगढ़ सहित गुना, भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, उज्जैन, देवास, शाजापुर और आगर-मालवा के किसान भी शामिल होंगे। बैठक में आवागमन व्यवस्था, भोजन-पेयजल सहित बैठक व्यवस्था संबंधी आवश्यक निर्देश दिए गए। संपूर्ण प्रदेश के किसान, महाकुंभ से वर्चुअली जुड़ेंगे। सभी जिलों में समिति स्तर पर भी कार्यक्रम किए जाएंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने किया पं. श्री प्रदीप मिश्रा की श्री शिवमहापुराण कथा स्थल का निरीक्षण 9 जून को भोपाल में निकलेगी पं. श्री मिश्रा की शोभा यात्रा ![]() ![]() 6 Jun 2023 भोपाल।भोपाल, 6 जून 2023. 10 जून से 14 जून को भोपाल में पहली बार सुप्रसिद्ध कथावाचक पं. श्री प्रदीप मिश्रा की श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने पीपुल्स मॉल के पीछे कथा स्थल का निरीक्षण कर कार्यप्रगति की समीक्षा की। इस दौरान मंत्री श्री सारंग ने कथा स्थल पर भोपाल सहित अन्य जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये रूट प्लान के साथ ही कथा स्थल के समीप पार्किंग की व्यवस्था को लेकर प्रशासकीय अधिकारियों के साथ चर्चा की। मंत्री श्री सारंग ने निर्देश दिये है कि कथा स्थल पर प्रवेश द्वार पर कंट्रोल रूम बनाये जायें, सभी श्रद्धालु सुव्यवस्थित रूप से आवागमन कर सकें। उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं के लिये पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाये। निरीक्षण के दौरान भोपाल कलेक्टर श्री आशीष सिंह, एसडीएम श्री मनोज वर्मा, ट्रैफिक पुलिस सहित प्रशासकीय अधिकारीगण व स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये व्यापक व्यवस्था मंत्री श्री सारंग ने बताया कि पीपुल्स मॉल के पीछे, करोंद, नरेला विधानसभा में आयोजित होने जा रही तैयारियां जोरो पर है। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिये लगभग 55 एकड़ के क्षेत्र में पंडाल लगाया जा रहा है। वहीं कथा स्थल के समीप लगभग 200 एकड़ के क्षेत्र में हजारों वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था की गई है। मंत्री श्री सारंग ने बताया कि चुंकि कथा को सुनने के लिये लाखों की संख्या में भीड़ पहुंचती है। ऐसे में किसी भी तरह की अव्यवस्था ना हो, इसके लिये कथा स्थल पर पहुंचने के लिये कुल 11 प्रवेश द्वार बनाये गये हैं। वहीं नरेला विधानसभा से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये बसों की व्यवस्था भी गई है। उन्होंने कहा कि आयोजन की समुचित व्यवस्था के लिए जल प्रबंधन समिति, भोजन व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, दर्शन समिति सहित अनेक समितियों के गठन कर प्रमुख पदाधिकारियों के साथ दो हजार से अधिक सदस्य सेवारत रहेंगे।9 जून को भोपाल में निकलेगी पं. श्री मिश्रा की शोभा यात्रा मंत्री श्री सारंग ने बताया कि पं श्री मिश्रा दिनांक 9 जून 2023 को भोपाल पहुंचेंगे। इस अवसर पर नरेला विधानसभा अंतर्गत अन्ना नगर से अशोका गार्डन चौराहे तक भव्य शोभा यात्रा निकाली जायेगी। उन्होंने बताया कि शहर के 200 से अधिक सामाजिक संगठनों द्वारा पं. श्री मिश्रा का स्वागत किया जायेगा।मुख्यमंत्री श्री चौहान की पहल, युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में भी मिलेंगे रोजगार के अवसर ![]() 6 Jun 2023 भोपाल।पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की संभावना और स्टार्टअप शुरू करने का सपना संजोए युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। मुख्यमंत्री सीखों-कमाओं योजना में पर्यटन विभाग प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर लाया है। पर्यटन के क्षेत्र में कार्य करने वाली 800 से अधिक संस्थाओं ने प्रदेश के 4 हज़ार से अधिक युवाओं को इस योजना में लाभ देने की पहल की है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के विज़न अनुरूप योजना प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर और प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था को सुदृढ़ करने का श्रेष्ठ माध्यम है। बड़े होटल और संस्थान से जुड़ने का अवसर पर्यटन विभाग में सीखने वाले युवाओं को देश और प्रदेश के बड़े होटल और संस्थान से जुड़ने और काम करने का सुलभ अवसर मिलेगा। क्रिसेंट स्पा एंड वाटर पार्क इंदौर, होटल ताज भोपाल, ओरछा पैलेस ओरछा, सीएआरडी भोपाल, लेक सिटी इंटरटेनमेंट, ट्रैवल इंडिया टूरिज्म, ध्रुव एडवेंचर, होटल रिडीशन भोपाल सहित विभिन्न प्रसिद्ध होटल और संस्थान प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षित करेंगे।होटल, टूर ट्रेवल्स और पर्यटन गतिविधियों में सीखने का मौका मुख्यमंत्री सीखों कमाओं योजना में प्रदेश के प्रतिष्ठित होटल, टूर एंड ट्रैवल एजेंसी सहित पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में सीखने और रोजगार के अवसर मिलेंगे। होटल में बेलबॉय, मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, फ्रंट ऑफिस, किचन एसिटेंस, हाउस कीपिंग, सिक्योरिटी, गार्डनिंग संबंधी स्किल टूर एंड ट्रैवल मे रिसेप्शनिस्ट, अकाउंट, पियून और सोशल मीडिया मार्केटिंग संबंधी स्किल सीखने और रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। साथ ही मीडिया एंटरटेनमेंट, मार्केटिंग, ऑडियो वीडियो प्रोडक्शन, एडवेंचर एक्टिविटीज आदि के क्षेत्र में सीखने का अवसर मिलेगा।स्व-रोजगार और स्टार्टअप शुरू करने में मिलेगी मदद योजना में युवाओं की न सिर्फ स्किल में वृद्धि होगी। बल्कि उनका आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा। साथ ही साथ पर्यटन के क्षेत्र में स्टार्ट अप जैसे सिक्योरिटी एजेंसीज, एडवेंचर एक्टिविटीज एजेंसी जैसी संस्थाएं खोलने के लिए प्रेरक का कार्य करेगी।नाबार्ड द्वारा आम महोत्सव 6.0 का आयोजन ![]() 6 Jun 2023 भोपाल।नाबार्ड की अपनी वाड़ी परियोजना के अंतर्गत आम उत्पादक आदिवासी किसानों के प्रोत्साहनके लिए नाबार्ड द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी आम महोत्सव का आयोजन नाबार्ड, मध्य प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय, बिट्टन मार्केट में दिनांक 08 से 12 जून 2023 के दौरान किया जा रहा है। इस अवसर पर पूरे राज्य मे क्रियान्वितवाड़ी परियोजना से उत्पादित आमों के विभिन्न किस्मों जैसे सुंदरजा, केसर, चोसा, लंगडा एवं दशहरी इस आम महोत्सव मे उपलब्ध रहेंगे। यह और भी विशेष होगा कि इसमेवाड़ीयो में उत्पादित मिलेट्स एवं उनसे बने उत्पाद एवं एनटीएफ़पी उत्पाद जैसे कि शहद, सीताफल पल्प आदि भी भोपाल शहर वासियों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस महोत्सवके दौरान उपलब्ध आम सीधे किसानो के खेत से रहेंगे एवं इन्हे पकाने के लिए किसी भी प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं किया गया है। नाबार्ड कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ और समृद्ध बनाने के लिए एक समर्पित शीर्ष बैंक/संस्था है और अपने इसी उद्देश्य तहत, बैंक ने एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में 2003-04 में जनजातीय विकास कोष की स्थापना की। इस कोष के तहत, नाबार्ड के द्वारा मध्य प्रदेश में अब तक 99 परियोजनाएं स्वीकृत की गईं हैं जिससे 77000 से अधिक परिवारों को लाभ पहुंचा है एवं लगभग 73,500 एकड़ क्षेत्रफल को इस परियोजना के अंतर्गत आच्छादित किया गया है। परियोजना के माध्यम से आदिवासी किसान अपने खेतों पर विभिन्न बागवानी, कृषि और कृषि वानिकी गतिविधियों को अपनाकर अपनी पारिवारिक आय बढ़ाने में सक्षम हुए हैं जिससे संबन्धित क्षेत्र में रोजगार के लिए होने वाले पलायन को रोकने में मदद मिली है। इस योजना में केवल फलोत्पादन ही एकमात्र उद्देश्य नहीं है बल्कि इसके अंतर्गत स्वच्छता, मृदा और जल संरक्षण, बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना और महिलाओं को सशक्त बनाना भी शामिल है। इससे न केवल शहर वासियों को अच्छी गुणवत्ता और रसायन मुक्त आम मिल सकेंगे बल्कि इन आदिवासी किसानों को एक बाज़ार भी मिल सकेगा जिससे उनकी आय में संवर्धन होगा। नाबार्ड केवल परियोजना के कार्यान्वयन को ही महत्व नहीं देता है बल्कि उससे होने वाले लाभों और परिणामों को भी ध्यान में रखकर परियोजना के लाभार्थियों को बाज़ार की पहुँच भी उपलब्ध करवाने का प्रयास करता है। आम महोत्सव 6.0 इसी कड़ी में एक सकारात्मक कदम है। आमों के स्टाल नाबार्ड, मध्य प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय, बिट्टन मार्केट में लगाए जाएंगे। सभी शहर वासी रसायन मुक्त और ऑर्गैनिक आम के लिए यहाँ पधार सकते हैं। ये स्टाल दिनांक 08 जून 2023 को प्रातः 11.00 बजे से खुल जाएंगे और 12 जून तक खुले रहेंगे। हमें पर्यावरण-संरक्षण के लिए चेतना होगा: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 5 Jun 2023 भोपाल।पौध-रोपण, बिजली- पानी की बचत और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का लें संकल्प प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मिशन लाइफ का मंत्र देकर विश्व को दिशा दिखाई मुख्यमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भौतिक प्रगति की अंधी चाह से बढ़े संसाधनों के शोषण ने प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ दिया है। इससे जलवायु परिवर्तन और क्लाइमेट चेंज के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। वर्ष 2050 तक धरती की सतह का तापमान 2 सेंटीग्रेड बढ़ने की संभावना है। इससे जीवन कठिनतम हो जाएगा। खेती में अत्यधिक रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के उपयोग का परिणाम कैंसर फैलने के रूप में सामने आ रहा है। भारत की माता-बहनें हजारों सालों से प्रकृति के प्रति संवेदनशील रही हैं, पेड़-पर्वतों की पूजा में उनका प्रकृति के प्रति आदर भाव अभिव्यक्त होता था। वर्तमान पीढ़ी को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए चेतना होगा, यदि हमने इस दिशा में सार्थक प्रयास नहीं किए तो आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को हम रहने लायक नहीं छोड़ पाएंगे। पर्यावरण-संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को पौध-रोपण, बिजली की बचत, पानी बरबाद न करने और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लेना होगा। इन आदतों में परिवर्तन कर हम धरती की सेवा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) का मंत्र देकर पर्यावरण-संरक्षण के लिए विश्व को दिशा दिखाई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जन-जागृति के लिए विश्व पर्यावरण दिवस पर मिशन लाइफ (लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का रविंद्र भवन में शुभारंभ कर रहे थे। कार्यक्रम से प्रदेश के सभी 52 जिले वर्चुअली जुड़े। राज्य जलवायु परिवर्तन कार्य-योजना का किया विमोचन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तुलसी के पौधे पर जल अर्पित किया और कन्या-पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने राज्य जलवायु परिवर्तन कार्य-योजना तथा प्रदेश के सात स्मार्ट शहर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सतना और सागर के क्लाइमेट एक्शन प्लान पुस्तिकाओं का विमोचन किया। साथ ही प्रदेश की तीन नवीन रामसर साइट्स सिरपुर वेटलेंड इंदौर, यशवंत सागर इंदौर और सांख्य सागर शिवपुरी के प्रमाण-पत्र भी संबंधित पदाधिकारियों को प्रदान किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा क्लाइमेट चेंज पीएच-डी फैलोशिप के स्वीकृती पत्र 5 शोधार्थियों को प्रदान किए गए।मिशन लाइफ थीम पर एक लाख से अधिक कार्यक्रम करने वन विभाग सम्मानित मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आत्म-निर्भर गो-शाला विषय पर वेस्ट-टू-वेल्थ हेकाथॉन के दो सर्वश्रेष्ठ सुझावों के पुरस्कार सर्वश्री अनिल तोमर तथा डॉयोगेंद्र कुमार सक्सेना को प्रदान किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिशल लाईफ की थीम पर वन विभाग द्वारा एक लाख से अधिक कार्यक्रम करने के लिए वन बल प्रमुख श्री रमेश गुप्ता को सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि विभिन्न विभागों द्वारा एक लाख 75 हजार कार्यक्रम मिशन लाइफ की थीम पर अब तक किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल, विदिशा, रायसेन और सीहोर जिले के लाइफ वॉलेन्टियर्स युवाओं को परिचय-पत्र और प्रशिक्षण पुस्तिका भेंट की। ये युवा पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए कार्य करेंगे। इस कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन कार्य-योजना, क्लाइमेट चेंज फैलोशिप तथा लाईफ स्टाइल फॉर इन्वारमेंट पर केन्द्रित फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।भारतीय संस्कृति में नीहित हैं प्रकृति संरक्षण के संदेश मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति अद्भुत है। हमारे ऋषि- मुनियों ने प्रकृति से छेड़छाड़ के दुष्परिणामों को पहले से ही भाँप लिया था। भारतीय संस्कृति में यह माना जाता है कि एक ही चेतना हम सब में है। प्राणियों में भी वही चेतना है जो पुशओं में है। इसलिए गो-माता के साथ विभिन्न देवताओं के वाहनों के रूप में पशुओं की उपासना भारतीय जीवनशैली में आरंभ से ही शामिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पेड़ कई जीवों को जीवन देता है। हमारी संस्कृति में वृक्षों की पूजा की जाती है। नदियों को माँ माना गया तथा गोवर्धन पूजा से पेड़-पर्वत और समग्र प्रकृति के संरक्षण का संदेश दिया गया।पर्यावरण-संरक्षण के लिए सभी तत्वों में संतुलन आवश्यक- सांसद सुश्री ठाकुर भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि मानव जीवन जिन तत्वों से बना है उनकी रक्षा और उनमें परस्पर संतुलन बनाए रखना जरूरी है। वेदों में भी सभी तत्वों के संतुलन पर बल दिया गया है। किसी भी तत्व का विकराल रूप लेना मानव जीवन के लिए हानिकारक है। पर्यावरण-संरक्षण इस संतुलन को बनाए रखने का एक प्रयास है। जीवन की निरंतरता के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिये गए मिशन लाइफ के मंत्र का अनुसरण आवश्यक है। प्रमुख सचिव श्री गुलशन बामरा ने बताया कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पर्यावरण-संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय संस्थाओं के प्रतिनिधि, पर्यावरण प्रेमी तथा भोपाल, राजगढ़, रायसेन और सीहोर के लाइफ वॉलेंटियर शामिल हैं।मध्यप्रदेश वार्षिक पर्यावरण पुरस्कार मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश वार्षिक पर्यावरण पुरस्कार भी प्रदान किए। इसमें अत्यंत प्रदूषणकारी उद्योगों की श्रेणी में मेसर्स नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल देवास, सामान्य उद्योगों की श्रेणी में मेसर्स जॉन डियर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड देवास, खनिज उत्खन्न में मैहर जिला सतना की आरसीसीपीएल प्राइवेट लिमिटेड, लघु उद्योगों में ट्राइटेंड डिटर्जेंट, चिकित्सालय श्रेणी में अमृता हॉस्पिटल शहडोल, शिक्षण संस्था श्रेणी में शासकीय पूर्व प्राथमिक प्रशिक्षण संस्थान जबलपुर, सेज इंटरनेशनल कोलार रोड भोपाल और एनजीओ श्रेणी में मृत्युन्जय जीवन धारा हेल्थ केयर चेरिटेबल ट्रस्ट देवास को प्रमाण-पत्र और स्मृति-चिन्ह भेंट किए गए।पाठ्य-पुस्तक में भगवान परशुराम की जीवन गाथा शामिल होगी: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 4 Jun 2023 भोपाल।परशुराम जन्म-स्थली जानापाव दिव्य और भव्य केंद्र के रूप में उभरेगा संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि और निर्धन विद्यार्थियों को देंगे उच्च शिक्षा भोपाल के जम्बूरी मैदान में हुआ ब्राह्मण महाकुंभ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में इंदौर के निकट, भगवान परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव को अध्यात्म और पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। जानापाव एक दिव्य और भव्य केन्द्र के रूप में उभर कर आएगा। राज्य शासन ने भगवान परशुराम जयंती पर सार्वजनिक अवकाश के साथ मंदिरों के पुजारियों के लिए मानदेय और संस्कृत विद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों, जो धार्मिक संस्कारों को सम्पन्न करवाने में दक्ष हो रहे हैं, को प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था की है। कक्षा एक से 5वीं तक के विद्यार्थियों के लिए 8 हजार और कक्षा 6वीं से 12वी तक के विद्यार्थियों को 10 हजार रूपए की राशि देने की पहल की गई है। पाठ्य-पुस्तकों में भगवान परशुराम की जीवन गाथा भी पढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जंबूरी मैदान, भोपाल में ब्राह्मण महाकुंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंदिरों की भूमि को कलेक्टर द्वारा एक वर्ष के लिए नीलाम करने के पूर्व के प्रावधान में परिवर्तन कर यह अधिकार पुजारी को दिया गया है। साथ ही मंदिर में पूजा, आराधना और आरती जैसे कार्यों के लिए पुजारी को सहयोग देना आवश्यक है। बिना कृषि भूमि क्षेत्र के मंदिरों के लिए 5 हजार रूपए की मासिक राशि प्रदान करने के साथ ही मंदिरों का सर्वे करवाने का कार्य किया जाएगा। ब्राह्मण समाज के मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षा सुविधा दी जाएगी। ब्राह्मण समाज के लिए भोपाल में उपलब्धता के आधार पर भूमि का प्रबंध किया जाएगा, जिससे शिक्षण व्यवस्थाओं और सामाजिक कार्यों के लिए व्यवस्थाएँ करने में आसानी हो। पृथक आयोग या बोर्ड गठित करने के सुझाव पर भी समाज के प्रमुख व्यक्तियों से चर्चा और विचार-विमर्श के बाद आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो ब्रह्म या ईश्वर को जान ले वह ब्राह्मण है। भारतीय जीवन-मूल्यों और संस्कृति को संरक्षित करने का कार्य ब्राह्मणों ने किया है। आज भारत के एक होने का प्रमुख कारण आदि शंकराचार्य जी द्वारा भारत को जोड़े जाने का किया गया महत्वपूर्ण कार्य है। ओंकारेश्वर में शंकराचार्य जी की प्रतिमा स्थापना और अद्वैत संस्थान स्थापित करने का कार्य चल रहा है। हमारी परम्पराएँ हों या साहित्य का क्षेत्र या विज्ञान, राजनीति, भूगोल आदि का क्षेत्र, ऐसी कोई विधा नहीं है जिसमें ब्राह्मण दक्ष नही हैं, यदि चाणक्य नहीं होते तो चंद्रगुप्त भी नहीं होते। भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन के लिए पहली गोली मंगल पाण्डे की चली थी। बिस्मिल हों या चंद्रशेखर आजाद, आजादी के लिए इन्होंने प्राण न्योछावर किए। ब्राह्मण समाज से ही टैगोर, लता दीदी और माखनलाल चतुर्वेदी हुए। ब्राह्मण समाज की प्रतिभाएँ अनेक क्षेत्र में विलक्षण कार्य कर चुकी हैं। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि ब्राह्मण समाज निर्धन बच्चों की शिक्षा, निर्धन परिवारों की बेटियों के विवाह, दुर्घटना या अन्य संकट की परिस्थितियों में परस्पर सहयोग का उदाहरण प्रस्तुत करे। इस भावना का विस्तार आवश्यक है। ब्राह्मण वर्ग बुद्धि,ज्ञान और चरित्र की शक्ति के उपयोग से विभिन्न क्षेत्र में सफल हुआ है। आज समाज के बंधुओं द्वारा युवाओं को मद्यपान न करने और अन्य अवगुणों से बचने के लिए निरंतर मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी ने कहा कि ब्राह्मण समाज सभी के कल्याण की कामना करता है। हमारा दायित्व है कि समाज के ऐसे लोगों को शिक्षित करें जो अर्थ के अभाव में शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे हैं। सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण वर्ग ने धर्म और संस्कृति के संरक्षण और शासन व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आदि शंकराचार्य ने राष्ट्र को एक सूत्र में बांधा। आध्यात्मिक क्षेत्र में समाज का योगदान निरंतर मिल रहा है। विजयराघवगढ़ में भगवान परशुराम जी की 108 फीट प्रतिमा की स्थापना की पहल की गई है। श्री सुमित पचौरी ने ब्राह्मण समाज की ओर से 11 सूत्री सुझाव-पत्र पढ़ा। कार्यक्रम को स्वामी सदानंद सरस्वती, शंकराचार्य द्वारका शारदा पीठ ने भी संबोधित किया। पत्रकार श्री विनोद तिवारी और श्रीमती पूर्वा त्रिवेदी ने संचालन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत कर स्मृति-चिन्ह भेंट किया गया। पूर्व मंत्री श्री संजय सत्येंद्र पाठक और श्री पी.सी. शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, दैनिक स्वदेश के प्रधान संपादक श्री राजेंद्र शर्मा और श्री सुरेंद्र तिवारी, ब्राह्मण समाज के अनेक प्रतिष्ठित जन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन स्थल पर सफाई कर दिया स्वच्छता का संदेश ![]() 4 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के भेल दशहरा मैदान में अ.भा. किरार, धाकड़, नागर, मालव सम्मेलन के समापन पर सम्मेलन स्थल पर अपशिष्ट तथा कचरे की सफाई कर नागरिकों को स्वच्छता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी और अ.भा. किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह चौहान, समाज के पदाधिकारियों और अन्य लोगों ने भी सफाई कार्य में सहभागिता की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने वालों को साफ-सफाई और स्वच्छता का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। सामाजिक संगठनों का यह दायित्व है कि वे कार्यक्रम समापन के बाद स्थल पर फैले कचरे और अपशिष्ट को स्वयं साफ करें और यथा स्थान कचरे को डालने के लिए लोगों को प्रेरित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोजन की टेबल और नीचे पड़ी भोजन सामग्री सहित अन्य अपशिष्ट थेले में डाले। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सफाईकर्मियों के साथ ग्रुप फोटो करवाकर उनका उत्साह बढ़ाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर जारी है भू-माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही ![]() 3 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर रतलाम जिले में भू-माफिया के विरुद्ध कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को शहर की सूरज मल जैन कॉलोनी के समीप 34 पीड़ितों को उनके भू-खंडों पर कब्जा दिलाया गया, जो लंबे समय से अपने भू-खंड पर कब्जा न मिलने से परेशान थे। कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व अमले द्वारा विस्तृत छानबीन कर उनके वास्तविक खरीदारों को भू-खंडों पर कब्जा दिलाया गया। अपने भू-खंड पाकर प्रसन्न नागरिकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद दिया, जिनके सुशासन एवं निर्देश पर पीड़ितों को न्याय मिला और वे अपने भू-खंड पर पुन: काबिज हो सके। बताया गया कि वर्ष 1994 से लेकर उसके बाद तक की अवधि में एहसान मुकाती द्वारा विभिन्न खरीदारों को भू-खंड तो बेचे गए, परंतु भू-खंड का कब्जा नहीं दिया गया था। शिवराज मामाजी के नाम पर रखेंगे कॉलोनी का नाम भू-खंड का कब्जा मिलने पर लाभार्थी श्री आशीष पाटीदार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा माफियाओं के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई का ही परिणाम है कि हम लोगों को अपने प्लाट पर कब्जा मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नाम पर अपनी कॉलोनी का नाम रखेंगे।भारत-नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत: नेपाल के प्रधानमंत्री श्री प्रचंड ![]() 2 Jun 2023 भोपाल।श्री प्रचंड ने मध्यप्रदेश में हुए विकास कार्यों को अभूतपूर्व बताया भारत एवं नेपाल की संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएँ एक जैसी : मुख्यमंत्री श्री चौहान नेपाल के प्रधानमंत्री श्री प्रचंड को अपने बीच पाकर हम अभिभूत हैं मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा श्री प्रचंड के सम्मान में दिया गया रात्रि भोज नेपाल के प्रधानमंत्री श्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने कहा है कि भारत और नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत हुई है। भारत और नेपाल के बीच संबंधों में नए आयाम जुड़े है। यह बात उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज उनके सम्मान में इंदौर में दिये गये रात्रि-भोज में कही। नेपाल के प्रधानमंत्री श्री प्रचंड ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मुलाकात के दौरान कहना कि हम अपने रिश्तों को हिमालय जितनी ऊँचाई देने के लिए काम करते रहेंगे और इसी भावना से हम सभी मुद्दों का, चाहे देश की सीमा का हो या कोई और विषय, सभी का समाधान करेंगे। यह हमारे लिये खुशी और गर्व का विषय है। श्री प्रचंड ने कहा कि मेरा प्रधानमंत्री के रूप में चौथी बार भारत भ्रमण हो रहा है। इस बार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत और नेपाल के बीच जो सहमति हुई है, यह दूर तक जाने वाली सहमति है। कनेक्टीविटी, वॉटर रिसोर्स और ऊर्जा के क्षेत्र में जो सहमति बनी है, उसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे। मैं नेपाल जाकर नेपाली जनता को बताऊँगा कि भारत और नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत हुई है। भारत-नेपाल के संबंधों में नए आयाम जुड़े है। इसको मजबूत करना हम सबका कर्त्तव्य है। श्री प्रचंड ने कहा कि मध्यप्रदेश में गर्मजोशी से स्वागत हुआ है वह अविस्मरणीय है। भगवान श्री महाकाल के दर्शन करने का मेरा सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हुए विकास कार्य अभूतपूर्व है। इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की 9 करोड़ जनता और राज्य शासन की ओर से प्रधानमंत्री श्री प्रचंड का स्वागत अभिनंदन है। उन्होंने कहा कि श्री प्रचंड को हमारे बीच पाकर हम अभिभूत है, उनका स्वागत कर हम गौरवांवित हो रहे है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएँ लगभग एक जैसी है। ऐसा लग रहा है कि अपनों के बीच अपने ही आये है। कार्यक्रम का संचालन सांसद श्री शंकर लालवानी ने किया। स्व. श्री कैलाश नारायण सारंग की जयंती पर संपूर्ण देश में मना मातृ-पितृ भक्ति दिवस ![]() 2 Jun 2023 भोपाल।मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने पाँव पखारकर वृद्धजनों का किया सम्मान देशभर में सोशल मीडिया पर नं.1 पर ट्रेंड हुआ मातृपितृभक्ति दिवस नरेला विधानसभा में हुआ 35 हज़ार से अधिक बुजुर्गों का सम्मान भाजपा के संस्थापक सदस्य पूर्व सांसद स्व. श्री कैलाश नारायण सारंग की जयंती को संपूर्ण देश में 'मातृ-पितृ भक्ति दिवस' के रूप में मनाया गया। नरेला विधानसभा के सभी 17 वार्ड में मंत्री श्री सारंग के साथ कार्यकर्ताओं ने 35 हज़ार से अधिक बुजुर्गों के पाँव पखारने के साथ ही आरती उतार कर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर सभी वृद्धजन भाव-विभोर ऩजर आये। सभी ने मंत्री श्री सारंग द्वारा किये गये सम्मान को सहर्ष स्वीकार कर उन्हें आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी हैशटैग मातृपितृभक्ति दिवस के साथ खासकर युवा पीढ़ी ने अपने माता-पिता के साथ ही आसपास के वृद्धजनों को सम्मानित कर उनके फोटो-वीडियो फेसबुक, ट्विटर समेत विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किये। मंत्री श्री सारंग ने पाँव पखारकर वृद्धजनों का किया सम्मान मंत्री श्री सारंग ने नरेला विधानसभा क्षेत्र के वृद्धजनों का सम्मान किया। उन्होंने सभी वरिष्ठों पर पुष्प-वर्षा कर उनका अभिवादन किया और उनके पाँव पखारकर आरती उतारी। अपने जन-प्रतिनिधि को पुत्र के समान अपने पाँव पखारते देख अनेक बुजुर्गों की आँखें नम हो गई। मंत्री श्री सारंग ने बुजुर्गों को शॉल-श्रीफल, साड़ी, स्मृति-चिन्ह और शमी का पौधा भी भेंट किया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में पधारे सभी वृद्धजनों के पेयजल, स्वल्पाहार एवं भोजन की भी व्यवस्था की गई थी।हर घर में हुआ माता-पिता का पूजन मंत्री श्री सारंग के आह्वान पर नरेला विधानसभा के प्रत्येक घर में युवाओं ने अपने माता-पिता के पाँव पखार कर उनका सम्मान किया। मातृ-पितृ भक्ति की मिसाल पेश करते हुए हर वर्ग एवं हर समाज के लोगों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। सोशल मीडिया पर हैशटैग मातृपितृभक्ति दिवस के साथ युवाओं ने अपने माता-पिता को सम्मानित कर उनके फोटो-वीडियो फेसबुक, ट्विटर समेत विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किये।माता-पिता का स्थान सबसे ऊँचा मंत्री श्री सारंग ने कहा कि पूज्य पिताजी स्व. कैलाश सारंग ने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र एवं जन-मानस की सेवा में समर्पित कर दिया। उनका स्वप्न था कि प्रत्येक वृद्ध का सम्मान हो। इसी उद्देश्य के साथ विगत 2 वर्षों से उनकी जयंती और पुण्य-तिथि को संपूर्ण देश में मातृ-पितृ भक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्री गणेश, प्रभु श्री राम एवं श्रवण कुमार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि माता-पिता की भक्ति देवों की भक्ति के समान है। उनका पूजन करने से समस्त देवों के पूजन का पुण्य प्राप्त हो जाता है।देशभर में स्व. श्री सारंग की जयंती पर हुए कार्यक्रम स्व. श्री कैलाश सारंग की जयंती को देश भर में 'मातृ-पितृ भक्ति दिवस' के रूप में मनाया गया। कायस्थ महासभा द्वारा अनेक स्थानों पर भोजन पैकेट, राशन, फल वितरण किया और वृद्धजनों को सम्मानित किया। वहीं कई स्थानों पर स्व. श्री सारंग की स्मृति में वृक्षारोपण एवं चिकित्सा शिविरों का भी आयोजन किया गया।नरेला में 35 हज़ार से अधिक वृद्धजनों का हुआ सम्मान मंत्री श्री सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत प्रभात चौराहा वार्ड-70, चाणक्यपुरी वार्ड-39 एवं 40, हनुमान मंदिर खुशीपुरा वार्ड-37, पुरुषोत्तम नगर सेमरा वार्ड-38, चांदबड़ वार्ड-36, कैनरा बैंक के समीप वार्ड-75, पुलिस चौकी के पास वार्ड-77, पीपल चौराहा वार्ड-78, देवी जी मंदिर करोंद चौराहा वार्ड-79, नेवरी मंदिर, नेहरू स्कूल चौराहा वार्ड-71, परिहार चौराहा वार्ड-41 और 69, हॉकर्स कॉर्नर वार्ड-44, सर्जना सोसाइटी वार्ड-58, शाखा ग्राउंड वार्ड-59 में लगभग 35 हजार से अधिक वृद्धजनों को सम्मानित किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का समाज कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण : डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ![]() 2 Jun 2023 भोपाल।डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने पत्रकार वार्ता में कहा मोदी सरकार की हर योजना में सामाजिक कल्याण शामिल ई-श्रम पोर्टल पर 28 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों ने पंजीकरण करवाया है, इसमें पुरुषों की तुलना में महिला पंजीकृत सदस्यों का प्रतिशत अधिक है, इस पोर्टल पर अब तक पंजीकृत सदस्यों में 52.75 प्रतिशत महिलाएं और 47.25 प्रतिशत पुरुष है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत देश के ग्रामीण क्षेत्रों में 2.25 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण किया जा चुका है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत देश भर में 11 करोड़ से अधिक घरेलू शौचालय बनाए गए है। 12 करोड़ से अधिक घरों को नल के कनेक्शन दिए जा चुके हैं, जिसके बाद ग्रामीण भारत में अब 61.71 प्रतिशत घरों के पास नल कनेक्शन है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 3.32 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को पंजीकृत किया जा चुका है, और 3.05 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मातृत्व लाभ के रूप में 13,766 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। ई-ग्राम स्वराज एप्लीकेशन के तहत पंचायती राज संस्थाओं पर फोकस करते हुए 2,46,762 ग्राम पंचायतों की जियोटैगिंग कर, 1,90,311 ग्राम पंचायतों की प्रोफाइल तैयार की गई है। अगस्त 2022 में, आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के एक भाग के रूप में ट्रांसजेंडर समुदाय से संबंधित लोगों के लिए एक समावेशी और समग्र स्वास्थ्य देखभाल पैकेज की घोषणा की गई। एक्सेसिबल इंडिया अभियान के तहत, दिव्यांग आबादी के लिए 1500 से अधिक ैपहद स्ंदहनंहम प्दजमतचतमजमते के प्रशिक्षण के साथ 1,607 सरकारी भवनों, 627 राज्य सरकार की बेवसाइटों और 95 केंद्र सरकार की बेवसाइटों को सुलभ बनाया गया है। अनुसूचित जनजातियों के लिए विकास कार्य योजना (डीएपीएसटी) के तहत, जनजातीय मामलों के मंत्रालय के अलावा 41 मंत्रालयों/विभागों आदिवासी विकास परियोजनाओं के लिए हर साल अपने कुल योजना आवंटन से 4.3 से 17.5 प्रतिशत धन आवंटित कर रहे है। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत मार्च 2023 तक कुल 1247.38 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये जा चुके है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम के एक भाग के रूप में 49 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों के आधार पर 112 जिलों को विकसित किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की 9 वर्षों की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि ई-श्रम पोर्टल की स्थापना के बाद अब असंगठित श्रमिकों को मौजूदा सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा, ट्रांसजेंडर समुदाय से संबंधित लोगों के लिए देश भर में 12 ‘गरिमा गृह’ स्थापित किये गये हैं जो उन्हें आश्रय प्रदान कर रहे हैं। इसी तरह, देश की 2.7 लाख से अधिक दिव्यांग आबादी को लाभावन्वित करने वाली 3954 परियोजनाओं को दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना के तहत 508.34 करोड़ रुपये की सहायता अनुदान जारी की गयी है। इसके अलावा 1.84 लाख दिव्यांग छात्रों को 2022 तक 556.37 करोड़ रुपये की छात्रृवृत्ति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार पोषण ट्रेकर के तहत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए राज्य के भीतर और बाहर एक आंगनवाड़ी केंद्र से दूसरे में प्रवास की सुविधा प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 2,900 से अधिक गांवों का चयन किया गया है, जिसमें 53 लाख से अधिक परिवारों के जीवन में बदलाव लाया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति के 2.6 करोड़ से अधिक लोग शामिल हैं। वर्तमान सामाजिक कल्याण मॉडल स्वभाविक रूप से समावेशी हैं और समग्र सामाजिक कल्याण सुनिश्चित करते हुए सभी समुदायों को इसका लाभ प्रदान कर रहा है। मोदी सरकार ने दीनदयाल जी की धारणा को साकार किया भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में समाज कल्याण क्षेत्र में हो रहे बदलाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने पंडित दीनदयाल जी की धारणा ‘अंतिम व्यक्ति तक पहुंच’ के सिद्धांत को पूरा करने की दिशा में अथक प्रयास किया है। ऐसे ही अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता के साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली और सुदृढ़ हुई है। प्रत्येक योजना के लिए समर्पित पोर्टल के साथ-साथ ‘आधार’ प्रणाली में लाए गए सुधार, समाज कल्याण योजनाओं के लाभ लक्षित लाभार्थियों तक सफलतापूर्वक पहुंचा रहे हैं। पीएम उज्जवला योजना, वन नेशन-वन राशन कार्ड, जल जीवन मिशन, पीएम आवास योजना, पीएम ग्राम सड़क योजना और स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाओं और पहलों के साथ इस क्षेत्र में परिवर्तन की शुरुआत सभी को प्रभावित कर रही है और भारत की लोक कल्याणकारी राज्य की छवि को मजबूती दे रही है।यूपीए और एनडीए सरकार की तुलनात्मक अध्ययन को लेकर पीपीआरसी ने जारी की रिपोर्ट डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि लोक नीति शोध केंद्र (पीपीआरसी) ने ’सामाजिक न्याय से संपूर्ण विकास’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें देश में मौजूद मजबूत सामाजिक कल्याण मॉडल के मूल सार को शामिल किया गया और साथ ही इसे साबित करने के लिए चौंका देने वाले आंकड़े भी पेश किए गए। उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के सामाजिक कल्याण के एक समग्र मॉडल को चित्रित करते हुए मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई प्रत्येक पहल या योजनाओं का विश्लेषण करती है। इसके अलावा, रिपोर्ट यूपीए और एनडीए शासन के बीच तुलना करती है, जिसमें सांख्यिकीय डेटा का उपयोग करके मोदी सरकार के तहत इस क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन को उजागर किया गया है।11.66 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों के लिए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने देश में सामाजिक कल्याण के परिदृश्य को बदल दिया है। 2014 से पहले, ग्रामीण स्वच्छता कवरेज केवल 38.7 प्रतिशत था। हालांकि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने 2019 में खुले में शौच मुक्त (व्क्थ्) स्थिति को हासिल कर एक नयी कामयाबी को लिखा। इसी तरह 2014 से पहले 19.43 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 3.23 करोड़ घरों में ही नल कनेक्शन उपलब्ध थे। इसके विपरीत 4 अप्रैल, 2023 तक 11.66 करोड़ से अधिक (60 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन के दायरे में लाया गया और उनके लिए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति को सुनिश्चित किया गया। उन्होंने कहा कि आवासीय योजनाओं का मामला भी कुछ अलग नहीं था। 2014 से पहले, ग्रामीण परिवेश के लिए चलने वाली आवासीय योजना चिंता जनक रूप से धीमी गति से बढ़ रही थी। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 2.25 करोड़ से अधिक घरों का निमार्ण किया हैं, जिनमें से 60 प्रतिशत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों को दिये गये हैं।जनजातीय मंत्रालय के आवंटन में 190 प्रतिशत की वृद्धि हुई उन्होंने कहा कि एनडीए शासन के तहत सामाजिक कल्याण से संबंधित मंत्रालयों के लिए बजटीय आवंटन में भी जबरदस्त वृद्धि हुई है। उदाहरण के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय के लिए आवंटन में लगभग 190 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मंत्रालय के लिए आवंटन 2013-14 में 4295.94 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 12461.88 करोड़ रुपये हो गया, जो 2.9 गुना वृद्धि को दर्शाता है। इसी तरह, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के बजट में 1.9 गुना की वृद्धि हुई, जो 91 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि को दर्शाता है, यह 2013-14 के 6725.32 करोड़ रुपये से बढ़कर नवीनतम बजट में 12,847.02 करोड़ रुपये हो गया है।2014 के बाद जनजातीय क्षेत्रों में 523 एकलव्य आवासीय विद्यालय स्वीकृत किए डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि पीपीआरसी की रिपोर्ट में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तहत कार्यात्मक सामाजिक कल्याण की हर योजना को भी शामिल किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के दूसरे चरण में 1,685,545 गांवों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था है और 2,45,064 गावों में तरल अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधाएं हैं, जो ओडीएफ $ स्थिति को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहे हैं। मिशन पोषण 2.0 के तहत देश भर में 4 लाख से अधिक पोषण वाटिकाओं का विकास किया गया है और 1.10 लाख औषधीय पौधे लगाए गए है। इस तरह बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के सफल क्रियान्वयन के बाद भारत का लिंग अनुपात 918 (2014-15) से बढ़कर 937 (2020-21) हो गया है और इसमें 19 अंकों का सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि 2021-22 में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतिम चरण में 695 पंचायत भवन का निर्माण करवाया गया और 6 लाख से अधिक हितधारकों को प्रशिक्षित किया गया था। इसके अलावा, योजना के तहत 1619 पंचायत शिक्षण केंद्र बनाए गए। ऐसे ही मैला ढोने वालों के पुर्नवास एवं स्व-रोजगार योजना (एसआरएमएस) के एक भाग के रूप में, सभी 58,098 चिन्हित लोगों को 40,000 रुपये की एकमुश्त नकद सहायता का भुगतान किया गया है। जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा के लिए 690 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में से 523 को 2014-15 के बाद स्वीकृत किया गया है। श्री सहस्त्रबुद्धे ने पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय लोक नीति शोध केंद्र (पीपीआरसी) द्वारा मोदी सरकार के 9 वर्ष और यूपीए सरकार के कार्यकाल की तुलनात्मक रिपोर्ट पर पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा सिंह, प्रदेश महामंत्री एवं प्रदेश कार्यालय प्रभारी श्री भगवानदास सबनानी, सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री आशीष अग्रवाल, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेश वाजपेयी, श्री राजपाल सिंह सिसोदिया सुश्री नेहा बग्गा एवं जिला अध्यक्ष श्री सुमित पचौरी उपस्थित थे।भोपाल गौरव दिवस पर एक जून को अगले वर्ष से रहेगा अवकाश - मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 1 Jun 2023 भोपाल।भोपाल के इतिहास पर केंद्रित शोध संस्थान स्थापित होगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया सफाई मित्रों का सम्मान भोपाल गेट पर फहराया तिरंगा और शहीदों को नमन किया मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले वर्ष से भोपाल गौरव दिवस पर एक जून को भोपाल में अवकाश रहेगा। आने वाली पीढ़ी भोपाल के इतिहास से रू-ब-रू हो सके, इस उद्देश्य से भोपाल के इतिहास पर केंद्रित शोध संस्थान की स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल गौरव दिवस पर भोपाल गेट पहुँच कर सफाई मित्रों का सम्मान किया। उन्होंने भोपाल विलीनीकरण दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि असंख्य लोगों के बलिदान और वीर सपूतों के संघर्ष के परिणामस्वरूप देश की स्वतंत्रता के 2 साल बाद एक जून 1949 को भोपाल, भारत का अभिन्न अंग बना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रंग-गुलाल, पुष्प-वर्षा और आतिशबाजी के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने जन-गण-मन गान के बाद भारत माता को पुष्पांजलि अर्पित की और मशाल जला कर विलीनीकरण के शहीदों का स्मरण किया। शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल विलीनीकरण आंदोलन पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नई पीढ़ी को यह नहीं मालूम कि 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होने के साथ भोपाल स्वतंत्र नहीं हुआ था। नवाब ने भोपाल के भारत में विलय से इंकार कर दिया था। इस स्थिति में भोपाल में विलीनीकरण आंदोलन आरंभ हुआ। उन्होंने श्रद्धेय उद्धव दास मेहता, बालकृष्ण गुप्ता और डॉ. शंकर दयाल शर्मा के संघर्ष का स्मरण करते हुए बोरास के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगभग 100 सफाई मित्रों का शॉल पहना कर सम्मान किया। जानकारी दी गई कि भोपाल के सभी वार्डों में स्वच्छता कर्मियों का सम्मान किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा एक जून को भोपाल का गौरव दिवस मनाने की पहल से आने वाली पीढ़ी भोपाल के इतिहास से अवगत होगी। महापौर श्रीमती मालती राय ने भोपालवासियों को गौरव दिवस की शुभकामनाएँ दी। पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा उपस्थित थे। स्वच्छता से नगर की प्रतिष्ठा और गौरव बढ़ता है - मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 1 Jun 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल गौरव दिवस पर नगर वासियों को स्वच्छता का संदेश देते हुए ईदगाह हिल्स की हेमू कालानी कॉलोनी प्रभु नगर पहुँच कर घरों से सूखे और गीले कचरे के डब्बे कचरा वाहन में डाले तथा रहवासियों से स्वच्छता में सक्रिय सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री श्री चौहान का रहवासियों ने आरती उतार कर स्वागत किया तथा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना लागू करने के लिए उनका आभार माना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्षेत्र के निवासियों से स्वच्छता के संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। स्वच्छता से वार्ड, मोहल्ले और नगर की प्रतिष्ठा और गौरव बढ़ता है। स्वच्छता के लिए सरकार और समाज का परस्पर सहयोग आवश्यक है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, महापौर श्रीमती मालती राय और पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा भी स्वच्छता अभियान में शामिल हुए। मंत्रालय में हुआ वंदे-मातरम गायन ![]() 1 Jun 2023 भोपाल।राष्ट्र-गीत वंदे-मातरम एवं राष्ट्र-गान "जन-गण-मन" का सामूहिक गायन आज मंत्रालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में हुआ। पुलिस बैंड ने मधुर धुनें प्रस्तुत की। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री विनोद कुमार, श्री अशोक वर्णवाल एवं मंत्रालय सहित सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। भोपाल को क्लीन और ग्रीन बनाएँ, कोई एक नेक काम अवश्य अपनाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 31 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रवाना की भोपाल गौरव दौड़ भोपाल के गौरव दिवस पर युवाओं में दिखा उत्साह विलीनीकरण आंदोलन के शहीदों को किया गया नमन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रात: भोज ताल वीआईपी रोड पर राजा भोज की प्रतिमा से भोपाल गौरव दौड़ झंडी दिखाकर रवाना की। इस दौड़ में भोपाल के नागरिक विशेषकर युवाओं द्वारा उत्साह से हिस्सा लिया गया। राजा भोज प्रतिमा से भोपाल बोट क्लब तक लगभग 3 किलोमीटर भोपाल गौरव दौड़ में असंख्य नागरिक शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों को भोपाल गौरव दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भोपाल देश के स्वतंत्र होने के समय 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र नहीं हुआ। तब तत्कालीन नवाब ने भारतीय संघ में भोपाल रियासत के विलय से इनकार कर दिया था। इसके लिए नागरिकों को संघर्ष करना पड़ा और विलीनीकरण आंदोलन के फलस्वरुप अनेक सेनानियों के बलिदान के पश्चात ही भोपाल एक जून 1949 को स्वतंत्र हुआ। इस आंदोलन में रायसेन जिले के बोरास में युवा शहीद भी हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विलीनीकरण आंदोलन के शहीद सेनानियों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, कमिश्नर भोपाल संभाग श्री माल सिंह, कलेक्टर भोपाल श्री आशीष सिंह, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। भोपाल को बनाएँ नम्बर वन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज भोपाल के हजारों नौजवान और नागरिक गौरव दौड़ में गौरव के भाव से और उमंग से हिस्सा ले रहे हैं। भोपाल को स्वच्छतम राजधानी का दर्जा मिल चुका है। अब भोपाल को भारत का स्वच्छतम शहर बनाना है। क्लीन शहर और ग्रीन शहर हो हमारा भोपाल, यह हम सभी का संकल्प होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे प्रतिदिन तीन पौधे लगाते हैं। पर्यावरण संरक्षण में नागरिकों विशेषकर युवाओं की भागीदारी बढ़ रही है। भोपाल शहर राजा भोज का शहर है, रानी कमलापति का शहर है और हम सभी का शहर है। सभी मिलकर भोपाल को ग्रीन और क्लीन बनाएं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गौरव दिवस पर इस गौरव दौड़ में युवाओं का असीम उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसा प्रतीत होता है मानो पूरा भोपाल दौड़ रहा हो। हम सभी मिलकर भोपाल को आगे बढ़ाने का संकल्प लें। इसके लिए प्रत्येक नागरिक को कुछ नेक काम अपनाने होंगे। कम से कम एक कार्य करने का दायित्व जरूर लें। इनमें स्वच्छता, पौधा लगाना, बेटियों को पढ़ाना, ऊर्जा का संरक्षण, बिजली की बचत आदि शामिल हैं। सरकार के साथ समाज भी विकास के कामों में भागीदार बने। आज के कार्यक्रम में विलीनीकरण आंदोलन के कर्मठ देशभक्त श्री भाई रतन कुमार के परिवार से डॉ. आलोक गुप्ता और श्रीमती अनुराधा गुप्ता भी भोपाल गौरव दौड़ रवाना होने के अवसर पर उपस्थित थे। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य जन-प्रतिनिधियों के साथ गुब्बारे छोड़कर भोपाल गौरव दौड़ को रवाना किया और स्वयं भी दौड़ का हिस्सा बने। कार्यक्रम के संचालन का जिम्मा भोपाल के लोकप्रिय आर.जे. की एक टीम ने संभाला। भोपाल के नए और पुराने हिस्से दोनों जगह से नागरिकों की व्यापक भागीदारी भोपाल गौरव दौड़ में देखी गई।नेपाल के प्रधानमंत्री श्री पुष्प कमल प्रचंड दो दिवसीय प्रवास पर मध्यप्रदेश आएंगे ![]() 30 May 2023 भोपाल।नेपाल के प्रधानमंत्री श्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' आगामी 2 और 3 जून को मध्यप्रदेश आ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान उनकी अगवानी करेंगे। श्री प्रचंड इंदौर में 2 जून को पूर्वान्ह पहुँचने के बाद उज्जैन जाएंगे जहाँ भगवान श्रीमहाकाल मंदिर जाकर दर्शन करेंगे। इसी दिन श्री प्रचंड इंदौर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र के कार्यों का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान नेपाल के प्रधानमंत्री के सम्मान में रात्रि भोज भी देंगे। श्री प्रचंड 3 जून को इंदौर में टीसीएस एवं इन्फोसिस विशेष आर्थिक क्षेत्र का दौरा करेंगे और इसी दिन अपरान्ह में नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज इंदौर और उज्जैन कलेक्टर को मंत्रालय से वीसी द्वारा नेपाल के प्रधानमंत्री की गरिमामय अगवानी, स्वागत और उनके सम्मान में होने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुति के संबंध में निर्देश दिए। अजा एवं अजजा वर्ग के उद्यमियों को स्टार्ट-अप के लिये 18 से 72 लाख रूपये की सहायता मिलेगी ![]() 30 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद द्वारा म.प्र स्टार्ट-अप नीति एवं कार्यान्वयन योजना-2022 में संशोधन कर महिलाओं के समान अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के उद्यमियों को भी सुविधाएँ प्रदान करने का निर्णय लिया गया। इनमें अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग के उद्यमियों द्वारा स्थापित स्टार्ट-अप को प्राप्त फंडिंग/निवेश पर कुल 18 प्रतिशत अधिकतम रूपये 18 लाख की सहायता एवं चार चरण में अधिकतम रूपये 72 लाख की सीमा में देय होगी। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के उद्यमी द्वारा प्रवर्तित स्टार्ट-अप में उनकी भागीदारी 51 प्रतिशत होनी चाहिए। दमोह में नवीन चिकित्सा महाविद्यालय के लिए 266 करोड़ 71 लाख रूपये की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने दमोह में नवीन चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किये जाने के लिए परियोजना परीक्षण समिति की अनुशंसा अनुसार निर्माण कार्यों के लिये 266 करोड़ 71 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की। दमोह, टीकमगढ़ एवं पन्ना क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के अनुसार दमोह के मध्य में स्थित होने तथा इन तीनों क्षेत्रों से अन्य चिकित्सा महाविद्यालयों की दूरी लगभग 100 कि.मी. से अधिक होने के कारण इस निर्णय से दमोह तथा समीपस्थ जिलों की जनता को तृतीयक स्तर की चिकित्सकीय सुविधाएँ उपलब्ध हो सकेंगी। साथ ही प्रदेश के छात्रों के लिये चिकित्सा क्षेत्र की 100 एम.बी.बी.एस. सीट्स की भी वृद्धि हो सकेगी।वन्य-प्राणियों द्वारा की जाने वाली जनहानि क्षतिपूर्ति अब 4 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रूपये करने का अनुमोदन मंत्रि-परिषद ने वन्य-प्राणियों द्वारा की जाने वाली जनहानि, जनघायल करने एवं पशुहानि पर दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि 4 लाख रुपये से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करने के वन विभाग के आदेश का कार्योत्तर अनुमोदन किया।साहित्यकारों एवं कलाकारों को 25 हजार से 1 लाख रूपये मिलेगी सहायता राशि मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के जरूरतमंद साहित्यकारों एवं कलाकारों की लम्बी तथा गंभीर बीमारी, दुर्घटना, दैवीय विपत्ति एवं मृत्यु हो जाने की स्थिति में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए संस्कृति विभाग में संचालित योजना कलाकार कल्याण कोष को संशोधित करते हुए, नवीन "मध्यप्रदेश कलाकार कल्याण कोष नियम-2023" जारी करने की स्वीकृति प्रदान की। पहले की योजना में प्रदेश के जरूरतमंद साहित्यकारों एवं कलाकारों को गंभीर बीमारी, दुर्घटना, दैवीय विपत्ति एवं मृत्यु हो जाने की स्थिति में 500 से 5 हजार रूपये तक की सहायता देने का ही प्रावधान था। नवीन योजना में गठित सक्षम समिति की सिफारिश पर मंजूर की जाने वाली राशि न्यूनतम 25 हजार से लेकर अधिकतम 1 लाख रूपये तक की जाना है, जिसमें कलाकार/साहित्यकार की मृत्यु की स्थिति में उनके उत्तराधिकारी को एकमुश्त अधिकतम एक लाख तथा चिकित्सा उपचार के लिए अधिकतम 50 हजार रूपये दिए जा सकेंगे। शारीरिक रूप से दिव्यांग कलाकार / साहित्यकार को दिव्यांगता के उपचार के लिए अधिकतम एक लाख रूपये दिये जा सकेंगे। परिवार के सदस्यों में साहित्यकार / कलाकार की आश्रित पत्नी/पति, आश्रित माता-पिता, आश्रित नाबालिग भाई-बहन, आश्रित नाबालिग संतान एवं आश्रित विधवा पुत्री के साथ आश्रित दिव्यांग भाई- बहन को भी आश्रितों में सम्मिलित किया जायेगा।ताप एवं जल विद्युत गृहों में नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण के लिये 85 करोड़ 35 लाख का अनुमोदन वर्ष 2012 में राष्ट्रीय ग्रिड में खराबी आने के बाद केन्द्र सरकार ने ट्रांसमिशन प्रणाली के सुदृढ़ीकरण के लिए स्थापित पॉवर सिस्टम डेवलपमेंट फण्ड से म.प्र. पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के विदयुत गृहों में स्थित 400/220 के. व्ही. सब स्टेशनों में विभिन्न कार्य जिनकी कुल लागत 85 करोड़ 35 लाख रूपये है, का अनुमोदन मंत्रि-परिषद द्वारा दिया गया। इस कार्य के लिए राज्य मंत्रि-परिषद ने शासन द्वारा 6 करोड़ 54 लाख रूपये अंशपूँजी के रूप में, पॉवर सिस्टम डेवलपमेंट फण्ड से 58 करोड़ 86 लाख रूपये अनुदान के रूप में तथा म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी द्वारा 19 करोड़ 95 लाख रूपये उपलब्ध कराए जाने का अनुमोदन किया।अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद ने नर्मदा घाटी विकास विभाग के 6 हजार 474 अस्थाई पदों की 31 मार्च 2026 तक के लिए निरंतरता का अनुमोदन करते हुए नर्मदा घाटी विकास विभाग को प्राधिकृत किया।दिव्यांग खिलाड़ियों को देंगे अधिक से अधिक सुविधाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 30 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के दिव्यांग खिलाड़ियों को अधिक से अधिक सुविधाएँ दी जाएंगी। इन्हें श्रेष्ठ प्रदर्शन पर प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के साथ ही शासकीय सेवाओं में प्राथमिकता, खेल क्षेत्र में आवास सुविधा के साथ प्रशिक्षण और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में 18 जुलाई को दिव्यांग पंचायत के लिए भी तैयारियाँ प्रारंभ की जा रही हैं। इस पंचायत में प्रदेश के लगभग ढाई हजार दिव्यांग शामिल होंगे, जिनमें खिलाड़ी एवं अन्य क्षेत्रों की दिव्यांग प्रतिभाएँ शामिल होंगी। विशेष रूप से मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों की भागीदारी का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान से आज स्पेशल ओलंपिक भारत, नई दिल्ली की चेयरपर्सन श्रीमती मल्लिका नड्डा और क्षेत्रीय निदेशक श्री दीपांकर बनर्जी और अन्य पदाधिकारियों ने भेंट की। श्रीमती नड्डा ने जबलपुर एवं प्रदेश के अन्य स्थानों के दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रोत्साहन केलिए गत 3 दशक से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिव्यांग कल्याण के इन प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उनसे भेंट करने आए दिव्यांग खिलाड़ियों को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएँ दी और अपने हाथ से मिठाई खिलाई। जर्मनी के बर्लिन में 17 से 24 जून तक हो रही अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता (स्पेशल ओलंपिक) में करीब 180 देश के लगभग 7 हजार मानसिक दिव्यांग खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। स्पेशल ओलंपिक में 16 खेलों में भाग लेने के लिए भारत से 198 एथलीट और 57 कोच जाएंगे। मध्य प्रदेश से 3 महिला खिलाड़ी और 4 महिला कोच इस स्पेशल ओलंपिक के लिए 6 जून को भोपाल से रवाना होंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट के अवसर पर कृषि मंत्री श्री कमल पटेल और सामाजिक न्याय मंत्री श्री प्रेम सिंह पटेल भी उपस्थित थे। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास आगमन पर श्रीमती नड्डा एवं श्री बनर्जी का स्वागत किया। प्रदेश के किसी भी नगर में स्ट्रीट वेंडर्स से वसूली नहीं होगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 29 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कहीं भी किसी भी नगर में स्ट्रीट वेंडर्स से रोज शुल्क वसूली नहीं होगी, यह तत्काल बंद की जाएगी। स्ट्रीट वेंडर्स के रजिस्ट्रेशन के लिए नाममात्र का शुल्क लिया जाएगा। आपकी जिंदगी को आसान बनाने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। हाथठेला लगाने के लिए व्यवस्थित और उपयुक्त स्थान तैयार किए जाएंगे। गरीबों की जिंदगी में खुशियाँ लाने का प्रयास हमेशा जारी रहेगा। हाथ ठेला रोजी-रोटी का साधन है। आज मैं तत्काल प्रभाव से निर्देश दे रहा हूँ कि कोई भी हाथ ठेला जब्त नहीं होगा। इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा नियम बना दिए जाएँ। जिनके पास हाथ ठेला नहीं है उनको सब्सिडी पर हाथ ठेला देने की योजना बनाई जाएगी। इसके लिए सरकार 5 हजार रूपए सब्सिडी देगी। गरीबों की तकलीफों को दूर करना शिवराज का धर्म है। मुख्यमंत्री श्री चौहान, मुख्यमंत्री निवास पर नगरीय क्षेत्र के हाथ ठेला चालक, फेरी एवं रेहड़ी वालों की महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि स्ट्रीट वेंडर्स मेहनतकश भाई-बहन हैं। अपना खून-पसीना एक कर रोजी-रोटी कमाते हैं। आप श्रम साधक हैं, आपके बिना दुनिया नहीं चल सकती है। आप घर-घर पहुँच कर लोगों को सामान की बिक्री करते हैं। जरूरत की हर छोटी-बड़ी चीज आसानी से लोगों तक पहुँचाते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँव से शहर में आने वाले गरीबों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। माफिया से छुड़ाई गई 23 हजार एकड़ जमीन पर गरीबों को पट्टा दिया जाएगा। जनता की तकलीफों को दूर करना सरकार का धर्म है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में 1000 रूपए हर महीना बहनों के खाते में डाले जायेंगे। संबल योजना का लाभ मिलता रहेगा। इस योजना में महिलाओं के पोषण, बच्चों की पढ़ाई, इलाज, शादी, दुर्घटना में मृत्यु पर सहायता की व्यवस्था की गई है। सभी पात्रों को योजना में शामिल कर लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिलेगा। बारहवीं पास बच्चों को अलग-अलग संस्थाओं में काम सीखने के लिए भेजने की व्यवस्था की जाएगी। उनको काम सीखने के दौरान प्रतिमाह 8 हजार रूपए भी दिए जायेंगे। मैं आपके परिवार का सदस्य की तरह हूँ । इसलिए आपको योजनाओं का लाभ देने के लिए पंचायत बुलाई गई है। सामाजिक क्रांति लाकर स्ट्रीट विक्रेताओं की हालत को बदल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कमजोर नहीं ताकतवर बनें। इसके लिये जरूरी है कि संगठित होकर काम करें। अपना एक संगठन बनायें। हाथठेला में कचरा पेटी रखें और सोलर बेट्री लगायें। शराब नहीं पियें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन और दीप प्रज्ज्वलित कर महापंचायत का शुभारंभ किया। उन्होंने पुष्प-वर्षा कर स्ट्रीट वेंडर्स का स्वागत किया। स्ट्रीट वेंडर्स की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान को तुलसी का पौधा भेंट किया गया। लाड़ली बहना योजना की पात्र बहनों ने धन्यवाद-पत्र भेंट किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पीएम स्व-निधि योजना में प्रतीकस्वरूप हितग्राहियों को लाभान्वित किया। प्रदेश में योजना से कुल 51 हजार हितग्राही लाभान्वित किए गए हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हाथठेला-चालक और पथ-विक्रेताओं के लिये शहरों में हॉकर्स जोन बनाये जाना चाहिये। उन्हें शासन की सभी जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना काल में लगातार पथ-विक्रेताओं की चिंता की। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम स्व-निधि योजना लागू कर कोरोना काल में पथ-विक्रेताओं को बहुत बड़ी राहत दी। इस योजना में मध्यप्रदेश देश में नम्बर-1 है। योजना में 9 लाख 50 हजार रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इनमें से 7 लाख एक हजार पथ-विक्रेताओं को योजना का लाभ दिया जा रहा है। आज पूरे प्रदेश में 51 हजार पथ-विक्रेताओं को ऋण स्वीकृति-पत्र वितरित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्टॉम्प शुल्क 2500 के स्थान पर मात्र 50 रूपये लिया जा रहा है। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री भरत यादव ने योजना के उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हितग्राहियों को 10 हजार, 20 हजार और 50 हजार रूपये का ब्याजमुक्त ऋण दिया जाता है। पथ-विक्रेताओं से उनकी समस्याओं की भी जानकारी ली जा रही है। नगरपालिक निगम भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने आभार माना। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और श्रीमती कृष्णा गौर, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीरज मण्डलोई और बड़ी संख्या में पथ-विक्रेता और रेहड़ी वाले उपस्थित थे। चीतों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन और प्रस्तावित चीता प्रोटेक्शन फोर्स के लिए केंद्र सरकार का मिलेगा हर संभव सहयोग : केंद्रीय मंत्री श्री यादव ![]() 30 May 2023 भोपाल।केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि चीता परियोजना अंतर्गत चीता संरक्षण एवं प्रबंधन में संलग्न अधिकारी और कर्मचारियों को नामीबिया/ दक्षिण अफ्रीका अध्ययन प्रवास के लिए चयनित कर भेजा जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा चीतों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन और प्रस्तावित चीता प्रोटेक्शन फोर्स के लिए केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय संसाधन सहित हर संभव सहयोग दिया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में मुख्यमंत्री श्री चौहान, वन मंत्री डॉ. विजय शाह और राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा कर रहे थे। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान के लिए अतिरिक्त वन रक्षक और वनपाल की व्यवस्था का आग्रह करते हुए कहा कि अधो-संरचना और मानव संसाधन दोनों आवश्यक हैं। परियोजना से संबंधित भ्रामक सूचनाएँ प्राय: सामने आती हैं। आमजन को भी प्रामाणिक जानकारी मिलना चाहिए। वर्तमान में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 7 चीते खुले वन क्षेत्र और 10 चीते अनुकूलन बाड़ों में रह रहे हैं। आगामी नवम्बर तक चीतों के लिए वैकल्पिक रहवास के तौर पर गांधी सागर अभयारण्य को भी तैयार किया जा रहा है। कूनो में भी अनुमानित क्षमता के मुकाबले अभी चीते कम हैं। चीतों की देखभाल करने वाला स्टॉफ भी परिश्रमी है। परियोजना निश्चित ही सफल होगी। मध्यप्रदेश सरकार गंभीरता से परियोजना के क्रियान्वयन के लिए कार्य कर रही है। परियोजना में फारेन एक्सपर्ट की सेवाएँ निरंतर मिल ही रही हैं। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि वे आगामी 6 जून को कूनो राष्ट्रीय उद्यान जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश चीता स्टेट है। यह प्रतिष्ठा की बात है। राज्य सरकार चीता परियोजना की सफलता के लिए प्रतिबद्ध है। प्रारंभ में ही चीता शावकों के जन्म के सर्वाइवल रेट की जानकारी दी गई थी। चीता परियोजना से जुड़ा सम्पूर्ण अमला, जज्बे के साथ कार्य कर रहा है। परियोजना की प्रगति संतोषजनक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि चीतों के लिए वैकल्पिक रहवास के लिए गांधी सागर अभयारण्य में आवश्यक व्यवस्थाएँ युद्ध स्तर पर पूर्ण करवाएँ। बैठक में परियोजना से पर्यटन विकास की गतिविधियों पर भी चर्चा हुई। वन मंत्री डॉ. शाह ने चीता की मॉनिटरिंग में तैनात कर्मचारियों को सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिक वाहन भी उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया। केन्द्रीय वन महानिदेशक एवं विशेष सचिव श्री सी.पी. गोयल, मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव वन श्री जे.एन. कंसोटिया, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली, के सदस्य सचिव डॉ. एस.पी. यादव, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-प्राणी श्री जे.एस. चौहान, अपर सचिव वन विभाग श्री अशोक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल में मुख्यमंत्री श्री चौहान करेंगे ऑफर लेटर और स्वीकृति-पत्र वितरित चौहान ![]() 28 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 29 मई को भोपाल में होने वाले मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल में चयनित आवेदकों को ऑफर लेटर एवं योजनाओं के स्वीकृति-पत्र का वितरण करेंगे। आईटीआई सभागार, गोविन्दपुरा में सुबह 11:30 बजे होने वाले कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव होंगे। प्रदेश की तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया और श्रम एवं खनिज संसाधन मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार तथा श्रम विभाग द्वारा किया जाएगा। सलकनपुर देवीलोक के भूमि-पूजन में श्रद्धालुओं का आना परम सौभाग्य की बात: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 26 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीहोर जिले के सलकनपुर में देवीलोक के भूमि-पूजन कार्यक्रम में आस-पास के जिलों के श्रद्धालुओं का आना परम सौभाग्य की बात है। सलकनपुर में अद्भुत देवीलोक का निर्माण होगा। आगामी 29 से 31 मई तक विजयासन माता धाम सलकनपुर में देवीलोक महोत्सव होने जा रहा है। देवीलोक के भूमि-पूजन का मुख्य कार्यक्रम 31 मई को होगा। इसके पहले 29 और 30 मई को विभिन्न सांस्कृतिक एवं धार्मिक गतिविधियाँ होंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास कार्यालय समत्व भवन में देवीलोक महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। सांसद विदिशा श्री रमाकांत भार्गव, पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, संभागायुक्त भोपाल श्री माल सिंह, कलेक्टर सीहोर श्री प्रवीण सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महोत्सव का कार्यक्रम बेहतर, व्यवस्थित और भव्य हो। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, भोजन, वाहन और पंडाल आदि की व्यवस्थाएँ बेहतर हों। आस-पास के जिलों से आने वाले वाहनों के रजिस्ट्रेशन और पार्किंग की व्यवस्था कर ली जाये। देवीलोक महोत्सव का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाये। 87 महिला उद्यमियों को मिला 4.60 लाख का 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान ![]() 26 May 2023 भोपाल।मध्यप्रदेश महिला वित्त विकास निगम की अध्यक्ष श्रीमती अमिता चपरा द्वारा गुरूवार को मुख्यमंत्री उद्यम शक्ति योजना में SAMAST पोर्टल से 87 महिला उद्यमियों को 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान के रूप में 4 लाख 60 हजार रूपये अंतरित किये गये। श्रीमती अमिता ने बताया कि अगस्त-2022 में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये मुख्यमंत्री नारी सम्मान कोष का गठन कर मुख्यमंत्री उद्यम शक्ति योजना के क्रियान्वयन का निर्णय लिया था। इसमें प्रदेश में ग्रामीण/शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्व-सहायता समूहों को आर्थिक गतिविधियों के लिये 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इस योजना प्रदेश में महिला उद्यमिता को विकसित करने के साथ तकनीकी कौशल आधारित उद्योगों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाते हुए राज्य की सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि करना है। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री परमार ने घोषित किए ![]() 25 May 2023 भोपाल।स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए। राज्य मंत्री श्री परमार ने सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों, उनके शिक्षकों एवं अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जो असफल हुए हैं, वे चिंता न करें। ऐसे विद्यार्थियों को "रुक जाना नहीं" योजनांतर्गत सफल होने के लिए एक और अवसर दिया जाएगा। राज्य मंत्री श्री परमार ने कहा कि अंकों के आधार पर जीवन का निर्धारण नहीं होता, सफलता एवं असफलता प्रयासों के मात्र पैमाने हैं। विद्यार्थी पुनः प्रयास और परिश्रम कर सफलता अर्जित कर सकते हैं। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी, अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल श्रीमती वीरा राणा, उपाध्यक्ष डॉ. रमा मिश्रा, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव, अधिकारी सहित प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे। हाई स्कूल परीक्षा परिणाम सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल श्री श्रीकांत बनोठ ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में इस वर्ष 63.29% नियमित परीक्षार्थी और 17.11% स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे हैं। वहीं इस परीक्षा में 60.26% नियमित छात्र एवं 66.47% नियमित छात्रायें सफल हुई हैं। उन्होंने बताया कि हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में इस वर्ष नियमित परीक्षार्थियों के रूप में 8 लाख 15 हजार 364 परीक्षार्थी तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के रूप में एक लाख 30 हजार 971 परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा में 104 नकल प्रकरण बने, जो विगत वर्षों में न्यूनतम हैं। आज 8 लाख 15 हजार 202 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये गये। इनमें 3 लाख 39 हजार 441 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, एक लाख 73 हजार 290 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी एवं 3 हजार 224 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 5 लाख 15 हजार 955 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुये हैं, जिनका परीक्षाफल 63.29% रहा है। 82 हजार 335 परीक्षार्थियों ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। हाई स्कूल सर्टिफिकेट वर्ष 2023 की पूरक परीक्षा 18 जुलाई से 27 जुलाई 2023 तक होगी। इस वर्ष भी पूर्व वर्ष अनुसार हाई स्कूल परीक्षा में 2 विषय में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को पूरक की पात्रता दी गई है।हायर सेकंडरी परीक्षा परिणाम श्री बनोठ ने बताया कि हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में इस वर्ष नियमित परीक्षार्थियों के रूप में 7 लाख 27 हजार 44 परीक्षार्थी तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के रूप में एक लाख 15 हजार 567 परीक्षार्थी शामिल हुये। हायर सेकण्डरी परीक्षा में इस वर्ष 55.28% नियमित परीक्षार्थी तथा 18.15% स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे हैं। 52% नियमित छात्र तथा 58.75% नियमित छात्रायें परीक्षा में सफल हुई हैं। परीक्षा में 137 नकल प्रकरण बने, जो विगत वर्षों में न्यूनतम है। आज 7 लाख 26 हजार 39 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये गये। इनमें 2 लाख 79 हजार 257 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, एक लाख 21 हजार 507 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी एवं 602 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 4 लाख एक हजार 366 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुये है, जिनका परीक्षाफल 55.28% रहा है। एक लाख 12 हजार 872 नियमित परीक्षार्थियों ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट वर्ष 2023 की पूरक परीक्षा 17 जुलाई 2023 को होगी। इस वर्ष हायर सेकंडरी परीक्षा में एक विषय में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को पूरक की पात्रता दी गई है।भारत टॉकीज रेलवे ओवर ब्रिज पर फिर से शुरू हुआ ट्रैफिक ![]() 25 May 2023 भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरूवार सुबह 8 बजे भारत टॉकीज आरओबी पर ट्रॉयल रन कर ट्रैफिक को फिर से बहाल किया। इससे पहले मंत्री श्री सारंग ने स्वयं जीप चलाकर ब्रिज के पूर्ण हो चुके मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने संतुष्टि व्यक्त करते हुए निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण करने के लिये अधिकारियों की सराहना भी की। महापौर श्रीमती मालती राय, स्थानीय जन-प्रतिनिधि, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सहित रहवासी भी उपस्थित थे। एक हफ्ते ट्रॉयल के बाद किया जायेगा डामरीकरण मंत्री श्री सारंग ने कहा कि भोपाल के बड़े क्षेत्र को भोपाल स्टेशन से जोड़ने वाले भारत टॉकीज आरओबी को पुन: ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। अभी ब्रिज के ऊपर मास्टिक एस्फाल्ट की लेयर नहीं डाली गई है। एक सप्ताह तक ट्रॉयल के बाद यह लेयर डाली जाएगी, यात्रियों के आवागमन के लिये ट्रैफिक को पुनः शुरू कर दिया गया है।मरम्मत कार्य से करीब 25 वर्ष बढ़ गई आरओबी की आयु मंत्री श्री सारंग ने बताया कि वर्ष 1972 में निर्मित भारत टॉकीज आरओबी के बेयरिंग और ज्वाइंट यातायात के बढ़ते दबाव और पुराने होने के कारण पूरी तरह खराब हो गये थे। इससे किसी बड़ी दुर्घटना के होने की आशंका थी। इसके लिये ब्रिज के 360 बेयरिंग और 15 एक्सपोनशन ज्वाइंट बदले गए हैं। मरम्मत से ब्रिज की आयु करीब 25 वर्ष और बढ़ गई है।मंत्री श्री सारंग ने स्वयं जीप चला कर किया ट्रॉयल रन मंत्री श्री सारंग ने करीब आधे घंटे तक स्वयं जीप चला कर ब्रिज पर ट्रॉयल रन किया। वे भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म क्रमांक-1 के समीप बजरिया पुलिस चौकी से लेकर ब्रिज की दूसरी ओर संगम तिराहे तक जीप चला कर पहुँचे। जीप के साथ अन्य दो पहिया एवं चार पहिया वाहन भी चल रहे थे।25 मई तक मरम्मत का कार्य पूर्ण करने के दिये थे निर्देश मंत्री श्री सारंग ने विगत 8 मई को निरीक्षण के दौरान ब्रिज के मरम्मत कार्य में देरी को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए 15 दिन के भीतर 25 मई तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये थे। लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्य में गति लाते हुए मंत्री श्री सारंग द्वारा निश्चित की गई समयावधि के भीतर ही कार्य पूर्ण किया गया। उल्लेखनीय है कि ब्रिज के मरम्मत कार्य से यात्रियों को लगभग 6 कि.मी. लंबा टर्न लेकर जाना पड़ रहा था।संजीवनी क्लीनिक इलाज में मददगार रहेंगे : कृषि मंत्री श्री पटेल ![]() 25 May 2023 भोपाल।किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने हरदा में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के भवन और विभिन्न सड़कों के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि हरदा में शहर के मध्य जिला चिकित्सालय होने एवं शहर के चारों दिशाओं में संजीवनी क्लीनिक के बन जाने से आमजन को इलाज में मदद मिलेगी। हरदा के वार्ड नंबर 29 में 25 लाख की लागत से संजीवनी क्लीनिक तथा 2 करोड़ 35 लाख 68 हजार रूपये की लागत से लगभग 4 किलोमीटर सीमेंट-कांक्रीट सड़कों का निर्माण होगा। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जिला चिकित्सालय हरदा में इलाज की बेहतर सुविधा सरकार द्वारा की गई है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि मरीजों को अनावश्यक रूप से दूसरे शहरों में रेफर नहीं किया जाये। जिला चिकित्सालय में ही बेहतर इलाज मुहैया कराया जाये। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के बन जाने से शहर के चारों कोनों में सामान्य उपचार की सुविधा मिलने लगेगी। आम व्यक्ति को अनावश्यक रूप से जिला चिकित्सालय तक आने की आवश्यकता नहीं होगी। मंत्री श्री पटेल ने बताया कि सरकार ने गरीब कल्याण के लिये जन-हितैषी निर्णय लेते हुए अवैध कालोनियों को वैध करने का अभूतपूर्व निर्णय लिया है। सरकार ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में एक करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभांवित करने के लिये चयन किया है, जिसमें हरदा की 90 हजार से अधिक बहनें शामिल हैं। सरकार ने सीखो कमाओ योजना को प्रारंभ कर युवाओं के लिये रोजगार के बेहतर अवसर सृजित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। इसमें युवाओं को ट्रेनिंग के दौरान ही 10 हजार रूपये तक का स्टायपेंड प्राप्त होगा। मौली नेमा को दी शुभकामनाएँ मंत्री श्री पटेल ने उनके प्रभार के जिले छिंदवाड़ा की कक्षा 12वीं के कला संकाय की छात्रा मौली नेमा को राज्य में अव्वल आने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने होनहार बिटिया के परिजनों और शिक्षकों को भी बधाई दी।मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रूपये और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 24 May 2023 भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उमरिया जिले के घंघरी स्थित नेशनल हाई-वे ओवर ब्रिज के पास बस दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजन को 10-10 लाख रूपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रूपये और सामान्य रूप से घायल व्यक्तियों को 10-10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवार के एक-एक सदस्य को शासकीय सेवा में भी लिया जायेगा। घायलों को बेहतर से बेहतर उपचार की सुविधा मुहैया कराई जायेगी। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज उमरिया प्रवास के दौरान बस दुर्घटना की सूचना मिलते ही जिला चिकित्सालय पहुँच कर घायल एवं मृतक के परिजन से मुलाकात की और ढांढस बंधाया। उन्होंने घायलों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और मौके पर उपस्थित अधिकारियों एवं चिकित्सकों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिये। जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह एवं सांसद शहडोल श्रीमती हिमाद्री सिंह ने भी पीड़ित परिजन को सांत्वना दी। नव-गठित निवाड़ी जिले के लिये पदों के सृजन की मंजूरी ![]() 23 May 2023 भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक में नव-गठित निवाड़ी जिले के लिये विभिन्न संवर्गों के कुल 12 पदों में से 9 पदों को जिला टीकमगढ़ से रिडिप्लायमेंट से उपलब्ध कराने तथा 3 नवीन पदों के सृजन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। संविदा नियुक्ति नियम-2017 के नियम में संशोधन की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश सिविल पदों पर संविदा नियुक्ति नियम, 2017 के नियम 11 (3) के बाद परंतुक स्थापित करने का निर्णय लिया। संशोधन के अनुसार "परन्तु यह कि राज्य शासन विशिष्ट प्रकरण में उपरोक्तानुसार उल्लेखित एक माह की पूर्व सूचना या इसके एवज में एक माह का वेतन देने की शर्त को शिथिल कर सकेगा।" उल्लेखनीय है कि सिविल पदों पर संविदा नियुक्ति संबंधी नियम-2017 के नियम 11(3) के प्रावधान अनुसार संविदा नियुक्ति के दौरान दोनों पक्षों में से किसी एक पक्ष द्वारा एक माह पूर्व की सूचना अथवा एक माह का वेतन जमा कर संविदा नियुक्ति समाप्त किए जाने का प्रावधान था।पुनर्वास आयुक्त के पद में 30 जून 2027 तक की वृद्धि मंत्रि-परिषद ने पुनर्वास आयुक्त के 1 अस्थाई पद की समय अवधि 1 जुलाई 2022 से 30 जून 2027 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 से बी.सी.ओ. पुनर्वास आयुक्त कार्यालय में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को प्रमुख राजस्व आयुक्त राजस्व विभाग के बी.सी.ओ. 0709 में मर्ज किया जाएगा।अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद ने राजभवन में जनजातीय प्रकोष्ठ का गठन किये जाने के संबंध में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 8 अप्रैल 2022 को जारी आदेश को अनुमोदित किया।प्रदेश में दिसंबर 2022 तक की अवैध कालोनियां होंगी वैध, सीएम शिवराज ने की घोषणा ![]() 23 May 2023 भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज एक कार्यक्रम में प्रदेश के नगरीय क्षेत्र की अवैध कालोनियों में विकास कार्यों एवं भवन अनुज्ञा देने का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री निवास में हुए इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने भोपाल की वैध घोषित कालोनियों के रहवासियों को मकानों के नक्शे भी वितरित किए। कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने घोषणा की कि प्रदेश में दिसंबर 2022 तक की सारी कालोनियांं वैध की जाएंगी । दिसंबर 2016 से 2022 तक की अवैध कालोनियों को वैध करने एक और संशोधन ले आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर अवैध कालोनी कटी तो अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे। फिलहाल 2016 तक की छह हजार से ज्यादा कालोनियों को वैध किया जा रहा है। सीएम शिवराज ने यह भी घोषणा की कि खरीदी-विक्री के लिए अब विकास शुल्क नहीं लिया जाएगा। नियमित कालोनियों के विकास के लिए अलग से राशि उपलब्ध कराई जाएगी। बिजली, पानी जैसी अधोसंरचनाओं के कार्य किए जाएंगे। भवन अनुज्ञा, अनुमतियां मिलेगी और बैंक लोन की पात्रता भी मिलेगी। सभी कालोनियों में रहवासी संघ का गठन किया जाएगा, ताकि सरकार मदद कर सकें। स्वच्छता का ध्यान रखें। गलत नक्शे वाले मकानों को भी वैसे ही स्वीकार किया जाएगा। ऐसे मकान न तोड़े जाएंगे, न कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर एक का सपना होता है जीवन में उसका अपना एक मकान हो, रोटी कपड़ा और मकान जीवन की आवश्यकता है। एक बात चलती थी अगर बच्चों के लिए मकान नहीं बनाया तो कुछ नहीं किया। शहरीकरण तेजी से हो रहा है। हर वर्ग का मकान बनाने का सपना होता है। मकान बनाने के लिए जिंदगी भर की कमाई खर्च कर देते हैं। बिल्डर गलती से प्लान खरीदने वाले या मकान बनाने वाले को समस्या क्यों हो। अवैध कालोनियां का जो कलंक माथे पर लगा था, उसे हम मिटाने आए हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में मप्र को नंबर एक रखना है। सभी आवासीय संघ भी इसमें मदद करें। आथ ठेला पर रोजगार चलाने वाला गरीब मजबूर को बेरोजगार मत करो। गरीबों पर जुल्म नहीं होना चाहिए। मानवीय व्यवथा करें कि ताकि वह भी अपना रोजगार चला सके। आथ ठेला पर व्यापार करने वालों की भी पंचायत बुलाई जाएगी। गरीबों के भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी। पांच रुपये में भोजन ऐसे गरीबों को उपलब्ध कराया जाएगा। दीनदयाल रसोई योजना का विस्तार किया जाएगा। सीएम शिवराज ने कहा कि यह कमल नाथ वाली सरकार नहीं है जो गरीबों के पेट पर लात मारे। यह भााजपा की सरकार है। 10 जून से लाड़ली बहनों के खाते में एक हजार रुपये आना शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने पात्र हितग्राहियों को भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र वितरित किए। सबसे पहले भोपाल के रहने वाले डॉ श्रीकांत अवस्थी सौभाग्य नगर को मुख्यमंत्री ने भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र दिया। इसके बाद गायत्री गृह निर्माण समिति के दिलीप सेठी ,आजाद नगर के गजेंद्र मालवीय, सावन नगर की बबीता वर्मा, गायत्री गृह निर्माण समिति के मंजूर खान ,गौतम नगर के सत्यनारायण भावसार ,नीलगिरी फेस टू की भावना तिवारी ,बालाजी रेजिडेंसी चौक से नगर की आरती कुशवाह ,नीलगिरी फेस टू के सुरेश कुमार अजवानी ,गायत्री गृह निर्माण समिति के गजेंद्र सोनी ,गायत्री बिहार के हर्षित शर्मा को मुख्यमंत्री ने भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र वितरित किए। इससे पहले नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि वर्षों से लोग अवैध कालोनियों में रहे रहे थे, उनके इससे कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन कालोनियों को वैध करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने सात हजार कालोनियों को वैध करने का काम किया है। प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस ने अवैध कालोनियां बसाने का काम किया है, लेकिन भाजपा सरकार इन कालोनियों को वैध करने का काम कर रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने 31 दिसंबर 2016 तक निर्मित अवैध कालोनियों को चिह्नित कर उन्हें वैध करने की घोषणा की थी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा मध्य प्रदेश नगरपालिक नियम-2021 में संशोधन कर दिया है। इसके अंतर्गत छह हजार से अधिक अवैध कालोनियों को वैध करने की प्रक्रिया की गई है। इन कालोनियों के वैध होने से यहां के रहवासियों को बैंक से ऋण, मकान बनाने की अनुमति, मकान का नक्शा एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पन्ना गौरव दिवस पर जुगल किशोर सरकार लोक बनाने की घोषणा की ![]() 22 May 2023 भोपाल।चारों मंदिर परिसर सम्मिलित कर बनेगा जुगल किशोर लोक धरमसागर तालाब में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा स्थापित होगी मुख्यमंत्री द्वारा गौरव दिवस पर पन्ना के विकास के लिए 178 करोड़ 51 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा गौरव दिवस पर पन्ना के विकास के लिए 178 करोड़ 51 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बुन्देल केसरी महाराजा छत्रसाल की जयंती पर पन्ना गौरव दिवस के आयोजन में उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर पन्ना में जुगल किशोर सरकार लोक बनाए जाने की घोषणा की। पन्ना को पवित्र धार्मिक नगरी बताते हुए उन्होंने कहा कि जुगल किशोर सरकार लोक में चारों मंदिर परिसर सम्मिलित किए जाएंगे। जुगल किशोर लोक सुझाव और सलाह लेकर बनाया जाएगा। स्थानीय छत्रसाल स्टेडियम में हुए गौरव दिवस समारोह में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मध्यप्रदेश के कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री कमल पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना राजे परमार, उपाध्यक्ष श्री संतोष यादव सहित जन-प्रतिनिधि और पार्षद उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोगों को महाराजा छत्रसाल से प्रेरणा लेने और उनके आदर्शों का अनुसरण करने के उद्देश्य से धर्मसागर तालाब में उनकी प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पन्ना जिले के विकास के लिए 178 करोड़ 51 लाख रूपये के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण गौरव दिवस समारोह में किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधियों की माँग पर कहा कि जब 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों/जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का फैसला होगा, तब उसमें पन्ना को भी शामिल किया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार पन्ना के विकास में कोई कसर शेष नहीं छोड़ेगी। उन्होंने बताया कि पन्ना को आज विकास की कई सौंगातें दी गई हैं। वर्ष 2018 में कृषि महाविद्यालय की मांग की गई थी, बाद में उसे तत्कालीन सरकार द्वारा अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसे अब पन्ना में पुनः वापिस लाया गया है। महाराजा छत्रसाल की गौरव गाथा का जिक्र करते हुए श्री चौहान ने कहा कि वह महान योद्धा थे जो कभी पराजित नहीं हुए। उनके राज्य की सीमाएँ विशाल थीं। पन्ना को अद्भुत शहर बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां के त्यौहार, मेले, लोक कलाएं, व्यंजन, संस्कृति और सभ्यता विशिष्ट हैं। हीरे की चमक की तरह हमें पन्ना की पहचान यथावत बनाए रखना होगी। राज्य सरकार रोजगार और स्वरोजगार देने के साथ ही सभी विकास कार्य कर रही है। साथ ही लोगों का जीवन स्तर भी सुधार रही है। इसके लिए अनेक योजनाएँ चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि जाँच के बाद जुगल किशोर मंदिर के कार्य में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाए। समारोह में लाड़ली बहनों ने मुख्यमंत्री को 51 मीटर की चुनरी और एक बड़ी राखी भेंट की तथा उन्हें राखी भी बांधी। श्री चौहान ने नगर की अनेक प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया। मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री का छत्रसाल जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर आभार माना तथा धरमसागर तालाब में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा स्थापित करने की माँग की। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल का हृदय विशाल था। उन्होंने अनेक युद्ध किए पर कभी हारे नहीं। बुन्देलखण्ड को मुगलों से मुक्त कराया। सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कृषि महाविद्यालय की स्थापना होने से अब कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान हो सकेगा। रेलवे स्टेशन प्रारंभ होने से पन्ना के विकास के नये आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने कहा कि हम सब मिल कर पन्ना का विकास करेंगे। श्री शर्मा ने भी जुगल किशोर लोक बनाए जाने का मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन एवं महाराजा छत्रसाल के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह का शुभारंभ किया। श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों को साफा बांध एवं तलवार भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम को नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना पाण्डेय ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध गायिका सुश्री कविता पौडवाल द्वारा सुमधुर गीतों की प्रस्तुति की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से प्रदेश को मिली 2 नये एयरपोर्ट की सौगात ![]() 22 May 2023 भोपाल।महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पाठ्यक्रम में शामिल होंगी महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा हल्दी घाटी की मिट्टी लेकर भोपाल आए महाराणा प्रताप के वंशज मुख्यमंत्री श्री चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं : डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप और छत्रसाल जयंती समारोह को किया संबोधित मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाराणा प्रताप देश के शौर्य के प्रतीक हैं। भोपाल में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का निर्माण किया जाएगा। यह उनके त्याग, तपस्या, संघर्ष और बलिदान को श्रद्धांजलि होगी। स्मारक में महाराणा प्रताप के जीवन और कार्यों को चित्रित किया जाएगा। साथ ही उनके सात सहयोगियों भामाशाह, पुंजाभील, चेतक और अन्य के योगदान को भी चित्रित कर दर्शाया जाएगा। महाराणा प्रताप द्वारा अपनी संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष तथा जीवन मूल्यों पर अडिग रहने की उनकी क्षमता से आने वाली पीढ़ी अवगत हो सके और तदनुसार संस्कार ग्रहण कर सकें, इस उद्देश्य से महाराणा प्रताप लोक का निर्माण सार्थक होगा। प्रदेश में शालेय पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पढ़ाई जाएंगी। साथ ही महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान लाल परेड मैदान में महाराणा प्रताप जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप के वंशज डॉ. मेवाड़ का रामदरबार भेंट कर किया स्वागत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप, महाराज छत्रसाल और महारानी पद्मावती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप जला कर जयंती समारोह का शुभारंभ किया। केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, प्रदेश के मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि, समाज के वरिष्ठजन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तलवार तथा रामदरबार भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को डॉ. मेवाड़ ने हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट कर अभिवादन किया। समाज के वरिष्ठ जन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का साफा बांध कर सम्मान किया गया तथा समारोह के प्रतीक-चिन्ह के रूप में तलवार भेंट की गई।महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व सभी के लिए प्रेरणादायी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को प्रेरणा देता है। ईमानदारी और सच्चाई से समाज के सभी वर्गों की सेवा करना, प्रगति और विकास के रास्ते पर प्रदेश को अग्रसर करने की प्रेरणा भी हमें महाराणा प्रताप से मिलती है। महाराणा प्रताप शौर्य, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के साथ वैभवशाली, गौरवशाली राष्ट्र के निर्माण के प्रतीक भी हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। विश्व के समृद्ध और शक्तिशाली देशों में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है।वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराज छत्रसाल बुंदेला को प्रणाम करते हुए कहा कि उनके संबंध में मान्यता थी कि "छत्ता तोरे राज में, धक-धक धरती होय- जित-जित घोड़ा मुख करे, तित-तित फतेह होए"। यह शूरवीरों की धरती है। ऐसे वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र है। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप की प्रतिबद्धता का स्मरण करते हुए कहा कि यह मेरा प्रण है कि जो भी लोग हमारे देश और प्रदेश के हितों से खिलवाड़ करेंगे वह छोड़े नहीं जाएंगे। आतंकवादियों को समाप्त करना हमारा धर्म है।हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट में मिलने से अभिभूत हुए मुख्यमंत्री महाराणा प्रताप के वंशज श्री लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ द्वारा हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट करने से अभिभूत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मेरे जीवन की अमूल्य निधि है। हल्दी घाटी की मिट्टी से पवित्र कुछ भी नहीं है, यह भारत के शौर्य और वीरता की प्रतीक है। इस माटी का मान-सम्मान और शान कभी जाने नहीं दूँगा। यह माटी सदैव महाराणा प्रताप के शौर्य की याद दिलाएगी और सही दिशा में कार्य के लिए निरंतर प्रेरित करती रहेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप की जयंती पर अवकाश और भोपाल में महारानी पद्मावती की मूर्ति स्थापित कर ऐतिहासिक कार्य किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी अधिकांश घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।मुख्यमंत्री श्री चौहान कर रहे हैं भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं। वे महाराणा प्रताप जी के आदर्शों पर चलकर प्रदेश का विकास कर रहे हैं। उन्होंने महाराणा प्रताप जी की जयंती पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर यह संदेश दिया है कि हम सब उन्हें याद करें और उनके शौर्य, बलिदान, देश प्रेम और जीवन मूल्यों से प्रेरणा प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य करें।महाराणा प्रताप और महाराजा छत्रसाल की शौर्य गाथा की संगीतमय प्रस्तुति कार्यक्रम में महाराणा प्रताप और महाराज छत्रसाल की शौर्यगाथा की संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जिसे उपस्थित जन-समुदाय द्वारा सराहा गया। पूरा वातावरण वीर रस से ओत-प्रोत हो गया। महाराणा प्रताप की जय, महाराज छत्रसाल की जय के नारों से पांडाल गूंज उठा। कार्यक्रम में मंत्री सर्वश्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, कमल पटेल, विश्वास सारंग, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, डॉ. प्रभुराम चौधरी, सुश्री उषा सिंह ठाकुर, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।महाराणा प्रताप (9 मई 1540–19 जनवरी 1597) महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 राजस्थान के कुम्भलगढ़ में महाराणा उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई के घर हुआ। वे महावीर राणा सांगा के पौत्र थे। वे इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिये अमर हैं। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया, अंततः अकबर महाराणा प्रताप को अधीन करने में असफल रहा। महाराणा प्रताप की नीतियां शिवाजी महाराज से लेकर स्वतंत्रता सेनानियों तक के लिए प्रेरणा-स्त्रोत बनीं। महाराणा जिस घोड़े पर बैठते थे वह घोड़ा चेतक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ घोड़ों में से एक था। महाराणा 72 किलो का कवच पहनकर 81 किलो का भाला अपने हाथ में रखते थे। भाला और कवच सहित ढाल-तलवार का वजन मिलाकर कुल 208 किलो का वजन उठाकर वे युद्ध लड़ते थे। 30 मई. 1576, बुधवार को हल्दी घाटी के मैदान में विशाल मुगलिया सेना और रणबाँकुरी मेवाड़ी सेना के मध्य भयंकर युद्ध छिड़ गया। युद्ध में महाराणा ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए, परन्तु अकबर की विशाल सेना के आगे राजपूती सेना नहीं टिक पाई और राणा प्रताप को जंगल में शरण लेनी पड़ी, पर उन्होंने अकबर की दासता स्वीकार नहीं की। चित्तौड़ को छोड़ कर महाराणा ने अपने समस्त दुर्गों को शत्रु से पुन: छीन लिया। महाराणा ने चित्तौड़गढ़ व मांडलगढ़ के अलावा संपूर्ण मेवाड़ पर अपना राज्य पुनः स्थापित कर लिया। उदयपुर को उन्होंने अपनी राजधानी बनाया। इसके बाद मुगलों ने कई बार महाराणा को चुनौती दी लेकिन मुगलों को मुँह की खानी पड़ी। आखिरकार, युद्ध और शिकार के दौरान लगी चोटों की वजह से महाराणा प्रताप की मृत्यु 29 जनवरी 1597 को चांवड में हुई।महाराजा छत्रसाल मध्यकालीन राजपूत योद्धा महाराजा छत्रसाल बुन्देला (4 मई 1649-20 दिसम्बर 1731) भारत के मध्ययुग के एक महान प्रतापी योद्धा थे। उन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब को युद्ध में पराजित करके बुन्देलखण्ड में अपना स्वतंत्र हिंदू राज्य स्थापित किया और 'महाराजा' की पदवी प्राप्त की। महाराजा छत्रसाल का जन्म राजपूत परिवार में हुआ था और वे ओरछा के रुद्र प्रताप सिंह के वंशज थे। वे अपने समय के महान वीर, संगठक, कुशल और प्रतापी राजा थे। उनका जीवन मुगलों की सत्ता के खिलाफ संघर्ष और बुन्देलखण्ड की स्वतन्त्रता स्थापित करने के लिए जूझते हुए निकला। वे जीवन के अन्तिम समय तक अपनी मातृभूमि के लिए संघर्ष करते रहे।अजय सिंह का दावा, सिंधिया के साथ गए 5 विधायकों का होगा यह हश्र ![]() 19 May 2023 भोपाल।मध्य प्रदेश में राजनीति की धुरी सिंधिया राजघराना, चुरहट और राघोगढ़ के रिश्ते हमेशा चर्चा में रहे हैं। इन रिश्तों पर गुरुवार को ग्वालियर आए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने ग्वालियर नईदुनिया रिपोर्टर योगेंद्र सेन से खुलकर बात की। उन्होंने चर्चा करते हुए राजनीतिक रिश्तों पर छाई धूल साफ कर बहुत कुछ स्पष्ट किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर निशाना साधते हुए कहा दल-बदलुओं पर अब कोई विश्वास नहीं करेगा। सिंधिया के साथ गए विधायकों में से अब पांच भी चुनाव नहीं जीत पाएंगें। उन्होंने दावा कर कहा कि जीत तो दूर की बात है, पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में इन्हें टिकट ही मिल जाए, वही काफी होगा। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा अंचल में सिंधिया के भाजपा (BJP) में जाने के बाद यह चर्चा आई कि कांग्रेस ने वर्ष 2018 का विधानसभा चुनाव सिंधिया के चेहरे पर लड़ा। राहुल भैया ने कहा कांग्रेस में चेहरे पर चुनाव लड़ने की परंपरा कभी नहीं है। उन्होंने कहा 2018 के चुनाव में प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए जो पद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास था। वही पद मेरे पास भी था। कांग्रेस सामूहिक जिम्मेदारी से चुनाव लड़ती है। वर्ष 2018 से पहले 2013 और 2008 में सिंधिया कांग्रेस में ही थे फिर अंचल में उनका जादू क्यों नहीं नहीं चला। राहुल भैया ने कहा, पिता पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह और सिंधिया परिवार में रिश्ते कभी खराब नहीं रहे। पिता ही (पूर्व केंद्रीय मंत्री) माधवराव सिंधिया को कांग्रेस (Congress) में लेकर आए। दिग्विजय सिंह से जरूर सिंधिया का मनमुटाव रहा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने कहा पिता (पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह) का महल से सबसे नजदीकी रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा पिता ग्वालियर दौरे के दौरान महल में ही रुकते थे। माधवराव सिंधिया के निधन के बाद पिता ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के हितों की रक्षा के लिए उन्हें एक तरह से पुत्र के रूप में गोद लिया। यह हर कोई जानता है। उन्होंने कहा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का महल से अवश्य कुछ मन-मुटाव रहा है। इसका कारण इतिहास से जुड़ा हो सकता है। और फिर दोनों समकक्ष नेता थे। इसलिए राजनीतिक प्रतिद्वंदिता भी हो सकती है। कमल नाथ ने की बड़ी घोषणा, कांग्रेस की सरकार बनी तो 100 यूनिट बिजली फ्री ![]() 18 May 2023 भोपाल।मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमल नाथ (Kamal Nath) ने धार जिले के बदनावर में विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणाएं की है। कमल नाथ ने कहा कि अगर चुनाव में काग्रेस (Congress) की सरकार बनती है तो 100 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी, इसी के साथ 200 यूनिट बिजली आधी कीमत में दी जाएगी। कमल नाथ ने कहा कि 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली नहीं, मैं पहली दफा कह रहा हूं कि 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट हाफ। कमल नाथ ने कहा कि शिवराज जी कितनी घोषणाएं करेंगे। इनके राज में आज पैसे दो और काम करवाओ। शिवराज जी आपने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, भर्ती घोटाला, माफिया राज, दुष्कर्म, घर-घर दारू दी है। ये तस्वीर आज आपके सबके सामने है। कमल नाथ ने कहा कि हमने दिसंबर 2022 में वोटों से सरकार बनाई थी। कुर्सी को बचाने के लिए मैंने कोई सौदा नहीं किया। साढ़े 11 महीने में कांग्रेस की सरकार ने नीति और नीयत का परिचय दिया। अब हम 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट बिजली हाफ देंगे। बहनों को 500 रुपये में गैस सिलिंडर, महिलाओं को 1500 रुपये प्रति महीने पुरानी पेंशन बहाली देंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से प्रदेश को मिली 2 नये एयरपोर्ट की सौगात ![]() 17 May 2023 भोपाल।राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मध्य हुआ करार रीवा एवं दतिया एयर स्ट्रिप का उन्नयन कर बनाये जायेंगे एयरपोर्ट राज्य शासन द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ दतिया एवं रीवा एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट के रूप में विकसित किये जाने के लिये आज एमओयू साइन किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा एवं मंत्रि-परिषद में हुए निर्णय के अनुक्रम में आज मध्यप्रदेश शासन की ओर से आयुक्त विमानन श्री चन्द्रमौलि शुक्ल एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निदेशक श्री रामजी अवस्थी, निदेशक विमानतल, भारतीय विमानन प्राधिकरण द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा एयरपोर्ट बनाये जाने की घोषणा के बाद भूमि-पूजन भी किया गया था। आयुक्त विमानन श्री शुक्ल ने बताया कि रीवा और दतिया में एयरपोर्ट बन जाने से एटीआर-72 विमानों का परिचालन किया जायेगा। प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो के बाद दतिया एवं रीवा में एयरपोर्ट के बन जाने से प्रदेश में एयरपोर्ट की संख्या बढ़ कर 7 हो जायेगी। इससे जहाँ लोगों को आवागमन में सुविधा होगी, वहीं व्यापार-व्यवसाय भी सुगम होगा। उन्होंने बताया कि विमान परिचालन में केन्द्र शासन की 80 प्रतिशत एवं राज्य शासन की भागीदारी 20 प्रतिशत होगी। आयुक्त विमानन ने बताया कि रीवा हवाई अड्डे के संपूर्ण विकास/उन्नयन और प्रचालन/संधारण, सिविल एविएशन मानकों के अनुरूप किया जायेगा। इसमें मध्यप्रदेश शासन द्वारा भारतीय विमान प्राधिकरण को रीवा हवाई अड्डे का संपूर्ण विकास चरणबद्ध तरीके से करने, हवाई यातायात संचालन हेतु आवश्यक व्यवस्थाएँ तथा यात्रियों के लिये आवश्यक सुविधाएँ प्रदान की जायेंगी। चिकित्सालय सेवा का मानक, यह इलाज के लिये आने वाला अच्छे अनुभवों के साथ जाए : राज्यपाल ![]() 17 May 2023 भोपाल।चिकित्सक 365 दिनों में 12 दिन नि:शुल्क सेवा करें राज्यपाल श्री पटेल रेडक्रास चिकित्सालय पहुँचे राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि चिकित्सालय में इलाज के लिये आने वाले अच्छे अनुभवों के साथ जाए। रोगी की सेवा और सुश्रुषा की उत्कृष्टता और गुणवत्ता का यही मानक होना चाहिए। उन्होंने चिकित्सकों से अपील की है कि 365 दिनों में कम से कम 12 दिन नि:शुल्क सेवा प्रदान करें। एक दिन पिछड़े क्षेत्रों में जाकर रोगियों का उपचार करें। इस दौरान गर्भवती माताओं को स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक जाँचों के लिए प्रेरित करें। रेडक्रास चिकित्सालय में रिआयती दर पर उपलब्ध सेवाओं का प्रचार-प्रसार करें। राज्यपाल श्री पटेल ने आज राज्य रेडक्रास सोसायटी के चिकित्सालय के परामर्श कक्ष, वार्डों, ब्लड बैंक, दवा दुकान, भोजन-शाला, प्रशासकीय कक्ष, लेबोरेटरी, फिजियोथैरेपी सेंटर की व्यवस्थाओं और निर्माणाधीन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्सालय के प्रशासक, प्रबंधक, चिकित्सकों के साथ चर्चा भी की। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने रोगी पंजीयन काउन्टर पर जाकर व्यवस्थाओं को देखा। हड्डी रोग विभाग में फ्रैक्चर के रोगी सौरभ से स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की। रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकित से उपचार की सुविधाओं और रोगियों की संख्या के संबंध में चर्चा की। चिकित्सालय की डायलेसिस यूनिट में उपचाराधीन 70 वर्षीय रोगी श्री प्रेमस्वरूप श्रीवास्तव और उनकी अटेन्डेंट बहू श्रीमती पूजा कौशल श्रीवास्तव से उपचार सुविधाओं और चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के संबंध में पूछताछ की। इसी तरह नाक, कान, गला रोग के चिकित्सक परामर्श कक्ष में पहुँच कर डॉ. अनिमेश अग्रवाल और रोगी संतोष चौधरी से चर्चा की। चिकित्सालय के आयुष चिकित्सा केन्द्र, शिशु रोग, स्त्री रोग ओ.पी.डी में उपलब्ध बाल रोग विशेषज्ञों से चर्चा की। बाल स्वास्थ्य एवं उपचार की चिकित्सालय में व्यवस्था की जानकारी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. इन्दु शर्मा से प्राप्त की। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेरणा थापा को परामर्श कक्ष में प्रकाश की समुचित व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। चर्म रोग चिकित्सक डॉ. श्रेयांस जैन और रोगी नैन्सी जैन से ट्रीटमेंट की प्रोग्रेस के संबंध में चर्चा की। इंटेसिव केयर यूनिट को भी देखा। निर्माणाधीन नियोनेटल केयर यूनिट के संबंध में जानकारी ली। राज्यपाल श्री पटेल रेडक्रास परिसर स्थित दवा की दुकान पर गए और वहाँ उपलब्ध दवाओं, उनकी कीमत, वितरण और संचालन व्यवस्थाओं की समीक्षा की। राज्यपाल को लॉयन्स भोजन शाला के संबंध में बताया गया कि वहाँ मध्यान्ह और रात्रि भोजन का नि:शुल्क वितरण होता है। राज्यपाल ब्लड बैंक गए और परिसर में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। राज्यपाल श्री पटेल ने परिसर में स्थित प्रशासकीय खंड के भूमितल पर स्थित रक्त जाँच प्रयोग शाला और फिजियोथैरेपी सेक्शन की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। जयदीप, मल्टीपल सरवाइकल से पीड़ित रत्ना चतुर्वेदी, फ्रोजन शोल्डर की रोगी सुश्री कुम्हरे से फिजियोथैरेपी और उससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ के संबंध में चर्चा की। फिजियोथैरेपिस्ट मेनका भंडारी ने उपचार व्यवस्थाओं के विषय में बताया। राज्यपाल को बताया गया कि चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं और कम कीमतों पर उपचार जाँच सुविधाओं के प्रचार-प्रसार के लिए नगर निगम भोपाल के साथ समन्वय किया गया है। नगर के सभी 85 वार्डों में उपचार और जाँच की दरों के सूचना पटल लगाए जा रहे है। स्वच्छता वाहन द्वारा शिविर संबंधी एनाउसमेंट कराया जाता है। चिकित्सालय व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के संबंध में श्री पटेल ने अध्यक्ष डॉ. गगन कोल्हे, महासचिव श्री प्रदीप त्रिपाठी, मेडिकल इंचार्ज डॉ. डी.पी. अग्रवाल एवं अन्य चिकित्सकों से चर्चा की। महाराणा प्रताप जयंती का राज्य स्तरीय समारोह 22 मई को भोपाल में ![]() 16 May 2023 भोपाल।मंत्री डॉ. भदौरिया और मंत्री सुश्री ठाकुर ने की तैयारियों की समीक्षा सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने महाराणा प्रताप जयंती समारोह की तैयारियों की मंत्रालय में समीक्षा की। मंत्री द्वय ने भोपाल में 22 मई को महाराणा प्रताप जयंती के राज्य स्तरीय समारोह के लिये कलेक्टर और पुलिस आयुक्त भोपाल के साथ समन्वय कर रूपरेखा बनाने के लिए कहा। प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला और सचिव जनसंपर्क एवं सहकारिता श्री विवेक पोरवाल उपस्थित थे। अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए आय सीमा अब 8 लाख रूपये ![]() 16 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में 41 हजार करोड़ से अधिक की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक ने मुख्यमंत्री की घोषणा के परिपालन में 'अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए वार्षिक आय सीमा 6 लाख से बढ़ा कर 8 लाख रूपये करने की सहमति प्रदान की। आय सीमा में वृद्धि से अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने के व्यापक अवसर प्राप्त हो सकेंगे। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के 3 वर्षीय बजट एवं वित्तीय प्रावधानों की प्रशासकीय स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना-2023 के 3 वर्षीय बजट एवं वित्तीय प्रावधानों के (वित्तीय वर्ष 2023-24 से वित्तीय वर्ष 2025-26 तक) अंतर्गत 41 हजार 923 करोड़ रूपये से अधिक की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की।शासन संधारित मंदिरों की कृषि भूमियों के प्रबंधन के आदेश का अनुसमर्थन मंत्रि-परिषद ने शासन संधारित मंदिरों की कृषि भूमियों के प्रबंधन के संबंध में 22 अप्रैल, 2023 को जारी विभागीय आदेश का अनुसमर्थन किया। आदेश अनुसार जिन शासन संधारित मंदिरों के पास 10 एकड़ तक कृषि भूमि संलग्न है, उनसे होने वाली आय का उपयोग पुजारी स्वयं के लिये कर सकेंगे। ऐसे शासन संधारित मंदिर, जिनमें 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि संलग्न है, से होने वाली आय का उपयोग पुजारी स्वयं के लिए कर सकेंगे। शेष कृषि भूमियों को जिला कलेक्टर को सूचित करते हुए पारदर्शी प्रक्रिया अपना कर कृषि प्रयोजन के लिये नीलामी कर सकेंगे। नीलामी से प्राप्त होने वाली आय मंदिर के खाते में जमा करायी जायेगी।10 लाख 80 हजार टन रसायनिक उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण 31 मई तक मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में रसायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो के दृष्टिगत वर्ष 2023-24 के लिए अग्रिम भण्डारण एक फरवरी से 31 मई की अवधि में 10 लाख 80 हजार टन मात्रा किए जाने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि रसायनिक उर्वरकों (यूरिया, डीएपी, काम्प्लेक्स एवं पोटाश) की अग्रिम भण्डारण योजना में राज्य में डीएपी, कॉम्प्लेक्स, पोटाश एवं यूरिया उर्वरकों की व्यवस्था के लिये मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ को राज्य नोडल एजेंसी घोषित किया गया है।प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के कंप्यूटराईजेशन के लिए 145 करोड़ रूपये की स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा लागू की गई प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के कंप्यूटराईजेशन के लिए केन्द्र प्रायोजित परियोजना में प्रदेश की 4534 पैक्स का कंप्यूटराईजेशन कराये जाने की स्वीकृति दी गई। इस योजना का अनुमोदन सूचना प्रौद्योगिकी आधारित परियोजनाओं की समीक्षा एवं अनुमोदन के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित साधिकार समिति की बैठक में 10 फरवरी 2023 को किया गया था। साधिकार समिति की अनुशंसा अनुसार परियोजना के क्रियान्वयन के लिये सहकारिता विभाग को अधिकृत किया गया है। परियोजना में आवश्यक हार्डवेयर का क्रय GeM पोर्टल से केन्द्र सरकार द्वारा जारी GFR 2017 एवं अन्य निर्देश अनुसार किये जाने की अनुमति दी गई। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा भारतनेट योजना अनुसार प्रदेश की 4534 पैक्स के मुख्यालयों पर ऑप्टिकल फाइबर आधारित इंटरनेट कनेक्टिविटी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जायेगी। परियोजना के लिये अनुमानित व्यय राशि 145 करोड़ रूपये, जिसमें केन्द्रांश का 87 करोड़ रूपये और राज्यांश के 58 करोड़ रूपये शामिल है, की स्वीकृति प्रदान की गई है। परियोजना के आगामी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक निर्णय लेने के लिए साधिकार समिति अधिकृत की गयी है।बाल सरंक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" को सभी जिलों में संचालित करने की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने केन्द्र सरकार द्वारा समेकित बाल-सरंक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" को नवीन नार्म्स अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की। केन्द्र सरकार द्वारा समेकित बाल-सरंक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" नवीन नार्म्स अनुसार वर्ष 2023-24 से आगामी वर्षों के लिये संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की। वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक समेकित बाल-संरक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" में स्वीकृत 676 संविदा पदों को प्रतिवर्ष 3 प्रतिशत मानदेय वृद्धि के साथ और 394 नियमित पदों को निरन्तर किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भण्डारण एवं व्यापार) नियम-2019 में संशोधन का अनुमोदन मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भण्डारण एवं व्यापार) नियम-2019 में संशोधन का अनुमोदन किया गया। प्रदेश में 44 जिलों के रेत समूहों का "ई-निविदा" के स्थान पर "ई-निविदा-सह-नीलामी" प्रक्रिया द्वारा समूहवार ठेके से निर्वर्तन किया जायेगा। ठेके की अवधि, अनुबंध दिनांक से 3 वर्ष (दो अतिरिक्त वर्ष हेतु विस्तारणीय) निर्धारित किये जायेंगे। राज्य खनिज निगम द्वारा वैधानिक अनुमतियाँ (माइनिंग प्लान / पर्यावरण अनुमति / जलवायु सम्मति आदि) प्राप्त की जायेंगी। निविदा में सफल एम.डी.ओ. (माईन्स डेवलपर कम ऑपरेटर), कलेक्टर एवं निगम के बीच त्रि-पक्षीय अनुबंध का निष्पादन किया जायेगा। ठेका राशि की देयता त्रैमासिक के स्थान पर मासिक किश्त के रूप में और ठेका राशि में 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि प्रति वर्ष जुलाई के स्थान पर ठेका संचालन का 1 वर्ष पूर्ण होने पर की जायेगी।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ देखी फिल्म "द केरला स्टोरी" ![]() 16 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से "द केरला स्टोरी" फिल्म की टीम ने मुख्यमंत्री निवास पर सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री ने अंगवस्त्रम भेंट कर टीम का स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान भी मौजूद थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सपत्नीक ड्राइव इन सिनेमा में द केरला स्टोरी फिल्म देखी। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और मंत्रि-परिषद के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फिल्म की टीम के सदस्यों का पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनन्दन किया। मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना में युवाओं को प्रतिष्ठित लॉ फर्म और वकीलों से संबद्ध किया जाएगा ![]() 13 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि युवाओं के कौशल उन्नयन से उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए लागू की जा रही मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना में युवाओं को प्रतिष्ठित लॉ फर्म तथा वकीलों से भी संबद्ध किया जाएगा। इस अप्रेंटिसशिप से वे वकालत तथा विधि से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में दक्षता अर्जित कर सकेंगे और रोजगार के साथ युवाओं के स्वावलंबन के अवसर भी बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान से आज स्टेट बार कॉउंसिल के प्रतिनिधि-मंडल ने निवास कार्यालय पर भेंट की। सर्वश्री विजय चौधरी, राजेश व्यास, संजय गुप्ता, प्रेमसिंह भदौरिया सहित अन्य अभिभाषक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शीघ्र ही वकील पंचायत बुला कर संवाद किया जायेगा। प्रतिनिधि-मंडल ने वकीलों के कल्याण संबंधी माँगें प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँगों पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। ई-ग्रंथालय, ज्ञान के देवता को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास : श्री पटेल ![]() 12 May 2023 भोपाल।ज्ञान वह खजाना है, जिसे कोई छीन नहीं सकता : राज्यपाल श्री पटेल राज्यपाल ने ई-ग्रंथालय कार्यशाला का किया शुभारम्भ राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ज्ञान वह खजाना है, जिसे कोई छीन नहीं सकता, नष्ट नहीं कर सकता है। हाथ में जो होता है, उसे दूसरा छिन एवं नष्ट कर सकता है, पर जो दिमाग में है, वह सदैव साथ रहता है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय वह मंदिर है, जहाँ ज्ञान के देवता निवास करते हैं। ई-ग्रंथालय, ज्ञान के देवता को हर व्यक्ति तक पहुँचाने का प्रयास है। राज्यपाल श्री पटेल बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के सभागार में ई-ग्रंथालय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कृत्रिम मेधा पर पुस्तक अधिग्रहण पंजी पर डिजिटली प्रविष्टि करके प्राप्त कर ग्रंथालय का शुभारम्भ किया। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि पुस्तकालय अध्यक्ष का कार्य मात्र व्यवसाय नही है, यह राष्ट्र निर्माण के मिशन में अत्यंत महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है। सामान्यतः किसी भी व्यवसाय के कार्य निपुणता की समीक्षा उसी व्यवसाय से सम्बंधित लोग करते हैं, किन्तु पुस्तकालय अध्यक्ष के कौशल और कार्य क्षमता की समीक्षा प्रत्येक विषय से सम्बंधित पाठक करता है। पुस्तकालय अध्यक्ष का कार्य जटिल है, जो पाठकों के लिए ज्ञान प्राप्ति के पथ का प्रदर्शक और मार्गदर्शक होता है। आवश्यकता है कि ग्रंथालय का प्रबंधन और संचालन कार्य संगठनात्मक उत्कृष्टता और तकनीकी गुणवत्ता के साथ किया जाये; क्योंकि पुस्तकालय दुनिया को जानने के दरवाजे की चाबी होते हैं। ई-ग्रंथालय परियोजना ही वह चाबी है जो उच्च शिक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए देश-दुनिया के ज्ञान के भण्डार को खोल देगी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि व्यक्तित्व के विकास के लिए पढ़ाई से बेहतर कोई और साधन नहीं है, इसी लिए मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त किताबों को ही माना गया है। किताबें जीवन के उतार-चढ़ाव से परिचित कराती हैं। पुस्तके कठिन समय में मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक के रूप में सदैव पाठक के साथ खड़ी रहती हैं। किसी भी राष्ट्र की ताकत और तरक्की का आधार ज्ञानवान नागरिक होते हैं। ज्ञान का पथ शिक्षा है। पुस्तकें ज्ञानवान बनाने का साधन हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि संचार क्रांति के युग में ज्ञान के प्रसार का प्रभावी तरीका ई-पुस्तकालय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा मातृ भाषा में शिक्षा की जो पहल की है, उसे सफल बनाने में ई-ग्रंथालय महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। आवश्यकता है कि आधुनिक संचार माध्यमों और तकनीक का उपयोग कर पुस्तकालयों को दूरस्थ और वंचित वर्गों तक पहुँचाया जाए। उन्होंने अपेक्षा की है कि कार्यशाला का चिंतन, ज्ञान के द्वारा वंचितों और अपेक्षाकृत पिछड़ों को विकास की मुख्य धारा में शामिल कराने के प्रयासों को मज़बूत बनाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में हो रहे कार्यों की देश दुनिया में चर्चा हो रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने ज्ञानार्जन के अपार अवसर उपलब्ध कराए हैं। देश में स्वाध्याय की असीम सम्भावनाएं बनी हैं। अब ज्ञान के लिए परेशान होने की जरूरत नही है। बिना लाइब्रेरी के पुस्तकों की उपलब्धता के प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में उपलब्ध पुस्तकें प्रदेश के उच्च शिक्षा के सभी छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराने की परियोजना, ई-ग्रंथालय है। उन्होंने कहा कि भारत में ज्ञान परपंरा का हजारों वर्षों का इतिहास है। नालंदा, तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों को जला कर नष्ट करने के प्रयासों को विद्वानों द्वारा ग्रंथों को कंठस्थ कर विफल कर दिया था। अतिरिक्त राष्ट्रीय सूचना विज्ञान अधिकारी श्री कमलेश जोशी ने बताया कि ई-ग्रंथालय के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली द्वारा क्लाउड आधारित सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है। यह 5 वर्षों के लिए संधारण मुक्त है। उन्होंने ई-ग्रंथालय के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि तकनीकी मार्गदर्शन के लिए दिल्ली केंद्र के द्वारा हेल्प डेस्क का भी गठन किया गया है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के पुस्तकालय प्रभारी डॉ. किशोर शिंडे ने पुस्तकालय डिजिटलाइजेशन के संबंध में जानकारी दी। बताया कि विश्वविद्यालय में 94,768 पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध है। स्वागत उद्बोधन कुलपति प्रोफेसर एस.के. जैन ने दिया, कुलसचिव श्री अरुण सिंह चौहान ने आभार माना। अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का श्रीफल, अंगवस्त्र और फलों की टोकरी भेंट कर स्वागत किया गया। अब पशुओं के इलाज के लिए भी उपलब्ध होगी एम्बुलेंस : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 12 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री ने 406 एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखा कर किया रवाना एम्बुलेंस बुलाने के लिए टोल फ्री नम्बर 1962 जारी मुख्यमंत्री लाल परेड ग्राउंड भोपाल की अध्यक्षता में हुआ गो-रक्षा संकल्प सम्मेलन मुख्यमंत्रीश्रीशिवराजसिंहचौहानने कहा है कि आज वह दिन आ गया है जब एम्बुलेंस केवल इंसान के लिए ही नहीं गो-माता और अन्य पशुओं के इलाज के लिए भी उपलब्ध होगी। एम्बुलेंस में एक पशु चिकित्सक और सहायक उपलब्ध होंगे। आपात स्थिति में पशुओं के इलाज के लिए टोल फ्री नं. 1962 जारी किया गया है। बीमार पशु को अस्पताल तक ले जाना बड़ी समस्या होती थी। अब इन एम्बुलेंस के आने से पशु चिकित्सालय स्वयं पशुपालक के द्वार पर उपस्थित होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर गो-रक्षा संकल्प सम्मेलन का शुभारंभ किया और प्रदेश के शहरी क्षेत्रों एवं सभी विकासखंड के लिए 406 पशु चिकित्सा एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलनस्थलपहुँचतेहीगो-पूजनकियाऔर समस्त गो-धन की पूजा के प्रतीक स्वरूप बछिया राधिजा की पूजा की। उन्होंने दीप जला कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक श्री मुरलीधर राव,खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा,सांसद भोपाल सुश्री प्रज्ञा ठाकुर,मध्यप्रदेश गो-संवर्धन बोर्ड की कार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन में पधारे गो-पालकों और गो-संरक्षकों पर पुष्प-वर्षा कर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को सृष्टि सृजन और संचालन में गौ की महत्ता को प्रतिपादित करता गोबर से निर्मित शिवलिंग भेंट किया गया। गो-वंश के अवैध परिवाहन में लिप्त वाहन राजसात होंगे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गो-वंश की हत्या पर प्रतिबंध लगाया गया है। गो-हत्या करने वाले को 7 साल और अवैध परिवहन पर कारावास का प्रावधान है। गो-वंश के अवैध परिवहन में लिप्त वाहनों को राजसात किया जाएगा। प्राकृतिक खेती के लिए गाय आवश्यक है। गो-मूत्र औरगोबर से ही घनामृत और जीवामृत बनते हैं। प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को गाय पालने के लिए 900 रूपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इस माह 22 हजार किसानों को योजना की किस्त जारी की जाएगी।जनजातीय भाई-बहनों को गो-पालन के लिए गाय खरीदने पर 90 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी। गोबर, गो-मूत्र सहित अन्य गो-उत्पादों के व्यवसाय को लाभकारी बनाने के लिए भी राज्य सरकार प्रयासरत है। गाय के गोबर से सीएनजी बनाने के प्रोजेक्ट पर जबलपुर में कार्य जारी है। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गोवर्धन प्लांट स्थापित कर गोबर खरीदने की व्यवस्था की जाएगी, इससे सीएनजी निर्मित होगी।गो-शालाओं में बनाए जाने वाले प्राकृतिक पेंट के उपयोग को करेंगे प्रोत्साहित मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गो-शालाओं में बनाए जाने वाले प्राकृतिक पेंट का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतस्तर के शासकीय भवनों में करने की नीति बनाई जाएगी। इससे गोबर और गो-मूत्र के व्यवसाय को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश में 8 गो-सदन और दो गो-वंश वन्य विहार विकसित किए जाएंगे। इनके संचालन का जिम्मा गो-सेवक संस्था को सौंपा जाएगा। पंजीकृत गो-शालाओं को बिजली के बिल की समस्या न आये और इससे गो-माता की सेवा में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके लिए उपयुक्त नीति बनाए जाएगी। गो-शालाओं में भूसे की पर्याप्त व्यवस्था के लिए राशि का पुननिर्धारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसान भाइयों से नरवाई न जला कर भूसे की व्यवस्था में सहयोग की अपील की।जिलों में अपर कलेक्टर करेंगे गो-शालाओं का प्रबंधन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में हर ग्राम पंचायत में गोशाला के बजाय बड़ी गो-शालाएँ विकसित करने पर भी राज्यशासन विचार कर रहा है। गो-शालाओं के सुचारू प्रबंधन के उद्देश्य से 4-5 ग्राम पंचायतों के लिए एक बड़ी गोशाला विकसित की जाएगी। प्राथमिक तौर परप्रदेश में कुछ स्थानों पर मॉडल के रूप में ऐसी गो-शालाएँ विकसित की जाएंगी। इन गो-शालाओं की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी कोई संस्था ले सकती हैऔर संस्था को राज्य शासन द्वारा वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। जिन गो-शालाओं के साथ जमीनें संलग्न हैं और उन जमीनों पर यदि अतिक्रमण है तो उन्हें तत्काल अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। गो-शालाओं को कांजी हाउस का दर्जा देने पर भी विचार भी किया जाएगा। गो-वंश की गणना भी की जाएगी। गो-शालाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान और उनके बेहतर प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।आत्म-निर्भर बनें गो-शालाएँ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी अपील है कि प्रदेश की हर गो-शाला आत्म-निर्भर बने। श्मशान घाटों में लक़ड़ी कम से कम जले और गोबर से बनाई गई गो-काष्ठ का उपयोग अधिक हो। दूध के अतिरिक्त गाय के गोबर, गो-मूत्र, गोकाष्ठ आदि पशुपालक किसानों के लिए अतिरिक्त आय का साधन बने। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्राकृतिक खेती को अपनाने, खेतों में पराली न जलाने, गो-ग्रास में अपना नियमित योगदान देने का आहवान भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको यह चिंता करनी होगी कि गो-वंश सड़कों पर आवारा और बेसहारा न घूमे।गो को माँ मानना हमारी संस्कृति का आधार मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सृष्टि के कण-कण में ईश्वर विद्यमान है। दशावतार इसका प्रतीक है कि सभी प्राणियों में ईश्वर का वास है। गो को माँ मानना हमारी संस्कृति का आधार है। भगवान कृष्ण ने गोवर्धन की पूजा कर हमें प्रकृति पूजा का संदेश दिया। भारतीय चिंतन और दर्शन के "वसुधैव कुटुम्बकम्" के सिद्धांत को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संपूर्ण विश्व में स्थापित किया है।गो-पालन और गो-रक्षा का संकल्प दिलाया मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गो-रक्षा सम्मेलन में प्रदेशवासियों को गो-पालन और गो-रक्षा का संकल्प दिलाया। उन्होंने आहवान किया कि इस पुनीत कार्य और गो-शालाओं के संचालन में सकरात्मक भूमिका का निर्वहन करें। गो-संरक्षण के लिये प्रतिदिन भोजन करने के पूर्व गो-माता का स्मरण करते हुए गो-ग्रास या उसके समतुल्य राशि निकाल कर गो-सेवा का संकल्प लें। इस कार्य में अपने परिवार के साथ समाज को भी प्रेरित करें।गो-रक्षा और गो-सेवा के लिए मध्यप्रदेश की पहल सराहनीय एवं अनुकरणीय राष्ट्रवादी चिंतक और विचारक श्री मुरलीधर राव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा गो-रक्षा और गो-सेवा के लिए प्रदेश में की जा रही पहल सराहनीय है।इसका कृषि, ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था और देश की अर्थ-व्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव होगा। गाय हमारी संस्कृति और ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था का केन्द्र बिन्दु है। गो-रक्षा भारतीय संविधान के अनुरूप है। महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर निर्मित करने में भी गो-संवर्धन सहायक सिद्ध होगा। सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में गो-सेवा के लिए आरंभ की गई एम्बुलेंस की पहल अनुकरणीय है। प्रदेश में गो-रक्षा के कार्यों को और गति दी जाएगी। जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री डॉ. जितेन्द्र जामदार, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक सर्वश्री रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री गुलशन बामरा सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। सम्मेलन में गो-संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य करने वाले शासकीय विभागों के प्रतिनिधि, स्वैच्छिक संगठन, पर्यावरण, जैविक तथाप्राकृतिक कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति तथा संस्थान के प्रतिनिधि, गो-शाला संचालक, स्व-सहायता समूह और गो-संरक्षण में संलग्न सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।भोपाल सूना हो गया क्योंकि "गुट्टू भैया" जैसा कोई नहीं : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 11 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" के निधन पर दु:ख व्यक्त किया राजकीय सम्मान के साथ होगा स्व. श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" का अंतिम संस्कार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बजरिया स्थित निवास पहुँचकर पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य सरकार और प्रदेशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सहज, सरल, विनम्र और हरदिल अजीज "गुट्टू भैया" सदा सक्रिय रहने वाले समाजसेवी थे। सभी के सुख-दुख में वे पूरा साथ निभाते थे। उनकी लोकप्रियता और भोपालवासियों का उनके प्रति स्नेह और जूनून अद्भुत था। भोपाल सूना हो गया क्योंकि गुट्टू भैया जैसा कोई नहीं है। वे मेरे बड़े भाई के समान थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने तथा उनके परिजन, मित्रों और अनुयायियों को यह दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। वन विभाग के खिलाड़ियों ने 90 पदक हासिल कर बढ़ाया प्रदेश का गौरव : वन मंत्री डॉ. शाह ![]() 10 May 2023 भोपाल। वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि भारतीय वन खेलकूद प्रतियोतिगता में प्रदेश के वन विभाग के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 90 पदक हासिल किए और मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया है। वन मंत्री डॉ. शाह संभागीय वन विश्राम गृह के सभागार में विजेता खिलाडियों को सम्मानित कर रहे थे। वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि वन विभाग के खिलाड़ी हर बार राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। पंचकुला (हरियाणा) में हुई 26वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में प्रदेश में 190 सदस्यीय दल को भेजा गया था। खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में 34 स्वर्ण, 32 रजत एवं 24 कांस्य पदक प्राप्त कर नया इतिहास रचा है। इसके अलावा 24 खिलाड़ियों ने चौथा स्थान भी प्राप्त किया। अपर मुख्य सचिव वन श्री जे.एस. कंसोटिया, प्रधान वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री रमेश कुमार गुप्ता ने सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरविन्द्र कुमार जैन की प्रतियोगिता में विशिष्ट भूमिका की प्रशंसा की और उन्होंने उम्मीद की कि भविष्य में भी पदकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की 210 मेगावाट की इकाई ने 99.35 फीसदी पीएलएफ के साथ लगातार 100 दिन किया विद्युत उत्पादन ![]() 10 May 2023 भोपाल। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की 210 मेगावाट क्षमता की इकाई क्रमांक पाँच ने लगातार 100 दिन तक विद्युत उत्पादन करने का रिकार्ड बनाया है। यह इकाई इस वर्ष 30 जनवरी से आज तक सतत एवं निर्बाध रूप से क्रियाशील है। इस अवधि में 210 मेगावाट क्षमता की इकाई ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 101.13 प्रतिशत पीएएफ (प्लांट अबेविलिटी फेक्टर), 99.35 प्रतिशत पीएलएफ (प्लांट लोड फेक्टर) तथा 8.97 प्रतिशत ऑक्जलरी कंजम्पशन की उपलब्धि हासिल की। अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की इकाई क्रमांक पाँच द्वारा लगातार 100 दिन तक विद्युत उत्पादन करने की अभूतपूर्व उपलब्धि पर ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे और पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह ने समस्त अभियंताओं और कार्मिकों को बधाई दी है। नव-नियुक्त आयुक्त जनसम्पर्क श्री मनीष सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया ![]() 10 May 2023 भोपाल। नव-नियुक्त आयुक्त जनसम्पर्क श्री मनीष सिंह ने आज जनसम्पर्क संचालनालय में पदभार ग्रहण किया। निवृत्तमान आयुक्त श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने चार्ज सौंपा और विभागीय गतिविधियों और कार्य-प्रणाली की जानकारी दी। आयुक्त श्री सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभागीय चर्चा कर संचालनालय के विभिन्न प्रभागों का अवलोकन भी किया। अपर संचालक श्री सुरेश गुप्ता सहित संचालनालय के अधिकारी उपस्थित थे। 11 लाख से अधिक डिफॉल्टर किसानों का 2 हजार 123 करोड़ रूपये का ब्याज माफ ![]() 9 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश के जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों से संबद्ध प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के 2 लाख रूपये तक के 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों पर बकाया ब्याज की राशि 2 हजार 123 करोड़ रूपये माफ करने के लिए ब्याज माफी योजना को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान की घोषणा "जो किसान ऋण माफी के चक्कर में डिफाल्टर हो गये हैं, उनके ब्याज की राशि सरकार द्वारा भरी जायेगी" के अनुरूप मंत्रि-परिषद द्वारा यह योजना मंजूर की गई। ऐसे डिफॉल्टर किसान, जिन पर प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के 31 मार्च, 2023 की स्थिति में मूल एवं ब्याज को मिला कर 2 लाख रूपये तक का ऋण बकाया है, के ब्याज की भरपाई राज्य शासन द्वारा की जायेगी। योजना के अनुसार किसान पर अल्पकालीन फसल ऋण एवं मध्यकालीन परिवर्तित ऋण को ब्याज सहित मिला कर 2 लाख रूपये तक का ऋण 31 मार्च, 2023 तक बकाया होना चाहिए। डिफाल्टर किसानों को ब्याज माफी का लाभ लेने के लिये अपनी समिति में आवेदन करना होगा। डिफाल्टर किसानों के ऊपर बकाया ऋण एवं ब्याज आदि के विवरण वाली सूची को बैंक स्तर पर एक पोर्टल से सार्वजनिक किया जायेगा। साथ ही योजना में किसानों को कृषि कार्य के लिए खाद उपलब्ध कराने की विशेष सुविधा दी गयी है। जितनी राशि किसान द्वारा अपने ऋण खाते में नगद जमा की जायेगी, उतनी राशि तक का खाद वे समिति से ऋण के रूप में प्राप्त कर सकेंगे। योजना की अंतिम तिथि 30 नवम्बर, 2023 नियत की गई है। योजना के विस्तृत निर्देश सहकारिता विभाग द्वारा जारी किये जायेंगे। खण्डवा, छतरपुर और देवास में नवीन अनुविभाग का सृजन मंत्रि-परिषद ने खंडवा जिले में खालवा, छतरपुर में गौरीहार और देवास में टोंकखुर्द में नवीन अनुविभाग सृजन की स्वीकृति दी। नवीन अनुविभाग खालवा में तहसील खालवा के राजस्व निरीक्षक मण्डल आशपुर के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 6, 8 से 15, 43 से 49,51,52 इस तरह कुल 23 हल्के तथा राजस्व निरीक्षक मण्डल खालवा के पटवारी हल्का क्रमांक 7, 16 से 39 तक कुल 25 हल्के एवं राजस्व निरीक्षक मण्डल रोशनी के पटवारी हल्का क्रमांक 40 से 42, 50, 53 से 71 कुल 23 हल्के, इस प्रकार कुल 71 हल्के समाविष्ट होंगें। खालवा के सृजन के बाद शेष अनुविभाग हरसूद में तहसील हरसूद के राजस्व निरीक्षक मण्डल किल्लौद के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 16 एवं राजस्व निरीक्षक मण्डल हरसूद के पटवारी हल्का क्रमांक 17 से 33 तथा राजस्व निरीक्षक मण्डल छनेरा के पटवारी हल्का क्रमांक 34 से 50 इस प्रकार कुल 50 हल्के समाविष्ट होंगे। अनुविभाग के कुशल संचालन के लिये स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4 कुल 11 पद स्वीकृत किये गये हैं। जिला छतरपुर में नवीन अनुविभाग गौरीहार में तहसील गौरीहार के सभी पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 74 इस प्रकार कुल 74 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। गौरीहार अनुविभाग के गठन के बाद शेष रहे अनुविभाग लवकुशनगर में तहसील लवकुशनगर के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 28 एवं तहसील चंदला के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 39 तक कुल 67 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन अनुविभाग के कुशल संचालन के लिये स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4, इस प्रकार कुल 11 पद स्वीकृत किये गये हैं। जिला देवास में नवीन अनुविभाग टोंकखुर्द में तहसील टोंकखुर्द के सभी 60 पटवारी हल्के समाविष्ट होगें। नवीन अनुविभाग के गठन के बाद शेष सोनकच्छ अनुविभाग में तहसील सोनकच्छ के सभी 69 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। अनुविभाग टोंकखुर्द के कुशल संचालन के लिये स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4, इस प्रकार कुल 11 पद स्वीकृत किये गये है।राजस्व विभाग की WebGIS 2.0 परियोजना के लिये 129 करोड़ 32 लाख रूपये स्वीकृत मंत्रि-परिषद ने राजस्व विभाग की WebGIS 2.0 परियोजना को लागू करने के लिये आगामी 5 वर्षों (2023-2024 से 2027-2028) के लिये तकनीकी और वित्तीय प्रस्ताव राशि 129 करोड़ 32 लाख रूपये (जी.एस.टी. अतिरिक्त) का व्यय किये जाने की स्वीकृति दी।रीवा हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिये एमओयू का निर्णय मंत्रि-परिषद द्वारा रीवा हवाई पट्टी को भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी योजना में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिये प्राधिकरण और राज्य शासन के बीच एम.ओ.यू. निष्पादित करने का निर्णय लिया गया। राज्य शासन द्वारा माँग अनुसार वर्तमान हवाई पट्टी के लिये उपलब्ध शासकीय भूमि एवं ATR-72 (VFR&IFR) टाइप विमान संचालन के लिये अतिरिक्त भूमि अधिगृहित कर आवंटन / उपलब्ध कराने के संबंध में आदेश जारी किये जा चुके हैं।लोक सम्पत्ति का निर्वर्तन मंत्रि-परिषद ने छतरपुर में जल संसाधन विभाग की खसरा क्र 684/1, वार्ड क्र. 2 लवकुश नगर की परिसम्पत्ति कुल रकबा 5670 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिये H-1 निविदाकार की उच्चतम निविदा राशि 8 करोड़ 15 लाख 10 रूपये, जो रिजर्व मूल्य राशि 3 करोड़ 35 लाख रूपये का 2.43 गुना है, की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100 प्रतिशत जमा करने के बाद अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया।पश्चिम बंगाल में 'द केरल स्टोरी' पर प्रतिबंध की नरोत्तम ने की आलोचना, बोले - रोहिंग्या पर ही बरसती है दीदी की 'ममता' ![]() 9 May 2023 भोपाल।लव जिहाद और आतंकवाद का घिनौना सच दिखाने वाली फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर देशभर में सियासी माहौल गरमा रहा है। जहां मध्य प्रदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी इस फिल्म को टैक्स-फ्री घोषित कर दिया गया है, वहीं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने इस फिल्म से राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने का हवाला देते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मप्र के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने पश्चिम बंगाल सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। नरोत्तम ने कहा कि यह दरअसल तुष्टीकरण की राजनीति है। ममता दीदी की 'ममता' रोहिंग्याओं पर ही बरसती है, लेकिन 'द केरल स्टोरी' बैन हो जाती है। ममता दीदी की 'ममता' आतंकवादियों की तरफ ज्यादा दिखती है, लेकिन रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। लेकिन अब देश इस तुष्टीकरण की राजनीति से आजिज आ चुका है और परेशान भी हो चुका है। गौरतलब है कि इससे पूर्व नरोत्तम मिश्रा 'द केरल स्टोरी' के मसले पर कमल नाथ और दिग्विजय सिंह को भी निशाने पर ले चुके हैं। सोमवार को ही उन्होंने कहा था कि जो बटला हाउस पर सवाल खड़े करते हैं, जो जाकिर नाइक को संत बताते हैं और जो सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर संदेह जताते हैं, ऐसे लोगों को 'द केरल स्टोरी' जरूर देखनी चाहिए। नरोत्तम ने यह भी कहा था कि उन्होंने कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के लिए फिल्म की टिकट भी बुक कराई है। पीड़ित मानवता की सेवा मानव का सबसे बड़ा धर्म : राज्यपाल श्री पटेल ![]() 8 May 2023 भोपाल।राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पीड़ित मानवता की सेवा ही मानव का सबसे बड़ा धर्म है। राज्यपाल 8 मई विश्व रेडक्रॉस दिवस पर समन्वय भवन में एक दिवसीय जूनियर रेडक्रॉस क्षेत्रीय सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज विश्व रेडक्रॉस दिवस के साथ ही विश्व थैलेसीमिया दिवस भी है। रेडक्रॉस की स्थापना युद्ध के दौरान घायल सैनिकों को त्वरित सेवा एवं सहायता पहुँचाने के उद्देश्य से श्री हेनरी ड्यूना ने की थी। रेडक्रॉस मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, एकता और सार्वभौमिकता के सिद्धांतों पर आधारित स्व-प्रेरित सेवा है। रेडक्रॉस अभियान के मूल में भारतीय संस्कारों और संस्कृति के सिद्धांत निहित हैं।प्रत्येक नागरिक का दायित्व नियमित रूप से रक्त-दान कर थैलेसीमिया एवं सिकल सेल एनीमिया के मरीजों की सहायता करना है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि वर्तमान में रेडक्रॉस विश्व के कई देशों में सोसायटी एवं अस्पताल के माध्यम से समाज-सेवा का कार्य कर रहा है। बच्चों को शिक्षा एवं खेल की सुविधा देने के साथ ही उनमे समाज-सेवा की भावना विकसित करना भी जरूरी है। इसी उद्देश्य से जूनियर रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना की गई है, जिसमें स्कूल के बच्चे रेडक्रॉस से जुड़ सकते हैं। एक दिवसीय जूनियर रेडक्रॉस सोसायटी के क्षेत्रीय सम्मेलन में बच्चों को समाज सेवा के नवाचारों से जोड़ा जायेगा। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जूनियर रेडक्रॉस शाखा में 18 हजार से अधिक स्कूल के 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग के छात्र-छात्राएँ शामिल हैं। आज विश्व की सबसे बड़ी चुनौती गरीबी और निरक्षरता है। स्कूल का प्रत्येक बच्चा जागरूक होकर बड़ा परिवर्तन ला सकता है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि पूरा विश्व एक परिवार है। भारतीय दर्शन में वसुधैव कुटुम्बकम के सूत्र को आधार मानते हुए पीड़ित मानवता की सेवा परम कर्त्तव्य है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कथन को याद दिलाते हुए कहा कि सेवा करने का मौका भी सौभाग्य से मिलता है। सेवा कभी खाली नहीं जाती। मानवता की सेवा और कल्याण के कार्यों को दिनचर्या में शामिल करें। राज्यपाल श्री पटेल एवं स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार द्वारा रेडक्रॉस की वेबसाइट www.redcrossmp.org एवं वार्षिक कैलेंडर का विमोचन किया। विभिन्न जिलों से आये बच्चों में स्वयं की बचत से सेवा-भाव जाग्रत करने के लिए सेवा निधि बैंक के रूप में गुल्लक प्रदान की गई। राज्यपाल श्री पटेल एवं शिक्षा मंत्री श्री सिंह द्वारा समाज-सेवा के लिये नगद राशि दान की गई। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री परमार ने कहा कि शिक्षा, अक्षर ज्ञान तक ही सीमित नहीं है। शिक्षा बच्चे के समग्र विकास, समाज सुधार एवं समाज की समस्याओं को सुलझाने वाला आंदोलन है। रेडक्रॉस में सेवा का उद्देश्य निहित है, जो भारतीय दर्शन का मूल सिद्धांत है। भारतीय दर्शन में पड़ोसी की भी चिंता की जाती है। देश में नई शिक्षा नीति वर्ष 2020 में बनाई गई है, जिसका उद्देश्य भारत को नई चुनौतियों का सामना करने के लिये सक्षम बनाना एवं भारत को सम्पूर्ण विश्व की सहायता के लिये श्रेष्ठ और शक्तिशाली भारत के रूप में निर्मित करना है। प्रदेश में नवीन तकनीक को अपनाते हुए सभी स्कूलों में 240 घण्टे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई प्रारंभ की जा रही है, जिससे बच्चे वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिये सक्षम बन सकेंगे। एक दिवसीय जूनियर रेडक्रास क्षेत्रीय सम्मेलन में प्रदेश के 7 जिलों से लगभग 800 छात्र-छात्राएँ शामिल हुए, जिनमें समाज सेवा का अद्भुत उत्साह था। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता एवं रेडक्रॉस के संस्थापक श्री हेनरी डयूना के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। समारोह में रेडक्रॉस की मध्यप्रदेश शाखा के चेयरमेन डॉ. गगन कोल्हे एवं वाइस चेयरमेन श्री भरत झांवर सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान का दूसरा चरण 10 मई से नागरिकों को मिलेगा 15 विभागों की 67 सेवाओं का लाभ : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 7 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शासकीय विभागों से आम नागरिकों को उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाओं और उनकी समस्याओं के शत-प्रतिशत निराकरण के लिए प्रदेश में 10 से 25 मई तक मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान का दूसरा चरण चलाया जायेगा। मुख्य रूप से अभियान के 2 प्रमुख घटक होंगे। प्रथम घटक में ऐसे सभी विभागों, जो नागरिक सेवाओं से संबंधित हैं, के कार्यालयों में लंबित आवेदनों का यथा-संभव शत-प्रतिशत निराकरण किया जायेगा। साथ ही सी.एम.हेल्प लाइन में लंबित शिकायतों का निराकरण होगा। दूसरे घटक में सी.एम. हेल्पलाइन में 15 अप्रैल 2023 तक दर्ज और वर्तमान में लंबित शिकायतों का शत-प्रतिशत निराकरण किया जायेगा। निराकरण की सूचना संबंधित शिकायतकर्ता को भी अनिवार्य रूप से दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के प्रथम चरण में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं में शत-प्रतिशत सेचुरेशन प्राप्त कर 83 लाख से अधिक पात्र हितग्राहियों को लाभांवित किया गया है। विभाग एवं सेवाएँ राजस्व विभाग की सेवाएँ -चालू खसरा/खतौनी और चालू नक्शा की प्रतिलिपियों का प्रदाय, अविवादित नामांतरण और अविवादित बँटवारा करना।सामान्य प्रशासन विभाग की सेवाएँ - अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये जाति प्रमाण-पत्र प्रदाय। विमुक्त, घुमक्कड़ समुदाय के लिये जाति प्रमाण-पत्र प्रदाय। जाति प्रमाण-पत्र में जन्म-तिथि, आधार, समग्र नंबर में सुधार और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के अभ्यर्थियों को आय एवं संपत्ति प्रमाण-पत्र जारी करना। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की सेवाएँ -जहाँ तकनीकी रूप से साध्य हो वहाँ नवीन कनेक्शन के लिए मांग-पत्र का प्रदाय करना। मांग-पत्र अनुसार राशि जमा करने पर नवीन नल कनेक्शन देना। नगरीय क्षेत्रों के हेण्डपंप एवं ट्यूबवेल का सुधार, भवन अनुज्ञा प्रमाण-पत्र, फायर एनओसी (1) अस्थाई (2) नवीनीकरण, ट्रेड लाइसेंस और विकास अनुज्ञा की समय-सीमा का विस्तार। अविवादित संपत्ति का नामांतरण (मृत्यु प्रकरण)। अविवादित संपत्ति का हस्तांतरण क्रेता-विक्रेता के मध्य आपसी विक्रय विलेख के बाद। भवन निर्माण (आवासीय) के लिये स्वीकृति आदेश जारी करना। नो डयूज प्रमाण-पत्र जारी करना। जहाँ तकनीकी रूप से साध्य हो वहाँ नवीन सीवर कनेक्शन दिया जाना और भवन अनुज्ञा का कार्य पूर्णता प्रमाण-पत्र। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की सेवाएँ -ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण के लिये अनुज्ञा-पत्र जारी करना। योजना, आर्थिक एवं ग्रामीण विकास विभाग की सेवाएँ -जन्म के एक वर्ष के बाद पंजीयन के लिए अनुमति, मृत्यु के एक वर्ष के बाद पंजीयन के लिए अनुमति। जन्म प्रमाण-पत्र। मृत्यु प्रमाण-पत्र। विवाह पंजीयन और जन्म प्रमाण में बच्चे का नाम जुड़वाना। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सेवाएँ -नि:शक्तता प्रमाण-पत्र दिया जाना। आवेदक की आयु का चिकित्सीय सत्यापन और मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के प्रकरण स्वीकृत करना। ऊर्जा विभाग की सेवाएँ -शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में निम्न दाब के व्यक्तिगत स्थाई नवीन कनेक्शन के लिए मांग-पत्र प्रदान करना, जहाँ ऐसा कनेक्शन वर्तमान नेटवर्क से संभव है। मांग-पत्र अनुसार राशि जमा करने के बाद वर्तमान नेटवर्क में निम्न दाब स्थाई नवीन कनेक्शन देना। मीटर/सर्विस लाइन अथवा मीटर की परिसर में ही शिफ्टिंग के लिए मांग-पत्र जारी करना और उसके अनुसार राशि जमा करने के बाद मीटर/सर्विस लाइन अथवा मीटर की परिसर में ही शिफ्टिंग करना। श्रम विभाग की सेवाएँ -प्रसूति सहायता योजना, विवाह सहायता योजना, मृत्यु की दशा में अनुग्रह सहायता योजना का लाभ प्रदान करना। निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटना की स्थिति में अपंगता होने पर सहायता, निर्माण स्थल पर कार्य के दौरान अपंजीकृत श्रमिक की मृत्यु की दशा में अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि योजना 2014 और राज्य लोक सेवा आयोग एवं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता पर पुरस्कार योजना का लाभ दिया जाना। आदिम जाति कल्याण विभाग की सेवाएँ -म.प्र. अनुसूचित जाति/जनजाति आकस्मिकता योजना नियम 1995 में राहत प्राप्त न होने संबंधी आवेदन-पत्र का समाधान करना। उच्च शिक्षा विभाग की सेवाएँ -नामांकन/माइग्रेशन प्रमाण-पत्र प्रदान करना। प्रोविजनल उपाधि/डुप्लीकेट अंक-सूची प्रदान करना। अंक-सूची में सुधार/नाम/उपनाम (सरनेम) सुधार करना। स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (समस्त महाविद्यालय) और चरित्र प्रमाण -पत्र उपलब्ध कराना। म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड की सेवाएँ - हम्माल (मंडी क्रत्यकारी), तुलावटी (मंडी क्रत्यकारी), व्यापारी (मंडी क्रत्यकारी), पक्का आढ़तिया (मंडी क्रत्यकारी), प्र-संस्करणकर्ता/विनिर्माता (मंडी क्रत्यकारी) और फल-सब्जी व्यापारी (मंडी क्रत्यकारी) को अनुज्ञप्ति प्रदान करना। सहकारिता विभाग की सेवाएँ - किसान क्रेडिट कार्ड योजना में किसान साख-पत्र जारी करना और इसी योजना में किसान साख-पत्र का नवीनीकरण करना। तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की सेवाएँ -उपाधि प्रमाण-पत्र, डुप्लीकेट उपाधि प्रमाण-पत्र/अंक-सूची, अस्थायी उपाधि प्रमाण-पत्र और माइग्रेशन प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने के साथ अंक-सूची एवं अन्य प्रमाण-पत्रों में नाम सुधार करना। उद्यानिकी विभाग की सेवाएँ -फल-पौधा रोपणी की अनुज्ञप्ति जारी करना एवं उसका नवीनीकरण करना। परिवहन विभाग की सेवाएँ -लर्निंग लायसेंस, ड्रायविंग लायसेंस और वाहन पंजीयन का नवीनीकरण करना। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने 160 नवदंपतियों को दिया आशीर्वाद ![]() 7 May 2023 भोपाल। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया जिले के बड़ौनी में शनिवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सामूहिक विवाह सम्मेलन में पहुँच कर वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से 49-49 हजार रूपये के चेक भेंट कर नव-दंपतियों को भावी जीवन के लिए शुभकामनाएँ दी। विवाह सम्मेलन में 160 से अधिक कन्याओं का विधि-विधान से विवाह सम्पन्न हुआ। सड़क का शिलान्यास गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने दतिया में रविवार को बड़े फव्वारे से ग्वालियर एनएच हाई-वे तक 4 करोड़ 90 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाली सड़क का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जिले में विकास के साथ सड़कों का जाल बिछाया गया है, जिससे सभी क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा सुलभ हुई है।मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री होगी 'द केरल स्टोरी', सीएम शिवराज ने किया ऐलान ![]() 6 May 2023 भोपाल।सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा आज सुबह कहा कि फिल्म द केरल स्टोरी मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री होगी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म शिक्षित और जागरुक करती है, बच्चों और अभिभावकों को यह फिल्म जरूर देखना चाहिए। गौरतलब है कि द केरल स्टोरी को लेकर विरोध और समर्थन दोनों हो रहा है। फिल्म की कहानी लव जिहाद पर केंद्रीत है। सीएम शिवराज ने कहा कि दे केरल स्टोरी आतंकवाद, मतांतरण और लव जिहाद के घिनौने चेहरे को उजागर करती है। क्षणिक भावुकता में जो बेटियां लव जिहाद के जाल में उलझ जाती है, उनकी कैसे बर्बादी होती है यह फिल्म बताती है। आतंकवादी के डिजाइन को भी यह फिल्म उजागर करती है। यह फिल्म हमें जागरुक करती है। सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश में पहले ही हमने मतांतरण के खिलाफ कानून बनाया है। लेकिन यह फिल्म जागरुक करती है, इस फिल्म को सबको देखना चाहिए। पालकों को भी देखना चाहिए और बच्चों को भी देखना चाहिए। बेटियों को भी देखना चाहिए। इसलिए मध्य प्रदेश शासन इस फिल्म को टैक्स फ्री कर रहा है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की घेराबंदी करेगी भाजपा ![]() 6 May 2023 भोपाल।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां तैयारी में जुटी हैं। कांग्रेस जहां भाजपा के कद्दावर नेताओं को तोड़कर अपने ताकतवर होने का संदेश दे रही है। वहीं, भाजपा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को उनके घर में ही बांधने की रणनीति तैयार कर रही है। पार्टी ने कांग्रेस के दिग्गज डा. गोविंद सिंह, अजय सिंह, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा, जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, लक्ष्मण सिंह, उमंग सिंघार, तरुण भनोत, बाला बच्चन, सचिन यादव जैसे नेताओं की घेराबंदी की रणनीति बनाई गई है। भाजपा इनके विरुद्ध दमदार प्रत्याशी भी उतारेगी और आक्रामक प्रचार के साथ उनके इर्द- गिर्द रहने वाले नेताओं को भाजपा में लाकर कमजोर करेगी। कांग्रेस भाजपा के उन कद्दावर नेताओं पर डोरे डाल रही है, जिनके परंपरागत विधानसभा क्षेत्रों पर नए भाजपाइयों का कब्जा हो गया है। ऐसे नेताओं में दीपक जोशी जैसे पूर्व मंत्री शामिल हैं। जोशी जल्द ही कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं। कांग्रेस ऐसे नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराकर यह संदेश देना चाहती है कि भाजपा अब कमजोर पड़ रही है। प्रदेश में भी इससे माहौल भाजपा के प्रति माहौल खराब होता है। भाजपा भी ऐसी रणनीति तैयार कर रही है कि कांग्रेस के जितने बड़बोले नेता हैं, उनकी ऐसी घेराबंदी की जाए कि वे चुनाव में अपने क्षेत्र से बाहर न निकल पाएं। भाजपा ने इन दिग्गज नेताओं के क्षेत्र में अपनी टीम उतार दी है। वहां के छोटे- मोटे नेताओं को भाजपा में लाने के प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। पंच-सरपंच, पार्षद हों या जिला-जनपद पंचायत के नेता, सभी को भाजपा अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की कांग्रेस के नेताओं को घर में बांधने और पार्टी में शामिल कराए जाने पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने कहा कि वो अपनी चिंता करें। हमारा कोई भी नेता टस से मस नहीं होगा। भाजपा की नाव डूबने वाली है। पार्टी नेताओं की घेराबंदी तो काफी समय से की जा रही है। जनता इस चुनाव में भाजपा को मुहं तोड़ जवाब देगी। "कृषक उत्पादक संगठनों का गठन एवं संवर्धन योजना लाभकारी होगी: कृषि मंत्री श्री पटेल मुख्यमंत्री श्री चौहान का कृषि मंत्री ने प्रदेश के किसानों की ओर से माना आभार ![]() 5 May 2023 भोपाल।किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश के किसानों की ओर से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि किसानों को समृद्ध करने के लिये बनाई गई नवीन "कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का गठन एवं संवर्धन योजना'' बहुत लाभदायक साबित होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में गुरूवार को केबिनेट में योजना को स्वीकृति प्रदान की गई। कृषि मंत्री श्री पटेल ने बताया कि प्रदेश में प्रत्येक विकासखण्ड में न्यूनतम 2 कृषक उत्पादक संगठन के गठन को प्रोत्साहित करने के लिये नवीन योजना बनाई गई है। योजना का संचालन कृषि विभाग द्वारा किया जायेगा। योजना में गठित होने वाले एफपीओ को हेण्ड होल्डिंग प्रदान की जायेगी। इससे एफपीओ के सदस्यों को गुणवत्तापूर्ण आदान एवं उन्नत कृषि यंत्र के साथ ही पोस्ट हॉर्वेस्ट तकनीक के उपयोग में सहायता मिलेगी। मंत्री श्री पटेल ने बताया है कि एफपीओ को बाजार से जोड़ा जायेगा। मंत्री श्री पटेल ने बताया कि वर्ष 2025 तक संचालित होने वाली इस योजना में कुल 50 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है। इसमें वर्ष 2023-24 के लिये 20 करोड़ 99 लाख एवं वर्ष 2024-25 के लिये 29 करोड़ एक लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। योजना में 3 वर्षों के लिये प्रति एफपीओ अधिकतम 18 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे। एफपीओ को इक्विटी अनुदान के रूप में प्रति किसान 2 हजार रूपये अधिकतम 15 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे। कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति द्वारा योजना का क्रियान्वयन किया जायेगा। एमपी ट्रांसको ने ऊर्जीकृत किया प्रदेश का पहला 220 के.व्ही. 50 एम.व्ही.ए.आर. क्षमता का बस रियेक्टर ![]() 4 May 2023 भोपाल।एम.पी. ट्रांसको ने अपने 220 के.व्ही. सबस्टेशन पांढुर्ना में नवाचार करते हुए प्रदेश का पहला 50 एम.व्ही.ए.आर. क्षमता का बस रियेक्टर स्थापित कर ऊर्जीकृत करने में सफलता पायी है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस उपलब्धि के लिए एम.पी. ट्रांसको के सभी कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि करीब 8 करोड़ 67 लाख रूपये की लागत से स्थापित इस रियेक्टर के ऊर्जीकृत होने से अंतर्राज्यीय विद्युत पारेषण सुगम हो जायेगा। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश ने पहली बार 220 के.व्ही. वोल्टेज की बस पर 50 एम.व्ही.ए.आर. क्षमता का रियेक्टर ऊर्जीकृत किया है। इससे जहाँ ग्रिड अनुशासन का सुगमता से पालन हो सकेगा, वहीं पाढुंर्ना और महाराष्ट्र के कलमेश्वर सब-स्टेशन के मध्य में 220 के.व्ही. लाइन द्वारा महाराष्ट्र से अंतर्राज्यीय विद्युत का आदान-प्रदान नियंत्रित किया जा सकेगा। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कपंनी को रियेक्टिव पावर फीड होने के कारण लगने वाली संभावित पेनाल्टी देने से बचाने और क्षेत्र में हाई वोल्टेज की समस्या का समाधान करने के लिए मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कपंनी के अधीक्षण अभियंता श्री संजीव श्रीवास्तव ने इस रियेक्टर की डिजाइन और तकनीकी पैरामीटर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करायी। हाई वोल्टेज को भी किया जा सकेगा नियंत्रित बस रियेक्टर के ऊर्जीकृत होने से पांढुर्ना से जुडे़ 132 के.व्ही. सबस्टेशन मुल्ताई एवं बोरगांव को भी फायदा होगा, जहाँ कम लोड होने की दशा में हाई वोल्टेज के कारण समस्या आती थी।पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस ज्वाइंन करेंगे। कांग्रेस ने मौका दिया तो शिवराज को बुधनी में देंगे चुनौती ![]() 4 May 2023 भोपाल।पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस ज्वाइंन करेंगे। दीपक जोशी ने भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ की तारीफ की। जोशी ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। यदि पार्टी लड़ाएंगी तो शिवराज सिंह के खिलाफ बुदनी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। दीपक जोशी ने बीजेपी पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया है और इसलिए वह बीजेपी छोड़ 6 मई को कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक जोशी के इस फैसले से कांग्रेस उत्साहित है तो बीजेपी में खलबली मच गई है. मंगलवार को पूर्व मंत्री दीपक जोशी के यू टर्न लेने की बात सामने आई थी, हालांकि बाद में दीपक जोशी ने इसे खुद खारिज कर दिया. दीपक जोशी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वह 6 छह मई को कांग्रेस ज्वाइन करेंगे और साथ में अपने पिता स्व. कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर भी जाएंगे. दीपक जोशी ने कहा, 'मैं अपने पिताजी का पारम्परिक मकान छोड़ रहा हूं. अब मैं भोपाल में अपने बहनोई के घर रहूंगा. पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि पिताजी भोपाल से सांसद रहे, लेकिन एक चीज का नामकरण भी उनके नाम पर नहीं किया. देवास में लंबी लड़ाई लड़ी, वहां भी नामकरण नहीं किया, आखिर ऐसा क्यों?. विचारधारा की बात नहीं है, जो पालेगा-पोसेगा अब मैं उनके साथ ही रहूंगा. कमलनाथ जी से प्रभावित हूं. उन्होंने सिर्फ तीन मिनट में ही पिताजी के स्मारक के लिए जमीन दे दी थी. बीजेपी ने 30 महीने में स्मारक को खडंहर बनाकर रख दिया.' बता दें पूर्व सीएम कैलाश जोशी अपनी पार्टी बीजेपी में संत कहलाए जाते थे, उसकी वजह था कि 1967 से उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र बागली में बीजे का झंडा ऊंचा रखा. वह भोपाल लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए. बागली विधानसभा क्षेत्र बीजेपी का गढ़ है. यहां से साल 1962 में पहली बार कैलाश चंद्र जोशी भारतीय जनसंघ से विधायक चुने गए, इसके बाद 1967-1972 में भी जनसंघ से कैलाश जोशी विधायक बने. 1977 में जनता पार्टी से कैलाश जोशी विधायक बने, इसके बाद साल 1980, 1985, 1990 और 1993 में भी कैलाश जोशी बीजेपी की ओऱ से विधायक चुने गए. इसके बाद दीपक जोशी बीजेपी से विधायक निर्वाचित हुए. उन्हें मंत्री भी बनाया गया. हालांकि 2018 में वह चुनाव हार गए. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान आयकर विभाग मप्र-छत्तीसगढ़ द्वारा कर के सकल संग्रहण में पिछले वित्त वर्ष (2021-22) की अवधि की तुलना में 19.21 प्रतिशत की वृद्धि हुईः श्री मोहनिश वर्मा ![]() 3 May 2023 भोपाल।वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान दिनांक 31.03.2023 तक आयकर विभाग मप्र-छत्तीसगढ़ द्वारा कर के सकल संग्रहण में पिछले वित्त वर्ष (2021-22) की अवधि की तुलना में 19.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान मप्र-छत्तीसगढ़ में 35972.4 करोड़ रुपये का सकल संग्रहण विभाग द्वारा किया गया। यह बात श्री मोहनिश वर्मा, प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़) ने बुधवार को आयकर भवन भोपाल में आयोजित प्रेस मीटिंग में कही। उन्होंने बताया कि विभाग ने वित्त वर्ष 2022-23 में बड़ी कुशलतापूर्वक रिफंड (प्रतिदाय) जारी किए। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान मप्र एवं छत्तीसगढ़ में निर्धारितियों को 7377.2 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया। यह तत्काल पूर्ववर्ती वर्ष 2021-22 की तुलना में 75 प्रतिशत अधिक है। श्री वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 4226.2 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि करदाताओं की सेवाओं में सुधार के लिए विभाग ने रिफंड जारी करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। श्री वर्मा ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान प्रमुख शीर्ष टीडीएस के तहत संग्रह में 25.82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान 2165 CPGRAMS याचिकाओं का निपटान किया गया। इस प्रकार 31.03.2023 तक 89 प्रतिशत याचिकाओं का निस्तारण किया गया है। उन्होंने कहा कि बेहतर करदाता सेवाएं प्रदान करना आयकर विभाग का मुख्य एजेंडा है। कर्नाटक में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस की घोषणा पर नरोत्तम ने कमल नाथ से मांगा जवाब ![]() 3 May 2023 भोपाल।कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पीएफआइ के साथ बजरंग दल पर भी प्रतिबंध लगाने की बात पर देशभर में सियासत गरमा गई है। भाजपा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के वादे को 'बजरंगबली' से जोड़ते हुए लगातार हमलावर है। अब इस मुद्दे पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के साथ-साथ कमल नाथ को भी घेरा है और उनसे अपनी हनुमान भक्ति साबित करने की मांग की है। नरोत्तम मिश्रा ने इस संदर्भ में कमल नाथ को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने पूछा है कि क्या कमल नाथ बजरंग दल पर बैन लगाने की बात से सहमत हैं। वह खुद बजरंग दल पर बैन की मांग को लेकर क्या सोचते हैं, उसे लेकर स्थिति स्पष्ट करें। नरोत्तम ने पत्र में लिखा - 'कमल नाथ जी, मैंने आपके कई वीडियो व चित्र देखे हैं, जिनमें भगवान बजरंगबली के प्रति आपकी भक्ति साधना प्रदर्शित की गई है। बजरंगबली के प्रति आपकी श्रद्धा-भक्ति समय-समय पर कई बार मीडिया के माध्यम से भी देखी और सुनी गई है। ऐसे में कोई भी बजरंग भक्त ऐसा नहीं होगा जो कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध की घोषणा से आहत न हुआ हो। आपकी पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी कर्नाटक घोषणा पत्र के इस बिंदु से सहमत हैं और वह पूर्व में अपने मुख्यमंत्री रहते समय अपने कार्यकाल में बजरंग दल पर लगाए गए प्रतिबंध की बात को दोहरा रहे हैं। ऐसे में मेरा आपसे आग्रह है कि आप इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया से स्पष्ट करें कि आप इस निर्णय के पक्ष में हैं या विपक्ष में। लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश पर उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 2 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को दी "हाँ मैं भी लाड़ली हूँ" की टेगलाईन लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के लिए 9 से 15 मई तक प्रदेश में चलेगा विशेष अभियान बेटियों की मुस्कान का उत्सव बना लाड़ली लक्ष्मी दिवस मुख्यमंत्री निवास पर बेटियों के सम्मान, मार्गदर्शन और उनसे संवाद के लिए मना लाड़ली लक्ष्मी उत्सव मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को "हाँ मैं भी लाड़ली हूँ" की टेगलाईन देते हुए कहा कि लाड़ली लक्ष्मी बेटियों का मेडिकल, आई.आई.टी., आईआईएम, विधि संस्थानों और अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश होने पर उनकी फीस राज्य सरकार द्वारा भरी जाएगी। लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के लिए प्रदेश में 9 से 15 मई की अवधि में शहर और पंचायतों में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें 9 मई को खेल प्रतियोगिताएँ, 10 मई को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायतों को पुरस्कार वितरण, 11 मई को वित्तीय और डिजिटल साक्षरता पर कार्यक्रम, 12 मई को स्वास्थ्य परीक्षण, नृत्य एवं गीत प्रतियोगिता, 13 मई को पुलिस थाना सहित शासकीय कार्यालयों का भ्रमण, 14 मई को ई-केवायसी के लिए अभियान और चित्रकला प्रतियोगिता तथा 15 मई को क्षेत्रीय पर्यटन स्थलों एवं अन्य अभिरूचि के स्थानों के भ्रमण का कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान लाड़ली लक्ष्मी दिवस पर मुख्यमंत्री निवास परिसर में बेटियों के सम्मान, मार्गदर्शन और संवाद पर केन्द्रित राज्य स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी उत्सव को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, महापौर श्रीमती मालती राय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रामकुंवर सहित बड़ी संख्या में योजना की हितग्राही लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे। लाड़ली बेटियों ने किया राज्य स्तरीय उत्सव का संचालन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पधारी लाड़ली लक्ष्मियों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। दीप प्रज्ज्वलन और कन्या-पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मध्यप्रदेश गान और लाड़ली लक्ष्मी गीत के साथ आरंभ हुए कार्यक्रम में लाड़ली बेटी अवनि देशमुख ने स्वागत उद्बोधन दिया। बेटी चेतना साहू द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना और बेटी तनिष्का अरोरा द्वारा गाए गीत के बाद लाड़ली बेटियों ने समूह घूमर नृत्य, एकल नृत्य, लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रभाव पर नृत्य-नाटिका और आत्म-रक्षा के लिए मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया। बेटी खुशबू राऊत ने अपने जीवन संघर्ष और लाड़ली लक्ष्मी योजना से मिले प्रोत्साहन की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के प्रभावी मूल्यांकन पर प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन किया और लाड़ली बालिकाओं को सम्मान और प्रमाण-पत्र वितरित किए। साथ ही लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली घोषित ग्राम पंचायतों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। मंच संचालन लाड़ली लक्ष्मियों द्वारा ही किया गया।योजना से बेटियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदला मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना को 16 साल पूर्ण हो रहे हैं। प्रदेश में 44 लाख 85 हजार से अधिक लखपति लाड़लियों का परिवार बन गया, यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। बेटियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदला है। सभी क्षेत्रों में बेटियाँ अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही हैं। बेटियों के प्रति दोयम दर्जे का व्यवहार न हो, बेटा-बेटी को समान माना जाए, इसी उद्देश्य से 16 साल पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना आरंभ की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज एवं परिवारों में बेटी को बोझ मानने के दृष्टिकोण से बहुत पीड़ा और वेदना होती थी।लिंगानुपात सुधार से कारगर हुई योजना मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों की स्थिति में सुधार और समाज का दृष्टिकोण बदलने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना से शुरू किये गये प्रयासों की कड़ी में बालिकाओं की शिक्षा, उनके बेहतर स्वास्थ्य और आत्म-निर्भरता के लिए प्रशिक्षण आदि के लिए अनेक योजनाएँ आरंभ की गईं। बेटी का विवाह बोझ न माना जाए, इसके लिये मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना आरंभ की। इन सब प्रयासों का प्रदेश में सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे रहा है। प्रदेश में एक हजार बेटों पर 956 बेटियाँ जन्म ले रही हैं। लिंगानुपात में हुआ यह सुधार समाज के बदले दृष्टिकोण का परिचायक है और यह राज्य सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है।महिला सशक्तिकरण के लिए प्रयास जारी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों को प्रगति के सभी अवसर उपलब्ध कराने के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस और स्कूल शिक्षा सहित अन्य विभागों में होने वाली भर्तियों में आरक्षण की व्यवस्था तथा पंचायत और नगरीय निकायों में महिला आरक्षण इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।भोपाल की ग्राम पंचायत बनी लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायतों में भोपाल की ग्राम पंचायत रानी खजूरी की सरपंच श्रीमती आनंदी बाई यादव, ग्राम पंचायत भाटनी जिला विदिशा की सरपंच श्रीमती कैलाश बाई, सीहोर की ग्राम पंचायत फूडरा के सरपंच श्री तेज सिंह चौहान, रायसेन की ग्राम पंचायत सीयर मऊ के सरपंच श्री रमेश शाह और राजगढ़ की ग्राम पंचायत छापरा के सरपंच श्री कैलाश राजपूत को शॉल तथा प्रमाण-पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि ऐसी ग्राम पंचायतें जहाँ लाड़लियों का सम्मान हो, शत-प्रतिशत बालिकाएँ स्कूल में प्रवेशित हो, सभी का टीकाकरण हो, कोई बेटी कुपोषित नहीं हो, कोई बालिका अपराध नहीं हो और जहाँ बाल विवाह नहीं हो, उन पंचायतों को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायत घोषित किया जाता है।उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए बालिकाओं का हुआ सम्मान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उत्कृष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त करने वाली लाड़ली बालिकाओं झाबुआ की कुमारी मुस्कान भूरिया को तीरंदाजी प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक, सिवनी की कुमारी हिमानी बघेल को राज्य स्तर पर इंस्पायर अवार्ड, रतलाम की कुमारी केशवी तिवारी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कराटे में और रतलाम की ही कुमारी भव्या को खो-खो में राष्ट्रीय स्तर पर मिली उपलब्धि के लिए ट्राफी और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। भोपाल की कुमारी अनुष्का दुबे ने ताइक्वांडो में ओपन नेशनल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है, उनके प्रवास पर होने से कु. अनुष्का की बहन ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से ट्राफी और प्रमाण-पत्र प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीन बालिकाओं को आश्वासन प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए।लाड़ली लक्ष्मियों ने दिखाये अपने हुनर मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में हुए लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का संचालन कक्षा 10वीं की बालिका सृष्टि मालवीय तथा रिमझिम त्रिपाठी ने किया।संचालनकर्ता लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के सम्मान में स्वरचित कविता " मामा को देखते ही चेहरे पर हँसी आ जाती है- यदि उदास भी हो मन तो खुशी खिल जाती है" और "बड़ी प्यारी लगती है तेरे चहरे की मुस्कान- प्यारी भांजियां हैं, मामा की जान-मामा की जान" पढ़ी। कक्षा 12वीं की बेटी अवनि देशमुख ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से बालिकाओं का विश्वास बढ़ा है और राज्य शासन द्वारा की गई विभिन्न व्यवस्थाओं से स्वयं पर गर्व का अनुभव होता है। कार्यक्रम में जवाहर बाल भवन की बालिकाओं द्वारा मध्यप्रदेश गान और लाड़ली गान -'छूना है हमें आसमां' की प्रस्तुति दी। बालिका वैष्णवी, ऋषिका, किरण और सुहानी ने समूह घूमर नृत्य प्रस्तुत किया। नादयोग गुरूकुल दल इंदौर द्वारा प्रस्तुत नृत्य-नाटिका में लाड़ली लक्ष्मी योजना के समाज पर प्रभाव और बेटी के प्रति बदले दृष्टिकोण को सुरूचिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया गया। मार्शल आर्ट्स में बालिकाओं ने आत्म-रक्षा के गुर, असामाजिक तत्वों से सावधान और सतर्क रहने तथा बचाव के तरीकों पर प्रस्तुति दी। किसी भी हालत में प्रभावित न हों स्वास्थ्य सेवाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख़्यमंत्री ने देर रात्रि वीडियो कांफ्रेंसिंग से कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से की चर्चा ![]() 2 May 2023 भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं अति आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत हैं। इसमें अवरोध न आए। आकस्मिक एवं गंभीर सेवाओं का संचालन सुचारु रूप से हो, इसमें कोई कसर नहीं छोड़ें। स्ट्राइक पर जाना अनैतिक है, इसमें कार्यवाही का प्रावधान है। मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्थाएँ बनाएँ और पीजी चिकित्सकों की सेवाएँ लें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज देर रात्रि में मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ.सुदाम खाड़े और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएँ सुचारू रूप से चलें। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएँ। कलेक्टर्स- कमिश्नर और मेडिकल कॉलेज के डीन इलाज सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ करें। गंभीर मरीजों के इलाज में व्यावधान न हो। चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था बनी रहे। निजी नर्सिंग होम में भी सतत संवाद बना कर रखें। पर्याप्त मात्रा में एंबुलेंस की व्यवस्था सतत बनी रहे। आयुष्मान योजना में प्राइवेट अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंसान की जान बचाने के लिए डॉक्टर्स ही भगवान का रूप माने जाते हैं। इंसान की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। हर जगह व्यवस्था कर लें। मरीजों को चिन्हित कर शिफ्ट करने की कार्यवाही हो। स्वास्थ्य सेवाएँ किसी भी स्थिति में प्रभावित न हों। मरीजों को इमरजेंसी में कोई परेशानी नहीं होना चाहिए। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में पहले से बातचीत हो जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से संवाद कर लें । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से चर्चा की और व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। विद्युत की निर्बाध आपूर्ति होगी : गृह मंत्री डॉ. मिश्रा 6 करोड़ के 2 विद्युत उप-केन्द्र का शिलान्यास ![]() 1 May 2023 भोपाल।गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सरकार सभी के लिये विद्युत की निर्बाध आपूर्ति के लिये प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। मंत्री डॉ. मिश्रा कृषि उपज मण्डी दतिया में 6 करोड़ 20 लाख रूपये की राशि के 2 विद्युत उप-केन्द्र के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि दतिया में आरडीएसएस योजना में 5 करोड़ 40 लाख रूपये की लागत के नवीन 33/11 के.व्ही. उप-केन्द्र एवं एसएसटीडी योजना में 80 लाख रूपये की लागत के मण्डी में अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर विद्युत उप-केन्द्र का शिलान्यास किया गया है। अब क्षेत्रवासियों को वोल्टेज की समस्या से निजात मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि दतिया में विद्युत की आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिये अब तक 197 करोड़ की लागत के कार्य किये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अटल ज्योति योजना में 24 घंटे बिजली पहुँचाने जैसे कार्यों के साथ विद्युत उप-केन्द्रों की स्थापना, खराब ट्रांसफार्मरों को बदलना, नवीन ट्रांसफार्मरों को लगाना एवं खम्बों से नंगे तारों के स्थान पर केबल डालने का कार्य शामिल है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सरकार द्वारा ग्रामीण उपभोक्ताओं और किसानों को लाभान्वित करने के निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। किसानों को बिजली में सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं के बिजली बिल माफ किये गये हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि जन-कल्याण के लिये सरकार सबका साथ-सबका विकास के मूल मंत्र पर कार्य कर रही है। शोधार्थी टॉपिक स्वयं तय करें, गाइड पर निर्भर न रहें: उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ![]() 1 May 2023 भोपाल।उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि शोध को हमेशा से ही नौकरी पाने के परिप्रेक्ष्य से जोड़ा गया है। अनुसंधान की वजह ही मनुष्य की आंतरिक जिज्ञासा है। शोधार्थी अपनी जिज्ञासाओं के अनुरूप ही अपने विषय का चयन कर गाइड के पास जाएँ। मंत्री डॉ. यादव सोमवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट भोपाल में मध्यप्रदेश के युवा पीएचडी शोधार्थियों की दो दिवसीय पीएचडी संगोष्ठी का शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस तरह के आयोजन में न सिर्फ शोधार्थियों बल्कि गाइड को भी शामिल करें। साथ ही गाइड के लिये भी संगोष्ठी हो, जिसमें विभिन्न विभागों के विषय-विशेषज्ञों को शामिल करें। डॉ. यादव ने कहा कि शोध कार्यों का प्रकाशन अब राज्य स्तर पर भी किया जाएगा। संगोष्ठी एक बौद्धिक पर्व अटल विहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य युवा शोधार्थियों के लिये एक परामर्श मंच देना है। यह एक बौद्धिक पर्व है। शोधार्थी आपस में संवाद करेंगे तो रिजल्ट में सुधार जरूर होगा। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी से विभिन्न विषय के अलग-अलग शोधकर्ता अपने विषयों पर विचार व्यक्त कर एक दूसरे से सीख सकते है। पीएचडी विषयों का चुनाव विकसित भारत को ध्यान में रख कर होना चाहिए। संगोष्ठी में 38 संस्थाओं के लगभग 180 शोधकर्ताओं ने पंजीयन कराया है। फूड कमीशन ऑफ मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रो. व्ही.के. मल्होत्रा ने कहा कि किसी भी देश का रिसर्च उसके भूतकाल और भविष्यकाल पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि किसी भी नीति को बनाने में शोधकर्ताओं का कितना ईनपुट होता है यह बड़ा सवाल है। आज के युवाओं के पास क्रिएटिव सोच और कंस्ट्रक्टिव हुनर है। हमें यह देखना होगा कि इनका योगदान हम किस रूप में ले सकते हैं। प्रो. मल्होत्रा ने कहा कि रिसर्च मैथोडोलॉजी पर भी संवाद करना आवश्यक है। आईएफएम के निदेशक डॉ. के. रविचन्द्रन ने कहा कि युवा पीएचडी शोधार्थियों के लिये इस तरह का आयोजन समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य आधारित कार्य में शोध महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनुसंधान सर्वोपरि है। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छतीसगढ़ के कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने कहा कि शोधार्थी को सबसे पहले यह जानना आवश्यक है कि पीएचडी करने का उसका उद्देश्य क्या है। उन्होंने कहा कि नौकरी पाना पीएचडी का उद्देश्य होगा तो देश कभी तरक्की नहीं करेगा। अगर राष्ट्र निर्माण में कोई योगदान नहीं कर रहे हैं तो शोध करना निरर्थक है। प्रो. चक्रवाल ने कहा कि शोध मात्र 500 पन्नों की फाईल न हों बल्कि ऐसा जर्नल बन कर तैयार हो, जिसे दुनिया आपके नाम से जाने और आपके शोध कार्यों पर अमल हो। निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरतशरण सिंह ने कहा कि वर्तमान समय ट्रांसफॉर्म और रिफॉर्म का है। रिसर्च के माध्यम से हमें भारत को विकासशील से विकसित राष्ट्र की ओर ले जाना है। इसमें शोधकर्ताओं की भूमिका अहम है। संस्थान के सीईओ श्री स्वतंत्र सिंह ने संगोष्ठी के उदे्श्यों के बारे में बताया। इस दौरान संस्थान के एडिशनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा एवं सलाहकार उपस्थित थे।दिल्ली में आयोजित इजरायल के 75 वे स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान( ख्यातनाम क्रिकेटर)कपिल देव सहित कई गणमान्य हस्तियों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा... ![]() 1 may 2023 नई दिल्ली /भोपाल /हरदा।इजरायल राष्ट्र के 75 वें स्वतंत्रता दिवस को राजधानी दिल्ली में उत्साह और उमंग पूर्वक मनाया गया। इजरायल की सांस्कृतिक धरोहरों की प्रस्तुति के साथ एक शाम इजरायल की संस्कृति के नाम संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता दिवस के इस आयोजन में मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री पटेल का इजरायल दूतावास के राजदूत नाओर गिलोन और दूतावास में कार्यरत सभी साथियों ने भाव भीना स्वागत किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व ख्यातनाम क्रिकेटर कपिल देव , श्रीमती अमीनता थियाम प्रमुख अधिकारी पपुआ गिनी राष्ट्र दूतावास ( अफ्रीका)एवं अन्य गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की । प्रधानमंत्री को जनता से सीधे जोड़ती मन की बात : राज्यपाल श्री पटेल राज्यपाल गणमान्य जन के साथ "मन की बात" कार्यक्रम में हुए शामिल ![]() 30 April 2023 भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड प्रसारण कार्यक्रम में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानित और मन की बात में उल्लेखित विभूतियों एवं आमंत्रित गणमान्य अतिथियों के साथ राजभवन में शामिल हुए। मन की बात कार्यक्रम का विशेष आयोजन राजभवन के विशाल सभागार सांदीपनि में किया गया। मन की बात ने लोकतंत्र और शासन में जनता का विश्वास मजबूत किया राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कार्यक्रम प्रारंभ होने से पहले आमंत्रित अतिथियों को संबोधित कर कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के गुजरात मुख्यमंत्री कार्यकाल में उनके मंत्री-मंडल के सदस्य रूप में 14 वर्ष कार्य के अनुभव के आधार पर, वह कह सकते हैं कि श्री मोदी जी अत्यंत संवेदनशील व्यक्ति हैं। उनकी संवेदनशीलता में मानव और पशु समान रूप से शामिल हैं। श्री पटेल ने प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता के दो प्रसंगों का उल्लेख किया। बताया कि जब सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान में एक सिंह के शिकार की घटना हुई, तब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में श्री मोदी जी तत्काल घटनास्थल पर पहुँच गए थे। देर रात में प्राणों की चिंता किए बिना बीच जंगल में जाकर घटना की मौके पर समीक्षा की। इसी तरह सूरत शहर में आई बाढ़ के दौरान 14 फीट गहरे पानी के बीच नाव में बैठ कर बाढ़ पीड़ितों के दुख-दर्द को जानने अविलम्ब, उनके बीच पहुँच गए थे। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि लोकतांत्रिक राज व्यवस्था में प्रधानमंत्री को सीधे जनता से जोड़ने का अद्भुत प्लेटफार्म मन की बात कार्यक्रम है। मोदी जी असाधारण प्रतिभा सम्पन्न, सार्वभौमिक रूप से धनी वक्ता हैं, जो लोगों की बारीकियों पर ध्यान देते हैं। मनोभावों को समझ कर, उनसे सीधा संपर्क कायम कर लेते हैं। यही कारण है कि आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सर्वाधिक प्रिय और विश्व के अद्वितीय राजनेता के रूप में उनकी पहचान बनी है। उन्होंने लोकतंत्र और शासन में लोगों के विश्वास को बहुत अधिक मज़बूत बनाया है। मन की बात के श्रोताओं को मोदी जी के द्वारा निःस्वार्थ भाव से काम करने, बदलाव लाने वालों की कहानियों को सुन कर, सेवा कार्यों, नवाचार की प्रेरणा और आत्मबल मिलता है।मन की बात ने जनता को जनशक्ति बनाया राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मन की बात वास्तव में ऐसी जनक्रांति है, जिसकी पहुँच देश के कोने-कोने तक है। यह ऐसा करिश्मा है, जिसने जनता को जनशक्ति में बदल दिया है। सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोविड का सामना करने में भारत को सक्षम बनाया है। उन्होंने कहा कि मन की बात में की गई अपील ने आपदा के इस दौर में लोगों का मनोबल बढ़ाया, कोविड वॉरियर का उत्साहवर्धन किया है। जनता कर्फ्यू और वेक्सीनेशन जैसे प्रयासों को जन-आंदोलन में बदलने का अभूतपूर्व चमत्कार भी किया है। यह चमत्कार, इसलिए हुआ, क्योंकि संवेदनशील मोदी जी की मन की बात हर हिन्दुस्तानी के दिल की बात बन जाती है। यदि स्वतंत्र भारत के सबसे सफल सरकारी अभियान की बात करें तो नि:संदेह प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छता अभियान है। अभियान की सफलता का आधार प्रधानमंत्री द्वारा अभियान की शुरुआत के अगले दिन ही 3 अक्टूबर 2014 को मन की बात के पहले एपिसोड में देवालय से पहले शौचालय निर्माण की बात करते हुए लोगों को अभियान का अविभाज्य और महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना था। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयासों का ही नतीजा है कि जन-सामान्य की सोच ऐसी बन गई है कि कोई भी आदमी अब घर, बाहर या सार्वजनिक जगह पर भी गंदगी नहीं करता। यदि कोई करता है तो लोग उसे रोकते और मना करते हैं। श्री पटेल ने कहा कि मन की बात एक भारत श्रेष्ठ भारत निर्माण की ऊर्जा शक्ति है जो विश्वगुरू के रूप में भारत को प्रतिष्ठित करने के प्रयासों की ताकत बन रही है।पद्म पुरस्कार से सम्मानितों को स्मृति-चिन्ह राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम के बाद राजभवन आए प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानितों को स्मृति-चिन्ह भेंट किए। पद्म पुरस्कार से सम्मानित श्री विजय दत्त श्रीधर, डॉ. श्रीमती जनक पलटा, श्रीमती शांति परमार, श्री रमेश परमार, श्रीमती भूरी बाई और श्री कैलाश मड़बैया शामिल थे।मन की बात के प्रसंगों की विभूतियों को स्मृति-चिन्ह राज्यपाल श्री पटेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मन की बात में मध्यप्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों से सम्बद्ध विभूतियों को कार्यक्रम के बाद राजभवन में स्मृति-चिन्ह प्रदान किए। इनमें सुश्री ममता शर्मा, श्री सुभाष जिलोदिया, मास्टर तुषार, श्री आशाराम चौधरी, सुश्री उषा दुबे, श्री अतुल पाटीदार, सुश्री बबीता राजपूत, श्री राम लोटन कुशवाह, श्री अर्जुन सिंह, श्री रोहित सिसोदिया, श्री रजनीश, फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिज़र्व, श्री ज्ञानेंद्र पुरोहित, श्रीमती मोनिका पुरोहित, सुश्री गीता, श्री प्रशांत धावले, सुश्री भावना डहेरिया, और सुश्री मंजु मंडलोई शामिल रहे।प्रदर्शनी का शुभारम्भ राज्यपाल श्री पटेल ने कार्यक्रम के बाद सांदीपनि सभागार में केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी आजादी के अमृत महोत्सव, नया भारत बदलता भारत तथा प्रधानमंत्री की मन की बात में मध्यप्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों की विभूतियों की उपलब्धियों पर केंद्रित है। दो दिवसीय प्रदर्शनी 30 अप्रैल एवं 1 मई को अपराह्न 3 से शाम 6 बजे तक आमजन के अवलोकन के लिए खुली रहेगी। प्रारंभ में अपर महानिदेशक पत्र सूचना कार्यालय भोपाल श्री प्रशांत पाठरावे ने मन की बात के 100 वें एपिसोड के प्रसारण कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन कार्यालय प्रमुख दूरदर्शन केंद्र भोपाल सुश्री नवनीत कौर ने आभार माना। राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री संजीव कुमार झा, सदस्य, सचिव राजभवन जनजातीय प्रकोष्ठ श्री बी. एस. जामोद, राज्यपाल के उपसचिव श्री स्वरोचिष सोमवंशी, राज्य एवं केंद्रीय सेवा के अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि मौजूद थे।प्रधानमंत्री श्री मोदी की "मन की बात" देश के जन-जन की बात : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 30 April 2023 भोपाल:100 एपिसोड होने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिनंदन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहनों के साथ सुना "मन की बात" का 100 वां एपिसोड भोपाल के पीपुल्स माल में बहनों से किया संवाद मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात देश के जन-जन की बात है। यह एक सामाजिक आंदोलन और जनक्रांति बन गई है। प्रधानमंत्री की "मन की बात" से बेहतर कार्य करने वाले अलग-अलग लोगों को समाज के सामने लाने का मौका मिला है। मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे होने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का हृदय से अभिनंदन करता हूँ। स्वच्छता आंदोलन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जल-संरक्षण जैसे समाज-सुधार के साधनों और वोकल फॉर लोकल जैसी गतिविधियों को मन की बात से प्रोत्साहन मिला है। लोग अपनी भावनाओं का प्रकटीकरण भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के सामने इस माध्यम से कर पाते हैं। देश में मन की बात ने सामाजिक क्रांति का शंखनाद किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड को भोपाल के पीपुल्स माल के सभागार में लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों के साथ सुना और कार्यक्रम के बाद उन्हें संबोधित भी किया। विधायक श्रीमती कृष्णा गौर सहित श्री लोकेश पाराशर, श्री सुमित पचौरी और बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाएँ उपस्थित हुईं। शहरों में भी बनेंगे महिला स्व-सहायता समूह मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मन की बात सुनने आईं लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे आँसू बहाने के लिए पैदा नहीं हुई हैं। बहन-बेटियाँ मजबूर न रहें, मजबूत बनें, इसके लिए राज्य सरकार अनेक कार्यक्रम और योजनाएँ संचालित कर रही है। बहनें संकल्प लें कि वे गरीब नहीं रहेंगी। राज्य सरकार द्वारा शहरों में भी महिला स्व-सहायता समूह गठित करने का अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें बहनों का बैंक लिंगेज सुनिश्चित किया जाएगा और अपने काम-धंधे आरंभ करने के लिए 2 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। हमारा संकल्प है कि प्रत्येक महिला महीने में कम से कम 10 हजार रूपए कमाए और आत्म-सम्मान एवं आत्म-विश्वास के साथ जीवन जिये।दो मई को मनेगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ईश्वर ने बेटा-बेटी को समान बनाया, परंतु ऐतिहासिक क्रम में महिलाओं के साथ दूसरे दर्जे का व्यवहार करना समाज की रीति ही बन गई। लोग बेटे को बुढ़ापे का सहारा और कुल का दीपक मानने लगे जबकि वास्तविकता यह है कि बेटी ही अंतिम समय तक माता-पिता का साथ देती है और किसी भी स्थिति में बेटों से कम नहीं है। विज्ञान के क्षेत्र में हुई प्रगति का भी बेटी के जन्म को रोकने के लिए उपयोग किया गया। पुरूष प्रधान समाज में बेटियों और बहनों की स्थिति निरंतर बद्दतर होती चली गई। पीड़ा और वेदना से भरे इस परिदृश्य को बदलने के लिए ही राज्य सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, बेटियों की पढ़ाई के लिए विभिन्न योजनाएँ, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सहित अनेकों योजनाएँ क्रियान्वित की। महिला सशक्तिकरण के लिए शासकीय सेवा, पंचायत और नगरीय चुनावों में आरक्षण और महिलाओं के नाम अचल संपत्ति के पंजीयन में विशेष छूट जैसी व्यवस्था की गई। महिलाओं ने भी उन्हें सौंपी गई हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। प्रदेश में 45 लाख बेटियाँ लाड़ली लक्ष्मी योजना से जुड़ी हैं, प्रदेश में 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा।10 जून महिलाओं के लिए क्रांति का दिन होगा- खाते में आएगी लाड़ली बहना योजना की राशि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब और निम्न मध्यम परिवार की महिलाओं की जिंदगी बदलने के लिए हमारी सरकार संकल्पित है। उन्हें आत्म-निर्भर बनाने में लाड़ली बहना योजना प्रभावी सिद्ध होगी। योजना में रोजमर्रा की जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रतिमाह 1000 रूपए बहनों के खाते में डाले जायेंगे। राखी के बंधन को निभाने की भावना से साल में एक बार नहीं हर महीने बहनों को कुछ न कुछ देने के लिए ही लाड़ली बहना योजना में प्रतिमाह राशि जारी करने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में एक करोड़ 20 लाख से अधिक बहनों ने योजना में आवेदन किया है। सभी पात्र बहनों से अपील है कि वे योजना में आवेदन अवश्य करें। मई माह में आवेदनों की जाँच के बाद 10 जून को बहनों के खाते में राशि जारी की जाएगी। यह दिन महिलाओं के लिए क्रांति का दिन होगा।मुख्यमंत्री के साथ बहनों ने सुर में सुर मिलाते हुए गाया गीत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृष्णा सामाजिक एवं सांस्कृति संस्था द्वारा महिलाओं को तीन माह का सेनेटरी नेपकिन नि:शुल्क उपलब्ध कराने के अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री का फूलों की विशाल माला पहना कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "फूलों का तारों का सबका कहना है- एक हजारों में मेरी बहना है" गीत गाया, तो मौजूद हजारों बहनों ने मुख्यमंत्री के साथ सुर से सुर मिलाये।कृषि मंत्री श्री पटेल ने ढाई करोड़ रूपए के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण हरदा में प्रधानमंत्री श्री मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम को सुना ![]() 30 April 2023 भोपाल:किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने रविवार को हरदा कृषि उपज मंडी परिसर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड को स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ सुना। उन्होंने मंडी परिसर में लगभग ढाई करोड़ रूपए की लागत से नव-निर्मित कार्यों का लोकार्पण भी किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गजेंद्र शाह, श्री अमर सिंह मीणा और जन-प्रतिनिधियों सहित नागरिक मौजूद थे। कृषि मंत्री श्री पटेल ने मंडी परिसर में मंडी बोर्ड निधि के एक करोड़ 54 लाख रूपए से निर्मित हाई राइज शेड और फल-सब्जी मंडी परिसर में 77 लाख रूपए की मंडी निधि से निर्मित 18 नग सेन्ड्री शॉप का लोकार्पण किया। उन्होंने 20 लाख रूपए लागत के कृषक विश्रामगृह सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण भी किया। कृषि मंत्री श्री पटेल ने कार्यक्रम में हितग्राहियों को धारणाधिकार पत्र भी सौंपे। उन्होंने सर्वश्री रोहित पटेल, रामविलास मसानिया, रामनिवास विश्वकर्मा, कैलाश, जितेंद्र, महेश गीते, बालकृष्ण नागवे, जमुनादास और रवि को धारणाधिकार-पत्र सौंपे। कृषि मंत्री श्री पटेल इजराइल के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर होंगे विशेष अतिथि 30 अप्रैल को दिल्ली दूतावास में होगा कार्यक्रम ![]() 29 April 2023 भोपाल:किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल 30 अप्रैल को इजराइल के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि होंगे। समारोह दिल्ली दूतावास में रविवार शाम 5:30 बजे होगा। मंत्री श्री पटेल रविवार को नई दिल्ली पहुँचेंगे। उल्लेखनीय है कि कृषि क्षेत्र में उन्नत इजराइली तकनीक से हरदा जिले के बोड़गाँव में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है। राज्य शासन ने इसके लिये 35 हेक्टेयर भूमि भी देने के आदेश जारी कर दिये हैं। मन की बात के 100 वें एपिसोड की विशेष स्क्रीनिंग कार्यक्रम का राजभवन में आयोजन राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल होंगे मुख्य अतिथि, आजादी का अमृत महोत्सव और नया भारत- बदलता भारत- बढ़ता भारत पर केंद्रित भव्य मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे ![]() 28 April 2023 भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आकाशवाणी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात के सौवें एपिसोड के प्रसारण अवसर पर राजभवन भोपाल ,मध्य प्रदेश में विशेष स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 30 अप्रैल 2023 को आयोजित इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के वे होनहार नागरिक जिनका कि उल्लेख प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में विभिन्न एपीसोड् में किया है, उनको विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। इनके अलावा इस कार्यक्रम में मप्र के पद्म पुरस्कार विजेताओं सहित विभिन्न गणमान्य नागरिक भी आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो और पीआईबी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव और सेवा सुशासन एवं गरीब कल्याण पर केंद्रित भव्य मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है। इस भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं स्क्रीनिंग कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में महामहिम राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर आयोजित मल्टीमीडिया प्रदर्शनी दो दिन के लिए आयोजित की जा रही है। यह प्रदर्शनी 30 अप्रैल और 01 मई को दोपहर 3.00 बजे से शाम के 6.00 बजे तक आम नागरिकों के लिए उपलब्ध रहेगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 अक्टूबर 2014 को रेडियो के माध्यम से मन की बात कार्यक्रम आरंभ किया गया था जो आज दिनांक तक जारी है । इसी कार्यक्रम का 100 वां एपिसोड 30 अप्रैल 2023 को सुबह 11:00 बजे प्रसारित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली , होनहार नागरिकों का जिक्र प्रधानमंत्री ने विभिन्न समय में मन की बात में किया है उनमें मुख्य रूप से सुश्री ममता शर्मा ,आसाराम चौधरी, मास्टर तुषार, उषा दुबे, रजनीश जी, बबीता राजपूत, अर्जुन सिंह , रोहित सिसोदिया , फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व , सुभाष सिसोदिया अतुल पाटीदार, अनुराग असाटी और पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टर जनक पलटा, शांति परमार और भूरी बाई विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं ।इनके अलावा भी जिन लोगों का जिक्र मन की बात में मध्यप्रदेश के संदर्भ में हुआ है वह भी आमंत्रित किए गए हैं। इनमें प्रमुख हैं , कमलेश और कविता चंदवानी, मोचा ग्राम पंचायत , भावना, राम लोटन कुशवाह ,किशोरी लाल धुर्वे , मीना राहंगडाले ,भज्जू श्याम , शिवा चौबे , आशीष पारे, स्वाति श्रीवास्तव, अवनि चतुर्वेदी सहित अनेक नागरिकों का जिक्र किया गया था । इन सब नागरिकों को भी विशेष रूप से 30 अप्रैल को आयोजित इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जा रहा है । यह कार्यक्रम दूरदर्शन एवं आकाशवाणी (प्रसार भारती ),केंद्रीय संचार ब्यूरो , पत्र सूचना कार्यालय ,पीआईबी , सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। 30 अप्रैल 2023 को आयोजित विशेष स्क्रीनिंग कार्यक्रम में राजभवन के सांदीपनी सभागार में प्रधानमंत्री के मन की बात के सौवें एपिसोड का सजीव प्रसारण किया जाएगा जिसे दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के विभिन्न चैनलों पर भी अन्यत्र देखा जा सकेगा। किसानों को संकट से पार ले जाने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी - मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 28 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में इस बार तीन दौर में ओला-वृष्टि और असामयिक वर्षा से फसलें खराब हुई थी। सरकार ने फसलों का सर्वे करा कर राहत राशि वितरण करने का निर्णय लिया है। संकट की घड़ी में सरकार किसानों के साथ खड़ी है। किसानों को संकट से पार ले जाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है, जहाँ फसलों का नुकसान होने पर किसानों को सबसे अधिक राहत राशि प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास कार्यालय समत्व भवन से असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को राहत राशि का वर्चुअली वितरण कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 159 करोड़ 52 लाख रूपए की राहत राशि का वितरण सिंगल क्लिक से किया। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव, प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनीष रस्तोगी तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। संबंधित जिलों से जन-प्रतिनिधि, कमिश्नर-कलेक्टर्स एवं किसान वर्चुअली जुड़े। राहत राशि के साथ फसल बीमा योजना का लाभ भी मिलेगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान दिन-रात खून-पसीना एक कर मेहनत करते हैं, तब अन्न के दाने घर आते हैं। संकट की घड़ी में सरकार किसानों की पूरी तरह मदद करेगी। जहाँ भी फसलों का नुकसान हुआ है, वहाँ का सर्वे कर राहत राशि प्रदान की जाएगी। फसल कटाई प्रयोग के आधार पर फसल बीमा योजना का लाभ भी किसानों को दिलाया जाएगा। राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों ने सर्वे कार्य किया है। सर्वे कार्य ठीक से कराने का पूरा ध्यान रखा गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राहत राशि का पैसा आपके खाते में आ जाएगा, इसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली स्थगित मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा संकल्प किसानों को पूरी तरह मदद उपलब्ध कराने का है। प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली स्थगित की गई है। प्रभावित किसानों के घर बेटी की शादी होने पर 55 हजार रूपए की मदद अलग से की जाएगी। किसानों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। भरपूर राहत राशि प्रदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी चल रही है। हमने फैसला किया है कि बारिश के कारण गेहूँ की चमक चली गई है, तो चमकविहीन गेहूँ भी खरीदा जाएगा।फसलों के सर्वे से किसान पूरी तरह संतुष्ट मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदिशा जिले के किसान श्री रामबाबू, सागर जिले के श्री प्राण सिंह, शिवपुरी की सविता यादव और मंदसौर के श्री दयाल सिंह से संवाद किया। उन्होंने किसानों से पूछा कि आपकी फसलों का सर्वे ठीक ढंग से हुआ था कि नहीं, आप संतुष्ट है या नहीं। सभी किसानों ने कहा कि फसलों का सर्वे बहुत अच्छे से हुआ, कोई परेशानी नहीं हुई, हम पूरी तरह से संतुष्ट हैं। किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने गरीबों के लिए बहुत अच्छा काम किया है।पीएम मोदी पर मल्लिकार्जुन खरगे के विवादित बयान से भड़के नरोत्तम, बोले- कांग्रेस की मानसिकता ही जहरीली ![]() 28 April 2023 भोपाल:कनार्टक की एक चुनावी रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जहरीले सांप की तरह बताए जाने से उठा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भले ही खरगे ने अपने बयान के लिए बाद में सफाई देते हुए खेद व्यक्त किया हो, लेकिन भाजपा नेता लगातार उनके खिलाफ हमलावर हैं। प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने खरगे के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वास्तव में कांग्रेस की मानसिकता, संस्कृति और विचारधारा ही जहरीली है। उन्होंने खरगे पर तंज कसते हुए कहा कि मैं हैरान हूं कि वो अपनी बातों में इतना ज़हर कहां से लाते हैं। क्या वो 10 जनपथ पर रिचार्ज कराने जाते हैं। गुजरात चुनाव हुए तो वहां बोल दिए। यहां चुनाव हुआ तो यहां बोल दिए। नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि दरअसल कांग्रेस की मानसिकता जहरीली है और इनकी संस्कृति भी जहरीली है। बोलने को लेकर ही राहुल गांधी को सजा हुई, बोलने को लेकर ही दिग्विजय सिंह पर आरोप तय हुए। ये जनाधारविहीन लोग हैं और चर्चाओं में रहने के लिए इस तरह के बयान देते रहते हैं। कांग्रेस की विचारधारा ही जहरीली होती जा रही है। अमृत महोत्सव और सुशासन के, गुड गवर्नेंस के जनक प्रधानमंत्री मोदी के लिए इस तरह की जहरीली बातें बोलना इनको शोभा नहीं देता। मोदीजी ने भारत के मान को विश्व में बढ़ाया है। आज पूरा भारत और विश्व मोदीजी के नाम पर गौरवान्वित होता है। दिग्विजय सिंह पर भी कसा तंज नरोत्तम ने कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी तंज कसा। दिग्विजय ने हाल ही में एक जगह पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वो कांग्रेस जोड़ने निकले हैं। उनके इस बयान पर नरोत्तम ने कहा कि दिग्विजय सिंह जो भी बोल रहे हैं, पहले से बोलते आएं हैं, पर कमल नाथ नहीं समझ रहे हैं। उनकी सभा में तो कोई नहीं आता। इसलिए वो कांग्रेस को इकट्ठा करते घूम रहे हैं और जहरीले बोल बोलते हैं।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 19 अप्रैल को वीसी के माध्यम से दिए गए दिशा-निर्देशों पर की गई कार्यवाही की डीजीपी ने की समीक्षा ![]() 27 April 2023 भोपाल:पेसा एक्ट के क्रियान्वयन में सकारात्मक भूमिका निभाएं : डीजीपी श्री सक्सेना मुख्यमंत्री की मंशानुसार अपराधियों तथा माफियाओं को नेस्तनाबूद करने के लिए कठोर कदम उठाने के दिए निर्देश मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में कानून-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण तथा विभिन्न माफियाओं को नेस्तनाबूद करने के दिशा-निर्देश 19 अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जोनल एडीजी/आईजी/एसपी को दिए गए थे। इन दिशा-निर्देशों के अनुक्रम में की जा रही कार्यवाही की विस्तृत समीक्षा आज गुरूवार 27 अप्रैल को पुलिस मुख्यालय से पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना ने वीडियों कांफ्रेंस के माध्यम से की। इस वीडियों कांफ्रेंसिंग में सभी जोनल एडीजी/आईजी, इंदौर और भोपाल के कमिश्नर तथा सभी जिलों के एसपी/डीसीपी उपस्थित थे। माफिया को नेस्तनाबूद करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं :- डीजीपी डीजीपी श्री सक्सेना ने निर्देश दिए कि माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशानुसार अपराधियों तथा विभिन्न माफियाओं जैसे अवैध खनन, अवैध शराब, जुआ-सट्टा, चिटफंड माफिया, भू-माफिया, मिलावट माफिया को नेस्तनाबूद करने के लिए कठोर प्रभावशाली कदम उठाएं। मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार त्वरित और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें। इन समाज विरोधी तत्वों पर वैधानिक कार्यवाही सतत् चलने वाली प्रक्रिया है अत: कार्यवाही इतनी सटीक और प्रभावशाली हो कि नजीर बन जाए। उन्होंने बैठक में कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोग अहाते बंद होने के बाद खुले में शराब न पीएं साथ ही निर्धारित स्थल के अलावा कहीं भी शराब विक्रय होने पर सख्त कार्रवाई करें।उज्जैन पुलिस की तर्ज पर कार्रवाई करें :- उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जी द्वारा नशे के तस्करों को समूल नष्ट करने के निर्देश के अनुक्रम में जिस तरह उज्जैन पुलिस ने पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत ड्रग्स माफिया पर सख्ती दिखाते हुए 11 तस्करों को जेल में निरूद्ध किया था, उसी तरह प्रदेश के प्रत्येक जिले में पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से ले और उचित कार्यवाही करें। उन्होंने निर्देश दिए कि मदरसों पर भी कड़ी निगाह रखी जाए और इस बात का ध्यान रखा जाए कि कहीं कोई राष्ट्रविरोधी आतंकवादी तत्व तो नहीं पनप रहे। बैठक में उन्होंने पेसा एक्ट के अंतर्गत प्रत्येक गांव में शांति एवं विवाद निवारण समिति की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि प्रत्येक जिले के शत-प्रतिशत गांवों में समितियों की स्थापना हो जाए। उन्होंने कहा कि थानों में दर्ज सभी एफआईआर की जानकारी समितियों को दी जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि सभी समितियां प्रदेश के जिलों के विभिन्न ग्रामों में भ्रमण कर जनता को पेसा एक्ट के प्रति जागरूक करें।महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं : डीजीपी श्री सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की मंशानुसार मप्र में महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने बेटियों-बहनों को बहला-फुसलाने या धर्मांतरण करवाने वालों पर कड़ी निगाह रखने और ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नशे का अवैध कारोबार करने वालों पर उनकी आय को स्रोतों को नष्ट करने और समाज को नशे से मुक्त करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, बस्तियों, कॉलोनियों तथा अन्य स्थानों पर जनता को जागरूक करें। उन्होंने नशे से पीड़ित लोगों को मुख्यधारा में वापस जोड़ने के भी निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने पीएफआई तथा अन्य अतिवादी संगठनों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह काम सिर्फ एटीएस का नहीं है, सभी जिलों में पुलिस अधीक्षक भी इन आपराधिक तत्वों पर निगाह बनाएं रखें।अपराधों की समीक्षा कर दिए आवश्यक निर्देश डीजीपी श्री सक्सेना ने अपराधों की कमी और वृद्धि की जोनवार समीक्षा कर जोनल आईजी को निर्देशित किया कि प्रतिमाह अपने जोन में घटित अपराधों की समीक्षा करें। कहीं कोई वृद्धि परिलक्षित होती है तो उसके नियंत्रण हेतु समुचित कदम उठाएं। बैठक के दौरान डीजीपी श्री सक्सेना ने अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिदिन शाम 6 से 9 बजे तक पैदल गश्त किए जाने के निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डीजीपी श्री सक्सेना ने पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए करियर काउंसलिंग तथा समर कैंप आयोजित किए जाने के भी निर्देश दिए।पंचायत से लेकर राष्ट्रपति भवन तक महिलाएँ लहरा रही अपना परचम : राज्यपाल श्री पटेल ![]() 27 April 2023 भोपाल:लाड़ली बहना योजना से बहनें होंगी आर्थिक सशक्त, समाज में बढ़ेगा मान-सम्मान : मुख्यमंत्री चौहान नारायणगंज में जुलाई से शुरू होगा कॉलेज एवं निवास अस्पताल का होगा उन्नयन 224 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण एवं भूमि-पूजन राज्यपाल और मुख्यमंत्री मंडला जिले के देवरीकला में महिला महासम्मेलन में हुए शामिल राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मंडला जिले के निवास क्षेत्र के जेवरा (देवरीकला) में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन एवं भू-अधिकार आवासीय पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य हो रहें हैं। इसी का परिणाम हैं कि आज महिलाएँ पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारी शक्ति के रूप में अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना, प्रधानमंत्री उज्जवला और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने से अब वह आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हुई हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी अभिनव योजना के क्रियान्वयन से अब महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, उनका स्वावलंबन और मान-सम्मान बढ़ेगा। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेषकर जनजातियों में पाये जाने वाले सिकल सेल रोग उन्मूलन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क उपचार एवं दवाइयों की सुविधा मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने जिले की जनता से अपील की कि सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों की जाँच गर्भावस्था के दौरान ही कराएं। राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश के सभी 89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा अधिनियम का क्रियान्वयन होने से ग्राम सभाएँ सशक्त हुई हैं। सभी ग्राम सभाएँ अधिनियम के अनुसार अपने दायित्वों का पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करते हुए अपने ग्राम के विकास में योगदान करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना गरीब बहनों की जिन्दगी बदलने वाली योजना है। योजना के माध्यम से प्रतिमाह बहनों के बैंक खाते में 1 हजार रूपए की राशि आ जाने से बहनें आर्थिक रूप से सशक्त होंगी और समाज में बहनों का मान-सम्मान भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से महिलाओं के चेहरे पर खुशी देखकर मैं मानता हूँ कि मेरी जिन्दगी सफल हो गई है। बड़ी संख्या में उपस्थित बहनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन पर पुष्प वर्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते की मांग पर नारायणगंज में जुलाई माह से महाविद्यालय प्रारंभ करने, मनेरी औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने तथा निवास में अस्पताल का उन्नयन करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने किसी किसान के खेत को नुकसान पहुँचाये बिना 4 लिफ्ट एरिगेशन के माध्यम से नर्मदा नदी के पानी को किसानों के खेत तक पहुँचाने की परियोजना बनाने की बात कही। 30 तक करालें पंजीयन, लाड़ली बहना सेना बनेगी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित महिलाओं से अपील की कि सभी बहनें 30 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से अपने आवेदन कर लें, ताकि हर पात्र बहन को लाड़ली बहना योजना का लाभ मिल सके। मई माह में प्राप्त आवेदनों की जांच तथा दावे-आपत्ति प्राप्त करने के उपरांत पात्र बहनों के खाते में 10 जून से प्रतिमाह 1 हजार रूपए की राशि आने लगेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक गाँव में 11-11 बहनों की लाड़ली बहना सेना का गठन किया जाए, जो योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ सामाजिक कुरूतियों के विरूद्ध आवाज उठाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिलाओं से कहा कि गरीबी के कुचक्र से निकलने के लिए सभी बहनें योजना में प्राप्त राशि से प्रतिमाह कुछ न कुछ बचत अवश्य करें। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से आजीविका मिशन के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों से जुड़ने एवं आर्थिक गतिविधियों में सहभागी बनकर अच्छी आय अर्जित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में नशे की प्रवृत्ति को समाप्त करने के लिए 1 अप्रैल 2023 से सभी शराब-अहाते बंद कर दिए गए हैं। मध्यप्रदेश की धरती में बेटियों से दुराचार करने वालों के लिए फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैंने समाज में हमेशा बेटा और बेटी में भेदभाव होते देखा है, इसलिए मुख्यमंत्री बनने के बाद सर्वप्रथम मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बनाई जिससे कन्या के विवाह का खर्च माता-पिता के बजाय सरकार द्वारा किया जाने लगा है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभ से बेटियां जन्म के बाद लखपति होने लगी हैं। त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन में भी महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की पहल से महिलाएँ पंच, सरपंच, नगरपालिका और जनपद, जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्य बनकर सरकार चला रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं के नाम पर संपत्ति क्रय करने पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट का प्रावधान भी किया गया है। अब बहनों के नाम पर खेत, मकान, दुकान खरीदे जा रहे हैं।पेसा नियम जनजातीय कल्याण से जुड़ा अधिनियम मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी 89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा नियम का क्रियान्वयन कर स्थानीय निवासियों को जल, जंगल, जमीन के अधिकार देते हुए ग्रामसभाओं को सशक्त किया गया है। पेसा नियम के तहत ग्रामों में शांति एवं विवाद निवारण समितियों का गठन कर छोटे-मोटे विवाद अब पंच निर्णय के आधार पर निपटाए जाने लगे हैं। पुलिस अधीक्षक मंडला ने बताया कि जिले में 85 मामले बगैर एफआईआर दर्ज किए शांति एवं विवाद निवारण समिति द्वारा स्थानीय स्तर पर निराकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि अधिनियम के प्रावधान अनुसार तेंदूपत्ता तोड़ने का अधिकार ग्रामसभाओं को दिया गया है। स्थानीय खनिज संसाधनों में भी जनजातीय सोसायटी, बहनों तथा स्थानीय नागरिकों को प्राथमिकता दी गई है। ग्रामों से मजदूरी के लिए व्यक्तियों को अन्य स्थान में ले जाने के पूर्व इसकी जानकारी ग्रामसभाओं को देने की अनिवार्यता की गई है।जमीन का पट्टा देकर बना रहे जमीन का मालिक मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन गरीबों के पास रहने की जगह नहीं हैं। उनके लिए मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना बनाई गई है। ऐसे लोगों को जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर सभी के पक्के आवास बनाए जा रहे हैं। जल जीवन मिशन में प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में घर-घर नल से शुद्ध पेयजल पहुँचाने के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे है। योजना के कार्य पूर्ण होने के बाद किसी भी बहन को पानी के लिए हेंडपंप तक नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों के लिये गुणवत्तायुक्त शिक्षा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीएम राईज स्कूल बनाए जा रहे हैं। प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी अब हिन्दी में हो रही है। केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फ़ग्गन सिंह कुलस्ते ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को महिलाओं को सशक्त करने के लिये लाड़ली बहना योजना लागू करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि लोगों को आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिले इसके लिए आज के कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शुभारंभ किया गया है। श्री कुलस्ते ने कहा कि नर्मदा नदी का जल किसानों के खेतों तक पहुँचे, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।विकास कार्यों का भूमि-पूजन-लोकार्पण और हितलाभ वितरण राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 224 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन-लोकार्पण किया। साथ ही शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों को हितलाभ वितरण किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं कन्या-पूजन से हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति और पर्यावरणीय-संरक्षण की पहल पर केन्द्रित ’धरती करे पुकार’ का मंचन हुआ। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान को बहनों ने राखी भेंट की। साथ ही स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा स्थानीय उत्पाद भेंट किये गये। कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीमती संपतिया उईके, जिले के प्रभारी मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, विधायक मंडला श्री देवसिंह सैयाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय कुशराम, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विनोद कछवाहा, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में बहनें और नागरिक उपस्थित थे।जनसेवा मित्रों, पेसा समन्वयक तथा जन अभियान परिषद के सदस्यों से संवाद राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम जन-सेवा मित्र, पेसा समन्वयक तथा जन अभियान परिषद के सदस्यों के साथ संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने जिले में जन-सेवा मित्रों से लाड़ली बहना योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत का फीडबेक लिया। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण के इस कार्यक्रम में जन-सेवा मित्र पूरे मन से जुड़ें। मुख्यमंत्री ने इस दौरान लाड़ली बहना योजना में बहनों के पंजीयन और योजना संबंधी मैदानी स्तर की प्रतिक्रियाओं की भी जानकारी ली।पेसा नियम को सरल भाषा में समझाएँ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पेसा समन्वयकों से कहा कि पेसा नियम जनजातीय कल्याण के उद्देश्य से लागू किया गया है। इसका जमीनी स्तर तक प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समन्वयक नियम को सरल भाषा में एवं सहज तरीके से समझाएँ। मुख्यमंत्री ने इस दौरान विवाद एवं शांति निवारण समिति के माध्यम से स्थानीय स्तर पर ही बिना पुलिस मुकदमों के विवाद निपटारे की जानकारी भी ली। उन्होंने लाड़ली बहना योजना एवं पेसा नियम का विभिन्न नवाचारों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।10 मई से चलेगा विशेष अभियान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संवाद कार्यक्रम में बताया कि आगामी 10 मई से समस्या निवारण के लिए विशेष अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। अभियान के दौरान गाँव में ही शिविर लगा कर ग्रामीणों की समस्या का स्थानीय स्तर पर ही निदान किया जायेगा। जन-सेवा से जुड़े इस कार्य को पूरी आत्मीयता के साथ करें।भारत विश्व का भविष्य और भारत का भविष्य युवा: राज्यपाल श्री पटेल युवाओं को कौशल और उद्यमिता विकास के अभूतपूर्व अवसर उपलब्ध राज्यपाल श्री पटेल द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी उद्घाटित ![]() 26 April 2023 भोपाल:राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भारत विश्व का भविष्य है। भारत का भविष्य युवा है। वर्ष 2070 तक भारत दुनिया का युवा देश बना रहेगा। दुनिया के श्रम बल की 21 प्रतिशत आबादी 2047 तक भारत में होगी। उन्होंने कहा है कि भविष्य के भारत में आवास, अवसंरचना, भोजन, शिक्षा, पानी, स्वास्थ्य, मनोरंजन और सामाजिक सुरक्षा की जरूरतों एवं मांगों का आकार और मात्रा बहुत विशाल हो जाएगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया है कि अपने कौशल और उद्यमिता के साथ सेवा और उत्पादन के क्षेत्र में बन रहे नए अवसरों का लाभ लेने के लिए आगे आएँ। राज्यपाल श्री पटेल आज कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कंवेन्शन सेंटर में आईसेक्ट राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन आत्म-निर्भर भारत के लिए सामाजिक उद्यमिता और कौशल विकास विषय पर चर्चा के लिए किया गया है। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज युवाओं को आकार और पैमाने दोनों लिहाज से कौशल और उद्यमिता विकास के अभूतपूर्व अवसर सरकार उपलब्ध करा रही है। सरकार तेज व्यवसायीकरण को दुनिया भर से पूँजी निवेश सर्वश्रेष्ठ नवाचार परिपाटियाँ लाने और प्रतिबद्ध नीतिगत हस्तक्षेपों के जरिए प्रोत्साहित कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबल, समर्थ औश्र समृद्ध, आत्म-निर्भर भारत में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने, नवाचार और उद्यमिता के लिए मजबूत समावेशी परिवेश बनाया है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सरकार ने स्टार्टअप की वित्तपोषण की जरूरतों को पूरा करने के लिए फन्ड ऑफ फन्ड्स, सीड फंड स्कीम और क्रेडिट गारंटी स्कीम बनाई है। देश में ज्ञान आधारित डिजिटल अर्थ-व्यवस्था भविष्य की प्रौद्योगिकी में नवाचार लॉजिस्टिक्स रक्षा अंतरिक्ष क्षेत्र में स्टार्टअप के लिए नये अवसर निर्मित हुए हैं। हरित हाइड्रोजन मिशन को 20 हजार करोड़ रूपए मिले है। पिछले वर्षों में रक्षा निर्यात 6 गुना बढ़ा है। कृषि बजट भी 1लाख 25 हजार करोड़ रुपए तक पहुँच गया है। औषधियों के क्षेत्र में अनुसंधान और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्टता केंद्रों के जरिए नया कार्यक्रम शुरू किया गया है। सरकार, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में कौशल प्रशिक्षण के लिए देश में 30 स्किल इंडिया अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र, तीन कृत्रिम मेधा उत्कृष्टता केन्द्र और फाइव जी एप्लीकेशन विकास के लिए 100 प्रयोग शालाएँ खोल रही है। कुलाधिपति रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय श्री संतोष चौबे ने बताया कि मध्य भारत का पहला कौशल विकास विश्वविद्यालय आईसेक्ट द्वारा स्थापित किया जा रहा है। यह संस्थान का छठा विश्वविद्यालय होगा। उन्होने बताया कि आईसेक्ट सामाजिक उद्यमिता पर आधारित 37 हजार केन्द्रों का 27 राज्यों में संचालन कर रहा है। केन्द्र का मॉडल भारतीय भाषाओं और सोशल कनेक्ट पर आधारित है। उन्होंने बताया कि तकनीक के साथ कृषि के क्षेत्र में भी संस्थान द्वारा पहल की गई है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैपिटल गुड्स एसएससी श्रीमती शालिनी सिंह ने कॉन्फ्रेन्स की-नोट प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन भारत की डेमोग्राफिक विशिष्टताओं के आधार पर कौशल उन्नयन के द्वारा भारत को आत्म-निर्भर बनाने और निर्यात को बढ़ाने के प्रयासों पर केन्द्रित होना चाहिए। निदेशक आईसेक्ट डॉ. अदिति चतुर्वेदी ने आईसेक्ट की गतिविधियों और प्रकाशित पुस्तकों के संबंध में जानकारी दी। आईसेक्ट के सचिव डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने संगोष्ठी की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी का आयोजन श्रृंखला में किया जा रहा है। इसी तरह की 15 कॉन्फ्रेन्स का आईसेक्ट द्वारा आयोजन किया जाना है। प्रारंभ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया गया। आईसेक्ट और माइक्रोसॉफ्ट के मध्य सामाजिक उद्यमिता पर पारस्परिक समझौता किया गया। साथ ही युवा उद्यमियों का सम्मान भी किया गया। 70 सर्वसुविधायुक्त सीएम राइज विद्यालयों के लिये 2847 करोड़ 63 लाख रुपये स्वीकृत 1207 करोड़ 36 लाख रूपये की सिंचाई परियोजनाओं के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय ![]() 25 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मंत्रि-परिषद ने स्कूल शिक्षा के प्रस्ताव और परियोजना परीक्षण समिति की अनुशंसा अनुसार प्रदेश में 70 सर्वसुविधायुक्त विद्यालयों के लिये अनुमानित लागत 2847 करोड़ 63 लाख रूपये से निर्माण किये जाने का निर्णय लिया। प्रदेश में सी.एम. राइज योजना के प्रथम चरण में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 275 विद्यालय विकसित किये जा रहे हैं। 1207 करोड़ 36 लाख रूपये की सिंचाई परियोजनाओं के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा पन्ना जिले की रूंज मध्यम सिंचाई परियोजना लागत राशि 513 करोड़ 72 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 14 हजार 450 हेक्टेयर की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के 47 ग्रामों के 14 हजार 450 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा। मंत्रि-परिषद द्वारा मझगाँय मध्यम सिंचाई परियोजना लागत राशि 693 करोड़ 64 लाख रूपये सैंच्य क्षेत्र 13 हजार 60 हेक्टेयर रबी की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के 38 ग्रामों के 13 हजार 60 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।नि:शुल्क भूमि आवंटन मंत्रि-परिषद ने देवी अहिल्याबाई होल्कर स्मारक प्रतिष्ठान इन्दौर को ग्राम कस्बा इंदौर में 1.215 हेक्टेयर भूमि का निःशुल्क आवंटन करने का निर्णय लिया।नगरीय क्षेत्रों की शासकीय भूमि धारकों के धारणाधिकार संबंध में अनुसमर्थन मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आदेश 31 फरवरी 2023 का अनुसमर्थन किया। नगरीय क्षेत्रों की शासकीय भूमि के धारकों के धारणाधिकार संबंधी मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना में नगरीय क्षेत्रों में शासकीय भूमि पर काबिज व्यक्तियों की पट्टा हेतु पात्रता अवधि (अधिभोग की तिथि) में वृद्धि कर 31 दिसम्बर, 2014 से बढ़ा कर 31 दिसम्बर, 2020 की जाये। नगरीय क्षेत्रों की शासकीय भूमि में धारकों के धारणाधिकार संबंधी विभागीय परिपत्र दिनांक 24 सितम्बर, 2020 की प्रक्रिया एवं उपबंधों का अनुसरण करते हुए ऐसे अधिभोगी जो 31 जुलाई 2023 तक सक्षम प्राधिकारी के समक्ष आवेदन करते हैं तो उन पात्र अधिभोगियों को नियमानुसार प्रब्याजि एवं भू-भाटक लेकर उनके अधिभोग के भूखंडों के 30 वर्षीय स्थाई पट्टे जारी किये जायें। ऐसे मामलों में जिनमें इस परिपत्र के जारी होने की दिनांक के पूर्व लिए गए निर्णयों के अनुसरण में प्रीमियम राशि जमा की जा चुकी है, उन्हें पुनः विचार हेतु नहीं खोला जाएगा और न ही उन्हें कोई राशि वापिस प्राप्त करने अथवा भविष्य में देय राशि के समायोजन की पात्रता होगी।लाइनमेन के लिए जोखिम भत्ता की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने लाईनमेन के विपरीत एवं विषम परिस्थितियों तथा जोखिम भरे कार्य के दृष्टिगत निर्णय लिया गया कि प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों में आउटसोर्स के माध्यम से नियोजित आई. टी. आई. उत्तीर्ण श्रमिक, जो कंपनी में लाइनमेन का कार्य कर रहे हैं, को श्रमायुक्त द्वारा निर्धारित प्रतिमाह वेतन के अतिरिक्त 1000 रूपये का जोखिम भत्ता प्रदान किया जायेगा। ऐसे कार्यरत लाइनमेन को कंपनियों द्वारा आयोजित प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण किए जाने एवं तत्संबंधी आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर इस वर्ग में नियोजन की पात्रता होगी।6 उत्पाद के लिए 10 जिलों का चयन प्रदेश में जिले की विशेषता के आधार पर उनके द्वारा निर्मित उत्पाद की उत्पादन क्षमता में वृद्धि, ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग के लिये शासन द्वारा औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के माध्यम से एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत जिलेवार उत्पादों का चयन किया गया है। मंत्रि-परिषद में कृषि संबंधी 6 उत्पाद अंतर्गत 10 जिलों में शामिल कोदो-कुटकी जिला अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिंगरौली, तुअर दाल जिला-नरसिंहपुर, चना जिला-दमोह. बासमती चावल जिला रायसेन, चिन्नौर चावल जिला-बालाघाट एवं सरसों जिला भिण्ड एवं मुरैना को 'एक जिला-एक उत्पाद' हेतु प्रशिक्षण एवं मूल्य संवर्धन योजना लागू करने का निर्णय लिया। योजना का क्रियान्वयन संचालक, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, भोपाल के माध्यम से किये जाने का निर्णय लिया गया।राजस्व न्यायालयों के कम्प्यूटरीकरण को स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने राजस्व न्यायालयों की कम्प्यूटरीकरण परियोजना RCMS 4.0. का विकास किए जाने के लिए आगामी 5 वर्षों (2023-24, 2024- 25, 2025-26, 2026-27 एवं 2027-28) के लिए तकनीकी एवं वित्तीय प्रस्ताव राशि 73 करोड़ 48 लाख 65 हजार का व्यय किये जाने तथा RCMS 4.0 का विकास किए जाने की अवधि में समानांतर रूप से RCMS परियोजना 3.0 को आगामी दो वर्षों (2023-24 एवं 2024-25) तक जारी रखने ₹9 करोड़ 78 लाख रूपये का व्यय किये जाने की स्वीकृति प्रदान की।25 नवीन चलित एवं 20 नवीन स्थायी रसोई केन्द्रों की मंजूरी मंत्रि-परिषद द्वारा दीनदयाल अन्त्योदय योजना के द्वितीय चरण में स्थापित 100 रसोई केन्द्रों के अतिरिक्त 20 निकायों में 20 नवीन स्थाई रसोई केन्द्र तथा ऐसे लोगों की मदद के लिये जो स्थाई रसोई केंद्रों पर नहीं पहुँच पाते हैं, उनके लिये 16 नगर निगम तथा पीथमपुर एवं मण्डीदीप में कुल 25 नवीन चलित रसोई केन्द्र (इस प्रकार कुल 45 नवीन रसोई केन्द्र) खोले जाने का निर्णय लिया गया। कोविड-19 महामारी के समय रसोई केन्द्रों की महत्ता भी प्रदर्शित हुई। इसलिये 26 फरवरी, 2021 को रसोई योजना के द्वितीय चरण में 52 जिला मुख्यालयों तथा 06 धार्मिक नगर मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा एवं चित्रकूट में कुल 100 रसोई केंद्रों का संचालन आरंभ किया गया था। योजना में प्रत्येक जरूरतमंद को रुपये 10/- प्रति व्यक्ति की दर से भोजन उपलब्ध कराया जाता है। आज तक 01 करोड़ 62 लाख थालियों का वितरण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में व्यवसाय एवं श्रम कार्यों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से जरूरतमंद व्यक्तियों और परिवारों का आगमन होता है। शासन द्वारा प्रदेश के 55 नगरीय निकायों के 119 रैन बसेरा/आश्रय स्थलों में इनके लिये अस्थाई आश्रय तथा दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना के प्रथम चरण 7 अप्रैल, 2017 से प्रदेश के 51 नगरीय निकायों के 56 रसोई केन्द्रों में किफायती दरों पर पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।972 पदों की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने चिकित्सा महाविद्यालय, ग्वालियर अंतर्गत 1000 बिस्तर नवीन निर्मित चिकित्सालय के संचालन के लिए नियमित स्थापना के 488 पद और आउटसोर्स के 484 पद विभिन्न संवर्ग को मिला कर 972 नवीन पद सृजित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।328 करोड़ रूपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा सतना में नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना हेतु पूर्व में जारी प्रशासकीय स्वीकृति 4 अक्टूबर, 2018 में प्रथम चरण के निर्माण कार्य हेतु स्वीकृत राशि 300 करोड़ रूपये के स्थान पर 328 करोड़ 79 लाख रूपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई।फसल क्षति की सहायता राशि के मानदण्डों में संशोधन मंत्रि-परिषद द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड छ: क्रमांक 4 में वर्तमान में प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति हेतु परिशिष्ट-1 (एक) (क) की तालिका के अनुक्रमांक 01 एवं 02 में संशोधन का अनुसमर्थन किया गया। लघु एवं सीमांत 0 से 2 हेक्टेयर तक कृषि भूमि धारित करने वाले कृषक/खातेदार को वर्षा आधारित फसल के लिए 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 5 हजार 500 रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 8 हजार 500 रूपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 17 हजार रूपये, सिंचित फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 9 हजार 500 रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 16 हजार रूपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार 500 रूपये, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से कम अवधि में 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर) फसल के लिये 9 हजार 500 रुपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से अधिक अवधि के बाद 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने) पर फसल के लिये 16 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 21 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, सब्जी, मसाले तथा ईसबगोल की खेती के लिये 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 27 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर सेरीकल्चर (एरी. शहतूत और टसर) फसल के लिये 6 हजार 500 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा मूंगा के लिये 8 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर सेरीकल्चर (एरी. शहतूत और टसर) फसल के लिये 13 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर तथ मूंगा के लिये 16 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। इसी प्रकार लघु एवं सीमांत कृषक से भिन्न कृषक-2 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि धारित करने वाले कृषक / खातेदार को वर्षा आधारित फसल के लिए 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 5 हजार रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 7 हजार 300 रुपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 14 हजार 600 रूपये, सिंचित फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 7 हजार रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 14 हजार 500 रूपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 29 हजार रूपये, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से कम अवधि के बाद 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर) फसल के लिये 7 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से अधिक अवधि के बाद 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर) फसल के लिये 13 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, सब्जी, मसाले तथा ईसबगोल की खेती के लिये 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 15 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान सहायता राशि दी जाएगी।अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद द्वारा शासकीय नवीन महाविद्यालय, नंदानगर, इंदौर में स्नातक स्तर पर कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय प्रारंभ किए जाने हेतु 25 शैक्षणिक तथा 22 अशैक्षणिक नवीन पद सृजन की स्वीकृति प्रदान की गयी।कृषि अधिकारी किसानों का भविष्य बनाने प्रामाणिक सेवाएँ दें: मुख्यमंत्री श्री चौहान आगामी 15 अगस्त तक भर दिए जायेंगे एक लाख सरकारी पद मुख्यमंत्री ने 87 महिला अधिकारी सहित 251 कृषि अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति-पत्र ![]() 25 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कृषि क्षेत्र, अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बनाने का कार्य करता है। मध्यप्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। विभाग में पदस्थ किए गए वरिष्ठ कृषि विकास और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को किसानों का जीवन बदलने का जिम्मा मिला है। प्रदेश के किसानों का भाग्य बदलने और उनका भविष्य बनाने का महत्वपूर्ण दायित्व नव-नियुक्त कृषि अधिकारियों पर है। मध्यप्रदेश कृषि क्षेत्र में काफी आगे है। नव-नियुक्त कृषि अधिकारी परिश्रम और प्रामाणिकता से सेवाएँ देते हुए यह संकल्प लें कि किसानों के जीवन को बदलने का माध्यम बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि विभाग के साथ अन्य विभागों में भी रिक्त पदों को भरने का अभियान चल रहा है। आगामी 15 अगस्त तक विभिन्न विभागों में करीब एक लाख पदों की पूर्ति का कार्य पूरा हो जाएगा। नौजवानों को काम देकर मध्यप्रदेश को समृद्ध बनाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में 251 वरिष्ठ कृषि विकास और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किये। इनमें 87 महिला अधिकारी शामिल हैं। कृषि अधिकारी प्रमाणिकता से कार्य कर अपने दायित्व को पूर्ण करें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नव-नियुक्त अधिकारियों की किसानों के लिए समर्पित भूमिका होगी तो वे जीवन सार्थक बना सकेंगे। मुख्यमंत्री ने नव-नियुक्त अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि कार्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण से हम किसानों की जिंदगी बदलने का कार्य कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक कहानी के माध्यम से एक कार्य करने वाले तीन श्रमिकों के तीन दृष्टिकोण का उल्लेख किया और कहा कि जो हमें दायित्व मिला है उसे सौभाग्य मान कर करें, इसी में सार्थकता है।कृषि क्षेत्र में निरंतर आगे मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में 700 प्रतिशत अनाज उत्पादन बढ़ा है। देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ रहा है। प्रदेश की कृषि विकास दर बढ़ी है। आज मध्यप्रदेश भारत का फूड बास्केट कहलाने लगा है। देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का 10वाँ हिस्सा सिर्फ मध्यप्रदेश उत्पन्न करता है। मध्यप्रदेश का सोयाबीन, दालें, मसाले और अदरक उत्पादन में देश में प्रथम गेहूँ, मक्का और प्याज उत्पादन में द्वितीय, तिलहन और सुगंधित पौधों के उत्पादन में तृतीय स्थान है। प्रदेश में कृषि की नई तकनीक के उपयोग के साथ ही जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि क्षेत्र में कार्य की निरंतर अपार संभावनाएँ होती हैं। खेती से अर्थ-व्यवस्था बदलती है। एक समय था जब भारत में अन्य देशों से गेहूँ आता था। अब स्थिति भिन्न है। कृषि का तेजी से विकास हुआ। उत्पादन बढ़ा तो बाजार में खरीदी बढ़ी, कारखानों के पहिए चले तो संपूर्ण अर्थ-व्यवस्था को मदद मिली। प्रदेश में वर्ष 2012-13 में एक लाख करोड़ का बजट था, जो वर्ष 2020-21 में 2 लाख करोड़ से आगे बढ़ गया और वर्ष 2023 में 3 लाख 14 हजार करोड़ हो गया। प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय भी बढ़ी है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय कभी सिर्फ 11 हजार थी, जो अब बढ़ कर 1 लाख 40 हजार हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप कुछ अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए। उन्होंने नव-नियुक्त अधिकारियों के साथ समूह छायाचित्र भी खिंचवाए। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश, देश में कृषि क्षेत्र में अग्रणी है। उन्होंने गत वर्ष कृषि के क्षेत्र में किये गये प्रयासों के बारे में भी बताया। श्री पटेल ने कहा कि किसानों को फसलों की क्षति के लिए राहत राशि भी दी जाती है। अनाज उत्पादन की खरीदी और राशि के भुगतान का कार्य समय पर होता है। किसानों को उनकी उपज का अधिक से अधिक मूल्य दिलवाने के प्रयास किए गए हैं। प्रारंभ में अतिथियों का पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया गया। अपर मुख्य सचिव, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास श्री अशोक वर्णवाल और आयुक्त किसान-कल्याण एवं कृषि विकास श्री सेल्वेंद्रन भी उपस्थित थे। उप संचालक कृषि डॉ. पूजा सिंह ने संचालन किया।नियुक्ति के साथ मिली है खुशी आज जिन 251 युवाओं को नियुक्ति मिली है उनमें खरगोन जिले के श्री मुकेश बडोले, धार जिले के श्री मिश्रीलाल वास्केल, सीहोर जिले की सुश्री मधु मालवीय और श्री अनिल कुमार अजनेरिया साधारण परिवारों से आते हैं। इन सभी ने बताया कि किसानों के कल्याण के लिए कार्य करने का अवसर मिलने पर उन्हें रोजगार के साधन के साथ ही हृदय से प्रसन्नता प्राप्त हुई है। पूरे परिश्रम से अपने दायित्व को निभाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।कृषि विभाग में पदों को भरने की प्रक्रिया जारी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास सभा कक्ष में आज 251 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए। इनमें 241 पद ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और 10 पद वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी के हैं। इनमें 164 पुरूष और 87 महिलाएँ शामिल हैं। विभाग में नियमानुसार विभिन्न स्तर पर रिक्त पदों को भरने के लिए नियुक्तियाँ की जा रही हैं। कुल 2805 पदों को भरने के लिए प्रक्रिया जारी है। इनमें सर्वाधिक पद 1852 ग्रामीण विस्तार अधिकारियों के हैं। इसके अलावा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, प्रयोगशाला सहायक, स्टेनोग्राफर वर्ग तीन, स्टेनो टाइपिस्ट, ब्लाक टेक्नालॉजी मैनेजर, कम्प्यूटर आपरेटर, एकाउंटेंट और असिस्टेंट टेक्नालॉजी मैनेजर आदि के पद शामिल हैं।भारत को विकसित देश बनाने के लिए गाँवों की सामाजिक, आर्थिक और पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत बनाना होगा: प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारी सरकार ने करोड़ों दीदियों को लखपति दीदी बनाया मध्यप्रदेश की नारी शक्ति बधाई की पात्र गाँव के हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता पीएम स्वामित्व योजना में मध्यप्रदेश में हुआ बेहतर कार्य समावेशी विकास के लिए हर नागरिक को जुटना होगा हम सब को समझना होगी "धरती की पुकार" डबल इंजन सरकार ने की खुशियाँ डबल 4 लाख 11 हजार लाभार्थियों को कराया गृह प्रवेश म.प्र को दी 2300 करोड़ से अधिक की रेल परियोजनाओं की सौगात 7853 करोड़ की समूह जल प्रदाय योजनाओं का किया शिलान्यास ई-ग्राम स्वराज और ई-जैम एकीकृत पोर्टल का किया लोकार्पण प्रधानमंत्री श्री मोदी रीवा में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री की मंशानुरूप किसानों की आय दोगुना करने का काम मध्यप्रदेश की धरती पर हुआ पूरा : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 24 April 2023 भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गाँव- गरीब का जीवन आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने जो योजनाएँ बनाई हैं, उन्हें पंचायती राज संस्थाएँ प्रभावी तरीके से जमीन पर उतार रही हैं। आज मध्यप्रदेश के विकास से जुड़ी 17 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण हो रहा है। यह परियोजनाएँ प्रदेशवासियों का जीवन आसान बनाने में मददगार होंगी। साथ ही रोजगार सृजन के नए अवसर भी निर्मित होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना में मध्यप्रदेश सरकार ने उल्लेखनीय प्रगति दर्ज कर बेहतरीन कार्य किया है। मध्यप्रदेश की 50 लाख से अधिक महिलाएँ स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्यप्रदेश की नारी शक्ति को मैं बधाई देता हूँ। प्रधानमंत्री ने बताया कि आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के इस कार्यक्रम से देश के 30 लाख से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधि जुड़े हैं। यह भारत के लोकतंत्र की सशक्त तस्वीर है। हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं और देश तथा लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। "जन सेवा से राष्ट्र सेवा" ही हम सब का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर देशभर की पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ-साथ विशेष ग्राम सभाओं को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह की उपस्थिति में रीवा के विशेष सशस्त्र बल मैदान में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह से प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के 4 लाख 11 हजार हितग्राहियों को वर्चुअल गृह प्रवेश कराया। साथ ही मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन की 7853 करोड़ रूपये की लागत की रीवा, सतना और सीधी जिलों के लिए स्वीकृत 5 बड़ी समूह जल-प्रदाय योजनाओं का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के रेल नेटवर्क के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण को राष्ट्र को समर्पित कर 2300 करोड़ रूपये से अधिक की रेल परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं शुभांरभ किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हम विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समर्पित भाव से निरंतर प्रयासरत हैं। विकसित भारत के लिए गाँवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था में सुधार और पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करना आवश्यक है। हमारी सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। देश में वर्ष 2014 के पहले पंचायतों के लिए मात्र 70 हजार करोड़ रूपये का वित्त आयोग का अनुदान था, जो हमारी सरकार के दौरान 2 लाख करोड़ से अधिक का हुआ है। पंचायतों को सुदृढ़ करने की दिशा में पिछले 8 साल में 30 हजार से अधिक पंचायत भवनों का निर्माण किया गया है। पंचायतों तक ऑप्टिकल फायबर की कनेक्टिविटी का विस्तार करते हुए 2 लाख से अधिक गाँवों में ऑप्टिकल फायबर का जाल बिछाया गया है। स्वतंत्रता के पहले से देश में व्यवस्था का आधार रही पंचायती राज संस्थाओं पर पिछली सरकारों ने भरोसा नहीं किया। पंचायतों के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई। हमारी सरकार ने वर्ष 2014 के बाद पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया और आज परिणाम सामने हैं। पंचायतें देश के विकास की प्राण-वायु बन कर उभरी हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पंचायतों की मदद से गाँव और शहरों के बीच की खाई को कम करने की प्रयास भी निरंतर जारी है। डिजिटल माध्यम से पंचायतों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। अमृत सरोवरों के निर्माण में ड्रोन से सर्वे कराने के साथ निर्माण प्रक्रिया में अद्यतन तकनीक का उपयोग किया गया है। आज लोकार्पित किया गया एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल पंचायतों को अधिक सशक्त और उनकी व्यवस्था को अधिक पारदर्शी बनायेगा। आधुनिक तकनीक का लाभ प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना में स्पष्टत: दिखाई दे रहा है। गाँवों के आबादी क्षेत्र के ड्रोन टेक्नोलॉजी से हुए सर्वे और मानचित्रीकरण से सम्पत्ति के संबंध में बनने वाली विवाद की स्थितियाँ निर्मूल हुई हैं। देश के 75 हजार गाँवों में इसका कार्य पूर्ण हो गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश की आधी से अधिक आबादी गाँवों में रहती है। उनकी बेहतर व्यवस्था के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। हमारी सरकार ने वर्ष 2014 के बाद गाँवों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उज्ज्वला योजना में रसोई गैस के 10 करोड़ से अधिक कनेक्शन और गाँवों में 3 करोड़ 75 लाख से अधिक आवासों का निर्माण इसका स्पष्ट प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना से गाँवों के लाखों घरों में बिजली पहुँची है। जल जीवन मिशन से देश के 9 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को घर में नल से जल मिल रहा है। इनमें से 60 लाख घर मध्यप्रदेश के हैं। पिछली सरकारों ने गाँव के लोगों का देश के बैंकों पर अधिकार ही नहीं माना। गाँव के लोगों के न बैंक में खाते थे और न ही उन्हें बैंक से कोई सुविधा मिल पाती थी। हमारी सरकार ने जन-धन योजना में 40 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खुलवाए, पोस्ट ऑफिस का उपयोग कर गाँवों तक बैंकों की पहुँच बढ़ाई और बैंक मित्र एवं बैंक सखी के माध्यम से लोगों को बैंकों से जोड़ा। इस अभियान का प्रभाव गाँवों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। खेती-किसानी से लेकर व्यापार तक में ग्रामीणों को बैंकों की मदद मिल रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में करीब ढाई लाख करोड़ रूपए सीधे किसानों के खातों में भेजे गए हैं। इस योजना से मध्यप्रदेश के लगभग 90 लाख किसानों को 18 हजार 500 करोड़ रूपए मिले हैं। रीवा के किसानों को इस निधि से लगभग 500 करोड़ रूपए प्राप्त हुए हैं। एमएसपी बढ़ाने से गाँवों में अतिरिक्त राशि पहुँच रही है। साथ ही गाँव में रहने वाले गरीब परिवारों को कोरोना काल से मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। गरीब कल्याण की इस योजना पर भी 3 लाख करोड़ रूपए से अधिक खर्च किए जा रहे हैं। गाँवों में हो रहे इन कार्यों से रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। गाँव के युवाओं को स्व-रोजगार के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से संचालित मुद्रा योजना में 24 लाख करोड़ रूपये की मदद दी गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि धरती हमारी माँ है और माँ को मारने का हक किसी को नहीं है। खेती में बढ़ते रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के उपयोग ने धरती के लिए संकटपूर्ण स्थिति निर्मित कर दी है। सभी पंचायत प्रतिनिधियों को धरती की सेहत सुधारने के लिए कृत-संकल्पित होना होगा। हम प्राकृतिक खेती अपना कर और लोगों को यह पद्धति अपनाने के लिए प्रेरित कर अपना योगदान दे सकते हैं। पंचायतें प्राकृतिक खेती पर केन्द्रित जन-जागरण अभियान चलाएँ। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश में रेलवे नेटवर्क के विस्तार से प्रदेशवासियों को हुए लाभ, पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं और रोजगार के नए अवसरों तथा किसानों, विद्यार्थियों, कारोबारियों को होने वाली सुविधा पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मन की बात के 100 एपिसोड पूर्ण होने के संबंध में कहा कि मध्यप्रदेश के अनेक लोगों की उपलब्धियों का उल्लेख मन की बात में आया है। उन्होंने आगामी रविवार को मन की बात के 100वें एपिसोड से अधिक से अधिक लोगों को जुड़ने की अपील की। प्रदेशवासी 30 अप्रैल को मन की बात के 100वें एपिसोड से अवश्य जुड़ें - मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी देशवासियों के दिल में बसते हैं। उनकी मन की बात, देशवासी सुनते भी हैं और आत्मसात भी करते हैं। यह सौभाग्य का विषय है कि मन की बात के 100वें एपिसोड का प्रसारण 30 अप्रैल को होगा। प्रदेश के सभी पोलिंग बूथ, वार्डों और पंचायतों में मन की बात सुनने की व्यवस्था की जाएगी। प्रदेशवासी 30 अप्रैल को प्रात: 10.45 बजे से मन की बात कार्यक्रम से अवश्य जुड़ें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का रीवा में सुपारी से बनने वाले खिलौना भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश और प्रदेश बदल रहा है। विंध्य क्षेत्र में भी रोड कनेक्टिविटी और सिंचाई क्षेत्र के साथ ही सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने किसान की आय दोगुनी करने का वचन दिया था। प्रदेश में गेहूँ, धान और सरसों का उपार्जन बढ़ा है। प्रधानमंत्री की मंशानुरूप किसानों की आय दोगुना करने का काम मध्यप्रदेश की धरती पर पूरा हुआ है। जल जीवन मिशन में ग्रामवासियों को घर में नल से जल उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में व्यापक स्तर पर गतिविधियाँ जारी हैं। विंध्य क्षेत्र को रेल कनेक्टिविटी के साथ नये एयरपोर्ट की सौगात भी मिल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने धरती को बचाने और पर्यावरण-संरक्षण के लिए अपनी भावनाएँ व्यक्त की हैं। प्रदेशवासी पर्यावरण-संरक्षण और धरती की सेहत में सुधार के लिए संकल्पित हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों को बिजली बचाने, पानी बचाने, पेड़ लगाने, प्राकृतिक खेती को अपनाने और स्वच्छता में योगदान देने का संकल्प दिलाया। केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम में पधार कर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्रामवासियों का उत्साह बढ़ाया है। यह इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी गाँव, गरीब और किसान से निकट से जुड़े हैं। उन्होंने पंचायती राज और ग्रामीण विकास की बेहतरी के लिए निरंतर प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में कार्बन न्यूट्रल पंचायत, पानीयुक्त गाँव, ग्रीन पंचायत के माध्यम से प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने मध्यप्रदेश में लागू की गई मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना और महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित गतिविधियों की सराहना की।एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर देश भर की पंचायतों के लिए एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का लघु फिल्म के माध्यम से राष्ट्रीय शुभारंभ किया। इस एकीकृत पोर्टल से पंचायतें सामान और सेवाओं की खरीद और उनका भुगतान डिजिटल तरीके से कर सकेंगी।"एकम समावेशी विकास" वेबसाइट और मोबाइल ऐप लांच प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के लिए समावेशी विकास थीम का भी शुभारंभ किया। लघु फिल्म से "एकम समावेशी विकास" वेबसाइट और मोबाइल एप को राष्ट्रीय स्तर पर लांच किया गया। सरकार की योजनाओं का पूर्ण लाभ सुनिश्चित करने की दिशा में लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्री मोदी ने "विकास की ओर साझे क़दम" अभियान का भी शुभांरभ किया। समावेशी विकास पर केन्द्रित इस अभियान में अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश का 1 करोड़ 25 लाखवां स्वामित्व संपत्ति कार्ड सिंगरौली जिले के ग्राम गड़हरा की श्रीमती सीता साकेत तथा श्री सूरजलाल साकेत को प्रदान किया। इसमें गाँव की आबादी भूमि और घरों के सर्वे तथा मानचित्रण के बाद भूमि स्वामियों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक और अधिकार अभिलेख उपलब्ध कराए जाते हैं। योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश, देश में प्रारंभ से ही अग्रणी है। "स्वामित्व- मेरी संपत्ति मेरा हक" पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ।2300 करोड़ रूपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लगभग 2300 करोड़ रूपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ भी किया। इनमें रीवा से इतवारी (नागपुर) व्हाया छिन्दवाड़ा, छिन्दवाड़ा से नैनपुर और नैनपुर से छिन्दवाड़ा चलने वाली ट्रेन का हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ किया। साथ ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन के 535 करोड़ रूपए की लागत से पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास किया।जल जीवन मिशन की 7,853 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कार्यक्रम में जल जीवन मिशन की लगभग 7,853 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें रीवा जिले की 2319 करोड़ 45 लाख रूपये लागत की 1411 गाँव में पानी पहुँचाने वाली रीवा बाणसागर परियोजना, रुपये 2153 करोड़ 12 लाख लागत की रीवा और सतना जिले के 295 गाँव को लाभान्वित करने वाली सतना बाणसागर-2 परियोजना जल-प्रदाय योजना, रूपये 1641 करोड़ 52 लाख रूपये लागत की 677 गाँव में पीने का पानी पहुँचाने वाली सीधी बाणसागर समूह नल-जल योजना, रूपये 951 करोड़ 18 लाख रूपये लागत की रीवा जिले के 630 गाँव को लाभान्वित करने वाली टमस समूह नल-जल योजना और रूपये 788 करोड़ 63 लाख रूपये लागत की 323 गाँव को लाभान्वित करने वाली गुलाब सागर समूह जल-प्रदाय योजना शामिल है। इन योजनाओं से 4 हजार 36 गाँव के लगभग 9 लाख 48 हजार परिवार लाभान्वित होंगे।"धरती कहे पुकार के" शीर्षक की सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और नवाचारों पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ भारत मिशन, आजीविका मिशन, अमृत सरोवर, ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए होमस्टे, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, जल जीवन मिशन, स्वामित्व योजना, रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजना, बाणसागर परियोजना, व्हाइट टाइगर प्रोजेक्ट और कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर केंद्रित स्टाल थे। कार्यक्रम के आरंभ में "धरती कहे पुकार के" शीर्षक से सांस्कृतिक प्रस्तुति भी हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हुए राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह का साक्षी बनने के लिए देश की सभी ग्राम सभाएँ कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ी। केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री श्री कपिल मोरेश्वर पाटील, केन्द्रीय जल-शक्ति एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम, मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद श्री वी.डी. शर्मा, श्री जनार्दन मिश्र, श्री गणेश सिंह, श्रीमती रीति पाठक, पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला, विधायक, जन-प्रतिनिधि, केन्द्र, मध्यप्रदेश शासन और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। समारोह में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न योजनाओं के हितग्राही और स्थानीय निवासी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।वसुधैव कुटुंबकम की भावना ही श्रेष्ठता और विश्व को एकजुट रखने की भावना के साथ सम्पन्न हुआ PRSI भोपाल का जनसम्पर्क दिवस कार्यक्रम PRSI भोपाल का राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के उपलक्ष्य में विशेष व्याख्यान और सम्मान समारोह सम्पन्न, जनसम्पर्क और संचार विशेषज्ञों का किया गया सम्मान ![]() ![]() 23 April 2023 भोपाल:राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के अवसर पर पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया भोपाल चैप्टर के तत्वावधान में रविवार को विशेष व्याख्यान एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जनसंपर्क के परिप्रेक्ष्य में जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर व्याख्यान देते हुए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश भारद्वाज ने कहा कि हम मुश्किल दौर से गुजर रहे है इसमें शांत रहना ही बेहतर विकल्प प्रतीत होता है। इंसान पहचान के संकट में फंसा हुआ है। भारत में व्यक्ति आज भी धर्म, जाति और वर्ग व्यवस्था से जूझ रहा है। वहीं रंगकर्मी व लेखक ओम कटारे ने कहा कि थियेटर ऐसी विधा है जो लोगों और मूल्यों को जोड़ने का काम काम करती है। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समीक्षक अजीत राय ने कहा कि आज के समय में जितनी भी बौद्धिक विधाएं हैं उसमें वसुधैव कुटुंबकम का ही समावेश है। जो भी फ़िल्म निर्माणकर्ता सिनेमा बनाते हैं उसमें वसुधैव कुटुम्बकम का भाव रहता है परंतु राष्ट्र की सीमाओं से यह टकराती है। उन्होंने कहा कि इतिहास की किताब से सच हटा सकते है फिल्मों से नहीं। हिंदुस्तान में सिनेमा ही ऐसी कला है जिसमें मूल्यों की बात नज़र आती है। वहीं वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर ने कहा कि किसी भी संगठन में वर्चस्व और सहयोग की भावना मूल में होती है जिसमें सहयोग हमेशा हावी रहता है इसी भावना से संगठन बनते और बढ़ते है। जी- 20 और भारतीय मूल्य की भी मूल अवधरणा भी यही है। इस अवसर पर पीआरएसआई भोपाल चैप्टर ने जी-20 और भारतीय मूल्य जनसम्पर्क के परिप्रेक्ष्य में जनसंपर्क स्मारिका का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले जनसंपर्क और संचार विशेषज्ञों का सम्मान भी किया गया। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल के अध्यक्ष एवं नेशनल काउंसिल मेंबर श्री मनोज द्विवेदी ने स्वागत भाषण दिया। सचिव पंकज मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष केके शुक्ला, पीईआरएसआई के नेशनल काउंसिल सदस्य, श्री विजय बोन्द्रीय, श्री प्रकाश साकल्ले, श्री अविनाश बाजपेयी, योगेश पटेल, दिनेश शुक्ल, श्री सुयश भट्ट, सहित भोपाल चेप्टर के सभी सदस्य उपस्थित रहे। पीआरएसआई द्वारा लोक संपर्क सम्मान से सम्मानित पत्रकार : जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए अपर संचालक (जनसंपर्क) श्री सुरेश चंद्र गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार श्री दिनेश गुप्ता, पत्रकार सुश्री श्रावणी सरकार एवं सुश्री श्रुति तोमर को लोकसम्पर्क सम्मान प्रदान किया गया।सरकार तड़प-जिद-जुनून और जज्बे से दिन-रात जन-सेवा में जुटी : मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री से देश भर से प्रदेश की यात्रा पर आए युवा प्रतिनिधि-मंडल ने की भेंट युवा प्रतिनिधि-मंडल ने योजनाओं और जन-कल्याण के कार्यों की सराहना की ![]() 23 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से देश भर से प्रदेश की यात्रा पर आए युवा प्रतिनिधि-मंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जन-कल्याण और विकास के विभिन्न कार्य और गतिविधियाँ तेजी से हो रही हैं। सरकार तड़प, ज़िद, जुनून और जज्बे के साथ दिन-रात जनता की सेवा में लगी हुई है। राज्य सरकार की मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना महिला सशक्तिकरण का अभिनव प्रयास है। सुशासन की दृष्टि से भी कई प्रयोग किए जा रहे हैं। प्रदेश में शिकायतों के निवारण के लिए समाधान ऑनलाइन, सीएम हेल्प लाइन और जन-सुनवाई की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, कृषि, शिक्षा, स्वच्छता और सुशासन के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। आज मध्यप्रदेश का बजट 3 लाख 14 हजार करोड़ रूपए हो गया है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रूपए से बढ़ कर अब एक लाख 40 हजार रूपए हो गई है। टेक्नॉलाजी का उपयोग करते हुए विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुँचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश की जीडीपी में मध्यप्रदेश का 4.6 प्रतिशत योगदान है। प्रदेश में 68 हजार करोड़ रूपए के सिंचाई परियोजनाओं के कार्य चल रहे हैं। सीएम राइज स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर बनाया जा रहा है। वेस्ट-टू-वेल्थ की अवधारणा को साकार करते हुए कचरे से बिजली बनाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। जैविक खेती में मध्यप्रदेश नम्बर वन है। युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिये प्रदेश में युवा नीति बनाई गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उज्जैन में श्रीमहाकाल महालोक बनाया गया है। ओंकारेश्वर में जगत गुरू आदि शंकराचार्य की प्रतिमा और अद्भुत लोक स्थापित होगा। युवा प्रतिनिधि-मंडल ने प्रदेश की विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों और अन्य विशेषताओं की सराहना की। प्रतिनिधि-मंडल में सर्वश्री रोहित चहाल, अभिनव प्रकाश सिंह, वैभव पवार, रंजीत सिंह चौहान सहित अन्य युवा शामिल थे। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने माँ पीताम्बरा प्राकट्य महोत्सव की तैयारियों का लिया जायजा ![]() 23 April 2023 भोपाल:माँ पीताम्बरा प्राकट्य महोत्सव की दतिया में भव्य तैयारियाँ हो रही हैं। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में सोमवार 24 अप्रैल को होने वाले महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। डॉ. मिश्रा ने स्टेडियम ग्राउण्ड पहुँच कर प्राकट्य महोत्सव पर निकलने वाली माई की भव्य रथ-यात्रा की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि माई के आशीर्वाद से दतिया में भव्य आयोजन होने जा रहा है। प्राकट्य महोत्सव पर निकलने वाली रथ-यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। दतियावासी सभी श्रद्धालुओं का स्वागत पलक-पावड़े बिछा कर करने के लिये आतुर हैं। डॉ. मिश्रा ने इस पुण्य अवसर पर दतिया पहुँचने वाले माई के भक्तों के लिये भंडारे में तैयार हो रहे मिष्ठान्न निर्माण में हाथ बँटाया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने 16 करोड़ 31 लाख की लागत के विकास कार्यों का किया भूमि-पूजन ![]() 23 April 2023 भोपाल:चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने रविवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड-75, 79, 38 एवं 76 में 16 करोड़ 31 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने क्षेत्रवासियों को विकास कार्यों की सौगात देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिये कार्य किया जा रहा है। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि देश एवं प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से प्रदेश दोगुनी गति से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नरेला विधानसभा में किये जा रहे विकास कार्यों को इंगित करते हुए कहा कि क्षेत्र में करोड़ों की लागत के विकास कार्यों से नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है। नरेला में विकास कार्य सतत जारी मंत्री श्री सारंग ने कहा कि वर्ष 2008 के नरेला और आज के नरेला में अंतर स्पष्ट नज़र आता है। वर्तमान में नरेला विधानसभा की हर सड़क का उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण हो चुका है। नरेला का खुद का ड्रेनेज सिस्टम है। नालों का चेनलाइजेशन किया गया है। इससे अब नरेला क्षेत्र की बस्तियों में बरसात का पानी नहीं भरता है। उन्होंने कहा कि नरेला के समग्र विकास के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। विकास एक निरंतर प्रक्रिया है, नागरिकों की आवश्यकतानुसार विभिन्न क्षेत्रों में सतत विकास कार्य जारी है।रहवासियों ने जताया मंत्री श्री सारंग का आभार करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात के लिये रहवासियों ने मंत्री श्री सारंग का पुष्प-वर्षा एवं आतिशबाजी के साथ भव्य स्वागत किया। मुख्य कार्यक्रम स्थल तक विभिन्न स्थानों पर स्वागत मंच के माध्यम से मंत्री श्री सारंग का स्वागत किया गया। स्थानीय जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के रहवासी उपस्थित रहे।16 करोड़ 31 लाख रूपये से होंगे विकास कार्य मंत्री श्री सारंग ने वार्ड-75 दुर्गा नगर में 13 करोड़ 85 लाख रूपये की लागत से नाली निर्माण कार्य, वार्ड-79 सुपर स्टेट, जनता नगर में एक करोड़ 97 लाख की लागत से नाली निर्माण, वार्ड-38 स्वदेश नगर में 30 लाख की लागत से डामरीकृत सड़क का निर्माण एवं वार्ड 76 प्रीमियर आर्चेड में सुख सागर से मित्तल कॉलेज रोड तक 19 लाख की लागत से डामरीकृत सड़क के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया।गुफा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए बनेगा विशाल भवन : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 22 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गुफा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशाल भवन का निर्माण किया जाएगा। प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। भगवान परशुराम न्याय के देवता थे। उन्होंने आततायियों का नाश करने शस्त्र उठाए थे। उनकी प्रेरणा से मध्यप्रदेश की धरती पर गुण्डे, बदमाश और नक्सलियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में कक्षा 8वीं के पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम के जीवन-चरित्र को शामिल करने, संस्कृत और कर्मकांड का अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने और पुजारियों को मानदेय देने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में आवश्यकता पड़ने पर संस्कृत शिक्षकों को नियुक्त करने का कार्य किया जाएगा। साथ ही मंदिरों की भूमि के संबंध में आवश्यक अधिकार भी रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज गुफा मंदिर परिसर भोपाल में बागेश्वर धाम के स्वामी श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज जी के सानिध्य में भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव पर अक्षयोत्सव-2023 को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में श्रीपरशुराम लोक का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के कार्य में ब्राह्मणों ने विशेष योगदान दिया है। विभिन्न अवसरों पर आवश्यक कर्मकांड के लिए शिक्षित और दीक्षित ब्राम्हण अपने दायित्व पूरे करते हैं। प्रदेश में 3547 संस्कृत शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। शासकीय विद्यालयों में संस्कृत शिक्षकों की आवश्यकता को देखते हुए और भी नियुक्तियाँ की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराज द्वारा दिए गए सुझावों के अनुरूप राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाएगी। जन्मोत्सव कार्यक्रम में गुफा मंदिर के महंत श्री रामप्रवेश दास, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल के पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री शशि भाई सेठ, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके पूर्व लालघाटी चौराहा स्थित दुर्गा मंदिर पहुँच कर अक्षय तृतीया पर पूजा अर्चना की। दुर्गा मंदिर से गुफा मंदिर परिसर तक शोभा यात्रा भी निकाली गई, जिसमें नागरिकों ने पुष्प-वर्षा कर मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी की। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर 23 अप्रैल को पीआरएसआई भोपाल द्वारा विशेष व्याख्यान और सम्मान समारोह का आयोजन जनसंपर्क और संचार विशेषज्ञों का किया जाएगा सम्मान ![]() 22 April 2023 भोपाल:राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के अवसर पर पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया भोपाल द्वारा राजधानी भोपाल में विशेष व्याख्यान एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा । यह आयोजन होटल पलाश रेसीडेंसी, न्यू मार्केट, भोपाल में 23 अप्रैल 2023 दिन रविवार को प्रातः 11:00 बजे से किया जाएगा। इस अवसर पर जनसंपर्क के परिप्रेक्ष्य में जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर विशेष व्याख्यान और जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले जनसंपर्क और संचार विशेषज्ञों का सम्मान किया जाएगा। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल के अध्यक्ष एवं नेशनल काउंसिल मेंबर श्री मनोज द्विवेदी ने बताया है कि राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर होने वाले इस आयोजन में भोपाल से वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक श्री गिरिजा शंकर, नई दिल्ली से वरिष्ठ पत्रकार श्री मुकेश भारद्वाज, मुंबई से लेखक, रंगकर्मी एवं जनसंचार विशेषज्ञ श्री ओम कटारे तथा नई दिल्ली से अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समीक्षक श्री अजित राय अतिथि के रूप में शामिल रहेंगे एवं जनसंपर्क के परिप्रेक्ष्य में जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इस अवसर पर पी आर एस आई भोपाल द्वारा जनसंपर्क स्मारिका का लोकार्पण किया जाएगा एवं जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए अपर संचालक (जनसंपर्क) श्री सुरेश चंद्र गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार श्री दिनेश गुप्ता, सुश्री श्रावणी सरकार एवं सुश्री श्रुति तोमर को लोकसंपर्क सम्मान प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को मध्यप्रदेश में समावेशी विकास विषय के अंतर्गत 9 अभियानों का शुभारंभ करेंगे ![]() 22 April 2023 नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय पंचायती राज्य दिवस के दौरान इस महीने की 24 तारीख को समावेशी विकास विषय के अंतर्गत 9 अभियानों का शुभारंभ करेंगे। वे इस अवसर पर समावेशी विकास के मोबाइल ऐप और वेबसाइट का भी शुभारंभ करेंगे। मोबाइल ऐप जन भागीदारी के कार्यक्रमों का लेखा जोखा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। वेबसाइट से समावेशी विकास अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों की वास्तविक प्रगति की जानकारी मिलेगी। वेबसाइट प्रौद्योगिकी उपकरण के जरिये अभियानों की प्रगति की रिपोर्ट तैयार करने और मूल्यांकन तथा निगरानी करने में सरकार को सक्षम भी बनाएगी। सिविल सेवकों का जीवन सिर्फ अपने लिए नहीं, अपनों के लिए होता है : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 21 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिविल सेवकों से कहा कि आपका जीवन सिर्फ अपने लिए नहीं अपनों के लिए होता है। जन-कल्याण सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। आम जनता से जुड़े छोटे-छोटे कार्य, वास्तव में बड़े-बड़े कार्य होते हैं। सिविल सेवक इन कार्यों को समय पर पूरा करवा लें, यही सुशासन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल के सभा कक्ष में सिविल सर्विस-डे के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा मूल काम समाज सेवा है। हम जो भी कार्य करते हैं, आम नागरिकों के लिए ही होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टीम मध्यप्रदेश को सिविल सेवा दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ दी। सिविल सेवा दिवस पर हुए इस विशेष कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद, लेखक इन्फोसिस के पूर्व सदस्य और वर्तमान में मणिपाल ग्लोबल एजुकेशनल के अध्यक्ष श्री मोहनदास पाई थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सर्विस-डे का अर्थ यही है कि हम लोक सेवक हैं और देश की सेवा हमारा मुख्य उद्देश्य है। लोकतंत्र में जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा शासन होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवा दिवस 2023 की थीम "विकसित भारत, नागरिकों को सशक्त करना और अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना है।" उन्होंने टीम मध्यप्रदेश को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि सबने मिल कर मध्यप्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टीम मध्यप्रदेश ने जुट कर कार्य किया है। मध्यप्रदेश में तेजी से सकारात्मक परिवर्तन आया है। सिंचाई की क्षमता को हमने आश्चर्यजनक रूप से साढ़े 7 लाख हेक्टयर से बढ़ा कर 45 लाख हेक्टेयर तक पहुँचा दिया है। इसे क्रास कर अब 65 लाख हेक्टेयर पर काम करेंगे। आज 4 लाख किलोमीटर सड़कें प्रदेश में बन चुकी हैं। किसी समय यह सिर्फ 71 हजार किलोमीटर हुआ करती थी और टूटी-फूटी हालत में होती थी। अब प्रदेश में शानदार सड़कें हैं। प्रदेश में ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत कार्य हुआ है। प्रदेश में अच्छे संसाधन हैं, इसलिए हम कार्य कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में निर्माण विभाग भी सक्रिय रहे। मध्यप्रदेश की गिनती आज विकसित प्रांतों में है, मध्यप्रदेश बीमारू नहीं है। इसका श्रेय टीम मध्यप्रदेश के असाधारण परिश्रम को है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आम जन के बिना हमारा कार्य नहीं होता, हम हितग्राही तक पहुँच जाते हैं। प्रदेश में विकास यात्राएँ जन- कल्याण यात्राएँ बन गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अधो-संरचना की बात करें तो यह देखने को मिलता है कि काफी सकारात्मक परिवर्तन आया है। कृषि उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है। अनाज के भंडार भरे हैं। प्रति व्यक्ति आय बड़ी है। देश की जीएसडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ा है। वर्ष 2005-06 में प्रदेश में का बजट आकार 25 हजार करोड़ होता था, वो बढ़ कर वर्ष 2012-13 में एक लाख करोड़, वर्ष 2020-21 में दो लाख करोड़ और इस बार 3 लाख करोड़ को पार कर गया है, यह आसान बात नहीं है। असाधारण उपलब्धि है। मध्यप्रदेश ने तुलनात्मक रूप से लम्बी छलांग लगाई है, जिसका श्रेय टीम मध्यप्रदेश को जाता है। सुशासन से जनता और प्रशासन की दूरी हुई है समाप्त मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जनता और प्रशासन के बीच की दूरी समाप्त की गई है, जो सुशासन के प्रयासों से संभव हुआ है। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान से केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं से 83 लाख से अधिक हितग्राहियों को जोड़ने में सफलता मिली। हमारे कार्यक्रम जनता के कार्यक्रम बन गए। जनता की निर्णयों में भी भागीदारी हो गई है। आगामी 10 से 25 मई तक समस्याओं के निराकरण के लिए पुन: अभियान संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवकों को यह चुनौती स्वीकार करना है कि नागरिकों को अपने कामों के लिए भटकना न पड़े। गाँव और शहरों के वार्डों में शिविरों के माध्यम से समस्याएँ हल की जाएँ। सीएम हेल्प लाइन सहित सुशासन की दिशा में अनेक उपायों को लागू किया गया। जन सुनवाई, वन-डे गर्वेनेंस और समाधान ऑनलाइन ऐसे ही उपाय हैं। इनको तकनीकी से जोड़ कर कार्यों के निपटारे के साथ सामने आने वाली विसंगतियों को भी दूर करने पर ध्यान देना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गीता के श्लोकों के माध्यम से सिविल सेवक की भूमिका कैसी हो, इसका विस्तारपूर्वक उल्लेख भी किया।मध्यप्रदेश में सुशासन और अधिकारियों की श्रेष्ठ भूमिका मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन के क्षेत्र में निरंतर कार्य हुआ है। बुरहानपुर में हर घर जल पहुँचाने और गति शक्ति प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के कार्य हुए हैं। प्रदेश में अनेक नवाचार भी प्रशासनिक स्तर पर हुए हैं। अधिकांश सिविल सेवक श्रेष्ठ भूमिका का निर्वहन करते हुए सरकार की जन-कल्याणकारी नीतियों को जमीन पर उतारने का कार्य कुशलता से कर रहे हैं। प्रदेश के सिविल सेवक तेजी से क्रियान्वयन का गुण भी रखते हैं, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनने के बाद दो माह में आवश्यक वातावरण निर्माण और एक करोड़ से अधिक पंजीयन इसका उदाहरण है।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवक एक लीडर भी हैं और उनका दायित्व सभी को सम दृष्टि से देख कर सबका उत्साह भी बढ़ाना है। व्यक्ति में अहंकार न हो। उत्साह में कमी न हो। धैर्य के साथ समस्याओं के समाधान का रास्ता निकाला जाए। मनोवृत्ति यह होना चाहिए कि किसी निराशा से घिरे व्यक्ति को भी उत्साहित कर दें। व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा बन भी जाता है। सिविल सेवक सिर्फ अपने लिए कार्य नहीं करता बल्कि उसके कार्य से जनता और पूरा देश प्रभावित होता है। अप्रासंगिक कार्य को भी प्रासंगिक बनाने की कला होना चाहिए। एक व्यक्ति चाहे तो देश के प्रति विश्व की धारणा बदल सकता है। यह बात समस्त देशवासियों ने अनुभव की है। इसी तरह एक सिविल सेवक सही दिशा में कार्य कर विभाग को बदल सकता है। सिविल सेवक अधिकतम योगदान देने का प्रयास करें। इसलिए सिविल सेवाएँ सिर्फ व्यक्ति के लिए न होकर, राष्ट्र के लिए उपयोगी मानी गई हैं। आनंद और प्रसन्नता के साथ करें कार्य मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने मनुष्य को अनंत शक्तियों का भंडार बताया है। किसी कार्य में पूरी तरह प्रयत्न करना आवश्यक है। यदि एक बार सफल नहीं हुए तो पुन: प्रयास करना ही चाहिए। समय का भी सद्पयोग करना चाहिए। एक-एक क्षण कीमती है। जब तक व्यक्ति का जीवन है, दूसरों की जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए हर पल का उपयोग किया जाए। प्राय: धन-दौलत से सुख प्राप्त नहीं होता। ईमानदारी पूर्वक कार्य करने से अच्छे परिणाम निकलते हैं। कोरोना काल में अधिकारियों ने जिस जज्बे से कार्य किया वो गर्व करने लायक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिविल सेवकों से आहवान किया कि आनंद और प्रसन्नता से कार्य करें। परिवार में सभी सदस्यों का ध्यान रखते हुए मनोयोग पूर्वक अपने शासकीय दायित्वों को निभाना आसान होता है। ऐसा ही जीवन प्रासंगिक होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य के लिए हम तेजी से कार्य करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। इस कार्य को पूरी निष्ठा से पूर्ण करना है।योजनाएँ जनता के सुझावों पर बनी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता भी विकास कार्यों में भागीदारी कर रही है। मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद हो या अन्य संगठन, सभी मिल कर योजनाओं के क्रियान्वयन में भागीदार हैं। मध्यप्रदेश में अनेक योजनाएँ आम जनता के सुझावों पर बनी हैं। प्रदेश में एक आदर्श कार्य-संस्कृति निर्मित हुई है। जिलों में जनता और कलेक्टर के बीच की दूरी खत्म हुई है।अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं सिविल सेवक मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि सिविल सर्विसेज की लंबी परंपरा देश में रही है। विशेष परिस्थितियों और चुनौतीपूर्ण स्थितियों का हमारी प्रशासनिक व्यवस्था डट कर मुकाबला करती है। श्री बैंस ने कहा कि अपने लंबे कार्यकाल में उन्हें ऐसा अवसर याद नहीं आता जब हमें कोई विशेष दायित्व दिया गया हो और अपेक्षा पर खरे नहीं उतरे हों। मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसी दक्ष टीम के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है, इस बात का संतोष है और गर्व भी है। उन्होंने कहा कि चाहे कोरोना काल की बात हो या सिंहस्थ के आयोजन की बात हो या फिर माफिया के खिलाफ कार्रवाई का समय हो, अधो-संरचना का विकास हो या जनता की समस्याओं के निराकरण की व्यवस्था हो, मध्यप्रदेश में सभी प्रशासनिक आयामों पर अनेक उपलब्धियों का इतिहास रचा गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि हम जो भी कार्य करते हैं उसका विश्लेषण भी किया जाता है। अनेक कमियाँ भी सामने आती हैं और बहुत सा अच्छा कार्य कमियों के आगे दब जाता है। अपने श्रेष्ठ कार्यों को प्रचारित करने और उनकी व्याख्या करने के प्रति भी हमें सजग रहना चाहिए।प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान और अतिथियों ने दीप जला कर सिविल सर्विस-डे का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान का श्री अनिरुद्ध मुखर्जी ने स्वागत किया। मुख्य सचिव और अन्य अतिथियों का भी स्वागत पुष्प-गुच्छ से किया गया। पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार सहित बड़ी संख्या में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, भारतीय पुलिस सेवा और वन सेवा के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर्स, कमिश्नर्स और मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी वर्चुअली जुड़े। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल मुख्यमंत्री के साथ राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के मौके पर पी.आर.एस.आई. के सदस्यों ने किया पौधरोपण ![]() 21 April 2023 भोपाल:राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के मौके पर शुक्रवार को स्मार्ट सिटी पार्क में पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल चैप्टर के सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्मार्ट सिटी पार्क में नीम का पौधरोपण किया। पी.आर.एस.आई. भोपाल, चैप्टर के अध्यक्ष श्री मनोज द्विवेदी ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को जनसम्पर्क दिवस की बधाई दी। इस मौके पर नेशनल कॉउंसिल सदस्य विजय बोन्दिया, उपाध्यक्ष अविनाश वाजपेयी, सचिव पंकज मिश्रा, संयुक्त सचिव योगेश पटेल, कोषाध्यक्ष के.के शुक्ला, कार्यकारी सदस्य प्रकाश साक्ल्ले, डॉ बबिता अग्रवाल, दिनेश शुक्ला, गीत धीर, इरफान हैदर सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सिर्फ योजना नहीं सामाजिक क्रांति है:मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 20 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में बहनों की जिंदगी बदलने का महा अभियान चल रहा है। सरकार ने अब लाड़ली बहना योजना बनाई है, जिसमें गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की महिलाओं को प्रति माह 1000 रूपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना सिर्फ योजना नहीं एक सामाजिक क्रांति है। मेरी बहनों को अब अपनी छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करने के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना होगा। यह एक भाई का अपनी बहन के लिए उपहार है, जो उन्हें केवल रक्षाबंधन पर नहीं, पूरे वर्ष मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज सिवनी जिले के केवलारी में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 129 करोड़ रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के पट्टे हितग्राहियों को वितरित किए। हितग्राहियों को अन्य योजनाओं में हितलाभ भी वितरित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए चल रहे अभियान में मेरी बहनों का अपार जन-समर्थन मिल रहा है। आज भी यहाँ टेंट छोटा पड़ गया है। मैं अपनी बहनों के प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए दिल से आभारी हूँ। भाई-बहन का रिश्ता अद्भुत रिश्ता है। मैंने प्रण किया है कि मैं अपनी बहनों की आँखों में आँसू नहीं आने दूँगा। आज मैं मन की बात आपसे कहने आया हूँ, भाषण देने नहीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्राचीन भारत में महिलाओं की बहुत इज्जत और सम्मान था। मध्य काल में इसमें कमी आई और बेटियों के साथ भेदभाव और अन्याय किया जाने लगा। मैं बचपन से बेटियों के प्रति भेदभाव देखता आया हूँ। तभी मैंने प्रण लिया था कि इस भेदभाव और अन्याय को समाप्त करूंगा। मैं इसे पूरा करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई और बेटियों को उनके जन्म के समय 30 हजार रूपये का बचत-पत्र खरीद कर दिए जाने लगा। इसमें समय-समय पर उन्हें पढ़ाई के लिए राशि मिलती है और 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर उन्हें एक लाख रूपये एकमुश्त मिलते हैं। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मध्यप्रदेश में पंचायत और स्थानीय निर्वाचन में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप आज ग्राम पंचायतों से लेकर जिला पंचायतों तक मेरी बहनें सरकार चला रही हैं। जमीन, जायदाद बहनों के नाम से करने पर रजिस्ट्री शुल्क 1 प्रतिशत ही लिया जाता है। पुलिस और शिक्षकों की भर्ती में भी बेटियों को आरक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में गरीब बहनों की शादी सरकार करवाती है। संबल योजना में भी बहनों को लाभ दिया जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना का लाभ 23 से 60 वर्ष तक की उन बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रूपये से कम हो, घर में 5 एकड़ से अधिक भूमि न हो और कोई 4 पहिया वाहन न हो। योजना के फॉर्म 30 अप्रैल तक भरे जा रहे हैं, मई माह में इनका परीक्षण होगा और आगामी 10 जून से पात्र बहनों के खाते में 1000 रूपये प्रतिमाह आने लगेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिवनी क्षेत्र के लिए की गई लगभग सभी माँगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के कुछ गाँव पीने के पानी पहुँचने से छूट गए हैं, उन सभी को जल जीवन मिशन में शामिल किया जाएगा। जिले के लाल माटी क्षेत्र में सिंचाई के पानी की व्यवस्था के लिए सर्वे कर समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन, दीप प्रज्ज्वलन और जन-नायकों के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। केवलारी क्षेत्र की बहनों ने अपने भईया शिवराज को लिखी पाती और श्रीराम दरबार की प्रति-कृति भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन में बड़ी संख्या में आयीं बहनों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी योजना संचालित की हैं। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना निश्चित रूप से प्रदेश की महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति को सशक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। विधायक श्री राकेश पाल ने बहुउद्देश्यीय परियोजना भीमगढ़ नहर की स्वीकृति मिलने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नहर का सीमेंटीकरण हो जाने से आखरी छोर तक के किसानों को समय पर सिंचाई के लिये पानी मिल सकेगा और पानी का अपव्यय भी कम होगा। कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, जन-प्रतिनिधि, अधिकारी सहित बड़ी संख्या में बहने और नागरिक उपस्थित थे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने ग्राम बसई में किया सीएम राइज स्कूल का भूमि-पूजन ![]() 20 April 2023 भोपाल.गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार को दतिया के ग्राम बसई में 38 करोड़ 96 लाख रूपये लागत के सीएम राइज स्कूल का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में बसई पीछे नहीं रहेगा। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सीएम राइज स्कूल सभी सुविधाओं से पूर्ण रहेगा और यहाँ पढ़ाई की सुविधा भी उत्कृष्ट श्रेणी की होगी। बच्चों को लाने-ले जाने के लिये बस सुविधा उपलब्ध रहेगी। शिक्षा के हब के रूप में विकसित होते दतिया के विकास में बसई की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मंत्री डॉ. मिश्रा ने राज्य सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी नागरिकों को दी। उन्होंने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में किये जा रहे पंजीयन की भी जानकारी ली। डॉ. मिश्रा ने आश्वस्त किया कि सभी पात्र बहनों को योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान की केन्द्रीय रेल मंत्री श्री वैष्णव से भेंट इंदौर की रेल कनेक्टिविटी के संबंध में हुई चर्चा इंदौर-बुधनी रेल परियोजना को शीघ्र पूरा करवाने और इंदौर-भोपाल मैट्रो के लिए विशेषज्ञ उपलब्ध कराने का अनुरोध ![]() 19 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से रेल भवन में भेंट कर प्रदेश से जुड़ी विभिन्न रेल परियोजनाओं संबंधी चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय रेल मंत्री से इंदौर-मनमाड और इंदौर-दाहोद रेलवे लिंक को शीघ्र पूरा करवाने का अनुरोध किया। साथ ही इन परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण में राज्य सरकार की ओर से समुचित कार्यवाही का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इन दोनों लिंक परियोजनाओं के पूर्ण होने से इंदौर, पीथमपुर और धार क्षेत्र के और अधिक औद्योगिकीकरण में मदद मिलेगी। उन्होंने वर्षों पुरानी इंदौर-बुधनी रेल परियोजना की मांग को जल्द पूरा करवाने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार का इस वर्ष सितम्बर माह से पहले इंदौर और भोपाल शहरों में मैट्रो चलाने का लक्ष्य है। इसके लिए विशेषज्ञों की आवश्यकता होगी। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से इस संबंध में विशेषज्ञ मानव शक्ति उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। समय पर कार्यवाही करना ही शांति की गारंटी: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 19 April 2023 भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि समय पर कड़ी कार्यवाही करना ही शांति की गारंटी है। पुलिस, निरंतर सजग और सक्रिय रहते हुए घटनाओं की संभावनाओं को निर्मूल करे। समाज का माहौल खराब करने वालों को किसी तरह की मोहलत नहीं दी जा सकती। माफिया चलाने की मानसिकता रखने वालों को ध्वस्त किया जाए। पुलिस, कानून-व्यवस्था के मामले में प्रदेश को देश में नंबर वन बनाने की क्षमता रखती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में हुई बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। जिलों के पुलिस अधीक्षक बैठक से वर्चुअली जुड़े। आतंकवाद, अतिवाद जैसी गतिविधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालाघाट में नक्सलियों के विरूद्ध पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए कहा कि नक्सलियों के धन संग्रहण की व्यवस्था और सप्लाई चेन को तोड़ने के प्रयास निरंतर जारी रहें। उन्होंने बुरहानपुर में अतिक्रमण रोकने के लिए की गई कार्यवाही की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुँचाने तथा कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाए। मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहाँ आतंकवाद, अतिवाद जैसी गतिविधियों को किसी भी स्थिति में पनपने नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में यदि किसी मदरसे में संदिग्ध गतिविधियाँ चलने की जानकारी प्राप्त होती है, तो तुरंत कार्यवाही की जाए। साथ ही प्रलोभन देकर धर्मांतरण की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखी जाए।शराब ठेकेदार निर्धारित स्थान पर ही शराब बेचें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भू- माफिया, शराब माफिया, ड्रग्स आपरेटर, रेत माफिया के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। चिटफंड और मिलावट जैसी गतिविधियों से जन-सामान्य को हो रहे नुकसान के प्रति भी सचेत रहें तथा कार्यवाहियाँ जारी रखी जाए। निरंतर सक्रियता से इन कार्यों में लगे लोगों की गतिविधियों पर समय रहते नियंत्रण संभव होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश में शराब के सभी अहाते एक अप्रैल से बंद कर दिए गए हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अहाता चालू न रहे और कहीं भी गुपचुप तरीके से शराब नहीं बिके। शराब के ठेकेदार निर्धारित स्थान पर ही शराब बेचें, अन्य स्थानों पर शराब की बिक्री न हो। ड्रग्स का धंधा कर युवा पीढ़ी को बरबाद करने में लगे लोगों को ध्वस्त किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जुआ- सट्टा, साइबर अपराध के प्रति जागरूक रहना और इनके विरूद्ध निरंतर कार्यवाही करना आवश्यक है।सोशल मीडिया पर नजर रखना आवश्यक मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, कमजोर वर्गों और महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों पर सख्त कार्यवाही की जाए। पेसा नियमों में गठित शांति और विवाद निवारण समितियों के सक्रिय संचालन में आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाए। इस संबंध में जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा डीएफओ की संयुक्त बैठक शीघ्र की जाएगी। राज्य सरकार पेसा नियमों का धरातल पर सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखना आवश्यक है। सामाजिक-धार्मिक सौहार्द्र और राजनैतिक प्रतिद्वंदिता को प्रभावित करने वालों पर कार्यवाही की जाए।कमिश्नर सिस्टम से व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन का आभास कराना पुलिस का दायित्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस थानों की कार्य-प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए ग्रेडिंग की व्यवस्था स्थापित की जाए। मध्यप्रदेश पुलिस, टीम के रूप में कार्य रही है और टीम की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए हम संयुक्त रूप से हर संभव प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल और इंदौर में लागू पुलिस कमिश्नर प्रणाली की प्रासंगिकता सिद्ध करना और जन-सामान्य को पुलिस व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन का आभास कराना पुलिस का दायित्व भी है और चुनौती भी।त्यौहारों पर आवश्यक सतर्कता बनाए रखें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा पुलिस व्यवस्था के संबंध में दिए गए निर्देशों की भी प्रदेश के संबंध में शीघ्र ही समीक्षा की जाएगी। एक पखवाड़े के बाद पुन: पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगामी त्यौहारों में आवश्यक सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए।यंग इंडियंस-वायईए शिखर सम्मेलन 20 अप्रैल को ![]() 18 April 2023 भोपाल/व्यापार:कान्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज की इकाई यंग इंडियंस जी20 यंग एंट्रेप्रेन्योर्स अलायन्स (वायईए) द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. खेलकूद एवं युवा मामले मंत्रालय के सहयोग से आयोजित यह सम्मेलन 20 अप्रैल को रायसेन रोड स्थित एल एन सी टी समूह के सभागार में आयोजित होगा. महापौर श्रीमती मालती राय इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं वक्ता होंगी. डिप्टी कलेक्टर, भोपाल निधि चौकसे; यंग इंडियंस, भोपाल चैप्टर के अध्यक्ष शिवेंद्र अग्रवाल; उपाध्यक्षा पूजाश्री चौकसे; नेशनल युवा उपाध्यक्ष अनुज गर्ग; पूर्व अध्यक्षा अंजलि गोयल; तथा भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भक्ति शर्मा; एवं मेग्ना पेरीटस लॉ फर्म के मैनेजिंग डायरेक्टर शांतनु सक्सेना इस दौरान आयोजित पैनल डिस्कशन में अपने विचार व्यक्त करेंगे. यंग इंडियंस, भोपाल चैप्टर के अध्यक्ष शिवेंद्र अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस सम्मेलन का विषय 'यंग इंडियन अचीवर्स और शहरी एवं ग्रामीण शासकीय संस्थानों के प्रमुखों के बीच संवाद' रखा गया है. उन्होंने यह भी बताया कि G20 YEA युवा उद्यमिता को आर्थिक नवीनीकरण, रोजगार सृजन, नवाचार और सामाजिक परिवर्तन के एक शक्तिशाली चालक के रूप में बढ़ावा देना चाहता है। प्रत्येक वर्ष, G20 YEA दुनिया के सैकड़ों शीर्ष युवा उद्यमियों को वैश्विक परिवर्तन को उत्प्रेरित करने के लिए अग्रणी व्यापार और राजनीतिक नेताओं के साथ अपने विचारों को साझा करने के लिए एक साथ लाता है। श्री बाथम ने म.प्र. मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया ![]() 18 April 2023 भोपाल.गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में श्री सीताराम बाथम ने मध्यप्रदेश मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। डॉ. मिश्रा ने श्री बाथम को नवीन जिम्मेदारी मिलने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी। राज्य शासन द्वारा श्री बाथम को राज्य केबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया है। पदभार ग्रहण कार्यक्रम में इंदौर विधायक श्री रमेश मेंदोला और अन्य जन-प्रतिनिधिय उपस्थित थे। विकास कार्यों की श्रृंखला निरंतर जारी रहेगी - ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ![]() 18 April 2023 भोपाल.ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर के वार्ड-5 में 82 लाख रूपये से अधिक की सड़कों के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि उपनगर ग्वालियर में चरणबद्ध विकास कार्य कराये जा रहे हैं। विकास कार्यो की श्रंखला निरंतर जारी रहेगी। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि क्षेत्र में सड़क, सीवर, विद्युत के साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक खोली जा रही हैं, जहाँ प्राथमिक उपचार नि:शुल्क मिल रहा है। साथ ही 2 सीएम राइज स्कूल बनने जा रहे हैं। जहाँ बच्चों को प्राइवेट स्कूल से बेहतर सुविधाएँ एवं शिक्षा मिलेगी। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि बहोड़ापुर और सागरतल चौराहा के साथ सागरताल का सौंदर्यीकरण कर पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। साथ ही एसडीएम कार्यालय का भव्य भवन भी सागरताल के नजदीक बन रहा है। मध्यप्रदेश की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 17 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत की अतिथि देवो भव की परंपरा रही है। मध्यप्रदेश की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है। सांस्कृतिक रूप से भारत सदैव एक था, एक है और एक रहेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। मध्यप्रदेश की विकास दर निरंतर आगे बढ़ रही है। कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री निवास पर "एक भारत-श्रेष्ठ भारत" योजना में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साझा करने की पहल तेलुगु संगमम् कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश, तेलुगु संगमम् के संस्थापक श्री पी. मुरलीधर राव, सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह, सासंद श्री वी.डी. शर्मा, संगठन महामंत्री श्री हितानंद शर्मा, श्री आईवायआर कृष्णाराव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग सहित तेलुगु भाषी भाई-बहन और अन्य नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं "एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजना" में भारत दर्शन यात्रा में पधारे तेलुगु भाई-बहनों का स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और तेलंगाना राज्य में कई समानताएँ हैं। मध्यप्रदेश हीरों की खान है। यहाँ सतपुड़ा, पेंच, कान्हा जैसे कई टाइगर रिजर्व हैं। प्रदेश सड़क, बिजली, सिंचाई सहित अनेक क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ रहा है। यह आपका अपना ही प्रदेश है, अपने आप को कभी अलग नहीं समझना। आत्मीयता और स्नेह से मध्यप्रदेश की धरती पर हमेशा पधारें। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजनांतर्गत तेलुगु संगमम् का अभिनव प्रयास किया है। तेलंगाना और मध्यप्रदेश की संस्कृति की अनुभुति इस कार्यक्रम से हो रही है। वास्तव में हमारी संस्कृति एक ही है। हमारी अध्यात्मिक परंपरा हम सबको जोड़ती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में श्रेष्ठ बन रहा है। तेलुगु संगमम् के संस्थापक श्री पी. मुरलीधर राव ने कहा कि तेलुगु भाई-बहन एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजनांतर्गत भारत दर्शन के लिए निकले हैं। आज तीसरे दिन भोपाल में पहुँचे हैं। यहाँ आकर ऐसा लगता है कि हम अपने घर में ही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजना की पहल सराहनीय है। हम सब एक हैं। श्री आई.वाय.आर. कृष्णाराव ने कहा कि सांस्कृतिक एकता भारत की पहचान है। भारत ने अपनी सांस्कृतिक एकता की विदेशों में भी अमिट छाप छोड़ी है। मध्यप्रदेश शासन ने सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उज्जैन में श्री महाकाल लोक का निर्माण कराया है। सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत की पहल की है। हम गौरवान्वित हैं कि प्रदेश में तेलुगु भाषी भाई-बहन भारत दर्शन यात्रा में भोपाल पधारे हैं। मैं आप सभी का हृदय से स्वागत करता हूँ। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुष्प-वर्षा कर तेलुगु भाषी भाई-बहन का स्वागत किया। कार्यक्रम में 30 कलाकारों के दल द्वारा तेलुगु नृत्य एवं गायन की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई। अतिथियों का स्मृति-चिन्ह और स्टॉल भेंट कर तेलंगाना और मध्यप्रदेश राज्य की कला-संस्कृति अनुसार अभिनंदन किया गया। प्रदेश से 200 टन महुआ 110 रूपये प्रति किलो की दर से लंदन होगा निर्यात ![]() 16 April 2023 भोपाल.वन विभाग के सहयोग से मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ की प्रतिबद्धता और अथक प्रयासों से प्रदेश से 200 टन महुआ 110 रूपये प्रति किलो के भाव से लंदन निर्यात किए जाने का अनुबंध हुआ है। यह अनुबंध पिछले साल के अंत में 9वें अंतर्राष्ट्रीय वन मेला में लंदन की M/S O- Forest की भारतीय इकाई मधुवन्या के साथ हुआ। राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री पुष्कर सिंह ने बताया कि महुआ से पृथक से तीन गुना मुनाफा प्राप्त होगा। अनुबंधित महुआ की आपूर्ति वर्ष 2023 में की जाएगी। इसके लिए उमरिया, अलीराजपुर, नर्मदापुरम, सीहोर, सीधी और खण्डवा जिला यूनियन के साथ एग्रीमेंट साइन किए जा रहे है। नर्मदापुरम के सहेली वन धन विकास केन्द्र द्वारा पिछले वर्ष 18 क्विंटल खाद्य ग्रेड महुआ लंदन निर्यात किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि वनमंडल में महुआ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 35 रूपये प्रति किलो है। लघु वनोपज की इस अद्भुत पहल से 35 रूपये प्रति किलो का महुआ 110 रूपये प्रति किलो की दर से निर्यात किया जाएगा। खाद्य ग्रेड महुआ नेट के माध्यम से संग्रहीत लघु वनोपज संघ द्वारा खाद्य ग्रेड महुआ को नेट के माध्यम से संग्रहीत कराया जाएगा। इसके लिए संग्राहकों को प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी दिया गया है। संग्राहकों को नेट वितरण जिला यूनियन से होगा। इस विधि से संग्रहीत महुआ का फूल मिट्टी और खरवतवार रहित होते है। इससे गुणवत्ता पूर्ण महुआ संग्रहण करने से बाजार में उनकी खासी कीमत प्राप्त होती है।“अंबेडकर महाकुंभ” की तैयारियां अंतिम चरणों में, पीएम मोदी और सीएम शिवराज के लिए सिंधिया ने कही बड़ी बात ![]() 15 April 2023 भोपाल.भारतीय संविधान और आधुनिक भारत के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में 16 अप्रैल को ग्वालियर व्यापार मेला परिसर स्थित मैदान में “अंबेडकर महाकुंभ” का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भ्रमण कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं और तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। कलेक्टर, एसपी ने किया कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कलेक्टर श्री सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर हर सेक्टर में पेयजल के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिए। साथ ही कहा कि बैठक व्यवस्था ऐसी हो जिससे संभाग भर से आने वाले नागरिक एवं जनप्रतिनिधिगण सुगमता से निर्धारित सेक्टर में पहुँच सकें।पार्किंग व्यवस्था को लेकर दी सख्त हिदायत कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने बेहतर से बेहतर पार्किंग व्यवस्था बनाने पर जोर देते हुए कहा कि पार्किंग और यातायात व्यवस्था ऐसी हो, जिससे कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे सभी नागरिक और जनप्रतिनिधिगणों को पार्किंग स्थल से कम से कम दूरी तय करनी पड़े। साथ ही यातायात भी बाधित न हो। उन्होंने कहा हर जिले से आने वाले वाहनों पर पार्किंग के हिसाब से अलग-अलग रंग के बैनर व पोस्टर लगाए जाएं, जिससे वाहन अपने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पहुँच सकें। साथ ही यातायात व्यवस्था भी सुदृढ़ बनी रहे।अंबेडकर के जीवन चरित्र और विकास योजनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगेगी कार्यक्रम स्थल पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन चरित्र और विकास योजनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। साथ ही अतिविशिष्ट एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत हितलाभ वितरित किए जायेंगे। बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ा रहे प्रबुद्धजनों सहित संतजनों का सम्मान भी किया जायेगा।दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर पहुंचे सिंधिया अंबेडकर महाकुंभ की तैयारियों के बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दो दिवसीय दौरे पर ग्वालियर पहुँचे, एयरपोर्ट पर ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट और भाजपा नेताओं ने सिंधिया की अगवानी की , सिंधिया यहीं से भिंड के कार्यक्रमों में शामिल होने निकल गए।सिंधिया ने अंबेडकर महाकुंभ को बताया अहम् कार्यक्रम एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि आज हम ऊर्जा के क्षेत्र में भिंड के लिए 70 करोड़ रुपये की योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। ग्वालियर में कल रविवार 16 अप्रैल को होने वाले अंबेडकर महाकुंभ की चर्चा करते हुए सिंधिया ने इसे बहुत अहम् कार्यक्रम बताया।पीएम मोदी और सीएम शिवराज के कुछ ये बोले सिंधिया सिंधिया ने कहा कि दलित और अनुसूचित जाति समाज, दलित, शोषित, पीड़ित समाज की प्रगति की सोच और विचारधारा के साथ पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों में नया सूर्योदय हुआ है , स्वराज का जो सपना बाबा साहब का था उसे किस तरीके से पूरा करना है उसे पीएम मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरा किया है।विपक्ष के आरोपों का दिया करारा जवाब कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास द्वारा उन्हें गजनी कहे जाने वाले बयान पर टिप्पणी करने से इंकार करते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं किसी की टिप्पणी पर टिप्पणी नहीं करता, मेरी सोच है कि जो लोग भारत की विचारधारा पुरानी संस्कृति, हर समाज और हर व्यक्ति के मान सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं ऐसे लोगों को जनता के सामने लाना और बेनकाब करना मैं अपना दायित्व समझता हूँ ।डॉ. अम्बेडकर की जन्म-स्थली महू में बनेगी धर्मशाला :मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 14 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों, उनकी जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली तथा चैत्य भूमि मुंबई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से जोड़ा जा रहा है। बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की जन्म-भूमि महू आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महू में सर्व सुविधा युक्त धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महू में डॉ. अंबेडकर का स्मारक निर्मित कराया गया है। महू में धर्मशाला निर्माण की मांग लम्बे समय से थी। बाबा साहब के अनुयाई बड़ी संख्या में महू पहुँचते हैं। यहाँ उनके रूकने की कोई व्यवस्था नहीं थी। राज्य शासन भूमि की व्यवस्था के लिए प्रयासरत थी। अब सेना से साढ़े तीन एकड़ भूमि के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त हो गया है। यह भूमि डॉ. बाबा साहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धर्मशाला तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएगी। डॉ. अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को जारी हुई अधिसूचना उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा 14 अप्रैल को जारी अधिसूचना से अम्बेडकर जन्मस्थली महू, शिक्षा-भूमि लंदन में 10 किंग हेनरीज रोड स्थित स्मारक, दीक्षा-भूमि-डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ग्रंथालय एवं शोध केन्द्र नागपुर, महापरिनिर्माण भूमि- डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक नई दिल्ली, चैत्य-भूमि डॉ. अम्बेडकर स्मारक मुम्बई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना नियम 2012 में जोड़ा गया है। अधिसूचना में संत रविदास मंदिर वाराणसी को भी तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल किया गया है।मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में अब वायुयान से भी यात्रा करेंगे श्रद्धालु ![]() 13 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई घोषणा के अनुसार प्रदेश के श्रद्धालु अब मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में विभिन्न तीर्थ-स्थलों की यात्राएँ वायुयान से भी कर सकेंगे। इस संबंध में राज्य शासन द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव धार्मिक न्यास और धर्मस्व डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि आगामी 21 मई से 19 जुलाई तक योजना में 25 जिलों के तीर्थ-यात्री वायुयान से यात्रा करेंगे। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया है कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में प्रदेश के श्रद्धालु प्रयागराज, शिरडी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर की यात्राएँ वायुयान से करेंगे। तीर्थ-यात्राओं के लिये कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। इस संबंध में जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया है कि तीर्थ-यात्री नियमित विमान सेवा से तीर्थ-यात्रा करेंगे। प्रत्येक वायुयान में 33 सीट उपलब्ध रहेंगी। प्रत्येक जिले से 32 तीर्थ-यात्री एवं एक अनुरक्षक (एस्कार्ट) के रूप में शासकीय अधिकारी जायेंगे। योजना का क्रियान्वयन इण्डियन रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरटीसी) द्वारा किया जा रहा है। इसलिये आईआरटीसी द्वारा नियत एक टूर मैनेजर भी तीर्थ-यात्रियों के साथ यात्रा करेगा। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया कि तीर्थ-दर्शन यात्रा के लिये तीर्थ-यात्रियों की आयु 65 वर्ष से अधिक होनी चाहिये और वे आयकर दाता नहीं होना चाहिये। जिले के लिये निर्धारित सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त होने की स्थिति में लॉटरी से चयन किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिये धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय के दूरभाष नम्बर 0755-2767116 तथा ई-मेल dndvmp@gmail.com, dharmasva.mantralaya@gmail.com पर सम्पर्क किया जा सकता है। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया है कि 21 मई को भोपाल से प्रयागराज, 23 मई को आगर-मालवा से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 25 मई को बैतूल से वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 26 मई को देवास से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 3 जून को खण्डवा से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 4 जून को हरदा से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट, 6 जून को मंदसौर से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 8 जून को नर्मदापुरम से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 9 जून को नीमच से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 15 जून को बड़वानी से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 16 जून को इंदौर से गंगासागर, 18 जून को दमोह से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट, 19 जून को बुरहानपुर से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 19 जून को ही रतलाम से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 20 जून को शाजापुर से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 22 जून को सागर से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 23 जून को खरगौन से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 23 जून को ही उज्जैन से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 2 जुलाई को विदिशा से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट, 3 जुलाई को अलीराजपुर से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 4 जुलाई को राजगढ़ से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 6 जुलाई को सीहोर से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 7 जुलाई को धार से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 16 जुलाई को रायसेन से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट और 19 जुलाई को झाबुआ से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट से तीर्थ-यात्री दर्शन के लिये रवाना होंगे। गंगासागर जाने वाले सभी तीर्थ-यात्री वाया कोलकाता एयरपोर्ट पहुँचेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान यूनेस्को की उप क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस का करेंगे शुभारंभ ![]() 13 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन), पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार, भारतीय पुरातत्व संरक्षण और पर्यटन विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा संयुक्त रूप से भोपाल में विश्व विरासत पर उप-क्षेत्रीय सम्मेलन (सब-रीजनल कॉन्फ्रेंस) का 17 अप्रैल को शुभारंभ करेंगे। दो दिवसीय उप क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस में यूनेस्को, नई दिल्ली के ऑफिस-इन-चार्ज श्री हिचकील देलमिनी और पर्यटन, संस्कृति, धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास मंत्री सुश्री उषा ठाकुर भी शामिल होंगी। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि 17 अप्रैल से शुरू हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन के लिए भोपाल पहुँच रहे 16 अप्रैल को यूनेस्को के विश्व धरोहर साँची का भ्रमण करेंगे। 17 एवं 18 अप्रैल को कई सत्र आयोजित किये जाएंगे। भारत सहित भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका एवं देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि विश्व विरासत स्थलों के संरक्षण के क्षेत्र में उपलब्धियों, चुनौतियों एवं आगामी रणनीति जैसे विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर विश्व धरोहरों के संरक्षण की दिशा में पिछले 50 वर्षों की उपलब्धियों और अगले 50 वर्षों के संबंध में मंथन होगा। जिसका केंद्र विश्व विरासत और सतत् विकास, विश्व विरासत और सतत पर्यटन, विश्व विरासत और वैश्विक रणनीति, ऐतिहासिक शहरी परिदृश्य जैसे विषय होंगे। सम्मेलन सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा और स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण पर मंथन होगा। भारत, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि जिनमें सभी राज्यों के संस्कृति और पर्यटन के प्रमुख सचिव, पर्यटन मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के प्रतिनिधि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सिविल सोसायटी, गैर सरकारी संगठन, देश की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए कार्यरत सीएसआर फाउंडेशन, शिक्षण संस्थान एवं शासकीय संगठन आदि कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि नवंबर 2022 में यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन की 50वीं वर्षगाँठ मनाई गई है। गत 50 वर्षो में सांस्कृतिक विरासत का अर्थ ‘’स्मारक केन्द्रित’’ से परिवर्तित होकर “लोक केंद्रित” (People Centric) एवं “समग्र दृष्टिकोण” (Holistic approach) पर केन्द्रित हो चुका है। ऐतिहासिक नगर, औद्योगिक विरासत, ऐतिहासिक मार्ग, ऐतिहासिक परिदृश्य इत्यादि नए आयाम जुड़ चुके हैं। उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए इस कॉन्फ्रेस की उपयोगिता विशिष्ट है। मध्यप्रदेश ने यूनेस्को के साथ मिलकर इस दिशा में अनेक प्रयास किये हैं जिनमें HUL (ग्वालियर एवं ओरछा) प्रोजेक्ट, 4 ऐतिहासिक/पर्यटन स्थलों का यूनेस्को विश्व धरोहरों की संभावित सूची में चयन आदि मुख्य है। HUL प्रोजेक्ट हेतु यूनेस्को ने साउथ एशिया देशों में प्रथम बार ग्वालियर एवं ओरछा का चयन कर अनुशंसा की गई। कॉन्फ्रेंस की रूपरेखा 16 अप्रैलयूनेस्को विश्व धरोहर स्थल साँची का भ्रमण 17 अप्रैल विश्व विरासत कन्वेंशन के 50 साल पूर्ण होने पर सत्र पिछले 50 वर्षों में उपलब्धियां और भविष्य के लिए चुनौतियों पर भारत, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका का प्रस्तुतिकरण सिविल सोसायटी और संस्थानों द्वारा वार्ता/प्रस्तुतियां स्थानीय समुदाय के लिए विश्व विरासत और सतत विकास पर सत्र विश्व विरासत और सतत पर्यटन पर सत्र यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क पर एक विशेष सत्र जनजातीय संग्रहालय और राज्य संग्रहालय का भ्रमण 18 अप्रैल विश्व विरासत और सांस्कृतिक लैंडस्केप पर सत्र ऐतिहासिक शहर और ऐतिहासिक शहरी लैंडस्केप पर सत्र ग्वालियर और ओरछा पर यूनेस्को ऐतिहासिक शहरी लैंडस्केप पायलट प्रोजेक्ट पर सत्र विश्व विरासत और जलवायु परिवर्तन और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत पर सत्र विश्व धरोहर के बारे में वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं- समूह वार्ता। आगामी 50 वर्षों की योजना पर उच्च स्तरीय वार्ता/पैनल चर्चा एमपीटी बोट क्लब भ्रमण एवं क्रूज राइड। राज्यपाल श्री पटेल ने रेडक्रॉस के चलित स्वास्थ्य सेवा वाहन का किया शुभारंभ ![]() 13 April 2023 भोपाल.राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने भारतीय रेडक्रास सोसायटी के चलित चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा वाहन का शुभारंभ झंडी दिखाकर आज राजभवन में किया। उन्होंने चलित वाहन का निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। वाहन का विधिवत पूजन-अर्चन कर लोकार्पित किया। उल्लेखनीय है कि रेडक्रॉस म.प्र. राज्य शाखा द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर स्वास्थ्य सेवा वाहन का संचालन भोपाल में किया जा रहा है। रेडक्रास राज्य शाखा के चेयरमेन डॉ. गगन कोल्हे ने बताया कि चलित स्वास्थ्य सेवा वाहन के उपयोग से भोपाल महानगर के दूरस्थ अंचल की बस्तियों में नियमित स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। सेवा वाहन द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के साथ संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों के लिये जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। वाहन से स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु आवश्यक सामग्री का भी वितरण किया जायेगा। जनरल सेक्रेटरी रेडक्रॉस श्री प्रदीप त्रिपाठी, प्रबंध समिति सदस्य डॉ. संजीव गुलाटी, श्री लक्ष्मेन्द्र माहेश्वरी सहित अन्य उपस्थित थे। मंत्रि-परिषद ने लिया म.प्र. राज्य मिलेट मिशन योजना लागू करने का निर्णय ![]() 12 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए घोषणा की कि पूर्व सरकार ने शिक्षकों को पूर्ण वेतन देने के लिए कई साल प्रतीक्षा करने का आदेश निकाला था, जो गलत था। इसे बदल कर नए सिरे से लागू किया जाएगा। अब शिक्षकों को दूसरे वर्ष में ही वेतन की 100 प्रतिशत राशि प्राप्त होने लगेगी। प्रथम वर्ष 70 प्रतिशत राशि के बाद 100 प्रतिशत प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना होता था। अब यह प्रक्रिया एक वर्ष में पूर्ण हो जाएगी। इसके लिए शिक्षकों को 4 वर्ष की प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में नव-नियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 22 हजार शिक्षकों की निुयक्ति मौन साधना : प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के लिए भेजे गए अपने वीडियो संदेश में कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय मूल्यों के संवर्धन पर जोर देती है। मध्यप्रदेश में व्यापक तौर पर शिक्षकों की भर्ती की गई है। इस साल 22 हजार शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इन सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि इन शिक्षकों में से लगभग आधे शिक्षक जनजातीय बहुल इलाकों के विद्यालयों में नियुक्त किए गए हैं। इनकी नियुक्ति से सर्वाधिक लाभ ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को मिलेगा। हमारी भावी पीढ़ी को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश सरकार ने इस वर्ष एक लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती का लक्ष्य रखा है, जो प्रसन्नता का विषय है। इस साल के अंत तक 60 हजार शिक्षकों की नियुक्ति का लक्ष्य है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि मध्यप्रदेश शिक्षा सर्वे में देश में 17 वें स्थान से छलांग लगा कर 5 वें स्थान पर आ गया है। शिक्षा की गुणवत्ता की दृष्टि से मध्यप्रदेश की यह बड़ी उपलब्धि है। मध्यप्रदेश ने बिना शोर मचाए यह उपलब्धि हासिल की। इस तरह का कार्य करने के लिए समर्पण की आवश्यकता होती है। इसके बिना यह संभव नहीं होता। एक तरह से यह मौन साधना का भाव है। शिक्षा के प्रति भक्ति भाव से यह संभव होता है।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों, सभी शिक्षकों और मध्यप्रदेश सरकार को इस मौन साधना के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्ष के जीवन को देखिए तो आप पाएंगे कि जिन लोगों ने आपके जीवन में सबसे ज्यादा प्रभाव डाला, आपकी माता जी और आपके शिक्षक जरूर होंगे। इसी तरह आपको भी अपने विद्यार्थियों के दिल में जगह बनानी है। आपकी शिक्षा देश का वर्तमान ही नहीं भविष्य भी सँवारे। आपकी दी गई शिक्षा समाज में भी परिवर्तन लाये। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार को बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति के कार्य के लिए पुन: बधाई देते हुए इस कार्य को अनूठी पहल बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में शिक्षकों के अहम योगदान का उल्लेख करते हुए शिक्षकों से आह्वान किया कि वे भले शिक्षा दें पर अपने अंदर के विद्यार्थी को न मरने दें। कई क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में देश में बड़े लक्ष्यों और नए संकल्पों को सामने रख कर कार्य किया जा रहा है। आज हर क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर बनाए जा रहे हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में आज जिस तेज गति से अधो-संरचना निर्माण की रफ्तार है, उससे भी रोजगार की नई संभावनाएँ बन रही हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश में अनेक स्थानों से वंदे भारत ट्रेन प्रारंभ की गई हैं। इनके प्रारंभ होने से कारोबारियों और आम लोगों को सुविधा हुई है। साथ ही पर्यटन विकास को बढ़ावा मिल रहा है। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट और एक जिला-एक उत्पाद जैसी योजनाओं से भी स्थानीय उत्पाद दूर-दूर तक पहुँच रहे हैं। मुद्रा योजना से भी उन लोगों को बड़ी मदद मिली है जो आर्थिक रूप से बहुत कमजोर थे। सरकार ने नीतिगत स्तर पर जो परिवर्तन किए हैं उसने भारत के स्टार्टअप के क्षेत्र में भी रोजगार के अनेक अवसर बनाए हैं। रोजगार और स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार का कौशल विकास पर भी विशेष जोर है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए देश में कौशल विकास केंद्र खोले गए हैं। इस वर्ष के बजट में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। इनमें युवाओं को न्यू एज टेक्नालॉजी द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए छोटे कारीगरों को ट्रेनिंग देने के साथ एमएसएमई से भी जोड़ने की पहल की गई।शिक्षकों पर भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व : मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन अविस्मरणीय है। शिक्षक का सही नाम गुरू होता है। यहाँ मौजूद सभी शिक्षक गुरू हैं। गुरू वशिष्ठ और गुरू द्रोणाचार्य से लेकर अनेक ख्यातिनाम गुरू हुए। यदि कोई नौकरी के भाव से शिक्षक बनता है तो वह रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण है जो आवश्यक भी है, लेकिन गुरू का कार्य प्रोफेशन से आगे मिशन भाव से कार्य करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी विजनरी लीडर हैं। उनके दृढ़-संकल्प से एक सर्व सम्मत शिक्षा नीति-2020 भारत में आई है। इसके अंतर्गत ही शिक्षा व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। मध्यप्रदेश का स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग नवीन शिक्षा नीति अच्छी तरह लागू करने के लिए बधाई का पात्र है। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय सर्वे में 17वें नंबर से 5वें नंबर तक आया है। यह दोनों विभागों के परिश्रम का परिणाम है। शिक्षकों पर भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व है। इस वर्ष 22 हजार से अधिक शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। इन सभी का स्वागत है और यह भी अपेक्षा है कि नव नियुक्त शिक्षक भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व निभायें। शिक्षक होना सिर्फ एक नौकरी नहीं समाज को बनाने का भी कार्य है।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिक्षकों से कहा कि यदि आपको बच्चों को सकारात्मक दिशा में बदलना है तो पहले स्वयं को बदलना होगा। मुख्यमंत्री ने एक मंदिर निर्माण में लगे तीन व्यक्तियों के अलग-अलग दृष्टिकोण का उदाहरण देते हुए कहा कि सबसे अच्छा दृष्टिकोण यह है कि यह सोच कर कार्य किया जाए कि इस कार्य का हमें शुभ अवसर या सुअवसर मिला है। मैं बेहतर से बेहतर योगदान दूँगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चे मिट्टी के लौंदे होते हैं, उन्हें शिक्षक जैसा चाहे बना सकते हैं। स्वयं के लिए गुरू बनने का संकल्प लेंगे तो बच्चों को बनाने, मध्यप्रदेश को बनाने और भारत को बनाने में सबसे बड़ा योगदान देंगे। आप नया मध्य प्रदेश और नया भारत गढ़ सकते हैं। आचरण से ही हम सिखा सकते हैं सिर्फ भाषण से नहीं। चरित्रवान बच्चों के निर्माण से भारत बन कर खड़ा हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद के उस कथन का उल्लेख किया कि शिक्षा मनुष्य को मनुष्य बनाती है। शंकराचार्य जी ने भी शिक्षा को इस लोक और परलोक में भी सही दिशा देने में उपयोगी बताया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं- विद्यार्थियों को ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना। ऐसे बच्चे तैयार करें जो जमाना बदल दें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं शिक्षक की भूमिका में रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आज कल लाड़ली बहना योजना का पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में दर्शन शास्त्र में एमए के बाद वे अल्प समय के लिए शिक्षण कार्य से भी जुड़े रहे। इसके पहले बाल्य काल में जैत ग्राम में उन्होंने रामायण की चौपाइयों की व्याख्या और अर्थ बताने का कार्य करते हुए एक वक्ता की पहचान बनाई थी। यह ग्राम के विद्यालय में गुरू से प्राप्त मार्गदर्शन का ही परिणाम था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश गान का निर्माण करने का भी उल्लेख किया जो सभी नागरिकों के लिए प्रेरक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक का कार्यकाल औसत रूप से 30 साल माने तो हमें विचार करना चाहिए कि बेहतर गुरू बन कर ऐसे बच्चे तैयार करें जो जमाना बदल दें। शिक्षकों की भूमिका सार्थक होती है तो समाज भी शिक्षकों का आदर करता है और उनके चरण धोकर पीता है।भैरूंदा के शिक्षकों के योगदान का उल्लेख, ग्राम के शिक्षक को भी याद किया मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भैरूंदा (नसरुल्लागंज) के शिक्षकों ने अपनी स्वयं की राशि से कक्षाओं को स्मार्ट क्लास बनाकर बच्चों को सहयोग दिया। यह शिक्षकों के सामाजिक योगदान का अनूठा उदाहरण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने प्रायमरी के शिक्षक श्री रतन चंद जैन द्वारा दिए गए मार्गदर्शन का भी विशेष उल्लेख किया। नव नियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्यमंत्री श्री चौहान और अन्य अतिथियों ने शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश गान के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न जिलों में पदस्थ किए गए कुछ शिक्षकों को प्रतीक स्वरूप नियुक्ति बधाई पत्र सौंपे। इन शिक्षकों में सुश्री शेफाली गुर्जर जिला सीहोर, श्री शुभम गुप्ता जिला नर्मदापुरम, श्री हुकुम चंद राठौर जिला राजगढ़, श्री राजेश घोटे जिला बैतूल, सुश्री ममता गोयल जिला देवास और श्री आनंद मीना जिला देवास शामिल हैं। राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार वर्चुअल जुड़े। जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने प्रारंभिक संबोधन दिया। कार्यक्रम में योग आयोग के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा, पाठ्य-पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेंद्र बरूआ, महर्षि पतंजलि संस्थान के अध्यक्ष श्री भरत दास बैरागी, योग संस्था की अध्यक्ष सुश्री पुष्पांजलि शर्मा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।मंत्रि-परिषद ने लिया म.प्र. राज्य मिलेट मिशन योजना लागू करने का निर्णय ![]() 11 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना लागू करने का निर्णय लिया। योजना का क्रियान्वयन संचालक, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास के माध्यम से सभी जिलों में किया जायेगा। योजना की अवधि 2 वर्ष (2023-24 एवं वर्ष 2024-25) की होगी। इन 2 वर्षों में योजना में 23 करोड़ 25 लाख रूपए व्यय किए जाएंगे। किसानों को मोटे अनाज के उन्नत प्रमाणित बीज सहकारी/शासकीय संस्थाओं से 80 प्रतिशत अनुदान पर प्रदान किए जाएंगे। योजना की मॉनिटरिंग के लिए कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति गठित की जाएगी। मिलेट मिशन योजना की गतिविधियों का बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मिलेट फसलों के उत्पादन, प्र-संस्करण एवं विपणन को बढ़ावा देने के लिए किसानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं राज्य के बाहर अध्ययन भ्रमण होंगे। मिलेट को बढ़ावा देने के लिए जिला एवं राज्य स्तर पर मेले, कार्यशाला, सेमीनार, फूड फेस्टिवल, रोड-शो किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मिलेट अनाज की फसलें कभी प्रदेश की खान-पान की संस्कृति के केंद्र में थी। वर्तमान में इन फसलों के पोषक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए इन्हें बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है। इन फसलों की खेती प्रायः कम उपजाऊ क्षेत्रों में की जाती है। वर्तमान में उपभोक्ताओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ने से मिलेट फसलों की माँग बढ़ रही है। कोदो, कुटकी, रागी, सांवा जैसी फसलें स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत लाभदायक हैं। इन मिलेट फसलों के महत्व के दृष्टिगत इनको पोषक अनाज का दर्जा दिया गया है। इन फसलों के अनाज आयरन, कैल्शियम, फाइबर आदि से भरपूर होते हैं। साथ ही इनमें वसा का प्रतिशत भी कम होता है, जिससे हृदय रोगी एवं डायबिटीज रोगियों के द्वारा इनका उपयोग सुरक्षित पाया गया है। इसलिए किसानों के बीच मिलेट फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने एवं मिलेट फसलों से तैयार व्यंजनों का प्रचार-प्रसार किया जाना आवश्यक है। मध्यप्रदेश में कोदो-कुटकी, ज्वार एवं रागी के क्षेत्र विस्तार, उत्पादकता एवं उत्पादन वृद्धि की पर्याप्त संभावनाएँ हैं। साथ ही मिलेट फसलों के बढ़ते बाजार के दृष्टिगत मूल्य संवर्धन (Value Addition) की संभावना भी काफी अधिक है। प्रदेश में शासकीय कार्यक्रमों में जहाँ भोजन की व्यवस्था की जाती है, एक व्यंजन मोटे अनाज का भी रखा जायेगा। छात्रावास एवं मध्यान्ह भोजन में सप्ताह में एक दिन मोटे अनाज का उपयोग हो, इसकी व्यवस्था की जायेगी। गेहूँ निर्यात पर मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति संबंधी संशोधन की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने गेहूँ निर्यात पर मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति संबंधी विभागीय अधिसूचना 7 अप्रैल 2022 में संशोधन की स्वीकृति दी। संशोधन अनुसार प्रदेश के किसी भी कृषि उपज मंडी क्षेत्र में निर्यात के उद्देश्य से क्रय की गई अधिसूचित कृषि उपज "गेहूँ" पर मंडी फीस की प्रतिपूर्ति का लाभ प्रदान करने पर विचार किया जायेगा। मंडी फीस की प्रतिपूर्ति, अधिसूचित कृषि उपज "गेहूँ" की भुगतान पत्रक से क्रय की गई मात्रा पर प्राप्त होगी। देश के अन्य राज्यों से व्यापारियों द्वारा वाणिज्यिक प्रयोजन के अनुक्रम में क्रय एवं विक्रय की गई अधिसूचित कृषि जिन्स पर मंडी फीस की प्रतिपूर्ति नहीं की जायेगी। मंडी फीस की प्रतिपूर्ति के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य होगा। मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि का वहन मंडी बोर्ड के बजट प्रावधान के कृषि उपज निर्यात प्रोत्साहन मद से किया जावेगा।ट्रांसजेण्डर को पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करने की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने ट्रांसजेण्डर को मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग की सूची के क्रमांक 93 के बाद क्रमांक 94 में सम्मिलित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की।उज्जैन में डुंगरिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा डुंगरिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना लागत राशि 104 करोड़ 74 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 3 हजार हेक्टेयर की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से उज्जैन के महिदपुर विकासखण्ड के 8 ग्रामों को सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।टिकटोली डिस्ट्रीब्यूटरी परियोजना की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा टिकटोली डिस्ट्रीब्यूटरी (हरसी उच्च स्तरीय मुख्य नहर से पोषित) परियोजना लागत 44 करोड़ 90 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 3 हजार 700 हेक्टेयर की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से ग्वालियर जिले के 27 ग्रामों के कृषकों को सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद ने भारत सरकार की प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान में (PM-AASHA) प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS) एवं मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF) में ग्रीष्मकालीन वर्ष 2021-22 (विपणन वर्ष 2022-23) में मूंग एवं उड़द का पंजीकृत कृषकों से उपार्जन, राज्य उपार्जन एजेंसी म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित द्वारा किए जाने का निर्णय लिया।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रेहटी के गौरव दिवस पर दी अनेक सौगातें लाड़ली बहना योजना बहनों के सशक्तिकरण को बढ़ायेगी रेहटी नगर के विकास के लिये मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणाएँ ![]() 10 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना दुनिया की अपने तरह की अकेली योजना है जो महिलाओ को सशक्त बनाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी के सहयोग की उम्मीद के साथ रेहटी में नर्मदा नदी से पेयजल के लिए 15 करोड़ रूपये की योजना को स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने रेहटी कॉलेज में पीजी की एम.ए., एम.एससी, एम.कॉम की कक्षाएँ इसी सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने रेहटी में इंडोर स्टेडियम के साथ जिम की स्थापना करने और मालीबाया तक के मार्ग को फोर लेन लाइन बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान सोमवार को रेहटी के गौरव दिवस पर दशहरा मैदान में विशाल जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने गीत गाकर जताया बहनों से स्नेह संबंध ![]() मुख्यमंत्री श्री चौहान लाड़ली बहना योजना की अवधारणा बताते हुए भावुक हो गए और उन्होंने अपने स्नेह तथा संबंधों को "फूलों का तारो का, सबका कहना है, लाखों हजारों में मेरी बहना है" गाकर व्यक्त किया। बहनों ने भी मुख्यमंत्री के स्वर में स्वर मिला कर संबंधों की प्रगाड़ता व्यक्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिलाओं और बेटियों के सशक्तिकरण के बनाई गई मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण, शिक्षक भर्ती में 50 और पुलिस में 30 फीसदी आरक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि लाड़ली बहना योजना बहनों के आत्म-सम्मान की योजना है। उन्होंने कहा कि यह योजना परिवार में प्रेम बढ़ाने, आर्थिक रूप से सशक्तिकरण के साथ जीवन में बदलाव लाएगी। उन्होंने कहा कि ये सामाजिक क्रांति है जो मध्यप्रदेश की धरती से शुरू हुई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई गई योजनाओं के सकारात्मक परिणामों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज बिटियाँ बोझ नहीं लखपति हो रही है और लिंगानुपात में भी सुधार हुआ है। उन्होंने रेहटी के नागरिकों के द्वारा किए गए भावपूर्ण स्वागत के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जनता का विश्वास हमेशा बनायें रखेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बना कर मेरी जिंदगी सफल और मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ है। मैं बचपन से ही बेटी और बहनों के प्रति संवेदनशील रहा हूँ। बेटियों के प्रति अन्याय को रोकने के लिये मैंने पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई, जिसके सफल क्रियान्वयन ने प्रदेश में बेटी को अभिशाप से वरदान बना दिया। अब मेरे दिल से उपजी यह योजना मेरी बहनों को आत्म-निर्भर बनाने के साथ उन्हें सामाजिक रूप से भी सशक्त करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिल कर प्रदेश में नया जमाना लेकर आए, जहाँ सब सुखी हों, किसी की आँख में आँसू न हो। सबके चेहरों पर खुशी और मुस्कुराहट हो। भैया-बहन एक साथ मिल कर चलें और प्रदेश का विकास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रेहटी के गौरव दिवस पर अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों की सौगात दी। साथ ही विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने रेहटी सहित बुधनी और सीहोर के विकास के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, इछावर तथा सीहोर के विधायक सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक उपस्थित रहे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग होंगे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ![]() 9 April 2023 भोपाल.चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व संभालेंगे। रविवार को प्रयागराज में 2 दिवसीय अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से मंत्री श्री सारंग को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। मंत्री श्री सारंग को सभी समाज बंधुओं द्वारा शॉल-श्रीफल, अंगवस्त्र एवं पुष्पहार पहना कर सम्मानित किया। मंत्री श्री सारंग ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारी के लिये सभी का आभार माना। उन्होंने कहा कि हमें समाज के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए वर्तमान को सहेजना होगा। कायस्थ समाज अपनी विद्वता से मानव समाज का मस्तिष्क माना जाता है। हमें संस्था को पाँच (स) संगठन, संपर्क, समन्वय, सद्भाव और सेवा से मजबूत बनाना होगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह, उत्तरप्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अनील कुमार सक्सेना, पूर्व कैबिनेट मंत्री (उ.प्र. सरकार) एवं विधायक शहर पश्चिमी प्रयागराज श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, विधायक- वाराणसी केन्ट (उ.प्र.) श्री सौरभ श्रीवास्तव, विधायक-रामपुर (उ.प्र.) श्री आकाश सक्सेना, एमएलसी (उ.प्र. विधानसभा) डॉ. के.पी. श्रीवास्तव, एमएलसी (उ.प्र. विधानसभा) श्री आशुतोष सिन्हा, श्री अजय श्रीवास्तव नीलू सहित कार्यकारिणी के सदस्य एवं कायस्थ समाज के गणमान्य जन उपस्थित रहे। डॉ. यशपाल सिंह शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित ![]() 8 April 2023 भोपाल.जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित बावड़िया कला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय (गुरुकुलम्) विद्यालय के प्राचार्य डॉ. यशपाल सिंह को केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया है। डॉ. सिंह को शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और जनजातीय विद्यार्थियों के समग्र विकास में योगदान के लिए नेशनल एजुकेशन सोसायटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (नेस्ट) द्वारा सम्मानित किया गया है। नेस्ट के कमिश्नर श्री असित गोपाल ने नेस्ट के 5वें स्थापना दिवस पर नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स में हुए समारोह में डॉ. सिंह को सम्मान-पत्र, 25 हजार रूपए सम्मान राशि और शॉल-श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया। प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य डॉ. पल्लवी जैन गोविल एवं आयुक्त श्री संजीव सिंह ने डॉ. यशपाल सिंह को बधाई दी। गौरतलब है कि डॉ. सिंह इससे पहले मंत्रालय द्वारा मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम नई दिल्ली में 'आदि महोत्सव' में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। वे गणित को विद्यार्थियों के लिए रुचिकर और सरल बनाने के विषय पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में प्रेजेंटेशन भी दे चुके हैं। डॉ. सिंह की लिखी 'ट्रिकी मैथमेटिक्स' किताब के तीन अंक प्रकाशित हो चुके हैं। पुराने कुएँ-बावड़ियों का जीर्णोद्धार कर जल-स्रोतों के रूप में उपयोग किया जाएगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 7 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सुरक्षा की सभी व्यवस्थाएँ करते हुए पुराने कुएँ-बावड़ियों का जीर्णोद्धार कर, उनका जल-स्रोतों के रूप में उपयोग किया जाएगा। इन्दौर में विगत दिनों हुई हृदय विदारक घटना के बाद प्रदेश में कुएँ-बावड़ियों को चिन्हित कर उन्हें सुरक्षित बनाने के हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए गए थे। इनको चिन्हित करने का कार्य जारी है। उन्हें भरने के बजाए, जल-स्रोतों के रूप में उपयोग करने के उद्देश्य से उन्हें सुरक्षित बनाते हुए जीर्णोद्धार करने से कुएँ-बावड़ियाँ समाज के लिए उपयोगी होंगी। इन्दौर में सामंजस्य और सद्भाव के साथ फिर से मंदिर स्थापित किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु फिर से पूजा-अर्चना कर सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स उद्यान में पौध-रोपण कर मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। कौशलेंद्र विक्रम सिंह IAS- संघ कार्य के लिए भोपाल की कलेक्टरी छोड़ी, पहले लक्ष्य पूरा करेंगे ![]() 6 April 2023 भोपाल.पिछले दिनों मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों के ट्रांसफर हुए। सबसे ज्यादा चर्चा श्री अविनाश लवानिया की होनी चाहिए थी परंतु श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह सुर्खियों में आ गए हैं। सरकार ने उन्हें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का कलेक्टर बनाया था परंतु उन्होंने कलेक्टर का पद छोड़कर पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक का पद ग्रहण किया। अब कहा जा रहा है कि संघ कार्य के लिए श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भोपाल के कलेक्टर का पद छोड़ दिया। पहले लक्ष्य पूरा करेंगे और उसके बाद किसी विकल्प पर विचार करेंगे। कौशलेंद्र विक्रम सिंह IAS- कलेक्टर पद छोड़कर रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह की भोपाल के कलेक्टर के पद पर नियुक्ति के तत्काल बाद पदस्थापना में परिवर्तन की खबर, स्वाभाविक रूप से सुर्खियों में आ गई थी। राजनीति और प्रशासनिक मामलों में रुचि रखने वाले सभी लोग इसका कारण जानना चाहते थे, क्योंकि भोपाल का कलेक्टर एक पावरफुल पोस्टिंग होती है। खबर मिली है कि मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी का पद श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्वयं चुना है, क्योंकि इस पद पर रहते हुए वह एक महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं।मध्य प्रदेश के ओमकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की विशाल मूर्ति की स्थापित किया जाना है। दावा किया जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा होगी। स्वाभाविक रूप से एक महत्वपूर्ण काम है और काफी जिम्मेदारी भरा है। इस काम में संघ की विशेष रूचि है। एक छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है इसलिए यह काम जिम्मेदार हाथों में दिए जाने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया गया था। मध्यप्रदेश के नाम इसी रिकॉर्ड को बनाने के लिए श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अपनी पदस्थापना में परिवर्तन करवा लिया है। प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण ही मेरी जिंदगी का मकसद : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 5 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण ही मेरी जिंदगी का मकसद है। इसे पूरा करने के लिए मुझे आप सभी का सहयोग चाहिए। प्रदेश में बहन-बेटियों की जिंदगी सँवारने के लिए सामाजिक क्रांति चल रही है। यदि बहने सुखी हैं तो मेरी जिंदगी सफल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शहडोल जिले के ब्यौहारी में लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को 51 करोड़ के बोनस का वितरण भी किया। बहनों ने अपने लाड़ले भैया शिवराज को राखी बांधी, उनके लिए गीत गाया, अभिनंदन-पत्र का वाचन किया और धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 327 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत वाली भन्नी वृहद सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने जिला प्रशासन की पुस्तक "सफल-सबल शहडोल" का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहानने ब्यौहारी को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने, रिंग रोड औरपुल निर्माण सिहत बाण सागर में इसी सत्र से कॉलेज खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है। यह बहनों की जिंदगी में सम्मान लाएगी और उनका आत्म-विश्वास बढ़ेगा। काफी सोच-विचार के बाद यह योजना बनाई गई है। इसमें बहनों के खाते में हर माह 1000 रूपये दिए जाएंगे। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख से कम हो, भूमि 5 एकड़ से कम हो और चार पहिया वाहन न हो, की 23 से 60 वर्ष तक की बहनों को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना के लिए हर वार्ड और गाँव में शिविर लगाए जाकर फार्म भरे जाएंगे। फार्म भरने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। यदि इसके बाद भी नाम छूट गए तो उन्हें भी जोड़ा जाएगा। हर पात्र बहन को योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना में बहनों का केवाईसी कराना आवश्यक है। इसके लिए सरकार प्रति केवाईसी 15 रूपये केवाईसी करने वालों को देगी। केवाईसी राशन की दुकान, कॉमन सर्विस सेंटर और एमपी ऑनलाइन पर करवाया जा सकता है। इसके लिए यदि बहन को दूसरे गाँव जाना पड़े, तो उसके लिए गाड़ी की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी बहन किसी भी व्यक्ति को एक भी रुपया न दे। यदि कोई मांग करता है तो सीधे 181 पर शिकायत करें, उस व्यक्ति को जेल भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैंने बचपन से देखा कि बेटियों के प्रति पूरा न्याय नहीं होता था। उन्हें घर, परिवार और समाज में बेटों के बराबर सम्मान नहीं मिलता था। तब मैंने मन में ठान लिया था कि मैं बेटियों के सम्मान के लिए निरंतर संघर्ष करूँगा। मैंने मुख्यमंत्री बनते ही लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। इसके बाद मुख्यमंत्री कन्या विवाह /निकाह, गाँव की बेटी और प्रतिभा किरण जैसी अनेक योजनाओं से बहन-बेटियों के कल्याण के कार्य होते चले गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पंचायतों और नगरीय निकाय में बहनों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इससे वे राजनीतिक क्षेत्र में भी सशक्त हो रही है। पुलिस की भर्ती में बहनों को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है। प्रदेश में नशे पर नैतिक अंकुश लगाया गया है। शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा नियम के लागू हो जाने के बाद जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय भाई-बहनों को जल, जंगल और जमीन के अधिकार मिले हैं। अब तेंदूपत्ता संग्राहक स्वयं तेंदूपत्ता तोड़ कर बेच सकते हैं। अपने क्षेत्र की पत्थर और गिट्टी की खदानों को संचालित कर सकते हैं। छोटे-मोटे झगड़े गाँव की शांति और विवाद निराकरण समिति ही निपटा देती है। अब आपकी जमीन कोई नहीं हड़प सकता। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछली सरकार ने कर्जा माफी की घोषणा पूरी नहीं की, जिससे लाखों किसान डिफॉल्टर हो गए। हमारी सरकार उन सब किसानों के ब्याज की राशि भरवा कर उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण दे रही है। किसानों के ऊँचे-नीचे खेतों में भी पाइप लाईन बिछा कर पानी पहुँचाया जा रहा है। निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा देने के लिए सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं, जो सभी सुविधाओं लाइब्रेरी, प्रयोगशाला, खेल मैदान आदि से युक्त हैं। प्रत्येक सीएम राइज स्कूल लगभग 35 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है और 25 किलोमीटर दूर तक के विद्यार्थियों को लाने के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है। वन मंत्री कुंवर डॉ. विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है। प्रदेश में बच्चे के जन्म से लेकर अंतिम संस्कार तक की योजनाएँ संचालित जा रही हैं। हाल ही में प्रदेश में शुरू की गई लाड़ली बहना योजना का लाभ लगभग सभी तेंदूपत्ता संग्राहक बहनों को मिलेगा। केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि लाड़ली बहना जैसी योजनाओं से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नया इतिहास रचा है। प्रदेश के जनजातीय विकासखंडों में पेसा नियम का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन सभी अनूठी पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान बधाई के पात्र हैं। सांसद श्रीमती रीति पाठक और विधायक श्री शरद कोल ने भी संबोधित किया। जनजाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री राम खेलावन पटेल सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक मौजूद रहे। प्रदेश में 730 पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना का अनुसमर्थन ![]() 4 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में 730 पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना का अनुसमर्थन किया। प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में अधिकतम 02 स्कूल (313 विकासखण्डों में 626) और 52 जिलों के नगरीय निकायों में 104 स्कूल, इस तरह अधिकतम 730 स्कूलों को पी.एम. श्री स्कूल के रूप चिन्हित किया जाएगा। चिन्हित स्कूलों में से एक प्रारंभिक शिक्षा (कक्षा पहली से आठवीं) एवं एक विद्यालय उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के लिये संचालित होगा। पी.एम. श्री स्कूल की लागत 60:40 के अनुपात में केन्द्र और राज्य द्वारा वहन की जाएगी। सभी 730 पी.एम. श्री स्कूलों पर प्रतिवर्ष 277 करोड़ 40 लाख रूपए का व्यय भार आयेगा, जिसमें से राज्यांश 110 करोड़ 96 लाख रूपए प्रतिवर्ष होगा। यह परियोजना 5 वर्ष की है और इस अवधि में 554 करोड़ 80 लाख रूपए का व्यय भार राज्य सरकार पर आएगा। योजना के 5 वर्ष बाद इसका संचालन पूरी तरह राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि पी.एम. श्री स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के समग्र रूप से अनुपालन के साथ शिक्षा की गुणवत्ता, समानता एवं शिक्षा सुविधा की पहुँच का समावेश किया जायेगा। ये स्कूल अन्य विद्यालयों के लिये उदाहरण के रूप में प्रस्तुत होंगे। मंत्रि-परिषद् द्वारा सीहोर जिले के बुधनी में 100 एम.बी.बी.एस. सीट प्रवेश क्षमता का नवीन चिकित्सा महाविद्यालय तथा 500 बिस्तर सम्बद्ध अस्पताल स्थापित किये जाने के साथ नर्सिंग पाठ्यक्रमों के लिये 60 सीट प्रवेश क्षमता का नर्सिंग महाविद्यालय और पेरामेडिकल पाठ्यक्रमों के लिये 60 सीट प्रवेश क्षमता का महाविद्यालय स्थापित किये जाने के लिये 714 करोड़ 91 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। होशंगाबाद, इटारसी, पिपरिया, बैतूल एवं आसपास के क्षेत्रों की भोपाल, जबलपुर तथा छिंदवाड़ा में स्थित चिकित्सा महाविद्यालयों से दूरी अत्यधिक होने से क्षेत्र की जनता को चिकित्सा सुविधाएँ सुलभता से प्राप्त होंगी। समर्थन मूल्य विकेन्द्रीकृत योजना में नि:शुल्क शासकीय प्रत्याभूति राशि 29 हजार 400 करोड़ रूपये की स्वीकृति मंत्रि-परिषद् ने प्रदेश में समर्थन मूल्य विकेन्द्रीकृत योजना अंतर्गत खाद्यान्न के उपार्जन सार्वजनिक वितरण प्रणाली और अन्य शासकीय योजनाओं के संचालन एवं डेफिसिट पूर्ति के लिये एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक की अवधि के लिये नि:शुल्क शासकीय प्रत्याभूति राशि 29 हजार 400 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी। शासकीय प्रत्याभूति से उपलब्ध राशि के अलावा शेष राशि की वित्त व्यवस्था ज्यादा ब्याज दर वाली खाद्यान्न साख सीमा से की जायेगी। निःशुल्क शासकीय प्रत्याभूति में से मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन एवं मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ के मध्य समय-समय पर पुर्नआवंटन का अधिकार खादय विभाग को दिया गया है।शासकीय हेलीकाप्टर बेल-430 के स्पेयर्स एवं स्पेयर इंजिन का विक्रय मंत्रि-परिषद् द्वारा शासकीय हेलीकाप्टर बेल-430 के स्पेयर्स एवं स्पेयर इंजिन के विक्रय के लिये जारी निविदा में राशि 2 करोड़ 36 लाख रूपये, जो कि निर्धारित ऑफसेट मूल्य राशि 2 करोड़ 24 लाख रूपये से अधिक का प्रस्ताव देने वाली संस्था को विक्रय करने का निर्णय लिया गया।अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश फिल्म पर्यटन नीति-2020 में संशोधन के लिए विभागीय प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए नीति की कंडिका-10 की उप कंडिका 10.1.3 के द्वितीय तारांकित के निर्णय के लिये साधिकार समिति को अधिकृत किया।मंत्रि-परिषद ने एकात्म शिक्षण समिति भैंसोदा तहसील नलखेड़ा, जिला आगर मालवा एवं भारतीय किसान संघ, मालवा प्रांत तहसील मल्हारगंज जिला इंदौर को निर्धारित शर्तों एवं राशि जमा करने पर भू-आवंटन की स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वायदा निभाया : नसरूल्लागंज का नाम हुआ भैरूंदा ![]() 2 April 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज नसरूल्लागंज का नाम बदल कर भैरूंदा कर दिया गया है। उन्होंने पुराने नाम को ऐतिहासिक अन्याय बताते हुए कहा कि नाम परिवर्तन से हमारा वैभव फिर लौटा है। उन्होंने नगर के ऐतिहासिक बदलाव के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को विशाल जन-समूह के बीच नसरूल्लागंज का नामकरण भैरूंदा करने का उदघोष नगर के गौरव दिवस पर किया। उन्होंने सिंगल क्लिक से नसरुल्लागंज का नाम बदलकर भेरूंदा करने के साथ ही गजट नोटिफिकेशन सांसद श्री रमाकांत भार्गव और अध्यक्ष नगर परिषद श्री मारुति शिशिर को सौंपा। नागरिकों ने वर्षों पुरानी मांग पूर्ण होने और फिर से वैभव लौटाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार माना। हजारों की संख्या में उपस्थित नागरिकों का उत्साह देखते ही बनता था। इस अवसर पर आतिशबाजी भी की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गौरव दिवस पर नगर को 80 करोड़ 94 लाख से अधिक राशि के अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों की सौगात दी। इन कार्यों में 76 करोड़ 25 लाख 51 हजार रूपए की लागत के 16 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन तथा 4 करोड़ 68 लाख 50 हजार रूपए के दो निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भैरूंदा नगर के विकास के लिये 100 करोड़ रूपये देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पूरे क्षेत्र में सिंचाई, सड़क, बिजली, शिक्षा आदि के अनगिनत कार्य हुए है। भैरूंदा से अब 350 करोड़ रूपये की लागत से नेशनल हाइ-वे बनाया जायेगा, जो खातेगांव, बडनगर और इटारसी को भी जोड़ेगा। उन्होंने भैरूंदा के दो दर्जन से अधिक गाँव को सीप अंबर लिफ्ट एरिगेशन योजना से जोड़ने की घोषणा की। साथ ही करीब एक दर्जन गाँव में बेराज निर्माण की मंजूरी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना योजना को अपने कार्यकाल की सर्वाधिक अच्छी योजना निरूपित करते हुए कहा कि यह योजना गरीब परिवार में खुशहाली के साथ ही बहनों के सशक्तिकरण, मान-सम्मान बढ़ाने और आत्म-निर्भर बनाने की योजना है। उन्होंने सभी पात्र बहिनों से शिविर में बिना कुछ दिए आवेदन करने का आहवान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम. राइज स्कूल गाँव के गरीब परिवार के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का माध्यम बनेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटियों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। प्रदेश में अब मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा अब हिंदी भाषी बच्चे भी कर सकेंगे और अपना भविष्य सवांर सकेंगे। उन्होंने भैरूंदा में स्किल पार्क बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती, स्व-रोजगार योजनाओं से रोजगार देने के साथ ही अब मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना भी जून से लागू की जायेगी। योजना में काम सीख रहे युवाओं को 8 हजार रूपए भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में शराब को हतोत्साहित करने के लिये सभी अहाते बंद कर दिये गये हैं। इस दिशा में समाज को भी सकारात्मक रूख अपनाना होगा। सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने भैरूंदा का वैभव लौटाने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस पर 40 से अधिक विभागीय गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री ने नगर की विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। पीएम मोदी ने वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, भोपाल से नई दिल्ली के लिए रवाना ![]() 1 April 2023 भोपाल.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर भोपाल से दिल्ली के लिए देश की 11वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह मध्यप्रदेश में पहली वंदे भारत ट्रेन है। पीएम मोदी सुबह करीब साढ़े नौ बजे एयरफोर्स के विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। स्टेट हैंगर पर राज्यपाल एवं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की। पीएम मोदी जी बोले... ![]() हमारे देश में कुछ लोग है, जो साल 2014 के बाद से ही यह ठान कर बैठे हैं। उन्होंने अपना संकल्प घोषित किया है कि हम मोदी की छवि को धूमिल करके रहेंगे। इसके लिए इन लोगों ने भांति-भांति के लोगों को सुपारी दे रखी है और खुद भी मोर्चा संभाले हुए हैं। इनका साथ देने के लिए कुछ लोग देश के भीतर हैं, कुछ देश के बाहर बैठकर भी काम कर रहे हैं। ये लोग किसी तरफ मोदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन आज आदिवासी, पिछले, आम जनता हर भारतीय मोदी का सुरक्षा कवच बना हुआ है। इसलिए यह लोग बौखला गए है। नए-नए पैतरे अपना रहे हैं। साल 2014 में उन्होंने मोदी की छवि धूमिल करने का संकल्प लिया। अब संकल्प लिया है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। इनकी साजिश के बीच आपको और देश वालों को राष्ट्र निर्माण पर ध्यान देना है। यह नई वंदे भारत ट्रेन इसी संकल्प का हिस्सा है। एक बार फिर मध्यप्रदेश, भोपाल की जनता को आधुनिक ट्रेन के लिए बहुत-बहुत बधाई। पीएम मोदी जी बोले... ![]() बच्चों से बात की। उनके अंदर इस ट्रेन को लेकर उमंग देखने योग्य थी। जब यह कार्यक्रम तय हुआ, तो मुझे बताया गया कि एक तारीख को कार्यक्रम है। मैंने कहा कि 1 अप्रैल को क्यों रखे हो? जब अखबार में खबर आएगी कि मोदी जी एक अप्रैल को हरी झंडी दिखाने वाले हैं, तो हमारे कांग्रेस के साथी जरूर बयान देंगे कि मोदी अप्रैल फूल बनाएगा। पहले देश के एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही। देश के गरीब, मध्यम वर्गीय परिवार को तो उन्होंने अपने हाल पर ही छोड़ दिया था। इनकी आशाएं, अपेक्षाएं, इन्हें पूछने वाला कोई नहीं था। आजादी के बाद भारत को बहुत बड़ा रेलवे नेटवर्क बना बनाया मिला था। तब की सरकारें चाहती थी, तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं। लेकिन, राजनीतिक स्वार्थ के लिए रेलवे के विकास को बलि चढ़ा दिया। आजादी के इतने दशक बाद भी नॉर्थ ईस्ट के राज्य ट्रेन से नहीं जुड़े थे। 2014 में जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तो मैंने तय किया कि अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे का कायाकल्प होकर रहेगा। 9 साल में हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि भारतीय रेल दुनिया का श्रेष्ठ रेल नेटवर्क कैसे बने। 2014 से पहले भारतीय रेल को लेकर क्या खबरें आती थीं, आप जानते हैं। पीएम मोदी आज भोपाल दौरे पर हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश की पहली और देश की 11वीं वंदेभारत ट्रेन की सौगात दी। पीएम ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगू भाई पटेल मौजूद रहे। ये ट्रेन भोपाल से दिल्ली के बीच चलेगी। ये ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलेगी शनिवार को ट्रेन नहीं चलेगी। पीएम मोदी ने कहा, रेलवे के इतिहास में बहुत कम हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर किसी प्रधानमंत्री का दोबारा आना हुआ होगा। लेकिन आधुनिक भारत में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं। नई परंपराएं बन रही हैं। आज का कार्यक्रम इसका ही उत्तम उदाहरण है। अभी यहां मैंने जो यात्री के रूप में स्कूल के बच्चे जा रहे थे, उनके साथ संवाद किया। उनके भीतर ट्रेन को लेकर जो उमंग और उत्साह था, वह देखने लायक थी। एक तरह से वंदे भारत ट्रेन उमंग का प्रतीक है। मुझे बताया गया कि 1 अप्रैल को कार्यक्रम है। मैंने कहा क्यों रख रहे हो। कांग्रेस के लोग कहेंगे कि मोदी एक अप्रैल को अप्रैल फूल करेंगे। एडमिरल हरि कुमार कोरोना पॉजिटिव पीएम मोदी आज भोपाल में आयोजित संयुक्त कमांडर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन में शामिल होने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट कराया गया था। नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है, जिसके चलते वह कमांडर्स कॉन्फ्रेंस बीच में छोड़कर स्पेशल प्लेन से दिल्ली लौट गए।प्लेटफॉर्म नंबर एक पीएम मोदी के लिए रिजर्व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक के एंट्री गेट को पीएम मोदी के लिए रिजर्व किया गया है। इस गेट से VIP को एंट्री दी जाएगी। जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले स्टूडेंट, समन्वयक, रेलवे कर्मियों को दोपहर 12 बजे से प्लेटफॉर्म क्रमांक पांच से प्रवेश करेंगे। इसके लिए यहां स्पेशल पाथ-वे कॉरिडोर बनाया गया है। आम यात्रियों की स्टेशन में एंट्री प्लेटफार्म नंबर पांच की ओर से ही होगी।कांग्रेस नेत्री के घर पहुंची पुलिस प्रधानमंत्री के भोपाल दौरे के समय कांग्रेस नेत्री पर कार्रवाई देखने को मिली। मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा के घर पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने संगीता को निगरानी में रखा है। बताया जा रहा है कि खुफिया विभाग से पुलिस को इनपुट मिला था कि पीएम का कारकेड जब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय की तरफ जाएगा, तब संगीता शर्मा समर्थकों के साथ नारेबाजी कर अशांति फैला सकती हैं। हालांकि, उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।संयुक्त कमांडर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुए पीएम भोपाल जिला प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान स्थित हेलीपेड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया। यहां से पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संयुक्त कमांडर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुए। यह सम्मेलन तैयार, पुनरुथान, प्रासंगिक थीम पर आयोजित किया गया है।सीएम ने हाथ जोड़कर स्वागत किया ![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल पहुंच गए हैं। स्टेट हैंगर पर सीएम शिवराज ने उनका हाथ जोड़कर अभिनंदन किया। पीएम के आने से पहले सीएम ने कहा कि 'प्रधानमंत्री जी का आगमन प्रदेश के सौभाग्य के सूर्योदय के सामान है'। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मृतकों के परिजन से मिल कर ढाँढस बंधाया और शोक संवेदना व्यक्त की ![]() 31 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इन्दौर में हुई घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के निर्देश दिए गए हैं। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जाँच के आधार पर जिम्मेदारी तय कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्ण करने की है। शेष प्रभावितों को ढूंढने के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार द्वारा घायलों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों की सहायता में किसी भी तरह की कसर नहीं रखी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजन से चर्चा की तथा ढाँढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य शासन पूरी तरह से उनके साथ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार की सुबह अल्प प्रवास पर इन्दौर पहुँचे थे। उन्होंने अस्पताल पहुँच कर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घटना स्थल पहुँच कर स्थिति का मुआयना भी लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैं स्वयं भी रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में रहा। घायलों का अस्पताल में बेहतर इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता में कोई कसर नहीं छो़ड़ेगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में जहाँ भी ऐसे ढँके हुए कुएँ और बावड़ियाँ हैं, उनकी जाँच कराने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। खुले रह गए बोरवेल की जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं। बोरवेल खुले होने पर संबंधितों पर कार्यवाही की जाएगी। गृह मंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, इन्दौर महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। 2610 करोड़ की लागत से होगा विद्युत पारेषण और वितरण प्रणाली का सुदृढ़ीकरण ![]() 31 March 2023 भोपाल.ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि मंत्रि-परिषद द्वारा विद्युत कंपनियों की 2610 करोड़ रूपए लागत की विभिन्न पूँजीगत योजनाओं को स्वीकृत किया गया है। इसमें पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना के लिए 2077 करोड़ रूपए, उप पारेषण एवं वितरण प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना के लिए 533 करोड़ रूपए के कार्य शामिल हैं। पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना में 4 नवीन अति उच्च दाब उपकेंद्र की स्थापना, 6212 एमव्हीए अति उच्चदाब उप केंद्र क्षमता वृद्धि और 1438 सर्किट किलोमीटर अति उच्चदाब लाइनों का निर्माण सम्मिलित है। उप पारेषण एवं वितरण प्रणाली सुदृढीकरण योजना में 33/11 के.वी. के 1832 उप केंद्रों का उन्नयन, 4 नवीन 33/11 केवी उप केंद्रों की स्थापना, 988 किलोमीटर उच्च दाब लाइनों का निर्माण, 115 किलोमीटर निम्नदाब लाइनों का निर्माण, 71 अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर की स्थापना, 71 पॉवर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, 2290 नवीन वितरण ट्रांसफार्मर की स्थापना और 1570 वितरण ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि के कार्य शामिल हैं। इनमें 440 करोड़ रूपए का व्यय आएगा। इन योजनाओं के लिए वित्तीय संस्थाओं से 1662 करोड़ रूपए ऋण लिया जाएगा और राज्य शासन द्वारा बजट से 948 करोड़ रूपये उपलब्ध कराये जायेंगे । योजनाओं के क्रियान्वयन के बाद उपभोक्ताओं को और अधिक गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदाय की जा सकेगी। प्रधानमंत्री की अगवानी एवं विदाई के लिये मिनिस्टर-इन-वेटिंग नामित ![]() 31 March 2023 भोपाल.प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक अप्रैल को भोपाल आगमन एवं विदाई के लिये मंत्रीगण को "मिनिस्टर-इन-वेटिंग'' नामित किया गया है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भोपाल एयरपोर्ट, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह को हेलीपेड लाल परेड ग्राउण्ड और हेलीपेड बरकतउल्ला विश्वविद्यालय तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के लिये "मिनिस्टर-इन-वेटिंग'' नामित किया गया है। भारत की सेना विश्व की सबसे अधिक सक्षम सेनाओं में से एक: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 29 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवरात्रि का पावन पर्व शक्ति की उपासना का पर्व है। मध्यप्रदेश और भोपाल का सौभाग्य है कि नवरात्रि में फौजी मेला और शस्त्र प्रदर्शनी से हमें शक्ति की आराधना का अवसर प्राप्त हुआ है। मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केन्द्र सरकार द्वारा भोपाल में फौजी मेला आयोजित करने के लिए आभारी हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत वर्ष का हजारों साल लम्बा ज्ञात इतिहास रहा है। हमारा शौर्य और वीरता भी हजारों वर्षों से स्थापित है। भारत के विचार, संस्कार, संस्कृति ने विश्व को दिशा दिखाई है। यदि हम शक्तिहीन हैं तो कोई हमारी बात नहीं सुनता है। भारत की सेना विश्व की सबसे अधिक सक्षम सेनाओं में से एक है। हमारे जवान कठिनतम परिस्थितियों में रह कर माँ भारती की रक्षा कर रहे हैं। सेना के त्याग, तपस्या के परिणामस्वरूप ही हम उत्सव और त्यौहार मना पाते हैं। मैं अपनी अद्भुत सेना के शौर्य, साहस और वीरता को प्रणाम करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के मैदान में फौजी मेला और शस्त्र प्रदर्शनी का शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे। कमांडिंग इन चीफ नॉर्दन आर्मी कमांड लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फीता काट कर तथा गुब्बारे छोड़ कर फौजी मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को फौजी मेला-2023 का स्मृति-चिन्ह भेंट किया गया। आजादी के बाद शहीद हुए 30 हजार जवानों की स्मृति में बनाया है भोपाल का शौर्य स्मारक मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि तीनों सेनाओं की कमांडर कॉफ्रेंस 30 मार्च से 1 अप्रैल तक भोपाल में होने जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी, केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के वरिष्ठतम अधिकारी इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सेना धर्म की जय के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्पष्ट संदेश है कि हम अपनी तरफ से किसी को छेड़ेंगे नहीं, अगर किसी ने हमें छेड़ा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। पाकिस्तान ने सन् 1965 और 1971 में जुर्रत की तो हमारी सेनाओं ने उन्हें सबक सिखाया। कारगिल युद्ध और सर्जिकल स्ट्राइक में भी हमारे सैनिकों ने दुश्मन के इरादे नेस्तनाबूद किए। भारतीय सेना ने चीन को भी यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसी से कम नहीं है। आजादी के बाद भी 30 हजार जवानों ने शहादत दी है। उनकी स्मृति में हमने भोपाल में शौर्य स्मारक बनाया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत हथियारों के मामले में आत्म-निर्भर हो रहा है। फौजी मेले में भी अनेक ऐसे हथियार हैं, जो स्वदेश में ही निर्मित हुए हैं।मध्यप्रदेश सरकार शहीदों के सम्मान के लिए समर्पित मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की रक्षा की है। केवल युद्ध ही नहीं आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुँचाने में भी हमारी सेना संवेदनशीलता के साथ सक्रिय रही है। तुर्की में आई आपदा में सबसे पहले भारतीय सेना ने ही पहुँचकर राहत कार्य आरंभ किए थे। भारतीय सेना पर हमें गर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार शहीदों के सम्मान के लिए समर्पित है। राज्य सरकार सर्वोच्च बलिदान की स्थिति में शहीद के परिवार को श्रद्धा और सम्मान स्वरूप एक करोड़ रूपए उपलब्ध कराती है। परिजन को शासकीय सेवा में स्थान देने के साथ शहीद की स्मृति में प्रतिमा या स्मारक भी स्थापित किया जाता है।300 मीटर दूरी तक मार करने वाली एम- 4 गन से साधा निशाना मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फौजी मेले में प्रदर्शित थल, वायु और जल सेना के अस्त्र-शस्त्र तथा उपकरणों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने 300 मीटर दूरी तक मार करने वाली एम-4 गन से निशाना साधा। साथ ही लेजर टारगेट डेसिंगनेटर, फगोट लांचर, वर्चुअल रियालटी सेट पर नेवी की गतिविधियों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सियाचिन सर्वाइवल गियर, लाइट स्ट्राइक रायफल, कम्यूनिकेशन रोवर, अर्जुन युद्धक टैंक, वायु सेना के विमान संचालन की कार्य-प्रणाली को भी देखा और तकनीक के संबंध में जानकारी प्राप्त की।अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई के विस्तार के लिये 4665.87 करोड़ रूपये स्वीकृत ![]() 28 March 2023 भोपाल.कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में "कौशल विकास योजना" को स्वीकृति तीन नवीन तहसीलों के सृजन की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में 3 जिलों में 3 नवीन तहसीलों के सृजन का निर्णय लेते हुए उनके कुशल संचालन के लिये पदों की स्वीकृति दी गई। खण्डवा जिले में नवीन तहसील छैगांव माखन, सिंगरौली जिले में नवीन तहसील बरगवां और आगर-मालवा जिले में नवीन तहसील सोयतकला के सृजन की स्वीकृति दी गई। जिला खंडवा में नवीन तहसील छैगांव माखन में वर्तमान तहसील खंडवा के राजस्व निरीक्षक मंडल चिचगोहन के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 20 तक एवं राजस्व निरीक्षक मंडल छैगांव माखन के पटवारी हल्का क्रमांक 21 से 40 तक कुल 40 पटवारी हल्के तथा वर्तमान पंधाना तहसील के राजस्व निरीक्षक मंडल (डूल्हार) के पटवारी हल्का क्रमांक 01 से 19 तक कुल 19 पटवारी हल्के इस प्रकार कुल 59 हल्के समाविष्ट होंगे। जिला खण्डवा में तहसील छैगांव माखन के सृजन उपरांत शेष तहसील खण्डवा में राजस्व निरीक्षक मंडल जावर के हल्का क्रमांक 41 से 63 तक राजस्व निरीक्षक मंडल खंडवा 1 के हल्का क्रमांक 64 से 78, 84 से 90 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल खण्डवा 2 के हल्का क्रमांक 91 से 94, 96 से 104 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल सिंगोट के हल्का क्रमांक 105 से 125 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल पिपलोद हल्का क्रमांक 126 से 148 तक, इस प्रकार कुल 108 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। जिला खंडवा में नवीन तहसील छैगांव माखन के कुशल संचालन के लिये तहसीलदार का एक, नायब तहसीलदार का एक, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3 सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 3, जमादार/दफतरी/बस्तावरदार का एक, वाहन चालक का एक और भृत्य के 5 इस प्रकार कुल 17 पद स्वीकृत किये गए। जिला सिंगरौली में नवीन तहसील बरगवां में तहसील देवसर के राजस्व निरीक्षक मंडल देवसर गिर्द के पटवारी हल्का नंबर 32 व 33 एवं राजस्व निरीक्षक मंडल बरगवां के पटवारी हल्का नंबर 34 से 52 तक, तहसील सरई के राजस्व निरीक्षक मंडल खनुआनया के पटवारी हल्का नंबर 44 से 46 एवं 52 व 53 तक, तहसील सिंगरौली के राजस्व निरीक्षक मंडल परसौना के पटवारी हल्का नंबर 1 से 3 तक, इस प्रकार कुल 29 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। तहसील बरगवां के गठन के बाद शेष तहसील देवसर में तहसील देवसर के राजस्व निरीक्षक मंडल सरोंधा के पटवारी हल्का नम्बर 1 से 15 तक एवं राजस्व निरीक्षक मंडल देवसर जिले के पटवारी हल्का नंबर 16 से 31 तक, इस प्रकार कुल 31 पटवारी हल्के समाविष्ट होगें तथा तहसील सरई में राजस्व निरीक्षक मंडल निवास के पटवारी हल्का नंबर 01 से 21, राजस्व निरीक्षक मंडल सरई के पटवारी हल्का नं. 22 से 43 एवं राजस्व निरीक्षक मंडल खनुआयना के पटवारी हल्का नं. 47 से 51 व 54 से 62 इस प्रकार कुल 57 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील बरगवां में समाविष्ट किये जाने के लिए प्रस्तावित हल्कों के अपवर्जन करने के बाद तहसील सिंगरौली में तहसील सिंगरौली के राजस्व निरीक्षक मंडल परसौना के पटवारी हल्का नंबर 4 से 13 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल खुटार के पटवारी हल्का 14 से 22 एवं 45 से 48 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल के पटवारी हल्के 42 एवं 44 एवं 49 से 59 तक, इस प्रकार कुल 36 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील बरगवां के कुशल संचालन के लिए तहसीलदार का एक, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 4 सहायक ग्रेड-3. (प्रवाचक) के 2, जमादार / दफतरी /बस्तावरदार का एक, वाहन चालक का एक और भृत्य के 4 इस प्रकार कुल 14 पद स्वीकृत किये गये। जिला आगर-मालवा में नवीन तहसील सोयतकला में तहसील सुसनेर के राजस्व निरीक्षक मंडल सोयतकला के पटवारी हल्का नम्बर 1 से 24 तक, कुल 24 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे, जिसके बाद मूल तहसील सुसनेर में राजस्व निरीक्षक मंडल श्यामपुर के पटवारी हल्का नम्बर 25 से 35 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल सुसनेर के पटवारी हल्का नम्बर 36 से 49 तक और राजस्व निरीक्षक मंडल मोड़ी के पटवारी हल्का नम्बर 50 से 59 तक, इस प्रकार कुल 35 पटवारी हल्के शेष रहेंगे। नवीन तहसील सोयतकला के कुशल संचालन के लिये तहसीलदार का एक, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार/दफतरी/बस्तावरदार का एक, वाहन चालक का एक और भृत्य के 4 इस प्रकार कुल 14 पद स्वीकृत किये गए। 4 हजार 600 करोड़ रूपये से अधिक ताप विद्युत गृह के लिये अनुमोदित मंत्रि-परिषद् द्वारा मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड की पूँजीगत योजना अमरकंटक ताप विद्युत गृह, चचाई में विस्तार इकाई 1x660 मेगावाट क्षमता की नवीन सुपर क्रिटिकल ताप विदयुत इकाई लागत 4665 करोड़ 87 लाख रूपये की स्थापना का अनुमोदन किया। इकाई का क्रियान्वयन म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड एवं कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी एस.ई.सी.एल. के मध्य गठित संयुक्त उपक्रम द्वारा किया जाएगा। परियोजना के वित्तीय पोषण के लिये 70 प्रतिशत ऋण वित्तीय संस्थाओं द्वारा 15 प्रतिशत अंशपूँजी एस.ई.सी.एल. के द्वारा तथा शेष 15 प्रतिशत अंशपूँजी राज्य शासन द्वारा बजट से म.प्र. पावर जनरेटिंग कंपनी को वर्ष 2022-23 से वर्ष 2028-29 के मध्य उपलब्ध करायी जाएगी। इस इकाई का निर्माण राज्य की भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को दृष्टिगत रख किया जा रहा है। इकाई से वर्ष 2027-28 में वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ किए जाने की योजना है।कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में "कौशल विकास योजना" को स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में "कौशल विकास योजना" को स्वीकृति प्रदान की गई। योजना में कृषि यंत्रीकरण के क्षेत्र में स्थापित हो रहे ड्रोन स्कूल में 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त 3 वर्ष में 6 हजार युवाओं को वृहद कृषि यंत्रों को चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे उन्हें स्व-रोजगार स्थापित करने में सहायता मिलेगी। इसके लिये 22 करोड़ 73 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसका उद्देश्य प्रदेश में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देना है।चेंटीखेड़ा वृहद सिंचाई परियोजना के लिये 539 करोड़ रूपये स्वीकृत मंत्रि-परिषद द्वारा श्योपुर जिले की चेंटीखेड़ा वृहद सिंचाई परियोजना लागत राशि 539 करोड़ रूपये सैच्य क्षेत्र 15 हजार 300 हेक्टेयर की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से विजयपुर विकासखण्ड के 16 ग्रामों का 11 हजार 118 हेक्टेयर क्षेत्र तथा सबलगढ़ विकासखण्ड के 16 ग्रामों की 4 हजार 112 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।पन्ना में नवीन कृषि महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के अंतर्गत जिला पन्ना में नवीन कृषि महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति दी। इसकी स्थापना के लिये 3 वर्षों के लिये अनावर्ती व्यय 51 करोड़ 90 लाख 35 हजार रूपये तथा आवृर्ती व्यय 31 करोड़ 20 लाख 80 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई।अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद् द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड जबलपुर और तीनों विद्युत वितरण कंपनियों की परियोजनाओं की कुल लागत 2610 करोड़ 46 लाख रूपये, इसमें वित्तीय संस्थाओं/कंपनी अंश 1661 करोड़ 80 लाख रूपये तथा राज्य शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि 948 करोड़ 66 लाख रूपये का अनुमोदन दिया।भोपाल से नई दिल्ली के बीच चलेगी वंदेभारत एक्सप्रेस, ट्रेन पहुंची, शताब्दी के मुकाबले बचाएगी इतना समय ![]() 27 March 2023 भोपाल. सेमी बुलेट ट्रेन यानी वंदेभारत लोगों को खूब पसंद आ रही है. यही वजह है कि देश के अलग अलग हिस्सों से वंदेभारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है. रेलवे मंत्रालय कुछ और शहरों से वंदेभारत ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है. उनमें से एक भोपाल से नई दिल्ली है. संभावना है कि अगले माह से इस रूट पर भी वंदेभारत का संचालन शुरू हो जाएगा, जो मध्य प्रदेश की पहली वंदेभारत होगी. वंदेभारत एक्सप्रेस का रैक भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर पहुंच गया है. जो रानी कमलापति (आरकेएमपी) से शुरू होकर नई दिल्ली तक चलेगी. रेलवे मंत्रालय के अनुसार ट्रेन 694 किलोमीटर का सफर 7.45 घंटे में तय करेगी. वहीं, वापसी में पांच मिनट का अधिक समय लगेगा. यानी वापसी में ट्रेन 7.50 घंटे का समय लेगी. संभावना व्यक्त की जा रही है कि अप्रैल के पहले सप्ताह में इस ट्रेन को प्रधानमंत्री झंडी दिखाएंगे. मोदी जी ने विकासवाद को आगे बढ़ाया : जेपी नड्डा ![]() 26 March 2023 भोपाल. भारत अब लेने वाला नहीं, देने वाला देश है प्रबुद्धजन समागम में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कांग्रेस ने हमेशा जनता को गुमराह करने की कोशिश की कुछ समय से राजनैतिक दलों का डिस्कोर्स बदला है। पहले राजनैतिक दल लोक लुभावने वादे कर भूल जाते थे। वादाखिलाफी करना नेतृत्व और पार्टियों का कल्चर था। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आने के बाद भारत का राजनैतिक कल्चर बदला है। संस्कृति और राजनैतिक डिस्कोर्स बदला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कारण विकास की राजनीति आगे बढी है। पहले भाई भतीजावाद, परिवारवाद और जातिवाद का कल्चर था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकासवाद को आगे बढाया। जिसका मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। प्रधानमंत्री जी ने सबको साथ लेकर एक दिशा में चलने का काम किया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा ने रविवार को कुशाभाऊ कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आप लोग समाज को प्रभावित करते है। आपके सपोर्ट से भारतीय जनता पार्टी को ताकत मिलती है। समागम को मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने भी संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष के संबोधन के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने अंगवस्त्र पहनाकर पुष्पगुच्छ और मां सरस्वती का स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। मोदी जी ने मजबूती के साथ फैसलें लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कोरोना महामारी के दौरान कठोर निर्णय लेते हुए देश की गरीब-वंचित जनता को एक बहुत बड़ा इकोनॉमिक पैकेज दिया। इस पैकेज के तहत 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि एमएसएमई सेक्टर को दिया गया। साथ ही, 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि कृषि आधारभूत संरचना के विकास के लिए दिया गया। उस दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नीतिगत योजना बनाकर रेहड़ी-सब्जी वालों को आर्थिक सहयोग प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश की 80 करोड़ गरीब जनता को प्रति माह मुफ्त पांच किलो चावल, पांच किलो गेहूं और एक किलो दाल उपलब्ध कराये गए ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। इसका परिणाम यह रहा कि आईएमएफ की रिर्पोट के अनुसार भारत में अति गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या एक प्रतिशत से भी कम हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के विकास के लिए मजबूती के साथ कड़े फैसले लिए, जिसके सुखद परिणाम भी हम सबके सामने है।पिछले नौ सालों में बदलाव आया राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि देश में टिटनेस की दवा आने में 20 साल, स्माल पॉक्स की दवा आने में 25 साल, पल्स पोलियो को राष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने में 28 साल, टीबी की दवा आने में 30 साल और जापानी इंस्फेलाइटीस की दवा आने में 100 साल लग गए। लेकिन देश में कोरोना महामारी का संकेत जनवरी 2020 में दिखा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अप्रैल 2020 में एक टास्क फोर्स गठित कर दिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नौ महीने के भीतर भारत में कोरोना निरोधक दो-दो स्वदेशी वैक्सीन विकसित हुए। वैक्सीन मैत्री के तहत 100 देशों को भारतीय वैक्सीन पहुंचाई गयी, जिसमें 48 देशों को मुफ्त वैक्सीन दिया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले नौ सालों में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव यह आया है कि भारत अब लेने वाला नहीं, बल्कि देने वाला देश बन गया है। श्री नड्डा ने कहा कि कोविड-19 निरोधक वैक्सीन का टीकाकरण जहाँ अमेरिका में 76 प्रतिशत और यूरोप में 67 प्रतिशत ही रहा वहीं भारत में यह टीकाकरण शत प्रतिशत रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने देश की 130 करोड़ जनता को मुफ्त 220 करोड़ डोज देकर सुरक्षा कवच प्रदान किया। लेकिन ऐसे विकट समय में कांग्रेस के नेताओं ने वैक्सीन को लेकर जनता को गुमराह करने का काम किया।भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बना राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि कहा कि ब्रिटेन ने भारत पर दो सौ सालों तक राज किया, लेकिन आज भारत ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। कार उत्पादन में जापान को पछाड़कर भारत अब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। 2014 में भारत में उपयोग होने वाले मोबाइल का 92 प्रतिशत चीन से आता था। आज भारत में उपयोग होने वाले 97 प्रतिशत मोबाईल देश में ही निर्मित हो रहे हैं । नए एप्पल पर मेड इन इंडिया लिखा जा रहा है। स्टील उत्पादन में भारत अब चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। फार्मास्युटिकल में भारत दुनिया की फार्मेसी बन गया है क्योंकि दो सौ देशों को सबसे सस्ती और कारगर दवा आपूर्ति कर रहा है। भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 70 हजार करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। 2014 में भारत एक लाख करोड़ रुपये का इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं का उत्पादन करता था, आज भारत 6 लाख करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं का उत्पादन कर रहा है। 2014 से पूर्व, देश में 800 करोड़ रुपये का खिलौना उत्पादन होता था, लेकिन आज 2,600 करोड़ रुपये का खिलौना उत्पादन हो रहा है। भारत अब खिलौने का आयात करने की जगह निर्यात कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लोकल फॉर वोकल के माध्यम से भी खिलौना उत्पादन को प्रोत्साहित किया गया है।भाजपा की सरकार प्रो-एक्टिव एवं प्रो-रिस्पौंसिबल सरकार है श्री नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार का विज़न अन्त्योदय है। सरकार की सभी नीतियां और योजनायें मजदूरों, गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों को ध्यान में रखकर बनायी जाती हैं। प्रदेश में शिवराज जी के नेतृत्व में सरकार केन्द्र के विजन को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार प्रदेश में विकास के नए आयाम लिख रही है। उन्होंने कहा कि अमृतकाल के बजट में मध्यप्रदेश को सौगात मिली है। रेलवे बजट में मध्यप्रदेश के 33 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। वहीं एकलव्य विद्यालयों का लाभ भी मध्यप्रदेश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आम बजट में अगर कोई राज्य अव्वल आता तो वह मध्यप्रदेश है। मध्यप्रदेश सरकार ने 1 लाख 24 हजार युवाओं के लिए सरकारी नौकरियां निकाली है, जिसके लिए बधाई की पात्र है। प्रदेश की यूथ पॉलिसी, स्टार्टअप पॉलिसी भी आ चुकी है। गेहूं उत्पादन में मध्यप्रदेश अव्वल है। वहीं लाडली लक्ष्मी बहना योजना के माध्यम से बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक प्रो-एक्टिव एवं प्रो-रिस्पौंसिबल सरकार है।आत्मनिर्भर भारत के लिए हमने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोड मैप बनाया : शिवराज सिंह प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक समय मध्यप्रदेश की जीएसडीपी का आकार 70 हजार करोड रूपए़ था, जो आज बढ़कर 13 लाख करोड़ रूपए हो गया है। कभी मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रूपए थी जो आज 1 लाख 40 हजार रूपए हो गई है। पहले देश की जीएसडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान 3 प्रतिशत से भी कम था, आज 4.6 प्रतिशत से अधिक हो गया है। इस वर्ष हमने 3 लाख 14 हजार करोड़ का बजट दिया है। पिछले वर्ष हमने 48 हजार करोड़ रूपए का कैपिटल एक्सपेंडीचर रखा था, इस वर्ष हम इंफ्रा पर 56 हजार करोड़ रूपए खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया। हमने आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बनाया। मध्यप्रदेश में चारों तरफ हाई-वे, एक्सप्रेस-वे के जाल बिछ रहे हैं। 4 लाख किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ है। भोपाल-इंदौर में मेट्रो लाइन का काम चल रहा है। उज्जैन में हम रोप-वे बना रहे हैं। आधुनिक तकनीक का उपयोग कर हम मध्यप्रदेश को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।भाजपा को हमेशा आपका आशीर्वाद मिला और आगे भी मिलेगा प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रबुद्धजनों ने भारतीय जनता पार्टी को नई दिशा और सहयोग करने का काम हमेशा किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी मन की बात कार्यक्रम में समाज के ऐसे लोगों को सामने लाते है जो पर्दे के पीछे रहकर समाज के लिए काम कर रहे है। ऐसे लोगों के सहयोग से आज समाज को नई दिशा मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन को आपका आशीर्वाद मिला है और आगे भी मिलता रहेगा। आपके सुझावों के साथ भारतीय जनता पार्टी संवाद करते हुए आगे बढेगी।प्रबुद्धजन समागम में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश जी, प्रदेश प्रभारी श्री मुरलीधर राव, वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यनारायण जटिया, केन्द्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्री प्रह्लाद सिंह पटेल, श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह मंचासीन थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश मंत्री श्री राहुल कोठारी एवं आभार कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र शर्मा ने माना। कार्यक्रम में अलग अलग समाजों के प्रमुख एवं रिटायर्ड सैन्य अधिकारी, डॉक्टर, वकील, शिक्षाविद, कला जगत के गणमान्यजन मौजूद थे। 15 अगस्त तक एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियाँ होंगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 24 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हर युवा को उसकी योग्यता के अनुरूप रोजगार दिलाया जाएगा। सरकारी भर्ती, स्व-रोजगार और लर्न एंड अर्न योजना से हर युवा को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना से युवाओं को विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण के साथ ही 8 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय भी दिया जाएगा। आगामी 15 अगस्त तक 1 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में युवाओं को रोजगार के लिए 1 लाख से 50 लाख तक ऋण और अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। आज प्रदेश के हर जिले में रोजगार दिवस मन रहा है और युवकों को स्व-रोजगार के लिए ऋण वितरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नीमच में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने 2 लाख 31 हजार 760 युवाओं को विभिन्न स्व-रोजगार योजना में 2779 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसमें नीमच के नवीन मेडिकल कॉलेज तथा गांधी सागर-2 समूह पेयजल प्रदाय परियोजना का शिलान्यास और नवीन मंडी परिसर डूंगलावदा चंगेरा का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में स्व-रोजगार के लिए ऋण प्राप्त करने वाले युवा उद्यमी श्री फारूख खान मुरैना, श्री रोहित बैतूल, श्री विवेक सोनी गुना और श्री जितेंद्र मिश्रा सतना से वर्चुअली संवाद कर रोजगार स्थापना संबंधी जानकारी ली और शुभकामनाएँ भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर बहन, बेटी और माता में मुझे देवी का स्वरूप दिखाई देता है। हमारी संस्कृति कहती है कि जहाँ नारियों की पूजा होती है वही देवताओं का निवास होता है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भादवा माता मंदिर का विकास और कॉरिडोर निर्माण किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में नारियों से भेदभाव होता था। पहले 1000 बेटों पर 900 बालिकाएँ पैदा होती थी। मैंने संकल्प लिया कि मध्यप्रदेश की धरती पर बेटियों के प्रति भेदभाव को समाप्त किया जाएगा और उन्हें वरदान बनाया जाएगा। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना चालू की गई। आज प्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी हैं। प्रति 1000 बेटों पर 956 बेटियाँ पैदा हो रही है। इस दिशा में मैं तब तक प्रयास करता रहूँगा, जब तक 1000 बेटों पर 1000 बेटियाँ पैदा नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शुरू की गई लाड़ली बहना योजना बहनों की जिंदगी और परिवार की स्थिति बदलने की योजना है। योजना के फार्म 25 मार्च से भरने प्रारंभ हो जाएंगे। इसके लिए हर गाँव और वार्ड में शिविर लगेंगे। योजना के लिए ईकेवाईसी कॉमन सर्विस सेंटर, राशन की दुकान और एमपी ऑनलाइन किओस्क पर भरे जाएंगे। बहनों को इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना। इसका शुल्क 15 प्रति आवेदन सरकार द्वारा भरा जाएगा। यदि कोई पैसा मांगे तो 181 पर शिकायत करना। संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में राशि आने लगेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नशा सामाजिक बुराई है, इसे दूर किया जाना चाहिए। सरकार ने निर्णय लिया है कि आगामी 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना प्रतिबंधित रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हाल ही में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की समुचित भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। जिन किसानों की फसलों को 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है उन्हें 32 हजार रूपए प्रति हेक्टर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। फसल बीमा का लाभ भी मिलेगा। सरकार डिफाल्टर किसानों के ब्याज की राशि स्वयं भरेगी और उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बजट में 2500 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। फसल ऋण चुकाने की तिथि 31 मार्च को आगे बढ़ाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा क्षेत्र के लिए 17 सौ करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की गई है, जिससे घर-घर नल के द्वारा जल पहुँचाया जाएगा। आज नीमच क्षेत्र के लिए करोड़ों के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि नीमच मेडिकल कॉलेज का नाम वीरेंद्र कुमार सकलेचा मेडिकल कॉलेज होगा। इसी प्रकार मंदसौर मेडिकल कॉलेज का नाम श्री सुंदरलाल पटवा मेडिकल कॉलेज और रतलाम मेडिकल कॉलेज का नाम डॉक्टर लक्ष्मी नारायण पांडे मेडिकल कॉलेज होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार और श्री अनिरुद्ध माधव मारू ने भी संबोधन दिया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। युवाओं के सहयोग से एक नया और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश गढ़ेंगे: मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 23 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जैसे चिड़िया अपने बच्चों को घोंसलों में नहीं रखती, उन्हें उड़ना सिखाती है, वैसे ही हम हमारे युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न देकर विभिन्न कौशल सीखने और अपने आप को रोजगार के लिए तैयार करने के अवसर प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना का क्रियान्वयन एक जुलाई से आरंभ होगा। इसमें प्रदेश के युवा, श्रेष्ठतम प्रतिष्ठानों से जुड़ कर कौशल सीखेंगे, वे लर्न भी करेंगे और अर्न भी करेंगे। ऐसे युवाओं को हर माह कम से कम 8 हजार रूपए दिए जाएंगे। प्रतिष्ठान अपनी ओर से अलग से भी राशि देंगे। युवाओं के सहयोग से ही नए और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण होगा। युवा अपने सपने साकार कर सकें और सफलता की ऊँची उड़ान उड़ सकें, इसके लिए राज्य शासन हर संभव व्यवस्था करने और आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है। इसी कड़ी में आज राज्य की युवा नीति लांच की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस पर राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने यूथ महापंचायत में आये युवाओं का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवा पोर्टल का शुभारंभ किया और राज्य युवा नीति की पुस्तिका का अनावरण कर युवा नीति लांच की। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जन-कल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना के 20 हजार 937 युवा हितग्राहियों के खातों में 17 करोड़ 94 लाख रूपए, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में देश-प्रदेश के संस्थानों में अध्ययनरत 3 हजार 182 विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए 175 करोड़, 36 वें नेशनल गेम्स में प्रदेश के लिए 66 पदक अर्जित करने वाले 132 खिलाड़ियों को 4 करोड़ 38 लाख 80 हजार की पुरस्कार राशि और गाँव की बेटी योजना में 25 हजार 800 बेटियों के खातों में 12 करोड़ 90 लाख रूपये की राशि अंतरित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य युवा पुरस्कार विजेता युवाओं को पुरस्कृत किया। साथ ही प्रदेश में विद्यमान प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाइयों में अप्रेंटिसशिप के लिए युवाओं को अनुबंध-पत्र भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को युवा नीति के उद्देश्य तथा मुख्य बिन्दुओं की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के बलिदान दिवस पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संघर्ष और कुर्बानी से ही देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। युवा पीढ़ी उनके त्याग, तपस्या और बलिदान से जुड़ी रहे, इसी उद्देश्य से यूथ महापंचायत का आयोजन अमर शहीदों के बलिदान दिवस पर किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल से आजादी के ज्ञात-अज्ञात और गुमनाम नायकों के संघर्ष और बलिदान से देश परिचित हुआ है। इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है। मध्यप्रदेश में भी जनजातीय क्रांतिकारियों की प्रतिमाएँ तथा स्मारक निर्मित किए गए हैं। देश के युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद प्रेरणा के मुख्य स्रोत हैं। स्वामी जी का मानना था कि कोई भी काम ऐसा नहीं है, जो हम नहीं कर सकते। युवा अपने को दीन-हीन न समझें। प्रधानमंत्री श्री मोदी के अनुसार यह अमृत काल की अमृत पीढ़ी है। आप अपने माता-पिता के साथ राष्ट्र और प्रदेश की भी संतानें हैं। राज्य सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास और उज्ज्वल भविष्य के लिए कृत-संकल्पित है। मुख्यमंत्री की युवा कल्याण के लिए घोषणाएँ
पर्यावरण अनुकूल जीवन-शैली अपनाना जरूरी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी युवाओं को अनुकूल पर्यावरण के लिए जीवन-शैली अपनाने के लिए निरंतर प्रेरित कर रहे हैं। पर्यावरण-संरक्षण और धरती को अगली पीढ़ी के लिए सुरक्षित छोड़ने में युवाओं को भी अपनी ओर से योगदान करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने स्वयं के प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प का उल्लेख करते हुए युवाओं को समाज हित में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को पानी, बिजली की बचत, ऊर्जा-संरक्षण के लिए व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करना आवश्यक है।युवा, स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवाओं को अपने स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। मोबाइल सहित अन्य डिजिटल संसाधनों के अत्यधिक उपयोग से नई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को नशीले पदार्थों के उपयोग के खतरों के प्रति सचेत करते हुए कहा कि राज्य में एक अप्रैल से शराब दुकानों के पास बने अहाते बंद किए जा रहे हैं। पार्क, सड़क तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों को दण्डित किया जाएगा। नशे के अवैध व्यापार में लगे व्यक्तियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।यंग अचीवर्स ने साझा किए अपने अनुभव यूथ महापंचायत में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त मध्यप्रदेश के युवा अचीवर्स ने भी अपने अनुभव साझा किए। उद्यमी तथा चाय सुट्टा बार के संस्थापक श्री अनुभव दुबे ने कहा कि "हम गोरो को फ्रेंचाइजी बेचेंगे और कुल्हड़ में दी चाय से हर व्यक्ति हमारे देश और प्रदेश की मिट्टी को चूमेगा"। इसी सोच से आरंभ किया गया "चाय सुट्टा बार" आज वैश्विक ब्रांड बन गया है। श्री दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की सोच और कर्म में युवा का जोश झलकता है।प्रसिद्ध संगीतकार और गीतकार श्री मेघदीप बोस ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रदेश में कला- संस्कृति को दिए गए प्रोत्साहन तथा प्रदेश में संगीत पर केन्द्रित प्रतिष्ठित कार्यक्रमों से ही उन्हें संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा और अवसर मिले। श्री बोस ने प्रदेश की सड़कों की स्थिति में गत वर्षों में हुए सुधार की भी सराहना की। ओलिंपियन श्री विवेक सागर प्रसाद ने कहा कि खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना सरल नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल अधोसरंचना तथा प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य युवा पुरस्कार विजेताओं श्री अंकित लखेरा, श्री शुभम चौहान, सुश्री सायना कुरैशी, सुश्री साक्षी भारद्वाज, कुमारी मुस्कान अहिरवार और श्री श्रुति तिवारी को पुरस्कार प्रदान किए। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के युवा हितग्राही, अलग-अलग क्षेत्रों के यंग अचीवर्स, विद्यार्थी और यंग प्रोफेशनल्स सहित बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। महापंचायत में भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, विदिशा, इंदौर, उज्जैन, देवास, आगर मालवा, शाजापुरप्रदेश के अन्य सभी जिलों से युवा वर्चुअली जुडे़। राज्य सरकार की 03 साल की प्रमुख उपलब्धियां - एक नजर में ![]() 22 March 2023 भोपाल. विकास यात्रा
प्रवासी भारतीय दिवस
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट
जी-20 बैठकों का आयोजन
खेलो इंडिया यूथ गेम्स - 2022
देशभर के 6 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने लिया भाग। सरकारी पदों पर रिकॉर्ड भर्तियां- सरकार का विशेष अभियान
मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान
जनभागीदारी - मध्यप्रदेश बना मॉडल राज्य
देश में हम बने नंबर वन
नये संस्थानराज्य सांख्यकी आयोग (मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है, जहां ऐसा आयोग गठित हुआहै ) मध्यप्रदेश योग आयोग का गठन मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन मध्यप्रदेश सामान्य वर्ग कल्याण आयोग का पुनर्गठन मध्यप्रदेश विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड का गठन मध्यप्रदेशरजक कल्याण बोर्ड का गठन मध्यप्रदेशराज्य औषधीय पादप बोर्ड का गठन । मध्यप्रदेश प्रवासी श्रमिक कल्याणआयोग का गठन । खनिज अभियांत्रिकी संस्थान , सिंगरौली की स्थापना । नयी नीतियां / नयी योजनायेंयुवा नीति – 2023 स्टार्ट अप नीति 2022 विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति – 2022 राज्य की पोषण नीति एवं पोषण रणनीति एथेनॉल एवं बॉयोफ्यूल नीति मध्यप्रदेश फिल्म पर्यटन नीति – 2020 मुख्यमंत्री बालिका ई- स्कूटी योजना ( कक्षा 12 में मेरिट में आने वाली सरकारी स्कूल की मेधावी बेटियों के लिए ) एक लाख युवाओं को नि:शुल्क टेक्निकल प्रशिक्षण देने के लिए नयीमुख्यमंत्री कौशल अप्रेंटिसशिप योजना। परंपरागत फसलों के स्थान पर लाभकारी फसलोंके उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए फसल विविधीकरण योजना लागू। नरवई जलाने की प्रथा को हतोत्साहित करने के लिए‘फसल अवशेष प्रबंधन योजना’ लागू। नरवई से भूसा तैयार करने की मशीन के लिए किसानों को मिल रहा अनुदान। प्राथमिक प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने के लिए एक विशेष प्रोत्साहन योजना लागू। इसके अंतर्गत मशीन क्रय पर अनुदान देते हुए ग्रामीण युवाओं को कस्टम हायरिंग केंद्र की स्थापना के लिए दी जा रही सहायता। प्रदाय केन्द्र से उचित मूल्य की दुकानों तक राशन सामग्री के परिवहन का कार्य करने का अवसर प्रदेश के युवाओं को देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना लागू। 20 जनजातीय बाहुल्य जिलों मेंमुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना का क्रियान्वयन प्रारंभ। औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती के लिए देवारण्य योजना लागू। सिकलसेल एनिमीयाबीमारी से बचाव के लिए जनजातीय बाहुल्य वाले 89 विकासखण्डों में हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन लागू। पिछड़ा वर्ग के युवक-युवतियों को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने की नयीयोजना प्रारम्भ। लाडलियों को कॉलेज की पढाई में सहयोग हेतु बनी मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना । दो किश्तों में 25 हजार रु की प्रतिपूर्ति । ऐसी आबकारी नीति बनाई गयी है, जो शराब पीने को हतोत्साहित करती है। नई नीति में अहाते हुए प्रतिबंधित। शैक्षणिक संस्थान के 100 मीटर तक नहीं खुलेंगी शराब दुकानें। प्रदेश में शराब की कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। धार्मिक स्थलों के आस-पास से शराब की दुकानें हटाई जाएंगी। पहली बार शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़े जाने पर 6 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा, दूसरी बार पकड़े जाने पर 2 वर्ष के लिए और तीसरी बार पकड़े जाने पर आजीवन वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। श्रम कानूनों में क्रन्तिकारी सुधार – श्रमिकों के स्वास्थ्य और उनके हितों को ध्यान में रखकर लागू किये गए ये सुधार। कमजोर वर्गों के लिए स्व- रोजगार योजनायें – प्रदेश के इतिहास में पहली बारटंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना। भगवान बिरसा मुंडा स्व-रोजगार योजना। संत रविदास स्व-रोजगार योजना। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति- जनजाति विशेष परियोजना वित्त पोषण योजना। सावित्री बाई फुले स्व-सहायता समूह योजना। पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए उद्यम योजना पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए स्व-रोजगार योजना। मुख्यमंत्री विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध घुमंतू स्व-रोजगार योजना। माफिया, गुंडे, बदमाशों और आतंक पर शिकंजासरकार ने डकैत समस्या को जड़ से मिटाया और सभी बड़े लिस्टेड गैंग का खात्मा कर दिया। पिछले 32 सालों में पहली बार एक ही वर्ष (2022) में 1 करोड़ 14 लाख रुपए के इनामी 6 नक्सली मार गिराए गए। भू-माफिया, चिटफंड माफिया, शराब माफिया, रेत माफिया, राशन माफिया, मिलावट माफिया आदि सभी प्रकार के माफिया और दबंगों को कुचलने की कार्रवाई। माताओं, बहनों, बेटियों की तरफ जिसने भी आंख उठाकर देखी, उनके घरों पर बुलडोजर चलाए गए। करीब 23 हजार एकड़ भूमि भू-माफियाओं से मुक्त कराई गई। इस भूमि की वैल्यू लगभग 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक है। पत्थरबाजी से सरकारी संपत्ति को नुकसान की वसूली के लिए बनाया कानून। जोर-जबरदस्ती, बहला-फुलसलाकर विवाह और धर्म परिवर्तन रोकने के लिए धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लागू। अर्थव्यवस्थाभारत के सकल घरेलू उत्पाद में मध्यप्रदेश का योगदान 3.6% से बढ़कर 4.8% हुआ। वर्ष 2021 – 22 में प्रचलित दरों पर प्रदेश की विकास दर देश में सबसे अधिक 19. 74% रही। विगत 02 वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड 75 हजार करोड़ रुपए से अधिक का पूंजीगत व्यय। अधोसंरचना विकास( बिजली, सड़क, पानी)हमारी सकलऊर्जा क्षमता बढ़कर हुई 28 हजार मेगावॉट से भी अधिक। रीवा में प्रारंभ हुआ 750 मेगावॉट का एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट। ओंकारेश्वर में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा 600 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट। प्रथम चरण कीकार्यवाही प्रारंभ । विगत 2 वित्तीय वर्षों में लगभग 12 हजार करोड़ रुपए का व्यय कर 8 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई की सड़कों का निर्माण, उन्नयन एवं नवीनीकरण तथा 69 पुलों का निर्माण किया गया है। प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत 27 हजार करोड़ रुपए से अधिक के सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। विगत 3 वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना अंतर्गत 17 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक के मार्गों की स्वीकृति प्रदान की गई है। भारत की पहली एक्वाडक्ट टनल तथा भारत की सबसे चौड़ी और मध्यप्रदेश की सबसे लंबी टनल ‘रीवा-सीधी 6 लेन टनल’जनता को की गई समर्पित। 299 किलोमीटर लंबाई के अटल प्रगति पथ, 900 किलोमीटर लंबाई के नर्मदा प्रगति पथ और676 किलोमीटर लंबाई का विंध्य एक्सप्रेस-वे केनिर्माण के लिए कार्यवाही प्रारंभ । प्रदेश के 14 लोकेशन्स पर बनेंगे रोप-वे।उज्जैन रेलव स्टेशन से लेकर श्री महाकाल महालोक तक रोप-वे निर्माण हेतु 209 करोड़ रुपए की परियोजना भारत सरकार से स्वीकृत। भोपाल और इंदौर के बीच बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और मेगा निवेश क्षेत्र। कुल 25 हजार एकड़ से अधिक की भूमि चिन्हित। इससे 6 लाख नवीन रोजगार का सृजन संभावित। पिछले 3 साल में 6 लाख हेक्टेयर से अधिक की नई सिंचाई क्षमता विकसित। कुल सिंचाई क्षमता 45 लाख हेक्टेयर तक पहुंची । जल जीवन मिशन में अब तक 58 हजार 800 करोड़ रुपए की लागत की नल-जल योजनाएं स्वीकृत। लगभग 57 लाख (48%)ग्रामीण परिवारों के घरों में नल से जल पहुँचाया जा चुका है। 7 हजार से अधिक ग्राम हुए शत-प्रतिशत कवर। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्य 3 हजार 900 से कहीं अधिक 5 हजार 372 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया है। इनमें से 450 करोड़ रुपए की लागत के 2 हजार 648 अमृत सरोवर निर्मित हो चुके हैं, जिसके फलस्वरूप 3 करोड़ घनमीटर की जल भराव क्षमता विकसित हो गई है। भारत सरकार से रुपए 44 हजार 600 करोड़ से अधिक लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना को मिली स्वीकृति। किसान कल्याणपिछले 3 साल में 2 लाख 25 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि के हितलाभ किसानों के खाते में अंतरित किए हैं। पिछले 2 साल में 32 हजार करोड़ रुपए से अधिक के कृषि ऋण दिए शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के 4 हजार रुपए मिलाकर किसानों को 10 हजार रुपए सालाना की मदद। सरकार ने 17 हजार करोड़ रुपए से अधिक का बीमा दावा भुगतान किया। परंपरागत फसलों के स्थान पर लाभकारी फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए फसल विविधीकरण योजना लागू। 1 लाख 86 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती हेतु 60 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन। किसानों को देसी गाय के लालन-पालन के लिए सरकार देरही 900 रुपए प्रतिमाह का अनुदान। जनहानि, पशुहानिपर राहत की दरें लगातार बढ़ाई गईं। 2003 में जनहानि पर आरबीसी में सहायता मिलती थी केवल 50 हजार रूपए, इसे बढ़ाकर 4 लाख रूपए किया। पशुहानि पर मिलते थे केवल 625 रूपए, इसे बढ़ाकर 16 से 30 हजार रूपए किया। गरीब कल्याणमुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना तथा मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना के माध्यम से एक नई सामाजिक क्रांति प्रारम्भ। भू-खंड विहीन परिवारों को अब तक 40 हजार से अधिक पट्टे वितरित। प्रधानमंत्री आवास योजना से साकार हो रहा अपने घर का सपना। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र मिलाकर 55 लाख से अधिक स्वीकृत आवासों के विरुद्ध लगभग 41 लाख आवासों का निर्माण पूर्ण। पीएम स्वनिधि योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के माध्यम से 10 लाख से अधिक छोटे व्यवसायियों को दिलाया गया ब्याज मुक्त ऋण। संबल योजना के अंतर्गत लगभग 4 लाख हितग्राहियों को वितरित किए गए हैं 3 हजार 700 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ। संबल-2 में जुड़े 13 लाख से अधिक पात्र हितग्राही। स्वामित्व योजना के अंतर्गत अब तक 9 लाख 37 हजार से अधिक भू-अधिकार पत्र वितरित। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में अब तक लगभग 8 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने की तीर्थ-यात्रा। हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा भी होगी प्रारंभ । दिव्यांगों के लिए भी शुरू की जा रही है तीर्थ-दर्शन योजना। प्रदेश के 3 करोड़ 54 लाख से अधिक हितग्राहियों के बने आयुष्मान कार्ड। 25 लाख से अधिक मरीजों का हुआ नि:शुल्क इलाज। दीनदयाल रसोई केन्द्रों 56 से बढाकर किये 145 । प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना मेंलगभग 82 लाख महिलाओं को नि:शुल्क गैस कनेक्शन। मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह, कल्याणी विवाह, नि:शक्तजन विवाह योजनाओं में 1300 करोड़ से अधिक के व्यय से 5 लाख 75 हजार से अधिक बेटियां लाभान्वित। प्रति कन्या देय सहायता राशि 51 हजार रुपए को बढ़ाकर 55 हजार रुपए किया गया है। अब विवाह सामग्री नहीं , बेटियों को चैक सेराशि देने का निर्णय । मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना एवं मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना के अंतर्गत दी जा रही 4 हजार 700 से अधिक बच्चों को सहायता। मध्यप्रदेश के 413 नगरीय निकायों में पुरानी अवैध कॉलोनियों को नाम मात्र के शुल्क के साथ वैध एवं नियमित किए जाने की कार्यवाही प्रारम्भ। भू-माफिया से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए बन रही हैं सुराज कॉलोनियां। बच्चों, महिलाओं, विकलांगजनों, निराश्रितों तथा वरिष्ठ नागरिकों आदि के कल्याण के लिए प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाओं का सहयोग प्राप्त किया जायेगा। राज्य सरकार राजी करेगी 1 हजार करोड़ के सोशल इम्पेक्ट बॉन्ड्स। कमजोर वर्ग कल्याणपेसा नियम-2022 - सामाजिक समरसता के साथ जनजातियों के सशक्तीकरण की एक नई सामाजिक क्रांति की शुरूआत। जल, जंगल, जमीन, महिला सशक्तीकरण, परंपराओं और संस्कृति का संरक्षण तथा श्रम जैसे विषयों पर मिले ग्राम सभाओं को अधिकार। भगवान बिरसामुण्डा, शंकरशाह, रघुनाथशाह और टंट्या मामा जैसे जनजातीय जननायकों की प्रतिमाएं लगवाई और स्मारक बनवाए गए। प्रदेश के 827 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में परिवर्तित किया जा रहा है। अब तक 450 से अधिक ग्रामों में कार्यवाही पूर्ण। वर्ष 2007 में तेंदूपत्ता संग्रहण दर जहां रुपए 450/- प्रति मानक बोरा थी, वहीं वर्ष 2022 में रुपए 3000/- प्रति मानक बोरा तक बढ़ा दी गई है। भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम पर और पातालपानी रेलवे स्टेशन का नामकरण जननायक टंट्या भील स्टेशन किया गया। बैगा, सहरिया, भारिया परिवारों के लिए आहार अनुदान योजना बनी वरदान- 285 करोड़ प्रतिवर्ष की सहायता मिल रही महिलाओं को। आकांक्षा योजना के अंतर्गतदी जा रहीNEET, CLAT, JEE प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग। प्रतिवर्ष 800 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित। भगवान बिरसा मुण्डा एवं राजा हृदयशाह के नाम पर किया गया है मेडिकल कॉलेजों का नामकरण। इसी प्रकार राजा शंकर शाह के नाम पर किया गया छिंदवाडा विश्वविद्यालय । विगत 3 वर्षों में अनुसूचित जाति के 1 करोड़ 42 लाख से अधिक हितग्राहियों को 24 हजार 600 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ वितरित। पिछड़ा वर्ग आरक्षण के साथ स्थानीय निकाय निर्वाचन कराने में सरकार सफल रही। प्रतिवर्ष 31 अगस्त को मनाया जा रहा विमुक्त जाति दिवस। वनाधिकार कानून के अंतर्गत 35 हजार से अधिक निरस्त दावे मान्य। साहूकारी अधिनियम में क्रांतिकारी संशोधन। 15% से अधिक ब्याज नहीं ले सकते साहूकार। सागर में 100 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास जी का भव्य स्मारक बनाने का निर्णय । जनजातीय योजनाओं के प्रभावशाली क्रियान्वयन के लिए राजभवन में पहली बार स्थापित हुआ जनजातीय प्रकोष्ठ। विमुक्त, घुमन्तु, अर्ध घुमन्तु समुदायों की संस्कृति, ज्ञान, कला और परंपराओं को संरक्षित रखने के उद्देश्य से इंदौर में एक विशिष्ट संग्रहालय बनाने का निर्णय । महिला सशक्तिकरण44 लाख 50 हजार से अधिक हुआ लाडली लक्ष्मी परिवार हर साल 2 मई को प्रदेश में मनाया जा रहा है लाड़ली लक्ष्मी उत्सव। जिला स्तर से पंचायतें घोषित हो रहीं लाड़ली लक्ष्मी पंचायतें। प्रदेश के हर जिले में लाड़ली लक्ष्मी पथ, लाड़ली लक्ष्मी वाटिका और लाड़ली लक्ष्मी पार्क। कन्या पूजन से सरकारी कार्यक्रमों की शुरुआत। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बन रहे आवास के दस्तावेज परिवार के महिला एवं पुरूष दोनों के नाम पर। चाबी भी संयुक्त रूप से दी जा रही है । जमीन या मकान की रजिस्ट्रीमहिला के नाम पर करने पर पंजीयन शुल्क 3% से घटाकर 1 % कियागया। महिलाओं के पक्ष में रजिस्ट्री में हुई 25 % की वृद्धि । महिला अपराधों की रोकथाम के लिए प्रदेश में 950 महिला ऊर्जा डेस्क स्थापित। हर जिले में एक महिला थाने की स्थापना। महिला स्व- सहायता समूह बने जन- आन्दोलन। 47 लाख से अधिक महिलाएं जुडी । 5 हजार करोड़ रु से अधिक का क्रेडिट लिंकेज दिया गया । समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी, यूनिफॉर्म निर्माण, जल कर वसूली, फ्लाई ऐश ईंट निर्माण, सेंट्रिंग, कोदो-कुटकी के बिस्किट निर्माण, बिजली बिल वसूली, मास्क-सैनिटाइजर निर्माण जैसे हर काम में संलग्न है समूह ।7 पोषण आहार संयंत्रों का सञ्चालन अब महिला समूहों के हाथ में । हर जिले में बने दीदी कैफे । महिला स्व-सहायता समूहों को 3 लाख रुपए तक के बैंक ऋण पर 2% का अतिरिक्त ब्याज अनुदान। महिलाओं के लिए पृथक से इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाया जा रहा है। 100 करोड़ रु का नारी सम्मान कोष बनाया गया है । संविदाकर्मी महिलाओं को भी अब 180 दिन का प्रसूती अवकाश मिल रहा है। शासकीय सेवाओं में पदस्थ बहनों को वर्ष भर में7 दिवसों का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश, जिसे वे अपनी आवश्यकता अनुरूप उपयोग कर सकेंगी। वर्ष 2023-24 के बजट में महिला सशक्तिकरण के लिए रिकॉर्ड 1 लाख 2 हजार 976 करोड़ रुपए का प्रावधान। चाइल्ड बजटिंग शुरू करने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य। कुपोषण दूर करने के लिए मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। पिछले ढाई वर्ष में लगभग 6 लाख बच्चे पोषण के सामान्य स्तर पर आए। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना- बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञM23 से 60 वर्ष आयुवर्ग की बहनों को इस योजना में मिलेंगे प्रतिमाह 1 हजार रुपए। विवाहित महिलाओं के साथ-साथ कल्याणी, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता बहनों को भी मिलेगा योजना का लाभ। इस राशि का उपयोग बहनें स्वयं और परिवार की छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर सकेंगी। 10 जून से होगा योजना का लाभ मिलना प्रारंभ । शिक्षानेशनल अचीवमेंट सर्वे में मध्यप्रदेश 17वें स्थान से बड़ी छलांग लगाकर 5वें स्थान पर पहुंचा। सीएम राइज स्कूल परियोजना का क्रियान्वयन प्रारंभ। 370 विद्यालय प्रारम्भ हुए। 6300 करोड़ रुपए से बनाए जा रहे सर्वसुविधायुक्त। वर्ष 2023-24 में खोलेंगे 150 से अधिक नये सीएम राइज स्कूल। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना- 3 लाख 44 हजार से अधिक विद्यार्थियों की 1021 करोड़ रुपए से अधिक की फीस प्रतिपूर्ति। नए 24 आईटीआई प्रारंभ। आईटीआई संस्थाओं में समय की मांग के अनुसार ट्रेड शामिल। सुपर 100 योजना अंतर्गत 600 से अधिक विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग। संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल पार्क का संचालन होगा इस वर्ष से प्रारंभ। प्रतिवर्ष 6 हजार युवा बनेंगे हुनरमंद। इस सत्र से 6 इंजीनियरिंग, 6 पॉलिटेक्नीक कॉलेजों और भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में में हिन्दी भाषा में पढ़ाई प्रारंभ। पूरे देश में अपने किस्म की ऐतिहासिक पहल। मेडिकल और इंजीनियरिंग की चयन परीक्षा में सरकारी स्कूलों के बच्चों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए बनेगी अलग से मेरिट लिस्ट, होंगी 5 % सीटें आरक्षित । स्वास्थ्यकोरोना के खिलाफ जनता के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी और विजयी हुए।लगभग 99 % वैक्सीन डोज कवरेज । 10 हजार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरऔर362 आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर प्रारम्भ। मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना बनी गरीबों की संजीवनी। इस योजना में वर्ष 2003 में मात्र 3 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष की सहायता दी जाती थी, जो आज 200 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष हो गई है। चिकित्सालयों में 132 प्रकार की जांचें और 530 प्रकार की औषधियांनि:शुल्क। सी. टी. स्कैन की सुविधा पीपीपी मोड पर प्रारम्भ। 19 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की स्वीकृति जारी। इससे 4 हजार से अधिक एमबीबीएस की नई सीटें उपलब्ध होंगी। श्योपुर, भिंड, बालाघाट , धार में भी खुलेंगे मेडिकल कॉलेज । पिछले तीन वर्षों में 861 स्वास्थ्य संस्थाओं का उन्नयन/ विकास। 646 स्वास्थ्य संस्थाओं का निर्माण कार्य पूर्ण। अस्पतालों के लिए प्रारम्भ किया गया सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान। लगभग 150 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा स्वास्थ्य संस्थाओं का सुदृढ़ीकरण। निवेश और रोजगारदेश में न्यूनतम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में से एक है मध्यप्रदेश। (फरवरी 2023- मात्र 2%) 22 MSME क्लस्टर्स और 14 नए औद्योगिक क्षेत्र हो रहे विकसित। इसके अलावा EV पार्क, फार्मा पार्क, टेक्सटाइल पार्क, गारमेंट यूनिट्स के लिए प्लग एंड प्ले जोन तथा सेमीकंडक्टर पार्क तैयार हो रहे हैं। ‘स्टार्ट योर बिजनेस इन 30 डेज’ कार्यक्रम शुरू किया गया। 8 विभागों की 44 सेवाएं 30 दिन के भीतर प्रदाय की जा रही हैं। इनमें से 35 सेवाएं डीम्ड एम्प्रूवल की श्रेणी में। 900 से अधिक अनुपयोगी तथा अप्रचलित कानूनों को किया गया निरसित। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती से रोजगार दिवस का प्रतिमाह आयोजन प्रारंभ।हर माह औसतन तीन लाख रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। नवंबर 2021 से अब तक विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं के अंतर्गत 46 लाख 58 हजार से अधिक स्व-रोजगार के नये अवसर सृजित किए गए। लगभग 31 हजार करोड़ रुपए की ऋण सहायता स्वीकृत की जा चुकी है। चीफ मिनिस्टर्स यंग प्रोफेशनल्स फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रारम्भ। हर जिले में सी.एम. फेलो की नियुक्ति। मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप योजना के माध्यम से प्रदेश में 4 हजार 600 से अधिक युवा इंटर्न को बनाया मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र। मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के माध्यम से इस सत्र में लगभग 23 हजार छात्र-छात्राएं ले रहे सामाजिक उत्थान के लिए सामाजिक नेतृत्वकर्ता बनने का प्रशिक्षण। जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर लगभग 5 हजार 300 पेसा समन्वयक नियुक्त। स्टार्ट-अप नीति आने के बाद प्रदेश में 800 नए स्टार्ट-अप और 18 नए इन्क्यूबेटर स्थापित। इंदौर के सुपर कॉरिडोर में 22 एकड़ जमीन पर बनेगा 35 मंजिला स्टार्ट-अप पार्क बनाने का निर्णय । 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार। इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोरएवं मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का विकास। विक्रमपुरी उज्जैन में तेजी से मेडिकल डिवाइस पार्क में यूनिट्स लगना प्रारम्भ। सुशासनलोक सेवा गारंटी कानून लागू कर 600 से अधिक सेवाएं समयसीमा में प्रदान करने की गारंटी। अब तक लगभग 9 करोड़ आवेदन प्राप्त, जिसमें से 8 करोड़ 90 लाख से अधिक आवेदन निराकृत। 408 लोक सेवाएं की गईं पूरी तरह से ऑनलाइन। सीएम हेल्प लाइन के जरिए मुख्यमंत्री तक जनता की सीधी पहुँच। अब तक 2 करोड़ 10लाख से अधिक शिकायतें आईं, जिनमें से 2 करोड़ 6 लाख से अधिक का निराकरण। केंद्र और राज्य सरकार की 137 योजनाओं में से 31 हजार करोड़ रुपए का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर। सायबर तहसील की क्रांतिकारी अवधारणा लागू। राजस्व प्रकरणों के निराकरण की प्रक्रिया फेसलेस और पारदर्शी बनी। अब तक 5हजारसे अधिक प्रकरणों का निराकरण। आपात स्थिति में लोगों को त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध कराने की डायल 100 योजना का सफल क्रियान्वयन। अब तक 1 करोड़ 50 लाख से अधिक लोग लाभान्वित। राष्ट्रीय गुड गर्वनेंस इंडेक्स में जिला स्तर पर लोकसेवा प्रदाय के लिए मध्यप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर। मऊगंज को मध्यप्रदेश का 53वां जिला बनाने का निर्णय । 4 तहसीलें- मऊगंज, हनुमना, नई गढ़ी और देवतालाब होंगी शामिल। विधायकों की स्वेच्छानुदान निधि 25 लाख रु सेबढ़ाकर 75 लाख रु की गयी । सीएम जन सेवा योजना में मोबाइल के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सेवाओं का विस्तार- आय, मूल निवासी नि:शुल्क, खसरा-खतौनी, नक्शा की प्रमाणित प्रति एवं भू-अधिकार पुस्तिका मात्र 10 रुपए प्रति 181 पर कॉल के माध्यम से प्रदान की जा रही है। 5G क्रांति- श्री महाकाल महालोक से 5G की मध्यप्रदेश में हुई शुरुआत। इंदौर और भोपाल में भी 5G सेवाएं प्रारम्भ। तेजी से होगा अन्य शहरों में भी विस्तार। मध्यप्रदेश के मूल निवासियों द्वारा अर्जित की जाने वाली असाधारण उपलब्धियों के लिए स्थापित किया गया मध्यप्रदेश गौरव सम्मान। शासकीय सेवकों के द्वारा किए जाने वाले नवाचारी कार्यों एवं शासकीय योजनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रारंभ हुए मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार नए स्वरूप में। मध्यप्रदेश का सांस्कृतिक अभ्युदयमाननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से 11 अक्टूबर 2022 को ‘श्री महाकाल महालोक’ का शिवार्पण।महाकाल महालोक के द्वितीय चरण का कार्य प्रारंभ। तेजी से करेंगे पूरा। ओरछा में बनेगा भव्य राम राजा लोक, चित्रकूट में दिव्य वनवासी रामलोक और सलकनपुर में श्री-देवी महालोक के निर्माण का निर्णय । अमर शहीदों एवं जनजातीय जननायकों- रानी कमलापति, राजा शंकरशाह-रघुनाथ शाह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, टंट्या भील आदि की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए बनाए गए हैं भव्य स्मारक। मध्यप्रदेश की धरती के ऐसे वीर सैनिक, जो सीमाओं पर देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करते हैं, उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि, सरकारी नौकरी और आवासीय भू-खंड। महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन में 'शिव ज्योति अपर्णम्-2023' का भव्य आयोजन। बाबा महाकाल की पावन धरा पर 18 लाख 82 हजार से अधिक दीपों को प्रज्ज्वलित कर बना विश्व रिकॉर्ड। इस्लाम नगर का 308 साल पुराना गौरव लौटा। अब इसका नाम पुन: जगदीशपुर हुआ। ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची बहु धातु की भव्य प्रतिमा एवं अद्वैत धाम, अद्वैत वन, अद्वैत वेदांत संग्रहालय एवं संस्थान का निर्माण कार्य लगभग 2200 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। जनजातीय परंपरा के अभिन्न उत्सव "भगोरिया" को राजकीय पर्व के रूप में मनाने और प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में पहचान बनाने का निर्णय। वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में धार्मिक पर्यटक स्थलों में पर्यटकों की संख्या में 122% तथा अन्य पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या में 58% की वृद्धि हुई। लाइफ साइंसेस आधारित अर्थ-व्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान। जैव विविधतामध्यप्रदेश घड़ियाल, गिद्ध, टाइगर और लेपर्ड के साथ अब चीता स्टेट भी बन गया है। सितंबर 2022 में 70 साल बाद नामीबिया से कूनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में चीतों की पुनर्स्थापना। फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 और चीते। बनाए गए 450 चीता मित्र। माननीय प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा लेकर माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी में छोड़े गए 3 बाघ। बनाए गए बाघ मित्र। अन्यमहत्वपूर्ण उपलब्धियांनई दिल्ली में आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर 150 करोड़ की लागत से निर्मित किया गया मध्यप्रदेश भवन। मध्यप्रदेश के चिनौर धान को मिला जीआई टैग। ग्रीन एनर्जी, ग्रीन बाण्ड और ग्रीन फायनेंसिंग की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश। ट्री एंबुलेंस जैसे नवाचार हो रहे। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में इंदौर लगातार छठी बार देश का नंबर वन शहर। मध्यप्रदेश स्वच्छता में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित। इंदौर और भोपाल में मेट्रो रेल के प्रथम ट्रैक का इस वर्ष होगा शुभारंभ। मिशन मोड में चल रहा काम । लंदन में खालिस्तानयों की शर्मनाक हरकत के खिलाफ भोपाल के सिख समाज में आक्रोश ![]() 21 March 2023 भोपाल.लंदन में खालिस्तानयों की शर्मनाक हरकत के खिलाफ भोपाल के सिख समाज में आक्रोश, रोशनपुरा चौराहा पर किया प्रदर्शन बड़ी संख्या में सिख समाज ने इकट्ठा होकर शांति का संदेश दिया की हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होता है तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। “भारत हमारा स्वाभिमान है ज्ञानी दिलीप सिंह ने कहा जो असामाजिक तत्व तिरंगे के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं वो किसी भी तरह से सिख भावनाओं के प्रतीक नहीं है।लंदन हाई कमिशन के बाहर हुई घटना की हम सब कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं। सिख समाज सेवी जीपी सिंह ने कहा सिख समुदाय के लोगों ने विदेशों में जाकर अपने अच्छे कामों से देश को गौरवान्वित किया है पर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो भारत-विरोधी एजेंसियों के इशारों पर काम करते हुये ऐसी हरकतें करते हैं जिससे भारत में बैठे सिखों को दुख भी होता है और अफ़सोस भी। सिख समाज सेवी नेहा बग्गा ने कहा भारत के सिख प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने छोटे साहिबजादों को भी याद किया और उनकी याद में राष्ट्रीय दिवस घोषित किया। सिखों को नरेंद्र मोदी जी ने बहुत प्यार और मान सम्मान दिया है मुझे खेद है कि भारत विरोधी एजेंसियों के इशारों पर काम करने वाले चंद सिख पूर सिख पूरी कौम को बदनाम कर रहे हैं। इस समय ज़रूरत है कि विदेशों में बैठे सिख इन असामाजिक तत्वों के ख़िलाफ़ खुलकर सामने आएँ और इनका विरोध करें। महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश में हो रही है सामाजिक क्रांति : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 20 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक क्रांति हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में आरक्षण, आजीविका मिशन और संबल जैसी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। अब लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है, जिनसे न केवल महिलाओं का समग्र विकास होगा, अपितु समाज में उनका मान-सम्मान और आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज बालाघाट जिले के लांजी में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बहनों को विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरित किये। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन किया और पुष्प-वर्षा कर बहनों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री को बहनों ने राखी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में दीदी कैफे संचालित करने वाली बहन अंजली चौरे को 10 लाख रूपए का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी जिंदगी का उद्देश्य बहनों का कल्याण है। बहनों के होठों पर हँसी हो, तो भाई की जिंदगी सफल है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। बहनें किसी भी प्रकार का अन्याय सहन न करें, तुम्हारा भाई हमेशा तुम्हारे साथ है। बहन-बेटियों की शादी की चिंता न करें, शिवराज मामा उनकी शादी कराएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले मैं और मेरी पत्नी मिल कर गरीब बेटियों की शादी करवाते थे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की। पिछली सरकार ने इस योजना का लाभ किसी को नहीं दिया। अब हमने निर्णय लिया है कि इस योजना में 50 हजार की राशि का चेक बेटियों को और 6 हजार रूपये आयोजक संस्था को दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटियों को अभिशाप के स्थान पर वरदान बनाया गया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटी के जन्म लेते ही उसके नाम पर 30 हजार रूपये जमा करवा दिए जाते हैं, जिससे समय-समय पर उसे पढ़ाई आदि के लिए राशि मिलती रहे। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ हैं। बेटियों की पढ़ाई और उच्च शिक्षा की फीस भी मामा भरवाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पंचायतों में बड़ी संख्या में बहनें प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनका राजनीतिक सशक्तिकरण हुआ है। मध्यप्रदेश में पंचायतों में 50 प्रतिशत सीटें बहनों के लिए आरक्षित की गई हैं। पुलिस की भर्ती में भी बहनों को आरक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण और शहरी आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं के स्व-सहायता समूह बनाए जाकर उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिए वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान की जाती है। इससे उनका आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है। साथ ही उनके आत्म-विश्वास में वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार जब मुख्यमंत्री बना, तब से ही उनके मन में निरंतर यह विचार आ रहा था कि वह बहनों को क्या उपहार दें। मैंने सोचा कि एक बार नहीं प्रतिमाह बहनों को उपहार दिया जाए। गत 28 जनवरी को सुबह 4 बजे मेरे मन में लाड़ली बहना योजना की संकल्पना आई और मैंने निर्णय लिया कि हर माह गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय बहनों के खाते में 1000 रूपये डालूंगा। लाड़ली बहना योजना का लाभ उन सब बहनों को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रूपये से कम है। बहनों को इसके लिए कोई आय प्रमाण-पत्र नहीं देना होगा। बस एक फॉर्म भरना होगा, जिसे हमारे कर्मचारी आपके गाँव, मोहल्ले में आकर भरवा लेंगे। साथ ही वे आपका ई-केवाईसी भी करवायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 25 मार्च से लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरना प्रारंभ होगा, जो 30 अप्रैल तक चलेगा। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में पैसे आना प्रारंभ हो जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए बहनों को किसी को भी कोई राशि देने की आवश्यकता नहीं है। ई-केवाईसी के लिए प्रत्येक प्रकरण में सरकार 15 रूपये केवाईसी करने वाली संस्था को देगी। यदि कोई भी व्यक्ति बहनों से कोई राशि की मांग करें तो उसकी शिकायत तुरंत 181 पर करें, उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्व्यन में महिलाएँ “लाड़ली बहना सेना” में शामिल होकर अपनी भागीदारी निभाये। मुख्यमंत्री ने घरेलू हिंसा, सामाजिक कुरीतियों एवं अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का आहवान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। मुख्यामंत्री श्री चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश भटेरे की मांग पर पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से चर्चा कर लांजी के कोटेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार की बात कही। उन्होंने खराडी़ एवं बाघ सिंचाई परियोजना की नहरों के कार्य और नगर परिषद लांजी के विकास के लिये आवश्यक राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग श्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का चहुँमुखी विकास हुआ है। समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए प्रदेश में कार्य हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी अभिनव योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना। आयुष एवं जल संसाधन राज्य मंत्री श्री राम किशोर 'नानो' कावरे, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व विधायक श्री रमेश भटेरे सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक उपस्थित रहे। सरल है मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में आवेदन की प्रक्रिया-मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 19 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, बहनों के सशक्तिकरण के लिए बनाई गई है। सशक्तिकरण में सबसे अधिक जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण है। बहनों के पास पैसा हो, तो उनमें आत्म-विश्वास भी होता है और स्वाभिमान का भाव भी जागृत होता है। इसलिए हमने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हर पात्र बहन के खाते में हर महीने 1000 रूपए डालने का निर्णय लिया है। योजना में वे बहने पात्र होंगी, जिनकी आयु 23 से 60 वर्ष के बीच हो, विवाहित हो, परिवार की आय ढाई लाख रूपए वार्षिक से कम हो और ऐसे परिवार जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन हो। परिवार का मतलब पति, पत्नी और उनके बच्चे हैं। ऐसी पात्र बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रूपए आएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जारी संदेश में यह बात कही। बहनों को लोक सेवा केन्द्र या अन्य कहीं जाने की जरूरत नहीं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी बहनों को कोई दिक्कत न हो, यह मेरा कर्त्तव्य है। इसलिए योजना में आवेदन प्रक्रिया को बहुत सरल बनाया गया है। योजना के फॉर्म आपके गाँव और शहर के वार्डों में भरवाए जाएंगे। बहनों को लोक सेवा केंद्र या कही और जाने की जरूरत नहीं है। सभी गाँव में हमारे कर्मचारी आएंगे और फॉर्म भरवाएंगे। इसके लिए 25 मार्च से शिविर लगना शुरू होंगे। जब तक सभी बहनों के आवेदन नहीं भर जाते तब तक शिविर लगेंगे। समग्र आई.डी. और आधार नंबर है तो कोई दिक्कत नहीं होगी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आवेदन में अपना नाम, पति का नाम, मोबाइल नंबर आदि दर्ज कराने के अलावा तीन जरूरी जानकारी बहनों के पास होनी चाहिए। पहला- आपकी या आपके परिवार की समग्र आईडी, दूसरा- आपका आधार नंबर और तीसरा- समग्र में दर्ज आपका मोबाइल नंबर। यह जानकारी यदि बहनों के पास है तो उनको कोई दिक्कत नहीं होगी। आवेदन भरा जाएगा और उसके बाद ई-केवाईसी करवाई जाएगी। इसके लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। गाँव और शहर के वार्ड में ही ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। जहाँ कनेक्टिविटी नहीं है, वहाँ दूसरे गाँव या कॉमन सर्विस सेंटर में बहनों को ले जाने की आवश्यकता पड़ती है तो उनके लिए वाहन की व्यवस्था शासन द्वारा की जाएगी। यदि कोई पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन 181 नंबर पर करें शिकायत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ई-केवाईसी के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। शासन द्वारा एक ई-केवाईसी के लिए 15 रूपए का भुगतान संबंधित कॉमन सर्विस सेंटर्स को किया जाएगा। यदि किसी बहन से कोई ई-केवाईसी के लिए पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ऐसे लोगों को जेल भिजवाया जाएगा। बहनों को एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं है। यदि मेरी बहनों को परेशानी होती है, तो मेरे भाई होने का मतलब ही क्या है। इसलिए निश्चिंत रहिए-परेशान मत होइए। अपने गाँव, शहर में ही रहें। हमारी टीम आपसे संपर्क करेगी, शिविर में लाएगी और सारी औपचारिकता पूरी करवाएगी। ई-केवाईसी इसलिए कराई जा रही है, जिससे बहनों के खाते में ही पैसा जाए। बहने निश्चिंत रहें, उनकी सारी चिंताएँ हमारी हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 5 लाख से ज्यादा हितग्राही लाभान्वित ![]() 17 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मध्यप्रदेश के धार जिले में पीएम मित्र" मेगा एकीकृत टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिये अभिनंदन किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह निर्णय टेक्सटाईल सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देने और रोजगार के अनेक अवसर सृजित करने में मददगार साबित होगा। पीएम मित्र पार्क स्थापित करने में कई राज्यों ने रूचि दिखाई और अपना प्रस्ताव कपड़ा मंत्रालय को दिया था। एक साल के लंबे मूल्यांकन, चर्चा और सूचना साझा करने के बाद 17 मार्च 2023 को चयनित राज्यों की सूची की घोषणा की गई है। पीएम मित्र पार्क स्थापित करने के लिए चयनित 7 राज्यों में मध्यप्रदेश भी शामिल है। पीएम मित्र साइटों का चयन केन्द्र सरकार द्वारा एक चुनौती पद्धति के माध्यम से किया गया था। पीएम मित्र पार्क योजना केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय ने 7 मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाईल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क स्थापित करने के लिए 4,445 करोड़ रूपये की पीएम मित्र पार्क योजना शुरू की थी। योजना का उद्देश्य कपड़ा उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के लिए एकीकृत बड़े पैमाने पर और आधुनिक औद्योगिक बुनियादी सुविधाओं का विकास करना है। यह योजना प्रधानमंत्री के 5-एफ विजन - फार्म से फाइबर, फाइबर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन तक से प्रेरित है। यह एक 'आत्म-निर्भर भारत' के निर्माण की दृष्टि को पूरा करने और भारत को वैश्विक वस्त्र मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने की आकांक्षा रखता है। मध्यप्रदेश सरकार विश्व स्तरीय औद्योगिक बुनियादी ढाँचे के साथ 1,000 एकड़ से अधिक भूमि पार्सल में एकीकृत बड़े पैमाने पर कपड़ा और परिधान पार्क स्थापित करने की इच्छुक है, जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को आकर्षित करेगी। साथ ही कपड़ा क्षेत्र में एफडीआई और स्थानीय निवेश को बढ़ावा देगी। पार्क को आंतरिक सड़कों, बिजली वितरण बुनियादी ढाँचे, जल और अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों, प्लग एंड प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, फैक्ट्री साइट्स, ऊष्मायन केंद्र इत्यादि जैसी सभी बुनियादी आधारभूत सुविधाओं के साथ विकसित करने की योजना है। पार्क में सहायक सुविधाएँ भी शामिल होंगी, जिसमें एक सामान्य प्र-संस्करण इकाई, सामान्य प्रवाह उपचार संयंत्र (सीईटीपी), श्रमिकों के छात्रावास और आवास (विशेष रूप से महिला श्रमिकों के लिए), स्वास्थ्य सुविधा, प्रशिक्षण और कौशल विकास, भंडारण, रसद आदि हैं। एक ही स्थान पर एकीकृत कपड़ा मूल्य श्रृंखला के साथ प्रस्तावित पार्क उद्योग की रसद लागत को कम करेगा और राज्य में कपड़ा और परिधान उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करेगा। इस पार्क से रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे एक लाख प्रत्यक्ष और 2 लाख अप्रत्यक्ष लोगों को रोजगार मिल सकेगा। केन्द्र सरकार 2 चरणों में 500 करोड़ रूपये (300 करोड़ + 200 करोड़ रुपये) के 'विकास पूँजी समर्थन' (डीसीएस) के रूप में प्रस्तावित पार्क की स्थापना का समर्थन करेगी। प्रस्तावित पीएम मित्र पार्क में शीघ्र स्थापित होने वाली निर्माण इकाइयों को प्रोत्साहन देने के लिये 'प्रतिस्पर्धी प्रोत्साहन सहायता' (सीआईएस) में प्रति पार्क 300 करोड़ रूपये देने का प्रावधान किया गया है। पार्क में स्थापित इकाई को कुल बिक्री टर्नओवर का 3 प्रतिशत तक प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। इसका लाभ निर्धारित शर्तों के साथ "पहले आओ-पहले पाओ" के आधार पर उपलब्ध होगा। मध्यप्रदेश में कपड़ा और परिधान क्षेत्र के लिए पारिस्थितिकी-तंत्र अच्छी तरह से विकसित है। राज्य में कच्चे माल (जैसे-कपास, रेशम और मानव निर्मित फाइबर) की उपलब्धता और एक प्रगतिशील कपड़ा नीति ढाँचा है। राज्य ने देश भर से इस क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित किया है। मध्यप्रदेश कपास का उत्पादन करता है, इसमें कपास को सूत में बदलने के लिए ओटाई और कताई इकाइयाँ भी हैं, जिन्हें कपड़े में परिवर्तित किया जाता है। वर्तमान में राज्य में परिधान इकाइयाँ भी हैं। राज्य की इकाइयाँ कपास, सूत और वस्त्र निर्यात करती हैं। इस प्रकार मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री श्री मोदी के 5-एफ विजन को पूरा करता है। पीएम मित्र पार्क मध्यप्रदेश में कपड़ा और परिधान उद्योग के विकास को और मजबूत करेगा, जिससे यहाँ के लोगों को रोजगार और समृद्धि मिलेगी। कपड़ा क्षेत्र के लिए केन्द्र सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना में मध्यप्रदेश को सर्वाधिक 3,513 करोड़ रूपये का निवेश प्राप्त हुआ है। पीएम मित्र पार्क योजना 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' के दृष्टिकोण को पूरा करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 5 लाख से ज्यादा हितग्राही लाभान्वित ![]() 16 March 2023 भोपाल.राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल 17 मार्च को शाम 4 बजे प्रदेश में आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों को प. उद्धवदास मेहता आयुर्वेद सेवा पुरस्कार से पुरस्कृत करेंगे। कार्यक्रम में आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामकिशोर कावरे उपस्थित रहेंगे। पुरस्कार समारोह पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद संस्थान भोपाल में होगा। इसमें वर्ष 2017 से वर्ष 2021 तक की अवधि में पुरस्कार के लिये चयनित 5 व्यक्ति एवं संस्थाओं को सम्मान स्वरूप प्रशस्ति-पत्र और एक लाख रूपये की राशि प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 5 लाख से ज्यादा हितग्राही लाभान्वित ![]() 15 March 2023 भोपाल.सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अब तक 5 लाख 33 हजार से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। राज्य सरकार द्वारा इस पर 1283 करोड़ रुपये खर्च किये गये। मुख्यमंत्री निकाह योजना में 55 हजार हितग्राहियों को लाभ मिला है। श्री पटेल ने यह जानकारी आज सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक में दी। समिति सदस्य विधायक श्री सीताराम, श्री विजय राघवेन्द्र सिंह, सुश्री चन्द्रभागा किराड़े और विभागीय आयुक्त श्री ई. रमेश कुमार उपस्थित थे। मंत्री श्री पटेल ने ग्रामीण क्षेत्रों में जनपद स्तर पर शिविर लगाकर अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित करने के निर्देश दिये। बैठक में दिव्यांगजनों की पेंशन राशि बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। बताया गया कि सभी दिव्यांगजनों को यूपीआईडी कार्ड दिए जा रहे है। इसी तरह ट्रांसजेंडर्स को 611 पहचान प्रमाण-पत्र दिये गये हैं। स्व.पुष्पेन्द्र पाल सिंह निष्काम कर्मयोगी और अहंकारशून्य व्यक्ति थे : मुख्यमंत्री श्री चौहान ![]() 14 March 2023 भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्व. श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह निष्काम कर्मयोगी और अहंकारशून्य व्यक्ति थे। मुख्यमंत्री ने उनके नाम से पत्रकारिता क्षेत्र में पुरस्कार देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी एवं संचार विश्वविद्यालय में एक कक्ष स्व. पुष्पेन्द्र पाल सिंह के नाम पर किया जायेगा। कक्ष में उनके लेखों का संग्रह भी होगा। साथ ही उनकी स्मृति में व्याख्यान माला भी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. पुष्पेन्द्र पाल सिंह सामान्य सीट पर बैठक कर ही विद्यार्थियों से बात करते थे। वे सदैव उत्साह से भरे रहते थे और सचमुच में भगवान कृष्ण के सात्विक कार्यकर्ता थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान माखनलाल चतुर्वेदी पत्रक |