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SOCIAL MEDIA NEWS
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ब्लू टिक के लिए मोबाइल यूजर को हर महीने ₹1,237 और वेब पर ₹989 देना होंगे
19 March 2023
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के बाद मेटा ने भी इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ब्लू टिक सर्विस शुरू कर दी है। इससे कोई भी इंस्टाग्राम और फेसबुक यूजर अब अपनी प्रोफाइल पर ब्लू टिक लगवा सकता है, इसके लिए उसे कुछ फीस चार्ज के रूप में पे करना होगा।
वेब पर साइनअप करने वाले यूजर को सिर्फ फेसबुक पर ब्लू टिक मिलेगा, जबकि मोबाइल ऐप यूजर को फेसबुक और इंस्टाग्राम दोनों के लिए ब्लू टिक मिलेगा। ये ब्लू टिक एक वेरिफिकेशन बैज है जो इंडिकेट करता है कि अकाउंट ऑथेंटिक है और किसी पब्लिक फिगर, सेलिब्रिटी या ब्रांड से संबंधित है।

मोबाइल पर हर महीने देना होगा 1237 रुपए

कंपनी फिलहाल ये सर्विस अमेरिका में शुरू की है, जल्द ही ये सर्विस दूसरे देशों में भी शूरू की जाएगी। यूजर वेब पर साइन अप करते हैं तो इस सर्विस के लिए कीमत 11.99 डॉलर प्रतिमाह ( 989 रुपए) है और या मोबाइल ऐप से साइनअप करने पर 14.99 डॉलर प्रतिमाह (1237 रुपए) देना होगा है।

सब्सक्रिप्शन पर जाने के 3 बड़े कारण

  • मैक्रोइकोनॉमिक डाउनटर्न, कॉम्पिटिशन और कम विज्ञापन के कारण रेवेन्यू में गिरावट आई है।
  • कंपनी को पूंजी कुशल बनाने के लिए जुकरबर्ग नए मॉडल से रेवेन्यू बढ़ाना चाहते हैं।
  • जुकरबर्ग ने मेटावर्स के लिए बड़ा इन्वेस्टमेंट किया है। वो इसकी भरपाई करना चाहते हैं।

ट्विटर ने की थी शुरुआत

ब्लू टिक की सर्विस सबसे पहले ट्विटर ने शुरू की थी, जो सिर्फ पॉपुलर लोगों के लिए रिजर्व्ड थी। इंस्टाग्राम ने पहले मीडिया ऑर्गेनाइजेशन में काम करने वाले लोगों, इन्फ्लूएंसर्स, सेलेब्रिटीज और पॉलिटिशियंस को उनके नाम के आगे ब्लू टिक लगाने की अनुमति दी थी। अब इसे कोई भी यूजर खरीद सकता है।

किसे मिलेगा ब्लूटिक और क्या है प्रोसेस

इंस्टाग्राम पर ब्लू टिक खरीदने के लिए, यूजर की उम्र 18 साल होनी चाहिए, उसे अपना फोटो ID सबमिट करना होगा और एक वेरिफिकेशन प्रोसेस से गुजरना होगा। एक बार जब यूजर मेटा पर वेरिफाइड हो जाता है, तो उसके लिए अपना प्रोफाइल नेम या डिस्प्ले नेम या प्रोफाइल पर कोई अन्य जानकारी बदलना आसान नहीं होगा। यूजर को फिर से वेरिफिकेशन प्रोसेस से गुजरना होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जिन यूजर के पास पहले से ही इंस्टाग्राम और फेसबुक पर वेरिफाइड है, उन्हें मेटा के पेड वेरिफिकेशन प्लान के लिए भुगतान नहीं करना होगा। हालांकि, अगर मेटा लिगेसी अकाउंट्स से छुटकारा पाने की योजना बना रहा है तो नियम बदले जा सकते हैं।




सोमदत्त शास्त्री के फेसबुक वॉल से
19 March 2023
सोशल मीडिया पर आए दिन एक से एक मजेदार कंटेंट वायरल होता रहता है. कभी कोई वीडियो लोगों को हैरानी में डाल देती है तो कभी कोई तस्वीर चर्चा का मुद्दा बन जाती है. अब सोशल प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही इस तस्वीर को ही देख लीजिए, जिसने लोगों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया है. अब भई भारत देश है ही इतना बड़ा कि यहां लोगों को एक अनजान जगह पर पहुंचने के लिए राहगीरों से पता पूछना ही पड़ता है. आपने भी कई बार ये समाज सेवा की होगी और सैकड़ों लोगों को उनके पते पर पहुंचाया होगा.
हालांकि पता बताना कोई बड़ी बात नहीं है. ये तो समाज सेवा है. सबको करनी चाहिए. लेकिन तब क्या हो, जब पता बताने का काम भी एक प्रोफेशन बन जाए? सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा, मगर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर ने यह साबित कर दिया है कि जज्बा हो तो कहीं से भी कमाई का जरिया खोजा जा सकता है. इस वायरल तस्वीर पर एक नजर डालिए. इसमें लिखा गया है कि "पता पूछने के 5 रुपये और पते पर पहुंचाने के 10 रुपये". वाह! क्या बिजनेस है. सोशल सर्विस के साथ-साथ अर्निंग भी...मतलब डबल बेनिफिट. यह तस्वीर देखते ही देखते ट्विटर पर वायरल हो गई है. इस तस्वीर पर लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन्स भी दिए हैं. एक यूजर ने लिखा, 'कोई बेरोजगार भी नहीं बोलेगा और वेले भी रहेंगे'. वहीं दूसरे यूजर ने कहा, 'बढ़िया डील है. ओला वाला तो 300 ले रहा था...यहां तो 10 रुपये में ही काम हो जाएगा'. तीसरे यूजर ने कहा, '10 रुपये ये तो ऑटो वाले से भी सस्ता है'. एक अन्य यूजर ने मजे लेते हुए कहा, 'भाई अच्छी किस्मत का पता पूछना था'. जबकि अगले ने कहा, 'उसके दिल तक ले चलो 100 रुपये ले लेना'. यह कोई पहली तस्वीर नहीं है जिसपर यूजर्स ने ठहाके लगाए हों. सोशल मीडिया पर आए दिन ऐसी तस्वीरें वायरल होती रहती हैं, जिन्हें देखकर मन खुश हो जाता है. वैसे इस पता बताने वाले बिजनेस को देश के हर कोने में शुरू किया जा सकता है, क्योंकि भारत जैसे देश में पता पूछे बिना किसी का काम नहीं चल सकता. ये काम भले ही आजकल लोग मुफ्त में कर रहे हों, क्या पता भविष्य में इसका भी अलग बिजनेस लॉन्च हो जाए.



Editors Choice
निःशब्द हूँ इस दृश्य को देखकर कर..!!
जब भी आपका मन उदास हो या आप हार मानने लगे तो ये वीडियो एक बार जरूर देखलें।।


3 January 2019
Dr Ruma Bhattacharya, Psychiatrist, Bhopal (Forward India Forum (FIF) Core Group)




सोमदत्त शास्त्री के फेसबुक वॉल से
28 December 2019
तहज़ीब ,नफासत , सादगी, सलीका और साफ़गोई अगर किसी एक इंसान में देखनी हो तो शिव हर्ष सुहलका से बेहतर कोई दूसरा उदाहरण नहीं हो सकता। राजस्थान की माटी के सपूत सुहालका जी कभी टाइम्स ग्रुप में हुआ करते थे लेकिन पारिवारिक परिस्थितियां उन्हें भोपाल खींच लाई और इसी शहर के अनुपात में उन्होंने खुद को भी समेटकर अपनी मीडिया कम्पनी खोल ली जो मेट्रोमिरर डॉट काम का संचालन करती है। सुहालका जी दिल, दिमाग दोनों स्तर पर ऊंचे कद के आदमी हैं। यह ऊंचाई उनकी पत्रकारिता में भी झलकती है। मन,वचन और कर्म से पारदर्शी व्यक्तित्व के धनी सुहालका जी जैसे मीडिया टाइकुन अब धीरे धीरे देव दुर्लभ होते जा रहे हैं तब उनकी उपस्थिति हमें उम्मीद बंधाती है कि अभी सब कुछ ख़तम नहीं हुआ है। पत्रकारिता को घेरते निराशा के घटाटोप के बीच सुहालकाजी उम्मीद की एक उजली किरण के मानिंद है जिन पर मीडिया नाज कर सकती है। भोपाल में कल की सर्द हवाओं में डूबी खुशनुमा शाम को उन्होंने हम मित्रो की मौजूदगी में अपना 64 वां जन्मदिन मनाया ।ईश्वर से प्रार्थना है कि वह सूहालका जी को स्वस्थ , समृद्ध दीर्घ जीवन दे । उनकी यश पताका यूं ही फहराती रहे। वे यूं ही अपनी मोहक मुस्कान के साथ साल दर साल हम मित्रों के साथ अपनी वर्षगांठ का जश्न मनाते रहें।पुनः बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं Shiv Harsh Suhalka ji । आप शतायु हो दीर्घायु हो आमीन।।।।



aa Metro Mirror – Brainpower Media Group to soon enter into Digital TV
Bhopal:MMNN: 5 January 2019

Metro Mirror – Brainpower Media Group to soon enter into Digital TV, Said Mr. Shiv Harsh Suhalka , Editor-in-chief , metromirror.com . Brainpower Media Group is a small 25 years old company with Headquarter at Bhopal. Brainpower Media Group is engaged in various Media, Communication and Public Relations activities backed by competent senior professionals .



aa जानिए रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के सोशल मीडिया पर वायरल हुई फोटो का सच
Bhopal:MMNN: 5 January 2019

सोशल मीडिया पर आजकल खबरें बहुत जल्दी वायरल हो जाती है और अगर ये सही खबर हो तब तो ठीक है पर झूठी खबर हो तों लोगो को काफी कुछ झेलना पड़ता है आजकल झूठी खबरें फैलाने वालों का बोलबाला है हालही मे ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे रक्षा मंत्री निर्मल सीतारमण के साथ सेना की वर्दी में एक महिला अफसर नज़र आ रही है और यही फोटो फेसबुक और ट्विटर पर बहुत तेज़ी से वायरल हो रही थी असल मे इस फोटो को देख कर उसमे दिख रही महिला को रक्षामंत्री की बेटी बताया जा रहा है और कुछ लोग तो उसकी काफी तारीफ भी कर रहे हैं की इस तरह सभी मंत्रियो के बच्चो को फौज मे शामिल होना चाहिए और भारत का नाम रोशन करना चाहिए। लेकिन इस तस्वीर की सचाई हम आपको बताते हैं यह तस्वीर 30 दिसंबर को फेसबुक के किसी ग्रुप में शेयर की गयी थी जिसके बाद से अलग अलग सोशल प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो गयी जिसके चलते फिर सोशल मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं लेकिन अब भारतीय सेना के दावे के साथ ही इस खबर की ‘सच्चाई’ से पर्दा उठ गया है। सेना की ओर से कहा गया है कि निर्मला सीतारमण के साथ खड़ीं महिला अफ़सर उनकी बेटी नहीं है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से जानकारी दी गयी है की ये निर्मला सीतारमण की बेटी नहीं, बल्कि भारतीय सेना की अफसर हैं, जिन्हें रक्षा मंत्री की नवंबर में अरुणाचल प्रदेश के हुलियांग की आधिकारिक यात्रा पर संपर्क अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया था। जानकारी के मुताबिक इस महिला अधिकारी का नाम निकिता वेरैय्या है। निकिता की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल के अनुसार वो कर्नाटक के मैंगलोर शहर की रहने वाली है और भारतीय फ़ौज में कार्यरत हैं। निकिता ने केंद्रीय विद्यालय मैंगलोर से पढ़ाई की है। सेना में शामिल होने से पहले निकिता इंग्लिश टीचर हुआ करती थी। आप इस ट्विटर क्लिंक पर जाकर भी इस बात जा सच जान सकते हैं.. https://twitter.com/SpokespersonMoD/status/1080365473961820160



aa अब फेसबुक, गूगल और अमेजॉन जैसी कंपनियों पर लगेगा ये नया टैक्स
Bhopal:MMNN: 30 october 2018

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूके सरकार ने यूके में रेवेन्यू जुटा रहीं ऐसी टेक्नोलॉजी कंपनियों जैसे फेसबुक, गूगल और अमेजॉन पर ‘डिजिटल सर्विस टैक्स’ लगाने का निर्णय लिया है। सोमवार को जारी शीतकालीन बजट में ‘Exchequer’ के चांसलर फिलिप हैमंड (Philip Hammond) ने दो प्रतिशत टैक्स लगाने की घोषणा की है। इस मामले में सलाह-मशविरा की समय अवधि पूरी होने के बाद अप्रैल 2020 में यह प्रभाव में आ जाएगा। यह टैक्स सिर्फ सर्च इंजन, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन मार्केटप्लेस से जुटाए गए रेवेन्यू पर लगाया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह टैक्स यूके के छोटे स्टार्ट-अप पर नहीं लगाया जाएगा, बल्कि ऐसी डिजिटल सर्विस कंपनियों पर लगाया जाएगा, जो साल भर में कम से कम 500 मिलियन पौंड का ग्लोबल रेवेन्यू बनती हैं। यह निर्णय इस बहस के बीच लिया गया है कि यूएस की टेक्नोलॉजी कंपनियां कई बिलियन पौंड कमाई करने के बावजूद यूके में बहुत कम टैक्स का भुगतान कर रही हैं । इस समय कंपनियां यूके में हुए प्रॉफिट पर ही टैक्स का भुगतान करती हैं। आरोप है कि कम टैक्स देने के लिए टेक्नोलॉजी कंपनियां कम प्रॉफिट दिखाती हैं। इसके चलते ये फैसला सोश्ल मीडिया और e-commerce कंपनियों के लिए एक झटका साबित हो सकता है ।



aa जब बंद पड़ा हुआ 'यू-ट्यूब', सभी यूजेर्स परेशान बना टॉप ट्रेंड
Bhopal:MMNN: 17 october 2018

विडियो शेयरिंग वेबसाइट यू-ट्यूब बुधवार सुबह अपने यूजर्स के लिए परेशानी का बड़ा कारण साबित हुआ। बात कुछ ऐसी हुई की यू-ट्यूब ने भारत समेत पूरी दुनिया में करीब दो घंटे के लिए काम करना बंद कर दिया, जिसके चलते कई यूजर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यू-ट्यूब डाउन होने से यूजर्स न तो विडियो देख पा रहे थे और न ही किसी से शेयर कर पा रहे थे। भारत में यह समस्या बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे शुरू हुई, जिसका निवारण टीम यूट्यूब ने करीब 8:15 बजे किया। फिलहाल अब  यू-ट्यूब पहले की तरह काम कर रहा है। यूट्यूब ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी। इस दौरान यूजर्स यूट्यूब, यूट्यूब टीवी और यूट्यूब म्यूजिक को ऐक्सेस नहीं कर पा रहे थे। दुनिया का सबसे लोकप्रिय विडियो प्लैटफॉर्म यूट्यूब डाउन होने की खबर आते ही सोशल मीडिया पर #YouTubeDown टॉप ट्रेंड बन गया.। आपको बता दें, की यूट्यूब डाउन होन पर जब लोग यूट्यूब ओपन कर रहे थे तो उन्हें विडियोज की जगह बंदर दिख रहा था।



aa गूगल ने लिया ये बड़ा फैसला, आमजन के लिए बंद की ये सर्विस  
Bhopal:MMNN: 09 october 2018

गूगल ने एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल उसने अपने सोशल नेटवर्क गूगल+ (गूगल प्लस) को बंद करने की सोमवार को घोषणा कर दी है। गूगल ने 5 लाख यूजर्स के डेटा हैक होने के बाद यह कदम उठाया है। गूगल के मुताबिक, 5 लाख गूगल प्लस अकाउंट में संभावित बग पाया गया था जो उनका डेटा पब्लिक कर सकता है। गूगल ने कहा कि हालांकि इस सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद करने से पहले उसने उस बग को ठीक कर लिया था, जिसकी वजह से करीब 5 लाख के अकाउंट में निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी।   'दी वॉल स्ट्रीट जर्नल' की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने सिक्योरिटी कारणों का हवाला देते हुए यह नहीं बताया है कि दरअसल ये बग कैसा है और क्या हुआ है? रिपोर्ट के मुताबिक, एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण 2015 से 2018 के बीच बाहरी डेवलपर्स ने गूगल प्लस प्रोफाइल के डेटा में सेंध लगाई थी।   गूगल के मुताबिक, प्रभावित डेटा में ऑप्शन गूगल प्लस प्रोफाइल में दिए गए नाम, ईमेल, व्यवसाय, जेंडर और ऐज जैसे पर्सनल डेटा शामिल हैं। गूगल ने कहा है,'हमें ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं मिला है कि डेवेलपर इस बग यानी खामी की जानकारी रखता है या फिर उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल किया है।   गूगल के मुताबिक, गूगल प्लस को सिर्फ आम यूजर्स के लिए बंद किया जा रहा है, लेकिन एंटरप्राइज यूजर्स के लिए यह चालू रहेगा, क्योंकि कंपनियों के लिए इसे ज्यादा यूज किया जाता है। अमेरिका की दिग्गज इंटरनेट कंपनी ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए गूगल+ का सूर्यास्त हो गया है। यह सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनौती देने में विफल रही थी। गूगल के एक प्रवक्ता ने गूगल+ बंद करने की मुख्य वजह बताते हुए कहा कि गूगल+ को बनाने से लेकर प्रबंधन में काफी चुनौतियां थीं जिसे ग्राहकों के आशा के अनुरूप तैयार किया गया था लेकिन इसका कम इस्तेमाल किया जाता था।



aa SC की फटकार के बाद वॉट्सऐप ने नियुक्त किया ये अधिकारी...
Bhopal:MMNN: 24 September 2018

सोशल मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने फर्जी खबरों और अफवाहों पर शिकंजा कसने को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल इसे लेकर वॉट्सऐप ने भारत में एक शिकायत निपटान अधिकारी (Grievance Officer) की नियुक्ति की है, जिनका नाम है- कोमल लाहिड़ी। वॉट्सऐप में कोमल लाहिड़ी को ग्लोबल कस्टमर ऑपरेशंस की सीनियर डायरेक्टर हैं। उन पर अधिकारी पर उपयोगकर्ताओं की फर्जी खबरों समेत अन्य शिकायतें और चिंताएं दूर करने की जिम्मेदारी होगी। बता दें कि वॉट्सऐप ने यह फैसला तब लिया, जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैल रहीं फर्जी खबरों और अफवाहों पर रोक लगाने को लेकर सरकार इन कंपनियों पर लगातार दबाब बना रही है और इन कंपनियों से कोई ठोस कदम उठाने को कहा गया है। वहीं पिछले महीने ही उसे सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार का भी सामना करना पड़ा था। 27 अगस्त को कोर्ट ने मैसेजिंग कंपनी के खिलाफ दायर याचिका को मंजूर कर लिया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कंपनी भारतीय कानून का पालन नहीं करती है।उसने अब तक शिकायत निपटान अधिकारी की नियुक्ति नहीं की है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार व वॉट्सऐप से चार हफ्ते में जवाब मांगा था। इसके बाद दबाव में आई मैसेजिंग कंपनी ने अगस्त के अंत में भारत के लिए शिकायत निवारण अफसर के रूप में कोमल लाहिड़ी की नियुक्ति कर दी। कोमल लाहिड़ी अमेरिका से ही भारत में वॉट्सऐप पर आने वाले मैसेजेस पर नजर रखेंगी। कंपनी ने यह जानकारी दी है कि वॉट्सऐप यूजर्स ऐप के सेटिंग्स विकल्प (Setting > Help > Contact Us) के माध्यम में सीधे कंपनी की सपोर्ट टीम से संपर्क कर सकते हैं। अगर वो शिकायत को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो सीधे शिकायत निपटान अधिकारी यानी कोमल लाहिड़ी से भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा ई-मेल के जरिए भी उनसे कॉन्टेक्ट किया जा सकता है। लाहिड़ी की लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, वे मार्च 2018 से वॉट्सऐप में ग्लोबल कस्टमर ऑपरेशंस एंड लोकलाइजेशन में सीनियर डायरेक्टर के पद पर काम कर रही हैं। इससे पहले वे फेसबुक और इंस्टाग्राम में भी कम्युनिटी सपोर्ट में सीनियर डायरेक्टर के तौर पर 3 साल 8 महीने तक काम कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने PayPal में भी बतौर फाइनेंशियल रिस्क प्लेटफॉर्म में सीनियर डायरेक्टर के तौर पर 6 साल से ज्यादा काम किया है। कोमल लाहिड़ी ने पुणे यूनिवर्सिटी से बी.कॉम और इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट डेवलपमेंट एंड रिसर्च से मैनेजमेंट और फाइनेंस में पीजीडीएम करने के बाद कैलिफोर्निया की सैंटा क्लारा यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है।



aa LGBT समुदाय के लिए लॉन्च हुआ म्यूजिक विडियो ‘बंद कमरा’
Bhopal:MMNN: 12 September 2018

6 सितम्बर 2018 की सुबह तक भारत में समलैंगिकता को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 377 के तहत अपराध माना जाता था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की पांच-सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने ऐतिहासिक फैसले में इसे अपराध के दायरे से बाहर कर दिया, जिसके बाद से अब दो वयस्क पुरुषों अथवा दो वयस्क महिलाओं द्वारा आपसी सहमति से आपस में यौन संबंध स्थापित करना इस धारा के तहत अपराध नहीं कहा जा सकेगा। फैसले के बाद पूरे हिन्दुस्तान में LGBTसमुदाय के लोग जश्न से सराबोर हो गए और इसी बीच राय साहब मोशन पिक्चर्स (Rai Sahab Motion Pictures) ने रिलीज किया एक म्यूजिक विडियो ‘बंद कमरा’, जो दर्शाता है कि सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले से पहले हिन्दुस्तान में इस समुदाय के लोगो पर क्या तंज कसे जाते थे? इन्हें बहुत सी सामाजिक मुसीबतों का सामना करना पड़ता था?   इस विडियो में रैप किया है जाने माने रैपर अभिषेक सोनपालिया (ABHI उर्फ़ रैपर वुल्फ) ने।जो रैपिंग की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं।संगीत दिया है एक्सप्रोनिक सुमित ने।कला का प्रदर्शन किया है आकांक्षा तिवारी,वार्षिक सूद और अदिति सिंह ने।  इसके निर्माता हैं अभिषेक सोनपालिया, अनन्त राय और सौरभ शर्मा। बंद कमरा म्यूजिक विडियो के निर्देशक अनन्त राय का कहना है ‘यह गाना हमने तीन महीने पहले ही बना लिया था और बस इस ऐतिहासिक फैसले का इंतज़ार कर रहे थे क्योंकि हिन्दुस्तान एक लोकतांत्रिक देश है जहां हर समुदाय को आजादी के साथ रहने की आजादी है, तो फिर LGBTसमुदाय को क्यों नहीं।  मैं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसला का सम्मान करता हूं।’ वहीं, बंद कमरा म्यूजिक विडियो के रैपर और निर्माता अभिषेक सोनपालिया का कहना है ‘म्यूजिक एक ऐसी भाषा है जो आजादी के सही मायने बताती है और यही कारण था कि मैंने ये गाना लिखा और एक्सप्रोनिक सुमित की मदद से गाने को संगीत से सजाया सवारा।मैं धन्यवाद करना चाहूंगा Rai Sahab Motion Pictures की पूरी टीम का इस अथक प्रयास में हमारा साथ देने के लिए।’



 
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