बीएचईएल उद्योग नगरी में सालाना 10 करोड़ की बिजली चोरी का मामला उर्जा मंत्री के पास पहुंचा
13 March 2023
बीएचईएल उद्योग नगरी में करीब दो दशक से सालाना 10 करोड़ की बिजली चोरी का मामला भले ही नहीं सुलझ पाया हो लेकिन सोमवार को क्षेत्रीय विधायक श्रीमती कृष्णा गौर ने यह मामला उर्जा मंत्री तक पहुंचा ही दिया । इसको लेकर उनके यहां एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें बिजली,बीएचईएल,यूनियन और क्षेत्रीय पार्षद भी मौजूद थे । इसको लेकर विधाय श्रीमती गौर ने एक बत्ती कनेक्शन दिये जाने की मांग की । इस पर बिजली विभाग के अफसरों का कहना था कि बीएचईएल की झुग्गी बस्तियों की जमीन का स्वामित्व हमें सौंपे ।
दूसरी और इसको लेकर बीएचईएल के अफसरों ने उक्त विभाग को प्रस्ताव भेजने का कहा । खास बात यह है कि पिछले दो दशक से यह मामला बिजली विभाग और बीएचईएल के आपसी खींचतान के कारण उलझा हुआ है । सालाना 10 करोड़ की चोरी होने के विषय में कोई भी सोचने को तैयार नहीं है । बिजली विभाग ने ही रायसेन रोड स्थित शिवनगर झुग्गी बस्ती में करीब 1000 हजार कनेक् शन दिये है यदि वह इसी तर्ज पर नियमित विद्युत कनेक्शन हर झुग्गी बस्ती को दे दें तो जहां बिजली विभाग को करोड़ों रूपये का राजस्व मिलेगा वहां बीएचईएल को सालाना 10 करोड़ की बिजली चोरी से निजात मिलेगी ।
बीएचईएल भी केन्द्र सरकार का सार्वजनिक उपक्रम है वहीं राज्य सरकार को भी फायदा पहुंचाता है । ऐसे में इस चोरी को रोकना बहुत जरूरी है । विधायक श्रीमती कृष्णा गौर ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुये सिर्फ अपनी बात को वजनदारी से ही नहीं रखा बल्कि श्रम मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा । ज्ञापन में कहा है कि बीएचईएल क्षेत्र में निवास कर रहे लगभग 10,000 बस्ती के लोगों को नियमित विद्युत कनेक्शन प्रदान कर उन्हें सुरक्षित एवं सम्मान पूर्व जीवन व्यतीत करने की दशा में कदम उठायें।
उन्होंने बताया कि जब बीएचईएल का निर्माण हो रहा था तब यह स्थान मुख्य शहर से 20-25 कि.मी. दूर एक किनारे पर स्थित था । आवागमन का काई साधन भी उपलब्ध नहीं था। कारखाने में अस्थाई श्रमिक, अस्थाई निवास बनाकर अपने परिवार के साथ रहने लगे लेकिन बीएचईएल प्रबंधन इन क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति मनमाने तरीके से काट देता है । जिससे बस्ती के लोगों को तकलीफ होना स्वाभाविक है । इस तकलीफ से निजात पाने के लिये बस्ती वासी अपने घरों में स्थाई कनेक्शन दिया जाये।
बीएचईएल को सौर ऊर्जा में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए मिला सीबीआईपी पुरस्कार
04 March 2023
बीएचईएल को सौर ऊर्जा में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए सीबीआईपी पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया है। सीबीआईपी दिवस के अवसर पर बीएचईएल की ओर से यह पुरस्कार डॉ. नलिन सिंघल, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीएचईएल तथा सुश्री रेणुका गेरा, निदेशक (आईएस एंड पी) ने माननीय केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर के सिंह से प्राप्त किया। सीबीआईपी द्वारा ये पुरस्कार जल, विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं।
भेल को देश के विकास में योगदान के लिए मैन्युफैक्चरिंग, प्रोसेसिंग एंड जनरेशन: हैवी एंड मीडियम इंजीनियरिंग श्रेणी में डन एंड ब्रैडस्ट्रीट पीएसयू अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया
27 August 2019
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) को देश के विकास में योगदान के लिए
मैन्युफैक्चरिंग, प्रोसेसिंग एंड जनरेशन: हैवी एंड मीडियम इंजीनियरिंग श्रेणी में
डन एंड ब्रैडस्ट्रीट पीएसयू अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया है। यह
पुरस्कार भेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ नलिन शिंघल, निदेशक (ई, आर
एंड डी), बीएचईएल श्री कमलेश दास, ने श्री अरविंद सावंत, भारी उद्योग और
सार्वजनिक उद्यम के माननीय केंद्रीय मंत्री से नई दिल्ली में आयोजित एक
समारोह में प्रप्त किया.
भेल लेडीज क्लब द्वारा स्वाधीनता दिवस और रक्षा बंधन के उपलक्ष्य मे कस्तूरबा चिकित्सालय मे फल और राखी बांटी गयी ।
16 August 2019
भोपाल में गत दिवस स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में बीएचईएल, लेडीज क्लब की अध्यक्षा डॉ. (श्रीमती) प्रतिभा ठाकुर ने क्लब की कार्यकारिणी समिति के साथ कस्तूरबा चिकित्सालय में मरीजों को फल वितरित किए. साथ ही सभी को क्लब में बनाई गई खूबसूरत राखियॉं भी भेंट की. इस अवसर पर उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षा बंधन पर्व की बधाई दी.
बीएचईएल भोपाल के मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा लीड आडिटर कोर्स का शुभारंभ
9 August 2019
बीएचईएल भोपाल के मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा गत दिवसीय ISO9001/2015 लीड आडिटर कोर्स का शुभारंभ श्री एम.एस. किनरा , महाप्रबंधक (गुणता); श्री अमिताभ दुबे, अपर महाप्रबंधक (एच.आर.डी); श्रीमति डेजी भल्ला अपर महाप्रबंधक (सी.क़्यू.एवं बी.ई.) एवं श्री आर.एस.रावत, संकाय (मैसर्स इन्टरटेक प्रा.लिमिटेड) द्वारा किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीएचईएल के विभिन्न इकाई तथा साइट से आये हुए कुल 20 प्रतिभागियो ने भाग लिया.
श्री किनरा ने सभी प्रतिभागियो का स्वागत करते हुए कहा की इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम से नई जानकारिया प्राप्त होती है तथा समस्या सुलझाने की तकनीको को सिखने का अवसर प्राप्त होता है. उन्होंने आगे कहॉ की कंपनी को आगे ले जाने की जिम्मेदारी तथा कर्तव्य हम सभी का है.
श्री जै.पी. मरावी ने कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन दिया.
हेल्पिंग हेन्ड्स के सभी सेन्टरों में बीएचईएल लेडीज वेलफेयर सोसायटी की सभी कर्मचारियों, सुपरवाईजरों को राखी
वितरण किया गया
9 August 2019
हेल्पिंग हेन्ड्स के सभी सेन्टरों में बीएचईएल लेडीज वेलफेयर सोसायटी की
अध्यक्षा डॉ. (श्रीमती) प्रतिभा ठाकुर द्वारा हेल्पिंग हेन्ड्स के सभी कर्मचारियों, सुपरवाईजरों को राखी
वितरण किया गया एवं आने वाले रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर उनके साथ टेक्निकल
सेन्टर की उपाध्यक्षा श्रीमती पुष्पलता मिश्रा एवं सचिव श्रीमती सुचिता सरना भी उपस्थित थी.
इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिशन संदेश- ई-मेल के लिए डिस्क्लेमर
19 February 2019
इस इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिशन संदेश में दी गई जानकारी अर्थात ई-मेल और इस इलेक्ट्रॉनिक संदेश के साथ प्रेषित कोई अटैचमेंट केवल प्रेषिती (प्रेषितियों) के उपयोग के लिए है और इसमें व्यक्ति विशेष के लिए, गोपनीय या विशेष रूप से अधिकृत जानकारी हो सकती है। यदि यह जानकारी आपके लिए नहीं है तो आपको इस ई-मेल को प्रसारित, वितरित या कॉपी न करें। यदि आपको यह संदेश गलती से मिला है, तो आपको इस संदेश को नष्ट करना चाहिए और ई-मेल द्वारा प्रेषक को सूचित कर दें।
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की नहीं होगी। इस ई-मेल में उल्लिखित विचार या राय, यदि कोई हो, प्रेषक के ही हैं। यह आवश्यक नहीं है कि ये बीएचईएल या इसकी सहयोगी कंपनियों के विचार या राय के साथ मेल खाएं। लक्षित प्राप्तकर्ता ई-मेल या इसकी विषय-वस्तु पर कार्रवाई करने से पहले वैकल्पिक संचार तंत्र के माध्यम से जानकारी या निहितार्थ को सत्यापित करवा सकते हैं।
चेतावनी: यद्यपि कंपनी ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस ई-मेल में कोई वायरस मौजूद नहीं हो, काफी सावधानी बरती है, फिर भी प्राप्तकर्ता यह जाँच कर लें कि इस ई-मेल और इसके अटैचमेंट्स में वायरस न हों। इस ई-मेल द्वारा संक्रामित किसी वायरस के कारण होने वाली किसी क्षति के लिए ई-मेल का प्रेषक या बीएचईएल जिम्मेदार नहीं हैं।
बीएचईएल, भोपाल के मानव संसाधन विकास केंद्र में
विभागीय प्रशिक्षण समन्वयकर्ताओं के साथ प्रशिक्षण
10 January 2018
बीएचईएल, भोपाल के मानव संसाधन विकास केंद्र में
विभागीय प्रशिक्षण समन्वयकर्ताओं के साथ प्रशिक्षण की जरूरतों की पहचान के
लिए एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य संगठन में सीखने की
इच्छा को प्रोत्साहित करना है। विभागीय समन्वयकर्ता एचआरडीसी के प्रभावी
कार्यपालन में काफी प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
श्री अमिताभ दुबे, अपर महाप्रबंधक (एचआरडी), ने इस बैठक की अध्यक्षता
करते हुए उन्नत प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा
कि आज के बदलते परिवेश में उन्नत प्रौद्योगिकी कि काफी अहम भूमिका है और
इस दिशा में कर्मचारियों की आवश्यकता के अनुरूप व्यवस्था की जाती है।
वर्ष 2018-19 में प्रशिक्षण सम्बंधी आवश्यकताओं की पहचान करनें में
एचआरडी से डॉ. के.वी. पदमजा, उपप्रबंधक तथा श्री उमेश कुमार सांवले,
वरि.अभियंता (एचआरडीसी) ने समन्वय का कार्य देखा।
बीएचईएल लेडीज क्लब के हेल्पिंग हेंड द्वारा संचालित वेलफेयर
28 December 2017
भोपाल 28.12.2017 : बीएचईएल लेडीज क्लब के हेल्पिंग हेंड द्वारा संचालित वेलफेयर
सोसायटी में आज डॉ. श्रीमती प्रतिभा ठाकुर, अध्यक्ष बीएचईएल लेडीज क्लब ने सभी
सेंटरों के कर्मचारियों को कम्बल प्रदान किये। इस अवसर पर संस्था की उपाध्यक्ष श्रीमती
शशि सिंह, श्रीमती मधु पाठक, श्रीमती प्रीति गुप्ता, श्रीमती सविता किनरा, श्रीमती दीक्षा
निगम, श्रीमती निकिता माथुर, श्रीमती पुष्पलता मिश्र और श्रीमती नविता निगम के
अतिरिक्त अन्य सदस्याएं भी उपस्थित थीं।
डॉ. ठाकुर ने चपाती, मसाला, वाटिका एवं टेक्नीकल सेंटर के कर्मचारियों को नववर्ष की
शुभकामनाएं देते हुए यह कहा कि बदलते हुए औद्योगिक परिवेश में सभी संस्थानों के लिए
चुनौतियां बड़ी हैं। लेकिन कुशल प्रबंधन इन संस्थाओं के विकास और इन्हें आगे ले जाने में
काफी प्रमुख भूमिका निभाता है। उन्होंने सभी कर्मचारियों को हेल्पिंग हेंड के स्थापना दिवस
तथा आने वाले नववर्ष की शुभकामनाएं दीं और कहा कि कर्मचारियों को पूर्ण निष्ठा के साथ
कार्य करते हुए इन संस्थाओं को सफलता का पर्याय बनाना है।
बीएचईल भोपाल के प्रशासनिक भवन मे आज चार दिवसीय ISO-9001- 2015 रिसर्टिफिकेशन आडिट
कार्यक्रम का शुभारंभ।
11 December 2017
बीएचईल भोपाल के प्रशासनिक भवन मे आज चार दिवसीय ISO-9001- 2015 रिसर्टिफिकेशन आडिट
कार्यक्रम का शुभारंभ एक उच्चस्तरीय बैठक के साथ किया गया। यह आडिट मेर्सस TUV प्राईवेट
लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर श्री एम. हल्दर, महाप्रबंधक (फीर्डस, डब्ल्यू ई, सीएस
एवं एमओडी) मुख्य अतिथि के रुप मे उपस्थित थे तथा श्री एम एस किनरा, महाप्रबंधक (गुणता एवं
मानव ससांधन) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम मे सभी महाप्रबंधक, डीआरओ एवं प्रोडक्ट
क्वालिटी हेड भी उपस्थित थे।
श्री हल्दर ने अपने सम्बोधन में आडिट के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भोपाल यूनिट सदैव
बेहतर सिस्टम विकास करने के लिए तत्पर है एवं अपने ग्राहको को उच्चतम उत्पाद एवं सेवाएं प्रदान
करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होने TUV आडिट टीम के सभी सदस्यों को आडिट के दौरान भोपाल
यूनिट की ओर से सभी प्रकार की सहायता देने का आश्वासन दिया।
श्री किनरा ने ISO-9001- 2015 आडिट के रुपरेखा के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि आडिट
प्रक्रिया से सिस्टम कि त्रुटियों में सुधार करते हुए और उन्नत सिस्टम का विकास किया जा सकता
है।
श्री मधुकर अरेन, टीम लिडर मेर्सस टीयूवी आडिट टीम ने ISO-9001- 2015 मे किये गए परिवर्तन
के बारे में सभी उपस्थित अधिकारियों को जानकारी प्रदान की ।
कार्यक्रम के पूर्व मे श्री ए.के. चतुर्वेदी, अपर महाप्रबंधक क्यूसीस ने भोपाल यूनिट की ओर से
प्रस्तुतीकरण दिया तथा सम्पूर्ण कार्यक्रम का सचांलन भी किया।
पीडीएक्स विभाग एवं ई.एम.आर.पी. मुम्बई के युवा पर्यवेक्षकों के लिए ‘विनिंग टूगेदर’’।
13 November 2017
Bhopal 13 November 2017: मानव संसाधन विकास केन्द्र द्वारा बीएचईएल भोपाल, पीडीएक्स
विभाग एवं ई.एम.आर.पी. मुम्बई के युवा पर्यवेक्षकों के लिए ‘विनिंग टूगेदर’’ पर एक 03
दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें युवा पर्यवेक्षक प्रतिभागिता कर
रहें हैं.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि माननीय महाप्रबंधक ( Fdrs
,WE,CS&MOD) श्री एम.हल्धर, ने कार्यक्रम की महत्ता बताते हुऐ कहा कि विनिंग टूगेदर
प्रशिक्षण कार्यक्रम का महत्व केवल अपने कार्यस्थल ही नहीं अपितू अपने घर और समाज में भी
आवश्यक है. यह एक टीम वर्क आधारित कार्यक्रम है जिसमें सभी को जीतना है.
उन्होनें कहा कि स्वामी विवेकानन्दजी ने कहा है कि अगर हमें “Learning to Live” &
“Learning to make a Living” में सही चुनाव करना है तब हमें “How to Live” सीखना
ज्यादा जरूरी है. “Make a Living” तो कोई भी कर लेता है.
श्री ब्रजेश अग्रवाल, अपर महाप्रबंधक(मा.सं.वि.) एवं केन्दीय लोक सूचना अधिकारी ने बताया कि
किसी भी संस्थान की प्रगति के लिए उत्पादकता, गुणता व टीम वर्क बहुत जरूरी है. यह कार्यक्रम
प्रयोगात्मक सीख पर आधारित है और इससे प्रतिभागियों में उत्कृष्टता की भावना, टीम वर्क की
भावना और संस्थान से लगाव व संस्थान के प्रति उत्तरदायित्व की भावना विकसित होगी.
पहले यह कार्यक्रम E4-E7 फिर E1-E2 के लिए कराया गया था उसमें अपार सफलता मिलने
के बाद अब पर्यवेक्षकों के लिए कराया जा रहा है. कार्यक्रम का संचालन श्री सुरेश नेमा,
वरि.अभियंता (मा.सं.वि.) एवं आभार श्री विजय भल्ला, वरि.प्रबंधक (मा.सं.वि.) द्वारा व्यक्त
किया गया.
बीएचईएल भोपाल में आज सतर्कता जागरूकता सप्ताह
का समापन समारोह आयोजित किया गया,।
3 November 2017
भोपाल 03.11.2017 : बीएचईएल भोपाल में आज सतर्कता जागरूकता सप्ताह
का समापन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें इस सप्ताह के अंतर्गत
आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस
कार्यक्रम में श्री डी.के. ठाकुर, कार्यपालक निदेशक, मुख्य अतिथि तथा श्री के.एन.
तिवारी, आईपीएस (ADGSAF) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इसके
अलावा सभी महाप्रबंधक तथा विभागाध्यक्ष भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
श्री ठाकुर ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के सफल आयोजन हेतु सभी को बधाई
देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण के लिए हमें सबसे पहले
भ्रष्टाचार मुक्त “मैं” के नियम का पालन करना होगा। आज समय की पहली मांग
है कि हम अपने कार्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए अथक प्रयास करें। उन्होंने
प्रत्येक कार्य में पारदर्शिता लाने पर बल दिया।
श्री तिवारी ने कहा कि विभागीय नियमों एवं प्रणालियों का पूर्ण रूप से पालन
करें। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों के उचित रखरखाव तथा प्रणालियों के पालन से
भ्रष्टाचार की सम्भावना स्वत: ही समाप्त हो जाती है। श्री तिवारी ने शासकीय
नियमों एवं प्रणालियों के विषयों में भी जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में श्री सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत आयोजित विभिन्न
विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के विजेता छात्र-छात्राओं और भेल भोपाल के
कर्मचारियों को पुरस्कार भी प्रदान किये गये। इस कार्यक्रम का संचालन एवं
व्यवस्था श्री संजय धवले, अपर महाप्रबंधक, श्री पंकज झा, उपमहाप्रबंधक एवं
श्री बीएन चौधरी द्वारा किया गया।
स्विचगियर के परीक्षण तकनीक विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
18 October 2017
भोपाल, 17.10.2017 : बीएचईएल भोपाल के मानव संसाधन विकास केन्द्र
द्वारा गत दिवस स्विचगियर के परीक्षण तकनीक विषय पर एक दिवसीय
कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री ब्रिजेश अग्रवाल,
अपरमहाप्रबंधक (एचआरडीसी एवं सीपीआईओ), श्री विजय भल्ला, वरिष्ठ प्रबंधक
(एचआरडीसी) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में अरूण
दीवानगण, उपमहाप्रबन्धक (एसडब्ल्युई) संकाय के रूप में उपस्थित थे। श्री सुरेश
नेमा एवं श्री आतिक खान ने कार्यक्रम के संचालन में विशेष सहायता प्रदान की।
श्री अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में परीक्षण तकनीक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए
सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वह इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का पूर्ण लाभ
उठाएं।
बीएचईएल लेडीज क्लब के वेलफेयर विंग को एस बी आई द्वारा
10 October 2017
भोपाल 10/10/2017 : बीएचईएल लेडीज क्लब के वेलफेयर विंग को एस बी आई द्वारा आर्थिक रूप
से ज़रूरतमंद महिलाओं की मदद के लिए दान स्वरूप दो सिलाई की मशीनें दी गईं। मशीनों का उद्घाटन
डॉ॰ (श्रीमती) प्रतिभा ठाकुर, अध्यक्ष, बीएचईएल लेडीज क्लब द्वारा किया गया। इस अवसर पर
वेलफेयर विंग की उपाध्यक्ष, निकिता माथुर व कोषाध्यक्ष पद्मा पांडा व अन्य केद्रों की उपाध्यक्ष मधु
पाठक, दीक्षा निगम , सविता किनरा , शशि सिंह व नविता निगम, सचिव (कल्चरल) भी उपस्थित थीं।
इस मौक़े पर एस बी आई के मैनेजर, श्री उमेश श्रीवास्तव व उनके साथी भी मौजूद थे। उषा कंपनी के
तकनीशियन ने मशीन का डेमो, वहां उपस्थित सिलाई करने वाली महिलाओं को दिया। इन मशीनों पर
सिलाई करके इन ज़रूरतमंद महिलाओं को आने वाले दिनों में लाभ होगा व उनकी मासिक आय में भी
वृद्धि होगी।
05 दिवसीय कार्यशाला’’ का आयोजन दिनांक 03-10- 2017 से 07-10- 2017 तक
3 October 2017
मानव संसाधन विकास केन्द्र, नोयडा एंव मानव संसाधन विकास केन्द्र भोपाल द्वारा ‘हायड्रो पॉवर प्लांट’ से
संबंधित जानकारी यथा डिजाईन, टाईप, कार्य-पद्धति, Erection, Commissioning and After-Sales- Services
आदि की जानकारी हेतु 05 दिवसीय कार्यशाला’’ का आयोजन दिनांक 03-10- 2017 से 07-10- 2017 तक किया जा
रहा है जिसमें बी.एच.ई.एल. की विभिन्न ईकाईयों के कर्मचारीगण प्रतिभागी हैं.
कार्यशाला के उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि श्री राजीव सिँह, महाप्रबंघक (हायड्रो) ने अपने सम्बोधन में उपस्थित
प्रतिभागियों से इस कार्यशाला का पूर्णत: लाभ उठाने को कहा. आपने बताया कि इस 05 दिवसीय कार्यशाला में
हायड्रो टर्बाइन और उसकी एसेसरिज के विनिमार्ण, असेम्बली एवं टेस्टिंग की सम्पूर्ण जानकारी दी जायेगी जो
कि साईट में हायड्रो टर्बाइन के Erection और Commissioning में अत्यंत लाभप्रद होगी. उन्होंनें कहा की
कार्यशाला को परस्पर संवादात्मक (Interactive) रखें ताकि विचारों और मुद्दों का आदान - प्रदान हो सकें.
श्री ब्रजेश अग्रवाल, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.वि.) एवं केन्दीय सूचना अधिकारी ने इस प्रकार की ज्ञान हस्तांतरण
कार्यशालों का महत्व बताया. उन्होनें कहा कि ग्राहक संतुष्टि के लिए एवं ग्राहक को पुलकित करने के लिए सही
डिजाईन, निर्माण तथा उचित सामग्री का चुनाव बहुत जरूरी है उन्होंने प्रतिभागियों को उनके कार्य में आनेवाली
परेशानियों का जिक्र बी.एच.ई.एल., भोपाल के एक्सपर्ट से खुले दिल से कर उनसे सलाह लेने और देने का सुझाव
दिया ताकि साईट में आगे का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे.
श्री व्ही.एस.राव, अपर महाप्रबंधक (HME) ने इस कार्यशाला के माध्यम से प्रतिभागियों को कार्य से संबंधित
विस्तृत सैद्धांतिक ज्ञान देने का आश्वासन दिया.
कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा इस कार्यशाला की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई और भविष्य में भी इस तरह
के कार्यशालाओं को उनके लिये उपयोगी बताया. कार्यक्रम के समन्वयकर्ता श्री विजय भल्ला, वरि.प्रबंधक
(मा.सं.वि.) द्वारा उद्घाटन सत्र् की समाप्ति पर आभार व्यक्त किया गया. कार्यक्रम का संचालन एवं श्री
सुरेश नेमा, वरि. अभियंता (मा.सं.वि.) द्वारा किया गया.
बीएचईएल भोपाल द्वारा “भजन संध्या” का आयोजन किया गया।
22 September 2017
आगा क्लब बीएचईएल भोपाल द्वारा “भजन संध्या” का
आयोजन किया गया। सुपरिचलित गायक तापस गुहा ने अपनी सुमधुर आवाज में
भजन एवं भक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर उपस्थित जनसमुदाय का मन मोह लिया।
क्लब की प्रतिभाओं ने भी अपनी मधुर आवाज में धार्मिक गीत सुनाए। महाप्रबंधक
संसाधन श्री एम.एस. किनरा ने भी अपनी मधुर आवाज में बेहतरीन भक्ति गीत
प्रस्तुत कर कार्यक्रम को उचांई प्रदान की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भेल लेडीज
क्लब अध्यक्ष, डॉ. प्रतिभा ठाकुर, विशिष्ट अतिथि श्री एम.एस. किनरा, महाप्रबंधक
(मानव संसाधन एवं क्वालिटी), श्री एच.के. निगम, महाप्रबंधक (एम.एम.), श्रीमती
किनरा, श्रीमती दीक्षा निगम, श्रीमती पाठक, श्री जी.के. श्रीनिवासन, श्री नरेश
सिंह, श्री रामबाबू शर्मा, श्री राजेंद्र सिंह यादव व क्लब पदाधिकारियों के साथ
भारी संख्या में सदस्य उपस्थित थें।
प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत उपाध्यक्ष श्री एस.ए.ए. नकवी, शैलेश अग्रवाल,
मनोज गायकवाड़, मनोज बुद्धिराजा, महासचिव विमल साहू सांस्कृतिक सचिव
योगेश सराठे, विनय सविता, अभय कुमार, उपेंद्र, वेदप्रकाश, संजय सिंघाने, महेंद्र
ठकरे ने किया। कार्यक्रम के विभिन्न चरणों का संचालन सुरेश सोनपुरे, अनुप धामने
एवं एम.डी. गोडबोले ने किया। अंत में अतिथियों ने विभिन्न प्रतिभाओं एवं लकी ड्रा
विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए तथा संजय श्रीवास ने आभार व्यक्त किया।
मानव संसाधन विकास केन्द्र (मा.सं.वि.) द्वारा मशीन टूल्सा के संबंध में जानकारी 18 July 2017
मानव संसाधन विकास केन्द्रर(मा.सं.वि.) द्वारा मशीन टूल्सा के संबंध में जानकारी देने के उद्देश्य से एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कारखाना विभागों के संबंधित प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की.
कार्यशाला का उदघाटन सत्र में माननीय श्री ब्रजेश अग्रवाल, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.वि.) एवं केन्दीाय सूचना अधिकारी ने उत्पा द के विनिर्माण में मशीन टूल्स , जिग्सट एवं फिक्च र का महत्वी बताते हुए कहा कि उत्पाधद विनिर्माण से संबंधित कर्मचारियों को इसका ज्ञान होने से एक बार में ही जॉब चाहे गये मापदण्ड अनुसार उत्कृ्ष्ठध बन जाता है तथा कम्पो नेन्टे मैचिंग में दिक्कत नहीं आती है जिससे समय के साथ-साथ लागत में भी कमी होती है और ग्राहक संतुष्टि से कम्पननी की प्रतिष्ठा बनी रहती है.
संकाय सदस्या श्री योगेश पी हिन्गे , प्रबंधक (TGM) ने विनिर्माणप्रकिया में मशीन टूल्स , जिग्सत एवं फिक्च र का आदि का महत्वप विस्तागरपूवर्क बताया. उपस्थित प्रतिभागीगणों द्वारा इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की और भी आवश्यीकता महसूस की गई जिससे उनके द्वारा किये जा रहे कायों में और भी उत्कृकष्टवता आयेगी.
कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा इस कार्यशाला की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई और भविष्यी में भी इस तरह के कार्यशालाओं को उनके लिये उपयोगी बताया.
कार्यक्रम का संचालन श्री विजय भल्लाि, वरि.प्रबंधक (मा.सं.वि.) द्वारा किया गया एवं समन्वीय श्री सुरेश नेमा, वरि. अभियंता(मा.सं.वि.) द्वारा किया गया.
“विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर आज भेल 5 Jun 2017
“विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर आज भेल, भोपाल में श्री टी चोकालिंगम, निदेशक (वित्त), श्री अखिल जोशी, निदेशक (पॉवर), श्री डी के ठाकुर, कार्यपालक निदेशक, भोपाल, श्री डी के दीक्षित,कार्यपालक निदेशक,भेल, झांसी , विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों तथा भारी संख्या में कर्मचारियों ने सारंगपाणि झील के बगल में स्थित गुंजन पार्क में वृक्षारोपण किया।
श्री चोकालिंगम ने भेल, भोपाल में व्याप्त हरियाली की प्रशंशा करते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा और इसका विकास करना हमारा कर्तव्य नहीं बल्कि ज़िम्मेदारी है। इस दिशा में उन्होने बीएचईएल कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वे रोल मॉडल बनते हुए पर्यावरण के लिए पहल करें।
श्री जोशी ने बीएचईएल प्रबंधन द्वारा भेल क्षेत्र में सारंगपाणि झील, जवाहर बाग , भारी संख्या में वृक्षारोपण तथा पर्यावरण समृद्धि के लिए किए गए प्रयासों को अद्वितीय बताया। उन्होने कहा कि हमें इसे एक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना होगा।
इसी क्रम में आज पर्यावरण जागरूकता सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर कारखाने में स्वर्ण जयंती उद्यान में पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम में भेल, भोपाल के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं यूनियन प्रतिनिधियों द्वारा लगभग 100 पौधे रोपे गए।कार्यक्रम में महाप्रबंधक-फीडर्स,एमओडी एवं डबल्यूईएक्स श्री एम हलदर, महाप्रबंधक-टीसीबी श्री टी.के. बागची,महाप्रबंधक-टीसीबी-उत्पादन श्री आर.के. सिंह, महाप्रबंधक-टीसीबी श्री टी.के. बागची श्री टी.के. बागची महाप्रबंधक- हाइड्रो श्री राजीव सिंह, महाप्रबंधक-एचएमई श्री एम. मंगला एवं महाप्रबंधक-ईएसएच श्री के. माथुर विशेष रूप से उपस्थित थे। प्रभारी- एचएसई श्री ए.के. कियावत एवं वरि. उपमहाप्रबंधक (एचएसई) श्री मुकेश श्रीवास्तव भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे ।
प्रतिवर्ष इस उपलक्ष्य में पर्यावरण सरंक्षण से संबन्धित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है | इस वर्ष भी दिनांक 5 जून 2017 से 10 जून 2017 तक पर्यावरण जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है जिसके अंतर्गत पूरे सप्ताह भर वृक्षारोपण कार्यक्रम, पर्यावरण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पी.सी.आर.ए. द्वारा जागरूकता व्याख्यान एवं बाहरी विशेषज्ञ द्वारा वेस्ट डिस्पोजल की आधुनिक तकनीक की जानकारी आदि गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी ।
साथ ही इसी संदर्भ में मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आज दिनांक 05 जून 2017 को टी.टी. नगर स्टेडियम में आयोजित पर्यावरण जनजागरूकता कार्यक्रम में भेल भोपाल ने पूर्ण जोश के साथ प्रतिभागिता की।
श्री महन्ता ने स्वर्ण जयंती ब्लॉक, न्यू ट्रांसफार्मर ब्लॉक तथा यूएचवी प्रयोगशाला 23 March 2017
भोपाल। बीएचईएल, भोपाल में अनुसंधान एवं विकास के प्रयासों के अलावा यहाँ के कर्मचारी जिस समर्पण और निष्ठा के साथ कार्य कर रहे हैं, वह सचमुच अनुकरणीय है,” यह उद्गार श्री भास्कर जे महन्ता , आइएएस , संयुक्त सचिव, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने गत दिवस बीएचईएल, भोपाल कारखाने का अवलोकन करते हुए व्यक्त किया। श्री दुर्गेश कुमार ठाकुर,कार्यपालक निदेशक, श्री राजीव सिंह, महाप्रबंधक (हाइड्रो), श्री तरुण बागची, महाप्रबंधक (टीसीबी),श्री आर के सिंह, महाप्रबंधक (मैन्यू-टीसीबी) तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्री महन्ता ने स्वर्ण जयंती ब्लॉक, न्यू ट्रांसफार्मर ब्लॉक तथा यूएचवी प्रयोगशाला और हाइड्रो प्रयोगशाला में चल रहे कार्यों और वहाँ उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन किया । उन्होने इन्हें विश्वस्तरीय बताते हुए राष्ट्र के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। श्री ठाकुर ने बीएचईएल और विशेष रूप से भोपाल यूनिट में चल रहे विभिन्न योजनाओं से संबन्धित कार्यों की जानकारी देते हुए यूनिट में उपलब्ध विशेष सुविधाओं की जानकारी दी।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
24 November 2016
भोपाल ने हैदराबाद में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में इंटरप्राईज एप्लीकेशन केटेगिरी में “टेक्नोलॉजी सभा पीएसयू आई टी अवार्ड” हासिल किया। श्री महमूद अली, उप-मुख्यमंत्री तेलंगाना एवं पूर्व निदेशक भारतीय रिजर्व बैंक तथा श्री विवेक गोयनका, प्रबंध निदेशक, इण्डियन एक्सप्रेस समूह द्वारा यह अवार्ड श्री एस.एन. श्रीवास्तव, उपमहाप्रबंधक (आईटी) बीएचईएल, भोपाल को दिया गया।
टेक्नोलॉजी सभा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स द्वारा इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सम्मानित करता है। बीएचईएल भोपाल के इंफॉर्मेशन एवं टेक्नोलॉजी सर्विसेज दवारा विकसित प्रोजेक्ट का उपयोग क्वालिटी के क्षेत्र में किया जा रहा है। वर्तमान में पीएसयू द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग इंजीनियरिंग, मैन्यूफेक्चरिंग, सामग्री प्रबंधन, उत्पादन साईट ऑपरेशन्स एवं प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रोसेस ऑटोमेशन के लिए किया जा रहा है।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
22 October 2016
भोपाल : भमानव संसाधन विकास संस्थान, बीएचईएल नोएडा एवं मानव संसाधन विकास केंद्र बीएचईएल भोपाल के संयुक्त प्रयास से “पेरिस एग्रीमेंट ऑन क्लाइमेट चेंज एण्ड एनर्जी सेक्टर आफ इण्डिया” विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन आईटीएस कॉन्फ्रेस हॉल,बीएचईएल भोपाल में किया गया। डॉ. मनीष कुमार श्रीवास्तव, पीएचडी (फेलो, अर्थ सांइस एण्ड क्लाइमेट चेंज डिवीजन, एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्युट) दवारा इंटरएक्टिव कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर श्री आर.के. आर्या, महाप्रबंधक, प्रोजेक्ट क्लोजिंग ग्रुप, श्री ब्रिजेश अग्रवाल, अपर महाप्रबंधक (एचआरडीसी) एवं सभी इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख उपस्थित थे।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
22 October 2016
भोपाल : भेल लेडीज क्लब द्वारा शरद पूर्णिमा कार्यक्रम अत्यंत आकर्षक ढ़ंग से मनाया गया। इस अवसर पर श्रीमती अरूणा युगांधर, अध्यक्ष, भेल लेडीज क्लब ने चंद्रमा पूजन और दीप प्रज्ज्वलन कर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर सदस्यों द्वारा जहां आकर्षक मंच सज्जा का आयोजन किया गया, वहीं अत्यंत सुंदर नृत्य प्रस्तुती भी की गई। श्रीमती किरण गुप्ता, उपाध्यक्ष, संस्कृति समिति, श्रीमती ज्योति भट्ट, सचिव, सुश्री मनीषा शर्मा एवं सुश्री अर्चना शर्मा ने इस अवसर पर सदस्यों के लिए मनोरंजक गेम्स का भी आयोजन किया।
श्रीमती युगांधर ने इस अवसर पर कहा कि शरद पूर्णिमा के दिन प्रकृति से सीधे साक्षात्कार होता है और वास्तव में इस दिन पूर्णिमा का चाँद अलौकिक दिखता है। यह कई बीमारियों के नियंत्रण में भी सहायक है। अंत में उन्होंने सभी को शरद पूर्णिमा और आने वाले दीपोत्सव पर्व की शुभकामनाएं दीं।
वृक्षारोपण कार्यक्रम
29 September 2016
भोपाल : भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, भोपाल द्वारा जवाहर बाग के निकट गत दिवस वृहत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 122 आम पौधों के रोपण का कार्य किया गया। इस अवसर पर श्री अरविंद काद्यान (सीवीओ), श्री एस. विश्वास, निदेशक (ईआर एण्ड डी),श्री किशोर पुरस्वानी, कार्यपालक निदेशक (सीओएम),श्री ए.एम.वी. युगांधर, कार्यपालक निदेशक एवं सभी महाप्रबंधक उपस्थित थे। इसके अलावा विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रमुख तथा प्रतिनिधिगण एवं भारी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।
श्री युगांधर ने इस अवसर पर बताया कि जवाहर बाग अपने आप में एक विशिष्ट उद्यान है। यहां विभिन्न प्रजाति के आम के पेड़ों के साथ-साथ प्रकृति के साथ समीपता का भी प्रयास किया गया है। जवाहर बाग में कृतिम जलाशय भी बनाया गया है जिससे पूरे क्षेत्र के भूमिगत जल के स्तर में वृद्धि हुई है। इसके अलावा यहां विभिन्न तरह के पक्षी भी प्रवास पर आते हैं।
भेल
24 September 2016
भोपाल : मभेल लेडीज क्लब द्वारा गत दिवस क्लब परिसर में स्वास्थ्य जागरूकता एवं बोन डेंसिटी मेजरमेंट शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रीमती ए. अरूणा युगांधर, अध्यक्ष, बीएचईएल लेडीज क्लब मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। श्रीमती किरण गुप्ता, उपाध्यक्ष, सांस्कृतिक विंग ने कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ. रंजन सिन्हा, अस्थि रोग विभाग प्रमुख ने ऑस्टियोपोरेसिस एवं अन्य हड्डियों के विकारों से बचाव व इलाज के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। श्रीमती डॉ. अल्पना तिवारी, छाती रोग विभाग प्रमुख, कस्तूरबा चिकित्सालय ने एलर्जी व श्वाँस संबंधी तकलीफों के बारे में उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया एवं बचाव व इलाज के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी। कार्यक्रम में बीएचईएल लेडीज क्लब द्वारा संचालित विभिन्न सेंटरों की उपाध्यक्ष भी उपस्थित थीं।
भेल
21 September 2016
भोपाल : मानव संसाधन विकास केंद्र भोपाल द्वारा कॉर्पोरेट स्तरीय दसदिवसीय "जनरल मैनेजमेंट कार्यक्रम–जोश”का आयोजन ई5कार्यपालकों के लिए दिनांक21/09/2016से 30/09/2016तक किया जा रहा है।इस कार्यक्रम का लोकार्पण आजश्रीएम के वर्मा, महाप्रबंधक (मा.सं,सीएमजी,पीएमजी&ईसी)भेल भोपाल द्वारा किया गया। श्री अमिताभ दुबे, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.वि) भी इस अवसर पर उपस्थित थे।इस कार्यक्रम में 17 प्रतिभागी विभिन्न ईकाइयों जैसे त्रिची, झांसी, ईएमआरपी मुम्बई, रानीपेट, हैदराबाद भोपाल तथा पावर सेक्टर-पीएसडब्ल्यूआर से भाग ले रहे हैं. जनरल मैनेजमेंट कार्यक्रम एक कार्पोरेट स्तरीय कार्यक्रम है जो कि “दस कोर प्रोसेस मॉडल” पर आधारित है. इस कार्यक्रम के माध्यम से वरिष्ठ प्रबंधको को भावी लीडरशीप और चुनौतियो के लिये तैयार होने में मदद होती है.
श्री अमिताभ दुबे, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.वि) ने सभी वरिष्ठ अधिकारीगण तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में बहुत ही अनुभवी तथा परिपक्व संकाय सदस्यों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को पूरे जोश, दृढ़ता तथा मार्मिकता के साथ इस कार्यक्रम में योगदान देने को कहा. श्री दुबे ने बताया कि तकनीकी तथा व्यावहारिक पहलुओ से भी अवगत कराया जायेगा.
सुश्री स्वागता एस सक्सेना,उपमहाप्रबंधक (मा.सं.वि) ने कार्यक्रम के उद्गम, उद्देश्यों तथा रूपरेखा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में सीखने, परीक्षण करने तथा स्वंय की अनंतर्मुखी संभावनाओं को विकसित करने के पर्याप्त अवसर प्रतिभागियों को मिलेंगे.
श्री एम के वर्मा, महाप्रबंधक (मा.सं,सीएमजी,पीएमजी &ईसी) ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम प्रेरणादायक होते हैं जिनसे नई सोच तथा दिशा मिलती है. उन्होंने कहा कि हम यदि अपना थोडा सा और योगदान दे तो कम्पनी बहुत आगे जा सकती है. इस कार्यक्रम में अलग अलग ईकाइयों से प्रतिभागी हैं जिससे आपस में सौहार्द्र तथा सामंजस्य बनाने से सभी को कम्पनी स्तर तथा व्यक्तिगत स्तर पर लाभ होगा
बीएमएस ने गृह मंत्री को सौंपा ज्ञापन
11 May 2016
भोपाल। भेल। बीएमएस ने क्षेत्रीय विधायक और गृह मंत्री बाबूलाल गौर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से बीएमएस ने मांग की कि भेल क्षेत्र में चोरी की वारदातें बढ़ गई हैं। पुलिस चोरों को पकड़ने की बजाए हाथ पर हाथ रख कर बैठ गई। गृह मंत्री ने इस पर अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा की मामला काफी गम्भीर है और इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद करने की बात भी कही।
1340 दुकानदारों पर कार्यवाही के मूड में भेल , एग्रीमेंट कराने दुकानदार नहीं आ रहे आगे
11 May 2016
भोपाल। भेल के 1340 दुकानदारों पर अब रोजी-रोटी छिनने की नौबत आ गई है। भेल प्रबंधन ने कहा है कि दुकानदारों द्वारा एग्रीमेंट न कराना उन्हें भारी पड़ सकता है। लेकिन भेल के दुकानदारों के हितों के लिए काम कर रही दोनों समितियों को पूरा यकीन है कि परिस्थिति उन्हीं के अनुरूप हो जाएंगी।
भेल ने सभी दुकानदारों को 5 मई 2016 तक का अंतिम समय दिया था कि वे भेेल प्रबंधन से नवीन शॉप पॉलिसी के तहत अनुबंध करा लें, लेकिन दुकानदारों ने इस दमनकारी पॉलिसी का विरोधकर एग्रीमेंट कराने से साफ मना कर दिया। यही कारण रहा कि भेल द्वारा अंतिम समय सीमा बीत जाने के बावजूद 1340 दुकानदारों में से किसी ने भी भेल से अनुबंध नहीं किया।
एक तरफ भेल व्यापारियों का हिमायती भेल व्यापारी महासंघ भेल प्रबंधन पर पुन: 2007 की भांति दबाव बनवाकर पुरनी दरों पर ही अनुबंध करवाना चाहता है। वही दुूसरी ओर कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति सिर्फ मालिकाना हक की बात कर रही है। वह हाई कोर्ट से स्टे के लिये अभी भी प्रयासरत है। उधर भेल भाोपाल के प्रबंधन पर भेल कारर्पोरेट दिल्ली कार्यालय का दबाव भी बढ़ता जा रहा है कि वे शॉप पॉलिसी को लागू कर सभी दुकानदारों से अनुबंध करवाये।
दुकानदारों के द्वारा एक भी एग्रीमेंट नहीं कराया गया। दो दिन बाद से दुकानदारों को नोटिस भेजना शुरू कर देंगे। अब जिन्होंने एग्रीमेंट नहीं कराया है। उन्हें सम्पदा न्यायालय में प्रस्तुत कराया जायेगा। अगर वे एग्रीमेंट नहीं कराएँगे तो सम्पदा न्यायालय द्वारा दिये गए आदेश के बाद दुकानदारों के ऊपर बेदखली की कार्यवाही शुरू की जाएगी।
- विनोदानंद झा, पीआरओ, भेल भोपाल
महासंघ द्वारा भेल प्रबंधन को आवेदन के माध्यम से सभी दुकानदारों द्वारा एक आवेदन किया गया है। हमने उनसे कहा है कि पुरानी दरें ही रखी जाएँ। क्यों कि वैसे भी भेल में कम रहवासी बचें हैं। अभी तो आवेदन दिया है। बातचीत का आश्वाशन दिया है। हमने जो ज्यादातर दुकानदारों से कलेक्शन किया है उसे बाद में देखेंगे। उन पैसों का अभी तो कुछ नहीं कर रहे हैं।
- देवेन्द्र जैन (लालू ), अध्यक्ष, भेल व्यापारी महासंघ
भेल की तानाशाही समझ से परे है। वे दबाव बना रहे हैं, लेकिन हम एग्रीमेंट नहीं करेंगे। महासंघ भी दुकानदारों को मिसगाइड कर रहा है। महासंघ द्वारा सभी दुकानदारों से क्लेक्शन किया जा रहा है। जो उचित नहीं है। बड़े सेक्टर मार्केट से 2000 रुपये व छोटे सेक्टर मार्केट से 1000 रुपये प्रति दुकानदार एकत्रित किये जा रहे हैं। बड़े सेक्टर मार्केट में गांधी मार्केट पिपलानी और विजय मार्केट बरखेड़ा हैं। इन दोनों मार्केटों में 358 दुकानें हैं। 2000 रुपये प्रति दुकान के हिसाब से 7,16,000 रुपये व छोटे सेक्टर मार्केट में 982 दुकानें हैं। 1000 रुपये के हिसाब से 9,82,000 रुपये महासंघ इकठ्ठा करेगा। इतनी बड़ी रकम का महासंघ क्या करेगा पता नहीं? किसको देगा मालूम नहीं। इन पैसों से हमारी समिति को भष्ट्राचार की बू आ रही है। लाखों रुपये इकठ्ठा करने का तात्पर्य क्या है? क्या यह रकम किसी को दी जाएगी। क्या इनसे जुड़ें नेताओं के पास पहुंचाई जाएगी या खुद हजम कर जायेगा।
चिमनलाल आर्य, अध्यक्ष, कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति
हरीश बाबू
प्रदेश व केन्द्र में भाजपा सरकार, फिर मालिकाना हक में देर क्यों - आर्य
लायसेंस फीस निर्धारण में कलेक्टर गाइड लाइन है रोड़ा
06 May 2016
भोपाल। मालिकाना हक के लिए प्रयासरत कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति ने आरोप लगाते हुये क्षेत्रीय विद्यायक और पीएमओ को कटघरे में खड़ा कर दिया है। समिति के अध्यक्ष चिमनलाल आर्य ने कहा है कि भेल की नई शॉप पॉलिसी की खबर को सुनकर अब सूदखोर भी लोन नहीं दे रहे हैं। बैंक तो पहले से ही लोन नहीं देता है। जब बीडीए जैसी सरकारी एजेंसी अपनी प्रॉपर्टी कलेक्टर गाइड लाइन के हिसाब से बेच नहीं पा रही है और अब ऐसी पुरानी प्रॉपर्टी पर 25 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट देकर बेचने की तैयारी कर रही है। तो भेल प्रबंधन कैसे सभी 1340 दुकानदारों से कलेक्टर गाइड लाइन के हिसाब से लायसेंस फीस ले सकती है। जबकि दुकानदार मालिकाना हक भी नहीं रखते हैं। बिना मालिकाना हक के भेल प्रबंधन इतनी ज्यादा लायसेंस फीस किस अधिकार से वसूल सकती है। अब तो भेल क्षेत्र में रहवासी भी कम बचे हैं। ऐसी स्थिति में दुकानदारों के लिए यह जीवन और मरन का प्रष्न बन गया है।
श्री आर्य ने कहा कि मार्केटों में ग्राहक कम आता है। इस कारण दुकानदार का व्यापार कम हो गया है और वें भूखमरी की ओर धखेले जा रहे हैं। इसलिए मालिकाना हक दिया जाना अति आवश्यक है। ताकि वे बैंक से लोन लेकर अपनी दुकान ठीक तरीके से चला सके और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय में दायर याचिका आज दिनांक तक लंबित है। पीएमओ कार्यालय द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यसचिव को पूरी रिपोर्ट भेजने को कहा गया था। सीएस ने भोपाल कलेक्टर को इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है, लेकिन आज तक कलेक्टर ने इस संबंध में कोई रिपोर्ट नहीं दी है। कोई जवाब नहीं आने से दुकानदारों का विश्वास पीएमओ कार्यालय से भी उठता जा रहा है।
श्री आर्य ने कहा है कि वर्षों से इस क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले नेता अपने मूल कर्तव्यों से मूंह मोड़कर दुकानदारों के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही को देख रहे हैं। क्षेत्रिय विधायक द्वारा कभी कहा जाता था कि हमारी सरकार केन्द्र में भी होगी तो हम मालिकाना हक दिलाएंगे। अब तो नगर निगम से लेकर केन्द्र सरकार तक क्षेत्रीय विधायक की सरकार है फिर क्यों आवाज उठाने में शर्म आ रही है।
1340 दुकानदारों का भविष्य अधर में स्टे लेने का आज अंतिम दिन
06 May 2016
भोपाल। भेल के 1340 दुकानदार को भेल से अनुबंध के लिए आज आखिरी दिन है। वे अगर अनुबंध नहीं करते हैं तो उन पर कार्यवाही करने के लिए भेल कानूनी कार्यवाही करेगी। भेल प्रबंधन ने सभी दुकानदारों को अंतिम नोटिस के रूप में 5 मई तक का समय दिया था। उधर भेल के व्यापारियों के हितों के लिए लड़ाई लड़ रही दोनों समितियां कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति और भेल व्यापारी महासंघ ने हाईकोर्ट से स्टे लेने के लिए सारी कोशिशें कर लीं हैं। अगर आज इन्हें शाम तक कोर्ट स्टे नहीं मिलता है तो अनुबंध करना होगा नहीं तो दुकानें छोड़नी होगी।
एक तरफ दुकानदारों के लिए करो या मरो की स्थिति है, वहीं दूसरी तरफ भेल प्रबंधन ने सभी दुकानदारों को नोटिस देकर दो टूक कह दिया है कि उन्हें किसी भी परिस्थिति में अनुबंध करना ही होगा। भेल की कार्यवाही से बचने के लिए दोनों समितियों ने अपने-अपने तरीके से सभी सेक्टरों मेें मीटिंग कर कोर्ट से स्टे लेने के लिए धनराशि एकत्रित की है। लेकिन दूर-दूर तक स्टे मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। सुत्रों से पता चला है कि भेल व्यापारी महासंघ बड़े सेक्टरों से 2,000 हजार रूपये और छोटे सेक्टरों से 1,000 रूपये एकत्रित कर रहा है। वहीं कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति दो हफ्ते पहले से ही स्टे लेेने के लिए प्रयासरत है।
ज्ञात हो कि पूर्व की भांती दुकानदार आज भी यह समझते है कि पूर्व से प्रचलित भेल व्यापारी महासंघ भेल प्रबंधन के बीच में होते रहे समझोते के बाद ही दुकानदार भेल प्रबंधन से अनुबंध करता आया है। इसलिए सबसे बड़ा कारण यह है कि शॉप पॉलिसी की नीतियों एवं अनुबंध से आज भी दुकानदार भ्रमित है। वहीं कुछ दुकानदारों ने पहले नोटिस के बाद ही अनुबंध के लिए भेल नगर प्रशासन भवन के चक्कर लगाए, लेकिन उस दौरान उन्हें वहा उपस्थित अधिकारियों ने यह कहते हुए चलता कर दिया कि तुम्हें दूसरा नोटिस मिले तब आना। भेल प्रबंधन ने पहला नोटिस 26 दिसम्बर 2014, दूसरा नोटिस 1 मार्च 2016 और तीसरा नोटिस 6 अप्रैल 2016 को भेजा। बीएचईएल को पहले नोटिस भेजने के बाद दूसरा नोटिस भेजने में 1 साल 3 महीने का समय लगा। जबकि तीसरा नोटिस एक महीने के अंतराल में ही दुकानदारों को भेज कर उन पर अनुबंध करने के लिए दबाव बनाया गया।
कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति के अध्यक्ष चिमनलाल आर्य ने कहा है कि भेल द्वारा भेजे गए पहले नोटिस में 1 जनवरी 2014 से 31 दिसम्बर 2018 तक नई शॉप पॉलिसी के अनुसार तय लाईसेंस फीस एवं अन्य नियमों के अनुसार नवीनीकरण किये जाने का उल्लेख था। दूसरे नोटिस में भेल ने भेजा कि नई शॉप पॉलिसी के अनुसार दुकानदारों के हितों को ध्यान मेें रखते हुए अनुबंध किया जायेगा। वही भेल प्रबंधन द्वारा तीसरे नोटिस में उन्होंने निर्देशित किया कि सभी दुकानदार एक माह में नवीनीकरण करालें अन्यथा लोक परिसर (अनाधिकृत कब्जे की बेदखली) अधिनियम 1971 के अंतर्गत नियामानुसार कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि भेल प्रबंधन को चाहिए था कि वे सभी सेक्टरों में शिविर लगा कर उन्हें अनुबंध में उल्लेखित उनके हितों को और नई शॉप पॉलिसी और अनुबंध के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई जानी थी।
भेल व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष लालू जैन ने फोन पर इस सम्बंध में कोई जवाब दिया, बल्कि जानकारी देने से बचने के लिए महासंघ के सचिव राजकुमार आहूजा का मोबाइल नम्बर दिया। वही आहूजा को कई फोन लगाने के बाद भी उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया और न ही कॉलबैक किया। बल्कि देर रात तक महासंघ के पदाधिकारी सेक्टर मार्केटों में मीटिंग व कलेक्शन में जुटे रहे।
भेल के पीआरओ विनोदानंद झा ने कहा कि भेल के सभी दुकानादारों को तीसरा व अंतिम नोटिस भेजकर 5 मई तक का समय दिया गया। इसके बाद उन पर भेल द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
इंटक ने मारी बाजी, एआईबीईयू दूसरे और बीएमएस तीसरे स्थान पर
06 May 2016
भोपाल। भेल कारखाने में हुए यूनियन चुनाव में इंटक पहले स्थान पर रहा। वही दूसरे स्थान पर एआईबीईयू ने कब्ज़ा जमाया, जिसे गठित हुये एक माह भी नहीं हुआ। तीसरे स्थान पर बीएमएस ने अपना स्थान सुरक्षित रखा। चुनाव में जीत के बाद समर्थकों ने खूब जश्न मनाया।
सभी 14 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ । भेल में 2010 के बाद अब चुनाव हुये। इसलिए यूनियन नेताओं के साथ कर्मचारियों में भी खासा उत्साह दिखाया। शांतिपूर्ण हुये चुनाव में 92 फीसदी वोटिंग हुई। चुनाव में जीत के बाद इंटक के अध्यक्ष आर.डी. त्रिपाठी, एआईबीईयू के अध्यक्ष जीबी गुप्ता और बीएमएस के अध्यक्ष विजय सिंह कठैत ने अपने-अपने मतदाताओं का आभार माना।
हेवु बीएमएस की विशाल गेट मीटिंग
02 May 2016
भोपाल। भारतीय मजदूर संघ से समद्ध हेवी इलेक्ट्रिकल वर्कर्स यूनियन ने भेल के सर्किट हाउस गेट नं 06 पर विशाल गेट मीटिंग का आयोजन किया। गेट मीटिंग को भारतीय मजदूर संघ के सेंट्रेल लीडर तथा कोल माईन्स के प्रभारी डा. बी.के. राय जी ने संबोधित किया।
डा. राय ने सभा को सम्बोधित करते हुये कहा कि भेल में होने वाले चुनाव भारतीय मजदूर संघ की यूनियन के दबाव के कारण हुए है, यूनियन ने जल्द चुनाव करने हेतु हजारो कर्मचारियों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन रास्ट्रीय नेतृव के माध्यम से केंद्रीय मंत्री को सौपा था, जिसके फलस्वरूप मंत्री महोदय भेल भ्रमण के समय चुनाव की एकतरफा घोषणा कर कर्मचारियों को अपने पसंद की यूनियन चुनने का अधिकार दिया।
उन्होंने कहा कि भोपाल में कार्यरत यूनियनो के पदों पर वर्षों से जमे नेता अपने स्वार्थ के चलते अपनी कुर्शी छोड़ना ही नहीं चाहते, इसलिए अच्छे एवं युवा नेतृत्व सामने ही नहीं आ पाते हैं।भारतीय मजदूर संघ ने यह परिवर्तन कर युवा, स्वच्छ छवि, कर्मठ एवं अनुभवी कार्यकर्ताओ को आगे किया है। ये चुनाव भेल का भविष्य एवं दिशा निर्धारित करेगी क्योंकि 01 जनवरी 2017 को भेल कर्मचारियों के वेज रिविजन को 10 वर्ष होने जा रहे हैं। इसलिए यह और भी जरुरी है की हम अपना मत उस यूनियन को दे जो हमारी समस्याए हल करने में सहायक साबित हो सके।
श्री राय ने कहा कि हमने कोल इंडिया में तमाम अन्य यूनियनो के 10 वर्ष का वेज रिविजन पर सहमति देने के बाद भी संगठन एवं कर्मचारी एकता के बल पर 5 वर्ष का वेतन समझौता सम्पन्न कराया, जिससे कोल इंडिया के सभी कर्मचारी लाभांवित हुए। भेल में हुए पिछले वेज रिविजन को 10 वर्ष हो चुके है, जिसकी खामियों को ये यूनियने 6 वर्ष में भी दूर नहीं करा पाई और अब अगले वेज रिविजन को आश्चर्यजनक ठंग से बढ़वाने की बात कर कर्मचारियों को बरगला रही है। उन्होंने कहा कि बी.एम.एस. ने देश के कई पब्लिक सेक्टरो में अपनी संगठन क्षमता के दम पर वेज रिविजन कराया है और अगर आप सभी ने मौका दिया तो भेल में भी पांच वर्षीय वेतन समझौता कराया जायेगा। वर्तमान में भेल उधोग पर गहन आर्थिक संकट छाया हुआ है, जिसका सामना हम अपनी मेहनत, लगन एवं समर्पण से काम कर दूर कर सकते है। यह सब गुण भारतीय मजदूर संघ की इस युवा टीम में है जो निश्चय ही भेल भोपाल को सफलता की नयी बुलंदियों पर पहुचायेगी।
श्री राय ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ के रहते हुए भेल का विनिवेश किसी भी परिस्थिति में नहीं होने दिया जायेगा और 1 जनवरी 2017 से निश्चित तौर पर कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की अनुसंशा सरकार से करने वाली है। डा. राय ने सभी कर्मचारियों से हैवी इलेक्ट्रिकल्स वर्कर्स यूनियन को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की है। सभा में बड़ी संख्या ने भेल कर्मचारी तथा कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विजय सिंह कठैत ने किया।
एग्रीमेंट नहीं मालिकाना हक चाहिए हमें - आर्य
सभी दुकानदारों को 2023 के बाद छोड़नी पड़ेगी दुकानें , कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति एग्रीमेंट के खिलाफ
02 May 2016
भोपाल। भेल के लोकसूचना अधिकारी जानकारी देने से बच रहे हैं यह कहना है कस्तूरबा भेल व्यापारी समिति के अध्यक्ष चिमनलाल आर्य का। उन्होंने बताया कि हमने आरटीआई के तहत भेल से कई बिन्दुओं पर जानकारी मांगी थी, लेकिन भेल कई सवालों को एक सिरे से सूचना उपलब्ध नही है कह कर नकार रहा है। भेल तानाशाही रवैया अपना रहा है इसलिए वो भेल स्थित सभी दुकानदारों पर नवीन शॉप पॉलिसी को एकतरफा थौंपना चाह रही है। समिति इस एग्रीमेंट का विरोध करती है। भेल ने पहले ही एग्रीमेंट करने के लिए आखिरी तारीख 5 मई 2016 तय कर रखी है। इस एग्रीमेंट को रोके जाने के लिए समिति के अध्यक्ष चिमनलाल आर्य हाईकोर्ट के वकीलों के साथ पूरे एग्रीमेंट के अध्ययन करने व कोर्ट से स्टे लेने के लिए जबलपुर में कई दिनों से डटे हुए हैं। ज्ञात हो कि भेल ने एग्रीमेंट की कार्यवाही में विवाद होने की आशंका से पहले ही हाई कोर्ट जबलपुर में केवियट दायर कर रखी है।
श्री आर्य ने कहा कि नवीन शॉप पॉलिसी के अध्ययन से जो कुछ महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं वह दुकानदारों के भविष्य के लिए घातक हैं। एग्रीमेंट के अनुसार दुकानदार की मृत्यु हो जाने पर दुकान का लायसेंस स्वतः ही निरस्त हो जायेगा और दुकान को भेल अपने कब्जे में लेकर उसका पुनः आवंटन किसी और को कर देगी। इस प्रकार स्वर्गवासी दुकानदार के परिवार का कोई भी व्यक्ति अपना दावा प्रस्तुत नहीं कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि भेल केवियट लाये जाने के तुरंत बाद सक्षम अधिकारी आरिफ सिद्धिकी को समिति ने पत्र के माध्यम से सूचित किया था कि विवाद की स्थिति भेल ने पैदा की है। समिति किसी भी प्रकार से कोई विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं कर रही है। सालों से व्यापार करते आ रहे व्यापारी अचानक एक नए दुकानदार की तरह इतनी मोटी रकम की व्यवस्था कर पायेंगे? उनसे 42 माह का बकाया तथा एक साल का सिक्योरिटी डिपोजिट जमा करवाया जायेगा जो कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे दुकानदारों के लिए संभव नहीं होगा। एग्रीमेंट में साफ-साफ कहा गया है कि एग्रीमेंट भी केवल दो बार किया जायेगा। प्रथम 2014 से 2018 तक (फार्मूला- मासिक अनुज्ञा शुल्क = (5xदुकान का क्षेत्रफल (व.फि.) x कलेक्टर दर (प्रति व.फि.)/100/12) ) तथा 2018 से 2023 तक। लायसेंस अनुबंध की अवधि में भेल कभी भी 1 महीने का नोटिस देकर कभी भी दुकानदार का लायसेंस निरस्त कर दुकान अपने कब्जे में ले सकेगी। भेल की एक समिति यह निर्णय लेगी की 2018 में एग्रीमेंट का नवीनीकरण करना भी है या नहीं और उसका निर्णय अंतिम होगा। 2018 के बाद या तो दुकानदार खुली निविदा के लिए दुकान छोड़ देगा अथवा फार्मूला- मासिक अनुज्ञा शुल्क = (9xदुकान का क्षेत्रफल (व.फि.) x कलेक्टर दर (प्रति व.फि.)/100/12) के अनुसार भुगतान करने को राजी होगा। दुकानदारों से प्रचलित दर से, 2014-2018 तक लगभग 40 प्रतिशत और 2018-2023 तक लगभग 70 प्रतिशत बढ़ोत्तरी कर लायसेंस फीस की वसूली की जायेगी। और इस सबके बाद भी 2023 के बाद दुकानदार को दुकान छोड़नी पड़ेगी क्योंकि एग्रीमेंट भी केवल दो बार 2023 तक ही किया जायेगा।
मालिकाना हक से क्यों वंचित रखना चाहता है भेल - श्री आर्य
11 April 2016
भोपाल। समिति भेल प्रबंधन से आसमान से तारे तोड़ने के लिए तो नहीं कह रही। हमारी समिति चाहती है कि भेल क्षेत्र के 1340 दुकानदारों को मालिकाना हक मिले। इसके लिये जल्द से जल्द कार्यवाही प्रारम्भ कराई जाये। भेल भोपाल प्रबंधन तो ऐसी कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है कि उन्हें कई प्रयासों के बाद भी जागने को तैयार नहीं है। लगता है प्रबंधन की मंषा ही नहीं है कि भेल के दुकानदारों को मालिकाना हक मिलें।
हमारी समिति भेल भोपाल प्रबंधन से कुछ बिन्दुओं के माध्यम से जानना चाहती है कि वे आखिर क्यों मालिकाना हक की बात को सिरे से खारिज कर रहे हैं। बल्कि इससे पूर्व भी मालिकाना हक की प्रक्रिया प्रारम्भ की जा चुकी थी, लेकिन कुछ लोगों की स्वार्थ सिद्धी के चलते अनुबंध हो गया। इसी के चलते मालिकाना हक की बात साकार नहीं हो पाई। लेकिन भेल प्रबंधन ने नई शॉप पॉलिसी लाकर साबित कर दिया कि हिटलर तो नहीं रहे, लेकिन उनके नुमाइंदे अभी भी भेल में कार्य कर रहे हैं और उनकी तानाषाही से हिटलर को श्रृद्धांजलि दे रहे हैं।
समिति मीडिया बंधु के समक्ष कुछ बिन्दुओं को रखना चाहती है, जिसके माध्यम से भेल प्रबंधन की राष्ट्रीय स्तर की गतिविधियां संदेहास्पद प्रतीत होती है। हम उन बिन्दुओं को आपके समझ प्रस्तुत कर रहे है, जिसके माध्यम से भेल प्रबंधन की खामियां उजागर होती है:-
1- 2005 में पूर्व केन्द्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष मोहन देव जी के निर्देष पर भेल के दुकानदारों को मालिकाना हक देना निष्चित हो गया था इसी परिप्रेक्ष्य में पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर ने घोषणा की थी कि भेल के दुकानदारों को मालिकाना हक मिलेगा। इस घोषणा को 4 जुलाई 2005 सोमवार नई दुनिया के अंक में देखा जा सकता है। उस समय अनुसूचित जाति-जनजाति भेल व्यापारी संघ मालिकाना हक की मांग को उठाते हुये अपने प्रयास में सफल हुई थी। कुछ समय बाद किन स्वार्थीतत्वों का खिलौना बनते हुये किन राजनीतिक पार्टियों की महत्वकांक्षा को पूरा करने के लिए प्रबंधन से समझौता कर लिया। उस समय केन्द्र में कांग्रेस सरकार तो मध्य प्रदेष में भाजपा शासित सरकार थी।
2- समय-समय पर मालिकाना हक की मांग की आवाज उठती रही। इसी परिप्रेक्ष्य में भोपाल सांसद श्री आलोक संजर ने दुकानदारों के मालिकाना हक दिलाने के लिये केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री श्री अनंत गीते को मामले की गंभीरता से अवगत कराया था। उक्त पत्र को गंभीरता से लेते हुये केन्द्रीय मंत्री ने मालिकाना हक के लिये उचित कार्यवाही किये जाने और कई महत्वपूर्ण समस्याओं को सहानुभूतिपूर्वक हल करने के लिये भारत सरकार के उपक्रम भारत हेवी इलेक्ट्रिकल को निर्देषित किया।
3- अनेकों दुकानदारों ने नई शॉप पॉलिसी को जानने के लिये प्रबंधन के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिसे प्रबंधन ने जानकारी उपलब्ध कराने से यह कहते हुये मना कर दिया कि आप लोगों को एक फार्म दिया जायेगा, जिसकी कीमत 2100 रूपये है। उसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। कुछ दुकानदारों ने 2100 रूपये देकर फॉर्म प्राप्त किये। जिसमें दुकानदारों से यह स्वीकृति ली गई कि प्रबंधन की नीति और अनुबंध की शर्ते मंजूर हैं।
4- इन बिन्दुओं पर विचार करने के बाद कस्तुरबा भेल व्यापारी समिति का गठन किया गया और बाद में सांसद द्वारा मालिकाना हक की बात को मजबूती प्रदान की गई। समिति ने यह देखा कि पूर्व के समय में भी दुकानदारों के साथ छल-कपट की स्थिति निर्मित कर दुकानदारों को मालिकाना हक से वंचित किया गया था कही ऐसा न हो कि अभी भी ऐसा हो जाये।
5- समिति के अध्यक्ष चिमनलाल आर्य ने सूचना के अधिकार के तहत प्रबंधन से यह सूचना चाही गई कि हमारे क्षेत्रिय विधायक व वर्तमान गृहमंत्री, सांसद और केन्द्रीय मंत्री द्वारा मालिकाना हक के लिये किसी भी प्रकार के अनुरोध व निर्देष किये गये हो तो उपलब्ध कराएं जायें। लेकिन यह जानकर बहुत ही आष्चर्य हुआ कि प्रबंधन ने लिखित जवाब में यह जानकारी दी कि उपरोक्त संबंध में कोई भी पत्राचार नहीं किया गया। लगता है अब 2005 की घटना को फिर से दोहराया जा रहा है।
6- 1963 से लेकर अभी तक व्यापार कर रहे दुकानदारों को जब इस बात का पता चला कि उनके साथ धोखा हो रहा है। क्योंकि जब हमें वास्तविक तथ्यों का पता लगा कि 1 रूपये प्रति एकड़ प्रतिवर्ष की दर से 4800 एकड़ जमीन एचईएल को उपलब्ध कराई गई। साथ ही यह भी मालूम हुआ कि भेल में बसे मार्केटों की भूमि का खसरा नम्बर अक्ष, मार्केटों का नक्षा भेल के पास उपलब्ध नहीं है तो आज तक भेल इस भूमि को अपनी भूमि कहकर अवैध वसूली क्यों करता आ रहा है? अब अनुबंध के माध्यम से 39.5 रूपये प्रति स्क्वायर फिट की दर से लायसेंस शुल्क वसूला जायेगा।
7- मालिकाना हक दुकानदारों को इसलिए जरूरी है कि भेल के चारों तरफ सैकड़ों एकड़ भूमि कालोनीवासियों और रहवासियों के लिये उपलब्ध कराई गई और उपरोक्त कॉलोनियों में सुसज्जित मार्केटों का निर्माण भी हुआ जिसे बाद में किसी न किसी रूप में मालिकाना हक भी प्राप्त हुआ, जिससे वह अपने व्यापार को सही दिषा में ले जाते रहे। जब की भेल को मालूम था कि भेल के चारों ओर भेल के द्वारा लायसेंसी दुकानदारों के मार्केट है। यह जानते हुये उपरोक्त रहवासी कॉलोनी में दुकानों का निर्माण होने दिया गया।
8- भेल के दुकानदार मालिकाना हक को क्यों उठा रहे हैं। इस तरफ देखा जाना चाहिये कि नई शॉप पॉलिसी एक तरफा दुकानदारों को बिना विष्वास में लिये थौपी जा रही है। जो कि लगभग 40 गुना है। इस नीति में मृत्यु उपरांत दुकानदार के परिवार को दुकान स्थानांतरण का कोई प्रावधान नहीं है। दूसरी ओर नीति में केवल दो बार ही अनुबंध का प्रावधान है और दुकानदारों को एक माह का नोटिस देकर हटाया जाना उपेक्षित है। पूरी की पूरी शॉप नीति एक छल कपट के द्वारा किसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी को फायदा पंहुचाने के उददेष्य से बनाई गई लगती है। वैसे भी कोई भी बैंक या अन्य संस्थाएं भेल दुकानदारों को लोन नहीं देती, आर्थिक मदद नहीं करती है।
9- भेल के दुकानदारों को मूलभूत सुविधाएं और मौलिक अधिकारों का फायदा नहीं मिल पा रहा है। दूसरी तरफ देखे तो अगर राज्य सरकार के पास मार्केटों की भूमि आएगी और वह मालिकाना हक देगी तो राज्य सरकार के पास रजिस्ट्री के द्वारा करोड़ों रूपया प्राप्त होगा। राजस्व विभाग को प्रतिवर्ष राजस्व प्राप्त होगा। नगर निगम को करोड़ों रूपया सम्पत्तिकर के रूप मंे प्राप्त होगा। नगर निगम को प्रतिमाह जल, मल और सफाई व अन्य करों से प्रतिमाह राषि प्राप्त होगी। इससे हमारे मार्केटों का विकास होना सुनिष्चित है। इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय में हमने पिटिषन दायर की थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने उस पिटिषन मध्यप्रदेष के मुख्य सचिव और भोपाल कलेक्टर को आगे की कार्यवाही के लिए फॉरवर्ड की है। मालिकाना हक के लिये याचिका के संबंध में 29 मार्च 2016 को कलेक्टर भोपाल को भेल दुकानदारों को मालिकाना हक दिलाने के उपरांत राज्यसरकार को मिलने वाले राजस्व से भी अवगत कराया जा चुका है।
10- समिति यह जानना चाहती है कि भेल प्रबंध को मालिकाना हक की मांग में क्या विवाद नजर आया कि प्रबंधन द्वारा मध्यप्रदेष उच्च न्यायालय जबलपुर में केवियट लगाई गई। इसकी केवियट सूचना को 3 मार्च 2016 को भास्कर समाचार पत्र में प्रकाषित भी कराया गया। विदित हो कि कस्तूरबा भेल व्यापारी समित का पंजीयन 25 फरवरी 2016 को हुआ और 3 मार्च 2016 को केवियट में समिति को विवाद करने का आरोपी बनाया।
11- प्रधानमंत्री स्मार्ट सिटी योजना के अंतगर्त भोपाल तो शामिल है, लेकिन भेल क्षेत्र को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है? महारत्न कंपनियों में शामिल भेल के मार्केटों व कॉलोनियों को स्मार्ट सिटी योजना में क्यों शामिल नहीं किया गया। यह भी एक सुनियोजित षडयंत्र नजर आता है।
12- इस समय भेल में विधायक भाजपा के, सांसद भाजपा के, महापौर भाजपा के, पार्षद भाजपा के, मध्यप्रदेष सरकार भाजपा की, केन्द्र सरकार भाजपा की तो क्यों भेल के दुकानदारों को मालिकाना हक से वंचित रखने का प्रयास किया जा रहा है।
13- नई शॉप पॉलिसी धीमा जहर है। मार्केटों में आ रहे भेल के अधिकारियों, कर्मचारियों से दुकानदार इस शॉप पॉलिसी पर चर्चा करता आ रहा है। लेकिन कोई भी इस पॉलिसी से खुष नहीं है। भेल भोपाल के ईडी भी इसकी खामियों को समझ चुके है। इसलिए कई बार रास्ता खोजकर कार्पोरेट कार्यालय को भेजते रहे हैं। यही नहीं एक वरिष्ठ दुकानदार ने समिति को बताया था कि दूसरे एग्रीमेंट से ही हमारी राहें मुष्किल हो गईं। अन्यथा हम 1977-78 में ही हम मालिक हो जाते।
भेल प्रबंध की नवीन शॉप पॉलिसी व आदर्ष अनुज्ञा अनुबंध में हैं कई खामियां
भेल प्रबंधन नवीन शॉप पॉलिसी व आदर्ष अनुज्ञा अनुबंध दुकानदारों पर दबाव बनवाकर लागू करवाना चाहता है। इसमें कई खामियां है जो दुकानदारों को गुमराह कर रही है और भविष्य में इनके लिये घातक सिद्ध होगी।
1. अनुबंध के बिन्दु 13.7- अनुज्ञापी के दिवालिया होने अथवा मृत्यु अथवा चारित्रिक दुराचार (मोरल टरपिट्यूड) के अभियोग में न्यायालय द्वारा दण्डित करने की दषा में अनुज्ञा तत्काल प्रभाव से निरस्त मानी जायेगी।
2. नई शॉप पॉलिसी में 6.0 नवीनीकरण प्रक्रिया के 6.3 में उल्लेख किया गया है कि किसी भी दषा में (नीति में अन्यथा वर्णित मामलों को छोड़कर) एकल नवीनीकरण की अवधि 5 वर्ष से अधिक नहीं होगी तथा खण्ड 6.0 में वर्णित नवीनीकरण की प्रक्रिया अनुसार 2 बार तक सीमित होगी। यानि 2023 के बाद दुकानदारों का भविष्य अंधकारमय ही होगा।
3. 4.0- कंपनी की आवष्यकता के लिए परिसर को रिक्त किया जाना। 4.1- दुकानदारों द्वारा परिसर पर कब्जे की अवधि के दौरान किसी भी समय कंपनी को उस परिसर की आवष्यकता होने पर कंपनी दुकानदारों को उक्त परिसर से किसी अन्य लगभग समान लोकेषन के परिसर में जाने हेतु कह सकती है। कंपनी के लिए दुकानदार स्वयं के व्यय पर निर्धारित समयावधि में पूर्व परिसर से नये परिसर में स्थानांतरित होने के लिए बाध्य होगा। उपयुक्त दुकान उपलब्ध नहीं होने की दषा में कंपनी एक माह का नोटिस देकर अनुज्ञा समाप्त कर सकती है।
4. 10.0- दुकानों का रखरखाव, 10.6- दुकानों में बड़ी ढ़ॉचागत मरम्मत, यदि आवष्यक हो, कंपनी द्वारा करवाई जावेगी। कंपनी द्वारा इस प्रयोजन के लिए निर्धारित समयावधि के लिए दुकानदार से परिसर खाली कराकर उसका आधिपत्य लिया जा सकता है। 10.7- कंपनी को उक्त परिसर के ऐसे आधिपत्य देने पर किसी प्रकार की प्रत्यक्ष या परोक्ष हानि के लिए क्षतिपूर्ति का कोई दावा दुकानदार नहीं कर सकेगा। अनुज्ञा अनुबंध की मूल अवधि को उस समयावधि के लिए बढ़ा दिया जायेगा। जिस अवधि के लिए दुकानदार के पास परिसर का आधिपत्य नहीं था तथा ऐसी मरम्मत के कारण वह परिसर का उपयोग नहीं कर सकेगा। 10.8- मरम्मत किये जाने के छः माह की अवधि के भीतर दुकानदार को परिसर का आधिपत्य नहीं दिये जा सकने की दषा में दुकानदार स्वयं एक माह का नोटिस देकर बीएचईएल से अनुज्ञा अनुबंध समाप्त कर सकता है। कंपनी ने छः माह के अंदर बनाने की अपनी जवाबदेही निश्चित नहीं की है। बीएचईएल की वादा खिलाफी का सबसे बड़ा उदाहरण बरखेड़ा एफ-सेक्टर के वे दुकानदार हैं जिन्हें 1963, लेबर कॉलोनी को 1996 में 4 माह का आश्वासन देकर, दुकानें खाली कराकर तोड़ दी गईं। आज तक बीएचईएल ने उनकी दुकानें नहीं बनाईं, इसलिए 1340 दुकानदारों के साथ ऐसा ही बर्ताव भेल प्रशासन करेगा।
इन खामियों के चलते दुकानदारों के लिए भविष्य में भेल प्रबंधन जैसा चाहेगा वैसा आदेष मनवायेगा। नवीन शॉप पॉलिसी व आदर्ष अनुज्ञा अनुबंध में दुकानदारों के लिए भविष्य में एक प्रतिषत भी गुंजाइष नहीं बचेगी। ताकि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें।
अभी तक किये गए समस्त पत्र व्यवहार तथा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत प्राप्त जानकारियॉं सभी हमारे फेसबुक पेज ूूूwww.facebook.com/KasturbaBhelVyapariSamiti पर उपलब्ध हैं।
उम्मीद है कि आप अपने प्रतिष्ठित समाचार पत्र/चैनल/वेब मीडिया के माध्यम से उपर्युक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए उचित स्थान देकर दुकानदारों को मालिकाना हक दिलवाने में अपना योगदान प्रदान करेंगे।
बी. एच. ई. एल में मनाई गई विश्वकर्मा जयन्ती
बीएचईएल, भोपाल में हिन्दी मास 2015 का आयोजन
20 August 2015
बीएचईएल, भोपाल में हिन्दी मास 2015 का आयोजन किया जा रहा है जिसका शुभांरभ निबंध प्रतियोगिता से किया गया जिसमें 121प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री वी.के.अग्रवाल-महाप्रबंधक (एक्सपोर्ट कोऑर्डीनेशन),विशिष्ट अतिथि श्री आलोक गुप्ता-अपर महाप्रबंधक (क्यूसीआई)थे । निर्णायक की भूमिका श्रीप्रभात कुमार-उप प्रबंधक (एचटीई) एवं श्री सुरेश सैनी-आर्टीजन(सीआईएम) ने निभाई ।
हिंदी मास का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने कहा कि इतनी बड़ीसंख्या में प्रतिभागियों को देखकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है । हार-जीत तो जीवन का अंग हैं किसी की हार तो किसी की जीत होती है परंतु प्रतिभागिता का अपना आनंद है, इसे पूरे मन से करना चाहिए । उन्होने कहा कि विश्व में चीनीभाषा के बाद हिंदी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है,महात्मा गांधी से लेकर डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम तक जिसने भी अपनी बात को सरल शब्दों में दुनिया को समझाना चाहा उन्होनें हिंदी भाषा का ही प्रयोग किया । उन्होनें सभी को प्रतियोगिता हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं आशा करता हूँ आप सभी का राजभाषा के प्रति प्रेम प्रतियोगिता तक सीमित न रहकर कंपनी के प्रत्येक कार्य में दृष्टिगोचर होगा ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि भाषा विचारों को अभिव्यक्त करने का सशक्त माध्यम है, हम सब अधिकतर अपनी बातों का आदान प्रदान हिंदी में करते हैं । हमारे नेतागण भी हिंदी भाषा के प्रयोग पर अधिक बल देते रहे हैं । प्रबंधक (मा.सं.-राजभाषा व परिवहन) श्री हरीश सिंह बगवार जी ने हिंदी मास 2015के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं के विषय में बताते हुए व प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए प्रतियोगिता में विजय हेतु शुभकामनाएं दी । निर्णायक मंडल के सदस्य श्री प्रभात कुमार एवं श्री सुरेश सैनीने प्रतियोगिता के नियम समझाए एवं प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में विजय के लिए शुभकामनाएं दी ।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, श्री मंगल स्वरूप त्रिवेदी ने किया ।
बीएचईएल, भोपाल में हिन्दी मास 2015 का आयोजन
20 August 2015
बीएचईएल, भोपाल में हिन्दी मास 2015 का आयोजन किया जा रहा है जिसका शुभांरभ निबंध प्रतियोगिता से किया गया जिसमें 121प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री वी.के.अग्रवाल-महाप्रबंधक (एक्सपोर्ट कोऑर्डीनेशन),विशिष्ट अतिथि श्री आलोक गुप्ता-अपर महाप्रबंधक (क्यूसीआई)थे । निर्णायक की भूमिका श्रीप्रभात कुमार-उप प्रबंधक (एचटीई) एवं श्री सुरेश सैनी-आर्टीजन(सीआईएम) ने निभाई ।
हिंदी मास का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने कहा कि इतनी बड़ीसंख्या में प्रतिभागियों को देखकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है । हार-जीत तो जीवन का अंग हैं किसी की हार तो किसी की जीत होती है परंतु प्रतिभागिता का अपना आनंद है, इसे पूरे मन से करना चाहिए । उन्होने कहा कि विश्व में चीनीभाषा के बाद हिंदी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है,महात्मा गांधी से लेकर डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम तक जिसने भी अपनी बात को सरल शब्दों में दुनिया को समझाना चाहा उन्होनें हिंदी भाषा का ही प्रयोग किया । उन्होनें सभी को प्रतियोगिता हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं आशा करता हूँ आप सभी का राजभाषा के प्रति प्रेम प्रतियोगिता तक सीमित न रहकर कंपनी के प्रत्येक कार्य में दृष्टिगोचर होगा ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि भाषा विचारों को अभिव्यक्त करने का सशक्त माध्यम है, हम सब अधिकतर अपनी बातों का आदान प्रदान हिंदी में करते हैं । हमारे नेतागण भी हिंदी भाषा के प्रयोग पर अधिक बल देते रहे हैं । प्रबंधक (मा.सं.-राजभाषा व परिवहन) श्री हरीश सिंह बगवार जी ने हिंदी मास 2015के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं के विषय में बताते हुए व प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए प्रतियोगिता में विजय हेतु शुभकामनाएं दी । निर्णायक मंडल के सदस्य श्री प्रभात कुमार एवं श्री सुरेश सैनीने प्रतियोगिता के नियम समझाए एवं प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में विजय के लिए शुभकामनाएं दी ।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, श्री मंगल स्वरूप त्रिवेदी ने किया ।
बी एच ई एल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2014 का शुभारंभ
बी एच ई एल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2014 का शुभारंभ सोमवार को श्री विश्वास भावे,महाप्रबंधक,की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शपथ लेकर किया गया ।इस अवसर पर उन्होने कहा कि राष्ट्र के आर्थिक विकास तथा आर्थिक विकास के लक्ष्य प्राप्त करने में भ्रष्टाचार प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इस दौरान दैनिक कार्य में कंपनी के नियमों के अनुपालन पर ज़ोर दिया गया । 27 अक्टूबर से 1 नवंबर 2014 तक चलने वाले इस सप्ताह के दौरान कंपनी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह की विषयवस्तु है “भ्रष्टाचार से संघर्ष – प्रौद्योगिकी की समर्थक भूमिका ”। इस अवसर पर श्री अमित शर्मा अपर महाप्रबंधक(सतर्कता) द्वारा सतर्कता जागरूकता थीम पर एक प्रेजेंटेशन दिया गया जिसमें उन्होने कहा की सरकार तथा इसके संगठनो कि कार्यप्रणाली में प्रौद्योगिकी को सशक्त करके भ्रष्टाचार की चुनौतियों का व्यापक स्तर पर सामना किया जा सकता है। इस अवसर पर राष्ट्रपति , उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष तथा मुख्य सतर्कता आयुक्त के संदेश भी पढ़कर सुनाए गए। इस दौरान विभिन्न विभागों में भी विभागाध्यक्षों ने सभी कर्मचारियों को शपथ दिलाई।
भेल को मिला उत्कृष्टता अवॉर्ड
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक कार्यक्रम मे बीएचईएल, भोपाल के कार्यपालक निदेशक, शशि रंजन प्रसाद को प्रदेश मे 2012-13 मे ई-गवर्नेस ने उत्कृष्टता के लिए विजेता का पुरस्कार प्रदान किया | मुख्यमंत्री चौहान मे सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भूपेंद्र सिंह एव मुख्य सचिव अंटोनी जेसी डिसा की उपस्थिति मे प्रसाद को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र के साथ एक लाख का नगद प्रदान किए| इस अवसर पर महाप्रबंधक पी एंड डी तथा आईटी संजीव गुप्ता, अपर महाप्रबंधक आईटी डॉ. मुकेश अरोरा, अपर महाप्रबंधक मानव संसाधन एम इसाडोर तथा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थिति थे|
चित्रगुप्त मंडल के स्नेह सम्मेलन में प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
भभोपाल। श्री चित्रगुप्त समाज भेल का प्रतिभा सम्मान व स्नेह मिलन कार्यक्रम रविवार को इंद्रपुरी स्थित भवानी धाम में आयोजित किया गया। इस मौके पर कायस्थ समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत समाज सेवियों का शाल श्रीफल से सम्मान किया गया। वहीं बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
सम्मेलन में उन लोगों का भी सम्मान किया गया जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी क्षेत्र में पदक प्राप्त किया है। मंडल के पूर्व अध्यक्ष अनिल गौर ने बताया कि मंडल ने समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की थीं, जिसके पुरस्कार भी इस सम्मेलन में वितरित किए गए। इस मौके पर विवाह योग्य युवक युवतियों का भी पंजीयन किया गया।
नौकरी से निकाली गईं महिलाओं की समस्या होगी दूर
भोपाल। महिला कल्याण समिति के माध्यम से भेल कारखाने में काम कर रहीं महिलाओं को तीन माह पहले नौकरी से इसलिए हटा दिया गया था, क्योंकि महिला कल्याण समिति ने नया वर्क आर्डर लेने से मना कर दिया था। करीब 150 महिलाओं में से टाइपिंग या कंम्प्यूटर का काम कर रहीं 116 महिलाओं को भेल प्रबंधन ने नए कांट्रेक्ट के आधार पर वापस बुला लिया। अभी भी 38 महिलाएं इधर उधर भटक रही हैं।
इन महिलाओं ने पिछले दिनों गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित महिला कल्याण समिति कार्यालय के बाहर धरना दिया। धरने में कांग्रेस नेता गोविंद गोयल पहुंचे और कहा कि महिला कल्याण समिति बंद हो चुकी है। भेल की कर्मचारी न होने से वहां के प्रबंधन की इनके प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है। इसके बाद भी मानवीय आधार पर वह इस मुद्दे को अपने हाथ में ले रहे हैं।
बिजली के खंभो को बदलने का काम शुरू
भोपाल। भेल क्षेत्र में आड़े तिरछे बिजली के खंभे बदलने व केबल बिछाने का काम बिजली कंपनी ने शुरू किया है। सतनामी नगर व छत्तीसगढ़ लेबर कॉलोनी में खंभे बदलने के साथ स्ट्रीट लाइट भी नई लगाई जाएगी। पिछले दिनों गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करते हुए बिजली कंपनी व नगर निगम अधिकारियों से इन कार्यों के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सतनामी नगर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था और बिजली के खंभों पर लगे तारों को तुरंत सुधारा जाए। क्योंकि इन क्षेत्रों में कच्चे मकान होने से भी लोगों को काफी परेशानी हो रही है। बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार खंभे बदलने का काम शुरू हो चुका है।
सभी खंभे लगने के बाद केबल बिछाकर कनेक्शन देने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। इस व्यवस्था को देखने के लिए गृह मंत्री इस क्षेत्र का दोबारा दौरा करेंगे। इसके अलावा रजत नगर स्थित एमडब्ल्यू सिद्दीकी पार्क के बीच में लगे हाइटेंशन लाइन के खंभों के चारों तरफ जाली लगाने के निर्देश भी गृह मंत्री ने दिए। इस पार्क के बाहर चारों ओर ब्लॉक भी लगाए जाएंगे।
अब सिर्फ केबल ही लगेगी
बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार इंद्रपुरी, सोनागिरी के आसपास बिजली के खंभोंपा अब सिर्फ केबल ही दिखाई देगी। खुले तारों को पूरी तरह से हटाया जा रहा है। इन स्थानों पर बिजली का लॉस ज्यादा होने के कारण केबल बिछाने का काम चल रहा है। बिजली चोरी के कारण इन क्षेत्रो में आए दिन बिजली गुल होने की भी समस्या बनी हुई थी। केबल बिछाने से इंद्रपुरी, सोनागिरी, कल्पना नगर, कमला नगर, लक्ष्मी नगर, रजत नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में लोगों को बिजली गुल होने की समस्या से निजात मिलेगी।
पिछले साल की ही पेंशन नहीं मिली कई पुराने रिटायर्ड कर्मचारियों को
भोपाल।भेल रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन द्वारा पिछले दिनों कमला नेहरू उद्यान बरखेड़ा में आम सभा का आयोजन किया गया है। इस आम सभा में प्रबंधन पर आरोप लगाया कि पुराने रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन देने में वह गंभीरता नहीं दिखा रहा है, जिससे आज तक कई खातों में पेंशन राशि नहीं पहुंच पाई है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष जेएस पुरी ने बताया कि वर्ष 2007 से पहले भेल कारखाने से रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन की राशि का वितरण अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। यह राशि पिछले साल की है, जबकि प्रबंधन ने 31 दिसंबर तक राशि का वितरण पूरा करने का आश्वासन दो माह पहले दिया था। पिछले साल की राशि में इतनी देरी की जा रही है तो इस साल की राशि मिलने की उम्मीद पुराने रिटायर कर्मचारियों को नजर नहीं आती है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विधवा महिलाएं व भेल के मकानों में रह रहे पुराने रिटायर कर्मचारियों के बारे में भी अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
प्रबंधन की इस नीति के खिलाफ लगातार लड़ाई जारी रहेगी। आमसभा में पहली बार इतनी भीड़ थी कि पार्क में चारों ओर रिटायर कर्मचारी और विधवा महिलाएं ही दिखाई दे रही थीं। इनमें सबसे ज्यादा आक्रोश इस बात को लेकर था कि विधवा महिलाओं के बारे में कोई जानकारी प्रबंधन की तरफ से नहीं दी जा रही है। जबकि पेंशन की सबसे ज्यादा जरूरत इन्हीं को हैं। इस मौके पर भेल कर्मचारी ट्रेड यूनियन के कई पदाधिकारी व अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।
अवरोध के कारण नहीं बन पाई कई जगह भेल की दीवार
भोपाल। भेल की 27 किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार कई विवादों के कारण पूरी नहीं बन पा रही है। क्योंकि कॉलोनियों के आस-पास लोग दीवार को बनने नहीं दे रहे हैं। जबकि अवधपुरी सहित कई क्षेत्रों में दीवार बनाने में ही प्रशासन को अड़चन आ रही है। सुभाष नगर से सिक्यूरिटी लाइन तक भेल की भूमि पर इतने अतिक्रमण हैं कि वहां सुरक्षा दीवार बन नहीं सकती।
इन अतिक्रमणों के बारे में भेल प्रशासन के पास भी कोई जानकारी नहीं है। यहां मेहता मार्केट से इंटक भवन के आगे तक दीवार बनाई गई, लेकिन एक निजी स्कूल के बनने से दीवर का काम वहां पर रोक दिया गया। इस काम को रोकने का आदेश न तो किसी ने दिया और न ही मौखिक रूप से बोला गया। इसके बाद किसके कहने से दीवार बनना बंद हुई सिर्फ अधिकारी ही जानते हैं।
भेल अधिकारियों के अनुसार आनंद नगर के पास रत्नागिरी में आसपास रहने वालो में दीवार को दो बार तोड़ दी गई। भेल ने दोनों बार दीवार को रिपेयर किया, लेकिन इसके बाद भी यहां से निकलने वाले और ट्रक चालकों ने इसे तोड़ दिया। दीवार के अंदर कई वाहन पार्क होने लगे हैं।
इस बारे में पुलिस में भी शिकायत की गई, लेकिन वह भी शिकायत दर्ज करने के लिए दीवार तोडऩे वाले का नाम पूछते हैं। इस कारण कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। मुख्य मार्ग पर अस्थाई दुकानों में रहने वाले और पास ही स्थित झुग्गी बस्ती के लोगों ने दीवार में बड़ा छेद कर निकलने का रास्ता बना लिया है। वहीं अवधपुरी व आसपास के क्षेत्रों में लोग दीवार बनाने से रोक रहे हैं।ी।
भेल की नौकरी से निकाली गईं महिलाओं ने दिया धरना
भोपाल। महिला कल्याण समिति के माध्यम से भेल कारखाने में काम कर रहीं महिलाओं को तीन माह पहले नौकरी से इसलिए हटा दिया गया था, क्योंकि महिला कल्याण समिति ने नया वर्क आर्डर लेने से मना कर दिया था। नौकरी से निकली गईं इन महिलाओं ने गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित महिला कल्याण समिति कार्यालय के बाहर गुरुवार को धरना दिया।
महिलाओं ने बताया कि भेल प्रबंधन ने 116 उन महिलाओं को नई नौकरी के आधार पर वापस बुला लिया है, जो आफिस में काम कर रहीं थीं। जबकि 38 टेक्निकल काम कर रहीं महिलाएं अभी भी दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। जबकि 116 सहित इन 38 महिलाओं की ग्रेच्युटी, पीएफ व अन्य जमा भत्ते भी नहीं दिए गए
धरने को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता गोविंद गोयल ने कहा कि जिन महिला कल्याण समिति बंद हो चुकी है। भेल का मामला न होने से उससे भी बात नहीं की जा सकती है। इसलिए ऐसे व्यक्ति से चर्चा होगी, जो महिला कल्याण समिति की इंडस्ट्रीज खरीदता है या समिति की जिम्मेदारी लेता है। धरने में गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन के सचिव योगेश गोयल ने कहा कि इस मामले में कोई बीच का रास्ता निकालना पड़ेगा। इंडस्ट्रीज बंद होने से एसोसिएशन भी इस संबंध में कुछ नहीं कर पाएगी।
तीस लाख रुपए की लागत से लक्ष्मी नगर पुलिया बनाने का काम दोबारा होगा शुरू
भोपाल। सोनागिरी से अयोध्या बायपास तक जल्दी ही नई फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए लक्ष्मी नगर नाले की पुलिया का अधूरा निर्माण कार्य एक दो दिन में शुरू हो जाएगा। निर्माण कार्य का मुआयना करने के लिए बुधवार को गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने इस क्षेत्र का दौरा किया।
उन्होंने नगर निगम के अपर आयुक्त जीपी माली को निर्देश दिए कि इस पुलिया का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवाया जाए। इसके पहले गृह मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सतनामी नगर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था और बिजली के खंभों पर लगे तारों को सुधारा जाए।
इस व्यवस्था को देखने के लिए 30 जनवरी के बाद फिर दौरा करेंगे। छत्तीसगढ़ लेबर कॉलोनी में नर्मदा जल के नए कनेक्शन सार्वजनिक न देकर हर घर में देने के लिए उन्होंने नगर निगम के जल कार्य प्रभारी को निर्देश दिए। यह काम भी अगले माह फरवरी में पूरा हो जाएगा। गृह मंत्री के साथ नगर निगम, बिजली कंपनी व पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे।
ईकोलॉजिकल पार्क लहारपुर में पंद्रह हेक्टेयर भूमि पर बन रहा है दशमूल क्षेत्र
भोपाल. लहारपुर स्थित कटारा हिल्स पर ईकोलॉजिकल पार्क के 15 हेक्टेयर क्षेत्र में दशमूल का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 15 हेक्टेयर भूमि पर 10 भूखंड बनाए गए हैं, जिसमें अभी 100-100, 10 औषधियों के पौधे रोपे गए हैं। इसमें 1-1 हजार पौधे रोपने का लक्ष्य है। इनमें से कई पौधे वह हैं जो प्रदेश में कहीं भी नहीं पाए जाते। इसके साथ ही 1695 हेक्टेयर में फैले वन मंडल के इस क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया है।
डिह्रश्वटी रेंजर श्रीधर वर्मा के अनुसार पहले भाग में लहारपुर, दूसरे में राजस्व मंडल व तीसरे में औषधि पौधे लगाए जा रहे हैं। दशमूल क्षेत्र में एक भूखंड पर एक ही प्रकार के औषधि पौधे रहेंगे। यह पौधे बड़े होने पर इसी औषधि के दूसरे पौधे रोपे जाएंगे। उन्होंने बताया कि चट्टानों के पहाड़ पर बन रहे इस पार्क को कड़ी मेहनत के बाद श्रमिक तैयार कर रहे हैं। दशमूल के पहले नक्षत्र वन रहा है, जहां राशि और गृह के अनुसार पौधे रोपे गए हैं। साथ ही नवग्रह का रूप पौधे रोपकर तैयार किया गया है।
रोगों के अनुसार इन पौधों का ज्यादा महत्व
मस्तिष्क रोग, हृदय रोग ब्लड प्रेशर, पेट, मिर्गी, सिर दर्द जैसी बीमारियों के लिए ब्राह्म, शंखपुष्पी, अर्जुन, देवशेमल, कालमेघ, चिरायता, गिलोय हडज़ोड़ अडूसा औषधि के पौधे रोपे गए हैं। नेत्र रोग, ठंड, कफ, बुखार, डायरिया, हैजा, ट्यूमर रोग का इलाज करने वाली गुलबकावली, सनाए व त्रिफला औषधि के पौधे रोपे गए हैं। इसके अलावा काले, नीले धब्बे, बहरापन, पायरिया आदि रोगों के काम आने वाली औषधि के पौधे भी रोपे जा रहे हैं।
मॉर्निंग वॉक के लिए भीड़
यहां मॉर्निंग वाक करने वालों के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। बेहतर व्यवस्थाओं के कारण करीब 1हजार से ज्यादा लोग सुबह और शाम को मॉर्निंग वॉक के लिए आ रहे हैं। यह संख्या लगातार बढऩे के कारण यहां पाथ-वे बनाया जा रहा है, जिससे लोगों को चट्टान एरिया होने से घूमने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। 3 वर्ग किलोमीटर के इस पाथ-वे पर टाइल्स लगाई जा रही हैं।
एनसीसी परेड ग्राउंड पर मनेगा गणतंत्र दिवस
भोपाल. भेल क्षेत्र में गणतंत्र दिवस समारोह मनाने की तैयारी पूरी हो गई हैं। झंडा वादन स्थलों को व्यापक रूप से सजाया गया है। मुख्य आयोजन एनसीसी परेड ग्राउंड पिपलानी में हो रहा है, जहां भेल के ईडी शशि रंजन प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इस मौके पर आयोजित होने वाली परेड में टाउनशिप में स्थिति सभी स्कूलों के बैंड मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगे। इसके साथ ही सीआईएसएफ के साथ छात्र-छात्राएं व कारखाने से संबंधित विभागों की झांकियां भी परेड में भाग लेंगी। गणतंत्र दिवस को लेकर कारखाने में आकर्षक विद्युत साज-सज्जा करने के साथ ही टाउनशिप में सभी दीवारों पर रंगरोगन किया गया है।
इन जगहों पर भी झंडा फहराने की तैयारी: भेल व्यापारी संघ द्वारा विजय मार्केट बरखेड़ा, गांधी मार्केट पिपलानी, नेहरू मार्केट बरखेड़ा, बजरंग मार्केट बरखेड़ा, कस्तूरबा मार्केट हबीबगंज, टीआरटी मार्केट गोविंदपुरा, सुभाष मार्केट, पिपलानी आदि कई जगह झंडा फहराया जा रहा है। इसके अलावा गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन भवन, ट्रांसपोर्ट नगर कोकता, उच्च पशु रोग प्रयोगशाला, बाग मुगालिया एक्सटेंशन कॉलोनी, बाग सेवनिया, साकेत नगर, शक्तिनगर, इंद्रपुरी व्यापारी संघ, अयोध्या नगर हिंदु उत्सव समिति, अन्ना नगर, कस्तूरबा नगर, गौतम नगर, आईटीआई परिसर में भी झंडा फहराया जाएगा। अयोध्या नगर हिंदु उत्सव समिति द्वारा सुबह आठ बजे झंडा वंदन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
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