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सेंसेक्स 401 अंक उछला, वर्ष 2016 में पहली बार साप्ताहिक आधार पर तेजी
30 January 2016
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 401 अंक उछलकर 24,870.69 पर बंद हुआ। इसके साथ इस साल पहला मौका है जब बाजार में साप्ताहिक आधार पर तेजी रही।
बैंक आफ जापान द्वारा नकारात्मक ब्याज दर नीति अपनाये जाने के साथ वैश्विक स्तर पर मजबूत रूख के बीच डेरिवेटिव्स श्रृंखला की शुरूआत के साथ निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी आयी। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 435.03 अंक या 1.78 प्रतिशत की मजबूती आयी। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 141.10 अंक या 1.90 प्रतिशत की तेजी रही। इससे पहले, लगातार तीन सप्ताह तक बाजार में साप्ताहिक आधार पर गिरावट देखी गयी।
यह दिलचस्प है कि 29 जनवरी 2015 के बाद सूचकांक 4,811.08 अंक या 16.21 प्रतिशत नीचे आ चुका है। उस दिन सूचकांक 29,681.77 अंक के उच्चतम स्तर पर चला गया था। हेम सिक्योरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, ‘मजबूत वैश्विक रूख तथा तेल कीमतों में तेजी के बीच बाजार ने फरवरी श्रृंखला का जोरदार स्वागत किया। साथ ही बैंक आफ जापान की नकारात्मक ब्याज दर नीति तथा रपये में मजबूती से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला।’
सटोरियों द्वारा सौदों को पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से भी बाजार में मजबूती आयी। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरूआत में गिरावट के साथ 24,347.31 अंक पर खुला लेकिन इसमें तुरंत तेजी आयी और लिवाली बढ़ने से मजबूत होता हुआ एक समय 24,911.90 अंक तक चला गया। अंत में यह 401.12 अंक या 1.64 प्रतिशत की मजबूती के साथ 24,870.69 अंक पर बंद हुआ।

BSNL कर्मचारियों को झटका- इस बार मुनाफा नहीं तो वेतन वृद्धि भी नहीं
30 January 2016
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के बीच अधिक प्रतिस्पर्धा का पक्ष लेते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने शुक्रवार को कहा कि सरकार को सार्वजनिक बैंकों के निदेशक मंडल को पेशेवर बनाने के बाद इन बैंकों में निर्णय प्रक्रिया को विकेन्द्रीकृत करना चाहिए।
यहां सी.डी. देशमुख व्याख्यान में राजन ने कहा, ‘‘क्या निदेशक मंडल को रणनीति नहीं तय करनी चाहिए या अपने मुख्य कार्यकारी की नियुक्ति नहीं करनी चाहिए? उनके कार्यकारी निदेशकों के बारे में क्या कहेंगे। क्या बैंक के निदेशक मंडल के पास इन चीजों को चुनने की और स्वतंत्रता नहीं होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि निर्णय प्रक्रिया को विकेन्द्रीकृत करने से निदेशक मंडल को अपने बैंकों को बेहतर बनाने की अधिक स्वतंत्रता देने में मदद मिलेगी।
राजन ने कहा कि जब निदेशक मंडल के एक गलत निर्णय से हजारों करोड़ रपये का नुकसान हो सकता है तो निदेशक मंडल में प्रतिभाशाली लोग हों, यह सुनिश्चित करने में क्या बुराई है।
बैंकों की बैलेंस शीट के बारे में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सार्वजनिक बैंकों की सेहत सुधारने के लिए कुछ संकटग्रस्त रिणों को बट्टे खाते में डालना होगा जिससे उनके लिए विलय का मार्ग प्रशस्त होगा और बैंकों को अपने संसाधनों का महत्तम उपयोग करने में मदद मिलेगी।
सार्वजनिक बैंकों का सकल एनपीए जून, 2015 तक बढ़कर 6.03 प्रतिशत पर पहुंच गया जो मार्च, 2015 में 5.20 प्रतिशत था। राजन ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की बैलेंस शीट दुरस्त करने से उनकी वित्तीय सेहत सुधरेगी।

टाटा-जेएलआर ने एसयूवी डिफेन्डर का उत्पादन बंद किया
30 January 2016
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने डिफेन्डर युटिलिटी वाहन का अपने ब्रिटेन संयंत्र में उत्पादन बंद कर दिया है। जेएलआर के सोलीहल संयंत्र में इस प्रसिद्ध वाहन का आखिरी माडल एक समारोह के साथ निकाला गया। इस मौके पर आयोजित एक समारोह में कंपनी के 700 मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारी मौजूद थे।
जेएलआर के सीईओ राल्फ स्पेथ ने इस वाहन को कंपनी की विशाल क्षमता का उदगम बताया। उन्होंने कहा, हमारे सभी कर्मचारियों के दिलोें में डिफेन्डर के लिए हमेशा एक खास जगह रहेगी। कंपनी ने इस माडल को 68 साल पहले जारी किया था और नब्बे के दशक में इसे डिफेन्डर नाम दिया।
इस वाहन के स्वामियों में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चहिल शामिल हैं और 1966 में फिल्म बार्न फ्री और स्काईफाॠल में जेम्स बांड के साथ दिखने के बाद यह माडल सबका चहेता बन गया।


बैंक ऑफ बड़ौदा में पौने चार सौ करोड़ की धोखाधड़ी, तीन कर्मचारियों पर केस
29 January 2016
नई दिल्ली। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुजरात स्थित एक कंपनी के निदेशकों और बैंक ऑफ बड़ौदा के तीन कर्मचारियों के खिलाफ बैंक को कथित तौर पर 374.49 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया है।

सुविधाओं का हुआ गलत उपयोग
कंपनी को 374.49 करोड़ रुपये की ‘पैकिंग क्रेडिट’ सुविधा और विदेशी बिल खरीद अथवा डिस्काउंटिंग की सुविधा दी गई थी जिसका कथित तौर पर दुरुपयोग किया गया। सीबीआई ने एक वक्तव्य में कहा है, 'यह पता चला है कि 184 बिलों के एवज में कथित तौर पर कोई निर्यात नहीं किया गया। इसके अलावा कर्ज लेने वालों ने चीन में जिन तीन गोदामों के बारे में जानकारी दी थी कथित रूप से उनमें कोई स्टॉक नहीं पाया गया। बैंक द्वारा जांच कार्य के लिये नियुक्त कानूनी फर्म ने इसकी पुष्टि की गई।'

अहमदाबाद और मुंबई में तलाशी

शुरुआती जांच के आधार पर सीबीआई ने कंपनी के निदेशकों, बैंक अधिकारियों और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और आधिकारिक शक्तियों के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया है। एजेंसी ने कहा है कि मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए अहमदाबाद में दो स्थानों पर और मुंबई में एक स्थान पर तलाशी की जा रही है।

BSNL कर्मचारियों को झटका- इस बार मुनाफा नहीं तो वेतन वृद्धि भी नहीं
29 January 2016
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि यदि कंपनी लाभ में नहीं आती है तो अगले साल वेतन में कोई संशोधन नहीं किया जाएगा।

'कंपनी को लाना होगा मुनाफे में'

श्रीवास्तव ने कहा, 'यह बीएसएनएल के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण साल है क्योंकि 2017 में एक तृतीय पीआरसी (वेतन समीक्षा समिति) के तौर पर हमारा वेतन संशोधित होने जा रहा है। आपको बता दूं कि जब तक हम लाभ में नहीं आते, वेतन बढ़ने नहीं जा रहा है।' कर्नाटक में बीएसएनएल मोबाइल डाटा ऑफलोड सेवा शुरू करने के बाद उन्होंने कहा कि कंपनी को मुनाफे में लाना होगा।

सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स का मुनाफा 40 प्रतिशत घटा
29 January 2016
नई दिल्ली। दुनिया की प्रमुख मोबाइल हैंडसेट कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स का मुनाफा चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत घटा। स्मार्टफोनों व मैमोरी चिप की वैश्विक मांग में गिरावट का असर आलोच्य तिमाही में कंपनी के वित्तीय परिणामों पर दिखा है। दक्षिण कोरिया की इस कंपनी के बयान में कहा गया है कि अक्टूबर- दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 3220 अरब वोन (2.7 अरब डॉलर) रहा जो कि एक साल पहले की तुलना में 39.7 प्रतिशत कम है। इस दौरान कंपनी का परिचालन मुनाफा 16.1 प्रतिशत बढ कर 6100 अरब वोन यानी रहा।
कंपनी का कहना है कि आईटी मांग में कमी तथा प्रतिकूल कारोबारी परिस्थितियों के चलते उसे 2016 में भी कारोबार को मौजूदा स्तर पर बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।


शेयर बाजार की धीमी शुरुआत
28 January 2016
नई दिल्ली। शेयर बाजार ने हफ्ते के चौथे दिन गुरुवार के कारोबार में धीमी शुरुआत की है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल में सुस्ती नजर आ रही है और ये दोनों एक सीमित दायरे में घटते-बढ़ते नजर आ रहे हैं.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 10 अंक या 0.04 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 24,502 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 4.20 अंक या 0.06 फीसदी की बढ़त के साथ 7,442 पर कारोबार कर रहे हैं.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 10.53 अंकों की गिरावट के साथ 24,481.86 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 11.25 अंकों की गिरावट के साथ 7,426.50 पर खुला.
वहीं, रुपये की बात करें तो भारतीय रुपये में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है जिसके चलते डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की गिरावट के साथ 68.15 पर खुला है. इसके साथ ही यह फिर 68 के स्तर के ऊपर बना हुआ है.

'दुनिया में सबसे तेज वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा भारत'
28 January 2016
नई दिल्ली। वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में नरमी के बीच भारत को ‘चमकता बिंदु’ करार देते हुए सिंगापुर के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि इसके विश्व की सबसे तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था होने का पूर्वानुमान है और इसके साथ सिंगापुर के करीबी आर्थिक सहयोग से दोनों को फायदा होगा।
सिंगापुर के व्यापार एवं उद्योग मंत्री एस ईश्वरन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विभिन्न आर्थिक पहलों एवं सुधार से देश के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। ईश्वरन ने भारतीय उच्चायुक्त विजय ठाकुर सिंह द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में कहा, ‘भारत को इस साल विश्व की सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करती अर्थव्यवस्था बताया जा रहा है। 2015 की पहली छमाही में यह सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकषिर्त करने वाला देश रहा और इस दौरान नयी परियोजनाओं के लिए 31 अरब डालर का निवेश आया।’
ईश्वरन ने भारत-सिंगापुर के बीच रणनीतिक भागीदारी को भी रेखांकित किया जिससे पिछले साल दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध बढ़ा। उन्होंने कहा, ‘‘इससे दोनों देशों को विभिन्न पहलों एक दूसरे के साथ जुड़ने में मदद मिलेगी।’’

रतन टाटा ने अब एक चाय कंपनी में किया निवेश
28 January 2016
नई दिल्ली। शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा ने विशिष्ट चाय कंपनी, टीबॉक्स में निवेश किया है। गौरतलब है कि उन्होंने हाल में वैश्विक स्तर पर विभिन्न स्टार्टअप में निवेश किया है। टाटा ने इस स्टार्टअप में कितना निवेश किया है इसका खुलासा नहीं किया गया है।
टीबॉक्स के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी कौशल डगर ने कहा कि हम टाटा के विचार तथा कारोबारी सूझ-बूझ की प्रशंसा और आदर करते हुए बड़े हुए हैं जिससे टाटा समूह वैश्विक स्तर पर पहुंचा। चाय उद्योग में उनके प्रत्यक्ष अनुभव और संरक्षण से टीबॉक्स को भारत का पहला वैश्विक चाय ब्रांड बनने में मदद मिलेगी।
टाटा सन्स के मानद अध्यक्ष स्टार्टअप में सक्रियता से निवेश करते रहे हैं चाहे ई-वाणिज्य हो या टैक्सी परिचालन कंपनियां। उन्होंने स्नैपडील, कार्या, अर्बन लैडर, ब्ल्यूस्टोन, कार देखो, सबसे टेक्नोलाजीज, जियोमी और ओला में निवेश किया है।


बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार, 27 534 के स्तर पर सेंसेक्स
27 January 2016
नई दिल्ली। यूरोप और जापान में प्रोत्साहन पैकेजों की उम्मीद में एशियाई बाजारों में तेजी और अमेरिका में भयंकर तूफान के बाद तेल की कीमतों में उछाल आने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 50 अंक की बढ़त लेकर बंद हुआ।
ब्रोकरों ने कहा कि अमेरिका में यह अटकल जोरों पर है कि फेडरल रिजर्व फिलहाल दरों में वृद्धि टालेगा। इससे शेयरों पर सकारात्मक असर पड़ा। इसके अलावा, निचले स्तर पर मौजूद प्रमुख शेयरों में लिवाली समर्थन से भी बाजार की धारणा मजबूत हुई।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और कारोबार दौरान दिन के उच्च स्तर 24,650.57 अंक तक गया। हालांकि दूसरे पहर मुनाफा वसूली से यह शुरुआती तेज बढ़त कायम न रख सका और 50.29 अंक मजबूती के साथ 24,485.95 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 473.45 अंक चढ़कर बंद हुआ था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 7,487.15 और 7,421.20 अंक के दायरे में घूमने के बाद 13.70 अंक की बढ़त लेकर 7,436.15 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल 30 में से 15 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए जिसमें टाटा स्टील में सबसे अधिक 2.73 अंक की बढ़त दर्ज की गई। कल गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में बाजार बंद रहेंगे।

लोगों को निर्णय करने की आजादी हो: रतन टाटा
27 January 2016
नई दिल्ली। ‘असहिष्णुता’ को लेकर बढ़ती बहस के बीच उद्योगपति रतन टाटा ने कहा है कि किसी को क्या करना है, उसका फैसला करने की आजादी उसे होनी चाहिए और लोग क्या करें या क्या न करें, यह बताने में सरकार की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। इससे दुनिया में हमारे देश की छवि बेहतर होगी।
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने यहां एक कार्यक्रम में सोमवार को कहा कि यदि भारत को अभी और भविष्य में चमकना है तो लोगों को निर्णय करने की आजादी होनी चाहिए। सरकार निगरानी कर सकती है, लेकिन वह यह नहीं बता सकती कि लोग क्या करें।

पांच साल तक बढ़ने के बाद पहली बार घटा वैश्विक इस्पात उत्पादन
27 January 2016
नई दिल्ली। लगातार पांच साल तक बढ़ोतरी दर्ज करने के बाद पिछले साल पहली बार वैश्विक इस्पात उत्पादन 2.8 प्रतिशत घटकर 1.62 अरब टन पर आ गया है। विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यूएसए) ने सोमवार को कहा कि कुल वैश्विक उत्पादन में चीन का हिस्सा आधा है।दुनिया के सबसे बड़े इस्पात उत्पादक और उपभोक्ता देश चीन ने पिछले साल 80.38 करोड़ टन इस्पात का उत्पादन किया।
यह 2014 की तुलना 2.3 प्रतिशत कम है। हालांकि, वैश्विक इस्पात उत्पादन में चीन का हिस्सा मामूली 0.2 प्रतिशत बढ़कर 49.5 प्रतिशत रहा। डब्ल्यूएसए ने कहा कि ओशिनिया को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में कच्चे इस्पात उत्पादन में कमी आई है। 2009 के बाद पहली बार वैश्विक स्तर पर इस्पात उत्पादन घटा है। उस साल कुल उत्पादन 1.24 अरब टन रहा था। दूसरे सबसे बड़े उत्पादक जापान का उत्पादन 2015 में पांच प्रतिशत घटकर 10.52 करोड़ टन पर आ गया।
एशिया का कुल उत्पादन 2.3 प्रतिशत घटकर 1.11 अरब टन रह गया। वहीं, भारत का उत्पादन 2.3 प्रतिशत बढ़कर 8.32 करोड़ टन पर पहुंच गया।


शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 159 अंक मजबूत होकर खुला
25 January 2016
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज शुरुआती कारोबार में 159 अंक से अधिक की तेजी के साथ 24,595.13 अंक पर खुला।
कारोबारियों के अनुसार निवेशकों की लिवाली तथा यूरो क्षेत्र को यूरोपीय केंद्रीय बैंक की तरफ से प्रोत्साहन मिलने के संकेत से अन्य एशियाई बाजारों में तेजी से घरेलू बाजार में अच्छी शुरुआत देखने को मिली।
इसके अलावा जनवरी महीने के डेरिवेटिव्स खंड के गुरूवार को समाप्त होने से पहले सौदों को पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से बाजार में तेजी आयी। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 159.47 अंक या 0.65 प्रतिशत मजबूत होकर 24,595.13 अंक पर खुला। वाहन, स्वास्थ्य, पूंजीगत वस्तु, धातु एवं बैंक की अगुवाई में सभी खंडों में तेजी देखने को मिली। शुक्रवार को सेंसेक्स 473.45 अंक मजबूत हुआ था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 60.40 अंक या 0.81 प्रतिशत मजबूत होकर 7,482.85 अंक पर खुला।

रसोई गैस सिलिंडर बुक करते समय अब कीजिए ऑनलाइन पेमेंट
25 January 2016
नई दिल्ली। रसोई गैस या एलपीजी सिलिंडर की बुकिंग के वक्त ही अब उपभोक्ता उसके लिए ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस सुविधा की शुरूआत की।
प्रधान ने ट्वीट किया , ‘ उपभोक्ताओं की सुविधा, पारदर्शिता और कैशलेस लेन देन के उद्देश्य से रसोई गैस (एलपीजी) रीफिल के लिए अब ‘ऑनलाइन भुगतान सेवा’ शुरू की गई है। ’ इससे पहले रसोई गैस ऑनलाइन बुक कराने की सुविधा तेल विपणन कंपनियों .. इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के लिए ही थी और उपभोक्ताओं को दुकान पर या सिलिंडर की आपूर्ति होने पर नगद भुगतान करना पड़ता था।

भारत-फ्रांस के बीच 16 समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर
25 January 2016
नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के आगमन पर आज यहां भारत व फ्रांस के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के 16 करार किए गए जिनमें महिंद्रा समूह तथा यूरोपीय विमान कंपनी एयरबस समूह के बीच भारत में हेलीकॉप्टर विनिम्राण के साझा उद्यम का समझौता तथा स्मार्ट शहर से जुड़े तीन करार शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेहमान राष्ट्रपति की उपस्थिति में हुए इन समझौतों में शहरी विकास, शहरी परिवहन, जल व कचरा शोधन व सौर उर्जा जैसे क्षेत्रों से जुड़े समझौते भी शामिल हैं। राष्ट्रपति ओलोंद तीन दिन की भारत यात्रा पर आज यहां पहुंचे। एयरबस समूह व महिंद्रा के बीच समझौता ‘मेक इन इंडिया’ पहल का ही एक हिस्सा है। इस पर भारत में एयरबस ग्रुप अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक पियरे डी बासेट ने तथा महिंद्रा एयरोस्पेस के समूह अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला ने हस्ताक्षर किए।
स्मार्ट शहर पहल के तहत हुए तीन समझौतों में फ्रांस की विकास एजेंसी एएफडी चंडीगढ, नागपुर व पुदुचेरी में के विकास के लिए सबंधित सरकारों की मदद करेगी। उद्योग मंडल सीआईआई के अध्यक्ष सुमित मजूमदार के अनुसार ये समझौते तकनीकी सहायता के लिए और इसके तहत ्रफांस के शहरी विकास क्षेत्र विशेषज्ञ इन शहरों में तैनात रहेंगे।
भारत के एसआईटीएसी ग्रुप और फ्रांस के ईडीएफ एनर्जी नावेलेस कंपनी के बीच भी संयुक्त उद्यम संबंधी समझौता किया गया है। इसके तहत फ्रांसीसी कंपनी गुजरात में स्थानीय कंपनी के नवीकरणीय उर्जा कारोबार में आधी हिस्सेदारी खरीदेगी। यह करार 15.5 करोड़ यूरो का है और इसके तहत 142 मेगावाट सौर बिजली उत्पादित होगी।
इस दौरान फ्रांस की परमाणु व वैकल्पिक उर्जा एजेंसी सीईए और क्राप्टन ग्रीव्ज (सीजी) के बीच भी आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। यह करार दोनों देशों के उद्मियों की बैठक के दौरान हुए। इसके तहत दोनों कंपनियां भारत में हवाई अड्डों पर सौर पाल व सौर उर्जा भंडारण के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाएं तलाशेंगी और सहयोग करेंगी।
इसके अलावा फ्रांस की नौ कंपनियों ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंजीनियरिंग प्रोजेक्टस इंडिया (ईपीआई) लिमिटेड के साथ नयी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग संबंधी समझौते किए। इन कंपनियां में एलस्ताम ट्रांसपोर्ट, सीएएन, दसाल्त, ईडीएफ एनर्जी नोवेलस, एजिस, लयूमीप्लान, पोमागल्सकी, श्नाइडर इलेक्ट्रिक व थेलेस शामिल है।


शेयर बाजारों में भारी उछाल, 473 अंक चढ़कर बंद हुआ सेंसेक्स
23 January 2016
नई दिल्ली। शेयर बाजारों में आज जोरदार तेजी आयी और बंबई शेयर बाजार का मुख्य सूचकांक 20 महीने के न्यूनतम स्तर से उबरते हुए 473 अंक सुधर कर 24,435.66 अंक पर बंद हुआ। यूरो क्षेत्र को ताजा प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद तथा तेल कीमतों में उछाल से बाजार में मजबूती आयी।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपया 36 पैसे मजबूत होकर 67.66 पर पहुंचने से भी धारणा मजबूत हुई। हालांकि साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स कुल मिलाकर 19.38 अंक या 0.07 प्रतिशत नीचे आया जबकि नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 15.35 अंक या 0.20 प्रतिशत की गिरावट आयी।
यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) से समस्या में घिरी यूरो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलने के संकेत तथा कच्चे तेल के दाम बढ़कर 30 डालर प्रति बैरल पर पहुंचने से घरेलू बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रुड का भाव 1.52 डालर या 5.2 प्रतिशत मजबूत होकर 30.77 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ 24,122.06 पर खुला और एक समय दिन के उच्च स्तर 24,472.88 अंक तक चला गया। अंत में यह 473.45 अंक या 1.98 प्रतिशत मजबूत होकर 24,435.66 अंक पर बंद हुआ। पांच अक्तूबर के बाद किसी एक दिन में यह सबसे बड़ी तेजी है। पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में 517.63 अंक की गिरावट आयी थी। 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 145.65 अंक या 2.0 प्रतिशत मजबूत होकर 7,422.45 अंक पर बंद हुआ।।

वैश्विक नरमी का मुकाबला कर सकता है भारत : अरुण जेटली
23 January 2016
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि भारत सुधारों को आगे बढ़ाकर और जिम्मेदारी भरी आर्थिक योजनाओं के साथ वैश्विक नरमी का सफलतापूर्वक मुकाबला कर सकता है। जेटली ने अनिश्चित वैश्विक अर्थव्यवस्था की चुनौती से निपटने के भारत के संभावित उपायों पर अपना दृष्टिकोण रखते हुए यहां यह बात कही। उन्होंने विश्वास जताया कि चीन और अमेरिकी अर्थव्यवस्थाओं में बनी प्रतिकूल परिस्थितियों में भी भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी मजबूती को साबित करेगी।
जेटली ने कहा कि वैश्विक नरमी के असर को अपने से दूर रखने के लिए भारत को ढांचागत सुधारों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के सालाना बैठक में यहां पहुंचे भागीदारों तथा वैश्विक नेताओं में आर्थिक परिस्थितियों को लेकर चिंता है। उन्होंने कहा, ‘यदि भारत अपने सुधारों को लगातार जारी रखता है और जिम्मेदारी से आर्थिक योजना बनाता है तो वह दुनिया की भीड़ों से अलग दिख सकता है।’ जेटली ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘वर्ष 2001, 2008 और 2015 में भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक मंदी और संकट का सामना करते हुये मजबूती का दिखाई, आज हम परिस्थिति का सामना करने और अपनी मजबूत क्षमता को दिखाने के लिये पहले से बेहतर स्थिति में हैं।’
जेटली ने कहा कि यहां पहुंचे वैश्विक आर्थिक प्रमुखों की बैठकों में साफ दिखाई देता है कि धारणा चिंता वाली है क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था काफी अनिश्चिता का सामना कर रही है। उन्होंने कहा, ‘एक साथ कई चुनौतियां खड़ी हुई हैं। चीन को लेकर चिंता बढ़ी है हालांकि चीन ने खुद कहा है कि उसके लिये द्विअंकीय वृद्धि हासिल करना लगातार संभव नहीं है और अब वह 7 प्रतिशत वृद्धि को अपनी सामान्य वृद्धि मानकर आगे बढ़ रहे हैं। फिर भी चीन को लेकर दुनिया भर में काफी चिंतायें हैं।’
वित्त मंत्री ने कहा कि तेल, धातु और उपभोक्ता जिंस उत्पादक देश सभी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और अमेरिका में इसको लेकर चिंता बढ़ी है कि चौथी तिमाही बेहतर परिणाम वाली नहीं होगी। उन्होंने कहा इन मुद्दों को लेकर वैश्विक अनिश्चितता बढ़ी है और निवेश में नये सामंजस्य बिठाने का रुझान बढ़ा है। कई बाजारों से पैसा निकाला जा रहा है और उसे दूसरी जगह निवेश किया जा रहा है। अनिश्चितता के माहौल में निवेशक सतर्क है और जोखिम को लेकर चौकन्ने हैं।’
जेटली ने कहा, ‘यही वजह है कि दुनियाभर के शेयर बाजारों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। शेयर बाजार आपस में जुड़े हैं और दुनिया के ज्यादातर हिस्से में मुद्राओं की विनिमय दर पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। भारत के मामले में भी प्रभाव पड़ा है लेकिन देश की मुद्रा पर प्रभाव सबसे कम है।’ पिछले कुछ दिनों से भारतीय रुपया विदेशी मुद्रा की निकासी से कमजोर पड़ा है। गुरुवार को यह अमेरिकी डालर के मुकाबले 29 माह के निम्न स्तर 68.02 रुपये प्रति डालर तक गिर गया था।
जेटली यहां विश्व आर्थिक मंच की बैठक में एक बड़े भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे है। भारत के प्रतिनिधमंडल में सीआईआई सहित कई भारतीय उद्योग मंडलों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।

दो माह के उच्च स्तर को छूने के बाद सोना, चांदी सस्ता
23 January 2016
नई दिल्ली। आभूषण विक्रेताओं की मांग में गिरावट के बीच वैश्विक बाजार से कमजोरी का संकेत लेते हुए राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत दो माह के उच्चतम स्तर को छूने के बाद आज 250 रुपये की गिरावट के साथ 26,650 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत भी 250 रुपये की गिरावट के साथ 34,400 रुपये प्रति किलो रह गयी। बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में कमजोरी के रुख, मौजूदा उच्च स्तर पर आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की घटती मांग के कारण मुख्यत: यहां बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट आई।
आम तौर पर घरेलू बाजार में कीमतों का रख निर्धारित करने वाले बाजार, सिंगापुर में सोना 0.3 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,098.12 डॉलर प्रति औंस रह गयी। सूत्रों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रपये में सुधार के कारण आयात करना सस्ता हो गया जिससे कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
राष्ट्रीय राजधानी में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता की कीमत 250-250 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 26,650 रुपये और 26,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए। विगत दो दिनों में सोने में 550 रुपये की तेजी आई थी। गिन्नी की कीमत भी 100 रुपये की गिरावट के साथ 22,400 रुपये प्रति 8 ग्राम पर बंद हुई।
सोने की ही तरह चांदी तैयार की कीमत 250 रुपये की गिरावट के साथ 34,400 रुपये प्रति किग्रा और साप्ताहिक डिलीवरी की कीमत 285 रुपये की गिरावट के साथ 34,355 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुए। चांदी सिक्कों की कीमत भी 1,000 रुपये की गिरावट के साथ लिवाल 49,000 रुपये और बिकवाल 50,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बंद हुए।


तेजी के साथ खुले शेयर बाजार, सेंसेक्स में 300 अंक व निफ्टी 93 अंक उछला
22 January 2016
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले अच्छे संकेतों से घरेलू बाजारों ने अच्छी शुरुआत की है। सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 1 फीसद की तेजी देखने को मिल रही है। तेजी के इस माहौल में सेंसेक्स 300 अंकों से ज्यादा उछला है, तो निफ्टी 7370 के करीब पहुंच गया है।
गुरुवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार की बात करें तो नैस्डेक की चाल भले ही सपाट रही, लेकिन एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.5 फीसदी और डाओ जोंस 0.75 फीसदी तक बढ़कर बंद हुए हैं। वहीं अभी एशियाई बाजारों में शंघाई कम्पोजिट की चाल सुस्त है, लेकिन बाकी एशिया के बाकी शेयर बाजारों में 0.5-3 फीसदी की मजबूती देखने को मिल रही है। निक्केई 3 फीसदी तक चढ़ा है।
घरेलू बाजारों में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स करीब 1 फीसदी बढ़कर 12075 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 1 फीसदी बढ़कर 10460 के स्तर पर पहुंच गया है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 310 अंक यानि 0.8 फीसदी की तेजी के साथ 24272 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 93 अंक यानि 0.9 फीसदी की मजबूती के साथ 7370 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

देश स्थिरता और विश्वसनीयता के लिए बदल रहा टैक्स कानून: अरुण जेटली
22 January 2016
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज (गुरुवार) कहा कि भारत स्थिरता और भरोसे के लिए अपने ज्यादातर कर कानूनों में धीरे-धीरे परिवर्तन कर रहा है और प्रस्तावित वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) कानून इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
जेटली ने कहा, ‘भारत में हमारे कराधान कानूनों को धीरे-धीरे बदलने का हमारा प्रयास रहा है जिससे विभिन्न लंबित विवादों एवं मुद्दों का समाधान निकाला जा सके और यह पक्का किया जा सके कि विवेकाधिकार की गुंजाइश खत्म हो और जहां तक कराधान कानूनों का संबंध है इसमें अधिक स्थिरता एवं भरोसा कायम हो।’ यहां 21-22 जनवरी को हो रहे कानूनी मामलों पर एक वैश्विक सम्मेलन में वीडियो के जरिए दिए एक संदेश में जेटली ने कहा कि निवेशक कानूनों में स्थिरता को तरजीह देते हैं और अनिश्चितता नापसंद करते हैं।
उन्होंने निवेशकों को आश्वस्त किया कि भारत राज्यों के बीच भी कानूनों में एकरूपता लाने की कोशिश में लगा है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘कारोबारी सुगमता बढ़ाने के लिए आवश्यक एक बड़ा कदम अंतरराज्यीय भिन्नता को घटाना और राज्यों के बीच व्यापार में बाधाओं को कम करना है। कई क्षेत्रों में केन्द्र सरकार ने एक आदर्श कानून पेश किया है और राज्यों को इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रस्तावित जीएसटी इस दिशा में एक बड़ा कदम है।’
जेटली ने कहा, ‘इससे कराधान की दरों में एकरूपता होगी, अधिक अनुपालन होगा और जाहिर तौर पर निश्चितता होगी। इससे भारत की जीडीपी को मदद मिलेगी।’ उल्लेखनीय है कि जीएसटी विधेयक पिछले तीन सत्रों से राज्यसभा में लंबित है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस चाहती है कि इसमें कोई अतिरिक्त कर न लगे और कर पर 18 प्रतिशत की संवैधानिक सीमा हो। यद्यपि केन्द्र सरकार पहली शर्त पर राजी है और यहां तक कि उसने जीएसटी को सीमित करने पर सहमति जताई है, पर उसने संविधान में सीमा तय करने से मना कर दिया है।
जेटली ने गुरुवार को एशियन बिजनेस लॉ इंस्टीट्यूट (एबीएलआई) शुरू किए जाने का स्वागत किया। इस संस्थान के सदस्यों में भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर शामिल हैं। सिंगापुर स्थित एबीएलआई का उद्देश्य कारोबार और वाणिज्य के लिए सदस्य देशों में परस्पर लाभप्रद कानूनों पर चर्चा के लिए एक मंच बनना है।

बिना सुरक्षा धागे वाले 1000 रुपये के नोट से सावधान!
22 January 2016
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने कहा है कि उसे 1,000 रपये मूल्य के नोट बिना सुरक्षा धागे के जारी किये जाने के बारे में शिकायतें मिली हैं और बैंकों से ऐसा पाये जाने पर उसे नहीं जारी करने को कहा है।
रिजर्व बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमें नासिक स्थित करेंसी नोट प्रेस में छपे 1,000 रपये मूल्य के नोट के संदर्भ में शिकायतें मिली हैं। होशंगाबाद स्थित सिक्योरिटी पेपर मिल द्वारा आपूर्ति किये गये कागज में सुरक्षा धागा नहीं है।’ केंद्रीय बैंक ने मुंबई क्षेत्र के सभी बैंकों से ऐसे नोट पाये जाने पर उसे ग्राहकों को जारी नहीं करने को कहा है। साथ ही अगर ऐसे नोट लेकर ग्राहक आते हैं और अगर वे सही हैं तो उस नोट को बदला जाए।
गौर हो कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से एक बड़ी चूक हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई द्वारा 30 हजार करोड़ रुपए की कीमत के नोट की छपाई गलत हो गई है। यह गड़बड़ी हजार रूपये के नोटों में सामने आई है। यह भी बताया जा रहा है कि इनमें से 20 हजार करोड़ रूपये तो रिजर्व बैंक के पास मौजूद है लेकिन 10 करोड़ के ये छपे हुए नोट बाजार में जारी किए जा चुके हैं। ये नोट बिना सिल्वर सिक्युरिटी थ्रेड के छापे गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक गलती का पता चलने के बाद आरबीआई और वित्त मंत्रालय ने इन नोटों को जलाने का फैसला किया है। अगर आपके पास भी ऐसा नोट आ गया है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। आरबीआई ने बैंकों को ऐसे नोट एक्सचेंज करने का आदेश दिया है।


शेयर बाजार में बढ़त के साथ शुरुआत, 230 अंक उछला सेंसेक्स
21 January 2016
नई दिल्ली। कल की भारी गिरावट के बाद आज भारतीय बाजारों की बढ़त के साथ शुरुआत हुई है। शुरुआत में ही सेंसेक्स 230 अंक उछल गया है और निफ्टी भी 7400 के करीब पहुंच गया है। बाजार में करीब 1 फीसदी की अच्छी तेजी देखी जा रही है। दिग्गज शेयरों में 1 फीसदी की बढ़त है और मिडकैप-स्मॉलकैप शेयर 1.4 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 237.46 अंक यानि 0.99 फीसदी की बढ़त के साथ 24299 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 70.65 अंक यानि 0.97 फीसदी चढ़कर 7379 के स्तर पर आ गया है।
सेक्टरवार देखें तो एफएमसीजी को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर बढ़त के हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। एफएमसीजी सेक्टर 0.20 फीसदी नीचे है। पीएसयू बैंकों में सबसे ज्यादा 2.25 फीसदी की तेजी बनी हुई है। बैंक निफ्टी में 1.78 फीसदी का भारी उछाल है। रियल्टी सेक्टर 2 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहा है। मेटल 1.47 फीसदी और एनर्जी सेक्टर 1.43 फीसदी की बढ़त दिखा रहे हैं। मीडिया शेयरों में 1.32 फीसदी की बढ़त देखी जा रही है।

हासिल की जा सकती है 8-9 प्रतिशत की वृद्धि दर: अरुण जेटली
21 January 2016
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि उतार चढ़ाव वैश्विक नियम बन गया है लेकिन भारत निश्चित रूप से अनुकूल वैश्विक माहौल में 8-9 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर सकता है।
विश्व आर्थिक मंच के सालाना सम्मेलन में यहां आए भारत व अन्य देशों के प्रमुख उद्योगपतियों ने भी कमोबेश ऐसी ही राय रखी लेकिन वे मानते हैं कि दुनिया में आज जो भी तूफान है वे भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेंगे।
जेटली ने कहा, ‘निश्चित रूप से दुनिया कठिन व चुनौतीपूर्ण हालात का सामना कर रही है। मुझे नहीं लगता कि हम बहुत विकट स्थितियों में जाने वाले हैं लेकिन उतार चढ़ाव आज का नियम है और कोई भी देश इससे बचा नहीं है।’ उन्होंने स्वीकार किया कि निर्यात घटा है, मुद्रा व शेयर बाजारों पर असर है। जेटली ने यहां एक परिचर्चा में भाग लेते हुए कहा कि सरकार हमेशा ही इस तरह की चुनौतियों से निपटने की तैयारी करती है।
उन्होंने कहा, ‘तथ्य यह है कि हम सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं, लेकिन हम और बेहतर कर सकते हैं। अच्छे माहौल व वैश्विक हालात में हम और बेहतर कर सकते हैं। दोस्ताना वैश्विक माहौल में हम यह (8-9 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल) कर सकते हैं।

'मंदी से उबरने के लिये रीयल एस्टेट क्षेत्र को मिले उद्योग का दर्जा'
21 January 2016
नई दिल्ली। मांग की कमी और आर्थिक सुस्ती से जूझ रहे रीयल एस्टेट क्षेत्र ने आगामी बजट में उसे ‘उद्योग’ का दर्जा दिये जाने की मांग की है। इसके साथ ही क्षेत्र ने आवास ऋण के ब्याज भुगतान पर मिलने वाली कर छूट मौजूदा दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपये के ब्याज तक करने का भी आग्रह किया है।
रीयल एस्टेट क्षेत्र के प्रमुख संगठन ‘नेशनल रीयल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल - (नारेडको)’ के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने सरकार को सौंपे बजट पूर्व ज्ञापन में कहा है, ‘रीयल एस्टेट क्षेत्र को उद्योग का दर्जा मिलने से काफी सहूलियत होगी। बड़ी नामी कंपनियां इस क्षेत्र में आयेंगी और कापरेरेट संस्कृति तथा अनुशासन इसमें आयेगा जिसका लाभ समग्र अर्थव्यवस्था के साथ-साथ सबसे ज्यादा ग्राहकों को मिलेगा।’
जैन ने कहा कि उद्योग का दर्जा नहीं होने से रीयल एस्टेट क्षेत्र को बैंकों तथा दूसरे संस्थानों से कर्ज लेने में काफी मुश्किलें होतीं हैं। वित्तीय संसाधन उपलब्ध नहीं होने से क्षेत्र के हालात काफी खराब होते जा रहे हैं। मांग कम होने से पूंजी घट रही है और निवेशकों तथा खरीदारों का भरोसा भी लगातार कम होता जा रहा है।’ नारेडको अध्यक्ष ने आवासीय क्षेत्र को ढांचागत क्षेत्र का दर्जा देने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी यह मांग काफी पुरानी है। आयकर कानून की धारा 80 आईए के तहत ढांचागत क्षेत्र का दर्जा मिलने से संसाधन जुटाने में सहूलियत होगी।
जैन ने आवास क्षेत्र में मांग बढ़ाने के लिये आवास ऋण के ब्याज पर मिलने वाली आयकर छूट की सीमा को मौजूदा दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपये करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा इसके साथ ही कर्ज लेने के साल से तीन साल के भीतर मकान के अधिग्रहण अथवा उसके पूर्ण होने की शर्त को भी समाप्त कर देना चाहिये। इससे आवासीय क्षेत्र को काफी प्रोत्साहन मिलेगा।


'शेयरों से 5 लाख रुपये से कम आय को कारोबारी आय नहीं माना जाए'
19 January 2016
नई दिल्ली। एक उच्च स्तरीय समिति ने सोमवार को सुझाव दिया कि शेयरों के कारोबार से 5 लाख रुपये से कम की सालाना आय को कारोबारी आय नहीं माना जाए और इस पर अल्पकालिक पूंजीगत लाभ कर को कम किया जाए। समिति ने और अधिक खुदरा निवेशकों को शेयर बाजार में आकर्षित करने के लिए यह सुझाव दिया है।
सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर वी ईश्वर समिति ने अपनी मसौदा रिपोर्ट में यह सुझाव दिया है। इस समिति का गठन आयकर कानूनों के सरलीकरण संबंधी सुझाव देने के लिए किया गया था। समिति ने इस मामले में कर आकलन अधिकारियों को दिए गए अधिकार समाप्त करने का सुझाव दिया है। आयकर आकलन अधिकारी अपने विवेकानुसार इक्विटी कारोबार आय को कारोबारी आय या अल्प:दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ की श्रेणी में रख सकते हैं।
समिति का कहना है कि इक्विटी कारोबार से पांच लाख रपये से कम आय को अल्पकालिक पूंजीगत लाभ की श्रेणी में रखने से जहां मुकद्मेबाजी घटाने में मदद मिलेगी तथा ज्यादा से ज्यादा खुदरा धन शेयर बाजारों में आ सकेगा। अल्पकालिक पूंजीगत लाभ पर 15% (व अधिभार) के हिसाब से कर लगाया जाता है जबकि कारोबारी आय पर अधिकतम 30 प्रतिशत (व उपकर) की दर से कर लगाया जाता है।

कॉल ड्रॉप: रवि शंकर प्रसाद ने इंदौर में खुद नेटवर्क गुणवत्ता को जांचा-परखा
19 January 2016
नई दिल्ली। मोबाइल पर बातचीत के दौरान काल कटने (कॉल ड्रॉप) की समस्या पर काबू पाने तथा दूरसंचार नेटवर्क गुणवत्ता सुधारने के प्रयासों के तहत संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सोमवार को इंदौर में खुद परीक्षण किए। इसके तहत प्रसाद और बीएसएनएल के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अनुपम श्रीवास्तव लगभग एक घंटे तक शहर के विभिन्न हिस्सों में गए और लैपटाप तथा अन्य उपकरणों पर नेटवर्क की गुणवत्ता को परखा।
प्रसाद ने कहा, यह सारी कवायद इसी उद्देश्य के साथ की गई ताकि समूचे विभाग को यह संदेश मिले कि हालत देखने के लिए मैं व्यक्तिगत स्तर पर परख सकता हूं। मेरे साथ चेयरमैन भी थे, लगभग एक घंटे तक हमने शहर का दौरा किया। इसका मकसद बेहतर कनेक्टिविटी, पेशेवराना रख व निगरानी सुनिश्चित करना था। निसंदेह जब कोई मंत्री व सीएमडी यह करेगा तो नीचे तक संदेश जाएगा। मंत्री ने कहा कि मुख्य शहर में नेटवर्क गुणवत्ता काफी अच्छी थी।
क्या दिल्ली, मुंबई व अन्य महानगरों में भी इसी तरह के परीक्षण किए जाएंगे यह पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, मैंने एमटीएनएल के सीएमडी तथा बीसएनएल के सम्बद्ध मुख्य महाप्रबंधकों से पहले ही कहा है कि वे इलाकों में व्यक्तिगत स्तर पर जाकर नेटवर्क की स्थिति जांचें। श्रीवास्तव ने कहा कि बीएसएनएल ने इंदौर शहर व आसपास के इलाकों में 200 और मोबाइल टावर लगाए हैं ताकि काल गुणवत्ता को सुधारा जा सके।

मारुति ने अपनी कार एस-क्रॉस के दाम में भारी कटौती की
19 January 2016
नई दिल्ली। मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी प्रीमियम क्रासओवर एस-क्रॉस के मूल्य में 2.0 लाख रुपये से अधिक की कटौती की है। कार को लेकर लोगों की ठंडी प्रतिक्रिया को देखते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया है।
कंपनी ने खुदरा दुकान सीरीज नेक्सा की शुरुआत के साथ पिछले साल 1.6 लीटर और 1.3 लीटर इंजन के साथ एस-क्रॉस लॉन्च की थी। हालांकि कीमत मुद्दे के कारण वाहन की बिक्री प्रभावित हुई।
मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक (विपणन तथा बिक्री) आर एस कलसी ने यहां संवाददाताओं से कहा, हमने 1.6 लीटर वाले मॉडल की कीमत में सुधार किया है और उसके बाद से बिक्री बढ़ी है। हालांकि कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध कीमत सूची के अनुसार कीमत में कमी 1.3 लीटर वाले संस्करण पर भी लागू होगी।
जहां 1.6 लीटर वाले संस्करण के दाम में 2,05,000 रुपए की कटौती की गई वहीं 1.3 लीटर वाले संस्करण के मूल्य में 40,000 से 66,000 रुपये की कटौती की गयी है। यह कार 8.34 - 13.74 लाख रुपए की रेंज में है।


शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स करीब 73 अंक टूटा
18 January 2016
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज के शुरुआती कारोबार में करीब 73 अंक टूटा। एशियाई बाजारों में नरमी और कंपनियों के तिमाही नतीजे उत्साहजनक नहीं रहने के बीच विदेशी कोषों की ओर से पूंजी निकासी और खुदरा निवेशकों द्वारा बिकवाली बढ़ाने से बाजार में शुरुआती कारोबार उतार-चढ़ाव भरा रहा।
सूचकांक चढ़कर 24,524.85 पर पहुंचने के बाद 72.97 अंक या 0.30 प्रतिशत टूटकर 24,382.07 पर आ गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर के नरम तिमाही नतीजे और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत गिरने के मद्देनजर पिछले दो सत्रों में सूचकांक 399.07 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 30.60 या 0.41 प्रतिशत गिरकर 7,407.20 पर आ गया।

विप्रो को 2234 करोड़ रुपये का मुनाफा
18 January 2016
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2015-2016 की तीसरी तिमाही में विप्रो का कंसोलिडेटेड मुनाफा 2234 करोड़ रुपये रहा. तीसरी तिमाही में विप्रो की की कंसोलिडेटेड बिक्री 12952 करोड़ रुपये हुई. तीसरी तिमाही में विप्रो की आईटी सर्विसेज की आय 12314 करोड़ रुपये हो गयी है. वित्त वर्ष 2015-2016 की तीसरी तिमाही में विप्रो की आईटी सर्विसेज की आय 12043 करोड़ रुपये रही थी.
वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में विप्रो की आईटी सर्विसेज का डॉलर राजस्व 183.88 करोड़ डॉलर हो गया है इसी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विप्रो की आईटी सर्विसेज का डॉलर राजस्व 183.19 करोड़ डॉलर रहा था. वित्त वर्ष 2015-2016 की तीसरी तिमाही में विप्रो की आईटी सर्विसेज का एबिटा 2482 करोड़ रुपये हो गया है.
दूसरी तिमाही में विप्रो की आईटी सर्विसेज का एबिटा 2495.2 करोड़ डॉलर रहा था. वित्त वर्ष 2015-2016 की तीसरी तिमाही में विप्रो के बीपीओ बिजनेस का एट्रीशन रेट 9.9 फीसदी हो गया है जबकि इससे पिछली तिमाही में बीपीओ बिजनेस का एट्रीशन रेट 10.2 फीसदी रहा था.

औद्योगिक उत्पादन में धीरे-धीरे होगी वृद्धि : नोमुरा
18 January 2016
नई दिल्ली। औद्योगिक उत्पादन में तीव्र गिरावट को ‘असामान्य' बताते हुए नोमुरा ने कहा कि औद्योगिक वृद्धि अभी भी सकारात्मक है और 2016 में देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहेगी. वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी नोमुरा के अनुसार औद्योगिक उत्पादन में गिरावट अनुमानों से कम है और दिसंबर में वृद्धि लौटनी चाहिए. नवंबर में औद्योगिक उत्पादन में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आयी जो चार साल में सर्वाधिक गिरावट है.
नोमुरा ने एक शोध रिपोर्ट में कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर उठा-पटक को देखते हुए औद्योगिक क्षेत्र में पुनरुद्धार धीरे-धीरे हो सकता है. इसके बावजूद, हम उम्मीद करते हैं कि भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 2016 में 7.8 प्रतिशत रहेगी जबकि 2015 में इसके 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है.'' रिपोर्ट के अनुसार वृद्धि में तेजी का कारण जिंसों की कीमत में नरमी :जो कंपनी लाभ के लिये सकारात्मक है:, मांग में वृद्धि, पूर्व में नीतिगत दर में कटौती का लाभ हस्तांतरित होना और बुनियादी ढांचे में अधिक सार्वजनिक निवेश है. साथ ही 2016 में मानसून के सामान्य रहने से भी ग्रामीण मांग को गति मिलनी चाहिए.
नोमुरा ने शोध रिपोर्ट में कहा, ‘‘दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि में तेजी आनी चाहिए लेकिन चेन्नई में बाढ़ का औद्योगिक उत्पादन पर आंशिक असर होगा.'' मुद्रास्फीति के बारे में नोमुरा ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 2016 में औसतन 5.4 प्रतिशत रहेगी जबकि पूर्व में यह 5.8 प्रतिशत थी


स्टार्टअप पर देर से जागा है भारत, विलंब के लिए मैं भी जिम्मेदार : प्रणब मुखर्जी
16 January 2016
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्टार्ट अप’ अभियान की शुरूआत से पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार रात कहा कि भारत इस पर देर से ‘जागा’ है और विलंब के लिए उन्होंने खुद को भी जिम्मेदार बताते हुए कहा कि वह पहले खुद भी प्रशासन में रहे हैं।
सिलिकॉन वैली के कुछ सीईओ के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत को अगले 10 से 15 साल में 10 फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है ताकि गरीबी और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे मुद्दे का समाधान किया जा सके। ‘स्टार्ट अप’ अभियान का जिक्र करते हुए उन्होंने सीईओ के प्रतिनिधिमंडल से कहा, ‘आपमें से कुछ ने सही कहा है कि वे नए उद्यमी आत्मविश्वास महसूस करते हैं, वे इसे करना चाहते हैं। यह सरकार का काम है कि उद्यमिता बढ़ाने के लिए माहौल तैयार करे। हमने काफी समय लिया है लेकिन हमने यह निर्णय किया है। हम जाग गए हैं।’
‘स्टार्ट अप’ अभियान का मकसद निचले स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देना है। छोटे उद्यमियों के लिए माहौल तैयार करने में हो रहे विलंब पर मुखर्जी ने कहा, ‘मैं किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता। मुझे जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी क्योंकि मैं काफी समय तक प्रशासन में रहा।’ वह पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में वित्त मंत्री रहे थे। इस पहल के लिए उन्होंने मोदी की प्रशंसा की।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को अगले 10-15 वर्षों तक 10 फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है ताकि देश को गरीबी रेखा से ऊपर लाया जा सके और शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत सुविधा और नौकरियों जैसी न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। द इंडस एंटररप्रेन्योर्स के बैनर तले सीईओ के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और कहा कि उन्होंने भारत में पढ़ाई की लेकिन सिलिकॉन वैली पहुंचने के बाद ही अमेरिकी सरकार की नीतियों के कारण अच्छा काम कर सके।
उन्होंने मांग की कि भारत को निवेशकों के लिए लाल फीताशाही कम करनी चाहिए और उनका स्वागत करना चाहिए ताकि वे देश में स्टार्ट अप कंपनियों में निवेश कर सकें। उनसे सहमत होते हुए मुखर्जी ने भारत के कई नोबल पुरस्कार विजेताओं का उदाहरण दिया और कहा कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है।

सरकार स्टार्ट-अप्स के लिए सरल कर व्यवस्था उपलब्ध कराएगी
16 January 2016
नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के लिए पारदर्शी कर व्यवस्था, आसान पंजीकरण नियम और आसान निकासी की नीति उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरण जेटली कराधान को सरल करने के बारे में कई संदभरें में पहले ही बोल चुके हैं और इस दिशा में पहल की जा रही है।
ट्विटर चैट पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘सरकार कर ढांचे में पारदिर्शता, सरलीकरण एवं स्थायित्व सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही है।’ यह पूछे जाने पर कि सरकार किस तरह का सहयोग उपलब्ध कराएगी, उन्होंने कहा, ‘आसान पंजीकरण, अनुपालन व निकासी के नियम, एक अनुकूल कर व्यवस्था, मजबूत इनक्यूबेशन नेटवर्क और बाकी कल के लिए छोड़ दें।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल स्टार्टअप्स के लिए एक कार्ययोजना पेश करेंगे।

फिर घटे पेट्रोल-डीजल के दाम
16 January 2016
नई दिल्ली। पेट्रोल कीमतों में शुक्रवार को 32 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 85 पैसे प्रति लीटर कटौती की गई। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट के बीच छह सप्ताह में यह चौथा मौका है जबकि ईंधन के दाम घटाए गए हैं।

हर 15 दिन में होती है समीक्षा

शुक्रवार को मध्यरात्रि से दिल्ली में पेट्रोल का दाम 59.03 रपये प्रति लीटर हो जाएगा। अभी यह 59.35 रुपये लीटर है। इसी तरह डीजल का दाम 45.03 रुपये से घटकर 44.18 रुपये लीटर पर आ जाएगा। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने यह जानकारी दी। 1 दिसंबर के बाद से यह ईंधन मूल्यों में चौथी कटौती है। उस दिन पेट्रोल के दाम 58 पैसे लीटर और डीजल के 25 पैसे लीटर घटाए गए थे। उसके बाद 16 दिसंबर को पेट्रोल 50 पैसे और डीजल 46 पैसे लीटर सस्ता हुआ था। वहीं 1 जनवरी को पेट्रोल के दाम 63 पैसे प्रति लीटर और डीजल के 1.06 रुपये प्रति लीटर घटाए गए।

इसलिये नहीं हो पाया और सस्ता

ईंधन कीमतों में कटौती और अधिक हो सकती थी, लेकिन सरकार द्वारा इन दो वाहन ईंधनों पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। हालांकि, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम 30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं जो इसका 12 साल का निचला स्तर है। पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा छह सप्ताह में चौथी बार दाम घटाए जाने के बाद चार महानगरों में पेट्रोल और डीजल के दाम प्रति लीटर इस प्रकार हैं।


PM मोदी ने कोरियाई CEO से की मुलाकात, कहा- 'मेक इन इंडिया' के तहत बढ़ाए निवेश
15 January 2016
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दक्षिण कोरिया की कंपनियों से ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत निवेश बढ़ाने को कहा। मोदी ने यह बात दक्षिण कोरिया के सीईओ के एक समूह से मुलाकात के दौरान कही। भारत-कोरिया व्यापार शिखर सम्मेलन के लिये यहां मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) ने मोदी से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार सहयोग बढ़ाने की संभावना पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने कोरियाई उद्योग के पेशेवर रूख और कार्य व्यवहार में नैतिकता की सराहना की जिससे कोरियाई ब्रांड भारत के घरों में छाया हुआ है। उन्होंने कोरियाई कंपनियों को भारत में अपना निवेश बढ़ाने और ‘मेक इन इंडिया’ में भाग लेने का निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि प्रमुख कोरियाई कंपनियां ठीक उसी तरह भारत में एक समूह के रूप में निवेश कर सकती हैं जैसा कि उन्होंने कोरिया में किया। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार 17 अरब डॉलर है और भारत कोरिया का 15वां सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। कोरिया की प्रमुख कंपनियों में हुंदै मोटर्स, सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स तथा एलजी यहां काम कर रही हैं।

निकट भविष्य में भारत की रेटिंग प्रभावित नहीं होगी: मूडीज
15 January 2016
नई दिल्ली। रेटिंग एजेन्सी मूडीज ने कहा है कि लक्षित राजकोषीय घाटे में मामूली घटबढ़ का निकट भविष्य में भारत की सावरेन रेटिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मूडीज की सहायक प्रबंध निदेशक (सावरेन रेटिंग्स) अत्सी सेठ ने यहां कहा कि भारत की राजकोषीय स्थिति बहुत कमजोर है। भले ही राजकोषीय लक्ष्य हासिल कर लिया जाए, राजकोषीय स्थिति कमजोर रहेगी।
इसलिए, लक्ष्य हासिल कर लेने से भी रेटिंग पर कोई खास असर पड़ने नहीं जा रहा है और मामूली चूक का भी कोई असर नहीं होगा। वैश्विक रेटिंग एजेन्सी ने देश पर सकारात्मक परिदृश्य के साथ ‘बीएए3’ की रेटिंग दे रखी है।

इन्फोसिस का तीसरी तिमाही का मुनाफा 3,465 करोड़ रुपए
15 January 2016
नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी, इन्फोसिस का संचयी मुनाफा अक्तूबर-दिसंबर 2015 की तिमाही में 6.6 प्रतिशत बढ़कर 3,465 करोड़ रुपए हो गया जो उम्मीद से बेहतर है। बेंगलूर की कंपनी को पिछले साल की इसी तिमाही में 3,250 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
इन्फोसिस ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी की संचयी आय 15.2 प्रतिशत चढ़कर 15,902 करोड़ रुपए रही जो पिछले साल की इसी तिमाही में 13,796 करोड़ रुपए थी।
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए स्थिर मुद्रा पर अपनी आय का अनुमान बढ़ाकर 12.8-13.2 प्रतिशत कर दिया। कंपनी ने अक्तूबर 2015 में स्थिर मुद्रा विनिमय दर के आधार पर आय में 10-12 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जाहिर किया था।
इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का ने कहा, ‘बुनियादी नवोन्मेष के साथ-साथ हम एकिडो सेवाओं को तेजी से अपना रहे हैं जिससे बेहतरीन प्रणाली, स्वचालन और साफ्टवेयर क्षेत्र में मजबूती आ रही है और हमारे लोगों का कौशल और उनकी कल्पनाशक्ति बढ़ी है।’


मुख्यमंत्री बिज़नेस कांफ्रेंस सिंगापुर
15 January 2016
मध्यप्रदेश की कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर श्रीमति यशोधरा राजे सिंधिया जी, हमारे हाई कमिश्नर श्री विजय ठाकुर जी, सुधीर मेहता जी, मोहम्मद सुलेमान जी, मेरे साथ आए हुए बिजनेस डेलीगेट्स और सभी सिंगापुर के बहनों और भाईयों। सबसे पहले मैं आप सबका केवल अपनी ओर से नही, मध्यप्रदेश की 7.5 करोड़ जनता की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं। मैं मध्यप्रदेश से आया हूं लेकिन खाली हाथ नही आया, मध्यप्रदेश की जनता की ओर से सिंगापुरवासियों से लिए शुभकामनाएं लेकर आया हूं। भारत में आज से हजारों साल पहले सबके मंगल की कामना के लिए एक श्लोक कहा गया है - ‘‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयाः, सर्वे भद्राणी पश्यन्तु, मा कष्चित दुःख भाव भवे।’’ ‘‘सब सुखी हों, सब निरोग हों, सबका मंगल हो, सबका कल्याण हो।’’ यह शुभकामनाएं मैं आपको देता हूं और भारतवासियों को मैं कहना चाहता हूं, आज पोंगल का त्यौहार है। दक्षिण भारत में पोंगल बड़े उत्साह से मनाया जाता है, उत्तर भारत में मकर सक्रांती का पर्व मनाते हैं, तो पोंगल की भी शुभकामनाएं और मकर सक्रांती की भी शुभकामनाएं। सिंगापुर छोटा देश है, साईज़ में और जनसंख्या में, लेकिन इस छोटे देश का दिल बहुत बड़ा है। यहाँ आकर ख़ुशी होती है, प्रसन्नता होती है। दुनिया के सभी विचारों का स्वागत करने वाला सिंगापुर है। अलग रंग हो सकता है अलग भाषा हो सकती है लेकिन सब को अपने दिल में समाने वाला सिंगापुर है। भारत में हजारों साल पहले एक श्लोक ओर कहा गया है - ‘‘अयम् निजाह परोवेती गणना लघुचेतसाम, उदारचरितानांतु वसुधैव कुटुम्बकम्’’। ये मेरा है ये तेरा है, ये सोच छोटे दिल वालों की होती है, लेकिन जो विशाल ह्दय के होते हैं वे तो कहते हैं कि सारी दुनिया ही एक परिवार है। सारी दुनिया को एक परिवार मानने वाला सिंगापुर। सचमुच में यह देश प्रभावित करता है और इसके लिए मैं सिंगापुरवासियों को बधाई देता हूं, एक ऐसा गुलदस्ता जिसमें अलग-अलग रंग के फूल खिले हैं और सिंगापुर ये कोशिश करता है कि कोई भी फूल मुरझाए ना, सारे फूल खिलते रहें और दुनिया को आगे बढ़ाते रहें। मुझे ख़ुशी होती है यंहा क्रिस्मस का त्यौहार भी मनाया गया, उसके बाद चीनी नववर्ष के स्वागत की तैयारी है, आज पोंगल का त्यौहार भी मनाया जाएगा। सही अर्थों में सारी दुनिया ही एक परिवार है उसको साकार रूप देने वाला सिंगापुर है। और इसलिए सिंगापुरवासियों को मैं बधाई देना चाहता हूं। मैं सिंगापुर से सीखने भी आया हूं लेकिन मैं सिंगापुर को बताने भी आया हूं। भारत दुनिया का अत्यंत प्राचीन और महान राष्ट्र है। पांच हजार साल पुराना तो ज्ञात इतिहास है हमारा और आज भारत तेजी से बदल रहा है। जबसे प्रधानमंत्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी जी बने पॉलिसी पेरालिसिस समाप्त हो गया, फैसले तेजी से लिए जा रहें हैं, आर्थिक विकास दर बढ़ रही है, मंहगाई घट रही है। प्रधानमंत्री जी ने अनेकों योजनाओं का एलान किया है, उनको जमीन पर उतारने का काम भी कर रहें हैं। मेक इन इंडिया, स्किल्ड इंडिया, डिजिटल इंडिया, क्लीन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, आयडियाज़ का भंडार है मोदी जी के पास। ऊर्जा से भरें हैं, उत्साह से भरें हैं, उमंग से भरें हैं और भारत भी एक नए जोश के साथ उठकर खड़ा हुआ है। आज वैसे भारत के एक प्रदेश, मध्यप्रदेश से मैने आपका स्वागत किया है।
मध्यप्रदेश जिसके बारे में अभी आपको यहाँ बताया गया। एक जमाना था जब हम भारत के पिछड़े राज्य थे, बीमारू की परिभाषा यशोधरा जी ने बताई है। सिक स्टेट, बिजली नही, पानी नही, सड़क नही, इन्फ्रास्ट्रक्चर नही, तो इनवेस्टमेंट का तो सवाल ही नही। जब मैं मध्यप्रदेश का चीफ मिनिस्टर बना जो दिल में एक जुनून था एक जज़्बा था, एक धुन थी ये पिछड़ा राज्य, बीमारू राज्य, इसको पिछड़ा नही रहने दूंगा और जब मैने पहली बार हिन्दुस्तान में कहा, कि मध्यप्रदेश को भारत का नबंर एक राज्य बनाऊंगा तो कई लोग हंसे थे उस समय, कि बीमारू राज्य कैसे नबंर एक राज्य बनेगा। लेकिन मित्रों मुझे इस बात की ख़ुशी है कि जहाँ चाह होती है वंहा राह को निकलना पड़ता है। असंभव शब्द मेरे शब्दकोष में नही है। आज भारत कहता है, पूरा देश कहता है, हम नही कहते जमाना कहता है कि हिन्दुस्तान में नबंर एक का राज्य है विकास के मामले में तो वो मध्यप्रदेश है। मध्यप्रदेश की ग्रोथ स्टोरी अगर आप सुनेंगें, वो राज्य जो एक और दो परसेंट की भी विकास दर हासिल नही कर पाता था, लगातार सात साल से डबल डिजिट में हमारी ग्रोथ रेट है, 10+1 नंबर एक हिन्दुस्तान में। पिछले साल भी हम नंबर एक थे, इस साल भी हम नंबर एक हैं। एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट के बारे में यषोधरा जी ने आपसे बात की है, सुलेमान जी ने भी आपको अपने प्रेजेंटेशन में बताया है, आसानी से भरोसा नही होता, लगातार 4 साल से 20+ ग्रोथ रेट हासिल करना अपने आप में चमत्कार है। दुनिया में संभवतः मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जिसने 20 प्लस की ग्रोथ रेट हासिल की है एग्रीकल्चर के सेक्टर में। सचमुच में एक चमत्कार जैसा हुआ है और यषोधरा जी ने एक सीक्रेट आपको ओर बता दिया, तीन बार तो कृषि के क्षैत्र में एक्सीलेंट काम करने के लिए भारत सरकार यूपीए की थी, तब भी हमको कृषि कर्मण अवार्ड मिला और आज एनडीए की है ,कल ही मैरे पास फोन आया मैरे चीफ सेक्रेटरी ने मुझे फोन करके बताया कि चौथी बार भी कृषिकर्मण अवार्ड लेने के लिए तैयार हो जाइए क्योंकि भारत सरकार ने मध्यप्रदेश को ही चुना है। लेकिन हम ये कैसे कर पाए? हम लोगों ने एक रोडमैप बनाया प्रदेश के विकास का। मैं जानता था कि बिना इन्फ्रास्ट्रक्चर के मध्यप्रदेश आगे नही बढ़ सकता। रोड नेटवर्क था नही, हमने 1 लाख 60 हजार किलोमीटर की सड़के मध्यप्रदेश में बना दीं, चारो तरफ सड़कों का जाल फैलाने का काम किया। सड़के समृद्धी की वाहिनीं हैं, बिना सड़कों के काम नही चल सकता। लेकिन पावर नही थी मध्यप्रदेश में दो घंटे चार घंटे बिजली आती थी, मेरे दिमाग में जुनून था कि 24x7 पावर देना है । मैने एनाउंस भी किया कि चौबीस घंटे बिजली दूंगा, लोग मानने को तैयार नही थे लेकिन आज मध्यप्रदेश पावर सरप्लस स्टेट है। थर्मल पावर प्लांट, हाइड्रो पावर प्लांट, सोलर, विंड, बायोमास सबका उपयोग करके हमने 16800 मेगावाट बिजली की उपलब्धता मध्यप्रदेश की धरती पर कर दी है जो मेरे मुख्यमंत्री बनने तक थी केवल 2900 मेगावाट। आज 16800 मेगावाट बिजली हमारे पास है और मध्यप्रदेश अब भारत के दूसरे राज्यों को बिजली दे रहा है कभी-कभी दिल्ली को भी बिजली की जरूरत पड़ती है तो वो मध्यप्रदेश से ही मंगाते हैं।
पावर सरप्लस स्टेट है हमारा। हमने विंड और सोलर के क्षैत्र में भी एक्सीलेंट काम किया है, अभी प्रेजेंटेशन में आपको बताया 750 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट हम मध्यप्रदेश के रीवा में लगाने जा रहें हैं और एशिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट मध्यप्रदेश के नीमच में 135 मेगावाट का हम लगा चुके हैं। विंड, सोलर, बायोमास, रिन्युएबल एनर्जी उस क्षैत्र में भी हमने तेजी से बढ़ने की कोशिश की है ताकि हम क्लाइमेट चेंज के इस माहौल को, ये जो नुकसान है उसको बदलने की हम कोशिश कर सकें। और पानी का जहाँ तक सवाल है, इरिगेटेड लेंड हमारे पास थी केवल 7.5 लाख हेक्टेयर, आज बढ़ाके हमने कर ली है 36 लाख हेक्टेयर और आने वाले पाँच सालों में हम पंहुच जाएंगें 60 लाख हेक्टेयर। एक-एक इंच जमीन की मैं सिंचाई करूंगा, अनइरिगेटेड लेंड रहेगी ही नही मध्यप्रदेश में। क्योंकि अगर खेती को फायदे का धंधा बनाना है, मैने एक मंत्र दिया, खेती को फायदे का धंधा बनाना है क्योंकि बिना खेती के मैं मध्यप्रदेश का विकास नही कर सकता। 65 प्रतिशत पापुलेशन खेती पर निर्भर थी और खेती अगर ठीक नही होती तो 65 प्रतिशत मेरी जनता के जीवन स्तर को मैं उपर नही उठा पाता, पर केपिटा इनकम नही बढ़ा पाता। खेती के लिए शर्त थी पानी, पानी लाओ, हमने डेम बनवाए, बड़े डेम, छोटे डेम, माइनर इरीगेशन प्रोजेक्ट, चेक डेम, स्टाप डेम, बोरीबंधान फिर हमारे दिमाग में आया हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमान अटलबिहारी बाजपेयी जी उनका एक सपना था ड्रीम प्रोजेक्ट था रिवर लिंकिंग, नदियां जोड़ों, जिन नदियों में ज्यादा पानी है उन नदियों को जोड़ दो कम पानी वाली नदियों से। जिस ईलाके में ज्यादा पानी है उसका पानी बहके समुद्र में न जा पाए, उन ईलाकों में ले चलो जहाँ कम पानी है। और इसलिए हमने रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट की शुरूआत मध्यप्रदेश से की। नर्मदा हमारी एक प्रमुख नदी है, नर्मदा के पानी को हमने लिफ्ट किया 350 मीटर उपर और 90 किलोमीटर दूर क्षिप्रा में डाल दिया, नर्मदा का पानी क्षिप्रा में मिल गया अब नर्मदा को हम गंभीर से जोड़ रहें हैं, फिर काली सिंध से जोड़ेंगे, फिर पार्वती से जोड़ेंगें। पूरे पानी का उपयोग हम खेती के लिए करेंगें। जब नर्मदा-क्षिप्रा जोड़ेने का अभियान मैने शुरू किया और कहा कि 13 महिने में हम यह कर देंगें तब भी लोग हंसे थे कि ये इम्पॉसिबल है ये हो नही सकता लेकिन 12 महिने में नर्मदा को क्षिप्रा से जोड़कर मध्यप्रदेश ने दिखा दिया। और मालवा जो रेगिस्तान बन रहा था, 16 लाख हेक्टेयर में हम सिंचाई करेंगें। 72 शहरों को पानी देंगें। इंडस्ट्रीयल वाटर जो उस ईलाके में उपलब्ध नही था, की व्यवस्था हम करेंगें। अब केन-बेतवा को जोड़ेंगें। अब केनल इरीगेशन नही बल्की पाईपलाईन के जरिए पानी को लिफ्ट करेंगें। हम पाईप लाइन का नेटवर्क बनाएंगें और किसान तक अपना सिस्टम पंहुचाएंगें जहाँ वो ड्रिप और स्प्रिंगलर से सिंचाई करेगा और इसी का परिणाम है। हमने किसानों को बहुत सुविधाएं दी है उनके विस्तार में मैं नही जाना चाहता, यह उसी का परिणाम है मध्यप्रदेश केवल अपने देश में नही बल्की दुनिया में कृषि के मामले में नंबर एक राज्य है। एग्रीकल्चर के बाद अब इंडस्ट्रीलाइजेशन । अब मैं निवेश और उद्योग लाना चाहता हूं क्योंकि मैं जानता हूं खेती अकेले पूरी जनता को रोजगार नही दे सकती। मुझे नौजवानों को रोजगार देना है प्रदेश की जनता के जीवन स्तर को उपर उठाना है और में इसको करके रहूंगा। इसलिए हम खेती से इंडस्ट्री की तरफ बढ़ रहें हैं और जिसमें फूड प्रोसेसिंग मेरी प्राथमिकता है। हमारे पास कृषि उत्पाद है जिसका वेल्यू एडिशन करके हम किसान को ठीक दाम देना चाहते हैं, और नौजवानों को रोजगार देना चाहते हैं। मैरे कई मित्र जिन्होने मध्यप्रदेश में उद्योग लगाएं हैं, फूड प्रोसेसिंग के सेक्टर के लोग भी यहाँ उपस्थित हैं। उन्होने सोयाप्रोसेसिंग के क्षैत्र में उत्कृष्ट काम किया है। बासमती राईस आप जानते हैं। हमारे यहाँ फलों , सब्जियों, फूलों की खेती, ग्रीनहाऊस तकनीक जैसी चारो दिशाओं में हम काम कर रहें हैं। इसके वेल्यू एडिशन के लिए हम फूड प्रोसेसिंग पर काम कर रहें हैं बाकी हमारी विशेषताएं आप जानते हैं। यहाँ खनिज संपदा है, हीरा से लेकर कोयले तक के भंडार हैं। यंहा अनेक खनिज हैं, लाईमस्टोन के भंडार हैं, कोयले के भंडार हैं जिसे हम प्रोसेस करके उद्योगों को देंगें। आयरन ओर है यंहा जिसे प्रोसेस करके बेहतर गुणवत्ता की स्टील बनाई जाती है। और आप खनिजों पर आधारित कोई उद्योग लगा सकते हैं। हम रिन्युएबल एनर्जी के क्षैत्र में वर्ल्ड लीडर बनना चाहते हैं। मध्यप्रदेश में सूरज 300 दिन चमकता है, सोलर की अपार संभावनाएं हैं, जमीन उपलब्ध है, प्रोग्रेसिव नीतियां हैं जिन्हे आप समझकर लाभ उठा सकते हैं और मध्यप्रदेश को भी सहयोग कर सकते हैं। विंड के सेक्टर में सिंगापुर की कंपनी से एमओयू साईन होने वाला है, बायोमास, आईटी उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहें हैं। मध्यप्रदेश की कमर्शियल केपिटल में आईटी कंपनियां आ चुकी हैं। हमारे टेक्स्टाईल इंडस्ट्रीज के दो लोगों ने आपसे बात की । हम आईटी पर फोकस करना चाहते हैं जिसमें रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश की आईटी पॉलिसी प्रोगे्रसिव है जैसा कि आप जानते हैं आपको इस बारे में सुलेमान ने बताया है। अर्बन प्लानिंग के क्षैत्र में हम तेजी से काम कर रहें हैं। मध्यप्रदेश विकास के सभी मानकों को प्राप्त करने की चेष्टा करेगा और यहां आपको पॉलिसी के बारे में विस्तार से न बताते हुए एक बात कहना चाहता हूं कि आएं क्यों मध्यप्रदेश और मध्यप्रदेश ही क्यों। मध्यप्रदेश में इस समय एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है और अनेक राज्य प्रतिस्पर्धा करते हैं क्योंकि देश का विकास राज्यों के विकास से ही होगा। मैं चाहता हूं भारत का हर एक राज्य आगे बढ़े और दुनिया भारत के विकास में योगदान दे और भारत दुनिया के विकास में। मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री होने के कारण मेरी जवाबदारी है कि में बताऊं कि मध्यप्रदेश ही क्यों आएं क्योंकि मध्यप्रदेश इंडस्ट्री और इन्वेस्टर फ्रेंडली है। उद्योग के लिए आवश्यक सभी चीजे मध्यप्रदेश में हैं। हमारे पास भूमि है और निवेशकों को लेंड एक्वायर करने की चिंता नही है । क्योंकि हमारे पास 25000 हेक्टेयर का लेंड बैंक है, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर के पास लेंड उपलब्ध कराएंगें । आपकों यंहा आने की भी जरूरत नही है, आप हमें अपना प्रोजेक्ट समझाइए और हम ऑनलाइन आवंटन देंगें। हमारे पास चैबीस घंटे उपलब्ध पावर है, हमारे पास सस्ती बिजली उपलब्ध है। हमारे पास पानी की कोई कमी नही है। मध्यप्रदेश शांती का टापू है यंहा लॉ एंड आर्डर की
समस्या नही है। मध्यप्रदेश में सभी लोग आते हैं और मध्यप्रदेश सभी को दिल से अपनाता है, और जो आता है वो मध्यप्रदेश का ही होकर रह जाता है, मध्यप्रदेश की जनता उसे भरपूर प्यार देती है। हमारे पास स्किल्ड मेनपावर, इंजीनियरिंग कालेज, आईआईटी, आईआईएम है, आईटीआई है। क्योंकि उद्योग भी पीपीपी मोड पर आईटीआई खोलती हैं लोगों को ट्रेंड करती है। और इसलिए स्किल्ड मेन पावर की मध्यप्रदेश में कोई कमी नही है। मध्यप्रदेश की बेटियां तीन शिफ्टों में काम करती हैं जिसकी उन्हे अनुमति है। यहाँ मेन डेज़ लॉस नही है। यहाँ हड़ताले नही होती, यंहा का कर्मचारी, मजदूर मेहनत से, ईमानदारी से काम करता है। हमने मध्यप्रदेश में सिंगल टेबल कांसेप्ट अपनाया है। एक ही टेबल पर निवेशक, मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव , मंत्री आदी बैठकर प्रपोजल आने पर उसी टेबल पर एक घंटे में ही सबकुछ क्लीयर करके आपको दे देंगे। आपकों कंही जाने की जरूरत नही। मैं हर सोमवार को अपने कार्यालय में अपने लोगों, अफसरों, मंत्रियों के साथ बैठता हूं। आप वहाँ आइए, जो हो सकता है उसके लिए हम तुरंत हाँ कहेंगें और जो नही हो सकता उसके लिए तुरंत ना कहेंगें। मैं मध्यप्रदेश में हूं, मैं आपको दिक्कत नही आने दूंगा। मैं केवल मुख्यमंत्री नही हूं, मैं सीईओ हूं मध्यप्रदेश का। आप आईए आपको मध्यप्रदेश में कोई परेशानी नही होगी और यही विश्वास दिलाने मैं यहाँ आया हूं। मध्यप्रदेश को हिन्दुस्तान का नंबर एक राज्य बनाया है और अब मेरा सपना है दुनिया के सबसे अच्छे राज्यों के बीच मध्यप्रदेश को ले जाकर खड़ा कर दूंगा, और मैं यह कह नही रहा, आप खुद कुछ सालों बाद अपने कानों से सुनेंगें कि दुनिया के सबसे विकसित राज्यों में से एक है हिन्दुस्तान का मध्यप्रदेश और मैं उसे बनाके रहूंगा। मैं यंहा अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ केवल प्रेजेंटेशन देने नही आया हूं, मैं यहाँ इतना करके बात खत्म करने नही आया क्योंकि मध्यप्रदेश जब एक बार संबंध जोड़ता है तो आसानी से तोड़ता नही है । हमने सिंगापुर वालों से भी रिश्ते जोड़ें हैं। इसलिए मैं आपको मध्यप्रदेश में आमंत्रित करता हूं, मध्यप्रदेश आपका स्वागत करता है। आप धन लगाईए आपको, हमको, मध्यप्रदेश की जनता और सभी को लाभ होगा। मैं दोनों बांहे फैलाकर मध्यप्रदेश में आपका स्वागत करता हूं। आप केवल व्यापार के लिए न आईए बल्की पर्यटन के लिए भी आइए। मध्यप्रदेश एक बहुत अच्छा राज्य है खासकर पर्यटन के क्षैत्र में। एशिया की सबसे बड़ी वाटर बॉडी इंदिरा सागर मध्यप्रदेश में है जिसमें सुंदर द्वीप हैं। हम जलमहोत्सव कर रहें हैं जो 12 फरवरी से प्रारंभ होगा जहाँ हम पानी से एक नए प्रकार का पर्यटन उभारने वाले हैं। यहाँ नौ नेशनल पार्क हैं, यंहा 3 वर्ल्ड हेरिटेज हैं, सांची है, खजुराहो और टाईगर रिज़र्व हैं उनमें आप आएंगें तो आपको टाईगर को ढूँढना नही पड़ेगा कई बार टाईगर ही आपको ढूंढ लेगा। कई बार भोपाल में, राजधानी में टाईगर दहाड़ते हैं। मध्यप्रदेश बहुत खूबसूरत है आप यहाँ घूमने आईए मैं आपका स्वागत करता हूं। इंदौर में अक्टूबर में ग्लोबल इनवेस्टर समिट होने वाली है, पिछली समिट में 32 देशों ने भाग लिया था 6 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव हमारे पास आए थे और उनमें से लगभग 2 लाख करोड़ को
हमने जमीन पर उतारने का कार्य कर दिया है। और अगली इन्वेस्टर समिट का निमंत्रण देने में यहाँ आया हूं, आप आइए। और उसके पहले आप आते हैं तो हम टाई-अप करके अनाउंसमेंट कर देंगें। हम आपको स्टेट गेस्ट्स घोषित करेंगें क्योंकि भारत की परंपरा है ‘अतिथि देवो भवः’। और एनआरआई को महाकुंभ का निमंत्रण देना चाहता हूं, अभी अप्रेल और मई में महाकुंभ मध्यप्रदेश के उज्जैन में आयोजित होने वाला है, महाकाल की नगरी में। एक कुंभ यह है और दूसरा कुंभ वैचारिक कुंभ है। दुनिया के सामने आज जो खतरे हैं जैसे क्लाईमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग, आतंकवाद इन सभी मुद्दों पर दुनिया से आए हुए विद्वान चर्चा कर रहें हैं और उज्जैन में कुम्भ के दौरान भी करेंगे और इससे जो भी निष्कर्ष निकलेगा उसे हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के सामने रखेंगे, उस वैचारिक महाकुंभ में भी आप पधारिए। मैं मध्यप्रदेश में आपका स्वागत करता हूं, आप आएंगें तो आपको लगेगा यहाँ आकर आपने कोई भूल नही की है। एक बार फिर में आपका मध्यप्रदेश की जनता की ओर से स्वागत करता हूं। आपने सिंगापुर में जो स्नेहपूर्ण स्वागत किया है उसके लिए मैं हृदय से आपका आभारी हूं। धन्यवाद, नमस्कार, प्रणाम।

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मेक इन इंडिया से 2016 में बड़ी संख्या में पैदा होंगे रोजगार
14 January 2016
नई दिल्ली। पिछले वर्ष मोदी सरकार द्वारा की गई डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी पहल के नतीजे इस साल दिखने शुरू हो गए हैं और देश में स्टार्टअप्स और ई-कॉमर्स उद्योग में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं। क्लिक जॉब्स डॉट कॉम के अध्ययन में ये निष्कर्ष सामने आए हैं।
फर्म के मुताबिक, वर्ष 2016 में रोजगार के बाजार में करीब 12 लाख नयी नौकरियां पैदा होंगी। वर्ष 2015 में सबसे अधिक नौकरियों का सृजन करने वाले क्षेत्रों में आईटी, ई-कॉमर्स, दूरसंचार, खुदरा, ढांचागत क्षेत्र, स्वास्थ्य व फार्मा, बैंकिंग एवं वित्त, मीडिया व मनोरंजन और शिक्षा क्षेत्र शामिल रहे।
अध्ययन में कहा गया है कि इस साल निजी क्षेत्र में नए कर्मचारियों की भर्ती की वृद्धि दर 45 प्रतिशत रह सकती है, जबकि वेतन वृद्धि की दर 20-30 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
क्लिक जॉब्स डॉट कॉम के निदेशक सौरव गुप्ता ने कहा, ‘‘ डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया भारत सरकार की ऐसी पहल है जिसकी वजह से देश के नौकरी के बाजार में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। इस साल विमानन उद्योग, मीडिया व मनोरंजन, शिक्षा, आईटी और ई-कामर्स में तेज वृद्धि रहने की संभावना है।’’

शेयर बाजार ने किया हैरान, सेंसेक्स 172 अंक चढ़ा
14 January 2016
नई दिल्ली। मजबूत यूरोपीय संकेतों से घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में हैरान करने वाली बढ़त दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 172 अंक की बढ़त के साथ 19 माह के निचले स्तर से उबर कर 24,854.11 अंक पर पहुंच गया। तिमाही नतीजों से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज और इन्फोसिस के शेयरों में लाभ दर्ज हुआ।
लिवाली और बिकवाली के दौर के बीच आज सेंसेक्स 570 अंक उपर-नीचे हुआ। यूरोपीय बाजारों के मजबूत रख से यहां धारणा को बल मिला। नवंबर माह में औद्योगिक उत्पादन में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह चार साल में इसकी सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं दिसंबर की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति चढ़कर 5.61 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसके बावजूद शेयर बाजार ने आज राहत दी। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 24,387.69 अंक से 24,956.54 अंक के बीच झूलने के बाद अंत में 172.08 अंक या 0.70 प्रतिशत के लाभ के साथ 24,854.11 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स में 252.30 अंक की गिरावट आई थी। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 52.10 अंक या 0.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,562.40 अंक पर पहुंच गया।
कारोबार के दौरान यह 7,425.80 अंक तक नीचे आया। सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 3.09 प्रतिशत चढ़ा। कंपनी के तीसरी तिमाही के नतीजे अगले सप्ताह आएंगे। इन्फोसिस का शेयर 3.08 प्रतिशत चढ़ गया। कंपनी के नतीजे कल आने हैं। टाटा मोटर्स के शेयर में 2.65 प्रतिशत तथा महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1.97 प्रतिशत का लाभ रहा। हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, सनफार्मा, बजाज आटो, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और ओएनजीसी के शेयर भी लाभ में रहे।

सरकार ने किसानों के लिए कम प्रीमियम पर नई बीमा योजना को मंजूरी दी
14 January 2016
नई दिल्ली। देश में लगातार दो साल से सूखे की स्थिति के बीच केंद्र ने बुधवार को एक नयी फसल बीमा योजना को मंजूरी दी है। इसके तहत किसानों अनाज एवं तिलहनी फसलों के बीमा संरक्षण के लिए अधिकतम दो प्रतिशत और उद्यानिकी तथा कपास की फसलों के लिए अधिकतम पांच प्रतिशत तक प्रीमियम रखा गया है। यह बहु-प्रतीक्षित योजना -प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना - इस साल खरीफ सत्र से लागू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज मंत्रिमंडल की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। नयी योजना मौजूदा राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एनएआईएस) और परिवर्तित एनएआईएस की जगह लेगी जिसमें कुछ अंतर्निहित खामियां हैं।
सूत्रों ने कहा, ‘मंत्रिमंडल ने नयी फसल बीमा योजना पर कृषि मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।’ उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने अनाज और तिलहनी फसलों के लिए 1.5 से दो प्रतिशत तक और उद्यानिकी तथा कपास की फसलों के बीमा के लिए पांच प्रतिश्त तक प्रीमियम रखे जाने को मंजूरी दी है। किसानों के लिए रबी के अनाज एवं तिलहनी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम जबकि खरीफ के अनाज तथा तिलहनों के लिए दो प्रतिशत प्रीमियम देना होगा। उद्यानिकी और कपास की फसल के लिए दोनों सत्रों मौसम में पांच प्रतिशत तक प्रीमियम तय किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से फसल बीमा संरक्षण का दायरा कुल 19.44 करोड़ हेक्टेयर फसल क्षेत्र के 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा जो फिलहाल इसके 25-27 प्रतिशत रकबे तक ही है। इससे इस योजना पर व्यय बढ़कर करीब 9,500 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि इस योजना में प्रीमियम पर काई सीमा नहीं होगी और बीमित राशि में भी कमी नहीं की जाएगी। इसके साथ ही संभावित दावे के 25 प्रतिशत के बराबर राशि का भुगतान सीधे किसानों के खाते में किया जाएगा और पूरे राज्य के लिए एक बीमा कंपनी होगी। साथ ही यही कंपनी स्थानीय जोखिम के लिए कृषि पर नुकसान और फसल के बाद नुकसान का आकलन भी वही करेगी।
भारतीय कृषि बीमा कंपनी लिमिटेड के साथ निजी बीमा कंपनियां इस योजना का कार्यान्वयन करेंगी। दावों से जुड़ा सारा उत्तरदायित्व बीमाकर्ता का होगा और सरकार शुरू में ही प्रीमियम सब्सिडी देगी। नयी योजना महत्वपूर्ण है क्योंकि देश मानसूनी बारिश में कमी के कारण लगातार दूसरे साल सूखे का सामना कर रहा है और सरकार चाहती है कि बीमा के दायरे में कुछ और फसलों को शामिल किया जाए ताकि किसानों को मानसून की अनिश्चितता से बचाया जा सके।


भारतीय आईटी कंपनियों के लिए झटका, अमेरिका ने एच-1बी और एल-1 वीजा के शुल्कों को बढ़ाया
13 January 2016
नई दिल्ली। अमेरिका ने लोकप्रिय एच-1बी और ए-1 वीजा की कुछ श्रेणियों में शुल्क में बड़ी वृद्धि की अधिसूचना जारी की, जिससे मुख्यत: भारतीय आईटी कंपनियों पर बुरा असर पड़ेगा।
अमेरिका सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विस (यूएससीआईएस) ने कहा कि एच-1बी वीजा की कुछ श्रेणियों के लिए आवेदकों को 18 दिसंबर, 2015 के बाद की स्थिति में अतिरिक्त 4000 डालर शुल्क का भुगतान करना होगा। इसके अलावा जो लोग कुछ खास एल -1 ए और ए-1बी के लिए आवेदन दे रहे हैं, उन्हें अतिरिक्त 4500 डालर का भुगतान करना होगा।
कंसोलिडेटेड एप्रोप्रिएशन एक्ट, 2016 का हवाला देते हुए यूएससीआईएस ने कहा कि अतिरिक्त शुल्क उन आवेदकों पर लागू होगा जो अमेरिका में 50 या उससे अधिक कर्मचारी काम पर रखते हैं और उनमें 50 फीसदी से अधिक कर्मचारी एच-1बी या एल (एल-1ए और एल-1बी शामिल) गैर अप्रवासी दर्जे के हों। इस कानून पर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 18 दिसंबर को हस्‍ताक्षर किए थे।

औद्योगिक उत्पादन 3.2% घटा, 4 साल का सबसे खराब प्रदर्शन
13 January 2016
नई दिल्ली। नवंबर माह में देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में 3.2% की गिरावट आई है। यह इस क्षेत्र का चार साल का निम्नतम प्रदर्शन है और इससे गतिविधियों में सुधार की उम्मीद टूटी है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) के आज जारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन तथा पूंजीगत सामान के उत्पादन में भारी गिरावट से औद्योगिक उत्पादन घटा है।
नवंबर, 2014 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.2% रही थी। यह अक्टूबर, 2011 के बाद आईआईपी का सबसे खराब प्रदर्शन है। उस समय औद्योगिक उत्पादन 4.7% घटा था। अक्तूबर माह के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर के आंकड़े को संशोधित कर 9.9% किया गया है जबकि प्रारंभ में इसे 9.8% बताया गया था।
आईआईपी में 75% का भारांश रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन नवंबर में 4.4% घट गया। एक साल पहले समान महीने में विनिर्माण क्षेत्र में 4.7% वृद्धि हुई थी। नवंबर, 2015 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र के 22 उद्योग समूहों में से 17 में पिछले साल के समान महीने की तुलना में गिरावट दर्ज की गई। निवेश का संकेतक देने वाले पूंजीगत सामान खंड का उत्पादन नवंबर में 24.4% घट गया। पिछले साल समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 7 प्रतिशत बढ़ा था।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 10% का हिस्सा रखने वाले बिजली क्षेत्र का प्रदर्शन भी समीक्षाधीन महीने में काफी खराब रहा। नवंबर, 2015 में इस क्षेत्र की वृद्धि दर 0.7% रही। इससे पिछले साल समान महीने में बिजली उत्पादन 10% बढ़ा था। नवंबर में खनन क्षेत्र का उत्पादन 2.3% बढ़ा। नवंबर, 2014 में यह 4% बढ़ा था। इसी तरह उपभोक्ता सामान क्षेत्र के उत्पादन में 1.3% की बढ़ोतरी दर्ज हुई जबकि एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 1.6% घटा था।
समीक्षाधीन महीने में टिकाउ उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन 13.5% बढ़ा। वहीं नवंबर, 2014 में इस क्षेत्र का उत्पादन 14.5% घटा था। उपभोक्ता गैर टिकाउ सामान क्षेत्र के उत्पादन में नवंबर, 2015 में 4.7% की गिरावट दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह 7% बढ़ा था। उद्योग मंडल एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा, औद्योगिक उत्पादन की नकारात्मक वृद्धि से देश में मांग-आपूर्ति के मौजूदा असंतुलन की स्थिति और चिंताजनक हो गई है। पूंजीगत सामान तथा उपभोक्ता गैर टिकाउ सामान क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट से पता चलता है कि उद्योग क्षेत्र की स्थिति में सुधार आने वाले दिनों की प्रमुख चुनौती होगी।
पीएचडी चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष महेश गुप्ता ने कहा, आगे चलकर परिवारों की खर्च योग्य आय बढ़ाने के प्रयास होने चाहिए। इसके लिए कराधान प्रणाली को सरल करने और लोगों को कर प्रोत्साहन बढ़ाने की जरूरत है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से नवंबर की अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 3.9% रही है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2.5% रही थी।
इस अवधि में खनन क्षेत्र का उत्पादन 2.1% बढ़ा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2.5% बढ़ा था। इसी तरह कुल उपभोक्ता सामान उत्पादन 4.1% बढ़ा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर की अवधि में 5.7% बढ़ा था। अप्रैल-नवंबर के दौरान टिकाउ उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन 11.9% बढ़ा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 15.9% घटा था।

सब्जी, अनाज महंगा, खुदरा महंगाई दर लगातार 5वें माह बढ़कर 5.61% पर
13 January 2016
नई दिल्ली। मुख्य रूप से सब्जी एवं अनाजों के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति (महंगाई दर) दिसंबर में बढ़कर 5.61% पर पहुंच गयी। यह लगातार 5वां महीना है जब उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति बढ़ी है। इससे रिजर्व बैंक के लिए अगले महीने नीतिगत दर में कटौती की गुंजाइश सीमित होगी।
यहां आज जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार आलोच्य महीने के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति भी बढ़कर 6.40% हो गयी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति इस साल नवंबर में 5.41% तथा पिछले साल दिसंबर 2014 में 4.28% थी। अनाज एवं आनाज उत्पादों के खुदरा मूल्य दिसंबर में सालाना आधार पर 2.12% बढ़े जबकि नवंबर में इस वर्ग में मुद्रास्फीति 1.7% थी।
इस दौरान मांस एवं मछली के दाम 6.57% उंचे रहे जबकि नवंबर में इनमें मुद्रास्फीति 5.34% थी। वहीं अंडे के दाम सालना आधार पर 0.97% उंचे रहे जबकि इससे पिछले महीने इसके दाम 0.5% उंचे थे। जाड़े में मांग अधिक होने से मांस, मछली तथा अंडे जैसे अधिक प्रोटीन वाले जिंसों के दाम बढ़ते हैं। हालांकि मौसमी फल दिसंबर में सस्ते हुए। हालांकि सब्जी के दामों में औसतन 4.63% की वृद्धि हुई।
दालों की महंगाई नीति निर्माताओं के लिये लगातार बड़ी चिंता का कारण बनी हुई है। इसके दाम एक साल पहले की तुलना में 45.92% उंचे हो गये जबकि नवंबर में इनकी मंहगाई दर 46.08% थी। तेल एवं वसा श्रेणी में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.06% हो गयी जबकि ईंधन तथा लाइट के मामले में यह 5.45% रही।
यस बैंक के सीईओ तथा प्रबंध निदेशक राणा कपूर ने यहां संवाददाताओं से कहा, हमें इसमें कोई अचंभा नहीं हुआ है क्योंकि उपभोक्ता मुद्रास्फीति अब भी समस्या बनी हुई है लेकिन यह रिजर्व बैंक के 6.0% के लक्ष्य से कम है। बेस इफेक्ट प्रभाव में आने के साथ सीपीआई में कमी आएगी और ब्याज दर में कटौती की काफी संभावना है। रिजर्व बैंक खुदरा मुद्रास्फीति पर नजर रखता है और उसी के आधार पर द्विमासिक मौद्रिक नीति के बारे में फैसला करता है। रिजर्व बैंक 2 फरवरी को मौद्रिक नीति की अगली समीक्षा करने वाला है।


कच्चे तेल की कीमतों में 65 रुपये/बैरल की गिरावट, और सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल!
12 January 2016
नई दिल्ली। चीन में विकास गति मंद पड़ने और आपूर्ति की बहुतायत को लेकर कायम चिंता के कारण एशियाई कारोबार में आगे और गिरावट के बाद यहां वायदा कारोबार में आज कच्चा तेल की कीमत 65 रुपये की गिरावट के साथ 2179 रुपये प्रति बैरल रह गई।
एमसीएक्स में कच्चा तेल के जनवरी डिलीवरी वाले अनुबंध के भाव 65 रुपये अथवा 2.9% की गिरावट के साथ 2,179 रुपये प्रति बैरल रह गये जिसमें 1,191 लॉट के लिए कारोबार हुआ। इसी प्रकार कच्चा तेल के फरवरी डिलीवरी वाले अनुबंध के भाव 58 रुपये अथवा 2.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,282 रुपये प्रति बैरल रह गये जिसमें 1,191 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
चीन में विकास गति मंद पड़ने और आपूर्ति की बहुतायत होने की चिंताओं के बीच एशियाई कारोबार में कमजोरी के रूख के अनुरूप यहां कच्चा तेल कीमतों में गिरावट आई लेकिन बाजार विश्लेषकों ने कहा कि दो प्रमुख उत्पादक देश, सउदी अरब और ईरान के बीच जारी तनाव से कीमत को कुछ राहत प्राप्त हुई।
इस बीच न्यूयार्क मर्केन्टाइल एक्सचेंज में कच्चा तेल के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डल्यूटीआई) के फरवरी डिलीवरी अनुबंध की कीमत 68 सेन्ट की गिरावट के साथ 32.48 डॉलर प्रति बैरल रह गई जबकि बेंट्र क्रूड की कीमत फरवरी अनुबंध की कीमत 69 सेन्ट की गिरावट के साथ 32.86 डॉलर प्रति बैरल रह गई।

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते की घोषणा होने की संभावना नहीं
12 January 2016
नई दिल्ली। सभी केंद्रीय कर्मचारी वेतन वृद्धि पर 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों से नाखुश है। पर वे इंतजार कर सकते हैं कि श्रम मंत्रालय जनवरी में ऑल इंडिया कंजूमर प्राइस इंडेक्स (AICPIN) की घोषणा कर सकते हैं।
AICPIN के अनुसार, सरकार केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता की घोषणा करेगी। महंगाई को देखते हुए केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई दी जाएगी। यह वेतन वृद्धि का मामला है! दिसंबर में ऑल इंडिया कंजूमर प्राइस इंडेक्स हाई रहेगा। परिणामस्वरूप डीए 125% से अधिक रहना चाहिए। सरकार हर छह महीने में महंगाई भत्ते (डीए) की समीक्षा करती है। सितंबर में कैबिनेट ने 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाकर बेसिक वेतन का 129 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी जो एक जुलाई 2015 से लागू हुआ।
अगर जनवरी में महंगाई भत्ता की घोषणा की जाती है तो महंगाई भत्ता 125% से अधिक होगा। नई सैलरी को रिवाइज करने का सरकार पर दबाव होगा। चूकि 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सैलरी डीए को पहले ही शामिल कर दिया गया है इसलिए संभवतः सरकार जनवरी 2016 में महंगाई भत्ते की घोषणा नही करेगी।
जबकि छठा वेतन आयोग की सिफारिशें जनवरी 2006 से लागू किया गया था। जनवरी 2006 से जून 2006 तक महंगाई भत्ता नहीं दिया गया था। महंगाई भत्ता जून 2006 से दिया गया था।

ब्लॉकबस्टर आर्थिक प्रगति के लिए देश के पास M सीरीज है: अनिल अंबानी
12 January 2016
नई दिल्ली। धूम मचाने वाली फिल्म 'मिशन इंपॉसिबल' से प्रेरित अरबपति उद्योगपति अनिल अंबानी ने रविवार को कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि को अगले स्तर पर ले जाने के लिए भारत के पास 'मेन इन इंडिया' और 'स्टार्टअप इंडिया' जैसे मिशन की अपनी सीरीज है।
अंबानी ने कहा, आपमें से ज्यादातर लोग 'मिशन इंपॉसिबल' जैसी फिल्म सीरीज से वाकिफ होंगे। आज हमारे पास इस तरह की सीरीज का अपना खुद का आर्थिक संस्करण है जिसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई (मोदी) के शुक्रगुजार हैं। यहां आंध्रा पार्टनरशिप समिट में उन्होंने कहा कि भारत के पास अपनी खुद की मिशनों की सीरीज है। ये एमआई के रूप में मेक इन इंडिया, एसआई के रूप में स्किल्ड व स्टार्टअप इंडिया, डीआई के रूप में डिजिटल इंडिया और सीआई के रूप में क्लीन इंडिया है।
उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू पर भी तारीफों की बौछार की और कहा कि महान नेता असंभव को संभव बनाने के लिए जाने जाते हैं। यह गुण हमारे प्रधानमंत्री की तरह चन्द्रबाबू में भी है। अंबानी ने कहा कि भारत को लंबे समय से 'अतुल्य भारत' के तौर पर प्रोत्साहित किया जाता रहा है और अब एक विश्वसनीय भारत, एक रचनाशील भारत और इनके सबके ऊपर 'ख्याल रखने वाला भारत' के रूप में एक नया इंडिया आकार ले रहा है जो सभी को भारत में निवेश के लिए बुला रहा है।


BSE पर जारी होगा डाक टिकट: रविशंकर प्रसाद
11 January 2016
नई दिल्ली। दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कहा कि एशिया के सबसे पुराने शेयर बाजार बीएसई पर डाक टिकट जारी किया जाएगा। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) की फ्री वाई-फाई सेवा की शुरूआत के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रसाद ने कहा, ‘मैं डाक टिकट के आपके अनुरोध से सहमत हूं। मुझे खुशी है कि आपने जो काम किया है, यह उसका आधिकारिक रूप से पहचान होगा।’
शेयर बाजार के पास तीन करोड़ पंजीकृत निवेशक हैं।

'वर्ष 2016 में चीन से तेज रहेगी भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार'
11 January 2016
नई दिल्ली। भारत उभरते बाजार वाली अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश होगा और उम्मीद है कि यह 2016 में 7.7% की वृद्धि दर्ज करेगा जो लगातार दूसरे साल चीन की आर्थिक वृद्धि से अधिक होगी। यह बात PWC की एक रिपोर्ट में कही गई।
नए साल (2016) के लिए अपने अर्थशास्त्रियों द्वारा पेश भविष्यवाणी प्रस्तुत करते हुए वैश्विक परामर्श कंपनी PWC ने कहा कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से सिर्फ भारत के 2016 के दौरान दीर्घकालिक औसत वृद्धि दर के मुकाबले तेज वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है। 7 उभरती अर्थव्यवस्थाओं - (चीन, भारत, ब्राजील, मेक्सिको, रूस, इंडोनेशिया तथा तुर्की) में से भारत का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहेगा जबकि ब्राजील और रूस की अर्थव्यवस्था में संकुचन तथा चीन की अर्थव्यवस्था में नरमी आएगी।
PWC ने कहा, हमें उम्मीद है कि भारत लगातार दूसरे साल चीन से ज्यादा तेजी से वृद्धि दर्ज करेगा और वास्तविक वृद्धि दर्ज करीब 7.7% रहेगी। इस साल जी7 अर्थव्यवस्थाओं (अमेरिका, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और कनाडा) के 2010 के बाद से अब पहली बार सबसे अधिक तेज वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है। इसके उलट 7 उभरती अर्थव्यवस्थाएं अपने रूझान के मुकाबले धीमी वृद्धि दर्ज करेंगी लेकिन जी-7 के मुकाबले फिर भी तेज रहेंगी।
पीडब्ल्यूसी (PWC) ब्रिटेन के मुख्य अर्थशास्त्री जॉन हॉक्सवर्थ ने कहा, हमें उम्मीद है कि अमेरिका में 2016 के दौरान ज्यादा तेजी से सुधार होगा जबकि ब्रिटेन में उपभोक्ता केंद्रित वृद्धि बरकरार रहेगी। हमें कम से कम यूरोक्षेत्र संकट के अंत की शुरुआत की उम्मीद है। एक समय बेहद मजबूत रहे ब्रिक्स के लिए 2016 मुश्किल वर्ष रहेगा हालांकि भारत इनमें अपवाद रहेगा। PWC के मुताबिक 2016 में चीन की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर घटकर 6.5% रहेगी क्योंकि विनिर्माण एवं निर्यात में वृद्धि दर धीरे-धीरे कम होगी। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत हालिया सुधार का लाभ उठाना बरकरार रखेगा। PWC ने कहा, भारत के केंद्रीय बैंक द्वारा पिछले साल नीतिगत दर 8% से घटाकर 6.75% करने से इस साल खपत और निवेश के समर्थन में मदद मिलेगी।

सोने की चमक बढ़ी, चांदी भी मजबूत
11 January 2016
नई दिल्ली। घरेलू हाजिर बाजार में आभूषण विक्रेताओं और फुटकर विक्रेताओं की लिवाली में तेजी के बीच मजबूत वैश्विक रुख को देखते हुए बीते सप्ताह सोने की कीमत ने फिर से 26,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को हासिल किया।
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं का उठान बढ़ने के कारण चांदी की कीमत भी सुधार दर्शाती बंद हुई। वैश्विक बाजार में न्यूयॉर्क में सोना 3.6 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,100 डॉलर प्रति डॉलर के स्तर को लांघ गया।
सप्ताह के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये का अवमूल्यन हुआ और यह तीन सप्ताह के निम्न स्तर तक नीचे चला गया। इस स्थिति के कारण आयात महंगा हो गया जिससे सोने की कीमतों की तेजी को समर्थन मिला।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया सप्ताहांत में 49 पैसों की गिरावट दर्शाता तीन सप्ताह के निम्न स्तर 66.63 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ और एक समय यह 66.97 रुपये प्रति डॉलर के निम्न स्तर को भी छू गया था।
सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि चीन द्वारा अपनी मुद्रा का अवमूल्यन करने तथा बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव की वजह से सुरक्षित निवेश के रूप में बहुमूल्य धातुओं की मांग बढ़ने के बाद वैश्विक बाजार में सोना तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर को छू गया जिससे कारोबारी धारणा को मजबूती मिली।


एयरसेल-मैक्सिस मामले में मारन बंधुओं, अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर
09 January 2016
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एयरसेल-मैक्सिस सौदे से संबंधित मनी लांड्रिंग मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन, उनके भाई कलानिधि मारन तथा चार अन्य के खिलाफ शुक्रवार को विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
ईडी ने मारन बंधुओं, कलानिधि की पत्नी कावेरी कलानिधि, मेसर्स साउथ एशिया एफएम लि. (एसएएफएल) के प्रबंध निदेशक के षणमुगम, दो कंपनियों..मेसर्स सन डायरेक्ट टीवी प्राइवेट लि. (एसडीटीपीएल) तथा एसएएफएल के नाम मनी लांड्रिंग निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत आरोपी के रूप में शामिल किया है।
जांच एजेंसी ने यह अदालत से कहा कि एयरसेल-मैक्सिस सौदे में एफआईपीबी की मंजूरी से संबंधित जांच तथा संबद्ध मामले पीएमएलए :मनी लांड्रिंग निरोधक कानून: के तहत आगे जांच का विषय है। यह मंजूरी उस समय दी गयी जब पी चिदंबरम 2006 में वित्त मंत्री थे।
आरोपपत्र दाखिल किये जाने के बाद जारी प्रेस नोट में ईडी ने कहा कि इस मामले में मौजूदा जांच की पहलुओं में एयरसेल टेलीवेंचर्स लि. तथा मैक्सिस से देश और देश के बाहर धन की प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से संदिग्ध भारतीय कंपनियों को प्राप्ति और स्थानांतरण शामिल हैं। इस संदर्भ में इस अदालत ने देश के बाहर जांच के लिये पीएमएलए की धारा 57 के तहत एक दिसंबर 2015 को सिंगापुर तथा ब्रिटेन को अनुरोध पत्र भी जारी किये। जांच एजेंसी ने यह आरोप लगाया है कि मारीशस स्थित कंपनियों ने दयानिधि के लिये दो कंपनियों एसडीटीपीएल तथा एसएएफएल को 742.58 करोड़ रपये की अवैध राशि उपलब्ध कराई।

सस्ते हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में घटे कच्चे तेल के दाम
09 January 2016
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी है। तीन दिन में भारतीय बास्केट में दाम 12.80 फीसदी गिर चुके हैं। गुरुवार को इसमें 30 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को जारी किये गये सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को भारतीय बास्केट में कच्चा तेल 29.24 डॉलर प्रति बैरल रहा, जो सोमवार को 33.54 डॉलर प्रति बैरल रहा था।

लंदन और चीन में भी दर्ज हुई गिरावट

गुरुवार को लंदन में ब्रेंट क्रूड अप्रैल 2004 के बाद पहली बार 33 डॉलर से नीचे उतर गया। कारोबार के दौरान इसने 32.16 डॉलर प्रति बैरल के निचले स्तर को भी छुआ। हालांकि चीन में गुरुवार को हुई सात फीसदी गिरावट के बाद शेयर बाजार के संभलने से कच्चे तेल में शुक्रवार को सुधार देखा गया।

सरकार को मिलेगा उत्पाद शुल्क बढ़ाने का मौका

कच्चे तेल में गिरावट से आगामी समीक्षा में पेट्रोल-डीजल के कीमतों में और कमी किये जाने की उम्मीद है। तेल विपणन कंपनियां हर महीने की 15 तारीख और अंतिम दिन पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों की समीक्षा कर आने वाले पखवाड़े के लिए नई कीमत तय करती हैं। इसके अलावा सरकार को भी इसके बहाने उत्पाद शुल्क बढ़ाकर अपने खजाने पर बोझ कम करने का मौका मिल सकता है।

बैंकों में हड़ताल से चार करोड़ का लेनदेन प्रभावित
09 January 2016
नई दिल्ली। स्टेट बैंक आफ इंडिया और सरकार की नीतियों के विरोध में कल शुक्रवार को बैंकों में हड़ताल रही। सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों ने पूरे दिन काम काज ठप रखा। ऐसे में बैंकों का करीब 400 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ। वहीं अभी आज साप्‍ताहिक अवकाश और कल रविवार होने से बैंक दो दिन और बंद रहेंगी।

कारोबार प्रभावित हुआ

सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की हुई हड़ताल में एआईबीईए (आल इंडिया बैंक एम्पलाई एसोसिएशन) के सभी सदस्य शामिल रहे। भारतीय स्टेट बैंकों की सेवा शर्तों को मनमाने तरीके से थोपे जाने सहित कई मांगों को लेकर एआईबीईए एसएसबीईए के आह्वान पर हड़ताल हुई। हालांकि वहीं सरकारी बैंकों में एसबीआई और आईडीबीआई, ग्रामीण बैंक, सहकारिता क्षेत्र के बैंक इस हड़ताल से दूर रहे। ऐसे में कल हड़ताल में कर्मचारियों के शामिल होने से बैंकों में सुबह से सन्‍नाटा पसरा रहा। ग्राहक काम न होने से निराश होकर लौट रहे थ्‍ो। बैंकों के बाहर हड़ताली कर्मचारी विरोध करते नजर आ रहे थे। ऐसे में लेन देन का काम काज न होने से बैंको का करीब 400 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ। वहीं अब आज महीने का दूसरा शनिवार होने से व कल रविवार को साप्ताहिक अवकाश के कारण बैंक दो दिन और बंद रहेंगे।

दोयम दर्जे का व्यवहार

बतातें चलें कि कल सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों कर्मचारी हड़ताल पर रहें। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगों पर भी ध्‍यान दिया जाए। उनका मांग है कि देश में चल रही कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति को समाप्‍त कर दिया जाए। वहीं स्टेट बैंक आफ इंडिया की सहायक बैंकों में कार्यरत कर्मचारियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार होता है। उनकी सेवाओं व सुविधाओं में काफी अंतर रखा जाता है। इसके अलावा 10 वें वेतनमान के दायरे में भी उनको लाया गया है। जिससे उन्‍हें उसमें शामिल किया जाए। इसके साथ ही एसबीआई की सहायक बैंकों के कर्मचारियों की मृत्यु की स्थिति में परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए। इसके अलावा अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों का मनमानी तरह से स्‍थानांतरण न किया जाए।


चाइना की स्टॉक मार्केट क्रैश: भारत सहित वैश्विक बाजारों में गिरावट का सिलसिला तेज
08 January 2016
नई दिल्ली। चीन के बाजारों से उठी चिंता ने गुरुवार को भारत सहित वैश्विक बाजारों को फिर झकझोर दिया तथा स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला और तेज हो गया। इसका असर विदेशी विनिमय बाजार पर भी दिखा तथा डॉलर के मुकाबले रुपया और टूट गया। वित्तीय और प्रतिभूति बाजार में उठापटक के बीच निवेशकों का झुकाव सोने की ओर दिखा। वैश्विक बाजार में सोने के भाव में तेजी और रुपए की कमजोरी से मूल्यवान धातुओं के स्थानीय बाजार में पीली धातु में आज अच्छा खासा उछाल आया। इसके साथ ही चांदी की चमक भी बढ गयी है।
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने निवेशकों की चिंता दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में खुद इतना दम खम है कि वह वैश्विक नरमी का मुकाबला कर सकती है। आर्थिक मामलों के सचिव शक्ति कांतादास ने साथ साथ यह भी कहा कि भारत विश्व की सबसे तेज गति से वृद्धि कर रही अर्थव्यवस्था है। साथ बंबई शेयर बाजार का मानक सूचकांक आज करीब 555 अंक की भारी गिरावट के साथ 19 महीने के न्यूनतम स्तर 24,851.83 पर बंद हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 172.70 अंक या 2.23 प्रतिशत गिर कर 7,568.30 अंक पर बंद हुआ। जमीन-जायदाद, बुनियादी ढांचा, वाहन, धातु तथा पूंजीगत वस्तु बनाने वाली कंपनियों के शेयर सर्वाधिक प्रभावित हुए।
डॉलर के मुकाबले रुपया भी 11 पैसे और टूट कर तीन सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर 66.93 पर पहुंच गया। सोने की चमक और तेज हुरही और दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना स्टैंडर्ड 400 रुपए से अधिक उछाल के साथ 26,330 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इस साल अबतक बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण में 3.0 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट आ चुकी है। सभी सूचीबद्ध शेयरों के मूल्य पर आधारित निवेशकों की कुल संपत्ति घटकर 96,91,131 करोड़ रुपये पर आ गयी जो 2015 के अंतिम कारोबारी दिन में 100.38 लाख करोड़ रुपये थी।

कॉल ड्रॉप पर नियमन लागू करने की मांग को लेकर HC में जनहित याचिका
08 January 2016
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय में गुरुवार को एक जनहित याचिका दायर की गई जिसमें कॉल ड्रॉप पर मौजूदा कानून को लागू करने की अपील की गई है। इसके अलावा इसमें यह भी अपील की गई है कि यदि बात करते-करते कॉल बीच में कटती है तो पूरी राशि माफ की जाए। न्यायमूर्ति बी डी अहमद व न्यायमूर्ति संजीव सचदेव की पीठ के समक्ष इस याचिका का उल्लेख किया गया। उन्होंने रजिस्ट्री को इस मामले को मुख्य न्यायाधीश जी रोहिणी की अदालत में सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया। मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली पीठ दूरसंचार आपरेटरों के ट्राई के नियमन के खिलाफ दायर याचिका की सुनवाई कर रही है। पीठ ने इस जनहित याचिका को 11 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
एनजीओ मौलिक भारत ट्रस्ट की याचिका में आरोप लगाया गया है कि दूरसंचार नियामक कॉल ड्रॉप की बढ़ती संख्या के बावजूद दूरसंचार आपरेटरों पर कार्रवाई करने में विफल रहा है।।

गुड़गांव में घर 25 प्रतिशत सस्ते हुए, पर बिक्री भी घटी
08 January 2016
नई दिल्ली। बीते साल गुड़गांव में घरों के दाम 25 प्रतिशत तक घट गए, लेकिन इससे मांग बढ़ाने में मदद नहीं मिली। संपत्ति सलाहकार जेएलएल ने यह बात कही है। गुड़गांव विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण रीयल एस्टेट बाजार है। जेएलएल इंडिया के मुख्य कार्यकारी (आवासीय सेवाएं) अश्विंदर राज सिंह ने एक रिपोर्ट में कहा है कि गुड़गांव भी देश के रीयल एस्टेट क्षेत्र में आई गिरावट से प्रभावित हुए बिना नहीं रहा।
बिक्री घटी, नई पेशकशों में कमी आई, दाम नीचे आए और कुल मिलाकर 2015 में पूरी धारणा प्रभावित हुई। जेएलएल ने कहा कि पिछले कुछ साल गुड़गांव के रीयल एस्टेट बाजार के लिए अच्छे नहीं रहे। इस परिदृश्य की प्रमुख वजह यह है कि अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ी और इसके लिए कीमतें उच्चस्तर पर हैं।


ग्लोबल संकेतों के बाद शेयर बाजार में जोरदार गिरावट, निफ्टी भी लुढ़का
07 January 2016
नई दिल्ली। खराब अंतरराष्ट्रीय संकेतों के चलते भारतीय बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली है। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 320 अंक लुढ़का है, तो निफ्टी 7650 के नीचे आ गया है। सेंसेक्स और निफ्टी में 1.25 फीसदी से तक की गिरावट देखने को मिली है। उधर, बुधवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार 1.2-1.5 फीसदी तक की गिरावट के साथ बंद हुए हैं। वहीं एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट नजर आ रही है। चीन में शंघाई कम्पोजिट 7 फीसदी तक टूट गया है और इसके बाद चीन में ट्रेडिंग पूरे दिन के लिए रोक दी गई है। एशिया के बाकी शेयर बाजारों में 1-2.5 फीसदी तक की कमजोरी देखने को मिल रही है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की भी तगड़ी पिटाई हो रही है। निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स 1.3 फीसदी की गिरावट के साथ 13,350 के नीचे आ गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1.25 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,700 के स्तर पर आ गया है। निफ्टी के सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में नजर आ रहे हैं। मेटल, रियल्टी, ऑटो, एफएमसीजी और बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली आई है। निफ्टी के मेटल इंडेक्स में 2.4 फीसदी, रियल्टी इंडेक्स में 2.25 फीसदी, ऑटो इंडेक्स में 1.75 फीसदी और एफएमसीजी इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 1.4 फीसदी की कमजोरी के साथ 16,210 के स्तर पर आ गया है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 320 अंक यानि 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 25,086 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 99 अंक यानि 1.3 फीसदी की कमजोरी के साथ 7,642 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बाजार में कारोबार के इस दौरान टाटा मोटर्स, वेदांता, टाटा स्टील, केर्न इंडिया, अदानी पोर्ट्स, हिंडाल्को और एक्सिस बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 4.2-2.5 फीसदी की गिरावट आई है। दिग्गज शेयरों में पावर ग्रिड 0.25 फीसदी तक बढ़ा है।
मिडकैप शेयरों में जेके टायर, एचएमटी, एबीजी शिपयार्ड, श्रेई इंफ्रा और अनंत राज सबसे ज्यादा 5.1-4 फीसदी तक लुढ़के हैं। स्मॉलकैप शेयरों में वेसुवियस इंडिया, इंडो रामा सिंथेटिक, ओरिएंट पेपर, एंड्र्यू यूल और उज्जास एनर्जी सबसे ज्यादा 5.75-4.75 फीसदी तक टूटे हैं।

दिल्ली, मुंबई में मार्च तक 4जी सेवा शुरू करेगी वोडाफोन
07 January 2016
नई दिल्ली। दूरसंचार ऑपरेटर वोडाफोन इंडिया दिल्ली और मुंबई सहित देश के शीर्ष शहरों में मार्च में 4जी सेवाओं की शुरुआत करेगी। कंपनी ने बयान में कहा, ‘वोडाफोन ने पहले से ही अपनी द्रुत गति की 4जी सेवा केरल में शुरू कर दी है। मुंबई, कोलकाता, बेंगलुर तथा दिल्ली जैसे शहरों में यह सेवा मार्च, 2016 तक शुरू की जाएगी।’
देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी ने मुंबई में 4जी सिम जारी करने शुरू कर दिए हैं। वोडाफोन इंडिया के कारोबार प्रमुख मुंबई इश्मीत सिंह ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारे ग्राहक 4जी के लिए तैयार रहें, जिससे व्यावसायिक रूप से 4जी सेवा शुरू होने के बाद वे द्रुत गति की मोबाइल इंटरनेट सेवा का लाभ उठा पाएं। इसीलिए 4जी तैयार सिम की सुविधा हम पहले से दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि कंपनी की 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में 4जी सेवा शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कंपनी अपने बड़े ग्राहकों को 4जी सिम की होम डिलिवरी की भी व्यवस्था कर रही है।

भारत में 2015 में iPhone और BMW सबसे लोकप्रिय लक्जरी ब्रांड रहे
07 January 2016
नई दिल्ली। एप्पल के आईफोन का जलवा 2015 में भारत में भी कायम रहा। गूंज इंडिया इंडेक्स 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में भारत में लग्जरी ब्रांड के रूप में एप्पल का आईफोन सबसे टॉप ब्रांड के रूप में शुमार हुआ। गूंज इंडिया इंडेक्स 2015 की रिपोर्ट आप एक्सक्लूसिव रूप से ज़ी न्यूज़ की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
एप्पल के आईफोन के बाद जो लग्जरी ब्रांड टॉप में शुमार हुए उनमें जगुआर, बीएमडब्ल्यू, लेम्बोर्गिनी आदि रहे। क्लॉदिंग लाइन ज़ारा गैर ऑटो लक्जरी ब्रांड के रूप में भारत में 2015 में सबसे टॉप पर शुमार हुआ। जबकि पूरी लिस्ट में मनीष मल्होत्रा इकलौते भारतीय ब्रांड रहे। गूंज इंडिया इंडेक्स 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक आईफोन बतौर लग्जरी ब्रांड 32.61 GPM के साथ नंबर वन पर काबिज हुआ जबकि MacBook Air कंपनी सबसे निचले पायदान पर 6.54 GPM के साथ रही।


इस साल तेल और गैस की कीमतों में नरमी बनी रहेगी: मूडीज
06 January 2016
नई दिल्ली। रेटिंग एजेन्सी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को कहा कि सतत रूप से जरूरत से अधिक आपूर्ति के चलते वैश्विक स्तर पर इस साल तेल व गैस की कीमतें नरम बनी रहेंगी जिससे तेल व गैस उत्खनन व उत्पादन उद्योग में पूंजीगत व्यय में कम से कम 20-25 प्रतिशत की कमी आएगी। रेटिंग एजेन्सी ने अपनी रिपोर्ट ‘तेल व प्राकृतिक गैस उद्योग- वैश्विक परिदृश्य’ में कहा कि जरूरत से अधिक आपूर्ति के चलते 2016 में तेल व गैस कीमतों पर दबाव बना रहेगा।
मूडीज ने कहा, ‘ओपेक एवं कई गैर ओपेक तेल उत्पादक निर्बाध रूप से उत्पादन जारी रखेंगे क्योंकि बाजार हिस्सेदारी को लेकर उनमें होड़ मची हुई है। चीन, भारत और अमेरिका जैसे प्रमुख उपभोक्ता देशों में तेल की खपत जितनी बढी है, उससे कहीं अधिक उत्पादन बढ़ा है।’

रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए निविदाएं जल्द: अरुण जेटली
06 January 2016
नई दिल्ली। बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निजी इकाइयों से और अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए सरकार अपेक्षाकृत छोटे हवाईअड्डों के प्रबंधन का ठेका उन्हें देने देने पर विचार कर रही है और साथ ही रेलवे जल्दी ही 400 स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए बोली आमंत्रित करेगी। यह बात आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कही।
उन्होंने कहा, कुछ मध्यम एवं छोटे हवाईअड्डों के प्रबंधन में निजी क्षेत्र की भागीदारी को मंजूरी देने का प्रस्ताव है। इसका उद्देश्य है कि उनकी प्रबंधन क्षमता बढ़ायी जा सके। इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फिनांस कंपनी (आईआईएफसीएल) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय निवेश एवं बुनियादी ढांचा कोष (एनआईआईएफ) की स्थापना की है और वह भागीदारी के लिए वैश्विक सावरेन एवं पेंशन कोष के संपर्क में हैं।
जेटली ने कहा कि रेलवे ने बांड जारी कर धन जुटाये हैं। वे अंतरराष्ट्रीय निवेश भी आकर्षित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, रेलवे दिशा के लिहाज से अब सही लाइन पर है। हम बुनियादी ढांचा क्षेत्र में विदेशी निवेश समेत निजी क्षेत्र को आमंत्रित कर रहे हैं यह बहुत जल्द होगा। रेलवे देश के 400 स्टेशनों के विकास के लिए निविदाएं आमंत्रित करने का प्रस्ताव लाने जा रही है। हवाईअड्डों के बारे में जेटली ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय मध्यम एवं लघु स्तर के हवाई अड्डों को सुधारने का काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, उन्हें शायद प्रबंधकार्य में दक्षता की जरूरत है, इसलिए इन कुछ हवाईअड्डों के प्रबंधकार्य में निजी भागीदारी का प्रस्ताव है। जिस पर वे विचार कर रहे हैं। मुझे लगता है कि सरकार इस संबंध में बिल्कुल स्पष्ट है कि किस दिशा में वह बढ़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक व्यय बढाने पर जोर देती रहेगी। वित्त मंत्री ने कहा, पिछले साल सार्वजनिक निवेश बढ़ाया गया और यह बढ़या जाता रहेगा क्यों कि जब आपके सामने वैश्विक नरमी का संकट होता है तो सार्वजनिक निवेश को आगे आ कर रास्ता दिखाना होता है। जेटली ने कहा कि मंत्रालय बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय सरकारी निवेश कोषों और पेंशन कोषों के साथ संपर्क में है ताकि वे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए एनआईआईएफ में भागीदार बन सकें।
उन्होंने कहा,आने वाले समय में जिस क्षेत्र में हम गंभीरता से निवेश करेंगे, वह है - बुनियादी ढांचा। जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था का सवाल है, हम इसे एक स्थायित्व वाली शक्ति बनने के हम और अधिक उत्साहजनक परिणाम प्रस्तुत कर सकेंगे। यूं भी पूरी दुनिया में संकट जैसी परिस्थिति में हमारे यहां स्थायित्व बना हुआ है।
जेटली ने कहा कि वैश्विक उतार-चढ़ाव ने चुनौती पेश की है और यह भारत पर निर्भर है कि वह उन चुनौतियों का बेहतरीन उपयोग कैसे करता है। उन्होंने कहा, विश्व बड़े उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है। यह दौर आसान नहीं है। इसलिए वैश्विक अर्थव्यवस्था से जो रझान मिलेंगे वे चुनौतीपूर्ण होंगे। तेल, जिंस और खनिज मूल्य में नरमी विश्व के अनेक देशों के लिए कठिनायी पैदा करने वाली है लेकिन भारत के लिए यह एक मौका है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि कच्चे तेल में नरमी से जो अवसर पैदा हुए हैं, उससे सरकार को बुनियादी ढांचा के मुख्य क्षेत्रों में अपनी बचत का बड़ा हिस्सा लगाने में मदद मिली। पिछले साल राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रामीण सड़क और रेल में काफी संसाधन लगाए हैं। उन्होंने कहा, इसका नतीजा अब नजर आने लगा है कि राजमार्गों से जुड़ी परियोजनाएं आगे बढ़ीं। अपेक्षाकृत अधिक सार्वजनिक निवेश के मद्देनजर जो निजी क्षेत्र की इकायां विवादों के कारण हताश थीं, उन्होंने फिर से इस क्षेत्र में प्रवेश करना शुरू कर दिया है।

4G की कमी की भरपाई के लिए BSNL लगाएगी 40000 वाई-फाई हॉट स्पॉट
06 January 2016
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी BSNL स्पेक्ट्रम के अभाव में अपने ग्राहकों को 4G सेवा उपलब्ध न करा पाने की कमी की भरपाई के लिए देश भर में अगले 3 साल में 40000 वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने की योजना पर काम कर रही है।
BSNL के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (एमडी) अनुपम श्रीवास्तव ने बताया, हम फिलहाल न तो 4G सेवा प्रदाता हैं और न ही हमारे पास यह सेवा शुरू करने के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम है। लेकिन हमने इस चुनौती से निपटने के लिए अगले 3 साल के भीतर देश भर में 40000 स्थानों पर वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। वाई-फाई का हॉट स्पॉट 4G सेवा से तेज गति से काम करता है। उन्होंने कहा कि बीएसएनएल की योजना के तहत देश के विभिन्न इलाकों में अब तक 500 वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाये जा चुके हैं। जारी वित्तीय वर्ष के अंत तक इन वाई-फाई हॉट स्पॉट की संख्या को बढ़ाकर 2,500 किया जाना है।
श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि मोबाइल सेवाओं में सुधार के लिये BSNL अपनी 5,500 करोड़ रुपये की योजना के तहत देश भर में 25000 टॉवर लगा रही है। उन्होंने कॉल ड्रॉप की समस्या से जुड़े एक सवाल पर कहा, पिछले कुछ समय से लोगों के मन में यह भ्रांति घर कर गई है कि मोबाइल के टॉवरों से निकलने वाले विकिरण से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नतीजतन कई शहरों में आबादी वाले इलाकों से ऐसे टॉवर हटा दिए गये हैं। इससे कॉल ड्रॉप की समस्या बढ़ी है। श्रीवास्तव ने बताया कि BSNL ने वित्तीय वर्ष 2014.15 में 672 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हासिल किया था। मौजूदा वित्तीय वर्ष में कम्पनी करीब 1,000 करोड़ रुपये के परिचालन लाभ की उम्मीद कर रही है। वित्तीय वर्ष 2018.19 तक कंपनी के शुद्ध लाभ कमाने की उम्मीद है।।


शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, 538 अंक लुढ़का सेंसेक्स
05 January 2016
नई दिल्ली। चीन में आर्थिक नरमी को लेकर चिंता और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव के कारण बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 537.55 अंक लुढ़ककर 26 हजार अंक के नीचे आ गया। तीन महीने से अधिक समय में यह सबसे बड़ी गिरावट है।
इसके अलावा घरेलू विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन 28 महीने के निम्न स्तर पर आने और रुपये की विनिमय दर में गिरावट से भी बिकवाली की गतिविधियां बढ़ी हैं। लंबे अवकाश के बाद सोमवार को खुले एशिया के अन्य बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा। एक निजी सर्वे में चीन में औद्योगिक उत्पादन में लगातार पांचवें महीने गिरावट की खबर का बाजार पर असर पड़ा। इसके परिणामस्वरूप शंघाई सूचकांक 7.0 फीसदी से अधिक नीचे आ गया और उसके बाद कारोबार को रोका गया।
30 शेयरों वाले सेंसेक्स में पूरे दिन गिरावट रही और अंत में यह 537.55 अंक या 2.05 फीसदी की गिरावट के साथ 25,623.35 अंक पर बंद हुआ। 22 सितंबर के बाद सेंसेक्स का यह न्यूनतम स्तर है। पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स करीब 201 अंक मजबूत हुआ था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 171.90 अंक यानि 2.16 फीसदी की गिरावट के साथ 7,791.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,937.55 से 7,781.10 अंक के दायरे में रहा। इससे पहले किसी एक दिन में सर्वाधिक गिरावट 1 सितंबर को हुई थी। उस दिन निफ्टी में 185.45 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी।
पश्चिम एशिया में तनाव से भी बाजार पर असर पड़ा। सऊदी अरब में एक शिया धर्म गुरु को मृत्युदंड के बाद ईरान के साथ विवाद गहराया गया। इस मामले के बाद सऊदी अरब ने ईरान के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिया है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम 1.64 फीसदी बढ़कर 37.89 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 45 पैसे टूटकर 66.59 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 27 नुकसान में रहे।
जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई उसमें टाटा मोटर्स (6.10 फीसदी), भारती एयरटेल (4.10 फीसदी), अडानी पोर्ट्स (3.66 फीसदी), भेल (3.45 फीसदी), एचडीएफसी (3.26 फीसदी), एसबीआई (2.94 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.83 फीसदी), एल एंड टी (2.58 फीसदी), ल्यूपिन (2.58 फीसदी), गेल (2.43 फीसदी), एक्सिस बैंक (2.35 फीसदी) और सन फार्मा (2.10 फीसदी) शामिल हैं।

सोना और चांदी के भाव में आई तेजी
05 January 2016
नई दिल्ली। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की उठान बढ़ने से चांदी की कीमत भी 325 रुपये चढ़कर 33,625 रुपये प्रति किग्रा हो गयी।
बाजार सूत्रों ने कहा कि सऊदी अरब और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से बहुमूल्य धातुओं की मांग बढ़ने से वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के कारण मुख्यत: यहां बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी आई।
वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोने के भाव 0.9 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,070.27 डॉलर प्रति औंस हो गये जबकि चांदी का भाव 0.8 प्रतिशत की तेजी के साथ 13.93 डॉलर प्रति औंस हो गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति में आम तौर पर बहुमूल्य धातुओं को निवेश के लिए सुरक्षित माना जाता है। इसके अतिरिक्त आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने से भी तेजी को समर्थन प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय राजधानी में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता का भाव 195.195 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 25,615 रुपये और 25,465 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
हालांकि, गिन्नी की कीमत 22,200 रुपये प्रति 8 ग्राम के पूर्वस्तर पर बनी रही।
सोने की ही तरह चांदी तैयार की कीमत 325 रुपये उछलकर 33,625 रुपये प्रति किग्रा और साप्ताहिक डिलीवरी 235 रुपये की तेजी के साथ 33,570 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई। दूसरी ओर चांदी सिक्का लिवाल 47,000 रुपये और बिकवाल 48,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर अपरिवर्तित बंद हुए।

विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में लगातार 10वें महीने विनिर्माण सेक्टर में गिरावट
05 January 2016
नई दिल्ली। चीन के कारखाना उत्पादन में दिसंबर में गिरावट दर्ज की गई है। आज जारी एक निजी सर्वेक्षण के मुताबिक, विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश चीन में लगातार 10वें महीने विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट दर्ज की गई।
काइक्सिन पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) दिसंबर में 48.2 अंक रहा जो इससे पिछले महीने 48.6 अंक पर था। चीन की अर्थव्यवस्था में विनिर्माण क्षेत्र का उल्लेखनीय योगदान है। पीएमआई 50 से ऊपर रहना गतिविधि में विस्तार का संकेत है, जबकि 50 से नीचे संकुचन दर्शाता है।


शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 190 अंक टूटकर आया 26000 से नीचे
04 January 2016
नई दिल्ली। पश्चिम एशिया में तनाव से एशियाई बाजारों में नरमी के रूख के बीच मुनाफा वसूली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 190 अंक टूटकर 26,000 से नीचे आ गया।
इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे टूटकर 66.35 के स्तर पर आने और वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने से का भी असर शेयर बाजार पर पड़ा।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 190.25 अंक टूटकर 25,970.65 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी भी 48.55 अंक की गिरावट के साथ 7,914.65 अंक पर आ गया।’

पतंजलि नूडल मामले में न तो देरी होगी, न ही तेजी: FSSAI
04 January 2016
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने पतंजलि नूडल मामले से किसी विशेष व्यवहार की बातों को खारिज करते हुए कहा है कि अपने नोटिस पर कंपनी के जवाब का अध्ययन करने के बाद अंतिम फैसला करेगा।
FSSAI के चेयरपर्सन आशीष बहुगुणा ने कहा, हमारे कारण बताओ नोटिस पर पतंजलि का जवाब हमें मिल गया है। हम इसका अध्ययन कर रहे हैं और प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने, मामले में इसलिए देरी या जल्दबाजी नहीं की जाएगी कि यह पतंजलि से सम्बद्ध है। नवंबर 2015 में FSSAI ने पतंजलि आयुर्वेद तथा आकाश योग हेल्थ प्राडक्टस को खाद्य सुरक्षा व मानक कानून के कथित उल्लंघन तथा बिना वैध मंजूरी के पतंजलि आटा नूडल बनाने तथा बेचने के लिए नोटिस जारी किया था।
योग गुर रामदेव द्वारा प्रवर्तित पतंजलि आयुर्वेद ने 15 रुपये की कीमत वाल आटा नूडल पैक (70 ग्राम) लॉन्च किया था। पतंजलि ने FSSAI के दावों का खंडन करते हुए जोर दिया कि उसके पास पास्ता के लिए लाइसेंस है और नियामक के वर्गीकरण के लिहाज से नूडल भी इसी के तहत आते हैं।

पिछले दो साल में एक रुपये के 16 करोड़ नोट जारी किए गए: RTI
04 January 2016
नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने पिछले दो वर्ष में एक रुपये के 16 करोड़ नोट जारी किए हैं। RTI कानून के मिली सूचना में यह खुलासा किया गया। सरकार ने करीब दो दशक पहले एक रुपये के नोट छापना बंद कर दिए थे। दिल्ली के RTI कार्यकर्ता सुभाष चन्द्र अग्रवाल और मुंबई के RTI कार्यकर्ता मनोरंजय राय ने अलग-अलग RTI दाखिल कर सरकार द्वारा पिछले 20 वर्षों में जारी किए गए एक रुपये के नोट की संख्या के बारे में पूछा था।
करेन्सी नोट प्रेस के जन सूचना अधिकारी जी. कृष्ण मोहन द्वारा दिए गए जवाब में कहा गया, वर्ष 1994-95 में एक रुपये मूल्य के कुल 4 करोड़ नोट जारी किए गए थे। इसके बाद वित्त वर्ष 1995-96 से 2013-14 तक एक रुपये का कोई नोट जारी नहीं किया गया। हालांकि, वित्त वर्ष 2014-15 में एक रुपये के कुल 50 लाख नोट और चालू वित्त वर्ष में 15.5 करोड़ नोट बाजार में फिर से जारी किए गए। जवाब में आगे बताया गया कि वित्त वर्ष 1994-95 में एक रुपये मूल्य के 4 करोड़ नोटों की उत्पादन लागत 59,40,059 रुपये थी।
अग्रवाल का दावा है, एक रुपये के नोट की बिक्री 50 रुपये के प्रीमियम मूल्य पर खुलेआम वेबसाइटों पर की जा रही है जिस पर रिजर्व बैंक को अंकुश लगाने की जरूरत है। हालांकि, आरबीआई की प्रवक्ता अल्पना किलावाला ने कहा, एक रुपये का नोट वास्तव में एक सिक्का है। नोटों की देनदारी आरबीआई की है, जबकि सिक्के भारत सरकार की देनदारी है। इसलिए, एक रुपये के नोटों को पुन: जारी करने का निर्णय वित्त मंत्रालय द्वारा किया गया।


नये साल की फीकी शुरुआत, सेंसेक्स 43 अंक चढ़कर बंद
02 January 2016
नई दिल्ली। ऑटो, पूंजीगत सामान व रीयल्टी खंड के शेयरों में लिवाली समर्थन के चलते बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज नये साल 2016 के पहले कारोबारी सत्र में लगभग 43 अंक चढ़कर 26,160.90 अंक के एक महीने के उच्च स्तर पर बंद हुआ।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स व निफ्टी, दोनों ही क्रमश: 1.25 प्रतिशत और 1.30 प्रतिशत ऊंचे बंद हुए। सूचकांकों में यह लगातार तीसरी साप्ताहिक बढोतरी है। बीएसई का 30 शेयर आधारित सेंसेक्स सुबह कमजोर खुला लेकिन अंतत: यह 43.36 अंक या 0.17 प्रतिशत चढ़कर 26,160.90 अंक पर बंद हुआ जो कि इसका एक दिसंबर के बाद का उच्च स्तर है।
एनएसई का निफ्टी 16.85 अंक चढ़कर 7,963.20 अंक पर बंद हुआ। यह स्तर इससे पहले चार नवंबर 2014 को देखा गया था। कारोबार के दौरान यह 7,909.80 और 7,972.55 अंक के दायरे में रहा।
जहां तक अंतराष्ट्रीय बाजारों की बात है तो ज्यादातर बाजार नये साल पर आज बंद रहे। विदेशों से संकेत के अभाव के बीच निवेशकों में दिशाहीनता महसूस की गई, भले ही जनवरी महीने के व्युत्पन्न अनुबंध आज शुरू हुए हों।
जियोजित बीएनपी परिबा के सह प्रमुख :प्रौद्योगिकी अनुसंधान: आनंद जेम्स ने कहा, ‘प्रमुख एशियाई बाजारों के नये साल पर बंद रहने के बीच भारतीय बाजारों में कोई शुरुआती रुख नहीं दिखा। सौदों की कटान से यह हाल ही के दायरे से ऊंचे रहे।’

चार बार सूखा पड़ने पर भी भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे आगे
02 January 2016
नई दिल्ली। वैश्विक मांग में कमी तथा 4 बार सूखा पड़ने के बावजूद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को यह बात कही। कई बार ट्वीट कर सुब्रमण्यम ने कहा कि पूंजी और कृषि में खर्च की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, केंद्र और राज्य स्तर पर राजकोषीय स्थिति मजबूत हुई है तथा अप्रत्यक्ष कर दक्षता सुधरी है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, वश्विक स्तर पर मांग में कमी तथा 4 सूखों के बाद भी भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। भारत ने 2015 में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। इससे पहले दिन में कांग्रेस ने आर्थिक मोर्चे पर सरकार की विफलता के लिए उसे आड़े हाथ लिया।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने इससे पहले एक संवाददाता सम्मेलन में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वर्ष 2015-16 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि 7 से 7.3% से अधिक नहीं होगी जो कि इससे पिछले साल के बराबर अथवा उससे कम होगी।

जमाखोरों से बरामद 12 हजार टन दाल बाजार में उपलब्‍ध, कीमतों में हुई कमी
02 January 2016
नई दिल्ली। सरकार ने खुदरा बाजार में दाल की उपलब्‍धता बढ़ाने और कीमतों में कमी लाने के उद्देश्‍य से एक लाख 12 हजार टन जब्‍त दाल बाजार में उपलब्‍ध करा दी है। जमाखोरों से बरामद दाल सहित सरकार के विभिन्‍न उपायों के कारण जो दाल अक्‍तूबर में दो सौ रूपये प्रति किलो बेची जा रही थी अब वह एक सौ साठ रुपये प्रति किलो में उपलब्‍ध है।
वर्ष 2014-15 के फसल वर्ष में कम वर्षा के कारण दाल के घरेलू उत्‍पादन में 20 लाख टन की कमी हुई थी जिसके कारण पिछले कुछ महीनों में अरहर और उड़द की दालों की कीमतें बढ़ गई थीं।


बाजार में 0.2% की गिरावट, 7925 के पास निफ्टी
01 January 2016
नई दिल्ली। साल 2016 के पहले दिन भारतीय बाजार ने गिरावट के साथ शुरुआत की है। वैश्विक बाजारों के बंद रहने से कोई ग्लोबल संकेत नहीं मिल रहे हैं। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है। मिडकैप शेयर तो हरे निशान में हैं लेकिन लार्जकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। ऑटो, पीएसयू बैंक को छोड़कर बाजार के सभी सेक्टोरियल इंडेक्स में गिरावट के लाल निशान में कारोबार हो रहा है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 50.99 अंक यानि 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 26066 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 19.70 अंक यानि 0.25 फीसदी गिरकर 7926 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में ऑटो सेक्टर और पीएसयू बैंक सेक्टर में मामूली तेजी देखी जा रही है। मीडिया, फार्मा, एनर्जी शेयरों में 0.42-0.27 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।
निफ्टी के दिग्गज शेयरो में टाटा मोटर्स 0.59 फीसदी और पीएनबी 0.52 फीसदी की तेजी के साथ दिख रहे हैं। बीपीसीएल में 0.51 फीसदी और एलएंडटी में 0.36 फीसदी की बढ़त दर्ज की जा रही है। टेक महिंद्रा में 0.33 फीसदी और एसीसी में 0.28 फीसदी का उछाल है। अल्ट्राटेक सीमेंट 0.27 फीसदी ऊपर है और वेदांता 0.22 फीसदी की मजबूती दिखा रहा है। अंबुजा सीमेंट में 0.20 फीसदी चढ़कर कारोबार हो रहा है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में सन फार्मा 1.24 फीसदी और एनटीपीस में 1.16 फीसदी टूटकर कारोबार हो रहा है। ओएनजीसी 1.14 फीसदी और टाटा स्टील 1.08 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। आईसीआईसीआई बैंक में 0.98 फीसदी की कमजोरी देखी जा रही है। कोटक महिंद्रा और कोल इंडिया में 0.92 फीसदी की गिरावच के साख कारोबार देखा जा रहा है।
मिडकैप शेयरों में जेट एयरवेज, रेस्पॉनिस्व इंडस्ट्रीज, केईसी इंटरनेशनल, कॉर्पोरेशन बैंक और फीनिक्स मिल में 5.15-4.52 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। वहीं गिरने वाले मिडकैप शेयरों में जेक टायर, बिड़ला कॉर्प, अबॉट इंडिया, बाटा इंडिया और धानुका एग्रोटेक में 1.79-1.1 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।

नए साल पर घटे पेट्रोल डीजल के दाम, नई कीमतें रात से हुई लागू
01 January 2016
नई दिल्ली। नए साल पर सरकार ने जनता को एक बड़ी खुशखबरी दी है। केंद्र सरकार ने नए साल की शुरूआत यानी की आधी रात से पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम घटा दिए हैं। जिससे अब डीजल 1 रुपये छह पैसे और पेट्रोल 63 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। ये घटी हु्ई कीमतें आधी रात से लागू हो गई हैं।

वाहन चालकों में खुशी

आज साल 2016 के आगाज पर सरकार ने देश वासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। आज आधी रात से ही पेट्रोल और डीजल दोनों ही सस्ता हो गया है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल के दाम आज 63 पैसे प्रति लीटर तक घटा दिए गए हैं। इसके अलावा डीजल कीमतों में 1.06 रुपये लीटर की कटौती की है। वहीं डीजल व पेट्रोल की घटी कीमतों से वाहन चालकों में खुशी छाई है। ये घटी हुई कीमते आज रात से ही लागू हो गई हैं।इसके अलवा इन घटी कीमतों की वजह से देश की राजधानी दिल्ली में अब पेट्रोल के दाम 59.35 रुपये लीटर रह गए हैं। वहीं डीजल के दाम 46.09 रुपये से घटकर 45.03 रुपये पहुंच गए हैं।

तीसरी बार कटौती

गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए ईंधन मूल्यों में लगातार तीसरी कटौती हुई है। इससे पहले 16 दिसंबर को पेट्रोल के दाम 50 पैसे लीटर और डीजल के 46 पैसे लीटर कम हुए थे। 1 दिसंबर को भी पेट्रोल कीमतों में 58 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 25 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई थी। बताते चलें कि सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा तेल कंपनियां हर महीने पहली व 15वीं तारीख को पेट्रोल डीजल के दाम में संशोधन करतीं हैं। जिनमें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी बड़ी ऑयल कंपनियां शामिल हैं।

2 लाख से अधिक के लेनदेन पर पैन नंबर बताना अब जरूरी
01 January 2016
नई दिल्ली। काले धन पर लगाम लगाने के उद्देश्य से एक जनवरी, 2016 से दो लाख रुपये से ज्यादा के लेनदेन पर परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) नंबर बताना अनिवार्य होगा। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि भुगतान का माध्यम चाहे जो हो, दो लाख रुपये से अधिक के लेनदेन के लिए पैन नंबर बताना अनिवार्य होगा।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, 10 लाख रुपये से अधिक राशि की अचल संपत्ति की खरीद व होटल व रेस्तरांओं के 50 हजार रुपये से अधिक बिल के भुगतान पर पैन नंबर बताना अनिवार्य होगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में कहा कि देश में मौजूद काले धन से निपटने के लिए दो लाख रुपये से अधिक के भुगतान पर पैन नंबर बताना अनिवार्य कर दिया गया है।


वन रैंक वन पेंशन लागू करने के लिए 1.5% एक्स्ट्रा आर्थिक वृद्धि की जरूरत: अरुण जेटली
31 December 2015
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि कर्मचारियों को देय वेतन और लाभों में वृद्धि को बनाये रखने के लिए देश को 1-1.5% अतिरिक्त वृद्धि की जरूरत है। जेटली यहां भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, हमारी जीडीपी में 7.5% की वृद्धि उस समय दर्ज की गई जबकि दुनिया वैश्विक मंदी से दोचार है। हमें अपनी वृद्धि दर बढाने की जरूरत है। हमें इसमें कम से कम 1-1.5% बढोतरी करनी होगी।
उन्होंने कहा, आने वाले वर्षों में सातवें वेतन आयोग के भुगतान का 1.02 लाख करोड़ रुपये का बोझ होगा, एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) का बोझ भी होगा। इस बोझ को तभी वहन किया जा सकता है जबकि आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि हो। आर्थिक गतिविधियों में बढोतरी से सरकारी राजस्व तथा संसाधन बढेंगे। उन्होंने कहा कि वेतन वृद्धि को लेकर सरकार श्रमिक संगठनों से संवाद को तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि अगर समाज में विकास होता है तो उसका फायदा पहले श्रमिकों तथा गरीबों को जाना चाहिए।
वित्त मंत्री ने कहा कि वेतन व बोनस में वृद्धि तभी की जा सकती है जबकि सरकार और निजी क्षेत्र के पास उसके लिए संसाधन हों। उन्होंने कहा कि श्रमिकों का न्यूनतम वेतन कम से कम सम्मानजनक तथा मुद्रास्फीति के अनुसार होना चाहिये। उन्होंने कहा कि वृद्धि केंद्रित नीतियों के बदले परिदृश्य में समाज में चौतरफा विकास हो रहा है जिससे सरकार गरीबों की बेहतर सेवा करने में सक्षम है। वित्त मंत्री ने बीएमएस से सरकार की वृद्धि केंद्रित नीतियों का समर्थन करने को कहा और बदले में वह उनकी सभी उचित मांगों का ध्यान रखेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वामदलों का दर्शन अब देश भर में अस्वीकार्य हो गया है।

देश में 1150 करोड़ रुपए टैक्स नहीं चुकाने वाले 18 डिफॉल्टर की सूची जारी
31 December 2015
नई दिल्ली। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्स नहीं चुकाने वालों के नामों को खुलासा करने के अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए आज 18 डिफॉल्टर की तीसरी सूची सार्वजनिक की है। इनमें सोना तथा हीरा कारोबारियों सहित कई अन्य नाम हैं जिन पर सरकार का कुल 1,150 करोड़ रुपए टैक्स बकाया है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा तैयार इस सूची को वित्त मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्तर के अखबारों को जारी किया है जिसमें चूककर्ता व्यक्तियों या इकाइयों के नाम, उनका आखिरी ज्ञात पता, पैन नंबर, बकाया राशि, आय का आखिरी स्रोत और आकलन वर्ष का जिक्र है जिनका उन पर कर बकाया है।
मुंबई के स्वर्गीय उदय एम आचार्य और उनके कानूनी उत्तराधिकारी अमूल आचार्य तथा भावना आचार्य पर 779.04 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स-कंपनी कर बकाया है। इस साल कर अधिकारियों द्वारा 'नाम जाहिर कर शर्मिंदा करने' की नीति अपनाई जिसके तहत आज कई चूककर्ताओं के नाम का खुलासा किया गया है और इनमें से कई जेवरात, हीरा और सोना कारोबार से जुड़े हैं। यह इस तरह की तीसरी सूची है जो जारी की गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इन 18 डिफॉल्टर ने व्यक्तिगत इनकम टैक्स और कारपोरेट टैक्स खंड में 1,152.52 करोड़ रुपए का कर भुगतान नहीं किया है यह आयकर अधिकारियों द्वारा सार्वजनिक की गई तीसरी सूची है टैक्स डिपार्टमेंट ने नोटिस में इनसे तुरंत बकाया कर का भुगतान करने के लिए कहा है। साथ ही जनता से कहा है कि यदि उन्हें इन लोगों बारे में कोई सूचना है तो साझा करें।
इस सूची में अहमदाबाद के जग हीत एक्पोर्टर्स प्राइवेट लिमिटेड (18.45 करोड़ रुपए), जशुभाई ज्वेलर्स (32.13 करोड़ रुपए), कल्याण ज्वेल्स प्राइवेट लिमिटेड (16.77 करोड़ रुपए), लिवरपूल रिटेल इंडिया लिमिटेड (32.16 करोड़ रुपए), धरणेंद्र ओवरसीज लिमिटेड (19.87 करोड़ रुपए) और प्रफुल्ल एम अखनी (31.11 करोड़ रपए) भी शामिल हैं। नोटिस में कहा गया कि हैदराबाद के नेक्सॉट इन्फोटेक लिमिटेड पर 68.21 करोड़ रुपए जबकि भोपाल की ग्रेट मेटल्स प्राडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड पर 13.01 करोड़ रुपए बकाया है।
सार्वजनिक नोटिस में कहा गया कि इनमें से कई करदाताओं का या तो सही पता नहीं है या फिर इनके पास वसूली के लिए पर्याप्त या कुछ भी संपत्ति नहीं है। विभाग ने इस साल कहा दो ऐसे ही नोटिस जारी किए थे जिनमें 49 ऐसे चूककर्ताओं के नाम थे जिन पर 2,000 करोड़ रुपए से अधिक की कर देनदारी है।
सूची में शामिल अन्य डिफाल्टरों में सूरत के साक्सी एक्सपोर्ट्स 26.76 करोड़ रुपए, करोल बाग, दिल्ली की श्रीमती बिमला गुप्ता 13.96 करोड़ रुपए, भोपाल स्थित गरीमा मशीनरी प्रा. लि. 6.98 करोड़, मुंबई की धीरेन अनंट्राई मोदी 10.33 करोड़ हेमंग सी. शाह 22.51 करोड़ रुपये, मो. हाजी उर्फ यूशुफ मोटोरवाला 22.34 करोड़ रुपये, चंडीगढ स्थित वीनस रेमेडीज प्रा. लि. पर 15.25 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है। इन डिफाल्टरों का यह टैक्स 1989-90 से 2013-14 के वर्षों का है।।

निफ्टी 7900 के ऊपर, सेंसेक्स 26000 के आसपास
31 December 2015
नई दिल्ली। खराब अंतरराष्ट्रीय संकेतों के चलते घरेलू बाजारों में भी सुस्ती दिख रही है। सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सपाट नजर आ रही है। इस सुस्ती के बीच निफ्टी 7900 के ऊपर पहुंचा है, तो सेंसेक्स 26000 के आसपास नजर आ रहा है।
बुधवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजारों में गिरावट देखने को मिली है। अमेरिकी बाजार 0.7-0.8 फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं। वहीं आज एशियाई बाजारों में भी सुस्ती दिख रही है। निक्केई और कोस्पी में कारोबार बंद है, जबकि बाकी देशों के शेयर बाजारों में नरमी का रुझान है।
दिग्गजों में सुस्ती के बीच मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में थोड़ी खरीदारी देखने को मिल रही है। निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स 0.3 फीसदी बढ़कर 13,410 के करीब पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 0.3 फीसदी की तेजी के साथ 11,810 के स्तर पर पहुंच गया है।
टेलीकॉम, फार्मा और मेटल शेयरों में खरीदारी से बाजार में थोड़ी बढ़त नजर आ रही है। बीएसई के टेलीकॉम इंडेक्स में 0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। निफ्टी के फार्मा इंडेक्स में 0.3 फीसदी और बीएसई के मेटल इंडेक्स में भी 0.3 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि पीएसयू बैंकों के शेयरों में बिकवाली दिख रही है। निफ्टी के पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी सपाट होकर 16,930 के आसपास नजर आ रहा है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 13 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 25,973 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 5 अंक बढ़कर 7,901 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान आइडिया, डॉ रेड्डीज, कोल इंडिया, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, ल्युपिन और एचडीएफसी जैसे दिग्गज शेयरों में 1.2-0.5 फीसदी की मजबूती आई है। हालांकि पीएनबी, अदानी पोर्ट्स, ओएनजीसी, बैंक ऑफ बड़ौदा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, एचयूएल और एक्सिस बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 1.4-0.5 फीसदीकी गिरावट दर्ज की गई है।


एशियाई बाजार मिलेजुले, एसजीएक्स निफ्टी ऊपर
29 December 2015
नई दिल्ली। एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखा जा रहा है। ताइवान और कोस्पी गिरावट के लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। हालांकि एसजीएक्स निफ्टी 24 अंक यानी 0.30 फीसदी की तेजी के साथ 7,922 पर कारोबार कर रहा है। एशियाई बाजारों को देखें तो नवंबर में चीनी इंडस्ट्रीयल कंपनियों का मुनाफा गिरा है और इनमें 6 महीने से गिरावट जारी है।
जापान का निक्केई 0.02 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 18,877 पर बना हुआ है। स्ट्रेट्स टाइम्स में 0.27 फीसदी की तेजी देखी जा रही है और ये 2,883 पर है। हैंगसेंग में 0.06 फीसदी की हल्की बढ़त के बाद 21,932 पर कारोबार देखा जा रहा है।
ताइवान में 0.62 फीसदी की बड़ी गिरावट देखी जा रही है और ये 8,307 पर कारोबार कर रहा है जबकि कोस्पी 0.35 फीसदी की कमजोरी के बाद 1,957 पर कारोबार कर रहा है। वहीं चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.33 फीसदी की हल्की तेजी के बाद 3,545 पर बना हुआ है।

सेंसेक्स-निफ्टी में बढ़त, मिडकैप में भी खरीदारी
29 December 2015
नई दिल्ली। मिलेजुले अंतरराष्ट्रीय संकेतों के चलते घरेलू बाजारों में सुस्ती देखने को मिली और बाजार की शुरुआत सपाट स्तरों पर ही देखने को मिली। लेकिन शुरुआती कारोबार में आगे बढ़ने के साथ सेंसेक्स और निफ्टी में अच्छी बढ़त के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है।
वहीं सोमवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार 0.15-0.25 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए हैं। वहीं एशियाई बाजारों में ताइवान इंडेक्स और कोस्पी में कमजोरी है, तो बाकी देश के शेयर बाजारों में मामूली बढ़त के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स 0.3 फीसदी की बढ़त के साथ 13,390 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.4 फीसदी बढ़कर 11,830 के स्तर पर पहुंच गया है।
एनर्जी, इंफ्रा और फार्मा शेयरों में खरीदारी से बाजार में बढ़त देखने को मिल रही है। निफ्टी के एनर्जी इंडेक्स में 0.5 फीसदी, इंफ्रा इंडेक्स में 0.5 फीसदी और फार्मा इंडेक्स में 0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि आईटी और बैंकिंग शेयरों में मामूली बिकवाली दिख रही है। निफ्टी के आईटी इंडेक्स में 0.25 फीसदी गिरावट आई है। बैंक निफ्टी 0.1 फीसदी गिरकर 16,965 के स्तर पर आ गया है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 72 अंक यानि 0.3 फीसदी की मजबूती के साथ 26,106 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 11.5 अंक यानि 0.15 फीसदी बढ़कर 7,936.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान एनटीपीसी, अदानी पोर्ट्स, जी एंटरटेनमेंट, एचडीएफसी, ल्युपिन और सन फार्मा जैसे दिग्गज शेयरों में 2-0.8 फीसदी की मजबूती आई है। हालांकि केर्न इंडिया, ओएनजीसी, वेदांता, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक, कोल इंडिया, टीसीएस और डॉ रेड्डीज जैसे दिग्गज शेयरों में 1.5-0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
मिडकैप शेयरों में स्टरलाइट टेक, एमएमटीसी, एचएमटी, 3एम इंडिया और ईआईएच सबसे ज्यादा 3.5-1.9 फीसदी तक उछले हैं। स्मॉलकैप शेयरों में बिन्नी, गोकुल रिफॉइल्स, कामा होल्डिंग्स, ओरिकॉन एंटरप्राइजेज और कैप्लिन लैब्स सबसे ज्यादा 9.25-4 फीसदी तक बढ़े हैं।

तेलंगाना में स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करेगी माइक्रोसाफ्ट : नाडेला
29 December 2015
नई दिल्ली। प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसाफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सत्य नाडेला ने कहा कि उनकी कंपनी माइक्रोसाफ्ट वेंचर्स एक्सेलेटर्स के जरिये राज्य में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए तेलंगाना सरकार के साथ काम करेगी। नाडेला ने कहा कि लोगों को विफलताओं का जश्न तभी मनाएं जबकि वे उनसे सीख लें और गलतियां सुधारें।
उन्होंने कहा कि कंपनी भारत के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों तक प्रौद्योगिकी कनेक्टिविटी बनाने के लिए उद्यमियों के साथ काम करने की इच्छुक है। वह यहां तेलंगाना सरकार द्वारा प्रवर्तित प्रौद्योगिकी क्षेत्र (इनक्यूबेटर) टी-हब में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्टार्ट अप यानी नयी कंपनियों से विफलताओं से सीखने की सलाह दी।
सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार नाडेला ने कहा, ‘हम यहां आपकी सफलता का हिस्सा बनना चाहते हैं। हम एक्सेलेटर्स के जरिये आपके साथ काम करना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा,‘ व्हाइट स्पेस प्रौद्योगिकी की तरह आप कोई भी प्रौद्योगिकी इस्तेमाल करें, यह महत्वपूर्ण है कि ग्रामीण इलाकों में आखिर तक कनेक्टिविटी पहुंचे। हम इस क्षेत्र में उद्यमियों के साथ काम करने के इच्छुक हैं। विचार बिकने योग्य होना चाहिए।’
उल्लेखनीय है कि माइक्रोसाफ्ट ने हाल ही में कीनिया में सस्ता व हाईस्पीड ब्राडबैंड उपलब्ध कराने तथा वाणिज्य, शिक्षा, हेल्थकेयर के लिए नये अवसर सृजित करने के लिए एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की है। इसमें कंपनी ने पहली बार अपनी टीवी व्हाइट स्पेस प्रौद्योगिकी वाले सौर उर्जा चालित स्टेशनों को तैनात किया है।


सेंसेक्स में 110 अंकों का उछाल, 7888 पर निफ्टी
28 December 2015
नई दिल्ली। कमजोर एशियाई बाजारों के बावजूद भारतीय बाजार ने शानदार तेजी के साथ शुरुआत की है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 110 अंकों का उछाल है और निफ्टी भी 0.35 फीसदी की तेजी के साथ 7888 पर आ चुका है। बाजार के सभी सेक्टोरियल इंडेक्स बढ़त के हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 110.79 अंक यानि 0.43 फीसदी की बढ़त के साथ 25949 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 27.55 अंक यानि 0.35 फीसदी चढ़कर 7888 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में सबसे ज्य़ादा 0.75 फीसदी की तेजी एनर्जी शेयरों में देखी जा रही है। मीडिया और पीएसयू बैंक 0.50 फीसदी के उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं। बैंक निफ्टी और ऑटो सेक्टर 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
निफ्टी 50 के दिग्गज शेयरों में टाटा पावर 2.33 फीसदी और गेल 2.03 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। टाटा मोटर्स में 1,56 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 1.40 फीसदी और केर्न इंडिया में 1.12 फीसदी का उछाल दर्ज किया जा रहा है। ओएनजीसी और एनटीपीस में 0.9 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है।
बॉश, बैंक ऑफ बड़ौदा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, यस बैंक और एसबीआई में 0.76-0.57 फीसदी की तेजी देखी जा रही है।
निफ्टी के दिग्गज गिरने वाले शेयरों में भारती एयरटेल 0.65 फीसदी और आइडिया सेल्युलर 0.64 फीसदी की गिरावट दिखा रहे हैं। टाटा स्टील में 0.51 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है। अदानी पोर्ट्स और पावर ग्रिड में 0.29 फीसदी नीचे कारोबार हो रहा है। एशियन पेंट्स, हिंडाल्को, अंबुजा सीमेंट, हीरो मोटोकॉर्प और एक्सिस बैंक में 0.20-0.08 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।

विश्वबैंक के प्रमुख अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कहा, 'भारत-अमेरिका ग्लोबल वृद्धि के दो इंजन'
28 December 2015
नई दिल्ली। विश्वबैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने रविवार को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए जो कहा, वह प्रत्येक भारतीयों के लिए सुकून देने वाला है। उन्होंने कहा कि धीमी ग्लोबल आर्थिक वृद्धि के बीच अमेरिका और भारत वृद्धि के दो इंजन हैं। उन्होंने कहा कि भारत के बारे में अनुमान है कि वह दुनिया में तीव्र वृद्धि दर हासिल करने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।
इंडियन इकोनोमिक एसोसिएशन के 98वें सालाना सम्मेलन को संबोधित करते हुए बसु ने कहा, अर्थव्यवस्था पर सम्मेलन करने के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण समय है। वैश्विक वृद्धि धीमी हो रही है। वैश्विक वृद्धि दर केवल 2.5% रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि रूस मंदी की चपेट में है और उसका जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) 4.0% कम हुआ है। ब्रिक्स देशों में केवल चीन और भारत की 7.0% के आसपास वृद्धि दर है। वहीं ब्राजील की वृद्धि दर करीब 3.5% घट रही है और दक्षिण अफ्रीका की वृद्धि दर बहुत कम है।
बसु ने कहा, इस निराशाजनक परिदृश्य में धनी देशों में अमेरिका तथा उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत वैश्विक वृद्धि के दो इंजन हैं। उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि वर्ष 2015 और 2016 दोनों में भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में तीव्र वृद्धि हासिल करने वाले देशों में शामिल होगा। उन्होंने कहा, वैश्विक व्यापार में नरमी जारी है और इसका भारत पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। पश्चिम एशिया में राजनीतिक संघर्ष जारी है और बड़े पैमाने पर शरणार्थी समस्या है जिसका हम पर असर पड़ सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस जोखिमपूर्ण समय में अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिये विश्लेषण, शोध और पेशेवर रूख अपनाने की जरूरत है।

कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट, इसका फायदा उठाने का बेहतरीन अवसर: धर्मेंद्र प्रधान
28 December 2015
नई दिल्ली। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि भारत तेल मूल्यों में आई गिरावट को अपनी उर्जा सुरक्षा बढ़ाने के अवसर के तौर पर देखता है और सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों से कहा है कि वह विदेशों में संपत्ति अधिग्रहण में बढ़ चढ़कर भाग लें।
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) द्वारा रूस के दूसरे सबसे बड़े तेल क्षेत्र वंकोर में हिस्सेदारी के अधिग्रहण पर गौर करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों से पहले ही कहा है कि वह विदेशों में संपत्तियों के अधिग्रहण में बढ़ चढ़कर भाग लें।
प्रधान ने कहा, यह समय है जब हम अपनी उर्जा सुरक्षा को बेहतर कर सकते हैं। प्रधान ने कहा, हमें इसे (घटे तेल मूल्यों को) केवल लाभ अथवा नुकसान के तौर पर नहीं देखना चाहिए। यह एक चक्र है। आज दाम नीचे आ रहे हैं, हर कोई यह अनुमान व्यक्त कर रहा है कि कुछ समय बाद यह उपर भी जा सकते हैं। इसलिए हमें झटके में कुछ नहीं करना चाहिए। आज की स्थिति लाभ वाली है। वैश्विक ब्रेंट कच्चे तेल के दाम पिछले सोमवार को 11 साल के निम्न स्तर 36.05 डॉलर तक गिर गए। अमेरिका में तेल का अधिक भंडार इसकी वजह बताया गया।
भारत कच्चे तेल का दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा आयातक है। अप्रैल-नवंबर 2015 की अवधि में घटे कच्चे तेल के दाम से भारत ने अनुमान के मुताबिक 2.2 लाख करोड़ रुपये की बचत की है। मंत्री ने कहा कि आज हमारी प्राथमिकता उपभोक्ताओं को राहत देना है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि डीजल कीमतों को नियंत्रणमुक्त कर दिया गया है।


विदेशी मुद्रा भंडार 1.4 अरब डॉलर घटकर 351.10 अरब डॉलर पर
26 December 2015
नई दिल्ली। लगातार दो सप्ताह तक बढ़ने के बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 1.4 अरब डॉलर घटकर 351.10 अरब डॉलर पर आ गया।
इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 40.79 करोड़ डॉलर बढ़कर 352.51 अरब डॉलर पर पहुंचा था। विदेशी मुद्रा भंडार में महत्वपूर्ण हिस्सा रखने वाली विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां समीक्षाधीन सप्ताह में 1.36 अरब डॉलर घटकर 328.27 अरब डॉलर रह गईं।
स्वर्ण भंडार 17.54 अरब डॉलर पर स्थिर बना रहा।

लगातार तीसरे साल कम हुई सोने की चमक, निवेशकों की निगाह अन्य विकल्पों पर
26 December 2015
नई दिल्ली। समाप्त हो रहे वर्ष 2015 में लगातार तीसरे साल सोने की चमक कम हुई है। इस दौरान सोने के दाम में 1,000 रुपये प्रति दस ग्राम से भी अधिक की गिरावट आई। सोने के दाम घटने से जहां निवेशक निवेश के लिए दूसरे विकल्पों की तरफ देखने लगे हैं, वहीं सरकार घरों और विभिन्न संस्थानों में बेकार रखे सोने के मौद्रिकरण पर पर जोर दे रही है। चांदी की स्थिति भी अच्छी नहीं रही। साल के दौरान चांदी के मूल्य में आठ प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं सोने का दाम करीब पांच प्रतिशत घटा।
रुपये की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव और अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि को लेकर लंबी खिंची अनिश्चितता की वजह से सोना पूरे साल उपर नीचे होता रहा है। चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती भी चिंता की वजह रही। साथ ही कमजोर घरेलू मांग और वैश्विक खपत में कमी से भी सोने को लेकर धारणा प्रभावित हुई। वहीं शेयर बाजारों के परिदृश्य में सुधार की वजह से निवेशक बेहतर प्रतिफल पाने के लिये अन्य विकल्प तलाशते दिखे।
वर्ष के ज्यादातर समय में सोने के आयात पर अंकुश लगाने के उपाय जारी रहे। दूसरी तरफ सरकार की महत्वाकांक्षी स्वर्ण मौद्रिकरण योजना का भी प्रभाव रहा। साल की शुरुआत में 26,700 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहने के बाद सोना वर्ष भर उतार चढ़ाव को पार करता हुआ साल के अंत में 26,500 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। हालांकि, अभी साल के चार कारोबारी दिन बचे हैं।

अंबानी और बिड़ला भी ऑनलाइन शॉपिंग की होड़ में हुए शामिल
26 December 2015
नई दिल्ली। साल 2015 ई-कामर्स (ऑनलाइन शॉपिंग) कारोबार के लिए यादगार रहा और फ्लिपकार्ट और स्नैपडील सरीखे कंपनियों के बढ़ते दबदबे के चलते अंबानी और बिड़ला की सुपरमार्केट श्रृंखलाएं भी इस बाजार में कूदने को विवश हुईं।
ई-कामर्स क्षेत्र में कमजोर कंपनियां बाजार छोड़ने को मजबूर हैं और उनके पास विलय के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं बचा है। यह रख 2016 में भी जारी रहने की संभावना है। इस दौरान फ्यूचर ग्रुप और भारती एंटरप्राइजेज के बीच विलय का सौदा हुआ। इसके अलावा, आदित्य बिड़ला समूह ने भी अपना परिचालन पुनर्गठित किया।
विदेशी ब्रांडों में हेन्ज एंड मौरिट्ज (एचएंडएम), गैप और एयरोपोस्टल ने अपनी भारतीय यात्रा शुरू की, जबकि जर्मनी की स्पोर्ट्सवियर फर्म एडिडास ग्रुप ने अगले साल में अपने खुद के स्टोर्स खोलने की तैयारी की है जिसके लिए उसने एकल ब्रांड परिचालन के वास्ते 100 प्रतिशत निवेश की मंजूरी हासिल की है।
खुदरा क्षेत्र 2020 तक बढ़कर 1,300 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। पिछले साल यह 560 अरब डॉलर का था और इस साल इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा, ‘साल 2015 चुनौतियों एवं अवसरों का साल रहा। खुदरा कंपनियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बेहतर खुदरा स्थल की अनुपलब्धता रह क्योंकि कई नए मॉल्स बंद होने की वजह से यह स्थिति बनी है।’


शाहरख खान होंगे रिलायंस जियो के ब्रांड अंबेसडर
25 December 2015
नई दिल्ली। फिल्म अभिनेता शाहरख खान, अरबपति मुकेश अंबानी की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो के ब्रांड अंबेसडर होंगे। कंपनी 27 दिसंबर को अपनी 4जी सेवाएं शुरू करेगी।"
कंपनी हालांकि वाणिज्यिक तौर पर सेवाओं की शुरुआत मार्च-अप्रैल से करेगी और रविवार को सेवाओं की अनौपचारिक शुरुआत केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज के कर्मचारियों के लिए होगी।
खान ने एक टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं उनका ब्रांड अंबेसडर हूं। मुकेश भाई ने इस बारे में मुझे बताया। वास्तव में उनके बच्चे यह कर रहे हैं। उनके तीनों बच्चे मेरे काफी करीब हैं।’ संपर्क किए जाने पर रिलायंस जियो के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘शाहरख खान 27 दिसंबर को जियो को लांच कर रहे हैं।’

सोना 60 रुपए कमजोर, चांदी 200 रुपए चमकी
25 December 2015
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में आई तेजी के बावजूद स्थानीय मांग में गिरावट के कारण आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना स्टैंडर्ड 60 रुपए टूटकर लगातार दूसरे दिन गिरता हुआ करीब एक सप्ताह के निचले स्तर 25550 रुपए प्रति 10 ग्राम स्तर पर आ गया। वहीं, औद्योगिक मांग आने से चांदी हाजिर 200 रुपए चमककर करीब दो सप्ताह के उच्चतम स्तर 34300 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
लंदन से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोना हाजिर दो डॉलर मजबूत होकर 1073.5 डॉलर प्रति औंस पर पहुँच गया। अमेरिकी सोना वायदा भी 4.6 डॉलर की तेजी के साथ 1072.9 डॉलर प्रति औंस बोला गया। बाजार विश्लेषकों के अुनसार कच्चा तेल की कीमतों में सुधार एवं प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की नरमी ने दोनों कीमती धातुओं को समर्थन दिया है। अमरीका में क्रूड की कीमतों में लगातार चौथे कारोबारी दिवस तेजी दर्ज की गयी है।
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले समय में यदि कच्चा तेल में और उछाल आता है तो इससे कीमती धातुओं में भी तेजी आएगी। अमेरिका में पूँजीगत वस्तुओं के विनिर्माण एवं आवास के कमजोर आंकड़े आने से डॉलर पर दबाव रहा है और यह पिछले पांच में से चार कारोबारी दिवस में प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में फिसला है। इससे भी दोनों कीमती धातुओं पर सकारात्मक प्रभाव देखा गया। इस बीच लंदन में चांदी हाजिर 0.02 डॉलर मजबूत होकर 14.28 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।

सेंसेक्स में हल्की बढ़त, निफ्टी में हल्की गिरावट
25 December 2015
नई दिल्ली। देश के शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में गुरुवार को बाजार में चंचलता का रुख देखा गया. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 1.04 बजे 0.87 अंकों की तेजी के साथ 25,851.17 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 5.20 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 7,860.75 पर कारोबार करते देखे गए.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 43.54 अंकों की मजबूती के साथ 25,893.84 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 22.8 अंकों की बढ़त के साथ 7,888.75 पर खुला.


आज से बैंकों में रहेगा चार दिन सार्वजनिक अवकाश
24 December 2015
नई दिल्ली। गुरुवार से लेकर रविवार तक बैंको में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। लगातार चार दिन बैंक बंद होने की वजह से आम लोगो को काफी असुविधा का सामना करना पड सकता है। 24 दिसंबर को ईद मिलादुन्नबी (बारावफात) और 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी है। 26 दिसंबर को शनिवार और 27 दिसंबर को रविवार होने के कारण बैंकों में सार्वजनिक अवकाश होगा।
26 दिसंबर को चौथा शनिवार होने के कारण बैंकों में अवकाश है। वहीं जानकारों के अनुसार चार दिनों तक लगातार बैं‍क बंद रहने के कारण कारोबार प्रभावित होने की उम्‍मीद है। वहीं एटीएम में भी कैश की किल्‍लत हो सकती है। जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि ऑनलाइन बैंकिंग के द्वारा सभी अप्रकार के ट्रांसेक्शन संभव होगा।

कल से ट्रेन में सफर महंगा, तत्काल टिकट हुआ महंगा
24 December 2015
नई दिल्ली। रेलवे ने एक बार फिर मुसाफिरों की जेब काटी है। तत्काल टिकटों पर शुल्क बढ़ा दिया गया है लिहाजा तत्काल टिकट अब महंगा हो गया है। यात्रियों से प्राप्त होने वाले राजस्व में सुधार के लक्ष्य के साथ रेलवे ने 25 दिसंबर से तत्काल टिकट के शुल्कों में वृद्धि का फैसला किया है।
रेलवे की अधिसूचना के अनुसार तत्काल कोटा के तहत शयनयान श्रेणी में टिकट आरक्षित कराने वाले यात्रियों से 175 रूपये की बजाय 200 रूपये, एसी-थ्री में अधिकतम 350 रूपये की जगह 400 रूपये और न्यूनतम 250 रूपये की जगह 300 रूपये लिये जायेंगे। शयनयान श्रेणी में न्यूनतम तत्काल शुल्क 90 रूपये था जिसे बढ़ाकर 100 रूपये कर दिया गया है। न्यूनतम और अधिकतम शुल्क यात्रा की दूरी पर निर्भर करता है।
एसी-टू के यात्रियों को अब न्यूनतम 300 रूपये के स्थान पर 400 रूपये देना होगा वहीं अधिकतम 400 रूपये की जगह पर 500 रूपये खर्च करना होगा। एक्जीक्यूटिव श्रेणी में न्यूनतम तत्काल शुल्क को 300 रूपये से बढ़ाकर 400 रूपये जबकि अधिकतम शुल्क को 400 रूपये से बढ़ाकर 500 रूपये कर दिया गया है।
हालांकि द्वितीय श्रेणी के तत्काल शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है और यह दूरी के आधार पर न्यूनतम 10 रूपये और अधिकतम 15 रूपये है। रेलवे के अनुसार, नये किराये के समायोजन के लिए क्रिस (सीआरआईएस) सॉफ्टवेयर में परिवर्तन करेगा।

प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 19.52 करोड़ खाते खुले: रिजर्व बैंक
24 December 2015
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने बुधवार को कहा कि बैंकों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने दिसंबर के पहले सप्ताह तक सरकार के वित्तीय समावेशी मुहिम के तहत 19.52 करोड़ खाते खोले हैं। केंद्रीय बैंक ने अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के परिचालन एवं कामकाज पर अपनी छमाही रिपोर्ट में कहा है, ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत नौ दिसंबर 2015 तक 19.52 करोड़ खाते खाले गये तथा 16.67 करोड़ कार्ड जारी किये गये।
योजना 28 अगस्त 2014 को शुरू की गयी थी।’ रिपोर्ट के अनुसार इनमें से अधिकतर खाते ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गये और इससे लोगों तक बैंकिंग सुविधा की पहुंच हुई। इसके अलावा उल्लेखनीय संख्या में बैंकिंग केंद्रों का परिचालन बैंकिंग प्रतिनिधि (बिजनसे कारसपोंडेन्ट) के माध्यम से किया जा रहा है। वित्तीय समावेश मुहिम को और मजबूत करने तथा बीमा एवं पेंशन दायरा बढ़ाने के लिये सरकार ने सामाजिक सुरक्षा और बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा अटल पेंशन योजना मई 2015 में शुरू की।
रिपोर्ट के मुताबिक 16 दिसंबर 2015 तक 9.26 करोड़ लोगों ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा 2.92 करोड़ ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं 13 लाख खाताधारकों ने अटल पेंशन योंजना के तहत पंजीकरण कराया है।


कॉल ड्रॉप: दूरसंचार कंपनियों पर नहीं होगी 6 जनवरी तक कोई जोर-जबर्दस्ती
23 December 2015
नई दिल्ली। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि कॉल ड्रॉप मुआवजा नियमों का अनुपालन न करने वाली दूरसंचार कंपनियों पर सुनवाई की अगली तारीख 6 जनवरी तक कोई जोर-जबर्दस्ती की कार्रवाई नहीं होगी।
अतिरिक्त सालिसिटर जनरल (एएसजी) पी एस नरमिम्हा ने चीफ जस्टिस जी रोहिणी तथा न्यायमूर्ति जयंत नाथ के पीठ के समक्ष यह आश्वासन दिया। पीठ ने आपरेटरों द्वारा कॉल ड्रॉप नियमनों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अगली सुनवाई की तारीख 6 जनवरी तय की है।
एएसजी ने हालांकि यह स्पष्ट कर दिया कि ये नियमन 1 जनवरी से लागू हो जाएंगे, जैसा पहले तय किया जा चुका है। ऑपरेटरों ने ट्राई के 16 अक्टूबर के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें ऑपरेटरों को अपने नेटवर्क पर ग्राहक को एक कॉल ड्रॉप के लिए एक रुपये का मुआवजा देना होगा। एक ग्राहक को अधिकतम एक दिन में तीन रुपये तक मुआवजा मिल सकेगा।
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई), एसोसिएशन ऑफ यूनिफाइड टेलीकाम सर्विस प्रोवाइडर्स ऑफ इंडिया (ऑस्पी तथा वोडाफोन, भारती एयरटेल तथा रिलायंस सहित 21 दूरसंचार ऑपरेटरों का कहना है कि यह फैसला यह जानते हुए भी लिया गया है कि किसी भी नेटवर्क को शतप्रतिशत कॉल ड्रॉप मुक्त बनाना संभव नहीं है। ऑपरेटरों की ओर से उपस्थित वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने कहा कि यह जुर्माना इस बात पर विचार किए बिना लगाया गया है कि ऑपरेटरों को ढांचागत मोर्चे पर समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।

'अगले 10 सालों तक दुनिया में सबसे आगे रहेगी भारतीय अर्थव्यवस्था'
23 December 2015
नई दिल्ली। भारत के सालाना 7% की वृद्धि दर हासिल करने के अनुमान के साथ अगले एक दशक तक इसके विश्व की सबसे तीव्र वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था बने रहने की संभावना है। इस लिहाज से यह अपने दक्षिण एशियाई आर्थिक प्रतिद्वंद्वी चीन से आगे रहेगा, क्योंकि चीन में लगातार आर्थिक नरमी जारी रहने की आशंका है। हार्वर्ड के अनुसंधानकर्ताओं ने अपने ताजा अनुमान में यह बात कही है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इंटरनैशनल डेवलपमेंट (सीआईडी) के अनुसंधानकर्ताओं के नए वृद्धि संबंधी अनुमानों के मुताबिक, भारत में अगले दशक में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। भारत 7% की वृद्धि दर के अनुमान के मद्देनजर अगले दशक में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज करने वाली वैश्विक अर्थव्यवस्था की सूची में शीर्ष पर है। रिपोट में कहा गया, यह भारत के उत्तरी पड़ोसी और आर्थिक प्रतिद्वंद्वी, चीन से काफी अधिक है जिसके बारे में 2024 तक नरमी बरकरार रहने के बीच 4.3% सालाना वृद्धि रहने का अनुमान है। दक्षिण एशिया एवं पूर्वी अफ्रीका में तेज वृद्धि का अनुमान है क्योंकि पेट्रोलियम अर्थव्यवस्थाओं और अन्य जिंस केंद्रित अर्थव्यवस्थाओं के सामने धीमी वृद्धि का परिदृश्य है।
सीआईडी के निदेशक और हार्वर्ड केनेडी स्कूल के प्रोफेसर रिकॉर्डों हॉसमैन ने कहा, भारत ने उत्पादक क्षमता में उल्लेखनीय तेजी आई है जिससे इसे फार्मा, वाहन और इलेक्ट्रानिक्स समेत ज्यादा जटिल उत्पादों में निर्यात की गुंजाइश मिली है। हॉसमैन ने कहा कि इन आर्थिक जटिलताओं में गुंजाइश से ऐतिहासिक तौर पर आय बढ़ी है।

अंक ऊपर चढ़कर खुला सेंसेक्स, निफ्टी में भी उछाल
23 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 145 अंक से अधिक की गिरावट के साथ 25,590.65 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच निवेशकों की मुनाफावसूली से यह गिरावट आई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 7,800 अंक के नीचे आ गया। आईटी, धातु, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा वाहन कंपनियों की अगुवाई में गिरावट आई।
अवकाश के कारण इस सप्ताह कम कारोबारी दिवस होने तथा अगले गुरुवार (31 दिसंबर) को डेरिवेटिव खंड की मासिक समाप्ति को देखते हुए निवेशकों ने सतर्क रुख अपना रखा है। शुक्रवार को क्रिसमस के कारण बाजार बंद रहेगा।
प्रमुख कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से तीस शेयरों वाला सूचकांक 145.25 अंक या 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,590.65 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स सोमवार को 216.68 अंक मजबूत हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 48.35 अंक या 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,800 अंक के नीचे 7,786.10 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 20 नुकसान में और 10 लाभ में रहे। अमेरिकी संसद द्वारा एच-1बी तथा एल-1 वीजा का शुल्क बढ़ाकर 4,500 डॉलर तक किये जाने से आईटी कंपनियों के शेयर दबाव में रहे। इंफोसिस, टीसीएस और विप्रो 1.67 प्रतिशत तक नीचे आ गये। इससे बीएसई आईटी सूचकांक 1.15 प्रतिशत टूट गया।
नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में आईटीसी लि, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अदाणी पोर्ट, ल्यूपिन, एसबीआई, हीरो मोटो कार्प, एल एंड टी, टाटा मोटर्स, भेल, बजाज आटो, टाटा स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा मारुति सुजुकी भी शामिल हैं।
वहीं दूसरी तरफ सन फार्मा, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, एयिशयन पेंट, गेल, आईसीआईसीआई बैंक तथा हिंद यूनीलिवर लाभ में रहे। वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। वहीं यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी देखी गयी।


कच्चे तेल के दाम में और गिरावट, पहुंचा 11 साल के निचले स्तर पर
22 December 2015
नई दिल्ली। कच्चे तेल के दाम में सोमवार को और गिरावट आई। ब्रेंट तेल का भाव 11 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया। ब्रेंट तेल एक समय 2.1% गिरकर 36.09 डॉलर प्रति बैरल रह गया। यह जुलाई 2004 के बाद इसका सबसे निम्न स्तर है। अमेरिका स्टैण्डर्ड वेस्ट टैक्सास इंटरमीडिएट 1.2% घटकर 34.32 डॉलर रह गया। यह वर्ष 2009 के बाद सबसे निम्न स्तर है। इससे उम्मीद की जा रही है कि भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में और गिरावट आ सकती है।
कच्चे तेल के दाम में वर्ष 2014 की गर्मियों के बाद से जब दाम 100 डॉलर से ऊपर थे 60% से अधिक की गिरावट आ चुकी है। पिछले ग्लोबल आर्थिक संकट के बाद से कच्चे तेल मूल्य का यह स्तर नहीं देखा गया।चार दिसंबर के बाद से जब पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने काफी आपूर्ति और कमजोर मांग के बावजूद कच्चे तेल उत्पादन को कम करने से इनकार कर दिया, कच्चे तेल के दाम में 20% तक गिरावट आ चुकी।
आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि क्रिसमस त्योहार के लिये बाजारों में कारोबार समेटना शुरू हो गया है लेकिन इस दौरान कुछ अहम आर्थिक आंकड़े हैं जो आने हैं। अमेरिका की आर्थिक वृद्धि और आवास बिक्री के आंकड़े इस सप्ताह आने हैं इसके साथ ही जापान में मुद्रास्फीति और व्यय के आंकड़े भी जारी होंगे।

विदेशी बाजारों में तेजी से शेयर बाजार में लौटी तेजी
22 December 2015
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों की तेजी और घरेलू स्तर पर बैंकिंग, रियल्टी, पावर, ऑटो और धातु समूह की कंपनियों में मजबूत लिवाली की बदौलत पिछले कारोबारी दिवस की गिरावट से उबरकर सोमवार को शेयर बाजार करीब एक प्रतिशत की बढ़त लेकर बंद हुआ।
कमजोर शुरुआत के बावजूद निवेशकों की दमदार लिवाली के बल पर बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 216.68 अंक अर्थात 0.85 फीसदी उछलकर 25735.90 अंक और नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 72.50 अंक अर्थात 0.93 फीसदी चढ़कर 7800 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 7834.45 अंक पर रहा।
हीरो मोटोकार्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, ओएनजीसी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में तीन फीसदी से अधिक की तेजी शेयर बाजार को बढ़त दिलाने में मददगार रही। हालांकि, फार्मा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सन फार्मा के शेयरों में साढ़े चार फीसदी की गिरावट का शुरुआती कारोबार पर दबाव देखा गया।
विदेशी बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई शुरुआती कारोबार में 0.80 फीसदी, हांगकांग का हैंगसैंग 0.17 फीसदी, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.30 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 1.78 फीसदी चढ़ा। वहीं, जापान का निक्की 0.37 फीसदी लुढ़क गया।
इस दौरान हेल्थकेयर और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समूह की 0.64 फीसदी तक की गिरावट को छोड़कर बीएसई के 20 में से 18 समूहों में तेजी रही। धातु समूह के शेयरों में सबसे अधिक 1.47 फीसदी की मजबूती रही। साथ ही बैंकिंग 1.43 फीसदी, यूटिलिटीज 1.29 फीसदी, एफएमसीजी 1.26 फीसदी, पावर 1.11 फीसदी और रियल्टी समूह के शेयर भी 1.38 फीसदी चढ़े।
बीएसई में कुल 2909 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 1792 में लिवाली और 909 में बिकवाली देखी गयी, जबकि 208 में कोई बदलाव नहीं हुआ। एनएसई में कुल 1474 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 1019 बढ़त और 396 गिरावट पर रहे, जबकि 59 में स्थिरता रही।

2जी मामले में राजा ने मनमोहन सिंह को गुमराह कियाः सीबीआई
22 December 2015
नई दिल्ली। सीबीआई ने सोमवार को विशेष अदालत को बताया कि पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने पहले आओ पहले पाओ (एफसीएफएस) नीति के बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गुमराह किया। इस नीति का पालन 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए किया जाना था।
2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले में अंतिम बहस को आगे बढ़ाते हुए विशेष लोक अभियोजक आनंद ग्रोवर ने कहा कि राजा ने एफसीएफएस नीति को ही पलट दिया ताकि वे स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए फर्मों को अपनी मर्जी से चुन सकें। इस मामले में राजा, डीएमके सांसद कनिमोई और 15 अन्य सुनवाई का सामना कर रहे हैं।
ग्रोवर ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, 'राजा ने एफसीएफएस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री को गुमराह किया। 2 नवंबर 2007 के अपने पत्र में राजा ने प्रधानमंत्री से कहा कि नीति में कोई भटकाव नहीं होगा। अपने एक अन्य पत्र में राजा ने एफसीएफस नीति पर तत्कालीन प्रधानमंत्री को गुमराह किया।’
ग्रोवर ने कहा कि स्वान टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड (एसटीपीआईएल) ने सार्वभौम पहुंच सेवा लाइसेंस (यूएएसएल) दिशा-निर्देशों के उपपबंध 8 का उल्लंघन किया क्योंकि उसका नियंत्रण रिलायंस एडीएजी के पास था। कथित षड्यंत्र के बारे में सीबीआई ने कहा कि यूनिटेक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा, एसटीपीआई के प्रवर्तक शाहिद बलवा और विनोद गोयनका मंत्री राजा और उनके पूर्व निजी सचिव आर के चंदौलिया के संपर्क में थे।
बहस मंगलवार को भी जारी रहेगी। इस मामले में सभी आरोपी सीबीआई द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन कर चुके हैं।


बाजार में हल्की गिरावट, 7755 पर निफ्टी
21 December 2015
नई दिल्ली। सप्प्ताह के पहले दिन भारतीय बाजारों की शुरूआत हल्की गिरावट के साथ हुई है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी हल्की कमजोरी है। फार्मा शेयरों की बड़ी गिरावट ने बाजार को नीचे खींचा है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सैंसेक्स 39.15 अंक यानि 0.15 फीसदी की गिरावट के साथ 25480 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 6.40 अंक यानि 0.08 फीसदी चढ़कर 7755 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में सेक्टोरियल आधार पर देखें तो सबसे ज्यादा 1.84 फीसदी की गिरावट फार्मा शेयरों में देखी जा रही है। आईटी, मीडिया, एनर्जी, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंफ्रा सेक्टर में भी लाल निशान में कारोबार हो रहा है। बैंक निफ्टी भी लाल निशान में कारोबार कर रहा है। चढ़ने वाले शेयरों में एफएमसीजी 0.66 फीसदी और कंज्यूमर शेयर 0.26 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं। मेटल शेयर भी 0.32 फीसदी ऊपर हैं।
निफ्टी के दिग्गज शेयरों में टाटा स्टील 1.23 फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक 1.14 फीसदी की तेजी के साथ है। वहीं हिंडाल्को में 1.06 फीसदी की बढ़त बनी हुई है। पावर ग्रिड में 0.92 फीसदी और अदानी पोर्ट्स में 0.67 फीसदी का उछाल है। कोल इंडिया, ल्यूपिन, बजाज ऑटो, एमएंडएम और एचडीएफसी में 0.65-0.59 फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार हो रहा है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में सन फार्मा 6.62 फीसदी टूटा है और विप्रो 0.89 फीसदी की गिरावट दिखा रहा है। इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टाटा पावर, बैंक ऑफ बड़ौदा और अल्ट्राटेक सीमेंट में 0.74-0.46 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है।

इनकम टैक्स भरने वालों की संख्या बढ़ी, 27 लाख नए टैक्सपेयर
21 December 2015
नई दिल्ली। देश में इनकम टैक्स भरने वालों की संख्या बढ़ गई है। करीब 27 लाख नए टैक्सपेयर टैक्स के दायरे में आए हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने चालू वित्त वर्ष में एक करोड़ नए लोगों को इनमकम टैक्स के दायरे में लाने का लक्ष्य रखा है।
वित्त मंत्रालय के टॉप सूत्रों ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि सबसे ज्यादा नए टैक्सपेयर पश्चिमी राज्यों मसलन गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र में जोड़े गए हैं।
सूत्रों ने कहा कि 27 लाख से ज्यादा नए लोगों की पहचान की गई है और उन्हें टैक्स दायरे में लाया गया है। इन नए लोगों और इकाइयों को विभाग द्वारा साल के मध्य में शुरू किए गए अभियान के बाद कर दायरे में लाया गया है।
सूत्रों ने स्वीकार किया इस लक्ष्य को हासिल करना काफी कठिन है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के फील्ड कार्यालयों ने वित्त मंत्रालय को सूचित किया है कि तय समय में 60 से 70% लक्ष्य हासिल हो पाएगा।

BSNL ने नए ग्राहकों के लिए मोबाइल की कॉल दरें 80% तक घटाईं
21 December 2015
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल (BSNL) ने अपने नए ग्राहकों के लिए एक योजना के तहत प्रथम दो महीने के लिए मोबाइल की कॉल दरें 80% तक घटा दी हैं।
BSNL के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने बताया, कंपनी ने अपना बुनियादी ढांचा चुस्त दुरुस्त किया है। हमने नए ग्राहकों के लिए मोबाइल कॉल दरें 80% तक घटाने का निर्णय किया है ताकि वे उन्नत सेवाओं का अनुभव ले सकें।
उन्होंने कहा कि कॉल दरें प्रति मिनट और प्रति सेकेंड दोनों के बिलिंग प्लान में घटाई गई हैं और यह कनेक्शन लेने के प्रथम दो महीने के लिए वैध होंगी। BSNL का कनेक्शन लेने वाले नए ग्राहक को प्रति सेकेंड प्लान के लिए 36 रुपये और प्रति मिनट प्लान के लिए 37 रुपये का प्लान वाउचर खरीदना होगा।


RBI लाया बेस रेट का नया फॉर्मूला, ब्याज दरें होंगी कम
19 December 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बेस रेट का नया फॉर्मूला जारी किया है. इसके तहत ही नए फॉर्मूले से कर्ज की दरों में जल्द कटौती हो सकती है. ये फॉर्मूला 1 अप्रैल 2016 से लागू होगा. माना जा रहा है RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती करने के बाद सभी बैंकों को अपने कर्ज सस्ते करने होंगे.
RBI का कहना है कि बेस रेट तय करने का नए नियम से पारदर्शिता आएगी और इससे ग्राहकों के पास लोन की तारीख बदलने का विकल्प होगा. नए फॉर्मूले का सबसे ज्यादा फायदा नए कर्ज लेने वाले ग्राहकों को होगा. हालांकि इसकी वजह से डिपॉजिट रेट भी तुरंत कमी आएगी.
RBI ने इस साल अपनी नीतिगत दरों में अब तक 125 आधार अंकों की कटौती की है लेकिन बैंकों ने इसकी तुलना में केवल 60-70 आधार अंकों की ही कटौती की है. बेस रेट सिस्‍टम जुलाई 2010 में पेश किया गया था जिसे अब बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) से बदल दिया गया है. इससे पहले बैंक अपने 70 फीसदी लोन BPLR से कम पर दे रहे थे, जो इसकी प्रसांगिता पर सवाल खड़ा कर रहे थे.

सेंसेक्स, निफ्टी में 2 फीसदी तक तेजी
19 December 2015
नई दिल्ली। देश के शेयर बाजार में पिछले सप्ताह करीब दो फीसदी तक तेजी रही. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.90 फीसदी यानी 474.79 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 25,519.22 पर बंद हुआ. इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.99 फीसदी यानी 151.5 अंकों की तेजी के साथ 7,761.95 पर बंद हुआ.
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में तेजी रही. टाटा स्टील (6.00 फीसदी), हिंडाल्को (4.72 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.69 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (4.65 फीसदी) और एचडीएफसी (4.29 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही.
सेंसेक्स के पांच शेयरों विप्रो (2.08 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.68 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (1.43 फीसदी), आईटीसी (1.14 फीसदी) और भारतीय स्टेट बैंक (0.20 फीसदी) में गिरावट रही.
गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी करीब तीन फीसदी तेजी रही. मिडकैप 3.25 फीसदी या 343.23 अंकों की तेजी के साथ 10,919.25 पर और स्मॉलकैप 2.84 फीसदी या 318.68 अंकों की तेजी के साथ 11,531.86 पर बंद हुआ.
शुक्रवार 11 दिसंबर को बाजार बंद होने के बाद जारी एक सरकारी आंकड़े के मुताबिक औद्योगिक विकस दर अक्टूबर में 9.8 फीसदी रही, जो गत 60 महीने में सर्वाधिक है. आंकड़े के मुताबिक सितंबर महीने के लिए संशोधित औद्योगिक विकास दर 3.8 फीसदी रही.
सोमवार 14 दिसबर को जारी सरकारी आंकड़े के मुताबिक नवंबर महीने में देश की थोक महंगाई दर नकारात्मक 1.99 फीसदी रही, जो अक्टूबर में नकारात्मक 3.81 फीसदी थी.
सोमवार को ही बाजार बंद होने के बाद जारी एक अन्य आंकड़े के मुताबिक देश की उपभोक्ता महंगाई दर नवंबर में बढ़कर 5.41 फीसदी रही, जो अक्टूबर में पांच फीसदी थी.

मुनाफावसूली के कारण सेंसेक्स और निफ्टी गिरकर बंद हुए
19 December 2015
नई दिल्ली। शेयर बाजारों में आज गिरावट का रुख देखने को मिला। सेंसेक्स 284 अंक गिरकर 25,519 और निफ्टी 82 अंक गिरकर 7,761 पर बंद हुआ।
सबसे अधिक गिरावट सूचना प्रौद्योगिकी, वाहन, टिकाउ उपभोक्ता, धातु तथा बैंक से जुड़े शेयरों में हुई। सूचकांक में पिछले चार सत्रों में 759.35 अंकों की तेजी दर्ज हुई। शेयर कारोबारियों ने कहा कि आम तौर पर हालिया लाभ पर मुनाफा वसूली, एशियाई बाजारों में कमजोर रुझान से बाजार का रुख प्रभावित हुआ।


बिजनेस के लिहाज से 144 देशों की सूची में भारत 97वें स्थान पर: फोर्ब्स
18 December 2015
नई दिल्ली। कारोबार के लिहाज से फोर्ब्स की 144 देशों की सूची में भारत 97वें स्थान पर है। वर्ष 2015 की इस सूची में भारत को कजाकिस्तान और घाना से भी नीचे रखा पीछे है। व्यापार और मौद्रिक आजादी तथा भ्रष्टाचार एवं हिंसा जैसी चुनौतियों से निपटने जैसे मानकों के मामले में भारत का प्रदर्शन खराब रहा है। फोर्ब्स की इस सूची में डेनमार्क पहले पायदान पर है। अमेरिका चार स्थान लुढ़ककर इस बार 22वें स्थान पर है। 2009 में दूसरे स्थान पर रहने के बाद यह लगातार छठा साल है जब उसका स्थान नीचे आ रहा है।
अमेरिका दुनिया की वित्तीय राजधानी है और 17,400 अरब डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन मौद्रिक आजादी और नौकरशाही के मामले में उसका प्रदर्शन खराब रहा है।
फोर्ब्स के अनुसार सूची में भारत 97वें स्थान पर है। हालांकि देश खुली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है लेकिन पुरानी आत्मनिर्भर नीतियों का अंश अभी बरकरार है। पत्रिका ने कहा, ‘युवा आबादी और निर्भरता अनुपात कम होने, बेहतर बचत और निवेश दर तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ बढ़ता समन्वय के कारण भारत की दीर्घकालीन वृद्धि का परिदृश्य सकारात्मक है।’
फोर्ब्स ने कहा, ‘हालांकि भारत के समक्ष कई चुनौतियां है जिसे उसे अभी निपटना बाकी है। इसमें गरीबी, भ्रष्टाचार तथा महिला एवं लड़कियों के खिलाफ हिंसा तथा भेदभाव, अकुशल बिजली उत्पादन तथा वितरण प्रणाली, अप्रभावी तरीके से बौद्धिक संपदा अधिकारों का प्रवर्तन, अपर्याप्त परिवहन तथा कृषि संबंधी ढांचागत सुविधा, सीमित गैर- कृषि रोजगार अवसर शामिल हैं।’ पत्रिका ने यह भी कहा कि भारत के समक्ष उच्च व्यय तथा सब्सिडी का जरूरतमंदों तक वितरण नहीं होना, अपर्याप्त गुणवत्ता युक्त मूल तथा उच्च शिक्षा तथा गांवों से शहरों में आने वाली आबादी के लिये व्यवस्था नहीं होना जैसी अन्य चुनौतियां हैं।
फोर्ब्स ने हालांकि यह भी कहा है कि भारत के प्रति निवेशकों की धारणा 2014 की शुरुआत से सुधरी है। इसका कारण चालू खाते के घाटे में कमी तथा चुनाव बाद आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ने की उम्मीद है। इससे पूंजी प्रवाह बढ़ा तथा रुपया स्थिर हुआ। कुछ मामलों में देश का प्रदशर्न अच्छा है। निवेशकों की सुरक्षा के मामले में आठवें, नवप्रवर्तन के मामले में 41वें, व्यक्तिगत आजादी के मामले में 57वें तथा संपत्ति अधिकार के संदर्भ में 61वें स्थान पर है।
वहीं दूसरी तरफ व्यापार आजादी के मामले में 125वें तथा मौद्रिक आजादी के मामले में 139वें स्थान पर हैं। प्रौद्योगिकी के मामले में 120वें, भ्रष्टाचार के मामले में 77वें तथा लाल फीताशाही के मामले में 123वें स्थान पर है। सूची में ब्रिटेन तथा जापान क्रमश: 10वें तथा 23वें स्थान पर हैं। वहीं जर्मनी तथा चीन क्रमश: 18वें तथा 94वें स्थान पर हैं। दक्षिण अफ्रीका 47वें, मैक्सिको 53वें, कजाखस्तान 57वें, घाना 79वें, रूस 81वें, श्रीलंका 91वें, पाकिस्तान 103वें तथा बांग्लादेश 121वें स्थान पर हैं।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर बढ़ोतरी से निपटने को भारत तैयार: वित्त मंत्रालय
18 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगातार चौथे सत्र में बढ़ोतरी दर्ज करते हुए 165 अंक चढ़ा और एनएसई निफ्टी ने 7,800 का स्तर फिर से प्राप्त कर लिया। ऐसा फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी के वैश्विक बाजार में पहले जज्ब हो जाने के बीच एशियाई बाजारों में तेजी के रुझान के बीच हुआ।
सूचकांक 164.95 अंक या 0.64 प्रतिशत चढ़कर 25,659.32 पर पहुंच गया। सूचकांक में पिछले तीन सत्रों में करीब 350 अंकों की बढ़त दर्ज हुई। एसबीआई, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी बैंक, बजाज आटो, डाक्टर रेड्डीज, एनटीपीसी, हीरो मोटोकार्प और सन फार्मा के शेयरों में सबसे अधिक तेजी दर्ज हुई जिससे सूचकांक को समर्थन मिला।
एनएसई निफ्टी 7,800 के स्तर पर फिर से आ गया और 49.25 अंक या 0.63 प्रतिशत चढ़कर 7,800.15 पर पहुंच गया। कारोबारियों ने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा करीब दशक भर में ब्याज दर में की गई पहली बढ़ोतरी की घोषणा के बाद अमेरिकी बाजारों में आई मजबूती के बीच एशियाई बाजारों में तेजी के रुझान के मद्देनजर खुदरा निवेशकों ने बिकवाली बरकरार रखी जिससे बाजार का रुख प्रभावित हुआ।

स्विट्जरलैंड ने 2,600 निष्क्रिय बैंक खातों की लिस्ट जारी की, भारतीयों के छह एकाउंट
18 December 2015
नई दिल्ली। स्विट्जरलैंड ने 1950 के दशक के मध्य से अपने यहां निष्क्रिय पड़े कई बैंक खातों को पहली बार सार्वजनिक किया है। इनमें 2,600 लोगों के खाते हैं जिनमें से कम से कम छह भारतीय हैं। इन खातों में कुल जमा करीब 4.4 करोड़ स्विस फ्रैंक (करीब 300 करोड़ रुपये) हैं लेकिन भारतीयों के खातों की राशि के बारे में खुलासा नहीं किया गया है।
छह भारतीयों में चार के निवास स्थान भारत में बताये गए हैं जबकि एक को पेरिस (फ्रांस) का निवासी बताया गया है। छठे व्यक्ति के निवास स्थान का खुलासा नहीं किया गया है। इनमें से तीन विदेशी मूल के व्यक्ति हैं। इनमें पिएरे वाचेक, कालरेट स्पेंसर तथा रोजमैरी बर्नेट शामिल हैं जिनका निवास स्थान बंबई (मुंबई का पुराना नाम) बताया गया है।
बहादुर चंद्र सिंह को देहरादून का निवासी बताया गया है वहीं डॉ मोहन लाल को पेरिस का निवासी बताया गया है। किशोर लाल के निवास स्थान का खुलासा नहीं किया गय है। कुछ मामलों में खाताधारकों की जन्म की तारीख बताई गई है जबकि स्पेंसर को जर्मनी का नागरिक बताया गया है। इन खाताधारकों के रिश्तेदार और वंशजों को इन खातों के दावों के लिये 1 से 5 साल में अपना दावा स्विस बैंकिंग ओम्बुड्समैन तथा स्विस बैंकर्स एसोसिएशन (एसबीए) को करना होगा।
यह पहला मौका है जब स्विट्जरलैंड ने ऐसी सूची जारी की है जिसका मकसद खाताधारकों के रिश्तेदारों और वंशजों को कोष का दावा करने का मौका देना है। सूची में केवल वही खातें शामिल हैं जिसमें कम-से-कम 500 स्विस फ्रैंक पड़े हैं और कम-से-कम 60 साल से इसका कोई दावेदार नहीं है। सूची में सर्वाधिक लोग स्विट्जरलैंड के ही हैं। इसके अलावा इसमें जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका, तुर्की, आस्ट्रिया तथा विभिन्न अन्य देशों के खाताधारक शामिल हैं।
यह सूची स्विट्जरलैंड में एक नया कानून बनने के बाद आयी है जिसमें बहुत पुराने निष्क्रिय खातों के मालिकों के नाम सालाना आधार पर प्रकाशित करने को अनिवार्य किया गया है। यह व्यवस्था 2015 से ही शुरू की गयी है। एसबीए ने कहा, ‘दिसंबर 2015 में 2,600 से अधिक नामों की सूची जारी की गयी है। इन खातों में करीब 4.4 करोड़ स्विस फ्रैंक है। इसके अलावा 80 लॉकर हैं।’


तीन माह की लघु अवधि के भीतर व्‍यापार को आसान बनाने के लिए 95,000 से ज्‍यादा उद्योग आधार ज्ञापन पत्र दर्ज
18 December 2015
वर्ष 2015 के दौरान, सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम मंत्रालय ने व्‍यापार प्रक्रियाओं को आसान बनाने में सुधार हेतू और सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यमों (एमएसएमई) को वैश्विक स्‍तर पर और प्रतिस्‍पर्धी बनाने के लिए विभिन्‍न पहलों का शुभारंभ किया है। इन पहलों में उद्योग, आधार ज्ञापन पत्र के रूप में व्‍यापार के पंजीकरण को आसान बनाना, कमजोर सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यमों को पुनर्जीवित करने के लिए एक प्रारूप, पारंपरिक उद्योगों के पुन: सृजन के लिए कोष, पूंजी सब्सिडी से जुड़ी ऋण गारंटी और ऋण के रूप में वित्‍तीय सहायता किया जाना शामिल है। वर्ष के दौरान प्रारंभ किये गये कुछ कार्यक्रमों में शामिल हैं:

उद्योग, आधार ज्ञापन-पत्र (यूएएम)

सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम विकास अधिनियम-2006 के अंतर्गत सितम्‍बर, 2015 में मंत्रालय ने अधिसूचित किया है कि प्रत्‍येक सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम इकाई उद्योग, आधार ज्ञापन पत्र दाखिल करेगी। भारत में एमएसएमई के लिए व्‍यापार प्रक्रिया को आसान बनाने को प्रोत्‍साहन देने के लिए यह एक महत्‍वपूर्ण कदम है। यह प्रक्रिया संबंधित राज्‍यों और संघशासित प्रदेशों के साथ दर्ज उद्यमियों के ज्ञापन (ईएम भाग-1 और 2) को यूएएम में परिवर्तित कर देती है। हालांकि कुछ राज्‍यों और संघशासित प्रदेशों ने इस प्रक्रिया को ऑनलाइन अथवा स्‍वयं के द्वारा अथवा मंत्रालय के द्वारा तैयार पोर्टल के माध्‍यम से अपनाया है, कई राज्‍य/संघशासित प्रदेश अभी भी ईएम को दाखिल करने के मामले में सामान्‍य तरीके का ही उपयोग कर रहे हैं। ईएम को दाखिल करने की प्रक्रिया अब व्‍यापक हो चुकी है और एमएसएमई क्षेत्र में उद्यमियों को एक पृष्‍ठ के साधारण यूएएम को http://udyogaadhaar.gov.in पर ऑनलाइन फाइल करना होता है। इसके शीघ्र बाद एक विशिष्‍ट उद्योग आधार नम्‍बर (यूएएन) प्राप्‍त हो जाता है। मांगी गई जानकारी का आधार स्‍व-प्रमाणीकरण पर आधारित है और यूएएम को ऑनलाईन फाइल करते समय किसी सहायक दस्‍तावेजों की आवश्‍यकता नहीं होती है।
http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2015/dec/i2015121815.jpgकेंद्रीय सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र 6 अक्‍तूबर, 2015 को नई दिल्‍ली में एमएसएमई के लिए एक सरल पंजीकरण प्रारूप ‘’उद्योग आधार ज्ञापन पत्र’’ पर एक संवाददाता सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए। इस अवसर पर सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम एवं इस्‍पात मंत्रालय के सचिव डॉ. अनूप के. पुजारी और पत्र सूचना कार्यालय के महानिदेशक (मीडिया और संचार) श्री ए. पी. फ्रैंक नरोन्‍हा भी उपस्थित हैं।
यूएएम को व्‍‍यक्तिगत रूप से भी आधार नंबर होने पर ऑनलाइन फाइल किया जा सकता है। हालांकि अपवाद स्‍वरूप मामलों में जिनके पास आधार नंबर नहीं हैं, यूएएम को सामान्‍य तरीके से (अर्थात कागज के फॉर्म के माध्‍यम से) संबंधित जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) के महाप्रबंधक (जीएम) के पास दाखिल किया जा सकता है।
यूएएम की परिकल्‍पना भारत के माननीय प्रधानमंत्री के 03-10-14 को प्रसारित ‘’मन की बात’’ के माध्‍यम से राष्‍ट्र के साथ विचारों को साझा करने और एमएसएमई क्षेत्र के वित्‍तीय ढांचे पर कामथ समिति की रिपोर्ट में पंजीकरण को सार्वभौमिक बनाने की सिफारिशों से सामने आई। इस संदर्भ में एमएसएमई के राष्‍ट्रीय बोर्ड और एमएसएमई अधिनियम के लिए सलाहकार समिति से व्‍यापक विचार-विमर्श किया गया। यह उम्‍मीद की जाती है कि ऑनलाइन फॉइल किये जाने वाले इस एक पृष्‍ठ के साधारण ज्ञापन पत्र से न सिर्फ एमएमएमई की क्षमताओं का पूर्ण उपयोग किया जा सकेगा बल्कि व्‍यापारिक सूचकांक के मामले में हमारी अंतर्राष्‍ट्रीय रैंकिंग में भी सुधार होगा। तीन माह की एक लघु अवधि के भीतर, देश में 95,650 यूएएम फाइल किये जा चुके हैं।

एमएसएमई के कायाकल्‍प और पुनरूद्धार के लिए प्रारूप

लघु उद्यमों के पुनरूद्धार, पुनर्वास और कायाकल्‍प के समाधान के लिए देश में मौजूदा तंत्र काफी कमजोर है। हाल ही की कार्य व्‍यापार (डीबी) रिपोर्ट में इस क्षेत्र से जुड़ी समस्‍याओं के समाधान के मामले में 189 अर्थव्‍यवस्‍थाओं में से भारत को 137वां स्‍थान दिया गया है। रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि किसी समस्‍या के समाधान में औसत स्‍तर पर 4.3 वर्ष लगते हैं और इसमें देनदार की संपत्ति की 9.0 प्रतिशत लागत आती है, और सर्वाधिक संभावना रहती है कि कंपनी को छोटे-छोटे स्‍तर पर बेचा जायेगा।
दिवाला/दिवालियेपन की समस्‍याओं से निपटने के लिए कानूनी ढांचे का विस्‍तृत संशोधन अभी लंबित है, इसके लिए एमएसएमई के पुनरूद्धार के लिए विशेष व्‍यवस्‍था की आवश्‍यकता महसूस की गई। दिवाला/दिवालियेपन का सामना कर रही एमएसएमई की इकाईयों को पुनर्जीवित करने के लिए कानूनी अवसरों को प्रदान किये जाने की आवश्‍कता है। यह व्‍यवस्‍था पुनर्संगठन और पुनर्वास की एक योजना के माध्‍यम से की जा सकती है जिसमें देनदारों और लेनदारों के हितों के बीच संतुलन हो।

एमएसएमई के पुनरूद्धार और पुनर्जीवन के लिए एक रूपरेखा को सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम विकास अधिनियम, 2006 की धारा-9 के अंतर्गत मई 2015 में अधिसूचित किया गया है। इसकी प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार है:-
· प्रारंभिक दबाव की पहचान
· समस्‍याओं से घिरे सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यमों के लिए समितियां
· विभिन्‍न विकल्‍पों से युक्‍त समिति के द्वारा सुधारात्‍मक कार्ययोजना (सीएपी)
· पुनर्गठन की प्रक्रिया
· परिसंपत्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण पर विवेकपूर्ण मानदंड
· इच्‍छा के साथ की गई गलतियों और ऋण के मामले में असहयोग करने वालों की पहचान
प्रधानमंत्री का रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी)

पीएमईजीपी देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सतत और स्‍थायी रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए नये उद्यमों की स्‍थापना हेतु सब्सिडी से जुड़े ऋण के लिए सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है।
Ø पीएमईजीपी के अंतर्गत मार्जिन राशि के रूप में मंत्रालय द्वारा 860.51 करोड़ रूपए जार किए गये हैं जिनमें से 528.32 करोड़ रूपए पहले से ही बैंकों द्वारा वितरित किए जा चुके हैं।
Ø इस योजना के अंतर्गत, 24126 नए उद्यमों के तहत 170983 लोगों को रोजगार उपलब्‍ध कराकर लाभांवित किया जा चुका है।
Ø बैंको के द्वारा वितरित कोषों के मामलें में पिछले वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत से ज्‍यादा की वृद्धि हुई है।

अभिनव, ग्रामीण उद्योग और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एक योजना (एएसपीआईआरई)

एएसपीआईआरई का शुभारंभ 16.03-2015 को 210 करोड़ रूपये के कोष के साथ तकनीकी केंद्रों के एक नेटवर्क के गठन, उद्यमशीलता में तेजी लाने के लिए प्रेरक केंद्रों और ग्रामीण और कृषि आधारित उद्योगों में उद्यमशीलता एवं अभिनव को प्रोत्‍साहन देने के उद्देश्‍य से किया गया है।

Ø एएसपीआईआरई के योजान्वित परिणामों में प्रौद्योगिकी व्‍यापार प्रेरकों (टीबीआई), आजीविका व्‍यवसाय उत्‍प्रेरकों (एलबीआई) और एसआईडीबीआई जैसी पहलों के लिए कोषों के निर्माण के साथ एक कोष का गठन करना है।
Ø योजना के शुभारंभ होने के एक माह के भीतर एएसपीआईआरई के अंतर्गत अप्रैल 2015 में प्रथम एलबीआई की स्‍थापना की गई। 107 युवाओं के प्रथम समूह को इसके माध्‍यम से प्रशिक्षित और कौशल प्रदान किया गया।
Ø सितम्‍बर, 2015 तक 19 एलबीआई को स्‍वीकृति दी जा चुकी है और अन्‍य 9 एलबीआई और दो टीबीआई स्‍वीकृ‍ति के लिए तैयार हैं।

पारंपरिक उद्योगों के उत्‍थान के लिए कोष की एक योजना (स्‍फूर्ति)

स्‍फूर्ति का उद्देश्‍य पारंपरिक उद्योगों और शिल्पियों को संगठित करना है ताकि उत्‍पादों की विपणन क्षमता को बढ़ाने, शिल्पियों के कौशल में सुधार लाने, सामान्‍य सुविधाओं के लिए प्रावधान बनाने और समूह शासन प्रणाली को मजबूत करने के द्वारा उनको स्‍थायी मदद प्रदान की जा सके और प्रतिस्‍पर्धी बनाया जा सके।
Ø स्‍फूर्ति योजना के दिशानिर्देशों को वर्ष 2015 में फिर से पुनरूद्धार गया और योजना को 2015 में काफी लाभकारी सिद्ध हुई। 2014 में शून्‍य के मुकाबले 2015 में योजना के अंतर्गत 62 करोड़ रूपए के कोष को स्‍वीकृति दी गई।
Ø 12वीं योजना में एक वर्ष शेष रहने की अवधि के दौरान ही, 71 समूहों के लक्ष्‍यों के मुकाबले 2015 में 68 समूहों को स्‍वीकृति दी जा चुकी है।
http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2015/dec/i2015121816.jpgकेंद्रीय सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र 22 मार्च, 2015 को नई दिल्‍ली में स्‍फूर्ति के पुनरूद्धार के अवसर पर एक राष्‍ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए।

सूक्ष्‍म विनिर्माण प्रतिस्‍पर्धात्‍मक योजना (एलएससीएस)

एमएसएमई विनिर्माण की प्रतिस्‍पर्धात्‍मकता को बढ़ाने के लिए संपूर्ण देश में एलएमसीएस को कार्यान्‍वित किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्‍य विभिन्‍न सूक्ष्‍म विनिर्माण तकनीकों (उदाहरण के लिए कुल उत्‍पादकता रखरखाव (टीपीएम), 5 एस, दृश्‍य नियंत्रण, मानक संचालन प्रक्रियाएं, डाईयों अथवा त्‍वरित बदलाव का एक मिनट में आदान-प्रदान(एसएमईडी), मूल्‍य स्‍ट्रीम मानचित्रण, समय के भीतर, कानबन प्रणाली, काइजेन, सेल्‍युलर लेआउट, पोका योक) के माध्‍यम से एमएसएमई के विनिर्माण प्रतिस्‍पर्धा को बढ़ावा देना है।
Ø 188 नए समूहों की पहचान की गई और एलएम मध्‍यस्‍थताओं (सूक्ष्‍म विनिर्माण) के लिए चयन किया गया।
Ø 359 इकाईयों में सूक्ष्‍म विनिर्माण मध्‍यस्‍थाओं की पहल की गई है।
Ø संपूर्ण देश में 63 जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन

सूक्ष्‍म और सीजीटीएमएसई योजना के लिए ऋण गारंटी ट्रस्‍ट कोष

ऋण वितरण प्रणाली को मजबूत करने और एमएसई क्षेत्र में ऋण के प्रवाह की सुविधा के लिए सीजीटीएमएसई का गठन किया गया। सीजीटीएमएसई के अंतर्गत ऋण गारंटी ऋणदाता को आश्‍वस्‍त करना चाहती है कि एक एमएई इकाई जो जमानत मुक्‍त ऋण सुविधाओं का लाभ ले चुकी है अगर ऋणदाता को अपने दायित्‍वों का निर्वाह करने में असफल रहती है तो सीजीएमएसई ऋणदाता के लिए इस ऋण की सुविधा का 85 प्रतिशत तक वहन करेगा।
Ø वर्तमान वित्‍तीय वर्ष के दौरान (अप्रैल से अक्‍टूबर 2015) इस योजना के अंतर्गत कुल स्‍वीकृत प्रस्‍तावों की संख्‍या 2,31,774 थी जिनमें गारंटी धनराशि 11,446 करोड़ रूपए थी।
प्रौद्योगिकी उन्‍नयन के लिए ऋण से जुड़ी पूँजी सब्सिडी योजना (सीएलसीएसएस)
सीएलसीएसएस का उद्देश्‍य संयंत्र और मशीनरी को खरीदने के लिए 15 प्रतिशत तक पूँजी सब्‍सिडी (अधिकतम 15 लाख रूपए तक सीमित) के द्वारा सूक्ष्‍म और लघु उद्यमों को तकनीकी उन्‍नयन की सुविधा प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत सब्‍सिडी की गणना के लिए वैध ऋण की अधिकतम सीमा 100 लाख रूपए है। वर्तमान में, 51 उप-क्षेत्रों के अंतर्गत 1500 से अधिक अच्‍छी प्रकार से स्‍थापित/उन्‍नत प्रौद्योगिकियों को स्‍वीकृति दी जा चुकी है।
Ø वर्तमान वित्‍तीय वर्ष के दौरान (अप्रैल से अक्‍टूबर, 2015) 1,195 इकाईयां लाभांवित हो चुकी हैं और कुल 75.57 करोड़ की कुल सब्‍सिडी जारी की गई है।


अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने 7 साल में पहली बार बढ़ाईं ब्याज दरें
17 December 2015
नई दिल्ली। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने करीब सात सालों की रिकॉर्ड गिरावट के बाद ब्याज दरों में इजाफा किया है। लेकिन इससे संकेत मिल रहे हैं कि अर्थव्यवस्था के और मजबूत होने और मुद्रास्फीति में बढ़ोत्तरी से भविष्य में ब्याज दरों में इजाफे काफी धीमी रफ्तार से होने की संभावना है।
फेडरल रिजर्व ने अपनी प्रमुख दर में 0.25 फीसदी का इजाफा कर इसे 0.5 फीसदी कर दिया है। इससे पहले करीब सात साल तक यह दर शून्य के करीब थी, जिसकी शुरुआत 2008 के वित्तीय संकट के समय हुई थी। दर में किए गए इस इजाफे से उपभोक्ताओं और व्यापारिक संस्थाओं को कुछ कर्ज पर थोड़ी ज्यादा दरें चुकानी पड़ सकती हैं।

102 अंकों की तेजी के साथ खुला सेंसेक्स
17 December 2015
नई दिल्ली। जैसा कि अनुमान था फेडरल रिजर्व के दरें बढ़ाने के बाद भारतीय बाजारों ने जोरदार तेजी के साथ शुरुआत की है। सेंसेक्स खुलते ही 100 अंक ऊपर उछल गया है और 7 दिसंबर के बाद निफ्टी 7800 के पार चला गया है। हालांकि निफ्टी 7800 पर टिका नहीं और तुरंत 7800 के नीचे फिसल गया। बाजार में सभी इंडेक्स बढत के हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं और निफ्टी में 10 शेयरों को छोड़कर बाकी सभी शेयर बढ़त के हरे निशान में दिख रहे हैं। लार्जकैप शेयर 0.5 फीसदी और मिडकैप शेयर 0.7 फीसदी ऊपर है वहीं स्मॉलकैप शेयर तो 0.8 फीसदी का उछाल दिखा रहे हैं। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1020.60 अंक यानि 0.40 फीसदी की बढ़त के साथ 25596 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 28.00 अंक यानि 0.36 फीसदी चढ़कर 7778 के स्तर पर आ गया है।
सेक्टोरियल आधार पर देखें तो पीएसयू बैंक शेयर 1.44 फीसदी के उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं और रियल्टी शेयर 1.03 फीसदी ऊपर हैं। बैंक निफ्टी में 0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की जा रही है और मेटल शेयक 0.55 फीसदी उछले हैं। फार्मा शेयरों में 0.72 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। एनर्जी, मीडिया शेयर भी हल्की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं।
निफ्टी के दिग्गज शेयरों में गेल और टाटा पावर 2.6 फीसदी की बढ़त के साथ दिख रहे हैं और पीएनबी 2.28 फीसदी उछला है। बैंक ऑफ बड़ौदा 2.22 फीसदी ऊपर है और एसबीआई 2.17 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। यस बैंक में 1.70 फीसदी और वेदांता में 1.49 फीसदी की मजबूती देखी जा रही है और एनटीपीसी 1.456 फीसदी उछला है। अल्ट्राटेक सीमेंट और बजाज ऑटो में 1.31 फीसदी की तेजी के साथा कारोबार हो रहा है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में केर्न इंडिया और ओएनजीसी 1.29 फीसदी टूटे हैं। ल्यूपिन में 0.78 फीसदी और एचडीएफसी में 0.58 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है। एमएंडएम 0.46 फीसदी नीचे है और आईडिया 0.37 फीसदी फिसला है। टीसीएस में 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।

बैंकों को टॉप डिफॉल्टर्स की लिस्ट सार्वजनिक करनी होगी: सुप्रीम कोर्ट
17 December 2015
नई दिल्ली। स्विट्जरलैंड ने 1950 के दशक के मध्य से अपने यहां निष्क्रिय पड़े कई बैंक खातों को पहली बार सार्वजनिक किया है। इनमें 2,600 लोगों के खाते हैं जिनमें से कम से कम छह भारतीय हैं। इन खातों में कुल जमा करीब 4.4 करोड़ स्विस फ्रैंक (करीब 300 करोड़ रुपये) हैं लेकिन भारतीयों के खातों की राशि के बारे में खुलासा नहीं किया गया है।
छह भारतीयों में चार के निवास स्थान भारत में बताये गए हैं जबकि एक को पेरिस (फ्रांस) का निवासी बताया गया है। छठे व्यक्ति के निवास स्थान का खुलासा नहीं किया गया है। इनमें से तीन विदेशी मूल के व्यक्ति हैं। इनमें पिएरे वाचेक, कालरेट स्पेंसर तथा रोजमैरी बर्नेट शामिल हैं जिनका निवास स्थान बंबई (मुंबई का पुराना नाम) बताया गया है।
बहादुर चंद्र सिंह को देहरादून का निवासी बताया गया है वहीं डॉ मोहन लाल को पेरिस का निवासी बताया गया है। किशोर लाल के निवास स्थान का खुलासा नहीं किया गय है। कुछ मामलों में खाताधारकों की जन्म की तारीख बताई गई है जबकि स्पेंसर को जर्मनी का नागरिक बताया गया है। इन खाताधारकों के रिश्तेदार और वंशजों को इन खातों के दावों के लिये 1 से 5 साल में अपना दावा स्विस बैंकिंग ओम्बुड्समैन तथा स्विस बैंकर्स एसोसिएशन (एसबीए) को करना होगा।
यह पहला मौका है जब स्विट्जरलैंड ने ऐसी सूची जारी की है जिसका मकसद खाताधारकों के रिश्तेदारों और वंशजों को कोष का दावा करने का मौका देना है। सूची में केवल वही खातें शामिल हैं जिसमें कम-से-कम 500 स्विस फ्रैंक पड़े हैं और कम-से-कम 60 साल से इसका कोई दावेदार नहीं है। सूची में सर्वाधिक लोग स्विट्जरलैंड के ही हैं। इसके अलावा इसमें जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका, तुर्की, आस्ट्रिया तथा विभिन्न अन्य देशों के खाताधारक शामिल हैं।
यह सूची स्विट्जरलैंड में एक नया कानून बनने के बाद आयी है जिसमें बहुत पुराने निष्क्रिय खातों के मालिकों के नाम सालाना आधार पर प्रकाशित करने को अनिवार्य किया गया है। यह व्यवस्था 2015 से ही शुरू की गयी है। एसबीए ने कहा, ‘दिसंबर 2015 में 2,600 से अधिक नामों की सूची जारी की गयी है। इन खातों में करीब 4.4 करोड़ स्विस फ्रैंक है। इसके अलावा 80 लॉकर हैं।’


लगातार दूसरे दिन तेजी से सेंसेक्स 170 अंक चढ़ा
16 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन तेजी कायम रही और सेंसेक्स 170 अंक चढ़ गया। निवेशकों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना को नजरअंदाज किया, जिससे बाजार में तेजी आई। पेट्रोलियम शेयरों में रक्षात्मक खरीदारी से बैंकिंग शेयरों में बिकवाली का प्रभाव कम हो गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी के शेयरों में तेजी से नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 7,700 अंक के स्तर को पार कर गया। ब्रोकरों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में मजबूती के रुख के साथ खुले, जिससे यहां भी धारणा मजबूत हुई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 25,186.68 अंक पर ऊंचा खुलने के बाद मुनाफावसूली से नकारात्मक दायरे में आया और 25,075.54 अंक के निचले स्तर पर आ गया। बाद में यह 25,342.78 अंक के उच्चस्तर तक गया। अंत में सेंसेक्स 170.09 अंक या 0.68 प्रतिशत के लाभ से 25,320.44 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले सत्र में सेंसेक्स 106 अंक चढ़ा था।
निफ्टी भी 50.85 अंक या 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,700.90 अंक पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह 7,625.10 से 7,705 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 2.14 प्रतिशत का लाभ रहा। ओएनजीसी 2.06 प्रतिशत की बढ़त में रहा। इसके अलावा ल्यूपिन, हिंद यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, बजाज आटो, एचडीएफसी, मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकार्प, एक्सिस बैंक, आईटीसी, भारती एयरटेल, इन्फोसिस और एलएंडटी के शेयर भी बढ़त में रहे।

'भारत में 76% लोग आर्थिक शब्दावली नहीं समझते'
16 December 2015
नई दिल्ली। भारत में वैश्विक औसत के मुकाबले वित्तीय साक्षरता कम है और वे मुद्रास्फीति तथा ब्याज दर जैसी प्रमुख धारणाओं को नहीं समझते। एसएंडपी रेटिंग सर्विसेज ने मंगलवार को एक सर्वे में यह कहा।
स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एस एंड पी) रेटिंग सर्विसेज के वैश्विक वित्तीय साक्षरता सर्वे में कहा गया है कि एशिया में सिंगापुर में वित्तीय रूप से साक्षर वयस्क 59% हैं। उसके बाद हांगकांग तथा जापान (दोनों 43%) का स्थान है। चीन में एक तिहाई (28%) वयस्क वित्तीय साक्षर हैं। सर्वे में पाया गया कि 76% भारतीय वयस्क मुद्रास्फीति, जोखिम विविधीकरण तथा चक्रवृद्धि ब्याज जैसी प्रमुख वित्तीय धारणाओं को नहीं समझते।
इसमें कहा गया है, यह वित्तीय साक्षरता के वैश्विक औसत से भी कम है। लेकिन मोटे तौर पर अन्य ब्रिक्स देशों तथा दक्षिण एशियाई देशों के अनुरूप है। वैश्विक स्तर पर 66% वयस्क वित्तीय रूप से साक्षर नहीं हैं। सर्वे के अनुसार इस मामले में पुरुष और महिलाओं के बीच अंतर लगभग हर देश में है। वैश्विक स्तर पर जहां 65% पुरुष वित्तीय रूप से साक्षर नहीं हैं वहीं 70% महिलाएं वित्तीय धारणाओं को नहीं समझती हैं। भारत में यह अंतर और भी अधिक है। जहां 73% पुरुष वित्तीय शब्दों को नहीं समझते वहीं 80% महिलाएं वित्तीय रूप से साक्षर नहीं हैं।

सोना के भाव में लगातार दूसरे दिन गिरवाट, अब 25690 रुपये प्रति 10 ग्राम
16 December 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों से नकारात्मक संकेत मिलने और आभूषण निर्माताओं की मांग कमजोर पड़ने के बीच स्थानीय सर्राफा बाजार में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। सोना 160 रुपये घटकर 25,690 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। चांदी में भी बिकवाली का जोर रहा और भाव 200 रुपये घटकर 33,500 रुपये किलो रह गया।
चार महानगरों में मंगलवार को सोना और चांदी के भाव इस प्रकार रहे-
दिल्ली - मुंबई - कोलकाता - चेन्नई
सोना प्रति 10 ग्राम 25690, 25230, 25670, 25590
चांदी प्रति किलो 33500, 33,720, 33,250 33200

सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि कमजोर ग्लोबल रूख और आभूषण निर्माताओं की मांग धीमी पड़ने से कीमती धातुओं पर दबाव बना है। ग्लोबल लेवल पर न्यूयॉर्क में सोमवार को सोना 1.31% गिरकर 1,060.10 डॉलर प्रति औंस और चांदी का भाव 1.73% घटकर 13.65 डालर प्रति औंस रह गया। इसके साथ ही शादी ब्याह का सत्र समाप्त होने पर आभूषण निर्माताओं और खुदरा विक्रेताओं की मांग भी कमजोर रही।
राष्ट्रीय राजधानी में सोना 99.9% और 99.5% शुद्धता का भाव प्रत्येक 160 रुपये गिरकर क्रमश: 25,690 और 25,540 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। इस कीमती धातु में कल 150 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी। गिन्नी सीमित कारोबार में हालांकि, 22,200 रुपये प्रति 8 ग्राम पर स्थिर रही।
चांदी हाजिर भाव 200 रुपये गिरकर 33,500 रुपये प्रति किलो और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 340 रुपये गिरकर 33,515 रुपये प्रति किलो रह गई। चांदी सिक्का भी मांग कमजोर पड़ने से 1,000 रुपये घटकर लिवाली 47,000 रुपये और बिकवाली 48,000 रुपये प्रति सैकड़ा बोला गया।


बाजार में लौटी तेजी, सेंसेक्स में 106 अंकों की बढ़ोतरी
15 December 2015
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों के मिले-जुले रुझान और घरेलू स्तर पर हिंडाल्को, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और्र हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियों में मजबूत लिवाली की बदौलत सोमवार को बीएसई का सेंसेक्स 106 अंक चढ़कर तीन महीने के निचले स्तर से उबरने में कामयाब रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में भी 40 अंक की तेजी रही। मौद्रिक नीति पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों की सतर्कता बरतते हुये की गई बिकवाली के बावजूद अन्य कंपनियों के सार्थ हिंडाल्कों में तीन फीसदी से अधिक की तेजी ने बाजार को बढ़त दी।
इससे उतार-चढाव से गुजरता हुआ सेंसेक्स अंत में 105.92 अंक अर्थात 0.42 फीसदी उछलकर 25150.35 अंक और निफ्टी 39.60 अंक अर्थात 0.52 फीसदी बढ़कर 7650.05 अंक पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस सेंसेक्स तीन माह के निचले स्तर 25044.43 अंक और निफ्टी 16 महीने के न्यूनतम स्तर 7610.45 अंक तक लुढ़क गया था। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत के बीच फेड रिजर्व की कल से शुरू हो रही दो दिवसीय बैठक में पिछले एक दशक में पहली बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद में विदेशी निवेशकों ने सतर्क बिकवाली का रुख किया, लेकिन मजबूत आंकड़ों की बदौलत चीन के बाजार में तेजी से घरेलू स्तर पर धातु समूह में दमदार लिवाली से भी बाजार को समर्थन मिला।
विदेशी बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट 2.52 फीसदी और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.70 फीसदी चढ़ा, जबकि जापान का निक्की 1.80, हांगकांग का हैंगसैंग 0.72 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.07 फीसदी टूटा। बीएसई के धातु समूह में सबसे अधिक 2.60 फीसदी की तेजी रही। इसके अलावा अन्य 15 समूहों में भी 1.71 फीसदी तक की मजबूती दर्ज की गयी, जबकि शेष चार समूह के शेयर 0.16 फीसदी तक टूटे।
सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयरों ने छलांग लगायी, जबकि शेष 11 में मंदी देखी गयी। बीएसई में कुल 2855 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1490 में तेजी और 1148 में नरमी रही, जबकि 217 में टिकाव रहा। एनएसई में कुल 1440 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 802 में मजबूती और 574 में गिरावट रही, जबकि 64 में कोई बदलाव नहीं हुआ।

खुदरा महंगाई दर में लगातार चौथे महीने बढ़ोतरी, अब 14 महीने के उच्चस्तर पर
15 December 2015
नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर (मुद्रास्फीति) में नवंबर में लगातार चौथे महीने बढ़ोतरी हुई और यह 14 माह के उच्चस्तर 5.41% पर पहुंच गई। मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं के दाम चढ़ने से महंगाई दर बढ़ी है। इससे रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक रख में नरमी की गुंजाइश और कम हो गई है।
थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर भी नवंबर में चढ़ गई। हालांकि, यह लगातार 13वें महीने नकारात्मक दायरे में बनी रही। नवंबर में यह शून्य से 1.99% नीचे रही। दालों और प्याज कीमतों में तेजी से थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर बढ़ी है। अक्तूबर में यह शून्य से 3.81% नीचे थी। सब्जियों, दालों और फलों की कीमतों में बढ़ोतरी से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर नवंबर में चढ़कर 5.41% पर पहुंच गई, जो रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से अधिक है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 5% पर थी। पिछले साल नवंबर में यह 3.27% के स्तर पर थी। खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी से रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की चिंता और बढ़ेगी। रिजर्व बैंक ने मध्यम अवधि में खुदरा महंगाई दर का लक्ष्य 5% रखा है। रिजर्व बैंक इसी सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना को लेकर खुद को तैयार कर रहा है। लेकिन उंची खुदरा महंगाई दर से उसकी चिंता और बढ़ गई है। इसके अलावा 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने से केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन बढ़ेगा और इससे भी मूल्यों पर दबाव बढ़ेगा। ये सिफारिशें जनवरी से लागू होंगी।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के मुख्य अर्थशास्त्री देवेंद्र कुमार पंत ने कहा, ‘थोक मूल्य सूचकांक आधारित और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित दोनों मुद्रास्फीति हमारी उम्मीदों से थोड़ी अधिक लेकिन रख के अनुरूप ही हैं। अनुकूल आधार प्रभाव समाप्त हो रहा है। इससे आगामी महीनों में दोनों मुद्रास्फीति और चढ़ेगी।


370 करोड़ रुपए में इटली की कंपनी का अधिग्रहण करेगा महिंद्रा
15 December 2015
नई दिल्ली। महिंद्रा समूह ने इटली की आटोमोटिव व इंडस्ट्रियल डिजाइन कंपनी पिनिनफैरिना का लगभग पांच करोड़ यूरो (370 करोड़ रुपए) में अधिग्रहण करने की घोषणा की है। इसके लिए दोनों पक्षों में कई माह तक वार्ता हुई।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा है कि यह अधिग्रहण विशेष कंपनी (एसपीवी) के जरिये किया जाएगा। समूह की दो कंपनियों टेक महिंद्रा तथा महिंद्रा और महिंद्रा के पास इस कंपनी की क्रमश: 60 और 40 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। करार के तहत टेक महिंद्रा और महिंद्रा एंड महिंद्रा पिनिनफैरिना के 76.06 फीसदी शेयर मौजूदा शेयरधारकों पिनकार एसआरएल से 1.1 यूरो प्रति शेयर के मूल्य पर खरीदेंगे।


सेंसेक्स 25,000 के नीचे फिसला, 176 अंक गिरकर खुला
14 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक के शुरुआती कारोबार में 176 अंक फिसलकर 25,000 और एनएसई निफ्टी 59.40 अंक टूटकर 7,600 के स्तर से नीचे आ गया। ऐसा अक्तूबर के औद्योगिक आंकड़े में जोरदार तेजी के बावजूद निवेशकों की ओर से बिकवाली बढ़ने के कारण हुआ।
वस्तु एवं सेवा कर विधेयक संबंधी चिंता और अन्य एशियाई बाजारों में नरमी के रुझान से बाजार का रुख प्रभावित हुआ। इसके अलावा आज दिन में जारी होने वाले नवंबर के थोक और खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों के मद्देनजर भी बाजार सतर्क रहा।
सेंसेक्स 176.70 अंक या 0.70 प्रतिशत टूटकर 24,867.73 पर आ गया। इसी तरह नैशनल स्टाक एक्सचेंज का सूचकांक, निफ्टी भी 7,600 के नीचे चला आया और 59.40 अंक या 0.78 प्रतिशत गिरकर 7,551.05 पर आ गया।

एशियाई बाजार में भारी गिरावट, निक्केई टूटा 500 अंक
14 December 2015
नई दिल्ली। अमेरिकी और यूरोपियन मार्केट में आई कमजोरी का असर एशियाई मार्केट में भी देखने को मिल रहा है। क्रूड कीमतों में आई भारी गिरावट का असर अब इक्विटी मार्केट की चाल पर भी देखने को मिलने लगा है। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में एशियाई मार्केट भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे है। जापान का बेंचमार्क इंडेक्स निक्केई 500 अंक टूट गया है। क्रूड 38 डॉलर के नीचे फिसल गया है और सप्लाई बढ़ने से ये अपने 7 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया जिससे बाजार पर दबाव बनता नजर आ रहा।
एसजीएक्स निफ्टी करीब 1 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है। सोमवार के सत्र में जापान का बेंचमार्क इंडेक्स निक्केई 2.50 प्रतिशत लुढ़ककर 18772 के स्तर पर आ गया है। वहीं, चीन के बेंचमार्क इंडेक्स शंघाई अब मामूली तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। हालांकि हॉन्ग कॉन्ग के इंडेक्स हैंगसैंग में 1.5 प्रतिशत की गिरावट है। इसके अलावा ताइवान इंडेक्स और दक्षिण कोरिया का बेंचमार्क इंडेक्स कोस्पी आधा प्रतिशत लुढ़क गए है। बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में अमेरिकी मार्केट तेज गिरावट के साथ बंद हुए है। दरअसल इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड के दाम 7 साल के निचले स्तर पर आ गए है।
इससे एनर्जी स्टॉक्स में भारी गिरावट देखने को मिली है जिसका असर अमेरिकी मार्केट पर पड़ा है। इसके अलावा इस हफ्ते होने वाली फेड की बैठक में दरों के बढ़ने के डर से इन्वेस्टर्स के सेंटीमेंट पर असर देखा गया है। शुक्रवार को अमेरिकी बेंचमार्क इंडेक्स डाओ जोंस 309.54 अंक की गिरावट के के साथ 17,265 पर क्लोज हुआ है। वहीं, नैस्डैक कम्पोजिट इंडेक्स 2.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,933 पर बंद हुआ है। एसएंडपी 500 इंडेक्स 39.86 अंक यानी 1.94 प्रतिशत की गिरावट के बाद 2,012 पर बंद हुआ है।


प्रसाद ने दूरसंचार कंपनियों को लगाई फटकार, कहा- ‘टावरों को ढूंढना मेरा काम नहीं’
14 December 2015
नई दिल्ली। कॉल ड्रॉप के मुद्दे पर दूरसंचार ऑपरेटरों को सख्त चेतावनी देते हुए दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘टॉवरों को ढूंढना’ उनका काम नहीं है। उन्होंने कंपनियों से कहा कि वे अपने नेटवर्क में सुधार करें या फिर गंभीर कार्रवाई का सामना करें। प्रसाद ने आईबीएन7 के सहयोगी चैनल ‘सीएनएन-आईबीएन’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि दूरसंचार कंपनियों को नेटवर्क में सुधार करना चाहिए। मेरा काम टॉवर ढूंढना नहीं है, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो परिणाम गंभीर होंगे।
दूरसंचार ऑपरेटर कॉल ड्रॉप का ठीकरा मोबाइल टॉवरों की कमी पर फोड़ते रहते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए दूरसंचार क्षेत्र की नियामक एजेंसी ट्राई ने एक मुआवजा नीति पेश की है जिसके तहत दूरसंचार कंपनियों को एक जनवरी से प्रति कॉल ड्रॉप पर एक रुपए की दर से भुगतान करना होगा। इसमें प्रति ऐसे तीन कॉलों की सीमा होगी। केंद्रीय मंत्री ने बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा कि दूरसंचार कंपनियां वॉयस कॉलों की कीमत पर डेटा पर ध्यान नहीं दे सकतीं।
प्रसाद ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता एमटीएनएल का निजीकरण नहीं, बल्कि उसके स्वास्थ्य में सुधार करना है। डिजिटल वित्तीय समावेशीकरण में डाकघरों की ‘बड़ी भूमिका’ स्वीकार करते हुए प्रसाद ने कहा कि उन्हें ई-कॉमर्स क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह ‘कॉल ड्रॉप मंत्री’ के तौर पर कुख्यात नहीं होना चाहते। प्रसाद ने पहले कहा था कि ऑपरेटरों को सेवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए अपने नेटवर्क को दुरस्त करना चाहिए।


औद्योगिक उत्पादन अक्टूबर में 9.8 प्रतिशत बढ़कर पांच साल की ऊंचाई पर
12 December 2015
नई दिल्ली। दिवाली और दूसरे त्योहारों के दौरान उपभोक्ता उत्पादों और पूंजीगत सामानों की मांग बढ़ने से अक्टूबर माह में औद्योगिक उत्पादन 9.8 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ पांच साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संशोधित आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2015 में वृद्धि 3.84 प्रतिशत रही, जबकि प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 3.6 प्रतिशत बताया गया था। पिछले साल अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन 2.7 प्रतिशत घटा था।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने आईआईपी आंकड़ों पर संवाददाताओं से कहा, आईआईपी के ताजा आंकड़े बहुत अच्छे हैं। यह आंकड़े ऊंचे, अच्छे और उत्साहवर्धक हैं। लेकिन इन आंकड़ों की व्याख्या करते हुए हमें थोड़ा सावधान रहना होगा... विशेषतौर पर यह देखते हुए कि इस महीने में दिवाली का त्योहार आया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि अक्टूबर माह के आंकड़ों का रुझान आगे भी बना रहेगा। इससे पहले अक्टूबर, 2010 में औद्योगिक उत्पादन में 11.36 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।

सेंसेक्स में दर्ज की गई 208 अंकों की गिरावट
12 December 2015
नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को गिरावट का रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 207.89 अंकों की गिरावट के साथ 25,044.43 पर और निफ्टी 72.85 अंकों की गिरावट के साथ 7,610.45 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 29.45 अंकों की मजबूती के साथ 25,281.77 पर खुला और 207.89 अंकों या 0.82 फीसदी गिरावट के साथ 25,044.43 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 25,316.14 के ऊपरी और 24,930.43 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.30 अंकों की बढ़त के साथ 7,699.60 पर खुला और 72.85 अंकों या 0.95 फीसदी गिरावट के साथ 7,610.45 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 7,703.05 के ऊपरी और 7,575.30 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप 125.95 अंकों की गिरावट के साथ 10,576.02 पर और स्मॉलकैप 91.08 अंकों की गिरावट के साथ 11,213.18 पर बंद हुआ। बीएसई के केवल दो सेक्टरों धातु (0.23 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (0.14 फीसदी) में तेजी रही। बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे- रियल्टी (2.52 फीसदी), बैंकिंग (2.25 फीसदी), वाहन (1.71 फीसदी), वित्त (1.68 फीसदी) और दूरसंचार (1.64 फीसदी)।


'फेडरल रिजर्व ब्याज दर में कर सकता है वृद्धि'
12 December 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व अगले सप्ताह अपनी प्रमुख ब्याज दर में 0.01 प्रतिशत से 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि हम फेडरल रिजर्व के इस फैसले से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं।केंद्रीय बैंक के निदेशक मंडल की के बाद राजन ने कहा, 'फेड ने जमीन तैयार कर दी है और हमें लग रहा है कि वह नीतिगत ब्याज दर में 0.01 प्रतिशत से 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करेगा।' उन्होंने कहा कि ब्याज दर बढ़ाए जाने की संभावना 70 से 75 प्रतिशत है। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि यह करीब-करीब तय है कि फेडरल रिजर्व अगले सप्ताह ब्याज दर बढ़ाएगा। पटेल ने कहा, 'फेडरल रिजर्व द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा के विश्लेषण के बाद हमें लगता है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दर बढ़ाएगा।' उन्होंने कहा कि बाजार में वित्तीय प्रवाह में कुछ बदलाव की उम्मीद की जा सकती है। राजन ने कहा, 'फेडरल रिजर्व जो भी फैसला करता है, हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं।'


बाजार में गिरावट पर लगा विराम, सेंसेक्स 216 अंक मजबूत
11 December 2015
नई दिल्ली। छह दिन की गिरावट के बाद बंबई शेयर बाजार में आज तेजी दर्ज की गयी। हाल में गिरावट वाले जिंस शेयरों में बिकवाली बढ़ने से सेंसेक्स 216 अंक से अधिक मजबूत हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंडाल्को तथा टाटा स्टील की अगुवाई में बाजार में मजबूती आई।
हालांकि, अगले सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक, एफआईआई की सतत बिकवाली तथा जीएसटी विधेयक के पारित होने में संभावित देरी के कारण निवेशक सतर्क हैं। बुनियादी रूप से मजबूत शेयरों में लिवाली से उतार-चढ़ाव के बावजूद सूचकांक में तेजी आयी।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला सूचकांक मजबूती के साथ 25,136.71 अंक पर खुला और प्रमुख कंपनियों के शेयरों में तेजी से 25,289.58 के अंक पर पहुंच गया। बाद में इसमें मुनाफावसूली से यह नीचे आ गया, पर अंत में पिछले दिन के मुकाबले 216.27 अंक यानी 0.86 प्रतिशत मजबूत होकर यह 25,252.32 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले, कर सुधारों से जुड़े जीएसटी विधेयक के पारित होने में संभावित देरी को लेकर चिंता के बीच पिछले छह कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,133.36 अंक लुढ़क गया। 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 70.80 अंक या 0.93 प्रतिशत मजबूत होकर 7,683.30 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह 7,691.95 से 7,611 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में आज की तेजी 19 नवंबर के बाद एक दिन में सबसे बड़ी तेजी है।

भारत के बैंकों को चाहिए 140 अरब डालर : फिच रेटिंग्स
11 December 2015
नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने आज कहा कि भारत में बैंकों को 2018-19 तक बेसल-तीन नियमों का पूरी तरह अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए लगभग 140 अरब डालर की जरूरत होगी।
इसके साथ ही एजेंसी ने कहा कि अगर पूंजी व खराब ऋण से जुड़े मुद्दे नहीं सुलझाए जाते हैं तो उनके ऋण प्रवाह में कोई बड़ा सुधार होने की संभावना नहीं है। फिच के अनुसार सरकार द्वारा बैंकों में लगभग 11 अरब डालर का संभावित निवेश महत्वपूर्ण है लेकिन यह बेसल-तीन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सतत उधारी वृद्धि के लिहाज से शायद अपर्याप्त हो।
एजेंसी ने ‘2016 परिदृश्य : भारतीय बैंक’ में यह निष्कर्ष निकाला है। इसके अनुसार अगर सार्वजनिक बैंक अपनी लाभप्रदता का पुनरुत्थान चाहते हैं तो उन्हें बैलेंसशीट मजबूत बनाने पर ध्यान देना चाहिए हालांकि उनके पास ज्यादा गुंजाइश नहीं है।


वैश्विक संकेतों और मांग घटने से सोना फिर हुआ सस्ता
11 December 2015
नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक संकेतों और मौजूदा ऊंचे दाम पर आभूषण निर्माताओं की मांग घटने से स्थानीय सर्राफा बाजार में आज सोना 40 रुपये गिरकर 25,800 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया। हालांकि, औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की मांग निकलने से चांदी 100 रुपये सुधरकर 34,300 रुपये प्रति किलो हो गई।
सर्राफा व्यापारियों के अनुसार, वैश्विक बाजार में सोने में नरमी का असर यहां भी रहा। अमेरिका के फेडरल रिजर्व की अगले सप्ताह होने वाली बैठक से पहले वैश्विक बाजार में नरमी का रुख रहा। फेडरल रिजर्व की इस बैठक में वर्ष 2006 के बाद पहली बार ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। इससे कीमती धातुओं में आकर्षण कम हो गया। इसके साथ ही घरेलू बाजार में आभूषण निर्माताओं की मांग भी कमजोर रही।
वैश्विक बाजार में न्यूयार्क में सोना 0.20 प्रतिशत घटकर 1,072.50 डालर प्रति ट्राय औंस रह गया जबकि लंदन में इसका भाव 0.12 प्रतिशत बढ़कर 1,073.80 डालर प्रति औंस रहा। राष्ट्रीय राजधानी में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता का भाव प्रत्येक 40 रुपये गिरकर क्रमश: 25,800 और 25,650 रुपये प्रति दस ग्राम रहा। कल इनमें 65 रुपये की मजबूती दर्ज की गई थी।
सावरेन सोना हालांकि, 22,200 रुपये प्रति आठ ग्राम के भाव पर पूर्ववत बोला गया। चांदी हाजिर 100 रुपये बढ़कर 34,300 रुपये किलो हो गई। दूसरी तरफ साप्ताहिक डिलीवरी आधारित चांदी का भाव 10 रुपये घटकर 34,350 रुपये किलो रह गया। इस बीच चांदी सिक्का लिवाली 48,000 रुपये और बिकवाली 49,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहा।


सेंसेक्स में निचले स्तर पर लिवाली बढ़ने से 140 अंकों की बढ़त
10 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक में गुरुवार को शुरुआत कारोबार में 140 अंकों की बढ़त दर्ज हुई। ऐसा एशियाई बाजारों में मिले-जुले रझान के बीच प्रमुख कंपनियों के शेयरों में निचले स्तर पर लिवाली बढ़ने के मद्देनजर हुआ। इसके अलावा कारोबारियों द्वारा शार्ट-कवरिंग से भी रझान में मजबूती आई।
सूचकांक 139.77 अंक या 0.55 प्रतिशत सुधरकर 25,175.82 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में पिछले छह सत्रों में 1,133.36 अंकों की गिरावट दर्ज हुई। इधर एनएसई निफ्टी 39 अंक या 0.51 चढ़कर 7,651.50 पर पहुंच गया। कारोबारियों ने कहा कि हालिया नुकसान के बाद निचले स्तर पर प्रमुख कंपनियों के शेयरों में लिवाली बढ़ने और शार्ट-कवरिंग से कारोबारी रुझान प्रभावित हुआ।

खुशखबरी : घट सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, घटेगी महंगाई
10 December 2015
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दामों में एक बार फिर से कटौती की जा सकती है। इसके पीछे जो बड़ी वजह बताई जा रही है वह यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत सात साल के निचले स्तर पर आने से भारतीय बास्केट में कच्चे तेल की कीमत 4.29 प्रतिशत गिरकर 2572.73 रुपए प्रति बैरल पर आ गई है।
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 6 प्रतिशत गिरकर सात साल के निचले स्तर पर आ गया है। इससे भारतीय बास्केट में डॉलर में सोमवार को इसकी कीमत 38.61 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई जो सप्ताहांत 4 दिसंबर को 40.22 डॉलर प्रति बैरल रही थी। इस बीच रुपए में इसकी कीमत 2687.93 रुपए प्रति बैरल से घटकर 2572.73 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई।
तेल विपणन कंपनियां हर 15 दिन में कीमतों की समीक्षा करती हैं। अगली समीक्षा 15 दिसंबर को होनी है। इसमें कंपनियां पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में भारी कटौती कर सकती है। सिंगापुर में मंगलवार को बाजार खुलने पर कच्चा तेल में सुधार देखा गया और ब्रेंट क्रूड 20 सेंट बढ़कर 40.93 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।


जीएसटी पर गतिरोध से लुढ़का बाजार, सेंसेक्स 274 अंक टूटा
10 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार सूचकांक आज 274 अंक लुढ़ककर 25,036.05 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 7,700 के नीचे आ गया।
निवेशकों में वस्तु एवं सेवा कर लागू होने में देरी की आशंका से चिंता बढ़ना भी बाजार में गिरावट का एक कारण माना जा रहा है। इसके अलावा अमेरिकी शेयर बाजार में कल की गिरावट के बाद एशिया के अन्य बाजारों में नरमी तथा यूरोपीय शेयर बाजारों में कमजोर शुरूआत के साथ तेल कीमतों में गिरावट के कारण यहां बिकवाली दबाव रहा। यह लगातार सातवां कारोबारी सत्र है जब बाजार में गिरावट दर्ज की गयी है।
30 शेयर वाला सेंसेक्स 274.28 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 25,036.05 अंक पर बंद हुआ। सात सितंबर के बाद यह न्यूनतम स्तर है। कारोबार के दौरान यह 25,012.22 से 25,316.95 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स छह कारोबारी सत्रों में अब तक 1,133.36 अंक नीचे आ चुका है।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 89.20 अंक या 1.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,700 अंक के नीचे 7,612.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 25 में गिरावट दर्ज की गयी। वहां भेल, टीसीएस तथा आईटीसी समेत पांच शेयरों में मजबूती रही। कारोबारियों के अनुसार बाजार में किसी सकारात्मक घरेलू और वैश्विक संकेतों के अभाव में विदेशी पूंजी बहिप्रवाह बना हुआ है। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाये जाने की आशंका से बाजार धारणा प्रभावित हुई। क्षेत्रवार धातु, स्वास्थ्य, तेल एवं गैस, वाहन तथा रीयल्टी कंपनियों के शेयर बिकवाली से अधिक प्रभावित हुए।


सेंसेक्स विदेशी कोषों की ओर से निकासी के बीच 84 अंक टूटा
09 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार में गिरावट का दौर बरकरार रहा और बंबई शेयर बाजार का सूचकांक बुधवार के शुरुआती कारोबार के दौरान 84 अंक से अधिक टूटा और एनएसई 7,700 के स्तर से नीचे आ गया। ऐसा वैश्विक रुख में नरमी के बीच निवेशकों की ओर बिकवाली बढ़ने के मद्देनजर हुआ।
इसके अलावा जीएसटी जैसे प्रमुख सुधारों के पारित होने से जुड़ी चिंता के बीच भी रुझान प्रभावित हुआ। सूचकांक 84.67 अंक या 0.33 प्रतिशत गिरकर 25,225.66 पर आ गया। पिछले पांच सत्रों में सेंसेक्स में 860 अंकों की गिरावट दर्ज हुई। निफ्टी भी 7,700 के स्तर से नीचे आ गया और 24.05 अंक या 0.31 प्रतिशत टूटकर 7,688.65 पर कारोबार कर रहा था।

धान की सरकारी खरीद, मिलिंग में 50,000 करोड़ रुपये की अनियमितता: CAG
09 December 2015
नई दिल्ली। कैग ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के जरिये सस्ती दर पर बेचे जाने वाले चावल के लिये धान की सरकारी खरीद और मिलिंग (दराई) के काम में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की कथित अनियमितता की बात कही है। संसद में आज पेश कैग रिपोर्ट में खामियों को रेखांकित किया गया है। इसमें बिना सत्यापन के किसानों को समर्थन मूल्य के रूप में करीब 18,000 करोड़ रुपये का भुगतान तथा चावल मिलों को अनुचित लाभ दिये जाने की बात शामिल हैं।
कैग ने अप्रैल 2009 से मार्च 2014 के बीच की अवधि की आडिट के बारे में कहा, ‘इन कमियों के कारण भारत सरकार के खाद्य सब्सिडी खर्च में इजाफा हुआ जिसे टाला जा सकता था।’ नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने रिपोर्ट में अनियमितता से जुड़े नौ बड़े मामलों का जिक्र किया है जो कुल मिलाकर 40,564.14 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के बताता है। इसके अलावा कई छोटे मामलें हैं जिनमें 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनियमितताएं पायी गयी हैं। इससे कुल मिलाकर राशि 50,000 करोड़ रुपये से अधिक बनती है।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने कहा कि कीमत में उप-उत्पादों का मूल्य शामिल नहीं कर धान की दराई के लिये 3,743 करोड़ रपये मूल्य का लाभ मिलों को दिया गया। हालांकि सरकार ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि जो दर का भुगतान किया गया है, उसमें चावल का छिलका और भूसी जैसे उत्पाद के मूल्य शामिल थे। सरकार ने कहा कि दराई की लागत और उप-उत्पादों का मूल्य के अध्ययन और दिसंबर तक नई दर के बारे में सुझाव देने के लिये ट्रैफिक कमीशन से कहा गया था। इसके आधार पर सरकार क्षई शुल्क में संशोधन का निर्णय करेगी जिसमें 2005 से कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कैग ने ‘केंद्रीय पूल के लिये धान की खरीद और मिलिंग’ शीषर्क से संसद में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘मिलिंग शुल्क में संशोधन में देरी तथा धान : चावल को अपने कब्जे में रखे जाने के मामले में खराब व्यवस्था से न केवल चावल मिलों को बेजा लाभ हुआ बल्कि व्यापक एवं बड़े पैमाने पर उनके द्वारा धान एवं चावल की डिलीवरी नहीं हुई।’


आरबीआई गवर्नर को जीएसटी विधेयक पारित हो जाने की उम्मीद
09 December 2015
नई दिल्ली। संसद में लंबे समय से अटके वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक के पारित होने की उम्मीद जताते हुए आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने अमेरिकी निवेशकों से कहा कि राजकोषीय पुनर्गठन और मुद्रास्फीति पर ध्यान केंद्रित रखने का अर्थ होगा कि इनके लिए तय लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।
न्यूयॉर्क में पिछले सप्ताह अमेरिका भारत कारोबारी परिषद (यूएसआईबीसी) द्वारा अमेरिकी संस्थागत निवेशकों के साथ आयोजित चर्चा में राजन ने कहा आरबीआई की एक अन्य प्राथमिकता है बैंकों की व्यवस्था दुरस्त करना और उनकी गैर निष्पादक आस्तियां (एनपीए) कम करना। यूएसआईबीसी के बयान के मुताबिक राजन ने कहा कि आरबीआई के राजकोषीय पुनर्गठन और मुद्रास्फीति को निरंतर ध्यान में रखने का अर्थ होगा कि इनका तय लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दूसरी प्राथमिकता है बैंकों की व्यवस्था और उनका एनपीए दुरस्त करना। इसका उद्देश्य यह है कि बैंकों को धन वसूली के लिए ज्यादा बैंकों को ज्यादा शक्ति प्रदान करना और संबद्ध पक्षों को प्रस्ताव प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका प्रदान करना। इस चर्चा के दौरान राजन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वस्तु एवं सेवा कर पारित हो जाएगा और समझौते के अवसर हैं जिससे जीएसटी - एकीकृत कर बाजार - का लक्ष्य, कर संग्रह में सुधार और कर के दायरे के विस्तार में मदद मिलेगी। यूएसआईबीसी के चेयरमैन और मास्टरकार्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अजय बंगा के नेतृत्व में यह चर्चा मुद्रास्फीति तथा राजकोषीय घाटा प्रबंधन पर केंद्रित रही।


सेंसेक्स में गिरावट बढ़ी, शुरुआती कारोबार में 99 अंक टूटा
08 December 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में कमजोर रूझान के बीच पूंजी निकासी बरकरार रहने के मद्देनजर बंबई शेयर बाजार का सूचकांक सेंसेक्स आज के शुरुआती कारोबारी में 99 अंक टूटा।
सूचकांक 98.99 अंक या 0.38 प्रतिशत टूटकर 25,431.22 पर आ गया। सेंसेक्स में पिछले चार सत्रों में 639.30 अंकों की गिरावट दर्ज हुई।
इसी तरह नैशनल स्टाक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 31.30 अंक या 0.40 प्रतिशत गिरकर 7,734.10 पर आ गया।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों द्वारा पूंजी निकासी बरकरार रखने और अन्य एशियाई बाजारों में कमजोर रझान से बाजार का रख में नरमी रही।

GST पर सही दिशा में आगे बढ़ रहा है देश: पनगढ़िया
08 December 2015
नई दिल्ली। सरकार की इस सप्ताह संसद में जीएसटी विधेयक आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता के बीच नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सोमवार को कहा कि उन्हें विधेयक पारित हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भारत बड़े सुधारों के मामले में सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। पनगढ़िया ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों पर सीआईआई के सम्मेलन में कहा ‘हम इस (जीएसटी) पर सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मुझे आशा है कि हम इस पूरे मुद्दे को सुलझा लेंगे।’
जीएसटी के इस प्रमुख कर सुधार के तहत इसमें कई तरह के केंद्रीय एवं राज्य कर समाहित हो जाएंगे जिससे विभिन्न किस्म के करों संख्या कम होगी। इस तरह अनुपालन लागत कम होगी। जीएसटी के साथ ही केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) को बोझ भी खत्म हो जाएगा। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और रीयल एस्टेट विधेयक को इस सप्ताह राज्य सभा में चर्चा के लिए सूचीबद्ध रखा गया है।
जीएसटी विधेयक पर हालांकि, गतिरोध बरकरार है। राज्य सभा की कामकाज परामर्श समिति ने जीएसटी विधेयक पर विचार और पारित करने के लिए चार घंटे का समय रखा है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के मद्देनजर राजकोषीय घाटे का लक्ष्य प्राप्त करने से जुड़े सवाल पर पनगढ़िया ने कहा ‘सरकार प्रतिबद्ध है। वेतन आयोग की रपट चालू वित्त वर्ष में ज्यादा समय अपना असर नहीं डालेगी।’ उन्हेंने कहा ‘बहुत से बदलाव होंगे। उम्मीद है जीएसटी लागू होगा। नया बजट आएगा। वित्त मंत्रालय राजकोषीय पुनर्गठन के खाके के लिए प्रतिबद्ध है। फिलहाल यही विचार है और आप हमसे उम्मीद करते हैं हम इस पर कायम रहें।’


आरबीआई की रुपये की संदर्भ दर
08 December 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये की संदर्भ दर 66.6263 रुपये प्रति डॉलर निर्धारित की। पिछले कारोबारी दिवस पर यह 66.8365 रुपये प्रति डॉलर थी।
आरबीआई की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, रुपये की संदर्भ दर यूरो की तुलना में 72.4028 रुपये प्रति यूरो तय की गई जो पिछले कारोबारी दिवस पर 73.0456 रुपये प्रति यूरो रही थी।
पौंड के भाव 100.6524 रुपये प्रति पौंड और येन के दाम 54.05 रुपये प्रति सैकड़ा येन निर्धारित किए गए।


शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 100 व निफ्टी 40 अंक मजबूत
07 December 2015
नई दिल्ली। अमेरिकी और एशियाई मार्केट से मिले दमदार संकेतों के चलते हफ्ते के पहले दिन आज सोमवार को कारोबारी सत्र में घरेलू मार्केट की मजबूत शुरुआत हुई है. सेंसेक्स और निफ्टी 0.50 फीसदी ऊपर है. फिलहाल 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 100 अंक की तेजी के साथ 25741 के स्तर पर पहुंच गया है. वहीं, निफ्टी 40 अंक बढ़कर 7821 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.
इससे पहले आज अमेरिकी बाजार से अच्छे संकेतों के कारण एशियाई बाजारों में भी तेजी देखने को मिला है. अमेरिकी बाजार से अच्छे संकेतों का फायदा एशियाई बाजारों को भी मिल रहा है. एक्सपोर्ट से जुड़े शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है. जापान का निक्केई 1.47 फीसदी मजबूती के साथ 19800 अंक के आसपास दिख रहा है. वहीं, हैंग सेंग 0.26 फीसदी की बढ़त के साथ 22293 अंक के आसपास कारोबार कर रहा है.।

इथेनॉल से बेहतर ईंधन है बुटेनॉल
07 December 2015
नई दिल्ली। दुनिया के कई देशों में इथेनॉल का प्रयोग वाहनों में ईंधन के तौर पर किया जाता है, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक नई विधि खोज निकाली है, जिसकी मदद से इथेनॉल को एक बेहतर वैकल्पिक ईंधन ‘बुटेनॉल’ में परिवर्तित किया जा सकेगा।
अभी तक इथेनॉल और बुटेनॉल दोनों का प्रयोग वाहनों में ईंधन के रूप में होता रहा है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इथेनॉल की अपेक्षा बुटेनॉल ज्यादा बेहतर है।
इथेनॉल का उत्पादन मक्के से किया जाता है। इसका इस्तेमाल इंजन में अतिरिक्त ईंधन के तौर पर होता है। लेकिन यह ऑक्सीजन से मिलकर बनता है और कम उर्जा उत्पादन करता है। इसकी वजह से इंजन को क्षति होने की भी संभावना बनी रहती है।
न्यूयॉर्क की रोचेस्टर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक और इस अध्ययन के मुख्य शोधार्थी विलियम जोन्स के अनुसार, ‘‘बुटेनॉल इथेनॉल से ज्यादा बेहतर है। यह पेट्रोल के विकल्प के रूप में इथेनॉल की तुलना में काफी अच्छा है। यह अधिक ऊर्जा पैदा करता है और इससे इंजन को नुकसान पहुंचने का खतरा भी नहीं होता।’’
शोधकर्ताओं ने इथेनोल को बुटेनॉल में परिवर्तित करने के लिए कई प्रतिक्रियाओं की श्रंखलाओं को बनाया है।
इस नई विधि में सबसे पहले इरीडियम उसके बाद कैटलिस्ट, निकिल और कॉपर हाइड्रॉक्साइड का इस्तेमाल किया गया है, जबकि पोटाशियम हाइड्रोक्साइड को अंत में रखा गया है।
जोन्स ने बताया, ‘‘इन सबका संयोजन काफी मददगार है और हम इरीडियम से सस्ते कैटलिस्ट का ज्यादा प्रयोग करना चाहते हैं।’’
यह अध्ययन पत्रिका ‘अमेरिकन केमिकल सोसायटी’ में प्रकाशित हुआ है।


70 फीसदी फिटनेस सप्लीमेंट नकली : एसोचैम
07 December 2015
नई दिल्ली। उद्योग संगठन एसोचैम ने दावा किया है कि देश में बिक रहे 60 से 70 प्रतिशत फिटनेस सप्लीमेंट नकली हैं। बाजार अनुसंधान कंपनी आरएनसीओएच के साथ किये गए एक अध्ययन की रिपोर्ट जारी करते हुए उद्योग संगठन ने कहा, 'देश में बेचे जा रहे 60 से 70 प्रतिशत पूरक आहार नकली, अपंजीकृत या गैर-मान्यता प्राप्त हैं। साथ ही नकली उत्पादों की पहचान कर पाना भी बेहद मुश्किल है।'
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में फिटनेस सप्लीमेंट का बाजार वर्तमान में लगभग दो अरब डॉलर का है। इसके वर्ष 2020 तक बढ़कर चार अरब डॉलर पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
इस क्षेत्र की कंपनियों के लिए विटामिन और खनिजों के पूरक आहार में आने वाले वर्षों में काफी संभावनाएँ बनेंगी क्योंकि इनके ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और इसमें सबसे बड़ा योगदान बढ़ते मध्यम वर्ग का है।
वर्तमान में इस बाजार में विटामिन और खनिजों वाले पूरक आहार की हिस्सेदारी 40 फीसदी, औषधीय पूरक आहारों की 30 फीसदी और प्रोबायोटिक की 10 फीसदी है।
अध्ययन रिपोर्ट में ग्राहकों को नकली उत्पादों के चंगुल से बचाने के लिए प्रखंड स्तर पर छोटी-छोटी समितियों का निर्माण किए जाने की सिफारिश की गई है जो बाजार में नकली उत्पादों की मौजूदगी पर नजर रख सकें और उनकी बिक्री रुकवाने के लिए जरूरी कदम उठाये, ताकि पूरे उद्योग का नाम खराब न हो।
एसोचैम ने बताया कि बढ़ती क्रय शक्ति के साथ लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा सजग हो गए हैं और बड़ी संख्या में पूरक आहारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये आहार बाजार में टैबलेट, कैप्सूल, जेल, जेल कैप, द्रव्य या चूर्ण के रूप में उपलब्ध हैं।
वर्ष 2012 के एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उसने कहा कि बड़े भारतीय शहरों में 78 प्रतिशत किशोर पूरक आहारों का इस्तेमाल करते हैं। वे अपना शरीर सौष्ठव, बीमारियों से लड़ने की क्षमता और ऊर्जा का स्तर बढ़ाने के लिए इनका सेवन करते हैं। अध्ययन में इन पूरक आहारों के कुप्रभावों के बारे में भी बताया गया है।


टावर, आप्टिक फाइबर कारोबार बेच ऋण बोझ कम करेगी आरकॉम
05 December 2015
नई दिल्ली। अनिल अंबानी की अगुवाई वाले समूह की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) देश में अपने टावर व आप्टिक फाइबर संपत्तियों को बेचने का समझौता किया है। यह समझौता निजी इक्टिवी फर्मों टीपीजी तथा टिलमैन ग्लोबल के साथ किया गया है।
इस सौदे की कीमत 30,000 करोड़ रुपये अनुमानित है। आरकॉम इस प्रस्तावित सौदे से मिली राशि का इस्तेमाल अपने ऋण बोझ को घटाने के लिए करना चाहती है जो कि अनुमानत: 40,000 करोड़ रुपये है।
कंपनी के बयान के अनुसार प्रस्तावित सौदे के तहत देश भर में कंपनी की टावर आस्तियों तथा सम्बद्ध बुनियादी ढांचे को टिलमैन व टीपीजी इंडिया को बेचा जाएगा। कंपनी ने हालांकि इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है।

सेंसेक्स 249 अंक लुढ़ककर दो सप्ताह के निम्न स्तर पर पहुंचा
05 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गयी और बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 248 अंक से अधिक लुढ़ककर दो सप्ताह के निम्न स्तर 25,638.11 अंक पर बंद हुआ। ईसीबी का मौद्रिक प्रोत्साहन उम्मीद से कम रहने से वैश्विक स्तर पर गिरावट का असर स्थानीय बाजारों पर भी दिखा।
यूरो अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास के तहत यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने जमा दर शून्य से नीचे करने के साथ बांड खरीद कार्यक्रम छह महीने के लिये बढ़ा दी है। लेकिन कई बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह पर्याप्त नहीं है।
डालर के मुकाबले रपये की विनिमय दर में गिरावट को लेकर चिंता बनी हुई है अमेरिकी करेंसी के मुकाबले रपया दो साल के निम्न स्तर 67.01 पर पहुंच गया। साथ ही शेयर बाजारों से विदेशी निवेशकों के पूंजी निकालने का सिलसिला जारी रहने का भी असर पड़ रहा है।
30 शेयरों वाले सेंसेक्स की शुरूआत कमजोर रही और यह एक समय 25,623.71 के निम्न स्तर पर पहुंच गया। बाद में यह 248.11 अंक या 0.96 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,638.11 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले, यह स्तर 18 नवंबर को देखा गया था।
पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स में 531.30 अंक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 82.25 अंक या 1.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,781.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,775.70 से 7,821.40 अंक के बीच रहा। पूरे सप्ताह में सेंसेक्स तथा निफ्टी क्रमश: 490.09 अंक या 1.87 प्रतिशत तथा 160.80 अंक या 2.02 प्रतिशत नीचे आया।


फॉक्सवैगन मामले में गडकरी ने कहा- जुर्माने पर फैसला IIT समिति की राय के बाद
05 December 2015
नई दिल्ली। सरकार जर्मन कार कंपनी फॉक्सवैगन पर किसी तरह का जुमार्ना लगाने के संबंध में फैसला करने से पहले आईआईटी के विशेषज्ञों की समिति गठित करेगी जो उत्सर्जन जांच धोखाधड़ी के मामले में विचार करेगी। कंपनी ने भारत में अपनी 3,23,700 कारों का बाजार से वापस बुलाने का फैसला किया है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सीआईआई के एक समारोह के मौके पर कहा ‘सड़क परिवहन मंत्रालय आईआईटी विशेषज्ञों की एक समिति बनाएगा। समिति को फॉक्सवैगन मामले के विश्लेषण और इसे समझने का जिम्मा दिया जाएगा और इसका निष्कर्ष मंत्रालय को सौंपा जाएगा।’ यह पूछने पर किया क्या कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा ‘समिति का गठन एक या दो दिन में किया जाएगा और इसकी रिपोर्ट महीने-दो महीने में सौंपी जाएगी। कोई भी फैसला इसके बाद किया जाएगा।’
सरकार द्वारा कंपनी की ओर से किए गए उल्लंघन की जांच का आदेश देने के बाद फॉक्सवैगन समूह ने भारत में 2008-2015 के बीच बिके ऑडी, स्कोडा और फाक्सवैगन ब्रांड के 3,23,700 वाहनों का वापस बुलाने की घोषणा की थी।


डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में भारी गिरावट
04 December 2015
नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के लिए बुरी खबर आई है. डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में भारी गिरावट आई है. एक डॉलर की कीमत 67 रुपये हो गई है. सितंबर 2013 के बाद रुपये में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट आई है. रुपये की गिरावट के साथ ही सेंसेक्स में भी गिरावट आई है.
कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते भारतीय बाजार भी टूट रहे हैं और सेंसेक्स में 200 अंक से ज्यादा की गिरावट आ गई है. वहीं निफ्टी भी 7800 के स्तर के नीचे चला गया है. लार्जकैप शेयरों में 0.83 फीसदी की गिरावट है. वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर 0.5 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी के साथ दिख रहे हैं..

जीएसटी पर सुब्रमणियन समिति की रिपोर्ट शुक्रवार को
04 December 2015
नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर अरविंद सुब्रमणियन समिति शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट दे सकती है। समिति को जीएसटी की दरें तय करने का काम सौंपा गया था। माना जा रहा है कि समिति अपनी रिपोर्ट में एक से अधिक जीएसटी दरों की सिफारिश कर सकती है। वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार सुब्रमणियन की अध्यक्षता वाली समिति अलग वर्गों की वस्तुओं के लिए अलग-अलग जीएसटी दर का प्रस्ताव कर सकती है।
इसके अलावा रिपोर्ट से मैन्यूफैक्चरिंग वाले राज्यों को एक फीसद अतिरिक्त दर के प्रस्ताव पर कांग्रेस के विरोध पर भी विराम लग सकता है। सूत्र बताते हैं कि खुद सुब्रमणियन एक फीसद अतिरिक्त कर के पक्ष में नहीं है। इसलिए संभव है कि उनकी रिपोर्ट में भी इसका प्रस्ताव न हो। हालांकि, कांग्रेस के विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार पहले ही मैन्यूफैक्चरिंग वाले राज्यों को एक फीसद अतिरिक्त जीएसटी लगाने का अधिकार वापस लेने का मन बना चुकी है।
सूत्रों का मानना है कि सरकार जीएसटी की दरों को संविधान संशोधन विधेयक में शामिल करने और इसकी ऊपरी सीमा तय करने के हक में नहीं है। कांग्रेस लगातार इसकी मांग कर रही है कि दर की ऊपरी सीमा को विधेयक में ही शामिल किया जाना चाहिए। जबकि वित्त मंत्रालय का मानना है कि टैक्स की दरों को संविधान संशोधन विधेयक में शामिल नहीं किया जा सकता, क्योंकि बाद में किसी बदलाव की जरूरत महसूस होने पर संविधान संशोधन करना होगा। सरकार की राय में जीएसटी की दरों को आयकर अधिनियम के समान अलग कानून में रखना ही ठीक रहेगा।
सरकार ने एक अप्रैल, 2016 से जीएसटी लागू करने का लक्ष्य रखा है, मगर कांग्रेस के विरोध के चलते इससे संबंधित जरूरी संविधान संशोधन बिल राज्यसभा में लंबित पड़ा है। संसद के इस ऊपरी सदन में सरकार के पास बहुमत नहीं होने के कारण इस विधेयक को पारित करने में दिक्कत आ रही है। जीसएटी के लागू होने पर केंद्र और राज्यों के कई अप्रत्यक्ष कर समाप्त हो जाएंगे। इनमें केंद्र के उत्पाद शुल्क व सर्विस टैक्स और राज्यों के वैट, चुंगी जैसे कर शामिल हैं।


सरकार ने दालों के जब्त स्टॉक में से 51,000 टन दाल खुदरा बाजार में जारी की
04 December 2015
नई दिल्ली। सरकार ने खुदरा बाजार में दालों की उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को काबू में रखने के लिये दालों के 1.3 लाख टन जब्त स्टॉक में से अब तक 51,000 टन स्टॉक खुदरा बाजार के लिए जारी कर किया है।
खुदरा बाजार में दालों के दाम हाल ही में 200 रुपये किलो से उपर पहुंच गये थे। फसल वर्ष 2014-15 (जुलाई से जून) के दौरान दालों का उत्पादन 20 लाख टन कम रह जाने की वजह से दाल के दाम चढ़े हैं।
हालांकि, सरकार द्वारा किये गये कई उपायों के परिणामस्वरूप दाल के दाम नीचे आये हैं। सरकार ने आयातित दाल की सस्ती दर पर बिक्री, व्यापारियों पर स्टॉक सीमा लगाने, जमाखोरों के खिलाफ छापे और दालों का बफर स्टॉक बनाने जैसे अनेक कदम उठाये हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘राज्य सरकारों से कल तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जमाखोरी के खिलाफ चलाये गये अभियान में जब्त की गई दालों में से 51,732.77 टन दाल नीलामी अथवा दूसरे उपायों के जरिये बाजार में जारी की गई है। इससे दाल के दाम और नीचे लाने में मदद मिलेगी।’ महाराष्ट्र ने 43,778.88 टन दाल बाजार में उतारी है जबकि राज्य सरकार ने छापों के दौरान 86,709.39 टन दालें जब्त की थी। कर्नाटक सरकार ने 25,545.82 टन जब्त की गई दाल में से अब तक 1,483 टन ही जारी की है।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘कर्नाटक उच्च न्यायालय ने राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा व्यापारियों के पास रखी गई दालों को जब्त किये जाने के कदम को अवैध करार दिया है और विभाग को जब्त की गई दलहन, खाद्य तेल और तिलहन जारी करने का आदेश दिया है। उच्च न्यायालय ने यह आदेश 23 नवंबर को दिया।’ राज्यों में दलहन की स्टॉक सीमा तय किये जाने के बाद से दो दिसंबर तक कुल 1,30,439.42 टन दालें जब्त की गई।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि अन्य राज्यों में भी जब्त की गई दालों को आवश्यक उपभोक्ता वस्तु अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप बाजार में उतारने के प्रयास तेज कर दिये गये हैं।


खुलते ही 132 अंक लुढ़का सेंसेक्स, निफ्टी भी नीचे
03 December 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के चौथे दिन गुरुवार के कारोबार में गिरावट के साथ शुरुआत की है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी में आधे फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 132 अंकों या 0.50 फीसदी की गिरावट के साथ 25,986 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 41 अंकों या 0.52 फीसदी की गिरावट के साथ 7,890 पर कारोबार कर रहे हैं.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 6.01 अंक की बढ़त के साथ 26,123.86 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 29.05 अंकों की कमजोरी के साथ 7,903.30 पर खुला.

आर्थिक वृद्धि के मामले में बिहार सबसे आगे : रिपोर्ट
03 December 2015
नई दिल्ली। राज्य सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी ) के मामले बिहार सबसे आगे है। वित्त वर्ष 2014-15 में बिहार की आर्थिक वृद्धि दर 17.06 प्रतिशत रही है। वहीं महाराष्ट्र 11.69 प्रतिशत की वृद्धि दर तथा 16,870 अरब रुपये के साथ सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। बिक्रवर्क रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर रहे हैं, लेकिन ये महाराष्ट्र से काफी पीछे हैं। इन राज्यों का जीएसडीपी 9,670 अरब रुपये (प्रत्येक) है।
हालांकि, जब जीएसडीपी में उद्योग के योगदान की बात आती है, तो गुजरात, महाराष्ट्र से आगे है। गुजरात के जीएसडीपी में उसके उद्योग का योगदान 27.26 प्रतिशत है, जबकि महाराष्ट्र के मामले में यह 25.18 प्रतिशत बैठता है। जीएसडीपी की वृद्धि दर के मामले में 17.06 प्रतिशत के साथ बिहार सबसे आगे है। मध्य प्रदेश 16.86 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ दूसरे, गोवा 16.43 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रहा है। नया बना राज्य तेलंगाना 5.3 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ काफी पीछे है।
राज्य में जुटाए गए करों पर निर्भरता के मामले में भी महाराष्ट्र सबसे आगे है। उसकी कुल राजस्व प्राप्तियों में करों का हिस्सा 70 प्रतिशत है। इस मामले में उसके बाद गुजरात और तमिलनाडु का नंबर आता है। व्यय के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य औसतन 43 प्रतिशत खर्च सामाजिक सेवाओं पर करते हैं। वे आर्थिक सेवाओं पर 22 प्रतिशत तथा सामान्य सेवाओं पर 23 प्रतिशत खर्च करते हैं।


फेड के दरें बढ़ाने की आशंका से टूटे यूएस और एशियाई मार्केट
03 December 2015
नई दिल्ली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की चेयरपर्सन जेनेट येलेन ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है और आंकड़े पॉजिटिव आ रहे हैं।
लोगों का अर्थव्यवस्था में भरोसा कायम है। अमेरिका की विकास दर धीरे-धीरे बढ़ रही है और विकास से रोजगार के पर्याप्त मौके मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महंगाई में हल्की बढ़त जारी रहेगी और ये 2.2 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है।
गौरलतब है कि निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 15-16 दिसंबर को होने वाली बैठक के नतीजे पर है।
करीब एक दशक बाद इस बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर फैसला हो सकता है।


अब कर्मचारी कंपनी की अनुमति के बिना भी निकाल सकते हैं अपना PF
02 December 2015
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के अशंधारक अब भविष्य निधि (पीएफ) की निकासी के लिए आवेदन अपने नियोक्ता (कंपनी) के सत्यापन के बिना ही जमा करा सकते हैं। ईपीएफओ ने पीएफ निकासी दावों के ऑनलाइन निपटान की दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए मंगलवार को यह मंजूरी दी।
मौजूदा व्यवस्था के तहत अंशधारकों को पीएफ निकासी संबंधी अपने दावे अपने मौजूदा या पूर्व नियोक्ता के जरिए खुद जमा कराने होते हैं। इस उद्देश्य के लिए आवेदन फार्म का सत्यापन अनिवार्य है। यह सुविधा उन अंशधारकों के लिए होगी जिनका यूनिवर्सल (या पोर्टेबल पीएफ) खाता संख्या (यूएएन) सक्रिय हो चुका है और जिसके लिए बैंक खाता और आधार संख्या जैसी जानकारी दी जा चुकी है।
ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त के के जालान ने कहा, निकासी दावे सीधे ईपीएफओ के यहां दाखिल करने की सुविधा से अंतत: हमें इस तरह के आवेदनों के आनलाइन निपटान की सुविधा शुरू करने में मदद मिलेगी। हमें उम्मीद है कि अब हम इसी वित्त वर्ष में पीएफ निकासी की आनलाइन सुविधा शुरू कर पाएंगे। ईपीएफओ के कार्यालयी आदेश में आज कहा गया है कि कर्मचारी अपने दावे फार्म-19, फार्म-आईओसी व फार्म 31 में दाखिल कर सकते हैं।

चौथी तिमाही में 5.5% रह सकती है खुदरा महंगाई दर : सर्वे
02 December 2015
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति (महंगाई दर) बढ़कर 5.5% पर पहुंच सकती है। उसके बाद इसके घटकर सितंबर, 2016 में 5.2% पर आने का अनुमान है। रिजर्व बैंक प्रायोजित पेशेवर विश्लेषकों के एक सर्वेक्षण में यह अनुमान लगाया गया है।
रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर जारी वृहद आर्थिक संकेतकों पर पेशेवर फोरकास्टर्स के सर्वेक्षण में कहा गया है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (महंगाई दर) चौथी तिमाही में बढ़कर 5.5% पर पहुंच सकती है। वहीं 2016-17 की दूसरी तिमाही में यह घटकर 5.2% पर आ जाएगी।
दालों और अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी से लगातार तीसरे महीने बढ़ते हुए अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति 5% पर पहुंच गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि चौथी तिमाही में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति करीब 1% पर रहेगी। वहीं अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक यह बढ़कर 2.4% पर पहुंच जाएगी।


RBI ने कहा- वृद्धि में सुधार के संकेत, पर संभावित वृद्धि का अनुमान 7.4%
02 December 2015
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि दूसरी तिमाही की आर्थिक वृद्धि दर के मजबूत आंकड़ों से अर्थव्यवस्था की हालत में सुधार के शुरुआती संकेत मिलते हैं लेकिन केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष की अनुमानित वृद्धि के अपने 7.4 प्रतिशत के पहले के अनुमान को ही बरकरार रखा है।केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के कल जारी आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्रों में तेजी के बीच भारत ने इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में 7.4 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर्ज कर चीन को पीछे छोड़ दिया है। चीन ने इस वर्ष जुलाई-सितंबर में 6.9 प्रतिशत की वृद्धि दिखायी है।
चालू वित्त वर्ष की मौद्रिक नीति की पांचवीं द्वैमासिक समीक्षा की घोषणा करते हुए राजन ने कहा कि औद्योगिकी गतिविधियों में तेजी के कारण आधार मूल्य पर 2015-16 की दूसरी तिमाही के लिए सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) का प्रथमिक अनुमान उंचा हुआ है।
उन्होंने कहा, अन्य संकेतकों से स्पष्ट है कि अर्थव्यवस्था की हाल में सुधार की शुरुआत दिखती है हालांकि कुछ क्षेत्रों में कमजोरी बरकरार है। जीवीए, आर्थिक गतिविधि के आकलन की सीएसओ की नयी अवधारणा है। इसके आधार पर दूसरी तिमाही में जीडीपी सालाना आधार पर 7.4 प्रतिशत बढा। अप्रैल-जून की अवधि में इसमें 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
राजन ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र के कुछ उद्योगों में जोरदार वृद्धि हो रही है। इनमें पूंजीगत उत्पाद और कार शामिल है। लेकिन ग्रामीण बाजारों तथा विदेशी बाजारों की मांग में नरमी से कुल मिला कर वृद्धि बाधित हो रही है।


शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 91 अंकों की बढ़त
01 December 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक, सेंसेक्स ने लगातार चौथे दिन अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए मंगलवार के शुरुआती कारोबार में 91 अंकों से अधिक की तेजी दर्ज की। ऐसा निवेशकों की ओर से लिवाली बरकरार रहने, सितंबर की तिमाही में वृद्धि के उत्साहजनक आंकड़े, और एशियाई बाजारों में तेजी के रझान के कारण हुआ।
इसके अलावा रुपये में तेजी और आरबीआई की आज जारी होने वाली मौद्रिक नीति की पांच द्वैमासिक समीक्षा से पहले लिवाली बढ़ने से भी रुझान में तेजी आई। सेंसेक्स 91.45 अंक या 0.34 प्रतिशत चढ़कर 26,237.12 पर पहुंच गया। सूचकांक ने पिछले तीन सत्रों में 369.92 अंकों की तेजी दर्ज की है। एनएसई निफ्टी भी 27.05 अंक या 0.34 प्रतिशत की तेजी के साथ 7,962.30 पर पहुंच गया।

RBI की मौद्रिक समीक्षा जारी, EMI के घटने या बढ़ने की कोई संभावना नहीं
01 December 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को अपने पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा का ऐलान किया। आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.75 फीसदी ही बना रहेगा। आरबीआई ने कहा कि सकारात्मक आंकड़ों के आधार पर नीतिगत दरों में और कटौती का विकल्प खुला है। इसके अलावा सीआरआर में भी कोई बदलाव नहीं किया गहया है। सीआरआर 4 फीसदी ही बना रहेगा।
आरबीआई ने कहा कि अर्थव्यवस्था में जल्दी सुधार के संकेत दिख रहे हैं, लेकिन सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर का अनुमान थोड़ी गिरावट की आशंका के साथ 7.4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित। आरबीआई ने रबी फसल की पैदावार में कमी की स्थिति मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के लिए खाद्य उत्पादों के बेहतर आपूर्ति प्रबंधन का आह्वान किया। आरबीआई ने कृषि वृद्धि पर चिंता जाहिर की, कहा कि इस साल कृषि वृद्धि दर हल्की रहेगी।


देशभर में पेट्रोल और डीजल सस्ता हुआ
01 December 2015
नई दिल्ली। देशभर में पेट्रोल और डीजल सस्ता हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में पेट्रोल 58 पैसे प्रति लीटर और डीजल 25 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में की गई यह कटौती सोमवार आधी रात से लागू होंगी। नई दर के हिसाब से दिल्ली में अब डीजल 45.55 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल 59.48 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा।
कोलकाता में पेट्रोल 65.71 रुपए प्रति लीटर और डीजल 50.04 रुपए प्रति लीटर हो गया है। नई दरों के हिसाब से चेन्नई में पेट्रोल अब 60.80 रुपए प्रति लीटर और डीजल 47.75 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा।


शेयर बाजार की सुस्त शुरुआत, निफ्टी 7950 के नीचे
30 November 2015
नई दिल्ली। एशियाई बाजारों की कमजोरी का असर घरेलू बाजारों पर भी दिखा है और भारतीय बाजारों में सुस्त शुरुआत हुई है। जहां सेंसेक्स मामूली तेजी पर है वहीं निफ्टी में मामूली गिरावट देखी जा रही है। हालांकि निफ्टी 7950 के नीचे ही कारोबार कर रहा है। हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर हल्की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 10.69 अंक यानि 0.04 फीसदी की बढ़त के साथ 26138 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 5.10 अंक यानि 0.06 फीसदी की गिरावट के साथ 7937 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में एफएमसीजी, आईटी और फार्मा शेयरों को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा 0.83 फीसदी की तेजी ऑटो शेयरों में है और पीएसयू बैंक सेक्टर 0य78 फीसदी की उछाल दिखा रहे हैं। मीडिया शेयर 0.8 फीसदी ऊपर हैं और मेटल शेयरो में 0.5 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है।
बाजार के दिग्गज शेयरों में मारुति सुजुकी 1.50 फीसदी ऊपर है और टाटा मोटर्स 1.46 फीसदी उछला है। बीएचईएल में 1.12 फीसदी की तेजी है और बजाज ऑटो 1.12 फीसदी चढ़ा है। बैंक ऑफ बड़ौदा में 1.09 फीसदी की बढ़त देखी जा रही है और पीएनबी 1 फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है।
निफ्टी के दिग्गज गिरने वाले शेयरों में सन फार्मा 1.37 फीसदी नीचे है और आइडिया सेल्युलर 0.94 फीसदी फिसला है। केर्न इंडिया 0.91 फीसदी और आईटीसी 0.81 फीसदी की गिरावट दिखा रहे हैं। गेल में 0.69 फीसदी की कमजोरी है। एचडीएफसी और एशियन पेंट्स 0.62 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं।
बीएसई मिडकैप में बीएफ यूटिलिटीज, अल्स्टॉम इंडिया, आईडीबीआई बैंक, स्पाइसजेट और सेंचुरी प्लाइबोर्ड में 7.54-3.22 फीसदी की तेजी दर्ज की जा रही है और गिरने वाले मिडकैप शेयरों में जेके सीमेंट, एमटेक ऑटो, बजाज कॉर्प, स्टैनचार्ट एडीआर और साइंट में 2.97-1.67 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।

पांचवीं द्विमाही मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा मंगलवार को करेगा RBI
30 November 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक मंगलवार को वर्तमान वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमाही मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा। विशेषांकों को इस समीक्षा में मुख्य दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है।
29 सितंबर की पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा में आरबीआई ने रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे 6.75 फीसदी कर दिया। रेपो दर वह दर है, जिस पर रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को छोटी अवधि के लिए कर्ज देता है।
आरबीआई ने इस साल रेपो दर में कुल 125 आधार अंकों की कटौती की है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व दिसंबर में मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा और विशेषांकों के मुताबिक आरबीआई इससे पहले दरों में कटौती नहीं करेगा।
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) ने यहां अपने एक बयान में कहा, ''मध्यपूर्व के राजनीतिक तनाव और आतंकी हमले की चेतावनी का निश्चित रूप से आरबीआई की समीक्षा पर प्रभाव पड़ेगा, जिससे दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है।
चैंबर ने कहा, ''अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दर बढ़ाने की स्थिति में रुपये की स्थिरता का मुद्दा मौद्रिक नीति पर प्रभाव डालेगा और उद्योग को निश्चित रूप से इस स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
चैंबर के बयान में कहा गया है, ''सितंबर 2015 की कटौती और पिछली कटौतियां, मानसून की अनिश्चितता और 2016 में खाद्य प्रबंधन की क्षमता और सरकारी कर्मचारियों की वेतन वृद्धि आरबीआई के पांच फीसदी से नीचे उपभोक्ता महंगाई दर रखने के लक्ष्य के लिए बड़ी चुनौतियां हैं।
उपभोक्ता महंगाई दर अक्टूबर में पांच फीसदी दर्ज की गई, जो सितंबर में 4.41 फीसदी थी।
वेतन वृद्धि लागू करने से सरकारी खर्च के 1,02,000 करोड़ रुपये बढऩे से वित्तीय घाटा कम करने की कोशिशों पर दबाव बढ़ेगा।
रबी फसल की उपज उम्मीद से कम हुई है। दाल की कीमत भी बढ़ रही है, इसका महंगाई दर पर असर होगा।
आरबीआई ने हाल ही में देश की विकास दर के अनुमान को पूर्व घोषित 7.6 फीसदी से घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया है।


सौ अरब डॉलर के जलवायु परिवर्तन वित्त पोषण की प्रगति पर उठे सवाल
30 November 2015
नई दिल्ली। पेरिस में होने वाले जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन से ठीक एक दिन पहले आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ओईसीडी की उस रिपोर्ट पर सवाल उठाया है जिसमें जलवायु परिवर्तन की रोकथाम और मुकाबले के लिए 2020 तक 100 अरब डॉलर के वित्त पोषण की योजना पर उल्लेखनीय प्रगति का दावा किया गया है। हाल में लीमा में विश्वबैंक- अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की बैठकों के दौरान भारत ने यह मुद्दा उठाया था।
दास ने कहा है कि भारत ने वित्त-पोषण के मुद्दे पर प्रगति संबंधी ओईसीडी की रिपोर्ट के दावे की सच्चाई पर सवाल उठाया था। उन्होंने आर्थिक मामलों के विभाग की जलवायु परिवर्तन वित्त इकाई द्वारा ओईसीडी की ताजा रिपोर्ट पर एक परिचर्चा पत्र -‘क्लाइमेट चेंज फाइनेंस, एनालिसिस ऑफ ए रिसेन्ट ओईसीडी रिपोर्ट: सम क्रेडिबल फैक्ट्स नीडेड’ की प्रस्तावना में अपने ये विचार रखे थे।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, ‘वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की जलवायु परिवर्तन वित्त इकाई तथा उसके विशेषज्ञों ने यह कहा है कि ओईसीडी रिपोर्ट में प्रगति के बारे में बातों को बढ़ा-चढ़ाकर कहा गया है।’ बयान के अनुसार कि परिचर्चा और समीक्षा पत्र में सुझाव दिया गया है कि इसमें अभी और कुछ किये जाने की जरूरत है।
शक्तिकांत दास ने कहा, ‘हमें विकसित देशों से विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मिलने वाली वित्तीय सहायता की सही मात्रा के आकलन की विश्वसनीय, सच्ची और सत्यापन योग्य प्रणाली स्थापित करने की जरूरत है।’ ओईसीडी ने ‘क्लाइमेट पालिसी इनिशिएटिव’ (ओईसीडी-सीपीआई) के साथ मिलकर हाल ही में ‘क्लाइमेंट फाइनेंस फाइनेंस इन 2013-14 तथा यूएसडी 100 बिलियन गोल’ शीषर्क से रिपोर्ट जारी की।
पत्र में दावा किया गया है कि इस संबंध में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार विकसित देशों से विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन वित्त पोषण 2014 में 62 अरब डॉलर तथा 2013 में 52 अरब डालर पहुंच गया। यह सालाना 57 अरब डॉलर के औसत के बराबर है। परिचर्चा पत्र में ओईसीडी की रिपोर्ट की सचाई, तौर-तरीकों तथा आंकड़ों का सत्यापन किया गया। इसमें गंभीर खामी पायी गयी है।
परिचर्चा पत्र में कहा गया है कि इसमें जो विचार और विश्लेषण किये गये हैं, वह कोई जरूरी नहीं है कि भारत सरकार के विचार हों।


गोल्ड बॉन्ड योजना को चुस्त दुरुस्त करेगा रिजर्व बैंक
28 November 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिवर्ज बैंक स्वर्ण मौद्रिकरण योजना को 'चुस्त दुरुस्त' बनाने की तैयारी में है, क्योंकि इस योजना को लेकर शुरुआती प्रतिक्रिया कमजोर रही है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने यह जानकारी दी।
राजन ने कहा, 'हमें (स्वर्ण मौद्रिकरण योजना को) कुछ ठीक करना होगा।' इस 18 नवंबर तक स्वर्ण मौद्रिकरण योजना के तहत केवल 400 ग्राम सोना आया है। देश में 52 लाख करोड़ रुपये मूल्य का 20,000 टन से अधिक सोना परिवारों व संस्थानों में बेकार पड़ा है।' रत्न व आभूषण उद्योग के प्रतिनिधि पिछले सप्ताह आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास से मिले और इस योजना को आकषर्क बनाने के तरीकों पर चर्चा की।
वहीं सरकारी स्वर्ण बांड योजना के संबंध में गवर्नर ने कहा, 'इस योजना को लेकर अच्छी व प्रोत्साहित करने वाली प्रतिक्रिया देखने को मिली है।' सरकार को स्वर्ण बांड योजना की पहली किस्त में 246 करोड़ रुपये मूल्य के बॉन्ड खरीदने के लिए 63,000 से आवेदन मिले हैं। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीटर पर यह जानकारी दी।

HSBC भारत में समेटेगा प्राइवेट बैंकिंग कारोबार
28 November 2015
नई दिल्ली। वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता एचएसबीसी ने भारत में अपने निजी बैंकिंग कारोबार को बंद करने की घोषणा आज की। कंपनी इस कारोबार के तहत संपत्ति प्रबंधन सेवाओं की पेशकश करती है। बैंक के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा।‘ यहां हमारे वैश्विक निजी बैंकिंग परिचालन की रणनीतिक समीक्ष के बाद, हमने अपने कारोबार को बंद करने का फैसला किया है।' अधिकारी ने कहा कि शांतनु अंबेडकर की अगुवाई में लगभग 70 लोग कार्यरत हैं जिन्हें अब खुदरा बैंक में सम्माहित किया जाएगा।
बैंक ने इससे पहले दिन में अपने कर्मचारियों को भेजे एक विभागीय ईमेल में इसकी घोषणा की। उल्लेखनीय है कि रायल बैंक आफ स्काटलैंड ने दो महीने पहले ही अपने निजी बैंकिंग कारोबार से हटने की घोषणा की थी.हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि बैंक अपने संपत्ति प्रबंधन कारोबार के तहत कितने धन का प्रबंधन कर रहा है। प्रवक्ता ने कहा कि यह कारोबार मार्च 2016 तक बंद कर दिया जाएगा और उसके चुनिंदा ग्राहकों को एचएसबीसी प्रीमियर में जाने का विकल्प होगा।
एचएसबीसी प्रीमियर उसकी वैश्विक खुदरा बैंकिंग व संपत्ति प्रबंधन इकाई है। ब्रिटेन का यह बैंक भारत में भी एचएसबीसी प्रीमियर में निवेश कर रहा है ताकि उत्पाद व सेवा पेशकश बढाई जा सके। उल्लेखनीय है इस वैश्विक बैंक की निजी बैंकिंग इकाई काले धन को लेकर एक जांच का सामना कर रही है क्योंकि पत्रकारों के एक वैश्विक समूह आईसीआईजे की एक जांच में पाया गया था कि 1000 से अधिक भारतीयों ने 2007 तक एचएसबीसी की जिनीवा शाखा में चार अरब डालर से अधिक धन लगाया।


2 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, फिर संभला
28 November 2015
नई दिल्ली। डॉलर में आई मजबूती के कारण देश की मुद्रा रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट के साथ दो साल से अधिक समय के निचले स्तर पर पहुंच गया, लेकिन बाद में भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप के बाद थोड़ा संभल गया. विदेशी फंडों द्वारा बिकवाली करने से शुरुआती कारोबार में सुबह 9.15 बजे रुपया गिरावट के साथ प्रति डॉलर 66.88 रुपये पर पहुंच गया.
रुपया हालांकि शुक्रवार को 19 पैसे की गिरावट के साथ डॉलर के मुकाबले 66.76 पर बंद हुआ. गुरुवार को यह 66.57 पर बंद हुआ था.
विश्लेषकों के अनुमान के मुताबिक, रिजर्व बैंक के आदेश पर सरकारी बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली करने से रुपये की स्थिति संभली.
आरबीआई के हस्तक्षेप के अलावा बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में दर्ज की गई तेजी ने भी रुपये के संभलने में भूमिका निभाई. सेंसेक्स शुक्रवार को 170 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ.
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक भी 58.90 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ.
आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसिस के मुद्रा सलाह विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हीरेन शर्मा ने आईएएनएस से कहा कि दो दिनों की छुट्टी के बाद डॉलर में बढ़ी रुचि की वजह से रुपये पर दबाव बना.
देश का हाजिर बाजार 25 नवंबर को बंद था. उसके बाद 26 नवंबर को अमेरिका का बाजार बंद था.
शर्मा ने आईएएनएस से कहा, "शेयर बाजार में तेजी और संभावित बिकवाली के कारण रुपया संभल गया."
इसके अलावा आम तौर पर महीने के अंत में डॉलर की मांग में होने वाली वृद्धि का भी रुपये पर असर पड़ा.
शर्मा के मुताबिक, अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की दिसंबर की बैठक, सीरिया संकट और हाल के आतंकी हमले के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी.
शर्मा ने कहा, "रुपये में कमजोरी बनी रह सकती है. यह फेड की बैठक से पहले प्रति डॉलर 67.20 से 66.20 के दायरे में रह सकता है."
अमेरिका के ताजा आंकड़े को देखते हुए दिसंबर की बैठक में फेड दर बढ़ा सकता है.
दर बढ़ने की स्थिति में भारत जैसे उभरते बाजारों में भारी बिकवाली होगी.
इसके साथ ही डॉलर में अन्य मुद्राओं, सोने तथा अन्य संपत्ति के मुकाबले तेजी आएगी.
कोटक सिक्युरिटीज के करेंसी डेरिवेटिव के लिए सहायक उपाध्यक्ष अनिंद्य बनर्जी ने आईएएनएस से कहा कि संसद यदि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पारित करने में सफल रहता है, तो रुपये में मजबूती आएगी.
जीएसटी को एक अप्रैल, 2016 की समय सीमा पर लागू करने के लिए विधेयक को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में पारित कराना जरूरी है.


बाजार में अच्छी तेजी, निफ्टी 7850 के पार
26 November 2015
नई दिल्ली। एशियाई बाजारों की जोरदार तेजी के चलते घरेलू बाजारों को भी सहारा मिला है और बाजार तेजी के साथ खुलने में कामयाब रहे हैं। बाजार में तेजी के दौरान निफ्टी 7850 के अहम स्तर के पार चला गया है। सीएनएक्स निफ्टी 0.26 फीसदी के उछाल के साथ कारोबार कर रहा है। मिडकैप शेयरों में 0.24 फीसदी और स्मॉलकैप शेयरों में 0.42 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 75.18 अंक यानि 0.29 फीसदी की बढ़त के साथ 25850 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 21.35 अंक यानि 0.27 फीसदी चढ़कर 7852 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में फार्मा को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा 1 फीसदी की तेजी मीडिया शेयरों में देखी जा रही है। रियलटी शेयर भी करीब 1 फीसदी ऊपर हैं। इंफ्रा सेक्टर में 0.6 फीसदी का उछाल दर्ज किया जा रहा है। ऑटो और पीएसयू बैंक शेयर 0.42 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं।

रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 66.32/$ पर खुला
26 November 2015
नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपये में हल्की गिरावट देखी जा रही है। 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 3 पैसे की गिरावट के साथ 66.35 पर खुला है। मंगलवार को रुपया 66.32 पर बंद हुआ था।











जीएसटी पर विफलता से निवेश प्रभावित होगा : मूडीज
26 November 2015
नई दिल्ली। मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने बुधवार को अपनी एक रपट में कहा कि यदि संसद में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और भूमि विधेयक को पारित करने में सफलता नहीं मिलती है, तो इससे निवेश प्रभावित हो सकता है।
मूडीज के उपाध्यक्ष विकास हलन ने एक रपट में कहा, संसद के ऊपरी सदन में विधेयकों के पारित होने की संभावना काफी क्षीण है, जहां सत्ता पक्ष अल्पमत में है। इन सुधारों को लागू करने में असफल रहने से सुस्त वैश्विक विकास के इस दौर में निवेश प्रभावित हो सकता है।
उन्होंने कहा, सत्ता पक्ष यदि दिल्ली और बिहार की तरह विधानसभा चुनाव में हारती रही तो ऊपरी सदन में उसे बहुमत हासिल नहीं हो सकता है। विपक्ष विधेयकों को पारित होने देगी, इसकी संभावना कम है।
जीएसटी के लिए संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है और राज्यसभा में लंबित है। मूडीज ने कहा कि सुस्त वैश्विक विकास दर और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर बढ़ाने की संभावना का भी भारतीय कंपनियों पर बुरा असर होगा।
हलन ने कहा, कंपनियों पर डॉलर के मुकाबले रुपए के अवमूल्यन और कमोडिटी मूल्य में आई कमी का असर हो सकता है। इनके कारण देश का निर्यात प्रभावित हुआ है।


सेंसेक्स में दर्ज की गई 44 अंकों की गिरावट
25 November 2015
नयी दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 43.60 अंकों की गिरावट के साथ 25,775.74 पर और निफ्टी 17.65 अंकों की गिरावट के साथ 7,831.60 पर बंद हुआ। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 33.73 अंकों की गिरावट के साथ 25,785.61 पर खुला और 43.60 अंकों या 0.17 फीसदी गिरावट के साथ 25,775.74 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 25,901.56 के ऊपरी और 25,703.86 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 12.25 अंकों की गिरावट के साथ 7,837.00 पर खुला और 17.65 अंकों या 0.22 फीसदी गिरावट के साथ 7,831.60 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 7,870.35 के ऊपरी और 7,812.65 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी रही। मिडकैप 8.55 अंकों की तेजी के साथ 10,906.21 पर और स्मॉलकैप 37.95 अंकों की तेजी के साथ 11,457.54 पर बंद हुआ। बीएसई के 19 में से छह सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (1.29 फीसदी), ऊर्जा (1.08 फीसदी), दूरसंचार (0.96 फीसदी), तेल एवं गैस (0.63 फीसदी) और वित्त (0.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे- पूंजीगत वस्तु (1.20 फीसदी), वाहन (0.74 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.66 फीसदी), औद्योगिक (0.64 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.53 फीसदी)।

रिलायंस लाइफ में निप्पन लाइफ इंश्योरेंस की आधी हिस्सेदारी
25 November 2015
नई दिल्ली। जापान की निप्पन लाइफ इंश्योरेंस ने मंगलवार को रिलायंस लाइफ में 23 फीसद अतिरिक्त हिस्सेदारी करीब 2,265 करोड़ रुपये में खरीदने की घोषणा की। यह सौदा सिरे चढ़ने पर रिलायंस लाइफ में निप्पन की हिस्सेदारी बढ़कर 49 फीसद हो जाएगी, जो निजी बीमा कंपनियों मेंविदेशी निवेश की ऊपरी सीमा है।
इन दिनों बीमा क्षेत्र में नरमी का रुख है। बावजूद इसके रिलायंस लाइफ करीब 10,000 करोड़ रुपये का मजबूत मूल्यांकन हासिल करने में सफल रही, जो सभी जीवन बीमा कंपनियों में सर्वाधिक एंबेडेड वैल्यू (ईवी) मल्टीपल है। नए शेयरधारिता ढांचे के मुताबिक कंपनी का नाम बदलकर रिलायंस निप्पन लाइफ इंश्योरेंस किया जाएगा।
नए सौदे के बाद रिलायंस लाइफ में निप्पन का कुल निवेश बढ़कर 8,630 करोड़ रुपये हो गया है। जीवन बीमा और एसेट मैनेजमेंट कारोबार में विदेशी कंपनी की हिस्सेदारी 49-49 फीसद के स्तर पर पहुंच गई है।
रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा, "हमें खुशी है कि दो कंपनियों के बीच उत्कृष्ट संबंध निप्पन की हिस्सेदारी बढ़ने के साथ अब बराबरी में तब्दील हो गई है। पहले उन्होंने हमारे एसेट मैनेजमेंट बिजनेस में हिस्सेदारी बढ़ाई और अब जीवन बीमा कारोबार में हिस्सेदारी बढ़ाकर 49 फीसद कर ली।"

नेस्ले ने पंतनगर कारखाने में मैगी बनानी शुरू की
25 November 2015
नई दिल्ली। नेस्ले इंडिया ने आज बताया कि उसने उत्तराखंड में पंतनगर के अपने कारखाने से मैगी का उत्पादन शुर कर दिया है। कंपनी का यह चौथा कारखाना है जहां से इस लोकप्रिय नूडल का उत्पादन शुर हुआ है।
विवादास्पद पाबंदी के बाद नेस्ले ने नौ नवंबर को मैगी ब्रांड नूडल देश के विभिन्न राज्यों के बाजारों में पेश करना शुर किया है। अभी तक कर्नाटक के नंजनगुडा, पंजाब के मोगा और गोवा के बिचोलिम कारखाने में इसका उत्पादन दोबारा शुर किया था। अब इसमें पंतनगरन कारखाना भी जुड़ गया है।
नेस्ले इंडिया के बयान में कहा गया है, पिछले कुछ सप्ताह से नेस्ले राज्य सरकार (उत्तराखंड) के अधिकारियों से संपर्क कर उन्हें सभी आवश्यक दस्तावेज और स्पष्टीकरण देकर वहां से उत्पादन शुर किया है। कंपनी ने कहा कि इसका आर्थिक गतिविधियों पर अनुकूल प्रभाव होगा।
कंपनी ने अभी ताहलीवाल (हिमाचल प्रदेश) से उत्पादन चालू नहीं किया है। कंपनी का कहना है कि वह यहां राज्य सरकार के अधिकारियों से मंजूरी के लिए संपर्क में है। अभी कुछ ऐसे राज्य हैं जिन्होंने मैग्गी पर से पाबंदी नहीं हटाई है। कंपनी वहां मंजूरी लेने की प्रक्रिया में है।
नेस्ले इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायण का कहना है कि मैगी 600 से अधिक शहरों और कस्बों में पहुंचने लगी है और यह करीब दो लाख दुकानों पर बिक रही है। इसे फिर से पेश किये जाने के बाद अब तक 4.5 करोड़ पैकेट बेचे जा चुके हैं। मैग्गी के कुछ नमूनों में सीसे और स्वादवर्धक रासायनिक पदार्थ की मात्रा सीमा से अधिक पाये जाने के बाद खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने जून में इस पर पाबंदी लगा दी थी। अदालत के आदेश के बाद यह उत्पाद फिर से बाजार में पेश किया गया है.


निफ्टी 0.25% गिरा, सेंसेक्स की चाल सुस्त
24 November 2015
नयी दिल्ली। कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के चलते घरेलू बाजारों में भी दबाव देखने को मिल रहा है। अमेरिकी बाजार 0.1-0.2 फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं। वहीं एशिया के ज्यादातर बाजारों में नरमी का ही रुख देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 0.15 फीसदी और निफ्टी में 0.25 फीसदी तक की कमजोरी आई। कमजोरी के इस माहौल में सेंसेक्स 25,800 के नीचे दिखा, तो निफ्टी भी 7,850 के नीचे कारोबार कर रहा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में थोड़ी खरीदारी देखने को मिल रही है। निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स 0.15 फीसदी बढ़कर 13,135 के स्तर पर नजर आ रहा है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.4 फीसदी की मजबूती के साथ 11,460 के स्तर पर पहुंच गया है।
टेलीकॉम, ऑटो, ऑयल एंड गैस और आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव दिख रहा है। बीएसई के टेलीकॉम, ऑटो, ऑयल एंड गैस और आईटी इंडेक्स में 0.5-0.15 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। उधर, बैंक निफ्टी भी 0.2 फीसदी गिरकर 17,030 के आसपास आ गया है। हालांकि रियल्टी, पावर और कंज्यूमर ड्युरेबल्स शेयरों में थोड़ी खरीदारी नजर आ रही है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 14 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 25,805 के स्तर पर सपाट होकर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 11 अंक यानि 0.15 फीसदी तक गिरकर 7,839 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान बॉश, अदानी पोर्ट्स, गेल, आइडिया सेल्यूलर, भारती एयरटेल, आईटीसी, टाटा मोटर्स, सन फार्मा और इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयरों में 2.4-0.7 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि अंबुजा सीमेंट, हीरो मोटो, एचडीएफसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, एसीसी, सिप्ला, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज ऑटो और कोल इंडिया जैसे दिग्गज शेयरों में 1-0.6 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की गई है।

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 10 पैसे मजबूत
24 November 2015
नई दिल्ली। बैंकों और निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली के चलते भारतीय रुपये में हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को तेजी दिखाई दे रही है. 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया मंगलवार को 10 पैसे की मजबूती के साथ 66.37 पर खुला है.
विदेशों में डॉलर में कमजोरी के बीच बैंकों और निर्यातकों ने अमेरिकी मुद्रा की बिकवाली की, इससे भी रुपये को मजबूती मिली. आपको बता दें कि हफ्ते का पहले कारोबारी दिन रुपये में जोरदार गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन आज भारतीय रुपये में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली है.
सोमवार के कारोबार में आयातकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की लिवाली बढ़ने से साथ ही के दुनिया भर की करेंसियों के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में मजबूती से रुपये पर भी मार पड़ी. इसके साथ ही सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे यानि करीब 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 66.47 पर बंद हुआ था.

दक्षिण दिल्ली नगर निगम की सौगात, अब ऑनलाइन मिलेगा व्यापार लाइसेंस
24 November 2015
नई दिल्ली। संचालन में पारदर्शिता बढ़ाने और भ्रष्टाचार कम करने के लिए दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने व्यापारिक और वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए लाइसेंस हासिल करने के लिए सोमवार से ऑनलाइन सुविधा शुरू कर दी है। इस कदम से शहर में हजारों व्यापारियों को मदद मिलेगी।
दक्षिण दिल्ली के मेयर सुभाष आर्य ने कहा, 'सामान्य व्यापार लाइसेंस आवेदन का सरलीकरण कर दिया गया है और उसे ऑनलाइन कर दिया गया है, जिससे व्यापारियों को लाभ होगा और भ्रष्टाचार में कमी लाने में मदद मिलेगी।' उन्होंने कहा कि इस सेवा को लागू किए जाने से नागरिक वाणिज्यिक, पेशेवर गतिविधियों के लिए अब व्यापार लाइसेंस नगर निकाय में आए बिना हासिल कर सकते हैं।
उधर, अपने राजस्व में वृद्धि के प्रयास के तहत वित्तीय संकट से जूझ रहे उत्तर दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) 2004 से पहले अपने अधिकार क्षेत्र के तहत लंबित 24000 मामलों के लिए संपत्ति कर मूल्यांकन तकनीक में संशोधन करने पर विचार कर रहा है।


बाजार में मामूली तेजी, 7860 के ऊपर निफ्टी
23 November 2015
नयी दिल्ली। एशियाई बाजारों के मिलेजुले संकेतों का भारतीय बाजार को कोई खास फायदा नहीं मिला और घरेलू बाजार मामूली तेजी के साथ खुले हैं। बाजार में 0.08 फीसदी की मामूली तेजी है और निफ्टी 7850 के ऊपर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स में 23 अंकों की बढ़त दर्ज की जा रही है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 21.14 अंक यानि 0.08 फीसदी की बढ़त के साथ 25889 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 5.90 अंक यानि 0.08 फीसदी चढ़कर 7862 के स्तर पर आ गया है।
सेक्टरवार आधार पर देखें तो फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, आईटी, मेटल और सर्विस सेक्टर में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। सबसे ज्यादा 0.70 फीसदी की तेजी रियल्टी सेक्टर में है और मीडिया सेक्चर 0.60 फीसदी ऊपर है। एनर्जी और कंज्यूमर ड्यरेबल्स शेयर 0.33 फीसदी की हल्की तेजी दिखा रहे हैं। इंफ्रा सेक्टर भी 0.31 फीसदी ऊपर है।
निफ्टी के दिग्गज शेयरों में अदानी पोर्ट्स 2.45 फीसदी और एशियन पेंट्स 1.83 फीसदी ऊपर है। बजाज ऑटो 1.18 फीसदी और जी लिमिटेड 1.17 फीसदी की तेजी दिखा रहा है। टेक महिंद्रा 1.04 फीसदी और हीरो मोटोकॉर्प 1.01 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। बीएचईएल और डॉ रेड्डीज में 0.9 फीसदी से ज्यादा का उछाल बना हुआ है। पीएनबी में 0.82 फीसदी और कोटक महिंद्रा बैंक में 0.77 फीसदी की मजबूती दर्ज की जा रही है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में वेदांता 2 फीसदी से ज्यादा टूटकर कारोबार कर रहा है। हिंदालेको 1.68 फीसदी और गेल इंडिया 1.23 फीसदी नीचे बने हुए हैं। टाटा मोटर्स में 0.77 फीसदी और टाटा स्टील में 0.54 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है। आईसीआईसीआई बैंक 0.51 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है।

कालाधन: HSBC की चुराई गई सूची में शामिल भारतीय जांच दायरे में
23 November 2015
नई दिल्ली। काले धन के बारे में एचएसबीसी की चुराई गई सूची में शामिल भारतीयों के खिलाफ अपने रूख को कड़ा करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने इन मामले में हवाला व मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध की दृष्टि से एक स्वतंत्र शुरुआती जांच शुरू की है। निदेशालय (ईडी) ने इस संबंध में विभिन्न अदालतों के रजिस्ट्रर कार्यालयों से अब तक 140 इकाइयों के खिलाफ आयकर विभाग द्वारा दायर अभियोजन आरोप पत्रों का ब्यौरा हासिल करने का काम शुरू किया है।
निदेशालय खुद व काले धन पर विशेष जांच दल (एसआईटी) चाहता था कि कर विभाग और इसकी शीर्ष संस्था केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) इन मामलों में ब्योरों को निदेशालय के साथ साझा करे। लेकिन कर विभाग द्वारा विदेशी सरकारों से हासिल जानकारी के साथ जुड़ी कड़ी शर्तों का हवाला देते हुए इस आग्रह को अब तक लगातार खारिज किया जाता रहा है। जानकार सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने कुछ समय पहले यह फैसला किया कि देश में विभिन्न अदालतों की रजिस्ट्री से मामलों की रपट हासिल कर उनकी समीक्षा जाए। उन्होंने कहा कि निदेशालय को कुछ मामले पहले ही मिल चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार बैंक के एक कर्मचारी द्वारा कथित रूप से चुराए जाने के बाद यह सूची फ्रांसीसी सरकार ने कुछ साल पहले भारत सरकार को उपलब्ध कराई थी। उन्होंने कहा कि इस सूची में से अनेक मामलों में तो प्रथम दृष्टया विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत आरोप बनते हैं। इनमें से अनेक में मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पी एम एल ए) के कड़े प्रावधान लागू किए जा सकते हैं।
इस सूची में शामिल, विदेशों में धन रखने वालों के लिए और परेशानी इसलिए भी हो सकती है क्योंकि पीएमएलए के तहत कानूनी प्रक्रिया आपराधिक प्रवृत्ति की है और निदेशालय द्वारा जारी एक ताजा परिपत्र के अनुसार आईपीसी की धारा 120 बी के तहत दर्ज मामलों में प्रवर्तन निदेशालय मनी लांड्रिंग आरोप के तहत जांच कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि कर विभाग ने इनमें से अनेक मामलों में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी भी लगाई है।
सूत्रों के अनुसार एजेंसी अनेक मामलों में जांच के अग्रिम चरण में है और उन लोगों के खिलाफ फेमा के नोटिस जारी कर रही है जिनके खिलाफ आयकर विभाग ने अदालत में मामले दर्ज किए हैं। भले ही विभिन्न अदालतों से सभी 140 मामलों को हासिल करने में बहुत समय लग रहा हो। उन्होंने कहा कि इस मामले में विदेशी बैंकों में जमा अघोषित जमाओं के मद में 3000 करोड़ रुपये से अधिक की आय को अब तक कर के दायरे में लाया गया है। हवाला व मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में जुर्माना के अलावा पीएमएलए के तहत उन्हें जेल भी हो सकती है। एचएसबीसी की सूची में कुल 628 भारतीयों के नाम आए। इनमें से 200 प्रवासी हैं या ऐसे हैं जिनका पता नहीं चल सका। इसके बाद 428 मामलों ही कार्रवाई के योग्य पाए गए।

चीन में मंदी आयेगी तो असर भारत पर भी पड़ेगा : रघुराम राजन
23 November 2015
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारत व चीन के आर्थिक हित एक दूसरे से जुड़े हैं. अगर चीन में मंदी आती है, तो उसका असर भारत पर भी पड़ेगा. उन्होंने कहा है सार्वजनिक व निजी निवेश में कमी से देश की आर्थिक तरक्की बाधित हो रही है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जतायी है कि विदेशी निवेश बढ़ने से इस समस्या का एक हद तक समाधान हो जायेगा.
गवर्नर रघुराम राजन का यह बयान भारत सरकार के उस बयान से बिल्कुल अलग है, जिसमें कहा गया था कि चीन की मंदी का असर भारत पर नहीं पड़ेगा.
राजन ने हांगकांग की साउथ चाइन मार्निंग पोस्ट को दिये अपने साक्षात्कार में कहा है कि चीन की मंदी पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा है कि भारत में निवेश जरूरत से कम हो रहा है. इसकी कारण भारतीय अर्थव्यवस्था उस रफ्तार से बढ़ नहीं पाती है, जितनी उसकी क्षमता है.
गवर्नर राजन ने हांगकांग में एक कार्यक्रम में भी शुक्रवार को कहा है कि आर्थिक विकास के मोर्चे पर सबसे बड़ी चिंता निवेश को लेकर है. निजी क्षेत्र में निवेश कम हुआ है और सरकारी निवशे में भी लगभग यही स्थिति है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जतायी कि मजबूत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में कुछ बेहतररी की बदौलत निजी निवेश को बढ़ावा मिल सकता है.


वेतन आयोग की सिफारिशें राजकोषीय चुनौती: फिच
21 November 2015
नयी दिल्ली। केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन-भत्तों में 23.55 फीसदी की बढ़ोतरी की सातवें वेतन आयोग की सिफारिश पर रेटिंग एजेंसी फिच ने चिंता जाहिर की है। फिच का कहना है कि सिफारिशों को पूरी तरह लागू करने से राजकोषीय मजबूती का लक्ष्य पूरा करने की राह में चुनौतियां बढऩे की आशंका है।
फिच ने एक कहा, 'सिफारिशों को स्वीकार करने से सरकार के वेतन बिल पर भारी असर पड़ेगा।'रेटिंग एजेंसी ने कहा, 'अपने आप में इन सिफारिशों को लागू करने से केंद्र सरकार का वेतन पर खर्च सकल घरेलू उत्पाद के करीब 0.5 फीसदी के बराबर बढ़ेगा। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि इससे राज्य सरकारों की वित्तीय स्थिति पर भी असर होगा क्योंकि वे इसका अनुपालन करना चाहेंगे।' सरकार ने 2016-17 में राजकोषीय घाटा कम कर सकल घरेलू उत्पाद के 3.5 प्रतिशत के बराबर लाने का लक्ष्य रखा है जो 2015-16 के लिए 3.9 प्रतिशत है।

नहीं पड़ेगा बोझ: केंद

इन आशंकाओं के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि आयोग की सिफारिशें मान लेने से सरकार के खजाने पर बहुत बोझ नहीं पडऩे वाला क्योंकि अगले साल देश की विकास दर ऊंची रहने वाली है। वित्त सचिव रतन वटल ने मीडिया से कहा, 'सिफारिशें अगले साल लागू होनी हैं और बेहतर विकास दर का अनुमान है। हमारी अर्थव्यवस्था बिल्कुल मजबूत है। हम इसे संभाल लेंगे'।

सबसे कम वृद्धि: एटक

ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने आयोग की सिफारिशों का यह कहते हुए विरोध किया है कि मुद्रास्फीति के हिसाब से पिछले तीन दशक में केंद्रीय कर्मियों के वेतन में यह सबसे कम वृद्धि की गई है। एटक के महासचिव गुरदास दासगुप्ता ने कहा, 'यह बिल्कुल निराशाजनक है। पिछले तीन दशक में यह सबसे कम वृद्धि की सिफारिश है। मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए यह असंतोषजनक है'।

नेस्ले ने सिर्फ 10 दिन में बेचे मैगी के 3.3 करोड़ पैकेट
21 November 2015
नई दिल्ली। नेस्ले इंडिया ने पिछले सप्ताह अपने इंस्टैंट नूडल्स ब्रैंड मैगी को बाजार में फिर से उतारने के बाद से अब तक 350 शहरों में इसके 3.3 करोड़ पैकेट बेचे हैं। करीब पांच माह पहले खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने मैगी पर प्रतिबंध लगाया था।
विश्लेषकों के समक्ष प्रस्तुतीकरण में कंपनी ने कहा कि वह 724 वितरकों के जरिये 1.2 लाख आउटलेट्स में मैगी की बिक्री कर रही है। मैगी पर प्रतिबंध के वित्तीय प्रभाव के बारे में नेस्ले इंडिया ने कहा कि उसे 476.2 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। इसमें 34,663 टन नूडल्स को नष्ट करने की लागत भी शामिल है।
बंबई हाई कोर्ट की ओर से तय शर्तों को पूरा करने के बाद नेस्ले ने 9 नवंबर 2015 को मैगी को फिर बाजार में उतारा है। हाई कोर्ट ने एफएसएसएआई और महाराष्ट्र एफडीए की ओर से लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया था।

क्लियरटैक्स ने जारी किया टैक्सक्लाउड एप, अब मोबाइल से भरे आयकर रिटर्न
21 November 2015
नई दिल्ली। इंटरनेट से आयकर रिटर्न दाखिल करने की सुविधा देने वाली वेबसाइट क्लियरटैक्स ने अब रिटर्न भरने करने की प्रक्रिया को और भी आसान बना दिया है। आयकर रिटर्न भरने के लिए कंपनी ने अब मोबाइल फोन एप भी लॉन्च कर दिया है।
क्लियरटैक्स के इस मोबाइल एप को \'Taxcloud\' नाम से जारी किया गया है। क्लियरटैक्स ने अपने बयान में कहा कि \'क्लियरटैक्स ने हाल ही में सीए फर्मों के लिए टैक्सक्लाउड मोबाइल एप पेश किया है।
कंपनी के मुताबिक टैक्सक्लाउड एप को नवंबर में देशभर में 10,000 से अधिक सीए फर्मों ने अपनाया है। इस एप्लीकेशन के साथ सीए को अपने ग्राहकों के दाखिल किए गए रिटर्न की स्थिति कहीं भी और कभी भी देखने की सुविधा होगी।
टैक्सक्लाउड एप को गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है। यहां से आप इसे फ्री में अपने एंड्रॉयड मोबाइल फोन में डाउनलोउ कर सकते हैं।

एप का साइज- 7.0 एम
करंट वर्जन- 1.07बी
आवश्यक ओएस वर्जन- 4.1 अथवा उससे ऊपर


शेयर बाजार ने हल्की गिरावट के साथ की शुरुआत
20 November 2015
नयी दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार के कारोबार में हल्की गिरावट के साथ शुरुआत की है. घरेलू बाजारों पर ये असर एशियाई और अमेरिकी बाजारों की कमजोरी के कारण पड़ा है. हालांकि बाजार खुलने के कुछ ही मिनट बाद तेजी देखने को मिली लेकिन ये तेजी ज्यादा देर थम न सकी.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 65 अंकों या 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 25,777 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 20 अंकों या 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 7,823 पर कारोबार कर रहे हैं.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 14.21 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 25,856.13 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.85 अंकों की मामूली कमजोरी के साथ 7,841.90 पर खुला.

केंद्रीय कर्मियों का वेतन बढ़ेगा, इन 5 तरीकों से आएंगे अच्छे दिन
20 November 2015
नई दिल्ली। न्यायमूर्ति एके माथुर की अध्यक्षता वाले सातवें केंद्रीय वेतन आयोग ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंप दी। आयोग ने केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन, भत्ते एवं पेंशन में कुल मिलाकर 23.55 प्रतिशत की बढ़ोतरी की सिफारिश की है।

99 लाख लोगों को फायदा

सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत मूल वेतन में 16%, भत्तों में 63% और पेंशन में 24% वृद्धि की गई है। साथ ही केंद्रीय नौकरियों में न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये और अधिकतम 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह करने की सिफारिश की गई है। ये सिफारिशें 1 जनवरी, 2016 से लागू की जाएंगी। इनसे 47 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 52 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे। इनमें सैन्य बलों के कर्मचारी भी शामिल हैं।

एक समान पेंशन की सिफारिश

न्यायमूर्ति एके माथुर ने सैनिकों की तर्ज पर असैन्य कर्मचारियों के लिए भी समान रैंक, समान पेंशन की व्यवस्था लागू करने की सिफारिश की। अगर आयोग की सिफारिशें जस की तस लागू होती हैं, तो सरकारी खजाने पर 1.02 लाख करोड़ रुपये का सालाना बोझ आएगा।

सालाना तीन फीसदी वेतन बढ़ाने की सिफारिश

वेतन आयोग ने केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में सालाना तीन फीसदी वृद्धि की भी सिफारिश की है। साथ ही ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की गई है।

पे-ग्रेड व्यवस्था खत्म

नए वेतन ढांचे में छठे वेतन आयोग द्वारा शुरू की गई पे-ग्रेड व्यवस्था खत्म कर इसे वेतन के ढांचे में शामिल कर दिया गया है और कर्मचारी का ओहदा अब ग्रेड पे की जगह नए ढांचे के वेतन से तय होगा। सातवां वेतन आयोग यूपीए सरकार ने फरवरी 2014 में गठित किया था। आयोग निर्धारित समय में रिपोर्ट तैयार नहीं कर पाया, जिसके बाद उसे चार महीने का समय और दिया गया था।

अच्छे दिन आए

- 18 हजार रुपये हो जाएगा न्यूनतम वेतन कर्मचारियों का
- 2.25 लाख रुपये अधिकतम वेतन की सिफारिश
- 63 फीसदी बढ़ाए जाएंगे भत्ते, 16 प्रतिशत मूल वेतन में वृद्धि
- 24 फीसदी पेंशन में वद्धि की सिफारिश की गई है
- 1.02 लाख करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा सरकारी खजाने पर, जिसमें 28,450 करोड़ रुपये का भार रेलवे पर पड़ेगा

सबके लिए वन रैंक वन पेंशन

- सातवें वेतन आयोग ने सैन्य बलों की तर्ज पर केंद्र सरकार के हर विभाग में वन रैंक वन पेंशन लागू किए जाने की सिफारिश की है। आयोग ने अपनी सिफारिश में कहा है कि ओआरओपी न सिर्फ सेना बल्कि अर्धसैनिक बलों और सिविल सेवाओं में भी लागू किया जाए।

खत्म होंगे 52 तरह के भत्ते

- 52 तरह के भत्तों को खत्म करने की सिफारिश की है वहीं 36 तरह के भत्तों को समाहित किया जाएगा।
- 0.70 फीसदी तक वृद्धि हो सकती है वेतन भत्तों की वृद्धि के कारण सरकार के खर्च के सकल घरेलू उत्पाद में
- 15,500 होगी सैन्य कर्मचारियों की एमएसपी 6000 रुपये से बढ़कर
- 10,800 होगी नर्सिंग कर्मचारियों की एमएसपी 4200 रुपये से बढ़कर
- 3600 रुपये प्रतिमाह होगा युद्ध क्षेत्र से इतर काम कने वाले कर्मचारियों का एमएसपी 1000 से बढ़कर।
- 07 से 10 साल के बीच नौकरी छोड़ने की अनुमति शार्ट सर्विस कमांड के मामले में

वेतन आयोग की सिफारिशों से पैदा होने वाले वित्तीय प्रभावों से निपट लिया जाएगा। सिफारिशों को लागू कराने के तौर-तरीके तय किए जाएंगे।
- रतन वाटल, वित्त सचिव

अमेरिका बाजारों में दिखा मुनाफावसूली का दबाव
20 November 2015
नई दिल्ली। दुनिया भर के बाजारों में कमजोरी के साथ ही अमेरिकी बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली है। हफ्तेभर की तेजी के बाद कल अमेरिका बाजारों में मुनाफावसूली देखने को मिली। नायमैक्स पर कच्चा तेल 40 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुच गया है जिसका असर बाजारों पर देखने को मिला है। कल के करोबार में अमेरिकी बाजारों में हेल्थकेयर सेक्टर में खासा दबाव देखने को मिला।
गुरुवार के कारोबारी सत्र में डाओ जोंस 4.41 अंक यानी 0.02 फीसदी गिरकर 17732.75 पर, एसएंडपी-500 2.34 अंक यानी 0.11 फीसदी घटकर 2081.24 पर और नैस्डेक 1.56 अंक यानी 0.03 फीसदी की गिरावट के साथ 5073.64 पर बंद हुआ।


सातवां वेतन आयोग केंद्र सरकार को आज अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है
19 November 2015
नयी दिल्ली। सातवां वेतन आयोग केंद्र सरकार को आज अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है। खबर है कि आयोग ने कर्मचारियों के वेतन में कुल 22 फीसदी बढ़ोतरी करने की सिफारिश की है। आयोग ने कर्मचारियों के वेतन में कुल 22 फीसदी बढ़ोतरी करने की सिफारिश की है। इसमें 15 प्रतिशत बेसिक सेलरी पर और 25 फीसदी भत्‍तों में बढ़ोतरी शामिल है।
वेतन आयोग की ये सिफारिशें अगर केंद्र सरकार ने मंजूर कर दीं केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में कुल 22 से 23 फीसदी बढ़ोतरी हो जाएगी। वेतन आयोग की सिफारिशों का फायदा 48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 55 लाख पेंशनर्स को मिलेगा। न्यायमूर्ति ए के माथुर की अगुवाई वाले वेतन आयोग ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए मूल वेतन जमा महंगाई भत्ते में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी का सुझाव दिया है। इसके अलावा एचआरए और अन्य भत्तों में भी बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
सूत्रों ने कहा कि इस तरह कुल वेतनवृद्धि सकल वेतन (मूल वेतन और डीए तथा भत्ते) 22 से 23 प्रतिशत हो सकती है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी, 2016 से लागू होंगी। चेयरमैन के अलावा आयोग के अन्य सदस्यों में 1978 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी विवेक राय, अर्थशास्त्री रथिन राय शामिल हैं। मीना अग्रवाल आयोग की सचिव हैं।
केंद्र सरकार प्रत्येक दस साल बाद अपने कर्मचारियों के वेतनमान में संशोधन के लिए वेतन आयोग का गठन करती हैं। आमतौर पर राज्यों द्वारा भी कुछ संशोधनों के साथ इन्हें अपनाया जाता है। छठा वेतन आयोग 1 जनवरी, 2006 से लागू हुआ था।r>

सेंसेक्‍स में लौटी रौनक, निफ्टी 7,780 पर
19 November 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज के सेंसेक्‍स में आज तेजी लौट आयी है. सेंसेक्‍स 150 अंकों की अधिक बढ़त के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में 168 अंकों की तेजी के साथ 25,65 अंकों तक चला गया है. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी भी 49 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. निफ्टी में 7,781 अंकों पर पहुंच गया है. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी तेजी देखने का मिल रही है. मिडकैप के शेयर 57 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. स्‍मॉलकैप में 93 अंक की तेजी दर्ज की जा रही है.
बुधवार को वैश्विक स्तर पर जोखिम बढने और निवेशकों द्वारा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के ब्यौरे का इंतजार करने का रुख अपनाने के बीच बिकवाली तेज होने से स्थानीय शेयर बाजारों में दो दिन से जारी तेजी थम गयी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 382 अंक टूटकर दो माह के निचले स्तर 25,482.52 अंक पर बंद हुआ. प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली के चलते बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स ज्यादातर समय नकारात्मक दायरे में रहा और 381.95 अंक टूटकर 25,482.52 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले सेंसेक्स ने यह स्तर 8 सितंबर को देखा था.
इसी तरह, एनएसई निफ्टी भी 7,800 अंक के मनोवैज्ञानिक स्त

रिज़र्व बैंक यूनियनों के 17000 कर्मचारी आज हड़ताल पर
19 November 2015
नई दिल्ली। छह साल में पहली बार रिजर्व बैंक की यूनियनों से जुड़े 17000 कर्मचारी आज एक दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं। ये लोग केंद्रीय बैंक के कई सुधार उपायों का विरोध कर रहे हैं। साथ ही उनकी बेहतर रिटायरमेंट लाभ की भी मांग कर रहे है।
एक दिन की इस हड़ताल से बैंकों के कामकाज प्रभावित हो सकता हैं। लेकिन, आरटीजीएस सुविधाएं खुली रहेंगी। यूनियनें सरकार की सार्वजनिक कर्ज़ नीति केंद्रीय बैंक से लेने और मौद्रिक नीति पर उसके अधिकारों में कटौती करने का विरोध कर रही है।
इसका आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स ऐंड एम्पलॉइज ने किया है।


सेंसेक्स 25800 के आसपास, निफ्टी 0.2% गिरा
18 November 2015
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की सुस्ती का असर घरेलू बाजारों पर पड़ा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में सुस्ती के साथ कारोबार हो रहा है। सेंसेक्स में 0.1 फीसदी और निफ्टी में 0.25 फीसदी तक की कमजोरी देखने को मिल रही है। कमजोरी के इस माहौल में सेंसेक्स 25,800 के आसपास है, तो निफ्टी 7,820 के आसपास है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मामूली खरीदारी देखने को मिल रही है। निफ्टी का मिडकैप 100 इंडेक्स 0.1 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 12,975 के आसपास नजर आ रहा है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.15 फीसदी बढ़कर 11,250 के आसपास नजर आ रहा है।
आईटी, एनर्जी और मेटल सेक्टर में बिकवाली से बाजार पर दबाव देखने को मिल रहा है। निफ्टी आईटी करीब 1 फीसदी गिरा है, जबकि निफ्टी के एनर्जी सेक्टर में 0.3 फीसदी और मेटल इंडेक्स में 0.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.1 फीसदी गिरकर 17,125 के आसपास सपाट नजर आ रहा है। हालांकि एफएमसीजी और ऑटो शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 22 अंक यानि 0.1 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 25,843 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 10 अंक यानि 0.15 फीसदी गिरकर 7,827 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान दिग्गज शेयरों में इंफोसिस, वेदांता, एचसीएल टेक, हीरो मोटो, ओएनजीसी और टीसीएस सबसे ज्यादा 2-0.5 फीसदी तक गिरे हैं। हालांकि भारती एयरटेल, एनटीपीसी, सन फार्मा, बीएचईएल, एलएंडटी और टाटा मोटर्स जैसे दिग्गज शेयरों में 0.9-0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।

एक महीने में 50% बढ़ी टमाटर की कीमतें, नई फसल से उम्मीद
18 November 2015
नई दिल्ली। प्याज, दाल के बाद अब टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। टमाटर के दाम करीब एक महीने में ही 50 फीसदी बढ़कर 62 रुपए किलो हो गये। सरकार के मुताबिक है कि नई फसल आने के साथ कीमतें नरम पड़ने की संभावना है। टमाटर की कीमतें देश के विभिन्न हिस्सों में बढ़ी हैं, वहीं खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि आवश्यक जिंसों की उपलब्धता और जरूरी उपायों की समीक्षा के लिए कल एक उच्च स्तरीय बैठक होगी।

दिल्ली में 41 रुपए से 62 रुपए हुई कीमतें

दिल्ली में टमाटर का भाव एक महीने पहले के 41 रुपए किलो से बढ़कर अब 62 रुपए किलो हो गया है। प्रमुख शहरों में टमाटर का औसत भाव महीना भर पहले के 30 रुपए से बढ़कर 50 रुपए किलो हो गया। एक सरकारी बयान के मुताबिक पिछले सप्ताह प्याज और टमाटर की कीमतों में मामूली वद्धि व्यापक तौर पर दक्षिणी राज्यों से आपूर्ति में बाधा के कारण हुई है। दक्षिणी राज्यों से आपूर्ति में बाधा का कारण पिछले एक सप्ताह के दौरान वहां भारी बरसात का होना है।

बढ़ती कीमतों पर सरकार की नजर

केन्द्र ने कहा कि वह विगत कुछ दिनों में प्रतिकूल मौसम को देखते हुए आवश्यक कमोडिटी की दरों पर दबाव के मद्देनजर मांग एवं आपूर्ति की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। बयान में कहा गया है, की मांग और आपूर्ति के अंतर के कारण सितंबर से दिसंबर के दौरान कीमतों में मामूली वद्धि हुई है। सरकार कीमतों में असामान्य वद्धि को रोकने और आवश्यक जिंसों की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करने के मकसद से तत्काल कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकारों के साथ नजदीकी के साथ काम कर रही है।

दलहन की कीमतों में आई गिरावट

सरकार ने कहा कि प्याज की कीमत सप्ताह भर पहले के 36.82 रुपए से बढ़कर 37.52 रुपए प्रति किलो हो गई। इसी प्रकार टमाटर की कीमत 43.18 रुपए प्रति किलो है जो सप्ताह भर पहले 35.23 रुपए किलो थी। दलहनों में अरहर दाल की कीमत अब 151.67 रुपए किलो हो गई है जो पहले 149.91 रुपए किलो थी। जबकि उड़द दाल की कीमत बढ़कर 141.47 रुपए किलो हो गई जो कीमत सप्ताह भर पहले 137.06 रुपए किलो थी।

कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार कर रही उच्च स्तरीय बैठक

बयान में कहा गया है, की आवश्यक जिंसों की उपलब्धता और उनके कीमतों की समीक्षा करने तथा जरूरी उपायों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक 18 नवंबर को होनी तय है। बैठक में दलहनों के लिए जमाखोरी रोधी अभियान और उचित कीमत पर इसकी उपलब्धता की स्थिति बनाने के लिए राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की जायेगी। बैठक में बफर स्टॉक बनाने के ध्येय से दलहनों की खरीद की दिशा में हुई प्रगति की भी समीक्षा की जायेगी।

त्यौहार के चलते घाटी टमाटर की सप्लाई

आजादपुर मंडी के कुछ व्यापारियों ने उम्मीद जताई है कि आपूर्ति बढ़ने के बाद

जल्द ही टमाटर की थोक बिक्री कीमत में गिरावट आयेगी। आजादपुर मंडी के एक व्यापारी सुभाष चुक ने कहा,त्यौहारों की छुट्टियों के कारण पिछले सप्ताह टमाटर की आपूर्ति में काफी कमी आई है और इसके परिणामस्वरूप कीमतें काफी बढ़ी हैं।

थोक मंडी में टमाटर पहुंच 35 रुपए प्रति किलो

उन्होंने कहा कि थोक बाजार में उच्च गुणवत्ता वाला टमाटर आज 20 से 25 रुपए किलो बिक रहा था जो कीमत कल 30 से 35 रुपए किलो थी। उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में आपूर्ति में सुधार आने के कारण कीमतों के कम होने की उम्मीद है।

जमाखोरी पर होगी समीक्षा

बैठक में दलहनों के लिए जमाखोरी विरोधी अभियान और उचित कीमत पर इसकी उपलब्धता की स्थिति बनाने के लिए राज्यों द्वारा उठाये गये कदमों की समीक्षा की जायेगी। बैठक में दलहन के बफर स्टॉक को बनाने के लिए दलहनों की खरीद की दिशा में हुई प्रगति की भी समीक्षा की जायेगी।

केंद्र सरकार दलहन का बढ़ाएगी स्टॉक

केन्द्र सरकार ने दलहन कीमतों में असामान्य वद्धि की स्थिति में बाजार में हस्तक्षेप करने के ध्येय से दलहनों का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया है। फसल वर्ष 2014.15 में दलहन का उत्पादन घटकर 1.72 करोड़ टन रहने के कारण दलहन कीमतें बढ़कर 200 रुपए प्रति किलो से उपर तक पहुंच गई हैं। उत्पादन पिछले साल 1.925 करोड़ टन रहा था।

कल 19 नवंबर को सातवां वेतन आयोग वित्‍त मंत्री को सौंपेगा रिपोर्ट
18 November 2015
नई दिल्ली। सातवां वेतन आयोग पर केंद्रीय कर्मचारियों की निगाहें अटकी है। ऐसे में उम्‍मीद की जा रही है कि सातवां वेतन आयोग कल 19 नवंबर को अपनी रिपोर्ट वित्त मंत्री को सौंप देगा। जिसके बाद 1 जनवरी 2016 से केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन में इजाफा हो जाएगा।

रिपोर्ट 900 पन्नों की

जानकारी के मुताबिक सातवां वेतन आयोग को लेकर लोगों की उम्‍मीदें जल्‍द ही पूरी हो सकती हैं। सातवां वेतन आयोग के चेयरमैन जस्टिस एके ने इस बात का ऐलान किया है कि इस दिशा में काफी तेजी से काम किया गया है। उनकी रिपोर्ट लगभग तैयार है। अगर सब सार्थक रहा तो कल 19 नवंबर को अपनी रिपोर्ट वित्‍त मंत्री अरुण जेटली को सौंप देंगे। वहीं सूत्रों के मुताबिक यह रिपोर्ट लगभग 900 पन्नों की तैयार हुई है। इस रिपोर्ट में ग्रुप ए में आने वाली सभी सेवाओं को भी समानता पर लाने की बात कही गई। अभी इस ग्रुप में बस भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) जैसे अधिकारी ही आते हैं। इसके अलावा ऐसे में इस रिपोर्ट के आने के बाद 1 जनवरी 2016 से केंद्र सरकार के 48 लाख कर्मचारियों और 55 लाख पेंशनरों के वेतन में बढोत्‍तरी हो जाएगी।

पिछले साल फरवरी में

इतना ही इस सातवां आयोग की सिफारिश के बाद राज्‍य सरकार के कर्मचारियों की आय में भी इजाफा होगा। जिससे उनकी भी निगाहें इस कल पेश होने वाली रिपोर्ट पर अटकी हैं। गौरतलब है कि सातवां वेतन आयोग का गठन पिछले साल फरवरी में किया गया था। जिस पर आयोग के चेयरमैन जस्टिस एके माथुर ने 18 महीनों में अपनी रिपोर्ट सौंपने को की बात कही थी। हालांकि इस साल अगस्‍त में सरकार ने इस आयोग के कार्यकाल में इजाफा कर दिया था। जिसके चलते आयोग को दिसंबर 2015 तक समय दिया गया था।


शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में तेजी, सेंसेक्स 105 अंक उछला
17 November 2015
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले अच्छे संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार के कारोबार में तेजी के साथ शुरुआत की है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स में करीब आधे फीसदी की बढ़त दिखाई दे रही है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 105 अंकों या 0.41 फीसदी की तेजी के साथ 25,865 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 28 अंकों या 0.35 फीसदी की तेजी के साथ 7,834 पर कारोबार कर रहे हैं.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 137.78 अंकों की तेजी के साथ 25,897.88 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 42.15 अंकों की तेजी के साथ 7,848.75 पर खुला.

मैगी से बैन हटाने के आदेश के खिलाफ SC पहुंचा खाद्य नियामक
17 November 2015
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार (एफएसएसएआई) ने देश में मैगी नूडल्स से प्रतिबंध हटाने संबंधी बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ आज उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की. भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार ने उच्च न्यायालय के 13 अगस्त के आदेश को ‘त्रुटिपूर्ण' करार देते हुये सरकार से स्वीकृत प्रयोगशालाओं को फिर से परीक्षण के लिये दिये गये नमूनों की शुचिता पर सवाल उठाया है. एफएसएसएआई ने दलील दी है कि उच्च न्यायालय ने किसी तटस्थ प्राधिकार की बजाय स्विस कंपनी की भारतीय इकाई नेस्ले को ही नये नमूने उपलब्ध कराने के लिये कह कर ‘भूल' की है. इससे पहले, उच्च न्यायालय ने देश में मैगी नूडस्ल की नौ किस्मों पर प्रतिबंध लगाने संबंधी भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार और महाराष्ट्र के खाद्य नियंत्रक के आदेशों को निरस्त कर दिया था.
उच्च न्यायालय ने कहा था कि प्रतिबंध लगाते समय नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत का पालन नहीं किया गया क्योंकि मैगी का उत्पादन करने वाले पक्ष को सुना नहीं गया था. एफएसएसएआई सूत्रों ने कहा कि याचिका में खाद्य नियामक के अधिकारियों के खिलाफ की गयी प्रतिकूल टिप्पणियों को भी हटाने की मांग की गयी है. इसमें कहा गया है कि प्राधिकार को संबद्ध कानून के तहत प्रयोगशाला में नमूनों की जांच की अनुमति दी जाय और साथ ही केवल सरकारी मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में जांच पर जोर नहीं दिया जो कि संख्या में बहुत कम हैं.
उच्च न्यायालय ने इससे पहले एफएसएसएआई और महाराष्ट्र खाद्य नियामक एफडीए के आदेश को निरस्त कर दिया था. इन्होंने देश में मैगी नूडल्स की नौ किस्मों पर रोक लगा दी थी. उच्च न्यायालय ने कहा कि नूडल्स पर रोक लगाते समय नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत का पालन नहीं किया गया, क्योंकि विनिर्माता को उसका पक्ष सुनने का मौका नहीं दिया गया. नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को अभी तक कोई अदालती नोटिस नहीं मिला है. प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे संज्ञान में यह बात लायी गयी है कि उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर यह डाला गया है कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने नेस्ले इंडिया और अन्य के खिलाफ मामला दायर किया है.'
प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है और हमें इस बात की जानकारी भी नहीं है कि इसमें क्या है. हालांकि, हम इस बात को दोहराते हैं कि नेस्ले इंडिया को मैगी नूडल्स की गुणवत्ता व उसके सुरक्षित होने के बारे में पूरा भरोसा है. ऐसे में हम मजबूती से अपना बचाव करेंगे.

नई पहचान के साथ रिजर्व बैंक जारी करेगा नए नोट
17 November 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ही नए नोट जारी करने की योजना बना रहा है। इन नए नोटों में 500 और हजार के नोटों को भी शामिल किया गया है। केंद्रीय बैंक ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि नए नोट जल्द ही जारी किए जाऐंगे।
लेकिन इससे पुराने नोटों की वैधता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पुराने नोट भी वैध रहेंगे जो नए नोटों के साथ बाजार में चलन में रहेंगे। केंद्रीय बैंक ने दो प्रेस नोट जारी कर इसकी सूचना दी। इस विज्ञप्ति में बताया गया है कि नए नोटो में अब नंबर वाली पट्टी में खास बदलाव देखने को मिलेगा।
नोटो पर बनी नंबर वाली पट्टी पर अंग्रेजी का एल अक्षर लिखा होगा। इन नए नोटों पर मुद्रण का वर्ष 2015 अंकित किया जाएगा। इसके साथ ही इन नए नोटों पर आरबीआई के वर्तमान गवर्नर रघुराम राजन के हस्ताक्षर अंकित होंगे।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि इन नए नोटों में सामने की तरफ पहचान के निशान ज्यादा उभारे जाएंगे। लिखे गए नंबर तथा ब्लीड लाइन का आकार बड़ा होगा। इन सभी के माध्यम से नए नोटों की पहचान सरलता से की जा सकेगी।
इस विज्ञप्ति के माध्यम से आरबीआई ने यह साफ किया है कि ये नोट महात्मा गांधी सीरीज-2005 में जारी किए जाऐंगे। इसके साथ ही अन्य मानकों एवं डिजायन में सीरीज के पहले जारी समान मूल्य के नोटों जैसे ही होंगे।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि देश में जाली नोटो की बढ़ती संख्या तथा उनकी पहचान में आने वाली समस्याओं की वजह से आरबीआई ने यह कदम उठाया है। इसी के चलते इन नोटो में अक्षरों को पहले से और ज्यादा उभारकर बनाया जा रहा है।


बढ़ोतरी के बाद 4 महानगरों में पेट्रोल और डीजल के दाम
16 November 2015
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के महंगा होने के कारण देश में भी पेट्रोल के दाम में 36 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए जबकि डीजल 87 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। नयी दरें आज से लागू हों गई हैं।

इस बढ़ोतरी के बाद देश के 4 महानगरों में पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहेंगे-

पेट्रोल: कीमत रुपये प्रति लीटर में
मौजूदा कीमत - नयी कीमत - बढ़ोतरी

दिल्ली: 60.70 61.06 0.36
मुंबई: 67.77 68.13 0.36
कोलकाता: 66.11 66.39 0.28
चेन्नई: 61.02 61.38 0.36

डीजल: कीमत रुपये प्रति लीटर में

मौजूदा कीमत - नयी कीमत - बढ़ोतरी

दिल्ली: 45.93 46.80 0.87
मुंबई: 53.11 54.04 0.93
कोलकाता: 49.55 50.29 0.74
चेन्नई: 47.10 48.00 0.90
पेट्रोलियम उत्पादों का खुदरा काम करने वाली सरकारी कंपनियों ने 5 महीने में पेट्रोल का दाम पहली बार बढाया है जबकि डीजल के दाम में अक्टूबर के बाद यह तीसरी वृद्धि है। प्रमुख सार्वजनिक तेल कंपनी इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) के अनुसार नये दाम से लागू हो गए है। बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल 60.70 रुपये से बढ़कर 61.06 रुपये प्रति लीटर और डीजल 45.93 रुपये से बढ़कर 46.80 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
आईओसी ने एक बयान में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूदा भावों तथा रूपया-अमेरिका डॉलर विनियम दर के मद्देनजर यह दाम में इस बढ़ोतरी की जरूरत थी। इससे पहले 16 जुलाई को पेट्रोल के दाम में 32 पैसे बढोतरी की गई थी। उसके बाद से इसके दाम में चार बार कमी की गई।
वहीं डीजल के दाम में एक नवंबर को कोई बदलाव नहीं किया गया था लेकिन इससे पहले 16 अक्टूबर को इसमें 95 पैसे तथा एक अक्टूबर को 50 पैसे की बढोतरी की गई थी। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी आईओसी, भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम हर महीने की पहली व 16वीं तारीख को पेट्रोल व डीजल के दामों की समीक्षा करती हैं।।

समावेशी जरूरतों का वित्तपोषण करेगा ब्रिक्स बैंक: मोदी
16 November 2015
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत ब्रिक्स बैंक को विशेष रूप से उभरती अर्थव्यवस्थाओं की समावेशी व संवेदनशील जरूरतों का वित्तपोषण करने में मार्गदर्शन करेगा। ब्रिक्स के सदस्य देशों द्वारा गठित 50 अरब डॉलर के ब्रिक्स बैंक को विश्व बैंक के प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जा रहा है।
ब्रिक्स राष्ट्रों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) ने आज नव विकास बैंक (एनडीबी) की स्थापना तथा कठिन समय में सहायता के लिए गठित किये जा रहे 100 अरब डॉलर के नकदी के आरक्षित-कोष के गठन की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की। भारत जैसी विश्व की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक मंचों पर अब अब अपने लिए अधिक प्रभावी भूमिका चाहती हैं। यहां जी-20 की शिखर बैठक के दौरान अलग से ब्रिक्स की यह बैठक आयोजित की गई। समूह ने नव विकास बैंक की 50 अरब डॉलर की शुरुआती पूंजी के साथ स्थापना को लेकर हुई प्रगति की समीक्षा की।
ब्रिक्स देशों के नव विकास बैंक का मुख्यालय चीन में बनाया गया है और इस बैंक का पहला अध्यक्ष भारत है। मोदी ने ब्रिक्स बैठक में कहा कि भारत ब्रिक्स को बहुत महत्व देता है। हम एक जनवरी, 2016 से ब्रिक्स का चेयरमैन पाने को लेकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं। भारत की ब्रिक्स की अध्यक्षता की सोच है बिल्डिंग रेस्पांसिव, इन्कूसिव एण्ड कलेक्टिव सोल्यूसन संवेदनशील, समावेशी एवं सामूहिक समाधान का निर्माण। मोदी ने कहा कि बिल्डिंग रेस्पांसिव, इन्कूसिव एण्ड कलेक्टिव सोल्यूसन छोटा रूप ब्रिक्स ही बनता है, जो हमारे समूह के चरित्र को दर्शाता है।
मोदी के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा रौसेफ तथा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने पांच सदस्यीय ब्रिक्स द्वारा की गई प्रगति की जी-20 शिखर बैठक से पहले समीक्षा की। मोदी ने बैठक में कहा कि कभी ब्रिक्स पर सवालिया निशान लगाए जा रहे थे। इसकी क्षमता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हमने अपनी गतिविधियों से ब्रिक्स की तर्कसंगता तथा मूल्य पर प्रमाण दिया है। यह ऐसे समय हुआ है जबकि वैश्विक स्तर पर भारी चुनौतियां हैं।
ब्रिक्स देश इस बैंक को विश्व बैंक के विकल्प के रूप में देख रहे हैं। अगले कुछ साल में इसकी पूंजी बढ़ाकर 100 अरब डॉलर की जाएगी। रूस के शहर उफा में जुलाई में इस बैंक पर सहमति बनी थी। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व प्रमुख 67 वर्षीय के वी कामत शंघाई मुख्यालय वाले इस बैंक के पहले अध्यक्ष होंगे। बैंक की योजना पहला ऋण अप्रैल में देने की है। मोदी ने कहा कि नव विकास बैंक, मुद्रा भंडार व्यवस्था (सीआरए), ब्रिक्स आर्थिक सहयोग की रणनीति हमारी स्पष्ट सोच का प्रमाण है। हम मिलकर जी-20 को भी आकार दे सकते हैं।

रुपया 11 पैसे की कमजोरी के साथ 66.20/$ पर खुला
16 November 2015
मुंबई। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की कमजोरी के साथ 66.20/$ पर खुला है।
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया आज 11 पैसे की कमजोरी के साथ 66.20 पर खुला है। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को रुपये में अच्छी बढ़त देखने को मिली थी। डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे की बढ़त के साथ 0.25 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ था और कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबने 66.09 पर बंद हुआ था ।


पीएम मोदी के आर्थिक सुधारों का आईएमएफ ने किया मोटे तौर पर समर्थन
14 November 2015
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा कि वह भारत में आर्थिक सुधार की दिशा में एक के बाद एक उठाये गए विभिन्न कदमों का ‘मोटे तौर’ पर समर्थन करता है। इस वैश्विक वित्तीय संगठन का कहना है कि भारत का सुधार कार्यक्रम सही दिशा में चल रहा है।
आईएमएफ की प्रवक्ता जेरी राइस ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम मोदी सरकार द्वारा की गई सुधार संबंधी पहलों का मोटेतौर पर समर्थन करते हैं। राइस भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नियमों को उदार बनाने के लिए मोदी सरकार द्वारा इस सप्ताह उठाए गए कदमों से जुड़े सवालों का जवाब दे रही थीं।
राइस ने कहा, यह कदम सही दिशा में हैं। राइस ने कहा कि आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्द तुर्की में हो रहे जी-20 सम्मेलन में जाएंगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा तथा विश्व के अनेक नेता शामिल होंगे।

सेंसेक्स 256 अंक टूटा, दो माह के निचले स्तर पर
14 November 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को मुहूर्त कारोबार में कुछ संभलने के बाद आज फिर बिकवाली के दबाव में आ गया. खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकडों से उत्पन्न आशंकाओं तथा कमजोर वैश्विक संकेतों से सेंसेक्स 256.42 अंक टूटकर दो माह के निचले स्तर 25,610.53 अंक पर आ गया.
इस तरह पिछले सात सत्रों में सेंसेक्स छह बार नीचे आया है. जिंसों के दाम कई वर्षों के न्युनतम स्तर पर पहुंचने के बीच वैश्विक वृद्धि को लेकर चिंता और बढ गयी है. इससे एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजारों में आज भारी बिकवाली का दौर चला, हालांकि स्थानीय बाजार को सबसे अधिक झटका वृहद आर्थिक आंकडों से लगा. कल जारी सरकारी आंकडों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर सितंबर माह में 3.6 प्रतिशत पर आ गई जो चार माह का निचला स्तर है जबकि अक्तूबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढकर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गयी. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज लगातार नकारात्मक दायरे में बना रहा और एक समय 25,540.73 अंक के निचले स्तर तक आ गया.
अंत में सेंसेक्स 256.42 अंक या 0.99 प्रतिशत के नुकसान से 25,610.53 अंक पर बंद हुआ. यह इसका 11 सितंबर के बाद सबसे निचला स्तर है. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 22 गिरावट के साथ बंद हुए. बुधवार को दिवाली के दिन मुहूर्त कारोबार में सेंसेक्स 123.69 अंक चढा था. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 62.75 अंक या 0.80 प्रतिशत के नुकसान से 7,800 से नीचे 7,762.25 अंक पर बंद हुआ.
कारोबार के दौरान यह 7,730.90 से 7,775.10 अंक के दायरे में रहा. कल दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर शेयर बाजार बंद थे. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 654.71 अंक या 2.49 प्रतिशत तथा निफ्टी 192.05 अंक या 2.41 प्रतिशत नुकसान मो रहा है

बाजार का दिन का हाल

बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज 200 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में भी गिरावट जारी रही. सेंसेक्‍स 254 अंकों की गिरावट के साथ 25,612 अंक पर पहुंच गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 81 अंकों की गिरावट के साथ शुरुआती कारोबार में 7,744 अंक पर पहुंग या. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी जबर्दस्‍त गिरावट देखने को मिल रही है. मिडकैप के शेयर 146 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है, जबकि स्‍मॉलकैप के शेयरों में 88 अंकों की गिरावट दर्ज की जा रही है. मिडकैप के शेयर 10665 अंकों पर कारोबार कर रहा है. स्‍मॉलकैप के शेयर 11,123 अंक पर पहुंच गयी है. गुरुवार को ‘दिवाली बालीप्रतिपदा' के अवसर पर बाजार बंद था.
वहीं दीपावली के दिन एक घंटे के मुहूर्त कारोबार में सूचकांक 124 अंक चढ गया था. बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को 123.69 अंक यानी 0.48 प्रतिशत बढकर 25,866.95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 25,944.93 अंक और नीचे में 25,853.42 अंक तक गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 41.65 अंक यानी 0.54 प्रतिशत बढकर 7,825 अंक पर बंद हुआ. संवत वर्ष 2072 शुरू होने के अवसर पर 1745 से 1845 बजे तक के एक घंटे के मुहूर्त कारोबार में शुरुआत तेजी के साथ हुई.
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 200 अंक चढ गया था. जबकि एनएसई का निफ्टी भी 7,800 अंक से उपर निकल गया. अंतिम कुछ क्षणों में मुनाफा वसूली से सेंसेक्स की बढत 123.69 अंक रह गयी और यह 25,866.95 अंक तथा निफ्टी 41.65 अंक बढकर 7,825 अंक पर बंद हुआ. बढत पाने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, सन फार्मा, एल एण्ड टी, टाटा स्टील, भेल, कोल इंडिया, ल्युपिन, हिन्डाल्को, वेदांता लिमिटेड, टाटा मोटर्स, स्टेट बैंक और रिलायंस इंडस्टरीज शामिल रहे.

कॉल ड्रॉप मुआवजे की ट्राई ने की समीक्षा, बढ़ेगा 200 करोड़ का बोझ
14 November 2015
मुंबई। दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) एवं एसोसिएशन ऑफ यूनिफाइड टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ऑफ इंडिया (एयूएसपीआई) ने मीडिया रिपोर्टों के आधार पर ट्राई को चिट्ठी लिखकर कहा था कि कॉल ड्रॉप पर जुर्माने के इस प्रावधान से दूरसंचार कंपनियों को प्रतिवर्ष 10 हजार करोड़ से 54 हजार रुपये का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ सकता है।
दोनों संगठनों ने कहा था कि इस प्रावधान से कंपनियों एवं उपभोक्ताओं के बीच विवादों में बढ़ोतरी होगी तथा उपभोक्ताओं के भरोसे में भी कमी आएगी।लगातार कॉल ड्रॉप से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए इसके एवज में पैसे लौटाने के प्रावधान से दूरसंचार कंपनियों पर अधिकतम 200 करोड़ रुपये प्रति तिमाही का ही अतिरिक्त बोझ आएगा। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इन मीडिया रिपोर्टों को गलत बताया है कि इस प्रावधान से दूरसंचार कंपनियों पर 10 हजार करोड़ रुपये से 54 हजार करोड़ रुपये तक का बोझ आएगा।
ट्राई ने कहा कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के आंकड़ों के आधार पर उसने कॉल एवं कॉल ड्रॉप के आंकड़ों की विस्तृत छानबीन की है और उसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है कि ये रिपोर्ट अतिश्योक्तिपूर्ण एवं भ्रामक हैं। दूरसंचार नियामक ने कहा कि कॉल ड्रॉप के लिए किसी भी उपभोक्ता को प्रतिदिन अधिकतम तीन रुपये भुगतान किए जाने का प्रावधान है और इसके आधार पर दूरसंचार कंपनियों पर प्रति तिमाही अधिकतम 200 करोड़ रुपये का ही बोझ आएगा, जो इन कंपनियों के कुल राजस्व के एक प्रतिशत से भी कम है।
इस प्रावधान के बारे में तकनीकी दिक्कतें आने की बात पर ट्राई ने कहा कि दूरसंचार कंपनियों को इसके लिए तैयारी करने का पर्याप्त समय दिया गया है और वे इस समय में नए प्रावधान पर अमल करने की सारी तैयारियां पूरी कर सकती हैं। ट्राई ने रिपोर्टों में उपभोक्ताओं के बारे में जताए गए संदेह को भी अतिश्योक्ति करार दिया। उसने कहा कि इन रिपोर्टों में 50 फीसदी उपभोक्ताओं को बेईमान मानकर आशंका जताई गई थी कि अधिकांश उपभोक्ता प्रतिदिन तीन रुपये पाने के लिए जानबूझकर गलत दावा करेंगे।


वोडाफोन ने भारत में 13000 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया
13 November 2015
नयी दिल्ली। ब्रिटिश टेलिकॉम समूह वोडाफोन ने भारत में क्षमता वृद्धि और व्यापार में नई पहल के लिए कुल 13,000 करोड़ रुपये के निवेश का गुरुवार को वादा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में यहां ‘वोडाफोन ग्रुप पीएलसी’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विट्टोरियो कोलेवो ने भारत में निवेश करने के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत में वर्ष 2007 में अपना कामकाज शुरू करने बाद से वोडाफोन ने 1,11,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है और राजकोष में 1,00,000 करोड़ रूपये से अधिक का योगदान दिया है और आज देश में सबसे बड़ा एफडीआई निवेशक है। उन्होंने कहा कि वोडाफोन की तरफ से हम प्रधानमंत्री मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ के सपने से उत्साहित हैं। वोडाफोन इंडिया 18.8 करोड़ भारतीयों को सेवा प्रदान करता है जिसमें करीब 13 करोड़ लोग ग्रामीण इलाकों से ताल्लुक रखते हैं।

बीएसई में नए संवत वर्ष की शुरुआत तेजी के साथ हुई
13 November 2015
नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में बुधवार को दिवाली के अवसर पर नए संवत वर्ष 2072 की शुरुआत तेजी के साथ हुई और एक घंटे के मुहूर्त कारोबार में सूचकांक 124 अंक चढ़ गया.
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 123.69 अंक यानी 0.48 प्रतिशत बढ़कर 25,866.95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 25,944.93 अंक और नीचे में 25,853.42 अंक तक गया. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 41.65 अंक यानी 0.54 प्रतिशत बढ़कर 7,825 अंक पर बंद हुआ. देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह बढ़ने की उम्मीद में लिवाली का जोर रहा.
मंगलवार को समाप्त संवत वर्ष 2071 में सेंसेक्स में 1,043.97 अंक यानी 3.89 प्रतिशत और एनएसई के निफ्टी में 212.55 अंक यानी 2.65 अंक की गिरावट दर्ज की गई. संवत वर्ष 2072 शुरू होने के अवसर पर 1745 से 1845 बजे तक के एक घंटे के मुहूर्त कारोबार में शुरुआत तेजी के साथ हुई.
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 200 अंक चढ़ गया था. जबकि एनएसई का निफ्टी भी 7,800 अंक से ऊपर निकल गया. अंतिम कुछ क्षणों में मुनाफा वसूली से सेंसेक्स की बढ़त 123.69 अंक रह गई और यह 25,866.95 अंक तथा निफ्टी 41.65 अंक बढ़कर 7,825 अंक पर बंद हुआ.
बढ़त पाने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, सन फार्मा, एल एण्ड टी, टाटा स्टील, भेल, कोल इंडिया, ल्युपिन, हिन्डाल्को, वेदांता लिमिटेड, टाटा मोटर्स, स्टेट बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल रहे.

स्नैपडील पर पांच मिनट में बिकीं 60,000 मैगी किट्स
13 November 2015
मुंबई। ई-कामर्स प्लेटफार्म स्नैपडील पर मैगी की 60,000 वेल्कम किट्स की मात्र पांच मिटन में बिक गईं. इससे पहले स्नैपडील ने इसी सप्ताह घोषणा की थी कि वह नेस्ले के मैगी नूडल्स की बिक्री एक विशिष्ट ‘फ्लैश सेल माडल’ के जरिये करेगी. नूडल्स ब्रांड की करीब पांच माह बाद वापसी हो रही है.
नेस्ले के लोकप्रिय 2 मिनट इंस्टैंट नूडल्स ब्रांड मैगी की बिक्री पर उसमें सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक पाए जाने के बाद प्रतिबंध लगा दिया गया था.
मैगी की वेल्कम किट :(2 पैकेज मैगी, 2016 का मैगी कलेंडर, मैगी फ्रिंज मैग्नेट, मैगी पोस्टकार्ड और वेल्कम बैक का पत्र) के लिए पंजीकरण 9 नवंबर को शुरू हुआ था, लेकिन इसकी स्नैपडील पर बिक्री गुरूवार से शुरू हुई.
स्नैपडील के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (भागीदारी एवं रणनीतिक पहल) टोनी नवीन ने कहा, ‘स्नैपडील ने मैगी वेल्कम किट के पहले 60,000 के बैच की बिक्री मात्र पांच मिनट में पूरी कर ली. भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय ब्रांडों में से एक का काफी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था. देशभर से उपभोक्ताओं ने इसको लेकर काफी उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया दिखाई.’


सेंसेक्स 100 अंक गिरा, निफ्टी 7880 के आसपास
10 November 2015
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई तेज गिरावट का असर घरेलू बाजारों पर साफ देखने को मिल रहा है। सोमवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार 1 फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं। वहीं एशियाई बाजारों में 0.5-1.5 फीसदी की कमजोरी नजर आ रही है। वैश्विक स्तरों पर आई इस गिरावट के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में भी 0.5-0.5 फीसदी तक की कमजोरी दिखी है।
मिडकैप शेयरों में भी बिकवाली आई है, लेकिन स्मॉलकैप शेयरों में थोड़ी खरीदारी नजर आ रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.2 फीसदी गिरकर 13,050 के आसपास नजर आ रहा है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.2 फीसदी बढ़कर 11,160 के स्तर पर पहुंच गया है।
मेटल, ऑयल एंड गैस, आईटी, बैंकिंग और एफएमसीजी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव नजर आ रहा है। बीएसई के मेटल, ऑयल एंड गैस, आईटी, बैंकिंग और एफएमसीजी इंडेक्स में 0.9-0.25 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 16,920 के नीचे आ गया है। हालांकि कंज्यूमर ड्युरेबल्स शेयरों में खरीदारी का माहौल है। बीएसई के कंज्यूमर ड्युरेबल्स इंडेक्स में 1.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 122 अंक यानि 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 25,999 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 43 अंक यानि 0.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 7,872 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान ओएनजीसी, हिंडाल्को, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक, अंबुजा सीमेंट, इंफोसिस और टाटा स्टील जैसे दिग्गज शेयरों में 2.7-0.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि टाटा पावर, मारुति सुजुकी, सन फार्मा, बीपीसीएल, पीएनबी, एक्सिस बैंक और विप्रो जैसे दिग्गज शेयरों में 2-0.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।

धनतेरस पर फीका आभूषण कारोबार, सिक्कों में आई बहार
10 November 2015
नई दिल्ली। मंदी का असर इस बार धनतेरस पर साफ तौर पर देखने को मिला। पिछले पांच सालों में सोना सबसे सस्ता होने के बावजूद आभूषणों का कारोबार मंदा रहा। आभूषण विके्रताओं की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुटी तो लेकिन सस्ती और कम कीमत वाले आभूषण और सिक्के खरीद कर महज त्योहारी शगुन की पूर्ति की। इस धनतेरस पर सबसे ज्यादा चांदी के सिक्कों की बिक्री देखने को मिली।
सिल्वर इंपोरियम के प्रबंध निदेशक कांतिलाल मेहता ने कहा कि इस बार बाजार में कुल कारोबार में करीबन 50 फीसदी तक की गिरावट देखी जा रही है हालांकि चांदी के सिक्कों और बार की मांग पिछले साल की अपेक्षा दोगुनी है। वह कहते हैं कि जब लोगों के पास पैसा होता है तो लोग महंगी चीजें खरीदते हैं लेकिन जब पैसा नहीं होता है तो चांदी के सिक्कों से शगुन कर लेते हैं। दिल्ली बुलियन ऐंड ज्वैलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल कुमार गोयल ने कहा कि इस साल दीवाली पर आभूषण का कारोबार कम हुआ है। लेकिन धनतरेस पर सिक्कों की बिक्री बढऩे की उम्मीद है। दिल्ली बुलियन मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीकृष्ण गोयल ने कहा कि इस बार सिक्कों की बिक्री 25 फीसदी तक बढ़ी है।
हालांकि आभूषण विक्रेताओं की सबसे बड़ी संस्था को भरोसा है कि इस दीवाली कारोबार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा होगा। इंडियन बुलियन ऐंड ज्वैलरी एसोसिएशन लिमिडेट के अध्यक्ष मोहित कंबोज कहते हैं कि बिक्री के सही आंकड़े आने में तो समय लगेगा लेकिन देश के अलग अलग हिस्सों से मिल रही जानकारी के मुताबिक कहा जा सकता है कि पिछली दीवाली की अपेक्षा इस बार कारोबार बेहतर होगा।

दिवाली के मौके पर आज से बाज़ारों में मैगी की वापसी
10 November 2015
मुंबई। मैगी लवर्स के लिए धनतेरस का दिन खास तोहफा लेकर आया है. आज से बाज़ारों में एक बार फिर से नेस्ले मेगी आप सबको मिलेगी. इसके साथ ही मैगी की बिक्री को फिर से जमाने के लिए कंपनी ने ऑनलाइन कंपनी स्नैपडील के साथ भी साझेदारी की है.
चंद रोज़ पहले बंबई हाई कोर्ट ने मैगी नूडल्स को जो जांच करवाने के लिए कहा था, वह मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में पूरी हो चुकी है और उत्पाद को इसी महीने बाजार में पुन: लाने की अनुमति भी मिल गई है.
कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा है, "बंबई हाई कोर्ट ने नये बने मैगी नूडल्स की जांच के लिए जिन जांचों के आदेश दिए थे, उसे सभी तीनों प्रयोगशालाओं (नेशनल एक्रीडिएशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग कैलिबरेशन लेबोरेटरीज) में पूरे कर लिए गए हैं और उनके परिणाम आ चुके हैं."
कंपनी ने अपने बयान में कहा है, "मैगी नूडल्स मसाला के सभी नमूने जांच में सफल रहे हैं और उनमें सीसा (लेड) की मात्रा तय सीमा से कम पाई गई है."
बयान के मुताबिक, "हम मैगी नूडल्स मसाला को सोमवार से बाजार में फिर से ला रहे हैं. हम उन राज्यों में भी काम करेंगे, जहां मंजूरी लेने की जरूरत है या विशिष्ट निर्देश की आवश्यकता है."


अरुंधति भट्टाचार्य बनीं सबसे ताकतवर कारोबारी महिला
09 November 2015
नयी दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य भारत की ताकतवर कारोबारी महिलाओं की सूची में शीर्ष पर कायम हैं। यह सूची फॉर्च्यून इंडिया ने जारी की है। इस सूची में आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोचर दूसरे व एक्सिस बैंक की शिखा शर्मा तीसरे स्थान पर हैं।
इसके अलावा एचपीसीएल की चेयरपर्सन व प्रबंध निदेशक निशी वासुदेव चौथे पायदान पर हैं। वहीं एजेडबी एंड पार्टनर्स की सह संस्थापक जिया मोदी व कैपजैमिनी की मुख्य कार्यकारी अरुणा जयंती संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर हैं।

यह है सूची

1. अरुंधति भट्टाचार्य
2. चंदा कोचर
3. शिखा शर्मा
4. निशी वासुदेव
5. जिया मोदी,अरुणा जयंती

सरकार की स्वर्ण योजनाओं को उद्योग जगत ने सराहा
09 November 2015
नई दिल्ली। सरकार की ओर से हाल में शुरू की गई तीन स्वर्ण योजनाओं से इस बहुमूल्य धातु के उत्पादक इस्तेमाल में मदद मिलेगी और बुलियन आयात में कमी आएगी। विश्लेषकों और उद्योग के खिलाड़ियों ने यह बात कही।
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े आईसीआईसीआई बैंक ने कहा कि ये योजनाएं 800 अरब डॉलर के सोने को बाजार में लाने और उसका विकास में इस्तेमाल करने की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण साबित होंगी।
आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर ने कहा, 'सावरेन स्वर्ण बॉन्ड योजना एक प्रभावी वित्तीय उत्पाद है और साथ ही यह लोगों को सोना खरीदने में जो लाभ मिलता है वह इसमें भी मिलेगा। इससे परिवारों की बचत को सोने की खरीद के परंपरागत रूप से अधिक उत्पादक रूप में संतुलित करने में मदद मिलेगी।'
स्वर्ण मौद्रिकरण योजना के बारे में कोचर ने कहा कि इससे ऐसे परिवारों के लिए आय का नया स्रोत पैदा होगा, जिनके लिए अभी तक सोना निष्क्रिय निवेश रहा है, जिस पर कोई रिटर्न नहीं मिलता।
सोने की रिसाइक्लिंग शोधन कारोबार क्षेत्र की एकमात्र निजी क्षेत्र की कंपनी मुथूट पप्पाचान ग्रुप ने कहा कि इस योजना का अच्छा हिस्सा यह है कि इससे उपभोक्ताओं के लिए गोल्ड लोन लेने की प्रक्रिया सुगम होगी, जो बॉन्ड को डीमैट फॉर्मेट में भी बदल सकते हैं। मुथूट पप्पाचान ग्रुप के निदेशक थॉमस जॉर्ज ने कहा कि इससे उपभोक्ताओं को बॉन्ड पर ब्याज के रूप में एक अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध होगा।

बिहार के रिजल्ट से शेयर बाजार मायूस, शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट
09 November 2015
मुंबई। बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए की हार का असर शेयर बाजार पर भी पड़ा है। सोमवार को देश के प्रमुख शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख बना हुआ है।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.36 बजे 446.82 अंकों की गिरावट के साथ 25,818.42 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 135.95 अंकों की गिरावट के साथ 25,818.42 पर कारोबार करते देखे गए।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 456.24 अंकों की गिरावट के साथ 25,809.00 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 166.05 अंकों की गिरावट के साथ 7,788.25 पर खुला।


सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई
07 November 2015
नयी दिल्ली। सरकार ने बजट लक्ष्यों को पूरा करने को लेकर अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लिए शुक्रवार रात पेट्रोल पर 1.6 रूपये प्रति लीटर और डीजल पर 40 पैसे प्रति लीटर ‘एक्साइज ड्यूटी’ बढ़ा दी। सीबीईसी अधिसूचना के अनुसार गैर ब्रांडेड या सामान्य पेट्रोल पर बेसिक एक्साइज ड्यूटी 5.46 रूपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 7.06 रूपये प्रति लीटर कर दी गई है।
अतिरिक्त और विशेष एक्साइज ड्यूटी को शामिल करने के बाद पेट्रोल पर कुल लेवी 19.06 रूपये प्रति लीटर हो जाएगी जो वर्तमान में 17.46 रूपये प्रति लीटर थी। इसी तरह, गैर ब्रांडेड या सामान्य डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 4.26 रूपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 4.66 रूपये प्रति लीटर कर दी गई है।
ब्रांडेड पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 6.64 रूपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 8.24 रूपये प्रति लीटर कर दी गई है। विशेष और अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी पहले की तरह ही 12 रूपये प्रति लीटर रहेगी। ब्रांडेड डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 6.62 रूपये से बढ़ाकर 7.02 रूपये प्रति लीटर कर दी गई है।

नेपाल-चीन के बीच होंगे 7 नए व्यापार मार्ग
07 November 2015
नई दिल्ली। चीन ने जरूरी वस्तुएं नेपाल पहुंचाने के लिए 7 सीमा व्यापार मार्ग और खोलने पर सहमति जताई है। नेपाल में नए संविधान को लेकर मधेशी समुदाय के विरोध-प्रदर्शन के चलते भारत से लगे व्यापार मार्गों पर नाकेबंदी के कारण जरूरी वस्तुओं की आवाजाही में समस्या बनी हुई है। व्यापार और सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को सरल बनाने के मुद्दे पर नेपाल और चीन के सीमा शुल्क अधिकारियों की सालाना बैठक 20 सूत्री समझौते पर हस्ताक्षर के साथ संपन्न हुई।
नेपाली अधिकारियों द्वारा जारी बयान के अनुसार 28वीं सीमा शुल्क अधिकारियों की बैठक में उन बड़े सीमा शुल्क मार्गों को फिर से परिचालन में लाने का निर्णय किया गया है जो अप्रैल एवं मई में आए भीषण भूकंप के कारण बाधित हो गए थे। तीन दिन चली बैठक में दोनों पक्ष नेपाल और तिब्बत के बीच दो प्रमुख सीमा शुल्क मार्ग तातोपानी तथा रासुवागाधी-करंग को प्रभावी तरीके से परिचालन में लाने पर सहमति जताई। इससे पहले, दोनों पक्षों ने ईंधन आपूर्ति को लेकर समझौते किए थे।
नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सीमा शुल्क विभाग के उप महानिदेशक दामोदन रेगामी ने किया वहीं चीनी पक्ष का नेतृत्व ल्हासा सीमा शुल्क कार्यालय में उप निदेशक लांग चेंगवेई ने किया। दोनों पक्ष 'दो प्रमुख कारोबारी मार्गों से नेपाल और तिब्बत के बीच तेजी से कारोबार' और 'भारत और नेपाल के बीच 7 अन्य नए कारोबारी मार्ग खोलने' पर सहमति बनी है। मौजूदा कारोबारी मार्गों के उन्नयन में चीन की सरकार सभी जरूरी मदद देगी।
नया संविधान लागू होने के बाद भारतीय मूल के मधेशी लोगोंं द्वारा भारत से होने वाली सीमाओं पर व्यवधान पहुंचाने को देखते हुए यह समझौता हुआ है। मधेशियों के विरोध प्रदर्शन के कारण भारत से होने वाली आपूर्ति और कारोबार ठप पड़ गया है, जिससे पेट्रोल और रसोई गैस सहित नेपाल में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर असर पड़ा है। हालांकि भारत ने इस बात से इनकार किया है कि उसकी तरफ से कोई रोक लगाई गई है।

बाजार में गिरावट तीसरे दिन भी जारी, सेंसेक्स 39 अंक नीचे
07 November 2015
मुंबई। बाजार में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट जारी रही और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 39 अंक घटकर एक महीने के निम्न स्तर 26,265.24 अंक पर बंद हुआ। बिहार चुनाव के नतीजे आने से पहले यह गिरावट दर्ज की गयी है। चुनाव परिणाम रविवार को आएगा। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रूख के साथ पिछले 10 कारोबारी सत्र में यह लगातार नौवीं गिरावट है। कारोबारियों के अनुसार टाटा स्टील और बैंक आफ बड़ौदा समेत प्रमुख कंपनियों की आय निराशाजनक रहने से भी बिकवाली दबाव बढ़ा।
डालर के मुकाबले रुपये के 65.76 पर पहुंचने से भी धारणा प्रभावित हुई। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में कमजोर खुला लेकिन बाद में इसमें तेजी आयी लेकिन अंत में मुनाफावसूली के कारण 38.96 अंक या 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,265.24 अंक पर बंद हुआ। एक अक्तूबर के बाद यह सेंसेक्स का न्यूनतम स्तर है। लगातार तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 325.35 अंक नीचे आ चुका है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी शुरू में 8,002.65 अंक पर चला गया था लेकिन अंत में 1.15 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,954.30 अंक पर बंद हुआ। पूरे सफ्ताह के दौरान सेंसेक्स 391.59 अंक या 1.46 प्रतिशत तथा एनएसई निफ्टी 111.50 अंक या 1.38 प्रतिशत नीचे आया। यह लगातार दूसरा सफ्ताह है जब बाजार में गिरावट दर्ज की गयी। बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के कोष प्रबंधक :इक्विटी: श्रेयस देवाल्कर ने कहा, ``कारोबार में काफी उतार-चढ़ाव रहा। मानक सूचकांक सकारात्मक और नकारात्मक दायरे में घूमते रहे। कल के एक्जिट पोल से बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा....।'' औषधि कंपनी डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज के इस बयान के बाद कि उसे यूएसएफडीए से गुणवत्ता नियंत्रण को लेकर चेतावनी मिली है, उसका शेयर 14.65 प्रतिशत नीचे आया। टाटा स्टील का शेयर भी 2.44 प्रतिशत नीचे आया। कंपनी का कल घोषित वित्तीय परिणाम निवेशकों को प्रभावित करने में विफल रहा। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 22 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं दूसरी तरफ एसबीआई के शेयर में करीब 3.86 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गयी। देश के सबसे बड़े बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ जुलाई-सितंबर, 2015 तिमाही में 25 प्रतिशत बढ़ा। जिन अन्य शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उसमें गेल, वेदांता लि., टाटा मोटर्स, सन फार्मा, भेल तथा आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में 18 नुकसान में जबकि 12 लाभ में रहे। वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में मिला-जुला रूख रहा। चीन तथा जापान के शेयरों में तेजी रही जबकि हांगकांग, सिंगापुर तथा दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट का रूख रहा। यूरोपीय बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में कमजोर रूख रहा। निवेशकों की नजर अमेरिका में रोजगार रिपोर्ट पर है जिससे यह पता चलेगा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ब्याज दर के मामले में क्या कदम होगा।


शेयर बाजार में उछाल, निफ्टी पहुंचा 8000 के करीब
06 November 2015
नई दिल्ली। कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बावजूद घरेलू बाजारों में बढ़त के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी में 0.5 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मजबूती के इस माहौल में सेंसेक्स 26,400 के पार निकल गया है तो निफ्टी 8000 के बेहद करीब नजर आ रहा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.3 फीसदी बढ़कर 13,115 के स्तर पर नजर आ रहा है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ 11,160 के स्तर पर पहुंच गया है।
कंज्यूमर ड्युरेबल्स, आईटी, फार्मा और पावर शेयरों में खरीदारी से बाजार में बढ़त आई है। बीएसई के कंज्यूमर ड्युरेबल्स, आईटी, फार्मा और पावर इंडेक्स में 0.75 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी करीब 0.5 फीसदी बढ़कर 17,070 के करीब पहुंच गया है। हालांकि मेटल और ऑटो शेयरों में थोड़ी बिकवाली देखने को मिल रही है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 110 अंक यानि करीब 0.5 फीसदी बढ़कर 26,414 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 38 अंक यानि 0.5 फीसदी की मजबूती के साथ 7,993.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बाजार में कारोबार के इस दौरान सिप्ला, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी, इंफोसिस और बजाज ऑटो जैसे दिग्गज शेयरों में 2.1-1 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि बैंक ऑफ बड़ौदा, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, वेदांता, बीएचईएल और भारती एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों में 6-0.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
मिडकैप शेयरों में सेंट्रल बैंक, एफएजी बियरिंग्स, ईक्लर्क्स सर्विसेज, ऑलकार्गो और इक्रा सबसे ज्यादा 5-2.7 फीसदी तक बढ़े हैं। स्मॉलकैप शेयरों में नॉर्थ ईस्टर्न, पटेल इंजीनियरिंग, डिसा इंडिया, रोलाटेनर्स और टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा 17.2-4.5 फीसदी तक उछले हैं।

सरकार ने रबी दलहन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 325 रुपये कुंतल बढ़ाया
06 November 2015
नई दिल्ली। देश में दाल दलहनों की कीमत में तेजी कीमत को देखते हुए केन्द्र सरकार ने चालू रबी सत्र में दलहन की खेती को प्रोत्साहित करने और इसके लिए आयात पर निर्भरता कम करने के लिए मसूर और चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 325 रुपये प्रति कुंतल की बड़ी वृद्धि की है। इसमें 75 रुपये प्रति कुंतल का बोनस भी शामिल है।
इन दलहनों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 250 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि के अलावा आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने इन पर 75 रुपये प्रति कुंतल का बोनस देने की भी मंजूरी दी है। बोनस को मिलाकर 2015-16 के रबी सत्र में चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,500 रुपये प्रति कुंतल तथा मसूर का 3,400 रुपये प्रति कुंतल होगा। एमएसपी में भारी वृद्धि के बावजूद इन दलहनों का समर्थन मूल्य खुले बाजार की कीमत से काफी कम है।
रबी सत्र 2015-16 के लिए इस सीजन की मुख्य फसल गेहूं का एमएसपी 75 रुपये बढ़ाकर 1,525 रुपये कुंतल किया गया है जबकि तिलहन के एमएसपी में 250 रुपये कुंतल की वृद्धि की गई है। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने सीसीईए की बैठक के बाद कहा, सीसीईए ने 2015.16 सत्र के रबी फसलों के वृद्धि को मंजूरी दी है जिनका विपणन वर्ष 2016.17 में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि छह रबी फसलों.. गेहूं, जौ, चना, मसूर, रेपसीड, सरसों और सूरजमुखी बीज के एमएसपी को बढ़ाया गया है। इकाई कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने इस बाबत सिफारिश की थी।
दलहनों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए सीसीईए ने वर्ष 2015.16 के लिए मसूर और चना के न्यूनतम समर्थन मूल्य 250-250 रुपये बढ़ाकर क्रमश: 3,325 रुपये प्रति कुंतल और 3,425 रुपये प्रति कुंतल किया है। गोयल ने कहा कि चना और मसूर के एमएसपी को करीब आठ प्रतिशत बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा, सीएसीपी की सिफारिशों से ऊपर केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज चना और मसूर के मामले में 75 रुपये प्रति कुंतल का अतिरिक्त बोनस देने का फैसला किया है। इससे किसानों को कुछ राहत मिलेगी। गेहूं के एमएसपी को 75 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर रबी सत्र 2015.16 के लिए 1,525 रुपये किया गया है जो पिछले वर्ष के समान सत्र में 1,450 रुपये प्रति कुंतल था।
इसी प्रकार जौ के एमएसपी को 75 रुपये बढ़ाकर 1,225 रुपये कुंतल किया गया है जो पहले 1,150 रुपये क्विंटल था। रबी फसलों की बुवाई का काम अक्तूबर में शुरू होता है और कटाई का काम अप्रैल के बाद शुरू होता है।
तिलहनों की खेती को प्रोत्साहित करने तथा खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता को खत्म करने के लिए सीसीईए ने वर्ष 2015-16 के लिए रैपसीड सरसों के एमएसपी को 250 रुपये बढ़ाकर क्रमश: 3,350 रुपये कुंतल किया है जो वर्ष भर पूर्व की समान अवधि में 3,100 रुपये कुंतल था।

राजनीति को विकास से जोड़ने से भारत को हो रहा नुकसान : पीएम
06 November 2015
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि राजनीति को विकास से जोड़ना भारत की वृद्धि में सबसे बड़ी अड़चन रहा है। देश की आर्थिक वृद्धि में बुनियादी ढांचे की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि लगातार प्रयास के जरिए चार लाख करोड़ रुपये की अटकी पड़ी परियोजनाओं पर काम चालू किया जा चुका है।
मोदी ने कहा, ‘आज के युग में विकास के लिए ढांचागत पहली प्राथमिकता है। चाहे वह बिजली हो, पानी हो, सड़क हो जहां कहीं भी ढांचागत सुविधाएं पहुंचती हैं, विकास में तेजी आती है और लोगों के जीवन की गुणवत्ता में एक बड़ा बदलाव आता है। लेकिन, हमारे देश में ज्यादातर समय सरकार असमंजस में रहती हैं। उन्हें लगता है कि यदि कोई मतदाता को इससे लाभ होता है तो चुनावों में इसका फायदा मिलेगा। लेकिन यदि सड़कें बनाई जाती हैं तो लोगों को लगता है कि उसमें क्या है. यह सरकार का काम है मेरा क्या हुआ। और यह असमंजस की स्थिति हमारे देश में सालों से है और शायद यह देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा है।’
मोदी ने हरियाणा के सोनीपत में आज तीन बड़ी राजमार्ग परियोजनाओं..वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तथा दिल्ली के मुकरबा चौक से पानीपत तक आठ लेन वाली राजमार्ग परियोजना की आधारशिला रखने के बाद यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा के लिए 32,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को राज्य में मंजूरी दी गयी है। मोदी ने कहा, ‘बुनियादी ढांचा देश के विकास में अहम भूमिका निभाता है चार लाख करोड़ रुपये की लंबित परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के संदर्भ में पिछले पांच-छह महीनों के दौरान मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये बैठकें की गयी।’
उन्होंने कहा, ‘60 साल के दौरान किसी ने भी यह कल्पना नहीं की होगी कि देश में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की अगुवाई में राजमार्ग का निर्माण इतनी से तेजी से होगा।’ उन्होंने साथ में यह भी कहा कि गडकरी के मंत्रालय की परियोजनाओं में भारतमाला, सागरमाला और सेतु भारतम शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरिया का उदाहरण देते हुए कहा कि राजमार्ग का नेटवर्क आधुनिक कोरिया का आधार है और सरकार इस बात पर जोर देगी कि देश में राजमार्ग का व्यापक नेटवर्क तैयार किया जाए। इसमें 123 जिलों को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ना शामिल है जो आजादी के छह दशक बाद भी विकास से वंचित हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेतु भारतम के तहत संपर्क के लिये 375 पुलों की जरूरत है क्योंकि परियोजना का मकसद पुलों के जरिये महत्वपूर्ण संपर्क उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ सागरमाला तटवर्ती शहरों में बंदरगाह आधारित विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाएगा। तटवर्ती व्यापार भी देश की आर्थिक वृद्धि में अहम भूमिका निभाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने रेलवे को आधुनिक बनाने के लिए भी कई कदम उठाये हैं, इसमें मौजूदा रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण एवं विस्तार जैसे उपाय भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आधुनिक भारत में 18,000 गांव अभी बिजली कनेक्शन से वंचित हैं और 21वीं सदी में भी वहां बिजली के खंभे या तार नहीं है लेकिन सरकार इस दिशा में भी काम करने को प्रतिबद्ध है।
मोदी ने कहा, ‘सरकार 2022 तक हर गांवों को सातों दिन 24 घंटे बिजली देने को प्रतिबद्ध है और यह कोई सामान्य कार्य नहीं है।’ उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक युग राजमार्ग के साथ आई-वेज..‘इनफार्मेशन वेज’ भी है। उन्होंने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी का अभाव नहीं होगा और आप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाये जाएंगे। इस मौके पर हरियाणा और पंजाब के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा नितिन गडकरी और कई अन्य केंद्रीय मंत्री मौजूद थे।


PM मोदी आज पेश करेंगे ‘भारत स्वर्ण मुद्रा’ योजना
05 November 2015
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अशोक चक्र के चिन्ह वाली देश की पहली ‘भारत स्वर्ण मुद्रा’ समेत सोने में निवेश संबंधी तीन योजनाएं पेश करेंगे। अन्य दो योजनाएं स्वर्ण मौद्रिकरण योजना (जीएमएस) तथा सावरेन स्वर्ण बांड योजना हैं। वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि शुरुआत में भारत स्वर्ण मुद्रा 5 और 10 ग्राम में उपलब्ध होंगे। 20 ग्राम की बट्टी उपलब्ध होगी। बयान में कहा गया है कि एमएमटीसी के आउटलेट्स के जरिये 5 ग्राम के 15,000 सिक्के, 10 ग्राम के 20,000 सिक्के तथा 3,750 स्वर्ण बट्टियां उपलब्ध होंगी।
भारत स्वर्ण मुद्रा कई दृष्टिकोण से विशिष्ट होगी। इसमें इसके नकल रोधक आधुनिक खूबियां और छेड़छाड़ न की जा सकने वाली पैकेजिंग होगी। इन सिक्कों का वितरण एमएमटीसी के अधिकृत और मान्यता प्राप्त आउटलेट्स के जरिये किया जाएगा। दूसरी योजना जीएमएस मौजूदा स्वर्ण जमा योजना, 1999 का स्थान लेगी। हालांकि स्वर्ण जमा योजना के तहत बकाया जमा को उसकी परिपक्वता अवधि तक चलाने की अनुमति होगी। सरकार ने सितंबर में जीएमएस को मंजूरी दी थी। इसका मकसद बेकार पड़े 5,40,000 करोड़ रुपये के 20,000 टन सोने के एक हिस्से को बैंकिंग प्रणाली में लाना है।
सरकार का इरादा पीली धातु के विकल्प के रूप में सॉवरेन स्वर्ण बांड भी जारी करने का है। वित्त मंत्री अरण जेटली ने 2015-16 के बजट भाषण में भारत स्वर्ण मुद्रा जारी करने तथा स्वर्ण मौद्रिकरण तथा बांड योजना की घोषणा की थी। बयान में कहा गया है कि निवासी भारतीय (व्यक्तिगत, एचयूएफ, ट्रस्ट जिसमें सेबी ) म्यूचुअल फंड (नियमन एवं कंपनीज के तहत पंजीकृत म्यूचुअल फंड और एक्सचेंज शामिल हैं) इस योजना के तहत जमा कर सकेंगे। इसमें 995 शुद्धता वाला न्यूनतम 30 ग्राम सोने के बराबर सोने की बट्टी, सिक्का या आभूषण जमा कराया जा सकेगा।
इसके बैंक घोषित किये जाएंगे और ये जमाएं 1-3 वर्ष 5-7 वर्ष और 12-15 वर्ष के लिए होंगी। सावरेन स्वर्ण बांड के बारे में बयान में कहा गया है कि रिजर्व बैंक ने सरकार के साथ विचार विमर्श में इस तरह का उत्पाद 2.75 प्रतिशत की ब्याज दर के साथ जारी करने का फैसला किया है। बांड के लिए आवेदन 5 से 20 नवंबर के बीच स्वीकार किए जाएंगे। बांड 26 नवंबर को जारी किए जाएंगे। बांडों की बिक्री बैंकों और नामित डाकघरों के जरिये की जाएगी।
स्वर्ण बांड योजना के तहत निवेशकों को दो ग्राम सोने से अधिकतम 500 ग्राम सोने तक के बराबर बांड खरीदने का विकल्प हागा। यह पहले चरण की स्वर्ण बांड योजना है और इसके आगे के चरणों को बाद में अधिसूचित किया जाएगा। इस बांड की अवधि आठ साल की होगी और पांचवें साल से इसमें बाहर निकलने का विकल्प उपलब्ध होगा।

सोने की कीमत एक महीने के निचले स्तर पर, चांदी भी टूटी
05 November 2015
नई दिल्ली। आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की सुस्त मांग के बीच कमजोर होते वैश्विक रुख के अनुरूप राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में सोने में बुधवार को लगातार छठे दिन गिरावट रही। सोना 270 रुपये घटकर एक माह के निम्न स्तर 26,430 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं के कमजोर उठाव से चांदी की कीमत भी 180 रुपये घटकर 36,070 रुपये प्रति किग्रा रह गई। बाजार सूत्रों ने सोने की कीमतों में लगातार गिरावट का कारण वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख को दिया। अमेरिका के केंद्रीय बैंक की पिछली बैठक के बाद फेडरल बैंक प्रमुख के भाषण से पहले अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की संभावना के कारण वैश्विक बाजार में कमजोरी का रुख कायम हो गया।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में मंगलवार के कारोबार में सोने का भाव 1.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,117.20 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी का भाव 0.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15.26 डॉलर प्रति औंस रह गया।

शेयर बाजारों के शुरूआती कारोबार में गिरावट
05 November 2015
मुंबई। देश के प्रमुख शेयर बाजारों के शुरूआती कारोबार में गुरूवार को गिरावट का रूख देखा गया। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 10.02 बजे 89.96 अंकों की गिरावट के साथ 26,462.96 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 30.55 अंकों की गिरावट के साथ 8,009.65 पर कारोबार करते देखे गए।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 4.88 अंकों की तेजी के साथ 26,557.80 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 9.85 अंकों की गिरावट के साथ 8,030.35 पर खुला।


मुठभेड़ में तीन माओवादी मारे गए: पुलिस
04 November 2015
नई दिल्ली। शेयर बाजार ने हफ्ते के तीसरे दिन बुधवार के कारोबार में तेजी के साथ शुरुआत की है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब आधे फीसदी से ज्यादा की बढ़त बना ली है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 128 अंकों या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 26,718 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 27 अंकों या 0.35 फीसदी की तेजी के साथ 8,089 पर कारोबार कर रहे है.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 113.43 अंकों की तेजी के साथ 26,704.02 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 44.20 अंकों की तेजी के साथ 8,104.90 पर खुला.
गौरतलब है कि भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार के कारोबार में लगातार छह सत्रों से चलने वाली गिरावट थमी. इसके चलते प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स कारोबारी सत्र के अंत में 32 अंकों की तेजी के साथ 26,591 पर और निफ्टी 10 अंकों की तेजी के साथ 8,061 पर बंद हए थे.

दिवाली बोनांजा: स्नैपडील पर बिकेगा मकान
04 November 2015
नई दिल्ली। ऑनलाइन बाजार स्थल स्नैपडील ने मंगलवार को एक होम शॉपिंग फेस्टिवल शुरू किया जिसमें प्रमुख शहरों में 200 से अधिक परियोजनाओं में फ्लैट्स की खरीद पर छूट की पेशकश की जा रही है। आनलाइन दिवाली होम बाइंग फेस्ट 3 से 9 नवंबर तक चलेगा।
स्नैपडील ने एक बयान में कहा कि ग्राहक इस पेशकश में विशेष लाभ उठा सकते हैं जिसमें आधार बिक्री मूल्य पर 500 रुपये प्रति वर्ग फुट तक की बचत की जा सकती है। इसके अलावा, एक लाख रुपये मूल्य के आभूषण, कार पार्क आरक्षण शुल्क माफी, नि:शुल्क माड्युलर किचेन और बेडरूम में एसी जैसी पेशकश की जा रही है।
कंपनी के दिवाली होम बाइंग फेस्ट में गोदरेज प्रापर्टीज, ब्रिगेड, महिन्द्रा लाइफस्पेस, आईआरईओ, अर्थ, रैमकी एस्टेटस, सेंट्रल पार्क, सनटेक रीयल्टी, रस्तमजी, लवासा, निर्मल लाइफस्टाइल, अजनारा, महागुन जैसे डेवलपर्स अपनी परियोजनाओं की पेशकश कर रहे हैं।

दाल की कीमतों में कमी आई: अरुण जेटली
04 November 2015
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में दाल की कीमतों में कमी आई है। जमाखोरों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई और नई फसल आने से दाम और कम होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के सत्ता संभालने के बाद खुदरा मुद्रास्फीति चार फीसदी पर आ गई है।
जेटली ने कहा कि मुद्रास्फीति की दर में पिछले डेढ़ साल में कमी आई है। कई जिंसों के दाम कम हुए हैं। पर कुछ उत्पाद ऐसे हैं, जिनकी देश के अंदर और विदेशी बाजारों में भी आवक कम है। उन्होंने कहा कि देश में 2.2 करोड़ टन दालों की आवश्यकता है। पर कुल पैदावार 1.7 करोड़ टन है।
वित्त मंत्री ने कहा कि जिन देशों से हम दाल आयात करते हैं। उनमें से ज्यादातर में उत्पादन कम रहा है। कुछ व्यापारियों ने इसका फायदा उठाकर दालों की जमाखोरी कर ली, जिससे कीमतों में तेजी आई। राज्य सरकारों ने भी जमाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की। त्योहार के मौसम में दाल और खाद्य तेलों के दाम न बढ़ें, इसके लिए वित्त मंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक कर कीमतों की समीक्षा की। सरकार की कोशिशों के बावजूद दाल के दाम औसतन 20 रुपए प्रति किलो तक कम हुए हैं। साथ ही जमाखोरों से जब्त दाल को जल्द खुदरा बाजार में लाने पर भी चर्चा हुई।
वित्त मंत्री ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि त्योहारों में जरूरी चीजों के दाम नहीं बढ़ें। बैठक में शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव और कैबिनेट सचिव सहित खाद्य, उपभोक्ता मामले व वाणिज्य मंत्रालयों के सचिव मौजूद थे।


मौलिक सुधार से मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा: AFTI
03 November 2015
नई दिल्ली। भारत केंद्रित अमेरिका की व्यापार संस्था ने कहा कि सिर्फ मौलिक सुधार ही मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की राजग की कोशिश को बल देंगे और बड़े प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकषिर्त करेंगे। अलायंस फॉर फेयर ट्रेड विद इंडिया (एएफटीआई) ने एक बयान में कहा ‘सिर्फ मौलिक सुधार ही मोदी सरकार की मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की कोशिश को मजबूती देंगे, बड़े विदेशी निवेश आकषिर्क करेंगे और आर्थिक मूल्य श्रृंखला बढ़ाएंगे।’
एएफटीआई ने अपने बयान में पिछले सप्ताह की भारत-अमेरिका व्यापार नीति मंच की बैठक पर निराशा भी जाहिर की। व्यापार नीति मंच और पिछले महीने हुई रणनीतिक एवं वाणिज्यिक वार्ता लंबे समय से अटकी चिंताओं के समाधान का महत्वपूर्ण जरिया हो सकता है। एएफटीआई ने कहा ‘अब तक इन वार्ताओं में बातें ज्यादा काम कम हुए हैं। पिछले सप्ताह हुई व्यापार नीति मंच की बैठक भी दुर्भाग्य से अपवाद नहीं था।’ बयान में कहा गया कि एएफटीआई इस मौके को गंवाए जाने से निराश है हालांकि भारत ने सबसे ज्यादा अपने-आपको को चोट पहुंचाई।

बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स 31 अंक चढ़कर बंद
03 November 2015
नई दिल्ली। छह दिन के लगातार गिरावट के बाद शेयर बाजार में आज उछाल देखने को मिली. सेंसेक्स 31 अंक चढ़कर बंद हुआ. बीएसई आज 26,590 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी में भी 9 अंक का सुधार देखा गया. आज के तेजी के साथ बाजार वापस हरे निशान पर लौट आया.

बाजार का दिन का हाल

बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज बढ़त के साथ खुला और कई दिनों की गिरावट के बाद संभलकर आज 163 अंक चढ़ गया. इस बढ़त के साथ सेंसेक्‍स 26,723 अंक पर पहुंच गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज के निफ्टी में भी बढ़त देखने को मिल रही है. निफ्टी 45 अंकों की तेजी के साथ 8,094 अंक पर कारोबार कर रहा है. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी तेजी का रुख है. पिछले सप्‍ताह सेंसेक्‍स में लगातार पांच दिनों तक गिरावट रहा. उसके बाद इस माह के पहले दिन कल सोमवार को भी सेंसेक्‍स गिराव्‍ट के साथ खुला और इसमें मुनाफावसूली हावी रही. कंपनियों के कमजोर वित्तीय परिणाम तथा नरम वैश्विक रुख से बंबई शेयर बाजार सेंसेक्स में सोमवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गयी.
जून के बाद यह पहला मौका है जब इतने दिन तक लगातार बाजार में गिरावट आयी है. शेयर ब्रोकरों के अनुसार एक निजी सर्वे में कहा गया है कि देश के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 22 महीने में सबसे कम रहकर अक्तूबर में 50.7 पर रही है. सितंबर में यह 51.2 अंक पर थी. इससे धारणा प्रभावित हुई. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सूचकांक 97.68 अंक गिरकर बंद हुआ. पिछले छह कारोबारी सत्र में 911.66 अंक टूट चुका है. विदेशी कोष का बहिर्प्रवाह जारी रहने तथा कुछ प्रमुख कंपनियों के वित्तीय परिणाम उम्मीद से कम रहने से बाजार में पिछले सोमवार से गिरावट जारी है.
इसके अलावा चीन में अक्तूबर के विनिर्माण के आंकडे से भी झटका लगा है. इससे दुनिया की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बढी है. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 26,378.26 से 26,824.30 के दायरे में रहा. अंत में यह 97.68 अंक या 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,559.15 अंक पर बंद हुआ. एक अक्तूबर के बाद यह न्यूनतम स्तर है. जून में लगातार छह कारोबारी सत्रों में बंबई शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गयी थी. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी एक समय 8,000 अंक से नीचे 7,995.60 अंक पर पहुंच गया था लेकिन बाद में थोडा सुधरा और अंत में 15 अंक की गिरावट के साथ 8,050.80 अंक पर बंद हुआ.

टेक महिंद्रा: मुनाफा 16.2% बढ़ा, आय 5.1% बढ़ी
03 November 2015
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा का मुनाफा 16.2 फीसदी बढ़कर 785.6 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में टेक महिंद्रा का मुनाफा 676 करोड़ रुपये रहा था।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा की रुपये में आय 5.1 फीसदी बढ़कर 6615.5 करोड़ रुपये हो गई है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में टेक महिंद्रा का रुपये में आय 6293.8 करोड़ रुपये रही थी।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा की डॉलर आय 2.2 फीसदी बढ़कर 101.1 करोड़ डॉलर हो गई है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में टेक महिंद्रा की डॉलर आय 98.9 करोड़ डॉलर रही थी।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा का एबिटा 19 फीसदी बढ़कर 903.7 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में टेक महिंद्रा का एबिटा 762.14 करोड़ रुपये रहा था।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा का एबिटा मार्जिन तिमाही आधार पर 12.1 फीसदी से बढ़कर 13.66 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा की अन्य आय तिमाही आधार पर 136.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 165.8 करोड़ रुपये हो गई है।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा को 8.8 करोड़ रुपये का फॉरेक्स घाटा हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में टेक महिंद्रा को 93.2 करोड़ रुपये का फॉरेक्स गेन हुआ था।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा का एट्रीशन रेट 20 फीसदी हो गया है जबकि इससे पिछली तिमाही में टेक महिंद्रा का एट्रीशन रेट 19 फीसदी था। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में टेक महिंद्रा का यूटिलाइजेशन रेट 77 फीसदी हो गया है जबकि इससे पिछली तिमाही में टेक महिंद्रा का यूटिलाइजेशन रेट 74 फीसदी था।
टेक महिंद्रा ने कहा है कि दूसरी तिमाही में कंपनी ने 5 करोड़ डॉलर के ब्रैकेट में 1 क्लाइंट जोड़ा है जबकि 1 करोड़ डॉलर के ब्रैकेट में 2 क्लाइंट जोड़े हैं।


हीरो मोटोकॉर्प के संस्थापक बृजमोहन लाल मुंजाल नहीं रहे
02 November 2015
नई दिल्ली। हीरो मोटोकॉर्प के संस्थापक और दोपहिया वाहन उद्योग के सिरमौर बृजमोहन लाल मुंजाल का संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 92 साल के थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार मुंजाल ने दक्षिण दिल्ली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली।
चंडीगढ़ से प्राप्त समाचार के अनुसार पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मुंजाल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुंजाल के परिवार में तीन बेटे और एक बेटी हैं। इसी साल शुरू में मुंजाल चार अरब डालर से अधिक के इस समूह से सक्रिय भूमिका से हट गए थे और अवकाशप्राप्त अध्यक्ष बन गए थे। वह गैर कार्यकारी सदस्य के रूप में कंपनी के बोर्ड में थे।
औपचारिक रूप से वर्ष 1956 में अस्तिव में अस्तित्व में आए हीरोग्रुप ने 1940 के दशक के प्रारंभ में ही चार भाइयों द्वारा साइकिल निर्माता के रूप में अपनी गतिविधियां प्रारंभ की थी। मुंजाल का जन्म 1923 में वर्तमान पाकिस्तान के कमालिया में हुआ था।
भारत की आजादी के बाद मुंजाल बंधुओं ने लुधियाना में साइकिल उपकरण बनाने का छोटा सा कारोबार शुरू किया और बाद में देश में सबसे बड़े कारोबारी ग्रुपों में से एक बने । मुंजाल की अगुवाई में हीरो समूह कई मामलों में प्रथम रहा। हीरो ग्रुप लगातार 14 वें साल दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन कंपनी है। वर्ष 1986 से समूह की एक और कंपनी हीरो साइकिल साइकिलों की सर्वाधिक निर्माता कंपनी है।

बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 151 अंक लुढ़का
02 November 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के पहले दिन सोमवार के कारोबार में गिरावट के साथ शुरुआत की है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी में करीब आधे फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिखाई दे रही है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 151 अंकों या 0.57 फीसदी की गिरावट के साथ 26,508 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 42 अंकों या 0.52 फीसदी की गिरावट के साथ 8,023 पर कारोबार कर रहे हैं.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 15.14 अंकों की गिरावट के साथ 26,641.69 पर खुला.
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 11.25 अंकों की गिरावट के साथ 8,054.55 पर खुला.

दाल के बाद अब सरसो तेल में लगी आग
02 November 2015
नई दिल्ली। सरकार के काफी प्रयास के बाद कालाबाजारी पर लगाम लगने से अरहर दाल की कीमतों में तो गिरावट आयी है, लेकिन देशभर में सरसो तेल की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. रिपोर्ट बताते हैं क‍ि पिछले एक साल में सरसो तेल की कीमतों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. व्‍यापारी इसे कम पैदावार की मार बता रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि कालाबाजारी की वजह से कीमते बढ़ी हैं. कमरतोड़ महंगाई त्योहारों के रंग को भी फीका कर सकती है. खुदरा बाजार में सरसों तेल की कीमत 130 से 140 रुपये हो गयी है. पिछले एक से दो माह में ही कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और 80 से 90 रुपये प्रति लीटर बिकने वाला सरसो तेल 130 से 150 रुपये तक बिक रहा है.
लोगों का कहना है कि नरेंद्र मोदी सरकार महंगाई को रोकने में पूरी तरह असफल साबित हो रही है. पिछले साल इसी समय सरसों तेल की कीमत खुदरा बाज़ार में तकरीबन 90-100 रुपये प्रति लीटर थी. अभी खुदरा बाज़ार में सरसों का तेल 150 रुपये प्रति लीटर तक का बिक रहा है. अलग-अलग कंपनियों और क्वालिटी के सरसों के तेल की एमआरपी तो 150-170 तक की रेंज में है. अभी इसके दरों में 30 से 40 रुपये का इजाफा हो गया है. दाल और सब्जियों की कीमतों से परेशान आम आदमी अब सरसो तेल की कीमतों से चिंतित हैं.
कुछ जगहों पर दीपावली में सरसो तेल के ही दिये जताये जाते हैं, ऐसे में त्‍योहारों का रंग फीका पड़ना तय है. सफल और केंद्रीय भंडार जैसे सरकारी स्टोर्स जहां रियायती दरों पर सामान मिल जाता वहां भी सरसों का तेल पिछले साल के मुकाबले 15-20 रुपये महंगा मिल रहा है. सरसो तेल की कीमतों में इजाफे का मुख्‍य कारण कालाबाजारी और जमाखोरी को बताया जा रहा है. अगली फसल मार्च से अप्रैल के बीच आयेगी.


बाजार में गिरावट जारी, सेंसेक्स 181 अंक लुढ़का
31 October 2015
नई दिल्ली। बाजार में गिरावट का सिलसिला शुक्रवार को लगातार पाचवें दिन भी जारी रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 181 अंक से अधिक गिरकर एक महीने के न्यूनतम स्तर 26,656.83 अंक पर बंद हुआ। आईटीसी तथा एलएंडटी जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहने से बाजार में गिरावट दर्ज की गयी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी की भी यही स्थिति रही और यह 46 अंक लुढ़कर 8,100 अंक के नीचे पहुंच गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में दोनों में सर्वाधिक गिरावट आईटीसी में दर्ज की गयी। कंपनी का शेयर मूल्य 4 प्रतिशत से अधिक नीचे आ आ गया। इसका कारण कंपनी के वित्तीय नतीजों का निवेशकों की आशा के अनुरूप नहीं होना है। आईटीसी का एकल आधार पर शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में मामूली रूप से बढ़कर 2,431.25 करोड़ रुपये रहा।
वहीं एल एंड टी का शुद्ध लाभ बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से कंपनी का शेयर 4.11 प्रतिशत नीचे आया।
बहरहाल, नवंबर महीने की डेरिवेटिव्स श्रृंखला की शुरूआत सकारात्मक रही। 31 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 105 अंक की तेजी के साथ 26,942.29 अंक पर पहुंच गया लेकिन बाद में कुछ प्रमुख कंपनियों के वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से बिकवाली की गयी और सूचकांक 26,585.20 अंक तक नीचे चला गया।
अंत में यह 181.31 अंक या 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,656.83 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले, एक अक्टूबर को यह स्तर देखा गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 45.95 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,065.80 अंक पर बंद हुआ। उक अक्टूबर के बाद यह न्यूनतम स्तर है। कारोबार के दौरान यह 8,146.10 से 8,044.40 के दायरे में रहा। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 813.98 अंक या 3.05 प्रतिशत नीचे आया जबकि एनएसई निफ्टी 229.70 अंक या 2.84 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।
हेम सिक्योरिटीज के निदेशक गौवर जैन ने कहा, ‘लार्सन एंड टूब्रो, आईटीसी जैसी कंपनियों के वित्तीय परिणाम कमजोर रहने से बाजार पर असर पड़ा। दुनिया भर में जिंसों के दाम में नरमी, वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख तथा डालर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से धारणा प्रभावित हुई।’ वैश्विक बजारों में एशियाई के प्रमुख बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। इसका कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि की आशंका है। ऐसे संकेत हैं कि दिसंबर में फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दर बढ़ायी जा सकती है।
शुरूआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों मे भी गिरावट का रुख रहा। घरेलू बाजार में सेंसेक्स के 31 शेयरों में 18 नुकसान में रहे।
जिन प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भेल, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, हीरो मोटो कॉर्प, ओएनजीसी, गेल, बजाज ऑटो, कोल इंडिया, इंफोसिस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, विप्रो तथा सिप्ला शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, डॉ. रेड्डीज, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, हिंडाल्को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सकारात्मक दायरे में रहे।

अब गोल्ड ब्रॉन्ड पर 2.75% के हिसाब से मिलेगा ब्याज
31 October 2015
नई दिल्ली। देश में पीली धातु के प्रति लोगों के आकर्षण को देखते हुये इसके विकल्प के तौर पर पेश किये जा रहे स्वर्णिम बौंड पर वार्षिक 2.75 प्रतिशत ब्याज मिलेगा जो आयकर के दायरे में होगा और इस पर हाजिर सोने की तरह पूंजीगत लाभ कर भी देना होगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक की सलाह मशिवरा पर सरकार ने सोवरेन स्वर्ण बौंड जारी करने का निर्णय लिया है। एक ग्राम स्वर्ण का एक यूनिट होगा और न्यूनतम दो यूनिट के लिए निवेश करना होगा। एक वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम में निवेश किया जा सकेगा। यह सिर्फ भारतीय निवेशकों के लिए होगा जिसमें व्यक्तिगत तौर पर भी निवेश किया जा सकता है। इसके साथ ही अविभाजित हिन्दू परिवार, न्यास, विश्वविद्यालय और धमार्थ संस्थान निवेश कर सकेंगे।
बयान में कहा गया है कि सरकार की ओर से रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये जाने वाले स्वर्णिम बौंड के लिए 5 नवंबर से 20 नवंबर तक आवेदन किया जा सकेगा और 26 नवंबर से यह जारी किया जायेगा। इसकी बिक्री बैंकों और चुङ्क्षनदा डाकघरों से की जायेगी। इसकी परिपक्वता अवधि 8 वर्ष होगी लेकिन पांच वर्ष के बाद इसकी बिक्री की जा सकेगी।
स्वर्णिम बौंड कई चरणों में जारी किया जायेगा और इसकी तिथि पहले जारी की जायेगी। बौंड का मूल्य भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड द्वारा जारी पिछले सप्ताह सोमवार से शुक्रवार के औसत बंद कीमत पर तय की जायेगी और इसको इसी मूल्य प्रणाली पर भुनाया जा सकेगा।
बौंड के लिए भुगतान इलेक्ट्रॉनिक, नकद ,चेक या ड्राफ्ट द्वारा किया जा सकेगा। निवेशकों को स्टॉक/ होङ्क्षल्डग प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा। इसके लिए अपने ग्राहकों को जाने (केवाईसी) के वही नियम लागू होंगे जो हाजिर सोने की खरीद के लिए लागू है। इसके लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड और टैन या पासपोर्ट मान्य होगा। बौंड को शेयर बाजारों में खरीदा बेचा जा सकेगा।

आपूर्ति घटने से प्याज की कीमतों में फिर तेजी
31 October 2015
नई दिल्ली। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव में प्याज की कीमतों में फिर से तेजी का रुख बन गया है। पुराना स्टाक खपने और इस साल खरीफ की नई फसल 25-30 प्रतिशत कम रहने के अनुमान के चलते प्याज की आपूर्ति घटी है। महाराष्ट्र के लासलगांव में अगस्त में प्याज का भाव 57 रुपये किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन केन्द्र द्वारा कई उपाय किए जाने से कीमतों में नरमी आने लगी थी। 16 अक्तूबर को प्याज का भाव 25 रुपये किलो के स्तर तक आ गया।
हालांकि, पिछले एक सप्ताह में कीमतें फिर से बढ़ने लगी हैं और यह 30 रुपये प्रति किलो से ऊपर पहुंच गईं। नेशनल होर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में लासलगांव में प्याज 32 रुपये प्रति किलो है।
दिल्ली और अन्य मंडियों में भी प्याज के थोक भाव में इसी तरह की तेजी का रुख दर्ज किया गया है। नासिक स्थित एनएचआरडीएफ के निदेशक आरपी गुप्ता ने बताया कि यह सामान्य रुख है। प्याज का औसत थोक भाव करीब 30 रुपये किलो है। एक समय आवक घटने पर कीमतें चढ़ जाती हैं, लेकिन आवक बढ़ने पर कीमतें घट जाती हैं। हमने दरों पर पैनी नजर रखी है। उन्होंने यह भी कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान से खरीफ की नई फसल आने का अनुमान है।


भारत की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहेगी : विश्‍व बैंक
30 October 2015
नई दिल्ली। विश्वबैंक ने 2015-16 के लिये भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 7.5 प्रतिशत बरकरार रखा है और कहा है कि इसमें आगे निरंतर वृद्धि होगी लेकिन यह तेजी धीरे-धीरे होगी. विश्वबैंक ने यहां जारी रिपोर्ट में कहा, ‘ताजा ‘इंडिया डेवलपमेंट अपडेट' में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2015-16 में 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है. 2016-17 में वृद्धि दर बढकर 7.8 प्रतिशत तथा 2017-18 में 7.9 प्रतिशत हो जाएगी.' इसमें कहा गया है, ‘लेकिन वृद्धि में तेजी इस बात पर निर्भर करेगी कि निवेश में वृद्धि दर 2015-16 से 2017-18 के बीच 8.8 प्रतिशत तक हो.
रिपोर्ट पेश किये जाने के मौके पर विश्वबैंक के भारत में वरिष्ठ क्षेत्रीय अर्थशास्त्री फ्रेडरिको गिल सैंडर ने कहा कि भारत ने वैश्विक तेल और जिंसों में तीव्र गिरावट का लाभ उठाते हुए पेट्रोल और डीजल सब्सिडी समाप्त कर दिया तथा उत्पाद शुल्क बढाया है. उन्होंने कहा, ‘कम सब्सिडी तथा उच्च कर से प्राप्त संसाधनों का उपयोग घाटा कम करने तथा पूंजी व्यय बढाने में किया गया है.' सैंडर ने कहा कि परिदृश्य के समक्ष सबसे बडा जोखिम बैंकिंग क्षेत्र तथा बुनियादी ढांचा कंपनियों की वित्तीय जरुरतें हैं.
उन्होंने कहा, ‘फंसे कर्ज बढने के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक दबाव में हैं जबकि घरेलू ऋण में तीन चौथाई हिस्सा उन्हीं का है.' वरिष्ठ अर्थशास्त्री का मानना है कि अल्पकाल में भारत वैश्विक उतार-चढाव से पार पाने में अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में है. रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि सरकार को राजस्व बढाने के लिये ज्यादा प्रत्यक्ष कर संग्रह की जरुरत है. इसके अनुसार, ‘भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह दुनिया में सबसे कम है. यहां प्रत्यक्ष कर संग्रह जीडीपी का केवल 5.7 प्रतिशत है जबकि ओईसीडी देशों में यह 11.4 प्रतिशत है.' .

बाजार सुस्‍त, सेंसेक्‍स 27000 के नीचे
30 October 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज सपाट कारोबार के साथ 27000 के नीचे कारोबार कर रहा है. सेंसेक्‍स आज भी गिरावट के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में सपाट कारोबार की वजह से 26,838 अंक पर पहुंच गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का प्रमुख इंडेक्‍स निफ्टी मामूली बढ़त के साथ 8,117 अंक पर पहुंच गया. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. मिडकैप के शेयर 54 अंकों की बढ़त बनाये हुए हैं. वहीं स्‍मॉलकैप के शेयर 26 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. गुरुवार को भी बाजार में गिरावट देखने को मिली. बिकवाली दबाव से सेंसेक्‍स 202 अंक लुढक गया. सेंसेक्‍स में लगातार चौथे दिन गिरावट रहा.
मासिक वायदा एवं विकल्प अनुबंधों की समाप्ति और अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा दिसंबर में ब्याज वृद्धि का संकेत दिये जाने से बाजार में बिकवाली का जोर रहा. संवेदी सूचकांक 201.62 अंक गिरकर 27,000 अंक से नीचे चला गया. प्रमुख कंपनियों के दूसरी तिमाही के कमजोर परिणाम से भी निवेशकों की चिंता बढी है. उधर, डालर के मुकाबले रुपये में 27 पैसे की गिरावट दर्ज की गयी. इसके अलावा यूरोपीय बाजारों में आज कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक बढत के रुख में खुलने के बाद समाप्ति पर गिरावट में रहा. अंतत: सूचकांक 201.62 अंक यानी 0.75 प्रतिशत गिरकर 26,838.14 अंक पर बंद हुआ. गत 14 अक्तूबर के बाद सूचकांक का यह निम्न स्तर है. पिछले चार कारोबारी सत्र के दौरान सूचकांक 632.67 अंक नीचे आ चुका है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी-50 भी आज लगातार चौथे दिन गिरकर 59.45 अंक यानी 0.73 प्रतिशत के नुकसान के साथ 8,111.75 अंक रह गया. कारोबार के दौरान एक समय यह 8,100 अंक से भी नीचे 8,098 अंक तक चला गया था.
ब्रोकरों ने कहा कि कारोबारी वायदा एवं विकल्प अनुबंधों को आगे बढाने के बजाय निपटान पर ही ज्यादा जोर दे रहे थे. भेल, एक्सिस बैंक, सन् फार्मा, कोल इंडिया, स्टेट बैंक, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, भारतीय एयरटेल, गेल, हिन्डाल्को, एनटीपीसी, लार्सन एण्ड टुब्रो, मारति सुजूकी, टीसीएस और इन्फोसिस गिरावट वाले प्रमुख शेयर रहे. हालांकि, वेदांता, डा. रेड्डीज, टाटा मोटर्स, ल्युपिन, बजाज आटो और रिलायंस जैसे कुछ शेयरों में बढत भी दर्ज की गयी.

स्पाइसजेट के सीओओ संजीव कपूर का इस्तीफा
30 October 2015
नई दिल्ली। स्पाइसजेट के मुख्य परिचालन अधिकारी सीओओ संजीव कपूर ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। करीब दस माह पहले मूल प्रवर्तक अजय सिंह ने स्पाइसजेट की बागडोर फिर संभाली थी।
कपूर 48 की नियुक्ति इस पद पर नवंबर 2013 में कंपनी के तत्कालीन प्रमुख कलानिधि मारन ने की थी। स्पाइसजेट के सूत्रों ने बताया कि कपूर ने अपने अनुबंध की समाप्ति से पहले ही इस्तीफा दे दिया है।
बताया जाता है कि मारन द्वारा अपनी समूची हिस्सेदारी सिंह को बेचने और नए प्रबंधन द्वारा कंपनी की बागडोर संभालने के बाद कपूर को नजरअंदाज किया जा रहा था।
माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर का नियमित इस्तेमाल करने वाले कपूर इस बजट एयरलाइन का जाना पहचाना चेहरा थे और वह रियायती टिकटों की फ्लैश बिक्री के समर्थक थे।
इस बारे में संपर्क किए जाने पर कपूर ने कोई टिप्पणी नहीं की। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने भी कुछ कहने से इनकार किया। स्वामित्व में बदलाव के बाद वरिष्ठ स्तर पर कई अधिकारी कंपनी से नाता तोड़ चुके हैं। इनमे एयरलाइन के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी कानेश्वरन एविली तथा आईटी प्रमुख सुधाकर कोंडीशेट्टी शामिल हैं।


सेंसेक्‍स गिरा, 27000 के नीचे, निफ्टी 8,144 पर
29 October 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज फिर गिरावट के साथ खुला और अपने मनोवैज्ञानिक स्‍तर 27000 के नीचे आ गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 27 अंकों की गिरावट के साथ 8,144 अंक पर पहुंच गया है. सेंसेक्‍स में शुरुआती कारोबार में 74 अंकों की गिरावट दर्ज की गयी. इस गिरावट के साथ सेंसेक्‍स 26, 976 अंक पर पहुंच गया. मिडकैप के शेयर मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं, जबकि स्‍मॉलकैप के शेयरों में बढ़त दर्ज की जा रही है. बुधवार को बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गयी. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पूर्व निवेशकों के सतर्कता बरतने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 213 अंक टूटकर दो सप्ताह के निचले स्तर 27,039.76 अंक पर बंद हुआ.
ब्रोकरों ने कहा कि इसके अलावा, वायदा एवं विकल्प खंड में कल अक्तूबर श्रृंखला के सौदों के निपटान से पहले निवेशकों द्वारा लिवाली धीमी करने से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई. पिछले तीन दिन में सेंसेक्स 431.05 अंक टूट चुका है. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 27,131.71 अंक पर कमजोर खुला और चौतरफा बिकवाली से दिन के निचले स्तर 26,919.96 अंक तक गिर गया. हालांकि, बाद में थोडा लिवाली समर्थन मिलने से यह उबरा और पिछले बंद स्तर के मुकाबले 213.68 अंक नीचे 27,039.76 अंक पर बंद हुआ. गत 15 अक्तूबर के बाद यह सेंसेक्स का सबसे निम्न बंद स्तर है.
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 8,209.10 अंक और 8,131.80 अंक के दायरे में घूमने के बाद 61.70 अंक के नुकसान के साथ 8,171.20 अंक पर बंद हुआ. कुछ प्रमुख कंपनियों के दूसरी तिमाही के निराशाजनक नतीजों से बाजार की धारणा तब और कमजोर हो गयी जब कुछ निवेशकों ने इंटरग्लोब एविएशन के 3,018 करोड रुपये के आईपीओ में पैसा लगाने के लिए मौजूदा शेयरों में अपने निवेश से बाहर निकल गये. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 19 कंपनियों के शेयर टूटकर बंद हुए.

जब्त की गई दाल की बिक्री की तैयारी
29 October 2015
नई दिल्ली। देश के 13 राज्यों में जब्त करीब 82 हजार टन दाल को सरकार जल्द ही खुदरा बाजार में उतारेगी। राज्य सरकारें कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने में जुटी हुई हैं। माना ये जा रहा है कि एक हफ्ते के भीतर जब्त दालों की बिक्री शुरु हो जाएगी।
इस मामले पर केंद्र सरकार लगातार राज्यों के संपर्क में है। वहीं पिछले एक हफ्ते के दौरान थोक मार्केट में दाल की कीमतों में करीब 10-25 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि इसके बावजूद रिटेल में इसका ज्यादा असर नहीं दिखा है। अभी भी दिल्ली और मुंबई में अरहर का दाल का दाम 180 रुपये के ऊपर है। और देश के दूसरे हिस्सों में भी अरहर दाल की कीमतों में मुश्किल से 10 फीसदी की गिरावट आ सकी है।

फूड प्रोसेसिंग के लिए 8000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव
29 October 2015
नई दिल्ली। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को वैट में छूट देने का असर पहले दिन ही देखने को मिला और प्रगतिशील पंजाब निवेश सम्मेलन 2015 के दौरान कृषि व्यापार व फूड प्रोसेसिंग विष्यों पर करवाए गए सैमिनार के दौरान फूड प्रोसेसिंग मंत्री हरसिमरत कौर बादल की मौजूगी में पंजाब में फूड प्रोसेसिंग के 8000 करोड़ रुपये के निवेश के लिए 55 समझौते हुए। इस दौरान संबोधित करते हुए हरसिमरत कौर बादल ने कहा फूड प्रोसेसिंग के कारण खाद्य पदार्थों की होने वाली बबार्दी पर अंकुश लगेगा। वही इससे सीधे रुप से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसके अतिरिक्त यह निर्णय किसानों के लिए आर्थिक उन्नति का आधार बनेगा।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की तरफ से 42 मैगाफूड पार्क मंजूर किए गए है व पंजाब के लिए 2 मैगा फूड पार्कों में से एक फूड पार्क का निर्माण शुरू हो गया है जब कि दूसरे फूड पार्क का निर्माण शीघ्र शुरू होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की तरफ से फूड पार्कों में व्यापार स्थापित करने के लिए सस्ती व्याज दरों पर पूंजी उपलब्ध करवाने के लिए नाबार्ड के माध्यम से 2000 करोड़ रुपये का फंड स्थापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता कहे जाने वाले पंजाब का कृषि क्षेत्र में कुल घरेलु उत्पादन में 21 प्रतिशत का योगदान है। पंजाब केंद्रीय पूल में 40 प्रतिशत गेहूं, 26 प्रतिशत चावल का योगदान देता है जब कि देश का 75 प्रतिशत किन्नू व 7.5 प्रतिशत दूध पंजाब में ही पैदा होता है।
पंजाब के मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल ने सम्मलेन के पहले दिन संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया भर के लिए निवेश का पहली पसंदी बन चुका है। उन्होंने इस सम्मेलन की सफलता के लिए उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को बधाई देते हुए कहा कि वह पिछले कई महीनों में खुद विदेशों तक जाकर निवेशकों को पंजाब लेकर आए है। उन्होंने इसकी प्रयास की प्रोत्साहना करेत हुए कहा कि प्रदेश में इस निवेश से 2.50 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा । मुख्यमंत्री ने साथ ही निवेशकों को एक बार फिर से चुटकी लेते हुए कहा कि इस बार हुए एमओयू को एमओसी में बदला जाए।
मुख्यमंत्री ने संबोधन के दौरान बदलने के दौरान एक बार फिर से पड़ोसी राज्यों को मिले टैक्स कन्सैशन से पंजाब के साथ हुए भेदभाव का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को वित्तीय नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने हर तरह से देश के लिए अहम योगदान दिया है तो केंद्र सरकार को भी पंजाब के लिए अहम सहयोग देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक सुविधाएं देने के बावजूद निवेशक यहां पर निवेश करने में हिचकचाते हैं। उन्होंने व्यापारी वर्ग को अपनी इस सौच को बदलने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वह आश्वासन दिलाते हैं कि पंजाब में निवेश करने का उनका निर्णय कभी भी गलत नहीं होगा और हम एक साथ मिल कर सफलता की एक नई कहानी लिखेंगे।


भारत में बिजनेस के माहौल में सुधार: वर्ल्ड बैंक
28 October 2015
नई दिल्ली। भारत में बिजनेस करने के माहौल में पहले से काफी सुधार आया है। वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत की पॉजिशन 12 स्थान ऊपर बढ़ी है। 189 देशों की इस लिस्ट में भारत अब 130वें नंबर पर आ गया है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कारोबार की शुरुआत करना पहले से आसान और जल्दी हो गया है। वर्ल्ड बैंक का कहना है 2005 में जहां भारत में कोई बिजनेस शुरु करने में 4 महीने लगते थे, अब उसमें केवल 29 दिन लगते हैं।

जेटली ने शुरू की ई-सहयोग और पैन शिविर योजना
28 October 2015
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने करदाताओं की सुविधा के लिये मंगलवार को दो नई पहलों की शुरुआत की। ई-सहयोग और पैन शिविर नामक इन दो योजनाओं की शुरुआत कराधान प्रक्रिया को सुनियोजित बनाने के लिये की गई है। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की दो पहलों की शुरुआत करते हुये जेटली ने कहा कि आयकर विभाग का उद्देश्य करदाताओं के लिये उनके जीवन को जितना संभव हो सके उतना सरल बनाना है और केवल उनके लिये मुश्किल होगी जो कि जानते समझते हुये कर भुगतान से बचते हैं और उसकी चोरी करते हैं।
वित्त मंत्री ने इस दौरान वीडियो कन्फ्रेंस के जरिये विभिन्न केन्द्रों के अधिकारियों के साथ बातचीत भी की और विभिन्न मुद्दों पर उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा। ई-सहयोग योजना का उद्देश्य विशेष तौर पर छोटे करदाताओं की अनुपालन लागत को कम करना है। इसका मकसद उन करदाताओं की रिटर्न, जिनका जांच पड़ताल के लिये चयन नहीं हुआ है, की विसंगतियों को आयकर कार्यालय जाये बिना समाधान करना है।
वित्त मंत्रालय के वक्तव्य में कहा गया है, ई-सहयोग पायलट परियोजना सीबीडीटी की इलेक्ट्रानिक प्रणाली के परिवेश में काम करने की उसकी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाती है। इसमें करदाता को स्वयं कर अधिकारियों के समक्ष जाने की आवश्यकता भी नहीं रहेगी।
पैन शिविर का उद्देश्य स्थायी खाता संख्या (पैन) धारक लोगों की संख्या का विस्तार करना है। अब तक 23 करोड़ पैन कार्ड जारी किये जा चुके हैं जबकि केवल पांच करोड़ लोग ही आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं। पैन कार्ड धारकों की संख्या बढ़ने से सरकार के इस बजट प्रस्ताव को लागू करने में मदद मिलेगी कि एक लाख रुपये से अधिक के नकद लेनदेन पर पैन नंबर बताना अनिवार्य होगा। सीबीडीटी ने आज ऐसे 43 पैन शिविर का उद्घाटन किया। जेटली ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक 70,600 करोड़ रुपये का कर रिफंड जारी किया जा चुका है।.

सेंसेक्स 121 अंक टूटा, निफ्टी 8200 के नीचे फिसला
28 October 2015
नई दिल्ली। अमेरिकी और एशियाई बाजारों की कमजोरी का असर घरेलू बाजार पर भी देखा जा रहा है और ये भारी गिरावट के साथ खुले हैं। सेंसेक्स में 120 अंकों से ज्यादा की गिरावट दिख रही है और निफ्टी 8200 के अहम स्तर के नीचे फिसल गया है। बाजार में सभी सेक्टोरियल इंडेक्स गिरावट के लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। मिडकैप शेयर भी गिरावट दिखा रहे हैं जबकि स्मॉलकैप शेयर सपाट दिख रहे हैं। सीएनएक्स निफ्टी 0.42 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 121.88 अंक यानि 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 27131 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 38.15 अंक यानि 0.46 फीसदी गिरकर 8194 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में सिर्फ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मीडिया शेयर ही हरे निशान में हैं और बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा बैंक निफ्टी टूटा है और ये 0.75 फीसदी नीचे है। फाइनेंस और रियल्टी शेयर 0.4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिखा रहे हैं।
बाजार के दिग्गज शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक 1.54 फीसदी ऊपर है और भारती एयरटेल में 1.36 फीसदी की बढ़त बनी हुई है। एशियन पेंट्स 1.13 फीसदी चढ़ा है और इंडसइंड बैंक 0.91 फीसदी की तेजी के साथ दिख रहा है। एचडीएफसी बैंक में 0.81 फीसदी और टाटा स्टील में 0.73 फीसदी का उछाल दर्ज किया जा रहा है। गेल का शेयर 0.58 फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक 6.34 फीसदी टूटा है और केर्न इंडिया 2.53 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। आईसीआईसीआई बैंक में 2 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी है और अदानी पोर्ट्स 1.88 फीसदी की गिरावट दिखा रहा है। ल्यूपिन में 1.58 फीसदी और बैंक ऑफ बड़ौदा में 1.28 फीसदी की कमजोरी देखी जा रही है। यस बैंक में 1.24 फीसदी और ओेएनजीसी में 1.17 फीसदी की सुस्ती दर्ज की जा रही है।
मिडकैप शेयरों में एसकेएस माइक्रोफाइनेंस, एलेंबिक फार्मा, पीसी ज्वैलर्स, डिश टीवी और डीसीएम श्रीराम में 4.47-2.54 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। वहीं गिरने वाले मिडकैप शेयरों में थर्मैक्स, पेट्रोनेट एलएनजी, टीवीएस मोटर्स, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और सीसीएल इंटरनेशन में 4.84-1.83 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है।


बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 80 अंक लुढ़का
27 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार के कारोबार में गिरावट के साथ शुरुआत की है. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 80 अंकों या 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ 27,282 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 22 अंकों या 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 8,239 पर कारोबार कर रहे हैं.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 70.90 अंकों की गिरावट के साथ 27,291.06 पर खुला.
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 30.20 अंकों की गिरावट के साथ 8,230.35 पर खुला.

सोने की कीमतों में गिरावट का दौर जारी, चांदी की चमक बढ़ी
27 October 2015
नई दिल्ली। आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग के बीच कमजोर होते वैश्विक रुख के चलते सोने की कीमतों में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रही और सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में सोने के भाव 20 रुपये की गिरावट के साथ 27,070 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए.
हालांकि, औद्योगिक इकाइयों की छिटपुट मांग निकलने से चांदी 60 रुपये के सुधार के साथ 37,110 रुपये प्रति किलो हो गई. बाजार सूत्रों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सर्राफा बाजार में नरमी का असर स्थानीय बाजार में खासकर सोने की कीमतों पर दिखा.
अमेरिका के फेडरल रिजर्व की इस सप्ताह होने वाली बैठक से पहले वैश्विक स्तर पर निवेशकों को लगता है वहां ब्याज दरें बढ़ सकती हैं जबकि विश्व बाजार का आर्थिक परिदृश्य धुंधला होता जा रहा है. सिंगापुर में सोने का भाव 0.2 प्रतिशत गिरावट के साथ 1,162.25 डॉलर प्रति औंस रह गया.

नेस्ले ने मैगी का उत्पादन शुरू किया, अगले महीने से होगी उपलब्ध
27 October 2015
नई दिल्ली। स्विटजरलैंड की कंपनी नेस्ले ने भारत में अपने तीन संयंत्रों में मैगी नूडल्स का उत्पादन शुरू कर दिया है और खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं से मंजूरी मिलने के बाद इसे बाजार में फिर से पेश करेगी।
नेस्ले बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार ताजा उत्पादन में से नमूने परीक्षण के लिये मान्यता प्राप्त तीन प्रयोगशालाओं को भेजेगी। उल्लेखनीय है कि कुछ प्रयोगशालाओं में परीक्षण के दौरान मैगी में सीसा और एमएसजी (मोनोसोडियम ग्लुटामेट) निर्धारित सीमा से अधिक पाए जाने के बाद कंपनी को मैगी बाजार से हटाना और उत्पादन रोकना पड़ा था।
नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, हमने अपने तीन संयंत्रों नानजनगुड (कर्नाटक), मोगा (पंजाब) तथा बिचोलिम (गोवा) में उत्पादन शुरू किया है। उसने कहा, बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप हम ताजा माल के कुछ नमूने जांच के लिये उच्च न्यायालय द्वारा नामित तीन मान्यताप्राप्त प्रयोगशालाओं में भेजेंगे। ताजा नमूनों को मंजूरी मिलने के बाद ही कंपनी उसे बाजार में बेचना शुरू करेगी।


104 अंकों की तेजी के साथ खुला सेंसेक्स
26 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के पहले दिन सोमवार के कारोबार में तेजी के साथ शुरुआत की है. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 33 अंकों या 0.12 फीसदी की तेजी के साथ 27,504 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 2 अंकों या 0.01 फीसदी की तेजी के साथ 8,296.30 पर कारोबार कर रहे है.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 104.23 अंकों की तेजी के साथ 27,575.04 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी तेजी के साथ 8,333.65 पर खुला.

अमेज़न की 'ग्रेट इंडियन दिवाली सेल' आज से शुरू, आपके लिए ये होगा ख़ास
26 October 2015
नई दिल्ली। आजकल फेस्‍टिवल सीजन को देखते हुए ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां भी इसे भुनाने में लगी हैं। इसके लिए वह अपने कस्टमर्स को एक से बढ़कर एक ऑफर देकर लुभाने की कोशिश कर रहीं हैं ।
अमेरिका की सबसे बड़ी इ कॉमर्स कंपनी अमेज़न भारत में त्योहारी सीजन को पूरी तरह से भुनाने की तैयारी में है, इसके तहत अमेज़न इंडिया आज से 'ग्रेट इंडियन दिवाली सेल' को शुरू कर रहा है। अमेज़न डॉट इन का यह ऑफर इसके एप और वेबसाइट दोनों के लिए है।

72 घंटे का है यह मेगा सेल

अमेजन डॉट इन का यह सेल 26 अक्टूबर को 12.00 बजे रात से शुरू होकर 28 अगस्त को रात 11.59 पर खत्म होगा, जिसमें ग्राहकों को हर छोटी बड़ी चीज पर छूट देने की बात कही जा रही है।

हर आधे घंटे में मिलेगा धमाका ऑफर

अमेजन ने इस बात का दावा किया है कि 72 घंटे की इस सेल के दौरान सैकड़ों कैटिगरी में करोड़ो प्रॉडक्ट होंगे। इतना ही नहीं उन पर खास ऑफर और डील्स भी होगी। सबसे खास बात तो यह है कि अमेजन अपने ग्राहकों को हर 30 मिनट पर नई डील की पेशकश होगी।
अमेजन इंडिया के कैटिगरी मैनेजमेंट के वाइस प्रेजिडेंट समीर कुमार का कहना है कि 'ग्रेट इंडियन दिवाली सेल' कस्‍टमर्स को देखते हुए पेश किया जा रहा है। दीवाली तक खरीददारी जोरो पर होगी जिससे ग्राहकों को यह सेल काफी पसंद आएगी। घर बैठे एक ही जगह पर उन्‍हें खास ऑफर पर चीजें उपलब्‍ध हो जाएंगी। इस सेल का लाभ मोबाइल ऐप या कंप्यूटर से उठा सकते हैं। उनका कहना है कि इस 'ग्रेट इंडियन दिवाली सेल' में ग्राहक त्‍योहार के हिसाब से विभिन्न पसैकड़ों कैटेगरी के सैकड़ों कैटिगरी में करोड़ो प्रोडॅक्‍ट उपलब्‍ध होंगे।
अमेज़न को भारत में शानदार रेस्पॉन्स मिल रहा है। अमेजन के वाइस प्रेसिडेंट ब्रायन के मुताबिक कंपनी का कारोबार पिछले साल के मुकाबले चार गुना बढ़ गया है। वहीं, कंपनी के ग्राहकों की संख्या 230 फीसदी बढ़ी है। ब्रायन ने कहा हम त्योहारी सीजन में है और कारोबार अच्छा हो रहा है। अमेजन ने इस साल हर दिन 40,000 नए प्रोडक्ट जोड़े हैं।

भारती एयरटेलः मुनाफा 2% घटा, आय 0.7% बढ़ी
26 October 2015
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल का मुनाफा 2 फीसदी घटकर 1523 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में भारती एयरटेल का मुनाफा 1554.3 करोड़ रुपए रहा था।
वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल की आय 0.76 फीसदी बढ़कर 23852 करोड़ रुपए हो गई है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में भारती एयरटेल की आय 23670 करोड़ रुपए रही थी।
तिमाही दर तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही में भारती एयरटेल का एबिटडा 8250 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में भारती एयरटेल का एबिटडा 8,246.3 करोड़ रुपए रहा था।
तिमाही आधार पर वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल का एबिटडा मार्जिन 34.60 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में भारती एयरटेल एबिटडा मार्जिन 34.83 फीसदी रहा था। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल को 660 करोड़ रुपए का अतिरिक्त मुनाफा हुआ हा।


आयातकों को दाल पर स्टॉक-सीमा से चाहिए छूट, 135 रु. मिलेगा अरहर दाल
24 October 2015
नई दिल्ली। दालों के भव में लगातार तेजी के बीच दाल दलहन के आयातकों ने प्रतिदिन एक लाख किलो अरहर दाल 135 रुपये किलो के भाव पर उपलब्ध कराने की पेशकश की है और सरकार से दाल आयातकों को स्टॉक रखने की सीमा में छूट की मांग की है. वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज दाल आयातकों के साथ बैठक की जिसमें अंतरराष्ट्रीय बाजार से दाल मंगवाने में आयातकों के सामने आने वाली परेशानियों के बारे में चर्चा की गयी. यह बैठक इस खाद्य जिंस के दामों में उछाल से उत्पन्न संकट के बाद एक अंतर मंत्रालयीय बैठक के अनुसार आगे की कार्रवाई के तहत आयोजित की गयी थी.
बैठक के बाद दाल दलहन कारोबारियों के मुंबई स्थित शीर्ष संगठन भारतीय दलहन एवं अनाज संघ के अध्यक्ष प्रवीण डोंगरे ने संवाददाताओं से कहा, 'दाल के दाम तभी नीचे आयेंगे जब यह पर्याप्त मात्रा में सुलभ हो. ऐसे में आवश्यकता है कि दाल दलहन का आयात और इसके आयातकों को स्टॉक रखने की लागू सीमा से मुक्त रखा जाये.' गौरतलब है कि देश में दाल का संकट बढने के बाद केंद्र सरकार ने आयातकों, निर्यातकों, विभागीय स्टोरों और लाइसेंसशुदा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों पर दाल दलहन का स्टॉक रखने की सीमा तय कर दी ताकि जमाखोरी पर रोक लग सके.
साथ ही सरकार ने आपूर्ति बढाने के लिए आयात का रास्ता भी चुना है. दालों की स्टॉक सीमा तय करने के अलावा सरकार ने इस दिशा में कुछ और फैसले किये हैं. बाजार में मूल्य में स्थिरता के लिए 40,000 टन दाल का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया गया है जिसके लिए किसानों से दलहन की खरीद नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू की जाने वाली है. केंद्र ने राज्यों को आयातित दाल आम जनों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है ताकि उन्हें सस्ती दर पर बेचवा सकें और आम आदमी राहत महसूस करे. इस बीच राज्य सरकारों ने जमाखोरी के खिलाफ अभियान चलाकर करीब 36,000 टन दलहन जब्त किया है.
वर्ष 2014-15 के दौरान कमजोर बरसात के कारण दलहनों के घरेलू उत्पादन में करीब 20 लाख टन की कमी आने के कारण देश भर में दलहनों की कीमतों में तेजी आयी है. दलहन की वैश्विक स्तर पर कमी है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के पास उपलब्ध आंकडों के अनुसार अरहर दाल की खुदरा कीमत अभी भी 205 रुपये किलो की ऊंचाई पर है जबकि उडद दाल की कीमत 198 रुपये किलो, मूंग दाल 130 रुपये किलो, मसूर दाल 110 रुपये किलो और चना दाल 85 रुपये किलो के उच्च स्तर पर बना हुआ है.

शेयर बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 183 अंक चढ़ा
24 October 2015
नई दिल्ली। यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) द्वारा कुछ और प्रोत्साहनों के संकेत से बंबई शेयर बाजार में शुक्रवार को तेजी लौटी तथा सेंसेक्स 183 अंक से अधिक चढ़कर दो माह से अधिक के उच्चतम स्तर 27,470.81 अंक पर बंद हुआ। इस तरह सेंसेक्स में लगातार चौथी साप्ताहिक बढ़त दर्ज हुई है। इसके अलावा रुपये की मजबूती से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला। डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर 64.82 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। यूरोपीय केंद्रीय बैंक के प्रमुख मारियो द्राघी ने संकेत दिया है कि अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए दरों में और कटौती की जा सकती है। ब्रोकरों ने कहा कि इससे यहां धारणा मजबूत हुई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 27,555.06 अंक के दिन के उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद मुनाफावसूली से नीचे आया। अंत में यह 183.15 अंक या 0.67 प्रतिशत के लाभ से 27,470.81 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले सेंसेक्स ने यह स्तर 20 अगस्त को देखा था। पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 77.26 अंक टूटा था। कल दशहरा के उपलक्ष्य में बाजार बंद रहे थे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 8,300 अंक के स्तर को पार कर 8,328.10 अंक तक पहुंच गया था। अंत में यह 43.75 अंक या 0.53 प्रतिशत के लाभ से 8,295.45 अंक पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 256.21 अंक या 0.94 प्रतिशत चढ़ा है, जबकि निफ्टी में 57.30 अंक या 0.69 प्रतिशत का लाभ रहा है।

भारत को प्राप्त रेमिटन्स में 2015 में 2.5 प्रतिशत बढेगा: विश्वबैंक
24 October 2015
नई दिल्ली। भारत में 11 नए भुगतान बैंकों के चालू होने से देश के विशाल ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक सेवाओं का विस्तार होने की उम्मीद है। यह बात विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में कही गई है।
यहां कल जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 11 इकाइयों को भुगतान बैंक स्थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी देने के निर्णय से ग्रामीण रेमिटांस बाजार में धन प्रेषित करने की व्यवस्था का कायाकल्प करने में सहायकता मिल सकती है। ये बैंक उन बाजारों के छोटे बचतकर्ताओं (मुख्यत ग्रामीण बाजारों) के लिए होंगे जहां अभी बैंकिंग सेवाओं की बहुत कमी है। विश्व बैंक ने कहा कि इन बैंकों के लिए ऐसे नियम बनाए जाएंगे जिससे उनका जोखिम कम हो लेकिन लिए कारोबार में सावधानी की शर्तें थोड़ी हल्की होगी। इन बैंकों को अपने पास जमा राशि का 75 प्रतिशत हिस्सा सरकारी प्रतिभूतियों में ही निवेश करना होगा और वे बड़ा ऋण, क्रेडिट कार्ड जारी करने का काम और प्रवासी भारतीयों की जमा स्वीकार करने का कारोबार नहीं कर सकेंगे। विवेकपूर्ण कारोबार के मानदंडों के तहत इस बैंकों के एि न्यूनतम चुकता पूंजी करीब 1.5 करोड़ डालर रखी गयी है जबकि सम्पूर्ण सेवा बैंक के लिए इस तरह की पूंजी की न्यूनतम सीमा इसकी पांच गुना रखी गयी है।
भुगतान बैंकों के लिए अपने ग्राहक को जानो (केवायसी-मनीलांडरिंग रोधी), आतंकी गतिविधियों के लिए वित्तपोषण रोधी मानदंड आसान रखे जाएंगे। विश्व बैंक के मुताबिक नई इकाइयों के आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, रेमिटांस (धन प्रेषण) की लागत कम होगी और रेमिटांस के लिए औपचारिक बाजार का विस्तार होगा। रिजर्व बैंक ने 11 इकाइयों को भुगतान बैंक के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला नूवो, वोडाफोन और एयरटेल शामिल हैं। ता विश्वबैंक ने कहा कि भारत में आधी आबादी के पास औपचारिक बैंक खाते नहीं है और ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में आस पास बैंकिंग सेवा नहीं है।


बाजार में उत्‍साह सेंसेक्‍स 27500 के पार, निफ्टी 8319 पर
23 October 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज जबर्दस्‍त उत्‍साह के साथ 200 अंकों की बढ़त के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में 237 अंकों की तेजी के साथ 27,525 अंकों पर पहुंच गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी भी 67 अंकों की बढ़त के साथ 8,319 अंकों पर पहुंच गया. मिडकैप और स्‍मालकैप के शेयरों में भी लिवाली देखने को मिल रही है. इससे दोनों शेयर हरे निशान में नजर आ रहे हैं. मिडकैप के शेयर 59 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं तो स्‍मॉलकैप के शेयर में 67 अंकों की तेजी दर्ज की जा रही है. कल गुरुवार को विजया दशमी के अवसर पर बाजार बंद था.
वहीं बुधवार को गिरावट देखने को मिला. बेहतर शुरुआत होने के बावजूद बाजार कारोबारियों के मुनाफा वसूली करने से संवेदी सूचकांक सेंसेक्‍स 19 अंक की गिरावट के साथ बुद हुआ था. आने वाले दिनों में कुछ बडी कंपनियों के परिणामों को लेकर सतर्कता भी बरती गयी. इसके अलावा डालर के समक्ष रुपये की और गिरावट आने से भी बाजार में गिरावट रही. कारोबार की शुरुआत अच्छी थी. सूचकांक एक समय 27,445.24 अंक की ऊंचाई पर पहुंचा. हालांकि बाजार इस ऊंचाई पर स्थिर नहीं रह पाया और समाप्ति पर पिछले दिन के मुकाबले 19.17 अंक यानी 0.07 प्रतिशत गिरकर 27,287.66 अंक रह गया.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 9.95 अंक यानी 0.12 प्रतिशत घटकर 8,251.70 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 8,294.40 और 8,271.15 अंक के दायरे में रहा. बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 13 गिरावट में रहे जबकि 17 बढत के साथ बंद हुये. डा. रेड्डी में सबसे ज्यादा 3.30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी जबकि स्टेट बैंक का शेयर 1.87 प्रतिशत घट गया. एचडीएफसी बैंक 0.03 प्रतिशत घट गया. भेल, गेल, एल एण्ड टी, सनफार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी, लुपिन, टाटा मोटर्स और रिलायंस इंडस्टरीज में भी नुकसान रहा. हीरो मोटोकार्प का शेयर 0.54 प्रतिशत चढ गया. वेदांता लिमिटेड, टाटा स्टील, हिन्डाल्को, बजाज आटो, भारतीय एयरटेल, एनटीपीसी, इनफोसिस, विप्रो और महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा में चमक रही.

स्वर्ण जमा योजना पर ब्याज दरें तय करने के लिए बैंक स्वतंत्र: आरबीआई
23 October 2015
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने स्वर्ण मौद्रिकरण योजना के लिए आज दिशानिर्देश जारी किए जिसमें बैंकों को स्वर्ण जमाओं पर खुद ब्याज दरें तय करने की अनुमति दी गई है। आरबीआई की यह अधिसूचना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस योजना को औपचारिक तौर पर 5 नवंबर को शुरू करने से पहले आई है।
स्वर्ण जमा योजना का लक्ष्य लोगों और संस्थानों के पास बेकार पड़े अनुमानित 20,000 टन सोने का एक हिस्सा इस्तेमाल में लाना है। दिशानिर्देशों के मुताबिक, बैंक इस तरह की जमा पर ब्याज दर तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे और जमा का मूल व ब्याज सोने में वर्णित होगा।
केन्द्रीय बैंक ने कहा कि परिपक्वता पर मूल व ब्याज का भुगतान जमाकर्ता की इच्छा पर किया जाएगा कि वह विमोचन के समय, सोने के बाजार मूल्य के आधार पर सोने और जमा ब्याज के बराबर मूल्य में भारतीय रपये में भुगतान लेना चाहता है या यह भुगतान सोने में चाहता है। इस संबंध में अपनाए जाने वाले विकल्प को जमाकर्ता द्वारा सोना जमा करते समय लिखित में दिया जाएगा और इसे बदला नहीं जा सकेगा। संबद्ध देय तिथि पर ब्याज का भुगतान जमा खातों में किया जाएगा और इसे जमा के नियमों के मुताबिक एक अंतराल में या परिपक्वता पर निकाला जा सकेगा।
आरबीआई के मुताबिक, नामित बैंक अल्पावधि (1-3 साल), बैंक जमा (एसटीबीडी) और मध्यम अवधि (5-7 साल) एवं दीर्घकाल (12-15 साल) की सरकारी जमा स्कीमों में स्वर्ण जमाओं को स्वीकारेंगे। आरबीआई के दिशानिर्देशों के मुताबिक, परिपक्वता अवधि से पूर्व निकासी का प्रावधान होगा जिसमें न्यूनतम लॉक-इन की अवधि होगी और जुर्माने का निर्धारण व्यक्तिगत रूप से बैंकों द्वारा किया जाएगा।

गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम का RBI ने किया ऐलान
23 October 2015
नई दिल्ली। आरबीआई ने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम लागू करने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इनके तहत गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत डिपॉजिट की कोई अधिकतम सीमा नहीं होगी। गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत कम से कम 30 ग्राम खरा सोना डिपॉजिट कराना जरूरी होगा। गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम गोल्ड डिपॉजिट की पुरानी स्कीमों को रिप्लेस करेगी। शुद्धता की परख के बाद ही गोल्ड डिपॉजिट किया जा सकेगा।
गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में छोटी अवधि में 1-3 साल के लिए गोल्ड डिपॉजिट किया जाएगा। वहीं मध्यम अवधि में 5-7 साल के लिए गोल्ड डिपॉजिट किया जाएगा। इसके अलावा लंबी अवधि में 12-15 साल के लिए गोल्ड डिपॉजिट किया जाएगा।
गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में तय अवधि से पहले सोना निकालने पर पेनाल्टी लगेगी। आरबीआई के मुताबिक छोटी अवधि के डिपॉजिट से कैश रिजर्व रेश्यो, एसएलआर को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत केवाईसी कराना जरूरी होगा।
एसबीआई के एमडी वी जी कन्नन का कहना है कि गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम की सफलता पर अभी संदेह है कि ये स्कीम कितनी सफल होगी। क्या ग्राहक अपने सोने को गलाने के लिए तैयार होंगे, अभी ये कह पाना मुश्किल है। बैंक जो कम से कम डिपॉजिट लेते हैं वो 500 ग्राम का लेते हैं और इसकी वजह से बड़े सोने के निवेशक ही गोल्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश कर पाते हैं। अब आरबीआई के निर्देशों आ हैं कि 30 ग्राम से भी सोने को जमा करने की शुरुआत कर सकते हैं तो लोगों को अपने लॉकर में पड़े सोने पर ब्याज कमाने का मौका मिल पाएगा।


बाजार में सपाट कारोबार, निफ्टी 8270 के नीचे
20 October 2015
नई दिल्ली। बाजार में एकदम सपाट शुरुआत हुई है और सेंसेक्स-निफ्टी में 6-6 अंकों की गिरावट देखी जा रही है। आईटी, फार्मा, पीएसयू बैंक, रियल्टी और ऑटो शेयरों में मामूली तेजी दिख रही है। बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।

सुबह 9:20 बजे

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 6.74 अंक यानि 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 27358 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 6.75 अंक यानि 0.08 फीसदी गिरकर 8268 के स्तर पर आ गया है।
सेक्टरवार आधार पर देखें तो मेटल सेक्टर में 0.68 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है। एनर्जी शेयर 0.3 फीसदी टूटे हैं और एफएमसीजी शेयरों में 0.21 फीसदी की मामूली गिरावट देखी जा रही है। फार्मा शेयर सबसे ज्यादा 0.40 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
दिग्गजों में अल्ट्राटेक सीमेंट 1.42 फीसदी चढ़ा है और टाटा मोटर्स में 1.16 फीसदी की बढ़त देखी जा रही है। ल्यूपिन 1.07 फीसदी ऊपर है और सन फार्मा 0.71 फीसदी की बढ़त के साथ बना हुआ है। बीपीसीएल, टीसीएस, इंफोसिस, एशियन पेंट्स और जी एंटरटेनमेंट में 0.56-0.42 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में नतीजों से पहले एसीसी 1.15 फीसदी टूटा है। वेदांता में 1.06 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है। हिंडाल्को करीब 1 फीसदी नीचे है। सिप्ला, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, यस बैंक और टाटा स्टील में 0.97-0.79 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है।

सेंसेक्स मुनाफावसूली के बीच 28 अंक टूटा
20 October 2015
नई दिल्ली। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक मंगलवार के शुरुआती कारोबार में लगभग 28 अंक टूटा। ऐसा मुख्य तौर पर एशियाई बाजारों में मिल-जुले रुझान और हाल में दर्ज लाभ के बाद निवेशकों द्वारा मुनाफा-वसूली किए जाने के कारण हुआ। सेंसेक्स 27.97 अंक या 0.10 प्रतिशत टूटकर 27,336.95 पर आ गया। सूचकांक में पिछले तीन सत्रों में 585 अंकों की बढ़त दर्ज हुई।
एनएसई निफ्टी 9.20 अंक या 0.11 प्रतिशत टूटकर 8,265.85 पर आ गया। कारोबारियों ने कहा कि हालिया लाभ के बाद मुनाफावसूली और अन्य एशियाई बाजारों में मिले-जुले रुझान से सूचकांकों पर दबाव पड़ा।'

भारत के लिए 9 फीसदी की ग्रोथ जरूरी, बढ़ाना होगा ग्‍लोबल ट्रेड: राजन
20 October 2015
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि कारोबार को 'बढ़ावा देने वाले माहौल' के लिए 'पारदर्शी और भरोसेमंद' टैक्स व्यवस्था बनानी होगी। राजन ने मुंबई में सोमवार को एक कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'एक फ्रेमवर्क बनाएं। बिजनस करने की सहूलियत बढ़ाएं। हमें टैक्सेशन सिस्टम को ज्यादा पारदर्शी और भरोसेमंद बनाना होगा। हम वे सारे काम करें, जिनसे हमारी कंपनियों को जरूरी चीजें बनाने की इजाजत मिले।' उन्होंने कहा, 'मैं कह रहा हूं मेक इन इंडिया, लेकिन इंडिया में उत्पादन करने की बात को कुछ इंडस्ट्रीज तक सीमित न करें।'


एचसीएल टेक्नोलाजीज का मुनाफा घटा
19 October 2015
नई दिल्ली। भारत के चौथी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता एचसीएल टेक्नोलाजीज का मुनाफा 30 सितंबर 2015 को समाप्त पहली तिमाही के दौरान 2.7 प्रतिशत गिरकर।,823 करोड़ रुपये हो गया है। एचसीएल टेक्नोलाजीज ने शेयर बाजार को बताया कि कंपनी को पिछले साल की इसी अवधि में।,873 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। एचसीएल ने पहले ही मुद्रा की विनिमय दर प्रतिकूल होने और ग्राहक विशेष से जुड़े मुद्दों के कारण नरमी की चेतावनी दी थी। बगैर समायोजन के समीक्षाधीन तिमाही में आय।,726 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर की तिमाही में आय 15.6 प्रतिशत बढ़कर 10,097 करोड़ रुपये (समायोजन पूर्व) रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 8,735 करोड़ रुपये थी।कंपनी जुलाई से जून के वित्त वर्ष का अनुपालन करती है।

खनन कंपनियों के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई शुरू
19 October 2015
नई दिल्ली। आयकर विभाग ने खनन क्षेत्र में उत्खनन तथा उत्पादन से जुडी कंपनियों की संख्या की विस्तृत जांच आरंभ कर इस क्षेत्र द्वारा सृजित कालेधन के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. कालेधन पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के इस मामले में गंभीर रुख के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने हाल ही में सभी कर कार्यालय को इस संबंध में निर्देश जारी किये हैं और उन्हें कंपनियों के वित्तीय ब्योरों तथा वास्तविक परिचालन में किसी भी प्रकार की अनियमितताओं की जांच कर उस पर अंकुश लगाने को कहा गया है.
मामले से जुडे सूत्रों ने कहा कि हाल में आयकर विभाग की जांच में पाया गया कि लौह अयस्क, मैंगनीज और अन्य खनिजों के खनन में लगी कुछ बडी कंपनियों द्वारा भरे गये कर रिटर्न में कई विसंगतियां पायी गयी हैं. इन कंपनियों द्वारा भारतीय खान ब्यूरो (आईबीएम) के पास जमा किये गये ब्योरे का मिलान करने से अनियमितता का पता चला. वित्तीय ब्योरा दोनों जगह देने की प्रक्रिया अनिवार्य है जिसका कंपनियों को पालन करना होता है.
सूत्रों ने कहा कि न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एम बी शाह आयोग की जांच रिपोर्ट में भी इनमें से कई कंपनियों के नाम हैं. सरकार ने देश में अवैध खनन का पता लगाने के लिये कुछ साल पहले आयोग का गठन किया था. सीबीडीटी द्वारा 14 अक्तूबर को जारी आर्डर में कहा गया है, ‘आईबीएम के पास जमा किये गये रिटर्न और आयकर विभाग को दिये गये ब्योरे में उत्पादन एवं बचा हुए भंडार के आंकडों में अंतर का पता चला है.'
सीबीडीटी ने कर अधिकारियों से खनन कंपनियों से जुडे प्रकरणों के संदर्भ में विशेष तलाशी या इन कंपनियों का विशेष आडिट करने तथा विस्तृत जांच कर के इस क्षेत्र में वित्तीय ब्योरों में गडबडी पर अंकुश लगाने को कहा है. निर्देश में कहा गया है कि पिछले वर्षों के रिटर्न में भी अगर विसंगतियां पायी गयी हैं तो उनकी जांच की जाए. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आईबीएम से आंकडा प्राप्त करने और अगर उत्पादन छिपाने या भंडार में अनियमितता का पता चलने पर संबंधित खनन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. इस संदर्भ में कार्रवाई शुरू की जा चुकी है.'

8250 के पार निफ्टी, सेंसेक्स 27300 के ऊपर
19 October 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेतों के बावजूद घरेलू बाजारों की शुरुआत अच्छी तेजी के साथ हुई है। निफ्टी 8250 के पार निकल गया है और सेंसेक्स में 27300 से ऊपर के स्तर देखे जा रहे हैं। बाजार में मिडकैप शेयरों में हल्की तेजी है और स्मॉलकैप शेयर 0.5 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहे हैं।

सुबह 9:30 बजे

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 88.48 अंक यानि 0.32 फीसदी की बढ़त के साथ 27302 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 35.15 अंक यानि 0.22 फीसदी चढ़कर 8254 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में इस समय केवल एनर्जी एफएमसीजी, फार्मा, रियल्टी और पीएसयू बैंक शेयर ही तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स लाल निशान में दिखाई दे रहे हैं। सबसे ज्यादा 0.69 फीसदी की गिरावट ऑटो सेक्टर में और 0.67 फीसदी की गिरावट मीडिया सेक्टर में देखी जा रही है। एनर्जी शेयरों में 1.85 फीसदी का जोरदार उछाल दर्ज किया जा रहा है।
दिग्गजों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा 4.68 फीसदी का उछाल दिखा रहा है और वेदांता 2.12 फीसदी ऊपर है। ल्यूपिन में 1.32 फीसदी की बढ़त देखी जा रही है। सन फार्मा, एचयूएल, इंफोसिस, केर्न इंडिया और बीपीसीएल में 1.28-0.72 फीसदी की तेजी दर्ज की जा रही है। गिरने वाले दिग्गज शेयरों में टाटा मोटर्स 2 फीसदी से ज्यादा टूटा है। एचसीएल टेक में 1.86 फीसदी और जी एंटरटेनमेंट में 1.42 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। आइडिया सेल्युलर, टेक महिंद्रा, अदानी पोर्ट्स, बजाज ऑटो और ग्रासिम में 1.26-0.83 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है।
मिडकैप शेयरों में स्पाइसजेट, एमटेक ऑटो, जेट एयरवेज, गोडफ्रे फिलिप्स और ईआईडी पैरी में 9.94-5.56 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। वहीं गिरने वाले मिडकैप शेयरों में वैभव ग्लोबल, यूनिकैम लैब्स, पुंज लॉयड. जेके सीमेंट और पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल में 4.6-1.38 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है।


वेदांता राजस्थान में 20500 करोड़ का निवेश करेगी
17 October 2015
नई दिल्ली। खनन क्षेत्र की दिग्गज वेदांता ने अगले तीन साल के दौरान राजस्थान में तेल व गैस और जस्ता कारोबार में निवेश के लिए 20,500 करोड़ रुपये अलग किए हैं। जहां केयर्न इंडिया अगले तीन साल में 12,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, वहीं हिंदुस्तान जिंक ने 8,357 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा, 'जयपुर में आगामी 19-20 नवंबर को होने वाले रि-सर्जेंट राजस्थान समिट पर ध्यान केंद्रित करते हुए वेदांता ने राजस्थान में जस्ता व तेल कारोबार के विस्तार के लिए 20,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के लिए सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। केयर्न इंडिया ने।,75,000 बैरल प्रतिदिन के कच्चे तेल के उत्पादन और 3 लाख घन मीटर प्रतिदिन के प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।।

TRAI का ऐलान, 1 जनवरी से कंपनियां देगी कॉल ड्राप पर मुआवजा
17 October 2015
नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र के नियामक ट्राइ ने शुक्रवार को दूरसंचार कंपनियों के लिए एक जनवरी 2017 से कॉल ड्राप के लिए एक रुपए की भरपाई अनिवार्य बनाने का ऐलान किया. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार ने एक बयान में कहा कि हालांकि यह भरपाई दिन में तीन कॉल ड्राप तक सीमित रहेगी.
ट्राइ ने कहा कि दूरसचांर परिचालकों को SMS या USSD के जरिए कॉल करने वाले ग्राहकों को कॉल ड्राप होने के चार घंटे के भीतर संदेश भेजना होगा और यह राशि उसके खाते में भेजी जाएगी. पोस्ट पेड ग्राहकों को उक्त राशि अगले बिल में मुहैया कराई जाएगी.
नियामक ने कहा कि उसका मानना है कि इस प्रणाली से ग्राहकों को कुछ हद तक कॉल ड्राप की समस्या से निजात मिलेगी और सेवा प्रदाताओं को अपनी सेवा की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद मिलेगी.
ट्राइ ने कहा कि वह इस फैसले के कार्यान्वयन और कॉल ड्राप की समस्या कम करने के लिए सेवा प्रदाता की पहलों पर कड़ी निगाह रखेगा और छह महीने के बाद इसी समीक्षा भी कर सकता है.

शेयर बाजार के शुरूआती कारोबार में गिरावट, सेंसेक्स 47 अंक टूटा
17 October 2015
नई दिल्ली। शेयर बाजार के शुरूआती कारोबार में शुक्रवार को गिरावट का रुख देखा गया. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 11.47 बजे 47.24 अंकों की गिरावट के साथ 26,962.90 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 17.05 अंकों की गिरावट के साथ 8,162.45 पर कारोबार करते देखे गए
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 52.66 अंकों की तेजी के साथ 27,062.80 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 14.15 अंकों की तेजी के साथ 8,193.65 पर खुला.


बाजार में सुस्ती, निफ्टी 8170 के करीब
16 October 2015
नई दिल्ली। कल की अच्छी तेजी के बाद आज बाजार सुस्ती के साथ कारोबार करते नजर आ रहे हैं। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 36.07 अंक यानि 0.13 फीसदी की कमजोरी के साथ 26974.07 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 7.25 अंक यानि 0.09 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 8172.25 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में ऑटो, कमोडिटी, एनर्जी, आईटी और पीएसयू बैंकिंग सेक्टर को छोड़ बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। ऑटो शेयरों में सबसे ज्यादा 0.39 फीसदी का उछाल देखा जा रहा है और एनर्जी शेयर 0.27 फीसदी ऊपर हैं। वहीं फाइनेंस, मीडिया, मेटल, रियल्टी सेक्टर सबसे ज्यादा कमजोरी दिखा रहे है।
चढ़ने वाले बीएसई मिडकैप शेयरों में वैभव ग्लोबल, डीसीबी बैंक, पुंज लॉयड, एम्फैसिस, माइंडट्री 6.63-3.33 फीसदी की तेजी दिखा रहे हैं। वहीं गिरने वाले बीएसई मिडकैप शेयरों में सिएंट, हैथवे केबल, एचएमटी, जेनसार टेक, महिंद्रा हॉलिडे 11.61-1.57 फीसदी की कमजोरी दिखा रहे हैं।

डीजल 95 पैसे महंगा, पेट्रोल में बदलाव नहीं
16 October 2015
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के मद्देनजर तेल विपणन कंपनियों ने अक्टूबर में लगातार दूसरी बार डीजल की कीमतों में 95 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। नई दर आज मध्य रात्रि से लागू होगी।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसीएल) ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि इस बढोतरी के बाद अब दिल्ली में डीजल 45.90 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। इससे पहले 1 अक्टूबर को डीजल की कीमत में 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी।
इससे पहले एक सितंबर को डीजल की कीमत में 50 पैसे प्रतिलीटर की कटौती की गई थी। इसके बाद अक्टूबर में लगातार दो बार में इसमें कुल एक रुपये 45 पैसे की बढ़ोतरी हो चुकी है।
एक अक्टूबर से पहले आईओसीएल ने 16 मई को डीजल की कीमत में दो रुपये 71 पैसे प्रतिलीटर की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद से डीजल के दाम लगातार घटे हैं।
उल्लेखनीय है कि तेल विपणन कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत के साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर के आधार पर हर पखवाड़े पेट्रोल और डीजल के दाम की समीक्षा करती है।

होलसेल मार्केट में दाल की कीमत 190 रुपये किलो
16 October 2015
नई दिल्ली। अरहर दाल आम लोगों से दूर हो गयी है. इसके दाम में आयी तेजी से सभी लोग परेशान हैं. दाल की कीमत क्यों दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, इसका किसी के पास कोई ठोस जवाब नहीं है. कोई कह रहा है कि विदेशों से आनेवाली दाल पर बहुराष्ट्रीय कंपनी का दबदबा है, वे जैसा चाह रहे हैं, वैसा बेच रहे हैं. दाल किस कीमत पर विदेशों से खरीदारी कर देश में आ रही है, इसका खुलासा नहीं किया जा रहा है. इस कारण दाल के दाम में प्रतिदिन तेजी आ रही है.

वहीं, कई लोगों का मानना है कि स्टॉकिस्टों के पास स्टॉक भरे पड़े हैं, जिस कारण भी दाम में तेजी आ रही है. वे धीरे-धीरे अपने माल को बेच रहे हैं. व्यापारियों का मानना है कि इन दिनों बाजार में आयातीत दाल का ही पूरा कब्जा है. देश की दालें लगभग नहीं के बराबर हैं, जिस कारण भी कीमत में इजाफा हो रहा है. दाल में दस दिनों के अंदर बीस रुपये किलो तक की तेजी आ गयी है. तीन अक्तबूर तक जो अरहर दाल थोक में 140 से 150 रुपये बिक रही थी, वही दाल 14 अक्तूबर से 150 से 170 रुपये की दर से बिक रही है. इस कारण खुदरा बाजार में यह दाल 175 से 180 रुपये किलो की दर से बिक रही है. यही कारण है कि लोग अब अरहर दाल की जगह दूसरे दालों से काम चला रहे हैं.

रिलायंस फ्रेश में अरहर दाल 173 रुपये किलो

रिलायंस फ्रेश में अरहर दाल 173 रुपये किलो की दर से बिक रही है. वहीं चना दाल 77, मूंग दाल 125, लाल चना 73 व मसूर दाल 108 रुपये किलो की दर से बिक रही है. ऑरगेनिक दाल इससे काफी महंगी है.

फिलहाल कीमत में गिरावट की उम्मीद कम

दुकानदारों का कहना है कि अरहर दाल में आयी इस तेजी से हमलोग भी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि नयी फसल आने तक कीमत में गिरावट की संभावना काफी कम है. नयी फसल होली के आसपास आने की संभावना व्यक्त की जा रही है. वहीं उड़द दाल की कीमत दुर्गा पूजा के बाद गिरने की संभावना है, क्योंकि इसके बाद झारखंड से उड़द दाल आनी शुरू हो जायेगी, वहीं नवंबर महीने में असम सहित अन्य जगहों से भी यह दाल मिलने लगेगी.

14 अक्तूबर की कीमत

मसूर 82 से 84
पीला मसूर 68
मूंग 108 से 110
चना गोटा 60 से 65
चना मध्यम 55 से 58
चना दाल 63 से 67
उड़द दाल 140
काबुली छोटा 55
काबुली बड़ा 65
राजमा लाल 58
चित्रा 70
मटर 30
मटर दाल 31
(कीमत थोक में पंडरा स्थित मंडी की है)

तीन अक्तूबर की कीमत

उड़द व मसूर 78 से 85
मूंग 90 से 105
चना गोटा 52 से 58
चना दाल 55 से 62
काबुली 51 से 60
राजमा लाल 60
राजमा सफेद 55 से 68
(सभी कीमत थोक में पंडरा स्थित मंडी की है) .


बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्‍स 26900 के पार, निफ्टी 8156 पर
15 October 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का प्रमुख इंडेक्‍स सेंसेक्‍स आज बढ़त के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में 161 अंकों की बढ़त के साथ 26,941 अंक पर पहुंच गया है. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 48 अंकों की बढ़त के साथ 8,156 अंक पर पहुंच गया है. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी उछाल देखने को मिल रहा है. मिडकैप के शेयर 71 अंक तो स्‍मॉलकैप के शेयर 65 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. बुधवार को देश की सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी टीसीएस के तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरने से आईटी शेयरों में बिकवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 66 अंक से अधिक की गिरावट के साथ 26,779.66 अंक पर बंद हुआ.
टीसीएस और विप्रो के शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स दबाव में रहा. टीसीएस का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 16 प्रतिशत बढकर 6,084.66 करोड रुपये रहा. पिछले तीन दिनों में सेंसेक्स 300 अंक टूट चुका है. चीन के मुद्रास्फीति आंकडों से विश्व की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था में और नरमी आने के संकेत का असर दूसरे एशियाई बाजारों पर भी पडा. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 26,760.32 अंक पर खुला और कारोबार के दौरान दिन के निचले स्तर 26,713.28 अंक पर आ गया.
हालांकि बाद में थोडा लिवाली समर्थन मिलने से यह कुछ उबरा और 66.87 अंक नीचे 26,779.66 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23.80 अंक नीचे 8,107.90 अंक पर बंद हुआ. आईटी शेयरों के अलावा एचयूएल, टाटा मोटर्स, कोल इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, भेल, एनटीपीसी, हीरो मोटोकार्प, बजाज आटो सहित सेंसेक्स की 15 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए.

सोना 27000 के पार, चांदी 500 रु. उछली
15 October 2015
नई दिल्ली। विदेशों में मजबूती के रुख, त्योहारों और शादी विवाह में मांग बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने का भाव 27,000 रुपये के पार निकल गया. कारोबार के दौरान यह 385 रुपये उछलकर 27,185 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया..
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं का उठाव बढ़ने से चांदी भी 500 रुपये की तेजी के साथ 37,300 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. बाजार सूत्रों ने कहा कि निवेशकों को अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस वर्ष ब्याज दर में वृद्धि किए जाने की संभावना कम नजर आ रही है.
इसके चलते वैश्विक बाजार में सोना तीन माह के उच्च स्तर को छू गया . इससे यहां भी बहुमूल्य धातुओं में तेजी का रुख रहा. घरेलू बाजार में कीमतों का रुख निर्धारित करने वाले बाजार, सिंगापुर में सोने का भाव 0.5 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,174.81 डॉलर प्रति औंस हो गया. जो 6 जुलाई के बाद का उच्च स्तर है.

दाल के दाम पर बोले जेटली, 'बफर स्टॉक बनाएगी मोदी सरकार'
15 October 2015
नई दिल्ली। दालों के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी के बीच सरकार ने कीमतों पर अंकुश लगाने के उपायों की घोषणा करते हुए आयात बढ़ाने, मूल्य स्थिरीकरण कोष के इस्तेमाल करने और बफर स्टॉक बनाने की बात कही।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समूह ने घरेलू बाजार में मूल्य स्थिति की समीक्षा की। देश भर के खुदरा बाजारों में दालों की कीमत 187 से 190 रुपये किलो तक पहुंच गई है।
जेटली ने कहा कि सरकार ने 500 करोड़ रुपये के मूल्य स्थिरीकरण कोष के इस्तेमाल का निर्णय किया है। इसका उपयोग दालों के परिवहन, रखरखाव, मिलिंग और प्रसंस्करण के लिये किया जाएगा ताकि आयातित दालों की लागत में कमी लाई जा सके। इससे आपूर्ति बढ़ाने और कम कीमत पर खुदरा बाजार में दाल उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। साथ ही राज्यों से मुंबई के समीप जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह समेत अन्य बंदरगाहों पर पड़े दाल भंडार को उठाने के लिये कहा है।
जेटली ने कहा कि आपूर्ति बाधाओं से निपटने के लिये सरकार ने मुख्य रूप से आयात के जरिये दालों का बफर स्टॉक तैयार करने का निर्णय किया है। अंतर-मंत्रालयी समूह की बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'जेएनपीटी पर कुछ भंडार उपलब्ध होने को ध्यान में रखते हुए समूह ने भविष्य में इस प्रकार की समस्या से निपटने के लिये मुख्य रूप से आयात के जरिये दालों का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया है।'
पिछले साल मॉनसून के कमजोर रहने और बेमौसम बारिश से फसल वर्ष 2014-15 में घरेलू उत्पादन करीब 20 लाख टन घटकर 1.72 करोड़ टन रहा। इसके कारण पिछले कुछ महीनों में दाल की कीमतों में काफी उछाल आया है। दाल पर हुई बैठक में वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, संसदीय कर्य मंत्री वेंकैया नायडू, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्र और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार का प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि लोगों को दाल अंतरराष्ट्रीय मूल्य से कम दाम पर मिले। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार तुअर दाल का खुदरा मूल्य 180 रुपये किलो तक पहुंच गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 85 रुपये किलो थी।
इसी प्रकार, उड़द दाल की कीमत बढ़कर 187 रुपये किलो तक पहुंच गई है, जो पिछले साल इसी समय 99 रुपये किलो थी। दाम में ज्यादा बढ़ोतरी इन्हीं दोनों दालों में देखी गई। मूंग दाल और चने के दाम के दाम में वृद्धि हल्की रही है। आयात के अलावा सरकार ने कीमत को काबू में करने के लिये कई कदम उठाये हैं। उसने एक सीमा से अधिक दालों के भंडार रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है और जमाखोरी और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है।


अरुण जेटली बने एशिया के 'फाइनेंस मिनिस्टर ऑफ द ईयर'
14 October 2015
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली को लंदन की प्रत्रिका ‘इमर्जिंग मार्केट्स’ की ओर से ‘फाइनेंस मिनिस्टर ऑफ द ईयर, एशिया’ पुरस्कार के लिए चुना गया है। पत्रिका ने एक लेख में लिखा है कि पिछले 18 महीनों के दौरान भारत की आर्थिक सफलता के मामले में जेटली को भी कुछ सम्मान मिलना चाहिए। लेख में कहा गया है कि भारत को आर्थिक क्षेत्र में हासिल सफलता के लिए ज्यादा श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को पिछले साल ही पत्रिका द्वारा एशिया के ‘सैंट्रल बैंक गवर्नर ऑफ द ईयर’ के सम्मान से नवाजा जा चुका है। पत्रिका ने कहा है कि लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली भी कुछ सम्मान के पात्र हैं, भारत की वित्तीय दिशा के बारे में उनके फैसले और बेहतर प्रबंधन के बिना, भारत वह हासिल नहीं कर सकता था जो उसने पाया है। ‘एशिया का सबसे बेहतर वित्त मंत्री’ के लिए चुने गए अरुण जेटली वित्त मंत्री अरुण जेटली को लंदन की प्रत्रिका ‘इमर्जिंग मार्केट्स’ की ओर से ‘फाइनेंस मिनिस्टर ऑफ द ईयर, एशिया’ पुरस्कार के लिए चुना गया है।

सावधान: कल से बढ़ सकती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें
14 October 2015
नई दिल्ली। विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी के वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल डीज़ल के दाम बढ़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है। हर महीने के 15 तारिख को तेल कंपनियां पेट्रोल और डीज़ल को लेकर समिक्षा बैठक करती है। इस महीने होने वाली बैठक में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में करीब 1 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है।
दरसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में तेजी से देश की सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ गई है। इस बढ़ी लागत का भार ग्राहकों की जेब पर डालने के लि‍ए कंपनि‍यों ने पूरी तैयारी कर ली है
बीते दो हफ़्तों के दौरान विदेशी बाजार में कच्चे तेल की उछाल देखने को मिला है। 1 अक्टूबर को कच्चे तेल की कीमत 46.69 डॉलर प्रति‍ बैरल थी, जो 9 अक्टूबर को बढ़कर 50.38 डॉलर प्रति‍ बैरल पहुंच गई है। वहीँ जानकारों का मानना है कि‍ पि‍छले दि‍नों पेट्रोल का इस्तेमाल बढ़ा है, जि‍सकी वजह से कंपनि‍यों को ज्‍यादा क्रूड इंपोर्ट करना पड़ा है, जि‍सकी वजह से उनकी लागत बढ़ी है।
पिछली समीक्षा बैठक में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गई थी। डीजल की कीमत 50 पैसे बढ़ने के बाद 45.95 हो गई, जो कि पहले 44.45 रुपए प्रति लीटर थी। इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पेट्रोल और डीजल कीमतों में कटौती की गई थी। पेट्रोल 1.27 प्रति लीटर और डीजल 1.17 प्रति लीटर सस्ता हुआ था।

बाजार में हल्की गिरावट, 8120 पर निफ्टी
14 October 2015
नई दिल्ली। देश का अगस्त का औद्योगिक उत्पादन तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बीच चीन की आर्थिक सुस्ती से वैश्विक मंदी गहराने की आशंका में विदेशी बाजारों की गिरावट के दबाव में मंगलवार को शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरकर बंद हुआ। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में देश का आद्योगिक उत्पादन तीन साल के उच्चतम स्तर 6.4 फीसदी पर पहुंचने से बाजार में तेजी की उम्मीद की जा रही थी लेकिन विदेशी बाजारों की गिरावट के दबाव में बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 57.58 अंक अर्थात 0.21 फीसदी गिरकर 26846.53 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 11.90 अंक यानि 0.15 फीसदी फिसलकर 8131.70 अंक पर बंद हुआ।
चीन के आयात में सितंबर में 20 प्रतिशत की गिरावट से दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था की घरेलू मांग में सुस्ती बने रहने की आशंका में वैश्विक मंदी गहराने के खतरे से हतोत्साहित निवेशकों ने यूरोपीय और एशियाई बाजार में जमकर बिकवाली की। इसका असर सेंसेक्स और निफ्टी पर भी देखा गया। साथ ही सूचना प्रोद्योगिकी सेवा क्षेत्र की देश की दूसरी बड़ी कंपनी इंफोसिस की चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम में वर्ष 2016 के लिए राजस्व अनुमान घटाने से आईटी और टेक समूह में जारी बिकवाली से भी बाजार पर दबाव बना हुआ है।
विदेशी बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.93 फीसदी, जापान का निक्की 1.11 फीसदी, हांगकांग का हैंगसैंग 0.57 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.13 फीसदी लुढ़क गया जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.18 फीसदी की तेजी रही। इस दौरान बिकवाली होने से बीएसई का हेल्थकेयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बैंकिंग, पीएसयू, कैपिटल गुड्स, तेल एवं गैस, टेक और आईटी समूह के शेयर 0.07 फीसदी से 1.03 फीसदी तक टूटे जबकि लिवाली के सहारे ऑटो, धातु, एफएमसीजी, पावर और रियल्टी समूह के शेयर 0.02 फीसदी से 1.31 फीसदी तक चढ़े।


डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 13 पैसे कमजोर
13 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय रुपये में हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को कमजोरी देखने को मिल रही है. भारतीय रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 13 पैसे की गिरावट के साथ 64.88 के स्तर पर खुला है.
गौरतलब है कि बैंकों और आयातकों की मामूली डॉलर मांग से रुपया सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले एक पैसे की मामूली गिरावट के साथ 64.75 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बैंकों और आयातकों की आरंभिक डॉलर मांग से अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 64.82 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुला था.
अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा वर्ष के अंत तक ब्याज दर बढ़ाए जाने को लेकर संदेह बढ़ने से आरंभिक एशियाई कारोबार में सोमवार को प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर तीन सप्ताह के निम्न स्तर पर मंडराने लगा. इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर-रुपया संदर्भ दर 64.7260 रुपये प्रति डॉलर और यूरो के लिये 73.5999 रुपये प्रति यूरो निर्धारित किया था. पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपये में गिरावट आई.

ऑनलाइन खरीददारों की बल्ले-बल्ले, सबसे ज्यादा फायदा ऐसे उठाएं आप
13 October 2015
नई दिल्ली। फेस्टिवल सीजन के शुरू होते ही ऑनलाइन ई कॉमर्स कंपनियों ने ग्राहकों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए ऑफर्स और डिस्काउंट का पिटारा खोल दिया है। इस फेस्टिवल सीजन सेल में कंपनियां अपने ग्राहकों को अगले पांच से सात दिन तक भारी डिस्काउंट के साथ गिफ्ट भी देने का दावा भी कर रहीं हैं।
अमेजन, फ्लि‍पकार्ट, स्‍नैपडील, पेटीएम 13 से 17 अक्‍टूबर तक इलेक्‍ट्रॉनि‍क प्रोडक्‍ट्स के साथ ग्रॉसरी और फर्नीचर प्रोडक्‍ट्स पर अच्छे डिस्काउंट देने का दावा किया जा रहा हैं। हालांकि‍, इस बार इन ऑफर मोबाइल ऐप के द्वारा शॉपिंग करने पर ही दिए जाने की बात कही गई है।

फ्लि‍पकार्ट ऑफर्स

फ्लि‍पकार्ट की बि‍ग बि‍लि‍यन डे सेल का यह दूसरा सीजन है। पि‍छले साल के मुकाबले में इस बार अधिक डि‍स्‍काउंट और डील के ऑफर दिए जा रहे हैं। यह सेल 13 से 17 अक्‍टूबर तक चलेगी। फ्लि‍पकार्ट द्वारा इसे पांच दि‍नों को अलग-अलग सेगमेंट में बांट गया है।

13 से 17 अक्‍टूबर – कपडे, फुटवि‍यर, कि‍ड्स वेयर, पर्सनल केयर
14 से 17 अक्‍टूबर – टीवी, फर्नीचर, होम अप्‍लायंस
15 से 17 अक्‍टूबर – मोबाइल एंड एक्‍सेसरीज
16 से 17 अक्‍टूबर – इलेक्‍ट्रॉनि‍क एंड ऑटोमोटि‍व (लैपटॉप, टैबलेट)
17 अक्‍टूबर – किताबें

इन ऑफर्स का लाभ उठाने के लिए आपके पास फिल्पकार्ट का ऐप होना जरुरी है, क्योंकी यह सभी ऑफर्स केवल ऐप के माध्यम से ही उपलब्ध है। साथ ही एसबीआई, सि‍टी बैंक, यस बैंक और स्‍टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के डेबि‍ट और क्रेडि‍ट कार्ड से शॉपिंग करने पर 10 फीसदी का एक्स्ट्रा डि‍स्‍काउंट दि‍या जा रहा है।

अमेजन

अमेजन डॉट इन भी इस बार दि‍वाली पर एक्सक्यूल्सिव डील्‍स और ऑफर्स के साथ फेस्टिवल सीजन सेल की शुरुआत की है। कंप्‍यूटर, टैबलेट और मोबाइल फोन के जरि‍ए अपैरल एंड कि‍चन, इलेक्‍ट्रॉनि‍क आदि‍ पर ऑफर्स दि‍ए जा रहे हैं। यहां ऑफर 13 से 17 अक्‍टूबर तक चलेगा। वही इनके ऐप के माध्यम से 299 से अधिक की शॉपिंग करने पर एक किलो सोना जितने का भी ऑफर दिया गया है।
एचडीएफसी कार्ड यूजर्स को ऐप और साइट से शॉपिंग करने पर 15 फीसदी तक की अति‍रि‍क्‍त छूट दी जा रही है। ‘पहले ऐप’ कैंपेन के साथ 16 से 17 अक्‍टूबर के दि‍न एचडीएफसी बैंक पर अति‍रि‍क्‍त कैश बैक का ऑफर भी दे रही है।

स्‍नैपडील

स्‍नैपडील ने सबसे पहले फेस्टिवल सीजन शुरू किया है। यह एक दि‍न का ही ऑफर है। इसके तहत मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप, अप्‍लांयस, टीवी और कैमरा पर 70 फीसदी तक का डि‍स्‍काउंट दि‍या जा रहा है। इतना ही नहीं, साइट पर पहले से रजि‍स्‍ट्रेशन करने वाले 100 लकी कस्‍टमर्स को फ्री प्राइज देने का दावा कि‍या गया है।

बाजार में गिरावट, मुनाफावसूली से सेंसेक्‍स 82 अंक टूटा, निफ्टी 8,139 पर
13 October 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज गिरावट के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में मुनाफावसूली से 82 अंक गिर गया. इस गिरावट के साथ सेंसेक्‍स 26,822 अंक पर पहुंच गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 15 अंकों की गिरावट के साथ 8,129 अंक पर पहुंच गया. मिडकैप और स्‍मॉलकैप में भी गिरावट देखने को मिल रही है. मिडकैप के शेयरों में मामूली गिरावट दर्ज की जा रही है. वहीं स्‍मॉलकैप के शेयर 28 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं. सोमवार को इंफोसिस के वित्तीय नतीजे का बाजार पर असर देखने को मिला. सेंसेक्‍स 175 अंक की गिरावट के साथ 26,904.11 अंक पर बंद हुआ.
आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पडा. देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर निर्यातक कंपनी इंफोसिस का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 9.8 प्रतिशत बढकर 3,398 करोड रहा. लेकिन 2015-16 के लिये डालर आय अनुमान में कमी किये जाने से कंपनी के शेयर में शुरुआती बढत कायम नहीं रह सकी और यह 3.88 प्रतिशत नीचे आ गया. इससे आईटी सूचकांक 2.02 प्रतिशत नीचे आया. इसके अलावा वृहत आर्थिक आंकडों (आईआईपी तथा मुद्रास्फीति) के आने से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया.
अगस्त का औद्योगिक उत्पादन तथा सितंबर का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का सितंबर का आंकडा आज जारी किया जाएगा. डालर के मुकाबले रपया के 64.75 पर जाने से भी बाजार धारणा पर असर पडा. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार 225 अंक मजबूती के साथ खुला लेकिन बाद इंफोसिस के वित्तीय परिणाम आने के साथ इसमें गिरावट आयी और अंत में 175.40 अंक या 0.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,904.11 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 46.10 अंक या 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,143.60 अंक पर बंद हुआ.
कारोबार के दौरान यह 8,244.50 से 8,128.20 अंक के दायरे में रहा. जियोजीत बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘घरेलू बाजार पर इंफोसिस से दूसरी तिमाही के मिले-जुले नतीजे की शुरुआत, बिहार चुनाव तथा कालाधन मुद्दे का बाजार पर असर पडा. इसके अलावा, बाजार को आज खुदरा मुद्रास्फीति तथा औद्योगिक वृद्धि के आंकडों का इंतजार है.' सेंसेक्स में शामिल जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, वे ल्युपिन, सिप्ला, सन फार्मा, टीसीएएस, डा. रेड्डीज, विप्रो, एचडीएफसी, मारति सुजुकी, हीरो मोटो कार्प, आईटीसी, बजाज आटो, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक तथा कोल इंडिया हैं.
इसके अलावा बैंक आफ बडौदा का शेयर 3.02 प्रतिशत नीचे आया. सीबीआई द्वारा बैंक आफ बडौदा के जरिये विदेशी विनिमय नियमों का उल्लंघन कर 6,000 करोड रुपये हांगकांग भेजे जाने के मामले में नयी दिल्ली में बैंक की तीन शाखाओं की ली गयी तलाशी के बाद बैंक का शेयर नीचे आय. वहीं दूसरी तरफ धातु शेयरों में दूसरे दिन तेजी रही. ग्लेनकोर की जस्ता उत्पादन में एक तिहाई कटौती की घोषणा के बाद यह तेजी रही. वेदांता 7.0 प्रतिशत जबकि हिंडाल्को इंडस्टरीज 5.98 प्रतिशत मजबूत हुआ. कुल मिलाकर सेंसेक्स के तीस शेयरों में 16 नुकसान में रहे.


इंफोसिस को 3398 करोड़ रुपये का मुनाफा
12 October 2015
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 12.1 फीसदी बढ़कर 3398 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की पहली तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 3030 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही में इंफोसिस की आय 15635 करोड़ रुपये हो गई है। वित्त वर्ष 2015 की पहली तिमाही में इंफोसिस की आय 13026 करोड़ रुपये रही थी।
वित्त वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही में इंफोसिस की डॉलर आय 239.2 करोड़ डॉलर रही है। वित्त वर्ष 2015 की पहली तिमाही में इंफोसिस की डॉलर आय 225.6 करोड़ डॉलर रही थी।
तिमाही दर तिमाही आधार पर वित्त वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही में इंफोसिस की एबिट 3447 करोड़ रुपये के मुकाबले 3,993 करोड़ रुपये रही है।
तिमाही दर तिमाही आधार पर इंफोसिस का एट्रीशन रेट 19.2 फीसदी से बढ़कर 19.9 फीसदी हो गया है। वहीं तिमाही आधार पर इंफोसिस का यूटिलाइजेशन 75.7 फीसदी से गिरकर 74.4 फीसदी हो गया है। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 7.5 करोड़ डॉलर से ज्यादा के 3 नए क्लाइंट जोड़े हैं। वहीं दूसरी तिमाही में 5 करोड़ डॉलर से ज्यादा का 1 नया क्लाइंट जोड़ा है।
वित्त वर्ष 2016 के लिए इंफोसिस ने अपने डॉलर रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान को 7.2-9.2 फीसदी से घटा कर 6.4-8.4 फीसदी कर दिया है। इंफोसिस ने 10 रुपये प्रति शेयर लाभांश की घोषणा की है।
इंफोसिस के सीएफओ राजीव बंसल ने इस्तीफा दे दिया है, अब कंपनी के एमडी रंगनाथ कंपनी के नए सीएफओ होंगे।

बाजार में तेजी, सेंसेक्स 62 अंक चढ़ा
12 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को तेजी के साथ शुरुआत की लेकिन बाजार खुलने के कुछ मिनटों बाद ही प्रमुख सूचकांक लाल निशान में आ गए. इसके बाद से बाजार एक सीमित दायरे में घटता बढ़ता नजर आ रहा है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 62 अंकों या 0.23 फीसदी की तेजी के साथ 27,141 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 11 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 8,201.05 पर कारोबार कर रहे है.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 163.09 अंकों की तेजी के साथ 27.242.60 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 41.8 अंकों की तेजी के साथ 8,231.50 पर खुला.

अरुण जेटली ने विश्व बैंक में सुधारों पर दिया जोर
12 October 2015
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विश्वबैंक समूह में भारत सहित अन्य विकासशील देशों की अंशधारिता बढाने पर जोर दिया है जो विश्व अर्थव्यवस्था में उनके हिस्से को परिलक्षित करे. इसके साथ ही उसने विश्व बैंक की पूंजी में उल्लेखनीय वृद्धि की मांग की है ताकि विकास के लिए ऋण की जरुरतों को पूरा किया जा सके. जेटली ने कहा कि आगे भी विकास के लिए कर्ज की मांग ऊंची बनी रहेगी. उन्होंने बैंक की एक रपट का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि 2018 के बाद अधिक ऋण का स्तर ऊंचा रखने में असमर्थता की बात स्वीकार की गयी है. विश्व बैंक की इकाई आईएफसी (इंटरनेशनल फाइनांस कार्पोरेशन) तो पहले ही पूंजी की कमी से दोचार है. इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 100 अरब डालर सालाना से अधिक की राशि जुटाना की अतिरिक्त चुनौती भी है.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की विकास समिति के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए यह जरुरत व्यक्त की. उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिए वित्तपोषण तथा योजनाओं के क्रियान्वयन में विश्व बैंक की भूमिका बढाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि भारत को उम्मीद है कि 2016 की सालाना बैठक तक विश्व बैंक की अंशधारिता में सुधार के लिए किसी गतिशील फार्मूले को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस फार्मूले में ‘विकासशील देशों की आवाज, भूमिका व वोटिंग भागीदारी बढाने वाले कारक शामिल होने चाहिए और यह फार्मूला वैश्विक जीडीपी में विकासशील देशों की बढी हिस्सेदारी को परिलक्षित करने वाला हो.' जेटली ने कहा कि विश्व जीडीपी में विकासशील व ‘संक्रमण के दौर से गुजर रही' अर्थव्यवस्थाओं का हिस्सा 2008-2009 में 39 प्रतिशत था जो कि 2013-15 में बढकर 49 प्रतिशत हो गया. यह समिति विकास संबंधी मामलों पर विश्वबैंक समूह और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की मंत्री स्तरीय समिति है जो विकास के मुद्दों पर सर्वसम्मत राय बनाने का प्रयास करती है.

भारत, बांग्लादेश और भूटान शीघ्र फल देने वाले देश

जेटली ने इस बैठक में भारत के साथ साथ श्रीलंका, बांग्लादेश व भूटान का प्रतिनिधित्व किया. जेटली ने कहा कि भारत, बांग्लादेश और भूटान शीघ्र फल देने वाले देश हैं और वे अपनी जनसंख्या संबंधी विशेषताओं का इस्तेमाल कर सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कार्यकारी निदेशकों और विश्वबैंक को सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में वित्त की आवश्यकता का वस्तुनिष्ठ अध्ययन करना चाहिए. मुझे पक्का भरोसा है कि इस तरह के आकलन से विश्वबैंक समूह की पूंजी में उल्लेखनीय वृद्धि की आवश्यकता महसूस होगी ताकि विकास के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके.' उन्होंने कहा, ‘मैं चाहूंगा कि ये संसाधन नये एवं अतिरिक्त स्रोतों से जुटाये जाएं न कि गरीबी व साझा समृद्धि के लिए दी जाने वाली सरकारी विकास सहायता को काटकर. आईबीआरडी (विश्वबैंक) की ओर से मिलने वाली वह सहायता जो गैर रियायती है और जो दानदाता देशों के संसाधनों से नहीं आती है, उसे 100 अरब डालर के प्रवाह में नहीं गिना जाना चाहिए.' वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्विटर पर कहा, ‘भारत ने दोनों संस्थाओं (विश्वबैंक व मुद्राकोष) की संचालन व्यवस्था में सुधार की मांग की है ताकि विश्व के सकल घरेलू उत्पाद में विकासशील देशों की बढती हिस्सेदारी इन संस्थानों में परिलक्षित हो. वह भी विश्वबैंक-मुद्राकोष बैठक में शामिल होने आए हैं.

भारत की वृद्धि दर 7.5 फीसदी रहेगी

जेटली ने कहा, ‘हालांकि मैं यह जरुर कहना चाहूंगा कि हमारे क्षेत्र के देश वैश्विक नरमी के रुझानों के विपरीत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी आर्थिक वृद्धि दर अपेक्षाकृत अच्छी रहेगी जिसमें भारत की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत, बांग्लादेश की 6.3 प्रतिशत, श्रीलंका की 6.5 प्रतिशत और भूटान की 7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है.' वर्ष 2015 के लिए महज 4.3 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान के साथ विकासशील देशों के लिए परिदृश्य कुल मिलाकर खराब हुआ है. वित्त मंत्री ने कहा, ‘विकासशील देशों के लिए सतत रूप से बढने और समृद्धि प्राप्त करने के लिए मजबूत एवं समावेशी वृद्धि दर हासिल करना जरुरी है. सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने एवं विश्वबैंक के दोहरे लक्ष्यों के लिए भी इस तरह की वृद्धि आवश्यक है.' सतत विकास के लक्ष्यों को महत्वाकांक्षी करार देते हुए उन्होंने कहा कि इसको प्राप्त करने के लिए कर्ज और क्रियान्वयन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जरुरत है. विश्वबैंक को मानव संसाधन विकास, आर्थिक वृद्धि, रोजगार और सामाजिक भागीदारी पर काम करने की जरुरत है. जेटली ने कहा कि बहुपक्षीय विकास वित्त संस्थानों को निजी और सार्वजनिक स्रोतों से विकास के लिए व्यापक स्तर पर और दीर्घकालिक वित्त के प्रबंध के लिए और अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक द्वारा प्रस्तावित ‘पर्यावरण व सामाजिक व्यवस्था' पर चर्चा के जरिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रस्तावित व्यवस्था व्यावहारिक, क्रियान्वयन में सुविधाजनक तथा समय व साधन की दृष्टि से वहनीय हो.

आईएमएफसी की बैठक में जेटली ने वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था पर की चर्चा

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वित्त मंत्री जेटली ने कल मुद्राकोष की अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक एवं वित्त समिति (आईएमएफसी) के सीमित सत्र एवं मुद्राकोष व विश्व आर्थिक मंच द्वारा आयोजित विश्व के आर्थिक नेताओं की अनौपचारिक बैठक में भी हिस्सा लिया था. आईएमएफसी की बंद कमरे में हुई बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर में गिरावट और बाजार में उतार-चढाव व जोखिमों पर चर्चा हुई. जेटली बाद में फाइनेंशियल टाइम्स और सिटीग्रुप द्वारा ‘मुद्रा अवस्फीति तथा बिखराव के दौर में वृद्धि और स्थिरता' शीर्षक से आयोजित परिचर्चा में भी हिस्सा लिया. इस मौके पर वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में आर्थिक परिस्थितियां काफी कुछ नियंत्रण में हैं, यद्यपि देश में दो साल से मानसून सामान्य से कम रहा है. उन्होंने कहा कि कच्चे तेल व जिंसों के दाम गिरने से भारत सरकार को बुनियादी ढांचे व सिंचाई सुविधाओं पर सार्वजनिक निवेश बढाने में मदद मिली है. उन्होंने चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 35 प्रतिशत वृद्धि का उल्लेख भी किया. उन्होंने कहा कि ढांचागत क्षेत्र में सरकारी निवेश बढने से निजी क्षेत्र का निवेश उत्प्रेरित हो रहा है, मुद्रास्फीति 15 महीनों में 11 प्रतिशत से घटकर 3.7 प्रतिशत पर आ गयी है. इससे बैंकों का कर्ज और पूंजी सस्ती करने में मदद मिली है.

राजकोषीय घाटा नियंत्रण में, एफडीआई भी मजबूत

जेटली ने कहा कि भारत राजकोषीय अनुशासन के रास्ते पर है और राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 4 प्रतिशत तक सीमित रखने में कामयाब रहा है. उन्होंने कहा कि देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भी मजबूत है. वित्त मंत्री ने विदेशी मीडिया में आई रपटों का हवाला देते हुए कहा कि पिछले छह महीनों में भारत नयी परियोजनाओं में निवेश का एक प्रमुख केंद्र रहा है जो देश के प्रति विदेशी निवेशकों के ऊंचे भरोसे का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि देश का विदेशी विनिमय बाजार और वित्तीय बाजार भी संतुलित है, जबकि हाल में विश्व स्तर पर बाजारों में काफी उठापटक रही है. जेटली ने सरकार द्वारा आर्थिक नीतियों में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि सुधार का वातावरण अनुकूल है. देश में सहयोगपूर्ण संघवाद के बाद अब प्रतिस्पर्धी संघवाद का रुझान है जहां विभिन्न राज्य सरकारें महत्वपूर्ण सुधारों के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं ताकि उनके यहां कारोबारी माहौल का स्तर बेहतर दिखे, मंजूरियों में तेजी लायी जा सके और निवेश को प्रोत्साहित किया जा सके. वित्त मंत्री ने कहा कि वस्तु एवं सेवाकर विधेयक और नया दिवालिया कंपनी विधेयक पारित कराना सरकार की उच्च प्राथमिकता है.


35.8 फीसदी बढ़ा अप्रत्यक्ष कर संग्रह
10 October 2015
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 35. 8 प्रतिशत बढ़कर 3.24 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 2.38 लाख करोड़ रुपये रहा था। अप्रत्यक्ष कर संग्रह में हुयी यह बढ़ोतरी बजट अनुमान का लगभग दोगुना हो गया है।
वित्त वर्ष 2014-15 की पहली छमाही में केन्द्रीय उत्पाद शुल्क संग्रह 74019 करोड़ रुपये रहा था जो चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इसी तरह से सीमा शुल्क संग्रह भी पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही की तुलना में 17.5 प्रतिशत बढ़कर 1.03 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। सेवा कर संग्रह 24.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 95493 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

बीएसई ने 370 कंपनियों पर लगाया जुर्माना
10 October 2015
नई दिल्ली। देश के प्रमुख शेयर बाजार बीएसई ने कंपनियों के बोर्ड में कम से कम एक महिला निदेशक की नियुक्ति आदेश का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 370 कंपनियों पर जुर्माना ठोका है। बीएसई की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, 370 कंपनियों पर 1 अक्टूबर से 1.42 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया है जबकि आदेश का पालन करने की तिथि तक इन कंपनियों को रोजना 5000 रुपये के हिसाब से जुर्माना देना होगा। इसके अलावा वह इनके खिलाफ अन्य कार्रवाई भी कर सकता है।
बीएसई ने पूंजी एवं कमोडिटी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के 8 अप्रैल के आदेश का पालन करते हुए इन कंपनियों के खिलाफ जुर्माने का नोटिस भेजा है। इससे पहले जुलाई में भी वह 530 कंपनियों को नोटिस भेज चुका है। सेबी ने कम से कम एक महिला निदेशक नियुक्त करने के लिए कंपनियों को 1 अक्टूबर 2014 तक का समय दिया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 1 अप्रैल 2015 कर दिया था।

बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 234 अंक उछला
10 October 2015
नई दिल्ली। बाजार में एक दिन की गिरावट के बाद आज फिर तेजी लौटी और प्रौद्योगिकी तथा धातु शेयरें में ताजा लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 233.70 अंक की बढ़त के साथ सात सप्ताह के उच्च स्तर 27,079.51 पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि में देरी से वैश्विक स्तर पर मजबूत रूख का भी बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। कंपनियों के अगले सप्ताह से वित्तीय नतीजे आना शुरू होने से पहले बाजार में लिवाली बढ़ी है। इंफोसिस का वित्तीय परिणाम सोमवार को आने वाला है। फेडरल रिजर्व की बै"क का ब्योरा कल जारी किया गया। इसमें दिखाया गया है कि अधिकारी वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता के कारण करीब एक दशक में पहली बार ब्याज दर में वृद्धि को लेकर झिझक दिखायी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बै"क के ब्योरा सामने आने के बाद एशिया के अन्य बाजारा तथा यूरोपीय बाजारों में तेजी रही। हेम सिक्योरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, ``अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बै"क के ब्योरे में इस साल ब्याज दर में वृद्धि के कोई साफ संकेत नहीं है। रुपये में मजबूती, वैश्विक बाजारों में मजबूती तथा दुनिया भर में जिंसों के दाम में वृद्धि से भी बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।''
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूत होकर 26,974.92 करोड़ रुपये पर खुला और 27,200.44 से 26,90.59 अंक के दायरे में रहा। अंत में यह 233.70 अंक या 0.87 प्रतिशत मजबूत होकर 27,079.51 अंक पर बंद हुआ। 21 अगस्त के बाद यह स्तर देखा गया है। सेंसेक्स में कल 190.04 अंक की गिरावट दर्ज की गयी थी। पचास शेयरों वाला नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी एक समय 8,232.20 अंक के उच्च स्तर पर चला गया था लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफावसूली के बाद इसमें थोड़ी गिरावट आयी और यह 60.35 अंक या 0.74 प्रतिशत मजबूत होकर 8,189.70 अंक पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी दोनों क्रमशः 858.56 अंक ः3.28 प्रतिशतः तथा 238.80 अंक ःतीन प्रतिशतः मजबूत हुए। यह लगातार दूसरा सप्ताह है जब शेयर बाजार में तेजी रही। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक तेजी वेदांता में दर्ज की गयी। कंपनी का शेयर 11.58 प्रतिशत मजबूत हुआ जबकि टाटा स्टील 4.26 प्रतिशत चढ़ा।आवास वित्त कंपनियों के शेयर चमक में रहे। रिजर्व बैंक ने बैंकों को 30 लाख रुपये तक की संपत्ति का 90 प्रतिशत तक रिण देने की अनुमति दे दी है। एशिया के अन्य बाजारों में चीन, हांगकांग, जापान तथा सिंगापुर के बाजार में तेजी रही जबकि दक्षिण कोरिया तथा ताइवान के बाजार आज बंद रहे। यूरोप में फांस, जर्मनी तथा ब्रिटेन के बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रूख रहा। घरेलू बाजार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में 18 लाभ में रहे।


डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 15 पैसे की मजबूत
09 October 2015
नई दिल्ली। बैंकों और निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और घरेलू इक्विटी बाजार में तेजी के चलते भारतीय रुपये में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को तेजी दिखाई दे रही है. 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को 15 पैसे की मजबूती के साथ 64.90 पर खुला है.
विदेशों में डॉलर में कमजोरी के बीच बैंकों और निर्यातकों ने अमेरिकी मुद्रा की बिकवाली की, इससे भी रुपये को मजबूती मिली. आपको बता दें कि इससे पहले करीब 1 महीने पहले 13 अगस्त के बाद आज जाकर रुपया उच्चतम स्तर पर खुला है.
गौरतलब है कि आयातकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की लिवाली बढ़ने के चलते गुरुवार सुबह के कारोबार में भारतीय रुपया 18 पैसे टूटकर 65.13 पर आ गया था. इसके बाद रुपया 1 डॉलर के मुकाबले 65.05 पर बंद हुआ था.

दरों में कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएंगे बैंक
09 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एच आर खान ने आज उम्मीद जताई कि बैंक नीतिगत ब्याज दर में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएंगे.
उन्होंने यहां राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन सम्मेलन के अवसर पर कहा, ‘अलग अलग बैंकों की राय भी अलग अलग है. मुझे लगता है कि (मौद्रिक) पारेषण होगा और यह समय के साथ होगा.’
उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में 0.50 प्रतिशत कटौती की है, लेकिन बैंकों ने दर में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया है.
लघु बचतों पर ब्याज दर समीक्षा के बारे में पूछे जाने पर खान ने कहा, ‘आर्थिक मामलों के सचिव व अन्य कह चुके हैं कि वे इसे फिर से तय करने पर विचार कर रहे हैं. आलोच्य अवधि के लिए दर को सरकारी प्रतिभूतियों की दर से सम्बद्ध करने का भी सुझाव है.’ इलेक्ट्रानिक भुगतान पर शुल्क लगाने के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार ने परामर्श पत्र पेश किया है.।

सेंसेक्स करीब 300 अंक ऊपर, निफ्टी 8200 के पार
09 October 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में तेजी का सहारा घरेलू बाजारों को भी मिला है और बाजार शानदार उछाल दिखा रहे हैं। सेंसेक्स में करीब 300 अंक का उछाल दिख रहा है और निफ्टी भी 8200 के अहम स्तर के पार निकल गया है। बाजार की तेजी का आलम ये है कि सारे सेक्योरियल इंडेक्स हरे निशान में दिख रहे हैं। मिडकैप-स्मॉलकैप शेयरों में 0.8 फीसदी से भी ज्यादा की तेजी है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 298.93 अंक यानि 1.11 फीसदी की बढ़त के साथ 27143 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 85.30 अंक यानि 1.05 फीसदी चढ़कर 8214 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में मेटल सेक्टर सबसे ज्यादा 1.91 फीसदी ऊपर है और रियल्टी सेक्टर में 1.40 फीसदी की मजबूती है। पीएसयू बैंकों में 1.37 फीसदी की बढ़त बनी हुई है और बैंक निफ्टी 1.20 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहा है। फाइनेंस सेक्टर 1.28 फीसदी ऊपर है और मीडिया शेयर भी 1.11 फीसदी की बढ़त के साथ बने हुए हैं।
निफ्टी के 50 शेयरों में से केवल 3 शेयर गिरावट में हैं जबकि 47 शेयर बढ़त के हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। गिरने वाले शेयरों में कोल इंडिया 0.87 फीसदी, एशियन पेंट्स 0.14 फीसदी और टेक महिंद्रा 0.01 फीसदी नीचे हैं।
बाजार के दिग्गज चढ़ने वाले शेयरों में वेदांता 5 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है और आईसीआईसीआई बैंक 2.39 फीसदी ऊपर है। हिंडाल्को में 2.13 फीसदी और बजाज ऑटो में 1.98 फीसदी का उछाल है। ओेनजीसी 1.92 फीसदी और टाटा स्टील में 1.74 फीसदी की बढ़त बनी हुई है। एलएंडटी में 1.71 फीसदी की मजबूती है।


सेंसेक्स में शुरुआती कारोबार के दौरान 84 अंकों की बढ़त
08 October 2015
नई दिल्ली। बीएसई सेंसेक्स के सूचकांक लगातार सातवें दिन बढ़त बरकरार रही और आज के शुरुआती कारोबार में इसमें 84 अंकों से अधिक की तेजी दर्ज हुई।
अन्य एशियाई बाजारों में मिले-जुले रुझान के बीच सूचकांक आज 84.26 अंक या 0.31 प्रतिशत चढ़कर 27,120.11 पर पहुंच गया। सेंसेक्स पिछले छह सत्रों में 1,419.01 अंक मजबूत हुआ। इधर एनएसई निफ्टी भी 19.35 अंक या 0.23 प्रतिशत चढ़कर 8,196.75 पर पहुंच गया।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों के सतत प्रवाह के बीच निवेशकों द्वारा लिवाली बरकरार रहने और चीन के शेयर बाजार में तेजी से भारत का बाजार प्रभावित हुआ।

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 5 पैसे की गिरावट के साथ 65.03 पर खुला
08 October 2015
नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट के संकेतो के चलते आज के शुरुआत कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मामूली गिरावट देखी जा रही है और एक बार फिर ये 65 के पार चला गया है। 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 5 पैसे की गिरावट के साथ 65.03 पर खुला है। कल यानी बुधवार को रुपया 65 के स्तर के नीचे जाकर 64.98 पर बंद हुआ था। क्योंकि आईएमएफ के ग्लोबल ग्रोथ अनुमान में कटौती का सबसे ज्यादा असर रुपए पर पड़ा है।
बुधवार को रुपए में आई 44 पैसे की मजबूती बुधवार के सत्र में डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 44 पैसे बढक़र 64.98 के स्तर पर बंद हुआ है। इससे पहले 11 अगस्त को रुपया 65 के स्तर के नीचे बंद हुआ था। रुपए में ये मजबूती सरकारी बॉन्ड्स में विदेशी निवेशको की निवेश सीमा बढ़ाने के फैसले के बाद देखने को मिली है। केयर रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान दिया है कि रुपया छोटी अवधि तक 65 से 66 के स्तर के बीच कारोबार कर सकता है।
केडिया कमोडिटी के अजय केडिया ने अनुमान जाहिर किया है कि संकेत बेहतर रहे तो डॉलर के मुकाबले रुपया 64.80 का स्तर भी छू सकता है। हालांकि उनके मुताबिक अक्टूबरके अंत में फेडरल रिजर्व की मीटिंग से मिले संकेतों पर भी रुपए पर असर देखने को मिलेगी। अजय केडिया ने मध्यम अवधि में रुपए के 67 का स्तर छूनेका अनुमान दिया है। आईएफए ग्लोबल के सीईओ अभिषेक गोयनका ने मनीभास्कर से बातचीत में कहा कि फिलहाल रुपया अक्टूबर में 65 के स्तर पर पहुंच सकता है। इस दौरान रुपए में 65 से 66 के बीच कारोबार देखने को मिल सकता है।
इस दौरान अक्टूबर ग्लोबल मार्केट के संकेत रुपए के लिए चिंता का विषय नहीं हैं। फेडरल रिजर्व ने इसी साल दरों में बढ़ोत्तरी शुरू करने की बात कही है लेकिन एक्सपर्ट मान रहे हैं कि 28 अक्टूबर की बैठक में दरों की बढ़ोत्तरी की संभावना काफी कम है। क्यों रहेगी रुपए में मजबूती एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि फिलहाल सेंटीमेंट्स रुपए के पक्ष में हैं। एचडीएफसी सिक्युरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक छोटी अवधि में विदेशी निवेश के प्रवाह से करेंसी मार्केट्स को सहारा मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल संकेत यही हैं कि विदेशी निवेशक भारतीय मार्केट की तरफ रुख कर सकते हैं।

अंतराष्ट्रीय वैश्विक संकेतों के चलते सोना पहुंचा 1 माह के रिकॉर्ड स्तर पर
08 October 2015
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में कीमती धातुओं में तेजी के रुख को देखते हुय वैश्विक बाजार के मजबूत संकेतों और स्थानीय स्तर पर शादी विवाह की मांग के चलते आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढऩे से राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 200 रुपये चढक़र एक माह के उच्च स्तर 26,850 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। दीवाली से पहले सिक्का निर्माताओं और औद्योगिक इकाइयों की सतत लिवाली से चांदी में लगातार तीसरे दिन तेजी रही और बुधवार को यह 550 रुपये उछलकर 37,250 रुपये किलो पर पहुंच गई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिका में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार सुस्त पडऩे के संकेतों के बीच ऐसी अटकलें हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल ब्याज दरें नहीं बढ़ाएगा। इन अटकलों को देखते हुये बहुमूल्य धातुओं की कीमतें करीब एक सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गई। विदेशी बाजारों में कीमती धातुओं में तेजी के रुख को देखते हुये यहां भी मजबूती का रुख बना रहा। वैश्विक स्तर पर लंदन में आज सोना 0.12 प्रतिशत चढक़र 1,149 डॉलर प्रति औंस हो गया।
घरेलू मोर्चे पर राष्ट्रीय राजधानी में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता की कीमत 200-200 रुपये बढक़र क्रमश: 26,850 और 26,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इससे पूर्व सोना इस स्तर पर दो सितंबर को पहुंचा था। गिन्नी की कीमत भी 50 रुपये बढक़र 22,450 रुपये प्रति 8 ग्राम हो गयी।
सोने की ही तरह चांदी तैयार की कीमत 550 रुपये बढक़र 37,250 रुपये किलो और साप्ताहिक डिलीवरी 800 रुपये की तेजी के साथ 37,510 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। मांग में आई तेजी से चांदी सिक्का 1,500 रुपये की तेजी के साथ लिवाल 52,500 रुपये और बिकवाल 53,500 रुपये प्रति सैकड़ा पर बोला गया।


दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकनॉमी बना रहेगा भारत: IMF
07 October 2015
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का मानना है कि 2016 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अन्य प्रमुख उदीयमान अर्थव्यवस्थाओं से अधिक रहेगी. संगठन ने अगले साल भारत की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है जबकि इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहना अपेक्षित है. आईएमएफ ने यहां जारी नवीनतम विश्व आर्थिक परिदृश्य रपट (अपडेट) में यह अनुमान लगाया है. इसके अनुसार,‘ भारत की वृद्धि दर अन्य प्रमुख उदीयमान अर्थव्यवस्थाओं की दरों से अधिक रहने का अनुमान है.
'इसमें कहा गया है,‘ भारत की वृद्धि दर इस साल तथा पिछले साल के 7.3 प्रतिशत से मजबूत होकर अगले साल 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. हाल ही के नीतिगत सुधारों, निवेश में सुधार तथा जिंस कीमतों में नरमी आदि का फायदा वृद्धि दर को होगा. ' वहीं दूसरी ओर चीन में वृद्धि दर इस साल घटकर 6.8 प्रतिशत तथा 2016 में 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
इसके साथ ही 2015 के लिए वैश्विक वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है जो कि 2014 की तुलना में 0.3 प्रतिशत कम है. इसके अनुसार विकसित अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि दर मजबूत रहने का अनुमान है.इसके अनुसार यूरो क्षेत्र में वृद्धि में सुधार व्यापक आधार वाली रहना अनुमानित है. लातिन अमेरिका व कैरेबियाई क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों के 2016 में फिर से जोर पकडने की उम्मीद है. रपट के अनुसार भारत में मुद्रास्फीति 2015 में और घटने की उम्मीद है जो कि वैश्विक तेल तथा कृषि जिंस कीमतों में गिरावट को परिलक्षित करेगी। इसके अनुसार भारत में फौरी या अल्पकालिक वृद्धि परिदृश्य अनुकूल बना हुआ है. चालू खाते के घाटे में कमी से बाहय जोखिम कम हुए हैं.
इसके अनुसार मुद्रास्फीति में अपेक्षा से अधिक तेज कमी से सांकेतिक नीति दर में मामूली कटौती पर विचार की गुंजाइश निकलती है. लेकिन मुद्रास्फीति में कमी के लिए वास्तविक नीतिगत दरों को कड़ा रखने की जरुरत है.इसमें आगाह किया गया है कि राजकोषीय सुदृढीकरण भी अनिवार्य हैं लेकिन ये और वृद्धि अनुकूल होने चाहिए.

सेंसेक्‍स में तेजी 27000 के करीब, निफ्टी 8161 पर
07 October 2015
नई दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज फिर बढ़त के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में 54 अंकों की बढ़त के साथ 26,986 पर पहुंच गया है. काफी दिनों बाद सेंसेक्‍स 27000 के करीब पहुंचा है. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी भी मामूली बढ़त के साथ 8000 के स्‍तर के उपर चल रहा है. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शयेर भी हरे निशान में नजर आ रहे हैं. मिडकैप के शेयर 34 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. उसी प्रकार स्‍मॉलकैप में 66 अंकों की तेजी दर्ज की जा रही है. मंगलवार को बाजार में लगातार पाचवें दिन तेजी रही और बंबई शेयर बाजार का मानक सूचकांक 147.33 अंक बढकर 26,932.88 अंक पर बंद हुआ.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा हाल फिलहाल ब्याज दर में बढोतरी की आशंका दूर होने के बीच विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से बाजार में तेजी आयी. हालांकि आईटी, बैंकिंग तथा बिजली कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से लाभ थोडा कम रहा. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और एक समय 27,010.27 के उच्च स्तर पर पहुंच गया था लेकिन मुनाफावसूली के कारण यह कुछ समय के लिये नकारात्मक दायरे में चला गया. हालांकि बाद में इसमें फिर तेजी आयी और अंत में 147.33 अंक या 0.55 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,932.88 अंक पर बंद हुआ.
बीएसई सेंसेक्स पिछले पांच कारोबारी सत्रों में 1,316.04 अंक मजबूत हो चुका है और डेढ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है. इससे पहले, 21 अगस्त को यह स्तर देखा गया था. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी कल 33.60 अंक या 0.41 प्रतिशत बढकर 8,152.90 अंक पर बंद हुआ. एक समय यह 8,180.95 के उच्च स्तर पर चला गया था. सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 19 लाभ में रहे. लाभ में रहने वाले प्रमुख शेयरों में टाटा मोटर्स 5.81 प्रतिशत मजबूत होकर 333.50 पर पहुंच गया. अच्छी बिक्री के आंकडों से लगातार दूसरे दिन कंपनी के शेयर में अच्छी तेजी दर्ज की गयी. इसके अलावा आईटी, कोल इंडिया, सिप्ला, गेल, ओएनजीसी, एचयूएल, डा. रेड्डीज, वेदांता, सन फार्मा, टाटा स्टील, आरआईएल, हीरोमोटो कार्प, हिंडाल्को, आइसीआइसीआइ बैंक, भारती एयरटेल तथा एल एंड टी में तेजी रही.

फ्लोकिंग पाइप्स करेगी 100 करोड़ का निवेश
07 October 2015
नयी दिल्ली। पीवीसी पाइप्स विनिर्माता फ्लोकिंग पाइप्स ने वाणिज्यिक उत्पादन बढ़ाने के लिए तमिलनाडु में एक नए संयंत्र की स्थापना के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव किया है। एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने कारखाना लगाने के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है। कंपनी श्रीपेरूंबुदूर में मौजूदा संयंत्र में उत्पादन भी बढ़ाएगी।


शबाजार में शानदार तेजी, निफ्टी 8150 के करीब
06 October 2015
नई दिल्ली। एशियाई और अमेरिकी बाजारों की तेजी के असर से घरेलू बाजार भी उछाल दिखा रहे हैं। आज भारतीय बाजार में सेंसेक्स 130 अंक से ज्यादा के उछाल के साथ खुला है। निफ्टी भी 8150 के बेहद करीब पहुंच गया है। बाजार की तेजी में निफ्टी के 50 शेयरों में से 40 शेयर बढ़त के हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर हल्की बढ़त दिखा रहे हैं। बैंक निफ्टी में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी दिख रही है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 132.76 अंक यानि 0.50 फीसदी की बढ़त के साथ 26918 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 30.10 अंक यानि 0.37 फीसदी चढ़कर 8149 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में सेक्टोरियल आधार पर देखें तो सभी सेक्टर हरे निशान में कारोबार कर रहा हैं। फाइनेंस सेक्टर में 3.75 फीसदी, मेटल में 3.15 फीसदी और इंफ्रा में 3.07 फीसदी के उछाल के साथ कारोबार हो रहा है। पीएसयू बैक 2.5 फीसदी ऊपर हैं और सर्विस सेक्टर में भी 2.5 फीसदी से ज्यादा की तेजी बनी हुई है।
बाजार के दिग्गज शेयरों में टाटा मोटर्स 2.48 फीसदी उछला है, डॉ रेड्डीज 1.92 फीसदी और बॉश में 1.70 फीसदी की बढ़त बनी हुई है। आइडिया में 1.30 फीसदी और सन फार्मा में 1.23 फीसदी की तेजी है। विप्रो 1.10 फीसदी मजबूत है। टेक महिंद्रा और एनटीपीसी में 0.9 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दिख रही है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में बैंक ऑफ बड़ौदा 1.77 फीसदी और बजाज ऑटो 0.87 फीसदी नीचे हैं। बीएचईएल 0.71 फीसदी और जी एंटरटेनमेंट में 0.61 फीसदी की कमजोरी दिख रही है। कोटक बैंक और यस बैंक 0.47 फीसदी टूटकर कारोबार कर रहे हैं।
बीएसई मिडकैप में एचएमटी, रेस्पॉन्सिव इंडस्ट्रीज, वैभव ग्लोबल, अल्सटॉम इंडिया और अल्स्टॉम टीएंडडी में 8.51-3.09 फीसदी की तेजी बनी हुई है और गिरने वाले मिडकैप शेयरों में गोडफ्रे फिलिप, आईओबी, कोरोमंडल इंटरनेशनल, गुजरात पीपावाव, आईडीबीआई बैंक में 2.54-1.62 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है।

ऑनलाइन बेचे जा रहे चोरी के स्मार्ट मोबाइल फोन
06 October 2015
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ई-कामर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फ्लिपकार्ट को नोटिस भेजा है। छह लोगों की गिरफ्तारी और उनके पास से करीब एक करोड़ रुपये के महंगे मोबाइल फोन बरामद होने के बाद यह नोटिस भेजा गया है। इनमें से कई फोन ई-कामर्स कंपनी की वेबसाइट के जरिये बेचे गए।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई एयरपोर्ट) दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा कि यह नोटिस कंपनी के सीईओ के नाम से भेजा गया है। कंपनी से उसकी वेबसाइट के जरिये कथित रूप से बेचे गए मोबाइल फोनों की चोरी के सिलसिले में जांच में शामिल होने को कहा गया है। गुप्ता ने कहा कि कुल मिलाकर 209 फोन बरामद किए गए हैं और जांच जारी है। फ्लिपकार्ट के प्रवक्ता ने कहा कि फ्लिपकार्ट डिजिटल मार्केट प्लेस है। 40,000 से अधिक विक्रेताओं में से प्रत्येक को कड़े दिशा-निर्देशों का पालन करना होता है।

मक्खन, घी, बटर ऑयल पर आयात शुल्क बढ़ा
06 October 2015
नयी दिल्ली। सरकार ने आज मक्खन, घी और बटर ऑयल पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया है और साथ ही आगे कुछ और ऐसे कदम पहलें करने का वादा किया है ताकि वैश्विक जिंस बाजारों में गिरावट के झटकों से घरेलू उत्पादकों के हितों की रक्षा की जा सके। राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा, 'हमने आज से अगले छह महीने के लिए मक्खन, घी और बटर आयल पर आयात शुल्क बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने का निर्णय किया जो फिलहाल 30 प्रतिशत है। यह मार्च 2016 तक जारी रहेगा।Ó यह फैसला दुग्ध उत्पादकों की अपील पर किया जा रहा है जिन्होंने शुल्क के जरिए सुरक्षा की मांग की थी क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्खन, घी और बटर ऑयल के मूल्य में बड़ी गिरावट हुई है।
उन्होंने कहा कि घरेलू विनिर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए ऐसे और कदम उठाए जा सकते हैं। घरेलू उद्योग के हितों की रक्षा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'हम बहुत सजग है कि वैश्विक हालात के मद्देनजर घरेलू उद्योगों को कुछ सुरक्षा की जरूरत पड़ सकती है लेकिन उद्योगों को अपनी मांग को उचित ठहराते हुए संबद्ध विभाग को संपर्क करना होगा।' उन्होंने कहा कि वैश्विक नरमी के बीच घरेलू उद्योग और घरेलू कृषि क्षेत्र को प्रभावी सुरक्षा प्रदान करने की जरूरत है क्योंकि कुछ जिंसों का आयात बहुत बढ़ गया है। उन्होंने कहा, 'अब भारत को स्थानीय उद्योग और कृषि का ध्यान रखना है।' अधिया ने उद्योग से कहा कि वे शुल्क बढ़ाने की मांग करें तो उसके लिए उचित आधार के साथ संबद्ध विभाग के पास जाएं।


सैमसंग की मध्यप्रदेश सरकार के साथ काम करने की मंशा
Our Correspondent :06 October 2015
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सैमसंग डिजिटल सिटी का किया अवलोकन

भोपाल। सैमसंग, मध्यप्रदेश शासन के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर कार्य करने का इच्छुक है। वह भारत में कंपनी की गतिविधियाँ बढ़ाना चाहता है। भारत में सैमसंग के लिए विपणन संभावनाएँ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह जानकारी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को आज सैमसंग के उपाध्यक्ष श्री सियन हूयन ने दी। श्री चौहान ने आज दक्षिण कोरिया में सिओल के निकट सुवान स्थित सैमसंग डिजिटल सिटी और सैमसंग इनोवेशन म्यूजियम का भ्रमण किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सैमसंग की विस्तार योजनाओं का अवलोकन कर संस्थान की कार्य-प्रणाली एवं योजनाओं की गहन जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सैमसंग की भारत में व्यापार की विस्तार योजनाओं में विशेष रुचि दिखाई। श्री चौहान ने सैमसंग के प्रबंधकों को मध्यप्रदेश में सैमसंग का शोध एवं विकास केन्द्र स्थापित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र सैमसंग की भारत में भविष्य की योजनाओं के विस्तार का आधार बनेगा।
श्री चौहान के सैमसंग स्मार्ट सिटी सुवान पहुँचने पर सैमसंग के उपाध्यक्ष श्री हूयन ने उनका आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को भारत में सैमसंग के व्यापार की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही मध्यप्रदेश शासन के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर कार्य करने की अभिरुचि दिखाई। सैमसंग ने दोहराया कि भारत सहित मध्यप्रदेश उसके महत्वपूर्ण बाजारों में एक है और कम्पनी यहाँ अपने कारोबार को बढ़ाना चाहती है।
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, प्रदेश की वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया एवं प्रतिनिधि-मण्डल के अन्य सदस्य मौजूद थे। मुख्यमंत्री मंगलवार 6 अक्टूबर को सियोल में मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं पर उद्योग समूहों के साथ रोड शो करेंगे। श्री चौहान 7 अक्टूबर को स्वदेश वापस आयेंगे।।


शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में तेजी, सेंसेक्स 376 अंक उछला
05 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने आज हफ्ते के पहले दिन सोमवार के कारोबार में तेजी के साथ शुरुआत की है. शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब 1.5 फीसदी की बढ़त बना ली है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 376 अंकों या 1.43 फीसदी की तेजी के साथ 26,585 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 105 अंकों या 1.31 फीसदी की तेजी के साथ 8,055 पर कारोबार कर रहे है.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 158.47 अंकों की तेजी के साथ 26,379.42 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी तेजी के साथ 8,005.10 पर खुला.

होम लोन पर स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया लेगा 10 फीसदी तक ब्‍याज
05 October 2015
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने भले ही अपनी आधार दर को घटाकर 9.3 प्रतिशत कर दिया हो लेकिन उसके आवास ऋणधारकों को 10 प्रतिशत तक ब्याज देना पडेगा जो कि आधार दर से 0.7 प्रतिशत तक अधिक है. इस तरह से बैंक की आवास रिण ब्याज दर में वास्तविक अधिकतम कटौती 0.20 प्रतिशत तक ही होगी. आधार दर के उपर ऊंचे मार्जिन का मतलब है कि ग्राहकों को एक करोड रुपये से अधिक राशि के आवास ऋण पर वही ब्याज देना होगा. उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक की हालिया मौद्रिक नीति के बाद स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने अपनी आधार दर को 0.40 प्रतिशत घटाकर 9.30 प्रतिशत करने की घोषणा की थी.
बैंक के एक करोड रुपये से अधिक राशि वाले मैक्सगैन आवास ऋण (महिलाओं हेतु) की ब्याज दर 9.75 प्रतिशत है जिसमें केवल 0.20 प्रतिशत की कमी होगी. वहीं अन्य ग्राहकों के लिए यह 10 प्रतिशत पर ही अपरिवर्तित रहेगी भले ही बैंक ने अपनी आधार दर में 0.40 प्रतिशत की कटौती की हो. बैंक की संशोधित ब्याज दरें आज से प्रभावी हो रही है. वाणिज्यिक रियल इस्टेट (सीआरइ) मैक्सगैन ऋण खंड में एसबीआइ महिला ग्राहकों से आधार दर से 0.65 प्रतिशत तक ज्यादा या 9.95 प्रतिशत की दर से ब्याज वसूलेगा जबकि अन्य ग्राहकों के लिए यह दर 10 प्रतिशत रहेगी.
बैंक के अधिकारियों ने आधार दर से अधिक ब्याज दर रखने को उचित ठहराया और कहा कि दिसंबर 2013 के बाद से वास्तविक आवास ऋण ब्याज दर में कटौती 0.75 प्रतिशत हुई है जबकि आधार दर में कटौती 0.70 प्रतिशत रही है. अधिकारियों के अनुसार अन्य बैंकों की आधार दर अब भी 9.55 प्रतिशत ऊंची बनी हुई है जबकि दिसंबर 2013 में भी यह एसबीआइ की 10 प्रतिशत के मुकाबले 10.3 प्रतिशत थी. उल्लेखनीय है कि 29 सितंबर को रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगगत ब्याज दर में कटौती के बाद अपनी आधार दर में कटौती की घोषणा करने वाले शुरुआती बैंकों में एसबीआइ भी शामिल था.
एसबीआइ ने अपनी न्यूनतम उधारी दर या आधार दर में 0.40 प्रतिशत कटौती की घोषणा की जो कि पांच अक्तूबर यानी कल से प्रभावी होगी. हालांकि तीन अक्तूबर को सभी स्थानीय मुख्यालयों को भेजे परिपत्र में बैंक ने विभिन्न श्रेणी के ऋणों पर कल से लागू होने वाली दरों का ब्यौरा दिया है. इसके अनुसार बैंक की महिला ग्राहकों को आधार दर से 0.20 प्रतिशत अधिक ब्याज देना होगा इस तरह से कल से उनके लिए आवास ऋण की प्रभावी ब्याज दर 9.50 प्रतिशत रहेगी जो फिलहाल 9.70 प्रतिशत है.
बैंक महिलाओं को सस्ती दर पर आवासीय ऋण देते हैं. नयी व्यवस्था के तहत महिलाओं के लिए आवास ऋण पर ब्याज को आधार दर से उपर रखने की व्यवस्था लागू की गयी है जो फिलहाल 0.20 प्रतिशत उपर रखी गयी है. वहीं अन्य ग्राहकों के लिए ब्याज दर आधार दर से 0.25 प्रतिशत ऊंची होगी. इस तरह उन्हें 9.55 प्रतिशत की दर पर कर्ज मिलेगा जबकि अभी यह दर 9.75 प्रतिशत है. इस तरह से वास्तविक कटौती 0.20 प्रतिशत होगी.
एक करोड रपये से अधिक के मैक्सगेन आवास ऋण पर महिला ग्राहकों के लिए ब्याज दर घटकर 9.75 प्रतिशत पर आ जाएगी। अन्य ग्राहकों के लिए यह 9.8 प्रतिशत रहेगी. अभी इनके लिए दरें क्रमश: 9.95 प्रतिशत व दस प्रतिशत है. वहीं सीआरइ मैक्सगेन योजना में महिला ग्राहकों के लिए आवास ऋण की ब्याज दर अब 9.95 प्रतिशत जबकि अन्य ग्राहकों के लिए 10 प्रतिशत होगी. बैंक ने कहा कि ये दरें सभी प्रकार के ऋणों पर लागू होंगी. बैंक अब आवास ऋण पर ब्याज में आगे कोई रियायत नहीं देगा.

जल्द बड़े नकदी लेन-देन पर पैन कार्ड की जानकारी होगी अनिवार्य : अरुण जेटली
05 October 2015
नयी दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि घरेलू बाजार में कालेधन के सृजन पर अंकुश लगाने के इरादे से सरकार जल्दी ही एक निश्चित सीमा से अधिक के नकद लेन-देन पर पैन कार्ड का ब्योरा देना अनिवार्य करेगी।
जेटली ने फसेबुक पर अपनी एक ताजा टिप्पणी में कहा है, सरकार इस विचार पर काफी आगे बढ़ चुकी है कि अगर सौदों में नकद लेन-देन एक निश्चित सीमा से अधिक होता है तो (उसमें) पैन कार्ड का ब्योरा देने को अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाया गया है और सूचना प्राप्त करने तथा कर चोरी का पता लगाने के लिये प्रौद्योगिकी आधारित विश्लेषणात्मक उपकरण के उपयोग की उसकी क्षमता बढ़ाई गई है। जीएसटी का लागू होना इस दिखा में एक बड़ा कदम होगा।
जेटली ने कहा, इससे सोना जैसी वस्तुओं में जहां निर्यातकों द्वारा इनकी प्रारंभिक खरीद सीमा शुल्क के भुगतान के साथ की जाती है, पर उसके बाद उनका अधिकांश क्रय-विक्रय नकद में किया जाता है, जिसका आसानी से पता लगाया जा सकता है। वित्त वर्ष 2015-16 के बजट में वित्त मंत्री ने एक लाख से अधिक की खरीद-बिक्री पर स्थायी खाता संख्या :पैन: का जिक्र करने का प्रस्ताव किया था। जेटली ने कहा था, एक लाख रुपये से अधिक की खरीद या बिक्री पर पैन का जिक्र करना अनिवार्य किया जा रहा है। लेकिन इस प्रस्ताव के खिलाफ सरकार को तमाम ज्ञापन मिले थे। इसमें व्यक्तियों और उद्योग व्यापार संघो के अलावा सांसदों और विधायकों के ज्ञापन भी शामिल हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कालेधन का बड़ा हिस्सा अभी भारत में है, ऐसे में राष्ट्रीय रुख में बदलाव लाने की जरूरत है ताकि ‘प्लास्टिक करेंसी’ एक नियम बन जाए और नकदी लेन-देन अपवादस्वरूप हो और सरकार इस बदलाव को प्रोत्साहित करने के लिये विभिन्न प्राधिकरणों के साथ काम कर रही है।


माइक्रोसाफ्ट और गूगल ने एक-दूसरे के खिलाफ पेटेंट मामले वापस लिए
03 October 2015
नई दिल्ली। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियांे माइक्रोसाफ्ट और गूगल ने एक-दूसरे के खिलाफ सभी पेटेंट उल्लंघन के मामले वापस लेने की घोषणा की है.
इन कंपनियों के बीच कानूनी लड़ाई इंटरनेट आधारित मोबाइल उपकरणांे, वाईफाई और डिजिटल वीडियो के लिए प्रौद्योगिकी सुइट्स आदि शामिल हैं. हालांकि, इस सहमति के ब्योरे का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियांे का कहना है कि इनमें मोटोरोला मोबिलिटी से संबंधित मामले भी हैं.
माइक्रोसाफ्ट और गूगल ने कल संयुक्त बयान में कहा, ‘‘कंपनियां एक-दूसरे के खिलाफ पेटेंट उल्लंघन के सभी मामलों को समाप्त करेंगी. इनमें मोटोरोला मोबिलिटी से संबंधित मामले भी हैं.’’

बाजार की साप्ताहिक समीक्षा : सेंसेक्स, निफ्टी में 1 फीसदी से अधिक तेजी
03 October 2015
नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में पिछले संक्षिप्त सप्ताह में एक फीसदी से अधिक तेजी रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.38 फीसदी यानी 357.45 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 26,220.95 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.05 फीसदी यानी 82.4 अंकों की तेजी के साथ 7,950.90 पर बंद हुआ। शेयर बाजार शुक्रवार को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर बंद था।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 19 में तेजी रही। डॉ. रेड्डीज लैब (6.51 फीसदी), ल्युपिन (5.91 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (4.24 फीसदी), कोल इंडिया (3.01 फीसदी) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (2.91 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे वेदांता (12.42 फीसदी), एक्सिस बैंक (3.54 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.19 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (1.57 फीसदी) और टाटा स्टील (1.51 फीसदी)।
गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 2.08 फीसदी या 220.81 अंकों की तेजी के साथ 10,818.68 पर और स्मॉलकैप 0.92 फीसदी या 100.46 अंकों की तेजी के साथ 11,042.60 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह मंगलवार (29 सितंबर) को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बाजार को अचंभित करते हुए उसकी उम्मीद से अधिक मुख्य ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती कर दी थी। आरबीआई ने मौजूदा कारोबारी साल की चौथी दोमाही मौद्रिक नीति समीक्षा में वाणिज्यिक बैंकों को छोटी अवधि के लिए दिए जाने वाले ऋण की ब्याज दर, रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे 6.75 फीसदी कर दिया।
इसके साथ ही वाणिज्यिक बैंक द्वारा आरबीआई में छोटी अवधि के लिए जमा की गई राशि पर दी जाने वाली ब्याज दर, रिवर्स रेपो दर भी 50 आधार अंक घटकर 5.75 फीसदी हो गई। आरबीआई ने नकद आरक्षी अनुपात को हालांकि चार फीसदी पर बनाए रखा। आरबीआई ने मौजूदा कारोबारी साल के लिए विकास दर के पूर्व घोषित 7.6 फीसदी अनुमान को घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया।
बुधवार 30 सितंबर को जारी एक सरकारी आंकड़े के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 38 फीसदी योगदान करने वाले आठ प्रमुख उद्योगों की विकास दर अगस्त में 2.6 फीसदी रही। अप्रैल-अगस्त अवधि के लिए यह दर 2.2 फीसदी रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 5.6 फीसदी थी।

सीएनजी के बाद अब पीएनजी भी हो गई सस्ती
03 October 2015
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी की कीमतों में आज 80 पैसे प्रति किलोग्राम की कटौती की गई। वहीं पाइप्ड कुकिंग गैस यानी पीएनजी के दाम 70 पैसे प्रति इकाई घटाए गए हैं। प्राकतिक गैस कीमतों में 18 प्रतिशत की कमी आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
दिल्ली में वाहनों के लिए सीएनजी के दाम कल से 37़20 रपये प्रति किलोग्राम होंगे। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेट (आईजीएल) ने एक बयान में यह जानकारी दी।
दिल्ली के आसपास के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में सीएनजी के दाम 90 पैसे प्रति किलोग्राम घटाकर 42.60 रपये प्रति किलोग्राम किए गए हैं। नई दरें मध्यरात्रि से लागू होंगी। आईजीएल ने कहा कि दिल्ली में सीएनजी के दाम सबसे कम हैं। आईजीएल ने घरेलू पीएनजी के दामों में भी कल से कटौती की घोषणा की है।
दिल्ली में उपभोक्ताओं को अब पीएनजी के लिए 24.65 रुपये प्रति एससीएम या प्रति इकाई की कीमत देनी होगी। अभी तक यह 25.35 रुपये प्रति इकाई थी। इस तरह पीएनजी के दामों में 70 पैसे प्रति इकाई की कटौती की गई है।
उत्तर प्रदेश राज्य में अलग कर ढांचे की वजह से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में पीएनजी की नई कीमत 26.15 रुपये प्रति इकाई होगी, जो अभी तक 27.05 रुपये प्रति इकाई है। यानी इसमें 90 पैसे प्रति इकाई की कटौती की गई है। आईजीएल क्षेत्र में करीब छह लाख परिवारों को पीएनजी की आपूर्ति करती है।


समयसीमा खत्म होने से पहले 'कालेधन' की घोषणा करने वालों की लगी कतारें
01 October 2015
नई दिल्ली। कालेधन के बारे में खुलासा करने की समयसीमा बुधवार रात समाप्त होने से पहले स्थानीय आयकर कार्यालय में ऐसे धन की घोषणा करने वालों की खूब भीड़ देखी गई। हालांकि अभी यह पता नहीं चला है कि कितना धन कर विभाग के दायरे में आया है।
एक बारगी मिली अनुपालन सुविधा बंद होने से पहले राजस्थान और कर्नाटक जैसे राज्यों सहित विभिन्न क्षेत्रों से लोग कालेधन के बारे में घोषणा के लिए, यहां बने विशेष कार्यालयों में पहुंचे।

चार्टर्ड एकाउंटेंटों को लगाया कतार में

पूरे दिन लंबी कतारें देखी गईं। जो लोग पहुंचे, उसमें मुख्य रूप से चार्टर्ड एकाउंटेंट या उन लोगों के प्रतिनिधि थे, जिन्होंने विदेशों में रखे अघोषित धन और संपत्ति के बारे में जाने में जानकारी दी।
एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि करीब 100 लोगों ने बुधवार शाम तक अनुपालन खिड़की का उपयोग किया। उन्होंने कहा कि जयपुर के एक कारोबारी ने 41 लाख रुपये की संपत्ति की घोषणा की।

उसने कहा, 'बड़ी संख्या में घोषणा आयकर विभाग की आधिकारिक ई-फाइलिंग वेबसाइट से किए जाने की संभावना है।' इससे पहले केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि विदेशों में अघोषित संपत्ति के बारे में जानकारी देने वाली इकाइयों को खुलासे के संदर्भ में हर प्रकार की मदद दी जानी चाहिए।

दिल्ली के कनाट प्लेस दफ्तर में रही चहल-पहल

सरकार ने कहा था कि 90 दिन का अनुपालन समय 30 सितंबर को समाप्त हो जाएगा और इसमें किसी प्रकार के विस्तार से इनकार किया था। राष्ट्रीय राजधानी में कनाट प्लेस के करीब स्थित दफ्तर में चहल-पहल देखी गई। घोषणा खिड़की के उपयोग के लिए लोगों को भारी दस्तावेजों के साथ देखा गया।
सुबह जिन लोगों को देखा गया, उसमें दिल्ली के एक पिता-पुत्र थे, जिनका मोटर पार्ट्स का कारोबार है। इस बीच, मुंबई में रिजर्व बैंक ने कहा कि जो भी इकाइयां कालाधन अनुपालन खिड़की के तहत अघोषित संपत्ति का ब्योरा देती हैं, फेमा के तहत उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।

घोषणा करने वालों पर फेमा के तहर कार्रवाई नहीं

बैंकों को दी सूचना में रिजर्व बैंक ने कहा कि विदेशों में अघोषित संपत्ति के बारे में घोषणा किए जाने तथा कालाधन कानून के तहत कर एवं जुर्माने का भुगतान करने वालों के खिलाफ विदेशी विनिमय प्रबंध कानून 1999 (फेमा) के तहत कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।'

दूरसंचार उपभोक्ता संख्या जुलाई में 100.93 करोड़ : ट्राई
01 October 2015
नई दिल्ली। देश में दूरसंचार उपभोक्ता संख्या जुलाई 2015 के अंत में माह-दर-माह आधार पर 0.23 फीसदी बढ़कर 100.93 करोड़ दर्ज की गई, जो जून के अंत में 100.69 करोड़ थी। यह जानकारी बुधवार को भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी आंकड़े में दी गई।
ट्राई के मुताबिक, इस दौरान शहरों में उपभोक्ता संख्या 58.421 करोड़ से बढ़कर 58.853 करोड़ हो गई, जबकि गांवों में यह संख्या 42.275 करोड़ से घटकर 42.078 करोड़ हो गई।
देश का समग्र टेलीफोन घनत्व इस दौरान 79.98 से बढ़कर 80.09 हो गया। इस दौरान मोबाइल फोन सेवा उपभोक्ता संख्या 98.081 करोड़ से बढ़कर 98.321 करोड़ हो गई, जो माह-दर-माह आधार पर 0.25 फीसदी वृद्धि है।
तार वाली बुनियादी फोन सेवा की उपभोक्ता संख्या इस दौरान 2.615 करोड़ से घटकर 2.61 करोड़ हो गई। जुलाई 2015 में 39.8 लाख उपभोक्ताओं ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए आवेदन किया।।

भारत के लिए 'सटीक प्रवक्ता' हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन
01 October 2015
नयी दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'भारत का सटीक प्रवक्ता' करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था के प्रबंधन के मामले में बढ़िया काम कर रही है।
'आरबीआई और वित्त मंत्रालय में मतभेद नहीं'

'रॉकस्टार' सेंट्रल बैंकर कहे जाने वाले डॉ राजन ने इस बात से साफ इनकार किया कि आरबीआई, जिसे 'मिन्ट स्ट्रीट' कहा जाता है, और नॉर्थ ब्लॉक (वित्त मंत्रालय) के बीच कुछ कड़वाहट या मतभेद हैं। 52-वर्षीय रघुराम राजन के अनुसार, आरबीआई और सरकार के बीच रिश्ते काफी मजबूत रहे हैं, हालांकि उन्होंने साफ किया कि हमेशा ऐसा भी नहीं होता कि वह वित्तमंत्री के पक्ष से सहमत हों ही।
डॉ राजन ने कहा, "वरना जनता को इस बात की चिंता होने लगेगी कि केंद्रीय बैंक ज़रूरत से ज़्यादा सरकार की 'हां में हां' मिला रहा है... दूसरे शब्दों में हमें चौकीदार जैसा बने रहना चाहिए, जिसे कभी-कभी नहीं कहना भी आना चाहिए..."

खाद्य प्रबंधन के लिए मोदी सरकार की तारीफ

डॉ रघुराम राजन ने सरकार की तारीफ खाद्य प्रबंधन के लिए भी की, जिससे उनके मुताबिक लगातार दो साल सूखा पड़ने के बावजूद खाद्य मुद्रास्फीति को काबू में रखने में मदद मिली। आरबीआई प्रमुख ने यह भी कहा कि अगर आंकड़ों ने साथ दिया तो वह और भी ज़्यादा 'ध्यान रखेंगे', जिससे संकेत मिलते हैं कि वह ब्याज दरों में और भी कटौती कर सकते हैं।
भारतीय उद्योग जगत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के बारे में याद दिलाते हुए डॉ राजन ने कहा कि निवेशकों को सकारात्मक मूड में काम शुरू कर देना चाहिए, और सरकार द्वारा कदम उठाए जाने के इंतज़ार में बैठे नहीं रहना चाहिए। उनके मुताबिक, "जल्दी शुरू करने वालों को ज़्यादा लाभ होना तय है..."

'पत्नी ने मना किया, इसलिए राजनीति में नहीं आऊंगा'

हालांकि उनके कामकाज के दौरान राजनीतिज्ञों से उनका संपर्क लगातार बना रहता है, लेकिन डॉ राजन का आरबीआई गवर्नर के रूप में अपना तीन-वर्षीय कार्यकाल अगले साल पूरा हो जाने के बाद राजनीति को पूर्णकालिक करियर बनाने का कोई इरादा नहीं लगता। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह राजनीति में उतरेंगे, उन्होंने कहा, "सारे बड़े फैसले मेरी पत्नी करती हैं, और उन्होंने 'नहीं' कहा है..."


मैंने कोई दिवाली बोनस नहीं दिया है' : रघुराम राजन
30 September 2015
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने प्रमुख दरों में उम्मीद से अधिक 50 फीसदी कटौती कर बाजार को चौका दिया. हालांकि बाद में गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को अधिक उदारता बरतने की बात खारिज कर दी.
मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद राजन ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, 'मुझे नहीं पता आप मुझे क्या कहेंगे. सांता क्लाज? मैं नहीं जानता. मैं इन चीजों से प्रभावित नहीं होता. मेरा नाम रघुराम राजन है और मेरा जो काम है, मैं वही करता हूं.'
राजन ने कहा, 'मैंने कोई दिवाली बोनस नहीं दिया है.' उन्होंने कहा कि वह स्थिति को भाप कर फैसला लेते हैं और उन बातों पर ध्यान नहीं देते, जिस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री ने कहा, 'मैं यह कहना चाहता हूं कि टिकाऊपन और विकास दोनों शब्द साथ-साथ चलते हैं . दोनों जरूरी हैं. इसलिए मेरे पास जो गुंजाइश थी, मैंने वह कर दिया. मैं यह स्वीकार नहीं करता कि हम आक्रामकता अपना रहे हैं.'

सेंसेक्स 265 अंक चढ़कर 26,000 के स्तर पर पहुंचा
30 September 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में सुधार के बीच निवेशकों की सतत लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 265 अंक की बढ़त के साथ बुधवार को खुलकर 26,000 का स्तर पार कर गया, जबकि एनएसई निफ्टी 7,900 से ऊपर रहा।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 265.94 अंक की मजबूती के साथ 26,044.60 अंक पर खुला। पिछले सत्र में सेंसेक्स 161.82 अंक मजबूत रहा था। इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 80.95 अंक की बढ़त लेकर 7,924.25 अंक पर पहुंच गया।

जल्‍द ही डेढ़ लाख डीजल बसे इलेक्ट्रिक बसों में होंगी तब्दील: नितिन गडकरी
30 September 2015
नयी दिल्ली। अब देश में जल्‍द ही राज्य की परिवहन निगमों द्वारा चलाई जा रही करीब डेढ़ लाख डीजल बसों को इलेक्ट्रिक बसों में तब्दील किया जाएगा। इस बात का ऐलान कल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हरित राजमार्ग पर एक सम्मेलन में किया है। उनका कहना है कि इससे कच्चे तेल के आयात बिल में कमी होने के साथ, प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी।

इलेक्ट्रिक बसों में तब्दील

कच्चे तेल के आयात बिल में कमी लाने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही हैं। ऐसे में कल सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी हरित राजमार्ग पर एक सम्मेलन में भाग ले रहे थे। इस दौरान उन्‍होंने लोगों को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि अब पेट्रोल और डीजल वाहनों पर अंकुश लगाने का वक्‍त आ गया है। बहुत जल्‍द परिवहन निगमों द्वारा चलाई जा रही करीब डेढ़ लाख डीजल बसों को इलेक्ट्रिक बसो में तब्दील करा जाएगा। राजमार्ग मंत्रालय के साथ मिलकर इसरो जल्द ही देशज लिथियम आयन बैटरियां बाजार में उतार देगा। उनका कहना है कि इलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाली बसों से कच्‍चे तेल के आयात में काफी हद तक कमी आएगी। जिससे करीब आठ लाख करोड़ रुपये तक के बिल में फर्क पड़ेगा।

भारत प्रदूषण मुक्‍त देश

इसके अलावा उन्‍होंने केंद्र सरकार की इस नई पहल के लाभ भी गिनाए। उनका कहना है कि इस योजना से देश में वातावरण प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी। आज देश में प्रदूषण की समस्‍या एक बड़ी परेशानी बन रही है। ऐसे में सरकार ने भारत को प्रदूषण मुक्त बनाने का प्‍लान तैयार किया है। इसके लिए देश में अब बायो-डीजल व एथनॉल जैसे पर्यावरण अनुकूल ईंधन पर वाहन चलाने की पहल की हैं। इसके साथ ही सरकार अब इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने की भी कोशिश कर रही है। जिससे साफ है कि बहुत जल्‍द भारत प्रदूषण मुक्‍त देश होगा।


बाजार में जोरदार गिरावट, सेंसेक्स 260 अंक टूटा
29 September 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों की गिरावट से भारतीय बाजार भी अछूते नहीं हैं और आज घरेलू बाजार बड़ी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सेंसेक्स में 290 अंकों से ज्यादा की गिरावट है और निफ्टी भी 7700 के ऊपर बड़ी मुश्किल से टिका हुआ है। दिग्गजों के साथ मिडकैप शेयर भी गिर रहे हैं और 1 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे हैं।

कारोबार खुलने पर

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 263.40 अंक यानि 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 29353 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 82.15 अंक यानि 1.05 फीसदी फिसलकर 7713 के स्तर पर आ गया है।
बाजार में आईटी सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा 2.22 फीसदी की गिरावट मेटल सेक्टर में देखी जा रही है और बैंक निफ्टी में 1.75 फीसदी की भारी गिरावट बनी हुई है। रियल्टी सेक्टर 1.86 फीसदी फिसलकर कारोबार कर रहा है। फाइनेंस सेक्टर 1.66 फीसदी टूटा है और फार्मा सेक्टर 1.6 फीसदी नीचे है।
बाजार की गिरावट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निफ्टी के 50 शेयरों में से 46 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं और सिर्फ 4 शेयर बढ़त के हरे निशान में हैं। बाजार के दिग्गज चढ़ने वाले शेयरों में इंफोसिस 1.53 फीसदी और एचसीएल टेक 0.89 फीसदी चढ़े हैं। टेक महिंद्रा 0.28 फीसदी और कोल इंडिया 0.26 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
बाजार के दिग्गज गिरने वाले शेयरों में वेदांता 4.22 फीसदी टूटा है और भारती एयरटेल 3.08 फीसदी फिसला है। आईसीआईसीआई बैंक में 3.02 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। आइडिया सेल्युलर में 2.52 फीसदी और टाटा स्टील में 2.46 फीसदी की कमजोरी देखी जा रही है। एक्सिस बैंक 2.41 फीसदी नीचे है और बॉश 2.34 फीसदी की सुस्ती के साथ बना हुआ है।
मिडकैप शेयरों में रेस्पॉन्सिव इंडस्ट्रीज, सीसीएल इंटरनेशन, आईडीबीआई बैंक, राजेश एक्सपोर्ट्स और रेडिंग्टन में 7.95-2.32 फीसदी की तेजी दर्ज की जा रही है और गिरने वाले मिडकैप शेयरों में ओबेरॉय रियल्टी, राष्ट्रीय कैमिकल्स, रेप्को होम्स, मन्नापुरम फाइनेंस और शिपिंग कॉर्पोरेशन में 4.24-3.04 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है।

5 दिन के अंदर दूसरी बार ठप हुआ फेसबुक
29 September 2015
नई दिल्ली। सोशल मीडिया में अरबों यूजर्स को आपस में जोड़ने वाली सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक सोमवार देर रात ठप हो गई। देर रात 12.30 बजे से फेसबुक ने काम करना बंद कर दिया। हालांकि रात 1.15 पर फेसबुक ने काम करना शुरू कर दिया था।
अभी फेसबुक ठप होने के कारण का पता नहीं चल सका है। फेसबुक ने अपने पेज पर लिखा है कि कुछ गड़बड़ी हो गई है ,जिसको ठीक किया जा रहा है। आपको हो रही कठिनाई के लिए खेद है।
बताते चलें कि पांच दिन के अंदर फेसबुक की साइट दूसरी बार डाउन हो गई है। इस माह फेसबुक ने दावा किया था कि एक दिन में 1 अरब लोगों ने एक साथ फेसबुक दुनियाभर में लॉग इन किया। फेसबुक का दावा था कि दुनियाभर में अब हर सातवां इंटरनेट यूजर फेसबुक यूज कर रहा है।
रविवार को अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग से मिले थे। जहां पर उन्होंने इंटरनेट को गांवों तक पहुंचाने की बात कही थी।

ग्लोबल चिंताओं ने बिगाड़ा मूड, अमेरिकी- एशियाई बाजार फिसले
29 September 2015
नयी दिल्ली। सोमवार के कारोबारी सत्र में डाओ जोंस 312.78 प्वाइंट यानी 1.92 फीसदी गिरकर 16,001.89 पर, एसएंडपी-500 49.57 प्वाइंट यानी 2.57 फीसदी घटकर 1881.77 पर और नैस्डेक 142.53 प्वाइंट यानी 3.04 फीसदी की कमजोरी के साथ 4543.97 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 2.85 फीसदी कमजोर होकर 17155.85 अंक के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं हैंग सेंग करीब 3.60 फीसदी की कमजोरी के साथ 20450 अंको के आसपास कारोबार कर रहा है। जबकि एसजीएक्स निफ्टी 1.50 फीसदी गिरकर 7717 के आसपास कारोबार कर रहा है।
कोरियाई बाजार के इंडेक्स कोस्पी 0.22 फीसदी घटकर 1942.90 के आसपास कारोबार कर रहा है, जबकि स्ट्रेट्स टाइम्स 0.60 फीसदी की कमजोरी के साथ 2879.59 पर कारोबार कर रहा है। ताइवान इंडेक्स 0.11 फीसदी बढ़कर 8132.35 पर दिख रहा है जबकि शंघाई कम्पोजिट 1.22 फीसदी की गिरावट के साथ 3065 के आसपास कारोबार कर रहा है।


मोदी ने सुधार किए, पर हमें और चाहिए: टॉप CEO
25 September 2015
नई दिल्ली। शीर्ष अमेरिकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा है कि पिछले साल सत्ता में आने के बाद से मोदी ने कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक एवं प्रशासनिक सुधार किए हैं, लेकिन अभी और सुधार किए जाने की जरूरत है।
मोदी ने एक साल में अपने दूसरे अमेरिकी दौरे की शुरूआत जेपी मोर्गन तथा ब्लैकस्टोन सहित यहां की शीर्ष 10 प्रख्यात कंपनियों में से आठ के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात से की। इस दौरान भारतीय प्रधानमंत्री ने उन प्रयासों के बारे में बताया जो अवसंरचना जैसे मुख्य क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए पिछले 15 माह में किए गए।
मुलाकात के बाद कुछ मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने कल कहा कि सुधारों की प्रगति से वह संतुष्ट हैं। जेपी मोर्गन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स डिमोन ने कहा सरकार ने पहले ही कई सुधार किए हैं। अमेरिकी कंपनियों की ओर से मुख्य संदेश यह है कि जो आप कर रहे हैं, उसे करते रहें। मेरी मुलाकात अच्छी रही जिसमें सहयोग की भावना के साथ रचनात्मक बातचीत हुई। हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल करने की कोशिश कर रहे भारत की ओर देख रहे हैं।
मोदी से मुलाकात के बाद न्यूयॉर्क स्टेट कॉमन रिटायरमेंट फंड की विकी फुलेर ने कहा, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हम पर्याप्त बदलाव देख रहे हैं ताकि हमें लगे कि हमारी अपनी पूंजी निवेश की जा सकती है। हम देखते रहेंगे और इंतजार करेंगे। जब से वह सत्ता में आए हैं, उन्होंने कई बदलाव किए हैं। इसलिए स्पष्ट कहें तो और काम किया जाना है लेकिन एक संभावित निवेशक के तौर पर हम आशावादी हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत में आर्थिक सुधारों की गति से संतुष्ट हैं, फुलेर ने सकारात्मक जवाब दिया हां, हूं। ब्लैक स्टोन के सीईओ स्टीफन ए श्वार्जमेन ने कहा कि उन्हें लगता है कि मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने देश में पहुंच में सुधार के लिए जो सुक्षाव दिए, उन्हें प्रधानमंत्री ने खुले मन से सुना। अमेरिकी कंपनियां किस तरह के सुधार भारत में चाहती हैं, इस सवाल के जवाब में श्वार्जमेन ने कहा कई तरह के सुधार हैं ताकि अमेरिकी कंपनियां वहां बेहतरीन काम कर सकें। उन्होंने उम्मीद जताई कि सब कुछ ठीक होगा।

भारत के 100 सबसे अमीर लोगों में केवल 4 महिलाएं
25 September 2015
सिंगापुर। भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की फोर्ब्स की ताजा सूची में केवल 4 महिलाएं ही जगह बना सकी हैं जिनमें ओपी जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल और जेनेरिक दवा कंपनी यूएसवी फार्मा की चेयरपर्सन लीना तिवारी शामिल हैं।
सूची में अन्य दो महिलाएं हैं- हैवेल्स के संस्थापक कीमत राय गुप्ता की पत्नी विनोद गुप्ता और बेनेट, कोलमैन एंड कंपनी की इंदू जैन। इन 4 महिलाओं की सामूहिक संपत्ति 9.2 अरब डालर है और सूची में शामिल सभी अमीरों की कुल संपत्ति का करीब तीन प्रतिशत इन महिलाओं के पास है।
फोर्ब्स के अनुसार 100 सबसे अमीर भारतीयों की कुल संपत्ति 345 अरब डालर है। जिंदल ने 3.8 अरब डालर के नेटवर्थ के साथ भारत में सबसे धनी महिला होने का खिताब बनाए रखा है और सूची में वह 23वें पायदान पर हैं, जबकि शीर्ष पर लगातार नौवें वर्ष मुकेश अंबानी काबिज हैं जिनका नेटवर्थ 18.9 अरब डालर है।
अन्य महिलाओं में लीना तिवारी 54वें पायदान पर हैं, जबकि 1.9 अरब डालर के नेटवर्थ के साथ इंदू जैन 57वें पायदान पर हैं। वहीं विनोद गुप्ता 74वें पायदान पर हैं।

फार्च्यून की '40 अंडर 40' की सूची में 5 भारतीय
25 September 2015
नयी दिल्ली। फार्च्यून की 40 अंडर 40 की इस साल की सूची में पांच भारतीयों को जगह मिली है. यह सूची कारोबार की दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की वार्षिक रैंकिंग प्रदान करती है. इस सूची में दिव्य सुर्यदेवेरा, वास नरसिम्हन, आनंद स्वामिनाथन, अपूर्व मेहता और रश्मि सौजनी शामिल हैं. फार्च्यून की 40 अंडर 40 की सूची में शीर्ष पायदान पर वीवर्क के सह-संस्थापक व सीइओ एडम न्यूमैन हैं, जबकि दूसरे पायदान पर टेसला के जेबी स्ट्राउबेल और तीसरे पायदान पर उबेर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रेयन ग्रेव्स हैं.
सूची में शामिल अन्य हस्तियों में लिफ्ट के लोगान ग्रीन व जान जिमर, दीदी कुआइदी के सह-संस्थापक व अध्यक्ष चेंग वेई व जीन ल्यू और फिटबिट के सह संस्थापक व सीइओ जेम्स पार्क भी हैं.


इकॉनामिक टाइम्स का इन्फ्रा फोकस समिट
25 September 2015
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को आज नई दिल्ली में इकानॉमिक टाइम्स के तीसरे इन्फ्रा फोकस समिट में 'अधोसंरचना के क्षेत्र में तेजी से प्रगति करता प्रदेश' (फास्टेस्ट ग्रोइंग स्टेट इन इन्फ्रास्ट्रक्चर) अवार्ड से सम्मानित किया गया। होटल ताज पैलेस में आयोजित इस कार्यक्रम में केन्द्रीय पर्यावरण और वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रकाश जावड़ेकर ने श्री चौहान को अवार्ड प्रदान किया। समिट में कार्पोरेट और बैंकिंग क्षेत्र के दिग्गज, जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश को मिले सम्मान के उत्तर में कहा कि मध्यप्रदेश ने न केवल अधोसंरचना के विकास, बल्कि सामाजिक विकास पर भी पिछले एक दशक में भरपूर ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में समाज का कोई तबका और वर्ग ऐसा नहीं है, जो सरकार की चिंताओं से ओझल रहा हो। राज्य सरकार ने किसान, मजदूर, महिला, युवा, बुजुर्ग, बच्चे सभी के कल्याण को प्राथमिकता दी है।
श्री चौहान ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति लगातार मिल रहे राष्ट्रीय कृषि कर्मण अवार्ड से प्रमाणित होती है। उन्होंने कहा कि हमने देश में उच्चतम कृषि विकास दर हासिल करने के साथ ही उसे लगातार बरकरार रखने में भी सफलता हासिल की है। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश का सिंचित रकबा दस साल पहले के 7.5 लाख हेक्टेयर की तुलना में वर्तमान में सभी स्त्रोतों की सिंचाई मिलाकर 40 लाख हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 तक इसे 60 लाख हेक्टेयर कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश ने देश की पहली नदी जोड़ों परियोजना नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना को पूरा कर अमल में लाई गई है। अब नर्मदा-कालीसिंध-पार्वती और गंभीर नदी जोड़ो परियोजना पर काम जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारी विकास दर डबल डिजिट में है। राज्य सरकार ने 95 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण कार्य एवं सुधार कार्य किया है। जिला मुख्यालयों को संभागीय मुख्यालयों से टू लेन सड़कों के द्वारा जोड़ा गया है और संभागीय मुख्यालयों को राज्य मुख्यालय से फोर लेन सड़कों के द्वारा जोड़ा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सभी गाँव को बारहमासी सड़कों से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 62 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना लागू की गई है जिसमें 7,000 किलोमीटर से अधिक लम्बी सड़कों का काम प्रगति पर है। इससे 9,100 से अधिक गाँव सड़कों से जुड़ जायेंगे। गाँवों को कीचड़ से मुक्त करने के लिए पंच-परमेश्वर योजना में सीमेन्ट की आंतरिक सड़कें बनाई गई हैं। खेतों को सड़क से जोड़ने के लिए सुदूर ग्राम सम्पर्क एवं खेत सड़क योजना लागू की गयी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आज से 11 साल पहले यह सोचना भी मुमकिन नहीं था कि मध्यप्रदेश में कभी 24 घंटे बिजली मिल सकती है। सरकार ने घरेलू और औद्योगिक उपयोग के लिए 24 घंटे और खेती के लिए 10 घंटे बिजली देने का चमत्कार कर दिखाया है। वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में सिर्फ 4,530 मेगावाट बिजली थी जबकि आज हमारे पास 15 हजार 400 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। राज्य वैकल्पिक ऊर्जा के उत्पादन को भरपूर बढ़ावा दे रहा है। एशिया का सबसे बड़ा 130 मेगावाट का सोलर एनर्जी प्लांट नीमच में लगा है और दुनिया का सबसे बड़ा 750 मेगावाट का सोलर प्लांट रीवा में स्थापित होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के सभी 51 हजार गाँवों को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है। श्री चौहान ने कहा कि शहरों में समय-सीमा के भीतर अधोसंरचना के कार्य पूरे करने के लिए लगभग 4000 करोड़ लागत की नई परियोजनाएँ शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री नगरीय पेयजल योजना और एडीवी योजना में 231 शहरों में पेयजल संबंधी कार्य प्रगति पर हैं। सभी शहरी गरीबों को मकान देने के लिए 5 लाख मकानों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभी तक 50 हजार से अधिक मकान बन चुके हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तीकरण हकीकत में आकार ले रहा है। लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या विवाह और कन्या निकाह योजना के साथ अनेक महिला हितैषी योजनाएँ सफलता से लागू की गयी हैं। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में अब औद्योगिक विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। बड़े उद्योगों और निवेशकों का विश्वास प्रदेश में लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी, मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार और मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना जैसी योजनाओं के जरिये पूरे प्रदेश में छोटे उद्योगों का जाल बिछाया जा रहा है। कोशिश यह है कि प्रदेश के युवा रोजगार पाने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अवार्ड के लिये प्रदेश के चयन पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इकॉनामिक टाइम्स और अवार्ड की ज्यूरी ने प्रदेश की उपलब्धियों का सम्मान कर और अच्छा काम करने की प्रेरणा दी है।
केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने अधोसंरचना के विकास के साथ ही प्रदेश में पिछले दस वर्ष में हर क्षेत्र में हुई प्रगति और विकास की भूरि-भूरि सराहना की। उन्होंने कृषि और सिंचाई, महिला सशक्तिकरण, वंचित वर्गों के कल्याण और शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं के विस्तार के कामों को उल्लेखनीय बताया। श्री प्रकाश जावड़ेकर ने उम्मीद की कि मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री श्री चौहान के कुशल नेतृत्व में अपने नागरिकों की सभी आकांक्षाओं की पूर्ति करने में सक्षम राज्य बनेगा। उन्होंने अवार्ड के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान और प्रदेशवासियों को बधाई दी।

शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में गिरावट, सेंसेक्स 55 अंक नीचे
24 September 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने आज हफ्ते के चौथे दिन गुरुवार के कारोबार में गिरावट के साथ शुरुआत की है. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 55 अंकों या 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 25,769 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 4.40 अंकों या 0.06 फीसदी की गिरावट के साथ 7,842 पर कारोबार कर रहा है.बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 24.94 अंकों की गिरावट के साथ 25,798.05 पर खुला.
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 8 अंकों की गिरावट के साथ 7,838.40 पर खुला.

फ्लिपकार्ट के को फाउंडर सचिन और बिन्नी बंसल बने नए अरबपति
24 September 2015
मुंबई। फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल देश के ताजातरीन अरबपति हैं. दोनों में से प्रत्येक की संपत्ति 8,582 करोड़ रुपये (1.3 अरब डॉलर) है. यह जानकारी बुधवार को फोर्ब्स पत्रिका द्वारा जारी अमीरों की नई सूची से मिली.

इंडियन ई-कॉमर्स से पहले अरबपति बने सचिन-बिन्नी

पत्रिका ने एक बयान में कहा, भारतीय ई-कॉमर्स से पहला अरबपति मिला. फ्लिपकार्ट के संस्थापक (बंसल) ने पहली बार हमारी अमीरों की सूची में 1.3 अरब डॉलर (प्रत्येक) के साथ 86वें पायदान पर प्रवेश किया है.' रिलायंस के मुकेश अंबानी लगातार नौवें साल सूची में पहले स्थान पर रहे. हालांकि उनकी संपत्ति 4.7 अरब डॉलर घटकर 18.9 अरब डॉलर रह गई है. सन फार्मा के दिलीप सांघवी दूसरे स्थान पर बने हुए हैं. उनके पास 18 अरब डॉलर संपत्ति है. विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी 15.9 अरब डॉलर के साथ सूची में तीसरे स्थान पर बने रहे. बयान में कहा गया है, 'देश के 100 सर्वाधिक धनी लोगों की कुल संपत्ति 345 अरब डॉलर रही, जो 2014 में 346 अरब डॉलर थी.'

सातवां वेतन आयोग जल्द, 48 लाख कर्मचारियों को मिलेगा फायदा
24 September 2015
नयी दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतनमान में संशोधन के लिये गठित सातवां वेतन आयोग अपनी सिफारिशों के साथ तैयार है और जल्दी ही अपनी रिपोर्ट वित्त मंत्रालय को सौंप देगा. वेतन आयोग की सिफारिशों से करीब 48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों तथा 55 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा. इससे पहले, अगस्त में सरकार ने आयोग का कार्यकाल चार महीने बढा दिया था और उसे 31 दिसंबर तक सिफारिशें देने को कहा था.
सूत्रों के अनुसार, 'आयोग सिफारिशों के साथ तैयार है और जल्दी ही रिपोर्ट सौंपेगा.' आयोग की सिफारिशों का राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतन पर भी असर पड सकता है. आयोग को सिफारिशें देने के लिये मूलरुप से 18 माह का समय दिया था जिसकी समाप्ति से एक दिन पहले उसका कार्यकाल बढा दिया गया. न्यायाधीश ए.के. माथुर की अध्यक्षता वाले आयोग की नियुक्ति फरवरी 2014 में की गयी थी और उसकी सिफारिशें एक जनवरी 2016 से प्रभाव में आएंगी.
सरकार अपने कर्मचारियों के वेतनमान में संशोधन के लिये हर 10 साल पर वेतन आयोग का गठन करती है और प्राय: राज्य सरकार भी कुछ संशोधनों के साथ इन्ही सिफारिशों को स्वीकार कर लेती है. मीना अग्रवाल, आयोग की सचिव हैं जबकि अन्य सदस्यों में 1978 बैच के सेवानिवृत आईएएस अधिकारी, विवेक राय और अर्थशास्त्री रथिन रॉय शामिल हैं. इससे पहले सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को एक जनवरी 2006 से और पांचवें वेतन आयोग की सिफारिशों को एक जनवरी 1006 से लागू किया था.


महासागरीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए भारत-अमेरिका शुरू करेंगे महासागर वार्ता
23 September 2015
नई दिल्ली। विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि भारत और अमेरिका ने महासागर वार्ता शुरू करने का फैसला किया है जिसका उद्देश्य महासागरीय अर्थव्यवस्था के सतत विकास को आगे बढ़ाना है. केरी ने भारत अमेरिका रणनीतिक एवं वाणिज्यिक वार्ता के समापन पर कहा कि हम महासागरीय अर्थव्यवस्था के सतत विकास को आगे बढ़ाने के लिए नयी महासागर वार्ता शुरू कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि दुनिया के महासागर हर जगह चुनौतीपूर्ण बन रहे हैं. केरी ने कहा कि महासागरों में आश्चर्यजनक रूप से या तो मछलियों की संख्या बहुत अधिक हो रही है या घट रही है और विश्व की मत्स्य संपदा के प्रबंधन के प्रयास के लिए देशों का एक साथ आना आवश्यक है ताकि इस ग्रह में स्वीकार्य प्रक्रियाओं को सतत बनाया जा सके.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि दोनों देशों ने भारत के विदेश सचिव और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों के लिए अमेरिकी सहायक उप विदेश सचिव के बीच एक नयी उच्च स्तरीय वार्ता शुरू करने का फैसला किया है . उन्होंने कहा हम एनएसजी सहित चार बड़ी बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं की भारत की सदस्यता के लिए अमेरिका द्वारा समर्थन दोहराए जाने का स्वागत करते हैं.

500 व 1,000 रुपये के नये नोट जारी करेगा रिजर्व बैंक
23 September 2015
मुंबई। रिजर्व बैंक अतिरिक्त खूबियों के साथ 500 रुपये और 1,000 रुपये के नये बैंक नोट जारी करेगा. ये नोट ऐसे होंगे जिसे दृष्टिहीन भी छूकर पहचान सकेंगे.
आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ दृष्टिहीन व्यक्ति बैंक नोटों की आसानी से पहचान कर सके, इसके लिए दो और खूबियां जोड़ी गई हैं.'' बैंक का कहना है कि सभी मौजूदा नोट भी चलन में बने रहेंगे.।

बाजार में आज भी गिरावट, सेंसेक्‍स 200 अंक टूटा, निफ्टी 7800 के नीचे
23 September 2015
नयी दिल्ली। बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स आज दूसरे दिन भी गिरावट के साथ खुला है. सेंसेक्‍स करीब 200 अंकों के नुकसान पर खुला और शुरुआती कारोबार में 191.93 अंकों की नुकसान के बाद 25,455 अंक पर पहुंच गया. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 76 अंकों की गिरावट के साथ 7,736 अंकों पर पहुंच गया. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. मिडकैप के शेयर 90 अंकों के नुकसान पर कारोबार कर रहे हैं, वहीं स्‍मॉलकैप में 63 अंकों की गिरावट दर्ज की जा रही है. बाजार में कल मंगलवार को भारी गिरावट का दौर चला.
यूरोप में प्रारंभिक कारोबार में भारी बिकवाली और एडीबी द्वारा भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटाने के बाद घरेलू बाजार में चौतरफा बिकवाली दबाव से सेंसेक्स 541 अंक से अधिक टूटकर 26,000 से नीचे आ गया. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 7,900 से नीचे आ गया. ब्याज दरों को यथावत रखने के अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय के बाद यूरोपीय बाजार दबाव में हैं. फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के शेयर सूचकांक तीन प्रतिशत तक टूट गये.
30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला, लेकिन चौतरफा बिकवाली दबाव से यह 541.14 अंक नीचे 25,651.84 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स का 10 सितंबर के बाद यह सबसे निचला स्तर है. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान दिन के निचले स्तर 7,787.75 अंक पर आ गया. हालांकि थोडा लिवाली समर्थन मिलने से यह मामूली रूप से उबरा और 165.10 अंक नीचे 7,812 अंक पर बंद हुआ.

निवेशकों की संपत्ति एक लाख करोड रुपये घटी

शेयर बाजारों में मंगलवार को तेज गिरावट के चलते निवेशकों की कुल संपत्ति एक लाख करोड रुपये से अधिक घट गई. बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.36 लाख करोड रुपये घटकर 93.33 लाख करोड रुपये रह गया. हेम सिक्युरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, 'यूरोपीय बाजारों में गिरावट, चीन की चिंताओं, मुनाफा वसूली के चलते सूचकांकों में तेज गिरावट आई.' एशियाई विकास बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान आज घटाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया। इसका असर भी बाजार पर साफ दिखाई दिया.


निफ्टी 8000 के पार, सेंसेक्स 125 अंक मजबूत
22 September 2015
नई दिल्ली। घरेलू बाजारों में अच्छी बढ़त के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में ही निफ्टी 8000 के पार निकल गया है, तो सेंसेक्स 125 अंक मजबूत हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.5 फीसदी की तेजी नजर आ रही है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 126 अंक यानि 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ 26,319 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 40 अंक यानि 0.5 फीसदी बढ़कर 8,017.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा, इंफोसिस, वेदांता, पीएनबी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो और बीएचईएल जैसे दिग्गज शेयरों में 1.9-1.2 फीसदी की मजबूती आई है। हालांकि हिंडाल्को, जी एंटरटेनमेंट, पावर ग्रिड, गेल, एनटीपीसी और एचयूएल जैसे दिग्गज शेयरों में 2.1-0.1 फीसदी तक की कमजोरी आई है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.7 फीसदी बढ़कर 12,920 के स्तर पर नजर आ रहा है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.75 फीसदी की बढ़त के साथ 11,000 के पार निकल गया है।
मिडकैप शेयरों में रेस्पोंसिव इंडस्ट्रीज, एमएमटीसी, अनंत राज, माइंडट्री और सीसीएल इंटरनेशनल सबसे ज्यादा 9.2-4.5 फीसदी तक उछले हैं। स्मॉलकैप शेयरों में बिन्नी, हर्क्यूल्स होईस्ट्स, एजिस लॉजिस्टिक्स, स्किपर और एसटीसी सबसे ज्यादा 18-5.5 फीसदी तक बढ़े हैं।

प्याज और दालों का आयात बढ़ने से जल्द घटेंगी कीमतें
22 September 2015
नयी दिल्ली। आयातित दलहन भारत में इस सप्ताह से आना शुर होगा जबकि आयातित प्याज अक्तूबर के पहले सप्ताह से आना शुरू होगा, जिससे दोनों ही कमोडिटी की घरेलू उपलब्धता बढ़ेगी और इनकी बढ़ती खुदरा कीमतों पर ब्रेक लगेगा।
जहां तक उड़द दाल का सवाल है, उसकी पहली खेप 20 अक्तूबर तक पहुंचेगी। एक इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी ने सूचित किया कि 5,000 टन तुअर दाल के आयात की निविदा जारी करने वाली संस्था एमएमटीसी ने कहा है कि देश के बंदरगाहों पर 1,800 टन दाल दलहन की पहली खेप 23 और 24 अक्तूबर को पहुंचेगी।
इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी देश में आवश्यक खाद्य जिंसों की कीमतों और इनकी उपलब्धता की समीक्षा करती है। खाद्य मंत्रालय ने एक बयान के मुताबिक एमएमटीसी ने बताया है कि आयात की पहली खेप के तहत 888 टन और 984 टन दलहन चेन्न्ई बंदरगाह और जेएनपीटी, मुंबई बंदरगाह पर क्रमश: 23 सितंबर 2015 और 24 सितंबर 2015 को पहुंचेगा।
तुअर दाल की 5,000 टन की पूरी की पूरी खेप इन दो बंदरगाहों पर 20 अक्तूबर तक पहुंचेगी। समिति ने यह भी फैसला किया कि चूंकि आयातित तुअर दाल के लिए केवल आंध्र प्रदेश से ही ठोस अनुरोध प्राप्त हुआ है, इसलिए आयातित दलहन की पहली खेप उन्हें आवंटित की जा सकती है।

वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत एक चमकता सितारा है: निर्मला सीतारमण
22 September 2015
नयी दिल्ली। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि चीन जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थओं द्वारा अनुभव किए जा रहे वित्तीय संकट के बावजूद भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक चमकते हुए हुए सितारे की तरह मौजूद है तथा चुनौतियों के बावजूद यह एक निश्चित गति बरकरार रखे हुए है।
उन्होंने कहा, भारत वैश्वित अर्थव्यवस्था में अपनी विशिष्ट जगह बनाए हुए है। उन्होंने यह बात यहां अमेरिकी विशेषज्ञ संस्था कार्नेगी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस द्वारा आयोजित पैनल चर्चा 'भारत अमेरिका आर्थिक सहयोग : तेजी से आगे बढ़ने को तैयार' विषय में भाग लेते हुए कही।
सीतारमण ने कहा, इसके बावजूद मैं अपने वित्त मंत्री के शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अभी तक यही कहूंगी कि भारत एक चमकते हुए सितारे की तरह खड़ा है। क्योंकि यदि आप मानकों को देखेंगे तो हमारा सात से साढ़े सात प्रतिशत की दर से विकास हो रहा है। साथ ही यह एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जिसमें चुनौतियां होने के बावजूद यह भारतीय अर्थव्यवस्था के वृद्धि की निश्चित गति बरकरार रखे हुए है जबकि वैश्विक मांग जस की तस बनी हुई है।
सीतारमण ने कहा कि वैश्विक मांग, अर्थव्यवस्था और अगले कुछ महीनों में क्या हो सकता है, इस संभावना पर गौर करने के लिए बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है और सकारात्मक उर्जा की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि मांग में शिथिलता सभी अर्थव्यवस्थाओं में दिखाई पड़ रही है।
अमेरिका द्वारा ट्रांस पैसेफिक एवं अटालांटिक व्यापार समझौतों के लिए अग्रिम चरण की बातचीत किए जाने के बीच सीतारमण ने इन धारणाओं से इंकार किया कि भारत को प्रमुख वैश्विक व्यापार समझौतों से अलग रखा जा रहा है। उन्होंने कहा, यदि आप देख रहे हैं कि भारत को अलग रखा जा रहा है तो वास्तव में यह सत्य नहीं है। इस परिसंवाद में उनसे सवाल किया गया था कि क्या भारत को ट्रांस पैसेफिक भागीदारी में अलग रखा जा रहा है।


शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में गिरावट, सेंसेक्स 215 अंक लुढ़का
21 September 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने आज हफ्ते के पहले दिन सोमवार के कारोबार में गिरावट के साथ शुरुआत की है. कारोबार के शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी ने आधे फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 215 अंक या 0.82 फीसदी की गिरावट के साथ 26,004 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 62 अंक या 0.78 फीसदी की गिरावट के साथ 7,920 पर कारोबार कर रहे है.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गिरावट के साथ 26,107.98 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 7,911.50 पर खुला.

देश की 8.9% कंपनियों में महिला सीईओ : रिपोर्ट
21 September 2015
नयी दिल्ली। कंपनियों में महिला सीईओ नियुक्त करने के मामले में भारत विकसित देशों से काफी आगे निकल चुका है। क्रेडिट सुइस रिसर्च ने सितंबर की रिपोर्ट में यह बात कही है। भारत में 8.9 फीसदी सीईओ पद पर महिलाएं हैं। वैश्विक औसत 3.9 फीसदी का है। दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी अमेरिका में मात्र 3.5 प्रतिशत सीईओ महिला हैं। क्रेडिट सुइस ने विश्व की तीन हजार कंपनियों के 28 हजार शीर्ष पदों के आंकड़ों के आधार पर यह रिपोर्ट बनाई है। ‘वूमन इन बिजनेस’ रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर सीईओ पदों पर महिलाओं की कम भागीदारी पर चिंता जताई गई है।
इसके मुताबिक जिम्मेदारी देने के मामले में उनसे भेदभाव किया जाता है। उनके हिस्से में कम प्रभाव वाले पद ज्यादा आते हैं। उच्च प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी वैश्विक स्तर पर 12.9 फीसदी है, लेकिन सीईओ पदों पर उनका प्रतिशत मात्र 3.9 है।

हम अमेरिका व चीन से आगे

पुर्तगाल 33.3
बेल्जियम 16.7
सिंगापुर 15
नीदरलैंड 12.5
हांगकांग 12.5
थाईलैंड 12.5
इंडोनेशिया 11.8
भारत 8.9
ब्रिटेन 5.1
रूस 2.4
ऑस्ट्रेलिया 4.5
अमेरिका 3.5
चीन 3.2
विश्व औसत 3.9
(आंकड़े फीसदी में। जर्मनी, जापान और फ्रांस में आंकड़ा शून्य के करीब)

आर्थिक सुधार सतत चलने वाली प्रक्रिया होगी और इसका कोई पूर्णविराम नहीं होता: अरुण जेटली
21 September 2015
नयी दिल्ली। आर्थिक सुधारों की प्रक्रिया जारी रखने और राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखने की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि आर्थिक सुधार सतत चलने वाली प्रक्रिया होगी और इसके लिए कोई पूर्णविराम नहीं होता है। साथ ही उन्होंने कहा, प्रगतिशील राज्य सड़कों, स्मार्ट शहरों और इन्फ्रा परियोजनाओं के लिए अपने भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव चाहते हैं। केंद्र ने उन्हें आगे बढ़ने को कहा है। वित्तीय घाटा कम हो रहा है और महंगाई काफी हद तक नियंत्रण में है। सुधार आगे की दिशा में सतत रूप से बढ़ रहे हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का क्रियान्वयन सरकार की प्राथमिकता सूची में बहुत ऊपर है। यहां बड़े विदेशी संस्थागत निवेशकों एवं कंपनियों से मुलाकात के दौरान जेटली ने कहा कि सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने और आर्थिक सुधारों के पथ पर बढ़ते रहने के प्रति प्रतिबद्ध है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए राजकोषीय घाटा कम कर 5.55 लाख करोड़ रुपए तक करने का लक्ष्य रखा है जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.9 फीसदी है। उन्होंने कहा कि जीएसटी को लागू कराना सरकार की प्राथमिकता सूची में बहुत ऊपर है।
बहरहाल, नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राजग सरकार विपक्ष के कड़े विरोध के कारण संसद के मानसून सत्र में जीएसटी पर संविधान संशोधन विधेयक पारित नहीं करा सकी थी। लोकसभा में जीएसटी विधेयक पारित किया जा चुका है, लेकिन राज्यसभा में इसे मंजूरी नहीं मिल सकी है जहां सत्ताधारी भाजपा के पास बहुमत नहीं है।
सरकार ने जीएसटी के क्रियान्वयन के लिए एक अप्रैल 2016 की समयसीमा तय कर रखी थी, लेकिन अब इस तारीख तक इसे लागू करा पाने की संभावना कम दिख रही है। बैठक के दौरान कॉरपोरेट बांड बाजार, मुद्रा डेरिवेटिव्स बाजार और बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति के विकास से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई। बाद में वित्त मंत्री ने हांगकांग व्यापार विकास परिषद और फिक्की की ओर से भोज पर आयोजित बैठक को संबोधित किया जिसमें भारत एवं चीन के बीच बढ़ते व्यापार एवं निवेश संबंध और इस बाबत हांगकांग की ओर से निभाई जा रही भूमिका पर जोर दिया।


कॉर्पोरेट मंत्रालय ने दी उद्यमियों को बड़ी राहत
लघु उद्योग भारती के प्रयासों को मिली कामयाबी ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस की दिशा में बड़ा कदम- जितेन्द्र गुप्त

19 September 2015
क्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के राष्ट्रीय संगठन लघु उद्योग भारती ने भारत सरकार के कंपनी मामलात मंत्रालय की ओर से 15 सितम्बर को जारी किए गए नोटिफिकेशन के लिए आभार जताया है. गौरतलब है कि इस गज़ट नोटिफिकेशन के जरिए देशभर में प्राइवेट कंपनीज़ के संचालन में निदेशकों के रिश्तेदारों से भी अब डिपॉजिट्स लिए जा सकेंगे।
कंपनीज़ एक्ट-2013 के सेक्शन-73 में किये गए इस संशोधन को एलयूबी के नव निर्वाचित राष्ट्रीय महामंत्री जितेन्द्र गुप्त ने सभी कारोबारियों और विशेष तौर पर लघु उद्यमियों के लिए बड़ी राहत बताया. उन्होंने कहा कि इस कदम से ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस का वातावरण बनाने में बड़ी मदद मिलेगी।
म.प्र. के अध्यक्ष डॉ. नेमीचंद जैन ने कहा कि लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश मित्तल के नेतृत्व में उद्योगों के संचालन से जुड़ी इस बड़ी समस्या के लिए लगातार सरकार पर दबाव बनाया गया था. जैन ने कहा कि हाल ही में इस मुद्दे को लेकर वित्त और कंपनी मामलात मंत्री अरुण जेटली से भी दिल्ली में लघु उद्योग भारती के शिष्टमंडल ने भेंट कर इस मसले पर उद्यमियों को राहत देने की अपील की थी. और आख़िरकार लघु उद्योग भारती के प्रयासों को सफलता मिली।

सोने में दिखी तेजी, अमेरिकी क्रूड 5% लुढ़का
19 September 2015
नई दिल्ली। मांग घटने की आशंका में कच्चे तेल में भी गिरावट जारी है। इसके चलते अमेरिकी ऑयल एंड गैस कंपनियों ने भी लगातार तीसरे हफ्ते ऑयल रिग्स में कटौती कर दी है। इसके बाद क्रूड में कमजोरी और गहरा गई। अमेरिकी क्रूड 5 फीसदी लुढ़क कर 45 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गया है, वहीं ब्रेंट क्रूड 48 डॉलर प्रति बैरल के नीचे है।
हालांकि अमेरिकी फेड के ब्याज दरें न बढ़ाने के फैसले के बाद सोने में तेजी देखने को मिली है, सोना 3 हफ्ते के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। फिलहाल कॉमेक्स पर भाव 1140 डॉलर के करीब है।

खाने के तेल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ी
19 September 2015
नयी दिल्ली। सरकार ने खाने के तेल और खाने के कच्चे तेल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है। खाने के कच्चे तेल पर इंपोर्ट ड्यूटी 7.5 फीसदी से बढ़कर 12.5 फीसदी हो गई है। वहीं रिफाइंड ऑयल पर भी इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी हो गई है। यानी रिफाइंड ऑयल और रिफाइंड क्रूड ऑयल दोनों पर इंपोर्ट ड्यूटी 5-5 फीसदी बढ़ा दी गई है। आपको बता दें कि सीएनबीसी-आवाज़ ने सबसे पहले आपको खाने के तेल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की खबर दी थी।
इस फैसले के बाद रिफाइंड ऑयल का इंपोर्ट महंगा हो गया है। घरेलू इंडस्ट्री को बचाने के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है। इंडस्ट्री की क्रूड ऑयल पर ड्यूटी बढ़ाकर 25 फीसदी करने की मांग थी और रिफाइंड ऑयल पर ड्यूटी 15 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी करने की मांग थी। भारत दुनिया में खाद्य तेल का सबसे बड़ा खरीदार है और कच्चे तेल, सोने के बाद भारत में सबसे ज्यादा इंपोर्ट खाद्य तेल का ही होता है। भारत अपनी कुल जरूरतों का आधा से ज्यादा खाद्य तेल इंपोर्ट करता है। इस साल खाद्य तेल का इंपोर्ट 14 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
पिछले 1.5 साल में कच्चे तेल की इंपोर्ट की कीमतों में 35 फीसदी की गिरावट आ चुकी है जबकि रिफाइंड ऑयल के इंपोर्ट में तो 45 फीसदी की कमी आ चुकी है। इसके चलते इन एडिबल ऑयल का इंपोर्ट करना काफी सस्ता हो गया था और इससे घरेलू खाने के तेल की इंडस्ट्री पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था। इंपोर्टेड तेल सस्ता होने के चलते घरेलू तेल इंडस्ट्री इतनी सस्ती कीमत पर तेल का उत्पादन नहीं कर पा रही थी और इसके चलते घरेलू तेल इंडस्ट्री का उत्पादन क्षमता से 20-30 फीसदी कम हो रहा था। हालांकि इससे कंज्यूमर को कोई फायदा नहीं होगा लेकिन इंडस्टी और किसानों के लिए ये काफी फायदे की खबर है। इस खबर के बाद खाने के तेल वाली कंपनियों के शेयर में 5-5 फीसदी की तेजी देखी जा रही है।
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडेक्ट्स के चेयरमैन अदि गोदरेज का कहना है कि खाने के तेल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ना इंडस्ट्री और किसानों के लिए काफी अच्छी खबर है। इससे घरेलू तेल इंडस्ट्री के लिए अपना माल बेचना आसान होगा जो मुश्किल हो रहा था। हालांकि गोदरेज कंज्यूमर के ऊपर इस खबर का कोई निगेटिव असर नहीं होगा लेकिन भारत की इकोनॉमी को फायदा होगा। इससे भारतीय किसानों को अपने उत्पाद का बेहतर दाम मिल पाएगा।.

सेंसेक्स में 500 अंकों की उछाल, निफ्टी भी 150 अंक चढ़ा
19 September 2015
नयी दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को तेजी के साथ शुरुआत की. यह तेजी लगातार बरकरार है जिसके चलते दोपहर के कारोबार में शेयर बाजार में जोरदार उछाल देखने को मिल रही है. कारोबारी सत्र में सेंसेक्स ने 500 अंक और निफ्टी ने 150 अंकों की जोरदार छलांग लगाई है.
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स फिलहाल 429 अंक या 1.65 फीसदी की तेजी के साथ 26,393 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 130 अंकों या 1.65 फीसदी की तेजी के साथ 8,029 पर कारोबार कर रहे है.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 26,130.36 पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 7,967.45 पर खुला.
गौरतलब है कि फेडरल रिजर्व ने अमेरिकी ब्याज दरों कोई बढ़ोतरी न करके इसे रिकॉर्ड निचले स्तर पर बरकरार रखा. इस सकारात्मक ग्लोबल संकेत का असर शुक्रवार को घरेलु शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है.


वालेन्टरी कंप्लायंस स्कीम
19 September 2015
श्रम विभाग द्वारा श्रम कानून की प्रक्रियाओं को सरल करने के लिये गत डेढ़ वर्ष में विशेष प्रयास किये गये हैं। राज्य शासन की वॉलेन्टरी कम्प्लायंस स्कीम की केन्द्र और अन्य राज्यों द्वारा भी सराहना की गयी है। योजना में 16 श्रम कानून का सरलीकरण करते हुए 61 के स्थान पर मात्र 1 रजिस्टर रखने का प्रावधान किया गया है। साथ ही अब नियोजक को कार्यालयों में 13 रिटर्न के स्थान पर मात्र 2 वार्षिक रिटर्न ही दाखिल करने होते हैं।
वालेन्टरी कम्प्लायंस स्कीम का लाभ लगभग 10 लाख नियोजक को मिल रहा है। अक्टूबर, 2014 से प्रारंभ यह योजना प्रदेश के सभी कारखानों (अति-खतरनाक को छोड़कर) दुकानों एवं वाणिज्यिक स्थापनाओं पर लागू है। इसमें 13 केन्द्रीय और 3 राज्य के कुल 16 श्रम कानून में प्रक्रिया और प्रावधानों को सुविधाजनक बनाया गया है।
संस्थानों को बार-बार के निरीक्षणों से मुक्ति मिली है। पाँच वर्ष में संस्थान का अधिकतम एक बार ही निरीक्षण होगा। यह निरीक्षण भी पूर्व सूचना के बाद ही होगा। योजना में शामिल होने के इच्छुक नियोजक से कोई शुल्क नहीं लिया जाता। नियोजक को संस्थान में कार्यरत श्रमिक संख्या 20 तक होने पर आवेदन-पत्र के साथ 5000 रुपये की सुरक्षा-निधि, 21 से 100 श्रमिक पर 10 हजार, 101 से 300 श्रमिक पर 25 हजार, 301 से 500 श्रमिक पर 40 हजार, 500 से अधिक श्रमिक पर 50 हजार रुपये की सुरक्षा-निधि, बैंक गारंटी या डी.डी. के रूप में श्रमायुक्त को देनी होती है। यह निधि हर वर्ष के लिये अलग-अलग न होकर सिर्फ एक बार ही जमा करवानी होती है और पाँच वर्ष बाद वापसी योग्य होती है।
योजना में आवेदन ऑन एवं ऑफलाइन दोनों तरह से किये जा सकते हैं। नियोजक के लिये योजना में किसी भी समय प्रवेश और किसी भी समय बाहर आना पूर्णत: स्वैच्छिक है। योजना में शामिल होने के लिये एकल नियोजक, प्रोप्रायटरशिप स्थापना, फर्म के नियोजक द्वारा स्वयं, पार्टनरशिप फर्म में कोई भागीदार अथवा प्रबंधक, कंपनी की स्थिति में कंपनी द्वारा अधिकृत निदेशक या प्रबंध संचालक, कारखाने की स्थिति में अधिभोगी या कारखाना प्रबंधक आवेदन-पत्र एवं घोषणा-पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं।

सेंसेक्स में 400 अंकों का उछाल, निफ्टी 8000 के पार
18 September 2015
नई दिल्ली। बाजार जोरदार तेजी की उड़ान भर रहा है। सेंसेक्स में 400 अंकों से ज्यादा का उछाल आ गया है और निफ्टी में भी 120 अंकों की बेहतरीन तेजी देखी जा रही है। निफ्टी ने 8000 का अहम स्तर पार कर लिया है। 31 अगस्त 2015 के बाद निफ्टी 8000 के स्तर के पार गया है। बाजार में लार्जकैप शेयरों के साथ मिड-स्मॉलकैप शेयरों में जबर्दस्त तेजी देखी जा रही है। मिडकैप शेयर 1.55 फीसदी ऊपर हैं और स्मॉलकैप शेयर 1.36 फीसदी उछले हैं।

सुबह 10:07 बजे

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 405.18 अंक यानि 1.56 फीसदी की बढ़त के साथ 26369 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 119.70 अंक यानि 1.52 फीसदी चढ़कर 8018 के स्तर पर आ गया है।
सेक्चरवार आधार पर देखें तो बैंकिंग शेयर 3.76 फीसदी ऊपर हैं। फाइनेंशियर शेयरों में 2.85 फीसदी की भारी तेजी बनी हुई है औररियल्टी शेयरों में 2.45 फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार हो रहा है। मीडिया सेक्टर 2.26 फीसदी ऊपर है और सर्विस सेक्टर भी 2 फीसदी की जोरदार बढ़त दिखा रहा हैं।
बाजार के दिग्गज चढ़ने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक 4.75 फीसदी, बैंक ऑफ बडौ़दा 4.57 फीसदी ऊपर है। पीएनबी में 3.81 फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक में 3.68 फीसदी का उछाल बना हुआ है। एनएमडीसी में 3.64 फीसदी और एसबीआई में 3.42 फीसदी का उछाल है। एमएंडएम में 3.22 फीसदी और एचडीएफसी बैंक में 3 फीसदी की तेजी बनी हुई है।
बाजार के दिग्गज गिरने वाले 2 शेयरों में टाटा मोटर्स 2.01 फीसदी टूटा है और गेल में 1.11 फीसदी की गिरावट है। केर्न इंडिया 1 फीसदी फिसला है और एचयूएल में 0.33 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है।
मिडकैप शेयरों में राजेश एक्सपोर्ट्स, क्रिसिल, यूनियन बैंक, गृह फाइनेंस और जिंदल सॉ में 7.87-5.01 फीसदी की तेजी देखी जा रही है जबकि मिडकैप गिरने वाले शेयरों में एसकेएस माइक्रोफाइनेंस, हिंद नेट ग्लास, गुजरात गैस, गोल्ड लाइन और साइेंट में 12.28-3.94 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है।

भारतीय रुपया 2 हफ्ते रिकॉर्ड स्तर पर, डॉलर के मुकाबले रुपये में 30 पैसे की मजबूती
18 September 2015
नयी दिल्ली। फेडरल रिजर्व के अमेरिकी ब्याज दरों को रिकॉर्ड निचले स्तर पर बरकरार रखने के फैसले से डॉलर में कमजोरी आई है. इसके चलते शुक्रवार को भारतीय रुपये ने जोरदार शुरुआत की और यह 2 हफ्ते के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. भारतीय रुपया शुक्रवार को 1 डॉलर के मुकाबले 30 पैसे की मजबूती के साथ 66.15 पर खुला है.
रुपया काफी समय से एक सीमित दायरे में बना हुआ था. गौरतलब है कि फेडरल रिजर्व ने कमजोर वैश्विक अर्थव्यस्था , निम्न मुद्रास्फीति और अस्थिर वित्तीय बाजारों के जोखिमों के कारण अमेरिकी ब्याज दरों को निचले स्तर पर बरकरार रखा जिसके चलते डॉलर को ज्यादा मजबूती नहीं मिली.

फेडरल रिजर्व ने निम्न मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए अहम ब्याज दर को नहीं बदला
18 September 2015
वाशिंगटन। फेडरल रिजर्व ने कमजोर वैश्विक अर्थव्यस्था, निम्न मुद्रास्फीति और अस्थिर वित्तीय बाजारों के जोखिमों के कारण अमेरिकी ब्याज दरों को रिकॉर्ड निचले स्तर पर बरकरार रखा।
बहुप्रतिक्षित बैठक की समाप्ति पर फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी रोजगार क्षेत्र की स्थिति मजबूत है, लेकिन वैश्विक दबाव आर्थिक गतिविधियों को कम कर सकती है।
चीन में सुस्ती के संकेतों ने अमेरिका और वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों के मन में डर पैदा कर दिया है। तेल की कम कीमतें और डॉलर के ऊंचे भाव के कारण महंगाई निम्न स्तर पर है।


गणेश चतुर्थी पर शेयर बाजार बंद, 18 सितंबर को फिर से शुरू होगा कारोबार
17 September 2015
नई दिल्ली। देश के शेयर बाजार गुरुवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर बंद है. इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में कारोबार नहीं होगा.
दोनों ही शेयर बाजारों में शुक्रवार 18 सितंबर को कारोबार फिर से शुरू होगा. महाराष्ट्र में गणेश पूजा उत्सव 10 दिनों तक धूम-धाम से मनाया जाता है. भाऊसाहेब लक्ष्मण जावाले ने 1892 में इस उत्सव की शुरुआत की थी. वह पेशे से चिकित्सक थे तथा स्वतंत्रता संग्राम के समर्थकों में थे. इस उत्सव को लोक उत्सव और भव्य रूप देने का काम स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने किया.
पिछले कारोबार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 258.04 अंकों की तेजी के साथ 25,963.97 पर और निफ्टी 70.05 अंकों की तेजी के साथ 7,899.15 पर बंद हुआ था.

डिजिटल खंड में 5000 करोड रुपये निवेश करेगी हिंदुजा वेंचर्स
17 September 2015
नयी दिल्ली। हिंदुजा वेंचर्स लिमिटेड अपने नवोन्मेषी प्रसारण प्लेटफार्म एनएक्सटी डिजिटल के लिए बुनियादी ढांचा खडा करने के लिए अगले डेढ साल में कम से कम 5000 करोड रुपये निवेश करेगी. हिंदुजा-एचआइटीएस ‍हैडंड इन द स्काई अपने एनएक्सटी डिजिटल ब्रांड के तहत मल्टी सिस्टम आपरेशंस व लोकल केबल आपरेटरों को सेवा देगी. हिंदुजा ग्रुप इंडिया के चेयरमैन अशोक पी हिंदुजा ने संवाददाताओं से कहा कि हम तीसरे व चौथे चरण के डिजिटलीकरण वाले बाजारों पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
हम तीसरे चरण के डिजिटलीकरण में 25-30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. हम अपनी सेवाओं की शुरुआत के लिए बुनियादी ढांचे तथा कोप केबल आपरेटर प्रीमाइस इक्विपमेंट में 5000 करोड रुपये निवेश करेंगे. उन्होंने कहा कि यह निवेश प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा. हिंदुजा वेंचर्स लिमिटेड की पूर्ण अनुषंगी ग्रांट इन्वेस्ट्रेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक टोनी डीसूजा ने कहा कि हमारी अगले डेढ साल में दिसंबर 2016 तक 5000 करोड रुपये निवेश करने की योजना है. हमने पहले ही बडा निवेश किया है.

छोटे लोन के लिए RBI ने दी लिए 10 बैंकों को मंजूरी
17 September 2015
मुंबई। रिजर्व बैंक ने छोटे किसानों और सूक्ष्म उद्योगों को बुनियादी बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज और इक्विटास होल्डिंग्स समेत 10 इकाइयों को लघु ऋण बैंक स्थापित करने की मंजूरी दे दी।
रिजर्व बैंक से जिन अन्य इकाइयों को मंजूरी मिली है, उनमें एयू फाइनेंसर्स (जयपुर), कैपिटल लोकल एरिया बैंक (जालंधर), दिशा माइक्रोफिन (अहमदाबाद), ईएसएएफ माइक्रोफाइनेंस (चेन्नई), जनलक्ष्मी फाइनेंशियल (बेंगलूरू), आरजीवीएन (पूर्वोत्तर), माइक्रो फाइनेंस (गुवाहाटी), सूर्योदय माइक्रो फाइनेंस (मुंबई) व उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस (वाराणसी) शामिल हैं।
छोटे लोन के लिए RBI ने दी लिए 10 बैंकों को मंजूरी रिजर्व बैंक ने छोटे किसानों और सूक्ष्म उद्योगों को बुनियादी बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज और इक्विटास होल्डिंग्स समेत 10 इकाइयों को लघु ऋण बैंक स्थापित करने की मंजूरी दे दी।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही केंद्रीय बैंक ने भुगतान बैंक शुरू करने के लिए 11 इकाइयों को मंजूरी दी थी। इनके अलावा, पिछले साल दो नई इकाइयों- आईडीएफसी और बंधन को सम्पूर्ण बैंकिंग सेवा लाइसेंस दिया गया है। इनमें से बंधन ने पिछले महीने परिचालन शुरू कर दिया जबकि आईडीएफसी बैंक अगले महीने से कामकाज शुरू कर सकता है।

रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि सैद्धांतिक मंजूरी 18 महीने के लिए वैध रहेगी ताकि ये इकाइयां लघु ऋण बैंकों की स्थापना संबंधी दिशानिर्देशों का अनुपालन कर काम शुरू करने की तैयारी कर सकें। लघु ऋण बैंक छोटे किसानों, कुटीर उद्योग चलाने वाले उद्यमियों, अति लघु व लघु उद्योगों एवं असंगठित क्षेत्र की इकाइयों को प्राथमिक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा सकते हैं जिसमें एक सीमित स्तर की जमाएं स्वीकार करना और छोटे ऋण देना शामिल है। आरबीआई को लघु ऋण बैंक लाइसेंस के लिए 72 आवेदन मिले थे।


वोडाफोन ने पेश किया ‘ऑल इन वन’ रोमिंग पैक
16 September 2015
नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनी वोडाफोन इंडिया ने खासतौर पर दिल्ली और एनसीआर सर्किल में अपने प्रीपेड ग्राहकों के लिए‘ऑल इन वन’रोमिंग पैक पेश किया है जिसमें एक एकल रीचार्ज में लोकल टॉक टाइम, एसटीडी, इनकमिंग व आउटगोइंग मिनट शामिल हैं.
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि इस पैक के साथ कंपनी के ग्राहक देश में कहीं भी यात्रा करते समय लोकल टॉकटाइम का आनंद उठा सकते हैं. इसके अलावा, कंपनी के दिल्ली-एनसीआर के ग्राहक ‘बढ़ी हुई वैधता’पैक लेकर अपने करीबी लोगों के संपर्क में बने रह सकते हैं.
इसके तहत 66 रपए के टाप अप पर 95 मिनट का रोमिंग शुल्क मुक्त टाक टाइम मिलेगा और इसकी वैधता 28 दिन रहेगी. इसी तरह 156 रपए पर 230 मिनट फ्री रोमिंग काल सुविधा मिलेगी. इसके अलावा कंपनी ने इसकी वैधता बढाने की योजना भी पेश की है.
वोडाफोन इंडिया के कारोबार प्रमुख (दिल्ली) अपूर्व मेहरोत्रा ने कहा, ‘ वोडाफोन के आंतरिक विश्लेषण से पता चला कि दिल्ली व एनसीआर के औसतन 30 प्रतिशत प्रीपेड ग्राहक त्यौहारी सीजन में यात्रा पर होते हैं. इसी बात को ध्यान में रखकर हमने यह पेशकश की है.’

कालेधन पर लगाम के लिए RBI और नेपाल राष्ट्र बैंक में समझौता
16 September 2015
नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने निगरानी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए नेपाल राष्ट्र बैंक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया. रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय बैंक ने निगरानी सहयोग और निगरानी सूचना के आदान-प्रदान के लिये नेपाल राष्ट्र बैंक एनआरबी के साथ सहमति पत्र एमओयू पर हस्ताक्षर किए. समझौते पर एनआरबी के कार्यकारी निदेशक नारायण पौडेल तथा रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मीना हेमचं ने हस्ताक्षर किए.

नेपाल राष्ट्र बैंक

नेपाल राष्ट्र बैंक नेपाल का केंद्रीय बैंक है. यह नेपाल में बैंकों और वित्तीय संस्थाओं का सुपरवाइज करता है और मौद्रिक नीति को निर्देशित करता है. नेपाल राष्ट्र बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय दर और देश के विदेशी मुद्रा भंडार की देखरेख करने के साथ ही विदेशी मुद्रा नीति को भी कंट्रोल करता है.

भारत के निर्यात में लगातार कमी
16 September 2015
नयी दिल्ली। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत के निर्यात में लगातार नौंवें महीने कमी आई है. अगस्त में निर्यात 20.66 फीसद तक यानी 21.26 अमरीकी डॉलर तक गिर गए. इससे व्यापार घाटा और बढ़ गया है.
देश के निर्यात में आई इस इस कमी का कारण वैश्विक मंदी और दुनिया भर में घटती उत्पाद कीमतों को माना जा रहा है.
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में सोने के बढ़े आयात के कारण आयात में भी 9.95 फीसद गिरावट आई है.
इससे व्यापार घाटा 12.47 अरब अमरीकी डॉलर तक बढ़ गया है.
पैट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में गिरावट

बहरहाल, जुलाई की तुलना में अगस्त में व्यापार घाटा थोड़ा कम हुआ है. जुलाई में व्यापार घाटा 12.81 अरब अमरीकी डॉलर था.
पिछले साल अगस्त में ये आंकड़ा 10.66 अरब अमरीकी डॉलर था.
निर्यात में जिन क्षेत्रों में गिरावट देखी गई उनमें पैट्रोलियम उत्पाद(47.88 फीसदी), इंजीनियरिंग(29 फीसदी), चमड़ा और चमड़ा उत्पाद(12.78 फीसदी) और कालीन(22 फीसद) हैं.
निर्यातकों ने लगातार गिरावट पर चिंता ज़ाहिर की है. फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइज़ेशन के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा है कि सरकार को इस गिरावट को रोकने के लिए तत्काल ब्याज़ अनुदान स्कीम जैसे कुछ कदम उठाने चाहिए.


शेयर बाजार में हल्की गिरावट, छोटे-मँझोले शेयर सपाट
15 September 2015
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में आज उतार चढाव बना हुआ है। शेयर बाजार ने आज कारोबार की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ की लेकिन शुरुआती घंटे में बाजार की चाल में उतार चढाव बना हुआ है।
सुबह 9.45 पर सेंसेक्स अंक या 58 अंक 0.22% की मामूली गिरावट के साथ 25,799 पर है। वहीं एनएसई (NSE) निफ्टी (Nifty) इस समय 28 अंक या 0.35% की गिरावट के साथ 7,844 पर चल रहा है। यह लगातार लाल और हरे निशान के बीच झूल रहा है।
आज सुबह सेंसेक्स (Sensex) 52 अंक या 0.20% की बढ़त के साथ 25,908 पर खुला। वहीं एनएसई (NSE) में निफ्टी ने 37 अंक या 0.47% की बढ़त के साथ 7,867 पर कारोबार की शुरुआत की।
छोटे-मँझोले शेयरों में लगभग सपाट स्थिति में चल रहे हैं। जहाँ बीएसई मिडकैप में 0.09% की मामूली गिरावट दिखायी दे रही है और बीएसई स्मॉलकैप 0.04% ऊपर चल रहा है, एनएसई के सीएनएक्स मिडकैप 0.04% नीचे है और सीएनएक्स स्मॉलकैप भी 0.20% की बढ़त पर चल रहा है।
क्षेत्रवार देखें तो आज क्षेत्रों में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है। रियल्टी (0.61%), एफएमसीजी (0.60%), तेल-गैस (0.25%), हेल्थकयर (0.18%), पावर (0.12%), आईटी (0.09%) हरे निशान में हैं। वहीं मेटल (-0.82%), कंज्यूमर ड्यूरेबल (-0.45%), बैकिंग (-0.43%), ऑटो (-0.38%), कैपिटल गुड्स (-0.13%), टीईसीके (-0.9%) नीचे चल रहे हैं। (शेयर मंथन, 15 सितंबर 2015)

सेबी ने दी इंडिगो के आईपीओ को मंजूरी
15 September 2015
नयी दिल्ली। जानकारी है कि इंटर ग्‍लोब एविएशन, निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी इंडिगो की मूल कंपनी को बाजार नियामक सेबी की ओर से 2500 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी दे दी गई है। इंडिगो को मिली इस प्रस्तावित पेशकश के तहत कंपनी के 1,272 करोड़ रुपये मूल्य के नये शेयर जारी करने की योजना तैयार की जा रही है। गौर करें तो अब इससे विमानन कंपनी के लिए मार्केट से पूंजी जुटाने का रास्ता साफ हो गया है।

ऐसी है जानकारी

बताया जा रहा है कि ठीक इतनी ही राशि को मौजूदा शेयरधारकों की ओर से 3.01 करोड़ तक शेयर बिक्री के जरिए जुटाने की भी योजना है। इसको लेकर 11 सितंबर को ही भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनी को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी थी। बताया गया है कि कंपनी ने आईपीओ के जरिये 2,500 करोड़ रुपये जुटाने के बारे में विवरण पुस्तिका को इस साल जून में सेबी के पास जमा कर दिया था। बताते चलें कि इंटर ग्लोब एविएशन इंडिगो ब्रांड से विमानन कंपनी का परिचालन करती है।

तीन महीने पहले किया था आवेदन

गौरतलब है कि आईपीओ के माध्यम से 2,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए इसी साल जून में आवेदन कर दिया गया था। इसके लिए ये भी जानना जरूरी है कि इंटरग्लोब एविएशन, इंडिगो ब्रांड के अंतर्गत मार्केट शेयर के लिहाज से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी का परिचालन करती है। शेयर की ऐसी बिक्री के लिए सिटीग्रुप, जेपीमॉर्गन इंडिया, मॉर्गन स्टैनली, बारक्लेज, यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी मैनेजर की भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं।

रिजर्व बैंक ने सहारा इंडिया फाइनेंशियल कार्प का एनबीएफसी पंजीकरण किया रद्द
15 September 2015
नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने सहारा इंडिया फाइनेंशियल कारपोरेशन का गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के रूप में पंजीकरण रद्द कर दिया है. इसके साथ सात साल से अधिक पुराने मामले का निपटान हो गया है. केंद्रीय बैंक ने आज एक बयान में कहा, 'पंजीकरण प्रमाणपत्र रद्द होने के बाद यह कंपनी गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान का काम नहीं कर पाएगी.' इस निर्णय के अनुसार लखनऊ मुख्यालय वाली इस एनबीएफसी का लाइसेंस तीन सितंबर से रद्द माना जाएगा.
इसका पंजीकरण दिसंबर, 1998 में हुआ था. इससे पहले जुलाई में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने समूह की अन्य कंपनियों के म्यूचुअल फंड व पोर्टफोलियो प्रबंधन लाइसेंस रद्द कर दिये थे. सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय 4 मार्च, 2014 से जेल में हैं. निवेशकों को हजारों करोड रुपये लौटाने के मामले में सहारा समूह का बाजार नियामक सेबी के साथ लम्बे समय से विवाद है.
उल्लेखनीय है कि समूह की कंपनी सहारा इंडिया इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन लिमिटेड ने सितंबर 2008 में रिजर्व बैंक को सूचित किया कि 'वह स्वेच्छा से गैर बैंकिंग वित्तीय कारोबार से हट रही है.' रिजर्व बैंक ने चार जून 2008 को एक अन्य आदेश में सहारा इंडिया फिनांशल कारपोरेशन लिमिटेड को आम निवेशकों से जमाएं स्वीकार करने से रोक दिया.।


ईज ऑफ डूइंग बिजनेस
15 September 2015
भारत सरकार द्वारा 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के सन्दर्भ में विभिन्न राज्यों के स्तर पर किए गए सुधारों के मूल्यांकन में मध्यप्रदेश को 'एस्पाइरिंग लीडर स्टेट्स' के रूप में चिन्हित किया गया है। केन्द्रीय उद्योग मंत्रालय द्वारा विश्व बैंक, के.पी.एम.जी., सी.आई.आई. एवं फिक्की के सहयोग से किए गए मूल्यांकन में देश के सभी राज्य में मध्यप्रदेश को पाँचवां स्थान प्राप्त हुआ है। 'एस्पाइरिंग लीडर स्टेट्स' श्रेणी में सम्मिलित अन्य 06 शीर्ष राज्य गुजरात, आन्ध्रप्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, उडीसा एवं राजस्थान हैं।
इस श्रेणी में उन राज्यों को सम्मिलित किया है, जिनके द्वारा किए गए सुधारों का मूल्यांकन 50 से 75 प्रतिशत के बीच आँका गया है। मध्यप्रदेश का स्थान देश के अन्य विकसित औद्योगिक प्रदेशों, जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब इत्यादि से काफी ऊपर है। किसी भी राज्य को 75 प्रतिशत से ऊपर की श्रेणी में मूल्यांकन प्राप्त नहीं हुआ। यह भी उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुसार केवल 30 जून, 2015 तक किए गए सुधारों को मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल किया गया था। प्रदेश में श्रम विभाग से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं का सरलीकरण एवं सुधार इसके बाद ही लागू हुए हैं। इस कारण उन्हें मूल्यांकन में शामिल नहीं किया जा सका।


भारत सरकार के मूल्यांकन के अनुसार राज्यवार श्रेणीकरण

श्रेणी

राज्य

प्राप्त स्कोर

 

श्रेणी

राज्य

प्राप्त स्कोर

1

गुजरात

71.14%

17

हिमाचल प्रदेश

23.95%

2

आन्ध्रप्रदेश

70.12%

18

केरल

22.87%

3

झारखण्ड

63.09%

19

गोआ

21.74%

4

छत्तीसगढ़

62.45%

20

पुडुचेरी

17.72%

5

मध्यप्रदेश

62.00%

21

बिहार

16.41%

6

राजस्थान

61.04%

22

असम

14.84%

7

उडीसा

52.12%

23

उत्तराखण्ड

13.36%

8

महाराष्ट्र

49.43%

24

चण्डीगढ़

10.04%

9

कर्नाटक

48.50%

25

अण्डमान एवं निकोबार

9.73%

10

उत्तरप्रदेश

47.37%

26

त्रिपुरा

9.29%

11

पश्चिम बंगाल

46.90%

27

सिक्किम

7.23%

12

तमिलनाडु

44.58%

28

मिजोरम

6.37%

13

तेलंगाना

42.45%

29

जम्मू और कश्मीर

5.93%

14

हरियाणा

40.66%

30

मेघालय

4.38%

15

दिल्ली

37.35%

31

नागालैण्ड

3.41%

16

पंजाब

36.73%

32

अरुणाचल प्रदेश

1.23%

इस रिपोर्ट में मध्यप्रदेश में एमपी ट्रायफेक के माध्यम से लागू सिंगल विण्डो प्रणाली, भूमि आवंटन एवं बिल्डिंग प्लान एप्रूवल, पर्यावरण/ प्रदूषण संबंधी स्वीकृतियों के लिए ऑनलाइन प्रणाली, विद्युत कनेक्शन प्राप्त करने की प्रक्रिया के सरलीकरण को सराहा गया है। इसके अतिरिक्त, श्रम-सुधारों के रूप में प्रदेश में लागू 'वालिंटयरी कम्प्लाइंस स्कीम' का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है, जिसमें विभिन्न श्रम कानूनों के अन्तर्गत 13 रिटर्न के स्थान पर केवल 01 रिटर्न भरने तथा 01 रजिस्टर रखे जाने का प्रावधान है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि व्यापारिक विवादों के निपटारे के लिए ई-कोर्ट्.स श्रम कानूनों से संबंधित निरीक्षणों, लेण्ड बैंक और औद्योगिक भूमि की पहचान के लिये जी.आई.एस. सिस्टम इत्यादि जैसे चिन्हित क्षेत्रों में सुधारों पर ज्यादातर राज्यों में प्रभावी काम होना बाकी है।
विश्व बैंक के भारत स्थित कंट्री डायरेक्टर श्री ओनो रूह्ल द्वारा इस रिपोर्ट के बारे में कहा गया है कि इससे व्यापारिक माहौल में सुधार और रोजगार निर्माण के प्रति गंभीर राज्यों को एक 'रोड-मेप' उपलब्ध हो सकेगा। ये सुधार सबसे ज्यादा छोटे एवं मझौले उद्योगों के हित में होंगे।


लघु उद्योग निगम से सामग्री खरीदी अब ऑनलाइन
14 September 2015
अब लघु उद्योग निगम से सामग्री की खरीदी ऑनलाइन की जा सकेगी। इसके लिए नए ई-पोर्टल सिस्टम की शुरूआत की गई है। निगम के माध्यम से खरीदी जाने वाली सामग्री के खरीदी आदेश तथा प्रदाय आदेश ई-पोर्टल https://mpeprocruement.com पर उपलब्ध होंगे।
भण्डार क्रय नियमों के तहत निगम द्वारा विभिन्न वस्तु/सामग्री की निविदाएँ ई-टेण्डरिंग के माध्यम से बुलायी जायेगी। निगम द्वारा दर सूची, दर अनुबंध का विवरण तथा अनुबंधित प्रदायकर्ता की जानकारी को एकजाई कर विभागों के उपयोग के लिए ई-पोर्टल पर उपलब्ध करवाया जायेगा। इसमें दरें, अनुबंधित प्रदायकर्ता, उनके पते, उत्पादन क्षमता, निविदा में जारी किए गए प्रदाय आदेशों का विवरण उपलब्ध रहेगा। पोर्टल पर यह जानकारी भी उपलब्ध रहेगी कि सामग्री के प्रदाय पूर्व निरीक्षण के लिए कौन-सी एजेंसी अधिकृत है। इन जानकारियों के आधार पर खरीदी करने वाले विभाग/संस्था द्वारा खरीदी आदेश के साथ प्रदाय आदेश स्वयं जनरेट किए जा सकेंगे। विभागों के खरीदी अधिकारी अपने यूजर आई.डी. एवं पासवर्ड तथा डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग करते हुए पोर्टल पर दी गई लिंक 'क्रिएट इण्डेंट' के माध्यम से वस्तुओं का खरीदी आदेश बनाकर प्रदाय आदेश जारी कर सकते है।
खरीदी करने वाले विभागों एवं कार्यालयों द्वारा निगम के ई-पोर्टल के माध्यम से खरीदी-प्रदाय आदेश जारी करने के लिए यूजर आई.डी. एवं पासवर्ड प्राप्त करना होगा। सभी विभाग/ बजट नियंत्रण अधिकारी/ आहरण एवं संवितरण अधिकारी द्वारा इस प्रक्रिया को अपनाने के लिए 15 सितम्बर तक यूजर आई.डी./पासवर्ड लघु उद्योग निगम से प्राप्त करना जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए निगम के ऑनलाइन सिस्टम के प्रभारी श्री व्ही.सी.दुबे, महाप्रबंधक दूरभाष क्रमांक 0755-2673149, मो.नं. 09425601141 पर सम्पर्क किया जा सकता है।.

मध्यप्रदेश और छग में कारोबार करना आसान
15 September 2015
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में देश के अन्य 23 राज्यों की तुलना में कारोबार करना आसान है। विश्व बैंक द्वारा सोमवार को जारी 'व्यापार सुधार पर राज्यों के क्रियान्वयन का मूल्यांकन' रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आसान कारोबार के लिए गुजरात शीर्ष पर है। 98 �पैमानों में से 50 फीसदी से अधिक पूरा करने वाले सात राज्यों में से छह राज्य एनडीए शासित हैं।
देश में कारोबार करने को आसान बनाने के लिए भारत सरकार के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) और सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में 29 दिसंबर 2014 को 98 सूत्रीय कार्य योजना को पालन करने का समझौता हुआ था।
इस समझौते पर राज्यों ने कितना अमल कियाए यह जानने के लिए विश्व बैंक, डीआईपीपी, केपीएमजी, उद्योग संगठन सीआईआई एवं फिक्ïकी ने मिलकर अध्ययन किया। 1 जनवरी 2015 से 31 जून 2015 तक के बीच हुए इस अध्ययन के मुताबिक, कोई भी राज्य 75 फीसदी अंक हासिल करने में सफल नहीं हुआ।
इस सूची में 71.14 फीसदी अंकों के साथ गुजरात पहले स्थान पर है। जबकि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान क्रमश: चौथे, पांचवें और छठे स्थान पर हैं। दिल्ली और पंजाब आश्चर्यजनक रूप से 15वें और 16 वें नंबर पर हैं।

ये हैं टॉप 10 राज्य

राज्य स्कोर (प्रतिशत में)
गुजरात 71.14
आंध्र प्रदेश 70.12
झारखंड 63.09
छत्तीसगढ़ 62.45
मध्य प्रदेश 62.00
राजस्थान 61.04
ओडिशा 52.12
महाराष्ट्र 49.43
कर्नाटक 48 .50
उत्तर प्रदेश 47.37

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यह भी है जरूरी

-निरीक्षण क्षेत्र में सिंगल विंडो लागू कर मप्र बन सकता है नंबर वन
-फायर एनओसी और म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट ऑथराइजेशन को ऑनलाइन करने की जरूरत
-निरीक्षण को पारदर्शी करने की जरूरत और इलेक्ट्रॉनिक कोर्ट
-निरीक्षण के क्षेत्र में भी सिंगल विंडो हो

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प्रदेश की ये हैं उपलब्धियां

-छह प्रकार के बिजनेस शुरू करने के लिए सिंगल विंडो
-भूमि एवं निर्माण परमिट में आसानी
-ऑनलाइन पर्यावरण मंजूरी
-कराधान की ऑन लाइन व्यवस्था, बेहतर श्रम कानून
-बिजली की बेहतर व्यवस्था।
जो राज्य अपने यहां कारोबारी माहौल सुधारने और रोजगार सृजन के लिए गंभीर हैं, उन्हें यह रिपोर्ट रास्ता सुझाती है। छोटे एवं मझोले उद्योगों को इन सुधारों से सबसे अधिक फायदा होगा।
- ओन्नो रुल,कंट्री डायरेक्टर (इंडिया), वल्र्ड बैंक


अब 7-10 दिन में मिलेगा इनकम टैक्स रिफंड
14 September 2015
नई दिल्ली। करदाताओं के लिए अच्छी खबर है. आयकर विभाग अब 7 से 10 दिन की कम अवधि में रिफंड करदाताओं के खातों में भेजेगा. इसकी वजह विभाग की प्रौद्योगिकी का उन्नत होना तथा आधार आधारित आईटीआर सत्यापन का सफलतापूर्वक शुरू होना है. आयकर रिटर्न (आईटीआर) का सत्यापन आधार या अन्य बैंक डेटाबेस से करने के विभाग के ताजा कदम को आईटीआर फाइल करने वालों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. इससे कर अधिकारी आकलन वर्ष 2015-16 के लिए रिफंड का प्रसंस्करण और उसे बैंक खातों में 15 दिन से कम समय में भेजने में कामयाब हुए हैं.
इस प्रक्रिया से जुड़े विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि यह अब बीते दिनों की बात हो गई है जब आईटी रिफंड में महीनों और कुछ मामलों में साल लग जाते थे. नई इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन ई-फाइलिंग प्रणाली ग्राहकों के बेहद अनुकूल साबित हुई है और इसके लिए करदाताओं को धन्यवादस्वरूप विभाग यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहा है कि करदाताओं का रिफंड एक सप्ताह के भीतर या अधिकतम 10 दिन में भेज दिया जाए.
ताजा आंकड़ों के अनुसार विभाग ने 7 सितंबर, 2015 तक इलेक्ट्रॉनिक रूप से भरे गए 2.06 करोड़ रिटर्न प्राप्त किए. यह पिछले साल ऑनलाइन भरे गए 1.63 करोड़ रिटर्न के मुकाबले 26.14 प्रतिशत अधिक है. आईटीआर भरने की अंतिम तारीख सात सितंबर ही थी . विभाग के सेंट्रल प्रोसेसिंग सेंटर (सीपीसी) ने सात सितंबर 45.18 लाख रिटर्न का प्रसंस्करण किया और 22.14 लाख करदाताओं को आकलन वर्ष 2015-16 के लिये रिफंड जारी किए. इस अवधि के दौरान विभाग ने इलेक्ट्रॉनिक रूप से 32.95 लाख ई-रिटर्न सत्यापित किए.

सेंसेक्स-निफ्टी में सुस्ती, मिडकैप में थोड़ी खरीदारी
14 September 2015
नयी दिल्ली। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू बाजारों में सुस्ती का माहौल नजर आ रहा है। एशियाई बाजारों में बिकवाली बढ़ने के चलते घरेलू बाजारों ने सुस्ती के साथ शुरुआत की है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सपाट नजर आ रही है। वहीं एशियाई बाजारों में निक्केई 1 फीसदी से ज्यादा गिरा है, तो शंघाई कम्पोजिट करीब 3.5 फीसदी तक टूटा है।
दिग्गज शेयरों में भले ही सुस्ती छाई है, लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में थोड़ी खरीदारी जरूर दिख रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.3 फीसदी बढ़कर 14,750 के स्तर पर नजर आ रहा है। वहीं बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.25 फीसदी बढ़कर 10,725 के आसपास नजर आ रहा है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 8 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 25,618 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 3 अंक गिरकर 7,787 के स्तर पर सपाट होकर कारोबार कर रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान केर्न इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, ओएनजीसी, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे दिग्गज शेयरों में 1.7-0.4 फीसदी की कमजोरी आई है। हालांकि बीपीसीएल, गेल, बीएचईएल, टाटा स्टील, सन फार्मा और एनटीपीसी जैसे दिग्गज शेयरों में 1.9-0.7 फीसदी की तेजी आई है।

खुदरा कारोबार पर दांव लगा रही हैं ई-कामर्स कंपनियां
14 September 2015
नयी दिल्ली। ई-कामर्स कंपनियों ने अब खुदरा कारोबार पर भी दांव लगाना शुरू कर दिया है। कई ई-कामर्स कंपनियां खुदरा क्षेत्र में उतर रही हैं और भविष्य में यह रुख और मजबूत होने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे ई-कामर्स कंपनियों को ऑनलाइन ब्रांड को मजबूत करने का अवसर मिलता है।
अपने ब्रांड को अन्य ऑनलाइन ब्रांडों से अलग दिखाने के लिए कई ई-कामर्स कंपनियां ऑफलाइन दुकानें खोल रही हैं। प्रापर्टी सलाहकार जेएलएल इंडिया के अनुसार इस होड़ में शामिल होने वाली नई कंपनी पेपरफ्राई है जिसने हाल में लिकिंग रोड, सांताक्रूज में 1,800 वर्ग फुट जगह लीज पर ली है। इसी तरह ऑनलाइन शुरुआत करने वाले आईवयर ब्रांड लेंसकार्ट ने बाद में रिटेल मॉल्स में अपने स्टोर खोले। ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी मेकमाईट्रिप भी एक दर्जन से अधिक स्टोर खोले चुकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई कंपनियां अब इस बात को समझ चुकी हैं कि परिधान, चश्मे और आभूषण जैसे उत्पादों के मामले में उपभोक्ताओं की उपस्थिति स्टोरों के जरिये बढ़ाई जा सकती है। आर्टएंडडेकोर्सकाम के संस्थापक एवं सीईओ दिव्यान गुप्ता कहते हैं, वास्तविकता यह है कि ऑनलाइन कारोबार अभी भी खुदरा कारोबार की तुलना में बेहद सीमित है। यही वजह है कि कंपनियां यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि वे खुदरा दुकानें खोलकर अपनी उपस्थिति बढ़ाएं।
जीनियस कंसल्टेंटस के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आर पी यादव ने कहा कि भारतीय समाज का एक बड़ा हिस्सा मध्यम वर्ग का है। भारतीय अभी भी खर्च करने में काफी सावधानी बरतते हैं। इसी मजबूत मध्यम वर्ग के लिए देशभर में खुदरा दुकानें खुली हैं।


मुकेश अंबानी लगातार चौथे साल बनें देश के सबसे अमीर शख्स: रिपोर्ट
12 September 2015
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी 1,60,950 करोड़ रुपये (24 अरब डॉलर) की संपत्ति के साथ लगातार चौथे साल देश के सबसे अमीर शख्स बने हुए हैं. हुरुन रिपोर्ट इंडिया के प्रमुख अनस रहमान जुनेद ने बताया कि रिलायंस के मुकेश अंबानी (58) देश के सबसे अमीर शख्स बने हुए हैं.
हालांकि पिछले साल की तुलना में उनकी संपत्ति में तीन फीसदी की कमी आई है. विप्रो के अजीम प्रेमजी (69) परोपकार स्वरूप दान की वजह से शीर्ष पांच अरबपतियों की सूची से बाहर हो गए हैं, जबकि बेंगलुरु की बायोटेक दिग्गज किरण मजुमदार-शॉ (62) शीर्ष अमीरों की सूची में शामिल होने वाली अकेली महिला हैं, जिनकी संपत्ति छह फीसदी कमी के साथ 6,143 करोड़ रुपये हो गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 'भारत में मोबाइल फोन और ई-कॉमर्स ने इस साल अच्छा किया. जबकि रियल एस्टेट और ऊर्जा के लिए यह साल खराब रहा है. कुल मिलाकर उद्यमियों के लिए यह साल औसत रहा है.' रिपोर्ट में कहा गया है कि लंदन के एसपी हिंदुजा (81) और हिंदुजा समूह परिवार पिछले साल छठे पायदान पर था, जबकि इस साल यह तीसरे पायदान पर पहुंच गया है. 43 फीसदी के इजाफे के साथ कुल संपत्ति 103,030 करोड़ रुपये हो गई है. वहीं एचसीएल के संस्थापक-अध्यक्ष शिव नादर चौथे नंबर पर हैं.
संपत्ति में कुल 33 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ कोटक महिंद्रा बैंक के उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक उदय कोटक (55) शीर्ष 10 अरबपतियों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिनकी संपत्ति 47,608 करोड़ रुपये है.
भारत के अमीरों की कुल संपत्ति 478 अरब अमेरिकी डॉलर है, जो पिछले साल देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 22 फीसदी है, जबकि संयुक्त अरब अमीरात (402 अरब डॉलर), दक्षिण अफ्रीका (350 अरब डॉलर) तथा सिंगापुर (308 अरब डॉलर) के जीडीपी से अधिक है.
डेटा एनालिटिक्स कंपनी मू सिग्मा के संस्थापक धीरज राजाराम (40) की संपत्ति सबसे तेजी से बढ़ी है. 593 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ यह 17,790 करोड़ रुपये हो गई है. इसके विपरीत कुछ अमीरों की संपत्ति के रिकॉर्ड में कमी आई है. इंडस गैस के अजय कालसी (54) की संपत्ति 242 फीसदी तक गिर गई है, जिस कारण वे सूची के निचले पायदान पर पहुंच गए हैं.
मुंबई सबसे अमीर लोगों का ठिकाना बना हुआ है, जहां 29 फीसदी अरबपति रहते हैं, जिसके बाद दिल्ली में 19 फीसदी और बेंगलुरु में 8 फीसदी अमीर रहते हैं. अमीरों की सूची में विनिर्माण (15 फीसदी) का बोलबाला है, जिसके बाद फार्मा (9 फीसदी) और रियल एस्टेट (6 फीसदी) क्षेत्र है.

औद्योगिक उत्पादन वृद्धि जुलाई में 4.2 फीसदी हुई
12 September 2015
नयी दिल्ली। औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर जुलाई 2015 में 4.2 प्रतिशत रही जो पिछले वर्ष इसी माह में 0.9 प्रतिशत थी। विनिर्माण क्षेत्र खासकर पूंजीगत सामान उद्योग का प्रदर्शन बेहतर रहा। हालांकि, औद्योगिक उत्पादन में सुधार से ब्याज दर में कटौती की गुंजाइश कम नहीं हुई है क्योंकि जून के 4.36 प्रतिशत के संशोधित अनुमान के मुकाबले यह कम है।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने टि्वटर पर कहा कि जुलाई के आईआईपी आंकड़े, जीडीपी के आंकड़ों में सतत सुधार के अनुरूप हैं। पूंजीगत सामान एवं विनिर्माण क्षेत्रों के लिए आंकड़े गौर करने योग्य हैं। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर अप्रैल-जुलाई, 2015 में औसतन 3.5 प्रतिशत रही जो पिछले वर्ष इसी दौरान 3.6 प्रतिशत थी।
इस वृद्धि में विनिर्माण और पूंजीगत सामान क्षेत्र का मुख्य योगदान रहा। इस बीच, जून के औद्योगिक वृद्धि के आंकड़ों को संशोधित कर 4.36 प्रतिशत कर दिया गया है जो प्रारंभिक अनुमान में 3.8 प्रतिशत बताया गया था। आईआईपी में 75 प्रतिशत भारांश रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र की वद्धि दर इस बार जुलाई में 4.7 प्रतिशत रही जबकि पिछले साल इसी दौरान इस क्षेत्र का उत्पादन 0.3 प्रतिशत संकुचित हुआ था। आलोच्य अवधि में पूंजीगत सामान बनाने वाले उद्योग की वृद्धि दर आकर्षक 10.6 प्रतिशत रही जबकि पिछले साल जुलाई में इसमें 3.0 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। पूंजीगत उद्योग को निवेश गतिविधियों का सूचक माना जाता है।

सरकार 5,000 टन दाल का करेगी आयात
12 September 2015
नयी दिल्ली। खुले बाजार में दालों के बढ़ती कीमतों को देख सरकार की चिंता बढ़ गई है. दालों के खुदरा दाम 155 रुपये किलो तक पहुंच जाने के बीच सरकार ने घरेलू बाजार में इनकी उपलब्धता बढ़ाने और बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए 5,000 टन अतिरिक्त अरहर दाल के आयात का फैसला किया है.
सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी खनिज और धातु व्यापार निगम (एमएमटीसी) से कहा है कि उसने 10,000 टन दालों के आयात के लिए जो पहले निविदा जारी की थी उसमें तेजी लाए.
उपभोक्ता मामले सचिव सी. विश्वनाथ ने कहा, ‘एक उच्चस्तरीय बैठक में हमने 5,000 टन अतिरिक्त तुअर दाल के आयात का फैसला किया है.एमएमटीसी इस संबंध में जल्द ही वैश्विक निविदा जारी करेगी. उन्होंने कहा कि आयातित दालों से घरेलू बाजार में इनकी उपलब्धता बढ़ेगी और बढ़ते दाम शांत होंगे.
बहरहाल, सरकार ने एमएमटीसी से कहा है कि वह 10,000 टन अरहर और उड़द दाल के आयात में तेजी लाए और राज्य सरकारों से कहा गया है कि वह खुदरा बिक्री के अपने वितरण नेटवर्क को तैयार करे.
उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘एमएमटीसी ने आश्वासन दिया है कि 10,000 टन दालों का आयात जल्द ही देश के बंदरगाहों पर पहुंचेगा. सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी से यह भी कहा गया है कि वह राज्य सरकारों और मदर डेयरी के साथ संपर्क में रहे, ताकि आयातित दालों का खुदरा केंद्रों के जरिये वितरण शुरू किया जा सके.


ब्याज दर में कटौती का उचित समय: पनगढ़िया
11 September 2015
नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की वकालत की। उन्होंने गुरुवार को कहा कि प्रमुख नीतिगत दरों में आधा से एक प्रतिशत कटौती के लिए यह उचित समय है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर आठ प्रतिशत को पार कर जाएगी, क्योंकि निवेश धारणा सुधर रही है, जबकि तीन तिमाहियां अभी बची हैं।
पनगढ़िया ने कहा, हमें ब्याज दरों में आधा से एक फीसद कटौती की जरूरत है। यह उचित समय है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी का रिजर्व बैंक के फैसले पर पड़ने वाले असर के बारे में पूछे जाने पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कोई बहुत बड़ी बढ़ोतरी नहीं करेगा ऐसे में इससे फर्क नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कोई बड़ी वृद्धि नहीं की जाएगी लेकिन फेडरल रिजर्व जो भी करता है, हमारे लिये यह ब्याज दरों में आधा फीसदी कटौती का उचित समय है। यह पूछे जाने पर कि यदि रिजर्व बैंक ब्याज दरों में सिर्फ चौथाई प्रतिशत की कटौती करता है, तो यह उचित होगा, पनगढ़िया ने कहा कि दिशा सही होगी। यदि इसमें पहले की गई 0.75 प्रतिशत की कटौती को जोड़ लिया जाए, तो यह एक प्रतिशत बनता है। इससे बैंक कटौती का अधिक लाभ उपभोक्ताओं को दे सकेंगे।
फिलहाल 0.75 प्रतिशत की कटौती में से बैंकों ने सिर्फ 0.3 फीसदी लाभ ही ग्राहकों को दिया है। फिलहाल रेपो दर 7.25 फीसदी पर है। पहली तिमाही के उम्मीद से कमजोर जीडीपी आंकड़ों पर पनगढ़िया ने कहा कि यह शुरुआती आंकड़े हैं और इसमें ऊपर की ओर संशोधन की संभावना बनी हुई है।।

वर्तमान अप्रत्यक्ष टैक्स प्रणाली पूरी तरह गड़बड़ है : जेटली
11 September 2015
नयी दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि वर्तमान अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को पूरी तरह से गड़बड़ बताया और राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों से वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) सुधारों को लागू करने में सहयोग करने को कहा।
जेटली ने कहा, ‘यह पूरी तरह गड़बड़ है क्योंकि कोई कच्चे माल को उपजाता और उसका निर्माण करता है, वह उसे दूसरे राज्य में भेजता है.. वह वैट चुकाता है.. जब वह किसी लोकप्रिय शहर में पहुंचता है, तो वह ऑक्ट्राई चुकाता है.. वह अब मूल्य संवर्धन करते हैं। मूल्य संवर्धित उत्पाद पर फिर कर लगेगा।’
उन्होंने कहा, ‘और यह सिलसिला चलता रहता है, जब यह उपभोक्ता को भेजा जाता है चार गुना बढ़ जाता है.. हर बार जो कर चुकाया जाता है उसपर अगले जंक्शन पर फिर कर चुकाना पड़ता है। ऐसे में कर पर भी कर चुकाना पड़ता है। ऐसे में एक उत्पाद जिसका मूल्य ‘एक्स’ है अब ‘एक्स’ जमा ‘वाई’ हो जाता है।’ केरल के वित्त मंत्री और प्रदेशों के वित्त मंत्रियों की अधिकार प्राप्त समिति के अध्यक्ष के. एम. मणी पर आधारित पुस्तक ‘के एम मणी, ए स्टडी इन रीजनलिज्म’ का विमोचन करने के दौरान जेटली ने उपरोक्त बातें कहीं।

डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे मजबूत
11 September 2015
नयी दिल्ली। भारतीय रुपये ने गुरुवार की गिरावट के बाद आज हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले अच्छी शुरुआत की है. शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसे की मजबूती के साथ 66.34 पर खुला.
गौरतलब है गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही थी. शुरुआती कारोबार में 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 31 पैसे की गिरावट के साथ 66.72 पर खुला और कारोबारी सत्र के अंत में डॉलर के मुकाबले रुपया 66.43 के स्तर पर बंद हुआ था.


HCL तमिलनाडु में 1 अरब डॉलर का करेगी निवेश
10 September 2015
मुंबई। तमिलनाडु में विस्तार योजना के तहत आईटी कंपनी एचसीएल लिमिटेड ने आज कहा कि वह अगले पांच साल में राज्य में एक अरब डालर का निवेश करेगी।
यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान एचसीएल के चेयरमैन शिव नाडार ने संवाददाताओं को बताया, हम तमिलनाडु में अगले पांच साल के लिए एक अरब डालर का निवेश आबंटित करेंगे। यह राज्य में पहले ही किए जा चुके निवेश के अलावा होगा।
मूल रूप से तमिलनाडु के नागरिक नाडार ने अपने उन दिनों की याद ताजा की जब उन्होंने चेन्नई में एचसीएल में एक छोटी सी टीम के साथ यात्रा शुरू की थी।
उन्होंने कहा, प्रथम पीढ़ी के उद्यमी के तौर पर चार दशक पहले हमने एक छोटी सी टीम के साथ एचसीएल शुरू किया। अब हम उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में परिचालन करते हैं। हमने अनुसंधान की जगह के लिए तमिलनाडु को चुना है।

डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे कमजोर
10 September 2015
नयी दिल्ली। शुरूआती कारोबार में आज भारतीय रुपये में हफ्ते के चौथे दिन गुरुवार को डॉलर के मुकाबले बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। रुपये ने आज तेज गिरावट के साथ शुरुआत की है। 1 डॉलर की कीमत फिर से 66.70 के पार निकल गई है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे यानि 0.5 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 66.72 के स्तर पर खुला है। हालांकि, बुधवार के कारोबारी सत्र में रुपये में और बढ़त नजर आई थी।
कल के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की बढ़त के साथ 66.41 के स्तर पर बंद हुआ था। मैक्लाई फाइनेंशियल की केता कुरकुटे का कहना है कि रुपये में दबाव बना रहेगा और आज रुपये में अस्थिर कारोबार देखा जाएगा। पिछली बार 66.89 के करीब रुपया आया था और इसी स्तर के पास रुपया बढ़ सकता है। उम्मीद है कि 67 का स्तर पार होने पर आरबीआई रुपये की कमजोरी रोकने के लिए दखल देगा। रुपये में अस्थिरता बाजार के लिए अच्छी नहीं है।
आश्र्चय की बात यह है कि बुधवार को रुपये में और तेजी नजर आई थी और यह कल के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की वृद्धि के साथ 66.41 पर बंद हुआ था। विदेशी बाजारों में डॉलर में तेजी के चलते ये गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि आयातकों की ओर से डॉलर की निरंतर मांग और विदेशी कोषों द्वारा पूंजी निकासी बरकरार रहने से रुपये पर दबाव पड़ा।

शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 400 पॉइंट टूटा
10 September 2015
नयी दिल्ली। विदेशी बाजारों से मिलने वाले संकेतों और सरकार द्वारा किये गए ऐलान की वजह से शेयर बाजार में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बढ़त देखने को मिली है। आज के कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 401 अंक चढ़कर 25720 पर बंद हुआ है। वहीं निफ्टी 130 अंक बढ़कर 7818 के स्तर पर बंद हुआ है। दो कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में करीब 850 अंक से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है।
बाजार के जानकारों के मुताबिक ज्यादातर बड़े इवेंट को बाजार अब डिस्काउंट कर चुके हैं। इसके अलावा सेंसेक्स और निफ्टी काफी ज्यादा गिर चुके हैं। लिहाजा एक बाउंसबैक की उम्मीद पहले से मार्केट लगा रहा था। वहीं सरकार के फैसलों से भी शेयर बाजार काफी को सहारा मिला है।
जबकि अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों में बीते एक महीने से जारी दबाव पर बुधवार के सत्र में ब्रेक लग गया है। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में लौटी तेजी का असर एशियाई बाजार पर देखने को मिल रहा है।
रुपए में मजबूती लौटने से भी शेयर बाजार को मजबूती मिली है। डॉलर के मुकबाले रुपए में मजबूती लौटने लगी है।


बाजार में तेजी बरकरार, सेंसेक्‍स 400 अंक उपर खुला, निफ्टी 7790 पर
09 September 2015
मुंबई। भारतीय बाजार ने कल मंगलवार की बढ़त को बरकरार रखा है. बीएसई-30 का प्रमुख इंडेक्‍स सेंसेक्‍स आज करीब 400 अंकों की तेजी के साथ खुला और बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. सेंसेक्‍स शुरुआती कारोबार में करीब साढे नौ बजे 316 अंकों की बढ़त के साथ 25,634 अंक पर कारोबार कर रहा है. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 102 अंकों की तेजी के साथ 7,790 अंक पर पहुंच गया है. बीएसई के मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयरों में भी तेजी का रुख है. कल पीएम नरेंद्र मोदी की उद्योगपतियों के साथ बैठक के बाद बाजार की धारणा प्रभावित हुई और सेंसेक्‍स करीब 500 अंक की तेजी तक चला गया.
इसके बाद सेंसेक्‍स 400 से अधिक अंकों की तेजी पर बंद हुआ. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा चीन की बाजार में आयी सुधार के कारण भी हुआ है. मंगलवार को वैश्विक बाजारों विशेषकर चीन के शेयर बाजार में तेजी का असर बंबई शेयर बाजार पर भी दिखा. लिवाली का जोर रहने से सेंसेक्स फिर से 424 अंक उछलकर 25,000 से उपर पहुंच गया और 25,317.87 अंक पर बंद हुआ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रमुख उद्योगपतियों, बैंकरों और अर्थशास्त्रियों के साथ हुई बैठक का भी निवेशकों पर अनुकूल असर दिखा.
इस बैठक में वैश्विक सुस्ती के बीच अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के विभिन्न विकल्पों और तौर तरीकों पर विचार किया गया. वित्तीय कंपनियों के शेयरों में आज अच्छी चमक रही. ऐसी चर्चा जोरों पर थी कि रिजर्व बैंक अपने प्रस्तावित आधार दर नियमों में बदलाव कर सकता है. रुपया भी दो साल के निम्न स्तर से उबर कर आज 66.54 रुपये प्रति डालर पर बेहतर स्थिति में दिखा. बीएसइ का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में 25,000 के स्तर पर पहुंच गया, लेकिन बीच-बीच में मुनाफावसूली से बाजार में तेजी टिक नहीं पा रही थी.
हालांकि, दोपहर से कारोबार ने जोर पकडा और सेंसेक्स एक समय 25,411 अंक पर पहुंच गया. अंत में यह 424.06 अंक या 1.70 प्रतिशत की बढत के साथ 25,317.87 अंक पर बंद हुआ. एनएसइ का 50 शेयरों वाला निफ्टी भी 129.45 अंक या 1.71 प्रतिशत बढकर 7,688.25 अंक पर बंद हुआ. एक समय यह 7,720.90 अंक पर पहुंच गया था. चीन की अर्थव्यवस्था की कमजोरी तथा बारिश की कमी को लेकर चिंता से सेंसेक्स पिछले दो कारोबारी सत्रों में 870.97 अंक नीचे चला गया था.

महंगाई भत्ते में 6% बढोतरी का आज हो सकता है ऐलान
09 September 2015
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल महंगाई भत्ते (डीए) को 113 प्रतिशत से बढाकर 119 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर आज विचार कर सकता है. अगर यह बढोतरी की गयी तो एक करोड से अधिक सरकारी कर्मचारियों व पेंशनभोगियों को इसका फायदा होगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'महंगाई भत्ते को छह प्रतिशत बढाकर 119 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर आज केंद्रीय मंत्रिमंडल विचार कर सकता है.' उल्लेखनीय है कि अप्रैल में सरकार ने डीए को छह प्रतिशत बढाकर कर्मचारी के मूल वेतन का 113 प्रतिशत किया था और यह जनवरी से प्रभावी हुआ. डीए का भुगतान मूल वेतन के अनुपात के रूप में किया जाता है.
प्रस्तावित डीए बढोतरी एक जुलाई से प्रभावी होगी. सूत्रों ने कहा कि प्रस्तावित बढोतरी छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर स्वीकार्य फार्मूले पर आधारित है. इसका फायदा 48 लाख सरकारी कर्मचारियों व 55 लाख पेंशनभोगियों का होगा. वहीं कन्फेडरेशन आफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स के अध्यक्ष के के एन कुट्टी ने कहा है, 'सातवें वेतन आयोग की समयावधि चार महीने बढाये जाने के मद्देनजर सरकार को अंतरिम राहत देनी चाहिए तथा डीए को मूल वेतन में मिला देना चाहिए.
इसके साथ ही केंद्रीय कर्मियों को सातवें वेतन आयोग का बड़ी बेसब्री से इंतजार है. उन्हें उम्मीद है कि उनके वेतनमान में बड़ी बढ़ोत्तरी होगी. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वेतन में मात्र 15-20 फीसदी की ही बढ़ोत्तरी होगी. लेकिन न्यूनतम मूल वेतन को बढ़ाकर 15 हजार किये जाने की उम्मीद है. गौरतलब है कि वेतन आयोग जल्दी ही अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगा. आयोग अपनी रिपोर्ट को अंतिम रिपोर्ट देने में जुटा है.
कयास यह भी लगाये जा रहे हैं कि आयोग सरकार से यह सिफारिश भी कर सकता है कि अधिकतम सेवाकाल 33 वर्ष कर दी जाये. जिसके कारण कई लोग 60 वर्ष से पहले रिटायर हो जायेंगे. छठे वेतन आयोग में न्यूनतम मूल वेतन को 3050 से बढ़ाकर 7730 किया गया था और सातवें वेतन आयोग में इसे 15000 हजार करने की सिफारिश की जा सकती है.।

रुपया 17 पैसे की मजबूती के साथ 66.38/$ पर खुला
09 September 2015
नयी दिल्ली। बुधवार के सत्र में रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे की मजबूती के साथ 66.38/$ पर खुला है। फॉरेक्स एक्सपर्ट कहते है कि रुपए में मजबूती लौटने का बड़ा कारण, घरेलू स्टॉक मार्केट में आई खरीददारी है। हालांकि फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक से पहले रुपए में भारी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।

रुपए की शुरुआत

रुपया 66.55/$ के मुकाबले 66.38/$ पर खुला

मंगलवार को रुपए में आई थी 27 पैसे की मजबूती

डॉलर के मुकाबले रुपया आज 27 पैसे मजबूत होकर 66.55 पर बंद हुआ है। डॉलर के मुकाबले रुपया आज हल्की तेजी के साथ खुला था। 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया आज 5 पैसे की तेजी के साथ 66.77 पर खुला था। वहीं सोमवार को रुपया 66.82 पर बंद हुआ था।

क्या कहते है एक्सपर्ट

एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने आशंका जताई है कि डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट जारी रहने पर रुपया 1 से 2 महीने में 68 के स्तर के पार जा सकता है। ब्रोकिंग फर्म के मुताबिक, डॉलर के मुकाबले रुपए में बढ़त के रुख पर एक्सचेंज रेट को 65.41 और 65.05 पर सपोर्ट मिल सकता है। यानी एक्सचेंज रेट के इस स्तर से नीचे जाने की संभावना नहीं है। वहीं, गिरावट के दौरान एक्सचेंज रेट को 67.50 और 68.10 के स्तर पर रेजिस्टेंस मिलने की संभावना है। यानी डॉलर के मुकाबले रुपया अगर 67.50 का स्तर पार करता है तो एक्सचेंज रेट 68 का स्तर पार कर सकता है।

इस साल रुपया पांच फीसदी टूटा

जनवरी से अब तक भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले पांच फीसदी लुढ़क गया है। हालांकि, अन्य उभरते देशों की करेंसी के मुकाबले ये गिरावट काफी कम है। इंडोनेशिया, ब्राजील और मैक्सिको की करेंसी इस साल 15 फीसदी तक कमजोर हो चुकी है। अगस्त के महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया 3.9 फीसदी गिरा है। वहीं, 10 अगस्त से 31 अगस्त के बीच डॉलर के मुकाबले रुपया 4.3 फीसदी गिरा है। इस दौरान चीन ने अपनी मुद्रा डिवैल्यूएट करनी शुरू की। 24 अगस्त को भारतीय बाजारों में रिकॉर्ड गिरावट के साथ रुपए ने भी अगस्त का अपना निचला स्तर देखा। 24 अगस्त को डॉलर के मुकाबले रुपया 67 के स्तर से पार होकर बंद हुआ था।


ऑनलाइन शॉपिंग ने गिराया मॉल का भाव
08 September 2015
ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति बढ़ते आकर्षण ने शॉपिंग मॉल के भाव को गिरा दिया है । वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचेम के ताजा अध्धयन में सामने आया है कि माल में २० से २५ प्रतिशत स्थान खाली पड़े है । उनका किराया भी ३० प्रतिशत तक घट गया हैं । एसोचेम के इस अध्धयन के मुताबिक भरता में यह रुझान अमेरिका , ब्रिटेन और दूसरे देशों में २०० से अधिक शॉपिंग मॉल में पहुंचने वाले ग्राहकों की संख्या में आती गिरावट के अनुरूप है । ये हाल तब है , जब देश में ई-शॉपिंग में उपभोक्तओं के संरक्षण के लिए कोई स्पष्ट कानून नही है ।

अमेरिका , ब्रिटेन का हाल

अमेरिका में शॉपिंग मॉल में ४६ प्रतिशत तक स्थान खाली पड़े है । वही ब्रिटेन में ३२ प्रतिशत तक स्थान खाली पड़े है ।

देश में ऑनलाइन शॉपिंग

मंदी नही
ब्रिटेन , अमेरिका में मंदी का असर है ।इसके विपरीत भारत में कंप्यूटर के जरिय ऑनलाइन खरीदारी पर मांग में सुस्ती का कही कोई प्रभाव नही दिखाई देता है । ऑनलाइन खरीदारी यानी ई- कॉमर्स उद्योग के अगले पांच साल के दौरान ३५ प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि के साथ १०० अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर जाने का अनुमान है ।

१७ अरब डॉलर का

कारोबार
एसोचेम और प्राइसवाटर हाउसकूपर्स ( पीडब्लूयूसी ) के इस अध्य्यन के मुताबिक इस समय भारत में ई- कॉमर्स उद्योग १७ अरब डॉलर का है । इसमें कहा गया है कि ई- कॉमर्स उद्योग में अगले साल भी मजबूती का रुख रहने की उम्मीद है । इसी दौरान व्यक्तिगत ऑनलाइन खरीदारी मौजूदा ६५ प्रतिशत की वृद्धि से बढ़कर २०१६ में यह ७२ प्रतिशत औसत सालाना वृद्धि तक पहुँच जाएगी

मंदी पर कारोबारियों और अर्थविदों संग आज मंथन करेंगे PM मोदी
08 September 2015
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रही अनिश्चितताओं के बीच देश की अर्थव्यवस्था से भी कोई खास शुभ संकेत नहीं मिलने से सरकार खासी चिंतित है। देश की अर्थव्यवस्था को किस तरह से तेज विकास की पटरी पर फिर से लाया जाए, इसको लेकर शीर्ष स्तर पर विचार विमर्श का दौर शुरू हो चुका है। इसी मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह साढ़े दस बजे 7 आरसीआर में आर्थिक मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों व उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और अर्थविदों के साथ बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री यह जानने की कोशिश करेंगे कि मौजूदा हालात से निपटने के लिए किस तरह के आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, आर्थिक मुद्दों पर यह राजग सरकार की अभी तक की सबसे अहम बैठक होने जा रही है। सोमवार को भी यहां वित्त मंत्रालय के आला अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी। सूत्रों की मानें तो तकरीबन 27 लोगों को बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी, टाटा समूह के साइरस मिस्त्री, फिक्की, एसोचैम व सीआइआइ के अध्यक्षों के अलावा तमाम बड़े उद्योगपति हिस्सा लेंगे। इसके अलावा प्रमुख अर्थशास्त्री व कई बैंकरों को भी आमंत्रित किया गया है। आरबीआइ गवर्नर डॉ. रघुराम राजन और नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानगडिय़ा भी हिस्सा लेंगे। यह बैठक सिर्फ देश के सामने उत्पन्न चुनौतियों पर बहस करने के लिए ही नहीं बुलाई गई है बल्कि जो वैश्विक हालात पैदा हो रहे हैं उसका भारत किस तरह से फायदा उठाए, इसके लिए सरकार की भावी रणनीति की दिशा भी तय करेगी। देश विदेश के कई जानकारों का कहना है कि चीन की अर्थïव्यवस्था में आई कमजोरी भारत के लिए कई तरह के अवसरों के द्वार खोल सकती है। पीएम सीधे उद्यमियों और अर्थविदों से यह जानने की कोशिश करेंगे कि भारत इस अवसर का किस तरह से फायदा उठा सकता है। बैठक में हर किसी को तीन मिनट बोलने का मौका दिया जाएगा। माना जा रहा है कि भूमि अधिग्रहण विधेयक, जीएसटी, श्रम सुधार जैसे कई मुद्दे उसमें उठेंगे। उद्योग जगत की तरफ से ब्याज दरों के उच्च स्तर और सरकार की तरफ से अभी भी मंजूरी मिलने में आने वाली दिक्कतों का मुद्दा उठाया जाएगा। नवनियुक्त वित्त सचिव आरपी वïातल ने सोमवार को इस बैठक की तैयारी को लेकर वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर लंबित नीतिगत मुद्दों की समीक्षा भी की। वातल ने वित्त मंत्रालय के विभिन्न विभागों में लंबित पड़े मुद्दों पर शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वित्त मंत्रालय में इस तरह की बैठकें अब हर सप्ताह होंगी।

शेयर बाजार की सपाट शुरुआत, रुपये में मामूली तेजी
08 September 2015
मुबंई। एशियाई बाजारों में छाई सुस्ती का असर भारतीय शेयर बाजारों में भी देखा जा रहा है। दलाल स्ट्रीट पर आज के कारोबार की शुरुआत सुस्ती के साथ हुई है और विशेषज्ञों का कहना है कि दिनभर उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहेगा। फिलहाल सेंसेक्स-निफ्टी में 0.1 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। मेटल, बैंक, सर्विस, रियल्टी और फाइनेंस शेयरों में हल्की तेजी है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सपाट कारोबार देखा जा रहा है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 35.81 अंक यानि 0.14 फीसद की गिरावट के साथ 24858 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 13.35 अंक यानि 0.18 फीसद गिरकर 7545 के स्तर पर आ गया है। बाजार में फार्मा और एफएमसीजी शेयरों में क्रमशः 0.87 फीसद और 0.7 फीसद की गिरावट देखी जा रही है। आईटी और मीडिया शेयर भी 0.35 फीसद की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे हैं। हालांकि मेटल, बैंक, सर्विस, रियल्टी और फाइनेंस शेयरों में हल्की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। एशियाई बाजार मिलेजुले, एसजीएक्स निफ्टी ऊपर एशियाई बाजारों की आज सपाट शुरुआत हुई। वहीं चीन के फॉरेन एक्सचेंज में 93.9 अरब डॉलर की गिरावट आई है और ये 3.557 खरब डॉलर हो गया है। जून में चीन के एक्सपोर्ट्स में 8.3 फीसद की गिरावट के मुकाबले अगस्त में एक्सपोर्ट्स में 6 फीसद की गिरावट का अनुमान है। जापान के दूसरी तिमाही के संशोधित जीडीपी आंकड़ों में उम्मीद से कम 1.2 फीसद की गिरावट आई जबकि 1.6 फीसद की गिरावट का अनुमान था। जापान का निक्केई 0.76 फीसद टूटकर 17,725 पर बना हुआ है और स्ट्रेट्स टाइम्स में 0.46 फीसद की कमजोरी के बाद 2,839 पर कारोबार हो रहा है। हैंगसेंग और ताइवान में 0.36 फीसद की बढ़त दर्ज की जा रही है। कोरिया का कोस्पी 0.5 फीसद टूटकर 1,873 पर बरकरार है और चीन का बाजार शंघाई कम्पोजिट 0.67 फीसद की गिरावट के साथ 3,060 पर है। हालांकि एसजीएक्स निफ्टी 0.57 फीसद की तेजी के बाद 7,604 पर कारोबार कर रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूत शुरुआत आज डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत हल्की मजबूती के साथ हुई है। रुपया 5 पैसे की मजबूती के साथ 66.77 प्रति डॉलर पर खुला है। सोमवार को रुपया 36 पैसे गिरकर 66.82 के स्तर पर बंद हुआ था। जानकारों के मुताबिक बाजार में फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने के बारे में राय बन चुकी है और इससे डॉलर में अभी और मजबूती आएगी। इसलिए आगे चलकर रुपया 67 प्रति डॉलर तक गिर सकता है।
फॉक्‍सवैगन पोलो में जुड़े नए इक्विपमेंट्स
08 September 2015
ऑटो डेस्क। फॉक्सवैगन ने अपनी पोलो कार में आंशिक अपडेशन करते हुए कुछ नए इक्विपमेंट्स जोड़े हैं। अब इस कार में क्रूज कंट्रोल, कूल्ड ग्लव बॉक्स, इलेक्ट्रिकल फोल्डेबल ओवीआरएम तथा टर्न इंडिकेटर्स भी जोड़ दिए गए हैं। आने वाले त्योहारी मौसम में खरीदारों को आकर्षित करने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है। गौरतलब है कि फॉक्सवैगन पोलो हैचबैक की मुंबई में एक्स शोरूम कीमत 5.24 लाख रुपए है। नए फीचर्स के साथ कार को एक सितंबर से शोरूम्स में उपलब्ध करा दिया गया है। ऊपर उल्लेखित सारे फीचर्स पोलो के टॉप एंड मॉडल में दिए जाएंगे, वहीं शुरुआती मॉडल में कंफर्टलाइन, ट्रेंडलाइन ट्रिम्स, टर्न इंडिकेटर्स तथा विंग मिरर्स दिए जा रहे हैं। कार के इंजन में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया है और यह समस्त फीचर्स डीजल तथा पेट्रोल, दोनों ही वेरिएंट में उपलब्ध हैं। पोलो 1.2-लीटर एमपीआई, 1.2-लीटर जीटी टीएसआई, 1.5-लीटर टीडीआई और 1.5-लीटर जीटी टीडीआई इंजन वेरिएंट में उपलब्ध है।

इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने का आज आखिरी दिन
07 September 2015
नई दिल्ली। आज आईटी रिटर्न भरने की आखिरी तारीख है और रात 12 बजे तक ऑनलाइन आईटी रिटर्न भरा जा सकता है। हालांकि आईटी रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 31 अगस्त घोषित की गई थी, लेकिन बाद में वित्त मंत्रालय ने इसे 7 सितम्बर तक बढ़ा दिया था। अब अगर आज भी जो रिटर्न दाखिल नहीं कर पाएंगे उन्हें जुर्माना इससे पहले सरकार ने केवल गुजरात के लोगों के लिये आयकर रिटर्न भरने की तारीख सात सितंबर तक के लिये बढायी थी। राज्य में पटेल समुदाय ने आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन किया था, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया था। इसे देखते हुए वहां आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तारीख बढायी गयी।
आज रिटर्न भरने से जो लोग चूक जाते हैं, वे 31 मार्च 2016 तक टैक्स की राशि पर निर्धारित ब्याज के साथ रिटर्न भर सकते हैं। परंतु अगर कोई करदाता 31 मार्च 2016 तक भी रिटर्न दाखिल नहीं करता है तो उसके बाद उसे ब्याज के साथ-साथ 5000 रुपये कर पेनाल्टी भी चुकानी पड़ेगी। टैक्स नहीं भरने वाले करदाता पर कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है। इसके तहत टैक्स चोरी करने के अपराध में 2 से तीन साल की जेल भी हो सकती है। साथ ही सरकार पेनाल्टी और ब्याज के साथ टैक्स की राशि भी वसूलेगी।

सेंसेक्स में 155 अंकों की उछाल, निफ्टी 7600 के पार
07 September 2015
मुंबई। आज सप्ताह के पहले दिन भारतीय शेयर बाजारों में तेजी का रूख देखा जा रहा है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 155.17 अंक यानि 0.62 फीसद की बढ़त के साथ 25357 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 42.15 अंक यानि 0.55 फीसद चढ़कर 7697 के स्तर पर आ गया है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी हल्की बढ़त दर्ज की जा रही है।
सेक्टोरियल आधार पर देखें तो आईटी सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। पीएसयू बैंकिंग और फाइनेंस सेक्चर में 1 फीसद से ज्यादा का उछाल है। मीडिया, फार्मा, रियल्टी और सर्विस सेक्टर में अच्छी बढ़त बनी हुई है। इंफ्रा शेयरों में भी 0.38 फीसद की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है।
एशियाई बाजारों में मंदी का रूख

एशियाई बाजारों में कमजोरी के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। शांघाई कम्पोजिट और कोस्पी को छोड़कर सभी इंडेक्स लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं। निक्केई 64.2 अंक यानि 0.3 फीसद गिरकर 17,727 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
हैंगसैंग 15.79 अंकों की मामूली कमजोरी के साथ 20,824 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। लेकिन एसजीएक्स निफ्टी मामूली बढ़त के साथ 7,664 के स्तरों पर हरे निशान के साथ कारोबार करते नजर आ रहा है।
स्ट्रेट्स टाइम्स 18.5 अंक यानि 0.6 फीसद फिसलकर 2,845.2 के स्तरों पर आ गया है। ताइवान इंडेक्स भी कमजोरी नजर आ रही है, वहीं कोरियाई बाजार का इंडेक्स कोस्पी मामूली बढ़कर 1,887 के स्तर पर पहुंच गया है।

रुपये में गिरावट

सप्ताह के पहले दिन डॉलर के मुकाबले रुपये में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 14 पैसे की गिरावट के साथ 66.60 पर खुला है। शुक्रवार को रुपया 66.46 पर बंद हुआ था।

कमजोर मानसून, मजबूत डॉलर बनेंगे जिंस बाजार में तेजी की वजह
07 September 2015
नई दिल्ली। मौसम विभाग की ओर से जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक देश में मानसून कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। इस साल औसत से 13 प्रतिशत कम बारिश की आशंका जताई गई है। इसके अलावा कई राज्यों में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं। देश में फिलहाल वाटर रिजर्व महज 55 प्रतिशत है, जो पिछले साल इन्हीं दिनों लगभग 80 प्रतिशत था। लंबे अंतराल पर कम बारिश एक तरफ खरीफ फसलों को नुकसान होगा और दूसरी तरफ पानी का घटता रिजर्व अगली फसल के लिए चिंता का कारण बनेगा। वैसे भी इस साल दालों का उत्पादन पिछड़ रहा है। दालों के भाव अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। आगामी दिनों में बारिश नहीं होने की स्थिति में देश का कृषि उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
इन दिनों मुकम्मल ग्लोबल मार्केट में हलचल मची हुई है। इसके दो प्रमुख कारण हैं, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में इस महीने ब्याज दरें बढ़ाए जाने की आशंका और दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में मंदी हावी होना। इनसे आने वाले समय में डॉलर मजबूत होने का संकेत मिलता है। घरेलू शेयर बाजार का 14 महीनों के निचले स्तर पर आने की एक बड़ी वजह अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ाए जाने की आशंका भी रही है। घरेलू बाजार में विदेशी निवेशकों ने साल 2008 के बाद सबसे अधिक बिकवाली की। उन्होंने भारतीय बाजार में लगभग 20,000 करोड़ रुपए के शेयर बेच डाले। विदेशी निवेशकों द्वारा बाजार से बड़ी मात्रा में कैश निकाले जाने के कारण डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर पर दबाव पड़ता नजर आ रहा है। घरेलू बाजार में कमोडिटी के भाव बढ़ने की एक अहम वजह यह भी है।

ग्लोबल मार्केट में उथल-पुथल, कमजोर रुपया और बारिश की खेंच का देश में खरीफ फसलों (जिंसों) पर क्या असर हो सकता है, इस पर एक नजरः

सोयाबीन

अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार पूरी दुनिया में इस साल 3,200 लाख टन सोयाबीन उत्पादन का अनुमान है। इस वजह से सीबीओटी (शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड) में सोयाबीन का भाव साल के निचले स्तर 8.66 डॉलर प्रति बुशल पर आ गया है। भारत में सोपा की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 30 प्रतिशत फसल खराब स्थिति में है। इस वजह से घरेलू बाजार में सोयाबीन के भाव फिलहाल निचले स्तर से 4-5 प्रतिशत ऊपर चले गए हैं। हमारा अनुमान है कि कमजोर पैदावार, कमजोर रुपया और घरेलू मांग की बदौलत सोयाबीन एक बार फिर तेजी दिखा सकती है। कीमतें 3,260 से लेकर 3,400 रुपए प्रति क्ंिवटल तक जाने में कामयाब हो सकती हैं। अगले हफ्ते जारी होने वाली अमेरिकी कृषि विभाग की रिपोर्ट में यदि उत्पादन गिरने की बात कही जाती है, तो सोयाबीन के भाव को सहारा मिल सकता है।

अरण्डी

मौजूदा दौर में अरण्डी प्रमुख व्यावसायिक फसल के तौर पर उभरी है। पिछले साल इसकी कीमतों में लगभग 30 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई थी। इस साल प्रमुख अरण्डी उत्पादक रज्यों, गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बुआई पिछले साल के मुकाबले कम नजर आ रही है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बुआई 50 प्रतिशत से भी कम होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि चीन और यूरोपीय देशों की ओर से अरण्डी की मांग कमजोर है, फिर भी कम उत्पादन की आशंकाओं की वजह से अरण्डी के भाव में तेजी आ सकती है। आगामी दिनों में कीमतें एक बार फिर 4,500 रुपए प्रति क्विंटल का स्तर पार कर सकती हैं।

ग्वारसीड

इस साल अच्छी बारिश की वजह से प्रमुख ग्वार उत्पादक राज्य राजस्थान में ग्वार की रिकॉर्ड बुआई हुई थी। लगभग 30 लाख टन तक उत्पादन की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन, अब मौसम ने करवट बदल ली है। पिछले 20-25 दिन से राजस्थान में बारिश का नामो निशान नहीं है। यही कारण है कि ग्वार की फसल प्रभावित होती नजर आ रही है। कम बारिश के कारण 30-40 प्रतिशत ग्वार की फसल प्रभावित हो सकती है। यदि उत्पादन में गिरावट आती है तो निश्चित तौर पर ग्वार के भाव बढ़ेंगे। आने वाले समय में कच्चे तेल (कू्रड ऑयल) की कीमतों में भी सुधार नजर आ सकता है। यदि ऐसा हुआ तो निर्यात के लिए ग्वार गम की मांग बढ़ जाएगी। ग्वार का भाव यदि 4,540 रुपए प्रति क्ंिवटल से ऊपर निकलने में सफल रहा तो एक बार फिर यह 5,000 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच सकता है।

हल्दी

पिछले कुछ दिनों में हल्दी का भाव तकरीबन 10-15 प्रतिशत बढ़ा है। इसकी कीमतें एक बार फिर 8,000 रुपए प्रति क्ंिवटल का स्तर पार कर गईं। ज्यादातर हल्दी का उत्पादन दक्षिण के राज्यों में होता है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में भी हल्दी पैदा होती है। इस साल दक्षिण भारत में सबसे कम बारिश हुई है। इस वजह से हल्दी उत्पादन कम होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल मंडियों में अच्छे माल की आवक कम हो रही है, जबकि उत्तर भारत में त्योहारों की वजह से खपत अच्छी है। इस लिहाज से आने वाले समय में हल्दी के भाव 4-5 प्रतिशत बढ़ सकते हैं। कीमतें एक बार फिर 9,000 रुपए प्रति क्ंिवटल तक जा सकती हैं।
कुल मिलाकर बारिश की खेंच और कमजोर उत्पादन खरीफ फसलों में तेजी के संकेत देते हैं। इस लिहाज से आने वाले समय में प्रमुख जिंसों के भाव में तेजी का माहौल बन सकता है।


किकस्टार्टर से हिरल ने मांगे 13 लाख, मिले 60.96 करोड़ रु.
05 September 2015
शिकागो। कहावत है 'ऊपरवाला जब भी देता है, छप्पड़ फाड़ कर देता है।' शिकागो निवासी भारतीय मूल के युवा उद्यमी हिरल संघवी के साथ भी ऐसा ही हुआ है। यहां देने वाला भगवान नहीं बल्कि क्राउडफंडिंग वेबसाइट किकस्टार्टर है। अपने बहुउपयोगी ट्रेवल जैकेट के लिए हिरल ने करीब सवा 13 लाख रुपए (20 हजार डॉलर) मांगे थे, लेकिन उन्हें मिले पूरे 60.96 करोड़ रुपए (9 मिलियन डॉलर)। हिरल का यह प्रोजेक्ट वेबसाइट के इतिहास में सबसे कामयाब अभियानों में शूमार हो गया है।

ऐसा क्या खास है इस जैकेट में

हिरल का डिजाइन किया यह जैकेट दुनिया का सर्वश्रेष्ठ जैकेट बताया जा रहा है। इसमें 15 ऐसी विशेषताएं हैं जो किसी अन्य जैकेट में नहीं हैं। इसमें बिल्ट-इन तकिया (नेक पिलो), आई मास्क, दस्ताने, इयरफोन होल्डर, ड्रिंक पॉकेट, सभी आकार की डिवाइस के लिए पॉकेट शामिल हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता फोन चार्जर पॉकेट है।

एक ही बार में 70,000 ऑर्डर

हिरल ने राशि जुटाने के लिए 58 दिन की समयसीमा तय की थी, लेकिन महज सात घंटों में ही वे अपने लक्ष्य पर पहुंच गए।
उनका यह ऑनलाइन फंडराइजर किकस्टार्टर पर कपड़ों से जुड़ा सबसे सफल अभियान हो गया है।
कुल मिलाकर यह अभियान वेबसाइट इतिहास का चौथा सबसे सफल अभियान बन गया है।
हिरल के अभियान को सपोर्ट करने वाले करीब 45,000 लोगों ने 70,000 जैकेट के ऑर्डर दे दिए हैं। नवंबर तक इनकी डिलिवरी होना है।
चार स्टाइल में आने वाले इस जैकेट की कीमत करीब 5900 रुपए से लेकर 7900 रुपए तक है।

कौन हैं हिरन संघवी

29 वर्षीय हिरन केलोग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए कर रहे हैं। उन्हें अपनी पत्नी योगांशी से मिलने के लिए वेस्ट कोस्ट जाना पड़ता है। बकौल हिरन, मैं आए दिन अपना तकिया भूल जाता था और एयरपोर्ट पर हर बार नया खरीदना पड़ा था। वहीं से मुझे ऐसा जैकेट बनाने का विचार मिला।


क्या है Kickstarter.com

यह अमेरिक स्थित ग्लोबल क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म है। कंपनी का मिशन ऐसे लोगों की मदद करना है, जिनके पास क्रिएटिव आइडियाज़ तो हैं, लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए धन नहीं है। कंपनी के पास 78 लाख बैकर्स हैं यानी ऐसे लोग जो प्रोजेक्ट पर पैसा लगाते हैं। अब तक कंपनी दो लाख क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स के लिए 1.5 अरब डॉलर जुटा चुकी है। पैसा लगाने वालों को कंपनी रिवॉर्ड देती है और नए-नए प्रोजेक्ट का दुनिया में सबसे पहले अनुभव करने का मौका देती है।

पेंशन, लोन सुविधाओं के लिए होगा जनधन खातों का इस्तेमाल
05 September 2015
नई दिल्ली। केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों का इस्तेमाल खाताधारकों को बीमा, पेंशन और लोन सुविधाएं पहुंचाने में करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से तमाम देशों को इलेक्ट्रानिक भुगतान की ओर ले जाने की पहल में भारत के शामिल होने के मौके पर यह बात कही। भारत नकदी रहित अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष (यूएनसीडीएफ) की पहल में शामिल हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वित्तीय समावेशन के लिए शुरू की गई जनधन योजना की पहली वर्षगांठ के मौके पर यह घोषणा की गई है। संयुक्त राष्ट्र की दुनिया के देशों को नकदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने वाली इस नई पार्टनरशिप में सरकारों के साथ-साथ कंपनियां और अंतरराष्ट्रीय संगठन शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र का यह अभियान भारत सरकार की अर्थव्यवस्था में नकदी कम करने की प्रतिबद्घता को आगे बढ़ता है। जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना का लक्ष्य पहले शुरू किए गए वित्तीय समावेशन कार्यक्रमों के मुकाबले अधिक बड़ा है। इस कार्यक्रम के जरिए देश के लगभग हर परिवार को औपचारिक फाइनेंशियल सिस्टम से जोड़ने में कामयाबी मिली है। इसके जरिए निचले स्तर तक के लोगों को भी वित्तीय लेनदेन करने और गाढ़ी कमाई को सुरक्षित रखने का मौका मिला है।
14 महीने का निचले स्तर पर सेंसेक्स
05 September 2015
मुंबई। दलाल स्ट्रीट में गुरुवार को आई तेजी एक दिन में ही फुर्र हो गई। विदेश में कमजोरी के बीच निवेशकों ने शेयरों में चौतरफा बिकवाली की। इससे शुक्रवार को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 562.88 अंक यानी 2.18 फीसद भरभराकर 25201.90 अंक पर पहुंच गया। यह इस संवेदी सूचकांक का 14 महीने का निचला स्तर है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 167.95 अंक यानी 2.15 फीसद लुढ़ककर 7655.05 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से सितंबर में ब्याज दरों में वृद्धि की आशंका बढ़ गई है। गैर-कृषि रोजगार के मजबूत आंकड़ों ने इसे बल दिया है। भारत सहित उभरते बाजारों में इसको लेकर उथल-पुथल है। अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के यूरोप के दावे निवेशकों की घबराहट शांत करने में अपर्याप्त साबित हुए हैं। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट का भी घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 25772.78 अंक पर मजबूत खुला। इसका ऊंचा स्तर 25775.38 अंक रहा। निवेशकों की बिकवाली के झोंके में इसने 25119.06 अंक का निचला स्तर छुआ।


सेंसेक्स में 446 अंकों की गिरावट, निफ्टी 143 अंक फिसला
04 September 2015
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में छाई मंदी के असर से आज भारतीय शेयर बाजारों में भी गिरावट का रूख देखा जा रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में 2 फीसद तक कमजोरी नजर आ रही है। फिलहाल सेंसेक्स 446 अंक यानि करीब 1.73 फीसद की गिरावट के साथ 25,319 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 147 अंक यानि 1.91 फीसद की कमजोरी के साथ 7,673 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की भी पिटाई हो रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.75 फीसद गिरकर 12,785 के स्तर पर आ गया है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.6 फीसद लुढ़ककर 10,800 के करीब आ गया है। बीएसई के सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में नजर आ रहे हैं। लेकिन बैंकिंग, ऑटो, मेटल, पावर और रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली हावी है। बीएसई के बैंकिंग, ऑटो, मेटल, पावर और रियल्टी इंडेक्स में 2.2-1.5 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 1.5 फीसद की कमजोरी के साथ 16,300 के स्तर पर आ गया है। बाजार में कारोबार के इस दौरान कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, बीएचईएल और एचडीएफसी जैसे दिग्गज शेयरों में 3.3-1.75 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि सिप्ला, जी एंटरटेनमेंट, ल्यूपिन, बीपीसीएल और विप्रो जैसे दिग्गज शेयरों में 1.9-05 फीसद की मजबूती आई है। मिडकैप शेयरों में एम्टेक ऑटो, सेंचुरी प्लाय, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, एनसीसी और सिम्फनी सबसे ज्यादा 9.4-3 फीसद तक टूटे हैं। स्मॉलकैप शेयरों में रोलाटेनर्स, मेटालिस्ट फोर्जिन, सनराइज एशियन, कास्टेक्स टेक और जिंदल ड्रिलिंग सबसे ज्यादा 5-4.8 फीसद तक लुढ़के हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूत शुरुआत हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में रुपये की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे की मजबूती के साथ 66.15 प्रति डॉलर पर खुला है। वहीं, गुरुवार को रुपये की चाल सुस्त रही थी। गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 66.24 के स्तर पर बंद हुआ था।

नीति आयोग की आज की बैठक में योजनाओं की संख्या पर होगा विचार
04 September 2015
नई दिल्ली। केन्द्र प्रायोजित योजनाओं को तर्कसंगत बनाने के लिए बने नीति आयोग के उपसमूह की आज बैठक होगी। इस उपसमूह के अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान है। योजनाओं की संख्या को लेकर राज्यों की अलग-अलग राय है। इसी मामले पर फाइनल रिपोर्ट देने के लिए बैठक बुलाई गई है जिसमें मतभेदों पर चर्चा होगी। सुबह 11 बजे नीति आयोग की बैठक होगी।

नीति आयोग में कौन किस पद पर-

अध्यक्ष : नरेन्द्र मोदी
गवर्निंग काउंसिल : मुख्यमंत्री (राज्यों के) और लेफ्टिनेंट गवर्नर (संघ शासित क्षेत्रों के)
क्षेत्रीय परिषद : जरूरत के आधार पर गठित, मुख्यमंत्री व क्षेत्र के लेफ्टिनेंट गवर्नर को शामिल किया गया।
सदस्य : पूर्णकालिक आधार पर
अंशकालिक सदस्य : अधिकतम 2, रोटेशनल , प्रासंगिक संस्थानों से।
पदेन सदस्य : मंत्रियों की परिषद से अधिकतम 4, प्रधानमंत्री द्वारा नामित।
सीईओ : निश्चित अवधि के लिए प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त।
सचिवालय : यदि आवश्यक हो।

जी-20 में आज भारत उठाएगा मुद्रा अवमूल्यन का मुद्दा
04 September 2015
नई दिल्ली। मुद्रा का प्रतिस्पर्धी अवमूल्यन ग्लोबल अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिए प्रमुख खतरा है। तुर्की में जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों व केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में आज भारत इस मुद्दे को उठाएगा। इसमें हिस्सा लेने के लिए अंकारा रवाना होने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को यह बात कही। दो दिवसीय यह बैठक चार और पांच सितंबर को होगी। जी-20 विकसित देशों और भारत जैसी दुनिया की प्रमुख उभरती अर्थव्यस्था वाले मुल्कों का समूह है। जेटली के मुताबिक, हाल में चीन की ओर से अपनी मुद्रा युआन का अवमूल्यन करने और उसके बाद अन्य प्रमुख एशियाई देशों की मुद्राओं में गिरावट आई है। इसकी वजह से प्रतिस्पर्धी अवमूल्यन का खतरा बढ़ा है। ऐसे समय जब दुनिया भर में मांग कमजोर है, प्रतिस्पर्धा के लिए मुद्रा का अवमूल्यन आत्मघाती कदम साबित होगा। इस बैठक के दौरान जेटली अन्य जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों के साथ भी मुलाकात करेंगे। इस मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले जी-20 के श्रम मंत्रियों की शुक्रवार को अंकारा में बैठक हो रही है। इसमें विकास और रोजगार के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। क्या होंगे बैठक के मुद्दे बैठक में हाल के वैश्विक आर्थिक घटनाक्रमों व चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा। साथ ही इनसे निपटने के लिए सामूहिक उपायों पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय ढांचे से जुड़े मुद्दों, वित्तीय नियमन और वैश्विक कर एजेंडे पर भी चर्चा की जाएगी। इसके बाद अंकारा बैठक से एक घोषणा पत्र जारी किया जाएगा। ये देश हैं शामिल जी-20 के सदस्यों में भारत के अलावा अजेर्ंटीना, ब्राजील, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, रूस, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

शुरुआती कारोबार में 162 अंक चढ़ा सेंसेक्स, निफ्टी 7700 के पार
03 September 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में तेजी का रूख देखा जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से मिले अच्छे संकेतों के कारण घरेलू शेयर बाजारों में बढ़त के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.5 फीसद तक की बढ़त नजर आ रही है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 162 अंक यानि 0.6 फीसद की मजबूती के साथ 25,615 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 58 अंक यानि 0.75 फीसद की तेजी के साथ 7,775 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 1 फीसद की बढ़त के साथ 12,850 के ऊपर नजर आ रहा है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 1 फीसद की तेजी के साथ 10,850 के ऊपर पहुंच गया है। बीएसई के सभी सेक्टर इंडेक्स हरे निशान में नजर आ रहे हैं। लेकिन रियल्टी, कैपिटल गुड्स, फार्मा, मेटल और ऑयल एंड गैस शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुझान है। बीएसई के रियल्टी, कैपिटल गुड्स, फार्मा, मेटल और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 2.2-0.9 फीसद की मजबूती आई है। बैंक निफ्टी करीब 0.75 फीसद बढ़कर 16,360 के ऊपर पहुंच गया है।
अंबुजा सीमेंट, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, हिंडाल्को, एनटीपीसी, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, सिप्ला, बीएचईएल, एसीसी, एलएंडटी, केर्न इंडिया, वेदांता, डॉ रेड्डीज, विप्रो, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, टाटा पावर, ओएनजीसी, बीपीसीएल, भारती एयरटेल और एक्सिस बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 3.1-1 फीसद की मजबूती आई है। हालांकि एचयूएल, आइडिया सेल्यूलर, महिंद्रा एंड महिंद्रा और ल्यूपिन जैसे दिग्गज शेयरों में 2.2-0.25 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है।
मिडकैप शेयरों में रिलायंस कैपिटल, इंडिया सीमेंट, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जेपी एसोसिएट्स और रिलायंस इंफ्रा सबसे ज्यादा 2-1.6 फीसद तक बढ़े हैं। हालांकि यूनिटेक, जुबिलेंट फूड और मैक्लॉयड रसेल जैसे मिडकैप शेयरों में 1.7-0.5 फीसद तक की गिरावट आई है।
स्मॉलकैप शेयरों में एप्टेक, एस्सार इंडस्ट्रीज, उज्जास, सिगनेट इंडस्ट्रीज और इमामी सबसे ज्यादा 12.9-5.3 फीसद तक उछले हैं। हालांकि स्मॉलकैप शेयरों में गोल्ड लाइन, सनराइज एशियन, कास्टेक्स टेक, रसोया प्रोटीन्स और मैंगलोर केमिकल्स सबसे ज्यादा 5-4.25 फीसद तक गिरे हैं।

डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोर शुरुआत

गुरुवार के सत्र में रुपये की शुरुआत फिर से कमजोरी के साथ हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की कमजोरी के साथ 66.25 रुपये प्रति डॉलर पर खुला है। बुधवार के सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपये में बढ़त देखने को मिली थी। दिन का कारोबार खत्म होने पर रुपया 3 पैसे बढ़कर 66.19 के स्तर पर बंद हुआ है।

रतन टाटा ने फूड स्टार्टअप होलाशेफ में किया निवेश
03 September 2015
मुंबई। टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने शेफ के लिए ऑनलाइन मार्केटप्लेस होलाशेफ में व्यक्तिगत रूप से निवेश किया है। हालांकि, यह निवेश कितना है इसका खुलासा नहीं किया गया है। कंपनी ने आज एक बयान में यह जानकारी दी। सौरभ सक्सेना और अनिल गेलरा ने सितंबर, 2014 में होलाशेफ की शुरूआत की थी। होलाशेफ ने मुंबई और पुणे में अच्छी वृद्धि दर्ज की है। होलाशेफ के सह संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी सौरभ सक्सेना ने कहा कि रतन टाटा का नाम का काम भरोसे और उपभोक्ता केंद्रित होने का प्रतीक है। उनके निर्देशन में कंपनी फूड प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अग्रणी इकाई बनने की दिशा में अग्रसर होगी। रतन टाटा ने निजी हैसियत में एक दर्जन से अधिक नई कारोबार में निवेश किया है। इनमें से ज्यादातर कंपनियां प्रौद्योगिकी क्षेत्र से संबंधित हैं।
आयकर रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि अब 7 सितंबर
03 September 2015
नई दिल्ली। केन्द्र ने आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग की अंतिम तिथि बढ़ाकर 7 सितंबर कर दी है। करदाताओं का कहना था कि पूर्व अंतिम तिथि 31 अगस्त को देशभर में कुछ ई-सेवाओं की गति धीमी पड़ने से वे समय पर रिटर्न नहीं भर पाए। इस शिकायत को देखते हुए सीबीडीटी ने अंतिम तिथि बढ़ाने का फैसला किया। आयकरदाताओं के लिए 31 जुलाई तक रिटर्न भरना अनिवार्य है। वित्त वर्ष 2015-16 के लिए रिटर्न की अंतिम तिथि पहले बढ़ाकर 31 अगस्त की गई थी। गुजरात हिंसा के कारण राज्य में ई-रिटर्न की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ाकर 7 सितंबर कर दी गई थी।

शेयर बाजार की सपाट शुरुआत, सेंसेक्स 8 अंक चढ़ा तो निफ्टी 3 अंक गिरा
02 September 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में गिरावट का रूख देखा जा रहा है। कल एशियाई बाजारों में आई रिकवरी का फायदा भारतीय बाजारों को भी मिला था। लेकिन आज मुनाफावसूली के कारण कल की तेजी गायब है और बिकवाली का रूख देखा जा रहा है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 8 अंक की बढ़त के साथ 25,704 के स्तर पर सपाट होकर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 3 अंक गिरकर 7,783 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
मिडकैप शेयरों में भी गिरावट आई है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.2 फीसद की मामूली बढ़त के साथ 12,800 के आसपास नजर आ रहा है। हालांकि बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.5 फीसद की मजबूती के साथ 10,800 के आसपास है।
ऑयल एंड गैस, मेटल, ऑटो और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव बना है। बीएसई के ऑयल एंड गैस, मेटल, ऑटो और बैंकिंग इंडेक्स में 0.8-0.25 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.1 फीसद गिरकर 16,500 के करीब आ गया है।
केर्न इंडिया, हीरो मोटो, ओएनजीसी, टाटा स्टील, वेदांता और बजाज ऑटो जैसे दिग्गज शेयरों में 3-1.2 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि अंबुजा सीमेंट, आईटीसी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसीसी, सन फार्मा, ल्यूपिन और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज शेयरों में 1.3-0.5 फीसद की मजबूती आई है।

डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर

मंगलवार की जोरदार बढ़त के बाद आज रुपये की चाल धीमी है। आज रुपये ने डॉलर के मुकाबले कमजोरी के साथ शुरुआत की है। डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की गिरावट के साथ 66.32 के स्तर पर खुला है।
मंगलवार के कारोबारी सत्र में रुपये में जोरदार तेजी नजर आई थी। कल के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे की मजबूती के साथ 66.21 के स्तर पर बंद हुआ था।

फिर 27 हजारी हुआ सोना, चांदी भी 150 रुपये चढ़ी
02 September 2015
नई दिल्ली। विदेश में मजबूती के बीच आभूषण निर्माताओं और रिटेलर्स की खरीदारी के चलते सोने में मंगलवार को लगातार तीसरे सत्र में तेजी जारी रही। स्थानीय सराफा बाजार में इस दिन पीली धातु 200 रुपये चमककर फिर 27 हजार रुपये प्रति दस ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गई। यह 27 हजार 60 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई। तीन सत्रों में सोना 410 रुपये चढ़ चुका है। इसी तरह औद्योगिक यूनिटों और सिक्का निर्माताओं की मांग का सहारा पाकर चांदी भी 150 रुपये चढ़कर 35 हजार 150 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय सराफा बाजार में सोना 0.7 फीसद सुधरकर 1142.79 डॉलर प्रति औंस हो गया। चांदी 0.3 फीसद चढ़कर 14.67 डॉलर प्रति औंस बोली गई। इसका असर घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर भी पड़ा। राष्ट्रीय राजधानी के बाजार में सोना आभूषण के भाव 200 रुपये बढ़कर 26 हजार 910 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। आठ ग्राम वाली गिन्नी पूर्वस्तर 22 हजार 500 रुपये पर यथावत रही। साप्ताहिक डिलीवरी वाली चांदी 220 रुपये के फायदे में 34 हजार 545 रुपये प्रति किलो बोली गई। चांदी सिक्का बिना किसी बदलाव के 51000-52000 रुपये प्रति सैकड़ा पर यथावत रहा। सोने के आयात पर टैरिफ बढ़ाया सरकार ने सोने पर आयात टैरिफ मूल्य में वृद्धि की है। इसे 363 डॉलर प्रति दस ग्राम से बढ़ाकर 369 डॉलर प्रति दस ग्राम किया गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। इसके उलट चांदी पर टैरिफ मूल्य को 499 डॉलर प्रति किलो से घटाकर 471 डॉलर प्रति किलो किया गया है।
सिर्फ छोटी कारों के भरोसे नहीं मारुति और हुंडई
02 September 2015
नई दिल्ली। भारतीय कार बाजार का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। अभी तक छोटी कारों के जरिए बाजार में अग्रणी स्थान रखने वाली कंपनियों की नजर दूसरी श्रेणी के बाजारों पर है। मारुति सुजुकी, हुंडई और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों ने अपने ‘कम्फर्ट जोन’ से बाहर निकल कर बड़े व एसयूवी वर्ग के जरिये भारतीय बाजार में आगे बढ़ने की रणनीति बनाई है। अगस्त, 2015 में कारों की बिक्री के आंकड़ों से पता चलता है कि इन कंपनियों की यह रणनीति कुछ असर भी दिखा रही है।1देश की दिग्गज कार कंपनी मारुति सुजुकी के सीईओ व एमडी केनिची आयुकावा का कहना है- ‘भारत का कार बाजार अब परिपक्व हो रहा है। प्रमुख कार कंपनी होने के नाते हमें भी ग्राहकों के बदलती पसंद के मुताबिक वाहन लाने होंगे। कंपनी ने पिछले महीने एस क्रॉस को भारतीय बाजार में पेश किया है। मंगलवार को कंपनी ने हाइब्रिड सियाज लांच किया है।’ दरअसल, कंपनी की छोटी कारों की बिक्री की रफ्तार लगातार घट रही है। अगस्त में अल्टो, वैगन आर जैसी छोटी कारों की बिक्री में महज 8.6 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी की फरवरी, 2016 तक दो और प्रीमियम कारें लांच करने की तैयारी है। अगर बिक्री के हिसाब से देखें तो मारुति की सभी कारों की बिक्री पिछले महीने 6.4 फीसद की रफ्तार से बढ़ी है। इस दौरान कंपनी ने 1,06,781 कारें बेची हैं। यही हाल देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर का भी है। हुंडई ने जुलाई में अपनी नई प्रीमियम एसयूवी क्रेटा लांच की थी।

बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 25.5 रुपये सस्ता
01 September 2015
नई दिल्ली। बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 25.5 रुपये सस्ता हो गया है। इसके अलावा जेट ईंधन भी 11.7 फीसद सस्ता हो गया है।
इससे पहले पिछले माह में भी बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती हुई थी। सरकारी तेल कंपनियों ने 14.2 किलो के बिना सब्सिडी वाले एलपीजी के दाम 23.50 रुपये घटा दिए थे।
देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) ने बताया कि दिल्ली में शनिवार से नॉन-सब्सिडाइज्डकुकिंग गैस सिलेंडर 585 रुपये में मिलेगा। अब तक इसकी कीमत 608.50 रुपये थी। कोटा पूरा हो जाने के बाद ग्राहक बाजार भाव पर इनकी खरीद करते हैं।
इससे पहले एक जुलाई को भी ऐसे एलपीजी के दामों में 18 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती हुई थी। गौरतलब है कि लोगों को हर साल 14.2 किलो के 12 सिलेंडर सब्सिडी दरों पर मिलते हैं।

सेंसेक्‍स फिर 26 हजार के नीचे, 299 अंकों की गिरावट दर्ज
01 September 2015
मुंबई। कारोबारी सत्र के दूसरे ही दिन सेंसेक्स एक बार फिर से 26000 अंकों के नीचे चला गया है। मंगलवार को तीस शेयरों वाले बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स करीब 299 अंकों की गिरावट के साथ 25,984.28 अंक पर खुला। इसमें यह गिरावट 1.13 फीसद की रही। वहीं दूसरी ओर आज निफ्टी की भी शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। आज निफ्टी 84.65 अंकों की गिरावट के साथ 7,886.65 अंक पर खुला। इसमें यह गिरावट 1.06 फीसद की रही।
जानाकारों के मुताबिक इस कमजोरी की वजह अप्रेल-जून के दौरान जीडीपी ग्रोथ में आई गिरावट रही है। इस क्वार्टर में यह महज सात फीसद पर आकर सिमट गई जबकि पिछले क्वार्टर में जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसद की रही थी। पिछले एक सत्र के दौरान एशिया के बाजारों पर यदि नजरें डाली जाएं तो पता चलता है कि इस दौरान चीन के शेयर बाजार में काफी गिरावट का दौर रहा। वहीं विश्व स्तर पर क्रुड ऑयल के दामों में तेजी दिखाई दी।

मिली थोड़ी राहत, दो बड़े बैंकों ने घटाई कर्ज की दर
01 September 2015
मुंबई। आपके लिए अच्छी खबर है। बैंकों ने अपना लोन सस्ता करना शुरू कर दिया है। देश में निजी क्षेत्र में दूसरे नंबर के एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को बेस रेट में 0.35 फीसद की कटौती का एलान किया। इसके चलते बैंक की नई आधार दर 9.35 फीसद हो गई है। बैंकिंग इंडस्ट्री में यह सबसे कम बेस रेट है। सरकारी क्षेत्र के केनरा बैंक ने भी अपनी आधार दर को 0.10 फीसद घटाकर 9.90 प्रतिशत कर दिया है। बेस रेट वह आधार ब्याज दर होती है, जिससे नीचे बैंक कोई लोन नहीं दे सकता।
अब तक एचडीएफसी बैंक का बेस रेट 9.7 फीसद था। नई दर मंगलवार से लागू होगी। पिछली बार इस बैंक ने बेस रेट 0.15 फीसद घटाकर 9.7 फीसद किया था। अभी एसबीआइ व आइसीआइसीआइ बैंक का बेस रेट 9.7 फीसद है। जनवरी से अब तक रिजर्व बैंक ने रेपो रेट (वह दर जिस पर बैंकों को आरबीआइ से कम अवधि का कर्ज मिलता है) में 0.75 फीसद की कटौती की है। बैंकों ने ग्राहकों को 0.30 फीसद से ज्यादा फायदा नहीं पहुंचाया। लेकिन अब एचडीएफसी बैंक ने जनवरी से अब तक कुल मिलाकर बेस रेट में 0.65 फीसद कटौती कर दी है।

बैंक -- बेस रेट (फीसद में)
एचडीएफसी बैंक -- 9.35
एसबीआइ -- 9.70
आइसीआइसीआइ -- 9.70
एक्सिस बैंक -- 9.85

दूसरे बैंक भी घटाएंगे दरें

एचडीएफसी बैंक के बाद एसबीआइ, आइसीआइसीआइ और एक्सिस बैंक जैसे अन्य बैंकों पर भी दरें घटाने का दबाव बढ़ेगा। जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में ये बैंक दरों में कटौती कर सकते हैं।

आरबीआइ भी घटा सकता रेपो दर

आरबीआइ के गवर्नर रघुराम राजन ने हाल ही में संकेत दिया है कि केंद्रीय बैंक ने नीतिगत ब्याज दर (रेपो रेट) में कटौती पर विराम नहीं लगाया है। इसके अलावा महंगाई भी रिजर्व बैंक के लक्ष्य से कम है। 29 सितंबर को रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा। जानकार मान रहे हैं कि इसमें रेपो दर घटाई जा सकती हैं।

एक्सिस बैंक ने घटाई एफडी दर

जमा रकमपर अब एक्सिस बैंक कम ब्याज देगा। बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) दरों में 0.20-0.50 फीसद तक की कटौती की है। यह कटौती पहली सितंबर से लागू होगी। आम तौर पर बैंक पहले एफडी दरें कम करते हैं, फिर बेस रेट घटाते हैं। यही कारण है कि एक्सिस बैंक के इस कदम को बेस रेट में कटौती की तैयारी का संकेत माना जा रहा है।


130 अंकों की गिरावट से खुला सेंसेक्‍स, रुपया भी गिरा
31 August 2015
मुंबई। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में कारोबारी सप्ताह के पहले ही दिन गिरावट दिखाई दी। आज सेंसेक्टस 130 अंकों की गिरावट के साथ 26261.64 अंकों पर खुला। इसमें करीब 0.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। वहीं निफ्टी में भी आज 36.10 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 0.4 फीसद की कमजोरी के साथ 7965.85 अंकों पर खुला।
रुपये के लिए भी कारोबारी सप्ताह की शुरुआत आज अच्छी नहीं रही है। डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोरी के साथ खुला है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे की गिरावट के साथ 66.25 के स्तर पर खुला है। वहीं पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 66.16 के स्तर पर बंद हुआ था।

काले धन को लेकर भारत की सख्ती से सहमे स्विस बैंक
31 August 2015
ज्यूरिख। काला धन को लेकर भारत के नए कानून से कई स्विस और यूरोपीय बैंक खासे डर गए हैं। उन्होंने भारतीय ग्राहकों से यह कहना शुरू कर दिया है कि वे भारत के टैक्स अधिकारियों के सामने अपने खातों के बारे में खुलासा करें। ये बैंक काले धन को बढ़ावा देने का आरोपी बनाए जाने को लेकर भयभीत हैं।
इन बैंकों में स्विट्जरलैंड और लंदन मुख्यालय वाले बैंक शामिल हैं। ये बैंक एनआरआइ समेत अपने भारतीय ग्राहकों को विदेश में जमा अघोषित संपत्तियों का खुलासा करने के लिए टैक्स विभाग द्वारा घोषित 'वन टाइम कम्प्लायंस विंडो' का लाभ उठाने को कह रहे हैं। अपने काले धन का खुलासा करने के लिए यह खिड़की 30 सितंबर तक खुली है। इनमें से कुछ बड़े वित्तीय संस्थानों के एक्जीक्यूटिव ने कहा कि ये बैंक अपने ग्राहकों से नया हलफनामा देने को भी कह रहे हैं। इस शपथपत्र में ग्राहकों को लिखना होगा कि वे अपने देश में सभी कानूनों का पालन कर रहे हैं। साथ ही अपने खातों के धन पर सभी टैक्स अदा कर रखे हैं। स्विस बैंकों को काले धन की जन्नत माना जाता है।
नए कानून के तहत विदेश में अघोषित संपत्तियों का खुलासा करने के लिए तीन महीने की अनुपालन खिड़की (कम्प्लायंस विंडो) उपलब्ध कराई गई है। यह मियाद अगले महीने समाप्त हो रही है। अगर इस दौरान भारतीय विदेश में जमा अघोषित संपत्ति का खुलासा करते हैं तो 30 प्रतिशत कर और इतना ही जुर्माना लगाकर उन्हें छोड़ दिया जाएगा। इस तरह वे कानूनी कार्रवाई से बच जाएंगे। इस अनुपालन खिड़की की मियाद खत्म होने के बाद अघोषित विदेशी संपत्ति रखने वालों को 30 प्रतिशत आयकर देना होगा। इसके अलावा उस पर 90 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा। साथ में ऐसे लोगों को 10 साल तक की जेल की सजा भी होगी।
नए कानून में कर चोरी को उकसाने वालों को भी दंडित करने का प्रावधान है। यह प्रावधान हर उस व्यक्ति या फर्म लागू होगा जो किसी भी तरह से दूसरे व्यक्ति को इस कानून के तहत देय कर से जुड़े ऐसे खाते या ब्योरे के बारे में गलत बयानी के लिए उकसाता है, जिसके बारे में वह जानता है कि यह ब्योरा या घोषणा झूठ है। ऐसे व्यक्ति को जुर्माने के अलावा छह माह से सात साल तक की सजा हो सकती है।

काली कमाई वापस लाने की कोशिश

भारत सरकार स्विट्जरलैंड और अन्य देशों में भारतीयों द्वारा जमा काले धन को वापस लाने के प्रयास में जुटी है। नया कानून और कंप्लायंस विंडो भी इसी कोशिश का हिस्सा है। भारत सरकार ने एचएसबीसी की जेनेवा शाखा में खाता रखने वाले अपने नागरिकों के मामले में कार्रवाई पहले ही शुरू कर रखी है। भारतीय अधिकारियों ने एचएसबीसी को इस मामले में सहयोग नहीं करने के आरोप में कार्रवाई के नोटिस भेजे हैं।

पेट्रोल-डीजल के भाव कम होने की उम्मीद
31 August 2015
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती कीमतों ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी कटौती की उम्मीद जगा दी है। उम्मीद है कि सोमवार को ताजा पखवारे में कच्चे तेल की खरीद लागत का आंकलन करने के बाद तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती का ऐलान करेंगी। वैसे कटौती के पहले कंपनियां कच्चे तेल की कीमतों में चल रहे उतार-चढ़ाव पर भी ध्यान देगी। इसी के साथ ही डालर के मुकाबले रूपये की घटती कीमत भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती पर अंकुश लगा सकती है।
दरअसल चीन में आई मंदी के प्रभाव के बाद कच्चे तेल की कीमतें औंधे मुंह गिरकर 38 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गई। सरकारी तेल कंपनियों ने पिछले पखवाड़े जो तेल की कीमत तय की थी उसके लिए 48 डॉलर की कीमत को आधार बनाया था। लेकिन इस दौरान भारतीय तेल कंपनियों के लिए भी कच्चे तेल की खरीद मूल्य घट कर 44 डॉलर पर आ गया है।
ऐसे में उम्मीद है कि तेल कंपनियां सोमवार को भी पेट्रोल व डीजल की खुदरा कीमत को घटा कर आम जनता को राहत देंगी। लेकिन इस बारे में अंतिम पेट्रोलियम मंत्रालय से विचार विमर्श के बाद ही होगा। दरअसल, कच्चे तेल की कीमत में लगातार कमी होने की वजह से सरकार के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है। तेल क्षेत्र से होने वाले राजस्व संग्रह में कमी आ रही है।
उधर, जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में तेल की कीमतें और घट सकती हैं। इरान का तेल पूरी तरह से बाजार में नवंबर, 2015 से आना शुरु होगा। कई जानकार मान रहे हैं कि तब तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल के करीब भी जा सकती है। सस्ते कच्चे तेल से भारतीय अर्थव्यवस्था को कई तरह से फायदा होना तय है।


भारत के सोलर पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ डब्ल्यूटीओ
28 August 2015
वाशिंगटन। विश्व व्यापार संगठन यानी डब्ल्यूटीओ ने सोलर ऊर्जा कार्यक्रम को लेकर भारत के खिलाफ फैसला दिया है। इस मसले पर भारत और अमेरिका के बीच विवाद में संगठन ने अमेरिका की आपत्तियों को सही ठहराया है।
एक रिपोर्ट में अज्ञात अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि वाणिज्य मंत्रालय ने डब्ल्यूटीओ के फैसले को चुनौती देने की योजना बनाई है। एक खास नियम के तहत डब्ल्यूटीओ किसी भी मामले में फैसला सार्वजनिक करने से पहले संबंधित पक्षों को मामले की पूरी जानकारी देता है।
अमेरिका ने भारत के सोलर पावर प्रोजेक्ट को लेकर शिकायत की थी कि भारत इसमें घरेलू चीजों का ज्यादा इस्तेमाल कर रहा है, जो वैश्विक व्यापार नियमों के खिलाफ है।
अमेरिका की आपत्ति पर भारत की दलील थी कि आगामी पांच वर्षों के दौरान देश में ऊर्जा की मांग मौजूदा मांग के मुकाबले तकरीबन दोगुनी हो जाएगी, जो फिलहाल 1,40,000 मेगावॉट है। सरकार यह बड़ी मांग पूरी करने के लिए एक लाख मेगावॉट क्षमता के सोलर पैनल्स लगाएगी। इसमें से 8,000 मेगावॉट बिजली घरेलू सेल्स से तैयार की जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक डब्ल्यूटीओ पैनल ने गोपनीय रिपोर्ट में कहा है कि उसने अपनी ओर से कराई गई जांच में पाया है कि भारत सोलर प्रोजेक्ट्स में लोकल कंटेंट का इस्तेमाल करके वैश्विक व्यापार नियमों का उल्लंघन कर रहा है। मामला यहीं खत्म नहीं होता। सरकार की ओर से सोलर प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाली कंपनियों को सब्सिडी दिए जाने और सेल्स व सोलर मॉड्यूल्स तैयार करने के लिए इन्सेंटिव नीति को भी गलत करार दिया गया है।

सेंसेक्स में तेजी का रुख, शुरुआती कारोबार में 1.30 फीसद चढ़ा
28 August 2015
मुंबई। कल की तेजी के बाद आज भी शेयर बाजार में उछाल का रूख देखा जा रहा है। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी में 1.30 फीसद की तेजी आई है। कल अमेरिकी बाजारों में 2.5 फीसद की बढ़त दिखी थी और इसी का असर आज घरेलू बाजारों पर भी देखा जा रहा है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 339.06 अंक यानि 1.29 फीसद की बढ़त के साथ 26570 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 103.20 अंक यानि 1.30 फीसद चढ़कर 8052 के स्तर पर आ गया है।
सेक्टोरियल आधार पर देखें तो सभी सेक्टर इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। मेटल सेक्टरक में 1.82 फीसद और रियल्टी सेक्टर में 1.72 फीसद की शानदार तेजी दर्ज की जा रही है। आईटी और मीडिया सेक्टर 1.5 फीसद ऊपर है और एनर्जी सेक्टर में 1.72 फीसद की बढ़त बनी हुई है। इंफ्रा शेयर भी 1 फीसद से ज्यादा की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं।
दिग्गज शेयरों में केर्न इंडिया 6.75 फीसद की शानदार उछाल पर है और ओेनजीसी में 5.38 फीसद की बढ़त बनी हुई है। वेदांता 4.33 फीसद और हिंडाल्को 3.84 फीसद की तेजी आई है। टाटा स्टील में 3.09 फीसद और गेल में 3.03 फीसद की बढ़त बरकरार है। इंफोसिस में 2.83 फीसद, एचसीएल टेक में 2.37 फीसद की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है और सिप्ला 2.33 फीसद ऊपर बना हुआ है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में 3 ही शेयर हैं और इनमें अंबुजा सीमेंट 1.43 फीसद नीचे है। एमएंडएम 0.54 फीसद और पावर ग्रिड 0.19 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। निफ्टी के 50 शेयरों में से 47 शेयरों में तेजी है और केवल 3 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये की सपाट शुरुआत हुई है। 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 1 पैसे की मामूली तेजी के साथ 66.03 पर खुला है। गुरूवार के सत्र में रुपया 66.04 पर बंद हुआ था।

चांदी 900 रुपये लुढ़की सोना 250 रुपये सस्ता

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नरमी तथा मांग में कमी से चांदी में गिरावट का सिलसिला बना हुआ है। सोने के भावों में भी लगातार दूसरे दिन नरमी का रुख रहा। इसके चलते जयपुर सर्राफा बाजार में गुरुवार को चांदी 900 रुपये प्रति किलोग्राम रुपये लुढ़की गई। सोना स्टैंडर्ड में 250 तथा 22 कैरेट जेवराती सोने में 200 रुपये प्रति दस ग्राम की गिरावट रही। लेकिन चांदी कलदार के भावों में बदलाव नहीं हुआ। उधर, ऊंचे भावों पर बिकवाली से अमेरिकी वायदा एक्सचेंज कामेक्स में दिसंबर वायदा सोने के भाव 0.50 फीसदी घटकर 1,120.80 डॉलर रह गए। लेकिन सितंबर डिलीवरी चांदी के भाव 0.53 फीसदी बढ़कर 14.29 डॉलर प्रति औंस हो गए।
बुलियन ट्रेडर्स का कहना है कि मौजूदा भावों ज्वैलर्स सोने की खरीद नहीं कर रहे। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले दो दिन से सोने में गिरावट का रुख बना हुआ है। जबकि डॉलर के मुकाबले रुपये में सुधार होने से आयात सस्ता हुआ है। इसके चलते घरेलू बाजार में सोने-चांदी में गिरावट का रुख बना है। उन्होंने बताया कि पिछले पांच कारोबारी सत्र के दौरान जयपुर में चांदी में 2,800 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट चुकी है। जबकि पिछले दो दिन के दौरान सोना स्टैंडर्ड 700 तथा 22 कैरेट जेवराती सोना 600 रुपये प्रति दस ग्राम सस्ता हुआ है। उन्होंने बताया कि शेयर बाजार में सुधार होने से भी सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव बना है। शेयर बाजार में मची तेजी से उतार-चढ़ाव का सोने-चांदी के कारोबार भी असर पड़ रहा है। उधर, ग्राहक भी कीमतों में गिरावट के इंतजार में बाजार का रुख नहीं कर रहे है।

कच्चे तेल में आया उबाल
28 August 2015
न्यूयॉर्क: शेयर बाजारों की तेजी और घटती आपूर्ति की खबरों के चलते गुरुवार को कच्चे तेल (क्रूड) के दामों में उबाल आ गया। इस दिन ब्रेंट क्रूड 3.32 डॉलर यानी करीब आठ फीसद उछलकर 46.46 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। कच्चे तेल में यह साल की सबसे बड़ी तेजी है। दो महीनों तक चली गिरावट के बाद आए इस उछाल के लिए अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बेहतर आंकड़ों को भी कारण बताया जा रहा है। दूसरी तिमाही में अमेरिका की विकास दर 3.7 फीसद रही है। जबकि पहले इसके सिर्फ 2.3 फीसद रहने का अनुमान लगाया गया था। ब्रेंट की तरह यूएस क्रूड भी 3.32 डॉलर बढ़कर करीब 42 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

मुंबई के हीरा व्यापारी ने खरीदा ईस्ट इंडिया कंपनी
27 August 2015
मुंबई। भारत पर तकरीबन डेढ़ सौ साल तक राज करने वाली ईस्ट इंडिया कंपनी को एक भारतीय ने खरीद लिया है। इस खस्ताहाल कंपनी को मुंबई के उद्योगपति संजीव मेहता ने खरीद लिया है, जिसने कभी भारत फतह कर इंग्लैंड की महारानी को दे दिया था। हालांकि संजीव मेहता को इसके लिए अच्छी-खासी रकम देनी पड़ी पर उनका मानना है कि यह डील बिजनेस डील से ज्यादा इमोशनल डील है। संजीव मेहता ने ईस्ट इंडिया कंपनी के मेजर शेयर खरीद लिए हैं और अब वे इस कंपनी के मालिक हैं। संजीव ने ईस्ट इंडिया कंपनी को 15 मिलियन डॉलर में खरीदा है। संजीव ने ईस्ट इंडिया कंपनी को इसके 40 स्टेक होल्डर्स से खरीदा। 2010 में यह डील फाइनल हुई थी। संजीव के मुताबिक इस कंपनी को खरीदने के लिए उन्होंने दिन-रात एक कर दिया। सारे बिजनेस से छुट्टी ले ली और इसे अपनी जिंदगी का एकमात्र उद्देश्य बना लिया। मुंबई के एक डायमंड मरचेंट फैमिली में जन्मे संजीव बताते हैं कि जब उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी को खरीदा, तो उन्हें लगा कि जिसने कभी हम पर राज किया था, आज भारत उस कंपनी का मालिक है। मेहता अब ईस्ट इंडिया कंपनी को नए बिजनेस में लाएंगे। उनकी योजना लग्जरी गिफ्ट सेट्स और अन्य सामानों को ई-कॉमर्स के माध्यम से बेचने की है। उन्होंने इस ब्रांड को भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर लांच किया है। ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत 1600 में हुई थी। इस कंपनी ने 17वीं व 18वीं शताब्दी में पूरी दुनिया के बिजनेस पर राज किया था। ईस्ट इंडिया कंपनी 1757 में भारत पहुंची थी और धीरे-धीरे अपनी बांटों और राज करो की नीति के बल पर इसने पूरे भारत पर कब्जा कर लिया था।

शुरुआती कारोबार में 250 चढ़ा सेंसेक्स, निफ्टी 7800 के पार
27 August 2015
मुंबई। कल की गिरावट के बाद आज शुरुआती कारोबार में शेयर मार्केट में मजबूती दिख रही है। फिलहाल सेंसेक्स 250 अंक चढ़कर 0.98 फीसद की बढ़त के साथ 25966 पर है। वहीं, निफ्टी 71 अंक चढ़कर 0.92 फीसद बढ़त के साथ 7866 पर है। वहीं, मिडकैप शेयरों में जहां 1.7 फीसद की तेजी है वहीं स्मॉलकैप शेयरों में 2 फीसदसे ज्यादा की बढ़त देखी जा रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिकी बाजारों में 4 फीसद की बढ़त औऱ ऐशियाई बाजारों की रिकवरी का असर भारतीय बाजारों पर है और आगे भी खरीदारी का रूख बना रहने की संभावना है। फिलहाल बाजार के सभी सेक्टोरियल इंडेक्स हरे निशान में हैं और रियल्टी शेयर 3 फीसद की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। पीएसयू बैंकों में 2.3 फीसद से ज्यादा की तेजी बनी हुई है और मीडिया शेयर भी 2.3 फीसद ऊपर हैं। फाइनेंस और फार्मा शेयर करीब 1.7 फीसद ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
निफ्टी के 50 दिग्गज शेयरों में से केवल 6 लाल निशान में हैं और बाकी शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। केर्न इंडिया 3.5 फीसद और एचडीएफसी 2.9 फीसद की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। भारती एयरटेल 2.27 फीसद और बैंक ऑफ बडौदा 2.23 फीसद ऊपर हैं। एसबीआई में 2 फीसद की तेजी बनी हुई है।ल्यूपिन, अंबुजा सीमेंट और गेल 1.9 फीसद से ज्यादा की बढ़त के साथ हैं।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में बीएचईएल 2.27 फीसद और एसीसी 1.43 फीसद की गिरावट के साथ हैं। टीसीएस में 0.40 फीसद और बजाज ऑटो में 0.36 फीसद की कमजोरी है। हीरो मोटोकॉर्प में 0.21 फीसद की गिरावट दर्ज की जा रही है।
वहीं, कल की कमजोरी के बाद आज डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकवरी लौटी है और 66 के स्तर के नीचे आ गया है। आज 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 19 पैसे की मजबूती के साथ 65.94 पर खुला है। बुधवार को रुपया 66.13 पर बंद हुआ था।

भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनने में लगेगा वक्त
27 August 2015
लंदन। भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार भले ही ज्यादा तेज हो जाए, मगर चीन को हटाकर दुनिया का ग्रोथ इंजन बनने में हमें अभी लंबा वक्त लगेगा। चीन की चिंता में दुनिया भर के बाजारों में मचे कोहराम के बीच रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने एक साक्षात्कार में यह अहम टिप्पणी की है। उन्होंने बीबीसी को दिए इस इंटरव्यू में कहा कि पिछले दिनों शेयर बाजार में जो हुआ है, वह चीन की मंदी का असर है। विशेषज्ञ हालिया संकट से देश को बचाने का श्रेय राजन को दे रहे हैं।
पूरी दुनिया चीन की सुस्ती को लेकर परेशान है। भारत में विशेषज्ञ इसके बड़े असर की बात कर रहे हैं। चीन के चलते पैदा हुई आर्थिक सुस्ती पर राजन का कहना है कि वास्तविक आंकड़ों के बारे में खासी अनिश्चितता है। असल आंकड़े तो सामने आएंगे, मगर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की प्रतिकूल घटना का असर दुनिया पर पडऩा स्वाभाविक है। भारत इससे बच नहीं सकता, मगर लेकिन इसका असर बड़े पैमाने पर नहीं होगा। आज दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई गड़बड़ होती है तो पूरी दुनिया पर उसका कुछ न कुछ असर पड़ता है। मगर ग्लोबल अर्थव्यवस्था में जो कुछ भी हो रहा है उस सभी का संबंध चीन से है, राजन इसे कतई नहीं मानते हैं।
शेयर बाजार भविष्य की स्थिति पर ही निर्भर है। बाजार में निवेश करने वालों को चीन की अर्थव्यवस्था कमजोर और इसकी रफ्तार सुस्त नजर आई। इस वजह से ही बाजार का यह हाल हुआ। राजन की मानें तो उन्हें नहीं लगता कि भारत वर्ष 1997 जैसे बड़े आर्थिक संकट के कगार पर है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी कमजोरी पहचान कर उसे दूर करने की कोशिशें करनी होंगी। राजन के मुताबिक चीन एक बड़ा देश है। वह दुनिया की अर्थव्यवस्था में काफी अहम भी है।


सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव जारी
26 August 2015
मुंबई। शेयर बाजार में कल के उतारचढ़ाव के बाद आज भी ऐसा ही रूख देखा जा रहा है। शुरुआती कारोबार में जहां सेंसेक्स 306 अंकों की गिरावट के साथ 25,725 के स्तर पर था जो कि 1.18 फीसद की गिरावट है। वहीं, निफ्टी 1.03 फीसद की गिरावट के साथ 81 अंक गिरकर 7,799 पर जा पहुंचा था। लेकिन अब सेंसेक्स रिकवरी की तरफ है।
शुरुआती कारोबारी घंटे में बैंक निफ्टी 220 अंकों से ज्यादा टूटा है और 17,000 के अहम स्तर से नीचे कारोबार कर कर रहा है। दिग्गज बैंक बाजार को नीचे खींचने का काम कर रहे हैं, वहीं मिडकैप इंडेक्स भी 200 अंक से ज्यादा टूटकर कारोबार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप 1 फीसद से ज्यादा की गिरावट के साथ बने हुए हैं।
रियल्टी और ऑटो सेक्टर में 1.7 फीसद की भारी गिरावट देखी जा रही है। पीएसयू बैंक शेयर में भी 1.65 फीसद की गिरावट बनी हुई है। बैंक निफ्टी 1.30 फीसद टूटकर बना हुआ है। आईटी, फार्मा, एमएनसी सेक्टर 1.26 फीसद की कमजोरी के साथ बने हुए हैं।
बाजार के दिग्गज चढ़ने वाले शेयरों में केर्न इंडिया 1.35 फीसद और ल्यूपिन 1.25 फीसद ऊपर हैं। आईडिया में 1.09 फीसद और विप्रो में 0.91 फीसद का उछाल देखा जा रहा है। एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक 0.7 फीसद चढ़े हैं और जी एंटरटेनमेंट में 0.56 फीसद की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है।
दिग्गज गिरने वाले शेयरों में वेदांता 2.26 फीसद टूटकर कारोबार कर रहा है। डॉ रेड्डीज 2.19 फीसद फिसला है और टाटा मोटर्स में 1.73 फीसद की गिरावट देखी जा रही है। हीरो मोटोकॉर्प और अंबुजा सीमेंट्स में 1.66 फीसद की सुस्ती के साथ कारोबार हो रहा है। इंफोसिस, बीएचईएल और बैंक ऑफ बड़ौदा में 1.5 फीसद नीचे कारोबार हो रहा है।
बीएसई मिडकैप में सीसीएल इंटरनेशन, वक्रांगी, पीसी ज्वैलर, ओबेरॉय रियल्टी और एडेलवाइज में 8.91-3.51 फीसद की तेजी के साथ कारोबार देखा जा रहा है। वहीं मिडकैप चढ़ने वाले शेयरों में हटसन एग्रो, रेस्पॉन्सिव इंडस्ट्रीज, एस्सार पोर्ट्स, रेलिगेयर एंटरप्राइजेज और फिनोलेक्स केबल्स में 8.16-4.54 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।

डॉलर के मुकाबले रुपया लुढ़का

वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये में फिर गिरावट बढ़ गई है। 1 डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ 66.22 पर खुला है। मंगलवार को रुपया 66.10 पर बंद हुआ था।

17 कंपनियों के शेयरों में कारोबार बंद करने की घोषणा
26 August 2015
मुंबई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने 17 कंपनियों के शेयरों में कारोबार बंद करने की घोषणा की है। इनमें राज इरिगेशन पाइप्स ऐंड फिटिंग्स तथा कोहिनूर ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन भी शामिल हैं। अगले नोटिस तक इन कंपनियों के शेयरों में आज के बाद कारोबार नहीं हो सकेगा। एक्सचेंज ने यह कदम पूंजी बाजार में निवेशकों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया है। बीएसई ने कहा, 'सेबी के मानदंडों, नियमों, उपनियमन तथा एक्सचेंज के नियमन के तहत एक अंतरिम उपाय के तहत 17 कंपनियों के शेयरों में 26 अगस्त से कारोबार निलंबित किया जा रहा है।' आगम कैपिटल, एल्पस मोटर फाइनेंस, जीनस कामु टे्रड, डायनामिक माइक्रोस्टेपर्स, आरएफएल इंटरनेशनल, मेफकॉम एग्रो इंडस्ट्रीज तथा एसवीसी रिसोर्स के शेयरों में भी कारोबार निलंबित किया जा रहा है।
कमजोर संकेतों से सोना वायदा भाव में गिरावट
26 August 2015
नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुख के बीच सटोरियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा कारोबार में आज सोने के भाव 186 रुपये की गिरावट के साथ 27,262 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए।
एमसीएक्स में सोने के अक्टूबर डिलिवरी वाले अनुबंध के भाव 186 रुपये अथवा 0.68 फीसद की गिरावट के साथ 27,262 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए जिसमें 277 लॉट के लिए कारोबार हुआ। इसी प्रकार सोने के दिसंबर महीने में डिलिवरी वाले अनुबंध के भाव 187 रुपये अथवा 0.68 फीसद की गिरावट के साथ 27,667 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए जिसमें मात्र एक लॉट के लिए कारोबार हुआ।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि सोना वायदा भाव में गिरावट विदेशों में कमजोरी के रुख और मौजूदा स्तर पर सटोरियों की मुनाफावसूली के अनुरूप था। इस बीच न्यूयार्क में कल के कारोबार में सोने की कीमत 0.47 फीसद की गिरावट के साथ 1,154.90 डॉलर प्रति औंस रह गई।


दिल्ली सरकार 30 रुपये किलो बेच रही है प्याज
25 August 2015
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के बाजारों में जहां प्याज 80-90 रुपये प्रति किलो खुदरा कारोबारियों द्वारा बेची जा रही है। वहीं, दिल्ली में राज्य सरकार ने 280 दुकानों की एक सूची जारी की है, जहां से सस्ते दर पर प्याज खरीदी जा सकती है। इन दुकानों में देश भर में प्याज की कीमत में हुई अत्यधिक वृद्धि के बाद दिल्ली सरकार 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेच रही है। इस बीच केंद्र सरकार ने प्याज के बढ़ते खुदरा मूल्य को नियंत्रित करने के उद्देश्य से निर्यात पर अंकुश लगाने व घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए शनिवार को प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को 275 डॉलर बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन कर दिया। प्याज का निर्यात मूल्य बढ़ाने का निर्णय ऐसे समय में किया गया है जब थोक और खुदरा दोनों ही स्तरों पर प्याज के दाम बढ़ रहे हैं। प्याज की कीमतों में तेजी की वजह साल की शुरुआत में बेमौसम बारिश का होना है। खुदरा बाजार में प्याज के दाम 80 रुपये की ऊंचाई को छू गये हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य मौजूदा 425 डॉलर से बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन करने का निर्णय किया गया है। प्याज की कीमतों पर सरकार की पैनी नजर है और उसने 10,000 टन प्याज आयात करने के लिए एक निविदा जारी की है जो 27 अगस्त को खुलेगी। न्यूनतम निर्यात मूल्य वह मूल्य है जिसके नीचे निर्यात की अनुमति नहीं होती। पिछले कुछ सप्ताह से प्याज के दाम तेजी से बढ़े हैं। आज महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज का थोक भाव 57 रुपये किलो का स्तर छू गया। सरकार ने इससे पहले 26 जून को प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 250 डॉलर से बढ़ाकर 425 डॉलर प्रति टन किया था। उपभोक्ता मामलों के सचिव 24 अगस्त को एसएफएसी, नाफेड, एमएमटीसी और दिल्ली सरकार के साथ स्थिति का जायजा लें।

सेंसेक्स में 274 अंकों की उछाल, निफ्टी 72 अंक बढ़ा
25 August 2015
मुंबई। कल की भारी गिरावट के बाद अाज भारतीय शेयर बाजारों में सुधार का रुख दिख रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 274 अंकों बढ़कर 1.07 फीसद चढ़कर 26,006 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 72 अंकों की बढ़त के साथ 0.93 फीसद चढ़कर 7,877 के स्तर पर है। अब तक सेंसेक्स और निफ्टी में 1 फीसद की बढ़त देखने को मिल रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक एशियाई बाजारों में लौटी रौनक ने घरेलू बाजारों को संभालने का काम किया है। आज सेंसेक्स और निफ्टी ने अच्छी शुरुआत की है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 26,000 के पार निकल गया है, तो निफ्टी भी 8,900 के ऊपर पहुंचा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 1.75 फीसद की बढ़त के साथ 12,760 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1.9 फीसद बढ़कर 10,800 के करीब पहुंच गया है।
बीएसई के सभी सेक्टर इंडेक्स हरे निशान में नजर आ रहे हैं। लेकिन रियल्टी, मेटल, कंज्यूमर ड्युरेबल्स, फार्मा, बैंकिंग और एफएमसीजी शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुझान है। बीएसई के रियल्टी, मेटल, कंज्यूमर ड्युरेबल्स, फार्मा और एफएमसीजी इंडेक्स में 3.3-1.8 फीसद की मजबूती आई है। बैंक निफ्टी 1.5 फीसद की मजबूती के साथ 17,000 के ऊपर पहुंचने में कामयाब हुआ है।
इस दौरान यस बैंक, हिंडाल्को, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, केर्न इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और सन फार्मा जैसे दिग्गज शेयरों ने 6.2-2.8 फीसद की बढ़त दर्ज की है। हालांकि एनटीपीसी, गेल, टाटा पावर, हीरो मोटो, एनएमडीसी, डॉ रेड्डीज और एचडीएफसी जैसे दिग्गज शेयरों में 4-0.25 फीसद की गिरावट देखी जा रही है।
मिडकैप शेयरों में धानुका एग्रीटेक, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, डेन नेटवर्क्स, एम्टेक ऑटो और एचएमटी सबसे ज्यादा 11.4-7.3 फीसद तक उछले हैं। स्मॉलकैप शेयरों में स्टर्लिंग हॉलिडेज, सारडा एनर्जी, नॉर्थ ईस्टर्न, एल्किल एमाइंस और ब्लिस जीवीएस सबसे ज्यादा 12.1-9.7 फीसद तक बढ़े हैं।

कच्चे तेल की कीमतें संभली, सोने का भाव चढ़ा

चीन में छाई मंदी से कच्चा तेल 6.5 साल के निचले स्तरों पर पहुंच गया है। हालांकि, अब कच्चे तेल में तेजी देखने को मिल रही है। फिलहाल नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड 1.3 फीसद की मजबूती के साथ 38.7 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार कर रहा है। ब्रेंट क्रूड का भाव 1.5 फीसद बढ़कर 43.2 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर नजर आ रहा है।
सोने में थोड़ी मुनाफावसूली हावी हो गई है। फिलहाल कॉमैक्स पर सोना 0.1 फीसद की मामूली बढ़त के साथ 1,155 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रहा है। लेकिन चांदी में अच्छी तेजी नजर आ रही है। कॉमैक्स पर चांदी 0.75 फीसद की मजबूती के साथ 14.9 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रही है।

डॉलर के मुकाबले रुपया संभला, 11 पैसे बढ़कर 66.55 के स्तर पर खुला
25 August 2015
नई दिल्ली। आज रुपया शुरुआती कारोबार में अच्छी बढ़त दिखा रहा है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की बढ़त के साथ 66.55 के स्तर पर खुला है। हालांकि, सोमवार के सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 81 पैसे की भारी गिरावट के साथ 66.64 पर बंद हुआ था। कल रुपया सितंबर 2013 के बाद से सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। हाल के दिनों में चीन की चिंता से करेंसी में उठापटक के चलते रुपया कमजोर होता जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक लगातार कमजोर हो रहे रुपये ने आज बढ़त के साथ शुरुआत की है। दरअसल डॉलर में कमजोरी के चलते रुपये में बढ़त देखने को मिली है। दुनिया की बाकी करेंसीज के मुकाबले अमेरिकी डॉलर 1.5 फीसद तक कमजोर हुआ है। डॉलर इंडेक्स 94 के नीचे फिसल गया है।

शेयर बाजार में हाहाकर, सेंसेक्स 1000 अंक टूटा और निफ्टी 8000 से नीचे
24 August 2015
नई दिल्ली। आज भारतीय शेयर बाजारों की शुरुआत जबरदस्त गिरावट के साथ हुई। वैश्विक स्तर पर अमेरिकी बाजारों और एशियाई बाजारों में जारी गिरावट के असर से घरेलू शेयर बाजारों में भी कोहराम मचा है। अब तक सेंसेक्स और निफ्टी में 3.5-3.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 900 अंक यानि 3.3 फीसद की गिरावट के साथ 26,466 पर है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 286 अंक यानि 3.5 फीसद गिरकर 8,013.5 के स्तर पर है। विशेषज्ञों के मुताबिक एशियाई बाजारों की गिरावट का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। इसका मुख्य कच्चे तेल की कीमतों में लगातार हो रही गिरावट है। इससे निवेशक डरे हुए हैं और बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। दूसरी तरफ कमोडिटी के दामों भी गिरावट का दौर है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की भी जमकर पिटाई हुई है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स करीब 4 फीसद लुढ़ककर 13,215 के स्तर पर आ गया है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 3.75 फीसद टूटकर 11,200 के नीचे आ गया है। बीएसई के सभी सेक्टर में जमकर बिकवाली दिख रही है। रियल्टी, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली आई है। बीएसई के रियल्टी इंडेक्स में 4.9 फीसद और ऑटो इंडेक्स में 4 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 3.8 फीसद लुढ़ककर 17,400 के नीचे आ गया है। बाजार में कारोबार के इस दौरान यस बैंक, वेदांता, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, टाटा मोटर्स, गेल और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 6.8-4.75 फीसद तक की कमजोरी आई है। मिडकैप शेयरों में वक्रांगी, ओसीएल इंडिया, एसकेएस माइक्रोफाइनेंस, हेक्सावेयर और केईसी इंटरनेशनल सबसे ज्यादा 15.2-7.8 फीसद तक लुढ़के हैं। एशियाई बाजारों का बुरा हाल एशियाई बाजारों में तेज गिरावट का दौर देखने को मिला है। चीन के बाजारों में सपाट शुरुआत के बाद तेज गिरावट देखने को मिल रही है । शंघाई कंपोजिट फिलहाल 4.5 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। चीन ने रविवार को 547 अरब डॉलर के पेंशन फंड को स्टॉक मार्केट में लगाने की मंजूरी दे दी। एक्सपर्ट्स इसे चीन की सरकार का एक और आश्चर्यजनक तौर पर बड़ा कदम मान रहे हैं। इसलिए चीन सरकार के इस कदम को मार्केट के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। चीन का यह पेंशन फंड दुनिया का सबसे बड़ा फंड है। सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक इस फंड को बड़ी परियोजनाओं में निवेश किया जाएगा और सरकार के स्वामित्व वाली कंपनियों के स्टॉक्स को खरीदकर दीर्घकालिक फायदा उठाने की कोशिश की जाएगी। सरकार ने अपने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि इसके पीछे इस भारी भरकम फंड से ज्यादा रिटर्न हासिल करने का इरादा है। यह रकम अभी तक बैंकों या कम आय वाले ट्रेजरी बांड्स में लगी हुई थी। वहीं दूसरे एशियाई बाजारों में दबाव देखने को मिल रही है। जापान का निक्केई 1.91 फीसद, और हेंगसेंग 3.59 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया भी धड़ाम रुपये में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही। आज हफ्ते की शुरुआत भी रुपये की गिरावट के साथ हुई है। फिलहाल एक डॉलर की कीमत 66.44 रुपये पर है। जल्द ही इसके 66.50 तक पहुंचने की संभावना जाहिर की जा रही है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 64 पैसे यानि 1 फीसद की गिरावट भारी गिरावट के साथ 66.47 के स्तर पर खुला है। वहीं पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 65.83 पर बंद हुआ था। कच्चे तेल के दाम 40 डॉलर के नीचे, सोना 1160 डॉलर के ऊपर वैश्विक बाजारों में पिछले 8 हफ्तों से कच्चे तेल के दाम लगातार घट रहे हैं। फिलहाल नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड 2 फीसद से ज्यादा फिसलकर 40 डॉलर प्रति बैरल के नीचे है। इसके अलावा ब्रेंट क्रूड 1.25 फीसद गिरकर 44.7 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर नजर आ रहा है। वहीं, सोने के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 6 हफ्ते के ऊपरी स्तरों पर पहुंच गया है। फिलहाल कॉमैक्स पर सोने का भाव 1,160 डॉलर प्रति औंस के ऊपर पहुंच गया है। लेकिन कॉमैक्स पर चांदी 0.5 फीसद टूटकर 15.2 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गई है।

अमेरिका ने कहा, भारत में लालफीताशाही निवेश में बाधा
24 August 2015
वाशिंगटन। अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज की जमकर तारीफ की। उसने कहा कि मोदी ने सत्ता संभालने के 15 महीने में विदेशी कंपनियों का स्वागत कर महत्वपूर्ण प्रगति की है। किंतु साथ ही कहा कि भारतीय नौकरशाही की लालफीताशाही निवेश में अभी भी बाधा बनी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष सहायक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में दक्षिण एशिया मामलों के वरिष्ठ निदेशक पीटर आर. लेवोय ने मोदी सरकार का आकलन करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में रेड कार्पेट स्वागत और लालफीताशाही साथ-साथ चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में इतने सारे मुद्दों पर पर इतनी जल्दी प्रगति किसी भारतीय सरकार ने कभी नहीं की। सचमुच में यह उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि भारत की नौकरशाही की दुनियाभर में एक खास प्रतिष्ठा है। उसका अपना मानदंड है जिसकी दुनियाभर में बराबरी नहीं है। यद्यपि भारत प्रगति कर रहा है, इसलिए हमें विश्वास है कि पूरी सरकार अपनी संभावनाओं और प्रधानमंत्री की सोच को जल्द पूरा करने के अवसरों को समझती है। मजबूत स्थिति में भारत-अमेरिका संबंध लेवोय ने कहा कि मई 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से अभी भारत और अमेरिका संबंध सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। यह अब तक की सबसे मजबूत स्थिति में है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री मोदी भविष्य की ओर देखते हैं। दोनों देश क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय समस्याओं का मिलकर हल करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी में ओबामा के नई दिल्ली दौरे के समय की गई 70 घोषणाओं में से अधिकांश को पूरा कर लिया गया है। हालांकि इस संबंध में और काम किए जाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी के संयुक्त राष्ट्र दौरे के दौरान ओबामा से मुलाकात की संभावना की बात को वह टाल गए। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मोदी की न्यूयार्क और कैलिफोर्निया यात्रा को लेकर अमेरिका उत्साहित है। मोदी की विदेश यात्रा की प्रशंसा लेवोय ने पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय और सीमा मसलों को लेकर मोदी सरकार के रुख की तारीफ की। इस संबंध में उन्होंने बांग्लादेश के साथ सीमा विवाद हल का विशेष रूप से उल्लेख किया। सत्ता में आने के बाद से रिकॉर्ड संख्या में मोदी के विदेश दौरे का उल्लेख किया। एक तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री की विदेश नीति का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आज भारत मोदी के नेतृत्व में दुनियाभर में अपने हितों को आगे बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
मजबूत अर्थव्‍यवस्‍था के बाद भी खो दीं 50 लाख नौकरियां
24 August 2015
नई दिल्ली। जब संप्रग-1 के शासनकाल 2004-05 से 2009-10 के दौरान देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार सबसे तेज बनी हुई थी, तब 50 लाख नौकरियां खत्म हो गईं। इस अवधि में देश की विकास दर 8 प्रतिशत से ऊपर ही रही थी। एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (एसोचैम) ने एक अध्ययन में कहा है कि 2004-2005 और 2009-2010 के दौरान 50 लाख नौकरियां समाप्त हो गईं। जबकि इस अवधि के दौरान देश की अर्थव्यवस्था मजबूत थी और विकास दर लगातार आठ प्रतिशत बनी हुई थी। इस परिणाम से यह प्रश्न खड़ा होता है कि क्या विकास दर को रोजगार सृजन से जोड़ा जाना चाहिए या नहीं। ये हैं मुख्य कारण अध्ययन में कहा गया है कि सेवाओं पर जरूरत से ज्यादा जोर और उत्पादन क्षेत्र की अनदेखी इस बेरोजगारी भरी विकास दर के लिए मुख्यरूप से जिम्मेदार है। अध्ययन के अनुसार, लगभग 1.30 करोड़ युवा हर साल श्रमशक्ति में शामिल हो रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ रोजगार और विकास दर का फासला अध्ययन की अवधि के दौरान बढ़ा है। भारतीय जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, रोजगार चाहने वालों की संख्या 2001 और 2011 के बीच प्रतिवर्ष 2.23 प्रतिशत बढ़ी है, लेकिन इसी अवधि के दौरान वास्तविक रोजगार पैदा होने की दर केवल 1.4 प्रतिशत रही। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने कहा, "सामाजिक-आर्थिक विषमता से बचने के लिए इस विशाल श्रमशक्ति को फलदायी कामों में व्यस्त रखने की आवश्यकता है।" आज का युवा अधिक कुशल उन्होंने कहा कि जनसांख्यिकीय तरीके में बदलाव से पता चलता है कि आज का युवा बेहतर शिक्षित है और पूर्व की पीढ़ी की तुलना में संभवतः अधिक कुशल है और अत्यंत महत्वाकांक्षी भी है। सेवा क्षेत्र से फायदा नहीं एसोचैम के मुताबिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सेवा क्षेत्र का योगदान 67.3 प्रतिशत है, जबकि 2013-14 के आंकड़ों के मुताबिक सेवा क्षेत्र में कुल श्रम शक्ति का केवल 27 प्रतिशत ही लगा हुआ है। बढ़ती श्रमशक्ति को खपाने के लिए सेवा क्षेत्र पर्याप्त नौकरियां पैदा करने की स्थिति में नहीं है। उत्पादन क्षेत्र में एक नौकरी से तीन नौकरियां पैदा होती हैं विशेषज्ञों का मानना है कि उत्पादन क्षेत्र को बढ़ावा देने से ही आय और रोजगार बढ़ेंगे। उत्पादन क्षेत्र में अगर एक नौकरी पैदा की जाती है तो उससे जुड़ी गतिविधियों में तीन अतिरिक्त नौकरियां पैदा होती हैं। 2013-14 में उत्पादन क्षेत्र का जीडीपी में 15 प्रतिशत योगदान था और इसने 15 प्रतिशत श्रमशक्ति को रोजगार दिया। स्पष्ट है कि उत्पादन क्षेत्र में श्रमशक्ति को खपाने की सेवा क्षेत्र की तुलना में अधिक क्षमता है।

कच्चे तेल की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट, 40 डॉलर प्रति बैरल हुई कीमत
22 August 2015
नई दिल्ली। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार कमी हो रही है। हालांकि तेल कंपनियों समेत उनके निवेशकों के लिए यह बुरी खबर है, लेकिन भारत के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है। इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की उम्मीद बढ़ गई है। फिलहाल नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड 1 फीसद फिसलकर 41 डॉलर प्रति बैरल के नीचे कारोबार कर रहा है। इसके अलावा ब्रेंट क्रूड का भाव 46 डॉलर प्रति बैरल के आसपास नजर आ रहा है। कच्चे तेल की कीमत में ऐतिहासिक गिरावट आई है। 1985 के बाद तेल की कीमतों में यह सबसे बड़ी गिरावट है। उस वक्त 30 डॉलर से 10 डॉलर की गिरावट दर्ज हुई थी जिसे काबू में करने के लिए ओपेक देशों ने नॉन-ओपेक देशों के तालमेल करके हालात सकारात्मक किए थे। अक्टूबर के लिए यूएस क्रूड 59 सेंट्स के निचले स्तर पर 40.73 डॉलर प्रति बैरल, सितंबर का कॉन्ट्रेक्ट जो कि बीते दिन गुरुवार को खत्म हुआ 34 सेंट्स ज्यादा था। शुक्रवार को 40.22 डॉलर प्रति बैरल सबसे निचला स्तर है। यूएस इस बात पर आश्वस्त है कि उत्पादन जल्दी रफ्तार पकड़ेगा और एक साल के भीतर 65-70 डॉलर प्रति बैरल तक उछाल दर्ज करेगा।

टाटा फरवरी में लॉन्‍च कर सकती है अपनी नई एसयूवी हैक्‍जा
22 August 2015
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने मार्च में अपनी नई कंसेप्ट एसयूवी हैक्जा प्रस्तुत की थी। हालांकि, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन खबर है कि कंपनी अपनी इस नई एसयूवी को फरवरी 2016 तक लॉन्च कर सकती है। इसे पहली बार देखने पर आरिया की याद आती है वहीं कंपनी द्वारा हॉरिजोन नेक्स्ट लॉन्च करने के बाद इसमें कुछ बदलाव नजर आएंगे। मसलन बोनट में बल्ग लगा है जो इसे काफी मस्क्यूलर लुक देता है वहीं नए प्रोजेक्टर हेडलैंप, हनी कॉम्ब मैश फ्रंट ग्रील, नए फॉग लैंप और रीडिजाइन किया हुआ एयरडैम भी नजर आता है। आरिया के प्लेटफॉर्म पर बनी हैक्जा में 2.2 लीटर का 4 सिलेंडर वाला वेरिकॉर डीजल इंजन लगा है जो 154 बीएचपी की ताकत और 400 एनएम का टॉर्क पैदा करता है। एसयूवी को शोकेस किया गया मॉडल 6 सीट वाला था जबकि इसका प्रोडक्शन मॉडल 7 या 8 सीट्स के साथ आ सकता है।
एनपीए बढ़ाने में संप्रग सरकार भी जिम्मेदार
22 August 2015
नई दिल्ली। बैंकों के फंसे कर्ज (एनपीए) बढ़ाने में पिछली संप्रग सरकार की नीतियां भी जिम्मेदार हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि सरकारी बैंकों की एनपीए अस्वीकार्य स्तर पर पहुंच गई हैं। सरकार ने उनकी सेहत सुधारने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि एनपीए जिस स्तर पर पहुंची हैं वह कुछ हद तक गलत निर्णय और अकर्मण्यता की वजह से है, जबकि कुछ हद तक अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों में चुनौतियों की वजह से है। ऐसे क्षेत्रों में एनपीए का स्तर काफी अधिक है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने बैंकों की सेहत सुधारने और एनपीए को नीचे लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। सरकार बैंकों में पूंजी बढ़ा रही है, बैंकों में हिस्सेदारी बेचकर धनराशि जुटाई जा रही है और अर्थव्यवस्था के जो क्षेत्र संकट में फंसे हैं उन्हें उबारने के प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले वित्त वर्ष में 31 मार्च की स्थिति के अनुसार सरकारी बैंकों का फंसा हुआ कर्ज 2.67 लाख करोड़ रुपये है, जो पूरे बैंकिंग क्षेत्र के कुल एनपीए 3.09 लाख करोड़ रुपये का 86 प्रतिशत है। जेटली ने कहा कि बैंक प्रमुख के पद पर निजी क्षेत्र सहित सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा का चयन करने की प्रणाली से सरकारी बैंकों के प्रदर्शन में सुधार आएगा। सरकारी बैंक अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा हैं। इन बैंकों का प्रशासन भले ही सरकार संभाल रही हो, लेकिन यह जरूरी नहीं कि सरकार किसी को भी नियुक्त कर दे। वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकिंग तंत्र में तेजी से विस्तार हो रहा है। बैंकों की सेहत अर्थव्यवस्था की चुनौतियों को दर्शाती है। एक ओर तो हम बैंकों के विस्तार पर संतोष प्रकट कर सकते हैं। दूसरी ओर अब भी हमें काफी कुछ करना है। प्रौद्योगिकी बैंकिंग सेवा को समाज के हर कोने तक ले जाएगी। बैंकिंग सेवाओं को आगे बढ़ाने में प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका होगी। इंडियन बैंक के फाउंडेशन डे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार की जन धन योजना को सफल बनाने में सरकारी बैंक के कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई है। जब यह योजना शुरू हुई थी तो कुछ ही खातों में धनराशि थी, लेकिन अब ऐसे खातों की संख्या काफी बढ़ गई है।

एयर इंडिया के नये सीएमडी अश्विनी लोहानी होंगे
21 August 2015
टर्नआराउंड मैन और मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी श्री अश्विनी लोहानी अब एयर इंडिया की कमाल सम्हालेंगे . भारतीय रेल सेवा से १९८० बैंच के अधिकारी श्री अश्विनी लोहानी ने मध्य प्रदेश टूरिज्म को राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय पहचान दिलाई और एमपी टूरिज्म को लाभ में लाये । श्री लोहानी थिकंटेंक फॉरवर्ड इंडिया फोरम के फाउंडर मेंबर भी है । फोरम के चेयरमन डॉ. अनूप स्वरुप और सेक्रेटरी जनरल एवं मेट्रोमिरर के प्रधान संपादक श्री शिव हर्ष सुहालका ने श्री लोहानी हो बधाई देते हुए कहा कि एयर इंडिया श्री लोहानी के हाथों में नई ऊचाईयां छुयेगी और नई इमेज बनाने में कामयाब होगी ।


काले धन पर अंकुश के लिए सेशेल्स से समझौते को मंजूरी
21 August 2015
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने काले धन के खिलाफ लड़ाई की दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए आज कर संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए भारत और सेशेल्स के बीच समझौते पर हस्ताक्षर को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि समझौते से भारत और सेशल्स के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान को प्रोत्साहन मिलेगा जिससे कर अपवंचन और चोरी पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा ‘यह सरकार की काले धन का पता लगाने के लिये किये जा रहे प्रयासों का हिस्सा है।’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार ने कई पहलें की हैं जिनमें अमेरिका के साथ फाटका (विदेशी खाता कर अनुपालन कानून) पर हस्ताक्षर और काला धन कानून का कार्यान्वयन शामिल हैं। प्रसाद ने कहा, ‘अमेरिका के बाद हम अन्य देशों के साथ भी ऐसे समझौते करने की योजना बना रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों का ही नतीजा है कि जी-20 देशों के बीच 2017 से सूचनाओं के आदान-प्रदान का समझौता हुआ। सेशेल्स समझौते का ब्योरा देते हुए प्रसाद ने कहा, ‘चाहे निवासी हो या गैर-निवासी, गैरकानूनी तरीके से धन के हस्तांतरण के लिए भारत या सेशेल्स की धरती के किसी तरह के दुरपयोग पर मुकदमा चलेगा।’ मंत्री ने कहा कि भारत या सेशेल्स द्वारा लगाए गए हर तरह के कर को इस दायरे में रखा गया है चाहे उन्हें किसी भी स्वरूप में लागू किया गया हो।

शेयर मार्केट धड़ाम, सेंसेक्स 400 अंक लुढ़का
21 August 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में गिरावट का माहौल है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स ने 400 अंकों का गोता लगाया है, वहीं निफ्टी भी 8250 से नीचे चला गया है। कुल मिलाकर सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 1.5 फीसद की कमजोरी देखने को मिल रही है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 411 अंक यानि 1.5 फीसद की गिरावट के साथ 27,196 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 129 अंक यानि 1.5 फीसद की कमजोरी के साथ 8,244 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मंदी छाई है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 1.8 फीसद गिरकर 13,600 के नीचे आ गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1.75 फीसद की कमजोरी के साथ 11,500 के नीचे आ गया है। बीएसई के सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में दिखाई दे रहे हैं। लेकिन ऑटो, रियल्टी, कैपिटल गुड्स, बैंकिंग और ऑयल एंड गैस शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली हावी है। बीएसई के ऑटो, रियल्टी, कैपिटल गुड्स और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 2-1.7 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 1.8 फीसद गिरकर 18,000 के नीचे आ गया है। यस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई, भारती एयरटेल, पीएनबी, एक्सिस बैंक, वेदांता और टाटा मोटर्स जैसे दिग्गज शेयरों में सबसे ज्यादा 4-2.9 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि दिग्गज शेयरों में टीसीएस में 0.3 फीसद और अंबुजा सीमेंट में 0.2 फीसद की बढ़त दिख रही है। मिडकैप शेयरों में सेंट्रल बैंक, रेस्पोंसिव इंडस्ट्रीज, पीसी ज्वेलर, इलाहाबाद बैंक और जेके टायर सबसे ज्यादा 6.8-5 फीसद तक टूटे हैं। स्मॉलकैप शेयरों में धामपुर शुगर, गुजरात नैचुरल रिसोर्सेज, वी-मार्ट रिटेल, एक्सिकेड्स और टेक सॉल्यूशंस सबसे ज्यादा 7.6-5.75 फीसद तक लुढ़के हैं।
सहारा की संपत्ति बेचने को नियुक्त हो रिसीवर
21 August 2015
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक पैसे का भुगतान न कर पाने के कारण पिछले डेढ़ साल से तिहाड़ जेल में बंद सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सहारा की देश और विदेश स्थित संपत्तियों को बेचने के लिए रिसीवर नियुक्त किए जाने की मांग की है। इसमें कहा गया है कि पैसे जमा कराने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश लागू होने के लिए ऐसा करना जरूरी है। शीर्ष अदालत के आदेश के मुताबिक सहारा की दो कंपनियों को निवेशकों को लौटाने के लिए करीब 36,000 करोड़ रुपये की रकम सेबी के खाते में जमा कराने हैं। कोर्ट ने जेल में बंद सुब्रत राय और समूह के दो अन्य निदेशकों की रिहाई के लिए भी 10,000 करोड़ रुपये जमा कराने की शर्त लगा रखी है। यह रकम 36,000 करोड़ में ही शामिल है। सहारा अभी तक 10,000 करोड़ जमा कराकर अपने मुखिया व कंपनी के दो अफसरों को रिहा नहीं करा पाई है। हाल ही में कंपनी ने एक नई अर्जी दाखिल कर कोर्ट से रकम जमा कराने के लिए ढाई वर्ष का समय दिए जाने की गुहार लगाई है। हालांकि कोर्ट ने फिलहाल विदेश के तीन होटलों का सौदा करने के लिए सुब्रत राय को तिहाड़ जेल के कॉन्फ्रेंस हाल के उपयोग की सुविधा दे रखी है। सेबी की इस नई अर्जी में कहा गया है कि कंपनी व उससे जुड़े लोगों की फर्जी गतिविधियों को देखते हुए जरूरी हो गया है कि कोर्ट का 31 अगस्त, 2012 का आदेश लागू कराने के लिए संपत्तियों पर रिसीवर नियुक्त किया जाए। सहारा समूह के रवैये को देखते हुए और जस्टिस बीएन अग्रवाल की छठी स्टेटस रिपोर्ट में की गई सिफारिशों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के आदेश को प्रभावी ढंग से लागू करने का यही एक तरीका बचा है। सेबी ने मांग की है कि रिसीवर कोर्ट सहारा की देश और विदेश स्थिति चल व अचल संपत्तियों पर कब्जा लेकर उन्हें बेचे। इस रकम को सेबी सहारा रिफंड खाते में जमा कराए। इसके अलावा यह आदेश दिया जाए कि सुप्रीम कोर्ट के अलावा कोई भी अदालत संपत्तियों की जब्ती और बिक्री पर रोक नहीं लगाएगी। सेबी ने संविधान के अनुच्छेद 144 का हवाला देते हुए कहा है कि भारत स्थित सभी दीवानी व न्यायिक अथॉरिटीज इस कोर्ट की मदद करेंगे। भारत सरकार के कैबिनेट सचिव व गृह सचिव और सभी राज्यों के मुख्य सचिव व डीजीपी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया जाए। सेवानिवृत्त न्यायाधीश बीएन अग्रवाल को रिसीवर द्वारा संपत्ति बेचे जाने तथा कोर्ट का आदेश लागू कराने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी सौंपी जाए।

चीनी करेंसी की कमजोरी से चिंता करने की जरूरत नहीं- रघुराम राजन
20 August 2015
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन ने आज मुंबई में एक बैंकिंग सम्मेलन कहा कि पिछले कुछ दिनों से कई देशों की करेंसी का अवमूल्यन हो रहा है जिसमें से भारतीय रुपया भी शामिल है। लेकिन इससे हमें चिंतित होने की जरुरत नहीं है। चीनी करेंसी यूआन के अवमूल्यन का भारतीय रुपये पर पड़ रहे असर को लेकर राजन ने कहा कि हमें अधिक चिंतित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने चीनी अर्थव्यवस्था की मजबूती पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर चीनी करेंसी का और अधिक अवमूल्यन नहीं होता है तो हमें इसके बारे में ज्यादा चिंता करने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि छोटे कारोबारियों को कर्ज मुहैया कराने के लिए जमानत की शर्तों को सुविधाजनक बनाना होगा। 11 पेमेंट बैंको को आरबीआई द्वारा मंजूरी देने को लेकर उन्होंने कहा कि ये सामान्य बैंकों के फीडर के तौर पर काम करेंगे। राजन ने कहा कि आरबीआई अगले महीने छोटे वित्त बैंकों को लाइसैंस देने की घोषणा करेगी।

शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत, सेंसेक्स 58 अंक टूटा
20 August 2015
मुंबई। आज शेयर मार्केट में गिरावट का रूख देखा जा रहा है। खराब वैश्विक संकेतों के कारण घरेलू बाजारों में भी मंदी छाई है। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.25 फीसद तक की कमजोरी देखी जा रही है। फिलहाल सेंसेक्स 58 अंक यानि 0.2 फीसद की गिरावट के साथ 27,874 के स्तर पर है। वहीं निफ्टी 22 अंक यानि 0.25 फीसद की कमजोरी के साथ 8,473.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। उधर, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर भी दबाव में नजर आ रहे हैं। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.1 फीसद गिरकर 14,065 के स्तर पर आ गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 0.1 फीसद की कमजोरी के साथ 11,900 के आसपास नजर आ रहा है। ऑटो, आईटी, मेटल और पावर शेयरों में बिकवाली से बाजार दबाव में नजर आ रहे हैं। बीएसई के ऑटो, आईटी, मेटल और पावर इंडेक्स में 0.6-0.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.3 फीसद गिरकर 18,640 के नीचे आ गया है। हालांकि फार्मा शेयरों में जोरदार खरीदारी का माहौल है। बीएसई का फार्मा इंडेक्स 1 फीसद से ज्यादा बढ़ा है। एनएमडीसी, टीसीएस, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, बैंक ऑफ बड़ौदा, हीरो मोटो और ओएनजीसी जैसे दिग्गज शेयरों में 2.1-1.1 फीसद की कमजोरी आई है। जबकि ल्यूपिन, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, बीपीसीएल, भारती एयरटेल, डॉ रेड्डीज और सिप्ला जैसे दिग्गज शेयरों में 2.7-0.2 फीसद की मजबूती आई है। मिडकैप शेयरों में एम्टेक ऑटो, सीसीएल इंटरनेशनल, गोल्ड लाइन, वक्रांगी और ट्यूब इन्वेस्टमेंट सबसे ज्यादा 40-3.5 फीसद तक गिरे हैं। स्मॉलकैप शेयरों में मेटालिस्ट फोर्जिन, जिनिसिस इंटरनेशनल, जेएमटी ऑटो, कास्टेक्स टेक और रोलाटेनर्स सबसे ज्यादा 9.9-5 फीसद तक टूटे हैं। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसे की कमजोरी के साथ 65.26 पर खुला है। बुधवार को रुपया 65.17 पर बंद हुआ था।
चीन की मंदी पूरी दुनिया के लिए बन सकती है खतरा
20 August 2015
नई दिल्ली। चीन में मंदी पूरी दुनिया के लिए खतरा बन सकती है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के सर्वे में ये खुलासा हुआ है। दुनिया भर के बाजारों में पैसा लगाने वाले फंड मैनेजर ग्लोबल इकोनॉमी के आउटलुक को लेकर उत्साहित नहीं हैं। 53 फीसदी निवेशकों ने माना कि ग्लोबल इकोनॉमी मजबूत होगी जबकि 61 फीसदी का ऐसा नहीं मानते। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण चीन है।
52 फीसदी फंड मैनेजरों का मानना है कि चीन की मंदी विश्व के बाजारों के लिए खतरा साबित हो सकती है। ग्रीस को राहत पैकेज मिलने से यूरो जोन की गिरावट का डर अब फंड मैनेजरों के मन से खत्म हो गया है। अब सिर्फ 2 फीसदी फंड मैनेजरों को ये लगता है कि यूरोजोन टूटेगा।

चीन के बाजार में बबल

सर्वे में भाग लेने वाले 71 फीसदी लोगों ने माना कि 2018 तक चीन की जीडीपी ग्रोथ 6 फीसदी से नीचे चली जाएगी। वहीं एक तिहाई लोगों का मानना था कि 2018 तक जीडीपी ग्रोथ 5 फीसदी से भी नीचे जा सकती है।
जून की ऊंचाई से अब तक 25 फीसदी गिरावट के बावजूद दो तिहाई निवेशक मानते हैं कि चीन ए का शेयर बाजार बबल की अवस्था में है। इनको लगता है कि कंपनियों की कमाई कम रहेगी साथ ही कमोडिटी की कीमतों का भी दबाव रहेगा। इसके अलावा मजबूत डॉलर और ऊंची बांड यील्ड से उभरते हुए देशों के लिए चुनौती पैदा हो सकती है।

एशिया के निवेशकों को भारत पसंद

चुनौती के बावजूद एशिया के निवेशकों को भारत और ताइवान पसंद है। निवेशक चीन, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, कोरिया और सिंगापुर को पसंद नहीं कर रहे हैें।
उभरते हुए देशों के शेयर बाजारों के लिए ग्लोबल फंड मैनेजर अब कम पैसे निवेश कर रहे हैं। उभरते देशों में ग्लोबल फंड मैनेजरों का फंड एलोकेशन 2001 के निचले स्तर पर चला गया है। विश्व के 32 फीसदी ग्लोबल फंड मैनेजर अब उभरते हुए देशों को अच्छा नहीं मानते। बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच फंड मैनेजर के सर्वे में खुलासा हुआ कि अब फंड मैनेजर यूरोप और जापान के बाजारों पर दांव लगाना चाहते हैं। 3 में से 2 निवेशकों को लगता है कि चीन की मंदी या उभरते हुए देशों का कर्ज विश्व के लिए संकट पैदा कर सकते हैं।

तीसरी तिमाही में फेड बढ़ाएगा ब्याज दरें

48 फीसदी निवेशकों को लगता है कि अमेरिकी फेड तीसरी तिमाही में ब्याज दरें बढ़ाएगा। 39 फीसदी निवेशकों के मुताबिक फेड चौथी तिमाही में ब्याज दरें बढ़ा सकता है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ग्लोबल रिसर्च के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट माइकल हर्टनेट के मुताबिक निवेशक चीन और उभरते हुए देशों में कम ग्रोथ का साफ संदेश दे रहे हैं। 574 अरब डॉलर की एसेट मैनेज करने वाले कुल 202 पैनालिस्ट ने इस सर्वे में भाग लिया था।

चीन ने बैंकों को दिए 6.4 लाख करोड़

शंघाई। चीन ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार से 2 बैंकों में करीब 6.4 लाख करोड़ रुपए डाले हैं। ये दोनों बैंक सरकार के दिशा निर्देश पर कर्ज देते हैं। चीनी मीडिया के मुताबिक इससे देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी। चीन के सेंट्रल बैंक ने चाइना डेवलपमेंट बैंक में 48 अरब डॉलर और एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना में 45 अरब डॉलर डाले हैं। सरकारी एजेंसी के मुताबिक ये कदम बैंकों का कैपिटल बेस बढ़ाने और इकोनॉमी को सहयोग देने के लिए किया गया है। चीन के इकोनॉमिस्ट के मुताबिक बैंकों में पैसा डालना ये संकेत देता है कि सेंट्रल बैंक चाहता है कि पैसा एक्सपोर्ट, इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन जैसी अर्थव्यवस्था से सीधे जुड़ी चीजों में जाए।
चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले साल इसकी ग्रोथ 1990 के बाद सबसे कम 7.4 फीसदी थी। जो इस साल की पहली दो तिमाही में 7 फीसदी हो गई। चीन की सरकार ने 2015 के लिए 7 फीसदी ग्रोथ का लक्ष्य रखा है। अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए चीन पिछले साल नवंबर से अब तक 4 बार ब्याज दरें घटा चुका है।
एक एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक चाइना डेवलपमेंट बैंक और एग्रीकल्चर डेवलपमेंट बैंक ऑफ चाइना की प्रोजेक्ट के कंस्ट्रक्शन के लिए 1 लाख करोड़ युआन के बांड जारी करने की योजना है।


सेंसेक्स में 50 अंकों की गिरावट, निफ्टी 20 अंक फिसला
19 August 2015
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में छाई मंदी का असर घरेलू बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। आज शेयर मार्केट की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। सेंसेक्स-निफ्टी 0.25 फीसद नीचे है। आज के कारोबार में एनएसई पर आईटी और फार्मा इंडेक्स को छोड़कर सभी सेक्टर इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 50 अंक लुढ़क कर 27,775 के स्तर पर आ गया है। वहीं, निफ्टी 20 अंक की मामूली गिरावट के साथ 8451 के महत्वपूर्ण स्तर पर कारोबार कर रहा है। आज के कारोबार में मेटल, इंफ्रा शेयरों में तेज बिकवाली है। इसका प्रमुख कारण चीन के बाजारों में बिकवाली है। हालांकि आज भी चुनिंदा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीददारी का रुझान कायम है।
वहीं, आज डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की तेज गिरावट के साथ 65.42 के स्तर पर खुला है। इसके साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया 2 साल के नए निचले स्तर पर आ गया है। सोमवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 65.32 के स्तर पर बंद हुआ था।

अब नए उद्यमों की क्रांति का समयः जेटली
19 August 2015
मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश में नए उद्यमों के रूप में एक क्रांति की शुरुअात हो रही है। इस क्रांति के वाहक बन रहे नए उद्द्यमियों की क्षमता का भरपूर उपयोग करने के लिए एक अच्छे वित्तीय परितंत्र का होना जरूरी है।
जेटली ने आज ये बातें भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) द्वारा स्थापित भारत आकांक्षा निधि (आईएएफ) का शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आईएएफ का उद्देश्य इस वित्तीय पारितंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। जेटली ने उम्मीद जताई कि इस निधि से आगामी 4-5 वर्षों में कई हज़ार करोड़ रुपयों का इक्विटी निवेश उत्प्रेरित होगा और बड़ी संख्या में शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार पैदा होगा।
जेटली ने कहा कि 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री द्वारा 'स्टार्टस अप - स्टैंड अप' का नारा दिया गया था। सिडबी की यह योजना प्रधानमंत्री के इसी नारे को चरितार्थ करने की दिशा में उठाया गया एक कदम है। जेटली ने पिछली सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपार संभावनाएं होते हुए भी अब तक इस दिशा में ध्यान नहीं दिया। जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।

सोना लगातार नौवें सत्र में हुआ मजबूत
19 August 2015
नई दिल्ली। विदेश में मजबूती के बीच आभूषण निर्माताओं और रिटेलर्स ने सोने में लिवाली जारी रखी। इसके चलते स्थानीय सराफा बाजार में मंगलवार को यह पीली धातु लगातार नौवें सत्र में मजबूत होकर करीब एक माह के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई।
इस दिन यह कीमती धातु 90 रुपये और चमककर 26 हजार 310 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई। नौ सत्रों में सोना 1,330 रुपये चढ़ चुका है। इस साल सोने में तेजी का यह सबसे लंबा दौर है। इसके उलट मौजूदा स्तर पर औद्योगिक यूनिटों और सिक्का निर्माताओं की मांग के अभाव में चांदी 450 रुपये लुढ़ककर 35 हजार 950 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।
अमेरिका में मैन्यूफैक्चरिंग के कमजोर आंकड़े आने के बाद फेडरल रिजर्व की ओर से अगले महीने ब्याज दरों को बढ़ाने की आशंका कम हो गई है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की निवेश मांग बढ़ गई है। बीते हफ्ते चीन की ओर से अपनी मुद्रा युआन का अवमूल्यन किए जाने से भी इसमें तेजी आई हुई है। सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय सराफा बाजार में सोना 0.2 फीसद बढ़कर 1119.88 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इसका असर घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर भी पड़ा, जहां मौसमी मांग को पूरा करने के लिए पहले से ही आभूषण निर्माताओं ने लिवाली जारी रखी हुई है।
स्थानीय बाजार में सोना आभूषण के भाव 90 रुपये की बढ़त के साथ 26 हजार 160 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहे। आठ ग्राम वाली गिन्नी पूर्वस्तर 22 हजार 400 रुपये पर यथावत रही। चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 155 रुपये के नुकसान में 35 हजार 745 रुपये प्रति किलो बोली गई। चांदी सिक्का 50000-51000 रुपये प्रति सैकड़ा पर सपाट बंद हुआ।


कोयला घोटाले के आरोपी पूर्व कोयला सचिव को मिली जमानत
18 August 2015
नई दिल्ली। विशेष अदालत ने आज कोयला घोटाले के आरोपी पूर्व कोयला सचिव एससी गुप्ता को जमानत दे दी। इनके अलावा इस केस में रिटायर्ड सरकारी अधिकारी एलएस जनोती को भी जमानत मिल गई।





सवा करोड़ टन कम रहेगी खाद्यान्न पैदावार
18 August 2015
नई दिल्ली। पिछले खरीफ सीजन में सूखा और रबी सीजन में कटाई से पहले बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने खाद्यान्न उत्पादन को बुरी तरह प्रभावित किया है। खाद्यान्न की पैदावार में सवा करोड़ टन से अधिक की कमी आने का अनुमान है। कृषि उपज में कुल 4.66 फीसद की कमी दर्ज की गई है। गेहूं की पैदावार में जहां सर्वाधिक 70 लाख टन की कमी आई है तो चावल का उत्पादन 20 लाख टन तक घट गया है। इसी तरह दलहन व तिलहन की पैदावार में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। दलहन का उत्पादन जहां 20 लाख टन कम हुआ है तो तिलहन में 52 लाख टन की कमी दर्ज की गई है। कृषि मंत्रालय ने सोमवार को कृषि उपज के चौथे अग्रिम अनुमान के आंकड़े जारी किए। इनके मुताबिक कृषि वर्ष 2014-15 (जुलाई से जून) में बीते खरीफ सीजन में जहां फसलें सूखे की भेंट चढ़ीं तो हाल ही में खत्म हुए रबी सीजन के दौरान बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को तहस-नहस कर दिया। इसका सीधा असर फसलों की पैदावार पर पड़ा है। खाद्यान्न उत्पादन 25.2 करोड़ टन हुआ है, जो पिछले वर्ष 2013-14 के रिकॉर्ड उत्पादन 26.5 करोड़ टन से 1.30 करोड़ टन कम है। पैदावार में आने वाली इस कमी का सीधा असर घरेलू जिंस बाजार पर दिखाई भी देने लगा है। दालों व खाद्य तेलों के मूल्य तेज हो गए हैं। ताजा अनुमान के मुताबिक चावल का कुल उत्पादन 10.48 करोड़ टन होगा, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 20 लाख टन कम होगा। जबकि गेहूं की पैदावार 8.89 करोड़ टन होगी, जो 70 लाख टन कम होगी। मोटे अनाज की पैदावार भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। चालू वर्ष में पैदावार 4.18 करोड़ टन होगी, जो वर्ष 2013-14 के मुकाबले साढ़े 15 लाख टन कम होगी। मांग के मुकाबले कम आपूर्ति से जूझ रहे दलहन और तिलहन की खेती को जबर्दस्त धक्का लगा है। दलहन की पैदावार 1.72 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के मुकाबले 20.5 लाख टन कम है। तिलहन की उपज तो 60.7 लाख घटी है। तिलहन की पैदावार 2.66 करोड़ टन होने का अनुमान है।
उषा अनंतसुब्रह्मण्यन ने पीएनबी के एमडी व सीईओ का पद संभाला
18 August 2015
नई दिल्ली। उषा अनंतसुब्रह्मïण्यन ने सोमवार को पंजाब नेशनल बैंक के एमडी व सीईओ का पदभार संभाल लिया। इससे पूर्व वह महिला बैंक की सीएमडी थीं। पीएनबी के मुताबिक, उषा नवंबर 2013 तक दो वर्ष से अधिक समय के लिए पंजाब नेशनल बैंक में कार्यपालक निदेशक भी रह चुकी हैं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने बैंक के विकास में सराहनीय योगदान किया। वह महिला बैंक की स्थापना की प्रक्रिया के समन्वय के लिए वित्त मंत्रालय की ओर से गठित कोर प्रबंधन दल की प्रमुख थीं।

वित्त मंत्रालय ने साठे की नियुक्ति को सही ठहराया
17 August 2015
नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के भाई अरूण पी. साठे को पूंजी बाजार नियामक सेबी के निदेशक मंडल में अंशकालिक सदस्य नियुक्त किए जाने का आज बचाव किया और कहा कि वे इसके योग्य हैं और काफी ईमानदार हैं। वित्त सचिव राजीव महर्षि ने कहा, 'वह सेबी के अंशकालिक सदस्य बनने के लिए पूरी तरह योग्य हैं। मुझे नहीं लगता कि किसी तरह के विवाद की कोई वजह है। वे बहुत ईमानदार हैं। नियुक्ति से पहले हमने अपने स्तर पर जांच की है। वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि यह नियुक्ति सेबी कानून के उस प्रावधान के तहत की जा रही है जिसके तहत सरकार सेबी में पांच सदस्यों की नियुक्ति कर सकती है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) स्टॉक एक्सचेंज, म्यूचुअल फंड सहित हजारों सूचीबद्ध कंपनियों के नियमन का काम देखता है।
दो साल में सरकारी बैंकों में निकलेंगी 80 हजार नौकरियां
17 August 2015
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक सहित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में दो साल में करीब 80,000 नौकरियां निकलने के आसार हैं। वजह यह है कि इस दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारियों को रिटायर होना है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चालू और अगले वित्त वर्ष में 78,800 कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं। चालू वित्त वर्ष में बैंकों में 39,756 कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं। इनमें 19,065 अधिकारी और 14,669 क्लर्क शामिल हैं। इसके अलावा 6,022 सब-स्टाफ भी इस साल रिटायर हो जाएगा। अगले वित्त वर्ष में भी 39 हजार कर्मचारी रिटायर होंगे। इनमें 18,506 अधिकारी और 14,458 क्लर्क होंगे। देश में एसबीआई, आईडीबीआई बैंक और भारतीय महिला बैंक सहित कुल 22 सरकारी बैंक हैं। एसबीआई के पांच सहायक बैंक हैं। मिडिल-लेवल में बड़ी संख्या में खाली हो रहे पदों को देखते हुए सरकार नियुक्ति के लिए कुछ लचीलापन प्रदान करने की सोच रही है। फिलहाल बैंक अनुबंध के आधार पर नियुक्ति कर सकते हैं। बीते हफ्ते वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि बैंक कैंपस रिक्रूटमेंट करना चाहते हैं, लेकिन इसमें कुछ कानूनी अड़चनें हैं। सुप्रीम कोर्ट का इस बारे में एक आदेश है, जिससे सरकारी बैंकों को इन नियुक्तियों के लिए पर्याप्त लचीलापन देने में मुश्किल है।
कृषि उत्पादन, स्टार्टअप पर जोर का उद्योग जगत ने किया स्वागत
17 August 2015
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से देश में कृषि से जुड़े मुद्दों के साथ स्टार्टअप्स और सामाजिक सुरक्षा को महत्व देने का उद्योग जगत ने स्वागत किया है। उद्योग चैंबर सीआईआई ने कहा कि 15 महीनों में घोषित नए अभियानों और स्कीमों के प्रभावशाली कार्यान्वयन के लिए प्रधानमंत्री को सलाम। सामाजिक सुरक्षा, स्टार्टअप इंडिया और कृषि उत्पादकता विकास के अगले चरण की नींव रखेंगे। पीएम ने इन पर जोर दिया है। निवेश के लिए प्रोत्साहन देने का मकसद रोजगार को प्रोत्साहित करना है। उद्योग जैसे-जैसे रोजगार तैयार होते हैं, उन्हें उसी के साथ सीधे रियायतें देने का मतलब बनता है। प्रधानमंत्री ने वित्तीय रूप में प्रोत्साहन को नई मैन्यूफैक्चरिंग यूनिटों के लिए रोजगार का पैमाना बनाया है। यह टेक्सटाइल, लेदर, फूड प्रॉसेसिंग जैसे श्रम आधारित सेक्टरों में बड़ा बदलाव ला सकता है। इसी तरह उद्योग संगठन फिक्की ने कहा कि 'स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया' पर एलान और उद्योग को रोजगार से जुड़े प्रोत्साहन प्रदान करने की घोषणाएं स्वागतयोग्य हैं। ये उद्यमिता को बढ़ावा देंगी। देश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। फिक्की की प्रेसिडेंट ज्योत्स्ना सूरी बोलीं कि देश में कुछ लाख उद्यमी न केवल कई लाख रोजगार तैयार करेंगे, बल्कि देश के दूर-दराज इलाकों में गरीबों के लिए आजीविका के मौकों को भी बनाएंगे।

कोल इंडिया में अपनी दस फीसद और हिस्सेदारी बेचेगी केंद्र सरकार
14 August 2015
कोलकाता। केंद्र सरकार दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) में अपनी हिस्सेदारी और कम करने की तैयारी कर रही है। विनिवेश विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर कहा गया है कि सरकार सीआइएल में अपनी 78.65 फीसद की कुल हिस्सेदारी में से 10 प्रतिशत का विनिवेश करना चाहती है। केंद्र ने अपनी इक्विटी हिस्सेदारी शेयर बाजार में नीलाम कर 23 से 24 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। विनिवेश की इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए मर्चेंट बैंकरों से बोलियां आमंत्रित की गई हैं। पांच ऐसे बैंकरों व ब्रोकरों का चयन किया जाएगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि दो सितंबर रखी गई है। सरकार सीआइएल के इच्छुक कर्मचारियों को पांच फीसद की छूट पर शेयर आवंटित करने को लेकर भी विचार कर रही है। विनिवेश विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक कोल इंडिया की की ऑथराइज्ड कैपिटल 8,904.18 करोड़ रुपये है। इसी साल जनवरी के अंत में सरकार ने सीआइएल में अपनी 10 फीसद हिस्सेदारी बेची थी। इससे उसे 22,557 करोड़ रुपये मिले थे। इस साल 27 जुलाई के आंकड़ों के मुताबिक कोल इंडिया बाजार पूंजीकरण के लिहाज से चौथी सबसे बड़ी कंपनी है। उसका बाजार मूल्य 2,67,782.27 करोड़ रुपये है। सीआइएल के अधिकारियों का दबी जबान में कहना है कि सरकार के इस कदम का कंपनी से जुड़े ट्रेड यूनियनों की तरफ से कड़ा विरोध देखने को मिल सकता है।
साइकिल उद्योग के जनक मुंजाल का निधन
14 August 2015
नई दिल्ली। हीरो साइकिल्स के सह-अध्यक्ष और देश के प्रमुख उद्योगपति ओपी मुंजाल का गुरुवार को निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। पारिवार के सदस्यों के मुताबिक मुंजाल का डीएमसी हीरो हार्ट सेंटर में इलाज चल रहा था।
मुंजाल के एक बेटा और चार बेटियां हैं। परिवार ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को मॉडल टाउन एक्सटेंशन क्रिमेशन ग्राउन्ड पर किया जाएगा।
बिगड़ते स्वास्थ की वजह से मुंजाल ने जुलाई में अपना कार्यभार बेटे पंकज मुजाल को सौंप दिया था। पंकज फिलहाल कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।

साइकिल उद्योग के जनक

मुंजाल को देश में साइकिल उद्योग के जनक के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने 1944 में अपने भाई के साथ साइकिल के कल-पुर्जो का कारोबार शुरू किया था, जिसे उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी साइकिल कंपनी के मुकाम तक पहुंचा दिया। हीरो साइकिल्स का कारखाना 1956 में लुधियाना में स्थापित किया गया था। तब उसकी उत्पादन क्षमता रोजाना 25 साइकिलों की थी। अब यहां हर दिन 19 हजार साइकिलें तैयार की जाती हैं।

गिनीज बुक में मिली जगह

हीरो साइकिल्स को साल 1986 में दुनिया की सबसे अधिक साइकिल बनाने वाली कंपनी के तौर पर 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में शामिल किया गया था। देश के साइकिल बाजार में कंपनी की करीब 48 फीसदी हिस्सेदारी है।

दस हजार करोड़ के एफडीआइ प्रस्ताव मंजूर
14 August 2015
नई दिल्ली। सरकार ने गुरुवार को कैथोलिक सीरियन बैंक और बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज सहित 23 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) प्रस्तावों को मंजूरी दी। ये 10,378.92 करोड़ रुपये की राशि के हैं। वित्त सचिव राजीव महर्षि की अध्यक्षता वाले विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआइपीबी) ने इन प्रस्तावों के लिए अनुशंसा की थी। इसके बाद इन्हें अंतिम मंजूरी मिली है। एफआइपीबी ने मायलान लेबोरेटरीज के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। यह 4,960 करोड़ रुपये के निवेश से जुड़ा है, लिहाजा बोर्ड ने इसे आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की मंजूरी के लिए संस्तुत किया। मायलान लेबोरेटरीज अमेरिका की मायलान इंक की भारतीय इकाई है। बोर्ड ने 13 प्रस्तावों पर फैसला टाला भी है। इनमें फॉक्सवैगन फाइनेंस, इरोस इंटरनेशनल और रिलायंस ग्लोबलकॉम के प्रस्ताव शामिल हैं। कोलकाता की बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज को एनबीएफसी एमएफआइ से 33.14 फीसद के पहले से मौजूद एफडीआइ को कोर इंवेस्टमेंट कंपनी में परिवर्तित करने की मंजूरी मिली है। बंधन फाइनेंशिल को हाल ही में पूर्ण बैंक शुरू करने के लिए लाइसेंस प्राप्त हुआ है। इससे 1,049 करोड़ का निवेश जुड़ा है। इसके अलावा निजी सेक्टर के कैथोलिक सीरियन बैंक को बैंक में विदेशी निवेश सीमा 49 फीसद से बढ़ाकर 74 फीसद करने की मंजूरी मिली है। इस प्रस्ताव से 1200 करोड़ की राशि के आने का रास्ता खुलेगा। बैंक को हाल ही में आइपीओ के लिए मंजूरी मिली है। अन्य प्रस्ताव जिन्हें हरी झंडी दिखाई गई है उनमें ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन, अल्फा फार्मा हेल्थकेयर इंडिया नैटको फार्मा और डेन नेटव‌र्क्स शामिल हैं। छह एफडीआइ प्रस्तावों को खारिज किया गया है। इनमें सेंचुरियन लेबोरेटरीज, जैस्पर इंफोटेक, दिआबू डायमंड टूल्स और बीटीएल इंडिया शामिल हैं।

सेंसेक्स में 237 अंकों की उछाल, निफ्टी 69 अंक बढ़ा
13 August 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में तेजी का माहौल है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में 0.75 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 237 अंक यानि 0.9 फीसद की मजबूती के साथ 27,749 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 69 अंक यानि 0.8 फीसद बढ़कर 8,418 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी जोरदार खरीदारी देखने को मिल रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 1.1 फीसद बढ़कर 13,900 के बेहद करीब पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1 फीसद की बढ़त के साथ 11,800 के करीब पहुंच गया है।
रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बैंकिंग, ऑटो और पावर शेयरों में अच्छी खरीदारी से बाजार में बढ़त देखने को मिल रही है। बीएसई के रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटो और पावर इंडेक्स में 1.8-1.1 फीसद की मजबूती आई है। बैंक निफ्टी करीब 1.5 फीसद बढ़कर 18,300 के पार निकल गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, भारती एयरटेल, वेदांता और हिंडाल्को जैसे दिग्गज शेयरों में 3-1.7 फीसद की मजबूती आई है। हालांकि टीसीएस, एनएमडीसी, विप्रो, टेक महिंद्रा, डॉ रेड्डीज और गेल जैसे दिग्गज शेयरों में 0.9-0.4 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है।
मिडकैप शेयरों में वेस्टलाइफ डेवलपमेंट, शिपिंग कॉर्प, एबॉट इंडिया, केएसके एनर्जी और पुंज लॉयड सबसे ज्यादा 13.6-3.8 फीसद तक उछले हैं। स्मॉलकैप शेयरों में जीनस पावर, शेमारू, एक्सिसकेड्स, बोदल केमिकल्स और बिन्नी सबसे ज्यादा 15-6 फीसद तक बढ़े हैं।

रुपया 5 पैसे की मजबूती के साथ 64.72 पर खुला

डॉलर के मुकाबले रुपये में दो दिन से जारी कमजोरी अब थम गई है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 5 पैसे की मजबूती के साथ 64.72 पर खुला है। बुधवार को रुपया 64.77 पर बंद हुआ था।

पेंशनर्स को मिलेगा छठे वेतन आयोग का लाभ
13 August 2015
नई दिल्ली। केंद्रीय कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी होती नजर आ रही है। केंद्र सरकार ने 2006 से पहले रिटायर हुए कर्मचारियों को जनवरी 2006 से ही छठे वेतन आयोग का लाभ देने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने इस बारे में आदेश भी जारी कर दिया है। 2006 से पहले रिटायर हुए केंद्रीय कर्मचारी लगातार मांग कर रहे थे कि उन्हें छठे वेतन आयोग का लाभ अन्य कर्मचारियों की तरह ही जनवरी 2006 से दिया जाए, जबकि सरकार इसके लिए राजी नहीं थी। सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट तक मुकदमा लड़ा और केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) से लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक ने उनके हक में फैसला दिया। इसी वर्ष मार्च में सुप्रीम कोर्ट से मुकदमा हारने के बाद सरकार ने आदेश लागू करने के लिए कोर्ट से चार महीने का समय मांगा था, जो कि 17 जुलाई को पूरा हो गया था। केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने गत 30 जुलाई को आदेश जारी किया है जिसमें कोर्ट के फैसलों का हवाला देते हुए 2006 से पहले रिटायर हुए केंद्रीय कर्मचारियों को एक जनवरी 2006 से ही छठे वेतन आयोग का लाभ देने की घोषणा की गई है। सरकार के ऑफिस मेमोरेंडम के मुताबिक रिटायर कर्मचारियों को पे बैंड तथा ग्रेड पे स्केल कम से कम 50 फीसद की दर से मिलेगा जैसा कि केंद्रीय प्रशासनिक टिब्युनल (कैट) ने आदेश दिया था। और कैट के आदेश पर दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगाई थी। सब जगह से हारने के बाद सरकार ने इसे लागू करने की घोषणा की है। हालांकि, सरकार ने इन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन में छठे वेतन आयोग का लाभ सितंबर 2012 से दिया था। लेकिन, अब 2006 से लाभ दिए जाने की घोषणा के बाद कर्मचारियों को 2006 से 2012 के बीच का एरियर मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को समय देते हुए कहा था कि अगर सरकार इस बीच कर्मचारियों को लाभ नहीं देती तो सरकार के खिलाफ कैट में लंबित अवमानना याचिका पुनर्जीवित हो जाएगी। कैट में अवमानना याचिका पर 19 अगस्त को सुनवाई होनी है। सरकार ने उससे पहले ही लाभ देने की घोषणा कर दी है। हालांकि, ये लड़ाई अकेले केंद्रीय कर्मचारियों की नहीं थी, बल्कि 2006 से पहले सेवानिवृत्त हुए सैन्य अधिकारियों की भी थी। सैन्य अधिकारियों का मुकदमा लड़ने वाले ग्रुप कैप्टन करन सिंह भाटी कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय कर्मचारियों के साथ ही सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को भी जनवरी 2006 से छठे वेतन आयोग का लाभ देने का आदेश दिया था। सरकार ने सिविलियन को तो लाभ दे दिया है, लेकिन अभी सैन्य अधिकारियों के लिए घोषणा नहीं की है। भाटी कहते हैं कि सैन्य कर्मियों की आदेश अनुपालन की अर्जी अभी सशस्त्र बल टिब्युनल में लंबित है।
बेहतर हुआ देश का आर्थिक परिदृश्य
13 August 2015
नई दिल्ली। आर्थिक विकास दर में सुधार और महंगाई घटने की वजह से देश का व्यापक आर्थिक परिदृश्य बेहतर हुआ है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में मध्यावधि व्यय रूपरेखा विवरण पेश करते हुए खर्च में कमी लाने और सब्सिडी में सुधार को लेकर प्रतिबद्ध दोहराई। साथ ही कहा कि उन्हें भरोसा है कि आगामी वर्षों में ब्याज दरें नीचे आएगी।
जेटली कहा, "व्यापक आर्थिक परिदृश्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। खास तौर पर आर्थिक विकास दर एक बार फिर तेज हो रही है। महंगाई कम हुई है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वृद्धि दर सुधरकर बीते वित्त वर्ष 2014-15 में 7.3 प्रतिशत हो गई। इससे पहले वित्त वर्ष 2013-14 में आर्थिक विकास की यह दर 6.9 प्रतिशत थी। अगले वित्त वर्ष में इसके 8-8.5 फीसद रहने का अनुमान है।
उन्होंने जोर दिया कि राजकोषीय घाटा कम करने के लिए धीरे-धीरे सब्सिडी पर खर्च घटाना जरूरी है। खासतौर पर तब जब सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें खजाने पर बोझ बढ़ाने जा रही हैं। चालू वित्त वर्ष 2016-17 में केंद्र सरकार का सैलरी बिल बढ़कर 1.16 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यह अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 1.28 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
जेटली के मुताबिक, सुधारों के जरिये सब्सिडी को गरीबों और जरूरतमंदों तक सीमित करना होगा। तभी दुर्लभ वित्तीय संसाधनों को बुनियादी ढांचे में निवेश और विकास संबंधी अन्य जरूरतों के लिए बचाया जा सकेगा। जहां तक राजकोषीय घाटे का सवाल है, इसे अगले वित्त वर्ष तक घटाकर 3.5 फीसद पर लाया जाएगा।


शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 120 अंक गिरा
12 August 2015
नई दिल्ली। आज भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट का रूख देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि चीन द्वारा अपनी मुद्रा युआन के अवमूल्यन के कारण बाजारों में गिरावट आई है। यहां तक कि अमेरिकी बाजारों में भी एक से सवा फीसद की गिरावट आई है। वहीं, ऐशियाई बाजारों के सभी प्रमुख शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है।दलाल स्ट्रीट पर सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 0.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 122 अंक यानि करीब 0.5 फीसद की गिरावट के साथ 27,744 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 40 अंक यानि 0.5 फीसद गिरकर 8422 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली हावी है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.5 फीसद गिरकर 13,930 के नीचे कारोबार कर रहा है। इसके अलावा बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.3 फीसद की कमजोरी के साथ 11,900 के नीचे आ गया है।
मेटल, ऑयल एंड गैस, रियल्टी, बैंकिंग और एफएमसीजी शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली हावी है। बीएसई के मेटल, ऑयल एंड गैस, रियल्टी और एफएमसीजी इंडेक्स में 1.7-0.75 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.7 फीसद गिरकर 18,500 के नीचे आ गया है। हालांकि आईटी, फार्मा और टेक्नोलॉजी शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है। रुपये की कमजोरी का फायदा आईटी और फार्मा शेयरों को मिल रहा है। बता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपया 2 साल के निचले स्तर पर आ गया है। 1 डॉलर की कीमत 64.50 रुपये के पार निकल गई है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान हिंडाल्को, कोल इंडिया, एनएमडीसी, टाटा मोटर्स, एसबीआई, वेदांता और भारती एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों में 3-2 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि सन फार्मा, टाटा स्टील, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टीसीएस और सिप्ला जैसे दिग्गज शेयरों में 2.2-0.4 फीसद की मजबूती आई है।

दो साल के निचले स्तर पर पहुंचा रुपया

रुपये में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। चीन की अपनी करेंसी युआन को कमजोर करने के फैसले का असर रुपये पर भारी पड़ रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया 6 सितंबर 2013 यानि करीब 2 साल के निचले स्तर पर आ गया है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 36 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 64.55 के स्तर पर खुला है। वहीं मंगलवार के कारोबारी सत्र में भी डॉलर के मुकाबले रुपया भारी कमजोरी के साथ 64.19 के स्तर पर बंद हुआ था।

कर संग्रह में बढ़ोतरी है अर्थव्यवस्था में तेजी का संकेत- मुख्य आर्थिक सलाहकार
12 August 2015
नई दिल्ली। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकर अरविन्द सुब्रमण्यम ने वर्तमान वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में हुए कर संग्रह में बढ़ोतरी पर संतोष जाहिर करते हुए कहा है कि यह अर्थव्यवस्था में तेजी का संकेत है। उन्होंने कहा कि हालांकि कर संग्रह का बहुत ही मामूली असर अर्थव्यवस्था पर होता है, लेकिन इससे यह पता चलता है कि अर्थव्यवस्था में लगातार तेजी आ रही है। जुलाई में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 15.2 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है।
चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रहण 37 प्रतिशत बढ़कर 2.1 लाख करोड़ रूपए पर पहुंच गया। मुख्य रूप से उत्पाद शुल्क संग्रह में बढ़ोतरी से सकल अप्रत्यक्ष कर संग्रह में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रह 1.53 लाख करोड़ रुपये रहा था। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार जुलाई में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 39.1 प्रतिशत बढ़कर 56,739 करोड़ रुपये रहा।
जुलाई, 2014 में यह आंकड़ा 40,802 करोड़ रुपये रहा था। अप्रैल से जुलाई की अवधि में उत्पाद शुल्क संग्रह में जोरदार 75.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ और यह 83,454 करोड़ रुपये रहा। वहीं सेवा कर से राजस्व 20.1 प्रतिशत बढ़कर 60,925 करोड़ रुपये रहा। सीमा शुल्क संग्रह 21 प्रतिशत बढ़कर 66,076 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

मैगी पर नेस्ले इंडिया से 640 करोड़ रुपये वसूलेगी सरकार
12 August 2015
नई दिल्ली। मैगी नूडल्स बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया से सरकार 640 करोड़ रुपये का हर्जाना वसूलेगी। इसके लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निपटारा आयोग (एनसीडीआरसी) में मंगलवार को मामला दर्ज करा दिया गया। हर्जाने का दावा कारोबार में उचित तरीका नहीं अपनाने, झूठा लेबल लगाने और भ्रामक विज्ञापन के आधार पर किया गया है। कंपनी के खिलाफ मामला लगभग तीन दशक पुराने उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत दर्ज कराया गया है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा, 'हमने पहले ही मैगी मुद्दे को लेकर एनसीडीआरसी में नेस्ले इंडिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की सिफारिश कर दी थी।' उन्होंने लेकिन यह कहा कि सोमवार को संसद में पेश उपभोक्ता संरक्षण विधेयक उपभोक्ताओं की शिकायत के समाधान को और प्रभावी बनाएगा। उधर, सरकार के कदम पर नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी नहीं की। प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को इस मुद्दे पर अभी कोई सूचना ही नहीं मिली है।
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने पहली बार उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की धारा 12-1-डी का प्रयोग किया है। इस धारा के तहत केंद्र और राज्य दोनों को शिकायत दर्ज कराने का अधिकार है। सूत्रों के मुताबिक, 'पहली बार सरकार ने नेस्ले इंडिया के खिलाफ जो कदम उठाया है उससे अन्य कंपनियों को भी संदेश जाएगा। इस कदम का मकसद कंपनियों को यह बताना है कि वह देश में घटिया किस्म का उत्पाद नहीं बेचें और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना करें।'

राज्यसभा में उठा मुद्दा

मैगी का मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में भी उठा। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि मैगी के नमूनों में सीसे की मात्रा 2.5 पीपीएम (कण प्रति दस लाख) की तय सीमा से ज्यादा पाई गई। इसके साथ ही उसने एमएसजी की मात्रा को लेकर भ्रामक लेबल लगाए। विभिन्न राज्यों की प्रयोगशालाओं में सीसे व एमएसजी की मात्रा ज्यादा पाई गई। यह स्वास्थ्य के लिए घातक है। इसके बाद 5 जून 2015 को मैगी नूडल्स पर देश में रोक लगा दी गई थी।


रक्षा बंधन के मौके पर शॉपिंग फेस्ट लॉन्च करेगी फेसबुक
11 August 2015
नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक भारत में ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन को भुनाना चाहती है। कंपनी रक्षा बंधन के मौके पर शॉपिंग फेस्टिवल लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसे 'टाइड टुगेदर' नाम दिया जाएगा। फेसबुक की योजना इस त्योहारी सीजन के लिए छोटी अवधि की खास वेबसाइट लॉन्च करने की है। इसके लिए फेसबुक ने मीडिया एजेंसी ग्रुप एम के साथ करार किया है। प्रस्तावित वेबसाइट 12 अगस्त से शुरू होगा और 29 अगस्त तक चलेगा। फेसबुक इस शॉपिंग फेस्टिवल के लिए अपनी सोशल मीडिया पावर को अनलॉक करके 10 करोड़ संभावित ग्राहकों तक पहुंच सकती है। इस शॉपिंग फेस्टिवल में कंपनी की भूमिक अपने सब्सक्राइबर बेस का इस्तेमाल करना होगा, ताकि शॉपिंग साइट पर ट्रैफिक बढ़ाया जा सके। शॉपिंग फेस्टिवल में पार्टिसिपेट करने वाली कंपनियों को फीस देनी होगी, जिसे फेसबुक, ग्रुप एम और दूसरी मीडिया एजेंसियों के साथ बांटा जाएगा। फेसबुक इस शॉपिंग फेस्टिवल के लिए 3 करोड़ में टाइटल स्पॉन्सर और प्रिसिंपल स्पॉन्सर की तलाश में है। इसके अलावा 1.5 करोड़ में एसोसिएट स्पॉन्सर की तलाश भी की जा रही है। एक मीडिया प्लानर के मुताबिक, 'भारत में ऑनलाइन कॉमर्स कंपनियों के बढ़ते चलन के बीच ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल एक लोकप्रिय चलन बन गया है। फेसबुक भारत में उन मीडिया ग्रुप्स में शुमार है, जिसके पास एक बड़ा डेटाबेस मौजूद है, जिसका इस्तेमाल वह अपने कॉमर्शियल मकसद के लिए कर सकती है।' पिछले साल अक्टूबर में गूगल ने भी ग्रुप एम और अमेजन के साथ मिलकर शॉपिंग फेस्टिवल 'ग्रैंड दिवाली मेला' लॉन्च किया था। इससे पहले भी गूगल ग्रेट ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल का आयोजन कर चुकी है। इस साल की शुरुआत में गूगल ने मीडिया एजेंसी ग्रुप आईपीजी मीडियाब्रैंड्स के साथ मिलकर 'द ग्रेट इंडियन ट्रैवल फेस्टिवल (जीआईटीएफ) शुरू किया था। इस साल जुलाई में मैजिकब्रिक ने ग्रुप एम और गूगल के साथ प्रॉपर्टी फेस्टिवल 'ग्रेट ऑनलाइन होम फेस्टिवल' के आयोजन के लिए हाथ मिलाया था। एक अन्य मीडिया प्लानर के मुताबिक अमेजन, फ्लिपकार्ट और दूसरी ई-कॉमर्स कंपनियां कोई भी ऑनलाइन फेस्टिवल शुरू करने के लिए खुद की साइट का सहारा लेती हैं। लेकिन, गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां शॉपिंग फेस्टिवल शुरू करने के लिए नई साइट का यूज करती हैं। मीडिया प्लानर का कहना है कि गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां एडवरटाइजर्स से 'प्रत्येक क्लिक' के हिसाब से पैसे लेती हैं, जिसकी दरें 50 पैसे से लेकर 100 रुपए या फिर 2 रुपए से लेकर 20 रुपए के बीच होती है। यह रेंज ग्राहक के टारगेट ऑप्शन पर भी निर्भर करती है। गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां ऑनलाइन फेस्टिवल की वेबसाइट के लिए स्पॉन्सर्स से फीस लेती है। मीडिया प्लानर के मुताबिक जो मीडिया एजेंसी इस तरह के इवेंट से जुड़ी होती हैं, उन्हें एकदम से फाइनेंशिल रिटर्न भी नहीं मिलता। यह एक तरह का लांग टर्म प्लान है।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली कमजोरी
11 August 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में नरमी का रूख देखा जा रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में कमजोरी देखी जा रही है। हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी का रूझान है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 7 अंकों की मामूली कमजोरी के साथ 28,095 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी भी 7 अंकों की मामूली कमजोरी के साथ 8519 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इस बीच सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.4 फीसद बढ़कर 14,150 के ऊपर पहुंच गया है। इसके अलावा बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 0.4 फीसद की बढ़त के साथ 12,100 के बेहद करीब पहुंच गया है। मेटल, एफएमसीजी और ऑयल एंड गैस शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव देखने को मिल रहा है। बीएसई के मेटल, एफएमसीजी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 0.4-0.2 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि कंज्यूमर ड्युरेबल्स, आईटी और रियल्टी शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। बीएसई के कंज्यूमर ड्युरेबल्स, आईटी और रियल्टी इंडेक्स में 1.25-0.6 फीसद की बढ़त दर्ज की गई है। एनएमडीसी, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, बीपीसीएल, आईटीसी, हिंडाल्को, ओएनजीसी और एचयूएल जैसे दिग्गज शेयरों में 1.7-0.6 फीसद की कमजोरी आई है। हालांकि एसबीआई, वेदांता, इंफोसिस, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति सुजुकी जैसे दिग्गज शेयरों में 1.75-0.5 फीसद की मजबूती आई है। मिडकैप शेयरों में चेन्नई पेट्रो, गोल्ड लाइन, वेस्टलाइफ डेवलपमेंट, ईक्लर्क्स सर्विसेज और फिनोलेक्स केबल्स सबसे ज्यादा 6-3 फीसद तक उछले हैं। स्मॉलकैप शेयरों में इंजीनियर्स इंडिया, जैन इरीगेशन, गुजरात मिनरल, जेके लक्ष्मी सीमेंट और रैमको सीमेंट सबसे ज्यादा 4.4-1.75 फीसद तक बढ़े हैं।
अब टेलीकॉम कंपनियों को देनी होगी डेटा यूज की जानकारी
11 August 2015
नई दिल्ली। अब आपके डेटा पैक के खत्म होने से पहले टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की तरफ से मैसेज आएगा कि आपका डेटा कितना इस्तेमाल हुआ है। ट्राइ ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स के लिए नया गाइडलाइन जारी किया है कि सर्विस प्रोवाइडर्स को हर 10 एमबी डेटा खत्म होने के बाद कंज्यूमर्स को इसकी जानकारी देनी होगी।
ट्राइ ने यह कदम मोबाइल कंपनियों द्वारा डेटा पैक इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं से अनापशनाप तरीके से ओवरचार्जिंग की बढ़ती शिकायतों के बाद उठाया है।
ट्राई ने टेलीकॉम कंज्यूमर्स प्रोटेक्शन रेगुलेशन्स 2015 को नोटीफाई करते हुए कहा है कि मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को स्पेशल टैरिफ वाउचर्स, कॉम्बो वाउचर्स या एड-ऑन पैक इस्तेमाल करने वाले सब्सक्राइबर्स को डाटा कंजम्पशन से जुड़ा अलर्ट देना होगा। इसके अलावा कंपनियों को समय-समय पर उनके डाटा बैलेंस के बारे में भी बताना होगा। यही नहीं, कंपनियों को कंज्यूमर की तरफ से लिए गए प्लान की डाटा लिमिट खत्म होने के बाद लगने नए टैरिफ चार्ज के बारे में बताना होगा।
डाटा का 50 फीसदी, 90 फीसदी और 100 फीसदी इस्तेमाल के बाद टेलीकॉम कंपनियों को ग्राहको को अलर्ट देना होगा। डाटा यूसेज 500 एमबी, 100 एमबी और 10 एमबी पहुंचने पर मैसेज करना होगा। डाटा लिमिट खत्म होने पर नए टैरिफ चार्ज की जानकारी देनी होगी।
वहीं इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों के लिए एक और अच्छी खबर है। अब अगर आप अपने फोन में इंटरनेट को एक्टिवेट या फिर डिएक्टिवेट कराना चाहते हैं, तो टोल फ्री नंबर 1925 पर कॉल करके या फिर इसी नंबर पर एसएमएस के जरिए आप अपने नेट को सबस्क्राइब कर सकते हैं। 1 सितंबर से आप इस सेवा का लाभ उठा पा आएंगे।


बस 1925 पर कॉल कर बंद कराएं इंटरनेट सेवा
08 August 2015
नई दिल्ली। अगर आप अपने मोबाइल पर चालू इंटरनेट को बंद कराने के लिए परेशान हैं, तो जल्द ही आपकी यह मुश्किल दूर होने वाली है। अगले महीने से आप टोल फ्री नंबर 1925 पर कॉल या एसएमएस करके मोबाइल डाटापैक को डिएक्टिवेट (बंद) कर पाएंगे। यही नहीं, इसी नंबर का इस्तेमाल करके इंटरनेट सेवा चालू भी कर सकेंगे। दूरसंचार नियामक ट्राई ने शुक्रवार को नया निर्देश जारी कर यह व्यवस्था की है। भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण (ट्राई) को ग्राहकों की ओर से लगातार बड़ी संख्या में ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि उनके मोबाइल पर ऑपरेटर की ओर से इंटरनेट सेवा को डिएक्टिवेट नहीं किया जा रहा है। ग्राहकों का कहना था कि ज्यादा से ज्यादा कमाई करने की खातिर मोबाइल ऑपरेटरों ने इंटरनेट सेवा को बंद कराने की प्रक्रिया बेहद जटिल बना रखी है। टोल फ्री नंबर मुहैया कराना अनिवार्य नए निर्देश में टेलीकॉम कंपनियों के लिए टोल फ्री नंबर 1925 को उपलब्ध कराना अनिवार्य बनाया गया है। ऑपरेटरों को पहली सितंबर से ही टोल फ्री नंबर की यह सेवा शुरू कर देनी होगी। इस नंबर पर कॉल करके आने वाले निर्देशों का पालन करते हुए मोबाइल इंटरनेट सेवा चालू या बंद की जा सकेगी। ट्राई ने कहा है कि सेवा देने वाली कोई भी कंपनी तब तक डाटा सर्विस को एक्टिवेट या डिएक्टिवेट नहीं करेगी, जब तक उपभोक्ता की ओर से इसके लिए स्पष्ट रूप से सहमति नहीं दी जाएगी। रेगुलेशन में किया गया संशोधन इसके लिए नियामक ने टेलीकॉम कंज्यूमर प्रोटेक्शन रेगुलेशन में संशोधन किया है। इस संशोधन के मुताबिक, कोई भी टेलीकॉम ऑपरेटर किसी सब्सक्राइबर से उसकी स्पष्ट रूप से व्यक्त सहमति के बिना सब्सक्राइब्ड सीमा से अधिक शुल्क वसूल नहीं कर सकेगा। नए नियम के तहत नियामक ने स्पष्ट कर दिया है कि इस सीमा के पार होते ही मोबाइल ग्राहक की सहमति स्वत: ही समाप्त मानी जाएगी। यह सीमा डाटा पैक की वैलिडिटी अवधि के रूप में हो सकती है या फिर डाटा लिमिट (मसलन एक जीबी) खत्म होने के तौर पर हो सकती है। वैसे, किसी वैल्यू एडेड सेवा को एक्टिवेट और डिएक्टिवेट करने की व्यवस्था पहले से ही है, मगर टेलीकॉम कंपनियां अक्सर मोबाइल इंटरनेट को पूरी तरह डिएक्टिवेट करने से मना कर देती थीं।
अडाणी का प्रोजेक्ट रद्द करना खतरनाकः ऑस्ट्रेलियाई पीएम
08 August 2015
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में अडाणी समूह के कोयला खदान का लाइसेंस रद्द करने के अदालती फैसले के बाद एक नया मोड़ आया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि पर्यावरण व अन्य पहलुओं का हवाला देकर प्रोजेक्टस रोकना देश के लिए खतरनाक होगा। इस प्रोजेक्ट से ऑस्ट्रेलियाई सरकार को 1.38 लाख करोड़ रुपए का फायदा होगा। पीएम एबॉट ने अडाणी प्रोजेक्ट्स पर कहा कि हम ऐसे देश की छवि नहीं बनाना चाहते जो विकास के काम में भी अड़ेगा लगाता हो। पीएम के मुताबिक अडाणी का यह प्रोजेक्ट क्वींसलैंड और वहां के बाशिंदों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। इसकी मदद से 10 हजार लोगों को नौकरियां मिलेंगी। ऑस्ट्रेलिया के फेडरल कोर्ट ने अडाणी के 16 अरब डॉलर (1 लाख करोड़ रुपए से अधिक) के कोल प्रोजेक्ट को पर्यावरण नुकसान की आशंका के कारण रद्द कर दिया है। पर्यावरण समूहों ने सरकार पर आरोप लगाया था कि अडाणी को प्रोजेक्ट की मंजूरी देते समय येका स्ंिकक छिपकली और सजावटी सांप जैसी खास प्रजातियों की देखभाल या उन्हें होने वाले खतरे को ध्यान में नहीं रखा गया। बहरहाल, एबॉट ने कहा कि खदान और अडाणी के अन्य प्रोजेक्ट्स से भारत पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। बिजली आदि से लेकर कई तरह के फायदे अदाणी के इस प्रोजेक्ट से होंगे और उनकी सेवाओं का ग्लोबल विस्तार होगा। अडाणी ऑस्ट्रेलिया में कारमाइल माइन और रेल प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं।
एल्युमीनियम पर आयात शुल्क बढ़ाने पर विचार
08 August 2015
नई दिल्ली। सरकार एल्यूमीनियम पर आयात शुल्क दोगुना यानी 10 प्रतिशत करने के अनुरोध पर विचार कर रही है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारामन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सीतारामन का बयान बहुत अहम है। इस लिहाज से कि वेदांता जैसी घरेलू कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम कीमत और आयातित एल्युमीनियम की आपूर्ति बढ़ने के कारण प्लांट चलाना मुश्किल हो गया है। सीतारामन ने संसद में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि व्यापार मंत्रालय ने एल्युमीनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया का एक अनुरोध राजस्व विभाग के पास भेज दिया है, ताकि जरूरी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार इसी तरह के एक अनुरोध को विभाग ने खारिज कर दिया था। एल्युमीनियम का इस्तेमाल हवाई जहाज से लेकर नींबू निचोड़नेवाले उपकरण तक में होता है। देश में इसकी प्रति व्यक्ति खपत महज 2.2 किलो है, जबकि चीन में 25 किलो। अच्छी बात यह है कि यहां एल्युमीनियम की मांग सालाना करीब 11 प्रतिशत के हिसाब से बढ़ रही है, जबकि पूरी दुनिया में इसकी ग्रोथ 6 प्रतिशत है।

फ्लिपकार्ट पर फर्नीचर की बिक्री शुरू
07 August 2015
बेंगलूरु। ई-वाणिज्य क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फ्लिपकार्ट अब फर्नीचर खंड में प्रवेश किया है और वह अपने 'होम' खंड के तहत 10,000 उत्पादों की पेशकश करेगी। फ्लिपकार्ट ने एक बयान में कहा कि उपभोक्ता दो हजार से डेढ़ लाख रुपये तक के फर्नीचर खरीद सकते हैं। कंपनी ने कहा कि इस पहल का लक्ष्य है उपभोक्ताओं को आधुनिक, पारंपरिक और क्षेत्र विशेष के फर्नीचर उपलब्ध कराना। फ्लिपकार्ट ने देश भर में अपने उपभोक्ताओं को और विकल्प मुहैया कराने के लिए क्षेत्रीय विक्रेताओं के साथ होम टाउन, ड्यूरिन, एटहोम एंड होमस्टॉप जैसे खुदरा विक्रेताओं के साथ समझौता किया है। फिलहाल बड़े फर्नीचर दिल्ली, मुंबई, और बेंगलूरु में उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होंगे जिनका आने वाले महीनों में देश भर में विस्तार किया जाएगा। गौरतलब है कि भारत में ऑनलाइन फर्नीचर की बिक्री पेपरफ्राई, फैबफर्निस और अर्बन लैडर नाम की ईकॉमर्स साइटों पर पहले से ही हो रही है। जानकारों का कहना है कि ऑनलाइन फर्नीचर बिक्री के कारोबार में फ्लिपकार्ट जैसे बड़े प्लेयर के कदम रखने से इन कंपनियों को जोरदार चुनौती मिलेगी।
चेक बाउंस मामलों के त्वरित निपटारे के लिए बिल पारित
07 August 2015
नई दिल्ली। देश में चेक बाउंस मामले में मुकदमेबाजी में फंसे करीब 18 लाख लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अब चेक बाउंस का केस उसी जगह दर्ज होगा, जहां इसे पेमेंट को दिया जाएगा। अब तक चेक बाउंस होने पर केस इश्यू होने वाले स्थान पर दर्ज किया जाता था। लोकसभा ने गुरुवार को इससे संबंधित विधेयक पारित कर दिया। वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने सदन में निगोशिएबल इंट्रूमेंट (एमेंडमेंट) बिल, 2015 पेश करते हुए कहा कि इससे अपने शहर से बाहर जाकर मुकदमेबाजी का सामना कर रहे लोगों को फायदा मिलेगा। बिल में उस अध्यादेश को बदलने की बात की गई है, जो पूर्व में दोबारा लागू हुआ था। बजट सत्र में ही लोकसभा से बिल पारित हो गया था, लेकिन राज्यसभा से मंजूरी नहीं मिली थी। लिहाजा, अध्यादेश दोबारा लागू हुआ। सिन्हा ने कहा कि इसका अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। यह छोटे व्यापारियों, बड़े कॉरपोरेट खासतौर से टेलीकॉम कंपनियों की मदद करेगा। कुछ सदस्यों ने चेक बाउंस मामलों से निपटने में निश्चित समयसीमा तय करने संबंधी चिंता जाई। इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि वैसे तो कोई समयसीमा नहीं है, लेकिन अधिनियम में प्रावधान किए गए हैं। विवाद के शीघ्र निपटारे के लिए कोर्ट ई-मेल या संचार के अन्य त्वरित माध्यम से समन या नोटिस भेज सकते हैं।
शेयर बाजार में शुरू हुआ पीएफ का निवेश
07 August 2015
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ ने गुरुवार से शेयर बाजार में पैसा लगाना शुरू कर दिया। संगठन ने शेयरों में सालाना 5,000-6,000 करोड़ रुपए निवेश करने की योजना बनाई है। ईपीएफओ पहली बार शेयर बाजार में पैसा लगा रहा है। संगठन के पास फिलहाल 8.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड है। चूंकि यह पहला मौका है, लिहाजा ईपीएफओ सीधे-सीधे शेयर बाजार में कदम नहीं रखेगा, बल्कि इसके लिए एसबीआई म्यूचुअल फंड की मदद लेगा और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के जरिए निवेश किया जाएगा। संगठन को बाजार से 15 फीसद तक रिटर्न की उम्मीद है।बड़े निवेश के तौर पर उभरेगाविश्लेषकों के मुताबिक अगले कुछ वर्षों में ईपीएफओ भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की तरह बाजार के लिए एक बड़े निवेशक के तौर पर उभरेगा। 5-7 साल में ईपीएफओ के निवेश का सही आकलन किया जा सकेगा। बढ़ाया जाएगा इक्विटी इन्वेस्टमेंटईपीएफओ अगले वित्त वर्ष के दौरान शेयर बाजार में निवेश बढ़ा सकता है। श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि अगले साल अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्त वर्ष के दौरान ईपीएफओ शेयरों में निवेश की सीमा (फिलहाल कुल संपत्ति का 5 प्रतिशत) बढ़ा सकता है।

मारुति सुजुकी एस-क्रॉस की शुरुआती कीमत 8.34 लाख
06 August 2015
नई दिल्ली। प्रीमियम कारों के बाजार में मौजूदगी बढ़ाते हुए मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने बुधवार को क्रॉसओवर मॉडल एस-क्रॉस लॉन्च कर दी। इसकी शुरुआती कीमत 8.34 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है। इसका 1.6 लीटर डीजल वर्जन 13.74 लाख रुपए तक का है। एस-क्रॉस को तैयार करने में 4 साल लगे। कंपनी और इसके सप्लायर्स ने इसमें 600 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश किया है।

खूबियां

लंबाई 4.30 मीटर, चौड़ाई 1.765 मीटर और ऊंचाई 1.59 मीटर
व्हीलबेस 2.6 मीटर, ग्राउंड क्लियरेंस 180 एमएम, 205/60 आर16 टायर

इंजन

1.3 लीटर, 5-स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन, 88बीएचपी पावर, 200 एनएम टॉर्क
1.6 लीटर, 6 स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन, 118 बीएचपी पावर, 320 एनएम टॉर्क

शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत, सेंसेक्स में मामूली गिरावट
06 August 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में सुस्ती का माहौल नजर आ रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सपाट दिख रही है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 9 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 28,214 के स्तर पर है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 8.5 अंक गिरकर 8,560 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। एफएमसीजी और मेटल शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव नजर आ रहा है। बीएसई का एफएमसीजी इंडेक्स 0.7 फीसद गिरा है, जबकि मेटल इंडेक्स में 0.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.25 फीसद गिरकर 18,880 के नीचे आ गया है। हालांकि कंज्यूमर ड्युरेबल्स, आईटी और फार्मा शेयरों में खरीदारी दिख रही है। वहीं बीएसई के कंज्यूमर ड्युरेबल्स, आईटी और फार्मा इंडेक्स में 1-0.6 फीसद की मजबूती आई है। टाटा स्टील, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईटीसी, एशियन पेंट्स, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक, कोल इंडिया और भारती एयरटेल जैसे दिग्गज शेयर 1.5-0.5 फीसद तक गिरे हैं। हालांकि इंफोसिस, डॉ रेड्डीज, बीपीसीएल, सन फार्मा, एचसीएल टेक, टीसीएस और ल्यूपिन जैसे दिग्गज शेयरों में 1.4-0.5 फीसद की मजबूती आई है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोर शुरुआत डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 3 पैसे की कमजोरी के साथ 63.77 पर खुला है। बुधवार को रुपया 63.74 पर बंद हुआ था।
आज से शेयर बाजार में लगेगा ईपीएफओ का पैसा
06 August 2015
नई दिल्ली। आज से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) शेयरों में निवेश शुरू करने जा रहा है। श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान इसकी शुरुआत की।
गौरतलब है कि सरकार ने ईपीएफओ को अपनी कुल जमा राशि का पांच से 15 प्रतिशत शेयरों में निवेश करने की अनुमति दी है। हालांकि, ईपीएफओ के केंद्रीय न्यास बोर्ड ने शेयर बाजार के जोखिम से सतर्कता बरतते हुए फिलहाल एक से पांच प्रतिशत तक ही निवेश करने का निर्णय लिया है।
सूत्रों का कहना है कि संगठन के पास छह लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि है। इसका मतलब यह है कि एक प्रतिशत निवेश की स्थिति में भी न्यूनतम निवेश राशि छह हजार करोड़ रुपये की होगी।


सेंसेक्स में 208 अंकों की उछाल, निफ्टी 61 अंक बढ़ा
05 August 2015
मुंबई। आज शेयर बाजार में तेजी का रूख देखा जा रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.75 फीसद तक मजबूती आई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 208 अंक यानि 0.75 फीसद की मजबूती के साथ 28280 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 61 अंक यानि 0.75 फीसद की बढ़त के साथ 8578 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी का रुझान है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 0.8 फीसद की बढ़त के साथ 14140 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.7 फीसद बढ़कर 12100 के ऊपर पहुंच गया है। बीएसई के सभी सेक्टर इंडेक्स हरे निशान में दिखाई दे रहे हैं। मेटल, आईटी, रियल्टी और ऑयल एंड गैस शेयरों में खरीदारी से बाजार में बढ़त देखने को मिल रही है। बीएसई के मेटल, आईटी, रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.3-0.7 फीसद की मजबूती आई है। बैंक निफ्टी 0.5 फीसद की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। सीएनएक्स पीएसयू बैंक इंडेक्स में भी 0.5 फीसद की तेजी आई है। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 16 पैसे की कमजोरी के साथ 63.90 पर खुला है। मंगलवार को रुपया 63.74 पर बंद हुआ था।
आरबीआइ गवर्नर रघुराम राजन ने कहा, 'वीटो अधिकार लेना सही कदम'
05 August 2015
नई दिल्ली। ऐसे समय जब विपक्ष और अर्थ विशेषज्ञ आरबीआइ गवर्नर की वीटो पावर छिनने के प्रस्ताव पर सरकार के पीछे पड़े हुए हैं आरबीआइ गवर्नर रघुराम राजन ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। राजन ने कहा है कि एक व्यक्ति विशेष के बजाय समिति की तरफ से किया गया फैसला ज्यादा सही होता है। साथ ही जब व्यक्ति कोई फैसला करता है तो उसे कई तरह के आंतरिक व बाहरी दबावों के बीच सामंजस्य बैठाना पड़ता है। जबकि समिति में कई पक्षों के प्रतिनिधि होते हैं और आम तौर पर उनका फैसला व्यक्तिगत फैसले से बेहतर होता है। इसके बावजूद उन्होंने आरबीआइ की संप्रभुता को बनाए रखने की वकालत की है।
मुंबई में मौद्रिक नीति की तीसरी समीक्षा पेश करने के बाद राजन ने संवाददाताओं को बताया कि मौद्रिक नीति बनाने के लिए गठित होने वाली समिति (एमपीसी) को लेकर भी रिजर्व बैंक व केंद्र सरकार के बीच कोई विवाद नहीं है। एमपीसी के गठन को लेकर अधिकांश मुद्दों पर सरकार व केंद्रीय बैंक के बीच सहमति बन गई है। आरबीआइ गवर्नर के इस बयान से साफ है कि आने वाले दिनों में ब्याज दरों को तय करने के मौजूदा तौर तरीके में काफी बदलाव आ जाएगा। अभी आरबीआइ गर्वनर ब्याज दरों को लेकर गठित समिति के सुझाव तो सुनता है लेकिन फैसला उसे स्वयं करना होता है। नए प्रस्ताव के मुताबिक समिति के सुझावों को वरीयता दी जाएगी।
एक दिन पहले ही वित्त सचिव राजीव महर्षि ने इस बारे में सरकार की तरफ से सफाई दी थी कि आरबीआइ गवर्नर के वीटो अधिकार छीनने को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। वित्त मंत्रालय ने पहले यह कहा था कि यह प्रस्ताव वित्तीय कानूनों में सुधार पर गठित आयोग (एफएसएलआरसी) की तरफ से आया है। लेकिन आयोग के अध्यक्ष व अन्य सदस्यों ने इससे मना कर दिया था।

पीएनबी, बीएसएनएल व एमटीएनएल में समझौता
05 August 2015
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने सरकारी टेलीकॉम कंपनियों एमटीएनएल और बीएसएनएल के साथ अगले तीन वर्षों का करार किया है। पीएनबी, एमटीएनएल और बीएसएनएल के बीच वर्ष 2004 से ही इस तरह का करार हो रहा है। यह करार पीएनबी की सभी शाखाओं, एटीएम और सर्विस शाखाओं में आइटी लिंक की सेवा देने के लिए किया गया है। यह बैंक को रीयल टाइम वित्तीय सूचना का आदान प्रदान करने की सहूलियत देता है। इस बारे में समझौते पत्र पर पीएनबी के एमडी व सीईओ गौरी शंकर, बीएसएनएल के सीएमडी अनुपम श्रीवास्तव और एमटीएनएल के निदेशक सुनील कुमार ने हस्ताक्षर किए।

शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी 0.25 फीसद लुढ़का
04 August 2015
मुंबई। वैश्विक बाजारों में छाई मंदी का असर घरेलू शेयर बाजारों में भी देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में 0.25 फीसद की गिरावट नजर आ रही है। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी नरमी छाई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स 67 अंकों की गिरावट के साथ 28120 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 25 अंक यानि 0.3 फीसद की कमजोरी के साथ 8518 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बैंकिंग, कैपिटल गुड्स और आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव बन रहा है। बैंक निफ्टी 0.5 फीसदी गिरकर 18800 के करीब आ गया है। हालांकि रियल्टी और मेटल शेयरों में थोड़ी खरीदारी जरूर दिख रही है। जबकि केर्न इंडिया, टाटा मोटर्स, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडसइंड बैंक, विप्रो, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी और इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयरों में 1.5-0.8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि हीरो मोटो, बीपीसीएल, भारती एयरटेल, टाटा स्टील, हिंडाल्को और कोल इंडिया जैसे दिग्गज शेयरों में 3.1-0.6 फीसद की मजबूती आई है।
नीतिगत दरें 0.25 फीसद घटा सकता है रिजर्व बैंकः मूडीज
04 August 2015
नई दिल्ली। रिसर्च फर्म मूडीज एनालिटिक्स ने सोमवार को कहा कि रिजर्व बैंक मंगलवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा करते हुए नीतिगत ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत कटौती कर सकता है। मूडीज का कहना है कि औसत बारिश और जिंस की कीमतों में गिरावट के कारण महंगाई कम रह सकती है। फर्म ने एक रिपोर्ट में कहा है, 'आरबीआई मंगलवार को रेपो रेट 0.25 प्रतिशत घटाकर इसे 7 फीसदी के स्तर पर लाने का अहम फैसला कर सकता है।' मूडीज एनालिटिक्स, मूडीज कॉर्पोरेशन की ब्रांच है, जो आर्थिक अनुंसधान और विश्लेषण का काम करती है। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक औसत से कम बारिश का अनुमान अब तक गलत साबित हुआ है। बारिश दीर्घकालिक औसत के करीब है, जो खरीफ फसल की बुवाई के लिए उत्साहजनक संकेत है। रिपोर्ट में कहा गयसा है, 'पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष प्रमुख खरीफ फसलों के रकबे में दहाई अंक की वृद्घि हुई है। चूंकि मानसून सीजन फिलहाल खत्म नहीं हुआ है, लिहाजा हमारा मानना है कि आरबीआई के पास नीतिगत ब्याज दर में कटौती का यह अच्छा मौका है क्योंकि खाने-पीने की चीजों की बेहतर आपूर्ति की वजह से महंगाई पर लगाम लगने की संभावना है।' जुलाई में मानसूनी बारिश बढ़ी है और अगस्त में यह स्थिति बरकरार रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने जून में अनुमान लगाया था कि इस साल बारिश कम होगी। रिपोर्ट के मुताबिक हाल के वैश्विक घटनाक्रमों के कारण भी महंगाई का दबाव नियंत्रित रहने का संकेत मिलता है क्योंकि वैश्विक स्तर पर जिंस, खास तौर पर ईरान परमाणु सौदे को देखते हुए कधो तेल की कीमतें लगातार कम हो रही हैं।
मैगी पर प्रतिबंध के बावजूद नौकरियां महफूजः नेस्ले इंडिया
04 August 2015
नई दिल्ली। नेस्ले इंडिया के नवनियुक्त प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा है कि मैगी नूडल्स पर जारी प्रतिबंध से नौकरी में कोई कटौती नहीं की जाएगी। उन्होंने कंपनी के 7,200 कर्मचारियों के बीच 'गर्व और आत्म विश्वास' वापस लाने पर जोर दिया। नेस्ले को मैगी पर प्रतिबंध के कारण 30 साल के दौरान पहली बार तिमाही घाटा उठाना पड़ा। कंपनी ने उन कर्मचारियों को दूसरे काम में लगा दिया है, जो नूडल्स बनाने के काम में लगे थे। नारायणन ने कहा, 'मौजूदा स्थिति के अनुसार हर स्थाई कर्मचारी की नौकरी महफूज है।' नारायणन ने उम्मीद जताई कि नेस्ले जल्द इस स्थिति से उबर जाएगी। उन्होंने भरोसा जताया कि कंपनी में रोगजार पर बिना किसी प्रभाव के मैगी मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'मुझे भरोसा है कि हम समाधान तलाशने में कामयाब रहेंगे और आगे बढ़ने में सक्षम होंगे।' नारायणन ने कहा कि किसी भी कंपनी के लिए मौजूदा स्थिति अच्छी नहीं है। जो लोग नूडल्स उत्पादन में लगे थे, उन्हें अन्य कार्यों में लगाया गया है। नेस्ले इंडिया ने अपने पूर्व प्रबंध निदेशक एटिएन बेनेट को 24 जुलाई को वापस बुला लिया और उनकी जगह नारायणन को नियुक्त किया। इससे पहले, नारायणन फिलीपीन में कंपनी का कामकाज देख रहे थे।

सेंसेक्स में 50 अंकों की तेजी, निफ्टी 8450 के पास
03 August 2015
मुंबई। आज सप्ताह के पहले दिन भारतीय शेयर बाजारों की शुरुआत अच्छी हुई है और बाजार तेजी के साथ खुले हैं। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 50.80 अंक यानि 0.18 फीसद की बढ़त के साथ 28165 के स्तर पर है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 7.75 अंक यानि 0.09 फीसद चढ़कर 8540 के स्तर पर है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में 0.5 फीसद से ज्यादा का उछाल देखा जा रहा है।
दिग्गज शेयरों में बैंक ऑफ बड़ौदा में 2.62 फीसद और पीएनबी में 2.32 फीसद की तेजी आई है जबकि मारुति सुजुकी 2 फीसद चढ़कर कारोबार कर रहा है। एसबीआई में 1.96 फीसद, आईसीआईसीआई बैंक में 1.5 फीसद और बीपीसीएल में 1.11 फीसद की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। टाटा मोटर्स में करीब 1 फीसद का उछाल देखा जा रहा है।
बाजार में मेटल, इंफ्रा, आईटी और रियल्टी शेयरों में गिरावट बनी हुई है लेकिन मीडिया, पीएसयू बैंक, एफएमसीजी और फाइनेंस शेयरों में उछाल के दम पर बाजार में तेजी बनी हुई है।
वहीं, एचसीएल टेक कमजोर नतीजों के बाद 4.34 फीसद टूटा है और हीरो मोटोकॉर्प नतीजों से पहले 2.07 फीसद फिसला है। एलएंडटी में 2 फीसद की गिरावट बनी हुई है और वेदांता 1.42 फीसद नीचे बना हुआ है।
मिडकैप शेयरों में सुजलॉन एनर्जी, पीटीसी इंडिया, राजेश एक्सपोर्ट्स, जेट एयरवेज और इंडियन बैंक में 10.05-5.62 फीसद की तेजी है और गिरने वाले मिडकैप शेयरों में जेके सीमेंट, श्रेई इंफ्रा, गिजरात पीपावाव, सन फार्मा एडवांस, और ईआईडी पैरी में 6.01-2.32 फीसद की गिरावट दर्ज की जा रही है।
एशियाई बाजारों में गिरावट

सप्ताह के पहले दिन एशियाई बाजारों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। सभी एशियाई बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। हालांकि एसजीएक्स निफ्टी में 1.5 अंक की मामूली गिरावट देखी जा रही है और ये 8571 पर कारोबार कर रहा है। जापान का निक्केई करीब 0.5 फीसद टूटकर 20,485 पर कारोबार कर रहा है और स्ट्रेट्स टाइम्स 0.14 फीसद की कमजोरी के बाद 3,197 पर बना हुआ है। हैंगसेंग में 0.81 फीसद की तेज गिरावट है और ये 24,437 पर है। वहीं ताइवान में 1.83 फीसद की भारी गिरावट देखी जा रही है और ये 8,509 पर है।

कोरिया का कोस्पी 0.89 फीसद की गिरावट के साथ 2,012 पर कारोबार कर रहा है और शंघाई कम्पोजिट 0.86 फीसद की गिरावट के साथ 3632 पर बना हुआ है।

डॉलर के मुकाबले रूपया मजबूत

वहीं, सप्ताह के पहले दिन डॉलर के मुकाबले रुपये में अच्छी तेजी देखी गई है। डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की तेजी के साथ 64.01 पर खुला है जबकि शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 64.14 पर बंद हुआ था।

नीति आयोग करेगा मुख्य अर्थशास्त्री की नियुक्ति
03 August 2015
नई दिल्ली। नीति आयोग की देश की आर्थिक नीति से जुड़े मुद्दों पर अनुसंधान के लिए मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त करने की योजना है जो बाहरी संस्थानों से भी संपर्क साध सकेगा। राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान (नीति) आयोग की वेबसाइट पर इस बारे में जानकारी दी गई है। इसमें आयोग ने कहा है कि वह -पदोन्नति, पदस्थापन तथा सीधी भर्ती - इन तीनों में से किसी भी तरीके से मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त करना चाहता है। यह पद अल्पकालिक अनुबंध अवधि के लिए भी भरा जा सकता है। आयोग के अनुसार मुख्य अर्थशास्त्री भारत व इसके राज्यों पर समसामयिक व भावी आर्थिक नीति मुद्दों पर अनुसंधान करेगा। इसके साथ ही वह नीति आयोग के भीतर अनुसंधान संस्कृति विकसित करने तथा बाहरी संस्थानों व विद्वानों से संपर्काें को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा। आयोग ने विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के पद पर नियुक्ति के लिए भी आवेदन मांगे हैं।
अब छह साल का रिफंड भी कर सकेंगे क्लेम
03 August 2015
आगरा। जो लोग पिछले छह वर्षों का आयकर रिफंड क्लेम नहीं कर पाए हैं, उनके लिए राहत की बात है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) द्वारा जारी सर्कुलर के तहत अब वे भी क्लेम कर पाएंगे। अभी तक इसकी मियाद अधिकतम दो वर्ष तक थी। दरअसल, कई मामलों में करदाता अधिक टैक्स चुका देते हैं। सीए आलोक अग्रवाल का कहना है कि अक्सर रिटर्न दाखिल करने या फिर बैंक द्वारा भुगतान के दौरान टैक्स डिडक्शन ऑन सोर्स (टीडीएस) काटने पर ऐसा होता है। जब करदाता वर्ष भर का लेखा-जोखा मिलाता है, तब उसे जानकारी हो पाती है कि उसने तो ज्यादा कर जमा कर दिया है। अभी तक प्रावधान था कि ऐसे करदाता दो साल के भीतर ज्यादा कर की वापसी (रिफंड) के लिए आवेदन कर सकते थे। सर्कुलर के तहत अब करदाता पिछले छह वर्षों का रिफंड क्लेम भी कर पाएंगे। क्लेम करने के लिए क मिश्नर इनकम टैक्स को पत्र लिखना होता है।

मंशा बेहतर तालमेल बनाने की

सीए आशुतोष शर्मा के मुताबिक सरकार की मंशा करदाताओं से बेहतर तालमेल बनाने की है। यही वजह है कि इस वर्ष ऐसे कई सर्कुलर जारी किए गए हैं, जिनमें करदाता को कई सहूलियत दी गई हैं।


केवल 8 एयरपोर्ट कमाऊ, बाकी AAI पर बोझ
01 August 2015
नई दिल्ली। अब तक सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया से लगातार हो रहे घाटे को लेकर सरकार परेशान थी, लेकिन अब हवाई अड्डों से हो रहे आर्थिक नुकसान ने संकट बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश के केवल आठ एयरपोर्ट ही मुनाफा कमा पा रहे हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट्स एथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) द्वारा जिन हवाईअड्डों का प्रबंधन किया जा रहा है, उनमें से 101 घाटे के साबित हो रहे हैं। इनमें से 78 सिविल एयरपोर्ट हैं।
मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, घाटे में चल रहे अधिकांश एयरपोर्ट विभिन्न राज्यों की राजधानियों में हैं। वहां एयर ट्रैफिक अपेक्षाकृत कम है।

मुनाफा कमाने वाले हवाई अड्डे (2013-14)
चेन्नई : 452.40 करोड़ राजस्व
अहमदाबाद : 58.06 करोड़ राजस्व
गोवा : 51.30 करोड़ राजस्व
कोलकाता : 44.63 करोड़ राजस्व
पुणे : 20.34 करोड़ राजस्व
कलिकट : 18.67 करोड़ राजस्व
जुहू, मुंबई: 16.49 करोड़ राजस्व
त्रिवेंद्रम : 7.10 करोड़ राजस्व
घाटे में चल रहे हवाई अड्डे (2013-14)
अमृतसर : 74.46 करोड़ घाटा
लखनऊ : 59.31 करोड़ घाटा
जयपुर : 49.98 करोड़ घाटा
भोपाल : 48.08 करोड़ घाटा
वाराणसी : 46.46 करोड़ घाटा
रांची : 39.84 करोड़ घाटा
भुवनेश्वर : 38.05 करोड़ घाटा
गुवाहाटी : 34.54 करोड़ घाटा

बिना सब्सिडी वाले एलपीजी के दाम 23.50 रुपये घटे
01 August 2015
नई दिल्ली। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर (एलपीजी) की कीमतों में बड़ी कटौती हुई है। सरकारी तेल कंपनियों ने 14.2 किलो के बिना सब्सिडी वाले एलपीजी के दाम 23.50 रुपये घटा दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय दरों के अनुरूप यह कटौती की गई है। देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) ने बताया कि दिल्ली में शनिवार से नॉन-सब्सिडाइज्डकुकिंग गैस सिलेंडर 585 रुपये में मिलेगा। अब तक इसकी कीमत 608.50 रुपये थी। कोटा पूरा हो जाने के बाद ग्राहक बाजार भाव पर इनकी खरीद करते हैं। एक जुलाई को भी ऐसे एलपीजी के दामों में 18 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती हुई थी। लोगों को हर साल 14.2 किलो के 12 सिलेंडर सब्सिडी दरों पर मिलते हैं। सब्सिडी वाले एलपीजी का मूल्य 417.82 रुपये प्रति सिलेंडर है। सरकारी तेल कंपनियां हर पखवाड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल (क्रूड) की के आधार पर घरेलू बाजार में पेट्रोल, डीजल, एटीएफ जैसे ईंधन के दामों का निर्धारण करती है।
ढांचागत क्षेत्र की वृद्घि की रफ्तार धीमी पड़ी
01 August 2015
नई दिल्ली। कोयला, स्टील, तेल व गैस के उत्पादन में गिरावट के चलते इस साल जून महीने में ढांचागत क्षेत्र के उद्योगों की वृद्धि दर तीन प्रतिशत रही। पिछले साल जून में ढांचागत क्षेत्र की वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत थी। ढांचागत क्षेत्र को सुस्ती से उबारने के लिए सुधारों की प्रक्रिया तेज करने तथा ब्याज दरों में कटौती की जरूरत अब बढ़ गई है। ढांचागत क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर मई में 4.4 प्रतिशत थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रलय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल जून महीने में कच्चे तेल और गैस उत्पादन में 0.7 प्रतिशत और 5.9 प्रतिशत की गिरावट आई। कोयला, स्टील, सीमेंट और बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर भी सुस्त पड़कर क्रमश: 6.3 प्रतिशत, 4.9 प्रतिशत, 2.6 प्रतिशत व 0.2 प्रतिशत रही। इन सभी क्षेत्रों की वृद्धि दर पिछले साल जून में काफी अधिक थी। ढांचागत क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों का देश के कुल औद्योगिक उत्पादन में 38 प्रतिशत योगदान है। मार्च में इन उद्योगों में 0.1 प्रतिशत और अप्रैल में 0.4 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई थी। अगर तिमाही आधार पर देखें तो चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जून के दौरान इन उद्योगों की विकास दर 2.4 प्रतिशत रही, जबकि पिछले साल यह 6 प्रतिशत थी। हलांकि वर्ष 2014-15 में आठ उद्योगों की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत थी, जबकि उससे एक साल पहले यह 4.2 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक 4 अगस्त को मौद्रिक और ऋणनीति की समीक्षा करेगा। माना जा रहा है कि आरबीआइ ढांचागत क्षेत्र को सुस्ती से उबारने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। वैसे आरबीआइ 2015 में अब तक तीन बार ब्याज दरों में कटौती कर चुका है। साथ ही सुधारों की प्रक्रिया भी तेज करने की मांग भी उठनी शुरू हो गई है। कई महत्वपूर्ण विधेयक इस समय संसद में लंबित पड़े हैं।

 
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