Untitled Document


register
REGISTER HERE FOR EXCLUSIVE OFFERS & INVITATIONS TO OUR READERS

REGISTER YOURSELF
Register to participate in monthly draw of lucky Readers & Win exciting prizes.

EXCLUSIVE SUBSCRIPTION OFFER
Free 12 Print MAGAZINES with ONLINE+PRINT SUBSCRIPTION Rs. 300/- PerYear FREE EXCLUSIVE DESK ORGANISER for the first 1000 SUBSCRIBERS.

   >> सम्पादकीय
   >> पाठक संपर्क पहल
   >> आपकी शिकायत
   >> पर्यटन गाइडेंस सेल
   >> स्टुडेन्ट गाइडेंस सेल
   >> सोशल मीडिया न्यूज़
   >> नॉलेज फॉर यू
   >> आज खास
   >> राजधानी
   >> कवर स्टोरी
   >> विश्व डाइजेस्ट
   >> बेटी बचाओ
   >> आपके पत्र
   >> अन्ना का पन्ना
   >> इन्वेस्टीगेशन
   >> मप्र.डाइजेस्ट
   >> निगम मण्डल मिरर
   >> मध्यप्रदेश पर्यटन
   >> भारत डाइजेस्ट
   >> सूचना का अधिकार
   >> सिटी गाइड
   >> लॉं एण्ड ऑर्डर
   >> सिटी स्केन
   >> जिलो से
   >> हमारे मेहमान
   >> साक्षात्कार
   >> केम्पस मिरर
   >> हास्य - व्यंग
   >> फिल्म व टीवी
   >> खाना - पीना
   >> शापिंग गाइड
   >> वास्तुकला
   >> बुक-क्लब
   >> महिला मिरर
   >> भविष्यवाणी
   >> क्लब संस्थायें
   >> स्वास्थ्य दर्पण
   >> संस्कृति कला
   >> सैनिक समाचार
   >> आर्ट-पावर
   >> मीडिया
   >> समीक्षा
   >> कैलेन्डर
   >> आपके सवाल
   >> आपकी राय
   >> पब्लिक नोटिस
   >> न्यूज मेकर
   >> टेक्नोलॉजी
   >> टेंडर्स निविदा
   >> बच्चों की दुनिया
   >> स्कूल मिरर
   >> सामाजिक चेतना
   >> नियोक्ता के लिए
   >> पर्यावरण
   >> कृषक दर्पण
   >> यात्रा
   >> विधानसभा
   >> लीगल डाइजेस्ट
   >> कोलार
   >> भेल
   >> बैरागढ़
   >> आपकी शिकायत
   >> जनसंपर्क
   >> ऑटोमोबाइल मिरर
   >> प्रॉपर्टी मिरर
   >> सेलेब्रिटी सर्कल
   >> अचीवर्स
   >> पाठक संपर्क पहल
   >> जीवन दर्शन
   >> कन्जूमर फोरम
   >> पब्लिक ओपिनियन
   >> ग्रामीण भारत
   >> पंचांग
   >> येलो पेजेस
   >> रेल डाइजेस्ट
 
सैनिक समाचार

वायु सेना
जल सेना
थल सेना



राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने भोपाल में मीडिया कॉन्क्लेव का आयोजन किया   
30 March 2023
भोपाल.दिनांक ३० मार्च २०२३ को राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने एक जागरूकता अभियान में मीडिया कर्मियों को उनके चलाये जानेवाले विभिन्न पाठ्यकर्मों और प्रक्षिणों के बारे में बताया। इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. आनंद कुमार त्रिपाठी ने मीडिया कर्मियों को बताया की- वैश्वीकरण के युग में आजकल जहां चुनौतियां आसान हुई हैं वही हमारे सामने खतरे भी पैदा हुए हैं. सबसे ज्यादा खतरा आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में हो गया है. इस चुनौती से निपटने के लिए हमें दक्ष और कुशल मानवीय स्रोत की आवश्यकता पड़ती है जो आपराधिक न्याय पद्धति में एक प्रमुख भूमिका निभा सके. भारत सरकार ने वर्तमान में रोजगारपरक शिक्षा पर बल दिया है. इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने देश की प्रथम आंतरिक सुरक्षा यूनिवर्सिटी के रूप में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना गांधीनगर, गुजरात, २०१० में की. जिसका उद्देश्य सुरक्षा के क्षेत्र में अध्ययन और अध्यापन तथा शोध शिक्षा पर विशेष बल देना है. आजकल भारत में सुरक्षा प्रबंधन के क्षेत्र में रोज़गार की बेहतर संभावनाएं हैं. राज्य के पुलिस बल अथवा अर्ध सैनिक बल के क्षेत्र में करिअर के इच्छुक प्रतियोगी विभिन्न विषयों में पढ़ाई कर अपना भविष्य संवार सकते हैं. निजी और सरकारी क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाएं है. निजी क्षेत्रों में कुशल व्यक्ति द्वारा सुरक्षा सेवाएं प्रदान करना अब ज्यादा सहज हो गया है. पुलिस सम्बंधित विषयों पर जब छात्र गहन अध्ययन करके आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाए देंगे तो इससे न केवल रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी बल्कि सुरक्षा के उच्च मानकों का सम्मान होगा. सामान्य जन मानस को बेहतर सुरक्षा प्रदान करना सरकार की प्रमुख जिम्मेदारी है. भारत के संविधान के अनुसार देश की सुरक्षा में हम समस्त नागरिको का कर्तव्य है. इस लक्ष्य की प्राप्ति तभी संभव होगी जब हम सभी नागरिक अपने-अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेंगे. भारत में अलगाववादी, आतंकवादी एवं विघटनवादी ताकतें आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में कड़ी चुनौतियां बनकर उभरी हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए योग्य एवं प्रशिक्षित उपाधिधारको को शिक्षा प्रदान कर काफी हद तक इस समस्या से निपटा जा सकता है.
कानून के क्षेत्र में भी यदि कोई अपराध विधि में शिक्षा का इच्छुक है तो उनके लिए भी कुछ ऐसे विशेष रोजगार है जो न्यायालय में अभियोजन अधिकारी, आपराधिक जगत में अधिवक्ता के रूप में अथवा अध्यापक के रूप में अपना करिअर बना सकते हैं. विशेषतया उन प्रतियोगियों के लिए जो सुरक्षा शिक्षा एवं सेवा को अपना प्राणाधार बनाना चाहते हैं उनके लिए यह एक सुनहरा अवसर है.
किन विषयों में पढ़ाई करें ?
फोटोग्राफी प्रमाणपत्र (फोरेंसिक)
डिप्लोमा इन पुलिस विज्ञान,
बी.ए. (सुरक्षा प्रबंधन),
पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन पुलिस विज्ञान,
पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी,
एल. एल. एम. (अपराध और सुरक्षा विधि),
एम. ए. (पुलिस प्रशासन),
एम. ए. (अपराधशास्त्र),
एम. फिल. (अपराधशास्त्र),
पी.एच.डी. (विधि),
पी.एच.डी. (फॉरेंसिक)
पी. एच. डी. (अपराधशास्त्र),
पी. एच. डी. (आंतरिक सुरक्षा),
किन-किन क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर ?
1. पुलिस विभाग (देश के विभिन्न प्रान्तों में राज्य स्तरीय परीक्षा मंडल का गठन किया गया है जिसमें पुलिस या सुरक्षा प्रबंधन से सम्बंधित विषयों के उपाधि धारकों को वरीयता मिलना अवश्यम्भावी है. गुजरात में स्थापित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण छात्रो को पुलिस भर्ती में अतिरिक्त अंक प्रदान किये जाते हैं. पुलिस सेवा की परीक्षाओं में भी भविष्य में पुलिस प्रशासन विषय में विशेषज्ञता प्राप्त लोगों को भी साक्षात्कार में सरकार कुछ विशेष नियम बना सकती है. इसके पीछे तर्क यह है कि विद्यार्थी अपने अध्ययन के दौरान कानून, फॉरेंसिक, संचार, सूचना प्रौद्योगिकी, अपराधशास्त्र, सायबर सुरक्षा के क्षेत्र में प्रायोगिक और लिखित ज्ञान हासिल करते हैं.)
2. प्रवर्तन निदेशालय (आर्थिक अपराध के क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करने का उचित अवसर इस प्रकार के कई विश्वविद्यालयों में दिया जाता है जिसमें मनी लांड्रिंग, फेमा जैसे विषयों का ज्ञान प्राप्त कर प्रवर्तन विभाग में रोज़गार के अवसर का सृजन अधिकारपूर्वक किया जा सकता है.)
3. फोरेंसिक विभाग (अपराध जगत में साक्ष्य एकत्रित करना सुरक्षा एजेंसी के सामने एक कठिन चुनौती होती है. क्योंकि अपराध करने के उपरांत अपराधी या तो साक्ष्य मिटा देता है या फिर पुलिस की पहुँच से दूर हो जाता है. फॉरेंसिक विज्ञान इन समस्याओं से निपटने के लिए सक्षम है और महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस प्रकार पीड़ित एव अभियुक्त दोनों को न्याय दिलाने में इस विषय की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है. इसीलिए इस प्रकार की शिक्षा आजकल सुरक्षा के क्षेत्र में रोजगार के प्रमुख अवसर प्रदान करती है)
4. विश्वविद्यालय शिक्षक (पुलिस सुरक्षा एवं आपराधिक न्याय के क्षेत्र में आजकल भारत में विभिन्न विश्वविद्यालय संचालित हैं जिसमें विश्वविद्यालयों में शिक्षक बनने की अपार संभावनाएं है. इच्छुक अभ्यर्थी अपना कॅरिअर इस क्षेत्र में चुन सकते हैं.)
5. अपराधशास्त्री (समाज में दिन प्रतिदिन नित नए अपराध के तरीके देखने में आ रहे हैं. अपराध के कारणों, अपराधी की मनःस्थिति, सामाजिक परिप्रेक्ष्य इत्यादि विषय पर विशेषज्ञता प्राप्त कर सुरक्षा के क्षेत्र में एक बेहतर भविष्य का निर्माण किया जा सकता है. इसके लिए अपराध शास्त्र विषय का अध्ययन कारगर हो सकता है.
6. मनोवैज्ञानिक विभाग (मानसिक तनाव के कारणों, हताशा, निराशा एवं जीवन के प्रति निरुत्साह सुरक्षा कर्मचारियों में आजकल आम बात हो गयी है. मनोविज्ञान की शिक्षा, सुरक्षा के क्षेत्र का अभिन्न अंग बन गया है. सरकार एंव निजी क्षेत्र में इस विषय की भारी मांग है.)
7. निजी सुरक्षा प्रबंधन (स्वयं सेवा संगठन, सरकारी संस्थान सुरक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयत्नसाध्य हैं. आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार की शिक्षा निश्चित ही रोज़गार के नए आयाम खोलेगी)
8. आपदा प्रबंधन (बी ए (सुरक्षा प्रबंधन) में उपाधि हासिल करने के बाद आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में रोजगार का बेहतर भविष्य है. यह शिक्षा भारत के एकमात्र विश्विद्यालय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में अभी तक उपलब्ध है. यहां से इस विषय में अध्ययन कर ना केवल आपदा प्रबंधन बल्कि सुरक्षा प्रबंधन के क्षेत्र में निजी और सरकारी प्रतिष्ठानों में सेवायोजन के बहुलक्षी अवसर उपलब्ध हैं. यहां तक की गुजरात सरकार पुलिस सेवा की भत्ती में पुलिस डिप्लोमाधारी एवं सुरक्षा प्रबंधन डिग्री उपधिधारको को साक्षात्कार में अतिरिक्त अंक प्रदान करती है.
9. अभियोजन विभाग (आपराधिक एंव सुरक्षा विधि में विशेषज्ञता हासिल करना किसी रोमांच से कम नहीं है. यू जी सी ने जब इस विषय में एल एल एम का प्रस्ताव सुझाया उसके पीछे मानस यह था कि अभियोजन के क्षेत्र में कुशल मानवीय स्रोत का सृजन किया जा सके. आजकल एल एल एम (आपराधिक एव सुरक्षा विधि) विधि शिक्षा का बेहतर विकल्प है. इसे ना केवल अभियोजन बल्कि अपराध के क्षेत्र में अधिवक्ता, क्राइम मीडिया एवं शिक्षक के रूप में भी कॅरिअर के रूप में चुना जा सकता है.
10. साइबर सुरक्षा (जीवन में सांस के लिए जितनी आवश्यकता होती है उतनी आवश्यकता सुरक्षा की भी होती है. आज के इस वैज्ञानिक युग में सुदूर बैठकर खरीदारी का लुत्फ़ लिया जा सकता है. किन्तु यह शौक एक मंहगा मनोरंजन हो सकता है यदि लेन देन की सुरक्षा की बारीकियों को ना समझा जाय. सायबर सुरक्षा एक चुनौती है पर आजकल इस क्षेत्र में शिक्षा हासिल कर इस क्षेत्र में ना केवल निजी बल्कि सरकारी क्षेत्रों में अपना उज्ज्वल भविष्य तलाशा जा सकता है. सोशल नेटवर्किंग, ई -लेन देन, ऑन लाइन शापिंग, हैकिंग, जीपीएस इत्यादि क्षेत्रों में पर्याप्त अवसर हैं.
11. सूचना प्रौद्योगिकी (इसके बिना सुरक्षा की कल्पना मुश्किल है. यह अपराधी को पकड़ने में वैज्ञानिक और त्वरित तरीके उपलब्ध कराती है)
12. निजी क्षेत्र में तटरक्षक (निजी क्षेत्र की तेल कम्पनियों को सुरक्षा की विशेष आवश्यकता होती है. अतः इस क्षेत्र में भी राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर निजी क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त किया जा सकता है)
13. यातायात सुरक्षा (ट्रैफिक पुलिस के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं)
14. पुलिस संचार (अपराधी को पकड़ने के लिए संचार तकनीक एक बेहतर वैज्ञानिक विकल्प है. संचार के क्षेत्र में अध्ययन, साइबर सुरक्षा, जीपीएस सभी की दक्षता प्राप्त कर इसे कॅरिअर का बेहतर विकल्प बनाया जा सकता है.
15. अस्पताल सुरक्षा (निजी क्षेत्र में आजकल सुरक्षा एजेंसी आउट सोर्सिंग के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाती है. इस क्षेत्र में अपना भविष्य देखा जा सकता है.
16. शौपिंग सेंटर (बिग बाज़ार, शॉपिंग मॉल, बाज़ार हब की इस दुनिया में सुरक्षा कर्मचारियों की बेहतर मांग है, इस क्षेत्र में अपना कॅरिअर बनाने के लिए औद्योगिक सुरक्षा के क्षेत्र में स्नातत्कोत्तर डिप्लोमा जैसी उपाधि की खूब मांग है.)
17. बैंकिंग सेक्टर (बैंकिंग का क्षेत्र इससे अछूता नहीं है इस क्षेत्र में सेवायोजन की अपार संभावनाएं हैं.)
18. निजी औद्योगिक क्षेत्र (इस क्षेत्र में भी रोजगार के पर्याप्त अवसर हैं)
19. विश्वविद्यालय परिसर में भी सुरक्षा के सुनहरे अवसर तलाशे जा सकते हैं. प्रवेश प्रक्रिया एव समय : ज्यादातर विश्वविद्यालयों में मैरिट के आधार पर प्रवेश सुनिश्चित किया जाता है. प्रवेश के लिए सुझाये गए विश्वविद्यालयों की वेब साइट समय-समय पर देखते रहे. वैसे प्रवेश प्रक्रिया अप्रैल से प्रारंभ हो जाती है जो जून माह तक चलती है.
इस विश्वविद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया आने वाले अप्रैल २०२३ में शुरू होगा जिसमे प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थिओं का नामांकन उनके मेरिट लिस्ट के तहत होगा। अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी विश्वविद्यालय के वेबसाइट www.rru.ac.in पे visit कर सकते हैं।
वहीं पीआईबी के अपर महानिदेशक श्री प्रशांत पाठराबे ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हुए जो मुद्दे हैं उनके संभालने के लिए प्रशिक्षित लोगों की जरुरत है जोकि राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी केर रही है। जो विद्यार्थी IT और उनसे जुड़े हुए पाठ्यकर्मो में प्रवेश लेना चाहते हैं तो उनके लिए राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी एक बेहतर यूनिवर्सिटी है।
राज्यपाल श्री पटेल के समक्ष सेना के तीनों सर्विस बैंड की सिम्फनी कन्सर्ट प्रस्तुति हुई
29 March 2023
भोपाल:राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल सेना के तीनों सर्विस बैंड की संयुक्त प्रस्तुति कार्यक्रम में शामिल हुए। भारतीय सशस्त्र सेनाओं के रक्षा प्रमुख जनरल श्री अनिल चौहान, भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल श्री मनोज पाण्डेय, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल श्री राधाकृष्णन हरि कुमार, भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल श्री विवेक राम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैस, महानिदेशक पुलिस श्री सुधीर सक्सेना, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, थल सेना, नौसेना, वायु सेना एवं मध्यप्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारी गण और आमंत्रित अतिथि उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने रवीन्द्र भवन के हंसध्वनि सभागार में तीनों सेनाओं के सर्विस बैंड की सिम्फनी प्रस्तुतियों का आनंद लिया। राज्यपाल श्री पटेल के समक्ष तीनों सेनाओं के लगभग 60 सदस्यीय बैंड ने प्रस्तुति दी। इस संगीत कार्यक्रम में श्रोताओं के समक्ष विशेष धुनों को प्रस्तुत किया गया। विशेष धुनों में तीनों सेनाओं के शौर्य, पराक्रम, एकता एवं अनुशासन की 10 धुनें शामिल थीं। बैंड प्रस्तुतियों में देशभक्ति के फिल्मी गीत एवं धुनें भी सुनाई गई।
सिम्फनी बैंड में क्लेरिनेट, आल्टो, सैक्सोफोन, फ्लूट, टेनोर, फ्रेंच हार्न, कार्नेट, बेस, ई-फ्लेट बेस, यूफोनियम, की-बोर्ड, आक्टोपैड, हैंडसोनिक, जैज ड्रम किट इत्यादि वाद्ययंत्र शामिल थे।

सीएम शिवराज ने फौजी मेले का शुभारंभ किया, सेना के हथियार जनता पास से देख सकेंगी
29 March 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को भोपाल के एमवीएम ग्राउंड में फौजी मेले का शुभारंभ किया। मेले का उद्देश्य भरतीय सेना से परिचित करना और अपनेपन और एकजुटता की भावना को प्रोत्साहित करना है। दो अप्रैल को मेले का समापन होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां इसलिए सुरक्षित हैं, क्योंकि हमारे वीर जवान मई और जून की तपती दोपहर में 48-50 डिग्री तापमान में भी सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। चाहे 50 डिग्री हो या कारगिल में -40 डिग्री हो, हमारे जवान सीमाओं की रक्षा बिना रुके करते हैं। मैं एक बार फिर अपनी सेना को प्रणाम करता हूं, सेना के अधिकारियों को प्रणाम करता हूं और इस बात के लिए धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने अपनी कॉन्फ्रेंस के लिए भोपाल को चुना है। आपका स्वागत है। कल रक्षामंत्री आएंगे और 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री जी आएंगे।

तीन दिन तक सेना के बैंड गूजेंगे

मेले के दौरान तीनों सेना के बैंड भी अलग-अलग जगह प्रस्तुति देंगे। शौर्य स्मारक में तीन दिन शाम 6.30 बजे से 7 बजे तक तीनों सेनाओं के बैंड की प्रस्तुति होगी। एक दिन डीबी सीटी में आर्मी बैंड की प्रस्तुति होगी। शौर्य स्मारक पर भी सैन्य कमांडर आएंगे।

सेना के हथियार की प्रदर्शनी

फौजी मेले में सेना के जवानों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा की जानकारी जनता को दी जाएगी। मेले में थल सेना, वायु सेना, नौ सेना के वाहन, लड़ाई में इस्तेमाल होने वाले हथियार तोप, टैंक, मिसाइल लांचर, बोफोर्स, पनडुब्बी समेत कुछ हथियारों की प्रदर्शनी में देख सकेंगे। मेले के पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोग और स्कूली बच्चे एमवीएम ग्राउंड पहुंचे।

1 अप्रैल को प्रधानमंत्री आएंगे भोपाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अप्रैल को कमांडर कॉफ्रेंस में शामिल होने भोपाल आएंगे। इससे पहले 31 मार्च को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आएंगे। वहीं, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ समेत तीनों सेना के प्रमुख शामिल होंगे। इस कॉफ्रेंस में तीनों सेना के प्रमुखों से रणनीतिक मामलों पर चर्चा होगी। वहीं, प्रधानमंत्री वंदे भारत ट्रेन को रानीकमलापति रेलवे स्टेशन से हरी झंडी भी दिखाएंगे।

#ArmyDay पहली बार महिला ऑफिसर ने किया परेड को लीड, जानिए इनके बारे में
16 January 2020
नई दिल्ली: सेना दिवस 2020 (Army Day 2020) के मौके पर आज दिल्ली छावनी स्थित परेड ग्राउंड में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने परेड की सलामी ली. सेना प्रमुख ने इस मौके पर जवानों को सम्मानित भी किया. आज का सेना दिवस समारोह इसलिए भी खास रहा क्योंकि पहली बार कोई महिला ऑफिसर परेड एडजुटेंट (Adjudent) के रूप में शामिल हुईं. जिन्होंने सेना दिवस की परेड में सभी पुरुष कॉन्टिजेंट्स को लीड किया. यह सम्मान पाने वाली पहली महिला ऑफिसर बनीं कैप्टन तान्या शेरगिल (Tanya Shegill).
तान्या शेरगिल सेना सिग्नल्स कोर्प में तैनात हैं. मार्च 2017 में उन्हें ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई से कमीशन मिला. तान्या ने इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशंस में बीटेक किया है. इनके पिताजी सेना की 101 मीडियम रेजिमेंट में रहे, वहीं तान्या के दादाजी आर्म्ड रेजिमेंट और परदादा सिख रेजिमेंट में रहे हैं.
बता दें कि पिछले साल गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार एक महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी ने सेना सेवा कोर के दस्ते की अगुवाई की थी.
आर्मी डे के मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने अपने संबोधन में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी. सेना प्रमुख ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, 'आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हमारे पास बहुत विकल्प हैं. हमारी नजर दुनिया में होने वाली हर गतिविधि पर है. आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है, आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने से हिचकिचाएंगे नहीं. सैनिक ही भारतीय सेना की सबसे बड़ी ताकत है'
यह भी पढ़ें- #ArmyDay पर सेना प्रमुख की पाकिस्तान को चेतावनी, 'आतंकवाद का जोरदार जवाब देगी सेना'
जनरल नरवणे ने सैनिको को आश्वस्त करते हुए कहा, 'आप निश्चिंत रहें कि सरकार आपकी जंगी जरूरतों को हर हाल में पूरा करेगी. भारतीय सेना और असम राइफल की मुस्तैदी की वजह से पूर्वोत्तर में सुरक्षा हालात में सुधार आया है. वहां अलगाववादी पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सेना प्रमुख ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना ऐतिहासिक कदम था.'

सेना की भर्ती रैली 7 से 16 नवम्बर तक
11 September 2019
भोपाल.सेना में भर्ती के लिये भोपाल के लाल परेड मैदान में 7 से 16 नवम्बर तक भर्ती रैली की जायेगी। सेना भर्ती कार्यालय भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोल्जर सामान्य, टेक्निकल, नर्सिंग, सोल्जर क्लर्क, सोल्जर ट्रेडमेन, सोल्जर फार्मा आदि पदों के लिये भर्ती की जाएगी।
भर्ती रैली में शामिल होने के लिए आवेदक को WWW.JOININDIANARMY.NIC.IN पर ऑनलाईन आवेदन करना अनिवार्य है। ऑनलाईन आवेदन प्रक्रिया 8 सितम्बर से प्रारम्भ हो चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 22 अक्टूबर है। रिक्त पदों की संख्या, शारीरिक एवं शैक्षणिक योग्यता आदि का विवरण 9 से 15 सितम्बर के साप्ताहिक 'रोजगार और निर्माण', भोपाल में प्रकाशि‍त है।
विभिन्न श्रेणी के रिक्त पदों के लिएहरदा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़ ,छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन और भोपाल जिले ‍के युवा ऑनलाईन आवेदन कर भर्ती रैली में भाग ले सकेंगे। केवल सोल्जर फार्मा पद के लिए विदिशा, हरदा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन, भोपाल, जबलपुर, बालाघाट, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, सिवनी,‍ सीधी, डिंडौरी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सिंगरौली, दमोह, पन्ना, ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, शिवपुरी , गुना, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर और सागर जिले के आवेदक ऑनलाईन आवेदन कर भर्ती रैली में शामिल हो सकेंगे।


सुदर्शन चक्र कोर में आयोजित हुआ कारगिल विजय दिवस समारोह शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि
26 July 2019
कारगिल विजय दिवस के 20वर्ष पूरे होने के अवसर पर शुक्रवार को भोपाल स्थित सेना के सुदर्शन चक्र कोर में वीर और पराक्रमी जवानों की शौर्य गाथा को भव्य और भावपूर्ण कार्यक्रम में याद किया गया.. सुदर्शन चक्र कोर के द्रोणाचल मिलिट्री स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में शहीद हुए जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई और उनकी विजय गाथा को याद किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सेना के ब्रास पाइप बैंड की सु मधुर धुनों से हुई.. इसके बाद सेना के जॉज बैंड और सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति पूर्ण और जोशीले गीतों की प्रस्तुति दी गई.. इस अवसर पर सेना के शास्त्रों और उपकरणों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई.. कार्यक्रम में आम नागरिकों के साथ बड़ी संख्या में सेना के जवान उनके परिवार और पूर्व सैनिक उपस्थित थे
सशस्त्र सीमा बल अकादमी, भोपाल में दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन
18 July 2019
आज 18 जुलाई को सशस्त्र सीमा बल अकादमी चंदूखेड़ी, भोपाल में 22 वें बैच सहायक कमांडेट (सीधी भर्ती) एवं 10 वें बैच सहायक कमांडेंट (विभागीय भर्ती) के कुल 38 प्रशिक्षु अधिकारियों का संयुक्त दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री कुमार राजेश चंद्रा, भारतीय पुलिस सेवा, महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। दीक्षांत में शामिल ये प्रशिक्षु अधिकारी राष्ट्र के विभिन्न हिस्से यथा बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, असम, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाड़ु, छत्तीसगढ़ एवं नगालैंड का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सशस्त्र सीमा बल अकादमी के परेड ग्राउंड में सुज्जित दीक्षांत परेड द्वारा सर्वप्रथम श्री डी.एन. भोम्बे, कमांडेंट (प्रशिक्षण), श्री सुधांशु नौटियाल, उप महानिरीक्षक, श्री राजिन्द्र कुमार भूमला, निदेशक, सशस्त्र सीमा बल अकादमी भोपाल एवं मुख्य अतिथि श्री कुमार राजेश चंद्रा, भारतीय पुलिस सेवा, महा निदेशक, सशस्त्र सीमा बल को परेड द्वारा शानदार सलामी दी गई। मुख्य अतिथि द्वारा परेड निरीक्षण के उपरांत सशस्त्र सीमा बल के पाइप बैंड एवं ब्रास बैंड की मधुर धुनों पर परेड में शामिल टुकड़ियों द्वारा मार्चपास्ट किया गया। प्रशिक्षु अधिकारियों को राष्ट्रीय ध्वज एवं सशस्त्र सीमा बल ध्वज की उपस्थिति में भारतीय संविधान को साक्षी मान शपथ दिलाकर राष्ट्र सेवा में समर्पित किया गया।
दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन के दौरान श्री राजिन्द्र कुमार भूमला, निदेशक, सशस्त्र सीमा बल अकादमी, भोपाल ने सभी प्रशिक्षुओं का विवरण दिया तथा अकादमी में प्रशिक्षण गतिविधियों एवं संचालन के संदर्भ में अवगत कराया एवं कहा कि कठोर परिश्रम के उपरांत ही एक सैनिक तैयार होता है जिसमें प्रशिक्षकों का अनुभव एवं नेतृत्व प्रशिक्षणार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। इन्हें 62 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण में तपाकर एक सशक्त अधिकारी बनाया गया है। दीक्षांत समारोह के इस शुभ अवसर पर अकादमी की पत्रिका भोजपत्र विशेषांक का विमोचन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने सभी विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षुओं को सम्मानित भी किया। श्री सुमित भारद्वाज, सहायक कमांडेंट प्रशिक्षु को सर्वोत्कृष्ट प्रशिक्षुके सोर्ड ऑफ ऑनर के सम्मान से सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने सर्वप्रथम सभी नव प्रशिक्षु अधिकारियों एवं उनके सभी अभिभावकों को SSB की ओर से बधाई दी तथा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं भी दी। मुख्य अतिथि ने विश्वास व्यक्त किया कि सफल प्रशिक्षण के उपरांत ये अधिकारी सशस्त्र सीमा बल के कर्मी के रूप में, राष्ट्र एवं राष्ट्रवासियों की रक्षा के लिए हर पल समर्पित रहेंगे और राष्ट्र पर आए हर खतरे को रोकेंगे।
दीक्षांत समारोह के अवसर पर ब्रास/ पाइप बैंड दस्ता के उत्कृष्ट प्रदर्शन के उपरांत नवआरक्षियों द्वारा टैटू ड्रिल, प्रशिक्षुओं द्वारा प्रदर्शित मलखम एवं अकादमी के अश्वरोही दस्ता द्वारा मंत्र मुग्ध कर देने वाला अविस्मरणीय एवं अतुलनीय प्रदर्शन किया गया।

BPMWS ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
19 February 2019
रविवार दिनांक 17 फरवरी को भोपाल फार्मा मैनेजर्स वेलफेयर सोसायटी द्वारा शौर्य स्मारक में एक शोक सभा के माध्यम से पुलवामा के शहीदों को याद कर श्रद्धांजलि दी गई । सोसाइटी के प्रवक्ता एवं मीडिया कॉर्डिनेटर श्री आलोक नाथ ने बताया कि फार्मास्यूटिकल बिज़नेस की विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले लगभग 100 मैनेजर्स ने शौर्य स्मारक पहुंच कर दो मिनिट का मौन धारण एवं मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को याद किया । शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सोसाइटी के अध्यक्ष श्री योगेंद्र बाजपेयी ने कहा कि BPMWS ने हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा है इसलिए सोसाइटी समय समय पर समाज के लोगों के लिये ब्लड डोनेशन कैम्प, आँख चेक अप कैम्प , अंगदान जागरूकता कैम्प आदि आयोजित करती आई है । सोसाइटी के कोषाध्यक्ष श्री अभय ज़िलपे ने बताया कि BPMWS द्वारा एक निश्चित सहयोग राशि शहीदों के लिए बनाए गए कोष भारत के वीर को प्रदान की जायेगी । सोसाइटी के 15 सदस्य पहले ही इसमें अपना योगदान दे चुके हैं। शोक सभा में प्रमुख रूप से योगेंद्र बाजपेयी, अभय ज़िलपे, अरुण मालवीय, आलोक नाथ, कमलेंद्र साबले, नीरज चौबे, मनीष पाठक,श्रीधर, संजय साध, प्रिंस मदान, हातिम, अहफाज़, धीरज, पवन, मुकेश दीक्षित, दीपक खोड़े, दीपक सक्सेना, विशाल गुप्ता, अभिषेक माथुर, अमोल, संदीप, राजेश बारी, गजेंद्र, राहुल, महावीर, रेवाराम, मनीष, संतोष, अमित, संजय, सुनील, सुधीर राजेन्द्र, राकेश, नीरज, विकास , विजय जैन, नीलेश , सुशील, रोहित, राजकुमार, विनोद उपस्तिथि थे।
युवाओं में एकता और अनुशासन के साथ नेतृत्व के भी गुण विकसित करती है एन.सी.सीः लेफ्टिनेंट जनरल, पी.पी. मल्होत्रा, महानिदेशक, एन.सी.सी.।
20 November 2018
नेशनल कैडेट कॉर्प्स(एन.सी.सी.) के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल, पी.पी.मल्होत्रा ने मंगलवार 20, नवम्बर को भोपाल के सलैया क्षेत्र में चल रहे एन.सी.सी., मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ. के प्री आर.डी.सी. और सी.ए.टी.सी. कैम्प का निरीक्षण किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में एन.सी.सी. कैडेटस ने अपने महानिदेशक को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 78 जिलों की माटी और नौ नदियों के जल को “एकता की माटी और एकता के नीर” के रूप में सौंपा। एकता की यह माटी और नीर आगामी 25 नवम्बर को एन.सी.सी. के स्थापना दिवस के अवसर पर राज्यपाल महोदया को सौंपा जायेगा। एन.सी.सी. के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल, पी.पी.मल्होत्रा ने कैम्प में शामिल कैडेट्स को सम्बोधित करते हुये कहा कि एन.सी.सी. युवाओं में एकता और अनुशासन के साथ जीवन के हर क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता के साथ देशसेवा के लिए सशस्त्र सेनाओं में जाने की काबिलियत भी पैदा करती है। एन.सी.सी. कैडेट्स जीवन के हर क्षेत्र में अपनी समर्पित सेवाओं और सकारात्मक नजरिये के चलते सफलता की नई इबारते लिखते हैं। कार्यक्रम में एन.सी.सी के मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अपर महानिदेशक, मेजर जनरल एन. के.दत्ता, एन.सी.सी. ग्रुप हेडक्वार्टर भोपाल के कमांडर ब्रिगेडियर अनिल हुड्डा सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, एन.सी.सी. ऑफिसर और एन.सी.सी. कैडेट्स उपस्थित थे।
Kargil Vijay Diwas: भारतीय सेना ने 18 हजार फीट की ऊंचाई पर पाक को चटाई थी धूल, जानिए कारगिल युद्ध से जुड़ी 10 बड़ी बातें
26 July 2018
भारत ने आज ही के दिन यानी 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध (kargil war) में विजय हासिल की थी. हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के रूप में मनाया जाता है. साल 1999 में करगिल की पहाड़ियों पर पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कब्जा जमा लिया था. जिसके बाद भारतीय सेना ने उनके खिलाफ ऑपरेशन विजय चलाया. ऑपरेशन विजय 8 मई को था और 26 जुलाई को खत्म. पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ सेना की ओर से की गई इस कार्रवाई में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए तो करीब 1363 घायल हुए थे. इस लड़ाई में पाकिस्तान के करीब तीन हजार जवान मारे गए थे, मगर पाकिस्तान मानता है कि उसके करीब 357 सैनिक ही मारे गए थे.
कारगिल युद्व (kargil war) से जुड़ी 10 बड़ी बातें 1. एक चरवाहे ने भारतीय सेना को कारगिल में पाकिस्तान सेना के घुसपैठ कर कब्जा जमा लेने की सूचना तीन मई 1999 को दी थी. 2. भारत ने एलओसी पर से पाक सैनिकों को खदेड़ने के लिए कारगिल सेक्टर में ऑपरेशन विजय (Operation Vijay) अभियान चलाया था. 3. 26 जुलाई को भारत ने कारगिल युद्ध (kargil war) में जीत हासिल की थी. कारगिल युद्व में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 3 हजार सैनिकों को मार गिराया था. यह युद्ध 18 हजार फीट की ऊंचाई पर लड़ा गया था. 4. करगिल युद्ध में भारत के 527 जवान शहीद हुए और 1363 जवान घायल हो हुए थे. 5. बोफोर्स तोपें कारगिल लड़ाई में सेना के खूब काम आई थी. 6. भारतीय सेना को कारगिल के युद्ध में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. पाकिस्तानी सैनिक ऊंची पहाड़ियों पर बैठे थे और हमारे सैनिकों को गहरी खाई में रहकर उनसे मुकाबला करना था. भारतीय जवानों को आड़ लेकर या रात में चढ़ाई कर ऊपर पहुंचना पड़ रहा था जोकि बहुत जोखिमपूर्ण था. 7. भारतीय वायुसेना ने कारगिल युद्ध में बड़ा योगदान दिया था. भारतीय वायुसेना ने 32 हजार फीट की ऊंचाई से एयर पावर का उपयोग किया था. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया और जहां भी पाकिस्तान ने कब्जा किया था वहां बम गिराए गए. साथ ही पाकिस्तान के कई ठिकानों पर आर-77 मिसाइलों से हमला किया गया था. 8. कारगिल (kargil) युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे. 9. कारगिल युद्ध की जीत की घोषणा तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजेपयी ने 14 जुलाई को की थी, लेकिन आधिकारिक तौर पर 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की घोषणा की गई थी. 10. अटल बिहारी बाजपेई ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ बातचीत कर उन्हें लताड़ा था. उन्होंने नवाज शरीफ से कहा था कि मेरा लाहौर बुलाकर स्वागत करते हैं और उसके बाद कारगिल का युद्ध छेड़ देते हैं यह बहुत बुरा व्यवहार है

रंजीत की शहादत युगों तक याद रखी जाएगी : मंत्री डॉ. मिश्र
9 July 2018
जनसम्‍पर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र तीन दिन पूर्व कश्मीर में शहीद हुए दतिया जिले के ग्राम रेव निवासी जवान श्री रंजीत सिंह तोमर की आज हुई अंत्येष्टि में शामिल हुए। दतिया जिले के शहीद के पैतृक ग्राम रेव रायपुर साहनी में उनका राजकीय सम्मान के साथ आज सुबह अंतिम संस्कार हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मंत्री डॉ. मिश्र ने शहीद जवान रंजीत के निवास पर पहुंच कर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प-चक्र अर्पित किया और अंतिम बिदाई में कांधा दिया। डॉ. मिश्र ने कहा कि दतिया के शहीद रंजीत सिंह की शहादत युगों-युगों तक याद रखी जाएगी। जनसम्पर्क मंत्री ने शहीद के परिवारजनों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया। सैन्य टुकड़ी ने शहीद को अंतिम सलामी दीं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीद रंजीत सिंह को गाँव पहुँचकर दी श्रद्धांजलि
9 July 2018
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दतिया जिले के ग्राम रेवा पहुँचकर सेना के शहीद जवान रंजीत सिंह तोमर को श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री ने शहीद जवान के परिजनों से भेंटकर उन्हें ढाँढस बँधाते हुए कहा कि रंजीत वास्तव में भारत माँ के सच्चे सपूत थे। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को गौरवान्वित किया है। श्री चौहान ने कहा है कि वीर जवान रंजीत की शहादत को हमेशा याद किया जाता रहेगा। मध्यप्रदेश सरकार हर पल शहीद रंजीत के परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि शहीद जवान रंजीत सिंह के परिवार को एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि और परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी दी जायेगी। साथ ही परिवार को दतिया शहर में एक आवासीय फ्लैट दिया जायेगा, शहीद की प्रतिमा स्थापित की जायेगी और शासकीय संस्थान का नामकरण शहीद रंजीत सिंह के नाम किया जायेगा। स्मरणीय है कि राज्य शासन द्वारा अभी तक पुलिस और सेना के 6 शहीद जवानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि प्रदान की गई है। श्री चौहान ने शहीद जवान के पिता श्री प्रताप सिंह तोमर और माता श्रीमती द्रोपदी को ढाँढस बँधाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार आपके साथ है, आपका परिवार हमारा परिवार है और अपने परिवार की देख-रेख करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है, जिसे हम निभाएंगे। इस मौके पर जनसम्पर्क, जल-संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, सांसद श्री प्रभात झा, श्री राकेश सिंह और डॉ. भागीरथ प्रसाद, म.प्र. पाठ्य-पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष श्री अवधेश नायक, विधायक श्री घनश्याम पिरोनिया, अन्य जन-प्रतिनिधि, वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
शहीद मेजर अजय प्रसाद को 22 मई को दी जायेगी श्रद्धांजलि
21 May 2018
ऑपरेशन विजय के दौरान वीरगति प्राप्त शहीद मेजर अजय प्रसाद को 22 मई को श्रद्धांजलि दी जायेगी। श्रद्धांजलि समारोह जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, सैनिक विश्राम गृह के सभागार में दोपहर 12.30 बजे होगा। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल यशवंत कुमार सिंह ने भोपाल में निवासरत सैन्य अधिकारी और भूतपूर्व सैनिकों से श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित होने का आग्रह किया है।
राजस्व मंत्री श्री गुप्ता ने शहीदों को अर्पित की पुष्पांजलि
23 March 2018
राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने शहीद दिवस पर नेहरू नगर चौराहे पर शहीद भगत सिंह, राजगुरू एवं सुखदेव के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि शहीदों के आदर्श समाज को आज भी नई दिशा दे रहे हैं। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
चंबल क्षेत्र के शहीद सपूतों को हमेशा याद किया जायेगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान
26 February 2018
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने मुरैना में शहीदों की स्मृति को चिरस्थाई बनाये रखने के लिए एक करोड़ 60 लाख रूपये की लागत के शहीद स्मारक का लोकार्पण किया। रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने शहीदों के उपस्थित परिजनों को सम्मानित किया और रक्षा अनुसंधान केन्द्र की प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन भी किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा मुरैना जिला प्रभारी मंत्री श्रीमती माया सिंह और स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह मौजूद थे। शहीद स्मारक के लोकार्पण के बाद शहीदों को नमन करते हुए अतिथियों ने पुष्प चक्र अर्पित किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चंबल क्षेत्र के शहीद सपूतों ने सरहद पर अपने प्राणों की कुर्बानी देकर देश के लिए बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि इस स्मारक में वीरों की शहादत को चिरस्थाई बनाया गया है। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा कि मुरैना के विकास की सबसे बडी बाधा डकैती समस्या को समाप्त कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने सैनिकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सीमा पर शहीद होने वाले जवानों के परिजनों को एक करोड़ रूपये की राशि सम्मान निधि के रूप में दी जायेगी। शहीदों के माता पिता को आजीवन पांच हजार रूपये की पेंशन प्रति माह दी जायेगी। इसके अलावा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुरैना में सरसों को भावान्तर योजना में लिया गया है। किसानों को विगत वर्ष की गेंहूँ खरीदी पर 200 रूपये तथा चालू वर्ष की खरीदी पर 265 रूपये की राशि दी जायेगी। उन्होने कहा कि गरीबों से बिजली के बिल केवल 200 रूपये महीने अप्रैल माह से लिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि मुरैना शहर में 150 करोड़ का सीवेज प्रोजेक्ट चल रहा है। चंबल का पानी मुरैना में लाया जायेगा। इक्कीस करोड़ रूपये की लागत से नाला नं. 1 का काम होगा। ग्यारह करोड़ रूपये अधोसंरचना मद से दिये जायेंगे। साथ ही 300 बिस्तर के अस्पताल को 600 बिस्तर का किया जा रहा है। चंबल संभाग में रेल्वे की ब्राडगेज परियोजना तथा चंबल एक्सप्रेस बन जाने पर विकास में और अधिक गति आयेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि श्योपुर, मुरैना एवं भिण्ड के लिए एक्सप्रेस-वे बनाया जायेगा। उन्होंने बानमोर को तहसील का दर्जा देने तथा महाविद्यालय खोलने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि वीर सपूतों की भूमि चंबल आकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ। उन्होने कहा कि मैं सेना के कार्यक्रमों में जहाँ भी पहुँचती हूँ, वहाँ चंबल क्षेत्र के जवान जरूर मिलते हैं। वर्तमान में सेना सहित अर्द्धसैनिक बलों में चम्बल क्षेत्र के 15 हजार से अधिक जवान सेवारत हैं। रक्षा मंत्री ने शिक्षा सत्र 2018-19 से मुरैना में सैनिक स्कूल खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने चम्बल क्षेत्र में सेना की भर्ती पुनः शुरू करने की भी सहमति दी। केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि मुरैना में रामप्रसाद बिस्मिल संग्रहालय के बाद आज शहीद स्मारक का लोकार्पण हुआ। मुरैना के वीर शहीदों की स्मृतियों को चिरस्थाई बनाये रखने के साथ ही स्मारक युवाओं को देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि कुछ बाधाओं के बाद अब चंबल क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है। प्रभारी मंत्री श्रीमती मायासिंह ने कहा कि इस स्मारक से हमें देशभक्ति की प्रेरणा मिलती रहेगी। स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि मुरैना की धरती का इतिहास वीरों का रहा है। प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्धों में भी यहाँ के अनेक वीरों ने शहादत दी है। कार्यक्रम में मुरैना के इतिहास एवं पर्यटन पर केन्द्रित पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं रक्षा मंत्री श्रीमती सीतारमण ने ब्राण्ड एम्बेसेडर कु. अद्रिका गोयल को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने शहीद रामअवतार की पत्नी को सौंपा एक करोड़ सम्मान राशि का चैक
11 February 2018
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान देश की सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए वीर सपूत श्री रामअवतार लोधी के गाँव बरौआ पहुँचे। श्री चौहान ने शहीद के चित्र पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और परिवारजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना प्रदान की। साथ ही शहीद रामअवतार की पत्नी श्रीमती रचना लोधी को सम्मान राशि के रूप में एक करोड़ रूपए का चैक सौंपा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद रामअवतार लोधी के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि एक करोड़ रूपए की सम्मान निधि सेना द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि के अतिरिक्त है। मुख्यमंत्री ने कहा शहीद की धर्मपत्नी को ग्वालियर में फ्लैट अथवा आवासीय प्लॉट उपलब्ध कराया जायेगा। शहीद रामअवतार की माताश्री को 5 हजार रूपए प्रतिमाह की पेंशन जीवन पर्यन्त दी जायेगी। इसके साथ ही शहीद रामअवतार की प्रतिमा स्थापित की जायेगी। विधायक श्री भारत सिंह कुशवाह के आग्रह पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बरौआ गाँव में प्रवेश द्वार बनवाने और मुख्य सड़क का नाम शहीद रामअवतार के नाम पर रखने की घोषणा की। साथ ही बरौआ गाँव के स्कूल का उन्नयन कर स्कूल का नाम शहीद रामअवतार के नाम पर रखने की घोषणा भी उन्होंने की। मुख्यमंत्री ने कहा स्कूल का भवन बेहतर गुणवत्ता के साथ बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद रामअवतार की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने में प्रदेश सरकार हर संभव योगदान देगी। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव, विधायक श्री भारत सिंह कुशवाह सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

शहीद कैप्टन कपिल कुंडु की मां ने कहा, यदि दूसरा बेटा होता तो उसे भी सेना में भेजती
Our Correspondent :6 February 2018

नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद कैप्टन कपिल कुंडु की मां ने कहा कि बेटे को खोकर वह बहुत दुखी हैं, लेकिन यदि उनका एक और बेटा होता तो उसे भी वह सेना में भेजतीं. सुनीता कुंडु (52) ने कहा कि उनका बेटे हमेशा देश के लिए जीता था और सेना में शामिल होने के बाद वह बहुत खुश था. सुनीता ने कहा, "शहीदों के बलिदान का बदला लेने के लिए सरकार से पाकिस्तान पर अधिक संख्या में सर्जिकल स्ट्राइक का आग्रह करती हूं. यदि मेरा बेटा 15-20 साल और जीवित होता तो वह राष्ट्र को अपनी और सेवाएं देता." कुंडु का 10 फरवरी को 23वां जन्म दिन है. वह जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी जिले में रविवार की शाम को तीन अन्य सैनिकों के साथ शहीद हो गए. दूसरे सैनिकों में राइफलमैन रामवतार (28), शुभम सिंह (22) व हवलदर रोशन लाल (42) शामिल हैं. पाकिस्तान सेना ने पांच या छह एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल छोड़ीं, इसमें से एक सैनिकों की तैनाती वाले बंकर पर जा गिरी. शहीद अधिकारी की बड़ी बहन सोनिया ने कहा, मेरी कपिल कुंडु से रविवार की रात करीब एक बजे बात हुई थी. उन्होंने कहा था कि सब ठीक है और वह इस जन्मदिन पर अपनी मां को अचानक आकर चकित करना चाहते थे. कुंडु का परिवार हरियाणा के गुरुग्राम से 33 किमी दूर पटौदी के निकट रनिस्का गांव में रहता है. कुंडु राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के जरिए सेना में शामिल हुए थे. कपिल कुंडु के कजिन तारीफ कुंडु ने आईएएनएस से कहा, "कपिल का जीवन कठिनाइयों से भरा था. 2012 में उसके जन्मदिन पर पिता लालाराम का निधन हुआ था. अब हम उसके पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं.


शहीदों की स्मृति में 30 जनवरी को दो मिनट का मौन
Our Correspondent :27 January 2018

भारत के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की स्मृति में प्रदेशभर में 30 जनवरी को सुबह 11 बजे दो मिनिट का मौन रखा जायेगा। इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश सभी विभागाध्यक्ष, संभागीय आयुक्त और कलेक्टर्स को भेज दिये गये हैं।


एनसीसी का संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर
Our Correspondent :28 December 2017

मध्यप्रदेश नौसेना की एनसीसी इकाई द्वारा रुक्‍मणि देवी इंजीनियरिंग कॉलेज भोपाल में दस दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 20 दिसम्बर से आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के 8वें दिन ड्रिल प्रतियोगिता, खो-खो फायरिंग हुई एवं सफाई अभियान चलाया गया। डॉ. गणेशन द्वारा कैडेट्स कैंसर जैसी घातक बीमारी के संबंध में जानकारी दी गई। इस शिविर में प्रदेश के विभिन्न जिलों के महाविद्यालय एवं विद्यालयों से 550 एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं। केम्प कमांडेंट कमाडंर सुश्री भक्ति गोखले, प्रशासनिक अधिकारी चीफ पेटी आफिसर श्री ओम प्रकाश और मुख्य प्रशिक्षक पीओ श्री ललित बी कुमार प्रतिभागियों को अनुशासित रहने और अन्य गतिविधियों का प्रशिक्षण दे रहे हैं।


7 जनवरी को सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा
Our Correspondent :21 December 2017

मध्यप्रदेश में रीवा में संचालित अखिल भारतीय सैनिक स्कूल में कक्षा 6 से 9 तक की कक्षाओं में प्रवेश के लिए परीक्षा का आयोजन 7 जनवरी, 2018 को किया जायेगा। प्रवेश परीक्षा के लिए प्राप्त आवेदनों में से नियमानुसार सही पाये गये आवेदनों के प्रवेश-पत्र सैनिक स्कूल रीवा की वेबसाइट www.sainkischoolrewa.ac.in अथवा सैनिक स्कूल एडमीशन की वेबसाइट www.sainikschooladmission.in पर उपलब्ध हैं। आवेदक लॉगिन आई.डी. के माध्यम से अपने प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षार्थियों से कहा गया है कि प्रवेश-पत्र पर अंकित निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश-पत्र पर अपनी पासपोर्ट साइज की फोटो लगाकर निर्धारित समय से एक घंटे पूर्व अपने परीक्षा केन्द्र पर उपस्थित होना अनिवार्य है।


शौर्य स्मारक में 69वां एनसीसी स्थापना दिवस समारोह आज
Our Correspondent :25 November 2017
राष्ट्रीय केडेट कोर (एनसीसी) का 69वां स्थापना दिवस समारोह 26 नवम्बर को शाम 5 बजे शौर्य स्मारक में आयोजित किया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह एवं राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। एनसीसी स्थापना दिवस समारोह में थल सेना, वायु सेना एवं नौसेना के कैडेट्स को रचनात्मक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह एवं राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी समारोह में विशिष्ठ एनसीसी अधिकारियों एवं मेधावी कैडेट्स को प्रशंसा पत्र एवं प्रोत्साहन राशि प्रदान कर सम्मानित करेंगे। ज्ञातव्य है कि एनसीसी ने प्रारंभ से ही युवाओं में चरित्र निर्माण, अनुशासन, साहस और नि:स्वार्थ सेवा के आदर्शों को विकसित करने में तार्किक भूमिका निभाई है।


आपातकाल पाठ्यक्रम में शामिल करने पर राज्य सहमति की ओर
Our Correspondent :15 November 2017
भोपाल। लोकतंत्र सेनानी संगठन के अखिल भारतीय अध्यक्ष श्री कैलाश सोनी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडनवीस से भेंटकर मीसाबंदियों को सम्मान निधि और आपातकाल का अध्याय पाठ्यक्रम में शामिल कराने तथा विशेष शोध करने की मांग की है। उन्होंने सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिया है। श्री कैलाश सोनी ने बताया कि भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने पाठ्यक्रम में आपातकाल का अध्याय शामिल करने पर विचार किया है। इस दिशा में मध्यप्रदेश, राजस्थान प्रदेश सरकार ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। मीसाबंदियों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण सम्मान निधि दिए जाने की दिशा में राज्यों में सहमति बन रही है।


श्री बी.पी. गौतम सैनिक प्रकोष्ठ के भोपाल जिला संयोजक मनोनीत
Our Correspondent :1 September 2017
भोपाल 30 अगस्त 2017। भारतीय जनता पार्टी भोपाल जिला अध्यक्ष एवं विधायक श्री सुरेंद्रनाथ सिंह ने पूर्व सैनिक श्री बी.पी. गौतम को सैनिक प्रकोष्ठ जिला भोपाल का जिला संयोजक नियुक्त किया है। सैनिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक बनने पर श्री बी.पी. गौतम को बधाई देते हुए श्री सुरेंद्रनाथ सिंह ने कहा कि श्री गौतम ने जिस तरह देश की सेवा की है उसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी की सेवा निरंतर करते रहेंगे। इस अवसर पर श्री अशोक सैनी, श्री अनिल अग्रवाल, राजेंद्र गुप्ता, श्री सतीश विश्वकर्मा, श्री सुरेंद्र बैस, श्री राजकुमार विश्वकर्मा, श्री आनंद पाराशर, श्री विजय कुमार श्री आनंद जोगी, श्री हरिहर उपाध्याय ने श्री बी.पी. गौतम को बधाई दी।


भूतपूर्व सैनिकों की रैली 22 जनवरी को
Our Correspondent :17 Jan. 2017
भोपाल: सैनिक कल्याण कर्यालय भोपाल एवं हेडक्वार्टर पश्चिम मध्यप्रदेश सब एरिया के तत्वावधान में 'भूतपूर्व सैनिक रैली' 22 जनवरी को सुबह 9:00 बजे से 3 ई एम ई सेंटर िस्थत जीत स्टेडियम, बैरागढ़ में होगी। सैना रैली का आशय सैन्य क्षेत्र में पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों को आमंत्रित कर उनकी कठिनाइयों को जानना तथा निराकरण की दिशा में कार्रवाई करना होता है।
रैली स्थल पर केन्टीन सामग्री, पेंशन सेल, अभिलेख कार्यालय, ईसीएचएस की सुविधा, मेडिकल कैंप, नौकरी में आरक्षण संबंधी जानकारी के अलावा राज्य सैनिक बोर्ड और जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में भूतपूर्व सैनिकों के हितार्थ संचालित योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध करवायी जायेगी।
रैली स्थल पर पहुँचने के लिए वाहन एवं भोजन की समुचित व्यवस्था रहेगी। पंजीकृत सैन्य परिवारों को वाहन व्यवस्था संबंधी जानकारी एस.एम.एस. के जरिये उनके मोबाईल पर दी जायेगी।
सैनिक कल्याण अधिकारी भोपाल कर्नल डी.सी. गोयल ने भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा एवं होशंगाबाद में निवासरत् भूतपूर्व सैनिकों, उनकी विधवाओं एवं वीर नारियों से आग्रह किया कि रैली में अवश्य शामिल हो।


सिमी के आतंकियों को मार गिराने वाले जवानों के साहस और तत्परता को प्रणाम - चौहान
Our Correspondent :1 November 2016
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने भोपाल जेल से भागे 8 आतंकवादियों को मार गिराए जाने पर पुलिस के अधिकारियों जवानों और अन्य प्रकार का सहयोग करने वाले सभी लोगों को हार्दिक बधाई दी है। श्री चौहान ने कहा कि इस देश की सरकार और प्रदेश की सरकार किसी भी प्रकार के आतंकवाद को बर्दाश्त करने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि भोपाल जेल से सिमी के आतंकवादी भागे थे उन्होंने हमारे एक हेड कॉन्स्टेबल की नृशंस हत्या की। उनकी इस कायराना हरकत का हमारे सुरक्षाबलों ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। घटना होने के बाद तत्काल हरकत में आए मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान और गृहमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने सतत निगरानी कर हर हालत में आतंकवादियों को दबोचने के निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी और गृह मंत्री जी आतंकवादियों के भागने के बाद से 2 मिनट भी चैन से सो नहीं पाए। सुरक्षाबलों ने चंद घंटों के भीतर ही जिस साहस और वीरता का परिचय दिया है उसने आतंकवादियों के हाथों से होने वाली किसी बड़ी बर्बरतापूर्ण घटना को बरका दिया है। श्री चौहान ने सुरक्षा बल केे सभी अधिकारियों जवानों के पराक्रम को प्रणाम करते हुए सरकार की सतर्कता के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान और गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह को भी बधाई दी है। उन्होंने आतंकी हमले में शहीद हुई हैडकांस्टेबल के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है ,साथ ही भरोसा दिलाया है कि सरकार उनके परिवार की चिंता करेगी। शोक संतप्त परिवार अपने को अकेला न समझे, बलिदानी परंपरा का सम्मान हमारा गौरव है।
2 नवंबर को नामांकन, जनसभा, 3 और 4 नवंबर को शहडोल संसदीय क्षेत्र के कोल बेल्ट में मजदूर संघों के सम्मेलन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और शहडोल लोकसभा उपचुनाव के प्रभारी श्री अजयप्रताप सिंह ने बताया कि शहडोल लोकसभा प्रत्याशी श्री ज्ञान सिंह 2 नवंबर को रैली के साथ अनुपपुर निर्वाचन कार्यालय पहुँचकर औपचारिक रूप से अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान, वरिष्ठ मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, श्री भूपेन्द्र सिंह, श्री ओमप्रकाश धुर्वे उपस्थित रहेंगे और रैली के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा अनुपपुर महाविद्यालय के पास स्टेडियम में आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि 3 और 4 नवंबर को संसदीय क्षेत्र में स्थित कालरीज के मजदूरों एवं मजदूर संघों के सहयोग से सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे, जिन्हें वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य श्री राकेश सिंह संबोधित करने पहुंचेगे। 3, 4 और 5 नवंबर को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान धूआधार प्रचार करेंगे और जनसभाओं को संबोधित करेंगे। शहडोल लोकसभा क्षेत्र के सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशी श्री ज्ञान सिंह के चुनाव प्रचार कार्यालय खुल चुके हैं और श्री अजयप्रताप सिंह उन्हें सुविधा सज्जित कर चुके है। विधानसभा क्षेत्र कार्यालय में प्रभारी नियुक्त करने के साथ क्षेत्र के सभी 32 मंडलों में भी प्रभारी तैनात किए जा चुके हैं जो अपना ध्यान मतदान केन्द्रों पर केन्द्रित कर रहे हैं। मतदान केन्द्र संयोजक और पालक अपने स्तर पर बैठक लेने के अलावा पेज प्रमुखों से रूबरू हो चुके हैं। युवा मोर्चा क्षेत्र में 4 नवंबर से विकास यात्राएं निकालेगा। सभी विधानसभा क्षेत्रों में युवा सम्मेलन किए जा रहे हैं। ग्राम केन्द्रो पर महिला मोर्चा ने महिला सम्मेलन करने की तैयार की है। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमति लता ऐलकर संसदीय क्षेत्र में मोर्चा की बहनों की चैपाले सजा रही, जिनमें मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान सरकार की उपलब्धियां और शहडोल की तरक्की के लिए हुए कार्यो की गणना बता रही है।
सैनिक विकलांगता पेंशन तय करने के लिए पुरानी पद्धति ही मान्य की जायेगी- सैनिक प्रकोष्ठ भोपाल। भारतीय जनता पार्टी सैनिक प्रकोष्ठ ने बताया कि सैनिकों के आग्रह पर केन्द्र सरकार ने स्लेब के माध्यम से पेंशन विकलांगता निर्धारण के बजाए पुराना फार्मूला ही मान्य कर लिया है जैसी की सैनिक मांग कर रहे थे। स्लेब सिस्टम को स्थगित कर दिया गया है तथा इसके लिए गठित समिति के निर्णय की प्रतीक्षा तक पुराना सिस्टम ही कारगर होगा। सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री राजेन्द्र प्रसाद श्रोती ने बताया कि सेना को लेकर राजनीति ठीक नहीं है। श्री राहुल गांधी को सैनिकों के हमदम बनने के पहले इस बात का जवाब देना चाहिए कि कई दशकों से वन रेंक वन पेंशन का मसला लंबित रहा है। कांग्रेस ने सत्ता में रहते निरे वायदे परोसे। उनकी मांग पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की, जबकि सत्ता में आने के बाद एनडीए सरकार में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वन रेंक वन पेंशन की मंजूरी दे दी और उन्हें एरियर भी भेंट कर दिया। किसी भी नई प्रणाली में विसंगतियों से इंकार नहीं किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने विसंगतियां दूर करने के लिए तीन सदस्यीय समिति बना दी है। समिति ने काम शुरू कर दिया है। फिर भी समय लगने तक केन्द्र सरकार ने धैर्य रखने का आग्रह किया है। विकलांगता पेंशन के लिए पुराना सिस्टम ही मानने के निर्देश दे दिए गए है जिससे सैनिकों में प्रसन्नता व्याप्त है। श्री राजेन्द्रप्रसाद श्रोती ने कहा कि एनडीए सरकार सैनिकों की मांग के प्रति हमेशा संवेदनशील रही है और उनके हर आग्रह पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दीपावली 2014 में सियाचिन की उंचाई पर 2015 में पाक चीन सीमा पर सैनिकों के साथ और 2016 मंे माना चीन सीमा पर सैनिक शिविर में मनाकर दिखा दिया है कि देश की सवा अरब जनता सैनिकों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। जबकि आदमी के बाद सेना हाशिए पर आ चुकी थी। पं. नेहरू तो सेना रखने के तलफगार तक नहीं थे। 1962 में जब बर्फीले सीमांत पर सैनिक लड़ रहे थे उनके तन पर गरम कपड़े तक नहीं थे। श्री राहुल गांधी गिरहवान में झांकने का साहस दिखाए।
शोक संवेदना व्यक्त
श्रद्धांजलि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत ने पार्टी के पूर्व विधायक श्री सेवाराम गुप्ता के निधन पर शोक व्यक्त किया है एवं संतप्त परिवार के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की है। श्री गुप्ता का निधन दिल्ली के निजी अस्पताल में हुआ। उनका पार्थिव शरीर मुरैना लाया जा रहा है। 1 नवंबर को प्रातः 9.30 बजे उनकी अंत्येष्टि बामोर स्थित उनके आश्रम में की जायेगी। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत, श्री रामेश्वर शर्मा, श्री अरविन्द सिंह भदौरिया, श्री विनोद गोटिया, श्रीमति रंजना बघेल, सुश्री उषा ठाकुर, श्री रामलाल रौतेल, श्री प्रदीप लारिया, श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री जीतू जिराती, प्रदेश महामंत्री श्री अजयप्रताप सिंह, श्री बंशीलाल गुर्जर, श्री मनोहर उंटवाल, श्री विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश मंत्री श्रीमति संपतियां उइके, श्री बृजेन्द्रप्रताप सिंह, श्रीमति कृष्णा गौर, श्री कन्हईराम रघुवंशी, श्री बुद्धसेन पटेल, श्री सरतेन्दु तिवारी, श्री रघुनाथ भाटी, श्री पंकज जोशी, सुश्री कविता पाटीदार, श्री ऋषिसिंह लोधी, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री हेमंत खण्डेलवाल, प्रदेश कार्यालय मंत्री श्री सत्येन्द्र भूषण सिंह, श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय, प्रदेश प्रवक्ता व सांसद श्री आलोक संजर, प्रो. चिंतामणि मालवीय, प्रदेश प्रवक्ता श्री नागरसिंह चौहान, सुश्री राजो मालवीय, श्री हिदायतुल्लाह शेख, श्री राहुल कोठारी, श्री उमेश शर्मा, श्री राजपाल सिंह सिसोदिया, श्री रजनीश अग्रवाल, प्रदेश सह संवाद प्रमुख श्री संजय गोविन्द खोचे, श्री उदय अग्रवाल एवं श्री सर्वेश तिवारी ने श्री सेवाराम गुप्ता के निधन पर शोक व्यक्त किया है।


सन 1965 के युद्ध में भाग लेने वाले भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान समारोह आज
Our Correspondent :23 September 2015
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के अंतर्गत भोपाल, सीहोर, रायसेन एवं विदिशा जिले में निवासरत पूर्व सैन्य अधिकारीगण एवं सैनिकों का, जिन्होंने सन 1965 युद्ध में भाग लिया है या सैन्य सेवा में सेवारत थे, का सम्मान एवं संगोष्ठी 23 सितम्बर बुधवार को प्रात: 11:30 बजे सैनिक विश्रामगृह बाणगंगा चौराहा में आयोजित किया जा रहा है।


 
Copyright © 2014, BrainPower Media India Pvt. Ltd.
All Rights Reserved
DISCLAIMER | TERMS OF USE