सालाना विकास योजना बनाए जाने का दिलाया भरोसा
भोपाल। संत हिरदाराम नगर में आयोजित एक बैठक में रहवासियों ने विधायक को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। रहवासियों ने आरोप लगाया कि समस्याओं पर विचार करने के लिए जुटे प्रबुद्धजन मर्जर की समस्या को भूल गए। विधायक रामेश्वर शर्मा के सामने बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था, गंदगी, बिजली, रेल, पार्किंग की समस्याएं रखी। इस पर विधायक ने उपनगर के लिए सालाना विकास योजना बनाए जाने का भरोसा दिलाया
गोष्ठी में पूर्व पार्षद माखन सिंह राजपूत ने साफ-सफाई की समस्या रखते हुए निदान के लिए योजनाबद्ध प्रयासों की जरूरत बताई। रेल सुविधा संघर्ष समिति अध्यक्ष परसराम आसनानी ने बैरागढ़ स्टेशन को भोपाल में शामिल न किए जाने का मुद्दा उठाया। थोक वस्त्र व्यवसाय संघ के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश इसरानी ने संतनगर में पर्किंग की समस्या के निराकरण के लिए पुरानी सब्जी मंडी, कृष्णा प्लाजा का फ्लेक्स, सिविल अस्पताल, चंचल चौराहे, नगर निगम कार्यालय के सामने नेहरू पार्क की जमीन को व्यवस्थित कर उसका उपयोग करने के सुझाव दिए।
नानकराम वाधवानी ने लोडिंग ऑटो एवं लोडिंग मिनी ट्रकों का नई सब्जी मंडी या विर्सजनघाट के पास स्थान निर्धारित करने का सुझाव रखा। म.प्र आवास संघ के पूर्व अध्यक्ष सुशील वासवानी ने मुख्य मार्गों पर ठेले पूर्णत: प्रतिबंधित किए जाने चाहिए। उन्होंने अतिक्रमण हटाने से पहले सड़कें कैसी चौड़ी हो तथा कहां से अतिक्रमण कितना तोड़ा जाए? यह पहले तय किए जाने पर जोर दिया। शशिभाई सेठ ने कहा कि संत नगर के विकास के लिए योजनाबद्ध प्रयास आवश्यक है तथा समस्याओं का हल मिल जुलकर किया जाए।
बच्चों ने ली अहिंसा की शपथ, अर्पित किए श्रद्धासुमन
भोपाल. संतगर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी पुण्य तिथि पर याद किया गया। स्कूली बच्चों ने जहां पुष्पांजलि अर्पित कर बापू को नमन किया, वहीं कांग्रेसियों ने भी अहिंसा के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। साधु वासवानी स्कूल में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई गई। शिक्षाविद् विष्णु गेहानी ने महात्मा गांधी के जीवन पर प्रकाश डाला। यहां छात्रा कु. शालिनी ने ईश्वर अल्ला तेरों नाम सबको सन्मति दे भगवान गीत की प्रस्तुति दी।
इस मौके पर छात्रा कु. निकिता भारवारी, कु. सिमरन, शिक्षिका धनवंती मोटवानी, प्राचार्य मधु लालवनी सहित अन्य शिक्षकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इसी तरह अनंदराम टी शाहनी उमा विद्यालय, किशनचंद टी शाहनी उमा विद्यालय एवं सिंधु माध्यमिक शाला के संयुक्त तत्वावधान में शहीद दिवस पर गुरूवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए विद्यालय सभागार में विद्यालय की प्राचार्य विमला हिंगोरानी, प्राचार्य जगदीश मेहरचंदानी, विद्यालय के सभी विद्यार्थीगण एवं शिक्षकगण ने महात्मा गांधी के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी।
हर मंगलवार को पुलिस का जनसंवाद कार्यक्रम
भोपाल। पुलिस ने फिर शुरुआत की है जनता के करीब जाने की। माध्यम बनाया है जनसंवाद को। हर मंगलवार को थाने में पुलिस के अफसर जनता की समस्याओं और सुझावों को सुनेंगे। पहले जनसंवाद कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजपूत ने जन प्रतिनिधियों के सुझाव सुने। करीब एक दर्जन सुझाव पुलिस के सामने रखे गए। उपनगर में बढ़ती चोरियों पर लगाम लगाने के लिए मोहल्ला स्तर पर समितियां बनाने, पुलिस गश्त को सघन करने, बाजारों में हर बीस दुकानों के हिसाब से चौकीदार रखने का सुझाव आया।
स्कूलों के आसपास असामाजिक तत्वों के जमावड़े को खत्म करने के लिए पुलिस निगरानी सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। नई सब्जी मंडी में रास्तों की आवाजाही पर भी चर्चा हुई। श्री राजपूत ने बताया कि हर मंगलवार को पुलिस इस तरह का संवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें सुझाव और शिकायतें सुनी जाएंगी। इस अवसर पर जोनाध्यक्ष ईश्वरी नाथानी, पार्षद संध्या प्रधान, पूर्व पार्षद माखन राजपूत, भाजपा नेता किशन अच्छानी, महेश खटवानी व कई अन्य लोग मौजूद थे।
बैरागढ़ स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव
भोपाल। भोपाल. बैरागढ़ स्टेशन का नाम संत हिरदाराम नगर किए जाने का प्रस्ताव भोपाल से दिल्ली भेजा गया। नाम बदलने की अधिसूचना जारी होने के बाद स्टेशन का नाम बदलने के लिए रेल मंत्रालय को अलग से प्रस्ताव भेजना प्रक्रिया का अंग है। ग्राम बैरागढ़ का नाम बदलने की अनुमति केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 11 मार्च 13 को बैरागढ़ का नाम बदलने की अनुमति दी थी, इसके बाद तीन अप्रैल 13 को संत हिरदाराम नगर करने की अधिसूचना राज्यपाल के आदेशानुसार राजस्व विभाग ने जारी की। इसके बाद स्थानीय स्तर पर उपनगर का नाम बदल दिया गया। लेकिन, केन्द्र व राज्य सरकार के संस्थान और उपक्रमों का नाम नहीं बदला जा सका। राज्य शासन के अधीन आने वाले सिविल अस्पताल, सरकारी स्कूल, थाने के साथ अभी बैरागढ़ जुड़ा हुआ है। स्टेशन का नाम भी हिरदाराम नगर नहीं हो पाया है।
आयुष डॉक्टरों के भरोसे रहा सिविल अस्पताल, परेशान होते रहे मरीज
भोपाल। साहब, डॉक्टर साहब ने देख लिया है, लेकिन जो दवा लिखी है, वह यहां नहीं मिल रही है। कहा जा रहा है कि दवा आयुर्वेद की है अस्पताल में नहीं मिलेगी। डॉक्टर बाबू कह रहे है अस्पताल की दवाएं वह नहीं लिख सकते। समझ नहीं आ रहा है क्या करें? शुक्रवार को सिविल अस्पताल इलाज के लिए मरीजों को इस तरह की अजीबो-गरीब स्थिति से गुजरना पड़ रहा है।
अस्पताल में चिकित्सकों के अवकाश पर होने से स्वास्थ्य सेवाएं आयुष डॉक्टरों के भरोसे है। अधीक्षक और इमरजेंसी में एक चिकित्सक की ही मौजूदगी देखने को मिली, हालांकि पैरामेडिकल स्टाफ भी ड्यूटी पर नजर आया। अस्पताल अधीक्षिका डॉक्टर अलका परगानिहा ने दावा किया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों को आयुष डॉक्टरों की सेवाएं दी जा रही हैं। इमरजेंसी सेवाएं भी सामान्य रूप से दी जा रही है। उधर शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र गांधीनगर में प्रभारी डॉक्टर मधुलिका तिवारी का कहना हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं रोज की तरह चल रही हैं। सुबह से लेकर अब तक १०० से अधिक मरीजों का उपचार हो चुका है।
दावों की सच्चाई: आयुष डॉक्टर प्राथमिक उपचार के बाद जरूरी दवाएं लिख तो रहे हैं, लेकिन दवाएं आयुर्वेदिक होने के कारण अस्पतालों में उपलब्ध नहीं है। अस्पताल में मौजूद दवाएं नहीं लिख रहे थे, जो दवाएं लिखी जा रही थीं वह अस्पताल में नहीं मिल रहीं थीं। अस्पताल में बेटे को कुत्ते का इंजेक्शन लगवाने आए प्रकाश डॉबी का कहना था कि उनके बेटे को रैबीज का इंजेक्शन लगवाने बुलाया था, लेकिन डॉक्टर हीं नहीं हैं।
आयुष डॉक्टरों के भरोसे रहा सिविल अस्पताल, परेशान होते रहे मरीज
भोपाल। साहब, डॉक्टर साहब ने देख लिया है, लेकिन जो दवा लिखी है, वह यहां नहीं मिल रही है। कहा जा रहा है कि दवा आयुर्वेद की है अस्पताल में नहीं मिलेगी। डॉक्टर बाबू कह रहे है अस्पताल की दवाएं वह नहीं लिख सकते। समझ नहीं आ रहा है क्या करें? शुक्रवार को सिविल अस्पताल इलाज के लिए मरीजों को इस तरह की अजीबो-गरीब स्थिति से गुजरना पड़ रहा है।
अस्पताल में चिकित्सकों के अवकाश पर होने से स्वास्थ्य सेवाएं आयुष डॉक्टरों के भरोसे है। अधीक्षक और इमरजेंसी में एक चिकित्सक की ही मौजूदगी देखने को मिली, हालांकि पैरामेडिकल स्टाफ भी ड्यूटी पर नजर आया। अस्पताल अधीक्षिका डॉक्टर अलका परगानिहा ने दावा किया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों को आयुष डॉक्टरों की सेवाएं दी जा रही हैं। इमरजेंसी सेवाएं भी सामान्य रूप से दी जा रही है। उधर शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र गांधीनगर में प्रभारी डॉक्टर मधुलिका तिवारी का कहना हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं रोज की तरह चल रही हैं। सुबह से लेकर अब तक १०० से अधिक मरीजों का उपचार हो चुका है।
दावों की सच्चाई: आयुष डॉक्टर प्राथमिक उपचार के बाद जरूरी दवाएं लिख तो रहे हैं, लेकिन दवाएं आयुर्वेदिक होने के कारण अस्पतालों में उपलब्ध नहीं है। अस्पताल में मौजूद दवाएं नहीं लिख रहे थे, जो दवाएं लिखी जा रही थीं वह अस्पताल में नहीं मिल रहीं थीं। अस्पताल में बेटे को कुत्ते का इंजेक्शन लगवाने आए प्रकाश डॉबी का कहना था कि उनके बेटे को रैबीज का इंजेक्शन लगवाने बुलाया था, लेकिन डॉक्टर हीं नहीं हैं।
आयुष डॉक्टरों के भरोसे रहा सिविल अस्पताल, परेशान होते रहे मरीज
भोपाल। साहब, डॉक्टर साहब ने देख लिया है, लेकिन जो दवा लिखी है, वह यहां नहीं मिल रही है। कहा जा रहा है कि दवा आयुर्वेद की है अस्पताल में नहीं मिलेगी। डॉक्टर बाबू कह रहे है अस्पताल की दवाएं वह नहीं लिख सकते। समझ नहीं आ रहा है क्या करें? शुक्रवार को सिविल अस्पताल इलाज के लिए मरीजों को इस तरह की अजीबो-गरीब स्थिति से गुजरना पड़ रहा है।
अस्पताल में चिकित्सकों के अवकाश पर होने से स्वास्थ्य सेवाएं आयुष डॉक्टरों के भरोसे है। अधीक्षक और इमरजेंसी में एक चिकित्सक की ही मौजूदगी देखने को मिली, हालांकि पैरामेडिकल स्टाफ भी ड्यूटी पर नजर आया। अस्पताल अधीक्षिका डॉक्टर अलका परगानिहा ने दावा किया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों को आयुष डॉक्टरों की सेवाएं दी जा रही हैं। इमरजेंसी सेवाएं भी सामान्य रूप से दी जा रही है। उधर शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र गांधीनगर में प्रभारी डॉक्टर मधुलिका तिवारी का कहना हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं रोज की तरह चल रही हैं। सुबह से लेकर अब तक १०० से अधिक मरीजों का उपचार हो चुका है।
दावों की सच्चाई: आयुष डॉक्टर प्राथमिक उपचार के बाद जरूरी दवाएं लिख तो रहे हैं, लेकिन दवाएं आयुर्वेदिक होने के कारण अस्पतालों में उपलब्ध नहीं है। अस्पताल में मौजूद दवाएं नहीं लिख रहे थे, जो दवाएं लिखी जा रही थीं वह अस्पताल में नहीं मिल रहीं थीं। अस्पताल में बेटे को कुत्ते का इंजेक्शन लगवाने आए प्रकाश डॉबी का कहना था कि उनके बेटे को रैबीज का इंजेक्शन लगवाने बुलाया था, लेकिन डॉक्टर हीं नहीं हैं।
नाराज विधायक ने अधिकारियों पर एफआईआर करने की बात कही
भोपाल। नल कनेक्शन न मिलने से परेशान बूढ़ाखेड़ा के रहवासियों ने विधायक रामेश्वर शर्मा को अपनी समस्याएं बताई। विधायक इलाके का दौरा करने निकले थे, तभी क्षेत्र में फैली अव्यवस्थाएं देखकर वे संबंधित अधिकारियों पर बिफर पड़े। नाराज विधायक शर्मा ने अधिकारियों पर एफआईआर करने तक की बात कह डाली।
हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा बूढ़ाखेड़ा-बोरबंद क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे थे। विधायक ने लोगों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं के बारे में जनता से बातचीत की तो पता चला कि इलाके में नगर निगम की ओर से पानी सप्लाई नहीं किया जाता। यहां नाले में पाइप लगाकर रहवासी पानी भरते हैं। बिजली की समस्या और आस-पास गंदगी से घिरे लोगों को और भी कई तरह की समस्याएं है। शर्मा ने जलकार्य विभाग के सहायक यंत्री मो. नासिर, जोनल अधिकारी विजय तिवारी सहित मौके पर अन्य अधिकारियों को जोरदार फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि बूढ़ाखेड़ा के रहवासियों को नल कनेक्शन देने के लिए शीघ्र ही कैंप लगाए जाएंगे। इसके लिए विधायक शर्मा ने जोनल अधिकारी को निर्देश भी दिए।
मौके पर शर्मा ने नगर निगम कमिश्नर व अन्य अधिकारियों से भी फोन पर चर्चा कर बूढ़ाखेड़ा की समस्याओं को शीघ्र हल करना की बात कहीं। विधायक का कहना था कि नाले में पाइप लगाकर पानी भर रहे लोग कभी भी बीमार हो सकते है। जलकार्य विभाग के जिन अधिकारियों की लापरवाही से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है, उन पर तो एफआईआर होनी चाहिए। इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद संध्या प्रधान, जोन अध्यक्ष ईश्वरी नाथानी, भाजपा जिलामंत्री राम बंसल समेत कई भाजपा नेता व अधिकारीगण मौजूद रहे।
बैरागढ़ स्टेशन का नाम बदलने केन्द्र को लिखा पत्र
भोपाल। राज्य शासन के राजस्व विभाग की अवर सचिव किरण मिश्रा ने पत्र क्रमांक एफ 11-2/201/सात/ शाखा-6, 27 जनवरी 14 में बताया है कि ग्राम बैरागढ़ का नाम बदलकर संत हिरदाराम नगर करने की अधिसूचना 03 अप्रैल 13 में जारी कर दी गई है। इसी तारतम्य में बैरागढ़ स्टेशन का नाम हिरदाराम नगर करने के लिए अगली कार्रवाई की जाए।
गौरतलब है कि बीते साल केन्द्रीय गृहमंत्रालय ने नाम बदलने को मंजूरी दी थी। अप्रैल 13 में इस आशय की अधिसूचना भी जारी कर दी गई थी, लेकिन नाम बदलने के बाद भी केन्द्र एवं राज्य शासन स्तर पर नाम परिवर्तन नहीं हो पाया है।
इस संबंध में कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने राज्य शासन के अधिकारियों को बताया था कि इसके अलग से रेल मंत्रालय की ओर से पत्र भेजा जाना जरूरी है, इसके चलते राज्य शासन ने रेल मंत्रालय को पत्र भेजा है। श्री ज्ञानचंदानी ने बताया कि राज्य की ओर से पत्र जाने के बाद कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह के साथ दिल्ली में रेल मंत्री से मुलाकात कर नाम बदले जाने का आग्रह किया जाएगा।
यहां तैयार हो रहा प्राचीन अग्निहोत्र यज्ञ के प्रचार का रोडमैप
भोपाल। श्री माधव आश्रम सीहोर नाका हिरदाराम नगर में 41वीं प्रचारक सभा आयोजित की जा रही है, जिसमें करीब पांच सौ प्रचारक आए हैं। विचार सत्रों में जहां वह अग्निहोत्र यज्ञ और खेती को बढ़ावा देने की दिशा में किए जा रहे सालभर के कार्यों का ब्योरा दे रहे हैं। वहीं आगामी योजनाओं पर भी विचार कर रहे हैं। सोमवार को विचार सत्र की शुरुआत आश्रम प्रमुख नलिनी माधव की मौजूदगी में हुई।
मार्गदर्शन की जरूरत
विवेक पोतदार ने कहा कि अन्न उगाने वालों को मार्गदर्शन की जरूरत है। मनुष्य पूरी उम्र नहीं जी रहा है। जिसका कारण दिनचर्या और शुद्ध खानपान न होना है। रासायनिक खादों से पैदावार बढ़ाने से उसका सीधा असर सेहत पर पड़ता है। कम लागत में अधिक और शुद्ध पैदावार की गारंटी है अग्निहोत्र खेती।
अग्निहोत्र कॉल सेंटर
श्री माधव स्वामी पर्यावरण संरक्षण समिति कानपुर के पंकज मिश्रा ने स्लाइड के माध्यम से अग्निहोत्र खेती की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देशभर के किसानों के लिए लखनऊ इसी साल जून से कॉल सेंटर काम करने लगेगा। अग्निहोत्र से खेती की पैदावार से लेकर विक्रय तक की कार्ययोजना तैयार की गई है।
लापरवाही से बह रहा सैकड़ों गैलन पानी, नगर निगम अनजान
भोपाल। संत हिरदाराम नगर के दाता कॉलोनी क्षेत्र की मुख्य सड़क के पास नगर निगम की लापरवाही का नजारा दिखाई दे रहा है। यहां ओवरहेड टैंक के नीचे पानी सह्रश्वलाई के लिए लगे वॉल्ब से लीकेज हो रहा है, जिसमें से रोजाना सैकड़ों गैलन पानी बर्बाद हो रहा है। नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत के बाद भी इसका समाधान नहीं कराया जा रहा है। इधर सड़क पर बहता पानी क्षेत्र में बने एक गहरे गड्ढे में भर गया है, जहां हादसा होने की आशंका बनी हुई है।
सीटीओ से निकले एयरपोर्ट के नए मार्ग पर पिछले कुछ माह से निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसी को लेकर इस इलाके में काम करने वाले कई मजदूरों की झुग्गियां बनी हुई हैं। आसपास के लोगों की मानें तो इन मजदूरों के घर
ओवरहेड टैंक के आसपास होने के बाद भी पानी नहीं मिल पाता, जिस कारण यहां बने वाटर पाइप लाइन के वॉल्ब को तोड़ लिया गया है, जिससे इन मजदूर वर्ग के लोगों को पानी मिल जाता है। पाइप लाइन का वॉल्ब टूटने के कारण इसमें से हर समय पानी की बर्बादी होती है। इतना ही नहीं सड़क पर बहते सैकड़ों गैलन पानी के कारण इलाके के लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गहरे गड्ढों में भरा पानी
छोटे से वॉल्ब में लीकेज का पानी भले ही मजदूर वर्ग के लोगों के लिए सुविधा का जरिया बना हो, लेकिन यहां बहता हुआ पानी कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। आसपास के लोगों ने बताया कि पाइन लाइन के वॉल्ब से लीकेज हो रहा पानी पास में बने एक गहरे गड्ढे में भर गया है। इस गड्ढे के किनारे अक्सर बच्चे नहाते रहते हैं, जिससे कभी भी यहां हादसा होने की आशंका बनी हुई है। ननि में शिकायतें भी की गई हैं।
पानी की बर्बादी रोकी जानी चाहिए। यह गंभीर बात है कि ननि शिकायत मिलने के बाद भी लीकेज को बंद नहीं कर रहा है।-डॉ. अजीज नगमी, रहवासी
स्थिति इतनी खराब है कि पानी के लीकेज से पानी का गड्ढा बन गया है, जिसमें कभी भी हादसा हो सकता है। निगम को जल्द बॉल बंद कराना चाहिए।- मो. अनवर खान, रहवासी
हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। पता कर लीकेज को बंद करवाऊंगा। पहले शिकायत मिलने पर लीकेज को ठीक कराया गया था।-मोहम्मद नासिर, सहायक यंत्री, जलकार्य विभाग
बेखौफ हुए चोर, चोरियों से संतनगर में फैली दहशत
भोपाल. भोपाल चोरी की वारदातें संत हिरदाराम नगर में चोरों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है। यही कारण है कि इस सह्रश्वताह तीन दिन में आधा दर्जन स्थानों पर चोरों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर पुलिस को कड़ी चुनौती दी है। चोरी की घटनाओं से व्यापारी और रहवासियों में रोष है। चोरी की वारदातों से इलाके में सुरक्षा इंतजामों को लेकर खासी चिंता है। जिस तरह से चोरियां हुई हैं, उसे साफ ही चोरों का कोई गिरोह सक्रिय है, जिसके कुछ सदस्य सूने आवासों पर नजर रखते हैं। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इस कृत्य में बच्चे उनका साथ देते हैं।
संदिग्ध बच्चे घूम रहे इन दिनों स्टेशन रोड झुग्गी बस्ती, चंचल चौराहे, पॉश कॉलोनियों के मोड़ पर संदिग्ध लोग और
बच्चे देखे जा रहे हैं। इन बच्चों में ज्यादातर नशे की लत से घिरे हुए हैं। जो रूमाल में नशीला पदार्थ डालकर सूंघते देखे जा सकते हैं। यह बच्चे महज बीस रुपए के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।
20 जनवरी
:लीलाशाह आश्रम के पास राकेश कुमार बुधानी के घर चोरी। दिन दहाड़े मेन गेट के ताले तोड़कर आलमारी में रखे 12 हजार रुपए चोरी।
21 जनवरी
मुख्य मार्ग मुखर्जी मार्केट में मनोज साड़ी सेंटर, राधाकृष्ण बर्तन भंडार और गुडिय़ा गारमेंट्स से हजारों का माल एवं नकदी चोरी।
सुरेश साड़ी सेंटर की छत पर दरवाजे तोडऩे की भी कोशिश की गई।
22 जनवरी
वन ट्री हिल्स में नरेश चंदनानी के घर 10 लाख सहित 20 हजार की नगदी चोरी।
बैरागढ़ को सुन्दर एवं व्यवस्थित बनाने के लिये सभी का सहयोग जरूरी
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि राजधानी भोपाल के बैरागढ़ उप नगर को सुन्दर शहर के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिये उन्होंने प्रत्येक नागरिक से सहयोग किये जाने की अपील की। श्री गौर आज बैरागढ़ के नजदीक भैंसाखेड़ी में 20 लाख की लागत से बनने वाले शाला भवन का भूमि-पूजन कर रहे थे। इस मौके पर विधायक श्री जितेन्द्र डागा और भोपाल महापौर श्रीमती कृष्णा गौर भी मौजूद थी।
मंत्री श्री गौर ने कहा कि बैरागढ़ की व्यवसायिक गतिविधियों के कारण राजधानी भोपाल में इसकी विशिष्ट पहचान है। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से विकास एवं निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के लिये कहा। महापौर श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि माध्यमिक शाला भवन में आने वाले समय में विस्तार करते हुए कुल 11 कक्ष बनाये जायेंेगें और हाईस्कूल के रूप में उन्नयन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि ऊटी की तर्ज पर भोपाल में भी गुलाब उद्यान बनाया जायेगा। उन्होंने बालिका शिक्षा को और अधिक प्रोत्साहित किये जाने की बात कही।
महिला अध्यापक और अध्यापकों की गृहणियां सीएम से पूछेंगी सवाल!
भोपाल। महिला अध्यापक और अध्यापकों की गृहणियां (पत्नियां) सोमवार को मुख्यमंत्री से पूछेंगी कि 9 हजार 250 रुपए में जीवन यापन किया जा सकता है। यदि नहीं किया जा सकता तो अध्यापक संवर्ग की तनख्वाह जीवन यापन करने लायक की जाए।यह जानकारी एक पत्रकार वार्ता में अध्यापक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार और संयोजक बृजेश शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि इसी बात को लेकर मोर्चा लगातार आंदोलन कर रहा है। मोर्चा के नेता द्वय ने राज्य सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा अपराध सिर्फ इतना है कि हम गरीब, किसान, मजदूर व आदिवासियों के बच्चों को पढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को अपना छोटा भाई बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब मौन क्यों हैं? वे अधिकारियों को ढाल बनाकर आंदोलन को अराजकता में क्यों ढकेलना चाहते हैं।
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